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एउटा अर्को खाडल नेपाली साहित्यकार महेशविक्रम शाहद्वारा लेखिएको कथा हो । विसं २०६३को मदन पुरस्कार प्राप्त गर्न सफल छापामारको छोरो (कथासंग्रह)मा संग्रहित यो कथा नेपालमा सशस्त्र द्वन्द्वको समयमा रहेको सामाजिक परिवेशलार्इ चित्रण गर्दै लेखिएको छ ।
205nep
मानसी जोशी (६ नोव्हेंबर, १९९२:रूडकी, उत्तराखंड, भारत - ) ही भारतीय क्रिकेट खेळाडू आहे. ही उजव्या हाताने फलंदाजी करते आणि उजव्या हाताने मध्यम जलदगती गोलंदाजी करते
195mar
मिहिरकुल अधिक समय तक राज्य न कर सका। हूणों की बर्बरता ने उत्तरी भारत के शासकों में नवीन स्फूर्ति डाल दी थी। अत: यशोधर्मन के नेतृत्व में इन शासकों ने उसे हराया। मंदसोर (मध्यभारत) के यशोधर्मन्‌ के लेख से ज्ञात होता है कि मिहिरकुल ने इस भारतीय सम्राट, का आधिपत्य स्वीकार कर लिया था। युवान्‌ च्वाङ के वृत्तांतानुसार मगध शासक बालादित्य पर जब मिहिरकुल ने आक्रमण किया तो उसने एक द्वीप में शरण ली। मिहिरकुल ने उसका पीछा किया पर वह स्वयं पकड़ा गया। उसका वध न कर, उसे मुक्त कर दिया गया। मिहिरकुल की अनुपस्थिति में उसके छोटे भाई ने राज्य पर अधिकार कर लिया अत: कश्मीर में मिहिरकुल ने शरण ली। यहाँ के शासक का वध कर वह सिंहासन पर बैठ गया। उसने स्तूपों और संघारामों को जलाया और लूटा। एक वर्ष बाद उसका देहांत हो गया और उसी के साथ हूण राज्य का भी अंत हो गया।
60hin
जीवन की छोटी-छोटी अनुभूतियों को, स्मरणीय क्षणों को मैं अपनी कहानियों में पिरोती रही हूं। ये अनुभूतियां कभी मेरी अपनी होती हैं कभी मेरे अपनों की। और इन मेरे अपनों की संख्या और परिधि बहुत विस्तृत है। वैसे भी लेखक के लिए आप पर भाव तो रहता ही नहीं है। अपने आसपास बिखरे जगत का सुख-दु:ख उसी का सुख-दु:ख हो जाता है। और शायद इसीलिये मेरी अधिकांश कहानियां ""मैं” के साथ शुरू होती हैं।'
60hin
संग्रहालय की एक प्रमुख विशेषता भव्य जर्मन दाग कांच है जो गिरजाघर के उत्तर की ओर लगी है। उनमें से कुछ तो पंद्रहवीं सदी से है और उन्हें इन्यिगो लोपेज़ डी मेंडोज़ा (Iñigo López de Mendoza) खास तौर से यहाँ दे रखा था।
60hin
सर्वेषु संसारिपुरुषेषु मोक्षेच्छायाः उत्पद्योत्तरं सहसा ज्ञानयोगस्य साधना कठिना अस्ति इति कथयति – शास्त्रविहतकर्मणाम् आरम्भम् अकृत्वा एव कोऽपि मनुष्यः निष्कर्मताम् अर्थात् ज्ञाननिष्ठां न लभत । तात्पर्यम् अस्ति यद्, समस्तेन्द्रियाणां व्यापाररूपकर्मणाम् उपरत्या उत्पद्यमानां ज्ञाननिष्ठां कर्मणाम् अनारम्भमात्रेण प्राप्तुं न शक्नोति, तथा च आरब्धानां शास्त्रविहितकर्मणां त्यागेनापि ज्ञाननिष्ठां लब्धुं प्रभवति इति । यतो हि यानि कर्माणि फलाभिसन्धिं त्यक्त्वा केवलं परमपुरुषस्य आराधनायै क्रियन्ते, तेषां कर्मणां फलमेव आत्मनिष्ठा अस्ति । अतः तेषां त्यागेन आत्मनिष्ठा नोपलभ्यते । यैः पुरुषैः फलाभिसन्धिरहितैः कर्मभिः भगवतः गोविन्दस्य आरधना न कृता, तथा च अनादिकालात् प्रवृत्तस्य अनन्तपापराशेः नाशः न कृतः, तादृशेभ्यः मनुष्येभ्यः इन्द्रियाणां विकाररहितस्थित्योत्तरं प्राप्यमाणायाः आत्मनिष्ठायाः सम्पादनं कठिनं भवति ।
4san
दूसरी फ़र्म के सफल व्यापार मॉडल के प्रयोग की पद्धति को फ़्रेंचाइज़िंग कहते हैं। 'फ़्रेंचाइज़' की व्युत्पत्ति आंग्ल-फ़्रांसीसी शब्द फ्रैंक से हुई है - जिसका अर्थ है मुक्त, इसका प्रयोग संज्ञा व क्रिया (सकर्मक) दोनों के रूप में किया जाता है।
60hin
जैविक रूप से अपघटित होने वाले (बायोडिग्रेडेबल) प्लास्टिक के उपयोग में वृद्धि हो रही है। यदि रीसाइक्लिंग के लिए इनमें से कुछ उत्पाद अन्य प्लास्टिक उत्पादों के साथ मिश्रित हो जाएं तो गुणों और गलनांक में अंतर के कारण इससे प्राप्त होने वाले प्लास्टिक की रीसाइक्लिंग नहीं हो सकती.
60hin
माधवस्वामी (सतरावे अठरावे शतक) हे दक्षिण भारतातले एक मराठी कवी होते. कावेरी नदीच्या तीरावर तिरुवळंदूर गावात ते राहत असत. त्यांनी केलेल्या विपुल साहित्य रचनेत ओवीबद्ध रामायण व महाभारत मुख्य आहेत. त्यांचे सगळे लिखाण तमिळनाडूत तंजावरच्या सरस्वती महाल ग्रंथालयात आहे.
195mar
यूनान (ग्रीस) के तत्कालीन सामाजिक, राजनैतिक एवं धार्मिक तथ्यों की जानकारी का एकमात्र भरोसेमंद साधन के रूप में इनके ये दो महाकाव्य ही उपलब्ध हैं- इलियड औरओडेसी। इसके अतिरिक्त बहुत सी धार्मिक काव्य रचनाएँ भी जिन्हें बाद में परवर्ती कवियों की रचनाएँ माना गया। यह भी कहा जाता है कि इलियड और ओडेसी का प्रारंभिक स्वरूप मौखिक था और इन्हें प्राचीन ग्रीस के गायक गाया करते थे। गाते हुए वे बहुत से स्वरचित पद इसमें मिला देते। इस कारण इन्हें पूर्ण रूप से होमर की रचनाएँ मानना ठीक नहीं है। इस आधार पर वे होमर किसी एक व्यक्ति को नहीं बल्कि समष्टि रूप से इलियड और ओडेसी के रचनाकारों को मानते हैं।
60hin
एका बॉलरला लागोपाठ दोन षटके टाकता येत नाहीत. क्रिकेटच्या काही प्रकारांत (एक दिवसीय) प्रत्येक बॉलरला जास्तीत जास्त निश्चित प्रमाणातच षटके टाकता येतात.
195mar
साँगक्रन उत्सव प्रतीकात्मक परंपरांसोबत समृद्ध आहे. सकाळपासून हा उत्सव सुरू होतो. साँगक्रनला बौद्ध उपासक आणि उपासिका सकाळीच उठून नजिकच्या विहारात (बौद्ध मंदिरात) जातात. तेथे विहाराबाहेर हातात भिक्षापात्र घेऊन पुष्कळ भिक्खू-भिक्खुणी एका ओळीत उभ्या राहून चालत असतात. बौद्ध उपासक-उपासिका त्यांच्या समोर उभ्या राहून त्यांच्या या भिक्षापात्रात अन्न वाढतात. त्यानंतर मोठ्या शहरातील व वटधम्मराम विहारातील लोक पंचशील ग्रहण करतात, धम्म जाणतात व विहारास पैसे अर्पण करतात. लोकांना धम्मविषयी चर्चा व शिकवण ही भिक्खूंकडून दिली जाते. ती धम्मशिकवण दैनंदिन जीवनाशी निगडीत असते.
195mar
The Origins of the French Revolution, The French Revolution: The Moderate Stage, 1789–1792 and The French Revolution: The Radical Stage, 1792–1794, three essays from The History Guide: Lectures on Modern European Intellectual History.
51bho
१६वर्ष में वह् उत्तर के पंजाब् और कश्मिर् और पश्चीम के मुस्लिम अफ्गनिस्तान, नोर्थ वेस्ट फ्रोन्टियर और बलोचिन स्थान की ओर चल पडे। उनके पिले पोषाखने उन्हे थंड से थोडा संरक्षीत किया, उनके पैर कठोर रास्तों कि कारण् फट्ने लगे, थोडे ही दिनों में उत्तर के इसाई उन्हे ""पैरो से खून बह रह प्रेरित"" कहने लगे। उन्हे लोगो ने पथर मारे, उन्हे गिरफ्तार किया गया, उन्हे कुछ चरवाहे मिले जो येशु कि अच्छी बाते अत्मियता से सुनते थे। वह झोपडियो में रहे जहा उनके आसपास साप, कोबरा होते थे।
60hin
ई चिरई भारतीय उपमहाद्वीप में पावल जाले। मुख्य रूप से गंगा क मैदान आ नेपाल का तराई, बंगलादेश आ पाकिस्तान की कुछ हिस्सन में मिलेले, हालाँकि जाड़ा की दिनन में एके अउरी दक्खिन ले देखल जाला।
51bho
महेश को चलचित्र मुरारी (2001), र चलचित्र melodrama Okkadu (2003) संग सफलता प्राप्त गरेको छ। उहाँलाई आफ्नो पहिलो नन्दी विशेष जूरी पुरस्कारचलचित्र मुरारी फेच र चलचित्र melodrama Okkaduउहाँलाई फेच सर्वश्रेष्ठ अभिनेता को लागि आफ्नो पहिलो Filmfare पुरस्कार - तेलुगु। कार्य रोमाञ्चक गरेको Athadu (2005) र Pokiri (2006) को व्यावसायिक सफलता आफ्नो राष्ट्रिय पहिचान, र आफ्नो विदेशी बजार स्थापना। Nenokkadine (2014), र Srimanthudu (2015): उहाँले यस्तो Dookudu (2011), व्यवसायी (2012), Seethamma Vakitlo Sirimalle Chettu (2013), 1 अन्य व्यावसायिक सफल चलचित्रमा काम गर्न मा पछि गए। मिति, उहाँले सात नन्दी पुरस्कार, पाँच Filmfare पुरस्कार, तीन CineMAA पुरस्कार, तीन दक्षिण भारतीय अन्तर्राष्ट्रिय चलचित्र पुरस्कार र एक अन्तर्राष्ट्रिय भारतीय फिल्म एकेडेमी अवार्ड जित्यो छ।
205nep
फ़िल्म के अंग्रेजी भाषा के संस्करण में कथा अमरीकी अभिनेता मॉर्गन फ़्रीमन ने कही थी। अमिताभ बच्चन इस कथा के हिंदी संस्करण में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरेंगे। वृत्तचित्र के तमिल और तेलुगु संस्करण भी बन रहे हैं। लूक जेकट की यह कृति व्यावसायिक रूप से सर्वाधिक सफ़ल वृत्तचित्रों में से एक है और इसने दर्शकों को बहुत प्रभावित किया है। भारत में हिंदी संस्करण के अधिकार सुनील दोषी की हेंड्मेड फ़िल्म्स के पास होंगे। अमरीकी बाक्स आफ़िस पर फ़िल्म नें $७७,४१३,०१७ का व्यवसाय किया है।
60hin
सिजिगी (अंगरेजी: Syzygy)कौनों गुरुत्वीय सिस्टम में तीन गो आकाशीय पिंड सभ के एक सीध में आ जाए के स्थिति के कहल जाला। एकर सभसे आम उदाहरण चंद्रमा के पृथ्वी के चक्कर लगावत समय सुरुज चंद्रमा आ पृथ्वी तीनों के एक लाइन में आ जाए के बा। हर अमौसा आ पुर्नवासी के सिजिगी के स्थिति होला।
51bho
इस समय संसार के भाषावन के तीन अवस्थाकुल बाडें। विभिन्न देशवन के प्राचीन भाषावन जेकर अध्ययन आ वर्गीकरण पर्याप्त सामग्री के अभाव में नईखे हो सकल, पहलीका अवस्था में बा। इकुल के अस्तित्व इमें उपलब्ध प्राचीन शिलालेखवन, सिक्कवन आ हस्तलिखित पुस्तकवन में अभी सुरक्षित बा। मेसोपोटेमिया के पुरान भाषा ‘सुमेरीय’ तथा इटली क प्राचीन भाषा ‘एत्रस्कन’ एही तरह की भाषाकुल हवें। दूसर अवस्था में अईसन आधुनिक भाषाकुल हवें, जेके सम्यक् शोध के अभाव में अध्ययन आ विभाजन प्रचुर सामग्री के होते हुए भी नईखे हो सकल। बास्क, बुशमन, जापानी, कोरियाई, अंडमानी आदि भाषाकुल एही अवस्था में बाड़ें। तीसरका अवस्था के भाषावन में पर्याप्त सामग्री बा आ उका अध्ययन एवं वर्गीकरण हो चुकल बा। ग्रीक, अरबी, फारसी, संस्कृत, अंगरेजी आदि अनेक विकसित एवं समृद्ध भाषाकुल इके अन्तर्गत आवेलें।
51bho
ब्लूमिंग या फूल खिलना वह समय है जब कॉफ़ी के पौधों पर सफ़ेद फूल खिलते हैं, जो 3-४ दिन में परिपक्व को होकर बीज में बदल जाते हैं, (इस अवधि को क्षण भंगुर काल कहा जाता है). जब कॉफी के बागानों में सब जगह फूल खिले होते हैं, तब ये देखने में बहुत रमणीय और सुन्दर लगते हैं। फूल खिलने और फल आने के बीच की अवधि किस्म और जलवायु के अनुसार अलग अलग होती है; अरेबिका के लिए यह लगभग सात महीने की होती है और रोबस्टा के लिए यह लगभग नौ महीने की होती है। जब फल पूरी तरह से पाक जाता है, तब इसे हाथ से इकठ्ठा किया जाता है। इस समय यह लाल बैंगनी रंग का होता है।
60hin
अथर्ववेदस्य निर्माणमृग्वेदादिसंहितायाः समकालेऽभवदथवोत्तरकाले, इति त्वन्यत्, केिश्च तस्मिन् चित्रिता संस्कृतिः मानवसमाजस्य प्रारम्भिकयुगं सङ्केतयति । प्राचीनमानवसमाजस्य क्रियाकलाप-अनुष्ठान-विश्वासादीनां विशदचित्रणमन्यत्र वैदिकसाहित्ये अनुपलब्धं भूत्वापि अथर्वसंहितायां समुपलब्धमस्ति। शत्रुजयाय, क्लिष्टरोगनिवारणाय, सद्योजातबालकान् तेषां मातुः सन्तापकारकभूतप्रेतादिविनाशाय विविधाभिचाराणां विचित्रवर्णनमथर्ववेदे प्रार्यते। मनवशास्त्राभ्यासनिमित्ताय वेदोऽयं विश्वकोष इवाऽस्ति । अभिचारस्य प्रचारः आथर्वणयुगस्यैका विशिष्टा घटनाऽस्ति। अभिचारोऽपि द्विविधो भवति। शोभनप्रकारकस्य अभिचारे अन्यकृतानिष्टादात्मरक्षणस्य भावना प्रबला भवति। अन्यस्मिन्नभिचारे शत्रुविशेषोपरि मारण-मोहन-उच्चाटनादीनां भावना विशेषरूपेण जागरूका भवति । अथर्ववेदे उभयप्रकारकस्य अभिचारस्य उत्कृष्टं साम्राज्यं मानवसंस्कृतेः आदिमयुगस्य परिचायकमस्ति ।
4san
मनुपुत्राणां वर्णनं, चतुर्युगानुसारं विभिन्नव्यासाः, चतुर्वेदानां विभागः, चातुर्वर्ण्यधर्मः, ब्रह्मचर्य-गार्हस्त्यश्रमयोः आचाराः, विस्तृतश्राद्धविधिः च अत्र प्रदत्ता वर्तते ।
4san
दिनांक १६ डिसेंबर, इ.स. २०१२ रोजी ज्योती सिंग पांडे, या दिल्लीतील भौतिकोपचार (इंग्लिश: Physiotherapy ) शिकणाऱ्या मुलीवर सहा जणांनी चालत्या बसमध्ये हल्ला केला व तिच्यावर सामुहिक बलात्कार केला. तेरा दिवसांनी तिचा सिंगापूरमधील रुग्णालयात मृत्यू झाला, जिथे तातडीचे उपचार करण्यासाठी तिला दिल्लीतील सफदरजंग रुग्णालयातून हलविण्यात आले होते.
195mar
जीव बिज्ञान में, एगो जाति समूह या ट्राइब (अंग्रेजी:tribe) एगो टैक्सोनॉमिक रैंक हऽ जेवन जाति सी ऊपर हवे आ परिवार से आ उपपरिवार से नीचे हऽ। एकरा के कबो कबो उप-जातिसमूह भा सबट्राइब में बाँटल जाला।
51bho
भ्रष्टाचरः विशेषतः सर्वकारीय कार्यालयेषु विरजते । यथा पिता स्वपुत्री पतिगृहे सुखेन जीवतु इति धिया धनककादीनि दत्त्वा तस्याः विवाहं समाचरति तथैव जनाः सर्वकारीयेषु कार्यालयेषु स्वकार्यं शीघ्रं सम्भवतु इति अधिकारिभ्यः आमिषरूपेण धनं दातुम् आरब्धवन्तः । अयम् अक्रमः एव कालान्तरेण भस्मासुरवत् बलिष्टः भूत्वा जनजीवनम् एव असह्यं कुर्वाणः अस्ति । परिचारकात् आरभ्य पर्माधिकारिणः पर्यन्तं सर्वेऽपि गिलने अजगराः सञ्जाताः । राजकीयनेतृभ्यः महाधिकारिभ्यः च उक्तोचं दत्त्वा उद्योगे नियुक्तः कश्चित् केवलं मासिकवेतनेन सन्तुष्टः भवति वा । न, दत्तोत्कोचस्य परिपूरयितुं सः अपि जनेभ्यः उत्कोचं चूषयति एव । न्यायालयेषु जयप्रप्तये, सर्वकारीयकार्ययोजनायाः आदेशप्रापणे, चिकित्सालयेषु योग्यचिकित्साप्राप्त्यर्थे, आरक्षकालये नष्टवस्तुनां शोधनार्थं, गृहनिर्माणस्य अनुमतिप्राप्तये, स्थिरसम्पत्तेः क्रयविक्रानुमतिप्राप्तये च इत्यादिषु अवसरेषु सर्वकारीयानाम् अधिकारिणाम् हस्तान् उष्णीकरणीयं भवति (उत्कोचः देयः)।
4san
गंगाधर रामचंद्र मोगरे यांच्या कविता ’इंदुप्रकाश’, ’विविधज्ञानविस्तार’, ’मासिक मनोरंजन’ या मासिकांतून प्रसिद्ध झाल्या. त्यांच्या ’मोगर्‍याची फुले’ या काव्यसंग्रहाचे शेवटचे तीन भाग त्यांच्या मृत्यूनंतर प्रकाशित झाले.
195mar
किसी समाज या उद्योग के सुचारु रूप से काम करने के लिये आवश्यक मूलभूत भौतिक एवं संगठनात्मक संरचना को अवसंरचना या आधारिक संरचना (Infrastructure) कहते हैं। दूसरे शब्दों में, अर्थव्यवस्था को काम करने के लिये जिन सेवाओं और सुविधाओं की जरूरत होती है उसे अधोसंरचना कहते हैं।
60hin
मस्तिष्क ज्वर आम तौर पर सूक्ष्मजीवों द्वारा होने वाला एक संक्रमण है। अधिकतर संक्रमण वायरस के कारण होते हैं तथा बैक्टीरिया, फंगी और प्रोटोज़ोआ अन्य सबसे आम कारण हैं। यह कई गैर-संक्रमण कारणों से भी हो सकता है। शब्द असेप्टिक मेनिन्जाइटिस उन मामलों को बताता है जिनमें कोई बैक्टीरिया जनित संक्रमण प्रदर्शित नहीं होते हैं। इस प्रकार का मस्तिष्क ज्वर आम तौर पर वायरस के कारण होता है, लेकिन यह ऐसे बैक्टीरिया जनित संक्रमणों के कारण भी हो सकता है जिनका पहले आंशिक उपचार हो चुका हो, जब मस्तिष्क ज्वर से बैक्टीरिया समाप्त हो जाते हैं या पैथोजन मस्तिष्क ज्वर से सटे स्थान को संक्रमित करते हैं (उदाहरण के लिये साइनोसाइटिस)। एंडोकार्डाइटिस (दिल के वॉल्व का एक संक्रमण जो रक्त प्रवाह के माध्यम से बैक्टीरिया के छोटे गुच्छों को फैलाता है) से भी असेप्टिक मस्तिष्क ज्वर हो सकता है। असेप्टिक मस्तिष्क ज्वर, स्पाएरोशेट (सर्पकीट) से संक्रमण के कारण भी हो सकता है, यह एक प्रकार का कीट है जिसमें ट्रेपोनेमा पैलिडम (सिफलिस का कारक) और बोरेलिया बर्गडॉरफेरि (लाइम रोग पैदा करने के लिये जाना जाने वाला) शामिल है। मस्तिष्क ज्वर में सेरेब्रल मलेरिया (मस्तिष्क को प्रभावित करने वाला मलेरिया) या अमीओबिक मेनिन्जाइटिस, अमीबा जैसे नाइग्लेरिया फाउलेरी से संक्रमण के कारण होने वाले मस्तिष्क ज्वर से हो सकता है जो स्वच्छ हवा स्रोतों के संपर्क से फैलते हैं।
60hin
डा. कलामः साहित्यिकरूपेणापि स्वशोधसारं चतृषु ग्रन्थेषु आनीतवान् । विंग्स् ऑफ़ फैर्', 'इण्डिया २०२०- ए विषन् फ़ॉर दि न्यू मिलेनियम्', 'माई जर्नी' तथा 'इग्नाटिड् माइण्ड्स्- अनसैसिङ्ग् दि पवर् विदिन् इण्डिया । एतानि पुस्तकानि भारतीयभाषाभिः विदेशीयभाषाभिः च अनूदितानि । एषः कश्चित् विशिष्टः वैज्ञानिकः यस्मै ३०विश्वविद्यालयाः गौरवपूर्वकं डाक्टरेट् उपधिं दत्तवन्तः ।
4san
पश्चिमी फैशन की भारतीय पोशाक, अवशोषित तत्वों था के रूप में १९६० के दशक और १९७० के दशक के दौरान, एक ही समय में भारतीय फैशन भी सक्रिय रूप से पश्चिमी पोशाक के तत्वों को अवशोषित करने के लिए शुरू किया। उनके काम को प्रभावित करने के लिए पश्चिम भारतीय डिजाइनरों की अनुमति के रूप में १९८० के दशक और १९९० के दशक के दौरान, पश्चिमी डिजाइनर उत्साहपूर्वक परंपरागत भारतीय शिल्प, वस्त्र और तकनीकों अपने काम एक ही समय में शामिल किया। २१ वीं सदी के मोड़ से, ठेठ शहरी भारतीय जनसंख्या के लिए कपड़ों की एक अनूठी शैली बनाना दोनों पश्चिमी और भारतीय कपड़े अंतर्मिश्रण था। महिलाओं और अधिक आरामदायक कपड़ों और अंतरराष्ट्रीय फैशन कपड़ों के पश्चिमी और भारतीय शैलियों के एक संलयन के लिए नेतृत्व करने के लिए जोखिम पहनना शुरू कर दिया। आर्थिक उदारीकरण के बाद और अधिक रोजगार खोल दिया, और औपचारिक पहनने के लिए एक मांग बनाया। महिलाओं के काम करने के लिए या तो पश्चिमी या पारंपरिक पोशाक पहनने के लिए पसंद है, जबकि ज्यादातर भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनियों का कहना है कि पुरुष कर्मचारी पश्चिमी पोशाक पहनने।
60hin
यूरोपीय रॉबिन एक छोटा कीटभक्षी गौरैया पक्षी है जो लंबाई में 12.5-14.0 सेमी के आसपास है। पुरुष और महिला रंगाई में समान होते हैं, इनका चेहरा भूरा रंग, स्तन नारंगी और सफेद रंग का पेट होता है। यह यूरोप भर में, पूर्वी पश्चिमी साइबेरिया और दक्षिण उत्तरी अफ्रीका में पाया जाता है। रॉबिन दक्षिण अल्जीरिया और अटलांटिक द्वीपों पर, पश्चिमी साइबेरिया के पूर्वी यूरेशिया में होता है। दक्षिण पूर्व में यह काकेशस सीमा तक पहुँच जाता है। ब्रिटिश रोबिन्स अत्यधिक निवासी होते है, लेकिन एक छोटे से अल्पसंख्यक, आमतौर पर महिला, सर्दियों के दौरान दक्षिणी यूरोप की ओर पलायन करते है। स्कैंडिनेवियाई और रूसी रोबिन्स कठोर सर्दियों से बचने के लिए ब्रिटेन और पश्चिमी यूरोप की ओर पलायन करते है। इन प्रवासियों को अपने शरीर के भूरे स्वर और नारंगी स्तन से पहचाना जा सकता है।
60hin
जेट ब्लू च्या संस्थापकांसाठी हि एक टॅक्सी होती, म्हणून न्यूयॉर्क शहराशी जवळीक वाटावी यासाठी त्यांनी विमानांना पिवळे आवरण देण्याचे ठरविले. पण नंतर काही कारणांमुळे ती योजना रद्द करण्यात आली.
195mar
हेल्प नेपाल नेटवर्क सन १९९९मा “एक महिनामा एक डलर” कोषको स्थापना गर्ने नेपालको पहिलो अंतराष्ट्रिय संगठनिक संजाल हो। यस् संस्थाले नेपालका दुर्गम क्षेत्रमा रहेका बालबालीकाको शिक्षा तथा श्वास्थक्षेत्र उत्थानका लागि दत्त चित्त भएर लागीपरेको छ। बाह्र वटा देशमा च्याप्टरहरू रहेका यस् संस्थाले आजका दिनसम्म अनेकौ क्रियाकलाप गरेर रास्ट्रको शिक्षा तथा श्वास्थक्षेत्रमा योगदान पुर्याएको छ।
205nep
बिसुवत रेखा पृथ्वी के उत्तरी आ दक्खिनी गोलार्ध में बांटे ले, प्रधान मध्याह्न रेखा आ अंतरराष्ट्रीय तिथि रेखा मिल के पृथ्वी के पूरबी आ पच्छिमी गोलार्ध में बाँटे ले।
51bho
मालिकेतील आधल्या खेळांप्रमाणे सिव्हलिजेशन ५ मध्येसुद्धा शहरे ही खेळाचा आधारस्तंभ असतात. एका वसाहतकार घटकाकढून शहरे निर्माण केली जातात. जसजशी ह्या शहरांची लोकसंख्या वाढत जाते तसतसे त्यांमध्ये घटक व इमारती निर्माण केल्या जातात. शहरे विज्ञान उत्पन्न करतात, व त्यामुळे खेळाडू नवीन तंत्रशास्त्रांचा शोध लावू शकतात. तसेच शहरे, ज्याचा खेळात विविध प्रकाराने उपयोग केला जाऊ शकतो असे सोने निर्माण करतात. यांचबरोबर शहरे संस्कृती स्थापित करतात. अशाने त्या शहराच्या सीमा वाढतात व खेळाडू सामाजिक बांधिलकी मिळवतात.
195mar
रातो मच्छिन्द्रनाथ रथयात्रा नेपालकै सबैभन्दा लामो जात्रा मानिन्छ । ललितपुरमा मनाइने यो जात्राले लिच्छवीकालदेखि निरन्तर चल्दै आएको छ । जात्रा अवधिभर ललितपुरका साथै काठमाडौं र भक्तपुर तीनै सहरका भक्तजनको ओइरो लाग्ने गर्छ ।
205nep
छत्‍तर सिंह,भारत के उत्तर प्रदेश की दूसरी विधानसभा सभा में विधायक रहे। 1957 उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने उत्तर प्रदेश के बुलन्‍दशहर जिले के 45 - खुर्जा विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र से सोशलिस्‍ट पार्टी की ओर से चुनाव में भाग लिया।
60hin
अंग्रेज़ी में, कई abstract nouns, विशेषण या क्रिया में संज्ञा बनाने वाले प्रत्ययों (-ness, -ity, -tion) को जोड़ कर बनाए जाते हैं। उदाहरण हैं happiness (विशेषण happy से), circulation (क्रिया circulate से) और serenity (विशेषण serene से).
60hin
देऊळगावकरांनी ४० वर्षांच्या कारकिर्दीत २५ हून अधिक चित्रपटांच्या पटकथा व ५० हून अधिक गीते लिहिली. 'सीता स्वयंवर' व 'माया बाजार' या गाजलेल्या मराठी चित्रपटांसाठी ग.दि. माडगूळकरांसोबत त्यांनी चित्रपट व्यवसायात पहिले पाऊल ठेवले. 'झाकली मूठ' या चित्रपटापासून अण्णांच्या स्वतंत्र कारकिर्दीला सुरुवात झाली.
195mar
२- संभेदशिखर-हजारीबाग जिल्लाहरूको त्यो स्थान छ जो पारसनाथ पर्वत नामले ख्यात छ। पूर्व रेलवेका गिरीडी तथा पारसनाथ स्टेशनदेखि यो पच्चीस मील टाडा छन्। यहाँदेखि अजित, शंभव, अभिनंदन, श्रेयांस, विमल, अनंत, धर्म, शान्ति, कुंथ, अरह, मल्लि, सुव्रत,नमितर्फ पार्श्व यी तीर्थकरहरूले निवार्ण पाए थियो। अष्टापदका दुर्गम हुने तथा आफ्नो प्रशान्त, प्राकृतिक सुषमाका कारण यो प्रमुख जैनतीर्थ बनेका छ। शत्रुंजय पश्चिम रेलवेका पालीताला स्टेयानदेखि तीन मील दूरीमा स्थित त्यो पहाडी छ जो ""मंदिरनगरी"" नामले ख्यात छ श्वेतांबर मान्यतामा यो सबैभन्दा ठूलो तीर्थ छन् क्योकि नेमिनाथलाई छोडेर शेष तेइस तीर्थकारहरूको आवास रहेकोछ। संघभेदका पछि श्वेतांबर सम्प्रदायले शत्रुंजयलाई प्रधानता दिएको थियो, यद्यपि मूल सम्प्रदायका समान श्वेतांबर भाइ पनि संभेदशिखरलाई मान्दछन्। आफ्नो वैभवका कारण यसको पनि ख्याति टाडा दूरसम्म छ।
205nep
बरीच वर्षे विश्लेकांच्या कंपनी नुकसानीत जाण्याचा अंदाज वर्तविला होता. तरीही कंपनीने आपल्या ताफ्यात नवीन विमाने तसे नवीन मार्ग समाविष्ट करणे सुरूच ठेवले.
195mar
भारतीय निवडणूक आयोगाच्या संकेतस्थळावर मलबार हिल विधानसभा मतदारसंघ निवडणुकांतील इ.स. १९७८ पासूनच्या निवडणुकांचे पक्षनिहाय मतदानाच्या टक्केवारीचे तुलनात्मक विश्लेषण. भारतीय निवडणूक आयोग. २१ जुलै, इ.स. २०१३ रोजी पाहिले. (इंग्रजी मजकूर)
195mar
पदार्थ विज्ञान एक बहुविषयक क्षेत्र हो जसमा पदार्थहरूका विभिन्न गुणहरूको अध्ययन, विज्ञान एवं तकनीकीका विभिन्न क्षेत्रहरूमा यसको प्रयोगको अध्ययन गरिन्छ। यसमा प्रायोगिक भौतिक विज्ञान र रसायनशास्त्र संग-साथ रासायनिक, वैद्युत, यांत्रिक र धातुकर्म अभियांत्रिकी जस्तै विषयहरू समावेश छन्। नैनोतकनीकी र नैनोसाइंसमा उपयोगको कारण, वर्तमान समयमा विभिन्न विश्वविद्यालयहरू, प्रयोगशालाहरू र संस्थानहरूमा यसलाई महत्वपूर्ण स्थान दिएइको छ।
205nep
तेल गळतीसारखे अपघात, यांत्रिक मासेमारीच्या जाळ्यात अडकून मृत्यू, मानवाकडून किनारी भागांचा विध्वंस, कासवांच्या पाठींचा दागिन्यांसाठी वापर, अशा अनेक कारणामुळे समुद्री कासवांची संख्या कमी होते आहे. कासवांच्या सातही प्रमुख प्रजाती सध्या नष्ट होण्याच्या मार्गावर आहेत. म्हणूनच त्या प्राणिसंवर्धन अणि संरक्षण कायद्याच्या परिघात येतात. समुद्री कासवांना पकडणे बेकायदेशीर आहे.
195mar
जेम्स मे ने टॉप गियर पत्रिका के नवम्बर 2006 के अंक में इसकी उच्चतम गति को सत्यापित किया था, उसके बाद दुबारा वोक्सवैगन समूह की निजी एहरा-लेसियन परीक्षण ट्रैक पर इसकी उच्चतम गति को आंका गया, जहां अंतिम उत्पादन कार ने 407.9 किमी/घंटा (253.5 मील/घंटा) गति प्राप्त की थी, जो समुद्र स्तर पर ध्वनि की गति के लगभग एक तिहाई के बराबर रहा. चूंकि परीक्षण के दौरान ब्युगाटी वेरॉन ने टॉप स्पीड को प्राप्त किया था, इसीलिए मे ने कहा कि ""टायर केवल पन्द्रह मिनट तक ही टिक पाएंगे, पर इसमें कोई दिक्कत की बात नहीं हैं, क्योंकि इसका ईंधन बारह मिनट में ही खत्म हो जाता है"" उन्होंने स्थिरांक 155 मील प्रति घंटे पर, शक्ति की ज़रूरत के बारे में भी सूचित किया, वेरॉन अपनी 1001 अश्व शक्ति का लगभग 270 उपयोग करती है। और अगले 100 मील प्रति घंटे के लिए 730 अतिरिक्त अश्वशक्ति की जरूरत होगी. जेरेमी क्लार्कसन ने इटली से लंदन तक वेरॉन गाड़ी चलाते हुए नोट किया कि टॉप स्पीड में इंजन में 10,000 गैलन प्रति मिनट हवा की खपत होती है (जितना चार दिन में एक मानव सांस लेता है). 2.5 सेकंड के 0-60 समय में, वर्ष 2005 और 2007 के बीच वेरॉन सबसे तेज़ वैध स्ट्रीट कार थी। टॉप गियर स्टूडियो में वापस आने के बाद सह-प्रस्तुतकर्ता जेरेमी क्लार्कसन द्वारा जेम्स से पूछा गया कि 407 किमी/घंटा (253 मील/घंटा) गति पर वेरॉन ड्राइव करते समय कैसा महसूस किया, जेम्स ने कहा कि वह ""पूरी तरह अनाटकीय"" था और गति में बहुत स्थिरता थी।
60hin
बलुची ही आशियामधील बलुचिस्तान ह्या भौगोलिक प्रदेशामधील एक भाषा आहे. इराणी भाषासमूहामधील ही भाषा प्रामुख्याने इराण व पाकिस्तान देशांमध्ये वापरली जाते व ती पाकिस्तानच्या ९ अधिकृत भाषांपैकी एक आहे. बलुची कुर्दीसोबत काहीशी मिळतीजुळती आहे.
195mar
पर्यटनम् अत्रस्थजनानां प्रमुखोपजीविकासाधनम् । अस्य प्रदेशस्य आदिवासिसंस्कृतिः --म्यानमारदेशस्य संस्कृतिः एतयोः सादृश्यं दृश्यते । अत्रस्थाः जनाः सामान्यतः मिजो, आङ्ग्लं, हिन्दी इत्येताः भाषाः वदन्ति । मिजोरामराज्यस्य, ऐजोलमण्डलस्य च राजधानीभूतम् ऐजोल इत्येतन्नगरं मिजोरामराज्यस्य उद्योगानां, सर्वकारकार्यालयाणां च केन्द्रम् अस्ति । पर्यटनव्यवसायः बहुसङ्ख्यजनानां जीविकासाधनं वर्तते । अस्य परिसरस्य प्रकृतिसौन्दर्यं, जीववैविध्यं च विशिष्टम् । तद् द्रष्टुं बहुसङ्ख्यजनाः आगच्छन्ति ।
4san
यदि वस्त्वादिभ्यः आनुकूल्ये प्राप्ते तेषामुपभोगं कुर्वन् सुविधादिषु वृद्धिं कुर्मः, तर्हि तद् अनुकूलतायाः उपभोगः मन्यते । परन्तु निर्वाहबुद्धिः भूत्वा उपलब्धवस्तूनाम् अभावग्रस्तेषु वितरणं अनुकूलपरिस्थितेः सदुपयोगः उच्यते । प्रतिकूलतायाः उपयोगः कथम् ? इति प्रश्नः भवति । तर्हि उत्तरम् अस्ति यत्, सुखेच्छा एव दुःखकारणम् । यदि मनुष्यः अनुकूलपरिस्थत्याः इच्छां त्यक्त्वा सुखेच्छां त्यजति, तर्हि प्रतिकूलपरिस्थितौ दुःखं नानुभूवति । यथा कश्चन रोगी ओषधित्वेन तिक्तातितिक्तं द्रव्यं स्वीकरोति, तथापि सः दुःखी न भवति । प्रत्युत अनया ओषध्या मे रोगोपशमनं भविष्यति इति विचिन्त्य सः हर्षितो भवति । एवं मनुष्यः पीडाम् अपि हर्षेण सहते । एवमेव सुखेच्छायाः त्यागं कृत्वा दुःखेषु सत्स्वपि प्रसन्नतापूर्वकं जीवनं यापयति चेत्, मनुष्यः प्रतिकूलतायाः उपयोगं कर्तुं प्रभवति ।
4san
फ़िल्म ब्रितानी भारत के वर्ष 1915 पर आधारित है। यह कहानी एक युवा चिकित्सक गोवर्धन मेनन (मोहनलाल) की है जिनपर ब्रितानी अधिकारियों सहित ५५ लोगों से सवार एक ट्रैन में बब हमले का गलत आरोप है। उन्हें अण्डमान निकोबार के पोर्ट ब्लेयर में स्थित सेलुलर जेल में भेजा जाता है। इस कारावस में सैकड़ों भारतीय काला पानी की सजा पाकर पहुँचे थे जिनमें अधिकतर स्वतंत्रता सैनानी थे। यहाँ पर कैदियों पर कारावास में होने वाले अत्यंत अमानवीय कृत्यों को ठीक रूप में दिखाया गया है।
60hin
गावात एकात्मिक बाल विकास योजना (पोषण आहार केंद्र), अंगणवाडी (पोषण आहार केंद्र), इतर पोषण आहार केंद्र, आणि आशा स्वयंसेविका उपलब्ध आहे. सर्वात जवळील सार्वजनिक ग्रंथालय कात्रज येथे ५ किलोमीटर अंतरावर आहे. सर्वात जवळील सार्वजनिक वाचनालय १० किलोमीटरहून जास्त अंतरावर आहे. गावात वृत्तपत्र पुरवठा उपलब्ध आहे. गावात विधानसभा मतदान केंद्र उपलब्ध आहे. गावात जन्म व मृत्यु नोंदणी केंद्र उपलब्ध आहे.
195mar
२०४६ साल माघ ५, ६ र ७ गते काठमाडौँको क्षेत्रपाटीस्थित आफ्नै निवासमा आयोजित नेपाली काँग्रेसको सम्मेलनद्वारा जनआन्दोलनको घोषणा गरे। २०४६ फागुन ७ गते प्रारम्भ भएको ऐतिहासिक जनआन्दोलनको नेतृत्व सम्हाल्नुहुने सर्वोच्च कमाण्डर सिंहलाई ६ वामपन्थी पार्टीहरूको संयुक्त मोर्चाले समेत साथ दिएको थियो। तर आन्दोलनको क्रममा उनलाई घरमै नजरबन्द गरियो। गम्भीररूपमा अस्वस्थ्य भएपछि अस्पताल भर्ना भएका सिंहलाई अस्पतालमा नै नजरबन्द गरियो। जनआन्दोलनको सफलतास्वरूप दलहरूमाथिको प्रतिबन्ध फुकुवा (२०४५ साल चैत्र २६ गते) भएपछि चैत्र २७, २०४६ साल काठमाडौँको टुँडिखेलमा आयोजित विशाल जनसभामा ऐतिहासिक सम्बोधन गर्ने सिंहलाई 'फादर अफ डेमोक्रेसी'को रूपमा सम्मानित गरियो। जनआन्दोलनपछिको अन्तरिम सरकारको (२०४७ साल वैशाख) प्रधामन्त्री पद लिन राजा बीरेन्द्र आग्रह हुँदा सिंहले अस्वीकार गरे। २०४७ साल पुष ३ गते (सन् १९९० डिसेम्बर १८)मा उनले तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जर्ज बुशलाई अमेरिकामा भेटे। नेपाल तथा विश्वमै मानवाधिकार र शान्ति स्थापनाका निम्ति नेतृत्वदायी भूमिका निर्वाह गरेवापत सम्मानस्वरूप अमेरिकाबाट पिसरन पुरस्कार-१९९० तथा मानवाधिकार पुरस्कार-१९९३ एवम् संयुक्त राष्ट्र संघका भूतपूर्व महासचिव ऊ थान्तको नाममा स्थापित 'ऊ थान्त शान्ति पुरस्कार' बाट उनी सम्मानित भए।
205nep
राञ्ची झारखण्डराज्यस्य राजधानी अस्ति । एतत् उन्नते प्रदेशे अस्ति इत्यतः गिरिधाम इव अस्ति । राञ्चीनगरस्य पर्वतस्य अधोभागे विशालं सरोवरम् अस्ति । राञ्चीनगरे जैनमन्दिरं, हुण्ड्रुजलपातः (२३ कि.मी), ट्यागोर् हिल् राञ्चीजलबन्धः इत्यादीनि दर्शनीयानि सन्ति ।
4san
अस्मिन् वर्षे हर्बर्ट् स्पेन्सर् नामकः ""बलवतां जीवनम्"" इति विषयं प्रतिपाद्य चार्ल्स् डार्विन् इत्यस्य ""विकासवादं"" समाजस्य स्थितौ संसोजयितुं प्रायतत ।
4san
जवळजवळ संपूर्ण भारतभर आढळणारा धनचिडी किंवा राखी शिंगचोचा हा २४ इंच आकारमानाचा पक्षी आहे. याचा मुख्य रंग राखाडी असून चोच काळ्या-पांढऱ्या रंगाची बाकदार असते. नराची शेपटी मादीच्या शेपटीपेक्षा जास्त लांब असते. सर्व वेळ झाडावरच घालवणारा हा पक्षी वड, पिंपळ अशा वृक्षांवर राहणे आणि त्या झाडांची फळे खाणे, मोठे किडे, पाली, सरडे, उंदीर खाणे पसंत करतो. हा पक्षी उडत जातांना पंखांचा मोठा आवाज होत असल्याने चटकन लक्ष वेधून घेतो.
195mar
मानव सभ्यताको विकासका विभिन्न चरणहरूको नाम प्राय:त्यस युग विशेषमा प्रमुखतासित प्रयोग गरिने पदार्थहरूको नाममा राकिने गरिन्छ,उदाहरणार्थ :- पाषाण युग,कांस्य युग, लौह युग, सिलिकन युग इत्यादि। पदार्थ विज्ञान आभियांत्रिकी र प्रयुक्त विज्ञानका सबै भन्दा प्राचीन विधाहरू मध्ये एक हो। आधुनिक पदार्थ विज्ञानको विकास धातु विज्ञानबाट भएको हो। १९औं शताब्दीमा पदार्थको व्यवहारलाई जान्नमा एउटा ठूलो सफलता तब प्राप्त भयो भए जब विलर्ड गिब्सले यो देखाइददिए कि पदार्थहरूको गुण तिनको विभिन्न अवस्थाहरूका आणविक संरचनासित सम्बन्धित उष्मागतिक गुणहरूमा निर्भर गर्छन्। वर्तमान युगमा पदार्थ विज्ञानको तीव्र विकास पछि अन्तरिक्ष स्पर्धाको योगदान रहेकोछ। अन्तरिक्ष यात्राहरूलाई सफल बनाउनमा विभिन्न मिश्रधातुहरू र अन्य पदार्थहरूको खोजले प्रमुख भूमिका निभाएका छन्। पदार्थ विज्ञानको विकासले प्लास्टिक, अर्धचालक र जैवरासायनिक तकनीकहरूको विकासमा र यिनै तकनीकहरूले पदार्थ विज्ञानको विकासमा योगदान दिएकाछन्। साठीको दशक अघि पदार्थ विज्ञान विभागहरूलाई धातुकर्म विभाग भनेर जानिन्थ्यो ,किन भनें १९औं सताब्दी र २०औं सताब्दीको प्रारम्भिक दिनहरूमा धात्विक पदार्थहरूको विकासमा ज्यादा जोर दिइन्थ्यो। यस क्षेत्रको विकसित हुनबाट यसको अंतर्गत अन्य पदार्थहरू यथा : अर्धचालक, चुम्बकीय पदार्थ,सिरेमिक, जैव-पदार्थ, चिकित्सकीय पदार्थ इत्यादिको अध्ययन हुन थाल्यो।
205nep
दिनारा मिखाइलोव्ना साफिना (रशियन:Дина́ра Миха́йловна (Муби́новна) Са́фина; तातार: Динара Мөбин кызы Сафина, दिनारा मोबिन किझी साफिना) (एप्रिल २७, इ.स. १९८६ - ) ही रशियाची टेनिस खेळाडू आहे.
195mar
बौद्धनाथ स्तूपाछेउ छिरिङको पर्सनल स्टुडियोमा फिल्म सम्पादनको 'टेक्निक' सिकिरहेको दीपकलाई त्यो बेला एउटा मौका मिलेको थियो। मुकुन्डोपछि छिरिङ कर्मा बनाउँदै थिए। मुस्ताङमा सुटिङ गरिएको फिल्ममा पहिले तोकिएका मुख्य सहायक निर्देशक पुगेनन्। युनिटबाटै मुख्य सहायक बन्ने मौका दीपकले पाएका थिए।
205nep
नेपाल द्वन्दकालबाट गुज्रिदै गर्दा जनताहरु अन्योलमा थिए। नेपालको आर्थिक, राजनैतिक, सामाजीक उतारचढाबलाई लिएर विश्वसमुदायमा धेरैनै कौतोहलता सृजना भईरहेको थियो। त्यही समुहबीच बिदेशमा बस्ने नेपालीहरु माझ नेपाललाई हेर्ने फरक द्रिस्टिकोण भएको एक समूह बनेको थियो। आफ्नो मातृभूमी अन्योलमा परेको बेलामा दुख अनि समबेदनाको भावनाभन्दा, देशका राजनीति, राजनितिज्ञ, बिकाशका पुर्बधरहरुको अभाब जस्ता नराम्रो पक्ष्यलाई औल्याउदै खेद गर्ने गर्दथिए ।
205nep
योगसूत्रमधिकृत्यापि अनेकाः टीकाः प्राप्यन्ते । यथा –भोजविरचिता भोजवृत्तिः, भावगणेशविरचिता वृत्तिः, रामानन्दयतिविरचिता मणिप्रभा, अनन्तपण्डितरचिता योगचन्द्रिका, सदाशिवेन्द्रसरस्वतीकृत “योगसुधाकराख्ये”, नागोजिभट्टः विरचिता ब्राह्मवृत्तिः, बृहतीवृत्तिश्च, ओमानन्दतीर्थप्रणीतः योगप्रदीपश्चेति ।
4san
कमलरी राख्ने चलन प्रायः नेपाल मध्य तथा सुदूर पश्चिमाञ्चल विकास क्षेत्रका तराईका जिल्लामा लामो समयदेखि रही आएको छ। ती जिल्लामा बसोबास गर्ने थारु समुदायका छोरी र केही छोराहरूलाई पनि सानै उमेरदेखि जमीन्दार र सम्भ्रान्त वर्गले घरायसी मजदुरका रूपमा राख्ने कामलाई कमलरी राख्ने भनिन्छ।
205nep
A. a. atthis (लिन्नायास, 1758)। Breeds from उत्तरी-पच्छिमी अफिरका आ दक्खिनी इटली से अफगानिस्तान, कश्मीर क्षेत्र, उत्तरी सिनजियांग, आ साइबेरिया; जाड़ा में ई दक्खिन ओर बढ़ के इजराइल, उत्तरी-पूरबी सूडान, यमन, ओमान आ पाकिस्तान ले पहुँच जाला। A. a. ispida के तुलना में एकर कलँगी ढेर हरियर, पेट की ओर के निचला हिस्सा ढेर पियाराहूँ होला आ ई ओकरा ले कुछ हल्का सा बड़ आकार के होला।
51bho
फ़्रेंचाइज़-आधारित खाद्य सेवा प्रतिष्ठानों के उत्थान के साथ आधुनिक फ़्रेंचाइज़िंग को प्रसिद्धि मिली. 1932 में, हावर्ड जॉनसन डीरिंग ने 1920 के दशक के अंत में अपने सफल क्विंसी, मैसाचुसेट्स हावर्ड जॉनसन रेस्त्रां पर आधारित पहले आधुनिक रेस्त्रां फ़्रेंचाइज़ की स्थापना की. विचार यह था कि शुल्क के बदले में स्वतंत्र प्रचालकों को एक ही नाम, खाद्य, सामान, प्रतीक और यहां तक कि भवन के डिजाइन का उपयोग करने दिया जाए.
60hin
कालभैरव काठमाडौंको हनुमानढोका दरवार स्क्वायरमा रहेको भैरवस्थान हो। यसलाई काठमाडौं भैरवस्थान भनेर पनि चिनिन्छ। यस काल भैरव को मुर्ति मल्लकालिन काठमाडौं का बासिन्दा ले नागार्जुन पहाड उत्खनन गर्दा भेटेर काठमाडौ को वसन्तपुर मा ल्याइ स्थापना गरे । मल्लकाल को उत्तरार्ध सम्म यो तत्कालीन नेपाल न्यायालय को रूपमा प्रयोग गरिन्थ्यो । त्यस बेलामा यस मुर्ति को अघि आएर अपराधी लाई अपराध कबुलन लगाइन्थ्यो ।यदि संदिग्ध ले झूटो जवाफ दिएमा निज यसै मुर्ति को अघि ""गत छादेर मृत्यु हुन्छ"" भन्ने जनविश्वास थियो ।
205nep
४. नगरपालिकायाः स्थूल-अपशिष्टस्य (Municipal solid waste - MSW) सङ्ग्रहणं तथा तस्य स्थूलापशिष्टस्य वैज्ञानिकरीत्या प्रसंस्करणं/नाशः करणीयः। यदि तस्य स्थूलापशिष्टस्य प्रक्रियानन्तरं पुनरुपयोगः शक्यः, तर्हि पुनरुपयोगाय प्रयासः करणीयः।
4san
रैलस एक्वाटिकस (अंगरेजी: Water rail; वाटर रेल; बैज्ञा॰ नाँव:Rallus aquaticus) चिरइन के एगो प्रजाति बाटे। ई चिरई यूरोप, एशिया आ उत्तरी अफिरका के अइसन हिस्सा सभ में पावल जाले जहाँ पर्याप्त बनस्पति होखे आ पानी के किनारे मूँज नियर लमहर घास होखे। एही मूँजहन सभ में ई अंडा देले आ बच्चा पोसे ले। ज्यादातर यूरोप आ पच्छिमी एशियाई इलाका में ई सालभर निवास करे ले हालाँकि कुछ उत्तरी इलाका में ई गरमी के दिन में जाले आ अफिरका आ भारतीय उपमहादीप में ई जाड़ा के दिन में आवे ले।
51bho
भारत में दशमलव प्रणाली हड़प्पाकाल में अस्तित्व में थी जैसा कि हड़प्पा के बाटों और मापों के विश्लेषण से पता चलता है। उस काल के 0.05, 0.1, 0.2, 0.5, 1, 2, 5, 10, 20, 50, 100, 200 और 500 के अनुपात वाले बाट पहचान में आये हैं। दशमलव विभाजन वाले पैमाने भी मिले हैं। हड़प्पा के बाट और माप की एक खास बात जिस पर ध्यान आकर्षित होता है, वह है उनकी शुद्धता। एक कांसे की छड़ जिस पर 0.367 इंच की इकाइयों में घाट बने हुए हैं, उस समय की बारीकी की मात्र की मांग की ओर इशारा करता है। ऐसे शुद्ध माप वाले पैमाने नगर आयोजन नियमों के अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण थे क्योंकि एक दूसरे को समकोण पर काटती हुई निश्चित चैड़ाई की सड़कें तथा शुद्ध माप की निकास बनाने हेतु और विशेष निर्देशों के अनुसार भवन निर्माण के लिए उनका विशेष महत्व था। शुद्ध माप वाले बाटों की शृंखंलाबद्ध प्रणाली का अस्तित्व हड़प्पा के समाज में व्यापार वाणिज्य में हुए विकास की ओर संकेत करता है।
60hin
एह तरीका से, समाज, लोगन के समूह द्वारा आपसी सहजोग के आ आपस में बेहवार के निश्चित तरीका आ रूप देवे वाली एगो संस्था हवे जवन सामाजिक संबंध के जाल पर खड़ा बाटे।
51bho
भारतीय निवडणूक आयोगाच्या संकेतस्थळावर पनवेल विधानसभा मतदारसंघ निवडणुकांतील इ.स. १९७८ पासूनच्या निवडणुकांचे पक्षनिहाय मतदानाच्या टक्केवारीचे तुलनात्मक विश्लेषण (इंग्रजी मजकूर)
195mar
लिजिआंग (चीनी: 丽江市, अंग्रेज़ी: Lijiang) चीन के युन्नान प्रान्त के पश्चिमोत्तरी भाग में एक विभाग-स्तरीय शहर है। सन् २०१० में इसकी आबादी १२,४४,७६९ अनुमित की गई थी। यह युन्नान की सिचुआन प्रान्त के साथ लगी सरहद के पास है और चिंगहई-तिब्बत पठार और युन्नान-गुइझोऊ पठार के संगम पर स्थित है। यहाँ का मौसम बहुत अच्छा माना जाता है हालांकि कभी-कभार सर्दियों में तापमान शून्य से नीचे चला जाता है। लीजिंग में नाशी समुदाय के बहुत से लोग रहते हैं, जिनके अपने रीति-रिवाज हैं और जो किसी ज़माने में भारत-तिब्बत व्यापार में अहम भूमिका निभाते थे।
60hin
भारतदेशस्य राष्ट्रगीतस्य कर्ता श्री रवीन्द्रनाथ ठागूरमहोदयः विश्वकविः इति प्रसिध्दः । विश्वविद्यालयस्थापकः पत्रिकाकारः, प्रकृतिप्रियः राष्ट्रप्रेमी च श्री रवीन्द्रनाथठागूरः लघुसङ्गीतक्षेत्रेऽपि उत्तमं कार्यं कृतवान् । प्रतिवर्षं मे मासे श्री रवीन्द्रनाथठागूर महोदयस्य जयन्तीं भारतदेशे आचरन्ति ।
4san
पाश्चात्त्य वाद्यवृंदातील चार सुषिर वाद्यांपैकी हे एक आहे. बासरी, ओबो व बसून ही इतर तीन वाद्ये होत. क्लॅरिनेटचे बेस, अ‍ॅल्टो इ. अनेक प्रकार असतात. हे प्रकार त्यातून निघणाऱ्या स्वरांच्या पल्ल्यांवर आधिरत असतात. सर्वसाधारणतः दंडगोलाच्या आकाराच्या नळीच्या तोंडाशी एकेरी जिव्हाळी लावलेल्या या वाद्याचे नियंत्रण ओठांनी करता येते.
195mar
सुपरनोवा एक ठो ब्रह्मांडीय घटना बा जवन कौनों बिसाल तारा के जीवन के अंत में ओकरे बिस्फोट के रूप में घटित होले। एह घटना में एतना अँजोर आ ऊर्जा निकलेला कि कुछ समय खातिर पूरा गैलेक्सी के प्रकाश से ढेर प्रकाश ई अकेले पैदा क देला।
51bho
जो मुसलमान मस्जिद उल नवाबी वा जियारतमा उपस्थित भएर घर लौट्दछन् ती हाजी भनिन्छन्। मक्काका अन्य पवित्र स्थानहरूमा काबा जियारत तथा मस्जिद उलहरम मुख्य छन्।
205nep
ई ऍसआइ इकाई (SI Unit) ना हवे, कोण के नापजोख के ऍसआइ इकाई रेडियन होला। हालाँकि, ऍसआइ के किताब में एकर जिकिर बाटे। एक पूरा चक्कर 2π रेडियन के बराबर होला, एही से एक डिग्री के मान π/180 रेडियन के बराबर होला।
51bho
बुनाई तकनीक की एक किस्म प्राचीन भारत, जिनमें से कई आज तक जीवित रहने में कार्यरत थे। रेशम और कपास विभिन्न डिजाइन और रूपांकनों, में अपनी विशिष्ट शैली और तकनीक के विकास में प्रत्येक क्षेत्र बुने जाते थे। इनमें प्रसिद्ध बुनाई शैलियों जम्दनि, वाराणसी, बुतिदर और इल्कल साडी के कसिक वस्त्र थे। सिल्क के रंगीन गोल्ड और सिल्वर धागे से बुने जाते थे और फारसी डिजाइन द्वारा गहराई से प्रभावित थे। मुगलों की कला, और पैस्ले वृद्धि में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और लतीफा बुति मुगल प्रभाव के ठीक उदाहरण हैं।
60hin
पीठमध्ये वेस्टरलुंड १, हा महातारकागुच्छ आहे ज्यामध्ये वेस्टरलुंड १-२६ हा लाल महाराक्षसी तारा आहे जो ज्ञात असलेल्या सर्वात मोठ्या ताऱ्यांपैकी एक आहे.
195mar
मैंटल का विस्तार मोहो से लेकर 2890 किमी की गहराई पर स्थित गुट्टेन्बर्ग असातत्य तक बाटे। मैंटल के इस निचली सीमा पर दाब ~140 GPa पावल जाला। मैंटल में संवहनीय धारा चले लीं जिनकी कारण स्थलमण्डल की प्लेटों में गति होला। मैंटल के दू भाग में बाँटल जाला ऊपरी मैंटल और निचला मैंटल और इनकी बीच की सीमा 710 किमी पर रेपिटी असातत्य की नाँव से जानल जाला। मैंटल का गाढ़ापन 1021 से 1024 Pa·s के बीच पाया जाता है जो गहराई पर निर्भर करता है। तुलना के लिये ध्यातव्य है कि पानी का गाढ़ापन 10−3 Pa·s और कोलतार (pitch) 107 Pa·s होला।
51bho
सातारा येथे ‘तुकाराम’ या नाटकात त्यांनी ‘मंबाजी’ची भूमिका साकारून (१९०७) रंगभूमीवर प्रवेश केला. नाट्याचार्य कृष्णाजी प्रभाकर खाडिलकर याचं बोट धरून ते महाराष्ट्र नाटक मंडळीत आले आणि १९१८ मध्ये दीनानाथ मंगेशकर, कृष्णराव कोल्हापुरे यांच्या समवेत स्थापन केलेल्या ‘बळवंत संगीत नाटक मंडळी’पर्यंतचा साराच इतिहास मोठा संघर्षमय, रोमांचकारी आणि अद्‌भुत असाच आहे.
195mar
टेस ऑफ दि ड्यूबरविले (Tess of the d'Urbervilles) अंगरेजी भाषा के उपन्यासकार आ कवी थॉमस हार्डी के उपन्यास हऽ। सन् 2011 में एह पर तृष्णा नाँव से एक ठो फिलिम भी बनल।
51bho
यह कस्बा सेती गण्डकी तथा कृष्णा गण्डकी नदियों के संगम पर स्थित है तथा हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र स्थानों में से एक है। यह नारायणगढ़ से ७ किमी, सौरहा से २० किमी तथा काठमाण्डू से १५० किमी दक्षिण-पश्चिम में स्थित है। यहाँ के गुरुकुलों में से एक महेश संस्कृत गुरुकुल महत्त्वपूर्ण शैक्षिक संस्था एवं आश्रम हैं।
60hin
पेशियाँ सदैव स्फूर्तिमय (toned) रहती हैं। मृत व्यक्ति में पेशी रस के जमने से पेशियाँ कड़ी हो जाती हैं। मांसवर्धक पदार्थ खाने से, उचित व्यायाम से, ये शक्तिशाली होती हैं। कार्यरत होने पर इनमें थकावट आती है तथा आराम एवं पोषण से पुन: सामान्य हो जाती हैं।
60hin
अयम् आमेतसवृक्षः आङ्ग्लभाषया ""Garcinia Indica"" इति उच्यते । सस्यकुले अयं Clusiaceae इति कुले अन्तर्भवति । हिन्दीभाषया अयम् आमेतसवृक्षः “कोकम्” इति, तमिळ्भाषायां “मुरुगल्” इति, मलयाळभाषया “पुनंपुलि” इति, तुळुभाषया“पुर्पुळि” इति, कन्नडभाषया “मुरुगलु मर” इति च उच्यते ।
4san
इयं लता उष्णवलयस्य नित्यहरिद्वर्ण सस्यावरणे, ग्रीष्मकाले यत्र पर्णानि पतन्ति तादृशे पर्वतप्रदेशे, गुल्पप्रदेशे च भागशः गुल्मानाम् उपरि प्रारन्ती वर्धते । ग्रीष्मकाले अस्याः पर्णानि पतन्ति । हृदयाकाराणि कान्तियुक्तानि पर्णनि काण्डे पर्यायेण भवन्ति । गोलाकाराः शलाटवः पक्वाः रक्ताः भवन्ति । एषु दिनेषु एनां गृहेषु अलङ्कारार्थं वर्धयन्ति ।
4san
ट्राइडेंट चेन्नई, चेन्नई इंटरनेशनल एयरपोर्ट से जीएसटी रोड की तरफ सीधे चेन्नई शहर की केंद्र से करीब 20 मिनट की दूरी पर मीनबाक्कम, चेन्नई में स्थित पांच सितारा होटल ह। होटल प्रबंधन ओबराय समूह द्वारा कइल जाला और होटल 5 एकड़ (2.0 हेक्टर) भूमि पर बनावल गइल बा और इ शहर क पहिला हवाई अड्डा होटल ह। इ ईआईएच एसोसिएटेड होटल लिमिटेड क पंजीकृत कार्यालय भी ह।
51bho
लिखित ऐतिहासिक स्रोतों की भाषा का अध्ययन सांस्कृतिक भाषाशास्त्र या वाडमीमांसा (Philology) कहलाता है। यह साहित्यिक आलोचना, इतिहास तथा भाषाविज्ञान का सम्मिलित रूप है।
60hin
दक्षिण ग्याँगसांग (कोरियन: 경상남도; संक्षिप्त नाव: ग्याँगसांगनाम) हा दक्षिण कोरिया देशामधील एक प्रांत आहे. हा प्रांत दक्षिण कोरियाच्या दक्षिण भागात जपानच्या समुद्राच्या किनाऱ्यावर वसला आहे. चांगवान हे कोरियामधील मोठे औद्योगिक शहर ह्या प्रांतची राजधानी आहे.
195mar
प्रायः प्रशिक्षण अवधि - जिसकी अधिकतर लागत प्रारंभिक शुल्क में ही शामिल होती है - पेचीदा उपकरणों को संचालित करने के लिए कम होती है और फ़्रेंचाइज़ी को अपने आप पुस्तकों से सीखना पड़ता है। प्रशिक्षण की अवधि पर्याप्त होनी चाहिए किन्तु कम-लागत वाली फ़्रेंचाइज़ में इसे महंगा समझा जाएगा. कर्मचारियों को ऑनलाइन प्रशिक्षित करने के लिए अनेक फ़्रेंचाइज़रों ने कॉर्पोरेट विश्वविद्यालयों की स्थापना की है। यह साहित्य और बिक्री दस्तावेज़ और ई-मेल के अतिरिक्त है।
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जम्मू-काश्मीर-आरक्षकाणाम् अनुसारं आक्रमणमिदं पाकिस्तानस्थितस्य लश्कर-ए-तैयबा-नामकस्य इस्लामी-आतंकवादी-सङ्घटनस्य कार्यम् अस्ति। परन्तु इस्माइल इत्येनं स्वस्य आतङ्कवादित्वेन अस्वीकृत्य लश्कर-ए-तैयबा-सङ्घटनेन एतस्यां घटनायां स्वस्य कारकत्वं निराकृत्य उक्तवत् यत्, भारतीयसर्वकारः लश्कर-संस्थाया मुक्तकश्मीर-आन्दोलने बाधां जनयितुम् एवं करोति। एतस्मात् पूर्वं 26/11 आक्रमणे, पठान-चौक-आक्रमणे उरी-आक्रमणे च स्वस्य श्रेयं स्वीकृतवतः इस्लामि-आतङ्कि-सङ्घटनं लश्कर-ए-तोयबा इति घटनाम् 'अनिस्लामिक' इत्युक्त्वा भारतसर्वकार एव एतस्मिन् आक्रमणे दोषी इति प्रत्यारोपम् अकरोत्। इस्माइल इत्यस्य पाकिस्थानि-नागरिकतयाः एतावता किमपि प्रमाणं न प्राप्तम् अस्ति।
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प्राचीन भारत में कपड़े की रंगाई एक कला के रूप में प्रचलित था। पांच प्राथमिक रंग (सुद्ध - वर्नस) की पहचान की गई और जटिल रंगों (मिश्रा-वर्नस) द्वारा उनके कई रंग श्रेणी में रखा गया। संवेदनशीलता की छायाओं की सबसे उपजी करने के लिए दिखाया गया था; प्राचीन ग्रंथ, विश्नुधर्मोत्तर सफेद, अर्थात् आइवरी, चमेली, अगस्त मून, अगस्त बादलों के पांच टन के बाद बारिश और शंख राज्यों। सामान्य रूप से प्रयुक्त रंजक नील, मजीठ लाल और कुसुम थे। मोर्दन्त रंगाई की तकनीक दूसरी सहस्राब्दी ई. पू. के बाद से भारत में प्रचलित था। रंगाई का विरोध और कलम्करि तकनीक बेहद लोकप्रिय थे और ऐसे वस्त्र मुख्य निर्यात थे।
60hin
यहां पुग्नको लागि काठमाण्डौबाट सिधा यातायातको व्यवस्था छैन तर यात्रा भने सहज छ । काठमाण्डौ बसपार्कबाट अर्घाखांची जाने सवारी साधनमा सन्धिखर्क सम्म पुग्न सकिन्छ सो स्थानबाट पुन खिदिम सम्म जिपको करिव चार घन्टाको यात्रामा यस स्थानमा पुग्न सकिन्छ । अर्काे तर्फ काठमाण्डौबाट बुटवल सम्मको यात्रा गरी पुनः बुटवलबाट तानसेन हुदै दुर्गाफांट जाने सवारी साधन पाइन्छ । सो सवारीको गन्तव्य पनि सोही स्थान भएकोले बुटवल तानसेन छहराहुदै यात्रा गर्दा सहज हुन्छ । काठमाण्डौबाट जम्मा ५०००।०० आते जाते खर्च लाग्छ ।
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ठूली भेरी नदी नेपालको मध्यपश्चिममा बहने एक नदी हो। डोल्पा जिल्लाको छार्का गाविस आसपासका क्षेत्रबाट सुरू हुने यो नदी कर्णाली नदीको सहायक नदी हो।
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वोक्सवैगन समूह के अनुसार, वेरॉन इंजन के अंतिम उत्पाद का TÜV Süddeutschland द्वारा अनुमोदित DIN रेटेड मोटिव पावर आउटपुट 736 किलोवाट (1,001 मीट्रिक अश्वशक्ति; 987 ब्रेक अश्वशक्ति)उत्पादित करता है और टॉर्क का 1,250 न्यूटन मीटर (922 lbf⋅ft) उत्पन्न होता है। इन आंकड़ों की ब्युगाटी अधिकारियों ने वास्तव में परिमित कहते हुए पुष्टि की है, जब कि असली कुल 1020 bhp या अधिक है।
60hin
१९५७ तमे वर्षे संसदः नूतनभवने स्थानान्तरितः सर्वोच्चन्यायालयः । भवननिर्माणस्य कल्पना मुख्यवास्तुशिल्पिना ‘गणेश भीखाजी देवलालीकर’ इत्येतन्महानुभावेन कल्पितासीत् । सः स्वतन्त्रभारतस्य प्रप्रथमः केन्द्रियलोकनिर्माणविभागस्य (Central Public Works Department - CPWD) प्रमुखः आसीत् । न्यायभवनं स्थापत्यकलायाः उत्तमोदाहरणमस्ति । भवननिर्माणे प्राचीनाधुनिकशैल्योः उपयोगः कृतोऽस्ति । भवनदर्शनेन भारतीयमूलसंस्कृतेः दर्शनं भवति । यथा सर्वोच्चन्यायालयस्य स्तूपः (Dome) मौर्यकालीनकलायाः प्रतिकः अस्ति । द्वाविंशतिः (२२) एकर् (Acre) विस्तृतत्रिकोणाकारभूमौ (triangular plot) न्यायमन्दिरभवनं निर्मितम् अस्ति । भवनस्याकारः न्यायदेव्याः प्रतिकृतिः अस्ति । न्यायदेव्याः कल्पनाचित्रं यदा वयं पश्यामः, तदा तस्याः हस्ते तोलनं, तोलनस्य पात्रे च पश्यामः । तोलनस्य यत् केन्द्रं भवति, तस्य मध्यबिन्दुः विशालस्तूपरूपेण निर्मितोऽस्ति । तस्य स्तूपस्य साक्षादधः मुख्यन्यायमूर्तिः विराजते । अस्य भावः अस्ति यत्, न्यायप्रक्रिया तटस्था । तोलनपात्रवत् ययोः प्रकोष्ठयोः रचना कृतास्ति, तयोः प्रकोष्ठयोः अपि न्यायप्रक्रिया चलति । प्रप्रथमराष्ट्रपतिना ‘डा. राजेन्द्र प्रसाद’-वर्येण १९५४ तमस्य वर्षस्य ‘अक्टोबर्’-मासस्य एकोनत्रिंशत् (२९) तमे दिनाङ्के सर्वोच्चन्यायालयस्य शिलान्यासः कृतः आसीत् । सर्वोच्चन्यायालयः नवदेहलीमहानगरस्य तिलकमार्गे स्थितः अस्ति । सर्वोच्चन्यायालयस्य पूर्वे मथुरामार्गः, पश्चिमे तिलकमार्गः, उत्तरे तिलकसेतुः, दक्षिणे भगवानदासमार्गः च अस्ति ।
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महाराष्ट्र अंधश्रद्धा निर्मूलन समितीचे कार्याध्यक्ष (कै.) डॉ. नरेंद्र दाभोलकर यांच्या हत्येचा निषेध ‘महाराष्ट्र अंनिस’ लोकरंगमंचच्या कार्यकर्त्यांनी सनदशीर आणि सर्जनशील मार्गाने केला. रिंगणनाट्याच्या माध्यमातून ठिकठिकाणी हा निषेध करण्यात आला. या रिंगणनाट्याच्या निर्मितीसाठी ज्या कार्यशाळा अतुल पेठे आणि राजू इनामदार यांनी घेतल्या, त्या कार्यशाळांचा आणि रिंगणनाट्यांचा वेध रिंगणनाट्य या पुस्तकात घेण्यात आला आहे.
195mar
मकारियोस तिसरा (ग्रीक:Μακάριος Γ) (ऑगस्ट १३, इ.स. १९१३ - ऑगस्ट ३, इ.स. १९७७) हा सायप्रॉइट ऑर्थोडॉक्स चर्चचा आर्चबिशप व प्रायमेट (इ.स. १९५०-इ.स. १९७७) होता. हा सायप्रसच्या प्रजासत्ताकचा पहिला (इ.स. १९६०-इ.स. १९७४) व चौथा (इ.स. १९७४-इ.स. १९७७) राष्ट्राध्यक्षही होता.
195mar
कई मंदिर अइसन जगहा पर बाने जहाँ भगवान बुद्ध के जिनगी से जुड़ल कवनो घटना के महत्व जुड़ल बा। एकरे अलावा चीन, जापान, थाईलैंड आ मलेशिया नियर कई सारा देसन में बौद्ध मंदिर बाने जिनहन के एह देसन में खास महत्व बा।
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यी परम्परागत विवाहलाई नेपाली समाजले मागी विवाह, भागी विवाह, चोरी विवाह, जारी विवाह, प्रेम विवाह आदि नाम दिने गरेको पाइन्छ। परम्परागतरूपमा मागी विवाहको सर्वव्यापकता थियो। कतिपय जातजातिहरूमा चोरी विवाह र मागी विवाह पनि प्रचलित थिए। हाल सबै शिक्षित समाजमा प्रेम विवाह फस्टाउँदै गएको छ। एक प्रकारले यो मान्य भइसकेको छ। जारी विवाहको प्रचलन हराउँदै गएको छ। गाउँघरमा दुई-चारजना गएर सामान्य किसिमले विवाह सम्पन्न गरी केटी लिएर आउने विवाहलाई कुम्ले विवाह र निकै ठूलो तयारी गरी बाजा र जन्ती लिएर गई केटी लिएर आउने विवाहलाई वरियाती भन्ने चलन छ।
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इब्राहिम इब्न अल-वालिद; (Ibrahim ibn Al-Walid) एक उमय्यद खलीफा थे और खलीफा अल-वालिद द्वितीय के पुत्र थे जिन्होने (4 अक्टूबर-4 दिसम्बर 744) ईस्वी बहुत कम समय तक शासन किया जो राजनीतिक विरोधियो का कारण था।
60hin
डॉ. नी.र. वर्‍हाडपांडे (२५ फेब्रुवारी, इ.स. १९२१ - २९ ऑगस्ट, इ.स. २०१५) एक मराठी तत्त्वचिंतक मनोवैज्ञानिक होते. हे नवी दिल्ली येथे डिफेन्स सायकॉलॉजिकल रिसर्च विंगमध्ये मुख्य वैज्ञानिक होते. त्याआधी ते नागपूर व सागर विद्यापीठांतील कॉलेजांत व्याख्याता होते.
195mar
अ हिस्ट्री ऑफ द ‘ट्राईब्स ॲन्ड कास्ट्‌स’ या पुस्तकात डब्ल्यू. क्रुक (W. Crooke) लिहिहतात की, ओड किंवा ओर्ह (Od or Orh) स्वतःला क्षत्रिय मानतात. ओड (वडर) हे राजा भगीरथाचे वंशज असून त्यांच्या विवाह प्रसंगी ते हिंदु रिवाजाप्रमाणे पूजापाठास ब्राम्हणास बोलवतात. या संदर्भाच्या अनुषंगाने वडर समाजाचा अभ्यास करण्यासाठी आवश्यक असलेले हिंदु धार्मिक ग्रंथातील संदर्भ :
195mar