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एचआईएल : वेवराइर्ड्स ने मैजिशियंस को 4-3 से हराया | भारतीय टीम के कप्तान सरदार सिंह के नेतृत्व में खेल रही दिल्ली वेवराइर्ड्स टीम ने शनिवार को नेशनल स्टेडियम में खेले गए हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) मुकाबले में मुम्बई मैजिशियंस टीम को 4-3 से हरा दिया। | भारतीय टीम के कप्तान सरदार सिंह के नेतृत्व में खेल रही दिल्ली वेवराइर्ड्स टीम ने शनिवार को नेशनल स्टेडियम में खेले गए हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) मुकाबले में मुम्बई मैजिशियंस टीम को 4-3 से हरा दिया। इस मैच में मैजिशियंस के स्टार ड्रैग फ्लिकर संदीप सिंह ने हैट्रिक लगाई लेकिन उनका यह शानदार प्रयास टीम के किसी काम नहीं आया।
वेवराइर्ड्स ने एचआईएल के पहले संस्करण में अपना अजेय क्रम बरकरार रखते हुए पांचवां मैच जीता है। उसका एक मैच बराबरी पर छूटा है। वेवराइर्डस ने अपने घरेलू मैदान पर तीसरी जीत दर्ज की है।
वेवराइर्ड्स के लिए इमरान खान ने पांचवें, नोरिस जोंस ने 11वें, ऑस्कर डेके ने 21वें और रुपिंदर पाल सिंह ने 51वें मिनट में गोल किए। मैजिशियंस के लिए संदीप ने 27वें, 56वें तथा 66वें मिनट में गोल दागा। संदीप एचआईएल में अब तक कुल नौ गोल कर चुके हैं।
मैच का खाता वेवराइर्ड्स ने खोला। गुरविंदर को मिले एक आसान पास ने मैजिशियंस का काम खराब किया। मैजिशियंस की रक्षापंक्ति को ऊंघते देख गुरविंदर ने गेंद इमरान के पास सरका दी, जिस पर उन्होंने आसान गोल किया। टिप्पणियां
दोनों टीमों में एक से बढ़कर एक शानदार खिलाड़ी भरे पड़े हैं लेकिन इसके बावजूद दोनों की किस्मत बिल्कुल उलट है। वेवराइर्ड्स ने जहां एक बार भी हार का मुंह नहीं देखा है वहीं मैजिशियंस को जीत नसीब नहीं हुई है।
मैजिशियंस ने अपना छठा मैच खेला लेकिन पांचों में हार मिली है। उसके खाते में सिर्फ छह अंक हैं और उसका नॉकआउट दौर में पहुंचना नामुमकिन लग रहा है। दूसरी ओर, वेवराइर्ड्स टीम छह में से पांच मैच जीतकर और एक ड्रॉ के साथ कुल 27 अंक अपने खाते में डाल चुकी है। उसका नॉकआउट में पहुंचना तय है।
वेवराइर्ड्स ने एचआईएल के पहले संस्करण में अपना अजेय क्रम बरकरार रखते हुए पांचवां मैच जीता है। उसका एक मैच बराबरी पर छूटा है। वेवराइर्डस ने अपने घरेलू मैदान पर तीसरी जीत दर्ज की है।
वेवराइर्ड्स के लिए इमरान खान ने पांचवें, नोरिस जोंस ने 11वें, ऑस्कर डेके ने 21वें और रुपिंदर पाल सिंह ने 51वें मिनट में गोल किए। मैजिशियंस के लिए संदीप ने 27वें, 56वें तथा 66वें मिनट में गोल दागा। संदीप एचआईएल में अब तक कुल नौ गोल कर चुके हैं।
मैच का खाता वेवराइर्ड्स ने खोला। गुरविंदर को मिले एक आसान पास ने मैजिशियंस का काम खराब किया। मैजिशियंस की रक्षापंक्ति को ऊंघते देख गुरविंदर ने गेंद इमरान के पास सरका दी, जिस पर उन्होंने आसान गोल किया। टिप्पणियां
दोनों टीमों में एक से बढ़कर एक शानदार खिलाड़ी भरे पड़े हैं लेकिन इसके बावजूद दोनों की किस्मत बिल्कुल उलट है। वेवराइर्ड्स ने जहां एक बार भी हार का मुंह नहीं देखा है वहीं मैजिशियंस को जीत नसीब नहीं हुई है।
मैजिशियंस ने अपना छठा मैच खेला लेकिन पांचों में हार मिली है। उसके खाते में सिर्फ छह अंक हैं और उसका नॉकआउट दौर में पहुंचना नामुमकिन लग रहा है। दूसरी ओर, वेवराइर्ड्स टीम छह में से पांच मैच जीतकर और एक ड्रॉ के साथ कुल 27 अंक अपने खाते में डाल चुकी है। उसका नॉकआउट में पहुंचना तय है।
वेवराइर्ड्स के लिए इमरान खान ने पांचवें, नोरिस जोंस ने 11वें, ऑस्कर डेके ने 21वें और रुपिंदर पाल सिंह ने 51वें मिनट में गोल किए। मैजिशियंस के लिए संदीप ने 27वें, 56वें तथा 66वें मिनट में गोल दागा। संदीप एचआईएल में अब तक कुल नौ गोल कर चुके हैं।
मैच का खाता वेवराइर्ड्स ने खोला। गुरविंदर को मिले एक आसान पास ने मैजिशियंस का काम खराब किया। मैजिशियंस की रक्षापंक्ति को ऊंघते देख गुरविंदर ने गेंद इमरान के पास सरका दी, जिस पर उन्होंने आसान गोल किया। टिप्पणियां
दोनों टीमों में एक से बढ़कर एक शानदार खिलाड़ी भरे पड़े हैं लेकिन इसके बावजूद दोनों की किस्मत बिल्कुल उलट है। वेवराइर्ड्स ने जहां एक बार भी हार का मुंह नहीं देखा है वहीं मैजिशियंस को जीत नसीब नहीं हुई है।
मैजिशियंस ने अपना छठा मैच खेला लेकिन पांचों में हार मिली है। उसके खाते में सिर्फ छह अंक हैं और उसका नॉकआउट दौर में पहुंचना नामुमकिन लग रहा है। दूसरी ओर, वेवराइर्ड्स टीम छह में से पांच मैच जीतकर और एक ड्रॉ के साथ कुल 27 अंक अपने खाते में डाल चुकी है। उसका नॉकआउट में पहुंचना तय है।
मैच का खाता वेवराइर्ड्स ने खोला। गुरविंदर को मिले एक आसान पास ने मैजिशियंस का काम खराब किया। मैजिशियंस की रक्षापंक्ति को ऊंघते देख गुरविंदर ने गेंद इमरान के पास सरका दी, जिस पर उन्होंने आसान गोल किया। टिप्पणियां
दोनों टीमों में एक से बढ़कर एक शानदार खिलाड़ी भरे पड़े हैं लेकिन इसके बावजूद दोनों की किस्मत बिल्कुल उलट है। वेवराइर्ड्स ने जहां एक बार भी हार का मुंह नहीं देखा है वहीं मैजिशियंस को जीत नसीब नहीं हुई है।
मैजिशियंस ने अपना छठा मैच खेला लेकिन पांचों में हार मिली है। उसके खाते में सिर्फ छह अंक हैं और उसका नॉकआउट दौर में पहुंचना नामुमकिन लग रहा है। दूसरी ओर, वेवराइर्ड्स टीम छह में से पांच मैच जीतकर और एक ड्रॉ के साथ कुल 27 अंक अपने खाते में डाल चुकी है। उसका नॉकआउट में पहुंचना तय है।
दोनों टीमों में एक से बढ़कर एक शानदार खिलाड़ी भरे पड़े हैं लेकिन इसके बावजूद दोनों की किस्मत बिल्कुल उलट है। वेवराइर्ड्स ने जहां एक बार भी हार का मुंह नहीं देखा है वहीं मैजिशियंस को जीत नसीब नहीं हुई है।
मैजिशियंस ने अपना छठा मैच खेला लेकिन पांचों में हार मिली है। उसके खाते में सिर्फ छह अंक हैं और उसका नॉकआउट दौर में पहुंचना नामुमकिन लग रहा है। दूसरी ओर, वेवराइर्ड्स टीम छह में से पांच मैच जीतकर और एक ड्रॉ के साथ कुल 27 अंक अपने खाते में डाल चुकी है। उसका नॉकआउट में पहुंचना तय है।
मैजिशियंस ने अपना छठा मैच खेला लेकिन पांचों में हार मिली है। उसके खाते में सिर्फ छह अंक हैं और उसका नॉकआउट दौर में पहुंचना नामुमकिन लग रहा है। दूसरी ओर, वेवराइर्ड्स टीम छह में से पांच मैच जीतकर और एक ड्रॉ के साथ कुल 27 अंक अपने खाते में डाल चुकी है। उसका नॉकआउट में पहुंचना तय है। |
टेस्ट ट्यूब में बुद्धि तैयार करने में जुटे हैं वैज्ञानिक | वैज्ञानिकों ने काल्पनिक बुद्धि तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया है। उन्होंने इस बार एक टेस्ट ट्यूब में बुद्धि सृजित की है। | वैज्ञानिकों ने काल्पनिक बुद्धि तैयार करने की दिशा में एक बड़ा कदम आगे बढ़ाया है। उन्होंने इस बार किसी रोबोट या सिलिकन चिप के रूप में नहीं, बल्कि एक टेस्ट ट्यूब में बुद्धि सृजित की है। 'कैलीफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी' (कैलटेक) के शोधकर्ताओं ने आपस में वार्तालाप करने वाले अणुओं का एक ऐसा सर्किट तैयार किया है, जो मानव मस्तिष्क की तरह अधूरे डीएनए पैटर्न पर आधारित यादों को याद रख सकते हैं। 'नेचर' पत्रिका के मुताबिक कैल्टेक के शोधकर्ता लुलु क्विन का कहना है, मस्तिष्क अविश्वसनीय है। यह हमें घटनाओं के प्रकारों की पहचान करने, यादें संजोने, निर्णय लेने और कार्य करने की अनुमति देता है। अध्ययकर्ता क्विन ने कहा, इसलिए हमें लगा कि क्या भौतिक रूप से जुड़ी हुई तंत्रिका कोशिकाओं के नेटवर्क की बजाए आपस में क्रिया या वार्तालाप करने वाले अणुओं युक्त द्रव्य में मस्तिष्क जैसे लक्षण हो सकते हैं। शोधकर्ताओं का डीएनए के 112 अलग-अलग टुकड़ों से बनी चार कृत्रिम तंत्रिकाओं का तंत्रिका नेटवर्क दिमाग को पढ़ सकता है। यह एक प्रकार का गेम है जिसमें एक रहस्यमी वैज्ञानिक को पहचानने की कोशिश की जाती है। शोधकर्ताओं ने इस तंत्रिका नेटवर्क को चार वैज्ञानिकों को पहचानने के लिए प्रशिक्षित किया है। इन वैज्ञानिकों में से प्रत्येक की पहचान चार प्रश्नों से की जाती है। काल्पनिक बौद्धिकता वाले जैवरासायनिक तंत्रों का दवाओं, रसायनशास्त्र और जीववैज्ञानिक शोध में महत्वपूर्ण इस्तेमाल हो सकता है। |
टीसीएस ने एक बार फिर रिलायंस इंडस्ट्रीज को पीछे छोड़ा | अरबपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आज भारी गिरावट दर्ज की गई। | टाटा समूह की साफ्टवेयर कंपनी टीसीएस ने गुरुवार को एक बार फिर रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) को बाजार पूंजीकरण के मामले में पीछे छोड़ दिया। अरबपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में आज भारी गिरावट दर्ज की गई।
आज के कारोबार के आखिर में टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) का बाजार पूंजीकरण 2,29,474.38 करोड़ रुपए हो गया जो भारत की किसी भी कंपनी के बाजार पूंजीकरण से अधिक है और रिलायंस के 2,28,966.07 करोड़ रुपए के बाजार पूंजीकरण से थोड़ा अधिक रहा।
टीसीएस ने पहली बार साल के आखिरी कारोबारी दिन 30 दिसंबर 2011 को भी आरआईएल को इस मामले में पीछे छोड़ा था। दो जनवरी को फिर से आरआईएल ने अपनी शीर्ष स्थिति हासिल कर ली थी लेकिन आरआईएल के शेयरों में 2.34 फीसद की गिरावट के कारण आज कंपनी फिर से दूसरे स्थान पर आ गई। |
जिम में पसीना बहा रहे अर्जुन कपूर ने दिखाए डोले तो मलाइका अरोड़ा ने कर डाला ये कमेंट | अर्जुन कपूर ने इंस्टाग्राम पर शेयर की अपनी फोटो
अर्जुन कपूर की फोटो पर मलाइका ने किया कमेंट
बॉलीवुड प्रोड्यूसर रोहित शेट्टी ने की अर्जुन कपूर की तारीफ | अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) इन दिनों अपनी फिल्म 'पानीपत' की तैयारियों में लगे हुए हैं. बॉलीवुड एक्टर अर्जुन कपूर आजकल मलाइका अरोरा (Malaika Arora) से अपनी दोस्ती को लेकर भी चर्चा में हैं. अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) और मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) को अक्सर साथ में भी देखा जाता है. बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा अर्जुन कपूर की फिल्म 'इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड' की स्क्रीनिंग पर भी उनके साथ दिखाई दी थीं. हाल ही में अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर जिम की एक फोटो डाली है जिसमें वे शर्टलेस हैं, जिस पर मलाइका अरोड़ा ने भी कमेंट किया. हालांकि अर्जुन कपूर की फोटो पर बॉलीवुड के कई कलाकारों ने कमेंट किया, लेकिन मलाइका अरोड़ा का कमेंट सुर्खियों में है.
Warrior mode on !!! #panipat
A post shared by Arjun Kapoor (@arjunkapoor) on Jun 12, 2019 at 3:46am PDT
'पानीपत' की शूटिंग की तैयारी में लगे अर्जुन कपूर ने सोशल मीडिया पर अपनी शर्टलेस फोटो शेयर की. इस फोटो में अर्जुन कपूर ने ब्लैक कैप पहनी हुई है. इसके साथ ही फोटो में अर्जुन कपूर के बाइसेप्स भी दिखाई दे रहे हैं. इस फोटो को शेयर करते हुए अर्जुन कपूर ने लिखा 'वॉरियर मोड ऑन' यानी योद्धा तैयार है. अर्जुन की इस फोटो पर बॉलीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा ने कमेंट किया. उन्होंने अर्जुन कपूर की फोटो पर बाइसेप्स वाले इमोजी भेज कर अपना रिएक्शन दिया.
मलाइका अरोड़ा (Malaika Arora) के अलावा एक्ट्रेस अनन्या पांडे और बॉलीवुड के ही डायरेक्टर व प्रोड्यूसर रोहित शेट्टी ने भी अर्जुन कपूर की तारीफ की. जहां एक तरफ अनन्या पांडे ने अर्जुन कपूर की फोटो पर 'फॉरएवर 21' लिखा तो वहीं रोहित शेट्टी ने कमेंट करते हुए कहा 'बहुत अच्छे अर्जुन'.
When the trainer also teaches u how to pose... pic.twitter.com/tJL6OTuo6G
बता दें कि अर्जुन कपूर (Arjun Kapoor) ने फिल्म 'इशकजादे' के जरिए बॉलीवुड में एंट्री की थी. इसके बाद उन्होंने 'गुंडे', 'नमस्ते इंग्लैंड', 'तेवर', 'की एंड का', 'मुबारकां', 'हाफ गर्लफ्रेंड', '2 स्टेट्स' और 'इंडियाज मोस्ट वॉन्टेड' जैसी फिल्में की हैं. अर्जुन कपूर अब जल्द ही फिल्म 'पानीपत' में दिखाई देंगे. इस फिल्म को 6 दिसंबर के दिन रिलीज किया जाएगा. फिल्म को आशुतोष गोवारिकर डायरेक्ट कर रहे हैं. इस फिल्म में अर्जुन कपूर के साथ कृति सैनन, संजय दत्त और पद्मिनी कोलापुरी मुख्य भूमिका में दिखाई देंगे. |
बेंगलुरू : मैदान पर दिल के दौरे से फुटबॉलर की मौत | पुलिस ने बताया कि बेंगलुरू मार्स क्लब की ओर से खेलते हुए एक स्थानीय फुटबॉलर की मैदान पर दिल के दौरे से मौत हो गई। | पुलिस ने बताया कि बेंगलुरू मार्स क्लब की ओर से खेलते हुए एक स्थानीय फुटबॉलर की मैदान पर दिल के दौरे से मौत हो गई। पुलिस के सूत्रों ने कहा कि इस फुटबॉलर का नाम वेंकटेश था, जिसकी उम्र 34 वर्ष थी।
पुलिस ने कहा, ‘‘वेंकटेश बेंगलुरू मार्स क्लब की ओर से खेलता था, उसे साउथ वेस्टर्न रेलवे के खिलाफ मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ’’
पुलिस ने कहा, ‘‘वेंकटेश बेंगलुरू मार्स क्लब की ओर से खेलता था, उसे साउथ वेस्टर्न रेलवे के खिलाफ मैच के दौरान दिल का दौरा पड़ा और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। ’’ |
बिग बॉस 10: प्रियंका जग्गा और स्वामी ओम ने मनु और मोना के रिश्ते पर मारे ताने, बानी-गौरव की डेट | मनु और मोना को लेकर प्रियंका जग्गा ने कसे ताने
बिग बॉस ने बीबी होस्टल टास्क किया रद्द, लग्जरी बजट फिर से शून्य
बानी और गौरव ने मनाई घर में अपनी डेट | बुधवार को बिग बॉस के घर में दिन की शुरुआत प्यार भरे गाने 'कबूतर जा जा' से हुई. बिग बॉस के घर में मंगलवार को लग्जरी बजट के कार्य के तौर पर बीबी होस्टल कार्य दिया गया था, जिसे घर में हुए झगड़े और लड़ाई के चलते बिग बॉस के बीच में ही रद्द करना पड़ा. बुधवार को सभी घरवाले इस बात से दुखी दिखे और आज के दिन इस कार्य को अच्छे से करने की बात करते दिखे. दिन की शुरुआत में ही स्वामी ओम 6 अंडों का ऑमलेट बना कर खाते दिखे जिसकी शिकायत बानी ने घर की कप्तान लोपा से की. इस बीच बात बढ़ी तो स्वामी ओम ने लोपामुद्रा के पिता के बारे में कुछ कहा जिस पर वह भड़क गईं और स्वामी ओम को नाजायज औलाद कहते हुए कहा कि उन्हें रिश्तों की कदर ही नहीं है.
बिग बॉस ने मंगलवार के लग्जरी बजट कार्य को रद्द करते हुए एक बार फिर से शुरू करने को कहा. बिग बॉस ने लग्जरी बजट से जुड़े कप्तानी कार्य को भी हटा दिया और इस कार्य को सिर्फ लग्जरी बजट कार्य बना दिया. कार्य फिर से शुरू किया गया और सभी घरवालों ने कोशिश की कि इस कार्य को मजेदार बनाया जाए. कार्य के दौरान मनवीर नितिभा के लिए काफी अच्छी और मजाकिया शायरी लिखते हुए दिखे.
लेकिन आज भी प्रियंका मोना और मनु के रिश्ते पर तंज कसती दिखीं. प्रियंका ने मनु से कहा कि 'तू मोना के लिए मुझसे लड़ता है.' इस पर मनु ने कहा कि वह मेरी दोस्त है और मैं हमेशा ऐसा ही रहूंगा. इस दौरान प्रियंका जग्गा ने मोनालीसा के बॉयफ्रेंड और उनके रिश्ते को लेकर भी ताने मारे.
इसी बीच स्वामी ओम भी बीच में आए और उन्होंने मनु की गर्लफ्रेंड के बारे में कहा कि वह उनके साथ लिवइन में रहते हैं. इस बात पर मनु काफी भड़क गए और उन्होंने बिग बॉस से स्वामी ओम को कन्फेशन रूम में बुलाने को कहा. इस बीच झगड़ा काफी बढ़ गया और पूरा घर स्वामी ओम के गंदे शब्द बोले जाने पर उनका विरोध करने लगा. इस सारे झगड़े के बीच बानी और गौरव काफी खुश और अलग दिखे. वहीं नितिभा ने सवाल उठाया या कि जब बानी की मां के लिए स्वामी ओम ने बोला तो पूरा घर उनके साथ था लेकिन आज जब मोना के लिए प्रियंका ने इतना कुछ बोला है तो उसे कोई फर्क नहीं है. आखिरकार बिग बॉस ने इस पूरे कार्य को फिर से रद्द कर दिया और घर को लग्जरी बजट में जीरो पॉइंट मिले.
मंगलवार को स्वामी ओम ने घर के बाथरूम के दरवाजे में लात मारी थी जिससे उसका कुछ हिस्सा टूट गया था. बिग बॉस ने स्वामी ओम को सजा दी कि वह खुद इस दरवाजे को ठीक करेंगे. इस सजा पर पूरा घर काफी खुश था. इसके बाद बिग बॉस ने गौरव और बानी के लिए एक डेट का बंदोबस्त किया जिसके लिए उन्हें लिविंग एरिया में जाना था. इस डेट के दौरान गौरव ने कहा कि अगर वह इस घर में नहीं होती तो वह इस घर में इतना लंबा नहीं रह पाते.
घर में प्रियंका ने फिर से मनु पर ताने मारे. प्रियंका ने कहा कि 'मेरे घर में लोग जिंदा तो हैं. किसी की मां मर गई है.' इस सब के बाद भी मनु शांति से बैठे रहे और पूरा घर उनके साथ था. प्रियंका के कहने पर बिग बॉस ने उन्हें कन्फेशन रूम में बुलाया और प्रियंका वहां फूट-फूट कर रो पड़ी. प्रियंका ने कहा कि उन्हें घर से निकलना है. लेकिन बिग बॉस ने उन्हें समझा कर वापस भेज दिया. वहीं रात में मनु आहत थे और दुखी होकर रोते हुए दिखे.
घर में प्रियंका ने फिर से मनु पर ताने मारे. प्रियंका ने कहा कि 'मेरे घर में लोग जिंदा तो हैं. किसी की मां मर गई है.' इस सब के बाद भी मनु शांति से बैठे रहे और पूरा घर उनके साथ था. प्रियंका के कहने पर बिग बॉस ने उन्हें कन्फेशन रूम में बुलाया और प्रियंका वहां फूट-फूट कर रो पड़ी. प्रियंका ने कहा कि उन्हें घर से निकलना है. लेकिन बिग बॉस ने उन्हें समझा कर वापस भेज दिया. वहीं रात में मनु आहत थे और दुखी होकर रोते हुए दिखे. |
सुषमा के 'मोटा माल' बनाने के बयान पर कांग्रेस को ऐतराज | कोयला घोटाले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच दिनभर आरोप−प्रत्यारोप का दौर चला। बीजेपी ने कांग्रेस पर कोयला घोटाले के जरिए अपना खजाना भरने का आरोप लगाया तो कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी अपने आरोप साबित करें नहीं तो वापस ले। | कोयला घोटाले को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच दिनभर आरोप−प्रत्यारोप का दौर चला। बीजेपी ने कांग्रेस पर कोयला घोटाले के जरिए अपना खजाना भरने का आरोप लगाया तो कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी अपने आरोप साबित करें नहीं तो वापस ले।टिप्पणियां
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि बीजेपी के आरोप पूरी तरह गलत हैं।
तिवारी ने सुषमा स्वराज के 'मोटा माल' बनाने के आरोप का भी जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस में इस तरह की संस्कृति नहीं है।
कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा कि बीजेपी के आरोप पूरी तरह गलत हैं।
तिवारी ने सुषमा स्वराज के 'मोटा माल' बनाने के आरोप का भी जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस में इस तरह की संस्कृति नहीं है।
तिवारी ने सुषमा स्वराज के 'मोटा माल' बनाने के आरोप का भी जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस में इस तरह की संस्कृति नहीं है। |
नेशनल फिल्म अवॉर्ड: ट्विटर ने पूछा, 'रुस्तम के अक्षय कुमार को दंगल के आमिर खान के आगे क्यों चुना?' | ट्विटर पर अक्षय कुमार को नेशनल अवॉर्ड मिलने पर 'दंगल'
ट्विटर ने पूछा: अक्षय की जगह आमिर या 'अलीगढ़' के मनोज क्यों नहीं
अक्षय कुमार को फिल्म 'रुस्तम' के लिए मिला है राष्ट्रीय पुरस्कार | शुक्रवार को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा में अक्षय कुमार को 2016 में आई उनकी फिल्म 'रुस्तम' के लिए 'सर्वश्रेष्ठ अभिनेता' चुना गया है. यह पहला मौका है जब अक्षय कुमार को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है. लेकिन लगता है, अक्षय के लिए हर पुरस्कार समारोह में विवाद जरूर होता है. ट्विटर पर लोगों ने अक्षय कुमार को यह पुरस्कार दिए जाने पर सवाल उठाए हैं. ट्विटर राष्ट्रीय पुरस्कार समिति द्वारा फिल्म 'दंगल' में पहलवान का किरदार निभाने वाले आमिर की जगह अक्षय कुमार को फिल्म 'रुस्तम' के लिए चुनने पर सवाल उठा रहा है.टिप्पणियां
दिल्ली में इन राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा करते हुए जूरी के चेयरमैन प्रियदर्शन ने बताया था कि बेस्ट एक्टर के लिए पहली पसंद अक्षय कुमार और मोहनलाल थे. मोहनलाल को जूरी अवॉर्ड दिया गया है. अक्षय को उनके असल जिंदगी के किरदारों को निभाने की क्षमता के आधार पर यह पुरस्कार दिया गया है. प्रियदर्शन ने यह भी कहा कि जूरी ने 'दंगल' को दो बार देखा था. उन्होंने कहा, 'मुझे याद है 'दंगल' को देखा था लेकिन वह रीजनल सिनेमा के आगे प्रोडक्शन और कंटेंट के मामले में नहीं टिकी.'
ऐसे में ट्विटर पर आमिर खान की जगह अक्षय कुमार को चुने जाने पर काफी विरोध देखा जा रहा है. आमिर के अलावा फिल्म 'अलीगढ़' में मनोज वाजपेयी की एक्टिंग को राष्ट्रीय परस्कार के स्तर का माना जा रहा है.
#NationalFilmAwards is a joke now! Didn't you see Aamir in dangal, SRK in fan! Even salman was better actor than AK this year!
— Dilwala (@Angoor_aadmi) April 7, 2017Akshay Kumar getting the #NationalFilmAwards instead of Aamir. This is how GEN category people feel everyday while competing with quota guys
— Pritam Verma (@tigerpritam) April 7, 2017#NationalFilmAwards Why Akshay for Rustom? Why not Aamir for Dangal? At times I really think you guys are stoned
— shubham maloo (@shubhammaloo) April 7, 2017National award to #AkshayKumar for rustom?It should be Aamir khan for his superb acting.
It's not easy to gain and lose weight in few months
— Ritika Sharma (@ritikasharma_) April 7, 2017
कुछ महीनों पहले अक्षय कुमार को फिल्मफेयर अवॉर्ड में नोमिनेट न किए जाने पर भी सोशल मीडिया पर में खासा गुस्सा नजर आया था. चाहे कॉमेडी हो या एक्शन, हर तरह की फिल्मों में नजर आ चुके अक्षय कुमार को यह पुरस्कार मिलने से उनके वो लाखों फैन काफी खुश हो गए होंगे जो उनके फिल्मफेयर पुरस्कारों में नोमिनेटिड भी नहीं किए जाने से काफी दुखी थे. इस साल की शुरुआत में जैसे ही यह फिल्मफेयर अवॉर्ड के नोमिनेशंस की घोषणा हुई, ट्विटर पर विवाद शुरू हो गया था. इस विवाद को खड़ा करने वाले थे अक्षय कुमार के फैन्स जिन्होंने अक्षय को नोमिनेशन न दिए जाने पर अपनी नाराजगी जतायी थी.
SRK got nomination for Dilwale bt deserving Ajay Devgn didn't get it for Drishyam.Are these awards really necessary?
FILMFARE AWARDS ON SALE
— D (@oneNnlyD) January 10, 2017Not even a single nomination for a brilliant actor @akshaykumar.. Filmfare awards on sale anyone interested.. Shame
— suruchi sumit singh (@sumisuru) January 10, 2017
फिल्मफेयर के नोमिनेशन की लिस्ट में 'बेस्ट एक्टर' की श्रेणी से अक्षय कुमार का नाम गायब क्या हुआ कि उनके फैन्स ने इन अवॉर्ड को ही बिकाऊ साबित कर दिया. इसके नोमिनेशन में अक्षय का नाम न होने पर उनके फैन्स ने इसकी काफी आलोचना की है और 'फिल्मफेयर अवॉर्ड्स ऑन सेल' (#Filmfare Awards On Sale) ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा था. पिछले साल अक्षय कुमार की 2 फिल्में 'एयरलिफ्ट' और 'रुस्तम' रिलीज हुई. इन दोनों फिल्मों में अक्षय के अभिनय की तारीफ हुई है. लेकिन अक्षय को बेस्ट एक्टर की श्रेणी में नोमिनेशन नहीं दिया गया है.
दिल्ली में इन राष्ट्रीय पुरस्कारों की घोषणा करते हुए जूरी के चेयरमैन प्रियदर्शन ने बताया था कि बेस्ट एक्टर के लिए पहली पसंद अक्षय कुमार और मोहनलाल थे. मोहनलाल को जूरी अवॉर्ड दिया गया है. अक्षय को उनके असल जिंदगी के किरदारों को निभाने की क्षमता के आधार पर यह पुरस्कार दिया गया है. प्रियदर्शन ने यह भी कहा कि जूरी ने 'दंगल' को दो बार देखा था. उन्होंने कहा, 'मुझे याद है 'दंगल' को देखा था लेकिन वह रीजनल सिनेमा के आगे प्रोडक्शन और कंटेंट के मामले में नहीं टिकी.'
ऐसे में ट्विटर पर आमिर खान की जगह अक्षय कुमार को चुने जाने पर काफी विरोध देखा जा रहा है. आमिर के अलावा फिल्म 'अलीगढ़' में मनोज वाजपेयी की एक्टिंग को राष्ट्रीय परस्कार के स्तर का माना जा रहा है.
#NationalFilmAwards is a joke now! Didn't you see Aamir in dangal, SRK in fan! Even salman was better actor than AK this year!
— Dilwala (@Angoor_aadmi) April 7, 2017Akshay Kumar getting the #NationalFilmAwards instead of Aamir. This is how GEN category people feel everyday while competing with quota guys
— Pritam Verma (@tigerpritam) April 7, 2017#NationalFilmAwards Why Akshay for Rustom? Why not Aamir for Dangal? At times I really think you guys are stoned
— shubham maloo (@shubhammaloo) April 7, 2017National award to #AkshayKumar for rustom?It should be Aamir khan for his superb acting.
It's not easy to gain and lose weight in few months
— Ritika Sharma (@ritikasharma_) April 7, 2017
कुछ महीनों पहले अक्षय कुमार को फिल्मफेयर अवॉर्ड में नोमिनेट न किए जाने पर भी सोशल मीडिया पर में खासा गुस्सा नजर आया था. चाहे कॉमेडी हो या एक्शन, हर तरह की फिल्मों में नजर आ चुके अक्षय कुमार को यह पुरस्कार मिलने से उनके वो लाखों फैन काफी खुश हो गए होंगे जो उनके फिल्मफेयर पुरस्कारों में नोमिनेटिड भी नहीं किए जाने से काफी दुखी थे. इस साल की शुरुआत में जैसे ही यह फिल्मफेयर अवॉर्ड के नोमिनेशंस की घोषणा हुई, ट्विटर पर विवाद शुरू हो गया था. इस विवाद को खड़ा करने वाले थे अक्षय कुमार के फैन्स जिन्होंने अक्षय को नोमिनेशन न दिए जाने पर अपनी नाराजगी जतायी थी.
SRK got nomination for Dilwale bt deserving Ajay Devgn didn't get it for Drishyam.Are these awards really necessary?
FILMFARE AWARDS ON SALE
— D (@oneNnlyD) January 10, 2017Not even a single nomination for a brilliant actor @akshaykumar.. Filmfare awards on sale anyone interested.. Shame
— suruchi sumit singh (@sumisuru) January 10, 2017
फिल्मफेयर के नोमिनेशन की लिस्ट में 'बेस्ट एक्टर' की श्रेणी से अक्षय कुमार का नाम गायब क्या हुआ कि उनके फैन्स ने इन अवॉर्ड को ही बिकाऊ साबित कर दिया. इसके नोमिनेशन में अक्षय का नाम न होने पर उनके फैन्स ने इसकी काफी आलोचना की है और 'फिल्मफेयर अवॉर्ड्स ऑन सेल' (#Filmfare Awards On Sale) ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा था. पिछले साल अक्षय कुमार की 2 फिल्में 'एयरलिफ्ट' और 'रुस्तम' रिलीज हुई. इन दोनों फिल्मों में अक्षय के अभिनय की तारीफ हुई है. लेकिन अक्षय को बेस्ट एक्टर की श्रेणी में नोमिनेशन नहीं दिया गया है.
ऐसे में ट्विटर पर आमिर खान की जगह अक्षय कुमार को चुने जाने पर काफी विरोध देखा जा रहा है. आमिर के अलावा फिल्म 'अलीगढ़' में मनोज वाजपेयी की एक्टिंग को राष्ट्रीय परस्कार के स्तर का माना जा रहा है.
#NationalFilmAwards is a joke now! Didn't you see Aamir in dangal, SRK in fan! Even salman was better actor than AK this year!
— Dilwala (@Angoor_aadmi) April 7, 2017Akshay Kumar getting the #NationalFilmAwards instead of Aamir. This is how GEN category people feel everyday while competing with quota guys
— Pritam Verma (@tigerpritam) April 7, 2017#NationalFilmAwards Why Akshay for Rustom? Why not Aamir for Dangal? At times I really think you guys are stoned
— shubham maloo (@shubhammaloo) April 7, 2017National award to #AkshayKumar for rustom?It should be Aamir khan for his superb acting.
It's not easy to gain and lose weight in few months
— Ritika Sharma (@ritikasharma_) April 7, 2017
कुछ महीनों पहले अक्षय कुमार को फिल्मफेयर अवॉर्ड में नोमिनेट न किए जाने पर भी सोशल मीडिया पर में खासा गुस्सा नजर आया था. चाहे कॉमेडी हो या एक्शन, हर तरह की फिल्मों में नजर आ चुके अक्षय कुमार को यह पुरस्कार मिलने से उनके वो लाखों फैन काफी खुश हो गए होंगे जो उनके फिल्मफेयर पुरस्कारों में नोमिनेटिड भी नहीं किए जाने से काफी दुखी थे. इस साल की शुरुआत में जैसे ही यह फिल्मफेयर अवॉर्ड के नोमिनेशंस की घोषणा हुई, ट्विटर पर विवाद शुरू हो गया था. इस विवाद को खड़ा करने वाले थे अक्षय कुमार के फैन्स जिन्होंने अक्षय को नोमिनेशन न दिए जाने पर अपनी नाराजगी जतायी थी.
SRK got nomination for Dilwale bt deserving Ajay Devgn didn't get it for Drishyam.Are these awards really necessary?
FILMFARE AWARDS ON SALE
— D (@oneNnlyD) January 10, 2017Not even a single nomination for a brilliant actor @akshaykumar.. Filmfare awards on sale anyone interested.. Shame
— suruchi sumit singh (@sumisuru) January 10, 2017
फिल्मफेयर के नोमिनेशन की लिस्ट में 'बेस्ट एक्टर' की श्रेणी से अक्षय कुमार का नाम गायब क्या हुआ कि उनके फैन्स ने इन अवॉर्ड को ही बिकाऊ साबित कर दिया. इसके नोमिनेशन में अक्षय का नाम न होने पर उनके फैन्स ने इसकी काफी आलोचना की है और 'फिल्मफेयर अवॉर्ड्स ऑन सेल' (#Filmfare Awards On Sale) ट्विटर पर ट्रेंड करने लगा था. पिछले साल अक्षय कुमार की 2 फिल्में 'एयरलिफ्ट' और 'रुस्तम' रिलीज हुई. इन दोनों फिल्मों में अक्षय के अभिनय की तारीफ हुई है. लेकिन अक्षय को बेस्ट एक्टर की श्रेणी में नोमिनेशन नहीं दिया गया है.
#NationalFilmAwards is a joke now! Didn't you see Aamir in dangal, SRK in fan! Even salman was better actor than AK this year!
Akshay Kumar getting the #NationalFilmAwards instead of Aamir. This is how GEN category people feel everyday while competing with quota guys
#NationalFilmAwards Why Akshay for Rustom? Why not Aamir for Dangal? At times I really think you guys are stoned
National award to #AkshayKumar for rustom?It should be Aamir khan for his superb acting.
It's not easy to gain and lose weight in few months
SRK got nomination for Dilwale bt deserving Ajay Devgn didn't get it for Drishyam.Are these awards really necessary?
FILMFARE AWARDS ON SALE
Not even a single nomination for a brilliant actor @akshaykumar.. Filmfare awards on sale anyone interested.. Shame |
मुहर्रम पर्व के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर कड़े सुरक्षा इंतजाम | जम्मू-कश्मीर में पाबंदियां लागू की गईं
कोलकाता में घाटों पर पुलिस तैनात
कश्मीर में शिया समुदाय निकाल सकता है जुलूस | शाह ने कहा कि शांति बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने के लिए पूर्ववर्ती तरीके से ही धार्मिक समुदाय के लोग एकत्रित हो सकें, इसके लिए धारा 144 के तहत पाबंदियां लागू की गई है. पारंपरिक मुहर्रम जुलूस इन्हीं इलाकों से होकर गुजरता रहा है लेकिन वर्ष 1990 में आतंकवाद बढ़ने के बाद से इस पर रोक रही है. बहरहाल, घाटी के अन्य हिस्सों में जनजीवन सामान्य है.
(इनपुट एजेंसियों से भी) |
बैंकों के कारण नोटबंदी का अपेक्षित लाभ नहीं मिल सका : नीतीश कुमार | पटना में बैंकर्स समिति ने आयोजित की त्रैमासिक समीक्षा बैठक
नीतीश कुमार ने कहा, बैंकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन और बढ़ेगी
बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं | नोटबंदी का पुरजोर समर्थन करने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि बैंकों की भूमिका के कारण नोटबंदी का लाभ जितना लोगों को मिलना चाहिए था, उतना नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि देश की प्रगति में बैंकों की बड़ी भूमिका है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंकों का सिर्फ जमा, निकासी एवं ऋण प्रदान करना ही कार्य नहीं है, बल्कि एक-एक योजना में बैंकों की भूमिका बढ़ गई है. मुख्यमंत्री पटना में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा आयोजित 64वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि "देश में विकास के लिए जो धनराशि सरकार मुहैया कराती है, उसके सही आवंटन के लिए बैकों को अपने तंत्र सुदृढ़ करने होंगे. बैंक 'ऑटोनोमस' है, ऊपर से नीचे तक इन चीजों को देखना होगा."
बैंकिंग संस्थानों को और मजबूत करने की जरूरत बताते हुए नीतीश ने कहा कि बैंकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन और बढ़ेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "आबीआई के मानक के अनुसार पांच हजार की आबादी पर बैंक की शाखा होनी चाहिए. देश में 11 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है और बिहार में 16 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बैंकों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ानी पड़ेगी."
ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां
इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंकों का सिर्फ जमा, निकासी एवं ऋण प्रदान करना ही कार्य नहीं है, बल्कि एक-एक योजना में बैंकों की भूमिका बढ़ गई है. मुख्यमंत्री पटना में राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति द्वारा आयोजित 64वीं त्रैमासिक समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि "देश में विकास के लिए जो धनराशि सरकार मुहैया कराती है, उसके सही आवंटन के लिए बैकों को अपने तंत्र सुदृढ़ करने होंगे. बैंक 'ऑटोनोमस' है, ऊपर से नीचे तक इन चीजों को देखना होगा."
बैंकिंग संस्थानों को और मजबूत करने की जरूरत बताते हुए नीतीश ने कहा कि बैंकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन और बढ़ेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "आबीआई के मानक के अनुसार पांच हजार की आबादी पर बैंक की शाखा होनी चाहिए. देश में 11 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है और बिहार में 16 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बैंकों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ानी पड़ेगी."
ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां
इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बैंकिंग संस्थानों को और मजबूत करने की जरूरत बताते हुए नीतीश ने कहा कि बैंकों की भूमिका दिन-प्रतिदिन और बढ़ेगी. मुख्यमंत्री ने कहा, "आबीआई के मानक के अनुसार पांच हजार की आबादी पर बैंक की शाखा होनी चाहिए. देश में 11 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है और बिहार में 16 हजार की आबादी पर बैंक शाखा है. इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि बैंकों की संख्या कितनी तेजी से बढ़ानी पड़ेगी."
ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां
इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ऋण के कड़े मापदंडों पर चिंता जाहिर करते हुए नीतीश ने कहा कि बिहार में क्रेडिट डिपोजिट रेसियो 50 प्रतिशत से भी कम है, जबकि राष्ट्रीय औसत 70 प्रतिशत के करीब है. उन्होंने कहा, "बिहार के लोगों में कर्ज लेने की प्रवृत्ति ज्यादा नहीं है, जो लेना भी चाहते हैं, उसके बैंकों ने कड़े मापदंड तय कर रखे हैं. उसमें उन्हें काफी परेशानी होती है."टिप्पणियां
इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रेम कुमार, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, उद्योग मंत्री जय कुमार सिंह भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के वितीय सेवा विभाग के निदेशक सुधीर श्याम, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक एस़क़े मजूमदार सहित बैंकों के अधिकारी उपस्थित थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
'सीवीसी पर अदालत का फैसला ऐतिहासिक दिन' | उच्चतम न्यायालय द्वारा मुख्य सतर्कता आयुक्त पद पर पीजे थामस की नियुक्ति को रद्द करने के फैसले को भाजपा ने ऐतिहासिक फैसला बताया। | उच्चतम न्यायालय द्वारा मुख्य सतर्कता आयुक्त पद पर पीजे थामस की नियुक्ति को रद्द करने के फैसले को भाजपा ने ऐतिहासिक फैसला बताया और साथ ही कहा कि इससे संवैधानिक पद की गरिमा बहाल हुई है। लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने न्यायालय के फैसले के कुछ देर बाद कहा, सीवीसी पद की गरिमा बहाल हुई है। सीवीसी की नियुक्ति के लिए प्रधानमंत्री की अध्यक्षता वाले तीन सदस्यीय पैनल का हिस्सा रही सुषमा ने थॉमस को इस पद पर नियुक्त किए जाने का लिखित विरोध किया था और उस पर अपनी नाराजगी भी जतायी थी। इसमें तीसरे सदस्य केन्द्रीय गृहमंत्री पी चिदम्बरम थे। भाजपा प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि कानून के शासन के लिए यह ऐतिहासिक दिन है। एक अन्य भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि इस मामले में प्रधानमंत्री को पूरी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए। भाकपा के डी राजा ने कहा कि शीर्ष अदालत का फैसला केन्द्र सरकार के लिए बड़ा झटका है। |
कुरैशी का इस्तीफा, स्थगित हो सकते हैं आईओए चुनाव | भारतीय ओलिंपिक संघ के चुनावों ने उस वक्त नाटकीय मोड़ ले लिया, जब चुनाव समिति के अध्यक्ष एसवाई कुरैशी ने पद से इस्तीफा दे दिया। एक हफ्ते बाद होने वाले इन विवादास्पद चुनावों को अब टाला जा सकता है। | भारतीय ओलिंपिक संघ के चुनावों ने शनिवार को नाटकीय मोड़ ले लिया, जब चुनाव समिति के अध्यक्ष एसवाई कुरैशी ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। लगभग एक हफ्ते बाद होने वाले इन विवादास्पद चुनावों को अब टाला जा सकता है।
भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त कुरैशी ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया कि उनका जमीर उन्हें पद पर बने रहने की इजाजत नहीं देता, क्योंकि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट गया।
आईओए ने तीन बार स्थगित हो चुके चुनावों के निरीक्षण के लिए तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया था, लेकिन कुरैशी के इस्तीफे के बाद देश में खेल की शीर्ष संस्था को उनका विकल्प तलाशना होगा। कुरैशी के इस्तीफे के बाद निर्वाचन अधिकारी मुख्य न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) वीके बाली ने शनिवार को होने वाली नामांकन की समीक्षा प्रक्रिया को स्थगित कर दिया।
बाली ने कहा कि समीक्षा प्रकिया चुनाव आयोग के नए अध्यक्ष-सदस्य की नियुक्ति के बाद ही शुरू होगी। इसके बाद काफी अजीब स्थिति पैदा हो गई है, क्योंकि इसका असर 25 नवंबर को होने वाले चुनावों पर भी पड़ेगा। इन चुनावों के तय समय पर होने की संभावना कम ही है क्योंकि पूरी प्रक्रिया में विलंब हो गया है।
कुरैशी ने इस्तीफा देते हुए कहा, मैं इसकी सराहना करता हूं कि आईओए ने चुनावों के लिए स्वतंत्र समिति की नियुक्ति की। लेकिन मैं अपने पद पर बना नहीं रह सकता, क्योंकि आईओए ने सरकार के खेल दिशानिर्देशों को स्वीकार किया था, लेकिन अब इनका पालन नहीं करना चाहता। कुरैशी ने लिखा, खेल सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान से ही मैं सरकार के खेल दिशानिर्देशों का पालन कर रहा हूं। अब आईओए दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहा और मेरा जमीर मुझे पद पर बने रहने की स्वीकृति नहीं देता। समिति में बने रहना हितों का टकराव होगा।टिप्पणियां
सरकार के खेल दिशानिर्देश उम्मीदवारों की आयु और पदाधिकारियों के कार्यकाल को सीमित करते हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने शुक्रवार को साफ कर दिया था कि चुनाव ओलिंपिक चार्टर के मुताबिक होने चाहिए, सरकार की खेल संहिता के अनुसार नहीं।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने पुष्टि की कि उन्हें कुरैशी का इस्तीफा मिल गया है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटा।
भारत के पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त कुरैशी ने यह कहते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया कि उनका जमीर उन्हें पद पर बने रहने की इजाजत नहीं देता, क्योंकि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे हट गया।
आईओए ने तीन बार स्थगित हो चुके चुनावों के निरीक्षण के लिए तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया था, लेकिन कुरैशी के इस्तीफे के बाद देश में खेल की शीर्ष संस्था को उनका विकल्प तलाशना होगा। कुरैशी के इस्तीफे के बाद निर्वाचन अधिकारी मुख्य न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) वीके बाली ने शनिवार को होने वाली नामांकन की समीक्षा प्रक्रिया को स्थगित कर दिया।
बाली ने कहा कि समीक्षा प्रकिया चुनाव आयोग के नए अध्यक्ष-सदस्य की नियुक्ति के बाद ही शुरू होगी। इसके बाद काफी अजीब स्थिति पैदा हो गई है, क्योंकि इसका असर 25 नवंबर को होने वाले चुनावों पर भी पड़ेगा। इन चुनावों के तय समय पर होने की संभावना कम ही है क्योंकि पूरी प्रक्रिया में विलंब हो गया है।
कुरैशी ने इस्तीफा देते हुए कहा, मैं इसकी सराहना करता हूं कि आईओए ने चुनावों के लिए स्वतंत्र समिति की नियुक्ति की। लेकिन मैं अपने पद पर बना नहीं रह सकता, क्योंकि आईओए ने सरकार के खेल दिशानिर्देशों को स्वीकार किया था, लेकिन अब इनका पालन नहीं करना चाहता। कुरैशी ने लिखा, खेल सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान से ही मैं सरकार के खेल दिशानिर्देशों का पालन कर रहा हूं। अब आईओए दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहा और मेरा जमीर मुझे पद पर बने रहने की स्वीकृति नहीं देता। समिति में बने रहना हितों का टकराव होगा।टिप्पणियां
सरकार के खेल दिशानिर्देश उम्मीदवारों की आयु और पदाधिकारियों के कार्यकाल को सीमित करते हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने शुक्रवार को साफ कर दिया था कि चुनाव ओलिंपिक चार्टर के मुताबिक होने चाहिए, सरकार की खेल संहिता के अनुसार नहीं।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने पुष्टि की कि उन्हें कुरैशी का इस्तीफा मिल गया है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटा।
आईओए ने तीन बार स्थगित हो चुके चुनावों के निरीक्षण के लिए तीन-सदस्यीय समिति का गठन किया था, लेकिन कुरैशी के इस्तीफे के बाद देश में खेल की शीर्ष संस्था को उनका विकल्प तलाशना होगा। कुरैशी के इस्तीफे के बाद निर्वाचन अधिकारी मुख्य न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) वीके बाली ने शनिवार को होने वाली नामांकन की समीक्षा प्रक्रिया को स्थगित कर दिया।
बाली ने कहा कि समीक्षा प्रकिया चुनाव आयोग के नए अध्यक्ष-सदस्य की नियुक्ति के बाद ही शुरू होगी। इसके बाद काफी अजीब स्थिति पैदा हो गई है, क्योंकि इसका असर 25 नवंबर को होने वाले चुनावों पर भी पड़ेगा। इन चुनावों के तय समय पर होने की संभावना कम ही है क्योंकि पूरी प्रक्रिया में विलंब हो गया है।
कुरैशी ने इस्तीफा देते हुए कहा, मैं इसकी सराहना करता हूं कि आईओए ने चुनावों के लिए स्वतंत्र समिति की नियुक्ति की। लेकिन मैं अपने पद पर बना नहीं रह सकता, क्योंकि आईओए ने सरकार के खेल दिशानिर्देशों को स्वीकार किया था, लेकिन अब इनका पालन नहीं करना चाहता। कुरैशी ने लिखा, खेल सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान से ही मैं सरकार के खेल दिशानिर्देशों का पालन कर रहा हूं। अब आईओए दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहा और मेरा जमीर मुझे पद पर बने रहने की स्वीकृति नहीं देता। समिति में बने रहना हितों का टकराव होगा।टिप्पणियां
सरकार के खेल दिशानिर्देश उम्मीदवारों की आयु और पदाधिकारियों के कार्यकाल को सीमित करते हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने शुक्रवार को साफ कर दिया था कि चुनाव ओलिंपिक चार्टर के मुताबिक होने चाहिए, सरकार की खेल संहिता के अनुसार नहीं।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने पुष्टि की कि उन्हें कुरैशी का इस्तीफा मिल गया है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटा।
बाली ने कहा कि समीक्षा प्रकिया चुनाव आयोग के नए अध्यक्ष-सदस्य की नियुक्ति के बाद ही शुरू होगी। इसके बाद काफी अजीब स्थिति पैदा हो गई है, क्योंकि इसका असर 25 नवंबर को होने वाले चुनावों पर भी पड़ेगा। इन चुनावों के तय समय पर होने की संभावना कम ही है क्योंकि पूरी प्रक्रिया में विलंब हो गया है।
कुरैशी ने इस्तीफा देते हुए कहा, मैं इसकी सराहना करता हूं कि आईओए ने चुनावों के लिए स्वतंत्र समिति की नियुक्ति की। लेकिन मैं अपने पद पर बना नहीं रह सकता, क्योंकि आईओए ने सरकार के खेल दिशानिर्देशों को स्वीकार किया था, लेकिन अब इनका पालन नहीं करना चाहता। कुरैशी ने लिखा, खेल सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान से ही मैं सरकार के खेल दिशानिर्देशों का पालन कर रहा हूं। अब आईओए दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहा और मेरा जमीर मुझे पद पर बने रहने की स्वीकृति नहीं देता। समिति में बने रहना हितों का टकराव होगा।टिप्पणियां
सरकार के खेल दिशानिर्देश उम्मीदवारों की आयु और पदाधिकारियों के कार्यकाल को सीमित करते हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने शुक्रवार को साफ कर दिया था कि चुनाव ओलिंपिक चार्टर के मुताबिक होने चाहिए, सरकार की खेल संहिता के अनुसार नहीं।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने पुष्टि की कि उन्हें कुरैशी का इस्तीफा मिल गया है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटा।
कुरैशी ने इस्तीफा देते हुए कहा, मैं इसकी सराहना करता हूं कि आईओए ने चुनावों के लिए स्वतंत्र समिति की नियुक्ति की। लेकिन मैं अपने पद पर बना नहीं रह सकता, क्योंकि आईओए ने सरकार के खेल दिशानिर्देशों को स्वीकार किया था, लेकिन अब इनका पालन नहीं करना चाहता। कुरैशी ने लिखा, खेल सचिव के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान से ही मैं सरकार के खेल दिशानिर्देशों का पालन कर रहा हूं। अब आईओए दिशानिर्देशों का पालन नहीं कर रहा और मेरा जमीर मुझे पद पर बने रहने की स्वीकृति नहीं देता। समिति में बने रहना हितों का टकराव होगा।टिप्पणियां
सरकार के खेल दिशानिर्देश उम्मीदवारों की आयु और पदाधिकारियों के कार्यकाल को सीमित करते हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने शुक्रवार को साफ कर दिया था कि चुनाव ओलिंपिक चार्टर के मुताबिक होने चाहिए, सरकार की खेल संहिता के अनुसार नहीं।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने पुष्टि की कि उन्हें कुरैशी का इस्तीफा मिल गया है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटा।
सरकार के खेल दिशानिर्देश उम्मीदवारों की आयु और पदाधिकारियों के कार्यकाल को सीमित करते हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलिंपिक समिति (आईओसी) ने शुक्रवार को साफ कर दिया था कि चुनाव ओलिंपिक चार्टर के मुताबिक होने चाहिए, सरकार की खेल संहिता के अनुसार नहीं।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने पुष्टि की कि उन्हें कुरैशी का इस्तीफा मिल गया है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटा।
आईओए के कार्यवाहक अध्यक्ष वीके मल्होत्रा ने पुष्टि की कि उन्हें कुरैशी का इस्तीफा मिल गया है। मल्होत्रा ने कहा कि आईओए अपनी प्रतिबद्धता से पीछे नहीं हटा। |
दिल्ली में घर में घुसकर 12वीं की छात्रा की हत्या का आरोपी गिरफ्तार | मुनीरका इलाके में बारहवीं कक्षा की छात्रा की शुक्रवार को उसके घर में एक लड़के ने गोली मारकर हत्या कर दी। जिस लड़के ने लड़की की हत्या की वह कथित तौर पर उसका दूर का रिश्तेदार है। | दक्षिणी दिल्ली के मुनीरका इलाके में बारहवीं कक्षा की एक छात्रा की शुक्रवार सुबह उसके घर में एक लड़के ने गोली मारकर हत्या कर दी। जिस लड़के ने लड़की की हत्या की वह कथित तौर पर उसका दूर का रिश्तेदार है।
सुभाष नाम का आरोपी पिछले पांच साल से लड़की का पीछा किया करता था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि मारी गई लड़की का नाम पिंकी है। उसकी उम्र 18 साल थी। वह आरके पुरम सेक्टर-5 के एक सरकारी स्कूल में पढ़ती थी।टिप्पणियां
पिंकी को मुनीरका इलाके के बुद्व विहार इलाके में स्थित उसके घर में गोली मारी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़का मुनिरका इलाके में बुध विहार स्थित लड़की के घर में घुसा, लड़की के कमरे को बंद किया और उसके सीने में गोलियां उतार दीं।
पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था।
सुभाष नाम का आरोपी पिछले पांच साल से लड़की का पीछा किया करता था। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने कहा कि मारी गई लड़की का नाम पिंकी है। उसकी उम्र 18 साल थी। वह आरके पुरम सेक्टर-5 के एक सरकारी स्कूल में पढ़ती थी।टिप्पणियां
पिंकी को मुनीरका इलाके के बुद्व विहार इलाके में स्थित उसके घर में गोली मारी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़का मुनिरका इलाके में बुध विहार स्थित लड़की के घर में घुसा, लड़की के कमरे को बंद किया और उसके सीने में गोलियां उतार दीं।
पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था।
पिंकी को मुनीरका इलाके के बुद्व विहार इलाके में स्थित उसके घर में गोली मारी गई। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़का मुनिरका इलाके में बुध विहार स्थित लड़की के घर में घुसा, लड़की के कमरे को बंद किया और उसके सीने में गोलियां उतार दीं।
पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था।
पिंकी को सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। अधिकारी ने बताया, घटना के समय लड़की की आंटी घर पर मौजूद थी। लड़की को गोली मारने के बाद लड़का घटनास्थल से फरार हो गया था। |
अब किसी भी कंप्यूटर का डेटा खंगाल सकती है सरकार, विपक्ष ने निजता के अधिकार पर बताया हमला | कांग्रेस ने कहा यह निजता के अधिकार का हनन
केंद्र सरकार के इस आदेश का शुरू हुआ विरोध
विपक्ष ने भी सरकार के खिलाफ बुलंद की आवाज | मोदी सरकार ने एक ऐसा आदेश जारी किया है, जिसके तहत अब किसी भी कंप्यूटर का डेटा सरकार खंगाल सकती है. गृह मंत्रालय ने कंप्यूटर के डेटा की जांच के लिए 10 केंद्रीय एजेंसियों के अधिकार बढ़ा दिए हैं. जांच एजेंसियां अब किसी भी कंप्यूटर में मौजूद डेटा की जांच कर सकेंगी. ये पहली बार है जब कई एजेंसियों को ऐसे अधिकार दिए गए हैं. केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा ने गुरुवार को इस बारे में आदेश जारी किए. इसके बाद विपक्ष ने सरकार पर हमला बोला और इसे निजता के अधिकार पर हमला बताया.
कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि सरकार का यह आदेश मौलिक अधिकारों के खिलाफ है. इस पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के अनुसार भी यह निजता आपका मौलिक अधिकार है. निजता के अधिकार पर यह आदेश चोट पहुंचाता है. इस आदेश से सरकार देश के हर नागरिक की पूरी जानकारी को देखने की अनुमति दे रही है. इससे प्रजातंत्र को भी बड़ा खतरा पैदा हो गया है. हमने ये कहा है कि सरकार की तरफ से एक भारी संख्या में जो सम्मानित लोग हैं, सांसद हैं या बड़े अधिकारी या सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट के जज के टेलीफोन भी चेक हो रहे हैं. हम इसका विरोध करेंगे. यह किसी भी प्रजातंत्र के लिए स्वीकार्य नहीं है.
वहीं समाजवादी पार्टी के राम गोपाल ने कहा कि सरकार का यह आदेश खतरनाक है. यह सरकार पूरी तरह से तानाशाही के रास्ते पर है. विधानसभा चुनाव में हार की वजह से यह आदेश. मैं चेता देता हूं कि यह आदेश सिर्फ चार महीने के लिए है. उसके बाद देश में किसी और की सरकार होगी तो अपने लिए गड्ढ़ा न खोलें.
हालांकि, सरकार के इस आदेश पर कांग्रेस ने जोरदार हमला किया. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इसे निजता पर सरकार का हमला करार दिया और ट्वीट कर कहा कि ' अबकी बार, निजता पर वार. मोदी सरकार खुलेआम निजता के अधिकार का हनन कर रही और मज़ाक उड़ा रही है. पिछला चुनाव हारने के बाद मोदी सरकार अब आपके कंप्यूटर की जासूसी करना चाहती है. NDA के DNA में बिग ब्रदर सिंड्रोम सचमुच में समाहित है.'
वहीं सीपीएम के सीताराम येचुरी ने कहा कि 'क्यों हर भारतीय के साथ एक अपराधी की तरह व्यवहार किया जा रहा है? हर नागरिक की जासूसी करने की चाहत रखने वाला ये आदेश असंवैधानिक है और टेलीफ़ोन टैपिंग गाइडलाइंस, निजता के अधिकार पर आदेश और आधार पर आदेश का उल्लंघन है.' |
चैम्पियंस लीग : रेडबैक्स ने दर्ज की पहली जीत | चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के ग्रुप-बी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया रेडबैक्स टीम ने कोलकाता नाइट राइडर्स टीम को 19 रन से पराजित कर दिया। | राजीव गांधी स्टेडियम में मंगलवार को चैम्पियंस लीग ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के ग्रुप-बी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया रेडबैक्स टीम ने कोलकाता नाइट राइडर्स टीम को 19 रन से पराजित कर दिया। इस तरह रेडबैक्स ने टूर्नामेंट में पहली जीत दर्ज की। कैलम फर्ग्युसन को 70 रनों की शानदार अर्द्धशतकीय पारी के लिए मैन आफ द मैच चुना गया। टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रेडबैक्स टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 188 रन बनाए। इसके जवाब में बल्लेबाजी करने उतरी नाइट राइडर्स टीम ने 20 ओवर में नौ विकेट के नुकसान पर 169 रन ही बना सकी। कोलकाता नाइट राइडर्स की ओर से मनोज तिवारी ने सर्वाधिक 40 रन बनाए। टेन डोशेट ने 32 रनों की पारी खेली। तिवारी ने 31 गेंदों में दो चौके और दो छक्के लगाए। डोशेट 16 गेंदों में तीन चौके और दो छक्के लगाए। नाइट राइडर्स की शुरुआत अच्छी नहीं रही और दूसरे ही ओवर में उसने मानविंदर बिसला का विकेट 15 रन के कुल योग पर गंवा दिया। बिसला ने 11 गेंदों में तीन चौके की मदद से 13 रन बनाए। शाकिब अल हसन पांचवें ओवर में 13 रन बनाकर और कप्तान गौतम गम्भीर सातवें ओवर में नौ रन बनाकर आउट हुए। जैक्स कैलिस 19 गेंदों में दो चौके की मदद से 20 रन बनाकर पवेलियन लौटे। कैलिस और मनोज तिवारी के बीच चौथे विकेट के लिए 35 रनों की साझेदारी हुई। यूसुफ पठान ने पांच रन बनाए जबकि ब्रेट ली बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। रेडबैक्स की ओर से डेनियल हैरिस और गैरी पुटलैंड ने तीन-तीन विकेट चटकाए जबकि केन रिचडर्सन को दो विकेट मिले। नेथन लियोन को एक सफलता मिली। इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रेडबैक्स टीम ने निर्धारित 20 ओवरों में पांच विकेट के नुकसान पर 188 रन बनाए। मध्यक्रम के बल्लेबाज कैलम फर्ग्युसन की 70 रनों की शानदार अर्द्धशतकीय पारी की बदौलत रेडबैक्स टीम ने कोलकाता नाइट राइडर्स के समक्ष जीत के लिए 189 रनों का विशाल लक्ष्य रखा। फर्ग्युसन ने 40 गेंदों का सामना करते हुए 70 रनों की धुआंधर पार खेली। इस दौरान उन्होंने पांच चौके तथा चार छक्के लगाए। डेनियल क्रिस्टियन ने दूसरी छोर पर उनका भरपूर साथ दिया। दोनों ने चौथे विकेट के लिए 84 रनों की साझेदारी की। क्रिस्टियन 42 रन बनाकर आउट हुए। उन्होंने 27 गेंदों का सामना किया और चार चौके तथा दो छक्के लगाए। इससे पहले रेडबैक्टस टीम ने कैमरन बोर्गास 14, कप्तान माइकल क्लींगर (20) और डेनियल हैरिस (26) के विकेट गंवाए। हैरिस 45 रन के कुल योग पर पवेलियन लौटे थे जबकि क्लींगर का विकेट 51 रन के कुल योग पर गिरा। क्लींगर ने 18 गेंदों पर दो चौके लगाए। हैरिस ने 19 गेंदों पर दो चौके और दो छक्के जड़े। लक्ष्मीपति बालाजी नाइट राइडर्स के सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्होंने दो विकेट चटकाए। तेज गेंदबाज ब्रेट ली और हरफनमौला यूसुफ पठान को एक-एक विकेट मिले। दोनों टीमें अपना पहला मुकाबला हार चुकी हैं। नाइट राइडर्स को पहले मुकाबले में इंग्लिश काउंटी क्लब समरसेट के हाथों पांच विकेट से हार झेलनी पड़ी थी जबकि रेडबैक्स को दक्षिण अफ्रीका की वॉरियर्स टीम ने 50 रनों से मात दी थी। |
Fried Rice Recipe: घर पर कैसे बनाएं रेस्टोरेंट जितने स्वादिष्ट फ्राइड राइस, रेसिपी के लिए देखें वीडियो | घर पर बनाएं रेस्टोरेंट टाइप फ्राइड राइस
इस रेसिपी की खास बात है कि इसमें कई सब्जियां भी शामिल हैं
इस स्वादिष्ट फ्राइड राइस रेसिपी को बनाने के लिए देखें वीडियो | ब्रेकफास्ट हो या लंच, डिनर कभी भी बनाई जा सकती हैं ये एग रेसिपीज़
रेस्टोरेंट के स्टाइल वाली फ्राइड राइस रेसिपी को पॉपुलर फूड ब्लॉगर अल्पा मोदी ने अपने यूट्यूब चैनल 'शेफ एंड फूड ब्लॉगर' पर शेयर किया है. इस फ्राइड राइस रेसिपी की सबसे खास बात यह है कि इसमें कई तरह की सब्जियां होती हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकती हैं. बस सब्जियों को बारीक काटकर फ्राई कर लें इससे आपको फ्राइड राइस क्रंची और अच्छे लगेंगे.
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राठौड़ बाहर, हीना और करमारकर भारतीय निशानेबाजी टीम में | एथेंस ओलिंपिक के रजत पदकधारी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ लंदन ओलिंपिक के लिए घोषित 11 सदस्यीय भारतीय निशानेबाजी टीम में जगह पाने में असफल रहे जबकि उभरती प्रतिभा हीना सिद्धू और जयदीप करमारकर इसमें शामिल हैं। | एथेंस ओलिंपिक के रजत पदकधारी राज्यवर्धन सिंह राठौड़ लंदन ओलिंपिक के लिए घोषित 11 सदस्यीय भारतीय निशानेबाजी टीम में जगह पाने में असफल रहे जबकि उभरती प्रतिभा हीना सिद्धू और जयदीप करमारकर इसमें शामिल हैं।टिप्पणियां
उत्तराखंड के रुद्रपुर में हुई चयन समिति की बैठक में राठौड़ के नाम पर चर्चा जरूर हुई लेकिन इसके बाद कोई बात नहीं हुई। हीना और करमारकर को उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन का फायदा हुआ।
हरिओम सिंह और सेना के इमरान हसन खान भी टीम में जगह नहीं बना सके क्योंकि टीम के चयन में निशानेबाजों के विभिन्न स्कोर की भी गणना की गई।
उत्तराखंड के रुद्रपुर में हुई चयन समिति की बैठक में राठौड़ के नाम पर चर्चा जरूर हुई लेकिन इसके बाद कोई बात नहीं हुई। हीना और करमारकर को उनके लगातार अच्छे प्रदर्शन का फायदा हुआ।
हरिओम सिंह और सेना के इमरान हसन खान भी टीम में जगह नहीं बना सके क्योंकि टीम के चयन में निशानेबाजों के विभिन्न स्कोर की भी गणना की गई।
हरिओम सिंह और सेना के इमरान हसन खान भी टीम में जगह नहीं बना सके क्योंकि टीम के चयन में निशानेबाजों के विभिन्न स्कोर की भी गणना की गई। |
CBSE 10th Board Exam: सीबीएसई ने दी खुशखबरी, अब स्टूडेंट चुन पाएंगे गणित का आसान पेपर | सीबीएसई ने 10वीं बोर्ड के स्टूडेंट्स को बड़ी राहत दी है
अब स्टूडेंट्स के पास गणित का आसान पेपर चुनने की आजादी होगी
यह नियम 2019-20 सत्र से लागू होगा | Central Board of Secondary Education (CBSE) ने 10वीं बोर्ड (10th Board) के स्टूडेंट्स के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है. जी हां, सीबीएसई ने अपने नए फैसले में स्टूडेंट्स की मैथ्स की टेंशन को काफी हद तक कम कर दिया है. सीबीएसई के नए नियम के मुताबिक 10वीं बोर्ड के आगामी सत्र यानी कि 2019-20 से स्टूडेंट मैथ्स के स्तर को चुन सकेंगे. सीबीएसई ने इस बाबत जो आधिकारिक नोटिस जारी किया है उसके मुताबिक अब 10वीं बोर्ड परीक्षा में गणित के दो लेवल यानी कि स्तर होंगे. पहला लेवल मौजूदा लेवल की ही तरह होगा, जबकि दूसरा लेवल आसान होगा. हालांकि यह नियम सिर्फ 10वीं की बोर्ड परीक्षा में ही लागू होगा, स्कूल की इंटर्नल परीक्षा पहले की ही तरह होगी.
सीबीएसई के नोटिफिकेशन के मुताबिक, पहले लेवल को मैथमेटिक्स स्टैंडर्ड (Mathematics Standard) कहा जाएगा, जबकि दूसरे यानी कि आसान लेवल को मैथमेटिक्स बेसिक (Mathematics Basic) का नाम दिया गया है. स्टूडेंट्स को बोर्ड परीक्षा के लिए किसी एक लेवल का चुनाव करना होगा. स्टूडेंट्स को मैथ्स का लेवल चुनने का अधिकार बोर्ड का फॉर्म भरते समय मिलेगा. इसी के साथ दोनों लेवल के लिए सिलेबस और इंटरनल एसेस्मेंट में कोई बदलाव नहीं किया गया है. सबकुछ पहले की ही तरह रहेगा ताकि स्टूडेंट्स को पूरे साल सभी टॉपिक्स को पढ़ने का मौका मिले. इससे स्टूडेंट्स यह तय कर पाएंगे कि उन्हें परीक्षा के लिए किस लेवल का चयन करना है.
सीबीएसई ने यह भी कहा है कि स्टैंडर्ड लेवल उन स्टूडेंट्स के लिए होगा जिन्हें आगे की क्लास में मैथ्स सब्जेक्ट लेना है, जबकि ऐसे स्टूडेंट जो 10वीं के बाद मैथ्स सब्जेक्ट नहीं लेना चाहते हैं वे बेसिक लेवल चुन सकते हैं. अगर स्टूडेंट किसी लेवल में फेल हो जाते हैं तो वे सीबीएसई के नियमों के मुताबिक कम्पार्टमेंट परीक्षा में बैठ सकते हैं.
सीबीएसई ने अपने नोटिफिकेशन में यह भी बताया है कि बोर्ड परीक्षा में मैथ्स में फेल होने पर स्टूडेंट् कम्पार्टमेंट परीक्षा के लिए अपना लेवल बदल सकते हैं. अगर कोई स्टूडेंट स्टैंडर्ड लेवल में फेल हो जाए तो वह स्टैंडर्ड या बेसिक में से किसी भी लेवल की कम्पार्टमेंट परीक्षा दे सकता है. यही नहीं, बोर्ड में पास होने के बाद भी स्टूडेंट के पास होने के बाद भी अपना स्तर सुधारने का मौका होगा. यानी कि अगर कोई स्टूडेंट बोर्ड में बेसिक मैथ्स में पास हो जाए तो वह स्टैंडर्ड मैथ्स की कम्पार्टमेंट परीक्षा में भी बैठ सकता है. |
एयर होस्टेस की संदिग्ध मौत मामले में पुलिस ने उसके पति को किया गिरफ्तार | पुलिस ने मयंक सिंघवी को किया गिरफ्तार
मंगलवार को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा
अनिसिया बत्रा की संदिग्ध अवस्था में हुई थी मौत | #UPDATE Delhi air hostess alleged suicide case: Husband of the deceased, Mayank Singhvi has been arrested by Police and will be produced before the Magistrate tomorrow
उन्होंने बताया कि घटना की कड़ियां जोड़ने के लिए एक फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया है. पुलिस ने मृतका और उसके पति के बैंक खातों का विवरण भी मांगा है और उन्हें सील किया जाएगा. पुलिस ने बताया कि अनिसिया के पति के खिलाफ लुकआउट सुर्कलर भी जारी किया गया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि वह जांच के लिए मौजूद रहे.
पुलिस ने बताया कि छत से कूदने से पहले अनिसिया ने अपने पति को एक मैसेज भेजा था कि वह अपने आप को खत्म कर लेगी. गुड़गांव में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनिसिया के पति ने पुलिस को बताया कि उनके बीच आए दिन झगड़े होते रहते थे. पुलिस ने बताया कि उनके बीच शुक्रवार को भी झगड़ा हुआ था जिसके बाद अनिसिया ने छत से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली. |
Vivo Y3 हुआ लॉन्च, 5,000 एमएएच बैटरी और तीन रियर कैमरे हैं इसमें | मीडियाटेक हीलियो पी35 प्रोसेसर से लैस है Vivo Y3
वीवो वाई3 का केवल 4 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज वेरिएंट उतारा गया है
16 मेगापिक्सल का सेल्फी कैमरा है Vivo Y3 में | हैंडसेट निर्माता कंपनी वीवो ने अपने नए स्मार्टफोन Vivo Y3 को लॉन्च कर दिया है। वाई-सीरीज़ के अंतर्गत लॉन्च किए गए वीवो वाई3 की अहम खासियतों की बात करें तो यह फोन तीन रियर कैमरे और ग्रेडिएंट डिज़ाइन के साथ आता है। Vivo Y3 में ऑक्टा-कोर मीडियाटेक प्रोसेसर का इस्तेमाल हुआ है। Vivo Y3 में गेम क्यूब, ई-स्पोर्ट्स मोड 2.0 और डुअल इंज़न फास्ट चार्जिंग जैसे कई काम के फीचर्स दिए गए हैं। वीवो वाई3 को चीन में JD.com पर लिस्ट कर दिया गया है। फिलहाल इस बारे में जानकारी नहीं मिल पाई है कि Vivo Y3 को चीन के बाहर अन्य मार्केट में कब लॉन्च किया जाएगा।
JD.com पर लिस्टिंग के अनुसार, Vivo Y3 का केवल एक ही वेरिएंट है जो 4 जीबी रैम और 128 जीबी स्टोरेज से लैस है। इस मॉडल की कीमत 1,498 चीनी युआन (लगभग 15,200 रुपये) है। वहीं दूसरी ओर कंपनी के आधिकारिक Vivo की चीनी वेबसाइट पर बने प्रोडक्ट पेज़ पर इसका दाम 1,500 चीनी युआन (लगभग 15,200 रुपये) है। Vivo Y3 के दो कलर वेरिएंट हैं- पीकॉक ब्लू और पीच पिंक।
डुअल-सिम वाला Vivo Y3 एंड्रॉयड पाई पर आधारित फनटच ओएस 9 पर चलता है। इसमें 6.35 इंच एचडी+ (720x1544 डिस्प्ले) है, इसका आस्पेक्ट रेशियो 19.3:9 है। स्क्रीन-टू-बॉडी रेशियो 89 प्रतिशत है। स्पीड और मल्टीटास्किंग के लिए ऑक्टा-कोर मीडियाटेक पी35 प्रोसेसर के साथ 4 जीबी रैम है।
कैमरा सेटअप की बात करें तो Vivo Y3 में तीन रियर कैमरे हैं, 13 मेगापिक्सल का प्राइमरी कैमरा है जिसका अपर्चर एफ/2.2 है। 8 मेगापिक्सल अल्ट्रा-वाइड लैंस और 2 मेगापिक्सल डेप्थ सेंसर। सेल्फी और वीडियो कॉलिंग 16 मेगापिक्सल का फ्रंट कैमरा है, इसका अपर्चर एफ/2.0 है।
Vivo Y3 में 128 जीबी स्टोरेज है, माइक्रोएसडी कार्ड की मदद से स्टोरेज को 256 जीबी तक बढ़ाना संभव है। फोन में जान फूंकने के लिए 5,000 एमएएच की बैटरी दी गई है जो डुअल इंज़न फास्ट चार्जिंग सपोर्ट के साथ आती है। कनेक्टिविटी के लिए 4जी वीओएलटीई, वाई-फाई, ब्लूटूथ (वर्जन का फिलहाल पता नहीं), यूएसबी ओटीजी, माइक्रो-यूएसबी (वर्जन 2.0) पोर्ट और 3.5 मिलीमीटर हेडफोन जैक है।
एक्सेलेरोमीटर, डिजिटल कंपास, फिंगरप्रिंट सेंसर और प्रॉक्सिमिटी सेंसर फोन का हिस्सा हैं। Vivo Y3 की लंबाई-चौड़ाई 159.43x76.77x8.92 मिलीमीटर और वज़न 190.5 ग्राम है। |
उड़ीसा, झारखंड में स्टील प्लांट लगाएगी सेसा गोवा | वेदांता समूह की कंपनी सेसा गोवा ने कहा कि वह उड़ीसा और झारखंड में 10 से 15 लाख टन क्षमता के इस्पात संयंत्र लगाने की संभावना तलाश रही है। | वेदांता समूह की कंपनी सेसा गोवा ने कहा है कि वह उड़ीसा और झारखंड में 10 से 15 लाख टन क्षमता के छोटे इस्पात संयंत्र लगाने की संभावना तलाश रही है। सेसागोवा के एमडी और सीईओ पीके मुखर्जी ने बताया, हमने उड़ीसा में संभावना तलाशनी शुरू की है, जहां हमारे समूह की कंपनियों में से एक कंपनी ने इस्पात संयंत्र लगाने के लिए समझौता कर रखा है। हमने राज्य सरकार के साथ बातचीत शुरू की है। उन्होंने कहा कि कंपनी झारखंड में भी एक इस्पात संयंत्र लगाने पर विचार कर रही है, जहां उसके पास खनन परिचालनों के लिए एक संभाव्य लाइसेंस है। उन्होंने कहा, राज्य में खनन निश्चित है और एक इस्पात संयंत्र लगाने की भी हमारी योजना है। हम इस साल के अंत तक करीब 800 एकड़ भूमि का अधिग्रहण करने की संभावना तलाश रहे हैं। संयंत्रों के आकार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह 10 से 15 लाख टन के हो सकते हैं। |
CWG 2018: आखिरी 8 सेकेंड में भारत हॉकी में पाकिस्तान से ड्रॉ झेलने पर मजबूर | पहले हॉफ तक था मैच पर भारत का कब्जा
शुरुआती 30 मिनट में भारत 2-0 से आगे था
दिलप्रीत और हरमनप्रीत ने किए दोनों गोल | Here is the equalizer by Mubashir Ali in last minute of the match.#Pakistan#India#PakvInd#INDvPAK#Hockey#CWG2018pic.twitter.com/UZKLYWwp9G
FT. India's impressive show in their opening game of the @GC2018 XXI Commonwealth Games is marred by a set-piece goal at the last moment to result in a draw against Pakistan on 7th April.#IndiaKaGame#HallaHockeyKa#GC2018#INDvPAKpic.twitter.com/9V2tWoXLJ8 |
पेटीएम (Paytm) की 'डिजिटल गोल्ड' सर्विस : छह दिनों में बेचा 30 किलो सोना | 'डिजिटल गोल्ड' सेवा शुरू करने के छह दिनों के अंदर 30 किलो सोना बेचा
पेटीएम ने एमएमटीसी -पीएएमपी के साथ साझेदारी की थी
छोटे शहरों से भी बड़ी संख्या में पंजीकरण | पेटीएम (Paytm) ने बताया कि एमएमटीसी -पीएएमपी के साथ साझेदारी में ‘डिजिटल गोल्ड’ (Digital Gold) सेवा शुरू करने के छह दिनों के अंदर 30 किलोग्राम से अधिक डिजिटल सोना बेचा है.टिप्पणियां
पिछले हफ्ते इन दोनों कंपनियों ने ‘डिजिटल गोल्ड’ सेवा शुरू की थी. इसके माध्यम से ग्राहक पेटीएम के इलेक्ट्रोनिक मंच के माध्यम से सोना खरीद बेच सकते हैं.
पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्णा हेगड़े ने एक बयान में कहा, ‘‘हम छोटे शहरों से भी बड़ी संख्या में पंजीकरण कर रहे हैं क्योंकि ग्राहकों के लिए अब छोटे छोटे मूल्यों में भी उच्च गुणवत्ता का सोना खरीदने की गुजाइंश है.’’
पिछले हफ्ते इन दोनों कंपनियों ने ‘डिजिटल गोल्ड’ सेवा शुरू की थी. इसके माध्यम से ग्राहक पेटीएम के इलेक्ट्रोनिक मंच के माध्यम से सोना खरीद बेच सकते हैं.
पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्णा हेगड़े ने एक बयान में कहा, ‘‘हम छोटे शहरों से भी बड़ी संख्या में पंजीकरण कर रहे हैं क्योंकि ग्राहकों के लिए अब छोटे छोटे मूल्यों में भी उच्च गुणवत्ता का सोना खरीदने की गुजाइंश है.’’
पेटीएम के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कृष्णा हेगड़े ने एक बयान में कहा, ‘‘हम छोटे शहरों से भी बड़ी संख्या में पंजीकरण कर रहे हैं क्योंकि ग्राहकों के लिए अब छोटे छोटे मूल्यों में भी उच्च गुणवत्ता का सोना खरीदने की गुजाइंश है.’’ |
अमरनाथ यात्रा पर NGT के आदेश पर फूटा गुस्सा, लोगों ने कहा-यह तुगलकी फरमान | एक सीमा से आगे जयकारों-मंत्रोच्च्चार पर लगाई गई है रोक
एनजीटी ने कहा, पर्यावरण को ध्यान में रखकर दिया आदेश
हिंदू संगठनों ने इसे धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करार दिया | We have been getting frantic calls from the public regarding today’s NGT order on #Amarnath Yatra . I have spoken to the Chairperson of the Board, Governor Vohra about this. We will be convening an emergency meeting of Sri Amarnath ji Shrine board to discuss the same.
No Puja commences in temples without ringing the bell and chanting of the mantras. #Amarnath
#NGT seems less concerned about the environment and more concerned about policing Hindus by dictating how to pray & how they should lead their life.In NGts language,it seems like Hindus are responsible for half of worlds carbon footprint. #Amarnath
We have full faith & respect in #NGT but can't they respect our religious Sentiments & right to protect, profess & practice #Hindu dharma at least in #Amarnath#Temple at high altitude of Himalayan region.https://t.co/ZBbt8TyYtPpic.twitter.com/Ra7Jm2JsdD
#कश्मीर मे "पाकिस्तान जिंदाबाद", "हिंदुस्तान मुर्दाबाद" के नारे ते लग सकैं ,पर #अमरनाथ (कश्मीर) मे भोले के जयकारे पर भी रोक लाग दी
कानून#NGT
क्या भारत की सरकार शरिया लां से चलेगी...।। pic.twitter.com/aOfGl48sjH
Let और तालीबान भी जयकारे लगाने से मना करते है;फिर आपमें और उनमें कैसा फर्क?#अमरनाथ।
#दीपावली में पटाखे नहीं,#होली में पानी नहीें,#अमरनाथ में मन्त्रों का जाप और घंटियां नहीं
सारी पाबंदियां लगा दो
हद है यार!
काय का #मोदी_सरकार🚩
NGT ने अमरनाथ यात्रा के लिए आदेश जारी किए कि मंत्रोच्चार,कीर्तन,जयकारे आदि नही लगाये जायेंगे।पहले #महाकाल शिवलिंग अब #अमरनाथ शिवलिंग,ये #मंदिर के पीछे ही #NGT क्यों पड़ी है।क्या पूरे देश और कहीं प्रदूषण नही है।और कहीं हरियाली,पेड़–पौधों को क्षति नही है। #AmarnathYatrisMuted
Btw,when I eventually do the #AmarnathYatra, I will bow before my Shiva,& chant & pray as I wish. And no NGT or other power will have the authority to dictate terms |
महिला का आरोप, जादू-टोना कर किया कई बार बलात्कार | पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, एक महिला ने पुलिस में शिकायत दी कि वह तलाकशुदा है। इसका फायदा उठाकर आरोपी ने उस पर जादू टोना करवाया और उसको अपने जाल में फंसा लिया। वह उसके जाल में फंस गई व आरोपी ने उससे कई बार कथित रूप से बलात्कार किया। | हरियाणा के जिला फरीदाबाद में तलाकशुदा महिला से बलात्कार करने के आरोप में पुलिस ने एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, एक महिला ने पुलिस में शिकायत दी कि वह तलाकशुदा है। इसका फायदा उठाकर आरोपी ने उस पर जादू टोना करवाया और उसको अपने जाल में फंसा लिया।टिप्पणियां
वह उसके जाल में फंस गई व आरोपी ने उससे कई बार कथित रूप से बलात्कार किया।
उन्होंने बताया कि महिला का आरोप है कि वह व्यक्ति उसको बहाने से अपने दोस्त के घर ले जाकर उससे बलात्कार करता था। यह कि इसी तरह दोषी सालों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा और अब उसे एक माह का गर्भ है।
वह उसके जाल में फंस गई व आरोपी ने उससे कई बार कथित रूप से बलात्कार किया।
उन्होंने बताया कि महिला का आरोप है कि वह व्यक्ति उसको बहाने से अपने दोस्त के घर ले जाकर उससे बलात्कार करता था। यह कि इसी तरह दोषी सालों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा और अब उसे एक माह का गर्भ है।
उन्होंने बताया कि महिला का आरोप है कि वह व्यक्ति उसको बहाने से अपने दोस्त के घर ले जाकर उससे बलात्कार करता था। यह कि इसी तरह दोषी सालों तक उसका शारीरिक शोषण करता रहा और अब उसे एक माह का गर्भ है। |
रेवती रमण सिंह के सम्मन पर हाई कोर्ट का स्थगन | हाईकोर्ट ने निचली अदालत द्वारा सपा सांसद रेवती रमण सिंह को 2008 के वोट के बदले नोट मामले में भेजे गए सम्मन पर 15 नवम्बर तक रोक लगा दी। | दिल्ली उच्च न्यायालय ने सोमवार को निचली अदालत द्वारा समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद रेवती रमण सिंह को 2008 के वोट के बदले नोट मामले में भेजे गए सम्मन पर 15 नवम्बर तक के लिए रोक लगा दी है। निचली अदालत ने सांसद को तीन नवम्बर को पेश होने को कहा था। न्यायमूर्ति सुरेश कैत ने कहा, "15 नवम्बर को अगली सुनवाई होने तक निचली अदालत की कार्यवाही रोक दी जाए।" वोट के बदले नोट मामले की सुनवाई कर रही विशेष अदालत ने पिछले हफ्ते दिल्ली पुलिस को रेवती रमण सिंह को भी इस मामले में आरोपी बनाने के लिए कहा था। अदालत ने कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत हैं जो यह दिखाते हैं कि सांसद आपराधिक साजिश में शामिल थे। लोकसभा में विश्वास मत के दौरान 22 जुलाई 2008 को भारतीय जनता पार्टी के सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते, महावीर भगोरा और अशोक अर्गल ने नोटों की गड्डियां लहराते आरोप लगाया था कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के पक्ष में मत देने के लिए उन्हें यह पैसे दिए गए हैं। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा इस मामले में दिल्ली पुलिस को फटकार लगाने के बाद सबसे पहले अमर सिंह के पूर्व सचिव संजीव सक्सेना की गिरफ्तारी हुई। उसके बाद सुहैल हिंदुस्तानी और पूर्व सांसदों कुलस्ते एवं भगोरा की गिरफ्तारी हुई। |
UP Election 2017: पंजाब के बाहर यूपी में चलेगा नवजोत सिंह सिद्धू का जादू? कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल | वक्ता के तौर पर पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का कोई सानी नहीं.
लोगों को प्रभावित करने की क्षमता का भारतीय जनता पार्टी उपयोग करती आई थी.
कांग्रेस लोगों को अपनी ओर खींचने के लिए सिद्धू का इस्तेमाल करेगी. | वक्ता के तौर पर पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू का कोई सानी नहीं है. उनकी खूबियों के चलते वह क्रिकेट की पिच के बाद चुनावी मैदान में भी हिट रहे और एंटरटेनमेंट में भी हिट रहे हैं. क्रिकेट में कमेनटेटर के तौर पर काफी सुर्खियां बटोरी फिर टीवी के पर्दे पर उनकी कही बात पर लोग संजीदा भी हुए तो ठहाके भी लगाए. उनके बोलने और लोगों को प्रभावित करने की क्षमता का भारतीय जनता पार्टी उपयोग करती आई और अब जब उन्होंने पाला बदल कर कांग्रेस पार्टी का दामन थामा है तो कांग्रेस लोगों को अपनी ओर खींचने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू का इस्तेमाल करने जा रही है.
यह तो सब जानते हैं कि पंजाब के अमृतसर में सिद्धू के लिए लोगों के दिल में काफी जगह है. यही वजह है कि सिद्धू ने इस सीट से लोकसभा का रास्ता दो बार यहीं से तय किया था. यह अलग बाद है कि 2009 में उनकी जीत का अंतर कुछ कम था. फिर भी पार्टी पंजाब के अलावा सिद्धू का इस्तेमाल स्टार प्रचारक के रूप में उत्तर प्रदेश में भी करने जा रही है.
कांग्रेस पार्टी ने राज्य में तीसरे चरण के मतदान से पहले चुनाव प्रचारकों की जो लिस्ट चुनाव आयोग को सौंपी है उसमें नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम है. इस चरण में लखनऊ समेत राज्य के 12 जिलों की 69 सीटों पर मतदान होगा. इस लिस्ट में राज्य के कद्दावर कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का भी नाम है. इसके अलावा मीम अफजल का नाम भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में रखा गया है. इस लिस्ट में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी, गुलाम नबी आजाद, राज बब्बर और नगमा का भी नाम है. पार्टी ने दूसरे चरण के स्टार प्रचारकों में दिग्विजय सिंह, कैप्टन सतीश शर्मा, पूर्व क्रिकेट मोहम्मद अजहरूद्दीन, सलीम शेरवानी, ओबेदुल्ला आजमी, डॉ शकील अहमद खान, इमरान किदवई, व के राजू के नाम रखे थे और अब इनके नाम तीसरे चरण के प्रचारकों की सूची से हटाए गए हैं. टिप्पणियां
तीसरे चरण के 40 स्टार प्रचारकों की सूची में निर्मल खत्री, राजीव शुक्ला, रिजावन जहीर जिन्हें बाहुबली नेता कहा जाता है, बृजराज खाबड़ी के अलावा अविनाश पांडे का नाम भी है.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 12 जिलों की 69 सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना 24 जनवरी को जारी हो गई है. नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है, जबकि उनकी जांच के लिए 2 फरवरी का दिन तय किया गया है. नामांकन वापस लिए जाने की अंतिम तारीख 4 फरवरी होगी, जबकि मतदान 19 फरवरी को करवाया जाएगा. राज्य में तीसरे चरण के अंतर्गत 12 जिलों - फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी तथा सीतापुर - में मतदान होगा.
यह तो सब जानते हैं कि पंजाब के अमृतसर में सिद्धू के लिए लोगों के दिल में काफी जगह है. यही वजह है कि सिद्धू ने इस सीट से लोकसभा का रास्ता दो बार यहीं से तय किया था. यह अलग बाद है कि 2009 में उनकी जीत का अंतर कुछ कम था. फिर भी पार्टी पंजाब के अलावा सिद्धू का इस्तेमाल स्टार प्रचारक के रूप में उत्तर प्रदेश में भी करने जा रही है.
कांग्रेस पार्टी ने राज्य में तीसरे चरण के मतदान से पहले चुनाव प्रचारकों की जो लिस्ट चुनाव आयोग को सौंपी है उसमें नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम है. इस चरण में लखनऊ समेत राज्य के 12 जिलों की 69 सीटों पर मतदान होगा. इस लिस्ट में राज्य के कद्दावर कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का भी नाम है. इसके अलावा मीम अफजल का नाम भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में रखा गया है. इस लिस्ट में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी, गुलाम नबी आजाद, राज बब्बर और नगमा का भी नाम है. पार्टी ने दूसरे चरण के स्टार प्रचारकों में दिग्विजय सिंह, कैप्टन सतीश शर्मा, पूर्व क्रिकेट मोहम्मद अजहरूद्दीन, सलीम शेरवानी, ओबेदुल्ला आजमी, डॉ शकील अहमद खान, इमरान किदवई, व के राजू के नाम रखे थे और अब इनके नाम तीसरे चरण के प्रचारकों की सूची से हटाए गए हैं. टिप्पणियां
तीसरे चरण के 40 स्टार प्रचारकों की सूची में निर्मल खत्री, राजीव शुक्ला, रिजावन जहीर जिन्हें बाहुबली नेता कहा जाता है, बृजराज खाबड़ी के अलावा अविनाश पांडे का नाम भी है.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 12 जिलों की 69 सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना 24 जनवरी को जारी हो गई है. नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है, जबकि उनकी जांच के लिए 2 फरवरी का दिन तय किया गया है. नामांकन वापस लिए जाने की अंतिम तारीख 4 फरवरी होगी, जबकि मतदान 19 फरवरी को करवाया जाएगा. राज्य में तीसरे चरण के अंतर्गत 12 जिलों - फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी तथा सीतापुर - में मतदान होगा.
कांग्रेस पार्टी ने राज्य में तीसरे चरण के मतदान से पहले चुनाव प्रचारकों की जो लिस्ट चुनाव आयोग को सौंपी है उसमें नवजोत सिंह सिद्धू का भी नाम है. इस चरण में लखनऊ समेत राज्य के 12 जिलों की 69 सीटों पर मतदान होगा. इस लिस्ट में राज्य के कद्दावर कांग्रेसी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का भी नाम है. इसके अलावा मीम अफजल का नाम भी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में रखा गया है. इस लिस्ट में कांग्रेस पार्टी के दिग्गज उपाध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, प्रियंका गांधी, गुलाम नबी आजाद, राज बब्बर और नगमा का भी नाम है. पार्टी ने दूसरे चरण के स्टार प्रचारकों में दिग्विजय सिंह, कैप्टन सतीश शर्मा, पूर्व क्रिकेट मोहम्मद अजहरूद्दीन, सलीम शेरवानी, ओबेदुल्ला आजमी, डॉ शकील अहमद खान, इमरान किदवई, व के राजू के नाम रखे थे और अब इनके नाम तीसरे चरण के प्रचारकों की सूची से हटाए गए हैं. टिप्पणियां
तीसरे चरण के 40 स्टार प्रचारकों की सूची में निर्मल खत्री, राजीव शुक्ला, रिजावन जहीर जिन्हें बाहुबली नेता कहा जाता है, बृजराज खाबड़ी के अलावा अविनाश पांडे का नाम भी है.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 12 जिलों की 69 सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना 24 जनवरी को जारी हो गई है. नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है, जबकि उनकी जांच के लिए 2 फरवरी का दिन तय किया गया है. नामांकन वापस लिए जाने की अंतिम तारीख 4 फरवरी होगी, जबकि मतदान 19 फरवरी को करवाया जाएगा. राज्य में तीसरे चरण के अंतर्गत 12 जिलों - फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी तथा सीतापुर - में मतदान होगा.
तीसरे चरण के 40 स्टार प्रचारकों की सूची में निर्मल खत्री, राजीव शुक्ला, रिजावन जहीर जिन्हें बाहुबली नेता कहा जाता है, बृजराज खाबड़ी के अलावा अविनाश पांडे का नाम भी है.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 12 जिलों की 69 सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना 24 जनवरी को जारी हो गई है. नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है, जबकि उनकी जांच के लिए 2 फरवरी का दिन तय किया गया है. नामांकन वापस लिए जाने की अंतिम तारीख 4 फरवरी होगी, जबकि मतदान 19 फरवरी को करवाया जाएगा. राज्य में तीसरे चरण के अंतर्गत 12 जिलों - फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी तथा सीतापुर - में मतदान होगा.
उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण में 12 जिलों की 69 सीटों पर चुनाव के लिए अधिसूचना 24 जनवरी को जारी हो गई है. नामांकन पत्र भरने की अंतिम तिथि 31 जनवरी है, जबकि उनकी जांच के लिए 2 फरवरी का दिन तय किया गया है. नामांकन वापस लिए जाने की अंतिम तारीख 4 फरवरी होगी, जबकि मतदान 19 फरवरी को करवाया जाएगा. राज्य में तीसरे चरण के अंतर्गत 12 जिलों - फर्रुखाबाद, हरदोई, कन्नौज, मैनपुरी, इटावा, औरैया, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी तथा सीतापुर - में मतदान होगा. |
'शेयर निवेशक मुनाफे की उम्मीदों पर रखें लगाम' | भारतीय शेयर बाजारों में फिर तेजी के दिन लौटने के संकेत मिल रहे हैं लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक के एक शीर्ष अधिकारी ने निवेशकों को लाभ की उम्मीदों को सीमा में रखने की सलाह दी है। | भारतीय शेयर बाजारों में फिर तेजी के दिन लौटने के संकेत मिल रहे हैं लेकिन भारतीय रिजर्व बैंक के एक शीर्ष अधिकारी ने निवेशकों को लाभ की उम्मीदों को सीमा में रखने की सलाह दी है।
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने कहा कि उम्मीदों को उतना ही रखा जाए जिससे बाजार प्रणाली में असंतुलन और वित्तीय अस्थिरता का संकट का खतरा पैदा न हो।
चक्रवर्ती ने जवाहरलाल नेहरू बैंक एवं वित्त संस्थान संस्थान में एक कार्यक्रम में कहा, ‘जो भारत मे निवेश करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें प्रतिफल की उम्मीद सीमित रखनी चाहिए चाहिए नहीं तो असंतुलन पैदा होगा और इससे और समस्याएं पैदा होंगी।’ उन्होंने कहा, ‘हर दिन सेंसेक्स आपको शेयरों में 30 फीसद का मुनाफा नहीं दे सकता। ऋण और शेयर बाजार के बीच संबंध बना रहना जरूरी है। लेकिन जब कुल मिलाकर ऋण बाजार मंदा होता है तो शेयर बाजार में भी मुनाफा कम होना स्वाभाविक है।’
देश की नकदी की स्थिति के बारे पूछे गए सवाल के जवाब में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक मौजूदा स्थिति से खुश है। टिप्पणियां
रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए मार्च 2010 से अब तक 13 बार अपनी नीतिगत ब्याज दरें बढ़ा चुका है पर पिछले महीने की नीतिगत समीक्षा में बैंक ने बैंकों के साथ अल्पकालिक नकदी के लेनदेन पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा।
चक्रवर्ती ने मुद्रास्फीति और रुपये में कमजोरी के बारे में पूछे गए सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि आरबीआई की 24 जनवरी को होने वाली समीक्षा में इन सवालों का जवाब दिया जाएगा।
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने कहा कि उम्मीदों को उतना ही रखा जाए जिससे बाजार प्रणाली में असंतुलन और वित्तीय अस्थिरता का संकट का खतरा पैदा न हो।
चक्रवर्ती ने जवाहरलाल नेहरू बैंक एवं वित्त संस्थान संस्थान में एक कार्यक्रम में कहा, ‘जो भारत मे निवेश करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें प्रतिफल की उम्मीद सीमित रखनी चाहिए चाहिए नहीं तो असंतुलन पैदा होगा और इससे और समस्याएं पैदा होंगी।’ उन्होंने कहा, ‘हर दिन सेंसेक्स आपको शेयरों में 30 फीसद का मुनाफा नहीं दे सकता। ऋण और शेयर बाजार के बीच संबंध बना रहना जरूरी है। लेकिन जब कुल मिलाकर ऋण बाजार मंदा होता है तो शेयर बाजार में भी मुनाफा कम होना स्वाभाविक है।’
देश की नकदी की स्थिति के बारे पूछे गए सवाल के जवाब में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक मौजूदा स्थिति से खुश है। टिप्पणियां
रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए मार्च 2010 से अब तक 13 बार अपनी नीतिगत ब्याज दरें बढ़ा चुका है पर पिछले महीने की नीतिगत समीक्षा में बैंक ने बैंकों के साथ अल्पकालिक नकदी के लेनदेन पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा।
चक्रवर्ती ने मुद्रास्फीति और रुपये में कमजोरी के बारे में पूछे गए सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि आरबीआई की 24 जनवरी को होने वाली समीक्षा में इन सवालों का जवाब दिया जाएगा।
चक्रवर्ती ने जवाहरलाल नेहरू बैंक एवं वित्त संस्थान संस्थान में एक कार्यक्रम में कहा, ‘जो भारत मे निवेश करने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें प्रतिफल की उम्मीद सीमित रखनी चाहिए चाहिए नहीं तो असंतुलन पैदा होगा और इससे और समस्याएं पैदा होंगी।’ उन्होंने कहा, ‘हर दिन सेंसेक्स आपको शेयरों में 30 फीसद का मुनाफा नहीं दे सकता। ऋण और शेयर बाजार के बीच संबंध बना रहना जरूरी है। लेकिन जब कुल मिलाकर ऋण बाजार मंदा होता है तो शेयर बाजार में भी मुनाफा कम होना स्वाभाविक है।’
देश की नकदी की स्थिति के बारे पूछे गए सवाल के जवाब में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक मौजूदा स्थिति से खुश है। टिप्पणियां
रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए मार्च 2010 से अब तक 13 बार अपनी नीतिगत ब्याज दरें बढ़ा चुका है पर पिछले महीने की नीतिगत समीक्षा में बैंक ने बैंकों के साथ अल्पकालिक नकदी के लेनदेन पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा।
चक्रवर्ती ने मुद्रास्फीति और रुपये में कमजोरी के बारे में पूछे गए सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि आरबीआई की 24 जनवरी को होने वाली समीक्षा में इन सवालों का जवाब दिया जाएगा।
देश की नकदी की स्थिति के बारे पूछे गए सवाल के जवाब में आरबीआई के डिप्टी गवर्नर ने कहा कि केंद्रीय बैंक मौजूदा स्थिति से खुश है। टिप्पणियां
रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए मार्च 2010 से अब तक 13 बार अपनी नीतिगत ब्याज दरें बढ़ा चुका है पर पिछले महीने की नीतिगत समीक्षा में बैंक ने बैंकों के साथ अल्पकालिक नकदी के लेनदेन पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा।
चक्रवर्ती ने मुद्रास्फीति और रुपये में कमजोरी के बारे में पूछे गए सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि आरबीआई की 24 जनवरी को होने वाली समीक्षा में इन सवालों का जवाब दिया जाएगा।
रिजर्व बैंक मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए मार्च 2010 से अब तक 13 बार अपनी नीतिगत ब्याज दरें बढ़ा चुका है पर पिछले महीने की नीतिगत समीक्षा में बैंक ने बैंकों के साथ अल्पकालिक नकदी के लेनदेन पर ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा।
चक्रवर्ती ने मुद्रास्फीति और रुपये में कमजोरी के बारे में पूछे गए सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि आरबीआई की 24 जनवरी को होने वाली समीक्षा में इन सवालों का जवाब दिया जाएगा।
चक्रवर्ती ने मुद्रास्फीति और रुपये में कमजोरी के बारे में पूछे गए सवालों को यह कहते हुए टाल दिया कि आरबीआई की 24 जनवरी को होने वाली समीक्षा में इन सवालों का जवाब दिया जाएगा। |
जेएनयू के छात्रों ने फीस बढ़ोतरी पर किया प्रदर्शन तो तेजस्वी यादव ने दिया यह बयान | जेएनयू के छात्रों ने फीस बढ़ोतरी पर किया प्रदर्शन
तेजस्वी यादव ने बीजेपी पर साधा निशाना
छात्रों की वाजिब मांगों पर पुलिस बल का प्रयोग निंदनीय है: तेजस्वी | दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू (JNU) विश्वविद्यालय के छात्रों ने सोमवार को फीस बढ़ोतरी को लेकर विरोध प्रदर्शन किया. अब इस मुद्दे पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) का बयान सामने आया है. उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा, 'देश के सर्वोच्च विश्वविद्यालय JNU में हॉस्टल, मेस समेत फीस की अप्रत्याशित बढ़ोतरी एवं नियमों के बदलाव के खिलाफ छात्रों की वाजिब मांगों पर पुलिस बल का प्रयोग निंदनीय है. BJP नहीं चाहती कि गांव-गरीब के बच्चे JNU जैसी यूनिवर्सिटी में पढ़ें. हम मजबूती से छात्रों की मांगों के साथ हैं.'
देश के सर्वोच्च विश्वविद्यालय JNU में हॉस्टल, मेस समेत फ़ीस की अप्रत्याशित बढ़ोतरी एवं नियमों के बदलाव के ख़िलाफ़ छात्रों की वाजिब माँगों पर पुलिस बल का प्रयोग निंदनीय है। BJP नहीं चाहती कि गाँव-ग़रीब के बच्चे JNU जैसी यूनिवर्सिटी में पढ़े।हम मज़बूती से छात्रों की माँगो के साथ है
छात्रों की मांग है कि प्रशासन फीस बढ़ोतरी समेत कई अहम घोषणाओं को वापस ले. सोमवार को ही विश्वविद्यालय में दीक्षांत समारोह भी हुआ. इसी दौरान छात्रों ने हॉस्टल फीस बढ़ोतरी और ड्रेस कोड के मुद्दे पर कैंपस में विरोध मार्च निकाला. छात्रों ने वाइस चांसलर के खिलाफ जेएनयू कैंपस के बाहर उग्र प्रदर्शन भी किया. छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात हैं.
JNU स्टूडेंट्स का विरोध प्रदर्शन तेज होने पर केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' को सोमवार को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) में 6 घंटे से भी अधिक समय तक फंसे रहना पड़ा और उन्हें दिन में अपने दो कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा. 'निशंक' उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ JNU के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए AICTE गए थे.
नायडू हालांकि विरोध प्रदर्शन तेज होने से पहले ही परिसर से चले गये थे और निशंक को कैंपस के भीतर ही रहना पड़ा. एचआरडी मंत्रालय के एक सीनियर अधिकारी ने कहा था, ''वह अंदर हैं. लेकिन स्थिति को संभाल लिया गया है. मंत्री ने JNUSU अध्यक्ष से बात की है और उन्हें आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों पर गौर किया जाएगा.'' |
चंडीगढ़ में भगोड़े सिपाही ने पुलिस इंस्पेक्टर की चाकू मारकर हत्या की | पुलिस इंस्पेक्टर सुच्चा सिंह रात को पीसीआर ड्यूटी पर सेक्टर−17 में तैनात थे। हमलावर की पहचान बसंत कुमार के रूप में हुई है और वह चंडीगढ़ पुलिस का भगोड़ा सिपाही है। | चंडीगढ़ में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस इंस्पेक्टर की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। मृतक पुलिस इंस्पेक्टर का नाम सुच्चा सिंह है। सुच्चा सिंह रात को पीसीआर ड्यूटी पर सेक्टर−17 में तैनात थे।
हमलावर की पहचान बसंत कुमार के रूप में हुई है और वह चंडीगढ़ पुलिस का भगोड़ा सिपाही है। बसंत कुमार पर सोनीपत में दो लोगों की हत्या का भी आरोप है और सोनीपत पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।
हमलावर की पहचान बसंत कुमार के रूप में हुई है और वह चंडीगढ़ पुलिस का भगोड़ा सिपाही है। बसंत कुमार पर सोनीपत में दो लोगों की हत्या का भी आरोप है और सोनीपत पुलिस ने उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। |
पाकिस्तान छोड़ने में पूर्व सेना प्रमुख राहील शरीफ ने मेरी 'मदद' की : परवेज मुशर्रफ | इस बयान से पाक की सरकारी व्यवस्था में सेना के प्रभाव का संकेत मिलता है.
उन्होंने (राहील शरीफ) मेरी मदद की. मैं उनका बॉस रहा हूं- मुशर्रफ
परदे के पीछे से सेना प्रमुख ने दबाव खत्म करने में भूमिका निभाई- परवेज | पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ ने कहा है कि पूर्व सेना प्रमुख राहील शरीफ ने पाकिस्तान से बाहर निकलने में उनकी मदद की. उनके इस बयान से पाकिस्तान की सरकारी व्यवस्था में सेना के व्यापक प्रभाव का संकेत मिलता है.
मुशर्रफ ने बीती रात 'दुनिया न्यूज' से कहा कि शरीफ ने अदालतों पर दबाव बनाने से सरकार को रोककर देश छोड़ने में उनकी मदद की.
उन्होंने कहा, 'उन्होंने (राहील शरीफ) मेरी मदद की. मैं उनका बॉस रहा हूं और मैं उनसे पहले सेना प्रमुख था. उन्होंने मेरी मदद की, क्योंकि मामले राजनीति से प्रेरित थे, उन्होंने मुझे बाहर नहीं जा सकने वाली सूची 'एक्जिट कंट्रोल लिस्ट' (ईसीएल) में डाल दिया, उन्होंने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया'. इस बारे में ब्यौरा पूछे जाने पर मुशर्रफ (73) ने कहा कि जनरल शरीफ ने देश छोड़ने से रोकने के लिए अदालतों पर बने दबाव को खत्म करने का काम किया.
मुशर्रफ के इस बयान से कुछ सप्ताह पहले नवंबर महीने में जनरल शरीफ ने सेना प्रमुख का तीन साल का कार्यकाल पूरा किया. उनके स्थान पर जनरल कमर जावेद बाजवा सेना प्रमुख बने. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'परदे के पीछे से सेना प्रमुख ने दबाव खत्म करने में भूमिका निभाई'. मुशर्रफ इस साल मार्च में उस वक्त पाकिस्तान से बाहर निकलने में कामयाब रहे जब गृह मंत्रालय ने उनका नाम ईसीएल से हटाने की अधिसूचना जारी की थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुशर्रफ ने बीती रात 'दुनिया न्यूज' से कहा कि शरीफ ने अदालतों पर दबाव बनाने से सरकार को रोककर देश छोड़ने में उनकी मदद की.
उन्होंने कहा, 'उन्होंने (राहील शरीफ) मेरी मदद की. मैं उनका बॉस रहा हूं और मैं उनसे पहले सेना प्रमुख था. उन्होंने मेरी मदद की, क्योंकि मामले राजनीति से प्रेरित थे, उन्होंने मुझे बाहर नहीं जा सकने वाली सूची 'एक्जिट कंट्रोल लिस्ट' (ईसीएल) में डाल दिया, उन्होंने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया'. इस बारे में ब्यौरा पूछे जाने पर मुशर्रफ (73) ने कहा कि जनरल शरीफ ने देश छोड़ने से रोकने के लिए अदालतों पर बने दबाव को खत्म करने का काम किया.
मुशर्रफ के इस बयान से कुछ सप्ताह पहले नवंबर महीने में जनरल शरीफ ने सेना प्रमुख का तीन साल का कार्यकाल पूरा किया. उनके स्थान पर जनरल कमर जावेद बाजवा सेना प्रमुख बने. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'परदे के पीछे से सेना प्रमुख ने दबाव खत्म करने में भूमिका निभाई'. मुशर्रफ इस साल मार्च में उस वक्त पाकिस्तान से बाहर निकलने में कामयाब रहे जब गृह मंत्रालय ने उनका नाम ईसीएल से हटाने की अधिसूचना जारी की थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, 'उन्होंने (राहील शरीफ) मेरी मदद की. मैं उनका बॉस रहा हूं और मैं उनसे पहले सेना प्रमुख था. उन्होंने मेरी मदद की, क्योंकि मामले राजनीति से प्रेरित थे, उन्होंने मुझे बाहर नहीं जा सकने वाली सूची 'एक्जिट कंट्रोल लिस्ट' (ईसीएल) में डाल दिया, उन्होंने इसे राजनीतिक मुद्दा बना दिया'. इस बारे में ब्यौरा पूछे जाने पर मुशर्रफ (73) ने कहा कि जनरल शरीफ ने देश छोड़ने से रोकने के लिए अदालतों पर बने दबाव को खत्म करने का काम किया.
मुशर्रफ के इस बयान से कुछ सप्ताह पहले नवंबर महीने में जनरल शरीफ ने सेना प्रमुख का तीन साल का कार्यकाल पूरा किया. उनके स्थान पर जनरल कमर जावेद बाजवा सेना प्रमुख बने. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'परदे के पीछे से सेना प्रमुख ने दबाव खत्म करने में भूमिका निभाई'. मुशर्रफ इस साल मार्च में उस वक्त पाकिस्तान से बाहर निकलने में कामयाब रहे जब गृह मंत्रालय ने उनका नाम ईसीएल से हटाने की अधिसूचना जारी की थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुशर्रफ के इस बयान से कुछ सप्ताह पहले नवंबर महीने में जनरल शरीफ ने सेना प्रमुख का तीन साल का कार्यकाल पूरा किया. उनके स्थान पर जनरल कमर जावेद बाजवा सेना प्रमुख बने. टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'परदे के पीछे से सेना प्रमुख ने दबाव खत्म करने में भूमिका निभाई'. मुशर्रफ इस साल मार्च में उस वक्त पाकिस्तान से बाहर निकलने में कामयाब रहे जब गृह मंत्रालय ने उनका नाम ईसीएल से हटाने की अधिसूचना जारी की थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा, 'परदे के पीछे से सेना प्रमुख ने दबाव खत्म करने में भूमिका निभाई'. मुशर्रफ इस साल मार्च में उस वक्त पाकिस्तान से बाहर निकलने में कामयाब रहे जब गृह मंत्रालय ने उनका नाम ईसीएल से हटाने की अधिसूचना जारी की थी.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
टीम अन्ना अगले हफ्ते से शुरू करेगी अपनी मुहिम | विधानसभा चुनावों के लिए टीम अन्ना ने ताल ठोक दी है। जनता को जागरूक करने के अभियान की तारीख़ तय हो चुकी है। | विधानसभा चुनावों के लिए टीम अन्ना ने ताल ठोक दी है। जनता को जागरूक करने के अभियान की तारीख़ तय हो चुकी है।
टीम अन्ना अपने अभियान का बिगुल उत्तराखंड से बजाएगी जहां उसे सबसे ज़्यादा उम्मीद दिखती है। टीम अन्ना उत्तराखंड में दो दौर में अभियान चलाएगी।
पहले 21, 22, 23 जनवरी और फिर 27 और 28 जनवरी को उत्तराखंड में कार्यक्रम होंगे।
पंजाब में टीम अन्ना सिर्फ़ एक दिन 25 जनवरी को कायर्क्रम करेगी। यूपी के सियासी संग्राम में टीम अन्ना 3 फरवरी से कूदेगी।टिप्पणियां
26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र बचाओ अभियान होगा लेकिन अन्ना हज़ारे इस अभियान में शामिल होंगे या नहीं यह उनकी तबीयत पर निर्भर करेगा।
टीम अन्ना ने हिसार चुनाव के प्रयोग को इन विधानसभा चुनावों में भी दोहराने के लिए कमर कस ली है और यहां के नतीजे ही अब काफ़ी हद तक टीम अन्ना के आगे का रास्ता तय करेंगे।
टीम अन्ना अपने अभियान का बिगुल उत्तराखंड से बजाएगी जहां उसे सबसे ज़्यादा उम्मीद दिखती है। टीम अन्ना उत्तराखंड में दो दौर में अभियान चलाएगी।
पहले 21, 22, 23 जनवरी और फिर 27 और 28 जनवरी को उत्तराखंड में कार्यक्रम होंगे।
पंजाब में टीम अन्ना सिर्फ़ एक दिन 25 जनवरी को कायर्क्रम करेगी। यूपी के सियासी संग्राम में टीम अन्ना 3 फरवरी से कूदेगी।टिप्पणियां
26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र बचाओ अभियान होगा लेकिन अन्ना हज़ारे इस अभियान में शामिल होंगे या नहीं यह उनकी तबीयत पर निर्भर करेगा।
टीम अन्ना ने हिसार चुनाव के प्रयोग को इन विधानसभा चुनावों में भी दोहराने के लिए कमर कस ली है और यहां के नतीजे ही अब काफ़ी हद तक टीम अन्ना के आगे का रास्ता तय करेंगे।
पहले 21, 22, 23 जनवरी और फिर 27 और 28 जनवरी को उत्तराखंड में कार्यक्रम होंगे।
पंजाब में टीम अन्ना सिर्फ़ एक दिन 25 जनवरी को कायर्क्रम करेगी। यूपी के सियासी संग्राम में टीम अन्ना 3 फरवरी से कूदेगी।टिप्पणियां
26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र बचाओ अभियान होगा लेकिन अन्ना हज़ारे इस अभियान में शामिल होंगे या नहीं यह उनकी तबीयत पर निर्भर करेगा।
टीम अन्ना ने हिसार चुनाव के प्रयोग को इन विधानसभा चुनावों में भी दोहराने के लिए कमर कस ली है और यहां के नतीजे ही अब काफ़ी हद तक टीम अन्ना के आगे का रास्ता तय करेंगे।
पंजाब में टीम अन्ना सिर्फ़ एक दिन 25 जनवरी को कायर्क्रम करेगी। यूपी के सियासी संग्राम में टीम अन्ना 3 फरवरी से कूदेगी।टिप्पणियां
26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र बचाओ अभियान होगा लेकिन अन्ना हज़ारे इस अभियान में शामिल होंगे या नहीं यह उनकी तबीयत पर निर्भर करेगा।
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26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र बचाओ अभियान होगा लेकिन अन्ना हज़ारे इस अभियान में शामिल होंगे या नहीं यह उनकी तबीयत पर निर्भर करेगा।
टीम अन्ना ने हिसार चुनाव के प्रयोग को इन विधानसभा चुनावों में भी दोहराने के लिए कमर कस ली है और यहां के नतीजे ही अब काफ़ी हद तक टीम अन्ना के आगे का रास्ता तय करेंगे।
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उना दौरे में हत्या के प्रयास की आरोपी महिला को गले लगाकर विवादों में घिरे राहुल गांधी | गुजरात के उना में प्रताड़ित दलितों के मुलाकात के दौरान की है तस्वीर
महिला पर जबरन वसूली, दंगा भड़काने और सरकारी काम में बाधा डालने का आरोप
कांग्रेस के मुताबिक, उक्त महीला के बारे में पार्टी नेताओं को नहीं पता था | संसद में दलित मुद्दे पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी को सिर नीचे कर आंखें बंद किए देखे जाने के बाद वे विपक्ष के निशाने पर रहे। हालांकि कांग्रेस ने इस मसले पर राहुल का जमकर बचाव भी किया। अब गुजरात के उना दौर के दौरान राहुल गांधी द्वारा हत्या के प्रयास की आरोपी एक महिला को गले लगाने का मामला सामने आया है।
दरअसल, गुजरात के उना में मृत गाय की खाल उतारने पर दलित युवकों को कार से बांध नग्न कर पिटाई किए जाने के बाद राहुल गांधी द्वारा वहां किए गए दौरे और उनसे मुलाकात के दौरान 46 वर्षीय कांग्रेस उपाध्यक्ष ने स्थानीय अस्पताल में एक महिला को गले लगाया।
रमाबेन मुच्छाड़िया नामक इस महिला के बारे में पता चला है कि वह इनमें से किसी भी पीड़ित की रिश्तेदार नहीं थी। उक्त 55 वर्षीय महिला का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, जिनमें एक बिल्डर से जबरन वसूली के लिए फोन करने, दंगा और सरकारी अधिकारी के काम में बाधा डालने जैसे मामले शामिल हैं।
वह उस दिन को याद करते हुए बताती हैं, 'एक दलित मां होने के नाते, मैंने वहां अस्पताल में जाने का निर्णय लिया। यहां तक कि मैं पीड़ितों के लिए दो टिफिन भी ले गई थी। मैंने वार्ड में पीड़ितों का हाल-चाल जानने के लिए पास हासिल किया, जहां राहुल गांधी थे। उस वक्त, पीड़ितों की हालत देखने के बाद मेरी आखों में आंसू आ गए थे, तो उन्होंने मुझे गले लगा लिया।' टिप्पणियां
बीजेपी प्रवक्ता राजा ध्रुव ने इस पर राहुल को घेरते हुए कहा, 'यही राहुल गांधी हैं। वह हमेशा अपनी पार्टी को मुश्किल स्थिति में डाल देते हैं।'
वहीं कांग्रेस इसे उस वक्त राहुल द्वारा दिखाया मानवीय व्यवहार करार दे रही है। इसके साथ ही स्थानीय नेताओं का कहना है कि महिला ने अस्पताल में पहुंचने के लिए फर्जी नाम का इस्तेमाल किया। कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं, 'अस्पताल प्रशासन ने पास जारी किया और ड्यूटी पर तैनाच मेडिकल अधिकारियों ने आगंतुको की पहचान की थी। कांग्रेस ने वहां मौजूद लोगों के पहचान का सत्यापन नहीं किया था।'
दरअसल, गुजरात के उना में मृत गाय की खाल उतारने पर दलित युवकों को कार से बांध नग्न कर पिटाई किए जाने के बाद राहुल गांधी द्वारा वहां किए गए दौरे और उनसे मुलाकात के दौरान 46 वर्षीय कांग्रेस उपाध्यक्ष ने स्थानीय अस्पताल में एक महिला को गले लगाया।
रमाबेन मुच्छाड़िया नामक इस महिला के बारे में पता चला है कि वह इनमें से किसी भी पीड़ित की रिश्तेदार नहीं थी। उक्त 55 वर्षीय महिला का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, जिनमें एक बिल्डर से जबरन वसूली के लिए फोन करने, दंगा और सरकारी अधिकारी के काम में बाधा डालने जैसे मामले शामिल हैं।
वह उस दिन को याद करते हुए बताती हैं, 'एक दलित मां होने के नाते, मैंने वहां अस्पताल में जाने का निर्णय लिया। यहां तक कि मैं पीड़ितों के लिए दो टिफिन भी ले गई थी। मैंने वार्ड में पीड़ितों का हाल-चाल जानने के लिए पास हासिल किया, जहां राहुल गांधी थे। उस वक्त, पीड़ितों की हालत देखने के बाद मेरी आखों में आंसू आ गए थे, तो उन्होंने मुझे गले लगा लिया।' टिप्पणियां
बीजेपी प्रवक्ता राजा ध्रुव ने इस पर राहुल को घेरते हुए कहा, 'यही राहुल गांधी हैं। वह हमेशा अपनी पार्टी को मुश्किल स्थिति में डाल देते हैं।'
वहीं कांग्रेस इसे उस वक्त राहुल द्वारा दिखाया मानवीय व्यवहार करार दे रही है। इसके साथ ही स्थानीय नेताओं का कहना है कि महिला ने अस्पताल में पहुंचने के लिए फर्जी नाम का इस्तेमाल किया। कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं, 'अस्पताल प्रशासन ने पास जारी किया और ड्यूटी पर तैनाच मेडिकल अधिकारियों ने आगंतुको की पहचान की थी। कांग्रेस ने वहां मौजूद लोगों के पहचान का सत्यापन नहीं किया था।'
रमाबेन मुच्छाड़िया नामक इस महिला के बारे में पता चला है कि वह इनमें से किसी भी पीड़ित की रिश्तेदार नहीं थी। उक्त 55 वर्षीय महिला का आपराधिक रिकॉर्ड रहा है, जिनमें एक बिल्डर से जबरन वसूली के लिए फोन करने, दंगा और सरकारी अधिकारी के काम में बाधा डालने जैसे मामले शामिल हैं।
वह उस दिन को याद करते हुए बताती हैं, 'एक दलित मां होने के नाते, मैंने वहां अस्पताल में जाने का निर्णय लिया। यहां तक कि मैं पीड़ितों के लिए दो टिफिन भी ले गई थी। मैंने वार्ड में पीड़ितों का हाल-चाल जानने के लिए पास हासिल किया, जहां राहुल गांधी थे। उस वक्त, पीड़ितों की हालत देखने के बाद मेरी आखों में आंसू आ गए थे, तो उन्होंने मुझे गले लगा लिया।' टिप्पणियां
बीजेपी प्रवक्ता राजा ध्रुव ने इस पर राहुल को घेरते हुए कहा, 'यही राहुल गांधी हैं। वह हमेशा अपनी पार्टी को मुश्किल स्थिति में डाल देते हैं।'
वहीं कांग्रेस इसे उस वक्त राहुल द्वारा दिखाया मानवीय व्यवहार करार दे रही है। इसके साथ ही स्थानीय नेताओं का कहना है कि महिला ने अस्पताल में पहुंचने के लिए फर्जी नाम का इस्तेमाल किया। कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं, 'अस्पताल प्रशासन ने पास जारी किया और ड्यूटी पर तैनाच मेडिकल अधिकारियों ने आगंतुको की पहचान की थी। कांग्रेस ने वहां मौजूद लोगों के पहचान का सत्यापन नहीं किया था।'
वह उस दिन को याद करते हुए बताती हैं, 'एक दलित मां होने के नाते, मैंने वहां अस्पताल में जाने का निर्णय लिया। यहां तक कि मैं पीड़ितों के लिए दो टिफिन भी ले गई थी। मैंने वार्ड में पीड़ितों का हाल-चाल जानने के लिए पास हासिल किया, जहां राहुल गांधी थे। उस वक्त, पीड़ितों की हालत देखने के बाद मेरी आखों में आंसू आ गए थे, तो उन्होंने मुझे गले लगा लिया।' टिप्पणियां
बीजेपी प्रवक्ता राजा ध्रुव ने इस पर राहुल को घेरते हुए कहा, 'यही राहुल गांधी हैं। वह हमेशा अपनी पार्टी को मुश्किल स्थिति में डाल देते हैं।'
वहीं कांग्रेस इसे उस वक्त राहुल द्वारा दिखाया मानवीय व्यवहार करार दे रही है। इसके साथ ही स्थानीय नेताओं का कहना है कि महिला ने अस्पताल में पहुंचने के लिए फर्जी नाम का इस्तेमाल किया। कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं, 'अस्पताल प्रशासन ने पास जारी किया और ड्यूटी पर तैनाच मेडिकल अधिकारियों ने आगंतुको की पहचान की थी। कांग्रेस ने वहां मौजूद लोगों के पहचान का सत्यापन नहीं किया था।'
बीजेपी प्रवक्ता राजा ध्रुव ने इस पर राहुल को घेरते हुए कहा, 'यही राहुल गांधी हैं। वह हमेशा अपनी पार्टी को मुश्किल स्थिति में डाल देते हैं।'
वहीं कांग्रेस इसे उस वक्त राहुल द्वारा दिखाया मानवीय व्यवहार करार दे रही है। इसके साथ ही स्थानीय नेताओं का कहना है कि महिला ने अस्पताल में पहुंचने के लिए फर्जी नाम का इस्तेमाल किया। कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं, 'अस्पताल प्रशासन ने पास जारी किया और ड्यूटी पर तैनाच मेडिकल अधिकारियों ने आगंतुको की पहचान की थी। कांग्रेस ने वहां मौजूद लोगों के पहचान का सत्यापन नहीं किया था।'
वहीं कांग्रेस इसे उस वक्त राहुल द्वारा दिखाया मानवीय व्यवहार करार दे रही है। इसके साथ ही स्थानीय नेताओं का कहना है कि महिला ने अस्पताल में पहुंचने के लिए फर्जी नाम का इस्तेमाल किया। कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं, 'अस्पताल प्रशासन ने पास जारी किया और ड्यूटी पर तैनाच मेडिकल अधिकारियों ने आगंतुको की पहचान की थी। कांग्रेस ने वहां मौजूद लोगों के पहचान का सत्यापन नहीं किया था।' |
'इश्कबाज' के सेट पर टीचर बनी सुरभि, खाली टाइम में पूरा कराती हैं होमवर्क | स्टार प्लस पर आता है इश्कबाज
बच्चे को पढ़ाती हैं सुरभि
सेट पर आयुध को पूरा कराती हैं होमवर्क | All about last night #ishqbaaz night shoot pic.twitter.com/xyKCI8thUx
A new guest has entered the Oberoi house. But is he part of a bigger plan by Veer? To find out, watch #Ishqbaaaz Mon-Fri at 10pm. @SurbhiChandna@mansi_srivas@shrenuparikh11pic.twitter.com/Qrs3BTHJxp |
India vs New Zealand:वनडे सीरीज शुरू होने के पहले रॉस टेलर ने अपनी टीम को दी यह नसीहत.. | कहा, कोहली के बजाय पूरी टीम पर ध्यान केंद्रित करें
भारतीय टीम में रोहित, धवन जैसे बल्लेबाज भी हैं
बुधवार को खेला जाएगा वनडे सीरीज का पहला मैच | भारत और न्यूजीलैंड (India vs New Zealand) के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज बुधवार से प्रारंभ हो रही है. सीरीज का पहला मुकाबला (1st ODI) नेपियर में खेला जाना है. सीरीज के पहले न्यूजीलैंड के सीनियर बल्लेबाज रॉस टेलर (Ross Taylor) ने अपनी टीम को विराट कोहली के बजाय पूरी भारतीय टीम पर ध्यान केंद्रित करने की नसीहत दी है. उन्होंने कहा कि सीमित ओवरों की आगामी सीरीज में हमें केवल 'रन मशीन' विराट कोहली (Virat Kohli) पर ध्यान देने के बजाय भारत के शीर्ष क्रम पर ध्यान केंद्रित रखना होगा. न्यूजीलैंड दौरे में भारत पांच वनडे के अलावा तीन टी20 इंटरनेशनल मैच की सीरीज भी खेलेगा.
न्यूजीलैंड में सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग के इस रिकॉर्ड को पीछे छोड़ सकते हैं MS धोनी...
ऑस्ट्रेलिया ने हाल में टेस्ट सीरीज में कोहली को रोकने पर अधिक ध्यान दिया लेकिन वह चेतेश्वर पुजारा थे जिन्होंने उनके लिये परेशानी खड़ी की और ऐतिहासिक सीरीज जीतने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. टेलर नहीं चाहते कि उनकी टीम भी यही रवैया अपनाए. टेलर ने स्टफ.सीओ.एनजेड से कहा, ‘वह (कोहली)जबर्दस्त बल्लेबाज है. वर्तमान समय का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी. हर कोई उस पर ध्यान केंद्रित करेगा लेकिन उनके शीर्ष क्रम में दो बेहतरीन सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा और शिखर धवन हैं जिनके बाद कोहली बल्लेबाजी के लिये आते हैं.' टेलर ने श्रीलंका के खिलाफ घरेलू सीरीज में उंगली में चोट के बाद पहली बार मैकलीन पार्क में पहले नेट सत्र में हिस्सा लिया. उन्होंने कहा, ‘मैं अब टीम में अपनी भूमिका को अच्छी तरह से समझता हूं. मैंने अपने खेल पर काम किया और शुरू से स्ट्राइक रोटेट करने की कोशिश करता हूं. स्पिनरों के खिलाफ अलग अवसरों पर अलग तरह के शॉट लगाने से मेरे खेल में सकारात्मक बदलाव आया है.' टेलर ने कहा, ‘लेकिन आप इंसान हैं और आपको नये सिरे से शुरूआत करनी होती है और भारत के खिलाफ खेलना रोमांचक होगा.'
#TeamIndia's latest recruit @RealShubmanGill was seen sweating out in the nets at his first training session with the Senior Men's team #NZvINDpic.twitter.com/E8COH3Avnr
धोनी को लेकर कोहली के 3 विराट बोल, दिया मैनेजमेंट के 'प्लान' का इशारा
भारत और न्यूजीलैंड के बीच पांच वनडे मैचों की सीरीज 23 जनवरी से प्रारंभ होगी. सीरीज का पहला वनडे 23 जनवरी को नेपियर में आयोजित होगा. दूसरा वनडे 26 जनवरी को माउंट मानगुनई और तीसरा भी इसी स्थान पर 28 जनवरी को होगा. चौथा वनडे मैच 31 जनवरी को हेमिल्टन में खेला जाना है जबकि आखिरी वनडे 3 फरवरी को वेलिंगटन में होगा.
खलील अहमद की हरकत पर MS धोनी को आया गुस्सा, यूं लगाई फटकार, Video |
अमेरिकी ओपन : सानिया, पेस अगले दौर में, भूपति पहले राउंड में बाहर | भारतीय स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और लिएंडर पेस ने अमेरिकी ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में अपनी-अपनी युगल स्पर्धाओं में जीत से शुरुआत की, जबकि अनुभवी महेश भूपति को पहले राउंड में हार का मुंह देखना पड़ा। | भारतीय स्टार खिलाड़ी सानिया मिर्जा और लिएंडर पेस ने अमेरिकी ओपन टेनिस ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट में अपनी-अपनी युगल स्पर्धाओं में जीत से शुरुआत की, जबकि अनुभवी महेश भूपति को पहले राउंड में हार का मुंह देखना पड़ा।
सानिया और चीन की उनकी जोड़ीदार ज्येंग झेई ने जर्मनी की अनिका बेक और पुएटरे रिकान मोनिका पुईग को सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से हराकर महिला युगल स्पर्धा के दूसरे राउंड में जगह बना ली। अब 10वीं वरीय इस जोड़ी का सामना हंगरी की कैटलीन मारोसी और अमेरिका की मेगान मौल्टन लेवी की जोड़ी से होगा।टिप्पणियां
सानिया और झेंग की जोड़ी पिछले हफ्ते न्यू हैवन में खिताब जीतकर आत्मविश्वास से भरी हुई है। पेस ने राडेक स्टेपानेक के साथ मिलकर पुरुष युगल स्पर्धा के दूसरे राउंड में प्रवेश किया। उन्होंने जार्को निमिनेन और दिमित्रि तुसरुनोव की गैर-वरीय जोड़ी को सीधे सेटों में 6-4, 7-6 (7-4) से पराजित किया।
चौथी वरीय जोड़ी ने आक्रामक नेट गेम दिखाया और विनर जमाए। उन्होंने शुरू से ही मैच में शिकंजा कस लिया था, लेकिन भूपति और उनके पुरूष युगल जोड़ीदार जर्मनी के फिलिप पेशनर को कनाडा के डेनियल नेस्टर और वासेक पोसपिसिल की जोड़ी ने 6-3, 7-6 (7-4) से हरा दिया।
सानिया और चीन की उनकी जोड़ीदार ज्येंग झेई ने जर्मनी की अनिका बेक और पुएटरे रिकान मोनिका पुईग को सीधे सेटों में 6-2, 6-2 से हराकर महिला युगल स्पर्धा के दूसरे राउंड में जगह बना ली। अब 10वीं वरीय इस जोड़ी का सामना हंगरी की कैटलीन मारोसी और अमेरिका की मेगान मौल्टन लेवी की जोड़ी से होगा।टिप्पणियां
सानिया और झेंग की जोड़ी पिछले हफ्ते न्यू हैवन में खिताब जीतकर आत्मविश्वास से भरी हुई है। पेस ने राडेक स्टेपानेक के साथ मिलकर पुरुष युगल स्पर्धा के दूसरे राउंड में प्रवेश किया। उन्होंने जार्को निमिनेन और दिमित्रि तुसरुनोव की गैर-वरीय जोड़ी को सीधे सेटों में 6-4, 7-6 (7-4) से पराजित किया।
चौथी वरीय जोड़ी ने आक्रामक नेट गेम दिखाया और विनर जमाए। उन्होंने शुरू से ही मैच में शिकंजा कस लिया था, लेकिन भूपति और उनके पुरूष युगल जोड़ीदार जर्मनी के फिलिप पेशनर को कनाडा के डेनियल नेस्टर और वासेक पोसपिसिल की जोड़ी ने 6-3, 7-6 (7-4) से हरा दिया।
सानिया और झेंग की जोड़ी पिछले हफ्ते न्यू हैवन में खिताब जीतकर आत्मविश्वास से भरी हुई है। पेस ने राडेक स्टेपानेक के साथ मिलकर पुरुष युगल स्पर्धा के दूसरे राउंड में प्रवेश किया। उन्होंने जार्को निमिनेन और दिमित्रि तुसरुनोव की गैर-वरीय जोड़ी को सीधे सेटों में 6-4, 7-6 (7-4) से पराजित किया।
चौथी वरीय जोड़ी ने आक्रामक नेट गेम दिखाया और विनर जमाए। उन्होंने शुरू से ही मैच में शिकंजा कस लिया था, लेकिन भूपति और उनके पुरूष युगल जोड़ीदार जर्मनी के फिलिप पेशनर को कनाडा के डेनियल नेस्टर और वासेक पोसपिसिल की जोड़ी ने 6-3, 7-6 (7-4) से हरा दिया।
चौथी वरीय जोड़ी ने आक्रामक नेट गेम दिखाया और विनर जमाए। उन्होंने शुरू से ही मैच में शिकंजा कस लिया था, लेकिन भूपति और उनके पुरूष युगल जोड़ीदार जर्मनी के फिलिप पेशनर को कनाडा के डेनियल नेस्टर और वासेक पोसपिसिल की जोड़ी ने 6-3, 7-6 (7-4) से हरा दिया। |
...तो गिट्टी- बालू के गोदाम में बैठकर पीएम मोदी को हराने की रणनीति बना रहे हैं सपा उम्मीदवार तेज बहादुर यादव | डोर टू डोर कैंपेन भी चला रहे हैं तेज बहादुर
सपा ने बनाया है अपना उम्मीदवार
पहले निर्दलीय लड़ रहे थे तेज बहादुर यादव | बीएसएफ में खराब खाने को लेकर बनाए गए अपने वीडियो से चर्चा में आए बर्खास्त जवान तेज बहादुर यादव (Tej Bahadur Yadav) इन दिनों वाराणसी में है. वह अपनी सियासी पारी की शुरुआत पीएम मोदी (PM Modi) के खिलाफ चुनाव लड़ने के साथ कर रहे हैं. उनके इस फैसले की इन दिनों वाराणसी में खूब चर्चा हो रही है.क्योंकि वो (Tej Bahadur Yadav) पहले निर्दलीय प्रत्यासी के रूप में पर्चा दाखिल कर राजनीतिक रण का बिगुल बजा चुके थे, अब उनके साथ इस लड़ाई में समाजवादी पार्टी शामिल हो गई है और उन्हें अपने खेमे में मिला कर नरेंद्र मोदी (PM Modi) के सामने मज़बूत योद्धा के रूप में पेश कर दिया है. तेज बहादुर (Tej Bahadur Yadav) निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर भी अपनी जंग पूरी सिद्दत के साथ लड़ रहे थे. उन्होंने इसके लिए बाकायदा एक वॉर रूम बना रखा था. हालांकि बाहर से दिखने में ये वॉर रूम जैसा नहीं लगता है लेकिन मंडुवाडीह स्टेशन के बगल में एक गीट्टी बालू के थोक दूकान में ये वॉर रूम बना है. जब आप यहां पहुंचेंगे तो बहार आपको गिट्टी बालू रखा मिलेगा उसके बीच के रास्ते से जब आप अंदर जायेंगे तो एक बड़ा हॉल नज़र आयेगा जो पहले इन्ही गिट्टी बालू को रखने का गोदाम था. जिसे अब खाली करा दिया गया है.
इसमें जैसे ही आप अंदर जाएंगे तो पहले ही बाएं तरफ खाली पड़े ड्रम के ऊपर पानी के एक दो कंटेनर रखे हैं जिससे आने वाले आगंतुकों का पानी और गुड़ से स्वागत होता है. उसके बाद हाल में आठ दस कुर्सियां राखी हुईं हैं जिसमे बैठ कर लोग चुनावी चर्चा करते नज़र आयेंगे. इस हॉल से लगा हुवा एक कमरा है जिसके फर्श पर बेतरतीब तरीके से दरियां बिछी हुई है , कमरे की खिड़की पर फ़ौज की वर्दी टंगी है तो नीचे तफ़्ती के बने वो दान पात्र रखे हैं, जिसे ये लोग प्रचार के दौरान अपने साथ लेकर जाते हैं. इस कमरे में कुछ रिटायर फौजी और कुछ कार्यकर्ता बैठ कर चुनावी रणनीति बनाते नज़र आते हैं. इसी कमरे के दूसरे कोने में चार पांच महिलायें भी हैं जो अपने घर का काम ख़त्म कर तेज बहादुर के प्रचार के लिये यहां जुटती हैं और फिर अलग- अलग मोहल्लो में प्रचार के लिए जाती है.
इन महिलाओं में से एक रंजो देवी कहती है कि हम लोग घरेलू महिला है मुसीबत परेशानी जानते हैं फौजी भाई एक खड़े हुए थे तो सुना हमने तो सारी हमारी महिलाये हैं जो एक जगह खड़े होने के बाद आते हैं, हम लोग डोर तो डोर प्रचार में जाते हैं. इन्ही की दूसरी साथी मोहसिना भी हैं जो आम आदमी पार्टी से जुडी हैं कहती हैं कि उनकी पार्टी ने उम्मीदवार नहीं दिया तो वो तेज बहादुर के प्रचार में ही लग गई हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास पैसा नहीं है पावर नहीं है लेकिन हमारे पास विल पॉवर है हौसला है हमें एक दुआरे को सहयोग करते हैं कहां कहां से से लोग आ रहे हैं हम ये दिखाना चाहते हैं कि आज एक आम आदमी भी चुनाव लड़ सकता है हम जीते या हारे लेकिन हमने कोशिश तो की मैदान में डटे तो हैं.
इसी हौसले के बूते तेज बहादुर वाराणसी में देश के सबसे ताकतवर व्यक्ति को चुनौती देने मैदान में उतरे हैं. किसी भी जंग के लिए राशन पानी का मुक्कमल इंतज़ाम होना चाहिए तो यहां पर उसका इंतज़ाम खुद तेज बहादुर और उनके साथी देख रहे हैं. आने वाले आगंतुकों के साथ कार्यकर्ताओं का भोजन भी सभी मिल जल कर बनाते हैं हम जब पहुंचे तो तेज बहादुर हम निम्बूं की चाय बनाते मिले. तेज बहादुर के साथ शुरुवाती दिनों से कंधे से कंधा मिला कर इस लड़ाई उनके साथी बीएसएफ से रिटायर फौजी मणि देव चतुर्वेदी भी बैठे थे. उनसे जब रसद पानी का सवाल पूछा तो छूटते ही अपना जला हुवा अंगूठा दिखाते हुवे कहते हैं कि हमारे अंगुली को देखिये छाले पड़े हैं हम खाना बनाते हैं अपने हांथों से जवानो को खिलाते हैं जो बनता है क्योंकि हम विशुद्ध किसान के बेटे हैं आज सरहद से सड़क पर आये हैं.
जब हमारी सरहद पर ज़रुरत थी तब हम सरहद पर थे आज सड़क पर किया हम भ्रस्टचार के खिलाफ लड़ने आये हैं. हम असली चौकीदार बन कर संसद में जाएंगे.संसद में जाने के लिये हर सुबह और तेज बहादुर और उनके साथी अलग अलग टोली बना कर निकलते है. जो अपनी बात कहते हुवे लोगों से नॉट और वोट दोनों की अपील करते हैं. अपने बीच सेना के जवान को पा कर लोग भी उत्साहित होते हैं और उन्हें वोट के आश्वासन के साथ अपनी क्षमता के हिसाब से नॉट देते हैं. |
नए सबूतों' के आधार पर हुई पांच वाम विचारकों की गिरफ्तारी, एक हफ्ते तक रखी गई थी नज़र : पुलिस | देश के अलग-अलग हिस्सों से पांच सामाजिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी
कार्यकर्ताओं पर पुणे पुलिस लगभग एक हफ्ते से करीबी नज़र रखे हुए थी
पांचों नई गिरफ्तारियां उन्हीं लोगों कीं, जो जातिसंघर्ष के पीछे: पुलिस | पुलिस का कहना है कि उन्होंने न सिर्फ आरोपियों से, बल्कि उनके संबंधियों से भी लैपटॉप, हार्डडिस्क, पेनड्राइव, दस्तावेज़, जर्नल तथा मोबाइल फोन ज़ब्त किए हैं. |
चेन्नई : चक्रवाती तूफान 'ठाणे' का संकट | चेन्नई में चक्रवाती तूफान आने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक 'ठाणे' नाम का ये तूफान शुक्रवार की सुबह चेन्नई पहुंच सकता है। | चेन्नई में चक्रवाती तूफान आने की आशंका है। मौसम विभाग के मुताबिक 'ठाणे' नाम का ये तूफान शुक्रवार की सुबह चेन्नई पहुंच सकता है। इस समुद्री तूफान का असर गुरुवार रात से ही नजर आने लगेगा। माना जा रहा है कि अगले दो दिनों में तमिलनाडु के कई तटीय इलाकों में भारी बारिश हो सकती है। इस दौरान 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं भी चलेंगी। मौसम विभाग ने तटीय इलाकों के प्रशासन को इस सिलसिले में लोगों को जानकारी देने के लिए कह दिया है। |
करीना कपूर से की गई ग्रुप फोटो की रिक्वेस्ट तो क्यूट अंदाज में बेबो बोलीं- मैंने तेल लगा रखा है | करीना कपूर खान का वीडियो हुआ वायरल
बहुत ही दिलचस्प है वीडियो
मिस इंडिया के फिनाले के लिए कर रही हैं तैयारी | A post shared by Voompla (@voompla) on Jun 18, 2018 at 10:33pm PDT |
आईपीएल : बल्लेबाज के हेलमेट में लगेगा कैमरा | इस साल होने वाले आईपीएल मैचों में नया प्रयोग किया जा रहा है। आईपीएल मैच के दौरान बल्लेबाज के हेलमेट में कैमरा लगाया जाएगा। नया रायपुर में होने वाले आईपीएल मैच के लिए शहीद वीरनारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में 35 कैमरे लगाए जाएंगे। | इस साल होने वाले आईपीएल मैचों में नया प्रयोग किया जा रहा है। आईपीएल मैच के दौरान बल्लेबाज के हेलमेट में कैमरा लगाया जाएगा। नया रायपुर में होने वाले आईपीएल मैच के लिए शहीद वीरनारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में 35 कैमरे लगाए जाएंगे।
इसका निरीक्षण करने के लिए सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम और इवेंट कंपनी आईएमजी की टीम शुक्रवार को रायपुर पहुंची। टीम के अधिकारियों ने पूरे दिन स्टेडियम में कैमरे लगाने के लोकेशन का जायजा लिया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
28 अप्रैल और 1 मई को होने वाले आईपीएल मैच की तैयारी यहां जोर-शोर से चल रही है। इसी सिलसिले में आईपीएल के प्रसारणकर्ता सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम और आईएमजी की टीम यहां पहुंची। आईपीएल मैच का लाइव प्रसारण करीब 162 देशों में किया जाता है।
इन मैचों के प्रसारण के लिए काफी बड़ी प्रोडक्शन टीम की भी भागीदारी रहती है। इसी के मद्देनजर सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम ने यहां स्टेडियम का जायजा लिया।
सोनी टीवी प्रोडक्शन टीम के इंचार्ज सुनील लहाने और इंग्लैंड से आए आईएमजी कंपनी की प्रोडक्शन टीम के इंजीनियर डाल्टन डॉन व कैरन नैक्स ने कैमरा पोजीशन एवं कैमरों की संख्या, प्रसारण क्षेत्र, स्टूडियो एवं कमेंटेटर बॉक्स की व्यवस्थाओं व तैयारियों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने स्टेडियम में चल रही तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की।टिप्पणियां
टीम के सदस्यों ने स्टेडियम को भारत के चुनिंदा बड़े स्टेडियमों में से एक बताया। निरीक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ की ओर से नियुक्त वैन्यू मीडिया मैनेजर आलोक श्रीवास्तव, स्टेडियम मैनेजर एचपी सिंह, क्यूरेटर शमीम मिर्जा, जितेंद्र सिंह व सचिन टांक मौजूद थे।
स्टेडियम निरीक्षण के बाद प्रोडक्शन टीम के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ स्थित कार्यालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से आईपीएल तैयारियों के संबंध में चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
इसका निरीक्षण करने के लिए सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम और इवेंट कंपनी आईएमजी की टीम शुक्रवार को रायपुर पहुंची। टीम के अधिकारियों ने पूरे दिन स्टेडियम में कैमरे लगाने के लोकेशन का जायजा लिया और जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
28 अप्रैल और 1 मई को होने वाले आईपीएल मैच की तैयारी यहां जोर-शोर से चल रही है। इसी सिलसिले में आईपीएल के प्रसारणकर्ता सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम और आईएमजी की टीम यहां पहुंची। आईपीएल मैच का लाइव प्रसारण करीब 162 देशों में किया जाता है।
इन मैचों के प्रसारण के लिए काफी बड़ी प्रोडक्शन टीम की भी भागीदारी रहती है। इसी के मद्देनजर सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम ने यहां स्टेडियम का जायजा लिया।
सोनी टीवी प्रोडक्शन टीम के इंचार्ज सुनील लहाने और इंग्लैंड से आए आईएमजी कंपनी की प्रोडक्शन टीम के इंजीनियर डाल्टन डॉन व कैरन नैक्स ने कैमरा पोजीशन एवं कैमरों की संख्या, प्रसारण क्षेत्र, स्टूडियो एवं कमेंटेटर बॉक्स की व्यवस्थाओं व तैयारियों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने स्टेडियम में चल रही तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की।टिप्पणियां
टीम के सदस्यों ने स्टेडियम को भारत के चुनिंदा बड़े स्टेडियमों में से एक बताया। निरीक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ की ओर से नियुक्त वैन्यू मीडिया मैनेजर आलोक श्रीवास्तव, स्टेडियम मैनेजर एचपी सिंह, क्यूरेटर शमीम मिर्जा, जितेंद्र सिंह व सचिन टांक मौजूद थे।
स्टेडियम निरीक्षण के बाद प्रोडक्शन टीम के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ स्थित कार्यालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से आईपीएल तैयारियों के संबंध में चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
28 अप्रैल और 1 मई को होने वाले आईपीएल मैच की तैयारी यहां जोर-शोर से चल रही है। इसी सिलसिले में आईपीएल के प्रसारणकर्ता सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम और आईएमजी की टीम यहां पहुंची। आईपीएल मैच का लाइव प्रसारण करीब 162 देशों में किया जाता है।
इन मैचों के प्रसारण के लिए काफी बड़ी प्रोडक्शन टीम की भी भागीदारी रहती है। इसी के मद्देनजर सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम ने यहां स्टेडियम का जायजा लिया।
सोनी टीवी प्रोडक्शन टीम के इंचार्ज सुनील लहाने और इंग्लैंड से आए आईएमजी कंपनी की प्रोडक्शन टीम के इंजीनियर डाल्टन डॉन व कैरन नैक्स ने कैमरा पोजीशन एवं कैमरों की संख्या, प्रसारण क्षेत्र, स्टूडियो एवं कमेंटेटर बॉक्स की व्यवस्थाओं व तैयारियों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने स्टेडियम में चल रही तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की।टिप्पणियां
टीम के सदस्यों ने स्टेडियम को भारत के चुनिंदा बड़े स्टेडियमों में से एक बताया। निरीक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ की ओर से नियुक्त वैन्यू मीडिया मैनेजर आलोक श्रीवास्तव, स्टेडियम मैनेजर एचपी सिंह, क्यूरेटर शमीम मिर्जा, जितेंद्र सिंह व सचिन टांक मौजूद थे।
स्टेडियम निरीक्षण के बाद प्रोडक्शन टीम के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ स्थित कार्यालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से आईपीएल तैयारियों के संबंध में चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
इन मैचों के प्रसारण के लिए काफी बड़ी प्रोडक्शन टीम की भी भागीदारी रहती है। इसी के मद्देनजर सोनी टीवी की प्रोडक्शन टीम ने यहां स्टेडियम का जायजा लिया।
सोनी टीवी प्रोडक्शन टीम के इंचार्ज सुनील लहाने और इंग्लैंड से आए आईएमजी कंपनी की प्रोडक्शन टीम के इंजीनियर डाल्टन डॉन व कैरन नैक्स ने कैमरा पोजीशन एवं कैमरों की संख्या, प्रसारण क्षेत्र, स्टूडियो एवं कमेंटेटर बॉक्स की व्यवस्थाओं व तैयारियों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने स्टेडियम में चल रही तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की।टिप्पणियां
टीम के सदस्यों ने स्टेडियम को भारत के चुनिंदा बड़े स्टेडियमों में से एक बताया। निरीक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ की ओर से नियुक्त वैन्यू मीडिया मैनेजर आलोक श्रीवास्तव, स्टेडियम मैनेजर एचपी सिंह, क्यूरेटर शमीम मिर्जा, जितेंद्र सिंह व सचिन टांक मौजूद थे।
स्टेडियम निरीक्षण के बाद प्रोडक्शन टीम के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ स्थित कार्यालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से आईपीएल तैयारियों के संबंध में चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
सोनी टीवी प्रोडक्शन टीम के इंचार्ज सुनील लहाने और इंग्लैंड से आए आईएमजी कंपनी की प्रोडक्शन टीम के इंजीनियर डाल्टन डॉन व कैरन नैक्स ने कैमरा पोजीशन एवं कैमरों की संख्या, प्रसारण क्षेत्र, स्टूडियो एवं कमेंटेटर बॉक्स की व्यवस्थाओं व तैयारियों का निरीक्षण किया। टीम के सदस्यों ने स्टेडियम में चल रही तैयारियों पर संतुष्टि जाहिर की।टिप्पणियां
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स्टेडियम निरीक्षण के बाद प्रोडक्शन टीम के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ स्थित कार्यालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से आईपीएल तैयारियों के संबंध में चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
टीम के सदस्यों ने स्टेडियम को भारत के चुनिंदा बड़े स्टेडियमों में से एक बताया। निरीक्षण के दौरान छत्तीसगढ़ क्रिकेट संघ की ओर से नियुक्त वैन्यू मीडिया मैनेजर आलोक श्रीवास्तव, स्टेडियम मैनेजर एचपी सिंह, क्यूरेटर शमीम मिर्जा, जितेंद्र सिंह व सचिन टांक मौजूद थे।
स्टेडियम निरीक्षण के बाद प्रोडक्शन टीम के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ स्थित कार्यालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से आईपीएल तैयारियों के संबंध में चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए।
स्टेडियम निरीक्षण के बाद प्रोडक्शन टीम के सदस्यों ने छत्तीसगढ़ स्टेट क्रिकेट संघ स्थित कार्यालय में बैठक की। बैठक में उन्होंने प्रदेश क्रिकेट संघ के पदाधिकारियों से आईपीएल तैयारियों के संबंध में चर्चा की और जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए। |
फेसबुक पर लिखा 'मैं गे हूं यह मेरी नहीं भगवान की गलती है' और लगा दी समुद्र में छलांग | मुंबई के 19 साल के शख्स ने समुद्र में कूदकर दी जान
गे होने की वजह से किए जाने वाले भेदभाव से था परेशान
फेसबुक पर हिंदी और इंग्लिश में लिखा पोस्ट | मुंबई के एक 19 साल के शख्स ने चेन्नई में कथित तौर पर समुद्र में कूदकर जान दे दी. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि शख्स गे होने की वजह से होने वाले भेदभाव से परेशान था. अविंशू पटेल ने फेसबुक पर हिंदी और अंग्रेजी में किए पोस्ट में अपनी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है. 2 जुलाई को हिंदी में किए गए अपने पोस्ट में अविंशू ने कहा, 'मैं एक लड़का हूं, यह सब जानते हैं. लेकिन जिस तरह मैं चलता हूं, सोचता हूं, भावनात्मक हूं और बात करता हूं, वह लड़कियों की तरह है. यह कुछ ऐसा है जिसे भारत के लोग पसंद नहीं करते.'
अंग्रेजी में किए पोस्ट में अविंशू ने कहा, 'मैं बाकी देशों की इज्जत करता हूं क्योंकि वह गे और ट्रांसजेंडर्स को इज्जत देते हैं. मुझे उन भारतीयों पर भी गर्व है जो इसका समर्थन करते हैं.'
अविंशू पटेल चेन्नई के एक स्पा में काम करता था. उसने कहा था, 'मैं गे हूं लेकिन इसमें मेरा कोई दोष नहीं है. यह भगवान की गलती है. मैं अपनी जिंदगी से नफरत करता हूं.'
पुलिस ने बताया, 'स्थानीय लोगों ने खबर दी थी कि शख्स का शव इंजामबक्कम के एक तट पर पाया गया.' (इनपुट: पीटीआई) |
रजनीकांत ने की ‘मर्सल’ की तारीफ, कहा- इस फिल्म ने महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है | रजनीकांत ने की ‘मर्सल’ की तारीफ
उन्होंने कहा कि इस फिल्म ने महत्वपूर्ण मुद्दा उठाया है
इस फिल्म में जीएसटी का उल्लेख किया गया है, जिस पर भाजपा ने आपत्ति जताई है | Important topic addressed... Well done !!! Congratulations team #Mersal |
इस वीडियो में देखिए एक मां का भावनात्मक रूप, 5 दिन में देखा गया 1.3 करोड़ से ज्यादा बार | एक मां का भावनात्मक रूप दर्शाने वाला वीडियो हो रहा वायरल
वीडियो में मादा ओपस्सम अपीन पीठ पर 12 बच्चों को लेकर चल रही है
पांच दिन में ढाई लाख से ज्यादा लोगों ने वीडियो को किया शेयर | ये तो हम सभी जानते हैं कि एक मां अपने बच्चों को सुख देने के लिए लाख मुश्किल झेलने को तैयार रहती है. मां चाहे इंसानों की हो या बेजुबान जानवरों की, वह अपने बच्चे की खातिर कुछ भी करने को तैयार रहती हैं. इसी भावना को जाहिर करने वाला एक वीडियो इन दिनों सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक पर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में एक मादा ओपस्सम (opossum) अपनी पीठ पर 12 बच्चों को लादकर धीमे-धीमे कदमों से चलती हुई दिख रही है. वीडियो में साफ तौर से झलक रहा है पीठ पर इतने सारे बच्चों के होने के चलते मादा ओपस्सम बेहद मुश्किल में है, वह कदम नहीं बढ़ा पा रही है, फिर शायद बच्चों की खातिर आगे बढ़ती हुई दिख रही है. इस मादा ओपस्सम को चलने में इसलिए और भी परेशानी हो रही है, क्योंकि उसके पीठ पर बैठे बच्चे उछल-कूद कर रहे हैं. वे कभी फिसल रहे हैं तो मां के शरीर के बाल पकड़कर दोबारा ऊपर चढ़ने की कोशिश करते हैं. स्वभाविक है कि बच्चों के पंजों से बाल खींचने के चलते मादा ओपस्सम को कष्ट हो रहा होगा, लेकिन यहां वह मां है, इसलिए उसे दुख में भी सुख का अहसास हो रहा होगा.नाइस टारगेट (NiceTargets) के फेसबुक पेज से पोस्ट किए गए दिल को छू लेने वाले इस वीडियो को विस्कॉन्सिन तीरंदाजी रेंज (Wisconsin archery range) में सूट किया गया है. जेनोआ सिटी (Genoa City) के तीरंदाजी रेंज में काम करने वाले एक शख्स की नजर अचानक मैदान में पड़ी. वहां उन्होंने देखा कि एक ओपस्सम पीठ पर अपने 12 बच्चों को बिठाकर मैदान में घूम रही है. शायद वह बच्चों को घुमा रही है या खाने की तलाश कर रही है. टिप्पणियां
30 मई को नाइस टारगेट के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को अब तक 1.3 करोड़ (13 मिलियन) से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इतना ही नहीं, 252,861 लोग इसे अपने वॉल पर शेयर कर चुके हैं.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा.
नाइस टारगेट (NiceTargets) के फेसबुक पेज से पोस्ट किए गए दिल को छू लेने वाले इस वीडियो को विस्कॉन्सिन तीरंदाजी रेंज (Wisconsin archery range) में सूट किया गया है. जेनोआ सिटी (Genoa City) के तीरंदाजी रेंज में काम करने वाले एक शख्स की नजर अचानक मैदान में पड़ी. वहां उन्होंने देखा कि एक ओपस्सम पीठ पर अपने 12 बच्चों को बिठाकर मैदान में घूम रही है. शायद वह बच्चों को घुमा रही है या खाने की तलाश कर रही है. टिप्पणियां
30 मई को नाइस टारगेट के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को अब तक 1.3 करोड़ (13 मिलियन) से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इतना ही नहीं, 252,861 लोग इसे अपने वॉल पर शेयर कर चुके हैं.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा.
30 मई को नाइस टारगेट के फेसबुक पेज पर पोस्ट किए गए इस वीडियो को अब तक 1.3 करोड़ (13 मिलियन) से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इतना ही नहीं, 252,861 लोग इसे अपने वॉल पर शेयर कर चुके हैं.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा.
भारतीय बल्लेबाजों के हाथों इतनी बुरी तरह पिटाई खाने वाले पाकिस्तान का यह गेंदबाज शायद ही इस मैच को याद करना चाहेगा. |
Weather Updates: दिल्ली-एनसीआर में उमस से लोग हो सकते हैं परेशान, इन राज्यों में है बारिश की संभावना | दिल्ली-एनसीआर में उमस से लोग हो सकते हैं परेशान
यहां आज भी बारिश की उम्मीद नहीं
इन राज्यों में है बारिश की संभावना | दिल्ली एनसीआर में रविवार सुबह बादल छाए रहने के साथ ही न्यूनतन तापमान 28 डिग्री सेल्सिय दर्ज किया गया. यह इस मौसम का सामान्य तापमान है. रविवार को आसमान में आशिक रूप से बादल छाए रहेंगे. हालांकि यहां बारिश की संभावना कम ही है. कुछ जगहों हल्की बूंदाबांदी हो सकती है. अनुमान के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस के आस-पास रह सकता है. शनिवार को भी दिल्ली-एनसीआर के कु इलाकों में बारिश हुई थी. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में 13 अगस्त के बाद भारी बारिश होने की संभावना है. वहीं, ओडिशा में कुछ समय तक बारिश रुकने के बाद रविवार से राज्य में फिर से वर्षा होने की संभावना है. इसके अलावा तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक और महाराष्ट्र में भी बारिश के आसार हैं |
Mehul Choksi के वकील ने कहा- वो भारत नहीं आ सकते क्योंकि उन्हें गंभीर... | मेहुल चोकसी के वकील ने कहा- वो नहीं आ सकते भारत
चोकसी को गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हैं- चोकसी के वकील
एंटीगा के कानून के मुताबिक कानूनी उपचार करेंगे- चोकसी के वकील | एंटीगा के पीएम का मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) को धूर्त बताने वाले बयान के बाद अब चोकसी के वकील का बयान सामने आया है. चोकसी के वकील ने कहा, 'मेहुल चोकसी (Mehul Choksi) भारत नहीं आ सकते क्योंकि उन्हें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हैं और वह एंटीगा के कानून के मुताबिक कानूनी उपचार करेंगे. इससे पहले चोकसी ने यह कहते हुए भारत आने से मना कर दिया था कि उन्हें डर है कि अगर वह भारत आए तो उनकी लिंचिंग हो जाएगी. गौरतलब है कि मेहुल चोकसी भगोड़ा हीरा व्यापारी हैं. मेहुल के वकील विजय अग्रवाल ने कहा, 'वह(चोकसी) अपने उपचार के लिए भारत से निकले थे और उस समय कोई सीबीआई और ईडी की क्रिमिनल प्रोसीडिंग नहीं चल रही थी और ना ही ऐसी कोई कल्पना ही की गई थी.
वकील ने कहा, 'किसी भी प्रकार के आरोपों का सामना करने वाला प्रत्येक व्यक्ति तब तक निर्दोष माना जाता है जब तक कि कानून की अदालत उसे दोषी नहीं ठहराती. वह सभी कानूनी उपायों का लाभ उठाने का हकदार है. उन्होंने प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन के तीखे कमेंट के घंटों बाद जारी बयान में कहा, "वह उचित समय में अपनी बेगुनाही साबित करेंगे."
मेहुल चोकसी के वकील, जिन्होंने पिछले महीने खराब स्वास्थ्य के बारे में बात की थी, ने कहा था कि वह मुंबई में अपनी मेडिकल रिपोर्ट नहीं दे सकते हैं, क्योंकि एंटीगा में उनके डॉक्टर ने "किसी कारण से" उनका इलाज करने से इनकार कर दिया है.
बता दें कि एंटिगुआ और बारबूडा के प्रधानमंत्री गेस्टन ब्राउन ने कहा था कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी को भारत तब प्रत्यर्पित कर दिया जाएगा, जब उसकी याचिकाओं का निपटारा हो जाएगा. ब्राउन ने भारत के सरकारी प्रसारणकर्ता डीडी न्यूज से कहा था, 'हम कानून को मानने वाले एक देश हैं, और मामला न्यायपालिका के समक्ष है.' एंटिगुआ के प्रधानमंत्री ने चोकसी को धूर्त करार देते हुए कहा, 'उसने (चोकसी) कई याचिकाएं दाखिल कर रखी हैं. और जबतक उसकी याचिकाएं निपट नहीं जातीं, हम कुछ नहीं कर सकते.' |
सुप्रीम कोर्ट में जज बनने वाली देश की पहली महिला वकील होंगी इंदु मल्होत्रा | कानून मंत्रालय ने दी नियुक्ति को अपनी मंजूरी
अगले हफ्ते में शपथ ले सकती हैं इंदु मल्होत्रा
कानून मंत्री प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा को लिखेंगे पत्र | सूत्रों के अनुसार कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रधान न्यायाधीश दीपक मिश्रा को इंदू को नियुक्त किए जाने के सरकार के फैसले के बारे में पत्र लिखेंगे. (इनपुट भाषा से) |
मेनका गांधी ने की प्रणब के लिए बैटिंग | राष्ट्रपति पद की दौड़ में प्रणब मुखर्जी के लिए ‘बैटिंग’ करते हुए भाजपा नेता मेनका गांधी ने उन्हें बेहतरीन उम्मीदवार बताया। | राष्ट्रपति पद की दौड़ में प्रणब मुखर्जी के लिए ‘बैटिंग’ करते हुए भाजपा नेता मेनका गांधी ने उन्हें बेहतरीन उम्मीदवार बताया।
मेनका ने वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के बाद कहा, ‘प्रणब मुखर्जी उत्कृष्ट उम्मीदवार हैं। ’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का चुनाव आम सहमति से होना चाहिए।टिप्पणियां
भाजपा को प्रणब की उम्मीदवारी पर अभी फैसला करना है। पार्टी का एक प्रभावशाली वर्ग हालांकि राष्ट्रपति पद के लिए मुकाबले का पक्षधर है।
पिछले सप्ताह मेनका ने कहा था कि देश को प्रणब जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है। उन्होंने बदायूं में प्रणब के बारे में कहा कि वह अनुभवी नेता हैं। ‘मैं उन्हें 30 साल से जानती हूं। हमें उन जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है जो काम करेगा।’
मेनका ने वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात के बाद कहा, ‘प्रणब मुखर्जी उत्कृष्ट उम्मीदवार हैं। ’ उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति का चुनाव आम सहमति से होना चाहिए।टिप्पणियां
भाजपा को प्रणब की उम्मीदवारी पर अभी फैसला करना है। पार्टी का एक प्रभावशाली वर्ग हालांकि राष्ट्रपति पद के लिए मुकाबले का पक्षधर है।
पिछले सप्ताह मेनका ने कहा था कि देश को प्रणब जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है। उन्होंने बदायूं में प्रणब के बारे में कहा कि वह अनुभवी नेता हैं। ‘मैं उन्हें 30 साल से जानती हूं। हमें उन जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है जो काम करेगा।’
भाजपा को प्रणब की उम्मीदवारी पर अभी फैसला करना है। पार्टी का एक प्रभावशाली वर्ग हालांकि राष्ट्रपति पद के लिए मुकाबले का पक्षधर है।
पिछले सप्ताह मेनका ने कहा था कि देश को प्रणब जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है। उन्होंने बदायूं में प्रणब के बारे में कहा कि वह अनुभवी नेता हैं। ‘मैं उन्हें 30 साल से जानती हूं। हमें उन जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है जो काम करेगा।’
पिछले सप्ताह मेनका ने कहा था कि देश को प्रणब जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है। उन्होंने बदायूं में प्रणब के बारे में कहा कि वह अनुभवी नेता हैं। ‘मैं उन्हें 30 साल से जानती हूं। हमें उन जैसे राष्ट्रपति की जरूरत है जो काम करेगा।’ |
लालू बोले, बिहार में 'माइ' को निशाना बना रही नीतीश सरकार | नीतीश कुमार के कार्यकाल में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा, नीतीश के कार्यकाल में फारबिसगंज में गोलीकांड में अल्पसंख्यकों की हत्या कर दी गई। | बिहार में दो विधानसभा चुनावों में लगातार शिकस्त का सामना करने वाले राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद ने अपने अल्पसंख्यक वोट बैंक पर फिर से पकड़ बनाने के लिए लगातार अभियान चलाने के संकेत दिए।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 16वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में लालू प्रसाद ने कहा, ‘मुसलमानों के वोट से उत्तर प्रदेश बदल गया। उनका एकमुश्त वोट मुलायम सिंह यादव को मिला और सरकार बदल गई। बिहार में नीतीश को चुनकर लोगों को क्या मिला?’
नीतीश कुमार के कार्यकाल में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा, ‘नीतीश के कार्यकाल में फारबिसगंज में गोलीकांड में अल्पसंख्यकों की हत्या कर दी गई। मुस्लिम समुदाय के युवकों की पुलिस हिरासत में मौत हो रही है, बिहार के मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज से मुस्लिम युवकों को आतंकवाद के नाम पर पकड़कर ले जाया जा रहा है। बिहार सरकार चुप है।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की तर्ज पर मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज को आतंकवाद का केंद्र के रूप में बदनाम करने के प्रयास हो रहे हैं।
नीतीश की आलोचना करते हुए लालू ने आरोप लगाया, ‘नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों को झूठा झांसा दे रहे हैं। दरगाह पर चादरपोशी कर श्रद्धा का दिखावा करने वाले नीतीश कुमार भाजपा और आरएसएस की गोद में बैठे हैं। वह बताये की भाजपा में कौन सेकुलर है? नीतीश ने गुजरात में गोधरा दंगों के बाद इस्तीफा नहीं दिया था।’
लालू ने कहा कि वह अपने अभियान के तहत गांव गांव जाकर लोगों को जगायेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे। आने वाले चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट सभी जाति, वर्ग और संप्रदाय के युवाओं को दिया जाएगा।टिप्पणियां
राजद अध्यक्ष ने अपने पुराने जनाधार मुस्लिम-यादव (माइ) वर्ग पर अत्याचार का उल्लेख करते आरोप लगाया, ‘राज्य में एक खास वर्ग को निशाना बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस हिरासत में मौत हो रही है। दबंग कमजोर वर्ग पर अत्याचार कर रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 16वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में लालू प्रसाद ने कहा, ‘मुसलमानों के वोट से उत्तर प्रदेश बदल गया। उनका एकमुश्त वोट मुलायम सिंह यादव को मिला और सरकार बदल गई। बिहार में नीतीश को चुनकर लोगों को क्या मिला?’
नीतीश कुमार के कार्यकाल में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा, ‘नीतीश के कार्यकाल में फारबिसगंज में गोलीकांड में अल्पसंख्यकों की हत्या कर दी गई। मुस्लिम समुदाय के युवकों की पुलिस हिरासत में मौत हो रही है, बिहार के मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज से मुस्लिम युवकों को आतंकवाद के नाम पर पकड़कर ले जाया जा रहा है। बिहार सरकार चुप है।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की तर्ज पर मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज को आतंकवाद का केंद्र के रूप में बदनाम करने के प्रयास हो रहे हैं।
नीतीश की आलोचना करते हुए लालू ने आरोप लगाया, ‘नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों को झूठा झांसा दे रहे हैं। दरगाह पर चादरपोशी कर श्रद्धा का दिखावा करने वाले नीतीश कुमार भाजपा और आरएसएस की गोद में बैठे हैं। वह बताये की भाजपा में कौन सेकुलर है? नीतीश ने गुजरात में गोधरा दंगों के बाद इस्तीफा नहीं दिया था।’
लालू ने कहा कि वह अपने अभियान के तहत गांव गांव जाकर लोगों को जगायेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे। आने वाले चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट सभी जाति, वर्ग और संप्रदाय के युवाओं को दिया जाएगा।टिप्पणियां
राजद अध्यक्ष ने अपने पुराने जनाधार मुस्लिम-यादव (माइ) वर्ग पर अत्याचार का उल्लेख करते आरोप लगाया, ‘राज्य में एक खास वर्ग को निशाना बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस हिरासत में मौत हो रही है। दबंग कमजोर वर्ग पर अत्याचार कर रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
नीतीश कुमार के कार्यकाल में अल्पसंख्यकों पर अत्याचार का आरोप लगाते हुए लालू ने कहा, ‘नीतीश के कार्यकाल में फारबिसगंज में गोलीकांड में अल्पसंख्यकों की हत्या कर दी गई। मुस्लिम समुदाय के युवकों की पुलिस हिरासत में मौत हो रही है, बिहार के मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज से मुस्लिम युवकों को आतंकवाद के नाम पर पकड़कर ले जाया जा रहा है। बिहार सरकार चुप है।’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की तर्ज पर मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज को आतंकवाद का केंद्र के रूप में बदनाम करने के प्रयास हो रहे हैं।
नीतीश की आलोचना करते हुए लालू ने आरोप लगाया, ‘नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों को झूठा झांसा दे रहे हैं। दरगाह पर चादरपोशी कर श्रद्धा का दिखावा करने वाले नीतीश कुमार भाजपा और आरएसएस की गोद में बैठे हैं। वह बताये की भाजपा में कौन सेकुलर है? नीतीश ने गुजरात में गोधरा दंगों के बाद इस्तीफा नहीं दिया था।’
लालू ने कहा कि वह अपने अभियान के तहत गांव गांव जाकर लोगों को जगायेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे। आने वाले चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट सभी जाति, वर्ग और संप्रदाय के युवाओं को दिया जाएगा।टिप्पणियां
राजद अध्यक्ष ने अपने पुराने जनाधार मुस्लिम-यादव (माइ) वर्ग पर अत्याचार का उल्लेख करते आरोप लगाया, ‘राज्य में एक खास वर्ग को निशाना बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस हिरासत में मौत हो रही है। दबंग कमजोर वर्ग पर अत्याचार कर रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ की तर्ज पर मधुबनी, दरभंगा और किशनगंज को आतंकवाद का केंद्र के रूप में बदनाम करने के प्रयास हो रहे हैं।
नीतीश की आलोचना करते हुए लालू ने आरोप लगाया, ‘नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों को झूठा झांसा दे रहे हैं। दरगाह पर चादरपोशी कर श्रद्धा का दिखावा करने वाले नीतीश कुमार भाजपा और आरएसएस की गोद में बैठे हैं। वह बताये की भाजपा में कौन सेकुलर है? नीतीश ने गुजरात में गोधरा दंगों के बाद इस्तीफा नहीं दिया था।’
लालू ने कहा कि वह अपने अभियान के तहत गांव गांव जाकर लोगों को जगायेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे। आने वाले चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट सभी जाति, वर्ग और संप्रदाय के युवाओं को दिया जाएगा।टिप्पणियां
राजद अध्यक्ष ने अपने पुराने जनाधार मुस्लिम-यादव (माइ) वर्ग पर अत्याचार का उल्लेख करते आरोप लगाया, ‘राज्य में एक खास वर्ग को निशाना बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस हिरासत में मौत हो रही है। दबंग कमजोर वर्ग पर अत्याचार कर रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
नीतीश की आलोचना करते हुए लालू ने आरोप लगाया, ‘नीतीश कुमार अल्पसंख्यकों को झूठा झांसा दे रहे हैं। दरगाह पर चादरपोशी कर श्रद्धा का दिखावा करने वाले नीतीश कुमार भाजपा और आरएसएस की गोद में बैठे हैं। वह बताये की भाजपा में कौन सेकुलर है? नीतीश ने गुजरात में गोधरा दंगों के बाद इस्तीफा नहीं दिया था।’
लालू ने कहा कि वह अपने अभियान के तहत गांव गांव जाकर लोगों को जगायेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे। आने वाले चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट सभी जाति, वर्ग और संप्रदाय के युवाओं को दिया जाएगा।टिप्पणियां
राजद अध्यक्ष ने अपने पुराने जनाधार मुस्लिम-यादव (माइ) वर्ग पर अत्याचार का उल्लेख करते आरोप लगाया, ‘राज्य में एक खास वर्ग को निशाना बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस हिरासत में मौत हो रही है। दबंग कमजोर वर्ग पर अत्याचार कर रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
लालू ने कहा कि वह अपने अभियान के तहत गांव गांव जाकर लोगों को जगायेंगे और बड़ा आंदोलन करेंगे। आने वाले चुनावों में 50 प्रतिशत टिकट सभी जाति, वर्ग और संप्रदाय के युवाओं को दिया जाएगा।टिप्पणियां
राजद अध्यक्ष ने अपने पुराने जनाधार मुस्लिम-यादव (माइ) वर्ग पर अत्याचार का उल्लेख करते आरोप लगाया, ‘राज्य में एक खास वर्ग को निशाना बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस हिरासत में मौत हो रही है। दबंग कमजोर वर्ग पर अत्याचार कर रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
राजद अध्यक्ष ने अपने पुराने जनाधार मुस्लिम-यादव (माइ) वर्ग पर अत्याचार का उल्लेख करते आरोप लगाया, ‘राज्य में एक खास वर्ग को निशाना बनाकर उन पर अत्याचार किया जा रहा है। पुलिस हिरासत में मौत हो रही है। दबंग कमजोर वर्ग पर अत्याचार कर रहे हैं।’
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने लोगों को भरोसा दिलाया कि राजद की सरकार आयेगी तो गारंटी देते हैं कि किसी को तकलीफ नहीं होगी। सभी जाति और वर्ग को साथ लेकर चलेंगे। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति चुनाव के बाद अभियान तेज किया जाएगा। लालू ने कहा कि जनता से सहमति लेकर व्यापक आंदोलन किया जाएगा। |
महिला हेल्पलाइन के हस्तक्षेप के बाद आखिरकार राबड़ी देवी ने बहू ऐश्वर्या को घर में रहने की इजाजत दी | तेज प्रताप यादव की पत्नी है ऐश्वर्या
ऐश्वर्या ने तेज प्रताप पर लगाए हैं कई आरोप
तेज प्रताप के व्यवहार को लेकर की है शिकायत | रविवार को हुए विवाद के बाद अब लालू प्रसाद यादव के परिवार से नई खबर है कि महिला हेल्पलाइन के हस्तक्षेप के बाद राबड़ी देवी ने फिर से तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय ( Aishwarya Rai) को घर में ठहराने के लिए मान गई हैं. आपको बता दें कि रविवार को ऐश्वर्या ने अपनी सास राबड़ी और ननद मीसा भारती (Misa Bharti) पर घर से निकालने का आरोप लगाया था और इसकी महिला हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज करायी थी. शिकायत के आधार पर हेल्पलाइन की अधिकारी प्रमिला ऐश्वर्या के माता-पिता सहित परिवार के अन्य सदस्यों की उपस्थिति में जांच के लिए पटना के दस सकुर्लर रोड स्थित राबड़ी देवी के सरकारी आवास पर पहुंची थीं.
कुछ दिन पहले ही बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या का अपनी ससुराल से पैदल बाहर निकलते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो में ऐश्वर्या अपनी सास और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास से पैदल बाहर निकलते दिखाई दे रही थीं, तथा उनका चेहरा तमतमाया हुआ था. वीडियो में ऐश्वर्या रोते हुए भी देखी गईं. राबड़ी देवी के घर से निकलने के बाद ऐश्वर्या बाहर (सड़क पर) खड़ी अपने पिता की गाड़ी में बैठ गईं.
आपको बता दें कि तेजप्रताप यादव से तलाक प्रकरण के बाद भी ऐश्वर्या लगातार राबड़ी आवास में ही रह रही थीं. उसके बाद ऐश्वर्या का यह वीडियो वायरल हुआ. हालांकि इस संबंध में राजद के किसी नेता की तरफ से कोई बयान नहीं आया. वीडियो में ऐश्वर्या जिस वक्त राबड़ी आवास के बाहर निकलीं, उनके साथ उनके ससुराल का कोई अन्य सदस्य दिखाई नहीं दिया. बता दें कि शादी के कुछ दिनों बाद से ही तेजप्रताप और ऐश्वर्या के बीच रिश्ते खराब होने लगे थे. बाद में तेजप्रताप ने अदालत में तलाक की अर्जी दायर कर दी. इस मामले की सुनवाई अभी पटना की एक अदालत में चल रही है. |
अफगानिस्तान: पुलिस मख्यालय पर तालिबान के हमले में 5 पुलिसकर्मी की मौत | पूर्वी अफगानिस्तान के गर्देज शहर में तालिबान का कहर
हमलावरों ने सुबह छह बजे शुरू की गोलीबारी
पांच पुलिसकर्मी की मौत और 15 घायल हुए | पूर्वी अफगानिस्तान के गर्देज शहर में पुलिस मुख्यालय पर तालिबान लड़ाकों के आत्मघाती हमले में रविवार को कम से कम पांच अफगान पुलिसकर्मियों की मौत हो गई जबकि 15 अन्य घायल हो गए. क्षेत्रीय पुलिस कमांडर असदुल्ला शिरजाद ने बताया कि हमला सुबह छह बजे शुरू हुआ और दोनों तरफ से गोलीबारी अब भी चल रही है. उन्होंने बताया कि घायलों में पांच असैनिक भी शामिल हैं. शिरजाद ने बताया कि पांच हमलावरों ने समन्वित हमला शुरू किया और उसके पांच घंटे से ज्यादा समय के बाद भी एक हमलावर टिका है.
उन्होंने बताया, 'पहले हमलावर ने पुलिस मुख्यालय के सामने अपना वाहन उड़ा लिया इससे दो अन्य के लिए रास्ता खुल गया. उन्होंने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं. एक और आत्मघाती हमलावर मार गिराया गया. पुलिस अस्पताल के प्रमुख डा. शिर मोहम्मद ने हताहतों की संख्या की पुष्टि की.टिप्पणियां
उधर, तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में दावा किया कि इस हमले में उसके संगठन का हाथ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने बताया, 'पहले हमलावर ने पुलिस मुख्यालय के सामने अपना वाहन उड़ा लिया इससे दो अन्य के लिए रास्ता खुल गया. उन्होंने सुरक्षा बलों पर गोलियां चलाईं. एक और आत्मघाती हमलावर मार गिराया गया. पुलिस अस्पताल के प्रमुख डा. शिर मोहम्मद ने हताहतों की संख्या की पुष्टि की.टिप्पणियां
उधर, तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में दावा किया कि इस हमले में उसके संगठन का हाथ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उधर, तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने एक बयान में दावा किया कि इस हमले में उसके संगठन का हाथ है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
टॉयलेट में लड़कियों ने एक-दूसरे पर बरसाए लात-घूसे, 2 दिन में 9 लाख से ज्यादा बार देखा गया यह वीडियो | लड़कियों के बीच मारपीट का वीडियो हो रहा वायरल
टॉयलेट में आपस में झगड़ रही हैं लड़कियां
इस वीडियो पर आ रहे लोगों के फनी कमेंट | स्कूल-कॉलेज के दिनों में युवाओं के बीच मारपीट आम बात है, लेकिन इन दिनों सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में लड़कियां टॉयलेट में झगड़ रही हैं. इस वीडियो में दिख रहीं सभी लड़कियां एक दूसरे पर लात-घूसे बरसा रही हैं. कभी कोई किसी के बाल पकड़कर घसीट रही हैं. वीडियो के शुरुआत में दो लड़कियां मारपीट कर रही होती हैं और टॉयलेट में मौजूद तीसरी लड़की मोबाइल से इनका वीडियो बना रही होती है. तभी बाहर से कुछ लड़कियां टॉयलेट में आती हैं और मारपीट को शांत कराने की कोशिश करती हैं. झगड़ रही लड़कियों में से एक बचाने आई लड़कियों को थप्पड़ जड़ देती है. इसके बाद सभी लड़कियां उसपर टूट पड़ती हैं. देखते ही देखते सभी लड़कियां एक दूसरे के साथ मारपीट करने लगती हैं.टिप्पणियां
इस वीडियो को लस्टी बॉयज (Lusty Boys) के फेसबुक पेज से शेयर किया गया है. आठ मई को शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक 9 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं और करीब 5 हजार लोग अपने पेज पर शेयर भी कर चुके हैं. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर यह वीडियो कहां का है और किसने इसे बनाया है.
इस वीडियो पर लोगों के भारी संख्या में कमेंट भी आ रहे हैं. ज्यादातर लोगों ने इसपर फनी कमेंट किए हैं. कुछ लोग इसे लड़कियों की कैट फाइट बता रहे हैं.
इस वीडियो को लस्टी बॉयज (Lusty Boys) के फेसबुक पेज से शेयर किया गया है. आठ मई को शेयर किए गए इस वीडियो को अब तक 9 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. लोग इसे खूब पसंद कर रहे हैं और करीब 5 हजार लोग अपने पेज पर शेयर भी कर चुके हैं. हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आखिर यह वीडियो कहां का है और किसने इसे बनाया है.
इस वीडियो पर लोगों के भारी संख्या में कमेंट भी आ रहे हैं. ज्यादातर लोगों ने इसपर फनी कमेंट किए हैं. कुछ लोग इसे लड़कियों की कैट फाइट बता रहे हैं.
इस वीडियो पर लोगों के भारी संख्या में कमेंट भी आ रहे हैं. ज्यादातर लोगों ने इसपर फनी कमेंट किए हैं. कुछ लोग इसे लड़कियों की कैट फाइट बता रहे हैं. |
राजीव गांधी पर पीएम के बयान के बाद बोले आनंद शर्मा- पीएम मोदी का कोई परिवार नहीं इसलिए वह अकेले जाते हैं | आनंद शर्मा ने पीेएम मोदी पर परिवार के जरिए साधा निशाना
कहा- पीएम का परिवार नहीं इसलिए वह अकेले जाते हैं
बोले- अपने परिवार से संबंधित नहीं हैं पीएम मोदी | #WATCH Anand Sharma, Congress on PM Modi's comment on INS Viraat: Any PM would do so but this PM has no family,if he had family then he would also be going there, but he goes alone because he has no connect with a family or any respect for family values. (09/05/2019) pic.twitter.com/N9sKN7iQ2D
बता दें, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा था कि जब राजीव गांधी प्रधानमंत्री थे तो गांधी परिवार युद्धपोत आईएनएस विराट का उपयोग ‘निजी टैक्सी' के रूप में करता था. इससे पहले भी मोदी ने राजीव गांधी को 'भ्रष्टाचारी नंबर 1' करार दिया था. दिल्ली में एक रैली के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस से सवाल किया था कि जिस नेता के नाम से वे वोट मांगते हैं, जब उनके 'कुकृत्यों' को बेनकाब किया जाता है तो वे क्यों सुलग जाते हैं?
प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि राजीव गांधी के नेतृत्व वाली तत्कालीन सरकार और नौसेना ने उनके परिवार एवं ससुराल पक्ष की मेजबानी की और उनकी सेवा में एक हेलीकॉप्टर को भी लगाया गया. पीएम मोदी ने कहा था, 'आईएनएस विराट का इस्तेमाल एक निजी टैक्सी की तरह करके इसका अपमान किया गया. यह तब हुआ जब राजीव गांधी एवं उनका परिवार 10 दिनों की छुट्टी पर गए हुए थे. आईएनएस विराट को हमारी समुद्री सीमा की रक्षा के लिए तैनात किया गया था, किन्तु इसका मार्ग बदल कर गांधी परिवार को लेने के लिए भेजा गया जो अवकाश मना रहा था.' उन्होंने यह भी दावा किया था कि गांधी परिवार को लेने के बाद आईएनएस विराट 10 दिनों तक द्वीप पर खड़ा रहा.
पीएम ने सवाल किया था, 'राजीव गांधी के साथ उनके ससुराल के लोग भी थे जो इटली से आए थे. सवाल यह है कि क्या विदेशियों को एक युद्धपोत पर ले जाकर देश की सुरक्षा के साथ समझौता नहीं किया गया?' साथ ही उन्होंने कहा था, 'क्या यह कभी कल्पना की जा सकती है कि भारतीय सशस्त्र सेनाओं के प्रमुख युद्धपोत का इस्तेमाल निजी अवकाश के लिए एक टैक्सी की तरह किया जाए?' विमान वाहक आईएनएस विराट को भारतीय नौसेना में 1987 में सेवा में लिया गया था. करीब 30 वर्ष तक सेवा में रहने के बाद 2016 में इसे सेवा से अलग किया गया. |
रेड्डी बंधुओं की जमानत पर सुनवाई आज | शुक्रवार को सीबीआई स्पेशल कोर्ट में चल रही सुनवाई को आज तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। | कर्नाटक के पूर्व मंत्री जी जनार्दन रेड्डी और ओबुलापुरम माइनिंग कंपनी के मैनीजग डायरेक्टर श्रीनिवास रेड्डी की जमानत याचिका पर सोमवार को भी सुनवाई होगी। शुक्रवार को सीबीआई स्पेशल कोर्ट में चल रही सुनवाई को आज तक के लिए स्थगित कर दिया गया था। जनार्दन रेड्डी और श्रीनिवास रेड्डी को अवैध खनन के मामले में गिरफ्तार किया गया है। इधर, रविवार को सीबीआई ने दोनों रेड्डी के दो सहयोगियों एस गुरुलिंगा गौड़ा और राजशेखर गौड़ा के ठिकाने पर छापे मारे। दोनों रेड्डी के करीबी माने जाते हैं। |
आ रहा है 'रईस'... शाहरुख खान 'रईस' के प्रमोशन के लिए ट्रेन से आएंगे मुंबई से दिल्ली | फिल्म 'रईस' के प्रमोशन के लिए शाहरुख ने निकाला नायाब तरीका
अगस्त क्रांति ट्रेन से मुंबई सेंट्रल से निजामुद्दीन पहुंचेंगे शाहरुख खान
यह फिल्म 25 जनवरी को रिलीज हो रही है | बॉलीवुड सितारे अपनी फिल्मों के प्रमोशन के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते. चाहे किसी रिएलिटी शो का हिस्सा बनना हो या फिर किसी मॉल या इवेंट में जाकर सीधे लोगों से मिलना हो, अपनी फिल्म के लिए सितारे कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. लेकिन यहां बात है बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान की जो सब सितारों से आगे जाकर फिल्म के प्रमोशन का नया तरीका ढूंढ कर लाए हैं. शाहरुख खान अपनी फिल्म 'रईस' को प्रमोट करने के लिए दिल्ली जा रहे हैं लेकिन इस बार कुछ अलग अंदाज़ में. किंग खान फ्लाइट से नहीं बल्कि भारतीय रेल के द्वारा मुम्बई से दिल्ली का सफर तय करेंगे.
जी हां, फिल्म के मेकर्स ने सोचा की इस बार कुछ नया किया जाए, वहीं एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ कर तो हर स्टार जाता है लेकिन शाहरुख खान, पहले खान है जो ट्रेन के रास्ते दिल्ली का सफर तय करेंगे और अलग स्टेशनों पर अपने फैन्स से मिलते हुए फिल्म का प्रचार करेंगे. यानी अगर आप मुंबई से दिल्ली तक ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो हो सकता है आपको 'रईस' बने शाहरुख खान दिख जाएं.
अपने आप में ये बात दिलचस्प है कि सालों पहले ट्रैन का सफर छोड़ आसमानी सफर करने वाले किंग खान एक बार फिर जमीन पर उतर रहे हैं वो भी रईस बनकर क्योंकि इस रईस को लोगों तक पहुंचाना है. शाहरख की पूरी टीम उनके ट्रेन से जाने की पूरी तैयारी कर रही है और यह सफर खूब मजेदार होने वाला है.
फिल्म 'रईस' में शाहरुख ऐसा किरदार निभा रहे हैं जो अपनी जड़ो से जुड़ा हुआ है इसलिए शायद शाहरुख ने भारतीय रेल को अपने प्रचार के लिए चुना है. भारतीय रेल हमारे देश में हर रोज हजारों लाखों लोगों को एक जगह से दुसरी जगह पहुंचाती है. इस कोशिश से शाहरुख खान सीधे आम लोगों से जुड़ना चाह रहे हैं.
बता दें कि इस साल शाहरुख बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने 25 साल पूरे करने वाले है और इस सुपरस्टार ने अपनी शुरुवाती दिनों में ट्रैन से सफर किया है. पहली बार दिल्ली से मुम्बई भी वह ट्रैन से ही आये थे तो यह उनके लिए भी बहुत खास और यादगार होगा. शाहरुख खान वो स्टार हैं जिनका बॉलीवुड से कोई कनेक्शन नहीं था और थिएटर, टीवी सीरियल्स से लेकर फिल्मों तक का सारा सफर शाहरुख ने अपनी मेहनत के बल पर पूरा किया है.
इस सफर में शाहरुख के साथ फिल्म के प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी और फिल्म के डायरेक्टर राहुल ढोलकिया भी होंगे और यह लोग खुद भी बहुत समय के बाद ट्रैन में सफर करेंगे. इस सफर के लिए रईस फिल्म की पूरी टीम बहुत ही ज्यादा उत्सुक है. सभी लोगों ने अपने सर्दियों के कपड़े रख लिए है और सब मिलकर दिल्ली की सर्दी का मजा लूटने के लिए तैयार हैं.
शाहरुख अपनी टीम के साथ बॉम्बे सेंट्रल से शाम 5 बजे अगस्त क्रांति एक्सप्रेस में बैठेंगे और वह अगले दिन सुबह 10:55 पर हजरात निजामुद्दीन पहुचेंगे. ट्रैन बॉम्बे सेंट्रल से चलकर अँधेरी, बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, बरूच, बरोदा, रतलाम कोटा, सवाई माधोपुर और मथुरा के स्टेशनों पर रुकेगी.टिप्पणियां
यानी शाहरुख अब कह रहे हैं अपने फैन्स से... आरहा हूं मैं ट्रैन से...
जी हां, फिल्म के मेकर्स ने सोचा की इस बार कुछ नया किया जाए, वहीं एयरपोर्ट से फ्लाइट पकड़ कर तो हर स्टार जाता है लेकिन शाहरुख खान, पहले खान है जो ट्रेन के रास्ते दिल्ली का सफर तय करेंगे और अलग स्टेशनों पर अपने फैन्स से मिलते हुए फिल्म का प्रचार करेंगे. यानी अगर आप मुंबई से दिल्ली तक ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो हो सकता है आपको 'रईस' बने शाहरुख खान दिख जाएं.
अपने आप में ये बात दिलचस्प है कि सालों पहले ट्रैन का सफर छोड़ आसमानी सफर करने वाले किंग खान एक बार फिर जमीन पर उतर रहे हैं वो भी रईस बनकर क्योंकि इस रईस को लोगों तक पहुंचाना है. शाहरख की पूरी टीम उनके ट्रेन से जाने की पूरी तैयारी कर रही है और यह सफर खूब मजेदार होने वाला है.
फिल्म 'रईस' में शाहरुख ऐसा किरदार निभा रहे हैं जो अपनी जड़ो से जुड़ा हुआ है इसलिए शायद शाहरुख ने भारतीय रेल को अपने प्रचार के लिए चुना है. भारतीय रेल हमारे देश में हर रोज हजारों लाखों लोगों को एक जगह से दुसरी जगह पहुंचाती है. इस कोशिश से शाहरुख खान सीधे आम लोगों से जुड़ना चाह रहे हैं.
बता दें कि इस साल शाहरुख बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने 25 साल पूरे करने वाले है और इस सुपरस्टार ने अपनी शुरुवाती दिनों में ट्रैन से सफर किया है. पहली बार दिल्ली से मुम्बई भी वह ट्रैन से ही आये थे तो यह उनके लिए भी बहुत खास और यादगार होगा. शाहरुख खान वो स्टार हैं जिनका बॉलीवुड से कोई कनेक्शन नहीं था और थिएटर, टीवी सीरियल्स से लेकर फिल्मों तक का सारा सफर शाहरुख ने अपनी मेहनत के बल पर पूरा किया है.
इस सफर में शाहरुख के साथ फिल्म के प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी और फिल्म के डायरेक्टर राहुल ढोलकिया भी होंगे और यह लोग खुद भी बहुत समय के बाद ट्रैन में सफर करेंगे. इस सफर के लिए रईस फिल्म की पूरी टीम बहुत ही ज्यादा उत्सुक है. सभी लोगों ने अपने सर्दियों के कपड़े रख लिए है और सब मिलकर दिल्ली की सर्दी का मजा लूटने के लिए तैयार हैं.
शाहरुख अपनी टीम के साथ बॉम्बे सेंट्रल से शाम 5 बजे अगस्त क्रांति एक्सप्रेस में बैठेंगे और वह अगले दिन सुबह 10:55 पर हजरात निजामुद्दीन पहुचेंगे. ट्रैन बॉम्बे सेंट्रल से चलकर अँधेरी, बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, बरूच, बरोदा, रतलाम कोटा, सवाई माधोपुर और मथुरा के स्टेशनों पर रुकेगी.टिप्पणियां
यानी शाहरुख अब कह रहे हैं अपने फैन्स से... आरहा हूं मैं ट्रैन से...
अपने आप में ये बात दिलचस्प है कि सालों पहले ट्रैन का सफर छोड़ आसमानी सफर करने वाले किंग खान एक बार फिर जमीन पर उतर रहे हैं वो भी रईस बनकर क्योंकि इस रईस को लोगों तक पहुंचाना है. शाहरख की पूरी टीम उनके ट्रेन से जाने की पूरी तैयारी कर रही है और यह सफर खूब मजेदार होने वाला है.
फिल्म 'रईस' में शाहरुख ऐसा किरदार निभा रहे हैं जो अपनी जड़ो से जुड़ा हुआ है इसलिए शायद शाहरुख ने भारतीय रेल को अपने प्रचार के लिए चुना है. भारतीय रेल हमारे देश में हर रोज हजारों लाखों लोगों को एक जगह से दुसरी जगह पहुंचाती है. इस कोशिश से शाहरुख खान सीधे आम लोगों से जुड़ना चाह रहे हैं.
बता दें कि इस साल शाहरुख बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने 25 साल पूरे करने वाले है और इस सुपरस्टार ने अपनी शुरुवाती दिनों में ट्रैन से सफर किया है. पहली बार दिल्ली से मुम्बई भी वह ट्रैन से ही आये थे तो यह उनके लिए भी बहुत खास और यादगार होगा. शाहरुख खान वो स्टार हैं जिनका बॉलीवुड से कोई कनेक्शन नहीं था और थिएटर, टीवी सीरियल्स से लेकर फिल्मों तक का सारा सफर शाहरुख ने अपनी मेहनत के बल पर पूरा किया है.
इस सफर में शाहरुख के साथ फिल्म के प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी और फिल्म के डायरेक्टर राहुल ढोलकिया भी होंगे और यह लोग खुद भी बहुत समय के बाद ट्रैन में सफर करेंगे. इस सफर के लिए रईस फिल्म की पूरी टीम बहुत ही ज्यादा उत्सुक है. सभी लोगों ने अपने सर्दियों के कपड़े रख लिए है और सब मिलकर दिल्ली की सर्दी का मजा लूटने के लिए तैयार हैं.
शाहरुख अपनी टीम के साथ बॉम्बे सेंट्रल से शाम 5 बजे अगस्त क्रांति एक्सप्रेस में बैठेंगे और वह अगले दिन सुबह 10:55 पर हजरात निजामुद्दीन पहुचेंगे. ट्रैन बॉम्बे सेंट्रल से चलकर अँधेरी, बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, बरूच, बरोदा, रतलाम कोटा, सवाई माधोपुर और मथुरा के स्टेशनों पर रुकेगी.टिप्पणियां
यानी शाहरुख अब कह रहे हैं अपने फैन्स से... आरहा हूं मैं ट्रैन से...
फिल्म 'रईस' में शाहरुख ऐसा किरदार निभा रहे हैं जो अपनी जड़ो से जुड़ा हुआ है इसलिए शायद शाहरुख ने भारतीय रेल को अपने प्रचार के लिए चुना है. भारतीय रेल हमारे देश में हर रोज हजारों लाखों लोगों को एक जगह से दुसरी जगह पहुंचाती है. इस कोशिश से शाहरुख खान सीधे आम लोगों से जुड़ना चाह रहे हैं.
बता दें कि इस साल शाहरुख बॉलीवुड इंडस्ट्री में अपने 25 साल पूरे करने वाले है और इस सुपरस्टार ने अपनी शुरुवाती दिनों में ट्रैन से सफर किया है. पहली बार दिल्ली से मुम्बई भी वह ट्रैन से ही आये थे तो यह उनके लिए भी बहुत खास और यादगार होगा. शाहरुख खान वो स्टार हैं जिनका बॉलीवुड से कोई कनेक्शन नहीं था और थिएटर, टीवी सीरियल्स से लेकर फिल्मों तक का सारा सफर शाहरुख ने अपनी मेहनत के बल पर पूरा किया है.
इस सफर में शाहरुख के साथ फिल्म के प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी और फिल्म के डायरेक्टर राहुल ढोलकिया भी होंगे और यह लोग खुद भी बहुत समय के बाद ट्रैन में सफर करेंगे. इस सफर के लिए रईस फिल्म की पूरी टीम बहुत ही ज्यादा उत्सुक है. सभी लोगों ने अपने सर्दियों के कपड़े रख लिए है और सब मिलकर दिल्ली की सर्दी का मजा लूटने के लिए तैयार हैं.
शाहरुख अपनी टीम के साथ बॉम्बे सेंट्रल से शाम 5 बजे अगस्त क्रांति एक्सप्रेस में बैठेंगे और वह अगले दिन सुबह 10:55 पर हजरात निजामुद्दीन पहुचेंगे. ट्रैन बॉम्बे सेंट्रल से चलकर अँधेरी, बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, बरूच, बरोदा, रतलाम कोटा, सवाई माधोपुर और मथुरा के स्टेशनों पर रुकेगी.टिप्पणियां
यानी शाहरुख अब कह रहे हैं अपने फैन्स से... आरहा हूं मैं ट्रैन से...
इस सफर में शाहरुख के साथ फिल्म के प्रोड्यूसर रितेश सिधवानी और फिल्म के डायरेक्टर राहुल ढोलकिया भी होंगे और यह लोग खुद भी बहुत समय के बाद ट्रैन में सफर करेंगे. इस सफर के लिए रईस फिल्म की पूरी टीम बहुत ही ज्यादा उत्सुक है. सभी लोगों ने अपने सर्दियों के कपड़े रख लिए है और सब मिलकर दिल्ली की सर्दी का मजा लूटने के लिए तैयार हैं.
शाहरुख अपनी टीम के साथ बॉम्बे सेंट्रल से शाम 5 बजे अगस्त क्रांति एक्सप्रेस में बैठेंगे और वह अगले दिन सुबह 10:55 पर हजरात निजामुद्दीन पहुचेंगे. ट्रैन बॉम्बे सेंट्रल से चलकर अँधेरी, बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, बरूच, बरोदा, रतलाम कोटा, सवाई माधोपुर और मथुरा के स्टेशनों पर रुकेगी.टिप्पणियां
यानी शाहरुख अब कह रहे हैं अपने फैन्स से... आरहा हूं मैं ट्रैन से...
शाहरुख अपनी टीम के साथ बॉम्बे सेंट्रल से शाम 5 बजे अगस्त क्रांति एक्सप्रेस में बैठेंगे और वह अगले दिन सुबह 10:55 पर हजरात निजामुद्दीन पहुचेंगे. ट्रैन बॉम्बे सेंट्रल से चलकर अँधेरी, बोरीवली, वापी, वलसाड, सूरत, बरूच, बरोदा, रतलाम कोटा, सवाई माधोपुर और मथुरा के स्टेशनों पर रुकेगी.टिप्पणियां
यानी शाहरुख अब कह रहे हैं अपने फैन्स से... आरहा हूं मैं ट्रैन से...
यानी शाहरुख अब कह रहे हैं अपने फैन्स से... आरहा हूं मैं ट्रैन से... |
'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट' फिल्म रिव्यू: हिम्मत की सादगी से भरी सच्ची कहानी है 'पूर्णा' | पूर्णा है एक 13 साल की लड़की की कहानी जो चढ़ती है एवरेस्ट
राहुल बोस ने एक्टिंग के साथ ही किया है अच्छा निर्देशन
पूर्णा को हमारी तरफ से मिलते हैं 3.5 स्टार्स | इस हफ्ते रिलीज हुई फिल्म 'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट' एक सत्य घटना पर आधारित फिल्म है. इस कहानी में तेलंगना की 13 साल की एक आदिवासी लड़की पूर्णा सबसे कम उम्र में माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने का रिकॉर्ड बनाती है. इस फिल्म के निर्देशक हैं राहुल बोस जिन्होंने फिल्म में एक अहम किरदार भी निभाया है. इस फिल्म में अदिति इनामदार, हीबा शाह जो की नसीरुद्दीन शाह की बेटी हैं, धृतिमन चैटर्जी, एस मारिया और आरिफ जकरिया भी इस फिल्म में अहम भूमिका में नजर आए हैं. 'पूर्णा' एक छोटे बजट की फिल्म है पर इसका संदेश बड़ा है, और बड़ी बात ये है की फिल्म के व्यवसाय की चिंता ना करते हुए राहुल बोस ने एक प्रेरित करने वाली सीधी सादी कहानी कही है. हर फिल्म में कुछ खामियां और खूबियां होती हैं तो 'पूर्णा' में भी कुछ खामियां और खूबियां हैं.
'पूर्णा' एक ऐसी लड़की है जिस से ज्यादातर लोग अनजान हैं इसलिए उसके माउंट एवरेस्ट पे चढ़ने से पहले की कहानी आपको शायद रोचक ना लगे और आप शायद अपना धैर्य खो दें. इस फिल्म में निर्देशक ने कहानी को ज्यादा नाटकीय करने की कोशिश नहीं की है जो की मेरे नजरिए से अच्छा है पर दर्शकों को ये थोड़ा फीका लग सकता है. ये रही बात खामियों की और मेरी नजर में शायद यही इस फिल्म की खामी कही जा सकती है. टिप्पणियां
खूबियों की बात करें तो वह है इसका विषय और इसकी कहानी जो की प्रेरणा दायक है. इस फिल्म की सबसे अच्छी बात ये है की निर्देशक और लेखक ने बिना लाग लपेट के बड़ी सादगी से अपनी बात कही है जो इस तरह के किरदार के साथ मेल खाती है. साथ ही इसके मर्म को भी दर्शाती है. ये फिल्म गरीबों के लिए खोले गए विद्यालयों में हो रही धांधली पर भी सवाल उठाती है. बतौर निर्देशक तो राहुल ने अच्छा काम किया ही है पर उससे अच्छा काम किया है उन्होंने बतौर अभिनेता और साथ ही अदिति जिन्होंने पूर्णा का किरदार निभाया है, वो भी दमदार अभिनय का परिचय देती हैं और इनके अलावा छोटे किरदारों में जो अभिनेता हैं उन्होंने भी अपने किरदारों के साथ न्याय किया है.
'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट' एक ईमानदार फिल्म है और दर्शकों को इसे जरूर देखना चाहिए. हर फिल्म मनोरंजन के लिए नहीं होती. कुछ फिल्में प्रेरित करने के लिए भी होती हैं. तो जाइए अपने बच्चों को इस हफ़्ते दिखाइए पूर्णा की कहानी क्योंकि इस फिल्म को मेरी ओर से हैं 3.5 स्टार्स.
'पूर्णा' एक ऐसी लड़की है जिस से ज्यादातर लोग अनजान हैं इसलिए उसके माउंट एवरेस्ट पे चढ़ने से पहले की कहानी आपको शायद रोचक ना लगे और आप शायद अपना धैर्य खो दें. इस फिल्म में निर्देशक ने कहानी को ज्यादा नाटकीय करने की कोशिश नहीं की है जो की मेरे नजरिए से अच्छा है पर दर्शकों को ये थोड़ा फीका लग सकता है. ये रही बात खामियों की और मेरी नजर में शायद यही इस फिल्म की खामी कही जा सकती है. टिप्पणियां
खूबियों की बात करें तो वह है इसका विषय और इसकी कहानी जो की प्रेरणा दायक है. इस फिल्म की सबसे अच्छी बात ये है की निर्देशक और लेखक ने बिना लाग लपेट के बड़ी सादगी से अपनी बात कही है जो इस तरह के किरदार के साथ मेल खाती है. साथ ही इसके मर्म को भी दर्शाती है. ये फिल्म गरीबों के लिए खोले गए विद्यालयों में हो रही धांधली पर भी सवाल उठाती है. बतौर निर्देशक तो राहुल ने अच्छा काम किया ही है पर उससे अच्छा काम किया है उन्होंने बतौर अभिनेता और साथ ही अदिति जिन्होंने पूर्णा का किरदार निभाया है, वो भी दमदार अभिनय का परिचय देती हैं और इनके अलावा छोटे किरदारों में जो अभिनेता हैं उन्होंने भी अपने किरदारों के साथ न्याय किया है.
'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट' एक ईमानदार फिल्म है और दर्शकों को इसे जरूर देखना चाहिए. हर फिल्म मनोरंजन के लिए नहीं होती. कुछ फिल्में प्रेरित करने के लिए भी होती हैं. तो जाइए अपने बच्चों को इस हफ़्ते दिखाइए पूर्णा की कहानी क्योंकि इस फिल्म को मेरी ओर से हैं 3.5 स्टार्स.
खूबियों की बात करें तो वह है इसका विषय और इसकी कहानी जो की प्रेरणा दायक है. इस फिल्म की सबसे अच्छी बात ये है की निर्देशक और लेखक ने बिना लाग लपेट के बड़ी सादगी से अपनी बात कही है जो इस तरह के किरदार के साथ मेल खाती है. साथ ही इसके मर्म को भी दर्शाती है. ये फिल्म गरीबों के लिए खोले गए विद्यालयों में हो रही धांधली पर भी सवाल उठाती है. बतौर निर्देशक तो राहुल ने अच्छा काम किया ही है पर उससे अच्छा काम किया है उन्होंने बतौर अभिनेता और साथ ही अदिति जिन्होंने पूर्णा का किरदार निभाया है, वो भी दमदार अभिनय का परिचय देती हैं और इनके अलावा छोटे किरदारों में जो अभिनेता हैं उन्होंने भी अपने किरदारों के साथ न्याय किया है.
'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट' एक ईमानदार फिल्म है और दर्शकों को इसे जरूर देखना चाहिए. हर फिल्म मनोरंजन के लिए नहीं होती. कुछ फिल्में प्रेरित करने के लिए भी होती हैं. तो जाइए अपने बच्चों को इस हफ़्ते दिखाइए पूर्णा की कहानी क्योंकि इस फिल्म को मेरी ओर से हैं 3.5 स्टार्स.
'पूर्णा: करेज हैज़ नो लिमिट' एक ईमानदार फिल्म है और दर्शकों को इसे जरूर देखना चाहिए. हर फिल्म मनोरंजन के लिए नहीं होती. कुछ फिल्में प्रेरित करने के लिए भी होती हैं. तो जाइए अपने बच्चों को इस हफ़्ते दिखाइए पूर्णा की कहानी क्योंकि इस फिल्म को मेरी ओर से हैं 3.5 स्टार्स. |
करीना कपूर पर फिदा हैं अर्जुन कपूर | बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर का कहना है कि वह अभिनेत्री करीना कपूर को काफी पसंद करते हैं और उनके साथ फिल्म में काम करने के लिए वह कुछ भी करेंगे। | बॉलीवुड अभिनेता अर्जुन कपूर का कहना है कि वह अभिनेत्री करीना कपूर को काफी पसंद करते हैं और उनके साथ फिल्म में काम करने के लिए वह कुछ भी करेंगे।
फिल्म 'इशकजादे' से अभिनय करियर की शुरुआत करने वाले अर्जुन ने 'यूटीवी स्टार्स' के 'लिव माई लाइफ-2' कार्यक्रम में इसका खुलासा किया।टिप्पणियां
कार्यक्रम के दौरान उनकी प्रशंसक अमूल्या ने जब उनसे पूछा कि वह किस अभिनेत्री के साथ काम करना चाहेंगे तो अर्जुन ने कहा, करीना कपूर। मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं और मैं उनके साथ किसी भी कीमत पर काम करने के लिए तैयार हूं। मैं वास्तव में उनके साथ काम करना चाहता हूं। कार्यक्रम की यह कड़ी रविवार को प्रसारित होगी।
फिलहाल, अर्जुन 'गुंडे' और 'औरंगजेब' फिल्म की शूटिंग में व्यस्त है।
फिल्म 'इशकजादे' से अभिनय करियर की शुरुआत करने वाले अर्जुन ने 'यूटीवी स्टार्स' के 'लिव माई लाइफ-2' कार्यक्रम में इसका खुलासा किया।टिप्पणियां
कार्यक्रम के दौरान उनकी प्रशंसक अमूल्या ने जब उनसे पूछा कि वह किस अभिनेत्री के साथ काम करना चाहेंगे तो अर्जुन ने कहा, करीना कपूर। मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं और मैं उनके साथ किसी भी कीमत पर काम करने के लिए तैयार हूं। मैं वास्तव में उनके साथ काम करना चाहता हूं। कार्यक्रम की यह कड़ी रविवार को प्रसारित होगी।
फिलहाल, अर्जुन 'गुंडे' और 'औरंगजेब' फिल्म की शूटिंग में व्यस्त है।
कार्यक्रम के दौरान उनकी प्रशंसक अमूल्या ने जब उनसे पूछा कि वह किस अभिनेत्री के साथ काम करना चाहेंगे तो अर्जुन ने कहा, करीना कपूर। मैं उन्हें बहुत पसंद करता हूं और मैं उनके साथ किसी भी कीमत पर काम करने के लिए तैयार हूं। मैं वास्तव में उनके साथ काम करना चाहता हूं। कार्यक्रम की यह कड़ी रविवार को प्रसारित होगी।
फिलहाल, अर्जुन 'गुंडे' और 'औरंगजेब' फिल्म की शूटिंग में व्यस्त है।
फिलहाल, अर्जुन 'गुंडे' और 'औरंगजेब' फिल्म की शूटिंग में व्यस्त है। |
निक जोनास की उम्र को लेकर प्रियंका चोपड़ा का उड़ा मजाक, तो पति ने यूं बंद किया ट्रोलर्स का मुंह | प्रियंका चोपड़ा का सोशल मीडिया पर बना मजाक
निक जोनास की उम्र बनी वजह
निक जोनास ने यूं दिया जवाब | प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) और निक जोनास (Nick Jonas) इन दिनों एक बार फिर से सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं, और प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) ने हाल ही में पति निक जोनास (Nick Jonas) के साथ अपनी फोटो शेयर की थीं. प्रियंका चोपड़ा ने इस फोटो में निक जोनास के नए वेंचर का जिक्र किया था और उनकी उम्र 27 साल बताई थी. बस इसी बात को लेकर सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया और सोशल मीडिया पर प्रियंका चोपड़ा को कहा जाने लगा कि उन्हें क्या पति निक जोनास की सही उम्र भी मालूम नहीं है. लेकिन प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) को ट्रोल होते देख, निक जोनास खामोश नहीं बैठे और उन्होंने एक मीम के जरिये आलोचकों को करार जवाब दे डाला.
A post shared by Priyanka Chopra Jonas (@priyankachopra) on Sep 2, 2019 at 12:00pm PDT
प्रियंका चोपड़ा (Priyanka Chopra) और निक जोनास (Nick Jonas) की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही थी. इस फोटो के साथ प्रियंका चोपड़ा ने निक जोनास के नए वेंचर के बारे में बताया था और उनकी उम्र 27 साल बताई थी. जबकि अभी निक की उम्र 26 साल (निक का जन्म 16 सितंबर, 1992 में हुआ है) है, बस इसी बात को लेकर सोशल मीडिया पर फैन्स ने कहर बरपा दिया. लेकिन निक जोनास प्रियंका चोपड़ा के बचाव में आए और उन्होंने ट्रोलर्स को मुंह तोड़ जवाब दिया.
निक जोनास ने एक मीम शेयर किया है जिसमें बैटमैन थप्पड़ जड़ते हुए नजर आ रहा है. ट्रोलर्स कह रहे हैं कि उसे उम्र का नहीं पता, और बैटमैन कहता है कि दो हफ्ते में वह 27 साल का होने वाला है. निक जोनास ने लिखा है कि प्रियंका चोपड़ा मेरा जन्मदिन बखूबी जानती है. इस तरह निक जोनास ने प्रियंका चोपड़ा के ट्रोलर्स का मुंह बंद किया है. |
अन्ना को लेकर राहुल गांधी ने जताई चिंता | राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन के मद्देनजर बने गतिरोध को लेकर चिंतित हैं। | कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि वह भ्रष्टाचार के खिलाफ अन्ना हजारे के आंदोलन के मद्देनजर बने गतिरोध को लेकर चिंतित हैं। संवाददाताओं द्वारा यह पूछे जाने पर कि क्या वह लोकपाल के मुद्दे पर बने गतिरोध और अन्ना हजारे द्वारा अनशन समाप्त करने से इनकार किए जाने को लेकर चिंतित हैं, राहुल गांधी ने कहा, निश्चित रूप से मैं चिंतित हूं। कांग्रेस महासचिव ने यह टिप्पणी उस वक्त कि जब वह कांग्रेस सांसदों की बैठक से बाहर आ रहे थे। इस बैठक में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने हजारे के मुद्दे से पार्टी नेताओं को अवगत कराया। हालांकि राहुल गांधी इस बैठक में कुछ नहीं बोले, लेकिन पार्टी के कुछ युवा नेताओं सहित अनेक सांसदों ने अपने सवाल और सुझाव वित्त मंत्री के समक्ष रखे। |
लालगढ़ में ठीक नहीं हुआ : बुद्धदेव | पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने लालगढ़ क्षेत्र में सात ग्रामीणों की हत्या की निंदा की। | पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री बुद्धदेव भट्टाचार्य ने शनिवार को लालगढ़ क्षेत्र में सात ग्रामीणों की हत्या की निंदा की। उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को हिंसा से अपने को दूर रखना चाहिए। एक कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, "हम राज्य में शांति चाहते हैं। पश्चिम मिदनापुर में शुक्रवार को जो हुआ वह अच्छा नहीं है। सभी राजनीतिक दलों को अपने को हिंसा से दूर रखना चाहिए।" पश्चिमी मिदनापुर के नक्सलियों के प्रभुत्व वाले इलाके में शुक्रवार को कथित मार्क्सवादी समर्थकों ने कम से कम सात लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी जबकि 17 घायल हो गए। इस घटना पर केंद्रीय गृह मंत्री पी चिदम्बरम ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को दिल्ली तलब किया। भट्टाचार्य ने कहा, "यदि यह हिंसा फिर से फैलती है तो प्रत्येक कार्य और विकास प्रक्रिया ठहर जाएगी। हम नहीं चाहते कि निर्दोष लोग मारे जाएं। हिंसा रुकनी चाहिए।" इन आरोपों के बीच कि हत्यारे मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) द्वारा बनाए गए शिविर में छुपे थे, माकपा ने हालांकि इस घटना में अपनी संलिप्तता से इंकार किया है। राज्यपाल एमके नारायणन ने इस घटना को 'दुख और शर्म का दिन' करार देते हुए राज्य सरकार से 'निर्णायक कार्रवाई करने' को कहा है। |
गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने पूरा किया कमिटमेंट, एक महीने के अंदर बदल दी बर्गर और बीयर की ईमोजी | गूगल ने आखिरकार अपने बर्गर और बीयर की ईमोजी बदल दी है
ट्विटर पर गूगल की ईमोजी को लेकर बड़ा बवाल हुआ था
नई ईमोजी एंड्रॉयड के लेटेस्ट वर्जन 8.1 में दिखाई देंगी | I think we need to have a discussion about how Google's burger emoji is placing the cheese underneath the burger, while Apple puts it on top pic.twitter.com/PgXmCkY3Yc
Will drop everything else we are doing and address on Monday:) if folks can agree on the correct way to do this! https://t.co/dXRuZnX1Ag
@sundarpichai delivers: Google has fixed their burger emoji https://t.co/wyksdfAzbrpic.twitter.com/1aRVzhXYVF
Beer emoji has also undergone a bug fix in Android 8.1 pic.twitter.com/yi2DqP07Vi |
छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के अगवा होने का अंदेशा, बेटा वापस लौटा | छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से वापस लौट रही कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के काफिले पर शनिवार को नक्सलियों ने हमला बोल दिया। | छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले से वापस लौट रही कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा के काफिले पर शनिवार को नक्सलियों ने हमला बोल दिया। नक्सलियों के हमले में जगदलपुर कांग्रेस व्यापार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष और राज्य के पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा के मारे जाने और एक कांग्रेसी विधायक के दो सुरक्षा गार्डों के घायल होने की सूचना है।
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक लगभग चार घंटों से उनके काफिले में शामिल बड़े नेताओं के बारे में कोई सूचना नहीं मिल रही है। कांग्रेसी सूत्रों के मुताबिक, नक्सलियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल को अगवा कर लिया है। हालांकि उनका बेटा देर रात वापस लौट आया।
रायपुर में एडीजी मुकेश गुप्ता ने बताया है कि सभी नेता सुरक्षित हैं। सूत्रों ने हालांकि बताया है कि पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी गई है, जबकि उनके बेटे अभी नक्सलियों की गिरफ्त में हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इलाके में एक हजार से ज्यादा नक्सली मौजूद हैं। जगदलपुर से सीआरपीएफ के जवानों को घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया है। घाटी और जंगली इलाका होने की वजह से स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना को नक्सलियों की कायराना करतूत बताते हुए पूरी जानकारी जुटाने का निर्देश दिया है।
स्थिति की समीक्षा के लिए रायपुर के पुलिस मुख्यालय में आला अफसरों की बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पहले गीरम घाटी में विस्फोट किया उसके बाद काफिले पर फायरिंग शुरू कर दी। काफिले में लगभग सोलह से बीस गाड़ियां शामिल थीं जिनमें लगभग 120 कार्यकर्ता सवार थे।
हमले में कांग्रेस के स्थानीय नेता गोपी माघवानी की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य कार्यकताओं को भी गोली लगने की खबर है। काफिले में शमिल कोंटा विधायक कवासी लखमा के पीएसओ को भी गोली लगने की जानकारी सामने आ रही है।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
कांग्रेस नेताओं के मुताबिक लगभग चार घंटों से उनके काफिले में शामिल बड़े नेताओं के बारे में कोई सूचना नहीं मिल रही है। कांग्रेसी सूत्रों के मुताबिक, नक्सलियों ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल को अगवा कर लिया है। हालांकि उनका बेटा देर रात वापस लौट आया।
रायपुर में एडीजी मुकेश गुप्ता ने बताया है कि सभी नेता सुरक्षित हैं। सूत्रों ने हालांकि बताया है कि पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी गई है, जबकि उनके बेटे अभी नक्सलियों की गिरफ्त में हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इलाके में एक हजार से ज्यादा नक्सली मौजूद हैं। जगदलपुर से सीआरपीएफ के जवानों को घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया है। घाटी और जंगली इलाका होने की वजह से स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना को नक्सलियों की कायराना करतूत बताते हुए पूरी जानकारी जुटाने का निर्देश दिया है।
स्थिति की समीक्षा के लिए रायपुर के पुलिस मुख्यालय में आला अफसरों की बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पहले गीरम घाटी में विस्फोट किया उसके बाद काफिले पर फायरिंग शुरू कर दी। काफिले में लगभग सोलह से बीस गाड़ियां शामिल थीं जिनमें लगभग 120 कार्यकर्ता सवार थे।
हमले में कांग्रेस के स्थानीय नेता गोपी माघवानी की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य कार्यकताओं को भी गोली लगने की खबर है। काफिले में शमिल कोंटा विधायक कवासी लखमा के पीएसओ को भी गोली लगने की जानकारी सामने आ रही है।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
रायपुर में एडीजी मुकेश गुप्ता ने बताया है कि सभी नेता सुरक्षित हैं। सूत्रों ने हालांकि बताया है कि पूर्व मंत्री महेंद्र कर्मा की हत्या कर दी गई है, जबकि उनके बेटे अभी नक्सलियों की गिरफ्त में हैं।
सूत्रों के मुताबिक, इलाके में एक हजार से ज्यादा नक्सली मौजूद हैं। जगदलपुर से सीआरपीएफ के जवानों को घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया है। घाटी और जंगली इलाका होने की वजह से स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना को नक्सलियों की कायराना करतूत बताते हुए पूरी जानकारी जुटाने का निर्देश दिया है।
स्थिति की समीक्षा के लिए रायपुर के पुलिस मुख्यालय में आला अफसरों की बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पहले गीरम घाटी में विस्फोट किया उसके बाद काफिले पर फायरिंग शुरू कर दी। काफिले में लगभग सोलह से बीस गाड़ियां शामिल थीं जिनमें लगभग 120 कार्यकर्ता सवार थे।
हमले में कांग्रेस के स्थानीय नेता गोपी माघवानी की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य कार्यकताओं को भी गोली लगने की खबर है। काफिले में शमिल कोंटा विधायक कवासी लखमा के पीएसओ को भी गोली लगने की जानकारी सामने आ रही है।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
सूत्रों के मुताबिक, इलाके में एक हजार से ज्यादा नक्सली मौजूद हैं। जगदलपुर से सीआरपीएफ के जवानों को घटनास्थल की तरफ रवाना किया गया है। घाटी और जंगली इलाका होने की वजह से स्थिति पूरी तरह से साफ नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना को नक्सलियों की कायराना करतूत बताते हुए पूरी जानकारी जुटाने का निर्देश दिया है।
स्थिति की समीक्षा के लिए रायपुर के पुलिस मुख्यालय में आला अफसरों की बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पहले गीरम घाटी में विस्फोट किया उसके बाद काफिले पर फायरिंग शुरू कर दी। काफिले में लगभग सोलह से बीस गाड़ियां शामिल थीं जिनमें लगभग 120 कार्यकर्ता सवार थे।
हमले में कांग्रेस के स्थानीय नेता गोपी माघवानी की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य कार्यकताओं को भी गोली लगने की खबर है। काफिले में शमिल कोंटा विधायक कवासी लखमा के पीएसओ को भी गोली लगने की जानकारी सामने आ रही है।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
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गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
मुख्यमंत्री रमन सिंह ने घटना को नक्सलियों की कायराना करतूत बताते हुए पूरी जानकारी जुटाने का निर्देश दिया है।
स्थिति की समीक्षा के लिए रायपुर के पुलिस मुख्यालय में आला अफसरों की बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पहले गीरम घाटी में विस्फोट किया उसके बाद काफिले पर फायरिंग शुरू कर दी। काफिले में लगभग सोलह से बीस गाड़ियां शामिल थीं जिनमें लगभग 120 कार्यकर्ता सवार थे।
हमले में कांग्रेस के स्थानीय नेता गोपी माघवानी की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य कार्यकताओं को भी गोली लगने की खबर है। काफिले में शमिल कोंटा विधायक कवासी लखमा के पीएसओ को भी गोली लगने की जानकारी सामने आ रही है।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
स्थिति की समीक्षा के लिए रायपुर के पुलिस मुख्यालय में आला अफसरों की बैठक चल रही है।
जानकारी के अनुसार, नक्सलियों ने पहले गीरम घाटी में विस्फोट किया उसके बाद काफिले पर फायरिंग शुरू कर दी। काफिले में लगभग सोलह से बीस गाड़ियां शामिल थीं जिनमें लगभग 120 कार्यकर्ता सवार थे।
हमले में कांग्रेस के स्थानीय नेता गोपी माघवानी की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य कार्यकताओं को भी गोली लगने की खबर है। काफिले में शमिल कोंटा विधायक कवासी लखमा के पीएसओ को भी गोली लगने की जानकारी सामने आ रही है।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
हमले में कांग्रेस के स्थानीय नेता गोपी माघवानी की गोली लगने से मौत हो गई है, जबकि दो अन्य कार्यकताओं को भी गोली लगने की खबर है। काफिले में शमिल कोंटा विधायक कवासी लखमा के पीएसओ को भी गोली लगने की जानकारी सामने आ रही है।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
परिवर्तन यात्रा के काफिले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल, महेंद्र कर्मा, धनेंद्र साहू, टीएस सिंहदेव सहित कई बड़े नेता शामिल थे।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
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गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
पुलिस ने दावा किया है कि सीआरपीएफ ने कांग्रेस के बड़े नेताओं को अपने सुरक्षा घेरे में ले लिया है।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
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गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
कांग्रेस के नेता और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने परिवर्तन यात्रा को शासन प्रशासन द्वारा नजरअंदाज करने आ आरोप लगाया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अभी तक उनके नेताओं के सुरक्षित होने की ठोस जानकारी नहीं मिली है न ही उनसे संपर्क हो पा रहा है।टिप्पणियां
नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
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नेता प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे ने घटना की तीव्र भर्त्सना करते सरकार पर सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रहने का आरोप लगाया है।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी।
गौरतलब है कि पटेल के काफिले पर इससे पहले भी गरियाबंद के देवभोग के पास नक्सली हमला हुआ था जिसमें वे बाल-बाल बच गए थे। कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा के पहले से ही नक्सलियों की हिट लिस्ट में शामिल थे, इसलिए उनकी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई थी। |
थाईलैंड की संसद में दिखी आपत्तिजनक तस्वीर | थाईलैंड की संसद में बुधवार को उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब स्पीकर के निकट लगी स्क्रीन पर एक महिला की आपत्तिजनक तस्वीर दिखी। | थाईलैंड की संसद में बुधवार को उस वक्त अजीबोगरीब स्थिति पैदा हो गई जब स्पीकर के निकट लगी स्क्रीन पर एक महिला की आपत्तिजनक तस्वीर दिखी।टिप्पणियां
तस्वीर एक महिला की थी, जिसने बेहद कम कपड़े पहन रखे थे। यह तस्वीर उस वक्त दिखी जब संसद में संविधान संशोधन से जुड़े एक निर्णायक विधेयक पर चर्चा हो रही थी।
विपक्ष का एक संसद बोल रहा था और अचानक से तस्वीर स्क्रीन पर दिखी। इसके तत्काल बाद संसद के मॉनीटर को बंद कर दिया गया।
तस्वीर एक महिला की थी, जिसने बेहद कम कपड़े पहन रखे थे। यह तस्वीर उस वक्त दिखी जब संसद में संविधान संशोधन से जुड़े एक निर्णायक विधेयक पर चर्चा हो रही थी।
विपक्ष का एक संसद बोल रहा था और अचानक से तस्वीर स्क्रीन पर दिखी। इसके तत्काल बाद संसद के मॉनीटर को बंद कर दिया गया।
विपक्ष का एक संसद बोल रहा था और अचानक से तस्वीर स्क्रीन पर दिखी। इसके तत्काल बाद संसद के मॉनीटर को बंद कर दिया गया। |
जल्द ही वापसी करूंगा : हरभजन | भारतीय टीम से बाहर चल रहे आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने आज कहा कि वह जल्द ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करेंगे। वह पिंडली की चोट से उबर रहे हैं। | भारतीय टीम से बाहर चल रहे आफ स्पिनर हरभजन सिंह ने आज कहा कि वह जल्द ही प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करेंगे। वह पिंडली की चोट से उबर रहे हैं।
हरभजन ने कहा, ‘मैं चोट से वापसी कर रहा हूं। मैं चार दिन तक यहां पुणे में एक्सरसाइज करूंगा और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में तीन हफ्ते की ट्रेनिंग करूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद मैं प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करूंगा।’
हरभजन ने कहा, ‘मैं चोट से वापसी कर रहा हूं। मैं चार दिन तक यहां पुणे में एक्सरसाइज करूंगा और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में तीन हफ्ते की ट्रेनिंग करूंगा।’ उन्होंने कहा, ‘इसके बाद मैं प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी करूंगा।’ |
Mumbai Weather: मुंबई की बारिश में खुद पर काबू नहीं रख सकी ये एक्ट्रेस, 'टिप टिप बरसा पानी' पर यूं करने लगी डांस, देखें वीडियो | साउथ की मलाइका कहलाती हैं हिना पांचाल
डांस के लिए रखती हैं खास पहचान
मुंबई की बरसात में किया रेन डांस | @theofficialheena rain dance tip tip barsa paani, #mumbairain #tiptipbarsapaani #dance #heenapanchal #hot #hotdance #rainyday #outdoor #access_bollywood #upcomingmovie #instadailyvideo
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IND vs AUS 3rd ODI: 'कुछ ऐसे' धोनी ने मास्टरी ऑफ चेज में विराट कोहली को पीछे छोड़ दिया | धोनी आगे, विराट पीछे!
कौन जीतेगा यह विराट रेस?
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धोनी औसत के बादशाह ! | माही के अंदाज कब और कैसे प्रकट होते हैं, उनके बारे में सिर्फ एक ही व्यक्ति जानता है, और वह हैं खुद महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni). सीरीज के पहले मुकाबले में धीमी बल्लेबाजी को लेकर पूरी दुनिया धोनी की आलोचना कर कही थी. उन पर सवाल उठाए जा रहे थे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न (Melbourne ODI) में तीसरे वनडे (3rd ODI) में सीरीज खत्म होते-होते धोनी ने सारे सवालों को खत्म करते हुए बता दिया कि जब बात रनों का पीछा करने की आती है, तो उनका कोई जोड़ नहीं है. इस मामले में उनकी विराट कोहली (Virat Kohli) से लंबे समय से रेस चल रही है, लेकिन सीरीज खत्म के बाद धोनी ने साबित किया चेज के मास्टर तो वही हैं.
51 in Sydney
55* in Adelaide
87* in Melbourne@msdhoni is the Player of the Series! #AUSvINDpic.twitter.com/VBdzXt9MsE
बता दें कि खत्म हुई तीन वनडे मैचों की सीरीज में दोनों टीमों को मिलाकर महेंद्र सिंह धोनी शॉन मार्श के बाद दूसरे सबसे सफल बल्लेबाज रहे. लेकिन औसत के मामले में माही ने सभी को पटकखनी दे डाली. धोनी 193 रन बनाकर शॉन मार्श के बाद दूसरे सबसे कामयाब बल्लेबाज रहे.
वहीं औसत के मामले में शॉन मार्श माही के आस-पास तो क्या आधे के आंकड़े तक भी नहीं पहुंच सके. जहां धोनी ने 193.00 का औसत निकाला, तो मार्श का औसत 74.66 का रहा. चौथे स्थान पर रहे विराट का औसत 51.00, तो रोहित शर्मा का एवरेज 61.66 का रहा.
बहरहाल, माही ने एक बार फिर से दिखा दिया के लक्ष्य का पीछा करने में उनकी कोई सानी नहीं है. इसको लेकर विराट और धोनी के प्रशंसकों ही नहीं दुनिया भर के क्रिकेटप्रेमियों के बहस चलती रही है. आपको बता दें कि अपने करियर के कुल मैचों में विराट ने 78 पारियों में 97.98 के औसत से 4899 रन बनाए हैं. लेकिन आंकड़ों के लिहाज से धोनी विराट पर भारी हैं.
धोनी ने अपने करियर की 73 पारियों में 103.07 के औसत से 2783 रन बनाकर विराट को को पीछे छोड़ते हुए बता दिया कि चेज से गुरु तो फिलहाल वही हैं. वास्तव में लक्ष्य का पीछा करते हुए सौ से ऊपर का बताने के लिए काफी है कि जब टीम लक्ष्य का पीछा करती है, तो धोनी किस मिजाज और स्तर के बल्लेबाज हैं. |
शीर्ष नौ कंपनियों ने मार्केट कैप में 88,000 करोड़ जोड़े | देश की नौ सबसे अधिक मूल्यांकन कंपनियों ने पिछले सप्ताह अपने बाजार पूंजीकरण में 88,556 करोड़ रुपये जोड़े और आरआईएल इनमें सबसे आगे रही। | मजबूत बाजार के बीच देश की नौ सबसे अधिक मूल्यांकन कंपनियों ने पिछले सप्ताह अपने बाजार पूंजीकरण में 88,556 करोड़ रुपये जोड़े और आरआईएल इनमें सबसे आगे रही। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) का बाजार पूंजीकरण बंबई स्टॉक एक्सचेंज में शुक्रवार तक हुए कारोबार में 21,397 करोड़ रुपये बढ़कर 2,83,810 करोड़ रुपये हो गया। पिछले सप्ताह कंपनी के शेयर में 8.15 की बढ़ोतरी दर्ज हुई। इसी तरह, सरकारी कंपनी ओएनजीसी का बाजार पूंजीकरण भी 1,883 करोड़ रुपये बढ़कर 2,23,132 करोड़ रुपये हो गया। सॉफ्टवेयर कंपनी टीसीएस और इन्फोसिस का बाजार पूंजीकरण कुल मिलाकर 30,436 करोड़ रुपये बढ़ा। टीसीएस का बाजार पूंजीकरण 2,22,046 करोड़ रुपये है, जबकि इन्फोसिस का कुल पूंजीकरण यह 1,57,598 करोड़ रुपये हो गया। इन्फोसिस ने 12 अक्टूबर को घोषित वित्तीय नतीजे में कहा था कि 30 सितंबर को समाप्त दूसरी तिमाही के दौरान उसका कुल संचयी मुनाफा 9.72 फीसदी बढ़कर 1,906 करोड़ रुपये हो गया। बाजार विशेषज्ञों ने कहा कि इन्फोसिस का नतीजा उम्मीद से बेहतर रहा। इधर दूरसंचार क्षेत्र की प्रमुख कंपनी भारती एयरटेल का बाजार मूल्यांकन 10,994 करोड़ रुपये बढ़कर 1,45,730 करोड़ रुपये हो गया और बिजली कंपनी एनटीपीसी का बाजार पूंजीकरण 5,277 करोड़ रुपये बढ़कर 1,42,646 करोड़ रुपये हो गया। प्रमुख एफएमसीजी कंपनी आईटीसी का बाजार पूंजीकरण 4,586 करोड़ रुपये बढ़कर 1,59,424 करोड़ रुपये हो गया। एसबीआई का बाजार पूंजीकरण 8,296 करोड़ रुपये बढ़कर 1,19,538 करोड़ रुपये हो गया, जबकि एचडीएफसी बैंक का बाजार पूंजीकरण 5,687 करोड़ रुपये बढ़कर 1,10,737 करोड़ रुपये हो गया। इधर, कोल इंडिया का पूंजीकरण 9,443 करोड़ रुपये बढ़कर 2,03,576 करोड़ रुपये हो गया। आरआईएल इस सूची में अव्वल नंबर पर बरकरार रहा और ओएनजीसी का स्थान दूसरा रहा। टीसीएस, सीआईएल को पछाड़ कर तीसरी बेहतरीन कंपनी बना। कोल इंडिया चौथे नंबर पर रहा, जिसके बाद आईटीसी, इन्फोसिस, भारती एयरटेल, एनटीपीसी, एसबीआई और एचडीएफसी बैंक का स्थान है। |
युवा खिलाड़ी खुद को साबित करने में सफल रहे : महेन्द्र सिंह धोनी | धोनी ने कहा, कुल मिलाकर यह अच्छा प्रदर्शन था। वेस्टइंडीज ने जिस तरह से अच्छी शुरुआत की थी उससे लग रहा था कि वह 280 या इससे अधिक का स्कोर बना लेगा, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने अच्छी वापसी की। | भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चैंपियन्स ट्रॉफी क्रिकेट टूर्नामेंट में भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले रविंदर जडेजा और शिखर धवन की जमकर तारीफ करते हुए कहा कि उनके युवा खिलाड़ी खुद को साबित करने में सफल रहे।
धोनी ने भारत की आठ विकेट से जीत के बाद कहा, हमारे युवा बल्लेबाजों ने चुनौती को स्वीकार किया और फिर से बेहतरीन शुरुआत दिलाई। धवन ने जो एकमात्र टेस्ट मैच खेला था, उसमें अच्छा प्रदर्शन किया था। इसके बाद वह चोटिल हो गया, लेकिन यहां उसने अच्छी वापसी की।
रोहित ने भी ओपनर के रूप में खेलने की चुनौती स्वीकार की। उसने सलामी बल्लेबाज बनने की पेशकश पर एक भी विचार नहीं किया और उसे स्वीकार किया। मैन ऑफ द मैच जडेजा के बारे में धोनी ने कहा, मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं, लेकिन मुझे उसकी काबिलियत को पहचानने में समय लगा। उसने खुद को साबित किया। उसके होने से टीम को संतुलन मिलता है। वह जानता है कि उसकी भूमिका क्या है और उसे क्या करना है। मैच के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा कि पूरी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने वेस्टइंडीज को नौ विकेट पर 233 रन पर रोकने का श्रेय गेंदबाजों को दिया।
धोनी ने कहा, कुल मिलाकर यह अच्छा प्रदर्शन था। वेस्टइंडीज ने जिस तरह से अच्छी शुरुआत की थी उससे लग रहा था कि वह 280 या इससे अधिक का स्कोर बना लेगा, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने अच्छी वापसी की। उन्होंने बल्लेबाजों को स्ट्राइक आसानी से रोटेट नहीं करने दी। हमारा क्षेत्ररक्षण भी अच्छा है और इससे काफी मदद मिलती है।
धोनी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ 15 जून को होने वाला मैच भारत के लिए भले ही औपचारिक रह गया है, लेकिन टीम इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं नहीं मानता कि भारत उस मैच को हल्के से लेगा। हम जब भी मैदान पर उतरते हैं तो हमारा लक्ष्य जीत दर्ज करना होता है। हमारे लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि हम उन विभागों में सुधार करें, जिनमें हम ऐसा करना चाहते हैं।
मैन ऑफ द मैच जडेजा ने कहा कि उन्होंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, मैंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने की कोशिश की। मैंने यहां इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला था और दो विकेट लिए थे। मैं केवल अपना अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। पिच से मदद मिल रही थी। मैंने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और बाकी काम पिच ने कर दिया।
रोहित ने भी ओपनर के रूप में खेलने की चुनौती स्वीकार की। उसने सलामी बल्लेबाज बनने की पेशकश पर एक भी विचार नहीं किया और उसे स्वीकार किया। मैन ऑफ द मैच जडेजा के बारे में धोनी ने कहा, मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं, लेकिन मुझे उसकी काबिलियत को पहचानने में समय लगा। उसने खुद को साबित किया। उसके होने से टीम को संतुलन मिलता है। वह जानता है कि उसकी भूमिका क्या है और उसे क्या करना है। मैच के बारे में भारतीय कप्तान ने कहा कि पूरी टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया। उन्होंने वेस्टइंडीज को नौ विकेट पर 233 रन पर रोकने का श्रेय गेंदबाजों को दिया।
धोनी ने कहा, कुल मिलाकर यह अच्छा प्रदर्शन था। वेस्टइंडीज ने जिस तरह से अच्छी शुरुआत की थी उससे लग रहा था कि वह 280 या इससे अधिक का स्कोर बना लेगा, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने अच्छी वापसी की। उन्होंने बल्लेबाजों को स्ट्राइक आसानी से रोटेट नहीं करने दी। हमारा क्षेत्ररक्षण भी अच्छा है और इससे काफी मदद मिलती है।
धोनी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ 15 जून को होने वाला मैच भारत के लिए भले ही औपचारिक रह गया है, लेकिन टीम इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं नहीं मानता कि भारत उस मैच को हल्के से लेगा। हम जब भी मैदान पर उतरते हैं तो हमारा लक्ष्य जीत दर्ज करना होता है। हमारे लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि हम उन विभागों में सुधार करें, जिनमें हम ऐसा करना चाहते हैं।
मैन ऑफ द मैच जडेजा ने कहा कि उन्होंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, मैंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने की कोशिश की। मैंने यहां इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला था और दो विकेट लिए थे। मैं केवल अपना अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। पिच से मदद मिल रही थी। मैंने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और बाकी काम पिच ने कर दिया।
धोनी ने कहा, कुल मिलाकर यह अच्छा प्रदर्शन था। वेस्टइंडीज ने जिस तरह से अच्छी शुरुआत की थी उससे लग रहा था कि वह 280 या इससे अधिक का स्कोर बना लेगा, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने अच्छी वापसी की। उन्होंने बल्लेबाजों को स्ट्राइक आसानी से रोटेट नहीं करने दी। हमारा क्षेत्ररक्षण भी अच्छा है और इससे काफी मदद मिलती है।
धोनी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ 15 जून को होने वाला मैच भारत के लिए भले ही औपचारिक रह गया है, लेकिन टीम इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया है।टिप्पणियां
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मैन ऑफ द मैच जडेजा ने कहा कि उन्होंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, मैंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने की कोशिश की। मैंने यहां इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला था और दो विकेट लिए थे। मैं केवल अपना अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। पिच से मदद मिल रही थी। मैंने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और बाकी काम पिच ने कर दिया।
धोनी ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ 15 जून को होने वाला मैच भारत के लिए भले ही औपचारिक रह गया है, लेकिन टीम इसमें कोई कसर नहीं छोड़ेगी। भारत सेमीफाइनल में पहुंच गया है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं नहीं मानता कि भारत उस मैच को हल्के से लेगा। हम जब भी मैदान पर उतरते हैं तो हमारा लक्ष्य जीत दर्ज करना होता है। हमारे लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि हम उन विभागों में सुधार करें, जिनमें हम ऐसा करना चाहते हैं।
मैन ऑफ द मैच जडेजा ने कहा कि उन्होंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, मैंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने की कोशिश की। मैंने यहां इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला था और दो विकेट लिए थे। मैं केवल अपना अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। पिच से मदद मिल रही थी। मैंने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और बाकी काम पिच ने कर दिया।
उन्होंने कहा, मैं नहीं मानता कि भारत उस मैच को हल्के से लेगा। हम जब भी मैदान पर उतरते हैं तो हमारा लक्ष्य जीत दर्ज करना होता है। हमारे लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि हम उन विभागों में सुधार करें, जिनमें हम ऐसा करना चाहते हैं।
मैन ऑफ द मैच जडेजा ने कहा कि उन्होंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, मैंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने की कोशिश की। मैंने यहां इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला था और दो विकेट लिए थे। मैं केवल अपना अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। पिच से मदद मिल रही थी। मैंने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और बाकी काम पिच ने कर दिया।
मैन ऑफ द मैच जडेजा ने कहा कि उन्होंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने पर ध्यान दिया। उन्होंने कहा, मैंने सही क्षेत्र में गेंदबाजी करने की कोशिश की। मैंने यहां इंग्लैंड के खिलाफ मैच खेला था और दो विकेट लिए थे। मैं केवल अपना अच्छा प्रदर्शन करना चाहता था। पिच से मदद मिल रही थी। मैंने विकेट टू विकेट गेंदबाजी की और बाकी काम पिच ने कर दिया। |
एक दशक बाद कमबैक कर रहीं उर्मिला मातोंडकर बोलीं- मैंने जोखिम लिया और इसकी कीमत चुकाई... | 'ब्लैकमेल' से बड़े पर्दे पर वापसी कर रहीं उर्मिला
रूपया कमाना कभी एजेंडे में शामिल नहीं रहा : उर्मिला
मैंने जोखिम लिया और मुझे इसकी कीमत चुकानी पड़ी : उर्मिला | A post shared by Urmila Matondkar (@urmilamatondkarofficial) on Mar 21, 2018 at 11:33pm PDT
A post shared by Urmila Matondkar (@urmilamatondkarofficial) on Apr 12, 2017 at 9:30pm PDT |
लोकसभा चुनाव से पहले एक और पार्टी ने BJP को दी NDA छोड़ने की धमकी, कहा- अल्टीमेटम के 12 दिन बीत चुके हैं | सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने चेताया
ओपी राजभर ने कहा अल्टीमेट के 12 दिन बीत गए
समय पर जवाब नहीं आया तो अकेले लड़ेंगे चुनाव | राजभर ने न्यूज एजेंसी एएनआई से कहा कि वह भाजपा को 100 दिनों का समय दिया है, ताकि वह फैसला कर सके कि उसे मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ना है या नहीं. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें दिए गए समय के भीतर कोई जवाब नहीं मिलता है तो उनकी पार्टी सभी 80 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा, 'हम लोग भाजपा के साथ हैं. अगर भाजपा हमें साथ रखना चाहती है तो हम उनके साथ रहेंगे. अगर वे हाथ नहीं रखना चाहते तो हम उन्हें पहले ही 100 दिन दे चुके हैं. इनमें से 12 दिन बीत चुके हैं. 100 दिनों में जवाब नहीं मिला तो हम सभी सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे.'
ओमप्रकाश राजभर ने तीन जनवरी को भी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चेतावनी दी थी. उन्होंने दो टूक कहा था कि अगर प्रदेश में ओबीसी को 27 फीसदी आरक्षण नहीं दिया गया तो उनकी पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से अलग हो जाएगी. सुहेलदेव भारतीय समता पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष ने कहा था, 'जब चुनाव नजदीक आता है तो भाजपा को सहयोगी दल याद आते हैं. इस बार बिल्ली मट्ठा भी फूंककर पीएगी." सहयोगी दल पर दबाव बनाने की राजनीति संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा, "अन्य दल दबाव की राजनीति करते होंगे, हम नहीं करते हैं. हम भाजपा के किसी भी कार्यक्रम में इक्कीस महीने से नहीं गए. कार्यक्रम में तब जाऊंगा जब एनडीए की बैठक होगी और दोनों दलों का बैनर होगा, आमंत्रण पत्र मिलेगा."
इसके अलावा नागरिकता संशोधन विधेयक के मुद्दे पर असम की भाजपा नीत सरकार से असम गण परिषद (एजीपी) ने अपना समर्थन वापस ले लिया था. एजीपी अध्यक्ष और मंत्री अतुल बोरा ने यह जानकारी देते हुए कहा था कि एजीपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. इसके बाद यह निर्णय लिया गया. आपको बता दें कि नागरिकता संशोधन विधेयक बांग्लादेश, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के गैर मुस्लिमों को भारत की नागरिकता देने के लिए लाया गया है. |
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'रुस्तम' में पहनी वर्दी की होगी नीलामी
ट्वीट करके दी जानकारी | Hi all I'm thrilled to announce that you can bid to win the actual naval officer uniform I wore in Rustom! Auction's proceeds will support the cause of animal rescue and welfare. Place your bid at https://t.co/6Qr0LRnTFm! pic.twitter.com/FF23tlogs1 |
सैफ अली खान संग शादी के फैसले पर खुलकर बोलीं करीना कपूर, कहा- प्यार करना कोई गुनाह नहीं...देखें Video | करीना कपूर ने सैफ से शादी को लेकर किया खुलासा
इंटरव्यू में कही ये बात
सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है वीडियो | बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर (Kareena Kapoor) ने एक इंटरव्यू के दौरान सैफ अली खान (Saif Ali Khan) से शादी के फैसले पर खुलकर बोली हैं. एक्ट्रेस ने इंटरव्यू के दौरान कहा, "शादी करने का फैसला... प्यार में होना कोई गुनाह नहीं है. अगर कोई मेरे साथ इसलिए काम नहीं करना चाहता कि मैं प्यार में हूं और मैं शादीशुदा हूं. तो बिल्कुल मत करिए. क्योंकि मुझे नहीं लगता ये क्राइम नहीं है और मैंने वही किया, जो मैं करना चाहती थी. सबने कहा था कि तुम्हारा करियर खत्म हो जाएगा. मैंने कहा कि अगर हो जाएगा तो हो जाएगा."
बॉलीवुड एक्टर वरुण शर्मा को मिला रुपयों से भरा टब, फिर करने लगा ऐसा- देखें Video
Marrying Saif was the best decision of my life, it's not a crime to be in love': Kareena Kapoor
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करीना कपूर (Kareena Kapoor Khan) ने आगे कहा, "लेकिन मैं यही करना चाहती थी, क्योंकि यही वह इंसान है, जिसके साथ मुझे अपनी पूरी जिंदगी बितानी है. मैं यही कर रही थी. मुझे लगता है कि मैंने अपनी जिंदगी का सबसे सही फैसला लिया था." बता दें, करीना कपूर बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) के साथ एचटी लीडरशिप समिट में अपनी अपकमिंग फिल्म 'गुड न्यूज (Good Newwz)' के प्रमोशन के लिए पहुंची थीं.
देश में महिलाओं की स्थिति पर भड़की बॉलीवुड फिल्ममेकर, बोलीं- पहले रेप करो और फिर मार दो...
बता दें, करीना कपूर और सैफ अली खान ने 16 अक्टूबर 2012 में एक-दूसरे के साथ शादी रचाई थी. वहीं, करीना कपूर (Kareena Kapoor) जल्द ही अक्षय कुमार (Akshay Kumar) के साथ फिल्म 'गुड न्यूज (Good Newwz)' में नजर आएंगी. यह फिल्म 27 दिसंबर को रिलीज होगी. राज मेहता के डायरेक्शन में बनीं यह फिल्म 'इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF)' के टॉपिक पर आधारित है. इस फिल्म के जरिए एक बार फिर अक्षय कुमार और करीना कपूर की जोड़ी, पर्दे पर साथ नजर आएगी. फिल्म को लेकर फैन्स में भी काफी एक्साइटमेंट है. |
चीन की बह्मपुत्र नदी की धारा मोड़ने की योजना | चीन ब्रह्मपुत्र नदी की धारा मोड़ने की योजना बना रहा है जिससे भारत के साथ एक बार फिर तनातनी का माहौल बन सकता है। | चीन ब्रह्मपुत्र नदी की धारा मोड़ने की योजना बना रहा है जिससे भारत के साथ एक बार फिर तनातनी का माहौल बन सकता है। पिछले साल चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी पर पनबिजली परियोजना शुरू करने का ऐलान किया था और ये भरोसा दिलाया था कि इस प्रोजेक्ट से भारत और बांग्लादेश में ब्रह्मपुत्र नदी के बहाव पर कोई असर नहीं पड़ेगा लेकिन तिब्बत में बिजली संकट से निपटने के लिए चीन ने ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को शिनच्यांग की ओर ऊपरी इलाकों की ओर ले जाने की योजना बनाई है ताकि वहां पनबिजली पैदा की जा सके। चीन की सरकारी न्यूज़ एजेंसी ने भी इसकी पुष्टि की है। इस पर भारतीय अधिकारियों का कहना है कि ब्रह्मपुत्र नदी की धारा मोड़े जाने का अब तक कोई सबूत सामने नहीं आया है फिर भी इस मामले पर बारीकी से नज़र रखी जा रही है। |
झारखंड मॉब लिंचिंग केस: आरोपियों के खिलाफ नहीं चलेगा हत्या का मामला, पुलिस बोली- पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में कार्डियक अरेस्ट निकली मौत की वजह | बाइक चोरी के शक में कर दी गई थी पिटाई
इलाज के दौरान हो गई थी मौत
जांच में पुलिस और डॉक्टरों को ठहराया था जिम्मेदार | झारखंड में जून महीने में 24 वर्षीय युवक की हुई मॉब लिंचिंग मामले में आरोपियों के खिलाफ हत्या के आरोपों को हटा दिया गया क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कहा गया है कि उसकी मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई. यह जानकारी पुलिस की ओर से दी गई है. 24 वर्षीय तबरेज अंसारी की मॉब लिंचिंग मामले की चार्जशीट को लेकर पैदा हुए विवाद के बीच पुलिस ने कहा कि 11 लोगों के खिलाफ हत्या की बजाय गैर इरादन हत्या का मामला दर्ज किया गया है. 12वें आरोपी ने शनिवार को सरेंडर किया था, उसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
तबरेज अंसारी को घंटों पीटा गया था और उसे 'जय श्रीराम' बोलने के लिए मजबूर किया गया था. यह घटना 18 जून की है, जब उसे झारखंड के सरायकेला में दो अन्य युवकों के साथ मोटरसाइकिल की चोरी के आरोप में पकड़ा था. इसके चार दिन बाद तबरेज ने 22 जून को अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था.
झारखंड के सीनियर पुलिस ऑफिसर कार्तिक एस. ने एनडीटीवी को बताया, 'मेडिकल रिपोर्ट में हमें हत्या के कोई सबूत नहीं मिले, इसलिए हमने आरोपियों के खिलाफ मर्डर की बजाय गैर इरादन हत्या की धाराएं लगाई हैं. लेकिन इसके तहत भी सजा का प्रावधान समान है.'
उन्होंने कहा कि दो अलग-अलग पोस्टमार्टम रिपोर्ट में एक ही बात सामने आई है कि तबरेज अंसारी की मौत कार्डियक अरेस्ट से हुई है. कार्तिक ने बताया, 'जब हमें मेडिकल रिपोर्ट मिली तो हमने दूसरी राय जानने के लिए उच्च स्तर के विशेषज्ञों से कहा. उन्होंने ने भी वही बात कही.'
पीड़ित परिवार की शिकायतों 'तबरेज का सिर पूरी तरह से फट गया था' के बारे में पूछे जाने पर पुलिस अधीक्षक ने कहा कि वे केवल मेडिकल रिपोर्ट के साथ ही जा सकते हैं.
उन्होंने कहा, 'यह आपको चिकित्सा विशेषज्ञों से पूछना होगा. मैं उस मामले में विशेषज्ञ नहीं हूं. जब हमें शक हुआ, तो हम दूसरी राय के लिए गए. विशेषज्ञों ने अपनी राय दी है कि उसकी मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई है, वह तनाव - मानसिक या शारीरिक बीमारी की वजह से हो सकता है.'
सरायकेला-खारवान के उपायुक्त के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम ने अपनी रिपोर्ट में अंसारी की मौत के लिए पुलिस और उसकी शुरुआती जांच करने वाले डॉक्टरों को जिम्मेदार बताया था. जुलाई में जारी की गई रिपोर्ट में कहा गया था, 'पुलिस देरी से पहुंची थी तो डॉक्टर भी उनके सिर में लगी चोट का सही से इलाज नहीं कर पाए.' |
रेलवे ग्रुप डी परीक्षा के लिए आवेदनों को गलत तरीके से अस्वीकार किया गया, उम्मीदवारों को मिल सकता है दूसरा मौका | ग्रुप डी के लाखों उम्मीदवारों के एप्लीकेशन रिजेक्ट हुए
आवेदनों को गलत तरीके से अस्वीकार किया गया
उम्मीदवारों को मिल सकता है दूसरा मौका | रेलवे ग्रुप डी (RRC, RRB Group D) परीक्षा के लिए जिन उम्मीदवारों के आवेदन अस्वीकार किए गए हैं, उन्हें दूसरा मौका मिल सकता है. यह जानकारी अधिकारियों के हवाले से मिली है. रेलवे ने 25 जुलाई से अपनी वेबसाइट पर परीक्षा के लिए आवेदनों की स्थिति प्रदर्शित करना शुरू किया और वह 31 जुलाई तक ऐसा करेगा. इससे उम्मीदवार यह पता कर सकते हैं कि उनका आवेदन स्वीकार किया गया है या अस्वीकार किया गया है. देशभर में कई उम्मीदवारों ने अमान्य फोटो की गलती का हवाला देते हुए शिकायत की थी कि निर्देशों को पूरा करने के बावजूद, उनके आवेदन अस्वीकार कर दिए गए.
यूपी के गोरखपुर से आवेदन करने वाले संजय कुमार ने कहा, 'मेरे आवेदन को अस्वीकार कर दिया गया जबकि वह निर्देशों के अनुसार पूरी तरह से सही साइज में था. यह गलत होगा, अगर मेरे जैसे आवेदक इस गलती की वजह से परीक्षा में बैठने का मौका गंवा दें.' एक रेलवे अधिकारी ने कहा, 'जिन आवेदकों का दावा सही है उन्हें दूसरा मौका दिया जाएगा. प्रत्येक शिकायत की जांच की जाएगी.'
उन्होंने कहा, 'हमें 'अमान्य फोटो' का हवाला देते हुए आवेदनों से शिकायत मिली है. हमने अपनी वेबसाइट पर जानकारी के माध्यम से सभी आवेदकों को स्पष्ट कर दिया है कि उनके पास इस मुद्दे के बारे में हमें सूचित करने और अपना पक्ष रखने के लिए 31 जुलाई तक का समय है. हम प्रत्येक शिकायत की छानबीन करेंगे और अगर ऐसे मामले हैं जहां वैध फोटो के बावजूद आवेदन खारिज कर दिए गए हैं तो हम उन मामलों पर विचार करेंगे.' |
कर्मचारियों के मुकाबले बड़े अधिकारियों की कमाई बढ़ी है ज्यादा | कंपनियों द्वारा पेश वेतन के आंकड़े के मुताबिक भारत के 25 प्रमुख भारतीय कार्यकारियों का औसत वेतन 2010-11 में 33 करोड़ रुपये था। | देश की तेजी से आगे बढ़ती अर्थव्यवस्था से भले ही प्रति व्यक्ति औसत आय में हाल के वर्षों में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई, लेकिन सच्चाई यह है कि कंपनियों के बड़े अधिकारियों और कार्यकारियों की कमाई में इससे कहीं ज्यादा वृद्धि हुई है। सरकारी और निजी क्षेत्र द्वारा पेश आय के आंकड़ों के विश्लेषण के मुताबिक वर्ष 2010-11 में देश की प्रति व्यक्ति आय 15.6 फीसदी बढ़ी है।
दूसरी तरफ 2010-11 के दौरान सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन और कार्यकारियों के वेतन में इससे पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग दोगुनी यानी 36 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी हुई। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि प्रति व्यक्ति आय और शीर्ष कार्यकारियों की वेतन वृद्धि की तुलना करना उचित नहीं है, इनमें कोई संबंध नहीं है। दोनों की तुलना करना उचित नहीं है। कुछ अन्य का मानना है कि शीर्ष प्रबंधन के बेतहाशा वेतन बढ़ने से देश की कुल प्रति व्यक्ति आय ही बढ़ी होगी।
पिछले हफ्ते के सरकारी आंकड़े के मुताबिक देश की प्रति व्यक्ति आय पहली बार 50,000 के स्तर को पार कर गई और 2010-11 में 53,331 रुपए वार्षिक हो गई। इधर, भारत में मुख्य कार्यकारी अधिकारियों या शीर्ष स्तर के प्रबंधन का वेतन एक से तीन करोड़ रुपये है, हालांकि उद्योग के प्रकार, आकार और अन्य विभिन्न मानकों के आधार पर वेतन के स्तर अलग-अलग होते हैं। सबसे अधिक वेतन पाने वाले शीर्ष कार्यकारियों का औसत वेतन बहुत अधिक है। कंपनियों द्वारा पेश वेतन के आंकड़े के मुताबिक भारत के 25 प्रमुख भारतीय कार्यकारियों का औसत वेतन 2010-11 में 33 करोड़ रुपये था।
वेतन के अलावा देश के इन सबसे अधिक अमीर लोगों के पास हजारों करोड़ रुपये की संपत्तियां होती हैं, जो उनके द्वारा प्रवर्तित कंपनियों के शेयरों तथा दूसरी पूंजी में लगे होते हैं। हैदराबाद स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के अस्सिटेंट प्रोफेसर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा, ‘‘मुख्य कार्यकारियों को जो वेतन मिलता है, वह देश के प्रति व्यक्ति आय का बहुत थोड़ा हिस्सा है। सैद्धांतिक तौर पर भी मुख्य कार्यकारियों का वेतन और प्रति व्यक्ति आय दो अलग-अलग मुद्दे हैं।’’टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘छोटी और मंझोली कंपनियों के मुकाबले विशेष तौर पर बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों को मिलने वाला वेतन बढ़ा है।’’ इधर, कार्यकारियों की नियुक्ति से जुड़ी कंपनी ग्लोबलहंट के निदेशक सुनील गोयल ने हालांकि कहा कि कार्यकारियों के बढ़ते वेतन से निश्चित तौर पर प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है और यह मुद्रास्फीति और महानगरों में उच्च जीवन स्तर जैसे कारकों से जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कार्यकारी वैश्विक स्तर पर मुकाबला कर रहे हैं और पिछले 10 साल में उनकी प्राप्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।’’
वित्तवर्ष 2007-08 में प्रति व्यक्ति आय जहां 35,825 रुपये थी, वहीं 2010-11 तक इसमें करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और यह 50,000 रुपये वार्षिक से ऊपर पहुंच गई। बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध बीएसई 500 कंपनियों के कुल वेतन पैकेज में पिछले तीन साल में 60 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, जबकि इन शीर्ष 500 सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के वेतन पैकेज में इस दौरान 70 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई।
दूसरी तरफ 2010-11 के दौरान सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन और कार्यकारियों के वेतन में इससे पिछले वर्ष के मुकाबले लगभग दोगुनी यानी 36 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी हुई। कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि प्रति व्यक्ति आय और शीर्ष कार्यकारियों की वेतन वृद्धि की तुलना करना उचित नहीं है, इनमें कोई संबंध नहीं है। दोनों की तुलना करना उचित नहीं है। कुछ अन्य का मानना है कि शीर्ष प्रबंधन के बेतहाशा वेतन बढ़ने से देश की कुल प्रति व्यक्ति आय ही बढ़ी होगी।
पिछले हफ्ते के सरकारी आंकड़े के मुताबिक देश की प्रति व्यक्ति आय पहली बार 50,000 के स्तर को पार कर गई और 2010-11 में 53,331 रुपए वार्षिक हो गई। इधर, भारत में मुख्य कार्यकारी अधिकारियों या शीर्ष स्तर के प्रबंधन का वेतन एक से तीन करोड़ रुपये है, हालांकि उद्योग के प्रकार, आकार और अन्य विभिन्न मानकों के आधार पर वेतन के स्तर अलग-अलग होते हैं। सबसे अधिक वेतन पाने वाले शीर्ष कार्यकारियों का औसत वेतन बहुत अधिक है। कंपनियों द्वारा पेश वेतन के आंकड़े के मुताबिक भारत के 25 प्रमुख भारतीय कार्यकारियों का औसत वेतन 2010-11 में 33 करोड़ रुपये था।
वेतन के अलावा देश के इन सबसे अधिक अमीर लोगों के पास हजारों करोड़ रुपये की संपत्तियां होती हैं, जो उनके द्वारा प्रवर्तित कंपनियों के शेयरों तथा दूसरी पूंजी में लगे होते हैं। हैदराबाद स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के अस्सिटेंट प्रोफेसर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा, ‘‘मुख्य कार्यकारियों को जो वेतन मिलता है, वह देश के प्रति व्यक्ति आय का बहुत थोड़ा हिस्सा है। सैद्धांतिक तौर पर भी मुख्य कार्यकारियों का वेतन और प्रति व्यक्ति आय दो अलग-अलग मुद्दे हैं।’’टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘छोटी और मंझोली कंपनियों के मुकाबले विशेष तौर पर बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों को मिलने वाला वेतन बढ़ा है।’’ इधर, कार्यकारियों की नियुक्ति से जुड़ी कंपनी ग्लोबलहंट के निदेशक सुनील गोयल ने हालांकि कहा कि कार्यकारियों के बढ़ते वेतन से निश्चित तौर पर प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है और यह मुद्रास्फीति और महानगरों में उच्च जीवन स्तर जैसे कारकों से जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कार्यकारी वैश्विक स्तर पर मुकाबला कर रहे हैं और पिछले 10 साल में उनकी प्राप्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।’’
वित्तवर्ष 2007-08 में प्रति व्यक्ति आय जहां 35,825 रुपये थी, वहीं 2010-11 तक इसमें करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और यह 50,000 रुपये वार्षिक से ऊपर पहुंच गई। बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध बीएसई 500 कंपनियों के कुल वेतन पैकेज में पिछले तीन साल में 60 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, जबकि इन शीर्ष 500 सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के वेतन पैकेज में इस दौरान 70 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई।
पिछले हफ्ते के सरकारी आंकड़े के मुताबिक देश की प्रति व्यक्ति आय पहली बार 50,000 के स्तर को पार कर गई और 2010-11 में 53,331 रुपए वार्षिक हो गई। इधर, भारत में मुख्य कार्यकारी अधिकारियों या शीर्ष स्तर के प्रबंधन का वेतन एक से तीन करोड़ रुपये है, हालांकि उद्योग के प्रकार, आकार और अन्य विभिन्न मानकों के आधार पर वेतन के स्तर अलग-अलग होते हैं। सबसे अधिक वेतन पाने वाले शीर्ष कार्यकारियों का औसत वेतन बहुत अधिक है। कंपनियों द्वारा पेश वेतन के आंकड़े के मुताबिक भारत के 25 प्रमुख भारतीय कार्यकारियों का औसत वेतन 2010-11 में 33 करोड़ रुपये था।
वेतन के अलावा देश के इन सबसे अधिक अमीर लोगों के पास हजारों करोड़ रुपये की संपत्तियां होती हैं, जो उनके द्वारा प्रवर्तित कंपनियों के शेयरों तथा दूसरी पूंजी में लगे होते हैं। हैदराबाद स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के अस्सिटेंट प्रोफेसर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा, ‘‘मुख्य कार्यकारियों को जो वेतन मिलता है, वह देश के प्रति व्यक्ति आय का बहुत थोड़ा हिस्सा है। सैद्धांतिक तौर पर भी मुख्य कार्यकारियों का वेतन और प्रति व्यक्ति आय दो अलग-अलग मुद्दे हैं।’’टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘छोटी और मंझोली कंपनियों के मुकाबले विशेष तौर पर बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों को मिलने वाला वेतन बढ़ा है।’’ इधर, कार्यकारियों की नियुक्ति से जुड़ी कंपनी ग्लोबलहंट के निदेशक सुनील गोयल ने हालांकि कहा कि कार्यकारियों के बढ़ते वेतन से निश्चित तौर पर प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है और यह मुद्रास्फीति और महानगरों में उच्च जीवन स्तर जैसे कारकों से जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कार्यकारी वैश्विक स्तर पर मुकाबला कर रहे हैं और पिछले 10 साल में उनकी प्राप्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।’’
वित्तवर्ष 2007-08 में प्रति व्यक्ति आय जहां 35,825 रुपये थी, वहीं 2010-11 तक इसमें करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और यह 50,000 रुपये वार्षिक से ऊपर पहुंच गई। बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध बीएसई 500 कंपनियों के कुल वेतन पैकेज में पिछले तीन साल में 60 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, जबकि इन शीर्ष 500 सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के वेतन पैकेज में इस दौरान 70 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई।
वेतन के अलावा देश के इन सबसे अधिक अमीर लोगों के पास हजारों करोड़ रुपये की संपत्तियां होती हैं, जो उनके द्वारा प्रवर्तित कंपनियों के शेयरों तथा दूसरी पूंजी में लगे होते हैं। हैदराबाद स्थित इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (आईएसबी) के अस्सिटेंट प्रोफेसर कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यन ने कहा, ‘‘मुख्य कार्यकारियों को जो वेतन मिलता है, वह देश के प्रति व्यक्ति आय का बहुत थोड़ा हिस्सा है। सैद्धांतिक तौर पर भी मुख्य कार्यकारियों का वेतन और प्रति व्यक्ति आय दो अलग-अलग मुद्दे हैं।’’टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘छोटी और मंझोली कंपनियों के मुकाबले विशेष तौर पर बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों को मिलने वाला वेतन बढ़ा है।’’ इधर, कार्यकारियों की नियुक्ति से जुड़ी कंपनी ग्लोबलहंट के निदेशक सुनील गोयल ने हालांकि कहा कि कार्यकारियों के बढ़ते वेतन से निश्चित तौर पर प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है और यह मुद्रास्फीति और महानगरों में उच्च जीवन स्तर जैसे कारकों से जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कार्यकारी वैश्विक स्तर पर मुकाबला कर रहे हैं और पिछले 10 साल में उनकी प्राप्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।’’
वित्तवर्ष 2007-08 में प्रति व्यक्ति आय जहां 35,825 रुपये थी, वहीं 2010-11 तक इसमें करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और यह 50,000 रुपये वार्षिक से ऊपर पहुंच गई। बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध बीएसई 500 कंपनियों के कुल वेतन पैकेज में पिछले तीन साल में 60 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, जबकि इन शीर्ष 500 सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के वेतन पैकेज में इस दौरान 70 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई।
उन्होंने कहा, ‘‘छोटी और मंझोली कंपनियों के मुकाबले विशेष तौर पर बड़ी कंपनियों के मुख्य कार्यकारियों को मिलने वाला वेतन बढ़ा है।’’ इधर, कार्यकारियों की नियुक्ति से जुड़ी कंपनी ग्लोबलहंट के निदेशक सुनील गोयल ने हालांकि कहा कि कार्यकारियों के बढ़ते वेतन से निश्चित तौर पर प्रति व्यक्ति आय बढ़ी है और यह मुद्रास्फीति और महानगरों में उच्च जीवन स्तर जैसे कारकों से जुड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमारे कार्यकारी वैश्विक स्तर पर मुकाबला कर रहे हैं और पिछले 10 साल में उनकी प्राप्तियों में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।’’
वित्तवर्ष 2007-08 में प्रति व्यक्ति आय जहां 35,825 रुपये थी, वहीं 2010-11 तक इसमें करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और यह 50,000 रुपये वार्षिक से ऊपर पहुंच गई। बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध बीएसई 500 कंपनियों के कुल वेतन पैकेज में पिछले तीन साल में 60 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, जबकि इन शीर्ष 500 सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के वेतन पैकेज में इस दौरान 70 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई।
वित्तवर्ष 2007-08 में प्रति व्यक्ति आय जहां 35,825 रुपये थी, वहीं 2010-11 तक इसमें करीब 50 फीसदी बढ़ोतरी हुई है और यह 50,000 रुपये वार्षिक से ऊपर पहुंच गई। बंबई शेयर बाजार में सूचीबद्ध बीएसई 500 कंपनियों के कुल वेतन पैकेज में पिछले तीन साल में 60 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, जबकि इन शीर्ष 500 सूचीबद्ध कंपनियों के शीर्ष प्रबंधन के वेतन पैकेज में इस दौरान 70 प्रतिशत तक वृद्धि दर्ज की गई। |
उत्तर प्रदेश में बीजेपी की परिवर्तन यात्रा से सामने आ सकता है मुख्यमंत्री पद का चेहरा : सूत्र | यात्रा सहारनपुर, ललितपुर, बलिया व सोनभद्र से 5, 6, 8, 9 नवंबर को चलेगी
यात्रा 25 दिसंबर को लखनऊ में पूरी होंगी, जहां पीएम जनता को संबोधित करेंगे
वे सांसद-विधायक यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनावक्षेत्र रास्ते में आएंगे | अगले साल होने जा रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारियों के तहत राज्यभर में होने जा रही भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की विशाल परिवर्तन यात्रा से पार्टी को मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा चुनने में मदद मिल सकती है.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के रूप में किसे पेश किया जाना है, यह फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा, लेकिन यह परिवर्तन यात्रा राह दिखाने का काम करेगी. सूत्रों ने कहा कि इससे पार्टी को अंतिम फैसला लेने में सहायता मिलेगी.
परिवर्तन यात्रा नवंबर माह के शुरुआती दिनों में राज्य के चार अलग-अलग कोनों से शुरू होगी, और इसके तहत देश के सबसे बड़े राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया जाएगा.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में किया गया सर्जिकल स्ट्राइक भी उन मुद्दों में शामिल होगा, जो इस यात्रा के दौरान उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा, "कैसे संभव है कि बीजेपी सेना की बहादुरी की चर्चा न करे, जबकि यह फैसला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने ही लिया था..."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मुद्दे के बारे में 'बढ़-चढ़कर' बोलने के खिलाफ चेतावनी दिए जाने के बावजूद पार्टी की राज्य इकाई ने दशहरा उत्सव के दौरान पीएम की लखनऊ यात्रा पर सर्जिकल स्ट्राइक का ज़िक्र जोरशोर से किया था. उस दिन रैली जिस मैदान पर आयोजित की गई थी, वह ऐसे पोस्टरों से अटा पड़ा था, जिन पर लिखा था, "उरी का बदला लेने वालों का लखनऊ स्वागत करता है..."
इसके अलावा इस परिवर्तन यात्रा के दौरान जनधन योजना, कृषि बीमा, सबको बिजली तथा गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को एलपीजी जैसी उन योजनाओं पर जनता की राय भी ली जाएगी, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की हैं.
इन यात्राओं को सहारनपुर, ललितपुर, बलिया तथा सोनभद्र से 5, 6, 8 और 9 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र व पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य हरी झंडी दिखाई जाएंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे सांसद और विधायक भी यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनाव क्षेत्र यात्रा के रास्ते में आएंगे.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
पार्टी सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री के रूप में किसे पेश किया जाना है, यह फैसला पार्टी का संसदीय बोर्ड करेगा, लेकिन यह परिवर्तन यात्रा राह दिखाने का काम करेगी. सूत्रों ने कहा कि इससे पार्टी को अंतिम फैसला लेने में सहायता मिलेगी.
परिवर्तन यात्रा नवंबर माह के शुरुआती दिनों में राज्य के चार अलग-अलग कोनों से शुरू होगी, और इसके तहत देश के सबसे बड़े राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया जाएगा.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में किया गया सर्जिकल स्ट्राइक भी उन मुद्दों में शामिल होगा, जो इस यात्रा के दौरान उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा, "कैसे संभव है कि बीजेपी सेना की बहादुरी की चर्चा न करे, जबकि यह फैसला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने ही लिया था..."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मुद्दे के बारे में 'बढ़-चढ़कर' बोलने के खिलाफ चेतावनी दिए जाने के बावजूद पार्टी की राज्य इकाई ने दशहरा उत्सव के दौरान पीएम की लखनऊ यात्रा पर सर्जिकल स्ट्राइक का ज़िक्र जोरशोर से किया था. उस दिन रैली जिस मैदान पर आयोजित की गई थी, वह ऐसे पोस्टरों से अटा पड़ा था, जिन पर लिखा था, "उरी का बदला लेने वालों का लखनऊ स्वागत करता है..."
इसके अलावा इस परिवर्तन यात्रा के दौरान जनधन योजना, कृषि बीमा, सबको बिजली तथा गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को एलपीजी जैसी उन योजनाओं पर जनता की राय भी ली जाएगी, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की हैं.
इन यात्राओं को सहारनपुर, ललितपुर, बलिया तथा सोनभद्र से 5, 6, 8 और 9 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र व पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य हरी झंडी दिखाई जाएंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे सांसद और विधायक भी यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनाव क्षेत्र यात्रा के रास्ते में आएंगे.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
परिवर्तन यात्रा नवंबर माह के शुरुआती दिनों में राज्य के चार अलग-अलग कोनों से शुरू होगी, और इसके तहत देश के सबसे बड़े राज्य के सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों का दौरा किया जाएगा.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में किया गया सर्जिकल स्ट्राइक भी उन मुद्दों में शामिल होगा, जो इस यात्रा के दौरान उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा, "कैसे संभव है कि बीजेपी सेना की बहादुरी की चर्चा न करे, जबकि यह फैसला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने ही लिया था..."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मुद्दे के बारे में 'बढ़-चढ़कर' बोलने के खिलाफ चेतावनी दिए जाने के बावजूद पार्टी की राज्य इकाई ने दशहरा उत्सव के दौरान पीएम की लखनऊ यात्रा पर सर्जिकल स्ट्राइक का ज़िक्र जोरशोर से किया था. उस दिन रैली जिस मैदान पर आयोजित की गई थी, वह ऐसे पोस्टरों से अटा पड़ा था, जिन पर लिखा था, "उरी का बदला लेने वालों का लखनऊ स्वागत करता है..."
इसके अलावा इस परिवर्तन यात्रा के दौरान जनधन योजना, कृषि बीमा, सबको बिजली तथा गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को एलपीजी जैसी उन योजनाओं पर जनता की राय भी ली जाएगी, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की हैं.
इन यात्राओं को सहारनपुर, ललितपुर, बलिया तथा सोनभद्र से 5, 6, 8 और 9 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र व पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य हरी झंडी दिखाई जाएंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे सांसद और विधायक भी यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनाव क्षेत्र यात्रा के रास्ते में आएंगे.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि नियंत्रण रेखा के पार जाकर भारतीय सेना द्वारा पाक अधिकृत कश्मीर में किया गया सर्जिकल स्ट्राइक भी उन मुद्दों में शामिल होगा, जो इस यात्रा के दौरान उठाए जाएंगे. उन्होंने कहा, "कैसे संभव है कि बीजेपी सेना की बहादुरी की चर्चा न करे, जबकि यह फैसला राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने ही लिया था..."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मुद्दे के बारे में 'बढ़-चढ़कर' बोलने के खिलाफ चेतावनी दिए जाने के बावजूद पार्टी की राज्य इकाई ने दशहरा उत्सव के दौरान पीएम की लखनऊ यात्रा पर सर्जिकल स्ट्राइक का ज़िक्र जोरशोर से किया था. उस दिन रैली जिस मैदान पर आयोजित की गई थी, वह ऐसे पोस्टरों से अटा पड़ा था, जिन पर लिखा था, "उरी का बदला लेने वालों का लखनऊ स्वागत करता है..."
इसके अलावा इस परिवर्तन यात्रा के दौरान जनधन योजना, कृषि बीमा, सबको बिजली तथा गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को एलपीजी जैसी उन योजनाओं पर जनता की राय भी ली जाएगी, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की हैं.
इन यात्राओं को सहारनपुर, ललितपुर, बलिया तथा सोनभद्र से 5, 6, 8 और 9 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र व पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य हरी झंडी दिखाई जाएंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे सांसद और विधायक भी यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनाव क्षेत्र यात्रा के रास्ते में आएंगे.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस मुद्दे के बारे में 'बढ़-चढ़कर' बोलने के खिलाफ चेतावनी दिए जाने के बावजूद पार्टी की राज्य इकाई ने दशहरा उत्सव के दौरान पीएम की लखनऊ यात्रा पर सर्जिकल स्ट्राइक का ज़िक्र जोरशोर से किया था. उस दिन रैली जिस मैदान पर आयोजित की गई थी, वह ऐसे पोस्टरों से अटा पड़ा था, जिन पर लिखा था, "उरी का बदला लेने वालों का लखनऊ स्वागत करता है..."
इसके अलावा इस परिवर्तन यात्रा के दौरान जनधन योजना, कृषि बीमा, सबको बिजली तथा गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को एलपीजी जैसी उन योजनाओं पर जनता की राय भी ली जाएगी, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की हैं.
इन यात्राओं को सहारनपुर, ललितपुर, बलिया तथा सोनभद्र से 5, 6, 8 और 9 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र व पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य हरी झंडी दिखाई जाएंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे सांसद और विधायक भी यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनाव क्षेत्र यात्रा के रास्ते में आएंगे.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
इसके अलावा इस परिवर्तन यात्रा के दौरान जनधन योजना, कृषि बीमा, सबको बिजली तथा गरीबी रेखा से नीचे रहने वालों को एलपीजी जैसी उन योजनाओं पर जनता की राय भी ली जाएगी, जो केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने शुरू की हैं.
इन यात्राओं को सहारनपुर, ललितपुर, बलिया तथा सोनभद्र से 5, 6, 8 और 9 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र व पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य हरी झंडी दिखाई जाएंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे सांसद और विधायक भी यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनाव क्षेत्र यात्रा के रास्ते में आएंगे.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
इन यात्राओं को सहारनपुर, ललितपुर, बलिया तथा सोनभद्र से 5, 6, 8 और 9 नवंबर को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता कलराज मिश्र व पार्टी की राज्य इकाई के प्रमुख केशव प्रसाद मौर्य हरी झंडी दिखाई जाएंगे. पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि वे सांसद और विधायक भी यात्रा में भाग लेंगे, जिनके चुनाव क्षेत्र यात्रा के रास्ते में आएंगे.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
इन परिवर्तन यात्राओं में धर्म का रंग भी शामिल रहेगा, और हर यात्रा की शुरुआत स्थानीय मंदिर या अन्य किसी महत्वपूर्ण स्थान पर पूजा करने के साथ की जाएगी. सहारनपुर से शुरू होने वाली यात्रा से पहले प्रसिद्ध शाकुम्भरी देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की जाएगी, जबकि ललितपुर में जैन तीर्थंकर मंदिर को यात्रा को हरी झंडी दिखाने के लिए चुना गया है. बलिया में मंगल पांडे (भारत की आज़ादी की पहली लड़ाई के हीरो) को श्रद्धांजलि अर्पित करके यात्रा आरंभ की जाएगी और सोनभद्र की रैली आदिवासी देवताओं की आरती और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद शुरू होगी.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
सूत्रों के अनुसार, ये यात्राएं पार्टी के सबसे वरिष्ठ नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन 25 दिसंबर को लखनऊ में समाप्त होंगी, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक जनसभा को संबोधित करने की संभावना है.टिप्पणियां
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
जनता से जुड़ने के लिए आयोजित की जा रही इस कवायद में युवा, आदिवासी तथा महिला कॉन्फ्रेंस भी आयोजित की जाएंगी - गृहमंत्री राजनाथ सिंह के पुत्र पंकज सिंह युवाओं को इससे जोड़ने की ज़िम्मेदारी संभालेंगे.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है.
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान बीजेपी ने राज्य में शानदार प्रदर्शन करते हुए कुल 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी. हालांकि इसके बाद हुए उपचुनाव में उन्हें झटका लगा था, लेकिन अब पार्टी का आकलन है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता हासिल करने की कोशिश करने का यह कतई सही समय है. |
...तो अब तक मोहम्मद शमी मुझे तलाक दे चुका होता, पत्नी हसीन जहां ने खोली मजबूरी की पोल | जहां के हसीन खुलासे जारी हैं!
अब तेरा क्या होगा शमी!
शमी ने कही है आरोपों की जांच की बात | Hi
I'm Mohammad Shami.
Ye jitna bhi news hamara personal life ke bare may chal raha hai, ye sab sarasar jhut hai, ye koi bahut bada humare khilap sajish hai or ye mujhe Badnam karne or mera game kharab karne ka kosis ki ja rahi hai. |
नगालैंड पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, अंतरराष्ट्रीय हॉर्नबिल फेस्टिवल का करेंगे उद्घाटन | कोविंद नगालैंड के 54 वें राज्य गठन दिवस पर एक कार्यक्रम को संबोधित करेंगे
कोविंद 10 दिवसीय अंतरराष्ट्रीय हॉर्नबिल फेस्टिवल का भी उद्घाटन करेंगे
मुख्यमंत्री टी आर जेलियांग ने राजभवन में राष्ट्रपति से मुलाकात की | (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे पर जयललिता ने एशियाई खेलों की मेजबानी रद्द की | लिट्टे के मारे जा चुके प्रमुख प्रभाकरण के बेटे की कथित निर्मम हत्या पर विरोध प्रदर्शनों के बीच तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने गुरुवार को यह कहकर 20वीं एशियाई खेल चैंपियनशिप की मेजबानी से इनकार कर दिया कि श्रीलंका के खिलाड़ियों के लिए राज्य में कोई जगह | लिट्टे के मारे जा चुके प्रमुख प्रभाकरण के बेटे की कथित निर्मम हत्या पर विरोध प्रदर्शनों के बीच तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने गुरुवार को यह कहकर 20वीं एशियाई खेल चैंपियनशिप की मेजबानी से इनकार कर दिया कि श्रीलंका के खिलाड़ियों के लिए राज्य में कोई जगह नहीं है। इन खेलों का यहां जुलाई में आयोजन होना था।
जयललिता ने कहा कि सरकार ने सिंगापुर में एशियन एथलेटिक्स एसोसिएशन को पत्र लिखकर कहा है कि तमिलनाडु के लोगों की 'भावनाओं' को ध्यान में रखते हुए श्रीलंका की टीम को खेलों से दूर रखा जाना चाहिए, क्योंकि श्रीलंका सरकार बार-बार जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल इकाई से श्रीलंका सरकार को उचित तरीके से राज्य सरकार के फैसले के बारे में सूचित करने का आग्रह किया गया है।
जयललिता ने बुधवार को श्रीलंका की सेना द्वारा प्रभाकरण के 12-वर्षीय बेटे बालचंद्नन की कथित निर्मम हत्या किए जाने की निंदा की थी। डीएमके सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है।
जयललिता ने लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन के बेटे की कथित नृशंस हत्या के 'अमानवीय कृत्य' पर श्रीलंकाई सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भारत को कोलंबो के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए और मार्च महीने में जिनेवा में होने जा रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में कथित मानवाधिकार हनन पर खासकर श्रीलंका के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का उसे समर्थन करना चाहिए।टिप्पणियां
संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने इसे चरम क्रूरता का एक अमानवीय कृत्य करार देते हुए कहा, वह तो एक बच्चा था, जिसने कोई गुनाह नहीं किया था। उसे सुनियोजित तरीके से मारा गया, क्योंकि वह प्रभाकरन का पुत्र था। यह ऐसी कई हत्याओं का प्रमाण है और इससे श्रीलंका की मौजूदा सरकार की मानसिकता का पता चलता है।
जयललिता ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है, जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा, बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता। कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
जयललिता ने कहा कि सरकार ने सिंगापुर में एशियन एथलेटिक्स एसोसिएशन को पत्र लिखकर कहा है कि तमिलनाडु के लोगों की 'भावनाओं' को ध्यान में रखते हुए श्रीलंका की टीम को खेलों से दूर रखा जाना चाहिए, क्योंकि श्रीलंका सरकार बार-बार जातीय अल्पसंख्यकों के खिलाफ काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि खेल इकाई से श्रीलंका सरकार को उचित तरीके से राज्य सरकार के फैसले के बारे में सूचित करने का आग्रह किया गया है।
जयललिता ने बुधवार को श्रीलंका की सेना द्वारा प्रभाकरण के 12-वर्षीय बेटे बालचंद्नन की कथित निर्मम हत्या किए जाने की निंदा की थी। डीएमके सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है।
जयललिता ने लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन के बेटे की कथित नृशंस हत्या के 'अमानवीय कृत्य' पर श्रीलंकाई सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भारत को कोलंबो के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए और मार्च महीने में जिनेवा में होने जा रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में कथित मानवाधिकार हनन पर खासकर श्रीलंका के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का उसे समर्थन करना चाहिए।टिप्पणियां
संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने इसे चरम क्रूरता का एक अमानवीय कृत्य करार देते हुए कहा, वह तो एक बच्चा था, जिसने कोई गुनाह नहीं किया था। उसे सुनियोजित तरीके से मारा गया, क्योंकि वह प्रभाकरन का पुत्र था। यह ऐसी कई हत्याओं का प्रमाण है और इससे श्रीलंका की मौजूदा सरकार की मानसिकता का पता चलता है।
जयललिता ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है, जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा, बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता। कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
जयललिता ने बुधवार को श्रीलंका की सेना द्वारा प्रभाकरण के 12-वर्षीय बेटे बालचंद्नन की कथित निर्मम हत्या किए जाने की निंदा की थी। डीएमके सहित विभिन्न राजनीतिक दलों ने भी इस घटना की कड़ी निंदा की है।
जयललिता ने लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन के बेटे की कथित नृशंस हत्या के 'अमानवीय कृत्य' पर श्रीलंकाई सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भारत को कोलंबो के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए और मार्च महीने में जिनेवा में होने जा रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में कथित मानवाधिकार हनन पर खासकर श्रीलंका के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का उसे समर्थन करना चाहिए।टिप्पणियां
संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने इसे चरम क्रूरता का एक अमानवीय कृत्य करार देते हुए कहा, वह तो एक बच्चा था, जिसने कोई गुनाह नहीं किया था। उसे सुनियोजित तरीके से मारा गया, क्योंकि वह प्रभाकरन का पुत्र था। यह ऐसी कई हत्याओं का प्रमाण है और इससे श्रीलंका की मौजूदा सरकार की मानसिकता का पता चलता है।
जयललिता ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है, जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा, बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता। कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
जयललिता ने लिट्टे प्रमुख प्रभाकरन के बेटे की कथित नृशंस हत्या के 'अमानवीय कृत्य' पर श्रीलंकाई सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि भारत को कोलंबो के खिलाफ कड़े कदम उठाने चाहिए और मार्च महीने में जिनेवा में होने जा रही संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) की बैठक में कथित मानवाधिकार हनन पर खासकर श्रीलंका के खिलाफ लाए जाने वाले प्रस्ताव का उसे समर्थन करना चाहिए।टिप्पणियां
संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने इसे चरम क्रूरता का एक अमानवीय कृत्य करार देते हुए कहा, वह तो एक बच्चा था, जिसने कोई गुनाह नहीं किया था। उसे सुनियोजित तरीके से मारा गया, क्योंकि वह प्रभाकरन का पुत्र था। यह ऐसी कई हत्याओं का प्रमाण है और इससे श्रीलंका की मौजूदा सरकार की मानसिकता का पता चलता है।
जयललिता ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है, जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा, बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता। कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
संवाददाताओं से बातचीत में जयललिता ने इसे चरम क्रूरता का एक अमानवीय कृत्य करार देते हुए कहा, वह तो एक बच्चा था, जिसने कोई गुनाह नहीं किया था। उसे सुनियोजित तरीके से मारा गया, क्योंकि वह प्रभाकरन का पुत्र था। यह ऐसी कई हत्याओं का प्रमाण है और इससे श्रीलंका की मौजूदा सरकार की मानसिकता का पता चलता है।
जयललिता ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है, जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा, बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता। कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए।
जयललिता ने कहा कि ऐसी हत्याओं से हिटलर के शासनकाल वाले नाजी युग के जर्मनी की याद आती है, जहां यहूदियों को सिर्फ उनकी नस्ल के लिए मार डाला जाता था। मुख्यमंत्री ने कहा, बालचंद्रन की हत्या गंभीर प्रकृति का युद्ध अपराध है, जिसे माफ नहीं किया जा सकता। कथित मानवाधिकार हनन को लेकर कोलंबो के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए जया ने कहा कि भारत को अमेरिका एंव अन्य देशों से इस मुद्दे पर बात करनी चाहिए। |
सिनेमा देखने का अंदाज बदलने वाले वीसीआर की अंतिम रूप से होगी विदाई | दो दशक तक दुनिया भर में रही धूम
डीवीडी प्लेयर के आने के बाद चमक फीकी पड़ी
इस महीने के आखिर में इसका उत्पादन बंद होगा | अस्सी और नब्बे के दशक में सिनेमा देखने के अंदाज में एक बड़ा बदलाव आया। पहली बार लोगों को मनचाही फिल्म देखने के लिए सिनेमा हॉल जाने की जरूरत खत्म हो गई। उसके बजाय घर पर ही परिवार के साथ चाय की चुस्कियों के बीच वीसीआर (वीडियो कैसेट रिकॉर्डर) के माध्यम से फिल्म देखने का चलन शुरू हुआ।
देखते ही देखते हर कस्बे, शहर में नुक्कड़ और चौराहों पर वीडियो कैसेट की दुकानें अनिवार्य रूप से दिखने लगीं। कस्बाई शहरों और गांवों में इसने लगभग एक क्रांति का रूप अख्तियार किया। उत्तरी भारत के गांवों में शादी-समारोहों में नौटंकी इत्यादि की जगह वीसीआर मंगाने की फरमाइश की जाने लगी। लोगों को सस्ते, सुगम अंदाज में सिनेमाई मनोरंजन का लुत्फ मिला। कुल मिलाकर इसके जरिये सिनेमाई मनोरंजन का लोकतांत्रीकरण हुआ। मैगनेटिक मीडिया की उस क्रांति का अब औपचारिक रूप से अवसान होने जा रहा है।
इसकी निर्माता जापान की फुनेई इलेक्ट्रिक कंपनी ने कहा है कि अब वह वीसीआर के उत्पादन को बंद करने जा रही है। इसके महीने के बाद इसका उत्पादन नहीं किया जाएगा। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि पिछले साल इसके महज साढ़े सात लाख यूनिटें ही बिकीं जबकि औसतन इसकी 15 लाख यूनिटें सालाना बिकती थीं। घटती मांग के चलते उत्पादन में गिरावट हुई और नतीजतन इसके उपकरण महंगे होते जा रहे थे। इसलिए इस महीने के आखिर में अंतिम वीसीआर के निर्माण के साथ ही इसका उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। टिप्पणियां
1970 के दशक के मध्य में यह तकनीक अस्तित्व में आई थी और तकरीबन दो दशक यानी 1997 तक यह दुनिया भर में छाई रही। 1994 में सोनी ने डीवीडी प्लेयर बनाया और 1997 में अमेरिका में इसका पर्दापण हुआ। उसके बाद से ही वीसीआर और वीडियो कैसेट के चलन में गिरावट दर्ज होनी शुरू हो गई।
पांच साल पहले ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के शब्दकोष से 'कैसेट प्लेयर' शब्द हटने का आशय भी स्मृति के पटल से इस शब्द के हटने से था। कुल मिलाकर बदलते वक्त और बदलती तकनीक की इस दुनिया में वीसीआर अब केवल गुजरे जमाने की बात होकर इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएगा।
देखते ही देखते हर कस्बे, शहर में नुक्कड़ और चौराहों पर वीडियो कैसेट की दुकानें अनिवार्य रूप से दिखने लगीं। कस्बाई शहरों और गांवों में इसने लगभग एक क्रांति का रूप अख्तियार किया। उत्तरी भारत के गांवों में शादी-समारोहों में नौटंकी इत्यादि की जगह वीसीआर मंगाने की फरमाइश की जाने लगी। लोगों को सस्ते, सुगम अंदाज में सिनेमाई मनोरंजन का लुत्फ मिला। कुल मिलाकर इसके जरिये सिनेमाई मनोरंजन का लोकतांत्रीकरण हुआ। मैगनेटिक मीडिया की उस क्रांति का अब औपचारिक रूप से अवसान होने जा रहा है।
इसकी निर्माता जापान की फुनेई इलेक्ट्रिक कंपनी ने कहा है कि अब वह वीसीआर के उत्पादन को बंद करने जा रही है। इसके महीने के बाद इसका उत्पादन नहीं किया जाएगा। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि पिछले साल इसके महज साढ़े सात लाख यूनिटें ही बिकीं जबकि औसतन इसकी 15 लाख यूनिटें सालाना बिकती थीं। घटती मांग के चलते उत्पादन में गिरावट हुई और नतीजतन इसके उपकरण महंगे होते जा रहे थे। इसलिए इस महीने के आखिर में अंतिम वीसीआर के निर्माण के साथ ही इसका उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। टिप्पणियां
1970 के दशक के मध्य में यह तकनीक अस्तित्व में आई थी और तकरीबन दो दशक यानी 1997 तक यह दुनिया भर में छाई रही। 1994 में सोनी ने डीवीडी प्लेयर बनाया और 1997 में अमेरिका में इसका पर्दापण हुआ। उसके बाद से ही वीसीआर और वीडियो कैसेट के चलन में गिरावट दर्ज होनी शुरू हो गई।
पांच साल पहले ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के शब्दकोष से 'कैसेट प्लेयर' शब्द हटने का आशय भी स्मृति के पटल से इस शब्द के हटने से था। कुल मिलाकर बदलते वक्त और बदलती तकनीक की इस दुनिया में वीसीआर अब केवल गुजरे जमाने की बात होकर इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएगा।
इसकी निर्माता जापान की फुनेई इलेक्ट्रिक कंपनी ने कहा है कि अब वह वीसीआर के उत्पादन को बंद करने जा रही है। इसके महीने के बाद इसका उत्पादन नहीं किया जाएगा। यह निर्णय इसलिए लिया गया क्योंकि पिछले साल इसके महज साढ़े सात लाख यूनिटें ही बिकीं जबकि औसतन इसकी 15 लाख यूनिटें सालाना बिकती थीं। घटती मांग के चलते उत्पादन में गिरावट हुई और नतीजतन इसके उपकरण महंगे होते जा रहे थे। इसलिए इस महीने के आखिर में अंतिम वीसीआर के निर्माण के साथ ही इसका उत्पादन पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। टिप्पणियां
1970 के दशक के मध्य में यह तकनीक अस्तित्व में आई थी और तकरीबन दो दशक यानी 1997 तक यह दुनिया भर में छाई रही। 1994 में सोनी ने डीवीडी प्लेयर बनाया और 1997 में अमेरिका में इसका पर्दापण हुआ। उसके बाद से ही वीसीआर और वीडियो कैसेट के चलन में गिरावट दर्ज होनी शुरू हो गई।
पांच साल पहले ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के शब्दकोष से 'कैसेट प्लेयर' शब्द हटने का आशय भी स्मृति के पटल से इस शब्द के हटने से था। कुल मिलाकर बदलते वक्त और बदलती तकनीक की इस दुनिया में वीसीआर अब केवल गुजरे जमाने की बात होकर इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएगा।
1970 के दशक के मध्य में यह तकनीक अस्तित्व में आई थी और तकरीबन दो दशक यानी 1997 तक यह दुनिया भर में छाई रही। 1994 में सोनी ने डीवीडी प्लेयर बनाया और 1997 में अमेरिका में इसका पर्दापण हुआ। उसके बाद से ही वीसीआर और वीडियो कैसेट के चलन में गिरावट दर्ज होनी शुरू हो गई।
पांच साल पहले ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के शब्दकोष से 'कैसेट प्लेयर' शब्द हटने का आशय भी स्मृति के पटल से इस शब्द के हटने से था। कुल मिलाकर बदलते वक्त और बदलती तकनीक की इस दुनिया में वीसीआर अब केवल गुजरे जमाने की बात होकर इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएगा।
पांच साल पहले ऑक्सफोर्ड इंग्लिश डिक्शनरी के शब्दकोष से 'कैसेट प्लेयर' शब्द हटने का आशय भी स्मृति के पटल से इस शब्द के हटने से था। कुल मिलाकर बदलते वक्त और बदलती तकनीक की इस दुनिया में वीसीआर अब केवल गुजरे जमाने की बात होकर इतिहास का हिस्सा बनकर रह जाएगा। |
जब हैरी मेट सेजल: पहले दिन के मुकाबले दूसरे दिन गिरा कलेक्शन, जानें दो दिनों की कमाई | दो दिनों में 'जब हैरी मेट सेजल' ने कमाए 28.25 करोड़ रु.
शुक्रवार को 15.25 जबकि शनिवार को फिल्म के खाते में आए 14 करोड़ रु.
रविवार और सोमवार को फिल्म के कलेक्शन में बढ़ोतरी की उम्मीद | A post shared by Red Chillies Entertainment (@redchilliesent) on Aug 2, 2017 at 10:34pm PDT |
हिट एंड रन केस : कोर्ट में पेश हए सलमान, अगली सुनवाई 24 को | साल 2002 के इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान अदालत ने सलमान की पुनर्विचार याचिका को खारिज कर उनके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला चलाने का आदेश दिया था। | अभिनेता सलमान खान साल 2002 के हिट एंड रन मामले में शुक्रवार को मुंबई की सेशंस कोर्ट में पेश हुए। कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई 24 तारीख तय की है और उस दिन सलमान पर आरोप तय किए जा सकते हैं। कोर्ट में पेशी के लिए पहुंचे सलमान के साथ उनके परिवार के लोग भी थे।टिप्पणियां
पिछली बार अदालत ने सलमान की पुनर्विचार याचिका को खारिज कर उनके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला चलाने का आदेश दिया था और सुनवाई के लिए 19 जुलाई तारीख तय की गई थी।
यह मामला वर्ष 2002 का है। बांद्रा में हुए इस हादसे में फुटपाथ पर सो रहे एक शख्स की मौत हो गई थी और चार लोग घायल हुए थे। आरोप है कि जिस गाड़ी से यह हादसा हुआ, उसे सलमान खान चला रहे थे।
पिछली बार अदालत ने सलमान की पुनर्विचार याचिका को खारिज कर उनके खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला चलाने का आदेश दिया था और सुनवाई के लिए 19 जुलाई तारीख तय की गई थी।
यह मामला वर्ष 2002 का है। बांद्रा में हुए इस हादसे में फुटपाथ पर सो रहे एक शख्स की मौत हो गई थी और चार लोग घायल हुए थे। आरोप है कि जिस गाड़ी से यह हादसा हुआ, उसे सलमान खान चला रहे थे।
यह मामला वर्ष 2002 का है। बांद्रा में हुए इस हादसे में फुटपाथ पर सो रहे एक शख्स की मौत हो गई थी और चार लोग घायल हुए थे। आरोप है कि जिस गाड़ी से यह हादसा हुआ, उसे सलमान खान चला रहे थे। |
डब्ल्यूएसएच ने वोडाफोन, सीग्राम को प्रायोजक बनाया | विश्व सीरीज हॉकी (डब्ल्यूएसएच) ने आठ फ्रेंचाइजी टीमों के 59 मैचों के टूर्नामेंट के लिए वोडाफोन और सीग्राम के इंपीरियल ब्लू को प्रायोजक बनाया। | विश्व सीरीज हॉकी (डब्ल्यूएसएच) ने आठ फ्रेंचाइजी टीमों के 59 मैचों के टूर्नामेंट के लिए वोडाफोन और सीग्राम के इंपीरियल ब्लू को प्रायोजक बनाया।
निम्बस स्पोर्ट्स के मुख्य परिचालन अधिकारी यानिक कोलासो ने कहा, ‘मैं वोडाफोन और इंपीरियल ब्लू को अपने प्रायोजन परिवार में शामिल करके काफी खुश हूं। शुरूआती ब्रिजस्टोन विश्व सीरीज हाकी के उद्घाटन काफी शानदार हुआ और प्रशंसकों और व्यवसायिक जोड़ीदारों को यह काफी पंसद आया।’ बीस लाख डॉलर की ईनामी राशि के इस टूर्नामेंट को निम्बस और भारतीय हाकी महासंघ ने मिलकर आयोजित किया है।
निम्बस स्पोर्ट्स के मुख्य परिचालन अधिकारी यानिक कोलासो ने कहा, ‘मैं वोडाफोन और इंपीरियल ब्लू को अपने प्रायोजन परिवार में शामिल करके काफी खुश हूं। शुरूआती ब्रिजस्टोन विश्व सीरीज हाकी के उद्घाटन काफी शानदार हुआ और प्रशंसकों और व्यवसायिक जोड़ीदारों को यह काफी पंसद आया।’ बीस लाख डॉलर की ईनामी राशि के इस टूर्नामेंट को निम्बस और भारतीय हाकी महासंघ ने मिलकर आयोजित किया है। |
पर्सनल लॉ संविधान के दायरे में होना चाहिए : तीन तलाक पर वित्त मंत्री अरुण जेटली | 'तीन तलाक और सरकार का हलफनामा' शीषर्क से फेसबुक पर लिखी पोस्ट
जेटली ने कहा कि तीन तलाक पर वर्तमान सरकार ने स्पष्ट रुख अपनाया है
एससी में दायर याचिकाओं के विरोध में है ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल बोर्ड | 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' को लेकर चल रहे विवाद के बीच केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने आज कहा कि सरकार का विचार स्पष्ट है कि पर्सनल लॉ संविधान के दायरे में हों तथा लैंगिक समानता एवं सम्मानपूर्वक जीवन जीने के अधिकार के नियमों के अनुरूप होना चाहिए.
'तीन तलाक और सरकार का हलफनामा' शीषर्क से फेसबुक पर लिखे पोस्ट में जेटली ने कहा कि अतीत में सरकारें ठोस रुख अपनाने से बचती रही हैं कि पर्सनल लॉ को मूल अधिकारों के अनुरूप होना चाहिए, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस पर स्पष्ट रुख अपनाया है.
उन्होंने लिखा है, "पर्सनल लॉ को संविधान के दायरे में होना चाहिए और ऐसे में 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' को समानता तथा सम्मान के साथ जीने के अधिकार के मानदंडों पर कसा जाना चाहिए. यह कहने की जरूरत नहीं है कि यही मानदंड अन्य सभी पर्सनल लॉ पर भी लागू है." यह रेखांकित करते हुए कि 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' की
संवैधानिक वैधता समान नागरिक संहिता से अलग है, जेटली ने लिखा है, वर्तमान में उच्चतम न्यायालय के समक्ष जो मामला है वह सिर्फ 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' की संवैधानिक वैधता के संबंध में है.
कानून मंत्रालय ने सात अक्तूबर को उच्चतम न्यायालय में दायर अपने हलफनामे में कहा था कि बहु-विवाह और 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' के चलन को समाप्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे चलन को 'धर्म के महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग के रूप में नहीं देखा जा सकता है.' जेटली ने लिखा है, "समान नागरिक संहिता को लेकर अकादमिक बहस विधि आयोग के समक्ष जारी रह सकती है. लेकिन जिस सवाल का जवाब चाहिए वह यह है कि यह जानते हुए कि सभी समुदायों के अपने पर्सनल लॉ हैं, क्या ये पर्सनल लॉ संविधान के तहत नहीं आने चाहिए?"
अरुण जेटली ने लिखा है कि धार्मिक रीति-रिवाजों और नागरिक अधिकारों में मूल अंतर है. उन्होंने लिखा है, "जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, मृत्यु आदि से जुड़े धार्मिक समारोह मौजूदा धार्मिक रिवाजों और प्रथाओं के आधार पर किए जा सकते हैं." उन्होंने लिखा, "क्या जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, तलाक आदि से जुड़े अधिकार धार्मिक प्रथाओं पर आधारित होने चाहिए या संविधान द्वारा मिलने चाहिए? क्या इनमें से किसी भी मामले में मानवीय सम्मान के साथ असमानता या समझौता होना चाहिए?"
जेटली ने लिखा है कि समुदायों में तरक्की होने के साथ ही लैंगिक समानता की बातें बढ़ी हैं. उन्होंने लिखा है, "इसके अतिरिक्त सभी नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है. प्रत्येक नागरिक के जीवन को प्रभावित करने वाले पर्सनल लॉ क्या समानता के इन संवैधानिक मूल्यों और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के अनुरूप नहीं होने चाहिए?"टिप्पणियां
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दो सितंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि सामाजिक सुधार के नाम पर समुदायों के पर्सनल लॉ को फिर से नहीं लिखा जा सकता और उसने तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली कथित असमानता के मुद्दे पर दायर याचिकाओं का विरोध किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'तीन तलाक और सरकार का हलफनामा' शीषर्क से फेसबुक पर लिखे पोस्ट में जेटली ने कहा कि अतीत में सरकारें ठोस रुख अपनाने से बचती रही हैं कि पर्सनल लॉ को मूल अधिकारों के अनुरूप होना चाहिए, लेकिन वर्तमान सरकार ने इस पर स्पष्ट रुख अपनाया है.
उन्होंने लिखा है, "पर्सनल लॉ को संविधान के दायरे में होना चाहिए और ऐसे में 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' को समानता तथा सम्मान के साथ जीने के अधिकार के मानदंडों पर कसा जाना चाहिए. यह कहने की जरूरत नहीं है कि यही मानदंड अन्य सभी पर्सनल लॉ पर भी लागू है." यह रेखांकित करते हुए कि 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' की
संवैधानिक वैधता समान नागरिक संहिता से अलग है, जेटली ने लिखा है, वर्तमान में उच्चतम न्यायालय के समक्ष जो मामला है वह सिर्फ 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' की संवैधानिक वैधता के संबंध में है.
कानून मंत्रालय ने सात अक्तूबर को उच्चतम न्यायालय में दायर अपने हलफनामे में कहा था कि बहु-विवाह और 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' के चलन को समाप्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे चलन को 'धर्म के महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग के रूप में नहीं देखा जा सकता है.' जेटली ने लिखा है, "समान नागरिक संहिता को लेकर अकादमिक बहस विधि आयोग के समक्ष जारी रह सकती है. लेकिन जिस सवाल का जवाब चाहिए वह यह है कि यह जानते हुए कि सभी समुदायों के अपने पर्सनल लॉ हैं, क्या ये पर्सनल लॉ संविधान के तहत नहीं आने चाहिए?"
अरुण जेटली ने लिखा है कि धार्मिक रीति-रिवाजों और नागरिक अधिकारों में मूल अंतर है. उन्होंने लिखा है, "जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, मृत्यु आदि से जुड़े धार्मिक समारोह मौजूदा धार्मिक रिवाजों और प्रथाओं के आधार पर किए जा सकते हैं." उन्होंने लिखा, "क्या जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, तलाक आदि से जुड़े अधिकार धार्मिक प्रथाओं पर आधारित होने चाहिए या संविधान द्वारा मिलने चाहिए? क्या इनमें से किसी भी मामले में मानवीय सम्मान के साथ असमानता या समझौता होना चाहिए?"
जेटली ने लिखा है कि समुदायों में तरक्की होने के साथ ही लैंगिक समानता की बातें बढ़ी हैं. उन्होंने लिखा है, "इसके अतिरिक्त सभी नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है. प्रत्येक नागरिक के जीवन को प्रभावित करने वाले पर्सनल लॉ क्या समानता के इन संवैधानिक मूल्यों और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के अनुरूप नहीं होने चाहिए?"टिप्पणियां
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दो सितंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि सामाजिक सुधार के नाम पर समुदायों के पर्सनल लॉ को फिर से नहीं लिखा जा सकता और उसने तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली कथित असमानता के मुद्दे पर दायर याचिकाओं का विरोध किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने लिखा है, "पर्सनल लॉ को संविधान के दायरे में होना चाहिए और ऐसे में 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' को समानता तथा सम्मान के साथ जीने के अधिकार के मानदंडों पर कसा जाना चाहिए. यह कहने की जरूरत नहीं है कि यही मानदंड अन्य सभी पर्सनल लॉ पर भी लागू है." यह रेखांकित करते हुए कि 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' की
संवैधानिक वैधता समान नागरिक संहिता से अलग है, जेटली ने लिखा है, वर्तमान में उच्चतम न्यायालय के समक्ष जो मामला है वह सिर्फ 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' की संवैधानिक वैधता के संबंध में है.
कानून मंत्रालय ने सात अक्तूबर को उच्चतम न्यायालय में दायर अपने हलफनामे में कहा था कि बहु-विवाह और 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' के चलन को समाप्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे चलन को 'धर्म के महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग के रूप में नहीं देखा जा सकता है.' जेटली ने लिखा है, "समान नागरिक संहिता को लेकर अकादमिक बहस विधि आयोग के समक्ष जारी रह सकती है. लेकिन जिस सवाल का जवाब चाहिए वह यह है कि यह जानते हुए कि सभी समुदायों के अपने पर्सनल लॉ हैं, क्या ये पर्सनल लॉ संविधान के तहत नहीं आने चाहिए?"
अरुण जेटली ने लिखा है कि धार्मिक रीति-रिवाजों और नागरिक अधिकारों में मूल अंतर है. उन्होंने लिखा है, "जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, मृत्यु आदि से जुड़े धार्मिक समारोह मौजूदा धार्मिक रिवाजों और प्रथाओं के आधार पर किए जा सकते हैं." उन्होंने लिखा, "क्या जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, तलाक आदि से जुड़े अधिकार धार्मिक प्रथाओं पर आधारित होने चाहिए या संविधान द्वारा मिलने चाहिए? क्या इनमें से किसी भी मामले में मानवीय सम्मान के साथ असमानता या समझौता होना चाहिए?"
जेटली ने लिखा है कि समुदायों में तरक्की होने के साथ ही लैंगिक समानता की बातें बढ़ी हैं. उन्होंने लिखा है, "इसके अतिरिक्त सभी नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है. प्रत्येक नागरिक के जीवन को प्रभावित करने वाले पर्सनल लॉ क्या समानता के इन संवैधानिक मूल्यों और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के अनुरूप नहीं होने चाहिए?"टिप्पणियां
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दो सितंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि सामाजिक सुधार के नाम पर समुदायों के पर्सनल लॉ को फिर से नहीं लिखा जा सकता और उसने तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली कथित असमानता के मुद्दे पर दायर याचिकाओं का विरोध किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कानून मंत्रालय ने सात अक्तूबर को उच्चतम न्यायालय में दायर अपने हलफनामे में कहा था कि बहु-विवाह और 'एक साथ तीन बार तलाक बोलने' के चलन को समाप्त करना चाहिए. उन्होंने कहा कि ऐसे चलन को 'धर्म के महत्वपूर्ण और अभिन्न अंग के रूप में नहीं देखा जा सकता है.' जेटली ने लिखा है, "समान नागरिक संहिता को लेकर अकादमिक बहस विधि आयोग के समक्ष जारी रह सकती है. लेकिन जिस सवाल का जवाब चाहिए वह यह है कि यह जानते हुए कि सभी समुदायों के अपने पर्सनल लॉ हैं, क्या ये पर्सनल लॉ संविधान के तहत नहीं आने चाहिए?"
अरुण जेटली ने लिखा है कि धार्मिक रीति-रिवाजों और नागरिक अधिकारों में मूल अंतर है. उन्होंने लिखा है, "जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, मृत्यु आदि से जुड़े धार्मिक समारोह मौजूदा धार्मिक रिवाजों और प्रथाओं के आधार पर किए जा सकते हैं." उन्होंने लिखा, "क्या जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, तलाक आदि से जुड़े अधिकार धार्मिक प्रथाओं पर आधारित होने चाहिए या संविधान द्वारा मिलने चाहिए? क्या इनमें से किसी भी मामले में मानवीय सम्मान के साथ असमानता या समझौता होना चाहिए?"
जेटली ने लिखा है कि समुदायों में तरक्की होने के साथ ही लैंगिक समानता की बातें बढ़ी हैं. उन्होंने लिखा है, "इसके अतिरिक्त सभी नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है. प्रत्येक नागरिक के जीवन को प्रभावित करने वाले पर्सनल लॉ क्या समानता के इन संवैधानिक मूल्यों और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के अनुरूप नहीं होने चाहिए?"टिप्पणियां
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दो सितंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि सामाजिक सुधार के नाम पर समुदायों के पर्सनल लॉ को फिर से नहीं लिखा जा सकता और उसने तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली कथित असमानता के मुद्दे पर दायर याचिकाओं का विरोध किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अरुण जेटली ने लिखा है कि धार्मिक रीति-रिवाजों और नागरिक अधिकारों में मूल अंतर है. उन्होंने लिखा है, "जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, मृत्यु आदि से जुड़े धार्मिक समारोह मौजूदा धार्मिक रिवाजों और प्रथाओं के आधार पर किए जा सकते हैं." उन्होंने लिखा, "क्या जन्म, गोद लेने, उत्तराधिकार, विवाह, तलाक आदि से जुड़े अधिकार धार्मिक प्रथाओं पर आधारित होने चाहिए या संविधान द्वारा मिलने चाहिए? क्या इनमें से किसी भी मामले में मानवीय सम्मान के साथ असमानता या समझौता होना चाहिए?"
जेटली ने लिखा है कि समुदायों में तरक्की होने के साथ ही लैंगिक समानता की बातें बढ़ी हैं. उन्होंने लिखा है, "इसके अतिरिक्त सभी नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है. प्रत्येक नागरिक के जीवन को प्रभावित करने वाले पर्सनल लॉ क्या समानता के इन संवैधानिक मूल्यों और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के अनुरूप नहीं होने चाहिए?"टिप्पणियां
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दो सितंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि सामाजिक सुधार के नाम पर समुदायों के पर्सनल लॉ को फिर से नहीं लिखा जा सकता और उसने तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली कथित असमानता के मुद्दे पर दायर याचिकाओं का विरोध किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेटली ने लिखा है कि समुदायों में तरक्की होने के साथ ही लैंगिक समानता की बातें बढ़ी हैं. उन्होंने लिखा है, "इसके अतिरिक्त सभी नागरिकों, विशेष रूप से महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार है. प्रत्येक नागरिक के जीवन को प्रभावित करने वाले पर्सनल लॉ क्या समानता के इन संवैधानिक मूल्यों और सम्मान के साथ जीने के अधिकार के अनुरूप नहीं होने चाहिए?"टिप्पणियां
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दो सितंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि सामाजिक सुधार के नाम पर समुदायों के पर्सनल लॉ को फिर से नहीं लिखा जा सकता और उसने तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली कथित असमानता के मुद्दे पर दायर याचिकाओं का विरोध किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने दो सितंबर को उच्चतम न्यायालय से कहा था कि सामाजिक सुधार के नाम पर समुदायों के पर्सनल लॉ को फिर से नहीं लिखा जा सकता और उसने तलाक के मामले में मुस्लिम महिलाओं के साथ होने वाली कथित असमानता के मुद्दे पर दायर याचिकाओं का विरोध किया.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
नेवी के जहाज पर नाविक ने अपने अफसर को जड़ा थप्पड़, झगड़ा रोकने के लिए हेलीकॉप्टर बुलाना पड़ा | 4 नाविकों को भारतीय नौसेना के पोत 'सांध्यक' से हटा दिया गया
पोत पारादीप तट के पास अपनी नियमित तैनाती पर था
नाविकों ने अपने अफसर पर हमला किया | चार नाविकों को भारतीय नौसेना के पोत 'सांध्यक' से हटा दिया गया है, क्योंकि उनमें से कुछ ने अपने अफसर पर हमला कर दिया था. नौसेना सूत्रों के मुताबिक घटना के वक्त यह पोत बंगाल की खाड़ी में पारादीप तट के पास अपनी नियमित तैनाती पर था. सूत्रों ने बताया कि नाविकों को सर्वे मोटर बोट को जहाज पर रखने का आदेश दिया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा नहीं किया, जिसकी बाद उन्हें डांटा गया था.टिप्पणियां
आदेश की अवहेलना करने पर जब उन्हें सावधान की मुद्रा में खड़े होने का आदेश दिया गया तो एक नाविक जानबूझकर कंधा झुकाकर खड़ा हो गया. समझा जाता है कि इसके बाद अफसर ने उसे सीधा खड़ा करने की कोशिश की. लेकिन गुस्से में आकर नाविक ने अधिकारी को पीट दिया. इसके बाद उसके साथी नाविकों ने भी मिलकर अफसर की पिटाई कर दी. सुरक्षा टीम को तत्काल बुलाया गया और एक हेलीकॉप्टर के जरिये इन नाविकों को वहां से हटा दिया गया.
भारतीय नौसेना ने कहा है कि इस मामले में बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं. नौसेना के बयान के मुताबिक, 'भारतीय सशस्त्र बल अनुशासन का बेहद उच्च स्तर बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं. घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं, क्योंकि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त करने की कोई गुंजाइश नहीं है. नौसेना ने यह भी कहा है कि पोत को निर्देश दिया गया है कि वह घटना में शामिल कर्मियों को वहां से हटाए, ताकि उसे सौंपी गई जिम्मेदारी पूरी करने से पहले जांच में प्रगति हो सके.
आदेश की अवहेलना करने पर जब उन्हें सावधान की मुद्रा में खड़े होने का आदेश दिया गया तो एक नाविक जानबूझकर कंधा झुकाकर खड़ा हो गया. समझा जाता है कि इसके बाद अफसर ने उसे सीधा खड़ा करने की कोशिश की. लेकिन गुस्से में आकर नाविक ने अधिकारी को पीट दिया. इसके बाद उसके साथी नाविकों ने भी मिलकर अफसर की पिटाई कर दी. सुरक्षा टीम को तत्काल बुलाया गया और एक हेलीकॉप्टर के जरिये इन नाविकों को वहां से हटा दिया गया.
भारतीय नौसेना ने कहा है कि इस मामले में बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं. नौसेना के बयान के मुताबिक, 'भारतीय सशस्त्र बल अनुशासन का बेहद उच्च स्तर बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं. घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं, क्योंकि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त करने की कोई गुंजाइश नहीं है. नौसेना ने यह भी कहा है कि पोत को निर्देश दिया गया है कि वह घटना में शामिल कर्मियों को वहां से हटाए, ताकि उसे सौंपी गई जिम्मेदारी पूरी करने से पहले जांच में प्रगति हो सके.
भारतीय नौसेना ने कहा है कि इस मामले में बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं. नौसेना के बयान के मुताबिक, 'भारतीय सशस्त्र बल अनुशासन का बेहद उच्च स्तर बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं. घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं, क्योंकि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त करने की कोई गुंजाइश नहीं है. नौसेना ने यह भी कहा है कि पोत को निर्देश दिया गया है कि वह घटना में शामिल कर्मियों को वहां से हटाए, ताकि उसे सौंपी गई जिम्मेदारी पूरी करने से पहले जांच में प्रगति हो सके. |
'संसद में सो नहीं रहे थे राहुल गांधी', कांग्रेस ने मायावती के बयान का खंडन किया | टीवी कैमरों ने राहुल गांधी को सिर नीचा कर आंखें बंद किए हुए दिखाया था
कुछ कांग्रेस नेताओं ने कहा- फोन चेक कर रहे थे राहुल गांधी
मायावती बोलीं- दलितों के हितों की रक्षा में कांग्रेस की कोई दिलचस्पी नहीं | कांग्रेस को इस बात पर सफाई देने को बाध्य होना पड़ा है कि संसद में बुधवार को गुजरात में दलितों पर हमले के मुद्दे पर बहस के दौरान राहुल गांधी सदन में सो नहीं रहे थे। टीवी कैमरों ने दिखाया कि राहुल गांधी बहस के दौरान सदन में अपने सिर को हाथ पर टिकाकर झुकाए हुए थे और उनकी आंखें बंद दिख रही थीं। कुछ कांग्रेस नेताओं ने दलील दी कि राहुल गांधी अपने मोबाइल फोन को चेक कर रहे थे।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने सफाई देते हुए कहा कि बाहर बहुत गर्मी है। जब लोग संसद के अंदर पहुंचते हैं, तो चूंकि वहां एसी लगा हुआ है, इसलिए लोग अपनी आंखें बंद करके थोड़ा रिलैक्स करते हैं। लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि राहुल की झपकी इस बात का प्रतीक है कि दलितों के हितों की रक्षा में कांग्रेस की कोई दिलचस्पी नहीं है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुजरात और केंद्र में मुख्य विपक्षी दल होने के बावजूद गुजरात में दलितों पर अत्याचार के मामले को उठाने में नाकाम रही। मायावती ने कहा कि जब उन्होंने इस मामले को उठाया तब कहीं जाकर कांग्रेस हरकत में आई। टिप्पणियां
उना में पिछले दिनों चार दलित युवकों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद गुजरात में काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है। वीडियो में कुछ लोग सार्वजनिक रूप से चार अधनंगे दलित युवकों की पिटाई करते दिख रहे थे। माना जाता है कि पिटाई करने वाले लोग कथित तौर पर 'गोरक्षक' थे। पीड़ित युवकों ने कहा कि वे एक मरी हुई गाय की खाल उतारने जा रहे थे, लेकिन हमला करने वालों ने उन पर गोहत्या का आरोप लगाकर उनकी बुरी तरह से पिटाई की।
इस घटना के बाद से राज्य में करीब एक दर्ज दलितों ने खुदकुशी की कोशिश की है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन उग्र भीड़ द्वारा कई बसों और सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने सफाई देते हुए कहा कि बाहर बहुत गर्मी है। जब लोग संसद के अंदर पहुंचते हैं, तो चूंकि वहां एसी लगा हुआ है, इसलिए लोग अपनी आंखें बंद करके थोड़ा रिलैक्स करते हैं। लेकिन बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि राहुल की झपकी इस बात का प्रतीक है कि दलितों के हितों की रक्षा में कांग्रेस की कोई दिलचस्पी नहीं है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुजरात और केंद्र में मुख्य विपक्षी दल होने के बावजूद गुजरात में दलितों पर अत्याचार के मामले को उठाने में नाकाम रही। मायावती ने कहा कि जब उन्होंने इस मामले को उठाया तब कहीं जाकर कांग्रेस हरकत में आई। टिप्पणियां
उना में पिछले दिनों चार दलित युवकों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद गुजरात में काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है। वीडियो में कुछ लोग सार्वजनिक रूप से चार अधनंगे दलित युवकों की पिटाई करते दिख रहे थे। माना जाता है कि पिटाई करने वाले लोग कथित तौर पर 'गोरक्षक' थे। पीड़ित युवकों ने कहा कि वे एक मरी हुई गाय की खाल उतारने जा रहे थे, लेकिन हमला करने वालों ने उन पर गोहत्या का आरोप लगाकर उनकी बुरी तरह से पिटाई की।
इस घटना के बाद से राज्य में करीब एक दर्ज दलितों ने खुदकुशी की कोशिश की है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन उग्र भीड़ द्वारा कई बसों और सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस गुजरात और केंद्र में मुख्य विपक्षी दल होने के बावजूद गुजरात में दलितों पर अत्याचार के मामले को उठाने में नाकाम रही। मायावती ने कहा कि जब उन्होंने इस मामले को उठाया तब कहीं जाकर कांग्रेस हरकत में आई। टिप्पणियां
उना में पिछले दिनों चार दलित युवकों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद गुजरात में काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है। वीडियो में कुछ लोग सार्वजनिक रूप से चार अधनंगे दलित युवकों की पिटाई करते दिख रहे थे। माना जाता है कि पिटाई करने वाले लोग कथित तौर पर 'गोरक्षक' थे। पीड़ित युवकों ने कहा कि वे एक मरी हुई गाय की खाल उतारने जा रहे थे, लेकिन हमला करने वालों ने उन पर गोहत्या का आरोप लगाकर उनकी बुरी तरह से पिटाई की।
इस घटना के बाद से राज्य में करीब एक दर्ज दलितों ने खुदकुशी की कोशिश की है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन उग्र भीड़ द्वारा कई बसों और सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया।
उना में पिछले दिनों चार दलित युवकों की पिटाई का वीडियो सामने आने के बाद गुजरात में काफी तनाव की स्थिति बनी हुई है। वीडियो में कुछ लोग सार्वजनिक रूप से चार अधनंगे दलित युवकों की पिटाई करते दिख रहे थे। माना जाता है कि पिटाई करने वाले लोग कथित तौर पर 'गोरक्षक' थे। पीड़ित युवकों ने कहा कि वे एक मरी हुई गाय की खाल उतारने जा रहे थे, लेकिन हमला करने वालों ने उन पर गोहत्या का आरोप लगाकर उनकी बुरी तरह से पिटाई की।
इस घटना के बाद से राज्य में करीब एक दर्ज दलितों ने खुदकुशी की कोशिश की है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन उग्र भीड़ द्वारा कई बसों और सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया।
इस घटना के बाद से राज्य में करीब एक दर्ज दलितों ने खुदकुशी की कोशिश की है। मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन उग्र भीड़ द्वारा कई बसों और सार्वजनिक संपत्तियों को आग के हवाले कर दिया गया। |
इमरान खान ने जताई पीएम मोदी से उम्मीद, कहा- हमारा मतभेद कश्मीर है और... | SCO समिट के लिए किर्गिस्तान में पीएम मोदी
नहीं हो सकी पीएम मोदी और इमरान खान की मुलाकात
इमरान खान ने भारत के प्रधानमंत्री से जताई ये उम्मीद | पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा है कि भारत के साथ उनके देश के संबंध शायद अपने सबसे खराब दौर से गुजर रहे हैं. हालांकि, उन्होंने आशा जताई कि उनके भारतीय समकक्ष नरेंद्र मोदी कश्मीर सहित सभी मतभेदों को हल करने के लिए अपने ‘प्रचंड जनादेश' का उपयोग करेंगे. खान और मोदी दो दिवसीय शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के लिए किर्गिज गणराज्य की राजधानी बिश्केक में हैं. बिश्केक के लिए रवाना होने से पहले रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक को दिए एक ‘इंटरव्यू' में खान ने कहा कि एससीओ सम्मेलन ने उन्हें दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के लिए भारतीय नेतृत्व के साथ बात करने का अवसर दिया है.
इमरान खान ने कहा कि एससीओ सम्मेलन ने पाकिस्तान को भारत सहित अन्य देशों के साथ अपना संबंध विकसित करने के लिए एक नया मंच दिया है. उन्होंने कहा कि इस वक्त भारत के साथ हमारे द्विपक्षीय संबंध शायद अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहे हैं. खान ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी तरह की मध्यस्थता के लिए तैयार है और अपने सभी पड़ोसियों, खासतौर पर भारत के साथ शांति की उम्मीद करता है. उन्होंने कहा कि तीन छोटे युद्धों ने दोनों देशों को इस कदर नुकसान पहुंचाया कि वे अभी भी गरीबी के भंवर जाल में फंसे हुए हैं.
गौरतलब है कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने पिछले हफ्ते कहा था कि एससीओ सम्मेलन से इतर मोदी और उनके पाकिस्तानी समकक्ष खान के बीच किसी द्विपक्षीय बैठक की योजना नहीं है. वहीं, खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दो बार पत्र लिख कर सभी मुद्दों पर वार्ता बहाल करने की अपील की है. मोदी ने बृहस्पतिवार को यहां चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ अपनी वार्ता के दौरान सीमा पार से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के मुद्दे को उठाया और कहा कि भारत वार्ता बहाली के लिए आतंक मुक्त माहौल बनाने के मकसद से पाक द्वारा ठोस कार्रवाई किए जाने की उम्मीद करता है.
खान ने कहा कि मुख्य जोर शांति बहाल करने और वार्ता के जरिए मतभेदों को दूर करने पर होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘भारत के साथ हमारा मुख्य मतभेद कश्मीर (मुद्दा) है और यदि दोनों देश फैसला करते हैं तो यह मुद्दा हल हो सकता है. लेकिन दुर्भाग्य से हमें (इस सिलसिले में) भारत की ओर से ज्यादा सफलता नहीं मिली है. खान ने कहा, ‘‘लेकिन हम आशा करते हैं कि मौजूदा प्रधानमंत्री (मोदी) के पास प्रचंड जनादेश है, हम आशा करते हैं कि वह बेहतर संबंध विकसित करने और उपमहाद्वीप में शांति कायम करने में इसका उपयोग करेंगे.''
उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि पैसों का इस्तेमाल लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में किया जाना चाहिए. उन्होंने चीन का उदाहरण देते हुए यह बात कही जिसने अपने लाखों लोगों को गरीबी के भंवर जाल से बाहर निकाला है. खान ने कहा, ‘‘हम आशा करते हैं कि भारत के साथ हमारा तनाव घटेगा, इसलिए हमें हथियार नहीं खरीदना है क्योंकि हम मानव विकास पर धन खर्च करना चाहते हैं. लेकिन हां, हम रूस से हथियार खरीदने पर विचार कर रहे हैं और मैं जानता हूं कि हमारी सेना रूसी सेना के साथ संपर्क में है.''
उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान रूस के साथ पिछले कुछ बरसों से संयुक्त सैन्य अभ्यास करता आ रहा है. इसके अलावा वह रूस से रक्षा खरीद भी कर रहा है जिसने नयी दिल्ली को कुछ चिंतित किया है.'' |
केजरीवाल ने बजा दिया 2019 का चुनावी बिगुल, बताया क्यों दें 'आप' को वोट | केजरीवाल ने पीएम मोदी की शैली में उपलब्धियां गिनाते हुए सवाल किए
एलजी और बीजेपी पर दिल्ली सरकार के काम मे रोड़े अटकाने का आरोप लगाया
मनीष सिसोदिया की सलाहकार रहीं आतिशी मारलेना को प्रत्याशी घोषित किया | आपको बता दें कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों में दिख रहे बड़े बदलाव का श्रेय शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और उनकी सलाहकार रही आतिशी मारलेना को जाता है. अप्रैल महीने में आतिशी मारलेना समेत बहुत से सलाहकारों की नियुक्ति यह कहकर रद्द कर दी गई थी कि उनके पद मंजूर नहीं थे. |
वायुसेना में धार्मिक आधार पर दाढ़ी नहीं बढ़ा सकते, नियम अलग हैं, धर्म अलग : सुप्रीम कोर्ट | नियम अलग हैं और धर्म अलग : कोर्ट
याचिकाकर्ता ने बताया धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार
याचिकाकर्ता ने बताया भेदभाव का मामला | सुप्रीम कोर्ट ने वायुसेना में मुस्लिम अफसर अंसारी आफताब अहमद की याचिका खारिज कर दी है. उन्हें दाढ़ी रखने को लेकर 2008 में वायुसेना से डिस्चार्ज किया गया था. अंसारी ने इसे सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी.
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि भारतीय वायुसेना में धार्मिक आधार पर अफसर दाढ़ी नहीं बढ़ा सकते. नियम अलग हैं और धर्म अलग. दोनों एक-दूसरे में दखल नहीं दे सकते .
वायुसेना के अफसर अंसारी आफताब अहमद ने अपनी याचिका में कहा था कि उन्होंने धर्म के आधार दाढ़ी रखी थी और वायुसेना ने उन्हें हटाकर उनके साथ भेदभाव किया है.टिप्पणियां
आफताब ने अपनी याचिका में कहा था कि संविधान में दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के तहत दाढ़ी रखना उनका मौलिक अधिकार है. उन्होंने दलील दी थी कि जिस तरह वायुसेना में शामिल सिखों को दाढ़ी और पगड़ी रखने की इजाजत है उसी तरह उन्हें भी इसकी अनुमति मिलनी चाहिए.
हालांकि तत्कालीन यूपीए सरकार ने किसी तरह के सख्त कदम से बचते हुए यह निर्देश दिया था कि सेना में यदि मुस्लिम व्यक्ति दाढ़ी रखते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए, लेकिन बाद में सरकार ने विचार की बात कही थी.
सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि भारतीय वायुसेना में धार्मिक आधार पर अफसर दाढ़ी नहीं बढ़ा सकते. नियम अलग हैं और धर्म अलग. दोनों एक-दूसरे में दखल नहीं दे सकते .
वायुसेना के अफसर अंसारी आफताब अहमद ने अपनी याचिका में कहा था कि उन्होंने धर्म के आधार दाढ़ी रखी थी और वायुसेना ने उन्हें हटाकर उनके साथ भेदभाव किया है.टिप्पणियां
आफताब ने अपनी याचिका में कहा था कि संविधान में दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के तहत दाढ़ी रखना उनका मौलिक अधिकार है. उन्होंने दलील दी थी कि जिस तरह वायुसेना में शामिल सिखों को दाढ़ी और पगड़ी रखने की इजाजत है उसी तरह उन्हें भी इसकी अनुमति मिलनी चाहिए.
हालांकि तत्कालीन यूपीए सरकार ने किसी तरह के सख्त कदम से बचते हुए यह निर्देश दिया था कि सेना में यदि मुस्लिम व्यक्ति दाढ़ी रखते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए, लेकिन बाद में सरकार ने विचार की बात कही थी.
वायुसेना के अफसर अंसारी आफताब अहमद ने अपनी याचिका में कहा था कि उन्होंने धर्म के आधार दाढ़ी रखी थी और वायुसेना ने उन्हें हटाकर उनके साथ भेदभाव किया है.टिप्पणियां
आफताब ने अपनी याचिका में कहा था कि संविधान में दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के तहत दाढ़ी रखना उनका मौलिक अधिकार है. उन्होंने दलील दी थी कि जिस तरह वायुसेना में शामिल सिखों को दाढ़ी और पगड़ी रखने की इजाजत है उसी तरह उन्हें भी इसकी अनुमति मिलनी चाहिए.
हालांकि तत्कालीन यूपीए सरकार ने किसी तरह के सख्त कदम से बचते हुए यह निर्देश दिया था कि सेना में यदि मुस्लिम व्यक्ति दाढ़ी रखते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए, लेकिन बाद में सरकार ने विचार की बात कही थी.
आफताब ने अपनी याचिका में कहा था कि संविधान में दिए गए धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के तहत दाढ़ी रखना उनका मौलिक अधिकार है. उन्होंने दलील दी थी कि जिस तरह वायुसेना में शामिल सिखों को दाढ़ी और पगड़ी रखने की इजाजत है उसी तरह उन्हें भी इसकी अनुमति मिलनी चाहिए.
हालांकि तत्कालीन यूपीए सरकार ने किसी तरह के सख्त कदम से बचते हुए यह निर्देश दिया था कि सेना में यदि मुस्लिम व्यक्ति दाढ़ी रखते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए, लेकिन बाद में सरकार ने विचार की बात कही थी.
हालांकि तत्कालीन यूपीए सरकार ने किसी तरह के सख्त कदम से बचते हुए यह निर्देश दिया था कि सेना में यदि मुस्लिम व्यक्ति दाढ़ी रखते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई न की जाए, लेकिन बाद में सरकार ने विचार की बात कही थी. |
कुल मिलाकर एन्टरटेनिंग है 'जोड़ी ब्रेकर्स' | ऐसे दो युवाओं की कहानी, जो तलाक कराते हैं... एक है माधवन, और दूसरी है बिपाशा... लेकिन असली कहानी तब शुरू होती है, जब ये दोनों एक सुखी जोड़े को अलग करा देते हैं... | आज रिलीज़ हुई 'जोड़ी ब्रेकर्स' ऐसे दो युवाओं की कहानी है, जो शादी से दुखी हो चुके लोगों का तलाक कराते हैं... एक है डायवोर्स एक्सपर्ट सिड, यानि माधवन, जो खुद शादी के बुरे तजुर्बे के बाद तलाक ले चुका है, और दूसरी है सोनाली, यानि बिपाशा बसु, जो अपने दुखी मां-बाप तक का तलाक करा चुकी है... लेकिन असली कहानी तब शुरू होती है, जब ये दोनों मिलकर एक सुखी विवाहित जोड़े को अलग करा देते हैं...टिप्पणियां
डायरेक्टर अश्विनी चौधरी की 'जोड़ी ब्रेकर्स' में सिड और सोनाली बहुत मज़ेदार ढंग से जोड़ियां तोड़ते हैं, जिसकी वजह से पहले हाफ में अच्छी कॉमेडी है... सबसे मज़ेदार किस्सा एक पहलवान का है, जिसकी बीवी को ज़रूरत से ज़्यादा प्यार चाहिए... 'थ्री इडियट्स' की तरह 'जोड़ी ब्रेकर्स' में भी ओमी वैद्य ने गलत हिन्दी में भाषण देकर हंसाया है... बीच-बीच में ग्लैमरस डांस नंबर्स मनोरंजन भी करते हैं... बिपाशा और माधवन पर अच्छे रोमांटिक सीन्स फिल्माए गए हैं, और खासकर बिपाशा नई ताजगी और खूबसूरती के साथ लौटी हैं... इंटरवल के बाद कहानी में मोड़ आ जाता है, जो उलझाए रखता है...
सेकंड हाफ में कॉमेडी की जगह लेता है लाइट रोमांटिक ड्रामा, और यहीं से फिल्म थोड़ी थकी हुई लगती है, लेकिन यहां हेलन छोटे से रोल में जान डालती हैं... जिस ढंग से 'जोड़ी ब्रेकर्स' जोड़ियां तोड़ते हैं, वह भी असलियत से दूर है, लेकिन कॉमेडी में चल जाता है... कुल मिलाकर 'जोड़ी ब्रेकर्स' एन्टरटेनिंग पैकेज है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 3 स्टार...
डायरेक्टर अश्विनी चौधरी की 'जोड़ी ब्रेकर्स' में सिड और सोनाली बहुत मज़ेदार ढंग से जोड़ियां तोड़ते हैं, जिसकी वजह से पहले हाफ में अच्छी कॉमेडी है... सबसे मज़ेदार किस्सा एक पहलवान का है, जिसकी बीवी को ज़रूरत से ज़्यादा प्यार चाहिए... 'थ्री इडियट्स' की तरह 'जोड़ी ब्रेकर्स' में भी ओमी वैद्य ने गलत हिन्दी में भाषण देकर हंसाया है... बीच-बीच में ग्लैमरस डांस नंबर्स मनोरंजन भी करते हैं... बिपाशा और माधवन पर अच्छे रोमांटिक सीन्स फिल्माए गए हैं, और खासकर बिपाशा नई ताजगी और खूबसूरती के साथ लौटी हैं... इंटरवल के बाद कहानी में मोड़ आ जाता है, जो उलझाए रखता है...
सेकंड हाफ में कॉमेडी की जगह लेता है लाइट रोमांटिक ड्रामा, और यहीं से फिल्म थोड़ी थकी हुई लगती है, लेकिन यहां हेलन छोटे से रोल में जान डालती हैं... जिस ढंग से 'जोड़ी ब्रेकर्स' जोड़ियां तोड़ते हैं, वह भी असलियत से दूर है, लेकिन कॉमेडी में चल जाता है... कुल मिलाकर 'जोड़ी ब्रेकर्स' एन्टरटेनिंग पैकेज है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 3 स्टार...
सेकंड हाफ में कॉमेडी की जगह लेता है लाइट रोमांटिक ड्रामा, और यहीं से फिल्म थोड़ी थकी हुई लगती है, लेकिन यहां हेलन छोटे से रोल में जान डालती हैं... जिस ढंग से 'जोड़ी ब्रेकर्स' जोड़ियां तोड़ते हैं, वह भी असलियत से दूर है, लेकिन कॉमेडी में चल जाता है... कुल मिलाकर 'जोड़ी ब्रेकर्स' एन्टरटेनिंग पैकेज है, और इसके लिए हमारी रेटिंग है 3 स्टार... |
इसलिए पीवी सिंधू नहीं हैं रैंकिंग के बारे में बिल्कुल भी परेशान | वीवी सिंधू ने कहा-नजर पूरी तरह नंबर-1 पर
महिला मैचों के बारे में पकड़ी यह बड़ी बात!
पीबीएल में जीत से दिखाया फॉर्म का जलवा | Wowwww! Super Sindhu wins it against Zhang Beiwen 12-15, 15-7, 15-9!#SmashPodu#ChennaiSmashers#PBL2017CHAMPIONS#TEAMYELLOW#VodafonePBL#CHEvMUMpic.twitter.com/b3xwLGtekL
It’s great connecting with you all on my Official App
Just like me I am sure all of you love the game of Badminton, so here’s a chance for you to PLAY A MATCH WITH ME!
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नडाल ने जोकोविच को हराकर रोम मास्टर्स जीता | राफेल नडाल ने सोमवार को बारिश से प्रभावित फाइनल मैच में दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को 7-5, 6-3 से हराकर रोम मास्टर्स का खिताब जीता। | राफेल नडाल ने सोमवार को बारिश से प्रभावित फाइनल मैच में दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच को 7-5, 6-3 से हराकर रोम मास्टर्स का खिताब जीता।टिप्पणियां
नडाल का यह रोम मास्टर्स में छठा खिताब है। इससे उन्होंने पिछले साल जोकोविच के हाथों फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। इस जीत का मतलब है कि नडाल फिर से रोजर फेडरर के स्थान पर दुनिया में दूसरे नंबर के खिलाड़ी बन जाएंगे। यही नहीं नडाल ने इसके साथ ही रविवार से पेरिस में होने वाले फ्रेंच ओपन के लिये भी अपना दावा मजबूत कर दिया।
इससे पहले कल मारिया शारापोवा ने चीन की ली ना को 4-6, 6-4, 7-6 से हराकर महिला वर्ग का खिताब जीता था। इस मैच में भी बारिश से व्यवधान पड़ा था जबकि पुरुषों का फाइनल मैच एक दिन के लिये टाल देना पड़ा था।
नडाल का यह रोम मास्टर्स में छठा खिताब है। इससे उन्होंने पिछले साल जोकोविच के हाथों फाइनल में मिली हार का बदला भी चुकता कर दिया। इस जीत का मतलब है कि नडाल फिर से रोजर फेडरर के स्थान पर दुनिया में दूसरे नंबर के खिलाड़ी बन जाएंगे। यही नहीं नडाल ने इसके साथ ही रविवार से पेरिस में होने वाले फ्रेंच ओपन के लिये भी अपना दावा मजबूत कर दिया।
इससे पहले कल मारिया शारापोवा ने चीन की ली ना को 4-6, 6-4, 7-6 से हराकर महिला वर्ग का खिताब जीता था। इस मैच में भी बारिश से व्यवधान पड़ा था जबकि पुरुषों का फाइनल मैच एक दिन के लिये टाल देना पड़ा था।
इससे पहले कल मारिया शारापोवा ने चीन की ली ना को 4-6, 6-4, 7-6 से हराकर महिला वर्ग का खिताब जीता था। इस मैच में भी बारिश से व्यवधान पड़ा था जबकि पुरुषों का फाइनल मैच एक दिन के लिये टाल देना पड़ा था। |
सीआईएसएफ के जवानों पर नक्सली हमला, दो जवान शहीद | दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र खरे ने बताया कि जिले के बचेली थाना क्षेत्र के अंतर्गत एनएमडीसी के आकाशनगर स्थित खदान की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया है तथा हथियार लूट लिये। | छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में नक्सलियों ने केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों पर हमला कर दिया। जिसमें दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र खरे ने रविवार को बताया कि जिले के बचेली थाना क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के आकाशनगर स्थित खदान की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया है तथा हथियार लूट लिये।
खरे ने बताया कि आकाशनगर क्षेत्र में आज सुबह सीआईएसएफ के जवान सुरक्षा में तैनात थे। क्षेत्र में चेक पोस्ट के करीब ग्रामीण बस में सवार होने के लिए खड़े होते हैं। जवान जब चेक पोस्ट में पहरा दे रहे थे तब ग्रामीणों की वेशभूषा में आए नक्सलियों ने अपने छाते के भीतर से हथियार निकालकर जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
इस घटना में एक जवान की वहीं मृत्यु हो गई तथा एक हवलदार गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमले के बाद नक्सली जवानों की एक एके-47 राइफल और एक इंसास राइफल लेकर फरार हो गए। टिप्पणियां
वहीं, गोलीबारी की आवाज सुनने के बाद सीआईएसएफ के अन्य जवान वहां पहुंचे और घायल हवलदार को बचेली के अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान हवलदार की मृत्यु हो गई।
खरे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के संयुक्त दल को रवाना कर दिया गया तथा हमलावर नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस घटना नक्सलियों के ‘स्मॉल एक्शन टीम’ ने अंजाम दिया है।
दंतेवाड़ा जिले के पुलिस अधीक्षक नरेन्द्र खरे ने रविवार को बताया कि जिले के बचेली थाना क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय खनिज विकास निगम (एनएमडीसी) के आकाशनगर स्थित खदान की सुरक्षा में लगे सीआईएसएफ के जवानों पर नक्सलियों ने हमला कर दिया है तथा हथियार लूट लिये।
खरे ने बताया कि आकाशनगर क्षेत्र में आज सुबह सीआईएसएफ के जवान सुरक्षा में तैनात थे। क्षेत्र में चेक पोस्ट के करीब ग्रामीण बस में सवार होने के लिए खड़े होते हैं। जवान जब चेक पोस्ट में पहरा दे रहे थे तब ग्रामीणों की वेशभूषा में आए नक्सलियों ने अपने छाते के भीतर से हथियार निकालकर जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
इस घटना में एक जवान की वहीं मृत्यु हो गई तथा एक हवलदार गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमले के बाद नक्सली जवानों की एक एके-47 राइफल और एक इंसास राइफल लेकर फरार हो गए। टिप्पणियां
वहीं, गोलीबारी की आवाज सुनने के बाद सीआईएसएफ के अन्य जवान वहां पहुंचे और घायल हवलदार को बचेली के अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान हवलदार की मृत्यु हो गई।
खरे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के संयुक्त दल को रवाना कर दिया गया तथा हमलावर नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस घटना नक्सलियों के ‘स्मॉल एक्शन टीम’ ने अंजाम दिया है।
खरे ने बताया कि आकाशनगर क्षेत्र में आज सुबह सीआईएसएफ के जवान सुरक्षा में तैनात थे। क्षेत्र में चेक पोस्ट के करीब ग्रामीण बस में सवार होने के लिए खड़े होते हैं। जवान जब चेक पोस्ट में पहरा दे रहे थे तब ग्रामीणों की वेशभूषा में आए नक्सलियों ने अपने छाते के भीतर से हथियार निकालकर जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी।
इस घटना में एक जवान की वहीं मृत्यु हो गई तथा एक हवलदार गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमले के बाद नक्सली जवानों की एक एके-47 राइफल और एक इंसास राइफल लेकर फरार हो गए। टिप्पणियां
वहीं, गोलीबारी की आवाज सुनने के बाद सीआईएसएफ के अन्य जवान वहां पहुंचे और घायल हवलदार को बचेली के अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान हवलदार की मृत्यु हो गई।
खरे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के संयुक्त दल को रवाना कर दिया गया तथा हमलावर नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस घटना नक्सलियों के ‘स्मॉल एक्शन टीम’ ने अंजाम दिया है।
इस घटना में एक जवान की वहीं मृत्यु हो गई तथा एक हवलदार गंभीर रूप से घायल हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमले के बाद नक्सली जवानों की एक एके-47 राइफल और एक इंसास राइफल लेकर फरार हो गए। टिप्पणियां
वहीं, गोलीबारी की आवाज सुनने के बाद सीआईएसएफ के अन्य जवान वहां पहुंचे और घायल हवलदार को बचेली के अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान हवलदार की मृत्यु हो गई।
खरे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के संयुक्त दल को रवाना कर दिया गया तथा हमलावर नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस घटना नक्सलियों के ‘स्मॉल एक्शन टीम’ ने अंजाम दिया है।
वहीं, गोलीबारी की आवाज सुनने के बाद सीआईएसएफ के अन्य जवान वहां पहुंचे और घायल हवलदार को बचेली के अस्पताल पहुंचाया गया। इलाज के दौरान हवलदार की मृत्यु हो गई।
खरे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के संयुक्त दल को रवाना कर दिया गया तथा हमलावर नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस घटना नक्सलियों के ‘स्मॉल एक्शन टीम’ ने अंजाम दिया है।
खरे ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही जिला पुलिस बल और छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल के संयुक्त दल को रवाना कर दिया गया तथा हमलावर नक्सलियों की खोजबीन शुरू कर दी गई। उन्होंने बताया कि इस घटना नक्सलियों के ‘स्मॉल एक्शन टीम’ ने अंजाम दिया है। |
वहशी बाप ने नशे में किया बेटी के साथ बलात्कार | बलात्कार की शिकार नाबालिग लड़की ने छह दिन तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन जब उसकी मां ने उसके रुआंसे रहने की वजह पूछी, तो उसने आपबीती सुना दी। | इंदौर में पुलिस ने 40 साल के एक शख्स के खिलाफ उसकी नाबालिग बेटी की शिकायत पर बलात्कार का मामला दर्ज किया है। पुलिस सूत्रों ने बताया कि बाणगंगा क्षेत्र में शेव सिंह ने 16 अप्रैल को अपनी 13 वर्षीय बेटी से कथित तौर पर तब दुष्कर्म किया, जब उसके घर में कोई नहीं था। संदेह है कि वारदात के वक्त वह नशे में था।
सूत्रों के मुताबिक बलात्कार की शिकार नाबालिग लड़की ने अपने पिता की घिनौनी हरकत को लेकर छह दिन तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन जब उसकी मां ने उसके रुआंसे रहने की वजह पूछी, तो उसने आपबीती सुना दी। दुष्कर्म की शिकार किशोरी की मेडिकल जांच करा ली गई है। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी है।
सूत्रों के मुताबिक बलात्कार की शिकार नाबालिग लड़की ने अपने पिता की घिनौनी हरकत को लेकर छह दिन तक चुप्पी साधे रखी, लेकिन जब उसकी मां ने उसके रुआंसे रहने की वजह पूछी, तो उसने आपबीती सुना दी। दुष्कर्म की शिकार किशोरी की मेडिकल जांच करा ली गई है। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुटी है। |
विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप : अमित और गौरव जीते, तीसरी वरीयता प्राप्त विकास कृष्ण बाहर हुए | अमित फंगल ने सातवीं वरीयता के क्विपो को हराया
बुत्सेंकों पर भारी पड़े भारत के गौरव बिधूड़ी
विकास कृष्ण को दूसरे दौर में हार का सामना करना पड़ा | एशियाई खेलों में दो बार के पदक विजेता विकास अपने 19 साल के प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ ढीले नजर आये। यहां तक कि विकास को अपना नियंत्रण बनाये रखने के लिये भी जूझना पड़ा. सुमित ने शाम का आखिरी मुकाबला लड़ा लेकिन अच्छी शुरुआत के बावजूद उन्हें हार का सामना करना पड़ा. पहले राउंड में उन्होंने दबदबा बनाए रखा था लेकिन वाटेले ने अगले दो राउंड में अच्छा प्रदर्शन करके जीत दर्ज की. |
अब मासिक धर्म से जुड़ी फिल्म 'फुल्लू' को सेंसर बोर्ड ने दिया 'A' सर्टिफिकेट, ट्विटर पर मचा बवाल | फिल्म में मासिक धर्म जैसे विषय पर बात की गई है
ट्विटर पर फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दिए जाने पर लोग पूछ रहे हैं सवाल
16 जून को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है 'फुल्लू' | The drooling idiots led by Sanskari Nihalani have given this film a public health message an "A" certifcate pic.twitter.com/r84MPMRNrf
Can someone plz check if the Censor Board is giving out ratings or grades? Why are only the good films getting an A? #Phullu
A Movie like #Phullu shouldn't be given an A certificate.
Its high time taboo about #Mensuration & Myths about #Periods are broken. pic.twitter.com/piIAhYt2hI
Movie on menstruation awareness is not an Adult film. Censor board has lost it's mind. #Phullupic.twitter.com/O0XLpsyJ91
Why “A” certificate for #Phullu when education on menstrual cycle is important for teenage girls. pic.twitter.com/xRUPNRA0RT
फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दिए जाने पर इसकी लीड ऐक्ट्रेस ज्योति शेट्टी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'बोर्ड ने फुल्लू को 'ए' सर्टिफिकेट दिया है. खुद मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट किस आधार पर दिया गया है. हमारी फिल्म का सब्जेक्ट टीनएजर्स के लिए जानना सबसे ज्यादा जरूरी है. लेकिन अब 'ए' सर्टिफिकेट मिलने से दर्शकों की यही क्लास फिल्म नहीं देख पाएगी.'
फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट दिए जाने पर इसकी लीड ऐक्ट्रेस ज्योति शेट्टी ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'बोर्ड ने फुल्लू को 'ए' सर्टिफिकेट दिया है. खुद मुझे ये समझ नहीं आ रहा कि फिल्म को 'ए' सर्टिफिकेट किस आधार पर दिया गया है. हमारी फिल्म का सब्जेक्ट टीनएजर्स के लिए जानना सबसे ज्यादा जरूरी है. लेकिन अब 'ए' सर्टिफिकेट मिलने से दर्शकों की यही क्लास फिल्म नहीं देख पाएगी.' |
शरद पवार-सोनिया गांधी के बीच हुए एक फोन कॉल ने चौपट कर दिया शिवसेना का प्लान | शरद पवार ने कहा कि शिवसेना को समर्थन देना होगी जल्दबाजी: सूत्र
एनसीपी ने शिवसेना को नहीं दिया समर्थन पत्र
शिवसेना को समर्थन देने से कांग्रेस को होगा चुनाव नुकसान : सोनिया गांधी | शिवसेना बीती शाम तक राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के समर्थन से महाराष्ट्र की सत्ता में आने की आशा कर रही थी. उसे लग रहा था इन पार्टियों का साथ मिलने से विधानसभा में उसकी संख्या 154 पर पहुंच जाएगी, जो बहुमत से 9 सीटें ज्यादा होगा. केवल एक चीज जिसने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया वो थी अंतिम समय में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और एनसीपी नेता शरद पवार के बीच फोन पर होने वाली बातचीत. सूत्र बताते हैं कि सोमवार शाम तक सोनिया गांधी का वैचारिक रूप से विपरीत शिवसेना को समर्थन देने को लेकर नरम रुख था. लेकिन ठीक समय पर शरद पवार के सोनिया गांधी को किए गए एक फोन कॉल ने कांग्रेस की अनिच्छा को बढ़ा दिया.
सुबह कांग्रेस की ओर से सोनिया गांधी ने शिवसेना को समर्थन देने का विरोध किया और चर्चाओं को लेकर आपत्ति जताई. उनका मानना है कि शिवसेना की हिंदुत्व समर्थक और कट्टर विचार वाली छवि की वजह से कांग्रेस को चुनावी नुकसान होगा. उन्होंने पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंथनी और केसी वेणुगोपाल, मुकुल मिस्चानी और राजीव सातव का समर्थन करते हुए ये तर्क रखा. वहीं इसे लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस नेताओं जैसे सुशीलकुमार शिंदे, अशोक चौहान, पृथ्वीराज चौहान, बालासाहेब गले ने बीजेपी को सत्ता से दूर रखने के लिए शिवसेना को समर्थन देने के कदम को सही माना.
शाम 5 बजे के करीब उद्धव ठाकरे ने सोनिया गांधी को फोन किया और समर्थन देने का औपचारिक निवेदन किया. कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वे विचार करने के बाद उनसे वापस बात करेंगी लेकिन लगभग 1 घंटे बाद ही शरद पवार ने सोनिया गांधी से बात की और कुछ अनिच्छा व्यक्त करते हुए कहा कि शिवसेना को समर्थन देने का वादा करना जल्दबाजी होगी. पवार ने कथित तौर पर सोनिया गांधी से कहा कि शक्ति बंटवारे को लेकर कई पहलुओं पर अभी भी बातचीत की जरूरत है, और उन्होंने शिवसेना को समर्थन का पत्र नहीं दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी शिवसेना से सिर्फ 2 सीट कम है. इस बात से ऐसा लगा कि उनका इशारा इस बात पर पुनर्विचार करने का है कि शिवसेना को पूरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री का पद मिलना चाहिए या नहीं . क्या पवार शक्ति के बंटवारे की ओर संकेत कर रहे थे?
ये सब एनसीपी के उस दावे के विपरीत है जहां वह शिवसेना को समर्थन देने के लिए तैयार थी, लेकिन कांग्रेस ने सारा खेल बिगाड़ दिया. एनसीपी नेता अजीत पवार ने मीडिया को बताया, "सोमवार सुबह 10 बजे से सोमवार शाम 7:30 बजे तक, शरद पवार, प्रफुल्ल पटेल सहित हमारे नेता उनके पत्र का इंतजार कर रहे थे. उन्हें (शिवसेना) 7:30 बजे तक पत्र जमा करना था. यदि कांग्रेस अपना समर्थन पत्र नहीं भेज रही थी, तो हम हमारा कैसे दे सकते थे. ”
हालांकि कांग्रेस इसके पीछे की वजह को शरद पवार का यू-टर्न बताती है, जिसने शिवसेना को समर्थन देने के मामले में उसकी अनिच्छा बढ़ाने का काम किया. कांग्रेस ने अंत में शिवसेना का जिक्र किए बिना कहा कि वह शरद पवार के साथ विचार विमर्श करेगी.
राजभवन में, आदित्य ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से एनसीपी और कांग्रेस से समर्थन पत्र लाने के लिए और समय देने का अनुरोध किया, लेकिन राज्यपाल ने इनकार कर दिया. राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने पहले राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने से तीन दिन के भीतर पहले भाजपा, फिर शिवसेना और अंत में NCP को दावा पेश करने के लिए न्योता भेजा था. वहीं विपक्ष ने राज्यपाल के राष्ट्रपति शासन की सिफारिश करने के कदम की आलोचना की है. |
Photos: दयाबेन की हुई गोदभराई, फंक्शन में पहुंचे तारक 'मेहता' के टप्पू | दो दिन तक मनाया गया दिशा वकानी का बेबी शावर
रील मां की रियल गोदभाई का हिस्सा बनकर खुश हूं: भव्य गांधी
2015 में मुंबई बेस्ड अकाउंटेंट मयूर पांड्या से हुई दिशा की शादी | Glad to be a part of my “reel” mother’s “real” baby shower ceremony.
A post shared by Bhavya Gandhi (@bhavyagandhi97) on Oct 1, 2017 at 8:40am PDT
A post shared by Disha Vakani & Dilip Joshi (@disha_vakani) on Oct 2, 2017 at 5:49am PDT
A post shared by Disha Vakani (@disha.vakani) on Nov 24, 2016 at 3:44am PST |
कलेक्टर अपहरण, दो दौर की बातचीत पूरी, कोई नतीजा नहीं | छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के अपहृत कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन की रिहाई के लिए दोनों ओर के मध्यस्थों की दो दौर की बैठक होने के बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया। | छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के अपहृत कलेक्टर एलेक्स पाल मेनन की रिहाई के लिए दोनों ओर के मध्यस्थों की दो दौर की बैठक होने के बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया हालांकि मध्यस्थों को उम्मीद है कि जल्दी ही कोई नतीजा निकल आएगा।
राज्य सरकार की ओर से मध्यस्थ निर्मला बुच ने संवाददाताओं को बताया कि अभी तक की बैठक सकारात्मक रही है और उम्मीद है कि जल्द ही कोई नतीजा निकल सकेगा।
बुच ने बताया कि अभी तक की बैठक से उम्मीद की जा सकती है कि अगली बैठक में जल्द ही इस पर कोई नतीजा निकल सकेगा। उन्होंने कहा कि इस मसले के हल के लिए अगली बैठक जल्द ही होगी।
माओवादियों की ओर से मध्यस्थ हरगोपाल ने भाषा को बताया कि चर्चा अभी आगे बढ़ी है तथा जल्द ही नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है।टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि दो दौर की चर्चा में माओवादियों की मांगों और राज्य सरकार के पक्ष को लेकर बातचीत हुई है और उम्मीद है कि अगली बैठक में इसका नतीजा निकल सकेगा। हरगोपाल ने कहा कि सभी पक्ष चाहते हैं कि इस मसले का हल निकले।
राज्य शासन के अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल हेलीकॉप्टर से ताड़मेटला की ओर रवाना हो रहे हैं। इससे पहले अपने संदेश में माओवादियों ने मध्यस्थों को कलेक्टर मेनन के लिए दवा लेकर ताड़मेटला तक ही बुलाया था।
राज्य सरकार की ओर से मध्यस्थ निर्मला बुच ने संवाददाताओं को बताया कि अभी तक की बैठक सकारात्मक रही है और उम्मीद है कि जल्द ही कोई नतीजा निकल सकेगा।
बुच ने बताया कि अभी तक की बैठक से उम्मीद की जा सकती है कि अगली बैठक में जल्द ही इस पर कोई नतीजा निकल सकेगा। उन्होंने कहा कि इस मसले के हल के लिए अगली बैठक जल्द ही होगी।
माओवादियों की ओर से मध्यस्थ हरगोपाल ने भाषा को बताया कि चर्चा अभी आगे बढ़ी है तथा जल्द ही नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है।टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि दो दौर की चर्चा में माओवादियों की मांगों और राज्य सरकार के पक्ष को लेकर बातचीत हुई है और उम्मीद है कि अगली बैठक में इसका नतीजा निकल सकेगा। हरगोपाल ने कहा कि सभी पक्ष चाहते हैं कि इस मसले का हल निकले।
राज्य शासन के अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल हेलीकॉप्टर से ताड़मेटला की ओर रवाना हो रहे हैं। इससे पहले अपने संदेश में माओवादियों ने मध्यस्थों को कलेक्टर मेनन के लिए दवा लेकर ताड़मेटला तक ही बुलाया था।
बुच ने बताया कि अभी तक की बैठक से उम्मीद की जा सकती है कि अगली बैठक में जल्द ही इस पर कोई नतीजा निकल सकेगा। उन्होंने कहा कि इस मसले के हल के लिए अगली बैठक जल्द ही होगी।
माओवादियों की ओर से मध्यस्थ हरगोपाल ने भाषा को बताया कि चर्चा अभी आगे बढ़ी है तथा जल्द ही नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है।टिप्पणियां
उन्होंने बताया कि दो दौर की चर्चा में माओवादियों की मांगों और राज्य सरकार के पक्ष को लेकर बातचीत हुई है और उम्मीद है कि अगली बैठक में इसका नतीजा निकल सकेगा। हरगोपाल ने कहा कि सभी पक्ष चाहते हैं कि इस मसले का हल निकले।
राज्य शासन के अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल हेलीकॉप्टर से ताड़मेटला की ओर रवाना हो रहे हैं। इससे पहले अपने संदेश में माओवादियों ने मध्यस्थों को कलेक्टर मेनन के लिए दवा लेकर ताड़मेटला तक ही बुलाया था।
माओवादियों की ओर से मध्यस्थ हरगोपाल ने भाषा को बताया कि चर्चा अभी आगे बढ़ी है तथा जल्द ही नतीजे पर पहुंचने की उम्मीद है।टिप्पणियां
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राज्य शासन के अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल हेलीकॉप्टर से ताड़मेटला की ओर रवाना हो रहे हैं। इससे पहले अपने संदेश में माओवादियों ने मध्यस्थों को कलेक्टर मेनन के लिए दवा लेकर ताड़मेटला तक ही बुलाया था।
उन्होंने बताया कि दो दौर की चर्चा में माओवादियों की मांगों और राज्य सरकार के पक्ष को लेकर बातचीत हुई है और उम्मीद है कि अगली बैठक में इसका नतीजा निकल सकेगा। हरगोपाल ने कहा कि सभी पक्ष चाहते हैं कि इस मसले का हल निकले।
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राज्य शासन के अधिकारियों ने बताया कि माओवादियों के मध्यस्थ बीडी शर्मा और प्रोफेसर हरगोपाल हेलीकॉप्टर से ताड़मेटला की ओर रवाना हो रहे हैं। इससे पहले अपने संदेश में माओवादियों ने मध्यस्थों को कलेक्टर मेनन के लिए दवा लेकर ताड़मेटला तक ही बुलाया था। |