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गुड़गांव : 15 साल की लड़की ने लगाई फांसी | गुड़गांव में एक बार फिर आत्महत्या का एक मामला सामने आया है। यहां के सुशांत लोक इलाके में एक 15 साल की लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। | गुड़गांव के सुशांत लोक इलाके में एक 15 साल की लड़की ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। प. बंगाल की रहने वाली यह लड़की एक हाउसिंग सोसायटी में मेड के तौर पर काम करती थी जिस घर में यह लड़की काम करती थी उसमें रहने वाले दंपति उस वक्त अपने ऑफिस गए हुए थे।
जब दूध देने आए हॉकर ने घर का दरवाजा खटखटाया तो किसी ने दरवाजा नहीं खोला जिसके बाद पुलिस को खबर की गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो लड़की का शव पंखे से लटका हुआ मिला। वहां से एक नोट भी मिला है जिसमें लड़की ने आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है।
जब दूध देने आए हॉकर ने घर का दरवाजा खटखटाया तो किसी ने दरवाजा नहीं खोला जिसके बाद पुलिस को खबर की गई। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो लड़की का शव पंखे से लटका हुआ मिला। वहां से एक नोट भी मिला है जिसमें लड़की ने आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया है। |
रेलवे के भोजन में नहीं थी छिपकली, फ्री के खाने के लिए बुजुर्ग ने चली थी चाल | रेलवे के भोजन में नहीं थी छिपकली
फ्री के खाने के लिए बुजुर्ग ने चली थी चाल
पूछताछ में बुजुर्ग ने उगल दी सच्चाई | अधिकारी ने कहा कि ऐसा लगता है कि सुरेन्द्र कुछ समय से ऐसा कर रहे थे. वरिष्ठ अधिकारियों ने गुंटकल स्टेशन पर जब सुरेन्द्र से पूछताछ की तो उन्होंने सच्चाई उगल दी. यहां तक कि सुरेन्द्र ने एक वीडियो भी रिकॉर्ड की जिसमें उन्होंने बताया कि इस चाल के लिये उसने "मानसिक रोग दूर करने वाली मछली" का इस्तेमाल किया. वीडियो में वह रेलवे अधिकारियों से उलझता दिख रहे हैं. वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, "मैंने कुछ गलत नहीं किया. मैं बूढ़ा आदमी हूं, मानसिक रूप से अस्थिर हूं. मुझे ब्लड कैंसर है. कृपया मुझे जाने दो. पंजाब में एक आयुर्वेदिक दवा है. मैंने हड्डी रोगों और मानसिक बीमारियों को दूर करने की एक मछली का इस्तेमाल किया."
सुरेन्द्र ने यह दावा भी किया कि उनके पिता वरिष्ठ डीसीएम थे. अधिकारियों ने कहा कि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि सुरेन्द्र मानसिक रूप से अस्थिर हैं या नहीं, जैसा कि उन्होंने दावा किया है. साथ ही यह भी अस्पष्ट है कि उन्हें ब्लड कैंसर है अथवा नहीं. |
ICW 2017: ऐड के बाद अब रैम्प पर चमकी आलिया भट्ट और रणवीर सिंह की सेंसुअल जोड़ी | मनीष मल्होत्रा के शो-स्टॉपर बने रणवीर सिंह और आलिया भट्ट
रणवीर-आलिया ने अनवील किया मनीष का 'सेंसुअल अफेयर' कलेक्शन
ऐड के बाद रैम्प पर उतरीं रणवीर-आलिया की जोड़ी | The stars of the night! Couturier @manishmalhotra05 with his glamorous showstoppers, @aliaabhatt & @ranveersingh close the #ICW2017 #ADecadeofCouture . . . @britishairways @maccosmetics @pearlacademy @hindustantimes @bazaarbridei @mmalhotraworld
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YAAAAASSSS
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घर से बाहर था मालिक, पालतू कुत्ते ने माइक्रोवेव ऑन कर इस तरह लगा दी किचन में आग | कुत्ते ने माइक्रोवेव कर दिया था चालू.
माइक्रोवेव में रखे ब्रेड रोल के पैकेट ने पकड़ ली थी आग.
इससे पहले एक पालतू कुत्ता कार चलाता दिखा था. | यूनाइटेड किंगडम (United Kingdom) में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जहां एक पालतू कुत्ते ने माइक्रोवेव चालू कर घर में आग लगा दी. बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक एसेक्स काउंटी के एक शहर स्टैनफोर्ड-ले-होप के एक घर में मालिक ने कुत्ते को घर पर अकेला छोड़ दिया था. इस दौरान कुत्ते ने किचन में रखे माइक्रोवेव को चालू कर दिया. माइक्रोवेव चालू करने से अंदर रखे ब्रेड रोल के पैकेट ने आग पकड़ ली और इससे किचन में आग लग गई.
घर के मालिक को इस बारे में तब पता चला जब उसने अपने फोन में कैमरा फीड देखी और उसे किचन में धुंआ भरा हुआ नजर आया. फायर स्टेशन के वॉच मैनेजर, जिओफ व्हील ने एबीसी न्यूज को बताया, "ये बहुत हैरान करे देने वाला मामला है, पर ये बहुत बड़ी घटना का रूप भी ले सकता था." व्हील ने बताया कि जब तक दमकलकर्मी दो मंजिला इमारत में पहुंचे तब तक पूरे किचन में धुंआ भर चुका था जिसके बाद दमकलकर्मियों ने निश्चित किया कि किचन के अलावा आग कहीं और न फैले.
व्हील ने कहा कि इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि अगर माइक्रोवेव को इस्तेमाल न कर रहे हों तो उसमें कुछ न छोड़ें. बता दें कि इस घटना में कुत्ते को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और वह सुरक्षित है. ऐसा पहला मौका नहीं है जब कुत्ते ने कुछ ऐसा हैरान कर देने वाला काम कर दिखाया हो इससे दो हफ्ते पहले फ्लोरिडा में एक कुत्ते ने एक कार को रिव्हर्स किया था और एक घंटे तक कार चलाता रहा था. |
नवाज शरीफ की पत्नी कुलसुम को ऑपरेशन के बाद अस्पताल से मिली छुट्टी | कुलसुम नवाज का कैंसर का चल रहा था इलाज
तीसरे ऑपरेशन के बाद अस्पताल से मिली छुट्टी
बेटी मरियम ने ट्वीट कर दी जानकारी | Just brought Ami home. She is Alhamdolillah recovering well after her 3rd surgery. Jazak'Allah for your valuable prayers. |
रियो ओलिंपिक : महिला तीरंदाज बोम्बायला देवी और दीपिका कुमारी प्री.क्वार्टर फाइनल में हारीं | मैक्सिको की वेलेंसिया ने बोम्बायला को 6-2 से हराया
दीपिका से ताइपेई की तीरंदाज ने सीधे सेटों में मुकाबला जीता था
पुरुष तीरंदाजी में अब अतानु दास पर टिकी हैं उम्मीदें | महिला तीरंदाजी के प्री.क्वार्टर फाइनल में भारत की बोम्बायला देवी भी अपना मुकाबला हार गई हैं. स्टार तीरंदाज दीपिका कुमार की चीनी ताइपेई की तीरंदाज के हाथों की हुई हार के बाद देश बोम्बायला से जीत की उम्मीद कर रहा था लेकिन वे इन उम्मीदों पर खरी नहीं उतर सकीं. मैक्सिको की वेलेंसिया अलेजांद्रा ने भारत को बोम्बायला को 6-2 से पराजित किया. मैक्सिको की तीरंदाज ने यह मुकाबला 28-26, 23-26,28-27, 25-23 से जीता.टिप्पणियां
इससे पहले, भारत की स्टार तीरंदाज दीपिका कुमारी भी ताइपई की तान तिंग या से अपना मुकाबला हार गई थीं. ताइपेई की तीरंदाज ने यह मुकाबला 28-27, 29-26, 30-27 से जीता.मुकाबले में दीपिका ताइपेई की तीरंदाज के आगे जरा भी नहीं टिक सकीं और सीधे सेटों में मुकाबला हार गईं
दीपिका ने इटली की गुएंदालिना सारतोरी को से हराकर प्री क्वॉर्टर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की थी. दीपिका ने बारिश और हवाओं के बीच अच्छा प्रदर्शन करते हुए इटली की तीरंदाज के खिलाफ यह मुकाबला जीता था. अब भारत की उम्मीदें पुरुष तीरंदाज अतानु दास पर टिकी हैं उन्हें अभी अपना प्री. क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलना है.
इससे पहले, भारत की स्टार तीरंदाज दीपिका कुमारी भी ताइपई की तान तिंग या से अपना मुकाबला हार गई थीं. ताइपेई की तीरंदाज ने यह मुकाबला 28-27, 29-26, 30-27 से जीता.मुकाबले में दीपिका ताइपेई की तीरंदाज के आगे जरा भी नहीं टिक सकीं और सीधे सेटों में मुकाबला हार गईं
दीपिका ने इटली की गुएंदालिना सारतोरी को से हराकर प्री क्वॉर्टर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की थी. दीपिका ने बारिश और हवाओं के बीच अच्छा प्रदर्शन करते हुए इटली की तीरंदाज के खिलाफ यह मुकाबला जीता था. अब भारत की उम्मीदें पुरुष तीरंदाज अतानु दास पर टिकी हैं उन्हें अभी अपना प्री. क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलना है.
दीपिका ने इटली की गुएंदालिना सारतोरी को से हराकर प्री क्वॉर्टर फाइनल में अपनी जगह सुनिश्चित की थी. दीपिका ने बारिश और हवाओं के बीच अच्छा प्रदर्शन करते हुए इटली की तीरंदाज के खिलाफ यह मुकाबला जीता था. अब भारत की उम्मीदें पुरुष तीरंदाज अतानु दास पर टिकी हैं उन्हें अभी अपना प्री. क्वार्टर फाइनल मुकाबला खेलना है. |
इस राज्य की सरकार दुल्हनों को फ्री में देगी 1 तोला सोना, दफ्तरों में रखे जाएंगे सैनिटरी नैप्किन | असम सरकार का अहम फैसला
दुल्हनों को मुफ्त में देगी 1 तोला सोना
कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री सोनोवाल ने की घोषणा | असम सरकार ने एक अहम फैसला लेते हुए अरुंधति स्कीम (Arundhati Scheme) के तहत दुल्हनों को 1 तोला सोना मुफ्त दोने की घोषणा की है. गुवाहाटी में मंगलवार शाम हुई कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल (Sarbananda Sonowal) ने इस स्कीम को हरी झंडी दिखाते हुए 1 तोला सोना (11.66 ग्राम) दुल्हन के माता पिता को मुफ्त में देने की घोषणा की है. हालांकि, इस स्कीम के अंदर वही परिवार आएंगे जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं. आपको बता दें कि यह स्कीम इस साल के राज्य बजट में प्रस्तावित थी.
बाल विवाह निषेध अधिनियम के तहत अरुंधति योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य में बाल विवाह की संख्या को कम करना है. बाल विवाह निषेध अधिनियम के मुताबिक भारत में किसी भी लड़की की शादी 18 साल की उम्र से पहले और लड़के की शादी 21 साल की आयु से पहले नहीं हो सकती. इस वजह से अरुंधति योजना का लाभ, औपचारिक पंजीकरण के जरिए असम के विशेष विवाह नियम 1954 के तहत लिया जा सकता है.
हालांकि, इस योजना का लाभ किसी भी जाति, पंथ, धर्म आदि से अलग वही परिवार ले सकते हैं जिनकी सालाना आय 5 लाख से कम है.
कैबिनेट की इस बैठक में सरकार ने सभी कार्यालयों और उद्योगों में अनिवार्य रूप से सैनिटरी नैप्किन रखे जाने का भी फैसला लिया है. ये फैसला कार्यस्थल पर महिलाओं में व्यक्तिगत साफ-सफाई को बढ़ावा देने के लिए लिया गया है. |
सेंसेक्स की शीर्ष दस में से सात कंपनियों का मार्केट कैप 29,907 करोड़ रुपये घटा | टीसीएस सबसे अधिक नुकसान में रही
एसबीआई को 9,160.08 करोड़ रुपये का नुकसान
इंफोसिस को 80.39 करोड़ रुपये का घाटा | शीर्ष दस कंपनियों की सूची में टीसीएस पहले स्थान पर कायम रही. उसके बाद रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी, इन्फोसिस, एचडीएफसी, कोल इंडिया, ओएनजीसी, हिंद यूनिलीवर तथा एसबीआई का स्थान रहा. |
सहाय का कोयला ब्लॉक आवंटन में संलिप्तता से इनकार | सहाय ने कहा, "प्रधानमंत्री कार्यालय को मेरे पत्र लिखने से बहुत पहले ही फतेहपुर कोयला ब्लॉक एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को आवंटित किए जा चुके थे।" | केंद्रीय पर्यटन मंत्री सुबोधकांत सहाय ने कोयला ब्लॉक आवंटन में अनुचित तरीका अपनाने और भाई-भतीजावाद के आरोपों का खंडन करते हुए शुक्रवार को कहा कि उन्होंने अपने भाई की कम्पनी एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड का कभी पक्ष नहीं लिया।
सहाय ने कहा, "मैं न तो उस कम्पनी का साझेदार हूं और न ही निदेशक। जहां तक मेरे भाई सुधीर सहाय के पेशे और व्यवसाय का सवाल है, तो वह भी पूरी तरह आत्मनिर्भर है।"
सहाय पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था, जिसके बाद ही एसकेएस इस्पात कम्पनी को कोयला ब्लॉक आवंटित किया गया। इसके अगले दिन मीडिया से बातचीत में सहाय ने कहा कि उन्होंने जब प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा, तब तक ब्लॉक आवंटित किए जा चुके थे।
सहाय ने कहा, "प्रधानमंत्री कार्यालय को मेरे पत्र लिखने से बहुत पहले ही फतेहपुर कोयला ब्लॉक एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को आवंटित किए जा चुके थे। उन्होंने कहा, "एसकेएस उनके नाम पर नहीं है, बल्कि कम्पनी का नाम श्री कृष्णा स्ट्रक्चर्स है।"
ज्ञात हो कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने इस महीने की शुरुआत में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है कि निजी कम्पनियों को कोयला ब्लॉक आवंटित किए जाने में पारदर्शिता नहीं रखी गई जिस कारण पिछले वर्ष 11 मार्च को किए गए अंकेक्षण के अनुसार राजकोष को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सहाय ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोयला ब्लॉक आवंटन मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब कर रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा झूठ गढ़ने में माहिर है और यही वजह है कि वह संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है। मेरे खिलाफ आरोप झूठ का एक पुलिंदा है।"टिप्पणियां
सहाय के अनुसार, एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए जनवरी 2007 में आवेदन दिया था।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे।
सहाय ने कहा, "मैं न तो उस कम्पनी का साझेदार हूं और न ही निदेशक। जहां तक मेरे भाई सुधीर सहाय के पेशे और व्यवसाय का सवाल है, तो वह भी पूरी तरह आत्मनिर्भर है।"
सहाय पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था, जिसके बाद ही एसकेएस इस्पात कम्पनी को कोयला ब्लॉक आवंटित किया गया। इसके अगले दिन मीडिया से बातचीत में सहाय ने कहा कि उन्होंने जब प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा, तब तक ब्लॉक आवंटित किए जा चुके थे।
सहाय ने कहा, "प्रधानमंत्री कार्यालय को मेरे पत्र लिखने से बहुत पहले ही फतेहपुर कोयला ब्लॉक एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को आवंटित किए जा चुके थे। उन्होंने कहा, "एसकेएस उनके नाम पर नहीं है, बल्कि कम्पनी का नाम श्री कृष्णा स्ट्रक्चर्स है।"
ज्ञात हो कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने इस महीने की शुरुआत में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है कि निजी कम्पनियों को कोयला ब्लॉक आवंटित किए जाने में पारदर्शिता नहीं रखी गई जिस कारण पिछले वर्ष 11 मार्च को किए गए अंकेक्षण के अनुसार राजकोष को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सहाय ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोयला ब्लॉक आवंटन मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब कर रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा झूठ गढ़ने में माहिर है और यही वजह है कि वह संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है। मेरे खिलाफ आरोप झूठ का एक पुलिंदा है।"टिप्पणियां
सहाय के अनुसार, एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए जनवरी 2007 में आवेदन दिया था।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे।
सहाय पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखा था, जिसके बाद ही एसकेएस इस्पात कम्पनी को कोयला ब्लॉक आवंटित किया गया। इसके अगले दिन मीडिया से बातचीत में सहाय ने कहा कि उन्होंने जब प्रधानमंत्री कार्यालय को पत्र लिखा, तब तक ब्लॉक आवंटित किए जा चुके थे।
सहाय ने कहा, "प्रधानमंत्री कार्यालय को मेरे पत्र लिखने से बहुत पहले ही फतेहपुर कोयला ब्लॉक एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को आवंटित किए जा चुके थे। उन्होंने कहा, "एसकेएस उनके नाम पर नहीं है, बल्कि कम्पनी का नाम श्री कृष्णा स्ट्रक्चर्स है।"
ज्ञात हो कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने इस महीने की शुरुआत में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है कि निजी कम्पनियों को कोयला ब्लॉक आवंटित किए जाने में पारदर्शिता नहीं रखी गई जिस कारण पिछले वर्ष 11 मार्च को किए गए अंकेक्षण के अनुसार राजकोष को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सहाय ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोयला ब्लॉक आवंटन मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब कर रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा झूठ गढ़ने में माहिर है और यही वजह है कि वह संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है। मेरे खिलाफ आरोप झूठ का एक पुलिंदा है।"टिप्पणियां
सहाय के अनुसार, एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए जनवरी 2007 में आवेदन दिया था।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे।
सहाय ने कहा, "प्रधानमंत्री कार्यालय को मेरे पत्र लिखने से बहुत पहले ही फतेहपुर कोयला ब्लॉक एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को आवंटित किए जा चुके थे। उन्होंने कहा, "एसकेएस उनके नाम पर नहीं है, बल्कि कम्पनी का नाम श्री कृष्णा स्ट्रक्चर्स है।"
ज्ञात हो कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने इस महीने की शुरुआत में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है कि निजी कम्पनियों को कोयला ब्लॉक आवंटित किए जाने में पारदर्शिता नहीं रखी गई जिस कारण पिछले वर्ष 11 मार्च को किए गए अंकेक्षण के अनुसार राजकोष को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सहाय ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोयला ब्लॉक आवंटन मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब कर रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा झूठ गढ़ने में माहिर है और यही वजह है कि वह संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है। मेरे खिलाफ आरोप झूठ का एक पुलिंदा है।"टिप्पणियां
सहाय के अनुसार, एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए जनवरी 2007 में आवेदन दिया था।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे।
ज्ञात हो कि नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) ने इस महीने की शुरुआत में पेश अपनी रिपोर्ट में कहा है कि निजी कम्पनियों को कोयला ब्लॉक आवंटित किए जाने में पारदर्शिता नहीं रखी गई जिस कारण पिछले वर्ष 11 मार्च को किए गए अंकेक्षण के अनुसार राजकोष को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।
सहाय ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोयला ब्लॉक आवंटन मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब कर रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा झूठ गढ़ने में माहिर है और यही वजह है कि वह संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है। मेरे खिलाफ आरोप झूठ का एक पुलिंदा है।"टिप्पणियां
सहाय के अनुसार, एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए जनवरी 2007 में आवेदन दिया था।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे।
सहाय ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कोयला ब्लॉक आवंटन मुद्दे को लेकर उनकी छवि खराब कर रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा झूठ गढ़ने में माहिर है और यही वजह है कि वह संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रही है। मेरे खिलाफ आरोप झूठ का एक पुलिंदा है।"टिप्पणियां
सहाय के अनुसार, एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए जनवरी 2007 में आवेदन दिया था।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे।
सहाय के अनुसार, एसकेएस इस्पात एंड पावर लिमिटेड ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक आवंटन के लिए जनवरी 2007 में आवेदन दिया था।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे।
स्क्रीनिंग कमेटी ने फतेहपुर कोयला ब्लॉक का आवंटन एसकेएस इस्पात और प्रकाश इंडस्ट्रीज को संयुक्त रूप से करने का फैसला लिया। दोनों कम्पनियों को नवम्बर 2007 में पत्र जारी किए गए थे। |
12वीं की परीक्षा दे रहे हैं उड़ीसा के मंत्री | उड़ीसा के सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री 33 वर्षीय रमेश चंद्र मांझी इन दिनों रात 11 से 1 बजे तक समर्पित भाव से पढ़ाई करते हैं। | उड़ीसा के सूचना प्रौद्योगिकी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री 33 वर्षीय रमेश चंद्र मांझी इन दिनों रात 11 से 1 बजे तक समर्पित भाव से पढ़ाई करते हैं। वह इंटरमीडिएट (12वीं) की परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। गोंड जनजातीय समुदाय से सम्बंध रखने वाले माझी ने कहा कि मैं शिक्षा के महत्व से वाकिफ था, लेकिन कई कारणों से पढ़ाई जारी नहीं रख सका। माझी 12 से 30 मार्च तक चलने वाली परीक्षा में शामिल होने के लिए लिए पनबेडा गांव जाते हैं। उन्होंने 1995 में भी परीक्षा दी थी, लेकिन तब अनुत्तीर्ण हो गए थे। मंत्री आर्ट विषय से परीक्षा दे रहे हैं। इंटरमीडिएट की परीक्षा पास करने के बाद वह आर्ट विषय से स्नातक की पढ़ाई पूरी करना चाहते हैं। सिर्फ 19 वर्ष की अवस्था में 1997 में मांझी राजनीति में प्रवेश कर गए थे। वह स्थानीय पंचायत समिति प्रमुख चुने गए और 2002 तक इस पद पर रहे थे। इसके बाद 2002 में वे जिला परिषद के सदस्य चुने गए और दो वर्ष तक इस पद रहे। बहनों की शादी, पिता की मृत्यु और राजनीतिक काम-काज के कारण उनकी पढ़ाई बीच में रुक गई थी। मांझी के पिता जादव मांझी भी राजनीति से जुड़े थे और दाबूगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक (1990-95) थे। उन्होंने परा-स्नातक (पीजी) तक की पढ़ाई पूरी की थी और 1984 में राजनीति में जुड़ने से पहले 10 सालों तक शिक्षक रहे थे। वे बीजू पटनायक की सरकार में राज्य मंत्री भी बनाए गए थे। रमेश चंद्र मांझी ने अपने पिता के बारे में बताया कि वे कवि और लघु कथा लेखक थे। मांझी अभी जनजातीय बहुल नबरंगपुर जिले में दंडमुंड गांव में अपने घर पर परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि वे परीक्षा पास कर जाएंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीतिक पद पर होने के कारण उन्हें कोई अतिरिक्त सुविधा नहीं दी जा रही है। यह पूछे जाने पर कि पढ़ाई करते हुए वह अपना उत्तरदायित्व किस प्रकार निभाते हैं, उन्होंने कहा कि उनके अधिकारी हमेशा उनके सम्पर्क में रहते हैं। वह हर मुद्दे पर उनसे बात करते हैं। उन्होंने कहा कि वह देर शाम तक राजनीतिक कार्य करते हैं और रात 11 बजे से एक बजे तक पढ़ाई करते हैं। मांझी को उनके पारिवारिक सदस्यों, मित्रों और बीजू जनता दल के अपने अन्य सहयोगियों से भी प्रोत्साहन मिल रहा है। एक पुत्र और पुत्री के पिता मांझी ने कहा कि हमें अच्छी शिक्षा जरूर हासिल करनी चाहिए। मांझी की पत्नी तपस्विनी का मानना है कि अच्छी शिक्षा हासिल कर वह गरीबों की सेवा और अच्छी तरह से कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि वह खुश है कि वह अपना लक्ष्य हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं। समुदाय के एक छात्र गोपाल मुरमू ने कहा कि जहां चाह होती है, वहां राह भी निकल ही आती है। उनसे यह शिक्षा मिलती है कि आप चाहे किसी भी पद पर हों या कहीं भी हों, अपनी पढ़ाई जारी रख सकते हैं। |
भाजपा का ‘चेहरा’ बने ‘अच्छे मित्र’ मोदी को जया ने दी बधाई | जयललिता ने अपने ‘अच्छे मित्र’ और गुजरात में अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी को वर्ष 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर सोमवार को बधाई दी लेकिन इस घटनाक्रम पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से यह करते हुए इनका | तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता ने अपने ‘अच्छे मित्र’ और गुजरात में अपने समकक्ष नरेंद्र मोदी को वर्ष 2014 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर सोमवार को बधाई दी लेकिन इस घटनाक्रम पर उन्होंने कोई प्रतिक्रिया देने से यह करते हुए इनकार कर दिया कि यह पार्टी का अंदरूनी मामला है।
मोदी को वर्ष 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए कल गोवा में हुए अधिवेशन में भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर जयललिता से जब प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है और उनके लिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।टिप्पणियां
जयललिता ने कहा ‘राजनीतिक रूप से मैं नहीं सोचती कि दूसरी पार्टी में जो कुछ हुआ, उस पर टिप्पणी करना मेरे लिए उचित होगा। लेकिन निजी तौर पर मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं और एक योग्य प्रशासक के तौर पर उन्हें मैं बहुत सम्मान देती हूं। चाहे वह गुजरात में चुनाव जीतें या पार्टी में उंचा स्थान प्राप्त करें, मेरी शुभकामनाएं हमेशा उनके साथ हैं। उनके लिए मैं बहुत खुश हूं।’ वर्ष 2013-14 के लिए राज्य की सालाना योजना के बारे में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया से मिल कर चर्चा करने के लिए वह नयी दिल्ली जा रही हैं।
मोदी उन गिनेचुने नेताओं में से एक हैं जो वर्ष 2011 में जयललिता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए हुए समारोह में शामिल हुए थे। जब पिछले साल मोदी ने तीसरी बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीता तो अन्नाद्रमुक प्रमुख भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं।
मोदी को वर्ष 2014 में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के लिए कल गोवा में हुए अधिवेशन में भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख बनाए जाने पर जयललिता से जब प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि यह भाजपा का अंदरूनी मामला है और उनके लिए इस पर टिप्पणी करना उचित नहीं होगा।टिप्पणियां
जयललिता ने कहा ‘राजनीतिक रूप से मैं नहीं सोचती कि दूसरी पार्टी में जो कुछ हुआ, उस पर टिप्पणी करना मेरे लिए उचित होगा। लेकिन निजी तौर पर मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं और एक योग्य प्रशासक के तौर पर उन्हें मैं बहुत सम्मान देती हूं। चाहे वह गुजरात में चुनाव जीतें या पार्टी में उंचा स्थान प्राप्त करें, मेरी शुभकामनाएं हमेशा उनके साथ हैं। उनके लिए मैं बहुत खुश हूं।’ वर्ष 2013-14 के लिए राज्य की सालाना योजना के बारे में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया से मिल कर चर्चा करने के लिए वह नयी दिल्ली जा रही हैं।
मोदी उन गिनेचुने नेताओं में से एक हैं जो वर्ष 2011 में जयललिता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए हुए समारोह में शामिल हुए थे। जब पिछले साल मोदी ने तीसरी बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीता तो अन्नाद्रमुक प्रमुख भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं।
जयललिता ने कहा ‘राजनीतिक रूप से मैं नहीं सोचती कि दूसरी पार्टी में जो कुछ हुआ, उस पर टिप्पणी करना मेरे लिए उचित होगा। लेकिन निजी तौर पर मोदी मेरे बहुत अच्छे मित्र हैं और एक योग्य प्रशासक के तौर पर उन्हें मैं बहुत सम्मान देती हूं। चाहे वह गुजरात में चुनाव जीतें या पार्टी में उंचा स्थान प्राप्त करें, मेरी शुभकामनाएं हमेशा उनके साथ हैं। उनके लिए मैं बहुत खुश हूं।’ वर्ष 2013-14 के लिए राज्य की सालाना योजना के बारे में योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया से मिल कर चर्चा करने के लिए वह नयी दिल्ली जा रही हैं।
मोदी उन गिनेचुने नेताओं में से एक हैं जो वर्ष 2011 में जयललिता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए हुए समारोह में शामिल हुए थे। जब पिछले साल मोदी ने तीसरी बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीता तो अन्नाद्रमुक प्रमुख भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं।
मोदी उन गिनेचुने नेताओं में से एक हैं जो वर्ष 2011 में जयललिता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के लिए हुए समारोह में शामिल हुए थे। जब पिछले साल मोदी ने तीसरी बार गुजरात विधानसभा चुनाव जीता तो अन्नाद्रमुक प्रमुख भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुई थीं। |
छात्रा से गैंगरेप करने वालों का निकला जुलूस, जूते-चप्पलों से की गई पिटाई | 20 वर्षीय छात्रा का कमरे में बंधक बनाकर किया गैंगरेप
छात्रा और उसके परिजन को जान से मारने की धमकी दी
महिलाओं ने चप्पलों और लाठियों से की जमकर पिटाई | पुलिस के मुताबिक वहां पर शैलेन्द्र एवं धीरज ने छात्रा को उसे एवं उसके परिजन को जान से मारने की धमकी दी और उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया. सोनू एवं चिमन ने इस घिनौने कृत्य में उनकी मदद की. दुष्कर्म करने के बारे में किसी को बताने पर भी उसे जान से मारने की धमकी दी गई. चौधरी ने बताया कि बाद में इन आरोपियों ने उसे रात में ही छोड़ दिया और छात्रा अपने घर चली गई. रविवार को सुबह वह अपने परिजन के साथ महाराणा प्रताप नगर पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराने आई. इस पर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को एक घंटे में गिरफ्तार कर लिया.
(इनपुट एजेंसी से) |
जानें क्या है इस समय केईएम हॉस्पिटल का हाल... | मुंबई के एलफिंस्टन स्टेशन के फुट ओवर ब्रिज पर भगदड़
घायलों को उपचार के लिए केईएम हॉस्पिटल पहुंचाया गया
घायलों के उपाचर का खर्च जीओएम वहन करेगा | A -ve, B -ve and AB -ve blood is required in KEM hospital for those injured in #Elphinstone stampede . Please contact the blood bank at KEM |
बारातियों से भरी बस में लगी आग, पुलिस की मुस्तैदी से बाल-बाल बचे 52 लोग | बस के अंदर फंसे थे 52 लोग, कई बच्चे भी थे बस के अंदर
मामले की जांच कर रही है पुलिस, चालक की है तलाश
स्थानीय लोगों ने भी पुलिस के साथ की मदद | घटना के समय 50 से 55 बाराती बस में थे. आग लगने के बाद जब उनमें से कोई भी बस का दरवाजा नहीं खोल पाया तब उन्होंने मदद मांगी. इसके बाद ही पास के पिकेट पर तैनात पुलिस के जवानों ने मौके पर पहुंचकर बारातियों को बस से बाहर निकाला.
VIDEO: तिमारपुर में जब खड़ी बस में लग गई आग
इस मामले में घायल हुए सभी बारातियों को अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई.
VIDEO: तिमारपुर में जब खड़ी बस में लग गई आग
इस मामले में घायल हुए सभी बारातियों को अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई. |
बंगाली दुल्हन के लुक में दिखीं ईशा देओल, 'केकवॉक' से करने जा रही कमबैक | शॉर्ट फिल्म में नजर आएंगी ईशा देओल
'केकवॉक' में दिखा नया लुक
बनेंगी बंगाली दुल्हन | Launched my Bengali bridal look from @ramkamalmukherjee film #Cakewalk yesterday in Kolkata. It was fun interacting with media.pic.twitter.com/Qij2V6klz5 |
सत्र बढ़ा तो अनशन नहीं : टीम अन्ना | टीम अन्ना ने कहा है कि हमारा इरादा लोकपाल बिल पास करवाना है और अगर संसद का सत्र बढ़ाया जाता है तो अन्ना 27 दिसंबर से प्रस्तावित अनशन नहीं करेंगे। | टीम अन्ना ने कहा है कि हमारा इरादा लोकपाल बिल पास करवाना है और अगर संसद का सत्र बढ़ाया जाता है तो अन्ना 27 दिसंबर से प्रस्तावित अनशन नहीं करेंगे। उधर, सूत्रों के मुताबिक सरकार लोकपाल बिल पास कराने के लिए संसद सत्र बढ़ाने पर विचार कर रही है। |
सांबा मामला : सेना के पांच जवान बर्खास्त | जम्मू-कश्मीर के सांबा में पिछले वर्ष अनुशासनहीनता के एक मामले में सेना के पांच जवानों को बर्खास्त कर दिया गया, जबकि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने एक यूनिट के कमांडिंग आफिसर सहित 55 अन्य सैन्य कर्मियों के खिलाफ अन्य कार्रवाई की सिफारिश की गई है। | जम्मू-कश्मीर के सांबा में पिछले वर्ष अनुशासनहीनता के एक मामले में सेना के पांच जवानों को बर्खास्त कर दिया गया, जबकि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने एक यूनिट के कमांडिंग आफिसर सहित 55 अन्य सैन्य कर्मियों के खिलाफ अन्य कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
यह मामला सांबा में पिछले वर्ष 16 सशस्त्र इकाई से संबद्ध है, जिसमें आठ अगस्त को एक जवान की आत्महत्या की घटना के बाद अधिकारियों और जवानों के बीच टकराव हुआ था।
सांबा अनुशासनहीनता मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के बाद पांच जवानों को सेना से प्रशासनिक बर्खास्तगी की सिफारिश की गई है। इसके अंतर्गत सेना के जवानों को कोर्ट मार्शल का सामना किए बिना तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है।
सेना सूत्रों ने कहा कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की सिफारिशों पर उच्च अधिकारी विचार कर इनकी पुष्टि करेंगे।
एक ब्रिगेडियर के नेतृत्व में हुई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में सात अन्य सैन्यकर्मियों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही की सिफारिश की गई है। इनमें चार जूनियर कमीशंड अधिकारी, तीन जवान शामिल हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई में कर्मियों को कोर्ट मार्शल का सामना करना होता है।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि कमांडिंग आफिसर, तीन अन्य अधिकारियों और इकाई के पांच जवानों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पूरे घटनाक्रम में उनकी भूमिका को देखते हुए 39 जवानों को स्थायी तौर पर इकाई से बाहर तैनात करने की सिफारिश की है।
यह मामला सांबा में पिछले वर्ष 16 सशस्त्र इकाई से संबद्ध है, जिसमें आठ अगस्त को एक जवान की आत्महत्या की घटना के बाद अधिकारियों और जवानों के बीच टकराव हुआ था।
सांबा अनुशासनहीनता मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के बाद पांच जवानों को सेना से प्रशासनिक बर्खास्तगी की सिफारिश की गई है। इसके अंतर्गत सेना के जवानों को कोर्ट मार्शल का सामना किए बिना तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है।
सेना सूत्रों ने कहा कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की सिफारिशों पर उच्च अधिकारी विचार कर इनकी पुष्टि करेंगे।
एक ब्रिगेडियर के नेतृत्व में हुई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में सात अन्य सैन्यकर्मियों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही की सिफारिश की गई है। इनमें चार जूनियर कमीशंड अधिकारी, तीन जवान शामिल हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई में कर्मियों को कोर्ट मार्शल का सामना करना होता है।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि कमांडिंग आफिसर, तीन अन्य अधिकारियों और इकाई के पांच जवानों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पूरे घटनाक्रम में उनकी भूमिका को देखते हुए 39 जवानों को स्थायी तौर पर इकाई से बाहर तैनात करने की सिफारिश की है।
सांबा अनुशासनहीनता मामले में कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के बाद पांच जवानों को सेना से प्रशासनिक बर्खास्तगी की सिफारिश की गई है। इसके अंतर्गत सेना के जवानों को कोर्ट मार्शल का सामना किए बिना तत्काल प्रभाव से सेवा से बर्खास्त किया जा सकता है।
सेना सूत्रों ने कहा कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की सिफारिशों पर उच्च अधिकारी विचार कर इनकी पुष्टि करेंगे।
एक ब्रिगेडियर के नेतृत्व में हुई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में सात अन्य सैन्यकर्मियों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही की सिफारिश की गई है। इनमें चार जूनियर कमीशंड अधिकारी, तीन जवान शामिल हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई में कर्मियों को कोर्ट मार्शल का सामना करना होता है।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि कमांडिंग आफिसर, तीन अन्य अधिकारियों और इकाई के पांच जवानों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पूरे घटनाक्रम में उनकी भूमिका को देखते हुए 39 जवानों को स्थायी तौर पर इकाई से बाहर तैनात करने की सिफारिश की है।
सेना सूत्रों ने कहा कि कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की सिफारिशों पर उच्च अधिकारी विचार कर इनकी पुष्टि करेंगे।
एक ब्रिगेडियर के नेतृत्व में हुई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में सात अन्य सैन्यकर्मियों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही की सिफारिश की गई है। इनमें चार जूनियर कमीशंड अधिकारी, तीन जवान शामिल हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई में कर्मियों को कोर्ट मार्शल का सामना करना होता है।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि कमांडिंग आफिसर, तीन अन्य अधिकारियों और इकाई के पांच जवानों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पूरे घटनाक्रम में उनकी भूमिका को देखते हुए 39 जवानों को स्थायी तौर पर इकाई से बाहर तैनात करने की सिफारिश की है।
एक ब्रिगेडियर के नेतृत्व में हुई कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में सात अन्य सैन्यकर्मियों के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही की सिफारिश की गई है। इनमें चार जूनियर कमीशंड अधिकारी, तीन जवान शामिल हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई में कर्मियों को कोर्ट मार्शल का सामना करना होता है।टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि कमांडिंग आफिसर, तीन अन्य अधिकारियों और इकाई के पांच जवानों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पूरे घटनाक्रम में उनकी भूमिका को देखते हुए 39 जवानों को स्थायी तौर पर इकाई से बाहर तैनात करने की सिफारिश की है।
सूत्रों ने बताया कि कमांडिंग आफिसर, तीन अन्य अधिकारियों और इकाई के पांच जवानों के खिलाफ प्रशासनिक कार्रवाई की सिफारिश की गई है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पूरे घटनाक्रम में उनकी भूमिका को देखते हुए 39 जवानों को स्थायी तौर पर इकाई से बाहर तैनात करने की सिफारिश की है।
कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने पूरे घटनाक्रम में उनकी भूमिका को देखते हुए 39 जवानों को स्थायी तौर पर इकाई से बाहर तैनात करने की सिफारिश की है। |
आज राज्यसभा में आ सकता है तीन तलाक बिल, बीजेपी ने व्हिप जारी किया | तीन तलाक बिल पर जेडीयू एनडीए के साथ नहीं
राज्यसभा में एनडीए को बहुमत हासिल नहीं
मोदी सरकार को बीजेडी के समर्थन की उम्मीद | लोकसभा में पारित तीन तलाक बिल को राज्यसभा में पारित कराना आसान नहीं है. राज्यसभा में एनडीए को बहुमत हासिल नहीं है और इसके अलावा उसका सहयोगी दल जेडीयू भी इस बिल पर उसके साथ नहीं है. लोकसभा में भी इस बिल पर मतदान के दौरान जेडीयू के सांसदों ने वॉक आउट किया था. फिलहाल बीजेपी ने अपने सांसदों के लिए व्हिप जारी कर दिया है.
लोकसभा में गुरुवार 25 जुलाई को विपक्ष के भारी विरोध के बीच तीन तलाक बिल (Triple Talaq Bill) पास हो गया था. वोटिंग के दौरान बिल के पक्ष में 303 वोट, जबकि विरोध में 82 मत डाले गए थे. बिल पर वोटिंग से पहले लोकसभा से जेडीयू, टीआरएस, YSR कांग्रेस और TMC ने वॉकआउट कर दिया था. जेडीयू, टीएमसी वोट से अलग रहीं, वहीं, बीजेडी ने बिल के पक्ष में वोट किया था. टीआरएस, वाईएसआर कांग्रेस बिल के खिलाफ हैं.
बिल पारित होने से पहले बिल पर चर्चा के दौरान लैंगिक न्याय को नरेंद्र मोदी सरकार का मूल तत्व बताते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि तीन तलाक पर रोक लगाने संबंधी विधेयक सियासत, धर्म, सम्प्रदाय का प्रश्न नहीं है बल्कि यह 'नारी के सम्मान और नारी-न्याय' का सवाल है और हिन्दुस्तान की बेटियों के अधिकारों की सुरक्षा संबंधी इस पहल का सभी को समर्थन करना चाहिए.
AIMIM के नेता और सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि बिल में आप कह रहे हैं कि अगर किसी पति ने पत्नी को तीन बार तलाक कह दिया तो शादी नहीं टूटती, सुप्रीम कोर्ट का फैसला भी यही कहता है फिर आप ये क्यों कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह बिल महिलाओं के खिलाफ है. जब तीन साल की सजा हो जाए, पति जेल में रहे तो औरत तीन साल तक इंतजार करे. और जब तीन साल के बाद वो वापस आए तो क्या कहे कि बहारों फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है. ओवैसी ने कहा कि आप एक प्रावधान लाइए कि अगर कोई ट्रिपल तलाक देता है तो मेहर की रकम का 5 गुना उसे भरना पड़े.
कांग्रेस ने तीन तलाक को निषेध करने वाले विधेयक को स्थायी समिति को भेजने की मांग करते हुए कहा था कि तीन तलाक को फौजदारी का मामला बनाना उचित नहीं है. लोकसभा में 'मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक 2019' पर चर्चा में भाग लेते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने कहा कि भाजपा की तरफ से यह भ्रांति फैलाई जा रही है कि हमारी पार्टी का रुख स्पष्ट नहीं है. हम साफ करना चाहते हैं कि हमारा रुख स्पष्ट है. तीन तलाक के खिलाफ उच्चतम न्यायालय के फैसले का सबसे पहले कांग्रेस ने स्वागत किया था. उन्होंने कहा कि कांग्रेस का विरोध सिर्फ तीन तलाक को इसे फौजदारी मामला बनाने से है, जबकि यह दीवानी मामला है. गोगोई ने इस विधेयक को स्थायी समिति के पास भेजने की मांग की. उन्होंने कहा कि लाखों हिंदू महिलाओं को उनके पतियों ने छोड़ दिया है, उनकी चिंता क्यों नहीं की जा रही है? |
Bigg Boss 12 Finale: फिनाले में श्रीसंत-दीपिका और दीपक की टक्कर, क्या रोमिल-करनवीर हो जाएंगे बाहर! | 'बिग बॉस 12' का फिनाले आज
कौन बनेगा बिग बॉस का विजेता
आज रात होगा अनाउंस | बिग बॉस 12 (Bigg Boss 12) फिनाले के विनर का नाम रविवार की देर रात कलर्स चैनल पर अनाउंस किया जाएगा. इससे पहले सोशल मीडिया पर बिग बॉस के फिनाले से जुड़ी कई खबरें आ रही हैं कि टॉप 5 के कंटेस्टेंट दीपिका कक्कड़ (Dipika Kakkar), श्रीसंत (Sreesanth), दीपक ठाकुर (Deepak Thakur), रोमिल चौधरी (Romil Choudhary), करणवीर बोहरा (Karanveer Bohra) में से दो पहले से ही बाहर हो चुके हैं. रोमिल चौधरी और करनवीर बोहरा को बाहर कर दिया गया है, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं है. देखना होगा कि आज कौन विजेता बनेगा.
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इंस्टाग्राम अकाउंट बिग बॉस के फैन पेज द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार शनिवार की रात सलमान खान (Salman Khan) सेट पर पहुंचे, जहां सभी टीम मेंबर ने उनका जन्मदिन सेलीब्रेट किया. रविवार को दिन में फिनाले के कुछ सीन को शूट किए गये. फैन पेज 'बिग बॉस ऑफिशियल 13' के नाम से बने अकाउंट ने यह जानकारी दी कि आखिरी पोजिशन पर यानी फोर्थ रनर अप करनवीर बोहरा रहे. जबकि एक और सदस्य को बाहर करने के लिए घर के अंदर 'सिंबा' फिल्म के डायरेक्टर रोहित शेट्टी अंदर जाते हैं और सभी फाइनलिस्ट को एक तार में टाइ कर देते हैं.
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पांचों फाइनलिस्ट में रोहित शेट्टी सबसे पहले श्रीसंत को बचा लेते हैं. आखिर में वह एक कटर दीपक को दे देते हैं और कहते हैं आप दोनों वायर कट कर लो. जिसका भी ब्लास्ट होगा वह एलिमिनेट हो जाएगा और इसमें रोमिल चौधरी बाहर हो जाते हैं. हालांकि यह जानकारी सिर्फ अनऔपचारिक है.
बता दें, ‘बिग बॉस 12 (Bigg Boss 12)' से बाहर हो चुकीं सुरभि राणा (Surbhi Rana) ने श्रीसंत के बारे में कहा, "एक क्रिकेट प्रशंसक होने के नाते, मैं बचपन से ही श्रीसंत की फैन हूं. मैं उनका सम्मान करती हूं. लेकिन घर में उनके साथ अच्छे से नहीं रह सकी. हम दोनों के विचार अलग हैं. अगर मेरी आंखों के सामने कुछ होता है तो मैं इसके खिलाफ आवाज उठाऊंगी और यही चीज बिग बॉस में भी था." |
लद्दाख में चीनी घुसपैठ पर बोले रक्षामंत्री एंटनी, देशहित में उठाएंगे हर कदम | चीनी सेना और भारतीय सेना के बीच उत्तरी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में जारी तनाव आज छठे दिन भी बरकरार है। भारतीय सेना की ओर से इस तनाव को कम करने के लिए प्रयास जारी हैं। इस मामले पर रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि भारत अपने हितों की रक्षा के लिए हर क | चीनी सेना और भारतीय सेना के बीच में उत्तरी लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी क्षेत्र में जारी तनाव आज छठे दिन भी बरकरार है। भारतीय सेना की ओर से इस तनाव को कम करने के लिए प्रयास जारी हैं।
इस मामले पर रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि भारत अपने हितों की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।
करीब एक हफ्ते से जारी इस गतिरोध पर जानकारों का मानना है कि चीनी सेना अंतत: यहां से वापस चली जाएंगी लेकिन सीमा विवाद पर बातचीत के दौरान चीन इस क्षेत्र पर अपना कब्जा बताने का प्रयास करेगा।
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि 15-20 चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में अपने टेंट लगाकर लगातार वहीं रह रहे हैं। भारतीय सेना ने भी लगभग इतनी ही संख्या में अपने सैनिकों को कुछ ही दूरी पर तैनात कर दिया है।
बता दें कि भारत की ओर से इस मुद्दे पर वार्ता के लिए आग्रह किया गया है लेकिन चीन की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पिछले हफ्ते, भारत की ओर से एक ब्रिगेडियर और चीन की ओर से एक कर्नल के बीच वार्ता हुई थी जो विफल हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि चीन सेना के कर्नल ने हेडक्वार्टर से बातचीत करने की बात कही और मामला आगे खींचा जा रहा है।टिप्पणियां
सूत्र बता रहे हैं कि विदेश मंत्रालय के साथ साथ सीमा मुद्दे से जुड़े विभाग के अधिकारी चीन के साथ इस मुद्दे के समाधान के लिए चर्चा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन ने यह तय किया था कि इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कोई प्रक्रिया बना ली जाए, लेकिन अभी तक कुछ ठोस नहीं किया जा सका है। दोनों देशों के बीच चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा हमेशा से विवादों में रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों का अपना-अपना मत है।
इस मामले पर रक्षामंत्री एके एंटनी ने कहा कि भारत अपने हितों की रक्षा के लिए हर कदम उठाएगा।
करीब एक हफ्ते से जारी इस गतिरोध पर जानकारों का मानना है कि चीनी सेना अंतत: यहां से वापस चली जाएंगी लेकिन सीमा विवाद पर बातचीत के दौरान चीन इस क्षेत्र पर अपना कब्जा बताने का प्रयास करेगा।
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि 15-20 चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में अपने टेंट लगाकर लगातार वहीं रह रहे हैं। भारतीय सेना ने भी लगभग इतनी ही संख्या में अपने सैनिकों को कुछ ही दूरी पर तैनात कर दिया है।
बता दें कि भारत की ओर से इस मुद्दे पर वार्ता के लिए आग्रह किया गया है लेकिन चीन की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पिछले हफ्ते, भारत की ओर से एक ब्रिगेडियर और चीन की ओर से एक कर्नल के बीच वार्ता हुई थी जो विफल हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि चीन सेना के कर्नल ने हेडक्वार्टर से बातचीत करने की बात कही और मामला आगे खींचा जा रहा है।टिप्पणियां
सूत्र बता रहे हैं कि विदेश मंत्रालय के साथ साथ सीमा मुद्दे से जुड़े विभाग के अधिकारी चीन के साथ इस मुद्दे के समाधान के लिए चर्चा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन ने यह तय किया था कि इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कोई प्रक्रिया बना ली जाए, लेकिन अभी तक कुछ ठोस नहीं किया जा सका है। दोनों देशों के बीच चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा हमेशा से विवादों में रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों का अपना-अपना मत है।
करीब एक हफ्ते से जारी इस गतिरोध पर जानकारों का मानना है कि चीनी सेना अंतत: यहां से वापस चली जाएंगी लेकिन सीमा विवाद पर बातचीत के दौरान चीन इस क्षेत्र पर अपना कब्जा बताने का प्रयास करेगा।
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि 15-20 चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में अपने टेंट लगाकर लगातार वहीं रह रहे हैं। भारतीय सेना ने भी लगभग इतनी ही संख्या में अपने सैनिकों को कुछ ही दूरी पर तैनात कर दिया है।
बता दें कि भारत की ओर से इस मुद्दे पर वार्ता के लिए आग्रह किया गया है लेकिन चीन की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पिछले हफ्ते, भारत की ओर से एक ब्रिगेडियर और चीन की ओर से एक कर्नल के बीच वार्ता हुई थी जो विफल हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि चीन सेना के कर्नल ने हेडक्वार्टर से बातचीत करने की बात कही और मामला आगे खींचा जा रहा है।टिप्पणियां
सूत्र बता रहे हैं कि विदेश मंत्रालय के साथ साथ सीमा मुद्दे से जुड़े विभाग के अधिकारी चीन के साथ इस मुद्दे के समाधान के लिए चर्चा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन ने यह तय किया था कि इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कोई प्रक्रिया बना ली जाए, लेकिन अभी तक कुछ ठोस नहीं किया जा सका है। दोनों देशों के बीच चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा हमेशा से विवादों में रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों का अपना-अपना मत है।
सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया है कि 15-20 चीनी सैनिक भारतीय क्षेत्र में अपने टेंट लगाकर लगातार वहीं रह रहे हैं। भारतीय सेना ने भी लगभग इतनी ही संख्या में अपने सैनिकों को कुछ ही दूरी पर तैनात कर दिया है।
बता दें कि भारत की ओर से इस मुद्दे पर वार्ता के लिए आग्रह किया गया है लेकिन चीन की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पिछले हफ्ते, भारत की ओर से एक ब्रिगेडियर और चीन की ओर से एक कर्नल के बीच वार्ता हुई थी जो विफल हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि चीन सेना के कर्नल ने हेडक्वार्टर से बातचीत करने की बात कही और मामला आगे खींचा जा रहा है।टिप्पणियां
सूत्र बता रहे हैं कि विदेश मंत्रालय के साथ साथ सीमा मुद्दे से जुड़े विभाग के अधिकारी चीन के साथ इस मुद्दे के समाधान के लिए चर्चा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन ने यह तय किया था कि इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कोई प्रक्रिया बना ली जाए, लेकिन अभी तक कुछ ठोस नहीं किया जा सका है। दोनों देशों के बीच चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा हमेशा से विवादों में रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों का अपना-अपना मत है।
बता दें कि भारत की ओर से इस मुद्दे पर वार्ता के लिए आग्रह किया गया है लेकिन चीन की ओर से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
पिछले हफ्ते, भारत की ओर से एक ब्रिगेडियर और चीन की ओर से एक कर्नल के बीच वार्ता हुई थी जो विफल हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि चीन सेना के कर्नल ने हेडक्वार्टर से बातचीत करने की बात कही और मामला आगे खींचा जा रहा है।टिप्पणियां
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पिछले हफ्ते, भारत की ओर से एक ब्रिगेडियर और चीन की ओर से एक कर्नल के बीच वार्ता हुई थी जो विफल हो गई थी। सूत्रों का कहना है कि चीन सेना के कर्नल ने हेडक्वार्टर से बातचीत करने की बात कही और मामला आगे खींचा जा रहा है।टिप्पणियां
सूत्र बता रहे हैं कि विदेश मंत्रालय के साथ साथ सीमा मुद्दे से जुड़े विभाग के अधिकारी चीन के साथ इस मुद्दे के समाधान के लिए चर्चा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन ने यह तय किया था कि इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कोई प्रक्रिया बना ली जाए, लेकिन अभी तक कुछ ठोस नहीं किया जा सका है। दोनों देशों के बीच चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा हमेशा से विवादों में रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों का अपना-अपना मत है।
सूत्र बता रहे हैं कि विदेश मंत्रालय के साथ साथ सीमा मुद्दे से जुड़े विभाग के अधिकारी चीन के साथ इस मुद्दे के समाधान के लिए चर्चा कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन ने यह तय किया था कि इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कोई प्रक्रिया बना ली जाए, लेकिन अभी तक कुछ ठोस नहीं किया जा सका है। दोनों देशों के बीच चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा हमेशा से विवादों में रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों का अपना-अपना मत है।
उल्लेखनीय है कि पिछले कुछ महीनों में भारत और चीन ने यह तय किया था कि इस तरह के मुद्दों को सुलझाने के लिए कोई प्रक्रिया बना ली जाए, लेकिन अभी तक कुछ ठोस नहीं किया जा सका है। दोनों देशों के बीच चार हजार किलोमीटर लंबी सीमा हमेशा से विवादों में रही है। लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर दोनों देशों का अपना-अपना मत है। |
एशिया कप हॉकी : कोरिया को हराकर भारत सेमीफाइनल में पहुंचा | भारतीय हॉकी टीम ने सोमवार को खेले गए ग्रुप-बी के एक अहम मुकाबले में मौजूदा चैम्पियन दक्षिण कोरिया को 2-0 से हराकर नौवें एशिया कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है। | भारतीय हॉकी टीम ने सोमवार को खेले गए ग्रुप-बी के एक अहम मुकाबले में मौजूदा चैम्पियन दक्षिण कोरिया को 2-0 से हराकर नौवें एशिया कप के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
सुल्तान अजलान शाह स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारत के लिए वीआर रघुनाथ और मंदीप सिंह ने गोल किए।
भारत ने अपने पहले ग्रुप मैच में ओमान को 8-0 से हराया था जबकि कोरिया ने अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 9-0 से पराजित किया था।टिप्पणियां
भारत को अपने अंतिम ग्रुप मैच में बांग्लादेश से भिड़ना है। बांग्लादेश को लगातार दो हार मिल चुकी है। वह कोरिया से 0-9 से और ओमान से 2-4 से हार चुका है।
भारत अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचा है। ग्रुप-ए से पाकिस्तान ने शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया है और इस तरह सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच भिड़ंत की उम्मीद खत्म हो गई है।
सुल्तान अजलान शाह स्टेडियम में खेले गए इस मैच में भारत के लिए वीआर रघुनाथ और मंदीप सिंह ने गोल किए।
भारत ने अपने पहले ग्रुप मैच में ओमान को 8-0 से हराया था जबकि कोरिया ने अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 9-0 से पराजित किया था।टिप्पणियां
भारत को अपने अंतिम ग्रुप मैच में बांग्लादेश से भिड़ना है। बांग्लादेश को लगातार दो हार मिल चुकी है। वह कोरिया से 0-9 से और ओमान से 2-4 से हार चुका है।
भारत अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचा है। ग्रुप-ए से पाकिस्तान ने शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया है और इस तरह सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच भिड़ंत की उम्मीद खत्म हो गई है।
भारत ने अपने पहले ग्रुप मैच में ओमान को 8-0 से हराया था जबकि कोरिया ने अपने पहले मैच में बांग्लादेश को 9-0 से पराजित किया था।टिप्पणियां
भारत को अपने अंतिम ग्रुप मैच में बांग्लादेश से भिड़ना है। बांग्लादेश को लगातार दो हार मिल चुकी है। वह कोरिया से 0-9 से और ओमान से 2-4 से हार चुका है।
भारत अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचा है। ग्रुप-ए से पाकिस्तान ने शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया है और इस तरह सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच भिड़ंत की उम्मीद खत्म हो गई है।
भारत को अपने अंतिम ग्रुप मैच में बांग्लादेश से भिड़ना है। बांग्लादेश को लगातार दो हार मिल चुकी है। वह कोरिया से 0-9 से और ओमान से 2-4 से हार चुका है।
भारत अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचा है। ग्रुप-ए से पाकिस्तान ने शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया है और इस तरह सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच भिड़ंत की उम्मीद खत्म हो गई है।
भारत अपने ग्रुप में शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंचा है। ग्रुप-ए से पाकिस्तान ने शीर्ष पर रहते हुए सेमीफाइनल में स्थान पक्का किया है और इस तरह सेमीफाइनल में भारत और पाकिस्तान के बीच भिड़ंत की उम्मीद खत्म हो गई है। |
'सीक्रेट' कोर्ट को लेकर पाकिस्तानी हुक्मरान और पॉवरफुल सेना के बीच टकराव | सीक्रेट कोर्ट के गठन के मसले पर दोनों पक्षों में तनातनी
2014 में आतंकियों ने 100 से अधिक बच्चों का किया था कत्लेआम
उसके बाद इन कोर्ट का गठन हुआ, अब तक 100 आतंकियों को दी फांसी | पाकिस्तान में नए आर्मी जनरल कमर जावेद बाजवा के नियुक्त होने के बाद पहली बार शक्तिशाली सेना और हुक्मरान में टकराव की स्थिति पैदा हुई है. अबकी बार मामला आर्मी के 'सीक्रेट' कोर्ट को लेकर है. दरअसल मानवाधिकार और अन्य मुद्दों को लेकर पाकिस्तानी राजनेताओं का एक इन कोर्ट को बंद करने की मांग करने लगा है लेकिन सेना ऐसा नहीं चाहती. दरअसल दिसंबर, 2014 में पाकिस्तानी तालिबान ने जब एक स्कूल में हमला करके 100 से भी अधिक बच्चों को मार दिया था.
उसके एक महीने के बाद आतंकियों पर लगाम लगाने के लिए सेना ने कोर्ट का गठन किया. इनकी बंद दरवाजों के भीतर होने वाली कार्यवाहियों के चलते इन्हें पाकिस्तान में गुप्त कोर्ट कहा जाने लगा है. इन सैन्य अदालतों ने पिछले दो सालों के भीतर 100 से भी अधिक आतंकियों को फांसी देने का हुक्म दिया है.
इसके चलते पहली बार राजनेता खुलकर सेना के खिलाफ इस मसले पर बोलने लगे हैं और इस तरह की अदालतों को बंद करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल इन कोर्ट का गठन सीमित अवधि के लिए हुआ था. उसकी मियाद इस महीने की शुरुआत में खत्म हो गई थी लेकिन विपक्षी दलों के बढ़ते असंतोष के चलते सरकार ने अभी तक इन कोर्ट को सेवा विस्तार देने के मसले पर फैसला नहीं किया है. टिप्पणियां
हालांकि वहीं दूसरी तरफ सेना का कहना है कि इन कोर्ट के गठन के चलते बेहद सकारात्मक नतीजे निकले हैं और पूर्ववर्ती जनरल राहील शरीफ ने इन कोर्ट के पक्ष में दलील देते हुए कहा है कि मानव अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी की बातें अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन उनकी अपनी सीमाएं हैं और जब बात कट्टर आतंकियों से निपटने की आती है तो इन तौर-तरीकों से उनसे निपटने में मुश्किलें आती हैं.
आमतौर पर पाकिस्तान में सेना को सबसे शक्तिशाली प्रतिष्ठान माना जाता है और अामतौर पर उसके खिलाफ आवाजें नहीं उठतीं. पिछले नवंबर में जनरल राहील शरीफ के रिटायर होने के बाद कमर जावेद बाजवा नए आर्मी चीफ बने हैं. माना जाता है कि सरकार के साथ राहील शरीफ के संबंध बहुत मधुर नहीं थे.
उसके एक महीने के बाद आतंकियों पर लगाम लगाने के लिए सेना ने कोर्ट का गठन किया. इनकी बंद दरवाजों के भीतर होने वाली कार्यवाहियों के चलते इन्हें पाकिस्तान में गुप्त कोर्ट कहा जाने लगा है. इन सैन्य अदालतों ने पिछले दो सालों के भीतर 100 से भी अधिक आतंकियों को फांसी देने का हुक्म दिया है.
इसके चलते पहली बार राजनेता खुलकर सेना के खिलाफ इस मसले पर बोलने लगे हैं और इस तरह की अदालतों को बंद करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल इन कोर्ट का गठन सीमित अवधि के लिए हुआ था. उसकी मियाद इस महीने की शुरुआत में खत्म हो गई थी लेकिन विपक्षी दलों के बढ़ते असंतोष के चलते सरकार ने अभी तक इन कोर्ट को सेवा विस्तार देने के मसले पर फैसला नहीं किया है. टिप्पणियां
हालांकि वहीं दूसरी तरफ सेना का कहना है कि इन कोर्ट के गठन के चलते बेहद सकारात्मक नतीजे निकले हैं और पूर्ववर्ती जनरल राहील शरीफ ने इन कोर्ट के पक्ष में दलील देते हुए कहा है कि मानव अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी की बातें अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन उनकी अपनी सीमाएं हैं और जब बात कट्टर आतंकियों से निपटने की आती है तो इन तौर-तरीकों से उनसे निपटने में मुश्किलें आती हैं.
आमतौर पर पाकिस्तान में सेना को सबसे शक्तिशाली प्रतिष्ठान माना जाता है और अामतौर पर उसके खिलाफ आवाजें नहीं उठतीं. पिछले नवंबर में जनरल राहील शरीफ के रिटायर होने के बाद कमर जावेद बाजवा नए आर्मी चीफ बने हैं. माना जाता है कि सरकार के साथ राहील शरीफ के संबंध बहुत मधुर नहीं थे.
इसके चलते पहली बार राजनेता खुलकर सेना के खिलाफ इस मसले पर बोलने लगे हैं और इस तरह की अदालतों को बंद करने की मांग कर रहे हैं. दरअसल इन कोर्ट का गठन सीमित अवधि के लिए हुआ था. उसकी मियाद इस महीने की शुरुआत में खत्म हो गई थी लेकिन विपक्षी दलों के बढ़ते असंतोष के चलते सरकार ने अभी तक इन कोर्ट को सेवा विस्तार देने के मसले पर फैसला नहीं किया है. टिप्पणियां
हालांकि वहीं दूसरी तरफ सेना का कहना है कि इन कोर्ट के गठन के चलते बेहद सकारात्मक नतीजे निकले हैं और पूर्ववर्ती जनरल राहील शरीफ ने इन कोर्ट के पक्ष में दलील देते हुए कहा है कि मानव अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी की बातें अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन उनकी अपनी सीमाएं हैं और जब बात कट्टर आतंकियों से निपटने की आती है तो इन तौर-तरीकों से उनसे निपटने में मुश्किलें आती हैं.
आमतौर पर पाकिस्तान में सेना को सबसे शक्तिशाली प्रतिष्ठान माना जाता है और अामतौर पर उसके खिलाफ आवाजें नहीं उठतीं. पिछले नवंबर में जनरल राहील शरीफ के रिटायर होने के बाद कमर जावेद बाजवा नए आर्मी चीफ बने हैं. माना जाता है कि सरकार के साथ राहील शरीफ के संबंध बहुत मधुर नहीं थे.
हालांकि वहीं दूसरी तरफ सेना का कहना है कि इन कोर्ट के गठन के चलते बेहद सकारात्मक नतीजे निकले हैं और पूर्ववर्ती जनरल राहील शरीफ ने इन कोर्ट के पक्ष में दलील देते हुए कहा है कि मानव अधिकारों और अभिव्यक्ति की आजादी की बातें अपनी जगह ठीक हैं, लेकिन उनकी अपनी सीमाएं हैं और जब बात कट्टर आतंकियों से निपटने की आती है तो इन तौर-तरीकों से उनसे निपटने में मुश्किलें आती हैं.
आमतौर पर पाकिस्तान में सेना को सबसे शक्तिशाली प्रतिष्ठान माना जाता है और अामतौर पर उसके खिलाफ आवाजें नहीं उठतीं. पिछले नवंबर में जनरल राहील शरीफ के रिटायर होने के बाद कमर जावेद बाजवा नए आर्मी चीफ बने हैं. माना जाता है कि सरकार के साथ राहील शरीफ के संबंध बहुत मधुर नहीं थे.
आमतौर पर पाकिस्तान में सेना को सबसे शक्तिशाली प्रतिष्ठान माना जाता है और अामतौर पर उसके खिलाफ आवाजें नहीं उठतीं. पिछले नवंबर में जनरल राहील शरीफ के रिटायर होने के बाद कमर जावेद बाजवा नए आर्मी चीफ बने हैं. माना जाता है कि सरकार के साथ राहील शरीफ के संबंध बहुत मधुर नहीं थे. |
मनमोहन की टिप्पणी पर बयान नहीं देगा बांग्लादेश | अधिकारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा बांग्लादेश के बारे में की गई टिप्पणी पर उनका देश कोई औपचारिक बयान नहीं देगा। | बांग्लादेश के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा है कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह द्वारा बांग्लादेश के बारे में की गई टिप्पणी पर उनका देश कोई औपचारिक बयान नहीं देगा। समाचार पत्र 'डेली स्टार' में प्रकाशित रपट में कहा गया है कि ढाका औपचारिक बयान नहीं देगा, क्योंकि भारत सरकार द्वारा आधिकारिक रूप से स्पष्टीकरण दे दिए जाने के बाद वह इसकी जरूरत महसूस नहीं करता। विदेश सचिव मिजारुल कायेज ने रविवार को कहा, "मैंने भारतीय विदेश मंत्रालय और ढाका स्थित भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी किए गए दोनों बयानों को देखा है। इन दोनों बयानों के बाद मैं इस मुद्दे पर एक और बयान की जरूरत नहीं महसूस करता।" कायेज ने विदेश मंत्रालय में भारतीय उच्चायुक्त रजीत मित्तर से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से यह बात की। ज्ञात हो कि मनमोहन सिंह ने 29 जून को सम्पादकों के एक समूह के साथ बातचीत में बांग्लादेश की स्थिति पर अपने आकलन के बारे में खुलकर अनौपचारिक रूप से बात की थी। उन्होंने कहा था कि वहां की कम से कम 25 प्रतिशत आबादी जमीयत-ए-इस्लामी के प्रभाव में है और वे सभी भारत विरोधी हैं। कई बार वे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चंगुल में भी होते हैं। उसके बाद शनिवार को भारतीय विदेश मंत्रालय ने मामले को रफा-दफा करने के मकसद से कहा कि भारत, बांग्लादेश के साथ अपने सम्बंधों को सर्वोच्च महत्व देता है। मनमोहन सिंह की टिप्पणी को लेकर बवाल ऐसे समय में खड़ा हुआ है, जब विदेश मंत्री एसएम कृष्णा तीन दिवसीय आधिकारिक दौरे पर छह जुलाई को ढाका पहुंचने वाले हैं। वह बांग्लादेश की विदेश मंत्री दीपू मोनी से बातचीत करेंगे। कृष्णा का यह दौरा मनमोहन सिंह के प्रस्तावित दौरे की तैयारी के सिलसिले में है। कायेज ने कहा कि ढाका में कृष्णा के कुछ कार्यक्रमों को फिर से तय किया जाएगा, क्योंकि हड़ताल का एक मुद्दा उठ खड़ा हुआ है। मुख्य विपक्ष, बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) और उसके सहयोगी दलों ने कार्यवाहक प्रणाली को समाप्त करने और अन्य संवैधानिक संशोधनों के विरोध में छह-सात जुलाई को 48 घंटे के बंद का आह्वान कर रखा है। |
गोपाल कांडा : जूते की दुकान से गृहमंत्रालय तक का सफर | गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में फंसे हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा मैट्रिक की परीक्षा में फेल होने के बाद सिर्फ 15 साल में जूते की एक छोटी सी दुकान से मंत्रालय की कुर्सी तक पहुंच गए। | गीतिका शर्मा आत्महत्या मामले में फंसे हरियाणा के पूर्व गृह राज्यमंत्री गोपाल कांडा मैट्रिक की परीक्षा में फेल कर गए और 15 साल में जूते की एक छोटी सी दुकान खोल ली। इसके बाद रीयल एस्टेट से लेकर आईटी और फिर एमडीएलआर एयरलाइंस के जरिये कांडा ने कामयाबी की ऐसी उड़ान भरी कि वह हरियाणा के सबसे कामयाब कारोबारियों में शामिल हो गए। लेकिन ताकत का नशा, जब हद से आगे बढ़ जाए, तो बहकते कदम उल्टी गिनती शुरू कर देते हैं।
गोपाल कांडा की सियासत ही नहीं, उसकी दौलत भी चौंकाने वाली है। कभी उनकी जूते की छोटी सी दुकान हुआ करती थी। आज की तारीख में उनके पास ऐसा किलानुमा महल है, जिसकी कीमत 100 करोड़ के आसपास है। सिरसा−अलेनाबाद हाइवे पर ढाई एकड़ में फैला महलनुमा घर प्रतीक है हरियाणा में गोपाल कांडा की हैसियत का।
घर की चारदीवारी के भीतर हैलीपैड बना है और मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा भी यहां कई बार आ चुके हैं। महल की चारदीवारी ग्रीन बेल्ट में पड़ती है. लेकिन टाउन एंड कंट्री प्लानिंग महकमे का नोटिस भी इसकी एक ईंट तक नहीं हिला पाया।
कांडा के सफर की शुरुआत जूते की एक दुकान से हुई, फिर 1996 में उन्होंने प्रॉपर्टी के कारोबार में कदम रखा और उसके बाद कामयाबी कदम चूमती चली गई। 15 साल में वह फर्श से अर्श तक जा पहुंचे। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का साथ दे चुके कांडा ने 2004 में पलटी मारी और कांग्रेस की सरकार बनते ही उसके पाले में आ गए।
इसके बाद उनका कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करता चला गया। एमडीएलआर एयरलाइंस तो नहीं चली, पर शॉपिंग मॉल और गोवा के होटल में कैसीनो, स्कूल, यूनिवर्सिटी और न्यूज चैनल चलते रहे। दौलत के साथ-साथ सियासी हैसियत भी बढ़ती चली गई और दबंगई इस कदर बढ़ गई कि संपत्ति की जांच करने आए आयकर विभाग के अफसरों तक को पीट दिया।टिप्पणियां
मंत्री बनने के बाद तो अपने विरोधियों से चुन-चुन कर बदले लिए। अप्रैल, 2010 में सिरसा में सरेबाजार इनेलो नेता की पिटाई भी की। नवंबर, 2010 में कांडा की कार में गैंगरेप हुआ। इसके बाद पिछले साल उनकी कार से आगे निकलने के 'जुर्म' में क्रिकेटर अतुल वासन को भी बुरी तरह पीटा गया, लेकिन कांडा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दबदबा इतना ज्यादा कि भाई गोविंद कांडा भी लालबत्ती लगी गाड़ी में पुलिस सुरक्षा के साथ खुलेआम घूमता है। लेकिन गीतिका शर्मा की खुदकुशी के बाद शायद गोपाल कांडा किस्मत, दौलत और रुतबे पर लगाम लग जाए, क्योंकि उन्हें विधायक बनाने वाली जनता ही आज उनके पुतले फूंक रही है।
गोपाल कांडा की सियासत ही नहीं, उसकी दौलत भी चौंकाने वाली है। कभी उनकी जूते की छोटी सी दुकान हुआ करती थी। आज की तारीख में उनके पास ऐसा किलानुमा महल है, जिसकी कीमत 100 करोड़ के आसपास है। सिरसा−अलेनाबाद हाइवे पर ढाई एकड़ में फैला महलनुमा घर प्रतीक है हरियाणा में गोपाल कांडा की हैसियत का।
घर की चारदीवारी के भीतर हैलीपैड बना है और मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा भी यहां कई बार आ चुके हैं। महल की चारदीवारी ग्रीन बेल्ट में पड़ती है. लेकिन टाउन एंड कंट्री प्लानिंग महकमे का नोटिस भी इसकी एक ईंट तक नहीं हिला पाया।
कांडा के सफर की शुरुआत जूते की एक दुकान से हुई, फिर 1996 में उन्होंने प्रॉपर्टी के कारोबार में कदम रखा और उसके बाद कामयाबी कदम चूमती चली गई। 15 साल में वह फर्श से अर्श तक जा पहुंचे। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का साथ दे चुके कांडा ने 2004 में पलटी मारी और कांग्रेस की सरकार बनते ही उसके पाले में आ गए।
इसके बाद उनका कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करता चला गया। एमडीएलआर एयरलाइंस तो नहीं चली, पर शॉपिंग मॉल और गोवा के होटल में कैसीनो, स्कूल, यूनिवर्सिटी और न्यूज चैनल चलते रहे। दौलत के साथ-साथ सियासी हैसियत भी बढ़ती चली गई और दबंगई इस कदर बढ़ गई कि संपत्ति की जांच करने आए आयकर विभाग के अफसरों तक को पीट दिया।टिप्पणियां
मंत्री बनने के बाद तो अपने विरोधियों से चुन-चुन कर बदले लिए। अप्रैल, 2010 में सिरसा में सरेबाजार इनेलो नेता की पिटाई भी की। नवंबर, 2010 में कांडा की कार में गैंगरेप हुआ। इसके बाद पिछले साल उनकी कार से आगे निकलने के 'जुर्म' में क्रिकेटर अतुल वासन को भी बुरी तरह पीटा गया, लेकिन कांडा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दबदबा इतना ज्यादा कि भाई गोविंद कांडा भी लालबत्ती लगी गाड़ी में पुलिस सुरक्षा के साथ खुलेआम घूमता है। लेकिन गीतिका शर्मा की खुदकुशी के बाद शायद गोपाल कांडा किस्मत, दौलत और रुतबे पर लगाम लग जाए, क्योंकि उन्हें विधायक बनाने वाली जनता ही आज उनके पुतले फूंक रही है।
घर की चारदीवारी के भीतर हैलीपैड बना है और मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा भी यहां कई बार आ चुके हैं। महल की चारदीवारी ग्रीन बेल्ट में पड़ती है. लेकिन टाउन एंड कंट्री प्लानिंग महकमे का नोटिस भी इसकी एक ईंट तक नहीं हिला पाया।
कांडा के सफर की शुरुआत जूते की एक दुकान से हुई, फिर 1996 में उन्होंने प्रॉपर्टी के कारोबार में कदम रखा और उसके बाद कामयाबी कदम चूमती चली गई। 15 साल में वह फर्श से अर्श तक जा पहुंचे। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का साथ दे चुके कांडा ने 2004 में पलटी मारी और कांग्रेस की सरकार बनते ही उसके पाले में आ गए।
इसके बाद उनका कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करता चला गया। एमडीएलआर एयरलाइंस तो नहीं चली, पर शॉपिंग मॉल और गोवा के होटल में कैसीनो, स्कूल, यूनिवर्सिटी और न्यूज चैनल चलते रहे। दौलत के साथ-साथ सियासी हैसियत भी बढ़ती चली गई और दबंगई इस कदर बढ़ गई कि संपत्ति की जांच करने आए आयकर विभाग के अफसरों तक को पीट दिया।टिप्पणियां
मंत्री बनने के बाद तो अपने विरोधियों से चुन-चुन कर बदले लिए। अप्रैल, 2010 में सिरसा में सरेबाजार इनेलो नेता की पिटाई भी की। नवंबर, 2010 में कांडा की कार में गैंगरेप हुआ। इसके बाद पिछले साल उनकी कार से आगे निकलने के 'जुर्म' में क्रिकेटर अतुल वासन को भी बुरी तरह पीटा गया, लेकिन कांडा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दबदबा इतना ज्यादा कि भाई गोविंद कांडा भी लालबत्ती लगी गाड़ी में पुलिस सुरक्षा के साथ खुलेआम घूमता है। लेकिन गीतिका शर्मा की खुदकुशी के बाद शायद गोपाल कांडा किस्मत, दौलत और रुतबे पर लगाम लग जाए, क्योंकि उन्हें विधायक बनाने वाली जनता ही आज उनके पुतले फूंक रही है।
कांडा के सफर की शुरुआत जूते की एक दुकान से हुई, फिर 1996 में उन्होंने प्रॉपर्टी के कारोबार में कदम रखा और उसके बाद कामयाबी कदम चूमती चली गई। 15 साल में वह फर्श से अर्श तक जा पहुंचे। हरियाणा में इंडियन नेशनल लोकदल के मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला का साथ दे चुके कांडा ने 2004 में पलटी मारी और कांग्रेस की सरकार बनते ही उसके पाले में आ गए।
इसके बाद उनका कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करता चला गया। एमडीएलआर एयरलाइंस तो नहीं चली, पर शॉपिंग मॉल और गोवा के होटल में कैसीनो, स्कूल, यूनिवर्सिटी और न्यूज चैनल चलते रहे। दौलत के साथ-साथ सियासी हैसियत भी बढ़ती चली गई और दबंगई इस कदर बढ़ गई कि संपत्ति की जांच करने आए आयकर विभाग के अफसरों तक को पीट दिया।टिप्पणियां
मंत्री बनने के बाद तो अपने विरोधियों से चुन-चुन कर बदले लिए। अप्रैल, 2010 में सिरसा में सरेबाजार इनेलो नेता की पिटाई भी की। नवंबर, 2010 में कांडा की कार में गैंगरेप हुआ। इसके बाद पिछले साल उनकी कार से आगे निकलने के 'जुर्म' में क्रिकेटर अतुल वासन को भी बुरी तरह पीटा गया, लेकिन कांडा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दबदबा इतना ज्यादा कि भाई गोविंद कांडा भी लालबत्ती लगी गाड़ी में पुलिस सुरक्षा के साथ खुलेआम घूमता है। लेकिन गीतिका शर्मा की खुदकुशी के बाद शायद गोपाल कांडा किस्मत, दौलत और रुतबे पर लगाम लग जाए, क्योंकि उन्हें विधायक बनाने वाली जनता ही आज उनके पुतले फूंक रही है।
इसके बाद उनका कारोबार दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की करता चला गया। एमडीएलआर एयरलाइंस तो नहीं चली, पर शॉपिंग मॉल और गोवा के होटल में कैसीनो, स्कूल, यूनिवर्सिटी और न्यूज चैनल चलते रहे। दौलत के साथ-साथ सियासी हैसियत भी बढ़ती चली गई और दबंगई इस कदर बढ़ गई कि संपत्ति की जांच करने आए आयकर विभाग के अफसरों तक को पीट दिया।टिप्पणियां
मंत्री बनने के बाद तो अपने विरोधियों से चुन-चुन कर बदले लिए। अप्रैल, 2010 में सिरसा में सरेबाजार इनेलो नेता की पिटाई भी की। नवंबर, 2010 में कांडा की कार में गैंगरेप हुआ। इसके बाद पिछले साल उनकी कार से आगे निकलने के 'जुर्म' में क्रिकेटर अतुल वासन को भी बुरी तरह पीटा गया, लेकिन कांडा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दबदबा इतना ज्यादा कि भाई गोविंद कांडा भी लालबत्ती लगी गाड़ी में पुलिस सुरक्षा के साथ खुलेआम घूमता है। लेकिन गीतिका शर्मा की खुदकुशी के बाद शायद गोपाल कांडा किस्मत, दौलत और रुतबे पर लगाम लग जाए, क्योंकि उन्हें विधायक बनाने वाली जनता ही आज उनके पुतले फूंक रही है।
मंत्री बनने के बाद तो अपने विरोधियों से चुन-चुन कर बदले लिए। अप्रैल, 2010 में सिरसा में सरेबाजार इनेलो नेता की पिटाई भी की। नवंबर, 2010 में कांडा की कार में गैंगरेप हुआ। इसके बाद पिछले साल उनकी कार से आगे निकलने के 'जुर्म' में क्रिकेटर अतुल वासन को भी बुरी तरह पीटा गया, लेकिन कांडा पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
दबदबा इतना ज्यादा कि भाई गोविंद कांडा भी लालबत्ती लगी गाड़ी में पुलिस सुरक्षा के साथ खुलेआम घूमता है। लेकिन गीतिका शर्मा की खुदकुशी के बाद शायद गोपाल कांडा किस्मत, दौलत और रुतबे पर लगाम लग जाए, क्योंकि उन्हें विधायक बनाने वाली जनता ही आज उनके पुतले फूंक रही है।
दबदबा इतना ज्यादा कि भाई गोविंद कांडा भी लालबत्ती लगी गाड़ी में पुलिस सुरक्षा के साथ खुलेआम घूमता है। लेकिन गीतिका शर्मा की खुदकुशी के बाद शायद गोपाल कांडा किस्मत, दौलत और रुतबे पर लगाम लग जाए, क्योंकि उन्हें विधायक बनाने वाली जनता ही आज उनके पुतले फूंक रही है। |
अमेरिकी कारोबारियों ने पिछले वर्ष 22 लाख रोजगार पैदा किए : ओबामा | अमेरिकी राष्ट्रपति ओबामा ने कहा कि अमेरिका में कंपनियों ने पिछले साल 22 लाख रोजगार का सृजन किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को घाटा कम करने और आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने व रोजगार सृजन करने में एक संतुलित रुख अपनाने पर मिलकर काम करना चाहिए। | अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने शनिवार को कहा कि अमेरिका में कंपनियों ने पिछले साल 22 लाख रोजगार का सृजन किए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को घाटा कम करने और आर्थिक वृद्धि को प्रोत्साहित करने व रोजगार सृजन करने में एक संतुलित रुख अपनाने पर मिलकर काम करना चाहिए।
राष्ट्र को अपने साप्ताहिक संदेश में ओबामा ने कहा कि ‘‘अगर देश की राजनीति रोड़ा नहीं बनती है’’ तो देश की अर्थव्यवस्था 2013 में तेजी की राह पर बढ़ने को तैयार है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल की शुरुआत में अर्थशास्त्रियों और उद्योगपतियों ने कहा कि देश 2013 में विकास की राह पर बढ़ने को तैयार है।टिप्पणियां
‘‘और इस प्रगति के वास्तविक संकेत मिल रहे हैं। आवासीय इकाइयों के दाम फिर से बढ़ने लगे हैं। कारों की बिक्री पांच साल के उच्च स्तर पर है। विनिर्माण क्षेत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है।’’
ओबामा ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे कारोबारियों ने पिछले साल 22 लाख नौकारियां पैदा की। हमें पता चला है कि हमारी अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अर्थशास्त्रियों के अनुमान से अधिक रोजगार पैदा किए हैं।’’
राष्ट्र को अपने साप्ताहिक संदेश में ओबामा ने कहा कि ‘‘अगर देश की राजनीति रोड़ा नहीं बनती है’’ तो देश की अर्थव्यवस्था 2013 में तेजी की राह पर बढ़ने को तैयार है।
राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल की शुरुआत में अर्थशास्त्रियों और उद्योगपतियों ने कहा कि देश 2013 में विकास की राह पर बढ़ने को तैयार है।टिप्पणियां
‘‘और इस प्रगति के वास्तविक संकेत मिल रहे हैं। आवासीय इकाइयों के दाम फिर से बढ़ने लगे हैं। कारों की बिक्री पांच साल के उच्च स्तर पर है। विनिर्माण क्षेत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है।’’
ओबामा ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे कारोबारियों ने पिछले साल 22 लाख नौकारियां पैदा की। हमें पता चला है कि हमारी अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अर्थशास्त्रियों के अनुमान से अधिक रोजगार पैदा किए हैं।’’
राष्ट्रपति ने कहा कि इस साल की शुरुआत में अर्थशास्त्रियों और उद्योगपतियों ने कहा कि देश 2013 में विकास की राह पर बढ़ने को तैयार है।टिप्पणियां
‘‘और इस प्रगति के वास्तविक संकेत मिल रहे हैं। आवासीय इकाइयों के दाम फिर से बढ़ने लगे हैं। कारों की बिक्री पांच साल के उच्च स्तर पर है। विनिर्माण क्षेत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है।’’
ओबामा ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे कारोबारियों ने पिछले साल 22 लाख नौकारियां पैदा की। हमें पता चला है कि हमारी अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अर्थशास्त्रियों के अनुमान से अधिक रोजगार पैदा किए हैं।’’
‘‘और इस प्रगति के वास्तविक संकेत मिल रहे हैं। आवासीय इकाइयों के दाम फिर से बढ़ने लगे हैं। कारों की बिक्री पांच साल के उच्च स्तर पर है। विनिर्माण क्षेत्र फिर से पटरी पर लौट रहा है।’’
ओबामा ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे कारोबारियों ने पिछले साल 22 लाख नौकारियां पैदा की। हमें पता चला है कि हमारी अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अर्थशास्त्रियों के अनुमान से अधिक रोजगार पैदा किए हैं।’’
ओबामा ने अपने संबोधन में कहा, ‘‘हमारे कारोबारियों ने पिछले साल 22 लाख नौकारियां पैदा की। हमें पता चला है कि हमारी अर्थव्यवस्था ने पिछले कुछ महीनों के दौरान अर्थशास्त्रियों के अनुमान से अधिक रोजगार पैदा किए हैं।’’ |
'ग्रीनाथॉन-4' से होंगे 508 गांवों के घर रोशन | रविवार को पर्यावरण के लिए एनडीटीवी-टोयोटा की खास मुहिम ग्रीनाथॉन का आयोजन किया गया। इस मुहिम के जरिए 8.89 करोड़ रुपये जुटाए गए। | रविवार को पर्यावरण के लिए एनडीटीवी-टोयोटा की खास मुहिम ग्रीनाथॉन का आयोजन किया गया। इस मुहिम के जरिए 8.89 करोड़ रुपये जुटाए गए।टिप्पणियां
इस धनराशि से 508 गांवों के घरों को रोशन किया जाएगा। दिनभर चले कार्यक्रम में मुंबई के यशराज स्टूडियो के साथ-साथ देशभर से कई खास कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
आमिर खान, शाहरुख खान, शाहिद कपूर तथा प्रियंका चोपड़ा सहित देशभर की कई मशहूर हस्तियों ने इस मुहिम में हिस्सा लिया।
इस धनराशि से 508 गांवों के घरों को रोशन किया जाएगा। दिनभर चले कार्यक्रम में मुंबई के यशराज स्टूडियो के साथ-साथ देशभर से कई खास कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।
आमिर खान, शाहरुख खान, शाहिद कपूर तथा प्रियंका चोपड़ा सहित देशभर की कई मशहूर हस्तियों ने इस मुहिम में हिस्सा लिया।
आमिर खान, शाहरुख खान, शाहिद कपूर तथा प्रियंका चोपड़ा सहित देशभर की कई मशहूर हस्तियों ने इस मुहिम में हिस्सा लिया। |
दतिया में फिर सामूहिक दुष्कर्म, पार्षद सहित पांच नामजद | स्विट्जरलैंड की युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के चलते सुर्खियों में आए मध्य प्रदेश के दतिया जिले में एक और सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है। | स्विट्जरलैंड की युवती के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के चलते सुर्खियों में आए मध्य प्रदेश के दतिया जिले में एक और सामूहिक दुष्कर्म की घटना सामने आई है। इस बार एक पार्षद ने चार साथियों के साथ मिलकर अपने ही शहर की युवती की इज्जत को तार-तार कर दिया है। पांचों आरोपी फरार हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
जानकारी के अनुसार, दतिया निवासी युवती अपने बहनोई के साथ जिगना थाना क्षेत्र में एक रिश्तेदार के यहां गई थी। युवती का आरोप है कि जब वह लौट रही थी, तभी पार्षद बालकिशन कुशवाहा ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे रोका। उसके बाद जबरिया सड़क किनारे ले जाकर कुशवाहा ने साथियों के साथ मिलकर उससे दुष्कर्म किया। युवती का आरोप है कि कुशवाहा व उसके साथी हथियार लिए हुए थे।टिप्पणियां
युवती का आरोप है कि वह अपने साथ घटी घटना की शिकायत करने थाने पहुंची तो पुलिस ने रिपोर्ट लिखना तो दूर, उसके बहनोई की पिटाई कर दी। मंगलवार को पुलिस ने चिकित्सकीय परीक्षण कराने के बाद प्रकरण दर्ज कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरएस प्रजापति ने बताया कि महिला की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
जानकारी के अनुसार, दतिया निवासी युवती अपने बहनोई के साथ जिगना थाना क्षेत्र में एक रिश्तेदार के यहां गई थी। युवती का आरोप है कि जब वह लौट रही थी, तभी पार्षद बालकिशन कुशवाहा ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसे रोका। उसके बाद जबरिया सड़क किनारे ले जाकर कुशवाहा ने साथियों के साथ मिलकर उससे दुष्कर्म किया। युवती का आरोप है कि कुशवाहा व उसके साथी हथियार लिए हुए थे।टिप्पणियां
युवती का आरोप है कि वह अपने साथ घटी घटना की शिकायत करने थाने पहुंची तो पुलिस ने रिपोर्ट लिखना तो दूर, उसके बहनोई की पिटाई कर दी। मंगलवार को पुलिस ने चिकित्सकीय परीक्षण कराने के बाद प्रकरण दर्ज कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरएस प्रजापति ने बताया कि महिला की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
युवती का आरोप है कि वह अपने साथ घटी घटना की शिकायत करने थाने पहुंची तो पुलिस ने रिपोर्ट लिखना तो दूर, उसके बहनोई की पिटाई कर दी। मंगलवार को पुलिस ने चिकित्सकीय परीक्षण कराने के बाद प्रकरण दर्ज कर लिया।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरएस प्रजापति ने बताया कि महिला की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आरएस प्रजापति ने बताया कि महिला की शिकायत पर प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। अभी किसी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। |
भारतीय सैनिकों के साथ बर्बरता के बाद भारत आए 50 पाकिस्तानी छात्रों को वापस भेजा गया | सरकार ने एनजीओ से कहा, यह समय ऐसे कार्यक्रमों के लिए 'अनुपयुक्त'.
एनजीओ रूट्स2रूट ने छात्रों को बुलाया था.
छात्रों एवं शिक्षकों को वापस लाहौर भेज दिया गया है- एनजीओ | जम्मू-कश्मीर में दो भारतीय सैनिकों के सिर काटे जाने की घटना के बाद एक एनजीओ के निमंत्रण पर भारत आए करीब 50 पाकिस्तानी छात्रों को बुधवार को वापस भेज दिया गया, क्योंकि सरकार ने संगठन को परामर्श दिया था कि यह समय ऐसे कार्यक्रमों के लिए 'अनुपयुक्त' है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा, 'एक एनजीओ ने पाकिस्तानी स्कूली छात्रों को यहां आमंत्रित किया था. वे उसी दिन भारत पहुंचे, जिस दिन हमारे सैनिकों को मारने और उनके शवों को विकृत करने की बर्बर और अमानवीय घटना हुई'.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'जब हमें जानकारी मिली कि बच्चे एक मई को भारत में आए हैं तो मंत्रालय ने एनजीओ को परामर्श दिया कि यह इस तरह के कार्यक्रम के लिए उपयुक्त समय नहीं है'.
दरअसल, दिल्ली स्थित एनजीओ रूट्स2रूट ने अपने 'एक्सचेंज फॉर चेंज' कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान से 50 छात्रों को आमंत्रित किया था. छात्रों को आज आगरा जाना था और कल दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास में भारतीय छात्रों के साथ परिचर्चा में भाग लेना था. प्रतिनिधिमंडल के वापस लौटने पर खेद जाहिर करते हुए रूट्स2रूट ने कहा कि दौरे को छोटा कर दिया गया और छात्रों एवं शिक्षकों को वापस लाहौर भेज दिया गया है.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बागले ने कहा, 'एक एनजीओ ने पाकिस्तानी स्कूली छात्रों को यहां आमंत्रित किया था. वे उसी दिन भारत पहुंचे, जिस दिन हमारे सैनिकों को मारने और उनके शवों को विकृत करने की बर्बर और अमानवीय घटना हुई'.टिप्पणियां
उन्होंने कहा, 'जब हमें जानकारी मिली कि बच्चे एक मई को भारत में आए हैं तो मंत्रालय ने एनजीओ को परामर्श दिया कि यह इस तरह के कार्यक्रम के लिए उपयुक्त समय नहीं है'.
दरअसल, दिल्ली स्थित एनजीओ रूट्स2रूट ने अपने 'एक्सचेंज फॉर चेंज' कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान से 50 छात्रों को आमंत्रित किया था. छात्रों को आज आगरा जाना था और कल दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास में भारतीय छात्रों के साथ परिचर्चा में भाग लेना था. प्रतिनिधिमंडल के वापस लौटने पर खेद जाहिर करते हुए रूट्स2रूट ने कहा कि दौरे को छोटा कर दिया गया और छात्रों एवं शिक्षकों को वापस लाहौर भेज दिया गया है.
उन्होंने कहा, 'जब हमें जानकारी मिली कि बच्चे एक मई को भारत में आए हैं तो मंत्रालय ने एनजीओ को परामर्श दिया कि यह इस तरह के कार्यक्रम के लिए उपयुक्त समय नहीं है'.
दरअसल, दिल्ली स्थित एनजीओ रूट्स2रूट ने अपने 'एक्सचेंज फॉर चेंज' कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान से 50 छात्रों को आमंत्रित किया था. छात्रों को आज आगरा जाना था और कल दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास में भारतीय छात्रों के साथ परिचर्चा में भाग लेना था. प्रतिनिधिमंडल के वापस लौटने पर खेद जाहिर करते हुए रूट्स2रूट ने कहा कि दौरे को छोटा कर दिया गया और छात्रों एवं शिक्षकों को वापस लाहौर भेज दिया गया है.
दरअसल, दिल्ली स्थित एनजीओ रूट्स2रूट ने अपने 'एक्सचेंज फॉर चेंज' कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान से 50 छात्रों को आमंत्रित किया था. छात्रों को आज आगरा जाना था और कल दिल्ली स्थित पाकिस्तान दूतावास में भारतीय छात्रों के साथ परिचर्चा में भाग लेना था. प्रतिनिधिमंडल के वापस लौटने पर खेद जाहिर करते हुए रूट्स2रूट ने कहा कि दौरे को छोटा कर दिया गया और छात्रों एवं शिक्षकों को वापस लाहौर भेज दिया गया है. |
पाकिस्तान में आत्मघाती हमला, चार मरे | आत्मघाती हमलावर ने सुरक्षा बलों के काफिले के समीप विस्फोटकों से लदे अपने वाहन को उड़ा दिया। | पाकिस्तान के बाजौर कबायली इलाके में शनिवार को हुए एक आत्मघाती हमले में कम से कम चार लोग मारे गए। आत्मघाती हमलावर ने सुरक्षा बलों के काफिले के समीप विस्फोटकों से लदे अपने वाहन को उड़ा दिया। समाचार एजेंसी 'सिन्हुआ' ने टेलीविजन चैनल 'एक्सप्रेस टीवी' के हवाले से बताया कि यह हमला अफगानिस्तान सीमा से लगे बाजौर के सालारजाई इलाके में हुआ। किसी भी आतंकवादी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। हमले में मारे गए सुरक्षाकर्मी थे या कोई और यह अभी स्पष्ट नहीं हो सका है। |
रतन टाटा ने ताजमहल देखकर कहा, ‘अतुलनीय’ | देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा ने ताजमहल का भ्रमण किया और सफेद संगमर से बने इस मुगलकालीन स्मारक को ‘अतुलनीय’ बताया। | देश के प्रमुख उद्योगपति रतन टाटा ने ताजमहल का भ्रमण किया और सफेद संगमर से बने इस मुगलकालीन स्मारक को ‘अतुलनीय’ बताया। सूत्रों ने उनके दो सहायकों के हवाले से बताया कि रतन टाटा ने ताजमहल परिसर में करीब 45 मिनट बिताए और स्मारक की सुंदरता की प्रसंशा की।टिप्पणियां
टाटा ने स्मारक के रख-रखाव के लिए भारत के पुरातात्विक सर्वेक्षण के कार्य की भी सराहना की। ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था।
सूत्रों ने बताया कि देश के इस शीर्ष उद्योगपति के ताजमहल भ्रमण के समय वहां सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए थे।
टाटा ने स्मारक के रख-रखाव के लिए भारत के पुरातात्विक सर्वेक्षण के कार्य की भी सराहना की। ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में बनवाया था।
सूत्रों ने बताया कि देश के इस शीर्ष उद्योगपति के ताजमहल भ्रमण के समय वहां सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए थे।
सूत्रों ने बताया कि देश के इस शीर्ष उद्योगपति के ताजमहल भ्रमण के समय वहां सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए थे। |
रघुराम राजन रिपोर्ट : गोवा, केरल सबसे विकसित, ओडिशा, बिहार पिछड़े राज्य | बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग के बीच सरकार ने तत्कालीन मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन (अब रिजर्व बैंक के गवर्नर) की अध्यक्षता वाली इस समिति का गठन किया था। | रघुराम राजन समिति की रपट में गरीब राज्यों को अतिरिक्त सहायता देने के लिए उन्हें ‘विशेष श्रेणी’ का दर्जा देने संबंधी मानदंड को समाप्त कर राज्यों को तीन विभिन्न श्रेणियों में बांटने की वकालत की गई है।
रपट में गोवा व केरल को सबसे ज्यादा विकसित राज्य और ओडिशा व बिहार को सबसे कम विकसित राज्य करार दिया गया है।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग के बीच सरकार ने तत्कालीन मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन (अब रिजर्व बैंक के गवर्नर) की अध्यक्षता वाली इस समिति का गठन किया था। समिति ने राज्यों को धन उपलब्ध कराने के लिए बहुआयामी सूचकांक (एमडीआई) की नई प्रणाली अपनाने का सुझाव दिया है।टिप्पणियां
वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने रपट का ब्योरा देते हुए आज कहा कि समिति ने एमडीआई के आंकड़ों के आधार पर 28 राज्यों को - अल्प विकसित, कम विकसित और अपेक्षाकृत विकसित - तीन श्रेणियों में बांटने का सुझाव दिया है।
धन आवंटन के संबंध में रपट में सुझाव दिया गया है कि हर राज्य को विकास जरूरत और विकास के क्षेत्र में प्रदर्शन के आधार पर कुछ धन का सुनिश्चित आवंटन और अतिरिक्त आवंटन किया जाना चाहिए।
रपट में गोवा व केरल को सबसे ज्यादा विकसित राज्य और ओडिशा व बिहार को सबसे कम विकसित राज्य करार दिया गया है।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग के बीच सरकार ने तत्कालीन मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन (अब रिजर्व बैंक के गवर्नर) की अध्यक्षता वाली इस समिति का गठन किया था। समिति ने राज्यों को धन उपलब्ध कराने के लिए बहुआयामी सूचकांक (एमडीआई) की नई प्रणाली अपनाने का सुझाव दिया है।टिप्पणियां
वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने रपट का ब्योरा देते हुए आज कहा कि समिति ने एमडीआई के आंकड़ों के आधार पर 28 राज्यों को - अल्प विकसित, कम विकसित और अपेक्षाकृत विकसित - तीन श्रेणियों में बांटने का सुझाव दिया है।
धन आवंटन के संबंध में रपट में सुझाव दिया गया है कि हर राज्य को विकास जरूरत और विकास के क्षेत्र में प्रदर्शन के आधार पर कुछ धन का सुनिश्चित आवंटन और अतिरिक्त आवंटन किया जाना चाहिए।
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग के बीच सरकार ने तत्कालीन मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन (अब रिजर्व बैंक के गवर्नर) की अध्यक्षता वाली इस समिति का गठन किया था। समिति ने राज्यों को धन उपलब्ध कराने के लिए बहुआयामी सूचकांक (एमडीआई) की नई प्रणाली अपनाने का सुझाव दिया है।टिप्पणियां
वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने रपट का ब्योरा देते हुए आज कहा कि समिति ने एमडीआई के आंकड़ों के आधार पर 28 राज्यों को - अल्प विकसित, कम विकसित और अपेक्षाकृत विकसित - तीन श्रेणियों में बांटने का सुझाव दिया है।
धन आवंटन के संबंध में रपट में सुझाव दिया गया है कि हर राज्य को विकास जरूरत और विकास के क्षेत्र में प्रदर्शन के आधार पर कुछ धन का सुनिश्चित आवंटन और अतिरिक्त आवंटन किया जाना चाहिए।
वित्तमंत्री पी चिदंबरम ने रपट का ब्योरा देते हुए आज कहा कि समिति ने एमडीआई के आंकड़ों के आधार पर 28 राज्यों को - अल्प विकसित, कम विकसित और अपेक्षाकृत विकसित - तीन श्रेणियों में बांटने का सुझाव दिया है।
धन आवंटन के संबंध में रपट में सुझाव दिया गया है कि हर राज्य को विकास जरूरत और विकास के क्षेत्र में प्रदर्शन के आधार पर कुछ धन का सुनिश्चित आवंटन और अतिरिक्त आवंटन किया जाना चाहिए।
धन आवंटन के संबंध में रपट में सुझाव दिया गया है कि हर राज्य को विकास जरूरत और विकास के क्षेत्र में प्रदर्शन के आधार पर कुछ धन का सुनिश्चित आवंटन और अतिरिक्त आवंटन किया जाना चाहिए। |
Nimki Mukhiya के 'बब्बू सिंह' की हो गई शादी, इनके साथ लिए सात फेरे, देखें Photos | 'निमकी मुखिया' के बब्बू सिंह की हो गई शादी
अभिषेक शर्मा ने निभा रहे हैं बब्बू सिंह का किरदार
काफी लोकप्रिय नाटक है 'निमकी मुखिया' | स्टार भारत के पॉपुलर शो 'निमकी मुखिया' (Nimki Mukhiya) में 'बब्बू सिंह' (Babbu Singh) का किरदार निभाने वाले एक्टर अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) शादी के बंधन में बंध गए. खबर है कि उन्होंने अपनी गर्लफ्रेंड अपेक्षा दांडेकर से शादी की है. बीते शनिवार को दोनों शादी ने शादी रचाई. 'निमकी मुखिया' के बब्बू सिंह (Babbu Singh) की शादी के तस्वीरें सोशल मीडिया (Social Media) हो रही हैं. अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) और अपेक्षा दांडेकर की शादी में 'निमकी मुखिया' (Nimki Mukhiya) की पूरी टीम मौजूद थी.
A post shared by Bhumika Gurung (@gurungbhumika) on Feb 9, 2019 at 12:07pm PST
A post shared by Abhishek Sharma (@imabhishek22) on Dec 22, 2018 at 9:43pm PST
'निमकी मुखिया' (Nimki Mukhiya) में लीड रोल निभाने वाली एक्ट्रेस भूमिका गुरुंग (Bhumika Gurung) ने एक्टर अभिषेक शर्मा (Abhishek Sharma) की शादी की कुछ तस्वीरें अपने ऑफिशियल इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं. इन तस्वीरें में निमकी मुखिया के सारे कलाकार काफी खुश नजर आ रहे हैं. 'निमकी मुखिया' शो जब से ऑन एयर हुआ है, तभी से उसकी टीआरपी काफी अच्छी है. इस कार्यक्रम को लोग काफी चाव से देखते हैं.
'निमकी मुखिया' (Nimki Mukhiya) में लोग अभिषेक शर्मा के किरदार 'बब्बू सिंह' (Babbu Singh) को खूब पसंद करते हैं. इस शो में बब्बू सिंह और निमकी की शादी भी हुई थी, लेकिन बब्बू सिंह के घरवालों ने एक खास मकसद के लिए उनसे शादी की थी. फिलहाल, इस सीरियल में काफी ट्विस्ट चल रहा है. बब्बू सिंह और निमकी एक दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाते. |
मलाला पर हमला आंखें खोलने वाली घटना : हिना रब्बानी खार | पाकिस्तानी विदेशमंत्री ने 14 साल की मानवाधिकार कार्यकर्ता मलाला यूसुफजई पर तालिबान के हमले को आंखें खोलने वाली घटना बताते हुए कहा कि उनके देश के लिए यह निर्णायक हो सकता है। | पाकिस्तान की विदेशमंत्री हिना रब्बानी खार ने मानवाधिकार कार्यकर्ता किशोरी मलाला यूसुफजई पर तालिबान द्वारा किए गए हमले को आंखें खोलने वाली घटना करार देते हुए कहा है कि उनके देश के लिए संभवत: यह निर्णायक हो सकता है।
उन्होंने कहा, आज हमारे (पाकिस्तान) लिए यह (मलाला पर हमला) एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। इसके लिए मैं अल्लाह से दुआ करती हूं। खार ने सीएनएन के साथ एक साक्षात्कार में कहा, आज हमारे सामने भविष्य की दो अलग-अलग स्थितियां हैं। इसमें से एक का प्रतिनिधित्व उज्ज्वल, युवा, प्रगतिशील लड़की मलाला यूसुफजई कर रही हैं, जो अपने शिक्षा के अधिकार और एक सामान्य नागरिक की तरह जीने के अधिकार की खातिर लड़ रही हैं। और दूसरी है एक खास तरह का थोपा गया तरीका, जो उग्रवादी और एक आतंकवादी तरीका है।टिप्पणियां
खार ने कहा, पाकिस्तान में मलाया यूसुफजई ने जो कर दिखाया है, ऐसा कई सैन्य कार्रवाइयों से भी नहीं किया जा सका। उन्होंने इसे एक ज्वलंत सवाल के रूप में पेश किया है। उन्होंने इसे इस तरह रखा है कि आप उस भविष्य के साथ हैं, जिसका वह प्रतिनिधित्व करती हैं अथवा उस भविष्य के साथ, जो वे थोपने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, आप जो देख रहे हैं वह यह कि कुछ गिने-चुने तत्व इसे जायज ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे लिहाज से यहां खतरनाक संकेत यह है कि ये लोग उस पर हमला करने के बाद महसूस करते हैं कि उनके पास इस तरह की कार्रवाई के लिए सही तर्क हैं। इसे सभी पाकिस्तानियों ने ठुकरा दिया है।
उन्होंने कहा, आज हमारे (पाकिस्तान) लिए यह (मलाला पर हमला) एक निर्णायक मोड़ साबित हो सकता है। इसके लिए मैं अल्लाह से दुआ करती हूं। खार ने सीएनएन के साथ एक साक्षात्कार में कहा, आज हमारे सामने भविष्य की दो अलग-अलग स्थितियां हैं। इसमें से एक का प्रतिनिधित्व उज्ज्वल, युवा, प्रगतिशील लड़की मलाला यूसुफजई कर रही हैं, जो अपने शिक्षा के अधिकार और एक सामान्य नागरिक की तरह जीने के अधिकार की खातिर लड़ रही हैं। और दूसरी है एक खास तरह का थोपा गया तरीका, जो उग्रवादी और एक आतंकवादी तरीका है।टिप्पणियां
खार ने कहा, पाकिस्तान में मलाया यूसुफजई ने जो कर दिखाया है, ऐसा कई सैन्य कार्रवाइयों से भी नहीं किया जा सका। उन्होंने इसे एक ज्वलंत सवाल के रूप में पेश किया है। उन्होंने इसे इस तरह रखा है कि आप उस भविष्य के साथ हैं, जिसका वह प्रतिनिधित्व करती हैं अथवा उस भविष्य के साथ, जो वे थोपने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, आप जो देख रहे हैं वह यह कि कुछ गिने-चुने तत्व इसे जायज ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे लिहाज से यहां खतरनाक संकेत यह है कि ये लोग उस पर हमला करने के बाद महसूस करते हैं कि उनके पास इस तरह की कार्रवाई के लिए सही तर्क हैं। इसे सभी पाकिस्तानियों ने ठुकरा दिया है।
खार ने कहा, पाकिस्तान में मलाया यूसुफजई ने जो कर दिखाया है, ऐसा कई सैन्य कार्रवाइयों से भी नहीं किया जा सका। उन्होंने इसे एक ज्वलंत सवाल के रूप में पेश किया है। उन्होंने इसे इस तरह रखा है कि आप उस भविष्य के साथ हैं, जिसका वह प्रतिनिधित्व करती हैं अथवा उस भविष्य के साथ, जो वे थोपने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, आप जो देख रहे हैं वह यह कि कुछ गिने-चुने तत्व इसे जायज ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे लिहाज से यहां खतरनाक संकेत यह है कि ये लोग उस पर हमला करने के बाद महसूस करते हैं कि उनके पास इस तरह की कार्रवाई के लिए सही तर्क हैं। इसे सभी पाकिस्तानियों ने ठुकरा दिया है।
उन्होंने कहा, आप जो देख रहे हैं वह यह कि कुछ गिने-चुने तत्व इसे जायज ठहराने की कोशिश कर रहे हैं। मेरे लिहाज से यहां खतरनाक संकेत यह है कि ये लोग उस पर हमला करने के बाद महसूस करते हैं कि उनके पास इस तरह की कार्रवाई के लिए सही तर्क हैं। इसे सभी पाकिस्तानियों ने ठुकरा दिया है। |
'दबंग' के लिए सोनाक्षी ने छोड़ी 'रेस' | सोनाक्षी सिन्हा ने दबंग-2 के लिए न सिर्फ 'रेस-2' छोड़ दी बल्कि उन्होंने फिल्म का साइनिंग अमाउंट भी लौटा दिया है। | सोनाक्षी सिन्हा ने दबंग-2 के लिए न सिर्फ 'रेस-2' छोड़ दी बल्कि उन्होंने फिल्म का साइनिंग अमाउंट भी लौटा दिया है। खबर है कि 'रेस-2' की शूटिंग लेट हो चुकी है और जब 'रेस-2' का नया शेड्यूल सामने आया है तो वह 'दबंग-2' के शेड्यूल से टकरा गया। सोनाक्षी ने 'दबंग -2' के लिए 'रेस-2' को अलविदा कह दिया है।
गौरतलब है कि सोनाक्षी ने सलमान के साथ फिल्म 'दबंग' से ही बॉलीवुड में कदम रखा। इस फिल्म ने सफलता के सारे रिकॉर्ड तोड़े और सोनाक्षी रातोंरात सफल स्टार बन गईं। |
'फन्ने खां' के साथ फिर बड़े पर्दे पर एंट्री करेंगी ऐश्वर्या राय बच्चन | 'फन्ने खां' में एक बार फिर नजर आएंगे ऐश्वर्या और अनिल कपूर
इससे पहले 'ताल', 'हमारा दिल आपके पास है' जैसी फिल्मों में साथ
अगस्त में शुरू होगी 'फन्ने खां' की शूटिंग | #AishwaryaRaiBachchan to start shooting for Fanney Khan from August. A T-Series, @ROMPPictures & @kriarj presentation. April 2018 release.
Happy Birthday @RakeyshOmMehra!! Your vision for #FanneyKhan has inspired all of us! Looking forward to this journey with you & your team!! pic.twitter.com/U62w3aJF0y |
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में धोनी ने इस गेंदबाज को 'ट्रंप कार्ड' की तरह किया था इस्तेमाल | पहलवानी से जुड़े परिवार में जन्मे प्रवीण ने क्रिकेट में बनाया था करियर
कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज में गेंद से किया था यादगार प्रदर्शन
हाल ही में समाजवादी पार्टी से जुड़कर शुरू की है 'नई पारी' | उत्तर प्रदेश के मेरठ शहर को टीम इंडिया को दो आला दर्जे के स्विंग गेंदबाज देने का श्रेय हासिल है. पहले, प्रवीण कुमार ने अपनी स्विंग गेंदबाजी से दुनिया के नामी बल्लेबाजों को मुश्किल में डाला. अब यह काम इसी शहर के एक अन्य गेंदबाज भुवनेश्वर कर रहे हैं. दो अक्टूबर 1986 को जन्मे प्रवीण का क्रिकेट में करियर बनाना किसी अचरज से कम नहीं था. प्रवीण का जन्म पहलवानी से जुड़े परिवार में हुआ था.
बचपन में उनका ज्यादा समय परिवार के सदस्यों को अखाड़े में जोर-आजमाइश करते बीता. लेकिन गली क्रिकेट खेलते हुए उन्होंने गेंद को अपने इशारे पर घुमाने यानी स्विंग कराने की कला सीखी और जल्द ही क्रिकेटर के रूप में स्थापित हो गए. रंजी ट्रॉफी और फिर चैलेंजर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करते हुए जल्द ही टीम इंडिया में जगह बना ली. प्रवीण ने रविवार को अपने 30 वर्ष पूरे किए हैं.
नवंबर 2007 में उन्होंने जयपुर में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे करियर का आगाज किया जबकि उनके टेस्ट करियर की शुरुआत इसके करीब चार वर्ष बाद बाद अगस्त 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में हुई. गेंदों में गति अधिक नहीं होने के कारण प्रवीण भारतीय पिचों पर अधिक कामयाब नहीं हुए, लेकिन विदेश की मददगार पिचों पर उन्होंने नामी बल्लेबाजेां को भी अपने गेंदबाजी कौशल से आउट किया.
खेलप्रेमियों को अभी भी तीन देशों की कॉमनवेल्थ सीरीज के अंतर्गत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल मैच की याद ताजा होगी. इन दो फाइनल में प्रवीण ने टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर की भूमिका निभाते हुए भारत को ऑस्ट्रेलिया को उसके घरू मैदान में हराने में अहम योगदान दिया था.
कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के सिडनी में हुए पहले फाइनल में भारत के लिए प्रवीण ने कमाल की गेंदबाजी की थी. गिलक्रिस्ट, हेडन, पोंटिंग, माइकल क्लार्क, साइमंड्स और हसी जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली कंगारू टीम को उन्होंने शुरुआत से ही दबाव में रखा. गिलक्रिस्ट और पोंटिंग के विकेट झटकते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को हाथ खोलने के ज्यादा मौके नहीं दिए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम को 50 ओवर में 239 के स्कोर तक सीमित करने में नवोदित प्रवीण के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता. प्रवीण ने इस मैच में गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए अपने 10 ओवर में 49 रन देकर दो विकेट लिए थे और सचिन तेंदुलकर के शतक की मदद से भारत ने यह मैच बेहद आसानी से 6 विकेट से जीता था.
टूर्नामेंट के दूसरे फाइनल में तो प्रवीण का प्रदर्शन और निखरकर सामने आया था. ब्रिसबेन में हुए इस मुकाबले में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 258 रन बनाए थे. विकेट के मिजाज को भांपते हुए कप्तान एमएस धोनी ने शुरुआत में ही प्रवीण को गेंद थमा दी और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के टॉप आर्डर को पैवेलियन लौटा दिया था. मैच में प्रवीण की स्विंग गेंदबाजी के आगे गिलक्रिस्ट और पोंटिंग जैसे बल्लेबाजों को संघर्ष करते हुए देखना बेहतरीन था. प्रवीण ने इस मैच में गिलक्रिस्ट, पोटिंग, माइकल क्लार्क के अलावा निचले क्रम के ब्रेट ली को भी आउट किया था. भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 9 रन से हराते हुए कॉमनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय टूर्नामेंट जीत लिया था. 10 ओवर में 46 रन देकर चार विकेट लेने वाले प्रवीण को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया था.टिप्पणियां
वनडे मैचों में प्रवीण कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. मैच में चार विकेट लेने का कारनामा उन्होंने तीन बार किया है. उन्होंने 68 वनडे में 36.02 के औसत से 77 विकेट लिए और श्रीलंका के खिलाफ 4/31 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. दुर्भाग्य से प्रवीण को टेस्ट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए. उन्होंने छह टेस्ट खेले और 25.81 के बेहतरीन औसत से 27 विकेट लिए. इस दौरान 5/106 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स के मैदान में दर्ज किया था.
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे....
बचपन में उनका ज्यादा समय परिवार के सदस्यों को अखाड़े में जोर-आजमाइश करते बीता. लेकिन गली क्रिकेट खेलते हुए उन्होंने गेंद को अपने इशारे पर घुमाने यानी स्विंग कराने की कला सीखी और जल्द ही क्रिकेटर के रूप में स्थापित हो गए. रंजी ट्रॉफी और फिर चैलेंजर ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन करते हुए जल्द ही टीम इंडिया में जगह बना ली. प्रवीण ने रविवार को अपने 30 वर्ष पूरे किए हैं.
नवंबर 2007 में उन्होंने जयपुर में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे करियर का आगाज किया जबकि उनके टेस्ट करियर की शुरुआत इसके करीब चार वर्ष बाद बाद अगस्त 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में हुई. गेंदों में गति अधिक नहीं होने के कारण प्रवीण भारतीय पिचों पर अधिक कामयाब नहीं हुए, लेकिन विदेश की मददगार पिचों पर उन्होंने नामी बल्लेबाजेां को भी अपने गेंदबाजी कौशल से आउट किया.
खेलप्रेमियों को अभी भी तीन देशों की कॉमनवेल्थ सीरीज के अंतर्गत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल मैच की याद ताजा होगी. इन दो फाइनल में प्रवीण ने टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर की भूमिका निभाते हुए भारत को ऑस्ट्रेलिया को उसके घरू मैदान में हराने में अहम योगदान दिया था.
कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के सिडनी में हुए पहले फाइनल में भारत के लिए प्रवीण ने कमाल की गेंदबाजी की थी. गिलक्रिस्ट, हेडन, पोंटिंग, माइकल क्लार्क, साइमंड्स और हसी जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली कंगारू टीम को उन्होंने शुरुआत से ही दबाव में रखा. गिलक्रिस्ट और पोंटिंग के विकेट झटकते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को हाथ खोलने के ज्यादा मौके नहीं दिए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम को 50 ओवर में 239 के स्कोर तक सीमित करने में नवोदित प्रवीण के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता. प्रवीण ने इस मैच में गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए अपने 10 ओवर में 49 रन देकर दो विकेट लिए थे और सचिन तेंदुलकर के शतक की मदद से भारत ने यह मैच बेहद आसानी से 6 विकेट से जीता था.
टूर्नामेंट के दूसरे फाइनल में तो प्रवीण का प्रदर्शन और निखरकर सामने आया था. ब्रिसबेन में हुए इस मुकाबले में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 258 रन बनाए थे. विकेट के मिजाज को भांपते हुए कप्तान एमएस धोनी ने शुरुआत में ही प्रवीण को गेंद थमा दी और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के टॉप आर्डर को पैवेलियन लौटा दिया था. मैच में प्रवीण की स्विंग गेंदबाजी के आगे गिलक्रिस्ट और पोंटिंग जैसे बल्लेबाजों को संघर्ष करते हुए देखना बेहतरीन था. प्रवीण ने इस मैच में गिलक्रिस्ट, पोटिंग, माइकल क्लार्क के अलावा निचले क्रम के ब्रेट ली को भी आउट किया था. भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 9 रन से हराते हुए कॉमनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय टूर्नामेंट जीत लिया था. 10 ओवर में 46 रन देकर चार विकेट लेने वाले प्रवीण को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया था.टिप्पणियां
वनडे मैचों में प्रवीण कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. मैच में चार विकेट लेने का कारनामा उन्होंने तीन बार किया है. उन्होंने 68 वनडे में 36.02 के औसत से 77 विकेट लिए और श्रीलंका के खिलाफ 4/31 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. दुर्भाग्य से प्रवीण को टेस्ट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए. उन्होंने छह टेस्ट खेले और 25.81 के बेहतरीन औसत से 27 विकेट लिए. इस दौरान 5/106 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स के मैदान में दर्ज किया था.
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे....
नवंबर 2007 में उन्होंने जयपुर में पाकिस्तान के खिलाफ वनडे करियर का आगाज किया जबकि उनके टेस्ट करियर की शुरुआत इसके करीब चार वर्ष बाद बाद अगस्त 2011 में इंग्लैंड के खिलाफ बर्मिंघम में हुई. गेंदों में गति अधिक नहीं होने के कारण प्रवीण भारतीय पिचों पर अधिक कामयाब नहीं हुए, लेकिन विदेश की मददगार पिचों पर उन्होंने नामी बल्लेबाजेां को भी अपने गेंदबाजी कौशल से आउट किया.
खेलप्रेमियों को अभी भी तीन देशों की कॉमनवेल्थ सीरीज के अंतर्गत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल मैच की याद ताजा होगी. इन दो फाइनल में प्रवीण ने टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर की भूमिका निभाते हुए भारत को ऑस्ट्रेलिया को उसके घरू मैदान में हराने में अहम योगदान दिया था.
कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के सिडनी में हुए पहले फाइनल में भारत के लिए प्रवीण ने कमाल की गेंदबाजी की थी. गिलक्रिस्ट, हेडन, पोंटिंग, माइकल क्लार्क, साइमंड्स और हसी जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली कंगारू टीम को उन्होंने शुरुआत से ही दबाव में रखा. गिलक्रिस्ट और पोंटिंग के विकेट झटकते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को हाथ खोलने के ज्यादा मौके नहीं दिए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम को 50 ओवर में 239 के स्कोर तक सीमित करने में नवोदित प्रवीण के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता. प्रवीण ने इस मैच में गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए अपने 10 ओवर में 49 रन देकर दो विकेट लिए थे और सचिन तेंदुलकर के शतक की मदद से भारत ने यह मैच बेहद आसानी से 6 विकेट से जीता था.
टूर्नामेंट के दूसरे फाइनल में तो प्रवीण का प्रदर्शन और निखरकर सामने आया था. ब्रिसबेन में हुए इस मुकाबले में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 258 रन बनाए थे. विकेट के मिजाज को भांपते हुए कप्तान एमएस धोनी ने शुरुआत में ही प्रवीण को गेंद थमा दी और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के टॉप आर्डर को पैवेलियन लौटा दिया था. मैच में प्रवीण की स्विंग गेंदबाजी के आगे गिलक्रिस्ट और पोंटिंग जैसे बल्लेबाजों को संघर्ष करते हुए देखना बेहतरीन था. प्रवीण ने इस मैच में गिलक्रिस्ट, पोटिंग, माइकल क्लार्क के अलावा निचले क्रम के ब्रेट ली को भी आउट किया था. भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 9 रन से हराते हुए कॉमनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय टूर्नामेंट जीत लिया था. 10 ओवर में 46 रन देकर चार विकेट लेने वाले प्रवीण को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया था.टिप्पणियां
वनडे मैचों में प्रवीण कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. मैच में चार विकेट लेने का कारनामा उन्होंने तीन बार किया है. उन्होंने 68 वनडे में 36.02 के औसत से 77 विकेट लिए और श्रीलंका के खिलाफ 4/31 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. दुर्भाग्य से प्रवीण को टेस्ट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए. उन्होंने छह टेस्ट खेले और 25.81 के बेहतरीन औसत से 27 विकेट लिए. इस दौरान 5/106 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स के मैदान में दर्ज किया था.
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे....
खेलप्रेमियों को अभी भी तीन देशों की कॉमनवेल्थ सीरीज के अंतर्गत भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए फाइनल मैच की याद ताजा होगी. इन दो फाइनल में प्रवीण ने टीम इंडिया के स्ट्राइक बॉलर की भूमिका निभाते हुए भारत को ऑस्ट्रेलिया को उसके घरू मैदान में हराने में अहम योगदान दिया था.
कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के सिडनी में हुए पहले फाइनल में भारत के लिए प्रवीण ने कमाल की गेंदबाजी की थी. गिलक्रिस्ट, हेडन, पोंटिंग, माइकल क्लार्क, साइमंड्स और हसी जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली कंगारू टीम को उन्होंने शुरुआत से ही दबाव में रखा. गिलक्रिस्ट और पोंटिंग के विकेट झटकते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को हाथ खोलने के ज्यादा मौके नहीं दिए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम को 50 ओवर में 239 के स्कोर तक सीमित करने में नवोदित प्रवीण के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता. प्रवीण ने इस मैच में गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए अपने 10 ओवर में 49 रन देकर दो विकेट लिए थे और सचिन तेंदुलकर के शतक की मदद से भारत ने यह मैच बेहद आसानी से 6 विकेट से जीता था.
टूर्नामेंट के दूसरे फाइनल में तो प्रवीण का प्रदर्शन और निखरकर सामने आया था. ब्रिसबेन में हुए इस मुकाबले में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 258 रन बनाए थे. विकेट के मिजाज को भांपते हुए कप्तान एमएस धोनी ने शुरुआत में ही प्रवीण को गेंद थमा दी और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के टॉप आर्डर को पैवेलियन लौटा दिया था. मैच में प्रवीण की स्विंग गेंदबाजी के आगे गिलक्रिस्ट और पोंटिंग जैसे बल्लेबाजों को संघर्ष करते हुए देखना बेहतरीन था. प्रवीण ने इस मैच में गिलक्रिस्ट, पोटिंग, माइकल क्लार्क के अलावा निचले क्रम के ब्रेट ली को भी आउट किया था. भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 9 रन से हराते हुए कॉमनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय टूर्नामेंट जीत लिया था. 10 ओवर में 46 रन देकर चार विकेट लेने वाले प्रवीण को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया था.टिप्पणियां
वनडे मैचों में प्रवीण कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. मैच में चार विकेट लेने का कारनामा उन्होंने तीन बार किया है. उन्होंने 68 वनडे में 36.02 के औसत से 77 विकेट लिए और श्रीलंका के खिलाफ 4/31 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. दुर्भाग्य से प्रवीण को टेस्ट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए. उन्होंने छह टेस्ट खेले और 25.81 के बेहतरीन औसत से 27 विकेट लिए. इस दौरान 5/106 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स के मैदान में दर्ज किया था.
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे....
कॉमनवेल्थ बैंक सीरीज के सिडनी में हुए पहले फाइनल में भारत के लिए प्रवीण ने कमाल की गेंदबाजी की थी. गिलक्रिस्ट, हेडन, पोंटिंग, माइकल क्लार्क, साइमंड्स और हसी जैसे खिलाड़ियों की मौजूदगी वाली कंगारू टीम को उन्होंने शुरुआत से ही दबाव में रखा. गिलक्रिस्ट और पोंटिंग के विकेट झटकते हुए उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को हाथ खोलने के ज्यादा मौके नहीं दिए थे. ऑस्ट्रेलियाई टीम को 50 ओवर में 239 के स्कोर तक सीमित करने में नवोदित प्रवीण के योगदान को भी भुलाया नहीं जा सकता. प्रवीण ने इस मैच में गेंदबाजी की शुरुआत करते हुए अपने 10 ओवर में 49 रन देकर दो विकेट लिए थे और सचिन तेंदुलकर के शतक की मदद से भारत ने यह मैच बेहद आसानी से 6 विकेट से जीता था.
टूर्नामेंट के दूसरे फाइनल में तो प्रवीण का प्रदर्शन और निखरकर सामने आया था. ब्रिसबेन में हुए इस मुकाबले में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 258 रन बनाए थे. विकेट के मिजाज को भांपते हुए कप्तान एमएस धोनी ने शुरुआत में ही प्रवीण को गेंद थमा दी और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के टॉप आर्डर को पैवेलियन लौटा दिया था. मैच में प्रवीण की स्विंग गेंदबाजी के आगे गिलक्रिस्ट और पोंटिंग जैसे बल्लेबाजों को संघर्ष करते हुए देखना बेहतरीन था. प्रवीण ने इस मैच में गिलक्रिस्ट, पोटिंग, माइकल क्लार्क के अलावा निचले क्रम के ब्रेट ली को भी आउट किया था. भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 9 रन से हराते हुए कॉमनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय टूर्नामेंट जीत लिया था. 10 ओवर में 46 रन देकर चार विकेट लेने वाले प्रवीण को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया था.टिप्पणियां
वनडे मैचों में प्रवीण कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. मैच में चार विकेट लेने का कारनामा उन्होंने तीन बार किया है. उन्होंने 68 वनडे में 36.02 के औसत से 77 विकेट लिए और श्रीलंका के खिलाफ 4/31 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. दुर्भाग्य से प्रवीण को टेस्ट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए. उन्होंने छह टेस्ट खेले और 25.81 के बेहतरीन औसत से 27 विकेट लिए. इस दौरान 5/106 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स के मैदान में दर्ज किया था.
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे....
टूर्नामेंट के दूसरे फाइनल में तो प्रवीण का प्रदर्शन और निखरकर सामने आया था. ब्रिसबेन में हुए इस मुकाबले में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 258 रन बनाए थे. विकेट के मिजाज को भांपते हुए कप्तान एमएस धोनी ने शुरुआत में ही प्रवीण को गेंद थमा दी और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के टॉप आर्डर को पैवेलियन लौटा दिया था. मैच में प्रवीण की स्विंग गेंदबाजी के आगे गिलक्रिस्ट और पोंटिंग जैसे बल्लेबाजों को संघर्ष करते हुए देखना बेहतरीन था. प्रवीण ने इस मैच में गिलक्रिस्ट, पोटिंग, माइकल क्लार्क के अलावा निचले क्रम के ब्रेट ली को भी आउट किया था. भारत ने इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 9 रन से हराते हुए कॉमनवेल्थ बैंक त्रिकोणीय टूर्नामेंट जीत लिया था. 10 ओवर में 46 रन देकर चार विकेट लेने वाले प्रवीण को 'मैन ऑफ द मैच' घोषित किया गया था.टिप्पणियां
वनडे मैचों में प्रवीण कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. मैच में चार विकेट लेने का कारनामा उन्होंने तीन बार किया है. उन्होंने 68 वनडे में 36.02 के औसत से 77 विकेट लिए और श्रीलंका के खिलाफ 4/31 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. दुर्भाग्य से प्रवीण को टेस्ट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए. उन्होंने छह टेस्ट खेले और 25.81 के बेहतरीन औसत से 27 विकेट लिए. इस दौरान 5/106 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स के मैदान में दर्ज किया था.
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे....
वनडे मैचों में प्रवीण कई मौकों पर अपनी गेंदबाजी से भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं. मैच में चार विकेट लेने का कारनामा उन्होंने तीन बार किया है. उन्होंने 68 वनडे में 36.02 के औसत से 77 विकेट लिए और श्रीलंका के खिलाफ 4/31 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा. दुर्भाग्य से प्रवीण को टेस्ट खेलने के ज्यादा मौके नहीं मिल पाए. उन्होंने छह टेस्ट खेले और 25.81 के बेहतरीन औसत से 27 विकेट लिए. इस दौरान 5/106 उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा जो उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ लार्ड्स के मैदान में दर्ज किया था.
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे....
इसके बाद चोटों और प्रदर्शन में आई गिरावट के कारण टीम इंडिया से बाहर हो गए. करियर के इस दौर में वे मैदान पर गेंदबाजी से कहीं अधिक, तैश में आने की अपनी आदत के कारण चर्चा में रहे. 'देसी' अंदाज वाले प्रवीण आईपीएल में गुजरात लायंस, किंग्स इलेवन पंजाब, रॉयल चैंलेंजर्स बेंगलुरू और सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेल चुके हैं.हाल ही में प्रवीण ने समाजवादी पार्टी ज्वाइन करके अपनी नई पारी शुरू की है. उम्मीद है कि अपने इस सफर में भी वे कामयाबी के नए रिकॉर्ड बनाएंगे.... |
शाहिद अफरीदी ने कश्मीर मुद्दा उठाया तो एक यूजर ने पूछा, 'क्या पाकिस्तान की राजधानी पता है' | सोशल मीडिया पर आलोचकों के निशाने पर रहे अफरीदी
ट्वीट में लिखा, समय आ गया है कि इस मुद्दे को सुलझाया जाए
लोगों ने इस मामले में पाकिस्तानी क्रिकेटर को दे डाली नसीहत | पाकिस्तान क्रिकेट टीम के हरफनमौला और पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi) कश्मीर मुद्दे को लेकर किए गए ट्वीट के चलते सोशल मीडिया पर आलोचकों के निशाने पर रहे. अपनी तूफानी बल्लेबाजी के कारण भारत और पाकिस्तान, दोनों ही मुल्कों में समान रूप से लोकप्रिय अफरीदी ने कश्मीर मसले को उठाते हुए इसके समाधान की बात उठाई थी. अपने ट्वीट में 'बूम-बूम अफरीदी' ने लिखा था, 'कश्मीर पिछले कई दशकों से क्रूरता का शिकार हो रहा है. अब समय आ गया है कि इस मुद्दे को सुलझा लिया जाए जिसने कई लोगों की जान ली हैं. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'कश्मीर धरती पर स्वर्ग (जन्नत) है और हम मासूमों की पुकार को अनदेखा नहीं कर सकते.' अपने ट्वीट में अफरीदी ने iStandWithKashmir और KasmirSolidarityDay हैशटेग का प्रयोग भी किया.
Kashmir is heaven on earth & we can't be oblivious to the pleas of the innocent. #iStandWithKashmir#KasmirSolidarityDay 2/2
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) February 5, 2017 भारत और पाकिस्तान के बीच विवाद का कारण बने कश्मीर मुद्दे पर अफरीदी का 'टांग अड़ाना' लोगों का रास नहीं आया और उन्होंने इस मुद्दे पर अफरीदी को नसीहत दे डाली. अनिल शाक्य नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा, 'कश्मीर और भारत के लोग शांति चाहते हैं. आप पाकिस्तान के आइकन हो, आप सभी से क्यों नहीं बोलते ये सब बंद करें.' उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान जिस दिन मान लेगा कि कश्मीर भारत का हिस्सा हैं और आतंकी भेजना बंद कर देगा तब शांति स्थापित हो जाएगी. एक अन्य ट्वीट में तो अफरीदी से पूछा गया कि क्या क्रिकेट छोड़कर सियासत में आ रहे हैं. इरशाद अहमद ने लिखा, 'क्रिकेट खत्म तो पॉलिटिक्स, क्या आप जानते हैं कि पाकिस्तान की राजधानी क्या है. अपना घर संभलता नहीं और दूसरे के घर में ताकझांक.' हालांकि इस दौरान अफरीदी को कुछ लोगों का समर्थन भी हासिल हुआ.
@SAfridiOfficial.. Cricket khatam to politics, Do you know the capital of Pakistan? Apna ghar sambhalta nhi aur dusro ke ghar me taak jhaak
— irshad ahmad (@IrshadIrsahm28) February 5, 2017@SAfridiOfficial Bhai ap Pakistan ki fikar Karo, India ki nahi
— Being MEN (@shakeelcc) February 5, 2017@iamDaudkhan667 Bhai ap Pakistan ko sahi salamath rakhlo.
— Being MEN (@shakeelcc) February 5, 2017 गौरतलब है कि अफरीदी का इंटरनेशनल करियर इस समय अंतिम दौर में चल रहा है. वे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं जबकि वनडे और टी20 टीमों से वह बाहर चल रहे हैं. अफरीदी ने 27 टेस्ट में 1716 रन बनाने के साथ-साथ 48 विकेट हासिल किए हैं. वनडे और टी20 का उनका रिकॉर्ड खासा प्रभावशाली है. 398 वनडे में 8 हजार से अधिक रन बनाने के अलावा उन्होंने 395 विकेट भी लिए हैं. इसी तरह 98 टी20 मैचों में उनके नाम पर 1405 रन और 97 विकेट दर्ज हैं.टिप्पणियां
Kashmir is heaven on earth & we can't be oblivious to the pleas of the innocent. #iStandWithKashmir#KasmirSolidarityDay 2/2
@SAfridiOfficial.. Cricket khatam to politics, Do you know the capital of Pakistan? Apna ghar sambhalta nhi aur dusro ke ghar me taak jhaak
@SAfridiOfficial Bhai ap Pakistan ki fikar Karo, India ki nahi
@iamDaudkhan667 Bhai ap Pakistan ko sahi salamath rakhlo. |
एमसीडी चुनाव में दिल्ली ने चुना पीएम, सीएम को किया रिजेक्ट : अरविंद केजरीवाल पर योगेंद्र यादव का तंज | नतीजे केजरीवाल सरकार के प्रति जनता का गुस्सा दिखा रहे हैं.
सीएम खारिज, पीएम को लोगों ने चुना
स्वराज इंडिया ज्यादा उम्मीदें लेकर नहीं चली | एमसीडी चुनावों के रुझानों के बीच ही स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेंद्र यादव ने कहा कि दिल्ली ने स्पष्ट रूप से बीजेपी को अपनी प्राथमिकता बता दिया है. आज 9 बजे से पहले भविष्यवाणी करते हुए योगेंद्र यादव ने कहा कि स्थानीय चुनावों में बीजेपी बड़ी जीत की ओर अग्रसर है. योगेंद्र यादव ने आगे कहा कि ये नतीजे अरविंद केजरीवाल सरकार के प्रति जनता का गुस्सा दिखा रहे हैं. योगेंद्र यादव दो साल पहले अरविंद केजरीवाल के साथ आम आदमी पार्टी में ही थे, लेकिन अरविंद केजरीवाल पर सवाल उठाने के बाद प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव पार्टी से अलग हो गए थे.टिप्पणियां
एनडीटीवी से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने माना कि तीनों निगमों में पीएम मोदी का जादू बरकरार है. एमसीडी चुनाव में लोगों ने मुख्यमंत्री को खारिज कर दिया है और पीएम मोदी को चुन लिया है. हालांकि योगेंद्र यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि इन चुनावों में स्वराज इंडिया बहुत उम्मीदें लेकर नहीं चल रही थी. उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है. हम बड़ी सीटें जीतने के लिए नहीं था, यह हमारे लिए सिर्फ एक मूलभूत चुनाव था.
गौरतलब है कि एमसीडी चुनावों की मतगणना से पहले एक बार फिर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया है. यह मुद्दा उन्होंने फरवरी में हुए पंजाब विधानसभा के बाद उठाना शुरू किया था, जिसमें आम आदमी पार्टी हार गई थी. इसके बाद से लगातार वह ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठा रहे हैं. उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव की भी मांग की थी.
एनडीटीवी से बात करते हुए योगेंद्र यादव ने माना कि तीनों निगमों में पीएम मोदी का जादू बरकरार है. एमसीडी चुनाव में लोगों ने मुख्यमंत्री को खारिज कर दिया है और पीएम मोदी को चुन लिया है. हालांकि योगेंद्र यादव ने यह भी स्पष्ट किया कि इन चुनावों में स्वराज इंडिया बहुत उम्मीदें लेकर नहीं चल रही थी. उन्होंने कहा कि यह तो शुरुआत है. हम बड़ी सीटें जीतने के लिए नहीं था, यह हमारे लिए सिर्फ एक मूलभूत चुनाव था.
गौरतलब है कि एमसीडी चुनावों की मतगणना से पहले एक बार फिर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया है. यह मुद्दा उन्होंने फरवरी में हुए पंजाब विधानसभा के बाद उठाना शुरू किया था, जिसमें आम आदमी पार्टी हार गई थी. इसके बाद से लगातार वह ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठा रहे हैं. उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव की भी मांग की थी.
गौरतलब है कि एमसीडी चुनावों की मतगणना से पहले एक बार फिर सीएम अरविंद केजरीवाल ने ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठाया है. यह मुद्दा उन्होंने फरवरी में हुए पंजाब विधानसभा के बाद उठाना शुरू किया था, जिसमें आम आदमी पार्टी हार गई थी. इसके बाद से लगातार वह ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा उठा रहे हैं. उन्होंने बैलेट पेपर से चुनाव की भी मांग की थी. |
टीम नीतीश कुमार की पीएम को चेतावनी, नोटबंदी को समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है | पीएम ने कहा था, नोटबंदी से हो रही दिक्कतें 30 दिसंबर तक खत्म हो जाएंगी
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा, तभी तक हमारा समर्थन जारी रहेगा
JDU ने पूछा, जो नकदी संकट है, क्या उससे ज़्यादा लाभ होगा नोटबंदी से...? | बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने रुख को लेकर बिल्कुल साफ हैं कि वह नोटबंदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए समर्थन को अचानक वापस नहीं लेंगे. इसी सप्ताह की शुरुआत में नीतीश कुमार ने कहा था कि वह 500 तथा 1,000 रुपये के नोटों को अचानक बंद कर काले धन को खत्म करने के लिए 'सिर्फ 50 दिन' तक सब्र करने के प्रधानमंत्री के आग्रह का सम्मान करेंगे. प्रधानमंत्री की इस पहल का उसके इरादे को लेकर चौतरफा स्वागत किया गया, लेकिन लागू किए जाने पर इसकी नाकामी भी सामने आई, क्योंकि एक महीना बीत जाने के बावजूद देशभर में अभी तक भारी नकदी संकट बरकरार है.
नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा था, "मैं उस किस्म का शख्स नहीं हूं, जो जल्दबाज़ी में किसी का समर्थन करूं, और फिर वापस ले लूं... 30 दिसंबर तक इंतज़ार कीजिए, और फिर हम विश्लेषण करेंगे..."
उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का एक धड़ा इस बात से नाखुश है कि जिस वक्त संसद में 15 विपक्षी दल एकजुट होकर सरकार पर अर्थव्यवस्था को खतरे में डालने तथा गरीबों व ग्रामीण भारत को नकदी संकट में धकेलने के आरोप में कठघरे में खड़ा कर रहे हैं, उनकी पार्टी नोटबंदी का समर्थन कर रही है.
गुरुवार को दिल्ली में केंद्र सरकार को सीमित समय की याद दिलाते हुए जेडीयू नेता पवन वर्मा ने कहा, "जिस लक्ष्य को सामने रखकर यह कदम उठाया गया था, क्या यह उसके काम आया...? इसलिए हम 30 दिसंबर तक इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था, '50 दिन इंतज़ार कीजिए, सब कुछ सामान्य हो जाएगा...' सो, यही हमारा रुख है..."
काले धन को बाहर निकालने और उसे रखने वालों को दंडित करने के इरादे से नोटबंदी की अचानक घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने भावुक लहजे में देशवासियों से 50 दिन तक सब्र रखने का आग्रह किया था. तय किया गया था कि बंद किए गए नोटों को 30 दिसंबर तक बैंकों में जमा करवाना होगा. अब तक 80 फीसदी नोट अब तक जमा किए जा चुके हैं, जिससे संकेत मिलता है कि लगभग सारे ही नोट बैंकों में वापस आ जाएंगे.
बंद किए गए नोट देशभर में प्रचलित सारी मुद्रा का 86 फीसदी हिस्सा थे, और उन्हें बंद किए जाने की वजह से जो भारी किल्लत पैदा हुई, नए नोटों से उसकी भरपाई बहुत कम हद तक की जा सकी.
राजनैतिक अतीत में नीतीश कुमार के ताल्लुकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे नहीं रहे हैं, सो, जिस समय उन्होंने ज़ोर देकर प्रधानमंत्री को समर्थन का ऐलान किया, और यहां तक कहा कि पीएम 'बहादुरी से शेरसवारी कर रहे हैं', सभा हैरान थे, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार उसकी वजह कुछ हद तक यह मान्यता थी कि ढेरों परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री के उस वादे पर यकीन कर लिया है कि 'कुछ समय तकलीफ बर्दाश्त कर लेने से आगे चलकर फायदा होगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
नीतीश कुमार ने मंगलवार को कहा था, "मैं उस किस्म का शख्स नहीं हूं, जो जल्दबाज़ी में किसी का समर्थन करूं, और फिर वापस ले लूं... 30 दिसंबर तक इंतज़ार कीजिए, और फिर हम विश्लेषण करेंगे..."
उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का एक धड़ा इस बात से नाखुश है कि जिस वक्त संसद में 15 विपक्षी दल एकजुट होकर सरकार पर अर्थव्यवस्था को खतरे में डालने तथा गरीबों व ग्रामीण भारत को नकदी संकट में धकेलने के आरोप में कठघरे में खड़ा कर रहे हैं, उनकी पार्टी नोटबंदी का समर्थन कर रही है.
गुरुवार को दिल्ली में केंद्र सरकार को सीमित समय की याद दिलाते हुए जेडीयू नेता पवन वर्मा ने कहा, "जिस लक्ष्य को सामने रखकर यह कदम उठाया गया था, क्या यह उसके काम आया...? इसलिए हम 30 दिसंबर तक इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था, '50 दिन इंतज़ार कीजिए, सब कुछ सामान्य हो जाएगा...' सो, यही हमारा रुख है..."
काले धन को बाहर निकालने और उसे रखने वालों को दंडित करने के इरादे से नोटबंदी की अचानक घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने भावुक लहजे में देशवासियों से 50 दिन तक सब्र रखने का आग्रह किया था. तय किया गया था कि बंद किए गए नोटों को 30 दिसंबर तक बैंकों में जमा करवाना होगा. अब तक 80 फीसदी नोट अब तक जमा किए जा चुके हैं, जिससे संकेत मिलता है कि लगभग सारे ही नोट बैंकों में वापस आ जाएंगे.
बंद किए गए नोट देशभर में प्रचलित सारी मुद्रा का 86 फीसदी हिस्सा थे, और उन्हें बंद किए जाने की वजह से जो भारी किल्लत पैदा हुई, नए नोटों से उसकी भरपाई बहुत कम हद तक की जा सकी.
राजनैतिक अतीत में नीतीश कुमार के ताल्लुकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे नहीं रहे हैं, सो, जिस समय उन्होंने ज़ोर देकर प्रधानमंत्री को समर्थन का ऐलान किया, और यहां तक कहा कि पीएम 'बहादुरी से शेरसवारी कर रहे हैं', सभा हैरान थे, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार उसकी वजह कुछ हद तक यह मान्यता थी कि ढेरों परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री के उस वादे पर यकीन कर लिया है कि 'कुछ समय तकलीफ बर्दाश्त कर लेने से आगे चलकर फायदा होगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) का एक धड़ा इस बात से नाखुश है कि जिस वक्त संसद में 15 विपक्षी दल एकजुट होकर सरकार पर अर्थव्यवस्था को खतरे में डालने तथा गरीबों व ग्रामीण भारत को नकदी संकट में धकेलने के आरोप में कठघरे में खड़ा कर रहे हैं, उनकी पार्टी नोटबंदी का समर्थन कर रही है.
गुरुवार को दिल्ली में केंद्र सरकार को सीमित समय की याद दिलाते हुए जेडीयू नेता पवन वर्मा ने कहा, "जिस लक्ष्य को सामने रखकर यह कदम उठाया गया था, क्या यह उसके काम आया...? इसलिए हम 30 दिसंबर तक इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था, '50 दिन इंतज़ार कीजिए, सब कुछ सामान्य हो जाएगा...' सो, यही हमारा रुख है..."
काले धन को बाहर निकालने और उसे रखने वालों को दंडित करने के इरादे से नोटबंदी की अचानक घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने भावुक लहजे में देशवासियों से 50 दिन तक सब्र रखने का आग्रह किया था. तय किया गया था कि बंद किए गए नोटों को 30 दिसंबर तक बैंकों में जमा करवाना होगा. अब तक 80 फीसदी नोट अब तक जमा किए जा चुके हैं, जिससे संकेत मिलता है कि लगभग सारे ही नोट बैंकों में वापस आ जाएंगे.
बंद किए गए नोट देशभर में प्रचलित सारी मुद्रा का 86 फीसदी हिस्सा थे, और उन्हें बंद किए जाने की वजह से जो भारी किल्लत पैदा हुई, नए नोटों से उसकी भरपाई बहुत कम हद तक की जा सकी.
राजनैतिक अतीत में नीतीश कुमार के ताल्लुकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे नहीं रहे हैं, सो, जिस समय उन्होंने ज़ोर देकर प्रधानमंत्री को समर्थन का ऐलान किया, और यहां तक कहा कि पीएम 'बहादुरी से शेरसवारी कर रहे हैं', सभा हैरान थे, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार उसकी वजह कुछ हद तक यह मान्यता थी कि ढेरों परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री के उस वादे पर यकीन कर लिया है कि 'कुछ समय तकलीफ बर्दाश्त कर लेने से आगे चलकर फायदा होगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
गुरुवार को दिल्ली में केंद्र सरकार को सीमित समय की याद दिलाते हुए जेडीयू नेता पवन वर्मा ने कहा, "जिस लक्ष्य को सामने रखकर यह कदम उठाया गया था, क्या यह उसके काम आया...? इसलिए हम 30 दिसंबर तक इंतज़ार कर रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा था, '50 दिन इंतज़ार कीजिए, सब कुछ सामान्य हो जाएगा...' सो, यही हमारा रुख है..."
काले धन को बाहर निकालने और उसे रखने वालों को दंडित करने के इरादे से नोटबंदी की अचानक घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने भावुक लहजे में देशवासियों से 50 दिन तक सब्र रखने का आग्रह किया था. तय किया गया था कि बंद किए गए नोटों को 30 दिसंबर तक बैंकों में जमा करवाना होगा. अब तक 80 फीसदी नोट अब तक जमा किए जा चुके हैं, जिससे संकेत मिलता है कि लगभग सारे ही नोट बैंकों में वापस आ जाएंगे.
बंद किए गए नोट देशभर में प्रचलित सारी मुद्रा का 86 फीसदी हिस्सा थे, और उन्हें बंद किए जाने की वजह से जो भारी किल्लत पैदा हुई, नए नोटों से उसकी भरपाई बहुत कम हद तक की जा सकी.
राजनैतिक अतीत में नीतीश कुमार के ताल्लुकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे नहीं रहे हैं, सो, जिस समय उन्होंने ज़ोर देकर प्रधानमंत्री को समर्थन का ऐलान किया, और यहां तक कहा कि पीएम 'बहादुरी से शेरसवारी कर रहे हैं', सभा हैरान थे, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार उसकी वजह कुछ हद तक यह मान्यता थी कि ढेरों परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री के उस वादे पर यकीन कर लिया है कि 'कुछ समय तकलीफ बर्दाश्त कर लेने से आगे चलकर फायदा होगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
काले धन को बाहर निकालने और उसे रखने वालों को दंडित करने के इरादे से नोटबंदी की अचानक घोषणा करते हुए प्रधानमंत्री ने भावुक लहजे में देशवासियों से 50 दिन तक सब्र रखने का आग्रह किया था. तय किया गया था कि बंद किए गए नोटों को 30 दिसंबर तक बैंकों में जमा करवाना होगा. अब तक 80 फीसदी नोट अब तक जमा किए जा चुके हैं, जिससे संकेत मिलता है कि लगभग सारे ही नोट बैंकों में वापस आ जाएंगे.
बंद किए गए नोट देशभर में प्रचलित सारी मुद्रा का 86 फीसदी हिस्सा थे, और उन्हें बंद किए जाने की वजह से जो भारी किल्लत पैदा हुई, नए नोटों से उसकी भरपाई बहुत कम हद तक की जा सकी.
राजनैतिक अतीत में नीतीश कुमार के ताल्लुकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे नहीं रहे हैं, सो, जिस समय उन्होंने ज़ोर देकर प्रधानमंत्री को समर्थन का ऐलान किया, और यहां तक कहा कि पीएम 'बहादुरी से शेरसवारी कर रहे हैं', सभा हैरान थे, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार उसकी वजह कुछ हद तक यह मान्यता थी कि ढेरों परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री के उस वादे पर यकीन कर लिया है कि 'कुछ समय तकलीफ बर्दाश्त कर लेने से आगे चलकर फायदा होगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
बंद किए गए नोट देशभर में प्रचलित सारी मुद्रा का 86 फीसदी हिस्सा थे, और उन्हें बंद किए जाने की वजह से जो भारी किल्लत पैदा हुई, नए नोटों से उसकी भरपाई बहुत कम हद तक की जा सकी.
राजनैतिक अतीत में नीतीश कुमार के ताल्लुकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे नहीं रहे हैं, सो, जिस समय उन्होंने ज़ोर देकर प्रधानमंत्री को समर्थन का ऐलान किया, और यहां तक कहा कि पीएम 'बहादुरी से शेरसवारी कर रहे हैं', सभा हैरान थे, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार उसकी वजह कुछ हद तक यह मान्यता थी कि ढेरों परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री के उस वादे पर यकीन कर लिया है कि 'कुछ समय तकलीफ बर्दाश्त कर लेने से आगे चलकर फायदा होगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
राजनैतिक अतीत में नीतीश कुमार के ताल्लुकात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अच्छे नहीं रहे हैं, सो, जिस समय उन्होंने ज़ोर देकर प्रधानमंत्री को समर्थन का ऐलान किया, और यहां तक कहा कि पीएम 'बहादुरी से शेरसवारी कर रहे हैं', सभा हैरान थे, लेकिन विश्लेषकों के अनुसार उसकी वजह कुछ हद तक यह मान्यता थी कि ढेरों परेशानियों और दिक्कतों के बावजूद जनता ने प्रधानमंत्री के उस वादे पर यकीन कर लिया है कि 'कुछ समय तकलीफ बर्दाश्त कर लेने से आगे चलकर फायदा होगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
उनकी पार्टी के भीतर हो रहे नोटबंदी के विरोध से भी ज़्यादा परेशानी उनके लिए तब खड़ी हुई, जब राज्य सरकार में उनके सहयोगी लालू प्रसाद यादव ने अपने जाने-पहचाने तुनकमिजाज़ अंदाज़ में नोटबंदी की आलोचना की. नोटबंदी को लेकर उनके मतभेदों में उन दरारों को चौड़ा कर दिया, जो उनकी साझेदारी में पहले से बनी दिख रही थीं. यह दरार कितनी बड़ी हो गई, इसका अंदाज़ा इस बात से लगायया जा सकता है कि मुख्यमंत्री ने अपनी पार्टी के नहीं, लालू प्रसाद यादव की पार्टी के विधायकों को बंद दरवाज़े के पीछे संबोधित करते हुए आश्वस्त किया कि नोटबंदी को उनका समर्थन भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की तरफ लौटने के लिए उठाया गया कदम नहीं है, जिसके साथ वह लगभग दो दशक तक गठबंधन बनाए रहे थे.टिप्पणियां
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
अब जब नीतीश की पार्टी ने स्पष्ट कर दिया है कि प्रधानमंत्री को दिए गए समर्थन की 'एक्सपायरी डेट' भी है, लालू प्रसाद यादव ने शनिवार को अपनी पार्टी की बैठक बुलाई है, जहां वह नोटबंदी को लेकर पीएम के खिलाफ सड़क पर प्रदर्शनों की योजना को अंतिम रूप देंगे.
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...'
इस बीच, बीजेपी ने लगभग साफ-साफ नीतीश के समर्थन को बनाए रखने की कोशिश की है. पार्टी के मंगल पांडेय ने कहा कि अगर नीतीश कुमार नोटबंदी पर रुख बदलते हैं, तो उसे 'लालू के सामने झुकना समझा जाएगा...' |
SOTY 2 Box Office Collection Day 9: टाइगर श्रॉफ की फिल्म ने की धांसू कमाई, अब तक कमाए इतने करोड़ | टाइगर श्रॉफ ने बिखेरा जलवा
उनकी फिल्म कर रही है शानदार कमाई
अब तक कमा डाले इतने करोड़ | स्टूडेंड ऑफ द ईयर 2 (SOTY 2) में लोगों को टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) की एक्टिंग खूब पसंद आ रही है. 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' 10 मई को रिलीज हुई थी. इसमें टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff), तारा सूतारिया (Tara Sutaria) और अनन्या पांडेय (Ananya Panday) मुख्य किरदार में नजर आ रहे हैं. ये फिल्म ताबड़तोड़ कमाई कर रही है. इससे पहले 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 (Student of The Year 2)' ने पहले दिन 12.06 करोड़ के साथ बॉक्स ऑफिस (Box Office) पर अच्छी शुरुआत की थी. इस फिल्म में टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) की एक्टिंग और उनके एक्शन को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है. पुनित मल्होत्रा के निर्देशन में बनी 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' भारत के साथ-साथ विदेशों में भी अच्छा प्रदर्शन कर रही है.
बता दें 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 (Student of The Year 2)' से तारा सूतारिया (Tara Sutaria) और अनन्या पांडेय (Ananya Panday) ने फिल्मों में अपना डेब्यू किया है. हालांकि टाइगर श्रॉफ (Tiger Shroff) के करियर की ये 5वीं फिल्म है. इससे पहले टाइगर श्राफ ने 'बागी 2' में लीड रोल निभाया था. ये फिल्म बॉक्स ऑफिस (Box Office) पर हिट रही थी. कुल मिलाकर फिल्म बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रही है. |
सार्वजनिक शौचालय में 35 वर्षीय सफाई कर्मी ने पांच साल की बच्ची से किया दुष्कर्म | पश्चिमी दिल्ली के नारायणा क्षेत्र में हुई वारदात
दिल्ली पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया
मालीवाल ने कहा- दिल्ली सच में ‘रेप कैपिटल’ है विश्व की | पश्चिमी दिल्ली के नारायणा क्षेत्र में एक 35 वर्षीय व्यक्ति ने पांच साल की एक बच्ची के साथ एक सार्वजनिक शौचालय में कथित तौर पर दुष्कर्म किया. पुलिस ने आज यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि यह घटना छह फरवरी को हुई और सोमवार को नारायणा पुलिस थाना को इसकी सूचना मिली. पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) मोनिका भारद्वाज ने बताया कि पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा गया. इस संबंध में मामला दर्ज करके आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
उन्होंने बताया कि बच्ची की हालत स्थिर है. भारद्वाज ने बताया कि आरोपी ‘सुलभ शौचालय' में सफाईकर्मी के तौर पर काम करता था.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालिवाल ने ट्विटर पर इस घटना पर गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने ट्वीट में कहा, ‘‘अब नारायणा में पांच साल की बच्ची के साथ 40 साल के व्यक्ति ने दुष्कर्म किया. बच्ची ने काफी तकलीफ झेली और उसके शरीर से काफी रक्तस्राव हुआ है. मैं बच्ची को देखने अस्पताल जा रही हूं. दिल्ली सच में विश्व की ‘रेप कैपिटल' है. भगवान हमारी मदद करें.''
Now, 5 year old girl raped in Naraina by a 40 year old man. The child has suffered terribly and has bled a lot. On my way to the Hospital to see her. Delhi is truly the RAPE CAPITAL of the world. God help us all!!!
(इनपुट भाषा से) |
टी-20 रैंकिंग में कोहली ने गंवाया पहला स्थान, रोहित-राहुल को फायदा | कोहली ने सीरीज में नहीं खेलने के कारण शीर्ष स्थान गंवा दिया
टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच गया है भारत
ऑस्ट्रेलिया के आरोन फिंच शीर्ष पर काबिज हो गए हैं | हार्दिक पंड्या ने भी 40 स्थान की लंबी छलांग लगाई है. अब वह संयुक्त 39वें स्थान पर हैं. कुलदीप यादव 48 पायदान आगे बढ़कर 64वें स्थान पर पहुंच गए हैं. गेंदबाजों में हालांकि जसप्रीत बुमराह को पहले दो मैचों में विकेट नहीं लेने और तीसरे मैच से बाहर रहने का नुकसान हुआ है. वह तीसरे स्थान पर खिसक गए हैं. पाकिस्तान के इमाद वसीम अब शीर्ष पर, जबकि अफगानिस्तान के राशिद खान दूसरे नंबर पर पहुंच गए हैं.
टीम रैंकिंग में भारत को क्लीन स्वीप का फायदा मिला और उसके अब 121 अंक हो गए हैं. इससे वह इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर काबिज हो गया है. भारत इस सीरीज से पहले पांचवें स्थान पर था. पाकिस्तान 124 अंकों के साथ पहले स्थान पर है.
टीम रैंकिंग में भारत को क्लीन स्वीप का फायदा मिला और उसके अब 121 अंक हो गए हैं. इससे वह इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और वेस्टइंडीज को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर काबिज हो गया है. भारत इस सीरीज से पहले पांचवें स्थान पर था. पाकिस्तान 124 अंकों के साथ पहले स्थान पर है. |
धर्मेंद्र ने हिप्पी लड़की के साथ पोस्ट की फोटो, लिखा- 'दो चोर' की शूटिंग के लिए हम साथ थे... | धर्मेंद्र की एक पुरानी फोटो हुई वायरल
फिल्म 'दो चोर' की शूटिंग के दौरान की है तस्वीर
सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है तस्वीर | बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र (Dharmendra) इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहते हैं. अपने मस्तमौला और इमोशनल अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले एक्टर धर्मेंद्र ने हाल ही में अपने ट्विटर हैंडल से एक फोटो शेयर की है. धर्मेंद्र की ये फोटो 1972 में आई फिल्म 'दो चोर (Do Chor)' के दौरान की है. धर्मेंद्र इस फोटो में एक विदेशी महिला के साथ नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर धर्मेंद्र की ये पुरानी तस्वीर खूब वायरल हो रही है. फैन्स उनकी इस फोटो पर कमेंट कर रहे हैं. फिल्म इंडस्ट्री के 'ही-मैन' धर्मेंद्र ने इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा है, 'बहुत प्यारी...एक खुश मां, अपने मासूम बच्चे के साथ. फिल्म 'दो चोर' के एक गाने की शूटिंग के लिए हम साथ थे.'
Soooooooooo Affectionate a hippy mother, with her lnnocent baby “ Sun shine “. We were together while shooting a song for “DO CHOR” pic.twitter.com/TKvjyxu4Ij
दिग्गज एक्टर धर्मेंद्र की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते रहते हैं. हाल ही में धर्मेंद्र (Dharmendra) की वायरल हुई इस पुरानी तस्वीर पर फैन्स खूब प्यार लुटा रहे हैं और उनकी तारीफ कर रहे हैं. बता दें कि ये तस्वीर फिल्म 'दो चोर (Do Chor)' के गाने 'यारी हो गई यार से' के दौरान की है. धर्मेंद्र और तनूजा (Tanuja) की ये फिल्म उस समय की सुपरहिट फिल्मों में से एक थी.
वर्क फ्रंट की बात करें तो बॉलीवुड को कई बेहतरीन फिल्में देने वाले एक्टर धर्मेंद्र (Dharmendra) जल्द ही संगीत सिवान के निर्देशन में बन रही फिल्म 'चियर्स- सेलिब्रेट लाइफ (Cheers- Celebrate Life)' में नजर आएंगे. इस फिल्म में उनके साथ बॉबी देओल (Boby Deol) भी होंगे. धर्मेंद्र और बॉबी की ये फिल्म इसी साल रिलीज होगी. फैन्स को उनकी इस फिल्म का बड़ी ही बेसब्री से इंतजार है. |
जब कांग्रेस सरकार ने नोटबंदी का ऐलान किया था तो बीजेपी ने उसे 'गरीब-विरोधी' कहा था... | वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को निशाने पर लिया था विपक्षी पार्टी बीजेपी ने
'आम औरत' और 'आदमी' को परेशान करने का आरोप लगाया था
आज तीन साल बाद पीएम मोदी की कार्रवाई का बचाव कर रही बीजेपी | जनवरी 2014 में जब यूपीए सरकार ने 2005 से पहले जारी हुए 31 मार्च तक के नोट बदलने का फैसला लिया था तब बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने तत्कालीन वित्त मंत्री के इस कदम की आलोचना की थी. बीजेपी की प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने तत्कालीन वित्तमंत्री पी. चिदंबरम को निशाने पर लिया था और कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए नोटबंदी के इस फैसले को लेखी ने 'गरीब विरोधी' कदम करार दिया था.
लेखी ने कहा था '500 के नोट को विमुद्रीकरण करने की वित्त मंत्री की नई चाल विदेशों में जमा काले धन को संरक्षण प्रदान करने की है...यह कदम पूरी तरह से गरीब-विरोधी है.'
उन्होंने पी. चिदंबरम पर 'आम औरत' और 'आदमी' को परेशान करने की योजना बनाने का आरोप लगाया था. खासकर उन लोगों को जो अशिक्षित हैं और जिनके पास बैंक खाता नहीं है. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि देश की 65 फीसदी जनता के पास बैंक खाते नहीं है. ऐसे लोग नकद पैसे रखते हैं और पुराने नोट को बदलने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. मीनाक्षी लेखी ने कहा था 'ऐसे लोग जिनके पास छोटी बचत है, बैंक खाता नहीं है, उनकी जिंदगी प्रभावित होगी. वर्तमान योजना से कालेधन पर लगाम नहीं लगेगी.'टिप्पणियां
तीन साल बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश देकर 500 और 1000 रुपये के नोट पर बंदी लगा दी है और करोड़ों लोग बैंक में लंबी लाइन लगाकर नोट बदलने का इंतजार कर रहे हैं, ऐसी स्थिति में बीजेपी ने मीनाक्षी लेखी की जगह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सरकार के बचाव में उतार दिया है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सरकार के निर्णय का विरोध करने वाली विपक्षी पार्टियां कालेधन का समर्थन करती हैं. उन्होंने कहा 'मैं कालाधन रखने वालों, नकली नोट, आतंकवादियों, हवाला कारोबारियों, नक्सलवादियों और ड्रग तस्करों का दर्द समझ सकता हूं. मुझे सबसे ज्यादा हैरानी इस बात से हुई कि इसमे कुछ राजनीति पार्टियां भी शामिल हैं.'
हालांकि पीएम मोदी के इस कदम की प्रशंसा हो रही है लेकिन कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इससे गरीबों को परेशानी हो रही है.
लेखी ने कहा था '500 के नोट को विमुद्रीकरण करने की वित्त मंत्री की नई चाल विदेशों में जमा काले धन को संरक्षण प्रदान करने की है...यह कदम पूरी तरह से गरीब-विरोधी है.'
उन्होंने पी. चिदंबरम पर 'आम औरत' और 'आदमी' को परेशान करने की योजना बनाने का आरोप लगाया था. खासकर उन लोगों को जो अशिक्षित हैं और जिनके पास बैंक खाता नहीं है. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि देश की 65 फीसदी जनता के पास बैंक खाते नहीं है. ऐसे लोग नकद पैसे रखते हैं और पुराने नोट को बदलने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. मीनाक्षी लेखी ने कहा था 'ऐसे लोग जिनके पास छोटी बचत है, बैंक खाता नहीं है, उनकी जिंदगी प्रभावित होगी. वर्तमान योजना से कालेधन पर लगाम नहीं लगेगी.'टिप्पणियां
तीन साल बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश देकर 500 और 1000 रुपये के नोट पर बंदी लगा दी है और करोड़ों लोग बैंक में लंबी लाइन लगाकर नोट बदलने का इंतजार कर रहे हैं, ऐसी स्थिति में बीजेपी ने मीनाक्षी लेखी की जगह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सरकार के बचाव में उतार दिया है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सरकार के निर्णय का विरोध करने वाली विपक्षी पार्टियां कालेधन का समर्थन करती हैं. उन्होंने कहा 'मैं कालाधन रखने वालों, नकली नोट, आतंकवादियों, हवाला कारोबारियों, नक्सलवादियों और ड्रग तस्करों का दर्द समझ सकता हूं. मुझे सबसे ज्यादा हैरानी इस बात से हुई कि इसमे कुछ राजनीति पार्टियां भी शामिल हैं.'
हालांकि पीएम मोदी के इस कदम की प्रशंसा हो रही है लेकिन कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इससे गरीबों को परेशानी हो रही है.
उन्होंने पी. चिदंबरम पर 'आम औरत' और 'आदमी' को परेशान करने की योजना बनाने का आरोप लगाया था. खासकर उन लोगों को जो अशिक्षित हैं और जिनके पास बैंक खाता नहीं है. उन्होंने अपने बयान में कहा था कि देश की 65 फीसदी जनता के पास बैंक खाते नहीं है. ऐसे लोग नकद पैसे रखते हैं और पुराने नोट को बदलने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा. मीनाक्षी लेखी ने कहा था 'ऐसे लोग जिनके पास छोटी बचत है, बैंक खाता नहीं है, उनकी जिंदगी प्रभावित होगी. वर्तमान योजना से कालेधन पर लगाम नहीं लगेगी.'टिप्पणियां
तीन साल बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश देकर 500 और 1000 रुपये के नोट पर बंदी लगा दी है और करोड़ों लोग बैंक में लंबी लाइन लगाकर नोट बदलने का इंतजार कर रहे हैं, ऐसी स्थिति में बीजेपी ने मीनाक्षी लेखी की जगह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सरकार के बचाव में उतार दिया है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सरकार के निर्णय का विरोध करने वाली विपक्षी पार्टियां कालेधन का समर्थन करती हैं. उन्होंने कहा 'मैं कालाधन रखने वालों, नकली नोट, आतंकवादियों, हवाला कारोबारियों, नक्सलवादियों और ड्रग तस्करों का दर्द समझ सकता हूं. मुझे सबसे ज्यादा हैरानी इस बात से हुई कि इसमे कुछ राजनीति पार्टियां भी शामिल हैं.'
हालांकि पीएम मोदी के इस कदम की प्रशंसा हो रही है लेकिन कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इससे गरीबों को परेशानी हो रही है.
तीन साल बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संदेश देकर 500 और 1000 रुपये के नोट पर बंदी लगा दी है और करोड़ों लोग बैंक में लंबी लाइन लगाकर नोट बदलने का इंतजार कर रहे हैं, ऐसी स्थिति में बीजेपी ने मीनाक्षी लेखी की जगह भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सरकार के बचाव में उतार दिया है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सरकार के निर्णय का विरोध करने वाली विपक्षी पार्टियां कालेधन का समर्थन करती हैं. उन्होंने कहा 'मैं कालाधन रखने वालों, नकली नोट, आतंकवादियों, हवाला कारोबारियों, नक्सलवादियों और ड्रग तस्करों का दर्द समझ सकता हूं. मुझे सबसे ज्यादा हैरानी इस बात से हुई कि इसमे कुछ राजनीति पार्टियां भी शामिल हैं.'
हालांकि पीएम मोदी के इस कदम की प्रशंसा हो रही है लेकिन कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इससे गरीबों को परेशानी हो रही है.
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि सरकार के निर्णय का विरोध करने वाली विपक्षी पार्टियां कालेधन का समर्थन करती हैं. उन्होंने कहा 'मैं कालाधन रखने वालों, नकली नोट, आतंकवादियों, हवाला कारोबारियों, नक्सलवादियों और ड्रग तस्करों का दर्द समझ सकता हूं. मुझे सबसे ज्यादा हैरानी इस बात से हुई कि इसमे कुछ राजनीति पार्टियां भी शामिल हैं.'
हालांकि पीएम मोदी के इस कदम की प्रशंसा हो रही है लेकिन कई विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इससे गरीबों को परेशानी हो रही है. |
Election 2019: गुलाम नबी आजाद ने कहा- हम संख्या में हारे लेकिन यह विचारधारा की हार नहीं, ऐसे हालात में केवल राहुल गांधी कर सकते हैं नेतृत्व | यह संख्या की हार है, विचारधारा की हार नहीं है: गुलाम नबी आजाद
'लोकतंत्र में जीत और हार होती है लेकिन नेतृत्व देना एक अलग मामला'
किसी को राहुल गांधी के नेतृत्व पर अविश्वास नहीं है: गुलाम नबी आजाद | GN Azad: In CWC meeting everyone unanimously told him(Rahul Gandhi)he did a good job...No one has a doubt on his leadership but situation was like that. If someone can lead the party in such situation. it's only Rahul Gandhi, if anyone can lead opposition, it's only Rahul Gandhi. https://t.co/3pJr0gcDGX
पार्टी प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया, 'कांग्रेस कार्य समिति 2019 के लोकसभा चुनाव के जनादेश को विनम्रता से स्वीकार करती है. कांग्रेस कार्यसमिति 12.13 करोड़ साहसी व सजग मतदाताओं को धन्यवाद देती है, जिन्होंने कांग्रेस पार्टी में अपना विश्वास व्यक्त किया. कांग्रेस पार्टी एक जिम्मेदार और सकारात्मक विपक्ष के रूप में अपना कर्तव्य निभाएगी और देशवासियों की समस्याओं को सामने रख उनके प्रति सरकार की जवाबदेही सुनिश्चित करेगी.' रणदीप सुरजेवाला ने कहा, 'कांग्रेस कार्यसमिति ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को देश के युवाओं, किसानों, महिलाओं, अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ों, गरीबों, शोषितों व वंचितों की समस्याओं के लिए आगे बढ़कर जूझने का आग्रह किया.
कांग्रेस कार्यसमिति उन चुनौतियों, विफलताओं और कमियों को स्वीकार करती है, जिनकी वजह से ऐसा जनादेश आया. कांग्रेस कार्यसमिति पार्टी के हर स्तर पर संपूर्ण आत्मचिंतन के साथ-साथ कांग्रेस अध्यक्ष को अधिकृत करती है कि वो पार्टी के संगठनात्मक ढांचे में आमूलचूल परिवर्तन एवं विस्तृत पुर्नसंरचना करें. इसके लिए योजना जल्द से जल्द लागू की जाए.
कांग्रेस पार्टी ने चुनाव हारा है, लेकिन हमारा अदम्य साहस, हमारी संघर्ष की भावना और हमारे सिद्धांतों के प्रति हमारी प्रतिबद्धता पहले से ज्यादा मजबूत है. कांग्रेस पार्टी नफरत और विभाजन की ताकतों से लोहा लेने के लिए हमेशा कटिबद्ध है.' |
RCEP समझौते का विरोध करेगी कांग्रेस, देश के लिए बताया ‘आत्मघाती’ | पार्टी ने कहा कि इस समझौते के लिए यह सही वक्त नहीं है
RCEP समझौते पर अगले महीने बैंकाक में भारत के हस्ताक्षर करने की संभावना
पार्टी देश भर में आंदोलन छेड़ेगी और इस मुद्दे पर एक साझा मंच बनाएगी | कांग्रेस पार्टी ने शुक्रवार को चीन के साथ होने जा रहे क्षेत्रीय व्यापक आर्थिक साझेदारी (RCEP) समझौते का विरोध करने का सला करते हुए कहा कि यह समझौता देश के लिए ‘आत्मघाती' साबित होगा. पार्टी ने कहा कि इस समझौते के लिए यह सही वक्त नहीं है और यह चीन से आयात को बढ़ावा देगा. बता दें, RCEP समझौते पर अगले महीने बैंकाक में भारत के हस्ताक्षर करने की संभावना है. महत्वपूर्ण मुद्दों पर कांग्रेस नेताओं के 18 सदस्यीय समूह की एक बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन में पार्टी के वरिष्ठ नेता ए के एंटनी, के सी वेणुगोपाल, जयराम रमेश और रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी समान विचारधारा वाले दलों के साथ देश भर में एक आंदोलन छेड़ेगी और इस मुद्दे पर एक साझा मंच बनाएगी.
बता दें, इससे पहले इस मुद्दे पर और अर्थव्यवस्था की स्थिति तथा कृषि क्षेत्र में संकट पर पार्टी के शीर्ष नेताओं ने चर्चा की. पार्टी ने महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजों पर भी चर्चा की तथा संसद के आगामी सत्र के लिए अपनी रणनीति और सरकार को घेरने के तरीकों पर चर्चा की. बैठक में नागरिकता संशोधन विधेयक का भी विरोध करने का फैसला किया गया. दरअसल सरकार यह विधेयक लाने का प्रस्ताव कर सकती है. एंटनी ने कहा कि आर्थिक मंदी का विषय एक ज्वलंत मुद्दा है, जिसने पूरे देश को और समाज के सभी तबके को चिंतित कर रखा है. उन्होंने कहा, ‘लोगों की चिंताओं को लेकर हमेशा संवेदनशील रही पार्टी होने के नाते कांग्रेस RCEP वार्ताओं और समझौते का पूरा विरोध करती है.'उन्होंने कहा, ‘हमारा देश एक गंभीर आर्थिक संकट और मंदी की ओर बढ़ रहा है. इसने भारतीय अर्थव्यवस्था के लगभग हर क्षेत्र को प्रभावित किया है. कृषि, रोजगार, उद्योग और व्यापार तथा भारतीय अर्थव्यवस्था के अन्य सभी क्षेत्र दिन-ब-दिन संकट की ओर बढ़ रहे हैं. सरकार के लिए यह वक्त जिम्मेदार बनने का है.'
पूर्व रक्षा मंत्री एंटनी ने कहा कि यह सरकार का कर्तव्य है कि वह अर्थव्यवस्था में शीघ्रता से नई जान फूंकने के लिए अपने सभी संसाधनों को झोंक दे. हालांकि उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की प्राथमिकताएं गलत हैं और वह आम आदमी की मुश्किलों को दूर करने तथा भारतीय अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों पर ध्यान नहीं दे रही है. उन्होंने कहा कि जब लोग अपने रोजमर्रा के जीवन के लिये संघर्ष कर रहे हैं, ऐसे में त्वरित समाधान करने और एक पैकेज तैयार करने तथा अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के बजाय वे (सरकार) RCEP समझौते पर चर्चा करने में वक्त बर्बाद कर रहे हैं. वहीं कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा कि RCEP समझौते के खतरों पर बैठक में चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि किसान संकट में हैं और यह (समझौता) उनकी तथा मछुआरों की जिंगदी बदतर करने जा रहा है.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने देश भर में व्यापक स्तर पर प्रदर्शन करने का फैसला किया है. हम प्रदेश कांग्रेस इकाइयों को व्यापक आंदोलन कार्यक्रम के लिए और RCEP के बारे में जागरूकता अभियान के लिए पहले ही निर्देश दे चुके हैं.' उन्होंने कहा, ‘निश्चित तौर पर हम RCEP के खिलाफ एक साझा आंदोलन मंच बनाने के लिए समान विचारधारा वाली पार्टियों, विपक्षी दलों का सहयोग मांगेंगे. कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस समितियों को पांच नवंबर से 15 नवंबर के बीच आर्थिक मंदी और बेरोजगारी के मुद्दे पर प्रदर्शन करने का निर्देश पहले ही दे चुकी है.'
वहीं पार्टी के नेता जयराम रमेश ने आरोप लगाया कि RCEP के मौजूदा मसौदे से ‘राष्ट्रीय हित' को हटा दिया गया है. उन्होंने कहा, ‘जब हमारी अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजर रही है, आयात को उदार बनाया जा रहा है, ऐसे वक्त में RCEP पर हस्ताक्षर आत्महत्या करने जैसा है.' उन्होंने इस बात से इनकार किया कि कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पलटी मार ली है. सुरजेवाला ने कहा कि RCEP का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ेगा. यदि इस पर आगे बढ़ा गया तो देश का व्यापार घाटा और बढ़ जाएगा. उन्होंने कहा कि इस समझौते पर हस्ताक्षर के बाद चीन भारत में बड़ी संख्या एवं मात्रा में अपने सस्ते माल सीधे भेजेगा और इससे हमारे स्थानीय उद्योगों को नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लगता है कि यह समझौता राष्ट्र हित में नहीं है. इसके रमेश ने ‘अमूल' के प्रबंध निदेशक द्वारा लिखा एक पत्र भी साझा किया. |
अमिताभ बच्चन की नई फिल्म का अहम 'किरदार' हैं 'गुलाबो-सिताबो', उन्हीं के गांव से रखती हैं ताल्लुक | कठपुतलियां हैं 'गुलाबो-सिताबो'
प्रतापगढ़ के राम निरंजन लाल श्रीवास्तव ने किया है ईजाद
लोक-साहित्य का अभिन्न हिस्सा हैं ये कठपुतलियां | श्रीवास्तव के बाद उनके भतीजे अलख नारायण श्रीवास्तव ने इस परंपरा को आगे बढ़ाया. उन्होंने इस कला में दूसरे लोगों को भी प्रशिक्षण दिया और इस तरह से गुलाबो-सिताबो लोक-साहित्य का एक अभिन्न हिस्सा बनती चली गईं.
हर साल दशहरा के अवसर पर श्रीवास्तव अपने पैतृक गांव प्रतापगढ़ में लौट आते हैं और राम लीला मंच का उपयोग कठपुतली के कार्यक्रमों के लिए करते हैं. वे टेलीविजन और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से कठपुतलियों की लोकप्रियता को फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. अलख नारायण श्रीवास्तव कहते हैं, "टीवी और कम्प्यूटर गेम्स के आने के साथ गुलाबो-सिताबो धीरे-धीरे गुमनामी में डुब गई. मैंने इस कला को जीवित रखने का प्रयास किया, लेकिन मुझे आशा है कि यह फिल्म पात्रों को जीवित करेगी." |
बीजेपी नेता विजेंद्र गुप्ता को मिली जान से मारने की धमकी | विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि पहले भी दो बार फोन किए गए
आशीष कत्याल नाम के शख्स ने दी धमकी
उन्होंने इसकी शिकायत प्रशांत विहार थाने में की | बीजेपी के नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता को जान से मारने की धमकी मिली है। विजेंद्र गुप्ता का कहना है कि पहले भी दो बार फोन पर जान से मारने की धमकी मिली थी लेकिन तब उन्होंने ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया। लेकिन आशीष कत्याल नाम के शख्श ने इस बार फिर जान से मारने की धमकी दी।टिप्पणियां
उनका कहना है कि दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के चलते उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है। विजेंद्र गुप्ता ने इसकी शिकायत प्रशांत विहार थाने में की है। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
उनका कहना है कि दिल्ली सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने के चलते उन्हें जान से मारने की धमकी मिल रही है। विजेंद्र गुप्ता ने इसकी शिकायत प्रशांत विहार थाने में की है। दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी है। |
Exclusive: दावेदार कई, मिलिए उनसे जिनकी सलाह पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लिया फैसला | बाबा रामदेव ने 4 जून 2011 को सरकार को सलाह दी थी
औरंगाबाद के अनिल बोकिल का दावा, अक्टूबर 2012 की थी मुलाकात
पी चिदंबरम का दावा, उनके कार्यकाल में भी सुझाव आया था पर अनुचित लगा | काले धन और भ्रष्टाचार से अर्जित राशि पर रोक लगाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 500 और 1000 के नोटों पर प्रतिबंध लगाने का कदम ऐतिहासिक निर्णय करार दिया जा रहा है. इस निर्णय के पीछे क्या किसी की सलाह थी? यह तो कोई नहीं जानता लेकिन इसके लिए दावेदार कई हैं जिनका कहना है कि उनकी सलाह पर पीएम मोदी ने यह साहसिक फैसला लिया.
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी समय से कालाधन के मुद्दे को उठाते रहे हैं और इस मुद्दे का इस्तेमाल करके राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर हमले भी करते रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा और भ्रष्टाचार का मुद्दा काफी अहम हो गया. इस मुद्दे ने वास्तव में मतदाताओं को काफी हद तक प्रभावित भी किया. अब जब पीएम मोदी ने काले धन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की तर्ज पर हमला कर दिया है तब कई ऐसे लोग सामने आ रहे हैं जिनका दावा है कि पीएम मोदी ने उनकी सलाह पर गौर करके यह कदम उठाया.
महाराष्ट्र के अनिल बोकिल नाम के एक और शख्य हैं जो कालाधन के खिलाफ काफी समय से मुहिम चला रहे हैं. उनका भी दावा है कि उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में उन्होंने पीएम मोदी को समझाया था कि कैसे एक झटके में काले धन के मुद्दे पर कुछ समय के लिए काबू पाया जा सकता है.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद के अनिल बोकिल ने अर्थक्रांति नाम के समूह का गठन किया था. वे कुछ समय से 1,000 और 500 के नोटों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कर रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी से बोकिल की पहली मुलाकात 2012 में उस समय हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
अर्थक्रांति संस्था का दावा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में 95 प्रतिशत हिस्सा 500, 1000 और 100 रुपये का है. जबकि देश के आम आदमी की औसत आय केवल 150 रुपये प्रतिमाह है. ऐसे मे ज्यादा बड़े नोटों का प्रयोग केवल काला धन जमा करने के लिए होता है. यह काला धन बनाने और बढ़ाने में सहायक है.
एनडीटीवी से बात करते हुए अनिल बोकिल के सहायक अरुण फोके ने बताया कि पहली बार अनिल बोकिल ने नरेंद्र मोदी से 2013 में मुलाकात की थी. यह मुलाकात तब हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें बीजेपी ने अपना पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था.
उन्होंने दावा किया कि बोकिल के सुझावों मानने के बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है. अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री मोदी से मुलाकात के लिए केवल 9 मिनट का समय मिला था लेकिन विषय में मोदी की रुचि बहुत बढ़ी और चर्चा दो घंटे से भी ज्यादा चली. मुख्यमंत्री मोदी को बोकिल के सुझाव काफी अच्छे लगे और उन्होंने तब सकारात्मक जवाब दिया था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
I thank @narendramodi ji & @arunjaitley ji on behalf lacs of bharat swabhiman karyakartas for delivering on,our movement against black money pic.twitter.com/tUrXKmiaSi
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) November 9, 2016टिप्पणियां
पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी काफी समय से कालाधन के मुद्दे को उठाते रहे हैं और इस मुद्दे का इस्तेमाल करके राजनीतिक प्रतिद्वंदियों पर हमले भी करते रहे हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में यह मुद्दा और भ्रष्टाचार का मुद्दा काफी अहम हो गया. इस मुद्दे ने वास्तव में मतदाताओं को काफी हद तक प्रभावित भी किया. अब जब पीएम मोदी ने काले धन पर 'सर्जिकल स्ट्राइक' की तर्ज पर हमला कर दिया है तब कई ऐसे लोग सामने आ रहे हैं जिनका दावा है कि पीएम मोदी ने उनकी सलाह पर गौर करके यह कदम उठाया.
महाराष्ट्र के अनिल बोकिल नाम के एक और शख्य हैं जो कालाधन के खिलाफ काफी समय से मुहिम चला रहे हैं. उनका भी दावा है कि उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में उन्होंने पीएम मोदी को समझाया था कि कैसे एक झटके में काले धन के मुद्दे पर कुछ समय के लिए काबू पाया जा सकता है.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद के अनिल बोकिल ने अर्थक्रांति नाम के समूह का गठन किया था. वे कुछ समय से 1,000 और 500 के नोटों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कर रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी से बोकिल की पहली मुलाकात 2012 में उस समय हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
अर्थक्रांति संस्था का दावा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में 95 प्रतिशत हिस्सा 500, 1000 और 100 रुपये का है. जबकि देश के आम आदमी की औसत आय केवल 150 रुपये प्रतिमाह है. ऐसे मे ज्यादा बड़े नोटों का प्रयोग केवल काला धन जमा करने के लिए होता है. यह काला धन बनाने और बढ़ाने में सहायक है.
एनडीटीवी से बात करते हुए अनिल बोकिल के सहायक अरुण फोके ने बताया कि पहली बार अनिल बोकिल ने नरेंद्र मोदी से 2013 में मुलाकात की थी. यह मुलाकात तब हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें बीजेपी ने अपना पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था.
उन्होंने दावा किया कि बोकिल के सुझावों मानने के बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है. अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री मोदी से मुलाकात के लिए केवल 9 मिनट का समय मिला था लेकिन विषय में मोदी की रुचि बहुत बढ़ी और चर्चा दो घंटे से भी ज्यादा चली. मुख्यमंत्री मोदी को बोकिल के सुझाव काफी अच्छे लगे और उन्होंने तब सकारात्मक जवाब दिया था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
महाराष्ट्र के अनिल बोकिल नाम के एक और शख्य हैं जो कालाधन के खिलाफ काफी समय से मुहिम चला रहे हैं. उनका भी दावा है कि उन्होंने इस मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात में उन्होंने पीएम मोदी को समझाया था कि कैसे एक झटके में काले धन के मुद्दे पर कुछ समय के लिए काबू पाया जा सकता है.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद के अनिल बोकिल ने अर्थक्रांति नाम के समूह का गठन किया था. वे कुछ समय से 1,000 और 500 के नोटों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कर रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी से बोकिल की पहली मुलाकात 2012 में उस समय हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
अर्थक्रांति संस्था का दावा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में 95 प्रतिशत हिस्सा 500, 1000 और 100 रुपये का है. जबकि देश के आम आदमी की औसत आय केवल 150 रुपये प्रतिमाह है. ऐसे मे ज्यादा बड़े नोटों का प्रयोग केवल काला धन जमा करने के लिए होता है. यह काला धन बनाने और बढ़ाने में सहायक है.
एनडीटीवी से बात करते हुए अनिल बोकिल के सहायक अरुण फोके ने बताया कि पहली बार अनिल बोकिल ने नरेंद्र मोदी से 2013 में मुलाकात की थी. यह मुलाकात तब हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें बीजेपी ने अपना पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था.
उन्होंने दावा किया कि बोकिल के सुझावों मानने के बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है. अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री मोदी से मुलाकात के लिए केवल 9 मिनट का समय मिला था लेकिन विषय में मोदी की रुचि बहुत बढ़ी और चर्चा दो घंटे से भी ज्यादा चली. मुख्यमंत्री मोदी को बोकिल के सुझाव काफी अच्छे लगे और उन्होंने तब सकारात्मक जवाब दिया था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
महाराष्ट्र के औरंगाबाद के अनिल बोकिल ने अर्थक्रांति नाम के समूह का गठन किया था. वे कुछ समय से 1,000 और 500 के नोटों पर प्रतिबंध लगाने की मांग भी कर रहे थे. प्रधानमंत्री मोदी से बोकिल की पहली मुलाकात 2012 में उस समय हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे.
अर्थक्रांति संस्था का दावा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में 95 प्रतिशत हिस्सा 500, 1000 और 100 रुपये का है. जबकि देश के आम आदमी की औसत आय केवल 150 रुपये प्रतिमाह है. ऐसे मे ज्यादा बड़े नोटों का प्रयोग केवल काला धन जमा करने के लिए होता है. यह काला धन बनाने और बढ़ाने में सहायक है.
एनडीटीवी से बात करते हुए अनिल बोकिल के सहायक अरुण फोके ने बताया कि पहली बार अनिल बोकिल ने नरेंद्र मोदी से 2013 में मुलाकात की थी. यह मुलाकात तब हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें बीजेपी ने अपना पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था.
उन्होंने दावा किया कि बोकिल के सुझावों मानने के बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है. अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री मोदी से मुलाकात के लिए केवल 9 मिनट का समय मिला था लेकिन विषय में मोदी की रुचि बहुत बढ़ी और चर्चा दो घंटे से भी ज्यादा चली. मुख्यमंत्री मोदी को बोकिल के सुझाव काफी अच्छे लगे और उन्होंने तब सकारात्मक जवाब दिया था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
अर्थक्रांति संस्था का दावा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में 95 प्रतिशत हिस्सा 500, 1000 और 100 रुपये का है. जबकि देश के आम आदमी की औसत आय केवल 150 रुपये प्रतिमाह है. ऐसे मे ज्यादा बड़े नोटों का प्रयोग केवल काला धन जमा करने के लिए होता है. यह काला धन बनाने और बढ़ाने में सहायक है.
एनडीटीवी से बात करते हुए अनिल बोकिल के सहायक अरुण फोके ने बताया कि पहली बार अनिल बोकिल ने नरेंद्र मोदी से 2013 में मुलाकात की थी. यह मुलाकात तब हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें बीजेपी ने अपना पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था.
उन्होंने दावा किया कि बोकिल के सुझावों मानने के बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है. अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री मोदी से मुलाकात के लिए केवल 9 मिनट का समय मिला था लेकिन विषय में मोदी की रुचि बहुत बढ़ी और चर्चा दो घंटे से भी ज्यादा चली. मुख्यमंत्री मोदी को बोकिल के सुझाव काफी अच्छे लगे और उन्होंने तब सकारात्मक जवाब दिया था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
एनडीटीवी से बात करते हुए अनिल बोकिल के सहायक अरुण फोके ने बताया कि पहली बार अनिल बोकिल ने नरेंद्र मोदी से 2013 में मुलाकात की थी. यह मुलाकात तब हुई थी जब मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और उन्हें बीजेपी ने अपना पीएम पद का उम्मीदवार घोषित किया था.
उन्होंने दावा किया कि बोकिल के सुझावों मानने के बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है. अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री मोदी से मुलाकात के लिए केवल 9 मिनट का समय मिला था लेकिन विषय में मोदी की रुचि बहुत बढ़ी और चर्चा दो घंटे से भी ज्यादा चली. मुख्यमंत्री मोदी को बोकिल के सुझाव काफी अच्छे लगे और उन्होंने तब सकारात्मक जवाब दिया था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
उन्होंने दावा किया कि बोकिल के सुझावों मानने के बाद ही सरकार ने यह कदम उठाया है. अरुण ने बताया कि मुख्यमंत्री मोदी से मुलाकात के लिए केवल 9 मिनट का समय मिला था लेकिन विषय में मोदी की रुचि बहुत बढ़ी और चर्चा दो घंटे से भी ज्यादा चली. मुख्यमंत्री मोदी को बोकिल के सुझाव काफी अच्छे लगे और उन्होंने तब सकारात्मक जवाब दिया था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) November 9, 2016टिप्पणियां
पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
अरुण का दावा है कि जब नरेंद्र मोदी 2014 में चुनाव जीते और पीएम बने उसके बाद भी उन्होंने बोकिल से मुलाकात की. अरुण का कहना है कि दोनों ने कई बार मुलाकात की. इस मुलाकात को गुप्त ही रखा गया. इतना ही नहीं अरुण का कहना है कि पीएम मोदी ने अपने कई अधिकारियों के साथ बोकिल की मुलाकात करवाई और तो और बोकिल के प्रेजेंटेशन करवाए गए. कई अर्थशास्त्रियों के समक्ष बोकिल ने अपनी बातों को रखा.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
I thank @narendramodi ji & @arunjaitley ji on behalf lacs of bharat swabhiman karyakartas for delivering on,our movement against black money pic.twitter.com/tUrXKmiaSi
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) November 9, 2016टिप्पणियां
पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
तमाम जगहों से संतुष्ट होने के बाद पीएम मोदी ने इसके लिए तैयारी कर ली. लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी सलाह यह थी कि लोगों को बैंकिंग व्यवस्था से जोड़ा जाए. अरुण का दावा है कि बोकिल ने सबसे पहले इसकी व्यवस्था करने की बात कही थी. यही वजह है कि पहले जनधन योजना के तहत गरीब लोगों के खाते खोले गए. फिर इस योजना को लागू किया गया.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
अरुण ने कहा कि अर्थक्रांति सरकार से पांच मांगों को पूरा करने की बात कहती रही है. अभी सरकार ने केवल एक ही मांग मानी है.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
दावेदारों में योगगुरु बाबा रामदेव भी हैं. यह तो सबको पता है कि बाबा रामदेव काफी समय से काले धन के खिलाफ मुहिम चला रहे हैं. सरकार के कदम के लिए श्रेय लेने में भी वह पीछे नहीं हैं. उन्होंने एक ट्वीट शेयर किया है जिसमें उन्होंने बताया है कि उन्होंने काफी पहले (4 जून 2011 को) इस प्रकार की बात कही थी और सरकार को यह करने के लिए कहा था. लेकिन कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने यह कदम नहीं उठाया. वैसे यह तो साफ ही है कि बाबा रामदेव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थक हैं.
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बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
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पीएम मोदी के फैसले के बाद रामदेव ने एक ट्वीट में बताया कि आरबीआई के अनुसार देश में 17.77 लाख करोड़ रुपये चलन में हैं और इसमें भी 86 फीसदी 500 और 1000 रुपये के नोट हैं. सरकार के कदम से यह रुपया बेकार हो जाएगा. इसमें काफी मात्रा काले धन की है.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था.
बुधवार को खुद यूपीए के कार्यकाल के दौरान वित्तमंत्री रहे और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पी चिदंबरम ने दावा किया कि उनके कार्यकाल में भी ऐसा प्रस्ताव आया था लेकिन उन्हें यह उपयोगी नहीं लगा. उन्होंने यहां तक दावा कर डाला कि 1978 में किया गया ऐसा प्रयोग विफल रहा था. |
भारत-पाकिस्तान वार्ता पर 26/11 का साया | 26/11 के मुम्बई आतंकवादी हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका और मौत की सजा पाए सरबजीत से सम्बंधित मुद्दों का असर बुधवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय विदेश सचिव स्तरीय वार्ता पर पड़ सकता है। | 26/11 के मुम्बई आतंकवादी हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका और मौत की सजा पाए सरबजीत से सम्बंधित मुद्दों का असर बुधवार से शुरू हो रहे दो दिवसीय विदेश सचिव स्तरीय वार्ता पर पड़ सकता है।
भारत के विदेश सचिव रंजन मथाई और उनके पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी इस दौरान शांति और सुरक्षा, विश्वास बहाली, जम्मू एवं कश्मीर और दोस्ताना लेन-देन जैसे मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं। वार्ता के लिए जिलानी मंगलवार को यहां पहुंचे।टिप्पणियां
वार्ता के मुद्दे हालांकि पहले ही तय हो चुके थे, लेकिन 26/11 आतंकवादी हमले के एक प्रमुख सूत्रधार द्वारा हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका का खुलासा करने और भारत द्वारा पाकिस्तान पर इस भूमिका को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाने से माहौल में बदलाव आ गया है।
केंद्र में फिर से आतंकवाद और 26/11 के भुक्तभोगियों को न्याय दिलाने जैसे मुद्दे आ गए हैं।
भारत के विदेश सचिव रंजन मथाई और उनके पाकिस्तानी समकक्ष जलील अब्बास जिलानी इस दौरान शांति और सुरक्षा, विश्वास बहाली, जम्मू एवं कश्मीर और दोस्ताना लेन-देन जैसे मुद्दों पर चर्चा करने वाले हैं। वार्ता के लिए जिलानी मंगलवार को यहां पहुंचे।टिप्पणियां
वार्ता के मुद्दे हालांकि पहले ही तय हो चुके थे, लेकिन 26/11 आतंकवादी हमले के एक प्रमुख सूत्रधार द्वारा हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका का खुलासा करने और भारत द्वारा पाकिस्तान पर इस भूमिका को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाने से माहौल में बदलाव आ गया है।
केंद्र में फिर से आतंकवाद और 26/11 के भुक्तभोगियों को न्याय दिलाने जैसे मुद्दे आ गए हैं।
वार्ता के मुद्दे हालांकि पहले ही तय हो चुके थे, लेकिन 26/11 आतंकवादी हमले के एक प्रमुख सूत्रधार द्वारा हमले में पाकिस्तान सरकार की भूमिका का खुलासा करने और भारत द्वारा पाकिस्तान पर इस भूमिका को स्वीकार करने के लिए दबाव बनाने से माहौल में बदलाव आ गया है।
केंद्र में फिर से आतंकवाद और 26/11 के भुक्तभोगियों को न्याय दिलाने जैसे मुद्दे आ गए हैं।
केंद्र में फिर से आतंकवाद और 26/11 के भुक्तभोगियों को न्याय दिलाने जैसे मुद्दे आ गए हैं। |
केदारनाथ: Mi-17 हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त, कैमरे में कैद हुआ हादसा | लैंड करते समय हुई दुर्घटना
घटना के समय हेलीकॉपटर में सात लोग सवार थे
सभी लोगों को सुरक्षित निकाला गया है. | गौरतलब है कि 2013 में केदारनाथ में आई दैवीय आपदा से मंदिर को भी भारी नुकसान हुआ था. इसके बाद से वहां निर्माण कार्य चल रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद केदारनाथ के जीर्णोद्धार पर जोर देते रहे हैं. |
आईबीएल : कश्यप ने बांगा बीट्स को 3-1 की अजेय बढ़त दिलाई | आयकन खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप की शानदार जीत की बदौलत बांगा बीट्स टीम ने बाबू बनारसीदास अकादमी में जारी इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) के दूसरे चरण के मुकाबलों में अवध वॉरियर्स के खिलाफ 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। | आयकन खिलाड़ी पारूपल्ली कश्यप की शानदार जीत की बदौलत बांगा बीट्स टीम ने बाबू बनारसीदास अकादमी में जारी इंडियन बैडमिंटन लीग (आईबीएल) के दूसरे चरण के मुकाबलों में अवध वॉरियर्स के खिलाफ 3-1 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है।
कश्यप ने दिन के दूसरे पुरुष एकल मुकाबले में वॉरियर्स के के. श्रीकांत को 20-21, 21-11, 11-9 से हराया। यह मैच 54 मिनट चला। अब वॉरियर्स अंतिम मिश्रित युगल मैच जीतकर हार के अंतर को कम करना चाहेंगे।
वॉरियर्स को शुरुआत के दो मैचों में हार मिली थी लेकिन मथायस बोए और मार्किल किडो की जोड़ी ने बांगा बीट्स के कार्टसन मोंगेनसेन और अक्षय देवाल्कर को पुरुष युगल मैच में हराकर वॉरियर्स को पहली जीत दिलाई थी।
बोए और मथायस ने देवाल्कर और कार्टसन को 21-14, 21-19 से हराया। यह मैच 30 मिनट चला।
इससे पहले, महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन पीवी सिंघु को हार मिली। सिंधु को केरोलिना मारिन ने 43 मिनट में 21-16, 21-13 से हराया।
सिंधु की यह लगातार दूसरी हार है। उन्हें दिल्ली चरण में हैदराबाद हॉटशॉटस की सायना नेहवाल ने हराया था। इस हार ने वॉरियर्स को पांच मैचों के मुकाबले में 0-2 से पीछे कर दिया है।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मुकाबले में बांगा बीट्स टीम के हू युन ने वॉरियर्स के चोंग वेंग फेई को हराया था। युन ने यह मैच 21-11, 21-20 से जीता। यह मैच 46 मिनट चला।
बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी।
कश्यप ने दिन के दूसरे पुरुष एकल मुकाबले में वॉरियर्स के के. श्रीकांत को 20-21, 21-11, 11-9 से हराया। यह मैच 54 मिनट चला। अब वॉरियर्स अंतिम मिश्रित युगल मैच जीतकर हार के अंतर को कम करना चाहेंगे।
वॉरियर्स को शुरुआत के दो मैचों में हार मिली थी लेकिन मथायस बोए और मार्किल किडो की जोड़ी ने बांगा बीट्स के कार्टसन मोंगेनसेन और अक्षय देवाल्कर को पुरुष युगल मैच में हराकर वॉरियर्स को पहली जीत दिलाई थी।
बोए और मथायस ने देवाल्कर और कार्टसन को 21-14, 21-19 से हराया। यह मैच 30 मिनट चला।
इससे पहले, महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन पीवी सिंघु को हार मिली। सिंधु को केरोलिना मारिन ने 43 मिनट में 21-16, 21-13 से हराया।
सिंधु की यह लगातार दूसरी हार है। उन्हें दिल्ली चरण में हैदराबाद हॉटशॉटस की सायना नेहवाल ने हराया था। इस हार ने वॉरियर्स को पांच मैचों के मुकाबले में 0-2 से पीछे कर दिया है।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मुकाबले में बांगा बीट्स टीम के हू युन ने वॉरियर्स के चोंग वेंग फेई को हराया था। युन ने यह मैच 21-11, 21-20 से जीता। यह मैच 46 मिनट चला।
बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी।
वॉरियर्स को शुरुआत के दो मैचों में हार मिली थी लेकिन मथायस बोए और मार्किल किडो की जोड़ी ने बांगा बीट्स के कार्टसन मोंगेनसेन और अक्षय देवाल्कर को पुरुष युगल मैच में हराकर वॉरियर्स को पहली जीत दिलाई थी।
बोए और मथायस ने देवाल्कर और कार्टसन को 21-14, 21-19 से हराया। यह मैच 30 मिनट चला।
इससे पहले, महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन पीवी सिंघु को हार मिली। सिंधु को केरोलिना मारिन ने 43 मिनट में 21-16, 21-13 से हराया।
सिंधु की यह लगातार दूसरी हार है। उन्हें दिल्ली चरण में हैदराबाद हॉटशॉटस की सायना नेहवाल ने हराया था। इस हार ने वॉरियर्स को पांच मैचों के मुकाबले में 0-2 से पीछे कर दिया है।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मुकाबले में बांगा बीट्स टीम के हू युन ने वॉरियर्स के चोंग वेंग फेई को हराया था। युन ने यह मैच 21-11, 21-20 से जीता। यह मैच 46 मिनट चला।
बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी।
बोए और मथायस ने देवाल्कर और कार्टसन को 21-14, 21-19 से हराया। यह मैच 30 मिनट चला।
इससे पहले, महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन पीवी सिंघु को हार मिली। सिंधु को केरोलिना मारिन ने 43 मिनट में 21-16, 21-13 से हराया।
सिंधु की यह लगातार दूसरी हार है। उन्हें दिल्ली चरण में हैदराबाद हॉटशॉटस की सायना नेहवाल ने हराया था। इस हार ने वॉरियर्स को पांच मैचों के मुकाबले में 0-2 से पीछे कर दिया है।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मुकाबले में बांगा बीट्स टीम के हू युन ने वॉरियर्स के चोंग वेंग फेई को हराया था। युन ने यह मैच 21-11, 21-20 से जीता। यह मैच 46 मिनट चला।
बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी।
इससे पहले, महिला एकल मैच में वॉरियर्स की आयकन पीवी सिंघु को हार मिली। सिंधु को केरोलिना मारिन ने 43 मिनट में 21-16, 21-13 से हराया।
सिंधु की यह लगातार दूसरी हार है। उन्हें दिल्ली चरण में हैदराबाद हॉटशॉटस की सायना नेहवाल ने हराया था। इस हार ने वॉरियर्स को पांच मैचों के मुकाबले में 0-2 से पीछे कर दिया है।टिप्पणियां
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बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी।
सिंधु की यह लगातार दूसरी हार है। उन्हें दिल्ली चरण में हैदराबाद हॉटशॉटस की सायना नेहवाल ने हराया था। इस हार ने वॉरियर्स को पांच मैचों के मुकाबले में 0-2 से पीछे कर दिया है।टिप्पणियां
दिन के पहले पुरुष एकल मुकाबले में बांगा बीट्स टीम के हू युन ने वॉरियर्स के चोंग वेंग फेई को हराया था। युन ने यह मैच 21-11, 21-20 से जीता। यह मैच 46 मिनट चला।
बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी।
दिन के पहले पुरुष एकल मुकाबले में बांगा बीट्स टीम के हू युन ने वॉरियर्स के चोंग वेंग फेई को हराया था। युन ने यह मैच 21-11, 21-20 से जीता। यह मैच 46 मिनट चला।
बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी।
बांगा बीट्स और वॉरियर्स को आईबीएल के पहले संस्करण में जीत की तलाश है। बांग बीट्स को मुम्बई मास्टर्स ने 3-2 से हराया था जबकि वॉरियर्स को अपने पहले चरण के मुकाबले में हैदराबाद हॉटशॉटस से 2-3 से हार मिली थी। |
चीन से पिछड़ा भारत, छिन गया रुतबा; जीडीपी विकास दर पांच साल के सबसे निचले स्तर पर | वित्त वर्ष 2018-19 में देश की जीडीपी वृद्धि दर 6.8 फीसदी रही
आर्थिक विकास दर घटने का कारण कृषि, खनन क्षेत्र की वृद्धि दर में कमी
31 मार्च 2019 तक राजकोषीय घाटा 6.45 लाख करोड़ रुपये रहा | भारत के सकल घरेलू उत्पाद (gross domestic product) यानी कि GDP में जनवरी से मार्च की अवधि में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों से यह जाहिर हुआ है. इसके साथ ही भारत चीन से पिछड़ गया. भारत ने डेढ़ साल में पहली बार दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था का रुतबा खो दिया. जबकि चीन आगे बढ़ गया. चीन की अर्थव्यवस्था ने मार्च तिमाही में 6.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है.
वित्तीय वर्ष 2018-19 की चौथी तिमाही में देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की वृद्धि दर पिछले साल की समान अवधि से घटकर 5.8 फीसदी रह गई है. वित्त वर्ष 2017-18 में चौथी तिमाही में देश की जीडीपी विकास दर 7.7 फीसदी थी.
केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय द्वारा शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 में देश की जीडीपी वृद्धि दर (GDP Growth Rate) 6.8 फीसदी रही, जो कि जीडीपी विकास दर का पिछले पांच साल का सबसे निचला स्तर है. आंकड़ों के अनुसार, देश की आर्थिक विकास दर घटने का मुख्य कारण कृषि और खनन क्षेत्र की वृद्धि दर में कमी है.
कृषि, वानिकी और मत्स्य पालन क्षेत्र की संवृद्धि दर वित्त वर्ष 2018-19 में 2.9 फीसदी रही जबकि पिछले साल यह पांच फीसदी थी. आलोच्य वित्त वर्ष में खनन व उत्खनन क्षेत्र की संवृद्धि दर 1.3 फीसदी रही जबकि उससे पिछले साल यह 5.1 फीसदी थी.
वित्त वर्ष 2018-19 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 3.39 प्रतिशत रहा है. यह बजट के 3.40 प्रतिशत के संशोधित अनुमान की तुलना में कम है.
राजकोषीय घाटे के बजट के संशोधित अनुमान से कम रहने का मुख्य कारण कर से अन्यत्र अन्य मदों में प्राप्त होने वाले राजस्व में वृद्धि तथा खर्च का कम रहना है. आंकड़ों के संदर्भ में कहा जाए तो 31 मार्च 2019 के अंत में राजकोषीय घाटा 6.45 लाख करोड़ रुपये रहा है, जबकि बजट में राजकोषीय घाटे के 6.34 लाख करोड़ रुपये रहने का संशोधित पूर्वानुमान व्यक्त किया गया था.
राजकोषीय घाटे के आंकड़े हालांकि बढ़े हैं लेकिन जीडीपी (GDP) के बढ़े आंकड़े से इसकी तुलना करने पर यह 3.39 प्रतिशत रहा है. महालेखा नियंत्रक द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार वित्त वर्ष 2018-19 में राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद का 3.39% रहा. हालांकि, वास्तविक आंकड़ों में राजकोषीय घाटा बढ़ा है, लेकिन जीडीपी बढ़ने के कारण इसकी तुलना में राजकोषीय घाटा का अनुपात कम हुआ है. |
PHOTOS: बस स्टॉप पर वरुण धवन से कुछ यूं रूठीं अनुष्का शर्मा, लग गई भीड़ | भोपाल में अनुष्का और वरुण
बस स्टॉप पर किया गया शूट
भीड़ ने दोनों को घेरा | A post shared by Anushka Sharma FC (@anushkafcs) on Mar 19, 2018 at 7:14am PDT
A post shared by(@anushka.army) on Mar 19, 2018 at 10:30am PDT
A post shared by (@varundhawan.club) on Mar 19, 2018 at 1:45am PDT
A post shared by AnushkaSharma1588 (@anushkasharma) on Mar 18, 2018 at 7:35am PDT |
'अफगान से 2014 तक सेना हटाने पर प्रतिबद्ध है अमेरिका' | हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिका और अन्य नाटो सहयोगी 2014 तक अफगानिस्तान से सेना हटाने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं। | अमेरिकी विदेशमंत्री हिलेरी क्लिंटन ने कहा है कि अमेरिका और अन्य नाटो सहयोगी 2014 तक अफगानिस्तान से सेना हटाने की अपनी प्रतिबद्धता पर कायम हैं। क्लिंटन ने डच विदेशमंत्री उरी रोसेंथल के साथ एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम लिस्बन समझौते के तहत तय की गई इस समयसीमा पर कायम हैं और हमें अभी सुरक्षा, राजनीतिक सुलह और अलकायदा जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ अपने स्पष्ट रुख को अमलीजामा पहनाने के लिए काफी काम करना है। दोनों नेताओं ने लीबिया और अफगानिस्तान पर चर्चा की और इस मौके पर रोसेंथल ने कहा कि वह लोग अब उत्तरी अफगानिस्तान के कुंदूज प्रांत में पुलिस को प्रशिक्षण देने का काम कर रहे हैं ताकि वह अपने लोगों की सुरक्षा की जिम्मेदारी उठा सकें। |
पीएम मोदी ने सत्ता का अहंकार दिखाया, आंध्रप्रदेश का मजाक उड़ाया : चंद्रबाबू नायडू | कहा- आंध्र को 2014 में विभाजन के बाद बहुत नुकसान उठाना पड़ा
उम्मीद थी कि केंद्र सरकार को पछतावा होगा और भूल सुधार की जाएगी
प्रधानमंत्री अहंकारी हैं, वह ओछी बातें कर रहे हैं | चंद्रबाबू ने आरोप लगाया, ‘‘प्रधानमंत्री अहंकारी हैं. उन्होंने सत्ता का अहंकार दिखाया है. वह इस तरह बोले कि हमारे राज्य का उपहास उड़ाया गया. वह ओछी बातें कर रहे हैं.’’
(इनपुट भाषा से) |
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत 'ए' की अगुवाई कर खुद को साबित करेंगे गंभीर | खराब फॉर्म के कारण टेस्ट टीम से बाहर किए गए भारत 'ए' के कप्तान गौतम गंभीर शनिवार को जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन-दिवसीय अभ्यास मैच में टीम की अगुवाई करेंगे, तो उनकी कोशिश खुद को साबित करने की होगी। | खराब फॉर्म के कारण टेस्ट टीम से बाहर किए गए भारत 'ए' के कप्तान गौतम गंभीर शनिवार को जब ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन-दिवसीय अभ्यास मैच में टीम की अगुवाई करेंगे, तो उनकी कोशिश खुद को साबित करने की होगी।
बाएं हाथ के स्पिनर ने तीन साल से टेस्ट शतक नहीं जड़ा है और उन्हें 22 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की शृंखला के लिए टीम में नहीं चुना गया। उनकी जगह शिखर धवन को लिया गया, जिन्हें पहले 'ए' टीम का कप्तान बनाया गया था।टिप्पणियां
गंभीर को एक समय सीनियर राष्ट्रीय टीम में कप्तान की भूमिका की दौड़ में देखा जा रहा था, लेकिन खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। भारत 'ए' लाइन अप में वह अब भी बड़े स्टार हैं और बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ शुरुआती अभ्यास मैच में ठीकठाक प्रदर्शन करने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ खुद को साबित करना चाहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष खिलाड़ी, जिसमें कप्तान माइकल क्लार्क भी शामिल हैं, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीमित ओवरों की शृंखला में खेल रहे थे, जिससे वह पहले अभ्यास मैच में नहीं खेल पाए थे। शुरुआती दो-दिवसीय मैच यहीं खेला गया था, जो ड्रॉ हुआ था।
बाएं हाथ के स्पिनर ने तीन साल से टेस्ट शतक नहीं जड़ा है और उन्हें 22 फरवरी से ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शुरू हो रही चार टेस्ट मैचों की शृंखला के लिए टीम में नहीं चुना गया। उनकी जगह शिखर धवन को लिया गया, जिन्हें पहले 'ए' टीम का कप्तान बनाया गया था।टिप्पणियां
गंभीर को एक समय सीनियर राष्ट्रीय टीम में कप्तान की भूमिका की दौड़ में देखा जा रहा था, लेकिन खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। भारत 'ए' लाइन अप में वह अब भी बड़े स्टार हैं और बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ शुरुआती अभ्यास मैच में ठीकठाक प्रदर्शन करने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ खुद को साबित करना चाहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष खिलाड़ी, जिसमें कप्तान माइकल क्लार्क भी शामिल हैं, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीमित ओवरों की शृंखला में खेल रहे थे, जिससे वह पहले अभ्यास मैच में नहीं खेल पाए थे। शुरुआती दो-दिवसीय मैच यहीं खेला गया था, जो ड्रॉ हुआ था।
गंभीर को एक समय सीनियर राष्ट्रीय टीम में कप्तान की भूमिका की दौड़ में देखा जा रहा था, लेकिन खराब फॉर्म के कारण उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा। भारत 'ए' लाइन अप में वह अब भी बड़े स्टार हैं और बोर्ड अध्यक्ष एकादश के खिलाफ शुरुआती अभ्यास मैच में ठीकठाक प्रदर्शन करने वाली ऑस्ट्रेलिया की टीम के खिलाफ खुद को साबित करना चाहेंगे।
ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष खिलाड़ी, जिसमें कप्तान माइकल क्लार्क भी शामिल हैं, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीमित ओवरों की शृंखला में खेल रहे थे, जिससे वह पहले अभ्यास मैच में नहीं खेल पाए थे। शुरुआती दो-दिवसीय मैच यहीं खेला गया था, जो ड्रॉ हुआ था।
ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष खिलाड़ी, जिसमें कप्तान माइकल क्लार्क भी शामिल हैं, वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीमित ओवरों की शृंखला में खेल रहे थे, जिससे वह पहले अभ्यास मैच में नहीं खेल पाए थे। शुरुआती दो-दिवसीय मैच यहीं खेला गया था, जो ड्रॉ हुआ था। |
जीएसटी पर जेटली का नजरिया : लंबी अवधि में नीचे आएंगी कर दरें, कई चीजों के दाम होंगे कम | अन्य देशों में जीएसटी से महंगाई बढ़ी : येचुरी
वित्त मंत्रालय ने की सात चुनौतियों की पहचान
60 हजार अधिकारियों को दी जाएगी ट्रेनिंग | अब तैयारी आजादी के बाद अप्रत्यक्ष कर व्यवस्था में आधारभूत बदलाव के इस पहल के लिए अधिकारियों को विशेष ट्रेनिंग देने की भी है. राजस्व सचिव हंसमुख अधिया ने कहा "हम जीएसटी कानून को सही तरीके से लागू करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के 60,000 अधिकारियों को विशेष ट्रेनिंग देंगे."
भारत सरकार का दावा है कि अगले तीस दिन के अंदर जीएसटी को कम से कम 16 राज्यों की मंजूरी मिल जाएगी...अब तैयारी अगले साल मार्च तक जीएसटी को लागू करने से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी करने की है...जिससे इसे एक अप्रैल 2016 से पूरे देश में लागू किया जा सके.
भारत सरकार का दावा है कि अगले तीस दिन के अंदर जीएसटी को कम से कम 16 राज्यों की मंजूरी मिल जाएगी...अब तैयारी अगले साल मार्च तक जीएसटी को लागू करने से जुड़ी औपचारिकताएं पूरी करने की है...जिससे इसे एक अप्रैल 2016 से पूरे देश में लागू किया जा सके. |
गिरफ्तार सट्टेबाज ने और भारतीय क्रिकेटरों के लिए नाम | दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार सट्टेबाज मोहम्मद याह्या ने उन्हें बताया कि वह ‘‘कुछ और’’ भारतीय क्रिकेटरों के संपर्क में था जबकि जांचकर्ताओं ने मामले में विदेशी खिलाड़ियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया। | दिल्ली पुलिस ने दावा किया कि आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार सट्टेबाज मोहम्मद याह्या ने उन्हें बताया कि वह ‘‘कुछ और’’ भारतीय क्रिकेटरों के संपर्क में था जबकि जांचकर्ताओं ने मामले में विदेशी खिलाड़ियों की संलिप्तता से इनकार नहीं किया।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार को हैदराबाद से गिरफ्तार याह्या ने जांचकर्ताओं को एस. श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण के अलावा अन्य खिलाड़ियों की संलिप्तता के बारे में बताया। वह दुबई भागने की फिराक में था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि याह्या ने जिन क्रिकेटरों के नाम बताए हैं उनमें से कुछ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेला है और फिक्सिंग के लिए वह उनके संपर्क में था।
बहरहाल, पुलिस ने खिलाड़ियों के नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि जांच जारी है और उन्हें साक्ष्य जुटाना है।
अधिकारियों ने कहा कि वह विदेशी खिलाड़ियों की संभावित संलिप्तता से इनकार नहीं करते।
यह पूछने पर कि क्या टीम के मालिक भी प्रकरण में लिप्त थे तो अधिकारी ने कहा, ‘हमारी जांच में ऐसी कोई चीज सामने नहीं आई है।’ पुलिस सूत्रों ने कहा कि याह्या ने सट्टेबाज चंद्रेश पटेल से संपर्क किया क्योंकि वह खिलाड़ियों से संपर्क साधना चाहता था। पटेल भी गिरफ्तार हो चुका है।टिप्पणियां
सूत्रों ने कहा कि पटेल के संपर्क के एक व्यक्ति ने याह्या से उसका परिचय कराया जो क्रिकेट की दुनिया में ‘किसी को जानता है और उसके संपर्क हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘पटेल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों के अलावा दूसरी टीमों के खिलाड़ियों से भी संपर्क करना चाहता था।’ प्रकरण के बारे में और जानकारी मांगने के बीसीसीआई के पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस उन जानकारियों को क्रिकेट संस्था से साझा करेगी जिन्हें साझा किया जा सकता है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस सूत्रों ने कहा कि शुक्रवार को हैदराबाद से गिरफ्तार याह्या ने जांचकर्ताओं को एस. श्रीसंत, अजित चंदीला और अंकित चव्हाण के अलावा अन्य खिलाड़ियों की संलिप्तता के बारे में बताया। वह दुबई भागने की फिराक में था।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि याह्या ने जिन क्रिकेटरों के नाम बताए हैं उनमें से कुछ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेला है और फिक्सिंग के लिए वह उनके संपर्क में था।
बहरहाल, पुलिस ने खिलाड़ियों के नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि जांच जारी है और उन्हें साक्ष्य जुटाना है।
अधिकारियों ने कहा कि वह विदेशी खिलाड़ियों की संभावित संलिप्तता से इनकार नहीं करते।
यह पूछने पर कि क्या टीम के मालिक भी प्रकरण में लिप्त थे तो अधिकारी ने कहा, ‘हमारी जांच में ऐसी कोई चीज सामने नहीं आई है।’ पुलिस सूत्रों ने कहा कि याह्या ने सट्टेबाज चंद्रेश पटेल से संपर्क किया क्योंकि वह खिलाड़ियों से संपर्क साधना चाहता था। पटेल भी गिरफ्तार हो चुका है।टिप्पणियां
सूत्रों ने कहा कि पटेल के संपर्क के एक व्यक्ति ने याह्या से उसका परिचय कराया जो क्रिकेट की दुनिया में ‘किसी को जानता है और उसके संपर्क हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘पटेल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों के अलावा दूसरी टीमों के खिलाड़ियों से भी संपर्क करना चाहता था।’ प्रकरण के बारे में और जानकारी मांगने के बीसीसीआई के पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस उन जानकारियों को क्रिकेट संस्था से साझा करेगी जिन्हें साझा किया जा सकता है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि याह्या ने जिन क्रिकेटरों के नाम बताए हैं उनमें से कुछ ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर क्रिकेट खेला है और फिक्सिंग के लिए वह उनके संपर्क में था।
बहरहाल, पुलिस ने खिलाड़ियों के नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि जांच जारी है और उन्हें साक्ष्य जुटाना है।
अधिकारियों ने कहा कि वह विदेशी खिलाड़ियों की संभावित संलिप्तता से इनकार नहीं करते।
यह पूछने पर कि क्या टीम के मालिक भी प्रकरण में लिप्त थे तो अधिकारी ने कहा, ‘हमारी जांच में ऐसी कोई चीज सामने नहीं आई है।’ पुलिस सूत्रों ने कहा कि याह्या ने सट्टेबाज चंद्रेश पटेल से संपर्क किया क्योंकि वह खिलाड़ियों से संपर्क साधना चाहता था। पटेल भी गिरफ्तार हो चुका है।टिप्पणियां
सूत्रों ने कहा कि पटेल के संपर्क के एक व्यक्ति ने याह्या से उसका परिचय कराया जो क्रिकेट की दुनिया में ‘किसी को जानता है और उसके संपर्क हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘पटेल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों के अलावा दूसरी टीमों के खिलाड़ियों से भी संपर्क करना चाहता था।’ प्रकरण के बारे में और जानकारी मांगने के बीसीसीआई के पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस उन जानकारियों को क्रिकेट संस्था से साझा करेगी जिन्हें साझा किया जा सकता है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
बहरहाल, पुलिस ने खिलाड़ियों के नाम बताने से इनकार करते हुए कहा कि जांच जारी है और उन्हें साक्ष्य जुटाना है।
अधिकारियों ने कहा कि वह विदेशी खिलाड़ियों की संभावित संलिप्तता से इनकार नहीं करते।
यह पूछने पर कि क्या टीम के मालिक भी प्रकरण में लिप्त थे तो अधिकारी ने कहा, ‘हमारी जांच में ऐसी कोई चीज सामने नहीं आई है।’ पुलिस सूत्रों ने कहा कि याह्या ने सट्टेबाज चंद्रेश पटेल से संपर्क किया क्योंकि वह खिलाड़ियों से संपर्क साधना चाहता था। पटेल भी गिरफ्तार हो चुका है।टिप्पणियां
सूत्रों ने कहा कि पटेल के संपर्क के एक व्यक्ति ने याह्या से उसका परिचय कराया जो क्रिकेट की दुनिया में ‘किसी को जानता है और उसके संपर्क हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘पटेल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों के अलावा दूसरी टीमों के खिलाड़ियों से भी संपर्क करना चाहता था।’ प्रकरण के बारे में और जानकारी मांगने के बीसीसीआई के पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस उन जानकारियों को क्रिकेट संस्था से साझा करेगी जिन्हें साझा किया जा सकता है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अधिकारियों ने कहा कि वह विदेशी खिलाड़ियों की संभावित संलिप्तता से इनकार नहीं करते।
यह पूछने पर कि क्या टीम के मालिक भी प्रकरण में लिप्त थे तो अधिकारी ने कहा, ‘हमारी जांच में ऐसी कोई चीज सामने नहीं आई है।’ पुलिस सूत्रों ने कहा कि याह्या ने सट्टेबाज चंद्रेश पटेल से संपर्क किया क्योंकि वह खिलाड़ियों से संपर्क साधना चाहता था। पटेल भी गिरफ्तार हो चुका है।टिप्पणियां
सूत्रों ने कहा कि पटेल के संपर्क के एक व्यक्ति ने याह्या से उसका परिचय कराया जो क्रिकेट की दुनिया में ‘किसी को जानता है और उसके संपर्क हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘पटेल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों के अलावा दूसरी टीमों के खिलाड़ियों से भी संपर्क करना चाहता था।’ प्रकरण के बारे में और जानकारी मांगने के बीसीसीआई के पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस उन जानकारियों को क्रिकेट संस्था से साझा करेगी जिन्हें साझा किया जा सकता है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
यह पूछने पर कि क्या टीम के मालिक भी प्रकरण में लिप्त थे तो अधिकारी ने कहा, ‘हमारी जांच में ऐसी कोई चीज सामने नहीं आई है।’ पुलिस सूत्रों ने कहा कि याह्या ने सट्टेबाज चंद्रेश पटेल से संपर्क किया क्योंकि वह खिलाड़ियों से संपर्क साधना चाहता था। पटेल भी गिरफ्तार हो चुका है।टिप्पणियां
सूत्रों ने कहा कि पटेल के संपर्क के एक व्यक्ति ने याह्या से उसका परिचय कराया जो क्रिकेट की दुनिया में ‘किसी को जानता है और उसके संपर्क हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘पटेल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों के अलावा दूसरी टीमों के खिलाड़ियों से भी संपर्क करना चाहता था।’ प्रकरण के बारे में और जानकारी मांगने के बीसीसीआई के पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस उन जानकारियों को क्रिकेट संस्था से साझा करेगी जिन्हें साझा किया जा सकता है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
सूत्रों ने कहा कि पटेल के संपर्क के एक व्यक्ति ने याह्या से उसका परिचय कराया जो क्रिकेट की दुनिया में ‘किसी को जानता है और उसके संपर्क हैं।’ अधिकारी ने कहा, ‘पटेल राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों के अलावा दूसरी टीमों के खिलाड़ियों से भी संपर्क करना चाहता था।’ प्रकरण के बारे में और जानकारी मांगने के बीसीसीआई के पत्र के बारे में उन्होंने कहा कि पुलिस उन जानकारियों को क्रिकेट संस्था से साझा करेगी जिन्हें साझा किया जा सकता है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस प्रकरण में 16 मई से अब तक तीन खिलाड़ियों सहित कुल 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। |
औद्योगिक चक्का पड़ा धीमा, वृद्धिदर मात्र 3.7 फीसदी | जनवरी में देश की औद्योगिक वृद्धि दर घटकर 3.7 प्रतिशत पर आ गई जो बीते वर्ष की इसी माह में 16.8 प्रतिशत थी। | जनवरी में देश की औद्योगिक वृद्धि दर घटकर 3.7 प्रतिशत पर आ गई जो बीते वर्ष की इसी माह में 16.8 प्रतिशत थी। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण (कारखाना) क्षेत्र, विशेषकर मशीन उपकरण बनाने वाली इकाइयों के फीके काम की वजह से यह गिरावट आई है। वैसे जनवरी, 2011 में औद्योगिक वृद्धि दिसंबर,10 से बेहतर दिखती है। दिसंबर में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक की वृद्धि दर 1.6 प्रतिशत थी जो बाद में संशोधित कर 2.53 प्रतिशत कर दी गई। जनवरी में विनिर्माण उद्योग की वृद्धि दर एक साल पहले के 17.9 प्रतिशत की तुलना में केवल 3.3 प्रतिशत रह गई। चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों अप्रैल-जनवरी 2010-11 में औद्योगिक उत्पादन वृद्धि दर एक साल पहले इसी अवधि के 9.5 प्रतिशत की तुलना में 8.3 प्रतिशत रही। इसमें विनिर्माण क्षेत्र के अलावा बिजली और खनिज क्षेत्र का उत्पादन सूचकांक भी शामिल किया जाता है। इस बार जनवरी में पूंजीगत सामान बनाने वाले उद्योगों का उत्पादन एक साल पहले की तुलना में 18.6 प्रतिशत की भारी गिरावट में रहा। जनवरी,10 में इस क्षेत्र ने 57.9 प्रतिशत का भारी उछाल दर्ज किया था। इसी दौरान गैर टिकाऊ उपभोक्ता सामान बनाने वाली इकाइयों की उत्पादन वृद्धि सुधरकर 6.9 प्रतिशत रही जबकि पिछले वर्ष इसी माह इस क्षेत्र का उत्पादन सात प्रतिशत घट गया था। इस दौरान खनन क्षेत्र का उत्पादन 1.6 प्रतिशत संकुचित हुआ जबकि बिजली उत्पादन में 10.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। पिछले साल जनवरी में खनन क्षेत्र के उत्पादन में 15.3 प्रतिशत और बिजली उत्पादन में 5.6 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गई थी। जनवरी 2011 में कुल 17 प्रकार के उद्योगों में 14 में उत्पादन का विस्तार हुआ। |
अमिताभ बच्चन ने दी थी अनिल कपूर को कभी ब्रेक न लेने की सलाह | 38 साल के करियर में अनिल कपूर ने कभी नहीं लिया ब्रेक
अनिल बोले- अमिताभ बच्चन ने दी थी ब्रेक न लेने की सलाह
अनिल कपूर की 'मुबारकां' ने दो दिनों में कमाए 12.63 करोड़ | A post shared by anilskapoor (@anilskapoor) on Jul 27, 2017 at 5:10am PDT |
Super 30 Box Office Collection Day 6: 'सुपर 30' का बॉक्स ऑफिस पर धमाका जारी, छठे दिन कमाए इतने करोड़ रुपये | ऋतिक रोशन की फिल्म का बॉक्स ऑफिस पर धमाल जारी
छठे दिन कमाए इतने करोड़ रुपये
गणतिज्ञ आनंद कुमार के जीवन पर आधारित है फिल्म | ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) और मृणाल ठाकुर (Mrunal Thakur) का एक्सपेरिमेंट दर्शकों को काफी लुभा रहा है. फिल्म 'सुपर 30 (Super 30)' ने शुक्रवार (पहले दिन 12 जुलाई) को 12 करोड़ रुपये की , मंगलवार और बुधवार को कमाई में धीमी रफ्तार दर्ज की गई. सोमवार को फिल्म ने 7 करोड़ रुपये, मंगलवार को 7 करोड़ रुपये तो बुधवार को केवल 6 करोड़ रुपये की कमाई की.
बिहार के मैथमेटिशियन आनंद कुमार के जीवन पर बनी फिल्म 'सुपर 30 (Super 30)' का काफी इंस्पायरिंग है. इस फिल्म में ऋतिक (Hrithik Roshan) की परफॉर्मेंस को काफी सराहना मिल रही है. ऋतिक रोशन आनंद के किरदार में अच्छे लगे हैं. लेकिन कहीं-कहीं उनकी बिहारी भाषा थोड़ी तंग महसूस हो रही है. फिल्म में मृणाल ठाकुर की एक्टिंग ठीक-ठाक है. क्रिटिक्स के साथ-साथ फैन्स का भी फिल्म को अच्छा रिस्पांस मिल रहा है. |
कुछ ऐसा रहा है 'चपाती शॉट' के लिए मशहूर रहे रवि शास्त्री का क्रिकेट की दुनिया का सफर | रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे
वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था
वनडे में 150 वनडे मैच में 29.04 की औसत से 3108 रन बनाए हैं | रवि शास्त्री को आखिरकार बीसीसीआई ने टीम इंडिया का कोच नियुक्त कर दिया है. कप्तान विराट कोहली की पसंद का पूरा ध्यान रखा गया है. हालांकि शास्त्री के चयन को लेकर 24 घंटे से भी अधिक समय तक हाईवोल्टेज ड्रामा चलता रहा. हालांकि, बतौर क्रिकेटर शास्त्री का करियर शानदार रहा है. रवि शास्त्री 'चपाती शॉट' लगाने के लिए मशहूर थे.
रवि शास्त्री ने अपने करियर की शुरुआत लेफ्ट स्पिनर के तौर पर की थी, लेकिन बाद में वह भारतीय टीम के लिए ऑलराउंडर बन गए. उन्होंने 1981 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में अपने करियर का आगाज किया था. शास्त्री अपनी लंबाई का इस्तेमाल स्पिनर्स के खिलाफ करते थे. हालांकि वह ऐसे क्रिकेटर थे जिन्होंने अपनी क्षमता से अधिक प्रदर्शन किया.
शास्त्री ने अपने करियर में 80 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 35.79 की औसत से 3830 रन बनाए हैं. टेस्ट में उनके नाम पर 11 शतक हैं. उन्होंने टेस्ट में 151 विकेट भी हासिल किए हैं. शास्त्री वनडे में भी खासे सफल रहे. उनके नाम कुल 150 वनडे मैच हैं, जिसमें उन्होंने 29.04 की औसत से 3108 रन बनाए हैं. वनडे में उनके नाम पर चार शतक हैं. 150 वनडे मैचों में उनके नाम पर 129 विकेट हैं.
मुंबई में जन्मे रवि शास्त्री शुरुआत में टेस्ट में 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन डेब्यू करने के 18 माह के अंदर वे टीम की ओपनिंग करने लगे थे. ऑस्ट्रेलिया में 1985 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनका प्रदर्शन सबसे यादगार प्रदर्शनों में से एक है. उन्हें हरफनमौला प्रदर्शन के लिए चैंपियन ऑफ चैंपियन का नाम दिया गया था.
पूरी सीरीज के दौरान शास्त्री ने 182 रन बनाने के साथ ही 8 विकेट भी लिए थे. ऑडी कार भी उन्होंने जीती थी. 1984-85 में शास्त्री ने मुंबई को 30वीं बार रणजी चैंपियन बनवाया. फाइनल में दिल्ली के खिलाफ उन्होंने 91 रन देकर 8 विकेट लिए थे. कई मैचों में उप कप्तान की जिम्मेदारी संभालने के बाद 1987-88 में वेस्टइंडीज पर बतौर कप्तान मद्रास टेस्ट में जीत दर्ज की. यह एकमात्र टेस्ट मैच है, जिसमें उन्होंने कप्तानी की.
करिश्माई शख्सियत वाले शास्त्री फील्ड के बाहर और भीतर मशहूर रहे. घुटने की चोट के कारण उनका करियर बहुत लंबा नहीं खींंच पाया. शास्त्री ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. तब उनकी उम्र 30 वर्ष थी. रिटायरमेंट लेने के बाद वे हाई-प्रोफाइल कमेंटेटर बने. वह मैच का बारीकी से विश्लेषण करने के लिए जाने जाते हैं. रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे. टिप्पणियां
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था.
रवि शास्त्री ने अपने करियर की शुरुआत लेफ्ट स्पिनर के तौर पर की थी, लेकिन बाद में वह भारतीय टीम के लिए ऑलराउंडर बन गए. उन्होंने 1981 में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट में अपने करियर का आगाज किया था. शास्त्री अपनी लंबाई का इस्तेमाल स्पिनर्स के खिलाफ करते थे. हालांकि वह ऐसे क्रिकेटर थे जिन्होंने अपनी क्षमता से अधिक प्रदर्शन किया.
शास्त्री ने अपने करियर में 80 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 35.79 की औसत से 3830 रन बनाए हैं. टेस्ट में उनके नाम पर 11 शतक हैं. उन्होंने टेस्ट में 151 विकेट भी हासिल किए हैं. शास्त्री वनडे में भी खासे सफल रहे. उनके नाम कुल 150 वनडे मैच हैं, जिसमें उन्होंने 29.04 की औसत से 3108 रन बनाए हैं. वनडे में उनके नाम पर चार शतक हैं. 150 वनडे मैचों में उनके नाम पर 129 विकेट हैं.
मुंबई में जन्मे रवि शास्त्री शुरुआत में टेस्ट में 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन डेब्यू करने के 18 माह के अंदर वे टीम की ओपनिंग करने लगे थे. ऑस्ट्रेलिया में 1985 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनका प्रदर्शन सबसे यादगार प्रदर्शनों में से एक है. उन्हें हरफनमौला प्रदर्शन के लिए चैंपियन ऑफ चैंपियन का नाम दिया गया था.
पूरी सीरीज के दौरान शास्त्री ने 182 रन बनाने के साथ ही 8 विकेट भी लिए थे. ऑडी कार भी उन्होंने जीती थी. 1984-85 में शास्त्री ने मुंबई को 30वीं बार रणजी चैंपियन बनवाया. फाइनल में दिल्ली के खिलाफ उन्होंने 91 रन देकर 8 विकेट लिए थे. कई मैचों में उप कप्तान की जिम्मेदारी संभालने के बाद 1987-88 में वेस्टइंडीज पर बतौर कप्तान मद्रास टेस्ट में जीत दर्ज की. यह एकमात्र टेस्ट मैच है, जिसमें उन्होंने कप्तानी की.
करिश्माई शख्सियत वाले शास्त्री फील्ड के बाहर और भीतर मशहूर रहे. घुटने की चोट के कारण उनका करियर बहुत लंबा नहीं खींंच पाया. शास्त्री ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. तब उनकी उम्र 30 वर्ष थी. रिटायरमेंट लेने के बाद वे हाई-प्रोफाइल कमेंटेटर बने. वह मैच का बारीकी से विश्लेषण करने के लिए जाने जाते हैं. रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे. टिप्पणियां
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था.
शास्त्री ने अपने करियर में 80 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 35.79 की औसत से 3830 रन बनाए हैं. टेस्ट में उनके नाम पर 11 शतक हैं. उन्होंने टेस्ट में 151 विकेट भी हासिल किए हैं. शास्त्री वनडे में भी खासे सफल रहे. उनके नाम कुल 150 वनडे मैच हैं, जिसमें उन्होंने 29.04 की औसत से 3108 रन बनाए हैं. वनडे में उनके नाम पर चार शतक हैं. 150 वनडे मैचों में उनके नाम पर 129 विकेट हैं.
मुंबई में जन्मे रवि शास्त्री शुरुआत में टेस्ट में 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन डेब्यू करने के 18 माह के अंदर वे टीम की ओपनिंग करने लगे थे. ऑस्ट्रेलिया में 1985 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनका प्रदर्शन सबसे यादगार प्रदर्शनों में से एक है. उन्हें हरफनमौला प्रदर्शन के लिए चैंपियन ऑफ चैंपियन का नाम दिया गया था.
पूरी सीरीज के दौरान शास्त्री ने 182 रन बनाने के साथ ही 8 विकेट भी लिए थे. ऑडी कार भी उन्होंने जीती थी. 1984-85 में शास्त्री ने मुंबई को 30वीं बार रणजी चैंपियन बनवाया. फाइनल में दिल्ली के खिलाफ उन्होंने 91 रन देकर 8 विकेट लिए थे. कई मैचों में उप कप्तान की जिम्मेदारी संभालने के बाद 1987-88 में वेस्टइंडीज पर बतौर कप्तान मद्रास टेस्ट में जीत दर्ज की. यह एकमात्र टेस्ट मैच है, जिसमें उन्होंने कप्तानी की.
करिश्माई शख्सियत वाले शास्त्री फील्ड के बाहर और भीतर मशहूर रहे. घुटने की चोट के कारण उनका करियर बहुत लंबा नहीं खींंच पाया. शास्त्री ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. तब उनकी उम्र 30 वर्ष थी. रिटायरमेंट लेने के बाद वे हाई-प्रोफाइल कमेंटेटर बने. वह मैच का बारीकी से विश्लेषण करने के लिए जाने जाते हैं. रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे. टिप्पणियां
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था.
मुंबई में जन्मे रवि शास्त्री शुरुआत में टेस्ट में 10वें नंबर पर बल्लेबाजी करते थे, लेकिन डेब्यू करने के 18 माह के अंदर वे टीम की ओपनिंग करने लगे थे. ऑस्ट्रेलिया में 1985 में वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनका प्रदर्शन सबसे यादगार प्रदर्शनों में से एक है. उन्हें हरफनमौला प्रदर्शन के लिए चैंपियन ऑफ चैंपियन का नाम दिया गया था.
पूरी सीरीज के दौरान शास्त्री ने 182 रन बनाने के साथ ही 8 विकेट भी लिए थे. ऑडी कार भी उन्होंने जीती थी. 1984-85 में शास्त्री ने मुंबई को 30वीं बार रणजी चैंपियन बनवाया. फाइनल में दिल्ली के खिलाफ उन्होंने 91 रन देकर 8 विकेट लिए थे. कई मैचों में उप कप्तान की जिम्मेदारी संभालने के बाद 1987-88 में वेस्टइंडीज पर बतौर कप्तान मद्रास टेस्ट में जीत दर्ज की. यह एकमात्र टेस्ट मैच है, जिसमें उन्होंने कप्तानी की.
करिश्माई शख्सियत वाले शास्त्री फील्ड के बाहर और भीतर मशहूर रहे. घुटने की चोट के कारण उनका करियर बहुत लंबा नहीं खींंच पाया. शास्त्री ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. तब उनकी उम्र 30 वर्ष थी. रिटायरमेंट लेने के बाद वे हाई-प्रोफाइल कमेंटेटर बने. वह मैच का बारीकी से विश्लेषण करने के लिए जाने जाते हैं. रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे. टिप्पणियां
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था.
पूरी सीरीज के दौरान शास्त्री ने 182 रन बनाने के साथ ही 8 विकेट भी लिए थे. ऑडी कार भी उन्होंने जीती थी. 1984-85 में शास्त्री ने मुंबई को 30वीं बार रणजी चैंपियन बनवाया. फाइनल में दिल्ली के खिलाफ उन्होंने 91 रन देकर 8 विकेट लिए थे. कई मैचों में उप कप्तान की जिम्मेदारी संभालने के बाद 1987-88 में वेस्टइंडीज पर बतौर कप्तान मद्रास टेस्ट में जीत दर्ज की. यह एकमात्र टेस्ट मैच है, जिसमें उन्होंने कप्तानी की.
करिश्माई शख्सियत वाले शास्त्री फील्ड के बाहर और भीतर मशहूर रहे. घुटने की चोट के कारण उनका करियर बहुत लंबा नहीं खींंच पाया. शास्त्री ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. तब उनकी उम्र 30 वर्ष थी. रिटायरमेंट लेने के बाद वे हाई-प्रोफाइल कमेंटेटर बने. वह मैच का बारीकी से विश्लेषण करने के लिए जाने जाते हैं. रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे. टिप्पणियां
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था.
करिश्माई शख्सियत वाले शास्त्री फील्ड के बाहर और भीतर मशहूर रहे. घुटने की चोट के कारण उनका करियर बहुत लंबा नहीं खींंच पाया. शास्त्री ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 1992 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला था. तब उनकी उम्र 30 वर्ष थी. रिटायरमेंट लेने के बाद वे हाई-प्रोफाइल कमेंटेटर बने. वह मैच का बारीकी से विश्लेषण करने के लिए जाने जाते हैं. रवि शास्त्री वर्ष 2014 से लेकर 2016 तक भारतीय टीम के डायरेक्टर रहे. टिप्पणियां
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था.
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था.
ग्रेग चैपल के इस्तीफा देने के बाद टीम इंडिया के वर्ष 2007 में बांग्लादेश दौरे के लिए उन्हें अस्थायी कोच बनाया गया था. उन्होंने 2016 में कोच पद के लिए आवेदन दिया था, लेकिन उनका चयन नहीं किया था जिसको लेकर पूर्व कप्तान सौरव गांगुली के खिलाफ उन्होंने बहुत कुछ बोला था. |
बेंगलुरु : सात मंजिला इमारत ढही, तीन की मौत | बचाव दल फंसे लोगों के निकालने के काम में जुटा
घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है
शहर के अपेक्षाकृत नए विकसित एरिया बेलांदुर में थी इमारत | यहां के बेलांदुर एरिया में बुधवार को एक सात मंजिला इमारत के ढहने से तीन लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए.
बेंगलुरु के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर पी हरिकृष्णन ने पत्रकारों को बताया, ''मलबे से दो शवों को निकाला गया है अंदर फंसे चार अन्य लोगों को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं.''टिप्पणियां
घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. एक घायल आईसीयू में है.
बेलांदुर अपेक्षाकृत नया विकसित एरिया है और यहां कई आईटी कंपनियों के दफ्तर हैं. यह निर्माणाधीन इमारत रिहायशी एरिया में थी.
बेंगलुरु के अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर पी हरिकृष्णन ने पत्रकारों को बताया, ''मलबे से दो शवों को निकाला गया है अंदर फंसे चार अन्य लोगों को निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं.''टिप्पणियां
घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. एक घायल आईसीयू में है.
बेलांदुर अपेक्षाकृत नया विकसित एरिया है और यहां कई आईटी कंपनियों के दफ्तर हैं. यह निर्माणाधीन इमारत रिहायशी एरिया में थी.
घायलों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. एक घायल आईसीयू में है.
बेलांदुर अपेक्षाकृत नया विकसित एरिया है और यहां कई आईटी कंपनियों के दफ्तर हैं. यह निर्माणाधीन इमारत रिहायशी एरिया में थी.
बेलांदुर अपेक्षाकृत नया विकसित एरिया है और यहां कई आईटी कंपनियों के दफ्तर हैं. यह निर्माणाधीन इमारत रिहायशी एरिया में थी. |
सट्टेबाजों पर छापा, सरगना गिरफ्तार | पुलिस ने क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने वाले सटोरियों के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। | पुलिस ने क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने वाले सटोरियों के एक गिरोह का भंडाफोड़ करने का दावा किया है। रविवार देर रात एक सट्टेबाज को विश्व कप क्रिकेट मैच के तहत भारत और आयरलैंड के मैच पर सट्टा लगाते गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने सोमवार को बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए उसने सट्टेबाजों के गिरोह के सरगना पवन कुमार को चण्डीगढ़ के बाहरी इलाके में राम दरबार क्षेत्र स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक रविवार शाम उन्होंने अपने एक एजेंट को पवन कुमार के पास भारत-आयरलैंड के क्रिकेट मैच पर सट्टा लगाने भेजा। उसने भारत पर बाजी लगाई और पवन कुमार को 10,000 रुपये दिए। पवन ने उसे भारत के जीतने की स्थिति में 50,000 रुपये देने का वादा किया। पुलिस ने छापा मारकर उसे वहीं से गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से कुछ दस्तावेज और तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए गए हैं। पंजाब और हरियाणा के कई हिस्सों में सट्टेबाजी का उसका जाल फैला है। उसके अन्य साथियों की भी तलाश जारी है। पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां होंगी। |
'बिग बॉस' से बाहर आएंगे नवजोत सिंह सिद्धू | क्रिक्रेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू 'बिग बॉस 6' के घर से शुक्रवार को बाहर आएंगे। ऐसा वह गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा के पक्ष में प्रचार के लिए करने जा रहे हैं। | क्रिक्रेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू 'बिग बॉस 6' के घर से शुक्रवार को बाहर आएंगे। ऐसा वह गुजरात में विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पक्ष में प्रचार के लिए करने जा रहे हैं।
सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने गुरुवार को कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन किया था। वह चाहते हैं कि सिद्धू राज्य में भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार करें।टिप्पणियां
नवजोत कौर ने कहा कि मोदी का फोन आने के बाद उन्होंने 'कलर्स' चैनल से सम्पर्क किया और सिद्धू के 'बिग बॉस 6' के घर से बाहर आने की घोषणा करने के लिए कहा। इसकी घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।
सिद्धू पंजाब में अमृतसर से भाजपा के लोकसभा सांसद हैं। उनकी पत्नी भी अमृतसर-पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक हैं। नवजोत कौर ने कहा कि टेलीविजन सिद्धू की आय का जरिया है, लेकिन वह अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए 'बिग बॉस 6' से अलग होने के लिए तैयार हैं।
सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर ने गुरुवार को कहा कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन किया था। वह चाहते हैं कि सिद्धू राज्य में भाजपा उम्मीदवारों के लिए प्रचार करें।टिप्पणियां
नवजोत कौर ने कहा कि मोदी का फोन आने के बाद उन्होंने 'कलर्स' चैनल से सम्पर्क किया और सिद्धू के 'बिग बॉस 6' के घर से बाहर आने की घोषणा करने के लिए कहा। इसकी घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।
सिद्धू पंजाब में अमृतसर से भाजपा के लोकसभा सांसद हैं। उनकी पत्नी भी अमृतसर-पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक हैं। नवजोत कौर ने कहा कि टेलीविजन सिद्धू की आय का जरिया है, लेकिन वह अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए 'बिग बॉस 6' से अलग होने के लिए तैयार हैं।
नवजोत कौर ने कहा कि मोदी का फोन आने के बाद उन्होंने 'कलर्स' चैनल से सम्पर्क किया और सिद्धू के 'बिग बॉस 6' के घर से बाहर आने की घोषणा करने के लिए कहा। इसकी घोषणा शुक्रवार को की जाएगी।
सिद्धू पंजाब में अमृतसर से भाजपा के लोकसभा सांसद हैं। उनकी पत्नी भी अमृतसर-पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक हैं। नवजोत कौर ने कहा कि टेलीविजन सिद्धू की आय का जरिया है, लेकिन वह अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए 'बिग बॉस 6' से अलग होने के लिए तैयार हैं।
सिद्धू पंजाब में अमृतसर से भाजपा के लोकसभा सांसद हैं। उनकी पत्नी भी अमृतसर-पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा की विधायक हैं। नवजोत कौर ने कहा कि टेलीविजन सिद्धू की आय का जरिया है, लेकिन वह अपनी राजनीतिक जिम्मेदारियों के निर्वाह के लिए 'बिग बॉस 6' से अलग होने के लिए तैयार हैं। |
सुमित्रा महाजन ने प्रियंका गांधी को लेकर किया तंज, कहा- राहुल अकेले नहीं संभाल सके इसलिए बहन से ली मदद | प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति पर बोलीं सुमित्रा महाजन
राहुल गांधी पर भी साधा निशाना
कहा- राहुल ठीक से नहीं संभाल सके | पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल को संगठन महासचिव की जिम्मेदारी सौंपी गई है जो पहले की तरह कर्नाटक के प्रभारी की भूमिका निभाते रहेंगे. संगठन महासचिव की जिम्मेदारी संभाल रहे अशोक गहलोत के राजस्थान का मुख्यमंत्री बनने के बाद वेणुगोपाल की नियुक्ति की गई थी. उत्तर प्रदेश के लिए प्रभारी-महासचिव की भूमिका निभा रहे गुलाम नबी आजाद को अब हरियाणा की जिम्मेदारी दी गयी है.
लोकसभा चुनाव से पहले प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री का एलान कांग्रेस का बड़ा दांव माना जा रहा है. यूपी में अखिलेश यादव और मायावती के गठबंधन करने के बाद कांग्रेस ने सभी 80 सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का एलान किया था. वहीं दूसरी ओर नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर राहुल गांधी आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं. कांग्रेस राफेल सहित कई अन्य मुद्दों पर नरेंद्र मोदी सरकार को घेर रही है.
कांग्रेस के इस एलान के बाद भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा था कि हर राज्य से नकारे जाने के बाद आखिर में कांग्रेस ने अब प्रियंका गांधी पर दांव खेला है. प्रियंका कांग्रेस के लिए बैसाखी की तरह है. न्यू इंडिया में यह सवाल पूछा जा रहा है कि नेहरू जी के बाद इंदिरा जी फिर राजीव, फिर सोनिया जी, फिर राहुल जी और अब प्रियंका जी. बीजेपी में पार्टी ही परिवार है तो कांग्रेस में परिवार ही पार्टी है. यही फर्क है हमारे बीच.'
वहीं, प्रियंका गांधी की सक्रिय राजनीति में एंट्री के ऐलान के बाद उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने उन्हें बधाई देते हुए फेसबुक पर पोस्ट लिखा था. 'शुभकामनाएं प्रियंका..तुम्हारी जिंदगी के हर मोड़ पर तुम्हारे साथ हूं.'इनके अलावा कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा था कि वह पहले भी चुनाव में जिम्मेदारियां संभाल चुकी है. अब जैसी परिस्थितियां होंगी वैसा फैसला लिया जाएगा. इस फैसले से पूरे देश में उत्साह है. सब इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं.
पार्टी में आगे किसे क्या जिम्मेदारी मिलेगी यह बाद की बात है.' वहीं दिल्ली की पूर्व सीएम शीला दीक्षित ने कहा था कि यह फैसला स्वागत योग्य है. प्रियंका जी को चुनाव और राजनीति की अच्छी समझ है. सक्रिय राजनीति में आने से कांग्रेस को फायदा होगा. यह कांग्रेस के लिए अच्छी खबर है.' |
मोदी सरकार का फैसला, अब बूचड़खानों के लिए पशुओं की खरीद-फरोख्त नहीं | वध के लिये पशु बाजारों में मवेशियों की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध
शु क्रूरता निरोधक नियम, 2017 अधिसूचित
पर्यावरण मंत्री हषर्वर्धन ने कहा कि नये नियम बहुत ‘‘स्पष्ट’’ हैं | सरकार ने वध के लिये पशु बाजारों में मवेशियों की खरीद-फरोख्त पर प्रतिबंध लगा दिया है जिससे निर्यात एवं मांस तथा चमड़ा कारोबार प्रभावित होने की संभावना है. सरकार ने जीवों से जुड़ीं क्रूर परंपराओं पर भी प्रतिबंध लगाया है जिसमें उनके सींग रंगना तथा उन पर आभूषण या सजावट के सामान लगाना शामिल है. पर्यावरण मंत्रालय ने पशु क्रूरता निरोधक अधिनियम के तहत सख्त ‘पशु क्रूरता निरोधक (पशुधन बाजार नियमन) नियम, 2017’ को अधिसूचित किया है.
केन्द्रीय पर्यावरण मंत्री हषर्वर्धन ने कहा कि नये नियम बहुत ‘‘स्पष्ट’’ हैं और इसका उद्देश्य पशु बाजारों तथा मवेशियों की बिक्री का नियमन है. उन्होंने स्पष्ट किया कि ये प्रावधान पशुओं पर केवल पशु बाजारों तथा संपत्ति के रूप में जब्त पशुओं पर लागू होंगे. उन्होंने कहा कि ये नियम अन्य क्षेत्रों को कवर नहीं करते हैं. पर्यावरण मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अधिसूचना पशु कल्याण के निर्देश के अनुरूप है. इस बीच, केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने कहा कि अगर आज उन्होंने पशु वध को प्रतिबंधित किया है तो वे कल मछली खाने पर रोक लगा देंगे.
मलयालम में किये फेसबुक पोस्ट में मुख्यमंत्री ने जनता से भाजपा नीत सरकार के इस फैसले के खिलाफ गुस्सा दिखाने को कहा. उन्होंने कहा कि यह देश के ‘‘धर्मनिरपेक्ष छवि को खराब करने का प्रयास’’ है. अधिसूचना के मुताबिक पशु बाजार समिति के सदस्य सचिव को यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी शख्स बाजार में अवयस्क पशु को बिक्री के लिये न लेकर आए.
इसमें कहा गया ‘‘किसी भी शख्स को पशु बाजार में मवेशी को लाने की इजाजत नहीं होगी जब तक कि वहां पहुंचने पर वह पशु के मालिक द्वारा हस्ताक्षरित यह लिखित घोषणा-पत्र न दे दे जिसमें मवेशी के मालिक का नाम और पता हो और फोटो पहचान-पत्र की एक प्रति भी लगी हो.’’ अधिसूचना के मुताबिक, ‘‘मवेशी की पहचान के विवरण के साथ यह भी स्पष्ट करना होगा कि मवेशी को बाजार में बिक्री के लिये लाने का उद्देश्य उसका वध नहीं है.’’(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
जेनेवा में रिकॉर्ड कीमत में नीलाम हुआ दुनिया का सबसे बड़ा हीरा, जानिए इससे जुड़ी हर बात | 3.4 करोड़ अमेरिकी डॉलर में हुआ नीलाम
नीलामी का यह एक विश्व कीर्तिमान है
डी रंग किसी हीरे का सबसे उन्नत रंग होता है | यह हीरा 'द आर्ट ऑफ ग्रिसोगोनो' नाम के एक हीरों के हार में जड़ित था. क्रिस्टी की इस रत्न नीलामी में कर और कमीशन के बाद इसे 3.35 करोड़ स्विस फ्रैंक (स्विट्जरलैंड की मुद्रा) में बेचा गया है. क्रिस्टी के अंतरराष्ट्रीय रत्न विभाग के प्रमुख और नीलामीकर्ता राहुल कड़किया ने बताया, 'इसने एक नया विश्व कीर्तिमान रचा है. किसी नीलामी में 'डी' रंग का यह हीरा सबसे महंगा बिका है. |
हाई कोर्ट ब्लास्ट : दो लोग हिरासत में | किश्तवार से दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। इरशाद और फारूक नाम के ये दोनों लोग आत्मसमर्पण कर चुके आतंकवादी हैं। | दिल्ली हाई कोर्ट ब्लास्ट मामले में पुलिस ने जम्मू के किश्तवार से दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इरशाद अहमद और फारूक अहमद नाम के ये दोनों लोग आत्मसमर्पण कर चुके आतंकवादी हैं। पुलिस ने इन दोनों के कंप्यूटर भी जांच के लिए जब्त किया है। इससे पहले भी पुलिस ने सोहेब नाम के एक छात्र को ई-मेल भेजने के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इसके अलावा पुलिस एक साइबर कैफे के छह लोगों से भी पूछताछ कर चुकी है। धमाके की जांच कर रही एनआईए की टीम जांच के बाद दिल्ली लौट गई है। |
लॉबिंग मामले में वॉलमार्ट ने नहीं किया अमेरिकी कानून का उल्लंघन : अमेरिका | अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने भारत के विपक्षी दलों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका की दृष्टि से मैं नहीं मानती कि हमने यहां किसी अमेरिकी कानून का उल्लंघन किया है।'' | भारतीय बाजार तक पहुंच बनाने के लिए सांसदों के साथ की गई गई लॉबिंग पर वॉलमार्ट द्वारा 125 करोड़ रुपये खर्च किए जाने की खबरों से उत्पन्न विवाद के बीच अमेरिका ने कहा है कि विश्व की प्रमुख खुदरा कंपनी ने मामले में किसी अमेरिकी कानून का उल्लंघन नहीं किया है।टिप्पणियां
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने भारत के विपक्षी दलों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका की दृष्टि से मैं नहीं मानती कि हमने यहां किसी अमेरिकी कानून का उल्लंघन किया है। जहां तक भारत की बात है तो आप उनसे बात करिए।’’ वह भारत में विपक्षी दलों के आरोपों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने ये खबरें देखी हैं। अमेरिका में लॉबिंग के संबंध में मुझे लगता है कि आपको लॉबी डिस्क्लोजर एक्ट 1995 और ओनेस्ट लीडरशिप एंड ओपन गवर्नमेंट एक्ट 2007 की जानकारी होगी जिसके अनुसार हर कंपनी को एक रिपोर्ट में अपनी लॉबिंग गतिविधियों की जानकारी देनी होती है।
अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता विक्टोरिया नुलैंड ने भारत के विपक्षी दलों के आरोपों को खारिज करते हुए कहा, ‘‘अमेरिका की दृष्टि से मैं नहीं मानती कि हमने यहां किसी अमेरिकी कानून का उल्लंघन किया है। जहां तक भारत की बात है तो आप उनसे बात करिए।’’ वह भारत में विपक्षी दलों के आरोपों के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब दे रही थीं।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने ये खबरें देखी हैं। अमेरिका में लॉबिंग के संबंध में मुझे लगता है कि आपको लॉबी डिस्क्लोजर एक्ट 1995 और ओनेस्ट लीडरशिप एंड ओपन गवर्नमेंट एक्ट 2007 की जानकारी होगी जिसके अनुसार हर कंपनी को एक रिपोर्ट में अपनी लॉबिंग गतिविधियों की जानकारी देनी होती है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने ये खबरें देखी हैं। अमेरिका में लॉबिंग के संबंध में मुझे लगता है कि आपको लॉबी डिस्क्लोजर एक्ट 1995 और ओनेस्ट लीडरशिप एंड ओपन गवर्नमेंट एक्ट 2007 की जानकारी होगी जिसके अनुसार हर कंपनी को एक रिपोर्ट में अपनी लॉबिंग गतिविधियों की जानकारी देनी होती है। |
जल्द चुनाव करवाने को विपक्ष है बेताब : मनमोहन | प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आरोप लगाया कि विपक्ष जल्द चुनाव थोपने के लिए समय से पहले ही बेताब हो रहा है। | प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि राजनीतिक व्यवस्था को अस्थिर करने के प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्ष जल्द चुनाव थोपने के लिए समय से पहले ही बेताब हो रहा है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार बनी रहेगी और अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा करेगी। फ्रैंकफुर्त के रास्ते न्यूयार्क से लौटने के क्रम में एयर इंडिया के विशेष विमान में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में मनमोहन ने आरोप लगाया कि विपक्ष समय से पहले ही बेताब हो रहा है। उन्होंने विपक्ष को धैर्य रखने को कहा। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्रालय के हाल के एक नोट को लेकर उनके कैबिनेट में कोई मतभेद नहीं है। इस नोट से संकेत मिलता है कि तत्कालीन वित्त मंत्री ने 2जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रयास नहीं किए। प्रधानमंत्री ने स्वीकार किया कि उनकी सरकार के बारे में धारणा की समस्या हो सकती है और उसे दुरुस्त करने की जरूरत है। यह पूछे जाने पर कि यह एक धारणा है कि संप्रग-2 सरकार ने वह साख और गति खो दी है जो पिछली सरकार के समय देखने को मिलती थी, उन्होंने कहा, मुझे संदेह हैं कि कुछ अन्य ऐसी ताकतें हैं जो हमारी राजनीतिक व्यवस्था को कमजोर करना चाहती हैं। मनमोहन ने कहा कि संप्रग-1 में कुछ लोग नए आए थे और कुछ ने अभिनव प्रयास किए थे। इस बात का सबूत उनके द्वारा लाए गए नए महत्वपूर्ण कार्यक्रमों से मिलता है। |
Marjaavaan Trailer: एक्शन और रोमांस का तड़का है सिद्धार्थ मल्होत्रा और रितेश देशमुख की फिल्म, देखें Video | एक्शन और रोमांस का तड़का है 'मरजावां'
फिल्म में दिखा रितेश देशमुख का दमदार अंदाज
रितेश देशमुख और सिद्धार्थ मल्होत्रा साथ आएंगे नजर | Marjaavaan Trailer Video: बॉलीवुड एक्टर सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) की फिल्म 'मरजावां' (Marjaavaan) का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हो चुका है. खास बात तो यह है कि ट्रेलर के आते ही इस पर व्यूज और लाइक्स की बरसात होनी शुरू हो गई है. फिल्म का ट्रेलर देखकर लगता है कि सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) की 'मरजावां' (Marjaavaan) एक्शन और रोमांस का तड़का होगी. क्योंकि जहां एक तरफ ट्रेलर में सिद्धार्थ मल्होत्रा को रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) और फिल्म के बाकी विलेन से लड़ाई करते हुए दिखाया गया है तो वहीं, दूसरी तरफ सिद्धार्थ मल्होत्रा एक्ट्रेस तारा सुतारिया के साथ रोमांस करते हुए भी नजर आ रहे हैं.
'मरजावां' (Marjaavaan) के ट्रेलर से पता चलता है कि फिल्म में एक्शन भरपूर मात्रा में है. इसके अलावा मूवी में रितेश देशमुख का लुक और अंदाज भी काफी दिलचस्प है, क्योंकि वह फिल्म में छोटी हाइट के जरूर बने हैं, लेकिन उनके तेवर बिल्कुल हटके हैं. इस फिल्म में भी सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh फिल्म एक विलेन की तरह आमने-सामने नजर आएंगे. खबर बनाने तक ट्रेलर को करीब 1.6 लाख से भी ज्यादा बार देखा जा चुका है.
बता दें कि सिद्धार्थ मल्होत्रा (Sidharth Malhotra) और रितेश देशमुख (Ritesh Deshmukh) स्टारर फिल्म 'मरजावां' (Marjaavaan) एक वॉयलेंट और ड्रामाटिक लव स्टोरी पर आधारित है. दोनों की यह दमदार फिल्म इसी साल 22 नवंबर को रिलीज होगी. इस फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और रितेश देशमुख के अलावा तारा सुतारिया (Tara Sutariya), रकुल प्रीत (Rakul Preet) और नोरा फतेही (Nora Fatehi) भी मुख्य भूमिका में नजर आने वाली हैं. लेकिन अब देखना यह है कि यह फिल्म क्या धमाल मचाती है. |
हेडमास्टर की तरह है कोच अनिल कुंबले का बर्ताव, फिर क्या था विराट कोहली ने कर दी शिकायत! | कोच अनिल कुंबले का करार जून में खत्म हो रहा है
बीसीसीआई ने उनका करार नहीं बढ़ाया है
कोच पद के लिए नए आवेदन बुलाए गए हैं | (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
Champions Trophy : यह क्या, बुमराह की यॉर्कर टकराई स्टंप से फिर भी हफीज नहीं हुए आउट ! | चैंपियंस टॉफी के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को हराया
बुमराह की यॉर्कर टकराई स्टंप से फिर भी बल्लेबाज रहा नॉट आउट
किस्मत ने इस मैच में पाक को खूब दिया साथ | पाकिस्तान ने भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हरा दिया है. करीब 8 साल बाद पाकिस्तान ने टीम इंडिया को आईसीसी टूर्नामेंट में हरा पाने में कामयाब रहा है. बात करें रविवार को हुए मुकाबले में तो यह दिन पूरी तरह से पाकिस्तान के नाम रहा. पाकिस्तान की बल्लेबाजी और गेंदबाजी तो शानदार थी, उसको भाग्य भी साथ दे रहा था. मैच में शतक (114 रन) बनाने वाले पाकिस्तान के सलामी बल्लेबाज फखर जमान तो मैच के शुरू में ही जसप्रीत बुमराह की गेंद पर विकेट के पीछे कैच दे बैठे लेकिन वह अंपायर ने नो-बॉल का इशारा कर दिया. टिप्पणियां
इसके बाद पाकिस्तान के इस बल्लेबाज ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर डाली. इस बीच कई बार रन आउट के भी मौके आए लेकिन उसका फायदा टीम इंडिया के फिल्डर नहीं उठा सके जैसा की पहले किसी मैच में बहुत कम देखने को मिला है. सबसे हैरान करने वाला वह पल था जब जसप्रीत बुमराह की एक यॉर्कर को मोहम्मद हफीज संभाल नहीं पाए और गेंद स्टंप से टकरा गई...लेकिन यह क्या..यहां भी किस्मत ने पाकिस्तान का साथ दिया..स्टंप तो क्या गिल्लियां तक टस से मस नहीं हुई. जैसा कि नियम है कि जब तक गिल्लियां गिर न जाएं आउट नहीं माना जाता है. हफीज को भी एक जीवनदान मिल गया. इस गेंद को टीवी पर कई बार रिप्ले में दिखाया गया और कमेंटेटरों ने भी मान लिया कि आज किस्मत पूरी तरह से पाकिस्तान के साथ है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हरफनमौला खेल का प्रदर्शन करते हुए रविवार को मौजूदा विजेता भारत को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में 180 रनों के भारी अंतर से हरा दिया है.पाकिस्तान ने 339 रनों का लक्ष्य दिया था. लेकिन टीम इंडिया 30.3 ओवरों में सिर्फ 158 रन ही बना पाई.
इसके बाद पाकिस्तान के इस बल्लेबाज ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर डाली. इस बीच कई बार रन आउट के भी मौके आए लेकिन उसका फायदा टीम इंडिया के फिल्डर नहीं उठा सके जैसा की पहले किसी मैच में बहुत कम देखने को मिला है. सबसे हैरान करने वाला वह पल था जब जसप्रीत बुमराह की एक यॉर्कर को मोहम्मद हफीज संभाल नहीं पाए और गेंद स्टंप से टकरा गई...लेकिन यह क्या..यहां भी किस्मत ने पाकिस्तान का साथ दिया..स्टंप तो क्या गिल्लियां तक टस से मस नहीं हुई. जैसा कि नियम है कि जब तक गिल्लियां गिर न जाएं आउट नहीं माना जाता है. हफीज को भी एक जीवनदान मिल गया. इस गेंद को टीवी पर कई बार रिप्ले में दिखाया गया और कमेंटेटरों ने भी मान लिया कि आज किस्मत पूरी तरह से पाकिस्तान के साथ है.
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हरफनमौला खेल का प्रदर्शन करते हुए रविवार को मौजूदा विजेता भारत को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में 180 रनों के भारी अंतर से हरा दिया है.पाकिस्तान ने 339 रनों का लक्ष्य दिया था. लेकिन टीम इंडिया 30.3 ओवरों में सिर्फ 158 रन ही बना पाई.
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने हरफनमौला खेल का प्रदर्शन करते हुए रविवार को मौजूदा विजेता भारत को आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में 180 रनों के भारी अंतर से हरा दिया है.पाकिस्तान ने 339 रनों का लक्ष्य दिया था. लेकिन टीम इंडिया 30.3 ओवरों में सिर्फ 158 रन ही बना पाई. |
मुख्य सचिव से मारपीट मामला : दिल्ली पुलिस ने की अरविंद केजरीवाल से पूछताछ | सीएम को जांच का वीडियो रिकार्ड करने की अनुमति नहीं
केजरीवाल के सरकारी आवास पर 19 फरवरी को की गई थी हाथापाई
आम आदमी पार्टी के 11 विधायकों से की जा चुकी है पूछताछ | गौरतलब है कि केजरीवाल के सरकारी आवास पर 19 फरवरी को एक बैठक के दौरान कथित रूप से प्रकाश से हाथापाई की गई थी. पुलिस आम आदमी पार्टी के उन 11 विधायकों से इस मामले में पहले ही पूछताछ कर चुकी है, जो वहां बैठक के दौरान मुख्यमंत्री आवास पर मौजूद थे. इस मामले में दो विधायकों अमानतुल्लाह खान और प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार किया गया था. |
पाकिस्तान ने लादेन के परिवार को सऊदी अरब भेजा | पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन की तीन विधवाओं सहित परिवार के 14 सदस्यों को सऊदी अरब निर्वासित कर दिया है। लादेन के मारे जाने के एक साल पूरे होने के कुछ दिन पहले यह कदम उठाया गया है। | पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन की तीन विधवाओं सहित परिवार के 14 सदस्यों को सऊदी अरब निर्वासित कर दिया है। लादेन के मारे जाने के एक साल पूरे होने के कुछ दिन पहले यह कदम उठाया गया है।
कड़ी सुरक्षा के बीच आधी रात के वक्त परिवार को रावलपिंडी के चकलाला सैन्य एयरबेस ले जाया गया, जहां एक विशेष सऊदी विमान लादेन की पत्नी और बच्चों का इंतजार कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामाबाद के सेक्टर जी-छह में एक मिनी बस भेजा था, जहां से उन्हें एयरपोर्ट ले जाया गया। घर पर बड़ी संख्या में जमा हुए पत्रकारों की उपस्थिति के कारण शुरुआत में विधवाओं ने बस में जाने से इनकार कर दिया। अधिकारियों ने बस की खिड़कियों को प्लास्टिक चादरों से ढक दिया था।
टीवी न्यूज चैनलों की फुटेज में बस की सामने की सीट पर दो महिलाओं को बैठा हुआ देखा गया। लादेन की विधवाओं में दो सऊदी की नागरिक हैं, वहीं तीसरी अमल अब्दुलफतह यमन की नागरिक हैं। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि अदालत के आदेशों के बाद 14 सदस्यीय परिवार (ओसामा बिन लादेन के) को निर्वासित करने का फैसला किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘‘परिवार पूरी तरह से सुरक्षित था...उन्हें उनकी इच्छा पर ही सऊदी अरब निर्वासित किया गया है।’ टिप्पणियां
पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था।
निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
कड़ी सुरक्षा के बीच आधी रात के वक्त परिवार को रावलपिंडी के चकलाला सैन्य एयरबेस ले जाया गया, जहां एक विशेष सऊदी विमान लादेन की पत्नी और बच्चों का इंतजार कर रहा था। सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामाबाद के सेक्टर जी-छह में एक मिनी बस भेजा था, जहां से उन्हें एयरपोर्ट ले जाया गया। घर पर बड़ी संख्या में जमा हुए पत्रकारों की उपस्थिति के कारण शुरुआत में विधवाओं ने बस में जाने से इनकार कर दिया। अधिकारियों ने बस की खिड़कियों को प्लास्टिक चादरों से ढक दिया था।
टीवी न्यूज चैनलों की फुटेज में बस की सामने की सीट पर दो महिलाओं को बैठा हुआ देखा गया। लादेन की विधवाओं में दो सऊदी की नागरिक हैं, वहीं तीसरी अमल अब्दुलफतह यमन की नागरिक हैं। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि अदालत के आदेशों के बाद 14 सदस्यीय परिवार (ओसामा बिन लादेन के) को निर्वासित करने का फैसला किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘‘परिवार पूरी तरह से सुरक्षित था...उन्हें उनकी इच्छा पर ही सऊदी अरब निर्वासित किया गया है।’ टिप्पणियां
पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था।
निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
टीवी न्यूज चैनलों की फुटेज में बस की सामने की सीट पर दो महिलाओं को बैठा हुआ देखा गया। लादेन की विधवाओं में दो सऊदी की नागरिक हैं, वहीं तीसरी अमल अब्दुलफतह यमन की नागरिक हैं। गृह मंत्रालय ने एक बयान में कहा है कि अदालत के आदेशों के बाद 14 सदस्यीय परिवार (ओसामा बिन लादेन के) को निर्वासित करने का फैसला किया गया है। बयान में कहा गया है, ‘‘परिवार पूरी तरह से सुरक्षित था...उन्हें उनकी इच्छा पर ही सऊदी अरब निर्वासित किया गया है।’ टिप्पणियां
पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था।
निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
पिछले साल 2 मई को पाकिस्तान के एबेटाबाद में अमेरिकी विशेष बलों ने एक कार्रवाई के दौरान ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था। लादेन की विधवा और बच्चों को पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने हिरासत में ले लिया था। बाद में उन्हें गृह मंत्रालय के हवाले कर दिया गया था। हाल में एक सिविल कोर्ट ने पाकिस्तान में अवैध तौर पर प्रवेश करने और रहने के आरोप में लादेन की विधवाओं और दो बेटियों को 45 दिन की जेल की सजा सुनाई थी। न्यायाधीश ने जेल की सजा के बाद उन्हें निर्वासित करने का आदेश दिया था। यह सजा 3 मार्च से शुरू हुई, जब परिवार को औपचारिक तौर पर गिरफ्तार किया गया था।
निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी।
निर्वासन के बाद लादेन की विधवाओं और बच्चों के भविष्य को लेकर लग रही अटकलें खत्म होने की संभावना है। गौरतलब है कि पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने दावा किया था कि लादेन के पाकिस्तान में मौजूदगी के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं थी। |
ईरान ने फिर अमेरिका को चेताया, मिसाइल मुद्दे पर नया तनाव पैदा नहीं करो.. | अमेरिका ने इस मुद्दे पर UNSC की आपात बैठक बुलाई है.
ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने यह बात कही.
ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के ब्योरे का अध्ययन कर रहे- व्हाइट हाउस | अमेरिका और ईरान के बीच एक बार फिर तनाव की स्थिति देखने को मिल रही है. ईरान के विदेश मंत्री मोहम्मद जवाद जरीफ ने अमेरिका को आगाह किया कि वह बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण पर उसके साथ नया तनाव पैदा नहीं करे. दरअसल, अमेरिका ने मध्यम दूरी तक मार करने वाली ईरान की मिसाइल के हाल के परीक्षण पर बुधवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है. इस बैठक में ईरानी मिसाइल परीक्षण पर चर्चा होगी.
जरीफ ने ईरान की यात्रा पर आए फ्रांस के विदेश मंत्री जियां-मार्क आयरो के साथ एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि 'हम उम्मीद करते हैं कि नया अमेरिकी प्रशासन ईरान के रक्षा कार्यक्रम का उपयोग..नया तनाव पैदा करने के किसी बहाने के तौर पर नहीं करेगा'.
इस बीच, एपी की एक रिपोर्ट कहती है कि 'जरीफ ने इस बात की पुष्टि या इनकार करने से मना कर दिया कि ईरान ने कोई मिसाइल परीक्षण किया है. उन्होंने कहा कि मिसाइल कार्यक्रम 2015 के ऐतिहासिक समझौते का हिस्सा नहीं है जो विश्व शक्तियों के साथ उनके देश ने किया था. टिप्पणियां
उधर, व्हाइट हाउस ने कल कहा कि वह ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के ब्योरे का अध्ययन कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जरीफ ने ईरान की यात्रा पर आए फ्रांस के विदेश मंत्री जियां-मार्क आयरो के साथ एक प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि 'हम उम्मीद करते हैं कि नया अमेरिकी प्रशासन ईरान के रक्षा कार्यक्रम का उपयोग..नया तनाव पैदा करने के किसी बहाने के तौर पर नहीं करेगा'.
इस बीच, एपी की एक रिपोर्ट कहती है कि 'जरीफ ने इस बात की पुष्टि या इनकार करने से मना कर दिया कि ईरान ने कोई मिसाइल परीक्षण किया है. उन्होंने कहा कि मिसाइल कार्यक्रम 2015 के ऐतिहासिक समझौते का हिस्सा नहीं है जो विश्व शक्तियों के साथ उनके देश ने किया था. टिप्पणियां
उधर, व्हाइट हाउस ने कल कहा कि वह ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के ब्योरे का अध्ययन कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस बीच, एपी की एक रिपोर्ट कहती है कि 'जरीफ ने इस बात की पुष्टि या इनकार करने से मना कर दिया कि ईरान ने कोई मिसाइल परीक्षण किया है. उन्होंने कहा कि मिसाइल कार्यक्रम 2015 के ऐतिहासिक समझौते का हिस्सा नहीं है जो विश्व शक्तियों के साथ उनके देश ने किया था. टिप्पणियां
उधर, व्हाइट हाउस ने कल कहा कि वह ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के ब्योरे का अध्ययन कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उधर, व्हाइट हाउस ने कल कहा कि वह ईरानी बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षण के ब्योरे का अध्ययन कर रहा है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
साध्वी प्रज्ञा प्रचार शुरू करते हुए हो पड़ीं भावुक, कहा- मुझे रात-रात भर बेल्ट से पीटा गया | भोपाल लोकसभा सीट पर दिग्विजय सिंह के खिलाफ साध्वी प्रज्ञा ठाकुर
प्रज्ञा ठाकुर ने पुलिस हिरासत में कथित ज्यादती का जिक्र किया
पार्टी कार्यकर्ताओं से बातचीत करते हुए भावुक हो पड़ीं साध्वी प्रज्ञा | भोपाल के अपने पहले चुनावी कार्यक्रम में भगवा पहने पहुंचीं 49 साल की प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने मुद्दों को भावुकता के अंदाज में लपेटा और कथित तौर पर पुलिसिया ज्यादती की बातें करते हुए राजनीति नहीं बल्कि धर्मयुद्ध लड़ने की हुंकार भरी. इससे पहले उन्हें चुनाव लड़ने से रोकने के लिए अदालत में याचिका भी दायर हो गई.
हुजूर विधानसभा क्षेत्र से आए कार्यकर्ताओं के सामने प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा 'जब मुझे गैरकानूनी तरीके से लेकर गए तो 13 दिन तक रखा. हिरासत में मुझे मोटे बेल्ट से पीटा गया. उसे झेलना आसान नहीं था. पूरा शरीर सूज जाता था, सुन्न पड़ जाता था. दिन और रात पीटते थे. मैं आपको अपनी पीड़ा नहीं बता रही हूं. लेकिन इतना कह रही हूं कि कोई महिला कभी इस पीड़ा का सामना न करे. पीटते-पीटते गंदी गालियां देते थे. वे कहलवाना चाहते थे कि तुमने एक विस्फोट किया है और मुस्लिमों को मारा है. सुबह हो जाती थी पिटते-पिटते, पीटने वाले लोग बदल जाते थे लेकिन पिटने वाली मैं सिर्फ अकेले रहती थी.'
प्रज्ञा भावुक हुईं तो उनके साथ हॉल में बैठे लोग भी. यह पहली बार है, जब बुधवार को उम्मीदवारी के औपचारिक ऐलान के बाद उन्होंने स्थानीय लोगों के बीच सभा की. हुजूर से बीजेपी विधायक रामेश्वर शर्मा ने प्रज्ञा पर लगे आरोपों पर कहा 'गंभीर आरोप नहीं हैं, बनावटी हैं, कांग्रेस ने हिन्दू धर्म को साधु-संतों को बदनाम किया, भगवा आतंकवाद दिग्विजय सिंह की देन थी. भोपाल राष्ट्र भक्तों का शहर है. यहां साध्वी जीतेंगी. उनकी वेदना यहां नया करेंट लाएगी.'
प्रज्ञा ठाकुर को सितंबर 2008 में हुए मालेगांव धमाकों के मामले में गिरफ्तार किया गया था. अप्रैल 2017 में उन्हें जमानत मिली. भोपाल में उनका मुकाबला कांग्रेस के दिग्गज और मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह से है. कांग्रेस प्रवक्ता अब्बास हफीज ने कहा 'बीजेपी को यहां चेहरा बदलना पड़ा. ये जाहिर है कि पिछले सांसद ने यहां कोई काम नहीं किया, जनता तय कर चुकी है कि उसे विकास पर संवाद करना है. उसको ये बात करनी है कि बच्चे का भविष्य कहां है, नौकरी कहां है. चुनाव भावुकता के ऊपर होता तो 70 फीसद वोट उनके खिलाफ नहीं जाता. हम सिर्फ विकास पर बात करेंगे.'
भोपाल लोकसभा सीट पर 1989 के बाद से लगातार बीजेपी का कब्जा रहा है. ऐसे में प्रज्ञा की दावेदारी को लेकर यहां के वोटरों की प्रतिक्रिया मिलीजुली है. कुछ युवा वोटरों ने कहा उन्हें नहीं लगता कि प्रज्ञा को टिकट देना चाहिए था. और भी उम्मीदवार मिलते. एक व्यक्ति ने कहा कि उन्हें नहीं लगता है कि उनको टिकट देना चाहिए. अभी भी उन पर आरोप है. किसी और को देते तो अच्छा उम्मीदवार साबित होता. हालांकि कुछ लोगों की राय जुदा थी उन्होंने कहा दिग्विजय पर भी कई आरोप हैं. उनके ऊपर आरोप लगे हैं, सिद्ध नहीं हुए हैं. भोपाल से बीजेपी जीतती है, दिग्विजय सिंह के चांस बहुत कम हैं.
कुल मिलाकर बीजेपी ने दिग्विजय की छवि के सामने साध्वी की छवि खड़ी कर दी है, जिसने इस पूरे मुकाबले को बेहद दिलचस्प बना दिया है. लेकिन प्रज्ञा की राह में अभी कई कानूनी अड़चनें भी हैं जिसकी शुरुआत उनके खिलाफ लगी याचिका से हो गई है. याचिका में कहा गया है “साध्वी प्रज्ञा को जमानत स्वास्थ्य कारणों से मिली थी. लेकिन यह साफ है कि इस गर्मी में चुनाव लड़ने के लिए उनकी सेहत ठीक है. यानी उन्होंने अदालत को गुमराह किया है.”
सन 2008 में मालेगांव में हुए बम धमाके में छह लोगों की मौत हुई थी और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. एनआईए ने इस मामले में प्रज्ञा को 2015 में क्लीन चिट दे दी थी लेकिन कोर्ट ने उन्हें बरी नहीं किया. कोर्ट ने कहा कि ये मुश्किल है, क्योंकि धमाके में उनकी मोटरसाइकिल का इस्तेमाल हुआ था. मामले में प्रज्ञा पर मकोका के आरोप हट गए लेकिन यूएपीए के तहत मामला चलता रहा. बॉम्बे हाईकोर्ट ने उन्हें 2017 में जमानत दी थी. |
Jio की लहर के चलते कई कंपनियों की सस्ते 4G फीचर फोन लाने की योजना | पिछले दिनों मुकेश अंबानी ने जियो फीचर फोन लांच किया
उसकी प्रभावी कीमत जीरो रुपये रखने का ऐलान किया गया
अन्य कंपनियों की भी सस्ता फोन लांच करने की योजना | (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
'माया के राज में चला 40 हजार करोड़ की तोड़-फोड़ का खेल' | उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का कहना है कि मायावती के ज़माने में तोड़ने और बनाने के खेल पर अरबों रुपये खर्च हुए हैं। | मायावती का बुलडोज़र जहां−जहां चला सरकारी पैसे की जमकर बरबादी हुई है। यह आरोप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लगाया है। उनका कहना है कि मायावती के ज़माने में तोड़ने और बनाने के खेल पर अरबों रुपये खर्च हुए हैं। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि यह पूरा घोटाला कम से कम 40 हज़ार करोड़ रुपये का है। |
कावेरी विवाद : कर्नाटक सरकार ने तमिलनाडु से कन्नड़ लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा | जरूरत पड़ने पर केंद्रीय गृहमंत्री से भी बात करूंगा : सिद्धारमैया
कर्नाटक में तमिलों की सुरक्षा का दिया आश्वासन
'संवेदनशील मुद्दों को 'महिमामंडित' न करे मीडिया' | कावेरी नदी से जल छोड़ने को लेकर विवाद के बीच कर्नाटक ने तमिलनाडु में अपने राज्य के वाहनों तथा कन्नड़ लोगों द्वारा संचालित होटलों पर हो रहे हमलों पर चिंता जाहिर करते हुए तमिलनाडु सरकार से सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है.
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि तमिलनाडु में अपनी समकक्ष जयललिता को पत्र लिखकर वे दोनों राज्यों के बीच मैत्री कायम रखने में सहयोग करने का अनुरोध करेंगे. सिद्धारमैया ने कहा कि कन्नड़ लोगों पर हो रहे हमलों के बारे में जरूरत पड़ने पर वे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात कर सकते हैं.
सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने तमिलनाडु के अपने समकक्षों से बात कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि साथ ही तमिलनाडु को आश्वासन दिया है कि राज्य में तमिल लोगों और उनकी संपत्ति की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं. सिद्धारमैया ने मीडिया को संवेदनशील मुद्दों से जुड़े कुछ मामलों को 'महिमामंडित' नहीं करने की सलाह दी है. कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि बेंगलुरु समेत कर्नाटक के उन इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है जहां तमिल लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि तमिलनाडु में अपनी समकक्ष जयललिता को पत्र लिखकर वे दोनों राज्यों के बीच मैत्री कायम रखने में सहयोग करने का अनुरोध करेंगे. सिद्धारमैया ने कहा कि कन्नड़ लोगों पर हो रहे हमलों के बारे में जरूरत पड़ने पर वे केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी बात कर सकते हैं.
सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने तमिलनाडु के अपने समकक्षों से बात कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि साथ ही तमिलनाडु को आश्वासन दिया है कि राज्य में तमिल लोगों और उनकी संपत्ति की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं. सिद्धारमैया ने मीडिया को संवेदनशील मुद्दों से जुड़े कुछ मामलों को 'महिमामंडित' नहीं करने की सलाह दी है. कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि बेंगलुरु समेत कर्नाटक के उन इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है जहां तमिल लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
सिद्धारमैया ने संवाददाताओं से कहा कि राज्य के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक ने तमिलनाडु के अपने समकक्षों से बात कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करने को कहा है, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं हो.टिप्पणियां
उन्होंने कहा कि साथ ही तमिलनाडु को आश्वासन दिया है कि राज्य में तमिल लोगों और उनकी संपत्ति की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं. सिद्धारमैया ने मीडिया को संवेदनशील मुद्दों से जुड़े कुछ मामलों को 'महिमामंडित' नहीं करने की सलाह दी है. कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि बेंगलुरु समेत कर्नाटक के उन इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है जहां तमिल लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि साथ ही तमिलनाडु को आश्वासन दिया है कि राज्य में तमिल लोगों और उनकी संपत्ति की सुरक्षा के लिए कदम उठाए गए हैं. सिद्धारमैया ने मीडिया को संवेदनशील मुद्दों से जुड़े कुछ मामलों को 'महिमामंडित' नहीं करने की सलाह दी है. कर्नाटक के गृहमंत्री जी परमेश्वर ने कहा है कि बेंगलुरु समेत कर्नाटक के उन इलाकों में पुलिस बल तैनात किया गया है जहां तमिल लोग बड़ी संख्या में रहते हैं. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
बेल्लारी उपचुनाव में श्रीरामुलु ने दिया भाजपा को झटका | भाजपा छोड़कर स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर कर्नाटक के बेल्लारी ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में पूर्व मंत्री बी श्रीरामुलु ने जीत दर्ज की। | भाजपा छोड़कर स्वतंत्र उम्मीदवार के तौर पर कर्नाटक के बेल्लारी ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में खड़े हुए पूर्व मंत्री बी श्रीरामुलु ने 46 हजार मतों के भारी अंतर से जीत दर्ज की। जेल में बंद पूर्व मंत्री और खनन दिग्गज जनार्दन रेड्डी के करीबी 40 वर्षीय श्रीरामुलु को 74 हजार 527 मत मिले। उन्होंने सदानंद गौड़ा के मंत्रालय में मंत्रिपद नहीं दिए जाने के विरोध में अगस्त में इस विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। इस क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार पी गडीलिंगप्पा को सिर्फ 17 हजार 366 मत मिले और वह तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस उम्मीदवार बी रामप्रसाद 27 हजार 737 मतों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। |
दिल्ली : एलजी अनिल बैजल पर बरसे डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया | कहा, दिल्ली सरकार को काम नहीं करने दिया जा रहा
कमेटी को क्या पता लगेगा कि कहां कैमरा लगेगा?
केजरीवाल सरकार की योजना सफल न होने देने की साजिश | केजरीवाल के रिश्तेदार विनय बंसल की गिरफ्तारी के मामले में सिसोदिया ने कहा कि पिछले 3 साल में एलजी, केंद्र, एसीबी सिर्फ केजरीवाल, उनके रिश्तदारों, मंत्री, विधायकों को दुखी कर रहे हैं. पुलिस का इस्तेमाल सिर्फ एक ही काम के लिए हो रहा है. लेकिन कोर्ट में पुलिस को लताड़ लगेगी. एक स्वर्गीय व्यक्ति कई सालों से ठेकेदार है. सरकार बनने से पहले कॉन्ट्रैक्ट दिया गया. आईआईटी रुड़की ने रिपोर्ट दे दी. शिकायत के बाद एसीबी श्रीराम लैब से भी वेरीफाई कर लेती है. ये पुरानी खबर है कुछ भी नहीं है.ये चैन का हिस्सा है कि सरकार को काम नहीं करने दिया जा रहा. विधायकों की गिरफ्तारी के बाद अब रिश्तदारों को गिरफ्तार कर रहे हैं. |
सत्र की अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं कप्तान धोनी | भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मंगलवार को कहा कि श्रीलंका का संक्षिप्त दौरा उनकी टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण है और टीम सीमित ओवरों की शृंखला में अच्छा प्रदर्शन करके सत्र की अच्छी शुरुआत करना चाहती है। | भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने मंगलवार को कहा कि श्रीलंका का संक्षिप्त दौरा उनकी टीम के लिए काफी महत्वपूर्ण है और टीम सीमित ओवरों की शृंखला में अच्छा प्रदर्शन करके सत्र की अच्छी शुरुआत करना चाहती है।
धोनी ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ अच्छी शृंखला से सितंबर-अक्तूबर में इसी देश में होने वाले ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिए खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा। भारत 21 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ पांच एकदिवसीय और एक ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगा।
धोनी ने बुधवार को टीम की रवानगी की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, ‘‘यह काफी व्यस्त कार्यक्रम है लेकिन पेशेवर होने के कारण हमें अपना स्तर बरकरार रखना होता है। हम विभिन्न स्थानों में खेलेंगे और वहां हमें यात्रा भी करनी होगी। यह सत्र की शुरुआत है और हम इसकी अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका हमारे लिये नया स्थान नहीं है। हम वहां साल में कम से कम एक बार साल में दो बार शृंखला खेलते रहे हैं। परिस्थितियां भी भारत से भिन्न नहीं हैं और उनसे तालमेल बिठाना मुश्किल नहीं होगा। श्रीलंका शृंखला हमारे लिये अच्छी है। हमें फिर से ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिये श्रीलंका लौटना है। इससे हमें मदद मिलेगी।’’
धोनी से जब प्रदर्शन में सुधार में कप्तान की भूमिका पर टिप्पणी करने के लिये कहा गया, उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक अंतरराष्ट्रीय टीम का नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन यदि आप को अलास्का टीम का कप्तान बनाया जाता है तो मैच जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। कप्तान की भूमिका संसाधनों को सही उपयोग करना होता है। व्यक्तिगत प्रतिक्रिया भी महत्वूपूर्ण होती है।’’
धोनी ने कहा, ‘‘गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज कैसे भागीदारी आगे बढ़ाते हैं यह भी महत्वपूर्ण होता है। अच्छी टीम के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल है।’’
धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था। बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है। प्रत्येक शृंखला से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
धोनी ने कहा कि श्रीलंका के खिलाफ अच्छी शृंखला से सितंबर-अक्तूबर में इसी देश में होने वाले ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिए खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ेगा। भारत 21 जुलाई से श्रीलंका के खिलाफ पांच एकदिवसीय और एक ट्वेंटी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगा।
धोनी ने बुधवार को टीम की रवानगी की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, ‘‘यह काफी व्यस्त कार्यक्रम है लेकिन पेशेवर होने के कारण हमें अपना स्तर बरकरार रखना होता है। हम विभिन्न स्थानों में खेलेंगे और वहां हमें यात्रा भी करनी होगी। यह सत्र की शुरुआत है और हम इसकी अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका हमारे लिये नया स्थान नहीं है। हम वहां साल में कम से कम एक बार साल में दो बार शृंखला खेलते रहे हैं। परिस्थितियां भी भारत से भिन्न नहीं हैं और उनसे तालमेल बिठाना मुश्किल नहीं होगा। श्रीलंका शृंखला हमारे लिये अच्छी है। हमें फिर से ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिये श्रीलंका लौटना है। इससे हमें मदद मिलेगी।’’
धोनी से जब प्रदर्शन में सुधार में कप्तान की भूमिका पर टिप्पणी करने के लिये कहा गया, उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक अंतरराष्ट्रीय टीम का नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन यदि आप को अलास्का टीम का कप्तान बनाया जाता है तो मैच जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। कप्तान की भूमिका संसाधनों को सही उपयोग करना होता है। व्यक्तिगत प्रतिक्रिया भी महत्वूपूर्ण होती है।’’
धोनी ने कहा, ‘‘गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज कैसे भागीदारी आगे बढ़ाते हैं यह भी महत्वपूर्ण होता है। अच्छी टीम के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल है।’’
धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था। बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है। प्रत्येक शृंखला से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
धोनी ने बुधवार को टीम की रवानगी की पूर्व संध्या पर पत्रकारों से कहा, ‘‘यह काफी व्यस्त कार्यक्रम है लेकिन पेशेवर होने के कारण हमें अपना स्तर बरकरार रखना होता है। हम विभिन्न स्थानों में खेलेंगे और वहां हमें यात्रा भी करनी होगी। यह सत्र की शुरुआत है और हम इसकी अच्छी शुरुआत करना चाहते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका हमारे लिये नया स्थान नहीं है। हम वहां साल में कम से कम एक बार साल में दो बार शृंखला खेलते रहे हैं। परिस्थितियां भी भारत से भिन्न नहीं हैं और उनसे तालमेल बिठाना मुश्किल नहीं होगा। श्रीलंका शृंखला हमारे लिये अच्छी है। हमें फिर से ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिये श्रीलंका लौटना है। इससे हमें मदद मिलेगी।’’
धोनी से जब प्रदर्शन में सुधार में कप्तान की भूमिका पर टिप्पणी करने के लिये कहा गया, उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक अंतरराष्ट्रीय टीम का नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन यदि आप को अलास्का टीम का कप्तान बनाया जाता है तो मैच जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। कप्तान की भूमिका संसाधनों को सही उपयोग करना होता है। व्यक्तिगत प्रतिक्रिया भी महत्वूपूर्ण होती है।’’
धोनी ने कहा, ‘‘गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज कैसे भागीदारी आगे बढ़ाते हैं यह भी महत्वपूर्ण होता है। अच्छी टीम के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल है।’’
धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था। बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है। प्रत्येक शृंखला से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘श्रीलंका हमारे लिये नया स्थान नहीं है। हम वहां साल में कम से कम एक बार साल में दो बार शृंखला खेलते रहे हैं। परिस्थितियां भी भारत से भिन्न नहीं हैं और उनसे तालमेल बिठाना मुश्किल नहीं होगा। श्रीलंका शृंखला हमारे लिये अच्छी है। हमें फिर से ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिये श्रीलंका लौटना है। इससे हमें मदद मिलेगी।’’
धोनी से जब प्रदर्शन में सुधार में कप्तान की भूमिका पर टिप्पणी करने के लिये कहा गया, उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक अंतरराष्ट्रीय टीम का नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन यदि आप को अलास्का टीम का कप्तान बनाया जाता है तो मैच जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। कप्तान की भूमिका संसाधनों को सही उपयोग करना होता है। व्यक्तिगत प्रतिक्रिया भी महत्वूपूर्ण होती है।’’
धोनी ने कहा, ‘‘गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज कैसे भागीदारी आगे बढ़ाते हैं यह भी महत्वपूर्ण होता है। अच्छी टीम के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल है।’’
धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था। बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है। प्रत्येक शृंखला से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
धोनी से जब प्रदर्शन में सुधार में कप्तान की भूमिका पर टिप्पणी करने के लिये कहा गया, उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक अंतरराष्ट्रीय टीम का नाम नहीं लेना चाहता। लेकिन यदि आप को अलास्का टीम का कप्तान बनाया जाता है तो मैच जीतना बहुत मुश्किल हो जाएगा। कप्तान की भूमिका संसाधनों को सही उपयोग करना होता है। व्यक्तिगत प्रतिक्रिया भी महत्वूपूर्ण होती है।’’
धोनी ने कहा, ‘‘गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज कैसे भागीदारी आगे बढ़ाते हैं यह भी महत्वपूर्ण होता है। अच्छी टीम के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल है।’’
धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था। बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है। प्रत्येक शृंखला से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
धोनी ने कहा, ‘‘गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं और बल्लेबाज कैसे भागीदारी आगे बढ़ाते हैं यह भी महत्वपूर्ण होता है। अच्छी टीम के बिना सफलता हासिल करना मुश्किल है।’’
धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था। बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है। प्रत्येक शृंखला से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
धोनी ने भारतीय टीम के व्यस्त कार्यक्रम पर भी बात की लेकिन साथ ही कहा कि पेशेवर होने के कारण उन्हें प्रत्येक मैच में जीतने के लिये खेलना होगा। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने 2004 से देश की तरफ से खेलना शुरू किया और हमें पहला ब्रेक 2007 में मिला था। बीच में विश्राम मिलना जरूरी है और सत्रों के बीच कुछ विश्राम अच्छा रहता है। प्रत्येक शृंखला से पहले डेढ़ महीने का विश्राम मुश्किल होगा।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘अगले साल प्रत्येक शृंखला के बीच में कुछ अंतर है। यह हमारे लिये अच्छे संकेत हैं। पिछले साल में हमें सबसे लंबा विश्राम मिला और हमेशा इस तरह के विश्राम मिलना संभव नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि टीम खेल के तीनों विभाग में सुधार करने पर काम कर रही है और यह ट्वेंटी-20 विश्व कप के लिहाज से भी महत्वपूर्ण है।
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
धोनी ने कहा, ‘‘मैं टीम की रणनीति पर विचार नहीं कर सकता लेकिन हमनें खेल के तीनों विभागों में सुधार किया है। हमने क्षेत्ररक्षण का भी खास अभ्यास किया है। हम क्षेत्ररक्षण में सुधार करना चाहते हैं।’’ कोच डंकन फ्लेचर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये पिछला सत्र काफी मुश्किल रहा लेकिन उम्मीद जतायी कि इस बार सब कुछ अच्छा होगा।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘भारत के लिये तीन या चार बड़े दौरों को देखें तो वह मुश्किल सत्र था। आईपीएल के बाद मैं यहां आया और मैंने धोनी और अन्य अधिकारियों से बात की। मैंने निश्चित तौर पर कई पहुलुओं पर विचार विमर्श किया और मैं इस मंच पर उस पर चर्चा करना जरूरी नहीं समझता।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’
फ्लेचर ने कहा, ‘‘उम्मीद है कि इस बार चीजें बदलेंगी। खिलाड़ी लंबे विश्राम के बाद आए हैं और अभी टीम काफी अच्छी लग रही है।’’ |
भारत, अमेरिका की रणनीतिक वार्ता 13 जून को | इस बातचीत में दोनों देश आतंकवाद से मुकाबला और असैन्य परमाणु सहयोग से लेकर क्षेत्रीय मुद्दों तथा स्वास्थ्य एवं शिक्षा में जनकेंद्रित पहलों जैसे सभी क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाने पर विचार-मंथन करेंगे। | भारत और अमेरिका 13 जून को अपनी तीसरी रणनीतिक बातचीत के लिए आमने-सामने बैठेंगे। इस बातचीत में दोनों देश आतंकवाद से मुकाबला और असैन्य परमाणु सहयोग से लेकर क्षेत्रीय मुद्दों तथा स्वास्थ्य एवं शिक्षा में जनकेंद्रित पहलों जैसे सभी क्षेत्रों में अपना सहयोग बढ़ाने पर विचार-मंथन करेंगे।
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा, अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ 13 जून को तीसरी रणनीतिक बातचीत की सहअध्यक्षता करेंगे। सम्भावना है कि दोनों पक्ष अपने विकसित हो रहे रणनीतिक रिश्ते के सभी पक्षों की समीक्षा करेंगे और ऐतिहासिक परमाणु समझौते के क्रियान्वयन में हुई प्रगति का जायजा लेंगे, जो भारत के दायित्व कानून के कारण अमेरिकी परमाणु कम्पनियों की चिंताओं में उलझा हुआ है।
चूंकि यह बातचीत अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों के प्रभावी होने से चंद दिनों पूर्व हो रही है, लिहाजा ईरान का परमाणु मुद्दा, उन महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों में शामिल होगा, जिनपर बैठक के दौरान चर्चा होगी।
समझा जाता है कि भारत अपने इस रुख को दोहरा सकता है कि वह केवल संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के प्रति ही बाध्य है और ईरान के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों को स्वीकार नहीं करेगा। समझा यह भी जाता है कि भारत अपने अमेरिकी वार्ताकारों से कहेगा कि ईरानी तेल का आयात आसन्न प्रतिबंधों के बावजूद जारी रहेगा, क्योंकि यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए जरूरी है।
ईरान के मुद्दे पर भारत और अमेरिका के बीच तीखे मतभेद हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह बढ़ रहे विश्वास का संकेत है कि इन मतभेदों को दोनों देशों के गहरे रिश्ते पर असर डालने की छूट नहीं मिल पाई है।टिप्पणियां
कृष्णा एक उच्चस्तरीय बहु मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ, केंद्रीय योजना राज्य मंत्री अश्विनी कुमार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया शामिल होंगे।
विदेश सचिव रंजन मथाई और सार्वजनिक सूचना अधोसंरचना एवं उन्नयन पर प्रधानमंत्री के सलाहकार साम पित्रोदा भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। चूंकि आतंकवाद से मुकाबला और सुरक्षा सहयोग का मुद्दा एजेंडे में शीर्ष पर होगा, लिहाजा केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह और इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक नेहचल संधू भी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से होंगे।
विदेश मंत्री एसएम कृष्णा, अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन के साथ 13 जून को तीसरी रणनीतिक बातचीत की सहअध्यक्षता करेंगे। सम्भावना है कि दोनों पक्ष अपने विकसित हो रहे रणनीतिक रिश्ते के सभी पक्षों की समीक्षा करेंगे और ऐतिहासिक परमाणु समझौते के क्रियान्वयन में हुई प्रगति का जायजा लेंगे, जो भारत के दायित्व कानून के कारण अमेरिकी परमाणु कम्पनियों की चिंताओं में उलझा हुआ है।
चूंकि यह बातचीत अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों के प्रभावी होने से चंद दिनों पूर्व हो रही है, लिहाजा ईरान का परमाणु मुद्दा, उन महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों में शामिल होगा, जिनपर बैठक के दौरान चर्चा होगी।
समझा जाता है कि भारत अपने इस रुख को दोहरा सकता है कि वह केवल संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के प्रति ही बाध्य है और ईरान के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों को स्वीकार नहीं करेगा। समझा यह भी जाता है कि भारत अपने अमेरिकी वार्ताकारों से कहेगा कि ईरानी तेल का आयात आसन्न प्रतिबंधों के बावजूद जारी रहेगा, क्योंकि यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए जरूरी है।
ईरान के मुद्दे पर भारत और अमेरिका के बीच तीखे मतभेद हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह बढ़ रहे विश्वास का संकेत है कि इन मतभेदों को दोनों देशों के गहरे रिश्ते पर असर डालने की छूट नहीं मिल पाई है।टिप्पणियां
कृष्णा एक उच्चस्तरीय बहु मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ, केंद्रीय योजना राज्य मंत्री अश्विनी कुमार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया शामिल होंगे।
विदेश सचिव रंजन मथाई और सार्वजनिक सूचना अधोसंरचना एवं उन्नयन पर प्रधानमंत्री के सलाहकार साम पित्रोदा भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। चूंकि आतंकवाद से मुकाबला और सुरक्षा सहयोग का मुद्दा एजेंडे में शीर्ष पर होगा, लिहाजा केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह और इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक नेहचल संधू भी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से होंगे।
चूंकि यह बातचीत अमेरिका और यूरोपीय संघ द्वारा ईरान पर लगाए गए प्रतिबंधों के प्रभावी होने से चंद दिनों पूर्व हो रही है, लिहाजा ईरान का परमाणु मुद्दा, उन महत्वपूर्ण क्षेत्रीय मुद्दों में शामिल होगा, जिनपर बैठक के दौरान चर्चा होगी।
समझा जाता है कि भारत अपने इस रुख को दोहरा सकता है कि वह केवल संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के प्रति ही बाध्य है और ईरान के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों को स्वीकार नहीं करेगा। समझा यह भी जाता है कि भारत अपने अमेरिकी वार्ताकारों से कहेगा कि ईरानी तेल का आयात आसन्न प्रतिबंधों के बावजूद जारी रहेगा, क्योंकि यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए जरूरी है।
ईरान के मुद्दे पर भारत और अमेरिका के बीच तीखे मतभेद हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह बढ़ रहे विश्वास का संकेत है कि इन मतभेदों को दोनों देशों के गहरे रिश्ते पर असर डालने की छूट नहीं मिल पाई है।टिप्पणियां
कृष्णा एक उच्चस्तरीय बहु मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ, केंद्रीय योजना राज्य मंत्री अश्विनी कुमार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया शामिल होंगे।
विदेश सचिव रंजन मथाई और सार्वजनिक सूचना अधोसंरचना एवं उन्नयन पर प्रधानमंत्री के सलाहकार साम पित्रोदा भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। चूंकि आतंकवाद से मुकाबला और सुरक्षा सहयोग का मुद्दा एजेंडे में शीर्ष पर होगा, लिहाजा केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह और इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक नेहचल संधू भी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से होंगे।
समझा जाता है कि भारत अपने इस रुख को दोहरा सकता है कि वह केवल संयुक्त राष्ट्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के प्रति ही बाध्य है और ईरान के खिलाफ एकतरफा प्रतिबंधों को स्वीकार नहीं करेगा। समझा यह भी जाता है कि भारत अपने अमेरिकी वार्ताकारों से कहेगा कि ईरानी तेल का आयात आसन्न प्रतिबंधों के बावजूद जारी रहेगा, क्योंकि यह भारत की ऊर्जा सुरक्षा के लिए जरूरी है।
ईरान के मुद्दे पर भारत और अमेरिका के बीच तीखे मतभेद हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह बढ़ रहे विश्वास का संकेत है कि इन मतभेदों को दोनों देशों के गहरे रिश्ते पर असर डालने की छूट नहीं मिल पाई है।टिप्पणियां
कृष्णा एक उच्चस्तरीय बहु मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ, केंद्रीय योजना राज्य मंत्री अश्विनी कुमार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया शामिल होंगे।
विदेश सचिव रंजन मथाई और सार्वजनिक सूचना अधोसंरचना एवं उन्नयन पर प्रधानमंत्री के सलाहकार साम पित्रोदा भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। चूंकि आतंकवाद से मुकाबला और सुरक्षा सहयोग का मुद्दा एजेंडे में शीर्ष पर होगा, लिहाजा केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह और इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक नेहचल संधू भी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से होंगे।
ईरान के मुद्दे पर भारत और अमेरिका के बीच तीखे मतभेद हैं, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि यह बढ़ रहे विश्वास का संकेत है कि इन मतभेदों को दोनों देशों के गहरे रिश्ते पर असर डालने की छूट नहीं मिल पाई है।टिप्पणियां
कृष्णा एक उच्चस्तरीय बहु मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ, केंद्रीय योजना राज्य मंत्री अश्विनी कुमार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया शामिल होंगे।
विदेश सचिव रंजन मथाई और सार्वजनिक सूचना अधोसंरचना एवं उन्नयन पर प्रधानमंत्री के सलाहकार साम पित्रोदा भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। चूंकि आतंकवाद से मुकाबला और सुरक्षा सहयोग का मुद्दा एजेंडे में शीर्ष पर होगा, लिहाजा केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह और इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक नेहचल संधू भी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से होंगे।
कृष्णा एक उच्चस्तरीय बहु मंत्रालयी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे, जिसमें केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री विलासराव देशमुख, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री कृष्णा तीरथ, केंद्रीय योजना राज्य मंत्री अश्विनी कुमार और योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलूवालिया शामिल होंगे।
विदेश सचिव रंजन मथाई और सार्वजनिक सूचना अधोसंरचना एवं उन्नयन पर प्रधानमंत्री के सलाहकार साम पित्रोदा भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे। चूंकि आतंकवाद से मुकाबला और सुरक्षा सहयोग का मुद्दा एजेंडे में शीर्ष पर होगा, लिहाजा केंद्रीय गृह सचिव आरके सिंह और इंटेलिजेंस ब्यूरो के निदेशक नेहचल संधू भी प्रतिनिधिमंडल के हिस्से होंगे।
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महेंद्र सिंह धोनी के कप्तानी छोड़ने पर 'धोनी' की प्रतिक्रिया, देखें क्या कहा सुशांत सिंह राजपूत ने | सुशांत सिंह राजपूत ने धोनी के कप्तानी छोड़ने पर किया ट्वीट
बड़े पर्दे पर महेंद्र सिंह धोनी का किरदार निभा चुके हैं सुशांत
बुधवार को धोनी ने टी20 मैंचों की कप्तानी छोड़ने का किया था एलान | टीम इंडिया के सबसे सफल कप्तान माने जाने वाल महेंद्र सिंह धोनी ने टी-20 और एकदिवसीय मैचों की कप्तानी छोड़ दी है. बुधवार शाम जैसे ही धोनी ने अपना फैसला जगजाहिर किया, चारों तरफ चर्चांए शुरू हो गई. अपने अनोखे फैसलों और देश को वन डे और टी20 वर्ल्ड कप दिलाने वाले कैप्टन कूल के लिए आ रही इन प्रतिक्रियाओं में, धोनी को पर्दे पर उतारने वाले हीरो सुशांत सिंह राजपूत भी पीछे नहीं रहे हैं. सुशांत यूं तो दुबई में छुट्टियां बिता रहे हैं, लेकिन महेंद्र सिंह धोनी का कप्तानी छोड़ना फैसला सुनते ही वह भी अपने आप को रोक नहीं सके. सुशांत सिंह ने अपने इस हीरो की तारीफ करते हुए ट्विटर पर लिखा है, ' तुम्हारे जैसा कोई नहीं है. तुम करोड़ों मुस्कानों की वजह हो. तुम्हें सलाम मेरे कप्तान.' बता दें कि पिछले साल महेंद्र सिंह धोनी की जिंदगी पर बनी फिल्म 'एम एस धोनी- एन अनटोल्ड स्टोरी' रिलीज हुई और इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने धोनी का किरदार निभाया था.
There is no one like you.
You're the reason for millions of smiles.
Take a bow my Captain.@msdhoni#dhonipic.twitter.com/NLRtTlcPhq
— Sushant Singh Rajput (@itsSSR) January 4, 2017
इस फिल्म की शूटिंग से लेकर फिल्म के प्रमोशन तक में धोनी और सुशांत कई जगह साथ-साथ दिखाई दिए. सुशांत इससे पहले भी कई मौकों पर धोनी के साथ सोशल मीडिया पर अपने फोटो शेयर कर चुके हैं.
And just when I thought that my day can't get more exciting , this happened. Hmm..A photo posted by Sushant Singh Rajput (@sushantsinghrajput) on Dec 4, 2016 at 3:51am PST
सुशांत सिंह, महेंद्र सिंह धोनी के कई मैच देखने भी पहुंचे थे.
#indvsnz #mohali #3rd ODIA photo posted by Sushant Singh Rajput (@sushantsinghrajput) on Oct 23, 2016 at 3:52am PDT
फिल्म की शूटिंग के दौरान धोनी के किरदार में फिट आने के लिए सुशांत ने धोनी के साथ काफी समय बिताया था. googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });टिप्पणियां
Ziva Cuteness PersonifiedA photo posted by Sushant Singh Rajput (@sushantsinghrajput) on Sep 25, 2016 at 3:53am PDT
Real and Reel #dhoni #MSDhoniTheUntoldstoryA photo posted by Sushant Singh Rajput (@sushantsinghrajput) on Sep 21, 2016 at 12:21am PDT
During one of the breaks that we took between endless conversations during my preparation. #MSDhoniTheUntoldStoryA photo posted by Sushant Singh Rajput (@sushantsinghrajput) on Sep 3, 2016 at 7:54pm PDT
सुशांत सिंह राजपूत को अपनी इस फिल्म में धोनी के किरदार के लिए काफी सराहना मिली है. हाल ही में अमिताभ बच्चन ने भी सुशांत को इस फिल्म में उनके अभिनय की तारीफ करते हुए एक बधाई का पत्र और गुलदस्ता भेजा.
सुशांत सिंह ने अपने इस हीरो की तारीफ करते हुए ट्विटर पर लिखा है, ' तुम्हारे जैसा कोई नहीं है. तुम करोड़ों मुस्कानों की वजह हो. तुम्हें सलाम मेरे कप्तान.' बता दें कि पिछले साल महेंद्र सिंह धोनी की जिंदगी पर बनी फिल्म 'एम एस धोनी- एन अनटोल्ड स्टोरी' रिलीज हुई और इस फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत ने धोनी का किरदार निभाया था.
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इस फिल्म की शूटिंग से लेकर फिल्म के प्रमोशन तक में धोनी और सुशांत कई जगह साथ-साथ दिखाई दिए. सुशांत इससे पहले भी कई मौकों पर धोनी के साथ सोशल मीडिया पर अपने फोटो शेयर कर चुके हैं.
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सुशांत सिंह, महेंद्र सिंह धोनी के कई मैच देखने भी पहुंचे थे.
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सुशांत सिंह राजपूत को अपनी इस फिल्म में धोनी के किरदार के लिए काफी सराहना मिली है. हाल ही में अमिताभ बच्चन ने भी सुशांत को इस फिल्म में उनके अभिनय की तारीफ करते हुए एक बधाई का पत्र और गुलदस्ता भेजा.
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#SelfieWithSapling: पौधे के साथ सेल्फी लेते नजर आए केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर, PM मोदी भी बोले- पौधे को पेड़ बनाओ | विश्व पर्यावरण दिवस है आज
केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर शेयर की सेल्फी
कैंपेन अफरोज शाह से प्रेरित | केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Prakash Javadekar) ने विश्व पर्यावरण दिवस (World Environment Day) पर एक कैंपेन शुरू किया है. इस कैंपेन में आपको नेचर से जुड़ी किसी भी चीज़ के साथ सेल्फी लेनी होगी. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि, "हमने लोगों के लिए पौधा लगाओ कार्यक्रम शुरू किया है, जिसमें लोग सेल्फी लेकर इसे #SelfieWithSapling के साथ पोस्ट करें."
राष्ट्रीय कृषि बाजार के एक्सपर्ट अभिनव बिल्लाई ने अपने ट्विटर अकाउंट पर प्रकाश जावड़ेकर की पौधे के साथ सेल्फी की तस्वीर को शेयर किया. अब पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर क्रिकेटर कपिल देव (Kapil Dev) और एक्टर जैकी श्रॉफ (Jackie Shroff) के साथ मिलकर इस नए कैंपेन के तरह पौधे लगाएंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ईद-उल-फितर के मौके पर दी बधाई, ट्विटर पर इस अंदाज में दिया संदेश
पर्यावरण की सुरक्षा करना और सुधार एक प्रमुख मुद्दा है, जो पूरी दुनिया में लोगों की भलाई और आर्थिक विकास को प्रभावित करता है । #WorldEnvironmentDay@moefcc@UNEnvironment@MIB_India@PIB_India@UNinIndia#BeatAirPollution#SelfiewithSaplingpic.twitter.com/bPphTuNLtN
प्रकाश जावड़ेकर ने पीएम मोदी (PM Modi) के ट्विटर अकाउंट पर पोस्ट एक वीडियो को रीट्वीट भी किया. ये वीडियो पीएम मोदी के केदारनाथ दर्शन के दौरान की है. वीडियो में वह कह रहे हैं कि सिर्फ पौधे लगाने से कुछ नहीं होगा, लोगों को उसे पेड़ बनने तक उसकी देखभाल करनी होगी.
पीएम मोदी ने अपने ट्विट में लिखा..."हमारा ग्रह और पर्यावरण बहुत अमूल्य है. #WorldEnvironmentDay के मौके पर हमें ये संकल्प लेना चाहिए कि हम इस ग्रह को स्वच्छ रखें. पर्यावरण के साथ मिलकर चलने पर ही हमें बेहतर भविष्य मिल सकता है." उन्होंने कहा कि प्रकृति के साथ प्रेम और सौहार्द के साथ रहने से सुन्दर भविष्य का रास्ता खुलेगा.
माता भूमिः पुत्रोऽहं पृथिव्याः।
Our Planet and Environment is something we all cherish greatly. Today on #WorldEnvironmentDay, we reiterate our commitment to ensure a cleaner planet.
Living in harmony with nature will lead to a better future. pic.twitter.com/3V7yLD3d8U
इस सेल्फी विद सापलिंग (पौधे लगाना) के ट्विट में प्रकाश जावड़ेकर ने वायु प्रदूषण के बारे में बात की और लोगों से इसे कम करने के लिए सुझाव मांगे. आगे बढ़ती ग्लोबल वॉर्मिंग के बारे में भी चिंता जताई.
बबीता फोगाट को मिला 'दिलवाला', सोशल मीडिया पर खुद दिखाई होने वाले पति की तस्वीर...Post Viral
ये कैंपेन अफरोज शाह (Afroz Shah) से प्रेरित है. यह मुम्बई के रहने वाले और पेशे से वकील हैं. अफरोज ने ही मुम्बई शहर के वरसोवा बीच की सफाई अभियान चलाया. यह मुम्बई में मौजूद समुद्री किनारों से कचरा हटाने का कैंपेन चलाते हैं.
बता दें, 5 जून 1974 को पहला विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया. विश्व पर्यावरण दिवस पर्यावरण की सुरक्षा और संरक्षण हेतु पूरे विश्व में मनाया जाता है. |
प्रधानमंत्री पद को लेकर मिस्र में तकरार, बढ़ा तनाव | उदारवादी नेता मोहम्मद अलबरदेई को प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने को लेकर देश के नए नेतृत्व में घमासान हो रहा है और दूसरी ओर सत्ताच्युत राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के पक्ष और विपक्ष में एक साथ हो रही रैलियों के हिंसा भड़कने का डर है। | मिस्र में राजनीतिक उठापटक ने एक और नाटकीय मोड़ ले लिया है। उदारवादी नेता मोहम्मद अलबरदेई को प्रधानमंत्री पद के लिए चुने जाने को लेकर देश के नए नेतृत्व में घमासान हो रहा है और दूसरी ओर सत्ताच्युत राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी के पक्ष और विपक्ष में एक साथ हो रही रैलियों के हिंसा भड़कने का डर है।
मुर्सी को सत्ता से हटाने का समर्थन करने वाली अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर नीत गठबंधन सरकार द्वारा अंतरिम प्रधानमंत्री के पद के लिए अलबरदेई के चयन पर पशोपेश में है और मुर्सी के समर्थन एवं विरोध में जारी रैलियों के कारण तनाव बहुत बढ़ गया है। देश को इस खूनी संकट से उबारने के लिए अलबरदेई को अंतरिम प्रधानमंत्री बनए जाने की बात हो रही है।टिप्पणियां
सरकारी टीवी चैनल पर राष्ट्रपति के सलाहकार अहमद अल-मुस्लीमानी ने कहा कि अलबरदेई ने दोपहर में दो घंटे के लिए अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर से मुलाकात की थी और ‘चर्चा और विचार विमर्श जारी’ है। उन्होंने कहा, ‘हम आशा करते हैं कि प्रधानमंत्री और मंत्रियों के नाम की घोषणा होगी।’ उन्होंने कहा कि जिन नामों पर विचार किया जा रहा है उस सूची में अलबरदेई ही ‘जायज विकल्प’ हैं।
यदि 71 वर्षीय अलबरदेई चुने जाते हैं तो सैन्य तख्ता पलट के कुछ ही दिन बाद देश धर्मनिरपेक्ष दिशा में मुड़ जाएगा। सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए देश के पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को कुछ ही पहले सत्ता से हटाया है।
मुर्सी को सत्ता से हटाने का समर्थन करने वाली अंतरिम राष्ट्रपति अदली मंसूर नीत गठबंधन सरकार द्वारा अंतरिम प्रधानमंत्री के पद के लिए अलबरदेई के चयन पर पशोपेश में है और मुर्सी के समर्थन एवं विरोध में जारी रैलियों के कारण तनाव बहुत बढ़ गया है। देश को इस खूनी संकट से उबारने के लिए अलबरदेई को अंतरिम प्रधानमंत्री बनए जाने की बात हो रही है।टिप्पणियां
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यदि 71 वर्षीय अलबरदेई चुने जाते हैं तो सैन्य तख्ता पलट के कुछ ही दिन बाद देश धर्मनिरपेक्ष दिशा में मुड़ जाएगा। सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए देश के पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को कुछ ही पहले सत्ता से हटाया है।
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यदि 71 वर्षीय अलबरदेई चुने जाते हैं तो सैन्य तख्ता पलट के कुछ ही दिन बाद देश धर्मनिरपेक्ष दिशा में मुड़ जाएगा। सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए देश के पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को कुछ ही पहले सत्ता से हटाया है।
यदि 71 वर्षीय अलबरदेई चुने जाते हैं तो सैन्य तख्ता पलट के कुछ ही दिन बाद देश धर्मनिरपेक्ष दिशा में मुड़ जाएगा। सेना ने लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए देश के पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुर्सी को कुछ ही पहले सत्ता से हटाया है। |
पठान का कमाल, भारत ने शृंखला 4-1 से जीती | पाल्लेकेले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में शनिवार को श्रृंखला के पांचवें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 20 रनों से हरा कर शृंखला पर 4-1 से कब्जा करने के साथ ही आईसीसी की एकदिवसीय रैकिंग में दूसरे स्थान पर कब्जा जमा लिया | पाल्लेकेले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में शनिवार को श्रृंखला के पांचवें और अंतिम एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 20 रनों से हरा कर शृंखला पर 4-1 से कब्जा करने के साथ ही आईसीसी की एकदिवसीय रैकिंग में दूसरे स्थान पर कब्जा जमा लिया।
इस मुकाबले में पांच विकेट लेने वाले इरफान पठान को मैन ऑफ द मैच चुना गया जबकि शृंखला में एक शतक सहित 296 रन बनाने वाले विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।
भारत द्वारा 294 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम 45.4 ओवरों में 274 रन पर ही ढेर हो गई। श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कुल स्कोर में अभी 13 रन ही जुड़े थे कि तिलकरत्ने दिलशान खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गए।
दिलशान को पठान ने जहीर खान के हाथों लपकवाया। इसके बाद उपुल थरंगा ने थिरिमाने के साथ मिलकर पारी को सम्भालने की कोशिश की। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
थरंगा को 31 रन के निजी योग पर पठान ने अपना दूसरा शिकार बनाया। पठान की गेंद पर थरंगा को अजिंक्य रहाणे ने कैच किया। दिनेश चांदीमल कुछ खास नहीं कर सके और वह आठ रन बनाकर अशोक डिंडा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।
इस मुकाबले में कप्तान की भूमिका निभा रहे एंजेलो मैथ्यूज 13 रन बनाकर रन आउट हो गए। मैथ्यूज के रूप में श्रीलंका का चौथा विकेट गिरा। लाहिरू थिरिमाने 81 के योग पर कोहली द्वारा रन आउट हो गए जबकि चामारा कापूगेडारा नौ रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। जीवन मेंडिस 72 रन पर पठान का शिकार बने।
पठान ने थिसारा परेरा को कोहली के हाथों कैच कराकर पवैलियन लौटाया। परेरा 18 रन बना सके। इसके बाद पठान ने विचित्र सेनानायके को सात रन की व्यक्तिगत रन संख्या पर बोल्ड कर दिया। अशोक डिडा ने अंतिम विकेट रूप में लसिथ मलिंगा को 10 रन के योग पर आउट कर श्रीलंका की पारी को समेट दिया। नुवान प्रदीप बिना खाता खोलने नाबाद लौटे।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
इस मुकाबले में पांच विकेट लेने वाले इरफान पठान को मैन ऑफ द मैच चुना गया जबकि शृंखला में एक शतक सहित 296 रन बनाने वाले विराट कोहली को प्लेयर ऑफ द सीरीज चुना गया।
भारत द्वारा 294 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम 45.4 ओवरों में 274 रन पर ही ढेर हो गई। श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कुल स्कोर में अभी 13 रन ही जुड़े थे कि तिलकरत्ने दिलशान खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गए।
दिलशान को पठान ने जहीर खान के हाथों लपकवाया। इसके बाद उपुल थरंगा ने थिरिमाने के साथ मिलकर पारी को सम्भालने की कोशिश की। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
थरंगा को 31 रन के निजी योग पर पठान ने अपना दूसरा शिकार बनाया। पठान की गेंद पर थरंगा को अजिंक्य रहाणे ने कैच किया। दिनेश चांदीमल कुछ खास नहीं कर सके और वह आठ रन बनाकर अशोक डिंडा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।
इस मुकाबले में कप्तान की भूमिका निभा रहे एंजेलो मैथ्यूज 13 रन बनाकर रन आउट हो गए। मैथ्यूज के रूप में श्रीलंका का चौथा विकेट गिरा। लाहिरू थिरिमाने 81 के योग पर कोहली द्वारा रन आउट हो गए जबकि चामारा कापूगेडारा नौ रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। जीवन मेंडिस 72 रन पर पठान का शिकार बने।
पठान ने थिसारा परेरा को कोहली के हाथों कैच कराकर पवैलियन लौटाया। परेरा 18 रन बना सके। इसके बाद पठान ने विचित्र सेनानायके को सात रन की व्यक्तिगत रन संख्या पर बोल्ड कर दिया। अशोक डिडा ने अंतिम विकेट रूप में लसिथ मलिंगा को 10 रन के योग पर आउट कर श्रीलंका की पारी को समेट दिया। नुवान प्रदीप बिना खाता खोलने नाबाद लौटे।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
भारत द्वारा 294 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम 45.4 ओवरों में 274 रन पर ही ढेर हो गई। श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और कुल स्कोर में अभी 13 रन ही जुड़े थे कि तिलकरत्ने दिलशान खाता खोले बगैर पवेलियन लौट गए।
दिलशान को पठान ने जहीर खान के हाथों लपकवाया। इसके बाद उपुल थरंगा ने थिरिमाने के साथ मिलकर पारी को सम्भालने की कोशिश की। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
थरंगा को 31 रन के निजी योग पर पठान ने अपना दूसरा शिकार बनाया। पठान की गेंद पर थरंगा को अजिंक्य रहाणे ने कैच किया। दिनेश चांदीमल कुछ खास नहीं कर सके और वह आठ रन बनाकर अशोक डिंडा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।
इस मुकाबले में कप्तान की भूमिका निभा रहे एंजेलो मैथ्यूज 13 रन बनाकर रन आउट हो गए। मैथ्यूज के रूप में श्रीलंका का चौथा विकेट गिरा। लाहिरू थिरिमाने 81 के योग पर कोहली द्वारा रन आउट हो गए जबकि चामारा कापूगेडारा नौ रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। जीवन मेंडिस 72 रन पर पठान का शिकार बने।
पठान ने थिसारा परेरा को कोहली के हाथों कैच कराकर पवैलियन लौटाया। परेरा 18 रन बना सके। इसके बाद पठान ने विचित्र सेनानायके को सात रन की व्यक्तिगत रन संख्या पर बोल्ड कर दिया। अशोक डिडा ने अंतिम विकेट रूप में लसिथ मलिंगा को 10 रन के योग पर आउट कर श्रीलंका की पारी को समेट दिया। नुवान प्रदीप बिना खाता खोलने नाबाद लौटे।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
दिलशान को पठान ने जहीर खान के हाथों लपकवाया। इसके बाद उपुल थरंगा ने थिरिमाने के साथ मिलकर पारी को सम्भालने की कोशिश की। दोनों बल्लेबाजों ने दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
थरंगा को 31 रन के निजी योग पर पठान ने अपना दूसरा शिकार बनाया। पठान की गेंद पर थरंगा को अजिंक्य रहाणे ने कैच किया। दिनेश चांदीमल कुछ खास नहीं कर सके और वह आठ रन बनाकर अशोक डिंडा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।
इस मुकाबले में कप्तान की भूमिका निभा रहे एंजेलो मैथ्यूज 13 रन बनाकर रन आउट हो गए। मैथ्यूज के रूप में श्रीलंका का चौथा विकेट गिरा। लाहिरू थिरिमाने 81 के योग पर कोहली द्वारा रन आउट हो गए जबकि चामारा कापूगेडारा नौ रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। जीवन मेंडिस 72 रन पर पठान का शिकार बने।
पठान ने थिसारा परेरा को कोहली के हाथों कैच कराकर पवैलियन लौटाया। परेरा 18 रन बना सके। इसके बाद पठान ने विचित्र सेनानायके को सात रन की व्यक्तिगत रन संख्या पर बोल्ड कर दिया। अशोक डिडा ने अंतिम विकेट रूप में लसिथ मलिंगा को 10 रन के योग पर आउट कर श्रीलंका की पारी को समेट दिया। नुवान प्रदीप बिना खाता खोलने नाबाद लौटे।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
थरंगा को 31 रन के निजी योग पर पठान ने अपना दूसरा शिकार बनाया। पठान की गेंद पर थरंगा को अजिंक्य रहाणे ने कैच किया। दिनेश चांदीमल कुछ खास नहीं कर सके और वह आठ रन बनाकर अशोक डिंडा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए।
इस मुकाबले में कप्तान की भूमिका निभा रहे एंजेलो मैथ्यूज 13 रन बनाकर रन आउट हो गए। मैथ्यूज के रूप में श्रीलंका का चौथा विकेट गिरा। लाहिरू थिरिमाने 81 के योग पर कोहली द्वारा रन आउट हो गए जबकि चामारा कापूगेडारा नौ रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। जीवन मेंडिस 72 रन पर पठान का शिकार बने।
पठान ने थिसारा परेरा को कोहली के हाथों कैच कराकर पवैलियन लौटाया। परेरा 18 रन बना सके। इसके बाद पठान ने विचित्र सेनानायके को सात रन की व्यक्तिगत रन संख्या पर बोल्ड कर दिया। अशोक डिडा ने अंतिम विकेट रूप में लसिथ मलिंगा को 10 रन के योग पर आउट कर श्रीलंका की पारी को समेट दिया। नुवान प्रदीप बिना खाता खोलने नाबाद लौटे।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
इस मुकाबले में कप्तान की भूमिका निभा रहे एंजेलो मैथ्यूज 13 रन बनाकर रन आउट हो गए। मैथ्यूज के रूप में श्रीलंका का चौथा विकेट गिरा। लाहिरू थिरिमाने 81 के योग पर कोहली द्वारा रन आउट हो गए जबकि चामारा कापूगेडारा नौ रन बनाकर जहीर खान की गेंद पर पगबाधा करार दिए गए। जीवन मेंडिस 72 रन पर पठान का शिकार बने।
पठान ने थिसारा परेरा को कोहली के हाथों कैच कराकर पवैलियन लौटाया। परेरा 18 रन बना सके। इसके बाद पठान ने विचित्र सेनानायके को सात रन की व्यक्तिगत रन संख्या पर बोल्ड कर दिया। अशोक डिडा ने अंतिम विकेट रूप में लसिथ मलिंगा को 10 रन के योग पर आउट कर श्रीलंका की पारी को समेट दिया। नुवान प्रदीप बिना खाता खोलने नाबाद लौटे।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
पठान ने थिसारा परेरा को कोहली के हाथों कैच कराकर पवैलियन लौटाया। परेरा 18 रन बना सके। इसके बाद पठान ने विचित्र सेनानायके को सात रन की व्यक्तिगत रन संख्या पर बोल्ड कर दिया। अशोक डिडा ने अंतिम विकेट रूप में लसिथ मलिंगा को 10 रन के योग पर आउट कर श्रीलंका की पारी को समेट दिया। नुवान प्रदीप बिना खाता खोलने नाबाद लौटे।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
भारत की ओर से पठान ने पांच विकेट झटके जबकि डिंडा ने दो एवं जहीर खान ने एक विकेट लिया।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
इससे पहले, भारत ने निर्धारित 50 ओवरों में सात विकेट के नुकसान पर 294 रन बनाए जिनमें सलामी बल्लेबाज गौतम गम्भीर के सर्वाधिक 88, मनोज तिवारी के 65 और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के 58 रन शामिल हैं।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। उसकी ओर से पारी की शुरुआत रहाणे और गम्भीर ने की। रहाणे नौ रन के निजी योग पर थिसारा परेरा की गेंद पर पगबाधा आउट हुए। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 29 रन जोड़े।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
विराट कोहली के रूप में भारत को दूसरा झटका लगा। कोहली को 23 रन के निजी योग पर नुवान प्रदीप ने पगबाधा आउट किया। उन्होंने गम्भीर के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
रोहित शर्मा का खराब फार्म इस मैच में भी बदस्तूर जारी रहा। वह चार रन बनाकर आउट हुए। इसके बाद गम्भीर ने तिवारी के साथ मिलकर पारी को मजबूती देने की कोशिश की।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
दोनों बल्लेबाजों ने चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की। तिवारी को लसिथ मलिंगा ने परेरा के हाथों कैच कराया।
सुरेश रैना कुछ खास नहीं कर सके और वह खाता खोले बगैर आउट हुए। रैना को मलिंगा की गेंद पर थिरिमाने ने कैच किया। गम्भीर के रूप में भारत का छठा विकेट गिरा। उन्हें सचित्रा सेनानायके ने मलिंगा के हाथों कैच कराया।टिप्पणियां
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
धोनी को मलिंगा ने चांदीमल के हाथों कैच कराया। धोनी ने इरफान पठान के साथ मिलकर सातवें विकेट के लिए 77 रन जोड़े। पठान (29) और रविचंद्रन अश्विन (2) नाबाद लौटे।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका।
श्रीलंका की ओर से मलिंगा ने तीन जबकि प्रदीप ने दो व परेरा और सेनानायके ने एक-एक विकेट झटका। |
IGNOU ने प्रवेश परीक्षा के लिए जारी किया हॉल टिकट, ऐसे करें डाउनलोड | 4 मार्च को होनी है परीक्षा
चार हजार से ज्यादा प्रतिभागी होंगे शामिल
ऑनलाइन डाउनलोड कर सकते हैं एडमिट कार्ड | प्रतिभागियों को अपने कोर्स के हिसाब से वेबसाइट पर विकल्प का चयन करना होगा. इसके बाद वह अपना रोल नंबर डालने के साथ ही अपना हॉल टिकट डाउनलोड कर सकेंगे. |
रेवाड़ी में दिनदहाड़े सुनार के घर लूट | रेवाड़ी के मोहल्ला बास सिताब राय के रहने वाले प्रहलाद बागड़ी के घर बृहस्पतिवार को तड़के 6.00 बजे हथियारबंद लुटेरों ने लूटपाट की। | रेवाड़ी के मोहल्ला बास सिताब राय के रहने वाले प्रहलाद बागड़ी के घर बृहस्पतिवार को तड़के 6.00 बजे हथियारबंद लुटेरों ने लूटपाट की। हथियारों से लैस तीन लोगों ने घर के लोगों को पहले काफी मारा-पीटा और फिर बांध कर घर से आठ लाख से अधिक की नकदी समेत लाखों के जेवर भी ले गए। इस घटना में प्रहलाद बागड़ी और उनकी पत्नी इंदु बागड़ी घायल हो गए हैं। तीन लुटेरों में से दो को पहचान लिया गया है। कहा जा रहा है कि दोनों उसी मोहल्ले के रहने वाले हैं। एक का नाम रोहित और दूसरी महिला है जिसका नाम बसंती है। घटना के तुरंत बाद नाराज मोहल्लावासियों ने पुलिस थाने पर जाकर नारेबाजी की और पुलिस की निष्क्रियता पर रोष व्यक्त किया। पुलिस ने इस मामले में मामला दर्ज कर लिया है। लूट की इस घटना के विरोध में मोती चौक बाज़ार, गुड़ बाज़ार, पंजाबी मार्केट, रेलवे रोड मार्केट और सर्राफा बाज़ार के व्यापारियों ने बाजार बंद रखा। |
बांग्लादेश में सड़क हादसा, 43 बच्चों की मौत | बांग्लादेश के चटगांव में एक ट्रक के नहर में गिर जाने से उस पर सवार कम से कम 43 स्कूली बच्चों की मौत हो गई जबकि 30 अन्य लापता हैं। | बांग्लादेश के चटगांव में एक ट्रक के नहर में गिर जाने से उस पर सवार कम से कम 43 स्कूली बच्चों की मौत हो गई जबकि 30 अन्य लापता हैं। ट्रक पर नौ साल से 14 साल की उम्र के प्राथमिक स्कूल के लगभग 60 बच्चे सवार थे जो एक स्थानीय स्टेडियम से फुटबॉल मैच देख कर लौट रहे थे। ट्रक मारेर सराय इलाके में फिसल कर नहर में गिर गया। ऐसा लगता है कि ट्रक चालक वाहन पर अपना नियंत्रण खो बैठा जिससे यह दुर्घटना हुई। एक स्थानीय पत्रकार ने बताया, पुलिस ने पुष्टि की है कि 27 शव उनके पास या अस्पताल के मुर्दाघर में हैं जबकि स्थानीय निवासियों का कहना है कि रिश्तेदार अन्य शव को घर ले आए। मारेरसराय उप जिला के प्रशासनिक प्रमुख ने बताया कि बचाव अभियान में सहायता के लिए सैन्य टुकड़ियों और नौसेना के गोताखोरों को बुला लिया गया है क्योंकि डूबे ट्रक में और शवों के फंसे होने का अंदेशा है। |
जेडीयू ने तीन तलाक विधेयक का किया विरोध, कहा- जन जागरूकता की है जरूरत | जेडीयू ने तीन तलाक विधेयक का किया विरोध
कहा- जन जागरूकता की है जरूरत
'बिल समाज में एक अलग भावना पैदा करेगा' | बीजेपी की सहयोगी पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के सदस्य गुरुवार को लोकसभा में सरकार द्वारा पेश किए गए तीन तलाक विधेयक का विरोध करते हुए सदन से बाहर चले गए. इस दौरान पार्टी ने कहा कि इस मुद्दे पर मुस्लिम समुदाय के नेताओं की सहायता से जन जागरूकता पैदा करने की जरूरत है. मुस्लिम महिलाओं (विवाह पर अधिकारों का संरक्षण) विधेयक, 2019 पर चर्चा के दौरान जद (यू) के सदस्य राजीव रंजन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी का मानना है कि इस विधेयक से समाज को नुकसान होगा. उन्होंने कहा, "बिल समाज में एक अलग भावना पैदा करेगा, क्योंकि कोई भी नहीं चाहता है कि पत्नी और पति के बीच संबंधों में मतभेद हो." सिंह ने कहा कि तीन तलाक एक सामाजिक मुद्दा है और इसे सामाजिक स्तर पर हल किया जाना चाहिए.
रंजन सिंह ने कहा, "एक पति और पत्नी के बीच का रिश्ता आपसी स्वीकृति पर आधारित होता है. आप एक कानून बनाकर रिश्ते का फैसला नहीं कर सकते. कोई भी पति और पत्नी के बीच के लगाव और प्यार को खत्म नहीं करना चाहता. अगर आप कानून का इस्तेमाल कर इसे रोकते हैं तो यह एक एक विशेष समुदाय को चोट पहुंचाएगा." सांसद ने कहा, "कोई भी तलाक को पसंद नहीं करेगा। आपको इसे उस समुदाय पर छोड़ देना चाहिए. सरकार को केवल सार्वजनिक जागरूकता पैदा करने का प्रयास करना चाहिए." सिंह ने कहा कि 2017 में सर्वोच्च न्यायालय में मामले की सुनवाई का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने अदालत को आश्वासन दिया था कि वह ट्रिपल तलाक पर मुस्लिम समुदाय में जागरूकता लाने में मदद करेगा.
इसके बाद सांसद ने कहा कि सरकार को उस समुदाय के प्रमुख सदस्यों की मदद से समाज में जागरूकता पैदा करनी चाहिए. सरकार के स्वच्छता अभियान का हवाला देते हुए सांसद ने पूछा कि स्वच्छता पर कोई कानून क्यों नहीं था और अपराधियों को जेल क्यों नहीं हो रही थी. अन्य कानूनों के दुरुपयोग का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, "आपने दहेज विरोधी कानून और धारा 498 बनाया, लेकिन इन कानूनों का दुरुपयोग किया जा रहा है. इसलिए आप ऐसा कोई अन्य कानून बनाएंगे, तो इसका भी दुरुपयोग किया जाएगा." सिंह ने पूछा, "कौन साबित करेगा कि पति ने तीन तालक कहा है या नहीं?"
गौरतलब है कि विधेयक में तीन तलाक पर अंकुश लगाने के साथ पति को तीन साल की जेल का प्रावधान है. इसका उद्देश्य विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की रक्षा करना और पतियों द्वारा तीन तलाक मांगने पर रोक लगाना है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सार्वजनिक रूप से तीन तलाक विधेयक का विरोध किया है. तीन तलाक के अलावा भारतीय जनता पार्टी के सहयोगी जद (यू) का उससे अन्य मुद्दों जैसे अनुच्छेद-370, यूनिफॉर्म सिविल कोड और अयोध्या में प्रस्तावित भव्य राम मंदिर पर भी मतभेद है. |
सलमान खान की एक्ट्रेस पर दो शख्स ने चाकू से किया हमला, पंगा लेना पड़ा महंगा- देखें Video | सलमान खान की एक्ट्रेस का वीडियो
जैकलीन ने पोस्ट किया वीडियो
कुछ यूं किया खुद को डिफेंड | बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान (Salman Khan) संग कई फिल्मों में काम कर चुकीं एक्ट्रेस जैकलीन फर्नांडिज (Jacqueline Fernandez) इन दिनों अपनी आने वाली फिल्मों की तैयारियों में लगी हैं. जैकलीन अपने फिटनेस पर काफी ध्यान देती हैं और नतीजा यह कि उन्हें फाइटिंग सीन्स भी करने का मौका मिल रहा है. जैकलीन फर्नांडिज (Jacqueline Fernandez) अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर काफी एक्टिव रहती हैं. आए दिन कोई न कोई वीडियो या फोटो अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर करती रहती हैं. हाल ही में उन्होंने एक लेटेस्ट वीडियो अपलोड किया है. इस वीडियो में जैकलीन बिल्कुल हॉलीवुड एक्शन की तरह शानदार फाइटिंग कर रही हैं. स्टंटमैन के साथ हाथापाई का वीडियो इंटरनेट पर खूब सनसनी मचा रहा है.
A post shared by Jacqueline Fernandez (@jacquelinef143) on May 4, 2019 at 4:44am PDT
जैकलीन फर्नांडिज (Jacqueline Fernandez) के इस वीडियो में वह अनजान दो शख्स से लड़ती हुई दिखाई दीं, जिनके हाथों में धारदार हथियार है. जैकलीन उनसे कुछ इस तरह लड़ रही हैं, जैसे कि मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग ली हो. इस वीडियो को देखने के बाद आप खुद हक्के बक्के रह जाएंगे. यह वीडियो किसी फिल्म की शूटिंग से पहले की प्रैक्टिस की है. फिलहाल इस वीडियो पर अभी तक करीब 40 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं. जैकलीन फर्नांडिज (Jacqueline Fernandez) की पॉपुलैरिटी देश-विदेशों में जमकर है. यही वजह है कि सिर्फ 24 घंटे में वीडियो वायरल हो गया.
जैकलीन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) की पिछले साल सलमान खान (Salman Khan) के साथ फिल्म 'रेस-3' आई थी. जैकलीन सलमान के साथ 'किक' में भी नजर आ चुकी हैं. साल 2006 में मिस यूनिवर्स श्रीलंका का टाइटल जीतने वाली जैकलीन फर्नांडिस (Jacqueline Fernandez) ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत साल 2009 में फिल्म 'अलादीन' के जरिए की. वह 'हाउसफुल' सीरीज, 'किक', 'रॉय', 'ढिशूम', 'अ फ्लाइिंग जट', 'ए जेंटलमैन' जैसी फिल्मों में मुख्य भूमिका निभा चुकी हैं. जल्द ही जैकलीन अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के साथ फिल्म 'ड्राइव' में नजर आएंगी. |
उत्तर प्रदेश की घोसी विधानसभा उपचुनाव के लिए भाजपा ने सब्जी बेचने वाले के बेटे को बनाया प्रत्याशी | उत्तर प्रदेश की 13 विधानसभा सीटों पर होने हैं उपचुनाव
17 राज्यों और एक केंद्र शासित राज्य में 64 सीटों पर होने हैं उपचुनाव
महाराष्ट्र-हरियाणा विधानसभा के साथ आएंगे इन सीटों के भी नतीजे | भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 13 सीटों पर होने वाले उपचुनावों के लिए उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. इस सूची में पार्टी ने एक सब्जी बेचने वाले के बेटे को शामिल करके एक नई मिसाल कायम की है. भाजपा ने घोसी विधानसभा क्षेत्र से विजय राजभर को उम्मीदवार बनाया है. बता दें कि विजय के पिता सब्जी बेचते हैं. बीजेपी के उम्मीदवारों की सूची में खुद का नाम देखकर विजय राजभर ने कहा, 'संगठन ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है. मेरे पिता मुंशी पुरा के पास फुटपाथ पर सब्जियां बेचते हैं. मैं पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा.' वहीं विजय के पिता नंद लाल राजभर ने कहा कि यह टिकट उनके बेटे की मेहनत का फल है. उन्होंने कहा, 'मैं सब्जियां बेचता हूं. मेरे बेटे की मेहनत रंग लाई है. पार्टी ने उसे सक्षम मानकर टिकट दिया है. यह सोचकर अच्छा लगता है.'
बता दें कि भाजपा ने 17 राज्यों की 64 विधानसभा सीटों और एक केंद्र शासित प्रदेश में 21 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है. इसमें कुल 32 सीटों के प्रत्याशियों की घोषणा की गई है. उत्तर प्रदेश में पार्टी ने विजय राजभर के अलावा गंगोह से कीरत सिंह, रामपुर से भारत भूषण गुप्ता, इगलास से राजकुमार सहयोगी, लखनऊ छावनी से सुरेश तिवारी, गोविंदनगर से सुरेंद्र मैथानी, मानिकपुर से आनंद शुक्ला, जैदपुर से अंबरीश रावत, जबलपुर से राजेश सिंह और बलहा से सरोज सोनकर को मैदान में उतारा है.
आपको बता दें कि चुनाव आयोग ने कर्नाटक में 15 सीटों, उत्तर प्रदेश में 11 सीटों, केरल और बिहार में पांच-पांच सीटों, गुजरात, असम और पंजाब में चार-चार सीटों, सिक्किम में तीन सीटों, हिमाचल प्रदेश, तमिलनाडु और राजस्थान में दो-दो सीटों और अरुणाचल प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश, मेघालय, ओडिशा और पुडुचेरी में एक-एक सीट के लिए विधानसभा उपचुनाव की घोषणा की है. नतीजे 24 अक्टूबर को आएंगे. |
IND vs AUS: दूसरे टी20 के बाद ICC ने विराट कोहली का फोटो पोस्ट कर पूछा सवाल तो मिले यह रोचक जवाब.. | बारिश ने दूसरे टी20 में ऑस्ट्रेलिया को हार से बचा लिया
आईसीसी ने विराट का स्टोइनिस के साथ फोटो पोस्ट किया
सवाल किया-अंदाज लगाइए, स्टोइनिस से क्या कह रहे हैं कोहली | CAPTION COMPETITION टिप्पणियां
What do you think Virat Kohli is saying here to Marcus Stoinis? pic.twitter.com/0ugBdDUC7J
— ICC (@ICC) November 23, 2018
What do you think Virat Kohli is saying here to Marcus Stoinis? pic.twitter.com/0ugBdDUC7J
Welcome to RCB
भाड़ में जाने दो मैच आईपीएल आ रहा है तुमको इस बार rcb को चैंपियन बनाना है
i will make vice captain for RCB if you dont perform well
Welcome to @RCBTweets Mate. You will be my death bowler for this @IPL season.
Get your moment by laughing with future Leading Run Scorer Of All Time.
“RAIN SAVED YOU” |
पाकिस्तान : नवाज शरीफ को पनामा पेपर्स मामले में सुप्रीम कोर्ट ने जारी किया नोटिस | पनामा पेपर्स घोटाले में नवाज शरीफ, उनके परिवार के सदस्यों, अन्य को नोटिस.
प्रधानमंत्री और उनके आश्रित विदेश में कंपनी खोलने में लिप्त हैं: याचिकाएं
अदालत ने दो हफ्ते के लिए सुनवाई स्थगित कर दी. | पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने गुरुवार को पनामा पेपर्स घोटाले में नवाज शरीफ, उनके परिवार के सदस्यों और अन्य को नोटिस जारी किया. अदालत से याचिका के जरिये शरीफ को उनके कथित भ्रष्टाचार को लेकर अयोग्य करार देने मांग की गई है. पांच याचिकाओं में कहा गया है पनामा पेपर्स में खुलासा किया गया है कि प्रधानमंत्री और उनके आश्रित विदेश में कंपनी खोलने में लिप्त हैं. उन्होंने अपने आश्रितों की संपत्ति को छुपाया है और नेशनल असेंबली से भी सच्चाई छुपाई है.
समचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इन याचिकाओं में यह भी कहा गया है कि वह संविधान के अनुच्छेद 62 और 63 के तहत पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं. मामले की शुरुआती सुनवाई के बाद अदालत ने दो हफ्ते के लिए सुनवाई स्थगित कर दी.
प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि वह पनामा पेपर्स से जुड़ी न्यायिक कार्यवाही का स्वागत करते हैं. अपने कानूनी दल से विचार-विमर्श के बाद जारी बयान में शरीफ ने कहा कि जनता की अदालत फैसले दे रही है. बेहतर होगा कि न्यायपालिका के फैसले का इंतजार किया जाए.
प्रधानमंत्री ने एक न्यायिक आयोग द्वारा मामले की जांच में बहुत अधिक देरी के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया. शरीफ ने कहा कि उन्होंने न केवल अपनी स्थिति नेशनल असेंबली में और जनता के समक्ष स्पष्ट की है बल्कि पनामा पेपर्स घोटाले की जांच के लिए एक आयोग की भी घोषणा की थी.टिप्पणियां
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ, जमात ए इस्लामी, वतन पार्टी के वकील जफरुल्ला खान, अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद अहमद और अधिवक्ता असद अहमद ने प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के सरकारी पद के अयोग्य करार देने लिए याचिका दायर की है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
समचार पत्र डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इन याचिकाओं में यह भी कहा गया है कि वह संविधान के अनुच्छेद 62 और 63 के तहत पद पर बने रहने के योग्य नहीं हैं. मामले की शुरुआती सुनवाई के बाद अदालत ने दो हफ्ते के लिए सुनवाई स्थगित कर दी.
प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि वह पनामा पेपर्स से जुड़ी न्यायिक कार्यवाही का स्वागत करते हैं. अपने कानूनी दल से विचार-विमर्श के बाद जारी बयान में शरीफ ने कहा कि जनता की अदालत फैसले दे रही है. बेहतर होगा कि न्यायपालिका के फैसले का इंतजार किया जाए.
प्रधानमंत्री ने एक न्यायिक आयोग द्वारा मामले की जांच में बहुत अधिक देरी के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया. शरीफ ने कहा कि उन्होंने न केवल अपनी स्थिति नेशनल असेंबली में और जनता के समक्ष स्पष्ट की है बल्कि पनामा पेपर्स घोटाले की जांच के लिए एक आयोग की भी घोषणा की थी.टिप्पणियां
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ, जमात ए इस्लामी, वतन पार्टी के वकील जफरुल्ला खान, अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद अहमद और अधिवक्ता असद अहमद ने प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के सरकारी पद के अयोग्य करार देने लिए याचिका दायर की है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि वह पनामा पेपर्स से जुड़ी न्यायिक कार्यवाही का स्वागत करते हैं. अपने कानूनी दल से विचार-विमर्श के बाद जारी बयान में शरीफ ने कहा कि जनता की अदालत फैसले दे रही है. बेहतर होगा कि न्यायपालिका के फैसले का इंतजार किया जाए.
प्रधानमंत्री ने एक न्यायिक आयोग द्वारा मामले की जांच में बहुत अधिक देरी के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया. शरीफ ने कहा कि उन्होंने न केवल अपनी स्थिति नेशनल असेंबली में और जनता के समक्ष स्पष्ट की है बल्कि पनामा पेपर्स घोटाले की जांच के लिए एक आयोग की भी घोषणा की थी.टिप्पणियां
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ, जमात ए इस्लामी, वतन पार्टी के वकील जफरुल्ला खान, अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद अहमद और अधिवक्ता असद अहमद ने प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के सरकारी पद के अयोग्य करार देने लिए याचिका दायर की है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
प्रधानमंत्री ने एक न्यायिक आयोग द्वारा मामले की जांच में बहुत अधिक देरी के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराया. शरीफ ने कहा कि उन्होंने न केवल अपनी स्थिति नेशनल असेंबली में और जनता के समक्ष स्पष्ट की है बल्कि पनामा पेपर्स घोटाले की जांच के लिए एक आयोग की भी घोषणा की थी.टिप्पणियां
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ, जमात ए इस्लामी, वतन पार्टी के वकील जफरुल्ला खान, अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद अहमद और अधिवक्ता असद अहमद ने प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के सरकारी पद के अयोग्य करार देने लिए याचिका दायर की है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पाकिस्तान तहरीक ए इंसाफ, जमात ए इस्लामी, वतन पार्टी के वकील जफरुल्ला खान, अवामी मुस्लिम लीग के प्रमुख शेख राशिद अहमद और अधिवक्ता असद अहमद ने प्रधानमंत्री और उनके परिवार के सदस्यों के सरकारी पद के अयोग्य करार देने लिए याचिका दायर की है.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
2जी घोटाला : विशेष अभियोजक की नियुक्ति पर आदेश कल | उच्चतम न्यायालय पूर्व मंत्री ए राजा तथा अन्य के खिलाफ मामले की सुनवाई के लिए विशेष सरकारी अभियोजक की नियुक्ति पर सोमवार को आदेश देगा। | उच्चतम न्यायालय 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला मामले में पूर्व मंत्री ए राजा तथा अन्य के खिलाफ मामले की सुनवाई के लिए विशेष सरकारी अभियोजक की नियुक्ति के बारे में सोमवार को आदेश पारित करेगा। न्यायाधीश जीएस सिंघवी और न्यायाधीश एके गांगुली की पीठ घोटाले में शामिल सभी आरोपियों को कानून के दायरे में लाने के लिए दैनिक आधार पर मामले की सुनवाई के लिए भी आदेश देगा और इसके तहत मामले को स्थगित नहीं किया जा सकेगा। केंद्र की आपत्ति को दरकिनार करते हुए शीर्ष अदालत ने 8 अप्रैल को कहा था कि वह वरिष्ठ अधिवक्ता यूयू ललित को विशेष अभियोजक नियुक्त किए जाने के लिए आदेश जारी करेगी। केंद्र के अनुरोध को खारिज करते हुए पीठ ने कहा कि वह ललित की नियुक्ति को लेकर 11 अप्रैल को आदेश जारी करेगी। केंद्र ने दूसरे अभियोजक का नाम देने के लिए एक सप्ताह का समय देने का अनुरोध किया था। न्यायालय ने यह भी कहा कि वह विशेष अदालत को मामले की रोजाना सुनवाई करने का निर्देश देगी। 2जी स्पेक्ट्रम मामले की सुनवाई के लिए विशेष अदालत का गठन किया गया है। सीबीआई ने राजा और अन्य के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, भ्रष्टाचार निरोधक कानून और मनी लॉन्ड्रिंग कानून की विभिन्न धाराओं के तहत राजा एवं अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एजेंसी ने 1 अप्रैल को न्यायालय को सूचित किया था कि 2जी स्पेक्ट्रम की सुनवाई में मदद के लिए ललित को नियुक्त करेगी। |
पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज को 196 रन से रौंदा | स्पिनरों के दमदार प्रदर्शन की बदौलत पाकिस्तान ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के अंतिम दिन वेस्टइंडीज को 196 रन से हराकर दो मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। | स्पिनरों के दमदार प्रदर्शन की बदौलत पाकिस्तान ने दूसरे क्रिकेट टेस्ट के अंतिम दिन वेस्टइंडीज को 196 रन से हराकर दो मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर कर दी। अब्दुर रहमान ने अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी की और साथी स्पिनर सईद अजमल के साथ अंतिम पांच विकेट बांटे। रहमान ने 65 रन देकर चार विकेट चटकाए जबकि अजमल ने 79 रन देकर तीन खिलाड़ियों को पवेलियन भेजा जिससे पाकिस्तान के 427 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम दूसरी पारी में 230 रन पर ढेर हो गई। केमार रोच के 12 रन के स्कोर पर रन आउट होने के साथ मेजबान टीम की पारी का अंत हुआ। पाकिस्तान की जीत के साथ दो मैचों की श्रृंखला 1-1 से बराबर रही। वेस्टइंडीज ने पहला टेस्ट 40 रन से जीता था। वेस्टइंडीज की ओर से आज कप्तान डेरेन सैमी ने 41 रन की पारी खेली और कुछ देर तक हार को टालने में सफल रहे। टूर्नामेंट में 17 विकेट चटकाकर मैन ऑफ द सीरीज बने अजमल ने दिन के तीसरे ओवर में ही ब्रेंडन नैश को स्लिप में मैन ऑफ द मैच तौफीक उमर के हाथों कैच करा दिया। वह अपने कल के 30 रन के स्कोर में कोई रन नहीं जोड़ पाए। बाएं हाथ के स्पिनर रहमान ने विकेटकीपर कार्लटन बा जूनियर को 18 रन के स्कोर पर पगबाधा आउट किया। अजमल ने इसके बाद सैमी को मिड विकेट पर कैच कराया जबकि रवि रामपाल के रूप में मेजबान टीम को नौवां झटका दिया। |