language_id
class label 5
classes | text
stringlengths 0
2.91k
|
---|---|
1BRA
| रस में सरस सत्य साहित सरोवर, ब्रज के कन्हैया जू की मीठी ब्रजभासा है । |
0AWA
| सकटू पूछेनि - दादा , ई सार । |
3BHO
| मन के प्रसन्न रखे खाति हँसी-ठिठोली अ चुहलपन जरुरी हs। |
0AWA
| अब अकेले रहिगे बिचरेऊ तुलसी । |
0AWA
| अव्वल तौ हम बहुत कम बाहर जाइत है । |
4HIN
| दरिया में कई क़तरे होते हैं, पर दरिया को मालूम कहाँ, कितने क़तरे होते हैं, दरिया के बग़ैर क़तरे की, न कोई हकीक़त, न ही वज़ूद फिर भी तेवर लिए हुए, ये क़तरे होते हैं, मिटने का ग़ुरूर कहें या . |
3BHO
| अपना देश में धनाभाव, दहेज, अशिक्षा सामाजिक असुरक्षा आदि मुख्य कारण नारियन के लेके बा। |
3BHO
| आज चर्चा चित्रपट से सम्बंधित होली गीतन के। |
0AWA
| सँदेसु लाये हैं । |
3BHO
| पत्रिका खातिर राउर हाथ के खींचल फोटॊग्राफ , राउर बनावल रेखाचित्र ,कार्टून जे विभिन्न विषय के अनुरूप होखे, उहो भेजीं । |
3BHO
| ‘जोगीजी धीरे-धीरे’ वाला अपनी बात पर आईं ओकरी पहिले हम रउआँ सब के सीर्सक के बाद के बाति यानी ‘जोगीजी बाह...जोगीजी’ की बारे में बता देहनीं। |
3BHO
| भोजपुरी फिल्म निर्माण के दौर शुरू हो गइल बाकिर "लागी नाही छूटे राम" आ "विदेसिया" के छोड़ के कपनो दोसर फिल्म कमालन कइलसा |
3BHO
| अगर हत्या में हिन्दूवन के हाथ ना मिलल आ नक्सली भा कवनो भठियारा कर्नाटकी मंत्री के हाथ मिलल त ऊ फजीहत में पड़ जइहे. |
4HIN
| राजसी भोग सब किया और था राज कृपा से भी निहाल॥जीते जी ऐसी शान रही- मर कर भी देखो वही शान । |
1BRA
| फिर पुस्तकाब्य को उदघाटन भयौ बामें समस्या ' झांकी है ' की पूर्ति करी बामें मोंकूं पाँच मैड़िल चांदी के मिले । |
2MAG
| लाल ऊपरे से कूद के साँढ़नी पर बइठलन आउ दूनो भाग गेलन । |
4HIN
| सफ़र शुरू हो चुका था ,अब अपने आसपास नजर दौडाई ३ पुरूष,३ महिलाएँ ,और तीनोँ की गोद मे१ वर्ष से कम उम्र के बच्चे । |
3BHO
| निर्भीक जी के माझिल लईका श्री अजय कुमार ओझा टाटा कम्पनी में काम करत भोजपुरी आ हिंदी के बढ़िया लेखक बानी . |
0AWA
| ' ‘ भइया लालता ,यू ठीक नहीं है ' ' का ठीक नहीं है तुम हमते बड़े हौ यहे बदि हम कुछ नहीं कहित ,नहीं तौ यू बताओ कि तुमहे हमार कौन रोवाँ उखारि ल्याहौ ? |
2MAG
| काना बेटा के घरे अयला पर राजा पूछलन -‘कहऽ बेटा, दुनियाँ के रीती” - तो बेटा कहलक कि “दूगो मर गेलथुन चपा के भीती । |
3BHO
| हालाँकि एह में हिन्दी आ भोजपुरी दूनों भाषा में रचना छपत रहल । |
0AWA
| अपनी पालनहार माई सेनी जब ध्यान से विधि क्यार विधान सुनिनि तौ कुछ आश्वस्त होइगे । |
1BRA
| कहती कहती नीचे कूँ गढ गई , आँसून ते मानों सूरत धुब गई । |
4HIN
| हमारा भी दिल है, दिलों सा ही नाज़ुक खुदाया हमें क्यूँ कोई भी सताये । |
3BHO
| साँचो हो बचवा ? |
3BHO
| आपन - आपन बाल - बाचा ले के परा गइलन स। |
4HIN
| सारांश सिर दर्द की बारहा आहत मिलते रहने पर आप काइरोप्रेक्टिक जांच के लिए आगे आएं . |
1BRA
| आनन्दकन्द ब्रजचन्द्र श्री कृष्ण की लीला भूमि श्री गिरिराज गोवर्धन धाम में जनम लैवे ते ये दोनूँ धरोहर बिन्ने पैतृक सम्पति की तरियाँ सहज प्राप्त भई । |
4HIN
| अजय कुमार झा जी की खबरों की खबर में पढिए . |
3BHO
| कास, हमरा अपनी जिम्मेदारी के एहसास रहित? खैर जहिया, हम आपन जिम्मेदारी के सही निरबाह करे लागबि, ओइ दिन सबकी जीवन की साथे-साथे हमरियो जीवन में आनंद आ जाई, सबकी भागि की साथे-साथे हमरो भागि निखरी जाई, सरकार के विकास में सहभागिता खातिर चिल्लाए के ना परी, विकास अपनी मोन्ने घर-गाँव-जवार-देस में पसरि जाई। |
0AWA
| हमरे गले मां निवाला जइसे अटकि गा होय । |
2MAG
| एकरा बाद चारो गीतहारिन ऊ पीपर पर आन कै चढ़ गेल आउ जहाँ से लौलक हल तहईं उड़ा के ले जाके छोड़ देलक । |
2MAG
| जाहाँ तक हमर खुद के तरफ से संबंध हइ त हम निस्संदेह आश्वस्त हिअइ कि अपने के वचन ही काफी हइ, लेकिन खेल आउ हिसाब के व्यवस्था खातिर हम अपने से दाँव पर पैसा रक्खे के निवेदन करऽ हिअइ । |
1BRA
| पाठक जी के इन सब्दन के काजें मुद्गल जी प्रयास कर रये है । |
0AWA
| मुंह ऐंठिके बोले-ई हिन्दीवाले का कम जान के ग्राहक रहैं । |
1BRA
| इनके सिगरे साहित्य की विवेचन करै तो विदित होय है कै इन्नै ब्रजभासा में तीन तरियां की रचना करी हैं । |
1BRA
| फैले चारों ओर पुहप बहु जामैं खिलि-खिलि । |
3BHO
| खेसारीलाल यादव की इन्हीं उपलब्धियों ने उन्हें भोजपुरी सिनेमा में के साल में सबसे आगे रखा। |
2MAG
| लेकिन एहे दौरान एगो विचित्र भावना हमर खुशी में जहर घोलब करऽ हलइ - एतना अधिक निर्दोष लोग के खून से रंगल दुष्ट (पुगाचोव) के बारे, आउ ओकर प्रतीक्षित प्राणदंड के बारे विचार हमरा अनैच्छिक रूप से चिंतित कर रहले हल । |
2MAG
| बस, गोस्सा मत कर; सुलह कर लेल जाय । |
1BRA
| प्रजापरिषद की ओर सौं चुनाव लड्यौ गयौ । |
2MAG
| हम एगो छोटगर साफ-सुथरा कमरा में प्रवेश कइलिअइ, जे पुराना ढंग से सजावल हलइ । |
3BHO
| खमेसर बाबा अउर उनकर दुनु लइका लउर लेहले खरिहनवे में पतहर, पतई की लगहीं सुतल रहे लोग। |
4HIN
| कपास की फसल में मिलीबग का खून चूसते हुए इस दीदड़ बुगडे की वीडियो निडाना के किसानों ने बनाई है । |
4HIN
| हालांकि अब वैसी फिल्में नहीं बन रही . |
0AWA
| ‘न पूछौ दादा,घरते निकारै के बादि कुंता औ संकर के साथ मिलिकै पूरे गाँव कि मेहेरुअन क अकट्ठा कइकै वा धरना पर बइठि गइ है । |
4HIN
| कॉलिज के दिनों में एक जोक बहुत सुना जाता था -- दो सहेलियां आपस में बातें कर रही थी . |
0AWA
| बौखल मनई जिन्दा रहै जो सबका भला कीन चहति रहै,जीका अपने गाँव जवारि क्यार स्वारथ साधै मा संकोच न रहै लेकिन ऊ केहू क्यार कोई नुकसान नाई कै सकति रहै । |
4HIN
| वैदिक युग की यही परम्परा आज भी बरकरार है । |
3BHO
| जब बनारसी के अंदाजा हो गइल कि सामने वाला के बात में दम बा तब ऊ निःसंकोच सहयोग करे के तैयार हो गइल। |
1BRA
| आजादी की जंग में डूबौ भयौ सिगरौ देस , समाज परिवर्तन कूं गरी - सड़ी पुरानी परम्परान कूं छिन्न - भिन्न करिबे की रचनाकार की ललक , आजादी पाछे आदर्समय भावी भारत के निरमान के दिवा सुपनेन की तरियाँ विचार आदि के प्रति कवयित्री के मन के सोच की सफल झाँकी इनके फुटकर ब्रजकाव्य में एक संग एक स्थान पै मिलै है । |
1BRA
| इमि धारिक आपून मानस में ब्रज की सुसमा ललचावन आई । |
0AWA
| सतरिख छोट-मोट कस्बा क्यार रूप लेहे रहै । |
2MAG
| त फिन कुरमी लोग बइठे लगल । |
0AWA
| वासन धोइनि तैकै बिछौना पकरि लिहिनि । |
1BRA
| याते उपन्यास कथात्मक - नेरेटिव ज्यादा है गयो है , चित्रात्मक कम । |
2MAG
| लगभग एक घंटा गुजर गेलइ । |
2MAG
| राजा कहलकई कि अब तोरा जो चाही हम वोही देव । |
4HIN
| कुछ समय पहले इस पर लिखी कुछ पंक्तियां थी . |
2MAG
| राजा अप्पन दमाद के आयल देख के खूब खातिरदारी । |
1BRA
| कवयित्री की भाषागत कसावट के देखौ कछू उदाहरन । |
4HIN
| उनके व्यक्तित्व के बारे में बताने लगूंगा तो उनके लेखन के बारे मे बताना रह जायेगा . |
1BRA
| गांम गैल एक या दो कवि हौंते । |
2MAG
| सुबह के खुस हो के चिरिवा अपन बचवा के खिलावे लगलै तो नञु खलकै आउ कहकई के पहिले नीचे के अदमियाँ खिलाव । |
4HIN
| भूखा कभी न सोए बचपन,माँ तन बेचे न रोटी को । |
2MAG
| ” सियरवा कहलक कि हम चिरारी पर के मरली मुरदारी खा ही ! |
2MAG
| रामधनी के आउ नञ रहल गेल । |
2MAG
| ” दइवा के लड़किया पाँच झरुआ मारलक ओकरा आउ रोके रह गेल । |
2MAG
| तब ऊ बोलल कि हमर बहिन - बेटा आयल हल सेई से जरा देरी हो गेल । |
3BHO
| अरे इहाँ तक की उ सबेरे-सबेरे उठी के अपनी मलिकाइन की संघे रमायन की घरे चली जाँ अउरी चाय-वोय पियले की बादे अपनी घरे लौटें। |
3BHO
| 'हम एकरा में से छँटनी करके ओह रिपोर्ट पर काम करतीं जवन हमरा खातिर ज्यादा फायदा वाला होखत। |
2MAG
| लइकवा कहलक कि अब हम तुरते दूमिनट में मर जायब । |
0AWA
| तुरंतै भूल जाति रहै । |
4HIN
| जानती हूँ न आओगे कभी मुड़कर मुझे मिलने , फ़िर भी ना जाने क्यों पयगाम भेजती रही मिलने का ? |
4HIN
| हो सकता है मेरे विचारों से आप इत्तेफाक न रखें मगर यही सच है और इस सच को गाहे-बगाहे स्वीकार करना ही होगा समाज को, नहीं तो एक पुरुष प्रधान समाज मे स्त्री की मार्मिक अंतर्वेदना के आख्यान का सिलसिला कभी खत्म नहीं होगा, ऐसा मेरा मानना है । |
3BHO
| अउरी भी संघतिया लोग के भी इ सपना रहल कि भोजपुरी मे लगातार लिखाउ, आ शायद "आखर" पेज आ अब ई-पत्रिका ओह सपना के जमीन प ले के आ रहल वा । |
4HIN
| और यह पहचान फिर दिल के उन रिश्तों में ढलने लगती है जो अनाम होते हैं . |
2MAG
| वर-कन्या दुन्नो के अँगना में खुसी । |
1BRA
| तहान ललिता जी नाना प्रकार की समग्री सिध करिकी नित्या भक्तान सहित श्री क्रिशन को आरोगाव्ति ताके पास भद्र वन है । |
4HIN
| इस एकतरफा जीत क़े अनेक कारण हो सकते है लेकिन यह तय है की कांग्रेश द्वारा सोहराबुद्दीन मुठभेड़ क़े जरिये मोदी को अनावश्यक रूप से घेरना कांग्रेश पर भारी पड़ा सोनिया गिरोह ने सोहराबुद्दीन मामले में सीधे मोदी को जिम्मेदार ठहराने की कोसिस की उन्हें खलनायक बनाने क़ा प्रयत्न किया जैसे सोहराबुद्दीन ही पूरे भारतीय मुसलमानों क़ा प्रतिनिधित्वा कर रहा हो, आखिर सोहराबुद्दीन को कौन नहीं जानता की वह दाउद से जुडा एक बड़ा आतंकबादी था इसके बहाने आतंक बादियो को सोनिया सुरक्षा प्रदान करना चाहती है, कश्मीर में इसी प्रकार देश द्रोह को बढ़ावा दिया जा रहा है, एक तरफ ऊमर अब्दुल्ला भारत बिरोध की बात भारतीय कुत्तो वापस जाओ क़ा नारा लगा रहे है दूसरी तरफ राहुल गाधी गलबहिया कर ऊमर क़ा समर्थन कर रहे है जिनपर देश द्रोह पर मुकदमा चलना चाहिए वे राष्ट्रीय नेता बने हुए है ये भारत में ही हो सकता है अमेरिका,चर्च द्वारा प्रायोजित नेता--- आज कठिन समय में भारत को नयी आज़ादी की लडाई क़े तरफ जाने की जरुरत है . |
1BRA
| मड़ेराम मोतीजरा नें पतरौ करि दीनों । |
1BRA
| श्री हीटालाल सटोज न गद्य अठ पद्य दोनू छंखन में अपनी कलम चलाई हैं । |
1BRA
| फिर लुधियानी की रचना भई । |
4HIN
| और फिर कहतें हैं यह दिल्ली पर कायराना हमला है . |
4HIN
| आज खड़ा विजय रेखा पर अनजान अपने ही अस्तित्व से, ढूंढ रहा हूँ वह चेहरा जो हो गया है गुम अनगिनत मुखौटों . |
0AWA
| जल्दी औट हो हमार पारी आवै । |
2MAG
| कमांडर इवान इग्नातिच के तोप के ओकन्हीं के भीड़ दने सिधियावे लगी आदेश देलथिन आउ खुद पलीता में आग लगइलथिन । |
3BHO
| सिंह साहब से कह दीहऽ कि ऊ हमनी के इंतजार करस' |
1BRA
| दल में लिखन चहो नेन नीर भी जि जात । |
3BHO
| आम के बगइचा , आहर के बान्ह। |
4HIN
| 1983 के बाद इसलिये कि उस समय ही ठीक ठाक होश आया था । |
2MAG
| सेकरा पीछे - पीछे सुन्नरी भी चलल जउन राह से आमल हल । |
2MAG
| दस-बीस गो लइका-लड़की बिसेसरा के घेर के ठाड़ा हो गेल । |
2MAG
| परी लोग कहलन कि ई का लीलकंठ राजा एकर बाप हथ । |
3BHO
| जब बापन्नौजा मागैिरथ काका लौटल क्लौग तब हमामालूम पड़ल की जब हमारमाई कबौना लौटौहैं। |
0AWA
| चलौ जागो, द्याखौ तुमरे आश्रम औ तुमरे दूनौ जने पर भारी संकट आवैक तयारी कै रहा है । |
3BHO
| होश सम्हारते लइकी के चूल्हा-चउका का घरेलू काम-काज में अझुरा दिहल जात रहे। |
3BHO
| बबुआ से कह देबे के नू ? |
0AWA
| मुल अबहीं तीन दिन से पता नाई है कि सुर्जबली ईका अवयाल छोड़ि कहां चलेगे हैं । |
1BRA
| विट्ठलनाथजी नैं 'श्रृंगार रस मंडन' नामक ग्रंथ ब्रजभाषा-गद्य में ही लिख्यौ । |