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इस पाठ का सारांश बनाओ: भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की रैली को देखते हुए ट्रैफिक पुलिस ने भी एक एडवाइजरी जारी की है। रोहिणी के जापानी पार्क में होने वाली इस रैली के दौरान करीब एक हजार बसें और चार हजार से ज्यादा निजी गाड़ियों के आने की संभावना है। आम लोगों को परेशानी न हो इसका ध्यान रखने की भी अपील की गई है। रैली की वजह से रोहिणी और उसके आसपास के इलाके में जाम लगने की संभावना है। मोदी की रैली की वजह से कश्मीरी गेट से रिठाला लाइन पर मेट्रो ट्रेनों की आवाजाही को बढ़ा दिया गया है। पहले 5 मिनट पर एक ट्रेन गुजरती थी, जो आज हर तीन मिनट पर मिलेगी। साथ ही मेट्रो ने अपनी फीडर बस सेवा को बढ़ा दिया है। बाहर से आने वालों को पार्किंग से रैली स्थल तक लाने के लिए ई−रिक्शे चलाए गए हैं। आम लोगों को परेशानी न हो इसका ध्यान रखने की भी अपील की गई है। रैली की वजह से रोहिणी और उसके आसपास के इलाके में जाम लगने की संभावना है। मोदी की रैली की वजह से कश्मीरी गेट से रिठाला लाइन पर मेट्रो ट्रेनों की आवाजाही को बढ़ा दिया गया है। पहले 5 मिनट पर एक ट्रेन गुजरती थी, जो आज हर तीन मिनट पर मिलेगी। साथ ही मेट्रो ने अपनी फीडर बस सेवा को बढ़ा दिया है। बाहर से आने वालों को पार्किंग से रैली स्थल तक लाने के लिए ई−रिक्शे चलाए गए हैं।
रोहिणी के जापानी पार्क में होने वाली इस रैली के दौरान करीब एक हजार बसें और चार हजार से ज्यादा निजी गाड़ियों के आने की संभावना है।
1
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Mission Mangal Box Office Collection Day 21: बॉलीवुड एक्टर अक्षय कुमार (Akshay Kumar) की फिल्म मिशन मंगल 'मिशन मंगल' (Mission Mangal) ने तीसरे हफ्ते में भी कमाल का प्रदर्शन किया है. रिलीज के बाद से अब तक 'मिशन मंगल' ने 'बाटला हाउस' और 'साहो' जैसी बड़ी फिल्म को भी कड़ी टक्कर दी है. 'मिशन मंगल' की रोजाना की कमाई को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा सकता है कि फिल्म ने बीते दिन 1.5 से 2 करोड़ रुपये की कमाई की होगी. इस लिहाज से 'मिशन मंगल' (Mission Mangal) 21 दिनों में कुल 191 से 192 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर सकती है. हालांकि इसके अधिकारिक आंकड़े आने अभी बाकी हैं.  अक्षय कुमार (Akshay Kumar) विद्या बालन (Vidya Balan) और सोनाक्षी सिन्हा स्टारर फिल्म मिशन मंगल ने विदेशों में भी काफी शानदार प्रदर्शन किया है. खासकर ऑस्ट्रेलिया में मिशन मंगल 'मिशन मंगल' (Mission Mangal) ने 1 सितंबर तक 2.91 करोड़ रुपये की कमाई की थी, जो कि उनकी पिछली फिल्म पैडमैन और केसरी के कलेक्शन से ज्यादा है. वहीं, फिल्म के कंटेंट और कलाकारों की बात करें तो मिशन मंगल हर मामले में दर्शकों और समीक्षकों की उम्मीदों पर खरी उतरी है.  अक्षय कुमार, विद्या बालन, तापसी पन्नू (Tapsee Pannu) और सोनाक्षी सिन्हा स्टारर ये फिल्म दर्शकों को खूब पसंद आ रही है. 'मिशन मंगल' (Mission Mangal) की शुरुआत GSLV सी-39 नाम के मिशन फेल होने से शुरू होती है. इसके मिशन डायरेक्टर राकेश धवन (Akshay Kumar) और प्रोजेक्ट डायरेक्टर तारा शिंदे (Vidya Balan) होते हैं. मिशन फेल होने की वजह से राकेश धवन को मार्स मिशन के लिए शिफ्ट कर देते हैं और GSLV सी-39 प्रोजेक्ट के लिए नासा से आए साइंटिस्ट को कमान सौंप देते है. फिल्म की कहानी काफी रोचक है और इसमें महिला सशक्तिकरण को बखूबी दिखाया गया है.
यहाँ एक सारांश है:तीसरे हफ्ते में भी जारी है 'मिशन मंगल' का धमाल 'साहो' और 'बाटला हाउस' को दी कड़ी टक्कर अपने कंटेंट से 'मिशन मंगल' ने जीता सबका दिल
12
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रिजर्व बैंक की ओर से मौद्रिक नीति में रुख नरम करने के संकेत और वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख के बीच निवेशकों की जबरदस्त लिवाली से बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 421 अंक के उछाल के साथ बंद हुआ। सेंसेक्स में यह दो सप्ताह में सबसे बड़ी तेजी है। पिछले सत्र में 63 अंक की बढ़त हासिल करने वाला सेंसेक्स आज और 421.44 अंक मजबूत होकर 15,939.36 अंक पर बंद हुआ। आरआईएल 2.37 प्रतिशत, जबकि इनफोसिस 2.13 प्रतिशत की मजबूत के साथ बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 128.55 अंक मजबूत होकर 4,765.30 अंक पर बंद हुआ। इस दौरान, मेटल, कैपिटल गुड्स और बैंकिंग शेयर लिवाली के आकषर्ण का केन्द्र रहे। एशियाई बाजारों में तेजी और यूरोपीय बाजारों के मजबूती के साथ खुलने से भी घरेलू बाजार की धारणा मजबूत हुई। विश्लेषकों ने कहा कि आरबीआई गवर्नर के बयान का बाजार पर सकारात्मक असर पड़ा। रिजर्व बैंक के गवर्नर ने एक बयान में कहा कि आर्थिक वृद्धि दर में नरमी की चिंता को देखते हुए आरबीआई उधारी दरें घटाने की संभावना तलाश रहा है। इसके अलावा, 15 जनवरी से पात्र विदेशी निवेशकों को प्रत्यक्ष रूप से भारतीय शेयर खरीदने की अनुमति देने के सरकार के निर्णय से भी बाजार की धारणा को बल मिला। सेंसेक्स में शामिल 30 में से 28 कंपनियों के शेयरों में तेजी दर्ज की गई, जबकि केवल महिन्द्रा एंड महिन्द्रा व हीरो मोटोकार्प का शेयर टूटकर बंद हुआ। शीर्ष चार दिग्गज कंपनियों. आरआईएल, इनफोसिस, आईसीआईसीआई बैंक और एलएंडटी ने सेंसेक्स की तेजी में करीब 150 अंक का योगदान किया। तेजी दर्ज करने वाले शेयरों में टाटा स्टील 6.06 प्रतिशत, जिंदल स्टील 5.67 प्रतिशत, कोल इंडिया 4.84 प्रतिशत, स्टरलाइट 4.48 प्रतिशत, हिंडाल्को 2.85 प्रतिशत, एलएंडटी 5.04 प्रतिशत, भेल 4.86 प्रतिशत, एसबीआई 4.72 प्रतिशत, आईसीआईसीआई बैंक 4.16 प्रतिशत और एचडीएफसी बैंक 2.80 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ। इनके अलावा, एचडीएफसी 2.10 प्रतिशत, डीएलएफ 6.84 प्रतिशत, जेपी एसो. 3.61 प्रतिशत, आरआईएल 2.37 प्रतिशत, ओएनजीसी 1.78 प्रतिशत, विप्रो 4.59 प्रतिशत, इनफोसिस 2.13 प्रतिशत, टीसीएस 1.57 प्रतिशत, भारती एयरटेल 3.78 प्रतिशत और टाटा मोटर्स 5.50 प्रतिशत मजबूत हुआ।
सारांश: रिजर्व बैंक की ओर से मौद्रिक नीति में रुख नरम करने के संकेत और वैश्विक बाजारों में तेजी के रुख के बीच निवेशकों की जबरदस्त लिवाली से बांबे स्टाक एक्सचेंज का सेंसेक्स 421 अंक के उछाल के साथ बंद हुआ।
31
['hin']
एक सारांश बनाओ: जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (Jawaharlal Nehru University) के कुलपति एम. जगदीश कुमार ने गुरुवार को कहा है कि कथित तौर पर परिसर में तोड़फोड़ करने वाले विद्यार्थियों की पहचान कर ली गई है और जल्द उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. उन्होंने कहा, "हमने प्रशासन ब्लॉक में तोड़फोड़ करने वाले विद्यार्थियों की पहचान कर ली है और उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने की प्रक्रिया में हैं." उन्होंने कहा, "इसके अलावा विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर की अध्यक्षता में उनके खिलाफ एक अलग आंतरिक जांच भी करवाई जाएगी." उन्होंने यह भी आरोप लगाए कि प्रशासन ब्लॉक में तोड़फोड़ करने के दौरान कुछ विद्यार्थियों ने महिला गार्ड्स के साथ मारपीट भी की. जेएनयू (JNU) के कुलपति ने यह भी स्पष्ट किया कि यह प्राथमिकी सिर्फ प्रशासन ब्लॉक में तोड़फोड़ करने वालों के खिलाफ की जाएगी, क्योंकि विवेकानंद की प्रतिमा तोड़ने वालों की पहचान अभी नहीं हो पाई है. उन्होंने कहा, "स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा जेएनयू के विद्यार्थियों ने ही तोड़ी है, इस बात की पुष्टि अभी तक नहीं हो पाई है, लेकिन जैसे ही हम जल्दी इस बात का पता लगा लेंगे, हम इस मामले में भी प्राथमिकी दर्ज करवाएंगे."  बड़े पैमाने पर सोमवार को हुए विरोध प्रदर्शन के बाद केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री को विश्वविद्यालय परिसर में घंटों तक रूके रहना पड़ा था, बुधवार को जेएनयू के विद्यार्थियों ने प्रस्तावित शुल्क वृद्धि को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ अपनी लड़ाई तेज कर दी थी. विद्यार्थियों ने पूरे प्रशासन ब्लॉक में तोड़फोड़ कर उस स्थान को चित्रित कर दिया और बुधवार रात को स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा के चारों ओर के वातावरण को नष्ट कर दिया. प्रतिमा का अभी भी उद्घाटन किया जाना बाकी है.
जेएनयू में कथित तौर पर स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा तोड़ी गई विश्वविद्यालय इस मामले में दर्ज कराएगा FIR साथ ही आंतरिक जांच भी करवाई जाएगी
26
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भारत ने शनिवार को चीन के अत्यधिक एवं अस्पष्ट रक्षा खर्च पर चिंता जताई। चीन का रक्षा बजट इस वर्ष 106 अरब डॉलर को छू गया है। सिंगापुर में एशिया सुरक्षा सम्मेलन में रक्षा मंत्री एके एंटनी समुद्री स्वतंत्रता पर भाषण देने के बाद प्रश्नों के जवाब दे रहे थे। इसी क्रम में उन्होंने चीन के रक्षा बजट पर चिंता जताई। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कर ने बताया कि एंटनी ने चीन के रक्षा बजट पर चिंता जताई। एंटनी ने कहा, "यह चिंता का विषय है।" सिंताशु, कृष्णा के साथ सिंगापुर गए हैं। एंटनी ने कहा, "भारत अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए अपनी क्षमताओं का भी निर्माण कर रहा है।" एंटनी ने समुद्री-लूट विरोधी उपायों एवं सामुद्रिक सुरक्षा के सम्बंध में भारत एवं चीन के बीच बढ़ते सहयोग का हवाला देते हुए कहा कि इसके बावजूद दोनों देश शांति एवं स्थिरता कायम करने की दिशा में केवल एशिया में ही नहीं बल्कि विश्व में भी काम कर रहे हैं। टिप्पणियां रक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षो में भारत-चीन के बीच सहयोग और बढ़ेगा। अफगानिस्तान के बारे में एंटनी ने कहा कि भारत इस देश के भविष्य को लेकर चिंतित है, खासकर वर्ष 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल की वापसी हो जाएगी। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रक्रिया समावेशी एवं पारदर्शी होनी चाहिए। सिंगापुर में एशिया सुरक्षा सम्मेलन में रक्षा मंत्री एके एंटनी समुद्री स्वतंत्रता पर भाषण देने के बाद प्रश्नों के जवाब दे रहे थे। इसी क्रम में उन्होंने चीन के रक्षा बजट पर चिंता जताई। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कर ने बताया कि एंटनी ने चीन के रक्षा बजट पर चिंता जताई। एंटनी ने कहा, "यह चिंता का विषय है।" सिंताशु, कृष्णा के साथ सिंगापुर गए हैं। एंटनी ने कहा, "भारत अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए अपनी क्षमताओं का भी निर्माण कर रहा है।" एंटनी ने समुद्री-लूट विरोधी उपायों एवं सामुद्रिक सुरक्षा के सम्बंध में भारत एवं चीन के बीच बढ़ते सहयोग का हवाला देते हुए कहा कि इसके बावजूद दोनों देश शांति एवं स्थिरता कायम करने की दिशा में केवल एशिया में ही नहीं बल्कि विश्व में भी काम कर रहे हैं। टिप्पणियां रक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षो में भारत-चीन के बीच सहयोग और बढ़ेगा। अफगानिस्तान के बारे में एंटनी ने कहा कि भारत इस देश के भविष्य को लेकर चिंतित है, खासकर वर्ष 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल की वापसी हो जाएगी। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रक्रिया समावेशी एवं पारदर्शी होनी चाहिए। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता सितांशु कर ने बताया कि एंटनी ने चीन के रक्षा बजट पर चिंता जताई। एंटनी ने कहा, "यह चिंता का विषय है।" सिंताशु, कृष्णा के साथ सिंगापुर गए हैं। एंटनी ने कहा, "भारत अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए अपनी क्षमताओं का भी निर्माण कर रहा है।" एंटनी ने समुद्री-लूट विरोधी उपायों एवं सामुद्रिक सुरक्षा के सम्बंध में भारत एवं चीन के बीच बढ़ते सहयोग का हवाला देते हुए कहा कि इसके बावजूद दोनों देश शांति एवं स्थिरता कायम करने की दिशा में केवल एशिया में ही नहीं बल्कि विश्व में भी काम कर रहे हैं। टिप्पणियां रक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षो में भारत-चीन के बीच सहयोग और बढ़ेगा। अफगानिस्तान के बारे में एंटनी ने कहा कि भारत इस देश के भविष्य को लेकर चिंतित है, खासकर वर्ष 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल की वापसी हो जाएगी। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रक्रिया समावेशी एवं पारदर्शी होनी चाहिए। एंटनी ने कहा, "भारत अपने राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के लिए अपनी क्षमताओं का भी निर्माण कर रहा है।" एंटनी ने समुद्री-लूट विरोधी उपायों एवं सामुद्रिक सुरक्षा के सम्बंध में भारत एवं चीन के बीच बढ़ते सहयोग का हवाला देते हुए कहा कि इसके बावजूद दोनों देश शांति एवं स्थिरता कायम करने की दिशा में केवल एशिया में ही नहीं बल्कि विश्व में भी काम कर रहे हैं। टिप्पणियां रक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षो में भारत-चीन के बीच सहयोग और बढ़ेगा। अफगानिस्तान के बारे में एंटनी ने कहा कि भारत इस देश के भविष्य को लेकर चिंतित है, खासकर वर्ष 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल की वापसी हो जाएगी। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रक्रिया समावेशी एवं पारदर्शी होनी चाहिए। एंटनी ने समुद्री-लूट विरोधी उपायों एवं सामुद्रिक सुरक्षा के सम्बंध में भारत एवं चीन के बीच बढ़ते सहयोग का हवाला देते हुए कहा कि इसके बावजूद दोनों देश शांति एवं स्थिरता कायम करने की दिशा में केवल एशिया में ही नहीं बल्कि विश्व में भी काम कर रहे हैं। टिप्पणियां रक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षो में भारत-चीन के बीच सहयोग और बढ़ेगा। अफगानिस्तान के बारे में एंटनी ने कहा कि भारत इस देश के भविष्य को लेकर चिंतित है, खासकर वर्ष 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल की वापसी हो जाएगी। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रक्रिया समावेशी एवं पारदर्शी होनी चाहिए। रक्षा मंत्री ने उम्मीद जताई कि आने वाले वर्षो में भारत-चीन के बीच सहयोग और बढ़ेगा। अफगानिस्तान के बारे में एंटनी ने कहा कि भारत इस देश के भविष्य को लेकर चिंतित है, खासकर वर्ष 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल की वापसी हो जाएगी। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रक्रिया समावेशी एवं पारदर्शी होनी चाहिए। अफगानिस्तान के बारे में एंटनी ने कहा कि भारत इस देश के भविष्य को लेकर चिंतित है, खासकर वर्ष 2014 में जब अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता बल की वापसी हो जाएगी। एंटनी ने कहा कि अफगानिस्तान में राजनीतिक प्रक्रिया समावेशी एवं पारदर्शी होनी चाहिए।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भारत ने शनिवार को चीन के अत्यधिक एवं अस्पष्ट रक्षा खर्च पर चिंता जताई। चीन का रक्षा बजट इस वर्ष 106 अरब डॉलर को छू गया है।
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: जिन बच्चों की गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड नहीं होते हैं, उनका मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है और परीक्षा में उनके नंबर भी ज्यादा आते हैं. एक रिसर्च में यह खुलासा हुआ है. रिसर्च में यह भी कहा गया है कि जो बच्चे प्यार में होते हैं, उनकी तुलना में किशोर उम्र में प्यार में ना पड़ने वाले बेहतर मानसिक स्थिति में होते हैं. डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक यह रिसर्च यूनिवर्सिटी ऑफ जॉर्जिया ने 600 स्टूडेंट्स के ऊपर की थी. रिसर्च में टीचरों की रेटिंग्स और स्टूडेंट्स से पूछे गये सवालों को शामिल किया गया. विशेषज्ञों के मुताबिक, 'स्कूलों को बच्चों के बीच सिंगल रहने के फायदों को बताना चाहिए जिससे उनका सेहतमंद तरीके से विकास हो सके.' बचपन में फ्री में बर्गर खिलाने वाली 3 महिलाओं को ढूंढ रहे थे क्रिस्टियानो रोनाल्डो, अब हुआ ऐसा... रिसर्च के डाटा के मुताबिक जो लोग रोमांटिक रिलेशनशिप में नहीं थे उनमें डिप्रेशन का लेवल कम था और उनकी सोशल स्किल्स अच्छी थीं.' वह उन लोगों के समकक्ष या उनसे बेहतर थे जो लोग रिलेशनशिप में थे. यह रिसर्च कक्षा 6 से 12 तक के बच्चों के ऊपर की गई थी. यह स्टडी जर्नल ऑफ स्कूल हेल्थ में पब्लिश हुई.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: रिसर्च में खुलासा- सिंगल बच्चों के आते हैं ज्यादा नंबर सिंगल बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य अच्छा रहता है: रिसर्च सिंगल बच्चों का सामाजिक स्तर भी अच्छा होता है- रिसर्च
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) (Hindustani Awam Morcha) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) ने रविवार को कहा कि उन्होंने ऐसा कभी नहीं कहा कि उनकी पार्टी महागठबंधन से अलग होगी. मांझी ने हालही में प्रदेश में विपक्षी दलों के महागठबंधन से बाहर जाने के संकेत दिए थे. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (सेक्युलर) के युवा प्रकोष्ठ की समीक्षा बैठक के बाद मांझी ने पत्रकारों से कहा, ‘‘हमने कभी नहीं कहा कि महागठबंधन से अलग होंगे. इसी शर्त पर आए थे कि महागठबंधन की समन्वय समिति का गठन किया जाएगा और जो भी निर्णय लिए जाएंगे इस समिति के माध्यम लिए जाएंगे. अगर इस समिति का गठन नहीं होगा तो हम उनके साथ नहीं रहेंगे.''  उन्होंने कहा कि 13 नवंबर को होने वाले महागठबंधन के महाधरना में हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा सेक्युलर तभी शामिल होगी जब इस गठबंधन में समन्वय समिति का गठन होगा. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (से0) की बृहस्पतिवार को पटना में आयोजित केंद्रीय एवं राज्य कार्यकारिणी की बैठक के बाद मांझी के बिहार विधानसभा 2020 के चुनाव स्वतंत्र रूप में लड़ने के अपने पुराने निर्णय को दोहराये जाने पर उनके महागठबंधन के अलग होने के कयास लगाए जाने लगे थे. उन्होंने कहा था कि महागठबंधन में समन्वय समिति का नहीं होने एवं सर्वसम्मति से निर्णय नहीं होने की स्थिति में ऐसा निर्णय लिया गया है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: मांझी ने कहा- हमने कभी नहीं कहा कि महागठबंधन से अलग होंगे मांझी ने विपक्षी दलों के महागठबंधन से बाहर जाने के संकेत दिए थे अगर समिति का गठन नहीं होगा तो हम उनके साथ नहीं रहेंगे
25
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी ओपन के चौथे दौर के मुकाबले में अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन देल पोत्रो से हारने के साथ ही अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी एंडी रॉडिक ने अश्रुपूरित नेत्रों से टेनिस को अलविदा कह दिया। 2003 में अमेरिकी ओपन जीतने वाले रॉडिक पहले ही कह चुके थे कि यह उनका आखिरी टूर्नामेंट है। उन्होंने 12 साल के करियर में 32 खिताब और दो करोड़ डॉलर पुरस्कार राशि जीती। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी रहे रॉडिक विम्बलडन में तीन बार उपविजेता रहे।टिप्पणियां उन्होंने 6-7, 7-6, 6-2, 6-4 से हुई अपनी हार के बाद कहा, मैंने अपने करियर के हर पल का मजा लिया। पहली बार मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि क्या कहूं। रॉडिक को ट्विटर पर शुभकामना संदेशों का भी तांता लग गया। विश्व प्रसिद्ध गोल्फ खिलाड़ी टाइगर वुड्स ने कहा, खेल के मैदान पर इतनी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद। तुम्हारी कमी खलेगी। तीन बार की चैंपियन सेरेना विलियम्स ने कहा, मुझे अपने दोस्त की कमी खलेगी। 2003 में अमेरिकी ओपन जीतने वाले रॉडिक पहले ही कह चुके थे कि यह उनका आखिरी टूर्नामेंट है। उन्होंने 12 साल के करियर में 32 खिताब और दो करोड़ डॉलर पुरस्कार राशि जीती। दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी रहे रॉडिक विम्बलडन में तीन बार उपविजेता रहे।टिप्पणियां उन्होंने 6-7, 7-6, 6-2, 6-4 से हुई अपनी हार के बाद कहा, मैंने अपने करियर के हर पल का मजा लिया। पहली बार मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि क्या कहूं। रॉडिक को ट्विटर पर शुभकामना संदेशों का भी तांता लग गया। विश्व प्रसिद्ध गोल्फ खिलाड़ी टाइगर वुड्स ने कहा, खेल के मैदान पर इतनी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद। तुम्हारी कमी खलेगी। तीन बार की चैंपियन सेरेना विलियम्स ने कहा, मुझे अपने दोस्त की कमी खलेगी। उन्होंने 6-7, 7-6, 6-2, 6-4 से हुई अपनी हार के बाद कहा, मैंने अपने करियर के हर पल का मजा लिया। पहली बार मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि क्या कहूं। रॉडिक को ट्विटर पर शुभकामना संदेशों का भी तांता लग गया। विश्व प्रसिद्ध गोल्फ खिलाड़ी टाइगर वुड्स ने कहा, खेल के मैदान पर इतनी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद। तुम्हारी कमी खलेगी। तीन बार की चैंपियन सेरेना विलियम्स ने कहा, मुझे अपने दोस्त की कमी खलेगी। रॉडिक को ट्विटर पर शुभकामना संदेशों का भी तांता लग गया। विश्व प्रसिद्ध गोल्फ खिलाड़ी टाइगर वुड्स ने कहा, खेल के मैदान पर इतनी प्रतिबद्धता के लिए धन्यवाद। तुम्हारी कमी खलेगी। तीन बार की चैंपियन सेरेना विलियम्स ने कहा, मुझे अपने दोस्त की कमी खलेगी।
संक्षिप्त सारांश: अमेरिकी ओपन के चौथे दौर के मुकाबले में अर्जेंटीना के जुआन मार्टिन देल पोत्रो से हारने के साथ ही अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी एंडी रॉडिक ने अश्रुपूरित नेत्रों से टेनिस को अलविदा कह दिया।
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: देश में अब तक के सबसे बड़े अश्लील कारोबार का अमरावती पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में पुलिस ने 150 अश्लील क्लिपिंग जब्त की हैं। जानकारी के अनुसार पुलिस ने 150 अश्लील क्लिपिंग जब्त की हैं जिनमें से कुछ में कॉलेज की लड़कियों को आपत्तिजनक अवस्था में दिखाया गया है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि रविवार को ये क्लिपिंग जब्त की गईं और इस सिलसिले में दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इन आरोपियों के नाम लोकेश राठौड़ा और अंकित गुप्ता बताया गया है। क्लीपिंग बनाने से पूर्व दोनों आरोपियों ने महाराष्ट्र के कई जिलों में पहले तो कॉलेजों की युवतियों को अपने प्यार के जाल में फंसाया और फिर चोरी से मोबाइल पर एमएमएस बना लिया करते थे। लड़कियों के एमएमएस बनाने के बाद ब्लैकमेल करने की भी शिकायत मिली हैं। बताया गया है कि दोनों आरोपी 100 रुपये से 200 रुपये में यह क्लिपिंग चुनिंदा ग्राहकों को बेच देते थे।
संक्षिप्त सारांश: देश में अब तक के सबसे बड़े अश्लील कारोबार का अमरावती पुलिस ने भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में पुलिस ने 150 अश्लील क्लिपिंग जब्त की हैं।
0
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भारतीय स्टेट बैंक (SBI) के नेतृत्व में भारतीय सरकारी बैंकों के एक समूह ने ब्रिटेन के उच्च न्यायालय से शराब कारोबारी व भगोड़ा विजय माल्या को तकरीबन 1.145 अरब पाउंड का कर्ज न चुकाने के आरोप में दिवालिया घोषित करने का आदेश देने की एक बार फिर अपील की है. लंदन में उच्च न्यायालय की दिवाला शाखा में न्यायाधीश माइकल ब्रिग्स ने इस सप्ताह सुनवाई की. वह बैंकों की 2018 की उस याचिका पर सुनवाई कर रहे हैं जिसमें अब बंद हो चुकी किंगफिशर एयरलाइंस द्वारा लिए गए कर्ज की भरपाई करने की कोशिश की जा रही है. उच्च न्यायालय ने पूर्व में दिए एक फैसले में दुनियाभर में माल्या की संपत्ति के लेन-देन पर प्रतिबंध लगाए जाने के आदेश को पलटने से इनकार कर दिया था और भारत की एक अदालत के उस फैसले को बरकरार रखा था कि 13 भारतीय बैंकों का समूह तकरीबन 1.145 अरब पाउंड के कर्ज की भरपाई करने के लिए अधिकृत है. इसके बाद बैंकों ने संपत्ति जब्त करने के आदेश के तौर पर भरपाई की कवायद शुरू की. इसी के तहत कर्ज की भरपाई करने के लिए ब्रिटेन में माल्या की संपत्ति को जब्त करने की अपील करते हुए दिवाला याचिका दायर की. एसबीआई के अलावा बैंकों के इस समूह में बैंक ऑफ बड़ौदा, कॉरपोरेशन बैंक, फेडरल बैंक लिमिटेड, आईडीबीआई बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, जम्मू एंड कश्मीर बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, स्टेट बैंक ऑफ मैसूर, यूको बैंक, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया और जेएम फाइनेंशियल एसेट रिकंसट्रक्शन कंपनी प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं. गौरतलब है कि हाल ही में लंदन की रॉयल कोर्ट ने भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को निचली अदालत द्वारा उनके प्रत्यर्पण की अनुमति के खिलाफ अर्जी दाखिल करने की अनुमति दे दी थी. बता दें कि विजय माल्या ने अप्रैल में निचली अदालत के इस फैसले के खिलाफ अपील की थी. जिसपर आखिरकार दो जजों की बेंच ने सुनवाई की और उन्हें अपने प्रत्यर्पण के खिलाफ अर्जी देने की अनुमति दे दी. बता दें कि कुछ महीने पहले ही विजय माल्या (Vijay Mallya) को लंदन की कोर्ट (UK Court) ने  प्रत्यर्पण ( Extradition) के खिलाफ दी गई माल्या की अर्जी को खारिज कर दिया था. लंदन की अदालत नेविजय माल्या (Vijay Mallya News) को प्रत्यर्पण के खिलाफ अपील करने की अनुमति नहीं दी थी. बता दें कि कोर्ट ने माल्या की लिखित अपील को खारिज कर दिया था. इसके बाद मौखिक सुनवाई हुई थी. बता दें कि बीते फरवरी महीने में ब्रिटेन के गृह मंत्री ने शराब कारोबारी विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित किये जाने का आदेश दिया था.
संक्षिप्त सारांश: भगोड़े विजय माल्या की बढ़ सकती है मुश्किल लंदन की अदालत ने पहली बार की गयी अपील को ठुकरा दिया था विजय माल्या पर है 1.145 अरब पाउंड का कर्ज
0
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने लॉर्ड्स मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी एशेज-2013 के दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में सस्ते में शुरुआती तीन विकेट गंवा दिए लेकिन इसके बावजूद उसका पलड़ा भारी है। इंग्लैंड ने 264 रनों की बढ़त के साथ दिन की समाप्ति की। इंग्लैंड ने दिन की समाप्ति तक तीन विकेट के नुकसान पर 31 रन बनाए हैं। जोए रूट 18 और नाइटवॉचमैन टिम ब्रेस्नन खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। इंग्लैंड ने पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी अपने तीन विकेट सस्ते में गंवा दिए। महज 30 रन के कुल योग पर ही कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्रॉट (5) और केविन पीटरसन (5) पवेलियन लौट गए। तीनों विकेट पीटर सिडल ने लिए। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर सीमित कर दी। इस तरह मेजबान टीम को पहली पारी की तुलना में 233 रनों की बढ़त मिली। ऐसा लगा कि इंग्लैंड का शीर्ष क्रम पर पहली पारी की नाकामी को भुलाकर दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत करेगा लेकिन सिडल ने 22 के कुल योग पर कुक और फिर इसी योग पर ट्रॉट को आउट करके अपनी टीम को मैच में वापसी कराने की भरपूर कोशिश की। पीटरसन का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा। इससे पहले, स्वान और ब्रेस्नन ने अपनी सधी हुई गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 128 रनों पर समेट दी। शेन वॉटसन ने सबसे अधिक 30 रन बनाए। वॉटसन का विकेट 42 रन के कुल योग पर गिरा और इसके बाद 86 रनों के कुल योग पर बाकी के नौ बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। कप्तान माइकल क्लार्क ने 28 रन बनाए। इंग्लैंड ने पहले दिन की समाप्ति तक सात विकेट पर 289 रन बनाए। उसके तीन बल्लेबाजों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 361 रनों तक पहुंचा दिया। रेयान हैरिस ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। इंग्लैंड ने दिन की समाप्ति तक तीन विकेट के नुकसान पर 31 रन बनाए हैं। जोए रूट 18 और नाइटवॉचमैन टिम ब्रेस्नन खाता खोले बगैर नाबाद लौटे। इंग्लैंड ने पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी अपने तीन विकेट सस्ते में गंवा दिए। महज 30 रन के कुल योग पर ही कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्रॉट (5) और केविन पीटरसन (5) पवेलियन लौट गए। तीनों विकेट पीटर सिडल ने लिए। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर सीमित कर दी। इस तरह मेजबान टीम को पहली पारी की तुलना में 233 रनों की बढ़त मिली। ऐसा लगा कि इंग्लैंड का शीर्ष क्रम पर पहली पारी की नाकामी को भुलाकर दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत करेगा लेकिन सिडल ने 22 के कुल योग पर कुक और फिर इसी योग पर ट्रॉट को आउट करके अपनी टीम को मैच में वापसी कराने की भरपूर कोशिश की। पीटरसन का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा। इससे पहले, स्वान और ब्रेस्नन ने अपनी सधी हुई गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 128 रनों पर समेट दी। शेन वॉटसन ने सबसे अधिक 30 रन बनाए। वॉटसन का विकेट 42 रन के कुल योग पर गिरा और इसके बाद 86 रनों के कुल योग पर बाकी के नौ बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। कप्तान माइकल क्लार्क ने 28 रन बनाए। इंग्लैंड ने पहले दिन की समाप्ति तक सात विकेट पर 289 रन बनाए। उसके तीन बल्लेबाजों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 361 रनों तक पहुंचा दिया। रेयान हैरिस ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। इंग्लैंड ने पहली पारी की तरह दूसरी पारी में भी अपने तीन विकेट सस्ते में गंवा दिए। महज 30 रन के कुल योग पर ही कप्तान एलिस्टर कुक (8), जोनाथन ट्रॉट (5) और केविन पीटरसन (5) पवेलियन लौट गए। तीनों विकेट पीटर सिडल ने लिए। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर सीमित कर दी। इस तरह मेजबान टीम को पहली पारी की तुलना में 233 रनों की बढ़त मिली। ऐसा लगा कि इंग्लैंड का शीर्ष क्रम पर पहली पारी की नाकामी को भुलाकर दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत करेगा लेकिन सिडल ने 22 के कुल योग पर कुक और फिर इसी योग पर ट्रॉट को आउट करके अपनी टीम को मैच में वापसी कराने की भरपूर कोशिश की। पीटरसन का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा। इससे पहले, स्वान और ब्रेस्नन ने अपनी सधी हुई गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 128 रनों पर समेट दी। शेन वॉटसन ने सबसे अधिक 30 रन बनाए। वॉटसन का विकेट 42 रन के कुल योग पर गिरा और इसके बाद 86 रनों के कुल योग पर बाकी के नौ बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। कप्तान माइकल क्लार्क ने 28 रन बनाए। इंग्लैंड ने पहले दिन की समाप्ति तक सात विकेट पर 289 रन बनाए। उसके तीन बल्लेबाजों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 361 रनों तक पहुंचा दिया। रेयान हैरिस ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी में 361 रन बनाने के बाद ग्रीम स्वान (44/5) के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी मात्र 128 रनों पर सीमित कर दी। इस तरह मेजबान टीम को पहली पारी की तुलना में 233 रनों की बढ़त मिली। ऐसा लगा कि इंग्लैंड का शीर्ष क्रम पर पहली पारी की नाकामी को भुलाकर दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत करेगा लेकिन सिडल ने 22 के कुल योग पर कुक और फिर इसी योग पर ट्रॉट को आउट करके अपनी टीम को मैच में वापसी कराने की भरपूर कोशिश की। पीटरसन का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा। इससे पहले, स्वान और ब्रेस्नन ने अपनी सधी हुई गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 128 रनों पर समेट दी। शेन वॉटसन ने सबसे अधिक 30 रन बनाए। वॉटसन का विकेट 42 रन के कुल योग पर गिरा और इसके बाद 86 रनों के कुल योग पर बाकी के नौ बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। कप्तान माइकल क्लार्क ने 28 रन बनाए। इंग्लैंड ने पहले दिन की समाप्ति तक सात विकेट पर 289 रन बनाए। उसके तीन बल्लेबाजों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 361 रनों तक पहुंचा दिया। रेयान हैरिस ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। ऐसा लगा कि इंग्लैंड का शीर्ष क्रम पर पहली पारी की नाकामी को भुलाकर दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत करेगा लेकिन सिडल ने 22 के कुल योग पर कुक और फिर इसी योग पर ट्रॉट को आउट करके अपनी टीम को मैच में वापसी कराने की भरपूर कोशिश की। पीटरसन का विकेट 30 रन के कुल योग पर गिरा। इससे पहले, स्वान और ब्रेस्नन ने अपनी सधी हुई गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 128 रनों पर समेट दी। शेन वॉटसन ने सबसे अधिक 30 रन बनाए। वॉटसन का विकेट 42 रन के कुल योग पर गिरा और इसके बाद 86 रनों के कुल योग पर बाकी के नौ बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। कप्तान माइकल क्लार्क ने 28 रन बनाए। इंग्लैंड ने पहले दिन की समाप्ति तक सात विकेट पर 289 रन बनाए। उसके तीन बल्लेबाजों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 361 रनों तक पहुंचा दिया। रेयान हैरिस ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। इससे पहले, स्वान और ब्रेस्नन ने अपनी सधी हुई गेंदबाजी के दम पर ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 128 रनों पर समेट दी। शेन वॉटसन ने सबसे अधिक 30 रन बनाए। वॉटसन का विकेट 42 रन के कुल योग पर गिरा और इसके बाद 86 रनों के कुल योग पर बाकी के नौ बल्लेबाज पवेलियन लौट गए। कप्तान माइकल क्लार्क ने 28 रन बनाए। इंग्लैंड ने पहले दिन की समाप्ति तक सात विकेट पर 289 रन बनाए। उसके तीन बल्लेबाजों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 361 रनों तक पहुंचा दिया। रेयान हैरिस ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। इंग्लैंड ने पहले दिन की समाप्ति तक सात विकेट पर 289 रन बनाए। उसके तीन बल्लेबाजों ने उम्मीद से उलट प्रदर्शन करते हुए स्कोर को 361 रनों तक पहुंचा दिया। रेयान हैरिस ने 72 रन देकर 5 विकेट लिए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। दूसरे दिन के पहले सत्र में हैरिस ने ब्रेस्नन को सात और एंडरसन को 12 रनों के निजी योग पर आउट किया और तीसरी बार पारी में पांच विकेट झटकने का कारनामा किया। लार्ड्स में उन्होंने पहले दफे यह कारनामा किया है।टिप्पणियां अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। अंतिम विकेट के तौर पर स्टुअर्ट ब्रॉड (33) पवेलियन लौटे। ग्रीम स्वान 28 रनों पर नाबाद लौटे। स्वान और ब्रॉड ने अंतिम विकेट के लिए 40 गेंदों पर 48 रनों की साझेदारी निभाई। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए। पारी के 101वें ओवर की पहली गेंद पर जेम्स पेटिंसन द्वारा विकेट के पीछे कैच होने से पहले ब्रॉड ने 29 गेंदों पर पांच चौके और एक छक्का लगाया। स्वान ने अपनी 26 गेंदों की पारी में पांच चौके लगाए।
संक्षिप्त सारांश: इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने लॉर्ड्स मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के साथ जारी एशेज-2013 के दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन शुक्रवार का खेल खत्म होने तक अपनी दूसरी पारी में सस्ते में शुरुआती तीन विकेट गंवा दिए लेकिन इसके बावजूद उसका पलड़ा भारी है।
0
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा से अपील की कि वह पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगने की अपनी मांग पर पुनर्विचार करें क्योंकि सार्वजनिक तौर पर इस तरह की याचना करना सर्वथा अनुचित है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सिन्हा को सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग नहीं करनी चाहिए थी। सिन्हा के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संभावना पर पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओपी कोहली ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि उनके खिलाफ किसी कार्रवाई की पहल भाजपा संसदीय बोर्ड ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा का विधान कहता है कि अगर किसी सांसद ने अनुशासनहीनता की है तो उस बारे में केवल संसदीय बोर्ड निर्णय करेगा। गडकरी की कंपनी पूर्ती समूह में संदेहास्पद निवेश के आरोपों के चलते उनके अध्यक्ष पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसा करके ‘हमने उन लोगों को गहरी निराशा दी है जो लोग कांग्रेस पार्टी के भंयकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए।’ टिप्पणियां पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं।’ सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि सिन्हा को सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग नहीं करनी चाहिए थी। सिन्हा के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संभावना पर पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओपी कोहली ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि उनके खिलाफ किसी कार्रवाई की पहल भाजपा संसदीय बोर्ड ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा का विधान कहता है कि अगर किसी सांसद ने अनुशासनहीनता की है तो उस बारे में केवल संसदीय बोर्ड निर्णय करेगा। गडकरी की कंपनी पूर्ती समूह में संदेहास्पद निवेश के आरोपों के चलते उनके अध्यक्ष पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसा करके ‘हमने उन लोगों को गहरी निराशा दी है जो लोग कांग्रेस पार्टी के भंयकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए।’ टिप्पणियां पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं।’ सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। सिन्हा के विरूद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने की संभावना पर पार्टी की अनुशासन समिति के अध्यक्ष ओपी कोहली ने सीधा जवाब देने से बचते हुए कहा कि उनके खिलाफ किसी कार्रवाई की पहल भाजपा संसदीय बोर्ड ही कर सकता है। उन्होंने कहा कि भाजपा का विधान कहता है कि अगर किसी सांसद ने अनुशासनहीनता की है तो उस बारे में केवल संसदीय बोर्ड निर्णय करेगा। गडकरी की कंपनी पूर्ती समूह में संदेहास्पद निवेश के आरोपों के चलते उनके अध्यक्ष पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसा करके ‘हमने उन लोगों को गहरी निराशा दी है जो लोग कांग्रेस पार्टी के भंयकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए।’ टिप्पणियां पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं।’ सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। गडकरी की कंपनी पूर्ती समूह में संदेहास्पद निवेश के आरोपों के चलते उनके अध्यक्ष पद से नहीं हटने पर सीधा प्रहार करते हुए सिन्हा ने कहा कि ऐसा करके ‘हमने उन लोगों को गहरी निराशा दी है जो लोग कांग्रेस पार्टी के भंयकर भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ने के लिए हमारी ओर देख रहे थे। हमारी पार्टी के अध्यक्ष दोषी हैं या नहीं, आज यह मुद्दा नहीं है। मुद्दा यह है कि हम सब जो सार्वजनिक जीवन में हैं वे दोष लगाए जाने से ऊपर होने चाहिए।’ टिप्पणियां पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं।’ सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। पूर्व वित्त मंत्री ने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के इस चरण में भाजपा की विश्वसनीयता संदेह से परे होनी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘भारत की जनता के प्रति भाजपा के ऐतिहासिक कर्तव्य को पूरा करने के लिए मैं पूरी विनम्रता से नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि वह तुरंत पार्टी अध्यक्ष पद से हट जाएं।’ सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं। सिन्हा से पहले पार्टी के राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी भी सार्वजनिक तौर पर गडकरी के इस्तीफे की मांग कर चुके हैं।
संक्षिप्त पाठ: भाजपा ने अपने वरिष्ठ नेता यशवंत सिन्हा से अपील की कि वह पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी का इस्तीफा मांगने की अपनी मांग पर पुनर्विचार करें क्योंकि सार्वजनिक तौर पर इस तरह की याचना करना सर्वथा अनुचित है।
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का गोधरा में एक दिन का सद्भावना उपवास शुरू हो चुका है। मोदी के साथ 8 हजार कार्यकर्ता भी सद्भावना मिशन के तहत उपवास पर हैं। सुरक्षा व्यवस्था में 1500 से अधिक जवानों को लगाया गया है।टिप्पणियां गोधरा वही जगह है जहां से साल 2002 में दंगों की शुरुआत हुई थी लेकिन इस बार राज्य के मुख्यमंत्री यहां के मुसलमानों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। सद्भावना उपवास में आने वाले मुसलमानों के लिए यहां खास इंतजाम किए गए हैं। उनके लिए अलग पंडाल लगाए गए है जहां वो जुमे की नमाज अता कर सकें। मोदी के साथ-साथ उनके विरोधियों ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। उनके उपवास के दौरान कई एनजीओ ने विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम है तो कांग्रेस के नेता शंकर सिंह वाघेला भी दिनभर का सतकर्म उपवास कर रहे हैं। गोधरा वही जगह है जहां से साल 2002 में दंगों की शुरुआत हुई थी लेकिन इस बार राज्य के मुख्यमंत्री यहां के मुसलमानों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। सद्भावना उपवास में आने वाले मुसलमानों के लिए यहां खास इंतजाम किए गए हैं। उनके लिए अलग पंडाल लगाए गए है जहां वो जुमे की नमाज अता कर सकें। मोदी के साथ-साथ उनके विरोधियों ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। उनके उपवास के दौरान कई एनजीओ ने विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम है तो कांग्रेस के नेता शंकर सिंह वाघेला भी दिनभर का सतकर्म उपवास कर रहे हैं। उनके लिए अलग पंडाल लगाए गए है जहां वो जुमे की नमाज अता कर सकें। मोदी के साथ-साथ उनके विरोधियों ने भी अपनी तैयारी पूरी कर ली है। उनके उपवास के दौरान कई एनजीओ ने विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम है तो कांग्रेस के नेता शंकर सिंह वाघेला भी दिनभर का सतकर्म उपवास कर रहे हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: गोधरा वही जगह है, जहां से साल 2002 में दंगों की शुरुआत हुई थी, लेकिन इस बार मोदी यहां के मुसलमानों को रिझाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: संसद पर आतंकवादी हमले के 12 साल बाद मामले के दोषी अफजल गुरु को शनिवार सुबह आठ बजे दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। फांसी देने की पूरी कार्रवाई गोपनीय रखी गई। यहां के तिहाड़ जेल में अफजल को जिस सेल में रखा गया था उसके बाहर सुबह आठ बजे मरते दम तक फांसी पर लटका दिया गया। मरने के तुरंत बाद उसे दफना भी दिया गया। 13 दिसंबर 2001 को पांच हथियार बंद आतंकवादी संसद भवन परिसर में घुस आए और हमला बोल दिया। इस हमले में 10 लोग मारे गए थे। जिस समय हमला हुआ था उस समय संसद भवन में 100 सांसद मौजूद थे। अफजल के अंत पर छह रोज पहले उस समय मुहर लग गई जब 3 फरवरी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी थी। कश्मीर घाटी के सोपोर कस्बे के समीप दोआबगाह (सीर) गांव के रहने वाले अफजल को शुक्रवार की शाम से पता था कि उसे फांसी दे दी जाएगी। उसकी आखिरी घड़ी को याद करते हुए तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह पांच बजे वह जगा और फांसी के तख्ते पर जाने से पहले उसने नमाज अदा की। सर्वोच्च न्यायालय से फांसी पर मुहर लगने के बाद से जिस सेल में उसने अपना लंबा अकेलापन गुजारा उसी के समीप उसे दफना दिया गया। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के महज तीन माह बाद अफजल की फांसी की खबर जैसे ही फैली, वैसे ही कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। यहां के तिहाड़ जेल में अफजल को जिस सेल में रखा गया था उसके बाहर सुबह आठ बजे मरते दम तक फांसी पर लटका दिया गया। मरने के तुरंत बाद उसे दफना भी दिया गया। 13 दिसंबर 2001 को पांच हथियार बंद आतंकवादी संसद भवन परिसर में घुस आए और हमला बोल दिया। इस हमले में 10 लोग मारे गए थे। जिस समय हमला हुआ था उस समय संसद भवन में 100 सांसद मौजूद थे। अफजल के अंत पर छह रोज पहले उस समय मुहर लग गई जब 3 फरवरी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी थी। कश्मीर घाटी के सोपोर कस्बे के समीप दोआबगाह (सीर) गांव के रहने वाले अफजल को शुक्रवार की शाम से पता था कि उसे फांसी दे दी जाएगी। उसकी आखिरी घड़ी को याद करते हुए तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह पांच बजे वह जगा और फांसी के तख्ते पर जाने से पहले उसने नमाज अदा की। सर्वोच्च न्यायालय से फांसी पर मुहर लगने के बाद से जिस सेल में उसने अपना लंबा अकेलापन गुजारा उसी के समीप उसे दफना दिया गया। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के महज तीन माह बाद अफजल की फांसी की खबर जैसे ही फैली, वैसे ही कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। 13 दिसंबर 2001 को पांच हथियार बंद आतंकवादी संसद भवन परिसर में घुस आए और हमला बोल दिया। इस हमले में 10 लोग मारे गए थे। जिस समय हमला हुआ था उस समय संसद भवन में 100 सांसद मौजूद थे। अफजल के अंत पर छह रोज पहले उस समय मुहर लग गई जब 3 फरवरी को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी थी। कश्मीर घाटी के सोपोर कस्बे के समीप दोआबगाह (सीर) गांव के रहने वाले अफजल को शुक्रवार की शाम से पता था कि उसे फांसी दे दी जाएगी। उसकी आखिरी घड़ी को याद करते हुए तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह पांच बजे वह जगा और फांसी के तख्ते पर जाने से पहले उसने नमाज अदा की। सर्वोच्च न्यायालय से फांसी पर मुहर लगने के बाद से जिस सेल में उसने अपना लंबा अकेलापन गुजारा उसी के समीप उसे दफना दिया गया। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के महज तीन माह बाद अफजल की फांसी की खबर जैसे ही फैली, वैसे ही कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। 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ने उसकी दया याचिका खारिज कर दी थी। कश्मीर घाटी के सोपोर कस्बे के समीप दोआबगाह (सीर) गांव के रहने वाले अफजल को शुक्रवार की शाम से पता था कि उसे फांसी दे दी जाएगी। उसकी आखिरी घड़ी को याद करते हुए तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह पांच बजे वह जगा और फांसी के तख्ते पर जाने से पहले उसने नमाज अदा की। सर्वोच्च न्यायालय से फांसी पर मुहर लगने के बाद से जिस सेल में उसने अपना लंबा अकेलापन गुजारा उसी के समीप उसे दफना दिया गया। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के महज तीन माह बाद अफजल की फांसी की खबर जैसे ही फैली, वैसे ही कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। कश्मीर घाटी के सोपोर कस्बे के समीप दोआबगाह (सीर) गांव के रहने वाले अफजल को शुक्रवार की शाम से पता था कि उसे फांसी दे दी जाएगी। उसकी आखिरी घड़ी को याद करते हुए तिहाड़ जेल के अधिकारियों ने बताया कि शनिवार सुबह पांच बजे वह जगा और फांसी के तख्ते पर जाने से पहले उसने नमाज अदा की। सर्वोच्च न्यायालय से फांसी पर मुहर लगने के बाद से जिस सेल में उसने अपना लंबा अकेलापन गुजारा उसी के समीप उसे दफना दिया गया। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के महज तीन माह बाद अफजल की फांसी की खबर जैसे ही फैली, वैसे ही कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। सर्वोच्च न्यायालय से फांसी पर मुहर लगने के बाद से जिस सेल में उसने अपना लंबा अकेलापन गुजारा उसी के समीप उसे दफना दिया गया। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के महज तीन माह बाद अफजल की फांसी की खबर जैसे ही फैली, वैसे ही कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। मुंबई पर आतंकवादी हमले के दोषी पाकिस्तानी नागरिक अजमल कसाब को फांसी दिए जाने के महज तीन माह बाद अफजल की फांसी की खबर जैसे ही फैली, वैसे ही कश्मीर घाटी में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। बड़े शहरों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया और पुलिस एवं अर्ध सैनिक बलों, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) को प्रदर्शनकारियों को काबू में रखने के लिए भारी मशक्कत करनी पड़ी। सुरक्षा बलों से संघर्ष के दौरान कई लोग घायल हो गए जिनमें से दो की हालत नाजुक है। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। हुर्रियत कान्फ्रेंस के नरमपंथी धड़े के नेता मीरवाइज उमर फारूक ने अफजल की फांसी पर चार दिन का शोक घोषित किया है। गुट ने कहा है, "यह राजनीतिक हत्या है जिसका भारत की न्याय प्रणाली से लेना-देना नहीं है।" मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। मामले पर केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा, "मेरे गृह मंत्री पद संभालने के बाद अफजल गुरु का भी मामला राष्ट्रपति की ओर से मुझे भेजा गया। मैंने मामले का विस्तृत अध्ययन किया और 21 जनवरी को राष्ट्रपति के पास अपनी सिफारिश भेज दी और वहां से फाइल मेरे पास 3 फरवरी को लौट कर आई। न्यायपालिका ने 8 फरवरी को फांसी की तारीख मुकर्रर की और समय भी तय किया।" जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें शुक्रवार शाम 8 बजे फैसले की सूचना दी गई। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। अफजल को फांसी दिए जाने का भाजपा और वाम दलों ने भी स्वागत किया है। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का नजरिया हालांकि भिन्न है। दिल्ली उच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश राजिंदर सच्चर ने कहा, "आज की फांसी में शालीनता की दरकार थी। वह कसाब के जैसा नहीं था। वह एक भारतीय था।" संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। संसद पर हमला मामले में आरोप से बरी किए गए दिल्ली विश्वविद्यालय के व्याख्याता एसएआर गिलानी ने कहा कि प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। गिलानी ने बताया, "मैंने सुबह साढ़े छह पौने सात बजे अफजल की पत्नी को जगाया और उसे फांसी की अफवाह के बारे में बताया। यह उसके लिए हतप्रभ करने वाली सूचना थी। उसने कहा कि परिवार के किसी भी सदस्य को इसके बारे में नहीं बताया गया है।" अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। अफजल गुरु के छोटे भाई यासीन गुरु ने भी कहा कि उन्हें फांसी दिए जाने या राष्ट्रपति द्वारा याचिका ठुकराए जाने की कोई जानकारी नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि अफजल की पत्नी तबस्सुम गहरे सदमे में है। वह और परिवार के सभी सदस्य अब उसका शव सौंपे जाने की मांग कर रहे हैं। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। इसके विपरीत गृह सचिव आरके सिंह ने दावा किया है कि परिवार को फांसी के बारे में सूचित कर दिया गया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल को मृत्युदंड की सजा सुनाई थी। उसे अक्टूबर, 2006 में फांसी होनी थी लेकिन उसकी पत्नी की ओर से दया याचिका दायर करने के बाद इस पर रोक लग गई। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। अफजल के परिवार में उसकी पत्नी तब्बसुम और 14 वर्षीय बेटा गालिब है। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। अफजल को 13 दिसम्बर 2001 को संसद पर हुए हमले के बाद गिरफ्तार किया गया था। उसे शौकत हुसैन, शौकत की पत्नी अफशान गुरु, और दिल्ली विश्वविद्यालय के प्राख्याता एसएआर गिलानी के साथ दोषी ठहराया गया था।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। सर्वोच्च न्यायालय ने 2004 में अफजल की फांसी की सजा की पुष्टि कर दी थी, जबकि शौकत गुरु की कारावास की सजा पूरी हो जाने पर उसे रिहा कर दिया गया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था। अफशान गुरु और एसएआर गिलानी को संदेह का लाभ मिला और सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों को मामले से बरी कर दिया था।
यहाँ एक सारांश है:संसद पर आतंकवादी हमले के 12 साल बाद मामले के दोषी अफजल गुरु को शनिवार सुबह आठ बजे दिल्ली स्थित तिहाड़ जेल में फांसी दे दी गई। फांसी देने की पूरी कार्रवाई गोपनीय रखी गई।
17
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: सरकार ने इन आशंकाओं को खारिज कर दिया है कि देश जब फिर से 7 फीसदी की वृद्धि दर के रास्ते पर लौटेगा, तो इससे महंगाई भी बढ़ेगी। सरकार ने कहा कि दोनों के बीच किसी प्रकार का संबंध नहीं है।टिप्पणियां योजना मंत्री राजीव शुक्ला ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा, 2007-08 में 9.3 फीसदी और 2009-10 में 8.6 प्रतिशत की ऊंची वृद्धि दर के बावजूद महंगाई की दर काफी कम थी। शुक्ला ने कहा कि ऐसे में यह जरूरी नहीं है कि जब आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत के पार जाए, तो महंगाई भी बढ़ेगी ही। मंत्री ने कहा कि 2007-08 में मुद्रास्फीति 4.74 प्रतिशत थी, जबकि 2009-10 में यह 3.8 फीसदी ही थी। हालांकि बयान के अनुसार 2010-11 में वृद्धि दर 9.3 फीसदी रही थी, जबकि महंगाई की दर भी कहीं ऊंची यानी 9.56 फीसदी थी। इसी प्रकार, 2008-09 में वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत और मुद्रास्फीति 8.05 प्रतिशत थी। 2011-12 में वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत तथा मुद्रास्फीति 8.94 प्रतिशत थी। योजना मंत्री राजीव शुक्ला ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में कहा, 2007-08 में 9.3 फीसदी और 2009-10 में 8.6 प्रतिशत की ऊंची वृद्धि दर के बावजूद महंगाई की दर काफी कम थी। शुक्ला ने कहा कि ऐसे में यह जरूरी नहीं है कि जब आर्थिक वृद्धि दर 7 प्रतिशत के पार जाए, तो महंगाई भी बढ़ेगी ही। मंत्री ने कहा कि 2007-08 में मुद्रास्फीति 4.74 प्रतिशत थी, जबकि 2009-10 में यह 3.8 फीसदी ही थी। हालांकि बयान के अनुसार 2010-11 में वृद्धि दर 9.3 फीसदी रही थी, जबकि महंगाई की दर भी कहीं ऊंची यानी 9.56 फीसदी थी। इसी प्रकार, 2008-09 में वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत और मुद्रास्फीति 8.05 प्रतिशत थी। 2011-12 में वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत तथा मुद्रास्फीति 8.94 प्रतिशत थी। मंत्री ने कहा कि 2007-08 में मुद्रास्फीति 4.74 प्रतिशत थी, जबकि 2009-10 में यह 3.8 फीसदी ही थी। हालांकि बयान के अनुसार 2010-11 में वृद्धि दर 9.3 फीसदी रही थी, जबकि महंगाई की दर भी कहीं ऊंची यानी 9.56 फीसदी थी। इसी प्रकार, 2008-09 में वृद्धि दर 6.7 प्रतिशत और मुद्रास्फीति 8.05 प्रतिशत थी। 2011-12 में वृद्धि दर 6.2 प्रतिशत तथा मुद्रास्फीति 8.94 प्रतिशत थी।
सरकार ने इन आशंकाओं को खारिज कर दिया है कि देश जब फिर से 7 फीसदी की वृद्धि दर के रास्ते पर लौटेगा, तो इससे महंगाई भी बढ़ेगी। सरकार के मुताबिक दोनों के बीच किसी प्रकार का संबंध नहीं है।
6
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पहले मैच में नौ विकेट की जबर्दस्त जीत से उत्साहित भारत शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में भी इंग्लैंड को स्पिन जाल में फांसकर उस पर अपना दबदबा बनाए रखने की कोशिश करेगा। इंग्लैंड के खिलाफ चार मैचों की इस शृंखला को बदला के रूप में देखा जा रहा है तथा भारत पहले ही 1-0 से आगे हो गया है। एक और जीत से महेंद्र सिंह धोनी की टीम यह सुनिश्चित कर देगी कि इंग्लैंड 27 साल बाद भारतीय सरजमीं पर शृंखला नहीं जीत पाएगा।टिप्पणियां यदि कप्तान एलिस्टेयर कुक और विकेटकीपर मैट प्रायर की पारियों को छोड़ दिया जाए तो अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेले गए पहले मैच में भारत ने इंग्लैंड को हर विभाग में मात दी थी। इन दोनों ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में क्रमश: 176 और 91 रन बनाए थे। उसके बाकी बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों विशेषकर बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा के सामने नहीं टिक पाए, जिन्होंने नौ विकेट लिए। वानखेड़े स्टेडियम में शुक्रवार को होने वाला मैच इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह वीरेंद्र सहवाग का 100वां टेस्ट मैच होगा। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाले नौवें भारतीय बल्लेबाज होंगे। पहले टेस्ट में 117 रन बनाने वाले इस विस्फोटक बल्लेबाज की फॉर्म इस मैच और शृंखला का परिणाम तय करने में काफी अहम होगी। भारत को हालांकि तेज गेंदबाज उमेश यादव के बिना उतरना पड़ सकता है। मोटेरा में अतिरिक्त उछाल हासिल करने के प्रयास में उनकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द उभर गया था। उनकी जगह ईशांत शर्मा को रखा जा सकता है। यदि कप्तान एलिस्टेयर कुक और विकेटकीपर मैट प्रायर की पारियों को छोड़ दिया जाए तो अहमदाबाद के मोटेरा स्टेडियम में खेले गए पहले मैच में भारत ने इंग्लैंड को हर विभाग में मात दी थी। इन दोनों ने इंग्लैंड की दूसरी पारी में क्रमश: 176 और 91 रन बनाए थे। उसके बाकी बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों विशेषकर बाएं हाथ के स्पिनर प्रज्ञान ओझा के सामने नहीं टिक पाए, जिन्होंने नौ विकेट लिए। वानखेड़े स्टेडियम में शुक्रवार को होने वाला मैच इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह वीरेंद्र सहवाग का 100वां टेस्ट मैच होगा। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाले नौवें भारतीय बल्लेबाज होंगे। पहले टेस्ट में 117 रन बनाने वाले इस विस्फोटक बल्लेबाज की फॉर्म इस मैच और शृंखला का परिणाम तय करने में काफी अहम होगी। भारत को हालांकि तेज गेंदबाज उमेश यादव के बिना उतरना पड़ सकता है। मोटेरा में अतिरिक्त उछाल हासिल करने के प्रयास में उनकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द उभर गया था। उनकी जगह ईशांत शर्मा को रखा जा सकता है। वानखेड़े स्टेडियम में शुक्रवार को होने वाला मैच इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह वीरेंद्र सहवाग का 100वां टेस्ट मैच होगा। वह इस मुकाम पर पहुंचने वाले नौवें भारतीय बल्लेबाज होंगे। पहले टेस्ट में 117 रन बनाने वाले इस विस्फोटक बल्लेबाज की फॉर्म इस मैच और शृंखला का परिणाम तय करने में काफी अहम होगी। भारत को हालांकि तेज गेंदबाज उमेश यादव के बिना उतरना पड़ सकता है। मोटेरा में अतिरिक्त उछाल हासिल करने के प्रयास में उनकी पीठ के निचले हिस्से में दर्द उभर गया था। उनकी जगह ईशांत शर्मा को रखा जा सकता है।
संक्षिप्त सारांश: पहले मैच में नौ विकेट की जबर्दस्त जीत से उत्साहित भारत शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे टेस्ट क्रिकेट मैच में भी इंग्लैंड को स्पिन जाल में फांसकर उस पर अपना दबदबा बनाए रखने की कोशिश करेगा।
0
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जीएसटी परिषद की 34वीं बैठक में रीयल एस्टेट क्षेत्र की मदद के लिए निर्माणाधीन आवास परियोजनाओं पर नये कर ढांचे को लागू करने की योजना के सिलसिले में नियमों को मंजूरी दी गई थी. नये नियमों के तहत बिल्डरों को मौजूदा निर्माणाधीन आवासीय परियोजनाओं के मामले में पुरानी दर से कर देने का एकबारगी विकल्प दिया जायेगा. ऐसी सस्ती आवासीय परियोजनाओं के लिये इनपुट टैक्स क्रेडिट सहित आठ प्रतिशत और अन्य श्रेणी की आवासीय परियोजनाओं के लिये इनपुट टैक्स क्रेडिट के साथ 12 प्रतिशत की दर से जीएसटी का भुगतान किया जा सकेगा. इनमें उन परियोजनाओं को शामिल किया गया है जहां निर्माण कार्य और वास्तविक बुकिंग का काम एक अप्रैल 2019 से पहले शुरू हो चुका है और जो परियोजनायें 31 मार्च 2019 से पहले पूरी नहीं हो पायी हैं. महिंद्रा एंड महिंद्रा ने भी अपने वाहनों की कीमतें अप्रैल से पांच हजार रुपये से 73 हजार रुपये तक बढ़ाने की पिछले सप्ताह घोषणा की थी. कंपनी ने कहा था कि वाहनों की कीमतों में अप्रैल से 0.5 प्रतिशत से 2.7 प्रतिशत की वृद्धि की जाएगी. कंपनी के अध्यक्ष (वाहन क्षेत्र) राजन वढेरा ने बयान में कहा था, ‘‘इस साल जिंस के दाम में रिकार्ड वृद्धि देखी गयी. इसके अलावा एक अप्रैल से नियामकीय जरूरतों को पूरा करना है। इससे लागत बढ़ेगी. हमने अपनी लागत को कम करने के लिये प्रयास किये हैं, लेकिन कीमत वृद्धि को रोकना संभव नहीं रह गया है.'' निसान इंडिया डैटसन गो और गो प्लस के दाम एक अप्रैल से चार प्रतिशत तक बढ़ाने वाली है. फ्रांस की कार कंपनी रेनो अप्रैल से क्विड के दाम तीन प्रतिशत बढ़ाएगी. इनके अलावा टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने भी नये वित्त वर्ष से कुछ मॉडलों के दाम बढ़ाने की घोषणा की है. हालांकि, कंपनी ने अभी यह नहीं बताया है कि वह किन मॉडलों के दाम बढ़ाने जा रही है.
संक्षिप्त सारांश: आज से लागू होगा नया वित्त वर्ष सबसे बड़ा बदलाव इनकम टैक्स में होगा घर खरीदना होगा सस्‍ता तो कारें हो जाएंगी महंगी
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर भाजपा (BJP) और शिवसेना (Shiv Sena) में चल रहे झगड़े के बीच आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने नसीहत दी है. मोहन भागवत ने कहा है कि स्वार्थ खराब चीज होती है. भागवत ने कहा, 'आपस में झगड़ने से दोनों की हानि होती है. झगड़ने के बाद अब भी बंद नहीं हुए. स्वार्थ बहुत खराब बात है. अपने स्वार्थ को बहुत कम लोग छोड़ पाए.' वहीं, दूसरी ओर शिवसेना ने एनडीए से बाहर करने का ऐलान करने पर भारतीय जनता पा्रटी पर निशाना साधा है. वहीं, महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर बरकरार सस्पेंस के बीच सूत्रों के हवाले से खबर आई है कि अगले हफ्ते महाराष्ट्र में सरकार का गठन हो सकता है. सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम को लेकर करीब-करीब सहमति बन गई है. साथ ही बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री का पहला टर्म शिवसेना को मिल सकता है, वहीं कांग्रेस का स्पीकर बन सकता है. इसके साथ ही मंत्रियों के चयन को लेकर खबर है कि तीन पार्टियों के विधायकों की संख्या के आधार पर मंत्रियों का चयन किया जाएगा. नई सरकार किसानों के एजेंडे को लागू करेगी.  मंगलवार को शिवसेना ने एक बार फिर भाजपा पर निशाना साधा है. शिवसेना के मुखपत्र सामना में एक बार फिर इशारों में बीजेपी पर हमला बोला गया. उसमें लिखा गया है कि किस आधार पर, किसकी अनुमति से NDA में शिवसेना के नहीं होने की घोषणा की गई. हमें 'एनडीए' से निकालने वाले तुम कौन? घोषणा करने वाले को शिवसेना का 'मर्म' और NDA का कर्म-धर्म नहीं पता. NDA के जन्म और प्रसव पीड़ा को शिवसेना ने अनुभव किया है. भारतीय जनता पार्टी के बगल में भी कोई खड़ा नहीं होना चाहता था. जब NDA की नीव रखी गई तब आज के 'दिल्लीश्वर' गुदड़ी में भी नहीं रहे होंगे. जिसने NDA की स्थापना की, उसे ही बाहर निकालने की नीच घोषणा की गई.  इसके अलावा महाराष्ट्र में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी की बीच बढ़ती नजदीकियों का उदाहरण महानगरपालिका के महापौर चुनाव में देखने मिला जब कांग्रेस और एनसीपी ने मुम्बई और ठाणे महानगरपालिका में अपने प्रत्याशी नहीं उतारे, जिसकी वजह से शिवसेना के प्रत्याशी दोनों जगह निर्विरोध जीत गए. शिवसेना से वर्ली के गांधी नगर इलाके की पार्षद किशोरी पेडनेकर एशिया के सबसे अमीर महानगरपालिका की अगली महापौर बन गई हैं. बीएमसी में महापौर के चयन के लिए सोमवार के दिन नामांकन करना था. बीजेपी नेता आशीष शेलार ने जहां सोमवार सुबह ट्वीट कर साफ कर दिया कि बीजेपी की ओर से इस चुनाव में कोई प्रत्याशी नहीं होगा तो वहीं सोमवार शाम पार्टी हाईकमान से बात कर कांग्रेस ने भी पर्चा नहीं भरा, जिसके कारण बीएमसी पर शिवसेना की पकड़ बनी रही.
संक्षिप्त पाठ: RSS प्रमुख ने दी इशारों में नसीहत कहा- स्वार्थ बुरी चीज है इसमें दोनों का नुक्सान होता है
30
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अलीगढ़ में छह साल की बच्ची के साथ रेप के बाद उसकी हत्या करने के आरोपी शख्स को सड़क पर घायल हालत में पाया गया। उसके गले और कलाई पर काटे जाने का निशान पाया गया। स्थानीय लोगों ने उसे सड़क पर पड़ा देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस उसे फौरन अस्पताल ले गई और वहां उसका उपचार किया गया। सुमन नामक इस आरोपी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसने लड़की के साथ बलात्कार किया था और अपराधबोध के चलते उसने गला और कलाई की नस काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की।टिप्पणियां छह-वर्षीय बच्ची का शव गुरुवार को नगला कलार इलाके में कूड़े के ढेर में मिला था, जिसके बाद बन्ना देवी पुलिस थाने के बाहर सैकड़ों लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने कथित तौर पर पुलिसवालों पर पत्थर फेंके, जिसके बाद पुलिसवालों ने भीड़ पर लाठियां बरसाईं। उन्होंने बच्ची की मां को सड़क पर धकेल दिया और उसकी पिटाई की थी। इस मामले में इलाके के सर्किल ऑफिसर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। महिलाओं की पुलिस द्वारा बर्बर पिटाई के बाद अलीगढ़ के एसएसपी अमित पाठक ने जले पर नमक छिड़कने वाला बयान दे दिया था। उन्होंने कहा था, आप या हम यह कैसे तय कर सकते हैं। क्या लड़की के परिवारवालों ने उसके साथ बलात्कार होते देखा। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार ने अलीगढ़ के एसएसपी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि एक सीनियर अफसर को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। पुलिस उसे फौरन अस्पताल ले गई और वहां उसका उपचार किया गया। सुमन नामक इस आरोपी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसने लड़की के साथ बलात्कार किया था और अपराधबोध के चलते उसने गला और कलाई की नस काटकर खुदकुशी करने की कोशिश की।टिप्पणियां छह-वर्षीय बच्ची का शव गुरुवार को नगला कलार इलाके में कूड़े के ढेर में मिला था, जिसके बाद बन्ना देवी पुलिस थाने के बाहर सैकड़ों लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने कथित तौर पर पुलिसवालों पर पत्थर फेंके, जिसके बाद पुलिसवालों ने भीड़ पर लाठियां बरसाईं। उन्होंने बच्ची की मां को सड़क पर धकेल दिया और उसकी पिटाई की थी। इस मामले में इलाके के सर्किल ऑफिसर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। महिलाओं की पुलिस द्वारा बर्बर पिटाई के बाद अलीगढ़ के एसएसपी अमित पाठक ने जले पर नमक छिड़कने वाला बयान दे दिया था। उन्होंने कहा था, आप या हम यह कैसे तय कर सकते हैं। क्या लड़की के परिवारवालों ने उसके साथ बलात्कार होते देखा। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार ने अलीगढ़ के एसएसपी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि एक सीनियर अफसर को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। छह-वर्षीय बच्ची का शव गुरुवार को नगला कलार इलाके में कूड़े के ढेर में मिला था, जिसके बाद बन्ना देवी पुलिस थाने के बाहर सैकड़ों लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान कुछ लोगों ने कथित तौर पर पुलिसवालों पर पत्थर फेंके, जिसके बाद पुलिसवालों ने भीड़ पर लाठियां बरसाईं। उन्होंने बच्ची की मां को सड़क पर धकेल दिया और उसकी पिटाई की थी। इस मामले में इलाके के सर्किल ऑफिसर समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया था। महिलाओं की पुलिस द्वारा बर्बर पिटाई के बाद अलीगढ़ के एसएसपी अमित पाठक ने जले पर नमक छिड़कने वाला बयान दे दिया था। उन्होंने कहा था, आप या हम यह कैसे तय कर सकते हैं। क्या लड़की के परिवारवालों ने उसके साथ बलात्कार होते देखा। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार ने अलीगढ़ के एसएसपी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि एक सीनियर अफसर को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए। महिलाओं की पुलिस द्वारा बर्बर पिटाई के बाद अलीगढ़ के एसएसपी अमित पाठक ने जले पर नमक छिड़कने वाला बयान दे दिया था। उन्होंने कहा था, आप या हम यह कैसे तय कर सकते हैं। क्या लड़की के परिवारवालों ने उसके साथ बलात्कार होते देखा। यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर अरुण कुमार ने अलीगढ़ के एसएसपी के बयान को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा था कि एक सीनियर अफसर को ऐसा बयान नहीं देना चाहिए।
यहाँ एक सारांश है:सुमन नामक इस आरोपी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि उसने लड़की के साथ बलात्कार किया था और अपराधबोध के चलते उसने खुदकुशी की कोशिश की।
12
['hin']
एक सारांश बनाओ: हिन्दी फिल्मों के ‘शहंशाह’ अमिताभ बच्चन, ‘बादशाह’ शाहरुख खान और ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान को पीछे छोड़ते हुए बालीवुड के ‘दबंग’ सलमान खान सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय भारतीय फिल्मी सितारे बन गए हैं। सोशल मीडिया वेबसाइटों फेसबुक, गूगल प्लस, ट्विटर और वीडियो शेयरिंग वेबसाइट यू-ट्यूब पर नजर रखने वाली एक प्रमुख वेबसाइट ‘फेमकाउंट’ के मुताबिक चर्चित टीवी शो ‘बिग बॉस’ के प्रस्तोता सलमान के सोशल मीडिया पर 38,556,143 प्रशंसक हैं। सल्लू के फेसबुक पेज को 6,232,897 लोगों ने ‘लाइक’ किया है जबकि ट्विटर पर उनके 2,894,098 फॉलोअर हैं। हाल ही में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर कदम रखने वाले ‘टाइगर’ सलमान के आधिकारिक पेज को 62,29,849 लोगों ने ‘लाइक’ किया है जबकि माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर उनके 28,90,156 लाख फालोअर हैं। यू-ट्यूब पर उनके सबसे बड़े अकाउंट को 11 लाख से अधिक बार देखा गया है। कभी नंबर एक पर चल रहे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन लोकप्रियता के क्रम में अब दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। फेमकाउंट के मुताबिक, बिग बी के सोशल मीडिया पर 36,848,403 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर अमिताभ बच्चन के आधिकारिक पेज को 31,28,174 लोगों ने ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 37,53,380 फालोअर हैं। अपनी फिल्म ‘जब तक है जान’ को लेकर इन दिनों सुर्खियों में चल रहे ‘रोमांस के बेताज बादशाह’ शाहरुख खान सोशल मीडिया पर तीसरे सबसे लोकप्रिय फिल्मी सितारे बन गए हैं। वेबसाइट के मुताबिक ‘किंग खान’ के सोशल मीडिया में 35,310,535 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर 32,05,643 लोगों ने ‘बादशाह’ के पेज को ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 30,25,738 फॉलोअर हैं। वहीं गूगल प्लस पर उनके 12,30,425 ‘दीवाने’ हैं।टिप्पणियां ऑस्कर पुरस्कारों से सम्मानित ‘संगीत सम्राट’ एआर रहमान लोकप्रियता के मामले में चौथे नंबर पर हैं। सोशल मीडिया में उनके कुल 34,710,858 प्रशंसक हैं। फेसबुक पर उनके पेज को करीब 93,24,516 लोगों ने ‘लाइक’ किया है और ट्विटर पर उनके 15,55,048 फॉलोअर हैं। इस सूची में ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान 30,114,517 प्रशंसकों के साथ पांचवें नंबर पर विराजमान हैं। आमिर खान के फेसबुक पर 6,053,434 प्रशंसक हैं। फेमकाउंट ने सलमान खान के बारे में लिखा, 80 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले सलमान खान को ‘सल्लू’, भारत का सिल्वेस्टर स्टालोन’, ‘बॉलीवुड का बैड ब्वॉय’ और ‘किंग ऑफ बॉलीवुड’ के नाम से बुलाया जाता है। सोशल मीडिया वेबसाइटों फेसबुक, गूगल प्लस, ट्विटर और वीडियो शेयरिंग वेबसाइट यू-ट्यूब पर नजर रखने वाली एक प्रमुख वेबसाइट ‘फेमकाउंट’ के मुताबिक चर्चित टीवी शो ‘बिग बॉस’ के प्रस्तोता सलमान के सोशल मीडिया पर 38,556,143 प्रशंसक हैं। सल्लू के फेसबुक पेज को 6,232,897 लोगों ने ‘लाइक’ किया है जबकि ट्विटर पर उनके 2,894,098 फॉलोअर हैं। हाल ही में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर कदम रखने वाले ‘टाइगर’ सलमान के आधिकारिक पेज को 62,29,849 लोगों ने ‘लाइक’ किया है जबकि माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर उनके 28,90,156 लाख फालोअर हैं। यू-ट्यूब पर उनके सबसे बड़े अकाउंट को 11 लाख से अधिक बार देखा गया है। कभी नंबर एक पर चल रहे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन लोकप्रियता के क्रम में अब दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। फेमकाउंट के मुताबिक, बिग बी के सोशल मीडिया पर 36,848,403 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर अमिताभ बच्चन के आधिकारिक पेज को 31,28,174 लोगों ने ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 37,53,380 फालोअर हैं। अपनी फिल्म ‘जब तक है जान’ को लेकर इन दिनों सुर्खियों में चल रहे ‘रोमांस के बेताज बादशाह’ शाहरुख खान सोशल मीडिया पर तीसरे सबसे लोकप्रिय फिल्मी सितारे बन गए हैं। वेबसाइट के मुताबिक ‘किंग खान’ के सोशल मीडिया में 35,310,535 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर 32,05,643 लोगों ने ‘बादशाह’ के पेज को ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 30,25,738 फॉलोअर हैं। वहीं गूगल प्लस पर उनके 12,30,425 ‘दीवाने’ हैं।टिप्पणियां ऑस्कर पुरस्कारों से सम्मानित ‘संगीत सम्राट’ एआर रहमान लोकप्रियता के मामले में चौथे नंबर पर हैं। सोशल मीडिया में उनके कुल 34,710,858 प्रशंसक हैं। फेसबुक पर उनके पेज को करीब 93,24,516 लोगों ने ‘लाइक’ किया है और ट्विटर पर उनके 15,55,048 फॉलोअर हैं। इस सूची में ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान 30,114,517 प्रशंसकों के साथ पांचवें नंबर पर विराजमान हैं। आमिर खान के फेसबुक पर 6,053,434 प्रशंसक हैं। फेमकाउंट ने सलमान खान के बारे में लिखा, 80 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले सलमान खान को ‘सल्लू’, भारत का सिल्वेस्टर स्टालोन’, ‘बॉलीवुड का बैड ब्वॉय’ और ‘किंग ऑफ बॉलीवुड’ के नाम से बुलाया जाता है। हाल ही में सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट फेसबुक पर कदम रखने वाले ‘टाइगर’ सलमान के आधिकारिक पेज को 62,29,849 लोगों ने ‘लाइक’ किया है जबकि माइक्रोब्लॉगिंग वेबसाइट ट्विटर पर उनके 28,90,156 लाख फालोअर हैं। यू-ट्यूब पर उनके सबसे बड़े अकाउंट को 11 लाख से अधिक बार देखा गया है। कभी नंबर एक पर चल रहे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन लोकप्रियता के क्रम में अब दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। फेमकाउंट के मुताबिक, बिग बी के सोशल मीडिया पर 36,848,403 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर अमिताभ बच्चन के आधिकारिक पेज को 31,28,174 लोगों ने ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 37,53,380 फालोअर हैं। अपनी फिल्म ‘जब तक है जान’ को लेकर इन दिनों सुर्खियों में चल रहे ‘रोमांस के बेताज बादशाह’ शाहरुख खान सोशल मीडिया पर तीसरे सबसे लोकप्रिय फिल्मी सितारे बन गए हैं। वेबसाइट के मुताबिक ‘किंग खान’ के सोशल मीडिया में 35,310,535 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर 32,05,643 लोगों ने ‘बादशाह’ के पेज को ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 30,25,738 फॉलोअर हैं। वहीं गूगल प्लस पर उनके 12,30,425 ‘दीवाने’ हैं।टिप्पणियां ऑस्कर पुरस्कारों से सम्मानित ‘संगीत सम्राट’ एआर रहमान लोकप्रियता के मामले में चौथे नंबर पर हैं। सोशल मीडिया में उनके कुल 34,710,858 प्रशंसक हैं। फेसबुक पर उनके पेज को करीब 93,24,516 लोगों ने ‘लाइक’ किया है और ट्विटर पर उनके 15,55,048 फॉलोअर हैं। इस सूची में ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान 30,114,517 प्रशंसकों के साथ पांचवें नंबर पर विराजमान हैं। आमिर खान के फेसबुक पर 6,053,434 प्रशंसक हैं। फेमकाउंट ने सलमान खान के बारे में लिखा, 80 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले सलमान खान को ‘सल्लू’, भारत का सिल्वेस्टर स्टालोन’, ‘बॉलीवुड का बैड ब्वॉय’ और ‘किंग ऑफ बॉलीवुड’ के नाम से बुलाया जाता है। कभी नंबर एक पर चल रहे बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन लोकप्रियता के क्रम में अब दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं। फेमकाउंट के मुताबिक, बिग बी के सोशल मीडिया पर 36,848,403 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर अमिताभ बच्चन के आधिकारिक पेज को 31,28,174 लोगों ने ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 37,53,380 फालोअर हैं। अपनी फिल्म ‘जब तक है जान’ को लेकर इन दिनों सुर्खियों में चल रहे ‘रोमांस के बेताज बादशाह’ शाहरुख खान सोशल मीडिया पर तीसरे सबसे लोकप्रिय फिल्मी सितारे बन गए हैं। वेबसाइट के मुताबिक ‘किंग खान’ के सोशल मीडिया में 35,310,535 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर 32,05,643 लोगों ने ‘बादशाह’ के पेज को ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 30,25,738 फॉलोअर हैं। वहीं गूगल प्लस पर उनके 12,30,425 ‘दीवाने’ हैं।टिप्पणियां ऑस्कर पुरस्कारों से सम्मानित ‘संगीत सम्राट’ एआर रहमान लोकप्रियता के मामले में चौथे नंबर पर हैं। सोशल मीडिया में उनके कुल 34,710,858 प्रशंसक हैं। फेसबुक पर उनके पेज को करीब 93,24,516 लोगों ने ‘लाइक’ किया है और ट्विटर पर उनके 15,55,048 फॉलोअर हैं। इस सूची में ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान 30,114,517 प्रशंसकों के साथ पांचवें नंबर पर विराजमान हैं। आमिर खान के फेसबुक पर 6,053,434 प्रशंसक हैं। फेमकाउंट ने सलमान खान के बारे में लिखा, 80 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले सलमान खान को ‘सल्लू’, भारत का सिल्वेस्टर स्टालोन’, ‘बॉलीवुड का बैड ब्वॉय’ और ‘किंग ऑफ बॉलीवुड’ के नाम से बुलाया जाता है। अपनी फिल्म ‘जब तक है जान’ को लेकर इन दिनों सुर्खियों में चल रहे ‘रोमांस के बेताज बादशाह’ शाहरुख खान सोशल मीडिया पर तीसरे सबसे लोकप्रिय फिल्मी सितारे बन गए हैं। वेबसाइट के मुताबिक ‘किंग खान’ के सोशल मीडिया में 35,310,535 चाहने वाले हैं। फेसबुक पर 32,05,643 लोगों ने ‘बादशाह’ के पेज को ‘लाइक’ किया है, जबकि ट्विटर पर उनके 30,25,738 फॉलोअर हैं। वहीं गूगल प्लस पर उनके 12,30,425 ‘दीवाने’ हैं।टिप्पणियां ऑस्कर पुरस्कारों से सम्मानित ‘संगीत सम्राट’ एआर रहमान लोकप्रियता के मामले में चौथे नंबर पर हैं। सोशल मीडिया में उनके कुल 34,710,858 प्रशंसक हैं। फेसबुक पर उनके पेज को करीब 93,24,516 लोगों ने ‘लाइक’ किया है और ट्विटर पर उनके 15,55,048 फॉलोअर हैं। इस सूची में ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान 30,114,517 प्रशंसकों के साथ पांचवें नंबर पर विराजमान हैं। आमिर खान के फेसबुक पर 6,053,434 प्रशंसक हैं। फेमकाउंट ने सलमान खान के बारे में लिखा, 80 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले सलमान खान को ‘सल्लू’, भारत का सिल्वेस्टर स्टालोन’, ‘बॉलीवुड का बैड ब्वॉय’ और ‘किंग ऑफ बॉलीवुड’ के नाम से बुलाया जाता है। ऑस्कर पुरस्कारों से सम्मानित ‘संगीत सम्राट’ एआर रहमान लोकप्रियता के मामले में चौथे नंबर पर हैं। सोशल मीडिया में उनके कुल 34,710,858 प्रशंसक हैं। फेसबुक पर उनके पेज को करीब 93,24,516 लोगों ने ‘लाइक’ किया है और ट्विटर पर उनके 15,55,048 फॉलोअर हैं। इस सूची में ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान 30,114,517 प्रशंसकों के साथ पांचवें नंबर पर विराजमान हैं। आमिर खान के फेसबुक पर 6,053,434 प्रशंसक हैं। फेमकाउंट ने सलमान खान के बारे में लिखा, 80 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले सलमान खान को ‘सल्लू’, भारत का सिल्वेस्टर स्टालोन’, ‘बॉलीवुड का बैड ब्वॉय’ और ‘किंग ऑफ बॉलीवुड’ के नाम से बुलाया जाता है। फेमकाउंट ने सलमान खान के बारे में लिखा, 80 से अधिक फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले सलमान खान को ‘सल्लू’, भारत का सिल्वेस्टर स्टालोन’, ‘बॉलीवुड का बैड ब्वॉय’ और ‘किंग ऑफ बॉलीवुड’ के नाम से बुलाया जाता है।
सारांश: हिन्दी फिल्मों के ‘शहंशाह’ अमिताभ बच्चन, ‘बादशाह’ शाहरुख खान और ‘मिस्टर परफेक्शनिस्ट’ आमिर खान को पीछे छोड़ते हुए बालीवुड के ‘दबंग’ सलमान खान सोशल मीडिया पर सबसे लोकप्रिय भारतीय फिल्मी सितारे बन गए हैं।
5
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: पितरों को तृप्‍त करना और उनकी आत्‍मा की शांति के लिए पितृ पक्ष में श्राद्ध (Pitru Paksha Shraddha) करना जरूरी माना जाता है. श्राद्ध (Shradh) के जरिए पितरों की तृप्ति के लिए भोजन पहुंचाया जाता है और पिंड दान (Pind Daan) व तर्पण (Tarpan) कर उनकी आत्‍मा की शांति की कामना की जाती है. हिन्‍दू पंचांग के मुताबिक पितृ पक्ष (Pitru Paksha) अश्विन मास के कृष्ण पक्ष में पड़ते हैं. इसकी शुरुआत पूर्णिमा तिथि से होती है, जबकि समाप्ति अमावस्या पर होती है. अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक हर साल सितंबर महीने में पितृ पक्ष की शुरुआत होती है. आमतौर पर पितृ पक्ष 16 दिनों का होता है. इस बार पितृ पक्ष 13 सितंबर से शुरू होकर 28 सितंबर को खत्म होगा. पितृ पक्ष के दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाता है. मान्‍यता है कि अगर इन नियमों की अनदेखी की जाए तो पितृ नाराज हो जाते हैं और उनकी आत्‍मा को कष्‍ट पहुंचता  है.
संक्षिप्त पाठ: पितृ पक्ष 13 सितंबर से शुरू होकर 28 सितंबर तक चलेगा इस दौरान कुछ विशेष नियमों का पालन किया जाता है पितृ पक्ष में पिंड दान कर दिवंगत आत्‍मा की शांति के लिए प्रार्थना की जाती
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों को अपनी सीमा से जुड़ी समस्या का एक निष्पक्ष, उचित और आपस में स्वीकार्य समाधान निकालने की समझ है। इसके साथ ही ली ने अपनी इस धारणा को दोहराया कि भारत, चीन को चाहिए कि वे 'हिमालय' लांघकर हाथ मिलाएं। व्यापारिक संस्था, 'फिक्की' और 'इंडियन काउंसिल फॉर वर्ल्ड अफेयर्स' (आईसीडब्ल्यूए) द्वारा दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए ली ने दोनों एशियाई शक्तियों के बीच गहरे आर्थिक एकीकरण पर जोर दिया और वैश्विक परिदृश्य पर एक प्रभाव डालने के लिए दोनों देशों की 2.5 अरब आबादी की शक्ति समन्वित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ कई मुद्दों पर स्पष्ट और मैत्रीपूर्ण बातचीत हुई और दोनों ही पक्ष बातचीत से संतुष्ट हैं। सीमा मुद्दे पर ली ने कहा कि दोनों देश अपने विशेष प्रतिनिधियों के जरिए समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं और प्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र होने जा रही है। पिछले महीने लद्दाख में चीनी घुसपैठ के बाद दोनों देशों के बीच तीन सप्ताह तक गतिरोध बना रहा था। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। व्यापारिक संस्था, 'फिक्की' और 'इंडियन काउंसिल फॉर वर्ल्ड अफेयर्स' (आईसीडब्ल्यूए) द्वारा दिल्ली के ताज पैलेस होटल में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए ली ने दोनों एशियाई शक्तियों के बीच गहरे आर्थिक एकीकरण पर जोर दिया और वैश्विक परिदृश्य पर एक प्रभाव डालने के लिए दोनों देशों की 2.5 अरब आबादी की शक्ति समन्वित करने पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ कई मुद्दों पर स्पष्ट और मैत्रीपूर्ण बातचीत हुई और दोनों ही पक्ष बातचीत से संतुष्ट हैं। सीमा मुद्दे पर ली ने कहा कि दोनों देश अपने विशेष प्रतिनिधियों के जरिए समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं और प्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र होने जा रही है। पिछले महीने लद्दाख में चीनी घुसपैठ के बाद दोनों देशों के बीच तीन सप्ताह तक गतिरोध बना रहा था। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। सीमा मुद्दे पर ली ने कहा कि दोनों देश अपने विशेष प्रतिनिधियों के जरिए समझौते को आगे बढ़ाने पर सहमत हुए हैं और प्रतिनिधियों की बैठक शीघ्र होने जा रही है। पिछले महीने लद्दाख में चीनी घुसपैठ के बाद दोनों देशों के बीच तीन सप्ताह तक गतिरोध बना रहा था। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। ली ने कहा, "दोनों देशों के पास निष्पक्ष, यथोचित एवं परस्पर स्वीकार्य समाधान निकाले की समझ है।" उन्होंने आगे कहा कि दोनों देश अपने प्रासंगिक तंत्र का इस्तेमाल करें और सीमा पर शांति और सद्भाव सुनिश्चित कायम करने के लिए अपने रक्षा तंत्र को प्रबंधित करें। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। सीमा पार से बहने वाली नदी के प्रवाह के बारे में ली ने कहा कि चीन, नई दिल्ली की चिंताओं को समझता है और उसने मानवीय चिंताओं के कारण जलविद्युत संबंधित सभी सूचनाएं मुहैया कराई हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। चीन से निकल कर भारत आने वाली ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांधों को लेकर भारत ने चिंता जताई है। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। व्यापार घाटे के बारे में ली ने चीनी बाजारों तक भारतीय उत्पादों की पहुंच बढ़ाने का आश्वासन दिया। अभी व्यापार का पलड़ा चीन की तरफ बहुत ज्याद झुका हुआ है। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। चीन के प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि वह भारत में चीनी निवेश का समर्थन करते हैं। उन्होंने कहा, "हमारे पास भरतीय व्यापार असंतुलन को दूर करने की क्षमता है।" यह आश्वासन देते हुए ली ने कहा, "व्यापार संतुलन में गतिशीलता टिकाऊ होती है।" सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। सुरक्षा के मामले में उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण दक्षिण एशिया चीन के हित में है और दोनों पक्षों ने चिंता के सभी मामलों और मुद्दों के समाधान पर चर्चा की है।टिप्पणियां अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। अपने सम्बोधन की शुरुआत ली ने भारतीय परम्परा के अनुसार 'नमस्ते' कहकर किया और उन्होंने अपने सम्बोधन में कई आकर्षक उद्धरणों का भी प्रयोग किया। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं। ली ने दोनों देशों को इस तरह के निकटवर्ती सम्बंध स्थापित करने पर जोर दिया, जिससे दोनों देश एकसाथ एशिया और वैश्विक स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ सकें। ली ने कहा, "मुझे पूरा विश्वास है कि जब चीन और भारत एक सुर में बोलेंगे तो दुनिया को सुनना ही पड़ेगा।" लगभग इसी आशय की बातें प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इससे पहले कह चुके हैं।
चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने मंगलवार को कहा कि दोनों देशों को अपनी सीमा से जुड़ी समस्या का एक निष्पक्ष, उचित और आपस में स्वीकार्य समाधान निकालने की समझ है।
1
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: महाराष्ट्र कैबिनेट ने मंगलवार को शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे के स्मारक के निर्माण के लिए 100 करोड़ रुपये देने का ऐलान किया. इसी स्मारक के लिए बीएमसी बुधवार को महापौर बंगला एमएमआरडीए को सौंपेगी. इस ऐलान के बाद बीजेपी और शिवसेना के बीच कई दिनों से चल रहे मनमुटाव में कमी आने की उम्मीद की जा रही है. शिवसेना संस्थापक बाल ठाकरे की जयंती के ठीक एक दिन पहले मंगलवार को महाराष्ट्र की कैबिनेट ने उनके स्मारक को मंजूरी देते हुए 100 करोड़ रुपये की राशि देने का ऐलान किया. सरकार ने बताया कि इस स्मारक का निर्माण एमएमआरडीए की ओर से किया जाएगा और स्मारक का नाम बालासाहेब ठाकरे राष्ट्रीय स्मारक रखा जाएगा. बीजेपी को उम्मीद है कि इस ऐलान के बाद दोनों पार्टियों के बीच चल रही नोकझोंक में कमी आएगी. शिवसेना की ओर से काफी दिनों से बालासाहेब ठाकरे का स्मारक बनाने के लिए मंजूरी लेने की बात चल रही थी. पार्टी ने यह पहले ही साफ कर दिया था कि स्मारक दादर के शिवाजी पार्क में स्थित महापौर निवास में ही बनाया जाएगा. अब इसके लिए उन्हें सारी मंजूरियां मिल गई हैं. हालांकि बीजेपी के साथ गठबंधन पर शिवसेना की ओर से अब भी कोई सीधा जवाब मिलता नहीं दिख रहा है. इस बीच विपक्ष की ओर से यह आरोप लग रहा है कि केवल आने वाले चुनाव में अपनी कुर्सी को बचाने के लिए बीजेपी ने कैबिनेट में इस प्रस्ताव को मंजूरी दी है. बाल ठाकरे की अगुवाई में ही शिवसेना और बीजेपी के बीच में गठबंधन की शुरुआत हुई थी. हालांकि पिछले साढ़े चार साल में दोनों पार्टियों के बीच तनाव का माहौल बना रहा है लेकिन इसके बावजूद शिवसेना ने सत्ता से खुद को अलग नहीं किया और अब यह उम्मीद की जा रही है कि मंगलवार को कैबिनेट की ओर से हुए इस ऐलान के बाद दोनों पार्टियों के बीच रिश्ते एक बार फिर से सुधर सकते हैं.
संक्षिप्त पाठ: महाराष्ट्र कैबिनेट ने स्मारक के लिए सौ करोड़ रुपये मंजूर किए शिवसेना बीजेपी के साथ गठबंधन को लेकर अब भी खामोश विपक्ष ने कहा- चुनाव में अपनी कुर्सी बचाने की कोशिश कर रही बीजेपी
22
['hin']
एक सारांश बनाओ: चीन के पूर्व रेलमंत्री लियू झिजुन को भ्रष्टाचार और सत्ता का दुरुपयोग करने के अपराध में सोमवार को मौत की सजा सुनाई गई। पूर्व मंत्री को दो साल बाद मृत्युदंड दिया जाएगा। सरकारी संवाद समिति शिन्ह्वा ने फैसले का हवाला देते हुए बताया कि बीजिंग नंबर 2 इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ने 60 वर्षीय लियू को मौत की सजा देने का कठोर फैसला सुनाया। लियू पर 25 वर्षों में एक करोड़ पांच लाख 30 हजार डॉलर की रिश्वत स्वीकार करने का आरोप था। अदालत ने कहा, ‘‘लियू के अपराधों के लिए उसे दी जाने वाली संयुक्त सजा में दो वर्ष की राहत के साथ मृत्युदंड, जीवनभर के लिए राजनीतिक अधिकार से वंचित करना और उसकी सारी निज़ी संपत्ति को जब्त करना शामिल है।’’टिप्पणियां लियू ने 2003 से 2011 तक रेलवे विभाग की अध्यक्षता की। लियू को दिए गए मृत्युदंड की दो वर्ष बाद समीक्षा की जाएगी। पूर्व मंत्री को यह कड़ी सजा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में चीन के नए नेतृत्व के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के वादे के मद्देनजर सुनाई गई है। अदालत ने पाया कि लियू ने 1986 से 2011 तक स्थानीय रेलवे कार्यालय के अधिकारी के तौर पर अपने पदों का फायदा उठाया और 11 लोगों की पदोन्नति एवं परियोजनाओं के लिए संविदाएं हासिल करने में मदद की। सरकारी संवाद समिति शिन्ह्वा ने फैसले का हवाला देते हुए बताया कि बीजिंग नंबर 2 इंटरमीडिएट पीपुल्स कोर्ट ने 60 वर्षीय लियू को मौत की सजा देने का कठोर फैसला सुनाया। लियू पर 25 वर्षों में एक करोड़ पांच लाख 30 हजार डॉलर की रिश्वत स्वीकार करने का आरोप था। अदालत ने कहा, ‘‘लियू के अपराधों के लिए उसे दी जाने वाली संयुक्त सजा में दो वर्ष की राहत के साथ मृत्युदंड, जीवनभर के लिए राजनीतिक अधिकार से वंचित करना और उसकी सारी निज़ी संपत्ति को जब्त करना शामिल है।’’टिप्पणियां लियू ने 2003 से 2011 तक रेलवे विभाग की अध्यक्षता की। लियू को दिए गए मृत्युदंड की दो वर्ष बाद समीक्षा की जाएगी। पूर्व मंत्री को यह कड़ी सजा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में चीन के नए नेतृत्व के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के वादे के मद्देनजर सुनाई गई है। अदालत ने पाया कि लियू ने 1986 से 2011 तक स्थानीय रेलवे कार्यालय के अधिकारी के तौर पर अपने पदों का फायदा उठाया और 11 लोगों की पदोन्नति एवं परियोजनाओं के लिए संविदाएं हासिल करने में मदद की। लियू पर 25 वर्षों में एक करोड़ पांच लाख 30 हजार डॉलर की रिश्वत स्वीकार करने का आरोप था। अदालत ने कहा, ‘‘लियू के अपराधों के लिए उसे दी जाने वाली संयुक्त सजा में दो वर्ष की राहत के साथ मृत्युदंड, जीवनभर के लिए राजनीतिक अधिकार से वंचित करना और उसकी सारी निज़ी संपत्ति को जब्त करना शामिल है।’’टिप्पणियां लियू ने 2003 से 2011 तक रेलवे विभाग की अध्यक्षता की। लियू को दिए गए मृत्युदंड की दो वर्ष बाद समीक्षा की जाएगी। पूर्व मंत्री को यह कड़ी सजा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में चीन के नए नेतृत्व के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के वादे के मद्देनजर सुनाई गई है। अदालत ने पाया कि लियू ने 1986 से 2011 तक स्थानीय रेलवे कार्यालय के अधिकारी के तौर पर अपने पदों का फायदा उठाया और 11 लोगों की पदोन्नति एवं परियोजनाओं के लिए संविदाएं हासिल करने में मदद की। अदालत ने कहा, ‘‘लियू के अपराधों के लिए उसे दी जाने वाली संयुक्त सजा में दो वर्ष की राहत के साथ मृत्युदंड, जीवनभर के लिए राजनीतिक अधिकार से वंचित करना और उसकी सारी निज़ी संपत्ति को जब्त करना शामिल है।’’टिप्पणियां लियू ने 2003 से 2011 तक रेलवे विभाग की अध्यक्षता की। लियू को दिए गए मृत्युदंड की दो वर्ष बाद समीक्षा की जाएगी। पूर्व मंत्री को यह कड़ी सजा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में चीन के नए नेतृत्व के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के वादे के मद्देनजर सुनाई गई है। अदालत ने पाया कि लियू ने 1986 से 2011 तक स्थानीय रेलवे कार्यालय के अधिकारी के तौर पर अपने पदों का फायदा उठाया और 11 लोगों की पदोन्नति एवं परियोजनाओं के लिए संविदाएं हासिल करने में मदद की। लियू ने 2003 से 2011 तक रेलवे विभाग की अध्यक्षता की। लियू को दिए गए मृत्युदंड की दो वर्ष बाद समीक्षा की जाएगी। पूर्व मंत्री को यह कड़ी सजा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की अध्यक्षता में चीन के नए नेतृत्व के भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के वादे के मद्देनजर सुनाई गई है। अदालत ने पाया कि लियू ने 1986 से 2011 तक स्थानीय रेलवे कार्यालय के अधिकारी के तौर पर अपने पदों का फायदा उठाया और 11 लोगों की पदोन्नति एवं परियोजनाओं के लिए संविदाएं हासिल करने में मदद की। अदालत ने पाया कि लियू ने 1986 से 2011 तक स्थानीय रेलवे कार्यालय के अधिकारी के तौर पर अपने पदों का फायदा उठाया और 11 लोगों की पदोन्नति एवं परियोजनाओं के लिए संविदाएं हासिल करने में मदद की।
यहाँ एक सारांश है:चीन के पूर्व रेलमंत्री लियू झिजुन को भ्रष्टाचार और सत्ता का दुरुपयोग करने के अपराध में सोमवार को मौत की सजा सुनाई गई। पूर्व मंत्री को दो साल बाद मृत्युदंड दिया जाएगा।
15
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जम्मू एवं कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर में सोमवार को हुए आतंकवादी हमले में केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) का एक जवान शहीद हो गया। इसके साथ ही एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया है। पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने श्रीनगर शहर के नाज सिनेमाघर के नजदीक सीआईएसएफ के जवानों पर सुबह गोलीबारी की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, सीआईएसएफ के एक घायल जवान की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल एक अन्य जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई और पैदलयात्री एवं दुकानदार हड़बड़ा कर भागने लगे।टिप्पणियां वरिष्ठ पुलिस और अर्धसैनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घटना के दौरान सीआईएसएफ के जवान नाज सिनेमाघर के बाहर सब्जी खरीद रहे थे। नाज सिनेमाघर शहर के मध्य में स्थित लाल चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित है। कश्मीर में अलगाववादी हिंसा के चलते 1990 की शुरुआत में नाज सिनेमाघर को बंद कर दिया गया था। पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने श्रीनगर शहर के नाज सिनेमाघर के नजदीक सीआईएसएफ के जवानों पर सुबह गोलीबारी की। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, सीआईएसएफ के एक घायल जवान की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल एक अन्य जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई और पैदलयात्री एवं दुकानदार हड़बड़ा कर भागने लगे।टिप्पणियां वरिष्ठ पुलिस और अर्धसैनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घटना के दौरान सीआईएसएफ के जवान नाज सिनेमाघर के बाहर सब्जी खरीद रहे थे। नाज सिनेमाघर शहर के मध्य में स्थित लाल चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित है। कश्मीर में अलगाववादी हिंसा के चलते 1990 की शुरुआत में नाज सिनेमाघर को बंद कर दिया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, सीआईएसएफ के एक घायल जवान की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई और गंभीर रूप से घायल एक अन्य जवान को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई और पैदलयात्री एवं दुकानदार हड़बड़ा कर भागने लगे।टिप्पणियां वरिष्ठ पुलिस और अर्धसैनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घटना के दौरान सीआईएसएफ के जवान नाज सिनेमाघर के बाहर सब्जी खरीद रहे थे। नाज सिनेमाघर शहर के मध्य में स्थित लाल चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित है। कश्मीर में अलगाववादी हिंसा के चलते 1990 की शुरुआत में नाज सिनेमाघर को बंद कर दिया गया था। वरिष्ठ पुलिस और अर्धसैनिक अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घटना के दौरान सीआईएसएफ के जवान नाज सिनेमाघर के बाहर सब्जी खरीद रहे थे। नाज सिनेमाघर शहर के मध्य में स्थित लाल चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित है। कश्मीर में अलगाववादी हिंसा के चलते 1990 की शुरुआत में नाज सिनेमाघर को बंद कर दिया गया था। घटना के दौरान सीआईएसएफ के जवान नाज सिनेमाघर के बाहर सब्जी खरीद रहे थे। नाज सिनेमाघर शहर के मध्य में स्थित लाल चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित है। कश्मीर में अलगाववादी हिंसा के चलते 1990 की शुरुआत में नाज सिनेमाघर को बंद कर दिया गया था।
यह एक सारांश है: घटना के दौरान सीआईएसएफ के जवान नाज सिनेमाघर के बाहर सब्जी खरीद रहे थे। नाज सिनेमाघर शहर के मध्य में स्थित लाल चौक से लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित है।
16
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: अपने बल्लेबाजों और इस सत्र में पहली हैट्रिक लेने वाले अजीत चंडिला के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर राजस्थान रॉयल्स टीम ने अपने घरेलू मैदान सवाई मानसिंह स्टेडियम में रविवार को खेले गए इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पांचवें संस्करण के 60वें लीग मुकाबले में पुणे वॉरियर्स इंडिया को 45 रनों से हरा दिया। वॉरियर्स की यह लगातार आठवीं हार है। राजस्थान की ओर से जहां अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) ने बल्ले से अहम योगदान दिया वहीं गेंदबाजी में अजीत चंडिला ने सराहनीय प्रदर्शन करते हुए 13 रन देकर चार प्रमुख विकेट हासिल किए। इस सत्र में पहली हैट्रिक लेकर अपना नाम रिकार्डबुक में दर्ज कराने वाले चंडिला की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने 26 रन के कुल योग पर ही वॉरियर्स के चार विकेट झटक लिए थे। चंडिला को उनके इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। राजस्थान रॉयल्स टीम द्वारा रखे गए 171 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे वॉरियर्स टीम 20 ओवरों में नौ विकेट गंवाकर 125 रन ही बना सकी। इसमें स्टीवन स्मिथ के सबसे अधिक 37 रन शामिल हैं। इसके अलावा कैलम फर्ग्युसन और एंजेलो मैथ्यूज ने 23-23 रनों का योगदान दिया। राजस्थान की ओर से गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले धीमी गति के गेंदबाज चंडिला ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाने आए अनुभवी सौरव गांगुली (2), विस्फोटक बल्लेबाज जेसी राइडर (1), अच्छे फार्म में चल रहे रोबिन उथप्पा (6) और अनस्तुप मजूमदार (9) को आउट किया। इसके अलावा जोहान बोथा और शेन वॉटसन ने दो-दो विकेट प्राप्त किए। शॉन टेट को भी एक सफलता मिली। बोथा ने फर्ग्युसन और स्मिथ का विकेट लिया जबकि टेट ने भुवनेश्वर कुमार (3) को आउट किया। वॉटसन ने मैथ्यूज और राहुल शर्मा (0) का विकेट लिया। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स टीम ने अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) की शानदार पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 170 रन बनाए। रहाणे 47 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि वॉटसन ने 31 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए। कप्तान राहुल द्रविड़ का विकेट 29 रनों के कुल योग पर गिरने के बाद रहाणे और वॉटसन ने दूसरे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। वॉरियर्स की यह लगातार आठवीं हार है। राजस्थान की ओर से जहां अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) ने बल्ले से अहम योगदान दिया वहीं गेंदबाजी में अजीत चंडिला ने सराहनीय प्रदर्शन करते हुए 13 रन देकर चार प्रमुख विकेट हासिल किए। इस सत्र में पहली हैट्रिक लेकर अपना नाम रिकार्डबुक में दर्ज कराने वाले चंडिला की बदौलत राजस्थान रॉयल्स ने 26 रन के कुल योग पर ही वॉरियर्स के चार विकेट झटक लिए थे। चंडिला को उनके इस प्रदर्शन के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। राजस्थान रॉयल्स टीम द्वारा रखे गए 171 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे वॉरियर्स टीम 20 ओवरों में नौ विकेट गंवाकर 125 रन ही बना सकी। इसमें स्टीवन स्मिथ के सबसे अधिक 37 रन शामिल हैं। इसके अलावा कैलम फर्ग्युसन और एंजेलो मैथ्यूज ने 23-23 रनों का योगदान दिया। राजस्थान की ओर से गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले धीमी गति के गेंदबाज चंडिला ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाने आए अनुभवी सौरव गांगुली (2), विस्फोटक बल्लेबाज जेसी राइडर (1), अच्छे फार्म में चल रहे रोबिन उथप्पा (6) और अनस्तुप मजूमदार (9) को आउट किया। इसके अलावा जोहान बोथा और शेन वॉटसन ने दो-दो विकेट प्राप्त किए। शॉन टेट को भी एक सफलता मिली। बोथा ने फर्ग्युसन और स्मिथ का विकेट लिया जबकि टेट ने भुवनेश्वर कुमार (3) को आउट किया। वॉटसन ने मैथ्यूज और राहुल शर्मा (0) का विकेट लिया। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स टीम ने अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) की शानदार पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 170 रन बनाए। रहाणे 47 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि वॉटसन ने 31 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए। कप्तान राहुल द्रविड़ का विकेट 29 रनों के कुल योग पर गिरने के बाद रहाणे और वॉटसन ने दूसरे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। राजस्थान रॉयल्स टीम द्वारा रखे गए 171 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पुणे वॉरियर्स टीम 20 ओवरों में नौ विकेट गंवाकर 125 रन ही बना सकी। इसमें स्टीवन स्मिथ के सबसे अधिक 37 रन शामिल हैं। इसके अलावा कैलम फर्ग्युसन और एंजेलो मैथ्यूज ने 23-23 रनों का योगदान दिया। राजस्थान की ओर से गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले धीमी गति के गेंदबाज चंडिला ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाने आए अनुभवी सौरव गांगुली (2), विस्फोटक बल्लेबाज जेसी राइडर (1), अच्छे फार्म में चल रहे रोबिन उथप्पा (6) और अनस्तुप मजूमदार (9) को आउट किया। इसके अलावा जोहान बोथा और शेन वॉटसन ने दो-दो विकेट प्राप्त किए। शॉन टेट को भी एक सफलता मिली। बोथा ने फर्ग्युसन और स्मिथ का विकेट लिया जबकि टेट ने भुवनेश्वर कुमार (3) को आउट किया। वॉटसन ने मैथ्यूज और राहुल शर्मा (0) का विकेट लिया। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स टीम ने अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) की शानदार पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 170 रन बनाए। रहाणे 47 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि वॉटसन ने 31 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए। कप्तान राहुल द्रविड़ का विकेट 29 रनों के कुल योग पर गिरने के बाद रहाणे और वॉटसन ने दूसरे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। राजस्थान की ओर से गेंदबाजी की शुरुआत करने वाले धीमी गति के गेंदबाज चंडिला ने सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभाने आए अनुभवी सौरव गांगुली (2), विस्फोटक बल्लेबाज जेसी राइडर (1), अच्छे फार्म में चल रहे रोबिन उथप्पा (6) और अनस्तुप मजूमदार (9) को आउट किया। इसके अलावा जोहान बोथा और शेन वॉटसन ने दो-दो विकेट प्राप्त किए। शॉन टेट को भी एक सफलता मिली। बोथा ने फर्ग्युसन और स्मिथ का विकेट लिया जबकि टेट ने भुवनेश्वर कुमार (3) को आउट किया। वॉटसन ने मैथ्यूज और राहुल शर्मा (0) का विकेट लिया। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स टीम ने अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) की शानदार पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 170 रन बनाए। रहाणे 47 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि वॉटसन ने 31 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए। कप्तान राहुल द्रविड़ का विकेट 29 रनों के कुल योग पर गिरने के बाद रहाणे और वॉटसन ने दूसरे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। इसके अलावा जोहान बोथा और शेन वॉटसन ने दो-दो विकेट प्राप्त किए। शॉन टेट को भी एक सफलता मिली। बोथा ने फर्ग्युसन और स्मिथ का विकेट लिया जबकि टेट ने भुवनेश्वर कुमार (3) को आउट किया। वॉटसन ने मैथ्यूज और राहुल शर्मा (0) का विकेट लिया। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स टीम ने अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) की शानदार पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 170 रन बनाए। रहाणे 47 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि वॉटसन ने 31 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए। कप्तान राहुल द्रविड़ का विकेट 29 रनों के कुल योग पर गिरने के बाद रहाणे और वॉटसन ने दूसरे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। इससे पहले, टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी राजस्थान रॉयल्स टीम ने अजिंक्य रहाणे (61) और शेन वॉटसन (58) की शानदार पारियों की मदद से निर्धारित 20 ओवरों में चार विकेट पर 170 रन बनाए। रहाणे 47 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि वॉटसन ने 31 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए। कप्तान राहुल द्रविड़ का विकेट 29 रनों के कुल योग पर गिरने के बाद रहाणे और वॉटसन ने दूसरे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। रहाणे 47 गेंदों पर सात चौके लगाए जबकि वॉटसन ने 31 गेंदों पर छह चौके और चार छक्के लगाए। कप्तान राहुल द्रविड़ का विकेट 29 रनों के कुल योग पर गिरने के बाद रहाणे और वॉटसन ने दूसरे विकेट के लिए 94 रन जोड़े। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। इसके बाद रहाणे ने ब्रैड हॉज (14) के साथ तीसरे विकेट के लिए 33 रनों की साझेदारी निभाई। द्रविड़ 21 रन के निजी योग पर आशीष नेहरा की गेंद पर विकेट के पीछे रोबिन उथप्पा के हाथों लपके गए थे। द्रविड़ ने 20 गेंदों का सामना करते हुए चार चौके लगाए। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। वॉरियर्स की ओर से आशीष नेहरा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में 23 रन देकर तीन सफलता हासिल की। एक विकेट एंजेलो मैथ्यूज को मिला।टिप्पणियां राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। राजस्थान रॉयल्स ने अब तक 14 मैच खेले हैं जिनमें से उसे सात में जीत मिली है जबकि सात मैचों में उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। 14 अंकों के साथ रॉयल्स अंक तालिका में छठे स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है। वॉरियर्स ने अब तक 15 मैच खेले हैं जिनमें से उसे चार में जीत नसीब हुई है जबकि 11 मैचों में वॉरियर्स को शिकस्त झेलनी पड़ी है। आठ अंक लेकर वॉरियर्स अंक तालिका में आठवें स्थान पर है।
संक्षिप्त सारांश: अपने बल्लेबाजों और इस सत्र में पहली हैट्रिक लेने वाले अजीत चंडिला के नेतृत्व में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के दम पर राजस्थान रॉयल्स टीम ने अपने घरेलू मैदान सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेले गए आईपीएल के पांचवें संस्करण के 60वें लीग मुकाबले में पुणे व
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['hin']
एक सारांश बनाओ: अयोध्या मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने फैसला सुना दिया है. दशकों पुराने तथा पूरे देश को आंदोलित करते रहे केस में ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या में विवादित भूमि का कब्ज़ा सरकारी ट्रस्ट को मंदिर बनाने के लिए दे दिया है, तथा उत्तर प्रदेश के इसी पवित्र शहर में एक 'प्रमुख' स्थान पर मस्जिद के लिए भी जमीन आवंटित की जाएगी. इस केस में वादी भगवान रामचंद्र के बालस्वरूप 'रामलला' को 2.77 एकड़ ज़मीन का मालिकाना हक दिया गया है. अब इस मामले में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) का बयान सामने आया है. उन्होंने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि उनका रुख सही साबित हुआ. उन्होंने कहा, 'उच्चतम न्यायालय के फैसले से मेरी बातों की पुष्टि हुई, अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण के लिये मार्ग प्रशस्त होने से बहुत धन्य महसूस कर रहा हूं. यह क्षण मेरी कामना पूर्ण होने का है, ईश्वर ने मुझे विशाल आंदोलन में योगदान देने का अवसर दिया जो भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के बाद सबसे बड़ा आंदोलन था.' आडवाणी ने कहा, 'मैंने हमेशा इस बात पर जोर दिया है कि भारत की संस्कृति और सभ्यता में राम और रामायण का सम्मानित स्थान है. भारत में और विदेश में राम जन्मभूमि एक विशेष और पवित्र स्थान रखती है. उनके विश्वास और भावनाओं का सम्मान किया गया.' आडवाणी ने कहा, 'मैं कोर्ट के इस फैसले का भी सम्मान करता हूं कि उन्होंने अयोध्या में मस्जिद बनाने के लिए पांच एकड़ जमीन देने का फैसला किया.' उन्होंने कहा, 'आज का निर्णय एक लंबी और विवादास्पद प्रक्रिया की परिणति है, जिसने पिछले कई दशकों में विभिन्न मंचों पर न्यायिक और गैर-न्यायिक दोनों ही भूमिका निभाई.' आडवाणी ने कहा, 'अब जब अयोध्या में लंबे समय से चल रहे मंदिर-मस्जिद विवाद का अंत हो गया है, समय आ गया है कि सभी विवाद और तीखेपन को पीछे छोड़ दें और सांप्रदायिक सहमति और शांति को गले लगाएं. इस अंत की ओर, मैं हमारे विविध समाज के सभी वर्गों से भारत की राष्ट्रीय एकता और अखंडता को मजबूत करने के लिए मिलकर काम करने की अपील करता हूं.' आडवाणी ने कहा, 'रामजन्मभूमि आंदोलन के समय मैंने अक्सर कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का असली उद्देश्य एक शानदार राष्ट्र मंदिर का निर्माण करना है. आइए हम आज उस महान मिशन के लिए खुद को समर्पित करें.'
यह एक सारांश है: मंदिर निर्माण के लिए रास्ता खुलने से धन्य महसूस कर रहा हूं: आडवाणी उच्चतम न्यायालय के फैसले से मेरी बातों की पुष्टि हुई: आडवाणी यह क्षण मेरी कामना पूर्ण होने का है: आडवाणी
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: एशिया के अन्य बाजारों में मजबूत रुख के बीच संस्थागत और खुदरा निवेशकों की लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज करीब 177 अंक की तेजी के साथ खुला।टिप्पणियां तीस प्रमुख शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 177.56 अंक या 1.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,230.34 अंक पर खुला। रियल्टी और धातु समेत सभी खंडवार सूचकांकों में शुरुआती तेजी देखी गई। सेंसेक्स सोमवार को लगभग 309 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ था। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 48.80 अंक या 0.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 5,233.05 अंक पर खुला। कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार को तेजी के बाद अन्य एशियाई बाजारों में मजबूत रुख के बीच संस्थागत और खुदरा निवेशकों की लिवाली से बाजार में तेजी आई। तीस प्रमुख शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 177.56 अंक या 1.01 प्रतिशत की तेजी के साथ 17,230.34 अंक पर खुला। रियल्टी और धातु समेत सभी खंडवार सूचकांकों में शुरुआती तेजी देखी गई। सेंसेक्स सोमवार को लगभग 309 अंक की गिरावट के साथ बंद हुआ था। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 48.80 अंक या 0.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 5,233.05 अंक पर खुला। कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार को तेजी के बाद अन्य एशियाई बाजारों में मजबूत रुख के बीच संस्थागत और खुदरा निवेशकों की लिवाली से बाजार में तेजी आई। इसी प्रकार, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 48.80 अंक या 0.94 प्रतिशत की तेजी के साथ 5,233.05 अंक पर खुला। कारोबारियों के अनुसार अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार को तेजी के बाद अन्य एशियाई बाजारों में मजबूत रुख के बीच संस्थागत और खुदरा निवेशकों की लिवाली से बाजार में तेजी आई।
यह एक सारांश है: एशिया के अन्य बाजारों में मजबूत रुख के बीच संस्थागत और खुदरा निवेशकों की लिवाली से बंबई शेयर बाजार का सूचकांक आज करीब 177 अंक की तेजी के साथ खुला।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश में आतंकवादी हमले के खतरे के मद्देनजर ताजमहल सहित अन्य महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों और सरकारी प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने राज्य में आतंकवादी हमले की चेतावनी दी है. अधिकारियों ने रविवार को बताया कि विदेशी और घरेलू पर्यटकों के सबसे बड़े आकर्षण स्थल आगरा के ताज महल पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ाई गई है. अधिकारियों ने बताया कि ताज महल के बाहरी क्षेत्र और प्रवेश द्वारों के आसपास 36 अतिरिक्त कमांडो तैनात किए गए हैं. वहीं, गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रेम की विश्व प्रसिद्ध स्मारक की रक्षा करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों को भी आतंकवादी हमले की आशंका के मद्देनजर सतर्क कर दिया गया है.टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुर्गा पूजा, दशहरा और मुहर्रम जैसे त्योहारों के मद्देनजर लखनऊ, आगरा, कानपुर, मुरादाबाद, बरेली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, वाराणसी और इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.   अधिकारियों ने रविवार को बताया कि विदेशी और घरेलू पर्यटकों के सबसे बड़े आकर्षण स्थल आगरा के ताज महल पर अतिरिक्त सुरक्षा बढ़ाई गई है. अधिकारियों ने बताया कि ताज महल के बाहरी क्षेत्र और प्रवेश द्वारों के आसपास 36 अतिरिक्त कमांडो तैनात किए गए हैं. वहीं, गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रेम की विश्व प्रसिद्ध स्मारक की रक्षा करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों को भी आतंकवादी हमले की आशंका के मद्देनजर सतर्क कर दिया गया है.टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुर्गा पूजा, दशहरा और मुहर्रम जैसे त्योहारों के मद्देनजर लखनऊ, आगरा, कानपुर, मुरादाबाद, बरेली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, वाराणसी और इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.   वहीं, गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि प्रेम की विश्व प्रसिद्ध स्मारक की रक्षा करने के लिए केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों को भी आतंकवादी हमले की आशंका के मद्देनजर सतर्क कर दिया गया है.टिप्पणियां एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुर्गा पूजा, दशहरा और मुहर्रम जैसे त्योहारों के मद्देनजर लखनऊ, आगरा, कानपुर, मुरादाबाद, बरेली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, वाराणसी और इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.   एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दुर्गा पूजा, दशहरा और मुहर्रम जैसे त्योहारों के मद्देनजर लखनऊ, आगरा, कानपुर, मुरादाबाद, बरेली, मेरठ, मुजफ्फरनगर, वाराणसी और इलाहाबाद जैसे महत्वपूर्ण शहरों में भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: खुफिया ब्यूरो (आईबी) ने राज्य में आतंकवादी हमले की चेतावनी दी है उत्तर प्रदेश में आतंकवादी हमले के खतरे के मद्देनजर सुरक्षा कड़ी की गई ताजमहल सहित अन्य पर्यटन स्थलों और सरकारी प्रतिष्ठानों की सिक्यॉरटी बढ़ाई
19
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद ने फिल्म 'ऐ दिल है मुश्किल' की रिलीज को लेकर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) द्वारा बॉलीवुड के लिए रखी शर्तों पर रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मनसे पर सेना के नाम पर राजनीति करने का आरोप लगाया. पूर्व केन्द्रीय मंत्री लालू ने रविवार को ट्वीट किया, ''कोई सेना के नाम पर 'वोट' मांग रहा है तो कोई 'नोट'." उन्होंने इसी ट्वीट में आगे लिखा, "दक्षिणपंथियों, शर्म करो शर्म. गाय और राम से पेट नहीं भरा क्या? सेना को तो बख्श दो." उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जारी कड़वाहट के मद्देनजर मनसे ने 'ऐ दिल है मुश्किल' फिल्म के रिलीज का विरोध किया था. इसके बाद शनिवार को फिल्म के निर्माता करण जौहर, मनसे प्रमुख राज ठाकरे और फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स 'गिल्ड ऑफ इंडिया' के अध्यक्ष मुकेश भट्ट तथा अन्य के बीच बैठक हुई. यह बैठक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बुलाई थी. बैठक में मनसे ने करण की फिल्म रिलीज होने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं. टिप्पणियां इसमें एक शर्त यह भी है कि अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को शामिल करने वाले निर्माताओं को सिनेमाघरों पर जाकर फिल्म रिलीज करने से पहले भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देनी होगी और इसके साथ ही भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये जमा करने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पूर्व केन्द्रीय मंत्री लालू ने रविवार को ट्वीट किया, ''कोई सेना के नाम पर 'वोट' मांग रहा है तो कोई 'नोट'." उन्होंने इसी ट्वीट में आगे लिखा, "दक्षिणपंथियों, शर्म करो शर्म. गाय और राम से पेट नहीं भरा क्या? सेना को तो बख्श दो." उल्लेखनीय है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जारी कड़वाहट के मद्देनजर मनसे ने 'ऐ दिल है मुश्किल' फिल्म के रिलीज का विरोध किया था. इसके बाद शनिवार को फिल्म के निर्माता करण जौहर, मनसे प्रमुख राज ठाकरे और फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स 'गिल्ड ऑफ इंडिया' के अध्यक्ष मुकेश भट्ट तथा अन्य के बीच बैठक हुई. यह बैठक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बुलाई थी. बैठक में मनसे ने करण की फिल्म रिलीज होने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं. टिप्पणियां इसमें एक शर्त यह भी है कि अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को शामिल करने वाले निर्माताओं को सिनेमाघरों पर जाकर फिल्म रिलीज करने से पहले भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देनी होगी और इसके साथ ही भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये जमा करने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसके बाद शनिवार को फिल्म के निर्माता करण जौहर, मनसे प्रमुख राज ठाकरे और फिल्म एंड टेलीविजन प्रोड्यूसर्स 'गिल्ड ऑफ इंडिया' के अध्यक्ष मुकेश भट्ट तथा अन्य के बीच बैठक हुई. यह बैठक महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने बुलाई थी. बैठक में मनसे ने करण की फिल्म रिलीज होने के लिए कुछ शर्तें रखी हैं. टिप्पणियां इसमें एक शर्त यह भी है कि अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को शामिल करने वाले निर्माताओं को सिनेमाघरों पर जाकर फिल्म रिलीज करने से पहले भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देनी होगी और इसके साथ ही भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये जमा करने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसमें एक शर्त यह भी है कि अपनी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को शामिल करने वाले निर्माताओं को सिनेमाघरों पर जाकर फिल्म रिलीज करने से पहले भारतीय जवानों को श्रद्धांजलि देनी होगी और इसके साथ ही भारतीय सेना के कल्याण कोष में पांच करोड़ रुपये जमा करने होंगे.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
'दक्षिणपंथियों, शर्म करो शर्म. गाय और राम से पेट नहीं भरा क्‍या?' मनसे ने 'ऐ दिल है मुश्किल' फिल्म के रिलीज का विरोध किया था फिल्‍म की रिलीज के लिए सेना कल्‍याण कोष में 5 करोड़ जमा कराने की शर्त रखी
28
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: सात भारत स्थित आउटसोर्सिंग कंपनियों को 2016 में अमेरिका में इससे पिछले साल 2015 की तुलना में कम एच-1बी वीजा मिला है. मीडिया की खबरों के अनुसार समूह के रूप में उनके आंकड़ों में 37 प्रतिशत की गिरावट आई. वाशिंगटन स्थित गैर लाभकारी शोध संस्थान नेशनल फाउंडेशन ऑफ अमेरिकन पालिसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2016 में कंपनियों के मंजूर आवेदनों में 2015 की तुलना में 5,436 या 37 प्रतिशत की गिरावट आई. इसमें कहा गया है कि शीर्ष सात भारतीय कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 2016 में 9,356 नए एच-1बी वीजा आवेदनों को मंजूरी दी गई, जो अमेरिकी श्रमबल का मात्र 0.006 प्रतिशत बैठता है.टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया है कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के नए मंजूर एच-1बी आवेदनों की संख्या वित्त वर्ष 2016 में घटकर 2,040 पर आ गई. यह 2015 में 4,674 थी. इस तरह मंजूर आवेदनों की संख्या में 2,634 की गिरावट आई. वहीं विप्रो के लिए आवेदनों की संख्या 52 प्रतिशत या 1,605 घटकर 3,079 से 1,474 पर आ गई. इन्फोसिस के मंजूर आवेदनों की संख्या 16 प्रतिशत घटकर 2,830 से 2,376 पर आ गई. वाशिंगटन स्थित गैर लाभकारी शोध संस्थान नेशनल फाउंडेशन ऑफ अमेरिकन पालिसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2016 में कंपनियों के मंजूर आवेदनों में 2015 की तुलना में 5,436 या 37 प्रतिशत की गिरावट आई. इसमें कहा गया है कि शीर्ष सात भारतीय कंपनियों के लिए वित्त वर्ष 2016 में 9,356 नए एच-1बी वीजा आवेदनों को मंजूरी दी गई, जो अमेरिकी श्रमबल का मात्र 0.006 प्रतिशत बैठता है.टिप्पणियां रिपोर्ट में बताया गया है कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के नए मंजूर एच-1बी आवेदनों की संख्या वित्त वर्ष 2016 में घटकर 2,040 पर आ गई. यह 2015 में 4,674 थी. इस तरह मंजूर आवेदनों की संख्या में 2,634 की गिरावट आई. वहीं विप्रो के लिए आवेदनों की संख्या 52 प्रतिशत या 1,605 घटकर 3,079 से 1,474 पर आ गई. इन्फोसिस के मंजूर आवेदनों की संख्या 16 प्रतिशत घटकर 2,830 से 2,376 पर आ गई. रिपोर्ट में बताया गया है कि टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज के नए मंजूर एच-1बी आवेदनों की संख्या वित्त वर्ष 2016 में घटकर 2,040 पर आ गई. यह 2015 में 4,674 थी. इस तरह मंजूर आवेदनों की संख्या में 2,634 की गिरावट आई. वहीं विप्रो के लिए आवेदनों की संख्या 52 प्रतिशत या 1,605 घटकर 3,079 से 1,474 पर आ गई. इन्फोसिस के मंजूर आवेदनों की संख्या 16 प्रतिशत घटकर 2,830 से 2,376 पर आ गई. वहीं विप्रो के लिए आवेदनों की संख्या 52 प्रतिशत या 1,605 घटकर 3,079 से 1,474 पर आ गई. इन्फोसिस के मंजूर आवेदनों की संख्या 16 प्रतिशत घटकर 2,830 से 2,376 पर आ गई.
सारांश: पिछले साल 2015 की तुलना में कम एच-1बी वीजा मिला है. 2015 की तुलना में 5,436 या 37 प्रतिशत की गिरावट आई टाटा, विप्रो, इंफोसिस प्रभावित.
7
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: जिले में शामगढ़ पुलिस थाना क्षेत्र के ग्राम मेलखेड़ा में एक पिता द्वारा अपनी दस वर्षीय पुत्री से बलात्कार किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गोपाल कुम्हार (40) निवासी मेलखेड़ा की पत्नी की एक वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। गोपाल की दो पुत्री और एक पुत्र हैं। पीड़ित ने अपने ताउ के साथ पुलिस थाने पहुंचकर अपने पिता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि उसका पिता गोपाल रोज रात को शराब पीकर आता और वह उसके साथ पिछले एक वर्ष से बलात्कार कर रहा था।टिप्पणियां उसने अपनी शिकायत में कहा कि इससे तंग आकर गत शुक्रवार उसने इसकी जानकारी अपनी ताई और ताऊ को दी। पुलिस ने लड़की की चिकित्सा जांच कराने के बाद उसके पिता गोपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसकी भी चिकित्सा जांच कराई। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गोपाल कुम्हार (40) निवासी मेलखेड़ा की पत्नी की एक वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। गोपाल की दो पुत्री और एक पुत्र हैं। पीड़ित ने अपने ताउ के साथ पुलिस थाने पहुंचकर अपने पिता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि उसका पिता गोपाल रोज रात को शराब पीकर आता और वह उसके साथ पिछले एक वर्ष से बलात्कार कर रहा था।टिप्पणियां उसने अपनी शिकायत में कहा कि इससे तंग आकर गत शुक्रवार उसने इसकी जानकारी अपनी ताई और ताऊ को दी। पुलिस ने लड़की की चिकित्सा जांच कराने के बाद उसके पिता गोपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसकी भी चिकित्सा जांच कराई। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। पीड़ित ने अपने ताउ के साथ पुलिस थाने पहुंचकर अपने पिता के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। इसमें कहा गया कि उसका पिता गोपाल रोज रात को शराब पीकर आता और वह उसके साथ पिछले एक वर्ष से बलात्कार कर रहा था।टिप्पणियां उसने अपनी शिकायत में कहा कि इससे तंग आकर गत शुक्रवार उसने इसकी जानकारी अपनी ताई और ताऊ को दी। पुलिस ने लड़की की चिकित्सा जांच कराने के बाद उसके पिता गोपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसकी भी चिकित्सा जांच कराई। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। उसने अपनी शिकायत में कहा कि इससे तंग आकर गत शुक्रवार उसने इसकी जानकारी अपनी ताई और ताऊ को दी। पुलिस ने लड़की की चिकित्सा जांच कराने के बाद उसके पिता गोपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसकी भी चिकित्सा जांच कराई। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है। पुलिस ने लड़की की चिकित्सा जांच कराने के बाद उसके पिता गोपाल को गिरफ्तार कर लिया और उसकी भी चिकित्सा जांच कराई। पुलिस मामले की विवेचना कर रही है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पुलिस ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। गोपाल कुम्हार (40) निवासी मेलखेड़ा की पत्नी की एक वर्ष पहले मृत्यु हो गई थी। गोपाल की दो पुत्री और एक पुत्र हैं।
11
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर ‘सचेत और चौकन्ना’ है और अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का जवाब देने के लिए क्षमता विकसित करने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है। अपनी वार्षिक रिपोर्ट में मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति चिंता का कारण है क्योंकि उसके अपने क्षेत्र और नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी संगठनों के क्रियाकलाप लगातार जारी हैं। वर्ष 2012-13 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर सचेत और चौकन्ना है। भारत अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का सामना करने के लिए जरूरी क्षमता बढ़ा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का मानना है कि दोनों देशों के पास शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने और सौहार्दपूर्ण माहौल में एक साथ बने रहने के लिए ‘पर्याप्त स्थल’ है। टिप्पणियां पाकिस्तान पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान और नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों का अस्तित्व आतंकवादी संगठनों के लिए पाकिस्तान के रवैये को प्रदर्शित करता है। मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं। अपनी वार्षिक रिपोर्ट में मंत्रालय ने यह भी कहा कि पाकिस्तान में सुरक्षा स्थिति चिंता का कारण है क्योंकि उसके अपने क्षेत्र और नियंत्रण वाले क्षेत्रों में आतंकवादी संगठनों के क्रियाकलाप लगातार जारी हैं। वर्ष 2012-13 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर सचेत और चौकन्ना है। भारत अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का सामना करने के लिए जरूरी क्षमता बढ़ा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का मानना है कि दोनों देशों के पास शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने और सौहार्दपूर्ण माहौल में एक साथ बने रहने के लिए ‘पर्याप्त स्थल’ है। टिप्पणियां पाकिस्तान पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान और नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों का अस्तित्व आतंकवादी संगठनों के लिए पाकिस्तान के रवैये को प्रदर्शित करता है। मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं। वर्ष 2012-13 की रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर सचेत और चौकन्ना है। भारत अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का सामना करने के लिए जरूरी क्षमता बढ़ा रहा है। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का मानना है कि दोनों देशों के पास शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने और सौहार्दपूर्ण माहौल में एक साथ बने रहने के लिए ‘पर्याप्त स्थल’ है। टिप्पणियां पाकिस्तान पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान और नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों का अस्तित्व आतंकवादी संगठनों के लिए पाकिस्तान के रवैये को प्रदर्शित करता है। मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया कि भारत का मानना है कि दोनों देशों के पास शांतिपूर्ण तरीके से आगे बढ़ने और सौहार्दपूर्ण माहौल में एक साथ बने रहने के लिए ‘पर्याप्त स्थल’ है। टिप्पणियां पाकिस्तान पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान और नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों का अस्तित्व आतंकवादी संगठनों के लिए पाकिस्तान के रवैये को प्रदर्शित करता है। मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं। पाकिस्तान पर रिपोर्ट में कहा गया कि पाकिस्तान और नियंत्रण रेखा के पार आतंकी शिविरों का अस्तित्व आतंकवादी संगठनों के लिए पाकिस्तान के रवैये को प्रदर्शित करता है। मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं। मंत्रालय ने कहा कि उसका मानना है कि इस तरह के संगठन पाकिस्तान की अपनी सामाजिक एवं राजनीतिक संरचना के लिए खतरा पैदा करते हैं।
यह एक सारांश है: रक्षा मंत्रालय ने कहा कि भारत चीन की सैन्य क्षमता के असर को लेकर ‘सचेत और चौकन्ना’ है और अपनी सुरक्षा पर किसी भी तरह के बुरे प्रभाव का जवाब देने के लिए क्षमता विकसित करने के लिए जरूरी कदम उठा रहा है।
2
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारत के 500वें टेस्ट के कप्तान विराट कोहली की हौसलाअफजाई के लिए फिल्म अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के ग्रीन पार्क पहुंचने की चर्चा है लेकिन इस बारे में उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए), कानपुर पुलिस के एसएसपी और होटल मैनेजर गोल-मोल जवाब दे रहे हैं. सूत्रों के अनुसार कोहली का हौसला बढ़ाने के लिये उनकी महिला मित्र और फिल्म अभिनेत्री अनुष्का टेस्ट मैच में एक दिन के लिए ग्रीन पार्क आ सकती हैं. इस बारे में हालांकि जब यूपीसीए के निदेशक राजीव शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसी खिलाड़ी की मित्र या पत्नी आ रही है तो इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. अगर अनुष्का विराट का उत्साह बढ़ाने के लिये टेस्ट मैच में आ रही है तो यह उनका व्यक्तिगत मामला है. कोई भी किसी का उत्साह बढ़ाने या टेस्ट मैच देखने आ सकता है. इस बारे में कानपुर पुलिस के एसएसपी शलभ माथुर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. अगर कोई भी व्यक्तिगत रूप से मैच देखने आता है तो इसमें पुलिस विभाग क्या करेगा. अगर अनुष्का के लिये सुरक्षा की मांग की जाएगी तो कानपुर पुलिस उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान करेगी. टिप्पणियां इस बारे में होटल के मैनेजर विकास मेहरोत्रा से पूछा गया कि क्या अनुष्का के लिये भारतीय टीम के होटल में अलग से कमरा बुक किया गया है तो उन्होंने कहा कि बीसीसीआई और यूपीसीए ने 10 कमरे होटल में रिजर्व रखे हैं. अब यह कमरे किसको दिये जाने हैं, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि अनुष्का के लिये अलग से कमरा बुक नहीं किया गया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सूत्रों के अनुसार कोहली का हौसला बढ़ाने के लिये उनकी महिला मित्र और फिल्म अभिनेत्री अनुष्का टेस्ट मैच में एक दिन के लिए ग्रीन पार्क आ सकती हैं. इस बारे में हालांकि जब यूपीसीए के निदेशक राजीव शुक्ला से बात की गई तो उन्होंने कहा कि किसी खिलाड़ी की मित्र या पत्नी आ रही है तो इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. अगर अनुष्का विराट का उत्साह बढ़ाने के लिये टेस्ट मैच में आ रही है तो यह उनका व्यक्तिगत मामला है. कोई भी किसी का उत्साह बढ़ाने या टेस्ट मैच देखने आ सकता है. इस बारे में कानपुर पुलिस के एसएसपी शलभ माथुर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. अगर कोई भी व्यक्तिगत रूप से मैच देखने आता है तो इसमें पुलिस विभाग क्या करेगा. अगर अनुष्का के लिये सुरक्षा की मांग की जाएगी तो कानपुर पुलिस उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान करेगी. टिप्पणियां इस बारे में होटल के मैनेजर विकास मेहरोत्रा से पूछा गया कि क्या अनुष्का के लिये भारतीय टीम के होटल में अलग से कमरा बुक किया गया है तो उन्होंने कहा कि बीसीसीआई और यूपीसीए ने 10 कमरे होटल में रिजर्व रखे हैं. अब यह कमरे किसको दिये जाने हैं, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि अनुष्का के लिये अलग से कमरा बुक नहीं किया गया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस बारे में कानपुर पुलिस के एसएसपी शलभ माथुर से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उनके पास इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है. अगर कोई भी व्यक्तिगत रूप से मैच देखने आता है तो इसमें पुलिस विभाग क्या करेगा. अगर अनुष्का के लिये सुरक्षा की मांग की जाएगी तो कानपुर पुलिस उन्हें पूरी सुरक्षा प्रदान करेगी. टिप्पणियां इस बारे में होटल के मैनेजर विकास मेहरोत्रा से पूछा गया कि क्या अनुष्का के लिये भारतीय टीम के होटल में अलग से कमरा बुक किया गया है तो उन्होंने कहा कि बीसीसीआई और यूपीसीए ने 10 कमरे होटल में रिजर्व रखे हैं. अब यह कमरे किसको दिये जाने हैं, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि अनुष्का के लिये अलग से कमरा बुक नहीं किया गया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस बारे में होटल के मैनेजर विकास मेहरोत्रा से पूछा गया कि क्या अनुष्का के लिये भारतीय टीम के होटल में अलग से कमरा बुक किया गया है तो उन्होंने कहा कि बीसीसीआई और यूपीसीए ने 10 कमरे होटल में रिजर्व रखे हैं. अब यह कमरे किसको दिये जाने हैं, उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि अनुष्का के लिये अलग से कमरा बुक नहीं किया गया है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सारांश: यूपीसीए के राजीव शुक्‍ला बोले, मुझे इसकी जानकारी नहीं पुलिस एसएसपी शलभ माथुर ने कहा, सुरक्षा मांगी गई तो देंगे बीसीसीआई और यूपीसीए ने होटल में 10 कमरे रखे हैं रिजर्व
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: बुधवार को दिल्ली पुलिस को फिर जानकारी मिली की अपहर्ता मेरठ के पास ही हैं. पुलिस के मुताबिक, जब जाल बिछाकर उन्हें पकड़ने की कोशिश की गई तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. जबाब में पुलिस ने भी फायरिंग की, जिसमें एक आरोपी को गोली लगी है.टिप्पणियां राहत की बात ये है कि मुठभेड़ के बाद डॉक्टर श्रीकांत गौड़ को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया और 4 अपहर्ता गिरफ्तार कर लिए गए. पुलिस कुछ और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश कर रही है. इसमें दो मुख्य आरोपी  दौराला के दो सगे भाई अनुज और सुशील हैं. डॉक्टर श्रीकांत गौड़ मूलरूप से तेलंगाना के रहने वाले हैं. राहत की बात ये है कि मुठभेड़ के बाद डॉक्टर श्रीकांत गौड़ को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया और 4 अपहर्ता गिरफ्तार कर लिए गए. पुलिस कुछ और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश कर रही है. इसमें दो मुख्य आरोपी  दौराला के दो सगे भाई अनुज और सुशील हैं. डॉक्टर श्रीकांत गौड़ मूलरूप से तेलंगाना के रहने वाले हैं. राहत की बात ये है कि मुठभेड़ के बाद डॉक्टर श्रीकांत गौड़ को अपहर्ताओं के चंगुल से छुड़ा लिया गया और 4 अपहर्ता गिरफ्तार कर लिए गए. पुलिस कुछ और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार कोशिश कर रही है. इसमें दो मुख्य आरोपी  दौराला के दो सगे भाई अनुज और सुशील हैं. डॉक्टर श्रीकांत गौड़ मूलरूप से तेलंगाना के रहने वाले हैं.
यहाँ एक सारांश है:बताया जा रहा है कि 4 किडनैपर को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया है एक बदमाश को गोली लगी इस ऑपरेशन में दिल्ली पुलिस के दर्जनों अधिकारी शामिल थे
18
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: पहले मायावती के खिलाफ बीजेपी से निकाल दिए दयाशंकर सिंह की टिप्पणी और उसके खिलाफ BSP का प्रदर्शन और अब शनिवार को बीएसपी नेताओं की टिप्पणियों के खिलाफ उत्तर प्रदेश में जगह-जगह बीजेपी का प्रदर्शन। दलितों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा राजनीति हो रही है और दलितों पर अत्याचार के मामले भी वहीं से सबसे ज़्यादा सामने आते हैं। गृह मंत्रालय की तरफ से संसद में पेश आंकड़े बताते हैं कि 2015 में उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ ज़्यादतियों के कुल 8946 मामले दर्ज़ किए गए। दूसरे नंबर पर राजस्थान है जहां इस दौरान 7144 मामले दर्ज़ हुए। इसके बाद बिहार का नंबर है जहां 7121 मामले पुलिस ने दर्ज़ किए जबकि चौथे नंबर पर गुजरात है जहां 6655 मामले दर्ज़ हुए।टिप्पणियां राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पी एल पुनिया ने एनडीटीवी से कहा, "ऊंची जाति के लोगों को ये पसंद नहीं है कि दलित समुदाय आगे बढ़े। मुश्किल ये है कि दलितों के खिलाफ अपराध के मामलों में पुलिस कानून भी सही तरीके से लागू नहीं करती और तय समय में जांच भी पूरी नहीं की जाती है।'' बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी कहते हैं, "SC सबसे कमज़ोर अंग हैं समाज के, इसलिए उनपर अत्याचार बढ़ रहा है।" पुनिया के मुताबिक दलितों पर ज़्यादतियों के मामलों से निपटने के लिए कानून में पिछले साल संशोधन करके और सख्त बनाया गया, लेकिन फिर भी अपराध थम नहीं रहे। दरअसल दलितों के खिलाफ अत्याचार के बढ़ते मामलों से सवाल महत्वपूर्ण होता जा रहा है कि इन्हें रोकने के लिए मौजूदा कानूनी पहल नाकाफी है और सरकारों को इससे निपटने के लिए नए सिरे से पहल करनी होगी। गृह मंत्रालय की तरफ से संसद में पेश आंकड़े बताते हैं कि 2015 में उत्तर प्रदेश में दलितों के खिलाफ ज़्यादतियों के कुल 8946 मामले दर्ज़ किए गए। दूसरे नंबर पर राजस्थान है जहां इस दौरान 7144 मामले दर्ज़ हुए। इसके बाद बिहार का नंबर है जहां 7121 मामले पुलिस ने दर्ज़ किए जबकि चौथे नंबर पर गुजरात है जहां 6655 मामले दर्ज़ हुए।टिप्पणियां राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पी एल पुनिया ने एनडीटीवी से कहा, "ऊंची जाति के लोगों को ये पसंद नहीं है कि दलित समुदाय आगे बढ़े। मुश्किल ये है कि दलितों के खिलाफ अपराध के मामलों में पुलिस कानून भी सही तरीके से लागू नहीं करती और तय समय में जांच भी पूरी नहीं की जाती है।'' बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी कहते हैं, "SC सबसे कमज़ोर अंग हैं समाज के, इसलिए उनपर अत्याचार बढ़ रहा है।" पुनिया के मुताबिक दलितों पर ज़्यादतियों के मामलों से निपटने के लिए कानून में पिछले साल संशोधन करके और सख्त बनाया गया, लेकिन फिर भी अपराध थम नहीं रहे। दरअसल दलितों के खिलाफ अत्याचार के बढ़ते मामलों से सवाल महत्वपूर्ण होता जा रहा है कि इन्हें रोकने के लिए मौजूदा कानूनी पहल नाकाफी है और सरकारों को इससे निपटने के लिए नए सिरे से पहल करनी होगी। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष पी एल पुनिया ने एनडीटीवी से कहा, "ऊंची जाति के लोगों को ये पसंद नहीं है कि दलित समुदाय आगे बढ़े। मुश्किल ये है कि दलितों के खिलाफ अपराध के मामलों में पुलिस कानून भी सही तरीके से लागू नहीं करती और तय समय में जांच भी पूरी नहीं की जाती है।'' बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी कहते हैं, "SC सबसे कमज़ोर अंग हैं समाज के, इसलिए उनपर अत्याचार बढ़ रहा है।" पुनिया के मुताबिक दलितों पर ज़्यादतियों के मामलों से निपटने के लिए कानून में पिछले साल संशोधन करके और सख्त बनाया गया, लेकिन फिर भी अपराध थम नहीं रहे। दरअसल दलितों के खिलाफ अत्याचार के बढ़ते मामलों से सवाल महत्वपूर्ण होता जा रहा है कि इन्हें रोकने के लिए मौजूदा कानूनी पहल नाकाफी है और सरकारों को इससे निपटने के लिए नए सिरे से पहल करनी होगी। पुनिया के मुताबिक दलितों पर ज़्यादतियों के मामलों से निपटने के लिए कानून में पिछले साल संशोधन करके और सख्त बनाया गया, लेकिन फिर भी अपराध थम नहीं रहे। दरअसल दलितों के खिलाफ अत्याचार के बढ़ते मामलों से सवाल महत्वपूर्ण होता जा रहा है कि इन्हें रोकने के लिए मौजूदा कानूनी पहल नाकाफी है और सरकारों को इससे निपटने के लिए नए सिरे से पहल करनी होगी।
2015 में यूपी में दलितों के खिलाफ ज़्यादतियों के 8946 मामले दर्ज़ हुए 'ऊंची जाति के लोगों को ये पसंद नहीं है कि दलित समुदाय आगे बढ़े' दलितों के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा राजनीति हो रही है
6
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: टोरंटो जा रहे एयर इंडिया विमान में एक महिला ने बच्ची को जन्म दिया। विमान की सेवा में बिना किसी बाधा के कजाखस्तान के 34 हजार फुट ऊपर हवा में नन्ही परी का इस दुनिया में आगमन हुआ। अमृतसर की रहने वाली आठ महीने की गर्भवती कुलजीत कौर मध्यरात्रि को आईजीआई हवाई अड्डे से अपने पति के साथ एयर इंडिया के दिल्ली-टोरंटो विमान में सवार हुई थी। एयर इंडिया के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विमान ने रात पौने दो बजे उडान भरी थी और करीब साढ़े तीन बजे जब यह विमान कजाखस्तान के ऊपर उड़ रहा था, तभी कुलजीत को प्रसव पीड़ा हुई। इसके बाद केबिन क्रू को तुरंत सूचित किया गया और फिर स्थिति के बारे में कैप्टन को अलर्ट किया गया। विमान में सवार एक महिला डॉक्टर ने कुलजीत की मदद की। पायलट ने घोषणा की कि अगर जरूरत पड़ी तो वह विमान को किसी करीबी हवाई अड्डे पर उतार सकते हैं, लेकिन सामान्य प्रसव हुआ। अधिकारी ने कहा, सामान्य प्रसव हुआ और जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ्य हैं। इसलिए पायलट ने विमान का संचालन जारी रखा और यह विमान आज टोरंटो में उतरेगा।
यहाँ एक सारांश है:विमान की सेवा में बिना किसी बाधा के कजाखस्तान के 34 हजार फुट ऊपर हवा में नन्ही परी का इस दुनिया में आगमन हुआ।
17
['hin']
एक सारांश बनाओ: केंद्रीय सूचना आयोग (सीआईसी) ने स्वास्थ्य मंत्रालय से 15 दिनों के भीतर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के उपचार पर हुए खर्च को सार्वजनिक करने का निर्देश दिया है। आयोग ने एक आरटीआई आवेदक की याचिका पर सुनवाई करते हुए इस आशय का निर्देश दिया जिसमें अस्वस्थ चल रहे 88 वर्षीय भाजपा नेता के उपचार पर हो रहे खर्च का ब्यौरा मांगा गया था। मुख्य सूचना आयुक्त सत्यानंद मिश्रा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के उपचार पर होने वाले चिकित्सा खर्च का ब्यौरा स्वास्थ्य मंत्रालय के पास होना चाहिए। आरटीआई आवेदन को बार-बार हस्तान्तरित करने की आलोचना करते हुए आयुक्त ने कहा, ‘‘हम इस बात को अश्चर्यजनक मानते हैं कि मंत्रालय सूचना का पता लगाने और अपीलकर्ता को उसे मुहैया कराने की जहमत नहीं उठा रहा है बल्कि आरटीआई आवेदन को एक शाखा से दूसरी शाखा भेज रहा है।’’ मिश्रा ने मंत्रालय से यह पता लगाने का निर्देश दिया कि सूचना कहां उपलब्ध है और इसे मुरादाबाद स्थित आरटीआई आवेदक को उपलब्ध कराने को कहा जिसने प्रधानमंत्री कार्यालय से यह जानकारी मांगी थी। उनके आवेदन को बार बार विभिन्न विभागों को भेजा जा रहा था जिसके बाद उन्होंने सूचना पाने के लिए आयोग का दरवाजा खटखटाया। टिप्पणियां पूर्व में भी तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने अति विशिष्ठ लोगों के उपचार पर होने वाले खर्च का खुलासा करने को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि धन सरकारी खजाने से दिया जाता है, इसलिए इसका खुलासा होना चाहिए। हबीबुल्ला ने कहा था, ‘‘जहां तक खर्च का संबंध है, यह ऐसी सूचना है जिसका खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी खजाने से खर्च की जवाबदेही होती है।’’ वाजपेयी 1996 में 13 दिनों के लिए, 1998-99 में 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 तक तीन बार प्रधानमंत्री रहे। उनका कई बार उपचार किया गया जिसमें घुटने का ऑपरेशन शामिल है। आयोग ने एक आरटीआई आवेदक की याचिका पर सुनवाई करते हुए इस आशय का निर्देश दिया जिसमें अस्वस्थ चल रहे 88 वर्षीय भाजपा नेता के उपचार पर हो रहे खर्च का ब्यौरा मांगा गया था। मुख्य सूचना आयुक्त सत्यानंद मिश्रा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के उपचार पर होने वाले चिकित्सा खर्च का ब्यौरा स्वास्थ्य मंत्रालय के पास होना चाहिए। आरटीआई आवेदन को बार-बार हस्तान्तरित करने की आलोचना करते हुए आयुक्त ने कहा, ‘‘हम इस बात को अश्चर्यजनक मानते हैं कि मंत्रालय सूचना का पता लगाने और अपीलकर्ता को उसे मुहैया कराने की जहमत नहीं उठा रहा है बल्कि आरटीआई आवेदन को एक शाखा से दूसरी शाखा भेज रहा है।’’ मिश्रा ने मंत्रालय से यह पता लगाने का निर्देश दिया कि सूचना कहां उपलब्ध है और इसे मुरादाबाद स्थित आरटीआई आवेदक को उपलब्ध कराने को कहा जिसने प्रधानमंत्री कार्यालय से यह जानकारी मांगी थी। उनके आवेदन को बार बार विभिन्न विभागों को भेजा जा रहा था जिसके बाद उन्होंने सूचना पाने के लिए आयोग का दरवाजा खटखटाया। टिप्पणियां पूर्व में भी तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने अति विशिष्ठ लोगों के उपचार पर होने वाले खर्च का खुलासा करने को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि धन सरकारी खजाने से दिया जाता है, इसलिए इसका खुलासा होना चाहिए। हबीबुल्ला ने कहा था, ‘‘जहां तक खर्च का संबंध है, यह ऐसी सूचना है जिसका खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी खजाने से खर्च की जवाबदेही होती है।’’ वाजपेयी 1996 में 13 दिनों के लिए, 1998-99 में 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 तक तीन बार प्रधानमंत्री रहे। उनका कई बार उपचार किया गया जिसमें घुटने का ऑपरेशन शामिल है। मुख्य सूचना आयुक्त सत्यानंद मिश्रा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के उपचार पर होने वाले चिकित्सा खर्च का ब्यौरा स्वास्थ्य मंत्रालय के पास होना चाहिए। आरटीआई आवेदन को बार-बार हस्तान्तरित करने की आलोचना करते हुए आयुक्त ने कहा, ‘‘हम इस बात को अश्चर्यजनक मानते हैं कि मंत्रालय सूचना का पता लगाने और अपीलकर्ता को उसे मुहैया कराने की जहमत नहीं उठा रहा है बल्कि आरटीआई आवेदन को एक शाखा से दूसरी शाखा भेज रहा है।’’ मिश्रा ने मंत्रालय से यह पता लगाने का निर्देश दिया कि सूचना कहां उपलब्ध है और इसे मुरादाबाद स्थित आरटीआई आवेदक को उपलब्ध कराने को कहा जिसने प्रधानमंत्री कार्यालय से यह जानकारी मांगी थी। उनके आवेदन को बार बार विभिन्न विभागों को भेजा जा रहा था जिसके बाद उन्होंने सूचना पाने के लिए आयोग का दरवाजा खटखटाया। टिप्पणियां पूर्व में भी तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने अति विशिष्ठ लोगों के उपचार पर होने वाले खर्च का खुलासा करने को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि धन सरकारी खजाने से दिया जाता है, इसलिए इसका खुलासा होना चाहिए। हबीबुल्ला ने कहा था, ‘‘जहां तक खर्च का संबंध है, यह ऐसी सूचना है जिसका खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी खजाने से खर्च की जवाबदेही होती है।’’ वाजपेयी 1996 में 13 दिनों के लिए, 1998-99 में 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 तक तीन बार प्रधानमंत्री रहे। उनका कई बार उपचार किया गया जिसमें घुटने का ऑपरेशन शामिल है। आरटीआई आवेदन को बार-बार हस्तान्तरित करने की आलोचना करते हुए आयुक्त ने कहा, ‘‘हम इस बात को अश्चर्यजनक मानते हैं कि मंत्रालय सूचना का पता लगाने और अपीलकर्ता को उसे मुहैया कराने की जहमत नहीं उठा रहा है बल्कि आरटीआई आवेदन को एक शाखा से दूसरी शाखा भेज रहा है।’’ मिश्रा ने मंत्रालय से यह पता लगाने का निर्देश दिया कि सूचना कहां उपलब्ध है और इसे मुरादाबाद स्थित आरटीआई आवेदक को उपलब्ध कराने को कहा जिसने प्रधानमंत्री कार्यालय से यह जानकारी मांगी थी। उनके आवेदन को बार बार विभिन्न विभागों को भेजा जा रहा था जिसके बाद उन्होंने सूचना पाने के लिए आयोग का दरवाजा खटखटाया। टिप्पणियां पूर्व में भी तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने अति विशिष्ठ लोगों के उपचार पर होने वाले खर्च का खुलासा करने को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि धन सरकारी खजाने से दिया जाता है, इसलिए इसका खुलासा होना चाहिए। हबीबुल्ला ने कहा था, ‘‘जहां तक खर्च का संबंध है, यह ऐसी सूचना है जिसका खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी खजाने से खर्च की जवाबदेही होती है।’’ वाजपेयी 1996 में 13 दिनों के लिए, 1998-99 में 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 तक तीन बार प्रधानमंत्री रहे। उनका कई बार उपचार किया गया जिसमें घुटने का ऑपरेशन शामिल है। मिश्रा ने मंत्रालय से यह पता लगाने का निर्देश दिया कि सूचना कहां उपलब्ध है और इसे मुरादाबाद स्थित आरटीआई आवेदक को उपलब्ध कराने को कहा जिसने प्रधानमंत्री कार्यालय से यह जानकारी मांगी थी। उनके आवेदन को बार बार विभिन्न विभागों को भेजा जा रहा था जिसके बाद उन्होंने सूचना पाने के लिए आयोग का दरवाजा खटखटाया। टिप्पणियां पूर्व में भी तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने अति विशिष्ठ लोगों के उपचार पर होने वाले खर्च का खुलासा करने को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि धन सरकारी खजाने से दिया जाता है, इसलिए इसका खुलासा होना चाहिए। हबीबुल्ला ने कहा था, ‘‘जहां तक खर्च का संबंध है, यह ऐसी सूचना है जिसका खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी खजाने से खर्च की जवाबदेही होती है।’’ वाजपेयी 1996 में 13 दिनों के लिए, 1998-99 में 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 तक तीन बार प्रधानमंत्री रहे। उनका कई बार उपचार किया गया जिसमें घुटने का ऑपरेशन शामिल है। पूर्व में भी तत्कालीन मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने अति विशिष्ठ लोगों के उपचार पर होने वाले खर्च का खुलासा करने को सही ठहराया था। उन्होंने कहा था कि धन सरकारी खजाने से दिया जाता है, इसलिए इसका खुलासा होना चाहिए। हबीबुल्ला ने कहा था, ‘‘जहां तक खर्च का संबंध है, यह ऐसी सूचना है जिसका खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी खजाने से खर्च की जवाबदेही होती है।’’ वाजपेयी 1996 में 13 दिनों के लिए, 1998-99 में 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 तक तीन बार प्रधानमंत्री रहे। उनका कई बार उपचार किया गया जिसमें घुटने का ऑपरेशन शामिल है। हबीबुल्ला ने कहा था, ‘‘जहां तक खर्च का संबंध है, यह ऐसी सूचना है जिसका खुलासा किया जाना चाहिए क्योंकि सरकारी खजाने से खर्च की जवाबदेही होती है।’’ वाजपेयी 1996 में 13 दिनों के लिए, 1998-99 में 13 महीने के लिए और 1999 से 2004 तक तीन बार प्रधानमंत्री रहे। उनका कई बार उपचार किया गया जिसमें घुटने का ऑपरेशन शामिल है।
संक्षिप्त सारांश: आयोग ने एक आरटीआई आवेदक की याचिका पर सुनवाई करते हुए इस आशय का निर्देश दिया जिसमें अस्वस्थ चल रहे 88 वर्षीय भाजपा नेता के उपचार पर हो रहे खर्च का ब्यौरा मांगा गया था।
8
['hin']
एक सारांश बनाओ: अमेरिका के बाद खाड़ी देश कुवैत ने भी डोनाल्ड ट्रंप का अनुसरण करते हुए कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवादियों का प्रवेश रोकने के लिए पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, इराक और सीरिया के यात्रियों को वीजा जारी करने पर रोक लगा दी है. कुवैत में अधिकारियों ने इन देशों के नागरिकों को पर्यटक, व्यापार और आगन्तुक वीजा जारी करने पर प्रतिबंध लगा दिया है. कुवैत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए इस आशय की घोषणा की. बयान में कहा गया है कि कुवैत सरकार इन देशों के नागरिकों को पर्यटन, व्यापार और आगंतुक वीजा उपलब्ध नहीं कराएगी. इन पांच देशों के लोग कुवैत में शरण लेने के लिए भी वीजा आवेदन न करें क्योंकि अब यह भी स्वीकार नहीं किया जाएगा. इस कदम के पीछे वहां की सरकार ने मंशा जाहिर की है कि इन देशों के लोगों के साथ कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी कुवैत में आ सकते हैं. टिप्पणियां यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने सात मुस्लिम बहुल देशों - ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के अमरीका में प्रवेश पर तीन महीने के लिए प्रतिबंध लगाया है. कुवैत के सरकारी सूत्रों ने बताया कि यहां कि सरकार इस फैसले के बारे में पिछले साल से ही विचार कर रही थी, जब कुवैत में एक शिया मस्जिद के बम ब्लास्ट में 27 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले भी कुवैत सीरिया के नागरिकों के वीजा पर रोक लगा चुका है. कुवैत के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करते हुए इस आशय की घोषणा की. बयान में कहा गया है कि कुवैत सरकार इन देशों के नागरिकों को पर्यटन, व्यापार और आगंतुक वीजा उपलब्ध नहीं कराएगी. इन पांच देशों के लोग कुवैत में शरण लेने के लिए भी वीजा आवेदन न करें क्योंकि अब यह भी स्वीकार नहीं किया जाएगा. इस कदम के पीछे वहां की सरकार ने मंशा जाहिर की है कि इन देशों के लोगों के साथ कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी कुवैत में आ सकते हैं. टिप्पणियां यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने सात मुस्लिम बहुल देशों - ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के अमरीका में प्रवेश पर तीन महीने के लिए प्रतिबंध लगाया है. कुवैत के सरकारी सूत्रों ने बताया कि यहां कि सरकार इस फैसले के बारे में पिछले साल से ही विचार कर रही थी, जब कुवैत में एक शिया मस्जिद के बम ब्लास्ट में 27 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले भी कुवैत सीरिया के नागरिकों के वीजा पर रोक लगा चुका है. इस कदम के पीछे वहां की सरकार ने मंशा जाहिर की है कि इन देशों के लोगों के साथ कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवादी कुवैत में आ सकते हैं. टिप्पणियां यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने सात मुस्लिम बहुल देशों - ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के अमरीका में प्रवेश पर तीन महीने के लिए प्रतिबंध लगाया है. कुवैत के सरकारी सूत्रों ने बताया कि यहां कि सरकार इस फैसले के बारे में पिछले साल से ही विचार कर रही थी, जब कुवैत में एक शिया मस्जिद के बम ब्लास्ट में 27 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले भी कुवैत सीरिया के नागरिकों के वीजा पर रोक लगा चुका है. यह निर्णय ऐसे समय लिया गया है जब अमरीका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने सात मुस्लिम बहुल देशों - ईरान, इराक, लीबिया, सोमालिया, सूडान, सीरिया और यमन के नागरिकों के अमरीका में प्रवेश पर तीन महीने के लिए प्रतिबंध लगाया है. कुवैत के सरकारी सूत्रों ने बताया कि यहां कि सरकार इस फैसले के बारे में पिछले साल से ही विचार कर रही थी, जब कुवैत में एक शिया मस्जिद के बम ब्लास्ट में 27 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले भी कुवैत सीरिया के नागरिकों के वीजा पर रोक लगा चुका है. कुवैत के सरकारी सूत्रों ने बताया कि यहां कि सरकार इस फैसले के बारे में पिछले साल से ही विचार कर रही थी, जब कुवैत में एक शिया मस्जिद के बम ब्लास्ट में 27 लोगों की मौत हो गई थी. इससे पहले भी कुवैत सीरिया के नागरिकों के वीजा पर रोक लगा चुका है.
यह एक सारांश है: पाकिस्तान, अफगानिस्तान, ईरान, इराक और सीरिया पर लगी पाबंदी पहले भी कुवैत सीरिया के नागरिकों के वीजा पर रोक लगा चुका है बीते साल कुवैत में एक मस्जिद के बम ब्लास्ट में 27 लोगों की मौत हुई
21
['hin']
एक सारांश बनाओ: पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम को राउज एवेन्यू कोर्ट स्थित सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया गया. उन्हें 26 अगस्त तक सीबीआई की रिमांड पर भेजा गया. परिवार और वकील को हर रोज 30-30 मिनट के लिए चिदम्बरम से मिलने की इजाज़त दी गई है. जज ने कहा, तथ्यों को सुनने के बाद रिमांड देना सही है. हर 48 घंटे में मेडिकल एक्जामिनेशन के लिए कहा गया है. चिदंबरम की तरफ से कपिल सिब्बल, जबकि सीबीआई की तरफ से तुषार मेहता ने कोर्ट में बहस की. सीबीआई ने 5 दिन की रिमांड की मांग की है. चिदम्बरम कोर्टरूम में कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी से भी बात की. चिदंबरम के बेटे कार्ति भी कोर्ट में मौजूद हैं. सीबीआई ने कोर्ट से कहा, गैरजमानती वारंट जारी होने के बाद उन्हें अरेस्ट किया. दूसरे आरोपियों के आमने सामने बिठाकर पूछताछ करनी है. चिदम्बरम जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं. सीबीआई का कहना है कि चिदंबरम ने पूरे दस्तावेज नहीं दिए बार-बार कहने के बाद भी दस्तावेज उपलब्ध नहीं करवाए. सीबीआई ने कोर्ट को हाईकोर्ट का आदेश सौंपा. सीबीआई ने कोर्ट को बताया कि ''हाईकॉर्ट ने अग्रिम जमानत खारिज़ कर दी है. इस केस में चार्जशीट अभी फ़ाइल नहीं हुई है. हम प्री चार्जशीट स्टेज पर हैं, हमें कुछ दस्तावेजों का इंतज़ार है. आरोपी सवालों से बचता रहा है. इनकी कस्टोडियल इंटेरोगेशन की जरूरत है.'' सीबीआई ने कोर्ट में केस डायरी सौपीं. अज्ञात अधिकारियों ने अपनी पोजिशन का गलत इस्तेमाल किया. INX मीडिया ने पैसा और ब्याज कंपनी को दिया. इंद्राणी मुखर्जी ने 50 लाख डॉलर दिए. पूछताछ में ही सही जानकारी मिल पाएगी. इसमें पूरी एक मनी ट्रेल है. फिलहाल सीबीआई की दलीलें पूरी हो चुकी है. पी चिदंबरम की ओर से कपिल सिब्बल ने कोर्ट में कहा, इस केस में आरोपी कार्ति हैं, जिन्हें 23 मार्च में 2018 को बेल मिल चुकी है. दूसरे आरोपी भास्कर रमन को इसी कोर्ट अग्रिम जमानत मिल चुकी है. हाइकोर्ट के जजमेंट से ऐसा लगता है कि एक ड्राफ्ट चार्जशीट तैयार हो चुकी है. इसलिए ऐसा लगता है जांच पूरी हो चुकी है. इस केस में सरकार के 6 सचिवों ने FIPB अप्रूवल दिया, उनमें से कोई गिरफ्तार नहीं किया गया. इन लोगों ने FIPB को अप्रूव किया, उसके बाद वित्त मंत्रालय ने मंजूरी दी. कपिल सिब्बल ने बहस में आगे कहा, 10 साल बाद केस दर्ज किया गया. चिदम्बरम से सीबीआई ने अभी तक सिर्फ एक बार पूछताछ की. चिदंबरम कभी पूछताछ से कभी नहीं भागे. अगर चिदम्बरम सवालों से बच रहे हैं तो सीबीआई उन सारी बातों को कोर्ट में रखे. कपिल सिब्बल ने कोर्ट के सामने कहा, चिदम्बरम से 12 सवाल पूछे गए, जिनमें 6 के जवाब चिदम्बरम पिछली पूछताछ में दे चुके है. कल अरेस्ट होने से लेकर आज 11 बजे तक सीबीआई ने कोई पूछताछ नहीं की, जबकि चिदम्बरम ने बार-बार पूछताछ के लिए कहा. ये केस दस्तावेजों पर आधारित है. अगर पैसा मिला है तो वो किसी अकाउंट में गया होगा, वो कौन सा अकॉउंट है, किसने पैसा दिया, कब दिया? 5 मिलियन डॉलर कहां पर दिया गया? सिब्बल ने जज से कहा कि केस डायरी में देख लीजिए अगर ऐसा कहीं कुछ लिखा है तो. कपिल सिब्बल ने बहस में कहा, जो सवाल पहले पूछे गए वहीं दुबारा पूछे जा रहे हैं. इन लोगों ने एक बार पूछताछ के बाद दुबारा लंबे समय तक पूछताछ क्यों नही की. अग्रिम जमानत का आदेश 7 महीने तक लटकाया गया. केवल आरोपों के आधार पर रिमांड नहीं दी जा सकती.  इसके बाद अभिषेक मनु सिंघवी ने चिदम्बरम के तरफ से बहस किया. उन्होंने कहा, जिन 6 सचिवों ने जो FIPB का फैसला लिया उन्हें अरेस्ट करने की कोशिश भी नहीं हुई, क्योंकि वो पब्लिक लाइफ में नहीं है. इंद्राणी मुखर्जी ने फरवरी 2018 में कोर्ट में बयान दिया था, यह लेडी (इंद्राणी मुखर्जी) जून 2019 में सरकारी गवाह बन गयी. 14 महीने तक पूछताछ के लिए नहीं बुलाया गया और अब ये गिरफ्तार कर रहे है. क्या सरकारी गवाह बनना कोई सबूत है? क्या उसके आधार पर गिरफ्तार कर सकते हैं? जज ने पूछा, चिदंबरम को समन कब जारी किया गया था?  सिंघवी ने कहा, जून 2018 में. आपको वो जवाब नहीं मिल रहा जो आप सुनना चाहते है. फिर जज ने कहा, जो जवाब है वही तो देंगे. सिंघवी बोले चिदंबरम वो जवाब नहीं देंगे जो सीबीआई सुनना चाहती है. सिंघवी ने इस बहस में आगे कहा, मेहता ने रिमांड तो मांगी है पर कोई आरोप इन पर नहीं लगाया है. ये बताएं आरोप क्या हैं? इस मुकदमे में सीबीआई का सारा अप्रोच ही गलत है. चिदंबरम से कोई ट्रिपल रिस्क नहीं, फ्लाइट रिस्क, मतलब भागने का, गवाहों को प्रभावित करने का और सबूत मिटाने का. ये कस्टडी देने के लायक मजबूत केस नहीं है.  रिमांड को लेकर सीबीआई के वकील तुषार मेहता, कपिल सिब्बल और अभिषेक मनु सिंघवी में एक साथ तीख़ी बहस भी हुई. 6 जून 2018 के बाद इस केस में कोई डेवलपमेंट नहीं हुआ. सीबीआई के वकील तुषार मेहता ने फिर से कहा, जो चिदम्बरम को पता है वो नहीं बता रहे हैं. इस पर चिदम्बरम ने कुछ कहने की कोशिश की, लेकिन सीबीआई के वकील ने रोका. मेहता ने कहा कि 2 वकील पहले ही कोर्ट में बहस कर रहे हैं. सीबीआई की तरफ से तुषार मेहता ने कहा, गंभीर फ्रॉड की जांच में किसी नतीजे तक पहुंचने तक समय लगता है. 20 जून 2018 में नए तथ्य सामने आए. इसके तुरंत बाद चिदम्बरम को हाईकोर्ट से राहत मिल गयी. ये अरेस्ट करने के बाद आज भी सवालों से बच रहे हैं. हाईकोर्ट का भी मानना था कि ये बेल देने के लायक नहीं है. हम बिना कस्टोडियल इंटेरोगेशन के सच्चाई तक नहीं पहुंच सकते. हम जांच की बातें पब्लिक में नहीं बता सकते.  चिदम्बरम अपना पक्ष रखना चाहते थे, लेकिन सीबीआई ने विरोध किया और कहा, ये गलत परंपरा होगी. चिदंबरम ने कहा, ''मैंने हर सवाल का जबाब दिया और न ही मैनें पैसा लिया. मेरे बेटे का विदेश में अकाउंट है उसकी जानकारी मैंने सीबीआई को दे दी है. मेरा कोई अकाउंट विदेश में नहीं है.'' बता दें, पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम की बीती रात सीबीआई के हेडक्वार्टर के गेस्ट हाउस में गुजरी. सीबीआई ने उन्हें बुधवार शाम को उनके घर से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तारी के बाद उन्हें सीबीआई के हेडक्वार्टर लाया गया था, जहां रात में उन्हें गेस्ट हाउस के 'सुइट-3' में रखा गया.  अधिकारियों ने कहा कि उच्च सुरक्षा वाले आरोपियों की उचित सुरक्षा और निगरानी सुनिश्चित करने के लिए उन्हें अतिथि गृह में रखना एजेंसी के लिए सामान्य बात है. चिदबंरम साल 2011 में जब गृहमंत्री थे, उसी वक्त इस मुख्यालय के उद्घाटन में वह तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ पहुंचे थे. वह विशेष अतिथि के तौर पर इस समारोह में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने मनमोहन सिंह के साथ पूरे इमारत का जायजा लिया था.  गौरतलब है कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पी चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया से संबंधित मामले में एक नाटकीय घटनाक्रम के बाद बुधवार रात उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया. अधिकारियों ने बताया कि चिदंबरम को बुधवार रात करीब 10 बजे सीबीआई मुख्यालय लाया गया. उनके साथ जांच टीम के कई सदस्य मौजूद थे. अधिकारियों ने कहा कि राम मनोहर लोहिया अस्पताल के एक डॉक्टर द्वारा पूरी चिकित्सा जांच के बाद उन्हें कमरे में ले जाया गया, जहां उन्होंने रात बिताई. उन्होंने बताया कि सीबीआई अधिकारियों द्वारा पूछे कुछ सवालों के जवाब देने के अलावा अधिकतर समय वह चुप ही रहे.  इस मामले में पी चिदंबरम के बेटे कार्ति चिदंबरम भी आरोपी हैं. कार्ति ने इस मामले में 23 दिन जेल में में काटे थे. कार्ति की गिरफ्तारी इंद्राणी द्वारा ईडी को दिये गए बयान के आधार पर हुई थी. उसने कहा था कि एफआईपीबी मंजूरी में हुए उल्लंघन को कथित तौर पर रफा-दफा करने के लिये 10 लाख डॉलर की कार्ति की मांग को दंपति ने स्वीकार कर लिया था. इंद्राणी आईएनएक्स मीडिया प्राइवेट लिमिटेड की पूर्व निदेशक है. इंद्राणी 11 जुलाई को सीबीआई मामले में इकबालिया गवाह बन गई थी. पीटर मुखर्जी और इंद्राणी का नाम आईएनएक्स मीडिया द्वारा प्राप्त धन के लिये 2007 में विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की अवैध तरीके से मंजूरी हासिल करने से संबंधित मामले में सामने आया था.
संक्षिप्त पाठ: राउज एवेन्यू कोर्ट में पेश हुए पी चिदंबरम सीबीआई ने 5 दिन की रिमांड मांगी सीबीआई ने कोर्ट के सामने पेश की दलीलें
30
['hin']
एक सारांश बनाओ: घर की गाड़ी से कुचलकर मारी गई महिला की घटना के बाद प्रतिक्रिया देते हुए सलमान खान के भाई सोहेल खान ने कहा कि काला प्लास्टिक डालकर नहीं सोना चाहिए। अभिनेता सोहेल खान की कार से कुचली गई महिला के परिजनों की तलाश जारी है। ध्यान रहे, मुंबई के बांद्रा इलाके में अभिनेता सोहेल खान के ड्राइवर धनंजय ने कार से एक बुज़ुर्ग महिला को कुचल दिया। इस दुर्घटना में करीब 65 साल की महिला चंद्रबाला की मौत हो गई है। हादसा बीती रात करीब साढ़े बारह बजे सेंट एंडूस चर्च के पास हुआ।टिप्पणियां पुलिस ने हादसे के बाद कार के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ गैर−इरादतन हत्या और लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर लिया है। कार के ड्राइवर का नाम धनंजय है। कोर्ट में पेशी के बाद ड्राइवर को 10 हजार के मुचलके पर जमानत मिल गई है। सोहेल की कार ने जिस वक्त महिला को कुचला उस वक्त सोहेल खुद कार में नहीं थे। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। अभिनेता सोहेल खान की कार से कुचली गई महिला के परिजनों की तलाश जारी है। ध्यान रहे, मुंबई के बांद्रा इलाके में अभिनेता सोहेल खान के ड्राइवर धनंजय ने कार से एक बुज़ुर्ग महिला को कुचल दिया। इस दुर्घटना में करीब 65 साल की महिला चंद्रबाला की मौत हो गई है। हादसा बीती रात करीब साढ़े बारह बजे सेंट एंडूस चर्च के पास हुआ।टिप्पणियां पुलिस ने हादसे के बाद कार के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ गैर−इरादतन हत्या और लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर लिया है। कार के ड्राइवर का नाम धनंजय है। कोर्ट में पेशी के बाद ड्राइवर को 10 हजार के मुचलके पर जमानत मिल गई है। सोहेल की कार ने जिस वक्त महिला को कुचला उस वक्त सोहेल खुद कार में नहीं थे। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। ध्यान रहे, मुंबई के बांद्रा इलाके में अभिनेता सोहेल खान के ड्राइवर धनंजय ने कार से एक बुज़ुर्ग महिला को कुचल दिया। इस दुर्घटना में करीब 65 साल की महिला चंद्रबाला की मौत हो गई है। हादसा बीती रात करीब साढ़े बारह बजे सेंट एंडूस चर्च के पास हुआ।टिप्पणियां पुलिस ने हादसे के बाद कार के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ गैर−इरादतन हत्या और लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर लिया है। कार के ड्राइवर का नाम धनंजय है। कोर्ट में पेशी के बाद ड्राइवर को 10 हजार के मुचलके पर जमानत मिल गई है। सोहेल की कार ने जिस वक्त महिला को कुचला उस वक्त सोहेल खुद कार में नहीं थे। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। पुलिस ने हादसे के बाद कार के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ गैर−इरादतन हत्या और लापरवाही से गाड़ी चलाने का मामला दर्ज कर लिया है। कार के ड्राइवर का नाम धनंजय है। कोर्ट में पेशी के बाद ड्राइवर को 10 हजार के मुचलके पर जमानत मिल गई है। सोहेल की कार ने जिस वक्त महिला को कुचला उस वक्त सोहेल खुद कार में नहीं थे। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। सोहेल की कार ने जिस वक्त महिला को कुचला उस वक्त सोहेल खुद कार में नहीं थे। पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है।
यह एक सारांश है: घर की गाड़ी से कुचलकर मारी गई सड़क पर सोई हुई औरत तो सलमान खान के भाई सोहेल खान बोले− काला प्लास्टिक डालकर नहीं सोना चाहिए।
21
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लंदन की सड़कों पर हुए एक हमले की जांच कर रही ब्रिटेन की पुलिस ने गुरुवार को ग्रीनविच और लिंकनशायर में कई छापे मारे। इस हमले में दो संदिग्ध इस्लामी आतंकियों ने एक सैनिक की हत्या कर दी थी। आतंकवाद निरोधी पुलिस आज एक फ्लैट का दरवाजा तोड़ कर उसमें दाखिल हुई, क्योंकि उन्हें शक था कि ग्रीनविच में मौजूद इस फ्लैट में एक हमलावर रहता है। हमले के संबंध में उन्होंने लिंकनशायर के साक्सिलबाई स्थित एक पते पर भी छापेमारी की। लिंकनशायर पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने ‘पुलिस एंड क्रिमिनल एविडेंस एक्ट’ के तहत लिंकनशायर के एक पते पर छापा मारा। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार लंदन में भी कई पतों पर छापे मारे गए, हालांकि स्काटलैंड यार्ड ने इस संबंध में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उधर, पेरिस का अपना दौरा बीच में ही खत्म करने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस आतंकी हमले को स्तब्ध कर देने वाला करार दिया। उन्होंने उच्च स्तरीय कोबरा आपात समूह की एक बैठक की अध्यक्षता के बाद आज 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ब्रिटेन पर एक हमला था और यह इस्लाम से भी एक धोखा था। इस्लाम में ऐसा कुछ भी नहीं है जो इस वीभत्स हमले को जायज ठहराये।’’ डेविड कैमरन ने कहा, ‘‘यह देश हिंसक चरमपंथ और आतंक का दृढ़ता से विरोध करेगा। आतंकवाद को हराने का एक बेहतर तरीका अपने नियमित जीवन को बरकरार रखना है, और हम सभी को यही करना चाहिये।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ आतंकवाद निरोधी पुलिस आज एक फ्लैट का दरवाजा तोड़ कर उसमें दाखिल हुई, क्योंकि उन्हें शक था कि ग्रीनविच में मौजूद इस फ्लैट में एक हमलावर रहता है। हमले के संबंध में उन्होंने लिंकनशायर के साक्सिलबाई स्थित एक पते पर भी छापेमारी की। लिंकनशायर पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने ‘पुलिस एंड क्रिमिनल एविडेंस एक्ट’ के तहत लिंकनशायर के एक पते पर छापा मारा। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार लंदन में भी कई पतों पर छापे मारे गए, हालांकि स्काटलैंड यार्ड ने इस संबंध में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उधर, पेरिस का अपना दौरा बीच में ही खत्म करने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस आतंकी हमले को स्तब्ध कर देने वाला करार दिया। उन्होंने उच्च स्तरीय कोबरा आपात समूह की एक बैठक की अध्यक्षता के बाद आज 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ब्रिटेन पर एक हमला था और यह इस्लाम से भी एक धोखा था। इस्लाम में ऐसा कुछ भी नहीं है जो इस वीभत्स हमले को जायज ठहराये।’’ डेविड कैमरन ने कहा, ‘‘यह देश हिंसक चरमपंथ और आतंक का दृढ़ता से विरोध करेगा। आतंकवाद को हराने का एक बेहतर तरीका अपने नियमित जीवन को बरकरार रखना है, और हम सभी को यही करना चाहिये।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ लिंकनशायर पुलिस ने इस बात की पुष्टि की है कि मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने ‘पुलिस एंड क्रिमिनल एविडेंस एक्ट’ के तहत लिंकनशायर के एक पते पर छापा मारा। स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार लंदन में भी कई पतों पर छापे मारे गए, हालांकि स्काटलैंड यार्ड ने इस संबंध में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उधर, पेरिस का अपना दौरा बीच में ही खत्म करने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस आतंकी हमले को स्तब्ध कर देने वाला करार दिया। उन्होंने उच्च स्तरीय कोबरा आपात समूह की एक बैठक की अध्यक्षता के बाद आज 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ब्रिटेन पर एक हमला था और यह इस्लाम से भी एक धोखा था। इस्लाम में ऐसा कुछ भी नहीं है जो इस वीभत्स हमले को जायज ठहराये।’’ डेविड कैमरन ने कहा, ‘‘यह देश हिंसक चरमपंथ और आतंक का दृढ़ता से विरोध करेगा। आतंकवाद को हराने का एक बेहतर तरीका अपने नियमित जीवन को बरकरार रखना है, और हम सभी को यही करना चाहिये।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ स्थानीय मीडिया की खबरों के अनुसार लंदन में भी कई पतों पर छापे मारे गए, हालांकि स्काटलैंड यार्ड ने इस संबंध में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उधर, पेरिस का अपना दौरा बीच में ही खत्म करने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस आतंकी हमले को स्तब्ध कर देने वाला करार दिया। उन्होंने उच्च स्तरीय कोबरा आपात समूह की एक बैठक की अध्यक्षता के बाद आज 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ब्रिटेन पर एक हमला था और यह इस्लाम से भी एक धोखा था। इस्लाम में ऐसा कुछ भी नहीं है जो इस वीभत्स हमले को जायज ठहराये।’’ डेविड कैमरन ने कहा, ‘‘यह देश हिंसक चरमपंथ और आतंक का दृढ़ता से विरोध करेगा। आतंकवाद को हराने का एक बेहतर तरीका अपने नियमित जीवन को बरकरार रखना है, और हम सभी को यही करना चाहिये।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ उधर, पेरिस का अपना दौरा बीच में ही खत्म करने वाले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने इस आतंकी हमले को स्तब्ध कर देने वाला करार दिया। उन्होंने उच्च स्तरीय कोबरा आपात समूह की एक बैठक की अध्यक्षता के बाद आज 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ब्रिटेन पर एक हमला था और यह इस्लाम से भी एक धोखा था। इस्लाम में ऐसा कुछ भी नहीं है जो इस वीभत्स हमले को जायज ठहराये।’’ डेविड कैमरन ने कहा, ‘‘यह देश हिंसक चरमपंथ और आतंक का दृढ़ता से विरोध करेगा। आतंकवाद को हराने का एक बेहतर तरीका अपने नियमित जीवन को बरकरार रखना है, और हम सभी को यही करना चाहिये।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ उन्होंने उच्च स्तरीय कोबरा आपात समूह की एक बैठक की अध्यक्षता के बाद आज 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह ब्रिटेन पर एक हमला था और यह इस्लाम से भी एक धोखा था। इस्लाम में ऐसा कुछ भी नहीं है जो इस वीभत्स हमले को जायज ठहराये।’’ डेविड कैमरन ने कहा, ‘‘यह देश हिंसक चरमपंथ और आतंक का दृढ़ता से विरोध करेगा। आतंकवाद को हराने का एक बेहतर तरीका अपने नियमित जीवन को बरकरार रखना है, और हम सभी को यही करना चाहिये।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ डेविड कैमरन ने कहा, ‘‘यह देश हिंसक चरमपंथ और आतंक का दृढ़ता से विरोध करेगा। आतंकवाद को हराने का एक बेहतर तरीका अपने नियमित जीवन को बरकरार रखना है, और हम सभी को यही करना चाहिये।’’टिप्पणियां गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ गौरतलब है कि कल दक्षिण पूर्वी लंदन के वुलविच में दो आतंकवादियों द्वारा एक सैनिक का सिर कलम किये जाने के बाद आज ब्रिटेन के सर्वोच्च आपात समूह कोबरा की एक घंटे तक बैठक हुयी। बैठक में मंत्रिमंडल के वरिष्ठ मंत्री, पुलिस और खुफिया प्रमुख शामिल हुये। बैठक में देश की वर्तमान सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की गयी। स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’ स्काई न्यूज के सूत्रों ने एक संदिग्ध हमलावर का नाम माइकल अडेबोलाजो बताया है। प्रधानमंत्री कैमरन ने इंग्रीड लोयाउ-केनेट नाम की 48 वर्षीय महिला की भी तारीफ की है जिसने हमलावरों से बातचीत कर उन्हें रोकने की कोशिश की। महिला ने बताया है कि एक हमलावर ने कहा, ‘‘मैंने उसे इसलिये मारा क्योंकि उसने मुस्लिमों की हत्या की है और मैं अफगानिस्तान में मुस्लिमों को मारने वाले लोगों से तंग आ चुका हूं।’’
यह एक सारांश है: लंदन की सड़कों पर हुए एक हमले की जांच कर रही ब्रिटेन की पुलिस ने गुरुवार को ग्रीनविच और लिंकनशायर में कई छापे मारे। इस हमले में दो संदिग्ध इस्लामी आतंकियों ने एक सैनिक की हत्या कर दी थी।
2
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: फिल्म निर्माता पूजा भट्ट का कहना है कि उनकी शैली द्विअर्थी नहीं है और उनकी फिल्मों में किसी भी तरह का भद्दा मजाक नहीं होता। अभिनेत्री से फिल्म निर्देशक बनी पूजा अपनी आने वाली फिल्म 'जिस्म 2' के प्रदर्शित होने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। पूजा ने बताया, "एक औसत फिल्म का निर्माण पुरुष नजरिए से किया जाता है और वह पुरुष दर्शकों के लिए ही डिजाइन की जाती है, लेकिन मैं शुद्ध, मिलावट रहित वासना को दिखाने जा रही हूं, जिसे वयस्कों द्वारा वयस्कों के लिए डिजाइन किया गया है।" उन्होंने कहा, "भद्दा मजाक मेरी शैली नहीं है। मैंने द्विअर्थी चीजें और भद्दा मजाक अन्य फिल्म निर्माताओं के लिए छोड़ दिया है।"टिप्पणियां पूजा (40) ने वर्ष 2004 में जॉन अब्राहम और उदिता गोस्वामी अभिनीत फिल्म 'पाप' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'होलिडे', 'धोखा', 'कजरा रे' का निर्देशन किया। वहीं 'जिस्म 2' उनके निर्देशन में बनी नवीनतम फिल्म है। अगले महीने की तीन तारीख को प्रदर्शित होने वाली 'जिस्म 2' वर्ष 2003 में आई 'जिस्म' का संस्करण है। इसमें भारतीय मूल की कनाडाई पॉर्न स्टार सनी लियोन, अरुणोदय सिंह और रणदीप हुड्डा मुख्य किरदार में नजर आएंगे। अभिनेत्री से फिल्म निर्देशक बनी पूजा अपनी आने वाली फिल्म 'जिस्म 2' के प्रदर्शित होने का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं। पूजा ने बताया, "एक औसत फिल्म का निर्माण पुरुष नजरिए से किया जाता है और वह पुरुष दर्शकों के लिए ही डिजाइन की जाती है, लेकिन मैं शुद्ध, मिलावट रहित वासना को दिखाने जा रही हूं, जिसे वयस्कों द्वारा वयस्कों के लिए डिजाइन किया गया है।" उन्होंने कहा, "भद्दा मजाक मेरी शैली नहीं है। मैंने द्विअर्थी चीजें और भद्दा मजाक अन्य फिल्म निर्माताओं के लिए छोड़ दिया है।"टिप्पणियां पूजा (40) ने वर्ष 2004 में जॉन अब्राहम और उदिता गोस्वामी अभिनीत फिल्म 'पाप' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'होलिडे', 'धोखा', 'कजरा रे' का निर्देशन किया। वहीं 'जिस्म 2' उनके निर्देशन में बनी नवीनतम फिल्म है। अगले महीने की तीन तारीख को प्रदर्शित होने वाली 'जिस्म 2' वर्ष 2003 में आई 'जिस्म' का संस्करण है। इसमें भारतीय मूल की कनाडाई पॉर्न स्टार सनी लियोन, अरुणोदय सिंह और रणदीप हुड्डा मुख्य किरदार में नजर आएंगे। पूजा ने बताया, "एक औसत फिल्म का निर्माण पुरुष नजरिए से किया जाता है और वह पुरुष दर्शकों के लिए ही डिजाइन की जाती है, लेकिन मैं शुद्ध, मिलावट रहित वासना को दिखाने जा रही हूं, जिसे वयस्कों द्वारा वयस्कों के लिए डिजाइन किया गया है।" उन्होंने कहा, "भद्दा मजाक मेरी शैली नहीं है। मैंने द्विअर्थी चीजें और भद्दा मजाक अन्य फिल्म निर्माताओं के लिए छोड़ दिया है।"टिप्पणियां पूजा (40) ने वर्ष 2004 में जॉन अब्राहम और उदिता गोस्वामी अभिनीत फिल्म 'पाप' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'होलिडे', 'धोखा', 'कजरा रे' का निर्देशन किया। वहीं 'जिस्म 2' उनके निर्देशन में बनी नवीनतम फिल्म है। अगले महीने की तीन तारीख को प्रदर्शित होने वाली 'जिस्म 2' वर्ष 2003 में आई 'जिस्म' का संस्करण है। इसमें भारतीय मूल की कनाडाई पॉर्न स्टार सनी लियोन, अरुणोदय सिंह और रणदीप हुड्डा मुख्य किरदार में नजर आएंगे। उन्होंने कहा, "भद्दा मजाक मेरी शैली नहीं है। मैंने द्विअर्थी चीजें और भद्दा मजाक अन्य फिल्म निर्माताओं के लिए छोड़ दिया है।"टिप्पणियां पूजा (40) ने वर्ष 2004 में जॉन अब्राहम और उदिता गोस्वामी अभिनीत फिल्म 'पाप' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'होलिडे', 'धोखा', 'कजरा रे' का निर्देशन किया। वहीं 'जिस्म 2' उनके निर्देशन में बनी नवीनतम फिल्म है। अगले महीने की तीन तारीख को प्रदर्शित होने वाली 'जिस्म 2' वर्ष 2003 में आई 'जिस्म' का संस्करण है। इसमें भारतीय मूल की कनाडाई पॉर्न स्टार सनी लियोन, अरुणोदय सिंह और रणदीप हुड्डा मुख्य किरदार में नजर आएंगे। पूजा (40) ने वर्ष 2004 में जॉन अब्राहम और उदिता गोस्वामी अभिनीत फिल्म 'पाप' से निर्देशन के क्षेत्र में कदम रखा। इसके बाद उन्होंने 'होलिडे', 'धोखा', 'कजरा रे' का निर्देशन किया। वहीं 'जिस्म 2' उनके निर्देशन में बनी नवीनतम फिल्म है। अगले महीने की तीन तारीख को प्रदर्शित होने वाली 'जिस्म 2' वर्ष 2003 में आई 'जिस्म' का संस्करण है। इसमें भारतीय मूल की कनाडाई पॉर्न स्टार सनी लियोन, अरुणोदय सिंह और रणदीप हुड्डा मुख्य किरदार में नजर आएंगे। अगले महीने की तीन तारीख को प्रदर्शित होने वाली 'जिस्म 2' वर्ष 2003 में आई 'जिस्म' का संस्करण है। इसमें भारतीय मूल की कनाडाई पॉर्न स्टार सनी लियोन, अरुणोदय सिंह और रणदीप हुड्डा मुख्य किरदार में नजर आएंगे।
यहाँ एक सारांश है:पूजा ने बताया, "एक औसत फिल्म का निर्माण पुरुष नजरिए से किया जाता है और वह पुरुष दर्शकों के लिए ही डिजाइन की जाती है, लेकिन मैं शुद्ध, मिलावट रहित वासना को दिखाने जा रही हूं, जिसे वयस्कों द्वारा वयस्कों के लिए डिजाइन किया गया है।"
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शनिवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब काले कपड़े से भी डर लगने लगा है। इस कारण उनके सभी कार्यक्रम स्थलों पर काला कपड़ा ले जाने पर रोक लगाई जा रही है। बेगूसराय में अपनी परिवर्तन यात्रा के दौरान लालू ने मजकिया अंदाज में पत्रकारों से कहा कि अब काले बाल वालों को नीतीश की सभा में नहीं जाने दिया जाएगा। केवल पाकल (सफेद) बाल वाले ही उसकी सभा में जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि अब सरकार तानाशाही की तरह फरमान जारी कर रही है। इधर, मुख्यमंत्री की अधिकार यात्रा के दौरान खगड़िया और बेगूसराय में काले झंडे दिखाए जाने को लेकर शनिवार को अधिकार यात्रा के क्रम में पूर्णिया पहुंचे मुख्यमंत्री की सभा में वैसे काले कपड़े को ले जाने पर कथित तौर पर पाबंदी लगा दी गई जिसे झंडे के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है।टिप्पणियां प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने सभास्थल पर काला कपड़ा लाने पर रोक लगा रहे थे और लोगों की गहन जांच की जा रही थी। इस मामले पर कई पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु किसी अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को अहधिकार यात्रा के दौरान कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा था तथा लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। बेगूसराय में अपनी परिवर्तन यात्रा के दौरान लालू ने मजकिया अंदाज में पत्रकारों से कहा कि अब काले बाल वालों को नीतीश की सभा में नहीं जाने दिया जाएगा। केवल पाकल (सफेद) बाल वाले ही उसकी सभा में जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि अब सरकार तानाशाही की तरह फरमान जारी कर रही है। इधर, मुख्यमंत्री की अधिकार यात्रा के दौरान खगड़िया और बेगूसराय में काले झंडे दिखाए जाने को लेकर शनिवार को अधिकार यात्रा के क्रम में पूर्णिया पहुंचे मुख्यमंत्री की सभा में वैसे काले कपड़े को ले जाने पर कथित तौर पर पाबंदी लगा दी गई जिसे झंडे के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है।टिप्पणियां प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने सभास्थल पर काला कपड़ा लाने पर रोक लगा रहे थे और लोगों की गहन जांच की जा रही थी। इस मामले पर कई पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु किसी अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को अहधिकार यात्रा के दौरान कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा था तथा लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। इधर, मुख्यमंत्री की अधिकार यात्रा के दौरान खगड़िया और बेगूसराय में काले झंडे दिखाए जाने को लेकर शनिवार को अधिकार यात्रा के क्रम में पूर्णिया पहुंचे मुख्यमंत्री की सभा में वैसे काले कपड़े को ले जाने पर कथित तौर पर पाबंदी लगा दी गई जिसे झंडे के तौर पर प्रयोग किया जा सकता है।टिप्पणियां प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने सभास्थल पर काला कपड़ा लाने पर रोक लगा रहे थे और लोगों की गहन जांच की जा रही थी। इस मामले पर कई पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु किसी अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को अहधिकार यात्रा के दौरान कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा था तथा लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक पुलिसकर्मियों ने सभास्थल पर काला कपड़ा लाने पर रोक लगा रहे थे और लोगों की गहन जांच की जा रही थी। इस मामले पर कई पुलिस अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु किसी अधिकारी से संपर्क नहीं हो पाया। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को अहधिकार यात्रा के दौरान कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा था तथा लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाया था। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री को अहधिकार यात्रा के दौरान कई जगहों पर विरोध का सामना करना पड़ा था तथा लोगों ने उन्हें काला झंडा दिखाया था।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद ने शनिवार को कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अब काले कपड़े से भी डर लगने लगा है। इस कारण उनके सभी कार्यक्रम स्थलों पर काला कपड़ा ले जाने पर रोक लगाई जा रही है।
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['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: खाद्य उत्पादों, विशेषतौर पर प्याज समेत सब्जियों की कीमतों में दहाई अंक में बढ़ोतरी के मद्देनजर थोक मुद्रास्फीति लगातार दूसरे महीने बढ़कर जुलाई में 5.79 प्रतिशत हो गई। थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति जून 2013 में 4.86 प्रतिशत और पिछले साल जुलाई में मंहगाई दर 7.52 प्रतिशत थी। आज जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य उत्पाद वर्ग में थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इस बार जुलाई में बढ़कर 11.91 प्रतिशत पर पहुंच गई। ऐसा मुख्य तौर पर प्याज, अनाज और चावल की कीमत में बढ़ोतरी के कारण हुआ। थोकमूल्य सूचकांक में 14.43 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फीति इस वर्ष जून में 9.74 प्रतिशत थी। खाद्य उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति में लगातार तीसरे महीने बढ़ोतरी हुई है। प्याज की कीमत जुलाई में पिछले साल की तुलना में 145 प्रतिशत ऊंची रही। जून में प्याज का भाव सालाना आधार पर 114 प्रतिशत ऊंचा था। जुलाई में सब्जियों के वर्ग में मुद्रास्फीति बढ़कर 46.59 प्रतिशत हो गई जबकि जून में यह 16.47 प्रतिशत थी। विनिर्मित उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति जुलाई में आंशिक रूप से बढ़कर 2.81 प्रतिशत हो गई, जो जून में 2.75 प्रतिशत थी। गैर-खाद्य उत्पाद खंड जिसमें फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं, की महंगाई दर घटकर 5.51 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.57 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। थोकमूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति जून 2013 में 4.86 प्रतिशत और पिछले साल जुलाई में मंहगाई दर 7.52 प्रतिशत थी। आज जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य उत्पाद वर्ग में थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इस बार जुलाई में बढ़कर 11.91 प्रतिशत पर पहुंच गई। ऐसा मुख्य तौर पर प्याज, अनाज और चावल की कीमत में बढ़ोतरी के कारण हुआ। थोकमूल्य सूचकांक में 14.43 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फीति इस वर्ष जून में 9.74 प्रतिशत थी। खाद्य उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति में लगातार तीसरे महीने बढ़ोतरी हुई है। प्याज की कीमत जुलाई में पिछले साल की तुलना में 145 प्रतिशत ऊंची रही। जून में प्याज का भाव सालाना आधार पर 114 प्रतिशत ऊंचा था। जुलाई में सब्जियों के वर्ग में मुद्रास्फीति बढ़कर 46.59 प्रतिशत हो गई जबकि जून में यह 16.47 प्रतिशत थी। विनिर्मित उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति जुलाई में आंशिक रूप से बढ़कर 2.81 प्रतिशत हो गई, जो जून में 2.75 प्रतिशत थी। गैर-खाद्य उत्पाद खंड जिसमें फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं, की महंगाई दर घटकर 5.51 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.57 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। आज जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, खाद्य उत्पाद वर्ग में थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति इस बार जुलाई में बढ़कर 11.91 प्रतिशत पर पहुंच गई। ऐसा मुख्य तौर पर प्याज, अनाज और चावल की कीमत में बढ़ोतरी के कारण हुआ। थोकमूल्य सूचकांक में 14.43 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फीति इस वर्ष जून में 9.74 प्रतिशत थी। खाद्य उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति में लगातार तीसरे महीने बढ़ोतरी हुई है। प्याज की कीमत जुलाई में पिछले साल की तुलना में 145 प्रतिशत ऊंची रही। जून में प्याज का भाव सालाना आधार पर 114 प्रतिशत ऊंचा था। जुलाई में सब्जियों के वर्ग में मुद्रास्फीति बढ़कर 46.59 प्रतिशत हो गई जबकि जून में यह 16.47 प्रतिशत थी। विनिर्मित उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति जुलाई में आंशिक रूप से बढ़कर 2.81 प्रतिशत हो गई, जो जून में 2.75 प्रतिशत थी। गैर-खाद्य उत्पाद खंड जिसमें फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं, की महंगाई दर घटकर 5.51 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.57 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। थोकमूल्य सूचकांक में 14.43 प्रतिशत हिस्सेदारी रखने वाले खाद्य उत्पादों संबंधी मुद्रास्फीति इस वर्ष जून में 9.74 प्रतिशत थी। खाद्य उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति में लगातार तीसरे महीने बढ़ोतरी हुई है। प्याज की कीमत जुलाई में पिछले साल की तुलना में 145 प्रतिशत ऊंची रही। जून में प्याज का भाव सालाना आधार पर 114 प्रतिशत ऊंचा था। जुलाई में सब्जियों के वर्ग में मुद्रास्फीति बढ़कर 46.59 प्रतिशत हो गई जबकि जून में यह 16.47 प्रतिशत थी। विनिर्मित उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति जुलाई में आंशिक रूप से बढ़कर 2.81 प्रतिशत हो गई, जो जून में 2.75 प्रतिशत थी। गैर-खाद्य उत्पाद खंड जिसमें फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं, की महंगाई दर घटकर 5.51 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.57 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। प्याज की कीमत जुलाई में पिछले साल की तुलना में 145 प्रतिशत ऊंची रही। जून में प्याज का भाव सालाना आधार पर 114 प्रतिशत ऊंचा था। जुलाई में सब्जियों के वर्ग में मुद्रास्फीति बढ़कर 46.59 प्रतिशत हो गई जबकि जून में यह 16.47 प्रतिशत थी। विनिर्मित उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति जुलाई में आंशिक रूप से बढ़कर 2.81 प्रतिशत हो गई, जो जून में 2.75 प्रतिशत थी। गैर-खाद्य उत्पाद खंड जिसमें फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं, की महंगाई दर घटकर 5.51 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.57 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। जुलाई में सब्जियों के वर्ग में मुद्रास्फीति बढ़कर 46.59 प्रतिशत हो गई जबकि जून में यह 16.47 प्रतिशत थी। विनिर्मित उत्पाद खंड की मुद्रास्फीति जुलाई में आंशिक रूप से बढ़कर 2.81 प्रतिशत हो गई, जो जून में 2.75 प्रतिशत थी। गैर-खाद्य उत्पाद खंड जिसमें फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं, की महंगाई दर घटकर 5.51 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.57 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। गैर-खाद्य उत्पाद खंड जिसमें फाइबर, तिलहन और खनिज शामिल हैं, की महंगाई दर घटकर 5.51 प्रतिशत हो गई, जो जून में 7.57 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। चावल के दाम जुलाई में सालाना आधार पर 21.15 प्रतिशत ऊंचे रहे जबकि जून में चावल की मुद्रास्फीति 19.11 प्रतिशत थी। अनाजों में जुलाई की मुद्रास्फीति 17.66 प्रतिशत रही, जो इसी वर्ष जून में 17.18 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। इस बीच मई 13 के थोक मूल्य सूचकांक के आंकड़ों में मुद्रास्फीति 4.58 प्रतिशत रही। प्रारंभिक आंकड़ों में इसे 4.70 प्रतिशत बताया गया था। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। यह पिछले चार महीने में पहला मौका है जबकि थोकमूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति बढ़कर पांच प्रतिशत के स्तर पर पहुंच गई। मार्च में यह 5.65 प्रतिशत थी और इसके बाद से यह पांच प्रतिशत से नीचे चल रही थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक को उम्मीद है कि मार्च,14 के अंत तक मुद्रास्फीति पांच प्रतिशत के स्तर पर ही रहेगी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। रिजर्व बैंक ने पिछले माह पेश मौद्रिक नीति की पहली समीक्षा में कहा था कि उम्मीद से बेहतर मानसून के कारण खाद्य मुद्रास्फीति उतनी कम नहीं हुई है, जितनी होनी चाहिए थी। विशेषतौर पर मौसम की मार के कारण आपूर्ति बाधा के कारण सब्जियों की कीमत प्रभावित हुई है। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने इससे पहले कहा था कि खुदरा मुद्रास्फीति को कम करने के लिए आपूर्ति की दिक्कतें दूर करने की जरूरत है। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। आंकड़ों के मुताबिक, अंडा, मांस और मछली की मंहगाई दर जुलाई में 10.94 प्रतिशत रही, जो इससे पिछले महीने 12.23 प्रतिशत थी।टिप्पणियां हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। हालांकि जुलाई में आलू की कीमत सालाना आधार पर 6.45 प्रतिशत घटी। दाल की कीमत 7.39 प्रतिशत घटी। जून में दाल की महंगाई दर 1.59 प्रतिशत थी। ईंधन और बिजली खंड में मुद्रास्फीति जुलाई में 11.31 प्रतिशत थी जो पिछले महीने 7.12 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी। इस सप्ताह जारी आंकड़ों के मुताबिक, जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति घटकर 9.64 प्रतिशत रही, जो पिछले महीने 9.87 प्रतिशत थी।
यहाँ एक सारांश है:खाद्य उत्पादों, विशेषतौर पर प्याज समेत सब्जियों की कीमतों में दहाई अंक में बढ़ोतरी के मद्देनजर थोक मुद्रास्फीति लगातार दूसरे महीने बढ़कर जुलाई में 5.79 प्रतिशत हो गई।
12
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए साक्षात्कार में पार्टी प्रमुख उद्धव ने कहा कि शिवसेना पिछले 25 साल के गठबंधन में सड़ गई। बीजेपी के साथ गठबंधन कर शिवसेना को नुकसान हुआ। सामना में उद्धव ठाकरे के साक्षात्कार का सिलसिला चला है। अपने जन्मदिन से पहले दिए साक्षात्कार के आख़िरी हिस्से में उद्धव ने बीजेपी के साथ जाने पर नफा नुकसान की बात की। उद्धव ठाकरे आगे कहते हैं कि, बीजेपी के साथ गठबंधन करना तब, 25 साल पहले की जरूरत थी। लेकिन इससे शिवसेना को नुकसान ही उठाना पड़ा। बिना गठबंधन शिवसेना अगर लड़ती तो आज चित्र कुछ और होता। जाते-जाते उद्धव ने बीजेपी को यह चेतावनी दी है कि, अगर सत्ता का इस्तेमाल कर शिवसेना को कमजोर करने की कोशिश बीजेपी करेगी तो वे सरकार से समर्थन वापस ले लेंगे। बीजेपी अगर आगामी महानगरपालिका चुनाव स्वतंत्ररूप से लड़ना चाहती है तो शिवसेना भी उसके लिए तैयार है।टिप्पणियां शिवसेना-बीजेपी गठबंधन देश का सबसे पुराना राजनीतिक गठजोड़ है जो दोनों दलों के विपक्ष में होते हुए बना था। इस गठजोड़ को बनाने में दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे और शीर्ष बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की एहम भूमिका थी। गुजरे दिनों में इस गठबंधन की केंद्र और राज्य में सरकारें बनी थी। महाराष्ट्र में 1995 में बनी सरकार का नेतृत्व शिवसेना के पास था। और उसे केंद्र में भी अहम मंत्रालय मिले थे। 2014 में हुए लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में चित्र बदल गया है। आंकड़ों के हिसाब से शिवसेना बीजेपी के सामने दोयम भूमिका में आ चुकी है। उद्धव ठाकरे आगे कहते हैं कि, बीजेपी के साथ गठबंधन करना तब, 25 साल पहले की जरूरत थी। लेकिन इससे शिवसेना को नुकसान ही उठाना पड़ा। बिना गठबंधन शिवसेना अगर लड़ती तो आज चित्र कुछ और होता। जाते-जाते उद्धव ने बीजेपी को यह चेतावनी दी है कि, अगर सत्ता का इस्तेमाल कर शिवसेना को कमजोर करने की कोशिश बीजेपी करेगी तो वे सरकार से समर्थन वापस ले लेंगे। बीजेपी अगर आगामी महानगरपालिका चुनाव स्वतंत्ररूप से लड़ना चाहती है तो शिवसेना भी उसके लिए तैयार है।टिप्पणियां शिवसेना-बीजेपी गठबंधन देश का सबसे पुराना राजनीतिक गठजोड़ है जो दोनों दलों के विपक्ष में होते हुए बना था। इस गठजोड़ को बनाने में दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे और शीर्ष बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की एहम भूमिका थी। गुजरे दिनों में इस गठबंधन की केंद्र और राज्य में सरकारें बनी थी। महाराष्ट्र में 1995 में बनी सरकार का नेतृत्व शिवसेना के पास था। और उसे केंद्र में भी अहम मंत्रालय मिले थे। 2014 में हुए लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में चित्र बदल गया है। आंकड़ों के हिसाब से शिवसेना बीजेपी के सामने दोयम भूमिका में आ चुकी है। जाते-जाते उद्धव ने बीजेपी को यह चेतावनी दी है कि, अगर सत्ता का इस्तेमाल कर शिवसेना को कमजोर करने की कोशिश बीजेपी करेगी तो वे सरकार से समर्थन वापस ले लेंगे। बीजेपी अगर आगामी महानगरपालिका चुनाव स्वतंत्ररूप से लड़ना चाहती है तो शिवसेना भी उसके लिए तैयार है।टिप्पणियां शिवसेना-बीजेपी गठबंधन देश का सबसे पुराना राजनीतिक गठजोड़ है जो दोनों दलों के विपक्ष में होते हुए बना था। इस गठजोड़ को बनाने में दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे और शीर्ष बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की एहम भूमिका थी। गुजरे दिनों में इस गठबंधन की केंद्र और राज्य में सरकारें बनी थी। महाराष्ट्र में 1995 में बनी सरकार का नेतृत्व शिवसेना के पास था। और उसे केंद्र में भी अहम मंत्रालय मिले थे। 2014 में हुए लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में चित्र बदल गया है। आंकड़ों के हिसाब से शिवसेना बीजेपी के सामने दोयम भूमिका में आ चुकी है। शिवसेना-बीजेपी गठबंधन देश का सबसे पुराना राजनीतिक गठजोड़ है जो दोनों दलों के विपक्ष में होते हुए बना था। इस गठजोड़ को बनाने में दिवंगत शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे और शीर्ष बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी की एहम भूमिका थी। गुजरे दिनों में इस गठबंधन की केंद्र और राज्य में सरकारें बनी थी। महाराष्ट्र में 1995 में बनी सरकार का नेतृत्व शिवसेना के पास था। और उसे केंद्र में भी अहम मंत्रालय मिले थे। 2014 में हुए लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में चित्र बदल गया है। आंकड़ों के हिसाब से शिवसेना बीजेपी के सामने दोयम भूमिका में आ चुकी है। 2014 में हुए लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा के चुनाव में चित्र बदल गया है। आंकड़ों के हिसाब से शिवसेना बीजेपी के सामने दोयम भूमिका में आ चुकी है।
संक्षिप्त पाठ: शिवसेना के मुखपत्र सामना को पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इंटरव्यू बीजेपी के साथ गठबंधन करना तब, 25 साल पहले की जरूरत थी बिना गठबंधन शिवसेना अगर लड़ती तो आज चित्र कुछ और होता
14
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: लोकसभा चुनाव करीब आने पर मृदुभाषी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को आक्रामक रुख अपनाते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा संप्रग सरकार की उपलब्धियों को छोटा दिखाने की कोशिश कर रही है लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार संप्रग की सरकार बनेगी। सिंह ने विश्वास जताया कि देश की अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर अब नहीं रहेगा और अगले दो साल में सात से आठ प्रतिशत की विकास दर हासिल होगा। सिंह ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का उत्तर देते हुए पूर्व की राजग सरकार और संप्रग सरकार के प्रदर्शन का तुलनात्मक विश्लेषण पेश किया। उन्होंने कहा कि कृषि और विनिर्माण सहित सभी क्षेत्रों में संप्रग सरकार के समय देश ने अच्छी तरक्की की है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाजपा नेताओं विशेषकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व पर की गई टिप्पणियों पर सिंह ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर निशाना साधा। आम तौर पर काफी नरमी से बोलने वाले सिंह ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए गालिब का शेर पढ़ा, ‘‘हमको उनसे है वफा की उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।’’ उन्होंने कहा कि 2004 के चुनाव में ‘इंडिया शाइनिंग’ का प्रचार करने के बावजूद भाजपा को मुंह की खानी पड़ी और 2009 के चुनाव में ‘लौहपुरुष आडवाणी बनाम कमजोर मनमोहन सिंह’ का प्रचार हुआ जो विफल रहा। सिंह के जवाब के बाद सदन ने विपक्ष के संशोधनों को ध्वनिमत से नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कर दिया। सत्ता पक्ष के सदस्यों की मेजों की थपथपाहट के बीच सिंह ने कहा कि ये वैसे ही रहा कि ‘जो गरजते हैं, बरसते नहीं।’ उन्होंने कहा कि संप्रग की सामाजिक और आर्थिक नीतियों को लेकर भाजपा का एक विशेष नजरिया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कांग्रेस के नेतृत्व और प्रतिष्ठानों के बारे में भद्दी भाषा बोली गई। लेकिन हमारी मंशा उनका जवाब देना नहीं है बल्कि हमारा काम बोलता है। हमने (भाजपा का) ये अहंकार पहली बार नहीं देखा है। यदि जनता हमारे काम को देखे तो 2014 के चुनाव में भी वही करेगी जो 2004 और 2009 में किया। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। सिंह ने विश्वास जताया कि देश की अर्थव्यवस्था में मंदी का दौर अब नहीं रहेगा और अगले दो साल में सात से आठ प्रतिशत की विकास दर हासिल होगा। सिंह ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का उत्तर देते हुए पूर्व की राजग सरकार और संप्रग सरकार के प्रदर्शन का तुलनात्मक विश्लेषण पेश किया। उन्होंने कहा कि कृषि और विनिर्माण सहित सभी क्षेत्रों में संप्रग सरकार के समय देश ने अच्छी तरक्की की है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाजपा नेताओं विशेषकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व पर की गई टिप्पणियों पर सिंह ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर निशाना साधा। आम तौर पर काफी नरमी से बोलने वाले सिंह ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए गालिब का शेर पढ़ा, ‘‘हमको उनसे है वफा की उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।’’ उन्होंने कहा कि 2004 के चुनाव में ‘इंडिया शाइनिंग’ का प्रचार करने के बावजूद भाजपा को मुंह की खानी पड़ी और 2009 के चुनाव में ‘लौहपुरुष आडवाणी बनाम कमजोर मनमोहन सिंह’ का प्रचार हुआ जो विफल रहा। सिंह के जवाब के बाद सदन ने विपक्ष के संशोधनों को ध्वनिमत से नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कर दिया। सत्ता पक्ष के सदस्यों की मेजों की थपथपाहट के बीच सिंह ने कहा कि ये वैसे ही रहा कि ‘जो गरजते हैं, बरसते नहीं।’ उन्होंने कहा कि संप्रग की सामाजिक और आर्थिक नीतियों को लेकर भाजपा का एक विशेष नजरिया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कांग्रेस के नेतृत्व और प्रतिष्ठानों के बारे में भद्दी भाषा बोली गई। लेकिन हमारी मंशा उनका जवाब देना नहीं है बल्कि हमारा काम बोलता है। हमने (भाजपा का) ये अहंकार पहली बार नहीं देखा है। यदि जनता हमारे काम को देखे तो 2014 के चुनाव में भी वही करेगी जो 2004 और 2009 में किया। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। सिंह ने लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा का उत्तर देते हुए पूर्व की राजग सरकार और संप्रग सरकार के प्रदर्शन का तुलनात्मक विश्लेषण पेश किया। उन्होंने कहा कि कृषि और विनिर्माण सहित सभी क्षेत्रों में संप्रग सरकार के समय देश ने अच्छी तरक्की की है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाजपा नेताओं विशेषकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व पर की गई टिप्पणियों पर सिंह ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर निशाना साधा। आम तौर पर काफी नरमी से बोलने वाले सिंह ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए गालिब का शेर पढ़ा, ‘‘हमको उनसे है वफा की उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।’’ उन्होंने कहा कि 2004 के चुनाव में ‘इंडिया शाइनिंग’ का प्रचार करने के बावजूद भाजपा को मुंह की खानी पड़ी और 2009 के चुनाव में ‘लौहपुरुष आडवाणी बनाम कमजोर मनमोहन सिंह’ का प्रचार हुआ जो विफल रहा। सिंह के जवाब के बाद सदन ने विपक्ष के संशोधनों को ध्वनिमत से नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कर दिया। सत्ता पक्ष के सदस्यों की मेजों की थपथपाहट के बीच सिंह ने कहा कि ये वैसे ही रहा कि ‘जो गरजते हैं, बरसते नहीं।’ उन्होंने कहा कि संप्रग की सामाजिक और आर्थिक नीतियों को लेकर भाजपा का एक विशेष नजरिया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कांग्रेस के नेतृत्व और प्रतिष्ठानों के बारे में भद्दी भाषा बोली गई। लेकिन हमारी मंशा उनका जवाब देना नहीं है बल्कि हमारा काम बोलता है। हमने (भाजपा का) ये अहंकार पहली बार नहीं देखा है। यदि जनता हमारे काम को देखे तो 2014 के चुनाव में भी वही करेगी जो 2004 और 2009 में किया। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में भाजपा नेताओं विशेषकर गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा कांग्रेस नेतृत्व पर की गई टिप्पणियों पर सिंह ने भाजपा पर पलटवार किया। उन्होंने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह और वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी पर निशाना साधा। आम तौर पर काफी नरमी से बोलने वाले सिंह ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए गालिब का शेर पढ़ा, ‘‘हमको उनसे है वफा की उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।’’ उन्होंने कहा कि 2004 के चुनाव में ‘इंडिया शाइनिंग’ का प्रचार करने के बावजूद भाजपा को मुंह की खानी पड़ी और 2009 के चुनाव में ‘लौहपुरुष आडवाणी बनाम कमजोर मनमोहन सिंह’ का प्रचार हुआ जो विफल रहा। सिंह के जवाब के बाद सदन ने विपक्ष के संशोधनों को ध्वनिमत से नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कर दिया। सत्ता पक्ष के सदस्यों की मेजों की थपथपाहट के बीच सिंह ने कहा कि ये वैसे ही रहा कि ‘जो गरजते हैं, बरसते नहीं।’ उन्होंने कहा कि संप्रग की सामाजिक और आर्थिक नीतियों को लेकर भाजपा का एक विशेष नजरिया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कांग्रेस के नेतृत्व और प्रतिष्ठानों के बारे में भद्दी भाषा बोली गई। लेकिन हमारी मंशा उनका जवाब देना नहीं है बल्कि हमारा काम बोलता है। हमने (भाजपा का) ये अहंकार पहली बार नहीं देखा है। यदि जनता हमारे काम को देखे तो 2014 के चुनाव में भी वही करेगी जो 2004 और 2009 में किया। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। आम तौर पर काफी नरमी से बोलने वाले सिंह ने भाजपा को निशाना बनाने के लिए गालिब का शेर पढ़ा, ‘‘हमको उनसे है वफा की उम्मीद, जो नहीं जानते वफा क्या है।’’ उन्होंने कहा कि 2004 के चुनाव में ‘इंडिया शाइनिंग’ का प्रचार करने के बावजूद भाजपा को मुंह की खानी पड़ी और 2009 के चुनाव में ‘लौहपुरुष आडवाणी बनाम कमजोर मनमोहन सिंह’ का प्रचार हुआ जो विफल रहा। सिंह के जवाब के बाद सदन ने विपक्ष के संशोधनों को ध्वनिमत से नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कर दिया। सत्ता पक्ष के सदस्यों की मेजों की थपथपाहट के बीच सिंह ने कहा कि ये वैसे ही रहा कि ‘जो गरजते हैं, बरसते नहीं।’ उन्होंने कहा कि संप्रग की सामाजिक और आर्थिक नीतियों को लेकर भाजपा का एक विशेष नजरिया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कांग्रेस के नेतृत्व और प्रतिष्ठानों के बारे में भद्दी भाषा बोली गई। लेकिन हमारी मंशा उनका जवाब देना नहीं है बल्कि हमारा काम बोलता है। हमने (भाजपा का) ये अहंकार पहली बार नहीं देखा है। यदि जनता हमारे काम को देखे तो 2014 के चुनाव में भी वही करेगी जो 2004 और 2009 में किया। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। सिंह के जवाब के बाद सदन ने विपक्ष के संशोधनों को ध्वनिमत से नामंजूर करते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव को पारित कर दिया। सत्ता पक्ष के सदस्यों की मेजों की थपथपाहट के बीच सिंह ने कहा कि ये वैसे ही रहा कि ‘जो गरजते हैं, बरसते नहीं।’ उन्होंने कहा कि संप्रग की सामाजिक और आर्थिक नीतियों को लेकर भाजपा का एक विशेष नजरिया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कांग्रेस के नेतृत्व और प्रतिष्ठानों के बारे में भद्दी भाषा बोली गई। लेकिन हमारी मंशा उनका जवाब देना नहीं है बल्कि हमारा काम बोलता है। हमने (भाजपा का) ये अहंकार पहली बार नहीं देखा है। यदि जनता हमारे काम को देखे तो 2014 के चुनाव में भी वही करेगी जो 2004 और 2009 में किया। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। सत्ता पक्ष के सदस्यों की मेजों की थपथपाहट के बीच सिंह ने कहा कि ये वैसे ही रहा कि ‘जो गरजते हैं, बरसते नहीं।’ उन्होंने कहा कि संप्रग की सामाजिक और आर्थिक नीतियों को लेकर भाजपा का एक विशेष नजरिया है। भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में कांग्रेस के नेतृत्व और प्रतिष्ठानों के बारे में भद्दी भाषा बोली गई। लेकिन हमारी मंशा उनका जवाब देना नहीं है बल्कि हमारा काम बोलता है। हमने (भाजपा का) ये अहंकार पहली बार नहीं देखा है। यदि जनता हमारे काम को देखे तो 2014 के चुनाव में भी वही करेगी जो 2004 और 2009 में किया। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। सिंह के शेर का जवाब देते हुए नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि ‘‘कुछ तो मजबूरियां रही होगी, यूं ही कोई बेवफा नहीं होता।’’ उन्होंने एक और शेर पढ़ा, ‘‘तुम्हें वफा याद नहीं, हमें जफा याद नहीं। जिन्दगी और मौत दो ही तो तराने हैं, एक तुम्हें याद नहीं एक हमें याद नहीं।’’टिप्पणियां भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने भी कहा कि उन्होंने नौ साल में मनमोहन सिंह को इतने आक्रामक तेवर अपनाते नहीं देखा। साथ ही कटाक्ष किया कि वह इसे अच्छा संकेत मानते हैं क्योंकि ये वैसा ही है, जैसे बुझने से पहले दिए की लौ तेज हो जाती है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है। इससे पहले अपने करीब 45 मिनट के जवाब में मनमोहन सिंह ने माना कि पिछले एक साल में कठिन हालात का सामना करना पड़ा है। विकास की दर मंद पड़ी है और पिछले दो साल में महंगाई बढ़ी है।
संक्षिप्त पाठ: लोकसभा चुनाव करीब आने पर मृदुभाषी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने बुधवार को आक्रामक रुख अपनाते हुए भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा संप्रग सरकार की उपलब्धियों को छोटा दिखाने की कोशिश कर रही है लेकिन कांग्रेस के नेतृत्व में लगातार तीसरी बार संप्रग क
13
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: राष्ट्रीय एयरलाइंस एयर इंडिया की सुरक्षा शाखा के कर्मचारी सुभाष चंद्र पांच लाख रुपये की विदेशी मुद्रा और सोने के गहने समेत यात्रियों की नकद राशि और महंगी चीजें लौटाकर अपनी अनुकरणीय ईमानदारी एवं पेशेवर निष्ठा का नियमित रूप से परिचय देते रहे हैं. राष्ट्रीय विमानन कंपनी ने अब उन्हें इस गुण के चलते समय से पहले पदोन्नत कर पुरस्कृत किया है. ऐसा इस संस्था ने पहली बार किया है. एयर इंडिया के आधिकारिक बयान के मुताबिक, एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अश्वनी लोहानी ने एयरलाइन के सुरक्षा विंग में इस समय तैनात सुभाष चंद्र को उनके 'अनुकरणीय आचरण' के लिए सुरक्षा अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया है. बयान में कहा गया है, '15 अगस्त को, कार्यक्रम समापन के बाद एयर इंडिया में सुरक्षा कार्यकारी निदेशक आलोक सिंह (आईपीएस) ने सुरक्षा अधिकारी को रैंक प्रदान कर सम्मानित किया.' एयर इंडिया ने बताया कि चंदर विज्ञान में स्नातक हैं और उन्होंने विमानन सुरक्षा से जुड़े कई कोर्स किए हैं. उन्होंने कई मौकों पर यात्रियों द्वारा छोड़े गए कीमती सामान, नकद और अन्य चीजें वापस की. बयान कहता है, 'चंदर ने यात्रियों द्वारा छोड़ी गई चीजें लौटायीं और कई मामलों में तो यात्री सामान लौटाए जाने तक उनके गुम हो जाने के बारे में अनजाने रहते थे.' टिप्पणियां बयान के अनुसार एक ऐसा ही मामला इस साल जून का है, जब हांगकांग से पहुंची एक विमान की चेकिंग के दौरान उसे पांच लाख रुपये की विदेशी मुद्रा एक पर्स में मिली और उन्होंने उसे संबंधित यात्री को लौटा दिया. चंदर पिछले करीब 29 साल से एयर इंडिया में कार्यरत है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एयर इंडिया के आधिकारिक बयान के मुताबिक, एयर इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अश्वनी लोहानी ने एयरलाइन के सुरक्षा विंग में इस समय तैनात सुभाष चंद्र को उनके 'अनुकरणीय आचरण' के लिए सुरक्षा अधिकारी के पद पर पदोन्नत किया है. बयान में कहा गया है, '15 अगस्त को, कार्यक्रम समापन के बाद एयर इंडिया में सुरक्षा कार्यकारी निदेशक आलोक सिंह (आईपीएस) ने सुरक्षा अधिकारी को रैंक प्रदान कर सम्मानित किया.' एयर इंडिया ने बताया कि चंदर विज्ञान में स्नातक हैं और उन्होंने विमानन सुरक्षा से जुड़े कई कोर्स किए हैं. उन्होंने कई मौकों पर यात्रियों द्वारा छोड़े गए कीमती सामान, नकद और अन्य चीजें वापस की. बयान कहता है, 'चंदर ने यात्रियों द्वारा छोड़ी गई चीजें लौटायीं और कई मामलों में तो यात्री सामान लौटाए जाने तक उनके गुम हो जाने के बारे में अनजाने रहते थे.' टिप्पणियां बयान के अनुसार एक ऐसा ही मामला इस साल जून का है, जब हांगकांग से पहुंची एक विमान की चेकिंग के दौरान उसे पांच लाख रुपये की विदेशी मुद्रा एक पर्स में मिली और उन्होंने उसे संबंधित यात्री को लौटा दिया. चंदर पिछले करीब 29 साल से एयर इंडिया में कार्यरत है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) एयर इंडिया ने बताया कि चंदर विज्ञान में स्नातक हैं और उन्होंने विमानन सुरक्षा से जुड़े कई कोर्स किए हैं. उन्होंने कई मौकों पर यात्रियों द्वारा छोड़े गए कीमती सामान, नकद और अन्य चीजें वापस की. बयान कहता है, 'चंदर ने यात्रियों द्वारा छोड़ी गई चीजें लौटायीं और कई मामलों में तो यात्री सामान लौटाए जाने तक उनके गुम हो जाने के बारे में अनजाने रहते थे.' टिप्पणियां बयान के अनुसार एक ऐसा ही मामला इस साल जून का है, जब हांगकांग से पहुंची एक विमान की चेकिंग के दौरान उसे पांच लाख रुपये की विदेशी मुद्रा एक पर्स में मिली और उन्होंने उसे संबंधित यात्री को लौटा दिया. चंदर पिछले करीब 29 साल से एयर इंडिया में कार्यरत है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बयान के अनुसार एक ऐसा ही मामला इस साल जून का है, जब हांगकांग से पहुंची एक विमान की चेकिंग के दौरान उसे पांच लाख रुपये की विदेशी मुद्रा एक पर्स में मिली और उन्होंने उसे संबंधित यात्री को लौटा दिया. चंदर पिछले करीब 29 साल से एयर इंडिया में कार्यरत है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
चंद्र कई मौकों पर यात्रियों के छोड़े गए कीमती सामान, नकद लौटा चुके हैं एयर इंडिया ने अब उन्हें इस गुण के चलते समयपूर्व पदोन्नत कर पुरस्कृत किया इस राष्ट्रीय एयरलाइंस के इतिहास में ऐसा पहली बार किया गया है
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में सुधार और रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में सीआरआर में कटौती किए जाने से उत्साहित बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 84 अंक की बढ़त लेकर बंद हुआ। पिछले कारोबारी सत्र में 358 अंक मजबूत रहने वाला सेंसेक्स आज और 84.43 अंक मजबूत होकर 17,587.67 अंक पर बंद हुआ।टिप्पणियां इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 26 अंक सुधरकर 5,359.55 अंक पर बंद हुआ। शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) घटा दिया जिससे बैंकिंग तंत्र में करीब 48,000 करोड़ रुपये की नकदी का प्रवाह होगा। इस बीच, विनिर्माण क्षेत्र के जबरदस्त निष्पादन के बल पर औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर जनवरी में बढ़कर 6.8 प्रतिशत पर पहुंच गई। ब्रोकरों ने कहा कि इससे आर्थिक वृद्धि की दर में सुधार का संकेत मिलता है। सीआरआर में कटौती किए जाने का असर बैंकिंग शेयरों पर पड़ा और एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, बैंक आफ इंडिया, आईडीबीआई बैंक, एक्सिस बैंक और पीएनबी का शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ। इसी तरह, नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 26 अंक सुधरकर 5,359.55 अंक पर बंद हुआ। शुक्रवार को रिजर्व बैंक ने नकद आरक्षित अनुपात (सीआरआर) घटा दिया जिससे बैंकिंग तंत्र में करीब 48,000 करोड़ रुपये की नकदी का प्रवाह होगा। इस बीच, विनिर्माण क्षेत्र के जबरदस्त निष्पादन के बल पर औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर जनवरी में बढ़कर 6.8 प्रतिशत पर पहुंच गई। ब्रोकरों ने कहा कि इससे आर्थिक वृद्धि की दर में सुधार का संकेत मिलता है। सीआरआर में कटौती किए जाने का असर बैंकिंग शेयरों पर पड़ा और एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, बैंक आफ इंडिया, आईडीबीआई बैंक, एक्सिस बैंक और पीएनबी का शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ। सीआरआर में कटौती किए जाने का असर बैंकिंग शेयरों पर पड़ा और एसबीआई, आईसीआईसीआई बैंक, बैंक आफ इंडिया, आईडीबीआई बैंक, एक्सिस बैंक और पीएनबी का शेयर बढ़त के साथ बंद हुआ।
यह एक सारांश है: औद्योगिक उत्पादन की वृद्धि दर में सुधार और रिजर्व बैंक द्वारा हाल ही में सीआरआर में कटौती किए जाने से उत्साहित बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 84 अंक की बढ़त लेकर बंद हुआ।
2
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: केंद्र सरकार ने दिल्ली उच्च न्यायालय से कहा कि 'वैवाहिक दुष्कर्म' (मैरिटल रेप) को अपराध घोषित करने से विवाह संस्था ढह सकती है और इसके अलावा यह पतियों को परेशान करने का आसान हथियार बन सकता है. केंद्र सरकार की ओर से अदालत में पेश किए गए हलफनामे में कहा गया कि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई विशिष्ट सबूत नहीं हो सकता. पढ़ें: शिमला गैंगरेप मामले में आईजी समेत 8 पुलिसकर्मी गिरफ्तार कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायाधीश सी. हरि शंकर की खंडपीठ के समक्ष पेश अपने हलफनामे में कहा कि इसे पूरी तरह सुनिश्चित करना होगा कि वैवाहिक दुष्कर्म परिघटना न बने, क्योंकि यह पतियों को परेशान करने वाला हथियार बन सकता है और विवाह संस्था को ढहा सकता है. पढ़ें: सामूहिक बलात्कार के मामले में दो दोषी मौत तक रहेंगे जेल में, अदालत ने सुनाई सजा केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि अगर पति द्वारा पत्नी के साथ किए जाने वाले सभी यौन संबंधों को वैवाहिक दुष्कर्म की तरह माना जाने लगेगा तो वैवाहिक दुष्कर्म का फैसला सिर्फ और सिर्फ पत्नी के बयान पर निर्भर होकर रह जाएगा. सवाल यह है कि ऐसी परिस्थिति में अदालत किन सबूतों को आधार बनाएगी, क्योंकि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई अंतिम सबूत नहीं हो सकता. केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी कानून में वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित नहीं किया गया है, जबकि दुष्कर्म भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 375 में परिभाषित है और वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित करना समाज में वृहत सहमति की मांग करता है. केंद्र सरकार ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों, खासकर पश्चिमी देशों द्वारा वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित करने का यह मतलब नहीं है कि भारत को अनिवार्य रूप से उनका अंधानुकरण करना चाहिए.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित नहीं कर सकती, क्योंकि अशिक्षा, महिलाओं की अधिकांश आबादी का वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न होने, समाज की मानसिकता, विभिन्न राज्यों की संस्कृति में अत्यधिक विविधता का होना और गरीबी के कारण भारत की अपनी खास समस्याएं हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पढ़ें: शिमला गैंगरेप मामले में आईजी समेत 8 पुलिसकर्मी गिरफ्तार कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायाधीश सी. हरि शंकर की खंडपीठ के समक्ष पेश अपने हलफनामे में कहा कि इसे पूरी तरह सुनिश्चित करना होगा कि वैवाहिक दुष्कर्म परिघटना न बने, क्योंकि यह पतियों को परेशान करने वाला हथियार बन सकता है और विवाह संस्था को ढहा सकता है. पढ़ें: सामूहिक बलात्कार के मामले में दो दोषी मौत तक रहेंगे जेल में, अदालत ने सुनाई सजा केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि अगर पति द्वारा पत्नी के साथ किए जाने वाले सभी यौन संबंधों को वैवाहिक दुष्कर्म की तरह माना जाने लगेगा तो वैवाहिक दुष्कर्म का फैसला सिर्फ और सिर्फ पत्नी के बयान पर निर्भर होकर रह जाएगा. सवाल यह है कि ऐसी परिस्थिति में अदालत किन सबूतों को आधार बनाएगी, क्योंकि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई अंतिम सबूत नहीं हो सकता. केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी कानून में वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित नहीं किया गया है, जबकि दुष्कर्म भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 375 में परिभाषित है और वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित करना समाज में वृहत सहमति की मांग करता है. केंद्र सरकार ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों, खासकर पश्चिमी देशों द्वारा वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित करने का यह मतलब नहीं है कि भारत को अनिवार्य रूप से उनका अंधानुकरण करना चाहिए.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित नहीं कर सकती, क्योंकि अशिक्षा, महिलाओं की अधिकांश आबादी का वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न होने, समाज की मानसिकता, विभिन्न राज्यों की संस्कृति में अत्यधिक विविधता का होना और गरीबी के कारण भारत की अपनी खास समस्याएं हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल और न्यायाधीश सी. हरि शंकर की खंडपीठ के समक्ष पेश अपने हलफनामे में कहा कि इसे पूरी तरह सुनिश्चित करना होगा कि वैवाहिक दुष्कर्म परिघटना न बने, क्योंकि यह पतियों को परेशान करने वाला हथियार बन सकता है और विवाह संस्था को ढहा सकता है. पढ़ें: सामूहिक बलात्कार के मामले में दो दोषी मौत तक रहेंगे जेल में, अदालत ने सुनाई सजा केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि अगर पति द्वारा पत्नी के साथ किए जाने वाले सभी यौन संबंधों को वैवाहिक दुष्कर्म की तरह माना जाने लगेगा तो वैवाहिक दुष्कर्म का फैसला सिर्फ और सिर्फ पत्नी के बयान पर निर्भर होकर रह जाएगा. सवाल यह है कि ऐसी परिस्थिति में अदालत किन सबूतों को आधार बनाएगी, क्योंकि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई अंतिम सबूत नहीं हो सकता. केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी कानून में वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित नहीं किया गया है, जबकि दुष्कर्म भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 375 में परिभाषित है और वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित करना समाज में वृहत सहमति की मांग करता है. केंद्र सरकार ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों, खासकर पश्चिमी देशों द्वारा वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित करने का यह मतलब नहीं है कि भारत को अनिवार्य रूप से उनका अंधानुकरण करना चाहिए.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित नहीं कर सकती, क्योंकि अशिक्षा, महिलाओं की अधिकांश आबादी का वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न होने, समाज की मानसिकता, विभिन्न राज्यों की संस्कृति में अत्यधिक विविधता का होना और गरीबी के कारण भारत की अपनी खास समस्याएं हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पढ़ें: सामूहिक बलात्कार के मामले में दो दोषी मौत तक रहेंगे जेल में, अदालत ने सुनाई सजा केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि अगर पति द्वारा पत्नी के साथ किए जाने वाले सभी यौन संबंधों को वैवाहिक दुष्कर्म की तरह माना जाने लगेगा तो वैवाहिक दुष्कर्म का फैसला सिर्फ और सिर्फ पत्नी के बयान पर निर्भर होकर रह जाएगा. सवाल यह है कि ऐसी परिस्थिति में अदालत किन सबूतों को आधार बनाएगी, क्योंकि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई अंतिम सबूत नहीं हो सकता. केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी कानून में वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित नहीं किया गया है, जबकि दुष्कर्म भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 375 में परिभाषित है और वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित करना समाज में वृहत सहमति की मांग करता है. केंद्र सरकार ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों, खासकर पश्चिमी देशों द्वारा वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित करने का यह मतलब नहीं है कि भारत को अनिवार्य रूप से उनका अंधानुकरण करना चाहिए.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित नहीं कर सकती, क्योंकि अशिक्षा, महिलाओं की अधिकांश आबादी का वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न होने, समाज की मानसिकता, विभिन्न राज्यों की संस्कृति में अत्यधिक विविधता का होना और गरीबी के कारण भारत की अपनी खास समस्याएं हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केंद्र सरकार ने अपने हलफनामे में कहा है कि अगर पति द्वारा पत्नी के साथ किए जाने वाले सभी यौन संबंधों को वैवाहिक दुष्कर्म की तरह माना जाने लगेगा तो वैवाहिक दुष्कर्म का फैसला सिर्फ और सिर्फ पत्नी के बयान पर निर्भर होकर रह जाएगा. सवाल यह है कि ऐसी परिस्थिति में अदालत किन सबूतों को आधार बनाएगी, क्योंकि पति और पत्नी के बीच यौन संबंध का कोई अंतिम सबूत नहीं हो सकता. केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी कानून में वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित नहीं किया गया है, जबकि दुष्कर्म भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 375 में परिभाषित है और वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित करना समाज में वृहत सहमति की मांग करता है. केंद्र सरकार ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों, खासकर पश्चिमी देशों द्वारा वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित करने का यह मतलब नहीं है कि भारत को अनिवार्य रूप से उनका अंधानुकरण करना चाहिए.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित नहीं कर सकती, क्योंकि अशिक्षा, महिलाओं की अधिकांश आबादी का वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न होने, समाज की मानसिकता, विभिन्न राज्यों की संस्कृति में अत्यधिक विविधता का होना और गरीबी के कारण भारत की अपनी खास समस्याएं हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केंद्र सरकार ने कहा कि किसी भी कानून में वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित नहीं किया गया है, जबकि दुष्कर्म भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 375 में परिभाषित है और वैवाहिक दुष्कर्म को परिभाषित करना समाज में वृहत सहमति की मांग करता है. केंद्र सरकार ने कहा कि दुनिया के अन्य देशों, खासकर पश्चिमी देशों द्वारा वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित करने का यह मतलब नहीं है कि भारत को अनिवार्य रूप से उनका अंधानुकरण करना चाहिए.टिप्पणियां केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित नहीं कर सकती, क्योंकि अशिक्षा, महिलाओं की अधिकांश आबादी का वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न होने, समाज की मानसिकता, विभिन्न राज्यों की संस्कृति में अत्यधिक विविधता का होना और गरीबी के कारण भारत की अपनी खास समस्याएं हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) केंद्र सरकार ने कहा है कि वह वैवाहिक दुष्कर्म को अपराध घोषित नहीं कर सकती, क्योंकि अशिक्षा, महिलाओं की अधिकांश आबादी का वित्तीय रूप से आत्मनिर्भर न होने, समाज की मानसिकता, विभिन्न राज्यों की संस्कृति में अत्यधिक विविधता का होना और गरीबी के कारण भारत की अपनी खास समस्याएं हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त सारांश: मैरिटल रेप को अपराध घोषित करने से विवाह संस्था ढह जाएगी पतियों को परेशान करने का जरिया बन सकता है सिर्फ पति-पत्नी के बयान पर निर्भर रह जाएगा फैसला
10
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: इस मुद्दे पर बात नाकाम हो गई...लेकिन जितनी देर अंदर बातचीत चलती रही बाहर कार्यकर्ता सुलह की दुआएं करते रहे. गोरखपुर के सहजवां से आए विनोद यादव कहते हैं कि “हर कार्यकर्ता इस समय परेशान है...दुखी है...आहत है.. किधर जाए. जिस तरह से समाजवादी पार्टी 2017 में पूर्ण बहुमत की तरफ अग्रसर थी...लेकिन इन झगड़ों से काफी नुकसान हो रहा है. इसमें कार्यकर्ता काफी परेशान हैं. दुविधा में हैं कि हम क्या करें? क्या न करें?... किधर जाएं? ” टिप्पणियां बाप-बेटे मिले तो गिले-शिकवे भी सामने आए... मुलायम सिंह ने रामगोपाल समेत कई की शिकायतें कीं...तमाम पुराने किस्से सुनाए. मुलायम के घर अखिलेश और दूसरे बड़े नेताओं के साथ बातचीत के तमाम दौर चले हैं. हर रोज पार्टी के ढेरों कार्यकर्ता यहां इस उम्मीद में जमा होते हैं कि शायद मसला हल हो जाए... कुछ ने तो सुलह पर गीत भी बना लिए हैं. कुछ गायक तो अपनी कार में म्युजिक सिस्टम लेके आते हैं और लोगों को गीत सुनाते हैं. हालांकि सियासत के जानकार कहते हैं कि कुछ लोग नहीं चाहते कि सुलह हो...क्योंकि अगर अखिलेश अलग पार्टी बनाएंगे तो उसमें उनकी हैसियत बड़ी होगी. लेकिन तमाम ऐसे हैं जिन्हें लगता है कि बाप तो बाप ही हैं...शायद मान जाएं. बाप-बेटे मिले तो गिले-शिकवे भी सामने आए... मुलायम सिंह ने रामगोपाल समेत कई की शिकायतें कीं...तमाम पुराने किस्से सुनाए. मुलायम के घर अखिलेश और दूसरे बड़े नेताओं के साथ बातचीत के तमाम दौर चले हैं. हर रोज पार्टी के ढेरों कार्यकर्ता यहां इस उम्मीद में जमा होते हैं कि शायद मसला हल हो जाए... कुछ ने तो सुलह पर गीत भी बना लिए हैं. कुछ गायक तो अपनी कार में म्युजिक सिस्टम लेके आते हैं और लोगों को गीत सुनाते हैं. हालांकि सियासत के जानकार कहते हैं कि कुछ लोग नहीं चाहते कि सुलह हो...क्योंकि अगर अखिलेश अलग पार्टी बनाएंगे तो उसमें उनकी हैसियत बड़ी होगी. लेकिन तमाम ऐसे हैं जिन्हें लगता है कि बाप तो बाप ही हैं...शायद मान जाएं. हालांकि सियासत के जानकार कहते हैं कि कुछ लोग नहीं चाहते कि सुलह हो...क्योंकि अगर अखिलेश अलग पार्टी बनाएंगे तो उसमें उनकी हैसियत बड़ी होगी. लेकिन तमाम ऐसे हैं जिन्हें लगता है कि बाप तो बाप ही हैं...शायद मान जाएं.
संक्षिप्त सारांश: मुलायम चाहते थे कि अखिलेश उन्हें राष्ट्रीय अध्यक्ष मान लें बातचीत के दौरान कार्यकर्ता सुलह की दुआएं करते रहे चुनाव आयोग सपा के झगड़े पर सुनवाई 13 जनवरी को करेगा
29
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: तृणमूल कांग्रेस ने बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जे पी नड्डा पर उनके इस आरोप पर पलटवार किया कि बंगाल में जंगलराज है. तृणमूल कांग्रेस ने कहा कि वह राज्य में विकास नहीं देख सकते क्योंकि वह स्वयं जंगल से आये हैं. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फरहाद हकीम ने हैरानी जताई कि नड्डा को केंद्र में 'जंगलराज' क्यों नहीं दिखा क्योंकि बीजेपी की दोषपूर्ण नीतियों के चलते अर्थव्यवस्था कमजोर हुई और पूरे देश में नौकरियां गईं. पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी नीत सरकार में मंत्री हकीम ने कहा, 'वह (नड्डा) स्वयं जंगल से आये हैं और इसीलिए उन्हें सभी जगह जंगलराज दिखता है, बंगाल राज्य में भी जिसने विकास कार्यों के मामले में एक रिकार्ड बनाया है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है.'  हकीम की टिप्पणी नड्डा द्वारा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की आलोचना किए जाने के बाद आई है. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा था कि राज्य में कथित जंगलराज और कथित 'आतंक के राज' के लिए ममता जिम्मेदार हैं. हकीम ने सवाल किया, 'जब पूरे देश में नौकरियां जा रही हैं, अर्थव्यवस्था में गिरावट है, धर्म, जाति को लेकर 'लिंचिंग' की घटनाएं हो रही हैं, क्या उन्हें (नड्डा) कुशासन या जंगलराज नहीं दिखता.'  नड्डा ने पश्चिम बंगाल में पिछले कुछ सालों में राजनीतिक हिंसा में जान गंवाने वाले बीजेपी कार्यकर्ताओं का 'सामूहिक तर्पण' भी किया. 'तर्पण' पितृ पक्ष में की जाने वाली एक ऐसी रस्म है जिसमें पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए उन्हें जल अर्पित किया जाता है. नड्डा ने कहा कि राज्य में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सरकार का वक्त खत्म हो गया है क्योंकि बनर्जी में 'दूरदृष्टि और दिशा' की कमी है और उनकी रुचि केवल 'राज्य के आतंक' के जरिये विपक्षी दलों को भयभीत करने में है. बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा था, 'दीवार पर लिखी इबारत साफ है. उनकी सरकार का समय समाप्त हो गया है. यह केवल समय की बात है कि बीजेपी बंगाल में सत्ता में आएगी.
संक्षिप्त पाठ: जेपी नड्डा के बयान पर भड़के टीएमसी के वरिष्ठ नेता पूछा- केंद्र में क्यों नहीं दिखा जंगलराज बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष ने ममता सरकार पर उठाए थे सवाल
22
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: Super 30 Box Office Collection Day 15: ऋतिक रोशन  (Hrithik Roshan) की फिल्म 'सुपर 30 (Super 30)' ने दूसरा हफ्ता पूरा होते-होते 113 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर लिया. इस फिल्म की सबसे खास बात है ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की एक्टिंग और फिल्म का कॉन्सेप्ट, जिसने लोगों को प्रेरित करने के साथ ही प्रभावित भी किया है. वहीं, कमाई की बात करें तो इस मूवी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए खुद को साल की बड़ी फिल्मों की लिस्ट में शामिल कर लिया है. इसके अलावा बॉक्स ऑफिस इंडिया की वेबसाइट के मुताबिक  'सुपर 30 (Super 30)' ने बीते शुक्रवार यानी 26 जुलाई को 2.25 करोड़ रुपए की कमाई की है. इसके जरिए फिल्म करीब 114.91 करोड़ के आस-पास कलेक्शन किया है.  ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) और मृणाल ठाकुर की फिल्म 'सुपर 30 (Super 30)' को बिहार, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित भारत के पांच राज्यों में टैक्स फ्री कर दिया गया है, जिससे समाज का हर वर्ग इसका लुत्फ उठा सके. और तो और फिल्म को समीक्षकों के साथ ही दर्शकों ने भी खूब सराहा है. बता दें कि 'सुपर 30' ने पहले हफ्ते 75.85 करोड़ रुपए और दूसरे हफ्ते 37.86 करोड़ रुपए की कमाई की है.  ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की फिल्म 'सुपर 30 (Super 30)' बिहार के मैथमेटिशियन आनंद कुमार के जीवन पर आधारित है, जिन्होंने पिछड़े पृष्ठभूमि के बच्चों को मुफ्त में आईआईटी की तैयारी करवाई. इस फिल्म के जरिए लोगों को न केवल आनंद कुमार (Anand Kumar) के बारे में पता चला है, बल्कि उनके जीवन की कई कहानियां भी सुनने को मिली हैं.  इसके अलावा फिल्म में ऋतिक रोशन की एक्टिंग को भी उनकी सबसे बेस्ट परफॉर्मेंस माना जा रहा है.
संक्षिप्त सारांश: ऋतिक रोशन की फिल्म ने तीसरे हफ्ते की शुरुआत में किया शानदार प्रदर्शन सुपर 30 ने दो हफ्ते में ही कमाए 110 करोड़ रुपए ऋतिक रोशन की एक्टिंग रही फिल्म में दमदार
10
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर कपिल देव ने इंडियन प्रीमियर लीग के छठे संस्करण में पुणे वॉरियर्स टीम की बुरी दशा के लिए कोच एलन डोनाल्ड को दोषी करार दिया है। आईपीएल-6 में वॉरियर्स को अब तक 13 मैचों में कुल 11 बार हार का सामना करना पड़ा है। गुरुवार को उसे कोलकाता नाइट राइडर्स ने 46 रनों से पराजित किया। यह वॉरियर्स की लगातार आठवीं हार है। वॉरियर्स की हालत पर चर्चा करते हुए कपिल ने कहा, एलन डोनाल्ड को इस हालत में देखकर दुख होता है, लेकिन इसके लिए वही जिम्मेदार हैं। उनके कुछ फैसले टीम पर भारी पड़े हैं।टिप्पणियां कपिल बोले, शुरुआती मैचों में हरफनमौला स्टीवन स्मिथ को मौका नहीं देना डोनाल्ड की गलती थी। अशोक डिंडा को खराब गेंदबाजी के बावजूद लगातार खेलाते रहना एक और बड़ी गलती है। साथ ही साथ मिशेल मार्श को हर मैच में मौका देना और बड़े मुकाबलों में असंथा मेंडिस जैसे प्रतिभाशाली गेंदबाजों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी गलती है। मैच के बाद डोनाल्ड काफी निराश दिखे। पूरे मैच के दौरान उनके चेहरे का रंग बदलता रहा और वह पूरे समय निराश दिखे। उनकी निराशा का यह आलम बीते आठ मैचों से चला आ रहा है। उनकी टीम प्लेऑफ की दौड़ से कब की बाहर हो चुकी है और अब तो वह जीतना ही भूल गई है। आईपीएल-6 में वॉरियर्स को अब तक 13 मैचों में कुल 11 बार हार का सामना करना पड़ा है। गुरुवार को उसे कोलकाता नाइट राइडर्स ने 46 रनों से पराजित किया। यह वॉरियर्स की लगातार आठवीं हार है। वॉरियर्स की हालत पर चर्चा करते हुए कपिल ने कहा, एलन डोनाल्ड को इस हालत में देखकर दुख होता है, लेकिन इसके लिए वही जिम्मेदार हैं। उनके कुछ फैसले टीम पर भारी पड़े हैं।टिप्पणियां कपिल बोले, शुरुआती मैचों में हरफनमौला स्टीवन स्मिथ को मौका नहीं देना डोनाल्ड की गलती थी। अशोक डिंडा को खराब गेंदबाजी के बावजूद लगातार खेलाते रहना एक और बड़ी गलती है। साथ ही साथ मिशेल मार्श को हर मैच में मौका देना और बड़े मुकाबलों में असंथा मेंडिस जैसे प्रतिभाशाली गेंदबाजों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी गलती है। मैच के बाद डोनाल्ड काफी निराश दिखे। पूरे मैच के दौरान उनके चेहरे का रंग बदलता रहा और वह पूरे समय निराश दिखे। उनकी निराशा का यह आलम बीते आठ मैचों से चला आ रहा है। उनकी टीम प्लेऑफ की दौड़ से कब की बाहर हो चुकी है और अब तो वह जीतना ही भूल गई है। वॉरियर्स की हालत पर चर्चा करते हुए कपिल ने कहा, एलन डोनाल्ड को इस हालत में देखकर दुख होता है, लेकिन इसके लिए वही जिम्मेदार हैं। उनके कुछ फैसले टीम पर भारी पड़े हैं।टिप्पणियां कपिल बोले, शुरुआती मैचों में हरफनमौला स्टीवन स्मिथ को मौका नहीं देना डोनाल्ड की गलती थी। अशोक डिंडा को खराब गेंदबाजी के बावजूद लगातार खेलाते रहना एक और बड़ी गलती है। साथ ही साथ मिशेल मार्श को हर मैच में मौका देना और बड़े मुकाबलों में असंथा मेंडिस जैसे प्रतिभाशाली गेंदबाजों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी गलती है। मैच के बाद डोनाल्ड काफी निराश दिखे। पूरे मैच के दौरान उनके चेहरे का रंग बदलता रहा और वह पूरे समय निराश दिखे। उनकी निराशा का यह आलम बीते आठ मैचों से चला आ रहा है। उनकी टीम प्लेऑफ की दौड़ से कब की बाहर हो चुकी है और अब तो वह जीतना ही भूल गई है। कपिल बोले, शुरुआती मैचों में हरफनमौला स्टीवन स्मिथ को मौका नहीं देना डोनाल्ड की गलती थी। अशोक डिंडा को खराब गेंदबाजी के बावजूद लगातार खेलाते रहना एक और बड़ी गलती है। साथ ही साथ मिशेल मार्श को हर मैच में मौका देना और बड़े मुकाबलों में असंथा मेंडिस जैसे प्रतिभाशाली गेंदबाजों को नजरअंदाज करना सबसे बड़ी गलती है। मैच के बाद डोनाल्ड काफी निराश दिखे। पूरे मैच के दौरान उनके चेहरे का रंग बदलता रहा और वह पूरे समय निराश दिखे। उनकी निराशा का यह आलम बीते आठ मैचों से चला आ रहा है। उनकी टीम प्लेऑफ की दौड़ से कब की बाहर हो चुकी है और अब तो वह जीतना ही भूल गई है। मैच के बाद डोनाल्ड काफी निराश दिखे। पूरे मैच के दौरान उनके चेहरे का रंग बदलता रहा और वह पूरे समय निराश दिखे। उनकी निराशा का यह आलम बीते आठ मैचों से चला आ रहा है। उनकी टीम प्लेऑफ की दौड़ से कब की बाहर हो चुकी है और अब तो वह जीतना ही भूल गई है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर कपिल देव ने इंडियन प्रीमियर लीग के छठे संस्करण में पुणे वॉरियर्स टीम की बुरी दशा के लिए कोच एलन डोनाल्ड को दोषी करार दिया है।
19
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह का कहना है कि कोई तो कारण है, कोई तो कमी है हम में कि हमें 2013 और 2015 में जिताने वाली जनता ने एमसीडी चुनाव में वोट नहीं दिया. सिंह ने एनडीटीवी इंडिया से यह बात कही. उन्होंने कई मसलों पर खुलकर बात की. उन्होंने कहा है कि पार्टी में कमियां हैं, लोगों से माफी मांगी जाएगी. टिप्पणियां संजय सिंह ने कहा कि हम में बहुत कमियां हैं जिन्हें सुधारने की जरूरत है. ईवीएम की बात अलग है, लेकिन कार्यकर्ताओं की हमसे नाराज़गी रही है. कई पार्टियों ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे,  हमने भी उठाया, लेकिन इसके लिए हमारा मजाक नहीं उड़ाया जाना चाहिए. कोई तो कारण होगा, कोई तो कमी रही होगी हममें जो 2013 और 2015 में हमें जिताने वाली जनता ने वोट नहीं दिया.  कुमार विश्वास पर सिंह ने कहा कि हम सभी नेताओं को परिवार में बैठकर सब बातें करनी चाहिए. बंद कमरे में बैठना चाहिए, एक-दूसरे की बात सुननी चाहिए.  बाहर बोलने से कुछ नहीं होगा. हम सब लोगों से घर-घर जाकर अपनी गलतियों के बारे में पूछेंगे, उनसे माफी मांगेंगे. दुबारा विश्वास जगाने की कोशिश रहेगी, जैसा हमने पहले इस्तीफा देने के बाद किया था. संजय सिंह ने कहा कि हम में बहुत कमियां हैं जिन्हें सुधारने की जरूरत है. ईवीएम की बात अलग है, लेकिन कार्यकर्ताओं की हमसे नाराज़गी रही है. कई पार्टियों ने ईवीएम पर सवाल उठाए थे,  हमने भी उठाया, लेकिन इसके लिए हमारा मजाक नहीं उड़ाया जाना चाहिए. कोई तो कारण होगा, कोई तो कमी रही होगी हममें जो 2013 और 2015 में हमें जिताने वाली जनता ने वोट नहीं दिया.  कुमार विश्वास पर सिंह ने कहा कि हम सभी नेताओं को परिवार में बैठकर सब बातें करनी चाहिए. बंद कमरे में बैठना चाहिए, एक-दूसरे की बात सुननी चाहिए.  बाहर बोलने से कुछ नहीं होगा. हम सब लोगों से घर-घर जाकर अपनी गलतियों के बारे में पूछेंगे, उनसे माफी मांगेंगे. दुबारा विश्वास जगाने की कोशिश रहेगी, जैसा हमने पहले इस्तीफा देने के बाद किया था. कुमार विश्वास पर सिंह ने कहा कि हम सभी नेताओं को परिवार में बैठकर सब बातें करनी चाहिए. बंद कमरे में बैठना चाहिए, एक-दूसरे की बात सुननी चाहिए.  बाहर बोलने से कुछ नहीं होगा. हम सब लोगों से घर-घर जाकर अपनी गलतियों के बारे में पूछेंगे, उनसे माफी मांगेंगे. दुबारा विश्वास जगाने की कोशिश रहेगी, जैसा हमने पहले इस्तीफा देने के बाद किया था.
सारांश: कोई तो कारण है, कोई तो कमी है कि जनता ने एमसीडी चुनाव में वोट नहीं दिए आम आदमी पार्टी में बहुत कमियां हैं जिन्हें सुधारने की जरूरत बाहर बोलने से कुछ नहीं होगा, साथ बैठकर बात करें कुमार विश्वास
20
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: केन्द्रीय जांच ब्यूरो को तगड़ा झटका देते हुए उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को ऑस्ट्रेलियाई मिशनरी ग्राहम स्टेंस तथा उनके दो नाबालिग बेटों को जिंदा जलाने के दोषी दारा सिंह को मौत की सजा देने की अपील को खारिज कर दिया, लेकिन साथ ही उड़ीसा उच्च न्यायालय द्वारा सुनाई गयी उम्र कैद की सजा को बरकरार रखा। न्यायाधीश पी सदाशिवम तथा न्यायाधीश बीएस चौहान की पीठ ने मौत की सजा दिए जाने की सीबीआई की याचिका को खारिज करते हुए कहा कि मौत की सजा केवल 'दुर्लभतम मामलों' में ही दी जाती है और वह भी तथ्यों तथा हर केस की स्थिति के अनुसार। शीर्ष अदालत ने कहा कि मौजूदा मामले में दोषियों ने जिस अपराध को अंजाम दिया है, वह बेहद निंदनीय है लेकिन दुर्लभतम की श्रेणी में नहीं आता, जिसके लिए मौत की सजा दी जाए। दारा सिंह और महेन्द्र हेमब्रोम को स्टेंस तथा उनके दोनों बेटों को जिंदा जलाने का दोषी पाया गया था। स्टेंस तथा उनके दोनों बेटों (दस वर्षीय फिलिप तथा छह वर्षीय टिमोथी) को उड़ीसा के क्योंझार जिले के मनोहरपुर गांव में 22 जनवरी 1999 को उस समय जिंदा जला दिया था, जब वे रात में एक गिरिजाघर के बाहर वैन में सो रहे थे।पीठ ने पिछले साल 15 दिसंबर को सीबीआई, अतिरिक्त सोलिसिटर जनरल विवेक तंखा तथा दोषियों के वकीलों के तर्को को विस्तार से सुनने के बाद अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था। वकील शिव शंकर मिश्रा के अतिरिक्त वरिष्ठ अधिवक्ता केटीएस तुलसी तथा रत्नाकर दास 12 दोषियों की ओर से अदालत में पेश हुए।सीबीआई का पक्ष रखते हुए तंखा ने पीठ को बताया कि दारा सिंह मौत की सजा पाने का हकदार है क्योंकि हत्याएं पैशाचिक और कायराना तरीके से की गईं और इसके लिए ऐसी सजा दी जानी चाहिए जो एक उदाहरण पेश करे। दारा ने खुद को दोषी ठहराए जाने तथा मौत की सजा दिए जाने को चुनौती देते हुए याचिका दायर की थी।शीर्ष अदालत ने अक्तूबर 2005 में इन याचिकाओं को सुनवाई के लिए स्वीकार किया था। 19 मई 2005 को उड़ीसा उच्च न्यायालय ने दारा सिंह को निचली अदालत द्वारा सुनाई गई मौत की सजा को आजीवन कारावास में बदल दिया था। इस मामले में दारा के साथ एक दूसरे व्यक्ति महेन्द्र हेमब्रोम को भी दोषी ठहराया गया था।हालांकि उच्च न्यायालय ने इस मामले में 11 अन्य लोगों को बरी कर दिया, जिन्हें निचली अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी। निचली अदालत ने सितंबर 2003 में खुर्दा में सभी 13 आरोपियों को इस मामले में दोषी ठहराते हुए दारा सिंह को मौत की सजा जबकि अन्य को आजीवन कारावास की सजा सुनायी थी।
यह एक सारांश है: सुप्रीम कोर्ट ने फांसी देने की सीबीआई की अपील को नामंज़ूर करते हुए कहा कि यह मामला रेयरेस्ट ऑफ रेयर की कैटेगरी में नहीं आता।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: इसके बावजूद भी भारतीय सेना के सतर्क जवानों ने उनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया. पाकिस्तान की ओर से की गई फायरिंग का भारतीय सेना ने मुंह तोड़ जवाब दिया और पूरी रात दोनों तरफ से गोलीबारी होती रही. सैनिकों ने घने जंगलों और मुश्किल रास्तों में काफी देर तक तलाशी अभियान चलाया. इस दौरान दो पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया गया और उनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली. तलाशी अभियान अभी भी जारी है. पाकिस्तानी फायरिंग, खराब मौसम और कम दृश्यता का फायदा उठाते हुए कुछ घुसपैठिए वहां से भागने में भी कामयाब रहे. घुसपैठियों ने पाकिस्तानी रेगूलर की तरह लड़ाकू पोशाक पहनी हुई थीं और उनके पास जो सामान था उस पार पाकिस्तानी मार्का था. कुछ घुसपैठियों ने चकमा देने के लिए बीएसफ की वर्दी पहन रखी थी. घुसपैठिए आईईडी, ज्वलनशील सामग्री, विस्फोटक, हथियार और विस्फोटक सामग्री के जखीरे के साथ आए थे. यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि घुसपैठिए नौगाम सेक्टर में भारतीय सेना की चौकी पर भीषण हमला करने के इरादे से आए थे. लेकिन भारतीय सेना के सतर्क जवानों ने नए साल से पहले घुसपैठियों के नापाक इरादों को नाकाम करते हुए उन्हें ढेर कर दिया.  भारतीय सेना ने इस पर कहा है कि वे पाकिस्तान से कहेंगे कि वे मारे गए अपने सैनिकों के शव ले जाएं, क्योंकि पाकिस्तानी चौकियों की तरफ से ही उन्हें कवर फायरिंग के जरिए मदद दी जा रही थी.
सारांश: BSF की वर्दी में थे कई घुसपैठिए पाकिस्तानी चौकियों से हो रही थी कवर फायरिंग कई भागने में हुए कामयाब
33
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: तीरंदाजी कोच पूर्णिमा महतो और महिला हॉकी कोच नरेंद्र सिंह सैनी समेत पांच कोचों के नाम की सिफारिश इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए की गई है।टिप्पणियां कुश्ती कोच राज सिंह और एथलेटिक्स कोच केपी थॉमस के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिए की गई है। इसके अलावा महिला मुक्केबाजी टीम के कोच महावीर सिंह के नाम की सिफारिश भी की गई है। यह सूची अब खेलमंत्री जितेंद्र सिंह को अंतिम स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी। आधिकारिक घोषणा अगस्त के बीच में होगी। राज सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव हैं और चार दशक से कोच हैं। उनके नाम की अनुशंसा करने वालों में ओलिंपिक रजत पदक विजेता सुशील कुमार हैं। महतो 1994 से कोच हैं और राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता दीपिका कुमारी उनकी शिष्या रह चुकी हैं। वहीं साइ से जुड़े सैनी 17 साल से कोचिंग कर रहे हैं। उनसे कोचिंग पाने वाली चार लड़कियां सीनियर महिला हॉकी टीम में हैं, जबकि 10 जूनियर टीम में हैं। केरल में बसे थॉमस ओलिंपियन अंजू बॉबी जॉर्ज, फर्राटा धावक जिंसी फिलीप्स, 800 मीटर दोहरी एशियाई खेल स्वर्ण पदक विजेता शाइनी विल्सन के कोच रह चुके हैं। कुश्ती कोच राज सिंह और एथलेटिक्स कोच केपी थॉमस के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिए की गई है। इसके अलावा महिला मुक्केबाजी टीम के कोच महावीर सिंह के नाम की सिफारिश भी की गई है। यह सूची अब खेलमंत्री जितेंद्र सिंह को अंतिम स्वीकृति के लिए भेजी जाएगी। आधिकारिक घोषणा अगस्त के बीच में होगी। राज सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव हैं और चार दशक से कोच हैं। उनके नाम की अनुशंसा करने वालों में ओलिंपिक रजत पदक विजेता सुशील कुमार हैं। महतो 1994 से कोच हैं और राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता दीपिका कुमारी उनकी शिष्या रह चुकी हैं। वहीं साइ से जुड़े सैनी 17 साल से कोचिंग कर रहे हैं। उनसे कोचिंग पाने वाली चार लड़कियां सीनियर महिला हॉकी टीम में हैं, जबकि 10 जूनियर टीम में हैं। केरल में बसे थॉमस ओलिंपियन अंजू बॉबी जॉर्ज, फर्राटा धावक जिंसी फिलीप्स, 800 मीटर दोहरी एशियाई खेल स्वर्ण पदक विजेता शाइनी विल्सन के कोच रह चुके हैं। राज सिंह भारतीय कुश्ती महासंघ के महासचिव हैं और चार दशक से कोच हैं। उनके नाम की अनुशंसा करने वालों में ओलिंपिक रजत पदक विजेता सुशील कुमार हैं। महतो 1994 से कोच हैं और राष्ट्रमंडल खेल स्वर्ण पदक विजेता दीपिका कुमारी उनकी शिष्या रह चुकी हैं। वहीं साइ से जुड़े सैनी 17 साल से कोचिंग कर रहे हैं। उनसे कोचिंग पाने वाली चार लड़कियां सीनियर महिला हॉकी टीम में हैं, जबकि 10 जूनियर टीम में हैं। केरल में बसे थॉमस ओलिंपियन अंजू बॉबी जॉर्ज, फर्राटा धावक जिंसी फिलीप्स, 800 मीटर दोहरी एशियाई खेल स्वर्ण पदक विजेता शाइनी विल्सन के कोच रह चुके हैं।
तीरंदाजी कोच पूर्णिमा महतो और महिला हॉकी कोच नरेंद्र सिंह सैनी समेत पांच कोचों के नाम की सिफारिश इस साल द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए की गई है। कुश्ती कोच राज सिंह और एथलेटिक्स कोच केपी थॉमस के नाम की सिफारिश द्रोणाचार्य लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार के लिए की
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: मध्य प्रदेश में माफियाओं ने होली के दिन खाकी वर्दीधारियों से खून की होली खेली, जिसमें भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के एक अधिकारी की जान चली गई, जबकि दूसरे की खुशनसीबी रही कि वह बच गया। प्रदेश सरकार ने आईपीएस नरेंद्र कुमार हत्याकांड की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं, वहीं कांग्रेस ने राज्य में माफियाराज होने का आरोप लगाया है। मुरैना के बामौर में अनुविभागीय अधिकारी के पद पर तैनात आईपीएस नरेंद्र कुमार को गुरुवार को जब अवैध खनन कर पत्थर ढोए जाने की जानकारी मिली तो उन्होंने एक ट्रैक्टर को रोकने की जांच की कोशिश की, तो चालक ने ट्रैक्टर को सड़क से नीचे उतार दिया। नरेंद्र ने फिर कोशिश की तो चालक ने ट्रैक्टर उन्हीं पर चढ़ा दिया। नरेंद्र कुमार को ग्वालियर अस्पताल ले जाया गया, मगर इलाज से पहले ही उनकी मौत हो गई। नरेंद्र के पिता केशव देव ने स्थानीय पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एक आईपीएस अफसर ट्रैक्टरों की जांच करे और उसके साथ कोई पुलिस बल न होना इस बात का संकेत है कि अंजाम से वाकिफ पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई में नरेंद्र साथ नहीं दिया। उनका आरोप है कि नरेंद्र की हत्या किसी साजिश का हिस्सा है। नरेंद्र कुमार वर्ष 2009 के आईपीएस थे। वह पहले बिहार कैडर के आईपीएस थे और पिछले दिनों ही मध्य प्रदेश में आए थे। नरेंद्र कुमार ने कुछ ही दिनों के भीतर अवैध कार्य में लगे कई वाहनों को पकड़ा था। यही कारण है कि वे अवैध खनन कारोबारियों की आंख की किरकिरी बन गए थे।  उनकी पत्नी मधुरानी तेवतिया मध्य प्रदेश कैडर की भारतीय प्रशानिक सेवा अधिकारी (आईएएस) हैं। इन दिनों वह गर्भवती हैं और अवकाश पर हैं। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य में माफियाओं के खिलाफ  अभियान चलाया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "सरकार माफियाओं से पूरी सख्ती से निपटेगी।" नरेंद्र कुमार की मौत के कुछ घंटे बाद ही मुरैना के पड़ोसी जिले भिण्ड में शराब कारोबारी के गुर्गो ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन पर हमला कर दिया। हमलावरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। प्रदेश सरकार ने आईपीएस नरेंद्र कुमार हत्याकांड की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं, वहीं कांग्रेस ने राज्य में माफियाराज होने का आरोप लगाया है। मुरैना के बामौर में अनुविभागीय अधिकारी के पद पर तैनात आईपीएस नरेंद्र कुमार को गुरुवार को जब अवैध खनन कर पत्थर ढोए जाने की जानकारी मिली तो उन्होंने एक ट्रैक्टर को रोकने की जांच की कोशिश की, तो चालक ने ट्रैक्टर को सड़क से नीचे उतार दिया। नरेंद्र ने फिर कोशिश की तो चालक ने ट्रैक्टर उन्हीं पर चढ़ा दिया। नरेंद्र कुमार को ग्वालियर अस्पताल ले जाया गया, मगर इलाज से पहले ही उनकी मौत हो गई। नरेंद्र के पिता केशव देव ने स्थानीय पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एक आईपीएस अफसर ट्रैक्टरों की जांच करे और उसके साथ कोई पुलिस बल न होना इस बात का संकेत है कि अंजाम से वाकिफ पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई में नरेंद्र साथ नहीं दिया। उनका आरोप है कि नरेंद्र की हत्या किसी साजिश का हिस्सा है। नरेंद्र कुमार वर्ष 2009 के आईपीएस थे। वह पहले बिहार कैडर के आईपीएस थे और पिछले दिनों ही मध्य प्रदेश में आए थे। नरेंद्र कुमार ने कुछ ही दिनों के भीतर अवैध कार्य में लगे कई वाहनों को पकड़ा था। यही कारण है कि वे अवैध खनन कारोबारियों की आंख की किरकिरी बन गए थे।  उनकी पत्नी मधुरानी तेवतिया मध्य प्रदेश कैडर की भारतीय प्रशानिक सेवा अधिकारी (आईएएस) हैं। इन दिनों वह गर्भवती हैं और अवकाश पर हैं। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य में माफियाओं के खिलाफ  अभियान चलाया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "सरकार माफियाओं से पूरी सख्ती से निपटेगी।" नरेंद्र कुमार की मौत के कुछ घंटे बाद ही मुरैना के पड़ोसी जिले भिण्ड में शराब कारोबारी के गुर्गो ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन पर हमला कर दिया। हमलावरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। मुरैना के बामौर में अनुविभागीय अधिकारी के पद पर तैनात आईपीएस नरेंद्र कुमार को गुरुवार को जब अवैध खनन कर पत्थर ढोए जाने की जानकारी मिली तो उन्होंने एक ट्रैक्टर को रोकने की जांच की कोशिश की, तो चालक ने ट्रैक्टर को सड़क से नीचे उतार दिया। नरेंद्र ने फिर कोशिश की तो चालक ने ट्रैक्टर उन्हीं पर चढ़ा दिया। नरेंद्र कुमार को ग्वालियर अस्पताल ले जाया गया, मगर इलाज से पहले ही उनकी मौत हो गई। नरेंद्र के पिता केशव देव ने स्थानीय पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एक आईपीएस अफसर ट्रैक्टरों की जांच करे और उसके साथ कोई पुलिस बल न होना इस बात का संकेत है कि अंजाम से वाकिफ पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई में नरेंद्र साथ नहीं दिया। उनका आरोप है कि नरेंद्र की हत्या किसी साजिश का हिस्सा है। नरेंद्र कुमार वर्ष 2009 के आईपीएस थे। वह पहले बिहार कैडर के आईपीएस थे और पिछले दिनों ही मध्य प्रदेश में आए थे। नरेंद्र कुमार ने कुछ ही दिनों के भीतर अवैध कार्य में लगे कई वाहनों को पकड़ा था। यही कारण है कि वे अवैध खनन कारोबारियों की आंख की किरकिरी बन गए थे।  उनकी पत्नी मधुरानी तेवतिया मध्य प्रदेश कैडर की भारतीय प्रशानिक सेवा अधिकारी (आईएएस) हैं। इन दिनों वह गर्भवती हैं और अवकाश पर हैं। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य में माफियाओं के खिलाफ  अभियान चलाया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "सरकार माफियाओं से पूरी सख्ती से निपटेगी।" नरेंद्र कुमार की मौत के कुछ घंटे बाद ही मुरैना के पड़ोसी जिले भिण्ड में शराब कारोबारी के गुर्गो ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन पर हमला कर दिया। हमलावरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। नरेंद्र कुमार को ग्वालियर अस्पताल ले जाया गया, मगर इलाज से पहले ही उनकी मौत हो गई। नरेंद्र के पिता केशव देव ने स्थानीय पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि एक आईपीएस अफसर ट्रैक्टरों की जांच करे और उसके साथ कोई पुलिस बल न होना इस बात का संकेत है कि अंजाम से वाकिफ पुलिस प्रशासन ने कार्रवाई में नरेंद्र साथ नहीं दिया। उनका आरोप है कि नरेंद्र की हत्या किसी साजिश का हिस्सा है। नरेंद्र कुमार वर्ष 2009 के आईपीएस थे। वह पहले बिहार कैडर के आईपीएस थे और पिछले दिनों ही मध्य प्रदेश में आए थे। नरेंद्र कुमार ने कुछ ही दिनों के भीतर अवैध कार्य में लगे कई वाहनों को पकड़ा था। यही कारण है कि वे अवैध खनन कारोबारियों की आंख की किरकिरी बन गए थे।  उनकी पत्नी मधुरानी तेवतिया मध्य प्रदेश कैडर की भारतीय प्रशानिक सेवा अधिकारी (आईएएस) हैं। इन दिनों वह गर्भवती हैं और अवकाश पर हैं। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य में माफियाओं के खिलाफ  अभियान चलाया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "सरकार माफियाओं से पूरी सख्ती से निपटेगी।" नरेंद्र कुमार की मौत के कुछ घंटे बाद ही मुरैना के पड़ोसी जिले भिण्ड में शराब कारोबारी के गुर्गो ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन पर हमला कर दिया। हमलावरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। नरेंद्र कुमार वर्ष 2009 के आईपीएस थे। वह पहले बिहार कैडर के आईपीएस थे और पिछले दिनों ही मध्य प्रदेश में आए थे। नरेंद्र कुमार ने कुछ ही दिनों के भीतर अवैध कार्य में लगे कई वाहनों को पकड़ा था। यही कारण है कि वे अवैध खनन कारोबारियों की आंख की किरकिरी बन गए थे।  उनकी पत्नी मधुरानी तेवतिया मध्य प्रदेश कैडर की भारतीय प्रशानिक सेवा अधिकारी (आईएएस) हैं। इन दिनों वह गर्भवती हैं और अवकाश पर हैं। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य में माफियाओं के खिलाफ  अभियान चलाया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "सरकार माफियाओं से पूरी सख्ती से निपटेगी।" नरेंद्र कुमार की मौत के कुछ घंटे बाद ही मुरैना के पड़ोसी जिले भिण्ड में शराब कारोबारी के गुर्गो ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन पर हमला कर दिया। हमलावरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्य में माफियाओं के खिलाफ  अभियान चलाया जा रहा है और यह आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा, "सरकार माफियाओं से पूरी सख्ती से निपटेगी।" नरेंद्र कुमार की मौत के कुछ घंटे बाद ही मुरैना के पड़ोसी जिले भिण्ड में शराब कारोबारी के गुर्गो ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन पर हमला कर दिया। हमलावरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। नरेंद्र कुमार की मौत के कुछ घंटे बाद ही मुरैना के पड़ोसी जिले भिण्ड में शराब कारोबारी के गुर्गो ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन पर हमला कर दिया। हमलावरों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक पूर्व विधायक भी शामिल हैं। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। बताया गया है कि गुरुवार की रात प्रतिबंध के बावजूद भिण्ड के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयदेवन को शराब की दुकान खुली होने की सूचना मिली। पुलिस बल के साथ पहुंचे जयदेवन ने जब शराब दुकान के कर्मचारियों से दुकान बंद करने को कहा तो उन्होंने उलटा जयदेवन पर हमला कर दिया। इतना ही नहीं, बाद में पुलिस को फंसाने के लिए कर्मचारियों ने अपनी ही दुकान में तेाड़फोड़ कर दी। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। जयदेवन ने बताया, "होली के मौके पर शराब की दुकानें खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया था, मगर एक दुकान में शराब बिक रही थी। जब मैं मौके पर पहुंचा तो मेरे साथ अभद्रता की गई और दुकानदार ने खुद दुकान में तोड़फोड़ की।" चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। चंबल क्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक डीपी गुप्ता ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि हमलावरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। हमलावरों में भाजपा के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाहा सहित नौ नामजद व 15 अज्ञात शामिल हैं। इनमें से कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। विपक्षी कांग्रेस ने राज्य में बढ़ते अवैध खनन के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा है कि अवैध खनन के कारोबारियों को प्रदेश के मुख्यमंत्री से लेकर कई मंत्रियों का संरक्षण हासिल है। यही कारण है कि वे पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूक रहे हैं।  टिप्पणियां दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। दूसरी ओर, नरेंद्र कुमार का मथुरा के उनके पैतृक गांव लालपुर में अंतिम संस्कार कर दिया गया। दाह संस्कार से पहले तिरंगे में लिपटे नरेन्द्र कुमार के शव को पुलिसबलों ने आखिरी सलामी दी। इस जाबांज आईपीएस को आखिरी विदाई देने पूरा गांव उमड़ पड़ा। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया। आईपीएस अधिकारी नरेंद्र कुमार का शव यूपी के अलीगढ़ पहुंचा तो श्रद्धांजलि देने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ पड़ी। नरेंद्र कुमार के पिता अलीगढ़ में तैनात है और यहां उनके कई रिश्तेतार भी रहते हैं। यही वजह है कि शव को मथुरा से पहेल अलीगढ़ लाया गया।
संक्षिप्त पाठ: प्रदेश सरकार ने आईपीएस नरेंद्र कुमार हत्याकांड की न्यायिक जांच के आदेश दे दिए हैं, वहीं कांग्रेस ने राज्य में माफियाराज होने का आरोप लगाया है।
27
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) फिल्म से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, फिल्म का बजट लगभग 8 करोड़ रुपये बताया जाता है और इसे देश में लगभग 1200 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया था. फिल्म ने पहले हफ्ते में अपनी लागत का दोगुना कमा लिया है, और माना जा रहा है कि फिल्म अपने दूसरे वीकेंड में भी बॉक्स ऑफिस पर कमाई के मामले में रफ्तार पकड़ सकती है. नरेंद्र मोदी दोबारा देश के प्रधानमंत्री बन गए हैं, इसे देखते हुए फिल्म एक्सपर्ट मान रहे हैं कि फिल्म का दूसरा वीकेंड भी सॉलिड रह सकता है.   पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) में विवेक ओबेरॉय ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का किरदार निभाया है जबकि फिल्म को डायरेक्टर ओमंग कुमार ने किया है. ओमंग कुमार इससे पहले 'सरबजीत' और 'मैरी कौम' जैसी फिल्में भी डायरेक्ट कर चुके हैं. चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की बायोपिक को रिलीज करने पर हंगामा हो गया था, इसलिए फिल्म को चुनाव नतीजे आने के बाद 24 मई को रिलीज किया गया था.
संक्षिप्त पाठ: बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की रफ्तार पड़ी धीमी फिल्म का बजट 8 करोड़ रुपये 1200 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई थी फिल्म
27
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारत ने नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के वरिष्ठ नागरिकों को आगमन पर वीजा की सुविधा के अमल पर आज रोक लगा दी।टिप्पणियां सरकारी सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों को दी जा रही इस सुविधा पर कई एजेंसियों द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद यह फैसला किया गया है। हालांकि कहा जा रहा है कि नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद लगातार जारी तनाव के कारण ऐसा किया गया है। पाकिस्तान के 65 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को आगमन पर वीजा की सुविधा आज से अटारी समेकित चेक पोस्ट पर शुरू की जानी थी । भारत और पाकिस्तान के बीच नया वीजा समझौता सितंबर 2012 में हुआ था। सरकारी सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी नागरिकों को दी जा रही इस सुविधा पर कई एजेंसियों द्वारा स्पष्टीकरण मांगे जाने के बाद यह फैसला किया गया है। हालांकि कहा जा रहा है कि नियंत्रण रेखा पर दो भारतीय सैनिकों की हत्या के बाद लगातार जारी तनाव के कारण ऐसा किया गया है। पाकिस्तान के 65 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को आगमन पर वीजा की सुविधा आज से अटारी समेकित चेक पोस्ट पर शुरू की जानी थी । भारत और पाकिस्तान के बीच नया वीजा समझौता सितंबर 2012 में हुआ था। पाकिस्तान के 65 साल से अधिक उम्र के नागरिकों को आगमन पर वीजा की सुविधा आज से अटारी समेकित चेक पोस्ट पर शुरू की जानी थी । भारत और पाकिस्तान के बीच नया वीजा समझौता सितंबर 2012 में हुआ था।
सारांश: भारत ने नियंत्रण रेखा पर बढ़ते तनाव के बीच पाकिस्तान के वरिष्ठ नागरिकों को आगमन पर वीजा की सुविधा के अमल पर आज रोक लगा दी।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: कई दिनों से बीमार चल रहे छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की तबीयत मंगलवार की शाम को बिगड़ गई. उनके निजी डाक्टर द्वारा जारी किए गए मेडिकल बुलेटिन में कहा गया है कि आज शाम को अचानक फेफड़े में पानी भरने (acute pulmonary oedema) के कारण  अजीत जोगी को सांस लेने में तकलीफ़ हुई.टिप्पणियां डॉक्टर संदीप दवे और डॉक्टर गिरीश अग्रवाल द्वारा सामयिक आपातकालीन चिकित्सा के कारण उनकी हालत स्थिर है. उन्हें फ़िलहाल वेंटिलेटर-सपोर्ट पर रखा गया है और एयर ऐम्बुलेंस से दिल्ली के मेदांता अस्पताल में डॉक्टर नरेश त्रेहन की देखरेख में आगे के इलाज के लिए ले जाया जाएगा. जोगी के साथ उनकी पत्नी डॉक्टर रेणु जोगी, पुत्र  अमित जोगी और पुत्रवधु डॉक्टर ऋचा जोगी पूरे समय मौजूद हैं. जोगी पिछले कुछ दिनों से लगातार बीमार चल रहे हैं. उन्हें इलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने उनसे अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी और स्वास्थ्य लाभ की कामना की थी. बताया गया है कि जोगी को मंगलवार में रात में दिल्ली ले जाने की तैयारी है. डॉक्टर संदीप दवे और डॉक्टर गिरीश अग्रवाल द्वारा सामयिक आपातकालीन चिकित्सा के कारण उनकी हालत स्थिर है. उन्हें फ़िलहाल वेंटिलेटर-सपोर्ट पर रखा गया है और एयर ऐम्बुलेंस से दिल्ली के मेदांता अस्पताल में डॉक्टर नरेश त्रेहन की देखरेख में आगे के इलाज के लिए ले जाया जाएगा. जोगी के साथ उनकी पत्नी डॉक्टर रेणु जोगी, पुत्र  अमित जोगी और पुत्रवधु डॉक्टर ऋचा जोगी पूरे समय मौजूद हैं. जोगी पिछले कुछ दिनों से लगातार बीमार चल रहे हैं. उन्हें इलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने उनसे अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी और स्वास्थ्य लाभ की कामना की थी. बताया गया है कि जोगी को मंगलवार में रात में दिल्ली ले जाने की तैयारी है. जोगी पिछले कुछ दिनों से लगातार बीमार चल रहे हैं. उन्हें इलाज के लिए रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इस दौरान मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने उनसे अस्पताल में जाकर मुलाकात की थी और स्वास्थ्य लाभ की कामना की थी. बताया गया है कि जोगी को मंगलवार में रात में दिल्ली ले जाने की तैयारी है.
संक्षिप्त सारांश: फेफड़े में पानी भरने के कारण सांस लेने में मुश्किल मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने अस्पताल में जाकर मुलाकात की दिल्ली के मेदांता अस्पताल में भर्ती किया जाएगा
29
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: इनफोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी टीवी मोहनदास पई ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को राजनीति से ऊपर उठकर बीपीएल परिवारों को एक रुपये किलो की दर पर हर माह 30 किलो चावल उपलब्ध कराने की कांग्रेस सरकार की योजना रद्द करने को सोमवार को कहा क्योंकि इससे सरकारी खजाने पर भारी बोझ आएगा। पई ने कहा कि सरकार अपनी जेब से यह धन नहीं खर्च करेगी, बल्कि करदाताओं के धन से इस योजना को चलाएगी।टिप्पणियां वर्तमान में मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन पई ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं को बताया, ‘‘यदि सरकार यह करती है तो कुछ और नहीं, बल्कि करदाताओं के पैसे की लूट है।’’ उन्होंने सरकार को 4,000 करोड़ रुपये धन का इस्तेमाल एक रुपये किलो चावल की योजना चलाने में करने के बजाय कौशल विकास योजनाएं चलाने में करने का सुझाव दिया। इस बीच, पई ने इनफोसिस को आगे ले जाने के संदर्भ में कहा कि यह जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर डाली जानी चाहिए न कि पुराने वरिष्ठ कार्यकारियों पर। पई ने कहा कि सरकार अपनी जेब से यह धन नहीं खर्च करेगी, बल्कि करदाताओं के धन से इस योजना को चलाएगी।टिप्पणियां वर्तमान में मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन पई ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं को बताया, ‘‘यदि सरकार यह करती है तो कुछ और नहीं, बल्कि करदाताओं के पैसे की लूट है।’’ उन्होंने सरकार को 4,000 करोड़ रुपये धन का इस्तेमाल एक रुपये किलो चावल की योजना चलाने में करने के बजाय कौशल विकास योजनाएं चलाने में करने का सुझाव दिया। इस बीच, पई ने इनफोसिस को आगे ले जाने के संदर्भ में कहा कि यह जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर डाली जानी चाहिए न कि पुराने वरिष्ठ कार्यकारियों पर। वर्तमान में मणिपाल ग्लोबल एजुकेशन के चेयरमैन पई ने यहां एक कार्यक्रम के दौरान संवाददाताओं को बताया, ‘‘यदि सरकार यह करती है तो कुछ और नहीं, बल्कि करदाताओं के पैसे की लूट है।’’ उन्होंने सरकार को 4,000 करोड़ रुपये धन का इस्तेमाल एक रुपये किलो चावल की योजना चलाने में करने के बजाय कौशल विकास योजनाएं चलाने में करने का सुझाव दिया। इस बीच, पई ने इनफोसिस को आगे ले जाने के संदर्भ में कहा कि यह जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर डाली जानी चाहिए न कि पुराने वरिष्ठ कार्यकारियों पर। इस बीच, पई ने इनफोसिस को आगे ले जाने के संदर्भ में कहा कि यह जिम्मेदारी युवाओं के कंधों पर डाली जानी चाहिए न कि पुराने वरिष्ठ कार्यकारियों पर।
यह एक सारांश है: इनफोसिस के पूर्व मुख्य वित्त अधिकारी टीवी मोहनदास पई ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को राजनीति से ऊपर उठकर बीपीएल परिवारों को एक रुपये किलो की दर पर हर माह 30 किलो चावल उपलब्ध कराने की कांग्रेस सरकार की योजना रद्द करने को सोमवार को कहा क्योंकि इससे
2
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: एक हफ्ते पहले यूपी पुलिस ने फरार सभी आरोपियों के घर पर उनकी संपत्ति की कुर्की का नोटिस चस्पा किया था. गौकशी की घटना के बाद बुलंदशहर में हुई हिंसा में भीड़ ने एसएचओ सुबोध कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी वहीं हिंसा में एक स्थानीय युवक की भी मौत हुई थी. गौकशी मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, वहीं हिंसा के मामले में अब तक 25 लोग गिरफ्त में हैं, जिनमें से ज्यादातार ने पुलिस के नाक के नीचे कोर्ट में सरेंडर किया है. बता दें, बुलंदशहर हिंसा मामले में हालही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि इस मामले में सरकार ने जो कदम उठाए हैं, उसके लिए सराहना होनी चाहिए. इसके साथ ही सीएम योगी ने इस घटना को उनके सरकार के खिलाफ 'राजनीतिक साजिश' करार दिया था. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार इस साजिश को बेनकाब करने में कामयाब रही.  सीएम योगी ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा था, 'बुलंदशहर की घटना एक साजिश थी. साजिश का पर्दाफाश हो चुका है. यह साजिश वही लोग कर रहे हैं, जिन लोगों ने प्रदेश में जहरीली शराब बनाकर, यहां के लोगों को मारने का प्रयास किया था. यह राजनीतिक षड़यंत्र था और ये षड़यंत्र वही लोग करते हैं जो कायर हैं. जो आमने-सामने किसी चुनौती को लेने की स्थिति में नहीं हैं.' वहीं, बुलंदशहर में गोकशी के मुद्दे पर भड़की हिंसा में शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के घरवालों का आरोप है कि इस घटना के सबूत मिटाए जा रहे हैं...NDTV से खास बातचीत में सुबोध कुमार की पत्नी और बेटे ने कहा कि क़ातिल खुलेआम घूम रहा है क्योंकि उसे राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है.
पुलिस को थी आरोपी की लंबे समय से तलाश हिंसा के बाद से ही फरार है आरोपी यूपी पुलिस पर उठे सवाल
34
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: अमेरिका के बोस्टन शहर में आयोजित मैराथन दौड़ के दौरान हुए दो शक्तिशाली विस्फोटों में सोमवार को तीन लोगों की मौत हो गई जबकि सौ से अधिक लोग घायल हो गए। घटना के बाद राष्ट्रपति बराक ओबामा ने पीड़ितों को पूर्ण न्याय दिलाने की शपथ ली। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विस्फोट के बाद कई लोगों को सड़कों पर गिरा हुआ, कुछ को बेहोशी की हालत में व कुछ को अत्यधिक गम्भीर अवस्था में देखा गया। बोस्टन के व्यापारिक केंद्र में दोपहर लगभग 2.50 बजे हुए इस विस्फोट के बाद हर तरफ खून और शीशे के टुकड़े बिखरे हुए थे। 'बोस्टन ग्लोब' समाचार पत्र के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां दहशत का माहौल था और कई लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। घटनास्थल पर मौजूद वेबसाइट 'बोस्टन डॉट कॉम' के खेल पत्रकार स्टीव सिल्वा ने कहा, यह अचानक हुआ और दर्शकों के बीच में कई लोग घायल अवस्था में पड़े हुए थे। इस भयावह हादसे की शूटिंग करने वाले सिल्वा ने कहा, हर तरफ खून फैला हुआ था, पीड़ितों को स्ट्रेचर से ले जाया जा रहा था। मैंने देखा कि पैर उनके शरीर से अलग हो गए थे। लोग चीख-पुकार कर रहे थे। लोग भ्रम की अवस्था में थे। इस बीच, जनता को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने संघीय सरकार द्वारा बोस्टन के पीड़ितों की मदद के लिए पूरे संसाधन उपलब्ध कराए जाने और विस्फोट की जांच का वादा किया। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विस्फोट के बाद कई लोगों को सड़कों पर गिरा हुआ, कुछ को बेहोशी की हालत में व कुछ को अत्यधिक गम्भीर अवस्था में देखा गया। बोस्टन के व्यापारिक केंद्र में दोपहर लगभग 2.50 बजे हुए इस विस्फोट के बाद हर तरफ खून और शीशे के टुकड़े बिखरे हुए थे। 'बोस्टन ग्लोब' समाचार पत्र के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां दहशत का माहौल था और कई लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। घटनास्थल पर मौजूद वेबसाइट 'बोस्टन डॉट कॉम' के खेल पत्रकार स्टीव सिल्वा ने कहा, यह अचानक हुआ और दर्शकों के बीच में कई लोग घायल अवस्था में पड़े हुए थे। इस भयावह हादसे की शूटिंग करने वाले सिल्वा ने कहा, हर तरफ खून फैला हुआ था, पीड़ितों को स्ट्रेचर से ले जाया जा रहा था। मैंने देखा कि पैर उनके शरीर से अलग हो गए थे। लोग चीख-पुकार कर रहे थे। लोग भ्रम की अवस्था में थे। इस बीच, जनता को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने संघीय सरकार द्वारा बोस्टन के पीड़ितों की मदद के लिए पूरे संसाधन उपलब्ध कराए जाने और विस्फोट की जांच का वादा किया। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। बोस्टन के व्यापारिक केंद्र में दोपहर लगभग 2.50 बजे हुए इस विस्फोट के बाद हर तरफ खून और शीशे के टुकड़े बिखरे हुए थे। 'बोस्टन ग्लोब' समाचार पत्र के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां दहशत का माहौल था और कई लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। घटनास्थल पर मौजूद वेबसाइट 'बोस्टन डॉट कॉम' के खेल पत्रकार स्टीव सिल्वा ने कहा, यह अचानक हुआ और दर्शकों के बीच में कई लोग घायल अवस्था में पड़े हुए थे। इस भयावह हादसे की शूटिंग करने वाले सिल्वा ने कहा, हर तरफ खून फैला हुआ था, पीड़ितों को स्ट्रेचर से ले जाया जा रहा था। मैंने देखा कि पैर उनके शरीर से अलग हो गए थे। लोग चीख-पुकार कर रहे थे। लोग भ्रम की अवस्था में थे। इस बीच, जनता को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने संघीय सरकार द्वारा बोस्टन के पीड़ितों की मदद के लिए पूरे संसाधन उपलब्ध कराए जाने और विस्फोट की जांच का वादा किया। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। 'बोस्टन ग्लोब' समाचार पत्र के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि यहां दहशत का माहौल था और कई लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं। घटनास्थल पर मौजूद वेबसाइट 'बोस्टन डॉट कॉम' के खेल पत्रकार स्टीव सिल्वा ने कहा, यह अचानक हुआ और दर्शकों के बीच में कई लोग घायल अवस्था में पड़े हुए थे। इस भयावह हादसे की शूटिंग करने वाले सिल्वा ने कहा, हर तरफ खून फैला हुआ था, पीड़ितों को स्ट्रेचर से ले जाया जा रहा था। मैंने देखा कि पैर उनके शरीर से अलग हो गए थे। लोग चीख-पुकार कर रहे थे। लोग भ्रम की अवस्था में थे। इस बीच, जनता को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने संघीय सरकार द्वारा बोस्टन के पीड़ितों की मदद के लिए पूरे संसाधन उपलब्ध कराए जाने और विस्फोट की जांच का वादा किया। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। घटनास्थल पर मौजूद वेबसाइट 'बोस्टन डॉट कॉम' के खेल पत्रकार स्टीव सिल्वा ने कहा, यह अचानक हुआ और दर्शकों के बीच में कई लोग घायल अवस्था में पड़े हुए थे। इस भयावह हादसे की शूटिंग करने वाले सिल्वा ने कहा, हर तरफ खून फैला हुआ था, पीड़ितों को स्ट्रेचर से ले जाया जा रहा था। मैंने देखा कि पैर उनके शरीर से अलग हो गए थे। लोग चीख-पुकार कर रहे थे। लोग भ्रम की अवस्था में थे। इस बीच, जनता को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने संघीय सरकार द्वारा बोस्टन के पीड़ितों की मदद के लिए पूरे संसाधन उपलब्ध कराए जाने और विस्फोट की जांच का वादा किया। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। इस भयावह हादसे की शूटिंग करने वाले सिल्वा ने कहा, हर तरफ खून फैला हुआ था, पीड़ितों को स्ट्रेचर से ले जाया जा रहा था। मैंने देखा कि पैर उनके शरीर से अलग हो गए थे। लोग चीख-पुकार कर रहे थे। लोग भ्रम की अवस्था में थे। इस बीच, जनता को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने संघीय सरकार द्वारा बोस्टन के पीड़ितों की मदद के लिए पूरे संसाधन उपलब्ध कराए जाने और विस्फोट की जांच का वादा किया। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। इस बीच, जनता को सम्बोधित करते हुए ओबामा ने संघीय सरकार द्वारा बोस्टन के पीड़ितों की मदद के लिए पूरे संसाधन उपलब्ध कराए जाने और विस्फोट की जांच का वादा किया। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। ओबामा ने कहा, अमेरिका की जनता बोस्टन के लिए रात में प्रार्थना आयोजित करेगी।टिप्पणियां राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि प्रशासन जांच कर रहा है और इससे पूर्व किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहिए। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे। उन्होंने कहा, लेकिन कोई गलती न करें। हम इसकी तह तक जाएंगे और हम पता लगाएंगे यह किसने किया। हम यह पता लगाएंगे कि उन्होंने ऐसा क्यों किया। हम उनकी जवाबदेही तय करेंगे।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: इस भयावह हादसे की शूटिंग करने वाले सिल्वा ने कहा, हर तरफ खून फैला हुआ था, पीड़ितों को स्ट्रेचर से ले जाया जा रहा था। मैंने देखा कि पैर उनके शरीर से अलग हो गए थे। लोग चीख-पुकार कर रहे थे। लोग भ्रम की अवस्था में थे।
11
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: भारत ने लुधियाना में खेले गए तीसरे विश्वकप कबड्डी टूर्नामेंट के पुरुष फाइनल में पाकिस्तान को 59-22 से हराकर अपना खिताब बरकरार रखा। भारत ने बीती रात खेले गए फाइनल में लगातार तीसरे साल चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को शिकस्त देकर यह ट्रॉफी हासिल की। पुरुष फाइनल भी महिला फाइनल की तरह एकतरफा मैच रहा, जिसमें भारतीय महिलाओं ने मलेशिया को पराजित किया था। पूरे मैच में भारत ने दबदबा बनाए रखा। पहले हाफ में भारतीय टीम 34-9 से बढ़त बनाए थी। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पाकिस्तान पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष राणा मसूद अहमद और पाकिस्तान के पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला भी मौजूद थे।टिप्पणियां सुखबीर सिंह बादल ने अगले साल से महिला खिताब की इनामी राशि 51 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मैच से पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न खेलों के पूर्व ओलिंपियनों को सम्मानित किया। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया जबकि पंजाबी गायक सुखविंदर और दिलजीत ने अपने गानों से दर्शकों का मनमोह लिया। भारत ने बीती रात खेले गए फाइनल में लगातार तीसरे साल चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को शिकस्त देकर यह ट्रॉफी हासिल की। पुरुष फाइनल भी महिला फाइनल की तरह एकतरफा मैच रहा, जिसमें भारतीय महिलाओं ने मलेशिया को पराजित किया था। पूरे मैच में भारत ने दबदबा बनाए रखा। पहले हाफ में भारतीय टीम 34-9 से बढ़त बनाए थी। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पाकिस्तान पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष राणा मसूद अहमद और पाकिस्तान के पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला भी मौजूद थे।टिप्पणियां सुखबीर सिंह बादल ने अगले साल से महिला खिताब की इनामी राशि 51 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मैच से पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न खेलों के पूर्व ओलिंपियनों को सम्मानित किया। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया जबकि पंजाबी गायक सुखविंदर और दिलजीत ने अपने गानों से दर्शकों का मनमोह लिया। पुरुष फाइनल भी महिला फाइनल की तरह एकतरफा मैच रहा, जिसमें भारतीय महिलाओं ने मलेशिया को पराजित किया था। पूरे मैच में भारत ने दबदबा बनाए रखा। पहले हाफ में भारतीय टीम 34-9 से बढ़त बनाए थी। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पाकिस्तान पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष राणा मसूद अहमद और पाकिस्तान के पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला भी मौजूद थे।टिप्पणियां सुखबीर सिंह बादल ने अगले साल से महिला खिताब की इनामी राशि 51 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मैच से पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न खेलों के पूर्व ओलिंपियनों को सम्मानित किया। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया जबकि पंजाबी गायक सुखविंदर और दिलजीत ने अपने गानों से दर्शकों का मनमोह लिया। पूरे मैच में भारत ने दबदबा बनाए रखा। पहले हाफ में भारतीय टीम 34-9 से बढ़त बनाए थी। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पाकिस्तान पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष राणा मसूद अहमद और पाकिस्तान के पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला भी मौजूद थे।टिप्पणियां सुखबीर सिंह बादल ने अगले साल से महिला खिताब की इनामी राशि 51 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मैच से पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न खेलों के पूर्व ओलिंपियनों को सम्मानित किया। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया जबकि पंजाबी गायक सुखविंदर और दिलजीत ने अपने गानों से दर्शकों का मनमोह लिया। इस मौके पर पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल, पाकिस्तान पंजाब विधानसभा के उपाध्यक्ष राणा मसूद अहमद और पाकिस्तान के पंजाब के कानून मंत्री राणा सनाउल्ला भी मौजूद थे।टिप्पणियां सुखबीर सिंह बादल ने अगले साल से महिला खिताब की इनामी राशि 51 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मैच से पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न खेलों के पूर्व ओलिंपियनों को सम्मानित किया। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया जबकि पंजाबी गायक सुखविंदर और दिलजीत ने अपने गानों से दर्शकों का मनमोह लिया। सुखबीर सिंह बादल ने अगले साल से महिला खिताब की इनामी राशि 51 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये करने की घोषणा की। मैच से पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न खेलों के पूर्व ओलिंपियनों को सम्मानित किया। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया जबकि पंजाबी गायक सुखविंदर और दिलजीत ने अपने गानों से दर्शकों का मनमोह लिया। इससे पहले बॉलीवुड अभिनेत्री कैटरीना कैफ ने कार्यक्रम प्रस्तुत किया जबकि पंजाबी गायक सुखविंदर और दिलजीत ने अपने गानों से दर्शकों का मनमोह लिया।
यह एक सारांश है: भारत ने लुधियाना में खेले गए तीसरे विश्वकप कबड्डी टूर्नामेंट के पुरुष फाइनल में पाकिस्तान को 59-22 से हराकर अपना खिताब बरकरार रखा।
16
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: अमेरिकी सरकार ने एक अदालत से कहा कि भारतीय मूल के गोल्डमैन साक्स के पूर्व प्रमुख रजत गुप्ता पर अधिकतम 1.5 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया जाए और उनके भेदिया कारोबार में शामिल होने के कारण शेयर बाजार में सूचीबद्ध किसी भी कंपनी के निदेशक बनने पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया जाए।टिप्पणियां गुप्ता को भेदिया कारोबार में शामिल होने के आरोप में दो साल की जेल और 50 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (सेक) ने कहा कि उन पर 1.5 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया जाना चाहिए। गुप्ता की जेल की सजा जनवरी में शुरू होनी है। उन्होंने अमेरिकी अदालत में अपने आपको दोषी ठहराए जाने के खिलाफ अपील की है। गुप्ता को भेदिया कारोबार में शामिल होने के आरोप में दो साल की जेल और 50 लाख डॉलर का जुर्माना लगाया गया है। अमेरिकी प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (सेक) ने कहा कि उन पर 1.5 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया जाना चाहिए। गुप्ता की जेल की सजा जनवरी में शुरू होनी है। उन्होंने अमेरिकी अदालत में अपने आपको दोषी ठहराए जाने के खिलाफ अपील की है। गुप्ता की जेल की सजा जनवरी में शुरू होनी है। उन्होंने अमेरिकी अदालत में अपने आपको दोषी ठहराए जाने के खिलाफ अपील की है।
यह एक सारांश है: अमेरिकी सरकार ने एक अदालत से कहा कि भारतीय मूल के गोल्डमैन साक्स के पूर्व प्रमुख रजत गुप्ता पर अधिकतम 1.5 करोड़ डॉलर का जुर्माना लगाया जाए।
9
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: वैसे तो कई मुल्‍कों में हाई स्‍कूल डेटिंग का चलन कोई बड़ी बात नहीं है लेकिन जापान में यह कल्‍चर कई मायनों में खास है. दरअसल इस देश में 'हाई स्‍कूल डेटिंग' का ऐसा चलन दिख रहा है जिसमें हाई स्‍कूली छात्राएं कई बड़े रेस्‍टोरेंट, कैफे और बार में 40-50 की उम्र वाले पुरुषों के साथ डेटिंग करते हुए देखी जा सकती हैं. कई बार में तो बाकायदा इन छात्राओं को पार्ट टाइम जॉब के रूप में ड्रिंक सर्व करते भी देखा जा रहा है. इस संबंध में यहां के एक आदमी का कहना है, ''दरअसल इस तरह की लड़कियों के साथ बातचीत करना अपेक्षाकृत आसान होता है.''  टिप्पणियां एक दूसरे शख्‍स ने कहा, आमतौर पर आजकल बार बोरिंग होते जा रहे हैं. वहां पर सर्व करने वाली महिलाएं भी उम्रदराज होती है. उसकी तुलना में ड्रेस में स्‍कूली छात्राएं ज्‍यादा आकर्षक लगती हैं. उनका मानना है कि दरअसल स्‍कूली यूनिफॉर्म आकर्षण की एक बड़ी वजह है. जापान में इसको JK या हाई स्‍कूल डेटिंग बिजनेस कहा जा रहा है. JK का पूरा नाम जोशी कोसेई हैं. जापानी भाषा में इसका अर्थ हाई स्‍कूल गर्ल होता है. इस मामले में ओसाका यूनिवर्सिटी की सोशियोलॉजी और जेंडर स्‍टडीज की प्रोफेसर केज्‍यू मूटा का कहना है कि दरअसल जापान पितृसत्‍तात्‍मक समाज है और इसके पीछे कुछ सामाजिक वर्ज्‍यनाएं हैं जिसकी परिणति के रूप में इस चलन को देखा जाना चाहिए. दरअसल यह खास किस्‍म की मानसिकता को दर्शाता है जिसके तहत स्‍कूली यूनिफॉर्म में लड़कियां ज्‍यादा आकर्षक लगती हैं. संभवतया इसी मानसिकता का बाजार लाभ उठा रहा है और रेस्‍टोरेंट और बार में ऐसी लड़कियां ड्रिंक या खाना परोसती नजर आ रही हैं. एक दूसरे शख्‍स ने कहा, आमतौर पर आजकल बार बोरिंग होते जा रहे हैं. वहां पर सर्व करने वाली महिलाएं भी उम्रदराज होती है. उसकी तुलना में ड्रेस में स्‍कूली छात्राएं ज्‍यादा आकर्षक लगती हैं. उनका मानना है कि दरअसल स्‍कूली यूनिफॉर्म आकर्षण की एक बड़ी वजह है. जापान में इसको JK या हाई स्‍कूल डेटिंग बिजनेस कहा जा रहा है. JK का पूरा नाम जोशी कोसेई हैं. जापानी भाषा में इसका अर्थ हाई स्‍कूल गर्ल होता है. इस मामले में ओसाका यूनिवर्सिटी की सोशियोलॉजी और जेंडर स्‍टडीज की प्रोफेसर केज्‍यू मूटा का कहना है कि दरअसल जापान पितृसत्‍तात्‍मक समाज है और इसके पीछे कुछ सामाजिक वर्ज्‍यनाएं हैं जिसकी परिणति के रूप में इस चलन को देखा जाना चाहिए. दरअसल यह खास किस्‍म की मानसिकता को दर्शाता है जिसके तहत स्‍कूली यूनिफॉर्म में लड़कियां ज्‍यादा आकर्षक लगती हैं. संभवतया इसी मानसिकता का बाजार लाभ उठा रहा है और रेस्‍टोरेंट और बार में ऐसी लड़कियां ड्रिंक या खाना परोसती नजर आ रही हैं. इस मामले में ओसाका यूनिवर्सिटी की सोशियोलॉजी और जेंडर स्‍टडीज की प्रोफेसर केज्‍यू मूटा का कहना है कि दरअसल जापान पितृसत्‍तात्‍मक समाज है और इसके पीछे कुछ सामाजिक वर्ज्‍यनाएं हैं जिसकी परिणति के रूप में इस चलन को देखा जाना चाहिए. दरअसल यह खास किस्‍म की मानसिकता को दर्शाता है जिसके तहत स्‍कूली यूनिफॉर्म में लड़कियां ज्‍यादा आकर्षक लगती हैं. संभवतया इसी मानसिकता का बाजार लाभ उठा रहा है और रेस्‍टोरेंट और बार में ऐसी लड़कियां ड्रिंक या खाना परोसती नजर आ रही हैं.
जापान में पनप रहा यह चलन स्‍कूली यूनिफॉर्म में गर्ल्‍स कर रहीं काम जापान में इसको जोशी कोसेई कहा जा रहा
28
['hin']
एक सारांश बनाओ: कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी भी सॉफ्ट हिंदुत्व कार्ड खेलने की तैयारी में हैं. गंगा से बड़ी आबादी की आस्था को ध्यान में रखते हुए प्रियंका गांधी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर यूपी में नदी तीरे की जनता से रूबरू होने के लिए गंगा यात्रा पर निकलने की तैयारी की है. वह सूबे के दो बड़े शहरों प्रयागराज और बनारस के बीच मोटर बोट से सफर करना चाहतीं हैं. इसके लिए कांग्रेस ने चुनाव आयोग से अनुमति देने की मांग की है. 18 से 20 मार्च वह इलाहाबाद से वाराणसी तक गंगा में मोटर बोट से जल यात्रा के दौरान बीच-बीच में रुकेंगी. इस दौरान गंगा किनारे कई कार्यक्रम भी होंगे. उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष प्रशासन डॉ. आरपी त्रिपाठी ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश को पत्र लिखकर अनुमति देने की मांग की है. कहा है कि 18, 19 और 20 मार्च को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव और उत्तर-प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा का  इलाहाबाद से बनारस तक जल मार्ग से मोटर बोट से दौरा है. जगह-जगह जनता की ओर से स्वागत किया जाना है. कृपया अनुमति देने का कष्ट करें. जिसमें चुनाव आयोग के नियमों का पालन हो सके.  साथ ही चौधरी ने बताया कि गठबंधन ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के लिए दो सीटें छोडी हैं और ईमानदारी से पूरा समर्थन किया जाएगा. लेकिन सपा के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस महासचिव प्रियंका की भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर के साथ मुलाकात बसपा सुप्रीमो मायावती के फैसले की प्रतिक्रिया है. बता दें, मायावती ने कांग्रेस के साथ गठबंधन की किसी संभावना से इंकार कर दिया है. सपा नेता ने साथ ही कहा, 'लेकिन मायावती किसी दबाव में नहीं आने वाली हैं... यह गठबंधन दबाव में नहीं आएगा... इसने (गठबंधन) पहले ही कांग्रेस को दो सीटें दे दी हैं.'
सारांश: प्रियंका गांधी ने गंगा के किनारे के वोटर्स को की साधने की तैयारी प्रयागराज से बनारस तक मोटर बोट से करेंगी दौरा कई स्थानों पर रुककर जनता से मिलेंगी और कांग्रेस के पक्ष मे बनाएंगी माहौल
5
['hin']
एक सारांश बनाओ: कोयले को लेकर चल रहा विवाद संसद के पूरे मानसून सत्र की बलि लेकर रहेगा... यह साफ हो चुका है। सोमवार को वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बीजेपी की तीनों मांगें ख़ारिज कर दीं जबकि अरुण जेटली ने कहा कि इस आवंटन में सरकार का स्वार्थ दिखाई पड़ता है। मामले पर सफाई पेश करते हुए चिदंबरम ने कहा प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगना मर्यादा के ख़िलाफ़ है। आवंटन रद्द करने की मांग करना तर्क के ख़िलाफ़ है और आवंटन की जांच की मांग देरी से की जा रही मांग है। तीखे हमले के साथ वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने साफ कर दिया कि सरकार बीजेपी की नहीं सुनने जा रही है।   चिदंबरम ने यह जानकारी भी दी कि कुल 32 कोल ब्लॉक ऐसे हैं जहां प्रगति संतोषजनक नहीं है। इनमें सात ब्लॉक 2004 के पहले के हैं और 25 ब्लॉक 2004 के बाद के। देश के 30 कोल ब्लॉक से कोयला निकाला जा रहा है और 17 ब्लॉक से कोयला निकाले जाने का काम जल्द शुरू होगा। इनके अलावा 58 ब्लॉक पर्यावरण की हरी झंडी या जंगल के इलाके में पड़ने से रुके हुए हैं। चिदंबरम ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया पेचीदा है और सरकार नियमों को ध्यान में रखकर ही इस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है। टिप्पणियां दूसरी ओर, इंटर−मिनिस्ट्रिरियल ग्रुप को प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 सितंबर तक अपनी सिफारिश तैयार कर लेने की सलाह दी है लेकिन आवंटन रद्द करने और मामले की जांच कराने पर अड़ी बीजेपी ने कहा इन आवंटनों में सरकार का स्वार्थ दिखता है। इस पूरे मामले को बीजेपी और कांग्रेस की नूरा कुश्ती बता चुके लेफ्ट फ्रंट ने कहा कि यह दोस्ती−यारी वाला पूंजीवाद है। यह मुद्दा बड़ी बहस का है लेकिन टकराव छोटे स्वार्थों के हैं इसलिए संसद अटकी पड़ी है। मामले पर सफाई पेश करते हुए चिदंबरम ने कहा प्रधानमंत्री का इस्तीफा मांगना मर्यादा के ख़िलाफ़ है। आवंटन रद्द करने की मांग करना तर्क के ख़िलाफ़ है और आवंटन की जांच की मांग देरी से की जा रही मांग है। तीखे हमले के साथ वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने साफ कर दिया कि सरकार बीजेपी की नहीं सुनने जा रही है।   चिदंबरम ने यह जानकारी भी दी कि कुल 32 कोल ब्लॉक ऐसे हैं जहां प्रगति संतोषजनक नहीं है। इनमें सात ब्लॉक 2004 के पहले के हैं और 25 ब्लॉक 2004 के बाद के। देश के 30 कोल ब्लॉक से कोयला निकाला जा रहा है और 17 ब्लॉक से कोयला निकाले जाने का काम जल्द शुरू होगा। इनके अलावा 58 ब्लॉक पर्यावरण की हरी झंडी या जंगल के इलाके में पड़ने से रुके हुए हैं। चिदंबरम ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया पेचीदा है और सरकार नियमों को ध्यान में रखकर ही इस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है। टिप्पणियां दूसरी ओर, इंटर−मिनिस्ट्रिरियल ग्रुप को प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 सितंबर तक अपनी सिफारिश तैयार कर लेने की सलाह दी है लेकिन आवंटन रद्द करने और मामले की जांच कराने पर अड़ी बीजेपी ने कहा इन आवंटनों में सरकार का स्वार्थ दिखता है। इस पूरे मामले को बीजेपी और कांग्रेस की नूरा कुश्ती बता चुके लेफ्ट फ्रंट ने कहा कि यह दोस्ती−यारी वाला पूंजीवाद है। यह मुद्दा बड़ी बहस का है लेकिन टकराव छोटे स्वार्थों के हैं इसलिए संसद अटकी पड़ी है। तीखे हमले के साथ वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने साफ कर दिया कि सरकार बीजेपी की नहीं सुनने जा रही है।   चिदंबरम ने यह जानकारी भी दी कि कुल 32 कोल ब्लॉक ऐसे हैं जहां प्रगति संतोषजनक नहीं है। इनमें सात ब्लॉक 2004 के पहले के हैं और 25 ब्लॉक 2004 के बाद के। देश के 30 कोल ब्लॉक से कोयला निकाला जा रहा है और 17 ब्लॉक से कोयला निकाले जाने का काम जल्द शुरू होगा। इनके अलावा 58 ब्लॉक पर्यावरण की हरी झंडी या जंगल के इलाके में पड़ने से रुके हुए हैं। चिदंबरम ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया पेचीदा है और सरकार नियमों को ध्यान में रखकर ही इस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है। टिप्पणियां दूसरी ओर, इंटर−मिनिस्ट्रिरियल ग्रुप को प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 सितंबर तक अपनी सिफारिश तैयार कर लेने की सलाह दी है लेकिन आवंटन रद्द करने और मामले की जांच कराने पर अड़ी बीजेपी ने कहा इन आवंटनों में सरकार का स्वार्थ दिखता है। इस पूरे मामले को बीजेपी और कांग्रेस की नूरा कुश्ती बता चुके लेफ्ट फ्रंट ने कहा कि यह दोस्ती−यारी वाला पूंजीवाद है। यह मुद्दा बड़ी बहस का है लेकिन टकराव छोटे स्वार्थों के हैं इसलिए संसद अटकी पड़ी है। चिदंबरम ने यह जानकारी भी दी कि कुल 32 कोल ब्लॉक ऐसे हैं जहां प्रगति संतोषजनक नहीं है। इनमें सात ब्लॉक 2004 के पहले के हैं और 25 ब्लॉक 2004 के बाद के। देश के 30 कोल ब्लॉक से कोयला निकाला जा रहा है और 17 ब्लॉक से कोयला निकाले जाने का काम जल्द शुरू होगा। इनके अलावा 58 ब्लॉक पर्यावरण की हरी झंडी या जंगल के इलाके में पड़ने से रुके हुए हैं। चिदंबरम ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया पेचीदा है और सरकार नियमों को ध्यान में रखकर ही इस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है। टिप्पणियां दूसरी ओर, इंटर−मिनिस्ट्रिरियल ग्रुप को प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 सितंबर तक अपनी सिफारिश तैयार कर लेने की सलाह दी है लेकिन आवंटन रद्द करने और मामले की जांच कराने पर अड़ी बीजेपी ने कहा इन आवंटनों में सरकार का स्वार्थ दिखता है। इस पूरे मामले को बीजेपी और कांग्रेस की नूरा कुश्ती बता चुके लेफ्ट फ्रंट ने कहा कि यह दोस्ती−यारी वाला पूंजीवाद है। यह मुद्दा बड़ी बहस का है लेकिन टकराव छोटे स्वार्थों के हैं इसलिए संसद अटकी पड़ी है। चिदंबरम ने कहा कि कोयला ब्लाक आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया पेचीदा है और सरकार नियमों को ध्यान में रखकर ही इस दिशा में आगे बढ़ना चाहती है। टिप्पणियां दूसरी ओर, इंटर−मिनिस्ट्रिरियल ग्रुप को प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 सितंबर तक अपनी सिफारिश तैयार कर लेने की सलाह दी है लेकिन आवंटन रद्द करने और मामले की जांच कराने पर अड़ी बीजेपी ने कहा इन आवंटनों में सरकार का स्वार्थ दिखता है। इस पूरे मामले को बीजेपी और कांग्रेस की नूरा कुश्ती बता चुके लेफ्ट फ्रंट ने कहा कि यह दोस्ती−यारी वाला पूंजीवाद है। यह मुद्दा बड़ी बहस का है लेकिन टकराव छोटे स्वार्थों के हैं इसलिए संसद अटकी पड़ी है। दूसरी ओर, इंटर−मिनिस्ट्रिरियल ग्रुप को प्रधानमंत्री कार्यालय ने 15 सितंबर तक अपनी सिफारिश तैयार कर लेने की सलाह दी है लेकिन आवंटन रद्द करने और मामले की जांच कराने पर अड़ी बीजेपी ने कहा इन आवंटनों में सरकार का स्वार्थ दिखता है। इस पूरे मामले को बीजेपी और कांग्रेस की नूरा कुश्ती बता चुके लेफ्ट फ्रंट ने कहा कि यह दोस्ती−यारी वाला पूंजीवाद है। यह मुद्दा बड़ी बहस का है लेकिन टकराव छोटे स्वार्थों के हैं इसलिए संसद अटकी पड़ी है। इस पूरे मामले को बीजेपी और कांग्रेस की नूरा कुश्ती बता चुके लेफ्ट फ्रंट ने कहा कि यह दोस्ती−यारी वाला पूंजीवाद है। यह मुद्दा बड़ी बहस का है लेकिन टकराव छोटे स्वार्थों के हैं इसलिए संसद अटकी पड़ी है।
संक्षिप्त पाठ: सोमवार को वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बीजेपी की तीनों मांगें ख़ारिज कर दीं जबकि अरुण जेटली ने कहा कि इस आवंटन में सरकार का स्वार्थ दिखाई पड़ता है।
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['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: उन्होंने चर्चा में भाग लेते हुए एक 'झुनझुना' भी दिखाया. मनोज झा ने संविधान (124वां संशोधन) विधेयक पर चर्चा में भाग लेते हुए दावा किया कि इस विधेयक के जरिये सामान्य वर्ग को महज एक झुनझुना दिखाया जा रहा है. इसके बाद उन्होंने अपने पास से एक झुनझुना निकालकर दिखाया. राजद सदस्य ने कहा कि यह झुनझुना हिलता भी है और बजता भी है. लेकिन सरकार आरक्षण के नाम पर जो झुनझुना दिखा रही है वह केवल हिलता है, बजता नहीं है. बता दें कि राजद और AIADMK इस बिल का विरोध कर रही है. वहीं, अन्नाद्रमुक के ए नवनीत कृष्णन ने विधेयक का विरोध करते हुए इससे संवैधानिक संकट पैदा होने के बारे में सरकार को आगाह किया. उन्होंने कहा कि यह विधेयक संविधान के विरुद्ध होने के कारण कानून की कसौटी पर अदालत में टिकने योग्य नहीं है. नवनीत ने इस विधेयक को संविधान विरूद्ध बताते हुए अपने दल के सदस्यों के साथ वॉकआउट करने की घोषणा की और वे सब सदन से बाहर चले गए. वहीं,  तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने विधेयक का समर्थन करते हुए इसे पेश करने के सरकार के तरीके पर सवाल उठाया. उन्होंने आरोप लगाया कि देश में कानून बनाने की प्रक्रिया में संसद की अवहेलना की जा रही है. ब्रायन ने कहा कि मौजूदा सरकार ने विधेयकों पर सदन में चर्चा और समीक्षा की परंपरा को लगभग खत्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में लगभग 70 प्रतिशत विधेयक समीक्षा के दौर से गुजरते थे, लेकिन यह स्तर अब 20 प्रतिशत रह गया है. चर्चा में हिस्सा लेते हुए बीजद के प्रसन्ना आचार्य ने कहा कि सरकार ने चुनाव के ठीक पहले यह विधेयक पेश कर अपनी 'गंभीर बीमारी' की स्थिति को साफ कर दिया है. आचार्य ने कहा कि हाल ही में तीन राज्यों के चुनाव परिणाम से नाजुक स्थिति में पहुंची सरकार ऑक्सीजन के रूप में इस विधेयक का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने विधेयक का समर्थन करते हुए कहा कि मौजूदा समय में रोजगार सृजन की दर शून्य होने का हवाला देते हुये कहा कि 10 प्रतिशत आरक्षण देने के बावजूद रोजगार मिलने की दर शून्य ही रहेगी.
संक्षिप्त सारांश: RJD नेता ने सदन में दिखाया झुनझुना सरकार की नीति और नीयत पर उठाए सवाल कहा- राजद इस बिल का विरोध करता है
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['hin']
एक सारांश बनाओ: संगम शहर में चल रहे आस्था के पर्व कुंभ में आज यानी रविवार को बसंत पंचमी के दिन तीसरे ‘शाही स्नान' में कम से कम दो करोड़ से अधिक लोगों के आने की संभावना है. कुंभ मेला अधिकारी विजय किरन आनंद ने कहा कि रविवार को बसंत पंचमी के अवसर पर समाज के हर वर्ग से दो करोड़ से ज्यादा लोगों के डुबकी लगाने की संभावना है. उत्तर प्रदेश पुलिस और केन्द्रीय अर्ध सैनिक बल सहित सुरक्षा कर्मियों को विभिन्न क्रॉसिंग्स और शहर के अनेक हिस्सों में तैनात किया गया है. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि ने कहा, कुंभ मेले में तीन शाही स्नान और तीन पर्व स्नान होते हैं.कुंभ मेला 15 जनवरी को मकर संक्राति के दिन से शुरु हुआ था और वही पहला शाही स्नान था दूसरा शाही स्नान चार फरवरी को मौनी अमावस्या के दिन था.  इलाहाबाद की महापौर अभिलाषा गुप्ता नंदी ने कहा कि बसंत पंचमी कुंभ का तीसरा और अंतिम शाही स्नान है. माना जाता है कि इस दिन तीन बार डुबकी लगा कर श्रद्धालुओं को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का आशिर्वाद मिलता है. इस लिए श्रद्धालुओं के लिए इसका काफी महत्व है.उत्तर प्रदेश पुलिस ने पूरे पर्व को सुगमता से निपटाने के लिए सारी तैयारी की है.    राज्य के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा था कि पूरे क्षेत्र को नौ जोन और 20 सेक्टरों में बांटा गया है. इनकी सुरक्षा में 20,000 पुलिसकर्मियों, 6000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं.  इसके अलावा 40 पुलिस थाने, 58 चौकियां, 40 दमकल केंद्र बनाए गए हैं. केन्द्रीय बलों की 80 कंपनियां और पीएसी की 20 कंपनियां भी तैनात हैं.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: कुंभ का तीसरा शाही स्नान आज दो करोड़ लोगों के डुबकी लगाने का अनुमान सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम का दावा
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: सरकार ने बरसात की कमी से जूझ रहे देश के लगभग आधे से भी ज्यादा हिस्सों के प्रभावित होने की चिंताओं के बीच कई सारे राहत उपायों की घोषणा की है जिसके तहत सूखे जैसी स्थिति का सामना करने वाले राज्यों को करीब 2,000 करोड़ रुपये का राहत पैकेज तथा खड़ी फसलों को बचाने के लिए किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी देने जैसे कदम शामिल हैं। कृषि मंत्री शरद पवार की अध्यक्षता वाले सूखे पर गठित मंत्रियों के अधिकार सम्पन्न समूह की आज हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक के बाद पवार ने संवाददाताओं को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में विभिन्न खरीफ फसलों के बीजों पर दी जाने वाली राजसहायता (सब्सिडी) को बढ़ाने के साथ-साथ मवेशियों के लिए चारा आपूर्ति बढ़ाने के मकसद से खलियों के आयात पर आयात शुल्क को समाप्त करने का भी फैसला किया गया है। पवार ने कहा कि देश के 627 जिलों में से ‘‘करीब 64 प्रतिशत जिलों में कम अथवा छिटपुट बरसात हुई है।’’ यह पूछे जाने पर कि वर्ष 2009 की तुलना में इस बार स्थिति कितनी खराब है, पवार ने कहा, इस बार जिलों की संख्या अधिक है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और पंजाब में स्थिति गंभीर है। इसे देखते हुए खरीफ उत्पादन में कमी का अंदेशा है। कमजोर बरसात के प्रभावों को कम करने के बारे में पवार ने कहा, मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह ने सूखे से निपटने और उससे निजात पाने के लिए एकीकृत जलसंभरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों को 1,440 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है। इसमें राशि में से 195 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 501 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 424 करोड़ रुपये राजस्थान और 320 करोड़ रुपये की सहायता गुजरात को दिया जाएगा। इसके अलावा खड़ी फसल को बचाने के लिए डीजल पम्प का इस्तेमाल करने वाले किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाएगी। इस सब्सिडी में केन्द्र और राज्य सरकारों का बराबर-बराबर का योगदान होगा। यह सब्सिडी उन राज्यों को दी जाएगी जहां 15 जुलाई की स्थिति के अनुसार बरसात की 50 प्रतिशत से अधिक की कमी है और जिन क्षेत्रों को राज्यों के द्वारा सूखा प्रभावित घोषित किया गया है। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल होंगे जहां 15 या उससे अधिक दिनों तक बरसात नहीं हुई है। पवार ने बताया कि इसके अलावा सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए 453 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है तथा पशुओं के चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। कृषि मंत्री शरद पवार की अध्यक्षता वाले सूखे पर गठित मंत्रियों के अधिकार सम्पन्न समूह की आज हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक के बाद पवार ने संवाददाताओं को इसकी जानकारी देते हुए बताया कि बैठक में विभिन्न खरीफ फसलों के बीजों पर दी जाने वाली राजसहायता (सब्सिडी) को बढ़ाने के साथ-साथ मवेशियों के लिए चारा आपूर्ति बढ़ाने के मकसद से खलियों के आयात पर आयात शुल्क को समाप्त करने का भी फैसला किया गया है। पवार ने कहा कि देश के 627 जिलों में से ‘‘करीब 64 प्रतिशत जिलों में कम अथवा छिटपुट बरसात हुई है।’’ यह पूछे जाने पर कि वर्ष 2009 की तुलना में इस बार स्थिति कितनी खराब है, पवार ने कहा, इस बार जिलों की संख्या अधिक है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और पंजाब में स्थिति गंभीर है। इसे देखते हुए खरीफ उत्पादन में कमी का अंदेशा है। कमजोर बरसात के प्रभावों को कम करने के बारे में पवार ने कहा, मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह ने सूखे से निपटने और उससे निजात पाने के लिए एकीकृत जलसंभरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों को 1,440 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है। इसमें राशि में से 195 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 501 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 424 करोड़ रुपये राजस्थान और 320 करोड़ रुपये की सहायता गुजरात को दिया जाएगा। इसके अलावा खड़ी फसल को बचाने के लिए डीजल पम्प का इस्तेमाल करने वाले किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाएगी। इस सब्सिडी में केन्द्र और राज्य सरकारों का बराबर-बराबर का योगदान होगा। यह सब्सिडी उन राज्यों को दी जाएगी जहां 15 जुलाई की स्थिति के अनुसार बरसात की 50 प्रतिशत से अधिक की कमी है और जिन क्षेत्रों को राज्यों के द्वारा सूखा प्रभावित घोषित किया गया है। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल होंगे जहां 15 या उससे अधिक दिनों तक बरसात नहीं हुई है। पवार ने बताया कि इसके अलावा सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए 453 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है तथा पशुओं के चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। पवार ने कहा कि देश के 627 जिलों में से ‘‘करीब 64 प्रतिशत जिलों में कम अथवा छिटपुट बरसात हुई है।’’ यह पूछे जाने पर कि वर्ष 2009 की तुलना में इस बार स्थिति कितनी खराब है, पवार ने कहा, इस बार जिलों की संख्या अधिक है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और पंजाब में स्थिति गंभीर है। इसे देखते हुए खरीफ उत्पादन में कमी का अंदेशा है। कमजोर बरसात के प्रभावों को कम करने के बारे में पवार ने कहा, मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह ने सूखे से निपटने और उससे निजात पाने के लिए एकीकृत जलसंभरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों को 1,440 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है। इसमें राशि में से 195 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 501 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 424 करोड़ रुपये राजस्थान और 320 करोड़ रुपये की सहायता गुजरात को दिया जाएगा। इसके अलावा खड़ी फसल को बचाने के लिए डीजल पम्प का इस्तेमाल करने वाले किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाएगी। इस सब्सिडी में केन्द्र और राज्य सरकारों का बराबर-बराबर का योगदान होगा। यह सब्सिडी उन राज्यों को दी जाएगी जहां 15 जुलाई की स्थिति के अनुसार बरसात की 50 प्रतिशत से अधिक की कमी है और जिन क्षेत्रों को राज्यों के द्वारा सूखा प्रभावित घोषित किया गया है। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल होंगे जहां 15 या उससे अधिक दिनों तक बरसात नहीं हुई है। पवार ने बताया कि इसके अलावा सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए 453 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है तथा पशुओं के चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। कमजोर बरसात के प्रभावों को कम करने के बारे में पवार ने कहा, मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह ने सूखे से निपटने और उससे निजात पाने के लिए एकीकृत जलसंभरण कार्यक्रम के तहत विभिन्न राज्यों को 1,440 करोड़ रुपये जारी करने का फैसला किया है। इसमें राशि में से 195 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 501 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 424 करोड़ रुपये राजस्थान और 320 करोड़ रुपये की सहायता गुजरात को दिया जाएगा। इसके अलावा खड़ी फसल को बचाने के लिए डीजल पम्प का इस्तेमाल करने वाले किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाएगी। इस सब्सिडी में केन्द्र और राज्य सरकारों का बराबर-बराबर का योगदान होगा। यह सब्सिडी उन राज्यों को दी जाएगी जहां 15 जुलाई की स्थिति के अनुसार बरसात की 50 प्रतिशत से अधिक की कमी है और जिन क्षेत्रों को राज्यों के द्वारा सूखा प्रभावित घोषित किया गया है। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल होंगे जहां 15 या उससे अधिक दिनों तक बरसात नहीं हुई है। पवार ने बताया कि इसके अलावा सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए 453 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है तथा पशुओं के चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। इसके अलावा खड़ी फसल को बचाने के लिए डीजल पम्प का इस्तेमाल करने वाले किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी भी दी जाएगी। इस सब्सिडी में केन्द्र और राज्य सरकारों का बराबर-बराबर का योगदान होगा। यह सब्सिडी उन राज्यों को दी जाएगी जहां 15 जुलाई की स्थिति के अनुसार बरसात की 50 प्रतिशत से अधिक की कमी है और जिन क्षेत्रों को राज्यों के द्वारा सूखा प्रभावित घोषित किया गया है। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल होंगे जहां 15 या उससे अधिक दिनों तक बरसात नहीं हुई है। पवार ने बताया कि इसके अलावा सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए 453 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है तथा पशुओं के चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। यह सब्सिडी उन राज्यों को दी जाएगी जहां 15 जुलाई की स्थिति के अनुसार बरसात की 50 प्रतिशत से अधिक की कमी है और जिन क्षेत्रों को राज्यों के द्वारा सूखा प्रभावित घोषित किया गया है। इसमें वे क्षेत्र भी शामिल होंगे जहां 15 या उससे अधिक दिनों तक बरसात नहीं हुई है। पवार ने बताया कि इसके अलावा सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए 453 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है तथा पशुओं के चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। पवार ने बताया कि इसके अलावा सरकार ने सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए 453 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है तथा पशुओं के चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये देने का फैसला किया है। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। पवार ने कहा कि सूखा प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की स्थिति में सुधार लाने के लिए मंत्रियों के अधिकारप्राप्त समूह ने राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत 453 करोड़ रुपये की मंजूरी दी है जिसमें 200 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को, 17 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 158 करोड़ राजस्थान और 24 करोड़ रुपये हरियाणा को दिए जाएंगे। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल योजना के तहत कर्नाटक, महाराष्ट्र और राजस्थान को अंतरिम सहायता के तौर पर 38 करोड़ रुपये जारी करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 12 करोड़ रुपये कर्नाटक को, 15 करोड़ रुपये महाराष्ट्र को और 11 करोड़ रुपये राजस्थान को दिए जाएंगे। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। चारों का उत्पादन बढ़ाने के लिए और 50 करोड़ रुपये दिए जाएंगे जिसमें एक केन्द्रीय योजना के तहत पुनखर्रीद (बाय.बैक) का प्रावधान भी होगा। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। बीज सब्सिडी के बारे में कृषि सचिव आशीष बहुगुणा ने कहा कि अनाजों पर सब्सिडी की मात्रा को 500 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये प्रति क्विंटल किया गया है तथा दलहनों और तिलहनों की सब्सिडी को 1,200 रुपये से बढ़ाकर 2,000 रुपये किया गया है। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। जून से जुलाई के दौरान मानसून में 20 प्रतिशत की कमी की ओर इशारा करते हुए पवार ने कहा कि अगर अगले दो महीनों में बरसात बेहतर होती है तो सरकार रबी फसलों को संरक्षित करने का प्रयास करेगी। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। यह पूछने पर कि क्या केन्द्र ने सूखा घोषित कर दिया है, उन्होंने कहा, सूखा घोषित करने का अधिकार राज्यों को है। मेरा मानना है कि कर्नाटक और महाराष्ट्र ने कुछ जिलों के संदर्भ में ऐसा निर्णय लिया है। पवार ने कहा कि वह स्थिति की समीक्षा करने के लिए एक से तीन अगस्त के बीच ग्रामीण विकास मंत्री के साथ कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान का दौरा करेंगे। इन राज्यों का दौरा करने के बाद मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की फिर से बैठक होगी जिसमें आगे के कदमों के बारे में विचार किया जाएगा। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। भारत ने वर्ष 2009 में गंभीर सूखे का सामना किया था जिसके कारण खाद्यान्न उत्पादन में 1.6 करोड़ टन की कमी आई थी। पिछले वर्ष खाद्यान्नों का उत्पादन रिकार्ड 25 करोड़ 74.4 लाख टन का हुआ था।टिप्पणियां इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। इस वर्ष खरीफ उत्पादन में कमी आने के आसार हैं क्योंकि बुवाई के रकबे में अभी तक 10 प्रतिशत की कमी दिखाई दे रही है। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं। मंत्रियों के अधिकारसम्पन्न समूह की बैठक में रेलमंत्री मुकुल राय और खाद्य मंत्री केवी थॉमस हिस्सा नहीं ले पाए। बैठक में जो अन्य सदस्य शामिल थे उनमें गृहमंत्री पी चिदंबरम, बिजली मंत्री सुशील कुमार शिंदे, पेट्रोलियम मंत्री जयपाल रेड्डी और ग्रामीण विकास मंत्री जयराम रमेश हैं।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: सरकार ने सूखे जैसी स्थिति का सामना करने वाले राज्यों को करीब 2,000 करोड़ का राहत पैकेज तथा खड़ी फसलों को बचाने के लिए किसानों को डीजल पर 50 प्रतिशत सब्सिडी देने का कदम उठाया है।
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['hin']
एक सारांश बनाओ: उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में एक प्रेमी युगल के शव संदिग्ध अवस्था में उनके गांव के बाहर खेत में पड़े मिले। युवती विवाहित थी, लेकिन उसका गौना नहीं हुआ था। उसके पिता ने इस संबंध में अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।टिप्पणियां अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनिल कुमार राय ने बताया कि दोनों की कनपटी पर गोली के निशान मिले हैं तथा पास में ही 315 बोर का एक देसी तमंचा भी पड़ा मिला है। मृतक एक-दूसरे के पड़ोसी बताए गए हैं। युवक-युवती 31 दिसम्बर से ही गायब थे। पिछले चार दिन में उनके परिजनों ने न तो पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई और न ही दोनों की गुमशुदगी की कोई सूचना दी। इस संबंध में पहले तो दोनों परिवार घटना की जानकारी मिल जाने के बाद भी अनजान बने रहे। बाद में देर शाम युवती के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया। राय ने बताया कि जांच शुरू हो गई है। जल्द ही हत्या के कारणों का पता लगाकर हत्यारों को दबोच लिया जाएगा। वैसे, पुलिस इस मामले में आत्महत्या जैसी घटना की संभावना भी तलाश रही है। अपर पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) अनिल कुमार राय ने बताया कि दोनों की कनपटी पर गोली के निशान मिले हैं तथा पास में ही 315 बोर का एक देसी तमंचा भी पड़ा मिला है। मृतक एक-दूसरे के पड़ोसी बताए गए हैं। युवक-युवती 31 दिसम्बर से ही गायब थे। पिछले चार दिन में उनके परिजनों ने न तो पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई और न ही दोनों की गुमशुदगी की कोई सूचना दी। इस संबंध में पहले तो दोनों परिवार घटना की जानकारी मिल जाने के बाद भी अनजान बने रहे। बाद में देर शाम युवती के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया। राय ने बताया कि जांच शुरू हो गई है। जल्द ही हत्या के कारणों का पता लगाकर हत्यारों को दबोच लिया जाएगा। वैसे, पुलिस इस मामले में आत्महत्या जैसी घटना की संभावना भी तलाश रही है। युवक-युवती 31 दिसम्बर से ही गायब थे। पिछले चार दिन में उनके परिजनों ने न तो पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई और न ही दोनों की गुमशुदगी की कोई सूचना दी। इस संबंध में पहले तो दोनों परिवार घटना की जानकारी मिल जाने के बाद भी अनजान बने रहे। बाद में देर शाम युवती के पिता ने मुकदमा दर्ज कराया। राय ने बताया कि जांच शुरू हो गई है। जल्द ही हत्या के कारणों का पता लगाकर हत्यारों को दबोच लिया जाएगा। वैसे, पुलिस इस मामले में आत्महत्या जैसी घटना की संभावना भी तलाश रही है।
यहाँ एक सारांश है:उत्तर प्रदेश के मथुरा जनपद में एक प्रेमी युगल के शव संदिग्ध अवस्था में उनके गांव के बाहर खेत में पड़े मिले। युवती विवाहित थी, लेकिन उसका गौना नहीं हुआ था। उसके पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
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['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: बता दें कि बीते साल BJP प्रत्याशी के रूप में विजयी रहे नरेंद्र मोदी ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी अरविंद केजरीवाल को वाराणसी सीट से कुल 3,71,784 वोटों के भारी अंतर से हराया था. नरेंद्र मोदी को कुल 5,81,022 वोट मिले थें. वहीं, दूसरे स्थान पर रहे अरविंद केजरीवाल को 2,09,238 मत मिले. जबकि कांग्रेस प्रत्याशी अजय राय 75,614 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे. वहीं चौथे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी और पांचवें स्थान पर समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार थे. उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों में वाराणसी का अलग ही महत्व रहा है. मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पहले भूतपूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर, कांग्रेस के दिग्गज कमलापति त्रिपाठी, दिवंगत प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री के पुत्र अनिल शास्त्री और केंद्रीय मंत्री रहे BJP के मार्गदर्शक मंडल के सदस्य व वरिष्ठतम नेताओं में से एक मुरली मनोहर जोशी भी यहां से सांसद रह चुके हैं. वर्ष 1957 और 1962 में कांग्रेस के रघुनाथ सिंह इस सीट से जीते थे, लेकिन 1967 में CPM के सत्यनारायण सिंह ने यहां कब्ज़ा कर लिया. उसके बाद 1971 में कांग्रेस ने राजाराम शास्त्री के ज़रिये इस सीट पर फिर कब्ज़ा जमाया, लेकिन 1977 में एमरजेंसी के चलते कांग्रेस-विरोधी लहर में भारतीय लोकदल की टिकट पर चुनाव लड़े चंद्रशेखर वाराणसी के सांसद बने.  1980 में कांग्रेस की वापसी हुई, और कमलापति त्रिपाठी ने इस सीट पर कब्ज़ा किया, और फिर 1984 में भी कांग्रेस के ही श्यामलाल यादव ने वाराणसी से जीत हासिल की. 1989 में जनता दल की टिकट से अनिल शास्त्री सांसद बने, और फिर 1991 से चार चुनाव तक यहां BJP का दबदबा बना रहा, और 1991 में श्रीश चंद्र दीक्षित के बाद 1996, 1998 और 1999 में शंकर प्रसाद जायसवाल ने जीत दर्ज की.  2004 के आम चुनाव में एक बार फिर यहां कांग्रेस की वापसी हुई, और राजेश मिश्र ने चुनाव जीता, लेकिन अगले ही चुनाव में 2009 में BJP के दिग्गज मुरली मनोहर जोशी ने इस सीट पर कब्ज़ा कर लिया. अगले चुनाव, यानी 2014 के आम चुनाव में सीट पर BJP ने अपने प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को टिकट दिया, जो भारी अंतर से जीत दर्ज कर लोकसभा पहुंचे.
यह एक सारांश है: सपा-बसपा गठबंधन ने वाराणसी से बदला उम्मीदवार शालिनी यादव की जगह तेज बहादुर यादव को दिया टिकट तेज बहादुर यादव बीएसएफ से बर्खास्त जवान हैं
16
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को प्रतिबंधित आतंकवादी गुट इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के संस्थापक रियाज भटकल के खिलाफ गिरफ्तारी का गैर जमानती वारंट जारी किया। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में 21 फरवरी को हुए दो आतंकवादी विस्फोटों को अंजाम देने में कथित रूप से संलिप्त नौ अन्य आतंकवादियों के खिलाफ भी गैर जमानती वारंट जारी किए गए। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक विशेष अदालत ने बंद कमरे में हुई सुनवाई के दौरान रियाज भटकल तथा नौ अन्य हमलावरों के खिलाफ ये गैर जमानती वारंट जारी किए। जिला न्यायाधीश आईएस मेहता ने आईएम के दो अन्य आरोपियों सईद मकबूल तथा इमरान खान को उनकी एनआईए हिरासत को बढ़ाते हुए 13 मार्च तक के लिए फिर से न्यायिक हिरासत में भेज दिया।टिप्पणियां अदालत के सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने अदालत से कहा कि मकबूल और खान को हैदराबाद ले जाया गया था जहां उन्होंने विस्फोटों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। हैदराबाद में 21 फरवरी को हुए इस आतंकवादी विस्फोट में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 117 लोग घायल हुए थे। राष्ट्रीय जांच एजेंसी की एक विशेष अदालत ने बंद कमरे में हुई सुनवाई के दौरान रियाज भटकल तथा नौ अन्य हमलावरों के खिलाफ ये गैर जमानती वारंट जारी किए। जिला न्यायाधीश आईएस मेहता ने आईएम के दो अन्य आरोपियों सईद मकबूल तथा इमरान खान को उनकी एनआईए हिरासत को बढ़ाते हुए 13 मार्च तक के लिए फिर से न्यायिक हिरासत में भेज दिया।टिप्पणियां अदालत के सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने अदालत से कहा कि मकबूल और खान को हैदराबाद ले जाया गया था जहां उन्होंने विस्फोटों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। हैदराबाद में 21 फरवरी को हुए इस आतंकवादी विस्फोट में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 117 लोग घायल हुए थे। जिला न्यायाधीश आईएस मेहता ने आईएम के दो अन्य आरोपियों सईद मकबूल तथा इमरान खान को उनकी एनआईए हिरासत को बढ़ाते हुए 13 मार्च तक के लिए फिर से न्यायिक हिरासत में भेज दिया।टिप्पणियां अदालत के सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने अदालत से कहा कि मकबूल और खान को हैदराबाद ले जाया गया था जहां उन्होंने विस्फोटों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। हैदराबाद में 21 फरवरी को हुए इस आतंकवादी विस्फोट में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 117 लोग घायल हुए थे। अदालत के सूत्रों के मुताबिक एनआईए ने अदालत से कहा कि मकबूल और खान को हैदराबाद ले जाया गया था जहां उन्होंने विस्फोटों के बारे में कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां दीं। हैदराबाद में 21 फरवरी को हुए इस आतंकवादी विस्फोट में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 117 लोग घायल हुए थे। हैदराबाद में 21 फरवरी को हुए इस आतंकवादी विस्फोट में 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 117 लोग घायल हुए थे।
सारांश: दिल्ली की एक अदालत ने मंगलवार को प्रतिबंधित आतंकवादी गुट इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के संस्थापक रियाज भटकल के खिलाफ गिरफ्तारी का गैर जमानती वारंट जारी किया।
31
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: सेना अध्यक्ष जनरल दलबीर सिंह शुक्रवार को कश्मीर में सुरक्षा हालात की समीक्षा के लिए जाएंगे. हाल ही में सेना प्रमुख ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की थी. सेना प्रमुख का यह दौरा हंदवाड़ा में सेना के काफिले पर आतंकवादियों के हमले के बाद हो रहा है. इस हमले में दो जवान घायल हुए हैं. इनमें से एक खतरे से बाहर है जबकि दूसरे की हालत गंभीर है. साथ ही अनंतनाग में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हुईं हैं.टिप्पणियां रक्षा सूत्रों ने बताया है कि नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में स्थिति की समीक्षा के लिए सेना प्रमुख शुक्रवार को कश्मीर पहुंचेंगे. सेना के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय कमांडर सेना प्रमुख को नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा ग्रिड आतंकवादी विरोधी अभियानों की जानकारी देंगे. घाटी में पिछले कुछ माहों में हुईं झड़पों में दो पुलिस कर्मियों समेत 73 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 10,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71 वें सत्र में ज्ञापन सौंपने के लिए अलगाववादियों ने ईद के दिन सैन्य पर्यवेक्षक समूह के स्थानीय कार्यालय तक रैली निकालने का आह्वान किया है. सेना प्रमुख का यह दौरा हंदवाड़ा में सेना के काफिले पर आतंकवादियों के हमले के बाद हो रहा है. इस हमले में दो जवान घायल हुए हैं. इनमें से एक खतरे से बाहर है जबकि दूसरे की हालत गंभीर है. साथ ही अनंतनाग में सुरक्षा बलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पें भी हुईं हैं.टिप्पणियां रक्षा सूत्रों ने बताया है कि नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में स्थिति की समीक्षा के लिए सेना प्रमुख शुक्रवार को कश्मीर पहुंचेंगे. सेना के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय कमांडर सेना प्रमुख को नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा ग्रिड आतंकवादी विरोधी अभियानों की जानकारी देंगे. घाटी में पिछले कुछ माहों में हुईं झड़पों में दो पुलिस कर्मियों समेत 73 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 10,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71 वें सत्र में ज्ञापन सौंपने के लिए अलगाववादियों ने ईद के दिन सैन्य पर्यवेक्षक समूह के स्थानीय कार्यालय तक रैली निकालने का आह्वान किया है. रक्षा सूत्रों ने बताया है कि नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में स्थिति की समीक्षा के लिए सेना प्रमुख शुक्रवार को कश्मीर पहुंचेंगे. सेना के वरिष्ठ अधिकारी और स्थानीय कमांडर सेना प्रमुख को नियंत्रण रेखा पर सुरक्षा ग्रिड आतंकवादी विरोधी अभियानों की जानकारी देंगे. घाटी में पिछले कुछ माहों में हुईं झड़पों में दो पुलिस कर्मियों समेत 73 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 10,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71 वें सत्र में ज्ञापन सौंपने के लिए अलगाववादियों ने ईद के दिन सैन्य पर्यवेक्षक समूह के स्थानीय कार्यालय तक रैली निकालने का आह्वान किया है. घाटी में पिछले कुछ माहों में हुईं झड़पों में दो पुलिस कर्मियों समेत 73 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 10,000 से अधिक लोग घायल हुए हैं. संयुक्त राष्ट्र महासभा के 71 वें सत्र में ज्ञापन सौंपने के लिए अलगाववादियों ने ईद के दिन सैन्य पर्यवेक्षक समूह के स्थानीय कार्यालय तक रैली निकालने का आह्वान किया है.
संक्षिप्त सारांश: कश्मीर में सुरक्षा की समीक्षा करेंगे सेना अध्यक्ष नियंत्रण रेखा से सटे इलाकों में स्थिति का जायजा लेंगे सुरक्षा ग्रिड आतंकवादी विरोधी अभियानों की जानकारी देंगे
0
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: उत्पादन शुरू करने में विलंब के चलते कोयला मंत्रालय ने सार्वजनिक उपक्रमों को दिए गए दो और कोयला ब्लॉकों का आवंटन रद्द करने का फैसला किया है। इससे छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन तथा ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन प्रभावित होंगे। कोयला मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को लिखा है, सरकार ने अंतर मंत्रालयी समूह (आईएमजी) की सिफारिश पर विचार के बाद उसे स्वीकार कर लिया है।टिप्पणियां इसके तहत छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को आवंटित शंकरपुर (भाटगांव दो) तथा उसके विस्तार वाले कोयला ब्लाक का आवंटन रद्द किया जाता है। सरकार ने इस कंपनी द्वारा दी गई कुल बैंक गारंटी की आधी राशि काटने का निर्णय भी किया है। यह रकम 1.59 करोड़ रुपये बनी है। मंत्रालय ने ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन को भेजे एक अन्य पत्र में कहा है, कंपनी को आवंटित उत्कल-डी कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द किया जाता है। अंतर मंत्रालयी समूह ने निजी क्षेत्र की 51 कंपनियों को आवंटित 31 कोयला ब्लॉकों की समीक्षा पूरी कर ली है। सरकार ने 13 कोयला खदानों का आवंटन रद्द करने और 14 मामलों में बैंक गारंटी काटने की सिफारिश को स्वीकार कर ली है। कुल 58 खदानों को निर्धारित समयसीमा में विकास पूरा नहीं करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। कोयला मंत्रालय ने छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को लिखा है, सरकार ने अंतर मंत्रालयी समूह (आईएमजी) की सिफारिश पर विचार के बाद उसे स्वीकार कर लिया है।टिप्पणियां इसके तहत छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को आवंटित शंकरपुर (भाटगांव दो) तथा उसके विस्तार वाले कोयला ब्लाक का आवंटन रद्द किया जाता है। सरकार ने इस कंपनी द्वारा दी गई कुल बैंक गारंटी की आधी राशि काटने का निर्णय भी किया है। यह रकम 1.59 करोड़ रुपये बनी है। मंत्रालय ने ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन को भेजे एक अन्य पत्र में कहा है, कंपनी को आवंटित उत्कल-डी कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द किया जाता है। अंतर मंत्रालयी समूह ने निजी क्षेत्र की 51 कंपनियों को आवंटित 31 कोयला ब्लॉकों की समीक्षा पूरी कर ली है। सरकार ने 13 कोयला खदानों का आवंटन रद्द करने और 14 मामलों में बैंक गारंटी काटने की सिफारिश को स्वीकार कर ली है। कुल 58 खदानों को निर्धारित समयसीमा में विकास पूरा नहीं करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। इसके तहत छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन को आवंटित शंकरपुर (भाटगांव दो) तथा उसके विस्तार वाले कोयला ब्लाक का आवंटन रद्द किया जाता है। सरकार ने इस कंपनी द्वारा दी गई कुल बैंक गारंटी की आधी राशि काटने का निर्णय भी किया है। यह रकम 1.59 करोड़ रुपये बनी है। मंत्रालय ने ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन को भेजे एक अन्य पत्र में कहा है, कंपनी को आवंटित उत्कल-डी कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द किया जाता है। अंतर मंत्रालयी समूह ने निजी क्षेत्र की 51 कंपनियों को आवंटित 31 कोयला ब्लॉकों की समीक्षा पूरी कर ली है। सरकार ने 13 कोयला खदानों का आवंटन रद्द करने और 14 मामलों में बैंक गारंटी काटने की सिफारिश को स्वीकार कर ली है। कुल 58 खदानों को निर्धारित समयसीमा में विकास पूरा नहीं करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। मंत्रालय ने ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन को भेजे एक अन्य पत्र में कहा है, कंपनी को आवंटित उत्कल-डी कोयला ब्लॉक का आवंटन रद्द किया जाता है। अंतर मंत्रालयी समूह ने निजी क्षेत्र की 51 कंपनियों को आवंटित 31 कोयला ब्लॉकों की समीक्षा पूरी कर ली है। सरकार ने 13 कोयला खदानों का आवंटन रद्द करने और 14 मामलों में बैंक गारंटी काटने की सिफारिश को स्वीकार कर ली है। कुल 58 खदानों को निर्धारित समयसीमा में विकास पूरा नहीं करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था।
उत्पादन शुरू करने में विलंब के चलते कोयला मंत्रालय ने सार्वजनिक उपक्रमों को दिए गए दो और कोयला ब्लॉकों का आवंटन रद्द करने का फैसला किया है। इससे छत्तीसगढ़ मिनरल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन तथा ओडिशा माइनिंग कॉरपोरेशन प्रभावित होंगे।
28
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखने के एक दिन बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को कहा कि उच्च विकास दर बरकरार रखने की भारत की सम्भाव्यता घटी है। आरबीआई के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने एक औद्योगिक आयोजन में कहा, "अर्थव्यवस्था की सम्भावित विकास दर घटी है।" उल्लेखनीय है कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में भारत की आर्थिक विकास दर नौ साल में सबसे कम 5.3 फीसदी दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 8.4 फीसदी थी। उद्योग जगत से लगातार पड़ रहे दबाव के बाद भी आरबीआई ने सोमवार को मध्य तिमाही मौद्रिक नीति की घोषणा में मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखा।टिप्पणियां इंडियन मर्चेट्स चैम्बर्स की 104वीं सलाना आम बैठक को सम्बोधित करते हुए सुब्बाराव ने कहा कि सकल स्थायी पूंजी निर्माण दर 2008-09 के वैश्विक आर्थिक संकट से पहले की 15 फीसदी से अधिक दर से घटकर आधी से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक वित्तीय घाटा, आपूर्ति पक्ष की बाधा, लगातार महंगाई, विपरीत बाहरी स्थिति भी विकास दर की सम्भावना पर दबाव डाल रही है। सुब्बाराव ने कहा कि सरकार को वित्तीय अनुशासन के लिए खर्चे में निश्चित रूप से कटौती करनी चाहिए। आरबीआई के गवर्नर डी. सुब्बाराव ने एक औद्योगिक आयोजन में कहा, "अर्थव्यवस्था की सम्भावित विकास दर घटी है।" उल्लेखनीय है कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में भारत की आर्थिक विकास दर नौ साल में सबसे कम 5.3 फीसदी दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 8.4 फीसदी थी। उद्योग जगत से लगातार पड़ रहे दबाव के बाद भी आरबीआई ने सोमवार को मध्य तिमाही मौद्रिक नीति की घोषणा में मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखा।टिप्पणियां इंडियन मर्चेट्स चैम्बर्स की 104वीं सलाना आम बैठक को सम्बोधित करते हुए सुब्बाराव ने कहा कि सकल स्थायी पूंजी निर्माण दर 2008-09 के वैश्विक आर्थिक संकट से पहले की 15 फीसदी से अधिक दर से घटकर आधी से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक वित्तीय घाटा, आपूर्ति पक्ष की बाधा, लगातार महंगाई, विपरीत बाहरी स्थिति भी विकास दर की सम्भावना पर दबाव डाल रही है। सुब्बाराव ने कहा कि सरकार को वित्तीय अनुशासन के लिए खर्चे में निश्चित रूप से कटौती करनी चाहिए। उल्लेखनीय है कि 31 मार्च को समाप्त तिमाही में भारत की आर्थिक विकास दर नौ साल में सबसे कम 5.3 फीसदी दर्ज की गई, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 8.4 फीसदी थी। उद्योग जगत से लगातार पड़ रहे दबाव के बाद भी आरबीआई ने सोमवार को मध्य तिमाही मौद्रिक नीति की घोषणा में मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखा।टिप्पणियां इंडियन मर्चेट्स चैम्बर्स की 104वीं सलाना आम बैठक को सम्बोधित करते हुए सुब्बाराव ने कहा कि सकल स्थायी पूंजी निर्माण दर 2008-09 के वैश्विक आर्थिक संकट से पहले की 15 फीसदी से अधिक दर से घटकर आधी से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक वित्तीय घाटा, आपूर्ति पक्ष की बाधा, लगातार महंगाई, विपरीत बाहरी स्थिति भी विकास दर की सम्भावना पर दबाव डाल रही है। सुब्बाराव ने कहा कि सरकार को वित्तीय अनुशासन के लिए खर्चे में निश्चित रूप से कटौती करनी चाहिए। उद्योग जगत से लगातार पड़ रहे दबाव के बाद भी आरबीआई ने सोमवार को मध्य तिमाही मौद्रिक नीति की घोषणा में मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखा।टिप्पणियां इंडियन मर्चेट्स चैम्बर्स की 104वीं सलाना आम बैठक को सम्बोधित करते हुए सुब्बाराव ने कहा कि सकल स्थायी पूंजी निर्माण दर 2008-09 के वैश्विक आर्थिक संकट से पहले की 15 फीसदी से अधिक दर से घटकर आधी से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक वित्तीय घाटा, आपूर्ति पक्ष की बाधा, लगातार महंगाई, विपरीत बाहरी स्थिति भी विकास दर की सम्भावना पर दबाव डाल रही है। सुब्बाराव ने कहा कि सरकार को वित्तीय अनुशासन के लिए खर्चे में निश्चित रूप से कटौती करनी चाहिए। इंडियन मर्चेट्स चैम्बर्स की 104वीं सलाना आम बैठक को सम्बोधित करते हुए सुब्बाराव ने कहा कि सकल स्थायी पूंजी निर्माण दर 2008-09 के वैश्विक आर्थिक संकट से पहले की 15 फीसदी से अधिक दर से घटकर आधी से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा कि अत्यधिक वित्तीय घाटा, आपूर्ति पक्ष की बाधा, लगातार महंगाई, विपरीत बाहरी स्थिति भी विकास दर की सम्भावना पर दबाव डाल रही है। सुब्बाराव ने कहा कि सरकार को वित्तीय अनुशासन के लिए खर्चे में निश्चित रूप से कटौती करनी चाहिए। सुब्बाराव ने कहा कि सरकार को वित्तीय अनुशासन के लिए खर्चे में निश्चित रूप से कटौती करनी चाहिए।
यहाँ एक सारांश है:मुख्य दरों को अपरिवर्तित रखने के एक दिन बाद भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने मंगलवार को कहा कि उच्च विकास दर बरकरार रखने की भारत की सम्भाव्यता घटी है।
4
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने सोमवार को झारखंड के चाईबासा की अपनी रैली में कांग्रेस (Congress) को निशाना बनाते हुए कहा कि उसे दो मुद्दों पर चुनाव लड़ना चाहिए बोफोर्स और भोपाल गैस त्रासदी. यह और बात है कि भोपाल (Bhopal) से बीजेपी प्रत्याशी प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) ने जब शहर के लिए चुनावी घोषणा पत्र जारी किया तो उसमें गैस पीड़ितों का कोई जिक्र नहीं था. कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के बाद भोपाल शहर के लिए प्रज्ञा सिंह ठाकुर (Pragya Singh Thakur) ने अपनी दृष्टि बता दी. उन्होंने अपने घोषणा पत्र के चार पन्नों में से एक पन्ना अपनी सरकार नहीं, बल्कि 15 साल पुरानी दिग्विजय सरकार की नाकामी बताने में खर्च कर दिया, एक पन्ने में शिवराज सरकार की तारीफ... फिर भोपाल के लिए नई ट्रेनें, उड़ान, यूनिवर्सिटी, स्टार्ट अप जैसी बातों का ज़िक्र किया. जिस हादसे ने भोपाल में कम से कम 20000 लोगों को लील लिया, जिसके प्रभावितों की तादाद 5.74 लाख है, जो शिवराज को 26000 पोस्टकार्ड पिटीशन भेजकर हार गए.. उन गैस रिसाव के पीड़ितों का साध्वी के घोषणा पत्र में कोई जिक्र नहीं! जवाब में प्रज्ञा (Pragya Singh Thakur) ने कहा 'मैंने आपसे कहा सब कुछ बातें आई हैं, लेकिन फिलहाल ये अंश मात्र हैं.' 'दृष्टि-पत्र' (घोषणा पत्र) जारी कर प्रज्ञा (Pragya Singh Thakur) बुलेट पर बैठकर फर्राटे से प्रचार के लिए निकल गईं. वैसे वो अपने भाषणों में वे कथित तौर पर कहती रही हैं कि पुलिस की ज्यादती से वे सीढ़ियां नहीं चढ़ सकतीं, उन्हें चलने-फिरने में दिक्कत आती है. ऐसे में जब उनसे एनडीटीवी ने पूछा कि वे बुलेट पर कैसे बैठेंगी? तो प्रज्ञा ने कहा 'यह मेरे लिए भी नया प्रयोग है, कोशिश है अपने वोटरों तक पहुंचने की. हम भी प्रयोग कर रहे हैं जा पाएंगे तो जाएंगे.' इधर साध्वी तो उधर दिग्विजय सिंह के लिए कम्प्यूटर बाबा (Computer Baba) के साथ साधु भोपाल में रोड शो के लिए निकले. फिर दुहराया 'राम-राम ही अबकी बार, बदल के रख दो चौकीकार. साधुओं से गुजारिश है कि कांग्रेस के लिए वोट दें.' यह और बात है कि रास्ते में बीजेपी समर्थकों ने चौकीदार के लिए नारे लगा दिए. कम्प्यूटर बाबा के नेतृत्व में करीब दो हजार साधु-संतों ने कांग्रेस के समर्थन में सुबह 10:30 बजे पीरगेट से रैली निकाली. रैली के दौरान जैन मंदिर चौराहे के पास 7-8 लोगों ने मोदी-मोदी के नारे लगा दिए. उनके खिलाफ थाना कोतवाली में आईपीसी की धारा 147, 188 और लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 127 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. बहरहाल एक तरफ साध्वी, दूसरे तरफ साधु, शहर भगवामय... यहां तक कि पुलिस वालों को भी कम्प्यूटर बाबा की रैली में भगवा गमछे पहना दिए गए.
सारांश: घोषणा पत्र जारी करके प्रज्ञा ठाकुर बुलेट पर बैठकर प्रचार के लिए निकल गईं कम्प्यूटर बाबा के नेतृत्व में साधु-संतों की कांग्रेस के समर्थन में रैली साधुओं की रैली के दौरान मोदी-मोदी के नारे लगे, मामला दर्ज किया गया
31
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म 'बर्फी' ने बॉक्स ऑफिस पर करीना कपूर अभिनीत 'हीरोइन' को कमाई के मामले में पीछे छोड़ दिया। बॉक्स ऑफिस पर कमाई को देखते हुए लगता है कि दर्शकों ने 'बर्फी' में रणबीर के गूंगे बहरे की भूमिका को उनकी चचेरी बहन करीना की चमक दमक वाली फिल्म 'हीरोइन' की तुलना में काफी पसंद किया है।टिप्पणियां आंकड़ों के अनुसार 14 सितंबर को प्रदर्शित हुई 30 करोड़ रुपये की लागत वाली फिल्म 'बर्फी' ने घरेलू बाजार में शुद्ध 82.05 करोड़ रुपये की कमाई की। जबकि 21 सितम्बर को प्रदर्शित हुई 'हीरोइन' ने अबतक मात्र 32 करोड़ रुपये की कमाई की। 'हीरोइन' की लागत 20 करोड़ रुपये थी। दोनों फिल्मों का निर्माण एवं वितरण डिज्नी यूटीवी मोशन द्वारा किया गया था। डिज्नी यूटीवी की अमृता पांडेय ने बताया, बर्फी' विदेशों में भी अच्छी कमाई कर रही है। फिल्म दर्शकों के दिल में बस गई है। किसी फिल्म के लिए दूसरे सप्ताहांत एवं सप्ताह के आखिरी दिनों में क्रेज बने रहना हाल के दिनों में अपवाद-सा हो गया है। ऑस्कर की विदेशी भाषा की श्रेणी में 'बर्फी' भारत की तरफ से आधिकारिक प्रविष्टी के तौर पर शामिल की गई। बॉक्स ऑफिस पर कमाई को देखते हुए लगता है कि दर्शकों ने 'बर्फी' में रणबीर के गूंगे बहरे की भूमिका को उनकी चचेरी बहन करीना की चमक दमक वाली फिल्म 'हीरोइन' की तुलना में काफी पसंद किया है।टिप्पणियां आंकड़ों के अनुसार 14 सितंबर को प्रदर्शित हुई 30 करोड़ रुपये की लागत वाली फिल्म 'बर्फी' ने घरेलू बाजार में शुद्ध 82.05 करोड़ रुपये की कमाई की। जबकि 21 सितम्बर को प्रदर्शित हुई 'हीरोइन' ने अबतक मात्र 32 करोड़ रुपये की कमाई की। 'हीरोइन' की लागत 20 करोड़ रुपये थी। दोनों फिल्मों का निर्माण एवं वितरण डिज्नी यूटीवी मोशन द्वारा किया गया था। डिज्नी यूटीवी की अमृता पांडेय ने बताया, बर्फी' विदेशों में भी अच्छी कमाई कर रही है। फिल्म दर्शकों के दिल में बस गई है। किसी फिल्म के लिए दूसरे सप्ताहांत एवं सप्ताह के आखिरी दिनों में क्रेज बने रहना हाल के दिनों में अपवाद-सा हो गया है। ऑस्कर की विदेशी भाषा की श्रेणी में 'बर्फी' भारत की तरफ से आधिकारिक प्रविष्टी के तौर पर शामिल की गई। आंकड़ों के अनुसार 14 सितंबर को प्रदर्शित हुई 30 करोड़ रुपये की लागत वाली फिल्म 'बर्फी' ने घरेलू बाजार में शुद्ध 82.05 करोड़ रुपये की कमाई की। जबकि 21 सितम्बर को प्रदर्शित हुई 'हीरोइन' ने अबतक मात्र 32 करोड़ रुपये की कमाई की। 'हीरोइन' की लागत 20 करोड़ रुपये थी। दोनों फिल्मों का निर्माण एवं वितरण डिज्नी यूटीवी मोशन द्वारा किया गया था। डिज्नी यूटीवी की अमृता पांडेय ने बताया, बर्फी' विदेशों में भी अच्छी कमाई कर रही है। फिल्म दर्शकों के दिल में बस गई है। किसी फिल्म के लिए दूसरे सप्ताहांत एवं सप्ताह के आखिरी दिनों में क्रेज बने रहना हाल के दिनों में अपवाद-सा हो गया है। ऑस्कर की विदेशी भाषा की श्रेणी में 'बर्फी' भारत की तरफ से आधिकारिक प्रविष्टी के तौर पर शामिल की गई। डिज्नी यूटीवी की अमृता पांडेय ने बताया, बर्फी' विदेशों में भी अच्छी कमाई कर रही है। फिल्म दर्शकों के दिल में बस गई है। किसी फिल्म के लिए दूसरे सप्ताहांत एवं सप्ताह के आखिरी दिनों में क्रेज बने रहना हाल के दिनों में अपवाद-सा हो गया है। ऑस्कर की विदेशी भाषा की श्रेणी में 'बर्फी' भारत की तरफ से आधिकारिक प्रविष्टी के तौर पर शामिल की गई।
संक्षिप्त सारांश: रणबीर कपूर अभिनीत फिल्म 'बर्फी' ने बॉक्स ऑफिस पर करीना कपूर अभिनीत 'हीरोइन' को कमाई के मामले में पीछे छोड़ दिया।
23
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि नीतीश ने उपेक्षित और वंचित समाज के जनादेश पर डकैती की है. संघी, मनुवाद से मिलकर नीतीश की इस डकैती का शरद यादव हिस्सा नहीं बनेंगे. शरद के सामने तमाम लोगों को इकट्ठा करने की ऐतिहासिक ज़िम्मेदारी है. हमें 'वी द पीपल' को 'वी द संघी पीपल' में तब्दील होने से रोकना है. रविवार को शरद यादव ने ट्वीट किया था कि ना तो विदेशों में छिपा काला धन आया, ना ही पनामा पेपर में जिनके नाम थे वो पकड़े गए. इस पर बीजेपी के नेता अश्विनी चौबे ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा है तो स्वदेश, विदेश का काला धन वापस आएगा.शरद जी को इतनी जल्द सरकार पर ग़ुस्सा नहीं उतारना चाहिए. वहीं जेडीयू के नेता  अली अनवर ने कहा कि शरद यादव ने बिल्कुल ठीक कहा है. संसद में भी वह कहते रहे हैं. कानून बनाकर बेरोजगारी के लिए भत्ता दे केंद्र सरकार. रविवार को शरद यादव ने ट्वीट किया था कि ना तो विदेशों में छिपा काला धन आया, ना ही पनामा पेपर में जिनके नाम थे वो पकड़े गए. इस पर बीजेपी के नेता अश्विनी चौबे ने कहा कि पीएम मोदी ने कहा है तो स्वदेश, विदेश का काला धन वापस आएगा.शरद जी को इतनी जल्द सरकार पर ग़ुस्सा नहीं उतारना चाहिए. वहीं जेडीयू के नेता  अली अनवर ने कहा कि शरद यादव ने बिल्कुल ठीक कहा है. संसद में भी वह कहते रहे हैं. कानून बनाकर बेरोजगारी के लिए भत्ता दे केंद्र सरकार.
संक्षिप्त पाठ: बीजेपी का हिस्सा नहीं बनेंगे शरद : आरजेडी पार्टी के बड़े नेता हैं शरद : केसी त्यागी अली अनवर ने किया शरद यादव के ट्वीट का समर्थन
13
['hin']
एक सारांश बनाओ: इंग्लैंड के साथ खेली जा रही पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के बाद के तीन मुकाबलों के लिए भी हरभजन सिंह को 15 सदस्यीय भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल नहीं किया गया है। चयनकर्ताओं की यहां फिरोजशाह कोटला मैदान में बैठक हुई जिसमें पहले चुनी गई टीम को ही आगे के तीन मैचों के लिए रखने का फैसला किया गया। ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को इंग्लैंड के साथ खेले जाने वाले शुरुआती दो मैचों के लिए भी 15 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया था। कृष्णामाचारी श्रीकांत की अध्यक्षता में हुई बैठक में पिछले दो मुकाबले जीत चुकी भारतीय क्रिकेट टीम में कोई परिवर्तन नहीं करने का फैसला किया। चयनकर्ताओं ने 29 अक्टूबर को कोलकाता में खेले जाने वाले ट्वेंटी-20 के एकमात्र मुकाबले के लिए दो परिवर्तन किए हैं। गौतम गम्भीर और पार्थिव पटेल की जगह टीम में यूसुफ पठान और रोबिन उत्थप्पा को जगह दी गई है। गम्भीर शादी की वजह से इस मैच के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।  भारतीय टीम इस प्रकार है : महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गम्भीर, पार्थिव पटेल, अजिंक्य रेहाने, विरोट कोहली, सुरेश रैना, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, वरुण एरॉन, उमेश यादव, विनय कुमार, श्रीनाथ अरविंद, प्रवीण कुमार, मनोज तिवारी और राहुल शर्मा।
सारांश: इंग्लैंड के साथ खेली जा रही पांच मैचों की एकदिवसीय श्रृंखला के बाद के तीन मुकाबलों के लिए भी हरभजन को टीम में शामिल नहीं किया गया है।
5
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: चीन के राष्ट्रपति शी जिंगपिंग शुक्रवार से भारत दौरे पर आने वाले हैं. इस दौर पर जिंगपिंग भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ तमिलनाडु के मामल्लापुरम में एक शिखर सम्मेलन करेंगे.  चिनफिंग और पीएम मोदी के बीच होने वाले इस शिखर सम्मेलन के दौरान संभावित विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए तमिलनाडु पुलिस ने राज्य में 42 तिब्बतियों को हिरासत में लिया. हिरासत में लिए किए तिब्बतियों के बारे में तमिलनाडु पुलिस ने बताते हुए कहा कि इनमें से कार्यकर्ता तेंजिन त्सुनडियू सहित 10 को तिब्बतियों को गिरफ्तार किया गया.  बता दें कि तमिलनाडु के मामल्लापुरम में 11 और 12 अक्टूबर को मोदी-जिंगपिंग का सम्मेलन होना है. पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि हिरासत में लिए गए 42 तिब्बतियों में से 32 से किसी तरह का प्रदर्शन नहीं करने और शांति बनाए रखने का शपथपत्र लेने के बाद छोड़ दिया गया. उन्होंने बताया कि नामी लेखक और कवि त्सुनडियू को विल्लुपुरम के कोट्टाकुप्पम से पांच अक्टूबर रात को गिरफ्तार किया गया एवं उनके पास से कथित तौर पर ‘फ्री तिब्बत' और प्रचार सामग्री बरामद की गई. अगले दिन उन्हें पुझल जेल भेज दिया गया. इस बीच सम्मेलन को देखते हुए पुलिस ने चेन्नई और आसपास के इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी.
यह एक सारांश है: तमिलनाडु पुलिस ने राज्य में 42 तिब्बतियों को हिरासत में लिया कार्यकर्ता तेंजिन त्सुनडियू सहित 10 को तिब्बतियों को गिरफ्तार किया गया तमिलनाडु के मामल्लापुरम में 11 और 12 अक्टूबर को होगा सम्मेलन
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना के अनिश्चितकालीन अनशन के दौरान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पर हमला शन्वार को भी जारी रहा वहीं अन्ना हजारे ने लोकपाल के मुद्दे पर रविवार से आमरण अनशन की चेतावनी दी। इस बीच, शाम को जंतर मंतर पर समर्थक भारी संख्या में उमड़े। हजारे ने जहां रविवार से आमरण अनशन पर बैठने की बात कही, वहीं अरविंद केजरीवाल ने अन्ना से अपील की कि उनके प्राण देश के लिए जरूरी है और सेहत को देखते हुए उन्हें अनशन पर नहीं बैठना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आजादी के तुरंत बाद देश ने गांधी को खो दिया, संपूर्ण क्रांति आंदोलन के बाद देश ने जल्द ही जेपी (जयप्रकाश नारायण) को खो दिया और अब देश यह सहन नहीं कर पाएगा कि अन्ना की सेहत भी बिगड़ जाए।’ दोपहर में हजारे ने रविवार से आमरण अनशन पर जाने की चेतावनी देते हुए कहा कि वह राजनीतिक पार्टी का गठन तो नहीं करेंगे लेकिन अच्छे उम्मीदवारों को खड़ा कर जनता को विकल्प देंगे। टिप्पणियां कांग्रेस और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि देश इन दोनों के हाथों में सुरक्षित नहीं है। उधर, भाजपा ने टीम अन्ना को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन ऐसा करते समय सीमा को पार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ये सवाल करते हैं कि वह राजनीतिक दल का गठन क्यों नहीं करते और अपने उम्मीदवारों को संसद क्यों नहीं भेजते। इस पर उन्होंने कहा कि एक तो चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं और उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह चुनाव लड़ सकें, लेकिन इस अनशन के खत्म होने के बाद वह पूरे देश का दौरा करेंगे और ऐसे चरित्रवान लोगों की खोज करेंगे जो चुनाव लड़ सकें। हजारे ने जहां रविवार से आमरण अनशन पर बैठने की बात कही, वहीं अरविंद केजरीवाल ने अन्ना से अपील की कि उनके प्राण देश के लिए जरूरी है और सेहत को देखते हुए उन्हें अनशन पर नहीं बैठना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘आजादी के तुरंत बाद देश ने गांधी को खो दिया, संपूर्ण क्रांति आंदोलन के बाद देश ने जल्द ही जेपी (जयप्रकाश नारायण) को खो दिया और अब देश यह सहन नहीं कर पाएगा कि अन्ना की सेहत भी बिगड़ जाए।’ दोपहर में हजारे ने रविवार से आमरण अनशन पर जाने की चेतावनी देते हुए कहा कि वह राजनीतिक पार्टी का गठन तो नहीं करेंगे लेकिन अच्छे उम्मीदवारों को खड़ा कर जनता को विकल्प देंगे। टिप्पणियां कांग्रेस और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि देश इन दोनों के हाथों में सुरक्षित नहीं है। उधर, भाजपा ने टीम अन्ना को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन ऐसा करते समय सीमा को पार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ये सवाल करते हैं कि वह राजनीतिक दल का गठन क्यों नहीं करते और अपने उम्मीदवारों को संसद क्यों नहीं भेजते। इस पर उन्होंने कहा कि एक तो चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं और उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह चुनाव लड़ सकें, लेकिन इस अनशन के खत्म होने के बाद वह पूरे देश का दौरा करेंगे और ऐसे चरित्रवान लोगों की खोज करेंगे जो चुनाव लड़ सकें। दोपहर में हजारे ने रविवार से आमरण अनशन पर जाने की चेतावनी देते हुए कहा कि वह राजनीतिक पार्टी का गठन तो नहीं करेंगे लेकिन अच्छे उम्मीदवारों को खड़ा कर जनता को विकल्प देंगे। टिप्पणियां कांग्रेस और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि देश इन दोनों के हाथों में सुरक्षित नहीं है। उधर, भाजपा ने टीम अन्ना को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन ऐसा करते समय सीमा को पार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ये सवाल करते हैं कि वह राजनीतिक दल का गठन क्यों नहीं करते और अपने उम्मीदवारों को संसद क्यों नहीं भेजते। इस पर उन्होंने कहा कि एक तो चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं और उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह चुनाव लड़ सकें, लेकिन इस अनशन के खत्म होने के बाद वह पूरे देश का दौरा करेंगे और ऐसे चरित्रवान लोगों की खोज करेंगे जो चुनाव लड़ सकें। कांग्रेस और भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि देश इन दोनों के हाथों में सुरक्षित नहीं है। उधर, भाजपा ने टीम अन्ना को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन ऐसा करते समय सीमा को पार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ये सवाल करते हैं कि वह राजनीतिक दल का गठन क्यों नहीं करते और अपने उम्मीदवारों को संसद क्यों नहीं भेजते। इस पर उन्होंने कहा कि एक तो चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं और उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह चुनाव लड़ सकें, लेकिन इस अनशन के खत्म होने के बाद वह पूरे देश का दौरा करेंगे और ऐसे चरित्रवान लोगों की खोज करेंगे जो चुनाव लड़ सकें। उधर, भाजपा ने टीम अन्ना को परोक्ष चेतावनी देते हुए कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन ऐसा करते समय सीमा को पार नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोग अक्सर ये सवाल करते हैं कि वह राजनीतिक दल का गठन क्यों नहीं करते और अपने उम्मीदवारों को संसद क्यों नहीं भेजते। इस पर उन्होंने कहा कि एक तो चुनाव में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं और उनके पास इतने पैसे नहीं हैं कि वह चुनाव लड़ सकें, लेकिन इस अनशन के खत्म होने के बाद वह पूरे देश का दौरा करेंगे और ऐसे चरित्रवान लोगों की खोज करेंगे जो चुनाव लड़ सकें।
यह एक सारांश है: भ्रष्टाचार के खिलाफ टीम अन्ना के अनिश्चितकालीन अनशन के दौरान राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पर हमला शन्वार को भी जारी रहा वहीं अन्ना हजारे ने लोकपाल के मुद्दे पर रविवार से आमरण अनशन की चेतावनी दी।
24
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: उत्तर प्रदेश के राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) में हजारों करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) से निकाले गए पूर्व मंत्री बाबू सिंह कुशवाहा सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सकता है। ज्ञात हो कि बसपा से निकाले जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए कुशवाहा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया गया है। सूत्रों के मुताबिक ईडी ने उत्तर प्रदेश के एनआरएचएम में कथित 10000 करोड़ रुपये के घोटाले के संदर्भ में केंद्रीय जांच ब्यूरो सीबीआई) की ओर से दर्ज प्राथमिकी की जांच करना शुरू कर दिया है। सूत्रों ने बताया कि ईडी ने यदि अपनी जांच में पाया कि आरोपियों ने धनशोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) अथवा विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम (फेमा) का किसी तरह से उल्लंघन किया है तो वह उनके खिलाफ मामला दर्ज कर सकता है। सीबीआई ने कथित गबन के आरोपियों में उत्तर प्रदेश के पूर्व परिवार कल्याण मंत्री कुशवाहा का नाम शामिल किया है। कुशवाहा पर भ्रष्टाचार का आरोप लगने पर बसपा ने गत नवंबर में उन्हें पार्टी से निकाल दिया। बसपा से निकाले जाने के बाद कुशवाहा विधानसभा चुनावों से पहले भाजपा में शामिल हो गए। कुशवाहा के भाजपा में शामिल होने का तीव्र विरोध पार्टी के कुछ नेताओं द्वारा किए जाने पर पूर्व मंत्री ने पेशकश की कि जबतक भ्रष्टाचार के आरोपों से वह मुक्त नहीं हो जाते तबतक के लिए उन्हें पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलम्बित कर दिया जाए। कुशवाहा के इस प्रस्ताव को भाजपा ने स्वीकार कर लिया।
यह एक सारांश है: राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में करोड़ रुपये के कथित घोटाले की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय कुशवाहा सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर सकता है।
2
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: कथित कोल-गेट घोटाले को उजागर करने वाली सीएजी की रिपोर्ट को रद्द करने के लिए दायर की गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।टिप्पणियां सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीएजी को मुनीम का दफ्तर नहीं है, यह एक संवैधानिक संस्था है। और यदि  सीएजी ने दायरों का उल्लंघन किया तो यह देखना संसद का काम है। गौरतलब है कि सीएजी की रिपोर्ट के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ और पूरा शीत सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने सरकार से मांग की थी सभी 142 आवंटर रद्द कर दिए जाएं और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। इस पूरे प्रकरण में सरकार का कहना था कि सीएजी की रिपोर्ट में पेश आंकड़े भ्रामक हैं और वास्तविक्ता में इस पूरे आवंटन में कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दूसरे शब्दों में सरकार ने कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में किसी प्रकार के घोटाले से इनकार कर दिया। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सीएजी को मुनीम का दफ्तर नहीं है, यह एक संवैधानिक संस्था है। और यदि  सीएजी ने दायरों का उल्लंघन किया तो यह देखना संसद का काम है। गौरतलब है कि सीएजी की रिपोर्ट के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ और पूरा शीत सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने सरकार से मांग की थी सभी 142 आवंटर रद्द कर दिए जाएं और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। इस पूरे प्रकरण में सरकार का कहना था कि सीएजी की रिपोर्ट में पेश आंकड़े भ्रामक हैं और वास्तविक्ता में इस पूरे आवंटन में कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दूसरे शब्दों में सरकार ने कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में किसी प्रकार के घोटाले से इनकार कर दिया। गौरतलब है कि सीएजी की रिपोर्ट के बाद संसद में जोरदार हंगामा हुआ और पूरा शीत सत्र विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने सरकार से मांग की थी सभी 142 आवंटर रद्द कर दिए जाएं और मामले की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए। इस पूरे प्रकरण में सरकार का कहना था कि सीएजी की रिपोर्ट में पेश आंकड़े भ्रामक हैं और वास्तविक्ता में इस पूरे आवंटन में कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दूसरे शब्दों में सरकार ने कोल ब्लॉक आवंटन के मामले में किसी प्रकार के घोटाले से इनकार कर दिया।
यह एक सारांश है: कथित कोल-गेट घोटाले को उजागर करने वाली सीएजी की रिपोर्ट को रद्द करने के लिए दायर की गई याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है।
16
['hin']
एक सारांश बनाओ: सीबीआई के एक आला अफसर का कहना है कि आरटीआई कार्यकर्ता शहला मसूद हत्या मामला, अब तक की पड़ताल में ‘जुनून में किया गया अपराध’ लगता है, लेकिन इसके पीछे कोई बड़ी साजिश है अथवा नहीं, यह अभी जांच का विषय है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक की जांच से लगता है, शहला मसूद हत्या मामला मुख्य आरोपी जाहिदा परवेज द्वारा जुनून में किया गया अपराध है, लेकिन इसमें कोई बड़ी साजिश है अथवा नहीं, इसकी जांच की जा रही है।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि यह भी तय हो गया है कि मुख्य आरोपी जाहिदा ने भाजपा विधायक ध्रुवनाराण सिंह से शहला की बढ़ती नजदीकियों की ‘जलन’ की वजह से नामी बदमाश शाकिब डेंजर के जरिए हत्या की सुपारी दी और कानपुर से आए ‘शूटर’ ने शहला की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की सुपारी पांच लाख रुपये में तय हुई थी, लेकिन इसके बदले केवल तीन लाख रुपये दिए गए, शेष रकम को लेकर शाकिब द्वारा जाहिदा से लगातार मांग की जा रही थी। शहला हत्या मामले की जांच कर रही लगभग 25 अफसरों की सीबीआई टीम को अब तक मिली सफलता की प्रशंसा करने तथा उसकी हौसला अफजाई के लिए सीबीआई निदेशक एपी सिंह सोमवार रात भोपाल आए तथा मंगलवार सुबह नियमित उड़ान से दिल्ली लौट गए। उन्होंने सीबीआई टीम को स्थानीय पुलिस से मिल रहे सहयोग की भी सराहना की तथा उन्हें पुरस्कृत करने तथा प्रशंसा पत्र देने का भी ऐलान किया है। सीबीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘‘अब तक की जांच से लगता है, शहला मसूद हत्या मामला मुख्य आरोपी जाहिदा परवेज द्वारा जुनून में किया गया अपराध है, लेकिन इसमें कोई बड़ी साजिश है अथवा नहीं, इसकी जांच की जा रही है।टिप्पणियां उन्होंने कहा कि यह भी तय हो गया है कि मुख्य आरोपी जाहिदा ने भाजपा विधायक ध्रुवनाराण सिंह से शहला की बढ़ती नजदीकियों की ‘जलन’ की वजह से नामी बदमाश शाकिब डेंजर के जरिए हत्या की सुपारी दी और कानपुर से आए ‘शूटर’ ने शहला की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की सुपारी पांच लाख रुपये में तय हुई थी, लेकिन इसके बदले केवल तीन लाख रुपये दिए गए, शेष रकम को लेकर शाकिब द्वारा जाहिदा से लगातार मांग की जा रही थी। शहला हत्या मामले की जांच कर रही लगभग 25 अफसरों की सीबीआई टीम को अब तक मिली सफलता की प्रशंसा करने तथा उसकी हौसला अफजाई के लिए सीबीआई निदेशक एपी सिंह सोमवार रात भोपाल आए तथा मंगलवार सुबह नियमित उड़ान से दिल्ली लौट गए। उन्होंने सीबीआई टीम को स्थानीय पुलिस से मिल रहे सहयोग की भी सराहना की तथा उन्हें पुरस्कृत करने तथा प्रशंसा पत्र देने का भी ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि यह भी तय हो गया है कि मुख्य आरोपी जाहिदा ने भाजपा विधायक ध्रुवनाराण सिंह से शहला की बढ़ती नजदीकियों की ‘जलन’ की वजह से नामी बदमाश शाकिब डेंजर के जरिए हत्या की सुपारी दी और कानपुर से आए ‘शूटर’ ने शहला की गोली मारकर हत्या कर दी। हत्या की सुपारी पांच लाख रुपये में तय हुई थी, लेकिन इसके बदले केवल तीन लाख रुपये दिए गए, शेष रकम को लेकर शाकिब द्वारा जाहिदा से लगातार मांग की जा रही थी। शहला हत्या मामले की जांच कर रही लगभग 25 अफसरों की सीबीआई टीम को अब तक मिली सफलता की प्रशंसा करने तथा उसकी हौसला अफजाई के लिए सीबीआई निदेशक एपी सिंह सोमवार रात भोपाल आए तथा मंगलवार सुबह नियमित उड़ान से दिल्ली लौट गए। उन्होंने सीबीआई टीम को स्थानीय पुलिस से मिल रहे सहयोग की भी सराहना की तथा उन्हें पुरस्कृत करने तथा प्रशंसा पत्र देने का भी ऐलान किया है। शहला हत्या मामले की जांच कर रही लगभग 25 अफसरों की सीबीआई टीम को अब तक मिली सफलता की प्रशंसा करने तथा उसकी हौसला अफजाई के लिए सीबीआई निदेशक एपी सिंह सोमवार रात भोपाल आए तथा मंगलवार सुबह नियमित उड़ान से दिल्ली लौट गए। उन्होंने सीबीआई टीम को स्थानीय पुलिस से मिल रहे सहयोग की भी सराहना की तथा उन्हें पुरस्कृत करने तथा प्रशंसा पत्र देने का भी ऐलान किया है।
संक्षिप्त पाठ: सीबीआई का कहना है कि शहला मसूद की हत्या में अब तक की पड़ताल से पता चलता है कि यह जुनून में किया गया अपराध है।
30
['hin']
एक सारांश बनाओ: भारत ने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी डेविड हेडली को 'अस्थायी' रूप से एक साल के लिए भारत को सौंप दे और उसके सहयोगी तहव्वुर हुसैन राणा का प्रत्यर्पण करे, ताकि मुंबई आतंकवादी हमलों की साजिश के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल की जा सके। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी तक पहुंच हासिल करने की अपनी ताजा कोशिश के तहत भारत ने अमेरिकी अधिकारियों से आग्रह किया है कि वह हेडली को एक साल के लिए 'अस्थायी' तौर पर उसे सौंप दे। अमेरिका ने हेडली के प्रत्यर्पण में अक्षमता जताई, जिसके बाद भारत ने यह आग्रह किया। यह आग्रह पिछले माह वाशिंगटन में आयोजित भारत-अमेरिका गृह सुरक्षा वार्ता के दौरान किया गया। उस वार्ता में हिस्सा ले चुके एक शीर्ष भारतीय अधिकारी ने पीटीआई को बताया, अमेरिकी वार्ताकारों ने इस आग्रह पर सक्रियतापूर्वक विचार करने का हमें आश्वासन दिया। अमेरिका ने भारत को यह भी आश्वासन दिया कि वह हेडली के पाकिस्तानी मूल के कनाडाई मित्र राणा के प्रत्यर्पण पर भी सकारात्मक रूप से विचार करेगा। राणा ने पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए 26 नवंबर के हमलों के लिए जायजा लेने में हेडली की मदद की थी। भारत के लगातार दबाव के बाद, अमेरिका ने वार्ताकारों को इंगित किया कि भारत को दूसरी बार हेडली तक पहुंच दी जा सकती है, ताकि वह 2008 हमलों को संचालित करने की साजिश के बारे में ज्यादा सूचना हासिल कर सके। अब तक अमेरिका ने राणा से पूछताछ करने का कोई अवसर नहीं दिया था।टिप्पणियां डेनमार्क में साजिश रचने में अपनी संलिप्तता को लेकर राणा को एक अमेरिकी अदालत से सजा सुनाई गई है। भारतीय जांचकर्ता मानते हैं कि हेडली और राणा के पास ढेर सारी सूचनाएं हैं और उनसे पूछताछ से मुंबई हमले के पीछे की साजिश पर ज्यादा रोशनी पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि 51 साल के हेडली ने 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमले समेत आतंकवाद के 12 मामलों में अपना जुर्म कबूल किया है। बहरहाल, उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ 'प्ली बारगेन' कर किया था, जिसके तहत उसने अपराध स्वीकार करते हुए जांच में सहयोग की बात कही थी। अमेरिका की एक अदालत ने 52-वर्षीय राणा को 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। राणा को मुंबई हमले में दोषी नहीं ठहराया गया है। पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी आतंकवादी तक पहुंच हासिल करने की अपनी ताजा कोशिश के तहत भारत ने अमेरिकी अधिकारियों से आग्रह किया है कि वह हेडली को एक साल के लिए 'अस्थायी' तौर पर उसे सौंप दे। अमेरिका ने हेडली के प्रत्यर्पण में अक्षमता जताई, जिसके बाद भारत ने यह आग्रह किया। यह आग्रह पिछले माह वाशिंगटन में आयोजित भारत-अमेरिका गृह सुरक्षा वार्ता के दौरान किया गया। उस वार्ता में हिस्सा ले चुके एक शीर्ष भारतीय अधिकारी ने पीटीआई को बताया, अमेरिकी वार्ताकारों ने इस आग्रह पर सक्रियतापूर्वक विचार करने का हमें आश्वासन दिया। अमेरिका ने भारत को यह भी आश्वासन दिया कि वह हेडली के पाकिस्तानी मूल के कनाडाई मित्र राणा के प्रत्यर्पण पर भी सकारात्मक रूप से विचार करेगा। राणा ने पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए 26 नवंबर के हमलों के लिए जायजा लेने में हेडली की मदद की थी। भारत के लगातार दबाव के बाद, अमेरिका ने वार्ताकारों को इंगित किया कि भारत को दूसरी बार हेडली तक पहुंच दी जा सकती है, ताकि वह 2008 हमलों को संचालित करने की साजिश के बारे में ज्यादा सूचना हासिल कर सके। अब तक अमेरिका ने राणा से पूछताछ करने का कोई अवसर नहीं दिया था।टिप्पणियां डेनमार्क में साजिश रचने में अपनी संलिप्तता को लेकर राणा को एक अमेरिकी अदालत से सजा सुनाई गई है। भारतीय जांचकर्ता मानते हैं कि हेडली और राणा के पास ढेर सारी सूचनाएं हैं और उनसे पूछताछ से मुंबई हमले के पीछे की साजिश पर ज्यादा रोशनी पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि 51 साल के हेडली ने 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमले समेत आतंकवाद के 12 मामलों में अपना जुर्म कबूल किया है। बहरहाल, उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ 'प्ली बारगेन' कर किया था, जिसके तहत उसने अपराध स्वीकार करते हुए जांच में सहयोग की बात कही थी। अमेरिका की एक अदालत ने 52-वर्षीय राणा को 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। राणा को मुंबई हमले में दोषी नहीं ठहराया गया है। अमेरिका ने हेडली के प्रत्यर्पण में अक्षमता जताई, जिसके बाद भारत ने यह आग्रह किया। यह आग्रह पिछले माह वाशिंगटन में आयोजित भारत-अमेरिका गृह सुरक्षा वार्ता के दौरान किया गया। उस वार्ता में हिस्सा ले चुके एक शीर्ष भारतीय अधिकारी ने पीटीआई को बताया, अमेरिकी वार्ताकारों ने इस आग्रह पर सक्रियतापूर्वक विचार करने का हमें आश्वासन दिया। अमेरिका ने भारत को यह भी आश्वासन दिया कि वह हेडली के पाकिस्तानी मूल के कनाडाई मित्र राणा के प्रत्यर्पण पर भी सकारात्मक रूप से विचार करेगा। राणा ने पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए 26 नवंबर के हमलों के लिए जायजा लेने में हेडली की मदद की थी। भारत के लगातार दबाव के बाद, अमेरिका ने वार्ताकारों को इंगित किया कि भारत को दूसरी बार हेडली तक पहुंच दी जा सकती है, ताकि वह 2008 हमलों को संचालित करने की साजिश के बारे में ज्यादा सूचना हासिल कर सके। अब तक अमेरिका ने राणा से पूछताछ करने का कोई अवसर नहीं दिया था।टिप्पणियां डेनमार्क में साजिश रचने में अपनी संलिप्तता को लेकर राणा को एक अमेरिकी अदालत से सजा सुनाई गई है। भारतीय जांचकर्ता मानते हैं कि हेडली और राणा के पास ढेर सारी सूचनाएं हैं और उनसे पूछताछ से मुंबई हमले के पीछे की साजिश पर ज्यादा रोशनी पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि 51 साल के हेडली ने 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमले समेत आतंकवाद के 12 मामलों में अपना जुर्म कबूल किया है। बहरहाल, उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ 'प्ली बारगेन' कर किया था, जिसके तहत उसने अपराध स्वीकार करते हुए जांच में सहयोग की बात कही थी। अमेरिका की एक अदालत ने 52-वर्षीय राणा को 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। राणा को मुंबई हमले में दोषी नहीं ठहराया गया है। उस वार्ता में हिस्सा ले चुके एक शीर्ष भारतीय अधिकारी ने पीटीआई को बताया, अमेरिकी वार्ताकारों ने इस आग्रह पर सक्रियतापूर्वक विचार करने का हमें आश्वासन दिया। अमेरिका ने भारत को यह भी आश्वासन दिया कि वह हेडली के पाकिस्तानी मूल के कनाडाई मित्र राणा के प्रत्यर्पण पर भी सकारात्मक रूप से विचार करेगा। राणा ने पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए 26 नवंबर के हमलों के लिए जायजा लेने में हेडली की मदद की थी। भारत के लगातार दबाव के बाद, अमेरिका ने वार्ताकारों को इंगित किया कि भारत को दूसरी बार हेडली तक पहुंच दी जा सकती है, ताकि वह 2008 हमलों को संचालित करने की साजिश के बारे में ज्यादा सूचना हासिल कर सके। अब तक अमेरिका ने राणा से पूछताछ करने का कोई अवसर नहीं दिया था।टिप्पणियां डेनमार्क में साजिश रचने में अपनी संलिप्तता को लेकर राणा को एक अमेरिकी अदालत से सजा सुनाई गई है। भारतीय जांचकर्ता मानते हैं कि हेडली और राणा के पास ढेर सारी सूचनाएं हैं और उनसे पूछताछ से मुंबई हमले के पीछे की साजिश पर ज्यादा रोशनी पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि 51 साल के हेडली ने 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमले समेत आतंकवाद के 12 मामलों में अपना जुर्म कबूल किया है। बहरहाल, उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ 'प्ली बारगेन' कर किया था, जिसके तहत उसने अपराध स्वीकार करते हुए जांच में सहयोग की बात कही थी। अमेरिका की एक अदालत ने 52-वर्षीय राणा को 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। राणा को मुंबई हमले में दोषी नहीं ठहराया गया है। राणा ने पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के लिए 26 नवंबर के हमलों के लिए जायजा लेने में हेडली की मदद की थी। भारत के लगातार दबाव के बाद, अमेरिका ने वार्ताकारों को इंगित किया कि भारत को दूसरी बार हेडली तक पहुंच दी जा सकती है, ताकि वह 2008 हमलों को संचालित करने की साजिश के बारे में ज्यादा सूचना हासिल कर सके। अब तक अमेरिका ने राणा से पूछताछ करने का कोई अवसर नहीं दिया था।टिप्पणियां डेनमार्क में साजिश रचने में अपनी संलिप्तता को लेकर राणा को एक अमेरिकी अदालत से सजा सुनाई गई है। भारतीय जांचकर्ता मानते हैं कि हेडली और राणा के पास ढेर सारी सूचनाएं हैं और उनसे पूछताछ से मुंबई हमले के पीछे की साजिश पर ज्यादा रोशनी पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि 51 साल के हेडली ने 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमले समेत आतंकवाद के 12 मामलों में अपना जुर्म कबूल किया है। बहरहाल, उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ 'प्ली बारगेन' कर किया था, जिसके तहत उसने अपराध स्वीकार करते हुए जांच में सहयोग की बात कही थी। अमेरिका की एक अदालत ने 52-वर्षीय राणा को 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। राणा को मुंबई हमले में दोषी नहीं ठहराया गया है। डेनमार्क में साजिश रचने में अपनी संलिप्तता को लेकर राणा को एक अमेरिकी अदालत से सजा सुनाई गई है। भारतीय जांचकर्ता मानते हैं कि हेडली और राणा के पास ढेर सारी सूचनाएं हैं और उनसे पूछताछ से मुंबई हमले के पीछे की साजिश पर ज्यादा रोशनी पड़ेगी। उल्लेखनीय है कि 51 साल के हेडली ने 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमले समेत आतंकवाद के 12 मामलों में अपना जुर्म कबूल किया है। बहरहाल, उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ 'प्ली बारगेन' कर किया था, जिसके तहत उसने अपराध स्वीकार करते हुए जांच में सहयोग की बात कही थी। अमेरिका की एक अदालत ने 52-वर्षीय राणा को 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। राणा को मुंबई हमले में दोषी नहीं ठहराया गया है। उल्लेखनीय है कि 51 साल के हेडली ने 166 लोगों की जान लेने वाले मुंबई हमले समेत आतंकवाद के 12 मामलों में अपना जुर्म कबूल किया है। बहरहाल, उसने अमेरिकी अधिकारियों के साथ 'प्ली बारगेन' कर किया था, जिसके तहत उसने अपराध स्वीकार करते हुए जांच में सहयोग की बात कही थी। अमेरिका की एक अदालत ने 52-वर्षीय राणा को 14 साल की कैद की सजा सुनाई है। राणा को मुंबई हमले में दोषी नहीं ठहराया गया है।
संक्षिप्त पाठ: भारत ने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी डेविड हेडली को 'अस्थायी' रूप से एक साल के लिए भारत को सौंप दे और उसके सहयोगी तहव्वुर राणा का प्रत्यर्पण करे, ताकि मुंबई हमलों की साजिश के बारे में ज्यादा जानकारी हासिल की जा सके।
30
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: जर्मनी की महंगी श्रेणी की वाहन निर्माता कम्पनी मर्सिडीज-बेंज ने गुरुवार को अपनी स्पोर्ट्स सेडान कार ई63 एएमजी पेश की। दिल्ली में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1.29 करोड़ रुपये रखी गई है। मर्सिडीज-बेंज इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक एबरहार्ड केर्न ने कहा, "हमने इस साल कई नए उत्पाद पेश किए हैं। हमें ग्राहकों की बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।" कम्पनी ने इस साल ए-क्लास, बी-क्लास और एक्जीक्यूटिव सेडान ई-क्लास जैसे नए सेगमेंट पेश किए हैं। नई स्पोर्ट्स सेडान में 5.5 लीटर वी8 बीआईटीयूआरबीओ इंजन लगाई गई है।टिप्पणियां कार सिर्फ 4.2 सेकेंड में स्टार्ट होकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। कार की अधिकतम गति 250 किलोमीटर प्रति घंटा है। सुरक्षा के लिए सेडान में आठ एयरबैग की सुविधा दी गई है। इसके अलावे पिछली सीट के यात्रियों के लिए भी अलग से एयरबैग की सुविधा है। मर्सिडीज-बेंज इंडिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक एबरहार्ड केर्न ने कहा, "हमने इस साल कई नए उत्पाद पेश किए हैं। हमें ग्राहकों की बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है।" कम्पनी ने इस साल ए-क्लास, बी-क्लास और एक्जीक्यूटिव सेडान ई-क्लास जैसे नए सेगमेंट पेश किए हैं। नई स्पोर्ट्स सेडान में 5.5 लीटर वी8 बीआईटीयूआरबीओ इंजन लगाई गई है।टिप्पणियां कार सिर्फ 4.2 सेकेंड में स्टार्ट होकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। कार की अधिकतम गति 250 किलोमीटर प्रति घंटा है। सुरक्षा के लिए सेडान में आठ एयरबैग की सुविधा दी गई है। इसके अलावे पिछली सीट के यात्रियों के लिए भी अलग से एयरबैग की सुविधा है। कम्पनी ने इस साल ए-क्लास, बी-क्लास और एक्जीक्यूटिव सेडान ई-क्लास जैसे नए सेगमेंट पेश किए हैं। नई स्पोर्ट्स सेडान में 5.5 लीटर वी8 बीआईटीयूआरबीओ इंजन लगाई गई है।टिप्पणियां कार सिर्फ 4.2 सेकेंड में स्टार्ट होकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। कार की अधिकतम गति 250 किलोमीटर प्रति घंटा है। सुरक्षा के लिए सेडान में आठ एयरबैग की सुविधा दी गई है। इसके अलावे पिछली सीट के यात्रियों के लिए भी अलग से एयरबैग की सुविधा है। नई स्पोर्ट्स सेडान में 5.5 लीटर वी8 बीआईटीयूआरबीओ इंजन लगाई गई है।टिप्पणियां कार सिर्फ 4.2 सेकेंड में स्टार्ट होकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। कार की अधिकतम गति 250 किलोमीटर प्रति घंटा है। सुरक्षा के लिए सेडान में आठ एयरबैग की सुविधा दी गई है। इसके अलावे पिछली सीट के यात्रियों के लिए भी अलग से एयरबैग की सुविधा है। कार सिर्फ 4.2 सेकेंड में स्टार्ट होकर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार पकड़ सकती है। कार की अधिकतम गति 250 किलोमीटर प्रति घंटा है। सुरक्षा के लिए सेडान में आठ एयरबैग की सुविधा दी गई है। इसके अलावे पिछली सीट के यात्रियों के लिए भी अलग से एयरबैग की सुविधा है। सुरक्षा के लिए सेडान में आठ एयरबैग की सुविधा दी गई है। इसके अलावे पिछली सीट के यात्रियों के लिए भी अलग से एयरबैग की सुविधा है।
संक्षिप्त सारांश: जर्मनी की महंगी श्रेणी की वाहन निर्माता कम्पनी मर्सिडीज-बेंज ने गुरुवार को अपनी स्पोर्ट्स सेडान कार ई63 एएमजी पेश की। दिल्ली में इसकी एक्स-शोरूम कीमत 1.29 करोड़ रुपये रखी गई है।
23
['hin']
एक सारांश बनाओ: अहमदाबाद के जमालपुर खाडिया क्षेत्र के भाजपा विधायक भूषण भट्ट आजकल अपने क्षेत्र में कचरे के भगवा रंग के डिब्बे बांट रहे हैं. आम तौर पर यह डिब्बे नीले या हरे रंग के होते हैं. भूषण भट्ट कहते हैं कि वे स्वच्छता के लिए सब कुछ कर रहे हैं. उन्हें भगवा रंग ज्यादा आकर्षक लगता है. वे कहते हैं कि लोग आपके काम को देखते हैं और मुझे लगता है कि भगवा रंग आंखों को अच्छा लगता है.टिप्पणियां भट्ट ने अपने विधायक फंड से तीन लाख रुपये खर्च करके अब तक 1000 डस्टबीन बांटे हैं. वे कह रहे हैं कि यह सिर्फ स्वच्छता मिशन के लिए हो रहा है. लेकिन विरोधी पक्ष कांग्रेस इसे राजनीति से प्रेरित मानता है, क्योंकि यह चुनावी साल है. कांग्रेस का आरोप है कि यह पूरी तरह संस्थानों के भगवाकरण के एजेंडे के तहत हो रहा है. कचरे के डिब्बों को भी भगवा रंग में रंगना भाजपा की ओछी मानसिकता दिखा रहा है.   भाजपा 1975 से इस सीट से चुनाव जीतती रही है. यह सीट जमालपुर खाडिया पहले की दो विधानसभा सीटें खाडिया और जमालपुर को मिलाकर बनाई गई है. खाडिया हमेशा से भाजपा का और जमालपुर हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रहा है. इस इलाके में बड़ी संख्या में लघुमति समुदाय के वोटर हैं. लोग कह रहे हैं कि अगर एजेंडा सिर्फ सफाई है तो ठीक है, लेकिन लोगों को खुलकर विरोध करना मुश्किल लग रहा है. पिछले लोकसभा चुनाव से पहले बस स्टॉप भगवा रंग में रंगे गए थे, फिर बच्चों को स्कूल किट्स और अब डस्टबीन भी भगवा रंग में रंगने से विवाद बढ़ रहा है. भट्ट ने अपने विधायक फंड से तीन लाख रुपये खर्च करके अब तक 1000 डस्टबीन बांटे हैं. वे कह रहे हैं कि यह सिर्फ स्वच्छता मिशन के लिए हो रहा है. लेकिन विरोधी पक्ष कांग्रेस इसे राजनीति से प्रेरित मानता है, क्योंकि यह चुनावी साल है. कांग्रेस का आरोप है कि यह पूरी तरह संस्थानों के भगवाकरण के एजेंडे के तहत हो रहा है. कचरे के डिब्बों को भी भगवा रंग में रंगना भाजपा की ओछी मानसिकता दिखा रहा है.   भाजपा 1975 से इस सीट से चुनाव जीतती रही है. यह सीट जमालपुर खाडिया पहले की दो विधानसभा सीटें खाडिया और जमालपुर को मिलाकर बनाई गई है. खाडिया हमेशा से भाजपा का और जमालपुर हमेशा से कांग्रेस का गढ़ रहा है. इस इलाके में बड़ी संख्या में लघुमति समुदाय के वोटर हैं. लोग कह रहे हैं कि अगर एजेंडा सिर्फ सफाई है तो ठीक है, लेकिन लोगों को खुलकर विरोध करना मुश्किल लग रहा है. पिछले लोकसभा चुनाव से पहले बस स्टॉप भगवा रंग में रंगे गए थे, फिर बच्चों को स्कूल किट्स और अब डस्टबीन भी भगवा रंग में रंगने से विवाद बढ़ रहा है. लोग कह रहे हैं कि अगर एजेंडा सिर्फ सफाई है तो ठीक है, लेकिन लोगों को खुलकर विरोध करना मुश्किल लग रहा है. पिछले लोकसभा चुनाव से पहले बस स्टॉप भगवा रंग में रंगे गए थे, फिर बच्चों को स्कूल किट्स और अब डस्टबीन भी भगवा रंग में रंगने से विवाद बढ़ रहा है.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: विधायक फंड से तीन लाख रुपये खर्च करके 1000 डस्टबीन बांटे विधायक भूषण भट्ट ने कहा, स्वच्छता के लिए सब कुछ कर रहे हैं कांग्रेस का आरोप, यह पूरी तरह संस्थानों के भगवाकरण का एजेंडा
32
['hin']
इस के लिए एक सारांश बनाएं: राजधानी के कमला मार्केट इलाके में स्थित जाकिर हुसैन कॉलेज के पास लूट की कोशिश के दौरान लुटेरों के एक गिरोह ने गोली चला दी जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए।टिप्पणियां पुलिस ने बताया कि लुटेरों के एक गिरोह ने कमला मार्केट इलाके में कथित तौर पर एक दुकान को लूटने की कोशिश की और जब कुछ लोगों ने इस पर विरोध जताया तो उन्होंने गोली चला दी जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए। जख्मी हुए लोगों को पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल हुए एक व्यक्ति की हालत गंभीर बतायी जा रही है। पुलिस ने बताया कि लुटेरों के एक गिरोह ने कमला मार्केट इलाके में कथित तौर पर एक दुकान को लूटने की कोशिश की और जब कुछ लोगों ने इस पर विरोध जताया तो उन्होंने गोली चला दी जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए। जख्मी हुए लोगों को पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल हुए एक व्यक्ति की हालत गंभीर बतायी जा रही है। जख्मी हुए लोगों को पास के ही एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल हुए एक व्यक्ति की हालत गंभीर बतायी जा रही है।
राजधानी के कमला मार्केट इलाके में स्थित जाकिर हुसैन कॉलेज के पास लूट की कोशिश के दौरान लुटेरों के एक गिरोह ने गोली चला दी जिसमें तीन लोग जख्मी हो गए।
28
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: आगामी लोकसभा चुनाव से पहले मायावती पर एक बड़ा संकट आ खड़ा हो गया है. हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में लगी हाथियों की मूर्तियां, बसपा के संस्थापक काशी राम और उनकी खुद की मूर्तियों पर खर्च हुई राशि को वापस करने के लिए कहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक मायावती के शासनकाल में इन मूर्तियों पर अनुमानित 59 करोड़ रुपये का खर्च आया था. जिसमें उनकी खुद की प्रतिमाओं पर 3 करोड़ 49 लाख रुपये, काशीराम की प्रतिमा पर 3 करोड़ 77 लाख रुपये और चुनाव चिह्न हाथी की मूर्ति पर 52 करोड़ रुपये का खर्च किया गया था. मामले में सुनवाई करते हुए चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने मायावती के वकील को कहा कि अपने क्लाईंट को बता दीजिए की उन्हें मूर्तियों पर खर्च पैसे को सरकारी खजाने में वापस जमा कराना चाहिए. CJI ने कहा कि हमारा प्रारंभिक विचार है कि मैडम मायावती को मूर्तियों का सारा पैसा अपनी जेब से सरकारी खजाने को भुगतान करना चाहिए. मायावती की ओर से सतीश मिश्रा ने कहा कि इस केस की सुनवाई मई के बाद हो, लेकिन चीफ जस्टिस ने कहा कि हमें कुछ और कहने के लिए मजबूर न करें. अब इस मामले में 2 अप्रैल को सुनवाई होगी. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और दीपक गुप्ता की बेंच ने अपनी राय में कहा, "महोदया मायावती इन मूर्तियों पर खर्च धन की प्रतिपूर्ति सरकार के खजाने को करें." गठबंधन के घटक दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने भी उनको खुद बचाव करने को छोड़ दिया है जिससे उनकी समस्या बढ़ गई है. बुआ जी पर सरकारी धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते रहने वाले सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पास अब कोई सवाल नहीं है. उन्होंने कहा, "मैंने सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बारे में पूरा नहीं पढ़ा है. बसपा के वकील मसले से निबटेंगे." मामले को अंतिम फैसले के लिए दो अप्रैल को सूचीबद्ध किया गया है. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री की चिंता के दो कारण हैं- पहला यह कि अदालत की झिड़की से आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी की संभावनाओं पर असर पड़ सकता है और प्रतिद्वंद्वी पार्टी खासतौर से भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर उनको दलित नहीं दौलत की बेटी कहने का मौका मिल जाएगा. दूसरा कारण यह है कि इससे उनके बटुए में बड़ा सुराख बन जाएगा.  लखनऊ स्थित अंबेडकर पार्क में हाथियों की 152 मूर्तियां हैं, जबकि नोएडा स्थित में अंबेडकर पार्क 56 मूर्तियां हैं.
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: चुनाव से ठीक पहले मायावती पर आर्थिक संकट नोएडा में हाथी की मूर्तियों को बनवाने का मामला सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इनपर खर्च पैसे लौटाने चाहिए
25
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: पूर्व विमान परिचारिका गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में आरोपी हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल गोयल कांडा ने दिल्ली की स्थानीय अदालत में जमानत याचिका दायर की है। मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी। कांडा की सहयोगी एवं मामले की एक अन्य आरोपी अरुणा चड्ढा 25 सितम्बर से न्यायिक हिरासत में हैं। अरुणा एवं गीतिका, कांडा की अब बंद हो चुकी है एमडीएलआर एयरलाइंस के लिए काम करती थीं। कांडा ने रोहिणी जिला न्यायालय के जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसके सरवरिया की अदालत में याचिका दायर की है जिसकी सुनवाई गुरुवार को होगी।टिप्पणियां गीतिका चार-पांच अगस्त को अशोक विहार स्थित अपने घर में फांसी के फंदे से लटकी मिली थी। उसने अपने सुसाइड नोट में कांडा एवं अरुणा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी कांडा को 18 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। कांडा की सहयोगी एवं मामले की एक अन्य आरोपी अरुणा चड्ढा 25 सितम्बर से न्यायिक हिरासत में हैं। अरुणा एवं गीतिका, कांडा की अब बंद हो चुकी है एमडीएलआर एयरलाइंस के लिए काम करती थीं। कांडा ने रोहिणी जिला न्यायालय के जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसके सरवरिया की अदालत में याचिका दायर की है जिसकी सुनवाई गुरुवार को होगी।टिप्पणियां गीतिका चार-पांच अगस्त को अशोक विहार स्थित अपने घर में फांसी के फंदे से लटकी मिली थी। उसने अपने सुसाइड नोट में कांडा एवं अरुणा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी कांडा को 18 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। कांडा ने रोहिणी जिला न्यायालय के जिला एवं अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश एसके सरवरिया की अदालत में याचिका दायर की है जिसकी सुनवाई गुरुवार को होगी।टिप्पणियां गीतिका चार-पांच अगस्त को अशोक विहार स्थित अपने घर में फांसी के फंदे से लटकी मिली थी। उसने अपने सुसाइड नोट में कांडा एवं अरुणा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी कांडा को 18 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। गीतिका चार-पांच अगस्त को अशोक विहार स्थित अपने घर में फांसी के फंदे से लटकी मिली थी। उसने अपने सुसाइड नोट में कांडा एवं अरुणा को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया था। गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी कांडा को 18 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था। गीतिका को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी कांडा को 18 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था।
सारांश: पूर्व विमान परिचारिका गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में आरोपी हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल गोयल कांडा ने दिल्ली की स्थानीय अदालत में जमानत याचिका दायर की है। मामले की सुनवाई गुरुवार को होगी।
7
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गैर-कांग्रेसी और गैर भाजपाई क्षेत्रीय दलों के संघीय मोर्चे (के गठन) का आह्वान किया और कहा कि कार्ययोजना तय की जानी चाहिए।टिप्पणियां ममता बनर्जी ने बिना किसी दल का नाम लिए क्षेत्रीय दलों से अपनी एक अपील में कहा, ‘‘हमें साथ खड़ा हो जाना चाहिए। हमें आपस में बातचीत करनी चाहिए। हमें अगले लोकसभा चुनाव के लिए कार्ययोजना तय करनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में संघीय मोर्चा बनाने का समय आ गया है। संप्रग की पूर्व सहयोगी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता ने कहा, ‘‘मैं सभी गैर-कांग्रेसी और गैर भाजपाई दलों से देश को कुशासन एवं जन विरोधी फैसलों से मुक्त कराने के लिए एकजुट संघर्ष शुरू करने तथा बेहतर एवं उज्ज्वल भारत के निर्माण के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील करती हूं।’’ ममता बनर्जी ने बिना किसी दल का नाम लिए क्षेत्रीय दलों से अपनी एक अपील में कहा, ‘‘हमें साथ खड़ा हो जाना चाहिए। हमें आपस में बातचीत करनी चाहिए। हमें अगले लोकसभा चुनाव के लिए कार्ययोजना तय करनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय दलों के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में संघीय मोर्चा बनाने का समय आ गया है। संप्रग की पूर्व सहयोगी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता ने कहा, ‘‘मैं सभी गैर-कांग्रेसी और गैर भाजपाई दलों से देश को कुशासन एवं जन विरोधी फैसलों से मुक्त कराने के लिए एकजुट संघर्ष शुरू करने तथा बेहतर एवं उज्ज्वल भारत के निर्माण के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील करती हूं।’’ संप्रग की पूर्व सहयोगी तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता ने कहा, ‘‘मैं सभी गैर-कांग्रेसी और गैर भाजपाई दलों से देश को कुशासन एवं जन विरोधी फैसलों से मुक्त कराने के लिए एकजुट संघर्ष शुरू करने तथा बेहतर एवं उज्ज्वल भारत के निर्माण के लिए साथ मिलकर काम करने की अपील करती हूं।’’
संक्षिप्त पाठ: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गैर-कांग्रेसी और गैर भाजपाई क्षेत्रीय दलों के संघीय मोर्चे (के गठन) का आह्वान किया और कहा कि कार्ययोजना तय की जानी चाहिए।
27
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाओ: टेरेसा मे ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का पदभार संभाला, जिससे वह मार्गरेट थैचर के बाद प्रधानमंत्री बनने वाली दूसरी महिला हो गई हैं। टेरेसा ने ब्रेग्जिट के बाद दुनिया में ब्रिटेन के लिए 'साहसिक एवं नई सकारात्मक भूमिका' निभाने का संकल्प लिया है। बकिंघम पैलेस में क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के साथ मुलाकात के बाद थेरेसा (59) ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का प्रभार लिया। वह अपने पति फिलिप मे के साथ मीडिया को संबोधित करने डाउनिंग स्ट्रीट पहुंचीं, जहां से उनके पूर्ववर्ती डेविड कैमरन सिर्फ एक घंटे पहले विदा हुए थे। प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा, 'डेविड कैमरन को मैं एक महान, आधुनिक प्रधानमंत्री मानती हूं... उन्होंने एक राष्ट्र की सरकार का नेतृत्व किया और उसी भावना से मैं नेतृत्व करने की योजना बना रही हूं।' उन्होंने यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए ब्रिटेन के जनमत संग्रह का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारे समक्ष बड़े राष्ट्रीय बदलाव की चुनौती है... हम चुनौती का सामना करेंगे और साथ मिलकर बेहतर ब्रिटेन का निर्माण करेंगे।' उन्होंने इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड के बीच एकता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि वह ईयू से निकलने की चुनौती से निपटेंगी और 'दुनिया में ब्रिटेन के लिए साहसिक एवं नई सकारात्मक भूमिका तैयार करेंगी।' बेहद खरी बातें करने वाली इस नेता ने ऐसे वक्त में पद संभाला है, जब ब्रेग्जिट वोट के कारण प्रधानमंत्री पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्ग्रेट थैचर थीं। वह 1979 से 1990 तक इस पद पर रहीं। 'ब्रेग्जिट का अर्थ ब्रेग्जिट है' यह वादा करने के बाद कंजरवेटिव पार्टी की 59-वर्षीय नेता के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम एक ऐसी टीम का गठन करना है, जो यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने की शर्तों पर बातचीत करने की चुनौती से निपट सके। थैचर के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनने वाली टेरेसा से आशा की जा रही है कि वह राजनीति में महिलाओं के हक की बात करेंगी और कैबिनेट में टोरी महिला सांसदों को बहुत महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी जाएंगी। आशा की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद संभालने के अलावा टेरेसा अन्य कई भूमिकाओं में भी स्थिरता सुनिश्चित करेंगी।टिप्पणियां टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बकिंघम पैलेस में क्वीन एलिजाबेथ द्वितीय के साथ मुलाकात के बाद थेरेसा (59) ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का प्रभार लिया। वह अपने पति फिलिप मे के साथ मीडिया को संबोधित करने डाउनिंग स्ट्रीट पहुंचीं, जहां से उनके पूर्ववर्ती डेविड कैमरन सिर्फ एक घंटे पहले विदा हुए थे। प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा, 'डेविड कैमरन को मैं एक महान, आधुनिक प्रधानमंत्री मानती हूं... उन्होंने एक राष्ट्र की सरकार का नेतृत्व किया और उसी भावना से मैं नेतृत्व करने की योजना बना रही हूं।' उन्होंने यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए ब्रिटेन के जनमत संग्रह का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारे समक्ष बड़े राष्ट्रीय बदलाव की चुनौती है... हम चुनौती का सामना करेंगे और साथ मिलकर बेहतर ब्रिटेन का निर्माण करेंगे।' उन्होंने इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड के बीच एकता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि वह ईयू से निकलने की चुनौती से निपटेंगी और 'दुनिया में ब्रिटेन के लिए साहसिक एवं नई सकारात्मक भूमिका तैयार करेंगी।' बेहद खरी बातें करने वाली इस नेता ने ऐसे वक्त में पद संभाला है, जब ब्रेग्जिट वोट के कारण प्रधानमंत्री पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्ग्रेट थैचर थीं। वह 1979 से 1990 तक इस पद पर रहीं। 'ब्रेग्जिट का अर्थ ब्रेग्जिट है' यह वादा करने के बाद कंजरवेटिव पार्टी की 59-वर्षीय नेता के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम एक ऐसी टीम का गठन करना है, जो यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने की शर्तों पर बातचीत करने की चुनौती से निपट सके। थैचर के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनने वाली टेरेसा से आशा की जा रही है कि वह राजनीति में महिलाओं के हक की बात करेंगी और कैबिनेट में टोरी महिला सांसदों को बहुत महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी जाएंगी। आशा की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद संभालने के अलावा टेरेसा अन्य कई भूमिकाओं में भी स्थिरता सुनिश्चित करेंगी।टिप्पणियां टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) प्रधानमंत्री के तौर पर अपने पहले भाषण में उन्होंने कहा, 'डेविड कैमरन को मैं एक महान, आधुनिक प्रधानमंत्री मानती हूं... उन्होंने एक राष्ट्र की सरकार का नेतृत्व किया और उसी भावना से मैं नेतृत्व करने की योजना बना रही हूं।' उन्होंने यूरोपीय संघ छोड़ने के लिए ब्रिटेन के जनमत संग्रह का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारे समक्ष बड़े राष्ट्रीय बदलाव की चुनौती है... हम चुनौती का सामना करेंगे और साथ मिलकर बेहतर ब्रिटेन का निर्माण करेंगे।' उन्होंने इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड के बीच एकता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि वह ईयू से निकलने की चुनौती से निपटेंगी और 'दुनिया में ब्रिटेन के लिए साहसिक एवं नई सकारात्मक भूमिका तैयार करेंगी।' बेहद खरी बातें करने वाली इस नेता ने ऐसे वक्त में पद संभाला है, जब ब्रेग्जिट वोट के कारण प्रधानमंत्री पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्ग्रेट थैचर थीं। वह 1979 से 1990 तक इस पद पर रहीं। 'ब्रेग्जिट का अर्थ ब्रेग्जिट है' यह वादा करने के बाद कंजरवेटिव पार्टी की 59-वर्षीय नेता के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम एक ऐसी टीम का गठन करना है, जो यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने की शर्तों पर बातचीत करने की चुनौती से निपट सके। थैचर के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनने वाली टेरेसा से आशा की जा रही है कि वह राजनीति में महिलाओं के हक की बात करेंगी और कैबिनेट में टोरी महिला सांसदों को बहुत महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी जाएंगी। आशा की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद संभालने के अलावा टेरेसा अन्य कई भूमिकाओं में भी स्थिरता सुनिश्चित करेंगी।टिप्पणियां टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने इंग्लैंड, स्कॉटलैंड, वेल्स और उत्तरी आयरलैंड के बीच एकता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता जताई और कहा कि वह ईयू से निकलने की चुनौती से निपटेंगी और 'दुनिया में ब्रिटेन के लिए साहसिक एवं नई सकारात्मक भूमिका तैयार करेंगी।' बेहद खरी बातें करने वाली इस नेता ने ऐसे वक्त में पद संभाला है, जब ब्रेग्जिट वोट के कारण प्रधानमंत्री पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्ग्रेट थैचर थीं। वह 1979 से 1990 तक इस पद पर रहीं। 'ब्रेग्जिट का अर्थ ब्रेग्जिट है' यह वादा करने के बाद कंजरवेटिव पार्टी की 59-वर्षीय नेता के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम एक ऐसी टीम का गठन करना है, जो यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने की शर्तों पर बातचीत करने की चुनौती से निपट सके। थैचर के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनने वाली टेरेसा से आशा की जा रही है कि वह राजनीति में महिलाओं के हक की बात करेंगी और कैबिनेट में टोरी महिला सांसदों को बहुत महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी जाएंगी। आशा की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद संभालने के अलावा टेरेसा अन्य कई भूमिकाओं में भी स्थिरता सुनिश्चित करेंगी।टिप्पणियां टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बेहद खरी बातें करने वाली इस नेता ने ऐसे वक्त में पद संभाला है, जब ब्रेग्जिट वोट के कारण प्रधानमंत्री पर काम का बोझ बहुत ज्यादा है। ब्रिटेन की पहली महिला प्रधानमंत्री मार्ग्रेट थैचर थीं। वह 1979 से 1990 तक इस पद पर रहीं। 'ब्रेग्जिट का अर्थ ब्रेग्जिट है' यह वादा करने के बाद कंजरवेटिव पार्टी की 59-वर्षीय नेता के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम एक ऐसी टीम का गठन करना है, जो यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने की शर्तों पर बातचीत करने की चुनौती से निपट सके। थैचर के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनने वाली टेरेसा से आशा की जा रही है कि वह राजनीति में महिलाओं के हक की बात करेंगी और कैबिनेट में टोरी महिला सांसदों को बहुत महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी जाएंगी। आशा की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद संभालने के अलावा टेरेसा अन्य कई भूमिकाओं में भी स्थिरता सुनिश्चित करेंगी।टिप्पणियां टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'ब्रेग्जिट का अर्थ ब्रेग्जिट है' यह वादा करने के बाद कंजरवेटिव पार्टी की 59-वर्षीय नेता के लिए सबसे महत्वपूर्ण काम एक ऐसी टीम का गठन करना है, जो यूरोपीय संघ से ब्रिटेन के बाहर निकलने की शर्तों पर बातचीत करने की चुनौती से निपट सके। थैचर के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनने वाली टेरेसा से आशा की जा रही है कि वह राजनीति में महिलाओं के हक की बात करेंगी और कैबिनेट में टोरी महिला सांसदों को बहुत महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी जाएंगी। आशा की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद संभालने के अलावा टेरेसा अन्य कई भूमिकाओं में भी स्थिरता सुनिश्चित करेंगी।टिप्पणियां टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) थैचर के बाद देश की दूसरी महिला प्रधानमंत्री बनने वाली टेरेसा से आशा की जा रही है कि वह राजनीति में महिलाओं के हक की बात करेंगी और कैबिनेट में टोरी महिला सांसदों को बहुत महत्वपूर्ण भूमिकाएं दी जाएंगी। आशा की जा रही है कि प्रधानमंत्री पद संभालने के अलावा टेरेसा अन्य कई भूमिकाओं में भी स्थिरता सुनिश्चित करेंगी।टिप्पणियां टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) टेरेसा 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं। डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं। टेरेसा पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री के पद पर रहने वाली सांसद हैं।(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
संक्षिप्त पाठ: टेरेसा में 1997 से ही बतौर सांसद ब्रिटिश संसद में मौजूद हैं डेविड कैमरन के मंत्रिमंडल में वह गृहमंत्री रहीं पिछले 50 सालों में सबसे लंबे समय तक गृहमंत्री रहने वाली सांसद हैं
27
['hin']
एक सारांश बनाओ: पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा मारे गए मथुरा के शहीद हेमराज की पत्नी से शुक्रवार को कोई अज्ञात व्यक्ति फौजी बनकर 10 लाख रुपये ठग ले गया। पुलिस ने इस संबंध में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह करीब 25-वर्षीय एक व्यक्ति शहीद हेमराज के शेरनगर-खरार गांव में उसके घर पहुंचा। उसने अपना नाम अमित कुमार तथा खुद को हाथरस निवासी बताया। उसने अपना परिचय दिल्ली स्थित सेना भवन के एक कर्मी के रूप में दिया और शहीद की विधवा धर्मवती से कहा कि उसने आर्थिक मदद के रूप में मिले सारे पैसे अपने नाम से ही जमाकर रखे हैं, इसलिए उन पर सरकारी कर लग सकता है, इसलिये वह कुछ राशि बच्चों के नाम से तथा कुछ राशि अपने पास नकद रख ले, तो ऐसा होने से बचा जा सकता है। इस पर धर्मवती, अपने चचेरे ससुर गजेंद्र सिंह तथा देवर भगवान सिंह को लेकर उक्त कथित फौजी के साथ छाता कस्बे में स्थित स्टेट बैंक की शाखा पहुंची। वहां उसने अपने खाते से 20 लाख रुपये निकाले। इनमें से उसने अपनी बच्ची के नाम से 10 लाख रुपये की एफडी करा दी तथा शेष 10 लाख रुपये निकालकर सभी व्यक्ति गांव की ओर लौट चले। धर्मवती के चचेरे ससुर गजेन्द्र और देवर भगवान सिंह अलग बाइक पर थे तथा वह स्वयं उक्त फौजी के साथ उसकी बाइक पर आ रही थी। रुपये से भरा बैग भी उसी के पास था। टिप्पणियां रास्ते में बाइक में पेट्रोल डलवाने के बहाने कथित फौजी 10 लाख रुपये से भरा बैग लेकर चंपत हो गया। धर्मवती की तहरीर पर पुलिस ने ठगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप यादव ने बताया कि बैंक से वीडियो फुटेज मंगाकर जांच की जा रही है। जैसा कि बताया जा रहा है कि ठगी करने वाला कथित फौजी भी वीडियो फुटेज में नजर आया है, उसकी पहचान के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनुकंपा राशि मिलने के बाद पहले भी इस प्रकार के दो प्रयास किए जा चुके हैं। एक बार गैस एजेंसी के नाम पर तथा दूसरी बार फर्जी चेक बनाकर शहीद की विधवा के खाते से पैसा निकालने की कोशिश की गई थी, जिसे सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर बचा लिया। यादव ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो गई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार की सुबह करीब 25-वर्षीय एक व्यक्ति शहीद हेमराज के शेरनगर-खरार गांव में उसके घर पहुंचा। उसने अपना नाम अमित कुमार तथा खुद को हाथरस निवासी बताया। उसने अपना परिचय दिल्ली स्थित सेना भवन के एक कर्मी के रूप में दिया और शहीद की विधवा धर्मवती से कहा कि उसने आर्थिक मदद के रूप में मिले सारे पैसे अपने नाम से ही जमाकर रखे हैं, इसलिए उन पर सरकारी कर लग सकता है, इसलिये वह कुछ राशि बच्चों के नाम से तथा कुछ राशि अपने पास नकद रख ले, तो ऐसा होने से बचा जा सकता है। इस पर धर्मवती, अपने चचेरे ससुर गजेंद्र सिंह तथा देवर भगवान सिंह को लेकर उक्त कथित फौजी के साथ छाता कस्बे में स्थित स्टेट बैंक की शाखा पहुंची। वहां उसने अपने खाते से 20 लाख रुपये निकाले। इनमें से उसने अपनी बच्ची के नाम से 10 लाख रुपये की एफडी करा दी तथा शेष 10 लाख रुपये निकालकर सभी व्यक्ति गांव की ओर लौट चले। धर्मवती के चचेरे ससुर गजेन्द्र और देवर भगवान सिंह अलग बाइक पर थे तथा वह स्वयं उक्त फौजी के साथ उसकी बाइक पर आ रही थी। रुपये से भरा बैग भी उसी के पास था। टिप्पणियां रास्ते में बाइक में पेट्रोल डलवाने के बहाने कथित फौजी 10 लाख रुपये से भरा बैग लेकर चंपत हो गया। धर्मवती की तहरीर पर पुलिस ने ठगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप यादव ने बताया कि बैंक से वीडियो फुटेज मंगाकर जांच की जा रही है। जैसा कि बताया जा रहा है कि ठगी करने वाला कथित फौजी भी वीडियो फुटेज में नजर आया है, उसकी पहचान के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनुकंपा राशि मिलने के बाद पहले भी इस प्रकार के दो प्रयास किए जा चुके हैं। एक बार गैस एजेंसी के नाम पर तथा दूसरी बार फर्जी चेक बनाकर शहीद की विधवा के खाते से पैसा निकालने की कोशिश की गई थी, जिसे सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर बचा लिया। यादव ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो गई है। इस पर धर्मवती, अपने चचेरे ससुर गजेंद्र सिंह तथा देवर भगवान सिंह को लेकर उक्त कथित फौजी के साथ छाता कस्बे में स्थित स्टेट बैंक की शाखा पहुंची। वहां उसने अपने खाते से 20 लाख रुपये निकाले। इनमें से उसने अपनी बच्ची के नाम से 10 लाख रुपये की एफडी करा दी तथा शेष 10 लाख रुपये निकालकर सभी व्यक्ति गांव की ओर लौट चले। धर्मवती के चचेरे ससुर गजेन्द्र और देवर भगवान सिंह अलग बाइक पर थे तथा वह स्वयं उक्त फौजी के साथ उसकी बाइक पर आ रही थी। रुपये से भरा बैग भी उसी के पास था। टिप्पणियां रास्ते में बाइक में पेट्रोल डलवाने के बहाने कथित फौजी 10 लाख रुपये से भरा बैग लेकर चंपत हो गया। धर्मवती की तहरीर पर पुलिस ने ठगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप यादव ने बताया कि बैंक से वीडियो फुटेज मंगाकर जांच की जा रही है। जैसा कि बताया जा रहा है कि ठगी करने वाला कथित फौजी भी वीडियो फुटेज में नजर आया है, उसकी पहचान के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनुकंपा राशि मिलने के बाद पहले भी इस प्रकार के दो प्रयास किए जा चुके हैं। एक बार गैस एजेंसी के नाम पर तथा दूसरी बार फर्जी चेक बनाकर शहीद की विधवा के खाते से पैसा निकालने की कोशिश की गई थी, जिसे सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर बचा लिया। यादव ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो गई है। रास्ते में बाइक में पेट्रोल डलवाने के बहाने कथित फौजी 10 लाख रुपये से भरा बैग लेकर चंपत हो गया। धर्मवती की तहरीर पर पुलिस ने ठगी का मुकदमा दर्ज कर लिया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रदीप यादव ने बताया कि बैंक से वीडियो फुटेज मंगाकर जांच की जा रही है। जैसा कि बताया जा रहा है कि ठगी करने वाला कथित फौजी भी वीडियो फुटेज में नजर आया है, उसकी पहचान के प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि अनुकंपा राशि मिलने के बाद पहले भी इस प्रकार के दो प्रयास किए जा चुके हैं। एक बार गैस एजेंसी के नाम पर तथा दूसरी बार फर्जी चेक बनाकर शहीद की विधवा के खाते से पैसा निकालने की कोशिश की गई थी, जिसे सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर बचा लिया। यादव ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि अनुकंपा राशि मिलने के बाद पहले भी इस प्रकार के दो प्रयास किए जा चुके हैं। एक बार गैस एजेंसी के नाम पर तथा दूसरी बार फर्जी चेक बनाकर शहीद की विधवा के खाते से पैसा निकालने की कोशिश की गई थी, जिसे सूचना मिलने पर पुलिस ने त्वरित कार्यवाही कर बचा लिया। यादव ने कहा कि मामले की जांच शुरू हो गई है।
दिए गए पाठ का सारांश यह हो सकता है: पाकिस्तानी सैनिकों द्वारा मारे गए मथुरा के शहीद हेमराज की पत्नी से शुक्रवार को कोई अज्ञात व्यक्ति फौजी बनकर 10 लाख रुपये ठग ले गया।
32
['hin']
इस पाठ का सारांश बनाएं: बॉलीवुड स्टार कैटरीना कैफ ने कहा है कि अगर उनका बस चले तो वह तीनों खानों (सलमान, आमिर और शाहरुख) के साथ किसी और को काम नहीं करने दें और खुद ही उनके साथ काम करें। कैटरीना ने कहा, ‘यदि मेरे पास विकल्प होता तो मैं किसी को भी उनके साथ काम नहीं करने देती। लेकिन यह संभव नहीं है क्योंकि आप किसी को उनके साथ काम करने से रोक नहीं सकते हैं।’टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि कैटरीना सलमान के साथ ‘मैंने प्यार क्यों किया’ और ‘युवराज’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं और सलमान के साथ उनकी तीसरी फिल्म ‘एक था टाइगर’ जल्द ही प्रदर्शित होने जा रही है। कैटरीना कैफ बॉलीवुड के बेताज बादशाह शाहरुख खान के साथ भी यश चोपड़ा की एक अनाम फिल्म में अभिनय कर रही हैं जबकि आमिर खान के साथ वह ‘धूम 3’ फिल्म में नजर आएंगी। कैटरीना ने कहा, ‘यदि मेरे पास विकल्प होता तो मैं किसी को भी उनके साथ काम नहीं करने देती। लेकिन यह संभव नहीं है क्योंकि आप किसी को उनके साथ काम करने से रोक नहीं सकते हैं।’टिप्पणियां उल्लेखनीय है कि कैटरीना सलमान के साथ ‘मैंने प्यार क्यों किया’ और ‘युवराज’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं और सलमान के साथ उनकी तीसरी फिल्म ‘एक था टाइगर’ जल्द ही प्रदर्शित होने जा रही है। कैटरीना कैफ बॉलीवुड के बेताज बादशाह शाहरुख खान के साथ भी यश चोपड़ा की एक अनाम फिल्म में अभिनय कर रही हैं जबकि आमिर खान के साथ वह ‘धूम 3’ फिल्म में नजर आएंगी। उल्लेखनीय है कि कैटरीना सलमान के साथ ‘मैंने प्यार क्यों किया’ और ‘युवराज’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं और सलमान के साथ उनकी तीसरी फिल्म ‘एक था टाइगर’ जल्द ही प्रदर्शित होने जा रही है। कैटरीना कैफ बॉलीवुड के बेताज बादशाह शाहरुख खान के साथ भी यश चोपड़ा की एक अनाम फिल्म में अभिनय कर रही हैं जबकि आमिर खान के साथ वह ‘धूम 3’ फिल्म में नजर आएंगी। कैटरीना कैफ बॉलीवुड के बेताज बादशाह शाहरुख खान के साथ भी यश चोपड़ा की एक अनाम फिल्म में अभिनय कर रही हैं जबकि आमिर खान के साथ वह ‘धूम 3’ फिल्म में नजर आएंगी।
यहाँ एक सारांश है:बॉलीवुड स्टार कैटरीना कैफ ने कहा है कि अगर उनका बस चले तो वह तीनों खानों (सलमान, आमिर और शाहरुख) के साथ किसी और को काम नहीं करने दें और खुद ही उनके साथ काम करें।
4
['hin']
दिए गए पाठ के लिए एक सारांश बनाएं: कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वह एलपीजी सिलेंडरों की संख्या को सीमित करने के फैसले को वापस लेने के पक्ष में है। हालांकि पार्टी ने यह भी साफ कर दिया कि मुश्किल हालात में ही सब्सिडी प्राप्त सिलेंडरों की संख्या को निश्चित करने का फैसला लिया गया था।टिप्पणियां पार्टी के प्रवक्ता पीसी चाको ने बताया, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है कि वह सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की संख्या को छह से बढ़ाकर नौ करने का प्रयास करें। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने भी स्वीकार किया है कि सब्सिडीयुक्त रसोई गैस सिलेंडर की संख्या प्रति परिवार सालाना छह करने से लोगों को समस्या होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि इसकी संख्या बढ़ाने बारे में तेल कंपनियों को ही विचार करना है। इस सप्ताह पेट्रोलियम मंत्री का पदभार संभालने वाले मोइली ने कहा कि विपक्षी दलों के साथ-साथ कांग्रेस के भीतर भी सब्सिडीयुक्त रसोई गैस सिलेंडर की संख्या बढ़ाने की मांग है। उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि जम्मू-कश्मीर तथा पूर्वोत्तर जैसे राज्यों में इस फैसले को लागू करने में कुछ समस्याएं हैं। मोइली ने कहा कि सरकार ने कई चीजों को विनियमित किया है, लेकिन सीमा बढ़ाने के बारे में तेल कंपनियों को विचार करना है। पार्टी के प्रवक्ता पीसी चाको ने बताया, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कांग्रेस शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है कि वह सब्सिडी वाले एलपीजी सिलेंडरों की संख्या को छह से बढ़ाकर नौ करने का प्रयास करें। पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली ने भी स्वीकार किया है कि सब्सिडीयुक्त रसोई गैस सिलेंडर की संख्या प्रति परिवार सालाना छह करने से लोगों को समस्या होगी। हालांकि उन्होंने कहा कि इसकी संख्या बढ़ाने बारे में तेल कंपनियों को ही विचार करना है। इस सप्ताह पेट्रोलियम मंत्री का पदभार संभालने वाले मोइली ने कहा कि विपक्षी दलों के साथ-साथ कांग्रेस के भीतर भी सब्सिडीयुक्त रसोई गैस सिलेंडर की संख्या बढ़ाने की मांग है। उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि जम्मू-कश्मीर तथा पूर्वोत्तर जैसे राज्यों में इस फैसले को लागू करने में कुछ समस्याएं हैं। मोइली ने कहा कि सरकार ने कई चीजों को विनियमित किया है, लेकिन सीमा बढ़ाने के बारे में तेल कंपनियों को विचार करना है। हालांकि उन्होंने कहा कि इसकी संख्या बढ़ाने बारे में तेल कंपनियों को ही विचार करना है। इस सप्ताह पेट्रोलियम मंत्री का पदभार संभालने वाले मोइली ने कहा कि विपक्षी दलों के साथ-साथ कांग्रेस के भीतर भी सब्सिडीयुक्त रसोई गैस सिलेंडर की संख्या बढ़ाने की मांग है। उन्होंने एनडीटीवी से कहा कि जम्मू-कश्मीर तथा पूर्वोत्तर जैसे राज्यों में इस फैसले को लागू करने में कुछ समस्याएं हैं। मोइली ने कहा कि सरकार ने कई चीजों को विनियमित किया है, लेकिन सीमा बढ़ाने के बारे में तेल कंपनियों को विचार करना है।
कांग्रेस ने संकेत दिया है कि वह एलपीजी सिलेंडरों की संख्या को सीमित करने के फैसले को वापस लेने के पक्ष में है। हालांकि पार्टी ने साफ किया कि मुश्किल हालात में ही सिलेंडरों की संख्या को निश्चित करने का फैसला लिया गया था।
6
['hin']
एक सारांश बनाओ: अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अफगानिस्तान में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिकी प्रयास ‘महत्वपूर्ण मोड़’ पर पहुंच गए हैं। अधिकारियों ने साथ ही यह संकेत दिया कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत मार्क ग्रासमैन तालिबान के साथ बातचीत दोबारा शुरू करने के लिए क्षेत्र में जा रहे हैं। न्यूयार्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि बातचीत शुरू करने के प्रयासों के तहत ग्रासमैन अपने दल के साथ अफगानिस्तानी राष्ट्रपति हामिद करजई, सउदी अरब और तुर्की सहित कई सहयोगियों से विचार विमर्श करने के लिए क्षेत्र में जा रहे हैं। बातचीत में सफलता उस समय मिली जब तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ईमेल के जरिये जारी एक बयान में कहा कि उसका संगठन शांति वार्ता के लिए तैयार है लेकिन इस बीच वह अपना सशस्त्र संघर्ष जारी रखेगा।टिप्पणियां द टाइम्स ने कहा कि तालिबान की यह घोषणा और कतर में राजनीतिक कार्यालय खोलने का कदम अफगानिस्तान युद्ध समाप्त करने के प्रयास में महत्वपूर्ण कदम है। तालिबान के बयान में कहा गया है कि संगठन अफगानिस्तान में शांति के वास्ते विश्व के साथ आपसी समझ बढ़ाने के लिए राजनीतिक प्रयास बढ़ाएगा। अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत ग्रासमैन शांति प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री शेख हमाद बिन जासिम अल थानी से वाशिंगटन में मुलाकात के बाद कहा कि करजई और तालिबान की ओर से ‘सकारात्मक बयान’ बातचीत दोबारा शुरू होने को समर्थन का संकेत करते हैं। अधिकारियों ने साथ ही यह संकेत दिया कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत मार्क ग्रासमैन तालिबान के साथ बातचीत दोबारा शुरू करने के लिए क्षेत्र में जा रहे हैं। न्यूयार्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि बातचीत शुरू करने के प्रयासों के तहत ग्रासमैन अपने दल के साथ अफगानिस्तानी राष्ट्रपति हामिद करजई, सउदी अरब और तुर्की सहित कई सहयोगियों से विचार विमर्श करने के लिए क्षेत्र में जा रहे हैं। बातचीत में सफलता उस समय मिली जब तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ईमेल के जरिये जारी एक बयान में कहा कि उसका संगठन शांति वार्ता के लिए तैयार है लेकिन इस बीच वह अपना सशस्त्र संघर्ष जारी रखेगा।टिप्पणियां द टाइम्स ने कहा कि तालिबान की यह घोषणा और कतर में राजनीतिक कार्यालय खोलने का कदम अफगानिस्तान युद्ध समाप्त करने के प्रयास में महत्वपूर्ण कदम है। तालिबान के बयान में कहा गया है कि संगठन अफगानिस्तान में शांति के वास्ते विश्व के साथ आपसी समझ बढ़ाने के लिए राजनीतिक प्रयास बढ़ाएगा। अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत ग्रासमैन शांति प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री शेख हमाद बिन जासिम अल थानी से वाशिंगटन में मुलाकात के बाद कहा कि करजई और तालिबान की ओर से ‘सकारात्मक बयान’ बातचीत दोबारा शुरू होने को समर्थन का संकेत करते हैं। न्यूयार्क टाइम्स ने अमेरिकी अधिकारियों के हवाले से कहा कि बातचीत शुरू करने के प्रयासों के तहत ग्रासमैन अपने दल के साथ अफगानिस्तानी राष्ट्रपति हामिद करजई, सउदी अरब और तुर्की सहित कई सहयोगियों से विचार विमर्श करने के लिए क्षेत्र में जा रहे हैं। बातचीत में सफलता उस समय मिली जब तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ईमेल के जरिये जारी एक बयान में कहा कि उसका संगठन शांति वार्ता के लिए तैयार है लेकिन इस बीच वह अपना सशस्त्र संघर्ष जारी रखेगा।टिप्पणियां द टाइम्स ने कहा कि तालिबान की यह घोषणा और कतर में राजनीतिक कार्यालय खोलने का कदम अफगानिस्तान युद्ध समाप्त करने के प्रयास में महत्वपूर्ण कदम है। तालिबान के बयान में कहा गया है कि संगठन अफगानिस्तान में शांति के वास्ते विश्व के साथ आपसी समझ बढ़ाने के लिए राजनीतिक प्रयास बढ़ाएगा। अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत ग्रासमैन शांति प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री शेख हमाद बिन जासिम अल थानी से वाशिंगटन में मुलाकात के बाद कहा कि करजई और तालिबान की ओर से ‘सकारात्मक बयान’ बातचीत दोबारा शुरू होने को समर्थन का संकेत करते हैं। बातचीत में सफलता उस समय मिली जब तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने ईमेल के जरिये जारी एक बयान में कहा कि उसका संगठन शांति वार्ता के लिए तैयार है लेकिन इस बीच वह अपना सशस्त्र संघर्ष जारी रखेगा।टिप्पणियां द टाइम्स ने कहा कि तालिबान की यह घोषणा और कतर में राजनीतिक कार्यालय खोलने का कदम अफगानिस्तान युद्ध समाप्त करने के प्रयास में महत्वपूर्ण कदम है। तालिबान के बयान में कहा गया है कि संगठन अफगानिस्तान में शांति के वास्ते विश्व के साथ आपसी समझ बढ़ाने के लिए राजनीतिक प्रयास बढ़ाएगा। अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत ग्रासमैन शांति प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री शेख हमाद बिन जासिम अल थानी से वाशिंगटन में मुलाकात के बाद कहा कि करजई और तालिबान की ओर से ‘सकारात्मक बयान’ बातचीत दोबारा शुरू होने को समर्थन का संकेत करते हैं। द टाइम्स ने कहा कि तालिबान की यह घोषणा और कतर में राजनीतिक कार्यालय खोलने का कदम अफगानिस्तान युद्ध समाप्त करने के प्रयास में महत्वपूर्ण कदम है। तालिबान के बयान में कहा गया है कि संगठन अफगानिस्तान में शांति के वास्ते विश्व के साथ आपसी समझ बढ़ाने के लिए राजनीतिक प्रयास बढ़ाएगा। अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत ग्रासमैन शांति प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री शेख हमाद बिन जासिम अल थानी से वाशिंगटन में मुलाकात के बाद कहा कि करजई और तालिबान की ओर से ‘सकारात्मक बयान’ बातचीत दोबारा शुरू होने को समर्थन का संकेत करते हैं। अमेरिका की विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा कि अमेरिका के विशेष क्षेत्रीय दूत ग्रासमैन शांति प्रस्ताव पर चर्चा करने के लिए अगले सप्ताह अफगानिस्तान की यात्रा करेंगे। उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री शेख हमाद बिन जासिम अल थानी से वाशिंगटन में मुलाकात के बाद कहा कि करजई और तालिबान की ओर से ‘सकारात्मक बयान’ बातचीत दोबारा शुरू होने को समर्थन का संकेत करते हैं।
संक्षिप्त सारांश: अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि अफगानिस्तान में युद्ध समाप्त करने के लिए अमेरिकी प्रयास ‘महत्वपूर्ण मोड़’ पर पहुंच गए हैं।
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