inputs
stringlengths 800
163k
| targets
stringlengths 20
291
| template_id
int64 0
34
| template_lang
stringclasses 1
value |
---|---|---|---|
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन निमोनिया से पीड़ित पाई गई हैं और उन्हें आराम करने की सलाह दी गई है. इससे कुछ ही घंटे पहले हिलेरी अस्वस्थ महसूस होने के कारण यहां 9/11 हमलों की स्मृति सभा से बीच में ही चली गई थीं. हिलेरी की चिकित्सक लीसा बरडाक ने एक बयान में कहा कि पूर्व विदेश मंत्री को एलर्जी के कारण खांसी हो रही है.
उन्होंने कहा कि उन्हें लंबे समय से खांसी हो रही थी और इस संबंधी जांच के बाद उन्हें निमोनिया से पीड़ित पाया गया. उन्हें एंटीबॉयोटिक दवाएं देने के अलावा उन्हें आराम करने और अपने कार्यक्रम में बदलाव करने की सलाह दी गई है.
चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई."
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि उन्हें लंबे समय से खांसी हो रही थी और इस संबंधी जांच के बाद उन्हें निमोनिया से पीड़ित पाया गया. उन्हें एंटीबॉयोटिक दवाएं देने के अलावा उन्हें आराम करने और अपने कार्यक्रम में बदलाव करने की सलाह दी गई है.
चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई."
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चिकित्सक ने बताया कि हिलेरी को कल तड़के मैनहट्टन में ग्राउंड जीरो स्मारक में 9/11 हमलों के 15 साल पूरे होने के अवसर पर आयोजित एक स्मृति सभा में "बुखार हो गया और उनके शरीर में पानी की कमी हो गई."
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लीसा ने बताया कि उन्होंने हिलेरी की जांच की. ‘‘उनके शरीर में पानी की कमी दूर हो गई है और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है.’’ हिलेरी के 9/11 हमलों के स्मारक पर आतंकवादी हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि अर्पित करने गई थीं.टिप्पणियां
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हिलेरी की प्रचार टीम ने बताया कि इस कार्यक्रम के दौरान वह अस्वस्थ हो गईं और अपनी बेटी चेल्सी के अपार्टमेंट के लिए रवाना हो गईं जो शहर के पॉश फ्लैटीरोन में है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त पाठ: श्रद्धांजलि सभा के दौरान अचानक खराब हुई हिलेरी क्लिंटन की तबीयत.
डॉक्टरों ने हिलेरी को निमोनिया होने की पुष्टि की है.
राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार हैं क्लिंटन. | 14 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि भारत का स्पिन विभाग स्तरीय गेंदबाजों से भरा है, और उन्होंने टीम में वापसी करने वाले ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह को 'देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों' में से एक करार दिया।
श्रीलंका में चल रही आईसीसी टी-20 विश्वकप के दौरान टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह की गैर-मौजूदगी में रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा ने अच्छी भूमिका निभाई। हरभजन को खराब फॉर्म के कारण लम्बे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था।
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
श्रीलंका में चल रही आईसीसी टी-20 विश्वकप के दौरान टीम में वापसी करने वाले हरभजन सिंह की गैर-मौजूदगी में रविचंद्रन अश्विन और प्रज्ञान ओझा ने अच्छी भूमिका निभाई। हरभजन को खराब फॉर्म के कारण लम्बे समय तक टीम से बाहर रहना पड़ा था।
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
टेस्ट क्रिकेट में 619 विकेट के साथ दुनिया के तीसरे सफलतम गेंदबाज कुंबले ने कहा कि हरभजन सिंह बेहतरीन गेंदबाज है। उन्होंने साथ ही कहा कि अश्विन काफी धैर्यवान गेंदबाज है, जो दबाव में प्रदर्शन करने के लिए अहम है।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
पूर्व कप्तान कुंबले का साथ ही मानना है कि लेग स्पिनर अमित मिश्रा, राहुल शर्मा और पीयूष चावला को भी पर्याप्त मौके मिलने चाहिए। देश के प्रमुख स्पिनरों के बारे में बात करते हुए कुंबले ने कहा कि अश्विन, हरभजन और ओझा का स्पिन गेंदबाजी आक्रमण काफी मजबूत है।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने कहा, अगर आप स्पिनर को पर्याप्त मौके नहीं दोगे तो आपको उसकी असली क्षमता के बारे में कभी पता नहीं चलेगा। फिलहाल स्पिन विभाग काफी मजबूत है, क्योंकि दो स्पिनर (अश्विन और ओझा) मौजूद हैं, जो मैदान पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने बीसीसीआई की आधिकारिक वेबसाइट से कहा, हरभजन सिंह भी मौजूद हैं, जिन्हें 400 टेस्ट विकेट हासिल करने का अनुभव है और जो काफी प्रतिस्पर्धी है। जब वह अपनी सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटेगा तो आपके पास टीम में तीन अच्छे स्पिनर हो जाएंगे और इसके अलावा तीन लेग स्पिनर टीम में जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने कहा कि हरभजन अब भी राष्ट्रीय टीम में काफी योगदान दे सकते हैं। उन्होंने कहा, वह बेहतरीन है। उसने थोड़ा आत्मविश्वास खो दिया है और इसे हासिल करने का एकमात्र तरीका यह है कि वह टीम का हिस्सा रहे और अधिक से अधिक मैच खेले। उसने पहले भी ऐसा किया है और मुझे कोई कारण नजर नहीं आता कि वह दोबारा ऐसा नहीं कर सकता। निश्चित तौर पर मुझे लगता है कि भज्जी अब भी भारत के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों में से एक है और समय के साथ वह अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी करने लगेगा। कुंबले ने बताया कि आखिर क्यों यह नहीं कहा जाना चाहिए कि हरभजन ने हाल में टेस्ट क्रिकेट में खराब प्रदर्शन किया है।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टेस्ट मैचों में उसने खराब प्रदर्शन किया है। दरअसल में उसने काफी मैच भारत से बाहर खेले। भारत के बाहर स्पिनर हमेशा आक्रमण करने का विकल्प नहीं होता। उसकी भूमिका बदलती है विशेषकर पहली पारी में। हां, एकदिवसीय मैचों में उसका प्रदर्शन मिश्रित रहा। उसने अब तक जो ऊंचे स्तर स्थापित किए हैं, वह उसमें खरा नहीं उतरा और इसलिए लोगों को लगा कि उसने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया।टिप्पणियां
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने मुताबिक अश्विन ‘काफी समझार गेंदबाज है और दबाव में भी काफी धैर्यवान रहता है।’ इस पूर्व भारतीय कप्तान के अनुसार, ओझा की गेंदबाजी में सटीकता है और उन्हें वह अश्विन के साथ गेंदबाजी करते हुए अच्छा लगता है। कुंबले ने हालांकि ओझा को सुझाव देते हुए कहा कि उसे अपनी आर्म गेंद पर थोड़ा काम करने की जरूरत है, क्योंकि उसने इस गेंद से काफी विकेट हासिल नहीं किए हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं।
कुंबले ने देश के लेग स्पिनरों के बारे में कहा, राहुल शर्मा, पीयूष चावला और अमित मिश्रा दौड़ में आगे हैं और टेस्ट प्रारूप के अधिक अनुकूल हैं। | संक्षिप्त पाठ: पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले का मानना है कि भारत का स्पिन विभाग स्तरीय गेंदबाजों से भरा है, और उन्होंने टीम में वापसी करने वाले ऑफ-स्पिनर हरभजन सिंह को 'देश के सर्वश्रेष्ठ स्पिनरों' में से एक करार दिया। | 27 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: विवादित इस्लामिक प्रचारक ज़ाकिर नाइक के गैर सरकारी संगठन 'इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन' (आईआरएफ) पर भारत सरकार का शिकंजा कसता ही जा रहा है. नाइक से पुछताछ लिए एनआईए ने पुख्ता सबूत जुटा लिए हैं. जल्द ही उसे समन भेजे जाएंगे.
एनआईए ने दावा किया है कि इस्लामिक उपदेशक के एनजीओ ने रियल एस्टेट में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है. यह निवेश मुंबई और आसपास के इलाकों में किया गया है. जांच एजेंसी ने बताया कि ज़ाकिर के 78 बैंक खातों पर नज़र रखी जा रही है. एजेंसी का कहना है कि पूरे मामले की जांच जारी है और वह एक महीने के भीतर जांच पूरी कर लेगी. जांच खत्म होने के बाद ज़ाकिर को पेश होने के लिए समन भेजा जाएगा.
बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.
एनआईए ने दावा किया है कि इस्लामिक उपदेशक के एनजीओ ने रियल एस्टेट में करीब 100 करोड़ रुपये का निवेश किया हुआ है. यह निवेश मुंबई और आसपास के इलाकों में किया गया है. जांच एजेंसी ने बताया कि ज़ाकिर के 78 बैंक खातों पर नज़र रखी जा रही है. एजेंसी का कहना है कि पूरे मामले की जांच जारी है और वह एक महीने के भीतर जांच पूरी कर लेगी. जांच खत्म होने के बाद ज़ाकिर को पेश होने के लिए समन भेजा जाएगा.
बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.
बता दें कि बीते साल नाइक के ठिकानों पर छापेमारी के बाद एनआईए ने नाइक की इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (आईआरएफ) वेबसाइट्स को ब्लॉक कर दिया था. इसके अलावा फाउंडेशन के खिलाफ दर्ज एक मामले में 10 स्थानों पर छापेमारी की गई थी. टिप्पणियां
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है.
गृह मंत्रालय का मानना है कि नाइक के भाषण भारत की अनेकता में एकता की सोच के विरुद्ध हैं. वह अपने विचारों के द्वारा समाज को बांटने की कोशिश कर रहा है और साथ ही वह मुस्लिम युवाओं और विदेशी युवाओं को आतंकी बनने की प्रेरणा दे रहा था. फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने भी उसके ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया हुआ है. | संक्षिप्त पाठ: ज़ाकिर नाइक के 78 बैंक खातों की एनआईए जांच कर रही है
नाइक के एनजीओ से जुड़े 23 लोगों से भी पूछताछ की जा रही है
धर्म के नाम पर विदेशी चंदा जुटाने और लोगों को भड़काने का आरोप | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील रविवार सुबह सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका के नौ दिवसीय दौरे पर रवाना हुईं। वह दोनों देशों में अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगी।
राष्ट्रपति सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पहली बार कर रही हैं। सबसे पहले वह सेशेल्स की राजधानी विक्टोरिया पहुंचेंगी।
इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
राष्ट्रपति सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका की यात्रा पहली बार कर रही हैं। सबसे पहले वह सेशेल्स की राजधानी विक्टोरिया पहुंचेंगी।
इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
इस दौरे में दोनों अफ्रीकी देशों के साथ द्विपक्षीय व्यापारिक सम्बंधों को मजबूत करना उनके एजेंडे में मुख्य रूप से शामिल होगा।टिप्पणियां
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
दौरे में संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्यमंत्री सचिन पायलट, सांसद प्रभा ठाकुर तथा संजय शामराव धोत्रे, वरिष्ठ अधिकारी और व्यापारियों का एक शिष्टमंडल भी राष्ट्रपति के साथ है।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी।
राष्ट्रपति पाटील सेशेल्स से मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका के लिए रवाना होंगी। | संक्षिप्त सारांश: राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील रविवार सुबह सेशेल्स और दक्षिण अफ्रीका के नौ दिवसीय दौरे पर रवाना हुईं। वह दोनों देशों में अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय, क्षेत्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श करेंगी। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पहले अमेरिका-भारत पश्चिम तटीय शिखर सम्मेलन में जुटे दोनों देशों के 300 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा और भावी सहयोग में उपस्थित अपार सम्भावनाओं को रेखांकित किया है।
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा सप्ताहांत में सिलिकॉन वैली में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के व्यापार और नीति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया।
यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था।
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
अमेरिका-भारत व्यापार परिषद (यूएसआईबीसी) और फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) द्वारा सप्ताहांत में सिलिकॉन वैली में आयोजित इस शिखर सम्मेलन में दोनों देशों के व्यापार और नीति से जुड़ी प्रमुख हस्तियों ने हिस्सा लिया।
यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था।
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
यूएसआईबीसी के अनुसार, 'बिल्डिंग ब्रिजेज, फोस्टरिंग इनोवेशन' शीर्षक वाला यह सम्मेलन भारत और अमेरिका के सम्बंधों पर असर डालने वाले अति महत्वपूर्ण राजनीतिक और आर्थिक मुद्दों पर तथा प्रौद्योगिकी व उन्नयन, नवीकरणीय ऊर्जा तथा व्यापार व निवेश पर केंद्रित था।
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री कोंडोलीजा राइस ने कहा कि लोकतांत्रिक संस्थान जो हासिल कर सकते हैं, भारत उसका एक शानदार उदाहरण है। उन्होंने कहा, "भारतीय लोकतंत्र को कम नहीं आका जा सकता।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
वॉल्ट डिज्नी इंटरनेशनल के चेयरमैन एंडी बर्ड ने कहा, "भारत में क्रिकेट, फिल्म और टेलीविजन सबकुछ है, इसलिए डिज्नी को कम से कम इन दोनों क्षेत्रों की सफलता में वहां शामिल होना पड़ा। इस तरह भारत में हमारी रणनीति मीडिया से प्रेरित रही है।"टिप्पणियां
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
बर्ड ने कहा, "रणनीति के हिस्से के रूप में हमने वहां मीडिया कम्पनियों का अधिग्रहण किया है। हम अभी भारत में चलना सीख रहे हैं, लेकिन जल्द ही हम जॉगिंग करना और दौड़ना शुरू कर देंगे और हम वहां एक बहुत ही उज्वल व रोमांचक भविष्य को लेकर उत्सुक हैं।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।"
इमर्जिग सोल्यूशन्स के कार्यकारी उपाध्यक्ष और सिस्को सिस्टम्स के मुख्य वैश्वीकरण अधिकारी, विम एलफ्रिंक ने कहा, "सहयोग का ही भविष्य है।" उन्होंने अनुमान व्यक्त किया कि अगले 10 वर्ष में 10 करोड़ भारतीयों के शहरी बनने की सम्भावना है। उन्होंने कहा, "यह कहने की आवश्यकता नहीं कि अमेरिका और भारत के बीच सहयोग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।" | संक्षिप्त सारांश: पहले अमेरिका-भारत पश्चिम तटीय शिखर सम्मेलन में जुटे दोनों देशों के 300 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों ने दोनों देशों के बीच मौजूदा और भावी सहयोग में उपस्थित अपार सम्भावनाओं को रेखांकित किया है। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: दुनियाभर के कई शहरों सहित दिल्ली में भी शनिवार शाम अर्थ ऑवर मनाया जाएगा। इस अयोजन में राष्ट्रपति भवन सहित कई महत्वपूर्ण इमारतों में एक घंटे के लिए बत्तियां बुझा दी जाएंगी। जनता से इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की गई है। हर साल मार्च के अंतिम शनिवार को अर्थ ऑवर मनाया जाता है। 'वर्ल्ड वाइड फंड फॉर नेचर' ने यह शुरुआत की है। इस बार 131 देशों के 4,000 से ज्यादा शहर इस वैश्विक आयोजन में हिस्सेदारी कर रहे हैं। दिल्ली और मुम्बई जैसे भारतीय शहर भी इसमें शामिल हैं। व्यवसायी संगीता शर्मा ने इस अवसर पर अपने मित्रों से अपने-अपने फेसबुक एकाउंट पर अर्थ ऑवर का संदेश डालने के लिए कहा है। शर्मा कहती हैं, "बातें करना बहुत हुआ। यदि आपको वास्तव में अपनी पृथ्वी की परवाह है और आप ऊर्जा बचाने व जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए कुछ करना चाहते हैं तो अर्थ ऑवर के दौरान रात 8.30 बजे से 9.30 बजे तक बिजली बंद रखें।" राष्ट्रपति भवन से जारी हुए एक वक्तव्य के मुताबिक अर्थ ऑवर के दौरान इमारत की बाहरी बत्तियां बुझी रहेंगी। लगातार तीसरे साल अर्थ ऑवर का आयोजन हो रहा है। इस साल के इस आयोजन की एम्बेस्डर अभिनेत्री विद्या बालन इस अवसर पर दिल्लीवासियों के साथ मौजूद रहेंगी। इस अवसर पर म्यूजिक बैंड 'यूफोरिया' इंडिया गेट पर प्रस्तुति देगा। अर्थ ऑवर की शुरुआत 2007 में आस्ट्रेलिया के सिडनी से हुई थी। वहां 2,000 से ज्यादा व्यवसायियों और 22 लाख अन्य लोगों ने जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए एक घंटे के लिए बिजली बंद रखी थी। भारत 2009 में इस अभियान में शामिल हुआ। डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के मुताबिक इस साल के अर्थ ऑवर का संदेश है कि केवल एक घंटे के लिए ही ऊर्जा नहीं बचाई जाए बल्कि इसे अपने रोजमर्रा के जीवन में हर दिन बचाने की कोशिश की जाए। | संक्षिप्त सारांश: इस अयोजन में राष्ट्रपति भवन सहित कई इमारतों में एक घंटे के लिए बत्तियां बुझा दी जाएंगी। जनता से इस आयोजन को सफल बनाने की अपील की गई है। | 29 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड पर जो प्राकृतिक विपदा आई है, वह राष्ट्रीय आपदा जैसी है। मोदी ने शुक्रवार रात देहरादून पहुंचने के शीघ्र बाद संवाददाताओं से कहा, संकट की इस घड़ी में पूरा देश इस पर्वतीय राज्य के साथ खड़ा है। हम इस संकट से निबटने में राज्य सरकार को जो भी मदद कर सकते हैं, करेंगे।टिप्पणियां
नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे हैं। राज्य के चार धामों खासकर केदारनाथ में भयंकर तबाही हुई है। केदारनाथ में भयावह स्थिति है। मोदी ने कहा कि वह शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मिलेंगे और इस स्थिति से निबटने के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी, उसकी पेशकश करेंगे।
गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं।
नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करने पहुंचे हैं। राज्य के चार धामों खासकर केदारनाथ में भयंकर तबाही हुई है। केदारनाथ में भयावह स्थिति है। मोदी ने कहा कि वह शनिवार को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा से मिलेंगे और इस स्थिति से निबटने के लिए जो भी मदद की जरूरत होगी, उसकी पेशकश करेंगे।
गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं।
गुजरात के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित करने के लिए भी यहां हैं कि उत्तराखंड में फंसे उनके राज्य के लोग अपने घर वापस पहुंच जाएं। दो चार्टर्ड विमान 747 बोइंग विमान गुजरात के तीर्थयात्रियों को निकालने के लिए अहमदाबाद की उड़ान भरेंगे। इन विमानों में 140-140 यात्री सवार हो सकते हैं। | संक्षिप्त सारांश: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उत्तराखंड पर जो प्राकृतिक विपदा आई है, वह राष्ट्रीय आपदा जैसी है। उन्होंने कहा, हम इस संकट से निबटने में राज्य सरकार को जो भी मदद कर सकते हैं, करेंगे। | 8 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पुणे वॉरियर्स के कोच ज्यौफ मार्श ने कहा कि डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ मंगलवार को आईपीएल मैच से पहले सौरव गांगुली काफी नर्वस थे। गांगुली ने अपने आलोचकों का मुंह बंद करते हुए नाबाद 32 रन बनाए और वॉरियर्स की छह विकेट से जीत में अहम भूमिका निभाई। मार्श ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, उन्होंने मुझसे कहा कि वह अपनी जिंदगी में इससे पहले कभी इतना नर्वस नहीं थे। निश्चित तौर पर यह उनके लिए बड़ा अवसर था। मैंने पिछले सप्ताह उनके साथ काफी समय बिताया। कोच ने कहा कि यह गांगुली का इस खेल के प्रति प्यार और जुनून ही है कि वह आईपीएल में वापसी करने में सफल रहे। इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, यह खेल के प्रति उनका जुनून है कि वह खेल रहे हैं। उन्हें अच्छा करते हुए देखना बढ़िया लगा। उन्होंने वास्तव में शानदार बल्लेबाजी की और शीर्ष क्रम में बढ़िया भूमिका निभाई। मार्श ने कहा कि गांगुली मुंबई इंडियन्स के खिलाफ 4 मई को खेले गए मैच के लिए तैयार नहीं थे और उन्हें मैच अभ्यास की जरूरत थी। उन्होंने कहा, गांगुली ने कहा कि वह तैयार नहीं हैं। वह नेट्स पर कुछ समय बिताना चाहते थे। यह उनका फैसला था। आज जब समय आया, तो उन्होंने कहा कि वह तैयार हैं। | पुणे वॉरियर्स के कोच ज्यौफ मार्श ने कहा कि डेक्कन चार्जर्स के खिलाफ मंगलवार को आईपीएल मैच से पहले सौरव गांगुली काफी नर्वस थे। | 34 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पाकिस्तान के पश्चिमोत्तर इलाके में स्थित एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र में गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता मार्टिन नेसिर्की ने कहा, "मून ने पाकिस्तान के मारदान में एक सैन्य भर्ती केंद्र में गुरुवार को हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। इस हमले में कई लोग मारे गए थे और कई घायल हुए थे।" समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक प्रवक्ता ने कहा, "इस आतंकवादी घटना के लिए एक किशोर का इस्तेमाल किए जाने की सूचना से मून को काफी आश्चर्य हुआ।" पाकिस्तान के खबर पख्तूनख्वा प्रांत के मारदान में स्थित सेना के पंजाब रेजीमेंट सेंटर में स्कूली पोशाक में पहुंचे एक किशोर ने खुद को उड़ा लिया। इस हमले में कम से कम 27 जवानों की मौत हो गई और 40 घायल हो गए। प्रवक्ता ने कहा, "महासचिव ने पीड़ित व्यक्तियों के परिवारों और पाकिस्तानी सरकार के प्रति गहरी संवदेना प्रकट की है।" खबरों के मुताबिक आतंकवादी संगठन तालिबान के प्रवक्ता एहशानुल्लाह एहसान ने इस आत्मघाती हमले की जिम्मेदारी लेते हुए सुरक्षाबलों द्वारा चलाए जा रहे अभियान और अमेरिकी ड्रोन हमलों के विरोध स्वरूप और अधिक हमले की चेतावनी दी है। | संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की मून ने पाक के पश्चिमोत्तर इलाके में स्थित एक सैन्य प्रशिक्षण केंद्र में हुए आत्मघाती हमले की कड़ी निंदा की है। | 34 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: जिस वक्त पूरा बेंगलुरू शहर नए साल में प्रवेश का जश्न मना रहा था, चैताली वासनिक रात को लगभग 1:30 बजे अपने दफ्तर से घर लौट रही थीं, जैसे बहुत-सी अन्य लड़कियां लौटती हैं. रास्ते में जब चैताली ने देखा कि दो पुरुष उसे घूरते हुए सामने की दिशा से उसके रास्ते में आ रहे हैं, तो उसने भी वही किया, जो आमतौर पर सभी लड़कियां किया करती हैं - वह एक कोने में हो गई, ताकि उन्हें जाने का रास्ता मिल सके.
मंगलवार रात को NDTV से बातचीत में चैताली ने बताया, "मैंने उन्हें अपनी ओर घूरते हुए देखा, सो मैं एक किनारे की तरफ हो गई... मैंने उन्हें जाने का रास्ता दे दिया... इसके बाद हुआ यह कि उनमें से एक ने मुझे अचानक दबोचा... मुझे कतई अदाज़ा नहीं था कि वह ऐसा कर सकता है, सो, कुछ समझ ही नहीं आया..."
...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
मंगलवार रात को NDTV से बातचीत में चैताली ने बताया, "मैंने उन्हें अपनी ओर घूरते हुए देखा, सो मैं एक किनारे की तरफ हो गई... मैंने उन्हें जाने का रास्ता दे दिया... इसके बाद हुआ यह कि उनमें से एक ने मुझे अचानक दबोचा... मुझे कतई अदाज़ा नहीं था कि वह ऐसा कर सकता है, सो, कुछ समझ ही नहीं आया..."
...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
...और इसके बाद जो कुछ हुआ, वह चैताली के हिसाब से कहीं ज़्यादा अविश्वसनीय था. चैताली ने कहा, "जब मुझए एहसास हुआ, वह क्या करके चला गया है, मैं तुरंत उसके पीछे लपकी, और उसे मारना शुरू कर दिया, ताकि अपने गुस्से को बाहर निकाल सकूं... कुछ ही देर में वहां 15-20 पुरुष इकट्ठे हो गए, और उन्होंने उस छेड़खानी करने वाले की पिटाई करने से मुझे रोकने की कोशिश की... तब मुझे बहुत गुस्सा आया कि ये लोग मुझसे उस छेड़खानी करने वाले को बचा क्यों रहे हैं... यही नहीं, वे यह भी कह रहे थे, नया साल है, ऐसा तो होता ही रहता है, सो, जाने दो..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
वैसे, जो कुछ चैताली के साथ पश्चिमी बेंगलुरू के इंदिरानगर में हुआ, वही सब शहर का सबसे शानदार कमर्शियल इलाका माने जाने वाले एमजी रोड पर भी बहुत-सी लड़कियों और महिलाओं के साथ घटा. वहां हज़ारों लोग नए साल का जश्न मनाने के लिए एकत्र हुए थे, और शराब के नशे में धुत युवकों ने लड़कियों को दबोचा, छेड़ा, उन पर फब्तियां कसीं, उनका पीछा किया. 45 सिक्योरिटी कैमरों में ये सभी हरकतें रिकॉर्ड हुईं, और सोशल मीडिया पर जारी हुई फुटेज में महिलाओं को रोते और मदद के पुकारते देखा गया. तीन दिन बाद जनता के आक्रोश को समझने के बाद पुलिस ने मंगलवार रात को कहा कि उन्हें इन घटनाओं के ठोस सबूत हासिल हुए हैं.टिप्पणियां
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
इस बीच जनता का गुस्सा कर्नाटक के गृहमंत्री जी. परमेश्वर के उस बयान के बाद ज़्यादा भड़क उठा, जिसमें उन्होंने कहा कि 'ऐसी बातें होती रहती हैं...' उन्होंने यह भी कहा था कि 'सड़कों पर गश्त करते रहने के लिए 10,000 पुलिस वाले तैनात करना मुमकिन नहीं है...' गृहमंत्री ने बताया था कि भीड़ पर नज़र रखने और यातायात सुचारु रखने के लिए नए साल की पूर्व संध्या पर 1,500 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया था.
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..."
लेकिन चैताली ने NDTV को बताया, "मैं हर जगह तलाश कर रही थी, लेकिन मुझे कोई पुलिसवाला नहीं मिला... वहां लगभग पांच से 10 पुलिस वाले थे, जो पहले से वहीं मौजूद थे, लेकिन उन्होंने भी आकर यह तक नहीं पूछा कि क्या हुआ, या आपकी समस्या क्या है..." | यह एक सारांश है: बेंगलुरू में नए साल की रात हुई छेड़खानी पर पीड़िता ने सुनाई आपबीती
पीड़िता ने छेड़खानी करने वाले को पीटा तो लोगों ने उसका बचाव किया
बेंगलुरू की शर्मनाक घटना की हो रही है चारों तरफ कड़ी निंदा | 21 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश के हर गांव में बिना ऑप्टिक फाइबर के जाल के इंटरनेट पहुंचाने का सपना आईआईटी बॉम्बे के छात्रों ने पूरा कर दिया है. 5 सालों की मेहनत के बाद भारत के गांव ब्रॉडबैंड नेटवर्क से जुड़ने का सपना देख सकते हैं. दुनिया ने इस प्रयोग को सराहा है. Mozilla इंटरनेट की एक प्रतियोगिता में 27 देशों की 100 परियोजनाओं को पछाड़ते हुए ग्राम मार्ग नाम के इस प्रोजेक्ट ने पहला स्थान जीता. आईआईटी बॉम्बे की कोशिश थी इंटरनेट के जरिये शहर से ग्राम मार्ग तक पहुंचने की, मेहनत शुरू हुई 2012 में. फैकल्टी अफेयर्स के डीन प्रोफेसर अभय करंदीकर ने बताया कि उन्होंने अपने अनुसंधान में पाया कि दूरदर्शन के पास टीवी व्हाइट स्पेस का स्पेक्ट्रम खाली पड़ा हुआ है, जिसका वो इस्तेमाल नहीं कर रहे. फिर स्पेक्ट्रम को इस्तेमाल करने के लिए तैयार हुआ एक छोटा सा वाईफाई उपकरण TVWS डिवाइस जिसने सपनों को पंख दे दिये.
ये डिवाइस IEEE 802.11 a/b/g/ वायरलेस बोर्ड है जो आरएफ कार्ड से जुड़ा है. ये कार्ड 2.4 GHz फ्रीक्वेंसी को TV UHF में बदल देता है, जिन्हें TV White Space से जोड़ कर, हर गांव में बेहद कम खर्च और बगैर बड़े तकनीकी तामझाम के इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन उपकरणों को सोलर पैनल से बिजली मिलती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती थी ईंधन की वजह से होने वाले ऑपरेशनल खर्चों को रोकना. टिप्पणियां
25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके.
ये डिवाइस IEEE 802.11 a/b/g/ वायरलेस बोर्ड है जो आरएफ कार्ड से जुड़ा है. ये कार्ड 2.4 GHz फ्रीक्वेंसी को TV UHF में बदल देता है, जिन्हें TV White Space से जोड़ कर, हर गांव में बेहद कम खर्च और बगैर बड़े तकनीकी तामझाम के इंटरनेट पहुंचाया जा सकता है. सबसे बड़ी बात इन उपकरणों को सोलर पैनल से बिजली मिलती है. इस परियोजना की सबसे बड़ी चुनौती थी ईंधन की वजह से होने वाले ऑपरेशनल खर्चों को रोकना. टिप्पणियां
25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके.
25 छात्रों की टीम दिन रात इसके लिये मेहनत कर रही थी. फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है, दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है. इस प्रोजेक्ट से जुड़े जसप्रीत का कहना है कि वो चाहते हैं शोध से इसे और सस्ता बनाया जाए ताकि हर गांव में इंटनरेट लोगों की पहुंच में हो. वहीं परियोजना में आई दिक्कतों के बारे में मेघना ने कहा कि फ्रीक्वेंसी के बारे में जानकारी जुटाना तक मुश्किल था, जो हमने आरटीआई के ज़रिये हासिल किया. उसके बाद गांव के लोगों को समझाना भी एक चुनौती थी.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके.
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला है. टीम इस रकम का इस परियोजना को और बेहतर बनाने में इस्तेमाल करेगी. इस परियोजना को पब्लिक प्राइवेट पंचायत पार्टनरशिप मॉडल के तहत डेवलप किया जाएगा. कोशिश है देश के 6,40,000 गांवों को इसके तहत जोड़ने की, ताकि डिजिटल इंडिया के सपने को हकीकत में बदला जा सके. | संक्षिप्त सारांश: फिलहाल इस योजना को 25 गांवों में आज़माया जा चुका है
इस प्रोजेक्ट को ब्रसेल्स में हुए इनोवेशन चैलेंज में 82 लाख का इनाम मिला
दावा है कि इससे कम खर्चे में 5जी भी इस्तेमाल में लाया जा सकता है | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: उत्तर भारत में लगातार पारा 40 के पार रहने के कारण लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। तेज धूप के साथ लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। दिल्ली में गुरुवार सुबह तेज धूप निकली। यहां का न्यूनतम तापमान सामान्य से एक डिग्री अधिक 26.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग के अनुसार दिन में तापमान 44 डिग्री तक पहुंच सकता है।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी ने बताया, "अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की सम्भावना है।" सुबह 8.30 बजे आद्र्रता 24 फीसदी दर्ज की गई। बुधवार को राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस था।
उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अधिकारी ने बताया, "अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की सम्भावना है।" सुबह 8.30 बजे आद्र्रता 24 फीसदी दर्ज की गई। बुधवार को राजधानी में अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 42.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि न्यूनतम तापमान 26.3 डिग्री सेल्सियस था।
उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
उत्तर प्रदेश में भी भीषण गर्मी का दौर जारी है। सुबह से ही तपते सूरज की गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की उम्मीद नहीं है। बीते 24 घंटों के दौरान प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
उत्तर प्रदेश मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता ने बताया, "अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट आने की सम्भावना नहीं है।" उन्होंने बताया कि पछुवा हवाओं के चलते प्रदेश में आने वाले दिनों में गर्मी का यही रुख रहेगा। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार सुबह राजधानी लखनऊ का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बुधवार को लखनऊ का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो सामान्य से चार डिग्री सेल्सियस अधिक था।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
गौरतलब है कि बुधवार को गोरखपुर का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस, कानपुर का तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस, बनारस का अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
राजधानी पटना समेत पूरा बिहार भीषण लू और गर्मी की चपेट में है। पछुआ हवा और धूप की तपिश ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर, भीषण गर्मी को देखते हुए राजधानी के सभी विद्यालय बंद कर दिये गये हैं। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक गुरुवार सुबह पटना का तापमान 26 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि भागलपुर का 28 डिग्री सेल्सियस , गया का 26.5 डिग्री सेल्सियस तथा पूर्णिया का न्यूनतम तापमान 25.8 डिग्री सेल्सियस था। राज्य में बुधवार को सबसे गरम इलाका बौद्ध तीर्थ स्थल गया रहा, जहां का अधिकतम तापमान 44.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इसके अलावा पटना का बुधवार को अधिकतम तापमान 44.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।टिप्पणियां
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
इधर, गर्मी को देखते हए राजधानी के सभी सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को गुरुवार से बंद कर दिया गया है। ऐसे तो राजधानी के अधिकांश विद्यालयों में समय पूर्व गर्मी की छुट्टी कर दी गई थी परंतु सरकारी विद्यालय खुले हुए थे। सरकारी विद्यालय दो जून से बंद होने वाले थे।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी।
इधर, विज्ञान केन्द्र के निदेशक ए.क़े सेन ने बताया कि अगले दो-चार दिनों में मौसम में कोई खास परिवर्तन होने की सम्भावना नहीं है। उन्होंने कहा कि आधी रात के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी परंतु सुबह होते ही गरमी बढ़ने लगेगी। | उत्तर भारत में लगातार पारा 40 के पार रहने के कारण लोग भीषण गर्मी का सामना कर रहे हैं। तेज धूप के साथ लू ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। | 1 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की ओर से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को 'कश्मीर की मिट्टी का लाल' करार दिए जाने के बाद भारत ने बुधवार को उन पर निशाना साधते हुए कहा कि शरीफ का बयान आतंकवाद से पाकिस्तान के लगाव को दिखाता है.
सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ''संसद के संयुक्त सत्र में शरीफ का भाषण यह दिखाता है कि आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान का लगाव निरंतर बना हुआ है.'' सरकारी सूत्रों की प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा हालात पर चर्चा करने के लिए बुलाये गये संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भारत बातचीत से बच रहा है और उरी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर युद्ध जैसा माहौल बना रहा है. पिछले महीने उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गये थे.
उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.''
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सरकार के एक वरिष्ठ सूत्र ने कहा, ''संसद के संयुक्त सत्र में शरीफ का भाषण यह दिखाता है कि आतंकवाद के प्रति पाकिस्तान का लगाव निरंतर बना हुआ है.'' सरकारी सूत्रों की प्रतिक्रिया उस वक्त आई है जब बुधवार को पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भारत-पाक के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर सुरक्षा हालात पर चर्चा करने के लिए बुलाये गये संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भारत बातचीत से बच रहा है और उरी आतंकी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराकर युद्ध जैसा माहौल बना रहा है. पिछले महीने उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गये थे.
उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.''
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, ''कश्मीर के नौजवानों ने भारत की ज्यादतियों के खिलाफ आजादी के आंदोलन को चलाने का बीड़ा उठाया है. कश्मीर की मिट्टी के लाल बुरहान वानी की मौत ने भारत को याद दिलाया था कि कश्मीरियों को आत्मनिर्धारण का अधिकार दे.''
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शरीफ ने दावा किया, ''हमने भारत को वार्ता की मेज पर लाने के लिए सब कुछ किया लेकिन भारत ने ऐसा नहीं होने दिया. हमारे प्रयासों को बार बार नाकाम किया गया.'' उन्होंने कहा, ''भारत ने बिना किसी जांच के, कुछ ही घंटों के भीतर हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहरा दिया.'' शरीफ ने आरोप लगाया कि उरी हमले के लिए पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराने के पीछे भारत के कुछ मकसद हैं जबकि यह भी साबित नहीं हुआ कि इसमें कौन शामिल था.टिप्पणियां
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मोदी ने पिछले महीने एक भाषण में पाकिस्तान को गरीबी और अन्य सामाजिक बुराइयों को समाप्त करने की स्पर्धा की चुनौती दी थी. उसके जवाब में शरीफ ने कहा, ''अगर वे चाहते हैं कि हम उनसे गरीबी को खत्म करने के लिए प्रतिस्पर्धा करें तो उन्हें समझ लेना चाहिए कि खेतों पर टैंक चलाकर गरीबी समाप्त नहीं की जा सकती.''(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यहाँ एक सारांश है:शरीफ ने वानी को कश्मीर की मिट्टी का लाल कहा
भारत पर युद्ध जैसा माहौल बनाने का लगाया आरोप
पाक संसद के संयुक्त सत्र में दिया भाषण | 15 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि बीजेपी के मुख्यमंत्री पद साझा ना करने के अहंकार के कारण मौजूदा स्थिति उत्पन्न हुई. उन्होंने कहा कि यह बीजेपी का अहंकार ही है कि वह समझौते की बात न मानकर विपक्ष में बैठने को तैयार है लेकिन सरकार बनाने के लिए राजी नहीं है. वहीं एनडीए में रहने के सवाल पर उन्होंने साफ किया कि अगर बीजेपी अपना वादा पूरा नहीं करना चाहती तो गठबंधन में रहने का कोई मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि बीजेपी को सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए 72 घंटे मिले, हमें 24 घंटे दिए गए. वहीं कांग्रेस-एनसीपी के साथ सरकार बनाने के सवाल पर संजय राउत ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पीडीपी के साथ हाथ मिला सकती है तो शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस के साथ क्यों नहीं. राउत ने कहा कि कांग्रेस, एनसीपी को मतभेद भूल कर महाराष्ट्र के हित में एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम के साथ आना चाहिए.
आपको बता दें कि मोदी सरकार में शिवसेना के एकमात्र मंत्री अरविंद सावंत ने भी इस्तीफे का ऐलान कर दिया है और इसके साथ ही बीजेपी-शिवसेना की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई है. वहीं सरकार बनाने की कवायद के बीच महाराष्ट्र में एनसीपी की तो दिल्ली में कांग्रेस की बैठक है. शरद पवार ने कहा है कि शिवसेना के साथ सरकार बनाने का फैसला कांग्रेस से विचार करने के बाद किया जाएगा. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा है कि पार्टी की बैठक में आलाकमान जो निर्देश देगा उसके हिसाब से फैसला लिया जाएगा.
आपको बता दें कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव मे बीजेपी को 105, शिवसेना को 56, एनसीपी को 54 और कांग्रेस को 44 सीटें मिली हैं. बीजेपी और शिवसेना ने मिलकर बहुमत का 145 का आंकड़ा पार कर लिया था. लेकिन शिवसेना ने 50-50 फॉर्मूले की मांग रख दी जिसके मुताबिक ढाई-ढाई साल सरकार चलाने का मॉडल था. शिवसेना का कहना है कि बीजेपी के साथ समझौता इसी फॉर्मूले पर हुआ था लेकिन बीजेपी का दावा है कि ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ. इसी लेकर मतभेद इतना बढ़ा कि दोनों पार्टियों की 30 साल पुरानी दोस्ती टूट गई. | सारांश: संजय राउत का बीजेपी पर निशाना
शिवसेना को सरकार बनाने का न्यौता
कांग्रेस और एनसीपी दे सकती है समर्थन | 20 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: जयपुर के करणीविहार थाना क्षेत्र में एक युवक ने देर रात अपने पड़ोसी के घर में घुस कर वहां सो रही छह साल की बच्ची को अगवा कर उसके साथ कथित रूप से बलात्कार किया. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. करणीविहार थाना पुलिस के अनुसार- ज्ञानेन्द्र शुक्ला ने शनिवार की रात अपने पड़ोसी के मकान में घुस कर वहां सो रही छह साल की बच्ची को अगवा किया और सुनसान जगह पर ले जाकर उसके साथ बलात्कार किया.जेएनयू की छात्रा को रेप की धमकी देने का मामला, 4आरोपी हुए गिरफ्तारटिप्पणियां
बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेएनयू की छात्रा को रेप की धमकी देने का मामला, 4आरोपी हुए गिरफ्तारटिप्पणियां
बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बच्ची के विरोध करने पर उसने पत्थर से उसके सिर पर वार किया और वहां से फरार हो गया. अधिकारी ने बताया कि वारदात के वक्त आरोपी नशे में था. उन्होंने कहा कि बच्ची को जेके लोन अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. बच्ची के परिजनों की शिकायत और उसके द्वारा बताए गए हुलिये के आधार पर पुलिस ने शुक्ला को गिरफ्तार कर लिया है.पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पड़ोसी ने घर में घुसकर किया कथित बलात्कार
विरोध करने पर बच्ची के सिर में मारा पत्थर
पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है | 32 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: राज बब्बर कांग्रेस के सीनियर नेताओं में से एक हैं. राजनीति में आने से पहले वह फिल्मी दुनिया के मंझे हुए अभिनेता थे. वह तीन बार लोकसभा के सदस्य रहे हैं और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे हैं. उन्हें सियासत का भी मंझा हुआ खिलाड़ी माना जाता है. राज बब्बर का जन्म यूपी के आगरा में 23 जून 1952 को हुआ था. उनकी शुरुआती पढ़ाई आगरा के फैज ए आम इंटर कॉलेज में हुई. बब्बर ने ग्रेजुएशन आगरा कॉलेज से पूरा किया और वह नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा के भी छात्र रहे हैं. दिल्ली में एनएसडी से ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बब्बर मुंबई चले गए और रीना रॉय के साथ उन्होंने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. उन्हें असली पहचान इंसाफ का तराजू फिल्म से मिली.
बब्बर ने अपने करियर में कई फिल्में कीं. उन्होंने निकाह, आज की आवाज, किस्सा कुर्सी का, अगर तुम न होते, दलाल और याराना जैसी कई फिल्मों में अपनी बेहतरीन अदाकारी का परिचय दिया. राजबब्बर ने नादिरा जहीर से शादी की. उनके दो बच्चे आर्या बब्बर और जूही बब्बर हैं. बाद में उन्होंने स्मिता पाटिल से शादी की. स्मिता और राजबब्बर के बेटे का नाम प्रतीक बब्बर है.
राजबब्बर ने सिनेमा के क्षेत्र में अपनी मजबूत छाप छोड़ी थी लेकिन उसके बावजूद उन्होंने सियासत में आने का फैसला किया और 1989 में वीपी सिंह के नेतृत्व में जनता दल में शामिल हो गए. बाद में उन्होंने समाजवादी पार्टी ज्वाइन की और तीन बार लोकसभा सांसद रहे. 1994 से 1999 के बीच वह राज्यसभा के सदस्य रहे. 2004 में वह लोकसभा सांसद बने लेकिन 2006 में उन्हें समाजवादी पार्टी से निष्कासित कर दिया गया. 2008 में राजबब्बर ने कांग्रेस ज्वाइन कर ली और 2009 में फिरोजाबाद से पूर्व यूपी सीएम अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव को चुनाव में हराकर सांसद बने.
2014 के लोकसभा चुनावों में उन्होंने गाजियाबाद से चुनाव लड़ा लेकिन वह बीजेपी के जनरल वीके सिंह से चुनाव हार गए. इसके बाद उन्हें यूपी कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया. इस चुनाव में वह फतेहपुर सीकरी से मजबूत दावेदारी पेश कर रहे हैं. राजबब्बर पहली बार सियासी तौर पर चर्चा में तब आए थे जब उन्होंने 2013 में कहा था कि मुंबई में एक आम आदमी 12 रुपए में भरपेट खाना खा सकता है. उन्होंने यह भी कहा था कि भारत का गरीब आदमी दो बार का खाना 28 और 32 रुपए में खा सकता है. हालांकि बाद में उन्होंने अपने इस बयान के लिए अफसोस जताया था. 2013 में उन्होंने तत्कालीन गुजरात के सीएम नरेंद्र मोदी की तुलना एडोल्फ हिटलर से की थी. | संक्षिप्त सारांश: 1989 में जनता दल में शामिल होकर किया सियासी आगाज
2006 में समाजवादी पार्टी ने किया निष्कासित
2009 में मुलायम सिंह की बहू डिंपल यादव को हराया चुनाव | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कांग्रेस की एक उच्चस्तरीय समिति का कहना है कि उत्तर प्रदेश में पार्टी की बुरी हार के पीछे भ्रष्टाचार को लेकर बनी छवि, महंगाई, टिकटों का गलत वितरण, विवादित प्रचार अभियान और कमजोर ढांचा मुख्य वजह थे।
प्रदेश चुनावों में पार्टी की चुनावी हार की तह तक जाने के लिए बनी एके एंटनी समिति ने ऐसा माना जा रहा है कि अपनी पड़ताल पूरी कर ली है।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार को अंतिम शक्ल दी जाएगी जिसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया जाएगा। समिति ने हालांकि राहुल गांधी की भूमिका का आलोचनात्मक आकलन नहीं किया है जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए प्रचार किया था।
तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है।
प्रदेश चुनावों में पार्टी की चुनावी हार की तह तक जाने के लिए बनी एके एंटनी समिति ने ऐसा माना जा रहा है कि अपनी पड़ताल पूरी कर ली है।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार को अंतिम शक्ल दी जाएगी जिसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया जाएगा। समिति ने हालांकि राहुल गांधी की भूमिका का आलोचनात्मक आकलन नहीं किया है जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए प्रचार किया था।
तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है।
सूत्रों ने बताया कि रिपोर्ट को गुरुवार को अंतिम शक्ल दी जाएगी जिसके बाद इसे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को सौंप दिया जाएगा। समिति ने हालांकि राहुल गांधी की भूमिका का आलोचनात्मक आकलन नहीं किया है जिन्होंने उत्तर प्रदेश में पार्टी को दोबारा खड़ा करने के लिए प्रचार किया था।
तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है।
तीन सदस्यीय समिति में एंटनी के अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और सुशील कुमार शिंदे भी हैं। समिति को गोवा और पंजाब में पार्टी की हार और उत्तराखंड में प्रदर्शन की वजहों को भी जानने का जिम्मा सौंपा गया है। | संक्षिप्त पाठ: रक्षामंत्री एके एंटनी के नेतृत्व में बनाई गई उच्चस्तरीय समिति ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पार्टी की बुरी हार के पीछे भ्रष्टाचार को लेकर बनी छवि, महंगाई, टिकटों का गलत वितरण और विवादित प्रचार मुख्य वजह थे। | 27 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: महाराष्ट्र विधानसभा में पेश सीएजी की रिपोर्ट ने सरकार को परेशानी में डाल दिया है। इस रिपोर्ट में सीएजी महाराष्ट्र के सिंचाई विभाग पर सख्त दिख रही है। सीएजी का कहना है कि प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है, फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं। महाराष्ट्र में जहां किसान सूखे की मार झेल रहा है, ऐसे में सीएजी की इस रिपोर्ट ने एक बार फिर सरकार की योजनाओं पर सवालिया निशान लगा दिए हैं।टिप्पणियां
सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक,
-प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है।
-कीमतें बढ़ीं फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं।
-426 में से 242 प्रोजेक्ट बेतहाशा महंगे हैं।
- लागत 7215 करोड़ से 33832 करोड़ तक पहुंची।
-प्रोजेक्ट लागत 26617 करोड़ रुपये बढ़ गई
- सिंचाई बोर्ड के प्रोजेक्ट 40 साल में पूरे
सीएजी की रिपोर्ट के मुताबिक,
-प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है।
-कीमतें बढ़ीं फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं।
-426 में से 242 प्रोजेक्ट बेतहाशा महंगे हैं।
- लागत 7215 करोड़ से 33832 करोड़ तक पहुंची।
-प्रोजेक्ट लागत 26617 करोड़ रुपये बढ़ गई
- सिंचाई बोर्ड के प्रोजेक्ट 40 साल में पूरे
-प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है।
-कीमतें बढ़ीं फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं।
-426 में से 242 प्रोजेक्ट बेतहाशा महंगे हैं।
- लागत 7215 करोड़ से 33832 करोड़ तक पहुंची।
-प्रोजेक्ट लागत 26617 करोड़ रुपये बढ़ गई
- सिंचाई बोर्ड के प्रोजेक्ट 40 साल में पूरे | यहाँ एक सारांश है:महाराष्ट्र विधानसभा में पेश सीएजी की रिपोर्ट ने सरकार को परेशानी में डाल दिया है। सीएजी का कहना है कि प्रोजेक्ट की लागत बेतहाशा बढ़ी है, फिर भी 426 प्रोजेक्ट अधूरे हैं। | 17 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर शक्ति संतुलन स्थापित करने के लिए भारत को परमाणु हथियार और बैलेस्टिक मिसाइलें विकसित करनी पड़ीं।
‘मिसाइल मैन’ के नाम से विख्यात कलाम ने एक क्षेत्रीय सम्मेलन में कहा, ‘आप देखें कि भारत के चारों ओर बड़े देश हैं, जिनके पास परमाणु हथियार थे। ऐसे में भारत के लिए संतुलन को लेकर बैलेस्टिक मिसाइल विकसित करना जरूरी था। इसमें बहुत ज्यादा खर्च भी नहीं आया।’
कलाम से यह पूछा गया था कि अब वह क्षेत्रीय शांति के लिए काम कर रहे हैं तो ऐसे में वह भारत के परमाणु कार्यक्रम में मुख्य भूमिका निभाकर किसी तरह का दोष महसूस करते हैं।
इसके जवाब में कलाम ने कहा कि वह किसी तरह से दोष की भावना की अनुभूति नहीं करते और भारत को क्षेत्रीय संतुलन के लिए परमाणु हथियारों का रुख करना पड़ा जो जरूरी भी था।
कलाम ने कहा, ‘‘भारत ने अग्नि और पृथ्वी मिसाइलों के विकास में थोड़ा खर्च किया तथा गरीबी उन्मूलन के लिए इस्तेमाल होने वाले धन को सैन्यीकरण पर खर्च करने से जुड़ा सवाल पूरी तरह उचित नहीं है।’’
उन्होंने कहा, ‘भारतीय मिसाइलों का कभी भी पहले इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। हमला होने के बाद ही प्रतिक्रिया की जाएगी।’ उनके मुताबिक क्षेत्र में देशों के बीच मतभेदों के बावजूद उन्हें उम्मीद है कि अगले 10 साल में दक्षिण एशिया भी यूरोपीय संघ की तरह एकीकृत क्षेत्र के रूप में सामने आएगा।
कलाम ने कहा, ‘अब समय आ गया है कि क्षेत्रीय शांति पर अधिक ध्यान देने के साथ ही गरीबी उन्मूलन एवं ग्रामीण विकास पर अधिक खर्च किया जाए।’ | संक्षिप्त सारांश: पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम ने कहा कि क्षेत्रीय स्तर पर शक्ति संतुलन स्थापित करने के लिए भारत को परमाणु हथियार और बैलेस्टिक मिसाइलें विकसित करनी पड़ीं। | 29 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: अभिनेता अक्षय कुमार का कहना है कि वह स्वयं पर लगे खिलाड़ी के लेबल से अलग नहीं होना चाहते। वह अपने बैनर तले बन रही फिल्म 'खिलाड़ी 786' से एक बार फिर से इस दावे को मजबूत भी कर रहे हैं।
45 वर्षीय अक्षय ने कहा, "मैं अपने नाम के साथ खिलाड़ी शब्द जुड़ा होने से अच्छा महसूस करता हूं। यह मुझसे कभी अलग नहीं होगा। मैं हमेशा जोखिमभरी चीजें करता हूं और यह बहुत अच्छा है क्योंकि खिलाड़ी एक ऐसा शब्द है, जिसका अर्थ खेलों से जुड़े इंसान से है।"
इससे पहले अक्षय 'खिलाड़ी' (1992), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994), 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' (1995), 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (1996), 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' (1997), 'इंटरनेशनल खिलाड़ी' (1999)और 'खिलाड़ी 420' (2000) में काम कर चुके हैं।
इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां
'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।"
आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे।
45 वर्षीय अक्षय ने कहा, "मैं अपने नाम के साथ खिलाड़ी शब्द जुड़ा होने से अच्छा महसूस करता हूं। यह मुझसे कभी अलग नहीं होगा। मैं हमेशा जोखिमभरी चीजें करता हूं और यह बहुत अच्छा है क्योंकि खिलाड़ी एक ऐसा शब्द है, जिसका अर्थ खेलों से जुड़े इंसान से है।"
इससे पहले अक्षय 'खिलाड़ी' (1992), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994), 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' (1995), 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (1996), 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' (1997), 'इंटरनेशनल खिलाड़ी' (1999)और 'खिलाड़ी 420' (2000) में काम कर चुके हैं।
इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां
'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।"
आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे।
इससे पहले अक्षय 'खिलाड़ी' (1992), 'मैं खिलाड़ी तू अनाड़ी' (1994), 'सबसे बड़ा खिलाड़ी' (1995), 'खिलाड़ियों का खिलाड़ी' (1996), 'मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी' (1997), 'इंटरनेशनल खिलाड़ी' (1999)और 'खिलाड़ी 420' (2000) में काम कर चुके हैं।
इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां
'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।"
आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे।
इसके अलावा वह वर्ष 2009 में टेलीविजन के एक्शन और रोमांच से भरे रियलिटी शो 'फियर फैक्टर-खतरों के खिलाड़ी' की मेजबानी भी कर चुके हैं। टिप्पणियां
'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।"
आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे।
'खिलाड़ी 786' के बारे में अक्षय ने कहा, "मैंने इस फिल्म की शूटिंग के दौरान बड़ा लुत्फ उठाया। यह फिल्म पूरी हो चुकी है।"
आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे।
आशीष आर मोहन के निर्देशन में बनी यह फिल्म सात दिसम्बर को प्रदर्शित होगी और इसमें आसिन, मिथुन चक्रवर्ती, हिमेश रेशमिया और परेश रावल भी नजर आएंगे। | संक्षिप्त सारांश: अभिनेता अक्षय कुमार का कहना है कि वह स्वयं पर लगे खिलाड़ी के लेबल से अलग नहीं होना चाहते। वह अपने बैनर तले बन रही फिल्म 'खिलाड़ी 786' से एक बार फिर से इस दावे को मजबूत भी कर रहे हैं। | 23 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: देश में पहली बार बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट पर होने वाली फॉर्मूला वन (एफ-1) रेस 'इंडियन ग्रां पी' में रविवार को सचिन तेंदुलकर सहित कई क्रिकेट खिलाड़ियों, राजनेताओं, फिल्मी सितारों और चर्चित हस्तियों के पहुंचने की उम्मीद है। जेपी स्पोर्ट्स इंटरनेशनल (जेपीएसआई) के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया, मोटर स्पोर्ट के शौकीन तेंदुलकर ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि कर दी है।" क्रिकेट खिलाड़ियों में भारतीय टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी, युवराज सिंह, विराट कोहली, वीवीएस लक्ष्मण और इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज केविन पीटरसन मौजूद रहेंगे जबकि टेनिस स्टार सानिया मिर्जा भी इस मौके पर उपस्थित रहेंगी। अधिकारी ने बताया, "खिलाड़ियों ने अपनी उपस्थिति की पुष्टि कर दी है। रेस के अंत में तेंदुलकर झंडे को लहराते हुए नजर आ सकते हैं।" बॉलीवुड अभिनेता शहरुख खान, अर्जुन रामपाल, रितिक रोशन और अभिषेक बच्चन भी इस मौके पर उपस्थित रहेंगे। उन्होंने बताया, "प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को भी आमंत्रित किया गया है लेकिन उनकी तरफ से अब तक कोई जवाब नहीं आया है।" राजनेताओं में अरुण जेटली और कपिल सिब्बल के आने की उम्मीद है। | यहाँ एक सारांश है:फॉर्मूला वन रेस 'इंडियन ग्रां पी' में सचिन तेंदुलकर सहित कई क्रिकेट खिलाड़ियों, राजनेताओं, फिल्मी सितारों और चर्चित हस्तियों के पहुंचने की उम्मीद है। | 4 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: महिला एम्पावरमेंट पार्टी की मौजूदगी के बावजूद सिर्फ़ 219 महिलाएं चुनाव लड़ रही है, जबकि 1155 प्रत्याशी निर्दलीय हैं. मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि उन लोगों ने अपने पांच साल के शासन में क्या किया है. सिर्फ राज्य को लूटा है. इस बार भी लूटना चाहते हैं, लेकिन ऐसा नहीं होगा. इस बार कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार बनेगी. त्रिशंकु विधानसभा नहीं होगी और मैं दोनों सीटों से भारी अंतर से जीतूंगा.
वहीं जेडीएस नेता कुमारस्वामी को भरोसा है कि चुनावों के नतीजों के बाद किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे. उधर, येद्दियुरप्पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और सिद्धरमैया दूसरी बार. हकीकत ये है कि ये तीनों ही ऐसे मुद्दे तलाश रहे हैं जो चुनावो में उनकी नैय्या पर लगा दे.
वहीं जेडीएस नेता कुमारस्वामी को भरोसा है कि चुनावों के नतीजों के बाद किंगमेकर की भूमिका निभाएंगे. उधर, येद्दियुरप्पा तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं और सिद्धरमैया दूसरी बार. हकीकत ये है कि ये तीनों ही ऐसे मुद्दे तलाश रहे हैं जो चुनावो में उनकी नैय्या पर लगा दे. | यहाँ एक सारांश है:कर्नाटक में 12 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव
कर्नाटक चुनाव में कुल मिलाकर 2655 उम्मीदवार मैदान में है
कर्नाटक में लगभग साढ़े चार करोड़ मतदाता मतदान करेंगे | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तराखंड में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जहां कुछ लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआएं की जा रही हैं, वहीं प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे लोगों के प्रति मानव उदासीनता की शर्मनाक खबरें भी सामने आ रही हैं।
बाढ के कारण फंसे लोगों को एक परांठे के लिए 250 रुपये और चिप्स के एक छोटे से पैकेट के लिए 100 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। बाढ़ पीड़ित देहरादून निवासी 56-वर्षीय मनोहर लाल मौर्य ने कहा, मुझे एक छोटी कटोरी चावल के लिए 40 रुपये देने पड़े। यहां कहीं भी भोजन उपलब्ध नहीं है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं।
पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है।
बाढ के कारण फंसे लोगों को एक परांठे के लिए 250 रुपये और चिप्स के एक छोटे से पैकेट के लिए 100 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। बाढ़ पीड़ित देहरादून निवासी 56-वर्षीय मनोहर लाल मौर्य ने कहा, मुझे एक छोटी कटोरी चावल के लिए 40 रुपये देने पड़े। यहां कहीं भी भोजन उपलब्ध नहीं है।टिप्पणियां
उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं।
पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है।
उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं।
पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है।
पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है। | यह एक सारांश है: उत्तराखंड में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जहां कुछ लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआएं की जा रही हैं, वहीं प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे लोगों के प्रति मानव उदासीनता की शर्मनाक खबरें भी सामने आ रही हैं। | 2 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: राहुल गांधी ने एक सवाल के जवाब में कहा, 'महाराष्ट्र, तमिलनाडु और झारखंड में हमारा गठबंधन तय हैं. दिल्ली में हमारी पार्टी गठबंधन के खिलाफ है और इसको लेकर सर्वसम्मति है. बाकी जगहों पर कुल मिलाकर गठबंधन की बात पटरी पर है.' कांग्रेस अध्यक्ष के इस बयान से कुछ दिन पहले ही दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी बैठक में यह फैसला हुआ था कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी के साथ गठबंधन नहीं किया जाएगा.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस दिल्ली प्रभारी पीसी चाको और डीपीसीसी के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन गठबंधन के पक्ष में थे, लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित एवं कई अन्य वरिष्ठ नेताओं ने इसका विरोध किया था. अधिकतर नेताओं की राय के मद्देनजर राहुल गांधी ने 'आप' के साथ गठबंधन नहीं करने पर सहमति जताई. महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ कांग्रेस का गठबंधन लगभग तय है तो तमिलनाडु में द्रमुक और झारखंड में झामुमो के साथ उसका गठबंधन पक्का हो चुका है. | संक्षिप्त पाठ: दिल्ली में आप-कांग्रेस साथ नहीं लड़ेगी चुनाव
राहुल गांधी ने गठबंधन नहीं करने की बताई वजह
राहुल बोले- डीपीसीसी 'आप' से गठबंधन को तैयार नहीं | 22 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: ग्रेटर नोएडा के पास जेवर में इंसानियत को शर्मसार करने वाला हादसा हुआ. रात क़रीब एक-डेढ़ बजे बुलंदशहर जा रहे एक परिवार को छह बदमाशों ने रोका. विरोध करने पर एक शख्स जो कि उस परिवार का मुखिया था उसे गोली मारी. महिलाओं के साथ दरिंदगी की गई, गैंगरेप किया गया. वारदात के वक्त पुलिस से 100 नंबर कॉल कर मदद मांगी गई, पर पुलिस वारदात के डेढ़ घंटे बाद पहुंची. तब तक बदमाश वारदात को अंज़ाम दे चुके थे, लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए वारदात के बाद पुलिस पूरी तरह मुस्तैद हो गई है और चार लोगों को हिरासत में लिया गया है.
छह आरोपियों की तलाश में यूपी पुलिस ने 7 टीमों का गठन किया. साथ ही केस को जल्द सुलझाने के लिए पुलिस एसटीएफ़ से मदद ले रही है. चारों पीड़ित महिलाओं का मेडिकल हो चुका है. रिपोर्ट का इंतज़ार है. कल शाम महिलाओं ने दावा किया था कि वे तीन आरोपियों को पहचानती हैं. साथ ही पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे बावरिया गैंग का हाथ हो सकता है.टिप्पणियां
आरोप है कि बदमाशों ने कार में सवार परिवार से 40 हजार रुपए नकदी, मोबाइल फोन और गहने लूट लिए. लूटपाट के बाद बदमाशों ने महिलाओं के दुपट्टों से परिवार के पुरुषों को बांध दिया. इसके बाद कार में सवार सभी चार महिलाओं को खेत में ले गए, जहां उनके साथ गैंगरेप किया गया. परिवार के मुखिया ने जब बदमाशों का विरोध किया तो वे उसके बच्चे को गोली मारने लगे. परिवार के मुखिया के मिन्नत करने पर बदमाशों ने बच्चे की जान बख्श दी, लेकिन उन्हें गोली मार दी
जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है. 26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते.
छह आरोपियों की तलाश में यूपी पुलिस ने 7 टीमों का गठन किया. साथ ही केस को जल्द सुलझाने के लिए पुलिस एसटीएफ़ से मदद ले रही है. चारों पीड़ित महिलाओं का मेडिकल हो चुका है. रिपोर्ट का इंतज़ार है. कल शाम महिलाओं ने दावा किया था कि वे तीन आरोपियों को पहचानती हैं. साथ ही पुलिस को शक है कि इस घटना के पीछे बावरिया गैंग का हाथ हो सकता है.टिप्पणियां
आरोप है कि बदमाशों ने कार में सवार परिवार से 40 हजार रुपए नकदी, मोबाइल फोन और गहने लूट लिए. लूटपाट के बाद बदमाशों ने महिलाओं के दुपट्टों से परिवार के पुरुषों को बांध दिया. इसके बाद कार में सवार सभी चार महिलाओं को खेत में ले गए, जहां उनके साथ गैंगरेप किया गया. परिवार के मुखिया ने जब बदमाशों का विरोध किया तो वे उसके बच्चे को गोली मारने लगे. परिवार के मुखिया के मिन्नत करने पर बदमाशों ने बच्चे की जान बख्श दी, लेकिन उन्हें गोली मार दी
जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है. 26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते.
आरोप है कि बदमाशों ने कार में सवार परिवार से 40 हजार रुपए नकदी, मोबाइल फोन और गहने लूट लिए. लूटपाट के बाद बदमाशों ने महिलाओं के दुपट्टों से परिवार के पुरुषों को बांध दिया. इसके बाद कार में सवार सभी चार महिलाओं को खेत में ले गए, जहां उनके साथ गैंगरेप किया गया. परिवार के मुखिया ने जब बदमाशों का विरोध किया तो वे उसके बच्चे को गोली मारने लगे. परिवार के मुखिया के मिन्नत करने पर बदमाशों ने बच्चे की जान बख्श दी, लेकिन उन्हें गोली मार दी
जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है. 26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते.
जेवर की ये घटना पिछले साल जुलाई में एक परिवार से बुलंदशहर के रास्ते में लूटपाट और मां बेटी से गैंरगेप की याद दिलाती है. ग्रेटर नोएडा और बुलंदशहर के बीच बीते 12 महीनों में इस तरह से गाड़ी रोक कर लूटपाट करने का यह तीसरा मामला है. 26 दिसंबर को पिछले साल एक परिवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर रोककर 20 लाख की लूटपाट हुई. इसी साल 23 जनवरी को फिर यमुनाएक्सप्रेसवे पर एक बस को लूटा गया. अगर पुलिस ने इन घटनाओं से सबक लिया होता तो अपराधियों के हौसले इतने बुलंद नहीं होते. | सारांश: केस को सुलझाने के लिए STF की मदद ली जा रही है
चारों महिलाओं का मेडिकल हो चुका है
बावरिया गैंग का हाथ होने का शक | 5 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: लोकपाल विधेयक का प्रारूप तैयार करने के लिए बनी संयुक्त समिति के सह-अध्यक्ष शांतिभूषण के खिलाफ जारी कथित विवादास्पद सीडी में लगे आरोपों के बाद शांतिभूषण का बचाव करते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता। जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम से इतर अपने आवास पर नीतीश ने संवाददाताओं से कहा, पूर्व केंद्रीय मंत्री की ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता। जो लोग उन पर आरोप लगा रहे हैं, उन्हें इसका नुकसान भरना पड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को भी इसी प्रकार सेंट किट्स मामले में फंसाने की कोशिश हुई थी। विरोधियों का यह आजमाया हुआ नुस्खा है और उनको इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था। नीतीश ने कहा कि जो लोग आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने गलत नंबर डायल किया है। शांतिभूषण और उनके पुत्र प्रशांत भूषण इसका जवाब देने में सक्षम हैं। उल्लेखनीय है कि शांतिभूषण, सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव और सपा के पूर्व महासचिव अमर सिंह के बीच कथित बातचीत की एक सीडी का खुलासा हुआ है, जिसमें एक न्यायाधीश को प्रभावित करने की कोशिश की गई है। इस टेप की सत्यता स्वतंत्र तौर पर प्रमाणित नहीं हुई है। | सारांश: विवादास्पद सीडी में लगे आरोपों के बाद शांतिभूषण का बचाव करते हुए बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि उनकी ईमानदारी पर शक नहीं किया जा सकता। | 31 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि उनकी मां और पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ जिम्मेदार हैं।
बिलावल ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, उन्होंने (मुशर्रफ ने) मेरी मां (बेनजीर) की हत्या कराई। अपनी मां की हत्या के लिए मैं उन्हें जिम्मेदार मानता हूं। यह पूछे जाने पर कि बिलावल ऐसा क्यों कह रहे हैं, उन्होंने कहा, क्योंकि उन्हें (मुशर्रफ को) खतरे की जानकारी थी। खुद उन्होंने (मुशर्रफ ने) पूर्व में उन्हें (बेनजीर को) धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि आपकी सुरक्षा का सीधा संबंध हमारे रिश्तों और हमारे बीच सहयोग से है।
इन दिनों अमेरिका के दौरे पर आए बिलावल ने कहा कि जब उन्होंने आपातकाल लागू किया था और यह साफ हो गया था कि वह हमारी आंखों पर पर्दा डाल रहे हैं, तब वह पाकिस्तान में लोकतंत्र की वापसी बिल्कुल नहीं चाहते थे। मेरी मां ने उनके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी और उनकी सुरक्षा घटा दी गई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुत्र ने कहा कि उनकी योजना अगले चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने और राजनीति में शामिल होने की है। टिप्पणियां
बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं।
उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी।
बिलावल ने सीएनएन को दिए एक साक्षात्कार में कहा, उन्होंने (मुशर्रफ ने) मेरी मां (बेनजीर) की हत्या कराई। अपनी मां की हत्या के लिए मैं उन्हें जिम्मेदार मानता हूं। यह पूछे जाने पर कि बिलावल ऐसा क्यों कह रहे हैं, उन्होंने कहा, क्योंकि उन्हें (मुशर्रफ को) खतरे की जानकारी थी। खुद उन्होंने (मुशर्रफ ने) पूर्व में उन्हें (बेनजीर को) धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि आपकी सुरक्षा का सीधा संबंध हमारे रिश्तों और हमारे बीच सहयोग से है।
इन दिनों अमेरिका के दौरे पर आए बिलावल ने कहा कि जब उन्होंने आपातकाल लागू किया था और यह साफ हो गया था कि वह हमारी आंखों पर पर्दा डाल रहे हैं, तब वह पाकिस्तान में लोकतंत्र की वापसी बिल्कुल नहीं चाहते थे। मेरी मां ने उनके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी और उनकी सुरक्षा घटा दी गई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुत्र ने कहा कि उनकी योजना अगले चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने और राजनीति में शामिल होने की है। टिप्पणियां
बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं।
उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी।
इन दिनों अमेरिका के दौरे पर आए बिलावल ने कहा कि जब उन्होंने आपातकाल लागू किया था और यह साफ हो गया था कि वह हमारी आंखों पर पर्दा डाल रहे हैं, तब वह पाकिस्तान में लोकतंत्र की वापसी बिल्कुल नहीं चाहते थे। मेरी मां ने उनके खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी और उनकी सुरक्षा घटा दी गई। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी के पुत्र ने कहा कि उनकी योजना अगले चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने और राजनीति में शामिल होने की है। टिप्पणियां
बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं।
उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी।
बिलावल ने कहा, मैं पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी का अध्यक्ष हूं। पिछले चुनाव में मैंने प्रचार नहीं किया था। मैं विश्वविद्यालय चला गया था। मुझे नहीं लगता कि अभी मेरे पास सक्रिय भूमिका निभाने के लिए कोई जनादेश है। मैं अगले चुनाव में प्रचार करना और फिर बड़ी भूमिका निभाना चाहता हूं।
उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी।
उनसे पूछा गया कि क्या वह कभी अपने देश के नेता बनना चाहेंगे। इस पर उनका जवाब था, मैं जिस तरह से भी अपनी जनता की मदद कर सकता हूं, करना चाहूंगा। पाकिस्तान में अभी बहुत कठिन समय है और हम सबको मदद करनी होगी। पाकिस्तान में उनकी सुरक्षा के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में बिलावल ने कहा कि उन्हें इसकी चिंता नहीं है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि पाकिस्तानी सरकार मुझे पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराएगी, उस सरकार की तरह नहीं जिसने पाकिस्तान में मेरी मां की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ की थी। | यहाँ एक सारांश है:पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा है कि उनकी मां और पूर्व प्रधानमंत्री की हत्या के लिए पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ जिम्मेदार हैं। | 4 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारत के कार्यवाहक क्रिकेट कप्तान सुरेश रैना ने सचिन तेंदुलकर सहित सीनियर खिलाड़ियों के वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं आने के उनके फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि वरिष्ठ खिलाड़ी आराम के हकदार हैं। सचिन तेंदुलकर और नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के दौरे से बाहर रहने और वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर और युवराज सिंह के चोटिल होने के कारण नहीं खेलने से भारतीय क्रिकेट टीम दोयम दर्जे की लग रही है। शनिवार को होने वाले ट्वेंटी-20 और पांच मैचों की वनडे सीरीज में भारतीय टीम की कप्तानी करने वाले रैना ने कहा कि युवा और कम अनुभव वाली टीम की कप्तानी करना एक चुनौती है। उन्होंने कहा कि कप्तान होने के नाते यह मेरे लिए चुनौती है और मैं इसके लिए बेहद उत्साहित हूं। रैना ने कहा, हमारी टीम में कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं, जो मौजूदा शृंखला में अच्छा करने के लिए उत्सुक हैं। इन खिलाडियों ने प्रथम श्रेणी के मुकाबलों, आईपीएल और विश्व कप टीम में बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा कि सीनियर खिलाड़ी विश्राम के हकदार हैं। इसके अलावा उनके नहीं रहने से युवा खिलाड़ियों को अपना प्रदर्शन करके आगे आने का मौका मिलेगा। | संक्षिप्त पाठ: सुरेश रैना ने सीनियर खिलाड़ियों के वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं आने के उनके फैसले को उचित ठहराते हुए कहा कि वरिष्ठ खिलाड़ी आराम के हकदार हैं। | 27 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: कोल ब्लॉक आवंटन पर कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने बुधवार को टीम अन्ना के प्रधानमंत्री पर हमले के बाद सफाई दी है।टिप्पणियां
जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है।
उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है।
जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है।
उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है।
उनका कहना है कि एनडीए के कार्यकाल में भी ऐसी ही नीति के तहत कोल ब्लॉक आवंटित किए गए। इसके अलावा यह सारी नीति जनता के लाभ के लिए अपनाई गई थी और इसमें कोई भी गड़बड़ी नहीं हुई है। | सारांश: जायसवाल का कहना है कि कोयला आवंटन की जांच नहीं होगी। उनका यह भी कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह कोर्ट की शरण में जा सकता है। | 7 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई प्रमुख अहमद शुजा पाशा ने चेतावनीभरे लहजे में कहा कि अगर भारत ऐबटाबाद जैसे किसी हमले को अंजाम देता है तो पाकिस्तान की तरफ से भी उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी और इसके लिए भारत के अंदर के लक्ष्यों की पहचान की जा चुकी है और अभ्यास कार्यक्रमों को भी अंजाम दिया जा चुका है। शुक्रवार को बंद कमरे में हुई देश की सीनेट और राष्ट्रीय एसेंबली के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए पाशा ने यह चेतावनी दी। पाकिस्तान के प्रमुख अखबार डॉन की खबर के मुताबिक पाकिस्तान में हमला कर सकने की क्षमता संबंधी भारत के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए पाशा ने साफ तौर पर कहा कि पूर्व से किए गए किसी भी हमले पर उपयुक्त प्रतिक्रिया दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस तरह की किसी भी स्थिति के लिए आकस्मिक योजना तैयार है और भारत के अंदर के लक्ष्यों की पहचान की जा चुकी है। पाशा ने सांसदों से यह भी कहा कि इसके लिए अभ्यास कार्यक्रमों को भी अंजाम दिया जा चुका है। इससे पहले भी पाकिस्तानी सेना और सरकार ने ऐबटाबाद जैसे किसी हमले को अंजाम देने के लिए भारत को चेतावनी दी थी और कहा था कि इससे भयंकर विपत्ति पैदा हो सकती है। | संक्षिप्त सारांश: पाशा ने चेतावनीभरे लहजे में कहा कि अगर भारत ऐबटाबाद जैसे किसी हमले को अंजाम देता है तो पाकिस्तान की तरफ से भी उपयुक्त कार्रवाई की जाएगी। | 10 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली के कई इलाकों में तेज बारिश से पानी जमा हो गया है। कुछ जगहों से जाम लगने की खबर भी आ रही है। बारिश से पहले दिन में ही अंधेरा छा गया। एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर पानी भर गया है। हालांकि इसका विमानों की आवाजाही पर कोई असर अभी तक नहीं पड़ा है। उधर, चंडीगढ़ में आज सुबह हुई भारी बारिश से कई इलाक़ों में पानी भर गया। तेज बारिश से कई पेड़ उखड़ गए और कई जगह बिजली के खंभे भी गिर गए। जिसकी वजह से कई सेक्टरों की बिजली गुल हो गई। बारिश की वजह से सड़कों पर पानी भर गया और कई घंटे तक जाम लगा रहा। बिजली गुल होने से ट्रैफिक लाइट्स भी बंद हो गई, जिससे चौराहों पर ट्रैफिक को मैनेज करने में काफी परेशानी हुई। भारी बारिश की वजह से कई स्कूलों में छुट्टी भी करनी पड़ी। मौसम विभाग के मुताबिक अगले एक दो दिन इसी तरह की तेज बारिश होने की उम्मीद हैं। वहीं, पंजाब के जालंधर में तेज बारिश से कई इलाके पूरी तरह पानी में डूब गए। जालंधर बस अड्डे से लेकर बाजारों तक में पानी भर गया। तेज बारिश की वजह से दोपहर तक बाजार बंद रहे। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। | संक्षिप्त पाठ: कई इलाकों में तेज बारिश से पानी जमा हो गया है। एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर पानी भर गया है। हालांकि विमानों की आवाजाही पर असर नहीं पड़ा है। | 14 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: वीडियो देखें : पश्चिम बंगाल में लेफ्ट का प्रदर्शन
टिप्पणियां
पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त कार्यालय में कोई मौजूद नहीं था. उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यालय आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है और इमारत के अंदर मौजूद फाइलें नष्ट हो गईं हैं. स्थानीय लोगों की मदद से अग्निशमन एवं बचाव कर्मियों ने आग को बुझाया. माकपा नेता ने कहा कि उन्हें इस घटना में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं का हाथ होने की आशंका है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त कार्यालय में कोई मौजूद नहीं था. उन्होंने बताया कि पार्टी कार्यालय आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है और इमारत के अंदर मौजूद फाइलें नष्ट हो गईं हैं. स्थानीय लोगों की मदद से अग्निशमन एवं बचाव कर्मियों ने आग को बुझाया. माकपा नेता ने कहा कि उन्हें इस घटना में अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं का हाथ होने की आशंका है. पुलिस मामले की जांच कर रही है. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त पाठ: पुलिस ने बताया कि हादसे के वक्त कोई भी कार्यालय में मौजूद नहीं था
पार्टी कार्यालय आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया है
अखिल भारतीय मुस्लिम लीग के कार्यकर्ताओं के हाथ होने की आशंका | 14 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: फिल्म निर्देशक रोहित शेट्टी ने 'गोलमाल' सीरीज की अगली फिल्म की योजना को फिलहाल ठंडे बस्ते में डाल दिया है, और कम से कम तीन फिल्मों तक वह इस सीरीज को दोबारा शुरू नहीं करेंगे।
रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।"
'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
रोहित ने कहा, "मैंने 'गोलमाल' सीरीज फिलहाल रोक दी है। मुझे नहीं पता, कब तक के लिए, लेकिन मेरी आने वाली तीन फिल्में 'गोलमाल' नहीं होंगी।"
'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
'गोलमाल रिटर्न्स', 'ऑल द बेस्ट : फन अनलिमिटेड', 'गोलमाल 3' और 'सिंघम' जैसी लगातार हिट फिल्में देने वाले रोहित अपनी सफलता का श्रेय अपनी टीम को देते हैं, और खुद को खुशकिस्मत मानते हैं कि उन्हें इतना आगे आने का मौका मिला। वह इसके लिए ईश्वर को भी धन्यवाद देते हैं।टिप्पणियां
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
रोहित ने कहा कि उनके पास बेहतरीन लेखक और एक्शन की टीम है। साथ ही अजय देवगन, जो रोहित की पहली फिल्म ज़मीन (2003) के निर्माण के समय से ही उनके साथ हैं।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी।
रोहित मानते हैं कि वह जो कुछ भी हैं, अपनी टीम और टीम के उनमें विश्वास की बदौलत हैं। रोहित अपनी आगामी फिल्म 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी कर रहे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। फिल्म 6 जुलाई को सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इस वक्त रोहित 6 जुलाई को होने वाले 'बोल बच्चन' के प्रदर्शन की तैयारी में जुटे हैं, जिसमें अजय देवगन, प्राची देसाई और असिन तो हैं ही, अभिषेक बच्चन भी अपने करियर के पहले डबल रोल में दिखेंगे। | 32 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बनी स्विट्जरलैंड की महिला को पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली भेज दिया गया है। पुलिस वहां हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है।
अनुभागीय अधिकारी (पुलिस) एमएस ढोडी ने रविवार को कहा कि संदिग्ध लोगों से पूछताछ हो रही है, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके। वहीं ग्वालियर में चिकित्सकीय परीक्षण कराए जाने के बाद दतिया वापस आई युवती को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेज दिया गया है।
भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
अनुभागीय अधिकारी (पुलिस) एमएस ढोडी ने रविवार को कहा कि संदिग्ध लोगों से पूछताछ हो रही है, ताकि आरोपियों तक पहुंचा जा सके। वहीं ग्वालियर में चिकित्सकीय परीक्षण कराए जाने के बाद दतिया वापस आई युवती को पुलिस सुरक्षा में दिल्ली भेज दिया गया है।
भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
भारत घूमने आई स्विट्जरलैंड की महिला को हथियारबंद बदमाशों ने शुक्रवार रात अपनी हवस का शिकार बनाया था। महिला अपने पति के साथ साइकिल से ओरछा से आगरा जा रही थी। शुक्रवार को वे झरिया गांव के पास शिविर लगाकर रुक गए थे। यहां इस दंपति के साथ लूटपाट हुई और आरोपियों ने पति को बंधक बनाकर महिला के साथ दुष्कर्म किया।टिप्पणियां
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
पीड़ित विदेशी दंपत्ति ने सिविल लाइन थाने में सात अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश के लिए जंगल में अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने लगभग 20 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया।
पीड़िता को चिकित्सकीय परीक्षण के लिए शनिवार को ग्वालियर मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया था, जहां तीन महिला चिकित्सकों ने उसका परीक्षण किया। स्विट्जरलैंड ये दंपति शनिवार देर शाम दतिया लौटे थे और उसके बाद उन्हें पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली रवाना कर दिया गया। | संक्षिप्त पाठ: मध्य प्रदेश के दतिया जिले में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बनी स्विट्जरलैंड की महिला को पुलिस सुरक्षा के बीच दिल्ली भेज दिया गया है। पुलिस वहां हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ कर रही है। | 13 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: सालाना आम बैठक के मौके पर खाने के सामान और दूसरे रियायती कूपन देकर शेयरधारकों को खुश करने वाली सूचीबद्ध कंपनियां अब दिवाली के मौके को भी अपने निवेशकों को रिझाने के अवसर के तौर देख रही हैं।
कई कंपनियां इस अवसर पर उत्पादों पर रियायत देकर जहां एक तरफ अपनी बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, वहीं अपने शेयरधारकों को भी खुश कर रही है। कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी एचसीएल इन्फोसिस्टम्स समेत कई सूचीबद्ध कंपनियां विशेषतौर पर अपने शेयरधारकों को लैपटॉप और टेबलेट कंप्यूटर्स जैसे उत्पादों पर 20 फीसदी तक की छूट और कुछ मुफ्त उपहार दे रही हैं।
एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
कई कंपनियां इस अवसर पर उत्पादों पर रियायत देकर जहां एक तरफ अपनी बिक्री बढ़ाने का प्रयास कर रही हैं, वहीं अपने शेयरधारकों को भी खुश कर रही है। कंप्यूटर बनाने वाली कंपनी एचसीएल इन्फोसिस्टम्स समेत कई सूचीबद्ध कंपनियां विशेषतौर पर अपने शेयरधारकों को लैपटॉप और टेबलेट कंप्यूटर्स जैसे उत्पादों पर 20 फीसदी तक की छूट और कुछ मुफ्त उपहार दे रही हैं।
एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
एचसीएल इन्फो ने शेयरधारकों को लिखा है कि कंपनी के साथ बने रहने और दिए गए समर्थन के लिए उनका धन्यवाद करते हुए दिवाली के मौके पर यह विशेष पेशकश कर रही है।टिप्पणियां
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
एचसीएल इन्फोसिस्टम्स ने शेयरधारकों को लिखे पत्र में कहा, हमें पूरा भरोसा है कि उत्पाद और विशेष पेशकश न सिर्फ आपके त्योहार का आनंद बढ़ाएगी बल्कि हमारे साथ आपका संबंध और मजबूत होगा। बाजार पर नजर रखने वालों का कहना है कि सूचीबद्ध कंपनियों के मामले में इस तरह की रियायत देना कोई आम बात नहीं है हालांकि, उपभोक्ता पर केन्द्रित उत्पाद बनाने वाली कंपनियों के लिए यह कोई नई बात नहीं है।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा।
कुछ समय से कंपनियां अपनी सालाना रिपोर्ट के साथ निवेशकों को रियायती कूपन भी जारी करती रही हैं। इसके अलावा सालाना आम बैठक के अवसर पर कंपनियां शेयरधारकों को खाने पीने के कूपन भी देती रही हैं, लेकिन दिवाली के अवसर पर रियायतों की पेशकश नई शुरुआत है और इससे शेयरधारकों को खुश करने के साथ-साथ त्योहार के मौसम में बिक्री भी बढ़ाने का उद्देश्य भी हासिल होगा। | सारांश: सालाना आम बैठक के मौके पर खाने के सामान और दूसरे रियायती कूपन देकर शेयरधारकों को खुश करने वाली सूचीबद्ध कंपनियां अब दिवाली के मौके को भी अपने निवेशकों को रिझाने के अवसर के तौर देख रही हैं। | 7 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: मोदी सरकार की विराट जीत के बाद अब सबकी नज़रें अगली सरकार के शपथ ग्रहण और मंत्रिमंडल पर है. सूत्रों के मुताबिक कैबिनेट की बैठक के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे. इसमें स्मृति ईरानी को कोई बड़ा मंत्रालय देने पर विचार हो सकता है. वहीं, चार बड़े मंत्रालयों में फेरबदल पर फ़ैसला नहीं होना है. सूत्रों की मानें तो अच्छा काम कर रहे मंत्री अपने पद पर बने रहेंगे. उधर, खबर यह भी आ रही है कि पश्चिम बंगाल से भी कुछ बन सकते हैं. कुछ नए चेहरों के साथ भी मोदी और अमित शाह प्रयोग कर सकते हैं.
उधर, शनिवार को बीजेपी ने संसदीय दल की बैठक बुलाई है. जहां नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुना जाएगा. इस बैठक के बाद एनडीए की बैठक होगी जिसमें शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे, लोजपा के रामविलास पासवान समेत सभी एनडीए नेता और चुने गए सांसद मौजूद रहेंगे. बीजेपी ने अपने आधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर इसकी जानकारी दी है. जिसके मुताबिक शनिवार शाम 5 बजे सेंट्रल हॉल में एनडीए की बैठक बुलाई गई है.
बताया जा रहा है कि इसी के साथ मंत्रिमंडल, पोर्टफोलियो को लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, शनिवार-रविवार अलग से एनडीए के नेताओं से मुलाकात करेंगे. वहीं बीजेपी के उपाध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे ने नतीजों के दिन की यह बता दिया था कि नरेंद्र मोदी की तरफ से सभी सांसदों को अगले 100 दिनों का एजेंडा तय करने के दिशा निर्देश दे दिए गए हैं. जाहिर है एनडीए अपने दूसरे कार्यकाल में उन बचे हुए कामों को प्राथमिकता के साथ करेंगे जो पहले कार्यकाल में अधूरे रह गए थे. | सारांश: पश्चिम बंगाल से भी बन सकते हैं कुछ मंत्री
कुछ नए चेहरों के साथ प्रयोग कर सकते हैं मोदी-शाह
अच्छा काम कर रहे मंत्री अपने पद पर बने रहेंगे | 20 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी की क्षमता पर हाल में सवालिया निशान लगाए जा रहे थे. आईपीएल के लिहाज से बात करें तो कहा जा रहा था कि पुणे सुपरजाइंट टीम में जाने के बाद से मानो उनके बल्ले में 'जंग' ही लग गया है. पुणे टीम के मालिक संजीव गोयनका के भाई हर्ष गोयनका के ट्वीट ने माहौल को गरमाने का काम किया था. आईपीएल 10 सीजन में पुणे की कप्तानी से हटाए जाने के बाद हर्ष ने अपने ट्वीट में कप्तान के रूप में धोनी से स्टीव स्मिथ को बेहतर बताया था. बल्लेबाज के तौर पर भी धोनी शनिवार से पहले तक के मैचों में कुछ खास नहीं कर सके थे. बहरहाल, महेंद्र सिंह धोनी ने अपने खास स्टाइल में शनिवार को तमाम आलोचनाओं पर 'पूर्ण विराम' लगा दिया. अपनी धांसू बल्लेबाजी की दम पर उन्होंने आज पुणे टीम को सनराइजर्स हैदराबाद पर छह विकेट की यादगार जीत दिला दी. मैच की आखिरी गेंद पर सिद्धार्थ कौल को चौका जड़ते हुए माही ने दिखा दिया कि फिनिशर के रोल पर वे अभी भी 100 टंच खरे हैं.
मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 61 रन की पारी खेली जिसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल थे. धोनी ने यह पारी महज 34 गेंद पर खेली. शनिवार के आज के मैच को मिलाकर धोनी ने इस आईपीएल के छह मैचों में दो बार नाबाद रहते हुए 122 रन बनाए हैं और उनका औसत 30 रन के आसपास का है. इस आईपीएल ने आज धोनी ने पहला अर्धशतक लगाया. मैच के आखिर के दो ओवर्स में पुणे को जीत के लिए 30 रन की दरकार थी और जीत उसके पास से छिटकती नजर आ रहे थी. इस मुश्किल मौके में धोनी ने पारी के 19वें ओवर में भुवनेश्वर को दो चौके और एक छक्का लगाया. इस ओवर में कुल 19 रन बने. मैच के आखिरी ओवर में पुणे टीम को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी जिसे धोनी ने मनोज तिवारी के साथ मिलकर हासिल कर लिया. विनिंग रन मैच की आखिरी गेंद पर धोनी के चौके के रूप में आया. मैन ऑफ द मैच धोनी ने आज की पारी से साबित कर दिया कि फिनिशिर के रोल में अभी भी वे पूरी तरह खरे हैं. मैच में हैदराबाद ने तीन विकेट खोकर 176 रन बनाए थे. इस स्कोर को पारी की अंतिम गेंद पर पुणे टीम ने सफलतापूर्वक पार कर लिया. इस जीत का श्रेय धोनी के धमाकेदार पारी को जाता है. पुणे के लिए राहुल त्रिपाठी ने भी 59 रन की पारी खेली.
मैच में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 61 रन की पारी खेली जिसमें पांच चौके और तीन छक्के शामिल थे. धोनी ने यह पारी महज 34 गेंद पर खेली. शनिवार के आज के मैच को मिलाकर धोनी ने इस आईपीएल के छह मैचों में दो बार नाबाद रहते हुए 122 रन बनाए हैं और उनका औसत 30 रन के आसपास का है. इस आईपीएल ने आज धोनी ने पहला अर्धशतक लगाया. मैच के आखिर के दो ओवर्स में पुणे को जीत के लिए 30 रन की दरकार थी और जीत उसके पास से छिटकती नजर आ रहे थी. इस मुश्किल मौके में धोनी ने पारी के 19वें ओवर में भुवनेश्वर को दो चौके और एक छक्का लगाया. इस ओवर में कुल 19 रन बने. मैच के आखिरी ओवर में पुणे टीम को जीत के लिए 11 रन की जरूरत थी जिसे धोनी ने मनोज तिवारी के साथ मिलकर हासिल कर लिया. विनिंग रन मैच की आखिरी गेंद पर धोनी के चौके के रूप में आया. मैन ऑफ द मैच धोनी ने आज की पारी से साबित कर दिया कि फिनिशिर के रोल में अभी भी वे पूरी तरह खरे हैं. मैच में हैदराबाद ने तीन विकेट खोकर 176 रन बनाए थे. इस स्कोर को पारी की अंतिम गेंद पर पुणे टीम ने सफलतापूर्वक पार कर लिया. इस जीत का श्रेय धोनी के धमाकेदार पारी को जाता है. पुणे के लिए राहुल त्रिपाठी ने भी 59 रन की पारी खेली. | सारांश: हैदराबाद के खिलाफ खेली नाबाद 61 रन की पारी
अपनी पारी में पांच चौके और तीन छक्के लगाए
अपनी इस पारी के लिए मैन ऑफ द मैच रहे धोनी | 33 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: कल शाम आए भूकंप ने उत्तर-पूर्व के राज्यों में भारी तबाही मचाई है। भूकंप से मरने वालों की संख्या 29 हो गई है। अकेले सिक्किम में 19 लोगों की मौत की खबर है। सिक्किम की ज्यादातर सड़कें बंद हैं। ऊपर से पिछले 24 घंटों से लगातार बारिश के चलते बचाव अभियान धीमा पड़ गया है। जमीन खिसकने की वजह से भी पहाड़ी रास्ते बंद हैं, तो कई जगहों पर सड़कों में दरार आने से कुछ इलाके कट गए हैं। कुछ इलाकों में बिजली बहाल हो गई है। खबर के मुताबिक नॉर्थ सिक्किम में सबसे ज्यादा क्षति हुई है। हाइवे में दरार आने से अभी तक राष्ट्रीय आपदा टीम गंगटोक नहीं पहुंच पाई हैं। वहीं भूकंप से बाकी जिलों में कितना नुकसान हुआ है, इसका अंदाजा नहीं लग पाया है। सेना की लापता बस का पता लग गया है। सेना के सभी जवान सुरक्षित हैं। इस बीच, प्रधानमंत्री ने मरने वालों के परिवार को दो लाख और घायलों को एक लाख रुपये देने का ऐलान किया है। बचाव अभियान में सेना के करीब 5500 जवान तैनात हैं, जो कि फंसे हुए लोगों को निकालने और सड़कें खोलने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। राहत अभियान में जुटी सेना ने भूकंप से प्रभावित लोगों के लिए सिक्किम में बड़े-बड़े टेंट लगाए हैं, जिनमें लोगों को खाना मुहैया कराया जा रहा है। ITBP ने पेगगॉन्ग कैंप में 300 नागरिकों और 22 सैलानियों को सुरक्षित बाहर निकाल कर उनके लिए छत का इंतजाम किया। भूकंप की वजह से ठप हुई टेलीफोन लाइनें की वजह से सेना नॉर्थ और वेस्ट सिक्किम में अपनी टीमों से संपर्क नहीं बना पा रही है। सड़कें जाम होने की वजह से आर्मी ने अपने पैदल दस्तों को सड़कों पर उतार दिया है, ताकि प्रभानित इलाकों में जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में भी भूकंप से खासा नुकसान हुआ है। यहां से सिक्किम की ओर जाने वाली तमाम सड़कें बंद हैं। भूकंप से दार्जिलिंग के कई इलाकों में जमीन खिसकने और भारी बारिश से सड़क संपर्क टूट गया है। कलीमपोंग में दो लोगों की मौत हुई है। भूकंप के बाद दार्जिलिंग के कई इलाकों में बिजली चली गई थी, जो आज सुबह बहाल हो गई। सिलीगुड़ी और दार्जिलिंग में भूकंप से प्रभावित लोगों को राहत मुहैया कराने के लिए पश्चिम बंगाल सरकार ने उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है। राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी खुद हालात पर नजर रख रही हैं। बंगाल में भूकंप से 5 लोग मारे गए हैं। राज्य सरकार ने मरनेवाले लोगों के परिवार के 2−2 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने का ऐलान किया है। भूकंप के झटके बिहार में भी महसूस किए गए और इस दौरान कच्चे मकानों की दीवार गिरने और अफरा-तफरी के कारण राज्य भर में 7 लोगों की मौत हो गई और 10 अन्य लोग घायल हो गए। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि रविवार की शाम करीब 6.13 बजे राज्य भर में विभिन्न स्थानों पर 10 सेकेंड से अधिक समय तक भूकंप के झाटके महसूस किए गए। उन्होंने बताया कि नवादा और किशनगंज जिले में भूकंप के झटकों के कारण दीवार गिरने की विभिन्न घटनाओं में 10 अन्य लोग घायल हो गए। जिला के आपदा प्रबंधन विभाग के प्रभारी बालमुकुंद प्रसाद ने बताया दरभंगा में सबसे अधिक चार लोगों की मौत हुई है। जिले के बहादुरपुर थाना अंतर्गत तरौनी गांव में अफरा तफरी के कारण गिरने से 16 वर्षीय मोहम्मद वसीम की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि जिले के केवटी थाना क्षेत्र में बिरानी गांव में समुद्री देवी नामक एक महिला का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कुशेश्वरस्थान थाना क्षेत्र में उसरी गांव में झटकों के कारण भयभीत होकर तालाब में कूद जाने से चंद्रा देवी नामक एक महिला की डूबकर मौत हो गई। दरभंगा में कमतौल थाना क्षेत्र में ही एक अन्य घटना में सुरक्षित स्थान पर आश्रय के लिए जाने के प्रयास में दीवार से टकराकर कामेश्वर ठाकुर नामक एक व्यक्ति की मौत हो गई। नालंदा जिले में हरनौत में एक कच्चे मकान के गिरने से मलबे की नीचे दबकर सात वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। इसी प्रकार की एक अन्य घटना में नवादा में मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में ओरहनपुर गांव में रास्ता पार करते समय एक दीवार गिर गई, जिसके नीचे दबकर 60 वर्षीय मंती देवी की मौत हो गई। भागलपुर में अफरातफरी के दौरान बुद्धुचक गांव में बाजार से लौटते वक्त दिल का दौरा पड़ने से 65 वर्षीय हिमांशु शेखर झा की मौत हो गई। मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में नेया गांव में मकान गिरने से तीन और अकबरपुर थाना क्षेत्र के फरहा गांव में छह लोग मामूली रूप से घायल हो गए। किशनगंज जिले से प्राप्त खबर के अनुसार नगर थाना क्षेत्र में अस्पताल रोड के पास एक ब्यूटी पार्लर की दीवार ढह जाने के कारण प्रेम ठाकुर नामक एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया। वहीं ठाकुरगंज थाना क्षेत्र में एक मंदिर में चार फीट की प्रतिमा तीन भाग में खंडित हो गई। आपदा प्रबंधन विभाग राज्य में हताहतों की संख्या और नुकसान का आकलन कर रहा है। राज्य भर में कई स्थानों से कच्ची दीवार और मकान गिरने की खबर है।(इनपुट भाषा से भी) | यहाँ एक सारांश है:भूकंप से मरने वालों की संख्या 29 हो गई है। अकेले सिक्किम में 19 लोगों की मौत की खबर है। लगातार बारिश के चलते बचाव अभियान धीमा पड़ गया है। | 18 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: -------------------------------------
नोट जमा करवाने आए एक छोटे दुकानदार ने लिखा कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री जी ने मना किया था कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है. यह जवाब देखकर बैंककर्मी भी सख्ते में आ गए.
एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है....
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
नोट जमा करवाने आए एक छोटे दुकानदार ने लिखा कि प्रधानमंत्री और वित्तमंत्री जी ने मना किया था कि जल्दबाजी की जरूरत नहीं है. यह जवाब देखकर बैंककर्मी भी सख्ते में आ गए.
एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है....
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
एक सब्जी विक्रेता ने लिखा मेरी क्या गलती है.... आपने 30 तारीख दी थी तो अब जमा करें... बार-बार सवाल पूछकर परेशान क्यों किया जा रहा है....
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
दिहाड़ी मजदूर ने लिखा कि मुझे नहीं पता... सरकार से पूछो... कभी कुछ कहते हैं कभी कुछ कहते हैं. सुबह से लाइन में लगे हैं. काम पर भी जाना है.टिप्पणियां
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी.
हालांकि सरकार ने आज अपना 5000 रुपये वाला सर्कुलर वापस ले लिया है. अब ग्राहकों से अब तक पैसे जमा न करने की वजह नहीं पूछी जाएगी. | संक्षिप्त पाठ: बैंक फॉर्म में लोग अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं
रोज नए नियमों को लेकर लोग भ्रम की स्थिति में हैं
वित्तमंत्री का बयान भी भ्रम पैदा करने वाला | 27 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पूर्व तेज गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क का मानना है कि ऑस्ट्रेलिया को भारत के खिलाफ वाका में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच में चार तेज गेंदबाजों के साथ नहीं उतरना चाहिए क्योंकि स्पिनर की अनुपस्थिति में वह धीमी ओवर गति के कारण परेशानी में पड़ सकता है।
क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था।
क्लार्क ने हेरल्ड सन से कहा, ‘‘मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। मैं नहीं समझता कि स्पिनर या किसी अन्य विकल्प के बिना कभी आक्रमण संतुलित होता है। यदि विकेट पर घास हो तो स्पिनर को नहीं उतारने का विकल्प रहता है लेकिन यदि स्पिनर नहीं रहता है तो आपको धीमी ओवर गति की समस्या से जूझना पड़ सकता है।’’ इस पूर्व तेज गेंदबाज का मानना है कि ऑफ स्पिनर नाथन लियोन के होने से टीम को श्रृंखला में 3-0 से बढ़त बनाने में ही मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘यहां जिस तरह की हवा चलती है, वैसे में यदि आपके पास आफ स्पिनर हो जो गेंद को टर्न दे सके तो मैं उसे टीम में रखने का पक्ष लूंगा तथा लियोन गेंद को अच्छी तरह से टर्न दे रहा है।’’ ऑस्ट्रेलिया चार साल पहले 2008 में चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरा था और भारत ने तब उसे हरा दिया था। | संक्षिप्त पाठ: क्लार्क ने कहा, मेरा मानना है कि चार तेज गेंदबाजों के साथ हमेशा एक अतिरिक्त गेंदबाज होना चाहिए। | 27 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) या अखा तीज (Akha Teej) हिन्दुओं का खास पर्व है और इस दिन सोना या सोने से बने आभूषणों को खरीदने की परंपरा है. अक्षय तृतीया धनतेरस के बाद सबसे ज्यादा सोना खरीदा जाता है. मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने से शुभ लाभ प्राप्त होता है. ऐसा कहा जाता है कि अक्षय तृतीया (Akshaya Tritiya) के दिन सौभाग्य और शुभ फल का कभी क्षय नहीं होता. यानी कि इस दिन जो भी काम किया जाए उसका फल कई गुना मिलता है और वह कभी घटता भी नहीं है.
यही वजह है कि माना जाता है कि अगर इस दिन सोना खरीदरकर घर लाया जाए तो उससे घर का भाग्य बढ़ता है. इस दिन दीपावली की तरह धन की देवी मां लक्ष्मी की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन सोना खरीदने से घर पर हमेशा माता लक्ष्मी वास करती हैं.
अक्षय तृतीया (Akshaya Teej) के मौके पर सोने की मांग बेहद ज्यादा रहती है, जिस वजह से उसके दाम भी इन दिनों आसमान छू रहे होते हैं. ऐसे में ग्राहक का जागरुक होना बेहद जरूरी है. उन्हें यह पता होना चाहिए कि वे जो सोना खरीद रहे हैं वो असली है या नकली. भले ही भारतीय समाज में ज्यादातर मौकों पर सोना खरीदने का रिवाज है लेकिन इसके बावजूद अधिकतर लोग आज भी सोना नहीं पहचानते हैं. सरकार ने बेशक हॉलमार्क के विज्ञापनों के जरिए लोगों को थोड़ा जागरुक करने की कोशिश की हो, लेकिन बावजूद उसके कुछ लोग पैसे बचाने के चक्कर में सुनारों के झांसे में आ जाते हैं और नकली सोना ले बैठते हैं. इसीलिए अपनी हजारों की कमाई को नकली सोने में बहाने के बजाय नीचे दिए टिप्स को पढ़ें और अपने सोने को अच्छे से परखें कि वो असली है या नकली. | यहाँ एक सारांश है:अक्षय तृतीया सात मई को है
इस दिन सोना खरीदने की परंपरा है
सोना असली है या नकली इसका पता घर पर ही लगाया जा सकता है | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: चीनी आधिकारिक मीडिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नोटबंदी के कदम को ‘अत्यंत साहसिक’बताते हुए कहा कि यह एक ‘जुआ’है जो हर हाल में एक मिसाल पेश करेगा. चीनी मीडिया की ओर से यह भी कहा गया है कि भले ही यह कदम सफल रहे या विफल साबित हो, चीन भ्रष्टाचार पर इसके प्रभाव से सबक लेगा. सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ ने ‘मोदी टेक्स ए गैम्बल विद मनी रिफॉर्म’ शीर्षक से छपे लेख में कहा गया है कि ‘मोदी का कदम बहुत साहसिक है. हम इस बात की कल्पना नहीं कर सकते कि यदि चीन 50 और 100 युआन के नोट बंद कर देता है तो चीन में क्या होगा.’चीन में सर्वाधिक मूल्य का नोट 100 युआन है.
संपादकीय में कहा गया ‘सूचना लीक होने से बचाने के लिए नोटबंदी संबंधी कदम के क्रियान्वयन को खतरे में डालते हुए योजना को गोपनीय रखना पड़ा. मोदी इस समय दुविधा की स्थिति में हैं क्योंकि इस सुधार का मकसद कालेधन को बेकार करना है लेकिन यह प्रक्रिया कोई नई नीति की शुरुआत से पहले जन समर्थन हासिल करने के प्रशासन के सिद्धांत के विपरीत है.’ इसमें कहा गया है कि‘भारत में 90 प्रतिशत से अधिक लेन देन नकद में किया जाता है, ऐसे में चलन में मौजूद 85 प्रतिशत नोटों के प्रतिबंधित होने से लोगों को दैनिक जीवन में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.’ आगे लिखा गया है कि 'नोटबंदी से भ्रष्टाचार और अवैध आर्थिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन यह उन गहरी सामाजिक एवं राजनीतिक मामलों को सुलझाने में स्पष्ट रूप से अक्षम है जो पूर्व में बताई गई समस्याओं को बढ़ाने में मददगार हैं. भ्रष्टाचार की मौजूदगी की जड़ की बात है तो समस्याएं हमेशा फिर से पैदा होंगी.'
इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संपादकीय में कहा गया ‘सूचना लीक होने से बचाने के लिए नोटबंदी संबंधी कदम के क्रियान्वयन को खतरे में डालते हुए योजना को गोपनीय रखना पड़ा. मोदी इस समय दुविधा की स्थिति में हैं क्योंकि इस सुधार का मकसद कालेधन को बेकार करना है लेकिन यह प्रक्रिया कोई नई नीति की शुरुआत से पहले जन समर्थन हासिल करने के प्रशासन के सिद्धांत के विपरीत है.’ इसमें कहा गया है कि‘भारत में 90 प्रतिशत से अधिक लेन देन नकद में किया जाता है, ऐसे में चलन में मौजूद 85 प्रतिशत नोटों के प्रतिबंधित होने से लोगों को दैनिक जीवन में बहुत मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है.’ आगे लिखा गया है कि 'नोटबंदी से भ्रष्टाचार और अवैध आर्थिक गतिविधियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है लेकिन यह उन गहरी सामाजिक एवं राजनीतिक मामलों को सुलझाने में स्पष्ट रूप से अक्षम है जो पूर्व में बताई गई समस्याओं को बढ़ाने में मददगार हैं. भ्रष्टाचार की मौजूदगी की जड़ की बात है तो समस्याएं हमेशा फिर से पैदा होंगी.'
इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके अलावा चीनी मीडिया ने यह भी कहा है कि 'अन्य शब्दों में, मोदी सरकार लंबी और कठिन सुधार प्रक्रिया को एक बार में करना चाहती है.’ संपादकीय में कहा गया है कि‘नोटबंदी मोदी के लिए जुआ है. उन्होंने सरकार की क्रियान्वयन क्षमता और भारतीय समाज की सहनशक्ति के स्तर दोनों पर इस उम्मीद से दाव लगाया है कि इस सुधार के लाभ नकारात्मक सामाजिक प्रभाव और गिरे हुए मनोबल पर भारी पड़ सकते हैं.’ इसमें कहा गया है कि भारत की ‘पश्चिमी शैली’ की लोकतांत्रिक प्रणाली में इस प्रकार के साहसिक कदमों के लिए कम ही स्थान है. टिप्पणियां
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संपादकीय में कहा गया है ‘वह इसे अंजाम दे रहे हैं और यह कदम भले ही सफल रहे या असफल हो, यह एक मिसाल पेश करेगा.’इसमें कहा गया है ‘सुधार करना हमेशा मुश्किल होता है और इसके लिए साहस के अलावा भी कई चीजों की आवश्यकता होती है. मोदी ने नेक इरादे से नोटबंदी की है लेकिन यह सफल होगा या नहीं, यह बात प्रणाली की दक्षता और पूरे समाज के सहयोग पर निर्भर करती है. इस प्रक्रिया को नियंत्रित करने में मोदी सरकार की क्षमता को लेकर ज्यादा से ज्यादा लोग निराशावादी हो रहे हैं.’संपादकीय में कहा गया है कि चीन करीब 40 साल से सुधार कर रहा है और अर्थव्यवस्था को मुक्त बना रहा है. इसमें कई उतार-चढ़ाव आए लेकिन यह व्यापक रूप से स्थिर रहा. इसकी सफलता व्यापक स्तर पर लोगों के समर्थन पर निर्भर करती है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | सारांश: चीन की मीडिया ने नोटबंदी के फैसले को साहसिक बताया
कहा गया कि चीन इसके प्रभाव से सबक जरूर लेगा
यह भी कहा गया कि नोटबंदी पीएम मोदी के लिए एक जुआ है | 7 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: वेतन का बोझ घटाने के लिए सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल चाहती है कि एक लाख कर्मचारी कंपनी छोड़ें, जिन्हें वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश करना चाहती है। कंपनी की करीब 48 फीसदी आय वेतन पर खर्च होती है।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, बीएसएनएल की जितनी जरूरत है, यहां उससे करीब एक लाख कर्मचारी अधिक हैं और कंपनी चाहती है कि वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लें। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव सरकार के पास है और इसे इन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, बीएसएनएल की जितनी जरूरत है, यहां उससे करीब एक लाख कर्मचारी अधिक हैं और कंपनी चाहती है कि वे स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लें। उन्होंने कहा कि स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना (वीआरएस) का प्रस्ताव सरकार के पास है और इसे इन लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
उन्होंने कहा, यदि ये लोग वीआरएस का विकल्प चुनते हैं, तो कंपनी पर वेतन का बोझ 10 से 15 फीसदी कम होगा। बीएसएनएल का मुनाफा 2004-05 से लगातार गिर रहा है।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ।
वित्तवर्ष 2010-11 के दौरान बीएसएनएल का नुकसान बढ़कर 6,384 करोड़ रुपये हो गया, जो मुख्य तौर पर वेतन पर ज्यादा व्यय और 3जी और बीडब्ल्यूए स्पेक्ट्रम के लिए खरीद के संबंध में सार्वजनिक उपक्रम के व्यय के कारण हुआ। | संक्षिप्त पाठ: वेतन का बोझ घटाने के लिए सरकारी दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल चाहती है कि एक लाख कर्मचारी कंपनी छोड़ें, जिन्हें वह स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की पेशकश करना चाहती है। कंपनी की करीब 48 फीसदी आय वेतन पर खर्च होती है। | 14 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: कांग्रेस नेता रमेश चेन्निथला ने सत्तारूढ़ माकपा पर निशाना साधते हुए इस दोहरे हत्याकांड के खिलाफ अपना विरोध जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि लोकसभा चुनाव निकट आने के कारण ये हत्याएं माकपा द्वारा रची गई साजिश है. हालांकि, माकपा के जिला सचिव एम वी बालाकृष्णन मास्टर ने इन हत्याओं में उनकी पार्टी की किसी भी तरह की भूमिका को पूरी तरह से खारिज किया है. उन्होंने पत्रकारों से कहा, ‘हम इस हत्या की कड़ी निंदा करते है. इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है.' पुलिस ने बताया कि हमलावरों की अभी पहचान नहीं हो पाई है.
बता दें, केरल में पहले भी कई बार पार्टी कार्यकर्ताओं की हत्या की खबरें सामने आई हैं. पिछले साल मई में कन्नूर के पास कुछ घंटों के अंतराल पर हुई अलग-अलग घटनाओं में माकपा और भाजपा के एक-एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गयी थी. माहे के पल्लूर इलाके में माकपा नेता एवं माहे के पूर्व नगर पार्षद बाबू (42) की बर्बर तरीके से हत्या कर दी गई थी. आठ लोगों के एक समूह ने पहले उनका पीछा किया और फिर उन पर हमला किया. हमलावरों के आरएसएस एवं भाजपा कार्यकता होने की बात कही जा रही है. बाबू गंभीर रूप से घायल हो गए और अस्पताल ले जाते समय उन्होंने दम तोड़ दिया. इसके बाद साफ तौर पर बदले की एक कार्रवाई में न्यू माहे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के एक कार्यकर्ता की कथित रूप से हत्या कर दी गई. | संक्षिप्त सारांश: रात में कर दी गई हत्या
युवा कांग्रेस कार्यकर्ता थे मृतक
कांग्रेस ने माकपा पर लगाया आरोप | 8 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: दिल्ली उच्च न्यायालय ने बुधवार को स्पष्ट किया कि उसने अपने पहले के आदेश में सिर्फ यही निर्देश दिया था कि FIR में सरल भाषा का इस्तेमाल होना चाहिए और गैर प्रचलित उर्दू-फारसी शब्दों से बचना चाहिए. मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति सी हरि शंकर की पीठ ने कहा कि शिकायत दर्ज करते समय पुलिस आम बोलचाल में इस्तेमाल होने वाले उर्दू और फारसी के शब्दों का उपयोग कर सकती है.
अदालत ने एक याचिका का निपटारा करते समय यह स्पष्टीकरण दिया. याचिका में पुलिस थानों को भेजे गए पुलिस के एक परिपत्र को चुनौती दी गई थी, जिसमें प्राथमिकी दर्ज करते समय उर्दू या फारसी के 383 शब्दों का इस्तेमाल बंद करने का निर्देश दिया गया था. याचिकाकर्ता नईमा पाशा ने दावा किया कि यह परिपत्र कथित रूप से अदालत के सात अगस्त के उस निर्देश के बाद जारी किया गया जिसमें उसने शिकायत दर्ज करते समय सरल शब्दों के इस्तेमाल का निर्देश दिया था जबकि परिपत्र में उर्दू और फारसी से संबंधित 383 शब्दों की सूची में कुछ ऐसे भी शब्द हैं जो आम बोलचाल में इस्तेमाल होते हैं.
पीठ ने याचिका का निपटारा करते हुए कहा वह अपने सात अगस्त के आदेश पर स्पष्टीकरण देगा. अदालत ने कहा, ''गैर प्रचलित उर्दू एवं फारसी के शब्दों का (प्राथमिकी दर्ज करते समय) इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. एक लंबित जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान अदालत के सात अगस्त के आदेश का यही आशय था कि प्रचलन में मौजूद उर्दू और फारसी के शब्दों का इस्तेमाल किया जा सकता है.''
25 नवंबर को एक वकील की अन्य याचिका पर सुनवाई करते हुए उच्च न्यायालय ने यह पता लगाने के लिए कि क्या 20 नवंबर के परिपत्र का पालन हो रहा है, उसने प्राथमिकी की 100 प्रतियां मंगाई थीं. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: दिल्ली उच्च न्यायालय ने 7 अगस्त के आदेश पर दिया स्पष्टीकरण
हाई कोर्ट ने कहा, FIR में उर्दु और गैर प्रचलित शब्दों के इस्तेमाल से बचें
कोर्ट ने उर्दू, फारसी के 383 शब्दों का प्रयोग बंद करने का निर्देश दिया था | 32 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: न्यूजीलैंड की ओटागो वोल्ट्स टीम ने शुक्रवार को पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए चैम्पियंस लीग के अंतिम क्वालीफाईंग मैच में इंडियन प्रीमियर लीग की सनराइजर्स हैदराबाद टीम को पांच विकेट से हरा दिया।
वोल्ट्स अजेय रहते हुए मुख्य दौर में पहुंचे हैं जबकि सनराइजर्स को पहली हार मिली। क्वालीफाईंग में श्रीलंका की कांदूराता मरूंस और पाकिस्तान की फैसलाबाद वूल्भ्स टीमों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौर से दो टीमें क्वालीफाई कर सकी हैं।
वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
वोल्ट्स अजेय रहते हुए मुख्य दौर में पहुंचे हैं जबकि सनराइजर्स को पहली हार मिली। क्वालीफाईंग में श्रीलंका की कांदूराता मरूंस और पाकिस्तान की फैसलाबाद वूल्भ्स टीमों ने भी हिस्सा लिया था। इस दौर से दो टीमें क्वालीफाई कर सकी हैं।
वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
वोल्ट्स ने कप्तान ब्रेंडन मैक्लम नाबाद (67) की तूफानी पारी की मदद से सनराइजर्स द्वारा दिए गए 144 रनों के लक्ष्य को 16.2 ओवरों में पांच विकेट खोकर हासिल कर लिया। मैक्लम के अलावा हामिश रदरफोर्ड ने 27 और जेम्स नीशाम ने 21 रन बनाए।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
मैक्लम ने 39 गेंदों का सामना करते हुए पांच चौके और पांच छक्के लगाए। मैक्लम ने पहले रदरफोर्ड के साथ दूसरे विकेट के लिए 53 रन जोड़े और फिर नीशाम के साथ चौथे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम की जीत पक्की कर दी।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
इससे पहले, ज्यां पॉल ड्यूमिनी (नाबाद 57) के तेज अर्द्धशतक की बदौलत सनराइजर्स ने टॉस हारने के बाद बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट पर 143 रन बनाए। ड्यूमिनी ने 38 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि कैमरन व्हाइट ने 23 गेंदों का सामना करते हुए एक चौका और एक छक्का लगाया।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
ड्यूमिनी और डारेन सैमी (26) ने पांचवें विकेट के लिए 38 गेंदों पर 58 रनों की साझेदारी करते हुए अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। ड्यूमिनी ने व्हाइट के साथ भी चौथे विकेट के लिए 40 रन जोड़े थे।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
सैमी ने 22 गेंदों पर एक चौका और दो छक्के लगाए। कप्तान शिखर धवन (12) और पार्थिव पटेल (12) इस मैच में कुछ खास नहीं कर सके। बिप्लब सेमेंट्रे (8) ने एक बार फिर निराश किया।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
पार्थिव का विकेट 20 और धवन का 25 के कुल योग पर गिरा। पार्थिव और धवन को मैन ऑफ द मैच चुने गए नेथन मैक्लम ने आउट किया। मैक्लम ने चार ओवरों में 23 रन खर्च किए। नील बीयर्ड ने भी दो सफलता हासिल की।टिप्पणियां
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
दोनों टीमें मुख्य दौर के लिए क्वालीफाई कर चुकी हैं। चैम्पियंस लीग के मुख्य दौर में कुल 10 टीमें शामिल हैं। इनमें से आठ को सीधा प्रवेश मिला है दो टीमों ने क्वालीफाईंग के जरिए इसमें जगह बनाई है।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा।
मुख्य दौर के मुकाबले 21 सितम्बर से खेले जाएंगे। उद्घाटन मुकाबला जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में राजस्थान रॉयल्स और मौजूदा इंडियन प्रीमियर लीग चैम्पियन मुम्बई इंडियंस के बीच होगा। | यह एक सारांश है: न्यूजीलैंड की ओटागो वोल्ट्स टीम ने शुक्रवार को पंजाब क्रिकेट संघ मैदान पर खेले गए चैम्पियंस लीग के अंतिम क्वालीफाईंग मैच में इंडियन प्रीमियर लीग की सनराइजर्स हैदराबाद टीम को पांच विकेट से हरा दिया। | 24 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाने का सरकार का विवादास्पद निर्णय सोमवार को उस समय न्यायिक समीक्षा के दायरे में आ गया जब उच्चतम न्यायालय ने इस प्रकरण पर विचार करने का निश्चय करते हुए एक जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. को नोटिस जारी कर दिए।
प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कम्युनिस्ट नेता गुरुदास दासगुप्ता की जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज से जवाब तलब किए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाते समय सरकार ने गंभीरता से गौर नहीं कया है।
न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
प्रधान न्यायाधीश पी सदाशिवम की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कम्युनिस्ट नेता गुरुदास दासगुप्ता की जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज से जवाब तलब किए हैं। याचिका में आरोप लगाया गया है कि प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाते समय सरकार ने गंभीरता से गौर नहीं कया है।
न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
न्यायालय ने कहा कि एक वरिष्ठ सांसद ने यह मसला उठाया है जिस पर विचार की आवश्यकता है और यह याचिका प्रारम्भिक चरण में ही अस्वीकार नहीं की जा सकती है। न्यायालय ने संबंधित पक्षों को चार सप्ताह के भीतर जवाब दाखिल करने का निर्देश देते हुए यह जनहित याचिका 6 सितंबर को सुनवाई लिए सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
सरकार ने एक अप्रैल, 2014 से प्राकृतिक गैस की कीमत 4.2 अमेरिकी डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.4 एमबीटीयू करने का निर्णय किया है। गैस की नई कीमत 8.4 अमेरिकी डॉलर की हर तीसरे महीने समीक्षा की जाएगी और यह मूल्य सभी गैस उत्पादकों पर एक समान रूप से लागू होगी। इसमें ऑयल इंडिया लि. और ओएनजीसी तथा रिलायंस इंडिस्ट्रीज लि. जैसी निजी कंपनियां शामिल हैं। टिप्पणियां
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
कम्युनिस्ट सांसद की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता कॉलिन गंसाल्विज ने कहा कि गैस की कीमतें बढ़ाने के निर्णय की समीक्षा की आवश्यकता है क्योंकि पेट्रोलियम मंत्रालय ने अपने पूर्ववर्ती मंत्री और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की सलाह को दरकिनार कर दिया है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है।
न्यायालय से बाहर निकलने पर दासगुप्ता ने कहा कि चूंकि उनकी शिकायत पर प्रधानमंत्री कार्रवाई करने में विफल रहे, इसीलिए उन्होंने यह जनहित याचिका दायर की है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: प्राकृतिक गैस की कीमतें बढ़ाने का सरकार का विवादास्पद निर्णय सोमवार को उस समय न्यायिक समीक्षा के दायरे में आ गया जब उच्चतम न्यायालय ने इस प्रकरण पर विचार करने का निश्चय करते हुए एक जनहित याचिका पर केन्द्र और रिलायंस इंडस्ट्रीज लि. को नोटिस जारी कर दिए। | 32 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्रीय वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने गुरुवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तेजी आनी तय है क्योंकि 2011-12 में आर्थिक विकास में गिरावट के प्रमुख कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं।
आर्थिक विकास के आंकड़े पर प्रतिक्रिया में मुखर्जी ने कहा, "जिन कारकों ने सुस्ती में योगदान किया है, उनमें शामिल हैं सख्त मौद्रिक नीति, जिसके कारण ब्याज दरें काफी बढ़ गईं और कमजोर वैश्विक संकेत, जिसने घरेलू निवेश को प्रभावित किया।"
उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।"
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
आर्थिक विकास के आंकड़े पर प्रतिक्रिया में मुखर्जी ने कहा, "जिन कारकों ने सुस्ती में योगदान किया है, उनमें शामिल हैं सख्त मौद्रिक नीति, जिसके कारण ब्याज दरें काफी बढ़ गईं और कमजोर वैश्विक संकेत, जिसने घरेलू निवेश को प्रभावित किया।"
उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।"
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
उन्होंने कहा, "खनन क्षेत्र में पर्यावरण नीति की बाधाओं का भी घरेलू निवेश प असर पड़ा होगा।" मुखर्जी ने एक बयान में कहा, "इनमें से अधिकतर कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। सख्त दर के चक्र में वापसी शुरू हो चुकी है। खनन क्षेत्र में विकास वापस दिखने लगा है, 2011-12 की चौथी तिमाही में बेहतर निवेश दिखाई पड़ा।"
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
मंत्री ने कहा कि इन कारकों के अलावा 2012-13 में मानसून के भी बेहतर रहने की सम्भावना है, जो आर्थिक विकास में सकारात्मक योगदान करेगा। देश की आर्थिक विकास दर जनवरी-मार्च तिमाही में घटकर 5.3 फीसदी रही, जो पिछले नौ साल में सबसे कम है। गुरुवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक विनिर्माण और कृषि क्षेत्र के बुरे प्रदर्शन के कारण विकास दर में गिरावट रही। टिप्पणियां
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
विकास दर पूरे कारोबारी साल 2011-12 के दौरान 6.5 फीसदी दर्ज की गई जो 2002-03 के बाद से न्यूनतम है, जब यह चार फीसदी दर्ज की गई थी। जनवरी-मार्च 2012 के दौरान विनिर्माण क्षेत्र का 0.3 फीसदी नकारात्मक विकास हुआ। जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसमें 7.3 फीसदी विकास रहा था।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी।
सरकार ने इस साल के शुरू में 6.9 फीसदी आर्थिक विकास दर रहने का अनुमान जारी किया था। जबकि इससे पिछले साल आर्थिक विकास दर 8.4 फीसदी रही थी। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: केंद्रीय वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में अब तेजी आनी तय है क्योंकि 2011-12 में आर्थिक विकास में गिरावट के प्रमुख कारक अपने निचले स्तर पर पहुंच चुके हैं। | 3 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद ‘गंगाजल’ की बिक्री भारतीय डाक (इंडिया पोस्ट) की ओर से पश्चिम बंगाल स्थित 47 मुख्य डाकघरों से शुरू किए जाने के दो दिन के भीतर ही शेल्फ पर रखी सारी बोतलें बिक चुकी हैं।
पश्चिम बंगाल सर्किल में मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल अरुंधति घोष ने बताया, हमने ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद गंगाजल की हैरान कर देने वाली मांग देखी है। हमने इसे रविवार से बेचना शुरू किया था और मंगलवार तक इसका सारा स्टॉक बिक गया था। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा ने रविवार को नई योजना शुरू की थी, जिसने देशभर के सभी डाकघरों में गंगा के पानी की आसान उपलब्धता हो गई।
इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से।
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पश्चिम बंगाल सर्किल में मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल अरुंधति घोष ने बताया, हमने ऋषिकेश से आने वाले बोतलबंद गंगाजल की हैरान कर देने वाली मांग देखी है। हमने इसे रविवार से बेचना शुरू किया था और मंगलवार तक इसका सारा स्टॉक बिक गया था। केंद्रीय मंत्री रवि शंकर प्रसाद और मनोज सिन्हा ने रविवार को नई योजना शुरू की थी, जिसने देशभर के सभी डाकघरों में गंगा के पानी की आसान उपलब्धता हो गई।
इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से।
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इसके तहत गंगाजल की दो किस्में उपलब्ध थीं- एक बोतल में गंगोत्री से गंगाजल भरा गया और दूसरी में ऋषिकेश से।
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ऋषिकेश में 200 मिलीलीटर और 500 मिलीलीटर की बोतलों में भरा गया गंगाजल शहर के महा डाकघर :जीपीओ: और 46 अन्य मुख्य डाकघरों से बेचा गया। इनमें हावड़ा, मिदनापुर, तामलुक और सिलीगुड़ी के मुख्य डाकघर शामिल हैं।
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
घोष ने कहा, मांग बहुत ज्यादा है और हम इसे पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि पहली खेप के लिए आपूर्ति काफी कम थी। सिलीगुड़ी में ऋषिकेश के ‘गंगाजल’ की 15 बोतलें पहले दिन में बिक गई थीं। 200 मिलीलीटर की पांच बोतलें चंद मिनटों में बिक गई थीं।
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सीपीएमजी ने कहा, अब तक हमने रिषीकेश में भरी गई बोतलें बेची हैं। गंगोत्री की बोतलें मिलनी अभी बाकी हैं। लेकिन प्रतिक्रिया बहुत उत्साहजनक है।’’ घोष ने गंगाजल की ‘पूरी बिक चुकी’ बोतलों के पीछे की वजहों में से एक वजह रिषीकेश से गंगा के पवित्र जल से जुड़ी भावनाओं को बताया।
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
घोष ने कहा कि ऋषिकेश से भरी गई 200 मिलीलीटर की गंगाजल की बोतल की कीमत 15 रुपये है जबकि 500 मिलीलीटर की बोतल की कीमत 22 रुपये है। सीपीएमजी ने कहा, गंगोत्री का जल थोड़ा महंगा होगा। गंगाजल की 200 मिलीलीटर की बोतल 25 रुपये की और 500 मिलीलीटर की बोतल 35 रुपये की है। उन्होंने कहा कि मांग की पूर्ति के लिए बोतल की त्वरित आपूर्ति के ऑर्डर दे दिए गए हैं।
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
घोष ने कहा, हमने तत्काल आपूर्ति के लिए नए ऑर्डर दिए हैं। लेकिन उत्तराखंड में सड़कें खराब होने की वजह से इन्हें पश्चिम बंगाल पहुंचने में कुछ समय लग सकता है। उन्होंने बताया कि एक छोटी खेप जल्दी ही पहुंच जाएगी।
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अधिकारी ने कहा, अभी तक हम एक छोटी खेप हासिल कर सके हैं, क्योंकि देश के बाकी हिस्सों से मांग काफी ज्यादा है। लेकिन हम और अधिक बोतलें प्राप्त करने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन बिक्री के बारे में सीपीएमजी ने कहा, लोग अपना ऑर्डर सीधे ऑनलाइन दे सकते हैं और घर बैठे ही सुंदर डिब्बों में पैक बोतलें पा सकते हैं। डाक विभाग के एक अन्य अधिकारी ने कहा, यहां, पश्चिम बंगाल में ऑनलाइन शुल्क दूरी के अनुरूप अलग-अलग हो सकते हैं। कीमत का अंतर हो सकता है। घोष के अनुसार, निश्चित तौर पर इससे डाक विभाग का कारोबार बढ़ेगा।टिप्पणियां
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
यह पहल नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से की गई है ताकि गंगा का पवित्र जल व्यापक स्तर पर फैले डाक नेटवर्क की मदद से दूर दराज के क्षेत्रों में रहने वाले हर भारतीय के घर पर पहुंचाया जा सके।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यह एक सारांश है: पश्चिम बंगाल के 47 डाकघरों में योजना
दो दिन में बिकीं शेल्फ पर रखीं सारी बोतलें
ऋषिकेश और गंगोत्री से भरी गई हैं बोतलें | 21 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: देश की आंतरिक सुरक्षा पर केंद्र सरकार सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेगी। यह चर्चा ऐसे समय होगी जब ओडिशा में नक्सलियों ने हाल ही में महत्वपूर्ण व्यक्तियों को अगवा किया है। बैठक में खुफिया तंत्र एवं आतंकवाद निरोधी क्षमताओं को और मजबूत बनाने पर चर्चा होगी।
दिनभर चलने वाली इस बैठक का उद्घाटन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम बैठक को सम्बोधित करेंगे।
बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
दिनभर चलने वाली इस बैठक का उद्घाटन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह करेंगे, जबकि केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदम्बरम बैठक को सम्बोधित करेंगे।
बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
बैठक में जो मुख्यमंत्री शामिल होंगे उनमें गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी, तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे. जयललिता, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के नाम हैं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और सत्तारूढ़ संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की महत्वपूर्ण सहयोगी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी इस बैठक से दूर रह सकती हैं।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
मुख्यमंत्री इस बैठक में राज्य-विशेष के मुद्दों को उठाएंगे। साथ ही वे पुलिस को आधुनिक बनाने के लिए केंद्र से और राशि की मांग भी कर सकते हैं।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
ओडिशा में नक्सलियों द्वारा गत 20 दिनों से बंधक बनाए गए बीजू जनता दल (बीजद) के विधायक झिना हिकाका का मसला उठने के साथ ही इस वाम पंथी चरमपंथ पर नियंत्रण लगाने के तरीकों पर भी चर्चा होने की उम्मीद है।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
सूत्रों ने बताया कि बैठक में पुलिस सुधारों, तटीय सुरक्षा एवं केंद्र-राज्य सम्बंधों पर चर्चा की जाएगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
ज्ञात हो कि आंतरिक सुरक्षा पर यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित राष्ट्रीय आतंकवाद निरोधक केंद्र (एनसीटीसी) के खिलाफ कई राज्य अपना विरोध जता चुके हैं। एनसीटीसी पर मुख्यमंत्रियों के साथ अलग से चर्चा करने के लिए सरकार ने पांच मई को बैठक बुलाई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी एनसीटीसी के मौजूदा प्रारूप का मुखर विरोध करने वालो में शामिल हैं। ममता के अलावा तमिलनाडु, गुजरात और ओडिशा के मुख्यमंत्रियों ने भी एनसीटीसी का विरोध किया है। मुख्यमंत्रियों का कहना है कि एनसीटीसी का मौजूदा प्रारूप राज्यों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
सूत्रों ने बताया कि उमर अब्दुल्ला राज्य के जमीनी हालात में सुधार के मद्देनजर कुछ इलाकों से सशस्त्र बल विशेष शक्तियां अधिनियम (एएफएसपीए) हटाए जाने की मांग कर सकते हैं।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी।
तृणमूल कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कोलकाता में बताया कि मुख्यमंत्रियों की बैठक में ममता शामिल नहीं हो सकती हैं लेकिन एनसीटीसी पर पांच मई को होने वाली बैठक में वह मौजूद रहेंगी। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: देश की आंतरिक सुरक्षा पर केंद्र सरकार सोमवार को मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा करेगी। यह चर्चा ऐसे समय होगी जब ओडिशा में नक्सलियों ने हाल ही में महत्वपूर्ण व्यक्तियों को अगवा किया है। | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: सरकार के लिए आर्थिक मंदी से उबरने का समय और लंबा होता जा रहा है.अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन के आंकड़े मायूस करने वाले हैं. बीते साल के मुक़ाबले इनमें 5.29 फ़ीसदी की गिरावट है जबकि कल ही ख़बर आई कि 8 कोर उद्योगों के उत्पादन में बीते साल के मुक़ाबले 5.2% की कमी आई है. अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 95,380 करोड़ रुपये रह गया है. बेशक, ये सितंबर से ज़्यादा है लेकिन बीते साल अक्टूबर के मुक़ाबले 5.29% कम है. बीते महीनों से जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ से नीचे रहा है. आइए डालते हैं एक नजर
सरकार के लिए बुरी ख़बरें और भी हैं. बीते साल सितंबर के मुक़ाबले इस साल उन 8 उद्योगों का उत्पादन भी 5.2 फ़ीसदी घटा है जिनको बिल्कुल कोर सेक्टर कहा जाता है. 8 में से सात उद्योगों में ये गिरावट दर्ज हुई है. सरकार के आंकड़ों के मुताबिक सितम्बर, 2019 में कोयला उत्पादन सितम्बर, 2018 के मुकाबले 20.5 प्रतिशत घट गया. इस दौरान प्राकृतिक गैस का उत्पादन 4.9 प्रतिशत और कच्चे तेल का उत्पादन 5.4 प्रतिशत गिर गया. पेट्रोलियम रिफाइनरी उत्पादों के उत्पादन में गिरावट 6.7 प्रतिशत रही. इस्पात के उत्पादन में 0.3 प्रतिशत की मामूली गिरावट जबकि सीमेंट के उत्पादन में 2.1 प्रतिशत की कमी आयी. बिजली का उत्पादन भी 3.7 प्रतिशत गिर गया.
8 कोर उद्योगों में बढ़ोतरी सिर्फ उर्वरक के उत्पादन में दर्ज़ की गयी है जो इस दौरान 5.4 प्रतिशत बढ़ गया. वर्ष 2019-20 में अप्रैल-सितम्बर के दौरान आठ कोर उद्योगों की संचयी उत्पादन वृद्धि दर 1.3 प्रतिशत रही. नीति आयोग की लैंड पालिसी पर स्पेशल सेल के चेयरमैन रहे अर्थशास्त्री टी हक़ मानते हैं कि अर्थव्यवस्था और कमज़ोर पड़ती जा रही है.
टी हक़, पूर्व चेयरपर्सन, स्पेशल सेल ऑन लैंड पालिसी , नीति आयोग ने एनडीटीवी से कहा, 'मुझे डर है कि अभी जो अर्थव्यवस्था में सुस्ती मंदी के रूप में था अब हो सकता है कि वो आर्थिक अवसाद में न बदल जाए. अगर अर्थव्यवस्था अवसाद में चली गई तो हालात असहनीय हो जाएंगे. अर्थव्यवस्था में मांग को मजबूत करने के लिए सरकार को तुरंत कदम उठाने. आम लोगों की आय बढ़ाना भी जरूरी होगी.'
साफ़ है, अर्थव्यवस्था को दोबारा पटरी पर लाने के लिए सरकार ने जो पिछले दो महीनों में जो कदम उठाये हैं उनका असर ज़मीन पर होता नहीं दिख रहा है और कमज़ोर पड़ती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए सरकार को नए सिरे और बड़े स्तर पर पहल करना होगा. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अक्टूबर में जीएसटी कलेक्शन 95,380 करोड़ रुपये रहा
8 कोर उद्योगों के उत्पादन में बीते साल के मुक़ाबले 5.2 प्रतिशत की कमी
बिजली का उत्पादन भी 3.7 प्रतिशत गिरा | 25 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम के अरवानी में आतंकियों के खिलाफ सेना, सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई चल रही है. कुलगाम के ईदगाह मोहल्ला के अरवानी में सुबह से आतंकियो के खिलाफ मुठभेड़ जारी है. एक बिल्डिंग तीन आतंकी फंसे हुए थे, जिसमें से दो मारे गए हैं. एक आतंकी जिंदा है, जिसके खिलाफ कार्रवाई जारी है.
आशंका है कि फंसा हुआ आतंकी लश्कर का कमांडर जुनैद अहमद मट्टू (mattoo) हो सकता है. ये उन 12 खूंखार आतंकियों में शामिल है, जिसकी लिस्ट सुरक्षाबलों ने पिछले महीने जारी की थी. ये कुलगाम के खुदवानी का ही रहने वाला है. अभी तक यह पक्की खबर नहीं मिल पायी है कि मारे गए आतंकियों में जुनैद शामिल है या नहीं. टिप्पणियां
खबर यह भी है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यहां भी चंद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की. सुरक्षाबलों क डर है कहीं यहां भी पिछले महीने त्राल जैसा हाल न हो जाए. पिछले महीने 27 मई को त्राल में हिज्बुल कमांडर सब्जार के खिलाफ कार्रवाई में सब्जार और उसका एक साथी मारा गया, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से एक आतंकी भाग निकला.
वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं.
खबर यह भी है कि आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के दौरान यहां भी चंद स्थानीय लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी की. सुरक्षाबलों क डर है कहीं यहां भी पिछले महीने त्राल जैसा हाल न हो जाए. पिछले महीने 27 मई को त्राल में हिज्बुल कमांडर सब्जार के खिलाफ कार्रवाई में सब्जार और उसका एक साथी मारा गया, लेकिन पत्थरबाजी की वजह से एक आतंकी भाग निकला.
वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं.
वैसे घाटी में सीमा पार से आतंक की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रहीं. गुरुवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में आतंकियों ने एक पुलिस नाके पर हमला कर दिया, जिसमें एक पुलिसकर्मी शहीद हो गया. एक पुलिसकर्मी का अस्पताल में इलाज चल रहा है. इससे पहले गुरुवार को कुलगाम में भी पुलिस का एक जवान आतंकियों की गोली का शिकार हुआ. आतंकियों ने पुलिसकर्मी को उसके घर के बाहर गोली मारी. एक दिन में पुलिस पर हुए इन दो हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबल हाई अलर्ट पर हैं. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: लश्कर आतंकी जुनैद मट्टू के छिपे होने की सूचना
फिलहाल ऑपरेशन जारी है
सीमापार से लगातार हो रही हैं आतंकी वारदातें | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: जहानाबाद बोर्डिंग स्कूल की लड़कियों ने हॉस्टल के केयरटेकर पर गंभीर आरोप लगाए हैं. लड़कियों का कहना है कि केयरटेकर हर रोज शराब पीता है और एक स्टूडेंट की पिटाई भी कर चुका है. पुलिस के मुताबिक, 'केयरटेकर के खिलाफ शराब पीने और स्टूडेंट को पीटने के मामले में एफआईआर दर्ज हुई है.' डीएम नवीन कुमार के मुताबिक, 'एनजीओ के लिए काम करने वाले एक शख्स पर लड़कियों के हॉस्टल में गलत व्यवहार करने का आरोप है. इस मामले में जांच शुरू हो गई है और हमने सरकार को एनजीओ के खिलाफ पत्र भी लिखा है. हमने वहां कुछ सुरक्षा नियम भी बनाए हैं. सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाने के लिए एक दीवार का निर्माण किया जाएगा और सीसीटीवी कैमरा लगाए जाएंगे.'
डीएम ने निर्देश दिए कि महिला हॉस्टल में केवल महिलाओं को ही जाने की इजाजत होगी. इस मामले में एसपी को भी एक पत्र लिखा गया है जिसमें कहा गया है कि हॉस्टल के पास पुलिस फोर्स बढ़ाई जाए.
एक छात्रा ने कहा, 'एक टीचर ने मुझे धमकी दी कि अगर मैं केयरटेकर की शिकायत करूंगी तो मुझे हॉस्टल से निकाल दिया जाएगा और मेरे माता-पिता कुछ नहीं कर पाएंगे. जबकि केयरटेकर लगातार शराब पीता है.'
एक और छात्रा ने कहा, 'केयरटेकर अंकल मेस रूम में शराब पीते थे. एक दिन एक लड़की को खाने के लिए देरी हो गई और जब उसने मेस में लंच मांगा तो केयरटेकर ने उसकी पिटाई कर दी और खाना देने से मना कर दिया.' | सारांश: बिहार में हॉस्टल की लड़कियों ने लगाए गंभीर आरोप
कहा- रोज शराब पीता है केयरटेकर और फिर धमकाता है
'खाना मांगने पर एक छात्रा की कर दी पिटाई' | 33 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में दोहरे हत्याकांड़ के सिलसिले में हिरासत में लिए गए एक आरोपी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
आरोपी पर पुलिस ने कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया और उसे करंट तक लगाया गया। आरोपी जब पुलिस की पुलिस के अत्याचार को नहीं सह पाया, तो उसने हिरासत में ही खुदकुशी कर ली। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।टिप्पणियां
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व सीआईएसएफ कैंप इंदिरापुरम में रहने वाले जवान सुरेश कुमार शर्मा व उनकी पत्नी बबली की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इंदिरापुरम पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में सुरेश के साढ़ू विनित व एक अन्य रिश्तेदार नरेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पुलिस ने विनित पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा।
आरोपी पर पुलिस ने कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया और उसे करंट तक लगाया गया। आरोपी जब पुलिस की पुलिस के अत्याचार को नहीं सह पाया, तो उसने हिरासत में ही खुदकुशी कर ली। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है और जो भी पुलिसकर्मी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।टिप्पणियां
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व सीआईएसएफ कैंप इंदिरापुरम में रहने वाले जवान सुरेश कुमार शर्मा व उनकी पत्नी बबली की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इंदिरापुरम पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में सुरेश के साढ़ू विनित व एक अन्य रिश्तेदार नरेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पुलिस ने विनित पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा।
गौरतलब है कि कुछ दिन पूर्व सीआईएसएफ कैंप इंदिरापुरम में रहने वाले जवान सुरेश कुमार शर्मा व उनकी पत्नी बबली की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी। इंदिरापुरम पुलिस ने शनिवार को इस हत्याकांड में सुरेश के साढ़ू विनित व एक अन्य रिश्तेदार नरेंद्र को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। पुलिस ने विनित पर पूछताछ के दौरान कथित रूप से थर्ड डिग्री का इस्तेमाल किया।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा।
विनित के साथी नरेंद्र ने मीडिया को बताया कि पुलिस ने पूछताछ के दौरान थर्ड डिग्री इस्तेमाल करने के साथ-साथ विनित को बिजली के झटके भी दिए। पुलिस के अत्याचार ने विनित को इस कदर भयभीत किया कि रविवार की सुबह उसने थाने के बाथरूम में रस्सी से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों ने बताया कि विनित के शव का पंचनामा भरने के बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। एसएसपी नितिन तिवारी ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों को पता चल पाएगा। | यहाँ एक सारांश है:गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने में एक डबल मर्डर के आरोपी ने हवालात में खुदकुशी कर ली। इस व्यक्ति पर तीन दिन पहले पास के ही सीआईएसएफ कैंप में रहने वाले पति−पत्नी की हत्या का आरोप था। | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने अपने विधायकों से आम आदमी वाला रवैया छोड़कर विधायकों जैसा बर्ताव करने को कहा है. केजरीवाल को अपने विधायकों से फीडबैक मिला था कि अपने मुख्य वोटरों से जुड़ने के लिए जिस राजनीतिक पहचान की पार्टी वकालत करती रही है, शायद वह उसके खिलाफ ही जा रही है.
आम आदमी पार्टी, जिसका मतलब है कि आम लोगों की पार्टी, दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों के बाद खुद को संभालने की जुगत में लगी है. अपनी पार्टी के 64 विधायकों के साथ अलग-अलग मुलाकात में उन्हें पता चला कि विधायकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत और तमाम कामों के बावजूद उसे स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि वो कुछ ज्यादा ही 'आम' हैं.
सूत्रों के अनुसार छवि बदलने की इस कवायद में उनके पहनावे का तरीका शामिल नहीं है और वह नहीं बदलेगा. आप के नेता रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले कपड़े ही पहनना जारी रखेंगे जिसका कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समर्थन करते हैं और अन्य राजनेताओं की तरह सफेद कुर्ता पायजामा पहनकर अलग नहीं दिखेंगे. लेकिन अब वो पहचाने जाना चाहते हैं.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
आम आदमी पार्टी, जिसका मतलब है कि आम लोगों की पार्टी, दिल्ली नगर निगम चुनाव के नतीजों के बाद खुद को संभालने की जुगत में लगी है. अपनी पार्टी के 64 विधायकों के साथ अलग-अलग मुलाकात में उन्हें पता चला कि विधायकों द्वारा की गई कड़ी मेहनत और तमाम कामों के बावजूद उसे स्वीकार नहीं किया गया क्योंकि वो कुछ ज्यादा ही 'आम' हैं.
सूत्रों के अनुसार छवि बदलने की इस कवायद में उनके पहनावे का तरीका शामिल नहीं है और वह नहीं बदलेगा. आप के नेता रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले कपड़े ही पहनना जारी रखेंगे जिसका कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समर्थन करते हैं और अन्य राजनेताओं की तरह सफेद कुर्ता पायजामा पहनकर अलग नहीं दिखेंगे. लेकिन अब वो पहचाने जाना चाहते हैं.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
सूत्रों के अनुसार छवि बदलने की इस कवायद में उनके पहनावे का तरीका शामिल नहीं है और वह नहीं बदलेगा. आप के नेता रोजमर्रा की जिंदगी में इस्तेमाल होने वाले कपड़े ही पहनना जारी रखेंगे जिसका कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समर्थन करते हैं और अन्य राजनेताओं की तरह सफेद कुर्ता पायजामा पहनकर अलग नहीं दिखेंगे. लेकिन अब वो पहचाने जाना चाहते हैं.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
जैसे कि अन्य पार्टियों के नेताओं की तरह आप नेता जिनमें अरविंद केजरीवाल और मनीष सिसोदिया भी शामिल हैं, बड़े दल बल के साथ सफर नहीं करते. और ज्यादातर आप नेता अपने घरों की छोटी सी जगह से ही अपना दफ्तर चलाते हैं, न कि ऐसी किसी प्रमुख जगह पर बड़े बड़े पोस्टर और पार्टी के झंडे लगाकर जहां लोग लाइनों में खड़े हों. अब फैसला यह हुआ है कि इस स्थिति को बदलना है.टिप्पणियां
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
केजरीवाल के साथ हुए फीडबैक सेशन में यह भी तय हुआ कि अब ज्यादा दिखने और अपने काम का क्रेडिट लिए जाने की भी जरूरत है. आप के एक विधायक ने बताया, 'हम समस्याओं को सुलझाने में इतने व्यस्त रहते हैं कि उसका प्रचार नहीं कर पाते. काम होते रहते हैं लेकिन लोग यह मान ही नहीं पाते कि यह आप द्वारा किया गया है. हमें उस पर जोर देने की जरूरत है.'
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया.
एक अन्य विधायक ने सुझाव दिया कि आप को हर कॉलोनी में दोस्त बनाने की जरूरत है जो उनके द्वारा किए गए काम के बारे में बात करे. उन्होंने बताया कि लोगों को यह ध्यान देने की जरूरत है कि सड़क आप के विधायक द्वारा मरम्मत की गई थी. बता दें, बीजेपी पिछले दस सालों से नगर निगम निगम या एमसीडी पर हावी है और पिछले हफ्ते फिर से एक बड़े अंतर से बीजेपी ने एमसीडी चुनाव में जीत दर्ज की. इस बार के चुनाव में बीजेपी ने तीन निगमों में 272 वार्डों में से 181 वार्डों पर अपना परचम लहराया. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: एमसीडी चुनाव के नतीजों के बाद खुद को संभालने की जुगत में लगी है आप.
छवि बदलने की इस कवायद में उनके पहनावे का तरीका शामिल नहीं है.
आप के विधायकों का केजरीवाल के साथ हुआ फीडबैक सेशन. | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: महाराष्ट्र में पुणे के एक मॉल में भयंकर आग लग गयी और मॉल में फंसे 15 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
अग्निशनम विभाग और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोरेगांव पार्क प्लाजा में शाम साढ़े पांच बजे आग लग गयी। दस दमकल गाड़ियों की मदद से दो घंटे में आग बुझायी जा सकी।टिप्पणियां
अग्निशमन विभाग के अनुसार शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित इस मॉल के 15 कर्मचारी आग लगने के समय तीसरे तल पर फंस गए लेकिन उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई।
अग्निशनम विभाग और पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कोरेगांव पार्क प्लाजा में शाम साढ़े पांच बजे आग लग गयी। दस दमकल गाड़ियों की मदद से दो घंटे में आग बुझायी जा सकी।टिप्पणियां
अग्निशमन विभाग के अनुसार शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित इस मॉल के 15 कर्मचारी आग लगने के समय तीसरे तल पर फंस गए लेकिन उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई।
अग्निशमन विभाग के अनुसार शहर के पूर्वी हिस्से में स्थित इस मॉल के 15 कर्मचारी आग लगने के समय तीसरे तल पर फंस गए लेकिन उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई।
आग के कारण की जांच चल रही है। कोरेगांव पार्क प्लाजा के एक प्रवक्ता के अनुसार मॉल के स्टोर में आग शुरू हुई। | संक्षिप्त सारांश: महाराष्ट्र में पुणे के एक मॉल में भयंकर आग लग गयी और मॉल में फंसे 15 लोगों को सुरक्षित निकाला गया। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: पश्चिम बंगाल (West Bengal) में भी नागरिकता कानून (Citizenship Act) का विरोध जारी है और शनिवार को राज्य के मुर्शिदाबाद जिले के लालगोला रेलवे स्टेशन पर 5 खाली ट्रेनों में आग लगा दी गई. प्रदर्शनकारियों ने राज्य के विभिन्न हिस्सों में सड़क मार्ग अवरुद्ध किए और रेल सेवाओं को भी प्रभावित किया. गौरतलब है कि इस बिल के विरोध में पूर्वोत्तर भारत और खासकर असम में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं. असम में तो कर्फ्यू को धता बताकर सड़क पर उतरे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की फायरिंग में दो लोगों की मौत तक हो चुकी है. हालांकि पूर्वोत्तर भारत के बड़े हिस्से में प्रतिबंधों में ढील के बाद स्थिति शांतिपूर्ण रही.
गौरतलब है कि नागरिकता (संशोधन) कानून (Citizenship Act) के खिलाफ लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी पश्चिम बंगाल के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शन (Violent protests) हुए. कई बसों और एक रेलवे स्टेशन परिसर में आगजनी की गई. पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद और उत्तरी 24 परगना जिलों तथा हावड़ा (ग्रामीण) से हिंसा की खबरें मिली हैं.
नागरिकता कानून को लागू करने को लेकर मना नहीं कर सकते राज्य: सरकार के सूत्र
इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिंसक प्रदर्शन और तोड़फोड़ करने वालों को कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने करीब 15 बसों को आग के हवाले कर दिया, जिनमें सार्वजनिक के साथ-साथ निजी बसें भी शामिल हैं. उन्होंने राष्ट्रीय राजमार्ग-छह (मुंबई रोड) और राष्ट्रीय राजमार्ग-दो (दिल्ली रोड) को कोलकाता से जोड़ने वाले कोना एक्सप्रेसवे पर हावड़ा में यातायात अवरुद्ध कर दिया. उन्होंने बताया कि इससे एक्सप्रेसवे पर यातायात थम गया.
पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 और जिले की कई अन्य सड़कों को बाधित कर दिया गया. यह राजमार्ग उत्तरी और दक्षिणी बंगाल को जोड़ने वाला एक प्रमुख मार्ग है. वहां बसों को भी आग के हवाले कर दिया गया. जिले में अन्य सड़कों को भी बाधित कर दिया गया. उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा जिले के दोम्जुर इलाके में राष्ट्रीय राजमार्ग छह भी बाधित कर दिया. उन्होंने टायर जलाए और कई वाहनों में तोड़ फोड़ की. पुलिस ने बताया कि बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी स्थिति नियंत्रित करने के लिए मौके पर हैं.
दिलीप घोष बोले- बंगाल में नागरिकता कानून लागू होकर रहेगा, ममता इसे नहीं रोक सकतीं
पूर्वी रेलवे के सियालदह-हसनाबाद के बीच रेल सेवाएं भी बाधित हैं. इस संबंध में एक अधिकारी ने बताया कि बीती रात से ग्रामीण हावड़ा के बगनान इलाके में 20 दुकानों में आगजनी की गई. उन्होंने बताया कि सैकड़ों प्रदर्शनकारियों ने हावड़ा जिले में संकरेल रेलवे स्टेशन परिसर के एक हिस्से में भी आगजनी की. प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन पर मौजूद रेलवे पुलिस बल के कर्मियों को भी पीटा. रेलवे के क्षेत्रीय प्रवक्ता संजय घोष ने बताया कि दक्षिण पूर्वी रेलवे के हावड़ा-खड़गपुर खंड पर भी सुबह 11 बजे से ट्रेन सेवाएं ठप रहीं, क्योंकि प्रदर्शनकारी सांकरील, नालपुर, मोरीग्राम और बकरनवाबाज़ स्टेशनों पर पटरियों पर बैठ गए.
रेलवे के एक अधिकारी ने बताया कि आठ एक्सप्रेस ट्रेनों सहित 20 ट्रेनें दक्षिण पूर्व जोन में विभिन्न स्टेशनों पर रोकी गईं. इस खंड पर कई ट्रेनें भी रद्द कर दी गईं. रद्द की गईं ट्रेनों में लंबी दूरी की ट्रेनें भी हैं जिनमें 12222 हावड़ा-पुणे दुरंतो एक्सप्रेस, 120889 हावड़ा-तिरुपति हमसफर एक्सप्रेस, 22877 हावड़ा एर्नाकुलम अंत्योदय एक्सप्रेस और 12860 हावड़ा-सीएसएमटी गीतांजलि एक्सप्रेस शामिल हैं. 12245 हावड़ा-यशवंतपुर दुरंतो एक्सप्रेस भी रद्द की गई है.
संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में भी शुरू हो गया. प्रदर्शनकारियों ने हिंसा का सहारा लिया और रेलवे स्टेशनों पर आगजनी की. वे इस कानून को फौरन रद्द करने की मांग कर रहे हैं. पूर्वोत्तर भारत में भी इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाये रखने और लोकतांत्रिक तरीके से प्रदर्शन करने की अपील की. | संक्षिप्त सारांश: मुर्शिदाबाद में राष्ट्रीय राजमार्ग 34 को बाधित कर दिया गया
ग्रामीण हावड़ा के बगनान इलाके में 20 दुकानों में आगजनी की गई
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लोगों से शांति बनाये रखने की अपील की | 0 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अक्षय कुमार की इस साल की पहली फिल्म 'जॉली एलएलबी 2' रिलीज हो चुकी है और 100 करोड़ की कमाई का आंकड़ा भी छू चुकी है. अक्षय अपनी इस फिल्म की शूटिंग के दौरान कई जगह प्रमोशन करते हुए दिखे. लेकिन फिल्म रिलीज के बाद आखिर अक्षय कहां थे या इस फिल्म की थकावट उन्होंने कैसे मिटायी, तो हम आपको बता दें कि अक्षय कुमार केरल में अपनी थकावट मिटा कर आए हैं. अक्षय ने इसके लिए कोई स्पासेंटर नहीं बल्कि एक आयुर्वेदिक सेंटर चुना, जहां अक्षय हर तरह की तकनीक से दूर थे. यहां तक की इस सेंटर में अक्षय कुमार के पास उनका फोन और सोशल मीडिया भी नहीं था.
अक्षय कुमार आजकल अपनी फिल्मों के अलावा एक और चीज के लिए जाने जा रहे हैं और वह हैं उनके सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले वीडियो. हाल ही में अक्षय ने सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो शेयर की अपनी दिल की बात लोगों से शेयर की है. बुधवार को भी अक्षय ने अपने फैन्स के साथ एक वीडियो शेयर किया है लेकिन इस बार अक्षय किसी बात से नाराज या गुस्सा नजर नहीं आ रहे हैं बल्कि इस वीडियो में अक्षय ने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों और आयुर्वेद के इस्तेमाल पर जोर दिया है. हालांकि अक्षय ने साफ कर दिया कि वह यह किसी कंपनी या आयुर्वेद के ब्रांड एम्बेस्डर बनकर नहीं बोल रहे हैं.
दरअसल अक्षय ने अपने बेडरूम से बुधवार रात को एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह बेड पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में अक्षय ने अपने फैन्स को सबसे पहले लोगों को 'जॉली एलएलबी 2' की सफलता और उसकी तारीफ करने वालों को धन्यवाद दिया. अक्षय ने बताया कि वह काफी हेल्दी महसूस कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में केरल के एक आयुर्वेद सेंटर में 14 दिन बिता कर आए हैं. यहां वह शहर के शोर-शराबे से दूर थे. यहां न टीवी था, न फोन, न ब्रांडेड कपड़े, बस सादा पहनावा और सादा खाना. अक्षय ने इस वीडिया में यह भी बताया, 'मैं पिछले 25 सालों से आयुर्वेद फोलो कर रहा हूं.' अक्षय ने कहा, ' जैसे आप कभी-कभी अपने बाइक और कार की सर्विंसिंग कराते हैं वैसे ही मैंने अपनी बॉडी की सर्विसिंग कराई है. वहां मैंने यह जाना कि हमें अंदाजा भी नहीं है कि आयुर्वेद की के रूप में भगवान ने हमारे देश को कितना बड़ा खजाना दिया है.'
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
अक्षय कुमार आजकल अपनी फिल्मों के अलावा एक और चीज के लिए जाने जा रहे हैं और वह हैं उनके सोशल मीडिया पर पोस्ट किए जाने वाले वीडियो. हाल ही में अक्षय ने सोशल मीडिया पर कुछ वीडियो शेयर की अपनी दिल की बात लोगों से शेयर की है. बुधवार को भी अक्षय ने अपने फैन्स के साथ एक वीडियो शेयर किया है लेकिन इस बार अक्षय किसी बात से नाराज या गुस्सा नजर नहीं आ रहे हैं बल्कि इस वीडियो में अक्षय ने भारतीय चिकित्सा पद्धतियों और आयुर्वेद के इस्तेमाल पर जोर दिया है. हालांकि अक्षय ने साफ कर दिया कि वह यह किसी कंपनी या आयुर्वेद के ब्रांड एम्बेस्डर बनकर नहीं बोल रहे हैं.
दरअसल अक्षय ने अपने बेडरूम से बुधवार रात को एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह बेड पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में अक्षय ने अपने फैन्स को सबसे पहले लोगों को 'जॉली एलएलबी 2' की सफलता और उसकी तारीफ करने वालों को धन्यवाद दिया. अक्षय ने बताया कि वह काफी हेल्दी महसूस कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में केरल के एक आयुर्वेद सेंटर में 14 दिन बिता कर आए हैं. यहां वह शहर के शोर-शराबे से दूर थे. यहां न टीवी था, न फोन, न ब्रांडेड कपड़े, बस सादा पहनावा और सादा खाना. अक्षय ने इस वीडिया में यह भी बताया, 'मैं पिछले 25 सालों से आयुर्वेद फोलो कर रहा हूं.' अक्षय ने कहा, ' जैसे आप कभी-कभी अपने बाइक और कार की सर्विंसिंग कराते हैं वैसे ही मैंने अपनी बॉडी की सर्विसिंग कराई है. वहां मैंने यह जाना कि हमें अंदाजा भी नहीं है कि आयुर्वेद की के रूप में भगवान ने हमारे देश को कितना बड़ा खजाना दिया है.'
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
दरअसल अक्षय ने अपने बेडरूम से बुधवार रात को एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वह बेड पर लेटे हुए नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में अक्षय ने अपने फैन्स को सबसे पहले लोगों को 'जॉली एलएलबी 2' की सफलता और उसकी तारीफ करने वालों को धन्यवाद दिया. अक्षय ने बताया कि वह काफी हेल्दी महसूस कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में केरल के एक आयुर्वेद सेंटर में 14 दिन बिता कर आए हैं. यहां वह शहर के शोर-शराबे से दूर थे. यहां न टीवी था, न फोन, न ब्रांडेड कपड़े, बस सादा पहनावा और सादा खाना. अक्षय ने इस वीडिया में यह भी बताया, 'मैं पिछले 25 सालों से आयुर्वेद फोलो कर रहा हूं.' अक्षय ने कहा, ' जैसे आप कभी-कभी अपने बाइक और कार की सर्विंसिंग कराते हैं वैसे ही मैंने अपनी बॉडी की सर्विसिंग कराई है. वहां मैंने यह जाना कि हमें अंदाजा भी नहीं है कि आयुर्वेद की के रूप में भगवान ने हमारे देश को कितना बड़ा खजाना दिया है.'
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
अक्षय ने कहा, 'हम अंग्रेजी दवाई की गोलियां खा कर, प्रोटीन शेक पीकर और स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेकर जीने को जीना समझ रहे हैं. किसी विदेशी स्पा में जाकर अपनी मसाज कराते हैं, लेकिन मजे कि बात है कि जिन अंग्रेजों की दवाइयां हम खा रहे हैं वह भारत आकर हमारे आयुर्वेदा से इलाज ले रहे हैं.' अक्षय ने इस वीडियो में भारत में इस्तेमाल होने वाली इलाज की सभी पद्धतियों की तारीफ करते हुए उनकी तरफ रुख करने की बात कही है. अक्षय ने कहा कि उन्हें एलोपैथी से कोई तकलीफ नहीं है, लेकिन हम अपनी भारतीय चिकित्सा पद्धतियों को क्यों भूल रहे हैं. अक्षय ने इस वीडियो के आखिर में यह साफ भी किया कि वह किसी आयुर्वेद ब्रांड का प्रचार नहीं कर रहे हैं.टिप्पणियां
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार
बता दें कि अक्षय कुमार इस साल 'जॉली एलएलबी 2' के आलवा भी कई फिल्मों में नजर आने वाले हैं. अक्षय ने अपनी फिल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' की शूटिंग पूरी कर ली है तो वहीं फिल्म 'पेडमैने' के लिए उनकी तैयारी शुरू हो चुकी है. इतना ही नहीं इसी साल अक्षय कुमार, सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म '2.0' में भी नजर आने वाले हैं. अक्षय कुमार | सारांश: फिल्म 'जॉली एलएलबी 2' के बाद अक्षय कुमार पहुंचे आयुर्वेदा सेंटर
अक्षय ने पोस्ट किया वीडियो जिसमें की आयुर्वेद की तारीफ
केरल में रहे 14 दिन सभी तरह की तकनीक, फोन और सोशल मीडिया से दूर | 5 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा है कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और बाबा रामदेव द्वारा शुरू किया गया आंदोलन 'समयोचित और जायज' है।
बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन करने के बाद जनरल सिंह ने रविवार को कहा कि देश में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि इससे निपटने के तरीके इजाद करे। जनरल सिंह से सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा शुरू किए गए आंदोलन पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी।टिप्पणियां
जनरल सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे देश के सामने कई मुद्दे हैं, लेकिन राजनीति से जुड़ने की उनकी कोई तात्कालिक योजना नहीं है। जनरल सिंह ने सेना में अपने 42 वर्षों के कार्यकाल के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि वह यहां दर्शन-पूजन के लिए वृंदावन आए हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।"
बांके बिहारी मंदिर में दर्शन-पूजन करने के बाद जनरल सिंह ने रविवार को कहा कि देश में भ्रष्टाचार एक बड़ा मुद्दा है और यह सरकार की जिम्मेदारी है कि इससे निपटने के तरीके इजाद करे। जनरल सिंह से सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा शुरू किए गए आंदोलन पर प्रतिक्रिया मांगी गई थी।टिप्पणियां
जनरल सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे देश के सामने कई मुद्दे हैं, लेकिन राजनीति से जुड़ने की उनकी कोई तात्कालिक योजना नहीं है। जनरल सिंह ने सेना में अपने 42 वर्षों के कार्यकाल के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि वह यहां दर्शन-पूजन के लिए वृंदावन आए हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।"
जनरल सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि वैसे देश के सामने कई मुद्दे हैं, लेकिन राजनीति से जुड़ने की उनकी कोई तात्कालिक योजना नहीं है। जनरल सिंह ने सेना में अपने 42 वर्षों के कार्यकाल के बारे में बात करने से इनकार कर दिया। उन्होंने सिर्फ यह कहा कि वह यहां दर्शन-पूजन के लिए वृंदावन आए हैं।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।"
उन्होंने आशा व्यक्त की कि सरकार सेना का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक सबकुछ करेगी। सिंह ने कहा, "आखिरकार सब कुछ ठीक रहा और मैं ईश्वर की इस कृपा के लिए उसे धन्यवाद देना चाहता था।" | यह एक सारांश है: पूर्व सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह ने कहा है कि सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे और बाबा रामदेव द्वारा शुरू किया गया आंदोलन 'समयोचित और जायज' है। | 16 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रंगों के त्योहार होली के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा जताया कि रंगों का त्योहार राष्ट्रीय मूल्यों में विश्वास का मजबूत करेगा और एकता तथा सौहार्द को प्रोत्साहित करेगा।
राष्ट्रपति ने होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा, ‘‘होली के अवसर पर मैं अपने सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। वसंत के आगमन का प्रतीक यह पर्व सभी के लिए प्रसन्नता, आशा और कामनाओं की पूर्ति का अग्रदूत है।’’
प्रणब ने कहा, ‘‘होली के विभिन्न रंग हमारी विविध और बहु सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करते हैं। मैं कामना करता हूं कि रंगों का यह त्योहार हमारे राष्ट्रीय मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करे और एकता, सद्भाव और सभी की भलाई को बढ़ावा दे।’’
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला होली का यह त्योहार विविधता में एकता और सभी मनुष्यों के बीच समानता के विचारों को सुदृढ़ करता है।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
राष्ट्रपति ने होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में कहा, ‘‘होली के अवसर पर मैं अपने सभी देशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। वसंत के आगमन का प्रतीक यह पर्व सभी के लिए प्रसन्नता, आशा और कामनाओं की पूर्ति का अग्रदूत है।’’
प्रणब ने कहा, ‘‘होली के विभिन्न रंग हमारी विविध और बहु सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करते हैं। मैं कामना करता हूं कि रंगों का यह त्योहार हमारे राष्ट्रीय मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करे और एकता, सद्भाव और सभी की भलाई को बढ़ावा दे।’’
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला होली का यह त्योहार विविधता में एकता और सभी मनुष्यों के बीच समानता के विचारों को सुदृढ़ करता है।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
प्रणब ने कहा, ‘‘होली के विभिन्न रंग हमारी विविध और बहु सांस्कृतिक विरासत को प्रतिबिंबित करते हैं। मैं कामना करता हूं कि रंगों का यह त्योहार हमारे राष्ट्रीय मूल्यों में हमारे विश्वास को सुदृढ़ करे और एकता, सद्भाव और सभी की भलाई को बढ़ावा दे।’’
उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने कहा कि देशभर में हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला होली का यह त्योहार विविधता में एकता और सभी मनुष्यों के बीच समानता के विचारों को सुदृढ़ करता है।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
अंसारी ने इस मौके पर सभी के जीवन में शांति समृद्धि और प्रसन्नता की कामना की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि रंगों का त्योहार ‘जीवन और अच्छाई का उत्सव है तथा भाईचारे की भावना को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
होली की पूर्व संध्या पर अपने संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह त्योहार वसंत के आगमन, नई आशाओं का संचार करने और सुखद भविष्य का प्रतीक है।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
मनमोहन सिंह ने कहा, ‘‘यह त्योहार सभी के लिए शांति, प्रसन्नता और समृद्धि लेकर आए।’’
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने होली के अपने शुभकामना संदेश में कहा कि होली का हमारी सदियों पुरानी सांस्कृतिक परंपरा में विशेष महत्व है जो सामाजिक सौहार्द्र और भाईचारे को प्रोत्साहित करता है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं होली के अवसर पर अपने देश के सभी लोगों को शुभकामनाएं देती हूं।’’
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भी होली की पूर्व संध्या पर लोगों को बधाई दी और समाज को दूषित करने वाली बुराइयों जैसे.. असमानता, असहिष्णुता और पूवाग्रहों को समाप्त करने की दिशा में काम करने को कहा।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
मीरा कुमार ने कहा, ‘‘रंगों का त्योहार होली, प्रेम और हमारी संस्कृति के विभिन्न रंगों का प्रतीक है। होली को इसका गंभीर सामाजिक और सांस्कृतिक संदेश इसे सबसे विशेष बनाता है। यह समानता, समावेशन और पारदर्शिता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।’’
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
दिल्ली के उपराज्यपाल तेजेन्दर खन्ना और मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने भी सबको होली की बधाई दी और लोगों को इस अवसर पर प्राकृतिक रंगों और गुलाल का उपयोग करने को कहा।टिप्पणियां
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
खन्ना ने दिल्ली के निवासियों से जैविक और प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने, शांतिपूर्ण तरीके से होली मनाने, आपस में मित्रता विकसित करने और सभी धर्म, जाति के लोगों के बीच सौहार्द बढ़ाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की।
इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं देते हुए मुख्यमंत्री ने लोगों से सम्मानित तरीके से होली मनाने और केवल प्राकृतिक रंगों का उपयोग करने को कहा। उन्होंने लोगों से दिल्ली को स्वच्छ, हरित और प्रदूषण रहित शहर बनाने की अपील की। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी, प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रंगों के त्योहार होली के अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा जताया कि रंगों का त्योहार राष्ट्रीय मूल्यों में विश्वास का मजबूत करेगा औ | 32 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: रवि शास्त्री और सौरव गांगुली की प्रतिद्वंद्विता खेलप्रेमियों से छुपी नहीं है. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की ओर से पिछले साल अनिल कुंबले को टीम इंडिया का कोच बनाए जाने के बाद यह खटास खुलकर सामने आ गई थी. दरअसल क्रिकेट की जिस सलाहकार समिति ने कुंबले का कोच के रूप में चयन किया था, गांगुली उसका हिस्सा थे. कोच के रूप में कुंबले का नाम फाइनल किए जाने के बाद रवि और गांगुली के बीच की यह कड़वाहट सार्वजनिक रूप से लोगों के बीच तब सामने आई थी जब इन दोनों ने एक-दूसरे पर पेशेवर रुख की कमी का आरोप लगाया था.
हालांकि इस विवाद के बाद दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने भारतीय क्रिकेट टीम के 500वें टेस्ट के जश्न में कानपुर में साथ नजर आए थे लेकिन ऐसा लगता है कि इनके बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. धोनी के शॉर्टर फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने के निर्णय के तुंरत बाद टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री के बयान ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. रवि शास्त्री ने धोनी को न सिर्फ 'दादा कप्तान' बताया बल्कि गांगुली को सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तानों की सूची में भी स्थान नहीं दिया. धोनी के पुरजोर समर्थन माने जाने वाले शास्त्री ने यह भी कि कहा कि इस विकेटकीपर बल्लेबाज के कप्तानी छोड़ने के फैसले की टाइमिंग 'परफेक्ट' थी.टिप्पणियां
शास्त्री ने कहा, 'दादा कप्तान को मेरा सलाम. इससे विराट (कोहली) को चैंपियंस ट्रॉफी तक समय मिलेगा और टीम अपने खिताब का बचाव करने के लिए तैयारी कर सकेगी.' उन्होंने कहा कि 'धोनी सारी महत्वपूर्ण जीतें हासिल कर चुके हैं और उन्हें अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है. इसलिए मैं उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान मानता हूं. इस मामले में और कोई उनके आसपास भी नहीं है.' टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर शास्त्री ने कहा, 'इस मामले में धोनी के पीछे कपिल देव हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने 1983 में वर्ल्डकप जीता और 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती. वनडे क्रिकेट के पहले वाले युग में अजित (वाडेकर) थे जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज और फिर इंग्लैंड में लगातार टेस्ट सीरीज जीतीं. निश्चित रूप से अपने अलग स्टाइल के कारण टाइगर (पटौदी) भी हैं. बाकी कोई नहीं. '
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
हालांकि इस विवाद के बाद दोनों पूर्व क्रिकेटरों ने भारतीय क्रिकेट टीम के 500वें टेस्ट के जश्न में कानपुर में साथ नजर आए थे लेकिन ऐसा लगता है कि इनके बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. धोनी के शॉर्टर फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ने के निर्णय के तुंरत बाद टीम इंडिया के पूर्व डायरेक्टर रवि शास्त्री के बयान ने एक नए विवाद को जन्म दे दिया है. रवि शास्त्री ने धोनी को न सिर्फ 'दादा कप्तान' बताया बल्कि गांगुली को सर्वश्रेष्ठ भारतीय कप्तानों की सूची में भी स्थान नहीं दिया. धोनी के पुरजोर समर्थन माने जाने वाले शास्त्री ने यह भी कि कहा कि इस विकेटकीपर बल्लेबाज के कप्तानी छोड़ने के फैसले की टाइमिंग 'परफेक्ट' थी.टिप्पणियां
शास्त्री ने कहा, 'दादा कप्तान को मेरा सलाम. इससे विराट (कोहली) को चैंपियंस ट्रॉफी तक समय मिलेगा और टीम अपने खिताब का बचाव करने के लिए तैयारी कर सकेगी.' उन्होंने कहा कि 'धोनी सारी महत्वपूर्ण जीतें हासिल कर चुके हैं और उन्हें अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है. इसलिए मैं उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान मानता हूं. इस मामले में और कोई उनके आसपास भी नहीं है.' टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर शास्त्री ने कहा, 'इस मामले में धोनी के पीछे कपिल देव हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने 1983 में वर्ल्डकप जीता और 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती. वनडे क्रिकेट के पहले वाले युग में अजित (वाडेकर) थे जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज और फिर इंग्लैंड में लगातार टेस्ट सीरीज जीतीं. निश्चित रूप से अपने अलग स्टाइल के कारण टाइगर (पटौदी) भी हैं. बाकी कोई नहीं. '
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
शास्त्री ने कहा, 'दादा कप्तान को मेरा सलाम. इससे विराट (कोहली) को चैंपियंस ट्रॉफी तक समय मिलेगा और टीम अपने खिताब का बचाव करने के लिए तैयारी कर सकेगी.' उन्होंने कहा कि 'धोनी सारी महत्वपूर्ण जीतें हासिल कर चुके हैं और उन्हें अब कुछ भी साबित करने की जरूरत नहीं है. इसलिए मैं उन्हें भारत का सबसे सफल कप्तान मानता हूं. इस मामले में और कोई उनके आसपास भी नहीं है.' टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर शास्त्री ने कहा, 'इस मामले में धोनी के पीछे कपिल देव हैं जिनके नेतृत्व में भारत ने 1983 में वर्ल्डकप जीता और 1986 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीती. वनडे क्रिकेट के पहले वाले युग में अजित (वाडेकर) थे जिन्होंने 1971 में वेस्टइंडीज और फिर इंग्लैंड में लगातार टेस्ट सीरीज जीतीं. निश्चित रूप से अपने अलग स्टाइल के कारण टाइगर (पटौदी) भी हैं. बाकी कोई नहीं. '
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
हालांकि शास्त्री अपनी राय जताने के लिए स्वतंत्र हैं,लेकिन गांगुली के टीम इंडिया के कप्तान के रूप में रिकॉर्ड को देखते हुए उनकी राय क्रिकेटप्रेमियों के गले उतरेगी, इसे लेकर संदेह है. 'दादा' के नाम से लोकप्रिय रहे सौरव ने 49 टेस्ट में भारतीय टीम कप्तानी की और उनका जीत का रेट 42.6 प्रतिशत है. गांगुली की कप्तानी ने टीम इंडिया ने 147 मैचों में से 76 में जीत हासिल की जबकि 66 में उसे हारना पड़ा. हालांकि धोनी का कप्तन के रूप में रिकॉर्ड अपने पूर्ववर्ती कप्तान से बेहतर है लेकिन गांगुली को बहुत पीछे नहीं माना जा सकता है. गांगुली की ओर से इस मामले में अभी कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. | इन दोनों पूर्व क्रिकेटरों के बीच की कड़वाहट फिर सामने आई
शास्त्री की कप्तानों की लिस्ट में धोनी के बाद हैं कपिल देव
वाडेकर, टाइगर पटौदी को भी महान भारतीय कप्तानों की सूची में रखा | 6 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: नोएडा के बहुचर्चित आरुषि हत्याकांड में आरोपी दंत चिकित्सक नूपुर तलवार ने गुरुवार को सर्वोच्च न्यायालय में याचिका दाखिल कर अपने खिलाफ जारी गैर-जमानती वारंट पर रोक लगाने का अनुरोध किया। यह वारंट केंद्रीय जांच ब्यूरो की गाजियाबाद विशेष अदालत ने वारंट जारी किया है। बुधवार को नूपुर को गायब बताया गया था।
न्यायमूर्ति ए.के. पटनायक की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की खंडपीठ ने कहा कि यह मामला गुरुवार की अदालती कार्यवाही में सूचीबद्ध नहीं है इसलिए इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
सुनवाई के दौरान नूपुर के पेश न होने पर अदालत ने बुधवार को उनके खिलाफ वारंट जारी किया था। इसके बाद सीबीआई ने उनकी तलाश की थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। उनके दंत चिकित्सक पति राजेश तलवार भी मामले में आरोपी हैं लेकिन वह अदालत में पेश हुए थे।टिप्पणियां
नूपुर ने अपने वकील के जरिए न्यायालय में दाखिल अर्जी में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय 27 अप्रैल को उनकी पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेगा इसलिए वह बुधवार को सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं हो सकतीं। एक सीबीआई अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यदि नुपुर तलवार मिलती हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नूपुर व राजेश तलवार की 14 वर्षीया बेटी आरुषि 2008 मई में उनके नोएडा स्थित आवास में मृत पाई गई थी। पहले तलवार दम्पति के घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक था लेकिन बाद में उनके घर की छत पर उसका शव भी मिला।
न्यायमूर्ति ए.के. पटनायक की अध्यक्षता वाली सर्वोच्च न्यायालय की खंडपीठ ने कहा कि यह मामला गुरुवार की अदालती कार्यवाही में सूचीबद्ध नहीं है इसलिए इस पर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
सुनवाई के दौरान नूपुर के पेश न होने पर अदालत ने बुधवार को उनके खिलाफ वारंट जारी किया था। इसके बाद सीबीआई ने उनकी तलाश की थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। उनके दंत चिकित्सक पति राजेश तलवार भी मामले में आरोपी हैं लेकिन वह अदालत में पेश हुए थे।टिप्पणियां
नूपुर ने अपने वकील के जरिए न्यायालय में दाखिल अर्जी में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय 27 अप्रैल को उनकी पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेगा इसलिए वह बुधवार को सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं हो सकतीं। एक सीबीआई अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यदि नुपुर तलवार मिलती हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नूपुर व राजेश तलवार की 14 वर्षीया बेटी आरुषि 2008 मई में उनके नोएडा स्थित आवास में मृत पाई गई थी। पहले तलवार दम्पति के घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक था लेकिन बाद में उनके घर की छत पर उसका शव भी मिला।
सुनवाई के दौरान नूपुर के पेश न होने पर अदालत ने बुधवार को उनके खिलाफ वारंट जारी किया था। इसके बाद सीबीआई ने उनकी तलाश की थी लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। उनके दंत चिकित्सक पति राजेश तलवार भी मामले में आरोपी हैं लेकिन वह अदालत में पेश हुए थे।टिप्पणियां
नूपुर ने अपने वकील के जरिए न्यायालय में दाखिल अर्जी में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय 27 अप्रैल को उनकी पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेगा इसलिए वह बुधवार को सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं हो सकतीं। एक सीबीआई अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यदि नुपुर तलवार मिलती हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नूपुर व राजेश तलवार की 14 वर्षीया बेटी आरुषि 2008 मई में उनके नोएडा स्थित आवास में मृत पाई गई थी। पहले तलवार दम्पति के घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक था लेकिन बाद में उनके घर की छत पर उसका शव भी मिला।
नूपुर ने अपने वकील के जरिए न्यायालय में दाखिल अर्जी में कहा कि सर्वोच्च न्यायालय 27 अप्रैल को उनकी पुनर्विचार याचिका पर सुनवाई करेगा इसलिए वह बुधवार को सुनवाई के लिए उपस्थित नहीं हो सकतीं। एक सीबीआई अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यदि नुपुर तलवार मिलती हैं तो उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
नूपुर व राजेश तलवार की 14 वर्षीया बेटी आरुषि 2008 मई में उनके नोएडा स्थित आवास में मृत पाई गई थी। पहले तलवार दम्पति के घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक था लेकिन बाद में उनके घर की छत पर उसका शव भी मिला।
नूपुर व राजेश तलवार की 14 वर्षीया बेटी आरुषि 2008 मई में उनके नोएडा स्थित आवास में मृत पाई गई थी। पहले तलवार दम्पति के घरेलू नौकर हेमराज पर हत्या का शक था लेकिन बाद में उनके घर की छत पर उसका शव भी मिला। | संक्षिप्त पाठ: नूपुर ने सुप्रीम कोर्ट में गैर−जमानती वारंट के खिलाफ याचिका दी है जिस पर तुरंत सुनवाई करने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है। उनकी याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होगी। | 14 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (IAF Pilot Abhinandan Varthaman) आज देश वापस लौटेंगे. वाघा बॉर्डर के रास्ते वो पाकिस्तान से भारत आएंगे. सूत्रों के मुताबिक विंग कमांडर अभिनंदन (Wing Commander Abhinandan) को रावलपिंडी से विमान के ज़रिए लाहौर लाया जाएगा. इसके बाद वाघा पर भारतीय उच्चायोग के एअर अटैची को सौंपा जाएगा जो उन्हें लेकर बॉर्डर क्रॉस करेंगे. भारत और अंतरराष्ट्रीय जगत के दबाव के बाद कल पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान ख़ान ने पाक संसद में विंग कमांडर को रिहा करने का एलान किया था. पाक पीएम के एलान से पहले भारत ने साफ़ कर दिया था कि उसे अपने पायलट की रिहाई से कम कुछ भी मंज़ूर नहीं है और किसी भी डील से भारत ने साफ इनकार किया था. आपको बता दें कि विंग कमांडर अभिनंदन (Wing Commander Abhinandan) बुधवार को उस वक़्त पाकिस्तानी सेना के क़ब्ज़े में आ गए थे, जब मिग-21 जेट पर पाक के हमले के बाद उन्होंने पैराशूट से छलांग लगाई थी.
अभिनंदन पाकिस्तान के क़ब्ज़े वाले कश्मीर में जा गिरे थे. पाक सेना ने तुरंत उन्हें अपने क़ब्ज़े में लेकर उनका वीडियो जारी किया था. पकड़े जाने से पहले उन्होंने पाक का F-16 फ़ाइटर जेट मार गिराया था. अभिनंदन के स्वागत को लेकर वाघा बॉर्डर पर पूरी तैयारी है. विंग कमांडर अभिनंदन (Wing Commander Abhinandan) की वतन वापसी को लेकर लोगों में ज़बरदस्त उत्साह है. अभिनंदन की एक झलक पाने के लिए बेताब लोग देश के अलग-अलग कोनों से वाघा बॉर्डर पहुंचे हैं. इनका कहना है कि भले रात हो जाए, लेकिन वो अपने हीरो का स्वागत किए बिना वापस नहीं जाएंगे. विंग कमांडर अभिनंदन (Abhinandan) के माता-पिता उन्हें लेने के लिए अमृतसर पहुंच गए हैं, जहां से वो वाघा बॉर्डर जाएंगे. दोनों चेन्नई से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे और फिर अमृतसर के लिए फ़्लाइट ली. फ़्लाइट में मौजूद लोगों ने ताली बजाकर उनका स्वागत किया. | आज भारत लौटेंगे विंग कमांडर अभिनंदन
वाघा बॉर्डर के जरिये भारत लौटेंगे अभिनंदन
बॉर्डर पर स्वागत के लिए की गई है तैयारी | 26 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: एशियाई खेलों की चैम्पियन पाकिस्तानी हॉकी टीम ने बुधवार को एशियाई चैम्पियंस ट्राफी में दक्षिण कोरिया को 3-2 से शिकस्त दी और अब फाइनल में जगह बनाने के लिये उसकी भिड़त भारत से होगी। पाकिस्तानी टीम नौ अंक लेकर तालिका में शीर्ष पर है जिसके बाद भारतीय टीम के आठ अंक हैं। टीम को एशियाई चैम्पियंस ट्राफी के फाइनल में पहुंचने के लिये भारतीय चुनौती का सामना करना होगा जिससे यह मुकाबला सेमीफाइनल की तरह हो जाएगा। जापान की टीम सात अंक से तीसरे और कोरिया छह अंक से चौथे स्थान पर है। इससे चार टीमों के पास फाइनल में पहुंचने का मौका है। भारत का शुक्रवार को होने वाला मैच लगभग सेमीफाइनल की तरह होगा क्योंकि कोच माइकल नोब्स के खिलाड़ियों को फाइनल में प्रवेश करने के लिए पाकिस्तान को हराना होगा। भारतीय टीम ड्रा से भी ऐसा कर सकती है, बशर्ते मलेशिया की टीम जापान को हरा दे। भारतीय टीम बेहतर गोल अंतर के हिसाब से भी फाइनल में जगह बना सकती है, वह भी तभी जब कोरिया की टीम टूर्नामेंट की सबसे निचली रैंकिंग की चीन को परास्त कर दे। | संक्षिप्त सारांश: एशियाई खेलों की चैम्पियन पाकिस्तानी हॉकी टीम ने एशियाई चैम्पियंस ट्राफी में दक्षिण कोरिया को 3-2 से शिकस्त दी। | 29 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यातायात के नियमों का उल्लंघन करने के मामले में शुक्रवार को पुलिसकर्मी भी निशाने पर आ गए. लखनऊ में यूपी पुलिस द्वारा चलाए गए अभियान में करीब 305 पुलिस वालों का यातायात के नियमों तोड़ने के कारण चालान काटा गया. इसमें 155 ट्रैफिक पुलिसकर्मी भी शामिल रहे. इनमें ज्यादातर पुलिसकर्मी कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर रैंक के थे और सभी पर बिना हेलमेट के बाइक चलाने के तहत कार्रवाई की गई है. सुबह से शुरु हुआ ये अभियान देर शाम तक चला जिसमें 3117 अन्य बाइक चालकों और कार चालकों का विभिन्न यातायात नियमों का पालन न करने के लिए चालान काटा गया. साथ ही पुलिस ने पहले दिन फाइन के तौर पर 1.38 लाख रुपए की वसूली की है.
लखनऊ पुलिस एएसपी कलानिधि नैथानी ने कहा कि पुलिसकर्मियों को उदाहरण पेश करना चाहिए. इसलिए हमने पुलिस लाइंस में भी अभियान चलाने का फैसला किया, जहां कई लोग बिना हेलमेट के पकड़े गए. उन्होंने कहा कि हम ये सुनिश्चित करने जा रहे हैं कि पुलिस वाले सिर्फ इसलिए न बच जाएं क्योंकि वे पुलिस वाले हैं. नैथानी ने कहा कि ये एक दिन का अभियान नहीं है. यह निरंतर चलेगा. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: 155 ट्रैफिक पुलिसकर्मी सहित 305 पर हुई कार्रवाई
पहले दिन ही वसूला गया 1.38 लाख फाइन
3117 अन्य लोगों का भी कटा चालान | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: करूणाकरण, त्रिकरिप्पुर के विधायक एम राजगोपालन और मुस्तफा ने परिवार वालों के उनसे संपर्क करने के बाद मुख्यमंत्री को इस मामले की जानकारी दी। राजगोपालन ने पीटीआई भाषा से कहा कि लापता हुए सभी युवकों की उम्र 30 से कम है और सभी उच्च शिक्षा प्राप्त हैं। टिप्पणियां
करूणाकरण ने आज कहा, "मुख्यमंत्री ने पुलिस को मामले की जल्द से जल्द जांच करने के आदेश दिए हैं।" उन्होंने बताया कि लापता युवकों के परिवार वालों ने कल उनसे मुलाकात कर उन्हें मामले की जानकारी दी थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
करूणाकरण ने आज कहा, "मुख्यमंत्री ने पुलिस को मामले की जल्द से जल्द जांच करने के आदेश दिए हैं।" उन्होंने बताया कि लापता युवकों के परिवार वालों ने कल उनसे मुलाकात कर उन्हें मामले की जानकारी दी थी।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | यहाँ एक सारांश है:केरल के कासरगोड ज़िले में प्रशासन कर रही युवाओं की तलाश
परिवार का शक़ है कि ये युवा आईएस के संपर्क में हैं
सभी युवा 28 मई से लापता हैं, इनमें लड़कियां भी शामिल | 18 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में गुरुवार को जारी आईसीसी विश्व कप-2011 के मुकाबले में वेस्टइंडीज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टॉस हारने के बाद खराब शुरुआत की। वेस्टइंडीज ने पांच ओवरों की समाप्ति तक एक विकेट के नुकसान पर 22 रन बना लिए हैं। डेरेन ब्रावो 19 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 12 रन बनाकर खेल रहे हैं, जबकि ड्वोन स्मिथ सात रन बनाकर उनका साथ दे रहे हैं। वेस्टइंडीज ने क्रिस गेल का विकेट गंवा दिया। गेल ने तीन गेंदों का सामना किया और दो रन बनाकर आउट हुए। मैच का पहला ओवर कर रहे जोहान बोथा की एक बाहर जाती गेंद पर गेल स्लिप में खड़े जैक्स कैलिस को कैच थमा बैठे। इसके बाद बोथा ने पारी की तीसरी गेंद पर डेरेन ब्रावो को बुरी तरह उलझा दिया। बोथा समेत दक्षिण अफ्रीका के सभी खिलाड़ियों ने ब्रावो के पगबाधा आउट होने की अपील की, लेकिन अम्पायर ने इसे नकार दिया। इसके बाद स्मिथ ने रेफरल प्रणाली का प्रयोग करने की मांग की। काफी सोच-विचार के बाद टीवी अम्पायर अशोक डी सिल्वा ने डेरेन ब्रावो को नॉटआउट करार दिया। स्मिथ ने पिच और खासकर मौसम को देखते हुए पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया। स्मिथ ने सबको चौंकाते हुए अपने सबसे भरोसेमंद स्पिनर बोथा से पहला ओवर कराया। बोथा ने उनके भरोसे को साबित करते हुए तीसरी गेंद पर गेल जैसे खतरनाक बल्लेबाज को पैवेलियन की राह दिखाई। दोनों टीमों का इस विश्व कप में यह पहला मुकाबला है। | यह एक सारांश है: फिरोजशाह कोटला स्टेडियम में विश्व कप-2011 के मुकाबले में वेस्टइंडीज ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टॉस हारने के बाद खराब शुरुआत की। | 2 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: इराक में सुबह आतंकवादियों द्वारा सोची-समझी साजिश के तहत किए गए एक के बाद एक कई हमलों में कम से कम 55 लोग मारे गए और कई लोग घायल हो गए।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कुछ धमाकों के लिए कार बमों का इस्तेमाल किया गया। ये धमाके ऐसे समय में हुए हैं जब देश में 2011 में अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद पहले चुनाव में सप्ताहभर से भी कम का समय बचा है। चुनावों को एक प्रकार से मतदाताओं की सुरक्षा करने की सुरक्षा बलों की अग्नि परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
इन विस्फोटों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन जिस तरीके से एक के बाद एक विस्फोट हुए, उससे लगता है कि इन्हें अल कायदा की इराक शाखा ने अंजाम दिया है।टिप्पणियां
इराकी अधिकारियों का मानना है कि आतंकवादी समूह दिनों दिन मजबूत हो रहा है और सीमा के उस पार सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को अपदस्थ करने के लिए सहयोग के साथ उसका समन्वय मजबूती पकड़ रहा है।
अधिकारी कहते हैं कि सीरिया-इराक सीमा पर बढ़ती अराजकता और सीरियाई समूह नुसरा फ्रंट के साथ सीमापार से बढ़ते सहयोग के चलते उग्रवादियों को हथियारों और विदेशी लड़ाकों की आपूर्ति बढ़ गई है।
अधिकारियों ने बताया कि इनमें से कुछ धमाकों के लिए कार बमों का इस्तेमाल किया गया। ये धमाके ऐसे समय में हुए हैं जब देश में 2011 में अमेरिकी सैनिकों की वापसी के बाद पहले चुनाव में सप्ताहभर से भी कम का समय बचा है। चुनावों को एक प्रकार से मतदाताओं की सुरक्षा करने की सुरक्षा बलों की अग्नि परीक्षा के तौर पर देखा जा रहा है।
इन विस्फोटों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन जिस तरीके से एक के बाद एक विस्फोट हुए, उससे लगता है कि इन्हें अल कायदा की इराक शाखा ने अंजाम दिया है।टिप्पणियां
इराकी अधिकारियों का मानना है कि आतंकवादी समूह दिनों दिन मजबूत हो रहा है और सीमा के उस पार सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को अपदस्थ करने के लिए सहयोग के साथ उसका समन्वय मजबूती पकड़ रहा है।
अधिकारी कहते हैं कि सीरिया-इराक सीमा पर बढ़ती अराजकता और सीरियाई समूह नुसरा फ्रंट के साथ सीमापार से बढ़ते सहयोग के चलते उग्रवादियों को हथियारों और विदेशी लड़ाकों की आपूर्ति बढ़ गई है।
इन विस्फोटों की तत्काल किसी ने जिम्मेदारी नहीं ली है लेकिन जिस तरीके से एक के बाद एक विस्फोट हुए, उससे लगता है कि इन्हें अल कायदा की इराक शाखा ने अंजाम दिया है।टिप्पणियां
इराकी अधिकारियों का मानना है कि आतंकवादी समूह दिनों दिन मजबूत हो रहा है और सीमा के उस पार सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को अपदस्थ करने के लिए सहयोग के साथ उसका समन्वय मजबूती पकड़ रहा है।
अधिकारी कहते हैं कि सीरिया-इराक सीमा पर बढ़ती अराजकता और सीरियाई समूह नुसरा फ्रंट के साथ सीमापार से बढ़ते सहयोग के चलते उग्रवादियों को हथियारों और विदेशी लड़ाकों की आपूर्ति बढ़ गई है।
इराकी अधिकारियों का मानना है कि आतंकवादी समूह दिनों दिन मजबूत हो रहा है और सीमा के उस पार सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल असद को अपदस्थ करने के लिए सहयोग के साथ उसका समन्वय मजबूती पकड़ रहा है।
अधिकारी कहते हैं कि सीरिया-इराक सीमा पर बढ़ती अराजकता और सीरियाई समूह नुसरा फ्रंट के साथ सीमापार से बढ़ते सहयोग के चलते उग्रवादियों को हथियारों और विदेशी लड़ाकों की आपूर्ति बढ़ गई है।
अधिकारी कहते हैं कि सीरिया-इराक सीमा पर बढ़ती अराजकता और सीरियाई समूह नुसरा फ्रंट के साथ सीमापार से बढ़ते सहयोग के चलते उग्रवादियों को हथियारों और विदेशी लड़ाकों की आपूर्ति बढ़ गई है। | यह एक सारांश है: इराक में सुबह आतंकवादियों द्वारा सोची-समझी साजिश के तहत किए गए एक के बाद एक कई हमलों में कम से कम 55 लोग मारे गए और कई लोग घायल हो गए। | 21 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्र सरकार के बजट से आरएसएस से जुड़ा मजदूर संगठन भारतीय मजदूर संघ ही नाखुश है. उसका कहना है कि बजट में गरीबों और मजदूरों के लिए कोई राहत नहीं है. संघ ने कहा है कि यह बजट अमीरों के हित में है. बजट पेश होने के 24 घंटे के अंदर दिल्ली के जंतर-मंतर पर भारतीय मजदूर संघ ने बजट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया.
भारतीय मजदूर संघ के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कई शहरों में गुरुवार को प्रदर्शन किया और मोदी सरकार और वित्त मंत्री के खिलाफ नारे लगाए. इनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि वित्त मंत्री ने मजदूर-गरीब तबके को बड़ी राहत नहीं दी.
भारतीय मजदूर संघ के जोनल सेक्रेटरी पवन कुमार ने एनडीटीवी से कहा, "यह बजट गरीब-विरोधी, आम आदमी विरोधी है. इसमें असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए कुछ नहीं है." उन्होंने कहा कि यह बजट अमीरों के हित में है. नोटबंदी से रेवेन्यू कलेक्शन 38 फीसदी बढ़ा है. इसका मतलब है कि सरकार के पास पैसा आया है, तो फिर सरकार ने यह पैसा मजदूरों के साथ साझा क्यों नहीं किया.टिप्पणियां
बजट पेश होने से पहले भारतीय मजदूर संघ और अन्य मजदूर संगठनों के नेताओं की वित्त मंत्री से मुलाकात हुई थी. इस दौरान नोटबंदी की वजह से असंगठित श्रेत्र के मजदूरों की बदहाली को दूर करने के लिए विशेष राहत की मांग की गई थी, लेकिन वित्त मंत्री ने असंगठित क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की.
भारतीय मजदूर संघ कहता रहा है कि नोटबंदी की वजह से असंगठित क्षेत्र के चार से पांच करोड़ मजदूरों की रोजी-रोटी छिनी है. अब वे नाराज हैं कि बजट में उनकी मांगों का कोई ध्यान नहीं रखा गया.
भारतीय मजदूर संघ के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कई शहरों में गुरुवार को प्रदर्शन किया और मोदी सरकार और वित्त मंत्री के खिलाफ नारे लगाए. इनकी नाराजगी इस बात को लेकर है कि वित्त मंत्री ने मजदूर-गरीब तबके को बड़ी राहत नहीं दी.
भारतीय मजदूर संघ के जोनल सेक्रेटरी पवन कुमार ने एनडीटीवी से कहा, "यह बजट गरीब-विरोधी, आम आदमी विरोधी है. इसमें असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए कुछ नहीं है." उन्होंने कहा कि यह बजट अमीरों के हित में है. नोटबंदी से रेवेन्यू कलेक्शन 38 फीसदी बढ़ा है. इसका मतलब है कि सरकार के पास पैसा आया है, तो फिर सरकार ने यह पैसा मजदूरों के साथ साझा क्यों नहीं किया.टिप्पणियां
बजट पेश होने से पहले भारतीय मजदूर संघ और अन्य मजदूर संगठनों के नेताओं की वित्त मंत्री से मुलाकात हुई थी. इस दौरान नोटबंदी की वजह से असंगठित श्रेत्र के मजदूरों की बदहाली को दूर करने के लिए विशेष राहत की मांग की गई थी, लेकिन वित्त मंत्री ने असंगठित क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की.
भारतीय मजदूर संघ कहता रहा है कि नोटबंदी की वजह से असंगठित क्षेत्र के चार से पांच करोड़ मजदूरों की रोजी-रोटी छिनी है. अब वे नाराज हैं कि बजट में उनकी मांगों का कोई ध्यान नहीं रखा गया.
भारतीय मजदूर संघ के जोनल सेक्रेटरी पवन कुमार ने एनडीटीवी से कहा, "यह बजट गरीब-विरोधी, आम आदमी विरोधी है. इसमें असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के लिए कुछ नहीं है." उन्होंने कहा कि यह बजट अमीरों के हित में है. नोटबंदी से रेवेन्यू कलेक्शन 38 फीसदी बढ़ा है. इसका मतलब है कि सरकार के पास पैसा आया है, तो फिर सरकार ने यह पैसा मजदूरों के साथ साझा क्यों नहीं किया.टिप्पणियां
बजट पेश होने से पहले भारतीय मजदूर संघ और अन्य मजदूर संगठनों के नेताओं की वित्त मंत्री से मुलाकात हुई थी. इस दौरान नोटबंदी की वजह से असंगठित श्रेत्र के मजदूरों की बदहाली को दूर करने के लिए विशेष राहत की मांग की गई थी, लेकिन वित्त मंत्री ने असंगठित क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की.
भारतीय मजदूर संघ कहता रहा है कि नोटबंदी की वजह से असंगठित क्षेत्र के चार से पांच करोड़ मजदूरों की रोजी-रोटी छिनी है. अब वे नाराज हैं कि बजट में उनकी मांगों का कोई ध्यान नहीं रखा गया.
बजट पेश होने से पहले भारतीय मजदूर संघ और अन्य मजदूर संगठनों के नेताओं की वित्त मंत्री से मुलाकात हुई थी. इस दौरान नोटबंदी की वजह से असंगठित श्रेत्र के मजदूरों की बदहाली को दूर करने के लिए विशेष राहत की मांग की गई थी, लेकिन वित्त मंत्री ने असंगठित क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की.
भारतीय मजदूर संघ कहता रहा है कि नोटबंदी की वजह से असंगठित क्षेत्र के चार से पांच करोड़ मजदूरों की रोजी-रोटी छिनी है. अब वे नाराज हैं कि बजट में उनकी मांगों का कोई ध्यान नहीं रखा गया.
भारतीय मजदूर संघ कहता रहा है कि नोटबंदी की वजह से असंगठित क्षेत्र के चार से पांच करोड़ मजदूरों की रोजी-रोटी छिनी है. अब वे नाराज हैं कि बजट में उनकी मांगों का कोई ध्यान नहीं रखा गया. | संक्षिप्त सारांश: भारतीय मजदूर संघ ने कहा कि केंद्र का बजट अमीरों के हित में
वित्त मंत्री ने मजदूर-गरीब तबके को बड़ी राहत नहीं दी
असंगठित क्षेत्र के लिए कोई बड़ी घोषणा नहीं की गई | 10 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्र सरकार पर एक पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के वास्ते दबाव बनाने के लिए तेलंगाना क्षेत्र के चार और सांसदों एवं 16 विधायकों ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। एक पृथक तेलंगाना राज्य के अभियान को तेज करते हुए तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के संसद सदस्यों ने अपना इस्तीफा सौंप दिया है। टीआरएस प्रमुख के चंद्रशेखर राव और उनकी सहयोगी विजयाशांति ने लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार को अपना इस्तीफा फैक्स कर दिया। जबकि तेदेपा के सांसदों एन. नागेश्वर राव और रमेश राठौड़ ने नई दिल्ली में अपना इस्तीफा दिया। इस तरह सोमवार से इस्तीफा देने वाले सांसदों की संख्या अब 14 हो गई है। टीआरएस के मुखिया राव और विजयाशांति ने कहा कि वे लोकसभा की अध्यक्ष मीरा कुमार से व्यक्तिगत तौर पर अपना इस्तीफा मंजूर करने का अनुरोध करेंगे और इसके लिए वे शीघ्र ही नई दिल्ली का दौरा करेंगे। ज्ञात हो कि कांग्रेस पार्टी के लोकसभा के नौ सांसदों और राज्यसभा के एक सांसद ने सोमवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। इस बीच, एक मंत्री सहित विधानसभा के 16 और सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष को अपने त्यागपत्र दे दिए हैं। राज्य के कपड़ा मंत्री शंकर राव ने अमेरिका से अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को फैक्स कर दिया है। टीआरएस के विधानसभा के सभी 11 सदस्यों और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के सभी चार सदस्यों ने भी इस्तीफा दे दिया है। इस तरह से इस्तीफा देने वाले कुल विधायकों की संख्या 96 हो गई है। राज्य की 294 सदस्यों वाली विधानसभा में तेलंगाना से 119 विधायक आते हैं। उल्लेखनीय है कि 11 मंत्रियों सहित विधानसभा के कुल 82 सदस्यों ने सोमवार को अपना इस्तीफा सौंप दिया। जबकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दोनों विधायक मंगलवार शाम तक इस्तीफा दे देंगे। वहीं, विधान परिषद के तीन सदस्यों ने मंगलवार को इस्तीफा दिया जबकि परिषद के 12 सदस्यों ने सोमवार को इस्तीफा दिया था। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: तेलंगाना क्षेत्र के चार और सांसदों एवं 16 विधायकों ने मंगलवार को इस्तीफा दे दिया। | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: वर्ष 2018 (Flashback 2018) राजनीतिक घटनाक्रम को लेकर भी खास तौर पर याद किया जाएगा. इन घटनाक्रमों में कुछ ऐसे राजनीतिक फैसले भी हैं जिनका जोरशोर से विरोध किया गया था. इन फैसलों की वजह से विपक्ष तो विपक्ष कई बार सरकार को आम लोगों की भी नाराजगी झेलनी पड़ी थी. इन घटनाओं (Flashback 2018) में खासतौर पर सरदार पटेल की मूर्ति का शिलान्यास (Statue of Unity) , अयोध्या में राम मूर्ति का निर्माण की घोषणा (Statue of Lord Ram), योगी सरकार (Yogi Government) द्वारा मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलने की घोषणा और इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज (PrayagRaj) करना मुख्य रूप से शामिल हैं. आइये जानते हैं इस साल हुए ऐसे ही हुए कुछ मामलों के बारे में-
गुजरात के आदिवासी, किसान बहुल गांव केवाडिया में बनी सरदार पटेल की मूर्ति को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के नाम से भी जाना जाता है. पीएम नरेंद्र मोदी ने इस साल 31 अक्टूबर को इस मूर्ति का अनावरण किया था. बता दें कि यह विश्व में अब सबसे ऊंची मूर्ति है. हालांकि इस मूर्ति के शिलांयास के बाद जमकर राजनीति हुई थी. विपक्ष ने सरकार पर गरीबों और टैक्स चुकाने वालों के पैसे का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया था. महाराष्ट्र नव-निर्माण सेना के प्रमुख राज ठाकरे ने तो एक कार्टून बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला था. उन्होंने कार्टून में मूर्ति पर आए करीब 3,000 करोड़ रुपये के खर्च का जिक्र किया था. कार्टून में पटेल की मूर्ति कह रही है कि जितना पैसा इस मूर्ति पर खर्च किया है, उतना ही पैसा जरूरतमंदों की जिंदगी सुधारने में लगाते तो अच्छा होता. इसमें प्रधानमंत्री मोदी, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह समेत अन्य मंत्रियों को दिखाया गया है.
वहीं, बसपा प्रमुख मायावती ने कहा था कि बीजेपी पहले बाबा साहब डॉक्टर आंबेडकर सहित दलितों और अन्य पिछड़े वर्ग के महान संतों, गुरुओं और महापुरुषों के सम्मान में बीएसपी द्वारा बनाई गई मूर्तियों, भवनों, स्थलों, स्मारकों और पार्कों को फिजूलखर्ची बता कर इसकी आलोचना करते थे. अब वह खुद ₹3000 करोड़ खर्च करके सरदार पटेल की स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आदर और सम्मान दिखा रहे हैं. यह सिर्फ राजनीति है. उधर, केवाडिया गांव और आसपास के 22 गांव के लोगों ने ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' बनाने को लेकर खासा रोष व्यक्त किया था. सरदार पटेल की मूर्ति को बनाने के लिए सरदार सरोवर डैम पर बहुत तोड़फोड़ की गई है, जिसके चलते गांव वालों में खासा नाराजगी थी. ग्रामीणों का कहना था कि अगर सरदार पटेल जिंदा होते तो इस मूर्ति के लिए की गई तोड़फोड़ को देखकर रो पड़ते.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले महीने अयोध्या में भगवान राम की भव्य 221 मीटर की मूर्ति बनाने का ऐलान किया था. यह मूर्ति गुजरात के सरदार सरोवर में लगाई गई सरदार पटेल की मूर्ति स्टेच्यू ऑफ यूनिटी से भी ऊंची होगी. सीएम योगी के इस ऐलान का साधु-संतों ने कड़ा विरोध किया था. साधुओं को कहना था कि भगवान राम और सरदार पटेल के बीच होड़ कतई उचित नहीं है. स्वामी अविमुत्तेश्वर सरस्वती ने कहा था कि भगवान राम की 221 मीटर ऊंची मूर्ति भगवान राम का अपमान है. उन्होंने कहा था कि पक्षी और जीवजंतु खुले में लगी मूर्ति के आसपास घूमेंगे, जिससे इसपर गंदगी फैलेगी. लिहाजा भगवान की मूर्ति को सिर्फ मंदिर में रखा जा सकता है. वहीं, राजनीति के तौर पर देख रही हैं. सरदार पटेल की मूर्ति के बाद भगवान की मूर्ति बनाने के फैसले पर विपक्ष ने भी हमला किया था. विपक्ष के अनुसार योगी सरकार का यह फैसला सिर्फ चुनाव से पहले लोगों की भावनाओं का फायदा उठाने के लिए किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने इस साल अगस्त में मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन कर दिया था. इससे पहले योगी सरकार ने जून में इस स्टेशन का नाम बदलने का प्रस्ताव दिया था. इस प्रस्ताव के सार्वजनिक होने के बाद से ही योगी सरकार को विपक्ष का कड़ा विरोध झेलना पड़ा था. सरकार के इस फैसले का समाजवादी पार्टी के सदस्यों ने राज्यसभा में विरोध किया था. सपा के नरेश अग्रवाल ने कहा था कि सरकार पहचान बदलना चाहती है. मुगलसराय को पूरी दुनिया में लोग जानते हैं. इसके जवाब में मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा था कि वो लोग मुगलों के नाम पर स्टेशन का नाम रख लेंगे, दीन दयाल उपाध्याय के नाम पर नहीं रखेंगे. कांग्रेस ने भी योगी सरकार के इस फैसले का विरोध किया था.
उत्तर प्रदेश सरकार ने इस साल अक्टूबर में इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज करने का फैसला किया था. सूत्रों के अनुसार राज्य सरकार ने यह कदम जनभावनाओं और कुंभ के आयोजन को लेकर उठाया था. राज्य सरकार को अपने इस फैसले के लिए आम जनता और विपक्षी पार्टियों की तरफ से कड़ा विरोध झेलना पड़ा था. स्थानीय लोगों ने नाम में किए गए बदलाव के विरोध में सोशल मीडिया पर एक मुहिम भी शुरू की थी. कई लोगों ने जहां सरकार के इस फैसला का विरोध किया था वहीं कई ऐसे भी थे जो सरकार के इस फैसले के पक्ष में खड़े दिखे. उधर, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी सरकार के इस फैसले का विरोध किया था. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एक दिन पहले ट्वीट कर नाम बदलने की मंशा पर सवाल खड़े किए थे.
अखिलेश ने इलाहाबाद का नाम बदलने को आस्था के साथ खिलवाड़ बताया था. उन्होंने सोमवार को ट्वीट कर कहा था कि राजा हर्षवर्धन ने अपने दान से 'प्रयाग कुम्भ' का नाम किया था और आज के शासक केवल 'प्रयागराज' नाम बदलकर अपना काम दिखाना चाहते हैं. इन्होंने तो 'अर्ध कुम्भ' का भी नाम बदलकर 'कुम्भ' कर दिया है. ये परम्परा और आस्था के साथ खिलवाड़ है. | यह एक सारांश है: सरदार पटेल की मूर्ति को लेकर हुई थी राजनीति
सीएम योगी ने अयोध्या में राम की मूर्ति बनाने की कही थी बात
इलाहाबाद का नाम बदलने को लेकर भी मचा था बवाल | 2 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग (Xi Jinping) के बीच प्रस्तावित अनौपचारिक शिखर बैठक से एक दिन पहले कांग्रेस ने शुक्रवार को कहा कि मोदी चीन को 56 इंची सीना दिखाते हुए और आंखों में आंखें डालकर बात करें और यह सवाल करें कि चीन डोकलाम से कब हट रहा है? पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी को चिनफिंग से यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है और इसमें उनका कोई सुझाव नहीं चाहिए. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने ट्वीट कर कहा, 'शी चिनफिंग अनुच्छेद 370 पर इमरान खान का समर्थन करते हैं, ऐसे में पीएम मोदी मामल्लापुरम में उनकी आंखों में आंखें डालें और बोलें कि पीओके में कब्जे वाली 5000 किलोमीटर की भूमि खाली करो और भारत में 5जी के लिए चीनी कंपनी हुवेई की जरूरत नहीं है.'
उन्होंने तंज कसते हुए कहा, 'आप 56 इंच का सीना दिखाइए या फिर हाथी के दांत खाने के कुछ और, दिखाने के कुछ और' वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, 'हमारा यह कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी बंद कमरे में होने वाली बैठक में शी चिनफिंग साहब से कहिएगा कि कश्मीर हमारा आन्तरिक मामला है और हम खुद निपटेंगे. आप बस ये बताओ कि डोकलाम से कब जा रहे हो? हमारी सीमा के इतना पास आपने हैलीपैड क्यों बना लिए हैं?'
उन्होंने कहा कि कश्मीर के विषय पर किसी भी दूसरे देश की मध्यस्थता या सुझाव अस्वीकार्य है. गौरतलब है कि चिनफिंग और मोदी के बीच 12 अक्टूबर को अनौपचारिक शिखर बैठक होने जा रही है. | संक्षिप्त पाठ: कांग्रेस ने पीएम मोदी पर साधा निशाना
कांग्रेस ने कहा- पीएम सवाल करें कि चीन डोकलाम से कब हट रहा है?
'चिनफिंग से कहें कि कश्मीर हमारा आन्तरिक मामला है और हम खुद निपटेंगे' | 22 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारत ने शानिवार पाकिस्तान के सामने यह स्पष्ट कर दिया कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मामला अभी भी ‘वार्ता की मेज’ पर है और इसे ‘भुलाया नहीं जा सकता।'
भारत ने दृढ़तापूर्वक कहा कि पाकिस्तान को भारत की वित्तीय राजधानी में हुए आतंकी हमलों, जिनमें 166 लोग मारे गए थे, के साजिशकर्ताओं को सजा देने के लिए अवश्य कार्रवाई करनी चाहिए।टिप्पणियां
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा, ‘मुंबई मामला वार्ता में शामिल है और उन्हें (पाकिस्तान) मुंबई और भारत पर हुए जघन्य हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ आगे की कार्रवाई करनी होगी।’ कृष्णा ने कहा, ‘भारत इससे पीछे नहीं हटेगा। हम हर अवसर पर इस पर जोर दे रहे हैं।’
इससे पहले, कृष्णा और पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने अपने एक संयुक्त बयान में कहा था कि दोनों देशों के रिश्तों पर इतिहास का असर नहीं पड़ना चाहिए। इसे लेकर संवाददताओं ने कृष्णा से सवाल किए।
भारत ने दृढ़तापूर्वक कहा कि पाकिस्तान को भारत की वित्तीय राजधानी में हुए आतंकी हमलों, जिनमें 166 लोग मारे गए थे, के साजिशकर्ताओं को सजा देने के लिए अवश्य कार्रवाई करनी चाहिए।टिप्पणियां
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा, ‘मुंबई मामला वार्ता में शामिल है और उन्हें (पाकिस्तान) मुंबई और भारत पर हुए जघन्य हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ आगे की कार्रवाई करनी होगी।’ कृष्णा ने कहा, ‘भारत इससे पीछे नहीं हटेगा। हम हर अवसर पर इस पर जोर दे रहे हैं।’
इससे पहले, कृष्णा और पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने अपने एक संयुक्त बयान में कहा था कि दोनों देशों के रिश्तों पर इतिहास का असर नहीं पड़ना चाहिए। इसे लेकर संवाददताओं ने कृष्णा से सवाल किए।
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा ने कहा, ‘मुंबई मामला वार्ता में शामिल है और उन्हें (पाकिस्तान) मुंबई और भारत पर हुए जघन्य हमले के साजिशकर्ताओं के खिलाफ आगे की कार्रवाई करनी होगी।’ कृष्णा ने कहा, ‘भारत इससे पीछे नहीं हटेगा। हम हर अवसर पर इस पर जोर दे रहे हैं।’
इससे पहले, कृष्णा और पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने अपने एक संयुक्त बयान में कहा था कि दोनों देशों के रिश्तों पर इतिहास का असर नहीं पड़ना चाहिए। इसे लेकर संवाददताओं ने कृष्णा से सवाल किए।
इससे पहले, कृष्णा और पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने अपने एक संयुक्त बयान में कहा था कि दोनों देशों के रिश्तों पर इतिहास का असर नहीं पड़ना चाहिए। इसे लेकर संवाददताओं ने कृष्णा से सवाल किए। | संक्षिप्त सारांश: भारत ने शानिवार पाकिस्तान के सामने यह स्पष्ट कर दिया कि 2008 के मुंबई आतंकी हमलों का मामला अभी भी ‘वार्ता की मेज’ पर है और इसे ‘भुलाया नहीं जा सकता।' | 0 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: 126 करोड़ की ज़मीन घोटाले का एक ऐसा अनोखा मामला जिसकी जांच सीबीआई ने शुरू भी नहीं कि लेकिन उस मामले में आरोपियों को बचाने और उनसे घूस लेने के आरोप में सीबीआई के 2 अफसर गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि अपने ही तीसरे अफसर को जब सीबीआई की टीम पकड़ने गयी तो उसके ही परिवार ने टीम को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. पुलिस ने केस दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. सीबीआई के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है जब एक बड़े घोटाले का केस अभी सीबीआई को ट्रांसफर भी नहीं हुआ लेकिन सीबीआई के लोग घोटाले से जुड़े लोगों को बचाने के नाम पर लाखों रुपए की रिश्वत की बंदरबांट करने लगे. लेकिन सीबीआई ने ट्रैप लगाकर अपने 2 अफसरों को गिरफ्तार किया. लेकिन जब इसी मामले में आरोपी तीसरे अफसर सुनील दत्त को शनिवार को सीबीआई की टीम पकड़ने गयी तो ग्रेटर नोएडा के सुनपुरा गांव में सुनील के परिवार ने सीबीआई की टीम पर लाठी डंडों से हमला कर दिया जिसमें सीबीआई के दो लोग घायल हो गए. पिट रहे सीबीआई वालों ने किसी तरह पुलिस को ख़बर दी तो अपने इलाके में सीबीआई के लोगों के पिटने की खबर सुनकर ग्रेटर नोएडा पुलिस मौके पर पहुंची. इकोटेक तीन थाने की पुलिस ने सीबीआई टीम को बचाया.
सीबीआई ने सुनील दत्त के परिवार वालों के खिलाफ लिखित में शिकायत दी जिसके बाद पुलिस ने केस दर्ज कर सुनील दत्त के एक भाई युद्धवीर को गिरफ्तार कर लिया है. दरअसल यमुना एक्सप्रेस वे औधोगिक प्राधिकरण में 126 करोड़ का ज़मीन घोटाला हुआ था जिसकी एफआईआर कासना थाने में दर्ज हुई थी. चूंकि इस मामले में यमुना प्राधिकरण के सीईओ पीसी गुप्ता समेत कई अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था इसलिए यूपी सरकार ने इस घोटाले की जांच सीबीआई से कराने की सिफारिश की थी. सीबीआई ने अभी उस मामले की जांच शुरू भी नहीं की थी कि उस केस में आरोपियों को बचाने के नाम पर सीबीआई के एक इंस्पेक्टर वी एस राठौर, एएसआई सुनील दत्त, यूपी सरकार के एक तहसीलदार रणवीर के साथ मिलकर आरोपियों को बचाने और जांच को प्रभावित करने के नाम पर लाखों की रिश्वत लेने लगे.
सीबीआई ने एक सूचना के बाद छापा मारकर 18 लाख बरामद कर लिए थे और मौके से सीबीआई इंस्पेक्टर वी एस राठौर और तहसीलदार रणवीर को गिरफ्तार कर लिया. लेकिन एएसआई सुनील दत्त फ़रार हो गया. गिरफ्तार तहसीलदार ने सीबीआई को बताया कि उसने लाखों रुपये सुनील और राठौर को दिए हैं और रिश्वत का ये पैसा इन लोगों ने सैनिक फार्म में रहने वाले रिटायर्ड विंग कमांडर वाई एस तोमर के घर पर रखा हुआ है. लिहाजा 2 फरवरी को सीबीआई की एक टीम ने रिटायर्ड विंग कमांडर वाई एस तोमर के घर पर छापा मारा.
उस टीम का हिस्सा रहे हेड कांस्टेबल सुदेश पर घर से बरामद किए गए कुल रकम में से छह लाख रुपए गायब करने का आरोप लगा. सीबीआई ने इस मामले में भी एक एफआईआर दर्ज कर सुदेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
एक घोटाले की जांच शुरू होने से पहले ही उस जांच के नाम पर रिश्वतखोरी के मामले में अब तक दो एफआईआर दर्ज कर ली गई है और सीबीआई के 2 अफसर गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि तीसरे को तलाश जारी है. अब सीबीआई की टीम की पिटाई भी हो गयी, जिसका मामला अलग से दर्ज हुआ. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सीबीआई की टीम पर ग्रेटर नोएडा के गांव में हमला
जमीन घोटाले की जांच करने गए सीबीआई अफसरों को दौड़ाया
गांववालों के हमले में छह सदस्यीय टीम में शामिल अफसर घायल | 11 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त और मौजूदा चैम्पियन सर्बिया के नोवाक जोकोविक वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंच गए हैं। शुक्रवार को खेले गए फाइनल मुकाबले में उन्होंने ब्रिटेन के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त खिलाड़ी एंडी मरे को हराया।
पांच सेटों तक चले इस मुकाबले में जोकोविक ने मरे को 6-3, 3-6, 6-7, 6-1, 7-5 से हराया। फाइनल में उनका मुकाबला स्पेन के राफेल नडाल से होगा।टिप्पणियां
जोकोविक ने बुधवार को खेले गए एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच में पांचवें वरीयता प्राप्त स्पेनिश खिलाड़ी डेविड फेरर को सीधे सेटों में 6-4, 7-6, 6-1 से पराजित कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
जोकोविक ने 2008 और 2011 में आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। 2009 और 2010 में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय कर सके थे जबकि 2007 में वह चौथे दौर तक ही पहुंच सके थे। मरे 2010 और 2011 में उपविजेता रहे थे। वह लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने के लिए प्रयासरत थे।
पांच सेटों तक चले इस मुकाबले में जोकोविक ने मरे को 6-3, 3-6, 6-7, 6-1, 7-5 से हराया। फाइनल में उनका मुकाबला स्पेन के राफेल नडाल से होगा।टिप्पणियां
जोकोविक ने बुधवार को खेले गए एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच में पांचवें वरीयता प्राप्त स्पेनिश खिलाड़ी डेविड फेरर को सीधे सेटों में 6-4, 7-6, 6-1 से पराजित कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
जोकोविक ने 2008 और 2011 में आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। 2009 और 2010 में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय कर सके थे जबकि 2007 में वह चौथे दौर तक ही पहुंच सके थे। मरे 2010 और 2011 में उपविजेता रहे थे। वह लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने के लिए प्रयासरत थे।
जोकोविक ने बुधवार को खेले गए एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल मैच में पांचवें वरीयता प्राप्त स्पेनिश खिलाड़ी डेविड फेरर को सीधे सेटों में 6-4, 7-6, 6-1 से पराजित कर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
जोकोविक ने 2008 और 2011 में आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। 2009 और 2010 में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय कर सके थे जबकि 2007 में वह चौथे दौर तक ही पहुंच सके थे। मरे 2010 और 2011 में उपविजेता रहे थे। वह लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने के लिए प्रयासरत थे।
जोकोविक ने 2008 और 2011 में आस्ट्रेलियन ओपन का खिताब जीता था। 2009 और 2010 में क्वार्टर फाइनल तक का सफर तय कर सके थे जबकि 2007 में वह चौथे दौर तक ही पहुंच सके थे। मरे 2010 और 2011 में उपविजेता रहे थे। वह लगातार तीसरी बार फाइनल में पहुंचने के लिए प्रयासरत थे। | यह एक सारांश है: विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त और मौजूदा चैम्पियन सर्बिया के नोवाक जोकोविक वर्ष के पहले ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के फाइनल में पहुंच गए हैं। | 24 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: वैज्ञानिकों ने रक्त जांच की एक ऐसी विधि विकसित करने का दावा किया है जिससे उस कोशिका का पता चल जाएगा, जो आगे चलकर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की वजह बन सकती है। इस जांच विधि को विकसित करने वाली बोस्टन की एक टीम ने बताया कि प्रायोगिक जांच वाले अध्ययन इस साल शुरू हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस कार्य में जॉनसन एंड जॉनसन कंपनी सहयोग कर रही है। वैज्ञानिकों के मुताबिक यह जांच खास तौर पर स्तन, प्रोस्टेट, बड़ी आंत और फेफड़े के कैंसर सहित कई तरह के कैंसर का पता लगा सकती है। मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल में कैंसर केंद्र के प्रमुख डेनियल हार्बर के हवाले से इस नई विधि का खुलासा किया गया है। वैज्ञानिकों के मुताबिक रक्त जांच में एक माइक्रोचिप का इस्तेमाल किया जाता है। हार्वर्ड विश्वविद्यालय के बायोइंजीनियर महमेट टार्नर ने बताया, यह जांच प्रक्रिया एक अरब या इससे अधिक की स्वस्थ कोशिकाओं में भी किसी कैंसर कोशिका का पता लगा सकती है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: वैज्ञानिकों ने रक्त जांच की एक ऐसी विधि विकसित करने का दावा किया है जिससे उस कोशिका का पता चल जाएगा, जो आगे चलकर कैंसर जैसी खतरनाक बीमारी की वजह बन सकती है। | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: मोरक्को में चल रहा जलवायु परिवर्तन सम्मेलन शुक्रवार देर रात इस वादे के साथ खत्म हुआ कि पेरिस समझौते को लागू करने के लिए कायदे 2018 तक बना लिये जायेंगे और इसमें पारदर्शिता बरती जायेगी. भारत ने विकसित देशों से दोहा समझौते को लागू कर तुरंत अपने कार्बन उत्सर्जन कम करने को भी कहा है. पेरिस डील इसी साल 4 नवंबर को लागू हुई है जिसके तहत धरती को गर्म होने से रोकने के लिए सभी देशों को कदम उठाने हैं.
चिंता की बात यह है कि सात साल पहले कोपनहेगन में सभी देशों ने धरती का तापमान 1.5 डिग्री से अधिक न बढ़ने देने के लिए कदम उठाने की बात की थी लेकिन अब तक कार्बन उत्सर्जन को रोकने के लिए कोई बड़े प्रयास नहीं किए गये. धरती का तापमान तेज़ी से बढ़ रहा है और विश्व मौसम संगठन यानी WMO ने इसी सम्मेलन के दौरान जो रिपोर्ट जारी की उसके मुताबिक वह करीब सवा डिग्री बढ़ चुका है. गरम होती धरती की वजह से बाढ़, चक्रवाती तूफान और सूखे जैसी आपदाएं बढ़ रही हैं. भारत ने इस सम्मेलन में अमीर देशों से अपील की है वे अपने कार्बन उत्सर्जन कम करें और इस बात पर चिंता जताई कि विकासशील देशों की मदद के लिये बनाये जा रहे ग्रीन क्लाइमेट फंड में विकसित देशों ने कोई रकम जमा नहीं की है.टिप्पणियां
वैसे मोरक्को में हुए जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान ही विश्व मौसम संगठन की रिपोर्ट ने चिंताएं और बढ़ा दी जिसकी ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक इस बात की 90 प्रतिशत संभावना है कि ये साल पिछले साल का रिकॉर्ड भी तोड़ देगा और अब तक का सबसे गरम साल होगा. उधर धरती को गर्म होने से रोकने की मुहिम में पैसा ही सबसे बड़ी दिक्कत है ये बात मोरक्को सम्मेलन में भी साफ देखने को मिली. गरीब और विकासशील देश महंगी सौर और पवन ऊर्जा के लिए अमीर और विकसित देशों की ओर देख रहे हैं और अभी इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि कितनी मदद मिल पाएगी.
इस मामले पर भारत के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री अनिल दवे ने भी सम्मेलन में दिए अपने भाषण में कहा था कि 'संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के तहत 2020 से पहले और उसके बाद दिए जाने वाले क्लाइमेट फाइनेंस को लेकर विकासशील देशों में चिंता बनी हुई है.' बता दें कि पेरिस समझौते के तहत एक ग्रीन क्लाइमेट फंड बनना है, जिसकी मदद से हर साल गरीब और विकासशील देशों को 100 बिलियन डॉलर दिए जाने हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इस फंड में अभी नाममात्र का पैसा जमा हुआ है.
वैसे मोरक्को में हुए जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान ही विश्व मौसम संगठन की रिपोर्ट ने चिंताएं और बढ़ा दी जिसकी ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक इस बात की 90 प्रतिशत संभावना है कि ये साल पिछले साल का रिकॉर्ड भी तोड़ देगा और अब तक का सबसे गरम साल होगा. उधर धरती को गर्म होने से रोकने की मुहिम में पैसा ही सबसे बड़ी दिक्कत है ये बात मोरक्को सम्मेलन में भी साफ देखने को मिली. गरीब और विकासशील देश महंगी सौर और पवन ऊर्जा के लिए अमीर और विकसित देशों की ओर देख रहे हैं और अभी इसे लेकर कोई स्पष्टता नहीं है कि कितनी मदद मिल पाएगी.
इस मामले पर भारत के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री अनिल दवे ने भी सम्मेलन में दिए अपने भाषण में कहा था कि 'संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के तहत 2020 से पहले और उसके बाद दिए जाने वाले क्लाइमेट फाइनेंस को लेकर विकासशील देशों में चिंता बनी हुई है.' बता दें कि पेरिस समझौते के तहत एक ग्रीन क्लाइमेट फंड बनना है, जिसकी मदद से हर साल गरीब और विकासशील देशों को 100 बिलियन डॉलर दिए जाने हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इस फंड में अभी नाममात्र का पैसा जमा हुआ है.
इस मामले पर भारत के वन, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री अनिल दवे ने भी सम्मेलन में दिए अपने भाषण में कहा था कि 'संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन के तहत 2020 से पहले और उसके बाद दिए जाने वाले क्लाइमेट फाइनेंस को लेकर विकासशील देशों में चिंता बनी हुई है.' बता दें कि पेरिस समझौते के तहत एक ग्रीन क्लाइमेट फंड बनना है, जिसकी मदद से हर साल गरीब और विकासशील देशों को 100 बिलियन डॉलर दिए जाने हैं, लेकिन सच्चाई यह है कि इस फंड में अभी नाममात्र का पैसा जमा हुआ है. | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मोरक्को में जलवायु परिवर्तन सम्मेलन शुक्रवार देर रात पूरा हुआ
सम्मेलन में वादा किया गया कि पेरिस समझौते के कायदे 2018 में बनेंगे
2016 को अब तक का सबसे गरम साल बताया जा रहा है | 25 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: इंडोनेशिया में बुधवार को आए भूकम्प के झटके ने वर्ष 2004 में आई सुनामी की याद ताजा कर दी, जब 9.1 तीव्रता के भूकम्प के झटके से सुमात्रा द्वीप हिल गया था।टिप्पणियां
वर्ष 2004 में भूकम्प के तुरंत बाद सुनामी आई थी, जिससे भारी तबाही मची थी। करीब 14 देशों में दो लाख से अधिक लोग मारे गए थे। भारत में भी हजारों लोग भूकम्प व सुनामी के शिकार हुए थे।
संयुक्त राष्ट्र के आकलन के अनुसार, सुनामी से करीब 10 अरब डॉलर की सम्पत्ति का नुकसान हुआ था।
वर्ष 2004 में भूकम्प के तुरंत बाद सुनामी आई थी, जिससे भारी तबाही मची थी। करीब 14 देशों में दो लाख से अधिक लोग मारे गए थे। भारत में भी हजारों लोग भूकम्प व सुनामी के शिकार हुए थे।
संयुक्त राष्ट्र के आकलन के अनुसार, सुनामी से करीब 10 अरब डॉलर की सम्पत्ति का नुकसान हुआ था।
संयुक्त राष्ट्र के आकलन के अनुसार, सुनामी से करीब 10 अरब डॉलर की सम्पत्ति का नुकसान हुआ था। | संक्षिप्त सारांश: वर्ष 2004 में भूकम्प के तुरंत बाद सुनामी आई थी, जिससे भारी तबाही मची थी। करीब 14 देशों में दो लाख से अधिक लोग मारे गए थे। भारत में भी हजारों लोग भूकम्प व सुनामी के शिकार हुए थे। | 29 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अगले वर्ष से आईआईटी एवं अन्य केंद्रीय संस्थाओं के लिए साझा प्रवेश परीक्षा (जेईई) आयोजित करने की आलोचना को सिरे से खारिज करते हुए सरकार ने कहा कि यह आईआईटी परिषद की बैठक में सहमति से मंजूरी किया गया और सात आईआईटी में से चार से सेनेट का समर्थन प्राप्त था।
आईआईटी के पूर्व छात्रों एवं शिक्षक संघों की ओर से इस पहल का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र का जिक्र किए जाने पर मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने इसे पूरी तरह से ‘तथ्यों को गलत ढंग से पेश किए’ जाने का मामला करार दिया।टिप्पणियां
सिब्बल ने कहा कि उन्होंने आईआईटी परिषद की बैठक में कहा था कि अगर इसके विरोध में एक स्वर भी है तब वह इस प्रस्ताव पर आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘परिषद में आईआईटी, आईआईआईटी और एनआईटी शामिल हैं। एक भी स्वर इस प्रस्ताव के खिलाफ नही था। इसे सर्व सम्मति से मंजूर किया गया। इसके बाद ही मैंने इसे आगे बढ़ाया।’
मंत्री ने कहा, ‘मैंने यह भी कहा कि इस विषय पर आईआईटी सेनेट के विचार को भी शामिल किया जाएगा और इस पर तब तक आगे नहीं बढ़ा जाएगा जब तक इनकी राय पर विचार नहीं किया जाएगा। इनकी राय को ध्यान में रखा जाएगा।’
आईआईटी के पूर्व छात्रों एवं शिक्षक संघों की ओर से इस पहल का विरोध करते हुए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को लिखे पत्र का जिक्र किए जाने पर मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने इसे पूरी तरह से ‘तथ्यों को गलत ढंग से पेश किए’ जाने का मामला करार दिया।टिप्पणियां
सिब्बल ने कहा कि उन्होंने आईआईटी परिषद की बैठक में कहा था कि अगर इसके विरोध में एक स्वर भी है तब वह इस प्रस्ताव पर आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘परिषद में आईआईटी, आईआईआईटी और एनआईटी शामिल हैं। एक भी स्वर इस प्रस्ताव के खिलाफ नही था। इसे सर्व सम्मति से मंजूर किया गया। इसके बाद ही मैंने इसे आगे बढ़ाया।’
मंत्री ने कहा, ‘मैंने यह भी कहा कि इस विषय पर आईआईटी सेनेट के विचार को भी शामिल किया जाएगा और इस पर तब तक आगे नहीं बढ़ा जाएगा जब तक इनकी राय पर विचार नहीं किया जाएगा। इनकी राय को ध्यान में रखा जाएगा।’
सिब्बल ने कहा कि उन्होंने आईआईटी परिषद की बैठक में कहा था कि अगर इसके विरोध में एक स्वर भी है तब वह इस प्रस्ताव पर आगे नहीं बढ़ेंगे। उन्होंने कहा, ‘परिषद में आईआईटी, आईआईआईटी और एनआईटी शामिल हैं। एक भी स्वर इस प्रस्ताव के खिलाफ नही था। इसे सर्व सम्मति से मंजूर किया गया। इसके बाद ही मैंने इसे आगे बढ़ाया।’
मंत्री ने कहा, ‘मैंने यह भी कहा कि इस विषय पर आईआईटी सेनेट के विचार को भी शामिल किया जाएगा और इस पर तब तक आगे नहीं बढ़ा जाएगा जब तक इनकी राय पर विचार नहीं किया जाएगा। इनकी राय को ध्यान में रखा जाएगा।’
मंत्री ने कहा, ‘मैंने यह भी कहा कि इस विषय पर आईआईटी सेनेट के विचार को भी शामिल किया जाएगा और इस पर तब तक आगे नहीं बढ़ा जाएगा जब तक इनकी राय पर विचार नहीं किया जाएगा। इनकी राय को ध्यान में रखा जाएगा।’ | सारांश: अगले वर्ष से आईआईटी एवं अन्य केंद्रीय संस्थाओं के लिए साझा प्रवेश परीक्षा (जेईई) आयोजित करने की आलोचना को सिरे से खारिज करते हुए सरकार ने कहा कि यह आईआईटी परिषद की बैठक में सहमति से मंजूरी किया गया और सात आईआईटी में से चार से सेनेट का समर्थन प्राप्त था। | 5 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अपने ही मामा की लड़की का अश्लील एमएमएस बनाकर उसे अपने दोस्तों में बांटने और बाद में दोस्तों द्वारा लड़की के परिजनों को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे मांगने के आरोप में पुलिस ने चार लड़कों को गिरफ्तार किया है। इनमें लड़की का भाई भी शामिल है। वह 12वीं कक्षा में पढ़ता है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि कल्याणपुर निवासी एक किसान रामलाल (काल्पनिक नाम) ने पुलिस से शिकायत की थी कि पिछले 10 दिनों से एक युवक उन्हें फोन कर धमकी दे रहा है कि उसे 20 हजार रुपये दिए जाएं, वरना वह उसकी बेटी का अश्लील एमएमएस इंटरनेट पर डाल देगा। इस पर पुलिस ने उस किसान का फोन सर्विलांस पर लगाया, तो शुक्रवार देर रात पनकी निवासी लाखन को गिरफ्तार किया। उससे जब पूछताछ की तो मालूम हुआ कि उसे यह एमएमएस एक दोस्त कल्याणपुर के अज्ञेय के मोबाइल से मिला था। पुलिस ने अज्ञेय को पकड़कर जब पूछताछ की तो पता चला कि यह एमएमएस उसकी बुआ की लड़की का है। जो उसने उसके बाथरूम में बनाया था। पूछताछ में अज्ञेय ने बताया कि इस एमएमएस को लाखन ने दो और दोस्तों गौरव और श्याम के मोबाइल में फीड कर दिया। उसका कहना था कि यह तीनों मिलकर उसकी ममेरी बहन के परिवार वालों को ब्लैकमेल कर रहे थे और उनसे 20 हजार रुपये की मांग कर रहे थे। उसका कहना है कि इन तीनों दोस्तों ने उसे भी धमकाया था कि अगर तुमने किसी को बताया तो तुम्हारी भी पोल खुल जाएगी, इसलिए वह खामोश रहा। डीआईजी अशोक मुथा जैन ने बताया कि इन चारों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। इन पर ब्लैकमेलिंग के साथ साथ आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। | संक्षिप्त सारांश: कानपुर में अपने मामा की लड़की का अश्लील एमएमएस बनाकर उसे दोस्तों में बांटने और दोस्तों द्वारा लड़की के परिजनों को ब्लैकमेल कर उनसे पैसे मांगने के आरोप में 4 लड़कों को गिरफ्तार किया गया है। | 8 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने वर्ष 2018 की अपनी टेस्ट टीम ऑफ द ईयर की घोषणा की है. भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह (Jasprit Bumrah) को साल की इस टेस्ट टीम में जगह दी गई है. टीम का कप्तान न्यूजीलैंड के केन विलियमसन (Kane Williamson)को घोषित किया गया है जबकि नाथन लायन इस टीम में शामिल एकमात्र ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी हैं. लायन और भारतीय खिलाड़ियों के अलावा इस टीम में न्यूजीलैंड एवं दक्षिण अफ्रीका के दो-दो और श्रीलंका, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज एवं पाकिस्तान का एक-एक खिलाड़ी शामिल है. न्यूजीलैंड के केन विलियमसन इस टीम के कप्तान जबकि इंग्लैंड के जोस बटलर को विकेटकीपर होंगे.
Test Rankings: बैटिंग में कोहली का शीर्ष स्थान कायम, बॉलिंग में बुमराह ने लगाई 'लंबी छलांग'
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की साल की टीम में श्रीलंका के कुसल मेंडिस को न्यूजीलैंड के टॉम लाथम के साथ सलामी बल्लेबाज के रूप में चुना गया है. इसके बाद नंबर-3 पर विलियम्सन, नंबर-4 पर कोहली और नंबर-5 पर दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स को चुना गया है. विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर को छठे नंबर पर शामिल किया गया है. इसके बाद, वेस्टइंडीज के हरफनमौला खिलाड़ी जेसन होल्डर, दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा, ऑस्ट्रेलिया के नाथन लियोन, पाकिस्तान के मोहम्मद अब्बास और जसप्रीत बुमराह का नंबर है. | यह एक सारांश है: भारत से विराट और बुमराह इस टेस्ट टीम में हैं
केन विलियमसन को कप्तान नियुक्त किया गया
ऑस्ट्रेलिया से केवल नाथन लियोन हैं इस टीम में | 9 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के वर्धा में एक चुनावी रैली को संबोधित किया. वर्धा में रैली को संबोधित करते वक्त पीएम मोदी ने कांग्रेस के साथ-साथ शरद पवार की पार्टी एनसीपी पर भी हमला बोला और इन दोनों पार्टियों को कुंभकर्ण (कुंभकरण) के जैसा बताया. पीएम मोदी ने कहा कि ये दोनों पार्टियां जब सत्ता में होती हैं तो सिर्फ घोटाले करती हैं. ये दोनों पार्टियों सत्ता में 6-6 महीने तक सोती रहती हैं. पीएम मोदी ने इस दौरान एक बार फिर से पाकिस्तान का जिक्र किया और रैली में मौजूद लोगों से पूछा कि आपको पाकिस्तान में बनने वाला हीरो चाहिए या हिंदुस्तान वाला. पीएम मोदी ने आगे कहा कि आपको सबूत चाहिए या फिर सपूतों पर गर्व चाहिए.
पीएम मोदी ने शरद पवार पर लगाया वंशवाद की राजनीति का आरोप, कहा- अपने भतीजे के हाथों 'हिट-विकेट' हो चुके हैं
पीए मोदी ने वर्धा में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि 2 दिन पहले कांग्रेस के एक बढ़े नेता ने कहा कि मोदी ने केवल शौचालय की चौकीदारी की है. अब आप बताइये बरसों से जो साफ़ सफाई के काम में जुटे हैं, जो स्वच्छता के चौकीदार हैं, ये भाषा उनका अपमान है या नहीं. पीएम मोदी ने कहा कि मुझे शौचालय का चौकीदार कहा गया. तो मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि हां मैं शौचालय का चौकीदार हूं और शौचालय का चौकीदार होना गर्व की बात है. | यह एक सारांश है: पीएम मोदी ने वर्धा में एक चुनावी रैली को संबोधित किया.
पीएम मोदी ने कांग्रेस और एनसीपी गठबंधन को कुंभकर्ण बताया.
पीएम मोदी ने कहा कि इनका गठबंधन सिर्फ घोटाला करता है. | 24 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) ने कहा कि उनके भांजे रतुल पुरी के बिजनेस से उनका कोई लेना देना नहीं है. पुरी को 354 करोड़ रुपये के एक बैंक घोटाले के मामले में ईडी ने मंगलवार सुबह गिरफ्तार किया है. कमलनाथ ने मीडिया से कहा, 'मेरा उसके व्यवसाय से कोई संबंध नहीं है. मैं न तो शेयरधारक हूं, न ही डायरेक्टर. मेरे लिए यह विशुद्ध रूप से दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई प्रतीत होती है. मुझे पूरा भरोसा है कि कोर्ट सही फैसला लेगा.' इसमें सुधारात्मक कदम उठाएगा.
बता दें, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 354 करोड़ रुपए के बैंक ऋण धोखाधड़ी मामले में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के भांजे एवं कारोबारी रतुल पुरी (Ratul Puri) को गिरफ्तार कर लिया है. अधिकारियों ने उन्होंने बताया कि एजेंसी के समक्ष पेश होने के बाद पुरी को धनशोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत सोमवार को देर रात गिरफ्तार किया गया. सीबीआई द्वारा पिछले सप्ताह दर्ज प्राथमिकी का संज्ञान लेने के बाद पुरी के और अन्य के खिलाफ एक नया आपराधिक मामला दर्ज किया गया था.
समझा जाता है कि एजेंसी रतुल पुरी को हिरासत में लेकर पूछताछ करना चाहती है क्योंकि वह अभी तक इस मामले की जांच में कथित तौर पर सहयोग नहीं कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि पुरी को मंगलवार को अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा.
प्रवर्तन निदेशालय 3600 करोड़ रुपये के वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाला मामले में भी ‘हिन्दुस्तान पावर प्रोजेक्टस प्राइवेट (एचपीपी) लिमिटेड' के अध्यक्ष पुरी के खिलाफ जांच कर रहा है. एक स्थानीय अदालत ने हाल ही में उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया था. प्रवर्तन निदेशालय ने दलील दी थी कि पुरी सबूतों से छेड़छाड़ की कोशिश कर सकते हैं और गवाहों को फुसला सकते हैं ‘‘क्योंकि वह पहले ऐसा कर चुके हैं.'' | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भांजे रतुल पुरी की गिरफ्तारी पर बोले CM कमलनाथ
बोले- मेरा उसके बिजनेस से कोई लेना देना नहीं
ईडी ने मंगलवार को रतुल पुरी को गिरफ्तार किया | 3 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: इस घटना से दहशत में जी रहे लड़की के परिवार ने पुलिस में शिकायत दी है. इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है. परिवार को धमकी देने वालों में जारचा थाने के हिस्ट्रीशीटर भी हैं. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है.
ग्राम मिलक खटाना के निवासी सुनील मावी ने थाना जारचा में शिकायत दी है कि 31 अगस्त को लगभग 1:30 बजे उनके गांव के सचिन, कुल्लू और दो अन्य लोग आए और बोले उनकी लड़की अगर बुलेट मोटरसाइकिल चलाएगी, तो वे उसको मार देंगे. इस पर उन्होंने कहा कि अगर मेरी लड़की से कोई गलती हुई है, तो मैं उसे धमका दूंगा. तो इस पर वे गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगे और अवैध हथियार से हवाई फायरिंग करने लगे.
सुनील ने बताया कि वे डरकर छत की तरफ भागे तो कुल्लू ने छत पर भी आकर फायरिंग की. जब उन्होंने शोर मचाया तो चारों लड़के भाग गए और जाते-जाते उन्होंने धमकी दी कि अगर पुलिस में रिपोर्ट की तो देख लेंगे. पुलिस ने सुनील मावी की शिकायत पर सचिन, कुल्लू और अज्ञात लोगों के खिलाफ आईपीसी की धारा 504, 506, 323, 352 और 452 के तहत एफ़आईआर
दर्ज़ कर मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. | यह एक सारांश है: लड़की के पिता को घर में घुसकर धमकाया और फायरिंग की
पुलिस ने मुकदमा दर्ज़ किया, आरोपियों की तलाश जारी
आईपीसी की धारा 504, 506, 323, 352 और 452 के तहत एफ़आईआर दर्ज | 2 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: यूपी की सियासत में 25 साल बाद एक बार फिर से समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी का मिलन हुआ है. उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज यानी शनिवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सपा-बसपा गठबंधन का ऐलान किया और इस गठबंधन से कांग्रेस को बाहर ही रखा. मायावती और अखिलेश यादव ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि लोकसभा चुनाव में सपा और बसपा 38-38 सीटों पर लड़ेगी. सपा-बसपा गठबंधन ने चार सीटें छोड़ दी हैं, जिसमें दो सीटें सहयोगियों के खाते में जाएगी वहीं, दो सीटें कांग्रेस के लिए छोड़ दी गई हैं, अमेठी और रायबरेली है. साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मायावती ने बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर जमकर हमला बोला. मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन पर कहा कि इस गठबंधन से पीएम मोदी और अमित शाह की नींद उड़ जाएगी.
लखनऊ में बसपा-सपा गठबंधन पर मायावती ने कहा कि देशहित में हमने लखनऊ गेस्ट हाउस कांड को किनारे रखा है. 1993 में भी हमारा गठबंधन हुआ था, मगर कुछ कारणों से हमें अलग होना पड़ा था. 25 साल बाद एक बार फिर से बसपा और सपा के बीच गठबंधन हुआ है.लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से देशहित के मुद्दे को ऊपर रखते हुए हमने गठबंधन करे का फैसला किया है. यही वजह है कि हम फिर से देश के लिए एक साथ आए हैं.
मायावती ने इस गठबंधन में कांग्रेस को जगह नहीं दी है. उन्होंने कहा कि आज बीजेपी के शासनकाल में अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है. बीजेपी को इस बार कांग्रेस को हुई 1977 में हुए चुनाव की तरह ही बड़ा नुकसान होने वाला है. सपा-बसपा को कांग्रेस के साथ जाने से कोई खास फायदा होने वाला नहीं है. हमनें अपने अनुभव को ही तरजीह दी है. कांग्रेस का साथ जाने से हमारे वोट शेयर पर बुरा असर पड़ता है. अगर हम इनके साथ नहीं जाते हैं तो हमारे पास वोट का शेयर ज्यादा रहता है. लिहाजा हमनें इस वजह से कांग्रेस को गठबंधन से बाहर रखा है. हालांकि हमारी पार्टी ने यह फैसला लिया है कि पूरे देश में कांग्रेस पार्टी या इस तरह की किसी भी अन्य पार्टी से गठबंधन करके चुनाव नहीं लड़ेगी जिससे हमारा वोट ही कट जाए.
मायावती ने कहा कि बोफोर्स की वजह से कांग्रेस की सरकार गई थी, अब राफेल की वजह से बीजेपी की सरकार जाएगी. राफेल बीजेपी को ले डूबेगी. मायावती ने कहा कि बीजेपी ने प्रदेश में बेईमानी से सत्ता हासिल की है. हमने गठबंधन में कांग्रेस को नहीं रखा. कांग्रेस या बीजेपी कोई आए, दोनों में एक ही बात है. कांग्रेस और बीजेपी की नीतियां एक जैसी है. दोनों सरकारों का हाल एक जेस ही रहे हैं. अगर हम कांग्रेस से गठबंधन करते हैं तो हमें घाटा होगा. क्योंकि कांग्रेस के समय में भी भ्रष्टाचार हुआ. मायावती ने कहा कि यूपी में बीजेपी ने बेइमानी से सरकार बनाई है. जनविरोधी को सत्ता में आने से रोकेंगे. बीजेपी की अहंकारी सरकार से लोग परेशान है. जैसे हमने मिलकर उपचुनावों में बीजेपी को हराया है, उसी तरह हम लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराएंगे.
आज उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश के सवा सौ करोड़ आम जनता बीजेपी के घोर चुनावी वादा खिलाफी के खिलाफ खड़े हैं. आज आम जनता बीजेपी के तानाशाही रवैये से खासे नाराज हैं. आज सपा और बसपा ने देशहित को ध्यान में रहकर एक जुट होने का फैसला किया है. हमारा गठबंधन नई राजनीतिक क्रांति की तरह होगी. बीएसपी-सपा के गठबंधन से आम जनता की उम्मीद जग गई है. यह गठबंधन सिर्फ चुनाव जीतने के लिए ही नहीं है बल्कि यह गरीबों, महिनलाओं, किसानों, दलितों, शोषित और पिछड़ों को उनका हक दिलाने के लिए है. बीजेपी की गलत नीतियों और कार्य प्रणाली से जनता खासी दुखी है. अब इस पार्टी को सत्ता में आने का अधिकार नहीं है. हम उसे दोबारा सत्ता में आने से रोकना चाहते हैं. | यह एक सारांश है: देशहित में हमने लखनऊ गेस्ट हाउस कांड को किनारे रखा
बीजेपी के शासनकाल में अघोषित इमरजेंसी लगी हुई है
'यूपी में बीजेपी ने बेइमानी से सरकार बनाई है' | 9 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में एक सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है. उसने कथित तौर पर रिश्वत मांगी और इस बात पर जोर दिया कि उसे केवल 100 रपये के नोटों में यह रिश्वत दी जाय न कि 500 और 1000 रुपये के नोटों में.
भ्रष्टाचार-निरोधक कार्यालय के अधिकारियों ने मोहोल पंचायत समिति के साथ कृषि अधिकारी के तौर पर कार्यरत इस आरोपी को बुधवार को उस समय गिरफ्तार किया जब वह एक व्यक्ति से 2,500 रुपये रिश्वत स्वीकार कर रहा था.
पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता दत्तात्रे बेडगे ने अपने कृषि सेवा केंद्र के प्रस्ताव को मंजूर कराने के लिए बालासाहेब भिकाजी बाबर से संपर्क किया था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबर ने शिकायतकर्ता से 100-100 रुपये के 25 नोट लाने को कहा क्योंकि सरकार ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए हैं.टिप्पणियां
सोलापुर जिले में मोहोल पुलिस थाना में भ्रष्टाचार-निरोधक कानून की धारा 7, 13(1) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
भ्रष्टाचार-निरोधक कार्यालय के अधिकारियों ने मोहोल पंचायत समिति के साथ कृषि अधिकारी के तौर पर कार्यरत इस आरोपी को बुधवार को उस समय गिरफ्तार किया जब वह एक व्यक्ति से 2,500 रुपये रिश्वत स्वीकार कर रहा था.
पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता दत्तात्रे बेडगे ने अपने कृषि सेवा केंद्र के प्रस्ताव को मंजूर कराने के लिए बालासाहेब भिकाजी बाबर से संपर्क किया था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबर ने शिकायतकर्ता से 100-100 रुपये के 25 नोट लाने को कहा क्योंकि सरकार ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए हैं.टिप्पणियां
सोलापुर जिले में मोहोल पुलिस थाना में भ्रष्टाचार-निरोधक कानून की धारा 7, 13(1) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस ने कहा कि शिकायतकर्ता दत्तात्रे बेडगे ने अपने कृषि सेवा केंद्र के प्रस्ताव को मंजूर कराने के लिए बालासाहेब भिकाजी बाबर से संपर्क किया था. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि बाबर ने शिकायतकर्ता से 100-100 रुपये के 25 नोट लाने को कहा क्योंकि सरकार ने 500 रुपये और 1000 रुपये के नोट बंद कर दिए हैं.टिप्पणियां
सोलापुर जिले में मोहोल पुलिस थाना में भ्रष्टाचार-निरोधक कानून की धारा 7, 13(1) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
सोलापुर जिले में मोहोल पुलिस थाना में भ्रष्टाचार-निरोधक कानून की धारा 7, 13(1) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया है. | संक्षिप्त सारांश: सोलापुर जिले में एक सरकारी अधिकारी को गिरफ्तार किया गया
100 रुपये के नोटों में रिश्वत मांगी
गिरफ्तारी के समय 2,500 रुपये की रिश्वत स्वीकार रहा था | 10 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: यूनान की संसद ने खर्चों में कटौती के लिए सख्त उपायों वाला बजट बुधवार सुबह पारित कर दिया। यूरो क्षेत्र में बढ़ते ऋण संकट पर लगाम लगाने के लिए यूरोपीय नेताओं के बढ़ते दबाव के बीच यह बजट पारित किया गया है। बजट का समाजवादी, रूढ़िवादी तथा सरकार को समर्थन दे रहे दक्षिणपंथियों ने समर्थन किया। बजट में खर्चों में कटौती के ऐसे कदम उठाने की बात कही गई है, जिसे लोग पसंद नहीं कर रहे हैं। दूसरी ओर यूरोपीय संघ ने नए ऋण देने के लिए ऐसे कदम उठाने की मांग की थी। संसद के अध्यक्ष फिलिप्स पेटसालनिकोज ने कहा कि कुल 299 सांसदों में से 258 ने बजट के पक्ष में, जबकि 41 ने इसके विरोध में वोट डाला। इससे पहले, कार्यवाहक प्रधानमंत्री लुकास पापादेमोस ने सांसदों से बजट का समर्थन करने का अनुरोध किया था। उन्होंने कहा था कि खतरनाक नीतियों के कारण प्रत्येक यूनानवासी पर 40,000 डॉलर का कर्ज हो गया है। इस स्थिति में बदलाव के लिए यह जरूरी है। बजट में आर्थिक नीतियों की रूपरेखा का प्रस्ताव है। बढ़ते घाटों के कारण यूनान का ऋण फिलहाल 350 अरब यूरो से ऊपर चला गया है। | यहाँ एक सारांश है:यूरो क्षेत्र में बढ़ते ऋण संकट पर लगाम लगाने के लिए यूरोपीय नेताओं के बढ़ते दबाव के बीच यह बजट पारित किया गया है। | 15 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: अहमदाबाद के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने गुलबर्ग सोसायटी कांड में मारे गए पूर्व कांग्रेसी सांसद एहसान जाफरी की पत्नी ज़किया जाफरी को एसआईटी की क्लोजर रिपोर्ट की कॉपी फिलहाल नहीं देने का आदेश दिया है। इसमें कथित तौर पर मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को क्लीनचिट दी गई है। इसके अलावा बाकी याचिकाकर्ताओं को रिपोर्ट की कॉपी नहीं मिलेगी। कोर्ट ने आदेश में कहा है कि अभी रिपोर्ट पूरी तरह से कोर्ट में संपूर्ण कागजातों के साथ पेश नहीं हुई है इसलिए अभी यह कॉपी जकिया को नहीं दी जा सकती। इसके अलावा वर्तमान रिपोर्ट को पढ़ने देने की छूट पर कोर्ट 29 फरवरी को सुनवाई करेगी।
इससे पूर्व एसआईटी ने केस से जुड़े सारे दस्तावेज रखने के लिए एक महीने का वक्त मांगा था। एसआईटी ने कहा था कि जब कोर्ट में सारे दस्तावेज सुरक्षित रखने का इंतजाम हो जाएगा तब वह रिपोर्ट से जुड़े सारे दस्तावेज़ सौंप देगी। दंगों की जांच के लिए एसआईटी का गठन सुप्रीम कोर्ट ने किया था और कहा था कि एसआईटी इस बात की जांच करे की गुजरात में 2002 में हुए दंगों के पीछे क्या कोई साजिश थी।
इससे पूर्व एसआईटी ने केस से जुड़े सारे दस्तावेज रखने के लिए एक महीने का वक्त मांगा था। एसआईटी ने कहा था कि जब कोर्ट में सारे दस्तावेज सुरक्षित रखने का इंतजाम हो जाएगा तब वह रिपोर्ट से जुड़े सारे दस्तावेज़ सौंप देगी। दंगों की जांच के लिए एसआईटी का गठन सुप्रीम कोर्ट ने किया था और कहा था कि एसआईटी इस बात की जांच करे की गुजरात में 2002 में हुए दंगों के पीछे क्या कोई साजिश थी। | संक्षिप्त पाठ: अहमदाबाद के मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट ने ज़किया जाफरी को एसआईटी की क्लोजर रिपोर्ट की कॉपी अभी नहीं दी जाएगी। इस मामले की अगली सुनवाई 29 फरवरी को होगी। | 27 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रियो पैरालिंपिक पदक विजेता दीपा मलिक को आज चार करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया.
हरियाणा की रहने वाली दीपा रियो में पैरालिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थी. दीपा ने पैरालिंपिक की महिला गोला फेंक स्पर्धा में 4.61 मीटर के प्रयास के साथ रजत पदक जीता था.
मंच पर हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठे पीएम मोदी मंच से उतरकर व्हीलचेयर पर बैठी दीपा के पास पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया.
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा की लड़कियों ने कई बार वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित किया है. हरियाणा का प्रत्येक नागरिक लड़कियों को बचाने की शपथ ले.टिप्पणियां
लिंगानुपात में सुधार के लिए राज्य की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि वह 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की उनकी अपील के प्रति महिलाओं और बड़े-बूढ़ों की प्रतिक्रिया के आभारी हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
हरियाणा की रहने वाली दीपा रियो में पैरालिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थी. दीपा ने पैरालिंपिक की महिला गोला फेंक स्पर्धा में 4.61 मीटर के प्रयास के साथ रजत पदक जीता था.
मंच पर हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठे पीएम मोदी मंच से उतरकर व्हीलचेयर पर बैठी दीपा के पास पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया.
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा की लड़कियों ने कई बार वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित किया है. हरियाणा का प्रत्येक नागरिक लड़कियों को बचाने की शपथ ले.टिप्पणियां
लिंगानुपात में सुधार के लिए राज्य की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि वह 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की उनकी अपील के प्रति महिलाओं और बड़े-बूढ़ों की प्रतिक्रिया के आभारी हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मंच पर हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठे पीएम मोदी मंच से उतरकर व्हीलचेयर पर बैठी दीपा के पास पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया.
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा की लड़कियों ने कई बार वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित किया है. हरियाणा का प्रत्येक नागरिक लड़कियों को बचाने की शपथ ले.टिप्पणियां
लिंगानुपात में सुधार के लिए राज्य की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि वह 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की उनकी अपील के प्रति महिलाओं और बड़े-बूढ़ों की प्रतिक्रिया के आभारी हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा की लड़कियों ने कई बार वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित किया है. हरियाणा का प्रत्येक नागरिक लड़कियों को बचाने की शपथ ले.टिप्पणियां
लिंगानुपात में सुधार के लिए राज्य की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि वह 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की उनकी अपील के प्रति महिलाओं और बड़े-बूढ़ों की प्रतिक्रिया के आभारी हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लिंगानुपात में सुधार के लिए राज्य की तारीफ करते हुए मोदी ने कहा कि वह 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' की उनकी अपील के प्रति महिलाओं और बड़े-बूढ़ों की प्रतिक्रिया के आभारी हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) | संक्षिप्त पाठ: पीएम मोदी मंच से उतरकर व्हीलचेयर पर बैठी दीपा को सम्मानित किया.
हरियाणा की लड़कियों ने वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित किया- पीएम
हरियाणा का प्रत्येक नागरिक लड़कियों को बचाने की शपथ ले- प्रधानमंत्री | 14 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: Redmi Y3 को भारत में 24 अप्रैल को लॉन्च किया जाएगा। लॉन्च होने से पहले शाओमी के इस हैंडसेट को बेंचमार्क साइट Geekbench पर अहम स्पेसिफिकेशन के साथ लिस्ट किया गया है। अब जब फोन को बुधवार को ही लॉन्च किया जाना है, ऐसे में हम अपने पाठकों को इन स्पेसिफिकेशन पर पूरी तरह से भरोसा नहीं करने का सुझाव देंगे। ऑनलाइन लिस्टिंग में स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर और कम से कम 3 जीबी रैम का ज़िक्र है। Xiaomi ने पहले ही पुष्टि की है कि Redmi Y3 में 32 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा होगा। हाल ही में आए टीज़र से पता चला था कि शाओमी रेडमी वाई3 में 4,000 एमएएच बैटरी होगी और यह ग्रेडिएंट फिनिश के साथ आएगा। नए Redmi फोन का एक वीडियो टीज़र भी ज़ारी किया है जिससे फोन में वाटरड्रॉप स्टाइल डिस्प्ले नॉच होने की पुष्टि हुई।
Geekbench लिस्टिंग के मुताबिक, Redmi Y3 में क्वालकॉम स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर होगा और इसके साथ 3 जीबी रैम दिए जाएंगे। हम भरोसे के साथ कह सकते हैं कि इस फोन के कई और वेरिएंट भी होंगे।
गौर करने वाली बात है कि स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर बीते साल पेश किए गए Redmi Y2 का भी हिस्सा था। यही प्रोसेसर बेहद ही पुराने Redmi Note 4 का भी हिस्सा था। हालांकि, कंपनी ने अपने नए हैंडसेट की परफॉर्मेंस बेहतर करने के लिए नए सॉफ्टवेयर इनहांसमेंट कर सकती है। हम गीकबेंच लिस्टिंग की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकते। ऐसे में इन पर पूरी तरह से भरोसा नहीं करने का सुझाव देंगे।
गीकबेंच लिस्टिंग से पता चला है कि Redmi Y3 आउट ऑफ बॉक्स एंड्रॉयड पाई पर चलेगा। इसके ऊपर MIUI 10 टॉप पर है।
परफॉर्मेंस की बात करें तो Geekbench वेबसाइट से पता चला है कि Redmi Y3 को सिंगल कोर टेस्ट में 1,236 का स्कोर मिला और मल्टी-कोर स्कोर 4,213 है। गीकबेंच लिस्टिंग में 22 अप्रैल का ज़िक्र है। इसके बारे में सबसे पहले जानकारी टेक ब्लॉग Nashville Chatter द्वारा दी गई।
जैसा कि हमने आपको पहले बताया, Redmi Y3 को मार्केट में Redmi Y2 के अपग्रेड के तौर पर उतारा जाएगा। यह 32 मेगापिक्सल के सेल्फी कैमरे से लैस होगा। Xiaomi ने फोन में 4,000 एमएएच बैटरी, ग्रेडिएंट बैक फिनिश और वाटरड्रॉप स्टाइल डिस्प्ले नॉच देने की पुष्टि की है। इसके अलावा फोन में डुअल रियर कैमरा सेटअप और फिंगरप्रिंट सेंसर होगा।
इसके अलावा Redmi Y3 के साथ मार्केट में Xiaomi Redmi 7 को भी उतारा जा सकता है। रेडमी 7 सीरीज़ को चीनी मार्केट में 4,000 एमएएच बैटरी और स्नैपड्रैगन 632 प्रोसेसर के साथ उतारा गया था। | सारांश: Redmi Y3 को मार्केट में Redmi Y2 के अपग्रेड के तौर पर उतारा जाएगा
Redmi Y3 के साथ मार्केट में Xiaomi Redmi 7 को भी उतारा जा सकता है
स्नैपड्रैगन 625 प्रोसेसर और 3 जीबी रैम के साथ आ सकता है रेडमी वाई3 | 5 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठन अल कायदा के नए सरगना सैफ अल अदेल ने ओसामा बिन लादेन की मौत का बदला लेने के लिए लंदन पर भीषण हमले करने का संकल्प किया है। इसके चलते प्रशासन को यहां शहर के प्रमुख प्रतिष्ठानों की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करने करने को मजबूर होना पड़ा है। कभी ओसामा के सुरक्षा प्रमुख रह चुके अल अदेल ने संकल्प किया है कि अमेरिका और ब्रिटेन को ओसामा की हत्या की कीमत चुकानी होगी। तालिबान के प्रमुख नेताओं ने शनिवार को इस बात का खुलासा किया। अदेल ने अपने आतंकी अनुयायियों से लंदन को कुचलने के लिए कहा है। 'मेल ऑनलाइन' की रिपोर्ट के मुताबिक अल कायदा का कार्यवाहक प्रमुख बनाए जाने के बाद अल अदेल ने अपने पूर्व मुखिया की हत्या का बदला लेने की ठान ली है। तालिबान प्रवक्ता एहसानउल्ला एहसन ने कहा, हमारे नए नेता ने लंदन के लिए बड़ी योजना बनाने के लिए कहा है। उनका मानना है कि ब्रिटेन यूरोप की रीढ़ की हड्डी है और उसे हर हाल में बर्बाद करना होगा। | संक्षिप्त सारांश: अल कायदा के नए सरगना सैफ अल अदेल ने ओसामा बिन लादेन की मौत का बदला लेने के लिए लंदन पर भीषण हमले करने का संकल्प किया है। | 8 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) ने सिगरेट पीते हिए एंट्री मारी है. इस फिल्म के टीजर को देखकर लग रहा है कि उनका बोल्ड अंदाज इस फिल्म में दिखने वाला है. फिल्म के टीजर में एक मौका ऐसा भी आता है, जब शाहिद कपूर के गाली देते हुए सुना जा सकता है. शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) के अलावा फिल्म में एक्ट्रेस कियारा आडवाणी (Kiara Advani) भी नजर आएंगी. इस फिल्म के टीजर को टी-सीरीज के बैनर तले रिलीज किया गया है.
शाहिद कपूर (Shahid Kapoor) की फिल्म 'कबीर सिंह' (Kabir Singh) की इस फिल्म को संदीप रेड्डी ने डायरेक्ट किया है. जबकि इस भूषण कुमार, मुराद खेतानी, कृष्ण कुमार और अश्विवन वर्दे ने प्रोड्यूस किया है. शाहिद कपूर की फिल्म 21 जून को रिलीज की जाएगी. कबीर सिंह के ऑफिशियल टीजर में कुल मिलाकर शाहिद कपूर छा गए हैं. अपने दमदार लुक और एक्टिंग से लोगों को सिनेमाघरों में खींचने में भी कामयाब होंगे ऐसी उम्मीद लगाई जा रही है. | संक्षिप्त सारांश: 'कबीर सिंह' का टीजर रिलीज
धाकड़ लुक में दिखे शाहिद कपूर
वीडियो हो गया वायरल | 8 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कार्यालय में अगर खड़ूस सा बॉस आसपास घूमता रहे तो दिल का दौरा पड़ने का जोखिम बढ़ जाता है। दो लाख कर्मचारियों पर किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है।
अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि जो कर्मचारी काम के दौरान दबाव में रहते हैं उन्हें कम दबाव में रहने वाले लोगों के मुकाबले दिल का दौरा पड़ने की आशंका अधिक रहती है।टिप्पणियां
‘डेली मेल’ के मुताबिक इस अध्ययन में प्रशासनिक अधिकारियों से फैक्टरी मजदूरों को शामिल किया गया। यूनीवर्सिटी कॉलेज लंदन के अध्ययन का नेतृत्व करने वाले मिका किविमाकी ने कहा, ‘हमारे निष्कर्ष से यह संकेत मिलता है कि अगर व्यक्ति सदा तनाव में रहे तो उसे दिल का दौरा पड़ने की आशंका बढ़ जाती है।’
इससे पहले के एक अध्ययन में भी हालांकि इसी तरह के निष्कर्ष सामने आए थे, लेकिन कुछ बातों पर परस्पर विरोध भी था। ताजा निष्कर्ष से इस तथ्य की पुष्टि हुई कि अगर कार्यालय में आपके आसपास खड़ूस और अकड़ू सा बॉस रहे तो अपने दिल की हिफाजत के लिए उससे जरा सी दूरी बनाकर रखें और कलेजे पर हाथ रखकर अपने आप से कहते रहें 'ऑल इज वैल।’
अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि जो कर्मचारी काम के दौरान दबाव में रहते हैं उन्हें कम दबाव में रहने वाले लोगों के मुकाबले दिल का दौरा पड़ने की आशंका अधिक रहती है।टिप्पणियां
‘डेली मेल’ के मुताबिक इस अध्ययन में प्रशासनिक अधिकारियों से फैक्टरी मजदूरों को शामिल किया गया। यूनीवर्सिटी कॉलेज लंदन के अध्ययन का नेतृत्व करने वाले मिका किविमाकी ने कहा, ‘हमारे निष्कर्ष से यह संकेत मिलता है कि अगर व्यक्ति सदा तनाव में रहे तो उसे दिल का दौरा पड़ने की आशंका बढ़ जाती है।’
इससे पहले के एक अध्ययन में भी हालांकि इसी तरह के निष्कर्ष सामने आए थे, लेकिन कुछ बातों पर परस्पर विरोध भी था। ताजा निष्कर्ष से इस तथ्य की पुष्टि हुई कि अगर कार्यालय में आपके आसपास खड़ूस और अकड़ू सा बॉस रहे तो अपने दिल की हिफाजत के लिए उससे जरा सी दूरी बनाकर रखें और कलेजे पर हाथ रखकर अपने आप से कहते रहें 'ऑल इज वैल।’
‘डेली मेल’ के मुताबिक इस अध्ययन में प्रशासनिक अधिकारियों से फैक्टरी मजदूरों को शामिल किया गया। यूनीवर्सिटी कॉलेज लंदन के अध्ययन का नेतृत्व करने वाले मिका किविमाकी ने कहा, ‘हमारे निष्कर्ष से यह संकेत मिलता है कि अगर व्यक्ति सदा तनाव में रहे तो उसे दिल का दौरा पड़ने की आशंका बढ़ जाती है।’
इससे पहले के एक अध्ययन में भी हालांकि इसी तरह के निष्कर्ष सामने आए थे, लेकिन कुछ बातों पर परस्पर विरोध भी था। ताजा निष्कर्ष से इस तथ्य की पुष्टि हुई कि अगर कार्यालय में आपके आसपास खड़ूस और अकड़ू सा बॉस रहे तो अपने दिल की हिफाजत के लिए उससे जरा सी दूरी बनाकर रखें और कलेजे पर हाथ रखकर अपने आप से कहते रहें 'ऑल इज वैल।’
इससे पहले के एक अध्ययन में भी हालांकि इसी तरह के निष्कर्ष सामने आए थे, लेकिन कुछ बातों पर परस्पर विरोध भी था। ताजा निष्कर्ष से इस तथ्य की पुष्टि हुई कि अगर कार्यालय में आपके आसपास खड़ूस और अकड़ू सा बॉस रहे तो अपने दिल की हिफाजत के लिए उससे जरा सी दूरी बनाकर रखें और कलेजे पर हाथ रखकर अपने आप से कहते रहें 'ऑल इज वैल।’ | सारांश: कार्यालय में अगर खड़ूस सा बॉस आसपास घूमता रहे तो दिल का दौरा पड़ने का जोखिम बढ़ जाता है। दो लाख कर्मचारियों पर किए गए एक अध्ययन में यह बात सामने आई है। | 20 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कर्नाटक में हुए 'पोर्नगेट स्कैण्डल' के बाद अब गुजरात में भी भाजपा के सदस्यों ने पार्टी को शर्मसार करने वाली हरकत दोहराई है। बताया जा रहा है कि गुजरात विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के दो सदस्य एक आई-पैड पर अश्लील तस्वीरें और वीडियो देखे हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने फिलहाल इन आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है।टिप्पणियां
स्थानीय मीडिया के मुताबिक शंकर चौधरीसहित दो भाजपा विधायकों पर यह आरोप पत्रकार जनकभाई पुरोहित ने लगाया है। पुरोहित के मुताबिक ये विधायक महिलाओं की अश्लील तस्वीरें देख रहे थे, और उन्होंने इसे लेकर विधायकों के विरुद्ध विधानसभा स्पीकर के पास शिकायत दर्ज कराई है। दूसरी ओर, चौधरी ने इन आरोपों को कतई निराधार बताया है, और दावा किया है कि विधानसभा की सीसीटीवी फुटेज देखते ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
इससे पहले, इसी साल कर्नाटक विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के तीन मंत्री एक मोबाइल फोन पर अश्लील फिल्में देखते पाए गए थे। तीनों मंत्रियों से इस्तीफा दिलवाया दिया गया था, और उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बनाई गई जांच समिति ने निष्कर्ष निकाला था कि तीनों में से एक मंत्री पर यह आरोप लगाया जाने के प्रमाण मिले हैं।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक शंकर चौधरीसहित दो भाजपा विधायकों पर यह आरोप पत्रकार जनकभाई पुरोहित ने लगाया है। पुरोहित के मुताबिक ये विधायक महिलाओं की अश्लील तस्वीरें देख रहे थे, और उन्होंने इसे लेकर विधायकों के विरुद्ध विधानसभा स्पीकर के पास शिकायत दर्ज कराई है। दूसरी ओर, चौधरी ने इन आरोपों को कतई निराधार बताया है, और दावा किया है कि विधानसभा की सीसीटीवी फुटेज देखते ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
इससे पहले, इसी साल कर्नाटक विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के तीन मंत्री एक मोबाइल फोन पर अश्लील फिल्में देखते पाए गए थे। तीनों मंत्रियों से इस्तीफा दिलवाया दिया गया था, और उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बनाई गई जांच समिति ने निष्कर्ष निकाला था कि तीनों में से एक मंत्री पर यह आरोप लगाया जाने के प्रमाण मिले हैं।
इससे पहले, इसी साल कर्नाटक विधानसभा में सत्तारूढ़ भाजपा के तीन मंत्री एक मोबाइल फोन पर अश्लील फिल्में देखते पाए गए थे। तीनों मंत्रियों से इस्तीफा दिलवाया दिया गया था, और उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष द्वारा बनाई गई जांच समिति ने निष्कर्ष निकाला था कि तीनों में से एक मंत्री पर यह आरोप लगाया जाने के प्रमाण मिले हैं। | संक्षिप्त सारांश: गुजरात विधानसभा में भाजपा के दो सदस्य एक आई-पैड पर अश्लील तस्वीरें और वीडियो देखते हुए देखे गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने फिलहाल इन आरोपों पर कोई टिप्पणी नहीं की है। | 10 | ['hin'] |
एक सारांश बनाओ: जनता पार्टी के अध्यक्ष सुब्रह्मण्यम स्वामी ने 2जी घोटाले में चिदंबरम को सह-आरोपी बनाने पर अपनी दलील पूरी कर ली है और अब 4 फरवरी को अदालत इस पर फैसला सुनाएगी।
विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओ पी सैनी ने चिदंबरम के खिलाफ अपने आरोपों के पक्ष में स्वामी की दलील पूरी होने के बाद कहा कि आदेश 4 फरवरी तक के लिए सुरक्षित रखा जाता है। दलील में स्वामी ने कहा कि अदालत के सामने प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों से प्रथम दृष्टया लगता है कि चिदंबरम पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा की तरह ही समान रूप से अपराधी हैं, जिनके खिलाफ 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में सुनवाई चल रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘ए राजा और पी चिदंबरम ने साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया। प्रथम दृष्टया लगता है कि आपराधिक कदाचार के अपराध के लिए चिदंबरम ने राजा के साथ मिलकर साजिश और सांठ-गांठ की।’’ स्वामी ने पहले भी कोर्ट के सामने कई दस्तावेज दिए हैं, जिसमें 2008 में तब के टेलीकॉम मिनिस्टर ए राजा और तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बीच हुए बैठकों का जिक्र है।
उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम के दाम तय करने में चिदंबरम भी शामिल थे। स्वामी के मुताबिक चिदंबरम ने राजा का साथ दिया और वह इस घोटाले में राजा के बराबर दोषी हैं। इसके अलावा स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर कर रखी है, जिसमें मांग की गई है कि सीबीआई 2जी घोटाले में चिदंबरम की भूमिका की जांच करे।
विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओ पी सैनी ने चिदंबरम के खिलाफ अपने आरोपों के पक्ष में स्वामी की दलील पूरी होने के बाद कहा कि आदेश 4 फरवरी तक के लिए सुरक्षित रखा जाता है। दलील में स्वामी ने कहा कि अदालत के सामने प्रस्तुत किए गए साक्ष्यों से प्रथम दृष्टया लगता है कि चिदंबरम पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा की तरह ही समान रूप से अपराधी हैं, जिनके खिलाफ 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन घोटाले में सुनवाई चल रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘ए राजा और पी चिदंबरम ने साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया। प्रथम दृष्टया लगता है कि आपराधिक कदाचार के अपराध के लिए चिदंबरम ने राजा के साथ मिलकर साजिश और सांठ-गांठ की।’’ स्वामी ने पहले भी कोर्ट के सामने कई दस्तावेज दिए हैं, जिसमें 2008 में तब के टेलीकॉम मिनिस्टर ए राजा और तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बीच हुए बैठकों का जिक्र है।
उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम के दाम तय करने में चिदंबरम भी शामिल थे। स्वामी के मुताबिक चिदंबरम ने राजा का साथ दिया और वह इस घोटाले में राजा के बराबर दोषी हैं। इसके अलावा स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर कर रखी है, जिसमें मांग की गई है कि सीबीआई 2जी घोटाले में चिदंबरम की भूमिका की जांच करे।
उन्होंने कहा, ‘‘ए राजा और पी चिदंबरम ने साथ मिलकर इस अपराध को अंजाम दिया। प्रथम दृष्टया लगता है कि आपराधिक कदाचार के अपराध के लिए चिदंबरम ने राजा के साथ मिलकर साजिश और सांठ-गांठ की।’’ स्वामी ने पहले भी कोर्ट के सामने कई दस्तावेज दिए हैं, जिसमें 2008 में तब के टेलीकॉम मिनिस्टर ए राजा और तत्कालीन वित्तमंत्री पी चिदंबरम के बीच हुए बैठकों का जिक्र है।
उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम के दाम तय करने में चिदंबरम भी शामिल थे। स्वामी के मुताबिक चिदंबरम ने राजा का साथ दिया और वह इस घोटाले में राजा के बराबर दोषी हैं। इसके अलावा स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर कर रखी है, जिसमें मांग की गई है कि सीबीआई 2जी घोटाले में चिदंबरम की भूमिका की जांच करे।
उन्होंने कहा कि स्पेक्ट्रम के दाम तय करने में चिदंबरम भी शामिल थे। स्वामी के मुताबिक चिदंबरम ने राजा का साथ दिया और वह इस घोटाले में राजा के बराबर दोषी हैं। इसके अलावा स्वामी ने सुप्रीम कोर्ट में भी एक याचिका दायर कर रखी है, जिसमें मांग की गई है कि सीबीआई 2जी घोटाले में चिदंबरम की भूमिका की जांच करे। | यहाँ एक सारांश है:सुब्रह्मण्यम स्वामी ने 2जी घोटाले में चिदंबरम को सह-आरोपी बनाने पर अपनी दलील पूरी कर ली है और अब 4 फरवरी को अदालत इस पर फैसला सुनाएगी। | 15 | ['hin'] |
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिका ने एक बार फिर इस बात पर जोर दिया है कि अफगान-पाकिस्तान सीमा आतंकवाद का केंद्र बनी हुई है। अमेरिका के एक आला सैन्य अधिकारी ने चेतावनी दी है कि पाकिस्तान की परमाणु संपन्न सरकार के गिरने के भयंकर परिणाम हो सकते हैं। ज्वाइंट चीव्स ऑफ स्टॉफ के प्रमुख एडमिरल माइक मुलेन ने कहा, पाकिस्तान की परमाणु संपन्न सरकार अगर गिर गई, तो उसके परमाणु हथियार चरमपंथियों के हाथों में जा सकते हैं और यह वैश्विकतौर पर और निश्चिततौर पर हमारे लिए, बहुत बड़ा खतरा होगा। सदन की रक्षा मामलों की उप समिति के सामने बयान देते हुए, मुलेन ने इस बात पर जोर दिया कि पाकिस्तान के साथ बातचीत बढ़ाई जानी चाहिए क्योंकि यह अमेरिका के राष्ट्रीय हित में है। इसी दौरान अमेरिका के रक्षा मंत्री रॉबर्ट गेट्स ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा आतंकवाद का केंद्र बनी हुई है। गेट्स ने कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान में इसलिए है क्योंकि अमेरिका पर अफगानिस्तान के बाहर हमले हो रहे हैं। उन्होंने कहा, अफ-पाक सीमा अब भी आतंकवाद का केंद्र बनी हुई है, ऐसा आतंकवाद जिसमें न केवल पूरे दक्षिणपूर्व और दक्षिणपश्चिम एशिया को अस्थिर करने की क्षमता है, बल्कि वह अमेरिका पर भी हमला कर सकता है। | दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: अमेरिका ने एक बार फिर इस बात पर जोर दिया है कि अफगान-पाकिस्तान सीमा आतंकवाद का केंद्र बनी हुई है। | 19 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाएं: देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर तिमाही परिणामों की अगली खेप पर रहेगी। शुक्रवार नौ अगस्त को रमजान के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे।
अगले सप्ताह भी कंपनियों के तिमाही परिणामों की घोषणा होती रहेगी। निवेशक इन परिणामों के साथ आने वाली अन्य सूचनाओं से अलग-अलग कंपनियों में संभावनाओं की खोज करेंगे।
सोमवार पांच अगस्त को एनडीटीवी, स्पाइसजेट और व्हील्स इंडिया जैसी कंपनियों के परिणाम आएंगे। मंगलवार को जिंदल होटल, टाटा पावर और यूनीटेक, बुधवार को अपोलो हॉस्पीटल, अपोलो टायर, एनएमडीसी और टाटा मोटर्स के, गुरुवार को जेट एयरवेज, मोजर बेयर और मुक्ता आर्ट्स के और शुक्रवार को बालाजी टेलीफिल्म्स, सिप्ला, मनाप्पुरम फाइनेंस, प्राज इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और टीवीएस मोटर के परिणाम आएंगे।
इस साल बेहतर बारिश के कारण कृषि उपज बेहतर रहने की उम्मीद है। इससे खाद्य महंगाई दर में कमी आ सकती है। उपज बेहतर रहने से ग्रामीणों की क्रय क्षमता बढ़ेगी और इससे मांग में तेजी आएगी। इसके अलावा आगामी त्योहारी सत्र के कारण भी खुदरा बाजार में तेजी रहने के आसार हैं। खास तौर से वाहन और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु क्षेत्र की कंपनियां अच्छा कारोबार कर सकती हैं।
पांच अगस्त से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र का भी निवेशकों के निवेश फैसले पर असर हो सकता है। मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक संसद में पेश होने की उम्मीद है। इनमें प्रमुख हैं भूमि अधिग्रहण विधेयक, बीमा विधेयक, पेंशन विधेयक, कंपनी विधेयक और प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक।
आने वाले कुछ सप्ताहों में बाजार में शेयरों की व्यापक आपूर्ति के कारण शेयर बाजारों के सूचकांकों के ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कम है।
वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।टिप्पणियां
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
अगले सप्ताह भी कंपनियों के तिमाही परिणामों की घोषणा होती रहेगी। निवेशक इन परिणामों के साथ आने वाली अन्य सूचनाओं से अलग-अलग कंपनियों में संभावनाओं की खोज करेंगे।
सोमवार पांच अगस्त को एनडीटीवी, स्पाइसजेट और व्हील्स इंडिया जैसी कंपनियों के परिणाम आएंगे। मंगलवार को जिंदल होटल, टाटा पावर और यूनीटेक, बुधवार को अपोलो हॉस्पीटल, अपोलो टायर, एनएमडीसी और टाटा मोटर्स के, गुरुवार को जेट एयरवेज, मोजर बेयर और मुक्ता आर्ट्स के और शुक्रवार को बालाजी टेलीफिल्म्स, सिप्ला, मनाप्पुरम फाइनेंस, प्राज इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और टीवीएस मोटर के परिणाम आएंगे।
इस साल बेहतर बारिश के कारण कृषि उपज बेहतर रहने की उम्मीद है। इससे खाद्य महंगाई दर में कमी आ सकती है। उपज बेहतर रहने से ग्रामीणों की क्रय क्षमता बढ़ेगी और इससे मांग में तेजी आएगी। इसके अलावा आगामी त्योहारी सत्र के कारण भी खुदरा बाजार में तेजी रहने के आसार हैं। खास तौर से वाहन और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु क्षेत्र की कंपनियां अच्छा कारोबार कर सकती हैं।
पांच अगस्त से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र का भी निवेशकों के निवेश फैसले पर असर हो सकता है। मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक संसद में पेश होने की उम्मीद है। इनमें प्रमुख हैं भूमि अधिग्रहण विधेयक, बीमा विधेयक, पेंशन विधेयक, कंपनी विधेयक और प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक।
आने वाले कुछ सप्ताहों में बाजार में शेयरों की व्यापक आपूर्ति के कारण शेयर बाजारों के सूचकांकों के ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कम है।
वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।टिप्पणियां
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
सोमवार पांच अगस्त को एनडीटीवी, स्पाइसजेट और व्हील्स इंडिया जैसी कंपनियों के परिणाम आएंगे। मंगलवार को जिंदल होटल, टाटा पावर और यूनीटेक, बुधवार को अपोलो हॉस्पीटल, अपोलो टायर, एनएमडीसी और टाटा मोटर्स के, गुरुवार को जेट एयरवेज, मोजर बेयर और मुक्ता आर्ट्स के और शुक्रवार को बालाजी टेलीफिल्म्स, सिप्ला, मनाप्पुरम फाइनेंस, प्राज इंडस्ट्रीज, सन फार्मा और टीवीएस मोटर के परिणाम आएंगे।
इस साल बेहतर बारिश के कारण कृषि उपज बेहतर रहने की उम्मीद है। इससे खाद्य महंगाई दर में कमी आ सकती है। उपज बेहतर रहने से ग्रामीणों की क्रय क्षमता बढ़ेगी और इससे मांग में तेजी आएगी। इसके अलावा आगामी त्योहारी सत्र के कारण भी खुदरा बाजार में तेजी रहने के आसार हैं। खास तौर से वाहन और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु क्षेत्र की कंपनियां अच्छा कारोबार कर सकती हैं।
पांच अगस्त से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र का भी निवेशकों के निवेश फैसले पर असर हो सकता है। मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक संसद में पेश होने की उम्मीद है। इनमें प्रमुख हैं भूमि अधिग्रहण विधेयक, बीमा विधेयक, पेंशन विधेयक, कंपनी विधेयक और प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक।
आने वाले कुछ सप्ताहों में बाजार में शेयरों की व्यापक आपूर्ति के कारण शेयर बाजारों के सूचकांकों के ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कम है।
वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।टिप्पणियां
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
इस साल बेहतर बारिश के कारण कृषि उपज बेहतर रहने की उम्मीद है। इससे खाद्य महंगाई दर में कमी आ सकती है। उपज बेहतर रहने से ग्रामीणों की क्रय क्षमता बढ़ेगी और इससे मांग में तेजी आएगी। इसके अलावा आगामी त्योहारी सत्र के कारण भी खुदरा बाजार में तेजी रहने के आसार हैं। खास तौर से वाहन और उपभोक्ता टिकाऊ वस्तु क्षेत्र की कंपनियां अच्छा कारोबार कर सकती हैं।
पांच अगस्त से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र का भी निवेशकों के निवेश फैसले पर असर हो सकता है। मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक संसद में पेश होने की उम्मीद है। इनमें प्रमुख हैं भूमि अधिग्रहण विधेयक, बीमा विधेयक, पेंशन विधेयक, कंपनी विधेयक और प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक।
आने वाले कुछ सप्ताहों में बाजार में शेयरों की व्यापक आपूर्ति के कारण शेयर बाजारों के सूचकांकों के ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कम है।
वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।टिप्पणियां
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
पांच अगस्त से शुरू होने वाले संसद के मानसून सत्र का भी निवेशकों के निवेश फैसले पर असर हो सकता है। मानसून सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयक संसद में पेश होने की उम्मीद है। इनमें प्रमुख हैं भूमि अधिग्रहण विधेयक, बीमा विधेयक, पेंशन विधेयक, कंपनी विधेयक और प्रत्यक्ष कर संहिता विधेयक।
आने वाले कुछ सप्ताहों में बाजार में शेयरों की व्यापक आपूर्ति के कारण शेयर बाजारों के सूचकांकों के ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कम है।
वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।टिप्पणियां
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
आने वाले कुछ सप्ताहों में बाजार में शेयरों की व्यापक आपूर्ति के कारण शेयर बाजारों के सूचकांकों के ऊपर की ओर बढ़ने की उम्मीद कम है।
वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।टिप्पणियां
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
वर्ष 2014 में सरकारी कंपनियों के विनिवेश के सरकारी लक्ष्य से भी शेयरों की बिकवाली को हवा मिलेगी। सरकार ने सार्वजनिक कंपनियों में अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से वर्तमान कारोबारी वर्ष में 40 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। सरकार ने निजी कंपनियों में भी अपनी हिस्सेदारी के विनिवेश से 14 हजार करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।टिप्पणियां
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
लोकसभा चुनाव से जुड़ी खबरों के चलते अगले साल मई तक शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव बने रहने के आसार हैं। माना जा रहा है कि अगली सरकार कई पार्टियों की मिलीजुली हो सकती है, जिससे आर्थिक सुधार की प्रक्रिया के अवरुद्ध होने की आशंका है। वित्तीय घाटा प्रबंधन पर इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। साथ ही वैश्विक रेटिंग एजेंसियां भारत की रेटिंग घटा सकती हैं।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए।
बाजार में इस वक्त सेंसेक्स से बाहर बड़ी संख्या में शेयरों में काफी गिरावट देखी जा रही है। इसको देखते हुए निवेशक बॉटमअप की रणनीति अपना सकते हैं। यानी वे सस्ते शेयर खरीद सकते हैं। छोटे निवेशकों को इस दौरान सेक्टर कॉल लेने के बजाए खास-खास शेयरों पर ध्यान देना चाहिए। | यह एक सारांश है: देश के शेयर बाजारों में अगले सप्ताह निवेशकों की नजर तिमाही परिणामों की अगली खेप पर रहेगी। शुक्रवार नौ अगस्त को रमजान के अवसर पर शेयर बाजार बंद रहेंगे। | 2 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: लीबिया के पूर्वी हिस्से में विद्रोहियों के टैंकों पर गुरुवार के हवाई हमले के लिए उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है। एक वेबसाइट के अनुसार, रीयर एडमिरल रस हार्डिग ने कहा है कि गुरुवार की घटना तक नाटो को इस बात की जानकारी नहीं थी कि विद्रोही लड़ाकों ने टैंकों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। हार्डिग ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "हमारा काम नागरिकों की हिफाजत करना है।" विद्रोही लड़ाकों ने पूर्वी अजदाबिया शहर के पास टैंकों पर किए गए इस हवाई हमले पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है लेकिन विद्रोही कमांडरों ने कहा है कि इससे गठबंधन सेना के साथ संबंधों पर कोई विपरीत असर नहीं पड़ेगा। हार्डिग ने नेपल्स में संवाददाताओं के साथ बातचीत में कहा कि अजदाबिया और ब्रेगा शहरों के बीच स्थिति बहुत अस्थिर है और उनके बीच वाहनों का आवागमन जारी है। उन्होंने कहा कि इसके पहले सरकारी टैंकों ने मिसराता में नागरिकों पर हमले किए थे, लिहाजा गुरुवार को भी समझा गया कि सड़क पर सरकारी टैंक ही है। उस समय तक नाटो को इस बात की जानकारी नहीं थी कि विद्रोहियों ने टैंकों का इस्तेमाल शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के जिस प्रस्ताव के तहत नाटो यहां अभियान का संचालन कर रहा है, उस अनुसार यहां नागरिकों की हिफाजत करनी है। वह चाहे गद्दाफी के सैनिकों से हो, या विद्रोहियों से। हार्डिग ने कहा, "मैं स्पष्ट कर दूं कि संयुक्त राष्ट्र का प्रस्ताव नागरिकों की हिफाजत करने में किसी पक्ष का विश्वास हासिल करने की बात नहीं करता।" इसके पहले विद्रोहियों के कमांडर, जनरल अब्देल फतह यूनिस ने नाटो से इस घटना पर "तर्कसंगत एवं संतोषजनक" जवाब मांगा था। उन्होंने यह भी कहा था कि इस तरह की गलतियां न दोहराई जाएं। इसके साथ ही उन्होंने भविष्य में बेहतर सहयोग का आह्वान किया था। हवाई हमले की चपेट में आए विद्रोही, टैंकों, बख्तरबंद वाहनों और रॉकेट लांचरों को 30 से अधिक वाहनों में अजदाबिया और ब्रेगा शहरों के बीच अग्रिम मोर्चे के पास पहुंचा रहे थे। एक विद्रोही कमांडर ने बीबीसी को बताया कि उसने देखा कि विद्रोही लड़ाकों पर कम से कम चार मिसाइलें गिरीं। इसके परिणामस्वरूप कई विद्रोही लड़ाके मारे गए और कई घायल हो गए। इस घटना को लेकर विद्रोही सैनिकों के बीच काफी नाराजगी है। विद्रोहियों ने कहा है कि इस हवाई हमले में चार लड़ाके मारे गए थे, जबकि स्थानीय चिकित्सकों ने बीबीसी को बताया कि कम से कम 13 लड़ाके मारे गए हैं। हाल के दिनों में विदेशी बलों द्वारा अंजाम दी गई इस तरह की यह तीसरी घटना है। इस बीच आपात खाद्य एवं दवा आपूर्तियों को लेकर एक राहत पोत विद्रोहियों के कब्जे वाले मिसराता शहर पहुंच गया है। दूसरी ओर, विद्रोहियों के एक अन्य प्रवक्ता ने कहा है कि गुरुवार का घातक हवाई हमला नाटो द्वारा नहीं, बल्कि गद्दाफी समर्थक बलों द्वारा किया गया था। कर्नल अहमद बानी ने अल-अरबिया टेलीविजन को बताया, "यह नाटो का हवाई हमला नहीं था। यह गद्दाफी के सैनिकों द्वारा एसआईएआई मार्चेटी एसएफ-260 विमानों द्वारा किया गया हमला था।" | यह एक सारांश है: लीबिया के पूर्वी हिस्से में विद्रोहियों के टैंकों पर गुरुवार के हवाई हमले के लिए नाटो ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है। | 24 | ['hin'] |
इस पाठ का सारांश बनाओ: ताहिर ने मुझसे गन प्वाइंट पर निकाह किया. भारतीय लड़की उज़्मा ने इस्लामाबाद में मजिस्ट्रेट के सामने यही बयान दिया है. दो पन्ने के अपने लिखित बयान में उज़्मा ने मलेशिया में ताहिर से हुई दोस्ती से लेकर पाकिस्तान में ताहिर के गांव तक पहुंचने की अपनी पूरी दास्तान पेश की है. उसके मुताबिक़- ताहिर को दोस्त मान कर उस पर भरोसा किया लेकिन उसने न सिर्फ उसके साथ शारीरिक जबरदस्ती की बल्कि जबरन निकाह भी किया. अब वह ताहिर के गांव नहीं जाना चाहती. वह भारतीय उच्चायोग से तब तक नहीं निकलना चाहती जब तक उसकी वापसी के दस्तावेज़ पूरे न हो जाएं. वह अपने मुल्क लौटना चाहती है.टिप्पणियां
भारत से पाकिस्तान गई उज़्मा 5 मई से इस्लामाबाद के भारतीय उच्चायोग में शरण लिए हुई है. वह 1 मई को ताहिर के बुलावे पर पाकिस्तान गई थी. ताहिर के साथ उसका निकाहनामा 3 मई का है. उज़्मा का कहना है कि दिल्ली से भाई ने जो पैसे भेजे थे उसे लेने वह भारतीय उच्चायोग गई थी जो ताहिर ने मंगवाए थे.
इससे पहले ताहिर ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई कि जब वह अपने लिए भारत का वीज़ा हासिल करने उज़्मा के साथ भारतीय उच्चायोग गए तो उच्चायोग ने उज़्मा को जबरन रोक लिया. इसके बाद यह मामला पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय तक चला गया. उच्चायोग की तरफ से उज़्मा के वहां होने की पुष्टि की गई लेकिन कहा गया कि उसने ख़ुद ही शरण और मदद मांगी है. उज़्मा के आग्रह पर उच्चायोग उसे सुरक्षित अपने देश वापस लौटने की व्यवस्था में लगा है.
भारत से पाकिस्तान गई उज़्मा 5 मई से इस्लामाबाद के भारतीय उच्चायोग में शरण लिए हुई है. वह 1 मई को ताहिर के बुलावे पर पाकिस्तान गई थी. ताहिर के साथ उसका निकाहनामा 3 मई का है. उज़्मा का कहना है कि दिल्ली से भाई ने जो पैसे भेजे थे उसे लेने वह भारतीय उच्चायोग गई थी जो ताहिर ने मंगवाए थे.
इससे पहले ताहिर ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई कि जब वह अपने लिए भारत का वीज़ा हासिल करने उज़्मा के साथ भारतीय उच्चायोग गए तो उच्चायोग ने उज़्मा को जबरन रोक लिया. इसके बाद यह मामला पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय तक चला गया. उच्चायोग की तरफ से उज़्मा के वहां होने की पुष्टि की गई लेकिन कहा गया कि उसने ख़ुद ही शरण और मदद मांगी है. उज़्मा के आग्रह पर उच्चायोग उसे सुरक्षित अपने देश वापस लौटने की व्यवस्था में लगा है.
इससे पहले ताहिर ने पुलिस में एफआईआर दर्ज कराई कि जब वह अपने लिए भारत का वीज़ा हासिल करने उज़्मा के साथ भारतीय उच्चायोग गए तो उच्चायोग ने उज़्मा को जबरन रोक लिया. इसके बाद यह मामला पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय तक चला गया. उच्चायोग की तरफ से उज़्मा के वहां होने की पुष्टि की गई लेकिन कहा गया कि उसने ख़ुद ही शरण और मदद मांगी है. उज़्मा के आग्रह पर उच्चायोग उसे सुरक्षित अपने देश वापस लौटने की व्यवस्था में लगा है. | संक्षिप्त सारांश: उज़्मा की ताहिर से मलेशिया में हुई थी दोस्ती
पाकिस्तान में जबरन निकाह की बात
लड़की ताहिर के गांव नहीं जाना चाहती | 0 | ['hin'] |
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बॉलीवुड में बैक-टू-बैक हिट फिल्में देने वाले आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) की फिल्म 'आर्टिकल 15' (Article 15) जल्द ही सिनेमाघरों में नजर आएगी. इन्वेस्टिगेटिव ड्रामा और रोमांच से भरी आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) की फिल्म का दमदार ट्रेलर रिलीज हो चुका है, जिसमें आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) पुलिस अधिकारी की भूमिका में नजर आ रहे हैं. इससे पहले आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) की फिल्म 'आर्टिकल 15' (Article 15) के शानदार टीजर ने भी सोशल मीडिया पर काफी धमाल मचाया था. टीजर रिलीज होने के बाद से ही आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) के फैंस में फिल्म को लेकर एक्साइटमेंट बढ़ गई है.
गुरुवार को रिलीज हुए 'आर्टिकल15' (Article 15) के ट्रेलर में आयुष्मान खुराना (Ayushmann Khurrana) की एक्टिंग काफी जबरदस्त लग रही है. इसमें आयुष्मान खुराना ऐसे पुलिस अधिकारी का रोल अदा कर रहे हैं, जो समाज में बदलाव लाने का लक्ष्य रखता है. फिल्म 'आर्टिकल 15' (Article 15) का ट्रेलर डॉ. बी आर अंबेडकर (BR Ambedkar) की प्रतिमा से शुरू होता है. 'आर्टिकल 15' (Article 15) के ट्रेलर के दौरान यह भी संदेश दिया गया कि 'सबसे पहले भारतीय बनें'.
बता दें कि फिल्म 'आर्टिकल 15' (Article 15) को अनुभव सिन्हा (Anubhav Sinha) ने डायरेक्ट किया है, साथ ही इसका प्रोडक्शन जी स्टूडियो (Zee Studio) के बैनर तले हुआ है. 'आर्टिकल 15' (Article 15) 28 जून, 2019 को रिलीज होगी. इस फिल्म में आयुष्मान खुराना के अलावा ईशा तलवार (Isha Talwar), एम नसार (M Nassar), मनोज पाहवा (Manoj Pahwa), सयानी गुप्ता (Sayani Gupta), कुमुद मिश्रा (Kumud Mishra) और मोहम्मद जीशान अय्यूब (Md Zeeshan Ayyub ) भी नजर आएंगे. इसके साथ ही आयुष्मान खुराना (Anubhav Sinha) अभिनीत फिल्म 'आर्टिकल 15' (Article 15) लंदन इंडियन फिल्म फेस्टिवल के दसवें संस्करण में वर्ल्ड प्रीमियर के लिए भी तैयार है. | यहाँ एक सारांश है:'आर्टिकल 15' का ट्रेलर हुआ रिलीज
फिल्म में आयुष्मान खुराना की दिखी दमदार एक्टिंग
इन्वेस्टिगेशन की कहानी पर आधारित है फिल्म 'आर्टिकल 15' | 17 | ['hin'] |