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पानी की एगो अणु में ऑक्सीजन के एगो आ हाइड्रोजन के दू गो परमाणु होला। पृथ्वी के लगभग 71% सतह पानी से तोपाइल बाटे। पृथ्वी पर कुल पानी के 96.5% पानी समुद्र की रूप में बाटे, 1.7% जमीनी पानी 1.7% ग्लेशियर आ बर्फीली टोपी की रूप में, आ ख़ाली 0.001% पानी हवा में भाप, बादर आ बरखा के रूप लेवे वाला बाटे। खाली 2.5% पानी साफ पानी बाटे, एहू के 98% बरफ आ पातालीय जल की रूप में बाटे। 0.3% से भी कम साफ पानी के मात्रा नदी, झील आ आकाश में बाटे आ बहुत मामूली मात्रा (0.003%) में सजीव जीवधारी सब में स्थित बाटे।
51bho
युधिष्ठिरः पञ्चपाण्डवेषु ज्येष्ठः । पाण्डुमहाराजस्य पुत्रः । कुन्ती अस्य माता । भीमः, अर्जुनः च युधिष्ठिरस्य अनुजौ । नकुलः सहदेवः च युधिष्ठिरस्य विमातुः माद्र्याः पुत्रौ । अयं युधिष्ठिरः यमधर्मराजस्य वरेण जन्म प्राप्नोत् । महाभारतस्य प्रमुखेषु पात्रेषु अन्यतमम् अस्ति युधिष्ठिरस्य पात्रम् । जीवने सर्वदा धर्माचरणं कुर्वन् युधिष्ठिरः ""धर्मराजः"" इत्येव प्रसिद्धः ।
4san
अक्टूबर १९०६ में उन्होने अपनी यात्रा एक नये इसाई के रूप् में बनाई, उन्होने पिला बाग और पगडी पहनली, जो की एक हिंदु साधुओंका पोषाख है। उन्क्क बचपण एक साधुओके साथ हि रहा था इसलिये वह अप्ने आप कू एक साधु हि मनते थे, हलाकी वह इसाई हि बने रहे बजाय हींदु के।
60hin
विक्रमादित्य राजाको बारेमा नेपालमा प्रचलित वंशावलीमा उल्लेख भेटिन्छ । तत्कालीन श्री ५ को सरकार पुरातìव विभागबाट प्रकाशित श्री नयनाथ पौड्यालबाट सम्पादित भाषा वंशावलीमा धर्मागत राजाको शासनकालमा राजा धर्मागतको नामले राजप्रासादको दक्षिणतर्फ चतुर्मुख नारायण स्थापित गरी जोडी धारा -हालको नारायणहिटी) बनाई तीर्थ समेत चलाएको र त्यसैबेलादेखि विक्रम सम्बत प्रचलनमा आएको भन्ने उल्लेख छ । त्यस्तै काभे्र जिल्लाको नालामा उत्तरापुर राज्यको नाउँमा विक्रमादित्य राजाले राज्य गरेको ऐतिहासिक ठाउँमा मेला लाग्ने गरेको किंवदन्ती पनि छ । विक्रमादित्य राजाले राज्य गरेको ऐतिहासिक ठाउँमा साँखु बज्रयोगिनीको मन्दिर परिसरको केही माथि विक्रमादित्य राजाको टाउकाको पूजा युगौंदेखि बज्राचार्य वंशका पुजारीले गरिआएका छन् । यसक्षेत्रमा विक्रमादित्य राजाको कुनै अस्तित्व नभएको भए यसरी विक्रमादित्यको मूर्तिको पूजाआजा गरेर बस्नुपर्ने कुनै कारण हुँदैनथ्यो । यिनै चक्रवर्ती राजाले नेपाललाई विस्तार गर्दै कासीसम्म पुगेका र कासीमा विश्वनाथको मन्दिर स्थापना गरेका थिए भन्ने कुरा स्कन्द पुराणको हिमवत्खण्ड पुस्तकमा उल्लेख छ ।
205nep
R इतना छोटा होना चाहिए कि D के द्वारा जाती बिजली, D को रिवर्स ब्रेकडाउन में रखे.इस विद्युत का मूल्य D के डाटा पत्र में दिया गया है। उदाहरण के लिये, साधारण BZX79C5V6 उपकरण, एक 5.6 V 0.5 W जेनर डायोड में स्वीकार्य रिवर्स करेंट 5 mA होती है। यदि D में बिजली अपर्याप्त है, तो Uout अनियंत्रित और न्यूनतम ब्रेकडाउन वोल्टेज से कम होगा (यह वोल्टेज नियंत्रक ट्यूब्स के लिये अलग होता है जहां उत्पादित वोल्टेज सांकेतिक से ज्यादा होगा और UIN
60hin
सन 1990 चे सुरवातीस युरोप साठी विन्धोएक - फ्रँकफर्ट ही लांब पल्याची विमान सेवा सुरू केली ती सन 1991 मध्ये बोइंग 747SP या विमानाचा वापर करून आठवड्यातून दोन वेळ उड्डाण सुरू झाली आणि सन 1992 मध्ये या उड्डाण सेवेत विना थांबा लंडन मार्गाचा समावेश केला. सन 1993 मध्ये फ्रँकफर्ट पर्यन्त चालू असणारी आठवड्यातून दोन वेळ उड्डाण सेवा सुद्धा लंडन पर्यन्त वाढविली. सन 1998 मध्ये नामीबियन सरकारने US$ 3,700,000 (सन 2015 मध्ये $5,353,593) देऊन एयर नामिबिया, ट्रान्सनामीब मध्ये समाविष्ट करण्याचा धोका पत्करला.
195mar
उनकी स्कूली शिक्षा सेंट लोरेत्तो कान्वेंट स्कूल व सेंट बेडस में हुई हैं। जिसके बाद वह मास्टरशेफ २ में प्रतिभागी बन कर आई। उनकी विशेषता ग्लोबल व्यंजन, भारतीय व्यंजन, बेकिंग, डेजर्ट, और संलयन भोजन हैं। उन्होंने अपने रेस्तौतोरान्ट्स भी खोले हैं।
60hin
यह स्पष्ट है कि दिसंबर में जब भू-अक्ष का उत्तरी सिरा सूर्य से परे होता है, तब उत्तरी गोलार्ध में दिन की अपेक्षा रातें बड़ी होती हैं और दक्षिणी गोलार्ध में रातों की अपेक्षा दिन बड़े होते हैं। इस समय उत्तरी शीत कटिबंध में सूर्यप्रकाश बिलकुल नहीं होता और दक्षिणी शीत कटिबंध में चौबीसों घंटे प्रकाश रहता है। जून में परिस्थिति उलट जाती है। उत्तरी गोलार्ध में दिन बड़े और रातें छोटी और दक्षिणी गोलार्ध में दिन छोटे और रातें बड़ी हो जाती हैं। इस समय उत्तरी शीत कटिबंध में दिन ही दिन होता है, रात्रि नहीं होती और दक्षिणी कटिबंध में रात ही रात होती है, दिन नहीं होता। मार्च और सितंबर में एक विशिष्ट दिन सूर्य के भूमध्य रेखा पर स्थित होने के कारण, समस्त पृथ्वी पर दिन और रात बराबर होते हैं। उत्तरी और दक्षिणी शीत कटिबंधों में छमाही दिन या छमाही रात के संक्रमण काल का यह समय होता है। इस प्रकार विषुवत् प्रदेश को छोड़ कर पृथ्वी के सभी स्थानों पर दिवालोक की अवधि वर्ष भर बदलती रहती है। किसी स्थान पर सूर्योदय से पूर्व और सूर्यास्त के बाद जितनी देर तक सूर्य की किरणें वायुमंडल द्वारा अपवर्तित (refracted) होकर पहुँचती हैं, उतनी देर वहाँ सांध्य प्रकाश (twilight) रहता है। विषुवत् प्रदेश से ध्रुव प्रदेश की ओर बढ़ने पर सांध्य प्रकाश की अवधि बढ़ती जाती है। ध्रुव प्रदेशों में सांध्य प्रकाश का विशेष महत्व है, क्योंकि वर्ष के अधिकांश काल में वहाँ सीधी धूप नही प्राप्त होती।
60hin
सम्राट अशोक (273 ई॰पू॰ - 232 ई॰पू॰) कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपना लिहलें। उनुके समय में राज संरक्षण में बौद्ध धर्म के तेजी से आ ब्यापक परचार-प्रसार भइल। अशोक, साँची स्तूप बनववलें आ जगह-जगह अशोक स्तंभ लगवा के नैतिक शिक्षा के प्रसार कइलें। अशोके के समय में, लगभग 250 ई॰पू॰ में तीसरी बौद्ध संगीति पाटलिपुत्र (वर्तमान पटना के पास) में भइल। एह सम्मलेन के बाद बौद्ध धर्म के ब्यापक परचार करे खातिर भिक्षु लोग के दूर दूर ले भेजल गइल। अशोक के लड़िका महिंद आ लइकी संघमित्रा खुद श्रीलंका में बौद्ध धर्म के प्रचार करे गइल लोग। संघमित्रा, उहाँ अपने साथ बोधि बृक्ष के कलम ले गइली जवना के अनुराधापुर में रोपल गइल।
51bho
जातिवाचक संज्ञा crown लाक्षणिक रूप से विशिष्ट राजाओं को संदर्भित करने के लिए Crown बन गया। पूरे मानव इतिहास के दौरान, विभिन्न Crowns और विभिन्न united kingdoms रहे हैं, लेकिन आज ये शब्द Crown और United Kingdom अक्सर/प्रायः पूरे विश्व में ज्ञात विशिष्ट संदर्भ में होता है (अर्थात्, ब्रिटेन से संबंधित).
60hin
1 जून 2017 ले के आँकड़ा ई बा कि टंबलर पे कुल 34.93 करोड़ ब्लॉग रहल। जनवरी 2016 तक ले एह वेबसाइट के 555 मिलियन प्रति माह देखे वाला रहल ह लोग।
51bho
एतादृशमेव अन्यदेकं हजारीबाग्-वैल्ड्लैफ्-साङ्क्चुरि-नामकम् उद्यानं राञ्चितः १३५ कि मी दूरे प्राकृतिकसौन्दर्येण युक्तं वर्तते । बोकारो-स्टील्-नगरे विद्यमानं जवहरलाल्-सस्यशास्त्रीयोद्यानं झारखण्डराज्ये विद्यमानं बृहत्तमं सस्यशास्त्रीयोद्यानम् । २०० एकर्मिते विस्तारयुते अस्मिन् उद्याने बहु विधाः प्राणिनः पक्षिणश्च विद्यन्ते । अत्र कृतकजलोद्यानं, नौकाविहारः च विद्यते । बिर्सा मुण्डा जैविकोद्यानं राञ्चीतः १६ कि मी दूरे विद्यते । अत्र अधिकाः सस्तनिप्राणिनः विद्यन्ते ।
4san
ऐजोलमण्डलस्य विस्तारः ३,५७६ चतुरस्रकिलोमीटर्मितः अस्ति । अस्य मण्डलस्य पूर्वदिशि चम्पायमण्डलं, पश्चिमदिशि कोलासिबमण्डलं, मामितमण्डलं च, दक्षिणदिशि सेरसिपमण्डलं, लुङ्गलैमण्डलं च, उत्तरदिशि मणिपुरराज्यम्, असामराज्यं च अस्ति ।
4san
The aim is to link the national authority files (such as the German Name Authority File) to a single virtual authority file. In this file, identical records from the different data sets are linked together. A VIAF record receives a standard data number, contains the primary ""see"" and ""see also"" records from the original records, and refers to the original authority records. The data are made available online and are available for research and data exchange and sharing. Reciprocal updating uses the Open Archives Initiative protocol.
51bho
रामचन्द्र अधिकारी चलचित्र कलाकार हुनुहुन्छ। उहाँले करिब २ सयभन्दा बढी चलचित्र, एक सय ५० टेलिश्रृंखला, १५ नाटकमा अभिनय गर्नुभएको छ। उहाँले अभिनय गरेको पहिलो नाटक 'सच्चा प्रेम' हो। हाँस्यव्यंग्यकार भैरव अर्यालले लेखेको उक्त नाटक राजधानीको जोरपाटीमा देखाइएको थियो। त्यसपछि उहाँ श्री समूह नाट्यसंस्थामा पुग्नुभयो। 'अँध्यारो उज्यालो' नाटकमा अभिनय गर्नुभयो। उक्त नाटक देशभर घुमेर देखाइयो। ०३६/३७मा मात्र उहाँ नाटकमा देखिनुभयो। श्री समूहकै धेरै कलाकारले चलचित्र वासुदेवमा अभिनय गरे। अधिकारीको त्यो पहिलो चलचित्र थियो। नेपाल टेलिभिजन खुलेपछि मुलुकको पहिलो टेलिश्रृंखला 'पृथ्वीनारायण शाह'मा अभिनय गर्नुभयो। उहाँको त्यो पहिलो टेलिश्रृंखला थियो। उहाँले धेरै सम्मान, पुरस्कार पाउनु भएको छ। पछिल्लोपटक भारतीय जीटिभीको टेलिश्रृंखला अगले जनम मे मोहे बेटिया कीजोमा पनि उहाँले अभिनय गर्नुभएको छ। उहाँले अभिनय गरेको मुनामदन चलचित्र ओस्कार पुरस्कारको मनोनयनमा परेको थियो।
205nep
कौनों नदी में अगर दूसर नदी आ के मिलेले त ओह छोटकी नद्दी के सहायक नदी कहल जाला आ जेवना बड़की में ऊ मिलेले ओके मुख्य नदी एही तरीके से कौनों इलाका में नदिन क पुरा जाल फइलल रहेला।
51bho
सन् 762 में उन्होंने बग़दाद की स्थापना की जहाँ ईरानी सासानी निर्माण कला तथा अरबी संस्कृति से मिश्रित एक राजधानी का विकास हुआ। यद्यपि 10वीं सदी में उनकी वंशानुगत शासन की परम्परा टूट गई पर ख़िलाफ़त बनी रही। इस परंपरा टूटने के कारण शिया इस्लाम में इस्माइली तथा बारहवारी सम्प्रदायों का जन्म हुआ जो इस्लाम के उत्तराधिकारी के रूप में मुहम्मद साहब के विभिन्न वंशजों का समर्थन करते थे। उनके काल में इस्लाम भारत में भी फैल गया लेकिन 1257 में उस समय अमुस्लिम रहे मंगोलों के आक्रमण से बग़दाद नष्ट हो गया।
60hin
भागीरथ पन्त गोरखाका प्रथम शाहवंशी राजा द्रव्य शाहका सेनापति हुन् । उनले गणेश पाण्डे, नारायण अर्ज्याल, सर्वेश्वर खनाल, केशव बोहोरा, मूर्ति खवास, गङ्गाराम राना, आदि सँग सहकार्य गरेर राजा द्रव्य शाहलाई सत्तामा बसाए ।
205nep
सब सहायक कम्पनी क विमान मिला लिहल जा त लुफ़्थान्सा दल में 615 गो विमान बान स, जेकरी चलते इ यात्री विमान सेवा क विश्व क सबसे बड़का जहाजी बेड़न में से एगो ह, 2014 में इ दल 106 मिलियन यात्री लोगन के उनकी गन्तव्य स्थान प पहुँचवलस।
51bho
स्वामी रामदेवः क्रि.श. १९९५तमे वर्षे आचार्येण कर्मवीरेण आचार्येण बालकृष्णेन च सह दिव्ययोगमन्दिरम् अस्थापयत् । आचार्यः कर्मवीरः योगे वेदे च निष्णातः आसीत् । बालकृष्णः दैहिकज्ञः आयुर्वेदज्ञः चासीत् ।.स्वामिनः रामदेवस्य दूरदर्शनस्य योगप्राणायामदर्शनानि सार्वजनिकयोगशिबिराणि च अतीवजनप्रियानि सन्ति । तस्य सर्वसामान्ययोगशिबिरेषु २०सहस्राधिकाः स्वास्थेच्छुकाः भागं वहन्ति ।भारतदेशे बहुत्र योगशिबिराणि कृत्वा भारतस्य राष्ट्रपतिभवने अपि आयोजितवान् । अस्य दूरदर्शनमाध्यमेन योगबोधनं जगतः विविधखण्डेषु प्रसार्यमाणम् अस्ति । तेषु आफ्रिका, आस्ट्रेलिया, एष्या, यूरोफ्. अमेरिका च अन्तर्गतानि । अस्य कार्यक्रमस्य अभ्यर्थना सर्वदा भवति एव अतः दूरदर्शनस्य विविधवाहिन्यः अस्य कार्यक्रमाणां दृश्यावलीः मुद्राप्य प्रसारयन्ति । २०दशलक्षजनाः अस्य कार्यक्रमाणां निरन्तरवीक्षकाः सन्ति । एतेषु कार्यक्रमेषु भागमूड्वा फलानुभविनः वदन्ति यत् अस्माकं देहस्य रुधिरनिपीडः, मधुमेहः, कशेरुकवेदना, यकृद्दौर्बल्यम्,देहस्थौल्यम्, इत्यादयः समस्याः नितरां परिहृताः अभवन् इति । स्वामी रामदेवः अन्ययोगबोधकानाम् अपेक्षया पृथक् तिष्ठति । एषः प्राणायामविषये आद्यतां कल्पयति । एतत् सामान्यजनान् बोधयित्वा अभ्यस्तुम् अवकाशान् परिकल्पयति । किन्तु अन्यशिक्षकाः आसनानि आद्यत्यास्वयोगकेन्द्रेषु बोधयन्ति ।प्राणायामकार्यक्रमस्य प्रदर्शनचित्रणम् बाबा रामदेवस्य स्वास्थ्यसंरक्षणार्थं प्राणायामः प्रत्याहारः च भारतीयसंस्कृतेः भागः एव ।,विख्यातः अध्यात्मगुरुः श्री श्री रविशङ्करः बाबारामदेवस्य विषये एवं वदति अस्मिन् देशे भारते योगस्य पुनरुज्जिवयितुः किञ्चित् नाम अस्ति चेत् तत् रामदेवस्य एव । योगः प्राणान्तकरोगान् अपि निर्मूलयति इति बहुवारं रामदेवः दर्शितवान् तदग्रे अनुवर्तते अपि, इति
4san
आयुर्वेदीय चिकित्सा : हा साथीचा रोग असून ह्यात काख इ. संघींमध्ये गाठ उत्पन्न होऊन ज्वर येत असतो. गाठ दिसू लागताच जळवा लावून रक्त काढावे व दशांग लेप लावावा. पोटात त्रिभुवन कीर्ती द्यावी. वेदना असल्यास महायोगराज गुग्गुळू किंवा महावात विध्वंस आल्याच्या रसाबरोबर द्यावा. जर गाठ कमी झाली नाही, तर ती पिकण्याचा प्रयत्न करावा. त्याकरिता पोटीस बांधावे. पिकल्यानंतर फोडून तीळ आणि कडूनिंबाचा पाला ह्यांची चटणी मध व तूप घालून त्याच्यावर बांधावी म्हणजे गाठीतला पू वगैरे निघून जाऊन जखम स्वच्छ होईल. जखम स्वच्छ झाल्यानंतर जात्यादि तेलाची वात ठेवून तो व्रण भरून आणावा. गुग्गुळू, अगरू राळ, वेखंड, पांढऱ्या मोहऱ्या, मीठ किंवा सैंधव आणि कडूनिंबाचा पाला ह्यांची धुरी सकाळ संध्याकाळ सर्व घरात द्यावी. रोग्याच्या संपर्कांत घरातील माणसांनी येऊ नये म्हणजे हा रोग इतर व्यक्तींना होणार नाही.
195mar
सन १९४०को दशकमा फेन्टमका कहानीमा आधारित उपान्यास नै पनि धेरै लोकप्रिय थिए । टेलिभिजन तथा चलचित्रहरूमा फेन्टम शृङ्खला धेरै मन पराइन्थे । फेन्टमलाई लिएर भिडियो गेमहरू पनि बनेका छन्। इन्टननेट सुरूआत भएपछि केही उत्साहीहरूले फेन्टमका कथाहरूलाई अनलाईन उपलब्ध गराउन पनि थाले ।सन् १९९९ मा निधन हुनुअघिसम्म ली फाकले फेन्टमका एक्काइसौं अवतारका कहानीहरू आˆना पाठकसमक्ष अटुट रूपमा प्रस्तुत गरिरहे । ली फकको निधनपछि भने लेखक टोनी डेपल र कलाकार पाउल रायनले फेन्टम तयार गर्दै आएका छन् ।
205nep
पहिला मेहमेद (१३९० – ८ मार्च १४०३; ओस्मानी तुर्की: چلبی محمد; ) हा इ.स. १४१३ ते १४२१ दरम्यान ओस्मानी साम्राज्याचा सुलतान होता. पहिल्या बायेझिदचा मुलगा असलेल्या मेहमेदने १० वर्षांच्या गृहकलहानंतर स्वत:ला ओस्मानी सुलतान घोषित केले व साम्राज्याची राजधानी बुर्साहून एदिर्नेला हलवली.
195mar
साल 2011 के जनगणना अनुसार विजयवाडा के कुल शहरी जनसंख्या 1034358 बाटे आ आसपास के उपशहरी इलाका के मिला लिहल जाय तब कुल जनसंख्या 1491202 बा। जनसंख्या के हिसाब से ई भारत के 42वाँ शहर बाटे। जनगणना आँकड़ा के मोताबिक एह शहर में लिंगानुपात 995 आ साक्षरता के दर 81.24% बाटे।
51bho
मराठीचे उपक्रमशील आणि विद्यार्थिप्रिय प्राध्यापक कै.श्री.विवेक रामचंद्र जोग यांचे विद्यार्थी एक अभिनव वाचकस्पर्धे आयोजित करीत असतात. विद्यार्थ्यांमध्ये वाचनसंस्कृती रुजवणे हा प्रा. वि.रा.जोगांच्या महाविद्यालयीन कार्याचा एक महत्त्वाचा घटक होता.म्हणूनच त्यांचे कोणतेही पार्थिव स्मारक न उभारता वाचनसंस्कृतीला प्रोत्साहन देणे हेच त्यांचे उचित स्मारक होईल या विचाराने या स्पर्धेचे आयोजन केले जाते.
195mar
'अगोड' इति 'डनहिल्'सागरतटस्थम् उपाहारगृह-वसतिस्थानम् उत्तमं, प्रसिद्धं च अस्ति । 'ब्लूलगून् प्यारडैस् रेसार्ट' अपि उत्तमं स्थलमस्ति । अग्रे जलविहारसमुद्रस्नानादिनिमित्तं अतीव सुन्दरः सागरतटः अस्ति । 'बेनोलिम' तटोऽपि जनप्रियः अस्ति । एतत् डबोलिम विमानस्थानकात् ४५ कि.मी दूरे अस्ति । 'प्यासेलिङ्ग् वाटर् स्कूटर'प्रयाणम् अत्र कर्तुं शक्यते । अग्रे 'बाग् क्याण्डोलिं सिनक्वेरिं' इति द्वौ तटौ पणजी-नगरात् १४ कि.मी दूरे स्तः । एतौ दीर्घतटौ । अत्युत्तरभागे 'केरि' सागरतटः अस्ति । 'मालो मिरामाट्' इत्यत्र अष्ट 'डैविङ्ग'संस्थाः सन्ति । गोवासागरतटेषु सूर्योदयादस्तपर्यन्तं जनाः विहारं कुर्वन्तः आनन्दमनुभवन्ति । जले विहारं कुर्वन्ति । शान्तं, सुन्दरं सागरतीरं अतीवानन्ददायकं भवति इत्यत्र संशयः एव नास्ति ।
4san
हेरॉल्ड-डोमर प्रतिमान (इंग्लिश: Harrod–Domar model) हा इंग्लिश अर्थशास्त्रज्ञ सर रॉय फोर्ब्स हेरॉल्ड यांनी इ.स.१९३९ मध्ये, तर त्यानंतर अवघ्या सात वर्षानंतर अमेरिकेतील रशियन अर्थशास्त्रज्ञ एव्ह्से डेविड डोमर यांनी इ.स. १९४६ मध्ये विकसित केलेला साचा आहे.
195mar
अस्मिन् वर्षे {सर् सिरिल् बर्ट्]] इत्यस्य नेतृत्वे ""आक्स्फर्ड्"" मध्ये विश्वे प्रथमवारं ""बीने"" इत्यनेन निर्मितस्य ""बुद्धिमापक""स्य उपयोगेन बुद्धिमापनं कृतम् ।
4san
एक और व्यवस्था, जो ऐसे ही समान प्रभाव उत्पन्न करते हैं, अवधाव प्रभाव है, जैसा कि अवधाव डायोड में होता है वास्तव में दोनों प्रकार के डायोड एक ही तरह से बनाए गए हैं और इस तरह के डायोड में दोनों प्रभाव मौजूद हैं। 5.6 वोल्ट तक के सिलिकॉन डायोड में जेनर प्रभाव एक प्राधान्य प्रभाव है और एक चिह्नित प्रतिकूल तापमान गुणांक दिखाता है। 5.6 वोल्ट से ऊपर, अवधाव प्रभाव प्रबल हो जाता है और धनात्मक तापमान गुणांक प्रदर्शित करता है।
60hin
आधुनिक अस्पतालहरूको निर्माण इंजीनियरिंगको एक विशेष कला बन्यो छ। अस्पतालाहरूको निर्माणको लागि राज्यको मेडिकल विभागले आदर्श मानचित्र (प्लान) बनयो दिए छन्, जसमा अस्पतालको विशेष आवश्यकताहरू र सुविधाहरूको ध्यान राखाइएको छ। सबै प्रकारको छोटे-बडे अस्पतालहरूलाई लागि उपयुक्त नकशे तैयार गरिए हैं जसको अनुसार अपेक्षित विस्तारको अस्पताल बनाए जान सकिन्छं।
205nep
कोलम्बोसागरतीरं १३४० कि.मी. दीर्घमस्ति । सुन्दरस्थलमेतत् विहारयोग्यम् । समीपे राम्बोडजलपातः अस्ति । श्रीलङ्कादेशस्य अतीवोन्नतः पर्वतः (१२४५ मीटर्) आदाम्पिक् इत्यस्ति । तत्र शिलयां बृहत्पादचिन्हानि (१६०.७५ सेण्टी मीटर्) दर्शनीयानि । बुद्धस्य पादौ इति बौद्धाः विश्वसन्ति। आडन् पादौ इति क्रैस्ताः वदन्ति । आड् स्वोच्चाटनानन्तर अत्र एकपादेन स्थितवान् इति प्रतीतिः अस्ति । श्रीलङ्कादेश विश्चसंस्या इतिहासकालिक विशिष्ट क्षेत्रेषु एक घोषितवति अस्ति ।सर्वधर्मायाः जनाः अत्र निवसन्ति । भारतस्य दक्षिणे भागे हिन्दुमहासागरे स्थित बृहतद्वीपः ।
4san
छंटाई और प्रसंस्करण की जटिलता, प्रतिकूल अर्थशास्त्र और रीसाइकिल किए जाने वाले प्लास्टिक की किस्म के विषय में उपभोक्ता के भ्रम के कारण राष्ट्रीय प्लास्टिक रीसाइक्लिंग दर कम है। कुछ भ्रम आम तौर पर सभी प्लास्टिक वस्तुओं पर प्रयुक्त होने वाले रीसाइक्लिंग चिह्न के कारण है।[कृपया उद्धरण जोड़ें] इस चिह्न को रेज़िन पहचान कोड कहा जाता है। यह चिह्न डिब्बों की तली पर मुहर के रूप में लगाया जाता है या मुद्रित किया जाता है और यह तीरों के एक त्रिकोण से घिरा हुआ होता है। (प्लास्टिक तालिका देखें.) इन तीरों का उद्देश्य रीसाइक्लिंग के लिए प्लास्टिक की पहचान को आसान बनाना था। यह आवश्यक नहीं है कि रीसाइक्लिंग चिह्न होने से कोई वस्तु रेज़िडेंशियल रीसाइक्लिंग कार्यक्रमों द्वारा स्वीकार कर ली जाएगी.
60hin
पञ्चमे प्रपाठके यज्ञीयसङ्केतानाम् उपलब्धिर्भवति । षष्ठे प्रपाठके पितृमेधसम्बन्धिनां मन्त्राणामुल्लेखोऽस्ति। सप्तम-अष्टम-नवमप्रपाठकेषु तैत्तिरीयोपनिषदस्ति । दशमे प्रपाठके नारायणीयोपनिषदस्ति । अस्य प्रपाठकसंख्याऽपि अस्तव्यस्तैवाऽस्ति । अस्मिन् आरण्यके स्थाने स्थाने कतिपया विशिष्टाः वार्ताः अपि प्राप्यन्ते। यथा-
4san
नाव: २० मय १४९८ तमे कलिक्त नगरस्य समीपे कप्पदु नगरे आजच्छत. कलिकत नगरस्य राज्ञ, सामुद्रि , स: तत् समये द्वितीया राजधानि पोन्नानि नगरे वसति स्म, स; युद्धनौका: आगमनं विषयं श्रुत्वा , स: कलिकत नगरं प्रति निर्गतवान। ३००० सःअर्स्र योधी सर्वे विदेशीयन् संयकं स्वीकुर्वन्ति स्म। परन्तु, सामुद्रि सह साक्षात्करं पराजित। वास्को द गमाया: वितरनानि (वस्त्रं, तोपि, शर्करा , तैलं, मधु) न प्रभवते ।।
4san
सेलिब्रिटी क्रिकेट लिग भारतको गैर-पैशेवर पुरूष क्रिकेट-लिग हो । यसमा भारतीय सिनेमाको विभिन्न क्षेत्रहरूको आठ ठूला अभिनेताहरू द्वारा छानिएका आठ टिमहरू भाग लिन्छन् । यसको स्थापना पछि टेलिभिजन दर्शकहरूको अधारमा यसको म्याचहरू इन्टरनेसनल क्रिकेट काउन्सिल (आईसीसी) भन्दा पनि धेरै लोकपि्रय छ । यसलाई मिडिया द्वारा व्यापक रूपमा देखाइयो ।
205nep
महाराजः युधिष्ठिरः अपि भीष्मः इव अत्यन्तम् उच्चस्तरीयः महापुरुषः आसीत् । एषः साक्षात् धर्मस्य अंशतः जन्म प्राप्य मूर्तिमान् धर्मः इव आसीत् । अतः एव जनाः एतं ‘धर्मराजः ’ इति आह्वयन्ति । एतस्मिन् धैर्यं, स्थिरता, सहिष्णुता, नम्रता, दयापरता अचलप्रीतिः इत्यादयः अनेके अलौकिकगुणाः आसन् । एषः स्वस्य शीलस्य, सदाचारस्य, विचारशीलतायाः च कारणतः बाल्ये एव अतीवलोकप्रियः अभवत् । यदा एषः इतोऽपि लघुबालः आसीत् तदा एव एतस्य पिता पाण्डुः स्वर्गस्थः अभवत् । तदारभ्य एव एषः स्वस्य ज्येष्ठपितृव्यं धृतराष्ट्रं पिता इव बहु गौरवेण पश्यति स्म । तस्य कस्यापि आज्ञामपि न उल्लङ्घयति स्म ।
4san
जवना देस सभ में अंगरेजी बोलल जाला उनहन के अलगा-अलगा समूह में बाँट के भी देखल जा सकत बा। आमतौर पर ई तीन गो सर्किल के रूप में बाँटल जाला: ""अंदरूनी सर्किल"" में अइसन देस आवे लें जहाँ के मूलभाषा अंगरेजी हवे या फिर जहाँ के भाषा अंगरेजी के ऊँच साहित्यिक स्टैंडर्ड आ एकरे चालढाल के तय करे ला। अंगरेजी कौनों एगो देस के भाषा ना बा, न इ खाली अइसने देस सभ के भाषा बा जहाँ अंगरेज लोग जा के बस गइल। कई अइसन देस भी बाने जहाँ कुछे अंगरेज लोग जाके बसल बाकिर ई भासा उहाँ के राष्ट्रभाषा बाटे। एकरे अलावा ई अंतरराष्ट्रीय लेवल पर आपसी संबाद आ संपर्क के भाषा में भी बिकसित हो चुकल बा आ भूगोल के कौनों भी हिस्सा में जहाँ दू लोग एक दुसरा के भाषा न बूझत होखे, एकर इस्तेमाल क सके ला।
51bho
इकोलाजी या पारिस्थितिकी में जीवधारी सभ आ उनहन के अपने पर्यावरण की साथे क्रिया-प्रतिक्रिया क अध्ययन आ बैज्ञानिक बिस्लेषण कइल जाला। ए बिज्ञान के पर्यावरणीय जीव बिग्यान भी कहल जाला। मुख्य रूप से इ बिग्यान कौनो आस्थान की पर्यावरण के एगो सिस्टम मान के ओकर अध्ययन करे ला।
51bho
सन 1997 में दिल्ली में चार गो विश्वविद्यालय रहूवे - दिल्ली विश्वविद्यालय, जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय, जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और इंदिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय. दिल्ली विश्वविद्यालय एक मात्र सम्बद्ध करे वाली विश्वविद्यालय रहूवे अउर ओ समय, ई एकहू नया कालेज या फिर राजकीय कालेज के सम्बद्ध करला के स्तिथि में न रहूवे. अतः दिल्ली विश्वविद्यालय अउर बाकि के विश्वविद्यालयों पर आवश्यकता से अधिक छात्रों के पड़ रहल बोझ के कम करला के खातिर गुरु गोबिंद सिंह इन्द्रप्रस्थ विश्वविद्यालय के निर्माण करल गईल. लेकिन ई अब बहुते अच्छा विकल्प बन चुकल बा.
51bho
यिनले सानो सानो क्षेत्र जस्तै (भिरकोट, कास्की, लम्जुङ्ग गोरखा) मा राज्य गरिरहेको शाहवंशलाई पुरै नेपालको राजवंशमा रूपान्तरण गरिदिए र आधुनिक नेपालको जग बसालेका थिए। पृथ्वीनारायण शाहले सुरू गरेको एकिकरण अभियान बढ्दै गएर नेपाल राज्यको सिमाना पूर्वमा टिष्टा नदी, दक्षिणमा मगध र पश्चिममा सतलज नदी सम्म विस्तार भयो। पछि नेपाल अंग्रेज युद्ध पछि सुगौली सन्धि सम्म यो भू-भाग नेपाल अधिनस्थ थियो।
205nep
विवाहपद्धत्यां दक्षिणादानं प्रधानमासीत् । वरपक्षीयाः वध्वाः गृहं प्रति सपादद्वादशरूप्यकाणि वधूदक्षिणारूपेणा दातव्यानि भवन्ति । पञ्जुर्लि, कोलघाटिदैवानां च आराधकाः सन्ति एते । भूताय वर्षे एकवारं कुक्कुटस्य अथवा वराहस्य बलिं यच्छन्ति । मृगयार्थं गमनात् पूर्वं देवस्य पुजां कृत्वा प्रस्थानम् एतेषां पद्धतिः ।
4san
येथून साउथवेस्ट एरलाइन्स (४२.७%), अमेरिकन एरलाइन्स (१४.०%), युनायटेड एरलाइन्स (११.२%), अलास्का एरलाइन्स (१०.१%) आणि डेल्टा एर लाइन्स (९.९%) या विमानकंपन्यांची उड्डाणे आहेत. यात अंतर्देशीय गंतव्यस्थानांबरोबरच कॅनडा, मेक्सिको, जपान आणि युनायटेड किंग्डममधील शहरांचा समावेश होतो.
195mar
७ अगस्त-दिनाङ्कः ग्रेगोरीयन-पञ्चाङ्गानुसारं वर्षस्य द्विशताधिकनवदशं (२१९) दिनम् । लिप्-वर्षानुगुणम् द्विशताधिकविंशतितं (२२०) दिनम् एतत् । एतस्मात् दिनात् वर्षान्ताय १४६ दिनानि अवशिष्टानि ।
4san
भोजपुरिया चाहे भोजपुरी भाषा के नामकरण बिहार राज्य के पुरनका शाहाबाद जिला (जेकरे बिभाजन से पहिले भोजपुर जिला आ बाद में बक्सर जिला बनल) के एक ठो जगह आ परगना भोजपुर के नाम परल हवे। ग्रियर्सन इहाँ, शाहाबाद के उत्तरी-पच्छिमी हिस्सा में, एगो कसबा आ परगना बतलवले बाडें जेकरा नाम प एह भाषा के नाम पड़ल। बतावल जाला की मध्य काल में राजपूताना के मूल निवासी भोजवंशी परमार राजा लोग, जे उज्जैन हो के आइल रहे, बसावल आ एकर नाम आपन पूर्वज राजा भोज के नाम पर भोजपुर रक्खलस। ई गाँव उनहन लोग के राजधानी बनल आ एही भोजपुर राज्य के भाषा के नाम भोजपुरिया चाहे भोजपुरी भइल। वर्तमान समय में पुरनका भोजपुर आ नवका भोजपुर नाम के दू गो गाँव बक्सर जिला के डुमराँव ब्लॉक में बाड़ें। हालाँकि, कृष्णदेव उपधिया आपन पुस्तक में राहुल संकृत्यायन के हवाला दे के लिखले बाने कि पुरनका भोजपुर (जे भोज राजा लोग के राजधानी रहल) अब मौजूद नइखे आ ऊ गंगा जी मे दहि गइल।
51bho
एमें नाचत लईकिन क सोना, मिट्टी और पत्थर क बनल ढेरो मूर्ति मिलल जवन की ओ समय में कौनो तरह क नृत्य कला की मौजूदगी की तरफ इशारा करेला। एकरी सिवाय, गाय, भालू, बन्दर और कुकुरनों क मिट्टी से बनल मूर्ति मिलल बा। ऐसन जगहन पर मिलल जानवरन की आकृति में से ज्यादातर जानवरन क पहचान नइखे हो सकल।
51bho
गुलाम गौस सादिक शाह बाबा हे पाषाण गावचे सूफी संत होते. बाबांचा जन्म ११ जून १९१४ रोजी तामीळनाडूमध्ये झाला.ते लहान असतान त्यांना देवभक्तीची अतिशय आवड होती. हळूहळू ते भगवान शंकराची उपासना करू लागले. भजन-कीर्तनही करायचे. मग त्यांच्या गुरूंनी त्यांना योग्य मार्गदर्शन करून त्यांच्या वयाच्या २५ व्या वर्षी विद्या प्रदान केली. मग तर बाबांनी असे चमत्कार केले की लोक थक्क झाले. जे लोक त्यांच्या कर्तव्यापासून दूर् होते त्यांना बाबांनी त्यांच्या कर्तव्याची जाणीव करून दिली. असे करीत करीत बाबांनी लोकांना आपल्या सामर्थ्याने रोजगार मिळवून दिले व ज्यांना मूलबाळ नाही त्यांना तेही मिळवून दिले, असे म्हणतात. ज्यांना पिशाच्चपीडा होती त्यांनाही बाबांनी त्यातून मुक्त केले. असे करत करत बाबांनी लोकांच्या मनावर अधिराज्य केले. हळूहळू बाबांच्या दरबारात दूरच्या देशांतूनही लोक येऊ लागले. त्यांतल्या अनेकांचे मन बाबांनी जिंकले. भाद्रपद शुद्ध प्रतिपदा, रमजान ईद इ.स. १९७८ला बाबा समाधिस्थ झाले. आजही त्यांची समाधी आपल्या भक्तांशी संवाद करते असे म्हटले जाते
195mar
परीक्षित हा अर्जुनाचा नातू व अभिमन्यू आणि उत्तरा यांचा पुत्र होता. त्याच्या जन्माआधीच अश्वत्थामाने ब्रह्मास्त्र सोडून त्याला मारण्याचा प्रयत्‍न केला. परंतु श्रीकृष्णाने त्याला जीवन दिले.
195mar
जेट ब्लू ने १२ मे २०१० ला साऊथ आफ्रिकन एअरवेज, २२ मार्च २०११ ला वर्जिन अटलांटिक एअरवेज, २ नोव्हेंबर २०११ ला जेट एअरवेज आणि १२ जून २०१२ ला एअर चायना शी इंटरलाईन करार केले.
195mar
(श्रीकृष्णले यस्तो भनेपछि) अर्जुनले दुवै सेनामा उभिएका (भूरिश्रवादि) काकाहरु, (भीष्म—सोमदत्तादि) हजुरबाबाहरु, (द्रोण–कृपादि) आचार्यवर्ग, (शल्य—शकुनि आदि) मामाहरु, (दुर्याेधनादि) भाइहरु, (लक्ष्मणादि) पुत्रहरु र नातिहरु, (अश्वत्थामा—जयद्रथादि) सहपाठी साथीहरु, (द्रुपदादि) ससुुराहरु तथा (कृतवर्मा—भगदत्तादि) मित्रहरुलाई देखे । एवं प्रकार दुवै सेनामा खडा भएका आफ्ना ती बन्धुवर्गलाई देखेर अर्जुनलाई साह्रै करुणा लाग्यो र दुःखित भएर यो कुरा भने– ।।२६,२७।।
205nep
वायुमण्डलस्य क्षैतिजसञ्चलनेन उत्पन्नस्य तापस्य स्थानान्तरणम् अभिवहनम् (Advection) इति कथ्यते । लम्बवत् सञ्चलनस्य अपेक्षया वायोः क्षैतिजसञ्चलनं सापेक्षिकरूपेण अधिकं महत्वपूर्णं भवति ।
4san
लिवरपूल फुटबॉल क्लब, एगो प्रसिद्ध अंगरेजी फुटबॉल क्लब हवे, जे इंग्लैंड की लिवरपूल नगर, में स्थित बा। इनकर घरेलू मैदान एनफील्ड हवे, ऊ लोग वर्तमान में प्रीमियर लीग में खेलत बा।
51bho
शिराळा गाव हे सांगलीपासून ६० किमी अंतरावर आहे तर मुंबईपासून ३५० किमी अंतरावर आहे. कोल्हापूर पासून ५३ कि.मी. आणि राष्ट्रीय महामार्ग क्र. ४ वरील पेठ नाक्यापासून १५ कि.मी. अंतरावर आहे.
195mar
नालंदा बिहार में राजगीर की लगे एगो अस्थान बा जवन इतिहास में एगो बहुत बड़हन विश्वविद्यालय आ बौद्ध विहार रहे। आजकाल की समय में ईहाँ पुरान अवषेशन क खनाई भइल बा आ ई एगो पर्यटन क अस्थान बन चुकल बा।
51bho
भोजपुरी भाषा बोले वाला लोग लंबा समय से एह भाषा के भारत में संबैधानिक भाषा के दर्जा देवे ला माँग कर रहल बाड़ें। कय बेरा ई बात संसद में उठावल जा चुकल बा। कइयन बेर एकरा ला धरना-पर्दर्शन आयोजित कइल जा चुकल बाटे।
51bho
फ्रांसिस्को पिझारो इ गोंझालेझ (स्पॅनिश: Francisco Pizarro y González ;) (इ.स. १४७१ किंवा इ.स. १४७६ - जून २६, इ.स. १५४१) हा स्पॅनिश काँकिस्तादोर, इंका साम्राज्य जिंकून घेणारा जेता आणि सध्याच्या पेरूची राजधानी असलेल्या लिमा शहराचा संस्थापक होता.
195mar
४ दिसम्बर-दिनाङ्कः ग्रेगोरीयन-पञ्चाङ्गानुसारं वर्षस्य त्रिशताधिकाष्टात्रिंशत्तमं (३३८) दिनम् । लिप्-वर्षानुगुणम् त्रिशताधिकनवत्रिंशत्तमं (३३९) दिनम् एतत् । एतस्मात् दिनात् वर्षान्ताय २७ दिनानि अवशिष्टानि ।
4san
सुवास घिसिङ भारतका राजनीतिज्ञ थिए। सुवास घिसिङ गोर्खा राष्ट्रिय मुक्ति मोर्चा (गोरामुमो) का अध्यक्ष थिए। दार्जिलिङ गोर्खा पार्वत्य परिषदका पूर्व 'सुपि्रमो' समेत रहीसकेका घिसिङ सन् १९८६ को भारत पश्चिम बंगालको नेपालीभाषी बाहुल्य दार्जिलिङमा अलग राज्य गोर्खाल्यान्ड आन्दोलनका नेतृत्वकर्ता थिए।
205nep
2011 के जनगणना के अनुसार जिला के कुल जनसंख्या 1458248 बा आ ई पछिली जनगणना, जवन 2001 में भइल रहे, से अबले 20.55%बढ़ल बाटे। जिला के कुल क्षेत्रफल 5530 बाटे आ एह हिसाब से इहाँ के औसत जनसंख्या घनत्व लगभग 264 बाटे। जिला में लिंगानुपात 861 बा आ साक्षरता दर 66.22% बाटे।
51bho
संत बलवीर सिंह घुनस भारत की पंजाब राज्य की दिड़बा सीट से शिअद के विधायक बानीं। 2012 की चुनावन में इहाँ के अपनी निकटतम प्रतिद्वंद्वी के 6874 वोटन की अंतर से हरा के चुनल गइलीं।
51bho
अत्र वर्षे ६३.९ से.मी. वृष्टिः भवति । अयसः ताम्रस्य पुष्पञ्जनस्य च खनयः अत्र सन्ति । किन्तु, कृषिः एव तेषां प्रधाना वृत्तिः । कृष्यर्थं जलव्यवस्था तुङ्गभद्रा जलबन्धात् सम्भवति । अत्र प्रवर्धमानानि प्रधानसस्यानि कार्पासः, गोधूमः, व्रीहिः, कलायः, सूर्यकान्तिः च ।
4san
क्षोभसीमा क्षोभमण्डलसमतापमण्डलयोः मध्यस्थः अस्ति । विषुवत्-वृत्ते क्षोभसीमायां वायोः तापमानं -८०o, ध्रुवे -४५o भवति । अत्र तापमानं स्थिरं भवति, अतः इयं क्षोभसीमा इति कथ्यते ।
4san
कृष्णहरि बराल नेपाली कवि, गीतकार एवम् साहित्यकार हुन् । उनको जन्म ४ जनवरी १९५४ मा सिन्धुली जिल्लाको हत्पतेमा भएको हो । उनकाे पहिलो नाम सुव्वासाव् थियो । घरमा सबैले बराललाई सुव्वासाव भनेर बोलाउँथे । सन् १९७७ मा म भक्त हुँ यो देशको नामक कविताबाट चर्चा पाएका थिए ।
205nep
आतपनस्य मात्रा भूमध्यरेखातः ध्रुवपर्यन्तं न्यूनं भवति । अतः तापमानम् अपि तथैव न्यूनं भवति । अत एव ध्रुवः हिमाच्छादितः भवति । यदि पृथिव्याः तापमानम् अत्यधिकं वर्धते, तर्हि पृथ्वी अपि अत्यधिका उष्णा भवति । तेन कारणेन कानिचित् सस्यानि नोत्पद्यन्ते । ग्रामस्य अपेक्षया नगराणां तापमानम् अधिकं भवति । मध्याह्ने ऐसाफेल्ट् इत्यनेन निर्मिताः मार्गाः, कॉङ्क्रीट् इत्यनेन निर्मितानि, भवनानि च उष्णानि भवन्ति । रात्रौ इमे सर्वे ऊष्मायुक्ताः भवन्ति । नगरेषु उच्चभवनानि वायुं रुन्धन्ति । तेन कारणेन नगराणां तापमानं वर्धते ।
4san
गोना वेमा बुद्धा रेड्डी - वेमना (१६५२-१७३०) दक्षिण आंध्र क्षेत्र के एक तेलुगु कवि और विचारक थे जिनको वेदों और योग ज्ञानोपदेश के लिए जाना जाता है। इनका असली नाम गोना वेमा बुद्धा रेड्डी था। इनको योगी वेमना के नाम से पुकारा जाता है। इनका जन्म आन्ध्र प्रदेश के जिला नेल्लोर में हुआ था।
60hin
अस्मिन् वर्षे इङ्ग्लीष्-वैद्यः, पूतिनाशकस्य प्रवर्तकः च जोसेफ् लिस्टर् नामकः स्वभजिन्याः इसबेल् इत्यस्याः उपरि ग्लास्गोनगरे यशस्वितया ""आण्टिसेप्टिक्"" शस्त्रचिकित्साम् अकरोत् ।
4san
हुकुमी शासनकालमा मात्र नभई पञ्चायतकालमा पनि सुर्यबहादुर, विश्वबन्धु, चिरण शम्शेर, सुशिला, निराजन र कमल थापाहरूको वर्चस्व रह्यो । यसको नाइके भने पाँच पटकसम्मका प्रधानमन्त्री सुर्यबहादुर नै हुन्। त्यस्तै एक समयमा सन् २००३ मा नेपाली सेनाका प्रधानसेनापति धर्मपालवरसिँह थापा, नेपाल प्रहरीका महानिरीक्षक श्यामभक्त थापा र सशस्त्र प्रहरी प्रमुख सहवीर थापा तथा प्रधानमन्त्री सूर्यबहादुर थापा रहँदा एकैपटक ४ सर्वोच्च पदमा शासनसत्ता सम्पूर्ण थापाहरूको नियन्त्रणमा भएको थियो। यसले प्रजातान्त्रिक व्यवस्थामा पनि थापा क्षेत्रीहरूको शासकत्व वर्णन गर्दछ।
205nep
कला, संस्कृति, बिज्ञान आ दर्शन के क्षेत्र में लंबा समय से फ्रांस के पूरा दुनिया में आगे गिनल जा सके लायक जगह रहल बा। ई यूरोप के चउथा सभसे ढेर यूनेस्को बिस्व धरोहर वाला देस हवे। फ्रांस में हर साल 8.3 करोड़ के आसपास पर्यटक लोग आवे ला, एह मामिला में ई दुनिया में नंबर एक पर बा। ई एगो बिकसित राष्ट्र हवे आ नामिनल जीडीपी के हिसाब से दुनिया के पाँचवाँ आ पीपीपी के हिसाब से दुनिया के नउवाँ सभसे बड़ देस हवे। समेकित हाउसहोल्ड धन के हिसाब से ई दुनिया में चउथा नंबर पर बा। शिक्षा, सेहत रखरखाव, जीवन प्रत्याशा आ मानव बिकास के मामिला में भी एकर स्थान दुनिया में ऊपर के देस सभ में बा। अबो भी फ्रांस दुनिया के एगो प्रमुख ताकत बा आ ई यूनाइटेड नेशंस के सुरक्षा काउंसिल के पाँच गो स्थाई मेंबर सभ में हऽ जेकरा लगे वीटो पावर बा आ घोषित रूप से परमाणु हथियार संपन्न देस बाटे। यूरोपियन यूनियन आ यूरोजोन के अगुआ देसन में से एक बा। G7, NATO, OECD, WTO आ La Francophonie जइसन पावरफुल अंतरराष्ट्रीय मंडली सभ के सदस्य देस बा।
51bho
न्युपीडिया (अंगरेजी: Nupedia) वर्ष 2000 ई॰ मे जिम्मी वेल्स द्वारा रचयित एगो वेबसाईट रहल जे के सिर्फ उहे लोग सम्पादन कर सकत रहे जे निपुण आ ज्ञानी बा। ई के आम लोग सम्पादन ना कर सकत रहे। ई कारण उ वेबसाईट एतना प्रसिद्ध ना भइल जेतना कि विकिपीडिया भइल।
51bho
पन्हाळा दुर्गः - 'पर्णल दुर्गः' इति अस्य दुर्गस्य अपरनाम । ‘बाजी प्रभु देशपाण्डे’ इत्यस्य पराक्रमस्य प्रसङ्गः अत्रैव घटितः । राजप्रासादः, सज्जाकोठी, राजदिण्डीमार्गः, अम्बरखाना, चारदरवाजानामकं प्रमुखप्रवेशद्वारं, सोमाळेतडागः, सम्भाजीमन्दिरम्, अन्दरबाव, लक्ष्मीमन्दिरं, तीन
4san
वि.सं. १८३१ (स.न् १७७४) मंसिरको मध्यतिर जाडो छल्न नुवाकोट गएका पृथ्वीनारायण शाह नुवाकोट दरबारमा बिमारी परे । स्वास्थ्य झन्-झन् खराब हुँदै गएपछि उनैको इच्छाअनुसार त्यहाँको देवीघाट लगियो । नौ दिनसम्म घाटमै रही पुस २७ गते बिहान सात बजे उनको निधन भयो । घाटमै राखिएको बेला उनले नेपालको भूराजनीतिक अवस्था, सामाजिक जीवन, प्रतिरक्षा र विकासका सन्दर्भमा उपदेशहरु दिएका थिए, जसलाई 'दिव्य उपदेश' समेत भनिन्छ। ""नेपाल दुई ढुंगाबीचको तरुल जस्तो रहेछ। दक्षिणको बादशाह महाचतुर रहेछ। जाइकटक नगर्नु, झिकी कटक गर्नु। नेपाल चार वर्ण, छत्तिस जातको साझा फूलबारी हो।"" आदि जस्ता सान्दर्भिक उपदेशहरु पृथ्वीनारायण शाहले दिएका थिए। माघे संक्रान्तिका दिन ५२ वर्षको उमेरमा नुवाकोट जिल्लामा पर्ने त्रिशुली र तादी नदीको संगम 'मोहन तिर्थ' वा देवीघाटमा उनको मृत्यु भयो।
205nep
सर्जेकोट हा किल्ला शिवाजी महाराजांनी इ.स. 1668 मध्ये बांधला हा दुर्ग मालवणपासून आचरा रोडला 4 कि.मी. अंतरावर आहे. किल्ल्याची बुरूज व तटबंदी चांगल्या स्थितीत आहे. गडावर बरीच झाडी असल्याने फारसे फिरता येत नाही. 20 मिनीटांत संपूर्ण गड फिरून होतो. सर्जेकोटावरून सूर्यास्ताचे विलोभनीय दर्शन पर्यटकांना भुरळ घालतो.
195mar
आरएनपी–वान यस्तो प्रविधि हो, जसलाई जहाजभित्र कम्प्युटरमा जडान गनुपर्छ। यसले भूउपग्रहमार्फत् जहाजको अवस्था हेरेर अवतरण गराउन मद्दत गर्छ। त्यसै गरी विमानस्थल व्यस्त भएका बेला जहाजको दुरी कायम गर्न पनि यसबाट सहयोग पुग्छ। ठूला जहाजका लागि आएको यो पछिल्लो प्रविधि हो। व्यस्त अन्तर्राष्ट्रिय विमानस्थलमा यो प्रविधि नभएका जहाज उडान–अवतरणमा रोक लगाउन थालिएको छ।
205nep
उस्मानिया युनिव्हर्सिटीमधून बी.ई. केल्यानंतर त्यांनी अमेरिकेतील कॅलिफोर्निया विद्यापीठातून एम.बी.ए आणि नंतर ओहायोच्या बोलिंग ग्रीन स्टेट युनिव्हर्सिटीमधून एम.एस‌‍सी केले.
195mar
सिलौटामा पिसिएको गहतको दाल र सोस्टा (बोडी)लाई स्थानीय मसलाको धूलोसहितको गहुँको पिठोमा घोलेर डल्लो पारन्िछ। त्यही स-साना डल्लालाई पानीमा उमालेर तेलमा प|mाई गरेपछि गिट्खा तयार हुन्छ। तयार भएको गिट्खालाई मही या दहीसँग फिटेर तातो घिउमा मेथीको पात मिसाएर झानिसकेपछि डुप्का तयार हुन्छ।
205nep
दान संस्कृत शब्द के अरथ होला केहू के कुछ दिहल। दान के हिंदू, बौद्ध, जैन आ सिख धरम में एगो पबित्र काम मानल जाला। भारतीय परंपरा में ई मानल जाला की दान दिहले से व्यक्ति में दानशीलता आ त्याग के भावना पैदा होले।
51bho
जीवस्य जाग्रत्स्वप्नसुषुप्तिभेदेन त्रयः अवस्थाः वेदान्तेषु प्रथिताः । तत्र जाग्रत्सुषुप्त्यवस्थयोः नास्ति स्वरुपे काचन विप्रतिपत्तिः । अस्ति च विप्रतिपत्तिः स्वप्नस्वरुपविषये । केचित् स्वप्नस्य सत्यत्वं समर्थयन्ति अपरे पुनः तन्निराकुर्वते । पुनरन्ये विमृशन्तोऽपि तत्स्वरुपमविजानन्तः मायामयोऽयं स्वप्न इति सङ्गिरन्ते । स्वप्नावस्था च सर्वेषां जीवानां अनुभवसिध्दा एव । अत्र अविद्यमानानेव गजतुरगादीन् पश्यति शारीरः । न च स्वप्नावस्थायां एतेषां दर्शनं चक्षुषा सम्भावयितुमपि शक्यते । चक्षुरादीन्द्रियाणां स्वप्नावस्थायामुपरतत्वात् । अपि च रथान् रथयोगान् पश्यन् अपि जीवः प्रबोधानन्तरं अविद्यमानानामेव तेषां दर्शनं अनुभवति ।
4san
बालक स्वभावतः ही क्यियाशील होते हैं। निष्क्रिय बैठे रहना उनकी प्रकृति के विपरीत है। उन्हे अपने हाथ, पैर व अन्य इन्द्रियों को प्रयोग में लाने में अत्यन्त आनन्द की प्राप्ति होती है। स्वयं करने की क्रिया द्वारा बालक सीखता है। इस प्रकार से प्राप्त किया हुआ ज्ञान अथवा अनुभव उसके व्यक्तित्व का स्थाई अन्ग बन कर रह जाता है। अतः अध्यापक का अध्यापन इस प्रकार होना चाहिए जिससे बालक को 'स्वयं करने द्वार सीखने' के अधिकाधिक अवसर मिलें।
60hin
लेनोवो ग्रुप लिमिटेड भा लेनोवो पीसी इंटरनेशनल या फिर छोट रूप में लेनोवो (/lɛnˈoʊvoʊ/ lehn-OH-voh) एगो चीनी मल्टीनेशनल टेक्नोलॉजी कंपनी बा जेकर मुख्यालय चीन के बीजिंग शहर में बा आ उत्तर कैरोलाइना के मॉरीसविले में बा। ई कंपनी पर्सनल कंप्यूटर, टैब, स्मार्टफोन, वर्कस्टेशन, सर्वर, इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज डिवाइस, स्मार्ट टीवी आ आइटी मैनेजमेंट सॉफ्टवेयर नियर प्रोडक्ट के डिजाइनिंग, डेवेलपमेंट आ उत्पादन क रहल बाटे। साल 2013 से, यूनिट सेल (अदद में बिक्री) के हिसाब से दुनिया के नंबर एक कंप्यूटर बेचे वाली कंपनी बा। एकरे द्वारा थिंकपैड, आइडियापैड आ लेनोवो योगा नांव के लैपटॉप, आ थिंकसेंटर आ आइडिया सेंटर नाँव के डेस्कटॉप कंप्यूटर बेचल जालें।
51bho
बी.ए. (ऑनर्स), बी.एस्‌सी. (ऑनर्स), एम.ए. (तत्त्वज्ञान), बी.लिट. (मनोविज्ञान-ऑक्सफर्ड), पीएच.डी (तत्त्वज्ञान), डी.लिट. (इंडॉलॉजी), शास्त्री (दर्शन) काव्यतीर्थ वगैरे. वर्‍हाडपांडे हे सर्व विश्वविद्यालयीन परीक्षा पहिल्या वर्गात उत्तीर्ण झाले होते. त्यांना बी.ए. व बी.एस्‌सी. (ऑनर्स) मिळून सर्व विद्यापीठात पहिले आल्याबद्दल प्राख्य गणपतराव सुवर्णपदक मिळाले होते.
195mar
१९४३ तमे वर्षे सा ‘मङ्गलाप्रसादपारितोषिकम्’ एवं ‘भारतभारती’-पुरस्कारं प्रापत् । स्वाधीनताप्राप्त्यनन्तरं १९५२ तमे वर्षे सा उत्तरप्रदेशविधानपरिषदः सदस्या अभवत् । १९५६ तमे वर्षे भारतसरकारः तस्याः साहित्यिकसेवानिमित्तं तस्यै ‘पद्मभूषण’-उपाधिम् अयच्छत् । १९७९ तमे वर्षे साहित्य अकादमी-संस्थायाः सदस्यतां प्राप्तवती सा प्रप्रथममहिला आसीत् । १९८८ तमे वर्षे मरणोत्तरं पद्मविभूषण-उपाधिना भारतसरकारेण सा सम्मानिता अभवत् ।
4san
या काठेवाडात ‘अ’वर्गीय १४, ‘ब’वर्गीय १७ व अन्य १९१ अशी एकूण २२२ संस्थाने होती. या सर्व संस्थानांना एकत्रित करून त्यांचे एक संयुक्त राज्य बनविण्याची सरदार वल्लभभाई पटेलांची योजना होती. त्यासाठी १८ कलमांचा ‘एकत्रीकरणनामा’ तयार ठेवला होता. १५ जानेवारी १९४८ रोजी पटेलांनी सर्व संस्थानिकांसमोर गुजरातीत भाषण करून एकत्रित येऊन एक संयुक्त राज्य स्थापन करण्याचे कळकळीचे आवाहन केले. त्यानंतर या कामाची जबाबदारी त्यांनी सचिव मेनन यांच्याकडे सोपवून दिली. तिसऱ्या दिवशी मेनन यांनी संस्थानिकांची बैठक बोलावून सांगितले की, ‘आपण आवश्यक त्या संरक्षण, दळणवळण व परराष्ट्र व्यवहार या तीन विषयांपुरते हिंदुस्थान देशात विलीन झाला आहात. परंतु, ती काही अंतिम उपाययोजना होऊ शकत नाही. ..हिंदुस्थान सरकार जनतेच्या हक्कांचे समर्थक आहे.. त्यांना वाटते की, राजेशाहीविरुद्ध उठाव न होता शांततेच्या मार्गाने जनतेकडे सत्तांतर झाले पाहिजे.. एकत्रीकरणापासून तुमची सुटका नाही.. तुम्हाला स्वतंत्र अस्तित्व टिकविणे अशक्य आहे.. तो धोका पत्करायचा आहे का, हे तुम्हीच ठरवा..’ संध्याकाळपर्यंत प्रमुख संस्थानिकांनी एकत्रीकरणास मान्यता देऊन टाकली. सर्वाच्या सह्या घेण्यात चार-पाच दिवस लागले. १५ फेब्रुवारी १९४८ रोजी सरदार पटेलांच्या हस्ते या ‘काठियावाड संयुक्त राज्या’चे उद्‌घाटन करण्यात आले.
195mar
'पार्थ' – मातुः पृथायाः (कुन्त्याः) सन्देशस्य स्मरणं कारयन् अर्जुनस्य अन्तःकरणे क्षत्रिययोग्यं वीरतायाः भावं जागरितुं भगवान् अर्जुनस्य कृते 'पार्थ' इति सम्बोधनम् अकरोत् । कुन्त्याः उद्देशः आसीत् यत्,
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अस्मिन् दाडिमे २२.२% यावत् “ट्यानिन्” नामकः अंशः भवति । तथैव शर्करा, निर्यासः, १५% “पेक्विन्” नामकः अंशः, “पेलेक्ट्रिन्”, “ऐसोपेलेक्ट्रिन्”, “प्युनिकोट्यानिक्” इत्यादयः अंशाः अपि भवन्ति । अस्यः रसः कषायः, आम्लः च । विपाके अयं मधुरः भवति । अयं शीतवीर्यः चापि । १. अस्य दाडिमस्य पक्वानि मधुराणि फलानि दाहं (पिपासां) निवारयन्ति । २. अपक्वस्य अथवा अवर्धितस्य दाडिमफलस्य कषायः अतिसारं (सर्वविधम् अतिसारं) निवारयति । सः कषायः रक्तस्रावम् अपि शमयति । ३. अस्य फलस्वरसः १ औन्स् यावत्, त्वचः कषायः ५ चमसान् यावत् सेवितुं शक्यते । ४. अस्य फलं बलवर्धकम् । दुर्बलानां, निश्शक्तानां च हितकरम् । ५. अस्य दाडिमस्य सेवनेन ज्वरः, निश्शक्तिः, मूत्रविकाराः च अपगच्छन्ति । ६. इदं दाडिमं बुभुक्षां वर्धयति, मुखे जातान् पिटकान् अपि शमयति । ७. दाडिमम् अरुचौ, क्रिमिबाधायां, आम्लपित्ते चापि उपयुज्यते । ८. अनेन दाडिमेन निर्मितानि “दाडिमाष्टकचूर्णं”, “दाडिमावलेह्यं”, “दाडिमादिचूर्णम्” इत्यादिकानि आयुर्वेदस्य औषधानाम् आपणेषु उपलभ्यन्ते ।
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प्रभो ! तस्मात् नमस्कृत्य शरीरं नम्रं कृत्वा स्तुत्यं प्रभुं त्वाम् अहं प्रसादयामि । पुत्रस्य अपराधम् पिता इव, सुहृदः अपराधं सुहृत् इव, प्रेयस्याः अपराधं प्रियः इव, मम अपराधं क्षन्तुम् अर्हसि ।
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शक्करखोरा (अंगरेजी: Purple-rumped sunbird, बै॰:Leptocoma zeylonica) चिरइन के नेक्टरनिडाई (फूल के रस चूसे वाली चिरई) परिवार के एगो प्रजाति बाटे।
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195mar
ढाकानगरं बाङ्ग्लादेशस्य राजधानी अस्ति । भारतस्य प्रतिवेशि राज्यम् अस्ति बाङ्ग्लादेशः। कार्पासवस्त्रोद्यमे विश्वप्रसिद्धम् अस्ति एतत् नगरम् ।
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Dioscurides Neapolitanus: Codex ex Vindobonensis Graecus 1"" (in Italian, Latin). Biblioteca Nazionale di Napoli. Retrieved 18 February 2010.
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संयोगिता यदा यौवनं प्रापत्, तस्मिन् काले आभारतं पृथ्वीराजस्य वीरतायाः चर्चाः आसन् । संयोगिता यदा पृथ्वीराजस्य वीरतायाः कथाः अशृणोत्, तदा सा पृथ्वीराजे प्रेमपाशेन अबद्धानात् । प्रेमशास्त्रेषु एतादृशी कन्या मुग्धा इत्युच्यते ।
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पैरों को नियमित रूप से नमीयुक्त बनाने से बिवाई से बचाव हो सकता है। एक बार वे हो जायें, तो हर दिन झामा ईंट से रगड़ कर त्वचा की मोटाई कम करें। खाली पैर चलने या पीछे की ओर से खुले जूते, सैंडल या पतले तले के जूते पहनने से बचें। मोटे तले के जूते स्थिति में सुधार में मदद कर सकते हैं। पैरों में हर दिन कम से कम दो बार कोई मोइश्चराइजर लगाने और सोते समय मोजे पहनने से भी मदद मिल सकती है।
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विल्हेम द्वितीय या विलियम द्वितीय (जर्मन: Friedrich Wilhelm Viktor Albrecht von Preußen; अंगरेजी: Frederick William Victor Albert of Prussia; 27 जनवरी 1859 – 4 जून 1941) जर्मनी का अन्तिम सम्राट (कैसर) तथा प्रशा का राजा था जिसने जर्मन साम्राज्य एवं प्रशा पर १५ जून १८८८ से ९ नवम्बर १९१८ तक शासन किया।
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साल 2011 के जनगणना अनुसार हुबली-धारवाड के कुल शहरी जनसंख्या 943788 बाटे आ आसपास के उपशहरी इलाका के मिला लिहल जाय तब कुल जनसंख्या 943788 बा। जनसंख्या के हिसाब से ई भारत के 50वाँ शहर बाटे। जनगणना आँकड़ा के मोताबिक एह शहर में लिंगानुपात 989 आ साक्षरता के दर 86.79% बाटे।
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१९३२ तमस्य वर्षस्य 'जनवरी'-मासस्य षड्विंशतितमे (२६/१/१९३२) दिनाङ्के तामलुक-उपमण्डस्य युवानः सर्वेषु ग्रामेषु पदयात्रायाः आयोजनम् अकुर्वन् । ग्रामं ग्रामं भ्रमन्ती सा पदयात्रा अलीला-ग्रामे सम्प्राप्ता । तस्यां पदयात्रायां यूभिः सह वृद्धाः अपि आसन् इति मातङ्गिनी अपश्यत् । खेदस्य विषयः आसीत् यत्, पदयात्रायाम् एकापि महिला नासीत्, केवलं पञ्च षड् वा बालिकाः एव आसन् । पदयात्रायाः तत् दृश्यं दृष्ट्वा मातङ्गिन्याः हृदि कीदृशाः भावाः स्युः इति तु मातङ्गिनी जानीयात् उत ईश्वरः । परन्तु सहसा सा पदयात्रायाः सम्मर्दे एकीभूता । पञ्च षड् वा कि.मी. यावत् पदयात्रा यदा अग्रे गता, तदा सर्वेषां मनसि द्विषष्ठिवर्षस्याः वृद्धायाः विषये कुतूहलम् उद्भूतम् – “कुतः, किमर्थम् एषा वृद्धा अस्माकं पदयात्रया सह सल्लग्ना” इति । पदयात्रायाः तद्दिवसः मातङ्गिन्याः जीवनपरिवर्तनस्य महान् दिवसः आसीत् ।
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बायैथलॉन भाग जर्मन बायैथलेट ईवी सेचेबैकर-स्टिले के सकारात्मक डोपिंग टेस्ट से जूझ रहा था। सेंचेंशेर-स्टाहले दोनों बड़े पैमाने पर द्रव्यमान और मिश्रित रिले में चौथे स्थान पर रहे थे लेकिन प्रतिबंधित घटनाओं के लिए मैथिलेक्सैनामाइन को सकारात्मक परीक्षण के बाद दोनों घटनाओं से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
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नर्गिस फकरी (जन्म २० अक्टूबर १९७९) अमेरिकन मोडल तथा अभिनेत्री हुन् । उनले २०११ मा प्रदर्शित हिन्दी चलचित्र रक स्टारमा निकै राम्रो अभिनय गरेकी थिइन् । त्यस्तै २०१३ मा मद्रास क्याफे र २०१४ मा में तेरा हीरो गरेकी थिइन । भने २०१५ मा उनले हलिउड चलचित्र स्पाईमा सामान्य अभिनय गरेकी थिइन ।
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लिवली प्रतिवर्ष कई मुख्य पत्रिकाओं के कवर पर दिखाई दी हैं। 2007 की सूची में कोस्मो गर्ल (नवंबर). 2008 की सूची में ; लकी (जनवरी), टीन वोग (मार्च), नायलॉन (मई;गोसिप गर्ल की सहनायिका मीस्टर के साथ), सेवनटीन (अगस्त), गर्ल्स लाइफ (अगस्त; द सिस्टरहुड ऑफ़ द ट्रेवलिंग पैंट्स के सह-कलाकार टेम्ब्लिन, ब्लेडेल एवं फेरेरा के साथ), वैनिटी फेयर (अगस्त; क्रिस्टिन स्टीवर्ट, अमांडा सेफ्रिड एवं एम्मा रोबर्ट्स के साथ) और कॉस्मोपॉलिटन (सितम्बर) पत्रिकाएं शामिल हैं। 2009 में सूची में सम्मिलित पत्रिकाओं के नाम: वोग (फरवरी कवर), अल्लुरे (मई), रॉलिंग स्टोन (अप्रैल), यू॰के॰ग्लैमर (अगस्त), नायलॉन (नवंबर) और मेरी क्लेयर (दिसंबर) हैं। जनवरी 2009 में, यू॰के॰ग्लैमर द्वारा लिवली को ""35 मोस्ट स्टाइलिश वोमेन टु लुक आउट फॉर"" के लिए सर्वश्रेष्ट 35 में से एक चुना गया था। मैक्सिम पत्रिका ने लिवली को हॉट 100 की सूची में 2009 में 33 वें एवं 2010 में चौथे स्थान पर रखा.
60hin
इनके बारे में प्रसिद्ध है कि स्नान करते हुए इन्हें अकस्माक विचार आया कि सोने में मिलावट कैसे पकड़ी जाए और ये नग्न ही ""यूरेका! यूरेका!"" (यूनानी: ""εὕρηκα! εὕρηκα!,"" ""मिल गया! मिल गया!"") चिल्लाते हुए सिराक्यूज़ की सड़कों पर दौड़ने लगे। इनका यह भी कथन प्रसिद्ध है, ""मुझे यदि खड़े होने की जगह मिल जाए तो मैं (लीवर की मदद से) पृथ्वी को हिला सकता हूँ।
60hin
पूर्वी ‘प्लेग’ ही संज्ञा कोणत्याही व्यापक फैलाव व मोठे मृत्युप्रमाण असलेल्या गंभीर रोगाला लावीत. मूळ लॅटिन शब्द ‘Plaga’ यावरून इंग्रजी भाषेत आलेला Plague हा शब्द ‘संकट’, ‘अनर्थ’, ‘अरिष्ट’, ‘पीडा’, ‘उपाधी’ अशा अर्थांनी रूढ झाला आहे. आज वैद्यकात वर उल्लेखिलेल्या सूक्ष्मजंतूमुळे उद्भवणाऱ्या आणि अतिज्वर, तीव्र विषरक्तता (सूक्ष्मजंतूंपासून तयार होणारी विषे रक्तात मिसळली जाऊन रक्ताभिसरणाबरोबर शरीराच्या सर्व भागांत पसरल्यामुळे निर्माण होणारी अवस्था), शक्तिक्षीणता, लसीका ग्रंथीचा [⟶ लसीका तंत्र] शोथ (दाहयुक्त सूज) व कधीकधी फुप्फुसात पसरणाऱ्या संसर्गजन्य रोगाला ही संज्ञा लावतात. या विकृतीला ‘काळा मृत्यू’ आणि ‘पेस्ट’ (पीडक) अशीही दुसरी नावे आहेत.
195mar
सन् २०१४ सम्ममा नेपालका ४ वटा सम्पदालाई संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (युनेस्को)द्वारा विश्व सम्पदा क्षेत्रमा मान्यता प्रदान गरिएको छ ।
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यस गाविसका अधिकांश परिवारहरू कृषि पेशामा नै निर्भर रहेका छन्। कृषि पेशाका अलावा यस गाविसमा पाइने जडिबुटीहरू मध्ये अल्लो तथा राडीपाखी यहाँको प्रमुख आयश्रोत हो। यस गाविसमा खेतियोग्य जमीन जम्मा पाँच सय सन्तानब्बे दशमलव ३६ हेक्टर रहेको यस गाविसमा भिरालो पनाको कारण कृषि पेशामा प्रत्यक्ष प्रभाव पारेको पाइन्छ।
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