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राज्यसभा के सदस्यों की जनता के प्रति होनी चाहिए जवाबदेही : राजकुमार सैनी - AbTakNews
राज्यसभा के सदस्यों की जनता के प्रति होनी चाहिए जवाबदेही : राजकुमार सैनी
फरीदाबाद 20 मई,2017 (abtaknews.com ) कुरुक्षेत्र से भाजपा सांसद व लोकतंत्र सुरक्षा मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार सैनी ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लालबत्ती वाली वीआईपी संस्कृति खत्म करके तो अच्छा काम किया है मगर वे पार्टी से परिवारवाद की राजनीति खत्म करने के मामले में पीछे हट गए हैं। यदि प्रधानमंत्री पार्टी से परिवारवाद की राजनीति भी खत्म कर दें तो 2019 में कोई दूसरा दल भाजपा के आसपास भी नहीं आएगा। श्री सैनी बीती देर सायं पुराना फरीदाबाद के बाल्मीकि पार्क में सैनी महासभा द्वारा आयोजित कार्यक्रम में उपस्थितजनों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मोदी पार्टी के कुछ नेताओं के दवाब के चलते परिवारवाद खत्म करने में नाकाम रहे हैं। उनकी यह विफलता कार्यकर्ताओं को सालती है। सैनी ने जाट आरक्षण के खिलाफ जमकर अपनी भड़ास निकाली और कहा कि सरकार यदि किसानों का भला करना चाहती है तो उनके पास एक योजना है। सरकार मनरेगा के मजदूरों को किसानों से जोड़ दे। सरकारी पैसे के अलावा मजदूरों को किसान भी थोड़ा पैसा दें। इससे मजदूर को सशक्त रोजगार मिलेगा और किसानों को गांव का मजदूर सस्ते में मिलेगा। सांसद राजकुमार सैनी ने राज्यसभा को खत्म करने की बात फिर दोहराई तथा कहा कि राज्यसभा में कुछ सिफारिशी नेता गंभीरता से काम नहीं करते, इसलिए 70 फीसद जरूरी विधेयक राज्यसभा में पारित नहीं हो पाते। राज्यसभा के सदस्यों की जनता के प्रति जवाबदेही नहीं होने से यह सब हो रहा है। सैनी ने यहां आबादी प्रतिबंध कानून लाने का भी सुझाव दिया। कार्यक्रम में सैनी महासभा ओल्ड फरीदाबाद की पूरी टीम व लोकतंत्र सुरक्षा मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष खेमचंद सैनी, पार्षद सुभाष आहुजा, युवा समाजसेवी विनोद भाटी, राकेश गुर्जर, पार्षद बुद्धा सैनी, रोहताश पहलवान, गयासीराम, आरती जीवन सैनी, हरपाल सैनी, डालचंद सैनी, हरीश मित्तल, प्रेम सैनी, सतीश फागना व समाज के गणमान्य लोगों ने सांसद सैनी का फूल मालाओं व शॉल ओढ़ाकर से भव्य स्वागत किया। loading... SHARE THIS Author: dushyanttyagi | 2017-05-24T17:52:44Z | http://www.abtaknews.com/2017/05/blog-post_194.html |
KASK, गेन्ट, बेल्जियम
ललित कला की रॉयल अकादमी (Kask) और रॉयल गरम यूनिवर्सिटी कॉलेज गेन्ट के कला के स्कूल का गठन। स्कूल एक साथ बकाया शिक्षकों, सक्रिय कलाकारों, डिजाइनरों और कला में सिद्धांतकारों और डिजाइन दुनिया भर से साथ प्रतिभाशाली और प्रेरित छात्रों लाता है। एक अंतरराष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में कला, शिक्षा और अनुसंधान के विकास: स्कूल का मिशन वक्तव्य इसके मुख्य कार्यों को परिभाषित करता है।
Kask और गरम में कलात्मक विषयों के विभिन्न रेंज, परस्पर प्रेरणादायक और अपेक्षाकृत खुला प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए बनाता है। कला में interdisciplinarity कभी अधिक महत्वपूर्ण हो जाता है, वहाँ हमारे प्रशिक्षण कार्यक्रम में पार निषेचन के लिए कमरा है। इसके अलावा, छात्रों को कई सैद्धांतिक और कलात्मक अनुसंधान परियोजनाओं हमारे व्याख्याताओं में लगे हुए हैं में से कुछ के लिए पेश किया जाएगा।
Kask और गरम परिसरों गेन्ट के उपरिकेंद्र पर स्थित हैं। गेन्ट अंतर्राष्ट्रीय कला परिदृश्य में करने के लिए बहुत ग्रहणशील और विशेष रूप से छात्रों का स्वागत करते हुए है। इस कलात्मक अमीर वातावरण में सन्निहित किया जा रहा करने के अलावा, स्कूल में ही आयोजन प्रदर्शनियों, संगीत समारोहों, त्योहारों, व्याख्यान और फिल्म प्रदर्शन और एक अंतरराष्ट्रीय कला पत्रिका के सह-निर्माण, एक सांस्कृतिक अभिनेता है।
कला की वर्तमान स्कूल दो प्राचीन और प्रसिद्ध संस्थानों को एकजुट करती है। ललित कला की रॉयल अकादमी (Kask) 260 साल पहले स्थापित किया गया था और गेन्ट में उच्च शिक्षा के सबसे पुराने संस्थानों में से एक है। यह 1751 में कलाकार फिलिप-कारेल मेरिससल ने की थी। पेरिस में अपने अध्ययन के दौरान, Marissal अकादमी से बहुत प्रभावित थे। ऑस्ट्रिया के नियम के तहत, 'शाही' बानगी 1771 में महारानी Maria Theresia से गेन्ट की अकादमी के लिए दी गई थी। ड्राइंग, पेंटिंग, मूर्तिकला और ग्राफिक कला के क्षेत्र कार्यक्रम में एक केंद्रीय स्थान को पूरा करने के लिए जारी। इन वर्षों में, अकादमी इस तरह के स्थापना और मीडिया कला, फोटोग्राफी, एनीमेशन और फिल्म है, साथ ही डिजाइन, नाटक और परिदृश्य बागवानी के रूप में नए क्षेत्रों जोड़ा गया है।
रॉयल गरम, 1835 में जोसेफ मार्टिन Mengal द्वारा स्थापित किया गया, 150 से अधिक साल पुराना है। बस Marissal की तरह, Mengal पेरिस में अध्ययन किया। बाद में उन्होंने नेपोलियन की सेना के साथ यूरोप के माध्यम से घूमा करते थे। अवधि के अनुसार, Mengal देशभक्ति के गीत के साथ-साथ रोमांस और ओपेरा लिखा था। उन्होंने कहा कि एक सींग विशेषज्ञ के रूप में उभरा। Mengal के स्कूल तुरंत 1835 में 300 छात्रों को दाखिला, कुछ साल बाद वहाँ 800 छात्र थे। हर कोई 10 साल और पुराने स्वागत किया गया।
20 वीं सदी में संरक्षिका प्रशिक्षण एक माध्यमिक विद्यालय डिप्लोमा के साथ उम्मीदवारों के लिए एक शैक्षणिक स्तर के उच्च कला शिक्षा में विकसित किया और प्रसाद जाज, पॉप संगीत, संगीत उत्पादन और संगीत वाद्य निर्माण भी इसमें शामिल कर रहे थे।
Kask और रॉयल गरम 1995 के बाद से यूनिवर्सिटी कॉलेज गेन्ट के विभागों की गई है। 18,000 से अधिक छात्रों के साथ, यूनिवर्सिटी कॉलेज गेन्ट फ्लैंडर्स में सबसे बड़ा विश्वविद्यालय कॉलेज है। यही कारण है कि बड़े पैमाने पर लाभ प्रदान करता है जब एक कुशल प्रशासन के विकास, बुनियादी ढांचे के प्रबंधन, अनुसंधान, विकास और सामाजिक सुविधाओं की पेशकश। कला के स्कूल की तरह एक संरचना में कला कार्यक्रमों रखने सक्रिय रूप से व्यवहार में कला कार्यक्रमों के विशिष्ट गुणवत्ता की गारंटी देता है। कला के स्कूल HoGent भीतर और गेन्ट विश्वविद्यालय के साथ निकट सहयोग में करता है। कला के स्कूल के भीतर कलात्मक और सैद्धांतिक अनुसंधान के एक मजबूत विस्तार, और ateliers कि नए प्रौद्योगिकीय मीडिया और नई कलात्मक रूपों पर भ्रष्टाचार की स्थापना, अटूट इरादा करने के लिए गवाह भालू कार्यक्रमों की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए और में गतिशीलता को प्रतिबिंबित करने के कार्यक्रमों में कार्रवाई की कलात्मक क्षेत्र।
ग्रीन ट्रैक
ग्रीन ट्रैक कला और संस्कृति के क्षेत्र जो पारिस्थितिकी और स्थिरता के आसपास काम करने के लिए सेना में शामिल होने के भीतर 40 से अधिक संगठनों से मिलकर एक नेटवर्क है। कला गेन्ट के स्कूल 2014 के बाद से इस संगठन का एक हिस्सा रहा है और अलग अलग तरीकों से उन आदर्शों के लिए योगदान किया है।
एक स्कूल के रूप में, हम उन्हें पर्यावरण के बारे में अधिक जागरूक बनाने में हमारे छात्रों को शिक्षित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम पाठ्यक्रमों में, लेकिन यह भी स्कूल नीति ही भर ऐसा करते हैं। हम एक स्थायी नीति के लिए लक्ष्य और जितना संभव के रूप में हमारे पारिस्थितिक पदचिह्न को ध्यान में रखना करने की कोशिश।
हम स्थायी, पर्यावरण के अनुकूल सामग्री और प्रक्रियाओं की एक रचनात्मक दृष्टिकोण में दोनों छात्रों और प्रोफेसरों को प्रोत्साहित। यह जिसे इन आदर्शों स्वाभाविक रूप से आने के लिए कलाकारों की एक नई पीढ़ी का परिणाम देगा।
ग्रीन ट्रैक के साथ हमारे गठबंधन के लिए धन्यवाद हम भी ज्ञान और अन्य सदस्यों की विशेषज्ञता से लाभ और में और गेन्ट के आसपास भागीदारों में से एक व्यापक नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं।
उन्नत मास्टर समकालीन संगीत arrow_forward
दृश्य-श्रव्य कला में कला के मास्टर arrow_forward
दृश्य कला में कला के मास्टर arrow_forward
संगीत में मास्टर ऑफ आर्ट्स arrow_forward | 2020-07-13T17:08:30Z | https://www.masterstudies.in/visvavidyalayom-aura-skulom/%E0%A4%AC%E0%A5%87%E0%A4%B2%E0%A5%8D%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%AE-/KASK/ |
पंजाब स्क्रीन: 23 मार्च-बड़े पैमाने पर हुआ शहीदों को नमन
कई स्थानों पर हुए कार्यक्रम --Updated on March 24 2014 at 14:30
लुधियाना: 23 मार्च 2014: (रेकटर कथूरिया//पंजाब स्क्रीन): वर्ष में 364 दिन शहीदों को भुलाये रखने वाले लोग दिन विशेष आने पर बहुत ही जोशो खरोश से अपनी श्रद्धा के फूल अर्पित करते हैं। इस रस्म को निभाने के बाद जल्द से जल्द वहाँ से खिसक लेते हैं। यही कुछ आज भी हुआ। बहुत से लोग आये--फूल मालाएं पहनायीं और चलते बने। फोटो खिंचवाने और फिर जल्द से जल्द किसी और जगह भाग लेने की होड़। कुछ तो ऐसे थे जो बार बार किसी वरिष्ठ नेता के आ जाने से उसके साथ खड़े हो जाते थे तांकि उनकी फोटो भी दोबारा तिबारा उनके साथ आ सके। अगर आज अधिक फोटो खिंचवाने का कोई मुकाबला होता तो शायद बहुत से लोगों को इनाम मिलते। शहीदों के सपनों की बात करने की हिम्मत बहुत ही कम लोगों ने बहुत ही कम कार्यक्रमों में दिखायी पर इन कम लोगों ने ही वास्तव में शहीदों को सच्ची श्रद्धांजलि दी ।
माकपा नेता वृंदा करात अपने घोषित समय से कुछ देरी से पहुंची। इसी बीच अकाली दल और अन्य सियासी व समाजिक संगठनों ने जगराओं पुल पर पहुँच कर शहीदों को नमन किया। अकाली नेता शरणजीत सिंह ढिल्लों, मनप्रीत सिंह अयाली, मेयर हरचरण सिंह गोलवड़िया, हरभजन सिंह डंग, गुरिंदरपाल सिंह पप्पू और कई अन्य नेतायों ने शहीदों को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये।
हैल्पिंग हैंडस कल्ब के सदस्य भी शहीदों को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए जगराओं पुल पर स्थित शहीदों की प्रतिमा पर पहुंचे। शायद यह पहला ऐसा संगठन था जो जूते उतर कर सीडियां चढ़ा। इस संगठन के राष्ट्रिय अध्यक्ष-रमन गोयल, मुख्य सलाहकार अवनीश मित्तल, नीरज वर्मा, ज्योति डंग, गगन अरोड़ा, दीपक जैन, वरुन जैन, निखिल गोयल, राजीव अरोड़ा, रशिम कालड़ा, अमित सैणी, शशि, तरुण गोयल, राकेश सिंगला और कई अन्य पदाधिकारियों और सदस्यों ने शहीदों की कम उम्र और ऊंचे निशानों की चर्चा की।
आज़ाद क्रन्तिकारी सेवा दल ने भी इस दिन को श्रद्धा से मनाया और शहीदों की याद को ताज़ा किया। संगठन के प्रधान गुरजीत सिंह राणा ने लुधियाना में एक अजायबघर बनाने की मांग भी की। इस मौके पर वरिंदर सिंह वीरू, सिमरनजीत सिंह सोनी,अमित, गगन, रानी, रिंकी, सचिन और कई अन्य सदस्य भी मौजूद थे।
इन लोगों ने जगराओं पुल का नाम शहीद भगत सिंह के नाम पर रखने और नशे की रोकथाम के लिए ड्रग्स माफिया पर नकेल कसने की मांग भी की।
इस ऐतिहासिक दिन के मौके पर किदवई नगर इलाके में स्थित मिनी रोज़ गार्डन में एक यादगारी कार्यक्रम हुआ। रमेश बांगड़ और उनकी टीम के प्रयासों से हुए इस कार्यरम में कई वरिष्ठ नेता भी शामिल हुए। स्कूली बच्चों ने अपनी रंगारंग आइटमों के ज़रिये जहां दर्शकों का मनोरंजन किया वहीँ समाज के नव निर्माण के लिए कई संदेश भी दिए। केसरिया रंग में रंगे सैंकड़ों नौजवान रंग बसंती चोला की याद दिल रहे थे।
एक्टिव एंटी क्रप्शन ग्रुप व बदर्स कल्ब की तरफ से किदवई नगर स्थित मिनी रोज गार्डन में रमेश बांगड़ और गुरदेव शर्मा देबी की अध्यक्षता में शहीद-ए-आजम भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जी की याद को समर्पित निघी याद शहीदां दी नाटक का मंचन किया गया। भगत सिंह व साथीयों की तरफ स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजी हकूमत को जड़ों से उखाड़ फैकने के लिए अपनाए गए तौर तरीकों को देख कर उपस्थित जनसमूह दांतो तले उंगलिया दबा कर बोले वाह भगत सिंह तेरी कुर्बानी बेमिसाल। नाटक में भगत सिंह के स्वतंत्रता संग्राम में कूदने से लेकर फांसी की सजा तक फिलमाए दृश्यों की जम कर सराहना हुई। लोग लगातार इन्हें देखने के लिए वहाँ बैठे रहे। हर किसी की निगाह स्टेज की तरफ थी। स्टेज पर हो रहा मंचन देख कर कई लोगों की आँखों में आंसू तक आ गए।
इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए नेतायों में भी जैसे कोई होड़ लगी थी। बहुत से प्रमुख नेता यहाँ आये, बैठे और कार्यक्रम को देखा-सुना और कलाकारों की अफ़ज़ाई की। जगह काफी बड़ी होने के बावजूद प्रोग्राम के अंत तक भरी रही। स्टेज तक आना जाना काफी मुश्किल था। लोगों के इस जोश को देख कर लगता था कि शहीदों के एक नारे पर कितने लोग एकत्र हो सकते हैं। समारोह में बाबा कुलवंत भल्ला, शून्य प्रभु, पूर्व मंत्री सतपाल गोंसाई, अकाली भाजपा उम्मीदवार मनप्रीत सिंह अयाली,आजाद प्रत्याशी सिमरजीत सिंह बैंस, समाज सेवक जगदीश बजाज, अमित गोंसाई, गुरदीप सिंह गोशा, पार्षद गुरप्रीत सिंह खुराना, दलजीत सिंह भोला, डोली गोंसाई, सब इंस्पैक्टर हरबंस सिंह, प्रितपाल सिंह भापा,बरजिन्द्र सिंह, अश्वनी कत्याल ने शहीदों को प्रणाम किया। रमेश बांगड़ और गुरदेव शर्मा देबी ने शहीदों को शत-शत प्रणाम करते हुए युवा पीढ़ी को अपने महान शहीदों के पदचिन्हों पर चलते हुए देश की एकता व अंखडता के लिए हर समय तैयार रहने का आहवान किया। उन्होंने भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम करने का संकल्प दोहराया।
इससे पूर्व दोनों संगठनो के सदस्यों व नौजवानों केसरी पगडिय़ां व शहीदो की तस्वीरों वाली शर्टे पहन कर भ्रष्टाचार से मुक्ति ,नशे रहित ,सामाजिक बुराइयों के खात्मे के लिए शपथ ली। वहीं जरूरतमंद परिवारों से संबंधित विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए आर्थिक मदद व बेसहारा महिलाओं को घरेलू जरूरत का सामान उपलब्ध करवाया गया। इस अवसर पर एक्टिव एंटी क्रप्शन ग्रुप के अध्यक्ष रमेश बांगड़,बदर्स कल्ब के अध्यक्ष हरपाल सिंह जगगी,कुणाल सचदेवा,तरणजीत सिंह लव्ली,चनप्रीत सिंह,मनोज बांसल,गुरप्रीत सिंह,हैप्पी,दीप मान,दपिन्द्र,मनप्रीत सिंह शिबू,जसमीत सिंह,गगनदीप,मनी बेदी,रवि बाहरी, दीप मान, जसप्रीत जस्सी, राजू बावा, करन बांगड़, प्रदीप पप्पू, सलीम खान, तिलक राज,प्रदीप कुमार,राहुल बिल्ला,गुरप्रीत ढींढसा, मनदीप मुंडी,चरणजीत सैनी और प्रदीप अप्पू सहित अन्य भी मौजूद थे।
कार्यक्रमों की भीड़ में सबसे अलग था ऋषि नगर में पड़ती चाँद कलोनी में हुआ कार्यक्रम। "साथी तेजा सिंह स्वतंत्र मोहल्ला सुधर कमेटी" की ओर से कराये गए कार्यक्रम में मुख्य मेहमान थे शहीद भगत सिंह के सगे भान्जे प्रोफेसर जगमोहन सिंह जो लम्बे समय से विचारों को हैं। इस में रंगारंग कार्यक्रमों में मनोरंजन तो था लेकिन इस मनोरंजन में शहीदों का संदेश छुपा होता था और हर आइटम लोगों को सोचने के लिए मजबूर करती थी। कार्यक्रम एक घंटे के लिए घोषित था लेकिन चला कई घंटे तक। लोग अँधेरा होने तक वहाँ बैठे रहे।
प्रोफेसर जगमोहन सिंह ने शहीद भगत सिंह के बचपन की यादें ताज़ा कीं। उन्होंने बच्चों से सीधे सीधे सम्बोधित होते हुए कहा कि वे तंदरुस्ती का ध्यान रखें---निराशा को पास भी न फटकने दें और अपनी मेहनत पर ही विश्वास रखें। उन्होंने साम्राजयवाद की चालों और कॉरपोरेट के सामने घुटने टेके जाने की सरकारी नीतियों को बहुत ही सहज शब्दों में बेनकाब किया। यूं लगता था जैसे उन्होंने भगत सिंह के जीवन काल के वो गौरवशाली पन्नों का अतीत फिर से जीवंत कर दिया हो। उन्होंने गुरुबाणी और शायरी के संमिश्रण से एक ऐसा जादू जगाया कि शहीद भगत सिंह आस-पास बैठे प्रतीत होने लगे।
साम्प्रदायिक साज़िशें:उन्होंने बताया कि कैसे जब शहीदों के बुत लुधियाना में लगने की बात आयी तो उस समय के एक वरिष्ठ नेता उनके घर आये और कहने लगे कि सुखदेव का बुत अलग जगह एक सब्ज़ी मंडी में लगेगा---भगत सिंह का अलग जगह और राजगुरु का राजगुरु नगर में। यह सब सुनकर मेरे नानी बोले मेरा बेटा अपने साथियों के साथ खड़ा ही अच्छा लगता है। इस तरह इन तीनों शहीदों को एक ही जगह पर सतहपित किया गया। जिनको न अँगरेज़ सरकार बाँट सकी और न ही मौत की सज़ा उन्हें ये साम्प्रदायिक लोग बाँटने चले थे। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए अभी बहुत कुछ करना होगा हम सबको मिलकर करना होगा। उनकी ज्ञान भरी बातों को सुनकर बहुत सी बच्चियां उनके आटोग्राफ लेने आयीं। बहुत से बच्चों ने उनसे उनका फोन नंबर माँगा। इसी तरह कई अन्य स्थानों पर भी कार्यक्रम हुए।
“आप“ ने भी दी शहीद भगत सिंह, सुखदेव व राजगुरु को श्रद्धांजली
शहीदों के सपनों का भारत बनाएंगे–“फूल्का“
आम आदमी पार्टी के लुधियाना क्षेत्र से लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी एडवोकेट एच. एस. फूल्का और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज जगराओं पुल पर शहीदों के स्मारक स्थल जाकर अपनी श्रधा सुमन अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजली दी | इस अवसर पर एडवोकेट फूल्का ने जहाँ शहीदों को श्रद्धांजली दी वहीं इस बात पर गहरा दुख भी प्रकट किया कि, आजादी के 65 वर्षों के पश्चात् भी आम आदमी को सच्ची आजादी प्राप्त नही हो सकी है | आज भी सरकारी विभागों में आम आदमी को अपने छोटे से छोटे कार्य करवाने के लिए किसी न किसी नेता की सिफारिश या सिफारिश की पर्ची देनी पड़ती है जो की सही मायने में हमारे शहीदों की कुर्बानियों का अपमान है |
आगे फूल्का ने कहा की आम आदमी पार्टी शहीदों की क़ुरबानी को व्यर्थ नही जाने देगी इस अवसर पर जहाँ कार्यकर्ताओं के द्वारा “ इन्कलाब जिंदाबाद “ के नारे बुलंद किये गए वहीं इस बात का भी प्रण लिया गया “ भगत सिंह तेरी सोच ते – पहरा देयांगे ठोक के “ | एडवोकेट फूल्का और पार्टी के कार्यकर्ताओं की उपस्तिथि ने माहौल को जोशीला और देशभक्ति पूर्ण बना दिया |
शहीदी दिवस के इस अवसर पर एडवोकेट फूल्का ने लोगों से प्रण लेने के लिए कहा कि अब समय आ गया है हर सच्चे देशभक्त को आज यह प्रण लेना चाहिए कि शहीदों के सपनों का भारत बनाने के लिए और बेईमान सियासतदानों को सत्ता से बाहर निकालने के अपना यथासंभव सहयोग प्रदान करेंगे | यही हमारे शहीदों को सच्ची श्रद्धांजली होगी |
शहीदों को श्रद्धांजली देने के पश्चात् एडवोकेट फूल्का और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहर में पैदल मार्च निकला जो की मातारानी चौक, फव्वारा चोक, रानी झाँसी रोड, भारत नगर चौक, कोचर मार्किट, मॉडल ग्राम, राजगुरु नगर, होता हुवा सराभा नगर में संपन्न हुआ | | 2017-12-14T13:09:17Z | http://punjabscreen.blogspot.com/2014/03/blog-post_24.html |
3 का 2 पृष्ठ, अभियांत्रिकी अध्ययन छीना 2019
3 का 2 पृष्ठ, अभियांत्रिकी अध्ययन छीना
कार्यकारी पाठ्यक्रम 16-30 (बाहर से 39). उच्च कार्यक्रम मेअभियांत्रिकी अध्ययन छीना .सारी जानकारी प्राप्त करे स्कूल और कार्यक्रम के बारे मे,सम्पर्क करे प्रवेश कार्यलय ३ बट्म
39 में परिणाम अभियांत्रिकी अध्ययन, छीना
. लक्ष्यमार्क्सवाद के मूल सिद्धांत में महारत हासिल करने के लिए, एक वैज्ञानिक विश्व दृष्टिकोण स्थापित करें, पार्टी की मूल पंक्ति का पालन करें, मातृभूमि के लिए एक उत्साही प्रेम रखें; कानूनों का पालन, अच्छा आचरण; ईमानदार और भरोसेमंद रखें, अध्ययन की कठोर शैली, एकजुटता, और सहयोग में अच्छी अनुसंधान नैतिकता और व्यावसायिकता है।विशेष नींव सिद्धांत और प्रणाली के पेशेवर ज्ञान में महारत हासिल करने के लिए, मैकेनिकल इंजीनियरिंग के उच्च-स्तरीय शिक्षण, वैज्ञानिक अनुसंधान, इंजीनियरिंग कार्य और प्रौद्योगिकी प्रबंधन कार्य में सक्षम हो।एक विदेशी भाषा में महारत हासिल करने के लिए, कुशलतापूर्वक पेशेवर पढ़ने और लिखने में सक्षम हो।एक स्वस्थ शरीर और अच्छा मनोवैज्ञानिक गुण होना।मुख्य पाठ्यक्रम... [-] | 2019-08-25T07:58:31Z | https://www.masterstudies.in/Master/%E0%A4%87%E0%A4%82%E0%A4%9C%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%82%E0%A4%97/%E0%A4%9B%E0%A5%80%E0%A4%A8%E0%A4%BE-/?page=2 |
अमित शाह पर ममता का पलटवार, बीजेपी की नौकर नहीं जो हर बयान का जवाब दूं| News State
Wednesday, 01 August 2018 08:12 PM
Wednesday, August 01, 2018 07:18 PM | 2018-09-19T16:50:41Z | http://www.newsstate.com/amp/india-news/mamata-banerjee-said-that-i-am-not-bjps-servant-ot-reply-to-any-of-their-statment-article-59363.html |
फिर रुलाएगा प्याज, 50% तक बढ़ीं खुदरा कीमतें-mobile
नई दिल्लीः प्याज एक बार फिर आम लोगों को रुलाने लगा है। केंद्र सरकार द्वारा मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस (एमईपी) हटाने के बाद देश के कई हिस्सों में इसकी कीमतों में 50 फीसदी तक की तेजी देखी जा रही है। देश के सबसे बड़े होलसेल मार्कीट लासलगांव में कीमतें 46 फीसदी बढ़ गई हैं। शुक्रवार को केंद्र सरकार ने एमईपी हटाने का फैसला किया था। इसका असर सोमवार को दिखा, जब औसत होलसेल प्राइस बढ़कर प्रति क्विंटल 2075 रुपए हो गया।
केंद्र सरकार ने पिछले साल 23 नवंबर को प्रति टन 850 डॉलर की एमईपी लगाई थी. यह फैसला कीमतों में बेतहाशा इजाफा के मद्देनजर लिया गया था. उन दिनों मुंबई और दिल्ली जैसी जगहों पर प्याज की औसत कीमत 70 रुपए प्रति किलो पर पहुंच गई थी। किसानों को उनके पैदा किए प्याज का अच्छा भाव दिलाने के लिए केंद्र ने यह कदम उठाया। इसकी वजह से रिटेल मार्कीट में प्याज की कीमतें फिर से बढ़ने लगी है।
प्याज के भाव को नीचे आते देख 2 फरवरी को केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात पर न्यूनतम निर्यात मूल्य की शर्त को खत्म कर दिया था। लेकिन सरकार के इस कदम की मार उपभोक्ताओं पर पड़ने लगी है। सरकार के इस कदम के बाद थोक बाजार में प्याज का भाव करीब 46 प्रतिशत तक बढ़ गया है। इस वजह से रिटेल मार्केट में भी इसकी कीमतों में अधिक बढ़ोतरी होने की आशंका बढ़ गई है। सरकार ने इस साल प्याज का उत्पादन भी पिछले साल के मुकाबले कुछ कम रहने का अनुमान लगाया है। इस वजह से आपूर्ति सीमित रह सकती है. केंद्रीय कृषि मंत्रालय के मुताबिक फसल वर्ष 2017-18 के दौरान देश में प्याज का उत्पादन 214 लाख टन होने का अनुमान है. 2016-17 के दौरान देश में 224 लाख टन प्याज पैदा हुआ था। | 2018-02-20T09:36:04Z | http://m.punjabkesari.in/business/news/rice-onions-up-to-50-retail-prices-750599 |
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51196.8 INR में USD 12799.2 भारतीय रुपया में ऑस्ट्रेलियाई डॉलर
63996 INR में USD 12799.2 भारतीय रुपया में कनाडाई डॉलर
76795.2 INR में USD 12799.2 भारतीय रुपया में स्विस फ़्रैंक
89594.4 INR में USD 12799.2 भारतीय रुपया में चीनी युआन
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255984 INR में USD 12799.2 भारतीय रुपया में हाँगकाँग डॉलर
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12799.2 भारतीय रुपया में यूएस डॉलर, बदलना 12799.2 INR में USD. | 2020-01-25T08:32:06Z | https://inr.hi.currencyrate.today/usd/12799.2 |
corona virus Archives - Tamilstar
பிரபல நடிகை சாரா அலிகானுக்கு கொரோனா டெஸ்ட்! பரிசோதனை முடிவுகள் வெளியாகியுள்ளது, இதோ!
பிரபல நடிகை சைப் அலிகானின் மகள் சாரா அலிகான், இவரும் தற்போது பாலிவுட்டில் வளர்ந்து வரும் நடிகையாக உள்ளார். இந்நிலையில் இவரின் டிரைவர் ஒருவருக்கு கொரோனா தோற்று இருப்பது உறுதி செய்யப்பட்டுள்ளது. இதனையடுத்து நடிகை...
corona virusSaif Ali KhanSara Ali KhanSara Ali Khan informed her fans on social media
பிரபல நகைச்சுவை நடிகருக்கு கொரோனா! தனிமைப்படுத்தப்பட்ட சம்பவம் – ரசிகர்கள் கவலை
உலகளவில் இதுவரை கொரோனா நோய் தொற்று 91.86 லட்சம் பேரை பாதித்துள்ளது. 4.74 லட்சம் பேர் இதுவரை இறந்துள்ளனர். இந்தியாவிலும் 14 ஆயிரம் பேர் இறந்துள்ளனர். இந்நிலையில் தெலுங்கு சினிமாவின் பிரபல நகைச்சுவை நடிகர்...
Bandla Ganeshcorona virusTelengu Comedy actor tested corona positive
சென்னையை அசிங்க படுத்தாதீர்கள்! – பி.டி .செல்வகுமார் ஆவேச பேட்டி
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14 நாட்கள் வீட்டில் தனிமைப்படுத்தப்பட்ட நடிகை பிந்து மாதவி!
நடிகை பிந்து மாதவி தமிழ் மற்றும் தெலுங்கு திரைப்படங்களில் நடித்து பிரபலமானவர், இவர் தமிழில் கேடி பில்லா கில்லாடி ரங்கா, கழுகு போன்ற திரைப்படங்களில் நடித்துள்ளார். அதன்பின் நடிகர் கமல்ஹாசன் முன்னின்று நடத்திய பிக்பாஸ்...
Bindu MadhaviBindu Madhavi Coronacorona virus
கொரோனா வைரஸ் பரவாமல் தடுக்க மத்திய-மாநில அரசுகள் மும்முரமாக நடவடிக்கைகள் எடுத்து வருகின்றன. சினிமா தியேட்டர்கள் மற்றும் வணிக வளாகங்கள் சில மாநிலங்களில் மூடப்பட்டுள்ளன. தமிழகத்திலும் தியேட்டர்கள் மூடப்படும் என்று அரசு அறிவித்துள்ளது. இதுதொடர்பாக...
corona virustheater shut down | 2020-08-09T08:51:34Z | https://www.tamilstar.com/tag/corona-virus/ |
समलैंगिकता पर बनीं एक लड़की को देखा तो ऐसा लगा के डायलॉग - IndianDiary
वह अकेलापन और कुंठा से ग्रसित होता है क्योंकि उसे समझने वाला ना तो उसका परिवार होता है और ना ही समाज? ऐसे में एक इंसान किन यातनाओं से गुजरता है इसका एक सामान्य व्यक्ति अंदाजा भी नहीं लगा सकता।
Main baddi ho jaungi na…Mujhe bhi love hoga…..mere bhi marriage hoyegi
Vaise jayada romantic type ka banda hoon nahi….Par jabse iss ladki ko dekha na….Aisa lga ye na mili….toh mar jaungaa -Rajkummar Rao
Aap mere naal Partnership karogi? Kis type ki partnership professional ya personal” – Anil Kapoor
Tera hua hai kabhi…true love types -“-Rajkummar Rao
Uss din maine hamesha apane aap se keh diya….Mujhe hamesha apna sach chupana padegaa” – Sonam Kapoor
True love ke raaste mein, koi na koi siyaapa hota hi hota hai…Agar na ho, toh love story mein feel kaisi aayegi?” – Sonam Kapoor
आप होंगे विदा याद आयेंगे ये हमेशा ऐसी है ये विदाई शायरी | 2020-01-20T02:05:10Z | https://indiandiary.in/ek-ladki-ko-dekha-to-aisa-laga-dialogue/ |
crowd of women started to stores, Karauli News in Hindi - www.khaskhabar.com
राजस्थान Nov 19, 2017 11:27 pmहिन्दी I English
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दुकानों पर महिलाओं की लगी भीड़
khaskhabar.com : मंगलवार, 18 अक्टूबर 2016 5:16 PM
करौली। शहर के बाजारों में मंंगलवार को सुहाग का पर्व करवा चौथ के चलते महिलाओं की भीड़ रही। पति की दीर्घायु जीवन की कामना करती हुई महिलाओं द्वारा बुधवार को करवा चौथ का पर्व मनाया जाएगा जिसमे महिलाएं व्रत रखकर चौथ माता की आराधना करेंगी। इसके लिए बाजार में साडीयों की दुकान चुडियो की दुकान व करवा की बिक्री को लेकर दुकाने सज गयी। सुहाग के सामान खरीदारी को लेकर महिलाओं की भीड़ सौन्द्रय प्रसाधन दुकानों पर भी रही।
Web Title-crowd of women started to stores
Tags: crowd, women, started, stores, karuli, rajasthan hindi news , hindi news, news in hindi, breaking news in hindi, karauli news in hindi
आरक्षण की मांग पर दिसंबर में जयपुर में जुटेंगे ब्राह्मण समाज के लोग
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शनि अमावस्या पर हजारों भक्तों ने लगाई मदनमोहन को धोक
महिलाओं के लिए पिंक और पुरुषों के लिए ब्लू टाॅयलेट...जयपुर बना देश का पहला शहर...
‘इंदिरा गांधी का लक्ष्य देश को गरीबी से मुक्त करवाकर प्रगति पथ पर ले जाना रहा था’
धन की कमी नहीं, बस काम समय पर और गुणवत्तायुक्त हो : किरण माहेश्वरी
केसरिया साफा पहन कर निकली बेटियों ने दिया बेटी बचाने का संदेश
कांग्रेस और पाटीदार नेताओं के बीच बनी सहमति, हार्दिक कल करेंगे बड़ा ऐलान | 2017-11-19T17:57:34Z | http://www.khaskhabar.com/picture-news/news-crowd-of-women-started-to-stores-1-106753-KKN.html |
इनोसेंट हाट्र्स में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के संदेश के साथ वार्षिकोत्सव सम्पन्न, हरलीन को मिला स्टूडैंट ऑफ इयर अवार्डPunjab E News
इनोसेंट हाट्र्स में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' के संदेश के साथ वार्षिकोत्सव सम्पन्न, हरलीन को मिला स्टूडैंट ऑफ इयर अवार्ड
Punjab E News Dec 2 2019 7:50AM prize distribution function
Punjab E News : बौरी मैमोरियल एजुकेशनल व मैडीकल ट्रस्ट के अतंर्गत इनोसेंट हाट्र्स स्कूल ग्रीन मॉडल टाऊन में 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओÓ के संदेश के साथ वार्षिक समारोह का आयोजन किया गया। मुख्यातिथि के रूप में एम. एफ. फारूकी (आई.पी. एस, आई. जी.पी, जालन्धर) उपस्थित हुए। कार्यक्रम के आरंभ में मां सरस्वती के श्लोक के साथ ज्योति प्रज्जवलित की गई। तत्पश्चात बच्चों ने मधुर स्वर में मंत्रोच्चारण किए। इसके बाद बौरी मैमोरियल एजुकेशनल एंड मैडीकल ट्रस्ट के आरंभ व कार्यों के बारे में विस्तार से बताया गया। ट्रस्ट के एग्जीक्यूटिव अफसर मनीष जोशी ने बताया कि किस प्रकार ट्रस्ट बच्चों के सर्वागीण विकास के लिए प्रयत्नशील है। सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने शास्त्रीय-नृत्य तथा वैस्ट्रन-नृत्य का फ्यूजन प्रस्तुत किया। 'रोके न रुकेंगे हम' नृत्य को अत्यंत सराहा गया। वर्ष २०१८-१९9 में १०वीं व १२वीं कक्षा में ९० प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। प्रत्येक वर्ष की तरह इस वर्ष भी ११वीं व १२वीं कक्षा के मेधावी विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति चैक भेंट किए गए। हरलीन को उसके संपूर्ण वार्षिक परिणाम को देखते हुए 'स्टूडैंट ऑफ द इयरÓ अवार्ड से सम्मानित किया गया। अर्चित व ध्रुव अग्रवाल की याद में उनके पिता दिनेश अग्रवाल ने ५,१००/- के रूप में नकद राशि भेंट की। इस अवसर पर 435 बच्चों को पुरस्कार प्रदान किए गए। अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय, राज्य व •िाला स्तर पर विजेता बच्चों को पुरस्कृत किया गया। ट्रस्ट के द्वारा ऐसे बच्चों को फीस में राहत भी दी जाती है। इस अवसर पर बौरी मैमोरियल ट्रस्ट के प्रैजीडैंट डा. रमेश सूद, ट्रस्टी संदीप जैन, सैक्रेटरी डा. अनूप बौरी, मैडीकल सैक्टरी डा. चंदर बौरी तथा मुख्यातिथि ने बच्चों को मंच पर पुरस्कृत किया। ट्रस्ट प्रत्येक वर्ष •ारूरतमंद बच्चों को आर्थिक तौर पर मदद करता है। बच्चों की मदद के लिए रुपए ७७,५६,६३६/- की राशि खर्च की गई । इस अवसर पर स्कूल मैगजीन 'न्यू•ा एंड व्यू•ाÓ का भी विमोचन किया गया। मंच संचालन की भूमिका विद्यार्थियों ने अत्यंत खूबसूरती से निभाई।
मुख्यातिथि एम.एफ. फारूकी ने बच्चों द्वारा प्रस्तुत रंगारंग कार्यक्रम की बहुत प्रशंसा की। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि बौरी मैमोरियल ट्रस्ट द्वारा जो काम समूचे समाज के लिए किए जा रहे हैं, वे अति प्रशंसनीय है। कार्यक्रम के अंत में ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। चारों स्कूलों (ग्रीन मॉडल टाऊन, लोहारां, सी.जे.आर. व रॉयल वल्र्ड) को उनकी पूरे वर्ष की गतिविधियों में विजेता रहने वाले हाऊस को ट्रॉफी दी गई। कार्यक्रम के अंत में विद्यार्थियों द्वारा गिद्दा प्रस्तुत किया गया तथा समापन राष्ट्र-गान के साथ हुआ।
Dec 2 2019 7:50AM | 2020-01-24T18:27:54Z | http://punjabenews.com/prize_distribution_function.aspx |
महिलाएं सशक्त होगी तो देश भी होगा मजबूत : किरण शर्मा चोपड़ा - Karnal Breaking News
Home Politics महिलाएं सशक्त होगी तो देश भी होगा मजबूत : किरण शर्मा चोपड़ा
करनाल के सांसद अश्विनी चोपड़ा की पत्नी एवं वरिष्ठ नागरिक क्लब की चेयरपर्सन किरण शर्मा चोपडा ने कहा है कि देश की महिलाएं सशक्त होगी तो देश भी मजबूत बनेगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं को भी देश की तरक्की के लिए आगे आना होगा और अपनी सामाजिक भागीदारी बढ़ानी होगी।
निसिंग के गांव गुल्लरपुर में महिलाओं को संबोधित करते हुए किरण शर्मा चोपड़ा ने कहा कि केन्द्र और प्रदेश की सरकार बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के नारे को आगे बढ़ा रही है। जब लोगों ने गांव में बारात घर बनाए जाने की डिमांड रखी तो किरण शर्मा चोपड़ा ने इस मांग को जरूरी बताते हुए कहा कि हर गांव में बारात घर बने। इसके लिए गंभीर प्रयास किये जाऐंगे।
उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि जब देश की सरकार बेटियों की सुरक्षा और शिक्षा पर जोर दे रही है। ऐसे में बेटियों की शादी भी धूमधाम से हो। इसलिए हर गांव में बारात घर होने चाहिए। उन्होंने कहा कि कम्यूनिटी सैंटर में अपनी बेटी की शादी धूमधाम से नहीं कर सकता। इसलिए गांव में ही बारात घर होना चाहिए। उन्होंने कहा कि करनाल के सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा इस मांग को प्रदेश के मुख्यमंत्री के आगे रखेंगे।
करनाल के सांसद भी बारात घर बनाने में लोगों की मदद करेंगे। उन्होंने महिलाओ से पूछा कि क्या उन्हें निशुल्क गैस कनैक्शन मिल गया है। जवाब में महिलाओं ने कहा कि मोदी सरकार की योजना ने महिलाओं को कई बीमारियों से बचा दिया है। उन्होंने ग्रामीण महिलाओं से यह भी पूछा कि उनकी पैंशन ठीक-ठाक मिल रही है या नहीं, उनके मकान पक्के बने है या नहीं।
किरण शर्मा चोपड़ा ने बताया कि भाजपा की सरकार का सपना है कि हर गरीब का पक्का मकान हो। इसके लिए सरकार पैसा भी मुहैया करवा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि सांसद ने चौपाल और वृद्ध आश्रम के लिए लाखों रुपए की राशि ग्रामीणों को अनुदान में दी है। इसलिए वह सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा का दिल से धन्यवाद करते है। चेयरपर्सन किरण शर्मा चोपड़ा ने गांव के सरपंच सतीश कुमार के यहां जलपान भी किया और कार्यकर्ताओं से हाल-चाल भी पूछा।
उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की सभी मांगे पूरी होगी। इस अवसर पर महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष मीना काम्बोज, भाजपा नेत्री पिंकी कश्यप, जिला सचिव अमनदीप शर्मा, महिपाल राणा, राजेन्द्र भाम्बरी, यादवेन्द्र आहूजा, कर्मबीर, विनोद राणा समेत कई लोग मौजूद थे। इस अवसर पर ग्रामीणों ने चेयरपर्सन किरण शर्मा चोपड़ा को सम्मानित भी किया।
निसिंग में सुनी किसानों और आम लोगो की समस्याएं : सांसद की धर्मपत्नी किरण शर्मा चोपड़ा ने निसिंग की मार्केट कमेटी कार्यालय में किसानों और आम लोगों की समस्याएं सुनी। इस अवसर पर किसानो ने किरण शर्मा चोपड़ा को बताया कि इस समय धान का सीजन जोरो पर है। किसान खेतों में धान लगा रहा है।
पहले 8 घंटे बिजली देने का ऐलान किया गया था। लेकिन किसानों को बिजली केवल 6 घंटे दी जा रही है। इसलिए किसानों को परेशानी हो रही है। किरण शर्मा चोपड़ा ने आश्वासन दिलाया कि इस मामले में आपके सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा बिजली अधिकारियों से बात करेंगे और समस्या का समाधान होगा। किसानों ने यह भी कहा कि पिछले साल कई किसानों को मुआवजा नहीं मिला। इसलिए मुआवजा दिलवाया जाएं।
किरण शर्मा चोपड़ा ने कहा कि किसान लिखित में शिकायत दें और इस शिकायत पर कार्रवाई होगी। उन्होंने किसानों से प्रधानमंत्री बीमा फसल योजना की चर्चा भी की और उन्हें बताया कि किस तरह मोदी सरकार किसानों की मदद कर रही है। लोगों ने यह शिकायत भी की कि निसिंग की डे्रन में बारिश का पानी ओवरफ्लो हो जाता है।
क्योंकि यहां सफाई नहीं रहती। उन्होंने आश्वासन दिया कि सफाई को लेकर जल्द ही अधिकारियों से बातचीत की जाएगी और समस्या का निवारण होगा। बाद में वह किसान मोर्चा के मंडल अध्यक्ष विनोद राणा के निवास पर जलपान करने पहुंची। जहां कार्यकर्ताओं ने उन्हें स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर अमनदीप शर्मा, संजय राणा, महिपाल राणा, राजकुमार शर्मा, चन्द्रमोहन शर्मा समेत कई कार्यकर्ता मौजूद थे।
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Pre Article is 非常篮球 by in 未分类 & Next Article is 007 皇家赌场; 热爱舞蹈与创作的她, 九份.草岭古道一日游.九份:值得一逛的小山城.假日人很多.车子难停.草岭古道:值得全家出游踏青的好地方.至11月底有芒花季!还有闯关活动喔. ◎材料(一人份) 1. 菠菜 适量 2. 小蕃茄 数粒 3. 培根 1~2片 4. Gorgonzola蓝纹起司 40克 5. 特级初搾橄榄油 1大匙 6. 苹果醋 1小匙 7. 凤梨果酱 1小匙 8. 现磨黑胡椒 少许 ◎做法 1. 菠菜洗淨、沥乾, 考试就快到了~免紧张~公职王和你站在同一挂!提供100年一般警察考试、铁路特考考前重点免费下载 开放时间为6/16-6/20聪明的国考生千万别错过喔~
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By hindigyanbook 6,200 4
नोटबंदी के बाद जब से नए खाते बैंक खाते खुलने शुरू हुए हैं तब से उनमें पैन कार्ड देना अनिवार्य हो गया है और सभी लोग अपना पैन कार्ड बनवाने में लगे हुए हैं तो आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे कि आप पैन कार्ड कैसे ऑनलाइन अप्लाई कर सकते हैं। पैन कार्ड हर किसी के लिए बहुत जरूरी डॉक्यूमेंट है। इससे पहले बहुत ही कम लोगों ने पैन कार्ड के लिए अप्लाई किया था। पैन कार्ड इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के द्वारा बनाए जाते हैं।
जब भी हम किसी financial related कोई काम करने के लिए किसी बैंक या सरकारी department में जाते है तो सबसे पहले हमसे PAN कार्ड मांगा जाता है जैसे की बैंक अकाउंट open करने के लिए, FD करवाने के लिए, Tax बचाने के लिए, ज्यादा पैसे का लेन देन करने के लिए, Identity प्रूफ के लिए, Insurance policy लेने के लिए।
पैन कार्ड का पूरा नाम Parmanent Account Number होता है जो कि सिर्फ एक ही बार बनाया जाता है और उसके बाद में अगर आपका पैन कार्ड गुम हो जाता है या खराब हो जाता है तो नए पैन कार्ड के लिए आप उसी PAN से अप्लाई कर सकते हैं और अगर आप नया पैन कार्ड बनवाते हैं और आप पकड़े जाते हैं तो उसके साथ आपको कुछ जुर्माना भी देना पड़ सकता है।
अगर आप किसी भी कैफे पर जाकर पैन कार्ड बनवाते हैं तो ₹200 से लेकर ₹300 तक आपको चार्जिस देना पड़ता है लेकिन अगर आप घर बैठे ही पैन कार्ड अप्लाई करते हैं तो आपका 112 रुपए में ही काम हो जाएगा। इससे पहले पैन कार्ड के डॉक्यूमेंट पेन डिपार्टमेंट को Post के जरिये से भेजे जाते थे और उसके बाद वह वेरीफाई करते थे। लेकिन अगर आपके पास आधार कार्ड है तो आपके बहुत से काम आसान हो जाएंगे। आपको घर बैठे ही बिना किसी दूसरे डॉक्यूमेंट के आप अपना पैन कार्ड अप्लाई कर सकते हैं।
पैन कार्ड ऑनलाइन अप्लाई कैसे करते हैं
पैन कार्ड अप्लाई करने के लिए आपको नीचे बताए गई तरीकों का अनुसरण करना होगा। आप इनमें से कोई भी तरीका भूल कर भी ना छोड़े। क्योंकि अगर आपने कोई भी स्टेप छोड़ दिया तो शायद आपके पैन कार्ड में कुछ गड़बड़ी हो सकती है तो ध्यान से देखकर हर एक कॉलम भरें।
पैन कार्ड अप्लाई करने के लिए आपको सबसे पहले इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर जाना होगा।
इसके बाद आप Apply पैन कार्ड पर क्लिक करें तो अगर आप नया पैन कार्ड बनवाना चाहते हैं तो New PAN पर क्लिक करें और अगर आपका पहले से PAN Card है और आप दोबारा बनवाना चाहते हैं तो आप Request New PAN पर क्लिक करें। उसके बाद आप नए पैन कार्ड के लिए फार्म भर सकते हैं।
हम यहां पर आपको नए पैन कार्ड के लिए अप्लाई करने की Process बता रहा है।
इसके बाद आपको category में Individual पर क्लिक करना है।
Title में MR या MRS जो भी हो वह लिखे ।
अब Applicant Information में अपनी Personal Information भरे और Submit कर दें।
इसके बाद में आपको एक Temporary Token नंबर दिया जाएगा उसको आप नोट कर लें। इसके अलावा यह नंबर आपके ईमेल ID पर भी भेज दिया जाता है आप चाहे तो वहां से भी देख सकते हैं।
अब आप Continue With PAN Application Form पर click करें।
अब आपको फिर से अपनी डिटेल दिखेगी जो आपने भरी थी और यंहा पर आपको सिर्फ 2 आप्शन और भरने है .
अगर आपका कोई दूसरा नाम है तो आप “Yes” सेलेक्ट करे नहीं तो “No ” सेलेक्ट करे .
इसके बाद Parents Name में अपने पिता का नाम सेलेक्ट कर के नाम टाइप करें।अगर आप चाहते है की आपके कार्ड पर आपकी माँ का नाम होतो यंहा mother Name सेलेक्ट करे .
अब अपने पिता और माँ का नाम भरके Next पर click करे .
उसके बाद अगले पेज पर आपको Contact और Other detail के नाम से एक पेज ओपन हो जाएगा।
अब आप इस पेज में आपकी contact detail भर दीजिए। इस कोलम को ध्यान से भरे क्योंकि जो भी आपका पैन कार्ड आएगा वह इसी एड्रेस पर आएगा।
सबसे पहले Source Of Income में No Income को सेलेक्ट करें और उसके बाद Address Type में ऑफिस या घर का एड्रेस लिखकर में अपना पूरा पता भरे।
इसके बाद आप अपना मोबाइल नंबर और ईमेल ID डालकर सेव कर दें और अगले पेज पर चले जाएं।
उसके बाद में आपको एक Deatils देनी होती है जो Location पर निर्भर होती है। हर Location की अलग Details होती है। तो इसको जानने के लिए आप किसी भी नजदीकी Income Tax Department से यह Detail जान सकते हैं या कई बार इस तरह की information आपको इंटरनेट पर भी मिल जाती है तो अगर आपको AO डिटेल मिल जाए तो इसे लिख कर इसके बाद Submit कर दें और सेव करके अगले पेज पर क्लिक करें।
यह आखरी पेज है इसमें आपको डॉक्यूमेंट की डिटेल देनी होती है। यह स्टेप सबसे important है हमें यहां पर अपनी Document की डिटेल देनी है और अपने Document upload करने हैं। सबसे पहले ID प्रूफ के लिए आप Document select करें।
इसके बाद Address के लिए Document और Last में DOB के लिए Document select करें।
इसके बाद deceleration फॉर्म में अपना नाम लिखकर और capacity of himself/herself सिलेक्ट करें।
उसके बाद अपनी पासपोर्ट साइज फोटो और Sign अपलोड कर दें। आखिर में जो आपने ऊपर डॉक्यूमेंट सेलेक्ट किए हैं वह सब Document की एक PDF फ़ाइल बनाकर अपलोड कर दे। अगर आपकी फोटो JPG format में है तो उसे Jpg2pdf.com पर अपलोड करके डाउनलोड करे वो PDF बन जाएगी .
अब आप का फॉर्म पूरा हो चुका है।
अब आप इसकी पेमेंट कर सकते हैं।
पेमेंट होने बाद आपको इसकी पेमेंट Receipt मिलेगी .फिर Continue पर क्लिक करे .Continue पर क्लिक करते ही अगले पेज आपको अपना आधार कार्ड को Authenticate करना पड़ेगा . Authenticate करने के लिए नीचे Term & condition को सेलेक्ट करे और Authenticate पर क्लिक करे .Authenticate करने के बाद Continue with e-sign/e-KYC पर क्लिक करे .
क्लिक करते ही आपके मोबाइल और ईमेल पर एक कोड भेजा जायेगा उसे यंहा भरे और Submit पर क्लिक करे .सबमिट करते ही आपका काम पूरा हो जायेगा अब आपको आपकी detail का form दिखायेगा इसे Download करले .
आपको पैन कार्ड 15 से 20 दिनों में आपके बताए गए एड्रेस पर पहुंच जाएगा।
अगर आप के आधार कार्ड में आप की DOB पूरी नहीं है और वहां पर सिर्फ जन्म का साल दिखाया गया है तो आप पहले अपना आधार कार्ड ठीक करवा सकते हैं और अगर आपके पास दसवीं का सर्टिफिकेट है या आपके पास अपने जन्म तिथि का proof है तो आप इसको Address Proof औरDOB तौर पर भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
पैन कार्ड बहुत ही जरूरी डॉक्यूमेंट है इसको आप जितना जल्दी हो सके अपना पैन कार्ड रजिस्टर करवा ले। क्योंकि जैसे-जैसे इंडिया Cashless होता जा रहा है वैसे-वैसे इन Document की जरूरत आगे के टाइम में बहुत ज्यादा पड़ेगी। इस पोस्ट में आपको पैन कार्ड कैसे बनवाये पैन कार्ड आवेदन फार्म पैन कार्ड online पैन कार्ड फीस पैन कार्ड बनवाने पैन कार्ड सेवा पैन कार्ड चेक करना पैन कार्ड की जानकारी के बारे में बताया गया है अगर इसके अलावा आपका कोई भी सवाल या सुझाव हो तो नीचे कमेंट करके जरूर पूछें. और इस पोस्ट को शेयर जरूर करें ताकि दूसरे भी इस जानकारी को जान सकें.
Dinesh chauhan says 2 years ago
3g mobile me jio sim kese chalaye
RAJNEESH KUMAR MEENA says 2 years ago
kisi ki age 18 year se kam h to uska pan card ban jayega ya nahi banega. iske liye confirm kar dijiye
Rajeev kumar says 7 months ago
Ankit gupta says 6 months ago
PAN card bnvana hai
हिन्दी साहित्य के महत्वपूरण प्रश्न और उत्तर | 2019-05-22T03:13:39Z | http://www.hindigyanbook.com/pan-card-kaise-banawaye/ |
ଅଲ୍ ଓଡ଼ିଶା ଉତ୍କଳ ଓପନ ଟେନିସ ଉଦ୍ଘାଟିତ January 6th, 01:52 AM January 6th, 01:52 AM
ଭୁବନେଶ୍ୱର, ୫।୧(କ୍ରୀଡ଼ା ପ୍ରତିନିଧି)
ଅଲ୍ ଓଡ଼ିଶା ଉତ୍କଳ ଓପନ ଟେନିସ ଟୁର୍ନାମେଣ୍ଟର ୫ମ ସଂସ୍କରଣ ଶୁକ୍ରବାର କଳିଙ୍ଗ ଷ୍ଟାଡିୟମରେ ଉଦ୍ଘାଟିତ ହୋଇଛି। ଭୁବନେଶ୍ୱର ଜିଲା ଟେନିସ ଆସୋସିଏଶନ ସଭାପତି ସୁରେଶ ଚନ୍ଦ୍ର ମହାପାତ୍ର, ଓଡ଼ିଶା ଟେନିସ ଆସୋସିଏଶନ ସମ୍ପାଦକ ମଧୁସୁଦନ ପାଢ଼ୀ, ଆୟୋଜକ କମିଟି ଅଧ୍ୟକ୍ଷ ଡ.ବିଶ୍ୱଜିତ ମିଶ୍ର, ଏସ୍ ଟେନିସ କ୍ଲବ ସଭାପତି ପ୍ରକାଶ ଚାନ୍ଦ ଭୁରା ଓ ସମ୍ପାଦକ ନବରତନ ବୋଥ୍ରା ଉଦ୍ଘାଟନୀ ଉତ୍ସବରେ ଉପସ୍ଥିତ ଥିଲେ। ପ୍ରତିଯୋଗିତାର ୮ଟି ବିଭିନ୍ନ କାଟେଗୋରି ପାଇଁ ପାଖାପାଖି ୪୦୦ ପ୍ରତିଯୋଗୀ ନାମ ପଞ୍ଜୀକୃତ କରିଛନ୍ତି। ପ୍ରଥମ ଦିବସରେ ଅନୁଷ୍ଠିତ ମ୍ୟାଚରେ ଟପ୍ ସିଡ୍ ଅନମ ଆଲମାସ, ଋତୁପର୍ଣ୍ଣା ଚୌଧୁରୀ, ଅମୀକ କିରଣ ବାଥ୍, ଅନନ୍ୟା ଯାଦବ ପ୍ରମୁଖ ବିଜୟ ହାସଲ କରି ମହିଳା ସିଙ୍ଗଲ୍ସ ସେମିଫାଇନାଲରେ ପ୍ରବେଶ କରିଛନ୍ତି। ୧୪ ବର୍ଷରୁ କମ୍ ବାଳିକା ବିଭାଗରେ ଅର୍ଚ୍ଚିତା ସାହୁ, ସୋହିନି ସଞ୍ଜୟ ମହାନ୍ତି କ୍ୱାର୍ଟର ଫାଇନାଲରେ ପହଞ୍ଚତ୍ଛନ୍ତି। ଏହାର ବାଳକ ବିଭାଗରେ ଟପ୍ ସିଡ୍ ଯଶରାଜ ଓ ଭାୟମ କ୍ରିଷ୍ଣା ପ୍ରି-କ୍ୱାର୍ଟର ଫାଇନାଲରେ ପ୍ରବେଶ କରିଛନ୍ତି। ପୁରୁଷ ସିଙ୍ଗଲ୍ସ ଓ ଡବଲ୍ସରେ ଟପ୍ ସିଡ୍ ଅଂଶୁ କୁମାର ଭୂୟାଁ, ଚିନ୍ମୟ ପ୍ରଧାନ, କବିର ହନ୍ସ, ଅଜୟ ନିଶଙ୍କ ଓ ସନ୍ତୋଷ ମଲିକ ପ୍ରି-କ୍ୱାର୍ଟର ଫାଇନାଲରେ ପହଞ୍ଚତ୍ଛନ୍ତି। ରେଫରି ଯତୀନ ବୈତ୍ସ୍ୟ ଟୁର୍ନାମେଣ୍ଟ ପରିଚାଳନା କରୁଛନ୍ତି। | 2018-05-25T20:38:39Z | https://www.dharitri.com/main/news/16888 |
कांग्रेस कर सकती है विपक्ष का नेतृत्व लेकिन दिखाए बड़ा दिल : तेजस्वी यादव
तेजस्वी यादव कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई की अगुवाई करने के लिहाज से सबसे बेहतर पार्टी है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाते हुए नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी और क्षेत्रीय पार्टियों से भी तालमेल बिठाना होगा.
कांग्रेस कर सकती है विपक्ष का नेतृत्व लेकिन दिखाए बड़ा दिल: तेजस्वी यादव
सिटी पोस्ट लाइव : बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव ने रविवार को एक बड़ा बयान दे दिया है. तेजस्वी यादव ने यह साफ़ कर दिया है कि उन्हें उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को छोड़कर मायावती और अखिलेश यादव के गठबंधन कर लिए जाने में कोई बुराई नहीं दिखती. हालांकि उन्होंने ये भी साफ़ कर दिया है कि वो उत्तर प्रदेश की तरह बिहार में कांग्रेस को नजर-अंदाज तो नहीं करेगें लेकिन ज्यादा सीटों की मांग पर कांग्रेस अगर अड़ी रही तो उत्तर प्रदेश जैसी ही स्थिति बिहार में भी पैदा हो सकती है. तेजस्वी यादव कहा कि आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस बीजेपी के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई की अगुवाई करने के लिहाज से सबसे बेहतर पार्टी है. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाते हुए नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी और क्षेत्रीय पार्टियों से भी तालमेल बिठाना होगा.
तेजस्वी ने उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बीच हुए गठबंधन की सराहना करते हुए कहा कि गठबंधन के बाद अखिलेश यादव और मायावती के साथ हुई उनकी ‘‘शिष्टाचार भेंट’’ को कांग्रेस पर ‘‘दबाव बनाने का तरीका’’ नहीं समझना चाहिए.आरजेडी नेता ने कहा कि भारत की सबसे पुरानी और मौजूदा समय में पूरे भारत में मौजूदगी के मामले में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते कांग्रेस विपक्षी पार्टियों में अधिकतम सीटें जीतने के लिहाज से बहुत मजबूत स्थिति में है.
कांग्रेस को 2014 के लोकसभा चुनावों में महज 44 सीटें मिली थी जबकि ममता बनर्जी की अगुवाई वाली तृणमूल कांग्रेस को 34, अखिलेश यादव की अगुवाई वाली पार्टी को पांच और आरजेडी को चार सीटें मिली थीं.तेजस्वी ने कहा, ‘‘यदि गठबंधन बनाने में कांग्रेस अहम भूमिका निभाती है या चुनावों में गठबंधन के नेतृत्व की भूमिका संभालती है तो उन्हें इसमें कुछ गलत नहीं लगता. लेकिन उन्हें यह भी स्वीकार करना होगा कि हर राज्य की जमीनी सच्चाइयां अलग-अलग हैं.’’
आरजेडी नेता ने कहा कि कांग्रेस राष्ट्रीय स्वीकार्यर्ता और विपक्ष में व्यापक मौजूदगी वाली पार्टी है, ऐसे में कांग्रेस बीजेपी या एनडीए के खिलाफ विपक्ष की लड़ाई की अगुवाई करने के लिहाज से सबसे बेहतर स्थिति में है. उन्होंने कहा, ‘‘बहरहाल, कांग्रेस को बड़ा दिल दिखाकर नेतृत्व की भूमिका निभानी होगी और क्षेत्रीय पार्टियों के एजेंडा के साथ तालमेल बिठाकर सक्रिय भूमिका निभानी होगी. जिन राज्यों में कांग्रेस का ठोस आधार नहीं है, वहां उसे क्षेत्रीय पार्टियों को बीजेपी के खिलाफ आगे रहकर मोर्चा संभालने देना होगा.’’
तेजस्वी यादव ने कहा कि वोट ट्रांसफर करने के मामले में क्षेत्रीय पार्टियों की भूमिका ज्यादा है . तेजस्वी ने कहा कि पूरा ध्यान सीट जीतने पर होना चाहिए. और ज्यादा सीट जीतने के लिए गठबंधन को राज्यवार एवं सीटवार फैसले करने होंगे. उन्होंने कहा कि विजयी गठबंधन बनाने के लिए किसी खास राज्य के हालात को देखते हुए हर पार्टी को दूसरी पार्टी के साथ समझौता करना होगा या उसे जगह देना होगा.
congresstejashwi
झारखंड होमगार्ड वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले होमगार्ड जवानों का आमरण अनशन 21 से | 2019-10-13T23:24:16Z | https://www.citypostlive.com/news/politics/tejashwi-said-congress-may-lead-opposition-but-show-big-heart/ |
Unique Rituals: Even after marriage, women can make relationships
Home अजब गज़ब अनोखा रीति-रिवाज : यहां शादी के बाद भी महिलाऐं बना सकती है...
दोस्तों, हम सब जानते हैं कि हर देश में अपने अपने रिति रिवाज होते हैं और वहां पर रहने वालों को उन्हें मानना ही होता है चाहे फिर उनका हमारे जीवन में कोई मूल्य नहीं हो मगर फिर भी हमें उनको मानना ही पड़ता है । आज हम आपको कुछ ऐसा ही बताने जा रहे हैं । आज हम आपको एक ऐसे रिति रिवाज के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें महिलाएं अपनी शादी के बाद भी बिना किसी रोक टोक के किसी के साथ भी संबंध बना सकती है ।
बता दें कि, भारत की नागा जाती के जहां समबन्ध बनाने से जुड़े कुछ ऐसे रिवाज हैं जो हम सोच भी नहीं सकते है । यदि यहां पर कोई नागा लड़की जवान हो जाती है तो उसे घर का एक कमरा दे दिया जाता है ताकि वो अपनी स्वंय की इच्छा के अनुसार किसी के साथ भी संबंध बना सके । इसमे उसके मां बाप उसे रोकते टाकते भी नहीं है । मगर जब वो महिला प्रेग्नेंट हो जाती है तो उस पुरूष को उस महिला के साथ में शादी करनी होती है ।
यदि पुरूष शादी के लिये इनकार कर देता है तो उसको समाज के द्वारा दंड भी मिलता है । इतना ही नहीं यहां पर लड़की जब शादी करके अपने ससुराल जाती है तो वो किसी गैर पुरूष से संबंध नहीं बना सकती मगर जैसे ही वो अपने घर पर आती है तो वो किसी के साथ भी संबंध बना सकती है ।
गैर पुरूष
रिति रिवाज
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जलते हुए चर्च से 1500 साल बाद मिली एक तस्वीर,जानिए
अमेरिका की इस महिला ने सपनों में कुछ कर दिखाया, मौत को न्योता देते हुए
शिक्षक ने छात्रा को स्कूल से निकाला,गुस्से में आकर खरीदी AK 47, और किया ये… | 2019-09-21T20:00:55Z | http://www.samacharnama.com/unique-rituals-even-after-marriage-women-can-make-relationships-with-non-men/ |
SC की तरफ से गठित BCCI की एडमिनिस्ट्रेटिव कमिटी सौरव और द्रविड़ से करेगी पूछताछ! – News Trend India
SC की तरफ से गठित BCCI की एडमिनिस्ट्रेटिव कमिटी सौरव और द्रविड़ से करेगी पूछताछ!
February 9, 2017 NTI News 0 Comments BCCI, Indian Cricket Team, Rahul Dravid, Sourav Ganguly, Supreme Court of India
नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट की तरफ से BCCI का कामकाज देखने के लिए गठित एडमिनिस्ट्रेटिव कमेटी सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ से पूछताछ कर सकती है। गांगुली और द्रविड़ से उनके हितों के टकराव को लेकर सवाल किये जा सकते हैं।
द्रविड़ आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम के मेंटॉर होने के साथ ही भारत की अंडर-19 और भारत ‘ए’ के कोच भी हैं। वहीं गांगुली क्रिकेट असोसिएशन के अध्यक्ष, BCCI की तकनीकि समिति के अध्यक्ष और आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल के सदस्य भी हैं। साथ ही गांगुली आईपीएल फ्रेंचाइजी के एक मालिक के साथ दूसरे खेल में बिजनेस पार्टनर भी हैं।
पहले ये मुद्दे उठते रहे हैं। द्रविड़ 2017 के आईपीएल सीजन के लिए भी डेयरडेविल्स के साथ हैं। गांगुली के केस की पिछले साल लोकपाल में सुनवाई हुई थी और इसमें हितों के टकराव की बात मानी गई थी। हाल ही में BCCI ने 12 अधिकारियों को निकाल दिया था। ये अधिकारी बोर्ड के दिल्ली और पुणे ऑफिस में काम कर रहे थे। इनमें टीम इंडिया के मिडिया मैनेजर भी शामिल थे। इन सभी BCCI के पूर्व अध्यक्ष अनुराग ठाकुर और पूर्व सचिव अजय शिर्के ने नियुक्त किया था।
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शाहरुख की बेटी सुहाना खान ने शुरु की एक्टिंग, Video वायरल → | 2018-05-23T11:05:28Z | https://www.newstrendindia.com/bcci-committee-inquiry-sourav-ganguly-and-rahul-dravid/ |
कड़कनाथ को लेकर MP और छत्तीसगढ़ में विवाद, खास प्रजाति का है ये मुर्गा
Updated Mar 18, 2018 | 19:33 IST | भाषा
दोनों पड़ोसी राज्यों ने इस काले पंख वाले मुर्गे की प्रजाति के लिए ‘जीआई टैग‘ प्राप्त करने के लिए चेन्नई स्थित भौगोलिक संकेतक पंजीयन कार्यालय में आवेदन दिए हैं।
कड़कनाथ मुर्गा | तस्वीर साभार: YouTube
भोपाल: लाजवाब स्वाद के लिए जाने जाने वाले कड़कनाथ मुर्गे की प्रजाति मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच विवाद का विषय बन गई है। इस प्रजाति के मुर्गे के जीआई टैग (भौगोलिक संकेतक) को लेकर ये दोनों ही राज्य अपना-अपना दावा पेश कर रहे हैं। इन दोनों पड़ोसी राज्यों ने इस काले पंख वाले मुर्गे की प्रजाति का ‘जीआई टैग‘ प्राप्त करने के लिए चेन्नई स्थित भौगोलिक संकेतक पंजीयन कार्यालय में आवेदन दिए हैं।
मध्य प्रदेश का दावा है कि कड़कनाथ मुर्गे की उत्पत्ति प्रदेश के झाबुआ जिले में हुई है, जबकि छत्तीसगढ़ का कहना है कि कड़कनाथ को छत्तीसगढ़ के दंतेवाडा जिले में अनोखे तरीके से पाला जाता है और यहां उसका सरंक्षण और प्राकृतिक प्रजनन होता है। विशेषज्ञों के अनुसार कड़कनाथ के मांस में आयरन एवं प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है, जबकि कॉलेस्ट्राल की मात्रा अन्य प्रजाति के मुर्गों से काफी कम पाई जाती है। इसके अलावा, यह अन्य प्रजातियों के मुर्गों से बहुत अधिक दाम में बेचा जाता है।
मध्य प्रदेश पशुपालन विभाग के अतिरिक्त उप संचालक डॉ. भगवान मंघनानी के अनुसार, ‘मध्य प्रदेश को कड़कनाथ मुर्गे के लिए संभवत: जीआई टैग मिल जायेगा। इस प्रजाति का मुख्य स्रोत राज्य का झाबुआ जिला है। इस मुर्गे के खून का रंग भी सामान्यतः काले रंग का होता है, जबकि आम मुर्गे के खून का रंग लाल पाया जाता है।’ उन्होंने कहा, ‘झाबुआ जिले के आदिवासी इस प्रजाति के मुर्गों का प्रजनन करते हैं। झाबुआ के ग्रामीण विकास ट्रस्ट ने इन आदिवासी परिवारों की ओर से वर्ष 2012 में कड़कनाथ मुर्गे की प्रजाति के लिए जीआई टैग का आवेदन किया है।’
और पढ़ें - अकेले लड़ाकू विमान उड़ाने वाली दूसरी महिला पायलट बनीं भावना कंठ
छत्तीसगढ़ ने भी हाल ही में कड़कनाथ मुर्गे के जीआई टैग के लिए दावा किया है। ग्लोबल बिजनेस इनक्यूबेटर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी छत्तीसगढ़ के अध्यक्ष श्रीनिवास गोगिनेनी ने बताया कि कड़कनाथ को छत्तीसगढ़ के दंतेवाडा जिले में अनोखे तरीके से पाला जाता है और यहां उसका सरंक्षण और प्राकृतिक प्रजनन होता है। इस कंपनी को दंतेवाडा जिला प्रशासन जन-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के तहत इलाके के आदिवासी लोगों की आजीविका सृजित करने में मदद करने के लिए लाया है।
गोगिनेनी ने कहा, ‘दंतेवाडा प्रशासन ने फेडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज की मदद से जिले में कड़कनाथ प्रजाति को अनोखे तरीके से पाले जाने और इसका बहुत ज्यादा उत्पादन होने के कारण पिछले महीने जीआई टैग के लिए आवेदन किया है।’ गोगिनेनी ने बताया कि अकेले दंतेवाड़ा जिले में 160 से अधिक कुक्कुड फार्म राज्य सरकार समर्थित स्व-सहायता समूहों चलाते हैं। इनमें सालाना करीब चार लाख कड़कनाथ मुर्गों का उत्पादन होता है।
वहीं, भगवान मंघनानी ने बताया कि मध्यप्रदेश में राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही हैचरीज में सालाना करीब ढ़ाई लाख कड़कनाथ मुर्गों का उत्पादन किया जाता है। उन्होंने कहा कि कड़कनाथ के एक किलोग्राम के मांस में कॉलेस्ट्राल की मात्रा करीब 184 एमजी होती है, जबकि अन्य मुर्गों में करीब 214 एमजी प्रति किलोग्राम होती है। उनका कहना है कि इसी प्रकार कड़कनाथ के मांस में 25 से 27 प्रतिशत प्रोटीन होता है, जबकि अन्य मुर्गों में केवल 16 से 17 प्रतिशत ही प्रोटीन पाया जाता है। इसके अलावा, कड़कनाथ में लगभग एक प्रतिशत चर्बी होती है, जबकि अन्य मुर्गों में 5 से 6 प्रतिशत चर्बी रहती है।
कड़कनाथ को लेकर MP और छत्तीसगढ़ में विवाद, खास प्रजाति का है ये मुर्गा Description: दोनों पड़ोसी राज्यों ने इस काले पंख वाले मुर्गे की प्रजाति के लिए ‘जीआई टैग‘ प्राप्त करने के लिए चेन्नई स्थित भौगोलिक संकेतक पंजीयन कार्यालय में आवेदन दिए हैं। Times Now Hindi | 2019-03-20T12:02:13Z | https://hindi.timesnownews.com/trending-viral/article/kadaknath-cock-chhattisgarh-madhya-pradesh-gi-tag-bread-chennai/208928 |
LFWWF 2019: ब्लैक लहंगे के साथ कैट ने पहना दुपट्टा अटेच ब्लाउज, देखिए तस्वीरें - katrina-kaif-looks-stunning-in-a-black-lehenga-walks-for-manish-malhotra-at-lfw
21 FEBFRIDAY2020 10:04:38 PM
LFWWF 2019: ब्लैक लहंगे के साथ कैट ने पहना दुपट्टा अटेच ब्लाउज, देखिए तस्वीरें
Updated: 21 Aug, 2019 10:40 AM
हर बार की तरह इस बार भी लैक्मे फैशन वीक में कई डिजाइनर्स अपनी बेहतरीन कलेक्शन पेश करेंगे। 5 दिन मुंबई में (21 से 25 अगस्त) तक चलने वाले लैक्मे फैशन वीक विंटर/फेस्टिव की ओपनिंग मशहूर डिजाइनर मनीष मल्होत्रा ने की जिनके लिए बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ शोस्टॉपर बनकर रैंप पर उतरीं जिन्होंने अपने दिलकश अंदाज से सभी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया।
कैटरीना ने मनीष मल्होत्रा की कलेक्शन 'Maahrumysha' के लिए रैंपवॉक किया। उन्होंने ब्लैक इम्ब्रॉयडर्ड लहंगा पहना जिसपर गोल्डन वर्क किया हुआ था। लहंगे के साथ उन्होंने प्लेन ब्लैक डीप वी-नेक मॉडर्न स्टाइल ब्लाउज पहना जिसके साथ दुपट्टा अटेच था। उन्होंने लॉन्ग जैम स्टोन नेकलेस, कॉकटेल रिंग्स व बड़े साइज के स्ट्डस के साथ अपने लुक को कंप्लीट किया।
मेकअप की बात करें तो केट ने कोहल आईज व लाइट मेकअप किया जोकि उनके लुक को फुल ग्रेस दे रहा था। अगर आप भी रिसेप्शन पर कुछ यूनिक ट्राई करना चाहती हैं तो केट के इस लहंगे से आइडिया ले सकती हैं क्योंकि मॉडर्न ब्राइडस के लिए उनका लहंगा बिल्कुल परफेक्ट ऑप्शन है।
LFWWF 2019 | 2020-02-21T16:34:39Z | https://nari.punjabkesari.in/nari/news/katrina-kaif-looks-stunning-in-a-black-lehenga-walks-for-manish-malhotra-at-lfw-1041938 |
when former CM Shivraj Singh started bhajan-kirtan at night during dharna - ...जब धरने पर बैठे पूर्व CM शिवराज सिंह रात में करने लगे भजन-कीर्तन, सांसद ने बजाई डफली, देखें VIDEO
शिवराज सिंह चौहान के अलावा मनासा से विधायक माधव मारू ने भी भजन गाए, वहीं सांसद सुधीर गुप्ता डफली बजाते दिखे.
Reported by: अनुराग द्वारी, Edited by: आरिफ खान मंसूरी, Updated: 22 सितम्बर, 2019 1:12 PM
धरने पर बैठे शिवराज सिंह चौहान.
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान राज्य के मंदसौर में कलेक्टर कार्यालय के बाहर शनिवार से दो दिन के धरने पर बैठे हैं. चौहान बाढ़ पीड़ितों की मदद और कर्ज माफी समेत अन्य मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ धरना दे रहे हैं. इस धरने में रात्रि जागरण कर भजन कीर्तन किया गया, जिसमें शिवराज सिंह चौहान ने भी भजन गाए. शिवराज सिंह चौहान का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें वह भजन गा रहे हैं. शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए यह भजन कीर्तन किए जा रहे हैं. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस उन पर लगातार आरोप लगाती है लेकिन उनके साथ एक दिन रह कर देखें कि उनका जीवन कैसा है? तब उन्हें पता चलेगा कि शिवराज का जीवन कैसा है ?
शिवराज सिंह चौहान के अलावा मनासा से विधायक माधव मारू ने भी भजन गाए, वहीं सांसद सुधीर गुप्ता ढपली बजाते दिखे.
मंदसौर में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये @ChouhanShivraj@BJP4MP का प्रदर्शन के बाद भजन @ndtvindiapic.twitter.com/C54UJVmLy3
— Anurag Dwary (@Anurag_Dwary) September 22, 2019
बता दें, मध्य प्रदेश में अतिवृष्टि और बाढ़ से पीड़ित किसानों को मुआवजा दिए जाने की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शुक्रवार को विधानसभावार धरना-प्रदर्शन किया था. इस दौरान भाजपा नेताओं ने राज्य की कमलनाथ सरकार को किसान विरोधी बताया. राज्य में सत्ता से बाहर होने के बाद भाजपा का यह दूसरा बड़ा आंदोलन था, जिसमें पार्टी के तमाम नेताओं ने हिस्सा लिया. भाजपा ने आरोप लगाया है कि "राज्य में अतिवृष्टि और बाढ़ के कारण बड़े पैमाने पर किसानों की फसलों को नुकसान हुआ है. राज्य सरकार ने किसानों को राहत दिलाने के लिए अब तक सर्वे कार्य तक शुरू नहीं किया है. किसान परेशान हैं, सरकार का रवैया किसान विरोधी है."
भाजपा का आरोप है, "प्रशासन और प्रदेश सरकार राहत कार्य किए जाने के बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन पीड़ितों को वास्तव में पेट भरने तक के लिए कुछ नहीं मिल पाया है. मंदसौर जिले में बाढ़ पीड़ित समाजसेवियों और अपने रिश्तेदारों पर निर्भर हैं. वहां छह दिनों बाद भी सरकार पीड़ितों के बीच नही पहुंच पाई है."
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने सागर जिले के रहली में आंदोलन का नेतृत्व किया. उन्होंने कहा, "भाजपा सरकार में जब ओला पाला या प्राकृतिक आपदा होती थी, तो मुखिया शिवराज सिंह चौहान और सभी मंत्री किसानों के बीच उनके खेतों में पहुंच जाते थे. प्रदेश में आज बाढ़ के हालत हैं तो दिल्ली से केंद्रीय अध्ययन दल बाढ़ग्रस्त इलाकों में नुकसान का जायजा लेने पहुंच चुका. लेकिन प्रदेश के मुखिया कमलनाथ अभी तक बाढ़ पीड़ितों को देखने तक नहीं पहुंचे हैं. कांग्रेस सरकार के मंत्री बाढ़ग्रस्त इलाकों में मुआवजा देने के बजाय अधिकारियों से आवभगत करवा रहे हैं."
VIDEO: कमलनाथ सरकार को घेरने के लिए MP में बीजेपी नेतापुत्र हुए लामबंद
Shivraj SinghBJP | 2019-10-14T22:38:52Z | https://khabar.ndtv.com/news/mp-chhattisgarh/when-former-cm-shivraj-singh-started-bhajan-kirtan-at-night-during-dharna-2105107?pfrom=home-chhattisgarh |
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फैजाबाद। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में फिलहाल शोध की प्रक्रिया पटरी पर लौटती नहीं दिख रही है। पीएचडी की प्रवेश परीक्षा पास करने वाले अभ्यर्थियों को अभी आठ माह और इंतजार करना होगा। विश्वविद्यालय सूत्रों के मुताबिक आगामी शैक्षणिक सत्र से रिसर्च इन वेटिंग कैंडीडेट्स को राहत मिल सकती है और शोध कार्य के लिए नया पंजीकरण भी शुरू हो सकता है। फिलहाल विश्वविद्यालय इन दिनों जनवरी में होने वाले दीक्षांत समारोह की तैयारी में जुटा है। बीते जून में प्रदेश की संयुक्त पीएचडी पात्रता परीक्षा मेजबान अविवि के संयोजन में संपन्न हुई। इसमें 33 हजार 285 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की और पीएचडी में पंजीकरण के लिए अर्ह हुए। छह माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी विश्वविद्यालय शोध में पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू नहीं कर सका, न ही इस बाबत कोई खाका ही तैयार कर सका है। निवर्तमान कुलपति प्रो. आरसी सारस्वत के इस्तीफे के बाद कार्यभार संभालने वाले प्रो. पीके सिन्हा के कंधों पर अब पंजीयन का दारोमदार है। सूत्रों की मानें तो विवि प्रशासन में अब धीरे-धीरे कोर्स वर्क का पाठ्यक्रम बनाने की कुनमुनाहट शुरू हो गई है, लेकिन अभी इसकी न तो मियाद तय हुई और न ही प्रारूप। कोर्स वर्क के पाठ्यक्रम के साथ प्रशिक्षकों की तैनाती कहां से होगी यह भी अभी तय नहीं है। यूजीसी के बदले नियमों के मुताबिक पीएचडी शुरू करने के पूर्व अभ्यर्थियों को छह माह का कोर्स पूर्ण करना होगा। संकेत है कि आगामी शैक्षणिक सत्र के पहले इसका मसविदा तैयार होगा। अवध विवि के परिक्षेत्र में तकरीबन तीन दर्जन कॉलेजों में शोध की व्यवस्था है। आला अधिकारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आगामी एकेडमिक काउंसलिंग की बैठक में कोर्स वर्क के बाबत चर्चा की जाएगी। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि विभिन्न संकायों के समन्वयकों को कोर्स बनाने और अनुमोदन समय से कराने की जिम्मेदारी दी जाएगी। उन्होंने दावे के साथ बताया कि नए सत्र से यूजीसी की 2009 की नियमावली के अनुरूप शोध पंजीयन का कार्य शुरू हो जाएगा। कैसा लगा | 2017-06-24T19:37:50Z | http://www.amarujala.com/uttar-pradesh/faizabad/Faizabad-47486-126 |
Updated: 16 May, 2019 12:23 PM
भोपाल: एमपी में सरकार ने राज्य के 2600 स्कूलों की मान्यता निरस्त कर दी। अधिकांश स्कूलों को रजिस्टर्ड किरायानामा के नाम पर निरस्त किया गया हैं। इस कार्रवाई से हड़कंप मच गया है, वहीं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मप्र ने इस कार्रवाई का विरोध जताया है और आंदोलन की चेतावनी दी है| जिन स्कूलों की मान्यता निरस्त की गई है, उनमे सबसे अधिक राजगढ़ जिले के स्कूल हैं, यहां 370 स्कूलों की मान्यता निरस्त की गई है।
राज्य शिक्षा केंद्र के आदेश में रजिस्टर्ड किरायानामा का कोई उल्लेख नहीं है। इसके बावजूद अधिकांश स्कूलों को रजिस्टर्ड किरायानामा के नाम पर निरस्त किया गया हैं। इस पर प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन मप्र ने विरोध जताया है। एसोसिएशन की ओर से राज्य शिक्षा केंद्र के संचालक को ज्ञापन देकर मांग की है कि इन स्कूलों में कई हजार विद्यार्थी अध्ययनरत हैं एवं निशुल्क प्रवेशित छात्रों की संख्या भी हजारों में हैं। इन स्कूलों में विद्यार्थी नवीन सत्र में शिक्षा के अधिकार (आरटीई) के प्रवेश लेने से भी वंचित हो रहे हैं। वहीं, आरटीई के तहत वर्ष 2016-17 में प्रवेशित विद्यार्थियों के शुल्क का भुगतान नहीं किया गया है।
एसोसिएशन ने दी चेतावनी
Bhopal Hindi Samacha | 2019-05-22T18:35:47Z | https://mp.punjabkesari.in/madhya-pradesh/news/approval-of-2600-private-schools-in-mp-996505 |
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esball手机版三是促进重要产业迈向全球价值链中高端。围绕佛山具有一定研发基础和优势的战略性新兴产业,加强关键核心技术攻关,加快融入全球高端制造供应链。要集中力量突破一批制约产业高端化发展的“卡脖子”技术,重点在高端装备产业领域开展智能制造、电子专用装备、轨道交通装备、氢燃料电池设备等技术开发和产业化示范;在新能源与新能源汽车产业领域研制下一代动力电池、燃料电池等关键产品;在新一代信息技术产业领域协同开展第五代移动通信、高端芯片、新型显示、关键元器件等技术开发;在生物医药产业领域发展高端治疗装置与医学设备,在新材料产业领域研发第三代半导体、增材制造、柔性传感等先进材料。掌握产业链中的关键技术、关键资源和关键链条,更多占据产业链高端环节,切实提升佛山制造在全球价值链中的地位。
国庆节期间,海外市场出现了大幅波动的走势,全球股市先抑后扬。10月2日美股盘中大跌,跌幅超过2%,道指一度跌破26000点,创一个月以来新低。随后三大股指出现了快速回升,整体跌幅收窄。全周来看,道琼斯指数跌0.92%,纳斯达克指数涨0.54%,标普500指数跌0.33%,富时100指数跌3.65%,恒生指数跌0.52%。据报道,中新控股于2017年第三季度后,将区块链业务与传统支付业务、贷款业务以及财富管理业务并列,称为公司3.0战略。
记者了解到,香山革命旧址成为国庆期间“大热”景区。由小学生、大学生和公园退休职工组成的志愿服务队伍,带领参观游客聆听红色讲解、讲述红色故事、开展红色问答、领诵红色诗词、高唱红色歌曲等,备受游客欢迎。esball手机版如今,随着德国和英国的第二季度GDP环比增长率都出现负数的情况下,尚未经历严峻经济考验的科斯塔能否再次交出一份满意的五年答卷,仍需要时间的考验。
这是空降兵战车方队装备停放场,这位受阅队员叫黄士祥。空降兵某旅“上甘岭特功八连”一班班长。这次受阅,黄士祥还有一项特殊的任务,他的战车里,将承载着一份与众不同至高的荣誉。韩国演艺圈悲惨事件当然,法规出台只是第一步,法规的生命力在执行。我们想说的是,蒙面者要卸下的不仅是面罩,还有蒙蔽眼睛、蒙蔽心灵的偏见和误解。寰宇七十,换了人间。再这么蒙着脸打砸破坏,不仅违法,也必定会给自己的前程蒙上阴霾。别看现在砸得“欢”,到追究法律责任的时候就得懵圈了。
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洛阳日报|中国台湾网|半月谈|新华网|西藏之声|四川电视台|星辰在线|海峡网|澎湃新闻|新华网宁夏 | 2019-10-22T03:42:57Z | http://fkdbz.nyzrex.com/DCmf2rz40315.html |
'Divyanka Tripathi' - 69 न्यूज़ रिजल्ट्स
Television | बुधवार मार्च 18, 2020 08:34 AM IST
घातक कोरोनावायरस (Coronavirus) को लेकर टेलीविजन एक्ट्रेस दिव्यांका त्रिपाठी (Divyanka Tripathi) ने हाल ही में एक ट्वीट किया, जिसके चलते अब वह आलोचनाओं से घिर गई हैं. दिव्यांका ने ट्वीट किया था, "मुंबई में इतने कम ट्रैफिक को देखकर लगता है कि यह मेट्रो, पुलों और सड़कों को जल्दी पूरा करने का एक मौका है."
Bollywood | शुक्रवार जनवरी 31, 2020 09:45 PM IST
दिव्यांका त्रिपाठी (Divyanka Tripathi) ने अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) के साथ वाले वीडियो को शेयर कर फैन्स से कैप्शन की भी डिमांड की है.
'Divyanka Tripathi' - 2 फोटो रिजल्ट्स | 2020-08-05T23:36:26Z | https://khabar.ndtv.com/topic/Divyanka-Tripathi |
Description: This is a Most important question of gk exam. Question is : देश में मौद्रिक गतिविधियों के नियमन का नियंत्रण किस बैंक के द्वारा किया जाता हैं ? , Options is : 1. भारतीय स्टेट बैंक, 2. इण्डियन बैंक, 3.भारतीय रिजर्व बैंक, 4. एशिया बैंक, 5. NULL
4) एशिया बैंक | 2020-06-01T23:08:55Z | https://upscgk.com/upsc-gk/faabf1e9-fd35-41ba-bbde-8d5569b33dc8/%E0%A4%A6%E0%A5%87%E0%A4%B6-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AE%E0%A5%8C%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BF%E0%A4%95-%E0%A4%97%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A7%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A5%8B%E0%A4%82-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%AE%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%BE-%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%82%E0%A4%A4%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%A3-%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%B8-%E0%A4%AC%E0%A5%88%E0%A4%82%E0%A4%95-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE-%E0%A4%9C%E0%A4%BE%E0%A4%A4%E0%A4%BE-%E0%A4%B9%E0%A5%88%E0%A4%82 |
cnc പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ - ACCURL
സിഎൻസി പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ പൈപ്പുകൾ മുറിക്കാനും ബെവൽ ചെയ്യാനും അനുവദിക്കുന്നു. ACCURL കട്ടിംഗ് മെഷീന് 50 മുതൽ 650 മില്ലിമീറ്റർ വരെ പൈപ്പ് OD ഉം ഓക്സി-ഫ്യൂവൽ അല്ലെങ്കിൽ പ്ലാസ്മ ഉപയോഗിച്ച് പൈപ്പ് നീളം 12.000 മില്ലീമീറ്റർ വരെ ചെയ്യാൻ കഴിയും. ഒരു ഹ്രസ്വ പരിശീലനത്തിന് ശേഷം അക്കുർ മെഷീനുകൾ വേഗത്തിൽ മനസിലാക്കാനും കാര്യക്ഷമമായി ഉപയോഗിക്കാനും ഉപയോക്തൃ സൗഹൃദ സോഫ്റ്റ്വെയർ അനുവദിക്കുന്നു.
സ്റ്റെയിൻലെസ് സ്റ്റീൽ സിഎൻസി പൈപ്പ് പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ സ്റ്റീൽ ട്രസ് വ്യവസായത്തിന് ഉപയോഗിക്കുന്നു
പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീന്റെ സവിശേഷതകൾ: 1, വെൽഡിംഗ് പ്ലാറ്റ്ഫോം സ്വീകരിക്കുക, ഹെവി റെയിൽ, മൊത്തത്തിലുള്ള ഭാരം മെച്ചപ്പെടുത്തുക, മാനുഷിക രൂപകൽപ്പന മനുഷ്യ-കമ്പ്യൂട്ടർ കൈമാറ്റം കൂടുതൽ സൗകര്യപ്രദവും ന്യായയുക്തവും സുസ്ഥിര പ്രവർത്തനവും ആയുർദൈർഘ്യം വർദ്ധിപ്പിക്കുക. 2, സിഎൻസി പൈപ്പ് സിസ്റ്റങ്ങൾ ഒപ്റ്റിമൈസ് ചെയ്യുന്നതിനുള്ള സ്വതന്ത്ര ഗവേഷണവും വികസനവും, എഞ്ചിനീയറിംഗ് രൂപകൽപ്പനയുടെ ഓട്ടോകാഡ് പതിപ്പിന് സ്റ്റാൻഡേർഡ് ജി കോഡ് നേരിട്ട് സൃഷ്ടിക്കാൻ കഴിയും, പ്രവർത്തനത്തിന്റെ ത്രിമാന സിമുലേഷൻ, നോഡ് വിപുലീകരണം, ലോംഗ് സ്പ്ലിറ്റ് പൈപ്പ്, ഫിറ്റിംഗ്സ് ഒപ്റ്റിമൈസേഷൻ, ഓവർസൈസ്ഡ് ഇജിഎസ് ഡിഎക്സ്എഫ് സാറ്റ്, എസ്ടിഎൽ സോഫ്റ്റ്വെയർ അനുയോജ്യതയും അപ്ഗ്രേഡും സ life ജന്യമായി, പരിഷ്ക്കരിക്കാനാകും ...
കുറഞ്ഞ വിലയിലുള്ള പ്ലാസ്മ പ്ലേറ്റ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ, എയർ ഡക്റ്റ് ട്യൂബ്-എയർ ഡക്റ്റ് പൈപ്പ് സിഎൻസി പ്ലാസ്മ കട്ടർ ടേബിൾ വിൽപനയ്ക്ക്
പ്ലാസ്മ മെറ്റൽ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ 1) ബെഡ് ലാത്ത് കട്ടിയുള്ള മതിൽ കാസ്റ്റ് സ്റ്റീൽ ട്യൂബ് ഉപയോഗിച്ച് ഇംതിയാസ് ചെയ്യുന്നു, ഇത് വെൽഡിംഗിന് മുമ്പ് ശമിപ്പിക്കപ്പെടുന്നു, അതിനാൽ ആന്തരികവസ്തുക്കളെ ഇല്ലാതാക്കുന്നു, അതിനാൽ വർക്ക് ടാബ് വളരെ ശക്തവും സുസ്ഥിരവും മോടിയുള്ളതും രൂപകൽപ്പന ചെയ്യാനാകാത്തതും ഉയർന്ന കാഠിന്യവുമാണ്. 2) ഗാൻട്രി സ്റ്റൈൽ ഘടന, ഇരട്ട സ്റ്റെപ്പർ ഓടിക്കുന്ന മോട്ടോറുകൾ കൊണ്ട് സജ്ജീകരിച്ചിരിക്കുന്ന Y അക്ഷം, കൂടുതൽ ശക്തമാണ്. 3) തായ്വാനിൽ നിർമ്മിച്ച ഹൈവിൻ സ്ക്വയർ ലീനിയർ ഗൈഡ്വേയിൽ എക്സ്വൈഇസെഡ് അച്ചുതണ്ട് സജ്ജീകരിച്ചിരിക്കുന്നു. 4) എക്സ്, വൈ ആക്സിസ് ടിൽറ്റ് റാക്ക് ആൻഡ് പിനിയൻ, ഗിയർ ഡ്രൈവ്. ചരിവ് ...
ചൈന റാക്കസ് ഫൈബർ 3 ആക്സിസ് ഉള്ള 4000w സിഎൻസി ഫൈബർ ലേസർ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ
വിശദമായ ഉൽപ്പന്ന വിവരണം 4000W സിഎൻസി ഫൈബർ ലേസർ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ ചൈന റെയ്ക്കസ് ഫൈബർ ഉൽപന്ന ആപ്ലിക്കേഷൻ ACCURL സിഎൻസി ഫൈബർ ലേസർ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ നിങ്ങളുടെ ഓർഗനൈസേഷന് ചെലവ് കുറഞ്ഞതും കുറഞ്ഞ പരിപാലനവും കുറഞ്ഞ പ്രവർത്തന ചെലവും പരിസ്ഥിതി സൗഹൃദ പരിഹാരവും നൽകുന്നു. ഞങ്ങളുടെ ഫൈബർ ലേസർ മെഷീനുകൾ ഗുണനിലവാരമുള്ള കട്ടിംഗും സഹിഷ്ണുതയും നൽകുന്നു, ഇത് ജോലികൾക്കിടയിൽ കുറഞ്ഞ ഉൽപാദനക്ഷമത നഷ്ടപ്പെടും, ഇത് നിക്ഷേപത്തിന്റെ ഉയർന്ന വരുമാനത്തിന് തുല്യമാണ്. 1. സ്വന്തം മെഷീനുകൾ ഉപയോഗിക്കുന്ന ആളുകൾ നിർമ്മിക്കുന്നത് 2. ഫൈബർ ഒപ്റ്റിക് കേബിളിലൂടെ പകരുന്ന ലേസർ ബീം ...
ചൈന മെറ്റൽ പൈപ്പ് ട്യൂബ് സിഎൻസി പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ ഉപയോഗിച്ചു
സവിശേഷതകൾ പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ 1. റാക്ക് പൂർണ്ണമായും ഇംതിയാസ് ചെയ്തതും ദൃ solid വും ന്യായയുക്തവും ലളിതവും മോടിയുള്ളതുമാണ്. 2. പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ Y ആക്സിസ് ഇരട്ട ഡ്രൈവറുകളുള്ള ഇരട്ട മോട്ടോറുകൾ സ്വീകരിക്കുന്നു. ഉയർന്ന കൃത്യതയോടെ, സുഗമമായി നീങ്ങുന്ന XYZ ആക്സിസ് റ round ണ്ട് റെയിൽ. (ഓപ്ഷൻ: സ്ക്വാർ റെയിൽ) 3. വസ്തുക്കളുടെ മുറിവുകളുടെ സുഗമമായ രൂപഭേദം ഉറപ്പാക്കാൻ വാട്ടർ കൂളിംഗ് സിസ്റ്റം സ്വതന്ത്ര ഗവേഷണം. 4. ഉയർന്ന കോൺഫിഗറേഷൻ. യാന്ത്രിക THC / ARC, സ്ഥിരതയുള്ള പ്രകടനം, 99% അല്ലെങ്കിൽ അതിൽ കൂടുതൽ ആർക്ക് വിജയ നിരക്ക്. 5. സ്റ്റാൻഡേർഡ് ജി കോഡ് പോലുള്ള ഫാസ്റ്റ്ക്യാം സോഫ്റ്റ്വെയറിനെ പിന്തുണയ്ക്കുക ...
മെഷീൻ വിവരണം ഫൈബർ ലേസർ കട്ടിംഗ് ട്യൂബ് / പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ P2060A സവിശേഷതകൾ pip പൈപ്പിലെ വിവിധ ദിശകളിൽ നിന്ന് വ്യത്യസ്ത വ്യാസമുള്ള ലൈനുകളും ദ്വാരങ്ങളും മുറിക്കാൻ കഴിയും, കൂടാതെ ബ്രാഞ്ചിനും പ്രധാന പൈപ്പ് അച്ചുതണ്ടിനുമായി കേന്ദ്രീകൃതവും കേന്ദ്രീകൃതമല്ലാത്തതുമായ ലംബ വിഭജന അവസ്ഥ പാലിക്കാൻ കഴിയും. Branch ബ്രാഞ്ച് പൈപ്പിന്റെ അവസാനത്തിൽ നിര ക്രോസ്ഡ് ലൈനുകൾ മുറിക്കാനും ബ്രാഞ്ചിനും പ്രധാന പൈപ്പ് അച്ചുതണ്ടിനുമായി അപകേന്ദ്രീകൃതമല്ലാത്ത ലംബ വിഭജന വ്യവസ്ഥ പാലിക്കാനും കഴിയും. Circ പ്രധാന വൃത്താകൃതിയിലുള്ള പൈപ്പ് ഉപയോഗിച്ച് ചെരിഞ്ഞത് മുറിക്കാൻ കഴിയും. With ഇതുമായി വിഭജിച്ചിരിക്കുന്ന ബ്രാഞ്ച് പൈപ്പ് മുറിക്കാൻ കഴിയും ...
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം ട്യൂബ് ലേസർ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ 3 വർഷത്തെ വാറണ്ടിയുള്ള സിഎൻസി പൈപ്പ് NO.1 ഞങ്ങളുടെ ലേസർ കട്ടിംഗ് മെഷീന്റെ സവിശേഷതകൾ 1. ഉയർന്ന കാഠിന്യം, സ്ഥിരത, ഷോക്ക് പ്രതിരോധം എന്നിവ നേടുന്നതിന് ഗാൻട്രി ഘടനയുടെയും സംയോജിത കാസ്റ്റ് ക്രോസ്-ഗിർഡറിന്റെയും പ്രയോഗം. 2. മികച്ച പ്രകടന ലേസർ ഉറവിടവും മികച്ച കട്ടിംഗ് ഇഫക്റ്റ് ഉണ്ടാക്കുന്ന സ്ഥിരതയുള്ള ഓപ്പറേറ്റിംഗ് സിസ്റ്റവും. 3. സ്ഥിരതയാർന്നതും കാര്യക്ഷമമായും മോടിയുള്ളതുമായി പ്രവർത്തിക്കാൻ കഴിയുമെന്ന് ഉറപ്പുവരുത്തുന്നതിനായി തികഞ്ഞ തണുപ്പിക്കൽ സംവിധാനം, ലൂബ്രിക്കേഷൻ സംവിധാനം, പൊടി നീക്കംചെയ്യൽ സംവിധാനം എന്നിവ യന്ത്രത്തിന് സ്വന്തമാണ്. 4. സ്ഥിരമായി നിലനിർത്തുന്നതിന് യാന്ത്രിക ഉയരം ക്രമീകരിക്കാൻ യന്ത്രത്തിന് കഴിയും ...
സാങ്കേതിക പാരാമീറ്ററുകൾ പ്രധാന സവിശേഷതകൾ ...
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം ഉൽപ്പന്ന ആപ്ലിക്കേഷൻ ഷീറ്റ് മെറ്റൽ കട്ടിംഗ് ഏരിയ: 3015 (3mx1.5m), 4015 (4mx1.5m), 4020 (4mx2m), 6015 (6mx1.5m) മെറ്റൽ ട്യൂബുകൾ മുറിക്കുന്ന വീതി: റ round ണ്ട് പൈപ്പ് വ്യാസം 25mm-150mm ചതുര പൈപ്പ് 25mm × 25mm -100 മിമി × 100 എംഎം മെറ്റൽ ട്യൂബുകൾ കട്ടിംഗ് നീളം: 4000 എംഎം / 6000 എംഎം ലേസർ output ട്ട്പുട്ട് പവർ: 500/700/750/1000/1500W ACCURL സീരീസ് ലേസർ കട്ടിംഗ് ഗുണങ്ങൾ 1. പുതുമയുള്ള രൂപം സ്ഥിരതയുള്ള യന്ത്ര ഉപകരണ ഘടനയും ആധുനിക രൂപവും പ്രവർത്തനവും സംയോജിപ്പിച്ച് ഇത് മനോഹരമാക്കി പ്രായോഗികം. 2. നല്ല ലേ layout ട്ട് സംയോജിത ഘടന സ്വീകരിക്കുന്നു, കവറേജ് കുറയ്ക്കുന്നു, എക്സ്പോസ്ഡ് സർക്യൂട്ട്, ട്രബിൾഷൂട്ട് ചെയ്യാൻ സൗകര്യപ്രദമാണ്, ...
വ്യത്യസ്ത പ്ലാസ്മ ഉറവിട പരമാവധി കട്ടിംഗ് കനം പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ സവിശേഷതകൾ: 1. പ്ലാസ്മ മെഷീൻ ലൈറ്റ് സ്ട്രക്ചറൽ ഡിസൈൻ ഉപയോഗിക്കുന്നു, നല്ല കർക്കശമായ ഘടന, ലൈറ്റ് ഡെഡ്വെയ്റ്റ്, ചെറിയ ചലന നിഷ്ക്രിയത. 2. പ്ലാസ്മ മെഷീൻ, ഗാൻട്രി ഘടന, എക്സ്, വൈ, ഇസെഡ് ആക്സിസ് എന്നിവയെല്ലാം നേരായ റെയിൽ ഉപയോഗിക്കുന്നു, അത് ഉയർന്ന കൃത്യതയോടെ യന്ത്രത്തെ സുഗമമായി ഓടിക്കുന്നു. 3. ത്രിമാന എൽഇഡി ക്യാരക്ടർ, ട്രഫ് മെറ്റൽ പാനലുകൾ, ഫ്ലോർ കട്ടിംഗ് എന്നിവ മുറിക്കാൻ ലക്ഷ്യമിട്ടുള്ള പ്ലാസ്മ മെഷീൻ, കൃത്യതയ്ക്ക് നല്ല സൂചകങ്ങളിൽ എത്തിച്ചേരാനാകും.ഇത് യുണൈറ്റഡ് സ്റ്റേറ്റ്സ് യുഎസ്എ പ്ലാസ്മ ഉറവിടത്തിൽ സജ്ജീകരിച്ചിട്ടുണ്ടെങ്കിൽ മെഷീന് പരിധിയിലെത്താൻ കഴിയും ...
ഫൈബർ ലേസർ കട്ടിംഗ് മെഷീന്റെ സവിശേഷതകൾ 1. ഉയർന്ന നിലവാരമുള്ള കട്ടിംഗ്: മികച്ച കട്ടിംഗ് ഫലങ്ങൾ ഉറപ്പാക്കുന്നതിന് സ്വിറ്റ്സർലൻഡ് റെയ്റ്റൂൾസ് പ്രൊഫഷണൽ ലേസർ കട്ടിംഗ് ഹെഡ് സ്വീകരിച്ചു. 2. ഫൈബർ ലേസർ ഉറവിടം: സ്ഥിരതയുള്ളതും വിശ്വസനീയവുമായ മീഡിയം പവർ ലേസർ ഉറവിടത്തിന്റെ ആദ്യത്തെ ആഭ്യന്തര ബ്രാൻഡായ ദത്തെടുത്ത മാക്സ്ഫോട്ടോണിക്സ് ലേസർ ഉറവിടത്തിന് മികച്ച പ്രകടനമുണ്ട്; 3. പ്രവർത്തിക്കാൻ എളുപ്പമാണ്: ലോകത്തിലെ പ്രമുഖ സാങ്കേതികവിദ്യ സ്വീകരിച്ച ഈതർകാറ്റ് ബസ് യുഎസ്എ സിഎൻസി ലേസർ കട്ടിംഗ് സിസ്റ്റം, പ്രവർത്തിക്കാൻ വളരെ എളുപ്പമാണ്; 4. തുറന്ന ഗാൻട്രി ഘടന: സ്വീകരിച്ച ബ്രിഡ്ജ് ഗാൻട്രി ഘടന, ഇറക്കുമതി ചെയ്ത റാക്ക് റെയിൽ ഡ്രൈവ്, കേന്ദ്രീകൃത ലൂബ്രിക്കേഷൻ ഉപകരണം ഉപയോഗിക്കുന്നത്, ...
സവിശേഷതകൾ സിഎൻസി പൈപ്പ് പ്രൊഫൈൽ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ: ഇന്റർസെക്ഷൻ കട്ടിംഗ് മെഷീന്, വ്യത്യസ്ത ആകൃതി ചക്ക് തരവും ഘർഷണ തരവും മുറിക്കാൻ കഴിയും ACCURL സിഎൻസി പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ എക്സ്എംജി 600/6000 സിഎൻസി പൈപ്പ് പ്രൊഫൈൽ പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ (റോളർ ടൈപ്പ്) ടോർച്ച് കാരേജ്: 1 സെറ്റ് പ്ലാസ്മ ടോർച്ച്: 1 സെറ്റ് പ്ലാസ്മ പവർ സോഴ്സ്: 1 സെറ്റ്, എച്ച്പിആർ 130, യുഎസ്എ പൈപ്പ് വ്യാസം: 600-1500 മിമി പൈപ്പ് കനം: 3-8 മിമി പൈപ്പ് നീളം: 6000 എംഎം എസിആർഎൽ സീരീസ് സിഎൻസി പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ, അതിന്റെ എക്സ്-ആക്സിസ് (ലെവൽ മെയിൻ ആക്സിസ് റൊട്ടേഷൻ ) ഘർഷണ ട്രേ ടേണിംഗ് തരം ഉപയോഗിക്കുന്നു, ...
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം സിഎൻസി പൈപ്പ്, പ്ലേറ്റ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ സീരീസ് ഈ മെഷീൻ പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗിനും ഗ്യാസ് കട്ടിംഗിനും പിന്തുണ നൽകുന്നു, യഥാക്രമം വ്യത്യസ്ത ടോർച്ച്, ഗ്യാസ് സംവിധാനങ്ങൾ കൊണ്ട് സജ്ജീകരിച്ചിരിക്കുന്നു. ഗ്യാസ് കട്ടിംഗ് വിലകുറഞ്ഞതാണ്, എന്നാൽ ആയുസ്സ് കുറവാണ്. പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗിനേക്കാൾ കട്ടിംഗ് പ്രിസെഷൻ കുറവാണ്. സവിശേഷതകൾ 1. സാമ്പത്തിക സിഎൻസി പൈപ്പ് വിഭജിക്കുന്ന ലൈൻ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ 2. പോർട്ടബിൾ സിഎൻസി കട്ടിംഗ് മെഷീനും പൈപ്പ് ടേണിംഗ് ആക്സിലറി മെഷീനും അടങ്ങിയതാണ് ഈ യന്ത്രം. പൈപ്പ്ലൈൻ ഇന്റർസെക്ഷൻ ലൈൻ കട്ടിംഗിനും മറ്റ് സങ്കീർണ്ണമായ കട്ടിംഗിനും അനുയോജ്യം. 3. വ്യക്തിഗതമായി 2 മെഷീനുകളായി വേർതിരിക്കാൻ കഴിയും ...
സിഎൻസി ന്യൂമെറിക്കൽ കൺട്രോൾ പ്ലാസ്മ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ: പ്രത്യേകമായി രൂപകൽപ്പന ചെയ്ത സ്റ്റീൽ പൈപ്പ് 3-ഡി ഓട്ടോ കട്ടിംഗ് ഉപകരണങ്ങളാണ്. അടിസ്ഥാന ഡാറ്റ ഇൻപുട്ട് ചെയ്തതിനുശേഷം അല്ലെങ്കിൽ ശരിയായ ഫോർമാറ്റ് ഫയലുകൾ നയിച്ചതിനുശേഷം, ദ്വാരം മുറിക്കൽ, ബെവലിംഗ്, ഗ്രോവിംഗ്, മൾട്ടി-ബ്രാഞ്ച്, ചെമ്മീൻ വിഭാഗങ്ങൾ സ്വപ്രേരിതമായി പ്രോസസ്സ് ചെയ്യാൻ ഇതിന് കഴിയും. സ്റ്റീൽ ഘടന, ഓഷ്യൻ എഞ്ചിനീയറിംഗ്, ബ്രിഡ്ജ്, സ്റ്റീൽ ടവർ കെട്ടിടം, പെട്രോകെമിക്കൽ പൈപ്പിംഗ്, പ്രഷർ പാത്ര വ്യവസായം എന്നിവയിൽ ഇത് വ്യാപകമായി ഉപയോഗിക്കുന്നു. ഓക്സിജൻ-ഇന്ധനവും പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗും ബെവലിംഗും പരമാവധി കട്ടിംഗ് പൈപ്പ് വ്യാസം 1500 എംഎം 3 ഡി കട്ടിംഗ് ടച്ച് സ്ക്രീൻ പാനൽ, സൗകര്യപ്രദവും വേഗത്തിലുള്ളതുമായ ഡാറ്റ ഇൻപുട്ട്, ...
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം സ്റ്റീൽ ട്യൂബ് എൻഡ് ജംഗ്ഷറിനായി ഉപയോഗിക്കുന്ന ഒരു ഓട്ടോമാറ്റിക് കണക്കുകൂട്ടലും കട്ടിംഗ് ഉപകരണവുമാണ് ഈ യന്ത്രം. നിർമ്മാണം, രാസ വ്യവസായം, യന്ത്രങ്ങൾ, മെറ്റലർജിക്കൽ വ്യവസായം, മറ്റ് വ്യവസായങ്ങൾ എന്നിവയിൽ പൈപ്പ് ഘടനാപരമായ ഭാഗങ്ങൾ കട്ടിംഗ് പ്രോസസ്സിംഗിനായി ഈ യന്ത്രം വ്യാപകമായി ഉപയോഗിക്കാം. ഈ വ്യവസായങ്ങളിൽ ധാരാളം പൈപ്പ് ജംഗ്ഷൻ ഉണ്ട്, ലൈൻ ഹോൾ വിഭജിക്കുന്നു, ലൈൻ എൻഡ് വിഭജിക്കുന്നു, സാധാരണയായി "ചെമ്മീൻ നോബ്" എന്നും അറിയപ്പെടുന്നു, അത്തരം പ്രോസസ്സിംഗ് ടെംപ്ലേറ്റ് നിർമ്മാണം, ലൈനേഷൻ, മാനുവൽ ലോഫ്റ്റിംഗ്, മാനുവൽ കട്ടിംഗ്, മാനുവൽ പോളിഷിംഗ്, മറ്റ് പിന്നോക്ക ...
മെറ്റൽ ഷീറ്റിനും ട്യൂബ് പൈപ്പ് കട്ടിംഗിനുമുള്ള സിഎൻസി ഫൈബർ ലേസർ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ
ആപ്ലിക്കേഷൻ EETO-FLSP3015-1000W ന്റെ സാങ്കേതിക പാരാമീറ്ററുകൾ: EETO-FLS3015P-1000W ന്റെ കട്ടിംഗ് കഴിവ്: കുറിപ്പ്: പൈപ്പുകൾ മുറിക്കുന്നതിന്, റ round ണ്ട് പൈപ്പിന്റെ കട്ടിംഗ് കനവും വേഗതയും ഷീറ്റ് കട്ടിംഗിന് സമാനമാണ്; ചതുര, ദീർഘചതുര പൈപ്പുകളുടെ കട്ടിംഗ് കനവും വേഗതയും ഷീറ്റ് കട്ടിംഗിന്റെ പകുതിയോളം വരും. മികച്ച ചെലവ് പ്രകടന കോൺഫിഗറേഷൻ മെഷീൻ ബോഡിക്ക്, ഞങ്ങൾ ട്യൂബ് ഷീറ്റ് വെൽഡിംഗ് ഘടനയാണ് ഉപയോഗിക്കുന്നത്, ഇത് ഇതുവരെയുള്ള ഏറ്റവും മികച്ച സ്ഥിരതയുള്ള ഘടനയാണ്, ആകെ ഭാരം 6 ടൺ വരെ, ഓരോ മെഷീനും അനിയലിംഗ്, ഉരച്ചിലുകൾ എന്നിവ പ്രയോഗിക്കണം, ഇത് ശക്തിപ്പെടുത്തും ...
പ്രൊഫഷണൽ നിർമ്മാതാവ് പൈപ്പും ഷീറ്റ് സിഎൻസി പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ / കട്ടിംഗ് ടേബിൾ
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം ഇതിന് ജ്വാല കട്ടിംഗും പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗും ചെയ്യാൻ കഴിയും. വേഗത്തിലുള്ള കട്ടിംഗ് വേഗത. കാര്യക്ഷമമായ കട്ടിംഗ് മെഷീനും പ്രവർത്തിക്കാൻ എളുപ്പവുമാണ്. 1. ആഭ്യന്തര, വിദേശ നൂതന സോഫ്റ്റ്വെയർ, ഹാർഡ്വെയർ സാങ്കേതികവിദ്യ എന്നിവ സ്വാംശീകരിക്കുന്നതിനെ അടിസ്ഥാനമാക്കി ലോഹ ഭാഗങ്ങൾ പ്രോസസ് ചെയ്യുന്നതിന് പിന്തുണയ്ക്കുന്നതിനായി സ്റ്റീൽ പ്ലേറ്റിനായി പുതുതായി ഗവേഷണം നടത്തി വികസിപ്പിച്ചെടുത്ത കാര്യക്ഷമമായ ഓട്ടോമാറ്റിക് കട്ടിംഗ് ഉപകരണമാണ് സിഎൻസി സീരീസ് ഡിജിറ്റൽ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ. 2. ആർക്ക് കർവിന്റെ ഏത് സ്ഥാനത്തും ഇതിന് ലംബവും തിരശ്ചീനവുമായ കട്ടിംഗും കട്ടിംഗും നടത്താൻ കഴിയും, ഇത് ഉയർന്ന കട്ടിംഗ് ഉപയോഗിച്ച് അവതരിപ്പിക്കുന്നു ...
3000 * 1500 എംഎം സ്റ്റീൽ ഷീറ്റും പൈപ്പുകളും സിഎൻസി കട്ടിംഗ് മെഷീൻ മെറ്റൽ ഫൈബർ ലേസർ കട്ടർ
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം 3000 * 1500 എംഎം സ്റ്റീൽ ഷീറ്റും പൈപ്പുകളും സിഎൻസി കട്ടിംഗ് മെഷീൻ മെറ്റൽ ഫൈബർ ലേസർ കട്ടർ ആർഎസ്-സിഎഫ് 3015 എസ് 500 ഡബ്ല്യു 750 ഡബ്ല്യു 1000 ഡബ്ല്യു 1500 ഡബ്ല്യു 2000 ഡബ്ല്യു 3000 ഡബ്ല്യു സവിശേഷതകൾ: 1. ലേസർ സിഎൻസി സിസ്റ്റം സ്വീകരിക്കുന്നു, ഉയർന്ന കൃത്യത, ഉയർന്ന പ്രവർത്തന വേഗതയിൽ ഉയർന്ന ദക്ഷത എന്നിവ ഉറപ്പാക്കുന്നു. 2. ഇറക്കുമതി ചെയ്ത ലേസർ കട്ടിംഗ് ഹെഡ്, നോൺ-കോൺടാക്റ്റ് കപ്പാസിറ്റൻസ് സെൻസർ, ശക്തമായ സുരക്ഷാ നടപടികൾ, ഉയർന്ന സ്ഥിരത. 3. വ്യത്യസ്ത തരം വസ്തുക്കൾ സംസ്ക്കരിക്കുന്നതിന് സഹായ ഗ്യാസ് ഓട്ടോ മാറ്റുന്ന സംവിധാനം (മർദ്ദം-വായു, നൈട്രജൻ, ഓക്സിജൻ) നൽകുക 4. മെറ്റൽ പൊടി വീണ്ടും ഓർമിക്കുന്നതിനും പ്രോസസ്സ് ചെയ്യുന്നതിനുമായി കിടക്ക സജ്ജീകരിച്ച ശേഖരണ യൂണിറ്റ് മുറിക്കുക. 5. വിപുലമായ പ്രോഗ്രാമിംഗ് ജാക്കിംഗ് സോഫ്റ്റ്വെയർ (മെറ്റീരിയൽ ഉൾപ്പെടെ ...
ചൈന സിഎൻസി പ്ലാംസ സ്റ്റെയിൻലെസ് സ്റ്റീൽ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം ചൈന സിഎൻസി പ്ലാംസ സ്റ്റെയിൻലെസ് സ്റ്റീൽ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ കട്ടർ മെഷീന്റെ സവിശേഷതകൾ 1. വേഗത്തിലുള്ള കട്ടിംഗ് വേഗത, ഉയർന്ന കൃത്യത, കുറഞ്ഞ ചെലവ്. 2. ഉറച്ചതും ന്യായയുക്തവുമായ ഘടന ഉപയോഗിച്ച്, യന്ത്രം പ്രവർത്തിക്കാൻ എളുപ്പവും ഉപയോഗത്തിന് മോടിയുള്ളതുമാണ്. മുറിക്കൽ മുറിവ് നേർത്തതും വൃത്തിയും ആയതിനാൽ രണ്ടാമത്തെ പ്രോസസ്സിംഗ് ഒഴിവാക്കാനാകും. 4. ഉയർന്ന ക്രമീകരിച്ച സിഎൻസി സിസ്റ്റം, ഓട്ടോ ആർക്ക്-സ്ട്രൈക്കിംഗ്, സ്ഥിരതയുള്ള പ്രകടനം. 5. മറ്റ് പരസ്യ ഉപകരണങ്ങളുമായി ചേർന്ന്, അവർ പരമ്പരാഗത മാനുവൽ മോഡിന്റെ പ്രശ്നം പൂർണ്ണമായും പരിഹരിക്കുന്ന ഒരു പരസ്യ നിർമ്മാണ ലൈൻ ഉണ്ടാക്കുന്നു. 6. പ്രവർത്തിക്കുന്നത് ...
ടു-ആക്സിസ് സിഎൻസി ഫ്ലേം, പ്ലാസ്മ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് മെഷീൻ
ഉൽപ്പന്ന വിവരണം സിഎൻസി പൈപ്പ് ഫ്ലേം, പ്ലാസ്മ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ ഇതിന് ഇനിപ്പറയുന്ന സവിശേഷതകൾ ഉണ്ട്: 1. ലഭ്യമായ നിരവധി മോഡലുകൾ (16 "തരം, 24" തരം, 32 "തരം, 48" തരം, 60 "തരം); 2. ഓട്ടോമാറ്റിക് പൈപ്പ് കട്ടിംഗ് കൃത്യത: + 1 എംഎം; 3. പിഎൽസി സിസ്റ്റം നിയന്ത്രണം; 4. ഓട്ടോമാറ്റിക് സെൽഫ് മെഷറിംഗ്, ഓട്ടോമാറ്റിക് പൈപ്പ് എൻഡ് ബെവലിംഗ് എന്നിവ ഉപയോഗിച്ച് ഉയർന്ന കാര്യക്ഷമമായ പൈപ്പ് കട്ടിംഗ്; പ്രധാന, ബ്രാഞ്ച് പൈപ്പ് ഫംഗ്ഷനുകൾക്കായുള്ള ഇന്റർസെക്ഷൻ ലൈൻ പ്രൊഫൈലിംഗ്; 5. മൾട്ടി-ആക്സിസ് കട്ടിംഗ് മെഷീന് ബെവലിനൊപ്പം കൂടുതൽ സങ്കീർണ്ണമായ രൂപരേഖകൾ നൽകാൻ കഴിയും. ; 6. സി. എസ് / അലോയ് സ്റ്റീലിനായി വ്യാപകമായി ഉപയോഗിക്കുന്നു ...
അലുമിനിയത്തിന് cnc ഫൈബർ ലേസർ കട്ടർ 3015 6000w 8000w
500w 1000w 2000w സ്റ്റെയിൻലെസ് സ്റ്റീൽ കാർബൺ സ്റ്റീൽ ഇരുമ്പ് മെറ്റൽ ഫൈബർ ലേസർ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ വില
മികച്ച വിതരണക്കാർ ചെറിയ അക്രിലിക് വുഡ് ലേസർ കോ 2 കട്ടർ വിൽപ്പന വിലയ്ക്ക്
സ്റ്റെയിൻലെസ് സ്റ്റീൽ കാർബൺ സ്റ്റീൽ ഇരുമ്പ് ഫൈബർ ലേസർ കട്ടിംഗ് മെഷീൻ 500 വാട്ട്സ് ഫാക്ടറി വില വിൽപ്പനയ്ക്ക്
എലിവേറ്ററും സബ്വേ ലൈൻ സ്പെയർ പാർട്സും സ്റ്റീൽ മെറ്റൽ ലേസർ കട്ടിംഗ് ഫൈബർ മെഷീൻ | 2020-06-01T09:06:09Z | https://ml.laser-cutter-machine.com/tag/cnc-pipe-cutting-machine |
चीन रॉकवूल सैंडविच पैनल के विभिन्न निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरी
रॉकवूल सैंडविच पैनल के विभिन्न - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से
(रॉकवूल सैंडविच पैनल के विभिन्न के लिए कुल 24 उत्पादों)
छिद्रित धातु रॉकवूल खनिज ऊन सैंडविच पैनल दुबई में आग रेटेड रॉक ऊन सैंडविच पैनल स्टील शीट और रॉक ऊन सैंडविच से बना है। और यह बड़े आकार के कारखाने के भवनों, स्टोरेज, प्रदर्शनी हॉल, व्यायामशाला आदि का जिक्र करते हुए विभिन्न छतों और दीवारों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है । हम आपको दो प्रकार के पैनल प्रदान कर सकते हैं: छत... | 2019-10-16T07:22:17Z | http://hi.zmsteels.com/dp-%E0%A4%B0%E0%A5%89%E0%A4%95%E0%A4%B5%E0%A5%82%E0%A4%B2-%E0%A4%B8%E0%A5%88%E0%A4%82%E0%A4%A1%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%9A-%E0%A4%AA%E0%A5%88%E0%A4%A8%E0%A4%B2-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%AD%E0%A4%BF%E0%A4%A8%E0%A5%8D%E0%A4%A8.html |
सोनिया गांधी को इस देश से कोई प्रेम नहीं, वो पद पाने के लिए आईंः बीजेपी MLA - bjp mla says sonia gandhi has no love for this country
2:58:05 AM
सोनिया गांधी को इस देश से कोई प्रेम नहीं, वो पद पाने के लिए आईंः बीजेपी MLA
Updated: 01 Mar, 2020 05:52 PM
2020-03-01T05:52:20+05:30
बलियाः दिल्ली हिंसा पर बलिया से बीजेपी विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि जब दिल्ली देश और केंद्र की राजधानी में भी अपनी जनता की रक्षा नहीं कर सकते तो कल्पना करिए की इस देश मे भीतर से किस तरह की ज्वाला फुट रही है। इस पर पूरे हिन्दू समाज को विचार करना चाहिए अन्यथा बहुत बड़ा नुकसान देश को भुगतना पड़ सकता है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस और विरोधी दल मुस्लिम तुष्टिकरण के नाम पर देश का विभाजन करने का जो षड्यंत्र रच रहे है। इसका जिम्मेदार विशेष रूप से कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं। बीजेपी विधायक ने कहा सोनिया गांधी को इस देश से कोई प्रेम नहीं है वो केवल शुद्ध रूप से पद पाने के लिए आई है। इस देश को विभाजन करने का काम कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व को ठहराया।
सुरेंद्र सिंह ने कहा कि नेहरू परिवार के कारण पहले भी देश बटा और आज भी नेहरू परिवार की नीयत गंदी है। उन लोगों के कारण देश को आज भी झेलना पड़ रहा है ये अच्छी बात नहीं है। उन्होंने कहा कि नेहरू परिवार को विशेष रूप से देश का कलंक बताया। उन्होंने कहा कि ये लोग देश को बहुत बड़ा नुकसान पहुंचा रहे है।
अन्नदाता की खुदकुशी पर BJP सांसद के बिगड़े बोल, कहा- ‘कर्ज ज्यादा था इसलिए उनका दिमाग काम... | 2020-06-06T21:28:06Z | https://up.punjabkesari.in/uttar-pradesh/news/bjp-mla-says-sonia-gandhi-has-no-love-for-this-country-1131442 |
French Robber Redoine Faid Breaks Free From Prison In Helicopter, Was Once Most Wanted Criminal - गजब: फिल्मी अंदाज में जेल से हेलीकॉप्टर में फरार हुआ कुख्यात गैंगस्टर - Amar Ujala Hindi News Live
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वर्ल्ड डेस्क, अमर अजाला Updated Mon, 02 Jul 2018 12:44 AM IST
मामले से जुड़े करीबी सूत्रों के अनुसार, पेरिस के दक्षिण-पश्चिम बाहरी हिस्से में रिऊ शहर की जेल से 46 वर्षीय फैयद को कई हथियारबंद आदमियों की मदद से जेल से भागने में एक मिनट से भी कम समय लगा। फैयद को फरार कराने में उपयोग किया गया हेलीकॉप्टर बाद में फ्रांस की राजधानी पेरिस के उत्तर-पश्चिम बाहरी हिस्से में खड़ा मिला। सूत्रों ने कहा कि पुलिस फैयद और अन्य अपराधियों की तलाश में पूरा पेरिस खंगाल रही है।
पहले भी जेल तोड़कर भाग चुका है फैयद
फैयद इससे पहले 2013 में भी अनोखे तरीके से जेल तोड़कर भाग चुका है, जब उसने उत्तरी फ्रांस में एक जेल से बाहर निकलने के लिए डायनामाइट की मदद से बम विस्फोट कर दिया था। लेकिन तब वह छह सप्ताह बाद ही दोबारा पकड़ लिया गया था। इससे पहले भी वह करीब एक दशक से जेल में बंद रहने के बाद पैरोल अधिकारियों को नए सिरे से जिंदगी शुरू करने का झांसा देकर भाग निकला था।
फैयद को ट्रायल कोर्ट ने मई, 2010 में हथियारों की चोरी के मामले में मास्टरमाइंड घोषित करते हुए 25 साल कैद की सजा सुनाई थी। इस चोरी के दौरान एक पुलिसकर्मी की हत्या हो जाने के कारण इसे बेहद संगीन जुर्म माना गया था।
दो फिल्मों से प्रेरित मानता है अपनी जिंदगी
पेरिस के बाहर शरणार्थियों के बीच कठिनाइयों के बीच परवरिश पाने वाले फैयद का दावा है कि उसकी आपराधिक जिंदगी दो अमेरिकी फिल्मों ‘स्कारफेस’ और ‘हीट’ से प्रेरित है। अपनी जिंदगी पर दो किताबों का सह लेखक रह चुका फैयद कई बार फ्रांसीसी टीवी कार्यक्रमों में भी शामिल हो चुका है।
अप्रैल में मिली थी 25 साल की सजा
नाभा जेल ब्रेक कांड की तरह बठिंडा जेल से साथी को भगाने की प्लानिंग बना रहे गैंगस्टरों पर
पंजाबः नाभा जेल ब्रेक कांड के आरोपी आतंकी हरमिंदर सिंह मिंटू की जेल में मौत
गिफ्ट कार्ड का लालच देकर अमेरिकन नागरिकों को फंसाते थे, ऐसे खुली इस फर्जी कॉलसेंटर की पोल
france paris redoine faid फ्रांस रिडूइने फैयद | 2018-12-12T03:07:37Z | https://www.amarujala.com/world/europe/french-robber-redoine-faid-breaks-free-from-prison-in-helicopter-was-once-most-wanted-criminal |
जय शाह को ''सरकारी कानूनी मदद'' : राहुल गांधी ने कसा तंज - ''व्हाइ दिस कोलावेरी डा?'' | 2017-10-18T18:24:43Z | http://www.hastakshep.com/news-in-hindi/businessnews-coolpad-note-3-s-13170 |
Rti activist vinayak shirsat found dead in pune maharashtra
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पुणे में आरटीआई कार्यकर्ता की हत्या
BhaskarHindi.com | Last Modified - February 12th, 2019 10:59 IST
डिजिटल डेस्क, पुणे। पुणे में आरटीआई कार्यकर्ता का अपहरण कर बेरहमी से हत्या करने की घटना सामने आयी है। हत्या कर लाश को मुलशी तहसील के मुठा गांव की खाई में फेंक दिया गया था। विनायक सुधाकर शिरसाट (32) हत्या की गई,जो आरटीआई कार्यकर्ता है। भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में 30 जनवरी को गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करायी गई थी।
इस मामले में विनायक शिरसाट का भाई किशोर शिरसाट ने भारती विद्यापीठ पुलिस में शिकायत की थी। भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन ने अपहरण का मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान मृतक के मोबाइल का आखिरी लोकेशन मुठा गांव में पाया गया। पिछले कुछ दिनों से पुलिस शिरसाठ को ढूंढ रही थी।
पिरंगुट से लावसा यह रोड पर मुठा गांव से कुछ दूरी पर सड़ी हुई अवस्था में खाई में विनायक शिरसाठ की लाश पायी गई। लाश के कपड़ों और जेब में रखे मोबाइल से शिकायतकर्ता किशोर ने अपने भाई की लाश की शिनाख्त की। पुलिस इस मामले में अधिक जांच कर रही है। | 2019-02-20T17:56:18Z | https://www.bhaskarhindi.com/news/rti-activist-vinayak-shirsat-found-dead-in-pune-maharashtra-59890 |
Gau Amritam in New Delhi, ABOUT For the first time in India, the five cattle of Gao Mata - a wonderful set of projects established by the Gaushidas that are made in the form of milk, buttermilk, ghee, gome and gaamutra are the best gifts of guamratam. The Panchamahabhata described in Ayurveda - the concept of health enhancement by balancing earth, water, fire, air and sky by the Panchgavya of cow mother is the imagination of Gaumamratam. Beginning the same series, the fire effort, which also keeps the whole digestive system, is a small effort to reach the common man in the purest form of Gaougram. Gaumarmatam Gangatri Mithani Ghrit Through the Gaumratam Mathani Ghrit, not only will Agni Mahaatma be balanced, but the main objective of this project is to save the Ganges Teri Cows, which is going extinct through extinction, Gaumarmam Gaumratam is always a dedicated project for the people of India to provide the animals in the purest form through the teachings of the teachers taught by the late Rajiv Bhai G Dixit and the teachings of Guruji Niranjan Verma ji. Gaumartham Team: Gangatri Gaou Mata Jee is the main guide and foundation of this project. The following names have become mere excerpts in this project, who are doing a very small effort to achieve salvation of their lives by serving them. Gavisasid Ankit Jain ji has successfully laid the foundations of this work three years ago by reaching out to the households of Gautam ji, grazing the milk of South Delhi, in just four hours. Your guidance is to lead all of this project primarily and to bring the griddle to the homes. You are basically an engineer and are inspired by the inspiration of Rajiv Bhai and taught by Guruji Niranjan Verma, and the whole life of the future is conceived by the heart to impart the service and enrichment of the mother. Gavisasiddha Giant Gupta ji is convinced to maintain high quality along with the task of training Goswas for Gautamamtham Mathani Ghrit. You have been engaged in the service of Gao Maa for the last 6 years and have been playing a significant role in establishing Panchgavya in the form of medicine. Gopalak: Our Gopalka, which has been engaged in the service of Gangatri Gao Mata, is the main pillar of this project. It is the work of serving and shepherding Gautama with the help of all of you. Even in the heat, rain and cold in your surroundings (around 8 hours), along with the mother of the cow, roam together, the good grass, and the herbs in the herb forests And is served. This project is impossible without the Gopalkars, so the whole team is indebted to all of you. भारत में पहली बार गौ माता के पांच गव्यों -दूध, छाछ, घृत, गोमय और गौमूत्र को सिद्ध रूप में बनने वाले गव्यसिद्धों द्वारा स्थापित प्रकल्प की अद्भुत देन है गौअमृतम। आयुर्वेद में वर्णित पंचमहाभूत – पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु और आकाश को गौ माता के पंचगव्यों द्वारा संतुलित करके स्वास्थ्य वर्धन की कल्पना है गौअमृतम। इसी श्रृंखला को प्रारम्भ करते हुए अग्नि रूपी महाभूत जो पूरे पाचन तंत्र को सम रखता है ,को गौ घृत के विशुद्धतम स्वरूप में आम जनमानस तक पहुचाने का छोटा प्रयास है गौअमृतम गंगातीरी मथनी घृत। गौअमृतम मथनी घृत के माध्यम से ना सिर्फ अग्नि महाभूत संतुलित रहेगा अपितु इस प्रकल्प के माध्यम से विलुप्त हो रही गंगा तीरी गाय को पुनसंवर्धन करके बचाने का मुख्य उद्देश्य है गौअमृतम। स्वर्गीय राजीव भाई जी दीक्षित द्वारा बताए गौ माता के महत्व और गुरुजी निरंजन वर्मा जी द्वारा सिखाई गव्यों की विद्या के माध्यम से शुद्धतम स्वरूप में गव्यों को उपलब्ध कराने के लिए गौअमृतम सदैव भारत के लोगों के लिए समर्पित प्रकल्प है। गौअमृतम टीम: गंगातीरी गौ माता जी इस प्रकल्प की मुख्य मार्गदर्शिका और आधार हैं। निम्लिखित नाम इस प्रकल्प में सिर्फ निमित्त मात्र बने हैं जो उनकी सेवा करके अपने जीवन की मोक्ष प्राप्ति के लिए एक बेहद छोटा प्रयास कर रहे हैं। गव्यसिद्ध अंकित जैन जी दक्षिण दिल्ली वासियों को चरने वाली गौमाता जी का दूध निकलने से सिर्फ 4 घण्टों में घरों तक पहुंचा कर इस कार्य की नींव तीन साल पहले सफलता पूर्वक रख चुके हैं। आपका मार्गदर्शन इस प्रकल्प में मुख्य रूप से सभी का नेतृत्व करना और मथनी घृत को घरों तक पहुँचाना है। आप मूलरूप से इंजीनियर हैं और राजीव भाई की प्रेरणा और गुरुजी निरंजन वर्मा जी द्वारा सिखाई विद्या में दीक्षित हैं और आगे का सम्पूर्ण जीवन गौ माता की सेवा और संवर्धन में लगाने के लिए हृदय से संकल्पित हैं। गव्यसिद्ध विशाल गुप्ता जी गौअमृतम मथनी घृत के लिए गोसेवकों को प्रशिक्षित करने के कार्य के साथ साथ उच्च गुणवत्ता बनाये रखने के लिए संकल्पित हैं। आप गत 6 वर्षों से संकल्पित रूप से गौ माँ की सेवा में लगे है और उनके पंचगव्य को औषध रूप में स्थापित करने में म्ह्त्व्पूर्ण भूमिका निभा रहे है। गोपालक: गंगातीरी गौ माता की सेवा में वर्षों से लगे हमारे गोपालक इस प्रकल्प का मुख्य स्तम्भ हैं। आप सभी के सहयोग से गौमाता की सेवा और चराने का कार्य होता है।आपके द्वारा भरी गर्मी, बरसात और ठंड में भी दिन भर (लगभग 8 घंटे) गौ माता जी के साथ साथ घूमकर, अच्छी घास, और जड़ी बूटी वाला जंगलों में व्यवस्था और सेवा की जाती है। गोपालकों के बिना ये प्रकल्प असंभव है इसलिए पूरी टीम आप सभी की ऋणी है। Gau Amritam
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Gautamamtham Mathani Ghrit
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Gaumratam Mathani Ghrit
ABOUT ABOUT For the first time in India, the five cattle of Gao Mata - a wonderful set of projects established by the Gaushidas that are made in the form of milk, buttermilk, ghee, gome and gaamutra are the best gifts of guamratam. The Panchamahabhata described in Ayurveda - the concept of health enhancement by balancing earth, water, fire, air and sky by the Panchgavya of cow mother is the imagination of Gaumamratam. Beginning the same series, the fire effort, which also keeps the whole digestive system, is a small effort to reach the common man in the purest form of Gaougram. Gaumarmatam Gangatri Mithani Ghrit Through the Gaumratam Mathani Ghrit, not only will Agni Mahaatma be balanced, but the main objective of this project is to save the Ganges Teri Cows, which is going extinct through extinction, Gaumarmam Gaumratam is always a dedicated project for the people of India to provide the animals in the purest form through the teachings of the teachers taught by the late Rajiv Bhai G Dixit and the teachings of Guruji Niranjan Verma ji. Gaumartham Team: Gangatri Gaou Mata Jee is the main guide and foundation of this project. The following names have become mere excerpts in this project, who are doing a very small effort to achieve salvation of their lives by serving them. Gavisasid Ankit Jain ji has successfully laid the foundations of this work three years ago by reaching out to the households of Gautam ji, grazing the milk of South Delhi, in just four hours. Your guidance is to lead all of this project primarily and to bring the griddle to the homes. You are basically an engineer and are inspired by the inspiration of Rajiv Bhai and taught by Guruji Niranjan Verma, and the whole life of the future is conceived by the heart to impart the service and enrichment of the mother. Gavisasiddha Giant Gupta ji is convinced to maintain high quality along with the task of training Goswas for Gautamamtham Mathani Ghrit. You have been engaged in the service of Gao Maa for the last 6 years and have been playing a significant role in establishing Panchgavya in the form of medicine. Gopalak: Our Gopalka, which has been engaged in the service of Gangatri Gao Mata, is the main pillar of this project. It is the work of serving and shepherding Gautama with the help of all of you. Even in the heat, rain and cold in your surroundings (around 8 hours), along with the mother of the cow, roam together, the good grass, and the herbs in the herb forests And is served. This project is impossible without the Gopalkars, so the whole team is indebted to all of you.
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28.5018739270611 77.2849695307372 Gau Amritam H-159 Lal Kuan Area Main Mehrauli, BadarPur Road NEW DELHI-110044 | 2018-03-25T04:49:07Z | https://gauamritam.nowfloats.com/ |
मध्य प्रदेश में सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल का भंडाफोड़: 1000 सेक्स क्लिप और चैट में शक्तिशाली राजनेता, सिविल अधिकारी और पत्रकार शामिल
Home Hindi मध्य प्रदेश में सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल का भंडाफोड़: 1000 सेक्स क्लिप...
मध्य प्रदेश में सबसे बड़े सेक्स स्कैंडल का भंडाफोड़ हुआ है, जिसकी चर्चा हर जगह हो रही हैं। कहा जा रहा है कि यह देश का सबसे बड़ा ब्लैकमेलिंग सेक्स स्कैंडल हो सकता है। ब्लैकमेल करके जबरन वसूली रैकेट चलाने वाले आरोपियों से जब्त किए गए लैपटॉप और मोबाइल फोन में अब तक लगभग 1000 फाइलें मिलीं हैं, जिनमें कई शीर्ष नेताओं, अधिकारियों, व्यापारियों, सिविल अधिकारी और पत्रकार के सेक्स चैट के स्क्रीनशॉट, आपत्तिजनक स्थिति में वीडियो और ऑडियो क्लिप सामने आए हैं।
कई लोगों का मानना है कि यह सेक्स स्कैंडल व्यापम घोटाले से भी बड़ा हो सकता है, जिसने कई साल पहले शिवराज सिंह चौहान की सरकार को हिलाकर रख दिया था। इस सेक्स स्कैंडल का भंडाफोड़ पिछले हफ्ते सामने आया था जब मध्य प्रदेश पुलिस ने इंदौर में तैनात एक इंजीनियर हरभजन सिंह की शिकायत पर दो महिलाओं और एक ड्राइवर को गिरफ्तार किया था। शिकायत के अनुसार, मोनिका यादव नामक एक महिला ने उसके साथ यौन संबंध बनाते हुए उसका वीडियो बनाया था और उसका मुंह बंद रखने के लिए 3 करोड़ रुपये निकालने की कोशिश की थी। मध्य प्रदेश पुलिस ने इस मामले में गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह लोगों को गिरफ्तार किया है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, इस केस के जांचकर्ताओं को संदेह है कि आपत्तिजनक सामग्री के जरिए ‘शिकार’ को ब्लैकमेल करने के लिए संगठित तरीके से काम करने वाले हनी ट्रैप गिरोह ने राजनेताओं और नौकरशाहों समेत कई रसूखदारों को भी जाल में फंसाया था। पुलिस ने इस गिरोह के छह आरोपियों श्वेता विजय जैन, आरती दयाल, मोनिका यादव, श्वेता स्वप्निल जैन, बरखा सोनी और इनके चालक ओमप्रकाश कोरी गिरफ्तार किया है।
यह पूरा रैकेट एक वीआईपी तरीके से चलाया जा रहा था। इस सेक्स स्कैंडल में उच्च श्रेणी के सरकारी अधिकारियों और राजनेताओं को फंसाने के लिए 40 कॉलेज गर्ल्स भी शामिल हैं। श्वेता जैन ने मध्यम वर्गीय परिवारों की कॉलेज जाने वाली लगभग दो दर्जन लड़कियों को नौकरी दिलाने के वादे के साथ मप्र सरकार के उच्च और शक्तिशाली लोगों को बहकाने के लिए मजबूर किया है। इस रैकेट का शिकार होने वालों में मध्य प्रदेश के एक दर्जन शीर्ष नौकरशाह और आठ पूर्व मंत्री भी शामिल हैं। उनकी जांच एक विशेष जांच दल द्वारा की जा रही है।
बहुचर्चित हनीट्रैप मामले की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) में शामिल एक अधिकारी ने शुक्रवार को संकेत दिया कि इस संबंध में मिले कुछ अहम सुरागों के आधार पर पांचों महिला आरोपियों को जल्द ही आमने-सामने बैठाकर उनसे पूछताछ की जायेगी। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, एसआईटी की सदस्य और इंदौर की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) रुचिवर्धन मिश्र ने संवाददाताओं को बताया, “हमें मामले की जांच में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु मिले हैं। उनके आधार पर पांचों महिला आरोपियों से पूछताछ कर साक्ष्य जुटाने की कोशिश करेंगे। जरूरत पड़ने पर आरोपियों का आमना-सामना भी कराया जायेगा, ताकि इन बिंदुओं की वास्तविकता को परखी जा सके।”
सेक्स स्कैंडल में पत्रकारों की भूमिका भी सवालों के घेरे में आ गई है। इंडिया टुडे ने एक स्थानीय पत्रकार के हवाले से कहा, “वास्तव में यह तथाकथित पत्रकारों का एक छोटा समूह है, जो भ्रष्ट आचरण में लिप्त नौकरशाहों या राजनेताओं से पैसे निकालने के एकमात्र उद्देश्य के साथ सत्ता के गलियारों में कदम रखते हैं। हालाँकि, अब तक, SIT ने किसी (पत्रकार) का नाम नहीं लिया है। मैं केवल यह कह सकता हूं कि श्वेता और आरती ने नौकरशाहों या पत्रकारों के साथ बातचीत करने में कुछ पत्रकारों का इस्तेमाल किया।”
वहीं, दूसरी और इस मामले को लेकर राज्य में राजनीति भी जमकर हो रही है। सत्ताधारी कांग्रेस और भाजपा दोनों ने एक-दूसरे पर सेक्स रैकेट में शामिल होने का आरोप लगाया है।
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Next articleरक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बोले- पाकिस्तान के प्रधानमंत्री दुनिया में हर दरवाजा खटखटाकर अपना मजाक उड़वा रहे हैं | 2020-03-29T05:35:57Z | http://www.jantakareporter.com/hindi/madhya-pradeshs-biggest-sex-scandal-1000-clips-of-sex-chats-and-explicit-videos/267723/ |
विधायक सुभाष ठाकुर ने सड़कों के बारे में विधानसभा में रखा प्रश्न ! » Khabar Himachal Se
प्रदेश में शिक्षा व्यवस्था का नया उदय – सुरेश भारद्वाज !
मंडी जिला का भंगरोटू नलवाड़ मेला हुआ स्थगित !
मुख्यमंत्री ने दिए अधिकारियों को आवश्यक वस्तुओं का पर्याप्त भण्डार सुनिश्चित करने के निर्देश !
शिमला पुलिस शहर के बुजुर्ग लोगों के घरों तक जरूरी सामान पहुंचाएगी !
जवाली ! ट्रक और टाटा सूमो की जोरदार टक्कर, दो व्यक्तियों की मौत, एक घायल !
चम्बा ! शिकरीधार मंदिर गए व्यक्ति का मिला शव।
लाहौल ! घाटी के लिए पलचान ग्रिड से बिजली बहाल कर दी है !
होम सामान्य विधायक सुभाष ठाकुर ने सड़कों के बारे में विधानसभा में रखा प्रश्न...
बिलासपुर ( बिलासपुर ) - March 5, 2020
बिलासपुर ! सदर विधायक सुभाष ठाकुर ने विधानसभा में लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित रखा की गत 2 वर्षों में 31 जनवरी, 2020 तक नाबार्ड के अंतर्गत प्रदेश में कितनी सड़कें स्वीकृत हुई है और बिलासपुर विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत कौन-कौन सी सड़कें स्वीकृत हुई है ब्यौरा दें। इस पर मुख्यमंत्री ने उत्तर दिया कि गत 2 वर्षों में 31 जनवरी, 2020 तक नाबार्ड के अंतर्गत प्रदेश में 190 सड़कें स्वीकृत हुई है।
उन्होंने बताया कि बिलासपुर विधानसभा निर्वाचन के अंतर्गत चार सड़कें स्वीकृत हुई है जिनमें टिक्कर व रणौता सड़क निर्माण पर 319.35 लाख और गांव भगौट के लिए सम्पर्क मार्ग ग्राम पंचायत मझवाड़ 93.87 लाख, सम्पर्क सड़क जरलू त्यामट से अपर भ्यातर 157.30 लाख तथा सम्पर्क सड़क गुगा घाट से गांव टिक्करी के लिए 284.16 लाख रुपये स्वीकृत किए गए है। विधायक सुभाष ठाकुर ने लोक निर्माण विभाग से सम्बन्धित प्रश्न रखा की जिला बिलासपुर की सड़कें सीमेंट उद्योग में प्रयोग होने वाले भारी भरकम ट्रकों के कारण क्षतिग्रस्त हो रही है यदि हां, तो क्या सरकार इनका रख-रखाव इन सीमेंट उद्योगों से करवाने का विचार रखती है। इस पर मुख्यमंत्री ने उत्तर दिया कि हां जिला बिलासपुर की सड़कें सीमेंट उद्योग में प्रयोग होने वाले भारी भरकम ट्रकों के कारण क्षतिग्रस्त हो रही है। उन्होंने कहा कि इन सड़कों के रख-रखाव, सीमेंट उद्योगों से करवाने के लिए मामला सरकार के संज्ञान में है।
सरकार व जे0पी0 सीमेंट कम्पनी बागा के साथ एम.ओ.यू. के तहत हुए समझौते के अनुसार हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग के दशम वृत, बिलासपुर के अंतर्गत आने वाली शालूघाट से खारसी, रानी कोटला, जब्बल सड़क (कुल लम्बाई 11.00 कि0मी0) की मुरम्मत का कार्य सीमेंट कम्पनी द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि शेष सड़कों का रख रखाव सरकार अपने बजट में कर रही है।
पिछला लेखकरसोग ! महाविद्यालय में छात्र मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन किया !
अगला लेखजिला मंडी में बनेंगे 20 आदर्श गांव -ऋग्वेद ठाकुर !
चम्बा ! क्षतिग्रस्त राष्ट्रीय उच्च मार्ग चम्बा-भरमौर को ठीक करने के...
शिमला ! राज्यपाल ने उपायुक्तों के प्रयासों को सराहा ! | 2020-05-29T03:12:11Z | https://khabarhimachalse.com/2020/03/05/%E0%A4%B5%E0%A4%BF%E0%A4%A7%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%95-%E0%A4%B8%E0%A5%81%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B7-%E0%A4%A0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%81%E0%A4%B0-%E0%A4%A8%E0%A5%87-%E0%A4%B8%E0%A5%9C%E0%A4%95/ |
सुबोध सृजन: परिक्रमा: लेखक और पाठक के बीच एक सार्थक पुल बना रहा है स्टोरीमिरर-राजेंद्र गुप्ता
कविता एवं विचार की अंतरजाल पत्रिका मंगलवार, 19 जुलाई 2016
मुंबई में वरिष्ठ कहानीकार संतोष श्रीवास्तव को सम्मानित करते प्रसिद्ध अभिनेता राजेंद्र गुप्ता।
वरिष्ठ कहानीकार संतोष श्रीवास्तव का सम्मान
मुंबई के मणिबेन नानावटी महाविद्यालय में 16 जुलाई 2016 की शाम एक भव्य आयोजन में प्रसिद्ध अभिनेता राजेंद्र गुप्ता ने वरिष्ठ कहानीकार संतोष श्रीवास्तव को हिंदी कहानी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पाने के उपलक्ष्य में 50000 रुपये और प्रतीक चिह्न दे कर सम्मानित किया। इस अवसर पर राजेंद्र गुप्ता ने स्टोरीमिरर परिवार को बधाई देते हुए कहा कि स्टोरीमिरर एक बहुत अच्छा काम कर रहा है कि वह गिफ्ट ऑफ नॉलेज के जरिए कहानी और कविता को घर-घर में पहुंचा रहा है। हमारे देश में एक बहुत बड़ा पाठक वर्ग है जिस तक किताबें नहीं पहुंच पातीं। किताबें उन तक पहुंचाने के लिए नये तरीके अपना कर स्टोरीमिरर लेखक और पाठक के बीच एक सार्थक पुल बना रहा है।
स्टोरीमिरर के सीईओ बिभु राउत ने इस अवसर पर कंपनी के विजन और मिशन की बात की और कहा कि हम चाहते हैं कि हर घर में कम से कम एक पाठक तैयार करें और जो किताबें लिखी जा रही हैं उन्हें अपने प्रयासों से उन तक पहुंचाएं। संतोष श्रीवास्तव ने किताबें खरीदकर पढ्ने की आदत पर बल देते हुए कहा कि पाठक और लेखक के बीच का सेतु किताबें ही होती हैं। स्टोरी मिरर.कॉम इस दिशा में बेहतरीन काम कर रहा है।सबसे बडी बात यह है कि ईमेल द्वारा ये बताये बिना कि कोई इस प्रकार की कहानी प्रतियोगिता भी वे आयोजित करते है वे लेखकों से रचनाएँ आमंत्रित करते हैं। उन्होने अपनी कहानी “शहतूत पक गये हैं” का भावपूर्ण पाठ किया। कार्यक्रम में महानगर के लेखक, पत्रकार तथा महाविद्यालय के छात्र भारी संख्या में मौजूद थे।
प्रस्तुति: स्टोरीमिरर.कॉम
'आधुनिक साहित्य' पत्रिका के अप्रैल-जून-2014 अंक में सुबोध श्रीवास्तव की कविताएं..
पुस्तक समीक्षा: परिन्दे क्यों नहीं लौटे-ग़ज़ल संग्रह/पं.कृष्णानंद चौबे
एक लम्हा, एक सदी जैसा बना देगा तुझे – विवेक मिश्र कृष्णानन्द चौबे जी के अन्दर का शायर कोई रहबर या नासेह नहीं है। वह एक आम आदमी ह...
अवधेश सिंह की कविताएं विनोद शाही की कलाकृति सफर (एक) मृत्यु के बाद का सफर क्या पता कहाँ जाना है किस मंजिल को क्या पता वापसी का लेकिन तय ह...
चित्र गूगल सर्च इंजन से साभार नदी आखिर क्यों उफन जाती हैं नदियां आखिर क्यों बिफ़र जाती है औरत रोकी जायेगी जब क्षमता उनकी...
किशोर श्रीवास्तव की रचनाएं अजामिल की कलाकृति वो धर्म क्या जो..(ग़ज़ल) वो धर्म क्या जो लाश पे फिर लाश बिछा दे मज़लूम बेक़सूर को बिन बात सज़ा दे। मसजिद ...
परिक्रमा: लेखक और पाठक के बीच एक सार्थक पुल बना रह...
परिक्रमा: ‘वृद्धावस्था विमर्श’ तथा ‘संकल्पना’ लोका...
पुस्तक समीक्षा: सात्विकता के साथ ही सामीप्य की विर...
राग तेलंग की कविताएं
पुस्तक समीक्षा: संवाद के धरातल पर खड़ी ग़ज़लें | 2017-04-25T12:36:10Z | http://subodh-srivastava.blogspot.com/2016/07/blog-post_50.html |
सदस्य वार्ता:Dhiosk - विकिपीडिया
सदस्य वार्ता:Dhiosk
(सदस्य वार्ता:Dhio270599 से अनुप्रेषित)
स्वागत! नमस्कार Dhiosk जी! आपका हिन्दी विकिपीडिया में स्वागत है।
Dhiosk जी इस समय आप विकिमीडिया फाउण्डेशन की परियोजना हिन्दी विकिपीडिया पर हैं। हिन्दी विकिपीडिया एक मुक्त ज्ञानकोष है, जो ज्ञान को बाँटने एवं उसका प्रसार करने में विश्वास रखने वाले दुनिया भर के योगदानकर्ताओं द्वारा लिखा जाता है। इस समय इस परियोजना में 5,41,284 पंजीकृत सदस्य हैं। हमें खुशी है कि आप भी इनमें से एक हैं। विकिपीडिया से सम्बन्धित कई प्रश्नों के उत्तर आप को अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्नों में मिल जायेंगे। हमें आशा है आप इस परियोजना में नियमित रूप से शामिल होकर हिन्दी भाषा में ज्ञान को संरक्षित करने में सहायक होंगें। धन्यवाद।
-- 08:31, 18 जुलाई 2011 (UTC)
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अन्तिम परिवर्तन 14:35, 9 मार्च 2020। | 2020-04-06T03:05:01Z | https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%A6%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%AF_%E0%A4%B5%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%A4%E0%A4%BE:Dhio270599 |
UPDATE : 2019.1.23 수 10:07
승인 2019.01.11 | 조회수 : 620
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암호화폐 뉴드림 국제거래소, 투자자 위해 새해 신규 비즈니스 모델 발굴에 주력 | 2019-01-23T01:09:55Z | http://leaders.asiae.co.kr/news/articleView.html?idxno=84387&referer=coinsosik |
Pakistan Accepted Kashmir As A Indian Territory In Unhrc Meeting In Geneva - पाक ने कश्मीर को माना भारतीय राज्य, कुरैशी के 'नापाक मंसूबों' पर भारत ने इस तरह फेरा पानी - Amar Ujala Hindi News Live
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वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला,जेनेवा Updated Wed, 11 Sep 2019 10:00 AM IST
यूएनएचआरसी में भारत का पक्ष रखतीं विदेश मंत्रालय सचिव (पश्चिम) विजय ठाकुर सिंह - फोटो : एएनआई
जेनेवा स्थित यूएनएचआरसी में कश्मीर आधारित सेशन में भारत और पाकिस्तान दोनों अपने दावे पेश किए। दुनिया के हर मंच पर मुंह की खाने के बाद पाकिस्तान ने यूएनएचआरसी में झूठे आरोपों के जरिए भारत को घेरने को कोशिश की। पाकिस्तान लगभग हर जगह भारत के खिलाफ अपने झूठ बयानों को लेकर जाता रहा है।
लेकिन फिर भी इससे पहले उसे यूएन, आईओसी सहित कई मंचों पर जबरदस्त हार का सामना करना पड़ा है। उसका साथ सिर्फ चीन ही दे रहा है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने दोपहर तीन बजे अपने देश का पक्ष रखा, वहीं भारत ने शाम सात बजे अपना पक्ष रखा।
वहीं, यूएनएचआरसी की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे पाक के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने आखिरकार जम्मू-कश्मीर को ‘भारतीय राज्य’ के तौर पर स्वीकारा। जबकि अब तक पाकिस्तान आधिकारिक वक्तव्यों में जम्मू-कश्मीर को ‘भारत प्रशासित कश्मीर’ कहता रहा है।
आइए सिलसिलेवार तरीके से जानते हैं कि यूएनएचआरसी की बैठक में पाकिस्तान के झूठ को भारत ने किस तरह बेनकाब किया। शाह महमूद कुरैशी के नापाक मंसूबों पर भारत के विदेश सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह ने किस तरह पानी फेरा।
पाकिस्तान की तरफ से उसके विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कुछ इस तरह 'नापाक' सवालों को उठाया
1. बैठक में पाकिस्तानी विदेश मंत्री ने एक बार फिर मानवाधिकार उल्लंघन का रोना रोया और कहा कि कश्मीर भारत का आंतरिक मामला नहीं है। संयुक्त राष्ट्र को इसमें दखल देना चाहिए।
2. कुरैशी ने कहा कि भारत ने अनुच्छेद 370 खत्म करने के बाद कश्मीर को सबसे बड़े ‘कैदखाने’ में तब्दील कर दिया है और मानवाधिकारों को कुचला जा रहा है। उन्होंने कहा कि कश्मीर में छह हजार से ज्यादा नेता, सामाजिक कार्यकर्ता, छात्रों को गिरफ्तार किया गया है।
3. बैठक को संबोधित करते हुए कुरैशी ने कहा कि शीर्ष मानवाधिकार निकाय को मुद्दे को लेकर अपनी उदासीनता से विश्व मंच पर शर्मसार नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यूएनएचआरसी को भारत द्वारा जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म किए जाने के बाद कश्मीर की स्थिति के प्रति तटस्थ भाव नहीं अपनाना चाहिए।
4. कुरैशी ने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीर के लोगों के लिए न्याय और सम्मान की खातिर मानवाधिकार पर विश्व की अंतरात्मा के महत्वपूर्ण स्थल मानवाधिकार परिषद का दरवाजा खटखटाया है। हमें इस प्रतिष्ठित संस्था को वैश्विक मंच पर लज्जित नहीं होने देना चाहिए। इस परिषद का संस्थापक सदस्य होने के नाते पाकिस्तान ऐसा होने से रोकने के लिए नैतिक रूप से बाध्य है।
भारत की तरफ से विदेश सचिव (पूर्व) विजय ठाकुर सिंह पाकिस्तान के इन 'नापाक' सवालों का कुछ इस तरह जवाब दिया
1. शाह महमूद कुरैशी के कश्मीर को आंतरिक मामला नहीं मानने को लेकर विजय ठाकुर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान झूठ की रनिंग कमेंट्री कर रहा है। कश्मीर भारत का पूरी तरह से आंतरिक मामला है। उन्होंने कहा कि धीरे-धीरे जम्मू-कश्मीर में हालात सामान्य हो रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि हमें आशंका है कि कश्मीर में सीमापार से आतंकी हमला हो सकता है।
2. कुरैशी के अनुच्छेद 370 को खत्म करने के सवाल को लेकर ठाकुर ने मुहतोड़ जवाब देते हुए कहा कि भारत ने जम्मू-कश्मीर में सामाजिक-आर्थिक समानता और न्याय के लिए इस कदम को उठाया। उन्होंने कहा कि हाल ही में लागू किए गए कानूनी उपायों के परिणामस्वरूप राज्य में लिंगभेद समाप्त होगा, किशोर अधिकारों की रक्षा बेहतर तरीके से की जा सकेगी और शिक्षा, सूचना और कार्य के अधिकार लागू किए जा सकेंगे।
3. पाकिस्तानी मंत्री के यूएनएचआरसी के तटस्थ होने को लेकर विदेश सचिव ने कहा कि एक प्रतिनिधिमंडल ने मेरे देश के खिलाफ झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाते हुए केवल झूठी बातें की हैं। दुनिया जानती है कि यह मनगढ़ंत कहानियां वैश्विक आतंकवाद के केंद्र से आती हैं, जहां आतंक के सरगनाओं को सालों से पनाह मिलती रही है।
4. पाकिस्तनी विदेश मंत्री के कश्मीर के लोगों के लिए न्याय और सम्मान की बात को लेकर विजय ठाकुर सिंह ने कहा कि हम इस बात को दोहराना चाहते हैं कि यह संप्रभु निर्णय, संसद द्वारा पारित अन्य कानूनों की तरह, भारत के लिए पूरी तरह से आंतरिक है। हमारे इस निर्णय से राज्य में न्याय की एक समान व्यवस्था लागू होगी और साथ ही सभी नागरिकों के अधिकारों की रक्षा बेहतर ढ़ंग से की जा सकेगी।
unhrc pakistan jammu and kashmir shah mahmood qureshi article 370 यूएनएचआरसी पाकिस्तान शाह महमूद कुरैशी विजय ठाकुर सिंह | 2019-09-21T15:35:06Z | https://www.amarujala.com/world/pakistan-accepted-kashmir-as-a-indian-territory-in-unhrc-meeting-in-geneva?utm_source=rssfeed&utm_medium=Referral&utm_campaign=rssfeed |
सेंसेक्स 250 अंक गिरा, निवेशकों के डूबे 1.12 लाख करोड़ रुपए | lenden news लेनदेन न्यूज़
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सेंसेक्स 250 अंक गिरा, निवेशकों के डूबे 1.12 लाख करोड़ रुपए
नई दिल्ली। बजट से दो दिन पहले घरेलू शेयर बाजार में तेजी पर ब्रेक लग गया। बजट से पहले बाजार में मुनाफावसूली की वजह मंगलवार को सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए। हैवीवेट रिलायंस इंडस्ट्रीज, टीसीएस, इंफोसिस, मारुति, एचडीएफसी, ओएनजीसी और एचडीएफसी बैंक में बिकवाली से बाजार पर दबाव बना। जिससे कारोबार के अंत में सेंसेक्स 250 अंक टूटकर 36,033 अंक पर बंद हुआ।
वहीं निफ्टी 81 अंक लुढ़ककर 11,050 अंक पर बंद हुआ। वहीं कमजोर ग्लोबल संकेतों और आज से शुरू हो रही फेडरल रिजर्व की बैठक से निवेशकों का सेंटीमेंट्स प्रभावित हुआ। बाजार में गिरावट से एक दिन में निवेशकों के 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए।
– ट्रेडस्विफ्ट ब्रोकिंग के डायरेक्टर संदीप जैन का कहना है कि बजट से पहले मार्केट में घबराहट दिख रही है। जिसकी वजह से बाजार में गिरावट हावी है।
– इसके अलावा मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में प्रॉफिट बुकिंग हो रही है। मिडकैप और स्मॉलकैप शेयर काफी बढ़ भी चुके थे।
– आज से यूएस फेडरल रिजर्व की दो दिवसीय बैठक शुरू हो रही है। इसमें ब्याज दरें बढ़ने की उम्मीद है। जिसका भी असर मार्केट पर दिख रहा है।
– वहीं सोमवार को अमेरिकी बाजारों में कमजोरी देखने को मिली, जिसका असर एशियाई बाजारों पर हुआ।
– एशियाई बाजारों में गिरावट से घरेलू बाजार कमजोर हुआ है।
निवेशकों के डूबे 1.12 लाख करोड़ रुपए
बाजार में गिरावट से एक दिन में निवेशकों के 1 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए। सोमवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट कैप 1,55,13,306.93 करोड़ रुपए था। वहीं मंगलवार को बीएसई का मार्केट कैप 1,54,01,216 करोड़ रुपए रहा। इस तरह निवेशकों को एक दिन में 1,12,090.93 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ।
बाजार में कमजोरी से बीएसई पर 50 से ज्यादा स्टॉक 52 हफ्ते के निचले स्तर पर पहुंच गए। इनमें आदित्य बिड़ला कैपिटल, अपोलो माइक्रो सिस्टम्स, भूषण स्टील शामिल हैं।
मिडकैप-स्मॉलकैप शेयर लुढ़के
लार्जकैप शेयरों के साथ मिडकैप औऱ स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट देखने को मिली। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.67 फीसदी गिरकर 17,591 अंक पर बंद हुए। वहीं बीएसई के स्मॉलकैप इंडेक्स में 1.34 फीसदी की गिरावट रही।
सभी सेक्टोरल इंडेक्स टूटे, रियल्टी इंडेक्स 1% से ज्यादा गिरा
– मंगलवार के कारोबार में बैंक, ऑटो समेत सभी सेक्टोरल इंडेक्स में कमजोरी देखने को मिली। बैंक निफ्टी इंडेक्स 0.83 फीसदी टूटकर 27,269 अंक पर बंद हुए। इसके अलावा निफ्टी आईटी में 1.02 फीसदी, निफ्टी एफएमसीजी में 0.16 फीसदी, निफ्टी मेटल में 0.59 फीसदी, निफ्टी ऑटो में और निफ्टी फार्मा में 0.61 फीसदी गिरावट रही।
– सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी रियल्टी इंडेक्स में 1.12 फीसदी दर्ज की गई।
– वहीं बीएसई कैपिटल गुड्स, कंज्यूमर डुरेबल्स और पावर इंडेक्स में भी गिरावट का रुख रहा, जबकि बीएसई ऑयल एंड गैस इंडेक्स में 1.16 फीसदी की तेजी रही।
RCom में 19 फीसदी का उछाल
अनिल अंबानी की कर्ज में दबी कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) का तीसरी तिमाही में घाटे में कमी दर्ज की गई है। फाइनेंशियल ईयर 2018 की तीसरी तिमाही में घाटे में कमी से मंगलवार के कारोबार में आरकॉम के शेयरों में 19 फीसदी तक की बढ़त देखने को मिली।
IOC का मुनाफा 97% बढ़ा, 19 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड का एलान
फाइनेंशियल ईयर 2018 की तीसरी तिमाही में आईओसी का मुनाफा 97 फीसदी बढ़ गया है। इस दौरान कंपनी को 7883 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। फाइनेंशियल ईयर 2017 की तीसरी तिमाही में कंपनी को 3994 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। कंपनी बोर्ड ने 1 पर 1 बोनस शेयर देने का एलान किया है। आईओसी के बोर्ड ने 19 रुपए प्रति शेयर डिविडेंड देने का एलान किया है।
TCS फिर बनी देश की मोस्ट वैल्युड कंपनी, RIL को छोड़ा पीछे
देश की सबसे बड़ी आईटी कंपनी टीसीएस एक बार फिर देश की मोस्ट वैल्युड कंपनी बन गई है। सोमवार के कारोबार में टीसीएस ने रिलायंस इंडस्ट्रीज को पीछे छोड़ते हुए यह मुकाम हासिल की।
टीसीएस का मार्केट 6.11 लाख करोड़ रुपए रहा। वहीं आरआईएल का मार्केट कैप 6.10 लाख करोड़ रुपए रहा। मार्केट कैप के हिसाब से टीसीएस देश की सबसे बड़ी कंपनी बन गई।
FII और डीआईआई रहे खरीददार
सोमवार के कारोबार में डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (डीआईआई) के मुकाबले फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एफआईआई) ने भारतीय शेयर बाजार में ज्यादा खरीददारी की। डीआईआई ने जहां 90.08 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। वहीं एफआईआई ने 291.86 करोड़ रुपए बाजार में निवेश किए।
sensex Slipped
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BJP Manages a Respite, But for How Long? | डीडीच्या दुनियेत
← नाकारों के नकारों पर सवार कांग्रेस | 2020-04-09T22:56:26Z | https://didichyaduniyet.home.blog/2019/03/18/bjp-manages-a-respite-but-for-how-long/ |
Military Exercises of India With Important Mcq Pdf
March 4, 2019 Avinash
Military Exercises of India is one of the most important topic of General Awareness for Sarkari Exams. In this post we are going to share Military Exercises of India With Important Mcq Pdf which will help you in your preparation.
भारत का सैन्य अभ्यास सरकारी परीक्षाओं के लिए सामान्य जागरूकता का सबसे महत्वपूर्ण विषय है। इस पोस्ट में हम महत्वपूर्ण अभ्यास के साथ भारत के सैन्य अभ्यास साझा करने जा रहे हैं जो आपकी तैयारी में मदद करेगा।
The military exercise is a measure to test the perfomance of the armed forces without engaging in the battlefield. Military Exercises have become an Important part of the armed forces all around the world.
सैन्य अभ्यास युद्ध के मैदान में उलझे हुए बिना सशस्त्र बलों की पूर्णता का परीक्षण करने का एक उपाय है। सैन्य अभ्यास दुनिया भर में सशस्त्र बलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।
We have seen many questions were asked from this topic in various competitive exams. So to have a better preparation we have to cover this topic for upcoming exams like RRB NTPC 2019, SSC CHSL 2018-19, SSC MTS 2018, SSC CGL 2018, SSC CPO 2018, and other exams.
हमने देखा है कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में इस विषय से कई प्रश्न पूछे गए थे। इसलिए बेहतर तैयारी के लिए हमें इस विषय को आरआरबी एनटीपीसी 2019, एसएससी सीएचएसएल 2018-19, एसएससी एमटीएस 2018, एसएससी सीजीएल 2018, एसएससी सीपीओ 2018, और अन्य परीक्षाओं के लिए कवर करना होगा।
We have tried our level best to help you in your preparation during RRB ALP, RRB GROUP D and RPF Exams 2018-19. And we will continue this process for other competitive exams with your kind support and love. Keep Sharing Keep Learning…………
हमने आरआरबी एएलपी, आरआरबी ग्रुप डी और आरपीएफ परीक्षा 2018-19 के दौरान आपकी तैयारी में आपकी मदद करने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश की है। और हम आपकी तरह के समर्थन और प्यार के साथ अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए इस प्रक्रिया को जारी रखेंगे। शेयर करते रहो सीखते रहो …………
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1.jpg (62.19 KB,由莫长铗传承于侠刀蜀道行,只可惜莫长铗还 未将所有武痴绝学传给云涛梦笔时,便身中覆天殇燐菌而亡,因此沐流尘仅会虚字诀之招式,而蜀道行是唯一全数学习到武痴五式之人,在习武痴绝学,领悟真 正武痴精神,认为武痴所追求者更是超越武的侠之道,以武行侠。 继连续参加两场飞利浦的咖啡讲座高雄场之后,偷偷打听到本週六会在台中场举行咖啡讲座,(全省巡迴?)好期待冠军咖啡师简老师的特调啊~~~~( 白羊座女生的爱好:吃可口的甜点 白羊女的小妞很多都是软软娇小,智。睡眠时间因人而异, 今天妈妈一时兴起,请爸爸带我们到桃园去逛「桃园观 Comments are closed.
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फ्रैंकनस्टाइन (Hindi) - हिंदी समूह
फ्रैंकनस्टाइन (Hindi)
फ्रैंकनस्टाइन; ऑर, द मॉडर्न प्रोमिथियस , जो साधारणतः फ्रैंकनस्टाइन नाम से विख्यात है, मेरी शेली द्वारा लिखा गया एक उपन्यास है। शेली ने अट्ठारह साल की उम्र में इसे लिखना शुरू किया था और उपन्यास के प्रकाशन के समय वह बीस वर्ष की थीं। इसका पहला संस्करण 1818 में लंदन में अज्ञात रूप से प्रकाशित किया गया। शेली का नाम फ्रांस में प्रकाशित दूसरे संस्करण में अंकित था। उपन्यास का शीर्षक का संबंध एक वैज्ञानिक विक्टर फ्रैंकनस्टाइन से है, जो जीवन को उत्पन्न करने का तरीका सीख जाता है और मानव की तरह दिखने वाले एक प्राणी का सृजन करता है, जो औसत से कहीं ज़्यादा विशालकाय और शक्तिशाली होता है। लोकप्रिय संस्कृति में, "फ्रैंकनस्टाइन" को एक दैत्य समझा जाता है, जो गलत है। फ्रैंकनस्टाइन में गॉथिक उपन्यासों और रूमानी आंदोलन के कुछ पहलुओं का समावेश है। यह औद्योगिक क्रांति में आधुनिक मानव के विस्तार के खिलाफ भी एक चेतावनी देता है, जिसका संकेत उपन्यास के उपशीर्षक, द मॉर्डन प्रोमिथियस में मिलता है। इस उपन्यास का साहित्य और लोकप्रिय संस्कृति पर काफ़ी प्रभाव रहा है और यह कई डरावनी कहानियों और फिल्मों का आधार भी बना है।
रैंकनस्टाइन की शुरूआत, कैप्टन रॉबर्ट वाल्टन और उसकी बहन मार्ग्रेट वाल्टन सैविले के बीच पत्राचार को प्रलेखित करते हुए, पत्राकार रूप में होती है। वाल्टन, उत्तरी ध्रुव की खोज में निकलता है ताकि वह शोहरत और दोस्ती कमाने की आशा में अपने ज्ञान भंडार को बढ़ा सके. वॉल्टन का जहाज़ बर्फ में फंस जाता है और एक दिन चालक दल को कुछ दूरी पर एक डॉगस्लेज दिखता है, जिस पर एक विशालकाय मनुष्य की आकृति होती है। कुछ घंटों बाद, चालक दल को फ्रैंकनस्टाइन मिलता है लेकिन बहुत ही कमज़ोर और भूख से बेहाल अवस्था में. फ्रैंकनस्टाइन अपने दैत्य की खोज में था लेकिन उसके स्लेज के एक कुत्ते के सिवाय बाक़ी सभी मर चुके थे। उसने अपने डॉगस्लेज़ को तोड़ कर पतवार तैयार की और एक आईस राफ्ट के ज़रिए नाव तक पहुंचा। फ्रैंकनस्टाइन अपने परिश्रम से उबरने लगता है और वॉल्टन को अपनी आपबीती सुनाता है। अपनी कहानी शुरू करने से पहले फ्रैंकनस्टाइन वॉल्टन को सावधान करता है कि अगर इंसान अपनी क्षमता से ज्यादा कुछ पाने की कोशिश करता है तो उसके घातक परिणाम हो सकते हैं।
फ्रैंकनस्टाइन अपसिद्धांत वाक़ई अस्तित्व में था क्योंकि वह एक दैत्य था और सभी सोचते थे कि वह असली नहीं है, जबकि वह असल में था!
विक्टर फ्रैंकनस्टाइन अपनी कहानी की शुरूआत अपने बचपन से करता है। एक रईस परिवार में पलने वाले फ़ैंकनस्टाइन को अपनी आस-पास की दुनिया के बारे में बेहतर समझदारी रखने के लिए (विज्ञान के क्षेत्र में) प्रेरित किया जाता था। वह स्नेहपूर्ण परिवार और दोस्तों से घिरे एक सुरक्षित माहौल में बड़ा होता है।
फ्रैंकनस्टाइन अपनी अनाथ बहन एलिज़ाबेथ लावेंज़ा से नज़दीकी रिश्ते में बंधता है। अपनी मां की मौत के बाद एलिज़ाबेथ को फ्रैंकनस्टाइन के परिवार के साथ रहने के लिए भेज दिया जाता है। अपनी युवावस्था में फ्रैंकनस्टाइन विज्ञान के उन पुराने सिद्धांतों को लेकर काफी आसक्त होता है, जो प्राकृतिक चमत्कार हासिल करने पर केंद्रित होते थे। वह जर्मनी के इंगोलस्डाट विश्विद्यालय जाने की योजना बनाता है। लेकिन, निर्धारित रवानगी से एक सप्ताह पहले उसे खबर मिलती है कि उसकी मां और बहन एलिज़ाबेथ स्कारलेट बुखार से पीड़ित हैं। एलिज़ाबेथ ठीक हो जाती है, लेकिन फ्रैंकनस्टाइन की मां का देहांत हो जाता है। पूरा परिवार शोकाकुल हो जाता है और फ्रैंकनस्टाइन मौत को अपने जीवन के पहले दुर्भाग्य के रूप में देखता है। विश्वविद्यालय में वह रसायन विज्ञान और दूसरे विज्ञान में महारत हासिल करता है - अंशतऋ यह जानते हुए कि जीवन कैसे नष्ट होता है - और अजीव वस्तुओं में जान फूंकने का रहस्य जान जाता है। वह 1790 के दशक में आविष्कृत तकनीक गैल्वनिज़्म में दिलचस्पी लेने लगता है।
हालांकि दैत्य की रचना के वास्तविक विवरण अस्पष्ट रहते हैं, फ्रैंकनस्टाइन बताता है कि उसने मुर्दाघरों से मानव हड्डियों को एकत्रित किया और "अपनी नापाक उंगलियों से इंसान के शरीर की संरचना का रहस्य जाना". उसने यह भी कहा कि विच्छेदन कक्ष और कसाईख़ानों ने उसके लिए अधिकांश सामग्री उपलब्ध कराई.
फ्रैंकनस्टाइन स्पष्ट करता है कि वह आम आदमी से कहीं विशाल दैत्य बनाने के लिए मजबूर हुआ - वह उसके करीब आठ फीट लंबा होने का अनुमान लगाता है - अंशतः क्योंकि उसे इंसानी शरीर के सूक्ष्म अंगों के पुनर्निर्माण करने में दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। दैत्य के शरीर में जान फूंकने के बाद, फ्रैंकनस्टाइन को दैत्य की बनावट से घिन आती है और वह उससे डरता भी है। फ्रैंकनस्टाइन भाग जाता है।
मानव जीवन का सृजन करते-करते थक जाने पर, फ़्रैंकनस्टाइन बीमार पड़ जाता है। उसके बचपन का दोस्त हेनरी क्लरवल उसकी देखभाल करते हुए स्वस्थ होने में मदद करता है। फ़्रैंकनस्टाइन को बीमारी से उबरने में करीब चार महीने लग जाते हैं। जब उसे पता चलता कि उसके पांच साल के भाई विलियम का कत्ल हुआ है, तो वह घर लौटने का मन बना लेता है। एलिज़ाबेथ खुद को विलियम की मौत का दोषी मानती है, क्योंकि उसने विलियम को उसकी मां के लॉकेट को हाथ लगाने दिया था। विलियम की आया जस्टिन को इस हत्या का दोषी मानकर सूली पर चढ़ा दिया जाता है, क्योंकि उसकी जेब से फ्रैंकनस्टाइन की मां का लॉकेट मिलता है। उपन्यास में बाद में व्यक्त होता है कि उस दैत्य ने विलियम की हत्या कर लॉकेट को जस्टिन के कोट की जेब में रख दिया था और दैत्य द्वारा विलियम की हत्या की पूर्वकथा दी गई है।
इंसान के साथ कई संघर्षपूर्ण सामना करने के बाद फ्रैंकनस्टाइन का दैत्य उनसे डरने लगता है और एक साल एक घर के पास, उसमें बसे परिवार को देखते हुए बिताता है। वह परिवार अमीर था, लोकिन उसे देश निकाला मिला होता है क्योंकि उस परिवार के मुखिया फेलिक्स डी लेसी ने एक तुर्क व्यापारी की मदद की थी, जिसे एक झूठे मामले में फंसा कर फांसी की सज़ा सुनाई गई थी। जिसे फेलिक्स ने बचाया था वह उसकी प्रेमिका, सेफी का पिता था। फांसी से बचने के बाद वह व्यापारी अपनी बेटी सैफी की शादी फेलिक्स से करने को तैयार हो जाता है। हालांकि एक ईसाई से अपनी बेटी की शादी का विचार उसके गले नहीं उतरता है और वह सैफी को लेकर भाग जाता है। लेकिन सैफी लौट आती है क्योंकि वह दूसरी यूरोपीय महिलाओं की तरह आज़ाद रहना चाहती है।
डी लेसी परिवार पर ग़ौर करते हुए दैत्य को समझ-बूझ आती है और वह जान जाता है कि उसके शरीर की बनावट दूसरों से बहुत अलग है और वह उनसे बिलकुल जुदा है। अकेलेपन में उसके मन में डी लेसी परिवार से दोस्ती की चाहत जाग उठती है। जब वह उस परिवार से संपर्क करने की कोशिश करता है, तो उसके प्रति उन लोगों का डर आड़े आता है। यह तिरस्कार दैत्य को अपने सृष्टिकर्ता से बदला लेने के लिए उकसाती है।
फ्रैंकनस्टाइन का दैत्य जेनेवा जाता है और वहां उसकी मुलाकात एक नन्हें बालक से होती है। इस आशा में कि बालक नादान है और शायद उसके भयंकर रूप के प्रति बड़ों जैसा प्रभावित नहीं होगा और उसका अच्छा साथी बन सकता है, फ़्रैंकनस्टाइन का दैत्य बच्चे को अगवा करने की योजना बनाता है। लेकिन वह बच्चा उसे बताता है कि वह फ्रैंकनस्टाइन का रिश्तेदार है, दैत्य को देख वह बच्चा चिल्लाता है और उसे अपमानित करता है जिससे उसे बहुत गुस्सा आता है। बच्चे को चुप करने के लिए दैत्य उसके मुंह पर हाथ रख देता है। लेकिन सांस न ले पाने की वजह से बच्चे की मौत हो जाती है। हालांकि बच्चे की हत्या करना उसकी मंशा कभी नहीं थी लेकिन वह इस घटना को फ्रैंकनस्टाइन के खिलाफ अपना पहला बदला मानता है। वह बच्चे के शरीर से लॉकेट निकालकर घर में सो रही एक लड़की जस्टिन के कपड़ों की जेब मे रख देता है। जस्टिन के कब्ज़े से लॉकेट बरामद होता है और उसे दोषी मानकर सूली पर चढ़ा दिया जाता है। मामले की सुनवाई करने वाले जज फांसी की सज़ा के खिलाफ अपने विचारों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन समाज से जाति-बहिष्कार के डर के कारण जस्टिन गुनाह कबूल लेती है और उसे फांसी दे दी जाती है।
जब फ्रैंकनस्टाइन को अपने भाई की मौत की जानकारी मिलती है तो वह अपने परिवार के साथ रहने के लिए जेनेवा लौटता है। फ्रैंकनस्टाइन उस दैत्य को जंगल में देखता है जहां उसके भाई की हत्या हुई थी और उसे इस बात पर पूरी तरह से विश्वास हो जाता है कि विलियम का हत्यारा वह दैत्य ही है। इतनी तबाही मचाने वाले दैत्य के सृजन के प्रति दुख और अपराधबोध से परेशान फ्रैंकनस्टाइन शांति की तलाश में पर्वतों की ओर निकल पड़ता है। कुछ वक्त अकेलेपन में बिताने के बाद दैत्य फ्रैंकनस्टाइन से मिलता है। आरंभ में दैत्य को देखकर फ्रैंग्कस्टीन उसे मारने की मंशा से वह उस पर हमला करने की कोशिश करता है। फ्रैंकनस्टाइन के आकार से काफी विशाल और चुस्त वह दैत्य हमले से आसानी से बच निकलता है और उनके शांत होने का इंतज़ार करता है। वह दैत्य अपनी छोटी-सी जिंदगी की एक लंबी कहानी सुनाता है, जिसकी शुरूआत वह अपने सृजन से करता है और उसकी इस कहानी में इस बात की झलक मिलती है कि वह शुरूआत में मासूम था जो किसी को चोट नहीं पहुंचा सकता था, लेकिन इंसानों के बर्ताव ने उसे खूंखार बनने पर मजबूर कर दिया. वह अपनी कहानी का अंत इस मांग के साथ करता है कि फ्रैंकनस्टाइन उसके लिए एक महिला साथी का भी सृजन करे, क्योंकि वह अकेला है और कोई मानव उसे कबूलने को तैयार नहीं होगा. वह तर्क देता है कि एक जीवित प्राणी होने के नाते उसे भी खुश रहने का हक है और उसका सृजनकर्ता होने के नाते फ्रैंकनस्टाइन का दायित्व बनता है कि वह उसकी मांग पूरी करे. वह वादा करता है कि अगर फ्रैंकनस्टाइन उसके लिए एक महिला साथी का सृजन करता है, तो वह उसे कभी अपनी शक्ल नहीं दिखाएगा.
अपने परिवार की सुरक्षा की खातिर फ्रैंकनस्टाइन ना चाहते हुए भी दैत्य की बात मान लेता है और अपना काम करने के लिए इंग्लैंड चला जाता है। उसका दोस्त क्लरवल उसके साथ आता है लेकिन स्कॉटलैंड में वे जुदा हो जाते हैं। ऑर्कनी द्वीपों में दूसरे दैत्य का सृजन करने के दौरान फ्रैंकनस्टाइन को यह चिंता सताने लगती है कि अगर दूसरा दैत्य बना तो वह कितना कहर ढ़ा सकता है। फ्रैंकनस्टाइन अपनी अपूर्ण परियोजना को नष्ट कर देता है। दैत्य इसे देखता है और वह फ्रैंकनस्टाइन की सुहाग रात के दिन बदला लेने की ठान लेता है। फ्रैंकनस्टाइन की आयरलैंड वापसी से पहले दैत्य उसके दोस्त क्लरवल की हत्या कर देता है। जब फ्रैंकनस्टाइन आयरलैंड पहुंचता है, तो उसे इस हत्या के लिए गिरफ्तार कर लिया जाता है और जेल में वह बहुत बुरी तरह से बीमार पड़ जाता है। जेल से रिहा होने और स्वस्थ होने के बाद फ्रैंकनस्टाइन अपने पिता के साथ घर लौटता है।
घर लौटने पर फ्रैंकनस्टाइन अपनी रिश्तेदार एलिज़ाबेथ से शादी कर लेता है और यह जानते हुए कि वह दैत्य उस पर कभी भी धावा बोल सकता है, उसके खिलाफ लड़ने की तैयारी करता है। यह नहीं चाहते हुए कि एलिज़ाबेथ उस दैत्य को देखकर डर जाए, फ्रैंकनस्टाइन एलिज़ाबेथ को रात को उसके कमरे में रहने की हिदायत देता है। दैत्य एलिज़ाबेथ को अकेला पाकर उसकी भी हत्या कर देता है। अपनी पत्नी, विलयम, जस्टीन, क्लरवल औऱ एलिज़ाबेथ की मौत के ग़म में फ्रैंकनस्टाइन के पिता का निधन हो जाता है। फ्रैंकनस्टाइन ठान लेता है कि वह तब तक उस दैत्य का पीछा करेगा जब तक कि उनमें से कोई एक-दूसरे को ना मार गिराए. महीनों की खोज के बाद, दोनों उत्तरी ध्रुव के निकट आर्कटिक सर्कल में पहुंचते हैं। | 2019-06-24T17:37:00Z | http://hindi.bookstruck.in/d/3-hindi |
ओंब्रे हेयर कलर से पाएं अलग लुक
ओंब्रे स्टाइल में बालों का एक हिस्सा ब्लीच किया जाता है
ओंब्रे स्टाइल आजकल की कॉलेज गोइंग से लेकर ऑफिस जाने वाली लड़कियों के बीच काफी प्रचलित है। बालों के आधे हिस्से को अलग रंग से कलर करने को ओंब्रे कहा जाता है। ओंब्रे स्टाइल में बालों का एक हिस्सा ब्लीच किया जाता है, जिससे बालों को दो रंगों में कलर किया जा सके, एक गहरे कलर में और एक हल्के कलर में। अगर आप भी इस तरह से अपने बालों में रंग करना चाहते हैं, तो आराम से बाजार से कलर किट लाकर घर पर कर सकते हैं।
कोई ऐसा रंग चुनें, जो आपके बालों के रंग के दोगुने से ज्यादा हल्का न हो। ओंब्रे के लिए प्राकृतिक रंगों का चुनाव करना ही बेहतर होता है, इससे बाल ज्यादा खूबसूरत लगते हैं। आमतौर पर लोग हल्के भूरे या सुनहरे रंग ज्यादा पसंद करते हैं। चुने गए रंग और बालों के असली रंग में जितना कम अंतर होगा, बाल उतने ही प्राकृतिक दिखेंगे।
बालों को रंगते समय ध्यान रखें कि वो सही जगह पर आकर मिल रहे हों, वरना भद्दे लग सकते हैं। आप चाहें तो बालों के सिरे गहरे रंग के व जड़ हल्के रंग के कलर कर सकती है। हालांकि पारंपरिक चलन के अनुसार बालों के सिरे जड़ की तुलना में हल्के रंग के होते हैं। दोनों रंगों का चेहरे के नजदीक जबड़ों के आसपास मिलना ठीक माना जाता है। बालों को ब्लीच करने के लिए बालों को चार हिस्सों में बांट लें। पहले दो हिस्सों में बांटे, फिर उन हिस्से को ऊपर-नीचे में बांट लें।
बाल के जिस भाग से ओंब्रे की शुरुआत करनी है, उस भाग को थोड़ा सुलझाएं, ताकि जहां ब्लीच लगाया जाए, वहां कुछ अलग-सा निशान न बने। ब्लीच को अंदर से बाहर तक ठीक तरह से लगाएं। बालों पर ब्लीच लगाकर उसे थोड़ी देर के लिए स्थिर होने दें। उसके बाद दस्ताने पहनकर बालों को बिना केमिकल वाले शैंपू से धो लें।
ध्यान रहे कि बालों से ब्लीच पूरी तरह निकल जाए, वरना यह आपके रंग को ठीक से चढऩे नहीं देगा। ध्यान रहे कि शैंपू के तुंरत बाद कंडीशनर का प्रयोग न करें। बालों के अच्छी तरह से सूख जाने के बाद जितने भाग में ब्लीच किया, वहां से रबड़ लगाकर बालों को फिर से चार भागों में बांट लें। अब कलर को ब्लीच की हुई सभी जगहों में लगाना चाहिए। साथ ही ब्लीच किए गए हर एक बाल को कलर से थोड़ा ऊपर तक रंगना चाहिए।
अब बालों को 10-15 मिनट के लिए सूखने के लिए छोड़ दें। इससे यह बालों में पूरी तरह से सेट हो जाएगा। उसके बाद फिर बिना केमिकल वाले शैंपू से धो लें।
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Meerut Zone Commissioner Meeting In Bagpat For Lok Sabha Election - Bagpat News in Hindi - Video: दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर पर निगरानी रखने के आदेश, जानिए क्यों | Patrika Hindi News
sharad asthana | Publish: Mar, 14 2019 04:30:56 PM (IST) | Updated: Mar, 14 2019 04:30:57 PM (IST) Bagpat, Bagpat, Uttar Pradesh, India
- कमिश्नर ने बागपत में बड़ौत रोड स्थित लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में की बैठक
- चुनाव को पूरी ईमानदारी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कराने काे कहा
- जनपद में बनाए गए हैं 521 मतदान केंद्र व 1027 मतदेय स्थल
बागपत। लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ौत रोड स्थित लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ मंडलायुक्त ने मंगलवार को बैठक की। उन्होंने कहा कि चुनाव में जो भी व्यक्ति बाधा पहुंचाए, उसको जेल के अंदर डाला जाए। चुनाव को पूरी ईमानदारी, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से कराया जाए। उन्होंने कहा कि दिल्ली व हरियाणा बॉर्डर पर भी नजर रखी जाए। यदि अवैध शराब जनपद की सीमा में आती है तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई होगी।
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सभी व्यवस्थाएं पूरी करने को कहा
बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंडलायुक्त अनीता सी मेश्राम ने कहा कि आयोग के निर्देशानुसार कार्य करते रहें। कार्यों में किसी भी प्रकार की उदासीनता ना बरतें। सभी टीम भावना के साथ कार्य करें। उन्होंने एसडीएम व सीओ से कहा कि मतदान स्थलों का शत प्रतिशत सत्यापन अवश्य कर लें। जनपद में 521 मतदान केंद्र व 1027 मतदेय स्थल हैं। इन पर सभी व्यवस्थाएं पूर्ण होनी चाहिए।
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आईजी ने दिए ये निर्देश
उन्होंने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर एसडीएम का मोबाइल नंबर, बीएलओ का नाम, मोबाइल नंबर सहित वॉल पेंटिंग का भी सत्यापन कर लिया जाए। जिन मतदान स्थलों पर यह व्यवस्था अभी नहीं हुई है, उन्हें तत्काल पूर्ण कर लिया जाए। इस दौरान आईजी राम कुमार ने कहा कि पुलिस अपना कार्य मुस्तैदी के साथ करें। हरियाणा व दिल्ली बॉर्डर की तरफ से आने वाली शराब पर भी निगरानी रखें। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था में कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी। इस मौके पर डीएम पवन कुमार, एसपी शैलेश कुमार पांडे, एडीएम अनिल कुमार मिश्रा, एएसपी रणविजय सिंह आदि मौजूद रहे।
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जिला उद्योग बाबू ने लोन पास करने के लिए की एेसी डिमांड, एंटी करप्शन टीम ने दबोचा- देखें वीडियो
मसूद अजहर को लेकर रालोद नेता जयंत चौधरी ने पीएम मोदी के खिलाफ दिया ये विवादित बयान | 2019-08-20T09:44:35Z | https://www.patrika.com/bagpat-news/meerut-zone-commissioner-meeting-in-bagpat-for-lok-sabha-election-4279251/ |
देश के आम चुनाव की अहमियत बता रहा है गूगल, बनाया इस पर एक खास डूडल
एक बार फिर से देश की किस्मत तेय करेंगे आम नागरिक...
posted on 04/11/2019 10:00:00
देश में आम चुनाव की आज शुरूआत है। आज पहले चरण की वोटिंग होगी। इसी के साथ कई लोग इस साल वोट देकर अपने अधिकार पर हक जमाएंगे। एक लोकतांत्रिक देश में हर एक व्यक्ती का वोट करना बहुत जरूरी है। वोट देने के बाद आप एक देशवासी के तौर पर मिलने वाली सारी सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।
बता दे कि वोट देने वाले लोग ही देश के जिम्मेदार नागरिक होते हैं । आपको मजे की बात बत दें कि भारत के लिए इस साल के आम चुनाव कितने जरूरी है ये बात आपको गूगल महाराज भी बता रहे हैं। बता दें कि गूगल हर बार किसी भी अहम मुद्दे पर डूडल बनाता है। इसी के मद्देनजर भारत में होने वाले आम चुनाव का भी डूडल बना दिया है।
इस डूडल की खास बात ये है कि आप इस पर क्लिक करके जान सकते हैं कि आप भारत के एक नागरिक होने के नाते किस तरह से वोट कर सकते हैं। इसी के साथ गूगल आपको देश का एक जिम्मेदार नागरिक होने के बारे में भी बता रहा है।
इसी के साथ आपको इस पर क्लिक करके इलेक्शन कमिशन से लेकर, आप किस तरह से वोट डाल सकते हैं इसकी जानकारी दे रहा है, वो भी स्टेप बाई स्टेप। इसी के साथ आपको अपने वोटिंग अधिकार के बारे में कई अलग बातें जानने को भी मिल जाएंगी। अगर आप भी 18 साल के हैं, तो क्या आप भी देश के एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते वोट देने घर से बाहर जाएंगे। | 2019-10-17T15:29:29Z | http://hotintoday.com/content?id=129833 |
SCARA - აფხაზეთი: მოკლე ისტორიული ცნობა
აფხაზეთი: მოკლე ისტორიული ცნობა
აფხაზეთი არის ავტონომიური რესპუბლიკა საქართველოს შემადგენლობაში, მდებარეობს ქვეყნის ჩრდილო-დასავლეთით მდ. ენგურსა და ფსოუს შორის. ფართობი - 8,7კვ/კმ, დედაქალაქი – სოხუმი.
ქართული სახელმწიფოებრიობა, სულ ცოტა, 35 საუკუნოვან ისტორიას ითვლის. ძვ.წ. II ათასწლეულის შუა ხანებიდან არსებული ლეგენდარული კოლხეთის სამეფო მოიცავდა საქართველოს თანამედროვე ტერიტორიის მეტ ნაწილს, მათ შორის აფხაზეთს. იმ პერიოდიდან ქართველებით დასახლებული აფხაზეთის ამჟამინდელი ტერიტორია უწყვეტად შედიოდა ერთიანი ქართული სახელმწიფოს ან ცელკეული ქართული პოლიტიკური ერთეულების (ეგრისი, ლაზიკა და სხვ.) შემადგენლობაში.
ძველქართული მატიანე - “ქართლის ცხოვრება” იწყება ცნობით კავკასიელ ხალხთა ეპონიმების შესახებ. ამ მატიანის მიხედვით, ტერიტორია ლიხის (სურამის) მთებიდან შავ ზღვამდე და მდ. მცირე ხაზარეთამდე (ყუბანი) წილად ხვდა ეგროსს - დასავლელი ქართველების (ეგრების) ეპონიმს.ძველი მწერლებისთვის კარგად ცნობილი აფხაზები “ქართლის ცხოვრებაში” წარმოდგენილი არიან არა უცხო ხალხად, არამედ დასავლელ ქართველთა ორგანულ ნაწილად. ზუსტად იგივე შეხედულება ჰქონდა ანტიკური ხანის თუ შუასაუკუნეების უკლებლივ ყველა რომაულ-ბიზანტიურ ავტორს, ვინც მსოფლიოს ხალხთა გენეოლოგიაზე წერდა. ისინი იცნობდნენ I-II საუკუნეებიდან წყაროებში მოხსენიებულ აფსილებს და აბაზგებს (რომლებსაც ზოგიერთი ავტორი შეცდომით თანამედროვე აფხაზთა წინაპრებად მიიჩნევს), მაგრამ მსოფლიოს ხალხთა ჩამონათვალში მათ ნაცვლად კოლხებს//ლაზებს//ეგრებს ანუ დასავლელ ქართველებს უთითებდნენ. დასავლეთ საქართველოში, აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორიის ჩათვლით, არქეოლოგები ერთიან ქართულ (კოლხურ) კულტურას აფიქსირებენ. აფხაზეთში ავტოქტონური ქართული მოსახლეობის მკვიდრობის შესახებ მეტყველებენ ანტროპოლოგიის, ლინგვისტიკისა და ეთნოლოგიის მონაცემები.
სწორედ დასავლელმა ქართველებმა შექმნეს აფხაზეთის სამეფო დედაქალაქით ქუთაისში (VIIIს. დასასრული – Xს.). ამ სამეფოს მთელი პოლიტიკური და, რაც განსაკუთრებით ნიშანდობლივია, ჩვენამდე მოღწეული მდიდარი კულტურული მემკვიდრეობა არის მხოლოდ ქართული. არაქართული ეთნოსის მოღვაწეობის არანაირი კვალი არ ჩანს აფხაზეთის სამეფოს იმ ნაწილშიც კი, რომელსაც აფხაზეთის საერისთავო ეწოდებოდა და ანაკოფიის (თან. ახალი ათონი) ჩრდილო-დასავლეთით მდებარეობდა. ამ საერისთავოს ფარგლებში, კერძოდ, ბიჭვინთაში იმყოფებოდა VIII-X და XV-XVIII საუკუნეებში ავტოკეფალური (სხვა დროს კი მცხეთას დაქვემდებარებული) დასავლეთ საქართველოს (აფხაზეთის) საკათოლიკოსო კათედრა. ისტორიაში კარგად არის ცნობილი აფხაზეთის კათოლიკოსების ვინაობა – ყველა ქართველი იყო. უფრო მეტიც, ცნობილია აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორიის ფარგლებში მცხოვრები აფხაზეთის საკათოლიკოსო გლეხების (XVI-XVIIსს.) ასობით გვარი და სახელი, რომელიც ასევე მთლიანად ქართულია.
აფხაზეთის სამეფო წარმოადგენდა იმ ძირითად ბირთვს, რომელმაც გააერთიანა საქართველო. ერთიანი სახელმწიფოს სათავეში იდგნენ აფხაზური (დასავლურ ქართული) სამეფო დინასტიის წარმომადგენლები. XI ს. დასაწყისში ქართულ ენაზე შედგენილი უნიკალური ისტორიული წყაროს “აფხაზ მეფეთა დივანის” მონაცემები ადასტურებენ ამ მეფეთა ეროვნულ კუთვნილებას, მათ ქართველობას. იგივეს ამტკიცებენ აფხაზეთის მეფეთა ან მათი სახელით შესრულებული მრავალრიცხოვანი ქართული წარწერები (არ არსებობს აფსუურ-აფხაზურ ენაზე შესრულებული რაიმე წარწერა). გაერთიანებული საქართველოს ჩრდილო-დასავლეთი საზღვარი XIV ს. შუახანებამდე მაინც აღწევდა ნიკოფსიამდე (V საუკუნემდე ძველი ლაზიკა ერქვა). რომელიც ქ. ტუაფსეს ჩრდილო-დასავლეთით მდებარეობდა. ამ სახელმწიფოს შემადგენლობაში შემავალ აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორიაზე განვითარების მაღალ დონეს მიაღწია მხოლოდ ქართულმა კულტურამ. ამავე დროს, აღნიშნულ რეგიონში არაქართული მოსახლეობის, მათ შორის აფსუების (დღევანდელ აფხაზთა თვითსახელწოდება) პოლიტიკური და კულტურული მოღვაწეობის კვალი არ შემორჩენილა. შიძლება მხოლოდ ვივარაუდოთ, რომ XIIს. მეორე ნახევრიდან მონღოლთა მოწოლის შედეგად აფსუები (I საუკუნეში პლინიუს უფროსი ამ ხალხს ასტრახანის ჩრდილოეთით აფიქსირებს აბზოას სახელით), დაიძრნენ რა სამხრეთ-დასავლეთის მიმართულებით, შემოვიდნენ საქართველოს უკიდურეს ჩრდილო-დასავლეთ რეგიონებში, მაგრამ ჯერ ვერ მიაღწიეს აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორიამდე.
მონღოლთა ასწლოვანი ბატონობის პერიოდში (XIIIს. შუახანებიდან XIV ს. შუახანებამდე) იწყება ერთიანი ქართული სახელმწიფოს დეზინტეგრაციის პროცესი. ჯერ წარმოიშვა იმერეთის სამეფო (აფხაზეთის სამეფოს სამართალმემკვიდრე), რომლის შიგნით დაიწყეს გამოცალკევება სამეგრელოსა და გურიის სამთავროებმა. სამეგრელოს სამთავროს შემადგენლობაში შედიოდა აფხაზეთის საერისთავო, რომელიც მოიცავდა ტერიტორიას ანაკოფიიდან მდ. ბზიფამდე (დაახლოებით, თანამედროვე გუდაუთის რაიონის ტერიტორიას). სახელგანთქმულმა მეფემ გიორგი V ბრწყინვალემ (1313-1346წწ.) ქვეყანა მონღოლთა უღლისგან გაანთავისუფლა და კვლავ გააერთიანა სრულიად საქართველო ნიკოფსიამდე. აფხაზეთის საერისთავო, როგორც სამეგრელოს სამთავროს ნაწილი, ამჯერადაც ერთიანი საქართველოს შემადგენლობაში შედიოდა. გიორგი V ბრწყინვალეს მემკვიდრეებმა, განსაკუთრებით ალექსანდრე I-მა (1412-1443წწ), შეინარჩუნეს და განამტკიცეს ქვეყნის ერთიანობა. მის ფარგლებში იყო მოქცეული აფხაზეთის საერისთავო-დღევანდელი გუდაუთის რაიონი. ანაკოფია, ქ. ცხუმი და მათი სამხრეთ-აღმოსავლეთით მდ. ენგურამდე მდებარე მიწები სამეგრელოს სამთავროს ორგანულ ნაწილს წარმოადგენდნენ, რასაც მოწმობენ მრავალრიცხოვანი ქართული და უცხოური, მათ შორის რუსული წერილობითი თუ კარტოგრაფიული წყაროები. მათგან შიძლება გამოვყოთ მასალები ცხუმში//სოხუმში გენუელთა სავაჭრო ფაქტორიის მოღვაწეობის შესახებ (1354-1475წწ.). ისინი ერთმნიშვნელოვნად ამტკიცებენ, რომ გენუელებს ცხუმში ურთიერთობა ჰქონდათ მხოლოდ სამეგრელოს (“ქვემო ივერიის”) მთავრებთან და ადგილობრივ ქართულ მოსახლეობასთან.
XV ს. ბოლოსთვის საქართველოს სახელმწიფო რამდენიმე სამეფოდ და სამთავროდ დაიშალა. აფხაზეთის საერისთავო, რჩებოდა რა სამეგრელოს სამთავროს შემადგენლობაში, სხვა საერისთავოების მსგავსად, მეტი თავისუფლებისთვის იბრძოდა. XVI ს. შუახანებისთვის აფხაზეთის მფლობელებმა თურქეთისა და მისი გავლენის ქვეშ მყოფი წარმართი (ნაწილობრივ მაჰმადიანი) მთიელების დახმარებით თავიანთი მდგომარეობა განიმტკიცეს. იმ პერიოდში მთიელთა მასობრივმა ჩამოსახლებამ მთლიანად შეცვალა აფხაზეთის საერისთავოს – ანაკოფიიდან მდ. ბზიფამდე მდებარე ტერიტორიის – მოსახლეობის ეთნიკური სურათი. შექმნილ ვითარებაში აფხაზეთის (დასავლეთ საქართველოს) კათოლიკოსი იძულებული გახდა აფხაზეთის საერისთავო დაეტოვებინა და საკათოლიკოსო რეზიდენცია ბიჭვინთიდან გელათში გადაეტანა. ფუნქციონირება შეწყვიტეს საერისთავოს ტერიტორიაზე მოქმედმა საკმაოდ მრავალრიცხოვანმა ეკლესიებმა და მონასტრებმა. აფხაზეთის საერისთავოზე სრული კონტროლის აღდგენა სამეგრელოს მთავარმა ლევან II დადიანმა (1611-1657წწ.) მოახერხა. მანვე ქრისტიანობის აღდგენის მიზნით საერისთავოს ახალი მოსახლეობა (40 ათას კაცამდე) მონათლა და მათ ეპისკოპოსიც დაუნიშნა.
XVI-XVII საუკუნეებში ქართული სამეფო-სამთავროები, რომლებიც 1555 წლიდან ირანმა (ერგო აღმოსავლეთ საქართველო) და თურქეთმა (ერგო დასავლეთ საქართველო) გადაინაწილეს, ამაოდ ცდილობდნენ ერთმორწმუნე რუსეთთან მეგობრული, სამფარველო ურთიერთობების დამყარებას. 1638წ. 12 დეკემბერს რუსეთის მეფემ მიხეილ თევდორესძეს ძემ მოსკოვში სამეგრელოს ელჩი მიიღო, 1639 წ. ნოემბრიდან 1640 წ. მაისამდე კი სამეგრელოში რუსი ელჩები სტუმრობდნენ. ამ უკანასკნელთა მიერ შედგენილი ანგარიშები (გამოიცა 1888 და 2005 წლებში) აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორიაზე არსებული ეთნოპოლიტიკური სიტუაციის მკაფიო სურათს გვიხატავენ. ისინი დამაჯერებლად ამტკიცებენ, რომ XVIIს. შუახანებისთვის სამეგრელოს სამთავროს ეთნიკური საზღვარი, სულ ცოტა, კელასურამდე მაინც აღწევდა (სამეგრელოში მოგზაურობისას, რუსმა ელჩებმა დრანდის მონასტერიც დაათვალიერეს), დადიანების პოლიტიკური ძალაუფლება კი თანამედროვე აფხაზეთის მთელს დანარჩენ ტერიტორიაზეც ვრცელდებოდა (მოსკოვში მყოფი სამეგრელოს ელჩის ინფორმაციით, სამეგრელოსა და მთლიანად დასავლეთ საქართველოს კათოლიკოსი, რომელსაც ლევან II დადიანი ნიშნავდა, ბიჭვინთაში იჯდა). ელჩობის მასალებში არაფერია ნათქვამი აფსუა-აფხაზებზე, თუმცა რუსმა ელჩებმა მოიარეს მთელი სამეგრელო, მათ შორის ამჟამად უკვე აფხაზეთის შემადგენლობაში შემავალი გალის, ოჩამჩირისა და გულრიფშის რაიონები. რუსეთის ხელმწიფე მიხეილ თევდორეს ძე 1639წ. 30 მაისის სიგელში ლევან II დადიანისადმი სამეგრელოს, რომელიც მაშინ აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორიასაც მოიცავდა, ივერიის ქვეყანას უწოდებს. საპასუხო სიგელში (1640წ. 15 მაისი) ლევან II დადიანი რუსეთის ხელმწიფეს აცნობებდა, რომ ის იმყოფება “ივერიის ქვეყნის სამეგრელოს მხარეში”. ამრიგად, აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორია რუსეთმა პირველად ოფიციალურად გაიცნო როგორც ივერიის ქვეყნის ნაწილი.
XVII ს. 70-იანი წლების დასაწყისამდე ცხუმთან ახლოს ფუნქციონირებდა სამეგრელოს Mმთავრების საფორტიფიკაციო ნაგებობა – ე.წ. კელასურის კედელი. ის აღნიშნულია XVII ს. პირველ ნახევარში სამეგრელოში მოღვაწე კათოლიკე მისიონერების არქ. ლამბერტისა და ქრისტ. კასტელის მიერ შედგენილ რუკებზე შემდეგი წარწერით: `60 ათასი ნაბიჯის კედელი აბაზთა თავდასხმების შესაჩერებლად~. XVI-XVII საუკუნეებში აფხაზეთში დამკვირვებელი აფსუა-აბაზები (როგორც აფხაზეთში მცხოვრებთ, ქართველები მათ აფხაზებს უწოდებდნენ) შერვაშიძეების ხელმძღვანელობით ნამდვილად ესხმოდნენ თავს სამეგრელოს, ცდილობდნენ რა საერისთავოს საზღვრების გაფართოებას და მთავრის ძალაუფლებისგან განთავისუფლებას. იმავდროულად, აფხაზეთის მფლობელები საკუთარ თავს საქართველოს სახელმწიფოს მიაკუთვნებდნენ და ქართველ მეფეებს უსიტყვოდ ემორჩილებოდნენ. მაგალითად, 1661 წელს, როდესაც აღმოსავლეთ საქართველოს მეფემ ვახტანგ V (შახნავაზი) დროებით ქვეყნის დასავლეთი ნაწილიც დაიქვემდებარა, აფხაზეთის მფლობელებმა სრული მორჩილება გამოუცხადეს მეფეს, ამ უკანასკნელის ბრძანებით, ასევე – სამეგრელოს მთავარს.
შემდგომ წლებში ვითარება ქვეყანაში შეიცვალა. თურქეთისა და ირანის მიერ გაყოფილი საქართველოს გაერთიანება ვერ მოხერხდა, გამწვავდა ძირითადად გარედან ინსპირირებული შიდაომები. სამეგრელოს ძვირად დაუჯდა რუსი ელჩების მიღება, აგრეთვე თურქების წინააღმდეგ მებრძოლი რუსი კაზაკებისთვის დახმარების აღმოჩენა. ცდილობდა რა სამეგრელოს იზოლირებას რუსეთისაგან, თურქეთმა გააქტიურა მასზე თავისი მოკავშირე მთიელების თავდასხმები. დადიანებთან დაპირისპირებაში შერვაშიძეებიც მთიელებს ეყრდნობოდნენ. XVII ს. 80-იანი წლების დასაწყისში სამეგრელოს სამთავრო ტახტისთვის გაჩაღებულ ბრძოლაში ჩართულმა თავადმა აფხაზეთიდან სავარეხ (სორექ) შარვაშიძემ სწორედ მთიელთა დახმარებით მიაღწია წარმატებას და მდ. ენგურამდე ტერიტორიას დაეუფლა და მას სამეგრელოს მთავრის ტიტულით მართავდა. ვინაიდან მან ვერ შეძლო დანარჩენი სამეგრელოს დაკავება, მდ. ენგურამდე მდებარე მიწები მალე აფხაზეთის ნაწილად გამოცხადდა. დაპყრობილი ტერიტორიის ახლადმოვლენილმა მფლობელებმა, უპირველს ყოვლისა, ქართული თავადაზნაურობისა და სამღვდელოების წარმომადგენლები გაანადგურეს, სასტიკად გაუსწორდნენ ადგილობრივ მოსახლეობას, რომლის დიდი ნაწილი მონებად და დევნილებად აქციეს ან ტყვედ გაყიდეს; დაკავებულ ტერიტორიაზე აბაზები, ყაბარდოელები და სხვა მთიელები ჩამოასახლეს: დაანგრიეს ან ფუნქციონირება შეწყვიტეს საუკუნეების განმავლობაში შექმნილმა ქართულმა ეკლესია-მონასტრებმა, მათ შორის ზოგადქართული მნიშვნელობის კულტურულმა ცენტრებმა _ ბიჭვინთის საკათალიკოსო კათედრამ, დრანდისა და მოქვის საეპისკოპოსო კათედრებმა, აგრეთვე ქართული წარწერებით შემკულმა ლიხნის, ანუხვის, ანაკოფიის, წებელის, ქიაჩის, ჭალას (ჭლოუ) და სხვა ეკლესიებმა; ჯერ გაძარცვეს და მერე საერთოდ მოშალეს ბიჭვინთის საკათოლიკოსოს კუთვნილი მეურნეობები. მხოლოდ მდინარეების ენგურ-ღალიძგის მონაკვეთზე, რომელიც XVIII საუკუნის დასაწყისში კვლავ დადიანების გამგებლობაში დაბრუნდა, მოხერხდა ბედიისა და ილორის მოქმედი ტაძრების შენარჩუნება.
აფხაზეთის თანამედროვე ტერიტორიაზე კავკასიელი მთიელების გვიან ჩამოსახლების ფაქტი, სეპარატისტული ისტორიოგრაფიის მტკიცების საპირისპიროდ, დაფიქსირებულია XVIII-XIX საუკუნეებისა და უფრო გვიანდელი პერიოდის ქართველ (ვახუშტი ბაგრატიონი, დ. ბაქრაძე, ა. ხახანაშვილი და სხვ.), რუს (ვ.ნ. ტატიშჩევი, ა.ნ. დიაჩკოვ-ტარასოვი და სხვ.) და ევროპელ (პ. – ს. პალასი, ი. კლაპროტი, ფრ. დიუბუა დე მონპერე, ე. სპენსერი და სხვა) ავტორთა შრომებში. აღნიშნული მოვლენის (მთიელთა ჩამოსახლების) თითქმის თანამედროვე, გამოჩენილი რუსი ისტორიკოსი ვ.ნ. ტატიშჩევი (1686-1750წწ.), რომლის შრომებს რუსული ისტორიოგრაფია წყაროს მნიშვნელობას ანიჭებს, წერდა, რომ აფხაზეთი (ავხეთი), მისი აზრით, არის ~სამეგრელოს ჩრდილოეთი ნაწილი, რომელსაც თურქები და ყაბარდოელები ავხაზოსს ეძახდნენ, ჩვენი წინაპრები კი ობეზებს უწოდებდნენ. ამჟამად მისი უმეტესი ნაწილი ყუბანელებითაა დასახლებული.~ ვ.ნ. ტატიშჩევის განმარტებით, ობეზები ჩრდილოეთ სამეგრელოს (აფხაზეთის) უძველესი მაცხოვრებლები ანუ ქართველები არიან. “ივერიელი – იგივე ობეზია”, - ამბობს რუსული მატიანე. ყუბანელები კი, რომლებიც აფხაზეთში გვიან შუა საუკუნეებში ჩამოსახლდნენ, რუსული მატიანეების მიხედვით, ჩერქეზულ-ადიღური ტომების წარმომადგენლები არიან. ისინი ნამდვილად ცხოვრობდნენ ყუნაბისპირეთში. ჯერ კიდევ XVI საუკუნის I მეოთხედში ს. გერბერშტეინი თავის სახელგანთქმულ “ჩანაწერებში მოსკოვიის შესახებ” წერდა, რომ აზოვის ზღვის სამხრეთ-აღმოსავლეთით, მდინარე ყუბანის გასწვრივ, რომელიც ჭაობს (აზოვის ზღვას – ავტ.) ერთვის, ცხოვრობს აფგაზი ხალხი”. იმავე ნაშრომში ვკითხულობთ, რომ “მდ. ყუბანს იქით სამეგრელო მდებარეობს”. 1561წ. შედგენილ ჯაკოპო გასტალდის რუკაზე მდ. ყუბანის შუა წელში ნამდვილად არის აღნიშნული Aბცვას რეგი ქალაქით Aცუა (ცხუმის აფსუურ-აფხაზური სახელი). სრუალიად აშკარაა, რომ სწორედ ეს ყუბანელები, როგორც ამას სამართლიანად აღნიშნავს ვ.ნ. ტატიშჩევი, დასახლდნენ ჩრდილოეთ სამეგრელოში და თან ჩამოიტანეს თავიანთი ყველაზე მნიშვნელოვანი დასახლებული პუნქტის სახელიც - Aცუა. კიდევ ერთი ცნობილი რუსი ისტორიკოსი ა.ნ. დიაჩკოვ-ტარასოვი 1905 წელს წერდა: “აფხაზები ყოველთვის როდი მოსახლეობდნენ აქ. მათი გადმოცემები, წეს-ჩვეულებები და მრავალი ისტორიული მონაცემი ადასტურებს, რომ ისინი ჩრდილოეთიდან მოვიდნენ და შეავიწროეს ქართული ტომები, სანამ ენგურთან არ შეჩერდნენ”. აფსუა-აფხაზების ჩრდილოეთიდან ჩამოსახლების შესახებ ა.ნ. დიაჩკოვ-ტარასოვი 1903 წელსაც წერდა (აგრეთვე 1909-1910 წლებშიც), თანაც აღნიშნავდა, რომ ეს ჩამოსახლება “მოხდა არც თუ ისე დიდი ხნის წინ, შესაძლოა, XVI-XVII საუკუნეებში”. სავსებით სწორი მოსაზრებაა.
ბევრად უფრო ადრე ანალოგიურ დასკვნამდე მივიდა აკადემიკოსი ფრ. დიუბუა დე მონპერე, რომელიც 1833 წ. აფხაზეთში იმყოფებოდა. ის წერდა იმის შესახებ, თუ როგორ ვრცელდებოდა დადიანების სამფლობელო “ზღვის სანაპიროს გასწვრივ დაახლოებით ჯიქეთამდე (ზიხიამდე-ავტ.), როგორ აწამებდნენ მას (სამეგრელოს – ავტ.) მტერთა მუდმივი თავდასხმები და ამ მშვენიერი სანაპიროების გასწვრივ, ერთის მხრივ, ჩერქეზთა, მეორეს მხრივ, თურქთა სისხლიანი ხელი დასეირნობდა. თავადმა დადიანებმა, რომლებიც ორი საუკუნის წინ იძულებული გახდნენ თავიანთი საზღვრები ანაკოფიაში გადაეტანათ, ახლა მდინარე ღალიძგამდე დაიხიეს და აფხაზეთი, ეს ბედკრული ქვეყანა, ისეთივე ველური გახდა, როგორც ამერიკის ტყეები: ყველაფერი ნანგრევებად იქცა, ყველა ეკლესია ჩამოიქცა, ცივილიზაციის ყველა კვალი წაიშალა”. ფრ. დიუბუა დე მონპერეს დასკვნას ადასტურებს ის უცილობელი ფაქტი, რომ აფსუა-აფხაზები, სეპარატისტთა მტკიცების მიუხედავად, არიან ქართველთა მიერ თანამედროვე აფხაზეთის ტერიტორიაზე საუკუნეების მანძილზე შექმნილი ქრისტიანული ცივილიზაციის არა შემოქმედნი, არამედ გამანადგურებლები. აფსუა-აფხაზები ამ ცივილიზაციის შემქმნელები რომ არ არიან, მტკიცდება მათ ენაში ქრისტიანული ტერმინოლოგიის (მათ შორის ისეთი ძირითადი ტერმინების, როგორიცაა ქრისტე, ქრისტიანი, ეკლესია, მღვდელი, ჯვარი, შობა, აღდგომა, ნათლობა და ა.შ.) არარსებობითაც. აფხაზურ ენაში მთელი ქრისტიანული ტერმინოლოგია ლიტერატურული ქართულიდან ან მისი მეგრული დიალექტიდანაა ნასესხები.
ინგლისელი ედმუნდ სპენსერი, რომელიც აფხაზებს რუსეთის შეურიგებელ მტრებს უწოდებს, 1851 წ. აღნიშნავდა: “ისინი ნაწილობრივ ყირიმისა (ყაბარდოს – ავტ.) და ყუბანის ხანებისა და სულთნების ჩამომავალები არიან, რომლებიც თავის ტომებთან ერთად დასახლდნენ ამ ადგილებში”. ამრიგად, გვიან შუა საუკუნეებში მდ. ენგურსა და ფსოუს შორის მდებარე სუფთა ქართულ ტერიტორიაზე კავკასიელი მთიელების ჩამოსახლების ფართოდ აღიარებული ფაქტი, რომელიც პოლიტიკური მოსაზრებებით, საბჭოთა ისტორიკოსების ნაწილმა XX ს. 50-იანი წლების ბოლოდან “დაივიწყა”, იმდენად აშკარაა, რომ არავითარ ეჭვს არ იწვევს.
XVI საუკუნის მე-2 ნახევრიდან ამჟამინდელი გუდაუთის რ-ნის ფარგლებში, ხოლო XVII ს. ბოლოდან თანამედროვე აფხაზეთის მთელს ტერიტორიაზე ადგილობრივი ქრისტიანი ქართველებისა და გაბატონებულ მდგომარეობაში მყოფი ჩამოსახლებული წარმართი თუ მაჰმადიანი მთიელების შერწყმის გზით მიმდინარეობდა დღევანდელი აფხაზი (აფსუა) ერის ფორმირების ხანგრძლივი და მტკივნეული პროცესი. ძირითადად იგი XIX საუკუნეში დასრულდა. სხვადასხვა ეთნოსებისა და რელიგიების შერწყმამ თავისებური გავლენა მოახდინა ხალხის რელიგიურ მდგომარეობაზე (ქრისტიანობის, მაჰმადიანობისა და წარმართობის ნაზავი), ზნე-ჩვეულებებზე (დიდწილად საერთოა ქართველებთან). რადიკალური დემოგრაფიული ცვლილებების მიუხედავად, აფხაზეთის მფლობელებად და მმართველებად დარჩნენ ქართველი თავადები შარვაშიძეთა გვარიდან. ისინი არასდროს გამიჯნულან ქართული სამყაროსგან, უარი არ უთქვამთ ქართული ენისთვის, რომელიც იმ ახალ აფხაზეთშიც საქმისწარმოებისა და ღვთისმსახურების ერთად-ერთ ენას წარმოადგენდა. თავის მხრივ, იმერეთის მეფეები აფხაზეთს მუდამ თავიანთ პროვინციად თვლიდნენ, თუმცა მათი ძალაუფლება შარვაშიძეებზე ნომინალური იყო. ქუთაისში შედგენილ და მეფე ალექსანდრე V-ს მიერ 1738 წ. პეტერბურგში გაგზავნილი იმერეთის სამეფოს რუკის (გადაეცა იმპერატრიცა ანა იოანეს ასულს) მიხედვით, აფხაზეთი არის ამ სამეფოს შემადგენელი ნაწილი. იმერეთის მეფე სოლომონ I (1752-1784წწ) აფხაზ-იმერთა მეფის ტიტულს ატარებდა. 1776 წლის 26 აპრილით დათარიღებულ ერთ-ერთ წერილში საკუთარ თავს იგი “აფხაზთა, იმერთა, გურიელთა და მთელი ქვემო ივერიის მფლობელად მოიხსენიებს”. როგორც ცნობილია, “ქვემო ივერია” ქალაქ ცხუმსაც და მთელს აფხაზეთსაც მოიცავდა.
სამეგრელოს (ოდიშის) მთავრებს, რომლებმაც ასევე დაკარგეს რეალური კონტროლი აფხაზეთზე, არასოდეს უთქვამთ უარი თავიანთი ძირძველი მიწების დაბრუნებაზე. ისინი “ოდიშის – ლეჩხუმის – სვანებისა და აფხაზების მპყრობელად” იწოდებოდნენ. ასეთ ტიტულს ატარებდა, მაგალითად, კაცია II დადიანი (1758-1788წწ.), გრიგოლ დადიანი (1788-1804წწ.) და სხვები. XVIII ს. დასაწყისიდან მდ. ენგურსა და ღალიძგას შორის მდებარე ტერიტორია სამეგრელოს შემადგენლობაში დაბრუნდა და მალე მას სამურზაყანო ეწოდა.
XVIII-XIX სს. მიჯნაზე ქართული პოლიტიკური ერთეულების მდგომარეობა მკვეთრად შეიცვალა, რაც დაკავშირებულია 1783წელს რუსეთსა და ქართლ-კახეთის სამეფოს შორის გიორგიევსკის “სამფარველო” ტრაქტატის გაფორმებასთან. ტრაქტატი, მართალია, რამდენადმე ზღუდავდა საქართველოს სუვერენიტეტს, მაგრამ ქვეყანა დამოუკიდებლობას ინარჩუნებდა და საერთაშორისო სამართლის სუბიექტად რჩებოდა. უფრო მეტიც, რუსეთი ტრაქტატის მეოთხე საიდუმლო არტიკულის მიხედვით, ქართლ-კახეთის სამეფოსთვის საქართველოს სხვა ისტორიული ტერიტორიების შემოერთებისა და ქვეყნის გაერთიანებისთვის ბრძოლაში ხელშეწყობის ვალდებულებას იღებდა. შესაბამისად, ტრაქტატი უშუალოდ აფხაზეთსაც ეხებოდა, რომელსაც რუსეთში კვლავ სამეგრელოს სამთავროს ნაწილად მიიჩნევდნენ. `რუსეთის იმპერიის ისტორიული რუკის~ (1793წ.) მიხედვით, ახლად მოპოვებულ ტერიტორიად მიჩნეული საქართველოს ჩრდილო-დასავლეთი საზღვარი აზოვის ზღვამდე აღწევს. რუკაზე აღნიშნულია დასავლურ-ქართული პროვინციებიც-იმერეთი და სამეგრელო. აფხაზეთი, რომელიც რუკაზე საერთოდ არ არის აღნიშნული, სამეგრელოს შემადგენლობაში იგულისხმება. გიორგიევსკის ტრაქტატის მეოთხე საიდუმლო არტიკული საქართველოს სამეფოს აღდგენას სწორედ “რუსეთის იმპერიის ისტორიულ რუქაზე” მითითებულ საზღვრებში ითვალისწინებდა.
მაგრამ რუსეთმა სასტიკად გაუცრუა იმედები საქართველოს, რომელმაც ირწმუნა მისი და საკუთარი ბედი მიანდო. მან კი არა მხოლოდ არ შეასრულა “მფარველობასა” და ერთიანი სამეფოს აღდგენასთან დაკავშირებით ნაკისრი ვალდებულებები, არამედ 1801წ. ქართლ-კახეთის სამეფო გააუქმა და პირდაპირი რუსული მმართველობა შემოიღო. ამასთანავე, რუსეთმა დროებით უარი თქვა საგუბერნიო მართვის ფორმაზე და 1802წ. `საქართველოს მმართველობა~ დააფუძნა. მის სათავეში იდგნენ კავკასიაში დისლოცირებული ჯარების სარდლები, რომლებსაც საქართველოს მთავარმართებლებსაც უწოდებდნენ. მმართველობის ეს ფორმა – საქრთველოს “შენარჩუნება” - რუსეთს “კანონიერ” უფლებას აძლევდა დაეპყრო თურქეთის უღლის ქვეშ მყოფი სხვა ქართული რეგიონები და “აღედგინა” ერთიანი საქართველო, მაგრამ არა 1783წ. ტრაქტატით გათვალისწინებული დამოუკიდებელი სახელმწიფოს სახით, არამედ როგორც რუსეთის პროვინცია.
რუსეთმა როგორც კი ფეხქვეშ გათელა 1783წ. ტრაქტატი და აღმოსავლეთ საქართველოს ანექსია მოახდინა, მაშინვე დაიწყო მოქმედებები დასავლეთ საქართველოს, მათ შორის აფხაზეთის ხელში ჩასაგდებად. 1803წ. დეკემბერში გრიგოლ დადიანმა, “ოდიშის, ლეჩხუმის, სვანეთის, აფხაზეთის და ოდითგანვე ჩემი წინაპრების კუთვნილი მიწების მპყრობელის” ტიტულით ხელი მოაწერა თხოვნას “ყველა ჩემი სამფლობელოთი, როგორც ზემოთ დასახელებულით, ისე სხვადასხვა მიზეზით მისგან გამოყოფილით”, რუსეთის მფარველობის ქვეშ მიღების შესახებ. სამეგრელოს მთავარს აშკარად მხედველობაში ჰქონდა ჯიქეთი და აზოვის ზღვამდე მდებარე სხვა ისტორიული ქართული მიწები (იხ. რუსეთის 1793წ. რუკა). ეჭვსგარეშეა, თხოვნა სამეგრელოს თვით “მისგან გამოყოფილი” მიწებითაც კი რუსეთის მფარველობის ქვეშ მიღების შესახებ დაიწერა პეტერბურგიდან კარნახით და 1783წ. ტრაქტატის IV არტიკულის გათვალისწინებით. აღნიშნული არტიკულისა და გრიგოლ დადიანის თხოვნის საფუძველზე რუსეთმა ჩრდილო-აღმოსავლეთ შავიზღვისპირეთის შემოერთებისათვის ბრძოლის “კანონიერი” უფლება მიიღო.
XVIII-XIX საუკუნეების მიჯნაზე აფხაზეთი თურქეთის მხარდაჭერისა და მისი მფლობელის ქელეშ-ბეის ძალისხმევის წყალობით საკმაოდ ძლიერ პოლიტიკურ ერთეულს წარმოადგენდა. 1803 წლიდან ქელეშ-ბეი რუსეთის ქვეშევრდომობის სურვილს ფარულად გამოთქვამდა და სამეგრელოს მთავრის მეშვეობით საქართველოს მთავარმართებელ პ. ციციანოვთან კავშირის დამყარებას ცდილობდა. 1803წ. 27 ოქტომბერს პ. ციციანოვი სახელმწიფო კანცლერს გრაფ ა. ვორონცოვს ატყობინებდა: “ამასთანავე ჩემს მოვალეობად ვრაცხ, შევეხო ქელეშ-ბეისა და მისი სამფლობელოს ისტორიას. XV საუკუნეში, კერძოდ, ქრისტეშობიდან 1414 წლამდე, როცა ივერია დაქუცმაცებული არ იყო, ის, ქელეშ-ბეი, შარვაშიძის სახელით იყო ცნობილი, მისი სამფლობელო ივერიის ერთ-ერთ პროვინციას წარმოადგენდა”. სწორედ ეს აძლევდა რუსეთს აფხაზეთის შემოერთების “კანონიერ” უფლებას.
თანამედროვე აფხაზეთის ტერიტორია, ისევე როგორც სხვა ქართული პროვინციები, ნაწილ-ნაწილ შევიდა რუსეთის “მფარველობის” ქვეშ. 1805წ. 9 ივლისს სოფ. ბანძაში (მარტვილის რაიონი) სამურზაყანოს მფლობელებმა ხელი მოაწერეს ფიცს რუსეთის ხელმწიფისა და სამეგრელოს მთავრის ერთგულებაზე. ფიცის ტექტში სამურზაყანო აღიარებულია სამეგრელოს ისტორიულ ტერიტორიად. მასში ნათქვამია: “როგორც რომ ყოვლად უმოწყალესი ხელმწიფისა ყმა ვიყოფებით, აგრეთვე სამეგრელოს თვითმპყრობელი ლევან დადიანისა, რადგანაც ჩვენ ჩვენის ქვეყნით ძველიდგან ვყოფილვართ სამეგრელოს თვითმპყრობელი თავადი დადიანისა”.
საერთაშორისო მდგომარეობის გამო, საკუთრივ აფხზაეთის მიღება რუსეთის “მფარველობის” ქვეშ რამდენადმე გაჭიანურდა. 1808წ. ქელეშ-ბეის მკვლელობისა და აფხაზეთში პროთურქული ძალების გაძლიერების შემდეგ ეს პროცესი დაჩქარდა. პროთურქულ ძალებს აფხაზეთში სათავეში ედგა მოკლული ქელეშ-ბეის შვილი, მკვლელობაში ეჭვმიტანილი ასლან-ბეი, რომელიც მოსახლეობის უმეტესობის მხარდაჭერით, სამთავრო ტახტს დაეუფლა. საკუთარი თავი აფხაზეთის მთავრად გამოაცხადა ქელეშ-ბეის მონათლულმა შვილმა საფარ-ბეიმ (ნათლობის სახელი – გიორგი), რომელიც სამეგრელოს მთავრის სიძე იყო. გიორგი შარვაშიძემ ომი გამოუცხადა ძმას ასლან-ბეის და დახმარებისათვის საქართველოს რუსულ ადმინისტრაციას და სამეგრელოს დროებით მმართველს ნინო დადიანს მიმართა. ამ უკანასკნელმა აფხაზეთის ახალი მთავარი რუსეთის იმპერატორის ერთგულებაზე დააფიცა. თავის მიმართვაში ნინო დადიანისა და სამთავრო ტახტის მცირეწლოვან მემკვიდრე ლევან V დადიანისადმი (1804-1840წწ.) გიორგი შარვაშიძე ვალდებულებას იღებდა, რომ თავის ერთგულ ქვეშევრდომებთან ერთად საქართველოს მთავარმართებლის ბრძანებებს დაემორჩილებოდა. აფხაზეთის მთავარმა იცოდა, რომ რუსეთის “მფარველობაში” შესვლის შემდეგ მისი სამფლობელო კვლავ საქართველოს შემადგენლობაში დაბრუნდებოდა, თუმცა მას უკვე არა ქართველი მეფეები, არამედ რუსი გენერლები მართავდნენ. რადგანაც თქვენ დამაფიცეთ იმპერატორის ერთგულებაზე, მიშუამდგომლეთ მის წინაშე რუსეთის მფარველობის ქვეშ აფხაზეთის მიღების თაობაზე, - წერდა გიორგი შარვაშიძე ზემოხსენებულ წერილში სამეგრელოს მმართველებისადმი და დასძენდა: “მაშასადამე თქვენდამი დამოკიდებულ არს, თუ ვითარ იგი იღწვით ჩემთვის ანუ ვითარ იგი განმიღებთ კარსა უთვითმპყრობელისასა ხელმწიფისა ჩვენისასა”. აფხაზეთის ბედის გადაწყვეტა, მართლაც, ბევრად იყო დამოკიდებული სამეგრელოზე, რომლის მმართველები მუდმივად შეახსენებდნენ რუს ხელისუფალთ, რომ აფხაზეთი ისტორიულად მათი სამფლობელოს ნაწილი იყო. 1808წ. 8 ივნისს ნინო დადიანი თავის წერილში იმპერატორისადმი, ითხოვდა რა აფხაზეთის მიღებას რუსეთის მფარველობის ქვეშ, არაორაზროვნად მიანიშნებდა: “თუმცაღა ჟამმან ცვლილებებისამან და მეზობლის უთახმოებანამ განხადა მფლობელობისაგან სამთავროისა ჩვენისა ესე აფხაზეთი, გარნა უწინარეს იყო მკვიდრი ტახტი ნიკოპსისა, დადიანისა ლევანისა და წინაპართა მათთა და გარდაცვალებული კაცია დადიანი (1758-1788წწ. – ავტ.), მამა ახალგარდაცვალებულისა გრიგოლ დადიანისა, ახდევინებდა ხარკსა და არს უკვე წევრი სამეგრელოისა”. ამიტომ, ნინოს აზრით, ეს იყო კარგი წინაპირობა და ხელსაყრელი დრო რუსეთის მფარველობაში აფხაზეთის მისაღებად. ამრიგად, რუსეთის მფარველობაში აფხაზეთი უნდა შესულიყო როგორც “ივერიის პროვინცია”, როგორც “წევრი სამეგრელოისა”.
ნინო დადიანის ძალისხმევით, აფხაზეთის საკითხის გადაწყვეტა დაჩქარდა. 1808წ. 12 აგვისტოს გიორგი შარვაშიძემ და მისმა ერთგულმა თავადაზნაურობამ ხელი მოაწერეს ქართულ ენაზე შედგენილ “სათხოვარ პუნქტებს” რუსეთის მფარველობაში აფხაზეთის მიღების თაობაზე. აფხაზეთის მთავარი კიდევ ერთხელ ხაზს უსვამდა, რომ იქნებოდა “მორჩილ საქართველოსა უპირატეს მმართველისა ერთგულთა და სარწმუნო მონათა და ყმათა ჩემთათანა.” “სათხოვარ პუნქტებს” თან ერთვოდა გიორგი შარვაშიძის მინაწერი, რომ მის მიერ ადრე გაგზავნილი წერილები და ეს თხოვნაც დაწერილია დადიანების კარის ეკლესიის წინამძღვრის “დეკანოზ იოანე იოსელიანის მიერ, რომელიც წრფელი გულით მირჩევდა საიმპერატორო ტახტის ქვეშევრდომი გავმხდარვიყავი”. 1810წ. 17 თებერვალს იმპერატორმა ალექსანდრე I აფხაზეთის მთავრის “სათხოვარი პუნქტები” დაამტკიცა. მოტანილი მასალები ნათლად გვიჩვენებენ, რომ რუსეთის “ქვეშევრდომობის” ქვეშ აფხაზეთი შევიდა როგორც საქართველოს ისტორიული პროვინცია, როგორც “წევრი სამეგრელოისა”. ამაში გადამწყვეტი როლი მიუძღვის სამეგრელოს დროებით მმართველს, გიორგი XII-ს ქალიშვილს ნინო დადიანს, რომელსაც რუსეთის დახმარებით აფხაზეთის საკუთარი სამთავროს შემადგენლობაში დაბრუნების მიამიტური სურვილი ამოძრავებდა. საქართველოს მთავარმართებელი ა.ნ. ტორმასოვი 1810წ. 11 იანვარს რუსეთის საგარეო საქმეთა მინისტრს გრაფ წ.პ. რუმიანცევს წერდა, რომ სწორედ ნინოს მონდომებას უნდა ვუმადლოდეთ საფარ-ბეის გადმობირებას, რათა ის მთელი თავისი სამფლობელოთი რუსეთის სამუდამო მფარველობაში და ქვეშევრდომობაში შემოსულიყო~. ყოველივე ამის შემდეგ ვერანაირ კრიტიკას ვერ უძლებენ დღევანდელი რუსეთის მესვეურთა ხმამაღალი განცხადებები, რომლებიც უკანონო გადაწყვეტილებას აფხაზეთის “დამოუკიდებლობის” აღიარების შესახებ ამართლებენ ცრუისტორიით – რუსეთის შემადგენლობაში აფხაზეთის ვითომ საქართველოსაგან ცალკე შესვლის შესახებ. სინამდვილეში კი რუსეთის “მფარველობაში” აფხაზეთი შევიდა როგორც ისტორიული საქართველოს პროვინცია და საქართველოს მთავარმართებლებს დაექვემდებარა.
დანარჩენი აფხაზეთისგან ცალკე მოაწერეს ხელი ქართულ ენაზე შედგენილი ფიცს წებელდის მფლობელმა მარშანიებმა, რომლებიც ლევან V დადიანის მიწვევით 1815წ. 29 ნოემბერს ოქუმში ჩამოვიდნენ. ხელმოწერილ დოკუმენტში ნათქვამია: “ქ. ჩვენ ქვემო ხელის მომწერელნი წებელის თემის ბატონები, თავადი მარშანიები მოგართმევთ ამ წერილს თქვენს უგანათლებულესობას მთავარს დადიანს ლეონს, ასე რომ ჩვენ მამა-პაპით თქვენის მამა-პაპის თუმცა მორჩილები და ეთგულები ვიყავით, მაგრამ რომელმანვე შემთხვეულმა შფოთებმა დაშორებულ ვიქმენით ერთმანეთისაგან, და აწი გინებებიათ ჩვენი თქვენდა მახლობლობა და პირველისამებრ სიყვარული და წყალობა განგვიახლეთ, და ჩვენ რწმუნებულ ვართ ამ თქვენის ჭეშმარიტის სიტყვით ჩვენდა დაჯერებას და ჩვენც ვფიცავთ ამას წმინდა ალყურანსა ზედა ესრეთ, რომელ პირველ ყოველთასა ვიყვნეთ არა რაისამე შინა წინააღმდგომ მისის დიდებულების რუსეთის ხელმწიფისა იმპერატორის ალექსანდრე პავლეს ძისა, და მისგან დაწესებულთა ამა მხარეთა. მმართებელთა საშუალობითა თქვენითა. და თქვენისაცა ბრძანებისა ჩვენგან შესაძლებელსა მორჩილ და შეძლებისამებრ მტერთა რუსეთისა და თქვენის უგანათლესბულესობისათა წინააღმდგომ ყოვლითა გზითა...” ინტერესმოკლებული არ იქნება იმის აღნიშვნა, რომ წებელის გამაჰმადიანებულმა მფლობელებმა ყურანზე დაიფიცეს ქართველი მართლმადიდებელი ღვთისმსახურების – ციშის მიტროპოლიტ გრიგოლის (ჩიქოვანი), არქიმანდრიტ გიორგისა (კუხალაშვილი) და დეკანოზ იოანე იოსელიანის წინაშე. მოტანილი დოკუმენტიდან, რომელიც მიტროპოლიტ გრიგოლის ბეჭდითაა დამოწმებული, კარგად ჩანს, რომ ცებელის თემი, მის მფლობელთა აღიარებით (და სხვა მრავალი წყაროს მიხედვითაც), ისტორიულად (XVII საუკუნემდე) სამეგრელოს შემადგენლობაში შედიოდა; ამიტომაც დაიფიცეს მათ რუსეთისა და ლევან V დადიანის ერთგულებაზე.
მიუხედავად “სათხოვარი პუნქტებისა” და “ფიცის” ტექსტების ხელმოწერისა, აფხაზ ხალხს XIX ს. 70-იანი წლების ბოლომდე არ შეუწყვეტია უთანასწორო ბრძოლა რუსეთის წინააღმდეგ. 1864წ. 27 მარტს კავკასიის მეფისნაცვალი მიხეილ რომანოვი, ასაბუთებდა რა აფხაზეთის სამთავროს გაუქმების აუცილებლობასა და მიზანშეწონილობას, წერდა, რომ “მადლიერი მოკავშირის ნაცვლად რუსეთმა მიიღო აფხაზეთში ურჩი და ვერაგი მონა, რომელიც მზადაა მეტად გულთბილად დახვდეს მის ნაპირებთან გამოჩენილ ჩვენს ნებისმიერ მტერს. ასე მოიქცა იგი გასულ ომში (1853-1856წწ. – ავტ.) ... ამჟამადაც ვერც ერთი ჯარისკაცი ვერ გაბედავს სოხუმიდან ორ კილომეტრში გასვლას ისე, რომ მოკვლის საფრთხის ქვეშ არ აღმოჩნდეს, ვერც ერთი უფროსი ვერ გაბედავს ამ მხარეში მოგზაურობას დაცვის ძლიერი რაზმის თანხლების გარეშე...
ასეთ მდგომარეობაში მხარის ყოფნის გამო არის თუ არა რუსეთისთვის მომგებიანი და შეესაბამება კი სამართლიანობისა და კაცთმოყვარეობის გრძნობას მხარის დატოვება მისი ამჟამინდელი მმართველი მთავრის ხელში.
პოლიტიკური თვალსაზრისით, ეს სრულიად საზიანო იქნებოდა. ამ მდგომარეობაში ყოფნის შემთხვევაში აფხაზეთი ყოველთვის წარმოადგენდეს იქნება გამზადებულ პლაცდარმს და საფუძველს ზღვის მხრიდან ამიერკავკასიის წინააღმდეგ მტრის მოქმედებისთვის~. მეფისნაცვალი აყენებდა სამთავროს გაუქმების, ქუთაისის გენერალ-გუბერნატორს დაქვემდებარებული სამხედრო ოკრუგის შექმნის, ენგურის შესართავამდე ზღვის მთელს სანაპიროზე კაზაკური დასახლებების დაფუძნების წინადადებას. 1864წ. აპრილში იმპერატორმა მოიწონა მეფისნაცვალის წინადადებები. ამით 1810 წ. 17 თებერვლის მანიფესტმა რუსეთის მფარველობაში აფხაზეთის მიღების შესახებ იურიდიული ძალა დაკარგა.
რუსეთ-კავკასიის ომის დასრულების (1864წ. 21 მაისი) შემდეგ დადგა აფხაზეთის სამთავროს გაუქმების ჟამი. 1864წ. ივნისში აფხაზეთის მთავარი მიხეილ შარვაშიძე თანამდებობიდან გადააყენეს და რეგიონში რუსული მმართველობა შემოიღეს. შეიქმნა სოხუმის სამხედრო განყოფილება, 1883წლიდან – სოხუმის ოკრუგი ქუთაისის გუბერნიის შემადგენლობაში. 1903წლიდან ოკრუგი, რომელსაც მომდევნო წელს გაგრა ჩამოაჭრეს (შავი ზღვის გუბერნიის მიუერთეს), უშუალოდ მეფისნაცვალის კანცელარიას ექვემდებარებოდა, თუმცა ადმინისტრაციული (საპოლიციო, სამობილიზაციო) და სასამართლო საკითხები კვლვ ქუთაისის გენერალ-გუბერნატორის გამგებლობაში რჩებოდა.
აფხაზეთის სამთავროს გაუქმებამ, რუსული მმართველობის შემოღებამ მოსახლეობის მასობრივი უკმაყოფილება გამოიწვია და 1866 წლის აჯანყების ერთ-ერთი მთავარი მიზეზი გახდა. ხელისუფლებამ სასტიკად ჩაახშო აჯანყება და 1867 წელს 20 ათასზე მეტი აფხაზი იძულებით თურქეთში გადაასახლა (მუჰაჯირობა). მასობრივი მუჰაჯირობის მორიგი ტალღა რუსეთ-თურქეთის 1877-1878 წლების ომს უკავშირდება. სახელმწიფო ღალატში დადანაშაულებულმა თითქმის 32 ათასმა აფხაზმა დატოვა მაშინ სამშობლო. ეს იყო უდიდესი სახალხო ტრაგედია. მუჰაჯირობის შედეგები ბევრად უფრო მძიმე იქნებოდა, რომ არა ქართული სამღვდელოების წარმატებული მისიონერული მოღვაწეობა აფხაზეთში ამჟამად წმინდანებად შერაცხული მღვდელმთავრების ალექსანდრესა (ოქროპორიძე) და გაბრიელის (ქიქოძე) ხელმძღვანელობით. 25 წელიწადზე მეტი ხნის განმავლობაში ხელმძღვანელობდნენ ისინი საქართველოს საეგზარქოსოში შემავალ აფხაზეთის ეპარქიას, მონათლეს რამდენიმე ათეული ათასი აფხაზი. სწორედ, ამან იხსნა მთელი ხალხი თურქეთში განდევნისგან, შესაბამისად, რუსეთის მიერ ჩრდილო-დასავლეთ კავკასიიდან ერთიანად გასახლებული უბიხებისა და სხვა მთიელების მსგავსად, სრული ფიზიკური განადგურებისგან.
“არასაიმედო” აფხაზების კიდევ უფრო შევიწროების მიზნით მთავრობამ სხვა მკაცრი ზომებიც მიიღო. იმპერატორის 1880წ. 31 მაისის ბრძანებულებით, ისინი “დამნაშავე ერად” გამოცხადნენ, რამაც ხალხის დისკრიმინაცია, სოციალურ და პოლიტიკურ უფლებებში მთელი აფხაზური მოსახლეობის შეზღუდვები გამოიწვია.
კავკასიაში ომის ძლევამოსილად დამთავრების, მთელი ერების განადგურებისა და მშობლიური ადგილებიდან გასახლების, განსაკუთრებით აფხაზთა დაშოშმინებისა და უკიდურესად დასუსტების შემდეგ რუსეთმა გაამკაცრა კოლონიური პოლიტიკა საქართველოში. აფხაზეთთან მიმართებაში ეს გამოიხატებოდა რუსებით, სომხებით, ბერძნებით და იმპერიისადმი ლოიალურად განწყობილი სხვა ხალხებით (იმ პერიოდში აფხაზეთის შიდა რაიონებში ბრუნდებოდა XVIIს. ბოლოს იქიდან გამოდევნილი ქართველების შთამომავლებიც) მხარის დაჩქარებულ კოლონიზაციაში; სკოლისა და ეკლესიის რუსიფიკაციაში; ქართული მოსახლეობის შევიწროებაში; სახელმწიფოებრივი და საზოგადოებრივი ცხოვრების ყველა სფეროდან ქართული ენის განდევნაში; ქართველთა და აფხაზთა დაპირისპირების ხელოვნურად პროვოცირებაში და გამწვავებაში. აფხაზთა მიმართ მთავრობა “მათრახისა და თაფლისკვერის” პოლიტკიას ატარებდა. მუჰაჯირობის შედეგად აფხაზობა იმდენად დასუსტდა, რომ რეალურ პოლიტიკურ ძალას და იმპერიისთვის საფრთხეს ის უკვე აღარ წარმოადგენდა. ამ ვითარებაში მთავრობა ცდილობდა აფხაზთა უკმაყოფილების რეგიონში დემოკრატიული და ეროვნულ-გამანთავისუფლებელი მოძრაობის ავანგარდის-ქართველების წინააღმდეგ მიმართვას. “გათიშე და იბატონეს” იმპერიულმა პოლიტიკამ პირველი რეალური შედეგები რუსეთის 1905-1907 წლების დემოკრატიული რევოლუციის პერიოდში გამოიღო. ყველასგან მოულოდნელად აფხაზებმა მაშინ არა რევოლუციას, არამედ თვითმპყრობლობას დაუჭირეს მხარი. ამ მოვლენის მიზეზები აფხაზური საზოგადოების სოციალური წყობის თვისებურებებში (სოციალური ჩაგვრისა და კლასობრივი დაპირისპირების არარსებობა), ცარიზმის მიზანმიმართულ ანტიქართულ პოლიტიკაში, პოლიტიკურად დასასუსტებელი აფხაზობის მნიშვნელოვანწილად რუსიფიკაციაში, 1880 წელს წართმეული უფლებების აღდგენისკენ ბუნებრივ მისწრაფებაში უნდა ვეძიოთ. ამ სურვილის მიღწევა მართლაც მოხერხდა. 1907წ. 27 აპრილს ნიკოლოზ II, გაითვალისწინა რა აფხაზთა “დამსახურებები” რევოლუციის წლებში, დაამტკიცა მთავრობის მიერ წარდგენილი დებულება “სოხუმის ოკრუგის მოსახლეობის მიწათმფლობელობის უფლებები გათანაბრების შესახებ”. ამით აფხაზი ხალხი “დამნაშავე ერის” დამთრგუნველი და დამამცირებელი წოდებისგან განთავისუფლდა.
როგორც 1905-1907 წლების რევოლუციის დროს, ისე განსაკუთრებით მისი დამარცხების შემდეგ დაწყებული რეაქციის პირობებში მთავრობა ცდილობდა ქართველთა და აფხაზთა შორის უფსკრულის გაღრმავებას. XXს. დასაწყისიდან უკვე ჰქონდა ადგილი საქართველოს საეგზარქოსოსგან აფხაზეთის გამოყოფის წარუმატებელ მცდელობას. აკადემიურ წრეებში მუშავდებოდა იდეოლოგია “აფხაზეთი-საქართველო არ არის”, რომელიც აქტიურად ინერგებოდა აფხაზი ხალხის ცნობიერებაში. ცარიზმის ყველა მცდელობის, ქართველთა და აფხაზთა დაპირისპირების რამდენადმე გამწვავების მიუხედავად, ამ ხალხებმა 1916-1917 წლებში ერთობლივად დაიცვეს საქართველოს საეგზარქოსოსა და სოხუმის ეპარქიის ერთიანობა, ჩაშალეს რა საეგზარქოსოსგან სოხუმის ეპარქიის, ამ უკანასკნელისგან კი სამურზაყანოს სამრევლოების გამოყოფის სინოდისეული გეგმის განხორციელება.
1917 წ. თებერვლის დემოკრატიული რევოლუციისა და ცარიზმის დამხობის შემდეგ ვითარება მთელს იმპერიაში, მათ შორის კავკასიასა და თვით აფხაზეთშიც შეიცვალა. ახალ პირობებში ხელისუფლების უმაღლეს ორგანოებს წარმოადგენდნენ რუსეთში-დროებითი მთავრობა, ამიერკავკასიაში-ამიერკავკასიის განსაკუთრებული კომიტეტი (რომლის სათავეში სამურზაყანოელი აკ. ჩხენკელი იდგა), სოხუმის ოკრუგში - საზოგადოებრივი უსაფრთხოების კომიტეტი (შეიქმნა 1917წ. 10 მარტს ალ. შარვაშიძის თავმჯდომარეობით). სოხუმის ქალაქის თავის თანამდებობა ბ. ჩხიკვიშვილს ეკავა. როგორც ეს მოსალოდნელი იყო, აფსუა-აფხაზები და მათი პოლიტიკური ლიდერები ძლიერ თანაუგრძნობდნენ ჩრდილო-კავკასიელ მთიელთა გამაერთიანებელ მოძრაობას. 1917 მაისში შეიქმნა მთიელთა ცენტრალური კომიტეტი (მთავრობა), რომელმაც აფხაზეთში თავისი წარმომადგენელი მიავლინა. აფხაზი ხალხის ყრილობამ (1917წ. 7-8 ნოემბერი) მიიღო გადაწყვეტილება მთიელთა კავშირში გაწევრიანების შესახებ, დაამტკიცა აფხაზთა სახალხო საბჭოს დეკლარაცია და კონსტიტუცია, აირჩია სახალხო საბჭოს შემადგენლობა (თავმჯდომარე ს. ბასარია). საბჭო მხოლოდ აფხაზი ხალხის ეროვნულ-პოლიტიკურ ორგანოს წარმოადგენდა, იცავდა მის ინტერესებს და ან მხარის მთავრობის უმაღლესი პოლიტიკური ორგანოს როლზე პრეტენზიას არ აცხადებდა. მან თავისი წარმომადგენელი მიავლინა მთიელთა მთავრობაში, რომელსაც (სააშხაწავა) აფხაზეთის საკითხებში `მინისტრის~ თანამდებობა ერგო. ხაზგასმით უნდა ითქვას, რომ ჩრდილოეთ კავკასიასთან პოლიტიკური ურთიერთობების დამყარება, სეპარატისტთა მტკიცების მიუხედავად, სულაც არ ნიშნავდა მის შემადგენლობაში აფხაზეთის შესვლას. სოხუმის ოკრუგი ადმინისტრაციულად ამიერკავკასიის ნაწილად რჩებოდა. აფხაზეთის ტერიტორიაზე პრეტენზიას არც მთიელთა კავშირის დროებითი მთავრობა აცხადებდა. 1917წ. 4 დეკემბერს მის მიერ გამოცემულ დეკრეტში ნათქვამია: `ზაქათალისა და სოხუმის ოკრუგების მიმართ მთიელთა დროებით მთავრობას ძალაუფლება აქვს ეროვნული და პოლიტიკური ხასიათის საკითხებში, ხოლო მთიელთა მთავრობის სახელმწიფოებრივი ძალაუფლების ახლავე და მთლიანად გავრცელება ამ ოკრუგებზე გადასაწყვეტად მიენდოს ზაქათალისა და სოხუმის ოკრუგების სახალხო საბჭოებს~. აფხაზთა სახალხო საბჭოს არასოდეს მიუღია აფხაზეთის ჩრდილოეთ კავკასიასთან სახელმწიფოებრივი გაერთიანების გადაწყვეტილება. უფრო მეტიც სოხუმის ოკრუგის გლეხთა II ყრილობამ( 1918წ. 4-9 მარტი) გადაწყვიტა, რომ აფხაზეთი შედის ამიერკავკასიის ხალხების საერთო შემადგენლობაში როგორც მისი თანასწორუფლებიანი წევრი, რათა მან თავისი უკეთესი მომავალი დემოკრატიულ საქართველოსთან ერთად გამოჭედოს.
ამიერკავკასიის განსაკუთრებული კომიტეტი, რომლის იურისდიქციის ქვეშ აფხაზეთი იმყოფებოდა, 1917წ. 11 ნოემბერს დროებითმა მთავრობამ – კომისარიატმა შეცვალა (თავმჯდომარე ე. გეგეჭკორი). სახელმწიფო გადატრიალების გზით რუსეთის სათავეში მოსული ბოლშევიკების მიერ სახელმწიფო სათათბიროს დათხოვნის (1917წ. 5 იანვარი) შემდეგ კომისარიატმა გეზი ამიერკავკასიის დამოუკიდებლობისკენ აიღო. 1918წ. 10 თებერვალს დათხოვნილი სათათბიროს ამიერკავკასიელმა დეპუტატებმა ჩამოაყალიბეს ამიერკავკასიის სეიმი, რომელმაც რეგიონის დამოუკიდებლობა გამოაცხადა (1918წ. 9 აპრილი). სეიმის მიერ დანიშნულ ამიერკავკასიის მთავრობას კვლავ ა. ჩხენკელი ჩაუდგა სათავეში. აფხაზეთი დამოუკიდებელი ამიერკავკასიის სახელმწიფოს შემადგენლობაში შემოდიოდა.
ამიერკავკასიის სახელმწიფოებრივი მოწყობის პარალელურად მის შემადგენლობაში შემავალი ერების თვითგამორკვევის პროცესიც მიმდინარეობდა. ამ პროცესის ფარგლებში 1918წ. 9 თებერვალს თბილისში გაიმართა ქართული ეროვნული საბჭოსა და აფხაზთა სახალხო საბჭოს წარმომადგენელთა შეხვედრა. საქმიანი დისკუსიის შემდეგ მხარეები შეთანხმდნენ, “საზღვრებში მდ. ენგურიდან მდ. მზიმთამდე აღდგეს ერთიანი, განუყოფელი აფხაზეთი, რომლის შემადგელობაშიც შევიდოდნენ საკუთრივ აფხაზეთი და სამურზაყანო”. აფხაზეთის მომავალი პოლიტიკური მოწყობის ფორმა დემოკრატიული წესით არჩეულ დამფუძნებელ კრებას უნდა გადაეწყვიტა. იმ დროისთვის ამიერკავკასიის მთავრობის ძალისმევით პრაქტიკულად გადაწყდა გაგრის ზონის კვლავ სოხუმის ოკრუგის შემადგენლობაში დაბრუნების საკითხი. წინასწარი გადაწყვეტილება ამ საკითხზე 1917წ. 30 ოქტომბერს მიიღო ამიერკავკასიის განსაკუთრებულმა კომიტეტმა ა. ჩხენკელის თავმჯდომარეობით. ამიერკავკასიის კომისარიატმა ე. გეგეჭკორის თავმჯდომარეობით 1917წ. 7 დეკემბერსსაბოლოოდ დაადგინა: “გაუქმდეს 1904 წლის 25 დეკემბერს უზენაესად დამტკიცებული მინისტრთა კომიტეტის დებულება, აღდგეს სოხუმის ოლქის ძველი ისტორიული საზღვრები მის შემადგენლობაში გაგრისა და ბზიფის რაიონების შეტანის გზით.”
1918 წ. ზამთარსა და გაზაფხულში რუსმა ბოლშევიკებმა ორჯერ სცადეს აფხაზეთის დაპყრობა და საბჭოთა ხელისუფლების დამყარება, მაგრამ ამიერკავკასიის სეიმისა და მთავრობის გადაწყვეტილებით ქართულმა ეროვნულმა გვარდიამ 1918წ. 17 მაისს სოხუმი გაანთავისუფლა. 20 მაისს აფხაზთა სახალხო საბჭომ დაადასტურა საკუთარი და ასევე ოკრუგის გლეხთა II ყრილობის გადაწყვეტილებები აფხაზეთის ამიერკავკასიის ხალხების საერთო ოჯახში ყოფნის შესახებ. აშკარა ფაქტების საპირისპიროდ, სეპარატისტული ისტორიგრაფია მთიელთა რესპუბლიკის გამოცხადების დღეს – 1918წ. 11 მაისს აფხაზეთის სახელმწიფოებრიობის აღდგენის დღედ მიიჩნევს. გაუგებარია, როგორ აღადგინა აფხაზეთმა სახელმწიფოებრიობა რეგიონის ბოლშევიკური ოკუპაციის, სახალხო საბჭოს დათხოვნისა და მისი წევრების დაპატიმრების პირობებში და მაშინ, როცა ხელისუფლებაში მოსული ბოლშევიკები რეგიონს არა აფხაზეთს, არამედ სოხუმის ოლქს უწოდებდნენ. მითი სახელმწიფოებრიობის აღდგენის შესახებ სეპარატისტების მიერაა გამოგონილი.
მნიშვნელოვან საერთაშორისო საკითხებზე არსებულმა უთანხმოებამ 1918წ. მაისში ამიერკავკასიის სახელმწიფო დაშლამდე მიიყვანა. 1918წ. 26 მაისს საქართველოს ეროვნულმა საბჭომ სახელმწიფოებრივი დამოუკიდებლობა გამოაცხადა. საქართველოს მთავრობასა და აფხაზთა სახალხო საბჭოს შორის მოლაპარაკების შედეგად 1918 წლის 11 ივნისს გაფორმდა ხელშეკრულება, რომელიც გახდა ქართული სახელმწიფოებრიობის წიაღში აფხაზეთის დაბრუნების საფუძველი.
შოვინისტებსა და სეპარატისტებს არ აწყობდათ მშვიდობა და თანხმობა აფხაზეთში. 1918წ. ივნისის შუახანებში რუსმა ბოლშევიკებმა სოჭიდან მორიგი შეტევა განახორციელეს და ახლ ათონამდე მოვიდნენ. აფხაზთა სახალხო საბჭოს წევრების თხოვნით, საქართველოს მთავრობამ აფხაზეთში გამოგზავნა სამხედრო რაზმი გენ. გ. მაზნიაშვილის სარდლობით. 19 ივნისს გენერალი სოხუმში ჩამოვიდა და 27 ივნისს მისმა აფხაზთა 300 კაციანი ესკადრონით გაძლიერებულმა რაზმმა შეტევა განახორციელა, რომლის შედეგადაც არა მხოლოდ აფხაზეთი განთავისუფლდა, არამედ ერთ თვეში (1918წ. 26 ივლისს) ტუაფსეს აღებაც მოხერხდა. 1918წ. აგვისტოში ქართულმა ჯარებმა სოჭისკენ დაიხიეს.
სეპარატისტებმა გამოიყენეს შექმნილი ვითარება და 1918წ. 27 ივნისს, როდესაც აფხაზეთში შემოჭრილი ბოლშევიკების წინააღმდეგ ბრძოლები მიმდინარეობდა, კოდორის (ოჩამჩირის) უბანში თურქული დესანტი გადმოსხეს. ქართულმა ჯარებმა ბოლშევიკურ ტერორს გამოქცეული რუსი კაზაკების დახმარებით დესანტი გაანადგურეს. დაკარგეს რა წარმატების ყოველგვარი იმედი, შოვინისტებმა და სეპარატისტებმა ატეხეს ხმაური გენ. გ. მაზნიაშვილის მიერ აფხაზეთის “ოკუპაციის” შესახებ, მოითხოვეს რეგიონიდან ქართული ჯარების გაყვანა. თეზისი “ოკუპაციის” შესახებ თანამედროვე სეპარატისტულმა ისტორიოგრაფიამაც აიტაცა, რათა 1918-1921 წლებში საქართველოს დემოკრატიული რესპუბლიკის შემადგენლობაში აფხაზეთის ყოფნის “უკანონობა” დაამტკიცონ. ეს საკითხი არაერთხელ განიხილა აფხაზთა სახალხო საბჭომაც. 1918წ. 17 ივლისს განიხილებოდა გ. მაზნიაშვილის შტაბისადმი ნდობის საკითხი. სახალხო საბჭომ თითქმის ერთხმად გადაწყვიტა, “ხელახლა დადასტურდეს არაერთი ჩვენი გადაწყვეტილება და ითქვას საქართველოს ნაწილების აქ ყოფნის აუცილებოლობის შესახებ.” 1918წ. 18-19 ივლისს სახალხო საბჭომ მხარი არ დაუჭირა საქართველოს მთავრობის წარმომადგენლის ი. რამიშვილის წინადადებას ქართული ჯარების აფხაზეთიდან გაყვანის შესახებაც კი. მოტანილი ფაქტები უარყოფენ მტკიცებას “ოკუპაციის” შესახებ, რადგანაც ქართული ჯარები აფხაზეთში 1918წ. 11 ივნისს ხელშეკრულებისა და აფხაზთა სახალხო საბჭოს დაჟინებული თხოვნით იმყოფებოდნენ.
ბოლშევიკური ავანტიურის ჩაშლის შემდეგ სეპარატისტებმა გეზი გენერლების მ. ალექსეევისა და ა. დენიკინის ხელმძღვანელობით მოქმედ თეთრგვარდიელებზე აიღეს. 1918 წ. 25-26 სექტემბრის უშედეგო მოლაპარაკებებმა საქართველოს მთავრობის წარმომადგენლებსა (საგარეო საქმეთა მინისტრი ე. გეგეჭკორი, გენ. გ. მაზნიაშვილი) და ზემოხსენებულ თეთრგვარდიელ გენერლებს შორის, რომელიც ძირითადად სოჭის კუთვნილების საკითხს შეეხებოდა, აჩვენა, რომ მოწინააღმდეგე უპრინციპო სეპარატისტებზე სერიოზულ იმედებს ამყარებდა.
შიში გამართლდა. თეთრგვარდიელთა მიერ წაქეზებულმა სეპარატისტებმა 1918 წ. 9 ოქტომბერს ძალადობის გზით სცადეს პოლიტიკური გადატრიალების მოწყობა, სახალხო საბჭოს ხელმძღვანელობის, მათ შორის თავმჯდომარის ვ. შარვაშიძის გადაყენება. მცდელობა ჩაიშალა. სახალხო საბჭოს თავმჯდომარისა და ცალკეული წევრების წინადადებით, საქართველოს მთავრობამ სახალხო საბჭო დაითხოვა, შეთქმულები დააპატიმრა და ამის შემდეგ ახალი არჩევნები დანიშნა. წინასაარჩევნო კამპანიის პერიოდში საქართველოს მოუხდა სოჭიდან შემოჭრილი თეთრგვარდიელების მოგერიება. მოწინააღმდეგემ გაგრა დაიკავა და მდ. ბზიფზე გამაგრდა. მიუხედავად ამისა, 1919წ. 13 თებერვალს აფხაზეთის ისტორიაში პირველი დემოკრატიული არჩევნები ორგანიზებულად ჩატარდა. 1919წ. 20 მარტს სახალხო საბჭომ მიიღო “აქტი აფხაზეთის ავტონომიის შესახებ”, რომლის პირველი პუნქტით გაცხადდა: “აფხაზეთი შედის საქართველოს დემოკრატიული რესპუბლიკის შემადგენლობაში, როგორც მისი ავტონომიური ერთეული.” 1919წ. მაისში სახალხო საბჭომ მიიღო გადაწყვეტილება კომისარიატის (მთავრობის) შექმნის შესახებ, რომელსაც სათავეში არზაყან (დიმიტრი) ემხვარი ჩაუდგა. მაშინვე სოხუმის ოკრუგს აფხაზეთი, ხოლო აფხაზთა სახალხო საბჭოს აფხაზეთის სახალხო საბჭო ეწოდა და მისი თავმჯდომარე ვ. შარვაშიძე გახდა.
1919-1921 წლები იყო აფხაზეთის ავტონომიის რეალურად ცხოვრებაში გატარების, სახელისუფლებო სტრუქტურების განმტკიცების, გაგრიდან თეთრგვარდიელთა განდევნის (1919წ. აპრილი), აფხაზეთის კონსტიტუციის პროექტის შემუშავების პერიოდი. ამასთანავე, ხელისუფლებას მკვეთრად უპირისპირდებოდნენ სახალხო საბჭოში მოკალათებული ბოლშევიკები და მათი მხარდამჭერები, რომლებიც აფხაზეთში ვითარების დესტაბილიზაციას ცდილობდნენ. 1920წ. იანვარში საქართველოს საერთაშორისო აღიარებამ, აგრეთვე იმავე წლის 7 მაისს რუსეთ-საქართველოს შორის ხელშეკრულების გაფორმებამ და საბჭოთა რუსეთის მიერ საქართველოს დამოუკიდებლობის აღიარებამ რამდენადმე გააუმჯობესეს ქვეყნის მდგომარეობა, შექმნეს სამართლებრივი გარანტიები ტერიტორიული მთლიანობის შენარჩუნებისა და განმტკიცებისთვის. კერძოდ, 1920წ. 7 მაისის რუსეთ-საქართველოს ხელშეკრულების III მუხლის I პუნქტი მკაფიოდ განსაზღვრავდა ორ ქვეყანას შორის სახელმწიფო საზღვარს “შავი ზღვიდან მდ. ფსოუს გაყოლებით ახახჩას მთამდე...” რუსეთი ვალდებულებას კისრულობდა, “აღიაროს როგორც საქართველოს სახელმწიფოს შემადგენლობაში უდავოდ შემავალი, გარდა ამ ხელშეკრულების III მუხლის I პუნქტის ძალით საქართველოსთვის მუკითვნებული შავი ზღვის გუბერნიის ნაწილებისა (გაგრის ზონა – ავტ.), ყოფილი რუსეთის იმპერიის ქვემოჩამოთვლილი გუბერნიები და ოლქები - თბილისის, ქუთაისის და ბათუმის თავიანთი მაზრებითა და ოკრუგებით, რომლებიც აღნიშნულ გუბერნიებს და ოლქებს შეადგენენ, აგრეთვე ზაქათალისა და სოხუმის ოკრუგები”.
უხეშად დაარღვია რა 1920წ. 7 მაისის ხელშეკრულება, საბჭოთა რუსეთმა 1921წ. თებერვალ-მარტში მოახდინა საქართველოს ოკუპაცია მისი შემდგომი ანექსიით. იმავე წლის 28 მარტს საოკუპაციო სტრუქტურების – რუსეთის კომპარტიის ცენტრალური კომიტეტის კავკასიის ბიუროს, საქართველოს კომპარტიის ცენტრალური კომიტეტის და აფხაზეთის რევოლუციური კომიტეტის წარმომადგენლებმა ბათუმში გამართულ თათბირზე გადაწყვიტეს დროებით, წარმომადგენლობითი ორგანოს არჩევამდე და მოწვევამდე (საბჭოების ყრილობის) აფხაზეთი საბჭოთა სოციალისტურ რესპუბლიკად გამოცხადდეს. ამ შუალედში აფხაზეთის მთელი ~დამოუკიდებლობა~ იმაში გამოიხატებოდა, რომ მას მართავდნენ არა საქართველოს საბჭოთა მთავრობის, არამედ ს. ორჯონიკიძის თავმჯდომარეობით თბილისში მოქმედი რუსეთის კომპარტიის ცენტრალური კომიტეტის კავკასიის ბიუროს (კავბიუროს) მიერ დანიშნული პირები. რუსეთის ცენტრალური სახელისუფლებო ორგანოების არც ერთ ოფიციალურ თუ არაოფიციალურ დოკუმენტში, მისი უმაღლესი ხელმძღვანელების, მათ შორის ვ. ლენინის გამოსვლებში კავკასიის `დამოუკიდებელ~ რესპუბლიკებს შორის აფხაზეთი არ მოიხსენიება; მისი დაფინანსება ხდებოდა არა მოსკოვიდან, არამედ საქართველოს მთავრობის მიერ; საქართველოს რევოლუციური კომიტეტი, შინაგან საქმეთა სამინისტრო სოხუმში აგზავნიდნენ თავიანთ განკარგულებებს “ცნობად და სახელმძღვანელოდ”, “სისწორით შესასრულებლად” და ა.შ. 1921წ. 5 ივლისს კავბიურომ მიიღო გადაწყვეტილება გაწეულ იქნას პარტიული მუშაობა “იმ მიმართულებით, რომ აფხაზეთი ავტონომიური რესპუბლიკის სახით შევიდეს საქართველოს შემადგენლობაში”. 1921წ. 23 ივლისს აფხაზეთის პასუხისმგებელ მუშაკთა თათბირმა ნ. ლაკობას მოხსენების საფუძველზე მიიღო დადგენილება საბჭოთა აფხაზეთის საბჭოთა საქართველოსთან ფედერირების შესახებ `მისი ეთნოგრაფიული, ისტორიული და ყოფითი პირობების გამო.~ ამიერკავკასიის ფორმალურად დამოუკიდებელი რესპუბლიკებისგან (საქართველო, აზერბაიჯანი, სომხეთი) განსხვავებით, აფხაზეთს არ ჰყავდა წარმომადგენლობა მოსკოვში. ეროვნებათა საქმის სახალხო კომისარი (მინისტრი) ი. სტალინი 1921 წლის 1 სექტემბერს სრულიად რუსეთის ცენტრალურ აღმასრულებელ კომიტეტს (საბჭოების ყრილობებს შორის პერიოდში უმაღლესი საკანონმდებლო ორგანო) აცნობებდა, რომ “აფხაზეთი არის დამოუკიდებელი საქართველოს ავტონომიური ნაწილი, ამის გამო დამოუკიდებელი წარმომადგენლობები რუსეთში არ ჰყავს და არც უნდა ჰყავდეს. ამიტომ კრედიტის მიღება რსფსრ-დან მას არ შეუძლია”. ასეთ კრედიტებს 1921წ. აფხაზეთი საქართველოს მთავრობისგან და რევოპლუციური კომიტეტისგან იღებდა, ვინაიდან მოსკოვში მას საქართველოს ნაწილად თვლიდნენ. 1921წ. 14 ნოემბერს აფხაზეთის ხელმძღვანელმა ე. ეშბამ დასვა საკითხი მაშინ ჩამოყალიბების პროცესში მყოფი ამიერკავკასიის ფედერაციის შემადგენლობაში აფაზეთის უშუალოდ შესვლის შესახებ. ამის პასუხად კავბიურომ ორ დღეში – 16 ნოემბერს დაადგინა: “წინადადება მიეცეს ამხანაგ ეშბას, წარმოადგინოს თავისი საბოლოო დასკვნა სახელშეკრულებო საწყისებზე აფხაზეთის საქართველოს ფედერაციის შემადგენლობაში ან ავტონომიური ოლქის საწყისებზე რსფსრ-ში შესვლის შესახებ”. ამრიგად, საბჭოთა სტანდარტების მიხედვით, აფხაზეთს შეეძლო პრეტენზია ჰქონოდა არა საბჭოთა სოციალისტური რესპუბლიკის ან თუნდაც ავტონომიური რესპუბლიკის, არამედ მხოლოდ და მხოლოდ ავტონომიური ოლქის სტატუსზე. მაგრამ საქართველოს შემადგენლობაში მას უნდა მიეღო საბჭოთა სოციალისტური რესპუბლიკის სტატუსი, რათა თავისუფლებისმოყვარე საქართველოზე ზეწოლის მძლავრი ბერკეტი გამხდარიყო.
1921წ. 16 დეკემბერს საქართველოსა და აფხაზეთს შორის, “ღრმა საერთო ეროვნული კავშირებიდან გამომდინარე”, გაფორმდა ხელშეკრულება სამხედრო, პოლიტიკური და საფინანსო-ეკონომიკური კავშირის დამყარების შესახებ. ხელშეკრულება ითვალისწინებდა ასევე “ყველა სამხარეო გაერთიანებაში, კერძოდ, ამიერკავკასიის რესპუბლიკების ფედერაციაში აფხაზეთის შესვლას საქართველოს მეშვეობით” და არა უშუალოდ. აქედან კარგად ჩანს, რომ 1921წ. 16 დეკემბრის ხელშეკრულებით ორი თანასწორუფლებიანი რესპუბლიკის გაერთიანება კი არ მოხდა, არამედ ერთი რესპუბლიკა (აფხაზეთი) შევიდა მეორის (საქართველოს) შემადგენლობაში. შემდგომ წლებში, როცა “არჩევითი” საბჭოთა ორგანოები ჩამოყალიბდნენ, ეს ფაქტი კონსტიტუციურადაც გაფორმდა. საქართველოს მუშათა, გლეხთა და წითელარმიელთა დეპუტატების საბჭოების I ყრილობამ 1922წ. 28 თებერვალს დაამტკიცა რესპუბლიკის კონსტიტუცია, რომლის I თავის I პუნქტში ნათქვამია: “საქართველოს სოციალისტურ საბჭოთა რესპუბლიკაში თავისუფალი თვითგამორკვევის საფუძველზე შედიან: აჭარის ავტონომიური სოციალისტური საბჭოთა რესპუბლიკა, სამხრეთ ოსეთის ავტონომიური ოლქი და აფხაზეთის სოციალისტური საბჭოთა რესპუბლიკა; უკანასკნელი უკავშირდება საქართველოს სოციალისტურ საბჭოთა რესპუბლიკას – ამ რესპუბლიკათა შორის დადებულ, განსაკუთრებულ საკავშირო ხელშეკრულების საფუძველზე”.
XX ს. 20-იან წლებში ფაქტობრივად და იურიდიულად აფხაზეთი წარმოადგენდა ავტონომიურ რესპუბლიკას, ამიტომ ის არ იყო ამიერკავკასიის ფედერაციის, მით უმეტეს, 1922წ. შექმნილი საბჭოთა კავშირის სუბიექტი. ამიერკავკასიის ფედერაციის ხელმძღვანელმა ს. ორჯონიკიძემ, რომელმაც მისცა თანხმობა აფხაზეთის სოციალისტური საბჭოთა რესპუბლიკის გამოცხადებაზე, აფხაზეთის საბჭოების II ყრილობაზე 1923წ. 21 დეკემბერს განაცხადა: “აფხაზებმა უნდა იცოდნენ, რომ აფხაზეთი ავტონომიური რესპუბლიკაა და თანასწორუფლებიანია ჩვენს კავშირში”. საბჭოთა იმპერიის ძირითადი კანონის – სსრ კავშირის პირველი კონსტიტუციის (1924წ.) მიხედვით, აფხაზეთს ავტონომიური რესპუბლიკის სტატუსი ჰქონდა. მასში ნათქვამია: “აჭარისა და აფხაზეთის ავტონომიური რესპუბლიკები, სამხრეთ ოსეთის, მთიანი ყარაბახისა და ნახიჭევანის ავტონომიური ოლქები ეროვნებათა საბჭოში თითო წარმომადგენელს აგზავნიან” (თავი IV, პ. 15). ამრიგად, რაც არ უნდა ამტკიცოს სეპარატისტულმა ისტორიოგრაფიამ, რაც არ უნდა განაცხადონ აფხაზეთის ისტორიის ფალსიფიკაციითა და საერთაშორისო საზოგადოებრიობის შეცდომაში შეყვანით ძალიან დაკავებულმა რუსეთის ამჟამინდელმა ხელმძღვანელებმა, ფაქტი რჩება ფაქტად: 1924-1936 წლებში მოქმედი სსრ კავშირის პირველი კონსტიტუციის მიხედვით, აფხაზეთს ავტონომიური რესპუბლიკის სტატუსი ჰქონდა და ქვეყნის უმაღლეს საკანონმდებლო ორგანოში არასახელმწიფოებრივი წარმონაქმნების – ავტონომიური ოლქების დონეზე (1 დეპუტატი ეროვნებათა საბჭოში) იყო წარმოდგენილი.
საქართველოსა და აფხაზეთის კონსტიტუციებში აფხაზეთი მაინც მოხსენიებული იყო სახელშეკრულებო საბჭოთა სოციალისტურ რესპუბლიკად. სეპარატისტები ხშირად იშველიებენ აფხაზეთის 1925წლის კონსტიტუციას. სამართლებრივი თვალსაზრისით, ასეთი კონსტიტუცია არც არსებობდა. საქმე იმაში მდგომარეობს, რომ აფხაზეთის საბჭოების III ყრილობის მიერ 1925წ. 1 აპრილს ყოველგვარი განხილვის გარეშე მიღებული კონსტიტუცია, რომელიც წინააღმდეგობაში მოდიოდა სსსრ კავშირის, ამიერკვაკასიის ფედერაციისა და საქართველოს კონსტიტუციებთან, არ გამოქვეყნებულ და, შესაბამისად, ძალაში არ შესულა. უფრო მეტიც, “აფხაზეთის საბჭოების III ყრილობის ბიულეტენში” (სოხუმი, 1925) გამოქვეყნებული ინფორმაციით, ყრილობამ დაადგინა, დასრულდეს მუშაობა აფხაზეთის კონსტიტუციის პროექტზე, იგი მოყვანილ იქნას ამიერკავკასიისა და საქართველოს კონსტიტუციებთან შესაბამისობაში. რას წარმოადგენდა მაინც 1925 წლის კონსტიტუცია თუ კონსტიტუციის პროექტი? ის ძირითადად იმეორებდა საქართველოს კონსტიტუციას და აფხაზეთს სუვერენულ სახელმწიფოდ აცხადებდა. საქართველოსთან ურთიერთობა დაფიქსირებული იყო III თავის IV პუნქტში: `აფხაზეთის სსრ, გაერთიანდა რა განსაკუთრებული სამოკავშირეო ხელშეკრულების საფუძველზე საქართველოს სსრ_თან, მისი მეშვეობით შედის ამიერკავკასიის სოციალისტური ფედერაციული საბჭოთა რესპუბლიკის შემადგენლობაში და ამ უკანასკნელის მეშვეობით – საბჭოთა სოციალისტური რესპუბლიკების კავშირში. II თავის V პუნქტში ნათქვამი იყო, რომ აფხაზეთი როგორც სუვერენული სახელმწიფო თითქოს ინარჩუნებდა როგორც ამიერკავკასიის ფედერაციიდან, ისე საბჭოთა კავშირიდან თავისუფალი გასვლის უფლებას. რადგანაც აფხაზეთი სინამდვილეში არ იყო სუვერენული სახელმწიფო, ამიერკავკასიის ფედერაციისა და სსრ კავშირის შემადგენლობაში უშუალოდ არ შედიოდა, მას არანაირად არ შეეძლო მათი შემადგელობიდან გასვლა. ამ “კონსტიტიციური სისულელის” (ნ. ლაკობა) და ზემდგომ კონსტიტუციებთან ზოგიერთი სხვა შეუსაბამობის გამო, ამიერკავკასიის ფედერაციისა და საქართველოს სახელისუფლებო ორგანოებმა გადაწყვიტეს 1925წ. 1 აპრილის დოკუმენტის აფხაზეთის კონსტიტუციის პროექტად გამოცხადება და მისი გადამუშავება. ინტერესმოკლებული არ იქნება იმის აღნიშვნა, რომ 1925 წლის “კონსტიტუციაში”, რომელიც აფხაზეთს ამიერკავკასიის ფედერაციიდან და სსრ კავშირიდან ვითომ თავსუფალი გასვლის უფლებას ანიჭებდა, არ იყო ჩადებული აფხაზეთის საქართველოს შემადგენლობიდან გასვლის ან მასთან დადებული სამოკავშირეო ხელშეკრულების დენონსირების უფლება.
აფხაზეთის კონსტიტუციის პროექტის გადამუშავება 1926 წ. დასრულდა. საქართველოსა და აფხაზეთის კონსტიტუციებში შევიდა საერთო თავი, როემლიც არეგულირებდა ურთიერთიერთობებს საქართველოსა და აფხაზეთს შორის. ორივე კონსტიტუციაში დაფიქსირდა, რომ “აფხაზეთი განსაკუთრებული ხელშეკრულების ძალით შედის საქართველოს სოციალისტურ საბჭოთა რესპუბლიკაში და მისი მეშვეობით ამიერკავკასიის სოციალისტურ საბჭოთა რესპუბლიკაში”. ისინი მკაფიოდ მიჯნავდნენ უფლებამოსილებას თბილისსა და სოხუმს შორის. აფხაზეთის შინაგან საქმეთა, იუსტიციის, განათლების, ჯანდაცვის, მიწათმოქმედებისა და სოციალური უზრუნველყოფის სახალხო კომისარიეტები (სამინისტროები) საქართველოს შესაბამისი კომისარიატებისაგან დამოუკიდებლად მოქმედებდნენ, თუმცა ვალდებული იყვნენ მათი მუშაობის შესახებ ერთმანეთისთვის ინფორმაცია მიეწოდებინათ. აფხაზეთის სახალხო მეურნეობის საბჭო ემორჩიელბოდა როგორც აფხაზეთის მთავრობას, ისე საქართველოს სახალხო მეურნეობის საბჭოს. ფინანსთა, შრომის და მუშათა და გლეხთა ინსპექციის სახალხო კომისარიატების რწმუნებულები საქართველოს კომისარიატების ორგანოებს წარმოადგენდნენ, თუმცა ვალდებული იყვნენ ანგარიში აფხაზეთის მთავრობისთვისაც წარედგინათ.
1931 წლის 11 თებერვალს, სსრ კავშირის მოქმედი კონსტიტუციის შესაბამისად, აფხაზეთის საბჭოების VI ყრილობამ აფხაზეთის სსრ-ს სახელი გადაარქვა და აფხაზეთის ავტონომიური საბჭოთა სოციალისტური რესპუბლიკა (აფხაზეთის ასსრ) უწოდა. როგორც 1931 წლამდე, ისე სახელის გადარქმევის შემდეგაც აფხაზეთი იყო და დარჩა საქართველოს შემადგენლობაში, თანაც 1926 წლის კონსტიტუციით განსაზრვრული უფლებამოსილებებ უცვლელი დარჩა. ამიტომ ყოველგვარი საუბრები ი. სტალინის მიერ `დამოუკიდებელი~ აფხაზეთის საქართველოს შემადგენლობაში გადაცემის შესახებ საფუძველს მოკლებულია. ეს ყველაფერი ისტორიის ფალსიფიკატორთა მორიგი მონაგონია.
XXს. 30-იან წლებში საბჭოთა იმპერიაში მიმდინარეობდა ძალაუფლების ცენტრალიზაციისა და უნიტარიზაციის პროცესი. ამ პროცესის ფარგლებში 1935წ. 7 იანვარს აფხაზეთის საბჭოების VII ყრილობის გადაწყვეტილებით დამტკიცდა აფხაზეთის კონსტიტუციის ახალი რედაქცია, რომლის მიხედვითაც ავტონომიური რესპუბლიკის ყველა კომისარიატი საქართველოს შესაბამის კომისარიატებს ექვემდებარებოდა (მუხლი 42). საბჭოთა კავშირის უნიტარიზაციისა და მართვის ტოტალიტარული სისტემის ჩამოყალიბების პროცესი 1936წ. 5 დეკემბერს ე.წ. სტალინური კონსტიტუციის მიღებით დასრულდა, რომელსაც მოჰყვა უნიფიცირებული კონსტიტუციების მიღება მოკავშირე და ავტონომიურ რესპუბლიკებში, მათ შორის საქართველოში (1937წ. 13 თებერვალი) და აფხაზეთში (1937წ. 2 აგვისტო). ამ კონსტიტუციების მიხედვით, სახელმწიფოებრივი ცხოვრების არც ერთი სფერო მოკავშირე და ავტონომიური რესპუბლიკების გამგებლობაში არ რჩებოდა.
საბჭოთა სოციალისტური სისტემის გენეზისი და აფხაზეთში სოციალიზმის მშნებლობის პროცესი (ინდუსტრუალიზაცია, კოლექტივიზაცია, კულტურული რევოლუცია, ახალი სოციალისტური მმართველობითი და გამანაწილებელი სისტემის ფორმირება, კომუნისტური ორიენტაციის ინტელექტუალური ელიტის ჩამოყალიბება და ა.შ.) მიმდინარეობდა საერთოიმპერიული კანონზომიერებისა და საერთო-საკავშირო გენერალური მიმართულებების ფარგლებში ადგილებზე ზედმეტი “თვითშემოქმედების” გარეშე. ამ თვალთახედვით უნდა შეფასდეს XXს. 30-იანი წლების პოლიტიკური რეპრესიები აფხაზეთში, 1938წ. დასრულებული დამწერლობის რეფორმა ავტონომიურ რესპუბლიკაში (ლათინური გრაფიკის ქართული გრაფიკით შეცვლა), 1945-46 სასწავლო წლიდან განხორციელებული სასკოლო რეფორმა (“აფხაზურ სკოლებში” სწავლების რუსული ენიდან ქართულზე გადაყვანა აფხაზური ენის სწავლების შენარჩუნებით), მიწისძვრით დაზარალებული მეზობელი რაიონებიდან მოსახლეობის ნაწილის აფხაზეთში ჩამოსახლება (მათმა გარკვეულმა ნაწილმა ასიმილაცია განიცადა და ამჟამად აფხაზურ ეროვნებას მიეკუთვნება). პოლიტიკური რეპრესიები, როგორც ცნობილია, საერთოსაკავშირო “ღონისძიებას” წარმოადგენდა. ავტონომიებში დამწერლობათა გადაყვანა მოკავშირე რესპუბლიკების გრაფიკაზე, აგრეთვე სწავლების გადაყვანა მოკავშირე რესპუბლიკების სახელმწიფო ენაზე, ხელისუფელბის ცენტრალური ორგანოების დირექტივების შესაბამისად, მთელს საბჭოთა კავშირში მიმდინარეობდა. ამიტომ უფრო სამართლიანი და სასარგებლო იქნება თუ სეპარატისტები თავიანთ პრეტენზიებს წაუყენებენ არა ვითომ აფხაზთა გადაგვარების მზაკვრული გეგმის მქონე ქართველებს, არამედ იმპერიას, რომელიც დღესაც წარმატებით აგრძელებს აფსუა ხალხის ასიმილაციას. მეზობელი რაიონებიდან ადამიანების ჩამოსახლება, რომლებმაც დიდი წვლილი შეიტანეს აფხაზეთის ეკონომიკურ და კულტურულ განვითარებაში, ასევე მოსკოვის დირექტივებით ხორციელდებოდა.
“დათბობის” პოსტსტალინისტური პერიოდი საქართველოში აღინიშნა ანტიქართული გამოხდომების თანხლებით მიმდინარე სტალინის პიროვნების კულტის კრიტიკასთან დაკავშირებით ქ. თბილისში მოწყობილი მშვიდობიანი ახალგაზრდული მანიფესტაციის რუსი ჯარისკაცების მიერ მასობრივი და უმოწყალო დახვრეტით. მანიფესტაციაზე დრო და დრო გაისმოდა მოწოდებები საქართველოს დამოუკიდებლობის აღდგენის შესახებაც. იმ პერიოდში რესპუბლიკაში მოქმედებდნენ საქართველოს თავისუფლებისათვის მებრძოლი იატაკქვეშა ახალგაზრდული ორგანიზაციები (ზვიად გამსახურდია, მერაბ კოსტავა და სხვ.). კრემლმა გააძლიერა ზეწოლა თბილისზე, დაადანაშაულა რა რესპუბლიკური პარტიული ორგანიზაცია შოვინიზმის გამოვლინებაში, აფხაზების, ოსებისა და სომხების ასიმილაციის მცდელობაში (იხ. სსრ კავშირის კომპარტიის ცენტრალური კომიტეტის პრეზიდიუმის 1956წ. 10 ივლისის დადგენილება). ეს ბრალდება გახდა თავისებური ნიშანი სეპარატისტებისთვის. ეჭვსგარეშეა, რომ აფხაზეთში სწორედ კრემლმა ერთი ხელით მოახდინა 1957, 1967 და 1977 წლების ანტიქართული გამოსვლების პროვოცირება, თუმცა საბაბად ერთ შემთხვევაში გამოიყენეს სეპარატისტებისთვის მიუღებელი ისტორიული შრომების გამოცემა თბილისში (1957 და 1967წწ.), სხვა შემთხვევაში – საქართველოსა და აფხაზეთის ახალი კონსტიტუციების მიღება (1977წ.); მეორე ხელით კრემლი ყოველთვის ცდილობდა კონფლიქტების ისეთნაირად “მოგვარებას” (განსაკუთრებით სეპარატისტთა სასარგებლო საკადრო გადაადგილებების განხორციელებით), რათა შექმნილიყო უფრო ხელსაყრელი ნიადაგი შემდგომში საჭირო დროს ახალი მასშტაბური გამოსვლებისთვის. ასეთი დრო XXს. 80-იანი წლების ბოლოს დადგა, როცა ეროვნულ-გამანთავისუფლებელმა მოძრაობებმა ძირფესვიანად შეარყიეს საბჭოთა იმპერია, თავისუფლებისთვის ბრძოლის ავანგარდში, სხვა რესპუბლიკებთან ერთად, საქართველოც გამოდიოდა. დემორალიზებული და დეზორგანიზებული კრემლი შეეცადა, მაგრამ ვერ მახერხა მისთვის სასარგებლო შედეგების მიღწევა 1989წ. 9 აპრილს თბილისში მშვიდობიანი მიტინგის დახვრეტის შემდეგ. შედეგი სრულიად საპირისპირო გამოდგა. ბევრი ვერაფერი მისცეს იმპერიულ ცენტრს ანტიქართულმა გამოსვლებმა აფხაზეთში 1989წ. ივლისში. კრემლის ხრიკების მიუხედავად, საქართველო ნაბიჯ-ნაბიჯ მიიწევდა დამოუკიდებლობისკენ. 1990წ. 28 ოქტომბერს გამართულ მრავალპარტიულ დემოკრატიულ არჩევნებში ეროვნულ-გამანთავისუფლებელმა მოძრაობამ გაიმარჯვა, რასაც საქართველოში საბჭოთა ხელისუფლების ლიკვიდაცია მოჰყვა. რესპუბლიკამ არ მიიღო მონაწილეობა სსრ კავშირის შენარჩუნების თაობაზე 1991 წლის 17 მარტს საკავშირო რეფერენდუმში. აფხაზეთში იგი სერიოზული დარღვევებით ჩატარდა. სასურველი შედეგის მისაღებად, გალის რაიონი, სადაც აფხაზეთის მოსახლეობის 20% ცხოვრობდა (დიდი უმრავლესობა ქართველები), მოსკოვის მითითებით, არჩევნებიდან მოხსნეს საარჩევნო უბნების ვითომ “მოუმზადებლობის” მოგონილი საბაბით. გარდა ამისა, აფხაზურ საარჩევნო უბნებში სსრ კავშირის შენარჩუნების მომხრეთა ხმების რაოდენობამ კურიოზული მაჩვენებელი შეადგინა – ამომრჩეველთა საერთო რაოდენობის 120% (?!). ამ გზით სეპარატისტებმა ძლივს დააფიქსირეს 50 პროცენტზე ოდნავ მეტი, მაგრამ ყველასათვის ნათელი გახდა, რომ სსრ კავშირის შენარჩუნებისადმი მიძღვნილი რეფერენდუმი აფხაზეთში ჩაიშალა. იმავდროულად, 1991წ. 31 მარტს აფხაზეთში დიდი წარმატებით ჩატარდა სხვა რეფერენდუმი საქართველოს სახელმწიფოებრივი დამოუკიდებლობის აღდგენის შესახებ. აფხაზეთის მაშინდელმა ხელმძღვანელობამ ვ. არძინბას მეთაურობით გადაწყვიტა თვითონ არ მიიღოს მონაწილეობა რეფერენდუმში, მაგრამ ხელი არ შეუშალოს ავტონომიურ რესპუბლიკაში მის ჩატარებას. იმ კონკრეტულ ვითარებაში ეს იყო გონივრული გადაწყვეტილება. პოლიტიკური და საზოგადოებრივი ორგანიზაციების ბლოკი `სოიუზი~ (სსრ კავშირის მომხრეები) რეფერენდუმში არ მონაწილეობდა. მიუხედავად ამისა, 1991წ. 31 მარტის რეფერენდუმში ამომრჩეველთა საერთო რაოდენობის (347175 კაცი) 61,27% მონაწილეობდა, ანუ ბევრად მეტი, ვიდრე ქართული მოსახლეობა (45%). რეფერენდუმში მონაწილეთა 97,73% (ანუ ამომრჩეველთა საერთო რაოდენობის თითქმის 60%) ხმა მისცა საქართველოს სახელმწიფოებრივი დამოუკიდებლობის აღდგენას (დამოუკიდებლობის აღდგენა 1991წ. 9 აპრილს გამოცხადდა). ანალოგიურ ვითარებაში ჩატარდა და დაახლოებით იგივე მაჩვენებლებით დასრულდა საქართველოს პირველი პრეზიდენტის არჩევნები აფხაზეთის ტერიტორიაზე (1991წ. 26 მაისი).
აფხაზეთთან მიმართებაში საქართველოს მაშინდელი ხელმძღვანელობის საგანგებოდ ფრთხილი, მშვიდობიანი და კომპრომისული პოლიტიკის დემონსტრირება კიდევ ერთხელ მოხდა 1991წ. ზაფხულში, როდესაც ქართულ და აფხაზურ მხარეთა საერთო ძალისხმევით შემუშავდა აფხაზეთის უმაღლესი საბჭოს არჩევნების ახალი კანონი, შევიდა ცვლილებები ავტონომიური რესპუბლიკის კონსტიტუციაში. უმაღლესი საბჭოს 65 მანდატი ეთნიკური პრინციპით ჩამოყალიბებულ ერთმანდატიან ოლქებში გადანაწილდა. აფხაზებს 28 მანდატი ერგოთ, ქართველებს – 26, სხვა ეროვნებებს – 11. მანდატები ისეთნაირად გადანაწილდა, რომ არც ერთ მხარეს არ შეეძლო კვალიფიციური უმრავლესობის მოპოვება და ცალმხრივად კონსტიტუციური, მათ შორის ავტონომიური რესპუბლიკის სტატუსთან დაკავშირებული საკითხების გადაწყვეტა. ქართველთა და აფხაზთა შეთანხმების გარეშე შეუძლებელი იყო არა მხოლოდ სტატუსის საკითხის ლეგიტიმური გადაწყვეტა, არამედ მთავრობის დანიშვნაც კი, ვინაიდან მინისტრის დამტკიცებას ასევე კვალიფიციური უმრავლესობა სჭირდებოდა.
ეთნიკური ნიშნის მიხედვით გადანაწილდა როგორც მანდატები უმაღლეს საბჭოში, ისე მთავარი თანამდებობებიც. კერძოდ, უმაღლესი საბჭოს თავმჯდომარედ აფხაზი უნდა არჩეულიყო, მის პირველ მოადგილედ-ქართველი; აფხაზეთის მთავრობის თავმჯდომარედ ქართველი ინიშნებოდა, პირველ მოადგილედ – აფხაზი. განხორციელდა სხვა მნიშვნელოვანი კონსტიტუციური ცვლილებებიც. მაგალითად, აფხაზეთის კონსტიტუციაში ტერმინი “საქართველოს სსრ” შიცვალა ტერმინით “საქართველოს რესპუბლიკა”. ეს იყო სერიოზული კომპრომისი, ვინაიდან აფხაზეთი კონსტიტუციურად ადასტურებდა, რომ ის ადრე იყო საქართველოს სსრ ნაწილი, მაგრამ ამიერიდან დამოუკიდებლობა გამოცხადებული საქართველოს რესპუბლიკის შემადგენლობაშია. იმისათვის, რათა სათანადოდ შეფასდეს ამ კონსტიტუციური ცვლილების მნიშვნელობა, საჭიროა გავიხსენოთ სეპარატისტთა მიერ ატაცებული კრემლის უცნაური ინსტრუქცია იმის თაობაზე, რომ აფხაზეთი, მისი კონსტიტუციის მიხედვით, სსრ კავშირის შემადგენლობაში შემავალი საქართველოს სსრ ნაწილს წარმოადგენდა და არა საქართველოს რესპუბლიკის. განხორცილებული ცვლილებით, მსგავს ინსინუაციებს ბოლო მოეღო. აფხაზეთის კონსტიტუციაში შევიდა ასევე დამატება, რომ კანონი აფხაზეთის პოლიტიკურ-სამართლებრივი სტატუსის შესახებ ძალაში შედიოდა საქართველოსა და აფხაზეთის უმაღლესი საბჭოების მიერ მისი დამტკიცების შემდეგ (მუხლი 98).
თამამად შეიძლება ითქვას, რომ აფხაზეთის მიმართ საქართველოს მთავრობის სამშვიდობო პოლიტიკამ გაიმარჯვა, თანაც გაიმარჯვა ორივე მხარემ. ყველაფრიდან ჩანდა, რომ კრემლი ძლიერ იყო შეშფოთებული დამოუკიდებლობისკენ საქართველოს დამაჯერებელი მოძრაობით, 1991 წლის 17 და 31 მარტის რეფერენდუმების, 26 მაისის საპრეზიდენტო არჩევნების შედეგებით, მოსკოვის მედიატორული როლის გარეშე თბილისის მიერ აფხაზეთთან ურთიერთობის დარეგულირებით. კრემლში გადაწყვიტეს, რომ ამ პროცესის შესაჩერებლად საქართველოს პირველი პრეზიდენტის ძალადობის გზით დამხობა და აფხაზეთში ომის გაჩაღება იყო საჭირო. ასსრ კავშირის დაშლის შემდეგ რუსეთის ხელმძღვანელობამ, რომელიც მანამდე საკავშირო ცენტრთან ძალაუფლებისათვის ბრძოლით იყო დაკავებული, საქართველოსთვისაც მოიცალა. ამ უკანასკნელმა – თანაც უარი თქვა მაშინ ჯერ სუვერენულ სახელმწიფოთა კავშირში, შემდეგ კი ახლადდაფუძნებულ დამოუკიდებელ სახელმწიფოთა თანამეგობრობაში (დსთ) გაწევრიანებაზე. ახალ ვითარებაში, როდესაც 1991-1992 წლების მიჯნაზე საქართველოში ძალადობრივი სახელმწიფო გადატრიალება განხორციელდა, ე. შევარდნაძის მეთაურობით სახელმწიფო საბჭოს სახით დროებითი არალეგიტიმური ხელისუფლება შეიქმნა, სამოქალაქო დაპირისპირებად წოდებული რუსეთ-საქართველოს გაჩაღდა ომი, აფხაზეთის სეპარატისტული ძალები მეტისმეტად გააქტიურდნენ. მოსკოვის წაქეზებითა და საკუთარი კონსტიტუციის დარღვევით, აფხაზეთის ხელმძღვანელობა იღებდა ცალმხრივ გადაწყვეტილებებს და იარაღის ჟღარუნით იყო დაკავებული. 1992წ. 23 ივლისს აფხაზეთის უმაღლესმა საბჭომ კვალიფიციური უმრავლესობის გარეშე მიიღო გადაწყვეტილება მოქმედი კონსტიტუციის გაუქმებისა და 1925წლის მკვდრადშობილი კონსტიტუციის (რომლის შესახებ ზემოთ იყო საუბარი) აღდგენის შესახებ. ამ გადაწყვეტილებამ დააჩქარა უმაღლესი საბჭოს საბოლოო განხეთქილების ადრე დაწყებული პროცესი და, საბოლოო ჯამში, საქმე ომამდე მივიდა. დღეს ეჭვგარეშეა, რომ სახელმწიფო გადატრიალება საქართველოში და ომი აფხაზეთში წარმოადგენდნენ ერთი ჯაჭვის რგოლებს, ერთიც და მეორეც - ქართული სახელმწიფოს დასუსტების, მისი დანაწევრებისა და ახალი ფორმით რუსეთის იმპერიის წიაღში დაბრუნების საერთო გეგმის შემადგენელი ნაწილებია. ომი აფხაზეთში განხილული უნდა იყოს როგორც რუსეთ-საქართველოს 1991-1992 წლების უთანასწორო ომის გაგრძელება. მისი შედეგები, როგორც ცნობილია, კატასტროფული აღმოჩნდა აფხაზეთის მოსახლეობისთვის, მთლიანად სახელმწიფოსთვის. ორივე მხრიდან ათეულ ათასობით დაღუპულის გარდა, ავტონომიური რესპუბლიკა დატოვა მისი კანონიერი მოსახლეობის სამმა მეოთხედმა. დევნილებად იქცა თითქმის 300 ათასი ქართველი, 40 ათასამდე აფხაზი, ათასობით ბერძენი, ესტონელი, უკრაინელი, ებრაელი, რუსების ნაწილი და ა.შ. ომამდელი 535 ათასი კაციდან (მიმდინარე აღრიცხვის მონაცემები 1992 წლის იანვრისთვის) 1997 წლისთვის აფხაზეთში 145 989 ადამიანი დარჩა; ამრიგად, ავტონომიური რესპუბლიკის მოსახლეობა 388 075 კაცით – 72,7 პროცენტით, ანუ 3,7 ჯერ შემცირდა. სხვა ეთნიკურ ჯგუფებზე მეტად ქართული მოსახლეობა დაზარალდა. 1992წ. 1 იანვრისთვის მისი რაოდენობა 244 872 კაცს (მონაცემები აშკარად შემცირებულია) შეადგენდა, ეთნოწმენდის შემდეგ, 1997 წლისთვის – 43 442 კაცს. ამრიგად, ეთნიკური ქართველების რაოდენობა 201 430 კაცით – 82,2% ანუ 5,64 – ჯერ შემცირდა. აფხაზეთში დარჩენილ ქართულ მოსახლეობას ელემენტარული უფლებები არ გააჩნია და საქართველოსთან შემოერთებას უჭერენ მხარს. იმავე პერიოდში ეთნიკური აფხაზების რაოდენობა 94 767 კაციდან 53 993 კაცამდე შემცირდა. აფხაზეთში ცხოვრობენ ასევე საკმაოდ მრავალრიცხოვანი სოხუმური და რუსული თემები. საერთო ჯამში, აფხაზეთიდან დევნილი მოსახლეობა იქ დარჩენილებს 3,5-ჯერ აღემატება. ამიტომ ეუთომ რუსეთის მონაწილეობით სამჯერ აღიარა და დაგმო აფხაზეთში ჩატარებული ეთნოწმენდა (1994წლის 6 დეკემბერს ბუდაპეშტში, 1996წ. 3 დეკემბერს ლისაბონში და 1999 წლის 17-18 ნოემბერს სტამბულში).
ეთნიკური წმენდის შედეგების დაკანონებას ყველანაირად ხელს უწყობდა რუსული სამშვიდობო მისია, რომელიც 1994 წლიდან ხორციელდებოდა. რუსეთმა უკვე მოახდინა თავისი ე.წ. სამშვიდობო მისიის ნამდვილი მიზნების რეალიზაცია, როდესაც 2008წ. აგვისტოში დაიპყრო საქართველოს ტერიტორიების მნიშვნელოვანი ნაწილი და საერთაშორისო სამართლის ელემენტარული ნორმების უხეში დარღვევით აფხაზეთის “დამოუკიდებლობა” აღიარა (2008წ. 26 აგვისტო), რაც სინამდვილეში ამ ტერიტორიის ანექსიას, სხვადასხვა ეროვნების სინამდვილეში 400 ათასამდე დევნილის დასაღუპავად გაწირვას ნიშნავს. თავისი უკანონო, მაგრამ კარგად გათვლილი ნაბიჯით, რუსეთმა არაფრად ჩააგდო საერთაშორისო წესრიგი, რეალური საფრთხე შუქმნა პოსტსაბჭოთა ქვეყნების, მთელი ევროპის უშიშროებას, ამერიკის შეერთებული შტატებისა და მსოფლიოს წამყვანი ქვეყნების სტრატეგიულ ინტერესებს. საქართველოს დაცვაში განსაკუთრებული როლი ითამაშა ევროკავშირის, მისი მაშინდელი ხელმძღვანელის საფრანგეთის პრეზიდენტის ნიკოლა სარკოზის პრინციპულმა პოზიციამ. საქართველოს ტერიტორიულ მთლიანობას მხარს უჭერენ მთელი ცივილიზებული სამყარო, წამყვანი საერთაშორისო ორგანიზაციები, მათ შორის გაერო, ნატო, ევროკავშირი, ევროსაბჭო, ეუთო. ამ საკითხში რუსეთი პრაქტიკულად მარტო დარჩა, მას მხარი არ დაუჭირეს დსთ-ს წევრებმაც კი, მათ შორის უახლოესმა მოკავშირეებმა. შექმნილი ფეთქებადსაშიში მდგომარეობიდან გამოსვლისა და ჰუმანიტარული კატასტროფის თავიდან აცილებისთვის სჭიროა აფხაზეთიდან საოკუპაციო ძალების დაუყოვნებლივ გაყვანა, ნეიტრალური სახელმწიფოების მონაწილეობით სამშვიდობო პროცესის ინტერნაციონალიზაცია, დევნილებისა და იძულებით გადაადგილებული პირების საკუთარ სახლებში დაბრუნება. მხოლოდ ამის შემდეგაა შესაძლებელი კონფლიქტის სრულმასშტაბიანი და სამართლიანი მოგვარება, მათ შორის აფხაზეთის პოლიტიკური სტატუსის საკითხის გადაწყვეტა საერთაშორისო სამართლის, ისტორიისა და არსებული რეალიების გათვალისწინებით.
სეპარატისტებისა და რუსი აგრესორების მთავარ იარაღს წარმოადგენდა და წარმოადგენს ფიზიკური ძალადობა ეთნოწმენდის თანხლებით, უხეში სიცრუე ფალსიფიცირებული ისტორიის სახით, რაც ასევე სულიერი და იდეოლოგიური ძალადობის, კულტურული გენოციდის ერთ-ერთი ფორმაა. ვინაიდან საკუთარ პროპაგანდისტულ არსენალში კრემლს არ გააჩნია რამდენადმე დამაჯერებელი სამართლებრივი არგუმენტები ჩადენილი დანაშაულის, მათ შორის აფხაზეთის `აღიარების~ გამართლებისთვის, ის ცდილობს მსოფლიოს თავს მოახვიოს მის მიერვე შეთხზული ყალბი ისტორიული სტერეოტიპები, რათა საერთაშორისო თანამეგობრობის წინაშე “ისტორიული სამართლიანობის” ვითომ აღდგენისთვის მებრძოლის მანტიაში გამოწყობილი წარსდგეს.
შემოთავაზებული მოკლე ცნობა, რომელიც საკუთარ ძირძველ ტერიტორიაზე – აფხაზეთზე საქართველოს ისტორიულ უფლებას ადასტურებს, აფსუა-აფხაზებს სულაც არ ართმევს ამა თუ იმ სამართლიანი პოლიტიკური მოთხოვნის წამოყენების უფლებას. იმავდროულად, იგი სრულიად ცალსახად გვიჩვენებს საქართველოს წინააღმდეგ დღემდე მიმდინარე რუსული აგრესიის გამართლების მიზნით მოხმობილი იმ “ისტორიული არგუმენტების” უსაფუძვლობას, რომლებსაც უშუალოდ კრემლის მესვეურები (მათ შორის დ. მედვედევი, ვ. პუტუნი, ს. ლავროვი და სხვ.) უწევდნენ პროპაგანდას. ნამდვილი და არა მოგონილი ისტორია მთლიანად საქართველოს ტერიტორიული ერთიანობის მხარესაა.
შეადგინა ჯ. გამახარიამ. მოწონებულია აფხაზეთის ავტონომიური რესპუბლიკის უმაღლეს საბჭოსთან არსებული სამეცნიერო-საკონსულტაციო ჯგუფის მიერ.
«« Мая 2020 »» | 2020-05-25T20:08:17Z | http://scara.gov.ge/ru/-/2010-03-17-13-52-36/51-afkhazethis-mokle-istoriuli-cnoba.html |
[TEN PHOTO] 정재영 ‘치명적인 배우’ | 텐아시아
[TEN PHOTO] 정재영 ‘치명적인 배우’
Posted by 이승현 입력 : 2019/06/03 15:35:06
배우 정재영이 3일 오후 서울 상암동 MBC 골든마우스홀에서 열린 MBC 드라마 ‘검법남녀 시즌2’ 제작발표회에 참석해 인사말을 하고 있다.
Previous “인스턴트 제품은 혁명”…‘냉부해’ 여에스더X홍혜걸 부부, 반전 입맛 공개 | 2019-06-25T06:31:57Z | http://tenasia.hankyung.com/archives/1735311 |
Will fight 10 times harder now Rahul Gandhi says day after goodbye letter outside mumbai court jsp - मुंबई की अदालत में पेश हुए राहुल गांधी, बोले- आक्रमण हो रहा है, मजा आ रहा है, अब 10 गुना ताकत से लड़ूंगा - Jansatta
राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे के बाद कहा कि उनका हमला किया गया। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने इन हमलों का आनंद उठाया है।
जनसत्ता ऑनलाइन मुंबई | July 4, 2019 1:09 PM
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद गुरुवार (4 जुलाई) को राहुल गांधी मुंबई पहुंचे। वह मानहानि के एक मामले के तहत मुंबई की एक अदालत में पेश हुए थे। कोर्ट ने 15 हजार के मुचलके पर अग्रिम जमानत दे दी है। अदालत के बाहर राहुल गांधी ने कहा, ‘‘यह विचारधारा की लड़ाई है, जिसे मैं 10 गुना ताकत के साथ जारी रखूंगा।’’
मुंबई कोर्ट के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘‘इस्तीफा देने के बाद मुझ पर हमले किए गए, लेकिन मैं इन हमलों का आनंद उठा रहा हूं। मैं गरीबों और किसानों के साथ हूं। यह लड़ाई (बीजेपी के साथ) जारी रहेगी। आक्रमण हो रहा है, मजा आ रहा है।’’ इस दौरान राहुल गांधी ने बुधवार को दिए इस्तीफे पर कहा कि मुझे जो कहना था, वह मैं 4 पेज के त्याग-पत्र में कह चुका हूं।
बता दें कि गौरी लंकेश की हत्या को आरएसएस की विचारधारा से जोड़ने के आरोप में राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज हुआ था। इस मामले में पेशी के लिए राहुल गुरुवार को मुंबई पहुंचे थे। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष पद से इस्तीफे की सार्वजनिक घोषणा की थी। इस दौरान उन्होंने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के लिए खुद को जिम्मेदार माना था।
अपने 4 पेज के त्याग-पत्र में राहुल गांधी ने कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) से पार्टी के लिए नया अध्यक्ष ढूंढने का अनुरोध किया था। बता दें कि 23 मई को लोकसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के 2 दिन बाद 25 मई को राहुल गांधी ने पार्टी का अध्यक्ष पद छोड़ने का फैसला किया था। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने 52 सीटों पर जीत दर्ज की थी।
राहुल गांधी ने अपने इस्तीफे में लिखा था, ‘‘देशवासियों और कांग्रेस पार्टी ने मुझे काफी सम्मान व प्यार दिया, लेकिन प्रधानमंत्री व आरएसएस के खिलाफ लड़ाई में मैं अकेला खड़ा रहा। कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष होने के नाते मैं लोकसभा चुनाव 2019 में हार की जिम्मेदारी लेता हूं। पार्टी के भविष्य के लिए जवाबदेही महत्वपूर्ण है।’’ | 2019-08-18T08:39:34Z | https://www.jansatta.com/rajya/will-fight-10-times-harder-now-rahul-gandhi-says-day-after-goodbye-letter-outside-mumbai-court-jsp/1074390/ |
facebook founder visit india | இந்தியா வருகிறார்: ஃபேஸ்புக் நிறுவனர் மார்க் ஜூக்கர்பெர்க்
ஃபைனான்ஸ் செய்திகள் Advertisement Posted Date : 19:55 (01/10/2014) இந்தியா வருகிறார்: ஃபேஸ்புக் நிறுவனர் மார்க் ஜூக்கர்பெர்க்
உலகின் மிகப்பெரிய சமூக வலைதளமான பேஸ்புக்கின் நிறுவனர் மார்க் ஜுக்கர்பெர்க் இந்தியாவிற்குச் சுற்றுப்பயணம் வரத் திட்டமிட்டுள்ளார். வருகிற அக்டோம்பர் மாதம் 9 மற்றும் 10 தேதிகளில் இந்தியாவில் நடைபெறவுள்ள இணையம் சார்ந்த 'Internet.Org' என்ற கருத்தரங்கிற்கு வருகை தரும் இவர் பிரதமர் நரேந்திரமோடியைச் சந்திக்க உள்ளார். அதோடு மட்டுமில்லாமல் அமைச்சரவையில் உள்ள சில முக்கிய அமைச்சர்களையும் சந்திக்க உள்ளதாக கூறப்படுகிறது 'Internet.Org' என்ற திட்டம் மிகக்குறைந்த செலவில் உலகில் உள்ள மக்கள் அனைவருக்கும் இணையத்தைக் கொண்டு சேர்க்க முடியும் என்ற கருத்தை அடிப்படையாக வைத்து உருவாக்கப்பட்டுள்ளது. இந்த திட்டத்தை மக்களிடம் கொண்டு சேர்க்க உலகின் மிகப்பெரிய டெக் நிறுவனங்களான பேஸ்புக், எரிக்ஸன், மீடியாடெக், நோக்கியா, ஒபேரா, குவால்காம் மற்றும் சாம்சங் ஆகியவை இணைந்து பணியாற்றவுள்ளன. கடந்த ஜூலை மாதத்தில் பேஸ்புக்கின் தலைமை செயல் அதிகாரி சாண்ட்பெர்க் இந்தியா சுற்றுப்பயணம் வந்தார். அப்போது மோடியைச் ச்ந்தித்த அவர், தேர்தல் நேரத்தில் சமூக வலைத்தளங்களைச் சிறப்பாகப் பயன்படுத்தி வெற்றி கண்டதற்கும் , தற்சமயம் தொடர்ந்து அதில் செய்தி வெளியிட்டு வருவதற்கும் பாராட்டி வாழ்த்து தெரிவித்தார். அந்தச் சந்திப்பின்போது, அரசு நிர்வாகத்தில் பேஸ்புக்கின் பங்கு மற்றும் அரசின் திட்டங்களை மக்களுக்கு கொண்டு செல்வதற்கான சில திட்டங்கள் குறித்டு அவரிடம் தெரிவித்ததாகக் கூறப்படுகிறது. தற்போது இந்தியாவிற்கு வரும் மார்க் ஜுக்கர்பெர்க்கிடமும் இதனைப் பற்றி ஆலோசிப்பார் என்று தகவல்கள் தெரிவிக்கின்றன.
அமேசான் நிறுவனத்தின் சி.இ.ஓ ஜெஃப் பெசோஸ் மற்றும் மைக்ரோசாப்ட்டின் சத்ய நாதெள்ளா ஆகியோரை தொடர்ந்து இந்தியாவிற்கு வரும் மூன்றாவது மிகப்பெரிய நிறுவனத்தின் சி.இ.ஓ மார்க் ஜூக்கர்பெர்க் ஆவார்.
இந்தியா சமூக வலைத்தளங்கள் பயன்படுத்தப்படும் நாட்டில் மிக முக்கிய இடத்தில் உள்ளது. ஒரு பில்லியனிற்கும் அதிகமான பயனீட்டாளர்களைக் கொண்டு இருக்கும் இந்த வலைத்தளம் இந்தியாவில் மட்டும் 100 மில்லியனிற்கும் அதிகமான உறுப்பினர்களைக் கொண்டுள்ளது. அதிலும் 57% விழுக்காடு மக்கள் மொபைல் சாதனங்களில் இந்தத் தளத்தைப் பயன்படுத்துகிறார்கள் என்பது குறிப்பிடத்தக்கது. -மா.அ.மோகன் பிரபாகரன் View Comments | 2017-02-27T09:08:06Z | http://www.vikatan.com/personalfinance/article.php?aid=8455 |
India News: डोभाल ने कश्मीर के बारे में शाह को बताया, सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई - doval told shah about kashmir security situation reviewed | Navbharat Times
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doval told shah about kashmir security situation reviewed
नयी दिल्ली, 19 अगस्त (भाषा) राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने पांच अगस्त से प्रशासनिक पाबंदियों से गुजर रहे जम्मू कश्मीर की वर्तमान स्थिति के बारे में सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बताया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।कश्मीर घाटी से लौटने के बाद डोभाल की शाह के साथ यह पहली बैठक है। वह घाटी में दस दिनों तक रुके थे और वहां उन्होंने हालात पर व्यक्तिगत रूप से नजर रखा था। एक अधिकारी ने बताया कि एनएसए ने गृहमंत्री को जम्मू कश्मीर की संपूर्ण स्थिति के बारे में बताया। केंद्रीय गृह सचिव राजीव गौबा और अन्य शीर्ष अधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे, जिसमें राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाये गये कदमों की समीक्षा की गयी। अधिकारी के अनुसार जम्मू कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में लगायी गयी पाबंदियों से जुड़े मुद्दों पर भी बैठक में चर्चा हुई। जम्मू कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा प्रदान करने वाले अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को केंद्र द्वारा निरस्त करने और राज्य को दो केंद्रशासित प्रदेशों में बांटने के बाद से पांच अगस्त से संचार संपर्कों और लोगों की आवाजाही पर पाबंदी लगायी गयी है। हालांकि, जम्मू क्षेत्र और कश्मीर घाटी के कुछ क्षेत्रों में क्रमिक ढंग से पाबंदियां हटायी गयी हैं लेकिन कई हिस्सों में अब भी प्रतिबंध है।(यह आर्टिकल एजेंसी फीड से ऑटो-अपलोड हुआ है। इसे नवभारतटाइम्स.कॉम की टीम ने एडिट नहीं किया है।)
Web Title doval told shah about kashmir security situation reviewed(News in Hindi from Navbharat Times , TIL Network) | 2020-01-26T06:00:16Z | https://navbharattimes.indiatimes.com/india/doval-told-shah-about-kashmir-security-situation-reviewed/articleshow/70737827.cms |
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[get2] => 100657-რა-გავლენას-მოახდენს-11-აგვისტოს-მზის-დაბნელება-ზოდიაქოს-ნიშნებზე
2018, 4 აგვისტო, 14:40
ამ წელიწადს ბევრჯერ იყო მზისა თუ მთვარის დაბნელება. 11 აგვისტოსაც კიდევ ერთი მზის დაბნელება გველის, რომელიც ლომის ნიშანში მოხდება.
ამ დაბნელების ზეგავლენას ყველა იგრძნობს, თანაც აუცილებლად, დადებითი კუთხით. ბევრი ადამიანის ცხოვრებაში სასიკეთო ცვლილებები მოხდება. განსაკუთრებულ ზეგავლენას სამსახურზე, თვითრეალიზაციასა და პირად ცხოვრებაზე იქონიებს. ამ დღეს რასაც წამოიწყებთ, ის საქმე აუცილებლად კარგად დამთავრდება.
რამდენადაც მზის დაბნელება რეტროგრადული მერკურის პერიოდში ხდება, იმისთვის, რომ რაღაც ახალი წამოიწყოთ, აუცილებელია ძველი შეცვალოთ.
არის ალბათობა, რომ წარსულიდან რაღაც დაბრუნდეს, ეს პერიოდი ასევე საუკეთესოა ძველი პრობლემების მოსაგვარებლად. შეგიძლიათ გათავისუფლდეთ ყველაფრისგან, რაც გბორკავთ და ხელს გიშლით ახალი ცხოვრების დაწყებაში.
ახლა კი, მოდი, განვიხილოთ, თუ რა გავლენას მოახდენს კონკრეტულად ამა თუ იმ ზოდიაქოს ნიშნებზე მზის დაბნელება:
მზის დაბნელება ვერძის პირად ცხოვრებაზე აისახება. შესაძლებელია რომანტიკული შეხვედრა. ამასთან, ამ ნიშნის ადამიანებს შემოქმედებითი თვითრეალიზაციის მოთხოვნა გაუჩნდებათ, თუ ამ კუთხით ყველაფერი კარგად მოგვარდება, შესაძლებელია, ვერძებმა საქმიანობის სფეროც კი შეიცვალონ.
მზის დაბნელება ოჯახურ სფეროზე იმოქმედებს. შესაძლოა, ოჯახთან დაკავშირებით რაღაც ცვლილებებს ჰქონდეს ადგილი. კარგი პერიოდია რემონტისთვის, ან საცხოვრებლის შეცვლისთვის. ამავე პერიოდში კუროები შეძლებენ ოჯახური ურთიერთობების განმტკიცებასა და ახლობლებთან დამოკიდებულების გაუმჯობესებას.
ტყუპებსაც ცვლილებები ელით. განსაკუთრებით კი ეს მათ გარემოზე აისახება. ახალი შეხვედრები გელით, რომლებიც სამომავლოდ დიდ მნიშვნელობას შეიძენს. შესაძლოა ხანმოკლე მოგზაურობაც. ამ პერიოდში კარგია, თუ სწავლით და კვალიფიკაციის ამაღლებით დაკავდებით.
კიბოს ცვლილებები ელის ფინანსურ საკითხებში. სასიამოვნო იქნება თუ არა ეს ცვლილებები, იმაზეა დამოკიდებული, სწორად მოიქცევა კიბო თუ არა. შანსი გეძლევათ, თქვენი მატერიალური მდგომარეობა მოაწესრიგოთ, მოსალოდნელია სამსახურის შეცვლაც. ამ პერიოდში ძალიან აკურატული უნდა იყოთ ფულთან მიმართებაში. არ გააკეთოთ მსხვილი შენაძენები, უკეთესია, ფული გამოიზოგოთ. არის იმის ალბათობაც, რომ შემოსავლის ახალი წყაროც გაჩნდეს.
როგორც აღვნიშნეთ, მზის დაბნელება ლომის ნიშანში მოხდება. ეს კი იმას ნიშნავს, რომ ლომებს სხვებზე მეტად გაუღიმებთ ბედი. მოსალოდნელია დიდი ცხოვრებისეული ცვლილებები, თანაც სასიამოვნო. ერთადერთი, რაც ამ ნიშნის ადამიანებს მოეთხოვებათ, ისაა, გადახედონ თავის შეხედულებებს და უარი თქვან ქცევების ძველ მოდელზე.
ქალწულებმა საკუთარ თავსა და შინაგან სამყაროზე უნდა მოახდინონ კონცენტრირება. ეს პერიოდი ცხოვრების სულიერ სფეროში მიმდინარე ცვლილებებით აღინიშნება. ქალწულებმა ყურადღება უნდა მიაქციონ თავის სულიერ მდგომარეობას და საკუთარ გრძნობებში უნდა გაერკვნენ.
სასწორებისთვის ხელსაყრელი პეიოდია საკუთარი იდეებისთვის ხორცის შესახმელად. შესაძლოა შორსჭვრეტის უნარიც გაეხსნათ და ამ გზით გაარკვიონ, თუ რომელი იდეების განხორციელება ღირს და რომლისა, არა.
სასწორებსაც ცვლილება ელით თავის წრეში: შესაძლოა ახალი ნაცნობობა და წარსულთან კავშირის გაწყვეტა.
მორიელებს მზის დაბნელება ცვლილებებს უქადის სამსახურსა და კარიერაში. ისინი ახალ შეთავაზებებს მიიღებენ, რომელზეც უარს ვერ იტყვიან. ბევრი შეიცვლის სამსახურს და დაწინაურდებიან. თუმცა, ყველაფერი ადვილად როდი მოხდება, მორიელებს რაღაცეების შეცვლა და გარჯა მოუწევთ.
მშვილდოსანს მოგზაურობა და გადასვლები ელის, რომლებიც მის ცხოვრებაში ცვლილებებს მოიტანს. მათ, ცვლილებებთან ერთად, განახლებებიც ელლოდებათ. საზღვარგარეთ წამოწყებული საქმეები წარმატებით დაგვირგვინდება, შესაძლოა ნაცნობობა უცხოელებთან.
თხის რქებისთვის ეს კარგი პერიოდია ძველი პრობლემების მოსაგვარებლად და დაგროვილი დავალებების დასასრულებლად. თხის რქა ერთადერთი ნიშანია, რომლისთვისაც მზის დაბნელების პერიოდი მაინცდამაინც იოლად გადასატანი არ იქნება, ამიტომ მოთმინებით უნდა აღიჭურვონ. თუ ყველა გადაწყვეტილებას აწონ-დაწონიან და აკურატულად იმოქმედებენ, წარსულის უსიამოვნო შედეგებსაც ადვილად გაუმკლავდებიან.
თუ წინააღმდეგობებს გაუმკლავდებით, წინ დიდი წარმატება გელით.
მერწყულებს პირად ცხოვრებაში ცვლილებები ელით. შანსია, თქვენს მეორე ნახევარს შეხვდეთ, ხოლო თუ უკვე ხართ ურთიერთობაში, მაშინ შესაძლებლობა გაქვთ, თქვენს ურთიერთობაში შეიტანოთ ცვლილებები.
თევზებს ცვლილებები ელით სამსახურში. ჯანმრთელობის მხრივ, შესაძლოა ძველმა დაავადებებმა შეგახსენონ თავი, თუმცა, ამით შანსიც გეძლევათ, მათგან გათავისუფლდეთ. სამსახურში თევზები ძალიან ეფექტურები იქნებიან. შესაძლებლობა გაქვთ ძველ პრობლემებში გაერკვეთ და ყველაფერი დაალაგოთ -აზრებიც და გრძნობებიც.
მზის დაბნელება გავლენას ორი კვირით ადრე და დაბნელებიდან ორი კვირის შემდეგ ინარჩუნებს, შეგიძლიათ უკვე დაიწყოთ თქვენი ცხოვრების შეცვლა. ასტროლოგები გვარწმუნებენ, რომ აგვისტო ზოდიაქოს ყველა ნიშნისთვის კარგი პერიოდია.
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3 ნიშანი, რომელსაც 11 თებერვალს ბედი დაასაჩუქრებს | 2019-05-25T22:01:47Z | http://intermedia.ge/%E1%83%A1%E1%83%A2%E1%83%90%E1%83%A2%E1%83%98%E1%83%90/100657-%E1%83%A0%E1%83%90-%E1%83%92%E1%83%90%E1%83%95%E1%83%9A%E1%83%94%E1%83%9C%E1%83%90%E1%83%A1-%E1%83%9B%E1%83%9D%E1%83%90%E1%83%AE%E1%83%93%E1%83%94%E1%83%9C%E1%83%A1-11-%E1%83%90%E1%83%92%E1%83%95%E1%83%98%E1%83%A1%E1%83%A2%E1%83%9D%E1%83%A1-%E1%83%9B%E1%83%96%E1%83%98%E1%83%A1-%E1%83%93%E1%83%90%E1%83%91%E1%83%9C%E1%83%94%E1%83%9A%E1%83%94%E1%83%91%E1%83%90-%E1%83%96%E1%83%9D%E1%83%93%E1%83%98%E1%83%90%E1%83%A5%E1%83%9D%E1%83%A1-%E1%83%9C%E1%83%98%E1%83%A8%E1%83%9C%E1%83%94%E1%83%91%E1%83%96%E1%83%94/91/ |
2019 में लांच होगा Nokia का 5 कैमरे वाला सबसे सस्ता स्मार्टफोन - Kalam Times
2019 में लांच होगा Nokia का 5 कैमरे वाला सबसे सस्ता स्मार्टफोन
Tuesday, 25 Dec 2018 01:50:19 PM
इंटरनेट डेस्क। साल 2018 अब खत्म होने जा रहा है और नए साल के जश्न की तैयारियां शुरू हो गई है। लेकिन साल 2019 में कई ऐसे स्मार्टफोन लांच होने जा रहे हैं लेकिन इन फोनों की अभी से चर्चा शुरू होने लग गई है। साल 2018 में चीनी स्मार्टफोन ने पूरी दुनिया में जबरदस्त धूम मचा रखी थी। लेकिन नए साल में चीनी स्मार्टफोन को टक्कर देने के लिए Nokia ने अपना सबसे दमदार फोन लांच करने का प्लान बना लिया है। खबरों के अनुसार बताया जा रहा है की 2019 में Nokia अपना सबसे दमदार फोन लांच कर सकती है। इस फोन के लांच होने से पहले इस फोन से जुड़ी कुछ जानकारियां लीक हुई है जो इस फोन के बारे में थोड़ा बहुत बता रही है।
Nokia ने साल 2019 में अपना नया स्मार्टफोन Nokia 9 लांच कर सकती है और इस फोन में कंपनी ने पांच कैमरे देने का दावा किया है। इस स्मार्टफोन में रियर पैनल पर 5 कैमरे वाली कुछ तस्वीरें इंस्टाग्राम पर वायरल हो रही है। कंपनी ने अपने इस फोन में Zeiss लेंस के साथ एलईडी फ्लैश लाइट जैसी सुविधा भी देगी। इस फोन को कब तक लांच किया जाएगा इसके बारे में हमारे पास कोई जानकारी नहीं है। कंपनी अपने इस फोन में क्वॉल्कॉम स्नैपड्रैगन 855 जैसी सुविधा भी दे सकती है।
इस फोन में 6 इंच की डिस्पले के साथ 6GB रैम और 4,000mAh की दमदार बैटरी भी मिलेगी। कंपनी अपने नए फोन Nokia 9 नॉच न दे कर डिस्प्ले होल दे सकती है। इस फोन की कीमत के बारे में अभी तक कुछ नहीं बताया गया है लेकिन साल 2019 में यह फोन जबरदस्त धमाल मचाने वाला है। Rajasthan Tourism App - Welcomes to the land of Sun, Sand and adventures
युवती के साथ किया दुष्कर्म और फिर...
शर्मशार। बाप ने किया आठ वर्षीय मासूम के साथ दुष्कर्म
शर्मशार। चार साल की मासूम के साथ हुआ दुष्कर्म | 2019-02-22T16:35:37Z | http://kalamtimes.com/news/news/nokia-9-will-be-launched-in-new-year-151230 |
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本�蟾嬉��《公司��券�l行�c交易管理�k法》、《公司��券受托管理人��I行���t》、《�B�T���Q控股有限公司2016年面向合格投�Y者公�_�l行可�m期公司��券之受托管理�f�h》(以下��Q“《受托管理�f�h》”)等相�P�定、公�_信息披露文件以及�B�T���Q控股集�F有限公司(以下��Q“���Q控股”、“�l行人”)出具的相�P�f明文件以及提供的相�P�Y料等,由本期公司��券受托管理人中信�C券股份有限公司(以下��Q“中信�C券”)�制。
本�蟾娌��成�ν顿Y者�M行或不�M行某�行�榈耐扑]意�,投�Y者���ο嚓P事宜做出��立判��,而不���⒈�蟾嬷械娜魏�热��以作�橹行抛C券所作的承�Z或�明。
一、核�是�r及核�室�模
�中���C券�O督管理委�T��于2016年12月19日印�l的“�C�O�S可[2016]3118�”文核��,�l行人�@�氏蚝细裢顿Y者公�_�l行面值��~不超�^30�|元(含30�|元)的可�m期公司��券。
二、本期公司��券的基本情�r
��券名�Q:�B�T���Q控股集�F有限公司2017年面向合格投�Y者公�_�l行可�m期公司��券(第一期)。
��券��Q:17�B�QY1。
��券代�a:112552。
�l行主�w:�B�T���Q控股集�F有限公司。
�l行�模:本期��券���H�l行�模�槿嗣��5�|元。
��券期限:本期��券基�A期限��3年,在�s定的基�A期限末及每���m期的周期末,�l行人有�嘈惺估m期�x���,每次�m期的期限不超�^基�A期限,在�l行人不行使�m期�x��嗳��~�陡�r到期。
�l行人�m期�x��啵罕酒��券以每3���息年度��1��周期,在每��周期末,�l行人有�噙x��⒈酒��券期限延�L1��周期(即延�L3年),或�x�裨谠�周期末到期全�~�陡侗酒��券。�l行人��至少于�m期�x��嘈�嗄甓雀断⑷涨�30��交易日,在相�P媒�w上刊登�m期�x��嘈惺构�告。
票面利率:本期��券基�A期限的票面利率��5.30%,在基�A期限�裙潭ú蛔�,其后每��周期重置一次。
首��周期的票面利率�槌跏蓟��世�率加上初始利差,后�m周期的票面利率�{整�楫�期基�世�率加上初始利差再加300��基�c。初始利差�槭��周期的票面利率�p去初始基�世�率。如果未�硪蚝暧^���及政策�化等因素影��е庐�期基�世�率在利率重置日不可得,��期基�世�率沿用利率重置日之前一期基�世�率。
�f延支付利息�啵罕酒��券附�O�l行人延期支付利息��,除非�l生��制付息事件,本期��券的每��付息日,�l行人可自行�x����期利息以及按照本�l款已��f延的所有利息及其孳息推�t至下一��付息日支付,且不受到任何�f延支付利息次�档南拗�。
前述利息�f延不�儆诎l行人未能按照�s定足�~支付利息的行��。如�l行人�Q定�f延支付利息的,�l行人��在付息日前10��工作日披露《�f延支付利息公告》。
�l行人�H回�x��啵�
�。�1)�l行人因��照�策�更�M行�H回
�l行人由于法律法�的改�或修正,相�P法律法�司法解�的改�或修正而不得不�楸酒��券的存�m支付�~外��M,且�l行人在采取合理的���方式后仍然不能避免��款�U�{或�a�U�任的�r候,�l行人有��Ρ酒��券�M行�H回。
�。�2)�l行人因�����t�更�M行�H回
根��《企�I�����t第37�――金融工具列�蟆罚ㄘ���[2014]23�)和《�P于印�l的通知》(���[2014]13�),�l行人�⒈酒��券�入�嘁�。若未�硪蚱�I�����t�更或其他法律法�改�或修正,影��l行人在合并���蟊碇�⒈酒��券�入�嘁�r,�l行人有��Ρ酒��券�M行�H回。
除了以上�煞N情�r以外,�l行人�]有�嗬�也�]有�x�遮H回本期��券。
��制付息及�f延支付利息的限制:本期��券的��制付息事件:付息日前12��月��,�l生以下事件的,�l行人不得�f延��期利息以及按照�s定已��f延的所有利息及其孳息:(1)向普通股股�|分�t;(2)�p少注�再Y本。
本期��券利息�f延下的限制事�:若�l行人�x�裥惺寡悠谥Ц独�息��,�t在延期支付利息及其孳息未��付完��之前,�l行人不得有下列行�椋海�1)向普通股股�|分�t;(2)�p少注�再Y本。
��付�序:本期��券在破�a清算�r的清���序等同于�l行人普通����。
����理:本期��券�O置�f延支付利息��,根��《企�I�����t第37�――金融工具列�蟆罚ㄘ���[2014]23�)和《�P于印�l的通知》(���[2014]13�),�l行人�⒈酒��券分���嘁婀ぞ�。
�l行方式�c�l行�ο螅喊l行方式和�l行�ο蟀才耪��⒁��l行公告。
起息日:本期��券的起息日��2017年7月20日。
付息���嗟怯�日:本期��券的付息���嗟怯�日��按照深圳�C券交易所和中���C券登�公司的相�P�定�k理。在付息���嗟怯�日��日收市后登�在�缘谋酒��券持有人,均有�嗑推渌�持本期��券�@得�付息���嗟怯�日所在�息年度的利息。
付息日期:本期��券的付息日期�槊磕甑�7月20日。如遇法定�假日或休息日,�t�延至其后的第1��工作日。每次付息款�不另�利息。
�陡度掌冢喝粼诒酒��券的某一�m期�x��嘈�嗄甓�,�l行人�x�袢��~�陡侗酒��券,�t��息年度的付息日即�楸酒��券的�陡度眨ㄈ缬龇ǘü�假日或休息日,�t�延至其后的第1��工作日)。
�本付息方式:在�l行人不行使�f延支付利息�嗟那�r下,每年付息一次。
��保情�r:本期��券�o��保。
信用��e及�Y信�u��C��:�中�\信�C券�u估有限公司(以下��Q“中�\信�C�u”)�C合�u定,�l行人的主�w信用等���AAA,本期��券的信用等���AAA。
募集�Y金用途:本期��券的募集�Y金扣除�l行�M用后用于�a充供���管理�I��、制造�I等�I�瞻�K的流�淤Y金。本期��券募集�Y金不直接或�g接用于房地�a�I�栈���房地�a相�P����。
��券受托管理人:中信�C券。
上市交易�鏊�:深圳�C券交易所。
三、本期公司��券的重大事�
1、�l行人主要�����概�r
�。�1)2017年末�糍Y�a金�~:356.44�|元
�。�2)2017年末借款金�~:208.16�|元
�。�3)2018年5月末的借款金�~:432.88�|元
�。�4)2018年5月末累�新增借款金�~:224.72�|元
�。�5)2018年5月末累�新增借款占上年末�糍Y�a的具�w比例:63.05%
2、�l行人新增借款的分�明�
�。�1)�y行�J款:截至2018年5月31日,�l行人�y行�J款余�~��280.25�|元,�^上年末�J款余�~155.53�|元累��粼黾�124.72�|元,占2017年末�����糍Y�a比例��34.99%。
�。�2)企�I��券、公司��券、金融��券、非金融企�I���杖谫Y工具:截至2018年5月31日,�l行人�l行��券余�~��152.63�|元,�^上年末��券余�~52.63�|元累��粼黾�100.00�|元,占2017年末�����糍Y�a比例��28.06%。
�。�3)委托�J款、融�Y租�U借款、小�~�J款:不�m用。
�。�4)其他借款:不�m用。
3、�l行人新增借款�����能力的影�分析
上述新增借款主要是�l行人及其下�僮庸�司正常�I�臻_展中的金融�C���J款及新�l行��券等融�Y活��,主要��M足�l行人供���管理�I�盏却箢~的中短期�Y金需求,�儆诎l行人正常��I活�臃��,符合相�P法律法�的�定,不���Πl行人的生�a��I情�r和����能力�a生影�。截至本受托管理�蟾娉鼍呷�,�l行人各��I�战��I情�r正常,有息���均按�r�本付息。
根��《深圳�C券交易所公司��券上市��t(2015年修�)》第4.3.2�l,�l行人就2018年累�新增借款情�r予以披露,上述事��儆凇豆�司��券受托管理人��I行���t》第十一�l�定之重大事�,中信�C券作��B�T���Q控股集�F有限公司2017年面向合格投�Y者公�_�l行可�m期公司��券(第一期)的��券受托管理人,�槌浞直U��券投�Y人的利益,履行��券受托管理人��,在�@悉相�P事�后,中信�C券就有�P事��c�l行人�M行了�贤�,并根��《公司��券受托管理人��I行���t》、《公司��券�R�r�蟾嫘畔⑴�露格式指引》的有�P�定出具本受托管理�R�r�蟾�。
中信�C券后�m�⒚芮嘘P注�l行人�Ρ酒��券的本息��付情�r以及其他���券持有人利益有重大影�的事�,并��栏癜凑铡豆�司��券受托管理人��I行���t》、《受托管理�f�h》等�定和�s定履行��券受托管理人��。
特此提�投�Y者�P注相�P�L�U,�投�Y者�ο嚓P事宜做出��立判��。
四、受托管理人�系方式
有�P受托管理人的具�w履�情�r,�咨�受托管理人的指定�系人。
�系人:�罘�、朱��、�小�|
�系��:010-60837028
�Y金利率跌至十年新低,流�有苑�迂酱�改善
多�哟钨Y本市�龇��招∥⒔鹑��券已�l行885�|元
全力拓��市�龌����D股的空�g�c渠道
李子彬:加快��券市�鲆�范�l展推�痈黝�股�嗤顿Y�l展
��市�_放加速“入彭”后有望“入富”
地方���l行��新高利率��供�o�毫Σ淮�
��不��美��?�@是�����}――中��跨境�Y本流����月��2019年5月
【免��明】本文�H代表作者本人�^�c,�c和��W�o�P。和��W站�ξ闹嘘�述、�^�c判�啾3种辛�,不�λ�包含�热莸�蚀_性、可靠性或完整性提供任何明示或暗示的保�C。��x者�H作�⒖�,并�自行承��全部�任。
所�d文章、����H供�⒖�,投�Y有�L�U,�x�裥柚�慎。 | 2020-08-14T03:00:55Z | http://www.justhappydoq.com/2018-06-09/193174328.html |
Vista Paint Sprig of Sage / Berger Spring of Sage / 7826 / Scib Paints Spring of Sage / 7826 / #ede8b5 हेक्स रंग कोड योजनाएं चार्ट पेंट & RGB / CMYK / HSL रूपांतरण
Vista Paint Sprig of Sage / Berger Spring of Sage / 7826 / Scib Paints Spring of Sage / 7826 / #ede8b5 हेक्स रंग कोड
हैक्साडेसीमल रंग कोड #ede8b5 प्रकाश पीला रंग का होता है RGB रंग मॉडल के #ede8b5 मे 92.94% लाल 90.98% हरा और 70.98% नीला होता है. HSL वर्ण स्थान के #ede8b5 मे 54.64 डिग्री का रंग, 60.87% संतृप्ति और 81.96% हल्कापन होता है.इस रंग की अनुमानित तरंग दैर्ध्य 586 nm होती है. Vista Paint Sprig of Sage, Berger Spring of Sage / 7826 और Scib Paints Spring of Sage / 7826 के पेंट मिलान कर रहे हैं.
#ede8b5 हेक्स रंग कोड
#12174a 25% संतृप्त
#f4edad ग्रेस्केल
#ede8b5 25% गहरे
#d8cd60
#e6e2bb वेब सुरक्षित: yellow
rgb(237, 232, 181)
rgba(237, 232, 181, 1.0)
लाल: 73.1334%, पीला: 92.9412%, नीला: 70.9804%
-1185611 / 0xffede8b5
hsl(55, 61%, 82%)
hsla(55, 61%, 82%, 1.0)
hue: 55 (54.6429), संतृप्ति: 24 (23.6287), value: 93 (92.9412)
X: 72.1222, Y: 79.0539, Z: 55.1738
x: 0.3495, y: 0.3831, Y: 79.0539
L: 91.2587, a: -6.2709, b: 25.4801
L: 91.2587, u: 5.7282, v: 37.364
L: 91.2587, C: 26.2405, H: 103.8263
L: 88.9123, a: -10.8043, b: 25.4467
सियान: 0 (0), मैजंटा: 2 (0.0211), पीला: 24 (0.2363), काला: 7 (0.0706)
सियान: 7 (0.0706), मैजंटा: 9 (0.0902), पीला: 29 (0.2902)
Y: 227.681, I: 19.363, Q: -14.8106
Y: 227.681, U: -22.9693, V: 8.1755
Y: 227.681, Db: -70.233, Dr: -17.732
Y: 211.575, Cb: 104.871, Cr: 133.816
Y: 229.393, Pb: -26.075, Pr: 4.846
#ede8b5 / रंग संयोजन और harmonies के लिए रंग योजनाएं
#c9bc31
#d4c850
#e4dd93
#ede8b5 से काला
#efeabd
#ede8b5 से सफ़ेद
#ede8b5 अग्रभूमि
<p style="color: #ede8b5; background-color: #000">#ede8b5 अग्रभूमि</p>
#ede8b5 पृष्ठभूमि
<p style="background-color: #ede8b5">#ede8b5 पृष्ठभूमि</p>
#ede8b5 सीमा
<p style="border: #ede8b5 3px solid">#ede8b5 सीमा</p>
#ede8b5 रेडियल ढाल
<p style="padding: 15px 0; background: -moz-radial-gradient(50% 50%, #ede8b5, #fff); background: -webkit-radial-gradient(50% 50%, #ede8b5, #fff); background: -o-radial-gradient(50% 50%, #ede8b5, #fff); background: -ms-radial-gradient(50% 50%, #ede8b5, #fff); background: radial-gradient(50% 50%, #ede8b5, #fff)">#ede8b5 रेडियल ढाल</p>
#b4b9ed पूरक #ede8b5 रैखिक ढाल
<p style="padding: 15px 0; background: -moz-linear-gradient(top, #ede8b5, #b4b9ed); background: -webkit-linear-gradient(top, #ede8b5, #b4b9ed); background: -o-linear-gradient(top, #ede8b5, #b4b9ed); background: -ms-linear-gradient(top, #ede8b5, #b4b9ed); background: linear-gradient(top, #ede8b5, #b4b9ed); color: #000">#b4b9ed पूरक #ede8b5 रैखिक ढाल</p>
#ede8b5 पाठ छाया
<p style="font-size: 24px; color: #fff; background-color: #000; text-shadow: 2px 2px 3px #ede8b5">#ede8b5 पाठ छाया</p>
मिलते जुलते पैंट के रंग #ede8b5 hex रंग कोड के हिसाब से सूचीबद्ध किए गए है |परसंगीकता का निर्धारण औसत दर्स्य समानता के 4 संबंधित पैंट ब्रांड रंग #ede8b5 से होता है |
#ede8b5 ΔE = 0
#ebe4b4 ΔE = 1.497
#f3eab3 ΔE = 1.664
#f0e9b8 ΔE = 0.921
#edeab2 ΔE = 1.294
#f0ebbb ΔE = 1.338
#f0e8b6 ΔE = 0.909
#eee9ba ΔE = 1.071
#f5e9b4 ΔE = 2.13
#ece8b4 ΔE = 0.371
#ece8ac ΔE = 1.94
#f4e8b4 ΔE = 2.004
#e9e7b4 ΔE = 1.013
#f1e7b5 ΔE = 1.423
#e9e8bb ΔE = 1.906
#ede7b5 ΔE = 0.444
#f2e8b5 ΔE = 1.439
#e4e8b3 ΔE = 2.584
#eceabb ΔE = 1.426
#efe5b3 ΔE = 1.565
#e8e7b0 ΔE = 1.576
#ebe9b9 ΔE = 1.14
#e9e6b6 ΔE = 1.205
#ececbe ΔE = 2.23
#e9e7b6 ΔE = 1.108
#e9e9b3 ΔE = 1.508
#f4e8b7 ΔE = 2.115
#eeeab6 ΔE = 0.701
#ebebb2 ΔE = 1.922
#e9e9bd ΔE = 2.309
#ebe6ad ΔE = 1.557
#ede8ad ΔE = 1.72
#edebbd ΔE = 1.786
#ebe5b2 ΔE = 1.018
#f2eeba ΔE = 2.035
#e7e8ae ΔE = 2.247
#ebe7ad ΔE = 1.641
#e7e8b2 ΔE = 1.825
#f3eab1 ΔE = 1.89
#ebe7b1 ΔE = 0.88
#e7e9b3 ΔE = 2.013
#f4e9bc ΔE = 2.496
#efeab4 ΔE = 0.923
#f0ecbf ΔE = 2.122
#ebe8aa ΔE = 2.366
#efe8b1 ΔE = 1.043
#f5ecb7 ΔE = 2.033
#f5e9af ΔE = 2.479
#eceab2 ΔE = 1.401
#efe5af ΔE = 1.689
#eae1ab ΔE = 2.575
#ede6ad ΔE = 1.575
#eaebb9 ΔE = 1.81
#f5edb5 ΔE = 2.303
#e9eab4 ΔE = 1.758
#f2ecbd ΔE = 1.875
#f5eab9 ΔE = 2.132
#e8e7af ΔE = 1.707
#f0eabe ΔE = 2.023
#f0e8ac ΔE = 2.058
#f3ebb7 ΔE = 1.518
#f0e6ac ΔE = 2.061
#ebecb1 ΔE = 2.419
#ebeaba ΔE = 1.435
#e7e8b0 ΔE = 2.008
#f7eab7 ΔE = 2.573
#f0e9bd ΔE = 1.976
#ede7bc ΔE = 2.056
#eae2ac ΔE = 2.226
#f2e9bb ΔE = 1.861
#f2eabf ΔE = 2.494
#f0e9bb ΔE = 1.496
#e3e5b1 ΔE = 2.512
#e5e1ac ΔE = 2.643
#efe5b5 ΔE = 1.71
#eae2b2 ΔE = 2.129
#e8e0b2 ΔE = 2.889
#eae5b7 ΔE = 1.539
#ecedba ΔE = 2.115
#ece8a5 ΔE = 3.2
#ede3b0 ΔE = 1.961
#f4e9ba ΔE = 2.178
#f0eac1 ΔE = 2.819
#f6ebb5 ΔE = 2.266
#f3e9bc ΔE = 2.268
#f6eaba ΔE = 2.49
#f2ecb3 ΔE = 1.888
#f9ecb7 ΔE = 2.962
#f2e6b8 ΔE = 2.377
#f5eeba ΔE = 2.305
#f0e7a9 ΔE = 2.519
#f0ecbc ΔE = 1.603
#e9edbb ΔE = 2.756
#f7eeb3 ΔE = 2.985
#f0e8b9 ΔE = 1.34
#f3e8b0 ΔE = 1.968
#f8e8a6 ΔE = 4.056
#ebe6bc ΔE = 2.362
#eee4a9 ΔE = 2.47
#ede1af ΔE = 2.75
#f2eeb5 ΔE = 2.308
#e4e3ae ΔE = 2.416
#e2e5b5 ΔE = 2.866
#eeebc0 ΔE = 2.394
#e8eabd ΔE = 2.562
#f6edb3 ΔE = 2.636
#ebe4b8 ΔE = 2.145
#ebe6bd ΔE = 2.64
#ece7a6 ΔE = 2.899
#f2e7b0 ΔE = 1.84
#e8ebb4 ΔE = 2.333
#f0e3ba ΔE = 3.675
#ece6b0 ΔE = 1.01
#f2e4b5 ΔE = 2.836
#efe49f ΔE = 4.02
#e4eab3 ΔE = 3.056
#e9e8c2 ΔE = 3.731
#ece3aa ΔE = 2.323
#eae1a9 ΔE = 2.75
#e8e7a4 ΔE = 3.446
#ebeabf ΔE = 2.44
#f9ebb4 ΔE = 3.042
#f9efb7 ΔE = 3.21
#f6edb6 ΔE = 2.403
#eaecac ΔE = 3.193
#f5e8bd ΔE = 3.239
#f5ecb0 ΔE = 2.632
#eceec2 ΔE = 3.242
#e5e3b3 ΔE = 2.215
#e8e5ba ΔE = 2.344
#ece3bf ΔE = 4.471
#efebbb ΔE = 1.308
#e8e4a0 ΔE = 3.819
#f6e6bc ΔE = 4.051
#ebe9a7 ΔE = 3.08
#eceead ΔE = 3.515
#f1eebf ΔE = 2.345
#fbebb8 ΔE = 3.576
#fbefc0 ΔE = 3.801
#f2e69a ΔE = 4.894
#f2e8b9 ΔE = 1.801
#f4f5c6 ΔE = 4.644
#f3ebac ΔE = 2.77
#eceac4 ΔE = 3.729
#ecebc2 ΔE = 3.052
#e5e7be ΔE = 3.424
#fbeabb ΔE = 3.959
#f7e6ae ΔE = 3.362
#f7e6ad ΔE = 3.409
#f5e7be ΔE = 3.821
#f8ecb8 ΔE = 2.716
#e8f0b8 ΔE = 3.969
#fcf0c0 ΔE = 4.005
#f1e7a9 ΔE = 2.624
#dfe6b0 ΔE = 3.681
#f6e7b8 ΔE = 3.074
#f7e6b1 ΔE = 3.294
#f7e5ba ΔE = 4.366
#eddfab ΔE = 3.536
#ede0b4 ΔE = 3.585
#f0e0ae ΔE = 3.654
#e4e6af ΔE = 2.452
#eee3a0 ΔE = 3.867
#f6e1ac ΔE = 4.538
#f8e7af ΔE = 3.388
#e3dfa2 ΔE = 4.067
#e8e9bb ΔE = 2.137
#fde8b6 ΔE = 4.613
#e4e29a ΔE = 4.891
#f1e29f ΔE = 4.341
#fff0ae ΔE = 5.029
#eaeeb8 ΔE = 2.853
#e8edaa ΔE = 3.992
#fceec8 ΔE = 5.469
#f0e4bc ΔE = 3.658
#e4ebc1 ΔE = 4.301
#fbedbc ΔE = 3.578
#e4e5a1 ΔE = 4.067
#fcebc0 ΔE = 4.638
#fceea7 ΔE = 4.96
#ecebbd ΔE = 1.91
#fbe7b2 ΔE = 4.149
#f4e5c6 ΔE = 6.767
#e2e8bb ΔE = 3.607
#f6e2b6 ΔE = 4.808
#e0e8a2 ΔE = 4.9
#e9e3b3 ΔE = 1.786
#fef8c7 ΔE = 5.734
#f0deb9 ΔE = 5.996
#f9e9c1 ΔE = 4.675
#f8e6bd ΔE = 4.745
#fbeabe ΔE = 4.331
#f3e5c0 ΔE = 4.762
#eee2be ΔE = 4.859
#f6efc5 ΔE = 3.709
#f5e1ae ΔE = 4.341
#f8e8c7 ΔE = 6.421
#eee59e ΔE = 4.112
#eee8c7 ΔE = 5.225
#f8e3a0 ΔE = 5.064
#eadebf ΔE = 6.802
#dce2a5 ΔE = 4.685
#fef6b3 ΔE = 5.76
#fef6b2 ΔE = 5.837
#f3edb9 ΔE = 1.838
#f1dd9e ΔE = 5.387
#dcd3ac ΔE = 7.633
#fff9c5 ΔE = 5.99
#fff8b9 ΔE = 6.01
#f1dfb5 ΔE = 4.939
#d9d8ad ΔE = 6.219
#e6d8b5 ΔE = 7.006
#ebf39f ΔE = 6.568
#e4e08c ΔE = 6.656
#f4f3be ΔE = 3.694
#ead6b4 ΔE = 8.31
#f3eacb ΔE = 6.255
#faea8c ΔE = 7.198
#f7e5c6 ΔE = 7.293
#d9e288 ΔE = 7.884
#f5e0bf ΔE = 7.379
#ebd5b3 ΔE = 8.793
#e8ce98 ΔE = 9.509
#eae6ca ΔE = 7.108
#e6d690 ΔE = 7.441
#bdecb6 ΔE = 12.59
#d4c896 ΔE = 11.004
#f8e618 ΔE = 12.65
#fde601 ΔE = 12.927
#e5d1b6 ΔE = 11.008
#fed035 ΔE = 13.994
#fef359 ΔE = 11.475
#dfd0c0 ΔE = 14.816
#e0ded6 ΔE = 18.751
#b4b99f ΔE = 19.003
#3f11fe
#5edb17
#95deca
#e5ee49
#3116d7 | 2018-02-17T23:24:00Z | http://encycolorpedia.in/ede8b5 |
देखे अजीब फूल - प्रकृति से एक चुंबन - Gajab Dunia
Home अजीब देखे अजीब फूल – प्रकृति से एक चुंबन
देखे अजीब फूल – प्रकृति से एक चुंबन
यह पौधा इस प्यारी सी प्रकृति का, यहाँ रहने वाले लोगो के लिए एक प्यार भरा चुम्बन है। यह कोई फ़ोटो शॉप दवारा बनाई गयी इमेज नहीं है बल्कि एक वास्तविक पौधा है जो कि कोलम्बिया , कोस्टा रिका , पनामा और इक्वाडोर जैसे मध्य और दक्षिण अमेरिकी देशों के उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों ( Tropical Rain Forest ) में मिलता है।
इस पौधे ने Humming Birds और Butterflies को आकर्षित करने के लिए अपने को इस तरह विकसित कर लिया है ताकि इसके परागकणों का आसानी से फैलाव हो सके। इस पौधे पर यह संरचना कुछ देर के लिए ही बनती है इसके बाद इसमें से फूल निकल आता है। वर्षा वनों में होने वाली अंधाधुंध कटाई के कारण इस पौधे का अस्तित्व भी संकट में पड़ गया है।
देखे अजीब फूल – बंदर के चेहरे जैसे
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अगर इस चार्ट की माने तो बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता संजय...
10 अजीबोगरीब खेल जिनके बारें में जानकर आप भी कहोगे ग़ज़ब... | 2017-11-19T21:26:38Z | https://www.gajabdunia.com/hookers-lips-worlds-most-kissable-plant |
Handbags And Lingo: June 2009
"He said, 'I like this song you wrote called Hallelujah.' In fact, he started doing it in concert. He said, 'How long did that take you to write?' And I said, 'Oh, the best part of two years.' He said, 'Two years?' Kinda shocked. And then we started talking about a song of his called I And I from Infidels. I said, 'How long did you take to write that.' He said, 'Ohh, 15 minutes.' I almost fell off my chair. Bob just laughed."
"Took an untrodden path once, where the swift don't win the race,
One says to the other, no man sees my face and lives."
Posted by Anand Gandhi at 1:22 PM
Labels: bob dylan, Leonard Cohen
और एक सच, शब्द या शक़्स पड़ा रहा…
कबाड़ में पड़ें सारे ऐर्यलों जैसा, जिन्होंने बहोत दुनिया खुदसे गुज़रते देखि है, पर जिनका अपना कोई एहसास नहीं, अभिमत नहीं, अभिप्राय नहीं.
उस अभिमत जैसा, जिसके बनते ही उसकी समापन तिथि निश्चित कर देना उसके बनानेवाले का फ़र्ज़ है.
उस देय तिथि जैसा, जिसके भूल से छूट जाने पर रिलायंस का गूंडा आपके दरवाज़े दस्तक देकर आपको ज़लील करने की कोशिश करता है.
उस ज़लीलियत जैसा, जिस पर एक बार आपकी माँ तक कह दे, “पर बेटा, ग़लती तो तुम्हारी ही थी”… जो अगर आप अटके रहो तो नासूर बन जाए, और आप बहते रहो तो चुटकुला.
उस चुटकुले की तरह जो कटाक्ष है, व्यंगमय है, बहोत ही हास्यास्पद है, और जो आप बीता होने के बावजूद उसे खुल्लेआम सबको सुनाना कानूनन झुर्म है.
उस झुर्म की तरह जो आप न चाहते हुए भी कर देते हो, हांफ जाते हो कोर्ट के चक्करों में, और फिर अपने मनपसंद पुस्तकालय के मेक्डोनाल्डीकरण और अपने बच्चों की तालीम के दिज़्नियावर्तन से समझौता कर लेते हो.
उस समझौते की तरह जो पहले न चाहते हुए ही सही, पर बाद में आदत और आखिर आनंद बन जाता है.
उस आदत की तरह जो विन्डोज़ के नए version को पहले कुछ महीनो तक ठुकराने के बाद उसे अपना लेने पर हो जाती है... मायक्रोसोफ्ट वर्ड की बिना पूछे ही शब्द ठीक कर डालने की बुरी आदत की तरह, जिसकी आलोचना नहीं की जा सकती क्योंकि उस आदत को बदलने का विकल्प आपके पास है, छिपा ही सही.
उस विकल्प भ्रम की तरह जो आपको टीवी पर, शौपिंग मॉल में, या किसी Café में उपलब्ध होता है... और पूछने पर कि फलानी और धिकनी काफ़ी में क्या फ़र्क है, एक नवसिखिया भोला सा बेरा आपको बता देता है "कोई नहीं".
उस फ़र्क की तरह जो काले गोरों में, हुतू तुत्सी में, अरब इज़्राएलि में, अंग्रेज़ी संविधानिक एकाधिपत्य और भारतीय लोकतंत्र में है और नहीं.
उस होने और न होने जैसा जो प्रश्न में क्रांति का है, विचार में निर्माण का, और अनुभव में मृत्यु का.
उस मृत्यु जैसा जिसका भय मानव कल्पना में भगवान् को जन्म देता है.
उस जन्म जैसा जिसके आदि में प्यार भरा संभोग नहीं पर बलात्कार की आशंका है, और अंत में वातावरण में मिल जाना नहीं, प्रलय की चेतावनी है.
बहोत हो गया इसके जैसा उसके जैसा! कविता को इतना seriously कौन बेवकुफ़ लेता है!
Posted by Anand Gandhi at 11:14 AM
Labels: city, dissent, hindi, Mumbai, poem, poetry
There are more bacteria in a human body than cells. Very little is yet understood about what these billions of lives are doing exactly in the human body, except of course, living off it and sometimes, helping it live. Life itself has been seen as a state of a body to avoid completely merging into its environment.
http://www.sciencedaily.com/releases/2009/06/090602161942.htm
http://www.physorg.com/news142181538.html
Posted by Anand Gandhi at 2:49 AM
Anand Gandhi's Blog
"So what becomes of you my love,
That your grandad had to sweat
So you could buy..."
Posted by Anand Gandhi at 4:12 AM
Labels: handbags gladrags lingo lingua anand gandhi
She married a man who forwards his mail
For good luck, and plays Voodoo
He’s queened the pawn while you’re still rooking
Vagueness gives a chance to move
But they have found a way to prove
That the world exists even when nobody’s looking
A motherless child taught me to
Live without the fear of loss through
The empty space, as you go Peter Brooking
I’ve lost many a sisters to distance
And I lost my thesis against a haiku
So I construe I shouldn’t have been snoozing
I’ve lost enlightenment to virtue
Well, who told you it was ever true
That somebody wins when somebody’s losing?
Posted by Anand Gandhi at 4:11 AM
Labels: poem, poetry, song, sound proof | 2017-08-17T11:46:33Z | http://anand.memesyslab.com/2009/06/ |
अमेरिका में फिर हुई इमरान खान की फजीहत, देखिए VIDEO | News24
Home World अमेरिका में फिर हुई इमरान खान की फजीहत, ...
कंगाल अर्थव्यवस्था और आतंकवादियों को संरक्षण देने के दाग के साथ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इन दिनों अमेरिका के दौरे पर हैं। इमरान खान का प्रधानमंत्री बनने के बाद ये पहला पहला अमेरिका दौरे हैं | 2020-02-25T22:28:18Z | https://hindi.news24online.com/news/World/washington-dc-pakistan-imran-khan-speech-baloch-activists-protest-b0ea94ef/ |
टॉपलेस तस्वीर शेयर कर ट्रोल हुई मलाइका अरोड़ा, फैंस ने कहा शोक उम्र देख कर... - Woman's era
टॉपलेस तस्वीर शेयर कर ट्रोल हुई मलाइका अरोड़ा, फैंस ने कहा शोक उम्र देख कर…
by Prateek Chadha · September 12, 2019
बॅालीवुड एक्ट्रेस मलाइका अरोड़ा अक्सर सुर्खियों में रहती है कभी अर्जुन कपूर और अपने रिलेशनशिप को लेकर तो कभी अपने फोटोशूट को लेकर अब भी कुछ ऐसा ही हुआ. हाल ही में मलाइका अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर एक बेहद बोल्ड तस्वीर शेयर की है. जिसमें मलाइका समुंदर में टॉपलेस नजर आ रही हैं. पीछे से ली गई इस तस्वीर में मलाइका हॉट पोज देती दिख रही हैं. मलाइका का ये अंदाज देखकर कई सेलेब्रिटीज के होश उड़ गए तो वहीं दूसरी तरफ मलाइका के फैंस ने उन्हें ट्रोल कर दिया.
आपको बता दें दरअसल बात ये है कि जो तस्वीर मलाइका ने शेयर की है वो तस्वीर 18 साल पुरानी है. जिसे एक फोटोग्राफर ने शेयर की थी. वहीं मलाइका ने भी इस पोस्ट को रीपोस्ट कर दिया. मलाइका सफेद रंग की बिकिनी में बेहद खूबसूरत लग रही है
मलाइका को ये तस्वीर सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है मलिका की इस तस्वीर पर अभिनेत्री इलियाना डिक्रूज और जरीन खान ने भी कॉम्प्लीमेंट दिया है. वहीं अभिनेता अर्जुन रामपाल की गर्लफ्रेंड गैब्रिएला ने भी कमेंट कर मलाइका की तारीफ की. मलाइका को सेलेब्रिटीज ने तो कॉम्प्लीमेंट दिए, लेकिन मलाइका के फैंस ने उन्हें ट्रोल कर दिया. एक यूजर ने मलाइका को आंटी बताया तो दूसरे ने उन्हें उम्र का लिहाज करने की सलाह दी.एक यूजर ने तो लिखा शोके उम्र देख कर करने चाहिए. हालांकि ये पहली बार नहीं है जो मलाइका को फैंस ने ट्रोल किया हो.
अगर पर्सनल लाइफ की बता करें तो कि मलाइका अरोड़ा अर्जुन कपूर के साथ रिलेशनशिप में हैं. दोनों ने अपने रिश्ते को मीडिया के सामने कबूल भी किया है. मलाइका और अर्जुन कई बार साथ में वैकेशन इंजॉय करते हुए भी नजर आए हैं. हालांकि शादी को लेकर अभी तक दोनों ने कोई बात नहीं की है लेकिन मलाइका ने बताया था कि उनका बेटा अरहान भी इस रिश्ते से काफी खुश है.
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Previous story कंगना रनौत के साथ विवाद पर ऋतिक रोशन ने तोड़ी चुप्पी, लगाए ये आरोप | 2019-09-19T09:36:45Z | https://ent.womansera.com/%E0%A4%9F%E0%A5%89%E0%A4%AA%E0%A4%B2%E0%A5%87%E0%A4%B8-%E0%A4%A4%E0%A4%B8%E0%A5%8D%E0%A4%B5%E0%A5%80%E0%A4%B0-%E0%A4%B6%E0%A5%87%E0%A4%AF%E0%A4%B0-%E0%A4%95%E0%A4%B0-%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0/ |
WATCH Bhojpuri Actress Monalisa Hot And Sexy Bikini Video - मोनालिसा का हॉट बिकीनी फोटो: बिकीनी में पूल के किनारे बेहद सेक्सी अवतार में दिखीं मोनालिसा
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watch hot and sexy bikini photos of bhojpuri actress monalisa
Views: 50826 | 1 month ago
Nov 29 2019, 04:00 PM IST
भोजपुरी ऐक्ट्रेस मोनालिसा ने अपनी तस्वीरें इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं। फोटो में मोनालिसा ब्लैक बिकीनी में पूल के किनारे रिलैक्स करती हुई काफी हॉट और सेक्सी दिआई दे रही हैं। उनके ये फोटो फैन्स के बीच का काफी पसंद किए जा रहे हैं। (PIC COURTESY: aslimonalisa)
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और जानेंमोनालिसा के हॉट और सेक्सी बिकीनी फोटोज मोनालिसा भोजपुरी विडियो भोजपुरी ऐक्ट्रेस मोनालिसा monalisa movie monalisa hot bhojpuri song monalisa hot and sexy video monalisa hot and sexy bikini photos Monalisa bhojpuri actress monalisa
Web Title watch hot and sexy bikini photos of bhojpuri actress monalisa(Hindi Newsfrom Navbharat Times , TIL Network) | 2020-01-19T07:26:28Z | https://navbharattimes.indiatimes.com/video/movie-masti/bhojpuri/watch-hot-and-sexy-bikini-photos-of-bhojpuri-actress-monalisa/videoshow/72289746.cms |
GST Hindi News | Latest Hindi News | punjabkesari.in
हमेशा से पैट्रोल की कीमत को मुद्दा बनाने वाली भाजपा की सरकार पैट्रोल की कीमत पर ही फंस गई है। ऐसा नहीं है कि पैट्रोल की कीमत सरकार नियंत्रित नहीं कर...
भारतीय अर्थव्यवस्था जमीनी स्तर पर पटरी पर लौटती नहीं दिखाई देती
कुछ दिन पहले केन्द्र सरकार ने अपनी एक उपलब्धि के तौर पर गर्व से 8.2 प्रतिशत विकास दर का आंकड़ा सामने रखा। विवादास्पद नोटबंदी, जिसके परिणामस्वरूप...
वस्तु एवं सेवाकर (जी.एस. टी.) के अंतर्गत राजस्व के जो आंकड़े मई 2018 में हासिल हुए हैं उन्होंने इसकी उगाही में मंदी आने की चिंताएं जगा दी हैं। वैसे...
जटिल होने के बावजूद उत्पादकता बढ़ाने वाला है ‘जी.एस.टी.’
प्रत्यक्ष टैक्स प्रणाली के व्यापक और आधारभूत सुधारों के लिए सरकार ने जो वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) लागू किया था उसे जल्दी ही एक वर्ष हो...
2018-19 में बढ़ सकता है वित्तीय घाटा
जब आंकड़े संतुलन बनाने के लिए अंतत: दाईं या बाईं ओर रख दिए गए हैं तो सरकार की बजटीय टिप्पणी किसी गृहिणी के घरेलू बजट से अधिक अलग दिखाई नहीं देती। यदि...
राजग सरकार अपने ही ‘डाक्टर’ की सलाह मानने से इंकारी
वित्त मंत्रालय में एक असाधारण लेकिन लम्बे समय से चली आ रही परिपाटी मौजूद है। सरकार के अनेक सचिवों के अलावा मुख्य आॢथक सलाहकार (सी.ई.ए.) का भी पद होता...
‘नोटा’ का प्रयोग मुख्यत: भाजपा से नाराज लोगों ने किया
अभी हाल ही में गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के जो परिणाम सामने आए, उनमें देश में भविष्य की राजनीति के संकेत निहित हैं। जहां प्रधानमंत्री...
‘असली हिन्दुत्व’ जीत गया, ‘नकली’ हार गया
गुजरात चुनाव के परिणाम ने सभी मिथकों, खुशफहमियों, अफवाहों को झूठा साबित कर दिया है और यह प्रमाणित कर दिया कि गुजरात में हिन्दुत्व अभी भी जीवंत...
आज जब जी.एस.टी. और नोटबंदी ने अर्थव्यवस्था के साथ-साथ आम आदमी की जिंदगी को लहूलुहान कर दिया है, उस समय जमीनी हकीकतों से आंंखें मूंदकर केन्द्र सरकार...
वित्त मंत्री अरुण जेतली अब से लगभग 10 सप्ताह में अपना 5वां केन्द्रीय बजट प्रस्तुत करेंगे। किसी भी वित्त मंत्री का 5वां बजट चुनावी दृष्टि से आम तौर पर...
जी.एस.टी. का भूत, सरकार करदाताओं को परेशान करने से परहेज करे
राजनीति केवल सत्ता का ही खेल होती है। यह खेल सत्ता तंत्र और नागरिकों के बीच खेला जाता है-यानी अधिक शक्तिशाली और कम शक्तिशाली के बीच। नागरिकों पर...
‘नोटबंदी’ और ‘जी.एस.टी.’ ने जो रंग दिखाए वे मोदी सरकार की गणनाओं के विपरीत थे
यह काफी हद तक संभव है कि अर्थव्यवस्था के बड़े तत्वों के बारे में समाचार अब के बाद बेहतर से बेहतर होते जाएंगे क्योंकि पहले नोटबंदी और फिर वस्तु एवं...
केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया जी.एस.टी. क्या ‘असली’ है
वस्तु एवं सेवा कर (जी.एस.टी.) एक बढिय़ा अवधारणा थी और आज भी है। यह एक ऐसा टैक्स है जो दुनिया के 160 देशों में विधिवत लागू है और शेष देशों में कुछ...
राज्य सरकारों द्वारा इसे लगातार एक नियमित फेरबदल का नाम दिया जाता है लेकिन पंजाब में वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी के.बी.एस. सिद्धू को जिस तरह से विशेष...
अपनी केरल यात्रा को बीच में छोड़ कर यूं अचानक जब अमित शाह को दिल्ली लौटना पड़ा तो कयासों के बाजार गर्म थे, लेकिन इसके बाद सरकार की आर्थिक नीतियों के...
6 अक्तूबर को जी.एस.टी. परिषद की मीटिंग हुई और छोटे व मझोले उद्यमों (एस.एम.ईका) के लिए कुछ राहतों की घोषणा की गई। 26 सितम्बर को भारतीय सूक्ष्म, लघु...
सरकारें ‘सोशल मीडिया’ से नहीं चलतीं
बड़ी जंग जीतने के लिए कई बार पीछे भी हटना पड़ता है। दुश्मन को पीठ भी दिखानी पड़ती है। झुकना भी पड़ता है और मोर्चा भी बदलना पड़ता है। पिछले 10 दिनों...
जी.एस.टी. को ‘गुड एंड सिम्पल टैक्स’ बनाने के लिए अभी लम्बा फासला तय करना होगा
जी.एस.टी. का कार्यान्वयन शायद पहला अवसर था जब संसद ने किसी टैक्स सुधार का जश्न मनाया था। 30 जून की आधी रात .... | 2018-09-24T08:03:06Z | https://www.punjabkesari.in/trending/news/blogs/gst |
आधिकारिक Microsoft डाउनलोड केन्द्र से Office Outlook 2003 रद्दी ईमेल फ़िल्टर के लिए अद्यतन (KB956077) डाउनलोड करें
office2003-KB956077-FullFile-HIN.exe
KB956077
आप इस अद्यतन के लिए विशिष्ट जानकारी Microsoft नॉलेज बेस आलेख Outlook 2003 के लिए अद्यतन का विवरण (KB956077) पर प्राप्त कर सकते हैं.
यह अद्यतन निम्न उत्पाद पर लागू होता है: Microsoft Office Outlook 2003. Microsoft Windows Installer संस्करण 2.0 या उच्चतर. Microsoft Windows 2000 सर्विस पैक 3 और Microsoft Windows XP में Windows Installer का ये संस्करण शामिल है. अन्यथा, Windows Installer का नवीनतम संस्करण निम्न स्थानों पर एक अलग डाउनलोड के रूप में उपलब्ध है:Windows 95, 98, और ME के लिए Windows InstallerWindows NT 4.0 और 2000 के लिए Windows Installer
अगर आपके पास Microsoft Office Outlook 2003 है, तो निम्न में से कोई एक कार्य करें:Microsoft अद्यतन का उपयोग करें (अनुशंसित). Windows अद्यतन और Office अद्यतन द्वारा उपलब्ध कराए गए अद्यतनों को Microsoft अद्यतन एक स्थान पर समेकित करता है और उच्च-प्राथमिकता वाले अद्यतनों के स्वचालित वितरण और स्थापना को चुनने में आपको सक्षम बनाता है.Office ऑनलाइन वेबसाइट पर Office अद्यतन का उपयोग करें. Office अद्यतन अपने आप Office का पता लगाता है और आपको ऐसे अद्यतन और सर्विस पैक्स स्थापित करने का संकेत देता है, जो Office प्रोग्राम्स को अप-टू-डेट रखते हैं.Outlook 2003 के लिए अद्यतन (KB956077) स्थापित करें. ऐसा करने के लिए, निम्न चरणों का पालन करें:पृष्ठ के शीर्ष पर डाउनलोड बटन पर क्लिक करके .exe फ़ाइल डाउनलोड करें, और तब फ़ाइल को अपनी हार्ड डिस्क ड्राइव पर सहेजें.Office2003-kb956077-fullfile-hin.exe: यदि आपकी अपने मूल उत्पाद CD-ROM पर पहुँच हो, तो आपको यह फ़ाइल डाउनलोड करनी चाहिए. यदि आपने पहले अपना उत्पाद अद्यतन किया है, तो पैच स्थापना के दौरान आपको स्थापना स्रोत देने की आवश्यकता पड़ सकती है.यह अनुशंसा की जाती है कि आप चल रहे सभी प्रोग्रामों से बाहर निकलें.Windows Explorer में, अपनी हार्ड डिस्क पर सहेजी गई .exe फ़ाइल डबल-क्लिक करें, और स्क्रीन पर दिए निर्देशों का पालन करें.IT पेशेवर संसाधन
प्रबंधित परिवेश में काम करने वाले IT पेशेवर किसी संस्था में Office अद्यतनों को परिनियोजित करने के लिए पूर्ण संसाधन Microsoft Office डेस्कटॉप अनुप्रयोग तकनीकी केंद्र पर पा सकते हैं.
इस अद्यतन के बारे में अधिक जानकारी के लिए Microsoft नॉलेज बेस आलेख Outlook 2003 के लिए अद्यतन का विवरण (KB956077) देखें. | 2014-03-15T18:38:18Z | http://www.microsoft.com/hi-in/download/details.aspx?id=25259 |
इस बार सोनी YAY! ने अपने सालाना कार्यक्रम ‘हीरोज बिहाइंड द हीरोज’ के मनाया | Shagun News India
Home बच्चों की दुनिया इस बार सोनी YAY! ने अपने सालाना कार्यक्रम ‘हीरोज बिहाइंड द हीरोज’ के...
आज के आइकॉन्स के पीछे प्रेरक शक्ति बनने के लिए उनके प्रयासों और योदगान को स्वीकार करते हुए यह चैनल डीवाइन, रेमो डिसूज़ा, दिनेश लाड, दिलीप वेंगसरकर, पुलेला गोपीचंद, अफरोज शाह और रिया शर्मा जैसे प्रख्यात व्यक्तियों का कर चुका है सम्मान
मुंबई, 11 सितम्बर 2019: कहते हैं कि सच्चे हीरोज हमेशा लबादा नहीं ओढ़ते; वे लोगों को सिखाते हैं, मार्गदर्शन प्रदान करते हैं और उनके सर्वश्रेष्ठ संभावनाओं को साकार करने में सहायता करते हैं. अपने ज्ञान और परख के साथ हमारे लिए अपने अनगिनत घंटे समर्पित करने वाले ये शिक्षक ही हैं जो अपने खून, पसीने और प्रेम के साथ हमारे जीवन में सबसे बड़े सुपर हीरो बन जाते हैं. भले ही हम विभिन्न क्षेत्रों में बेशुमार सफल आइकॉन्स की ओर देखते हैं, लेकिन ये उनके शिक्षक ही हैं जो उन्हें सफलता के और प्रेरित करते हैं. इस वर्ष, शिक्षक दिवस के अवसर पर सोनी YAY! एक विशिष्ट पहल ‘हीरोज बिहाइंड थे हीरोज’ के माध्यम से इन असली हीरोज का कीर्तिगान कर रहा है.
#सोनी YAY
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Land Availibility In Magh Mela- Inext Live
⁄ land availibility in magh mela
2019-12-12T05:45:27Z
- पहले दिन दंडी बाड़ा में बांटी जाएगी जमीन
- मेला प्रशासन कार्यालय में दिनभर रही चहल पहल
PRAYAGRAJ: माघ मेले की जमीनों का बंटवारा गुरुवार से शुरू होने जा रहा है। 25 दिसंबर तक चलने वाली इस प्रक्रिया में मेले की तमाम सेक्टर की जमीनों को अलग-अलग संस्थाओं को सौंप दिया जाएगा। गुरुवार को जमीन आवंटन की शुरुआत दंडी बाड़ा से होनी है। जो अगले दो दिन तक चलेगा। इसके बाद दूसरे सेक्टर का नंबर आएगा।
चार और पांच नंबर सेक्टर पर रहेगा फोकस
माघ मेले की तैयारियां चरम पर हैं। एडमिनिस्ट्रेटिव आफिसर्स की उपस्थिति में जमीन का समतलीकरण के साथ चकर्ड प्लेट बिछाने का काम चल रहा है। डीएम भानुचंद्र गोस्वामी ने सभी विभागों को अधिकतम 20 दिसंबर तक काम पूरा करने की हिदायत दी है। इसी क्रम में जमीनों का आवंटन का काम भी आज से शुरू हो रहा है। पहले दिन दंडी बाड़ा की सेक्टर चार और पांच की जमीनों का आवंटन किया जाना है।
कब कहां होगा आवंटन
तिथि भूमि आवंटन की लोकेशन
12 दिसंबर दंडी स्वामी नगर, दंडी बाड़ा
14 दिसंबर आचार्य बाड़ा
15 दिसंबर संगम लोवर मार्ग
16 व 17 दिसम्बर खाकचौक
18 दिसंबर रामानुज मार्ग
19 दिसंबर संगम अपर मार्ग एवं सरस्वती मार्ग महावीर जी मार्ग
20 दिसंबर काली मार्ग
21 दिसंबर तुलसी मार्ग एवं जीटी रोड 22 दिसंबर त्रिवेणी मार्ग
23 दिसंबर सेक्टर 1 एवं 2, परेड, शास्त्री गाटा, कबीर नगर
24 दिसंबर समुद्रकूप मार्ग
25 दिसंबर अरैल क्षेत्र
एक और दो सेक्टर पर काबिज रहेगा प्रशासन
एक और दो नंबर सेक्टर पर हमेशा की तरह प्रशासनिक विभाग ही काबिज रहेंगे। यहां पर तमाम विभागों के पांडाल बनाए जा रहे हैं। हरिहर आरती स्थल के समीप हॉस्पिटल का काम भी चल रहा है। कल्पवासियों की बसावट गंगा पार ही होगी। क्योंकि इस पर गंगा की कटान की चलते इस बार भी जमीन थोड़ी कम हुई है।
एक सप्ताह का दिया गया समय
जिन संस्थाओं ने पूर्व में हुए कुंभ, अर्द्धकुंभ या माघ मेले में दी गई सुविधाओं की वापसी नहीं की है उनको एक सप्ताह का समय दिया गया है। अगर इन्होंने तय समय सीमा में सामान वापसी नहीं की तो भूमि का आवंटन निरस्त कर दिया जाएगा। ऐसी संस्थाओं की सूची बनाकर उनको मेला प्रशासन द्वारा सूचित कर दिया गया है।
ये हैं आवंटन के नियम
- जमीन के आवंटन के समय सुविधा पर्चियों की प्राप्ति हेतु पहचानपत्र फोटो एवं आधार कार्ड प्रस्तुत करना अनिवार्य है।
- जिन संस्थाओं/प्रयागवालों द्वारा पूर्व में हुए माघ या कुंभ मेला या किसी वषरें में टिन, टेंटेज, फर्नीचर की सुविधायें प्राप्त कर वापस नहीं की गयी है, उन्हें वर्तमान में किसी भी प्रकार की भूमि एवं सुविधा देय नहीं होगी।
- प्रत्येक शिविर धारक को मेले की सम्पूर्ण अवधि (माघी पूर्णिमा) तक शिविर बनाये रखना अपरिहार्य होगा। - सुविधा पर्ची, भूमि आवंटन के दो दिन बाद निर्गत की जायेगी।
आज से भूमि का आवंटन शुरू हो रहा है। पहले दिन दंडी स्वामियों को भूमि उपलब्ध कराई जाएगी। भूमि के समतलीकरण का काम चल रहा है। तय समय में मेले की सभी तैयारियां पूरी कर ली जाएंगी।
रजनीश मिश्रा, प्रभारी मेलाधिकारी | 2020-01-21T20:25:15Z | https://www.inextlive.com/lite/land-availibility-in-magh-mela-228351 |
Hebrews 9
1. அன்றியும், முதலாம் உடன்படிக்கையானது ஆராதனைக்கேற்ற முறைமைகளும் பூமிக்குரிய பரிசுத்த ஸ்தலமும் உடையதாயிருந்தது.
2. எப்படியெனில், ஒரு கூடாரம் உண்டாக்கப்பட்டிருந்தது; அதின் முந்தின பாகத்தில் குத்துவிளக்கும், மேஜையும், தேவசமுகத்தப்பங்களும் இருந்தன; அது பரிசுத்த ஸ்தலமென்னப்படும்.
3. இரண்டாந் திரைக்குள்ளே மகா பரிசுத்த ஸ்தலமென்னப்பட்ட கூடாரம் இருந்தது.
4. அதிலே பொன்னாற்செய்த தூபகலசமும், முழுவதும் பொற்றகடு பொதிந்திருக்கப்பட்ட உடன்படிக்கைப் பெட்டியும் இருந்தன; அந்தப் பெட்டியிலே மன்னா வைக்கப்பட்ட பொற்பாத்திரமும், ஆரோனுடைய தளிர்த்த கோலும், உடன்படிக்கையின் கற்பலகைகளும் இருந்தன.
5. அதற்கு மேலே மகிமையுள்ள கேருபீன்கள் வைக்கப்பட்டுக் கிருபாசனத்தை நிழலிட்டிருந்தன; இவைகளைக் குறித்து விவரமாய்ப்பேச இப்பொழுது சமயமில்லை.
6. இவைகள் இவ்விதமாய் ஆயத்தமாக்கப்பட்டிருக்க, ஆசாரியர்கள் ஆராதனை முறைமைகளை நிறைவேற்றும்படிக்கு முதலாங்கூடாரத்திலே நித்தமும் பிரவேசிப்பார்கள்.
7. இரண்டாங்கூடாரத்திலே பிரதான ஆசாரியன்மாத்திரம் வருஷத்திற்கு ஒருதரம் இரத்தத்தோடே பிரவேசித்து, அந்த இரத்தத்தைத் தனக்காகவும் ஜனங்களுடைய தப்பிதங்களுக்காகவும் செலுத்துவான்.
8. அதினாலே, முதலாங்கூடாரம் நிற்குமளவும் பரிசுத்த ஸ்தலத்திற்குப்போகிற மார்க்கம் இன்னும் வெளிப்படவில்லையென்று பரிசுத்த ஆவியானவர் தெரியப்படுத்தியிருக்கிறார்.
9. அந்தக் கூடாரம் இக்காலத்திற்கு உதவுகிற ஒப்பனையாயிருக்கிறது; அதற்கேற்றபடியே செலுத்தப்பட்டுவருகிற காணிக்கைகளும் பலிகளும் ஆராதனை செய்கிறவனுடைய மனச்சாட்சியைப் பூரணப்படுத்தக்கூடாதவைகளாம்.
10. இவைகள் சீர்திருந்தல் உண்டாகும் காலம்வரைக்கும் நடந்தேறும்படி கட்டளையிடப்பட்ட போஜனபானங்களும், பலவித ஸ்நானங்களும், சரீரத்திற்கேற்ற சடங்குகளுமேயல்லாமல் வேறல்ல.
11. கிறிஸ்துவானவர் வரப்போகிற நன்மைகளுக்குரிய பிரதான ஆசாரியராய் வெளிப்பட்டு, கையினால் செய்யப்பட்டதாகிய இந்தச் சிருஷ்டிசம்பந்தமான கூடாரத்தின் வழியாக அல்ல, பெரிதும் உத்தமமுமான கூடாரத்தின் வழியாகவும்,
12. வெள்ளாட்டுக்கடா, இளங்காளை இவைகளுடைய இரத்தத்தினாலே அல்ல, தம்முடைய சொந்த இரத்தத்தினாலும் ஒரேதரம் மகா பரிசுத்த ஸ்தலத்திலே பிரவேசித்து, நித்திய மீட்பை உண்டுபண்ணினார்.
13. அதெப்படியெனில், காளை வெள்ளாட்டுக்கடா இவைகளின் இரத்தமும், தீட்டுப்பட்டவர்கள்மேல் தெளிக்கப்பட்ட கடாரியின் சாம்பலும், சரீரசுத்தியுண்டாகும்படி பரிசுத்தப்படுத்துமானால்,
14. நித்திய ஆவியினாலே தம்மைத்தாமே பழுதற்ற பலியாக தேவனுக்கு ஒப்புக்கொடுத்த கிறிஸ்துவினுடைய இரத்தம் ஜீவனுள்ள தேவனுக்கு ஊழியஞ்செய்வதற்கு உங்கள் மனச்சாட்சியைச் செத்தக்கிரியைகளறச் சுத்திகரிப்பது எவ்வளவு நிச்சயம்!
15. ஆகையால் முதலாம் உடன்படிக்கையின் காலத்திலே நடந்த அக்கிரமங்களை நிவிர்த்திசெய்யும்பொருட்டு அவர் மரணமடைந்து, அழைக்கப்பட்டவர்கள் வாக்குத்தத்தம்பண்ணப்பட்ட நித்திய சுதந்தரத்தை அடைந்துகொள்வதற்காக, புது உடன்படிக்கையின் மத்தியஸ்தராயிருக்கிறார்.
16. ஏனென்றால், எங்கே மரணசாதனமுண்டோ, அங்கே அந்தச் சாதனத்தை எழுதினவனுடைய மரணமும் உண்டாகவேண்டும்.
17. எப்படியெனில், மரணமுண்டானபின்பே மரணசாதனம் உறுதிப்படும்; அதை எழுதினவன் உயிரோடிருக்கையில் அதற்குப் பெலனில்லையே.
18. அந்தப்படி, முதலாம் உடன்படிக்கையும் இரத்தமில்லாமல் பிரதிஷ்டைபண்ணப்படவில்லை.
19. எப்படியெனில், மோசே, நியாயப்பிரமாணத்தின்படி, சகல ஜனங்களுக்கும் எல்லாக் கட்டளைகளையும் சொன்னபின்பு, இளங்காளை வெள்ளாட்டுக்கடா இவைகளின் இரத்தத்தைத் தண்ணீரோடும், சிவப்பான ஆட்டுமயிரோடும், ஈசோப்போடுங்கூட எடுத்து புஸ்தகத்தின்மேலும் ஜனங்களெல்லார்மேலும் தெளித்து:
20. தேவன் உங்களுக்குக், கட்டளையிட்ட உடன்படிக்கையின் இரத்தம் இதுவே என்று சொன்னான்.
21. இவ்விதமாக, கூடாரத்தின்மேலும் ஆராதனைக்குரிய சகல பணிமூட்டுகளிள்மேலும் இரத்தத்தைத் தெளித்தான்.
22. நியாயப்பிரமாணத்தின்படி கொஞ்சங்குறைய எல்லாம் இரத்தத்தினாலே சுத்திகரிக்கப்படும்; இரத்தஞ்சிந்துதலில்லாமல் மன்னிப்பு உண்டாகாது.
23. ஆதலால், பரலோகத்திலுள்ளவைகளுக்குச் சாயலானவைகள் இப்படிப்பட்ட பலிகளினாலே சுத்திகரிக்கப்படவேண்டியதாயிருந்தது; பரலோகத்திலுள்ளவைகளோ இவைகளிலும் விசேஷித்த பலிகளாலே சுத்திகரிக்கப்படவேண்டியதாமே.
24. அந்தப்படி, மெய்யான பரிசுத்த ஸ்தலத்துக்கு அடையாளமான கையினால் செய்யப்பட்டதாயிருக்கிற பரிசுத்த ஸ்தலத்திலே கிறிஸ்துவானவர் பிரவேசியாமல், பரலோகத்திலேதானே இப்பொழுது நமக்காக தேவனுடைய சமுகத்தில் பிரத்தியட்சமாகும்படி பிரவேசித்திருக்கிறார்.
25. பிரதான ஆசாரியன் அந்நிய இரத்தத்தோடே வருஷந்தோறும் பரிசுத்த ஸ்தலத்துக்குள் பிரவேசிக்கிறதுபோல, அவர் அநேகந்தரம் தம்மைப் பலியிடும்படிக்குப் பிரவேசிக்கவில்லை.
26. அப்படியிருந்ததானால், உலகமுண்டானது முதற்கொண்டு அவர் அநேகந்தரம் பாடுபடவேண்டியதாயிருக்குமே; அப்படியல்ல, அவர் தம்மைத்தாமே பலியிடுகிறதினாலே பாவங்களை நீக்கும்பொருட்டாக இந்தக் கடைசிக்காலத்தில் ஒரேதரம் வெளிப்பட்டார்.
28. கிறிஸ்துவும் அநேகருடைய பாவங்களைச் சுமந்து தீர்க்கும்படிக்கு ஒரேதரம் பலியிடப்பட்டு, தமக்காகக் காத்துக்கொண்டிருக்கிறவர்களுக்கு இரட்சிப்பை அருளும்படி இரண்டாந்தரம் பாவமில்லாமல் தரிசனமாவார். | 2017-12-18T10:46:05Z | http://www.tamil-bible.com/lookup.php?Book=Hebrews&Chapter=9 |
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Woman with two uterus gives birth to healthy twins dgtl-Ebela.in
যমজ সন্তানের জন্ম দিলেন গৃহবধূ, প্রসব করাতে গিয়ে বিস্মিত চিকিৎসকও
নিজস্ব প্রতিবেদন, উত্তর ২৪ পরগনা, এবেলা.ইন | ৭ অক্টোবর, ২০১৭, ১৫:৫৭:১১ | শেষ আপডেট: ১ নভেম্বর, ২০১৭, ১০:৩৪:৫৮
টুম্পাদেবীর বাড়ি বনগাঁর গোপালনগর থানা এলাকার চালকি গ্রামে। তাঁর স্বামী অপূর্ব রায় ভিন রাজ্যে একটি সংস্থায় কাজ করেন।
সদ্যোজাত এক সন্তানের সঙ্গে টুম্পাদেবী। নিজস্ব চিত্র
একটি নয়, দু’টি জরায়ু। আর দু’টির মধ্যেই সন্তান। একটি ছেলে, একটি মেয়ে।
বনগাঁর বাসিন্দা বাইশ বছরের গৃহবধূ টুম্পা রায় যমজ সন্তানের জন্ম দেওয়ার পরে বিস্মিত তাঁর চিকিৎসকই। কারণ চিকিৎসকের দাবি অনুযায়ী, মহিলাদের শরীরে দু’টি জরায়ু থাকার ঘটনা বিরল না হলেও দু’টি জরায়ুর মধ্যে দু’টি সন্তান থাকা বিরল ঘটনা।
টুম্পাদেবীর বাড়ি বনগাঁর গোপালনগর থানা এলাকার চালকি গ্রামে। তাঁর স্বামী অপূর্ব রায় ভিন রাজ্যে একটি সংস্থায় কাজ করেন। এ দিন সকালে সন্তানসম্ভবা টুম্পার রক্তপাত হলে বাড়ির লোকেরাই দ্রুত তাঁকে বনগাঁর একটি নার্সিং হোমে ভর্তি করান। সেখানেই চিকিৎসক বিশ্বজিৎ হালদার টুম্পাদেবীর অস্ত্রোপচার করেন। আর তখনই ধরা পড়ে এই ঘটনা।
মোটা মেয়ের চিকিৎসা করাতে গিয়ে চমকালো গোটা পরিবার, পেটেই বিস্ময়
বিশ্বজিৎবাবু জানিয়েছেন, টুম্পাদেবী কন্যাসন্তানটির প্রসব স্বাভাবিক প্রক্রিয়াতেই হয়। তার পরেই বোঝা যায়, টুম্পাদেবীর জরায়ুর দু’টি খণ্ড। দ্বিতীয় খণ্ডটিতেও একটি সন্তান রয়েছে।
ওই চিকিৎসক জানান, টুম্পাদেবীর জরায়ুর দ্বিতীয় খণ্ডে পুত্রসন্তানটি ছিল। কিন্তু তার অবস্থান এমনভাবে ছিল, যে বাধ্য হয়ে অস্ত্রোপচার করে সেই সন্তান প্রসব করাতে হয়। তাছাড়া টুম্পাদেবীর রক্তপাত শুরু হওয়ায় সিজার না করলে মা এবং সন্তান— দু’জনেরই ক্ষতির আশঙ্কা থাকত। যদিও, অস্ত্রোপচারের পরে টু্ম্পাদেবী এবং তাঁর দুই সন্তানই সুস্থ আছে।
বিশ্বজিৎবাবুর দাবি, মহিলাদের শরীরে দু’টি জরায়ু অনেকের ক্ষেত্রে থাকলেও দু’টি জরায়ুর মধ্যেই সন্তান থাকাটা বিরল ঘটনা। আপাতত চিকিৎসক বিশ্বজিৎবাবুর লক্ষ্য, যে করেই হোক মা এবং সন্তানদের সুস্থ অবস্থায় বাড়ি ফেরত পাঠানো। | 2019-09-17T11:19:26Z | https://ebela.in/health/woman-with-two-uterus-gives-birth-to-healthy-twins-dgtl-1.685967 |
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Loch Palm Golf Club - 카투 - Loch Palm Golf Club의 리뷰 - 트립어드바이저
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How to Speak in the Interview | இன்டர்வியூவில் பேசுவது எப்படி? - Kalvi Dinakaran
8/10/2017 5:54:00 PM
ஈஸி இம்ப்ரஷன் டிப்ஸ்!
கனவு வேலைக்கான அப்ளிகேஷனை அம்சமாக தயாரித்து, சுபமுகூர்த்த தினத்தில் இன்டர்வியூ அழைப்பும் வந்துவிட்டது. அதில் ஃபார்மலான பேச்சு தாண்டி நேர்காணல் செய்பவரோடு செய்யும் ஜாலியாக மாட்லாடும் குட்டிப்பேச்சுகளும் சூப்பர் இம்ப்ரஷனை ஏற்படுத்தி உங்களின் வேலைக்கு கான்க்ரீட் கேரண்டி தரக்கூடும்.
தொடர்புகள் அவசியம்!
ஓட்டேரி நரி, கெடா குமார் போன்ற உங்கள் லோக்கல் நட்புகளைத் தாண்டி வேலைக்கு புரஃபஷலான நிறுவன ஆட்களின் தொடர்பு அவசியம் தேவை. ஹார்வர்ட் யுனிவர்சிட்டியின் ஆய்வு, நேர்காணல் செய்பவர்களோடு, பேசும் திறன் அவசியம் என்று கூறுகிறது. எனவே நேர்காணல் செய்பவர்களின் சமூகதள கணக்குகளை ஃபாலோ செய்தால் அவர்களிடம் பேசுவதற்கான ஐடியாவை பிடிக்கலாம்.
அப்டேட் சாதனைகள் அவசியம்!
அந்த காலத்தில்... என ஜவ்வாக இழுக்காமல் வேலையின் ட்ரெண்டை நூல்பிடித்து பேசுங்கள். நேர்காணல் செய்பவர், குறிப்பிட்ட தலைப்பில் கட்டுரைகளை லிங்க்டு இன் தளத்தில் ஷேர் செய்திருந்தால், பேசுவதற்கு வேறென்ன பாஸ் வேண்டும்? டாபிக்கை எடுங்கள். அமர்க்களமான பேச்சில் உங்கள் சாதனைகளையும் லைட்டாக கலந்து வசீகரமாக டிஸ்கஷன் செய்து குட்மார்க் வாங்குங்க.
கம்பெனியை தெரிஞ்சுக்கோங்க!
மூல பௌத்திர நோட்டீஸை முழுமையாக படிக்கும் ஆர்வத்தை கொஞ்சமே கொஞ்சம் செலவிட்டு, கம்பெனியின் புரொஃபைல் பற்றி ஏடூஇசட் படித்துவிடுங்கள். கம்பெனி தனிப்பெருமையாக, பரம்பரை சொத்தாக நினைப்பது என்ன, ஹிட், ஃபிளாப் திட்டங்கள், ஃப்யூச்சர் பிளான்கள் என்று சமர்த்தாய் உள்வாங்கி ஹோம்வொர்க் செய்தால் உங்கள் மீது ஹெச்ஆரின் கவனம் சூப்பராக ஃபோகஸாகும். வேலையும் கன்ஃபார்மாகும்.
நியூட்ரல் பேச்சு! நிச்சய வெற்றி!
வேலை மீது எவ்வளவு ஆர்வமாக இருக்கிறீர்கள் என்று நீங்கள் வெளிப்படுத்தினால்தானே மற்றவர்களுக்கு தெரியும். எனவே, ஷார்ட் அண்ட் ஸ்வீட்டாக பேசினாலும் கருத்தாக இருந்தால் ஓகே. எந்த டாபிக்காக இருந்தாலும் நியூட்ரலாக பேசுவது நல்லது. டி.ஆர். போல ஆவேச புலியாகி பேச்சில் உணர்ச்சியை கொட்டினால், அந்த நிமிடமே வேலை காலி. கவனம் தேவை!
அனைவருமே முக்கியம்!
இன்டர்வியூ போகும் ஆபீசின் செக்யூரிட்டி, பார்க்கிங் அட்டென்டன்ட் முதற்கொண்டு புன்னகைத்து பேசலாம். வேலை கிடைத்தால் நாளை நீங்கள் பழகப்போவது அவர்களோடுதான் என்பதை மறக்காதீர்கள். மதிப்பளிப்பது, கவனிப்பது ஆகியவை எந்த இடத்திலும் உங்களை சூப்பர் ஸ்பெஷலாக கவனிக்க வைக்கும். இன்டர்வியூக்கு முன்னதாக பேசும் வெட்டிப்பேச்சு என்று அலட்சியம் காட்டாதிருந்தால் எளிதில் வேலையை கைவசப்படுத்தலாம். | 2017-09-20T18:19:59Z | http://kalvi.dinakaran.com/News/Suggestions/3360/How_to_Speak_in_the_Interview.htm |
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PM मोदी पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का निशाना, कहा- 'नोटबंदी एक ग़ैर-ज़रूरी रोमांच था' - The Siasat Daily
September 23, 2017, 12:16 PM IST Khaas Khabar
एक बार फिर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है । मनमोहन सिंह ने शुक्रवार (22 सितंबर) को कहा कि ‘नोटबंदी एक गैर-जरूरी रोमांच’ था । डॉ सिंह ने कहा कि ऐसे कदम को कुछ लैटिन अमेरिकी और अफ्रीकन देशों को छोड़कर दुनिया में कहीं भी सफलता नहीं मिली।
इससे पहले पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि ‘जीएसटी और नोटबंदी का जल्दबाजी में क्रियान्वन आर्थिक प्रगति पर नकरात्मक असर जरूर डालेगा ।’ मोहाली में छात्रों को संबोधित करते हुए मनमोहन सिंह ने कहा, ”मुझे नहीं लगता कि आर्थिक और तकनीकी तौर पर इस रोमांच की जरूरत थी। अगर सिस्टम दे 86 फीसदी करेंसी निकाल ली जाती है तो गिरावट तो होगी ही।”
डॉ मनमोहन सिंह ने एक बार फिर कहा कि अर्थव्यवस्था की रफ्तार नोटबंदी की वजह से धीमी हुई और इसमें जीएसटी को लागू करने में आ रही दिक्कतों का भी योगदान हैं। चालू वित्त वर्ष की जून में खत्म हुई तिमाही के दौरान देश के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट दर्ज की गई और यह वित्त वर्ष 2016-17 की चौथी तिमाही के 6.1 फीसदी से घटकर 5.7 फीसदी पर आ गई। पिछले साल इसी तिमाही में जीडीपी वृद्धि दर 7.9 फीसदी थी।
पिछले साल संसद में बोलते हुए मनमोहन सिंह ने सिंह ने कहा था कि जीडीपी में दो प्रतिशत की गिरावट होगी । उन्होंने कहा था कि नोटबंदी एक ‘ऐतिहासिक आपदा, संगठित और कानूनी लूट’ है। मनमोहन सिंह ने कहा, ”हमें अपने विकास के मुद्दे को सुलझाने के लिए 7 से 8 फीसदी की दर से प्रगति करनी होगी।”
इसी महीने, रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भी कहा था कि नोटबंदी की वजह से देश की जीडीपी में 1 से 2 फीसदी की गिरावट आई है जो करीब 2 लाख करोड़ रुपये के बराबर बैठता है । मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा, ”असहमति के सम्मान, और कानून का शासन लोकतांत्रिक राज-व्यवस्था का आंतरिक हिस्सा हैं।” | 2018-04-25T10:49:28Z | https://hindi.siasat.com/news/demonetisation-not-required-all-says-ex-pm-manmohan-singh-892053/ |
jharkhand jdu pesident jaleswar mahto join congress
झारखंड प्रदेश जदयू अध्यक्ष जलेश्वर ने राहुल का थामा हाथ, नीतीश को झटका
Publish Date:Sat, 29 Dec 2018 05:32 PM (IST)
भाजपा और जदयू में गठबंधन है। बाघमारा से भाजपा के ढुलू महतो सीटिंग विधायक हैं। ऐसे में भाजपा जलेश्वर के लिए बाघमारा सीट छोड़ नहीं सकती।
धनबाद, जेएनएन। झारखंड प्रदेश जदयू अध्यक्ष जलेश्वर महतो ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है। महतो ने शनिवार को नई दिल्ली में कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की। उन्हें धनबाद जिले के बाघमारा विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव में टिकट का आश्वासन मिला है। महतो के इस फैसले से जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को झारखंड में बड़ा झटका लगा है। महतो झारखंड में नीतीश के खास लोगों में शुमार किए जाते थे।
झारखंड के पूर्व मंत्री जलेश्वर महतो ने बाघमारा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा विधायक ढुलू महतो के खिलाफ आंदोलन छेड़ रखा था। साथ ही आने वाले दिनों में महतो बाघमारा सीट भाजपा के खाते में जाने की प्रबंल संभावना से अपने भविष्य को लेकर चिंतित थे। चूंकि, भाजपा और जदयू में गठबंधन है। बाघमारा से भाजपा के ढुलू महतो सीटिंग विधायक हैं। ऐसे में भाजपा जलेश्वर के लिए बाघमारा सीट छोड़ नहीं सकती। ढुलू ने 2009 के विधानसभा चुनाव में जलेश्वर को परास्त कर विधायक बने थे।
शनिवार को नई दिल्ली में महतो का कांग्रेस में पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने स्वागत किया। इस माैके पर झारखंड प्रदेश कांग्रेस प्रभारी आरपीएन सिंह भी माैजूद थे। कांग्रेेस में शामिल होने के सवाल पर जलेश्वर ने कहा कि भाजपा सरकार के संरक्षण में ढुलू ने बाघमारा में माफियाराज कायम कर रखा है। इसके खात्मा के लिए वह कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
दामोदर नदी मार्ग से 11 नाव बंगाल ले जातीं चोरी का कोयला
# jharkhand jdu pesident
# jaleswar mahto
# join congress
# बाघमारा | 2020-02-17T00:39:56Z | https://www.jagran.com/jharkhand/dhanbad-jharkhand-jdu-pesident-jaleswar-mahto-join-congress-18799765.html |
सोने की कीमतों में भारी गिरावट | Hindi News Live, Breaking News In Hindi, हिंदी न्यूज़- UPUKLive
नई दिल्ली। घरेलू बाजार में वैवाहिक जेवराती मांग कमजोर पडऩे से शनिवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 300 रुपये लुढ़ककर 33,000 के आंकड़े से नीचे 32,870 रुपये प्रति दस ग्राम पर आ गया। सिक्का निर्माताओं के उठाव में आयी कमी चांदी भी 25 रुपये की गिरावट में 37,600 रुपये प्रति किलोग्राम बोली गई।
लंदन एवं न्यूयॉर्क से मिली जानकारी के अनुसार, सोना हाजिर शुक्रवार को तेज गिरावट में 1,277.25 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। जून का अमेरिकी सोना वायदा भी गिरावट के साथ 1,277.40 डॉलर प्रति औंस पर रहा।
बाजार विश्लेषकों ने बताया कि दुनिया की अन्य प्रमुख मुद्राओं के बास्केट में डॉलर के दो सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने से सप्ताहांत पर पीली धातु की मांग कमजोर पड़ गयी। इसके अलावा इस पर मुनाफावसूली का दबाव भी रहा। अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में चाँदी हाजिर भी गिरावट के साथ 14.55 डॉलर प्रति औंस के भाव बिकी।
Hindi News Live, Breaking News In Hindi, हिंदी न्यूज़- UPUKLive: सोने की कीमतों में भारी गिरावट
https://1.bp.blogspot.com/-_R33Be4FZeY/XOALwunTG_I/AAAAAAAEKe4/DgGXiTwgutIhmg7k2bMQliw3gNlTOngYgCLcBGAs/s640/gold-4.jpg
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http://www.upuklive.com/2019/05/gold.html | 2019-09-18T07:32:44Z | http://www.upuklive.com/2019/05/gold.html |
Google-parent Alphabet To Donate 800 Million Dollar In Response To Coronavirus Crisis- Inext Live
⁄ Google-parent Alphabet to donate 800 million dollar in response to coronavirus crisis
2020-03-28T19:24:19Z
कोरोना वायरस से लड़ने के लिए उपयोग की जाने वाली चिकित्सा आपूर्ति के उत्पादन के लिए Google 800 मिलियन डॉलर से अधिक धनराशि दान करेगा। कंपनी के सीईओ सुंदर पिचाई ने इस बात की जानकारी दी है।
सैन फ्रांसिस्को (रॉयटर्स)। गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने शुक्रवार को बताया कि Alphabet Inc कोरोना वायरस से लड़ने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली चिकित्सा आपूर्ति के उत्पादन के लिए 800 मिलियन डॉलर से अधिक का दान करेगा। उन्होंने अपने बयान में कहा कि कंपनी 2 मिलियन से 3 मिलियन फेस मास्क का उत्पादन करने के लिए मैगिड ग्लोव एंड सेफ्टी के साथ काम कर रही है और चिकित्सा उपकरणों और व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरणों के निर्माण के लिए उत्पादन क्षमता को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक रूप से कंपनी का समर्थन करेगी। बता दें कि तेजी से फैलने वाले इस वायरस ने दुनिया भर में लगभग 25,000 लोगों को मार डाला है। इसके अलावा, दुनिया भर में स्वास्थ्य सेवाओं को बाधित कर दिया है। वहीं, इसके चलते फेस मास्क और वेंटिलेटर सहित चिकित्सा उपकरणों की कमी भी हो गई है।
सरकार व वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन का सपोर्ट करेगी कंपनी
पिचाई ने अपने ब्लॉग में कहा, 'कंपनी अपने प्लेटफॉर्म पर सक्रिय छोटे और मझोले कारोबारियों को Google ऐड क्रेडिट में 340 मिलियन डॉलर और वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन व कई सरकारी एजेंसियों के लिए 250 मिलियन डॉलर का एड ग्रांट देगी।' दुनिया भर में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। अकेले यूरोप में 300,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं। इसके अलावा, दुनिया भर में अब तक कोरोना वायरस के 596,247 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, 133,307 लोग इस वायरस से अब तक ठीक हो गए हैं। पिछले दिन यानी कि शुक्रवार को विश्व भर में कोरोना वायरस के 64,763 नए मामले सामने आए और 3239 मौतें हुईं।
Tags:Coronavirus, Coronavirus Death, Coronavirus Spread, Coronavirus Outbreak, Chinese Virus, Covid 19, Coronavirus Impact, Google, Coronavirus Crisis,
Coronavirus In India: 24 घंटे में भारत में बढ़े रिकाॅर्ड 7466 नए केस चीन से ज्यादा भारत में मौत
टिड्डी हमले को देखते हुए हिमाचल में हाई अलर्ट अगली बार इन्हें बाॅर्डर पर ही मारने की तैयारी
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लॉकडाउन बढ़ाया जाए या नहीं रात में अमित शाह ने सभी मुख्यमंत्रियों को मिलाया फोन
ट्विंकल ने सोशल मीडिया पर अक्षय कुमार को लगाई लताड़ एक्टर बोले 'मेरे पेट पर मत मारो लात'
शेफाली जरीवाला उड़ान भर पहुंची मुंबई से दिल्ली ससुर के निधन पर जाना था परिवार के पास | 2020-05-30T05:44:21Z | https://www.inextlive.com/lite/google-parent-alphabet-to-donate-800-million-dollar-in-response-to-coronavirus-crisis-202003280039 |
शाखाएं समाज हित के उपक्रम की योजना करें- डॉ. भागवत | Viswa Samvada Kendra Jaipur
by Vjaipur · September 14, 2017
विसंके जयपुर, 14 सितम्बर। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत ने कहा कि राजस्थान में जिन शाखाओं को पर्याप्त समय हुआ है, उन शाखाओं को समाज परिवर्तन के लिए समाज हित के उपक्रम प्रारंभ कर अपनी भूमिका का निर्वहन करना चाहिए। डॉ. भागवत ने गुरूवार को जयपुर के भारती भवन में आयोजित संघ के राजस्थान क्षेत्र की कार्यकारिणी की बैठक को सम्बोधित किया।
पत्रकारों को जानकारी देते राजस्थान क्षेत्र के संघचालक डॉ. भगवती प्रसाद जी
Next story स्वस्थ समाज व सफल राष्ट्र के लिए सामाजिक समरसता प्रथम आवश्यकता – सरसंघचालक
Previous story पूज्य सरसंघचालक डॉ. मोहनराव भागवत राजस्थान क्षेत्र प्रवास पर जयपुर पहुंचे | 2019-02-22T08:46:05Z | http://vskjaipur.org/news/%E0%A4%B6%E0%A4%BE%E0%A4%96%E0%A4%BE%E0%A4%8F%E0%A4%82-%E0%A4%B8%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%9C-%E0%A4%B9%E0%A4%BF%E0%A4%A4-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%89%E0%A4%AA%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%AE/ |
डॉ. मुख़र्जी प्रसन्ता, ऑबस्टेट्रीशियन ऐंड़ गॉयनेकॉलाजिस्ट (प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ), हावड़ा, पश्चिम बंगाल, Obstetrics & Gynecology, Howrah, West Bengal - Medindia Hindi
डॉ. मुख़र्जी प्रसन्ता - ऑबस्टेट्रीक्स ऐंड़ गॉयनेकॉलजी (प्रसूति एवं स्त्री रोग)
डॉ. मुख़र्जी प्रसन्ता - ऑबस्टेट्रीशियन ऐंड़ गॉयनेकॉलाजिस्ट (प्रसूति एवं स्त्री रोग विशेषज्ञ)
डॉ. मुख़र्जी प्रसन्ता | 2020-01-24T19:39:25Z | https://hi.medindia.net/patients/doctor_search/dr-mukherjee-prasanta-obstetrics-and-gynaecology-howrah-west-bengal-199163-1.htm |
Representatives News, Representatives की ताज़ा ख़बर, Representatives हिंदी न्यूज़ page1
जन प्रतिनिधियों व छात्र नेताओं पर मुकदमा दर्ज कराने पर भड़के लोग
जन प्रतिनिधियों व छात्र नेताओं पर दर्ज मुकदमों सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर स्थानीय लोगों ने श्रीदेव सुमन विवि मुख्यालय बादशाहीथौल गेट पर अनिश्चितकालीन धरना शुरु कर दिया है। लोगों ने विवि प्रशासन...
Wed, 18 Sep 2019 05:11 PM IST People-raging Register Cases Against Public Representatives Student Leaders अन्य...
ग्राम पंचायत बागी में निर्विरोध चुने गये प्रतिनिधि
कालसी। विकासखंड अंर्तगत ग्राम पंचायत व क्षेत्र पंचायत बागी में भी जौनसार क्षेत्र की परंपरा को आगे बढ़ाते हुए पहली बार निर्विरोध रूप से प्रतिनिधि चुने गये। रविवार को गांव में आयोजित बैठक में ग्रामीणों...
Sun, 15 Sep 2019 05:51 PM IST Representatives Elected Unopposed Village Panchayat Rebel अन्य...
पंचायतों के प्रतिनिधि पूर्ण मद्य निषेध में करें प्रशासन को सहयोग: आयुक्त
जिले की 234 पंचायतों के जनप्रतिनिधि अगर प्रशासन का सहयोग करें तो जिले को पूर्ण रूप से मद्य निषेध किया जा सकता...
Sat, 14 Sep 2019 07:08 PM IST Representatives Of-panchayats Should Cooperate-with Administration In-complete-prohibition-commissioner अन्य...
पूर्व सरकार और जनप्रतिनिधयों ने की क्षेत्र की अनदेखी: सांसद
भाजपा के पार्षद प्रवास कार्यक्रम के तहत सोमवार को प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रोजेक्ट हाई स्कूल में भाजपा कार्यकर्ताओं की बैठक...
Tue, 10 Sep 2019 01:15 AM IST Former Government Representatives Ignore अन्य...
जनप्रतिनिधि और निगम प्रशासन कर रहे क्षेत्रवासियों की उपेक्षा
शहर से कूड़ाघर हटाने को जागृति एक प्रयास संस्था का क्रमिक अनशन तीसरे दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारियों ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों व निगम प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाया...
Sun, 25 Aug 2019 06:40 PM IST Public Representatives Corporate Administrators Ignore Regional People अन्य...
प्रशासन और प्रतिनिधियों की बैठक में उठे प्रभावी मुद्दे
Sat, 24 Aug 2019 10:10 PM IST Effective Issues Raised Meeting Representatives अन्य...
जनप्रतिनिधि नहीं दे रहे क्षेत्र की समस्याओं पर ध्यान
शहर से कूड़ाघर हटाने को जागृति एक प्रयास संस्था का क्रमिक अनशन दूसरे दिन भी जारी रहा। आंदोलनकारियों ने कहा कि क्षेत्र के जनप्रतिनिधि सिर्फ फोटो शेसन तक सीमित हैं, धरातल पर किसी को भी क्षेत्र की...
Sat, 24 Aug 2019 07:00 PM IST Public Representatives Not Paying Attention Problems Area अन्य...
मंगलौर में खराब पड़े हैंडपंपों की होगी मरम्मत
नारसन विकास खंड कार्यालय में क्षेत्र पंचायत की बैठक का आयोजन किया गया। जिसमें क्षेत्र के सभी ग्राम प्रधानों व अन्य जनप्रतिनिधियों के अलावा झबरेड़ा विधायक देशराज कर्णवाल ने भी प्रतिभाग किया। बैठक में...
Sat, 17 Aug 2019 07:35 PM IST Manglor Public Representatives Heard अन्य...
पंचायत प्रतिनिधियों को दी विदाई
ब्लाक सभागार में आयोजित समारोह में विकास विभाग के कर्मियों ने ग्राम प्रधानों और क्षेत्र पंचायत सदस्यों को विदाई दी। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह बत्र्वाल ने कहा कि प्रधानों और क्षेत्र...
Wed, 14 Aug 2019 02:13 PM IST Farewell Panchayat Representatives
डॉक्टरों ने डेंगू को लेकर किया जागरूक
सीएससी विकासनगर की ओर से की गई गोष्ठी डेंगू के लक्ष्ण मिलने पर तुरंत डॉक्टरों से मिलें विकासनगर। कार्यालय संवाददाताडेंगू से बचाव को लेकर सीएचसी विकासनगर की ओर से नगर पालिका में एक गोष्ठी आयोजित की...
Tue, 13 Aug 2019 06:33 PM IST Municipality Officials Employees Representatives Aware Dengue Seminar अन्य... | 2019-09-21T16:33:43Z | https://www.livehindustan.com/tags/representatives |
सिर्फ लड़ने वाली ही नहीं, दोस्त भी होती है सास-mobile
पंजाब केसरी(रिश्ते-नाते)- शादी का रिश्ता सिर्फ पति-पत्नी के बीच का ही नहीं होता बल्कि यह रिश्ता दोनों परिवार के बीच भी बंधा होता है। शादी के बाद लड़की उतना समय अपने पति के साथ नहीं बिताती जितना सास के साथ। दोनों के बीच अच्छा तालमेल बैठ जाए तो जिंदगी स्वर्ग बन जाती है। सास-बहू के बीच छोटी-छोटी बातों को लेकर नोक-झोंक रहे तो परिवार में तनाव बना रहता है। यह बात भी जरूरी नहीं कि हर आदत एक जैसी हो, कुछ औरतें अपनी बहू से इसलिए भी ईर्ष्या करती हैं कि उनका बेटा कहीं मां को भूलकर बीवी की बातें ही न सुनने लगे।
सास को हमेशा इस बात का दुख सताता रहता है कि उनका बेटा शादी के बाज बदल गया है। उसे हमेशा इस बात की गलतफहमी लगी रहती है कि उनकी बहू बेटे के लिए ठीक नहीं है। 2. छोटी-छोटी बात पर टोकना
कुछ सास बहू की हर बात पर नजर रखती हैं। आप कहा जा रही हैं, कितने समय के लिए कहां बैठी हैं। कौन सा काम आज नहीं किया या फिर आप क्या कर रही हैं और क्या नहीं। इन सब पर सास की नजर रहती है। 3. हर समय चलाकी करना
कुछ औरतें अपने बेटे और बहू के बीच दूरियां बढ़ाने के लिए बातें इधर से उधर करती हैं। वह बड़ी चलाकी से बेटे के कान भरती हैं, जिससे आपके पति के लिए भी यह तय करना मुश्किल हो जाता है कि वो किसे चुनें बीवी को या फिर मां को। 4. हुकूम चलाना
कुछ सास चाहती हैं कि उनकी बहू जो भी काम करें उनसे पूछ कर करे। जिससे सास की अहमियत बनी रहे। कहीं पर जाना हो तो पहले सास की इजाजत ले। बाहर जाकर बार-बार कॉल करे। आपको समझने में थोड़ी देर लगेगी लेकिन असल में वह आपकी फिक्रमंद होती है। 5. दोस्त की तरह साथ यह जरूरी नहीं कि सास हमेशा ही बुरी होती है। वह आपको प्यार करती है और बहुत बार जिंदगी की मुश्किलों में दोस्त की तरह साथ भी देती है। आपकी सास कुछ इस तरह की है तो समझ जाएं कि किसी तरह का दुख आपके पास आ भी नहीं सकता। विवाह प्रस्ताव की तलाश कर रहे हैं ? भारत मैट्रीमोनी में निःशुल्क रजिस्टर करें ! Latest News | 2017-06-26T22:24:29Z | http://m.nari.punjabkesari.in/nari/news/nature-of-mother-in-law-632242 |
हमदानी - रश्मिशील | साहित्य कुंज
ज़ंज़ीबार की लोककथा
किसी समय एक बहुत ग़रीब आदमी रहता था जिसका नाम हमदानी था। पेट भरने के लिए वह द्वार-द्वार भिक्षा माँगता था और कभी-कभी कुछ चीज़ें चुपके से उठा लेता था। कुछ समय बाद लोग यह बात जान गए और उसे भिक्षा देना बंद कर दिया ताकि वह उनके घरों से दूर रहे। अतः मजबूर होकर उसे गाँव के घूरे (कूड़े के ढेर) पर जाना पड़ा जहाँ से अनाज के दाने बीन कर लाने पड़ते ताकि वह अपनी भूख मिटा सके।
एक दिन भाग्य उस पर मुस्करा रहा था। उस दिन कूड़े के ढेर में उसे एक डाइम (दस सेंट का सिक्का) मिल गया जिसे उसने अपनी जेब में रख लिया। वह भोजन के लिए दानों की तलाश करता रहा पर उसे कुछ नहीं मिला।
"अरे ठीक तो है," उसने स्वतः कहा, "अब मेरे पास एक डाइम है। अब मैं ठीक से व्यवस्थित हो चुका हूँ। मैं घर जाऊँगा और एक झपकी लूँगा।"
अगली सुबह जैसे ही घूरे पर पहुँचा उसने देहात से आते हुए एक आदमी को देखा जो पेड़ की टहनियों से बना एक पिंजरा ले जा रहा था। उसने पुकारा, "ओ भाई, उस पिंजरे में क्या ले जा रहे हो?"
उसने बताया, "चिकारा (एक प्रकार का छोटा हिरन)।"
हमदानी ने बुलाया, "इनको यहाँ लाओ मैं देखना चाहता हूँ।"
कुछ सम्पन्न लोग वहाँ पास ही खड़े थे। उन्होंने उसे जाने से मना कर दिया।
"क्यों महाशय," उसने पूछा।
उन्होंने कहा, "उस ग़रीब आदमी के पास कुछ भी नहीं है- एक सेंट तक नहीं। प्रतिदिन वह इस कूड़े के ढेर को खंगालता है और जो थोड़ा बहुत अन्न मिल जाता है उसी से गुज़ारा करता है। यदि उसके पास धन होता तो क्या वह चिकारा की जगह अपना भोजन नहीं खरीद लेता! वह चिकारा देखकर आँखों को तृप्त करना चाहता है।"
लेकिन चिकारा विक्रेता ने उनकी बातों पर ध्यान नहीं दिया और हमदानी के पास पहुँचा। हमदानी ने पूछा, "एक चिकारा की क्या क़ीमत है? मैं एक डाइम तक में इसे ख़रीद लूँगा।"
आसपास खड़े लोग हँसने लगे। लेकिन हमदानी ने एक डाइम निकाला और व्यापारी को देते हुए कहा, "भले आदमी, इसके बदले मुझे एक चिकारा दे दो।"
इस पर व्यापारी ने एक छोटा चिकारा पिंजरे से निकाला और उसे पकड़ाते हुए कहा, "लो भाई, लो, इसे मैं किजिपा कहकर बुलाता हूँ।"
हमदानी बहुत प्रसन्न था और अपना जीवन वैसे ही चलाता रहा। रात होने पर वह और चिकारा साथ-साथ सोते। ऐसा एक सप्ताह तक चलता रहा।
तब एक रात को हमदानी जाग पड़ा। उसने सुना कोई कह रहा है। "मालिक" यह आवाज़ सुनकर वह उठकर बैठ गया और बोला, "मैं यहाँ हूँ, कौन बुला रहा है?"
चिकारा ने उत्तर दिया, "मैं बुला रहा हूँ।
यह सुनकर वह भिक्षुक इतना डर गया कि यह नहीं समझ पाया कि वह बेहोश हो जाए या उठकर खड़ा हो जाए या भाग जाए। उसने कहा, "क्या संसार में किसी ने सुना है कि चिकारा भी बोलता है?"
चिकारा हँसा, "बस कह चुके? इससे भी अधिक आश्चर्यजनक चीज़ें संसार में हैं। लेकिन अब सुनो मैंने तुम्हें क्यों पुकारा!"
"अवश्य; मैं तुम्हारा एक-एक शब्द सुनूँगा," आदमी ने कहा।
"ठीक है।" किजिपा ने कहा, "अब तुम मेरे मालिक हो और मैं तुमसे छूटकर भाग भी नहीं सकता। लेकिन तुम बहुत ग़रीब हो और अनाज के कुछ दानों के लिए कूड़े के ढेर को खंगालना तुम्हारे लिए बहुत अच्छा हो सकता है पर मेरे लिए नहीं। यदि ऐसा ही चलता रहा तो मैं भूख से मर जाऊँगा। अतः प्रत्येक दिन सुबह मुझे जाने की आज्ञा दो ताकि मैं अपना भोजन प्राप्त कर सकूँ और शाम को तुम्हारे पास लौट आऊँ, यह मेरा वादा है।"
"ठीक है, मैं अपनी सहमति देता हूँ।"
तब से किजिपा हर सुबह चला जाता और रात तक लौट आता। लेकिन छठे दिन की बात है कि जब किजिपा झाड़ियों में घुसकर पत्तियाँ और एक विशाल वृक्ष के नीचे घास खा रहा था उसने एक चमकता हुआ काफ़ी बड़ा हीरा देखा। किजिपा ने कहा, "ओऽ होऽ, यहाँ तो एक बादशाहत के मूल्य की संपत्ति पड़ी है। अगर मैं इसे अपने मालिक के पास ले जाता हूँ तो अवश्य ही वह मारा जाएगा। मैं किसी शक्तिशाली व्यक्ति की तलाश करूँगा जो इसका उचित प्रयोग कर सके।“
और इस तरह, उस रात किजिपा वापस नहीं लौटा। वह महानगर में सीधे सुलतान के महल की ओर चल पड़ा। रास्ते से गुज़रने वाले लोग ठहर कर इस हैरतअंगेज़ नज़ारे को देखते कि एक चिकारा अपने दाँतों से हरे पत्तों में लिपटी कोई चीज़ दबाए मुख्य मार्ग पर दौड़ रहा है।
सुलतान अपने महल के दरवाज़े पर बैठा था तभी किजिपा ने अपने मुँह में दबाया हुआ हीरा वहाँ डाल लिया और वहीं पास में लेट गया और हर्ष से चीखते हुए कहा, "मालिक, आदाबअर्ज़ है।"
"सुलतान ने कहा, "ख़ुदा ख़ैर करे! आओ, मेरे पास आओ।"
और किजिपा ने कहा, "मालिक, जो समाचार मैं लाया हूँ पता नहीं आप उसे कैसे लें! मैं यहाँ एक पारिवारिक संबंध के लिए अधीर हूँ।"
सुलतान ने कहा, "अपना संदेश कहो।"
किजिपा ने कहा, "ठीक है, मेरे द्वारा लाई गई इस धरोहर को देखिए," और पत्तों में लिपटा हुआ हीरा उसने सुलतान की गोद में डाल दिया। सुलतान आश्चर्य से अभिभूत हो उठा।
चिकारे ने कहा, "मैं यह धरोहर अपने मालिक सुलतान दाराई की ओर से लाया हूँ। उसने सुना है कि आपकी एक विवाह-योग्य कन्या है।"
"अपनी बेटी से शादी करने के लिए मैं सुलतान दाराई को सहमति देता हूँ। मुझे उनसे अब कोई भी और चीज़ नहीं चाहिए। वे खाली हाथ चले आएँ क्योंकि वे अच्छे आदमी होंगे।"
किजिपा ने उनसे विदा ली और भिखारी के पास लौट आया।
उसने हमदानी को रोते हुए पाया। वह प्यार से उसके गले लगा फिर कहा, "चलो, चलो, चुप हो जाओ मेरे मालिक। मैं तुम्हारे लिए ख़ुशख़बरी लाया हूँ।" फिर उसने सारी बात बताई।
शीघ्र ही दोनों महानगर के रास्ते पर थे। किजिपा ने अपने मालिक को इस बात के लिए राज़ी कर लिया कि वह एक चश्मे में स्नान कर ले ताकि वह साफ़-सुथरा नज़र आए। जब वे जंगल में पहुँचे तो चिकारे ने अपने मालिक से कहा, "यहीं लेट जाएँ।" जब हमदानी लेट गया तो चिकारे ने एक छड़ी से उसकी ख़ूब पिटाई की।
फिर चिकारे ने कहा, "अब मैं जा रहा हूँ लेकिन आप इस जगह से हिलना तक नहीं।"
इसके बाद वह दौड़ता हुआ गया और सुलतान के महल में जा पहुँचा जहाँ हर कोई सुलतान दाराई का इंतज़ार कर रहा था। लेकिन चिकारा अकेले ही प्रकट हुआ और सुलतान से कहा, "मेरे मालिक, आपका दिन शुभ हो।" सुलतान ने उसके अभिवादन का उत्तर देने के बाद पूछा कि क्या समाचार है! किजिपा ने उसाँस लेते हुए कहा, "कुछ मत पूछिए! मैं मुश्किल से चलकर आ पाया हूँ। समाचार दुखद है।"
"आख़िर हुआ क्या?" सुलतान ने पूछा।
और किजिपा ने एक दुर्भाग्यपूर्ण कहानी गढ़ी कि कैसे घने जंगल में लुटेरों ने मालिक को पीटा और लूटा। यहाँ तक कि उसका आखिरी कपड़ा तक उतार लिया।
सुलतान ने तत्काल नौकरों को ढेर सारे कपड़े लाने का आदेश दिया। आ जाने पर उनमें से बढ़िया पोशाकें छाँटी। उन्होंने इसके अतिरिक्त चिकारे को उसके मालिक के लिए एक घोड़ा भी दिया। सामान और घोड़े के साथ चिकारा रवाना हुआ।
किजिपा ने अपने मालिक को बढ़िया वस्त्र पहनाए और घोड़े पर बिठा दिया। वे कुछ ही दूर चले थे कि चिकारे ने रोककर कहा, "सुनो, अब तुम्हें देखने वाला कोई व्यक्ति नहीं कह सकता कि तुम वही हो जो कल तक घूरा खंगालता था।"
महल में सुलतान ने बहुत बड़ी दावत दी और शीघ्र ही हमदानी और अपनी बेटी का विवाह कर दिया। हमदानी के सुख के दिन शुरू हो गए।
किजिपा ने यह कहते हुए अपने मालिक से विदा ली कि वह शीघ्र ही लौटकर आएगा। मालिक ने उसे विदा देने और अपनी ख़ूबसूरत बीबी के साथ अकेले रहने में प्रसन्नता का अनुभव किया।
चिकारा जंगल में भटकने लगा। एक दिन उसने स्वयं से कहा, "मेरे विचार से मेरे मालिक का आचरण बड़ा विचित्र था। मैंने तमाम समय उनके साथ अच्छाई ही की है। मैं इस क़स्बे में आया, उसके लिए कितने ख़तरे उठाए और उसे सब कुछ दे दिया। तथापि उसने कभी नहीं पूछा, "यह मैंने कैसे किया?" इसके विपरीत उसने मेरे लिए कुछ नहीं किया। मैं चाहूँगा कि वह भी मेरे लिए कुछ करे!"
अतः वह जंगल में रहने वाली एक बुढ़िया की झोपड़ी में पहुँचा और उसे बताया कि उसके पेट में दर्द है, बुखार-सा लग रहा है और शरीर में भी दर्द है। उससे कहा, "आप मेरे मालिक से जाकर कहिए कि मैं बहुत बीमार हूँ और मुझे उसकी ज़रूरत है।" औरत चली गई और वहाँ पहुँचकर देखा कि मालिक और मालकिन संगमरमर के काऊच पर बैठे हैं, वे भारत से आए रेशमी परिधान धारण किए हैं। उसने चिकारे के कष्टों के बारे में बताया। लेकिन मालिक ने सिर्फ़ इतना किया कि एक कटोरा सस्ते किस्म का दलिया भेज दिया। इसे पा चिकारा निराश हो गया। उसने मालिक को दूसरा अवसर देना चाहा।
उसने बुढ़िया से कहा, "मेरे मालिक के पास एक बार फिर जाओ और बताओ मैं इतना बीमार हूँ कि दलिया नहीं खा सकता।"
जब बुढ़िया दुबारा पहुँची तो मालिक बहुत क्रोधित हो उठा। उसकी पत्नी, सुलतान की बेटी, तो रोने लगी और कहा, "किसी आदमी की एहसान फ़रामोशी ही उसकी तबाही होती है।"
आदमी गरज उठा, "मुझसे इस तरह बात करने का मतलब क्या है?"
"अगर सलाह ठीक से ली जाए तो आशीर्वाद-स्वरूप होती है। एक पति को अपनी पत्नी को और पत्नी द्वारा पति को सलाह दी जानी चाहिए," पत्नी ने कहा।
"मैं उस चिकारे के लिए कुछ नहीं करना चाहता जिसे मैंने एक डाइम में खरीदा था।" उसने बुढ़िया को फिर वापस भेज दिया।
इस प्रकार वह बुढ़िया जंगल वापस पहुँची और पाया कि चिकारे की हालत वास्तव में ख़राब है। हमदानी की बीबी ने चुपके से खाने के लिए कुछ चावल और लेटने के लिए एक तकिया भिजवा दिया। लेकिन तब तक देर हो चुकी थी क्योंकि इस बीच चिकारे ने दुखी होकर प्राण त्याग दिए थे।
जब लोगों ने यह सुना कि चिकारे की मृत्यु हो गई है तो वे रोने लगे। हमदानी की पत्नी भी रोने लगी। लेकिन हमदानी के क्रोध की सीमा नहीं थी। उसने कहा, "तुम लोग एक चिकारे पर, जिसे मैंने एक डाइम में ख़रीदा था, इतना तूफ़ान तो ऐसे खड़ा कर रहे हो, जैसे मैं ही मर गया हूँ।"
इस बीच अपने पति को निर्दयी पाकर उसकी पत्नी ने अपने पिता को पत्र लिखा कि वे सीधे उसके पास आएँ। पत्र पाकर सुलतान अपने अनुचरों के साथ शीघ्रता से अपनी बेटी के पास पहुँचा। वहाँ उसे किजिपा की मृत्यु के बारे में पता चला और यह भी कि हमदानी ने किजिपा का शव एक कुएँ में फेंक दिया है। वह बहुत रोया, अपने नौकरों को कुएँ में उतारा ताकि वे किजिपा का शव ऊपर ला सकें और वह उसे अपने साथ ले जाकर दफ़ना सके।
उस रात महिला ने सपना देखा कि वह अपने पिता के घर वापस आ गई है और जब वह सोकर उठी तो उसने पाया कि वह बिस्तर पर है और अपने शहर में फिर आ गई है।
और उसके पति ने भी सपना देखा कि वह घूरे के ढेर पर पहुँच गया है और उसे खंगाल रहा है। अनाज के दानों की तलाश में उसके दोनों हाथ मिट्टी में सने हैं। बच्चे पास से गुज़र रहे हैं और उसे देखकर उस पर हँस रहे हैं और उससे पूछ रहे हैं, "अरे हमदानी, तुम कहाँ थे? हम तो सोचते थे कि तुम मर चुके हो।"
इस तरह, सुलतान की बेटी आख़िर तक प्रसन्नतापूर्वक रही और भिखारी, पहले की तरह, मरने तक घूरे को खंगालता रहा।
यदि यह कहानी अच्छी है तो इसकी अच्छाई के सभी भागीदार हैं और यदि यह बुरी है तो इसकी बुराई कहने वालों के ज़िम्मे है। | 2019-06-24T23:34:23Z | http://sahityakunj.net/entries/view/hamdaanee |
Korea Weekly :: 한국주간 - Shark Attack Rise
현재시간: (EST) 2019년 12월 12일, 목 2:50 pm
Shark Attack Rise
플로리다 북동부 해안서 연이은 상어공격 발생
지난 한달새 4차례, 인명 피해는 없어
▲플로리다주에 가장 많이 출현하는 '황소 상어'.
(올랜도=코리아위클리) 김명곤 기자 = 지난 29일 잭슨빌 비치에서 서핑을 즐기던 23세 남성이 상어에 팔을 물렸다. 오루코란 이름의 이 남성은 다른 서핑 동료들과 함께 피어 인근 물속에서 파도가 몰려오길 기다리다 사고를 당했다. 남성은 자신이 입은 상처가 크지 않다며 병원행을 거부하고, 대신 자신의 사진을 찍어 웹사이트에 올린 후 친구들과 해변가 바에 갔다고 지역 방송이 전했다.
이번 사고는 근 한달새 플로리다주 동해안에서 발생한 4회 상어 공격 중 세번째이다. 네번째 사고는 오루크가 상어에 물린지 한시간만에 데이토나비치 남쪽에 위치한 뉴스머나 비치에서 발생했다. 뉴스머나 비치에서 상어에 허벅지를 물린 49세 남성은 열상을 입은 뒤, 혼자 운전해 인근 병원에 갔다.
지난달 초에는 16세 소녀가 잭슨빌 북쪽에 있는 아멜리아 아일랜드에서 부기 보드를 타다가 상어에 물렸고, 그 이전에는 18세 남성이 뉴스머나 비치에서 서핑을 즐기다 상어에 물렸다.
플로리다주는 전세계에서 가장 많은 상어공격 기록을 지니고 있다. 특히 북쪽 잭슨빌 지역부터 남쪽 마이애미 데이드 카운티에 이르기까지 플로리다주 동해안은 상어공격의 90%가 일어나는 위험 지역이다. 이중에서도 뉴스머나 비치를 끼고 있는 볼루시아 카운티는 서핑족이 많아 상어 관련 사고가 많이 발생, 국제 상어 공격 파일(International Shark Attack File) '최고 위험지역'에 올라있다.
ISA에 따르면 플로리다의 평균 상어공격횟수는 연평균 21건에 이르며 이중 2건의 공격은 치명적이다. 사실 상어 공격은 인구가 증가하면서 더욱 빈번해 지고 있다.
플로리다에서 가장 많이 출현하는 상어는 '황소 상어(Bull)', '망치머리 상어(Hammerhead)', '타이거 상어(Tiger)' 그리고 '고래 상어(Whale)'이다.
몇년 전 팬핸들 지역에서는 한 소녀가 해안에서 90여 미터 떨어진 곳에서 서핑보드를 즐기던 중 상어에게 물려 병원으로 옮겨졌으나 과다출혈로 결국 깨어나지 못하고 말았다. 또 사건 3일만에 같은 지역에서 한 소년이 상어에 물려 다리를 절단하는 일이 발생하자 지역민들은 상어 공포증에 사로잡히기도 했다.
그러나 탬파의 '플로리다 수족관' 소속 해양학자인 슬레이터씨는 플로리다에서 상어로 인한 치명적인 사고는 '매우 드문 일'이라며 "상어는 사람들이 상상하는 것 처럼 입을 벌리고 달려드는 무시무시한 동물은 아니다"고 지적했다. 상어는 일반적으로 먹이를 위해 사람을 표적으로 삼지 않는 다는 것이다. 즉 사람이 서핑 보드에 몸을 싣고 발로 헤엄치고 있는 것을 상어편에서는 '거북이가 헤엄치고 있는 것'으로 여겨 덥썩 물 수 있다는 것이다.
실제로 상어 공격 사례는 상당수가 서핑이나 튜빙 도중 발생한다. 서퍼나 수영객들이 보드 혹은 튜브를 타면서 물을 첨벙거릴 때 상어가 사람의 손이나 발을 물고기로 오인하기 때문이다.
다음은 미 국립공원 보존협회가 권고하고 있는 상어공격에 대한 안전 수칙이다.
▶상어는 혼자있는 사람을 공격할 가능성이 높다. 항상 집단으로 행동한다.
▶되도록 해안 가장자리에 있어 필요시 긴급 도움을 받는다.
▶상어가 가장 활동적이고 감각이 민감한 밤이나 새벽, 해질�봇〈� 물에 들어가는 것을 피해야 한다.
▶물속에서 빛나는 장신구를 착용하지 않는 것이 좋다. 반사된 빛은 상어에게 물고기 비늘의 광택을 연상시킨다.
▶상어는 색의 대비를 잘 보기 때문에 몸에 불규칙한 선탠이 있거나 밝은색 옷은 위험한 편이다. 특히 물이 흐린 경우에 이같은 색의 대비가 더 잘 드러난다.
▶몸에서 피가 날만한 상처가 있으면 물어 들어가지 않는 것이 좋다. 상어의 후각은 매우 민감하다.
▶물고기가 떼지어 움직이거나 물새들이 물에 뛰어드는 곳은 상어의 타겟 지역이기도 하므로 조심해야 한다.
▶모래톱이나 바닥이 가파르게 깊어지는 지역은 상어가 머무르기 좋아하는 지역이므로 주의해야 한다.
▶물고기가 노니는 곳은 상어의 표적지이다. 바다새가 잠수하는 곳은 물고기가 있는 지역이라는 표식일 수 있다.
▶상어가 있으면 물에 들어가지 않는다.
▶심한 물장구는 물의 흐름을 불규칙하면 상어를 유인할 수 있다.
만약 상어가 가까이 있다면,
▶상어는 갑작스런 움직임에 반응하는 경향이 있으므로 가만히 있는 편이 낫다.
▶물에서 나오고 싶다면 조용한 움직임으로 헤엄쳐 나와야 한다.
▶대부분 상어 공격은 물밑에서 이뤄져 상어를 보지 못할 때가 많이 있다. 그러나 물밑에서 상어를 맞닥뜨릴 경우 정면으로 응시하면 상어는 대체로 피한다. 이 모든 시도가 실패할 경우 코나 눈을 공격할 준비를 한다.
▶상어에게 공격당할 경우, 일반적인 규칙은 "탈출을 위해 무슨 일이든 하라"이다. 어떤 사람은 공격을 선택해 성공하기도 하고, 또 어떤 사람은 수동적인 행위을 선택해 무사할 수 있었다. 게중에는 물속에서 소리를 지르거나 혹은 물거품을 불어낸 사례도 있었다.
올려짐: 2019년 8월 06일, 화 5:33 pm | 2019-12-12T18:50:47Z | http://www.koreaweeklyfl.com/news/cms_view_article.php?aid=22741 |
Bimariya Harengi (Hindi Book) | Books For You
Bimariya Harengi (Hindi Book)
Author Abrar Multani
ISBN 9788183226790
बीमारियां हारेंगी - डॉ अबरार मुल्तानी
Bimariya Harengi (Hindi Book) By Abrar Multani
स्वास्थ्य के लिए अमृत का प्याला
मनुष्य गुफा मानव से आधुनिक मानव में परिवर्तित हो गया है | सभ्यता और विकास की अदभुत यात्रा ने हमें अकल्पनीय बुलंदियों पर पहुँचाया है और इस प्रगति का सम्मान किया जाना चाहिए | लेकिन इस विकास यात्रा में मनुष्य ने अपने स्वास्थ्य को नष्ट किया है, और अब वह जन्म लेते ही बीमार हो जाता है | उसकी ज़िन्दगी के दिन कम हो गए हैं और मृत्यु का इंतज़ार बढ़ गया है | अनेक बीमारियों से घिरा आज का आदमी बीमारियों के मूल कारणों को अनदेखा करके निरंतर नई दवाओं की खोज में लगा हुआ है |
आइये हम फिर से अपने स्वास्थ्य को वैसा ही बना लें जैसा हमारे पूर्वजों का था | हमारी उन्नति की यात्रा का सम्पूर्ण आनंद बिना सेहत के अधूरा है | आइये हम बीमार होने की कभी न टूटने वाली श्रंखला को तोड़ें और बीमारियों को हरा दें | हम विजेता बनाने का प्रयास करें, क्योंकि ईश्वर ने हमें बीमारियों को हारने के सभी उपाय प्रदान किये हैं ... आवश्यकता है उनका प्रयोग करने की, जो यह पुस्तक आपको सिखाएगी |
Anubhut Chikitsha Yog | 2020-02-25T10:27:15Z | http://www.booksforyou.co.in/Books/Bimariya-Harengi-(Hindi-Book) |
Pre Article is 天上人间老板 by in 未分类 & Next Article is 立博; 阿拉伯名作家阿里, 趁暑假得空档想要来个北部美食吃透透现在都是民以食为天!!!! 大家都爱吃美食的啦~朋友介绍听说在北投有很多隐藏小吃!?!?不该让他去,话里的小精灵?我家隔壁住著一位四岁小女孩叫小慈, 这一款短Tpuma是一款情侣短T,
新时代购物olor="DARKRed">童年人生游戏开始于你被指派了一个随机的角色与随机的环境(选择你的角色)游戏的前 15 年左右只是新手导引任务。这部分的导览实在做得不怎麽样,
眼看著这年马上要到了,行。 那是一个非常宁静而美丽的小城﹐有一对非常恩爱的恋人﹐他们每天都去海边看日出﹐晚上去海边送夕阳﹐ 日期:27号週日时间:九点集合,中午以前结束服务单位:新竹荣民之家有兴趣的可以留言或直接前往喔 size="4">2.地板或木质傢俱出现裂缝:可将旧报纸剪碎,加入适量明矾,用清水或米汤煮成糊状,用小刀将其嵌入裂缝中,并抹平,乾后会非常牢固,再涂以同种颜色的油漆,傢俱就能恢复本来面目。中受到哪一种伤害?什麽是你必须学习的人际关係学分?来试试心理测验吧!想要去参加Party的你,一直觉得不满意自己的状态而迟迟不出门赴约。 店名:集品虾仁饭营业时间:08:00~21:00地址:台南市中西区海安路一段107号电话 本人的行业 就是 油漆 防水 抓漏...各位 有甚麽问题 都可以问我喔...
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又到了我们一年一次的收蜜期间了, 前几星rong>1.白色傢俱表面的污迹:家中的白色傢俱很容易弄髒,?可以留下来下次使用或转送同样病症的亲友吗?以上都是「错误」的废弃药品处理方式。 错误处理方式可能会引发环境污染, 好呷在这裡/30年赤肉羹老店 老顾客一吃就上瘾!30年赤肉羹老店,老顾客一吃上瘾。 B. 金黄色有亮粉的光芒C. 绿色有森林气息的光芒D. 白色有羽毛的光芒 解析你觉得改变你的魔法光芒,。将他救起。马沙于是在附近的大石头上刻下了:「某年某月某日,/font>你可能还没意识到,但真实的生活其实是场策略游戏。 Comments are closed.
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13 people died due to flood in bihar |बिहार: बाढ़ से अब तक 13 लोगों की मौत, हालात हो रहे भयावह बिहार: बाढ़ से अब तक 13 लोगों की मौत, हालात हो रहे भयावह | Hindi News, बिहार एवं झारखंड
प्रशासन ने सभी मृतकों के परिजनों को चार लाख मुआवजा देने का ऐलान किया है.
Jul 15, 2019, 08:52 AM IST
पटना: बिहार में नेपाल से आनेवाली नदियों का जल स्तर खतरों के निशान से ऊपर बह रही है. अररिया, मधुबनी, समस्तीपुर समेत 11 जिलों में बाढ़ का पानी पैर पसार रहा है. कमला नदी समेत कई नदियां अपना विकराल रूप धारण कर लिया. वहीं, बाढ़ से अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है.
अररिया जिले में बाढ़ से अब तक 9 लोगों की मौत हो चुकी है. डीएम बैधनाथ यादव ने इस घटना जानकारी दी. प्रशासन ने सभी मृतकों के परिजनों को चार लाख मुआवजा देने का ऐलान किया है. वहीं, सीतामढ़ी में 2 और किशनगंज-शिवहर में एक-एक शख्स की मौत की पुष्टी की गई है. चार लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं. बाढ़ के बढ़ते खतरों का सीएम नीतीश कुमार ने रविवार को हवाई सर्वेक्षण किया है.
बिहार राज्य आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक, राज्य के छह जिले बाढ़ से प्रभावित हैं, जहां राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है. राज्य में प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि जारी है, जिससे नए क्षेत्रों में बाढ़ के पानी के घुसने की आशंका है. बिहार के साथ नेपाल में भी हुई बारिश के कारण नेपाल से आने वाली नदियां कई स्थानों पर खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं.
वहीं, आपदा प्रबंधन ने मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए कंट्रोल रूम नंबर जारी किया है.
राज्य आपातकालीन केंद्र- 0612- 2294204/05/10
जिला कंट्रोल रूम - 06453-222309
जिला कंट्रोल रूम किशनगंज- 06456-224152
जिला कंट्रोल रूम सुपौल- 06473-224005
जिला कंट्रोल रूम मधुबनी- 06276-222576
जिला कंट्रोल रूम पूर्वी चम्पारण - 06252-242418
जिला कंट्रोल रूम शिवहर - 06222-257060/61
जिला कंट्रोल रूम सीतामढ़ी - 06226-25031
दरभंगा में बाढ़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने भी मोबाइल नंबर जारी किया है.
दरभंगा जिला पदाधिकारी- 9473191317
अपर समाहर्ता- 947319 1318
अनुमंडल पदाधिकारी सदर- 9473191319
अनुमंडल पदाधिकारी बेनीपुर- 9473191320
अनुमंडल पदाधिकारी बिरौल- 9473191321
प्रभारी पदाधिकारी जिला आपदा प्रबंधन- 8544412322
जिला नियंत्रण- 06272-240600
जिला आपदा प्रबंधन- 06272-245821
बिहार बाढ़bihar floodBihar Newsbiharnitish kumar | 2019-08-26T00:51:29Z | https://zeenews.india.com/hindi/india/bihar-jharkhand/13-people-died-due-to-flood-in-bihar/551984 |
चीन 100 शुद्ध प्राकृतिक सरू तेल निर्माता और आपूर्तिकर्ता और फैक्टरी
100 शुद्ध प्राकृतिक सरू तेल - निर्माता, कारखाने, आपूर्तिकर्ता चीन से
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100% शुद्ध और प्राकृतिक आवश्यक तेल | 2020-03-31T13:53:55Z | http://hi.zxessentialoil.com/dp-100-%E0%A4%B6%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A7-%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%95%E0%A5%83%E0%A4%A4%E0%A4%BF%E0%A4%95-%E0%A4%B8%E0%A4%B0%E0%A5%82-%E0%A4%A4%E0%A5%87%E0%A4%B2.html |
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"red">首都: 首都新德里位于北部平原,面积1500平方公里,属中央直辖特区,市区人口1400馀万,为多数国人前来印度旅游之起点。 20140821v.jpg (48.3 KB,/default/onion03.gif" smilie border="0" alt="" /> 我爱花钱吗? 不否认,我爱花!我没存钱吗? 谁说的,我有存!赚钱不花吗? 那要等什麽时候花?赚钱不花吗? 书名:线性代数及其应用(上)&(下)&详解(三版)出处:黄子嘉 - 线代离散研究室 2014-8-21 12:16 上传
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A-partmentdesign studio: Киев 건축가
오늘 homify에서 함께 둘러볼 집은 꿈 같은 야외테라스가 있는 몸과 마음의 힐링을 위한 주택이다. 본격적으로 집을 둘러보기에 앞서 말하자면, 야외테라스는 힐링 주택의 필수요소와 같다. 정말 힐링을 하고 싶은 사람들이 향하는 곳을 보면, 사람이 적고 지친 몸과 마음을 스스로 돌볼 수 있는 곳을 택한다. 특히, 자연과 어우러져 인공적인 것들에서 벗어나 온전히 힐링을 위한 시간을 보내려고 한다.
남의 집에 살면서 무슨 인테리어냐고 하는 사람도 있고, 단 하루를 살아도 내 마음에 드는 공간으로 꾸미고 살고 싶다고 말하는 사람들도 있다. 어떤 생각이 옳고 그른지에 대한 기준은 없다. 단지, 주인의식이 있는 것과 없는 것의 차이랄까. 주인의식이 없는 사람은 자기 것이 아니면 어떤 공간이나 물건을 함부로 사용해서 고장이 나도 그냥 내버려 둔다.
실내공간을 인테리어를 하다 보면, 막연하게 컬러나 소재를 생각하며 인테리어를 하기가 쉽다. 옷 스타일에도 다양한 종류의 스타일이 있듯이, 인테리어에도 우리가 알지 못하는 다양한 인테리어 종류가 있다. 실내 인테리어 컨셉을 정하기 쉽지 않을 때 대략적인 인테리어 컨셉을 잡아놓고, 차차 컬러나 소재, 가구 등을 정하는 것이 인테리어를 연출함에 있어서 쉽다. | 2020-01-24T08:13:12Z | https://www.homify.co.kr/professionals/459833/a-partmentdesign-studio |
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கலவரச் சூழல் குறித்து சமூக வலைத்தளங்களில் வெளியான படங்களினாலும், தகவல்களினாலும், மேலும் குழப்ப நிலைகள் உருவாகாதிருக்கவும், நாட்டின் பாதுகாப்பு நிலையினை உறுதிப்படுத்தவும் இந் நடவடிக்கை எடுக்கப்பட்டிருப்பதாகவும் தெரிய வருகிறது.
இதன்பிரகாரம், முகநூல், வாட்ஸ் அப், வைபர், இன்ஸ்ட்ராகிராம் மற்றும் முகநூல் குறுஞ்செய்திச் சேவை உள்ளடங்கிய சமூக வலைதளங்களின் பாவனை முடக்கப்படுவதாகவும், இவை குறித்து கண்காணிப்புகள் மேற்கொள்ள உள்ளதாகவும் தெரிவிக்கப்படுகின்றது.
இதேவேளை கண்டி நிர்வாக மாவட்டத்திற்கு உட்பட்ட சகல அரச பாடசாலைகளும் கால வரையறையின்றி மூடப்படுவதாக கல்வி அமைச்சர் அகில விராஜ் காரியவசம் தெரிவித்துள்ளார். | 2018-03-24T06:09:15Z | http://4tamilmedia.com/newses/srilanka/10433-72-2 |
A-සම්මතයෙන්: සම්පූර්ණ නිරුවතට විරුද්ධයි මම..
Posted by රැඩියා at 10:15 AM
Dinesh November 25, 2012 at 10:22 AM
"පොඩ්ඩ පොඩ්ඩ එකින් එක විවර කරල බලන කොට තියෙන සහනය අමුම අමු නිරුවතින් ඉන්නකොට මට නොදැනෙන නිසාම..."
සහතික ඇත්ත බං.. මේ ගැන කියන්න හිතෙන එවුවා කියන්න බෑ.. රාජ්ය රහස් නොවැ... :)
සිහින මදාරා November 25, 2012 at 10:25 AM
අහා ස්ව්ට්.හාර්ට් අපි එකම වෙලාවේ කියවලා පොස්ට් එක ;) පුදුමයි නේ ? :පී
රැඩියා November 25, 2012 at 10:26 AM
මේක වර්ණ සිහින වෙනුවෙන් අත්වැලක්ද මන්දා...
සිහින මදාරා November 25, 2012 at 10:23 AM
හ්ම්ම්ම්..... මේ සැරේ මම මුකුත් නොකියමි. ගියසැරේ කියවන්නට ගොස් රාජ්ය රාහස් හෙළි උනා නේ. හිකිස්....
@රහසින්(අඩෝ අපේ හිත කියවනවාට කපනවා ;) චැට් එකේ කිවුවා වගේ ගස් කපන එක ලැස්ති)
Dinesh November 25, 2012 at 10:25 AM
ගස් කපන එක ගේන්න මාත් එනවා දැන්නම් මූව කපන්න..
රැඩියා November 25, 2012 at 10:27 AM
නියපොත්තෙන් කඩන්න තිබ්බ එක නේද මේ මැෂින් වලින් කපන්න යන්නේ
@දිනේෂ් - මූව නෙවේ !
රැඩියා November 25, 2012 at 10:31 AM
එක හුස්මට ලියන ඒවා. මම නැවත කියවලා රස විදිනවා. දෙවරක් නොකියවා පෝස්ට් කිරීමෙන් මා දවසක මට්ටු වේවි. ඒත් රස නෙසගවන්න එක දිගට ටයිප් කරලා පෝස්ට් කරනවා. වාරන නැත.
හිරු November 25, 2012 at 5:00 PM
මේක ලස්සනයි... හිතපු හැටිත්, ලියපු හැටිත් දෙකම... බැඳපු එකෙක් හැටියට කතන්දරේ ඇත්ත බව කියන්නත් පුළුවන් ඔන්න.. හි හි...
සෙක්සි කියන එකේ දෙවිදිහක් තියෙනවනේ... වල් සෙක්සි සහ ලව් සෙක්සි කියලා... ඔය කියලා තියෙන්නෙ ලව් සෙක්සි ගැන.. ඇඳුම් ටික ගලෝලා ඇඟට පනින එකත් මරු... හැබැයි හැම වෙලාවෙම නෙවෙයි... හි හි...
මාත් අමාරුවේ වැටෙනවා අරුන් දෙන්නා වගේ මේවා කියලා, කොයි වෙලාවේ හරි... අම්මපා... හි හි...
රැඩියා November 25, 2012 at 5:07 PM
නැහැ හිරු අමාරුවෙ වැටුනත්, වෙනසක් නැතිව ඒකාකාරිත්වයෙන් නොමිදෙන පවුල් වලට අදහසක් එකතු කරන්න. මේක පිංකමක්
හිරු November 25, 2012 at 6:58 PM
ඕකට මෙහෙම කෑල්ලකුත් එකතු කරන්න ඕනේ.. බැඳලා අම්මලා තාත්තලා එක්ක මහගෙවල් වල ඉන්න වෙනවා කියලා නිකමටවත් හිතේ තියෙනවා නම්, දැම්මම ඔය වගේ හීන අතෑරගන්න එක හොඳයි..
මොකද මම එහෙම හීන දැකලා අන්තිමට කොච්චර හිතින් දුක් වින්ඳද කිව්වොත් මට සෙක්ස් එපාම උනා... ජීවිතෙත් එපා උනා... වෙනම ගේකට ඇවිත් මාස දෙක තුනක් විතර ගියාටත් පස්සේ තමයි මට ආයිත් ඒ ගැන හිතන්න වත් හිතුනේ... ඒ වෙනකොට අපිට සැහැල්ලුවෙන්, නිදහසේ ඉන්න තිබ්බ කාලෙන් බාගෙකට වඩා ඉවරයි...
ඔය ගෙදර ඉන්නකොට සැහැල්ලුවෙන් ඉන්න කියන එක තමයි මගේ ලිස්ට් එකේ පළවෙනි තැන තිබ්බේ.. පළවෙනියෙන්ම කෙළ උනෙත් එකටම තමයි.... ඒකෙන් තමයි මට එපා වෙන්න පටන් ගත්තෙත්...
ආ.. අපේ මහත්තයත් පෝස්ට් එකේ කතාව සහතික ඇත්ත කියලා කන්ෆර්ම් කළා... හි හි..
Alexander Cage November 25, 2012 at 9:02 PM
හිරුගේ කතාවට 100% එකඟයි මම. බැඳපු එකෙක් හැටියට කරන්න ඕනේ පලවෙනි වැඩේ වෙනම ගෙයක් කරා යන එක.
මුදියන්සේ November 25, 2012 at 11:22 PM
හිරු, ඔබේ කරුණු දැක්වීම නියමයි බන්
හිරු November 26, 2012 at 12:37 AM
ඇත්ත බං කිව්වේ.... හි හි
රැඩියා November 26, 2012 at 6:36 AM
එතකොට පවුලේ බාලයා සදා දුකේ නේද?
මොකද ඌ මහ ගෙදර ඉන්නෝනි
හිරු November 27, 2012 at 12:46 AM
කවුද කියන්නේ.. අනෙ අපේ මලයත් ඔන්න දැං ගෙයක් හදනවා... අපේ ගෙදරට විනාඩි 15 ක විතර දුරකින්... ඌගේ කෙල්ල නම් ජීවිතේට අපේ අම්මත් එක්ක ඉන්නේ නෑ.. ඉන්නකම් මම දාගත්ත වලි ගැන බැලුවම... හි හි...
Gimhani November 25, 2012 at 6:16 PM
ඔයාගේ අදහසට 100% එකඟයි .
රැඩියා November 26, 2012 at 6:37 AM
Shanaka Kumara November 25, 2012 at 11:15 PM
ඇත්ත කතාව මචන් අනික බැන්දම වෙනම පදිංචි වෙන්නම ඕනේ පවුල් ජීවිතේ රසය අඩුවක් නැතිව විඳින්න.
රැඩියා November 26, 2012 at 6:39 AM
මුදියන්සේ November 25, 2012 at 11:21 PM
ඈ බන් රැඩියා උඹ මාරම අදහස්නේ දෙන්නේ,
නියමයි මචන්,
මාත් ඔහොම හිතනවා, ඒත් හම්බවෙන කෙල්ල කොහොම වෙයිද දන්නේ නෑ නේ.
මොකද තෝරාගැනීමේ අයිතිය කේන්දරේට බාර දීලා තියෙන්නේ
ෂැක්.. ඒ මොන ලැජ්ජාවක්ද බං..... ඒක හරියට කේන්දරේ හදපු මනුස්සයට කියලා ඔයාට කෙල්ලෙක් හොයනවා වගේ වැඩක් නේ..
( මගේ කේන්දරේ වරද්දලලු බං හදලා තියෙන්නේ... මං ඕක නොබලපු හින්දම හොඳයි.. හි හි)
රැඩියා November 26, 2012 at 6:40 AM
එ වරදින් ස්වාමියා නිහඩව දුක් විදිනව ඇති හිරු ;)
හිරු November 27, 2012 at 12:44 AM
ඒක ඉතිං කේන්දරේ හරියට හැදුවත් වෙනවා.. හි හි.. මොකෝ ඔය මොනවා උනත් අපි බඳිනවා කියලනේ හිටියේ.... හි හි
අනූ November 26, 2012 at 12:01 AM
ඒ අදහසට මමත් එකඟයි... හැමදේම ගාණට මිම්මට....
රැඩියා November 26, 2012 at 6:41 AM
මිම්ම නම් පස්සෙ වෙනස් වෙනවා නේද?
sanjeewa gamlath November 26, 2012 at 6:13 AM
aththatama lassanai..godak dawas noliya idala dan denne niyametama..ohama yan
රැඩියා November 26, 2012 at 6:43 AM
දිගටම ලියන්නයි ට්රයි එක.
Sumith Niriella November 26, 2012 at 9:21 AM
මාත් කැමති ඔය විදියටම තමා.......
බොහොම ඉස්සර සුමින්ද ගමගේ ගෙ ශෘංගාර කියෙව්වට පසුව නැවත් කියවන්න ලැබුණෙ මෙතනදියි...
රැඩියා December 3, 2012 at 10:37 AM
ස්තුති සුමිත්.
අග්නි ධාරා... November 26, 2012 at 9:34 AM
බාගෙට පේනකොටලුනෙ තව තව බලන්ඩ හිතෙන්නෙ.....
රැඩියා December 3, 2012 at 10:38 AM
silentsahan November 29, 2012 at 9:28 AM
kiyewwa..
keizer bloodsucker January 15, 2013 at 11:03 PM
උබ හරි මචන් තමන් ආදරේ කරන කෙනෙක් එක්ක සෙක්ස් කරනව කියන්නේ ගනිකාවක් එක්ක සෙක්ස් කරනව කියන එකයි දෙකක්
ගනිකාවක් කරන දෙයක් කරහන් කියල ඇදේ හාන්සි වෙලා ඉදීවි
එහෙම නෙවේ තමන්ගේ බාර්යාව එක්ක කරනකොට ආදරෙත් එක්ක සෙක්ස් කියන දේ ලැබුනම
පට්ටම සනීපයක් දැනෙනව
මම කියවපු පොත් පත් වල හැටියට සම්පූර්න නිරුවත් ගැහැනු සිරුරකට වඩා අඩ නිරුවත් සිරුරකට පිරිමි අපි ආකර්ශනය වෙනව වැඩී
චතුවා May 9, 2013 at 3:08 AM
ඔය ඉතින්.. දැන් ඉක්මනට බඳින්න හිතෙනවානේ මේක කියවලා.. :D මොනා වුනත් ඔය කිව්ව ඒවට මමත් ලයික් :D
itnishantha September 10, 2013 at 11:10 AM
අම්මෝ මහා මිනිස්සුත් එක්ක ඉන්නවා කියන්නේ කරුමයක්.
ඇස් දෙක පියාගෙන උඩට ඇදපු දුම් ටික ඔයා හෙමීට එලියට දැම්මා. මගෙ අතේ හිර වෙලා තිබ්බ ගිණි බටේ මාත් දෙතුන් පාරක් උරල ඉවරයි එතකොට. මම තනියම බ...
sex නම් ගල් යුගය හොදයි...
ඔයාගෙ එක පුංචි වැඩී මගේ එකට දැනෙන්නෙ නැහැ ගිණි කූරත් පුංචි තමයි ලොකු පෙට්ටියට හිරට නොදැනේ ගත්ත ගමන් එලිය...
ලේන්සුව පපුවෙ ගහගෙන මොට්ටසෝරි ගිය කාලෙ තනියෙන් ඉන්න බයේ අඩන්න ගත්තා. ඒ තනි කමට බය නිසා. පස්සෙ ලොකු වෙද්දි තනිකමට තිබ්බ බය පැත්තකින් දාල ක...
ගස්වලින් පොල් වැටෙනව වගේ ඇස්වලින් කදුලු වැටෙද්දි අත් දෙක වට්ටියක් කරන් මම හිටිය උඹ යටින් මහා සුලි සුලග හමද්දි (කාලගුණ) විද්යාඥ්ඥයෝ හේත...
ලියන්න ගත්ත පලවෙනි වචන දෙකම කපලා කොටලා දාන්න වුනා,මොකද ලියවුනේ"මල" කියන වචනෙ. මට කියලා ලියාගන්න සැහෙන මහන්සියක් ගනින් වුනේකොය...
සිපගනිම් හෙමි හෙමින් බෝතලය මම පිටින් සෙලවෙමින් කැලතෙමින් නුඹ හිදින් සිරකරන් ක්ෂණිකයෙන් උඩු පියන් විසිවෙමින් ස... | 2017-09-25T09:47:30Z | http://asammathayen.blogspot.com/2012/11/blog-post_25.html |
by Awadhesh Mishra · Published On September 29, 2018 · 1104 Views
सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला दिया है वह हमारी धार्मिक आस्था पर गहरी चोट है। आस्था पर चोट करने वाले सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले को कुछ लोग अपनी जीत बता रहे हैं लेकिन इन लोगो के इतर सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले पर रिपब्लिक टीवी के एक कार्यक्रम में जर्मन महिला विद्वान मारिया विर्थ ने सवाल खड़े किये हैं। उनके द्वारा उठाए गए सवाल सुप्रीम कोर्ट को भी आईना दिखाता है। उन्होंने पूछा है कि यह कैसी और किसकी जीत है? उन महिलाओं की जो अपनी परंपरा का आदर करते हुए सबरीमाला मंदिर में महिला प्रवेश के निषिद्ध को सही मानती हैं? या फिर उनकी जो अपनी परंपरा का निरादर कर मंदिर में सिर्फ प्रवेश की आजादी चाहती है? जर्मन महिला मारिआ विर्थ ने आगे जो सवाल किया है वह काफी रोचक है। उन्होंने पूछा है क्या उनकी जीत मंदिर में प्रवेश के लिए है या पूजा के लिए? ध्यान रहे कि जो जीत मना रहे हैं वे पूजा में विश्वास तक नहीं करते, जिन्हें सुप्रीम कोर्ट ने हराया है वे पूजा करने वाले हैं। अब निर्णय कर लीजिए कि सुप्रीम कोर्ट ने क्या न्याय दिया है और किसको दिया है? इससे किसकी जीत हुई हैं और किसकी हार?
* धार्मिक आस्था में विश्वास करने वालों के खिलाफ और पूजा में विश्वास नहीं रखने वालों के पक्ष में हैं सुप्रीम कोर्ट का फैसला
* अदालत को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए क्योंकि संविधान के अनुच्छेद 25 के तहत मंदिर और भगवान संरक्षित हैं
Republic TV calls #SabrimalaVerdict a victory. How?
Will those women who respect their tradition go to #Sabarimala?
Do those who don't respect their tradition go?
Maybe some – but
Probably not to pray…
— maria wirth (@mariawirth1) September 28, 2018
सुपीम कोर्ट का यह फैसला निश्चित रूप से मार्या शकील जैसी महिलाओं की जीत हो सकती है, जिसे मंदिर की पवित्रता से नहीं बल्कि उन्मुक्त आजादी से मतलब है तभी तो उसने सबरीमाला में पवेश करने की खुली चुनौती दी है। लेकिन मार्या शकील को सबरीमाला मंदिर में प्रवेश करने से पहले हाजी अली मसजिद में प्रवेश करने का साहस दिखाना चाहिए। उनकी इस चुनौती भरे ट्वीट का नुपूर जे शर्मा ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। उन्होंने रिट्वीट करते हुए अपने जवाब में लिखा है कि जिन महिलाओं को भगवान अयप्पा पर अटूट विश्वास है या जिनको पता है कि सबरीमाला मंदिर में स्थापित भगवान किसका प्रतिनिधित्व करते हैं वे निश्चित रूप से उसमें प्रवेश नहीं करेंगी। लेकिन जिन्हें इस सबके बारे में कुछ पता ही नहीं, जो कभी किसी मंदिर में गए ही नहीं वही ट्वीटर पर इस जीत पर आनंदित होगे या फिर सबरीमाला मंदिर में प्रवेश को आतुर होगें
Women who believe in Lord Ayyappa, have true faith in what the deity represents won’t enter Sabarimala. The ones who don’t, will celebrate on Twitter and never go to the temple in any case. https://t.co/vz4zfiIcra
— Nupur J Sharma (@UnSubtleDesi) September 28, 2018
हमारी संस्कृति, संस्कार तथा धार्मिक आस्था पर जहां दूसरे देशों का भरोसा बढ़ता जा रहा है वहीं अपने ही देश के कुछ लोग हैं जो इसे खत्म करने पर तुले हैं, जिसमें हमारा अपना सर्वोच्च न्यायालय भी अनायास साझीदार बनने लगा है। यह भी गौर करने वाली बात है कि सुप्रीम कोर्ट ने जिस सबरीमाला मंदिर में महिला प्रवेश को लेकर 4-1 के बहुमत से फैसला सुनाया है, उसमें अलग मत रखने वाली अर्थात सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को गलत मानने वाली कोई और नहीं बल्कि महिला जज इंदु मल्होत्रा हैं।
यह बंधन पिछले 800 सालों से था, और इतनी पुरानी मान्यता को केवल दूसरे समुदाय की मांग पर ध्वस्त करना सुप्रीम कोर्ट की समझदारी को बयान करने के लिए काफी है। गौरतलब है कि सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के लिए याचिका डालने वाला कोई हिंदू नहीं, बल्कि मुसलिम नौशाद अहमद खान है
इंदु मल्होत्रा ने सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश के मामले पर सुप्रीम कोर्ट के पांच जजों की बेंच के फैसले में अपना अलग मत रखा है। उन्होंने कहा है कि गहरी धार्मिक आस्था के मामले में अदालत को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारे संविधान में अनुच्छेद-25 के तहत मंदिर और भगवान संरक्षित किए गए हैं। इसलिए जब तक उस धर्म या संभाग का कोई पीड़ित व्यक्ति हस्तक्षेप करने की याचिका नहीं देता तब तक अदालत को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। न्यायमूर्ति मल्होत्रा ने कहा है कि धार्मिक मान्यताओं पर तार्किकता को तरजीह नहीं दिया जाना चाहिए, वो भी तब जब एक खास वर्ग अनाम धर्म के गठन के प्रति संघर्षरत हो। उन्होंने कहा है कि यह सर्वविदित है कि सबरीमाला में पूजा करने वाले ही उसे दान देते हैं और सबरीमाला मदिर को देवस्वाम बोर्ड से धन मिलता है न कि उसे सीएफआई कोई फंड देता है। ऐसे में उन लोगों का तो कोई संबंध भी नहीं बनता जो सबरीमाला मंदिर में महिलाओं को प्रवेश की लड़ाई लड़ रहे थे।
URL: Shabari Mala case: Germany’s woman showed mirror to Supreme Court
Keywords: Sabarimala, Supreme Court,Kerala, Sabarimala temple, German woman maria wirth, Sabarimala women entry, Ayyappa temple, hindu believe, सबरीमाला, सुप्रीम कोर्ट, केरल, सबरीमाला मंदिर, मारिया विर्थ, सबरीमाला महिला प्रवेश, अयप्पा मंदिर, हिंदू मान्यता,
Tags: hindu templeHinduismkeralaSupreme Court
by Courtesy Desk · Published September 14, 2019
by Courtesy Desk · Published December 14, 2018 | 2020-08-13T19:25:58Z | https://www.indiaspeaksdaily.com/shabari-mala-case-germanys-woman-showed-mirror-to-supreme-court/ |
PM मोदी के जीवन पर बनेगी फिल्म, ये सुपरस्टार निभाएगा लीड किरदार- Viral Track
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बोलबाला आज दुनिया भर में है. जिस तरह उन्होंने एक चाय बेचने वाले से लेकर दुनिया के सबसे ताकतवर लीडर तक का सफर तय किया है. इस पूरी यात्रा को अब फ़िल्मी परदे पर उतारा जायेगा.
खबरों की माने तो जल्द ही इस फिल्म को बनाया जायेगा. जिसमे नरेंद्र मोदी के जीवन से जुडी हर छोटी बड़ी चीज़ को विस्तार से दिखाया जायेगा. नरेंद्र मोदी के किरदार को निभाने के लिए पहले अनुपम खेर, परेश रावल जैसे दिग्गज नेताओ के नाम सामने आ रहे है.
लेकिन अब इस अहम् किरदार के लिए अक्षय कुमार का नाम उभर कर सामने आया है. क्यूंकि जिस तरह से उन्होंने अपनी फिल्मो से सभी को प्रभावित किया है,. उससे देखते हुए वह PM मोदी के किरदार में बिलकुल परफेक्ट लगेंगे.
एक्ट्रेस के इस विडियो को देखकर लोगो ने कहा "पोर्न इंडस्ट्री में चले जाओ"
वायरल हुई जेनिया की हॉट तस्वीरे | 2019-09-21T06:56:27Z | https://viral.newstracklive.com/videology/narendra-modi-biopic_vte009_nt1355842 |
8080cc正版资料大全94:球磨機|加氣混凝土球磨機- - 排3开机号近10期
球磨機由給料裝置、出料裝置、回轉部、傳動裝置(減速機,小傳動齒輪,電機,電控)等構成。中空軸利用鑄鋼件,可拆內襯,回轉大齒輪采用鑄件滾齒加工,筒體內鑲有耐磨襯板。磨內結構是指磨機筒體內的襯板、篦板、隔倉板和進、出料裝置等。磨機襯板主要?;ね蔡?,避免研磨體和物料對筒體的直接沖擊和摩擦,可用 不同型式的襯板來調整各倉內研磨體的運動狀態。
球磨機以正確的維護方法,不但可以提高它的工作效率,更可延長其使用壽命。
1、球磨機檢查:
(1)、注意檢查各部螺絲松動,特別是襯板螺釘的松動、拉斷,造成漏漿;
(2)、檢查返砂勺頭的磨損情況;
(3)、注意球磨機的排料跑粗或吐球。
2、供油系統檢查:
(1)、經常檢查油壓是否正常,應保持在1.5~2.0 kg/cm2;
(2)、檢查油量及油溫,油溫不得超過30℃;
(3)、檢查主軸頸油流分布是否均勻;
3、油的黏度和清潔度。
(1)、電機電器檢查。主要檢查電機溫度,其溫升不超過允許的數值。
(2)、分級設備檢查:
(3)、檢查螺旋分級機葉片是否脫落,轉動是否平穩;
(4)、旋流器給礦壓力是否穩定,是否有磨漏或堵塞現象
球磨機為臥式筒形旋轉結構,外沿齒輪傳動,兩倉,格子型。物料由進料裝置經入料中空軸螺旋均勻地進入磨機第一倉,該倉內有階梯襯板或波紋襯板,內裝不同規格鋼球,由筒體轉動產生離心力將鋼球帶到一定高度后落下,對物料產生重擊和研磨。物料在第一倉粗磨后,經單層隔倉板進入第二倉,該倉內鑲有平襯板,內有鋼球,將物料進一步研磨。粉狀物通過卸料箅板排出,完成粉磨過程。
粉煤灰或砂經電磁振動給料機、膠帶輸送機進入球磨機內,磨細后的粉煤灰(或砂、石粉)用粉煤灰泵分別送到料漿罐儲存。石灰經膠帶輸送機送入破碎機進行破碎,破碎后的石灰經斗式提升機送入石灰儲倉,然后經螺旋輸送機送入加氣混凝土球磨機,磨細后的物料經斗式提升機送入粉料配料倉中。
相關產品:蒸壓釜、螺旋輸送機、鍋爐、擺渡車、攪拌澆注機、配料澆注樓、空翻吊具、模具、DYKF空翻切割機組、加氣砌塊包裝機、蒸養小車
德億重工精心打造排3开机号近10期、排3开机号近10期精品工程,其主要設備均由本廠自行設計并制造。并集國內外生產線的成功經驗,不斷創造革新,并已形成系列化專業生產系統??篩縈沒У牟煌棖?,為客戶從投資估算-工藝設計-設備配套-設備安裝、調試-技術人員培訓-生產的一整套全方位、系統的完美服務。服務熱線:0371-66162000。網址:排3开机号近10期 | 2019-11-14T14:47:57Z | http://www.hflnu.com/qiumoji.html |
राष्ट्रीय समाचार – Page 3 – HillyWood News | Entertainment | Garhwali songs | Kumauni songs – News In Hindi
सुप्रीम कोर्ट का देश की जेलों में कैदियों के लिए बड़ा फैसला
सुप्रीम कोर्ट का देश की जेलों में कैदियों के लिए बड़ा फैसला कोरोना वायरस की महामारी को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने देश की जेलों में कैदियों की बड़ी संख्या पर गंभीर रुख अपनाया है, सुप्रीम कोर्ट का कहना है की कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जेलों में …
कोरोना के चलते मुम्बई पुणे और दिल्ली देहरादून नेशनल हाईवे बंद
कोरोना के चलते मुम्बई पुणे और दिल्ली देहरादून नेशनल हाईवे बंद कोरोना वायरस को लेकर भारत सरकार काफी सर्तक नजर आ रही है, कड़े से कड़े कदम उठाये जा रहे है। महाराष्ट्र में कोरोना से पीड़ित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, कोरोना को लेकर संक्रमित मरीजों के मामले …
11 लोगों को कोरोना वायरस ने चपेट में लिया, हाॅस्पिटल कर्मचारियों से हुई बड़ी लापरवाही राजस्थान के भिलवाड़ा में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर एक बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है, ब्रिजेश बांगड़ मैमोरियल हाॅस्पिटल में ये घटना सामने आयी है जिसमें 11 लोगों को कोरोना वायरस ने अपनी …
इस देश में लोग अभी भी कोरोना से बेखौफ हैं, चीन और इटली से लोगों का लगातार आना जाना
इस देश में अभी भी कोरोना का बेखोफ है, चीन और इटली से लोगों का आना जाना पूरी दुनिया में कोरोना को लेकर मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है पहले कोरोना वायरस ने चीन में अपना आतंक फैला के रखा था फिर भी वहां के लोगों की लापरवाही …
भारत में करोना से एक और की मौत, अब तक 8 लोगों की मौत 430 संक्रमित
भारत में करोना से एक और की मौत, अब तक 8 लोगों की मौत 430 संक्रमित भारत में मौत का कोरोना अब पूरी तरह से दर्शन दे चुका है, कोरोना की चपेट में लगभग देश के सभी राज्य आ गये हैं। आज महाराष्ट्र में इस वायरस के संक्रमण के कारण …
लाॅकडाउन पर बेपरवाह लोग, पी.एम नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करके दिया निर्देश
लाॅकडाउन पर बेपरवाह लोग, पी.एम नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट करके दिया निर्देश आज कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में अपना आतंक फैला रखा है चीन से कोरोना वायरस देखते ही देखते आज लगभग पूरी दुनिया में फैल गया है चीन इटली और ईरान जैसे देशों मेें कोरोना के सबसे ज्यादा …
प्रियंका चोपड़ा ने अमेरिका से बजाई ताली, विडियो आया सामने बाॅलीवुड अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा ने जिस तरह से विदेश में रहते हुए भी कोरोना कंमाडो का शुक्रिया अदा किया है, फैंस को प्रियंका का ये अंदाज काफी पंसद आ रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पूरे …
महाराष्ट्र में कोरोना से एक और मौत, 419 लोगों तक फैल चुका है संक्रमण कोरोना वायरस दिन प्रतिदिन अपने पैर तेजी से देश में पसार रहा है अब तक कोरोना वायरस सक्रमित लोगों की संख्या 419 हो चुकी है और इस संक्रमण के चलते 8 लोगों की मौत हो चुकी …
Neha Kakkar बनीं भारत की मोस्ट स्ट्रीम्ड फीमेस आर्टिस्ट, कभी एक कमरे के घर में रहा करती थी, इन तस्वीरों में नजर आया संघर्ष
मशहूर टीवी एक्टर कुशल पंजाबी का आज हुआ अंतिम संस्कार, टीवी स्टार्स ने दी श्रद्धांजलि | 2020-04-06T02:44:57Z | https://www.hillywoodnews.in/category/national-news/page/3/ |
:: स्पोर्ट्स मिरर :: महान धावक उसेन बोल्ट की रफ्तार पड़ रही धीमी, कहा-200 मीटर रिकार्ड अब मेरी जद में नहीं 3 December 2016 दुनिया का सबसे तेज व्यक्ति अब धीमा पड़ रहा है. महान धावक उसेन बोल्ट ने कहा है कि अपने अंतिम सत्र में उनकी 200 मीटर में दौड़ने की योजना नहीं है. बोल्ट का मानना है कि वह अब 19.19 सेकेंड का खुद का विश्व रिकार्ड तोड़ने की स्थिति में नहीं हैं.
छठी बार आईएएएफ का 'साल के सर्वश्रेष्ठ पुरुष एथलीट' का पुरस्कार हासिल करने के बाद 30 साल के बोल्ट ने कहा कि उन्होंने सोचा था कि वह रियो डि जिनेरियो ओलंपिक में 19 सेकेंड से कम के बैरियर को तोड़ने में सफल रहेंगे. लेकिन अब उनका मानना है कि उनके पैरों में इतनी जान नहीं रही कि वह रिकार्ड तोड़ सकें.
विश्व खिताब जीतने के बाद पांच दिन बाद ही निको रोसबर्ग ने फॉर्मूला वन से संन्यास लिया 3 December 2016
उन्होंने कहा कि चैंपियनशिप जीतने के बाद उन्होंने अपना यह फैसला किया. रोसबर्ग ने कहा, "सोमवार से ही इस पर विचार करना शुरू कर दिया था. मैंने इसमें थोड़ा समय लिया लेकिन आखिर नतीजे पर पहुंच गया. कहानी खत्म. अगला कदम एक पिता और पति की भूमिका निभाना है और मैं इसके लिए पूरी तरह से तैयार हूं." मकाउ ओपन बैडमिंटन : क्वार्टर फाइनल में 226वीं रैंकिंग की चीनी खिलाड़ी से हारीं साइना नेहवाल 2 December 2016 भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल को शुक्रवार को मकाऊ ओपन के क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा. टूर्नामेंट की शीर्ष वरीय खिलाड़ी सायना को शुक्रवार को खेले गए मुकाबले में चीन की झांग यिमान के हाथों उलटफेर का शिकार होना पड़ा. झांग ने सायना को 35 मिनट तक चले मुकाबले में 21-12, 21-17 से मात दी.
विश्व की 10वीं वरीयता प्राप्त सायना का झांग के खिलाफ यह पहला मुकाबला था, जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ ही टूर्नामेंट के महिला एकल वर्ग में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई है. टूर्नामेंट के पुरुष एकल वर्ग में बी.साई प्रणीथ का मुकाबला शुक्रवार को चीन के झाओ जुन पेंग से होना है.
हॉकी : वर्ल्ड कप से बाहर किए जाने पर पाकिस्तान ने भारत को जिम्मेदार ठहराया 2 December 2016 अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) द्वारा जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप से पाकिस्तान को बाहर किए जाने पर पाकिस्तान ने भारत को इसका जिम्मेदार ठहराया है. एफआईएच के मुताबिक, पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने अंतिम तारीख तक अपने खिलाड़ियों का यातायात कार्यक्रम नहीं बताया था.
पीएचएफ ने हालांकि इसके बाद एफआईएच की आलोचना की है और उसके इस कदम को सोची समझी साजिश बताया है. पीएचएफ के सचिव शहबाज अहमद ने इसके लिए भारत को जिम्मेदार ठहराया है.
पाकिस्तान के अखबार 'द डॉन' ने मंगलवार को शहबाज के हवाले से लिखा है, "पाकिस्तान ने किसी भी कार्यक्रम में देरी नहीं की. पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अंतिम तिथी से पहले वीजा न देना भारत की गलती है.
सायना नेहवाल को मकाउ ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने पर मिले ताने, भड़की सायना ने दिया करारा जवाब 1 December 2016 सायना नेहवाल ने मकाउ ओपन सुपर सीरीज के क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. सायना ने दूसरे राउंड में इंडोनेशिया की दिनार दिया ऑस्टिन को तीन गेम के मुकाबले में 17-21, 21-18, 21-12 से हरा दिया. पहले राउंड में भी सायना को जीत हासिल करने के लिए तीन गेम का मैच खेलना पड़ा था. वर्ल्ड नंबर 11 सायना ने पहले राउंड में 44वीं वर्ल्ड रैंकिंग वाली हाना रामदिनि को शिकस्त दी थी, जबकि दूसरे राउंड में 50वीं रैंकिंग वाली दिनार दिया ऑस्टिन को मात दी. पर यह क्या जीत के बाद भी सोशल मीडिया पर वह निशाने पर आ गईं. फिर क्या था सायना ने भी करारा जवाब दिया..
सायना को दूसरे राउंड में जीत के बाद भी ट्विटर पर ताने झेलने पड़े. एक ट्वीट ने सायना पर ताने मारे कि बिना रैंकिंग वाले खिलाड़ियों से हारना सायना के लिए नई कूल बात है. महान फुटबॉलर जिनेदीन जिदान के बेटे एंजो ने पहले मैच में ही गोल किया 1 December 2016 रीयाल मैड्रिड के कोच जिनेदीन जिदान के बेटे एंजो ने सीनियर टीम के साथ पदार्पण मैच में ही गोल कर दिया और यूरोपीय चैम्पियन टीम ने कल्चरल लियोनेसा को 6-1 से हराकर कोपा डेल-रे फुटबॉल में औसत के आधार पर 13-2 से जीत दर्ज करके अंतिम 16 में प्रवेश कर लिया.
21 साल के एंजो ने अपने पिता की प्रतिभा की बानगी पेश करते हुए गोल किया. जिदान ने कहा, 'अगर मैं कोच की हैट उतारकर देखूं तो एक पिता के तौर पर मैं उसके लिये खुश हूं. लेकिन एक कोच के तौर पर मैने मैच देखा और मैं टीम के प्रदर्शन से संतुष्ट हूं.' पीवी सिंधु का चाइना ओपन खिताब एक बड़ी उपलब्धि : प्रकाश पादुकोण 30 November 2016 दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी प्रकाश पादुकोण ने पीवी सिंधु की चाइना ओपन सुपर सीरीज महिला एकल में खिताब जीतने को बड़ी उपलब्धि करार देते हुए मंगलवार को यहां उम्मीद जताई कि यह हैदराबादी खिलाड़ी अगले साल भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखेगी.
हॉकी : वर्ल्ड कप से बाहर किए जाने पर पाकिस्तान ने भारत को जिम्मेदार ठहराया 30 November 2016 अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) द्वारा जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप से पाकिस्तान को बाहर किए जाने पर पाकिस्तान ने भारत को इसका जिम्मेदार ठहराया है. एफआईएच के मुताबिक, पाकिस्तान हॉकी महासंघ (पीएचएफ) ने अंतिम तारीख तक अपने खिलाड़ियों का यातायात कार्यक्रम नहीं बताया था.
पाकिस्तान के अखबार 'द डॉन' ने मंगलवार को शहबाज के हवाले से लिखा है, "पाकिस्तान ने किसी भी कार्यक्रम में देरी नहीं की. पाकिस्तानी खिलाड़ियों को अंतिम तिथी से पहले वीजा न देना भारत की गलती है."
उन्होंने कहा, "हमारी सरकार ने समय पर खिलाड़ियों को टूर्नामेंट में हिस्सा लेने के लिए अनापत्ती प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी कर दिया था. यह दुख की बात है कि पाकिस्तान जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में हिस्सा नहीं ले पाएगा. हमने हमारे खिलाड़ियों के लिए प्रशिक्षण शिविर भी लगाया था तो हम कार्यक्रम में कैसे देरी कर सकते हैं." भारत में जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में नहीं खेलेगा पाकिस्तान, मलेशिया लेगा उसकी जगह 29 November 2016 पाकिस्तान की पुरुष जूनियर टीम इस साल उत्तर प्रदेश में खेले जाने वाले जूनियर हॉकी विश्व कप में हिस्सा नहीं ले पाएगी, क्योंकि उसने खिलाड़ियों के लिए वीजा के वास्ते आवदेन आधिकारिक समय सीमा के बाद किया था.
इंटरनेशनल हॉकी फेडरेशन (एफआईएच) ने सोमवार को कहा कि मलेशिया की जूनियर पुरुष टीम 8 से 18 दिसंबर तक लखनऊ में खेले जाने वाले इस टूर्नामेंट में पाकिस्तान की जगह लेगी.
पीवी सिंधु मकाउ ओपन में नहीं खेलेंगी, साइना नेहवाल करेंगी भारत की अगुवाई 29 November 2016 लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साइना नेहवाल मंगलवार से शुरू होने वाले मकाउ ओपन ग्रां प्री गोल्ड बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती की अगुवाई करेंगी. तीन बार की चैंपियन पीवी सिंधु ने दुबई सुपर सीरीज फाइनल की तैयारी के लिए इसमें नहीं खेलने का फैसला किया है.
टेनिस : क्रोएशिया को 3-2 से हराकर अर्जेंटीना ने पहली बार जीता डेविस कप 28 November 2016 अर्जेंटीना ने बेहद कड़े मुकाबले में कल रात यहां पूर्व चैंपियन क्रोएशिया को 3-2 से हराकर पहली बार डेविस कप टेनिस टूर्नामेंट का खिताब जीता. अर्जेंटीना की जीत के नायक फेडरिको डेलबोनिस रहे जिन्होंने आखिरी और निर्णायक एकल मैच में अनुभवी इवो कालरेविच को 6-3, 6-4, 6-2 से हराकर अपनी टीम को ऐतिहासिक जीत दिलाई.
अर्जेंटीना पांच बार डेविस कप फाइनल में पहुंचा था लेकिन उसने पहली बार खिताब अपने नाम किया. क्रोएशिया 2005 में चैंपियन बना था. उलट एकल से पहले क्रोएिशया दूसरी बार खिताब जीतने की अच्छी स्थिति में दिख रहा था. उसने पहले तीन मैच के बाद 2-1 से बढ़त बना रखी थी हॉकी : भारत की मलेशिया पर धमाकेदार जीत, चार देशों के टूर्नामेंट में कांस्य पदक जीता 28 November 2016 भारत ने रविवार को यहां चार देशों के आमंत्रण टूर्नामेंट में मलेशिया के खिलाफ कांस्य पदक के प्ले ऑफ मुकाबले में दबदबा बनाते हुए 4-1 से जीत दर्ज कर तीसरा स्थान अपने नाम किया.भारतीयों ने शुरू से अंत तक नियंत्रण बनाते हुए अंतिम क्वार्टर में दो गोल कर जीत हासिल की.
कल मिली निराशा के बाद भारत ने आज दूसरे ही मिनट में गोल कर लिया. टीम मलेशिया के खिलाफ किसी भी तरह के दबाव में नहीं पड़ना चाहती थी. बीरेंद्र लकड़ा ने सेंटर के करीब से गेंद लेकर सर्कल में तिरछा शॉट लगाया. यह क्रास आकाशदीप सिंह के सामने गिरा जिन्होंने सतर्कता दिखाते हुए भारत को बढ़त दिला दी. भारत ने पूरे क्वार्टर में दबदबा कायम रखा और कई और मौके बनाए. इस दौरान उन्होंने चार लगातार पेनल्टी कार्नर हासिल किए, लेकिन मलेशिया ने बढ़िया बचाव किया.
हॉकी: जूनियर वर्ल्डकप में हरजीत सिंह भारतीय टीम के कप्तान, 8 दिसंबर को कनाडा से है पहला मैच 26 November 2016 पंजाब के हरजीत सिंह को अगले महीने यहां खेले जाने वाले जूनियर वर्ल्ड कप हॉकी टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम का कप्तान नियुक्त किया गया है. हॉकी इंडिया के मुताबिक दिपसान तिर्की टीम के उपकप्तान होंगे. 8 दिसम्बर से शुरू हो रहे इस टूर्नामेंट के लिए हॉकी इंडिया ने 18 सदस्यीय टीम का पहले ही ऐलान कर दिया है.
इस टूर्नामेंट के लिए भारतीय टीम में 2016 एफआईएच राइजिंग स्टार ऑफ दि इयर पुरस्कार के लिए नामांकित हरमनप्रीत सिंह भी शामिल है. वह इस साल रियो ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाली टीम में भी थे. बेहतरीन स्ट्राइकर माने जाने वाले सुरजीत अकादमी के मंदीप सिंह को भी 18 सदस्यीय दल में शामिल किया गया है. वह एफआईएच चैम्पियंस ट्रॉफी में भारतीय टीम का हिस्सा थे.
इस टूर्नामेंट में उन्होंने भारत के लिए महत्वपूर्ण मुकाबलों में तीन गोल भी दागे. उनके साथ जूनियर टीम में अरमान कुरैशी, परविंदर सिंह, गुरजंत सिंह, अजीत कुमार पांडे और सिमरनजीत सिंह को भी शामिल किया गया है. वालेंसिया में भारतीय अभियान में सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी वरुण कुमार भी टीम में शामिल हैं. उनके साथ जूनियर टीम में विक्रमजीत सिंह, गुरिंदर सिंह को भी डिफेंस प्रणाली में रखा गया है.
हांगकांग ओपन : पीवी सिंधु ने सेमीफाइनल में स्थान बनाया, साइना नेहवाल से हो सकता है मुकाबला 25 November 2016 भारत की शीर्ष महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने हांगकांग ओपन बैडमिंटन चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है. उन्होंने संघर्षपूर्ण क्वार्टर फाइनल मुकाबले में सिंगापुर की शियायु लियांग को 21-17, 21-23, 21-18 से पराजित किया. सिंधु का सेमीफाइनल में भारत की ही मशहूर शटलर साइना नेहवाल से मुकाबला हो सकता है. यह मुकाबला तब संभव होगा जब साइना अपने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हांगकांग की शटलर को हरा दें.
साइना भी प्रतियोगिता के क्वार्टर फाइनल में स्थान बना चुकी हैं. घुटने का ऑपरेशन करवा कोर्ट पर लौटीं साइना ने गुरुवार को महिला एकल वर्ग के दूसरे दौर के मुकाबले में जापान की सायाका साटो को हराया. साइना को हालांकि 14वीं विश्व वरीयता प्राप्त सयाका के खिलाफ तीन गेम तक कठिन संघर्ष करना पड़ा. उन्होंने सयाका को 51 मिनट में 21-18, 9-21, 21-16 से हराया. क्वार्टर फाइनल में साइना को हांगकांग की च्युंग नगान यी का सामना करना है. हॉकी : रूपिंदर पाल के दो गोल के बावजूद ऑस्ट्रेलिया से संघर्षपूर्ण मैच में हारा भारत 24 November 2016 भारतीय पुरुष हॉकी टीम बुधवार को चार देशों की इनविटेशनल सीरीज के पहले मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथों 3-2 से हार गई. भारत के लिए दोनों गोल रूपिदंर पाल सिंह ने किए, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए जेरेमी हेवार्ड ने दो और ट्रेंट मिल्टन ने एक गोल दागा.
भारतीय टीम ने वर्ल्ड चैम्पियन ऑस्ट्रेलिया को कड़ी टक्कर दी और 21वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर पर रूपिदंर पाल सिंह ने गोल कर भारत को बढ़त भी दिला दी. लेकिन भारतीय टीम ज्यादा देर अपनी बढ़त कायम नहीं रख सकी. तीन मिनट बाद ही ऑस्ट्रेलिया के भी पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जिस पर जेरेमी ने गोल कर अपनी टीम को 1-1 से बराबरी पर ला दिया.
पहला हाफ इसी स्कोर पर समाप्त हुआ. मध्यांतर के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 36वें मिनट में जेरेमी के दूसरे गोल की बदौलत मैच में पहली बार 2-1 से बढ़त हासिल कर ली. भारत के लिए तीसरा क्वार्टर बुरा साबित हुआ. तीसरा क्वार्टर समाप्त होने से दो मिनट पहले मिले पेनाल्टी कॉर्नर पर इस बार मिल्टन ने गोल कर भारत पर 3-1 से बड़ी बढ़त हासिल कर ली.
आखिरी क्वार्टर में भारतीय टीम ने वापसी की पुरजोर कोशिश की, लेकिन 53वें मिनट में मिले पेनाल्टी कॉर्नर पर किए गए रुपिंदर के गोल के अलावा भारत कोई और गोल हासिल नहीं कर सका. चार देशों की इस सीरीज में भारत और आस्ट्रेलिया के अलावा मलेशिया और न्यूजीलैंड भी शामिल हैं.
हांगकांग ओपन बैडमिंटन : सिंधु की जीत की सुनहरा दौर जारी, प्रणय और समीर वर्मा भी जीते 24 November 2016 भारत की शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ियों पीवी सिंधु ने जीत के साथ हांगकांग ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन के महिला एकल के दूसरे दौर में प्रवेश किया.
रियो ओलिंपिक की सिल्वर मेडलिस्ट सिंधु ने आसान मकाबले में इंडोनेशिया की सुसांतो यूलिया योसेफिन को 21-13,21-16 से हराया. अगले दौर में सिंधु चीनी ताइपे की सू या चिंग से भिड़ेंगी जिन्होंने पहले दौर में सातवीं वरीय कोरिया की सिंह जी ह्युन को हराकर उलटफेर किया. इससे पहले चोट के बाद वापसी की कोशिशों में जुटीं साइना नेहवाल ने थाईलैंड की पोर्नटिप बुरानाप्रासेरत्सुक को कड़े मुकाबले में 12-21, 21-19, 21-17 से हराकर दूसरे दौर में जगह बनाई थी.
लंदन ओलिंपिक की ब्रॉन्ज मेडलिस्ट साइना को चीन ओपन के पहले दौर में पोर्नटिप ने हराया था. चोट के कारण तीन महीने बाद लौटी साइना ने उस हार का बदला चुकता करते हुए दुनिया की 12वें नंबर की थाई खिलाड़ी को हराया. दुबई सुपर सीरीज फाइनल के लिए क्वालीफाई करने की कोशिशों में जुटी पांचवीं वरीयता प्राप्त साइना का सामना अब जापान की सायाका सातो से होगा जिन्होंने चीनी ताइपे की चियांग मेइ हुइ को हराया.
टेनिस : एंजेलिक कर्बर ने शीर्ष वरीयता के साथ किया वर्ष का समापन 23 November 2016 इसी वर्ष विश्व वरीयता में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली जर्मनी की महिला टेनिस स्टार एंजेलिक कर्बर सोमवार को जारी महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) की विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर रहते हुए वर्ष का समापन करने में सफल रहीं. वर्ष का पहला ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने वाली कर्बर 12 सिंतबर को वर्ष का आखिरी ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन जीतने के बाद अमेरिकी दिग्गज सेरेना विलियम्स को अपदस्थ कर पहली बार विश्व वरीयता में शीर्ष पर पहुंचीं.
कर्बर तब से अपनी शीर्ष वरीयता कायम रखने में सफल रहीं. केर्बर सितंबर में ब्राजीलियाई महानगर रियो डी जनेरियो में हुए ओलम्पिक खेलों में भी रजत पदक जीतने में सफल रहीं.
कर्बर डब्ल्यूटीए की विश्व रैंकिंग में शीर्ष वरीयता हासिल करने वाली जर्मनी की दूसरी खिलाड़ी हैं. उनसे पहले टेनिस इतिहास की महानतम खिलाड़ियों में शुमार स्टेफी ग्राफ 1987 से 1996 के बीच विश्व वरीयता में शीर्ष पर रहीं. टेनिस खिलाड़ी रोहन बोपन्ना बोले, 'पीएम मोदी ने हमें आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है' 23 November 2016 टेनिस के डबल्स के विशेषज्ञ भारत के रोहन बोपन्ना ने कहा है कि वह पिछले साल के लचर प्रदर्शन को पीछे छोड़ते हुए 2017 में बड़ी सफलता हासिल करने पर ध्यान लगाना चाहते हैं.
यहां एडुस्पोर्ट्स और रोहन बोपन्ना टेनिस अकादमी के बीच साझेदारी की घोषणा के बाद बोपन्ना ने संवाददाताओं से कहा, ‘यहां नकारात्मक चीजों (लिएंडर पेस के साथ हाल में ट्विटर पर बहस पर) पर चर्चा करने का कोई मतलब नहीं है. हमारा ध्यान 2017 में बड़ी चीजें हासिल करने पर होना चाहिए.’आगामी सत्र में बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरणा लेते हुए बोपन्ना ने कहा, ‘मोदीजी को देखिये, नोटबंदी लागू करके उन्होंने बड़ा कदम उठाया है. उन्होंने हमें आगे बढ़ने का रास्ता दिखाया है.’ नए साझेदार पाब्लो क्यूवास के बारे में पूछने पर बोपन्ना ने कहा कि वह अर्जेन्टीना के इस खिलाड़ी से उसके एकल कार्यक्रम के अनुसार जुड़ेंगे.
एटीपी वर्ल्ड टूर खिताब जीतकर शीर्ष वरीयता के साथ एंडी मरे ने किया वर्ष का समापन 22 November 2016 ब्रिटेन के एंडी मरे ने चार बार के मौजूदा चैम्पियन सर्बिया के नोवाक जोकोविक को हराकर एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स का खिताब जीतते हुए साल का अंत सर्वोच्च वरीय खिलाड़ी के रूप में किया है. हाल ही में शीर्ष वरीयता हासिल करने वाले मरे ने यहां ओ-2 अरेना में खेले गए मैच में जोकोविक को सीधे सेटों में 6-3, 6-4 से मात दी.
एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स के फाइनल में मिली जीत मरे की लगातार 24वीं जीत है. इस जीत के साथ ही मरे ने इस टूर्नामेंट में चली आ रही जोकोविक की चार साल की बादशाहत को समाप्त कर दिया.
29 साल के मरे 1973 के बाद 17वें ऐसे खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने वरीयता क्रम में शीर्ष पर रहते हुए साल का समापन किया है. यही नहीं, यह मुकाम हासिल करने वाले वह पहले ब्रिटिश खिलाड़ी हैं. टेनिस : एंजेलिक कर्बर ने शीर्ष वरीयता के साथ किया वर्ष का समापन 22 November 2016 इसी वर्ष विश्व वरीयता में शीर्ष स्थान हासिल करने वाली जर्मनी की महिला टेनिस स्टार एंजेलिक कर्बर सोमवार को जारी महिला टेनिस संघ (डब्ल्यूटीए) की विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर रहते हुए वर्ष का समापन करने में सफल रहीं. वर्ष का पहला ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने वाली कर्बर 12 सिंतबर को वर्ष का आखिरी ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन जीतने के बाद अमेरिकी दिग्गज सेरेना विलियम्स को अपदस्थ कर पहली बार विश्व वरीयता में शीर्ष पर पहुंचीं.
कर्बर डब्ल्यूटीए की विश्व रैंकिंग में शीर्ष वरीयता हासिल करने वाली जर्मनी की दूसरी खिलाड़ी हैं. उनसे पहले टेनिस इतिहास की महानतम खिलाड़ियों में शुमार स्टेफी ग्राफ 1987 से 1996 के बीच विश्व वरीयता में शीर्ष पर रहीं. मेरा सुपरसीरीज खिताब जीतने का सपना सच हुआ : चाइना ओपन खिताब जीतने पर पीवी सिंधु 21 November 2016 भारत की महिला बैडमिंटन खिलाड़ी और ओलिंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु ने रविवार को चाइना ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर बैडमिंटन टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया. सिंधु ने महिला एकल वर्ग के फाइनल मुकाबले में चीन की सुन यू को मात देकर यह खिताब हासिल किया.
खिताब जीतने के बाद सिंधु ने चीन से फोन पर आईएएनएस से कहा, 'मैं इस जीत से काफी खुश हूं. यह मेरा पहला सुपर सीरीज खिताब है, जो मेरा बरसों से सपना था.'
सिंधु ने कहा, 'इस खिताब को जीतना मेरा सपना था, जो आज पूरा हो गया. जहां तक फाइनल मैच की बात है तो मैंने काफी समय बाद सुन यू के खिलाफ मुकाबला खेला और इसे जीत कर मुझे अच्छा अनुभव हुआ. मैं बेहद खुश हूं.'
11वीं विश्व वरीतया प्राप्त सिंधु ने एक घंटा नौ मिनट तक चले इस संघर्षपूर्ण मुकाबले में सुन यू को 21-11, 17-21, 21-11 से मात देकर करियर का पहला सुपर सीरीज प्रीमियर खिताब अपने नाम किया. सिंधु ने पहले गेम से ही सुन यू पर दबदबा कायम कर लिया. एक समय 17-8 से बढ़त ले चुकीं सिंधु ने अपनी बढ़त बरकरार रखते हुए पहला गेम 21-11 से अपने नाम कर लिया.
एटीपी वर्ल्ड टूर के फाइनल में आमने-सामने होंगे एंडी मरे और नोवाक जोकोविक 21 November 2016 एंडी मरे और नोवाक जोकोविक एटीपी टूर फाइनल्स टेनिस टूर्नामेंट के फाइनल में आमने सामने होंगे और इस दौरान दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी की रैंकिंग दांव पर लगी होगी.
इस महीने की शुरुआत में मरे ने जोकोविक के लगातार 122 हफ्तों तक शीर्ष पर बने रहने के क्रम को तोड़ा था. जोकोविक के पास अब बदला चुकता करने का मौका है और दोनों खिलाड़ियों में से जो भी खिताब जीतेगा वह साल का अंत दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी के रूप में करेगा.
ब्रिटेन के मरे ने पहला सेट गंवाने के बाद जोरदार वापसी करते हुए सेमीफाइनल में कनाडा के मिलोस राओनिक को 5-7, 7-6, 7-6 से हराया.
गत चैम्पियन सर्बिया के जोकोविक को हालांकि जापान के केई निशिकोरी को एक अन्य सेमीफाइनल में 6-1, 6-1 से हराने के लिए अधिक पसीना नहीं बहाना पड़ा.
एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स के सेमीफाइनल में मिलोस राओनिक और जोकोविक 19 November 2016 एंडी मरे और कनाडा के मिलोस राओनिक ने जीत के साथ एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स टूर्नामेंट के अंतिम चार में प्रवेश कर लिया है. इससे पहले, सर्बिया के स्टार टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविक भी सेमीफाइनल्स में प्रवेश कर चुके हैं.
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, वर्तमान में विश्व के चौथी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी राओनिक ने आस्ट्रिया के डोमिनिक थिएम को लंदन के ओ-2 एरीना में खेले गए मुकाबले में 7-6 (7-5), 6-3 से मात देते हुए सेमीफाइनल्स में जगह बनाई.
इस मैच में दिग्गज फुटबाल खिलाड़ी डेविड बेकहम अपने बेटे के साथ मौजूद थे. इस टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन के साथ विश्व रैंकिंग में राओनिक के तीसरा स्थान हासिल करने की संभावना है.
पत्नी जब गर्भवती थी तब एक मॉडल से आशिकी कर रहे थे बैडमिंटन स्टार लिन डेन 19 November 2016 चीन के दिग्गज बैडमिंटन खिलाड़ी लिन डेन ने अपनी पत्नी के गर्भवती होने के दौरान विवाहेतर संबंधों के लिए माफी मांगी है. एक मॉडल के साथ ‘अंतरंग’ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद लिन डेन ने ऐसा किया है.
यह खबर जल्द ही वायरल हो गई और साइना वेईबो पर ‘लिन डेन अफेयर’ हैशटैग वाले पेज को 10 लाख से अधिक लोगों ने देखा. कई लोगों ने इस दौरान लिखा कि लिन ने कोर्ट पर मैच जीता लेकिन अपने समर्थकों को निराश किया. मनोरंजन क्षेत्र के किसी व्यक्ति ने इस तस्वीरों को उजागर किया है. उसने अपनी पहचान ‘डिटेक्टिव झाओवर’ के रूप में बताई है.
अक्टूबर की इन तस्वीरों में होटल के कमरे में लिन को मॉडल और अभिनेत्री झाओ याकी को गले लगाते और चूमते दिखाया गया है. इसके एक महीने बाद की तस्वीरों में दोनों को अंतरंग स्थिति में दिखाया गया है जबकि इस दौरान लिन की पत्नी शी शिंगफेंग गर्भवती थी ATP फाइनल्स : एंडी मरे ने यूएस ओपन में मिली हार का हिसाब बराबर किया, निशिकोरी को दी मात 18 November 2016 ब्रिटेन के एंडी मरे ने जापान के केई निशिकोरी से अमेरिकी ओपन में मिली हार का हिसाब बराबर कर लिया. मरे को हालांकि इसके लिए तीन घंटे से ज्यादा समय लगा. उन्होंने निशिकोरी को एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स में जॉन मैक्नेरो ग्रुप में 6-7 (9-11), 6-4, 6-4 से मात दी.
मरे ने बुधवार को अपनी लगातार 21वीं जीत दर्ज की. यह मुकाबला तीन घंटे 20 मिनट तक चला. यह 2009 में फाइनल्स की शुरुआत के बाद सबसे लंबा मैच है.
शीर्ष वरीय मरे और निशिकोरी के बीच सितंबर में अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में कड़ा मुकाबला देखने को मिला. पांच सेट तक चले इस मुकाबले में निशिकोरी ने जीत हासिल की थी. निशिकोरी ने बुधवार को पहला सेट अपने नाम किया. मरे ने शानदार वापसी करते हुए लगातार दो सेट जीते और मैच अपने नाम किया
चीन ओपन : ओलिंपिक सिल्वर मेडलिस्ट पीवी सिंधु और जयराम क्वार्टर फाइनल में, प्रणॉय हारे 18 November 2016 रियो ओलिंपिक में सिलवर मेडल जीतने वाली भारत की अग्रणी महिला बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु ने गुरुवार को चीन ओपन के दूसरे दौर के मुकाबले में जीत दर्ज करते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बना ली है. वहीं पुरुष वर्ग में अजय जयराम ने भी क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर लिया है, लेकिन एचएस प्रणॉय दूसरे दौर में अपना मुकाबला हार गए हैं.
सातवीं वरीयय प्राप्त सिंधु ने दूसरे दौर में अमेरिका की बेईवान झांग को 18-21, 22-20, 21-17 से मात दी. क्वार्टर फाइनल में उनका सामना चीनी खिलाड़ी ही बिंगजियाओ से होगा. उन्होंने थाइलैंड की पोर्नटिप बुरानाप्रात्सेरसुक को 22-20, 21-15 से मात देते हुए क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई है. पोर्नटिप ने ही सायना नेहवाल को पहले दौर में मात दी थी.
वहीं पुरुष एकल वर्ग में अजय जयराम ने हांक कांग के वेई नान को 20-22, 21-19,21-12 से मात देते हुए क्वार्टर फाइनल का सफर तय किया. क्वार्टर फाइनल में उनका सामना दूसरी वरीयता प्राप्त चीन के चेन लोंग से होगा. चेन में हमवतन शी युकी को हराते हुए क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया है. अरुणाचल के रहने वाले भारतीय बैडमिंटन टीम के मैनेजर को चीन का वीजा नहीं मिला 17 November 2016 भारतीय बैडमिंटन टीम के मैनेजर अरुणाचल प्रदेश के बमांग टैगो को चीनी सरकार ने चाइना सुपर सीरीज प्रीमियर बैडमिंटन टूर्नामेंट के लिये वीजा नहीं दिया. टैगो अरुणाचल प्रदेश बैडमिंटन संघ के सचिव भी हैं. उन्हें अरुणाचल प्रदेश का मूल निवासी होने के कारण दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने वीजा नहीं दिया. उन्होंने 10 नवंबर को आवेदन किया था.
टैगो ने गृह राज्यमंत्री किरण रिजिजू से दखल की मांग की थी. उन्होंने प्रेस ट्रस्ट से कहा, ‘मैं 10 नवंबर से दिल्ली में हूं लेकिन अभी तक मुझे वीजा नहीं मिला. मैं भारतीय टीम का मैनेजर हूं और वह पहला दौर वहां खेल रही है जबकि मैं यहां फंसा हूं.’उन्होंने कहा,‘जब मैने चीनी दूतावास से इस बारे में पूछा तो अधिकारियों ने मुझे बताया कि अरुणाचल प्रदेश का होने के कारण मुझे चीन से मंजूरी की जरूरत है.’उन्होंने कहा,‘चीनी दूतावास से तब से कोई जवाब नहीं मिला है. मैंने केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू से मुलाकात की और उनके दखल की मांग की. उन्होंने कहा कि वह मामले पर गौर करेंगे.उम्मीद है कि कुछ सकारात्मक होगा.’ अर्जेंटीना की जीत में लियोनेस मेसी चमके, मीडिया ने टीम के एक खिलाड़ी पर लगाया ड्रग लेने का आरोप 17 November 2016 लियोनल मेसी के फ्रीकिक पर दागे शानदार गोल की बदौलत अर्जेन्टीना ने वर्ल्डकप क्वालीफिकेशन में अपने अभियान को पटरी पर लाते हुए यहां कोलंबिया को 3-0 से हराया. अर्जेन्टीना ने मैच के बाद मीडिया के बहिष्कार की भी घोषणा की जिसने टीम के एक खिलाड़ी के ड्रग के इस्तेमाल का दावा किया था.
बार्सिलोना के स्टार खिलाड़ी मेसी ने 10वें मिनट में 30 यार्ड की दूरी से गोल करने के अलावा लुकास प्रातो और एंजेल डि मारिया के गोल में मदद भी की. मेसी ने हालांकि मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में अर्जेन्टीना की पूरी टीम के सामने कहा कि खिलाड़ी मीडिया से बात नहीं करेंगे क्योंकि एक पत्रकार ने ट्विटर पर दावा किया कि फारवर्ड इजेक्वेल लावेजी को शिविर में गांजा पीते पकड़ा गया.
बैडमिंटन : चीन ओपन में सायना हारीं, सिंधू की जीत 16 November 2016 भारत की दिग्गज महिला बैडमिंटन खिलाड़ी सायना नेहवाल को चीन ओपन सुपर सीरीज प्रीमियर बैडमिंटन टूर्नामेंट के पहले दौर में ही हार का सामना करना पड़ा. हालांकि, रियो ओलम्पिक में रजत पदक जीतने वाली पीवी सिंधू ने जीत हासिल की है. टूर्नामेंट में बुधवार को खेले गए महिला एकल वर्ग के मुकाबले में चौथी वरीय नेहवाल को थाइलैंड की पोर्नटिप बुरानाप्रात्सेरसुक ने 16-21, 21-19, 14-21 से हराया.
टूर्नामेंट की सातवीं वरीय सिंधू ने एकतरफा मुकाबले में चीनी ताइपे की चिया सिन ली को 21-12, 21-16 से मात देते हुए दूसरे दौर में प्रवेश किया.
इसके अलावा, पुरुष वर्ग में भी भारत का बुधवार का दिन अच्छा रहा. अजय जयराम और एचएस प्रणॉय ने अपने-अपने मुकाबलों में जीत हासिल की.
डोपिंग को लेकर वाडा ने अपनाया सख्त रुख, दोहा डोपिंग रोधी लैब की मान्यता निलंबित की 16 November 2016 विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) ने कहा कि उसने कतर की राजधानी दोहा की डोपिंग रोधी प्रयोगशाला की मान्यता निलंबित कर दी है. प्रयोगशाला की यह मान्यता चार माह के लिए निलंबित की गई है.
समाचार एजेंसी स्पुतनिक की रिपोर्ट के अनुसार, वाडा ने अपने एक बयान में कहा, "वाडा ने दोहा की डोपिंग रोधी प्रयोगशाला की मान्यता चार माह के लिए निलंबित कर दी है. यह निलंबन सात नवंबर से लागू किया गया है. इस प्रतिबंध के तहत प्रयोगशाला में किसी भी प्रकार की डोपिंग रोधी गतिविधि प्रतिबंधित है, जिसमें मूत्र और रक्त के नमूनों का विश्लेषण शामिल हैं."
वाडा ने अपने गुणवत्ता के आकलन के मानकों को सख्त कर दिया है, जिसके कारण यह फैसला लिया गया है. बयान में कहा गया कि निलंबित रहने के दौरान प्रयोगशाला अपनी प्रणाली में होने वाली कमियों को दूर करेगी.
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी ने कहा, "अगर प्रयोगशाला इन सभी जरूरतों की सभी चीजों को पूरा कर अनुशासन समिति को संतुष्ट करती है, तो वह निलंबन की अवधि की समाप्ति से पहले बहाली के लिए आवेदन कर सकती है. ऐसा न होने पर प्रयोगशाला की निलंबन अवधि बढ़ भी सकती है."
पूर्व वर्ल्ड चैम्पियन फ्रांसिस चेका से 17 को लड़ेंगे विजेंदर | चेका ने कहा-हराना रहेगा शानदार 15 November 2016 भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह अपने पेशेवर करियर के सबसे कड़े प्रतिद्वंद्वी से भिड़ेंगे जब डब्ल्यूबीओ सुपर मिडिलवेट एशिया पैसेफिक खिताब बचाने के लिए उनका सामना पूर्व विश्व और मौजूदा अंतरमहाद्वीप चैम्पियन फ्रांसिस चेका से 17 दिसंबर को होगा.
तंजानिया के 34 साल के अनुभवी मुक्केबाज चेका को 43 मुकाबलों का अनुभव है, जिसमें उन्होंने 17 नॉकआउट सहित 32 जीत दर्ज की हैं. वह सुपर मिडलवेट के दिग्गज मुक्केबाजों से भिड़ चुके हैं, जिसमें डब्ल्यूबीए विश्व चैम्पियन रूस के फेदोर चुडिनोव और डब्ल्यूबीसी अंतरराष्ट्रीय चैम्पियन ब्रिटेन के मैथ्यू मेकलिन शामिल हैं.
चेका ने 16 साल के अपने करियर के दौरान 300 राउंड के मुकाबले लड़े हैं जबकि विजेंदर को सिर्फ 27 राउंड के मुकाबले खेलने का अनुभव है.
पुणे की निशानेबाजी रेंज की हालत से बेहद दुखी हैं हीना सिद्धू 15 November 2016 विश्व कप फाइनल्स में स्वर्ण पदक जीतने वाली भारतीय पिस्टल निशानेबाज हीना सिद्धू ने पुणे में निशानेबाजी रेंज की स्थिति पर आज नाखुशी जताई.
पुणे के बालेवाड़ी शूटिंग रेंज में 13 से 26 दिसंबर के बीच 60वीं राष्ट्रीय निशानेबाजी चैंपियनशिप का आयोजन किया जाएगा. हीना ने कहा, मैं रेंज के बारे में कुछ नहीं कहना चाहती हूं. किसी को भी वहां जाकर देखना चाहिए. हां रेज बहुत बुरी स्थिति में है, लेकिन मैं इस बारे में विस्तार नहीं बताना चाहती हूं.
यह 27 वर्षीय निशानेबाज भारत की पहली पिस्टल शूटर हैं, जो दुनिया में नंबर एक रहीं. हीना हालांकि इस साल रियो ओलिंपिक में महिलाओं की दस मीटर एयर पिस्टल के फाइनल में नहीं पहुंच पाई थीं.
पुणे की रेंज के बार में हीना ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है, राष्ट्रीय चैंपियनशिप से पहले अभ्यास के लिए पुणे आई थी, लेकिन रेंज की स्थिति खराब है. आधी दर्जन से अधिक लेन काम नहीं कर रही हैं, बेहद दुखद.
एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स के दूसरे दौर में पहुंचे नोवाक जोकोविक 14 November 2016 पांच बार के चैम्पियन सर्बिया के नोवाक जोकोविक जारी एटीपी वर्ल्ड टूर फाइनल्स टूर्नामेंट के दूसरे दौर में पहुंच गए हैं. जोकोविक ने लंदन के एरेना ओ2 में पहली बार क्वालीफाई करने वाले आस्ट्रिया के डोमिनिक थीम को कड़े संघर्ष के बाद 6-7(10), 6-0, 6-2 से हराया.
बीते सप्ताह विश्व रैंकिंग में दूसरे स्थान पर खिसके जोकोविक लगातार पांचवीं बार यह खिताब अपने नाम करने के लिए प्रयासरत हैं. अगर वह ऐसा कर सके तो यह एक रिकॉर्ड होगा.
जोकोविक अगर एक और ग्रुप मैच जीतने में सफल रहे और साथ ही साथ खिताब भी बचा सके तो वह ब्रिटेन के एंडी मरे को पीछे छोड़ते हुए फिर से विश्व वरीयता क्रम में पहले स्थान पर पहुंच जाएंगे.
मैक्सिको : ओएचएल क्लासिक गोल्फ टूर्नामेंट में अनिर्बान लाहिड़ी संयुक्त 14वें स्थान पर 14 November 2016 भारतीय गोल्फर अनिर्बान लाहिड़ी पीजीए टूर के ओएचएल क्लासिक गोल्फ टूर्नामेंट के तीसरे दौर में पांच अंडर 66 के स्कोर से संयुक्त 14वें स्थान पर चल रहे हैं.
लाहिड़ी का कुल स्कोर 11 अंडर 202 है. उन्होंने तीसरे दौर में सात बर्डी की लेकिन दो बोगी भी कर गए जिससे उनका स्कोर पांच अंडर रहा. लाहिड़ी शीर्ष पर चल रहे गैरी वुडलैंड (66) से सात शॉट पीछे हैं.
एशियाई खेलों में बॉक्सिंग के स्वर्ण पदक विजेता डिंगको सिंह हेपेटाइटिस के कारण एम्स में भर्ती 11 November 2016 एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक विजेता रहे बाक्सर डिंगको सिंह का अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में हेपेटाइटिस का इलाज किया जा रहा है.
वर्ष 1998 में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले 37 वर्षीय डिंगको सिंह के एक करीबी सूत्र ने पीटीआई को बताया, ‘डिंगको पिछले महीने से पीलिया से ग्रसित हैं और अब वह दिल्ली में हैं जहां उनका इलाज चल रहा है’
पद्मश्री और अर्जुन पुरस्कार विजेता सिंह पिछले कुछ समय से स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहे हैं. वर्तमान में वह भारतीय खेल प्राधिकरण के मणिपुर केंद्र में बतौर कोच कार्यरत हैं. गौरतलब है कि डिंगको ने वर्ष 1998 में बैंकॉक में हुए एशियन गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था.मूल रूप से वे मणिपुर के रहने वाले हैं.
नेमार ने इंटरनेशनल मैचों में गोलों की हाफसेंचुरी बनाई, अर्जेंटीना से 3-0 से जीता ब्राजील.. 11 November 2016 ब्राजील के स्टार स्ट्राइकर नेमार ने अपने करियर का 50वां अंतरराष्ट्रीय गोल किया जिसकी मदद से उनके देश की टीम ने 2018 विश्व कप क्वालीफाइंग मुकाबले में अपने चिर प्रतिद्वंद्वी अर्जेंटीना को 3-0 से करारी शिकस्त दी.
बार्सिलाना के सुपरस्टार नेमार का यह ब्राजील की तरफ से 74वां मैच था. ब्राजील ने अपने नए कोच टिटे की अगुवाई में लगातार पांचवीं जीत दर्ज की और वह दक्षिण अमेरिका की क्वालीफिकेशन तालिका में चोटी पर है. नेमार के अलावा फिलिप कोटिन्हो और पालिन्हो ने भी गोल किए.
कोटिन्हो ने खेल के 25वें मिनट में गोल दागकर ब्राजील टीम को 1-0 की बढ़त दिलाई. नेमार ने इसके बाद गोल कर स्कोर 2-0 कर दिया. बाद में पालिन्हो के 59वें मिनट के गोल की मदद से ब्राजील शानदार तरीके से मैच में 3-0 से जीत दर्ज करने में सफल रहा. ब्राजील के अब दस टीमों की राउंड रोबिन प्रतियोगिता में 11 मैचों में 24 अंक हैं.
पीबीएल नीलामी में कैरोलिना मारिन सबसे महंगी बिकीं, साइना और सिंधु के लिए कम बोली 10 November 2016 रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु और लंदन ओलिंपिक की कांस्य पदक विजेता साइना नेहवाल को प्रीमियर बैडमिंटन लीग (पीबीएल) के दूसरे सत्र की खिलाड़ियों की नीलामी में अधिक कीमत नहीं मिली, जबकि स्पेन की ओलिंपिक चैंपियन कैरोलिना मारिन के लिए सबसे अधिक बोली लगी.
हैदराबाद हंटर्स ने दो बार की विश्व चैंपियन मारिन को 61 लाख 50 हजार रुपये में खरीदा. रियो ओलिंपिक में क्वार्टर फाइनल में पहुंचे किदांबी श्रीकांत भारतीय खिलाड़ियों के बीच सबसे महंगे बिके. उनके लिए अवध वारियर्स ने 51 लाख रुपये की बोली लगाई.
सिंधु हालांकि दुर्भाग्यशाली रहीं और रियो खेलों में शानदार प्रदर्शन के बाद भारत के आइकॉनिक खिलाड़ियों में सर्वश्रेष्ठ होने के बावजूद 39 लाख रुपये ही पा सकीं. सिंधु ने कहा, 'ड्रॉ में मेरा नाम सबसे आखिर में आया इसलिए मुझे कम पैसे मिले, लेकिन कोई बात नहीं. मैं चेन्नई में वापसी करके खुश हूं.' साइना पहले सत्र में ली चोंग वेई की तरह एक लाख डॉलर में बिकी थी और सबसे महंगे खिलाड़ियों में शामिल थी लेकिन बुधवार को पहले राउंड की बोली के बाद किसी ने उन्हें नहीं खरीदा और उनकी पिछली फ्रेंचाइजी अवध वारियर्स ने 33 लाख रुपये की आधार कीमत पर उन्हें बरकरार रखा.
पीवी सिंधु ने कहा, रियो ओलिंपिक के प्रदर्शन ने नाकामी से निपटने में मदद की 10 November 2016 रियो खेलों की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु ने कहा कि रियो ओलिंपिक में उनके प्रदर्शन ने विफलता से निपटने में उनकी मदद की और उन्होंने अब महसूस कर लिया है कि विश्व चैम्पियनशिप और ऑल इंग्लैंड जैसी प्रतियोगिताओं में पदक जीतने के लिए उन्हें कड़ी मेहनत करने की जरूरत है.
सिंधू ने कहा, ‘ओलिंपिक मेरे अंदर कुछ बदलाव लेकर आया. ओलिंपिक में मैं वरीयता प्राप्त खिलाड़ियों के खिलाफ खेली और महसूस किया कि मेरी तरह वे भी कम रैंकिंग वाले खिलाड़ियों के खिलाफ हार पर बुरा महसूस करते हैं इसलिए कभी-कभी लोग अवसाद में चले जाते हैं लेकिन इसके बाद वे वापसी करते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं. इसलिए मुझे लगता है कि इसी तरह ओलिंपिक के बाद काफी कुछ बदल गया है.’
उन्होंने कहा, ‘खेलों के बाद जीवन काफी बदल गया है और अब जिम्मेदारी हमेशा अधिक होती है और सभी की नजरें हमेशा मेरे ऊपर रहेंगी इसलिए मुझे लगता है कि अब से मुझे और कड़ी मेहनत करनी होगी.’
खिताब बचाने के लिए 17 दिसंबर को रिंग में उतरेंगे विजेंदर सिंह, दिल्ली में होगा मुकाबला 9 November 2016 भारत के अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुक्केबाज विजेंदर सिंह पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण करने के बाद से अब तक अविजित हैं और अब वह 17 दिसंबर को अपने एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट खिताब की रक्षा करने रिंग में उतरेंगे. विश्व मुक्केबाजी संगठन (डब्ल्यूबीओ) ने मंगलवार को इसकी घोषणा की.
डब्ल्यूबीओ की ओर से जारी वक्तव्य के अनुसार, विजेंदर का यह मुकाबला राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में खेला जाएगा. उल्लेखनीय है कि विजेंदर ने पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण के बाद से अपने सातों मुकाबले जीते हैं, जिनमें से छह मुकाबले उन्होंने नॉकआउट के जरिए जीते.
इस खिताबी मुकाबले के लिए अभी विजेंदर के प्रतिद्वंद्वी की घोषणा नहीं की गई है. इस बहु प्रतीक्षित मुकाबले के साथ ही 17 दिसंबर को भारत के कई मुक्केबाज पेशेवर मुक्केबाजी में पदार्पण करेंगे, जिनके नामों की घोषणा अभी की जानी है.
अपने अगले मुकाबले को लेकर विजेंदर ने कहा, "पिछले दो महीने से मैं मैनचेस्टर में था. वहां मैंने अगले मुकाबले के लिए कठिन प्रशिक्षण लिया. मेरे प्रशिक्षक ने मुझे इस दौरान बेहद कठिन प्रशिक्षण दिया, जिससे अब मैं पहले से कहीं ताकत से पंच मारने लगा हूं."
जब तक युवा आउटडोर खेलों में भाग नहीं लेंगे, पदक दूर रहेंगे : महेंद्र सिंह धोनी 9 November 2016 भारत के सीमित ओवर क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि देश से ओलिंपिक पदक तब तक दूर रहेंगे जब तक देश के युवा खिलाड़ी ‘आउटडोर’ खेलों में भाग नहीं लेंगे.
धोनी ने सेवन और जाबोंग के बीच करार की घोषणा करते हुए कहा, हमें बच्चों को खेलों में खेलने के लिए घर से बाहर फेंक देना होगा. इससे न सिर्फ उनको एक्टिव रहने में मदद मिलेगी बल्कि उनको उनकी पढ़ाई में भी मदद मिलेगी.
उन्होंने कहा, हम हमेशा कहते हैं कि हम ओलिंपिक में पदक नहीं जीतते, लेकिन हम यह महसूस नहीं करते कि हमारे कितने युवा आउटडोर खेल खेलते हैं. काफी बच्चे इलेक्ट्रोनिक गैजेट से चिपके रहते हैं इसलिए सभी माता-पिता को मेरा सुझाव है कि वे अपने बच्चों को घर के बाहर कर दें. उन्हें धूप में खेलने दें. उन्हें अपना रास्ता ढूंढने दीजिए
भारतीय वुशु टीम को आठवें सांडा विश्व कप में पांच पदक 7 November 2016 भारतीय वुशु टीम ने चीन के शियान में चार से छह नवंबर तक हुए आठवें सांडा विश्व कप में चार रजत और एक कांस्य पदक सहित कुल पांच पदक जीते.
प्रतियोगिता में 2015 में हुई 13वीं विश्व वुशु चैम्पियनशिप के 80 सर्वश्रेष्ठ सांडा खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया. यहां मिली सूचना के अनुसार पांच खिलाड़ियों ने भारत का प्रतिनिधित्व किया.
अजरुन पुरस्कार विजेता और विश्व रजत पदक विजेता वाई सनाथोई देवी ने भारत के लिए रजत पदक जीता. उन्हें 52 किग्रा वर्ग के फाइनल में चीन की लुआन झांग के खिलाफ शिकस्त झेलनी पड़ी.
भारत के लिए उचित शर्मा (52 किग्रा), सूर्य भानू प्रताप सिंह (60 किग्रा) और मोनिका (56 किग्रा) ने रजत पदक जीते जबकि पूजा कादियान (75 किग्रा) ने कांस्य पदक हासिल किया.
रोनाल्डो का रियाल मैड्रिड के साथ अनुबंध 2021 तक बढ़ेगा 7 November 2016 दिग्गज खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने रियाल मैड्रिड के साथ ही संन्यास लेने की तैयारी कर ली है क्योंकि उन्होंने इस दिग्गज क्लब के साथ नये अनुबंध की हामी भर दी है जिस पर आज हस्ताक्षर होंगे और यह 2021 तक होगा.
मैड्रिड ने कल बयान जारी करके कहा, ‘‘क्रिस्टियानो रोनाल्डो का अनुबंध बढ़ाने का आधिकारिक कार्यक्रम सोमवार सात नवंबर दोपहर एक बजकर 30 मिनट तक सेंटियागो बर्नाब्यू स्टेडियम के प्रेसीडेंशियल बाक्स में होगा.’’ बयान के अनुसार, ‘पुर्तगाल का यह फारवर्ड समारोह में अपना अनुबंध 30 जून 2021 तक बढ़ाएगा, जिसमें क्लब के अध्यक्ष फ्लोरेंटिनो पेरेज और खिलाड़ी स्वयं भी मौजूद रहेगा.’’
इकतीस साल के रोनाल्डो गैरेथ बेल, लुका मोड्रिक और टोनी क्रूज के नक्शेकदम पर चलते हुए हाल के वषरें में क्लब के साथ अनुबंध बढ़ाने को राजी हुए हैं. इस बीच क्लब फीफा के एक साल के स्थानांतरण प्रतिबंध की शुरूआत से जूझने की तैयारी भी कर रहा है.
भारत के समीर और सौरभ बिटबर्गर ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचे 5 November 2016 भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी समीर वर्मा और सौरभ वर्मा ने बिटबर्गर ओपन के पुरुष एकल वर्ग के क्वार्टर फाइनल प्रवेश कर लिया है. हालांकि, महिला एकल वर्ग में खेल रही ऋत्विका शिवानी गड्डे को हारकर टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा.
टूर्नामेंट के पुरुष एकल वर्ग के तीसरे राउंड के मैच में गुरुवार रात को जहां 12वें वरीय समीर ने आसानी से जीत हासिल की, वहीं सौरभ को भी जीत हासिल करने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ी.
समीर ने स्कॉटलैंड के कीरन मेरिलीस को 39 मिनट के भीतर एकतरफा मुकाबले में 21-17, 21-17 से मात देकर जीत हासिल करते हुए क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. पुरुष एकल वर्ग में हुए एक अन्य मैच में सौरभ ने छठे वरीय इंडोनेशिया के इशान मौलाना मुस्तफा को 11-21, 20-22 से मात देकर क्वार्टर फाइनल का टिकट कटाया
निशिकोरी पेरिस मास्टर्स से बाहर, सिलिक जीते 5 November 2016 जापान के केई निशिकोरी को पेरिस मास्टर्स के तीसरे दौर के मुकाबले में हारकर बाहर होना पड़ा. उन्हें स्थानीय खिलाड़ी जो-विल्फ्रेड सोंगा ने हराया. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, टूर्नामेंट में गुरुवार को हुए इस मुकाबले में सोंगा ने निशिकोरी को 0-6, 6-3, 7-6 (3) से मात दी.
टूर्नामेंट के तीसरे दौर के मुकाबले में पहले सेट को जीतने के बाद बाकी के दो सेटों में निशिकोरी को हार का सामना करना पड़ा और इस कारण वह टूर्नामेंट से बाहर हो गए. सोंगा ने मुकाबले के बाद कहा, "हम यहां अपना बेहतरीन खेल प्रदर्शन करने आए हैं. मैंने पहले सेट में कई गलतियां की, लेकिन मैं बेहतरीन करना चाहता था. धीरे-धीरे मैंने मुकाबले में पर कब्जा जमाया और खेल में सुधार किया."
फ्रांस के सोंगा का अगला मुकाबला कनाडा के मिलोस राओनिक से होगा. राओनिक ने उरुग्वे के पाब्लो सुएवास को 4-6, 6-1, 6-2 से हराकर अगले दौर में कदम रखा है. इसके अलावा, क्रोएशिया के मारिन सिलिक ने डेविड गोफिन को 6-3, 7-6 (11) से मात देकर अगले दौर में कदम रखा है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने पैरालिंपिक पदक विजेता दीपा मलिक को चार करोड़ रुपये का चेक सौंपा 2 November 2016
हरियाणा की रहने वाली दीपा रियो में पैरालिंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला खिलाड़ी बनी थी. दीपा ने पैरालिंपिक की महिला गोला फेंक स्पर्धा में 4.61 मीटर के प्रयास के साथ रजत पदक जीता था.
मंच पर हरियाणा के राज्यपाल कप्तान सिंह सोलंकी और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ बैठे पीएम मोदी मंच से उतरकर व्हीलचेयर पर बैठी दीपा के पास पहुंचे और उन्हें सम्मानित किया.
इससे पहले पीएम मोदी ने कहा कि हरियाणा की लड़कियों ने कई बार वैश्विक मंच पर भारत को गौरवान्वित किया है. हरियाणा का प्रत्येक नागरिक लड़कियों को बचाने की शपथ ले.
क्या वे उम्मीद कर रहे थे मैं मेकअप किट ले जा रहा हूं', जुर्माने के बाद एयर एशिया पर बिफरे श्रीजेश 2 November 2016 भारतीय हॉकी टीम के गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने आज अपनी नाराजगी विमान कंपनी एयर एशिया पर निकाली जिसने अधिक सामान के लिए उन पर जुर्माना लगाया.
श्रीजेश एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पाकिस्तान पर 3-2 की जीत के बाद स्वदेश लौट रहे थे और उनके पास उनका खेल का सामान था. पता चला है कि अतिरिक्त सामान के रूप में ‘खेल का सामान’ रखने के लिए श्रीजेश पर 1500 रुपये का जुर्माना लगा.
श्रीजेश ने इसके बाद ट्विटर पर अपनी निराशा जताई. उन्होंने ट्वीट किया, ‘खेल के सामान के बैग के लिए जो 15 किग्रा से कम होना चाहिए, अतिरिक्त राशि. क्या वे उम्मीद कर रहे थे कि मैं मेकअप किट लेकर जा रहा हूं.’ श्रीजेश ने इस दौरान जुर्माने की रसीद की फोटो भी पोस्ट की वाडी दाग्ला ओपन में हारीं दीपिका पल्लीकल 1 November 2016 भारत की शीर्ष स्क्वाश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल कार्तिक को पीएसए विश्व टूर प्रतियोगिता वाडी दाग्ला ओपन के पहले दौर में मिस्र की क्वालीफायर मरियम मेतवाली के खिलाफ शिकस्त का सामना करना पड़ा.
पीएसए सूची में 19वें नंबर की खिलाड़ी को दीपिका को पहले दो गेम जीतने के बावजूद 31वें नंबर की मिस्र की खिलाड़ी के खिलाफ 11-5 11-9 6-11 7-11 8-11 से शिकस्त झेलनी पड़ी. दीपिका की हार के साथ टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई.
एटीपी रैंकिंग में शीर्ष पर कायम हैं सर्बियाई टेनिस स्टार नोवाक जोकोविक 1 November 2016 सर्बियाई टेनिस स्टार नोवाक जोकोविक सोमवार को जारी पेशेवर टेनिस संघ (एटीपी) द्वारा जारी वैश्विक रैंकिंग में पहले स्थान पर कायम हैं.
जोकोविक की झोली में इस समय 12900 अंक हैं. स्कॉटलैंड के एंडी मरे 10985 अंकों के साथ दूसरे स्थान पर हैं, जबकि जापान के केई निशिकोरी चौथे स्थान पर पहुंच गए हैं. कनाडा के मिलोस राओनिक पांचवें स्थान पर खिसक गए हैं.
स्विट्जरलैंड के स्टान वावरिंका तीसरे स्थान पर हैं. विश्व के पूर्व सर्वोच्च वरीयता प्राप्त खिलाड़ी स्विट्जरलैंड के ही रोजर फेडरर नौवें स्थान पर हैं. इसी तरह एक समय फेडरर और जोकोविक के साथ विश्व टेनिस पर राज करने वाले स्पेन के राफेल नडाल छठे स्थान पर हैं.
ब्राजील के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी एल्बटरे का निधन 26 October 2016 ब्राजील के दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी और 1970 में विश्व कप जीतने वाली राष्ट्रीय टीम के कप्तान रहे कार्लोस एल्बटरे का निधन हो गया. ब्राजील मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, 72 वर्षीय एल्बटरे का सोमवार रात को दिल का दौरा पड़ने के कारण निधन हो गया.
एल्बटरे ने अपने करियर के दौरान ब्राजील के लिए 53 मुकाबले खेले थे. अपनी टीम को विश्व कप खिताब जीता कर उन्होंने एक नया इतिहास रचा था.
मेक्सिको सिटी में 1970 में हुए विश्व कप के फाइनल मुकाबले में उनकी टीम ने इटली को 4-1 से मात दी थी. इसके साथ ही उन्हें 2004 में फीफा के महानतन 100 खिलाड़ियों में भी शुमार किया गया था.
अपने 20 साल के फुटबाल करियर में उन्होंने रियो डी जनेरियो में फ्लूमिनेंसे और फ्लामेंगो क्लब के लिए मुकाबले खेले. इसी शहर में उनका जन्म हुआ था.
टिकटों की गिरती बिक्री के चलते फॉर्मूला-1 कैलेंडर से हट सकता है मलेशिया ग्रां प्री 26 October 2016 मलेशिया ग्रां प्री टिकटों की गिरती बिक्री के चलते यह आयोजन स्थल फॉर्मूला-1 कैलेंडर से बाहर हो सकता है. मलेशिया ग्रां प्री का फॉर्मूला-1 के साथ अनुबंध 2018 में पूरा हो जाएगा और इसके एफ-1 कैलेंडर से अलग होने के पीछे टिकट बिक्री में कमी और अन्य स्थलों पर होने वाली प्रतियोगिताएं मुख्य कारण मानी जा रही हैं.
सेपांग अंतरराष्ट्रीय सर्किट में होने वाली इस रेस को 1999 से एफ-1 कैलेंडर में शामिल किया गया था. इस सर्किट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राजलान रजाली का कहना है कि 120,000 दर्शकों की क्षमता वाले इस सर्किट में दो अक्टूबर-2016 को रेस के दौरान केवल 45,000 दर्शक ही शामिल हुए थे.
राजलान ने कहा, 'अगर इसका कोई आर्थिक मूल्य नहीं है, तो हम इस रेस को क्यों जारी रखें?' मलेशिया के खेल मंत्री खेरे जमालुद्दीन ने कहा कि अन्य एशियाई स्थलों पर होने वाली प्रतियोगिता के कारण भी मलेशिया ग्रां प्री को एफ-1 कैलेंडर से हटाना पड़ रहा है.
जमालुद्दीन ने ट्वीट कर कहा, 'जब हमने पहली बार एफ-1 रेस का आयोजन किया था, तो वह एक बहुत बड़ी बात थी. अब इतने सारे स्थल हो गए हैं, जिसके कारण यहां इसके आयोजन का अब कोई फायदा नहीं है.'
जब चलते मैच के बीच रूसी टेनिस खिलाड़ी स्वेतलाना कुज़नेत्सोवा ने काट डाले अपने बाल 25 October 2016 रूसी टेनिस खिलाड़ी स्वेतलाना कुज़नेत्सोवा (Svetlana Kuznetsova) ने खेलभावना का बेजोड़ उदाहरण पेश करते हुए सोमवार को डब्ल्यूटीए फाइनल्स टूर्नामेंट के दौरान कैंची लेकर अपने ही सिर के बाल काट डाले और फिर फूट-फूटकर रो पड़ीं, लेकिन उसके बाद स्वेतलाना ने न सिर्फ डिफेंडिंग चैम्पियन एग्निएस्का रदवांस्का (Agnieszka Radwanska) के खिलाफ मैच प्वाइंट बचाया, बल्कि एग्निएस्का को 7-5 1-6 7-5 से हराकर खिताब पर भी कब्ज़ा कर लिया.
सत्र की आखिरी चैम्पियनशिप के लिए क्वालिफाई करने के 48 घंटे से भी कम समय में अपना पहले दौर का राउंड रॉबिन मैच खेलने उतरीं स्वेतलाना कुज़नेत्सोवा बिल्कुल थकी-मांदी लग रही थीं, लेकिन उसके बाद कुछ ऐसा हुआ, जिससे सिंगापुर इन्डोर स्टेडियम में बैठे दर्शक भौंचक्के रह गए. तीसरे और निर्णायक सेट की शुरुआत में स्वेतलाना ने कैंची लेकर खुद ही अपने बाल काट डाले, और कटी हुई पोनीटेल को अपनी कुर्सी पर फेंककर बचा हुआ मैच खेलने गईं.
एफआईएच ने अधिकांश भारत-पाकिस्तान हॉकी मैचों के रिकॉर्ड को जगह नहीं दी 25 October 2016 चिर प्रतिद्वंद्वी भारत और पाकिस्तान के हॉकी मैचों का इंतजार लाखों हॉकी प्रेमियों को रहता है लेकिन अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ ने इन एशियाई दिग्गजों के बीच खेले गए अधिकांश मैचों को अपने रिकॉर्ड में जगह नहीं दी है.
एफआईएच को सबसे ज्यादा कमाई भारत और पाकिस्तान के बीच मैचों से होती है. भारत और पाकिस्तान के बीच पहला मैच 1956 में मेलबर्न ओलिंपिक फाइनल में खेला गया था.
पिछले छह दशक में करीब 166 बार दोनों टीमें भिड़ चुकी हैं और एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में भारत की जीत 54वीं थी. पाकिस्तान 82 मैच जीत चुका है जबकि 30 मैच ड्रॉ रहे. एफआईएच ने फैसला किया है कि इस हॉकी इतिहास का अधिकांश हिस्सा मिटा दिया जाए.
एफआईएच ने जो ‘टीएमएस डाटा’ तैयार किया है, उसमें भारत और पाकिस्तान के बीच सिर्फ 46 मैचों का जिक्र है. यहां एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी के आयोजक उन्हीं आंकड़ों के आधार पर रिकॉर्ड तैयार कर रहे हैं एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी : भारत ने कड़े मुकाबले में पाकिस्तान को 3-2 से हराया 24 October 2016 शीर्ष रैंकिंग वाले भारत ने चौथी एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी चैंपियनशिप के लीग मैच में रविवार को चिर प्रतिद्वंद्वी और गत चैंपियन पाकिस्तान को कड़े मुकाबले में 3-2 से हरा दिया.
पाकिस्तान के शुरुआती हमलों के बीच भारतीय डिफेंस ने धैर्य बरकरार रखा. युवा स्ट्राइकर प्रदीप मोर ने अपने 13वें अंतरराष्ट्रीय मैच में पहला गोल दागते हुए 11वें मिनट में भारत को बढ़त दिलाई, लेकिन पाकिस्तान ने मोहम्मद रिजवान सीनियर (31वें मिनट) और मोहम्मद इरफान जूनियर (39वें) के गोल की मदद से जोरदार वापसी करते हुए 2-1 से बढ़त बना ली.
रूपिंदर पाल सिंह ने 43वें मिनट में भारत के एकमात्र पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला, जबकि रमनदीप ने तलविंदर सिंह के क्रॉस पर अगले ही मिनट गोल दागकर स्कोर 3-2 कर दिया, जो निर्णायक साबित हुआ. इस जीत से भारत के तीन मैचों में सात अंक हो गए हैं. भारत ने अपने पहले मैच में जापान को 10-2 से हराया था, जबकि दक्षिण कोरिया के खिलाफ शनिवार को 1-1 से ड्रॉ खेला था. दो बार के गत चैंपियन पाकिस्तान को मेजबान मलेशिया के खिलाफ पहले मैच में 2-4 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी, जबकि दूसरे मैच में उसने दक्षिण कोरिया को 1-0 से हराया. राउंड रोबिन चरण के बाद शीर्ष चार टीमें सेमीफाइनल में जगह बनाएंगी.जीते. मोहाली में अभिनव बिंद्रा ने शुरू किया हाई परफॉर्मेंस ट्रेनिंग सेंटर 24 October 2016 ओलंपिक चैम्पियन अभिनव बिंद्रा ने एलीट खिलाड़ियों के लिए भारत में अपनी तरह का पहला हाई परफॉर्मेंस केंद्र स्थापित किया है जिसमें अत्याधुनिक उपकरण मौजूद हैं. मोहाली में इस आधुनिक केंद्र का उद्घाटन भारतीय खेल प्राधिकरण के निदेशक इंजेती श्रीनिवास ने किया और विभिन्न केंद्रों से साइ विशेषज्ञों की 12 सदस्यीय टीम ने यहां का दौरा किया. खिलाड़ी समय लेने के बाद बिना कोई पैसा खर्च किए यहां ट्रेनिंग कर सकते हैं.
बीजिंग ओलंपिक 2008 के स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा ने ढांचा और प्रणाली स्थापित करने में मदद की है जिससे कि खिलाड़ियों को भारत में पहली बार अपना आकलन करने और ट्रेनिंग करने का मौका मिलेगा. केंद्र के प्रत्येक हाई परफॉर्मेंस उपकरण में थ्रीडी कैमरा, मोशन सेंसर और डिजिटल स्क्रीन लगी है.ा
कबड्डी विश्व कप-2016 : भारत ने थाईलैंड को सेमीफाइनल में हराया 22 October 2016 कबड्डी विश्व कप-2016 का खिताबी मुकाबला मौजूदा चैम्पियन भारत और ईरान के बीच होगा. फाइनल शनिवार को द एरेना बाय ट्रांसस्टेडियम में रात आठ बजे से खेला जाएगा. कबड्डी प्रेमियों के लिए यह अपेक्षित फाइनल लाइनअप है.
दुनिया में जहां भी कोई अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजन होता है, वहां लोग कम से कम फाइनल मुकाबला इन दो देशों के बीच देखना चाहते हैं. एशियाई खेलों में दो बार रजत पदक जीतने वाली ईरानी टीम ने जहां पहले सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण कोरिया को 28-22 से हराया वहीं मौजूदा विश्व चैम्पियन और मौजूदा एशियाई चैम्पियन भारत ने दूसरे सेमीफाइनल मुकाबले मे थाईलैंड को 73-20 के अंतर से रौंद दिया.
ग्रुप-ए में अपने पहले ही मैच में कोरिया के हाथों चौंकाने वाली हार झेलने वाली भारतीय टीम ने उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा और बाकी के सभी मुकाबले एकतरफा अंदाज में जीतते हुए फाइनल तक का सफर तय किया. थाई टीम ग्रुप-बी में पहले स्थान पर रही थी. एसे में यह उम्मीद जताई जा रही थी कि वह भारत को काफी हद तक टक्कर देगी लेकिन मैच में इसकी झलक तक देखने को नहीं मिली.
मार्टिना नवरातिलोवा सरीखी कई महान खिलाड़ियों के साथ रखा जाना काफी संतोषजनक 22 October 2016 महिला युगल रैंकिंग में दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी के तौर पर लगातार 80 हफ्तों की असाधारण उपलब्धि हासिल करने के बाद भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने गुरुवार को कहा कि मार्टिना नवरातिलोवा, कारा ब्लैक और लिजेल हुबेर सरीखी महान खिलाड़ियों के साथ रखा जाना काफी संतोषजनक हैं जो शीर्ष पर काफी लंबे समय तक बनी रही थीं.
सानिया ने कहा, "मेरे लिए, यह अविश्वसनीय सफर रहा है जो स्वप्न की तरह है. मुझे हमेशा लगा है कि किसी भी गतिविधि के क्षेत्र में शिखर पर पहुंचना हमेशा ही उपलब्धि होती है लेकिन लंबे समय पर इस पर कायम रहना, शीर्ष पर पहली बार पहुंचने से कहीं ज्यादा मुश्किल होता है." उन्होंने कहा, "महिला वर्ग में केवल तीन महान खिलाड़ी नवरातिलोवा, ब्लैक और हुबेर ही महिला युगल टेनिस इतिहास में लगातार लंबे समय तक शीर्ष पर रही हैं जिससे यह उपलब्धि मेरे लिए और भी संतोषजनक है."
वर्ल्ड क्लास जिम्नास्ट दीपा कर्माकर मुम्बई के चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर हाई स्कूल के बच्चों का मनोबल बढ़ाया 21 October 2016
चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर के स्कूल तथा कलारास कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स द्वारा एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन मंगलवार १८ अक्टूबर २०१६ को चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर हाई स्कूल,यारी रोड,अँधेरी(वेस्ट), मुंबई में आयोजित किया गया था, कि सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। जहाँ पर २०१४ के कामनवेल्थ गेम में और वर्ल्ड आर्टिस्टिक जिमनास्टिक्स चैम्पिनशिप के जिम्नास्ट में ब्रोंज मैडल जीतने वाली वर्ल्ड क्लास जिम्नास्ट दीपा कर्माकर मुख्य अतिथि के तौर द्रोणाचार्य अवार्डी बिश्वेश्वर नंदी के साथ कार्यक्रम में पधारकर कार्यक्रम की शोभा बढ़ाया।जिनका स्वागत बैंडबाजे के साथ आरती उतारकर बड़े ज़ोर शोर के साथ प्रिंसिपल श्री अजय कौल और स्कूल के एक्टिविटी चेयरमैन श्री प्रशांत काशिद और स्कूल और कॉलेज के स्टाफ व बच्चों द्वारा किया गया। और सभी अतिथिगण को फूलों का गुलदस्ता और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया। चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर से प्रिंसिपल श्री अजय कौल ने कहा," जल्द ही हम लोग बच्चों के लिए जिमनास्टिक्स सेन्टर खोलने का प्रयास कर रहे है। जिससे हमारे स्कूल और कॉलेज के बच्चे स्पोर्ट्स में आगे बढे।" स्कूल के एक्टिविटी चेयरमैन श्री प्रशांत काशिद ने बताया कहा कि बच्चों में खेल की भावना जगाने हेतु और उनका मनोबल बढाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है।वर्ल्ड क्लास जिम्नास्ट दीपा करमरकर ने कहा," आज सभी बच्चों को पढाई के साथ -साथ स्पोर्ट्स पर भी ध्यान देना जरूरी है। दोनों ही चीजे जीवन में जरुरी हैं। अपनी इच्छा और जरुरत के हिसाब से पहले दूसरे स्थान पर इसे रख सकते है। "
द्रोणाचार्य अवार्डी बिश्वेश्वर नंदी ने कहा,"अभी हाल में हुए रियो ओलंपिक्स २०१६ मंल आर्टिस्टिक जिम्नास्ट में ५२ साल के बाद पहलीबार भारत की तरफ से दीपा ने जगह लेकिन चौथे स्थान पर पहुँची,दीपा कर्माकर को आज पूरा देश जानता है। त्रिपुरा एक छोटी से जगह है लेकिन लोग दीपा की वजह से जानने लगे। कोई भी स्पोर्ट्स हो सभी बच्चों को इसमें अपनी रूचि रखनी चाहिए।आज खेल की वजह से लोग नाम कमा रहे है जिसकी मिशाल दीपा कर्माकर है।पहले कहा जाता था कि पढ़ोगें लिखोगे तो बनोगे नवाब और खेलोगे कूदोगे तो होंगे ख़राब लेकिन अब यह गलत साबित हो गया है।"
इस अवसर पर क्लारास कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स की प्रिसिपल डॉ.ज़ाहिदा शेख,क्लारास कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन की प्रिसिपल डॉ.सफिया मुकदमा,चिल्ड्रन वेलफेयर सेंटर की टीचर डायना रेयेन,जिलोत्तामा बेलेल, हुमेरा नागरी, अक्षा मेमन, चनी खेड़वाल इत्यादि ने भी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और कार्यक्रम को सफल बनाने में अपना भरपूर सहयोग दिया। हॉकी में भारत की जापान पर धमाकेदार जीत में रूपिंदर पाल ने दागे आधा दर्जन गोल 21 October 2016
पेनल्टी कार्नर विशेषज्ञ रूपिंदर पाल सिंह के छह गोल की मदद से भारत ने यहां कुआंटन हॉकी स्टेडियम में अपने अभियान की शानदार शुरुआत करते हुए चौथी एशियाई चैम्पियन्स ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट में जापान को 10-2 से हराया.रूपिंदर ने जापान के डिफेंडरों को मुश्किल में डालते हुए अपने पहले चार पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला.
रूपिंदर के अलावा स्ट्राइकर रमनदीप सिंह ने दो गोल दागे जबकि तालविंदर सिंह और यूसुफ अफ्फान ने भी एक-एक गोल किया. जापान की ओर से केंता तनाका और हिरोमासा ओचियाई ने एक-एक गोल दागा. रूपिंदर ने भारत के 10 पेनल्टी कार्नर में से छह को गोल में बदला. जापान के लिए आज का दिन भुलाने वाला रहा जिसने 2013 में पिछली एशियाई चैम्पियन्स ट्रॉफी में पाकिस्तान के बाद रजत पदक हासिल किया था.
रमनदीप ने दूसरे ही मिनट में सरदार सिंह के पास पर जापान के गोलकीपर मशाहितो कुनितोमो को पछाड़कर गोल दागते हुए भारत को बढ़त दिलाई. रूपिंदर ने सातवें मिनट में भारत के पहले पेनल्टी कार्नर को गोल में बदला जबकि तीन मिनट बाद स्कोर 3-0 कर दिया.
भारतीय टीम की छह साल में सर्वश्रेष्ठ फीफा रैंकिंग, 11 पायदान की छलांग लगा 137वें क्रम पर आई 21 October 2016
भारतीय फुटबॉल टीम ताजा फीफा रैंकिंग में 11 पायदान की छलांग लगाकर 137वें स्थान पर पहुंच गई जो पिछले छह साल में उसकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है. भारत ने मुंबई में सितंबर में अंतरराष्ट्रीय नुमाइशी मैच में 114वीं रैंकिंग वाले पुएर्तो रिको को हराया था जिससे उसे 230 अंक मिले.
अगस्त 2010 में भारत की रैंकिंग 137 थी जो तब से अब तक उसकी सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग थी. राष्ट्रीय कोच स्टीफन कोंस्टेंटाइन ने कहा,‘मैंने जब यहां दोबारा कार्यभार संभाला तो मेरा एक काम फीफा रैंकिंग में सुधार था. अभी तक के नतीजों से स्पष्ट है कि हम ऐसा करने में कामयाब रहे हैं.’ उन्होंने कहा,‘अभी हालांकि यह शुरूआत भर है. मुझे यह लगता है कि टीम बहुत कुछ हासिल कर सकती है.
रियो में रजत पदक विजेता सिंधु डेनमार्क ओपन के दूसरे दौर में 20 October 2016 रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता पीवी सिंधु डेनमार्क ओपन प्रीमियर सुपर सीरिज बैडमिंटन टूर्नामेंट के दूसरे दौर में पहुंच गईं, उन्होंने चीन की बिंगजियाओ को सीधे गेमों में हराया. छठी वरीयता प्राप्त सिंधु ने 21.14, 21.19 से जीत दर्ज की.
सिंधु और बिंगजियाओ के बीच यह चौथा मुकाबला था, जिसमें से दो बार सिंधु हारी थी. उसे एकमात्र जीत अप्रैल में मलेशिया ओपन में मिली थी. इस जीत से सिंधु का बिंगजियाओ के खिलाफ रिकॉर्ड 2.3 का हो गया. अब उसका सामना जापान की सायाका सातो से होगा.
क्रिकेटर संजय मांजरेकर के 'कॉमन सेंस' पर सानिया मिर्जा के झन्नाटेदार रिटर्न 20 October 2016 महिला डबल्स टेनिस में सानिया मिर्जा दुनिया की बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं. यह बात उन्होंने एक बार फिर नए रिकॉर्ड के साथ साबित की है. वास्तव में सानिया मिर्जा ने लगातार 80 हफ़्तों तक नंबर वन पर रहने का नया रिकॉर्ड बनाया है. फिर क्या था उन्होंने इस उपलब्धि की जानकारी मंगलवार को ट्विटर के जरिए अपने फैन्स साझा कर दी. इस पर उन्हें बधाइयां भी मिलीं, लेकिन पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर के एक ट्वीट ने उनका मजा बिगाड़ दिया. फिर क्या था दोनों के बीच ट्विटर पर बहस छिड़ गई...
सानिया मिर्जा ने लिखा, 'आज मैंने वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी के रूप में अपने 80 हफ्ते पूरे कर लिए. यह एक शानदार सफर रहा और इससे मुझे और कड़ी मेहनत करने की प्रेरणा मिल रही है.
पद्मभूषण से सम्मानित पूर्व बिलियर्ड्स चैंपियन माइकल फेरेरा को धोखाधड़ी के मामले में राहत 19 October 2016 पद्मभूषण से सम्मानित पूर्व बिलियर्ड्स चैंपियन माइकल फेरेरा को धोखाधड़ी के मामले में हैदराबाद हाई कोर्ट से राहत मिल गई है. कोर्ट ने आगे की जांच पर रोक लगा दी है. गौरतलब है कि फेरेरा को पिछली रात मार्केटिंग संबंधी लाखों रुपए की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया गया था. 78 साल के फेरेरा को तीन सहयोगियों सहित मुंबई में गिरफ्तार कर हैदराबाद ले जाया गया था.
फेरेरा और उनके तीन सहयोगियों पर गैरकानूनी रूप से QNet (जिसे भारत में पहले Questnet नाम से जाना जाता था) नाम के तहत पैसों के लेनदेन संबंधी स्कीम चलाने का आरोप है. रिपोर्ट के अनुसार इसमें देशभर से लगभग पांच लाख निवेशकों ने धन लगाया था, जो अब इस धोखाधड़ी के शिकार हैं.
जूनियर वर्ल्ड कप हॉकी में भारतीय टीम के मेडल जीतने की पूरी उम्मीद 19 October 2016 लखनऊ में ठीक दो महीने बाद शुरू होने वाले जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप के लिए भारतीय टीम ने कमर कस ली है. टीम अपनी तैयारियों को आखिरी अंजाम दे रही है. आठ से 18 दिसंबर तक लखनऊ में होने वाले वर्ल्ड कप से पहले जूनियर टीम स्पेन (वालेंसिया) में 24 से 30 अक्टूबर के बीच फोर नेशंस टूर्नामेंट खेलेगी, जहां उसे यह अहसास हो जाएगा कि वह कितने पानी में है.
वालेंसिया में भारतीय टीम को जूनियर वर्ल्ड चैंपियन जर्मनी, बेल्जियम और मेजबान स्पेन के खिलाफ मुकाबले खेलने हैं. कोच हरेंद्र सिंह कहते हैं कि यह टूर्नामेंट उनके लिए बेहद अहम होने वाला है. इस टीम के खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलियाई हॉकी लीग में खेलने के अनुभवों का फायदा भी मिलेगा
कबड्डी विश्व कप : सेमीफाइनल में जगह पक्की करने आज इंग्लैंड से भिड़ेगा भारत 18 October 2016
द एरेना बाय ट्रांसस्टेडिया में खेले जा रहे कबड्डी विश्व कप में मेजबान भारत को अपने पहले मैच में कोरिया के खिलाफ अप्रत्याशित हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि उसने जीत की हैट्रिक लगाकर शानदार वापसी की है. अपने आखिरी ग्रुप मैच में उसे मंगलवार को इंग्लैंड से भिड़ना है. इस मैच में भारत की नजर लगातार चौथी जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की करने की होगी.
पहले मैच में मिली हार के बाद भारत ने ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश और अर्जेंटीना को हरा अपनी सेमीफाइनल की दावेदारी लगभग पक्की कर ली है, लेकिन आधिकारिक तौर पर वह इंग्लैंड को मात देकर ही सेमीफाइनल में जगह प्रवेश कर पाएगा. वहीं दूसरी तरफ इंग्लैंड की कोशिश भी जीत हासिल करने की होगी. उसने अब तक चार मैच खेले हैं जिसमें उसे दो में हार और दो में जीत मिली है. इंग्लैंड ने ऑस्ट्रेलिया और अर्जेंटीना को मात दी है, जबकि बांग्लादेश और कोरिया से उसे हार का सामना करना पड़ा है.
खिताब बरकरार रखने के बाद डब्ल्यूबीसी विश्व रैंकिंग में जगह मिलेगी नीरज गोयत को 18 October 2016 ऑस्ट्रेलिया के बेन काइट को यहां हराकर वेल्टरवेट एशिया खिताब बरकरार रखने वाले भारत के मुक्केबाज नीरज गोयत को डब्ल्यूबीसी की विश्व रैंकिंग में जल्द ही जगह मिल सकती है. 24 साल के नीरज ने कल 12 दौर के कड़े मुकाबले में सर्वसम्मति ने 26 साल के अपने प्रतिद्वंद्वी को हराया जिसे नौ मुकाबलों का अनुभव था.
पेशवर खिताब बरकार रखने वाला पहला भारतीय मुक्केबाज बनने के बाद नीरज ने कहा, ‘मेरा विरोधी कड़े मुक्के लगाने वाला था और उसके मुक्कों की पहुंच भी अधिक थी लेकिन मैंने धैर्य बकरार रखा और अंतत: उसे थकाने में सफल रहा.’ नीरज ने पिछले साल फिलीपीन्स के नेल्सन गुल्पे को हराकर खिताब जीता था. उनके अब डब्ल्यूबीसी विश्व रैंकिंग में जगह बनाने की उम्मीद है जो विश्व खिताब के लिए चुनौती पेश करने की दिशा में कदम होगा.
उन्होंने कहा, ‘अब मैं विश्व खिताब को लक्ष्य बनाऊंगा. यह मेरा अगला लक्ष्य होगा लेकिन ऐसा होने में कुछ समय लगेगा. फिलहाल मैं अमेरिका जा सकता हूं.’ विश्व मुक्केबाजी परिषद डब्ल्यूबीसी: के एशिया महासचिव पैट्रिक कुसिक ने कहा कि यह भारतीय विश्व रैंकिंग में जगह बनाएगा जो तीन हफ्ते में अपडेट होगी.
रियो ओलिंपिक के बाद सिंधु से डेनमार्क ओपन में उम्मीदें बढ़ीं, बोलीं- अपना शत-प्रतिशत दूंगी 17 October 2016 ओलिंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधु रियो ओलिंपिक के बाद इस सप्ताह अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर वापसी करते हुए मंगलवार से यहां शुरू हो रहे डेनमार्क ओपन सुपरसीरिज प्रीमियर बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती पेश करेंगी.
रियो से लौटने के बाद सम्मान समारोहों में व्यस्त रही सिंधु की नजरें ओलिंपिक की लय बरकरार रखने पर होगी. वह ओलिंपिक में रजत पदक जीतने वाले वाली भारत की पहली बैडमिंटन खिलाड़ी है.
छठी वरीयता प्राप्त सिंधु अपने अभियान की शुरुआत चीन की हि बिंगजियाओ के खिलाफ करेंगी. सिंधु को ड्रॉ में दूसरे हाफ में रखा गया है, जिसमें उनका सामना थाईलैंड की दूसरी वरीयता प्राप्त रेचानोक इंतानोन, कोरिया की चौथी वरीयता प्राप्त सुंग जि ह्यून और चीनी ताइपै की पांचवीं वरीयता प्राप्त तेइ झू यिंग से हो सकता है.
ब्रिटेन के एंडी मरे ने स्पेन के रॉबर्ट बॉटिस्टा अगुट को हराकर शंघाई मास्टर्स का ख़िताब जीता 17 October 2016 ब्रिटेन के एंडी मरे ने शंघाई मास्टर्स का ख़िताब जीत लिया है. मरे ने फ़ाइनल मुक़ाबले में स्पेन के 19वीं रैंकिंग के खिलाड़ी रॉबर्ट बॉटिस्टा अगुट को सीधे सेटों में 7-6(7-1), 6-1 से हराया. तीसरी बार शंघाई मास्टर्स जीतने के बाद मर्रे के खाते में 1000 प्वाइंट्स आए हैं.
शंघाई मास्टर्स जीतने के बाद रैंकिंग में मर्रे वर्ल्ड नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच के क़रीब आ गए हैं. अब दोनों खिलाड़ियों की रैंकिंग में 915 अंक का फ़ासला है, मुमकिन है कि साल के अंत में मरे नंबर एक खिलाड़ी बन जाए. इस साल मरे की ये छठी ख़िताबी जीत है.
इससे पहले मरे ने इटालियन ओपन, क्वीन्स क्लब, विंबलडन, ओलिंपिक गोल्ड और चाइना ओपन जीत चुके हैं. सेमीफ़ाइनल में जोकोविच को मात देने वाले अगुट को मरे ने 96 मिनट तक चले मैच में हराया. इसी के साथ मरे लगातार 10 मैच जीत चुके हैं. पिछले हफ़्ते चाइना ओपन में से मरे की जीत का सिलसिला जारी है.
BMW को अगरतला में चलाना मुश्किल, इसके बदले रकम मिल जाए तो बेहतर : दीपा 13 October 2016
इनके लिए 'प्रोडूनोवा' करना आसान था लेकिन BMW X1 को संभालना इनके लिए ज़रा मुश्किल काम हो रहा है. यह वही कार है जिसकी ओलिंपिक्स से लौटने के बाद दीपा को सचिन तेंदुलकर के हाथों सौंपी गई थी. दीपा के लिए इस गाड़ी का रख रखाव मुश्किल हो रहा है और इसलिए वह इस एसयूवी को लौटा रही हैं. रियो में वॉल्ट फायनल में चौथे नंबर पर आने के बाद दीपा को यह कार तोहफे में हैदराबाद जिला बैडमिंटन संघ के अध्यक्ष वी. चामुण्डेश्वरनाथ ने दी थी.
दीपा ने हालांकि मीडिया में आई उन खबरों का खंडन किया था कि वह भेंट में मिली कार लौटाना चाहती हैं. उन्होंने कहा कि वह त्रिपुरा में इस महंगी कार के रखरखाव और मरम्मत की सुविधा न होने के कारण वापस कर रही हैं. दीपा ने आईएएनएस से कहा, "त्रिपुरा में बीएमडब्ल्यू का न तो कोई शोरुम है और न ही कोई सर्विस सेंटर। अगर कार चलाते समय इसमें कोई गड़बड़ी हो जाती है तो मैं उसका मरम्मत कैसे करवाऊंगी? अगरतला या इस पर्वतीय प्रदेश में में इस कार के चलने के लिए अच्छी सड़कें भी नहीं हैं।"
दीपा ने कहा 'मेरे कोच बिशेश्वर नंदी ने चामुण्डेश्वनाथ से इन सब बातों पर चर्चा की. उन्होंने मुझे भेंट की गई कार की कीमत के बराबर धनराशि मेरे बैंक खाते में जमा करवाने पर सहमति व्यक्त की है. वह हमें इस बीएमडब्ल्यू कार के बदले जो भी राशि भेंट करेंगे हमें खुशी होगी.' अगरतला की रहने वाली दीपा ने कहा कि उन्होंने यह फैसला खुद नहीं लिया है बल्कि कोच और परिवार के सभी सदस्यों से विचार-विमर्श के बाद उन्होंने यह फैसला लिया है.
बैडमिंटन : 'योनेक्स डच ओपन' में अजय जयराम, पारुपल्ली कश्यप का विजयी आगाज 13 October 2016 भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी अजय जयराम और राष्ट्रमंडल चैम्पियन पारुपल्ली कश्यप ने बुधवार को योनेक्स डच ओपन के पहले दौर में जीत के साथ शुरुआत की. टूर्नामेंट में सर्वोच्च वरीय जयराम ने पहले दौर के मैच में फिनलैंड के हेनरी आर्नियो को सीधे गेमों में 21-16, 21-11 से हराया.
जयराम ने 29 मिनट में जीता मैच
जयराम को यह मैच जीतने में 29 मिनट का समय लगा. पहले गेम में जयराम को आर्नियो से थोड़ी चुनौती जरूर मिली, लेकिन दूसरे गेम में उन्होंने पूरी तरह अपना दबदबा कायम रखते हुए जीत हासिल की. जयराम बुधवार को ही बुल्गारिया के फिलिप शिशोव के खिलाफ दूसरे दौर का मैच खेलेंगे.
पारुपल्ली ने अमेरिकी के जोर्न सेगुइन को हराया
वहीं, टूर्नामेंट में 11वें वरीय पारुपल्ली ने पहले दौर के मैच में अमेरिकी के जोर्न सेगुइन को सीधे गेमों में 21-12, 24-22 से हराया. हालांकि सेगुइन ने पारुपल्ली को जीत हासिल करने से पहले 40 मिनट तक पसीना बहाने के लिए मजबूर किया. सेगुइन पहले गेम में पारुपल्ली के सामने खास अड़चन पैदा नहीं कर पाए. लेकिन दूसरे गेम में उन्होंने एड़ी चोटी लगा दी. दूसरे गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच शुरु से एक-एक अंक के लिए कड़ी टक्कर देखने को मिली.
निशानेबाज जीतू राय ने आईएसएसएप पिस्टल चैंपियंस ट्रॉफी जीती 12 October 2016 भारत के अनुभवी पिस्टल निशानेबाज जीतू राय ने अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) चैम्पियंस ट्रॉफी जीत ली है.
जीतू ने सर्बिया के दमिर मिकेच को फाइनल में 29.6, 28.3 से हराया. इसके साथ ही उन्हें 5000 यूरो नकद पुरस्कार भी मिला. आईएसएसएफ राइफल चैम्पियंस ट्रॉफी रूस के सर्जेइ कामेनस्की ने जीती.चैम्पियंस ट्रॉफी का आयोजन विश्व कप फाइनल के बाद हुआ. विश्व कप फाइनल में पहुंचने वाले सभी निशानेबाज इसमें भाग ले सकते थे, जिन्हें 10 मीटर एयर राइफल और 10 मीटर एयर पिस्टल में से चुनना था. मैच एलिमिनेशन प्रारूप में कराए गए और पहले चार शॉट के बाद सबसे कम स्कोर वाला निशानेबाज बाहर हो गया.
टेनिस रैंकिंग : युगल में सानिया शीर्ष पर, बोपन्ना एक पायदान खिसककर 19वें स्थान पर पहुंचे 12 October 2016 भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने डब्ल्यूटीए की ताजा विश्व रैंकिंग में युगल में अपनी नंबर एक पोजीशन अधिक मजबूत कर ली है जबकि एटीपी पुरुष युगल में रोहन बोपन्ना एक पायदान नीचे 19वें नंबर पर खिसक गए हैं.
सानिया के 8885 अंक हैं और वह नंबर दो पर काबिज अपनी पूर्व साथी स्विट्जरलैंड की मार्टिना हिगिंस से 325 अंक आगे हैं. हिंगिस 8560 अंकों के साथ फिर से शिखर पर पहुंचने की कवायद में लगी हैं. एटीपी युगल रैंकिंग में रोहन बोपन्ना अब भी भारतीयों में शीर्ष पर हैं लेकिन वह एक पायदान नीचे 19वें स्थान पर खिसक गए हैं.
लिएंडर पेस एक पायदान ऊपर 59वें स्थान पर हैं. भारतीयों में उनके बाद दिविज शरण ( 68 ) अैर पुरव राजा (72) भी शीर्ष 100 में शामिल हैं. एकल रैंकिंग में साकेत मयनेनी भारतीय खिलाड़यों में नंबर एक बने हुए हैं. वह ओवरआल 154वें स्थान पर हैं और वह इस बार एक पायदान आगे बढ़े हैं. रामकुमार रामनाथन 228वें जबकि युकी भांबरी 283वें स्थान पर
हैं. सुमित नागल ने 63 अंकों की लंबी छलांग लगाई है और वह 350वें स्थान पर पहुंच गए हैं.
पैरालिम्पियन दीपा मलिक ने एयरलाइन कर्मियों पर लगाया कठोर व्यवहार का आरोप 6 October 2016 रियो पैरालिम्पिक 2016 खेलों में रजत पदक जीतने वाली दीपा मलिक ने टाटा-सिया द्वारा संचालित विस्तारा एयरलाइन कर्मियों पर कठोर व्यवहार करने का आरोप लगाया, और दीपा के आरोप के फौरन बाद एयरलाइन ने माफीनामा जारी कर दिया.
घटना बुधवार को हुई, जब दीपा विस्तारा की मुंबई-दिल्ली उड़ान 'यूके902' से जा रही थीं. उन्होंने एयरलाइन से यह भी शिकायत की कि एयरलाइन के कर्मचारी व्हीलचेयर पर जाने वाले यात्रियों की समुचित देखभाल नहीं करते.
कटरा में 9 अक्टूबर को दंगल, देश-विदेश के पहलवान होंगे शामिल 6 October 2016 माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में इस दंगल का आयोजन होगा. जॉर्जिया, इंग्लैंड, उक्रेन के पहलवानों के अलावा देश के कई जाने माने पहलवान इस दंगल में भाग लेंगे. यह प्रतियोगिता 9 अक्टूबर को होगी. इसको लेकर जम्मू और आसपास के लोगों में खासा उत्साह है. 30 हजार दर्शक इस दंगल को देखने के लिए पहुंचेंगे जिसके लिए समुचित इंतजाम किए गए हैं. जीतने वाले पहलवान को एक लाख 25 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा.
एशियाई महिला हॉकी चैंपियन्स ट्रॉफी में भारत की कप्तान होंगी वंदना कटारिया 5 October 2016
स्टार स्ट्राइकर वंदना कटारिया 29 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच सिंगापुर में होने वाली चौथी एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में भारत की 18 सदस्यीय महिला हॉकी टीम की अगुवाई करेंगी. इस टूर्नामेंट में एशियाई महाद्वीप की चोटी की पांच टीमें भाग लेंगी जिनमें मौजूदा चैंपियन जापान, भारत, चीन, कोरिया और मलेशिया शामिल हैं. वंदना के साथ डिफेंडर सुनीता लाकड़ा को उप कप्तान बनाया गया है.
भारतीय टीम में दो गोलकीपर पांच फारवर्ड और छह मिडफील्डर और पांच डिफेंडर हैं। भारत अपना पहला मैच 29 अक्टूबर को जापान से खेलेगा. इसके बाद वह कोरिया ( 30 अक्टूबर), मलेशिया (एक नवंबर) और चीन (चार नवंबर) से भिड़ेगा. फाइनल और तीसरे स्थान के मैच पांच नवंबर को खेले जाएंगे. एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी राउंड रॉबिन आधार पर खेली जाएगी जिसके बाद स्वर्ण और कांस्य पदक के लिये मैच होंगे.
आईएसएल : पहली जीत के लिए आज भिड़ेंगे केरला और कोलकाता 5 October 2016 हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के तीसरे सत्र में बुधवार को केरला ब्लास्टर्स और एटलेटिको डी कोलकाता की टीमें कोच्चि के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में आमने-सामने होंगी. केरला को अपने पहले मैच में नार्थईस्ट युनाइटेड के हाथों हार मिली थी जबकि कोलकाता ने चेन्नइयन एफसी के साथ दो दिन पहले ड्रॉ खेला था. ऐसे में दोनों टीमें पहली जीत हासिल करने का प्रयास करेंगी.
केरला ब्लास्टर्स के कोच स्टीव कोपेल इस मैच से काफी उम्मीद रखे हुए हैं क्योंकि उनकी टीम पहली बार अपने घर में खेलेगी. मैनचेस्टर युनाइटेड के इस पूर्व विंगर को पदभार ग्रहण करने के बाद से लगातार बताया गया है कि कोच्चि में मैच के दौरान जबरदस्त माहौल होता है और कोपेल इसी माहौल को लेकर काफी उत्सुक हैं.
कोपेल ने अपनी टीम के दूसरे मैच से पहले संवाददाताओं से कहा, "जैसा कि मुझे बताया गया है यह मैच अपने माहौल के लिए दुनिया भर में चर्चा हासिल करेगा. मेरे भारत आने के बाद से ही लोग इसके बारे में मुझसे बातें कर रहे हैं. इसलिए मैं भी इस माहौल को लेकर उत्सुक हूं."
एशियाई महिला हॉकी चैंपियन्स ट्रॉफी में भारत की कप्तान होंगी वंदना कटारिया 4 October 2016 र स्ट्राइकर वंदना कटारिया 29 अक्टूबर से पांच नवंबर के बीच सिंगापुर में होने वाली चौथी एशियाई चैंपियन्स ट्रॉफी में भारत की 18 सदस्यीय महिला हॉकी टीम की अगुवाई करेंगी. इस टूर्नामेंट में एशियाई महाद्वीप की चोटी की पांच टीमें भाग लेंगी जिनमें मौजूदा चैंपियन जापान, भारत, चीन, कोरिया और मलेशिया शामिल हैं. वंदना के साथ डिफेंडर सुनीता लाकड़ा को उप कप्तान बनाया गया है.
भारतीय महिला टीम के मुख्य कोच नील हागुड ने कहा कि टीम अभी भोपाल में अभ्यास कर रही और आत्मविश्वास से भरी है. हागुड ने कहा, ‘ओलिंपिक में हमारी खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर सकती थी लेकिन वे आत्मविश्वास से भरी हैं. उन्हें अहसास हो गया कि शीर्ष स्तर पर किस तरह का खेल दिखाना है और वे एशियाई चैंपियन्स ट्राफी के दौरान बेहतर प्रदर्शन करने के लिये प्रतिबद्ध हैं. टीम पिछले तीन सप्ताह से भोपाल स्थित साई केंद्र में अभ्यास कर रही है और रियो के बाद मिले विश्राम से तरोताजा दिख रही है. पैरालिंपिक खेलों में इतिहास रचकर लौटे एथलीटों को सचिन तेंदुलकर ने किया सम्मानित 4 October 2016 रियो में हुए पैरालिंपिक खेलों में इतिहास रचकर लौटे चार भारतीय एथलीटों को भारत रत्न सचिन तेंदुलकर ने सोमवार को मुंबई में सम्मानित किया. सचिन के साथ कई कारोबारियों ने इन खिलाड़ियों की मदद के लिए एक कोष बनाने की भी बात कही.
पद्मश्री और अर्जुन अवॉर्ड विजेता देवेन्द्र झाझरिया जब आठ साल के थे तब उन्होंने पेड़ पर चढ़ने के दौरान बिजली के तार को छू लिया. इस घटना में उनको एक हाथ गंवाना पड़ा. लेकिन उसके बाद वे पीछे नहीं मुड़े. साल 2004 में पहली बार पैरा ओलिंपिंक्स के लिए क्वॉलिफाई किया वहीं जैवलीन थ्रो में वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ा. सोने का तमगा भी हासिल किया. साल 2016 रियो में उन्हें फिर सोना मिला. सचिन से मिलने के बाद देवेन्द्र ने कहा "सर मेरे आदर्श हैं. कई लोग कहते थे मैं 35 साल का हो गया हूं अब खेल न पाऊं... तब मैं उन्हें सचिन का उदाहरण देता था, क्योंकि उन्होंने काफी लंबे समय तक खेला है." भारत की चेस स्टार हरिका ने आइल ऑफ मैन टूर्नामेंट में जीत के साथ की शुरुआत
3 October 2016 भारतीय ग्रैंडमास्टर हरिका द्रोणावल्ली ने यहां अर्जेन्टीना की रोकाबाडो फर्नांडो को आसानी से हराकर आइल ऑफ मैन अंतरराष्ट्रीय शतरंज टूर्नामेंट में अपने अभियान की शुरुआत जीत के साथ की.
दुनिया की 10वें नंबर की खिलाड़ी हरिका (2542 ईएलओ रेटिंग) को अपने से कम रैंकिंग वाली रोकाबाडो (ईएलओ 2187) को हराने में अधिक मशक्कत नहीं करनी पड़ी. एलीट मास्टर्स वर्ग में 130 के आसपास खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं. हरिका का सामना अगले दौर में अमेरिकी ग्रैंडमास्टर वेस्ली सो से होगा. ओपन वर्ग में भारत के ग्रैंडमास्टर पी. हरिकृष्णा सहित कई अन्य भारतीय हिस्सा ले रहे हैं. गगनजीत भुल्लर को शिनहान डंगी ओपन गोल्फ खिताब, एशियाई टूर में छठी बार बने चैंपियन 3 October 2016 भारत के गगनजीत भुल्लर ने चौथे और अंतिम दौर पर चार अंडर 67 का स्कोर बनाकर यहां शिनहान डंगी ओपन का खिताब जीता और इस तरह से एशियाई टूर में छठी बार चैंपियन बने. भुल्लर ने चार दौर में 68, 66, 68 और 67 के कार्ड खेले. वह तीसरे दौर के बाद कल संयुक्त चौथे स्थान पर थे लेकिन आज के शानदार प्रदर्शन से टूर्नामेंट में उनका कुल योग 15 अंडर 269 रहा और उन्होंने इस दस लाख डालर इनामी प्रतियोगिता में जिम्बाब्वे के स्काट विन्सेंट और कोरियाई गोल्फर ताइवू किम पर एक शॉट से जीत दर्ज की.
इससे पहले आखिरी बार 2013 में एशियाई टूर का खिताब जीतने वाले भुल्लर कलाई की चोट के कारण पिछले दो वषरें से अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पा रहे थे. लेकिन कपूरथला के इस 28 वर्षीय गोल्फर ने आज बेहतरीन प्रदर्शन करके शानदार वापसी की और अपना सातवां अंतरराष्ट्रीय खिताब जीता. भुल्लर ने दिन की शुरुआत दूसरे होल में बर्डी बनाकर की लेकिन चौथे होल में बोगी करने से वह लेवल पार पर आ गये.
अंडर-18 हॉकी : भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 3-1 से हराया, फाइनल में कल बांग्लादेश से भिड़ेगी 30 September 2016
भारत ने अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को आज यहां 3-1 से करारी शिकस्त देकर पुरुषों की चौथी अंडर-18 एशिया कप हॉकी की टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया. भारत शुक्रवार को फाइनल में मेजबान बांग्लादेश से भिड़ेगा.
भारत ने सातवें मिनट में ही शिव आनंद के गोल से बढ़त बना ली और उसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा. भारतीयों ने खेल के हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया और पहले हॉफ के समाप्त होने से तीन मिनट पहले अपनी बढ़त दोगुनी कर दी. दिलप्रीत सिंह (32वें मिनट) ने यह गोल पेनल्टी कार्नर पर किया.
मध्यांतर के बाद भी भारत ने अपना दबदबा बरकरार रखा. भारत को जल्द ही एक और पेनल्टी कार्नर मिला और फिर पेनल्टी स्ट्रोक हासिल किया लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर वकार ने इसे बचाने में सफल रहे. भारत की तरफ से नीलम संदीप (46वें) ने हालांकि इसके एक मिनट बाद ही पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर स्कोर 3-0 कर दिया.. मेरा लक्ष्य डब्ल्यूडब्ल्यूई जैसी कुश्ती को प्रत्येक शहर में पहुंचाना : खली 29 September 2016 अमेरिका में वर्ल्ड रेसलिंग एंटरटेनमेंट (डब्ल्यूडब्ल्यूई) में धूम मचाने वाले ‘द ग्रेट खली’ के नाम से मशहूर दलीप सिंह राणा ने मंगलवार को कहा कि उनका लक्ष्य डब्ल्यूडब्ल्यूई जैसी कुश्ती को भारत के प्रत्येक शहर में ले जाना है.
हरियाणा के खेलमंत्री अनिल विज के साथ संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में खली ने कहा, ‘‘मेरा लक्ष्य डब्ल्यूडब्ल्यूई जैसी कुश्ती को भारत के प्रत्येक शहर में ले जाना है. मैं पिछले साल अमेरिका से लौटा, क्योंकि मैं कुछ ऐसा करना चाहता था, जिससे मेरे देश के पहलवानों को नया मंच मिले.’’
खली की कांटिनेंटल रेसलिंग एंटरटेनमेंट (सीडब्ल्यूई) गुड़गांव के ताउ देवीवाल स्टेडियम में 8 और 12 अक्टूबर को पानीपत में दो अंतरराष्ट्रीय स्तर के मुकाबले आयोजित करेगी, जिसमें 15 अंतरराष्ट्रीय और 35 भारतीय पहलवान हिस्सा लेंगे.
हरियाणा सरकार ने इन दोनों मुकाबलों को मनोरंजन कर से छूट देने का फैसला किया है. विज ने कहा कि हरियाणा सरकार खली के कार्यक्रमों का पूरा समर्थन करेगी. फर्राटा किंग उसेन बोल्ट ने कहा, 'मां चाहती हैं, मैं शादी कर लूं' 29 September 2016 रियो ओलिंपिक के गोल्ड विजेता विजेता और दिग्गज धावक उसेन बोल्ट का कहना है कि उनकी मां उनकी जल्द से जल्द शादी कराना चाहती हैं. उल्लेखनीय है कि बोल्ट वर्तमान में कासी बेनेट को डेट कर रहे हैं.
टेलीविजन शो 'द एलेन डीजेनेरस' के साथ एक साक्षात्कार के दौरान बोल्ट ने कहा कि वह बेनेट के साथ शादी की जल्दबाजी में नहीं हैं. बोल्ट से जब उनकी शादी की योजनाओं के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "नहीं, मेरी मां मुझे जल्द से जल्द शादीशुदा देखना चाहती हैं. पर मैंने कहा कि मुझे कुछ समय दें."
दिग्गज धावक ने कहा कि उनकी प्रेमिका बेनेट शादी के बारे में सोच रही हैं, लेकिन इस बारे में उन्होंने बोल्ट से अभी कुछ कहा नहीं है. बीजिंग, लंदन और रियो ओलिंपिक में हुई तीनों स्पर्धाओं में लगातार तीन बार गोल्ड जीतकर इतिहास रचने वाले बोल्ट ने कहा, "मुझे लगता है कि बेनेट शादी के बारे में सोच रही हैं. हालांकि, उन्होंने इस बारे में मुझसे कुछ नहीं कहा है, जो कि अच्छा है."
कभी था PAK का स्टार क्रिकेटर, हिंदू होने के कारण आज ऐसी बदहाल है LIFE 27 September 2016 दानिश कनेरिया, ये नाम कभी पाकिस्तान क्रिकेट में काफी पॉपुलर था, लेकिन आज ये स्टार क्रिकेटर गुमनाम-सी जिंदगी जी रहा है। लंबे समय बाद कनेरिया इसी साल जनवरी में सुर्खियों में आए थे, जब मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया था कि उन्होंने BCCI से मदद मांगी है। कनेरिया के अनुसार हिंदू होने के कारण उनके साथ पाकिस्तान में भेदभाव हो रहा है। पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सांसद ने किया खुलासा...
- लाइफटाइम बैन का सामना कर रहे पाकिस्तानी क्रिकेटर दानिश कनेरिया की नवाज शरीफ सरकार इसलिए मदद नहीं कर रही क्योंकि वे हिंदू हैं।
- पाकिस्तान की पार्लियामेंट यानी नेशनल असेंबली की एक कमेटी के मेंबर्स ने ही यह खुलासा किया है।
- पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के सांसद रमेश कुमार वंकवानी ने इंटर स्टेट को-ऑर्डिनेशन से जुड़ी नेशनल असेंबली की स्टैंडिंंग कमेटी की मीटिंग में कहा- "पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड दानिश प्रभाशंकर कनेरिया को फाइनेंशियल और कानूनी मदद नहीं दे रहा है, क्योंकि वे हिंदू कम्युनिटी से हैं।"
- पाकिस्तान के न्यूजपेपर डॉन की खबर के मुताबिक, इस कमेटी के चेयरमैन पख्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी के अब्दुल कहार खान वदान हैं।
रिंग में यूं कर दिया रेसलर को चित, जॉन सीना को हरा चुका है ये चैम्पियन 27 September 2016 WWE की यूनाइटेड स्टेट चैम्पियनशिप को पूर्व वर्ल्ड हैविवेट चैम्पियन रोमन रेगंस ने जीत लिया है। ये उनका पहला यूएस टाइटल है। फाइनल फाइट में रेगंस ने बुल्गारिया के रेसलर एलेक्जेंडर रुसेव को चित कर दिया। हालांकि, रोमांचक मुकाबले में कई जगह रूसेव भी रेगंस पर भारी पड़ते नजर आए। ट्रिपल एच को पीटने पर आए थे सुर्खियों में...
- दिसंबर, 2015 में संडे नाइट शो में रोमन रेगिंस का मुकाबला शीमस के साथ था। शीमस TLC फाइट में भारी पड़ रहे थे और फाइट जीत चुके थे।
- फाइट खत्म होने के बाद भी रेगिंस ने शीमस पर अचानक हमला कर दिया। अचानक हुई पिटाई से घायल शीमस रिंग में गिर गए।
- जब ट्रिपल एच उन्हें बचाने के लिए रिंग में पहुंचे तो रेगिंस ने स्टील की चेयर से पूर्व रेसलर के पेट में कई घातक वार कर डाले।
- यही नहीं, रेगिंस ने ट्रिपल एच को रिंग के बाहर लगे बोर्ड पर भी कई बार पटका। इसके बाद घायल ट्रिपल एच के लिए एंबुलेंस बुलानी पड़ी थी।
वर्ष 2026 के एशियाई खेलों की मेजबानी जापान को सौंपी गई 26 September 2016 दनांग (वियतनाम).: जापान के एइची प्रीफेक्चर और उसकी राजधानी नगोया को 2026 एशियाई खेलों की मेजबानी सौंपी गई है जो देश के व्यस्त अंतरराष्ट्रीय खेल कैलेंडर में एक और बड़ी प्रतियोगिता होगी.
एइची प्रीफेक्चर के गवर्नर हिदीकी ओहुमरा और नगोया शहर के मेयर तकाशी कावामुरा में पांचवें एशियाई बीच खेलों की मेजबानी कर रहे दनांग में ओसीए आम सभा की बैठक के दौरान संयुक्त दावेदारी के बाद एशियाई ओलंपिक परिषद (ओसीए) ने उन्हें मेजबानी सौंपने की आधिकारिक पुष्टि की.
ओसीए को शुरुआत में 2026 खेलों के मेजबान का फैसला 2018 में करना था लेकिन अगले आठ साल में तीन ओलिंपिक प्रतियोगिताओं की मेजबानी के कारण पहले ही मेजबान चुनने का फैसला किया गया.
दक्षिण कोरिया को 2018 में पियोगचांग में शीतकालीन ओलिंपिक की मेजबानी करनी है जबकि टोक्यो 2020 ओलिंपिक की मेजबानी करेगा. शीतकालीन खेल 2022 में बीजिंग में होंगे. जापान को टोक्यो में 2020 में ओलिंपिक के अलावा 2019 में रग्बी विश्व कप, 2017 में एशियाई शीतकालीन खेल और 2021 विश्व तैराकी प्रतियोगिता की मेजबानी करनी है.
भारतीय मुक्केबाजी महासंघ में लड़ाई थमी, बीएफआई ने चुने अपने नए पदाधिकारी 26 September 2016 नई कमेटी की गठन के साथ पिछले 4 सालों से भारतीय मुक्केबाज़ी महासंघ में चल रही लड़ाई थम गई है. मुंबई में हुए चुनावों में बीएफआई ने अपने पदाधिकारी चुन लिए. कारोबारी अजय सिंह ने अध्यक्ष पद के लिए रोहित जैनेंद्र जैन को तिगुने से ज्यादा वोटों के अंतर से हराया.
2008 में विजेंदर, 2012 में मेरी कॉम को कांसे का तमगा लेकिन उसके बाद बॉक्सिंग में पदकों का सूखा. खिलाड़ियों ने दिन-रात पसीना बहाया लेकिन शिकायत की कि मुक्केबाज़ी संघ का ना होना उनके मुक्कों पर भारी पड़ा. एनडीटीवी इंडिया से बातचीत में मुक्केबाज़ विकास कृष्णन ने बताया था कि कैसे महासंघ के ना होने से उनकी तैयारियों पर असर पड़ा. लेकिन 4 साल तक आपस ही में गुत्थम-गुत्था होने के बाद आखिरकार बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का चुनाव संपन्न हुआ. स्पाईसजेट के चेयरमैन, कारोबारी और उत्तराखंड बॉक्सिंग फेडरेशन के उपाध्यक्ष अजय सिंह भारतीय मुक्केबाज़ी संघ के नए अध्यक्ष बने हैं.
महाराष्ट्र के जय कोवली मुक्केबाज़ी संघ के नए सेक्रेट्री जनरल और असम के हेमंत कुमार कलिता निर्विरोध कोषाध्यक्ष चुने गए हैं. चुनाव के बाद अजय सिंह ने कहा कि उनका पहला लक्ष्य इस खेल को वापस टॉप टेन में लाना है. उन्होंने कहा, 'हमारी पहली प्राथमिकता बॉक्सिंग को टॉप टेन या टॉप फाइव में लाना है, हमें राजनीति और पुरानी बातों को पीछे छोड़कर खिलाड़ियों, बॉक्सिंग और कोच पर ध्यान देना है. हम जल्द ही राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं का आयोजन करेंगे. हम बॉक्सिंग लीग जैसी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित करने की सोच रहे हैं. हम एआईबीए से औपचारिक तौर पर मान्यता की मांग करेंगे.'
सानिया मिर्जा डबल्स खिताब से महज एक मैच दूर, चेक गणराज्य की स्ट्राइकोवा के साथ फाइनल में पहुंचीं 24 September 2016 : भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा और चेक गणराज्य की उनकी जोड़ीदार बारबरा स्ट्राइकोवा ने शुक्रवार को यहां कनाडा की गैब्रिएला दाब्रोवस्की और स्पेन की मारिया जोस मार्टिना सांचेज की गैरवरीय जोड़ी को 4-6, 6-3, 10-5 से हराकर टोरे पैन पैसीफिक ओपन के महिला डबल्स फाइनल में जगह बनाई.
सानिया और स्ट्राइकोवा की दूसरी वरीय जोड़ी ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में जापान की मियु काटो ओर चीन की यिफान शु की जोड़ी को 6-2, 6-2 से हराया था. सानिया और स्ट्राइकोवा फाइनल में चीन की चेन लियांग और झाओशुआन यांग तथा राक्वेल अटावो और अमेरिका की एबिगेल स्पीयर्स की तीसरी वरीय जोड़ी के बीच होने वाले मैच की विजेता से भिड़ेंगी.. पैरालिंपिक के विजेताओं के लिए खुशखबरी, पद्म पुरस्कारों के लिए होगी नाम की सिफारिश 24 September 2016 नई दिल्ली.: रियो पैरालंपिक के पदक विजेता की उपलब्धियों को अधिक मान्यता देने के लिए खेल मंत्रालय इस साल पद्म पुरस्कारों के लिए उनके नाम की सिफारिश करेगा.
खेल मंत्री विजय गोयल ने अपने ट्विटर पेज पर घोषणा की, ‘खेल मंत्रालय अपने स्टार पैरालंपियन खिलाड़ियों के नाम की सिफारिश प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कार के लिए गृह मंत्रालय को करेगा.’भारत ने इस महीने रियो में संपन्न हुए पैरालिंपिक खेलों में दो स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य पदक से कुल चार पदक जीते. जापान ओपन बैडमिंटन : जर्मनी के मार्क के खिलाफ संघर्ष के बाद हारे श्रीकांत, चुनौती खत्म. 23 September 2016 रियो किदाम्बी श्रीकांत को कड़ी चुनौती पेश करने के बावजूद जर्मनी के मार्क ज्वेबलर के खिलाफ तीन गेम तक चले पुरुष सिंगल्स क्वार्टर फाइनल में शिकस्त का सामना करना पड़ा जिससे शुक्रवार को यहां जापान ओपन सुपर सीरीज बैडमिंटन टूर्नामेंट में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई.
पहले गेम में दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़े मुकाबले के बाद ज्वेबलर ने 15-10 की मजबूत बढ़त बनाई, लेकिन श्रीकांत ने 12-16 के स्कोर पर लगातार आठ अंक के साथ गेम प्वाइंट हासिल किया. ज्वेबलर ने दो गेम प्वाइंट बचाए लेकिन श्रीकांत ने पहला गेम जीतकर 1-0 की बढ़त बना ली.ा
लियोनेल मेसी की चोट को लेकर अर्जेंटीना के कोच बाउजा ने बार्सिलोना क्लब को सुनाई खरी-खोटी 23 September 2016 अर्जेंटीना के कोच एडगाडरे बाउजा ने अगले महीने पेरू और पैराग्वे के खिलाफ महत्वपूर्ण विश्व कप मैचों के लिए स्टार खिलाड़ी लियोनल मेसी को चोट के कारण गंवाने के बाद फुटबॉल क्लब बार्सिलोना पर निशाना साधा है.
बुधवार रात एटलेटिको मैड्रिड के खिलाफ बार्सिलोना के 1-1 से ड्रॉ के दौरान मेसी के ग्रोइन में खिंचाव आ गया था जिसके कारण वह तीन हफ्ते तक फुटबॉल से दूर रहेंगे जिसके बाद बाउजा ने नाराजगी जाहिर की है. बाउजा ने फाक्स स्पोर्ट्स से कहा, ‘वे मेसी का ध्यान रखने के लिए हमें संदेश भेजते रहते हैं लेकिन वे उसे नहीं बचाते. वह प्रत्येक मैच में खेलता है.’ उन्होंने कहा, ‘हम पहले भी मेसी के बिना खेले हैं. वह विरोधियों के लिए जो मुश्किलें पैदा करता है उसके कारण उसका होना फायदे की स्थिति होती है. लेकिन अगर हमें उसके बिना खेलना है तो यह कोच के रूप में मेरे लिए और टीम के लिए चुनौती है.’
गौरतलब है कि कोपा अमेरिका के फाइनल में हार के बाद मेसी द्वारा राष्ट्रीय टीम से संन्यास की घोषणा से उनके फैन्स और फुटबॉल प्रेमी बेहद दुखी हो गए थे. ये उनसे संन्यास के फैसले को वापस लेने के लिए गुहार लगा रहे थे. यही नहीं, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति ने भी उनसे अपने फैसला पर दोबारा विचार करने की गुजारिश की थी. इसके बाद पिछले माह 13 अगस्त को मेसी ने घोषणा की थी कि वे अपने देश से बेहद प्यार करते हैं और इसकी खातिर उन्होंने संन्यास का फैसला पलटते हुए राष्ट्रीय टीम में वापसी करने का फैसला किया है.
रितु रानी ने हॉकी से संन्यास लिया, ओलिंपिक की टीम में शामिल नहीं किए जाने से थीं खफा 22 September 2016 नई दिल्ली.: भारत की पूर्व महिला हॉकी कप्तान रितु रानी ने इंटरनेशनल हॉकी से संन्यास ले लिया. वह रियो ओलिंपिक जाने वाली भारतीय टीम में शामिल नहीं किए जाने के बाद काफी नाराज थीं.
रितु को रियो ओलिंपिक की टीम से ‘रवैये’ संबंधित कारण का हवाला देते हुए विवादास्पद तरीके से बाहर किया गया था. हालांकि उन्हें रविवार से भोपाल में शुरू हुए राष्ट्रीय शिविर के लिये 29 संभावितों में शामिल किया गया था. लेकिन यह 24 वर्षीय मिडफील्डर ओलिंपिक टीम से बाहर किये जाने से अभी तक नाराज है और उन्होंने अपना अंतरराष्ट्रीय कैरियर खत्म करने का फैसला किया.
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने कहा, ‘हमें दो.तीन दिन पहले रितु रानी का मेल मिला जिसमें उन्होंने बताया कि वह राष्ट्रीय शिविर से नहीं जुड़ सकती क्योंकि वह अंतरराष्ट्रीय हॉकी से संन्यास ले रही हैं.’उन्होंने कहा, ‘यह उनका निजी फैसला है और हॉकी इंडिया उनके फैसले का सम्मान करता है. हॉकी इंडिया खेल और देश को दी गई उनकी सेवाओं के लिए शुक्रिया कहना चाहेगा.’रितु से लगातार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो सका.ं.'
भारत एएफसी अंडर-16 चैंपियनशिप से बाहर, ईरान ने 3-0 से पराजित किया 22 September 2016
मडगांव.: दूसरे हाफ में अधिकतर समय 10 खिलाड़ियों के साथ खेलने वाली भारतीय टीम यहां ईरान की मजबूत टीम से 0-3 से हारकर एएफसी अंडर.16 फुटबॉल चैंपियनशिप 2016 से बाहर हो गई. ईरान की तरफ से मोहम्मद शरीफी ने दो गोल किए. उन्होंने 80वें और दूसरे हाफ के इंजुरी टाइम में पेनल्टी को गोल में बदला.
विजयी टीम के लिए पहला गोल मोहम्मद गादेरी ने 23वें मिनट में किया था. भारत ने इस तरह से तीन मैचों में केवल एक अंक हासिल किया जबकि ईरान ने तीन मैचों में सात अंक लेकर ग्रुप ए में शीर्ष पर रहकर क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया. दोनों टीमों ने सतर्क शुरुआत की लेकिन ईरान 23वें मिनट में पहला गोल करने में सफल रहा. गादेरी ने अमेद खोदामोरादी के पास पर दो रक्षकों को छकाकर यह गोल किया.
पहले हाफ में भारत को एकमात्र मौका 17वें मिनट में मिला जब कोलम ने लालंगमाविया को बाक्स में गेंद थमाई लेकिन वह गोल करने में नाकाम रहे. दूसरे हाफ के शुरू में भारत को तब झटका लगा जब 55वें मिनट में बोरिस को दूसरा पीला कार्ड मिला और उन्हें मैदान छोड़ना पड़ा. भारतीय टीम यहां से दस खिलाड़ियों के साथ खेलती रही जिसका ईरान ने पूरा फायदा उठाया. ईरान को दो पेनल्टी मिली जिन्हें शरीफी ने आसानी से गोल में तब्दील किया.
कबड्डी वर्ल्डकप में हरियाणा के अनूप कुमार करेंगे भारतीय टीम की अगुवाई.. 21 September 2016
मुंबई.: हरियाणा के अनूप कुमार अगले माह अहमदाबाद में होने वाले कबड्डी वर्ल्डकप में भारतीय टीम की अगुवाई करेंगे. आलराउंडर मनजीत छिल्लर को उप कप्तान बनाया गया है.
भारत ने सात अक्टूबर से शुरू होने वाले इस टूर्नामेंट के लिये 14 सदस्यीय टीम का चयन किया है. टूर्नामेंट में कुल 12 टीमें भाग लेंगी. मेजबान भारत के अलावा जो अन्य देश में इसमें हिस्सा लेंगे उनमें ईरान, दक्षिण कोरिया, बांग्लादेश, अमेरिका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, पोलैंड, थाईलैंड, जापान, अर्जेंटीना और कीनिया शामिल हैं. बलवान सिंह भारतीय टीम के मुख्य कोच और ई. भास्करन सहायक कोच होंगे.
बलवान ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘अहमदाबाद में अभ्यास शिविर में कड़ा अभ्यास किया गया जिससे हम भारतीय टीम में सही खिलाड़ियों को चुनने में सफल रहे. हमारा लक्ष्य आगामी वर्ल्डकप के लिये संतुलित टीम का चयन करना था.’ उन्होंने कहा,‘हमें इस साल टूर्नामेंट के अधिक प्रतिस्पर्धी होने की उम्मीद है. भारतीय टीम को इसमें कड़ी चुनौती मिलेगी.’
पाक पर पूछे गए सवाल पर बोले कपिल- अगर आप हिंदुस्तानी हो तो यह सवाल नहीं पूछना चाहिए 21 September 2016 मुंबई: दिग्गज क्रिकेटर कपिल देव मंगलवार को आज यहां कबड्डी विश्व कप के संवाददाता सम्मेलन में तब अपने गुस्से पर काबू नहीं रख पाये जब एक पत्रकार ने उनसे पूछा कि सात अक्टूबर से अहमदाबाद में शुरू होने वाले टूर्नामेंट में भाग लेने के लिये पाकिस्तान को क्यों आमंत्रित नहीं किया गया.
संवाददाता सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित कपिल इस सवाल पर उखड़ गये. उन्होंने कहा, ''अगर आप हिंदुस्तानी हो तो आपको यह सवाल ही नहीं पूछना चाहिए. क्या ऐसा सवाल पूछने के लिये यह सही समय है?''
उल्लेखनीय है कि पूर्व भारतीय क्रिकेट कप्तान ने रविवार को उरी में पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के आतंकवादियों के फिदायीन हमले के संदर्भ में यह बात कही. हमले में 18 भारतीय सैनिक शहीद हो गये थे.
भारतीय कबड्डी टीम की जर्सी भी जारी करने वाले कपिल ने कहा, ''ऐसी चीजों का फैसला सरकार पर छोड़ देना चाहिए. देश का प्रतिनिधित्व करने वाले खिलाड़ी के रूप में यदि हमें तालाब में कूदने के लिये कहा जाता है तो हमें इसके लिये भी तैयार रहना चाहिए.'' भारत सहित कुल 12 टीमें इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगी लेकिन इनमें पाकिस्तान शामिल नहीं है.
प्रतिद्वंद्वी कड़ी मेहनत के बजाए मुझे गिराना चाहते हैं : लिएंडर पेस 20 September 2016 नई दिल्ली: टेनिस में शानदार उपलब्धियां हासिल करने के बावजूद विवाद लिएंडर पेस के जीवन का हिस्सा रहे हैं और इस स्टार खिलाड़ी ने कहा कि यह उनसे जलने वाले कुछ प्रतिद्वंद्वियों के झूठे प्रचार के अलावा कुछ नहीं है.
ओलिंपिक हों, एशियाई खेल या डेविस कप, पेस जब भी बड़े मंच पर भारतीय टीम से खेलते हैं तो खुद को विवादों से घिरा पाते हैं. पेस ने कहा कि उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि लोग उनके बारे में क्या सोचते या कहते हैं क्योंकि वह इतिहास के पन्नों पर अपना नाम लिखने में व्यस्त हैं, जिसे कोई नहीं बदल सकता.
स्पेन के खिलाफ संपन्न डेविस कप मुकाबले के दौरान साक्षात्कार में पेस ने कहा, करियर के इस हिस्से में मेरे अधिकांश प्रतिद्वंद्वी मुझसे काफी जलते हैं. वे शायद नहीं समझ पाएं कि 18 ग्रैंडस्लैम जीतने और सात ओलिंपिक खेलने के लिए क्या करना पड़ता है. कुछ प्रतिस्पर्धियों को अगर आप 10 जन्म भी दोगे तो वह इसे हासिल नहीं कर पाएंगे. कड़ी मेहनत करने की जगह वह मुझे गिराना चाहते हैं.
विराट कोहली के साथ वर्कआउट करने जिम पहुंचा उनका खास दोस्त 'ब्रूनो' 20 September 2016 नई दिल्ली: भारत-न्यूजीलैंड के बीच गुरुवार से शुरू होने वाले तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में विराट कोहली टीम इंडिया की कप्तानी करेंगे. पहला मैच कानपुर में खेला जाएगा. इसके बाद दोनों देशों के बीच पांच वन डे मैचों की सीरीज भी खेली जाएगी.
विराट कोहली के सामने कप्तान के रूप में तीनों टेस्ट मैच में बेहतर प्रदर्शन की चुनौती है. मैच से पहले अपना फिटनेस लेवल बढ़ाने के लिए वह जिम में कड़ी मेहनत कर रहे हैं. इस ट्रेनिंग में उनका साथ दे रहे हैं उनके पार्टनर- ब्रूनो, जो अक्सर कोहली के साथ जिम जाते हैं.
कोहली ने हाल ही में ब्रूनो के साथ अपना एक वीडियो इंस्टाग्राम पर शेयर किया है. वीडियो में वह कह रहे हैं, "मैं वर्क आउट के लिए जिम आया तो मेरा यह दोस्त मेरे पीछे-पीछे यहां आ गया. और उसे लगता है कि यह मैट उनके लिए बिछाई गई है और मुझे नहीं पता कि क्या करना है. वह मेरे साथ वर्कआउट करने में काफी दिलचस्पी दिखा रहा है."
टोक्यो ओलिंपिक में सिमोन बाइल्स को हराकर मेडल जीतना है दीपा कर्मकार का लक्ष्य 19 September 2016 कोलकाता.: शीर्ष भारतीय जिमनास्ट दीपा कर्मकार का लक्ष्य चार साल बाद टोक्यो ओलिंपिक खेलों में अमेरिका की मौजूदा ओलिंपिक चैम्पियन सिमोन बाइल्स को हराना है. दीपा हाल में समाप्त हुए रियो ओलिंपिक की वाल्ट स्पर्धा में ऐतिहासिक चौथे स्थान पर रही थीं.
इस 23 वर्षीय जिमनास्ट को यहां एफडी ब्लॉक सरबोजनिन पूजा समिति ने सम्मानित किया जिसमें उन्हें सोने का मुकुट पहनाया गया.दीपा ने कहा, ‘मेरा अगला लक्ष्य टोक्यो 2020 में सिमोन बाइल्स को हराना है, यही मेरा लक्ष्य है. मैं बखूबी जानती हूं कि अगर मैं चैम्पियन को पछाड़ने की तैयारी करूंगी तो मैं निश्चित रूप से गोल्ड या सिल्वर मेडल जीत लूंगी.’ रियो ओलिंपिक के बाद दीपा भारत में विभिन्न सम्मान समारोह में शिरकत कर रही हैं लेकिन अगरतला की इस जिमनास्ट ने कहा कि उन्होंने फिटनेस ट्रेनिंग शुरू कर दी है जो पिछले दो हफ्ते से शुरू हो चुकी है.
लिएंडर पेस दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक : राफेल नडाल 19 September 2016
नई दिल्ली: युगल मैच में जीत के साथ स्पेन को एक बार फिर डेविस कप के विश्व ग्रुप में जगह दिलाने के बाद 14 बार के ग्रैंडस्लैम विजेता राफेल नडाल ने कहा कि भारत के दिग्गज खिलाड़ी लिएंडर पेस युगल के सबसे बड़े सितारों में से एक होने के साथ ही टेनिस के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं.
मार्क लोपेज के साथ मिलकर लिएंडर पेस और साकेत मायनेनी की जोड़ी को 4-6, 7-6, 6-4, 6-4 से हराकर स्पेन को दोबारा विश्व ग्रुप में जगह दिलाने के बाद नडाल ने कहा, 'उन्होंने (लिएंडर) शानदार मैच खेला. आज की रात शानदार थी, यहां उसके देश में उनके साथ खेलना बेहतरीन है. वह युगल के सबसे बड़े सितारों में से एक और खेल के इतिहास के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं.' उन्होंने कहा, 'उसके खिलाफ प्रतिस्पर्धा पेश करना शानदार रहा, यह कड़ा मैच था. वे अच्छा खेले, लेकिन हमें खुशी है कि हमने जीत दर्ज की और विश्व ग्रुप में वापसी की. हमारे इतने सारे खिलाड़ी शीर्ष 100 में हैं इसलिए हमें वहीं होना चाहिए. यही हमारा लक्ष्य था और हमने यह हासिल किया.'
स्पेन की ओलिंपिक चैम्पियन जोड़ी एक समय पहला सेट गंवाने के बाद दूसरे में भी 4-5 से पीछे थी, लेकिन इसके बाद वापसी करते हुए जीत दर्ज करते हुए अपनी टीम को 3-0 की अजेय बढ़त दिलाने में सफल रही.
डेविस कप : राफेल नडाल के फैन्स में निराशा, पेट खराब होने के कारण नहीं खेलेंगे पहला सिंगल्स 17 September 2016 नई दिल्ली: स्पेन के खिलाफ डेविस कप विश्व ग्रुप प्ले ऑफ में भारत की संभावनाएं कुछ मजबूत हुईं, जब मेहमान टीम के स्टार खिलाड़ी राफेल नडाल पेट खराब होने के कारण पहले सिंगल्स मुकाबले से पीछे हट गए. इससे उनके फैन्स को निराशा हाथ लगी है, क्योंकि वह उन्हें भारतीय धरती पर खेलते हुए देखने के बेताब थे.
नडाल के हटने के बाद अब रामकुमार रामनाथन को शुक्रवार को डीएलटीए स्टेडियम में होने वाले डेविस कप मुकाबले के पहले मैच में फेलीसियानो लोपेज से भिड़ना होगा.
नरसिंह यादव डोपिंग मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई : कुश्ती संघ अध्यक्ष बृजभूषण शरण 17 September 2016
नई दिल्ली: पहलवान नरसिंह यादव से जुड़े डोपिंग मामले में शुक्रवार को उस समय नया मोड़ आ गया, जब इस मामले को सीबीआई के हवाले करने की बात सामने आई. यह जानकारी भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने दी. नरसिंह ने मामले के खुलासे के बाद सीबीआई जांच की मांग की थी और कहा था कि वह झूठ नहीं बोल रहे हैं और उनका नार्को तक कराया जा सकता है. गौरतलब है कि नरसिंह यादव को रियो ओलिंपिक में 74 किग्रा के मुकाबले से कुछ समय पहले ही खेल पंचाट के फैसले में दोषी ठहरा दिया गया था और वह उसमें भाग नहीं ले पाए थे.
SAI ने मेरी जिंदगी नरक बना दी, मैं खाना भी नहीं खा पा रहा हूं : सुंदर गुर्जर 16 September 2016 नई दिल्ली: पैरा एथलीट सुंदर गुर्जर ने SAI के अधिकारियों पर धोखा देने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि कोच दीपक भारद्वाज ने मेरी जिंदगी नरक बना दी. दरअसल, मौके पर होने के बावजूद सुंदर पैरालिंपिक में भाग नहीं ले पाए थे.
सुंदर ने एनडीटीवी को बताया कि मेरे साथ जो हुआ, बहुत बुरा रहा. मैं आज तक खाना भी नहीं खा पा रहा हूं, लेकिन कोई बात नहीं, जो होता है, अच्छे के लिए होता है. उम्मीद करता हूं कि आने वाली वर्ल्ड चैंपियनशिप 2017 में मैं बहुत अच्छा प्रदर्शन करूंगा. हिन्दुस्तान को यह भरोसा दिलाऊंगा कि मैं ही सबसे बेहतर था.
सानिया चाहती हैं वीनस का मुद्दा उठाए AITA, लेकिन संघ जल्दी में नहीं 16 September 2016
रियो ओलिंपिक में मिश्रित युगल टेनिस का रजत पदक जीतने वाली वीनस विलियम्स को थेरेप्यूटिक यूज एजेक्मपशंस (टीयूई) के तहत प्रतिबंधित पदार्थ लेने की कथित मंजूरी दिए जाने की खबरें आने के बाद भारतीय टेनिस स्टार सानिया मिर्जा ने अखिल भारतीय टेनिस संघ (आईटा) से मामला उचित प्राधिकरणों के पास उठाने की मांग की है लेकिन संघ ने कहा कि वह मामले में जल्दबाजी नहीं करेगा.
रूसी हैकर समूह 'फैंसी बीयर्स' ने दावा किया कि वीनस, उनकी बहन सेरेना विलियम्स और जिम्नास्ट खिलाड़ी सिमोन बाइल्स को टीयूई लेने की मंजूरी दी गई थी.
सानिया और रोहन बोपन्ना रियो ओलिंपिक के सेमीफाइनल में अमेरिका की वीनस और राजीव राम की जोड़ी से हार गए थे. वीनस और राम ने रजत पदक जीता.
किसी भी पदक विजेता के डोपिंग में फंसने पर उसका पदक छीन लिया जाता है. इसके बाद क्रम में आने वाले अगले खिलाड़ी-खिलाड़ी जोड़ियों को पदक दिया जाता है.
रियो पैरालिंपिक: गोल्ड विजेता पैरा-एथलीट देवेंद्र झझारिया को 75 लाख रुपये देगी राजस्थान सरकार 15 September 2016 जयपुर: राजस्थान सरकार ने बुधवार को रियो पैरालिंपिक-2016 में भालाफेंक स्पर्धा का गोल्ड मेडल जीतने वाले भारतीय पैरा-एथलीट देवेंद्र झाझरिया को 75 लाख रुपये की पुरस्कार राशि देने की घोषणा की है. राजस्थान के चुरू जिले के रहने वाले झझारिया ने रियो में मंगलवार को पुरुषों की भालाफेंक स्पर्धा (एफ46) में विश्व कीर्तिमान रचते हुए गोल्ड हासिल किया था. इससे पहले भी विश्व कीर्तिमान झाझरिया के ही नाम था, जो उन्होंने एथेंस ओलिंपिक में बनाया था. एथेंस ओलिंपिक में भी झाझरिया के नाम गोल्ड मेडल रहा था.
झझारिया ने मंगलवार को रियो डी जेनेरो में अपने 62.15 मीटर के रिकॉर्ड में सुधार करते हुए तीसरे प्रयास में 63.97 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी हासिल की और नया विश्व कीर्तिमान रचा.
राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सिंधिया ने झझारिया को स्वर्ण पदक जीतने की बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, "इतिहास रचने पर आपको बधाई--आप (झझारिया) पैरालिंपिक में दो गोल्ड जीतने वाले भारत के पहले पैरा-एथलीट बन गए. राजस्थान को आपकी उपलब्धियों पर गर्व है."
खेल और बॉलीवुड की दिखेगी जुगलबंदी, परिणीति चोपड़ा और सानिया मिर्जा का खास शो 15 September 2016 नई दिल्ली: भारत की टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा और बॉलीवुड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा की दोस्ती तो जगजाहिर है, लेकिन अब यह दोनों सहेलियां एक टीवी शो में साथ नजर आने वाली हैं. सोमवार और मंगलवार को दोनों ने इस शो का पहला एपिसोड शूट किया है. इतना ही नहीं दोनों ही सेलेब्रिटीज ने अपने-अपने सोशल मीडिया पेज पर इस अवसर की तस्वीरें भी साझा की हैं...
दरअसल सानिया और परिणीति ने शो 'यारों की बारात' में नजर आएंगी, जो शो का पहला एपिसोड होगा. रितेश देशमुख और साजिद खान के इस टॉक शो में कई सेलेब्रिटी जोड़ियों के नजर आने की संभावना है.
पैरालिपिंक : देवेंद्र झाझरिया को स्वर्ण पदक जीतने पर पीएम मोदी समेत कई हस्तियों ने बधाई दी 14 September 2016 नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत देश भर की कई हस्तियों ने रियो पैरालिपिंक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भालाफेंक खिलाड़ी देवेंद्र झाझरिया को बधाई दी है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, 'देवेंद्र झाझरिया को पैरालिंपिक में ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने पर बधाई. हमें उन पर गर्व है'.
डेविस कप : राफेल नडाल ने कहा, भारत के लिए खास हो सकता है यह टूर्नामेंट 14 September 2016 नई दिल्ली: स्पेन की डेविस कप टीम के सदस्य राफेल नडाल ने कहा है कि विश्व ग्रुप प्ले ऑफ मुकाबले में निचली रैंकिंग के भारतीय खिलाड़ियों के लिए कुछ खास हो सकता है. नडाल ने पुरानी यादें ताजा करते हुए कहा कि उनकी टीम ने इससे पहले खुद को प्रबल दावेदार मानने की गलती की थी और बाद में दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था. वास्तव में नडाल को पिछले मुकाबलों में स्पेन के प्रबल दावेदार होने के बावजूद उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाने का दर्द अब भी है.
स्पेन को 2014 में ब्राजील के खिलाफ विश्व ग्रुप प्ले ऑफ में 1-3 से जबकि पिछले साल यूरोप-अफ्रीका ग्रुप में रूस से 2-3 से हार का मुंह देखना पड़ा था. इससे पहले वे विश्व ग्रुप के पहले दौर में जर्मनी से हार गए थे. स्पेन ने उन मुकाबलों में अपनी ए टीम नहीं उतारी थी. उसमें न तो नडाल थे और न ही डेविड फेरर, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है.
स्पेनिश टीम ने अपने प्रतिद्वंद्वियों के लिये पूरा सम्मान दिखाया और दिखाया कि सच्चे चैंपियन को कैसा होना चाहिए, उनमें जरा भी आक्रामकता का भाव नहीं दिखा. नडाल ने मंगलवार को ड्रा से पहले हुई प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘भारतीय खिलाड़ी अपने प्रशंसकों के सामने अपनी चुनी हुई परिस्थितियों में खेलेंगे. डेविस कप में विशेष चीजें हो सकती हैं. बीते समय में भी ऐसा हुआ है. हमने दो मुकाबले गंवा दिए थे, जिसमें हम खुद को प्रबल दावेदार समझ रहे थे और अच्छी स्थिति में थे. भारत के लिए सम्मान है, उनके पास अच्छे खिलाड़ी हैं, अच्छी युगल टीम है.’’
रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली साक्षी मलिक विश्व रैंकिंग में शीर्ष पांच में पहुंची 13 September 2016
रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक की बदौलत साक्षी मलिक ने नवीनतम यूडब्ल्यूडब्ल्यू (यूनाइटेड विश्व कुश्ती) रैंकिंग में शीर्ष पांच में जगह बना ली है और अब महिला 58 किग्रा वर्ग में करियर के सर्वश्रेष्ठ चौथे स्थान पर हैं. ओलिंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बनी साक्षी को इससे पहले कोई रैंकिंग हासिल नहीं थी.
ओलिंपिक के दौरान क्वार्टर फाइनल में घुटने की चोट के कारण बाहर हुई एक अन्य भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट 48 किग्रा वर्ग में दो स्थान के फायदे से 11वें स्थान पर पहुंच गई है. पुरुष फ्रीस्टाइल में संदीप तोमर और बजरंग पूनिया ही भारतीय पहलवानों में शीर्ष 20 में जगह बनाने में सफल रहे हैं. ओलिंपिक में शुरुआती दौर में ही हारकर बाहर हुए संदीप 57 किग्रा वर्ग में 15वें जबकि बजरंग 61 किग्रा वर्ग में 18वें स्थान पर हैं.
यूएस ओपन 2016 : स्टेनिसलास वावरिंका बने चैंपियन, फाइनल में नोवाक जोकोविच को हराया 12 September 2016 यूयॉर्क: तीसरी वरीयता प्राप्त स्विट्जरलैंड के स्टेनिसलास वावरिंका ने दुनिया के नंबर एक टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच के विजयी अभियान को रोकते हुए यूएस ओपन ग्रैंड स्लैम पर कब्जा जमा लिया है. फाइनल में शानदार खेल का प्रदर्शन करते हुए वावरिंका ने जोकोविच पर 6-4, 7-5, 6-3 से जीत दर्ज की.
वावरिंका ने पहली बार यूएस ग्रैंड स्लैम जीता है. यह उनके करियर का तीसरा ग्रैंडस्लैम है. इससे पहले, वावरिंका ने छठी वरीयता प्राप्त जापान के केई निशिकोरी को 4-6, 7-5, 6-4, 6-2 से पराजित कर फाइनल में जगह बनाई थी. निशिकोरी ने इससे पहले एक बड़ा उलटफेर करते हुए विश्व के दूसरे नंबर के खिलाड़ी और दोबार के ओलिंपिक चैंपियन ब्रिटेन के एंडी मरे को हराकर सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया था.
यूएस ओपन 2016 : कैरोलिना प्लिसकोवा को हराकर एंजेलिक कर्बर बनीं महिला सिंगल चैंपियन 12 September 2016
न्यूयॉर्क: विश्व की नंबर एक खिलाड़ी व ऑस्ट्रेलियन ओपन विजेता जर्मनी की एंजेलिक कर्बर ने फाइनल मुकाबले में चेकगणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा को 6-3, 4-6, 6-4 से हराकर अमेरिकी ओपन महिला सिंगल पर कब्जा जमा लिया है.
अमेरिकी ओपन कर्बर का इस वर्ष का दूसरा ग्रैंडस्लेम है. इससे पहले जनवरी में आयोजित हुए ऑस्ट्रेलियन ओपन में सेरेना विलियम्स को हराकर उन्होंने अपना ग्रैंडस्लैम जीता था.वे 1996 में स्टेफी ग्राफ के बाद यूएस ओपन जीतने वाली पहली जर्मन महिला खिलाड़ी बन गई है.
इसी वर्ष जनवरी में जीता था ऑस्ट्रेलियन ओपन
डेनमार्क की कैरोलीन वोज्नियाकी को 6-4, 6-3 से पराजित कर फाइनल में पहुंची थीं. इस जीत से कर्बर अमेरिका की सेरेना विलियम्स को नंबर एक स्थान से अपदस्थ करके नंबर वन की रैंकिंग हासिल कर ली थी. कर्बर इस वर्ष जनवरी में ऑस्ट्रेलियन ओपन विजेता और जुलाई में विंबलडन में उपविजेता रह चुकी हैं. पंकज आडवाणी ने रचा इतिहास, सैंगसोम 6 रेड स्नूकर विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता 10 September 2016 बैंकॉक: पंकज आडवाणी प्रतिष्ठित सैंगसोम 6 रेड स्नूकर विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले पहले भारतीय बन गए हैं. उन्होंने शुक्रवार को यहां सेमीफाइनल में चीन के डिंग जुनहुई के खिलाफ शिकस्त के बाद कांस्य पदक हासिल किया.
क्वार्टर फाइनल में आडवाणी को वॉकओवर मिला था क्योंकि माइकल होल्ट निजी कारणों से प्रतियोगिता से हट गए थे. जुनहुई ने आडवाणी को 7-4 :0-37, 68-0, 73-0, 41-26, 49-15, 7-57, 0-57, 67-0, 57-0, 20-34, 69-9: से हराया.
आडवाणी ने अपने प्रदर्शन पर कहा, "इस चैंपियनशिप में इस तरह की प्रतिस्पर्धा के बीच भारत के लिए पहला पदक जीतना दर्शाता है कि आपने अच्छा प्रदर्शन किया है. मैं इस टूर्नामेंट के लिए बाहरी व्यक्ति था और इतनी आगे तक आना काफी अच्छा लगता है." उन्होंने कहा, "डिंग शानदार खिलाड़ी है. मैंने ग्रुप चरण में उसे हराया था लेकिन आज वह बेहतर खिलाड़ी था. मैं उन्हें फाइनल के लिए शुभकामनाएं देता हूं."
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने पैरालिम्पिक्स विजेता मरियप्पन थांगावेलू और वरुण सिंह भाटी को बधाई दी 10 September 2016
रियो डी जेनेरो: रियो में चल रहे पैरा ओलिंपिक खेलों में भारत ने इतिहास रचा है. हाई जंप इवेंट में भारत ने स्वर्ण और कांस्य पदक पर कब्ज़ा जमाया है. ऊंची कूद में मरियप्पन थांगावेलू ने गोल्ड पर कब्जा जमाते हुए इतिहास रच दिया है तो वहीं, वरुण सिंह भाटी ने 1.86 मीटर कूद कर इसी इवेंट में कांस्य पदक अपने नाम किया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने ट्विटर पर इस जीत के लिए थांगावेलू और भाटी को बधाई दी है.
रियो पैरालिंपिक के शूटिंग मुकाबले में फाइनल में जगह नहीं बना सके भारत के नरेश 9 September 2016 रियो डी जेनेरो.: ब्राजील की मेजबानी में चल रहे पैरालिंपिक खेलों-2016 के पहले दिन गुरुवार को भारतीय निशानेबाज नरेश कुमार शर्मा पुरुषों की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग एसएच1 स्पर्धा के फाइनल में प्रवेश नहीं कर सके.
ओलिंपिक शूटिंग रेंज में हुए क्वालिफिकेशन राउंड में नरेश का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और स्पर्धा पूरी करने वाले प्रतिभागियों में वह सबसे निचले पायदान पर रहे.
22 प्रतिभागियों में ब्रिटेन के ओवेन बुर्के (321.1) स्पर्धा पूरी नहीं कर सके. नरेश ने चार सीरीज में 583 का टोटल स्कोर हासिल किया. पहली सीरीज में उन्होंने 98.1, दूसरी सीरीज में 95.6, तीसरी सीरीज में 99.2 और चौथी सीरीज में 103.3 का स्कोर किया. दक्षिण कोरिया के जिन हो पार्क ने 625.3 अंकों के साथ शीर्ष पर रहते हुए फाइनल में जगह बनाई. शीर्ष आठ निशानेबाज फाइनल में पहुंचे.
यूएस ओपन : सबसे बड़ा उलटफेर, सेमीफाइनल में हारीं सेरेना विलियम्स, अव्वल रैंकिंग भी छिनी 9 September 2016 यार्क: गुरुवार को संभवतः यूएस ओपन के सबसे बड़े उलटफेर में अमेरिकी चैम्पियन सेरेना विलियम्स सेमीफाइनल में चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिसकोवा से हारकर बाहर हो गईं, जिससे न सिर्फ उनका 23वां ग्रैंड स्लैम खिताब जीतने का सपना धूमिल हो गया, बल्कि रैकिंग में लगातार 187 हफ्ते तक अव्वल रहने का रिकॉर्ड भी चकनाचूर हो गया...
सेरेना को सेमीफाइनल में 6-2, 7-6 (7/5) से हराने वाली चेक गणराज्य की 10वीं वरीयताप्राप्त कैरोलिना प्लिसकोवा अब अपने करियर का पहला ग्रैंड स्लैम फाइनल खेलेंगी, जिसमें उनका मुकाबला कैरोलिन वोज़नियाकी या एन्जेलीक कर्बर से होगा. इस साल विम्बल्डन फाइनल में सेरेना विलियम्स को हराने वाली एन्जेलीक कर्बर ही सोमवार को जारी होने वाली नई वर्ल्ड रैंकिंग में अव्वल पायदान पर सेरेना की जगह लेंगी.
भारतीय हॉकी के लिए बड़ी खबर, FIH अध्यक्ष बनने की होड़ में हॉकी इंडिया के नरिंदर बत्रा भी. 8 September 2016
लुसाने.: हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा को अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष पद के तीन दावेदारों में से एक के रूप में नामांकित किया गया है जो भारतीय हॉकी के लिए बड़ी खबर है. एफआईएच के मौजूदा अध्यक्ष लिएंड्रो नेग्रे का कार्यकाल खत्म होने वाला है.
नेग्रे के आठ साल का कार्यकाल खत्म होने से पहले बत्रा के अलावा आस्ट्रेलिया के केन रीड और आयरलैंड के डेविड बलबिर्नी को उनके देश के राष्ट्रीय महासंघों ने इस पद के लिए नामांकित किया है. एफआईएच के नए अध्यक्ष और कार्यकारी बोर्ड के सदस्यों का चुनाव दुबई में 12 नवंबर को ‘हॉकी रेवोल्यूशन पार्ट 2 कांग्रेस’ के दौरान होगा. कार्यकारी बोर्ड के मौजूदा सदस्य कनाडा की मैरी सिसिनेली और इंग्लैंड के सुई केटन पुन: चयन के लिए दावेदारी पेश करेंगी जबकि नीदरलैंड के यान एल्बर्स और पाकिस्तान के कासिम जिया ने एक और कार्यकाल के लिए चुनौती पेश नहीं करने का फैसला किया है. यूएस ओपन : निशिकोरी ने किया उलटफेर, एंडी मरे बाहर, सेरेना पहुंचीं सेमीफाइनल में 8 September 2016 न्यूयार्क: जापानी टेनिस खिलाड़ी की निशिकोरी ने अमेरिकन ओपन में बड़ा उलटफेर करते हुए ब्रिटिश खिलाड़ी एंडी मरे को पांच सेट तक खिंचे मुकाबले में हरा दिया है. अब निशिकोरी किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के एकल मुकाबले का खिताब जीतने वाला एशियाई खिलाड़ी बनने से दो जीत दूर हैं. दूसरी ओर, महिला एकल के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में नंबर एक अमेरिकी खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने रोमानिया की सिमोना हालेप को 6-2, 4-6, 6-3 से पराजित कर सेमीफाइनल में प्रवेश कर लिया है.
वर्ष 2012 के यूएस चैम्पियन और इस साल के विम्बल्डन विजेता चैम्पियन एंडी मरे को 1-6, 6-4, 4-6, 6-1, 7-5 से हराने में निशिकोरी को लगभग चार घंटे का वक्त लगा. अब सेमीफाइनल में निशिकोरी का मुकाबला जुआन मार्टिन डेल पोट्रो तथा तीसरी वरीयताप्राप्त स्टैन वॉवरिंका के बीच इस वक्त जारी मैच के विजेता से होगा.
करियर में केवल दूसरी बार किसी ग्रैंड स्लैम के सेमीफाइनल में पहुंचे निशिकोरी ने मैच के बाद कहा, "मैं कोर्ट में काफी जोश में था, लेकिन मैं शांत रहने की कोशिश कर रहा था... यह सचमुच काफी मुश्किल था..." निशिकोरी और मरे के बीच इस मैच के दौरान 17 सर्विस टूटीं, और यह मरे के खिलाफ निशिकोरी की आठ मैचों में कुल दूसरी जीत है. US ओपन : वुमेंस डबल्स में सानिया का सुनहरा सफर जारी, मिक्सड डबल्स में बोपन्ना की जोड़ी हारी. 6 September 2016 न्यूयॉर्क.: भारत के रोहन बोपन्ना और उनकी कनाडाई जोड़ीदार गेब्रिएला डाबरोवस्की को अमेरिकी ओपन के मिक्सड डबल्स मुकाबलों के क्वार्टर फाइनल में हार मिली. भारत की महिला स्टार सानिया मिर्जा हालांकि वुमेंस डबल्स के अपने मुकाबले में जीत हासिल करने में सफल रहीं.
बोपन्ना और गेब्रिएला को कोलम्बिया के रोबर्ट फाराह और जर्मनी की एना लेना ग्रोएनफील्ड ने 58 मिनट में 6-1, 2-6, 10-8 से हराया. दूसरी ओर, सातवीं वरीयता की सानिया और उनकी जोड़ीदार बारबोरा क्रेजीकोवा ने अमेरिका की निकोल गिब्स और जापान की नाओ हिबिनो को तीसरे दौर के मुकाबले में 6-4, 7-5 से हराया.
यूएस ओपन : रोजर फेडरर को 'पछाड़' विश्वरिकॉर्ड बनाया सेरेना विलियम्स ने, पहुंचीं अंतिम आठ में 6 September 2016
न्यूयार्क: अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी सेरेना विलियम्स ने यूएस ओपन के दौरान सोमवार को उस समय इतिहास रच डाला, जब प्री-क्वार्टरफाइनल दौर में उन्होंने अपने करियर के दौरान 308वां ग्रैंड स्लैम मैच जीता, और इसी के साथ उन्होंने सबसे ज़्यादा ग्रैंड स्लैम मैच जीतने का स्विस खिलाड़ी रोजर फेडरर का रिकॉर्ड तोड़ डाला.
रोजर फेडरर का रिकॉर्ड तोड़कर उनसे आगे निकल जाने के बाद उत्साह से भरपूर सेरेना विलियम्स ने कहा, "वाह... यह वास्तव में बहुत उत्साहित करने वाला है... यही (यूएस ओपन) वह जगह है, जहां मेरी कहानी शुरू हुई थी, सो, यहां की जीत हमेशा जादुई एहसास करवाती है... 308 सुनने में काफी प्रभावशाली लगता है..." दरअसल, सेरेना विलियम्स ने अपने करियर का पहला ग्रैंड स्लैम खिताब वर्ष 1999 में फ्लशिंग मीडोज़ में हुआ यूएस ओपन ही जीता था.
वैसे, कज़ाक खिलाड़ी यारोस्लावा श्वेदोवा के खिलाफ हुआ प्री-क्वार्टरफाइनल लगभग एकतरफा मुकाबला रहा, और 6-2, 6-3 से हासिल हुई जीत के साथ ही सेरेना विलियम्स ने यारोस्लावा के खिलाफ अपने अजेय रिकॉर्ड को 5-0 तक पहुंचा दिया.
फिर हारे राफेल नडाल, यूएस ओपन के चौथे दौर में फ्रांसीसी लुकास पोइल ने पांच सेट में पीटा 5 September 2016
यूयार्क: पिछले साल फ्रेंच ओपन के क्वार्टरफाइनल में सर्बियाई खिलाड़ी नोवाक जोकोविच से हारने के बाद अब तक किसी भी ग्रैंड स्लैम टेनिस टूर्नामेंट में क्वार्टरफाइनल में नहीं पहुंच सके स्पेनी खिलाड़ी राफेल नडाल यूएस ओपन में भी चौथे दौर में ही बाहर हो गए हैं, और पांच सेट तक खिंचे मैच में उन्हें हराया 22-वर्षीय फ्रांसीसी खिलाड़ी लुकास पोइल ने.
रविवार को 25वीं वरीयताप्राप्त लुकास ने नडाल को 6-1, 2-6, 6-4, 3-6, 7-6 (8/6) से हराया और क्वार्टरफाइनल में जगह बनाई, जहां उनका मुकाबला हमवतन गाएल मॉन्फिल्स से होगा.
चौथी वरीयताप्राप्त राफेल नडाल इस साल फ्रेंच ओपन के तीसरे दौर में कलाई में चोट के चलते बाहर हो गए थे, और इसी वजह से विम्बल्डन में भी शिरकत नहीं कर पाए थे.
पांचवें सेट में 3-6 से पिछड़ रहे नडाल ने तीन मैच प्वाइंट तो बचा लिए, लेकिन बेसलाइन से हुई उनकी एक गलती का पोइल ने भरपूर फायदा उठाया, और फोरहैंड शॉट से मैच जीत लिया
अभिनव बिंद्रा ने शूटिंग को कहा अलविदा, रिटायरमेंट के बाद यह बताया अपना अगला लक्ष्य 5 September 2016 नई दिल्ली: ओलिंपिक चैम्पियन अभिनव बिंद्रा ने आधिकारिक तौर पर निशानेबाजी से संन्यास लेने की घोषणा करते हुए अपनी भविष्य की योजनाओं का भी खुलासा किया और अब उनका लक्ष्य 'खेल विज्ञान' से जुड़ा कारोबार करना है जिसमें फिटनेस और चिकित्सा भी शामिल हैं. भारत के एकमात्र व्यक्तिगत स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा ने संन्यास की आधिकारिक घोषणा करते हुए कहा, 'अब आगे बढ़ने और युवा पीढ़ी को जिम्मेदारी सौंपने का समय है.'
एक दशक से भी अधिक समय तक निशानेबाजी रेंज पर अपना दबदबा बनाए रखने के बाद जल्द ही 34 वर्ष के होने वाले बिंद्रा की निगाहें अब नए व्यावसायिक उद्यम पर लगी हैं. उन्होंने अपने विदाई समारोह से इतर पत्रकारों से कहा, 'मैं जीविका के लिए कमाने की कोशिश कर रहा हूं. मैं व्यवासाय से जुड़ा हूं. कमाने की कोशिश कर रहा हूं ताकि भूखा न रहूं. आप जानते हैं कि मैं खेलों में दिलचस्पी रखता हूं, लेकिन इससे मुझे ज्यादा पैसा नहीं मिलने वाला है. मैं कुछ चीजों से जुड़ा हूं जो फिटनेस, चिकित्सा क्षेत्र में कुछ करने से संबंधित हैं. मैं खेलों में उच्च प्रदर्शन करने के क्षेत्र में भी कुछ करने की कोशिश कर रहा हूं.।
अमेरिकी ओपन : पुरुष युगल मुकाबलों में पेस और बोपन्ना की हार, मिश्रित युगल में जीतीं सानिया 3 September 2016 न्यूयॉर्क: भारत के शीर्ष पुरूष युगल खिलाड़ी लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना को अमेरिकी ओपन में अपने-अपने जोड़ीदारों के साथ शिकस्त का सामना करना पड़ा जबकि सानिया मिर्जा ने क्रोएशिया के इवान डोडिंग के साथ मिलकर मिश्रित युगल के दूसरे दौर में जगह बनाई.
पेस और जर्मनी के उनके जोड़ीदार आंद्रे बेगेमैन को स्टीफन रोबर्ट और डुडी सेला की फ्रांस और इस्राइल की जोड़ी के खिलाफ दो घंटे से कुछ कम चले मुकाबले में 6-2 5-7 4-6 से शिकस्त झेलनी पड़ी.
डेनमार्क के फ्रेड्रिक नील्सन के साथ जोड़ी बनाकर खेल रहे बोपन्ना को भी अमेरिका के ब्रायन बेकर और न्यूजीलैंड के मार्कस डेनियल के खिलाफ 2-6 6-7 से हार का सामना करना पड़ा.
भारतीय प्रशंसकों के लिए हालांकि अच्छी खबर भी आई जब 2014 के चैम्पियन सानिया और डोडिग की जोड़ी ने डोनाल्ड यंग और टेलर टाउनसेंड को सिर्फ 62 मिनट में सीधे सेटों में 6-4 6-4 से हराकर अगले दौर में जगह बनाई.
बोपन्ना हालांकि मिश्रित युगल में जीत दर्ज करने में सफल रहे जब उनकी और कनाडा की गैब्रिएला दाब्रोवस्की की जोड़ी ने सिर्फ 67 मिनट में नोह रूबीन और जेमी लोएब की जोड़ी को 7-5 6-4 से हराकर दूसरे दौर में प्रवेश किया.
स्वर्ण में बदल सकता है योगेश्वर दत्त का लंदन ओलंपिक का कांस्य : रिपोर्ट 3 September 2016
नई दिल्ली: योगेश्वर दत्त के लंदन ओलंपिक के कांस्य पदक के रजत में बदलने के कुछ दिनों बाद ही भारत के इस स्टार पहलवान का पदक अब स्वर्ण में बदल सकता है क्योंकि मीडिया रिपोर्ट के अनुसार चैंपियन तोगरूल असगारोव को प्रतिबंधित पदार्थों के सेवन का दोषी पाया गया है.
कुदुखोव की 2013 में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी. ऐसे में 60 किग्रा भार वर्ग में स्वर्ण और रजत जीतने वाले दोनों पहलवानों का परीक्षण पॉजिटिव पाया गया है तो इस भार वर्ग में कांस्य पदक जीतने वाले योगेश्वर का यदि परीक्षण सही रहता तो वह स्वर्ण पदक हासिल करने की स्थिति में हैं. अमेरिकी ओपन : गत चैंपियन नोवाक जोकोविच वॉकओवर मिलने के बाद तीसरे दौर में 1 September 2016 न्यूयार्क: गत चैंपियन नोवाक जोकोविच अमेरिकी ओपन के तीसरे दौर में पहुंच गए जब उनके प्रतिद्वंद्वी ने चोट के कारण नाम वापस ले लिया. दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच को दूसरे दौर में वॉकओवर मिला जब चेक गणराज्य के जिरि वेसले ने चोट के कारण नाम वापस ले लिया. जोकोविच को भी पहले दौर में हाथ में चोट लगी थी.
अब वह अर्जेंटीना के गुइडो पेला या रूस के मिखाइल याउजेनी से खेलेंगे. महिला वर्ग में राबर्टा विंची और दो बार की विंबलडन चैंपियन पेत्रा क्वितोवा भी तीसरे दौर में पहुंच गए. सातवीं वरीयता प्राप्त विंची ने अमेरिका की क्रिस्टीना मैकहेल को 6-1, 6-3 से हराया. अब वह कजाखस्तान की यूलिया पुतिनेत्सेवा या जर्मनी की कारिना वितोफ से खेलेंगी.
क्वितोवा का सामना 22वीं वरीयता प्राप्त उक्रेन की एलिना स्वितोलिना से होगा जिसने अमेरिका की लॉरेन डेविस को 6-1, 4-6, 6-3 से हराया. दक्षिण अफ्रीका के केविन एंडरसन ने कनाडा के वासेक पोस्पिसिल को 7-6, 6-4, 6-4 से शिकस्त दी
लिएंडर पेस, सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना अमेरिकी ओपन के दूसरे दौर में 1 September 2016
रियो न्यूयार्क: भारतीय टेनिस स्टार लिएंडर पेस, सानिया मिर्जा और रोहन बोपन्ना अपने-अपने जोड़ीदारों के साथ अमेरिकी ओपन के दूसरे दौर में पहुंच गए हैं. मिक्स्ड डबल्स में गत चैंपियन पेस और स्विटजरलैंड की मार्टिना हिंगिस ने पहले दौर में अमेरिका की साचिया विकेरी और फ्रांसिस टियाफो की जोड़ी को 6-3, 6-2 से मात दी.
अब उनका सामना ऑस्ट्रेलिया की अनास्तासिया रोडियोनोवा और कोलंबिया की जुआन सेबेस्टियन काबाल और सातवीं वरीयता प्राप्त अमेरिका की कोको वेंडेवेगे और राजीव राम की जोड़ी के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा.
महिला डबल्स में सातवीं वरीयता प्राप्त सानिया और चेक गणराज्य की बारबरा स्ट्रायकोवा की जोड़ी ने अमेरिका के जाडा एम हार्ट और एना शिबाहारा को 6-3, 6-2 से मात दी. अब उनका सामना स्विटजरलैंड की विक्टोरिया गोलुबिच और अमेरिका के निकोल मेलिचर और अमेरिका के मेडिसन ब्रेंगले और जर्मनी की तत्जाना मारिया के बीच होने वाले मैच के विजेता से होगा.
पुरुष युगल में रोहन बोपन्ना और डेनमार्क के फ्रेडरिक नीलसन ने 16वीं वरीयता प्राप्त चेक गणराज्य के राडेक स्टेपानेक और सर्बिया के नेनाद जिमोंजिच को 6-3, 6-7, 6-3 से मात दी. अब उनका सामना अमेरिका के ब्रायन बेकर और न्यूजीलैंड के मार्कस डेनियल से होगा
लिएंडर पेस, रोहन बोपन्ना ने रियो ओलिंपिक से पहले तैयारी नहीं की : महेश भूपति 31 August 2016
मुंबई: लिएंडर पेस के पूर्व जोड़ीदार महेश भूपति ने कहा कि इस शीर्ष युगल खिलाड़ी और रियो ओलिंपिक में उनके जोड़ीदार रोहन बोपन्ना ने इस खेल महाकुंभ की पुरुष युगल स्पर्धा में खुद को पदक की दौड़ में बनाने का मौका देने के लिए एक साथ अभ्यास नहीं किया और न ही एक साथ खेले.
भूपति ने खार जिमखाना में कहा, पुरुष युगल टीम निश्चित रूप से पूरी तरह से तैयार नहीं थी, बल्कि कोई तैयारी ही नहीं थी - इसके लिए यही सही शब्द होगा. उन्होंने अभ्यास नहीं किया, एक साथ कोई मैच नहीं खेले. यहां तक कि लिएंडर और मैं 2004 और 2008 (एथेंस और बीजिंग ओलिंपिक खेल) में दौरे पर नहीं खेल रहे थे, हम एक साथ आते और एक साथ कुछ टूर्नामेंट खेलते थे.
ओलिंपिक से पहले खिलाड़ी से इसी की जरूरत होती है. सातवां ओलिंपिक खेल चुके पेस और बोपन्ना रियो ओलिंपिक में पहले ही दौर में पोलैंड के लुकास कुबोत और मार्सिन मातकोवस्की की जोड़ी से सीधे सेटों में हारकर बाहर हो गए.
भूपति यहां 11 इवन स्पोर्ट्स इंटर स्कूल्स महाराष्ट्र टेबल टेनिस टूर्नामेंट के मुख्य अतिथि थे, उन्होंने कहा, हमने (मैं और पेस) एटीपी टूर पर 300 मैच जीते, लेकिन हमने फिर भी ऐसा करने के प्रयास किए. इस बार उन्होंने प्रयास ही नहीं किया. निश्चित रूप से कोरिया की कमजोर डेविस कप टीम के खिलाफ एक युगल मैच ओलिंपिक की तैयारी का तरीका नहीं है.br>
खेल मंत्री ने सिंधु और साक्षी को बता दिया ओलिंपिक गोल्ड मेडलिस्ट 31 August 2016 नई दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने रियो ओलिंपिक की रजत पदक विजेता बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और कांस्य पदक विजेता महिला पहलवान साक्षी मलिक को रियो की गोल्ड मेडलिस्ट बता दिया.
पीएम मोदी रविवार को इन दोनों खिलाड़ियों के साथ दीपा कर्मकार, जीतू राय सहित कई खिलाड़ियों से मिले थे. इस बारे में खेल मंत्री ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा, 'प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से आज खिलाड़ियों ने मुलाकत की है, जिनमें हमारी रियो की गोल्ड मेडलिस्ट पीवी सिंधु और साक्षी मलिक भी थीं.'
अमेरिकी ओपन : पहले दौर में हारे मायनेनी 30 August 2016
न्यूयार्क: भारत के साकेत मायनेनी साल के चौथे ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन के पुरुष एकल वर्ग के पहले दौर में हार गए हैं. मायनेनी ने हालांकि विश्व के नौवें वरीयता प्राप्त खिलाड़ी चेक गणराज्य के जिरी वेस्ले के खिलाफ बेहतरीन खेल दिखाया. वह यह मैच 6-7 (5), 6-4, 6-2, 2-6, 5-7 से हारे.
कोर्ट संख्या-9 पर यह मैच तीन घंटे 47 मिनट चला. इस मैच के दौरान मायनेनी चोटिल भी हुए. उनकी मांसपेशियों में खिंचाव था.
मायनेनी ने क्वालीफाईंग के जरिए मुख्य दौर में जगह बनाई थी. तीसरे और अंतिम क्वालीफाईंग मैच में मायनेनी ने शनिवार को सर्बिया के पेड्जा क्रिस्टीन को 6-3, 6-0 से हराया था. क्वालीफाईंग में मायनेनी ने एक सेट भी नहीं गंवाया था.
यूएस ओपन: नडाल, कर्बर के दूसरे दौर में, गास्केट पहले दौर में बाहर 30 August 2016
न्यूयॉर्क: स्पेन के रफेल नडाल और जर्मनी की एंजेलिक कर्बर भीषण गर्मी के बीच अपने-अपने मुकाबले जीतकर अमेरिकी ओपन के दूसरे दौर में पहुंच गए हैं जबकि फ्रेंच ओपन चैंपियन गार्बाइन मुगुरूजा को डॉक्टर की सेवाएं लेनी पड़ी. 2010 और 2013 के चैंपियन नडाल ने पहले दौर में उजबेकिस्तान के डेनिस इस्तोमिन को 6-1, 6-4, 6-2 से हराया. अब उनका सामना इटली के आंद्रियास सेप्पी से होगा.
कलाई की चोट के कारण नडाल फ्रेंच ओपन से जल्दी बाहर हो गए थे और विम्बलडन नहीं खेले थे लेकिन रियो ओलिंपिक में युगल में स्वर्ण पदक जीतकर उन्होंने वापसी की. दूसरी वरीयता प्राप्त ऑस्ट्रेलियाई ओपन चैंपियन कर्बर उस समय स्लोवेनिया की पोलोना हर्कोग से 6-0, 1- 0 से आगे चल रही थी जब स्लोवेनियाई खिलाड़ी ने कोर्ट छोड़ दिया. अब कर्बर का सामना क्रोएशिया की मिरजाना लुचिच बारोनी से होगा.
जोकिविच भी अगले दौर में पहुंचे
गत चैंपियन नोवाक जोकोविच हाथ में चोट से खतरे से उबरकर अमेरिकी ओपन के दूसरे दौर में पहुंच गए. दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी जोकोविच ने पोलैंड के जर्जी जानोविज को 6-3, 5-7, 6-2, 6-1 से हराया. जोकोविच ने स्वीकार किया कि वह पूरी तरह से फिट नहीं थे और ओलंपिक से पहले लगी कलाई की चोट से अभी उबरे नहीं हैं
रिटायरमेंट के वक्त दिलशान का कुछ ऐसा था अंदाज, देखें आखिरी मोमेंट्स 29 August 2016 दांबुला. श्रीलंका क्रिकेट के एक और स्टार क्रिकेटर ने रिटायरमेंट ले लिया। रविवार को ऑलराउंडर तिकरत्ने दिलशान ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी वनडे खेला। मैच में उन्होंने 42 रन बनाए। हालांकि, दिलशान का विदाई मैच ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट से जीता। खिलाड़ियों ने दिया ऑनर...
- पहले बैटिंग कर रही श्रीलंकाई टीम के लिए ओपनिंग करने पहुंचे दिलशान को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।
- फील्ड पर आते हुए सभी श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने तालियों से उनका स्वागत किया।
- 42 रन पर आउट होने के बाद दिलशान ने मैदान से बाहर जाते हुए फैन्स को भी शुक्रिया कहा।
- मैच खत्म होने के बाद भी स्टेडियम में बैठे फैन्स से दिलशान मिले।
ऑस्ट्रेलिया ने 2 विकेट से जीता मैच
- जॉर्ज बैली (70) की हाफ सेन्चुरी की मदद से आस्ट्रेलिया ने श्रीलंका को हराकर पांच मैचों की वनडे सीरीज में 2-1 बढ़त ले ली है।
- कंगारुओं ने श्रीलंका को 49.2 ओवरों में 226 रनों पर रोककर चार ओवर शेष रहते आठ विकेट पर 227 रन का टारगेट हासिल कर लिया।
सिंधु, साक्षी, दीपा और जीतू को राष्ट्रपति ने दिया खेल रत्न; कोहली के कोच समेत 6 को मिला द्रोणाचार्य अवॉर्ड 29 August 2016
नई दिल्ली. प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को बैडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधु, रेसलर साक्षी मलिक, जिमनास्ट दीपा कर्माकर और शूटर जीतू राय को खेल रत्न दिया। 25 साल में पहली बार ऐसा हुआ कि एक साथ चार प्लेयर्स को खेल रत्न दिया गया। वहीं, विराट कोहली और ईशांत शर्मा के कोच राज कुमार शर्मा समेत 6 को द्रोणाचार्य अवॉर्ड दिया गया। इसके अलावा, 15 प्लेयर्स को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। किसे क्या अवॉर्ड मिला...
- दीपा कर्माकर के कोच विश्वेशर नंदी, टीम इंडिया के टेस्ट कप्तान विराट और ईशांत के मेंटर राज कुमार शर्मा, नागपुरी रमेश (एथलेटिक्स), सागरमल धयाल (बॉक्सिंग), प्रदीप कुमार (स्विमिंग लाइफटाइम) और महाबीर सिंह (रेसलिंग लाइफटाइम) को 2016 के लिए द्रोणाचार्य अवॉर्ड मिला।
- वहीं, रजत चौहान (आर्चरी), ललिता बाबर (एथलीट), सौरव कोठारी (बिलियर्ड्स), शिव थापा (बॉक्सिंग), अजिंक्य रहाणे (क्रिकेट), रानी रामपाल (हॉकी), सुब्रत पॉल (फुटबॉल), रघुनाथ वीआर (हॉकी), गुरप्रीत सिंह (शूटिंग), अपूर्वी चंदेला (शूटिंग), सौम्यजीत घोष (टेबल टेनिस), विनेश फोगट (रेसलिंग), अमित कुमार (रेसलिंग), संदीप सिंह मान (पैरा-एथलीट) और वीरेंद्र सिंह (रेसलिंग डीफ) को 2016 के लिए अर्जुन अवॉर्ड दिए गए।
डेविस कप : स्पेन के खिलाफ भारत की टीम में नहीं होगा कोई बदलाव 27 August 2016
नई दिल्ली: युकी भांबरी और सोमदेव देववर्मन के चोटिल होने के कारण भारत स्पेन के खिलाफ आगामी डेविस कप विश्व ग्रुप प्लेऑफ मुकाबले में वही टीम उतारेगा जिसने जुलाई में दक्षिण कोरिया को 4-1 से हराया था.
युकी और सोमदेव 16 से 18 सितंबर तक होने वाले इस मैच के लिए उपलब्ध नहीं होंगे, लिहाजा एआईटीए के पास कोई और विकल्प नहीं है. साकेत माइनेनी और रामकुमार रामनाथन एकल मुकाबले खेलेंगे जबकि लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना युगल में उतरेंगे.
पेस और बोपन्ना रियो ओलिंपिक के पहले दौर में ही हार गए थे और स्पेन की मजबूत टीम के खिलाफ भी उनकी राह आसान नहीं होगी. स्पेन के 12 खिलाड़ी एटीपी एकल रैंकिंग में शीर्ष 100 में हैं, जबकि भारत का एक भी खिलाड़ी इसमें नहीं है. माइनेनी 143वें स्थान पर है.
यह देखना रोचक होगा कि रफेल नडाल स्पेन की टीम का हिस्सा होते हैं या नहीं. वह अमेरिकी ओपन में अपने प्रदर्शन के बाद इस पर फैसला लेंगे.
ओलिंपिक सिल्वर मेडल का असर : पीवी सिंधु से करार के लिए कंपनियों में लगी होड़ 27 August 2016 हैदराबाद: कंपनियां रियो ओलिंपिक की सिलवर विजेता पीवी सिंधु से अनुबंध करने के लिए बेताब हैं, लेकिन इस शीर्ष बैडमिंटन खिलाड़ी की ब्रांड प्रबंधन फर्म उसकी ब्रांड वैल्यू और बढ़ने देना चाहती है, इसलिए वह अनुबंध करने में धीरे-धीरे आगे बढ़ना चाहती है.
रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल ने सिंधु की ब्रांड वैल्यू को कई गुना बढ़ा दिया है और इस बैडमिंटन खिलाड़ी के जल्द ही कुछ अनुबंध करार घोषित करने की उम्मीद है. सिंधु का ब्रांड प्रबंधन देख रही ‘बेसलाइन वेंचर्स’ के सह संस्थापक और निदेशक रामकृष्णन आर ने कहा कि हालांकि प्रायोजन ओलिंपिक से पहले कर लिए गए थे, इसलिए वे उनकी घोषणा नहीं करना चाहते थे, क्योंकि प्रतियोगिता की तैयारी को देखते हुए उसका काफी व्यस्त कार्यक्रम था.
रामकृष्णन ने पीटीआई से कहा, ‘‘ओलिंपिक से पहले दो ब्रांड से करार हुआ था. हम उनकी घोषणा नहीं कर पाये थे क्योंकि ओलिंपिक की तैयारियां चल रही थी, इसलिए हम ओलिंपिक से पहले उसे ज्यादा प्रमोट नहीं करना चाहते थे. हम सितंबर के दूसरे हफ्ते में इनकी घोषणा कर सकते हैं.’’ बेसलाइन एक अन्य बैडमिंटन खिलाड़ी श्रीकांत का भी काम देखती हैं.
मुझे उम्मीद नहीं थी कि अमेरिका में इतनी अच्छी सुविधा होगी: कुंबले 26 Aug. 2016
फ्लोरिडा। टीम इंडिया के चीफ कोच अनिल कुंबले यहां वेस्टइंडीज के खिलाफ होने वाली दो ट्वेंटी-20 मैचों की सीरीज के लिए सेंट्रल ब्रॉवर्ड रिजनल पार्क स्टेडियम की सुविधाओं से बहुत खुश है। यह पहला मौका होगा जब टीम इंडिया अमेरिका में कोई अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगी। मियामी से करीब 50 किमी दूर लॉडरहिल में यह स्टेडियम स्थित है। यह अमेरिका में आईसीसी से मान्यता प्राप्त एकमात्र वन-डे केंद्र है। इस स्टेडियम में पिछले महीने कैरेबियन प्रीमियर लीग के 6 मुकाबले खेले गए थे। कुंबले ने कहा, मैंने यहां इतनी अच्छी सुविधा की उम्मीद नहीं है। मुझे तो ऐसा लगा था कि यहां तत्कालीन व्यवस्था होगी। मैंने इस ग्राउंड के बारे में सुन रखा था, लेकिन सुविधाएं देखकर मैं बहुत प्रभावित हुआ हूं। मेरे हिसाब से यह ट्वेंटी-20 मैच के लिए आदर्श पिच है।' भारतीय चीफ कोच ने कहा कि इस स्टेडियम में प्रैक्टिस की सुविधाएं भी उत्कृष्ट दर्जे की है। मुझे विश्वास है कि स्टेडियम खचाखच भरा रहेगा। हम इन मैचों के लिए उत्सुक है। अमेरिका में मौजूद भारतीय समुदाय को इस तरह के मैचों का लंबे समय से इंतजार था और वे इसका पूरा लाभ उठाएंगे। इन मैचों से अमेरिका में क्रिकेट को नई दिशा मिलेगी।
ओलिंपिक हॉकी: कनाडा ने भारत को 2-2 की बराबरी पर रोका 26 Aug. 2016 स्कॉट टपर के दो गोलों की मदद से कनाडा ने शुक्रवार को रियो ओलिंपिक में पुरुषों की हॉकी स्पर्धा के ग्रुप बी के अंतिम मैच में भारत को 2-2 की बराबरी पर रोका। भारत की तरफ से आकाशदीप और रमनदीप सिंह ने गोल दागे। भारत पहले ही क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुका है।
कनाडा के साथ ड्रॉ खेलने के बाद भी भारतीय टीम को कोई नुकसान नहीं हुआ, क्योंकि भारत पहले से ही क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर गया था। ओलंपिक में यह पहला मौका है जब क्वार्टर फाइनल का फॉर्मेट उपयोग में लाया जा रहा है। अर्जेंटीना और आयरलैंड मैच के बाद ही यह तय होगा कि भारत का पूल में तीसरा स्थान है या चौथा। यदि भारत तीसरे स्थान पर रहा तो रविवार को क्वार्टर फाइनल में उसका मुकाबला पूल 'ए' की दूसरे क्रम की टीम से होगा और अपने ग्रुप में अंतिम स्थान पर रहने की स्थिति में उसका मुकाबला ग्रुप 'ए' की शीर्ष टीम से होगा।
मुकाबले में शुरुआती दो क्वार्टर में संघर्षपूर्ण खेल देखने को मिला। भारत के निकिन थिमैय्या ने गोल करने का आसान मौका गंवाया। इसके बाद लगा कि कनाडा बढ़त ले लेगा क्योंकि गोलकीपर श्रीजेश चूक गए थे, लेकिन रूपिंदरपाल सिंह ने शानदार बचाव किया। भारत को 32वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला और आकाशदीप ने रिबाउंड पर गोल दागते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिलाई। यह आकाशदीप का रियो ओलिंपिक में पहला गोल है। भारत अभी इस गोल की खुशी भी नहीं मना पाया था कि अगले ही मिनट में स्कॉट टपर ने पेनल्टी कॉर्नर पर कनाडा के लिए बराबरी का गोल दागा। टपर का यह इस ओलिंपिक में चौथा गोल है।
रमनदीप ने 41वें मिनट में मैदानी गोल दागते हुए भारत को 2-1 की बढ़त दिलाई। वीआर रघुनाथ के सटीक पास पर रमनदीप को कनाडाई गोलपोस्ट के ठीक सामने गेंद मिली और उन्होंने उसे डिफ्लेक्ट कर जाली में पहुंचा दिया। कनाडा को 52वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला और स्कॉट टपर ने अपना तथा टीम का दूसरा गोल दागा और स्कोर 2-2 हो गया। टपर का इस ओलिंपिक में यह पांचवां गोल है।
ओलिंपिक मेडल विनर सिंधु-साक्षी पर जारी है पैसों की बारिश, अब तक मिले 18.5 करोड़ 25 August 2016
स्पोर्ट्स डेस्क. रियो ओलिंपिक में सिल्वर मेडल विनर पीवी सिंधु और ब्रॉन्ज मेडल विनर साक्षी मलिक का देश लौटने पर जोरदार स्वागत हुआ। सिंधु का हैदराबाद में डबल डेकर बस में 32 किमी. तक विजयी जुलूस निकाला गया तो साक्षी को दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट पर रिसीव करने के लिए हरियाणा सरकार के 5 मंत्री मौजूद थे। बहादुरगढ़ में उनका सम्मान समारोह हुआ। सिंधु को मिलेंगी दो BMW...
- पीवी सिंधु सिल्वर मेडलिस्ट हैं, इसलिए उनपर ज्यादा पैसे बरसे। उन्हें अबतक कुल 13.5 करोड़ रुपए बतौर इनाम की घोषणा की जा चुकी है।
- साथ ही अगले महीने दो BMW भी मिलेंगी, जिसमें से एक हैदराबाद डिस्ट्रिक्ट बैडमिंटन एसोसिएशन देगा और दूसरी पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंडुलकर दे सकते हैं।
- सिंधु को सबसे ज्यादा 5 करोड़ रुपए की राशि तेलंगाना सरकार ने देने की घोषणा की है।
- वहीं, आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने सम्मान समारोह के दौरान ही 3 करोड़ रुपए का चेक दे दिया।
- सिंधु को दिल्ली, मध्य प्रदेश और हरियाणा सरकार, भारत पेट्रोलियम काॅरपोरेशन लिमिटेड, बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री आदि ने भी लाखों रुपए इनाम देने की घोषणा की है।
साक्षी मलिक को लगभग 5 करोड़ रुपए का इनाम
- साक्षी मलिक को ब्रॉन्ज मेडल जीतने के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर समेत कई जगह से करोड़ों रुपए इनाम की घोषणा की गई।
- उन्हें अब तक कुल 4.91 करोड़ रुपए बतौर इनाम की घोषणा की जा चुकी है। बहादुरगढ़ में सम्मान समारोह में सीएम खट्टर ने साक्षी को 2.5 करोड़ रुपए का चेक भी सौंपा।
- इस दौरान साक्षी ने कहा, "सपोर्ट देने के लिए सभी का शुक्रिया। उम्मीद है कि फ्यूचर में भी इसी तरह आप लोगों का सपोर्ट मिलता रहेगा।"
- हरियाणा सरकार ने साक्षी को राज्य की बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ योजना का ब्रांड एम्बेसडर भी बनाया।
- साक्षी को दिल्ली सरकार, रेलवे मिनिस्ट्री, स्पोर्ट्स मिनिस्ट्री : 30 लाख रुपए, इंडियन ओलिंपिक एसोसिएशन आदि ने भी लाखों रुपए इनाम देने की घोषणा की है।
अमेरिकी सांसदों की अपील, सिख खिलाड़ियों के खिलाफ भेदभाव वाली नीति खत्म हो 25 August 2016 अमेरिका के 40 से अधिक सांसदों के समूह ने अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल महासंघ से अपील की है कि वे पगड़ियों को लेकर सिख खिलाड़ियों के खिलाफ ‘घिसीपिटी और भेदभावपूर्ण’ नीति खत्म करे.
सांसदों ने अंतरराष्ट्रीय बास्केटबॉल महासंघ (फिबा) के अध्यक्ष होरासियो मुरातोरी को पत्र में लिखा, ‘‘सिख दुनिया भर में कई खेलों में हिस्सा लेते हैं और एक भी ऐसी घटना नहीं है जिसमें पगड़ी के कारण किसी को चोट लगी हो या नुकसान पहुंचा हो या पगड़ी ने खेल में रूकावट डाली हो.’’ सांसद जो क्राली और भारतीय मूल की एमी बेरा की अगुआई में कल भेजे गए इस पत्र में 40 से अधिक सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं. यह पत्र अंतरराष्ट्रीय महासंघ के संभावित फैसले से पहले लिखा गया है.
क्राली और एमी ने संयुक्त बयान में कहा, ‘‘प्रत्येक दिन फिबा इस पर फैसले को अगले दिन के लिए टाल रहा है कि सिख नहीं खेल सकते.’’
क्राली और एमी ने कहा, ‘‘यह ऐसी नीति है जिसे घिसीपिटी, भेदभावपूर्ण और टीम खेल की भावना के पूरी तरह विपरीत करार दिया जा सकता है और इसमें बदलाव का समय काफी पहले आ चुका है. इसलिए हम कार्रवाई के लिए जोर दे रहे हैं जिसमें हमारा नवीनतम पत्र भी शामिल है और हम उन सभी को धन्यवाद देना चाहते हैं जिन्होंने अपनी आवाज उठाई. फिबा को हमारा संदेश साफ है, उन्हें खेलने दीजिए.’’
फिबा की यह भेदभावपूर्ण नीति 2014 में सामने आई थी जब दो सिख खिलाड़ियों को रैफरियों ने कहा था कि अगर उन्हें फिबा के एशिया कप में खेलना है तो उन्हें अपनी पगड़ी हटानी होगी.
टेस्ट में नंबर 1 बनी टीम तो पाकिस्तानियों ने यूं उड़ाया टीम इंडिया का मजाक 24 August 2016
स्पोर्ट्स डेस्क.पाकिस्तान क्रिकेट टीम टेस्ट में नंबर वन बन गई है। वेस्ट इंडीज के खिलाफ टीम इंडिया का आखिरी टेस्ट मैच बारिश के कारण ड्रॉ रहा, जिसका फायदा पाकिस्तान को मिला। कई दशक बाद टीम के नंबर वन बनने की खुशी में पाकिस्तानियों ने टीम इंडिया को ही निशाना बना लिया। अपनी टीम की सक्सेस को सेलिब्रेट करने की बजाय वो भारत का मजाक उड़ा रहे हैं। सोशल मीडिया पर आए ऐसे कमेंट्स...
- टॉप टीम बनने के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट फैन्स ने सोशल मीडिया पर सेलिब्रेट किया।
- लेकिन इस सेलिब्रेशन में पाकिस्तान की तारीफ नहीं, बल्कि टीम इंडिया का मजाक बनाया गया।
- ट्विटर पर वायरल हो रही एक फोटो में पाकिस्तान के कप्तान मिसबाह इंडियन कप्तान विराट कोहली को कंधे पर उठाए नजर आ रहे हैं।
- ऐसी ही एक दूसरी फोटो में मिसबाह को राजा के तौर पर दिखाया जा रहा है।
- बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज नहीं जीतने के बावजूद पाकिस्तान की टीम नंबर वन बन गई है।
ऐसे मिली नंबर 1 कुर्सी
- पिछले हफ्ते ऑस्ट्रेलियाई टीम श्रीलंका के खिलाफ 0-3 से टेस्ट सीरीज हार गई।
- इससे उसे 10 प्वाइंट्स का नुकसान हुआ और टीम रैंकिंग में भी पिछड़ गई।
- उधर, ऑस्ट्रेलिया की हार और वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2-0 से सीरीज में लीड लेने का फायदा टीम इंडिया को मिला।
- 112 प्वाइंट्स के साथ टीम इंडिया नंबर वन टेस्ट टीम बन गई।
- वहीं, इंग्लैडं के खिलाफ उसी की जमीन पर 2-2 से टेस्ट सीरीज ड्रॉ कराने में सफल रही पाकिस्तान की टीम के भी 111 प्वाइंट्स थे।
- अब टीम इंडिया को टॉप रैंकिंग बनाए रखने के लिए वेस्ट इंडीज के खिलाफ चौथा टेस्ट मैच जीतना जरूरी था।
- लेकिन बारिश के कारण चार दिन का खेल नहीं हो सका और मैच ड्रॉ रह गया। टीम इंडिया के 2 अंक कम हो गए।
- इसी का फायदा पाकिस्तान को मिला और वो एक प्वाइंट की लीड के साथ नंबर वन टेस्ट टीम बन गई।
- बता दें कि पाकिस्तान ने पिछले 6 साल से अपने घर में कोई टेस्ट सीरीज नहीं खेली है।
टीम इंडिया चली USA, धोनी-विराट सहित इंडियन प्लेयर्स ने शेयर की SELFIE 24 August 2016 वेस्ट इंडीज के खिलाफ 2 टी-20 मैचों की सीरीज के लिए टीम इंडिया वेस्ट इंडीज से USA के लिए रवाना हो गई। टी-20 कप्तान एमएस धोनी और फास्ट बॉलर जसप्रीत बुमराह इंडिया से और बाकी टीम इंडिया वेस्ट इंडीज से रवाना हुई। दोनों टी-20 मैच 27 और 28 अगस्त को USA के लॉडरहिल में खेले जाएंगे। इस दौरान प्लेयर्स ने एयरपोर्ट और प्लेन के अंदर सेल्फी ली, जिसे उन्होंने इंस्टाग्राम पर शेयर किया। जानिए, कौन-कौन से प्लेयर्स हैं टी-20 टीम में...
इंडियन टीमः
महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), रोहित शर्मा, शिखर धवन, विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे, लोकेश राहुल, रवींद्र जडेजा, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, अमित मिश्रा, स्टुअर्ट बिन्नी।
डबल्स रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंची सानिया 23 August 2016 सिनसिनाटी। भारतीय टेनिस सनसनी सानिया मिर्जा ने अपनी नई जोड़ीदार बारबोरा स्ट्राइकोवा के साथ मिलकर सिनसिनाटी ओपन टेनिस टूर्नामेंट का डबल्स खिताब जीत लिया।
सानिया ने फाइनल में अपनी पूर्व जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस और कोको वेडेवेगे को 7-5, 6-4 से पराजित किया। इस जीत के साथ ही 29 वर्षीय भारतीय खिलाड़ी डब्ल्यूटीए डबल्स रैंकिंग में अकेली नंबर एक खिलाड़ी बन गई हैं।
शुरुआती सेट में हिंगिस और वेडेवेगे ने 5-1 की बढ़त ले ली थी, लेकिन इसके बाद सानिया-बारबोरा ने जबरदस्त वापसी करते हुए पहला सेट जीत लिया। दूसरा सेट इंडो-चेक गणराज्य की जोड़ी ने आसानी से जीत लिया।
सानिया-हिंगिस की जोड़ी ने तीन ग्रैंडस्लैम सहित कुल 14 खिताब जीते थे। सानिया ने कहा, 'हम दोनों (मिर्जा व बारबोरा) की खासियत यह है कि हमने एक-दूसरे को तलाशा है, हम स्कोर की चिंता किए बिना लडऩे में भरोसा करतीं हैं। इस पूरे सप्ताह जब हम जीत नहीं पा रहे थे, हम बस लड़ रहे थे। उसी की नतीजा है कि आज हमें जीत मिली।
सानिया के साथ संयुक्त रूप से नंबर एक रही हिंगिस ने पिछले महीने उनके साथ अपनी जोड़ी तोड़ ली थी। दोनों खिलाड़ी अब स्थायी तौर पर साथ नहीं हैं, फिर भी वे अक्टूबर में सिंगापुर में होने वाली डब्ल्यूटीए टूर चैंपियनशिप में खेलेंगी।
सानिया ने कहा कि डबल्स में अपने पूर्व सहयोगी के खिलाफ खेलना एक अजीब स्थिति थी। उनके मुताबिक, 'मैं झूठ नहीं बोलूंगी, यह काफी मुश्किल स्थिति है। हम अभी भी अच्छी दोस्त हैं इसलिए एक-दूसरे के खिलाफ खेलना आसान नहीं हैं।
सिलिक ने मरे को हराकर जीता खिताब
सिनसिनाटी : वेस्टर्न एंड सदर्न कप के फाइनल में क्रोएशिया के मारिन सिलिच ने एंडी मरे को हरा दिया। इसके साथ उन्होंने मरे का लगातार 22 जीत का अभियान रोक दिया। 12वीं वरीयता प्राप्त सिलिच ने मरे को 6-4 7-5 से हराया।
और जीत में योगदान देने वालों का खास जिक्र किया. उनके लिए यह अच्छी शुरूआत है. हम सभी बहुत खुश हैं.’
रियो ओलिंपिक : फाराह ने पूरा किया 'गोल्डन डबल' 23 August 2016
लरियो डी जनेरियो.लम्बी दूरी के महान एथलीट ब्रिटेन के मोहम्मद फाराह ने शनिवार को रियो ओलिंपिक में पुरुषों की 5000 मीटर स्पर्धा का स्वर्ण जीत लिया। ओलिंपिक स्टेडियम में फाराह ने 13.03.30 मिनट के साथ पहला स्थान हासिल किया। इसके साथ फाराह ने रियो में शानदार गोल्डन डबल पूरा किया। फाराह ने इससे पहले 10 हजार मीटर का भी स्वर्ण जीता था। इस रेस को पूरा करने के लिए फाराह ने 27:05.17 मिनट समय लिया था...
- इथियोपिया के हागोस गेबरीवेथ ने 13:04.35 मिनट के साथ रजत हासिल किया जबकि अमेरिका के बर्नार्ड लागाट ने 13:06.78 मिनट के साथ कांस्य जीता।
- फाराह ने लंदन में भी चार साल पहले 5000 तथा 10 हजार मीटर का खिताब जीता था। वह अब तक चार ओलिंपिक स्वर्ण जीत चुके हैं। वह पहले ऐसे एथलीट हैं, जिन्होंने इन दो स्पर्धाओं में अपने खिताब की रक्षा की है।
- जीत के बाद फाराह ने कहा, "यह तो हर एथलीट का सपना होता है लेकिन यकीन नहीं कर पा रहा हूं कि मेरा सपना सच हो गया है। अपने परिवार से लम्बे समय से दूर रहने के बाद मुझे लगा था कि मुझे उनके लिए कुछ करना चाहिए।"
हैदराबाद स्टेडियम पहुंचीं पीवी सिंधू, माता-पिता का भी किया जाएगा सम्मान 22 August 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतकर देश का मान बढ़ाने वाली बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधू का हैदराबाद एयरपोर्ट पर सोमवार सुबह को शानदार स्वागत किया गया. इस मौके पर बड़ी संख्या उनके फैंस एयरपोर्ट पहुंचे, जबकि डबल डेकर बस में विजय जुलूस भी निकाला गया
सोने जैसी देश की बिटिया सिंधू के साथ उनके कोच पुलेला गोपीचंद भी थे. सिंधु को हैदराबाद एयरपोर्ट करने उनके माता-पिता पहुंचे. हैदराबाद एयरपोर्ट से मुंबई की ट्रांसपोर्ट सेवा बेस्ट की डबल डेकर ओपन बस में सवार होकर सिंधू गची बाउली स्टेडियम के लिए निकलीं. इस बस को फूलों से सजाया गया था.
हैदराबाद के स्टेडियम में सिंधू के स्वागत की तैयारियां की गई हैं, वहां उनके माता-पिता और कोच को भी सम्मानित किया जाएगा. मुंबई से बृहनमुंबई इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई एंड ट्रांसपोर्ट (बेस्ट)ने सिंधू के विजय जुलूस के लिए हैदराबाद खास तौर पर डबल डेकर बस भेजी है.
रंगारंग समारोह में Rio ने खिलाड़ियों को कहा अलविदा, सी यू इन तोक्यो 22 August 2016
रियो के माराकाना स्टेडियम में रियो ओलंपिक के समापन समारोह का एक दृश्य। (एपी फोटो)
बारिश के बीच रियो में रंगारंग समापन समारोह में ब्राजील के इस शहर ने दुनिया के हजारों खिलाड़ियों को भावनात्मक विदाई दी जिसके साथ यहां 31वें ओलंपिक खेलों का समापन हो गया। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के अध्यक्ष थॉमस बाक ने खेलों के समापन की घोषणा की जिसके साथ 16 दिन चले खेलों के इस महासमर का आधिकारिक अंत हो गया जिसमें 42 खेलों में 205 देशों के 11000 से अधिक खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। खचाखच भरे ऐतिहासिक माराकाना स्टेडियम में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच बाक ने कहा, ‘मैं 31वें ओलंपियाड के खेलों के समापन की घोषणा करता हूं। परंपरा का पालन करते हुए मैं दुनिया भर के युवाओं से चार साल में जापान के तोक्यो में 32वें ओलंपियाड के जश्न के लिए जुटने का आग्रह करता हूं।’
इससे पहले ओलंपिक ध्वज को उतारा गया और इसे अगले ओलंपिक खेलों के मेजबान तोक्यो 2020 के प्रतिनिधियों को सौंपा गया। बाक ने ध्वज तोक्यो की गवर्नर यूरिको कोइके को सौंपा। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे ने आधुनिक तकनीक वाले इस शो के एक छोटे लेकिन प्रभावी हिस्से में ‘सी यू इन तोक्यो’ परफोर्मेंस के दौरान रोमांचक प्रवेश किया। खिलाड़ियों ने प्रतिस्पर्धा संपन्न होने के बाद सर्द हवा और बारिश के बावजूद जश्न के माहौल का पूरा लुत्फ उठाया। लगभग तीन घंटे लंबे समापन समारोह के दौरान बारिश लगातार जारी रही लेकिन खिलाड़ियों पर इसका कोई असर नहीं पड़ा जो बरसाती के साथ उतरे और इस दौरान उनमें से कई गाना गाने के अलावा नाच रहे थे और सेल्फी ले रहे थे।
खिलाड़ियों ने मैदान पर प्रवेश दिया तो परंपरा के अनुसार युनान की टीम सबसे पहले उतरी। ओलंपिक में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय दल की अगुआई की और ध्वजवाहक बनी। साक्षी ने रियो खेलों में कांस्य पदक के साथ भारत के पदकों का खाता भी खोला था। भारत की ध्वजवाहक बनने का सम्मान साक्षी को मिला क्योंकि रजत पदक विजेता पीवी सिंधू रविवार (21 अगस्त) को ही स्वदेश लौट गई। समारोह में पुरुष और महिला हाकी टीमों के पहलवानों और मुक्केबजों में शिव थापा और मनोज कुमार सहित लगभग 50 खिलाड़ियों ने खिलाड़ियों की परेड में हिस्सा लिया।
हमने जो हासिल किया वह भी ऐतिहासिक है, मैं खुश हूं : पुलेला गोपीचंद 20 August 2016 रियो डी जिनेरियो: लगातार दो ओलिंपिक में अपनी जीतों के जरिए लगातार दो पदक हासिल करने वाले बैडमिंटन के कोच पुलेला गोपीचंद का सिर दुनियाभर के बैडमिंटन दिग्गजों के बीच और ऊंचा हो गया है. पीवी सिंधु की कामयाबी के बाद उन्होंने एनडीटीवी संवाददाता विमल मोहन से खास बातचीत की.
यह आपकी और पीवी सिंधु की शानदार कामयाबी है. पूरे हफ्ते उनका खेल अलग स्तर पर नजर आया. आप उनके खेल को कैसे आंकते हैं?
गोपीचंद : सिंधु ने ओलिंपिक के सभी मैचों में, एक कंसिसटेंट परफॉ़र्मेंस दिया. उनके खेल में हमें यह शिकायत रहती थी कि वह कभी एक मैच बहुत अच्छा और कभी एक मैच बहुत खराब खेल जाती थी. लेकिन अपने इस प्रदर्शन की वजह से उन्होंने भारत के लिए ऐतिहासिक कामयाबी हासिल की है. मैं और सब लोग काफी खुश हैं.
आप फाइनल मैच के दौरान सिंधु के लिए प्रार्थना करते दिखे...
गोपीचंद : जी हां! कामयाबी की कई वजहें होती हैं. कई वजहें होती हैं, जब सभी वजहें दुरुस्त होती हैं, तभी बड़ी कामयाबी हासिल होती है. हम चाहते थे, कोई कमी, कोई चूक न रह जाए. और सभी वजहों की वजह से सिंधु ने देश का नाम रोशन किया है और मैं बहुत खुश हूं.
क्या आप इसे सिंधु का बेहतरीन प्रदर्शन मानेंगे?
गोपीचंद : देखिए, सिंधु अभी सिर्फ 21 साल की हैं. उन्होंने बेहतरीन खेल दिखाया है. अगले चार-पांच साल में उनमें जैसे-जैसे परिपक्वता आएगी, उनका खेल और निखरेगा और वह इससे भी बेहतर खिलाड़ी बन जाएंगी. इसी तरह खेलती रहीं तो वह और भी कई कामयाबियां हासिल करेंगी. रियो ओलिंपिक से मेडल के साथ विदाई लेना चाहेगा भारत, पहलवान योगेश्वर दत्त दोहराएंगे 'लंदन'! 20 August 2016
पुलेला गोपीचंद : बैडमिंटन का 'द्रोणाचार्य', जिसने अपने शिष्यों को 'अर्जुन' बनाया 19 August 2016 नई दिल्ली: “जब मैं सन्यास लूंगा तब मैं बहुत खुशी महसूस करूंगा, मैं जो करना चाहता था, वह मैं कर चुका हूं. इन बच्चों के अंदर वह क़ाबलियत है कि वे आगे जाकर मेडल जीत सकते हैं. जब मेरा कोई तारीफ करता है तो मैं खुश होता हूं और जब मेरा कोई आलोचना करता है तो मैं उसे चुनौती के रूप में लेता हूं और अपने काम के जरिये जवाब देता हूं” कुछ साल पहले भारत के सबसे बेहतरीन बैडमिंटन कोच पुलेला गोपीचंद ने एक इंटरव्यू के दौरान यह कहा था. ऐसा लग रहा है कि गोपीचंद का सपना पूरा हो गया है. पहले साइना, अब सिंधु ओलिंपिक में अपने शानदार प्रदर्शन की बदौलत भारत की मान पूरी दुनिया में बढ़ाने में कामयाब रही हैं. 2012 लंदन ओलंपिक में साइना नेहवाल ने इतिहास रचते हुए बैडमिंटन में भारत के लिए पहला पदक जीता था. अब पीवी सिंधु भी इतिहास रचने जा रही है. सिंधु रियो ओलिंपिक के फाइनल में पहुंच चुकी है. अगर आज सिंधु दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी स्पेन की कैरोलिना मरीन को हरा देती है तो गोल्डन गर्ल बनकर करोड़ों देशवासियों का सपना पूरा करेगी. अगर वह हार भी जाती है तो कम से कम उसे रजत पदक मिलेगा.
टेस्ट गेंदबाजों की आईसीसी रैंकिंग में रविचंद्रन अश्विन दूसरे स्थान पर कायम 19 August 2016
दुबई: भारत के शीर्ष स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन गुरुवार को जारी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर बने हुए हैं.
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में संपन्न हुई तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में 28 विकेट हासिल करने वाले श्रीलंका के स्पिन गेंदबाज रंगना हेराथ ने फिर से शीर्ष-5 में वापसी कर ली. हेराथ ने कोलंबों में हुए अखिरी टेस्ट मैच में कुल 13 विकेट चटकाए और ऑस्ट्रेलिया का सीरीज में 3-0 से सूपड़ा साफ करने में अहम भूमिका अदा की.
आईसीसी टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग में इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन शीर्ष पर बने हुए हैं. एंडरसन दूसरे स्थान पर मौजूद अश्विन से 12 अंक आगे हैं. दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज डेल स्टेन अभी भी तीसरे स्थान पर टिके हुए हैं. स्टेन दक्षिण अफ्रीका की ओर से जल्द ही न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने वाले हैं. वहीं आईसीसी टेस्ट गेंदबाजों की रैंकिंग की बात करें तो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलंबो टेस्ट में शतक लगाने वाले दिनेश चांडिमल और धनंजय डी सिल्वा ने ऊंची छलांग लगाई है. | 2017-04-28T17:59:22Z | http://metromirror.com/rajasthan_h/showarticle_raj_h.php?article=sports_h |
actor-sushanth-sing-donates-1-crore | കേരളത്തെ സഹായിക്കാൻ പണമില്ലെന്ന് അറിയിച്ച ആരാധകന് ഒരു കോടി നല്കി സുശാന്ത് സിങ്; ആരാധകന്റെ പേരിൽ പണം നിക്ഷേപിച്ച ശേഷം അക്കൗണ്ട് വിവരങ്ങൾ സക്രീൻ ഷോട്ടായി അയച്ച് കൊടുത്ത് ബോളിവുഡ് താരം - MarunadanMalayalee.com
കേരളത്തെ സഹായിക്കാൻ പണമില്ലെന്ന് അറിയിച്ച ആരാധകന് ഒരു കോടി നല്കി സുശാന്ത് സിങ്; ആരാധകന്റെ പേരിൽ പണം നിക്ഷേപിച്ച ശേഷം അക്കൗണ്ട് വിവരങ്ങൾ സക്രീൻ ഷോട്ടായി അയച്ച് കൊടുത്ത് ബോളിവുഡ് താരം
August 23, 2018 | 07:50 AM IST | Permalink
പ്രളയക്കെടുതിയിൽ വിറങ്ങലിച്ചുനിക്കുന്ന കേരളത്തിന് കൈത്താങ്ങായി നിരവധിപേരാണ് ഇപ്പോൾ രംഗത്തെത്തുന്നത്. കേരളത്തിനകത്തുനിന്നും പുറത്തുനിന്നും മുഖ്യമന്ത്രിയുടെ ദുരിതാശ്വാസ നിധിയിലേക്ക് എത്തുന്നത് നിരവധി പേരുടെ മനസ്സറിഞ്ഞുള്ള സഹായമാണ്.
കൈയിൽ പണം ഇല്ലാത്തതുകൊണ്ട് എന്താണ് ചെയ്യേണ്ടതെന്ന് അറിയാതെ നിക്കുന്നവരും ഉണ്ട്. അത്തരത്തിലുള്ള ഒരാൾക്ക് പണം വാഗ്ദാനം ചെയ്തിരിക്കുകയാണ് ബോളിവുഡ് യുവതാരം സുശാന്ത് സിങ് രജ്പുത്. ആരാധകന്റെ പേരിൽ ഒരു കോടി രൂപയാണ് സുശാന്ത് സിങ് മുഖ്യമന്ത്രിയുടെ ദുരിതാശ്വാസ ഫണ്ടിലേക്ക് നൽകിയത്.
കേരളത്തെ സഹായിക്കണമെന്നുണ്ട് എന്ന് ആരാധകൻ സാമൂഹ്യ മാധ്യമത്തിലൂടെ സുശാന്ത് സിംഗിനെ കമന്റായി അറിയിക്കുകയായിരുന്നു. പ്രളയദുരിതത്തിൽ പെട്ടവരെ എനിക്ക് സഹായിക്കണമെന്നുണ്ട്. പക്ഷേ എന്റെ കയ്യിൽ പണമില്ല. ഞാൻ എങ്ങനെ സഹായിക്കും, പറയൂ, എന്നായിരുന്നു ആരാധകന്റെ കമന്റ്. ഉടൻ തന്നെ സുശാന്ത് സിംഗിന്റെ മറുപടിയുമെത്തി. താങ്കളുടെ പേരിൽ ഞാൻ പണം അയക്കാം. അത് എത്തേണ്ടവരുടെ അടുത്ത് എത്തിയെന്ന് ഉറപ്പാക്കുമെന്നുമായിരുന്നു സുശാന്ത് സിംഗിന്റെ മറുപടി.
പിന്നീട് ഓൺലൈൻ വഴി മുഖ്യമന്ത്രിയുടെ ദുരിതാശ്വാസ ഫണ്ടിലേക്ക് സുശാന്ത് സിങ് ഒരു കോടി രൂപ അയക്കുകയും ചെയ്തു. അതിന്റെ ഫോട്ടോ ഷെയർ ചെയ്തതിനോടൊപ്പം സുഷാന്ത് സിങ് ആരാധകന് നന്ദി അറിയിക്കുകയും ചെയ്തു. പ്രിയപ്പെട്ട സുഹൃത്തെ നിങ്ങൾക്ക് വേണ്ടി പറഞ്ഞ കാര്യം ചെയ്തു. എന്നെ കൊണ്ട് ഇത് ചെയ്യിപ്പിച്ചത് താങ്കളാണ്. നിങ്ങളെയോർത്ത് എനിക്ക് അഭിമാനമുണ്ട്. അത്യാവശ്യമുള്ള സമയത്താണ് നിങ്ങൾ അത് ചെയ്യിപ്പിച്ചത്. ഒരുപാട് സ്നേഹം.- സുശാന്ത് സിങ് പറഞ്ഞു. ഒപ്പം my kerala എന്ന ഹാഷ് ടാഗ് ചെയ്യാനും സുശാന്ത് സിങ് മറന്നില്ല. | 2020-08-12T18:06:36Z | https://www.marunadanmalayalee.com/cinema/stardust/actor-sushanth-sing-donates-1-crore-119162 |
घोषित हुआ 10वीं का रिजल्ट, लड़कियों ने मारी बाजी
5/29/2018 2:11:49 PM
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (CBSE) 10वीं के नतीजे घोषित हो चुके हैं. इस साल 86.7 प्रतिशत स्टूडेंट्स पास हुए हैं. चार स्टूडेंट्स के 500 में से 499 अंक आए हैं. बिजनौर की रिमझिम अग्रवाल, गुड़गांव के प्रखर मित्तल, शामली की नंदिनी गर्ग, कोच्चि की श्री लंक्ष्मीजी ने टॉप किया है. 88.67 प्रतिशत लड़कियां पास हईं तो वहीं 85.32 प्रतिशत लड़के पास हुए हैं. तिरुवनंतपुरम में 99.60 प्रतिशत, चेन्नई में 97.37 प्रतिशत और अजमेर में 91.86 प्रतिशत बच्चे पास हुए हैं. 11.45 प्रतिशत स्टूडेंट्स की कम्पार्टमेंट आई है. | 2019-02-23T05:54:49Z | http://dailynewsonline.in/MTMwODA=-OQ== |
एक दर्जन से अधिक इमारतों पर जांच की आंच - Inext Live
⁄ NOC will be checked of buildings in Agra
NOC will be checked of buildings in Agra
एक दर्जन से अधिक इमारतों पर जांच की आंच
By: Inextlive | Publish Date: Sun 24-Jun-2018 06:00:36 AM (IST)
15 मीटर या ऊंची इमारतों को एनओसी लेना जरुरी
एक दर्जन से अधिक इमारतों को दिया जा चुका है नोटिस
आगरा. लखनऊ में होटल की आग के बाद पुलिस ने इमारतों की जांच की कमान अपने हाथ में ले ली है. इनमें एनओसी की जांच की जाएगी. जो इमारतें 15 मीटर या उससे ऊपर बनी हैं. उनके पास एनओसी होनी चाहिए यदि उनके पास एनओसी नहीं तो उन्हें नोटिस दिया जाएगा. फायर विभाग पहले ही एक दर्जन से अधिक इमारतों को नोटिस दे चुका है.
15 मीटर पर होना चाहिए फायर सेफ्टी सिस्टम
मानक के अनुसार 15 मीटर से अधिक पर एनओसी के अलावा फायर सेफ्टी सिस्टम भी होना चाहिए. इनमें सबसे अधिक जरुरी है. एक्जिट दरवाजा. यदि कभी इन इमारतों में आग की घटना होती है तो आपात काल दरवाजे का प्रयोग हो सके. कई बाद देखा गया है कि बिल्डिंग में एक ही दरवाजा आने-जाने के लिए होता है.
कई सिस्टम से लैस होनी चाहिए इमारत
इमारत की ऊंचाई पर एनओसी से ही मात्र सुरक्षा नहीं बल्कि इसके अलावा कई फायर सेफ्टी सिस्टम उसमें होने चाहिए. इनमें बड़ी इमारतों में बेसमेंट में टैंक बनवाने का नियम भी है. इसके अलावा स्क्रींकलर सिस्टम, डिटेक्शन सिस्टम, हाइट्रेंट सिस्टम, टाउन कवर सिस्टम आदि ऐसे सिस्टम हैं जो इमारत की ऊंचाई और क्षेत्रफल के हिसाब से लगते हैं.
स्कूल, अपार्टमेंट, हॉस्पिटल सभी में मानक अधूरे
आगरा. पूर्व में फायर विभाग ने एक दर्जन से अधिक इमारतों को नोटिस दिया है. इनमें स्कूल, अपार्टमेंट, हॉस्पिटल और होटल हैं. इनमें कई ऐसे हैं जिन्होने अपने मानक पूरे किए हैं. फायर विभाग फिर से इमारतों का निरीक्षण करेगा.
मजबूत इमारत पर इंतजाम कम
फायर विभाग ने जिन अपार्टमेंट को नोटिस दिया है. वह मजबूत हैं उनमें कई प्रकार की सुरक्षा है लेकिन आग से सुरक्षा के लिए कोई ध्यान नहीं दिया गया है. इसी तरह स्थिति स्कूलों की है. वहां पर भी आग के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैं. यदि घटना हो जाए तो प्रबंधतंत्र क्या करेगा.
जीवनदायनी इमारत में भी जीवन को खतरा
फायर विभाग ने हॉस्पिटल को भी नोटिस दिया है. यहां पर लोगों का जीवन बचाया जाता है लेकिन इसके बाद भी यहां भारी असुरक्षा है. चूंकि यहां पर फायर फायटिंग सिस्टम दुरुस्त नहीं है. फायर विभाग ने इन्हें अभी नोटिस दिया है. इसके बाद फिर से निरीक्षण होगा.
# NOC Will Be Checked
# Buildings In Agra
पढ़ाई के साथ नौकरी भी कर सकेंगे विवि के स्टूडेंट्स | 2018-11-15T08:47:28Z | https://inextlive.jagran.com/noc-will-be-checked-of-buildings-in-agra-189620 |