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रायपुर। रकम दोगुना करने का झांसा देते हुए कागज का बंडल पकड़ा कर ठगी करने वाले दो आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने शिवप्रसाद मनहरे निवासी जैजैपुर करवाडीह थाना जैजैपुर जिला शक्ति और अनिल गुप्ता निवासी तकियापारा अशरफ नगर थाना मोहन नगर दुर्ग को पकड़ा है। आरोपित शिवप्रसाद मनहरे पूर्व में भी थाना जैजैपुर जिला शक्ति एवं थाना गंज रायपुर से जाली नोट के प्रकरणों में जेल जा चुका है। सिविल लाइन थाने में प्रार्थी दिनेश निषाद ने ठगी रिपोर्ट दर्ज कराई। वह करैली चौकी मगरलोड धमतरी में रहता है। प्रार्थी शनिवार को कुछ काम से कटोरा तालाब रायपुर आया था। जहां शिव प्रसाद एवं अनिल गुप्ता नामक व्यक्ति प्रार्थी से मिलकर बोले की उनके पास रकम दोगुना करने की स्कीम है। उन्होंने एक बीस रुपये के काले रंग से रंगा नोट को पानी में भिगा कर नोट बना कर दिखाया, जिससे प्रार्थी उनके झांसे में आकर रकम दोगुना करने के लालच में उन्हें 30 हजार रुपये दे दिए। प्रार्थी को काले रंग से रंगे नोट जैसे दिखने वाले कागज को देकर वहां से चले गए। जिस पर प्रार्थी द्वारा कुछ देर बाद काले रंग के नोट को पानी में भिगा कर देखने पर चार नोट के अलावा सभी काले रंग में भीगे साधारण कागज निकले। प्रार्थी ने इसकी शिकायत थाने में की। पुलिस ने जांच शुरू की। प्रार्थी से घटना व आरोपितों के हुलिए के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर पतासाजी करना प्रारंभ किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए घटना स्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों का अवलोकन करते हुए प्रकरण में संलिप्त आरोपित शिवप्रसाद मनहरे एवं अनिल गुप्ता को चिन्हांकित कर पकड़कर कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपितों द्वारा ठगी की उक्त घटना को अंजाम देना स्वीकार किया गया।
नई दिल्ली। शेयर बाजार में दोपहर के कारोबार में शानदार रिकवरी की मदद से प्रमुख इंडेक्स आज लगातार तीसरे दिन बढ़त के साथ बंद हुए हैं। बुधवार के कारोबार में सेंसेक्स 355 अंक की बढ़त के साथ 40116 पर और निफ्टी 95 अंक की बढ़त के साथ 11908 के स्तर पर बंद हुआ है। आज के कारोबार में फार्मा सेक्टर में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली है। फिलहाल बाजार की नजर अमेरिका के चुनावों पर लगी हुई है। निवेशकों के लिए सबसे अहम ये है कि नतीजे जल्द से जल्द साफ हों क्योंकि नतीजों में देरी का मतलब है कि राहत पैकेज में और देरी होना। फिलहाल संकेत हैं कि जीत हार का फैसला जल्द सामने आ सकता है इससे निवेशकों की बीच सेंटीमेंट्स बेहतर हो रहे हैं। इसके साथ बाजार में बढ़त की एक और वजह रिलायंस इंडस्ट्रीज सहित दिग्गज शेयरों में आई खरीदारी रही है। आज के कारोबार में रिलायंस इंडस्ट्रीज में 3. 46 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। मार्केट कैप के हिसाब से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर का प्रमुख इंडेक्स के प्रदर्शन पर सबसे ज्यादा असर होता है। इसके साथ ही इंफोसिस 3 फीसदी, टीसीएस 0. 78 फीसदी एचडीएफसी बैंक 0. 75 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। आज के कारोबार में सबसे ज्यादा बढ़त फार्मा सेक्टर में देखने को मिली है, इंडेक्स 2. 18 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। वहीं आईटी सेक्टर में 1. 78 फीसदी की बढ़त दर्ज हुई है। ऑटो सेक्टर इंडेक्स 0. 67 फीसदी और बैंकिंग सेक्टर इंडेक्स 0. 35 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुआ है। दूसरी तरफ मेटल सेक्टर में 0. 31 फीसदी और फाइनेंशियल सर्विस सेक्टर में 0. 08 फीसदी की गिरावट रही है। निफ्टी में शामिल 33 स्टॉक बढ़त के साथ बंद हुए हैं। सबसे ज्यादा 4. 89 फीसदी की बढ़त इंडसइंड बैंक में दर्ज हुई है। वहीं यूपीएल 3. 9 फीसदी की गिरावट के साथ सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाला शेयर रहा।
Quick links: Rakul Preet Singh Latest Video: बी टाउन की फेमस एक्ट्रेस रकुल प्रीत सिंह फिल्मों के साथ-साथ एडवेंचर्स में भी काफी इंट्रेस्ट रखती हैं और अक्सर वह कुछ न कुछ करती नजर आ रहती हैं ऐसा ही कुछ एक बार फिर से एक्ट्रेस करती नजर आईं है जिसे देखकर उनके फैंस की भी रुह कांप उठेगी। दरअसल, एक्ट्रेस ने माइनस 15 डिग्री के तापमान में आइस कोल्ड वॉटर के पूल में डुबकी लगाई है जिसका वीडियो उन्होंने खुद अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। Rakul Preet Singh फिल्मों के साथ-साथ सोशल मीडिया के जरिए भी अपने फैंस को एंटरटेन करने का कोई मौका नहीं छोड़ती हैं। एक्ट्रेस अक्सर अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर वीडियो और फोटोज शेयर करती रहती हैं इसी बीच उन्होंने अपनी लेटेस्ट क्लिप अपने चाहने वालों के साथ साझा की है जिसे देख यूजर्स भी कांप उठेंगे। Rakul Preet Singh ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर नया वीडियो पोस्ट किया है जिसमें वह लगभग -15 डिग्री सेल्सियस के तापमान में बिकनी पहने एक बर्फीले पूल के अंदर जाती दिखीं। एक्ट्रेस ने इस वीडियो को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'क्रायो इन -15 एनीवन?' रकुल के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि वह एक पहाड़ी इलाके में पर्यटकों के साथ खड़े होकर बर्फबारी के दौरान अपने गाइड को सुनती हैं और फिर वो एक लकड़ी से बने कमरे से बाहर आती हैं और बर्फीले पानी में उतर जाती हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि रकुल ने जिस पूल के अंदर डुबकी लगाई उसके ऊपर बर्फ की मोटी चादर जमी हुईं थी। पानी से कांपते हुए निकलने के बाद उन्होंने कैमरे में देखा और फिर रूम में चली गईं। रकुल अपनी सिजलिंग बिकनी में बेहद बोल्ड नजर आ रही हैं। उन्होंने अपनी हॉट बॉडी को कैमरे के सामने फ्लॉन्ट करने से परहेज नहीं किया। अब एक्ट्रेस का ये वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसे फैंस काफी पसंद कर रहे हैं। यह भी पढ़ें... Katrina Kaif ने शेयर की 'समर ब्लूज' सेल्फी, फैंस बोले- 'ऊपर वाले ने बड़ी फुरसत से बनाया है' आपको बता दें कि Rakul Preet Singh आर्मी फैमिली से बिलॉन्ग करती हैं यही वजह है कि एक्ट्रेस फिटनेस के अलावा स्पोर्ट्स भी खेलना काफी पसंद करती हैं। मालूम हो कि रकुल एक टेनिस प्रीमियर लीग टीम की मालिक भी हैं, वो खुद भी गोल्फर रही हैं और नेशनल लेवल पर मैच भी खेला है। बता दें कि एक्ट्रेस को आखिरी बार ओटीटी फिल्म 'कठपुतली' में देखा गया था।
: आखाह ! यह बुनियादी चीजों का जिक्र कौन कर रहा । बुनियादी चीजें विशेषज्ञों की सम्पत्ति हैं। मसलन, दुनिया एक कार्ल मार्क्स से दूसरे कार्ल मार्क्स पर, जिस तरह लंगूर एक डाल से दूसरी और दूसरी से तीसरी पर कूदता है, कूद सकती है, लेकिन जॉन स्टुअर्ट मिल के बुनियादी सिद्धान्तों के खिलाफ नहीं जा सकती। यही तो मैं सोवियत रूस से कहता हूँ कि देखा भाई तुम... : सोवियत रूस ! कब और कहाँ मिल गया तुम्हें ? : बुनियादी बातें ठीक हैं, लेकिन अपूर्ण हैं। वे अपूर्ण हैं, कमजोर हैं- और एक सही और इंसानी मसरफ की मुहताज हैं। क्राईसिस, संकट (खाँसता है।) (गवैयों की तरह गुनगुनाता कवि बाई तरफ से दाखिल होता है। कवि बेउम्र है । न बूढ़ा है न जवान और न जाने किस चीज में मगन है, ऐसी कोई चीज जिसे वह खुद नहीं जानता।) : नमस्कार बंधुओं । यहाँ तो अच्छी खासी बहस छिड़ी हुई है। लेकिन मैं आप लोगों से एक बात पूछता हूँ जिसके पीछे सारे वेद हैं, सारा सार है। पूछता हूँ कि उद्गम कहाँ है ? : तुम कवि, तुम सकून और विश्राम के कीड़े हो । तुम न गा सकते हो न चिल्ला सकते हो, इसलिए इनके बीच की चीज कविता करते हो । क्राइसिस तुम्हें न छूती है न चिढ़ाती है, वह तुम्हें मिटाने से इनकार कर ही देती है । वह तुम्हें एक हिजड़ा बनाकर अभयदान देती है। ( भीतर से दरवाजे के पास आकर दाई जरा तीखे स्वर से कहती है । ) : यह तुम लोग आपस में बातें करते हो कि गालीगलौज करते हो - यह भी कोई बात है । यहाँ यह सब मत किया करो कि... : क्या यह तुम्हारी खादिमा है ? (दाई की तरफ उँगली उठाकर दिखाते हुए ) : उसने अपनी जिन्दगी में एक बार भी पब्लिक मीटिंग नहीं देखी है । वह तबला तक तो बजाना जानती नहीं है। उसकी बात पर भरोसा मत करो । तुम कवि को खूब गालियाँ दो... : लेकिन क्यों गालियाँ दो। मैंने सीधी दो टूक बात पूछी-लेकिन शायद मैंने उद्गम की बात उठायी, नेता उससे चिढ़ गया । उसका सारा तर्करथ सरकण्डे की गाड़ी की तरह लौट गया । : सरकण्डे की नहीं, कूड़े गाड़ी की तरह लौट पड़ा। : ईश्वर के लिए तुम चुप रहो । ईमानदार बातूनजी, तुम्हारी खादिमा ने मेरा अपमान किया है। (पैर पटककर) तुम लोगों की दावत करके अपने नौकरों से तौहीन कराते हो । लानत है तुम्हारी ईमानदारी पर ! (और तेज होकर) ये मेयर सर्वेंट । : लेकिन वह बुनियादी उसूल जानती है । वह जानती है कि तुम कवि और नेता एक ही पेशे के आदमी हो। एक पेशे के आदमियों का आपस में लड़ना-लथाड़ना रायज और जायज है। उसने तुम्हारी दाद दी । उसका अपना तरीका, है, चलो, आगे बढ़ो... (इस बीच में कमसखुन अन्दर आ जाता है। वह मोटा भद्दा और असुशील-सा एक अधेड़ है। वह कम बोलता है। यह शायद उसकी वजाकता से ही जाहिर होता है। कमरे में आकर वह दो सेकेण्ड अजनबियों की तरह खड़ा रहता है और फिर अचानक जानकारी से मुस्करा देता है।) : लेकिन आप लोग सब खड़े क्यों हो ? बैठ क्यों नहीं जाते ? कुर्सियाँ बैठने के लिए ही बनायी जाती हैं। ( वे सब एकबारगी ऐं करते हैं और दरअसल अचम्भे में पड़ जाते हैं कि वाकई कुर्सियों के होते हुए भी वे अब तक क्यों खड़े रहे। अपनी इस जरा जाहिर अपदार्थता पर कुछ झेंप भी जाते हैं, ईमानदार बातून इसमें सबसे पहले सन्तुलित हो जाता है।) : खूब कहा । दुनिया की तमाम बुनियादी बातों की नाक मोम कर दी । बुनियादी बात यह है : कुर्सियाँ बैठने के लिए होती हैं यह ! (सब बैठ जाते हैं। भीतर से बूढ़ी दाई फिर दरवाजे के पास जाकर कुछ तबीह के साथ कहती है।) : अब तो सब लोग आ गये - (झाँककर) अभी वह बिटिया नहीं आयी । लेकिन लल्लन बाबू, तुम्हारा नौकर शाम का गया अभी तरकारी लेकर नहीं लौटा है । अब अगर खाने में देर हो तो धरती न छेद डालना। भला कब तरकारी आयेगी तो कब बनेगी और कब खायी जायेगी ? : तुमने फिर वही किया ( उठकर खड़ा हो जाता है।) मैं हमेशा के लिए बैठने से इनकार करता हूँ। मैंने तुमसे गुस्से में, खुशी में, होश में, बेहोशी में, न जाने कितनी मरतबे कहा है कि तुम लल्लन बाबू मत कहो । लेकिन तुम... आह तुम... आह तुम ! (दाई हकबकी रह जाती है) : माताजी, जाइए, आप भीतर बैठिए । यह तो अपना थोड़ा-सा मनोरंजन कर रहे है। खाना खाने की भी जल्दी नहीं है । सुनिए, तब तक मेरा एक छोटा-सा गीत सुनिए । (सब एकबारगी उठकर उसे रोकना चाहते हैं, लेकिन कवि शुरु कर देता है । ) 'हमको हर पशु से न बैर पंछी प्यारा 'मानव ने मानव देख ठहाका मारा । "
उत्तर प्रदेश में बहुत ही खौफनाक घटना सामने आई है। इस घटना से साफ जाहिर होता है कि इंसान अब इंसान नहीं रहा बल्की हैवान बन गया है। इस भयावह घटना में, एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने उत्तर प्रदेश में एक विवाहित महिला के घर में घुसकर कथित तौर पर उसे कई बार चाकू मार दिया पुलिस ने कहा कि नाबालिग के साथ छेड़छाड़ करने के बाद उसके मुंह में तेजाब डालने की कोशिश की। पति बाहर रहता है और महिला बच्चों के साथ बंदायू में रहती है। आरोपी ने दो साल पहले सकरी कासिमपुर गांव में अपने घर में महिला के साथ कथित तौर पर बलात्कार करने की कोशिश की थी। 40 वर्षीय महिला को गंभीर हालत में घटना के बाद बदायूं के एक अस्पताल में ले जाया गया था और उसे उन्नत उपचार के लिए बरेली में दूसरे अस्पताल में भेजा गया था। महिला अपने तीन नाबालिग बच्चों के साथ घर पर थी जब आरोपी ने उस पर हमला किया। हम सुनिश्चित कर रहे हैं कि महिला को सबसे अच्छा इलाज मिले। आरोपी उस महिला का पड़ोसी है जिसका पति दिल्ली में काम करता है। बदायूं एसएसपी संकल्प शर्मा ने कहा कि हमें पता चला है कि पीड़ित और आरोपी के बीच हाथापाई हुई थी। हमने तेजाब की बोतल भी बरामद की है। आरोपी के खिलाफ धारा 307 (हत्या का प्रयास) और गिरफ्तार किया गया है। एसएसपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के दौरान, यह पाया गया कि आरोपी सत्येंद्र जाटव ने करीब दो साल पहले एक अन्य महिला से बलात्कार करने का प्रयास किया था। उसे तब ग्रामीणों ने पकड़ लिया और उसकी पिटाई की है।
पार्टी के जिलाध्यक्ष मंजू कुमारी उर्फ गुड्डी देवी ने कहा कि जदयू के कार्यकर्ता भाजपा के आरक्षण विरोधी नीतियों से गांव गांव में लोगों को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को उलझा कर आरक्षण के विरोध में काम कर रही है। मधेपुरा, जागरण संवाददाता। जनता दल यू की ओर से गुरुवार को शहर के कला भवन के समक्ष भाजपा के खिलाफ धरना दिया गया। धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता जदयू जिलाध्यक्ष मंजू कुमारी उर्फ गुड्डी देवी ने की। वहीं धरना का संचालन जदयू नेता महेंद्र पटेल ने किया। धरना के मौके पर जदयू नेताओं ने कहा कि आरक्षण विरोधी भाजपा का पोल खोल धरना दिया जा रहा है। आलमनगर के विधायक सह पूर्व मंत्री नरेंद्र नारायण यादव ने कहा कि भाजपा की आरक्षण विरोधी नीतियों से जनता को अवगत कराने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि 2005 में सरकार बने के बाद 2006 में कैबिनेट द्वारा सबसे पहला निर्णय एवं सभी मुख्य विपक्षी दल के साथ मिलकर आरक्षण लागू किया गया था। अब भाजपा समर्थित लोगों के द्वारा न्यायालय में केस करा कर अति पिछड़ा आरक्षण को समाप्त कराने के पीछे लगी हुई है। जबकि चार बार पंचायत चुनाव आरक्षण के माध्यम से किया गया एवं नगर पंचायत एवं नगर निगम का चुनाव तीन बार आरक्षण के तहत हो चुका है। पार्टी के जिलाध्यक्ष मंजू कुमारी उर्फ गुड्डी देवी ने कहा कि जदयू के कार्यकर्ता भाजपा के आरक्षण विरोधी नीतियों से गांव गांव में लोगों को अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि भाजपा लोगों को उलझा कर आरक्षण के विरोध में काम कर रही है। वहीं जिला मुख्य प्रवक्ता डा. नीरज कुमार ने कहा कि भाजपा आरक्षण को खत्म करने की साजिश कर रही है। इसे कभी सफल नहीं होने दिया जाएगा। मौके पर जिला संगठन प्रभारी शिव कुमार यादव, अक्षय झा, भूपेंद्र नारायण मधेपुरी, विजेंद्र नारायण यादव, नरेश पासवान, आनंद रजक, बीबी प्रभाकर, सत्यजीत यादव, नीला कांत, यादव उमेश, रूपेश कुमार गुलटेन, अशोक चौधरी, अमरेंद्र चंद्रवंशी, शैलेश सिंह, प्रमोद यादव ,राणा राम कृष्ण, दीपक यादव, मनोज कुशवाहा, विनोद कांबली निषाद, इंजीनियर कौशल यादव, मनोज भटनागर, डाक्टर एमएस रहमान बाबुल आदि नेता उपस्थित थे।
भारतीय रेल ने स्पष्ट कर दिया है कि 14 अप्रैल को लॉकडाउन खत्म होने के बाद ट्रेन टिकट बुकिंग को कभी स्थगित नहीं किया गया है। साथ ही रेलवे ने यह भी साफ कर दिया है कि रियायती टिकटों का लाभ फिलहाल मरीजों, छात्रों और दिव्यांगों को ही मिलेगा। Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
चेन्नईः पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद का बुधवार को आईपीएल 2021 के 14वें मैच में आमना-सामना हुआ। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पंजाब की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसके सलामी बल्लेबाज केएल राहुल 6 गेंदों में महज 4 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। राहुल को भुवनेश्वर कुमार चौथे ओवर में केदार जाधव के हाथों लपकवाया। राहुल भले ही सस्ते में अपना विकेट गंवा बैठे हों, लेकिन उन्होंने कुछ ही रन बनाने के दौरान एक बड़ी उपलब्धि अपने नाम कर ली, जो बतौर भारतीय बल्लेबाज एक रिकॉर्ड है। उन्होंने विराट कोहली और रोहित शर्मा को भी पछाड़ दिया है। इस मैच में सिर्फ 4 रन की पारी खेलने वाले केएल राहुल ने टी20 क्रिकेट में बतौर भारतीय सबसे तेज 5000 रन पूरे कर लिए है। राहुल ने इस मामले में विराट कोहली और रोहित शर्मा को भी पीछे छोड़ दिया है। राहुल के अब टी20 क्रिकेट की 143 पारियों में 5003 रन हो चुके हैं। इस दौरान उनका औसत 42 का रहा है जबकि उनका स्ट्राइक रेट 138 का है। वे अब तक लीग और इंटरनेशनल क्रिकेट में 4 शतक और 41 अर्धशतक ठोक चुके हैं। ओवरऑल टी20 में सबसे तेज 5 हजार रन बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के ताबड़तोड़ बल्लेबाज और आईपीएल में राहुल की ही टीम के खिलाड़ी क्रिस गेल के नाम पर है। उन्होंने 132 पारियों में ये कारनामा किया था। राहुल ने ऑस्ट्रेलिया के शॉन मार्श को इस मामले में पीछे छोड़कर दूसरे नंबर पर जगह बनाई। मार्श ने 144 पारियों में ऐसा किया था।
झांसी। UP Accident झांसी-कानपुर नेशनल हाइवे-27 स्थित मडोराखुर्द के पास शुक्रवार सुबह एक तेज रफ्तार ट्रक ने सड़क पर योगा कर रहे 6 दोस्तों को कुचल दिया। इस हादसे में तीन लोगों की जान चली गई। वहीं तीन घायलों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। घटना की सूचना पर मौके में पहुंची पूंछ पुलिस ने तीनों के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं चालक वाहन छोड़कर फरार हो गया। बता दें कि मडोराखुर्द निवासी अभि यादव 12 वर्ष, अभिषेक यादव 11 वर्ष, अनुज यादव 17 वर्ष, सुंदरम यादव 17 वर्ष आरव यादव 11 वर्ष और आर्यन यादव 13 वर्ष सुबह करीब 6 बजे हाईवे की सर्विस रोड में बैठकर योगा कर रहे थे। तभी कानपुर के तरफ आ रही ट्रक बेकाबू होकर लड़कों को रौंदता हुआ आगे निकल गया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं तीन लोग घायल है, जिसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। पुलिस ने मामले में ट्रक चालक के खिलाफ अपराध दर्ज कर जांच में लिया है।
भडन्डस हुन प्रेस क २०. ( क ) तदनन्तर किसी दिन राजा कूणिक स्नान करके, सुगन्धित द्रव्य, तिलक आदि लगाकर और राजा के योग्य शुद्ध वस्त्र - आभूषण पहनकर चेलनादेवी के पास चरण-वंदना करने के लिए आया । उस समय कूणिक राजा ने माता चेलनादेवी को उदासीन यावत् चिन्ता, शोक मे डूबी हुई देखा। देखते ही चेलनादेवी के पाँव पकड़ लिए और चेलनादेवी से इस प्रकार पूछने लगा- "माता । ऐसी क्या बात है कि आज तुम्हारे चित्त मे सतोष, उत्साह, हर्ष और आनन्द नही है जबकि मै स्वय ( आपका पुत्र ) राज्य - वैभव का उपभोग करते हुए सुखपूर्वक समय बिता रहा हूँ ?" (अर्थात् मेरा राजा बनना क्या आपको अच्छा नहीं लग रहा है ?) उत्तर मे चेलनादेवी ने कूणिक राजा से इस प्रकार कहा- "हे पुत्र । मेरे मन मे प्रसन्नता, उत्साह, 1 हर्ष अथवा आनन्द कैसे हो सकता है? जबकि तुमने देवतास्वरूप, गुरुजन जैसे अत्यन्त स्नेहानुरागयुक्त अपने पिता श्रेणिक राजा को बेडियो से बाँधकर अपना महान् राज्याभिषेक स्वय कराया है।" HOMAGE AT THE FEET OF THE MOTHER 20. (a) One day after taking his bath, applying perfumes and auspicious mark (tılak), and wearing clean garb and ornaments suitable for the royalty, King Kunik came to Queen Chelana to touch her feet and pay homage On this occasion he found mother Chelana sad, worried and melancholic He at once touched Queen Chelana's feet and asked"Mother ! What is the matter ? Today you do not appear contented, zealous, joyous or happy, even when 1, your son, live happily enjoying the glory of the kingdom ?" ( Iri other words, does my becoming king not please you ? ) Queen Chelana replied - "Son! How can I be contented, zealous, Joyous or happy when you have ceremoniously ascended the throne by imprisoning your god-like and guru-like father, King Shrenik, who has only love and affection for you " चेलना रानी द्वारा भ्रान्तिनिवारण २०. ( ख ) तए णं से कूणिए राया चेल्लणं देविं एवं वयासी- "घाएउकामे णं, अम्मो ! मम सेणिए राया, एवं मारेउ बंधिउ निच्छुभिउकामे णं अम्मो ! ममं सेणिए राया। तं कहं णं अम्मो ! ममं सेणिए राया अच्चंतनेहाणुरागरत्ते ?" तए णं सा चेल्लणा देवी कूणियं कुमारं एवं वयासी - "एवं खलु, पुत्ता ! तुमंसि ममं गब्भे आभूए समाणे तिन्हं मासाणं बहुपडिपुण्णाणं ममं अयमेयारूवे दोहले पाउब्भूए 'धन्नाओ णं ताओ अम्मयाओ, (जाव) अंगपडिचारियाओ, निरवसेसं भाणियव्वं (जाव), जाहे वि य णं तुमं वेयणाए अभिभूए महया. (जाव) तुसिणीए संचिट्ठसि । एवं खलु पुत्ता ! सेणिए राया अच्चंतनेहाणुरागरत्ते।" तए णं कूणिए राया चेल्लणाए देवीए अंतिए एयमट्ठे सोच्चा निसम्म चेल्लणं देविं एवं वयासी"दुटु णं अम्मो ! मए कयं सेणियं रायं पियं देवयं गुरुजणगं अच्चंतनेहाणुरागरत्तं नियलबंधण करतेणं । तं गच्छामि णं सेणियस्स रन्नो सयमेव नियलाणि छिंदामि" त्ति कटु परसुहत्थगए जेणेव चारगसाला तेणेव पहारेत्थ गमणाए। २०. ( ख ) माता चेलनादेवी की बात सुनकर कूणिक ने इस प्रकार कहा- "माता । श्रेणिक राजा तो मेरा घात करने के इच्छुक थे। हे अम्मा ! श्रेणिक राजा तो मुझे मार डालना चाहते थे, बाँधना चाहते थे और मुझे राज्य से निर्वासित कर देना चाहते थे। तो फिर हे माता । आप यह कैसे कहती है कि श्रेणिक राजा का मेरे प्रति अतीव स्नेहानुराग था ?" यह सुनकर चेलनादेवी ने कृणिककुमार से इस प्रकार कहा- "हे पुत्र । जब तू मेरे गर्भ मे आया था, तब तीन मास अच्छी तरह पूरे होने पर मुझे इस प्रकार का दोहद उत्पन्न हुआ था कि वे माताएँ धन्य है, यावत् । अगपरिचारिकाओ से मैने तुम्हे उकरडे पर फिकवा दिया, आदि। जब भी तुम वेदना से पीडित होते और जोर-जोर से रोते तब श्रेणिक राजा तुम्हारी व्रणग्रस्त अंगुली मुख मे लेते और मवाद चूसते । तब तुम शान्त हो जाते, इत्यादि पूर्व वर्णित सब वृत्तान्त चेलना ने कूणिक को सुनाया। इसी कारण हे पुत्र । मैने कहा कि श्रेणिक राजा के मन मे तुम्हारे प्रति अत्यन्त स्नेहानुराग था ।" चेलना रानी के मुख से कूणिक राजा ने इस पूर्व वृत्तान्त को सुना, उस पर विचार किया तो वह चेलनादेवी से इस प्रकार कहने लगा- "माता । निश्चित ही मैने बहुत बुरा किया जो देवतास्वरूप, गुरुजन जैसे अत्यन्त स्नेहानुराग से अनुरक्त अपने पिता श्रेणिक राजा को बेडियो से बाँधा। अब मै जाता हूँ और स्वय अपने हाथो से ही श्रेणिक राजा की बेडियो को काटता हूँ।' ऐसा कहकर वह परशु-कुल्हाडी हाथ मे लेकर जहाँ कारागृह था, उस ओर चल दिया। QUEEN CHELANA REMOVES MISUNDERSTANDING 20. (b) To these words of mother Chelana Kunik responded - "Mother King Shrenik was desirous of destroying me O mother King Shrenik wanted to kill me or apprehend me and exile me from the state O mother' How then do you say that he dearly loved me Hearing these words Queen Chelana said to prince Kunik-"Son ' On completion of three months after I conceived you I had this dohad"Blessed, fortunate, and contented are those mothers who and so on up to with the help of my maids I threw you on a heap of trash and so on whenever you wailed, King Shrenik came near you and sucked out the blood and pus from your wounded finger. This gave you relief and you stopped crying" Thus Queen Chelana narrated the aforesaid details to Kunik and added - "That is the reason, why I told you that King Shrenik dearly loved you King Kunik heard this story about his past from Queen Chelana and thought about it He then said - "Mother । Indeed, I have committed a grave mistake by shackling King Shrenik, my god-like and guru-like father who so profoundly loved me Now I shall go and cut his shackles with my own hands" With these words he picked up an axe and left for the prison. विवेचन - इस सूत्र पर टिप्पणी लिखते हुए आचार्य श्री आत्माराम जी महाराज सूचित करते है - "इससे पता चलता है कि कूणिक इससे पूर्व अपने जन्म-विषयक, सम्पूर्ण घटनाक्रम से अपरिचित था। राजतिलक नही करने के कारण वह क्षुब्ध भी था। कुछ गलतफहमियों के कारण पिता को अपना शत्रु समझने लगा था। दूसरी बात, राज्य लोभ मे वह फँस चुका था। इस दुष्कर्म मे पूर्वजन्मो के कर्म भी प्रेरक कारण बने है। (पूर्वजन्म का वृत्तान्त परिशिष्ट मे देखे ) Elaboration Commenting on this aphorism Acharya Shri Atmaram ji M informs-This informs that prior to the said moment Kunik was not aware of all these details about the post birth incidents of his life He was also angry because of the delay in his coronation He considered his father to be his enemy because of some misunderstandings Further, he was caught in the trap of greed for the kingdom Besides, karmas accumulated in the past births were also the inspiring factor for this (see appendix for the story of the past births) श्रेणिक का अन्तर्द्वन्द्व २१. (क) तए णं सेणिए राया कूणियं कुमारं परसुहत्थगयं एज्जमाणं पासइ, पासित्ता एवं वयासी - "एस णं कूणिए कुमारे अपत्थियपत्थिए (जाव) हिरि - सिरि- परिवज्जिए परसुहत्थगए इह हव्यमागच्छइ । तं न नज्जइ णं ममं केणइ कु-मारेणं मारिस्सइ" त्ति कट्टु भीए (जाव) तत्थे तसिए उब्बिग्गे संजायभये तालपुडगं विस आसगंसि पक्खिवइ । तए णं से सेणिए राया तालपुडगविसंसि आसगंसि पक्खित्ते समाणे मुहुत्तंतरेण परिणममाणंसि निप्पाणे निच्चेट्ठे जीवविप्पजढे ओइण्णे । तए णं से कूणिए कुमारे जेणेव चारगसाला तेणेव उवागए, उवागच्छित्ता सेणियं रायं निप्पाणं निच्चेदूं जीवविप्पजढं ओइण्णं पासइ, पासित्ता महया पिइसोएणं अप्फुण्णे समाणे परसुनियत्ते विव चम्पगवरपायवे धस त्ति धरणीयलंसि सव्यंगेहिं संनिवडिए । २१. ( क ) तब श्रेणिक राजा ने कूणिककुमार को हाथ मे कुल्हाडी लिए अपनी ओर आते हुए देखा। देखते ही उसने मन ही मन विचार किया- 'यह अकर्त्तव्य को कर्त्तव्य मानने वाला मेरा विनाश चाहने वाला, यावत् लोक-लाज से रहित, निर्लज्ज कूणिककुमार हाथ मे कुल्हाडी लेकर इधर आ रहा है। न मालूम मुझे यह किस कुमौत से मारेगा।' इस विचार से भयभीत, त्रस्त, आशकाग्रस्त, उद्विग्न और भयाक्रान्त होकर तालपुट विष को अपने मुख मे डाल लिया। तालपुट विष को मुख मे डालते ही कुछ क्षणो के बाद उस विष के शरीर मे घुल जाने पर श्रेणिक राजा निष्प्राण, निश्चेष्ट एव जीवनरहित हो गया । इसके बाद वह कूणिककुमार जहाँ कारावास था वहाँ पहुँचा। पहुँचकर उसने श्रेणिक राजा को निष्प्राण, निश्चेष्ट, निर्जीव देखा। तब वह असह्य भयकर पितृ-शोक से बिलबिलाता हुआ शोक सतप्त हुआ, कुल्हाडी से कटे चम्पक वृक्ष की तरह धडाम से पछाड खाकर भूमि पर गिर पड़ा। SHRENIK'S INNER CONFLICT 21. (a) King Shrenik saw prince Kunik approaching with an axe in his hand The moment he saw this he thought-Prince Kunik, who considers misdeeds as his duty wishes to destroy me He is shameless and devoid of any considerations of honour He is coming this way with an axe in his hand I do not know what contemptible death he will inflict on me " Filled with fear, awe, apprehension, nervousness and horror, he put taalput-vish ( a deadly poison ) in his mouth Within a few moments of swallowing it the poison spread throughout the body of King Shrenik and it was rendered breathless, motionless, and lifeless Prince Kunik reached the prison after this and found King Shrenik breathless, motionless, and lifeless Whining with bereavement of losing his father and engulfed in grief, he fall on the ground like an axed champak tree कूणिक का पश्चात्ताप २१. ( ख ) तए णं से कूणिए कुमारे मुहुत्तंतरेण आसत्थे समाणे रोयमाणे कंदमाणे सोयमाणे विलवमाणे एवं वयासी - "अहो णं मए अधन्त्रेणं अपुण्णेणं अकयपुण्णेणं दुटुकयं सेणियं रायं पियं देवयं अच्चतनेहाणुरागरत्तं नियलबंधणं करतेणं मम मूलागं चेव णं सेणिए राया कालगए" त्ति कट्टु । राईसरतलवर जाव माडम्बिय - कोडुम्बिय - इब्भ - सेट्ठि- सेणावइ - सत्यवाह-मंति-गणगदोवारिय- अमच्च-चेड पीढमद्द - नगर निगम - दूय - संधिवालसद्धिं संपरिवुडे रोयमाणे कंदमाणे सोयमाणे विलवमाणे महया इड्ढीसक्कारसमुदएणं सेणियस्स रन्नो नीहरणं करेइ । तए णं से कूणिए कुमारे एएणं महया मणोमाणसिएणं दुक्खेणं अभिभूए समाणे अन्नया कयाइ अंतेउरपरियाल - संपरिवुडे सभण्डमत्तोवगरणमायाए रायगिहाओ पडिनिक्खमइ, जेणेव चंपानयरी तेणेव उवागच्छइ तत्थ वि णं विउलभोग-समिइसमन्त्रागए कालेणं अप्पसोए जाए यावि होत्था । तए णं से कूणिए राया अन्नया कयाइ कालाईए दस कुमारे सद्दावेइ, सद्दावेत्ता रज्जं च जाव रट्ठे च बलं च वाहणं च कोसं च कोट्ठागारं च अंतेउरं च जणवयं च एक्कारसभाए विरिंचइ, विरिचित्ता सयमेव रज्जसिरि करेमाणे पालेमाणे विहरइ ।
पीलीभीत पुलिस ने सिख तीर्थयात्रियों से भरी बस से 11 युवकों को उतारा, लेकिन उनमें से केवल 10 ही मृत पाए गए, जबकि एक का कोई पता नहीं चल पाया है। सीबीआई के वकील एस. सी. जायसवाल ने कहा कि 12 जुलाई 1991 को 25 सिख तीर्थयात्रियों का जत्था नानकमठ पटना साहिब, हजूर साहिब और अन्य धार्मिक स्थलों के दर्शन कर बस से लौट रहा था. पीलीभीत के कच्छल घाट के पास पुलिस ने बस को रोक दिया और 11 युवकों को अपनी नीली बस में बिठा लिया. इनमें 10 शव मिले, जबकि शाहजहांपुर निवासी तलविंदर सिंह का आज तक पता नहीं चल सका है. इस मामले को लेकर पुलिस ने पूरनपुर, नेवरिया और बिलसंडा थाने में तीन अलग-अलग मामले दर्ज किए थे. पुलिस ने इन मामलों में विवेचना के बाद फाइनल रिपोर्ट सौंपी थी। एडवोकेट आर. एस। सोढ़ी ने सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर की है। सुनवाई के बाद सुप्रीम कोर्ट ने 15 मई 1992 को मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। सीबीआई ने मामले की जांच के बाद सबूतों के आधार पर 57 पुलिसकर्मियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी. शुक्रवार को कोर्ट ने 47 को दोषी करार दिया, जबकि 10 की मौत हो चुकी है। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में 178 गवाह पेश किए। पुलिसकर्मियों के हथियार, कारतूस समेत 101 साक्ष्य मिले हैं। जांच एजेंसी ने अपनी 58 पन्नों की चार्जशीट में सबूत के तौर पर 207 दस्तावेजों को भी शामिल किया था। चार्जशीट के सुप्रीम कोर्ट में आने के बाद, इसने 12 जून 1995 को संज्ञान लिया और 3 फरवरी 2001 को सुनवाई के लिए सत्र न्यायालय को सौंप दिया। सत्र न्यायालय ने 20 जनवरी 2003 को आरोपी के खिलाफ आरोप तय किए। कोर्ट ने कहा कि इसमें कोई शक नहीं कि हत्याएं हुई हैं, ये घटनाएं उन्हीं जगहों पर हुई हैं, जहां बताया गया है. सेवानिवृत्त सीएफएसएल वैज्ञानिक सत्य पाल शर्मा के बयान के विश्लेषण से साबित होता है कि जिस बस में 10 सिख युवकों को ले जाया गया था, उसी बस में गोलियों के निशान पाए गए थे. प्रत्यक्षदर्शी डॉ. जीजी गोपालदास व फार्मासिस्ट डीपी अवस्थी के अनुसार घटना के समय नेवरिया थानाध्यक्ष जीपी सिंह का पीलीभीत जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा था. जबकि एसएचओ खुद जी. डी. दर्ज किया था कि वे मौके पर मौजूद थे। कोर्ट ने कहा कि युवक की हत्या पहले ही की जा चुकी है। बस रात के आने और गुजर जाने का इंतजार था, ताकि एनकाउंटर को रात में होते दिखाया जा सके। पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉ. विमल कुमार के बयानों के मुताबिक युवक के शरीर पर न सिर्फ गोली और चोट के निशान थे, बल्कि अन्य चोट के निशान भी थे. इस मामले में यह कहा जा सकता है कि युवकों को पहले पकड़ा गया और बाद में मार दिया गया. पीएससी प्लाटून कमांडर दयान सिंह व पीएसी जवानों ने बताया कि घटना वाले दिन थाना आने व जाने का तीनों थाना क्षेत्रों में गलत उल्लेख किया गया था. पीएससी ने किसी मुठभेड़ में हिस्सा नहीं लिया, जबकि तीनों थानों की जीडी में पीएसी के आने और जाने को दिखाया गया, जबकि पीएसी के जवान अपने-अपने कैंप में आराम फरमा रहे थे. एनकाउंटर को जायज ठहराने के लिए पीएसी के जवानों को 13 जुलाई 1991 की सुबह 3 बजे थाने बुलाया गया और ड्यूटी शीट दी गई. कोर्ट ने कहा कि जरूरत इस बात की है कि पीएससी के आगमन और प्रस्थान को तीनों संबंधित थानों के जीडी में गलत तरीके से दिखाया जाए। यह भी माना जा सकता है कि एक थाने के जीडी ने गलत समय दर्ज किया होगा, लेकिन तीनों थानों में गलत समय दर्ज करने से यह साबित होता है कि हत्याओं को मुठभेड़ के रूप में दिखाने के लिए फर्जी सबूत गढ़े गए थे।
एक कहावत है कि रोम में रहो तो वही करो जो रोमन करते हैं, लगता है एक्टर रनवीर सिंह कोलकाता में अपनी नई फिल्म की शूटिंग के दौरान इसे ही फॉलो कर रहे हैं। सेट से जुड़े एक सोर्स ने बताया, 'रनवीर इन दिनों अली अब्बास की फिल्म की शूटिंग कोलकाता में कर रहे हैं। एक शॉट के दौरान उन्हें लोकल लोगों को हंसाना था जिसके लिए उन्हें बंगाली चुटकुलों की हेल्प लेनी पड़ी. ' सोर्स ने बताया कि रनवीर का मानना है कि एक छोटे सीन के लिए भी बेहतर से बेहतर कोशिश करनी चाहिए। रनवीर इससे पहले भी विक्रमादित्य मोटवाने की फिल्म की शूटिंग के लिए कोलकाता आ चुके हैं और उन्हें यह शहर बहुत पसंद है।
पश्चिमी राजस्थान का लक्खी बाबा रामदेव का मेला 28 से 5 सितम्बर तक चलेगा। इससे पहले ही हजारों की तादाद में रोज श्रद्धालु जोधपुर के मसूरिया स्थित बालीनाथजी की समाधि पर पहुंच रहे हैं। गुरू बालीनाथजी बाबा रामदेव के गुरू माने जाते हैं। ऐसे में यहां शीश झुकाकर ही जत्थे के जत्थे श्रद्धालु रामदेवरा रवाना हो रहे हैं। राज्य के कई जिलों व अन्य राज्यों से श्रद्धालु पैदल, बाइक व समूह में मसूरिया के इस मंदिर में पहुंच रहे हैं। यहां से रामदेवरा दर्शन को जा रहे हैं। मान्यता है कि रामदेवरा से पहले लोकदेवता रामदेव बाबा के गुरू बालीनाथ की समाधि के दर्शन होते हैं। ऐसे में बाबा के दर्शन को आने वाले जातरू पहले जोधपुर में बालीनाथजी की समाधि पर धोक लगाते हैं, फिर रामदेवरा जाते हैं। हाथों में कई फीट लम्बी ध्वजा (निशान) उठाए पैदल लोग आस्था के सैलाब के साथ दर्शन के लिए मसूरिया मंदिर पहुंच रहे हैं। दिल्ली से आने वाली पूजा व पिंकी 35 लोगों के समूह के साथ जोधपुर पहुंची। यहां से बाबा का घोड़ा ( कपड़े से बना) लेकर जाएंगे। वहां रामदेव बाबा के मंदिर की स्थापना करेंगे। मध्यप्रदेश के मंदसौर से 8 लोगों के जत्थे के साथ बाइक पर चार दिन में जोधपुर पहुंचे लोकेश डांगी का कहना है कि एक दिन और लगेगा रामदेवरा पहुंचने में। फिर सीधा मंदसौर के लिए निकलेंगे। बाबा में आस्था के चलते वह हर साल दर्शन को आते हैं। मंडोर से मसूरिया पहुंचे मनीष घारु 8 फीट लंबा घोड़ा लेकर पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि इस घोड़े के साथ दस लोगों का जत्था पांच दिन पैदल चल कर रामदेवरा पहुंचेगा। पीपा क्षत्रिय समस्त न्याति सभा ट्रस्ट के अध्यक्ष नरेन्द्र चौहान व सचिव नरेंद्र गोयल ने बताया कि 28 अगस्त से 05 सितम्बर 2022 तक आयोजित होने वाले मेले को व्यवस्थित एवं सुचारू रूप से चलाने के लिये श्रीपीपा क्षत्रिय समस्त न्याति सभा ट्रस्ट द्वारा तैयारियां पूर्ण कर ली गयी हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर में प्रवेश के लिए तीन भव्य द्वार बने हैं। ट्रस्ट ने 61 सीसीटीवी कैमरे मंदिर परिसर, मुख्य द्वार से सीढ़ीयों व परचानाड़ी एवं मुख्य मार्ग पर लगवाए ताकि शरारती तत्वों पर निगरानी रखी जा सके। पिछले दो वर्षों से कोरोना जातरू नहीं आ पाए थे। इस बार भीड़ ज्यादा रह सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए मेला अवधि में 27 से 30 अगस्त तक मंदिर को 24 घंटे दर्शनाथियों के लिए खुला रखने की व्यवस्था की गयी है। बाबा रामदेवजी के गुरू महाराज श्रीबालीनाथजी का मुख्य मेले का 27 अगस्त को शाम 7. 00 बजे जिला कलेक्टर हिमांशु गुप्ता, गौरव यादव, उपायुक्त पुलिस, (पश्चिम),अरूण पुरोहित आयुक्त नगर निगम-पश्चिम, निर्मल गहलोत समाजसेवी द्वारा विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। 28 अगस्त, को रात्रि 11. 15 बजे रुद्राभिषेक प्रारम्भ होगा जो दिनांक 29 अगस्त प्रातः 3. 00 बजे तक चलेगा, तत्पश्चात भाद्रपद द्वितीया (बाबा की बीज) को प्रातः 4. 15 बजे पंचामृत अभिषेक एवं 108 ज्योत से महाआरती होगी। 29 अगस्त दोपहर 11. 00 बजे प्रतिवर्ष की भाति पहाड़ी पर ध्वज पूजा अर्चना कर चढ़ाई जाएगी। This website follows the DNPA Code of Ethics.
मणिपुर में दिल्ली से लौटी मां-बेटी के कोरोना वायरस (कोविड 19) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सूत्रों के मुताबिक कामजोंग निवासी 64 वर्षीय महिला और उसकी 23 साल की पुत्री इलाज के लिए दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान गयी थी और 20 अन्य लोगों के साथ बस से गत शनिवार को यहां लौटी थी और उन्हें क्वारंटीन में रखा गया था। दोनों की जांच रिपोर्ट पॉजीटिव आने के कारण उन्हें आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है। अन्य सभी यात्रियों की भी जांच करायी जायेगी। सूत्रों के मुताबिक मणिपुर में कोरोना संक्रमण के नौ मामले आए है जबकि अभी सात मामले सक्रिय है। इससे पहले दो मरीजों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद मणिपुर कोरोना मुक्त राज्य घोषित हो गया था। देश के अन्य हिस्सों में फंसे लोगों के लौटने के बाद यहां सात नये मामले हो गये हैं। सभी मामले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं से जुड़े अथवा उन लोगों के हैं जो मेडिकल उपचार के लिए अस्पताल पहुंचे थे। डाक्टरों और नर्सों को सुरक्षा उपकरणों की कमी के कारण स्वास्थ्य कर्मियों में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं।
बाॅलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों से घिर जाती हैं। इंडस्ट्री के बहुत सारे स्टार्स ऐसे हैं जिनके साथ कंगना का पंगा रह चुका है और एक्ट्रेस की यह तू-तू मैं-मैं अभी भी खत्म नहीं हुई है। वहीं अब कंगना सेलेब्स को छोड़ कांग्रेस नेता शशि थरूर के पीछे पड़ गई हैं। कमल हासन के दिए एक बयान की तारीफ करने पर कंगना ने शशि थरूर पर निशाना साधा है। दरअसल, कमल हासन ने बयान देते हुए कहा था कि घर के काम को सैलरी प्रोफेशन बनाया जाना चाहिए। जिसकी तारीफ करते हुए शशि थरूर ने लिखा, 'मैं कमल हासन के उस विचार का स्वागत करता हूं जिसमें उन्होंने सैलरीड पेशे के रूप में गृहकार्य को मान्यता देने के लिए कहा गया है। राज्य सरकार को इसके लिए गृहणियों को मासिक वेतन का भुगतान करना चाहिए। यह समाज में घर का काम करने वाली महिलाओं की पहचान करेगा और उनकी सेवाओं का मुद्रीकरण होगा। ' जिसके बाद शशि थरूर के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कंगना ने लिखा, 'हमारे प्यार और हमारी लैंगिगता का मूल्य मत लगाइए। हमें हमारे खुद के पालन-पोषण के लिए भुगतान न करें। हमें अपने छोटी सी दुनिया अपने घर की क्वीन बनने के लिए वेतन की आवश्यकता नहीं है। हर चीज़ को व्यवसाय के रूप में देखना बंद करें। ' आपको बता दें कंगना का इस तरह तंज कसना या निशाना साधना कोई पहली बार नहीं है। इससे पहले कंगना और एक्ट्रेस उर्मिला मातोंडकर एक दूसरे को जमकर निशाने पर ले चुकी हैं। दरअसल हाल ही में उर्मिला ने एक नया ऑफिस खरीदा। जिसकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। वहीं इन खबरों के सामने आने के बाद कंगना रनौत कहां चुप बैठने वाली थी। उन्होंने उर्मिला को अपने निशाने पर लेते हुए ट्वीट कर उनपर तंज कसा था। जिसके बाद उर्मिला ने भी कंगना को खूब खरी खोटी सुनाते हुए एक वीडियो जारी किया था।
यह सिर्फ इतना है कि बाथरूम टाइल परिष्करण के लिए सबसे लोकप्रिय और व्यावहारिक सामग्री माना जाता है होता है। लेकिन कई बार जब, कुछ निश्चित परिस्थितियों की वजह से यह नहीं किया जा सकता है। कमरे या सीमित वित्तीय संसाधनों का एक बहुत ही छोटे से क्षेत्र घर के मालिक मजबूर विकल्प की मरम्मत के लिए विकल्पों को देखने के लिए। इससे पहले, ऐसी स्थितियों में, दीवारों चित्रित या लेप किया जा सकता था, लेकिन हाल के वर्षों में यह बाथरूम में वॉलपेपर लटका बहुत फैशनेबल बन गया है। कई लोग अभी भी इस तरह के विचारों की उलझन में हैं, लेकिन जो लोग पहले से इस विकल्प परिष्करण का लाभ लेने में कामयाब रहे, कहते हैं कि यह कई मामलों में चीनी मिट्टी कोटिंग्स से बेहतर साबित होता है। तो क्या हुआ वॉलपेपर के सभी एक ही फायदे, क्या उनकी प्रजातियों सजावट बाथरूम के लिए उपयोग करने के लिए, और कैसे परिसर की मरम्मत प्रदर्शन करने के लिए बेहतर है है? ये सवाल इस लेख में विचार किया जाएगा। आप जा रहे हैं वॉलपेपर लटका बाथरूम में, यह पहली उत्पादों की गुणवत्ता पर ध्यान केंद्रित करने के लिए आवश्यक है। वहाँ प्राथमिकता दी जानी चाहिए नमी प्रतिरोधी वेरिएंट, क्योंकि उत्पाद कागज और कपड़े अधिक तेजी के आधार पर विफल हो जाएगा पर है। सही विकल्प हो जाएगाः विनाइल वॉलपेपर, तरल कोटिंग और ग्लास फाइबर सामग्री। उनके उपयोग सकारात्मक पहलुओं की एक संख्या है। अर्थात्ः • सजावट बाथरूम वॉलपेपर मालिकों खर्च होंगे ज्यादा बिछाने टाइल्स से सस्ता है। • रंग, बनावट और छवियों का एक विशाल विविधता वास्तविकता में सबसे बोल्ड और असामान्य डिजाइन समाधान का अनुवाद करने की अनुमति देता है। • रोलर ब्लेड का प्रयोग बहुत अधिक परिसर की मरम्मत की सुविधा है, तो आप भी अपने ही हाथों से काम कर सकते हैं। • वॉलपेपर आदर्श शौचालय प्रशंसकों के साथ सजा अक्सर इस स्थिति को बदलने। चीनी मिट्टी टाइल कई वर्षों के लिए पर रखा जाता है, यह लगभग हर साल रोल सामग्री को बदलने के लिए संभव है। देखा जा सकता है, इस तरह के उत्पादों के उपयोग के लिए पूरी तरह से जायज है, यह अपने विचार निर्धारित करने के लिए केवल बनी हुई है। तथ्य यह है कि शौचालय की दीवारों लगभग पानी के साथ कोई संपर्क, उनमें नमी के प्रभाव के लिए लचीला होना करने के लिए कवर के बावजूद। इसका कारण यह है कमरे की विशिष्टता, समय-समय पर सफाई सतहों की आवश्यकता है क्रम संचय और बैक्टीरिया के गुणन से बचने के लिए है। करने के लिए बाथरूम में वॉलपेपर अच्छी तरह से रखा गया था, तो आप उन्हें संलग्न के लिए एक विशेष जल प्रतिरोधी चिपकने वाला प्रयोग करना चाहिए। यह भी वेंटिलेशन की गुणवत्ता है, जो नमी और संक्षेपण का संचय कर पाएगा की देखभाल करने की सिफारिश की है। अब हम आधुनिक के साथ सौदा करते हैं वॉलपेपर के प्रकार , और उनकी विशेषताओं। विनाइल वॉलपेपर कागज पर बना रहे हैं, लेकिन, सबसे सस्ता समकक्षों के विपरीत, वे नमी प्रतिरोधी बहुलक कोटिंग कर रहे हैं। विशेष समाधान के साथ इस तरह का बना देता है गर्भवती वे भी बाथरूम में इस्तेमाल किया जा सकता, नए नए साँचे को स्थानांतरित करने के अधीन नहीं हैं। कागज जाले सबसे आसान नहीं हैं। उनके भारी वजन नमी गोंद के लिए एक ही हेवी-ड्यूटी, और प्रतिरोधी का उपयोग करता है। सुखाने के बाद, पट्टी जंक्शन में एक अंतराल के रूप में संकुचित किया जा सकता है। इस तरह के एक सामग्री का चयन, आप लेबल है, जो यह दर्शाता है कि यह यह धोने के लिए संभव है पर ध्यान देना चाहिए। उत्पाद है, जो एक भी लहर से पता चलता एक नम स्पंज के साथ साफ किया जा सकता। दो संस्करणों में संकेत मिलता है कि उत्पाद धीरे एक डिटर्जेंट से साफ किया जा सकता। चित्रित ब्रश या तीन तरंगों हेवी-ड्यूटी का तार कोटिंग संकेत मिलता है। तरल वॉलपेपर के मूल रूप में रोल सामग्री के साथ कुछ नहीं नहीं है। कई और भी उन पर विचार प्लास्टर का एक प्रकार किया जाना है। वे ठीक सेलूलोज़ फाइबर का रंग योगों के रूप में बेचा जाता है। फिनिशिंग दीवारों वॉलपेपर शौचालय (इस प्रकार) काम कर रचना कि प्लास्टर के रूप में दीवार पर लागू होता है और साथ ही के मिश्रण के साथ शुरू होता है। इस सामग्री का सकारात्मक सुविधाओं उच्च शोर को अवशोषित गुणों मामूली अनियमितताओं और आधार में दोष को छिपाने के लिए की क्षमता है, साथ ही शामिल हैं। समाप्त कोटिंग नमी प्रतिरोध देने के लिए, यह clearcoat की एक परत के साथ कवर किया जाता है। यह विकल्प, एक ही विनाइल वॉलपेपर है बस के रूप में आधार यहाँ interlining है। वे पूरी तरह से छुपाने के सभी धक्कों के बाद गोंद सूख गया है संकोचन के अधीन नहीं हैं, और कहा कि महत्वपूर्ण है, यह बहुत नमी के लिए प्रतिरोधी है। वॉलपेपर (धोने योग्य) शौचालय के लिए अलग अलग डिजाइन है, लेकिन सबसे लोकप्रिय सेरेमिक टाइल्स की छवि माना जाता है। यह विकल्प सबसे अच्छा शास्त्रीय डिजाइन बाथरूम है, जो किसी कारण से टाइल्स का उपयोग नहीं कर सकते हैं के प्रशंसकों के लिए अनुकूल है। गैर-बुनी वॉलपेपर दो प्रकार के होते हैंः गोंद और चित्रकला के आधार पर। पहले प्रकार चिपकने वाला आधार की उपस्थिति और दूसरे रंग तैयार करने की विशेषता है अप करने के लिए 10 बार के साथ कवर किया जा सकता है। जब एक को चुनने स्वयं चिपकने वॉलपेपर बाथरूम के लिए, आप ध्यान उनके जल-प्रतिकारक गुण के लिए, कुछ विकल्प इस तरह के गुणों के पास नहीं के रूप में भुगतान करना चाहिए। ग्लास फाइबर उत्पादों कांच और कागज की पतली किस्में बुनाई से बनते हैं। प्रारंभ में, कपड़े एक हल्के भूरे रंग के रंग, जो बाद में किसी भी रंग में पानी आधारित पेंट के साथ खत्म हो गया चित्रित किया गया है। उत्कृष्ट प्रदर्शन, पर्यावरण मित्रता, कई repainting की संभावना, नमी के लिए प्रतिरोध, आग - यह इन वॉलपेपर के पास सभी सकारात्मक गुण नहीं है। अपार्टमेंट में शौचालय आदर्श है। हालांकि, अगर हम इस मुद्दे की वित्तीय घटक के बारे में बात करते हैं, तो उस फाइबरग्लास उत्पादों बहुत पिछले समकक्षों की तुलना में अधिक महंगा ध्यान दिया जाना चाहिए। लेकिन जब आप इस कोटिंग की लंबी सेवा के जीवन पर विचार, लागत उचित हैं। जो लोग कला का एक वास्तविक टुकड़ा में अपने बाथरूम चालू करना चाहते हैं, तो आप भित्ति पर गौर करना चाहिए। इंटीरियर डिजाइन और मालिक का स्वाद के किसी भी शैली के तहत एक छवि लेने के लिए सक्षम इस उत्पाद बहुत लोकप्रिय बनाता है। एक अच्छी तरह से चुना चित्रों नेत्रहीन एक छोटे से स्थान का विस्तार करने और इसे करने के लिए परिष्कार जोड़ सकते हैं। (इस प्रकार की) मरम्मत शौचालय वॉलपेपर अपने ही हाथों से प्रदर्शन करने के लिए मुश्किल हो जाता है। दोष और झुर्रियों के बिना pokleit कपड़े केवल पेशेवर जादूगर, और यह अतिरिक्त लागत के लिए नेतृत्व करेंगे कर सकते हैं। खरीदारी बाहर जा रहा है, मन है कि नहीं सभी वॉलपेपर उच्च आर्द्रता के साथ कमरे में इस्तेमाल के लिए तैयार कर रहे हैं में रहते हैं। इस बिंदु उत्पाद को खरीदने से पहले विक्रेता के साथ जांच करने के लिए सबसे अच्छा है। प्रारंभ करने के लिए समझ जाएगा कि कैसे एक तरल दीवार सतह तैयार करने के लिए है, क्योंकि इस विकल्प दीवारों विशेष प्रशिक्षण की आवश्यकता है। 1. पहला कदम (putties, वॉलपेपर, रंग, आदि पी) और किसी भी दूषित पदार्थों को जो अंततः पानी के साथ संपर्क में प्रकट वर्ष माल की दीवार साफ करने के लिए है। 2. बड़े अंतराल, छेद, छेद और किसी भी अन्य अनियमितताओं देखते हैं दीवारों, तो वे एक करणी और पोटीन के साथ दफनाया गया था। इस आदेश wholemeal मिश्रण की बेकार की खपत को कम करने के लिए आवश्यक है। अगर गहरे recesses पहले से नहीं हटाया, एक दीवार पर सूखे सजावटी परत की मोटाई की बहुत ध्यान देने योग्य अचानक परिवर्तन हो जाएगा। 3. मामलों में जहां विभिन्न दोषों की सतह पर बहुत ज्यादा, जिप्सम पोटीन के एक समान परत के साथ लेपित दीवार में। 4. आधार समतल करने के बाद यह एक मानक प्राइमर के साथ इलाज किया जाना चाहिए। इस काम में तीन बार हर तीन घंटे किया जाता है। 5. इसके तत्काल बाद तरल वॉलपेपर पूरी सतह एक विशेष पोटीन या सफेद रंग के जलीय पायस रंग के साथ लेपित लागू करने से पहले। रोल सामग्री, यहां दीवारों की तैयारी कर थोड़ा आसान करने की प्रक्रिया के रूप में। सतह भी दुरुस्त है, यह परिष्करण पलस्तर, जिस oshkurivaetsya के माध्यम से गठबंधन है। प्राइमर के साथ फ्लैट दीवार फिर से इलाज किया। आधार की पूरी सुखाने के बाद आप wallpapering शुरू कर सकते हैं। तरल pokleit करने के लिए बाथरूम में वॉलपेपर, यह पहली बार एक काम मिश्रण तैयार करने के लिए आवश्यक है। इस प्रक्रिया को भड़काना सतह के स्तर पर आगे बढ़ सकते हैं के बाद से तरल वॉलपेपर समाधान के लिए दिए गए निर्देशों का कम से कम 6 घंटे तैयार रहना चाहिए। सामग्री की संरचना तीन मुख्य घटक शामिल हैंः • cellulosic फाइबर; • सजाने मिश्रण; • सूखी गोंद। ज्यादातर मामलों में, वे, विभिन्न संकुल में पैक कर रहे हैं ताकि सभी अवयवों मिश्रण करने के लिए आप एक बड़ी क्षमता की आवश्यकता होगी। प्राप्त मिश्रण किसी भी गांठ नहीं होने चाहिए। समाप्त पानी धीरे-धीरे डालना सूखी फाइबर (अनुदेश के साथ सख्त अनुसार) गूंथी और समय निर्माता द्वारा निर्दिष्ट के लिए खड़े करने के लिए अनुमति दी है। तैयार समाधान की दीवार के साथ छोटे लेपनी और triturated वर्दी परत एक विशेष नाव का उपयोग कर प्राप्त कर रहा। परत मोटाई आम तौर पर 3-4 मिमी है। इस प्रकार यह पूरे दीवार को शामिल किया गया। बाथरूम में सभी प्रारंभिक कार्य पूरा कर लिया है, तो आप सजा दीवारों शुरू कर सकते हैं। बहुत आसान वॉलपेपर, जब पाइप plasterboard के बक्से में छिपे हुए हैं और पाइपलाइन स्थापित किया गया है गोंद के लिए। 1. सुनिश्चित करें कि दीवार काफी सुगमता से और काम करने के लिए सूखी शुरू की हुई है। 2. टेप बाहर उपाय फर्श से लेकर छत तक दीवारों की ऊंचाई मापने। चयन पद्धति की आवश्यकता नहीं चयनित वॉलपेपर (किनारों के आसपास एक छोटे से मार्जिन के अधीन) इच्छित लंबाई के कई स्ट्रिप्स मापा रहे हैं। बैंड एक पैटर्न, पहले साफ और फर्श चयनित पैटर्न सुखाने के लिए के साथ एकजुट हो रहे हैं। 3. जो के आधार पर सामग्री इस मामले में प्रयोग किया जाता है, चिपकने वाला तीन तरीकों से लागू किया जा सकताः सतह पर, केवल एक कपड़े या एक दीवार और रोल एक साथ पर। ध्यान में रखते हुए निर्माता बाथरूम में वॉलपेपर चिपके की सिफारिशों। 4. सबसे अच्छा कोनों में से एक के साथ दीवार के ऊपर चस्पा करने के लिए शुरू करो। पहली पट्टी के लिए एक ऊर्ध्वाधर लेआउट हो सकता है। तो अगर आप यह सुनिश्चित करें कि वॉलपेपर पूर्वाग्रह के बिना दीवार पर स्थित है हो सकता है। बाद के सभी कपड़े गोंद बट जोड़ों पंक्तियों के बीच ध्यान से promazyvaya। 5. एक विशेष रबर रोलर्स की मदद से वॉलपेपर रोल, उन्हें शेष हवा से बाहर मजबूर कर दिया। Desirably, चिपकने वाला पूरी तरह सूख जाने कमरे में कोई ड्राफ्ट और अत्यधिक तापमान था। • यह शौचालय भी चमकदार रंगों में दीवार आकर्षित करने के लिए अनुशंसित नहीं है। इस तरह के हरे, नीले, बेज, ऊंट, आड़ू के रूप में यहाँ और अधिक प्रासंगिक विचारशील रंग। • यदि आप अंतरिक्ष विस्तार करने के लिए नेत्रहीन कमरे की जरूरत है, विस्तृत क्षैतिज धारियों और मध्यम आकार के चित्रों के साथ वॉलपेपर हल्के रंगों का चयन करें। • खरीद वॉलपेपर, ध्यान रखें कि अलग-अलग पार्टियों से उत्पादों अक्सर विभिन्न रंग हैं में रहते हैं। इस अंतर के रोल लगभग unnoticeable हो सकता है, लेकिन अंतर की दीवार पर स्पष्ट हो जाएगा। आजकल वित्तीय घटक मरम्मत के बाद से पहली जगह में सभी इच्छुक वेब सामग्री की एक किस्म की कीमत पर ध्यान देना चाहिए। तो, विनाइल उत्पाद की औसत लागत रोल प्रति 500 रूबल है। गैर बुना कोटिंग की कीमत एक ही राशि के लिए 2000 रूबल से शुरू होता है। Paintable वॉलपेपर रोल प्रति 300 रूबल से खरीदार, और 50-150 रूबल अधिक पर ग्लास फाइबर के उत्पादन खर्च होंगे। तरल वॉलपेपर के लिए औसत लागत पैक प्रति 1000 रूबल है। हमें उम्मीद है इस लेख में जानकारी आप उपयोगी के लिए किया जाएगा और ड्रेसिंग रूम के परिवर्तन की प्रक्रिया में उपयोगी होगा। आराम से आप की मरम्मत!
वेस्टइंडीज़ टीम के आक्रामक मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ शिमरोन हेटमायर (Shimron Hetmyer) पिछले काफी समय से आईपीएल का हिस्सा रहे हैं. इन्होंने अपने आईपीएल करियर की शुरुआत 2019 में आरसीबी के साथ की थी. लेकिन, उस सीज़न यह ज़्यादा कुछ खास नहीं कर पाए थे. उसके बाद लगातार 2 आईपीएल सीज़न इन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले हैं और उनके लिए अच्छा प्रदर्शन भी करके दिखाया है. ऐसे में अब आईपीएल 2022 में हेटमायर (Shimron Hetmyer) राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने जा रहे हैं. आपको बता दें कि आईपीएल 2021 के बाद शिमरोन हेटमायर (Shimron Hetmyer) को दिल्ली कैपिटल्स ने रिलीज़ कर दिया था. जिसके चलते इन्होंने अपना नाम आईपीएल मेगा ऑक्शन में दिया. ऑक्शन में इस खिलाड़ी में सबसे ज़्यादा रूचि राजस्थान रॉयल्स ने दिखाई और 8. 5 करोड़ की मोटी रकम देकर इनको अपनी फ्रेंचाइजी का हिस्सा बनाया. ऐसे में अब आईपीएल 2022 में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं. अगर इनके आईपीएल करियर की बात करें तो, शिमरॉन हेटमायर ने अब तक आईपीएल में कुल 31 मुकाबले खेले हैं, जिसमें इन्होंने 25. 85 की औसत से 517 रन बनाए हैं. आईपीएल में इनका स्ट्राइक रेट 151. 16 का है. जोकि काफी शानदार है. इसके अलावा हाल ही में इन्होंने अपने प्राइस टैग को लेकर बड़ा बयान दिया है. शिमरोन हेटमायर (Shimron Hetmyer) को राजस्थान रॉयल्स ने काफी मोटी रकम में खरीदा है. या कहें तो राजस्थान ने हेटमायर पर बहुत बड़ा दांव खेला है. लेकिन, जब इस खिलाड़ी ने इस प्राइस टैग को लेकर अपना बयान दिया तो कही से कही तक नहीं लगा कि आईपीएल 2022 में इन पर प्राइस टैग का कोई भी दबाव दिखने वाला है. शिमरोन हेटमायर ने आईपीएल 2022 में अपने प्राइस टैग को लेकर कहा कि, उन्होंने आगे कहा कि, राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच और क्रिकेट डायरेक्टर कुमार संगाकारा से एक बेहतरीन खिलाड़ी बनने के लिए खेल को और अच्छे से जानने के लिए एक्ससिटेड हैं हेटमायर (Shimron Hetmyer). उन्होंने कुमार संगाकारा को लेकर कहा, बहरहाल, 25 वर्षीय शिमरोन हेटमायर ने अपने बयान में यह भी कहा है कि आईपीएल खेलने से उनके खेल के विकास में मदद हुई है.
भारत ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के टूर्नामेंटों में दक्षिण अफ्रीका पर लगातार छठी जीत दर्ज की है। विश्व की दूसरे नंबर की टीम भारत ने इंग्लैंड में चल रहे आईसीसी विश्वकप (ICC World Cup 2019) में बुधवार को दक्षिण अफ्रीका को एकतरफा अंदाज़ में छह विकेट से पराजित किया। दक्षिण अफ्रीका को नौ विकेट पर 227 रन पर रोकने के बाद भारत ने 47. 3 ओवर में चार विकेट पर 230 रन बनाकर मैच जीत लिया। भारत ने इस तरह 2012 से अब तक आईसीसी टूर्नामेंटों में दक्षिण अफ्रीका को लगातार छह बार हरा दिया है। भारत ने 2012 के टी-20 विश्वकप में दक्षिण अफ्रीका पर एक रन से, 2013 की चैंपियंस ट्रॉफी में 26 रन से, 2014 के टी-20 विश्वकप में छह विकेट से, 2015 के वनडे विश्वकप में 130 रन से, 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी में 8 विकेट से और 2019 के विश्वकप में छह विकेट से जीत दर्ज की। दक्षिण अफ्रीका को इस टूर्नामेंट में लगातार तीसरी हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ वनडे विश्वकप में यह पहला मौका है जब दक्षिण अफ्रीका ने लगातार तीन मैच गंवाए। दक्षिण अफ्रीका को पहले मुकाबले में इंग्लैंड ने, दूसरे मुकाबले में बंगलादेश ने और तीसरे मुकाबले में भारत ने पराजित किया। लगातार तीन पराजय से दक्षिण अफ्रीका का सेमीफाइनल में पहुंचने का सपना टूटता दिखाई दे रहा है और वापसी करने के लिए उसे अगले छह मैचों में चमत्कारिक प्रदर्शन करना होगा। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका को बुधवार को छह विकेट से हराने के साथ ही कप्तान के रूप में अपनी 50वीं जीत हासिल कर ली। विराट की कप्तान के रूप में 69 मैचों में यह 50वीं जीत है। वह सबसे कम वनडे मैचों में 50 जीत हासिल करने के मामले में वेस्टइंडीज के विवियन रिचर्ड्स को पीछे छोड़कर तीसरे नंबर पर आ गए हैं। रिचर्ड्स ने 70 मैचों में 50वीं जीत हासिल की थी। दक्षिण अफ्रीका के हैंसी क्रोनिए ने 68 मैचों में और वेस्ट इंडीज के क्लाइव लॉयड तथा ऑस्ट्रेलिया के रिकी पोंटिंग ने 63 मैचों में 50वीं जीत हासिल की थी।
'सूरमा' फिल्म मशहूर हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की प्रेरणादाई कहानी को दिखाएगी। हॉकी लीजेंड संदीप सिंह की बॉयोपिक 'सूरमा' से अभी हाल ही में दिलजीत दोसांझ का फर्स्ट लुक रिवील किया गया था और अब मेकर्स ने तापसी पन्नू का एक मोशन पोस्टर जारी किया है। दलजीत और तापसी के पोस्टर फिल्म को लेकर उत्सुकता जगा रहे हैं। इस फिल्म में दिलजीत दोसांझ जहां संदीप सिंह के किरदार में नजर आएंगे, वहीं तापसी पन्नू भी एक हॉकी प्लेयर के किरदार में ही नजर आएंगी। इस फिल्म में तापसी पन्नू हरप्रीत उर्फ प्रीत का किरदार निभा रही हैं। जा सके। संदीप सिंह ने उन्हें इसके लिए ट्रेनिंग दी है। अभिनेत्री ने अपने ट्विटर पर फिल्म का मोशन पोस्टर शेयर करते हुए लिखा- 'खेलों के लिए मेरे कभी न मरने वाले प्यार और देश के लिए।' पोस्टर को देखकर लग रहा है कि उनकी मेहनत जाया नहीं जाने वाली है। तापसी के फैंस के लिए भी उन्हें हॉकी खेलते हुए देखना सुखद अनुभव रहने वाला है। 'सूरमा' की बात करें तो यह फिल्म मशहूर हॉकी प्लेयर संदीप सिंह की प्रेरणादाई कहानी को दिखाएगी। बता दें कि संदीप सिंह जब शताब्दी ट्रेन ने जर्मनी में होने वाले वर्ल्ड कप में हिस्सा लेने के लिए अपनी टीम को ज्वाइन करने के लिए जा रहे थे, तब उन पर गोलियां दागी गई थी। इस हमले में वह गंभीर रूप से वह जख्मी हो गए थे। इस हमले के बाद संदीप सिंह तकरीबन दो हफ्तों के लिए व्हीलचेयर पर रहने को मजबूर हो गए थे। इस घटना के बाद संदीप न केवल स्वस्थ हुए बल्कि उन्होंने नेशनल टीम में जोरदार वापसी भी की। इस फिल्म को शाद अली निर्देशित कर रहे हैं। फिल्म में अंगद बेदी भी महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आएंगे। फिल्म 13 जुलाई को रिलीज हो रही है। इसी दिन अनिल कपूर, राजकुमार राव और ऐश्वर्या राय बच्चन की 'फन्ने खान' भी रिलीज होने जा रही है। बॉलीवुड, हॉलीवुड, साउथ, भोजपुरी और टीवी जगत की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें...बॉलीवुड लाइफ हिन्दी के फेसबुक पेज, ट्विटर पेज, ताजा गॉसिप के लिए हमें Facebook Messenger पर फॉलो करें।
राज्य मंत्री और प्रमुख विपक्षी आईएनएलडी के एक विधायक के बीच हाथापाई की नौबत आने से बच गई। मार्शल, कुछ मंत्री और कुछ विधायक दीवार बनकर खड़े हो गए और तब जाकर हालात जैसे-तैसे संभाल गए। चंडीगढ़ हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र में इतनी सियासी गर्मी बढ़ी कि एक राज्य मंत्री और प्रमुख विपक्षी आईएनएलडी के एक विधायक के बीच हाथापाई की नौबत आने से बच गई। सदन में जबरदस्त शोरगुल और हंगामे के बीच अचानक हुए घटनाक्रम को थामने के लिए मार्शल, कुछ मंत्री और कुछ विधायक दीवार बनकर खड़े हो गए और तब जाकर हालात जैसे-तैसे संभाल गए। यह वाकया राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी और आईएनएलडी के विधायक केहर सिंह रावत के बीच व्यक्तिगत टिप्पणी के चलते कुछ ऐसा घटा कि हर कोई अवाक रह गया। सदन में विवाद की शुरुआत विपक्ष के नेता अभय चौटाला और राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी के बीच शुरु हुई थी। उस वक्त किसानों का मुद्दा गूंज रहा था। अभय किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरने में लगे थे तो राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी समेत बीजेपी के अन्य विधायक जवाबी नोकझोंक करते नजर आए। इसी दौरान राज्य मंत्री बेदी ने अभय चौटाला की भाभी और डबवाली से विधायक नैना चौटाला व भतीजों दुष्यंत व दिग्विजय चौटाला द्वारा पूर्व में की गई बयानबाजियों का उल्लेख कर टिप्पणी कर डाली। शोरगुल के बीच गुंडागर्दी जैसे शब्द भी सुनाई दिए। इससे सदन में शोर बढ़ गया और अभय चौटाला इस कदर बिफरे कि शिकायत करने के लिए पहले स्पीकर के आसन तक पहुंच गए। वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु इस दौरान कुछ बोलने के लिए उठे थे कि अभय सीधे उनके पास गए। वहां कैप्टन का हाथ पकड़ कर वह उन्हें समझाते नजर आए। शोरगुल के कारण दोनों के बीच हुई बातचीत सुनी नहीं जा सकी। उधर, कैप्टन अभिमन्यु व अभय चौटाला आपस में बात कर रहे थे कि आईएनएलडी के अन्य विधायक भी सीटें छोड़कर सत्तापक्ष की सीटों की तरफ बढ़ गए। इसी दौरान बेदी और आईएनएलडी विधायक केहर सिंह रावत में तीखी कहासुनी शुरु हो गई। दोनों एक दूसरे को चुनौती पेश करते हुए और एक दूसरे की ओर हाथ लहराते देखे गए। इसी बीच केहर सिंह, मंत्री बेदी की सीट की तरफ बढ़े तो मौके की नजाकत देख कार्यवाही का संचालन कर रहे स्पीकर कंवरपाल गुर्जर ने तुरंत मार्शलों को सक्रिय कर दिया। मार्शलों और बेदी के पास बैठे राज्य मंत्री कर्ण देव कांबोज और मंत्री कविता जैन समेत अन्य बीजेपी के विधायक ढाल बनकर बेदी और रावत के बीच खड़े हो गए और दोनों को दूर करते और समझाते दिखाई दिए। हालात इतने गर्म थे कि एक मौके पर हाथापाई वाली नौबत आते-आते रह गई। उल्लेखनीय है कि पिछले मॉनसून सत्र के दौरान भी विपक्ष के नेता अभय सिंह चौटाला और कांग्रेस के विधायक कर्ण सिंह दलाल के बीच एक शब्द को लेकर जूते निकालने और एक दूसरे से भिड़ने की घटना हुई थी। यह विवाद इतना आगे बढ़ गया था कि दलाल को एक साल के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया था।
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के लिए रिटेंशन के तहत जिन खिलाड़ियों को रखा हैं उसकी लिस्ट 4 जनवरी को शाम को कर दी गयी हैं जिसमें कई बड़े खिलाड़ियों को रिटेन नहीं हैं और कई चौंकाने वाले नाम भी सामने आये हैं। जी हाँ, इस बार रिटेंशन पालिसी जारी की गई है, जिसमें कोई भी टीम रिटेन के अंतर्गत अधिकतम 3 खिलाड़ियों को बनाये रख सकती थी और 2 खिलाड़ियों को राईट टू मैच यानि आर टी एम कार्ड से। इसी बीच रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने भी अपने ख़ास तीन खिलाड़ियों को बनाये रखा हैं जिसमें कप्तान विराट कोहली को सबसे ज्यादा 17 करोड़ में और जबकि एबी डिविलियर्स और सबसे चौंका देने वाले सरफराज खान को भी बैंगलोर ने रिटेन किया हैं। इसी बीच ख़ास बात यह हैं बैंगलोर ने न तो हार्ड हिटर क्रिस गेल को रिटेन किया और न ही साल 2017 के सबसे बेस्ट गेंदबाज चहल को लेकिन इन्होंने 20 वर्षीय सरफराज खान पर भरोसा किया हैं जिन्होंने अभी तक इतना ज्यादा क्रिकेट तो नहीं खेला हैं। तो अब देखना यही होगा कि क्या सरफराज अपने आप को आईपीएल 11 में साबित कर पायेंगे। इसी बीच ख़बरें यह मिल रही है कि एक बार कप्तान विराट कोहली ने सरफराज खान को उनके वजन के कारण कहा था कि आप अपना पहले वजन को कम करो फिर बाद में ही आपको मौका दिया जाएगा, अर्थात आपको बता दें कि सरफराज खान उम्र में भले 20 साल के है, लेकिन इनपर मोटापा आमतौर पर काफी देखा जा सकता हैं। इस कारण विराट से भी यह डांट सुननी पड़ी थी। इसी बिच सरफराज खान ने अपने कप्तान विराट कोहली की बात को नजरअंदाज नहीं किया और आज अच्छी फिटनेस के साथ नजर आ रहे हैं। इस प्रकार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर द्वारा रिटेन किये जाने के बाद सरफराज खान का एक वीडियो रॉयल चैलेंजर्स ने ट्विटर पर अपलोड किया हैं, जिसमें इन्होंने बैंगलोर टीम मैनेजमेंट और विराट कोहली को धन्यवाद दिया हैं।
स्पाइसजेट (SpiceJet) एयरलाइंस अगले महीने यानी अक्टूबर से अपने पायलटों को करीब 20 पर्सेंट की सैलरी बढ़ोतरी देगी। यह बात कंपनी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताई है। स्पाइसजेट (SpiceJet) एयरलाइंस अगले महीने यानी अक्टूबर से अपने पायलटों को करीब 20 पर्सेंट की सैलरी बढ़ोतरी देगी। यह बात कंपनी ने न्यूज एजेंसी ANI को बताई है। स्पाइसजेट ने पिछले महीने 6 पर्सेंट बढ़ोतरी की घोषणा की थी और यह सैलरी रिवीजन उसके बाद किया जा रहा है। यह फैसला कंपनी ने अपने कुछ पायलटों को लीव विदाउट पे (leave without pay) पर भेजने के बाद किया है। स्पाइसजेट (SpiceJet) ने 20 सितंबर को अपने 80 पायलटों को 3 महीने की छुट्टी पर भेज दिया है। इस दौरान पायलटों को उनकी सैलरी नहीं मिलेगी। कंपनी का कहना है कि यह कदम 'कॉस्ट रेशनलाइज़' करने के लिए उठाया गया है। इसके अलावा, नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइसजेट पर 50 पर्सेंट उड़ानों के अंकुश को 29 अक्टूबर तक बढ़ा दिया है। स्पाइसजेट में फ्लाइट ऑपरेशंस के SVP कैप्टन गुरचरण अरोड़ा ने कहा है कि हम क्रमबद्ध तरीके से सैलरी बढ़ाने के अपने वायदे को पूरा कर रहे हैं। अक्टूबर महीने में हमारे कैप्टन्स और सीनियर फर्स्ट ऑफिसर्स की सैलरी में करीब 20 पर्सेंट की बढ़ोतरी होगी। सूत्रों ने यह भी बताया है कि एयरलाइन अगले 2-3 हफ्ते में सभी एंप्लॉयीज का TDS डिपॉजिट कर देगी। इसके अलावा, प्रॉविडेंट फंड्स का एक बड़ा हिस्सा भी क्रेडिट हो जाएगा। कैप्टन अरोड़ा ने बताया है कि ECLGS पेमेंट की पहली किस्त मिल गई है और दूसरी किस्त जल्द मिलने की उम्मीद है। उन्होंने बताया कि सरकार से मिलने वाले ECLGS के अलावा मैनेजमेंट 200 मिलियन डॉलर जुटाने की तैयारी में है।
दौलतपुर। उपमंडल गगरेट के अंबोआ के वार्ड नं 5 दब्बन, लम्बी और नंगल जरियालां के वार्ड नं 5 के जंगलो में आग लगने से कई चीड़ के पेड़ों को खासा नुक्सान पहुंचा है। आग से कई हैक्टेयर जंगल जल कर राख हो गया। गर्मी व तेज हवाओं के मौसम में आग पर काबू पाना मुश्किल हो रहा था। मौके पर वन विभाग के कर्मचारी और गांव अंबोआ, मवा कहोला, नंगल जरियालां के लोग और विशेषकर दबनी के बूढ़े, बच्चे और महिलाएं आग पर काबू पाने के लिए कूद पड़े, लेकिन देखते ही देखते आग ने भयंकर रूप धारण कर लिया। इसके बाद दमकल विभाग भी पहुंचा, लेकिन आग गहरे व संकरे जंगल के नालों में होने की वजह से कामयाबी नहीं मिल सकी। मौके पर ग्राम पंचायत अंबोआ की प्रधान रीमा देवी, उपप्रधान मुकेश चंद, नंगल जरियालां के वार्ड नं 5 के पंच नारायण प्रकाश भी पहुंचे। अभी आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
असम के नगांव जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां अवैध संबंधों का पता लगने पर पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं उन दोनों ने मृतक के शरीर को कई टुकड़ों में काटकर शौचालय के सेप्टिक टैंक में फेंक दिया गया था, जिसे लगभग तीन महीने बाद बरामद किया गया था। घटना जिले के नगांव के कलियाबोर के कुठौरी इलाके की है। नगांव की पुलिस अधीक्षक लीना डोले ने बताया कि मृतक की पहचान उमेश बोरा के रूप में हुई है, जो पेशे से बढ़ई था। वह बेंगलुरु में रहता था और वहां काम करता था। वह आमतौर पर दो-तीन महीने के अंतराल के बाद अपने घर आता था। इस बीच उनकी पत्नी रीता बोरा का मुजीबुर रहमान नाम के एक व्यक्ति के साथ संबंध बन गए। लगभग तीन महीने पहले जब उमेश बेंगलुरु से घर लौटा तो उसने अपनी पत्नी और मुजीबुर को आपत्तिजनक स्थिति में पाया। पुलिस के मुताबिक पत्नी और पति के बीच तीखी नोकझोंक हुई। ऐसा अंदेशा था कि रीता और उसके प्रेमी मुजीबुर ने उमेश का गला घोंटकर वहीं उसकी हत्या कर दी। इसके बाद उन्होंने उमेश के शव को कई टुकड़ों में काटकर सेप्टिक टैंक में डाला गया। इसके बाद रीता ने दूसरों को बताया कि उमेश बेंगलुरु में है और वहां से नहीं लौटा है, लेकिन कई दिनों तक बोरा का कोई पता नहीं चलने के कारण परिजनों को शक हुआ कि उसके साथ कुछ गलत हो गया है। उन्होंने थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। पुलिस की जांच शुरू होने के बाद मामले का खुला हुआ। पुलिस को शक हुआ और तलाशी लेने पर उन्होंने शौचालय के सेप्टिक टैंक से एक कंकाल बरामद किया। डोले ने कहा कि हमने रीता बोरा और मुजीबुर रहमान को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच जारी है।
फेस में खुजली या इचिंग होना किसी महिला के लिए बहुत तकलीफदेह हो सकता है। इसके वजह से आपकी त्वचा खराब दिख सकती है और यह आपको बहुत अनकंफरटेबल महसूस कराता है। (Image Credit: Freepik) फेस में खुजली या इचिंग होना किसी महिला के लिए बहुत तकलीफदेह हो सकता है। इसके वजह से आपकी त्वचा खराब दिख सकती है और यह आपको बहुत अनकंफरटेबल महसूस कराता है। (Image Credit: Freepik) अपनी त्वचा के लिए सही प्रोडक्ट का उपयोग करें। इसमें सही त्वचा टोनर, मॉइस्चराइजर, और क्रीम शामिल कर सकते है। हमेशा अपने त्वचा के लिए हाइपोअलर्जेनिक प्रोडक्ट का चयन करें और सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें। (Image Credit: Pinterest) यदि आपके चेहरे में इचिंग हो रही है, तो सबसे पहले आपको इस इचिंग की वजह से निपटने के लिए अपनी त्वचा की सफाई को ध्यान देना चाहिए। दिन में कम से कम दो बार गुनगुने पानी से अपना चेहरा धोएं और साबुन का उपयोग करें जिसमें केमिकल न हों। (Image Credit: Freepik) कई बार फेस इचिंग भोजन के खपत से होती है। अगर आपको लगता है कि कोई भोजन आपको इचिंग करवा रहा है, तो उसे अपने आहार से हटा दें। आमतौर पर, चॉकलेट, मसालेदार और तली हुई चीजें आदि शामिल हो सकते हैं। (Image Credit: Eat this, not that) त्वचा को स्वस्थ और पर्याप्त मोइस्चर वाले प्रोडक्ट से पोषित रखने के लिए एक अच्छा मोइस्चराइज़र उपयोग करें। यह आपकी त्वचा को नर्म और चिकनी बनाए रखेगा, जिससे त्वचा की सूखापन कम होगी और फेस इचिंग में सुधार होगा। (Image Credit : New Love Make-up) जब आपकी त्वचा में खुजली होती है, तो अपनी उंगलियों या किसी रूखे सामग्री का उपयोग न करें। यह आपकी त्वचा को और अधिक खराब कर सकता है और फेस इचिंग को बढ़ा सकता है। (Image Credit: Healthline)
हिन्द मजदूर-किसान समिति ने छेड़ा अभियान, गुरू चन्द्रमोहन की मौजूदगी में मुजफ्फरनगर के जीआईसी मैदान में होगा भव्य मूर्ति अभिषेक शनिवार को होगा, इस कार्यक्रम में भारी संख्या में लोगों के जुटने का दावा किया गया है। कोरोना संकट काल के दौरान लगे लाकडाउन में सर्वाधिक बन्दी की मार झेलने वाले हेयर सैलून संचालकों को अभी तक भी आर्थिक समस्याओं से जूझना पड़ रहा है। ऐसे ही एक सैलून संचालक ने अपने मंदे धंधे को दोबारा खड़ा करने के लिए अनोखा तरीका अपनाया। दिल्ली नगर निगम के चुनाव में अरविन्द केजरीवाल के नाम पर जनता ने फिर से दिल खोलकर वोटिंग की और आम आदमी पार्टी के विजन डवलपमेंट के आगे भाजपा को दरकिनार कर दिया। निगम के पांच वार्डों में हुए चुनाव में चार सीटों पर आप प्रत्याशियों ने कब्जा किया। यूपी में शासन द्वारा देर रात छह जिलों के डीएम व चार मंडलों के आयुक्त बदल दिए गए। मुजफ्फरनगर जनपद में समाजवादी पार्टी द्वारा नौजवान सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें युवजन सभा की जिला कार्यकारिणी का गठन करते हुए पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिये गये। उत्तर प्रदेश के साथ ही देश की सियासत में महत्वपूर्ण योगदान रखने वाले वेस्ट यूपी के जनपद मुजफ्फरनगर में समाजवादी पार्टी का कुनबा लगातार बढ़ रहा है। बसपा छोड़कर अखिलेश यादव के साथ आये पूर्व विधायक अनिल कुमार लगातार पार्टी को मजबूती देने का काम कर रहे हैं। कोरोना टीकाकरण अभियान में शासन ने अब बड़ा फैसला लेते हुए प्राइवेट हाॅस्पिटल में निःशुल्क कोविड-19 वैक्सीन नहीं लगाये जाने का आदेश जारी किया है। इस आदेश के तहत अब मुजफ्फरनगर में हेल्थ वर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स को इन निजी अस्पतालों में दूसरी डोज नहीं लगेगी। मुजफ्फरनगर जनपद के जिला पंचायत के 43 वार्डों के आरक्षण की अनन्तिम सूची मंगलवार देर रात जिलाधिकारी द्वारा जारी कर दी गयी है। आप भी जानिए कौन सा जिला पंचायत वार्ड किस श्रेणी में रखा गया है। पंचायत चुनाव-मुजफ्फरनगर में आबकारी विभाग ने छोड़ा आनलाइन मुखबिर! त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर मुजफ्फरनगर जनपद में जिला आबकारी अधिकारी उदय प्रकाश ने गोपनीय टीमों को सक्रिय कर दिया है। बार्डर पर विशेष सतर्कता बरती जा रही है। मुखबिर भी गांव गांव काॅकटेल की खबर लेने में जुटे गये हैं। पति द्वारा पत्नी का शोषण करने और प्रताड़ित करने के मामले में गाहे बगाहे सुन ही लेते है। अहमदाबाद की आयशा का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है, लेकिन वेस्ट यूपी में आज एक ऐसा मामला एसएसपी कार्यालय पहुंचा, जिसमें पत्नी के जुल्म की दास्तां सुनाई दी।
गर्मी के मौसम में पेयजल का दुरुपयोग करने वाले उपभोक्ताओं पर जलशक्ति विभाग की कड़ी निगाह रहेगी। इस दौरान टुल्लू पंप का प्रयोग और भवन निर्माण व सिंचाई करते पकड़े जाने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन काट दिए जाएंगे। इसके लिए जलशक्ति विभाग ने टीमें गठित कर फील्ड में उतार दी हैं। जलशक्ति विभाग सिहुंता उपमंडल के सहायक अभियंता राजेश्वर शर्मा ने खबर की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि गर्मियों के मौसम में पेयजल स्रोत का जलस्तर घटने से पानी की डिमांड व सप्लाई में कमी आ जाती है। इसके मद्देनजर हरेक उपभोक्ताओं को पेयजल उपलब्ध करवाने के उद्देश्य को लेकर यह कार्ययोजना तैयार की गई है। उन्होंने बताया कि आगामी दिनों में टूल्लू पंप का प्रयोग करने और भवन निर्माण व सिंचाई आदि कार्य में पेयजल का प्रयोग करने वालों पर शिंकजा कसा जाएगा। इसके तहत टीमें लगातार इलाके में गश्त पर रहेंगी। इस दौरान अगर कोई उपभोक्ता पेयजल का दुरुपयोग करते पकडा जाता है तो उसका क्नेक्शन काट दिया जाएगा। इतना ही नहीं भवन व सिंचाई कार्य में प्रयोग होने वाली पाइपों को भी जब्त कर लिया जाएगा। उन्होंने उपमंडल के उपभोक्ताओं से पेयजल का दुरुपयोग न करने का आह्वान किया है। उन्होंने लोगों से पेयजल आपूर्ति को बेहतर रखने में सहयोग भी मांगा है। अन्यथा जलशक्ति विभाग को पेयजल का दुरूपयोग करने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए मजबूर होना पड़ेगा। सिहुंता। सिहुंता-जोलना-कोटला संपर्क मार्ग पर सिहुंता जीरो प्वाइंट से 0/230 तक इंटरलाकिंग टाइल कार्य किया जा रहा है। इसके चलते यह मार्ग बारह अप्रैल से आगामी तीन मई तक बड़े वाहनों की आवाजाही के लिए बंद रहेगा। इस संदर्भ में उपायुक्त चंबा की ओर से आदेश भी जारी कर दिए गए हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे आज राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत और असंतुष्ट कांग्रेस नेता सचिन पायलट से आज बात करने वाले हैं। राजस्थान में इस साल विधानसभा चुनाव है। कांग्रेस किसी भी कीमत इस राज्य को खोना नहीं चाहती है। कांग्रेस नेता सचिन पायलट का आज मंगलवार को अशोक गहलोत पर किया गया हमला कांग्रेस को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। कर्नाटक में कल वोट डाले जाएंगे और उससे ठीक पहले पायलट ने बयान दे दिया। पीएम मोदी बुधवार को राजस्थान में होंगे और वो कांग्रेस की उठापटक को अपने भाषण का हिस्सा जरूर बना सकते हैं। निजी अस्पताल और डॉक्टर इस बिल का विरोध कर रहे हैं, बुधवार को उन्हें राज्य के सरकारी डॉक्टरों और स्वास्थ्य सेवाओं के कर्मचारियों का भी साथ मिल गया। विरोध कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि इस विधेयक में आपातकाल में निजी अस्पतालों को निशुल्क इलाज करने के लिए बाध्य किया गया है। राजस्थान सरकार दोनों युवकों की पत्नियों तथा बच्चों को पांच-पांच लाख रुपए की आर्थिक सहायता देगी। इस सहायता राशि में से एक-एक लाख रुपये की राशि नकद दी जाएगी बाकि बचे चार-चार लाख रुपयों की फिक्स डिपॉजिट (एफडी) कराई जाएगी।
अंतरिम रेल बजट में फरीदाबाद के लोगों और दैनिक यात्रियों को निराशा हाथ लगी है। यात्री संघों ने इस बजट को खानापूर्ति वाला बताया। दैनिक यात्रियों का कहना है कि वर्षों से उनकी अनदेखी की जा रही है। दिल्ली से लेकर कोसीकलां तक लोग शटल गाड़ियों में जानवरों की तरह और जान जोखिम में डालकर यात्रा करने को मजबूर हैं। दैनिक यात्री संघ फरीदाबाद के प्रधान बाबूलाल शर्मा ने कहा कि इस अंतरिम रेल बजट से उन्हें निराशा हाथ लगी है। करीब दो साल से केरला एक्सप्रेस, जीटी एक्सप्रेस और श्रीधाम एक्सप्रेस की फरीदाबाद में स्टॉपेज को लेकर कई बार रेल अधिकारियों से पत्राचार कर चुके हैं। इसके अतिरिक्त दिल्ली से पलवल तक चलने वाली शटल गाड़ियों में बोगियों की संख्या बढ़ाकर 15-15 करने, कोसीकलां वाली शटल को मथुरा तक बढ़ाने और पलवल तक जाने वाली शटल को कोसीकलां तक बढ़ाने की मांग कर चुके हैं लेकिन अभी तक सरकार ने जनता की इन मांगों पर विचार तक नहीं किया। रेल पैसेंजर्स वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान बिजेन्द्र सिंह रावत व प्रेस सचिव प्रकाश मंगला ने कहा कि अंतरिम रेल बजट ने फरीदाबाद और पलवल दोनों को निराश किया है। न तो किसी गाड़ी के स्टापेज की घोषणा की गई और न ही कोई शटल गाड़ी बढ़ाने की। बजट में क्षेत्रीय सांसदों की बात सुनी जाती है लेकिन हमारे सांसद को दैनिक यात्रियों की सुविधाओं से कोई लेना-देना नहीं है। दैनिक यात्री संघ होडल के प्रधान लेखराज शर्मा ने कहा कि रेल बजट में केंद्र सरकार ने दैनिक यात्रियों के साथ धोखा किया है। शटल गाड़ियों में बोगी की संख्या बढ़ाने और गाड़ियों की संख्या में इजाफा करने के लिए सांसद अवतार सिंह भड़ाना को कई बार ज्ञापन दे चुके हैं लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। इस अंतरिम रेल बजट से सभी दैनिक यात्री संघों में सरकार के प्रति नाराजगी है। जल्द ही सभी संघों से बात करके सांसद को ज्ञापन देकर अपना विरोध दर्ज कराऐंगे।
खराब मौसम से फसलों को बचाने के लिए नेट हाउस में खेती का चलन का बढ़ रहा है. वहीं गुणवत्ता और आकार के मामले में तो इनका कोई जवाब ही नहीं होता. यहीं कारण है कि किसानों को अच्छी कीमत मिलती है और उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होती है. नेट हाउस या पॉली हाउस में आम तौर पर सब्जियों की खेती की जाती है. संरक्षित खेती में विशेष तौर से छोटे आकार के फलों को ही उगाया जाता है. लेकिन इसमें अब केले की खेती भी हो रही है और किसान अपनी आय कई गुना तक बढ़ा रहे हैं. गुजरात के कच्छ में किसानों ने प्रयोग के तौर पर नेट में केले की खेती शुरू की और उन्हें जबरदस्त सफलता मिली. खराब मौसम से फसलों को बचाने के लिए नेट हाउस में खेती का चलन का बढ़ रहा है. साथ ही जैविक और अजैविक कारकों से भी फसल नेट हाउस में प्रभावित नहीं होती. वहीं गुणवत्ता और आकार के मामले में तो इनका कोई जवाब ही नहीं होता. यहीं कारण है कि किसानों को अच्छी कीमत मिलती है और उनकी आमदनी में बढ़ोतरी होती है. कच्छ के किसान हरेश भाई नेट हाउस में केले की खेती कर रहे हैं. डीडी किसान की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हरेश भाई तीन साल पहले इजराइल गए थे. वहां पर उन्होंने देखा कि नेट हाउस में केले की खेती भी हो रही है. आने के बाद हरेश भाई ने केले की जी-9 किस्म की खेती शुरू की. हरेश भाई बताते हैं कि मैंनै एक एकड़ में 1244 प्लांट लगाए हैं. एक-एक केले का लूम 60 किलो का हो रहा है. सामान्य तौर पर लगाने से मुश्किल से 20 से 25 किलो का लूम होता है. उन्होंने बताया कि नेट हाउस में केले की खेती कर किसान अपनी इनकम दोगुनी ही नहीं, चार गुनी तक बढ़ा सकते हैं. उन्होंने बताया कि नेट हाउस बनाने में भी सरकार से मदद मिल रही है. हरेश भाई के मुताबिक, जब मैंने नेट हाउस बनाया तो मुझे सरकार की तरफ 65 प्रतिशत सब्सिडी मिली है. अपने जेब से लगाया गया पैसा भी जल्द ही वापस आ गया. गुणवत्ता पूर्ण उत्पादन होने से लोग इन केलों की खरीद बड़ी चाव से करते हैं. नेट हाउस के केले की गुणवत्ता एक्सपोर्ट लायक होती है. सरकार एपीडा के माध्यम से इन केलों का दूसरे कई देशों में निर्यात करती है और इसका सीधा लाभ किसानों को मिलता है. इस समय जी-9 किस्म के केले की खेती बड़े पैमाने पर हो रही है. यहां के कृषि विज्ञान केंद्र ने इस बदलाव में बड़ी भूमिका अदा की है. कृषि विज्ञान केंद्र, कच्छ के वैज्ञानिक डॉ राम निवास कहते हैं कि नेट हाउस में केले की खेती में कई फायदे हैं. पहला तो कीट और मौसम की मार का असर नहीं पड़ता. केले के पौधे तेज हवाओं को बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं और उखड़ जाते हैं. लेकिन नेट हाउस में इस समस्या से भी निजात मिल जाती है. किसानों का कीट आदी पर लगने वाला खर्च बच जाता है. नुकसान न के बराबर होता है, जिससे आय में बढ़ोतरी होती है. वहीं गुणवत्ता इतनी अच्छी होती है कि बाहर से लोग ऑर्डर देते हैं.
सुप्रीम कोर्टसे विपक्ष को बड़ा झटका लगा है। सुप्रीम कोर्ट ने PMLA के तहत गिरफ्तारी को ईडी के अधिकार को बरकरार रखा है। कोर्ट ने कहा, ईडी की गिरफ्तारी की प्रक्रिया मनमानी नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के कई प्रावधानों की संवैधानिकता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए ये फैसला सुनाया। हालांकि, कोर्ट ने कानून में फाइनेंस बिल के जरिए किए गए बदलाव के मामले को 7 जजों की बेंच में भेज दिया है। दरअसल, विपक्ष ने याचिका दायर PMLA के कई प्रावधानों को कानून और संविधान के खिलाफ बताया था। वहीं आज सुप्रीम कोर्ट ने उनकी दायर याचिका को रद्द करते हुए कानून को सही बताया है। कोर्ट ने कहा, मनी लॉन्ड्रिंग एक स्वतंत्र अपराध है। उसे मूल अपराध के साथ जोड़ कर ही देखने की दलील खारिज की जा रही है। कोर्ट ने ये भी कहा कि, सेक्शन 5 में आरोपी के अधिकार भी संतुलित किए गए हैं। ऐसा नहीं कि सिर्फ जांच अधिकारी को ही पूरी शक्ति दे दी गई है। केंद्र सरकार ने लोकसभा में बीते सोमवार को एक सवाल के जवाब में कहा कि 17 साल पहले कानून के लागू होने के बाद PMLA के तहत दर्ज 5,422 मामलों में केवल 23 लोगों को दोषी ठहराया गया है। 31 मार्च, 2022 तक ईडी ने PMLA के तहत करीब 1,04,702 करोड़ रुपये की संपत्ति अटैच की और 992 मामलों में चार्जशीट दायर की, जिसमें 869. 31 करोड़ रुपये जब्त किए गए और 23 आरोपियों को दोषी ठहराया गया।
Oil Free Samosa Recipe: ऑयली खाना हमारी सेहत को बिगाड़ भी सकता है. अगर आप भी इस डर से समोसे खाने से परहेज करते हैं तो ओप आपको ऐसा करने की बिल्कुल जरूरत नहीं है. बिना तेल में फ्राई करे भी आप स्वादिष्ट समोसे तैयार कर सकते हैं. आज हम आपके लिए बेक्ड समोसे की रेसिपी लेकर आए हैं. आइए जानते हैं बेक्ड समोसे तैयार करने का परफेक्ट तरीका. बेक्ड समोसा के लिए सामग्रीः Oil Free Samosa Ingredients: आटे के लिएः भराई के लिएः How to make Baked Samosa: बेक्ड समोसा बनाने की विधिः समोसे बनाने के लिए सबसे पहले हम इसका आटा गूंथ कर तैयार कर लेंगे. इसके लिए एक बाउल में गेंहू का आटा, नमक, अजवायन, बेकिंग पाउडर डालकर मिला लें. अब इसमें थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए सख्त आटा गूंथ लेंगे. आटा मलने के लिए आधा कप पानी का इस्तेमाल करें. याद रहें इसके लिए आपको ठंडे पानी का इस्तेमाल करना है. आटा गूंथने के बाद इसे मलमल के कपड़े से ढककर सेट होने रख दें. अब कुकर में 3 गिलास पानी डालकर आलुओं को उबलने रख दें. फिर उबले आलू को हाथों से मैश करके एक बाउल में निकाल लें. अब हम समोसे की फिलिंग के लिए मसाला तैयार करेंगे. फिलिंग के मसाला तैयार करने की विधिः मसाला तैयार करने के लिए सबसे पहले गैस पर पैन को चढ़ाकर गर्म करें. इसमें 1 टेबल स्पून तेल डालें फिर इसमें 1 छोटी चम्मच ग्रेटेड अदरक, 2 हरी मिर्च बारीक कटी, 1 छोटी चम्मच जीरा पाउडर, 1 छोटी चम्मच धनिया पाउडर. अब लो फ्लेम पर इन मसालों को भून लेंगे. 2 मिनट बाद इसमें आधा कप मटर डालकर भून लें. अगर मटर बाजार में ना मिलें तो फ्रोजन मटर के पैकेट का इस्तेमाल क लें. मटर हल्की पक जाए तो इसमें उबले हुए आलू को मैश करके मिला दें. आलू और मटर को 1-2 बार मिला दें. अब हम इसमें मसाले डालना शुरू करेंगे. मसाला फ्राई करेंः आलू और मटर के ऊपर सबसे पहले आधा चम्मच अमचूर पाउडर, 1 चौथाई चम्मच लाल मिर्च, आधा चम्मच गरम मसाला, 1 चम्मच सूखा धनिया पाउडर, स्वादानुसार नमक, 1-2 स्पून बारीक कटा हरा धनिया. इन सभी मसालों को मिलाते हुए अच्छे से मसाला भून लेंगे. आलुओं को ना ज्यादा मैश करें ना ही ज्यादा मोटा रखें. आलुओं को ग्रेट करने से बचें. हमेशा हाथों से फोड़ें. करीबन 7-8 मिनट तक मसाले को लगातार चलाते हुए अच्छे से भून लें. इस पूरे प्रोसेस में आपको गैस को लो फ्लेम पर ही रखना है. इतने में हमारा आटा भी सेट हो चुका होगा. आटे की लोई तैयार करेंः अब आटे को थोड़ा सा मसल लेंगे. फिर इसकी लोई बना लेंगे. लोई थोड़ी बड़ी बनाएं. अब लोई को बेलना शुरू करेंगे. सबसे पहले लोई को हाथों से एकदम गोल कर लें फिर बेलन की मदद से ओवल शेप में बेल लें. एकदम पतला नहीं बेलना है. लोई का साइज थोड़ा मोटा होना चाहिए. रोटी के साइज में लोई को बेलने के बाद बीच में से चाकू की मदद से इसे दो बराबर भागों में बाट लेंगे. एक 1 हिस्से में पानी लगाएंगे फिर हाथों से इसे समोसे की शेप दे दें. लोई बेलने के बाद ऐसे भरें मसालाः अब तिकोन में फिलिंग करना शुरू करेंगे. तैयार किए हुए मसाले में से आधा चम्मच मसाला इसमें भर दें. चम्मच की मदद से हल्का सा दबा दें. ऊपर से थोड़ा खाली छोड़े दें. अब कोनों में पानी लगाकर चिपका दें. ऐसे करके सभी लोई के समोसे तैयार कर लेंगे. अब हम इन्हें सेकने की बजाए बेक करने वाले हैं तो निशचिंत हो जाएं इसमें तेल का बिल्कुल इस्तेमाल नहीं होने वाला है. हालांकि बेक करने से पहले हम समोसे को ग्रीस भी करेंगे. इसके लिए हम 2 चम्मच क्रीम को आधी कोटरी दूघ में मिलाकर चला देंगे फिर इसको सभी समोसों के ऊपर लगा देंगे. अगर क्रीम नहीं है तो घर की मलाई को फेंटकर भी आप इसपर लगा सकते हैं. ओवन और कुकर में बेक करें समोसेः अब बेंकिंग ट्रे में सभी समोसों को रख देंगे. ओवन को 200 डिग्री सेंटिग्रेंट पर प्रीहीट कर लेंगे. करीबन 25 मिनट तक समोसों को बेक करना है. इसके बाद समोसे निकालकर चम्मच से दबाकर चेक करें. अगर यह बेक हो चुके हैं तो चटनी के साथ सर्व करें. अगर आपके पास ओवन नहीं है तो ऐसे में घबराएं नहीं आप कुकर में भी समोसे बेक कर सकते हैं. इसके लिए कुकर में 2 कटोरी नमक डालेंगे फिर ऊपर एक जाली स्टैंड रखेंगे. स्टैंड पर समोसे रख दें. ढक्कन लगाकर 25 मिनट तक पका दें. आपके समोसे तैयार हैं.
संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) के एक नए अध्ययन में सामने आया है कि कोविड-19 महामारी के गंभीर दीर्घकालिक परिणामों के चलते 2030 तक 20 करोड़ 70 लाख और लोग घोर गरीबी की ओर जा सकते हैं और अगर ऐसा हुआ तो दुनिया भर में बेहद गरीब लोगों की संख्या एक अरब के पार हो जाएगी। अध्ययन में कोविड-19 से उबरने के विभिन्न परिदृश्यों के कारण सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) पर पड़ने वाले असर और महामारी की वजह से अगले दशक तक पड़ने वाले बहुआयामी प्रभावों का आकलन किया गया। यह अध्ययन यूएनडीपी और डेनवर विश्वविद्यालय में 'पारडी सेंटर फॉर इंटरनेशनल फ्यूचर्स' के बीच लंबे समय से चली आ रही साझेदारी का हिस्सा है। अध्ययन के मुताबिक कि कोविड-19 महामारी के गंभीर दीर्घकालिक परिणामों के चलते वर्ष 2030 तक 20 करोड़ 70 लाख और लोग घोर गरीबी की ओर जा सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो दुनिया भर में बेहद गरीब लोगों की संख्या एक अरब के पार हो जाएगी। वर्तमान मृत्यु दर और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के हालिया वृद्धि दर अनुमान के आधार पर 'बेसलाइन कोविड' परिदृश्य यह होगा कि महामारी के पहले दुनिया जिस विकास पथ पर थी, उसकी तुलना में चार करोड़ 40 लाख अतिरिक्त लोग 2030 तक घोर गरीबी की चपेट में आ जाएंगे। इसमें कहा गया है कि 'हाई डैमेज' परिदृश्य के तहत कोविड-19 के चलते वर्ष 2030 तक 20 करोड़ 70 लाख और लोग घोर गरीबी की ओर जा सकते हैं। यूएनडीपी के प्रशासक अचिम स्टीनर ने कहा कि नया गरीबी शोध यह दिखा है कि इस वक्त नेता जो विकल्प चुनेंगे, वे दुनिया को अलग-अलग दिशाओं में ले जा सकते हैं। हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें। Read the latest and breaking Hindi news on amarujala. com. Get live Hindi news about India and the World from politics, sports, bollywood, business, cities, lifestyle, astrology, spirituality, jobs and much more. Register with amarujala. com to get all the latest Hindi news updates as they happen.
टेलीविजन का चर्चित शो 'उतरन' जो के दर्शको को अपनी और खींचने में कामयाब रहा था. इस शो में हमे चुलबुली बच्ची तपस्या के रूप में नजर आई थी बाल कलाकारा इशिता पांचाल जो के अब काफी बड़ी हो चुकी है. आपको बता दे की अभी हाल ही में शो 'उतरन' की छोटी तपस्या यानि की इशिता पंचाल की हाल ही में कुछ फोटोज सामने आई हैं उन्हें देखकर तो लोग पहचान ही नहीं पा रहे हैं कि ये वहीं छोटी सी तप्पू हैं. शो में उनकी एक्टिंग को बहुत पसंद किया गया था. लेकिन इस शो के बाद इशिता एक्टिंग वर्ल्ड से दूर हो गईं. फिलहाल वो अपनी फैमिली के साथ रहकर पढ़ाई में ध्यान दे रही हैं और अक्सर सोशल मीडिया पर अपनी फोटोज शेयर करती रहती हैं. आपको बता दे की टीवी कलाकार इशिता पांचाल के सोशलमीडिया साइट्स इंस्टाग्राम पर हैं हजारों फॉलोवर्स है. एक्टिंग वर्ल्ड से दूर रहने के बाद भी 18 साल की इशिता के इंस्टाग्राम पर करीब 38 हजार फॉलोवर्स हैं. वो लंबे टाइम से सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव हैं और अक्सर मम्मी और फ्रेंड्स के साथ अपनी फोटोज पोस्ट करती रहती हैं.
यदि मिष्ट पुष्ट रसीला माहारादिक मिले तो उसके निमित्तसे प्रमत्त होकर शयनादिक करे 'रसगौरव' है । मुनि इसप्रकार गौरवसे तो रहित हैं और परजीवोंकी करुणासे सहित हैं - ऐसा नहीं है कि परजीवोंसे मोहममत्व नहीं है इसलिये निर्दय होकर उनको मारते हैं, परन्तु जबतक राग अंश रहता है तबतक परजीवोंकी करुणा ही करते हैं, उपकारबुद्धि रहती है । इसप्रकार ज्ञानी मुनि पाप जो अशुभकर्म उसका चारित्रके बलसे नाश करते हैं ॥ १५६।। आगे कहते हैं कि जो इसप्रकार मूलगुण और उत्तरगुणोंसे मंडित मुनि हैं वे जिनमतमें शोभा पाते हैं :गुणगणमणिमालाए जियमय गयणे पिसायर मुगिंदो तारावलिपरियरिओ पुण्णिमईदुव्व पवणपहे ॥१६०।। गुणगणमणिमालया जिनमतगगने निशाकरमुनींद्रः । तारावलीपरिकरितः पूर्णिमेन्दुरिव पवनपये ।।१६०।। अर्थः - जैसे पवनपथ (-आकाश ) में ताराओंकी पंक्तिके परिवारसे वेष्टित पूर्णिमाका चन्द्रमा शोभा पाता है, वैसेही जिनमतरूप आकाशमें गुणोंके समूहरूपी मणियोंकी मालासे मुनीन्द्ररूप चंद्रमा शोभा पाता । भावार्थः- अट्ठाईस मूलगुण, दसलक्षण धर्म, तीन गुप्ति और चौरासीलाख उत्तरगुणोंकी मालासहित मुनि जिनमतमें चन्द्रमाके समान शोभा पाता है, ऐसे मुनि अन्यमतमें नहीं हैं ।।१६०।। आगे कहते हैं कि जिनके इसप्रकार विशुद्ध भाव हैं वे सत्पुरुष तीर्थंकर आदि पदके सुखोंको पाते हैं चक्कहररामकेसव सुरवरजिणगणहराईसोक्खाई । चारणमुणिरिद्धीओ विसुद्धभावा णरा पत्ता ।।१६१।। चक्रधररामकेशवसुरवरजिनगणधरादिसौख्यानि । चारणमुन्यः विशुद्धभावा नराः प्राप्ताः ।। १६१।। अर्थः - विशुद्ध भाववाले ऐसे नर मुनि हैं वह चक्रधर ( - चक्रवर्ती, छह खंडका राजेन्द्र ) राम ( - बलभद्र ) केशव ( -नारायण, अर्द्धचक्री) मुरवर ( - देवोंका इन्द्र )
प्रमुख स्थान देते है; हम नईदुनिया प्रिन्टरी के संचालक मण्डल को जितना धन्यवाद देवे उतना कम है उन्होंने अपना अन्य कार्य को बीच में ही रुकवा कर इस कार्य को सर्वप्रथम प्रमुखता प्रदान की और इतने वर्षो का जो प्रेम व्यवहार बना हुआ है उसे ध्यान में रखते हुए इस कार्य को समय पर पूर्ण करने की पूरी कोशिश की। अतः क्रियेटिव पेज मेकर, वम्बई, श्री टोनिक टाइप सेटर, वम्बई, जयन्त प्रिन्टरी बम्बई एवं नईदुनिया प्रिन्टरी, इन्दौर के संचालक मण्डल एवं कर्मचारियों मण्डल के हम बहुत-बहुत आभारी है, सभी को हम बहुत-बहुत धन्यवाद प्रदान करते है । दोपचंद भाई गार्डी हार्दिक आभारः -- प्रतः हम सभी पूज्य आचार्यों, मुनिराजों, साध्वियोंजी म. सा., जैन श्री संघों, हितेषी महानुभावों, विज्ञापनदाताओं, भेटकर्ताओं नये सदस्यों, चतुर्विध संघों, नईदुनिया प्रिन्टरी मण्डल एवं जयन्त प्रिन्टर्स, क्रियेटिव पेज मेकर एवं श्री टोनिक टाइप सेटिंग वम्वई आदि का हम बहुत-बहुत आभार प्रकट करते हुए सभी से यही आशाएँ करते हैं कि भविष्य में भी इसी तरह का पूर्ण सहयोग प्रदान करते रहेगे, इसी आशाओं के साथ ! बम्बई : 25-8-1993 - हम है आपकेशांतीलाल छाजेड़ (जैन) महामंत्री रमेश चन्द जैन नेमनाथ जैन डी. टी. नोसर मंत्री हार्दिक आभार अ. भा. समग्र जैन चातुर्मास सूची प्रकाशन परिषद् बम्बई द्वारा प्रकाशित "समग्र जैन चातुर्मास सूची" के प्रचार-प्रसार के कार्य हेतु इस वर्ष मैंने देश के अनेक भागो का दौरा किया। छत्तीसगढ़ क्षेत्र के दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव आदि, नागपुर, जलगाँव, नासिक, अहमदनगर, शिर्डी, पूना, जयपुर, दिल्ली, गाजियाबाद, लुधियाना, जालंधर, कपूरथला, उदयपुर आदि, जिन-जिन क्षेत्रों में मैं गया वहाँ के श्री संघों, महानुभावो ने मुझे जो आदर, सत्कार प्रदान किया, उसे मै जीवन में कभी भी नहीं भूला सकता । कई क्षेत्रो में तो में प्रथम बार गया था । वहां चाहे मुझे कोई शक्ल से नही पहचानते हो, परन्तु मेरे नाम से सभी परिचित हैं। मुझे यह आभास प्रथम बार हुआ एव प्रथम देखा कि मेरे कार्यो, सेवाओं का प्रभाव देश-विदेश तक फैल चुका है। इस सूची पुस्तक से सम्पूर्ण जैन समाज के चतुर्विध संघ में मेरा नाम भी सव जानने लग गये हैं। मैं जहाँ भी गया जिनसे भी सम्पर्क किया सभी ने मेरे कार्य की भूरी-भूरी प्रशसा की, सुझाव भी प्रदान किये सभी ने एक स्वर से सराहना भी की। मैं तो समाज का एक छोटा-सा निर्धन अल्प वृद्धि का सेवक हूँ, मैं मेरा फर्ज अदा कर रहा हूँ। मुझे किसी तरह का कोई लोभ-लालच या आजीविका का साधन बनाकर समाज को धोखा देकर लूटना जैसा घिनौना कार्य करना नही है। मैने न तो ऐसा घिनौना कार्य पूर्व में कभी किया है, न भविष्य में करने का कोई इरादा है। मैंने तो मेरा फर्ज अदा करके सम्पूर्ण जैन समाज को दिखा दिया है कि अगर सच्ची सेवा करनी है तो वह करके दिखावे, जो कार्य बड़ी-बडी संस्थाएँ नही कर सकी, वह मैंने कई मुसीवतो का सामना करके दिखा दिया है और उसे समग्र जैन समाज ने एक स्वर से स्वीकारा भी है। अतः सभी का बहुत-बहुत आभार प्रगट करता हुआ, आप सभी को अनेकानेक धन्यवाद अर्पित कर रहा हूँ । समयाभाव के कारण सभी के नाम प्रकाशित नहीं कर पा रहा हूँ, आगामी अंक में पूर्ण विवरण के साथ प्रकाशित करूंगा। आशा करता हूँ कि आप भविष्य में भी इसी प्रकार का सहयोग प्रदान करते रहेंगे, ऐसी आशा करता हुआ । बाबूलाल जैन 'उज्जवल' संपादक
मेष राशि- नया व्यवसाय शुरू करने या अपने मौजूदा व्यवसाय का विस्तार करने के इच्छुक लोगों के लिए यह बहुत बेहतर समय होगा। निजी क्षेत्र में करियर ग्रोथ की तलाश कर रहे लोगों को अपने सभी प्रयासों में सफलता मिलेगी क्योंकि शनि अपनी मूलत्रिकोण राशि में होगा। मेष राशि के जातकों को शनि की कृपा से आर्थिक लाभ होगा। हालांकि, आपको प्रेम संबंधी मामलों में सावधानी बरतने की ज़रूरत है क्योंकि 5 वें घर पर शनि की दृष्टि से आपको सावधान रहने की आवश्यकता होगी क्योंकि विवाद हो सकते हैं। अगर आप अपने पार्टनर को धोखा दे रहे हैं तो आप निश्चित रूप से रंगेहाथ पकड़े जाएंगे। वृषभ राशि- वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि करियर के 10वें भाव में रहेगा। यह समय आपको व्यवसाय और नौकरी में नए अवसर तलाशने के लिए प्रेरित करेगा। यह आपके सुविधा क्षेत्र से बाहर आने और पेशेवर के साथ-साथ व्यक्तिगत विकास की ओर बढ़ने का समय होगा। कार्यक्षेत्र में तबादला या बदलाव के योग हैं। छात्रों के लिए यह वांछित लाभ प्राप्त करने के लिए अतिरिक्त प्रयास करने का समय है। मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि 9वें भाव में होगा। किसी कोर्स में दाखिला लेने या किसी विदेशी विश्वविद्यालय में प्रवेश के लिए आवेदन करने वालों के लिए शनि गोचर का चरण अनुकूल दिखाई देता है। पीआर आवेदन स्वीकार होने का इंतजार कर रहे लोगों को अच्छी खबर मिलेगी। कर्क राशि- शनि का नक्षत्र परिवर्तन कर्क राशि के जातकों के लिए थोड़ा मुश्किल होगा, खासकर आपके करियर के लिहाज से। जो लोग निजी क्षेत्र में काम कर रहे हैं उन्हें वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए अधिक प्रयास करने होंगे। इस बात की संभावना है कि कुछ लोग अपनी नौकरी खो सकते हैं या कार्यस्थल पर राजनीति का सामना कर सकते हैं। इसलिए काम सावधानी से और सावधानी से किया जाना चाहिए। सिंह राशि- सिंह राशि के सप्तम भाव में शनि का वास रहेगा। इस दौरान जातकों को प्रमोशन मिल सकता है। जो लोग नई नौकरी की तलाश कर रहे हैं, अगर वे चाहें तो उन्हें नौकरी मिल सकती है। आपके काम का शेड्यूल बदल सकता है, या आपको किसी दूसरे स्थान पर स्थानांतरित किया जा सकता है। जो लोग व्यवसाय में हैं, उनके लिए नए ऑर्डर कार्ड पर हैं। कन्या राशि- कन्या राशि वालों के लिए शनि छठे भाव में रहेगा। कार्यक्षेत्र में इस दौरान परिवर्तन हो सकता है। आकर्षक नौकरी मिलने की संभावनाएं अधिक हैं। काम का बढ़ा हुआ बोझ कन्या राशि के जातकों को तनाव में डालेगा और कुछ अन्य कारणों से तनाव महसूस कर सकते हैं। छात्रों को अतिरिक्त प्रयास करने की सलाह दी जाती है। तुला राशि- आपका प्रदर्शन शायद बेहतर होने जा रहा है, नई संभावनाएं खुल रही हैं या आपको उसी कंपनी के भीतर पदोन्नति मिल सकती है। जो लोग व्यापार में हैं उनके लिए नए अवसर सामने आएंगे। कंपनी को और आगे बढ़ाने के लिए यह समय सही प्रतीत होता है। शीघ्रता से या किसी शॉर्ट-कट तरीके से धन अर्जित करने के प्रलोभन का विरोध करना सबसे अच्छा है। छात्रों को सफलता प्राप्त करने की अधिक संभावना होती है। वृश्चिक राशि- कार्य में ध्यान देने की आवश्यकता है अथवा उसमें हानि होने की संभावना है। यदि आप नौकरी बदलना चाहते हैं या शहर बदलना चाहते हैं तो किसी दूसरे शहर या स्थान से कोई अच्छी खबर सुनने की उम्मीद करें। व्यवसाय में लगे किसी को भी सतर्क रहना चाहिए। उन्हें इस दौरान कोई भी नया प्रोजेक्ट शुरू करने से बचना चाहिए। जो लोग विदेश में पढ़ाई कर रहे हैं उनके लिए शनि का गोचर सबसे अधिक सफल रहने की संभावना है। धनु राशि- अपनी वर्तमान नौकरी में, नौकरीपेशा व्यक्तियों को उन्नति प्राप्त होने की संभावना है। नई नौकरी की तलाश कर रहे लोगों को भी कोई नौकरी मिल सकती है। व्यवसाय से जुड़े जातक अपनी कंपनी के विकास की आशा कर सकते हैं। स्टार्ट-अप शुरू करने के इच्छुक किसी भी व्यक्ति के लिए समय अवधि लाभप्रद प्रतीत होती है। जिन छात्रों को मनचाही उपलब्धि मिलने की संभावना है। मकर राशि- शनि आपके दूसरे भाव में होने के कारण व्यवसायियों के लिए समय अनुकूल है। सबसे अधिक संभावना है कि वे अपने प्रयासों में सफल होंगे। जो लोग पदोन्नति की उम्मीद कर रहे हैं उनके लिए समय अनुकूल दिखाई दे रहा है। शनि के इस गोचर के दौरान छात्रों को अधिक प्रयास करने की सलाह दी जाती है। जो लोग विदेश यात्रा करना चाहते हैं उन्हें थोड़ा और इंतजार करना पड़ सकता है। अपने शब्दों के प्रति सावधान रहें। कुंभ राशि- जिन जातकों के पास नौकरी है, वे शायद अधिक काम के दबाव का अनुभव करने वाले हैं क्योंकि साढ़े साती का दूसरा चरण एक कठिन समय है। सहकर्मियों से सहयोग की कमी रहेगी। यह सलाह दी जाती है कि आप कुछ समय के लिए अपनी वर्तमान स्थिति पर बने रहें। अगर आप अपना काम छोड़ना चाहते हैं तो भी गति स्थिर रखें। कंपनी में नया निवेश करते समय बुद्धिमान और सतर्क रहना चाहिए। जो लोग व्यापारिक साझेदारी में हैं, उनके लिए कुंभ राशि में शनि गोचर के दौरान तनाव उत्पन्न हो सकता है। मीन राशि- नौकरी या व्यवसाय करने वाले जातकों के लिए यह अवधि असफलता का समय होने वाला है क्योंकि आपकी साढ़े साती शुरू हो चुकी है। आप कार्यस्थल पर दबाव महसूस करते हैं। आपके लिए नौकरी बदलना या किसी नए स्थान पर स्थानांतरित होना संभव है। नौकरी के लिए जातक को विदेश या देश के भीतर यात्रा करनी पड़ सकती है। नए व्यवसाय शुरू करने पर रोक लगाना सबसे अच्छा है।
Giridih : नगर भवन में 6 मार्च को नगर निगम बोर्ड की बैठक में शहर के विकास के लिए 462 करोड़ का बजट सर्वसम्मति से पारित किया गया. बैठक में गिरिडीह विधायक सुदिव्य कुमार सोनू और प्रभारी मेयर प्रकाश राम मौजूद थे. बैठक में विधायक ने कहा कि नगर निगम की दुकानों में किराया निर्धारण को लेकर पारदर्शिता बरती जाए. मुख्य चौक-चौराहों की दुकानों की अपेक्षा सड़क से दूर दुकानों के किराए में अंतर होना चाहिए. बैठक में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार पर चर्चा की गई. लाइटिंग व्यवस्था में सुधार का निर्णय लिया गया. गायत्री मंदिर पथ के नामकरण को सदस्यों ने सर्वसम्मति से पारित किया. इस रोड का नामकरण गायत्री मंदिर ट्रस्ट पथ के नाम से किया गया. बैठक में हुट्टी बाजार स्थित दुकानों पर भी चर्चा की गई. उप नगर आयुक्त स्मृता कुमारी ने कहा कि जिन दुकानदारों को दुकान आवंटित है वे न दुकान खोल रहे हैं और न ही भाड़ा दे रहे हैं. भाड़ा को लेकर दुकानदारों से एक बार फिर बातचीत करने का निर्णय लिया गया. बातचीत में दुकानदार भाड़ा देने पर राजी नहीं होंगे तो आवंटन रद्द कर दिया जाएगा. दुकानों को आवंटित करने के लिए पुनः टेंडर जारी किया जाएगा. बैठक समाप्त होने के बाद नगर भवन में ही होली मिलन समारोह का आयोजन किया गया. निगम अधिकारियों व वार्ड पार्षदों ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर होली की बधाई दी. बैठक में टाउन प्लानर मंजूर आलम, वार्ड पार्षद गुड़िया देवी, अजय रजक, सैफ अली गुड्डू, नीलम झा, पूनम देवी समेत अन्य वार्ड पार्षद शामिल हुए.
Surya Grahan 2023 इस प्रकार का ग्रहण वर्ष 1923 के आसपास था और अलग 2031 और 2164 में देखने को मिलेगा। 20 अप्रैल सुबह सात बजकर पांच मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक सूर्य ग्रहण रहेगा। नई दिल्ली [वैभव तिवारी]। सौ वर्ष बाद हाइब्रिड सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को लगेगा। इसमें ग्रहण के तीनों रूप देखने को मिलेंगे। जिसमें आंशिक, पूर्ण व वलयाकार ग्रहण लगेगा। इससे पहले इस प्रकार का ग्रहण वर्ष 1923 के आसपास था और अलग 2031 और 2164 में देखने को मिलेगा। 20 अप्रैल सुबह सात बजकर पांच मिनट से दोपहर 12 बजकर 29 मिनट तक सूर्य ग्रहण रहेगा। देश में सूर्य ग्रहण का प्रभाव आंशिक रूप से रहेगा। वर्ष 2023 का यह पहला सूर्य ग्रहण है। दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर शनिवार को लगेगा। पंडित डा. प्रकाश जोशी बताते हैं कि ग्रहण मेष राशि के अश्वनी नक्षत्र में लगेगा। मेष राशि के लोगों के लिए स्वास्थ्य की परेशानी रहेगी। वृषभ, सिंह, तुला व कुंभ राशि के लिए ग्रहण लाभकारी है। इसमें बेहतर आर्थिक स्थिति और पदोन्नति के योग हैं। मिथुन, कन्या, धनु और मीन के लिए सामान्य असर रहेगा। कर्क व मकर राशि के लिए यात्रा व स्थान परिवर्तन का शुभ योग है। उन्होंने कहा कि सूर्य ग्रहण की स्थिति तब बनती है जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा की स्थिति होती है। ऐसी स्थिति में सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाता। ग्रहण का नाम निंगालू रखा गया है। ज्योतिष शास्त्र में सूतक काल को अशुभ माना गया है। इस दौरान कोई भी शुभ कार्य नहीं होता। सूर्य ग्रहण का सूतक काल सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है। हालांकि सूतक काल तभी मान्य होता है, जब ग्रहण दिखाई देता है। आज यानी गुरुवार (20 अप्रैल) को लगने वाला ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। इसलिए यहां सूतक काल के समय मंदिरों के कपाट बंद नहीं होंगे, साथ ही धार्मिक कार्य भी जारी रहेंगे। सूर्य ग्रहण के दिन ही वैशाख माह की अमावस्या भी मनाई जाएगी। ग्रहण के समय में खाने में तुलसी दल डाल दें। साथ ही शुभ कार्य से लोगों को एहतियात बरतना चाहिए। ग्रहण का रिंग आफ फायर दक्षिण पूर्व एशिया, आस्ट्रेलिया, भारतीय व प्रशांत महासागर के क्षेत्र में दिखाई देगा।
लोशन एक निम्न से मध्यम श्यानता का, स्थानिक सम्पाक (चिकित्सीय निर्मिति) है, जिसका प्रयोग बिना कटी-फटी त्वचा पर लगाने के लिए किया जाता है, लोशन के विपरीत क्रीम और जेल की श्यानता उच्च होती है। अधिकांश लोशन जल-में-तेल प्रकार के पायसन (इमल्शन) होते हैं जिनमे सीटायरिल अल्कोहल जैसे पदार्थों का प्रयोग विभिन्न घटकों को पायसन में बनाये रखने के लिए किया जाता है, हालाँकि तेल-में-जल जैसे पायसन लोशन भी तैयार किये जाते हैं। लोशन को आमतौर पर बाहरी त्वचा पर हाथों, एक साफ कपड़े या रूई या चिकित्सीय पट्टी की सहायता से लगाया जाता है, जबकि क्रीम और जेल को आमतौर से एक व्यक्ति अपनी उंगलियों या हथेलियों से ही लगाता है। कई लोशनों को विशेषकर हाथों की क्रीम और चेहरे की क्रीम को एक औषधि के रूप में प्रयोग में नहीं लाया जाता अपितु इनका प्रयोग, विशेष रूप से त्वचा को सिर्फ नरम और मुलायम बनाने में किया जाता है और यह विशेषकर प्रौढ़ और वृद्ध लोगों में बहुत लोकप्रिय हैं। जहाँ तक चेहरे पर उपयोग का प्रश्न है, इन्हें कई मामलों में एक प्रसाधन सामग्री के रूप में भी वर्गीकृत किया जा सकता है। एक त्वचा की देखभाल संबंधी लोशन, क्रीम या जेल पायसन (तेल और पानी का मिश्रण) के प्रमुख घटक जलीय और तैलीय दो प्रावस्थायें, इन दो प्रावस्थाओं के विभाजन को रोकने के लिए पायसीकर और यदि मिलाना हो तो भेषज या भेषज पदार्थ, इसके अतिरिक्त सुगंध, ग्लिसरॉल, पेट्रोलियम जेली, रंजक, परिरक्षक, प्रोटीन और स्थिरण एजेंट जैसे घटक सामान्यतः लोशन में मिलाये जाते हैं।. 5 संबंधोंः त्वचा, पायस (इमल्शन), प्रावस्था, श्यानता, कपास। त्वचा या त्वक् (skin) शरीर का बाह्य आवरण होती है जिसे बाह्यत्वचा (एपिडरमिस) भी कहते हैं। यह वेष्टन प्रणाली का सबसे बड़ा अंग है जो उपकला ऊतकों की कई परतों द्वारा निर्मित होती है और अंतर्निहित मांसपेशियों, अस्थियों, अस्थिबंध (लिगामेंट) और अन्य आंतरिक अंगों की रक्षा करती है। चूंकि यह सीधे वातावरण के संपर्क मे आती है, इसलिए त्वचा रोगजनकों के खिलाफ शरीर की सुरक्षा में एक बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इसके अन्य कार्यों मे जैसे तापावरोधन (इन्सुलेशन), तापमान विनियमन, संवेदना, विटामिन डी का संश्लेषण और विटामिन बी फोलेट का संरक्षण करती है। बुरी तरह से क्षतिग्रस्त त्वचा निशान ऊतक बना कर चंगा होने की कोशिश करती है। यह अक्सर रंगहीन और वर्णहीन होता है। मानव मे त्वचा का वर्ण प्रजाति के अनुसार बदलता है और त्वचा का प्रकार शुष्क से लेकर तैलीय हो सकता है। . पायस (इमल्शन) A. दो अमिश्रणीय तरल जिनका अभी पायसन नहीं बना है; B. प्रावस्था II, प्रावस्था I मे परिक्षेपित होने से बना पायसन; C. एक अस्थिर पायसन समय के साथ अलग होता है; D. पृष्ठसक्रियकारक (सरफैक्टेंट) (बैंगनी रेखा) खुद को प्रावस्था II और प्रावस्था I के मध्य लाकर पायसन को स्थायित्व प्रदान करता है। पायस (emulsion) दो या इससे अधिक अमिश्रणीय तरल पदार्थों से बना एक मिश्रण है। एक तरल (परिक्षेपण प्रावस्था) अन्य तरल (सतत प्रावस्था) में परिक्षेपित (फैलता) होता है। कई पायसन तेल/पानी के पायसन होते हैं, जिनमे आहार वसा प्रतिदिन प्रयोग मे आने वाले तेल का एक सामान्य उदाहरण है। पायसन के उदाहरण में शामिल हैं, मक्खन और मार्जरीन, दूध और क्रीम, फोटो फिल्म का प्रकाश संवेदी पक्ष, मैग्मा और धातु काटने मे काम आने वाले तरल। मक्खन और मार्जरीन, मे वसा पानी की बूंदों को चारो ओर से ढक लेता है (एक पानी में तेल पायसन)। दूध और क्रीम, मे पानी, वसा की बूंदों के चारों ओर रहता है (एक तेल में पानी पायसन)। मैग्मा के कुछ प्रकार में, तरल की गोलिकायें NiFe तरल सिलिकेट की एक सतत प्रावस्था के भीतर परिक्षेपित हो सकती हैं। पायसीकरण वह प्रक्रिया है जिसके द्वारा पायसन का निर्माण होता है। पायसन शब्द को तेल क्षेत्र में भी इस्तेमाल किया जाता है जैसे अपरिशोधित कच्चा तेल, तेल और पानी का मिश्रण होता है। श्रेणीःरासायनिक मिश्रण श्रेणीःकलिल श्रेणीःनरम पदार्थ. एक जार में रखा जल तथा तेल का मिश्रण 'द्रव' अवस्था में है किन्तु इसकी दो पूर्नतः भिन्न प्रास्थाएँ हैं। भौतिक विज्ञानों में प्रावस्था (phase) से तात्पर्य किसी ऊष्मागतिकीय प्रणाली के उस प्रक्षेत्र से है जिसमें पदार्थ के सभी भौतिक गुण अपरिवर्तित रहते हैं। घनत्व, परावर्तन गुणांक, रासायनिक संरचना आदि भौतिक गुणों के अन्तर्गत आते हैं। . उपर के द्रव की श्यानता नीचे के द्रव की श्यानता से बहुत कम है। श्यानता (Viscosity) किसी तरल का वह गुण है जिसके कारण वह किसी बाहरी प्रतिबल (स्ट्रेस) या अपरूपक प्रतिबल (शीयर स्ट्रेस) के कारण अपने को विकृत (deform) करने का विरोध करता है। सामान्य शब्दों में, यह उस तरल के गाढे़पन या उसके बहने का प्रतिरोध करने की क्षमता का परिचायक है। उदाहरण के लिये, पानी पतला होता है एवं उसकी श्यानता वनस्पति तेल की अपेक्षा कम होती है जो कि गाढा़ होता है। . कपास चुनती हुई स्त्री मशीन से संस्कारित करने के पहले हाथ से बीज निकालते हुए (२०१०) विश्व के कपास उत्पादक क्षेत्र कपास एक नकदी फसल हैं। इससे रुई तैयार की जाती हैं, जिसे "सफेद सोना" कहा जाता हैं । .
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या पार्टी अध्यक्ष का चुनाव लड़ने के लिए राज्यों में भटकना होगा? उन्होंने कहा कि क्लब के चुनाव में भी ऐसा नहीं होता! इन्हीं उठ रहे सवालों के साथ अध्यक्ष चुनाव से पहले कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। मालूम हो कि रविवार को कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में अध्यक्ष के चुनाव से संबंधित कार्यक्रम तय किए गए। इस दौरान मिस्त्री ने कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव में 9,000 से अधिक पीसीसी प्रतिनिधि (डेलीगेट्स) मतदान करेंगे और सभी सूचियां सत्यापित हो चुकी हैं और इन पर निर्वाचन अधिकारियों द्वारा हस्ताक्षर किए जा चुके हैं।
भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर 20 जनवरी को कार्यभार संभाल सकते हैं। केंद्रीय नेतृत्व ने कई राज्यों को 18 जनवरी तक संगठनात्मक चुनाव कराने का निर्देश दिया है। संगठनात्मक चुनाव के राष्ट्रीय चुनाव अधिकारी बनाए गए राधामोहन सिंह सोमवार को अध्यक्ष पद के चुनाव प्रक्रिया को अंतिम रूप दे सकते हैं। Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.
सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ की मुंबई में गिरफ्तार के बाद बीजेपी नेता संबित पात्रा ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने सवाल किया कि तीस्ता सीतलवाड़ के पीछे कौन सी ताकत थी? उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तीस्ता के पीछे सोनिया गांधी और कांग्रेस पार्टी थी. तीस्ता सोनिया गांधी (यूपीए के दौरान) द्वारा गठित राष्ट्रीय सलाहकार समिति की सदस्य थीं. बीजेपी नेता ने बताया कि सोनिया गांधी के निर्देश पर केंद्र ने शिक्षा के लिए करीब 1. 5 करोड़ रुपये मुहैया कराए थे. तीस्ता ने मोदीजी को बदनाम करने के लिए पैम्फलेट छापने के लिए इस राशि का इस्तेमाल किया. अदालत ने भी माना कि जो पैसा गरीबों के पास जाना था, उसका इस्तेमाल व्यक्तिगत और भौतिकवादी उपयोगों के लिए किया गया था. तीस्ता एंड कंपनी ने इन पैसों का निजी इस्तेमाल किया है. संबित पात्रा ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने 24 जुन को कहा कि मामले को जबरन चलाया जा रहा है. ऐसे सभी लोग जिन्होंने साजिश की, उन्हें कटघरे में खड़ा होना पड़ा है. हमें ऐसा लगता है कि असंतुष्ट अधिकारियों और अन्य लोगों ने इस मुद्दे को जबरन चलाने की कोशिश की. उन्होंने बताया कि यह झूठ फैलाया गया कि कौसर बानो का गर्भ काट दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में ये सारी बातें गलत साबित हुईं. मदीना के रेप की कहानी तीस्ता ने रची थी. तीस्ता ने ही गवाहों को झूठी कहानी बताने के लिए कहा था. तीस्ता के एनजीओ के पूर्व कर्मचारी रेयाज खान पठान ने अपनी शिकायत में कहा था कि लगभग सभी हलफनामे तीस्ता ने बनाए थे. इस पर गवाहों ने हस्ताक्षर किए थे और गवाहों को हलफनामे की कॉपी भी नहीं दी गई थी. दंगे के शिकार जाहिद खान ने तीस्ता के एनजीओ पर धर्म के नाम पर निर्दोष पीड़ितों (दंगों के) को गुमराह करने का आरोप लगाया है. तीस्ता और उनके पति के दो एनजीओ हैं. मुसलमानों की मदद के नाम पर इकट्ठा किए गए पैसों को जूते, वाइन, हवाई टिकट जैसे निजी इस्तेमाल में खर्च किया जाता था. संबित पात्रा ने कहा कि तीस्ता व उनके पति जावेद ने गुलबर्ग सोसायटी बनाने के नाम पर वसूले पैसे अपने निजी खातों में ट्रांसफर कर लिए. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने शनिवार को कहा कि नरेंद्र मोदी का सार्वजनिक जीवन 20 से अधिक वर्षों तक जांच के दायरे में रहा लेकिन उन्होंने कभी उम्मीद नहीं खोई. उन्हें व्यवस्था पर पूरा भरोसा था. उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कभी भी हंगामा नहीं करने के लिए कहा. विपक्ष को इससे सीख लेनी चाहिए. मालूम हो कि गुजरात दंगा मामले में तत्कालीन सीएम नरेंद्र मोदी को SIT की क्लीनचिट को चुनौती देने वाली जाकिया जाफरी की याचिका 24 जून को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दी थी. गुजरात दंगा मामले में झूठी जानकारी देने के आरोप में शनिवार को सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ समेत दो पूर्व आईपीएस अफसर संजीव भट्ट और आरबी श्रीकुमार के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया. अहमदाबाद शहर की पुलिस अपराध शाखा के इंस्पेक्टर दर्शनसिंह बी बराड की शिकायत पर तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. गुजरात एटीएस ने मुंबई पहुंचकर तीस्ता सीतलवाड़ को उनके घर से गिरफ्तार किया. वहीं अहमदाबाद क्राइम ब्रांच ने पूर्व आईपीएस अधिकारी आरबी श्रीकुमार को अरेस्ट कर लिया है. अब दोनों को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. एफआईआर के मुताबिक आरोपियों ने जकिया जाफरी के जरिए कोर्ट में कई याचिकाएं लगाईं और एसआईटी प्रमुख और दूसरे आयोग को गलत जानकारियां दीं. 468- धोखाधड़ी के इरादे से जालसाजी करना. 471- जाली दस्तावेजों का इस्तेमाल करना. 194- दोष साबित करने के इरादे से झूठे सबूत देना. 212- अपराधी को शरण देना. 218- पब्लिक सर्वेंट द्वारा किसी को सजा या संपत्ति जब्ती से बचाने के इरादे से गलत रिकॉर्ड तैयार करना. 211- खुद को चोट पहुंचाकर हमले का झूठा आरोप लगाना. - 24 जून को सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगे पर एसआईटी की रिपोर्ट के खिलाफ दाखिल याचिका को रद्द कर दिया था. इस याचिका को जाकिया जाफरी ने दाखिल किया था. सुप्रीम कोर्ट ने याचिका रद्द करते हुए कहा था तीस्ता सीतलवाड़ के बारे में और छानबीन की जरूरत है, क्योंकि तीस्ता इस मामले में जकिया जाफरी की भावनाओं का इस्तेमाल गोपनीय ढंग से अपने स्वार्थ के लिए कर रही थी. - कोर्ट ने कहा था कि तीस्ता सीतलवाड़ इसीलिए इस मामले में लगातार घुसी रहीं, क्योंकि जकिया अहसान जाफरी इस पूरे मामले में असली पीड़ित हैं. तीस्ता अपने हिसाब से उनको इस मुकदमे में मदद करने के बहाने उनको नियंत्रित कर रही थीं, जबकि वो अपने हित साधने की गरज से बदले की भावना रखते हुए इस मुकदमे में न केवल दिलचस्पी ले रही थीं बल्कि अपने मनमुताबिक चीजें भी गढ़ रही थीं. जस्टिस एएम खानविलकर, जस्टिस दिनेश माहेश्वरी और जस्टिस सीटी रविकुमार की बेंच ने यह फैसला सुनाया था. - सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इस मामले में मुख्यमंत्री की मीटिंग में शामिल होने के दावेदारों के बयान मामले को राजनीतिक रूप से सनसनी पैदा करने वाले थे. दरअसल संजीव भट्ट, हिरेन पंड्या और आरबी श्रीकुमार ने SIT के सामने बयान दिया था जो कि निराधार और झूठे साबित हुए, क्योंकि जांच में पता चला कि ये लोग तो लॉ एंड ऑर्डर की समीक्षा के लिए बुलाई गई उस मीटिंग में शामिल ही नहीं हुए थे. सुप्रीम कोर्ट ने सात महीने पहले 9 दिसंबर 2021 को जाकिया जाफरी की याचिका पर मैराथन सुनवाई पूरी करने के बाद फैसला सुरक्षित रखा था. गुजरात दंगों की जांच के लिए बनी एसआईटी ने तब गुजरात के मुख्यमंत्री रहे अब के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को क्लीन चिट दी थी. 2002 में गुजरात दंगों के दौरान जाकिया जाफरी के पति तब कांग्रेस से विधायक रहे एहसान जाफरी को दंगाई भीड़ ने मार डाला था. गुजरात दंगों के दौरान गुलबर्ग सोसाइटी हत्याकांड में एहसान जाफरी भी मारे गए थे. एहसान जाफरी की विधवा जाकिया जाफरी ने SIT की रिपोर्ट को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर चुनौती दी थी. एसआईटी की रिपोर्ट में प्रदेश के उच्च पदों पर रहे लोगों को क्लीन चिट दी गई थी. एसआईटी ने राज्य के उच्च पदाधिकारियों की ओर से गोधरा ट्रेन अग्निकांड और उसके बाद हुए दंगे भड़काने में किसी भी साजिश को नकार दिया था. साल 2017 में गुजरात हाईकोर्ट ने SIT की क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ जाकिया की शिकायत खारिज कर दी थी.
ऊति यूति जूति सातिहेति कीर्तयश्च ।४।४।१७।। एते निपात्यन्ते । ज्वरत्वर त्रिव्य विभवामुपधायाश्च ।६।४।२०।। एषा मुपधावकारयोरुठ् अनुनासिके क्वौ भलादौ किङति च । ऊतीति - ऊति, यूति, जूति, साति, हेति और कीर्ति इन क्तिन् प्रत्ययान्त शब्दों का निपातन किया जाता है। ( तात्पर्य यह कि इनमें होने वाले यदि किसी कार्य का विधान किसी सूत्र द्वारा नहीं किया गया है, तो उसे निपातन से सिद्ध किया जाता है।) ऊतिः- (रक्षा) अव् (रक्षा करना) धातु से क्तिन्, ज्वरत्वर सूत्र से (जिसका व्याख्यान आगे किया जायेगा) अकार तथा वकार को ऊठ आदेश, (यहाँ 'स्त्रियां क्तिन्' से यद्यपि क्तिन् प्रत्यय सिद्ध था तथापि सूत्र में ऊति के ग्रहण का फल है, क्तिन् प्रत्यय परे उदात्त स्वर होना अतः उदात्त स्वर का ही निपातन होता है) इस प्रकार 'ऊति : ' रूप बनता है । यूतिः (मिश्रण) यु (मिश्रण करना ) धातु से क्तिन्, होकर यहाँ निपातन से दीर्घ होता है। इसी प्रकार जूतिः - (वेग) जु धातु से क्तिन् प्रत्यय, निपातन से दीर्घ होकर 'जूति : ' बनता है । सातिः - ( अन्त, अवसान) षो (अन्तःकर्म) धातु से क्तिन् यहाँ 'द्यतिस्यति' इत्यादि सूत्र से इत्व प्राप्त था उसके अभाव का निपातन हुआ, तब 'आदेच' इत्यादि सूत्र से धातुगत ओकार को आकार होकर 'साति : ' रूप बना है। अथवा 'सन्' धातु से क्तिनू "जनसन" सूत्र से आत्व करने पर 'सातिः' रूप बनता है, इस दशा में स्वरार्थ निपातन माना जायेगा । हेतिः - (अस्त्र शस्त्र ) हन् धातु से क्तिन्, निपातन से नकार को इकार करने पर हकरोत्तरवर्ती अकार के साथ गुण होकर 'हेतिः' बनता है । अथवा 'हि' धातु से क्तिनू, गुण निषेध को बाधकर निपातन से गुण करके 'हेतिः' बनता है । कीर्तिः- (यश) ण्यन्त चुरादि कृ. तू ( संशब्दन, ख्याति ) धातु से, ण्यन्त होने के कारण 'ण्यासश्रन्थो युच्' सूत्र से प्राप्त युच् प्रत्यय का अभाव तथा निपातन से क्तिन्, 'उपधायाश्च' सूत्र से ऋकार को इर् 'हलि च' से दीर्घ होकर 'कीतिः' रूप बनता है । ज्वर त्वरेति-ज्वर, त्वर, स्रिव, अव, और मव धातुओं के वकार तथा तग्दत अकार को ऊठ् होता है, अनुनासिक क्वि तथा झलादि किंतु ङित् प्रत्यय परे रहने पर ।
चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का खतरा कोटा में पहले कम माना जा रहा था लेकिन अब गुजरात से प्रवेश करने बाद और राजस्थान में असर दिखने के बाद कोटा भी ग्रीन जोन से यलो जोन में आ गया है। कोटा के लिए मौसम विभाग ने यलो अलर्ट जारी कर दिया है। पहले यह बूंदी जिले के लिए था और कोटा ग्रीन जोन में था। राजस्थान में बिपरजॉय का असर दिखना शुरू हो गया है हालांकि कोटा में शुक्रवार शाम तक तेज धूप रही और उमस रही। हालांकि हवाएं चल रही थी। लेकिन वह भी सामान्य रफ्तार से चली। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार देर शाम के बाद यहां मौसम में बदलाव हो सकता है। बिपरजॉय का असर कोटा में शनिवार को नजर आ सकता है। ज्यादा असर की संभावना 19 जून की है, जब 115 एमएम बारिश की संभावना जताई जा रही है और पचास किलोमीटर की रफ्तार से हवा चलेगी। इधर, मौसम विभाग का अलर्ट जारी होने के बाद जिला प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है। तीन दिन तक सभी कर्मचारियों की छुट्टी कैंसल कर दी गई है। 16 से 18 तक बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ने के निर्देश दिए गए है। साथ ही लोगों के लिए भी एडवाइजरी जारी की है। जिसमें उन्हें घरों में रहने, पेड़ों के नीचे न रुकने समेत कई निर्देश दिए है। बिपरजॉय का हाड़ौती में सबसे ज्यादा असर बूंदी जिले में रहेगा। जिला कलेक्टर ओपी बुनकर ने बताया कि तूफान को लेकर आपदा से जुड़े विभागों को अलर्ट कर दिया है और सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। This website follows the DNPA Code of Ethics.
महिला से मारपीट करता आरोपी (तस्वीर -एएनआई) मुंबई में गुरुवार रात थाने-सीएसटी लोकल ट्रेन में एक महिला पर हमले का मामला सामने आया है. ट्रेन के डिब्बे में मौजूद एक अन्य यात्री ने घटना का वीडियो बना लिया. वीडियो में महिला, हमला करने वाले शख्स का मुकाबला करती नज़र आ रही है. ट्रेन कंपार्टमेंट दिव्यांग यात्रियों के लिए आरक्षित था. रेलवे पुलिस ने दादर स्टेशन पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. वीडियो में दूसरे डिब्बे में एक महाराष्ट्र सिक्योरिटी का एक गार्ड भी दिख रहा है. हालांकि, दोनों डिब्बों के बीच ग्रिल लगी होने के कारण वो मदद नहीं कर पाया. मुंबई मिरर के मुताबिक, समीर जावेरी नाम के एक प्रत्यक्षदर्शी ने गार्ड से इमरजेंसी चेन खींचने को कहा, लेकिन उसने जवाब नहीं दिया. प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "दिव्यांग कंपार्टमेंट में एक शख्स बुरी तरह महिला को पीट रहा था. खतरा होने के कारण मैं महिला की मदद नहीं कर पाया. अगर मैं बीच-बचाव करता तो मेरी जान जा सकती थी. मैंने लेडीज कोच में बैठे गार्ड को इमरजेंसी चेन खींचने को कहा, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. " .
Jaipur Gold Smuggling: राजधानी के सांगानेर इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर एक फ्लाइट से आए एक युवक के बैगों की तलाशी ली गई तो कस्टम अधिकारी चौंक गए। युवक के बैग में रेडियम कोटेड 2 किलो 170 ग्राम वजन से भी अधिक के सोने के तार मिले। अधिकारियों के मुताबिक, बरामद किए गए सोने की बाजार में कीमत 1 करोड़ 12 लाख से अधिक है। इसके बाद कस्टम विभाग ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। महकमे के सहायक आयुक्त भारत भूषण ने बताया कि, आरंभिक पूछताछ में आरोपी ने बताया है कि, उसे किसी परिचित ने सऊदी अरब रियाद एयरपोर्ट पर दो बैग दिए थे। इसके बदले में उसे जयपुर तक का हवाई टिकट बनवाकर दिया था। उसने बताया कि, उसके जानकार ने कहा कि जयपुर में ये दोनों बैग मेरा एक आदमी लेने आएगा तो उसे दे देना। सहायक आयुक्त के मुताबिक, आरोपी ने पूछताछ में इसके अलावा कोई अन्य जानकारी होने से इंकार किया है। उन्होंने बताया कि, आरोपी प्रदेश के बीकानेर इलाके का रहने वाला है। गत वर्ष सितंबर में सऊदी अरब कमाने के लिए गया था। कस्टम विभाग के अधिकारी अब इस बात का पता लगा रहे हैं कि, सोने की तस्करी का राजधानी में कहां-कहां नेटवर्क फैला है। इसके अलावा अब एयरपोर्ट के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले जा रहे हैं जिससे आरोपी का इंतजार कर रहे संदिग्ध शख्स की पहचान हो सके। सहायक आयुक्त भारत भूषण ने बताया कि, एयर अरबिया की फ्लाइट से आए आरोपी के दो बैग एक्स-रे में स्कैन किए गए तो उनमें कुछ संदिग्ध धातु के तार दिखाई दिए। एक्स-रे में साफ नहीं दिखे तो पेंसेजर को बैग खोलने के लिए बोला तो उसने अपना घरेलू सामान होने की बात कही। इसके बाद अधिकारियों ने बैगों को खोलकर उनकी जांच की तो हैरान रह गए। बैग के नीचे के पेंदे में एक फ्रेम बनाकर उसके चारों ओर रेडियम कोटेड सोने के तार निकले। दोनों बैगों में से कुल 4 तार बरामद हुए। जिनका कुल वजन 2. 170 ग्राम से भी अधिक था। इसके बाद जांच में पता चला कि पकड़े गए सोने की बाजार कीमत इस समय 1 करोड़ 12 लाख से भी अधिक है। बहरहाल कस्टम महकमे के अधिकारी आगे की जांच में जुटे हैं। आपको बता दें कि, जयपुर एयरपोर्ट पर 11 जुलाई को तीन थाइलैंड की युवतियों से भी लाखों का सोना बरामद किया गया था। गत दो माह में कस्टम विभाग की ये तीसरी सबसे बड़ी कार्रवाई है।
Dr. Krishna हैदराबाद के प्रसिद्ध डॉक्टर हैं। वह कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान के विशेषज्ञ हैं। Dr. Krishna 7 सालों से मेडिकल क्षेत्र में प्रैक्टिस कर रहे हैं। कई अस्पतालों से जुड़े होने के अलावा Dr. Krishna कई अन्य मेडिकल संस्थानों से भी जुड़े हुए हैं। Kurnool Medical College, Kurnool से Dr. Krishna ने MBBS डिग्री की है। इसके अलावा Dr. Krishna ने Durghabai Deshmukh College से DNB - ENT डिग्री करी है। Q: Dr. Krishna की शैक्षिक क्वालिफिकेशन क्या हैं? A: Dr. Krishna ने MBBS व DNB - ENT की डिग्री प्राप्त की हुई हैं, इनकी डिग्रीज की संपूर्ण जानकारी के लिए ऊपर देखें। Q: Dr. Krishna कितने सालों का एक्सपीरियंस रखते हैं? A: कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान में Dr. Krishna को कुल 7 सालों का एक्सपीरियंस है। Q: Dr. Krishna से मिलने या बात करने का अपॉइंटमेंट किस प्रकार लें? A: आप ऑनलाइन परामर्श या क्लिनिक में मिलने के लिए myUpchar के माध्यम से Dr. Krishna के साथ अपॉइंटमेंट ले सकते हैं - ऊपर दिए गए बटन "अपॉइंटमेंट बुक करें" पर क्लिक करें और आसानी से अपॉइंटमेंट बुक करें!
आंगड़िया उगाही मामले में डीसीपी सौरभ त्रिपाठी पर शिकंजा कसता जा रहा है। जहां एक तरफ पुलिस उन्हे ढंढने में हर संभव प्रयास कर रही है। तो वही दूसरी तरफ डीसीपी सौरभत्रिपाठी को सरकार ने निलंबित कर दिया है। निलंबन का प्रस्ताव गृह मंत्रालय की तरफ से सीएम को भेजा गया था। जिसके बाद सौरभ त्रिपाठी के निलंबित करने के प्रस्ताव को सीएम कार्यलय द्वारा मंजूरी दे दी गई। इस बेहद सनसनीखेज मामले में आरोपी सौरभ त्रिपाठी पर काफी गंभीर आरोप लगें हैं। सौऱभ पर आरोप है कि वो आंगड़िया से वसूली गई रकम को हवाले के जरिए लखनऊ भेजवाते थे। इस मामले सौरभ फरार चल रहे हैं वही पुलिस उन्हे भगौड़ा घोषित कर चुकी है। पुलिस अधिकारियों के मुताबकि वो जल्द ही सौरभ त्रिपाठी को गिरफ्तार कर लेगी। मुंबई क्राइम ब्रांच इस मामले में कई अहम आरोपियों को गिरफ्तार करके अहम खुलासे कर चुकी है।
- Travel आखिर क्यों कोई नहीं कर पाया कैलाश पर्वत की चढ़ाई? क्या है इसका वैज्ञानिक कारण? सिर्फ पानी ठंडा कम करने के लिए नहीं वजन भी घटाता है आइस क्यूब, जाने कैसे? अक्सर हम आइस क्यूब का इस्तेमाल खाने में करते है या फिर शर्बत में मिलाकर पीने में करते हैं। इसके अलावा ब्यूटी टिप्स में भी किया जाता है। कई तरह के ब्यूटी टेक्निक में जैसे मसाज और फेसपैक के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अब बर्फ का इस्तेमाल सिर्फ ब्यूटी का निखारने में नहीं, फैट लूज करने में भी होने लगता है। आइस थेरेपी क्या है? हम बर्फ का इस्तेमाल कोल्ड ड्रिंक्स और खाने के साथ-साथ इसका इस्तेमाल ब्यूटी सर्विसेज में भी करते हैं। इसके साथ-साथ बर्फ का इस्तेमाल मसाज में भी किया जाता है। अगर आप अपने फैट को कम करना चाहते हैं, तो अब फैट को बर्न करने के लिए बर्फ का इस्तेमाल कर सकते हैं, इसे ही आइस थेरेपी कहते हैं। स्टडी के मुताबिक, शरीर के फैट वाले हिस्से पर बर्फ लगाने से फैट बर्न होता है। आपके शरीर के जिस हिस्से पर एक्सट्रा फैट है, वहां आप बर्फ की मदद से उसे स्लिम और फर्म बना सकते हैं। आइस थेरेपी शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में और टिश्यू को टाइट करने में सहायक होता है। जिप लॉक बैग में आइस के कुछ टुकड़ों को रखकर फैट वाली जगह लगाएं। यदि आपके पास जिप लॉक बैग नही है, तो बर्फ के आप इसे कपड़े में लपेटकर भी फैट वाली जगह पर सेंक सकते हैं। इस तरीके का प्रयोग एथलीटों या फिर स्पोर्ट्स गतिविधियों में लगे रहने वाले लोगों के लिए किया जाता है। इस तकनीक में पूरे टब में बर्फ के टुकड़े डाले जाते हैं उसके बाद मरीज को उस टब में घुसाया जाता है।
4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है। विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है। किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है। - ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है। - सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
सोशल साइट फेसबुक ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि पिछले साल के मुकाबले इस साल की पहली तिमाही में कंपनी का प्रॉफिट 20 फीसदी गिरा है. हालांकि मोबाइल विज्ञापन बढ़ने से कंपनी का राजस्व बढ़ा है. दुनिया की सबसे बड़े सोशल नेटवर्क प्लेटफॉर्म के यूजरों की संख्या अब 1. 44 बिलियन हो गई. यूजरों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले 13 फीसदी का इजाफा हुआ है. इन सब में 1. 25 बिलियन लोग मोबाइल पर फेसबुक यूज करते हैं. कंपनी के बयान के मुताबिक तिमाही में शेयरधारकों का मुनाफा 509 मिलियन डॉलर तक गिरा है, जबकि कंपनी ने रिसर्च और शेयर आधारित मुआवजे पर बड़ी रकम खर्च की थी. हालांकि पूरा राजस्व 42 फीसदी बढ़कर 3. 5 बिलियन डॉलर हो गया है. यह वॉल स्ट्रीट के अनुमान से थोड़ा कम है. कंपनी ने कहा, 'फॉरेन एक्सचेंज रेट के प्रभाव को अगर शामिल करे तो राजस्व 49 फीसदी तक बढ़ेगा. ' फेसबुक के संस्थापक और चीफ एक्जीक्यूटिव मार्क जकरबर्ग ने इसे साल की मजबूत शुरुआत बताया. उन्होंने कहा कि लोगों को जोड़ने के काम पर कंपनी अपना फोकस जारी रखेगी. गौरतलब है कि फेसबुक रिसर्च और नए प्रोजेक्ट्स पर बड़ा निवेश कर रहा है. इसमें ड्रोन एयर फ्लीट के जरिए रिमोट इलाकों में इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराना भी है. बुधवार को फेसबुक ने एक नए मोबाइल एप्लीकेशन हेलो से पर्दा उठाया. इससे यूजर यह देख पाएंगे कि कौन उन्हें सोशल साइट्स पर सर्च करके फोन कर रहा है.
सोशल मीडिया पर फ्लोरिडा के बीच का वीडियो सामने आया है. जहां वर्ल्ड वॉर 2 (World War II) का एक प्लेन समुद्र में लैंड करते नजर आया. आपको जानकर हैरानी होगी प्लेन समुद्र में उस वक्त लैंड किया, जब लोग वहां नहा रहे थे. सोशल मीडिया मीडिया पर आए दिन दुर्घटनाओं के वीडियोज आते रहते हैं. जिसे देखने के बाद लोग हैरान हो जाते हैं. हाल के दिनों में एक ऐसा ही वीडियो सामने आया है.जिसे देखने के बाद एक पल को आप भी भौच्चके रह जाएंगे. यूं तो आपने प्लेन से जुड़ी कई दुर्घटनाओं के बारे में पढ़ा और सुना होगा. लेकिन क्या कभी समुद्र में प्लेन को लैंड करते हुए देखा है? अगर नहीं तो इस वीडियो को देखने के बाद आपको यकीन हो जाएगा. दरअसल. सोशल मीडिया पर फ्लोरिडा के बीच का वीडियो सामने आया है. जहां वर्ल्ड वॉर 2 (World War II) का एक प्लेन समुद्र में लैंड करते नजर आया. आपको जानकर हैरानी होगी इस प्लेन ने उस वक्त लैंड किया, जब लोग समुद्र किनारे नहा रहे थे. अचानक हुई इस लैडिंग को देखकर हर कोई घबरा गया. वायरल हो रहे वीडियो में आप देख सकते हैं कि ये मंजर कितना खौफनाक है. बताया जा रहा है कि आसमान में अचानक प्लेन का बैलेंस बिगड़ा जिसके कारण उसे लैंड करवाना पड़ा. वहां मौजूद लोगों को लगा था कि ये प्लेन हवा में उड़ जाएगा लेकिन पायलट स्थिती को कंट्रोल नहीं कर पाया और देखते ही देखते प्लेन समुद्र में गिर गया. ये दुर्घटना उस वक्त घटी जब कोका बीच पर एयर शो चल रहा था ( Cocoa Beach Air Show). हालांकि, किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. सभी वहां से भागने लगे. हालांकि, इस हादसे के बाद भी एयर शो जारी रखा गया. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जिस एयरक्राफ्ट के साथ ये दुर्घटना हुई वो वर्ल्ड वार 2 के समय का था. ये प्लेन सिंगल इंजन वाला था. इससे पहले 2019 में भी ऐसा ही एक विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई थी.
जमशेदपुर (ब्यूरो): झारखंड सरकार के स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग के निर्देश के आलोक में पूर्वी सिंहभूम जिले में भी लोगों को कोरोना का बूस्टर डोज दिया जाएगा। इसकी शुरुआत 10 जनवरी 2022 से हो रही है। इसके लिए राज्य सरकार ने विस्तृत गाइडलाइन भी जारी कर दिया है। वैक्सीनेशन कोषांग के वरीय प्रभारी सह एसडीएम संदीप कुमार मीणा ने बताया कि ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग (कोविन पोर्टल में) तथा वॉक इन दोनों माध्यम में उक्त केटेगरी के लाभुकों का जिले में टीकाकरण किया जाना है। जिन लाभुकों को दूसरा डोज लेने के बाद 9 महीने या 39 सप्ताह बीत चुके हैं सिर्फ वे ही बूस्टर डोज के लिए योग्य होंगे। उन्होंने कहा कि अगर 9 महीने या 39 सप्ताह बीत जाने के बाद कोई लाभुक कोविन पोर्टल पर स्लॉट बुक कराना चाह रहे हों तो उन्हें विकल्प दिखेगा अन्यथा इससे पहले बूस्टर डोज लेना चाहेंगे तो विकल्प नहीं दिखेगा। ऐसा ही वॉक इन टीकाकरण में होगा जहां आधार नम्बर और पुराने फोन नम्बर दर्ज करने पर पहले के दोनों डोज कब लिया है इसकी जानकारी मिल जाएगी तथा 9 महीने या 39 सप्ताह वाली योग्यता पूरी करते होंगे तभी बूस्टर डोज मिल पाएगी। उन्होंने बताया कि बूस्टर डोज उसी वैक्सीन की होगी जो पहले दो खुराक में दी गई थी। जिन लोगों ने पहले कोवैक्सिन लगवाया है, उन्हें कोवैक्सिन लगाई जाएगी, जिन्हें कोविशील्ड की दो खुराक मिली है, उन्हें कोविशील्ड ही लगाई जाएगी। 1. हेल्थ केयर वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स या 60 वर्ष या उससे ऊपर के लोगों को कोविन पोर्टल पर नया निबंधन नहीं करना होगा, कोविन पोर्टल पर पुराने अकाउंट से ही टीकाकरण होगा, जिससे उन्होंने पहले का दोनों डोज लिया है। 2. बूस्टर डोज के लिए टीकाकरण प्रक्रिया ऑनलाइन स्लॉट बुकिंग तथा वॉक इन मोड में 10 जनवरी से शुरू होगी। प्रिकॉशन डोज या बूस्टर डोज की खुराक स्वास्थ्य सेवा और फ्रंटलाइन वर्कर्स के साथ ही 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को दी जाएगी। 3. जिन लोगों को यह टीका लगाना है, वे जिले में किसी भी कोविड टीकाकरण केंद्र में ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन या सीधे वहां पहुंचकर टीका लगवा सकते हैं। 4. 60 साल और उससे अधिक आयु के नागरिकों को बूस्टर डोज के लिए डॉक्टर से सर्टिफिकेट प्रस्तुत करने की जरूरत नहीं है। हालांकि ऐसे व्यक्तियों को तीसरी खुराक लेने से पहले डॉक्टर से सलाह लेने को कहा गया है।
अर्थघात के तेरह भेद यहां संक्षेप में दिये गये हैं । प्राणघात के तेरह भेदों के अनुसार इनका अच्छाबुरापन समझ लेना चाहिये । पर जीवन-व्यवहार में अर्थवात के पाप से बचने के लिये इतना विवेचन काफी न होगा । अर्थघात के विचार का ख़ास मुद्दा यह है कि लोग चोरी से बचें । बहुत से आदमी चोरी से बचना चाहते हैं पर कुछ चोरियों को चोरी नहीं समझते-साधारण व्यवहार ही समझते हैं। उन्हें चोरी के भेदप्रभेदो से अपनी चोरी मालूम होजायगी और उस चोरी के दुष्परिणाम से भी परिचित होजायेंगे । चोरी के भेद हमे दो तरह से करने होंगे एक तो चोरी के पदार्थ की दृष्टि से, दूसरे चोरी करनेके तरीके की दृष्टि से। दोनों ही बातों में से लोगों को भ्रम होजाता है । कोई कोई लोग अमुक पदार्थ की चोरी को चोरी नहीं समझतेत कोई कोई अमुक तरीके को चोरी नहीं समझते। पर उनके न समझने से चोरी का परिणाम रुक नहीं, जाता इसलिये दोनों दृष्टियों से चोरी के भेद समझलेना चाहिये, और उनका त्याग करना चाहिये । वस्तुकी दृष्टि से चोरी या चोर के चार भेद है १- धनचोर, २ - नामचोर, ३उपकारचोर, ४- उसयोग चोर । इन चारों का अर्थ सरल है । किसी भौतिक वस्तु को चुरानेवाला धनचोर है । किसी का यश छीनलेनेवाला, दूसरे की कृति को अपनी कृति बनानेवाला नाम-चोर है। अपने 'ऊपर किये गये उपकार को स्वीकार न करने वाला अर्थात् कृतघ्न व्यक्ति उपकारचोर है । किसी वस्तु को चुराया तो न जाय किन्तु उसका चोरी से उपयोग कर लिया जाय यहं उपयोग चोरी है । जो उपयोग सर्वसाधारण के लिये खुला LA CHEFENSTE GANNYAD हुआ हो या ख़ास तौर से अपने लिये खुला हुआ हो, जैसे किसी के बगीचे में सैर करना आदि, इस से कोई उपयोगचोर नहीं कहलाता । चोरी के ढंग की दृष्टि से चोर के छः भेद हैं । १-- छनचोर, २ नज़रचोर, ३ ठगचोर, ४ उद्घाटकचोर, ५ बलात्चोर, ६ घातकचोर । ऊपर कही गई चार प्रकार की वस्तुओं की चोरी छः छः तरह से होती है इसलिये चोरी के या चोरों के चोवीस भेद होजाते हैं । पहिले धन के विषय में ही ये भेद लगाये जाते हैं । १-- धन का छनचोर वह है जो वास्तव में चोर तो है पर उसके चोरपन पर व्यावहारिक सुविधा का ऐसा आचरण पड़ जाता है कि उसे चोर नहीं कहाजापाता। पर कह भले ही न सकें लेकिन उससे हमार। टिल चौकन्ना रहता है । जैसे झूठा बहाना बनाकर भीख माँगना । यहाँ चोरी का रूप है पर उसके ऊपर व्यवहार का ऐसा आवरण पड़ा है कि ऐसी चोरी करनेवाले चोरों में नहीं गिने जाते या सहज ही आरोप से वचजाते हैं । हन्न चोर कई तरह के होते हैं (क) विनिमयचोर (ख) विभागचोर (ग) अनुज्ञा चोर (घ) भिक्षाचोर (ड) कणग्राहकचोर (च) प्रमादचोर (छ) उरणचोर (ज) विस्मृतिचोर (झ) मौनचोर (ञ) शब्दश्लेषचोर आदि । [क] विनिमयचोर --मूल्य पूरा लेना पर उसका बदला पूरा न देना अर्थात् जितना जैसा माल ठहराया है उतना वैसा माल न देना । माप तौल में गड़बड करना, धोखे से मिलावटी 'चीज देना आदि विनिमय चोरी है। इसी प्रकार मज़दूरी या नौकरी पर जाना पर मालिक की नज़र बचाकर काम न करना, जिस वेग से काम करना चाहिये उस वेग से न करना आदि भी विनिमय चोरी है ।
फूलों को देखकर उन्होंने अपने हाथों को चलाना सीखा, खुद की कई ऐसी ही चीजों को देखकर उन्होंने एक नया डांस फार्म बना डाला और आज उनकी उम्र के लोग इस फार्म के दीवाने हैं। देहरादून के रहने वाले राघव अब राघव काकरोच के नाम से फेमस हैं। शुक्रवार को राघव शहर आए तो उनके साथ डीआईडी लिटिल मास्टर सीजन टू के विनर फैसल खान भी मौजूद थे। यहां उन्होंने डीआईडी डांस के सुपर किड की घोषणा की जो जल्द ही जी टीवी पर शुरू होने वाला है। राघव ने बताया कि वो बहुत ही बदमाश बच्चे थे। घर वाले भी उनसे काफी परेशान रहते थे। वो चाहते थे कि मैं भी उनकी तरह वकील बनूं, लेकिन मैं तो अपनी दुनिया में मस्त था। मैंने कभी डांस सीखा ही नहीं। या यह कह सकता हूं कि देहरादून में कोई सीखने जैसा कुछ था ही नहीं. मैं पढ़ाई तो करता था, लेकिन मैं डांस को भी एक एजुकेशन ही मानता हूं क्योंकि मैं इसमें जब एक डॉक्टर और इंजीनियर की तरह अर्न कर रहा हूं तो इसमें क्या बुराई है। मैं डीआईडी में टॉप पर था और इस बार सुपर किड में बच्चों का स्किपर बन कर उन्हें डांस सिखा रहा हूं। तो मेरा सफर काफी अच्छा ही रहा। साथ ही अपने टैलेंट को दुनिया के सामने लाने का मौका मिला। डीआईडी लिटिल मास्टर सीजन 2 के विनर फैसल ने बताया दोनों सीजन के बच्चों के साथ कम्पीट करने में काफी मजा आएगा। मेरे पापा ऑटो ड्राइवर हैं और मम्मी हाउस वाइफ। उन्होंने मुझे पढ़ाई के साथ डांस स्कूल में भी डाल दिया। फिर मेरे पढ़ाई में कुछ नम्बर कम आ गये तो पेरेंट्स ने कहा अब डांस स्कूल छुड़वाना ही पड़ेगा. उन्हीं दिनों लिटिल मास्टर का ऑडीशन हो रहा था। मैंने कहा मुझे बस एक बार ऑडीशन दे लेने दो अगर आ गया तो ठीक वरना क्लास भी छोड़ दूंगा। मैंने ऑडीशन दिया, मैं सेलेक्ट हुआ और जीत भी गया तो अब सभी मेरे डांस से बहुत खुश हैं. फूलों को देखकर उन्होंने अपने हाथों को चलाना सीखा, खुद की कई ऐसी ही चीजों को देखकर उन्होंने एक नया डांस फार्म बना डाला और आज उनकी उम्र के लोग इस फार्म के दीवाने हैं। देहरादून के रहने वाले राघव अब राघव काकरोच के नाम से फेमस हैं। शुक्रवार को राघव शहर आए तो उनके साथ डीआईडी लिटिल मास्टर सीजन टू के विनर फैसल खान भी मौजूद थे। यहां उन्होंने डीआईडी डांस के सुपर किड की घोषणा की जो जल्द ही जी टीवी पर शुरू होने वाला है।
द्वितीय महायुद्ध के बाद भारत की विदेश नीति 523 पहुँचाई । अमेरिका की इस संकटकालीन सहायता ने भारतीयों के पिछले सभी घावों को भर दिया और यह सिद्ध कर दिया कि मतभेदों के बावजूद दोनों राष्ट्र मित्रता के स्थायी आधार स्तम्भ पर खड़े हैं । अमेरिका ने भारत को यह सहायता बिना किसी शर्त के प्रदान की। चीनी माक्रमण के समय भी भारत जिस प्रकार अपनी गुट निरपेक्ष नीति पर डटा रहा, उसकी अमेरिकी विदेश सचिव डीन रस्क ने प्रशंसा की। भारत अपनी स्वतन्त्र नीति से डिगा नहीं, इसका एक बड़ा प्रमाण यही है कि एक प्रोर तो भारत ने अमेरिका से सैनिक सहायता की माँग की, दूसरी घोर उसके एक दिन बाद ही जब संयुक्त राष्ट्रसघ में चीन को उसका स्थान देने का प्रश्न उपस्थित हुआ तो भारत ने चीन के पक्ष में मत दिया। मार्च, 1963 में भारत ने ने लगभग 100 करोड़ डॉलर की अमेरिकी सैनिक सहायता की मांग की, लेकिन अमेरिका ने केवल 6 करोड़ डॉलर दिए। इस तरह मूल रूप में अमेरिका की भारत के प्रति प्रप्रसन्नता बनी रही । शास्त्री - काल में भारत-अमेरिकी सम्बन्ध (1964-1965) राष्ट्रपति कैनेडी के उत्तराधिकारी लिण्डन बी. जॉनसन और प्रधान मन्त्री नेहरू के उत्तराधिकारी लालबहादुर शास्त्री बने । अमेरिकी नेतृत्व का विचार था कि श्री शास्त्री पं. नेहरू के मुकाबले एक कमजोर नेता सिद्ध होंगे, अत उनको दबाव द्वारा अमेरिका के पक्ष में सरलता से झुकाया जा सकेगा। लेकिन श्री शास्त्रो ने गुट-निरपेक्ष नीति का प. नेहरू से भी अधिक दृढ़ता के साथ अनुसरण किया और उसे पहले की तुलना में अधिक यथार्थवादी रूप दिया । प्रारम्भ में तो दोनो देशो के सम्बन्धों में कोई बिगाड़ नहीं प्राया, लेकिन उत्तर- वियतनाम पर अमेरिकी बमवर्षा की जब भारत में सरकारी और सार्वजनिक क्षेत्रों में आलोचना हुई तो प्रमेरिका जैसे महान् लोकतान्त्रिक राष्ट्र ने प्रप्रसन्नता का बड़ा निर्लज्ज प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति जॉनसन के निमन्त्रण पर श्री शास्त्री ने जब मई, 1965 में अमेरिका जाने का कार्यक्रम निश्चित कर लिया तो अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपनी कार्य व्यस्तता के बहाने निमन्त्रण को वापस ले लिया । अमेरिका का यह कदम भारत के प्रधान मन्त्री का नहीं वरन् सम्पूर्ण भारतीय जनता का सार्वजनिक अपमान था और विदेश मन्त्री सरदार स्वर्णसिंह को कहना पड़ा कि भविष्य में श्री शास्त्री अपनी सुविधा देखकर ही निमन्त्रण स्वीकार करेंगे । पहले कच्छ के रन में और फिर सन् 1965 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान द्वारा अमेरिकी शस्त्रास्त्रों के प्रयोग से भारत-अमेरिका के सम्बन्धों में अधिक कटुता उत्पन्न हो गई। युद्धकाल में भी अमेरिका का रुख बहुत कुछ भारत विरोधी रहा। भूतपूर्व रक्षा उत्पादन उपमन्त्री श्री ललित नारायण मिश्र द्वारा भक्तूवर, 1970 में किए गए एक रहस्योद्घाटन के अनुसार सन् 1965 में भारत-पाक युद्ध दौरान अमेरिका ने अपने 6 जहाजों को, जिनमें भारत के लिए रक्षा सामग्री भारतीय तट से मात्र 15 मील की दूरी से वापस लौटा लिया। यही नहीं र ने न तो पाकिस्तान को अमेरिकी सैन्य सामग्री का प्रयोग करने से रोका
चाहिये, क्योंकि मिथ्याज्ञानी तत्वोंके यथार्थ स्वरूप को ग्रहण नहीं कर सकता + है । इसी कारण उसको सच्चा सुख प्राप्त नहीं होता । हैं । और जहां पर अन्धकार रहने से दूर में स्थित पदार्थ 'स्थाणु वा पुरुष' ऐसा स्पष्ट ज्ञान होने से उन दोनों में रहने वाले 'ऊर्ध्वता सामान्य' का प्रत्यक्ष है। वक, कोटर, आदि स्थाणु ( टूठ ) के विशेष एवं शिर, हाथ, आदि पुरुष के विशेष अवयवों का प्रत्यक्ष नहीं, किन्तु पहले उनका ज्ञान हो चुका है, इस लिये मन के द्वारा उनका स्मरण है । इस तरह से जहांपर सामान्य प्रत्यक्ष, विशेष प्रत्यक्ष और विशेष स्मरण है, वहीं पर संशय ज्ञान होने के कारण इन्द्रियों के आधीन इस की उत्पत्ति मानी गई है । परन्तु भवधिज्ञान में इन्द्रियों के व्यापार की कोई अपेक्षा नहीं, न मन के व्यापार की कोई अपेक्षा है, क्योंकि अवधिज्ञान को इन्द्रिय और मन से रहित माना है, किन्तु अवधिज्ञानावरण के क्षयोपशम की विशुद्धता रहने पर वह सामान्य विशेष रूप अपने विषयभूत पदार्थों को जानता है। इसलिये अवधिज्ञान में संशय नहीं हो सकता है। परन्तु हां, मिथ्यात्व कर्म के विपरीत श्रद्धान स्वरूप मिथ्या दर्शन के साथ श्रवधिज्ञान रहता है, इस लिये वह विपरीत स्वरूप अवश्य है। तथा जिस पदार्थ की और अवधिज्ञान का उपयोग लगा हुवा है, कारण वश उसका पूरा ज्ञान न होने के प्रथम ही, दूसरे किसी ज्ञान के विषयभूत दूसरे ही पदार्थ की ओर उपयोग लग जाय, उस समय मार्ग में जाते हुये पुरुषको 'तृण स्पर्श ज्ञानके समान' अनिश्चयात्मक अवधिज्ञान हो जाता है। श्रतएव अवधिज्ञान का विपरीत परिणमन अनध्यवसाय रूप भी होता है, किन्तु जिस समय जिस पदार्थं को अवधिज्ञान विषय कर रहा है, उस समय यदि वह उपयोग दृढ़ होगा, तो अवधिज्ञान का अनध्यवसाय रूप विपरीत परिणमन नहीं हो सकता है । ( देखो श्लोकवार्तिक पृष्ठ २५६ ) + मिच्छाइट्ठी जीवी उवइटुं यवयां ग सदहदि । सदहदि असम्भवं उवहं वा अणुवटुं ॥१८॥ गो. सा यदि कोई 'अग्नि' को शीतल समझकर स्पर्श करे तो अन्त में उस को दुख ही प्राप्त होगा। इसी प्रकार मिथ्या दृष्टि के ज्ञान का उपयोग पदार्थों के यथार्थ स्वरूप के जानने में नहीं होता। मिथ्याज्ञान और सम्यग्ज्ञानका भेद लौकिक ज्ञान की अपेक्षा से नहीं है, किन्तु मोक्ष मार्ग अथवा वस्तु के यथार्थ स्वरूप के जाननेकी दृष्टि से है । मिथ्या दृष्टि दो प्रकार के होते हैं, एक भव्य, दूसरे अभव्य । जो सिद्ध अवस्था को किसी भी समय प्राप्त कर सकते हैं, उन्हें 'भव्य' कहते हैं, और इनके विपरीत जो सिद्ध अवस्था को किसी भी काल में प्राप्त नहीं हो सकते हैं, उनको 'प्रभव्य' समझना चाहिये । ये दोनों ही प्रकार के मिथ्यांदृष्टि, सम्यग्दृष्टि के समान + ही घटपटादि पदार्थों एवं रूप रसादि को ग्रहण और निरूपण करते हैं, परन्तु जो तत्व मोक्ष मार्ग में सहायक हैं, उन का ज्ञान मिथ्यादृष्टि को विपरीत होता है । इसी अपेक्षा मिथ्यादृष्टि के ज्ञान को 'मिथ्याज्ञान' + और सम्यग्दर्शन सहित जीव के ज्ञानको 'सम्यग्ज्ञान' कहा गया है । अब नीचे लिखे सूत्र द्वारा मिथ्याज्ञान का विशेष वर्णन करते ‡ तथा हि, सम्यग्दृष्टि र्यथा चक्षुरादिभिः रूपादीनु लभते, तथा मिथ्यादृष्टिरपि मत्यज्ञानेन, यथा सम्यग्दृष्टिःश्रु तेन रूपादीनि जानाति च निरूपय ति तथा मिथ्यादृष्टिरपि श्रुताज्ञानेन, यथा चावधिज्ञानेन सम्यग्दृष्टिः रूपिणी sथानवगच्छति, तथा मिथ्यादृष्टि विभंग ज्ञानेन इति । स० सि० + दर्शन मोह के उदय से आत्मा का मिथ्यादर्शन परिणाम और मतिज्ञानादि दोनों एक साथ और एक स्थान में ही आत्मा में रहते हैं । इसलिये मिथ्यादर्शन के सम्बन्ध से मतिज्ञान आदिको भी मिथ्याज्ञान कहते हैं। जैसे कडुवी तूम्बी में रक्खा हुवा दूध कटुक रज के संसर्ग से दूध भी कटुआ हो जाया करता है, यही बात मिथ्या ज्ञानों के विषय में हैं। सदसतोरविशेषाद्य दृच्छोपलब्धे रुन्मत्तवत् ॥ ३२ ॥ सूत्रार्थः- (सदसतोः) सत् और असत् रूप पदार्थों के ( अविशेषात) विशेष का अर्थात भेद का ज्ञान नहीं होने से (यहच्छोपलब्धेः) स्वेच्छा रूप यद्वा तद्वा जानने के कारण ( उन्मत्तवत् ) उन्मत्त के समान ये मिथ्याज्ञान भी होते हैं । अर्थात् मिथ्यादर्शन के उदय से सत और असत् पदार्थों का भेद नहीं समझते हुये, कुमति कुश्रुत और कुअवधिज्ञान वाले का यथार्थ जानना भी मिथ्याज्ञान ही समझना चाहिये । विशेषार्थः-~~- जिस प्रकार उन्मत्त (पागल) अथवा शराबी पुरुष भार्या (स्त्री) को माता, और माता को भार्या समझता है, यह उसका ज्ञान मिथ्याज्ञान है । परन्तु यदि वह किसी समय स्त्री को स्त्री और माता को माता भी कहदे, तो भी उसका यह कथन ( कहना ) या ज्ञानमिथ्याज्ञान ही कहा जायगा। क्योंकि उसको स्त्री और माताके भेद का यथार्थ (ठीक) ज्ञान नहीं है । उसी प्रकार दर्शन मोह के उदय से सत् और असत् पदार्थ का यथार्थ (ठीक) ज्ञान न होने के कारण कुमति, कुश्रुत, और कुअवधिज्ञान भी मिथ्याज्ञान समझना चाहिये यहां पर 'सत' का अर्थ प्रशस्त अथवा विद्यमान और असत् का तथा विद्यमान समझना चाहिये । वैसे यद्यपि नेत्रादिक इन्द्रियों से घटपटादि पदार्थों के रूपादि गुणों को सम्यग्दृष्टि और मिथ्यादृष्टि समानरूप से ग्रहण करता है परन्तु मिथ्यादृष्टि के कारण विपरीतता, स्वरूप विपरीतता और भेदाभेद विपरीतता, ये तीन प्रकारकी विपरोतता रहती है- अब इन तीनों का स्वरूप इस प्रकार है- घटपटादि पदार्थों के रूपादि गुणों को तो जैसे हैं वैसे ही जानता है, परन्तु उसके कारणोंको मिथ्यापहला अध्याय दृष्टि विपरीत कल्पित करता है। जैसे ब्रह्माद्व तवादी रूपादिकों का कारण एक अमूर्तिक नित्य ब्रह्म ही को मानते हैं और नैयायिक वैशेषिक, पृथ्वी से परमाणुओं में जाति भेद मानते हैं । उन में पृथ्वी में तो स्पर्श, रस, गन्ध, वर्ण, चार गुण मानते हैं परन्तु वायु और जल में गन्ध को छोड़कर तीन ही गुण मानते हैं । अग्नि में स्पर्श और वर्णं दो ही गुण मानते हैं । वायु में एक स्पर्शगुण ही मानते हैं, शेष तीन गुण नहीं मानते हैं । इससे यह बात सिद्ध करते हैं, कि पृथिवी, जल, अग्नि और वायु ये चार अपनीर जाति के पृथक स्कन्धरूप कार्यों को उत्पन्न करते हैं, अर्थात् इन चारों के परमाणु पृथक २ ही हैं । बौद्ध मत वाले पृथिवी आदि को चार भूत मान कर और स्पर्शादि गुण इन चारों के भौतिक कर्म हैं, ऐसा मानते हैं । पश्चात् इन आठों के समुदाय को 'परमाणु' कहते हैं । इस प्रकार घटपटादि पदार्थों के रूपादि गुणों के कारणों में विपरीतता मानते हैं, यह 'कारण विपरीतता' है । कोई इन समस्त पदार्थोंके स्वरूप में भी भेद मानते हैं, कितने ही तो रूप रसादिको निरंश निर्विकल्प मानते हैं, कोई कहते हैं कि रूपादि गुरण कोई ज्ञान से भिन्न वस्तु नहीं है, ज्ञान ही रूपादिकों के आकार परिणत होता है । कोई वस्तुको सर्वथा अनित्य ही मानते हैं । इसप्रकार मिथ्यात्व के उदय से वस्तुका स्वरूप बिपरीत मानते हैं, इसको 'स्वरूप विप - रोतता' समझना चाहिये । कोई कारण से कार्य को सर्वथा अभिन्न ही मानते हैं । तथा द्रव्य से गुण को और गुणों से द्रव्य को सर्वथा भिन्न ही मानते हैं । अथवा कारण कार्य को सर्वथा अभिन्न ही मानते हैं । एवं समस्त द्रव्यों को ब्रह्म से अभिन्न ही मानते हैं । इत्यादि प्रकार से भेदाभेद में सर्वथा एकान्त पक्षपात से भेदाभेद दोनों को विपरीत ही मानते हैं, यह 'भेदाभेद विपरीतता' है ।
मारा गया था। जब सीज़र की हत्या होने जा रही थी, अचानक सीज़र ने ब्रूटस को अपने सामने देखा और उसके पास केवल शब्द थे जैसे उसने कहा एट तु, ब्रूट ?, जिसका अर्थ है कि तुम भी ब्रूटस हो । मेरा मतलब है कि वह समझ नहीं पा रहे थे कि ब्रूसस सीज़र का दोस्त भी उसे मार सकता है लेकिन फिर भी सीज़र मारा गया। अब, सीज़र के पास एक मंत्री था और वह एंटनी था। एंटनी सीज़र के अंतिम संस्कार पर बोलना चाहते थे, लेकिन फिर जैसा कि आप जानते हैं, साजिशकर्ता एंटनी को बोलने की अनुमति नहीं देंगे। इसलिए, किसी तरह या दूसरे, एंटनी ने एक ऐसी स्थिति बनाने की कोशिश की, जिसकी गारंटी दी जा सकती है और इसकी गारंटी दी गई है, क्योंकि हर कोई मानता है कि सीज़र एक अच्छा इंसान था, लेकिन जब सीज़र मारा गया, तो वह इस धारणा पर मारा गया कि सीज़र एक था गद्दार, सीजर देशभक्त नहीं था। एंटनी इस आरोप को अस्वीकार करना चाहता था और इसीलिए वह किसी न किसी तरह से कामयाब रहा और षडयंत्रकारियों को तैयार किया कि एंटनी को कैसर के अंतिम संस्कार पर बोलने की अनुमति दी जाए, क्योंकि एंथनी रोमन को यह जानना चाहता था कि सीज़र गद्दार नहीं था। तो, आइए देखें कि एंटनी ने अपना भाषण कैसे शुरू किया और यह शुरुआत किस तरह से खुलने और भीड़ को कैद करने की सूक्ष्मता की मिसाल है। इसलिए, एंटनी ने जो पहले शब्द बोले, हम उस पर एक नजर डालते हैं। दोस्तों, रोम देशवासियों, मुझे अपने कान उधार दो। अब, जब एंथोनी ने ये बातें कीं, तो दर्शकों के सदस्यों ने उन सभी को इन शब्दों से मोहित कर लिया और फिर बाद के शब्दों ने पीछा कियाः मैं सीजर को दफनाने आया था, उसकी प्रशंसा करने के लिए नहीं। पुरुषों को उनके बाद रहने वाली बुराई; अच्छा है कि उनकी हड्डियों में बाधा है। तो, इसे सीज़र के साथ रहने दें । कुलीन ब्रूटस ने बताया कि सीज़र महत्वाकांक्षी था; यदि ऐसा था, तो यह एक गंभीर दोष था, और दुख की बात है कि सीज़र ने इसका उत्तर दिया। यहाँ, ब्रूटस की छुट्टी के तहत और बाकी ब्रूटस के लिए एक सम्माननीय आदमी है, इसलिए वे सभी, सभी माननीय पुरुष हैं - आओ मैं सीज़र के अंतिम
उपचुनाव में भाजपा और कांग्रेस दोंनो दल जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरी ताकत झौंक रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने अर्की में भाजपा प्रत्याश रत्न सिंह पाल के पक्ष में एक के बाद एक 3 जनसभाओं को संबोधित किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने कांग्रेस पर भी जमकर हमला बोला। अनुराग ठाकुर ने कहा, "जो कांग्रेस ने 70 साल में नहीं किया मोदी सरकार ने 7 साल में कर दिखाया। कांग्रेस 70 साल तक भ्रष्टाचार में संलिप्त रही और लोगों तक सुविधाएं नहीं पहुंचा पाई। " अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोविड महामारी में मोदी सरकार के नेतृत्व में वैज्ञानिकों ने देश में ही 9 महीने में टीके का निर्माण किया और अगले 9 महीने 100 करोड़ लोगों को टीका लगाने का काम भी किया। हिमाचल प्रदेश टीका की पहली डोज लगाने में देश मे प्रथम रहा है जिसके लिए प्रदेश की सरकार और स्वास्थ्य कर्मी बधाई के पात्र हैं। वंही, महंगाई को लेकर अनुराग ठाकुर ने कांग्रेस को डिबेट के लिए चुनौती देते कहा कि कांग्रेस सरकार में 2004 से लेकर 2014 तक महंगाई 12 प्रतिशत पहुंच गई थी जबकि मोदी सरकार के कार्यकाल में महंगाई दर 4 प्रतिशत से ज्यादा कभी नहीं हुई।
इसपर निषाद पहले तो संकोच करते हुए कुछ बोले नहीं, लेकिन फिर ज्यादा वक्त ना बर्बाद करते हुए उन्होंने कह दिया कि हां उन्हें सवाल याद नहीं है। इसके बाद महाजन के कार्रवाई आगे बढ़ा दी। निषाद यूपी में बीजेपी के प्रमुख चेहरे हैं। वह 52 साल के हैं। राम चरित्र साल 2015 में गोरखपुर में निषाद आंदोलन के लिए हुए प्रदर्शन के खिलाफ खड़े थे। उन्होंने उस जगह का दौरा भी किया था जहां प्रदर्शन के चलते एक शख्स की मौत हो गई थी।
मुख्तार की पत्नी अफशा अंसारी के स्वामित्व वाली कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन से जुड़े रविंद्र नरायन सिंह, जाकिर हुसैन, विक्रम अग्रहरि और शादाब अहमद की चल-अचल संपत्तियों को ईडी मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत चिन्हित कर जब्त करने की कवायद में जुटी है। माफिया मुख्तार अंसारी के करीबी जितेंद्र सापरा और गणेश दत्त मिश्रा की तरह चार अन्य लोग भी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के रडार पर आ चुके हैं। मुख्तार की पत्नी अफशा अंसारी के स्वामित्व वाली कंपनी विकास कंस्ट्रक्शन से जुड़े रविंद्र नरायन सिंह, जाकिर हुसैन, विक्रम अग्रहरि और शादाब अहमद की चल-अचल संपत्तियों को ईडी मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत चिन्हित कर जब्त करने की कवायद में जुटी है। दरअसल, ईडी की जांच में सामने आया है कि मुख्तार की काली कमाई को विकास कंस्ट्रक्शन के बैंक खाते में जमा किया जा रहा था। बैंक में नगदी जमा करने के बाद उसे तुरंत निकाल कर संपत्तियों को खरीदा जाता था। इतना ही नहीं, जांच एजेंसियों को चकमा देने के लिए विकास कंस्ट्रक्शन में जमा रकम को मुख्तार के ससुर जमशेद राना के स्वामित्व वाली कंपनी आगाज प्रोजेक्ट एंड इंजीनियरिंग के खाते में ट्रांसफर किया जाता था। बाद में ये रकम दोबारा विकास कंस्ट्रक्शन के खाते में भेज दी जाती थी। इस रकम से मऊ, गाजीपुर, जालौन, दिल्ली, लखनऊ में 23 संपत्तियां खरीदी गई। जांच में ये भी पता चला है कि इनमें से अधिकतर संपत्तियों को मुख्तार ने अपना खौफ दिखाकर बाजार भाव से आधी से कम कीमत में खरीदा था। ईडी की जांच में सामने आया है कि गणेश दत्त मिश्रा ने गाजीपुर में जिन दो संपत्तियों को खरीदा था, उसके पास इसके लिए पर्याप्त रकम नहीं थी। इन संपत्तियों को 1. 29 करोड़ में खरीदा गया, हालांकि इसके भुगतान के प्रमाण जांच एजेंसी को नहीं मिले। दरअसल, ये संपत्तियां मुख्तार की बेनामी संपत्तियां थी, जिसे गणेश दत्त मिश्रा के नाम से खरीदा गया था। बाद में गणेश दत्त मिश्रा ने इन संपत्तियों को आगाज प्रोजेक्ट एंड इंजीनियरिंग को यूनियन बैंक ऑफ इंडिया से 1. 60 करोड़ रुपये का लोन लेने के लिए बंधक रखा था। मुख्तार के ससुर की इस कंपनी में गणेश दत्त मिश्रा का कोई संबंध नहीं पाया गया। हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें। Read the latest and breaking Hindi news on amarujala. com. Get live Hindi news about India and the World from politics, sports, bollywood, business, cities, lifestyle, astrology, spirituality, jobs and much more. Register with amarujala. com to get all the latest Hindi news updates as they happen.
'मणिकर्णिकाः द क्वीन ऑफ झांसी' की शूटिंग खत्म कर कंगना इन दिनों 'मेंटल है क्या' की शूटिंग मे ंबिजी हैं। इस बीच कंगना का एक वीडियो सामने आया है। वीडियो में कंगना प्लास्टिक से अपना चेहरा छुपाकर घूम रही हैं। क्या है इस वीडियो के पीछे की असलियल आइए आपको बताते हैं। वर्ल्ड एनवायरनमेंट डे पर कंगना रनौत का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह चेहरे पर पॉलिथीन बैग पहने हुए लोगों से कुछ अपील कर रही हैं। कंगना कहती हैं आप 10 सेकेण्ड तक अपने मुंह को प्लास्टिक से ढक कर देखिए, आपको पता चल जाएगा कि इससे क्या-क्या दिक्कतें हो सकती है। कंगना आगे कहती हैं, अगर हम ऐसे ही प्लास्टिक का उपयोग करते रहे तो एक वक्त बाद समुद्र में मछलियों से ज्यादा प्लास्टिक दिखेगी। दसअसल इस साल विश्व पर्यावरण दिवस के मौके पर 'Beat Plastic Pollution' थीम पर प्लास्टिक से आजादी की मुहीम चलाई गई। कंगना ने इसके बाद लोगों से गुहार भी लगाई कि वो प्लास्टिक बैग्स का इस्तेमाल करना बंद करें। कंगना का कहना एकदम सही भी है, जिस तरह से प्लास्टिक का इस्तेमाल हो रहा है, वह पर्यावरण को खतरनाक ढंग से नुकसान पहुंचा रहा है।
गिरफ्तारी के बाद से ही भगवान दास जेल में बंद है, जबकि उसकी पत्नी सरोज को जमानत मिल गई थी। ये मुकदमा पॉक्सो तृतीय संजय कुमार चतुर्थ की अदालत में विचाराधीन चल रहा था। शुक्रवार को न्यायालय में मुकदमे में सुनवाई की। अभियोजन पक्ष की तरफ से अपर जिला शासकीय अधिवक्ता चौधरी संजीव कुमार ने पैरवी की। दुकान के विवाद में बड़े भाई की गंडासे से गर्दन काटकर हत्या करने के मामले में न्यायालय ने छोटे भाई को उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही 70 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। दोषी की पत्नी भी आरोपी थी, लेकिन साक्ष्यों के अभाव में न्यायालय ने उसे दोषमुक्त कर दिया। गिरफ्तारी के बाद से ही दोषी जेल में बंद है, उसे जमानत नहीं मिल सकी थी। ये घटना आदमपुर थानाक्षेत्र के गांव दौरारा की है। यहां पर किसान कनछिद का परिवार रहता है। उनके दो बेटे थे। बड़ा बेटा रामकेश और छोटा बेटा भगवान दास के बीच जमीन का बंटवारा हुआ था। इस दौरान घर में बनी दुकान रामकेश से हिस्से में आ गई थी। लेकिन भगवानदास इस दुकान पर कब्जा करना चाहता था। इसके चलते दोनों भाइयों में विवाद रहता था। घटना 15 अगस्त 2020 की सुबह 11 बजे की है। इस दिन भगवान दास ने अपनी पत्नी सरोज के साथ मिलकर रामकेश पर गंडासे से हमला कर घायल कर दिया। आनन-फानन में परिजनों ने रामकेश को अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी। इस मामले में रामकेश की पत्नी मुन्नी देवी की तरफ से भगवानदास और उसकी पत्नी सरोज के खिलाफ जानलेवा हमले की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी। लेकिन मौत के बाद पुलिस ने मुकदमे को हत्या में तरमीम कर लिया था। आरोपी दंपती को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। गिरफ्तारी के बाद से ही भगवान दास जेल में बंद है, जबकि उसकी पत्नी सरोज को जमानत मिल गई थी। ये मुकदमा पॉक्सो तृतीय संजय कुमार चतुर्थ की अदालत में विचाराधीन चल रहा था। शुक्रवार को न्यायालय में मुकदमे में सुनवाई की। अभियोजन पक्ष की तरफ से अपर जिला शासकीय अधिवक्ता चौधरी संजीव कुमार ने पैरवी की। न्यायालय ने साक्ष्यों के आधार पर आरोपी भगवानदास को दोषी करार दिया। जबकि उसकी पत्नी सरोज को साक्ष्यों के अभाव में दोषमुक्त कर दिया। वहीं शनिवार को न्यायालय ने दोषी भगवानदास को उम्रकैद की सजा सुनाई है। साथ ही 70 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें। Read the latest and breaking Hindi news on amarujala. com. Get live Hindi news about India and the World from politics, sports, bollywood, business, cities, lifestyle, astrology, spirituality, jobs and much more. Register with amarujala. com to get all the latest Hindi news updates as they happen.
अपने शादियों में लोग कई तरीके के डांस करते हैं.कोई भोजपुरी गाने पर जमकर ठुमके लगाकर महफिल जमा लेता है...तो कोई बेसुध होकर नागिन डांस करता है. ऐसा सीन आपको बारात में देखने को मिल जाएगा लेकिन सबसे इतर होते हैं वो लोग जो किसी भी समय कोई सा डांस करना शुरू कर देते हैं. Dance Video: शादियों का सीजन खत्म होने के बावजूद सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफॉर्म पर एक से बढ़कर एक वीडियो देखने को मिल रहे हैं. जिसे यूजर्स भी खूब पसंद कर रहे हैं और खूब शेयर करते दिख रहे हैं. खासकर बारातियों के डांस वाले वीडियोज के तो क्या ही कहने...एक से बढ़कर एक वीडियोज आते हैं और छा जाते हैं क्योंकि यहां बाराती अपना अजीबोगरीब डांस दिखाकर महफिल ही लूट लेते हैं. इसी कड़ी में एक ऐसा वीडियो आया है. जिसे देखकर आप यही कहेंगे- ये कौन सा डांस है भाई! अपने शादियों में लोग कई तरीके के डांस करते हैं.कोई भोजपुरी गाने पर जमकर ठुमके लगाकर महफिल जमा लेता है...तो कोई बेसुध होकर नागिन डांस करता है. ऐसा सीन आपको बारात में देखने को मिल जाएगा लेकिन सबसे इतर होते हैं वो लोग जो किसी भी समय कोई सा डांस करना शुरू कर देते हैं. अब इस क्लिप को ही देख लीजिए जहां एक शख्स गुटखा डांस करता हुआ नजर आ रहा है. जिसे देखकर आप भी अपनी हंसी कंट्रोल नहीं कर पाएंगे. वीडियो में आप देख सकते हैं कि एक लड़का कैमरे के आगे कुछ करता नजर आ रहा है. कैमरे को जब उसकी तरफ जूम किया गया तो पाता चला कि यह लड़का गुटखा बना रहा है और बनते ही उसे अपने मुंह में रखकर लोगों के बीच जाकर डांस करना शुरू कर देता है. हालांकि ऐसा डांस बारातियों के बीच शायद ही आपने कभी देखा हो, लेकिन बंदे के डांस स्टेप इतने ज्यादा मजेदार थे. जिसे देखकर लोग हंसते-हंसते लोटपोट हो जा रहे हैं. इस वीडियो को इंस्टाग्राम पर butterfly__mahi नाम के अकाउंट द्वारा शेयर की गई है. जिसे खबर लिखे जाने तक हजारों लोग देख लाइक कर चुके हैं. एक यूजर ने वीडियो पर कमेंट कर लिखा, ' डांस का पता नहीं लेकिन बंदे ने अपना काम बड़ी फुर्ती से कर लिया.' वहीं दूसरे यूजर ने लिखा, ' कौन ये और कहां से आते हैं ऐसे लोग.' एक अन्य यूजर ने लिखा, ' ये गुटखा डांस है भाई..! इसके अलावा और भी कई लोगों ने इस पर कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है.
जिनेवाः संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) की रिपोर्ट के अनुसार, म्यांमार में एक फरवरी को हुए सैन्य तख्तापलट के बाद से जारी हिंसा में अब तक कम से कम 138 प्रदर्शनकारियों की मौत हो चुकी है। संयुक्त राष्ट्र (UN) के प्रवक्ता स्टीफन डुजारिक ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। डुजारिक ने कहा कि, "संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय के मुताबिक, म्यांमार में एक फरवरी से जारी हिंसा में कम से कम 138 प्रदर्शनकारी मारे गए हैं, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। " प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया है कि केवल रविवार को हुई हिंसा में ही 38 लोगों की मौत हाे गई। यह हिंसा यंगून के हलायिंग थायर क्षेत्र में हुई। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियाे गुटेरेस ने म्यांमार में शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों के साथ हुई हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए इसे मानवाधिकारों का उल्लंघन करार दिया है। गुटेरेस ने म्यांमार के पड़ोसी देशाें सहित अंतरराष्ट्रीय समुदाय से म्यांमार के लोगों और उनके लोकतांत्रिक अधिकारों के प्रति एकजुटता प्रदर्शित करने की अपील की है। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) के सभी सदस्य देशों ने भी गत सप्ताह एक बयान जारी करते हुए म्यांमार में सेना की कार्रवाई की कड़ी निंदा की थी।
दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक और आध्यात्मिक मेला कुंभ प्रयागराज में शुरू हो गया है, जो 4 मार्च तक चलेगा। इस दौरान इन 49 दिनों में करीब 13 से 15 करोड़ लोगों के कुंभ में आने की उम्मीद है। मेले की कई दिल को छू जाने वाली तस्वीरें आ रही हैं। ऐसी ही कुछ तस्वीरें देखिए नीचे। पहला शाही स्नान 15 जनवरी को सुबह करीब 5:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक चला। कुंभ में पहली बार साधु संतों पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए। कुंभ मेले के पहले दिन लाखों की संख्या में साधु संत और श्रद्धालुओं का प्रयाग में आगमन हुआ है। सभी मकर संक्रांति के अवसर पर कुंभ स्नान करके पुण्य कमाने की लालसा लिए हुए आए। सरकारी आंकड़ों के माने तो कुंभ 2019 के आयोजन में 4,300 करोड़ रुपए खर्च हो रहे हैं। कुंभ और और भव्य और लोगों की भीड़ जुटाने के लिए सरकार ने 10 करोड़ लोगों के मोबाइल पर मैसेज भेजकर कुंभ में आने का निमंत्रण दिया है। राज्य सरकार की माने तो ऐसा पहली बार हुआ है जब मेला क्षेत्र करीब 45 वर्ग किमी के दायरे में फैला है। मेले में 50 करोड़ की लागत से कुल 4 टेंट सिटी- कल्प वृक्ष, कुंभ कैनवास, वैदिक टेंट सिटी, इन्द्रप्रस्थम सिटी बसाई गई हैं। देश में कुंभ 4 जगहों पर होता है- प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक। इनमें से हर जगह पर हर 12वें साल कुंभ का आयोजन होता है। कुंभ 2019 के आयोजन में राज्य सरकार की 20 और केंद्र सरकार की 6 संस्थाएं और विभाग लगे हैं। मेला क्षेत्र में पीने के पानी की पुख्ता व्यवस्था की गई है। इसके लिए 690 किमी लंबी पाइपलाइन बिछाई गई है। इन तस्वीरों और तस्वीरों के साथ-साथ दी गई जानकारी के आंकलन पर कहा जा सकता है कि ये कुंभ वाकई भव्य कुंभ है।
रूस के अनुरोध पर, नाटो शिखर सम्मेलन के उद्घाटन दिवस पर नॉर्ड स्ट्रीम को कमजोर करने के मुद्दे पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की जा सकती है। अगर मैं गलत नहीं हूं, तो इंग्लैंड वर्तमान में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता कर रहा है और उनकी चाची एक बोतल में साहसी और स्मार्ट हैं। मुझे देखना होगा। सैन्य कंप्यूटर गेम में एक विशेषज्ञ ने पर्याप्त खेला, और फिर वास्तविक जीवन में उसे पता चला कि यदि एक टैंक, एक पैदल सेना से लड़ने वाला वाहन "अपने जूते उतारता है", तो आपको उनमें से एक को पहनने की ज़रूरत है, और तब भी नायक नहीं बनना चाहिए जब आपका पैर फट गया है, "रिबूट" करने का कोई विकल्प नहीं है। यह कैसा दुःख है, किसी कारण से, ज़ी एंड कंपनी ने हेलीकॉप्टर से उड़ान नहीं भरी, बल्कि अगोचर नौकाओं का उपयोग किया। हां, लापरवाही से देखो, मैं कबूल करता हूंः पानी से किनारे तक कार के बाहर निकलने का कोई मुख्य फ्रेम नहीं है। संदेह है कि उन्होंने इसे क्रेन से पानी से बाहर निकाला। अब हवा किस दिशा में चल रही है, शायद यही कारण है? मैंने देखा, हवा स्पष्ट रूप से दक्षिण की ओर बह रही है। मुझे तुर्की कार पसंद आई, लेकिन अमेरिकी? तो वे अपने कबाड़ में डूब जाएंगे। जानकारी के लिए धन्यवाद (बमबारी ग्राफिक्स, मुझे नहीं पता था)। हमें तत्काल मेक्सिको की खाड़ी में एक मेगा-टाइफून की आवश्यकता है! लिंक्स 2000. 1981 में, पाउंड विनिमय दरः £ 1, लगभग $ 2,5, और अब? आपको जीत के लिए भुगतान करना होगा! कम से कम बेड़े के साथ। दुर्भाग्य से, अर्जेंटीना ने खुद को विसैन्यीकृत कर लिया, यह अधिक संभावना है कि फ़ॉकलैंड स्वयं इंग्लैंड से स्वतंत्रता की घोषणा करेगा, बजाय इसके कि अर्जेंटीना सेना उतारेगा। वैसे, 20 पूर्व रूसी फ़ॉकलैंड में रहते हैं (किसी तरह ऐसी जानकारी सामने आई)। राज्य की कीमत पर. अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न? कैसेट की आपूर्ति केवल हैम्बर्ग पर हमारी हड़ताल से रोकी जा सकती है। यूएसएसआर, संयुक्त राज्य अमेरिका के दिनों में और मैं "दुनिया के लिए खतरा कहां से आता है" किताबों में (मैंने दोनों संस्करण पढ़े, यह था) संभव) यूएसए और यूएसएसआर का संस्करण केवल हैम्बर्ग में 1 एमजीटी पर मापा गया था। समय के बाद, हैम्बर्ग में रहने के बाद, मुझे एहसास हुआ कि संयुक्त राज्य अमेरिका आवासीय क्षेत्रों के लिए लक्ष्य बिंदु निर्धारित करता है, हम एक बंदरगाह और चमत्कार शिपयार्ड हैं, कम कर रहे हैं 1,5-2 गुना तक नागरिक हानि। लेकिन दोनों ही मामलों में, हैम्बर्ग में रिपरबैन को ध्वस्त कर दिया जाएगा। मेरे विश्लेषण के अनुसार, दूसरी तरफ क्रामाटोरस्क समूह में एक काफी शक्तिशाली वायु रक्षा प्रणाली है। और नाज़ी पहले से ही सोवियत डिजाइन के कैसेट टेपों से उन्हें पीट रहे हैं। गुटरिश कैसेट टेप के साथ "गोल्डन बिलियन" गधे को कवर करता है, बाकी केवल कैसेट टेप नहीं हो सकते हैं। क्या गुटरिश हिरोशिमा और नागासाकी पर अमेरिकी परमाणु बमबारी की निंदा करेगा? इस रीढ़विहीन व्यक्ति को नोबेल शांति पुरस्कार, कितना साहस है। संयुक्त राज्य अमेरिका क्या कहता है, वह कहता है। क्लस्टर युद्ध सामग्री युद्ध के मैदान पर अत्यधिक प्रभावी हैं। न तो हमने और न ही संयुक्त राज्य अमेरिका ने, क्लस्टर युद्ध सामग्री पर प्रतिबंध लगाने के लिए इस सम्मेलन पर हस्ताक्षर किए हैं। इसे पार करना आवश्यक है और शब्दों के साथः ठीक है, भगवान के साथ! लाल बटन दबाएं - बम बे के दरवाजे को गोली मारो। बम गिराने के लिए, भगवान मदद करने की संभावना नहीं है। कॉनकॉर्ड 2, बिना लुमिक्स के - "पागल हाथों" से एक मॉडल के लिए कितना पैसा खर्च किया गया था? और शायद रेंज सभी समान 10 किमी है। पोलैंड बेलस्टॉक के साथ विघटन में भाग लेता है? यूक्रेन कुछ भी नहीं सिखाता है। पोलैंड बेलारूस पर हमला करेगा, और वे रूस से लोगों को प्राप्त करेंगे। बिडेन पत्थर भी नहीं मारेंगे, चिंता व्यक्त नहीं करेंगे और पुतिन को अनुच्छेद 5 की कीमत पर फोन नहीं करेंगे (यह अभिजात वर्ग के लिए है, जो एक पोखर के पीछे नहीं हैं) और पश्चाताप करेंगे कि उनके पास है इससे कोई लेना-देना नहीं है. इस विषय पर आपकी टिप्पणी सर्वोत्तम है. कीव के अधिकारियों ने "राष्ट्रीय प्रतिरोध" की तैयारी के लिए यूक्रेनी राजधानी के निवासियों को लिखना शुरू कर दिया। और प्रशिक्षण के दिन के अंत में, अग्रिम पंक्ति के सेनेटोरियम का टिकट प्रदान किया जाएगा! ऐसा नहीं हो सकता, बिजली की हानि हो सकती है, और अंत में देखें कि मैकेनिकल ड्राइवरों ने फ़िल्टर में क्या भरा है। मनोरंजनकर्ता। आप अधिक सटीक रूप से एक कॉल बॉय कह सकते हैं। वह इसके लिए कोई अजनबी नहीं है - उसने हमेशा ऐसा किया है। हम डिएगो-गार्सिया बेस और विमान वाहक पोत के साथ क्या करेंगे? नशे की लत से परेशान है, एक वेश्या की तरह व्यवहार करता है (वह अब कोक नहीं पीती, वह चुटकी नहीं लेती), गैर-पारंपरिक सेक्स के लिए अतिरिक्त भुगतान की मांग करती है। दलाल ने एक मुद्रा में कहा, इसलिए एक मुद्रा में। संयुक्त राज्य अमेरिका चीन में बेचने की तुलना में लगभग तीन गुना अधिक खरीदता है - यहां से हम नृत्य करते हैं। प्रतिबंधों को दो में खेलना दिलचस्प है। पुतिन की दक्षिण अफ्रीका की सुरक्षित यात्रा के लिए, उड़ान से शुरू करके एक सैन्य अभियान चलाना आवश्यक है। और यह अवास्तविक है। पुतिन की ऑस्ट्रेलिया यात्रा को याद रखें, कोई भी युद्ध की व्यवस्था करना चाहता था। नौसेना के हमारे समूह ने अभी संपर्क किया केंगुर्यत्निक और मौन। शांति, मित्रता, च्युइंग गम। बुडानोव 10 महीने गिनता है, और हम कितने समय के हैं? उन्होंने हमसे पूछा, हमारा, मानो, अमेरिकी चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। आप शर्मनाक ब्रेस्ट शांति के बारे में नहीं भूले - आपने ऐसे संघर्ष किया। कोई मध्य नहीं है - एक किनारा है। यह जर्मनों के साथ प्रतिशोध की तरह है। एक बहुत बुरा उदाहरण। बरबॉक संभवतः जल गया है, अमेरिकी क्लस्टर युद्ध सामग्री जर्मनी में उनके गोदामों से यूक्रेन पहुंचा दी जाएगी, और बर्बॉक का मतदाताओं से कोई लेना-देना नहीं है। स्व-चालित जो, निश्चित रूप से, पोडियम से लड़ने के लिए अधिक सुरक्षित है, वह रूस के विपरीत, पीछे नहीं हटेगी। कोलोसियम में मास्क और जुकेनबर्ग का नरसंहार निश्चित रूप से बाद की अनुपस्थिति के कारण नहीं होगा। मेरा मतलब रोमन खंडहरों से है। कोई ऐसे शब्दों से ऊब गया, कूटनीति पृष्ठभूमि में फीकी पड़ गई। केवल शब्दों की पुष्टि कर्मों से होनी चाहिए। कुछ पेसकोव दूर से आए, मुझे आशा है कि ऐसा नहीं होगा। बिना जीते, ज़ी पहले से ही रूस में व्यापार कर रहा है? किसी को भारी हैंगओवर होगा। जापानी कीमतें? कोई विकल्प नहीं है, हमारे पास मछली की कीमतें ऊंची हैं, लेकिन जापानी कुछ ऐसी चीज है। वे टॉन्सिल तक, केवल लॉलीपॉप के साथ कॉकरेल से काम चला लेंगे। मैं यूक्रेनी दृष्टिकोण से सहमत हूं - सब कुछ यूक्रेन की सशस्त्र सेनाओं को परेशान कर रहा है। मैं केवल यह जोड़ूंगाः अपने ही लोगों को मारो ताकि दूसरे डरें। मुझे आश्चर्य नहीं होगा कि उनमें से एक बैंकिंग के माध्यम से शुल्क ले सकता है। स्वीकार क्यों नहीं, स्वीकार करें - और हम देखेंगे कि यह कैसा दिखेगा। एक के लिए, हम कमोडिटी एक्सचेंज और सोने को देखेंगे। ऐसी निरंतरता से डर लगता है। मंच पर बैठना एक बात है, भागीदार बनना दूसरी बात। मेरी मानसिकता के लिए खेद है, लेकिन मुझे केवल दो विकल्प दिखाई देते हैंः वे नहीं चाहते कि ध्वज के साथ पहला, दूसरा हो। तो जिसने भी वहां चिल्लाया कि यूक्रेनियन हमारे भाई हैं - यह पता चला कि हर कोई नहीं। खैर, कम से कम बाद में - पहले से कहीं ज्यादा। उपराष्ट्रपति का पद दांव पर है, ग्रीन को इसके बारे में पता है और ग्रीन को पता है कि तनाव की डिग्री और इस पर ध्यान कैसे बनाए रखना है। यूक्रेन में कटाई पहले से ही जोरों पर है, क्या आप नहीं जानते? समझने के लिए जानकारी है। सौदा बंद होने की स्थिति में, यूक्रेन डेन्यूब पर एक अनाज टर्मिनल का निर्माण कर रहा है। वीटीबी ने डेमेटर होल्डिंग छोड़ दी, वैसे, नोवोरोस्सिय्स्क अनाज टर्मिनल के मालिक। अंतिम खरीदार अज्ञात है? लेकिन संदेह हैं! और ज़ी जो पेशकश करेगा, वह केवल विश्लेषण करेगा और अनाज खिलाएगा। ओडेसा में जहाजों की आवाजाही कई दिनों से नहीं देखी गई है। एर्दोगन ने पहले ही निर्णय ले लिया है लेकिन चुप हैं। जर्मनी के वित्त मंत्रालय के प्रमुख ने 2024 के लिए एक मसौदा बजट पेश किया, जिसमें सैन्य खर्चों को छोड़कर सभी खर्चों में कटौती का प्रावधान है। और अंतिम परिणाम, वे अमेरिकी हथियार खरीदेंगे, कोई दूसरा रास्ता नहीं हो सकता, व्यर्थ में, शायद संयुक्त राज्य अमेरिका ने "ट्रैफिक लाइट" बनाई। रूस में एक मछली कंपनी है जो चीनी बाजार में जापानियों की जगह आसानी से ले सकती है। हम जापानी मछुआरों को एक वर्ग के रूप में नष्ट कर देंगे, और फिर हम उन्हें अपनी मछलियों पर डाल देंगे। दुनिया में कीमत में कुछ वृद्धि होनी चाहिए। चीन के प्रकट होने तक उत्तरी अटलांटिक मैकेरल के उपभोक्ता 60% जापानी थे। कम से कम 90 के दशक में यह ऐसा था वह। और उन्हें हमारा कैवियार कैपेलिन कितना पसंद आया। रूसी एयरोस्पेस फोर्सेज के लंबी दूरी के विमानन ने रणनीतिक मिसाइल वाहक टीयू-160 और टीयू-95एमएस को वैकल्पिक बेस एयरफील्ड में स्थानांतरित करने का काम किया। हम जिससे लड़ रहे हैं, हमें दुश्मन को दिखाना है कि उसका पिछवाड़ा है, हम उस पर कोई वार नहीं करेंगे। फ़िनलैंड से आप अफ़्रीकांडा गाँव में हवाई क्षेत्र (अवशेष) देख सकते हैं जहाँ से ज़ार बोम्बा को उसके गंतव्य तक पहुँचाया गया था। और सामान्य तौर पर, आपको गुणात्मक रूप से नए स्तर पर लौटना होगा जिसे कुबड़ा करेलिया और कोला प्रायद्वीप से लाया था। आप देखिए, उसने वहां शांति का एक क्षेत्र देखा। फिनलैंड के हमारे साथ केवल राजनयिक संबंध हैं, बाकी सब कुछ सबसे अनिच्छुक बेवकूफों पर स्वीकृत है - क्या यह ध्यान देने योग्य नहीं था कि फिन्स ने 2000 की शुरुआत से स्पष्ट स्थिति के साथ रूसियों को निचोड़ना शुरू कर दिया था। क्या आप ग्रे चूहे होने का नाटक करना चाहते थे फ़िनलैंड? अब अपनी फ़िनिश अचल संपत्ति के लिए कांपें। रूसी एयरोस्पेस फोर्सेज के लंबी दूरी के विमानन ने रणनीतिक मिसाइल वाहक टीयू-160 और टीयू-95एमएस को वैकल्पिक बेस एयरफील्ड में स्थानांतरित करने का काम किया। यह इस तथ्य के कारण है कि रणनीतिकार पहले से ही बिखरे हुए हैं, यूक्रेन के सशस्त्र बलों के विनाश के साधनों की पहुंच से बाहर हैं। यह प्रशिक्षण है - एक्स घंटे में नाटो हमले से बाहर निकलना . . किसी को रात और दिन घबराहट होती है - रूसी रणनीतिकार हवा में हैं।
60 विधानसभा सीटों वाले त्रिपुरा में 16 फरवरी को वोटिंग हो गई। मुकाबला दो गठबंधनों में है। एक तरफ सरकार चला रही BJP-IPFT (इंडीजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा) हैं, और दूसरी तरफ हैं CPI(M)-कांग्रेस। सत्ता बचाने की कोशिश कर रही BJP ने अपने सभी स्टार प्रचारक मैदान में उतार दिए थे। PM नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के CM योगी आदित्यनाथ, असम के CM हेमंत बिस्व सरमा समेत कई बड़े नेताओं ने रैलियां की। लेकिन, समीकरण CPI(M)-कांग्रेस की तरफ जाते नजर आ रहे हैं। हालांकि, BJP ने भी राम मंदिर से यूटर्न लिया और मेनिफेस्टो में विकास के बडे़-बड़े वादे किए हैं। उधर, पहली बार चुनाव लड़ रही पार्टी टिपरा मोथा दोनों गठबंधनों का गणित बिगाड़ने की ताकत रखती है। BJP की चिंता यहीं खत्म नहीं होती, जमीन के हालात बताते हैं कि त्रिपुरा में अयोध्या में राम मंदिर बनवाने का मुद्दा काम नहीं आया। इसका सबूत गृह मंत्री अमित शाह की रैली है। ये रैली 5 जनवरी को सबरूम में हुई थी। शाह ने भीड़ से पूछा, 'अयोध्या में राम मंदिर बनना चाहिए या नहीं? ' जवाब आया, लेकिन आवाज उत्तर भारत जैसी तेज नहीं थी। अमित शाह ने फिर यही सवाल पूछा और कहा- जरा जोर से बोलिए। दूसरी बार भी भीड़ से वैसा जवाब नहीं मिला, जैसी उम्मीद थी। शाह ने बात आगे बढ़ाई, 'बाबर ने मंदिर गिराया था, नरेंद्र मोदी ने मंदिर बनाया। कोर्ट में इतने लंबे समय तक इस मामले को दबाए रखने के पीछे कांग्रेस थी। नरेंद्र मोदी आए और सुप्रीम कोर्ट ने मंदिर बनने का आदेश दिया। ' तालियां बजीं, लेकिन तालियां बजाने वालों में ज्यादातर BJP कार्यकर्ता ही थे। तालियों की आवाज से साफ था कि हिंदुत्व का एजेंडा त्रिपुरा के लोगों पर उतना असरदार साबित नहीं हो रहा है। BJP को डेवलपमेंट के साथ मुख्यमंत्री माणिक साहा के करिश्मे से ही उम्मीद है। '8 फरवरी को योगी आदित्यनाथ की रैली हो या फिर 12 फरवरी को नरेंद्र मोदी की। खुद अमित शाह भी उसके बाद रैली करने आए, लेकिन उन्होंने अयोध्या का जिक्र नहीं किया। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने 9 फरवरी को दक्षिण त्रिपुरा के आदिवासी इलाके तोई बाजार में कहा- 'ये गठबंधन सांप-नेवले की जोड़ी है, आप लोगों को समझ आया कि ये लोग दिन में लड़ते थे और रात में इलू-इलू करते थे। अब खुलकर इनकी शादी हो गई है। ' दरअसल, त्रिपुरा में BJP की पैठ पिछले 5 साल में ही बनी, कांग्रेस वहां मुख्य विपक्षी पार्टी रही। गठबंधन से पहले कांग्रेस और CPI(M) एक दूसरे पर जुबानी ही नहीं, जमीनी हमले भी करते थे। दोनों पार्टियों के कार्यकर्ताओं पर दूसरी पार्टी के समर्थकों की हत्या के आरोप भी हैं। उधर, टिपरा मोथा 60 में से 48 सीटों पर चुनाव लड़ रहा है। उसका एजेंडा त्रिपुरा से अलग त्रिपुरालैंड की मांग है। इस पार्टी के मुखिया प्रद्युत कुमार किशोर लगातार BJP पर हमलावर हैं। कांग्रेस और CPI(M) का विरोध उनके एजेंडे में नहीं है। ऐसी भी चर्चा है कि कांग्रेस उनकी पार्टी से गठबंधन कर सकती है। 2019 के लोकसभा चुनाव में BJP ने त्रिपुरा की दोनों सीटें जीती थीं, लेकिन कांग्रेस वोट शेयर बढ़ाने में कामयाब रही। 2018 के विधानसभा चुनाव में यह 1. 8% था, जो 2019 में बढ़कर 25% हो गया। इससे साफ हो गया कि 2018 में BJP की जीत के पीछे CPI(M) की सरकार से ऊबे कांग्रेस के पारंपरिक वोटर थे। वही वोटर एक साल में ही फिर कांग्रेस की तरफ लौट आया। यह BJP के लिए खतरे की घंटी थी। 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए जब CPI(M) और कांग्रेस ने हाथ मिलाया, तो BJP के लिए चुनौती बड़ी हो गई। इसीलिए सबसे पहले 74% हिंदू वोटर वाले राज्य में अयोध्या का कार्ड खेला गया, लेकिन इसे फेल होते देख, पार्टी ने कभी एक-दूसरे के दुश्मन रहे कांग्रेस और CPI(M) के गठबंधन को निशाना बनाया। BJP भले पिछली जीत दोहराने के दावे करे, लेकिन जमीन पर काम कर रहे कार्यकर्ताओं के फीडबैक में वे अब भी पिछड़ रहे हैं। 9 फरवरी को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पार्टी का मेनिफेस्टो जारी किया। अब तक गठबंधन और विकास के मोर्चे पर CPI(M) को फेल बता रही BJP ने त्रिपुरा के लिए खजाना खोलने का वादा किया। आयुष्मान भारत योजना, जिसके तहत पूरे देश में इलाज के लिए 5 लाख रुपए मिलते हैं, त्रिपुरा में यह रकम बढ़ाकर 10 लाख करने वादा किया गया। घर में लड़की पैदा होने पर 49 हजार रुपए देने और ग्रेजुएशन करने वाली लड़की को स्कूटी देने की बात भी मेनिफेस्टो में है। किसान सम्मान निधि पूरे देश में 6 हजार थी, उसे बढ़ाकर 8 हजार किया जाएगा। उज्ज्वला योजना के तहत मिलने वाले LPG सिलेंडरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मेनीफेस्टो में यह सब ऊपर और CPI(M) पर भ्रष्टाचार और विकास न करने के आरोप नीचे थे। IPFT त्रिपुरा की रीजनल पार्टी है। 2013 में इस पार्टी ने त्रिपुरालैंड की मांग उठाई थी। 2018 में उसी मांग को पूरा करने के वादे के साथ वह BJP में शामिल हुई। इसका फायदा BJP को हुआ। 20 में से 18 रिजर्व सीटें इस गठबंधन के खाते में आईं। IPFT 12 सीटों पर चुनाव लड़ी, 8 पर जीती। त्रिपुरालैंड की मांग करने वाली IPFT अब इस मुद्दे पर खामोश है। जबकि टिपरा मोथा ने लिखित में BJP से त्रिपुरालैंड की मांग की। BJP ने इनकार किया, तो उसने गठबंधन नहीं किया। IPFT के प्रमुख रहे एनसी देबबर्मा की मौत से भी संगठन कमजोर पड़ा। उधर, टिपरा मोथा ने त्रिपुरालैंड की मांग को जोर-शोर से उठाया। गैर राजनीतिक रहे इस संगठन ने पार्टी बनाई और चुनाव में उतर गया। BJP को इसका अंदाजा लग चुका था, इसलिए IPFT को 5 सीटें ही दीं। राज्य में अब दो आदिवासी पार्टियां हैं- IPFT और टिपरा मोथा। उधर CPI(M) ने भी CM फेस के तौर पर आदिवासी नेता जितेंद्र चौधरी को प्रोजेक्ट कर दिया है। यानी आदिवासी वोटर के पास अब तीन विकल्प हैं, जो पहले एक ही था। 2018 में टिपरा मोथा ने चुनाव नहीं लड़ा, लेकिन IPFT का समर्थन किया था। CPI(M) और कांग्रेस के गठबंधन की ताकत समझने के लिए 2019 में हुए उपचुनाव के गणित को समझना होगा। 3 विधानसभा सीटों पर 2022 में चुनाव हुए थे। बदरघाट विधानसभा सीट खाली होने पर चुनाव हुए। इसके नतीजे में BJP पास हुई। BJP उम्मीदवार को 20,471 वोट मिले, कांग्रेस उम्मीदवार को 9,101 और CPI(M) को 15,211 वोट मिले। दोनों को जोड़ दें तो 24,312 वोट होते हैं। वोटों का ये गणित इस चुनाव में BJP के नतीजे पलट सकता है। त्रिपुरा के सीनियर जर्नलिस्ट शेखर दत्त कहते हैं- 'BJP के लिए लड़ाई मुश्किल है। कांग्रेस का पारंपरिक वोटर और CPI(M) का वोटर मिल गया है। आदिवासी वोट टिपरा के साथ होगा। CPI(M) ने भी आदिवासी CM फेस बनाकर आदिवासी वोटर्स को मैसेज दे दिया है। ' 'BJP ने डेवलपमेंट को मुद्दा बनाया। एयरपोर्ट हो या ब्रिज, सारे प्रोजेक्ट्स CPI(M) के हैं। काम चल रहा था। BJP ने बस क्रेडिट लिया। उन्हें अपने CM को हटाना पड़ा। जनता तो पूछेगी ऐसा क्यों किया? भ्रष्टाचार के आरोप सामने न आ जाएं और लोगों की नाराजगी चुनाव में भारी न पड़े इसलिए। ' CPI(M) के जितेंद्र चौधरी कहते हैं, 'चुनाव में हिंसा हुई, तो हम तैयार हैं। हम जवाब देंगे, लेकिन उम्मीद है कि ऐसा नहीं होगा। पहली बार किसी राज्य में चुनाव आयोग ने लेटर जारी कर जीरो वायलेंस इलेक्शन कराने का वादा किया है। ' जर्नलिस्ट शेखर दत्त भी कहते हैं, 'हिंसा तो होगी, यह सही है कि दोनों तरफ के कार्यकर्ता लाठी-डंडों के साथ तैयार हैं। ' सूत्रों के मुताबिक, इंटेलिटेंस ब्यूरो यानी IB ने नतीजे वाले दिन हिंसा होने का इनपुट दिया है। इसके मुताबिक, नतीजा कुछ भी रहे। कोई भी पार्टी जीते, लेकिन हिंसा होगी और यह लाठी-डंडों तक सीमित नहीं रहेगा। पिछले चुनाव में BJP- IPFT के गठबंधन को 44 सीटें मिली थीं। इसमें BJP ने 36 और IPFT ने 8 सीटें जीती थीं। CPI(M) को 16 सीटें मिलीं, कांग्रेस खाता ही नहीं खोल पाई। BJP को 43% और IPFT को 7. 5% वोट मिले थे। CPI(M) को 42. 7% और कांग्रेस को 1. 8% वोट मिले थे। यानी BJP गठबंधन को 50. 5% और CPI(M) के गठबंधन को 44. 2% वोट मिले थे। अगर IPFT का वोट टिपरा और CPI(M) में बंटा तो BJP का शेयर कम होगा। रिजल्ट के बाद टिपरा मोथा किसके साथ जाएगी, ये अभी साफ नहीं है। इस पार्टी ने 2021 में ट्राइबल एरियाज ऑटोनॉमस डिस्ट्रिक्ट काउंसिल पर कब्जा किया था। BJP और CPI(M)-कांग्रेस गठबंधन दोनों ने चुनाव से पहले टिपरा मोथा से गठबंधन की पेशकश की थी। इससे साफ हो गया कि नई होकर भी टिपरा मोथा राज्य की राजनीति में बड़ी ताकत है। उसने पहले ही CPI(M)-कांग्रेस के साथ गठबंधन से इनकार कर दिया था। अलग प्रदेश की मांग पर BJP से भी बात नहीं बनी। हालांकि, CPI(M) के CM फेस जीतेंद्र चौधरी को उम्मीद है कि चुनाव के बाद तीनों पार्टियों मिलकर सरकार बनाएंगी। वे कहते हैं- 'इस पर दोबारा बातचीत की जरूरत नहीं है। टिपरा मोथा की प्रदेश के बंटवारे की डिमांड छोड़कर हम इकट्ठा हों। जिस मकसद से उन्होंने ये संघर्ष किया है, वही हमारा भी है। ' मकसद यानी BJP को हराना और आदिवासियों को सुविधा देना। RSS के एक सीनियर लीडर नाम न बताने की शर्त पर चुनाव का गणित समझाते हैं- 'त्रिपुरा में BJP के लिए चुनौती कड़ी है। गठबंधन सिर्फ कांग्रेस और CPI(M) का नहीं है, अगर सरकार बनानी पड़ी तो टिपरा साथ होगी। अगर CM बिप्लब देब को नहीं हटाते, तो यह चुनौती और बड़ी होती। केंद्र को RSS और IB ने रिपोर्ट सौंप दी थी। इसके 4 महीने बाद बिप्लब को हटाना, इनकी जमीन को कमजोर कर गया। जीत तो होगी, लेकिन अंतर कम होगा, इसलिए जोड़-तोड़ तो करना पड़ेगा। ' (संध्या द्विवेदी त्रिपुरा से लौटकर, इलेक्शन एनालिसिस और ओपिनियन निजी विचार हैं) त्रिपुरा के सिपाहीजाला जिले का सोनामुरा बांग्लादेश के साथ 79. 5 किलोमीटर बॉर्डर साझा करता है। इसमें से 9. 43 किलोमीटर में फेंसिंग नहीं हुई है। इसी तरह दक्षिणी त्रिपुरा के बिलोनिया में 2 किलोमीटर, खोवाई और उत्तरी त्रिपुरा के लाफुंगा समेत कुछ इलाकों में फेंसिंग बाकी है। यही एरिया तस्करों के लिए स्वर्ग है। सिक्योरिटी के लिए BSF है, लेकिन जवानों को गोली चलाने का इजाजत नहीं है। वे डंडों से तस्करों को रोक रहे हैं। त्रिपुरा की राजधानी अगरतला से करीब 55 किलोमीटर दूर गोमती जिले के काकराबन गांव के दरगाह बाजार में अब एक नई मस्जिद खड़ी है। इससे बस 5 फीट दूरी पर ही 19 अक्टूबर 2021 को एक पुरानी मस्जिद को जला दिया गया था। जली हुई मस्जिद को याद करने वाला कोई नहीं। मामले में सभी आरोपी बेल पर बाहर आ चुके हैं। मस्जिद की देखभाल करने वाले भी चुप है, कहते हैं कि ऊपर के लोगों ने बोलने से मना किया है। This website follows the DNPA Code of Ethics.
नई दिल्लीः The Sky Is Pink Box Office Collection Day 1: बॉलीवुड एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) और फरहान अख्तर (Farhan Akhtar) की मोस्ट अवेटिड फिल्म 'द स्काइ इज पिंक' बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हो चुकी है. लंबे इंतजार के बाद फिल्म 'द स्काइ इज पिंक (The Sky Is Pink)' से लगभग 2 साल बाद बॉलीवुड में वापसी करने वाली एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा ने इस फिल्म में बेहद ही शानदार प्रदर्शन किया है. फिल्म में प्रियंका और फरहान के अलावा एक्टिंग को अलविदा कह चुकी जायरा वसीम (Zaira Wasim) और रोहित सराफ भी मुख्य किरदार में नजर आ रहे हैं. सच्ची कहानी पर आधारित 'द स्काइ इज पिंक' यूं तो लोगों को दिलों को छू जाने वाली है, हालांकि फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास रिस्पांस नहीं मिला. बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) की फिल्म 'द स्काइ इज पिंक (The Sky Is Pink)' बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन कुछ खास कमाई नहीं कर पाई. इस फिल्म ने पहले दिन केवल 2. 50 करोड़ रुपये की कमाई की. वहीं, ऋतिक रोशन की फिल्म 'वॉर (War)' ने 'द स्काइ इज पिंक' को कड़ी टक्कर दी.
Don't Miss! असिन के बेडरूम मे सलमान! फिल्म लंदन ड्रीम्स में काम करते हुए सलमान खान और असिन के बीच कुछ पकने लगा है। मुम्बई के टैबलाइड के अनुसार सलमान ने असिन को मुम्बई में रहने के लिए एक फ्लैट भी गिफ्ट किया है। अब इन दोनो के बीच क्या खिचड़ी पक रही है यह तो वक्त ही बताएगा लेकिन इस बात से कैट को परेशानी जरूर हो सकती है।
पोर्टेबल डिवाइस के क्षेत्र में अग्रणी प्रोफेशनल ऑडियो और वायरलेस कम्युनिकेशन सॉल्यूशंस प्रदाता हांगकांग स्थित कंपनी साउंड वन ने नई ऑडियो एसेसरी भारतीय बाजार में उतारी है। हेडफोन्स के अपने पोर्टफोलियो में नया उत्पाद जोड़ते हुए साउंड वन ने अब अपना प्रतिष्ठित वी10 ब्लूटूथ वायरलेस हेडफोन विद माइक्रोफोन लॉन्च किया है। इमसें ब्लूटूथ वी5. 0 टेक्नोलॉजी दी गई है जो कनेक्टेड डिवाइस से 10 मीटर रेडियस की दूरी पर मजबूत और स्थिर कनेक्टिविटी प्रदान करता है। इसके अंदर लगा हुआ माइक्रोसॉफ्ट आसान कॉल मैनेजमेंट प्रदान करता है। भारत में त्यौहारों का सीजन लोगों को आपस में जोड़ने और खुशियां बांटने का प्रमुख जरिया होते हैं और यह नया प्रोडक्ट इसी काम को बखूबी करता है। यह नया प्रोडक्ट आपको क्रिसमस और न्यू ईयर पर अपने प्रियजनों को गिफ्ट देने का नया आइडिया देता है। साउंड वन वी10 हेडफोन्स बनावट के मामले में इस प्रकार डिजाइन किए गए हैं कि यह कई घंटों तक संगीत सुनने के लिए भी आरामदायक है। अपने इस ब्लूटूथ हेडफोन के साथ कोई व्यक्ति दिनभर भी म्यूजिक सुन सकता है क्योंकि इसमें बेहतरीन गुणवत्ता की कुशनिंग दी गई है। यह बड़े 40 एमएम के स्पीकर्स से बेहतरीन आउटपुट के साथ सच्ची और शुद्ध स्टीरियो साउंड क्वालिटी प्रदान करता है। इन वायरलेस इयरफोन्स से कोई भी व्यक्ति बेहतरीन बेस और सटीक नोट्स प्राप्त कर सकता है। साउंड वन वी10 को 200एमएएच बैटरी के साथ बनाया गया है जिसमें 8-10 घंटे संगीत सुना जा सकता है। इसमें कई प्रकार के प्ले मॉड्स जैसे माइक्रो एसडी कार्ड स्लॉट और ऑक्स केबल दिए गए हैं। कुछ ही पल में आप वायरलेस से वायर्ड कनेक्टिविटी में पहुंच सकते हैं। साउंड वन वी10 एस पोर्टेबल एंड फोल्डेबल डिजाइन का यह फायदा है कि इसे कहीं भी आसानी से ले जाया जा सकता है। प्रोडक्ट स्पेशिफिकेशंसः इस प्रोडक्ट की कीमत 1390 रुपये है और इसके साथ एक साल की वारंटी है। यह AMAZON. IN, FLIPKART. COM और अन्य रिटेल स्टोर्स पर उपलब्ध होगा। साउंड वन के बारे मेंः हांगकांग स्थित कंपनी साउंड वन पोर्टेबल ऑडियो डिवाइस के क्षेत्र में अग्रणी प्रोफेशनल ऑडियो और वायरलेस कम्युनिकेशन सॉल्यूशंस प्रदान करती है। साउंड वन हमेशा परफेक्शन, फैशन और सादगी के साथ ही इनोवेशन पर जोर देती है। साउंड वन हाई-एंड इयरफोन्स, खासतौर पर उच्च गुणवत्ता वाले साउंड के साथ मुहैया करवाती है और उपभोक्ताओं को उनकी जरूरत के मुताबिक सॉल्यूशन प्रदान करती है। इसमें अफोर्डेबल कीमत पर ऑडियो जोनर और स्टाइल की विशाल रेंज मिल जाती है। साउंड वन का मानना है कि साउंड एक बहुत ही व्यक्गित अनुभव है और उपभोक्ताओं को ऐसे इयरफोन उपलब्ध करवाने का प्रयास करती है जो उनकी व्यक्गिगत इच्छा के मुताबिक हों। साउंड वन सर्वश्रेष्ठ उत्पाद बेहतरीन कीमत पर उपलब्ध करवाने के लिए लगातार प्रतिबद्ध है। साउंड वन का एक ही साधारण मिशन है इनोवेटिव, हाई क्वालिटी ऑडियो प्रोडक्ट्स तैयार करना जिसमें पूरा फोकस हाई एंड साउंड पर है। हमारी मजबूती, सफलता और प्रोडक्ट रेंज ग्राहकों के साथ हमारे खास संबंधों पर टिकी है। एक ऐसा संबंध जिसने हमेशा बेहतर परिणाम दिए हैं। हम वास्तविक उपभोक्ताओं के लिए वास्तविक साउंड क्वालिटी प्रदान करते हैं।
स्टाफ रिपोर्टर, एएनएम न्यूज़ः रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरओ) ने उच्च गुणवत्ता वाली वायु मिसाइल का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है। बुधवार को उड़ीसा तट पर एकीकृत परीक्षण रेंज में सतह से हवा में हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण किया गया। मालूम हो कि यह मिसाइल पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बनी है। नतीजतन, भारत रक्षा में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में एक कदम और आगे बढ़ गया। इससे पहले 2015 में, हवाई मिसाइल प्रणाली को आधिकारिक तौर पर सेना और वायु सेना में शामिल किया गया था। यह मिसाइल ब्रह्मोस की तरह सुपरसोनिक है। इसकी अधिकतम गति 2. 5 मच (306 किमी प्रति घंटा) है। यह मध्यम दूरी की मिसाइल है जो 25 किमी दूर तक के लक्ष्य को आसानी से नष्ट कर सकती है। स्काई मिसाइलें 60 किलोग्राम तक विस्फोटक ले जाने में सक्षम हैं।
जयपुर राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने जालोर जिले के आबकारी निरीक्षक सवाई सिंह रत्नू को सात हजार रुपए की रिश्वत लेते आज सुबह गिरफ्तार किया। ब्यूरो सूत्रों के अनुसार ब्यूरो की सिरोही टीम ने रत्नू को एक शराब की दुकान से मासिक बंधी के रूप में रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। परिवादी एवं जालोर जिले के डूडसी गांव में शराब की दुकान के सैल्समेन वागसिंह ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी कि आबाकारी निरीक्षक ने उनसे दुकान चलाने के लिए हर महीने पांच हजार रुपए के हिसाब से गत जनवरी से मार्च तक के पन्द्रह हजार रुपए मांगे। इनमें आठ हजार रुपए वह पहले ही ले चुका है। शेष राशि के लिए दबाव बना रहा है। इस पर ब्यूरो टीम ने परिवादी को सात हजार रुपए के साथ भेजा और जाते ही सवाई सिंह ने उससे सात हजार रुपए लेकर अपनी जेब में डाल लिए। जब ब्यूरो टीम वहां पहुंची तो उसे देखकर निरीक्षक ने रिश्वत को चटाई के नीचे छुपा दिया। टीम ने रिश्वत बरामद कर आबकारी निरीक्षक को गिरफ्तार कर लिया।
रिमो- बैल-टाला - टूम- रुप, घर-घर तोगें, पात- पियत में ( जाकी) छाती जरी जाति धनिये । टाम टटै पामी, हाल परिजात साम्ही, याते भूलि के अमाह मी, बौहरे की नहीं बनिय । लदैनो' पुरुष उवाच न्योहरेन वे दुख कहे, प्यारो चतुर सुजान । तन मुलदेने के पहे, सुख गुपाल गुणभान ।। कवित आपनो-परायो धन रहस्या वरे हाथ, संग माथ हा में परन पराउ सदा देने को नायक महावै, ओ किराने लादि नावै, भारो भरम बढावे ओ' रहेन डर देने का । खाय न ठगाई, चतुराई ते कमाई, टव, जावे माल बिकरी खरीदि करि नेने को । बहन 'गुपाल कवि' मेरे ज्ञान मेंनो याते, सनही ते भलो रुजिगार है लदने को । स्त्री उवाच सोरठा बबहुं न कीज राह, भूलिहू या रजिगार को निशि दिन चालेराह सवते दुखो नदनिया । १ यr प्रमग व मे अगने विज्ञान (रान प्रवथ ) म है । पर विषय की विनामक अन्नगत है । भ में मारा इस प्रवार प्यागे चतुर मुजान सुन्त प्रनिज ग्रुप आन ना जाय व ॥ भूमि मे शयन, निशि- रयति यरान हाति, बोलना परत यूठ-साच लेने दन म । चिता नित रहति, जिनसि घटिदिन की, जिय जाध्यो ज्यान का रहत दर टन म । देश-परदेशन में डालना परत, भले भेस ही सो सहनो परत सव धने म । कहत 'गुपान' कवि आइति विनाता होत दिन-दिन दूनो दुध दुसह लदने में । काठकौबज पुरुष उवाच लगो रहै बिक्री सदा होत दाम के गज । सब बजन के बीच में, भलौ काट को वज ।। लट्ठा - सोठि पठा चले आवत दिसावर तें, मिल जमा भारी वारपाने ते अरज मैं । सुकवि गुपाल जासौ व्यौस वेरे वार बहु वढई- मजूर, ग्राम वरत मरज मैं । जग के किमामी, रुप रापत रहत होत सवही की सुप जाकी सहज जरज मा मिलत वरज, जान सरत गरज, कही होति न हरज, क्वी वाठ के बनिज मैं ॥ १ व टन म २ यह प्रसग मु है म नहीं है ।
बरेली। बीएड काउंसलिंग में उत्तर प्रदेश के लगभग 22 हजार विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया है। 20 हजार से अधिक विद्यार्थियों ने कॉलेजों में सीटें लॉक की हैं। काउंसलिंग में विद्यार्थियों के शामिल होने की रफ्तार धीमी होने के कारण विश्वविद्यालय प्रशासन चिंतित है। अभी 53 हजार विद्यार्थी पहली काउंसलिंग में शामिल होने हैं, जबकि सिर्फ तीन दिन ही बचे हैं। रुहेलखंड विश्वविद्यालय ने पहली काउंसलिंग में 75 हजार रैंक तक के विद्यार्थियों को काउंसलिंग के लिए बुलाया है। इन विद्यार्थियों को ऑनलाइन ही अपने अभिलेख डाउनलोड करके सीटें बुक करनी हैं। 30 सितंबर से काउंसलिंग की प्रक्रिया चल रही है। छह दिन में यह आंकड़ा लगभग 22 हजार ही पहुंच पाया है। जानकारों का कहना है कि तीन दिन में यह आंकड़ा बमुश्किल 50 हजार रैंक तक ही पहुंच पाएगा। यानी पहली काउंसलिंग में 75 हजार विद्यार्थियों में से 50 हजार ही हिस्सा लेंगे। हालांकि विश्वविद्यालय बचे विद्यार्थियों को बाद में भी मौका दे सकता है। राज्य समन्वयक प्रोफेसर बीपी सिंह का कहना है कि काउंसलिंग की रफ्तार अब बढ़ रही है। रुहेलखंड विश्वविद्यालय के स्नातक के अंतिम वर्ष परीक्षा के परिणाम करीब एक महीना देरी से आए थे। इधर अब बीएड काउंसलिंग में विद्यार्थियों की रुचि उस तरह से नहीं दिखाई दे रही है। ऐसे में माना जा रहा है कि परीक्षा परिणाम में देरी भी इसकी एक बड़ी वजह है। परिणाम में देरी होने के चलते कई विद्यार्थियों ने दूसरी यूनीवर्सिटी की ओर रूख कर लिया। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से इस पर अभी तक कुछ नहीं कहा गया है।
4 की उप-धारा 1 में निर्धारित 17 मदों (नियमावली) को प्रकाशित करना होगा। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में निम्नलिखित विभाग शामिल हैंः स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय चिकित्सा और जन स्वास्थ्य मामलों को देखता है जिसमें औषध नियंत्रण और खाद्य में मिलावट की रोकथाम शामिल है जिसका उद्देश्य आर्थिक विकास, सामाजिक विकास और पर्यावरण संरक्षण की आवश्यकताओं के अनुरूप जनसंख्या स्थिरीकरण करना है। विभाग में विभिन्न स्तरों पर कार्य का संचालन, कार्य संचालन नियमों और समय-समय पर जारी अन्य सरकारी आदेशों / अनुदेशों के अनुसार किया जाता है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग की कार्यालय पद्धति निर्देशिका, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा जारी किए गए नियमों / विनियमों / अनुदेशों आदि का अनुपालन करता है। किसी व्यवस्था की विशिष्टियां, जो उसकी नीति की संरचना या उसके कार्यान्वयन के संबंध में जनता के सदस्यों से परामर्श के लिए या उनके द्वारा अभ्यावेदन के लिए विद्यमान हैं। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री की अध्यक्षता में एक केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण परिषद है जिसमें राज्य सरकारों / केन्द्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्री, सांसद, स्वास्थ्य संगठनों और सार्वजनिक निकायों का प्रतिनिधित्व करने वाले गैर-सरकारी अधिकारी और कुछ प्रख्यात व्यक्ति शामिल हैं। यह केन्द्र और राज्यों के लिए नीति की व्यापक रूपरेखा की सिफारिश करने के लिए अपने सभी पहलुओं में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के क्षेत्र में शीर्ष नीति निर्माण निकाय है। - ऐसे बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों के, जिनमें दो या अधिक व्यक्ति हैं, जिनका उसके भाग के रूप में या इस बारे में सलाह देने के प्रयोजन के लिए गठन किया गया है और इस बारे में कि क्या उन बोर्डों, परिषदों, समितियों और अन्य निकायों की बैठकें जनता के लिए खुली होंगी या ऐसी बैठकों के कार्यवृत्त तक जनता की पहुंच होगी। भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण में अध्यक्ष के अलावा 22 सदस्य हैं। एफएसएसएआई के कार्यवृत्त को समय-समय पर वेबसाइट अर्थात् Fssai.gov.in पर अपलोड किया जाता है। - सूचना का अधिकार अधिनियम 2005 के तहत नोडल अधिकारी का नामांकन (513.49 KB)
बेंगलुरूः कर्नाटक विधानसभा चुनाव की जैसे-जैसे तारीख पास आ रही हैं। राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है। शनिवार को बीजेपी ने अपने 40 स्टार कैंपेनर की लिस्ट जारी की है। इस लिए में सबसे ऊपर स्वयं प्रधानमंत्री मोदी का नाम है। पीए मोदी के बाद पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, सुषमा स्वराज, नीतिन गड़करी, राजनाथ सिंह, बी॰ एस॰ येदियुरप्पा, निर्मला सीतारमण, प्रकाश जावेड़कर और पीयूष गोयल जैसे नाम है। इसके अलावा कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नाम भी इस लिस्ट में है। जिन सिएम के नाम इस लिस्ट में हैं उनमें योगी आदित्यनाथ, शिवराज सिंह चौहान, देवेंद्र फडनवीस के भी नाम है। साथ ही कई सांसदों को भी पार्टी राज्य में स्टार कैंपेनर्स के तौर पर उतारने जा रही है। इन सांसदों में हेमा मालिनी, मनोज तिवारी जैसे नाम भी है। कर्नाटक में 12 मई को चुनाव है। वहीं वोटिंग 15 मई को होनी है। 225 विधानसभा सीटों वाली कर्नाटक विधानसभा के मौजूदा टर्म 28 मई को पूरा हो रहा है। कर्नाटक बड़े राज्यों में पंजाब के बाद कांग्रेस के पास दूसरा राज्य बचा है। बीजेपी इस राज्य में भी कांग्रेस को हराकर हर हाल में अपनी जीत सुनिश्चित करना चाहती है। अगर बीजेपी इस राज्य में जीत जाती है तो 2019 के आम चुनाव से पहले पार्टी के लिए ये एक बड़ी वैचारिक जीत होगी।
श्रीधर पाठक ने नीच जाति की स्त्रियों के लिए भी राष्ट्रीय गीत लिसे । उदा हरणार्थ मजदूरिनों के लिए लिखा गया एक पद देखिए भारत पैसैयो मै बति यति जाऊँ । बलि चलि जाऊँ, हियरा लगाऊँ, हरया बनाऊँ, घरमा सजाउँ । मेर जियरचा फा, तन का जिगरवा का, मन का, मंदिरया का प्यारा यसैया । में बलि चलि जाऊँ - भारत पे मैयो मे यति पनि जाऊं । (ख) गीतिकाव्य की शैलियाँ काव्यगत भाव और शैली की दृष्टि से गांति काव्यों को कई मेदों में निभाजित किया जा सकता है। पहला मेद व्यग्य गाति का है । व्यग्य-गीति-फाव्य की भाँति व्यग्य-काव्य भी होते हैं । 'शकर' का 'गर्भ रडा-रहस्य' व्यग्यप्रवध-काव्य हे । व्यग्य गीति हिन्दी में बहुत छ। कम है और जो भी उनमे कवित्व का प्रभाव है। नाथूराम 'शकर' ने कुछ उत्कृष्ट व्यग्य गीति-लिसे । गयाप्रसाद शुक्ल 'सनेही अपने 'कविराज से सत्रोधन' में ब्रजभाषा - कविया का व्यग्य उड़ाते है : मो भारती तुम्हारा चलन देस देख कर, नव नायिका से निस्य लगन देस देस कर, परकीया में लगा हुआ भन देख देख कर, उजड़ा हुथा स्वदेश का वन देख देख कर, श्राकुल थजस्र धार से थ्रोसू बहा रही, होकर अधीर धैर्य भवन है ढहा रही । [ त्रिशूल- सरग, पृ० - ७१ ] इसी प्रकार 'कृष्णोत्कर्ष' में नाथूराम 'शकर' ने हिन्दुओं के कृष्णावतार पर व्यंग्य लिखा । मैथिलीशरण गुप्त ने भी 'शकर' को देखा-देखो कुछ व्यग्य-गीति लिखे, परतु इनके व्यग्य में डक बिल्कुल भी नहीं है और इसी लिए उनका महत्त्व बहुत ही कम है । गीति-काव्य का दूसरा भेद पत्र - गीति ( Epistles) है, जिसमें पत्र के रूप में कविता लिखी जाती है । पुत्र-गीति बँगला के महाकवि माइकेल मधुसूदन दत्त की- 'वीरागना' के अनुकरण रूप में लिखे गए । मैथिलीशरण गुप्त ने 'पत्रावली' इसी शैली में लिखी । पत्र-शैली ठीक ठीक गीति-काव्य
- अमिताभ बच्चन को एक गुस्सैल नौजवान के रूप में देखा गया है। - करियर की शुरुआत में, उन्होंने परवाना, गेहरी चायल, बनम, मजबूर, फ़ारार और दो अंजाने में डॉन और द ग्रेट गैम्बलर के साथ काम किया। - अमिताभ बच्चन ने सस्पेंस थ्रिलर में काफी कुछ फिल्में की हैं। मुंबई. अमिताभ बच्चन की इमेज एक एंग्री यंग मैन की है। बिग बी ने 1970 और 1980 के दशक में जिस तरह की एक्शन फिल्में कीं, उसकी बदौलत उन्होंने काफी सस्पेंस थ्रिलर भी किए हैं। अमिताभ बच्चन ने करियर की शुरुआत में परवाना, गेहरी चायल, बनम, मजबूर, फ़ारार और दो अंजाने में डॉन और द ग्रेट गैम्बलर के साथ काम किया। अभी के टाइम में, उन्होंने अपनी शैली में काफी कुछ फिल्में की हैं। अमिताभ बच्चन बॉलीवुड थ्रिलर में एक प्रमुख व्यक्ति की भूमिका निभाने वाले और सुपरहिट देने वाले एकमात्र अभिनेता होने का रिकॉर्ड रखते हैं। उन्होंने बदला मूवी में तापसी पन्नू के साथ सामना किया। इस फिल्म में आने वाले ट्विस्ट को किसी ने नहीं देखा। बच्चन और तापसी की एक और फिल्म पिंक थी। फिल्म ना का मतलब ना पर आधारित थी। निर्देशक अनिरुद्ध रॉय चौधरी ने हमें एक बेहतरीन फिल्म दी, जहां बिग बी ने 'नो मतलब नो' पर जोर दिया है। बच्चन की ये फिल्म ज्यादा खास नहीं थी लेकिन इसमें भी उन्होंने सेंटर रोल निभाया है। रिभु दासगुप्ता की ये फिल्म असफल रही। उन्होंने इस फिल्म को चैस के गेम की तरह दर्शाया है। इस फिल्म में फरहान अख्तर उनके को-एक्टर रहे हैं। अमिताभ के पास कंपनी के लिए बेन किंग्सले थे, और फिल्म मन के खेल पर केंद्रित थी। इसमें अजय देवगन के साथ कैमियो में आर माधवन थे। कम ही लोग जानते हैं कि श्रद्धा कपूर ने इस फिल्म से अपनी शुरुआत की थी। एक अजनबी फिल्म डेनजेल वाशिंगटन के मैन ऑन फायर का रीमेक थी। लेकिन दर्शकों ने इसे पसंद नहीं किया। अमिताभ बच्चन, संजय दत्त, सुनील शेट्टी, महेश मांजरेकर और कुमार गौरव के साथ संजय गुप्ता की कांटे एक सस्पेंस एक्शन थ्रिलर थी, जो क्वेंटिन टारनटिनो के रिजर्वायर डॉग्स पर आधारित थी। एक कांटेदार फिल्म जो अमिताभ ने कांटे फिल्म से पहले की थी। जिसका सीक्वल वर्तमान में एक साथ रखा जा रहा है। विपुल शाह की फिल्म ने एक अविश्वसनीय साजिश का दावा किया। तीन अंधे पुरुषों (अक्षय कुमार, अर्जुन रामपाल और परेश रावल) ने बिग बी और सुष्मिता सेन के संरक्षण में एक बैंक उत्तराधिकारी का काम किया। फिल्म एक क्रिस्प एज-ऑफ-द-सीट थ्रिलर थी। ये फिल्म एक असाधारण नाटक की तरह था जहां अमिताभ ने एक व्यक्ति का किरदार निभाया था। फिल्म में मनोज बाजपेयी थे। इस फिल्म में बिग बी का विंटेज प्रदर्शन था लेकिन यह फिल्म फ्लॉप रही थी।
विज्ञप्ति । श्रीमद् राजचन्द्र के सम्बन्धकी चर्चा करते हुए एक-दो बार महात्मा गाँधीजीने उनकी रचनाओंका भिन्न भिन्न भाषाओं में तथा खास कर भारतकी भावी राष्ट्रभाषा हिन्दी में अनुवाद करा कर प्रकाशित करनेकी मुझे सूचना की थी । आपकी इस उपयुक्त सूचनाका मुझे बड़ा ही खयाल रहा करता था; परन्तु अब तक वैसा योग न मिलनेके कारण मैं उसके पालन करनेमें असमर्थ रहा । परमात्माकी कृपासे मैं अब ऐसा योग लाभ कर सका हूँ; और जिसके फलस्वरूप ही यह श्रीमद् राजचंद्रकी 'आत्मसिद्धि' नामकी छोटीसी कृति - जिसमें कि संक्षिसमें सर्व दर्शनोंका सार भरा हुआ है - लेकर हिन्दी - पाठकोंकी सेवामें उपस्थित हूँ । यह कृति मूल गुजराती भाषामें है, उसके सहारेसे संस्कृत पर्थोकी रचना श्रीयुक्त न्यायतीर्थ पंडित बहेचरदासने की है और उसका हिन्दी अनुवाद तथा श्रीमद् राजचन्द्र के जीवन परिचयका सम्पादन श्रीयुक्त पं० उदयलाल काशलीवालने किया है। मुझे आशा है कि मेरा यह • प्रयत्न जनताको लाभकारक होगा। इसके अतिरिक्त श्रीमद् राजचन्द्रकी अन्य रचनाओंके भी हिन्दीमें प्रकाशित करनेका प्रयत्न शुरू है। मनसुखलाल रवजीभाई महेता ।
सामान्य भविष्यत् में ब्रज मेंइहौं इहैं इहौ उत्तम पु० मध्यम पु० अन्य पु० प्रत्यय होते हैं, इनमें लिंग का भेद नहीं होता । अवधी में भी ये रूप पाये जाते हैं तथा पुल्लिंग में - अब ( देखब ) और स्त्रीलिङ्ग में - अब (देखबि) रूप ख़ब प्रयोग में आते हैं। इनमें पुरुष का भेद नहीं होता । गा, गी, गे वाले रूप अवधी में बहुत कम मिलते हैं। ब्रज में कभी-कभी मिलते हैं पर गा के स्थान पर गो प्रत्यय होता है । वर्त्तमान-कालिक कृदन्त अवधी में - त - तु ( पु० ) - वि ( स्त्री० ) और ब्रज में भी ये ही हैं । भूतकालिक कृदन्त अवधी में -अ, और ब्रज में - यौ ( देख्यौ ) होता है। अवधी में आकारान्त धातुओं का भूतकालिक रूप-वा (आवा, खावा ) आदि एकवचन पुल्लिङ्ग में होता है। पूर्वकालिक क्रिया दोनों में - इ, कइ ( देखिकइ ) होती है। क्रियार्थक संज्ञा का कर्त्ता में - न ( देखन) और-व ( देखव ) और कारक चिह्नों के साथ - अ ( देखइ ) होता है । कर्तृवाचक संज्ञा--न वाली क्रियार्थक संज्ञा के साथ-हार जोड़ कर बनती है ( देखनहार ) । मुख्य सहायक क्रिया के रूप अहउँ, अहहूँ, , अह, अहँ, वर्त्तमान में अवधी में पाए जाते हैं। इसके अलावा हइ आदि रूप भी मिलते हैं । ब्रज के रूप खड़ी बोली से मिलतेजुलते हैं। भूतकाल में ब्रज में हुतो, हतो ( पु० एक० ), हुती, हती ( स्त्री० एक० ), हुते, हते ( पु० बहु० ), हुती, हती (स्त्री० बहु० ) ये रूप होते हैं। अवधी में (उत्तम० एक०) रहेउँ, रहिउँ, (उत्तम० बहु०) रहेन, रहिन, (मध्यम० एक०) रहइ, (मध्यम बहु०) रहेउ, रहिउ, (अन्य० एक०), रहइ, (अन्य० बहु०), रहँइ रूप पुल्लिंग में क्रम से होते हैं । भविष्यत् में ब्रज में हो - में प्रत्यय जोड़कर ( हुइहौं आदि ) और अवधी में रह - में प्रत्यय जोड़कर ( रहिहउँ, रहब आदि) रूप बनते हैं। संयुक्त क्रियाएँ उन्हीं नियमों से बनती हैं जो ऊपर हिन्दी के लिए दिए गए हैं। पुराने साहित्य में, विशेषकर अवधी में, सकर्मक क्रिया बहुधा लिंग व वचन में कर्म के अनुकूल होती है; जैसे, सीता मैं देखी, सहिउँ मैं पोरा आदि । अव्ययों में भी इन दोनों बोलियों में बहुत भेद रहता है; जैसे, हिन्दी यहाँ, अवधी इहाँ; हिन्दी कहाँ अवधी कहाँ, कहवाँ आदि । (ख) कुछ प्रमुख कवियों की भाषा-शैली १ - कबीर की भाषा-शैली कबीर में सत्कवि होने की प्रतिभा तो थी, किन्तु उस प्रतिभा को साहित्य-से परिष्कृत होने का अवसर नहीं मिला था। इसलिए वह अपने स्वाभाविक रूप में जितना भी कार्य कर सकती थी, करती रही । यही कारण है कि उनकी रचना में अध्ययन आदि से उत्पन्न होनेवाला सत्काव्य-गुण यथेष्ट मात्रा में नहीं मिलता । इनकी भाषा तत्कालीन विविध बोलियों से युक्त जड़, असम्बद्ध और रूखो हैं । रचना-शैली भी साहित्यिक क्षमता नहीं रखती। उन्होंने प्रामीण छन्दों और रागों का जैसे-साखी, रमैनो, चाँचर, हिन्डोला का उपयोग किया है। भाषा में सधुक्कड़ी प्रभाव है। छन्द भी बहुत कुछ नियमानुकूल नहीं हैं। इसमें सन्देह नहीं "कि इनकी रचना में काव्योचित व्यंजकता, गूढ़ता और वास्तविकता है। २- जायसी अवधी भाषा के तत्कालीन ठेठ रूप का प्रयोग प्रथम जायसी ने किया और उसे काव्य के क्षेत्र में लाने का प्रयत्न किया । तत्पश्चात् तुलसीदास ने इसी अवधी भाषा को परिष्कृत और परिमार्जित कर काव्योचित सौष्ठव देते हुए साहित्यिक भाषा बना दिया। जायसी की भाषा में ग्रामीणता का पूरा प्रभाव है, साथ ही फ़ारसी और अरबी के शब्द भी आए हैं। रचना-शैली पर फ़ारसी की मसनवी-शैली का प्रभाव है। समस्त रचना चौपाई और दोहों में है । छन्दशास्र की दृष्टि से इनमें स्थान-स्थान पर दोष मिलते हैं। इनके वाक्यों में अन्योक्ति, उपमा और रूपक अलङ्कारों की विशेष प्रधानता है । उत्प्रेक्षाएँ भी सुन्दर हैं । यत्र-तत्र दृष्टान्त और उदाहरण भी अच्छे हैं। भाव-व्यंजना और रस-परिपाक भी सराहनीय है, यद्यपि कहीं-कहीं शृङ्गार में फारसी-प्रभाव से कुछ स्वोभत्स की-सी झलक है । ३- सूरदास सूर की भाषा ब्रज-भाषा है, जिसमें माधुर्य, मार्दव, प्रसाद और लालित्य के गुण कूट-कूट कर भरे हैं। भाषा संयत और परिष्कृत है; जिसमें व्यंजकता भी बहुत है। वर्णन में स्वाभावोक्ति का ही प्राधान्य है। शैली आपकी गीत-काव्य सम्बन्धी पद-शैली है । ४ -तुलसी तुलसी की भाषा साहित्यिक अवधी है, इन्होंने अवधी को परिष्कृत और परिमार्जित कर ब्रज-भाषा के ही समान उच्च
अगर आप अपने स्मार्टफोन को अपग्रेड करने की सोच रहे हैं तो आप Apple iPhone की ओर जा सकते हैं. अभी Apple iPhone 12 को काफी कम कीमत पर बेचा जा रहा है. इसे कंपनी की ऑफिशियल रिसेलर IndiaiStore पर सस्ते में बेचा जा रहा है. Apple iPhone 12 को अभी काफी कम कीमत पर खरीदा जा सकता है. इसके लिए आपको अपफ्रंट छूट, बैंक डिस्काउंट, कैशबैक और एक्सचेंज ऑफर का लाभ उठाना होगा. इन सभी डिस्काउंट के साथ आप Apple iPhone 12 को केवल 37,900 रुपये में खरीद सकते हैं. अभी Apple iPhone 12 को IndiaiStore पर 65,990 रुपये में उपलब्ध करवाया गया है. हालांकि, रिटेलर इस पर 5,000 रुपये का कैशबैक दे रहे हैं. ये कैशबैक Kotak Mahindra बैंक, ICICI Bank के क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड के अलावा SBI Bank के क्रेडिट कार्ड पर दिया जा रहा है. इसके बाद कस्टमर्स अपने पुराने स्मार्टफोन को इस फोन के बदले एक्सचेंज कर सकते हैं. इस छूट के बाद Apple iPhone 12 पर बंपर डिस्काउंट मिलेगा. हालांकि, एक्सचेंज ऑफर में डिस्काउंट की वैल्यू आपके फोन की कंडीशन और मॉडल पर डिपेंड करती है. आपको बता दें कि कस्टमर्स पुराने Apple iPhone XR 64GB के लिए 18,000 रुपये तक का एक्सचेंज ऑफर ले सकते हैं. IndiaiStore पार्टनर वेबसाइट जैसे Cashify. in या Servify पर ट्रेड इन का फायदा उठाया जा सकता है. यानी iPhone 12 पर टोटल आप 28,000 रुपये का डिस्काउंट ले सकते हैं. इसे डिस्काउंट के बाद इसे 37,900 रुपये में खरीदा जा सकता है. iPhone 12 में A14 Bionic Chip थर्ड जेनरेशन न्यूरल इंजन के साथ दिया गया है.
Republic Day 2023: भारत आज 26 जनवरी को अपना 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। 26 जनवरी साल 1950 को हमारा संविधान लागू हुआ था जिसकी खुशी में हर साल 26 जनवरी को ही रिपब्लिक डे के रुप में मनाया जाता है। इस दिन भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया गया था। इस मौके पर कई बॉलीवुड हस्तियों ने अपने फैंस को शुभकामनाएं दी हैं। आइए देखते है सितारों के पोस्ट. . बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए लिखा- सभी को गणतंत्र दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। हमारी गौरवशाली विरासत का आज बड़ा दिन। इस साल यह दिन मेरे लिए सबसे खास होने वाला है जय हिंद। अभिनेत्री करीना कपूर खान ने राष्ट्रीय ध्वज की फोटो पोस्ट करते हुए लिखा, 'हैप्पी रिपब्लिक डे'। करीना कपूर के अलावा सिंगर ए आर रहमान ने भी तमाम देशवासियों को रिपब्लिक डे की बधाई दी है. सिंगर गुरु रंधावा ने भी ट्वीट कर फैंस को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं दी हैं. इन सेलेब्स के अलावा बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर, अजय देवगन और अमिताभ बच्चन ने सभी देशवासियों को रिपब्लिक डे (Republic Day 2023) की बधाईयां दी हैं. यह भी पढ़ेंः Republic Day 2023 LIVE: देश मना रहा 74वां गणतंत्र दिवस, PM मोदी समेत कई नेताओं ने दी देशवासियों को बधाई. .
इंडियन प्रीमियर लीग के अब तक के इतिहास में जब कभी भी सबसे मजबूत और प्रभावशाली टीम की बात हुई है तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का नाम हमेशा ही ऊपर रहा है। विश्व क्रिकेट की सबसे महंगी और हाई प्रोफाइल टी-20 क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग के दस सालों के इतिहास में हर बार रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने एक मजबूत कटेंडर के रूप में अपनी दावेदारी पेश की है। लेकिन इसके बाद भी आरसीबी ने अब तक एक भी बार खिताब को छूने का मौका नहीं पाया है। आरसीबी ने इतना जरूर है कि अब तक वो तीन बार खिताबी सफर तय कर चुके हैं लेकिन कहीं ना कहीं उनके द्वारा कमी रह ही जाती है और वो टाइटल से चूक जाते हैं। आरसीबी की टीम में शुरूआत से ही क्रिकेट जगत के एक से एक टी-20 क्रिकेट के चर्चित चेहरे रहे हैं, जिसमें विराट कोहली, क्रिस गेल और एबी डीविलियर्स जैसे दिग्गज खिलाड़ी रहे हैं। एक बार फिर से इन्होंने विराट कोहली और एबी डीविलियर्स जैसे बल्लेबाजों को रिटेन किया है, लेकिन इनको अपने इन न कुछ कमियों को पूरा करना होगा तभी वो खिताब जीतने की स्थिति में रहेंगे। आरसीबी की टीम के साथ शुरूआत से रहा है कि उनकी बल्लेबाजी विभाग तो जबरदस्त रहता है लेकिन उनकी ही कमजोर गेंदबाजी विभाग होता है। ऐसे में संतुलन की कमी रह जाती है और टीम के लिए बल्लेबाज जो मौका बनाते हैं, वो गेंदबाज तोड़ देते हैं। ऐसे में इस निलामी में आरसीबी फ्रेंचाइजी को टीम के बैलेंस को ध्यान में रखते हुए टीम का चयन करना होगा। आरसीबी के लिए गेंदबाजी उनकी कमजोर कड़ी रही है ये तो हर कोई जानता है। आरसीबी फ्रेंचाइजी ने पिछली बार टाइमल मिल्स को बड़ी रकम देकर शामिल तो किया था लेकिन वो खरे नहीं उतर सके। ऐसे में इस बार किसी ऐसे विदेशी गेंदबाज को टीम में शामिल करना होगा जो भरोसा दिखा सके। इसमें से बिग-बैश लीग के गेंदबाजों को अजमाया जा सकता है जिसमें वेस्टइंडीज के जोफ्री आर्चर और एन्ड्रू टाई हैं जो काबिलियत दिखा चुके हैं। आईपीएल की वन ऑफ द फेवरेट टीमों में शुमार आरसीबी की टीम ने इस बार अपने सबसे पुराने खिलाड़ी और टी-20 क्रिकेट के बेताज बादशाह क्रिस गेल पर रिटेन में दांव नहीं लगाया। और माना जा रहा है कि निलामी में भी आरबीसी की टीम गेल को चुनने में दिलचस्पी नहीं दिखाएगी ऐसे में अब उनके लिए विराट कोहली के साथ सही सलामी साझेदार की जरूरत होगी। आरसीबी को निलामी में किसी भरोसेमंद सलामी बल्लेबाज को चुनना होगा जिससे कि उन्हें गेल के पिछले दिनों की कमी ना खले। इसके लिए वो ऑस्ट्रेलिया के डी सोरी शोर्ट को चुन सकते हैं। आरसीबी की टीम में पिछले दो-तीन सीजन की बात करें तो उनकी बल्लेबाजी पूरी तरह से विराट गेल एबी और लोकेश राहुल पर टिकी हुई थी। जब ये बल्लेबाज फ्लॉप रहते तो नंबर-7 पर ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं रहता जो कुछ हद तक रन जुटाने की क्षमता रखे। ऐसे में आरसीबी को एक ऑलराउंडर को लेने की जरूरत है जो गेंदबाजी में तो काम करे ही साथ ही उपयोगी बल्लेबाजी भी कर सके।
चर्चा में क्यों? केंद्र सरकार ने के.के. वेणुगोपाल के कार्यकाल को एक वर्ष के लिये बढ़ा दिया है और वेणुगोपाल को महान्यायवादी (Attorney General- AG) के रूप में नियुक्त किया है। - यह दूसरी बार है जब केंद्र ने उनका कार्यकाल बढ़ाया है। वर्ष 2020 में वेणुगोपाल के पहले कार्यकाल को बढ़ाया गया था। - वेणुगोपाल को वर्ष 2017 में भारत का 15वाँ महान्यायवादी नियुक्त किया गया था। उन्होंने मुकुल रोहतगी का स्थान लिया जो वर्ष 2014-2017 तक महान्यायवादी रहे। - वह सर्वोच्च न्यायालय में लंबित कई संवेदनशील मामलों में सरकार के कानूनी बचाव की कमान संभालेंगे जिसमें संविधान के अनुच्छेद 370 और नागरिकता संशोधन अधिनियम को निरस्त करने की चुनौती शामिल है। - परिचयः - भारत का महान्यायवादी (AG) संघ की कार्यकारिणी का एक अंग है। AG देश का सर्वोच्च कानून अधिकारी है। - संविधान के अनुच्छेद 76 में भारत के महान्यायवादी के पद का प्रावधान है। - नियुक्ति और पात्रताः - महान्यायवादी की नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा सरकार की सलाह पर की जाती है। - वह एक ऐसा व्यक्ति होना चाहिये जो सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश नियुक्त होने के योग्य हो, अर्थात् वह भारत का नागरिक हो, उसे उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में कार्य करने का पाँच वर्षों का अनुभव हो या किसी उच्च न्यायालय में वकालत का 10 वर्षों का अनुभव हो अथवा राष्ट्रपति के मतानुसार वह न्यायिक मामलों का योग्य व्यक्ति हो। - कार्यालय की अवधिः संविधान द्वारा तय नहीं। - निष्कासनः महान्यायवादी को हटाने की प्रक्रिया और आधार संविधान में नहीं बताए गए हैं। वह राष्ट्रपति के प्रसादपर्यंत पद धारण करता है (राष्ट्रपति द्वारा किसी भी समय हटाया जा सकता है)। - कर्तव्य और कार्यः - ऐसे कानूनी मामलों पर भारत सरकार (Government of India- GoI) को सलाह देना, जो राष्ट्रपति द्वारा उसे भेजे जाते हैं। - कानूनी रूप से ऐसे अन्य कर्तव्यों का पालन करना जो उसे राष्ट्रपति द्वारा सौंपे जाते हैं। - भारत सरकार की ओर से उन सभी मामलों में जो कि भारत सरकार से संबंधित हैं, सर्वोच्च न्यायालय या किसी भी उच्च न्यायालय में उपस्थित होना। - संविधान के अनुच्छेद 143 (सर्वोच्च न्यायालय से परामर्श करने की राष्ट्रपति की शक्ति) के तहत राष्ट्रपति द्वारा सर्वोच्च न्यायालय में किये गए किसी भी संदर्भ में भारत सरकार का प्रतिनिधित्व करना। - संविधान या किसी अन्य कानून द्वारा उसे प्रदत्त कार्यों का निर्वहन करना। - अधिकार और सीमाएंँः - वोट देने के अधिकार के बिना उसे संसद के दोनों सदनों या उनकी संयुक्त बैठक और संसद की किसी भी समिति की कार्यवाही में बोलने तथा भाग लेने का अधिकार है, जिसका वह सदस्य नामित किया जाता है। - वह उन सभी विशेषाधिकारों और उन्मुक्तियों का हकदार होता है जो एक संसद सदस्य को प्राप्त होते हैं। - वह सरकारी सेवकों की श्रेणी में नहीं आता है, अतः उसे निजी कानूनी अभ्यास से वंचित नहीं किया जाता है। - हालाँकि उसे भारत सरकार के खिलाफ किसी मामले में सलाह या संक्षिप्त जानकारी देने का अधिकार नहीं है। - भारत के सॉलिसिटर जनरल (Solicitor General of India) और भारत के अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल (Additional Solicitor General) आधिकारिक ज़िम्मेदारियों को पूरा करने में महान्यायवादी की सहायता करते हैं। - महाधिवक्ता (अनुच्छेद 165): राज्यों से संबंधित ।
टीवी के चर्चित सीरियल गुम है किसी के प्यार में दिखाया जाएगा कि सई और पाखी के बीच हुए ड्रामे से वीनू डर जाएगा। वह सई को धक्का देगा एवं बुरा भला बोलेगा। वीनू पाखी से बोलेगा कि उसे घर ले चले। सई टूट जाएगी और विराट को उसके लिए दुख होगा। घर पर चव्हाण परिवार भी सई को दोष देगी जिस पर विराट भिड़ जाएगा। यहां सई वीनू के कारण मानसिक तौर पर परेशान हो जाएगी। घर पर वीनू बुरा सपना देखेगा। पाखी वीनू की हालत के लिए सई को दोष देगी। स्कूल में पाखी घबराकर विनायक के सामने सच का खुलासा कर देती है कि सई उसकी असली मां है। पाखी के बुरी तरह रोने एवं अचानक से सच सामने आने से विनायक डर जाता है। वह सई को गंदा बोलता है एवं विराट, पाखी से घर चलने को बोलता है। सई हर्ट होकर वहीं बैठी रह जाती है एवं विराट को उसके लिए बुरा लगता है। वह वीनू से बोलता है कि सई को बुरा न समझे मगर पाखी बीच में बोल पड़ती है। तभी सवि वहां पहुंचती है एवं अपनी मां को गले लगाती है। सई सवि से पूछती है कि क्या वह इतनी गंदी है? इस पर सवि उसे समझाती है कि शायद वीनू नाराज है। सवि बोलती है कि वह उसकी एवं वीनू की दोस्ती करवा देगी। वही विनायक घर आकर डरा रहता है। वह अश्विनी और भवानी से बोलता है कि उन्हें कभी नहीं छोड़ेगा। वह उन लोगों को बताता है कि सई बोल रही थी कि वह उन लोगों की असली मां है। भवानी सई पर भड़क जाती है। विराट बीच में बोलता है कि सई एक मां है। वह अकेली अपनी हर जंग लड़ रही है। उसके पास कोई नहीं है। उन व्यक्तियों को सई का दर्द समझना चाहिए। इधर घर पर सई टेडी बियर को वीनू समझकर बातें करती है। सई कहती है कि जब उसने धक्का दिया तो वह बहुत हर्ट हो गई। वीनू बोलता है कि वह डर गया था। वह तो स्वयं ही सई को छोटी मां बोलना चाहता था। वह सई से बोलता है कि उसे छोटी मां बोलेगा। सई बात कर रही होती है तभी वहां सवि आ जाती है। सवि उससे पूछती है कि वह किससे बात कर रही है, यहां तो टेडी बियर है। वीनू बुरा सपना देखता है कि सई उसे पाखी से अलग कर रही है। वह जाग जाता है तो पाखी सई को दोष देती है। विराट उसे याद दिलाता है कि सई नहीं बल्कि उसके कारण यह सब हुआ है।
- #Lunar EclipseChandra Grahan 2023: क्यों कुवारों के लिए अच्छा नहीं होता चंद्र ग्रहण? - #Lunar EclipseChandra Grahan 2023 Katha: क्यों लगता है चांद को ग्रहण? क्या है इसके पीछे की कहानी? - #Lunar EclipseChandra Grahan 2023: आखिर हर पूर्णिमा पर क्यों नहीं लगता है चंद्र ग्रहण? Lunar Eclipse 2023: आज यानी शुक्रवार देर रात को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगा है। यह चंद्र ग्रहण रात 08:45 से लगा है, जो देर रात 01:00 बजे तक लगा रहेगा। यानी इस बार सवा चार घंटा तक चंद्र ग्रहण लगा रहेगा। इस बीच 2023 के पहले चंद्र ग्रहण की पहली तस्वीर सामने आई है। आज बुद्ध पूर्णिमा भी है, इसलिए आज पूरा चांद दिखा है। ग्रहण लगने के बाद चांद की पूरी तस्वीर सामने आई है। इंडिया मेट स्काई वेदर (India Met Sky Weather) ने ट्वीट कर कहा कि आज चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse) का रियल लाइफ एनीमेशन पिछले 2 घंटों के दौरान ली गई तस्वीरों के साथ बनाया गया है। शुभ रात्रि और इसका आनंद लें। वहीं, अन्य ट्वीट में कहा कि ग्रहण कभी भी अकेले नहीं आता है, क्योंकि हम सभी जानते हैं कि ग्रहण के 2 सप्ताह पहले या बाद में हमेशा ग्रहण होता है। यह ग्रहण चंद्रमा पर एक छोटे से फीके बिट मार्क छाया जैसा दिखेगा। इस अनोखे चांद की तस्वीर सामने आई है। जिसे लोग दीदार कर रहे हैं। खास बात यह है कि इस बार अपने देश में प्रबल रूप से प्रभावी नहीं होने के चलते ग्रहण का सूतक नहीं लगा है। अमूमन चंद्र ग्रहण का सूतक काल ग्रहण लगने से 9 घंटे पहले शुरू हो जाता है। हालांकि ग्रहण के दौरान लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत होती है।
वाणिज्य संवाददाता नई दिल्ली। प्रिंट वीक के अंतर्राष्ट्रीय पब्लिशर्स, हेयमार्पिट मीडिया द्वारा आयोजित प्रिंट वीक 2010 पुरस्कार के लिए वर्ष की प्रिंट वीक कंपनी के रूप में इंटरनेशनल प्रिंट-ओ-पैक लिमिटेड (आईपीपी) को चुना गया। इस समारोह में कोमार्ट, गोपसन्स, मनीपाल, प्रगति, रेपलिका, सिल्वरप्वाइंट, स्पेंटा, पार्पसन्स और थामसन प्रेस जैसी जानी-मानी प्रेस और प्रिंट कंपनियों ने भाग लिया था। यह कार्यक्रम मुंबई में आयोजित किया गया। आईपीपी ग्लोबल एफएमसीजी और पब्लिशिंग कंपनियों के लिए बेहतरीन पेपर बोर्ड पैकेजिंग और प्रिंटिंग समाधान उपलब्ध कराता है। आईपीपी के कार्यपालक निदेशक ऋषभ सिंघवी ने कहा कि हमें बेहद खुशी है कि हमने वर्ष की प्रिंट वीक कंपनी का पुरस्कार प्राप्त किया है और हम अपने पिछले कार्यनिष्पादन को निरंतर बेहतर बनाने का प्रयास करने रहेंगे। हम अपनी सेवाओं में और अधिक सुधार लाने, ग्राहकों को संतुष्ट करने और वर्ष-दर-वर्ष पर्याप्त विकास करने के लिए अभिनव, नई तकनीक और मानव संसाधन प्रबंधन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। आईपीपी ने वित्त वर्ष 2010 में 210 करोड़ रुपये की बिक्री की है। कंपनी का प्रबंधन अब एक समर्पित व्यावसायिक दल के हाथ में है जिन्हें संबंधित तकनीक की पृष्ठभूमि और अंतर्राष्ट्रीय अनुभव प्राप्त है।
बॉलीवुड की जानी-मानी अभिनेत्री परिणीति चोपड़ा इन दिनों अपनी लेटेस्ट तस्वीर को लेकर चर्चा में बनी हुईं हैं। परिणीति चोपड़ा ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें वह समंदर किनारे बैठी नजर आई आ रहीं हैं। इस फोटो पर कई सितारे कमेंट कर रहे हैं। वहीं इस फोटो को देखकर उनकी बहन और एक्ट्रेस प्रियंका चोपड़ा को भी जलन हो गई। परिणीति की फोटो देख प्रियंका को हुई जलनः परिणीति चोपड़ा ने हाल ही में अपने सोशल मीडिया पर अपनी एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें वह समंदर किनारे बैठी नजर आई आ रहीं हैं। इस तस्वीर में उन्होंने ब्लैक बिकिनी पहनी है, जिसमें उनकी फिट बॉडी देखकर फैंस इम्प्रेस हुए। फोटो को शेयर करते हुए परिणीति ने कैप्शन में लिखा है, "इस फोटो से पहले मैं प्रणायाम कर रही थी, ओके ये झूठ है। " जहां सब परिणीति की तारीफ कर रहे थे, वहीं प्रियंका ने कमेंट करते हुए कहा, "मुझे बहुत जलन हो रही है। " प्रियंका के अलावा अन्य सेलेब्स ने भी परिणीति की पोस्ट पर कॉमेंट किए हैं। इन दिनों तुर्की में हैं परिणीतिः हाल ही में परिणीति चोपड़ा से सोशल मीडिया पर सवाल पूछे गए। एक फैन ने पूछा कि, वह कहां हैं जहां से वह इतनी खूबसूरत फोटोज शेयर कर रही हैं, तो उन्होंने बताया वह तुर्की में हैं। परिणीति ने ये भी बताया कि, मैं 1 मार्च से देश से बाहर हूं। मैं खुशनसीब हूं कि, मैं ऐसे मुश्किल समय में फिर से ट्रैवल कर पा रही हूं। कई लोग भारत में ट्रैवल नहीं कर पा रहे हैं, तो मैं इस ब्लेसिंग को मजाक में नहीं लेना चाहती हूं। परिणीति चोपड़ा की आने वाली फिल्मः वहीं अगर परिणीति चोपड़ा वर्क फ्रंट की बात करें, तो परिणीति की हाल ही में तीन फिल्में रिलीज हुई हैं, जिसे दर्शकों से अच्छा रिस्पांस मिला है। एक्ट्रेस की फिल्म 'संदीप और पिंकी फरार', 'सायना' और 'द गर्ल ऑन द ट्रेन' OTT प्लेटफॉर्म पर रिलीज हुई हैं। फिलहाल तो उनकी फिल्में दर्शकों के दिलों पर और बॉक्स ऑफिस में कुछ खास कमाल नहीं दिखा सकी। वहीं अगर परिणीति चोपड़ा की आने वाली फिल्म की बता करें, तो वो जल्द ही फिल्म 'एनिमल' में एक्टर रणबीर कपूर के साथ नजर आएंगी। ताज़ा समाचार और रोचक जानकारियों के लिए आप हमारे राज एक्सप्रेस यूट्यूब चैनल को सब्स्क्राइब कर सकते हैं। यूट्यूब पर @RajExpressHindi के नाम से सर्च कर, सब्स्क्राइब करें।
पंचकूला, 8 मार्च (ट्रिन्यू) अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आज यहां कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें अतिरिक्त उपायुक्त मोहम्मद इमरान रज़ा ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में एसडीएम रिचा राठी और नगराधीश सिमरनजीत कौर भी उपस्थित रहीं। इस अवसर पर अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली विभिन्न स्कूलों की 16 छात्राओं को एक लाख 52 हजार 400 रुपए की राशि पुरस्कार स्वरूप प्रदान की गई। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर चंडीगढ़ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से सभी को संबोधित किया। उन्होंने आह्वान किया कि जिस प्रकार से घरों में माताएं एवं बहनों का सम्मान करते हैं उसी भावना से दूसरों की बहन व बेटियों का भी सम्मान करें। एसडीएम रिचा राठी ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस साल का थीम है 'चूज़ टू चैलें'। 'बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ व पोषण अभियान' की ब्रांड एम्बेसडर प्रियंका शर्मा ने कहा कि बेटियां आज हर क्षेत्र में उपलब्धि हासिल कर प्रदेश व देश का नाम रोशन कर रही हैं। इस मौके पर सांस्कृतिक कार्य के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने के लिए दून पब्लिक स्कूल की मनजोत कौर, मेधावी, अनिका गगनेजा, स्नेहा धीमान, भाव्या टुटेजा, तनिशा, नाव्या शर्मा, गुरूप्रीत कश्यप, कीर्ति भट्ट और कृष्टि अग्रवाल, डीएवी पब्लिक स्कूल की सीया चानना और भवन विद्यालय स्कूल की अनवी सोनी को 11-11 हजार रुपए की राशि प्रदान की गई। इसी प्रकार स्पाॅट पेंटिंग के क्षेत्र में चाइल्ड केयर संस्थान की शगुन, कोमल और अंजलि तथा संगीत के क्षेत्र में दीपिका को 5100-5100 रूपए की पुरस्कार राशि प्रदान की गई। अम्बाला (नस) : कल्पना चावला राजकीय महिला बहुतकनीकी अम्बाला शहर में आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस सप्ताह के तहत एक विशेष सत्र का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जन औषधि केंद्र के प्रधान नरेश कुमार अग्रवाल तथा विशिष्ट अतिथि शिक्षक एमपी गुप्ता रहे। मुख्य वक्ता नरेश कुमार ने वक्तव्य में भारतीय जन औषधि परियोजना दिवस 2021 की उपलब्धियों के बारे में बताया। कल्पना चावला गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक फॉर वुमेन में चार विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। इनमें एसे राइटिंग में मनीषा व आंचल गुप्ता, पोस्टर मेकिंग में मनीषा, कोमल, पलक, सिमरन, भाषण प्रतियोगिता मे मनजीत कौर, कोमल, पल्लवी, रिदम, शिवानी, रंगोली प्रतियोगिता में शिवानी, पल्लवी ने प्रथम स्थान ग्रहण किया। संस्था की डाक्टर विंदु आनंद ने अतिथियों का स्वागत किया व महिला सशक्तिकरण के लिए छात्राओं को जागरूक किया। कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर अश्वनी भारद्वाज रहे व इस अवसर पर सरला, कृष्णा, डॉ़ संतोष व सविता आदि प्राध्यापक उपस्थित रहे। अम्बाला शहर (हप्र) : विश्व महिला दिवस के अवसर पर अम्बाला नगर निगम की मेयर शक्तिरानी शर्मा की ओर से महिलाओं के लिए निशुल्क मेडिकल चेकअप कैंप का आयोजन किया गया। इसमें करीब 200 महिलाओं के स्वास्थ्य की जांच की गई और उन्हें परामर्श देकर मुफ्त दवाइयां भी दी गईं। शहर के नाहन हाउस स्थित भगवान वाल्मीकि सत्संग हाल में आयोजित कैंप के दौरान मिशन अस्पताल के डायरेक्टर सुनील सादिक की देखरेख में डॉक्टरों ने मरीजों की जांच की। कैंप के दौरान फिजियोथेरेपिस्ट, सामान्य चिकित्सा, स्त्री रोग विशेषज्ञ, आंखों की जांच, दवा विशेषज्ञ ने मरीजों की जांच की। अम्बाला (नस) : जीएमएन कॉलेज, अंबाला छावनी के एनएसएस यूनिट के सौजन्य वूमेन सेल द्वारा कॉलेज प्राचार्य डॉ राजपाल सिंह की अध्यक्षता में महिला दिवस के उपलक्ष्य में 'आओ स्त्री के लिए लिखें' अभियान चलाया गया जिसमें महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने स्त्री संबंधी अपने भावों को लिखा। कॉलेज प्राचार्य डॉ राजपाल सिंह ने कहा कि पुरुषों की प्रेरक के साथ-साथ स्त्री मार्गदर्शक भी है । यहां एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ धर्मवीर सैनी, व डॉ अनीश ने भी विचार रखे। पंचकूला (ट्रिन्यू) : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर सोमवार को युवा व्यापार मंडल द्वारा सेक्टर 5 महिला थाना प्रभारी वहिता हामिद व उनकी सहयोगी टीम, सेक्टर-20 के सरकारी अस्पताल में मुख्य डॉक्टर अंजू शर्मा व सहयोगी टीम, कर्मचारी वंदना रानी, उद्यमी पूजा गुप्ता, मनीषा सिंगला व विभिन्न क्षेत्र से जुड़ी 36 महिलाओं को सम्मानित किया गया। इस मौके पर युवा व्यापार मंडल के प्रदेश प्रभारी राहुल गर्ग, प्रदेश सचिव कृष्ण कुमार, विशेष आमंत्रित सदस्य आशु सिंगला, सुबोध अटल, विजय बंसल आदि मौजूद थे। सुपर 100 के साथ काटा केक : प्रिंसिपल डाइट सुनीता नैन के अनुसार आज विश्व महिला दिवस पर डाइट सदस्यों ने अपनी सुपर 100 की लड़कियों के साथ केक काटा। इसमें कविताएं, गीत और नृत्य के साथ-साथ लड़कियों को संदेश दिया कि कभी खुद को कमज़ोर मत समझें। दूसरी ओर सेक्टर 6 के नागरिक अस्पताल में ठेका कर्मचारी यूनियन की प्रधान रमा देवी ने महिला कर्मचारियों को शुभकामनायें दीं। बीबीएन (निस) : अटल शिक्षा नगर, कालूझंडा स्थित आईईसी यूनिवर्सिटी में सोमवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया। इस अवसर पर यूनिवर्सिटी के सभागार में महिलाओं को विभिन्न क्षेत्रों में उनके सराहनीय प्रदर्शन और कोरोना काल में कार्य करते रहने के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में दून निर्वाचन क्षेत्र की पूर्व विधायक विनोद चंदेल और आईटी विभाग, शिमला की वर्तमान संयुक्त निदेशक, नीरज चांदला मुख्य रूप से उपस्थित रहीं। कुलपति डॉ़ अंजु सक्सेना ने जिला परिषद सदस्य रीना देवी चौहान और बीडीसी सदस्य नीलम कुमारी को सम्मानित भी किया। पंचकूला (ट्रिन्यू) : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर आज यहां सेक्टर 15 स्थित पोस्ट ऑफिस में विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया। हरियाणा महिला आयोग की कार्यकारी अध्यक्ष प्रीति भारद्वाज ने मुख्यातिथि व उपमंडल अधिकारी ( नागरिक) डॉ़ ऋचा राठी ने विशिष्ट अतिथि के रूप में भाग लिया। पोस्टमास्टर जनरल हरियाणा रंजू प्रसाद ने इस अवसर पर डाक महिला कर्मचारियों को उनकी उत्कृष्ट सेवाओं हेतु पुरस्कृत किया। इसके अतिरिक्त सोनिया सूद, नगर पार्षद , कुमारी रीजुल सैनी बैडमिंटन खिलाड़ी, नीलम कोशिक सामाजिक कार्यकर्ता, प्रियंका शर्मा, कोरोना वारियर को सम्मानित किया गया। पिंजौर (निस) : एनआरएमयू रेलवे वर्कशॉप ब्रांच कालका ने सोमवार को महिला दिवस पर कार्यक्रम आयोजित किया जिसकी अध्यक्षता प्रधान प्रदीप कुमार ने की। इस मौके पर सचिव पुष्पिंदर शर्मा, संजीव कोहली, जगपाल सिंह, गगनदीप शर्मा, कमल कुमार, चौधरी प्रकाश चंद, किरण रेखा, अनिता शर्मा अन्य महिला कर्मी मौजूद थी। सचिव पुष्पिंदर शर्मा ने संगठन में महिलाओं के योगदान की सराहना की। संजीव कोहली ने रेलवे में महिलाओं को समान अवसर प्रदान करने और उनके कार्यों की सराहना की। पिंजौर (निस) : कालका रेलवे वर्कशॉप ब्रांच यूआरएमयू ने सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय महीला दिवस के उपलक्ष्य में महिला विंग रेल कर्मियों को उपहार देकर सम्मानित किया। यूनियन सचिव विकास तलवार ने महिला कर्मियों को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया। इस अवसर पर गुरमीत कौर, मंजु शर्मा, पुष्पा, चित्र रेखा, प्रेम लता, मनजीत कौर, मीना देवी, वीना वधवा, रीतिका, हिना शर्मा आदि महिला कर्मी मौजूद थी। अम्बाला (नस) : क्राइम कंट्रोल एवं ह्यूमन राइट्स आर्गेनाइजेशन सोनीपत द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अम्बाला छावनी के राजकीय स्कूल की हिंदी प्राध्यापिका डॉ सोनिका को सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि हरियाणा की बेटी बचाओ बेटी बचाओ अभियान की ब्रांड एम्बेसडर डॉ. वीना अरोड़ा, महिला आयोग की सदस्य सोनिया अग्रवाल, सोनीपत की समाज सेवी ऊषा भंडारी एवं पूर्व केबिनेट मंत्री कविता जैन भी उपस्थित रहे। आर्गेनाइजेशन द्वारा देश भर से 61 महिलाओं को उनके द्वारा किए गए समाज हित में कार्य करने पर सम्मानित किया है। अंबाला कैंट के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, मेन ब्रांच, अंबाला छावनी की हिंदी प्राध्यापिका डॉ. सोनिका को उनके लॉकडाउन के दौरान शिक्षा क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए सम्मानित किया।
- News Monsoon: हरिद्वार में आई बादलों की सुनामी! डरावना पल देख घबराए लोग, बोले- क्या दुनिया खत्म हो रही? - Travel आखिर क्यों कोई नहीं कर पाया कैलाश पर्वत की चढ़ाई? क्या है इसका वैज्ञानिक कारण? इन 10 गैजेट्स को कभी नहीं भूल सकते आप! बचपन की बातें तो हम सभी को याद होती हैं। बचपन में हम कैसे हुआ करते थे, क्या किया करते थे। उस समय में क्या चीजें होती थीं। लेकिन क्या आपको तब के गैजेट्स याद हैं। स्टडी रूम में वो बड़ा सा कंप्यूटर, पापा के पास फ्लैप वाला मोटोरोला मोबाइल। याद आया! आज वो सब कम ही देखने को मिलता है। आज के कंप्यूटर्स हों या मोबाइल काफी कुछ बदल गया है। आइए नजर डालते हैं उन गैजेट्स पर जिनमें से कुछ इस टेक दुनिया में कहीं खो गए हैं और कुछ अब भी इस रेस में हैं! ओरिजिनल आईपॉड काफी कूल हुआ करता था। एपल ने अब यह मॉडल निकलना बंद कर दिया है। हालांकि मार्केट में अन्य आईपॉड मॉडल मौजूद हैं। मोटोरोला ने एक फ्लिप फोन मोटो रेजर लॉन्च किया था। यह फोन काफी स्टाइलिश था और साथ ही अफोर्डेबल भी था। उस समय डीवीडी प्लेयर्स फैशन हुआ करते थे। आज यूट्यूब व अन्य ऑनलाइन स्ट्रीमिंग साइट्स की बदौलत लोग इन डीवीडी प्लेयर्स को भूलते जा रहे हैं। कैनन पोवेर्शोत एक डिजिटल कैमरा है। उस समय इन कैमरे की बात ही कुछ और थी। आज स्मार्टफोन के कारण इन्हें नजर अंदाज किया जा रहा है। ओरल बी ने एक इलेक्ट्रिक टूथब्रश बनाया था। यह टूथब्रश जल्दी आया और चला गया। हालांकि कई लोग इसे आज भी इस्तेमाल करते हैं। रेडियो काफी पॉप्युलार मीडियम है। लोग आज भी रेडियो सुनते हैं। हालांकि आज फोन में रेडियो सुनने वालों की संख्या अधिक है। अमेज़न किंडल सबसे पहला ई बुक रीडर था। यह 2007 में आया था। 2000 के शुरुआती समय में डिजिटल ऑर्गेनाईजर मिला करते थे। यह स्मार्टफोन से भी पहले आए थे। इसमें आप कॉन्टेक्ट्स स्टोर कर सकते थे, गेम्स खेल सकते थे। सीडी आजकल बिलकुल गायब हैं। इंटरनेट से डाउनलोडिंग के बाद से यह एकदम खत्म हो चुकी हैं। एक समय था जब नए गानों के लिए, फिल्मों के लिए लोग सीडी खरीदा करते थे। कैलकुलेटर वॉच को अधिकतर स्टूडेंट्स इस्तेमाल करते थे। साथ ही यह स्टाइलिश भी हुआ करती थी। व्हाट्सएप के ये ट्रिक बना देंगे आपको मैसेजिंग का मास्टर! ये सस्ते फोन कर सकते हैं फ्रीडम 251 को रिप्लेस. . ! ये ऑनलाइन एक्टिविटीज आपको पहुंचा सकती हैं जेल! ऐसी ही अन्य न्यूज़ के लिए पढ़ें हिंदी गिज़बॉट व लाइक करें हमारा फेसबुक पेज!
उत्तर प्रदेश के स्थानीय निकाय चुनाव से पहले मुरादाबाद में एक निर्दलीय उम्मीदवार आकर्षण का केंद्र बना हुआ है. प्रवेश चावला तीन फुट लंबे हैं, जो उनकी लोकप्रियता का प्रमुख कारण है. चावला का कहना है कि उनका कद उनका प्लस पॉइंट है और इससे उन्हें चुनाव में फायदा होगा. कहा कि "मैंने नामांकन दाखिल कर दिया है और मेरा परिवार और दोस्त मेरा समर्थन कर रहे हैं. स्थानीय लोगों ने मुझसे नामांकन दाखिल करने की अपील की थी.
अंचल के वार्ड नम्बर 1 राजीव नगर में स्थित त्रिदेवताओं के मंदिर श्री महामृत्युंजय शिव मंदिर, पंचमुखी हनुमान मंदिर एवं सद्गुरु साईनाथ महराज के मंदिर की जो सेवा समिति है वो आये दिन सामाजिक कार्यों में जुटी रहती है। उसी के तहत श्री महामृत्युंजय मन्दिर समिति ने रविवार को सुबह 9 बजे से सारे सदस्यों के साथ मिलकर मन्दिर के बाहर और बगल में श्मशान के पास साफ सफाई की। इसमें महिलाओं ने भी बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। श्रीमती सुरेखा साओ, नारायणी पटेल, सरस्वती साहू, रामकली तिवारी, कुमुदनी सोना यह कार्यक्रम सम्पन्न मन्दिर समिति के अध्यक्ष ललित कुमार तिवारी उपाध्यक्ष मेघनाथ पटेल निरंजन दाश, संतोष साव, विश्वास पवार, लेखराम पटेल, कौशल पटेल, पार्षद महोदय गौतम प्रभाती महापात्र एवं समस्त संरक्षकगण के उपस्थिति में हुआ। मन्दिर के मुख्य पीठाधीश पण्डित प्रीतिरंजन दाश ने बताया कि समिति आगे भी सभी समाजिक कार्यो में अग्रसर रहेगी। यह अभियान आगे चलकर पूरे मोहल्ले में फैलाया जाएगा। विवेकानंद जयंती के शुभ अवसर पर यह शुभ कार्य सम्पन्न किया गया।
- 15 min ago हिंदू देवताओं पर तेल और दूध चढ़ाने को लेकर अक्षय कुमार ने कही थी ऐसी बात? अब हो रहा है बवाल! Don't Miss! - News 'संन्यासी मछली खाते हैं', जानिए कौन हैं विवेकानंद पर विवादित टिप्पणी करने वाले अमोघ लीला दास? तनुश्री दत्ता करेंगी एक्शन फिल्म! इससे पहले आई उनकी फिल्मों ने बॉक्स आफिस पर कुछ खास धमाल नही मचाया था। उनकी छवि एक सेक्सी हीरोइन की है पर अब वे इस छवि को उतारने जा रही है। फिल्म रामा द सेवियर में कुछ एक्शन दृश्य देने जा रही है। जिसके लिए वे मार्शल आर्ट का प्रशिक्षण लेने में लगी हुई है। इस फिल्म के बारे में तनुश्री ने बताया कि इस फिल्म में काम करके मुझे बहुत अच्छा लग रहा है यह फिल्म बच्चो और युवाओं को ध्यान में रखकर बनाई गई है। इस फिल्म में तनुश्री के साथ ग्रेट खली भी एक दृश्य में दिखाई देंगे। फिल्म की शुटिंग थाइलैंड के घने जंगलों में की गई है। तनुश्री को एक्शन दृश्य देते हुए काफी मजा आया। खैर अब तो हम तनुश्री के नए अवतार को देखने के इंतजार में है।
ड्रग्स मामले को लेकर शनिवार का दिन बाॅलीवुड की अभिनेत्रियों के लिए मुश्किल भरा रहा। नारकोटिक्स कन्ट्रोल ब्यूरो द्वारा बाॅलीवुड की तीन अभिनेत्रियों दीपिका पादुकोण, सारा अली खान एवं श्रद्धा कपूर से पूछताछ की। यह पूछताछ लगभग दिनभर चली। जिसमें अभिनेत्रियों ने कई खुलासे किए। तो वहीं बालीवुड अभिनेत्री श्रद्धा कपूर ने सुशांत सिंह राजपूत को लेकर कई हैरान कर देने वाले खुलासे किए हैं। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो श्रद्धा कपूर ने दावा किया है कि सुशांत कभी-कभार ड्रग्स लेते थे। वह सुशांत को रंगे हाथ भी कई बार पकड़ चुकी हैं। सुशांत फिल्म की शूटिंग के दौरान वैनिटी वैन में बैठकर ड्रग्स का सेवन किया करते थे। तो वहीं श्रद्धा ने खुद पर लगे ड्रग्स सेवन के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया हैं। श्रद्धा ने साफ किया कि वह कभी भी अपने जीवन में ड्रग्स का सेवन नहीं की है। उन पर जो भी आरोप लगाए जा रहे है पूरी तरह से बेबुनियाद है। खबरों की माने तो श्रद्धा कपूर 11.50 पर एनसीबी दफ्तर पहुंची थी। जहां उनसे 6 बजे तक पूछताछ हुई। दीपिका कि बढ़ेंगी मुश्किलें? 'माल है क्या' वाली चैट पर दीपिका का चौकाने वाला खुलाशा.... मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो दीपिका पादुकोण निर्धारित समय से पहले ही एनसीबी दफ्तर पहुंच गई थी। दीपिका एनसीबी कार्यालय 9.50 पर पहुंच गई थी। 3.30 तक उनसे पूछताछ खत्म हुई और 3.50 तक वह वहां से निकल गई। खबरों की माने तो इस दौरान दीपिका ने वायरल हुई चैट को स्वीकार किया है। लेकिन उन्होंने यह भी साफ किया है कि उक्त चैट ड्रग्स मामले को लेकर नहीं थी। दीपिका ने कहा कि हैश एवं वीड जैसे शब्दों का उपयोग करते हुए उन्होंने मैनेजर करिश्मा से पूछा था कि माल है क्या! मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जब एनसीबी की जांच टीम उनसे पूछताछ कर रही थी तो उनके आंखों से कई बार आंसू निकल आए। वह एनसीबी के सवालों पर टूटती हुई नजर आई। पूछताछ के दौरान दीपिका जब दफ्तर से बाहर निकली तो उनके चेहरा उतरा हुआ था। वह काफी निराश नजर आई थी। खबरों की माने तो दीपिका संग चली लम्बी पूछताछ में एनसीबी ने ढेर सारे राज उगलवाए है। जिसे लेकर माना जा रहा है कि एनसीबी दीपिका से पूछताछ के लिए उन्हें दोबारा से तलब कर सकती है।
मंडी - पांच दिवसीय 48वीं ग्रीष्मकालीन फुटबाल प्रतियोगिता मंगलवार को पड्डल मैदान में विधिवत रूप से शुरू हो गई। प्रतियोगिता में देश भर की आठ टीमों के 100 खिलाड़ी दमखम दिखा रहे हैं। स्पर्धा का शुभारंभ उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर ने किया। उपायुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री खेल विकास योजना के तहत प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में एक बड़ा खेल मैदान विकसित करने के लिए 6. 80 करोड़ खर्च किए जा रहे हैं। इस अवसर पर अखिल भारतीय ग्रीष्मकालीन फुटबाल प्रतियोगिता के महासचिव राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि प्रतियोगिता के पहले दिन ट्राइम्फ मंडी व बीकानेर फुटबाल अकादमी राजस्थान के मैच खेला गया। मुकाबले में ट्राईअंफ मंडी ने बीकानेर को 2-0 से पराजित किया। ट्राइम्फ मंडी की ओर से मैच के 28वें मिनट में मोहित शर्मा ने पहला गोल कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी। उसके बाद मैच के 44वें मिनट पर साहिल थापा ने मंडी के लिए दूसरा गोल किया। वहीं बीकानेर की टीम मैच में एक भी गोल नहीं कर पाई। ट्राईम्फ फुटबाल क्लब मंडी की टीम ने प्रतियोगिता का पहला मैच जीतकर लीग दौर में प्रवेश कर लिया है।
भिलाई। अमृत मिशन योजना के तहत भिलाई निगम क्षेत्र के लगे 23 हजार वाटर मीटर कंडम होने की स्थिति में आ गए हैं। कई मीटरों में टूट फूट हो गए हैं। बता दें कि भिलाई निगम ने यह वाटर मीटर इसलिए लगाया था कि ताकि मीटर रीडिंग के हिसाब से जलकर लिया जा सके। वहीं इससे पानी की बर्बादी भी रोकने में काफी मदद मिलती। लेकिन, अमृत मिशन योजना अभी पूर्ण रूप से शुरू भी नहीं हो पाया है और वाटर मीटर खराब होने लगे हैं। बता दें कि 2016-17 में अमृत मिशन योजना का काम शुरू हुआ था। डोर टू डोर पाइप लाइन विस्तारीकरण के दौरान यह तय किया गया था कि घर-घर वाटर मीटर लगाया जाएगा। इस प्रस्ताव को मंजूरी के बाद 2019 में घर-घर वाटर मीटर लगाने का काम शुरू हुआ था। भिलाई निगम ने 2019-20 में तकरीबन 23 हजार घरों में वाटर मीटर लगा भी दिया था। दरअसल इसके पीछे भिलाई निगम प्रशासन की दो मंशा थी, एक वाटर मीटर के रीडिंग के हिसाब से पानी का इस्तेमाल करने वाले हितग्राहियों से जल कर लेना, ताकि भिलाई निगम के राजस्व में वृद्धि हो सके। दूसरा वाटर मीटर लगाए जाने से जल का दुरुपयोग भी काफी हद तक कम होता। बताया जा रहा है कि 23 हजार घरों में लगे वाटर मीटर लगभग कंडम होने की स्थित में आ गए हैं। ज्यादातर लोगों ने पैसे बचाने के फेर में वाटर मीटर का इस्तेमाल ही नहीं गिया। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह रही कि भिलाई निगम का जलकार्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी कभी वाटर मीटर की मानिटरिंग ही नहीं कर सके। दूसरी तरफ लोगों की यह भी शिकायत थी कि पानी ठीक से आता नहीं है, तो वाटर मीटर का इस्तेमाल क्यों करें व टैक्स क्यों दे। फिलहाल भिलाई निगम पुराने ढर्रे पर ही जलकर वसूल रहा है। एक वाटर मीटर की कीतम 12 सौ रुपये है। 23 हजार वाटर मीटर भिलाई के विभिन्ना घरों में लगाया गया है। यानी 2 करोड़ 76 लाख रुपये का वाटर मीटर शहर में लगा है। अब यह कंडम होने की स्थित में है। राजस्व में वृद्धि होने की योजना बनाकर चल रहे भिलाई निगम प्रशासन को उलटे नुकसान हो गया। -राम नगर एरिया में तो प्रेशर ही नहीं आता, बड़ी मुश्किल से पानी भर पाते हैं, तो फिर काहे का वाटर मीटर और जलकर। -वाटर मीटर तो बहुत पहले ही खराब हो चुका है, तब से बंद पड़ा है। कम से कम अधिकारियों को निरीक्षण करना चाहिए। -वाटर मीटर सिर्फ नाम का है। ज्यादातर लोग इस्तेमाल नहीं करते। कोई देखने वाला भी नहीं है। -पानी तो ठीक से आता नहीं, तो किस बात का वाटर मीटर के हिसाब से जलकर दें। वैसे भी वाटर मीटर खराब ही पड़ा है। वाटर मीटर तो सभी घरों में लगाया जाना है। पहले लगे वाटर मीटर का लोग इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं या खराब हो रहे हैं तो इसे चेक कराया जाएगा।
प्रोफेसर फ्रायड ने कलम को नीचे रखा और, खिड़की की तरफ देखा, जिसे बार-बार ग्रिल द्वारा उठाया गया था, रिमझिम बारिश में, सोचाः "मैडहाउस"। और अंतिम निष्कर्ष निकालने के बाद, मैंने आदेश दियाः "बहन, वार्ड नं। XXUMX में, शामक के तीन घन हैं। प्रत्येक . . . हाँ, और रोगी को पिगलेट जगाओ - उसके भ्रम मुझे ध्यान केंद्रित करने से रोकते हैं। " उपरोक्त सभी कथा साहित्य में नहीं है। इसके विपरीत, लहजे को नरम करने का प्रयास और यह कहने के लिए नहीं कि यह एक मनोरोग अस्पताल का सामान्य वातावरण है, जिसमें प्रत्येक रोगी को तुरंत नेपोलियन, स्पिनोज़ा और मार्गरेट थैचर - एक बोतल में तीन। अस्पताल, आधा मिलियन वर्ग किलोमीटर के आकार का। जिसमें "रब पहनने वाला पहला डॉक्टर है। " और सबसे ज्यादा हिंसक मरीज थे। जो शुक्रवार को (हालांकि 13 नहीं, लेकिन 15, संख्या) एक उत्कृष्ट भाषण के द्वारा दिया गया था, शराब के कारण बढ़े हुए मनोविकार के अलावा, मुख्य चिकित्सक की कुर्सी पर बैठ गया। यह पहले से ही स्पष्ट है कि तब से वह सूख नहीं गया है - सेंट माइकल के चमत्कार की रात (सितंबर 19) "गारंटर" मैंने लिखा о полумиллиарде долларов, выделенных США на закупку летального оружия. Плюс разведтехника, плюс деньги на ремонт киборгов. Видимо воздух свободы и пары алкоголя поразили неустойчивую психику пациента. और वह एक बहुत ही उपयुक्त जगह पर शुरू हुआ - "याल्टा यूरोपीय रणनीति" की बैठक में, यल्टा की कमी के लिए, "बेसरबका" में आयोजित - कीव के केंद्र में बाजार। उनमें से ज्यादातर वहाँ - बाजार में। रेडियो Svoboda के एक उत्साही पत्रकार, याना पॉलयन्स्काया ने कहा, "रूडी महिलाएं बाल्क, वाइन और कॉकटेल डाल रही हैं। विदेशी मेहमान इकट्ठा हो रहे हैं। " अंतर्राष्ट्रीय शिखर सम्मेलन के स्थल का आकलन करने का कोई मतलब नहीं है - आखिरकार, आयोजक के बयान और इस शो के मुख्य मसखरे कम आश्चर्यजनक नहीं हैं। कीव शासन के प्रमुख ने तुरंत घोषित किया कि, उनके बुद्धिमान नेतृत्व में, कीव द्वारा नियंत्रित यूक्रेन का एक हिस्सा संयुक्त यूरोप की सीमा है। किसके द्वारा और कब एकजुट हुआ, मैं स्पष्ट करना भूल गया। और यह तथ्य कि एक निश्चित "ब्रिक्सिट" था, और दो सप्ताह में कैटेलोनिया की राज्य स्वतंत्रता पर एक जनमत संग्रह आयोजित किया जाना था, स्पीकर को स्पष्ट रूप से पता नहीं था। लेकिन, पहले मैदान के अध्यक्ष, पान Yushchenko के नक्शेकदम पर चलते हुए, जो दुश्मनों द्वारा उकसाया गया था, उसके खूनी पुनर्जन्म ने घोषणा की कि पौराणिक यूक्रेन में "हजार-वर्षीय मिशन है। " जाहिर तौर पर, मिलेनियल रीच की थीम पर अवचेतन गठबंधन। कुछ नहीं के लिए, और नारे एक ही हैं - "राष्ट्र सब से ऊपर" और अन्य नाजी ब्रेडियातिना। हिटलर ने यूरोप को "लाल रूस" से बचाया, यह रूस से बस बचाता है। यह भूलते हुए कि इस वर्ष 28% पर उनके शासन ने न केवल यूरोप के साथ व्यापार बढ़ाया, बल्कि रूस के साथ, राष्ट्र के नेता ने बेकन के एक टुकड़े पर कसम खाई कि यूरोप के लिए रूसी सड़क उनके लिए अवरुद्ध थी। यूरोप आसान हो सकता है! "यूक्रेन वास्तव में एकजुट यूरोप का सबसे बड़ा हिस्सा बन गया है। आज, फिर से, हम पूर्व से आने वाले खतरों से हमारे आम यूरोपीय घर की रक्षा के लिए अपने हजार साल के मिशन को पूरा कर रहे हैं। मास्को के साथ, आपको हमेशा सबसे बुरे के लिए तैयार रहना चाहिए। " यही कारण है कि उन्होंने सबसे बुरे के लिए तत्परता के बारे में बात की, कि मैं वास्तव में रूसियों पर शूट करना चाहता हूं। और कुछ भी रक्षात्मक नहीं है, जैसे कि ज्वेलिन एंटी-टैंक कॉम्प्लेक्स, जो कि साल यांकियों से मांगा गया है, लेकिन एक आक्रामक, आधुनिक। सामरिक मिसाइलें ठीक हैं। "मुझे उम्मीद है कि यह सिर्फ रक्षा हथियार नहीं होगा, हालांकि यह हमारे बचाव को काफी बढ़ाएगा। हम नहीं चाहते हैं, हम दुश्मन पर हमला करने के विचार से नफरत करते हैं। हम सिर्फ इस तथ्य की पुष्टि करना चाहते हैं कि अगर वह मिन्स्क समझौतों का उल्लंघन करता है तो हमलावर बहुत अधिक कीमत चुकाएगा। और मेरे सैनिकों पर हमला करने के लिए, यह बिल्कुल उचित है। लेकिन हम शांति चाहते हैं और मैं दुनिया का राष्ट्रपति हूं। " दुनिया के राष्ट्रपति नोबेल पुरस्कार में संकेत कर रहे हैं। और क्या - यासर अराफात के बगल में यह बिल्कुल सही लगेगा। और गोर्बाचेव दाहिने हाथ पर है। यह उनकी "विशलिस्ट" और सीमा होगी। आखिरकार, यूरोपीय लोग शांत हैं, कीव के "सरपट" के लिए बेहिसाब। वे यूरोप में सरपट दौड़ रहे हैं। लेकिन नहीं, "और यहां ओस्ताप को चोट लगी": "यूक्रेन के प्यारे दोस्तों, हम यूरोपीय संघ में पूर्ण सदस्यता और नाटो में पूर्ण सदस्यता की ओर बढ़ रहे हैं। हाल के वर्षों ने दिखाया है कि यह यूक्रेनी स्वतंत्रता, संप्रभुता और समृद्धि की एक उचित गारंटी है। हमारी सभ्यता यूरोपीय सभ्यता की पूर्वी सीमा बन गई है और अंतर्राष्ट्रीय यूरोपीय सहयोग में हमारा योगदान है। "हम महाद्वीपीय अर्थव्यवस्था के इंजन बन जाएंगे। " मैं कल्पना करता हूं कि न केवल जर्मन फ्रांसीसी के साथ खुश थे, बल्कि चेक के साथ डंडे भी थे। "इंजन" के बारे में सुनकर। नहीं, पुराने लोगों को याद हो सकता है कि यूक्रेनी SSR 25 में दुनिया के सबसे आर्थिक रूप से शक्तिशाली देशों में से एक था। लेकिन यह एक, आधे सेवारत वक्ता की अध्यक्षता में . . ! पूरी तरह से ऋण और अनुदान सहायता के माध्यम से सभी को बचाना - धन से लेकर प्रयुक्त एम्बुलेंस तक। पूरे सोवियत विरासत को लूट लिया। सभी पूर्वजों की पीढ़ियों द्वारा बनाई गई। अंतरिक्ष, विमान निर्माण, बख़्तरबंद और हजारों अन्य उद्योग, एक नियंत्रित क्षेत्र में बेसबोर्ड के नीचे रहने के मानक को गिराते हुए। उसने लाखों नागरिकों को खो दिया है, जो रूस में, कि यूरोपीय संघ के लिए - अगर वह केवल यहां से और हमेशा के लिए दूर हो सकता है, चला जाता है। डॉक्टर को बुलाया जाना चाहिए था, लेकिन मेहमानों को भी बुफे द्वारा ले जाया गया। और पोरोशेंको नाइटिंगेल को पता है। यह पता चला है कि मित्रों का झुंड क्रीमिया के "डे-ऑक्यूपेशन" के लिए बनाया जाने वाला है, जो एक साथ हाथ पकड़ते हैं, सभी विनम्र लोगों को अपने बीयर टमी के साथ बाहर निकालते हैं। हाँ, यह पहले से ही था। उन्होंने सुनाः "क्रीमिया यूक्रेनी या निर्जन होगा। " मैं पोरोशेंको को भूल गया, जैसा कि एक्सएनयूएमएक्स में, क्रीमिया में "डे-कब्जे" के लिए आया था। और जिसने अपने महान यूरोपीय मित्र के शब्दों के बारे में बीमारी को याद दिलाया होगा (वैसे, यूरोपीय आयोग के अध्यक्ष) जीन-क्लाउड जुनकर, जिन्होंने अगस्त के एक्सएनयूएमएक्स के रूप में कहा था कि निम्नलिखित शब्द हैंः "अब दुनिया में युद्ध हो रहे हैं, और यूरोप में कोई नहीं है," यूक्रेन। लेकिन यूक्रेन यूरोपीय संघ से संबंधित होने के अर्थ में एक यूरोपीय देश नहीं है। मैंने अपने मित्र राष्ट्रपति पोरोशेंको को कुछ दिन पहले कहा था कि देखो, यूक्रेन लगभग यूरोपीय संघ और नाटो है। हालांकि, फिलहाल यह नहीं है। दूसरों के लिए नहीं और यह महत्वपूर्ण है कि सभी वे समझ गए। " इस पागलखाने की तुलना में वार्ड संख्या XXUMX में क्या हो रहा है, इस पर सहमति दें - सामान्यता का एक नमूना।
afi ftgaw Bo (4) WA'A TASIMOO BIHAB LILLAHI JAMEB-'AN WA LAA TAFARRAQOO तफसीर मजारिफुल-कुरआन जिल्द (4) --- © अल्लाह सुब्हानहू व तआला के कलाम क़ुरआन मजीद के प्रथम व्याख्यापक, हादी-ए-आलम, आख़िरी पैग़म्बर, तमाम नबियों में अफ़ज़ल हज़रत मुहम्मद मुस्तफा सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम के नाम, जिनका एक-एक कौल व अमल कलामें रब्बानी और मन्शा-एइलाही की अमली तफ़सीर था। दारुल उलूम देवबन्द के नाम, जो कुरआन मजीद और उसकी तफसीर (हदीसे पाक) की अज़ीमुश्शान ख़िदमत और दीनी रहनुमाई के सबब पूरी इस्लामी दुनिया में एक मिसाली संस्था है। जिसके इल्मी फैज़ से मुस्तफीद (लाभान्वित ) होने के सबब इस नाचीज़ को इल्मी समझ और क़ुरआन मजीद की इस ख़िदमत की तौफीक नसीब हुई । ● उन तमाम नेक रूहों और हक के तलाश करने वालों के नाम, जो हर तरह के पक्षपात से दूर रहकर और हर प्रकार की कठिनाईयों का सामना करके अपने असल मालिक व ख़ालिक के पैग़ाम को कुबूल करने वाले और दूसरों को कामयाबी व निजात के रास्ते पर लाने के लिये प्रयासरत हैं मुहम्मद इमरान कासमी बिज्ञानवी मोहतरम जनाब अल-हाज मुहम्मद नासिर ख़ाँ साहिब (मालिक फरीद बुक डिपो नई दिल्ली) का, जिनकी मुहब्बतों, इनायतों, कुद्रदानियों और मुझे अपने इदारे से जोड़े रखने के सबब क़ुरआन मजीद की यह अहम ख़िदमत अन्जाम पा सकी मेरे उन बच्चों का जिन्होंने इस तफ़सीर की तैयारी में मेरा भरपूर साथ दिया, तथा मेरे सहयोगियों, सलाहकारों, शुभ-चिन्तकों और हौसला बढ़ाने वाले हज़रात का, अल्लाह तआला इन सब हज़रात को अपनी तरफ से ख़ास जज़ा और बदला इनायत फरमाये । आमीन या रब्बलू- अलमीन ।