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विराट कोहली ने अनुष्का शर्मा के साथ मनाया अपना वैलेंटाइन्स डे | विराट ने अनुष्का के साथ अपना फोटो इंस्टाग्राम पर शेयर किया है
विराट ने लिखा, आप चाहें तो हर दिन होता है वैलेंटाइन्स डे
हाल ही में अनुष्का की फिल्म 'फिलौरी' में भी जुड़ा था विराट का नाम | क्रिकेट और बॉलीवुड में हमेशा से ही गहरा नाता रहा है. नीली जर्सी वाले भारतीय क्रिकेट खिलाड़ियों को अक्सर साथ निभाते देखा गया है और ऐसी ही हॉट ऐंड हैपनिंग जोड़ी है अनुष्का शर्मा और विरोट कोहली की. हालांकि यह जोड़ी अपने रिश्तो को काफी प्राइवेट ही रखती है लेकिन बुधवार को भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने गर्लफ्रेंड अनुष्का शर्मा के साथ अपना एक फोटो पोस्ट किया है. विराट ने सिर्फ फोटो ही पोस्ट नहीं किया बल्कि अनुष्का को अपना वैलेंटाइन भी बताया है. अपने इस फोटो में विराट और अनुष्का किसी गार्डन में बैठे नजर आ रहे हैं. विराट ने अपने इस फोटो के साथ ही अनुष्का के लिए एक खूबसूरत संदेश भी दिया है.टिप्पणियां
विराट कोहली ने अपनी इस पोस्ट में लिखा, ' यदि आप चाहें तो आपका हर दिन वैलेंटाइन्स डे है. तुम मेरे लिए हर दिन कुछ ऐसा ही बना देती हो.' अपने इस प्यार भरे पोस्ट में विराट ने अनुष्का को टैग भी किया है.
Everyday is a valentine day if you want it to be. You make everyday seem like one for me . @anushkasharmaA post shared by Virat Kohli (@virat.kohli) on Feb 14, 2017 at 11:33pm PST
एक दिन पहले ही विराट ने अपना एक फोटो पोस्ट किया और यह जानकारी दी कि वह फ्लाइट से कहीं जा रहे हैं. विराट इस फोटो में काफी थके हुए नजर आ रहे हैं. लगता है विराट इतना थके होने के बाद भी अनुष्का शर्मा से ही मिलने निकले थे.
Tired. Content. Waiting to board. A post shared by Virat Kohli (@virat.kohli) on Feb 13, 2017 at 7:54am PST
बता दें कि हाल ही में सोशल मीडिया पर यह खबरें आई कि अनुष्का शर्मा की आने वाली फिल्म 'फिलौरी' में उनके बॉयफ्रेंड विराट कोहली ने पैसा लगाया है. इन अफवाहों के विरोध में अनुष्का ने अपना बयान जारी कर ऐसी अफवाह फैलाने वालों को करारा जवाब दिया. अनुष्का ने अपने बयान में कहा, ' इस तरह की झूठी खबरों और बिना किसी आधिकारिक जानकारी के ऐसे दावों से आप न सिर्फ मेरी और सालों से की जा रही मेरी मेहनत की बेइज्जती करते हैं, बल्कि आप उस हर व्यक्ति की बेइज्जती करते हैं जो इस फिल्म से जुड़ा है.' googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
बेहद कम उम्र में प्रोड्यूसर बनी अनुष्का शर्मा ने सबसे पहली फिल्म 'एनएच 10' प्रोड्यूस की है. इस फिल्म में भी अनुष्का शर्मा ने मुख्य भूमिका निभायी थी. . हाल ही में अनुष्का की इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया जिसे बॉलीवुड के सितारों की काफी तारीफ मिली. इस फिल्म में अनुष्का एक भूतनी का किरदार निभाती नजर आएंगी. 'फिलौरी', 'एनएच 10' के बाद अनुष्का के प्रोडक्शन हाउस के तहत बनने वाली दूसरी फिल्म है.
विराट कोहली ने अपनी इस पोस्ट में लिखा, ' यदि आप चाहें तो आपका हर दिन वैलेंटाइन्स डे है. तुम मेरे लिए हर दिन कुछ ऐसा ही बना देती हो.' अपने इस प्यार भरे पोस्ट में विराट ने अनुष्का को टैग भी किया है.
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एक दिन पहले ही विराट ने अपना एक फोटो पोस्ट किया और यह जानकारी दी कि वह फ्लाइट से कहीं जा रहे हैं. विराट इस फोटो में काफी थके हुए नजर आ रहे हैं. लगता है विराट इतना थके होने के बाद भी अनुष्का शर्मा से ही मिलने निकले थे.
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बता दें कि हाल ही में सोशल मीडिया पर यह खबरें आई कि अनुष्का शर्मा की आने वाली फिल्म 'फिलौरी' में उनके बॉयफ्रेंड विराट कोहली ने पैसा लगाया है. इन अफवाहों के विरोध में अनुष्का ने अपना बयान जारी कर ऐसी अफवाह फैलाने वालों को करारा जवाब दिया. अनुष्का ने अपने बयान में कहा, ' इस तरह की झूठी खबरों और बिना किसी आधिकारिक जानकारी के ऐसे दावों से आप न सिर्फ मेरी और सालों से की जा रही मेरी मेहनत की बेइज्जती करते हैं, बल्कि आप उस हर व्यक्ति की बेइज्जती करते हैं जो इस फिल्म से जुड़ा है.' googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });
बेहद कम उम्र में प्रोड्यूसर बनी अनुष्का शर्मा ने सबसे पहली फिल्म 'एनएच 10' प्रोड्यूस की है. इस फिल्म में भी अनुष्का शर्मा ने मुख्य भूमिका निभायी थी. . हाल ही में अनुष्का की इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया जिसे बॉलीवुड के सितारों की काफी तारीफ मिली. इस फिल्म में अनुष्का एक भूतनी का किरदार निभाती नजर आएंगी. 'फिलौरी', 'एनएच 10' के बाद अनुष्का के प्रोडक्शन हाउस के तहत बनने वाली दूसरी फिल्म है.
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बेहद कम उम्र में प्रोड्यूसर बनी अनुष्का शर्मा ने सबसे पहली फिल्म 'एनएच 10' प्रोड्यूस की है. इस फिल्म में भी अनुष्का शर्मा ने मुख्य भूमिका निभायी थी. . हाल ही में अनुष्का की इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज किया गया जिसे बॉलीवुड के सितारों की काफी तारीफ मिली. इस फिल्म में अनुष्का एक भूतनी का किरदार निभाती नजर आएंगी. 'फिलौरी', 'एनएच 10' के बाद अनुष्का के प्रोडक्शन हाउस के तहत बनने वाली दूसरी फिल्म है. |
लुटेरी दुल्हन गिरोह की दो लड़कियां गिरफ्तार | कानपुर में शादी के नाम पर युवकों को ठगने वाली कानपुर में दो लड़कियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो पूछताछ में पता चला कि इनका एक पूरा गिरोह है, जो युवकों को फंसाता था... | कानपुर में शादी के नाम पर युवकों को ठगने वाली दो लड़कियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो पूछताछ में पता चला कि इनका एक पूरा गिरोह है, जो शादी के नाम पर युवकों को फंसाता था और फिर उनसे पैसा ऐंठकर ये लुटेरी दुल्हनें फरार हो जाती थीं। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में लगी है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि फिरोजाबाद जिले में रहने वाले राजू को दुल्हन दिलवाने के लिए उसके पड़ोस में रहने वाली ममता ने अपने गाजीपुर में रहने वाले अपने बहनोई नंदू के साथ मिलकर 35 हजार रुपये में सौदा तय किया। राजू और उसके कुछ रिश्तेदार पड़ोसी सुरेश के साथ दुल्हन लेने लखनऊ पहुंच गए। नंदू ने 35 हजार रुपये लेकर दो लड़कियों को दुल्हन बनाकर इनके साथ भेज दिया। लखनऊ से ये लोग बस से कानपुर के झकरकटी बस स्टेशन शुक्रवार शाम आ गए। उन्होंने बताया कि शुक्रवार शाम बस स्टेशन पर पहुंचते ही इन दोनों कथित दुल्हनों ने भागने का प्रयास किया। इस पर दूल्हे राजू ने उन्हें पकड़ना चाहा, तो उन्होंने जबरन साथ ले जाने का आरोप लगाकर बस स्टेशन पर मौजूद भीड़ से उसे पिटवा दिया। राजू इस डर से भाग गया कि दुल्हन खरीद कर लाने की पोल न खुल जाए। हंगामा देखकर झकरकटी बस स्टेशन पर मौजूद पुलिसकर्मी इन दोनों लड़कियों और राजू के पड़ोसी सुरेश को लेकर बाबूपुरवा पुलिस स्टेशन पहुंचे। पूछताछ में पता चला कि बनारस निवासी लड़कियों के नाम गीता और अंजली थे। इन दोनों ने बताया कि गाजीपुर में रहने वाला नंदू इन दोनों को युवकों के साथ शादी के नाम पर भेजता था और युवकों से पैसा भी वसूल करता था। बाद में ये दोनों लड़के वालों को डरा धमकाकर और पुलिस में जबरन भगा लाने की धमकी देकर उनसे पैसे वसूल कर भाग जाती थीं। पुलिस के अनुसार इन दोनों लड़कियों ने बताया कि इससे पहले वह इटावा, आगरा मैनपुरी आदि जिलों के शादी के इच्छुक युवकों को बेवकूफ बनाकर उनसे काफी धन लूट चुकी हैं। इन लड़कियों में से गीता एक सिक्यूरिटी एजेंसी में सुरक्षा गार्ड है, जबकि अंजली एक ब्यूटी पार्लर में काम करती है। इनके गिरोह में नंदू के अलावा एक और महिला ममता तथा कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं। पुलिस ने इन लड़कियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419 और 420 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस ने बताया कि गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में पुलिस की टीम गाजीपुर और बनारस भेजी गई है। |
मसूरी से बेहतर जगह है धनोल्टी, Photos और Video में खुद ही देखें इस हिल स्टेशन की खूबसूरती | पहाड़ों की रानी के नाम से चर्चित 'मसूरी'
मसूरी से ज्यादा धनोल्टी को पसंद कर रहे हैं लोग
धनोल्टी है मसूरी से बेहतर | 'देवभूमि' उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में जब कोई एक सुरम्य स्थल धनोल्टी पहुंचता है, तो वह वहां देवदार के पेड़ों के माध्यम से ताजी हवा महसूस करता है. इस हवा में मिट्टी, लकड़ी की सुगंध और आस-पास के वातावरण की महक मिली होती है.
तब आप महसूस करते हैं कि आप भीड़-भाड़ वाले शहर की हलचल को पीछे छोड़ आए हैं और आनंद का अनुभव कर रहे हैं.
पहाड़ों की रानी के नाम से चर्चित 'मसूरी' में अधिक भीड़ होने के कारण, यह अपना आकर्षण खोने लगी है और लोग अब अन्य विकल्पों को तलाश रहे हैं.
धनोल्टी के एक होटल के मालिक ने कहा, "यदि कोई प्रकृति को सबसे बेहतर रूप से महसूस करना चाहता है, ताजी हवा का अनुभव करना चाहता है, हिमालय से सीधे आने वाले खनिज पानी को पीने की इच्छा अगर उसे है, तो धनोल्टी ही वह स्थान है जिसकी उसे तलाश है."
आगे कहा, "लेकिन, इसे वरदान कहें या शाप, धनोल्टी का तेजी से व्यवसायीकरण हो रहा है और हम पहले की तुलना में यहां बहुत अधिक पर्यटकों को देख रहे हैं."
इनपुट-आईएएनएस
फोटोज़ और वीडियो में देखें धनोल्टी...
A post shared by Uttarakhand Journal (@dooniswherewebelong) on Jul 13, 2019 at 6:20am PDT
A post shared by Rajat Thapliyal (@rajatt7.7) on Jul 13, 2019 at 8:25pm PDT
A post shared by Parimala VR (@parimalavr) on Jul 10, 2019 at 10:33pm PDT
A post shared by Deepanshu (@deepanshu420_) on Jul 9, 2019 at 7:39pm PDT
A post shared by Nitin Rana (@nitin.ranae) on May 28, 2019 at 9:44pm PDT |
INS कलवरी राष्ट्र को समर्पित, पीएम मोदी बोले- SAGAR का मतलब- सिक्योरिटी एंड ग्रोथ ऑफ ऑल रीजन | आईएनएस कलवरी को राष्ट्र को समर्पित करना मेरे लिए सौभाग्य की बात: पीएम
मैं देश की जनता की तरफ से नौसेना का आभार व्यक्त करता हूं: पीएम मोदी
आईएनएस कलवरी को बनाने में भारतीयों का पसीना और शाक्ति लगी है: पीएम मोदी | इस पनडुब्बी की लंबाई 67.5 मीटर और ऊंचाई 12.3 मीटर हैं. इसमें 360 बैटरी है जिसमें हर बैटरी का वजन 750 किलो हैं. साथ में 1250 किलोवाट के दो डीज़ल इंजन लगे हैं जो बैटरी को जल्दी से जल्दी चार्ज करते हैं. इसकी स्पीड करीब 40 किलोमीटर प्रति घंटा है. ये समंदर में 50 दिन तक रह सकता हैं. पूरी तरह से ब्रांड न्यू ये पनडुब्बी हर लिहाज स्टेट ऑफ द आर्ट है अपनी क्लास में इसकी टक्कर का पनडुब्बी आस पास कोई नहीं हैं. |
इस मंदिर के खजाने में है जमा है सात टन सोना और 30 टन चांदी | आन्ध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर को माना जाता देश का सबसे धनी मंदिर
तिरुपति मंदिर ने पंजाब नेशनल बैंक में जमा करवाया है 1.3 टन सोना
श्री सिद्धिविनायक और शिरडी साईं मंदिर भी सरकार को देंगे सोना | इसमें कोई संदेह नहीं कि मंदिरों में दान करना ईश्वर और मंदिर के प्रति परम आस्था का मामला है। देश के प्रायः सभी बड़े मंदिरों में श्रद्धालु दानपात्र में अरबों रुपये की नकदी और आभूषण डालते हैं, जिसमें सोना और चांदी प्रमुख होता है। लेकिन जरा कल्पना कीजिये कि देश के मंदिरों में कितने टन सोना होगा?
एक अनुमान के मुताबिक़ देश का सबसे धनी मंदिर माने जाने वाले आन्ध्र प्रदेश के तिरुमाला में स्थित तिरुपति बालाजी मंदिर के खजाने में ही लगभग सात टन सोना और 30 टन चांदी जमा है। इस स्वर्ण-रजत भंडार में श्रद्धालु दिन-प्रतिदिन वृद्धि ही करते जा रहे हैं।
गौरतलब है कि मंदिरों में पड़ा सोना देश की अर्थव्यव्स्था में इस्तेमाल नहीं हो पाता है। इसीलिए सरकार इस जमा सोने को अर्थव्यवस्था में वापस लाने के लिए अब प्रोत्साहन दे रही है।
इसी प्रोत्साहन का परिणाम है कि हाल-फिलहाल तिरुपति मंदिर के तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम ट्रस्ट (Tirumal Tirupathi Devasthanams - TTD) ने पंजाब नेशनल बैंक में 1.3 टन सोना जमा किया है। मंदिर के ट्रस्ट ने लगभग डेढ़ टन सोना इंडियन ओवरसीज़ बैंक में भी रखा हुआ है। इसके बदले में मंदिर को अच्छा-ख़ासा ब्याज़ प्राप्त होगा।
खबर है कि महाराष्ट्र के शिरडी स्थित साईं मंदिर और मुंबई के श्रीसिद्धिविनायक मंदिर के ट्रस्ट भी इस योजना का लाभ उठाने के लिए सहमत हैं। श्रीसिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट इस योजना के तहत लगभग 45 किलो सोना जमा करेगा। इस देखादेखी देश के कई अन्य मंदिर भी इस योजना का लाभ उठाने के बारे में सोच रहे हैं। |
आर्टिकल 370 पर जोरदार भाषण से लद्दाख के सांसद ने पीएम मोदी और अमित शाह को बनाया अपना मुरीद | लद्दाख के पिछड़ने के लिए आर्टिकल 370 और कांग्रेस को ठहराया जिम्मेदार
कहा- नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी ने राज्य को 'पैतृक व्यवसाय' की तरह चलाया
लद्दाख की संस्कृति के लुप्त होने के लिए 370 और कांग्रेस को दोषी बताया | शेरिंग नामग्याल ने लोकसभा में कहा कि यदि लद्दाख आज अविकसित है तो इसके लिए आर्टिकल 370 और कांग्रेस पार्टी जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि लद्दाख के लोग केंद्र शासित प्रदेश के दर्जे के लिए सात दशकों से संघर्ष कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि लद्दाख की भाषा, संस्कृति अगर लुप्त होती चली गई तो इसके लिए अनुच्छेद 370 और कांग्रेस जिम्मेदार है.
संसद में बिल पास होने के बाद जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का दो अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में अस्तित्व में आने का रास्ता साफ हो गया है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने एक ट्वीट में लद्दाख के बीजेपी सांसद नामग्याल को शाबासी देते हुए कहा कि उन्होंने अपने भाषण में क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाओं को पेश किया.
My young friend, Jamyang Tsering Namgyal who is @MPLadakh delivered an outstanding speech in the Lok Sabha while discussing key bills on J&K. He coherently presents the aspirations of our sisters and brothers from Ladakh. It is a must hear! https://t.co/XN8dGcTwx6
पीएम मोदी ने एक ट्वीट में कहा, ‘मेरे युवा दोस्त, लद्दाख से सांसद जामयांग शेरिंग नामग्याल ने जम्मू कश्मीर पर महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा के दौरान शानदार भाषण दिया. लद्दाख के हमारे भाइयों और बहनों की आंकाक्षा को सुसंगत रूप से प्रस्तुत किया. इसे अवश्य सुना जाना चाहिए.'
Excellent speech by young BJP MP, Jamyang Tsering Namgyal, representing Ladakh, the largest Lok Sabha constituency of India.
A speech full of facts that reflects aspirations of our brothers and sister from the Ladakh region. @MPLadakh
Do watch!https://t.co/mdzVUCD0LV
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी नामग्याल के भाषण का वीडियो ट्वीट किया. उन्होंने उसे देखने की अपील की. |
जानिए 'शांति' के कितना करीब रहे हैं नोबेल का शांति पुरस्कार जीतने वाले ख़्वान मानवेल सांतोस | कोलंबिया के राष्ट्रपति ख़्वान मानवेल सांतोस को नोबेल शांति पुरस्कार मिला
विरोधी दल फार्क के साथ शांति स्थापित करने के लिए मिला पुरस्कार
शांति समझौते को लेकर हुए जनमत संग्रह में ना के पक्ष में ज्यादा वोट गये | उधर सांतोस की सरकार ने तो फार्क के साथ शांति समझौता कर लिया लेकिन इसे जनमत संग्रह ने नकार दिया. ना कहने वाले कई लोगों का कहना था कि इस समझौते के ज़रिए कई कातिलों को 'बच निकलने' की राह मिल जाएगी. समझौते के तहत यह भी कहा गया था कि हथियार डालने वाले फार्क सदस्यों को बेहतर जीवन जीने के लिए सरकार आर्थिक सहायता देगी. इसे सामान्य नागरिकों के साथ ज्यादती की तरह देखा गया जो इतने संकटों के बीच ईमानदारी से जीने की कोशिश कर रहे हैं. |
सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल के प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार को बताया 'शेषनाग' जैसा | सीबीआई ने कोर्ट से कहा, जांच में कुछ नए सबूत सामने आए है।
अब गिरफ्तारी की क्या जरूरत थी : जज का सीबीआई से सवाल
बचाव पक्ष की दलील पर कोर्ट में मौजूद लोगों ने तालियां बजा दीं। | पिछले साल 15 दिसंबर को सीबीआई ने मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय के करीब राजेंद्र कुमार के दफ्तर में छापा मारा था। राजेंद्र कुमार के दफ्तर पर सीबीआई के छापे के बाद 'आप' सरकार और केंद्र सरकार के बीच तीखा आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला था। राजेंद्र कुमार 1989 बैच के आईएएस अफसर हैं और अरविंद केजरीवाल के दोबारा सत्ता में आने के बाद उन्हें मुख्यमंत्री का प्रधान सचिव बनाया गया। केजरीवाल की तरह राजेंद्र कुमार भी आईआईटी के छात्र रह चुके हैं। |
चीन के पहले विमानवाहक ने समुद्री परीक्षण पूरा किया | परीक्षण के दौरान विमानवाहक की इलेक्ट्रानिक प्रणालियों नौवहन प्रणालियों तथा हथियारों को परखा गया। | विश्व में चिंता प्रकट करने वाले चीन के पहले विमानवाहक अपनी प्रणालियों और क्षमताओं के परीक्षण के लिए चार दिन की समुद्री यात्रा के बाद अपने ठिकाने पर लौट आया है। विमानवाहक में उक्रेन से आयातित वेरयाग नामक प्लेटफार्म फिर से लगाया गया। शिन्ह्वा संवाद समिति ने बताया कि पीले सागर में चार दिन के परीक्षण के बाद वह चीन के लिओनिंग प्रांत के डालियान बंदरगाह लौट आया। परीक्षण के दौरान विमानवाहक की इलेक्ट्रानिक प्रणालियों नौवहन प्रणालियों तथा हथियारों को परखा गया। चीन के एक विशेषज्ञ यिन झुओ के अनुसार इसकी राडार प्रणाली दुनिया के सर्वाधिक उन्नत प्रणाली में एक है। विमानवाहक में चीनी निर्मित 30 जे-15 लडाकू विमान और हेलीकाप्टर तथा चालक दल के करीब 2000 सदस्यों की क्षमता है। उसके अगले सात अगस्त में औपचारिक तौर पर चीन की नौसेना में शामिल होने की उम्मीद है। |
तो अब तेजस्वी रहेंगे लालू यादव और राबड़ी देवी से दूर, जानें क्या है मामला | लालू यादव ने कहा- सुशील मोदी वहां रहे हमें कोई आपत्ति नहीं
लालू-राबड़ी के बंगले के सामने है यह बंगला
सुशील मोदी ने कहा- बिना क्षति पहुंचाए बंगला वापस दो | गौरतलब है कि तेजस्वी यादव का मौजूदा निवास 5, सर्कुलर रोड अब उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी को आवंटित किया गया है. तेजस्वी ने राज्य के उप मुख्यमंत्री और भवन निर्माण मंत्री रहने के दौरान इस मकान के रखरखाव और इसकी साज-सज्जा पर काफी बड़ी रकम खर्च की. उन्हें शायद सरकार और खासकर यह मकान हाथ से जाने का अंदाजा नहीं था. |
2जी घोटाले की फांस, पीएम से मिलेंगे प्रणब | प्रधानमंत्री न्यूयॉर्क में हैं, वहीं प्रणब वाशिंगटन में हैं, लेकिन प्रणब के कार्यक्रम में फेरबदल हुआ है और वे पीएम से मिलने न्यूयॉर्क आ रहे हैं। | सरकार के लिए 2 जी स्पेक्ट्रम मामला गले की फांस बनता जा रहा है। अमेरिका दौरे पर गए प्रधानमंत्री इन दिनों न्यूयॉर्क में हैं, वहीं वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी वाशिंगटन में हैं, लेकिन अचानक वित्तमंत्री के कार्यक्रम में फेरबदल हुआ है और वे प्रधानमंत्री से मिलने आज वाशिंगटन से न्यूयॉर्क आ रहे हैं। खबरों के मुताबिक प्रणब मुखर्जी प्रधानमंत्री से मिलकर पी चिदंबरम को लेकर चर्चा करेंगे। वित्तमंत्रालय के प्रवक्ता के मुताबिक प्रणब अपना न्यूयॉर्क दौरा बीच में खत्म नहीं कर रहे हैं। इससे पहले कल प्रधानमंत्री ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए चिदंबरम पर बतौर वित्तमंत्री और बतौर गृहमंत्री पूरा भरोसा जताया था। कानून मंत्री सलमान खुर्शीद का भी कहना है कि चिदंबरम निर्दोष हैं। उन्होंने कहा कि जिस चिट्ठी को लेकर गृहमंत्री कठघरे में हैं, वो किसी के व्यक्तिगत विचार हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें देश की न्यायिक व्यवस्था पर भरोसा करना चाहिए। उन्होंने कहा कि चिदंबरम के खिलाफ आरोप देश के सिस्टम से नाइंसाफी है और नोट में लिखी सारी बातें सामने नहीं आई हैं। |
CAA Protest: बेंगलुरू में प्रदर्शन के दौरान इतिहासकार रामचंद्र गुहा सहित 30 को पुलिस ने हिरासत में लिया | नागरिकता संशोधन कानून का देशभर में विरोध
हिरासत में लिए गए मशहूर लेखक रामचंद्र गुहा
दिल्ली में भी हिरासत में लिए गए दर्जनों प्रदर्शनकारी | नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act) के खिलाफ आज (गुरुवार) देशभर में प्रदर्शन हो रहे हैं. दिल्ली में लाल किला के पास धारा 144 लगा दी गई है. प्रदर्शन कर रहे दर्जनों लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. वहीं बेंगलुरु में मशहूर इतिहासकर व लेखक रामचंद्र गुहा (Ramachandra Guha) को पुलिस ने हिरासत में लिया है. यहां करीब 30 प्रदर्शनकारियों को भी हिरासत में लिया गया है.
नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रदर्शनकारियों ने आज शहर में मार्च निकालने का फैसला किया था. बेंगलुरु पुलिस ने इस प्रदर्शन की मंजूरी नहीं दी थी. जिसके बाद सुबह से ही मुख्य सड़कों पर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई थी. रामचंद्र गुहा भी प्रदर्शनकारियों के साथ मार्च में शामिल हुए, जिसके बाद पुलिस ने गुहा सहित 30 लोगों को हिरासत में ले लिया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों की पुलिस के साथ झड़प भी हुई. फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है.
कर्नाटक के कलबुर्गी में भी वामपंथी नेताओं और मुस्लिम संगठन से जुड़े नेताओं ने नागरिकता संशोधन कानून (CAA) का विरोध किया. यहां विरोध कर रहे करीब 20 प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. दूसरी ओर राजधानी दिल्ली के लाल किला इलाके में धारा 144 लागू होने के बाद भी सैकड़ों की संख्या में प्रदर्शनकारी इस नए कानून का विरोध करने के लिए पहुंचे. दिल्ली पुलिस ने प्रदर्शन की इजाजत नहीं दी थी. जिसके बाद दिल्ली पुलिस ने दर्जनों प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है.
नागरिकता संशोधन बिल (Citizenship Amendment Bill) लोकसभा में 9 दिसंबर, 2019 को पास होने के बाद 11 दिसंबर, 2019 को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने पेश किया जहां एक लंबी बहस के बाद यह बिल पास हो गया. इस बिल के पास होने के बाद यह नागरिकता संशोधन कानून बन गया. इस कानून के विरोध में असम, बंगाल समेत देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन तेज हो गए. 15 दिसंबर को इस कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई. इस प्रदर्शन में कई छात्रों समेत पुलिस के कुछ जवान भी घायल हो गए. जामिया की घटना के अगले दिन 16 दिसंबर, 2019 को नागरिकता संशोधन कानून को लेकर सीलमपुर में जमकर प्रदर्शन हुए. इस प्रदर्शन के दौरान पथराव की घटना हुई. स्कूली बस पर भी पत्थर फेंके गए. इस प्रदर्शन में कुछ प्रदर्शनकारियों समेत पुलिस वाले भी घायल हुए. एक पुलिस चौकी को प्रदर्शनकारियों ने जला दिया. पुलिस ने हालात को काबू में किया और वहां चौकसी बढ़ा दी गई. 17 दिसंबर को देश के दूसरे हिस्सों में भी प्रदर्शन शुरू हो गए. जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों के समर्थन में देश के कई यूनिवर्सिटी में भी प्रदर्शन हुए. कई यूनिवर्सिटी को 5 जनवरी, 2020 के लिए बंद कर दिया गया है और छात्रों से हॉस्टल खाली करा लिया गया. इस कानून के विरोध में दिल्ली के लाल किला पर लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. उधर जमा मस्जिद के इमाम ने कहा है कि इस कानून से देश के मुसलमानों को कोई लेना देना नहीं है. उन्हें नहीं डरना चाहिए. विरोध प्रदर्शन को देखते हुए 19 दिसंबर, 2019 को देश के कई हिस्सों में धारा 144 लागू कर दी गई है.
उधर गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कर दिया है कि चाहे जितना भी विरोध हो इस कानून को वापस नहीं लिया जाएगा. उनका कहना है कि यह कानून देश की जनता के लिए नहीं है, यह कानून उन अल्पसंख्यक लोगों के लिए है जो अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में धार्मिक रूप से प्रताडि़त होकर भारत में शणार्थी के रूप में आए हैं. |
छह माह की बच्ची को लेकर ड्यूटी करने वाली महिला कांस्टेबल का तबादला | महिला कांस्टेबल अर्चना जयंत की फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी
फोटो में छह माह की बच्ची को लेकर अपना कार्य मुस्तैदी से करते हुए दिख रही
डीजीपी ने अर्चना से बात की, उसका तबादला उसके घर के पास आगरा किया | पुलिस सूत्रों ने बताया कि अर्चना का परिवार आगरा में रहता है और उसकी ससुराल कानपुर में है. उसका पति गुड़गांव की एक निजी कंपनी में काम करता है. सूत्रों ने बताया कि अर्चना ने आगरा में तबादले का विकल्प चुना. अर्चना की एक दस साल की बच्ची भी है.
(इनपुट भाषा से) |
नीतीश कुमार का DNA पहले खराब था या अब है, फेसबुक पर तेजस्वी यादव ने पूछा सवाल | नीतीश जी को अपने नाखून और बाल पटना म्यूजियम में रखवा देने चाहिए : तेजस्वी
अपने DNA की जांच के लिए अब जनता को अपने नाखून, बाल का सैम्पल भेजेंगे?
'जनादेश अपमान यात्रा' पर नीतीश कुमार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं | बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की 'जनादेश अपमान यात्रा' को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. उनके फेसबुक वॉल पर या ट्विटर पर इससे संबंधित कोई प्रतिक्रिया मौजूद नहीं है.
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की 'जनादेश अपमान यात्रा' को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है. उनके फेसबुक वॉल पर या ट्विटर पर इससे संबंधित कोई प्रतिक्रिया मौजूद नहीं है. |
आईसीसी ने सैमुल्स के गेंदबाजी एक्शन को हरी झंडी दिखाई | अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर मार्लटन सैमुल्स के गेंदबाजी एक्शन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए हरी झंडी दिखा दी है। | अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर मार्लटन सैमुल्स के गेंदबाजी एक्शन को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के लिए हरी झंडी दिखा दी है। सुधार प्रक्रिया से गुजरने के बाद मध्यक्रम के बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर सैमुल्स के एक्शन को वैध ठहराया गया। आईसीसी की स्वतंत्र जांच में पाया गया कि सैमुल्स का गेंदबाजी एक्शन वैध है और इस खिलाड़ी को अंतरराष्ट्रीय मैचों में फिर से गेंदबाजी करने की अनुमति दी गई। आईसीसी ने एक बयान में कहा कि एक विस्तृत विश्लेषण में साफ हुआ कि उनकी कोहनी अब आईसीसी के नियमों के अंतर्गत 15 डिग्री की सीमा में मुड़ती है। इसमें कहा गया कि 11 फरवरी 2008 को परीक्षण के दौरान, सैमुल्स की कोहनी का मुड़ाव 15 डिग्री से अधिक आंका गया था। डरबन में दक्षिण अफ्रीका और वेस्टइंडीज के बाद जनवरी 2008 में तीसरे टेस्ट मैच के दौरान अंपायरों ने सैमुल्स संदिग्ध एक्शन की शिकायत की थी। एक्शन को आईसीसी की अनुमति मिलने के बाद इस 30 वर्षीय जमैका के खिलाड़ी ने कहा कि वह बहुत खुश है कि अब वह बल्ले के अलावा गेंद से भी अपनी टीम के लिए योगदान दे सकेगा। |
अमेरिका: 'अब यहां ट्रंप हैं', हिजाब पहनी मुस्लिम महिला को शख्स ने यह कहते हुए लात मारी | हमलावर ने महिला से कहा, 'अब यहां ट्रंप हैं'.
डेल्टा एयरलाइन की कर्मचारी के साथ हुई यह घटना...
आरोपी ने कहा, 'तुमने कुछ नहीं किया पर मैं तुम्हें लात मारने जा रहा हूं'. | अमेरिका में हिजाब पहनकर काम कर रही एक एयरलाइन की मुस्लिम महिला कर्मचारी पर कुछ लोगों ने नस्ली हमला कर दिया. आरोप है कि एक शख्स ने महिला कर्मचारी को लात मारी और उससे बदजुबानी भी की. अधिकारियों ने बताया कि हमलावर ने महिला से कहा, 'अब यहां ट्रंप हैं' और 'वो तुम सबसे छुटकारा पा लेगा'.
क्वींस डिस्ट्रिक अटॉर्नी रिचर्ड ए ब्राउन ने अपने बयान में कहा कि डेल्टा एयरलाइन की कर्मचारी राबिया खान बुधवार को जॉन एफ केनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डेल्टा स्काई लाउंज में अपने दफ्तर में बैठी थीं जब वोरसेस्टर निवासी 57 साल का रॉबिन रोड्स वहां आया. रोड्स अरूबा से वहां आया था और मैसाचुसेट्स के लिए अपनी कनेक्टिंग फ्लाइट का इंतजार कर रहा था. इस बीच वो राबिया के पास पहुंच गया.
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अभियोजकों ने बताया कि रोड्स ने महिला कर्मचारी से पूछा, 'क्या तुम सो रही हो? क्या तुम प्रार्थना कर रही हो? तुम क्या कर रही हो?' इसके बाद रोड्स ने महिला कर्मचारी के दफ्तर के दरवाजे पर खींचकर मुक्का मारा जो महिला कर्मचारी की कुर्सी के पीछे लगा.
अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस पर राबिया खान ने रोड्स से पूछा कि उसने किया क्या है? इस पर रोड्स ने कहा, 'तुमने कुछ नहीं किया पर मैं तुम्हें लात मारने जा रहा हूं'. उन्होंने बताया कि इसके बाद रोड्स ने राबिया के दाहिने पैर पर लात मारी और जब राबिया ने वहां से निकलने की कोशिश की तो उसने लात मारकर दरवाजा बंद कर दिया. रोड्स ने महिला का बाहर निकलने का रास्ता भी बंद कर दिया.
बयान के मुताबिक, जब एक दूसरे शख्स ने उसे शांत करने की कोशिश की तो वह दरवाजे से हट गया. इसके बाद राबिया भागकर लाउंज की फ्रंट डेस्क तक पहुंची. अभियोजन ने कहा कि इसके बाद भी रोड्स ने महिला का पीछा नहीं छोड़ा, वो उसके पास गया और घुटनों के बल बैठकर मुस्लिमों की तरह प्रार्थना की नकल करने लगा. इसके बाद वो कथित तौर पर चिल्लाने लगा, 'इस्लाम, आईएसआईएस, अब यहां डोनाल्ड ट्रंप है. वो तुम सबसे छुटकारा पा लेगा. तुम जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस से इस तरह के लोगों के बारे में पूछ सकते हो. तुम देखोगे कि क्या होता है'. रोड्स पर हमले, अवैध तरीके से बंधक बनाना और घृणा अपराध के तहत उत्पीड़न समेत कई आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं. दोषी पाए जाने पर उसे चार साल तक की जेल हो सकती है.टिप्पणियां
गिरफ्तारी के बाद रोड्स ने पुलिस से कहा, 'मुझे लगता है असभ्य आचरण की वजह से मैं जेल जा रहा हूं. मैं बता नहीं सकता कि वो महिला थी या पुरुष, क्योंकि मेरी तरफ उसकी पीठ थी और उन्होंने अपने सिर पर कुछ ढक रखा था'.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
क्वींस डिस्ट्रिक अटॉर्नी रिचर्ड ए ब्राउन ने अपने बयान में कहा कि डेल्टा एयरलाइन की कर्मचारी राबिया खान बुधवार को जॉन एफ केनेडी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डेल्टा स्काई लाउंज में अपने दफ्तर में बैठी थीं जब वोरसेस्टर निवासी 57 साल का रॉबिन रोड्स वहां आया. रोड्स अरूबा से वहां आया था और मैसाचुसेट्स के लिए अपनी कनेक्टिंग फ्लाइट का इंतजार कर रहा था. इस बीच वो राबिया के पास पहुंच गया.
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अभियोजकों ने बताया कि रोड्स ने महिला कर्मचारी से पूछा, 'क्या तुम सो रही हो? क्या तुम प्रार्थना कर रही हो? तुम क्या कर रही हो?' इसके बाद रोड्स ने महिला कर्मचारी के दफ्तर के दरवाजे पर खींचकर मुक्का मारा जो महिला कर्मचारी की कुर्सी के पीछे लगा.
अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस पर राबिया खान ने रोड्स से पूछा कि उसने किया क्या है? इस पर रोड्स ने कहा, 'तुमने कुछ नहीं किया पर मैं तुम्हें लात मारने जा रहा हूं'. उन्होंने बताया कि इसके बाद रोड्स ने राबिया के दाहिने पैर पर लात मारी और जब राबिया ने वहां से निकलने की कोशिश की तो उसने लात मारकर दरवाजा बंद कर दिया. रोड्स ने महिला का बाहर निकलने का रास्ता भी बंद कर दिया.
बयान के मुताबिक, जब एक दूसरे शख्स ने उसे शांत करने की कोशिश की तो वह दरवाजे से हट गया. इसके बाद राबिया भागकर लाउंज की फ्रंट डेस्क तक पहुंची. अभियोजन ने कहा कि इसके बाद भी रोड्स ने महिला का पीछा नहीं छोड़ा, वो उसके पास गया और घुटनों के बल बैठकर मुस्लिमों की तरह प्रार्थना की नकल करने लगा. इसके बाद वो कथित तौर पर चिल्लाने लगा, 'इस्लाम, आईएसआईएस, अब यहां डोनाल्ड ट्रंप है. वो तुम सबसे छुटकारा पा लेगा. तुम जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस से इस तरह के लोगों के बारे में पूछ सकते हो. तुम देखोगे कि क्या होता है'. रोड्स पर हमले, अवैध तरीके से बंधक बनाना और घृणा अपराध के तहत उत्पीड़न समेत कई आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं. दोषी पाए जाने पर उसे चार साल तक की जेल हो सकती है.टिप्पणियां
गिरफ्तारी के बाद रोड्स ने पुलिस से कहा, 'मुझे लगता है असभ्य आचरण की वजह से मैं जेल जा रहा हूं. मैं बता नहीं सकता कि वो महिला थी या पुरुष, क्योंकि मेरी तरफ उसकी पीठ थी और उन्होंने अपने सिर पर कुछ ढक रखा था'.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक, अभियोजकों ने बताया कि रोड्स ने महिला कर्मचारी से पूछा, 'क्या तुम सो रही हो? क्या तुम प्रार्थना कर रही हो? तुम क्या कर रही हो?' इसके बाद रोड्स ने महिला कर्मचारी के दफ्तर के दरवाजे पर खींचकर मुक्का मारा जो महिला कर्मचारी की कुर्सी के पीछे लगा.
अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस पर राबिया खान ने रोड्स से पूछा कि उसने किया क्या है? इस पर रोड्स ने कहा, 'तुमने कुछ नहीं किया पर मैं तुम्हें लात मारने जा रहा हूं'. उन्होंने बताया कि इसके बाद रोड्स ने राबिया के दाहिने पैर पर लात मारी और जब राबिया ने वहां से निकलने की कोशिश की तो उसने लात मारकर दरवाजा बंद कर दिया. रोड्स ने महिला का बाहर निकलने का रास्ता भी बंद कर दिया.
बयान के मुताबिक, जब एक दूसरे शख्स ने उसे शांत करने की कोशिश की तो वह दरवाजे से हट गया. इसके बाद राबिया भागकर लाउंज की फ्रंट डेस्क तक पहुंची. अभियोजन ने कहा कि इसके बाद भी रोड्स ने महिला का पीछा नहीं छोड़ा, वो उसके पास गया और घुटनों के बल बैठकर मुस्लिमों की तरह प्रार्थना की नकल करने लगा. इसके बाद वो कथित तौर पर चिल्लाने लगा, 'इस्लाम, आईएसआईएस, अब यहां डोनाल्ड ट्रंप है. वो तुम सबसे छुटकारा पा लेगा. तुम जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस से इस तरह के लोगों के बारे में पूछ सकते हो. तुम देखोगे कि क्या होता है'. रोड्स पर हमले, अवैध तरीके से बंधक बनाना और घृणा अपराध के तहत उत्पीड़न समेत कई आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं. दोषी पाए जाने पर उसे चार साल तक की जेल हो सकती है.टिप्पणियां
गिरफ्तारी के बाद रोड्स ने पुलिस से कहा, 'मुझे लगता है असभ्य आचरण की वजह से मैं जेल जा रहा हूं. मैं बता नहीं सकता कि वो महिला थी या पुरुष, क्योंकि मेरी तरफ उसकी पीठ थी और उन्होंने अपने सिर पर कुछ ढक रखा था'.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अभियोजन पक्ष ने कहा कि इस पर राबिया खान ने रोड्स से पूछा कि उसने किया क्या है? इस पर रोड्स ने कहा, 'तुमने कुछ नहीं किया पर मैं तुम्हें लात मारने जा रहा हूं'. उन्होंने बताया कि इसके बाद रोड्स ने राबिया के दाहिने पैर पर लात मारी और जब राबिया ने वहां से निकलने की कोशिश की तो उसने लात मारकर दरवाजा बंद कर दिया. रोड्स ने महिला का बाहर निकलने का रास्ता भी बंद कर दिया.
बयान के मुताबिक, जब एक दूसरे शख्स ने उसे शांत करने की कोशिश की तो वह दरवाजे से हट गया. इसके बाद राबिया भागकर लाउंज की फ्रंट डेस्क तक पहुंची. अभियोजन ने कहा कि इसके बाद भी रोड्स ने महिला का पीछा नहीं छोड़ा, वो उसके पास गया और घुटनों के बल बैठकर मुस्लिमों की तरह प्रार्थना की नकल करने लगा. इसके बाद वो कथित तौर पर चिल्लाने लगा, 'इस्लाम, आईएसआईएस, अब यहां डोनाल्ड ट्रंप है. वो तुम सबसे छुटकारा पा लेगा. तुम जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस से इस तरह के लोगों के बारे में पूछ सकते हो. तुम देखोगे कि क्या होता है'. रोड्स पर हमले, अवैध तरीके से बंधक बनाना और घृणा अपराध के तहत उत्पीड़न समेत कई आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं. दोषी पाए जाने पर उसे चार साल तक की जेल हो सकती है.टिप्पणियां
गिरफ्तारी के बाद रोड्स ने पुलिस से कहा, 'मुझे लगता है असभ्य आचरण की वजह से मैं जेल जा रहा हूं. मैं बता नहीं सकता कि वो महिला थी या पुरुष, क्योंकि मेरी तरफ उसकी पीठ थी और उन्होंने अपने सिर पर कुछ ढक रखा था'.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
बयान के मुताबिक, जब एक दूसरे शख्स ने उसे शांत करने की कोशिश की तो वह दरवाजे से हट गया. इसके बाद राबिया भागकर लाउंज की फ्रंट डेस्क तक पहुंची. अभियोजन ने कहा कि इसके बाद भी रोड्स ने महिला का पीछा नहीं छोड़ा, वो उसके पास गया और घुटनों के बल बैठकर मुस्लिमों की तरह प्रार्थना की नकल करने लगा. इसके बाद वो कथित तौर पर चिल्लाने लगा, 'इस्लाम, आईएसआईएस, अब यहां डोनाल्ड ट्रंप है. वो तुम सबसे छुटकारा पा लेगा. तुम जर्मनी, बेल्जियम और फ्रांस से इस तरह के लोगों के बारे में पूछ सकते हो. तुम देखोगे कि क्या होता है'. रोड्स पर हमले, अवैध तरीके से बंधक बनाना और घृणा अपराध के तहत उत्पीड़न समेत कई आरोपों में मामले दर्ज किए गए हैं. दोषी पाए जाने पर उसे चार साल तक की जेल हो सकती है.टिप्पणियां
गिरफ्तारी के बाद रोड्स ने पुलिस से कहा, 'मुझे लगता है असभ्य आचरण की वजह से मैं जेल जा रहा हूं. मैं बता नहीं सकता कि वो महिला थी या पुरुष, क्योंकि मेरी तरफ उसकी पीठ थी और उन्होंने अपने सिर पर कुछ ढक रखा था'.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
गिरफ्तारी के बाद रोड्स ने पुलिस से कहा, 'मुझे लगता है असभ्य आचरण की वजह से मैं जेल जा रहा हूं. मैं बता नहीं सकता कि वो महिला थी या पुरुष, क्योंकि मेरी तरफ उसकी पीठ थी और उन्होंने अपने सिर पर कुछ ढक रखा था'.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
केंद्र सरकार मेजर गोगोई के समर्थन में, हालात को काबू करने का बेहतरीन नमूना | सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत ही मेजर ने कार्रवाई की
सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि अत्याधिक बल इस्तेमाल न हो
मणिपुर मामले में कोर्ट ने केंद्र की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज की थी | मेजर गोगोई ने जो किया वह बिल्कुल सही है. सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत ही मेजर ने कार्रवाई की. एटॉर्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने एनडीटीवी इंडिया से यह बात कही है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश हैं कि अत्याधिक बल इस्तेमाल न हो. मिनिमम बल इस्तेमाल कर हालात को काबू पाने का ये बेहतरीन नमूना है. एक व्यक्ति को शील्ड न बनाते तो जानमाल का नुकसान होता.
27 अप्रैल को केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा था जब मणिपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज की थी. सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में बदलाव करने से इनकार किया जिसमें कहा गया था कि सेना या पुलिस अत्याधिक बल का इस्तेमाल नहीं कर सकती.टिप्पणियां
मणिपुर में सेना द्वारा एनकाउंटर करने के मामले में केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी. सुप्रीम कोर्ट के जुलाई 2016 के फैसले के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की गई थी. केंद्र ने कहा था कि इस फैसले पर फिर से विचार किया जाए नहीं तो मिलिटेंट के खिलाफ सेना के आपरेशन पर असर पड़ेगा. यहां तक कि यह आदेश AFSPA के प्रावधानों पर भी असर डाल रहा है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सेना या पुलिस ऐसे मामलों में एक्सेस पावर का इस्तेमाल नहीं कर सकती और आत्मरक्षा के लिए न्यूनतम बल यानी फोर्स का इस्तेमाल किया जाए. केंद्र की ओर से एजी मुकुल रोहतगी ने कहा था कि जिस राज्य में मिलिटेंट इनसर्जेंसी चल रही हो ऐसे मामलों में आत्मरक्षा का सवाल नहीं बल्कि हमले करने का होता है. इसका असर उत्तर पूर्वी राज्यों और जम्मू-कश्मीर में पड़ता है जहां AFSPA लगा हुआ है. ऐसे इलाकों में सेना को ऑपरेशन चलाने के लिए आत्मरक्षा नहीं बल्कि हमला करना होता है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट अपने आदेश पर फिर से गौर करे और इस पर जल्द सुनवाई हो. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर चुका है.
27 अप्रैल को केंद्र सरकार को सुप्रीम कोर्ट से झटका लगा था जब मणिपुर मामले में सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार की क्यूरेटिव पिटीशन खारिज की थी. सुप्रीम कोर्ट ने फैसले में बदलाव करने से इनकार किया जिसमें कहा गया था कि सेना या पुलिस अत्याधिक बल का इस्तेमाल नहीं कर सकती.टिप्पणियां
मणिपुर में सेना द्वारा एनकाउंटर करने के मामले में केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी. सुप्रीम कोर्ट के जुलाई 2016 के फैसले के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की गई थी. केंद्र ने कहा था कि इस फैसले पर फिर से विचार किया जाए नहीं तो मिलिटेंट के खिलाफ सेना के आपरेशन पर असर पड़ेगा. यहां तक कि यह आदेश AFSPA के प्रावधानों पर भी असर डाल रहा है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सेना या पुलिस ऐसे मामलों में एक्सेस पावर का इस्तेमाल नहीं कर सकती और आत्मरक्षा के लिए न्यूनतम बल यानी फोर्स का इस्तेमाल किया जाए. केंद्र की ओर से एजी मुकुल रोहतगी ने कहा था कि जिस राज्य में मिलिटेंट इनसर्जेंसी चल रही हो ऐसे मामलों में आत्मरक्षा का सवाल नहीं बल्कि हमले करने का होता है. इसका असर उत्तर पूर्वी राज्यों और जम्मू-कश्मीर में पड़ता है जहां AFSPA लगा हुआ है. ऐसे इलाकों में सेना को ऑपरेशन चलाने के लिए आत्मरक्षा नहीं बल्कि हमला करना होता है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट अपने आदेश पर फिर से गौर करे और इस पर जल्द सुनवाई हो. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर चुका है.
मणिपुर में सेना द्वारा एनकाउंटर करने के मामले में केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट पहुंची थी. सुप्रीम कोर्ट के जुलाई 2016 के फैसले के खिलाफ क्यूरेटिव पिटीशन दाखिल की गई थी. केंद्र ने कहा था कि इस फैसले पर फिर से विचार किया जाए नहीं तो मिलिटेंट के खिलाफ सेना के आपरेशन पर असर पड़ेगा. यहां तक कि यह आदेश AFSPA के प्रावधानों पर भी असर डाल रहा है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सेना या पुलिस ऐसे मामलों में एक्सेस पावर का इस्तेमाल नहीं कर सकती और आत्मरक्षा के लिए न्यूनतम बल यानी फोर्स का इस्तेमाल किया जाए. केंद्र की ओर से एजी मुकुल रोहतगी ने कहा था कि जिस राज्य में मिलिटेंट इनसर्जेंसी चल रही हो ऐसे मामलों में आत्मरक्षा का सवाल नहीं बल्कि हमले करने का होता है. इसका असर उत्तर पूर्वी राज्यों और जम्मू-कश्मीर में पड़ता है जहां AFSPA लगा हुआ है. ऐसे इलाकों में सेना को ऑपरेशन चलाने के लिए आत्मरक्षा नहीं बल्कि हमला करना होता है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट अपने आदेश पर फिर से गौर करे और इस पर जल्द सुनवाई हो. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर चुका है.
दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि सेना या पुलिस ऐसे मामलों में एक्सेस पावर का इस्तेमाल नहीं कर सकती और आत्मरक्षा के लिए न्यूनतम बल यानी फोर्स का इस्तेमाल किया जाए. केंद्र की ओर से एजी मुकुल रोहतगी ने कहा था कि जिस राज्य में मिलिटेंट इनसर्जेंसी चल रही हो ऐसे मामलों में आत्मरक्षा का सवाल नहीं बल्कि हमले करने का होता है. इसका असर उत्तर पूर्वी राज्यों और जम्मू-कश्मीर में पड़ता है जहां AFSPA लगा हुआ है. ऐसे इलाकों में सेना को ऑपरेशन चलाने के लिए आत्मरक्षा नहीं बल्कि हमला करना होता है. इसलिए सुप्रीम कोर्ट अपने आदेश पर फिर से गौर करे और इस पर जल्द सुनवाई हो. इससे पहले सुप्रीम कोर्ट पुनर्विचार याचिका भी खारिज कर चुका है. |
केरल में बाढ़: भारी बारिश से बढ़ी लोगों की परेशान, अभी तक 40 से ज्यादा लोगों की मौत | केरल में बाढ़ से बिगड़े हालात
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
अभी तक 22 से ज्यादा लोगों की मौत | केरल समेत दक्षिण भारत के कई राज्य बाढ़ की चपेट में हैं. बाढ़ से सबसे ज्यादा प्रभावित केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्य हुए हैं. मौसम विभाग ने केरल में अगले दो से तीन दिन तक रेड अलर्ट जारी किया है. विभाग के अनुसार केरल के अलग-अलग जिलों में भारी से भारी बारिश की चेतावनी जारी की है. बारिश के कारण हुए भूस्खलनों और बाढ़ ने पिछले तीन दिनों में केरल में 40 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है. प्रशासन निचले इलाकों से लोगों को निकाल कर उन्हें सुरक्षित जगहों पर पहुंचाने में जुटा हुआ है. कर्नाटक में बाढ़ प्रभावित 80 हजार से ज्यादा लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया गया है. वहीं, तमिलनाडु ने बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित नीलगिरि जिले में राहत कार्यों के लिए भारतीय वायुसेना से मदद मांगी है। जिले में वर्षा जनित हादसों में पांच लोगों की मौत हुई है. दूसरी ओर नयी दिल्ली में कांग्रेस नेता और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से बातचीत कर मदद मांगी.
गौरतलब है कि पिछले ही वर्ष केरल को बाढ़ का ऐसा भयावह रूप देखने को मिला था कि दुनिया स्तब्ध रह गयी थी. उस दौरान राज्य सरकार को राहत एवं बचाव कार्यों में सेना और वायुसेना की मदद लेनी पड़ी थी.बारिश के कारण रेल और हवाई यातायात दोनों प्रभावित हैं. रेलवे ने कई ट्रेनें रद्द कर दी हैं जबकि कोच्चि हवाईअड्डे से विमान परिचालन रविवार तक के लिए रोक दिया गया है. कोचिन अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर ऐप्रन एरिया (विमान पार्किंग) में पानी भरने के कारण पहले विमान परिचालन शुक्रवार रात तक के लिए रोका गया था लेकिन अब यह रविवार दोपहर 3 बजे तक बंद रहेगा. केरल के 14 में से नौ जिलों में बारिश की चेतावनी जारी की गयी है. इस कारण सभी शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे. मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शुक्रवार को हालात को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक की. उन्होंने कहा कि पिछले तीन दिन में बारिश से 22 लोगों की मौत हुई है.
रक्षा सूत्रों का कहना है कि मेप्पदी में जमीन धंसने से करीब 150 लोग फंस गए हैं। बचाव अभियान जारी है. कोच्चि में दक्षिण नौसेना कमान का कहना है कि अगर असैन्य हवाईअड्डा लंबे समय तक बंद रहता है तो वह छोटे व्यवसायिक विमानों के लिए अपना हवाईअड्डा खोलेंगे. सरकार ने अल्पुझा में शुक्रवार को होने वाली ‘स्नेक बोट रेस' रद्द कर दी है. गौरतलब है कि बारिश और बाढ़ के कारण यह रेस पिछले साल भी नहीं हो सकी थी. पिछले साल की त्रासदी में 400 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. इस बीच दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी से बात करने के बाद राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि राज्य, खास तौर से वायनाड में बाढ़ और भूस्खलनों से प्रभावित लोगों की हरसंभव सहायता को लेकर प्रधानमंत्री से बात की है. प्रधानमंत्री ने त्रासदी के प्रभावों को न्यूनतम करने के लिए हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.
शुक्रवार को मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, राज्य में 22,165 लोगों को 315 राहत शिविरों में पहुंचाया गया है. अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को होने वाली केरल लोक सेवा आयोग और विश्वविद्यालयों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गयी हैं. पड़ोसी राज्य कर्नाटक के कोडागु जिले में भारी बारिश के बाद जमीन धंसने से एक ही परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई. पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मौके से तीन शव, तीन पुरुष एक महिला... मिले हैं, परिवार के पांचवें सदस्य की तलाश है.
शुक्रवार को जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, दमकल और आपात विभाग, राज्य आपदा मोचन बल, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल और सेना की संयुक्त टीम ने अभी तक 1,24,291 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. उसमे कहा गया है कि एनडीआरएफ की नौ अतिरिक्त टीमों को राहत एवं बचाव कार्य के लिए तैनात किया गया है. इनमें से पांच टीमें बेलगावी और दो कोडागु जिले में तैनात की गयी हैं. उसमे कहा गया है कि भारतीय वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर भी राहत एवं बचाव कार्य में मदद कर रहे हैं. तीसरे हेलीकॉप्टर को रायचूर जिले में भेजा जाएगा. |
भारत क्यों नहीं अफगानिस्तान में भेजता अपने सैनिक, अमेरिका के रक्षा मंत्री ने बताई एक बड़ी वजह | अमेरिका के रक्षा मंत्री ने भारत की तारीफ की
अफगानिस्तान में सैनिक न भेजने की वजह पाकिस्तान
भारत ने अफगानिस्तान की हर संभव मदद की | उन्होंने दक्षिण एशिया पर कांग्रेस की सुनवाई के दौरान सांसद डग लैम्बोर्न के एक सवाल के जवाब में कहा, 'यह वास्तव में एक बहुत ही सर्वांगीण रवैया है जो भारत अपना रहा है. आप देखेंगे कि मैंने भारतीय सैनिकों का विकल्प पाकिस्तान के लिए उत्पन्न होने वाली जटिलता की वजह से छोड़ दिया.' मैटिस ने कहा, 'हम इसे एक समावेशी रणनीति बनाने की कोशिश कर रहे हैं और हम उनमें ऐसी कोई भावना नहीं भरना चाहते कि वे पश्चिमी पक्ष की ओर से किसी भारतीय सैनिक को लेकर सहज नहीं हैं. अमेरिकी रक्षामंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मुक्त सीमा व्यापार से क्षेत्रीय स्थिरता लाने में मदद मिलेगी.
मैटिस ने कहा, 'हम इसे एक समावेशी रणनीति बनाने की कोशिश कर रहे हैं और हम उनमें ऐसी कोई भावना नहीं भरना चाहते कि वे पश्चिमी पक्ष की ओर से किसी भारतीय सैनिक को लेकर सहज नहीं हैं. अमेरिकी रक्षामंत्री ने जोर देकर कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच मुक्त सीमा व्यापार से क्षेत्रीय स्थिरता लाने में मदद मिलेगी. |
V.S. Naipaul: पाकिस्तानी पत्रकार से वी एस नायपॉल ने की थी दूसरी शादी, जानिए उनके जीवन से जुड़ी 10 बातें | वी एस नायपॉल का जन्म 17 अगस्त 1932 में त्रिनिदाद में हुआ था.
नायपॉल को साल 2001 में साहित्य के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था.
नायपॉल का निधन हो गया है. | Sir VS Naipaul will be remembered for his extensive works, which covered diverse subjects ranging from history, culture, colonialism, politics and more. His passing away is a major loss to the world of literature. Condolences to his family and well wishers in this sad hour.
We disagreed all our lives, about politics, about literature, and I feel as sad as if I just lost a beloved older brother. RIP Vidia. #VSNaipaul
RIP VS Naipaul. An old piece written when he won the Nobel: https://t.co/Mo8ZlX0Khi
Sanjay Subrahmanyam's 'Where does he come from?' is well worth reading: https://t.co/IvC47iozs4
— Amitav Ghosh (@GhoshAmitav) August 12, 2018
Sanjay Subrahmanyam's 'Where does he come from?' is well worth reading: https://t.co/IvC47iozs4 |
62 साल की 'बेरोजगार' एक्ट्रेस ने ऐसा क्या कह दिया, जिससे इंस्पायर हुईं प्रियंका चोपड़ा | एक अच्छी एक्टर हूं और अच्छे रोल की तलाश में हूं : नीना गुप्ता
नीना गुप्ता के इस पोस्ट से मिली प्रियंका चोपड़ा को सीख
आखिरी बार शॉर्ट फिल्म 'खुजली' में नजर आई थीं नीना गुप्ता | I live in mubai and working am a good actor looking fr good parts to play
A post shared by Neena Gupta (@neena_gupta) on Jul 27, 2017 at 10:11pm PDT
Just the other day I was telling someone .. how I am never afraid/ shy to ask for work. Its obviously genetic. My mother put up this post on her instagram today. I mean,my 62yr old national award winning mother. She told me I must always work .. no matter what .. it keeps you from getting old...she told me they don't write for women her age anymore ... I don't think anyone can replicate what she did for TV anymore.. she complains that she can't do PR .. but says 'I do good work,that's my PR'.. time and again we've spoken about how whatever she asks for ... in due time ,she gets... But that's the magic of a pure heart. The universe just can't refuse you... the only advice I have the guts to give her is.. don't work with anyone who won't respect you ,at this age , that's the bare minimum & it's a strange strange industry she's in... the advice she gives me in return is..'whatever you do,free ka PR mat khaana,your only someone's kid/wife/niece/sister for this long. Prove yourself. WORK. Walk the talk & fly @neena_gupta #neenaji
A post shared by Masabs (@masabagupta) on Jul 28, 2017 at 9:34am PDT
Khujli
A post shared by Neena Gupta (@neena_gupta) on Apr 1, 2017 at 7:48am PDT |
दो सप्ताहों की तेजी के बाद शेयर बाजारों में गिरावट | प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 2.24 फीसदी या 391.51 अंकों की गिरावट के साथ 17,094.51 पर और निफ्टी 2.17 फीसदी या 115.45 अंकों की गिरावट के साथ 5,207.45 पर बंद हुआ। | लगातार दो सप्ताहों की तेजी के बाद देश के शेयर बाजारों में इस सप्ताह गिरावट का रुख रहा। प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 2.24 फीसदी या 391.51 अंकों की गिरावट के साथ 17,094.51 पर और निफ्टी 2.17 फीसदी या 115.45 अंकों की गिरावट के साथ 5,207.45 पर बंद हुआ।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह बुधवार को 17,486.02 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सप्ताह बुधवार को 5,322.90 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सिर्फ तीन दिनों का कारोबारी सत्र सम्पन्न हुआ। पिछले सप्ताह गुरुवार और शुक्रवार को क्रमश: महावीर जयंती और गुडफ्राइडे के कारण शेयर बाजार बंद रहे थे।
इस सप्ताह बीएसई के 13 में से तीन सेक्टरों तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (3.60 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (1.89 फीसदी), और वाहन (0.91 फीसदी) में तेजी रही। टिप्पणियां
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सूचना प्रौद्योगिकी (11.50 फीसदी), प्रौद्योगिकी (9.56 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (4.43 फीसदी), धातु (3.88 फीसदी) और बिजली (2.85 फीसदी)।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी इस सप्ताह गिरावट रही। मिडकैप इस सप्ताह 2.10 फीसदी या 135.90 अंकों की गिरावट के साथ 6,337.97 पर और स्मॉलकैप 0.67 फीसदी या 45.67 अंकों की गिरावट के साथ 6,799.23 पर बंद हुआ।
बम्बई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स पिछले सप्ताह बुधवार को 17,486.02 पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का 50 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक निफ्टी पिछले सप्ताह बुधवार को 5,322.90 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सिर्फ तीन दिनों का कारोबारी सत्र सम्पन्न हुआ। पिछले सप्ताह गुरुवार और शुक्रवार को क्रमश: महावीर जयंती और गुडफ्राइडे के कारण शेयर बाजार बंद रहे थे।
इस सप्ताह बीएसई के 13 में से तीन सेक्टरों तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (3.60 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (1.89 फीसदी), और वाहन (0.91 फीसदी) में तेजी रही। टिप्पणियां
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सूचना प्रौद्योगिकी (11.50 फीसदी), प्रौद्योगिकी (9.56 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (4.43 फीसदी), धातु (3.88 फीसदी) और बिजली (2.85 फीसदी)।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी इस सप्ताह गिरावट रही। मिडकैप इस सप्ताह 2.10 फीसदी या 135.90 अंकों की गिरावट के साथ 6,337.97 पर और स्मॉलकैप 0.67 फीसदी या 45.67 अंकों की गिरावट के साथ 6,799.23 पर बंद हुआ।
पिछले सप्ताह सिर्फ तीन दिनों का कारोबारी सत्र सम्पन्न हुआ। पिछले सप्ताह गुरुवार और शुक्रवार को क्रमश: महावीर जयंती और गुडफ्राइडे के कारण शेयर बाजार बंद रहे थे।
इस सप्ताह बीएसई के 13 में से तीन सेक्टरों तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (3.60 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (1.89 फीसदी), और वाहन (0.91 फीसदी) में तेजी रही। टिप्पणियां
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सूचना प्रौद्योगिकी (11.50 फीसदी), प्रौद्योगिकी (9.56 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (4.43 फीसदी), धातु (3.88 फीसदी) और बिजली (2.85 फीसदी)।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी इस सप्ताह गिरावट रही। मिडकैप इस सप्ताह 2.10 फीसदी या 135.90 अंकों की गिरावट के साथ 6,337.97 पर और स्मॉलकैप 0.67 फीसदी या 45.67 अंकों की गिरावट के साथ 6,799.23 पर बंद हुआ।
इस सप्ताह बीएसई के 13 में से तीन सेक्टरों तेज खपत वाली उपभोक्ता वस्तु (3.60 फीसदी), स्वास्थ्य सेवा (1.89 फीसदी), और वाहन (0.91 फीसदी) में तेजी रही। टिप्पणियां
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सूचना प्रौद्योगिकी (11.50 फीसदी), प्रौद्योगिकी (9.56 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (4.43 फीसदी), धातु (3.88 फीसदी) और बिजली (2.85 फीसदी)।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी इस सप्ताह गिरावट रही। मिडकैप इस सप्ताह 2.10 फीसदी या 135.90 अंकों की गिरावट के साथ 6,337.97 पर और स्मॉलकैप 0.67 फीसदी या 45.67 अंकों की गिरावट के साथ 6,799.23 पर बंद हुआ।
बीएसई में गिरावट वाले सेक्टरों में प्रमुख रहे सूचना प्रौद्योगिकी (11.50 फीसदी), प्रौद्योगिकी (9.56 फीसदी), पूंजीगत वस्तु (4.43 फीसदी), धातु (3.88 फीसदी) और बिजली (2.85 फीसदी)।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी इस सप्ताह गिरावट रही। मिडकैप इस सप्ताह 2.10 फीसदी या 135.90 अंकों की गिरावट के साथ 6,337.97 पर और स्मॉलकैप 0.67 फीसदी या 45.67 अंकों की गिरावट के साथ 6,799.23 पर बंद हुआ।
बीएसई के मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांकों में भी इस सप्ताह गिरावट रही। मिडकैप इस सप्ताह 2.10 फीसदी या 135.90 अंकों की गिरावट के साथ 6,337.97 पर और स्मॉलकैप 0.67 फीसदी या 45.67 अंकों की गिरावट के साथ 6,799.23 पर बंद हुआ। |
माता खीर भवानी के दर्शन के लिए रवाना हुआ तीर्थयात्रियों का काफिला | श्रद्धालुओं का जत्था माता खीर भवानी मंदिर के लिए रवाना हो चुका है
कश्मीरी हिन्दुओं की खीर भवानी में गहरी आस्था है
गैर-हिन्दू भी दूर-दूर से माता खीर भवानी की पूजा करने आते हैं | ऐसी मान्यता है कि किसी प्राकृतिक आपदा के आने से पहले ही मंदिर के कुंड का पानी काला पड़ जाता है. |
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: लोकसभा चुनाव नतीजों से पहले बढ़े दूध के दाम, गोकुलधाम सोसाइटी में मचा हंगामा | 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में दूध के दाम लाएंगे तूफान
अब्दुल और गोकुलधामवासियों के रिश्तों पर क्या होगा असर
गोकुलधाम सोसाइटी में दूध के दाम बढ़ने से मचा हंगामा | 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में हर हफ्ते कोई न कोई धमाल होना तय है. गोकुलधाम वासियों की जिंदगी में छोटी बात भी बड़ा धमाका कर जाती है. लेकिन गोकुलधामवासी अपनी एकजुटता से सभी परेशानियों को पार कर ही लेते हैं. इस हफ्ते भी 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' में कुछ ऐसी ही परेशानी गोकुलधामवासियों के सामने आने वाली है, जो उनके घर की आर्थिक स्थिति को नुकसान पहुंचाएगा. दरअसल, 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)' के आने वाले एपिसोड़ में अब्दुल गोकुलधाम सोसाइटी के सभी लोगों के घरों में सोसाइटी के बिल के साथ साथ अपनी दुकान का बिल भी देने जाता है.
लेकिन जैसे ही गोकुलधाम के लोग बिल को चेक करते हैं तो बहुत ही परेशान हो जाते हैं. दुकान के बिल को चेक करने पर पता चलता है कि पिछले महीने से दूध के दाम 5 रुपये बढ़ गए हैं. गोकुलधामवासी दूध के बढ़े दामों को लेकर चिंतित होते हैं और अब्दुल पर बहुत नाराज होते है कि अब्दुल ने दूध पर दाम बढ़ने की बात एक महीने बाद क्यों बताई?
दूध के बढ़े दामों का पता करने के लिए 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा (Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah)'में सोसाइटी के सभी लोग मिलकर अब्दुल की दुकान पर जाते हैं ताकि वो अब्दुल से दाम कम करवा सकें. लेकिन जब अब्दुल सबको बताता है कि ये दाम उसने नहीं बल्कि कंपनी ने बढ़ाए हैं, तो इसपर सभी सदस्य निराश हो जाते हैं. सोसाइटी के सदस्यों को टेंशन में देखकर अब्दुल परेशान होकर बोलता है कि वो अपने कमीशन का हिस्सा दूध के दाम में से कम कर देगा. अब्दुल गोकुलधाम वासियों को बाजार में जाकर दूध के दाम पता करने की भी सलाह देता है. अब देखना ये होगा क्या गोकुलधाम वाले बाकी दूध बेचने वालों से जाकर बाजार में दूध के दाम पता करेंगे? ऐसा करने के बाद अब्दुल के साथ उनके रिश्ते पर क्या असर पड़ेगा? |
सर्विसेज डिपार्टमेंट ने केजरीवाल सरकार का आदेश मानने से किया इनकार! | डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने आज ही आदेश जारी किया था
तबादले और पोस्टिंग के लिए फैसले लेने का अधिकार मंत्रियों को
अधिकारियों को कैबिनेट ने दिशानिर्देश दिए थे | सिसोदिया ने कहा कि हाईकोर्ट के आदेश के बाद एलजी ने सरकार से ट्रांसफर पोस्टिंग के अधिकार अपने पास रख लिए थे या डिपार्टमेंट हेड को दे दिए थे. कुछ अधिकार सीएस को दिए गए थे. थोड़ी देर पहले मैंने आर्डर दिए हैं कि आईएस दानिक्स के ट्रांसफर सीएम के अप्रूवल से होंगे, ग्रेड 2 डिप्टी सीएम, ग्रेड 3 और 4 के लिए सर्विस डिपार्टमेंट मंत्री की मंजूरी ली जाएगी.टिप्पणियां
दिल्ली के सर्विसेज विभाग की दलील है कि 29 अगस्त 2016 को नोटिफिकेशन हुआ था जिसके मुताबिक ट्रांसफर पोस्टिंग के अधिकार उपराज्यपाल, मुख्य सचिव, सेक्रेटरी सर्विसेज और सम्बंधित विभाग के सचिव के पास ही रहेंगे.
वैसे मई 2015 में केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी करके सर्विसेज विभाग दिल्ली सरकार से लेकर केंद्र के अधीन कर दिया था लेकिन लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार की दलील है कि कोर्ट ने साफ कहा है कि ज़मीन, पुलिस और कानून व्यवस्था को छोड़ सब विषय दिल्ली की चुनी हुई सरकार के अधिकार क्षेत्र में हैं.
दिल्ली के सर्विसेज विभाग की दलील है कि 29 अगस्त 2016 को नोटिफिकेशन हुआ था जिसके मुताबिक ट्रांसफर पोस्टिंग के अधिकार उपराज्यपाल, मुख्य सचिव, सेक्रेटरी सर्विसेज और सम्बंधित विभाग के सचिव के पास ही रहेंगे.
वैसे मई 2015 में केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी करके सर्विसेज विभाग दिल्ली सरकार से लेकर केंद्र के अधीन कर दिया था लेकिन लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार की दलील है कि कोर्ट ने साफ कहा है कि ज़मीन, पुलिस और कानून व्यवस्था को छोड़ सब विषय दिल्ली की चुनी हुई सरकार के अधिकार क्षेत्र में हैं.
वैसे मई 2015 में केंद्र सरकार ने एक नोटिफिकेशन जारी करके सर्विसेज विभाग दिल्ली सरकार से लेकर केंद्र के अधीन कर दिया था लेकिन लेकिन सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद दिल्ली की केजरीवाल सरकार की दलील है कि कोर्ट ने साफ कहा है कि ज़मीन, पुलिस और कानून व्यवस्था को छोड़ सब विषय दिल्ली की चुनी हुई सरकार के अधिकार क्षेत्र में हैं. |
ऐतिहासिक कर सुधार प्रणाली वाले जीएसटी को संसद की मंजूरी, 1 जुलाई से लागू होने का रास्ता साफ | 'शून्य कर वाले खाद्य उत्पादों पर जीएसटी के बाद भी नहीं लगेगा कोई कर'
जीएसटी व्यवस्था में 0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दरें तय की गई हैं
राज्यों की राय के आधार पर GST में रीयल इस्टेट को शामिल नहीं किया गया है | संसद ने देश में ऐतिहासिक कर सुधार व्यवस्था जीएसटी’ को लागू करने का मार्ग प्रशस्त करते हुए गुरुवार को वस्तु एवं सेवा कर से जुड़े चार विधेयकों को मंजूरी दे दी. साथ ही सरकार ने आश्वस्त किया कि नयी कर प्रणाली में उपभोक्ताओं और राज्यों के हितों को पूरी तरह से सुरक्षित रखा जाएगा तथा कृषि पर कर नहीं लगाया जाएगा. राज्यसभा ने केंद्रीय माल एवं सेवा कर विधेयक 2017 (सी जीएसटी विधेयक), एकीकृत माल एवं सेवा कर विधेयक 2017 (आई जीएसटी विधेयक), संघ राज्य क्षेत्र माल एवं सेवाकर विधेयक 2017 (यूटी जीएसटी विधेयक) और माल एवं सेवाकर (राज्यों को प्रतिकर) विधेयक 2017 को सम्मिलित चर्चा के बाद लोकसभा को ध्वनिमत से लौटा दिया. इन विधेयकों पर लाये गये विपक्ष के संशोधनों को उच्च सदन ने खारिज कर दिया.
धन विधेयक होने के कारण इन चारों विधेयकों पर राज्यसभा में केवल चर्चा करने का अधिकार था. लोकसभा 29 मार्च को इन विधेयकों को मंजूरी दे चुकी है. वस्तु एवं सेवा कर संबंधी विधेयकों पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष की इन आशंकाओं को निर्मूल बताया कि इन विधेयकों के जरिये कराधान के मामले में संसद के अधिकारों के साथ समझौता किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहली बात तो यह है कि इसी संसद ने संविधान में संशोधन कर जीएसटी परिषद को करों की दर की सिफारिश करने का अधिकार दिया है.
जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद पहली संघीय निर्णय करने वाली संस्था है. संविधान संशोधन के आधार पर जीएसटी परिषद को मॉडल कानून बनाने का अधिकार दिया गया. जहां तक कानून बनाने की बात है तो यह संघीय ढांचे के आधार पर होगा, वहीं संसद और राज्य विधानसभाओं की सर्वोच्चता बनी रहेगी. हालांकि इन सिफारिशों पर ध्यान रखना होगा क्योंकि अलग-अलग राज्य अगर अलग दर तय करेंगे तो अराजक स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. यह इसकी सौहार्द्रपूर्ण व्याख्या है और इसका कोई दूसरा अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान में संशोधन कर यह सुनिश्चित किया गया है कि यह देश का एकमात्र ऐसा कर होगा जिसे राज्य एवं केन्द्र एक साथ एकत्र करेंगे.
एक समान कर बनाने की बजाए कई कर दर होने के बारे में आपत्तियों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कई खाद्य उत्पाद हैं जिनपर अभी शून्य कर लगता है और जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद भी कोई कर नहीं लगेगा. कई चीजें ऐसी होती हैं जिन पर एक समान दर से कर नहीं लगाया जा सकता. जैसे तंबाकू, शराब आदि की दरें ऊंची होती हैं जबकि कपड़ों पर सामान्य दर होती है. जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद में चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि आरंभ में कई कर लगाना ज्यादा सरल होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद ने विचार विमर्श के बाद जीएसटी व्यवस्था में 0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दरें तय की हैं. लक्जरी कारों, बोतल बंद वातित पेयों, तंबाकू उत्पाद जैसी अहितकर वस्तुओं एवं कोयला जैसी पर्यावरण से जुड़ी सामग्री पर इसके ऊपर अतिरिक्त उपकर भी लगाने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि 28 प्रतिशत से अधिक लगने वाला उपकर (सेस) मुआवजा कोष में जायेगा और जिन राज्यों को नुकसान हो रहा है, उन्हें इसमें से राशि दी जायेगी. ऐसा भी सुझाव आया कि इसे कर के रूप में लगाया जाए. लेकिन कर के रूप में लगाने से उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ता. बहरहाल, उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर नहीं लगाया जायेगा.
जेटली ने कहा कि मुआवजा उन राज्यों को दिया जायेगा जिन्हें जीएसटी प्रणाली लागू होने से नुकसान हो रहा हो. यह आरंभ के पांच वर्षों के लिए होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान इसलिए जीएसटी पर आमसहमति नहीं बन सकी क्योंकि नुकसान वाले राज्यों को मुआवजे के लिए कोई पेशकश नहीं की गई थी. जीएसटी में मुआवजे का प्रावधान डील करने में सहायक’ हुआ और राज्य साथ आए.
जीएसटी में रीयल इस्टेट क्षेत्र को शामिल नहीं किये जाने पर कई सदस्यों की आपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें राज्यों को काफी राजस्व मिलता है. इसमें रजिस्ट्री तथा अन्य शुल्कों से राज्यों की आय होती है इसलिए राज्यों की राय के आधार पर इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
धन विधेयक होने के कारण इन चारों विधेयकों पर राज्यसभा में केवल चर्चा करने का अधिकार था. लोकसभा 29 मार्च को इन विधेयकों को मंजूरी दे चुकी है. वस्तु एवं सेवा कर संबंधी विधेयकों पर चर्चा का जवाब देते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विपक्ष की इन आशंकाओं को निर्मूल बताया कि इन विधेयकों के जरिये कराधान के मामले में संसद के अधिकारों के साथ समझौता किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि पहली बात तो यह है कि इसी संसद ने संविधान में संशोधन कर जीएसटी परिषद को करों की दर की सिफारिश करने का अधिकार दिया है.
जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद पहली संघीय निर्णय करने वाली संस्था है. संविधान संशोधन के आधार पर जीएसटी परिषद को मॉडल कानून बनाने का अधिकार दिया गया. जहां तक कानून बनाने की बात है तो यह संघीय ढांचे के आधार पर होगा, वहीं संसद और राज्य विधानसभाओं की सर्वोच्चता बनी रहेगी. हालांकि इन सिफारिशों पर ध्यान रखना होगा क्योंकि अलग-अलग राज्य अगर अलग दर तय करेंगे तो अराजक स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. यह इसकी सौहार्द्रपूर्ण व्याख्या है और इसका कोई दूसरा अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान में संशोधन कर यह सुनिश्चित किया गया है कि यह देश का एकमात्र ऐसा कर होगा जिसे राज्य एवं केन्द्र एक साथ एकत्र करेंगे.
एक समान कर बनाने की बजाए कई कर दर होने के बारे में आपत्तियों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कई खाद्य उत्पाद हैं जिनपर अभी शून्य कर लगता है और जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद भी कोई कर नहीं लगेगा. कई चीजें ऐसी होती हैं जिन पर एक समान दर से कर नहीं लगाया जा सकता. जैसे तंबाकू, शराब आदि की दरें ऊंची होती हैं जबकि कपड़ों पर सामान्य दर होती है. जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद में चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि आरंभ में कई कर लगाना ज्यादा सरल होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद ने विचार विमर्श के बाद जीएसटी व्यवस्था में 0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दरें तय की हैं. लक्जरी कारों, बोतल बंद वातित पेयों, तंबाकू उत्पाद जैसी अहितकर वस्तुओं एवं कोयला जैसी पर्यावरण से जुड़ी सामग्री पर इसके ऊपर अतिरिक्त उपकर भी लगाने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि 28 प्रतिशत से अधिक लगने वाला उपकर (सेस) मुआवजा कोष में जायेगा और जिन राज्यों को नुकसान हो रहा है, उन्हें इसमें से राशि दी जायेगी. ऐसा भी सुझाव आया कि इसे कर के रूप में लगाया जाए. लेकिन कर के रूप में लगाने से उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ता. बहरहाल, उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर नहीं लगाया जायेगा.
जेटली ने कहा कि मुआवजा उन राज्यों को दिया जायेगा जिन्हें जीएसटी प्रणाली लागू होने से नुकसान हो रहा हो. यह आरंभ के पांच वर्षों के लिए होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान इसलिए जीएसटी पर आमसहमति नहीं बन सकी क्योंकि नुकसान वाले राज्यों को मुआवजे के लिए कोई पेशकश नहीं की गई थी. जीएसटी में मुआवजे का प्रावधान डील करने में सहायक’ हुआ और राज्य साथ आए.
जीएसटी में रीयल इस्टेट क्षेत्र को शामिल नहीं किये जाने पर कई सदस्यों की आपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें राज्यों को काफी राजस्व मिलता है. इसमें रजिस्ट्री तथा अन्य शुल्कों से राज्यों की आय होती है इसलिए राज्यों की राय के आधार पर इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद पहली संघीय निर्णय करने वाली संस्था है. संविधान संशोधन के आधार पर जीएसटी परिषद को मॉडल कानून बनाने का अधिकार दिया गया. जहां तक कानून बनाने की बात है तो यह संघीय ढांचे के आधार पर होगा, वहीं संसद और राज्य विधानसभाओं की सर्वोच्चता बनी रहेगी. हालांकि इन सिफारिशों पर ध्यान रखना होगा क्योंकि अलग-अलग राज्य अगर अलग दर तय करेंगे तो अराजक स्थिति उत्पन्न हो जायेगी. यह इसकी सौहार्द्रपूर्ण व्याख्या है और इसका कोई दूसरा अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि संविधान में संशोधन कर यह सुनिश्चित किया गया है कि यह देश का एकमात्र ऐसा कर होगा जिसे राज्य एवं केन्द्र एक साथ एकत्र करेंगे.
एक समान कर बनाने की बजाए कई कर दर होने के बारे में आपत्तियों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कई खाद्य उत्पाद हैं जिनपर अभी शून्य कर लगता है और जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद भी कोई कर नहीं लगेगा. कई चीजें ऐसी होती हैं जिन पर एक समान दर से कर नहीं लगाया जा सकता. जैसे तंबाकू, शराब आदि की दरें ऊंची होती हैं जबकि कपड़ों पर सामान्य दर होती है. जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद में चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि आरंभ में कई कर लगाना ज्यादा सरल होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद ने विचार विमर्श के बाद जीएसटी व्यवस्था में 0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दरें तय की हैं. लक्जरी कारों, बोतल बंद वातित पेयों, तंबाकू उत्पाद जैसी अहितकर वस्तुओं एवं कोयला जैसी पर्यावरण से जुड़ी सामग्री पर इसके ऊपर अतिरिक्त उपकर भी लगाने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि 28 प्रतिशत से अधिक लगने वाला उपकर (सेस) मुआवजा कोष में जायेगा और जिन राज्यों को नुकसान हो रहा है, उन्हें इसमें से राशि दी जायेगी. ऐसा भी सुझाव आया कि इसे कर के रूप में लगाया जाए. लेकिन कर के रूप में लगाने से उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ता. बहरहाल, उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर नहीं लगाया जायेगा.
जेटली ने कहा कि मुआवजा उन राज्यों को दिया जायेगा जिन्हें जीएसटी प्रणाली लागू होने से नुकसान हो रहा हो. यह आरंभ के पांच वर्षों के लिए होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान इसलिए जीएसटी पर आमसहमति नहीं बन सकी क्योंकि नुकसान वाले राज्यों को मुआवजे के लिए कोई पेशकश नहीं की गई थी. जीएसटी में मुआवजे का प्रावधान डील करने में सहायक’ हुआ और राज्य साथ आए.
जीएसटी में रीयल इस्टेट क्षेत्र को शामिल नहीं किये जाने पर कई सदस्यों की आपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें राज्यों को काफी राजस्व मिलता है. इसमें रजिस्ट्री तथा अन्य शुल्कों से राज्यों की आय होती है इसलिए राज्यों की राय के आधार पर इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एक समान कर बनाने की बजाए कई कर दर होने के बारे में आपत्तियों पर स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कई खाद्य उत्पाद हैं जिनपर अभी शून्य कर लगता है और जीएसटी प्रणाली लागू होने के बाद भी कोई कर नहीं लगेगा. कई चीजें ऐसी होती हैं जिन पर एक समान दर से कर नहीं लगाया जा सकता. जैसे तंबाकू, शराब आदि की दरें ऊंची होती हैं जबकि कपड़ों पर सामान्य दर होती है. जेटली ने कहा कि जीएसटी परिषद में चर्चा के दौरान यह तय हुआ कि आरंभ में कई कर लगाना ज्यादा सरल होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद ने विचार विमर्श के बाद जीएसटी व्यवस्था में 0, 5, 12, 18 और 28 प्रतिशत की दरें तय की हैं. लक्जरी कारों, बोतल बंद वातित पेयों, तंबाकू उत्पाद जैसी अहितकर वस्तुओं एवं कोयला जैसी पर्यावरण से जुड़ी सामग्री पर इसके ऊपर अतिरिक्त उपकर भी लगाने की बात कही है.
उन्होंने कहा कि 28 प्रतिशत से अधिक लगने वाला उपकर (सेस) मुआवजा कोष में जायेगा और जिन राज्यों को नुकसान हो रहा है, उन्हें इसमें से राशि दी जायेगी. ऐसा भी सुझाव आया कि इसे कर के रूप में लगाया जाए. लेकिन कर के रूप में लगाने से उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ता. बहरहाल, उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर नहीं लगाया जायेगा.
जेटली ने कहा कि मुआवजा उन राज्यों को दिया जायेगा जिन्हें जीएसटी प्रणाली लागू होने से नुकसान हो रहा हो. यह आरंभ के पांच वर्षों के लिए होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान इसलिए जीएसटी पर आमसहमति नहीं बन सकी क्योंकि नुकसान वाले राज्यों को मुआवजे के लिए कोई पेशकश नहीं की गई थी. जीएसटी में मुआवजे का प्रावधान डील करने में सहायक’ हुआ और राज्य साथ आए.
जीएसटी में रीयल इस्टेट क्षेत्र को शामिल नहीं किये जाने पर कई सदस्यों की आपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें राज्यों को काफी राजस्व मिलता है. इसमें रजिस्ट्री तथा अन्य शुल्कों से राज्यों की आय होती है इसलिए राज्यों की राय के आधार पर इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने कहा कि 28 प्रतिशत से अधिक लगने वाला उपकर (सेस) मुआवजा कोष में जायेगा और जिन राज्यों को नुकसान हो रहा है, उन्हें इसमें से राशि दी जायेगी. ऐसा भी सुझाव आया कि इसे कर के रूप में लगाया जाए. लेकिन कर के रूप में लगाने से उपभोक्ताओं पर प्रभाव पड़ता. बहरहाल, उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर नहीं लगाया जायेगा.
जेटली ने कहा कि मुआवजा उन राज्यों को दिया जायेगा जिन्हें जीएसटी प्रणाली लागू होने से नुकसान हो रहा हो. यह आरंभ के पांच वर्षों के लिए होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान इसलिए जीएसटी पर आमसहमति नहीं बन सकी क्योंकि नुकसान वाले राज्यों को मुआवजे के लिए कोई पेशकश नहीं की गई थी. जीएसटी में मुआवजे का प्रावधान डील करने में सहायक’ हुआ और राज्य साथ आए.
जीएसटी में रीयल इस्टेट क्षेत्र को शामिल नहीं किये जाने पर कई सदस्यों की आपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें राज्यों को काफी राजस्व मिलता है. इसमें रजिस्ट्री तथा अन्य शुल्कों से राज्यों की आय होती है इसलिए राज्यों की राय के आधार पर इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेटली ने कहा कि मुआवजा उन राज्यों को दिया जायेगा जिन्हें जीएसटी प्रणाली लागू होने से नुकसान हो रहा हो. यह आरंभ के पांच वर्षों के लिए होगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस नीत यूपीए सरकार के दौरान इसलिए जीएसटी पर आमसहमति नहीं बन सकी क्योंकि नुकसान वाले राज्यों को मुआवजे के लिए कोई पेशकश नहीं की गई थी. जीएसटी में मुआवजे का प्रावधान डील करने में सहायक’ हुआ और राज्य साथ आए.
जीएसटी में रीयल इस्टेट क्षेत्र को शामिल नहीं किये जाने पर कई सदस्यों की आपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें राज्यों को काफी राजस्व मिलता है. इसमें रजिस्ट्री तथा अन्य शुल्कों से राज्यों की आय होती है इसलिए राज्यों की राय के आधार पर इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जीएसटी में रीयल इस्टेट क्षेत्र को शामिल नहीं किये जाने पर कई सदस्यों की आपत्ति पर स्पष्टीकरण देते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि यह एक ऐसा क्षेत्र है जिसमें राज्यों को काफी राजस्व मिलता है. इसमें रजिस्ट्री तथा अन्य शुल्कों से राज्यों की आय होती है इसलिए राज्यों की राय के आधार पर इसे जीएसटी में शामिल नहीं किया गया है.
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जीएसटी परिषद में कोई भी फैसला लेने में केंद्र का वोट केवल एक तिहाई है जबकि दो तिहाई वोट राज्यों को है. इसलिए कोई भी फैसला करते समय केंद्र अपनी राय थोपने के पक्ष में नहीं है.
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वस्तु एवं सेवा कर को संवैधानिक मंजूरी प्राप्त पहला संघीय अनुबंध करार देते हुए जेटली ने कहा कि उपभोक्ताओं पर अतिरिक्त कर का भार नहीं डालते हुए जीएसटी के माध्यम से देश में एक राष्ट्र, एक कर’ की प्रणाली लागू करने का मार्ग प्रशस्त होगा. वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी परिषद कर ढांचे को सर्वसम्मति से तय कर रही है और इस बारे में अब तक 12 बैठकें हो चुकी हैं. यह विधेयक केंद्र और राज्य सरकारों के बीच साझी संप्रभुता के सिद्धांत पर आधारित है और यह ऐसी पहली पहल है. जीएसटी के लागू होने पर केन्द्रीय स्तर पर लगने वाले उत्पाद शुल्क, सेवाकर और राज्यों में लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) सहित कई अन्य कर इसमें समाहित हो जायेंगे.
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
जेटली ने विधेयकों को स्पष्ट करते हुए कहा कि केंद्रीय जीएसटी संबंधी विधेयक के माध्यम से उत्पाद, सेवा कर और अतिरिक्त सीमा शुल्क समाप्त हो जाने की स्थिति में केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा. समन्वित जीएसटी या आईजीएसटी के जरिये वस्तु और सेवाओं की राज्यों में आवाजाही पर केंद्र को कर लगाने का अधिकार होगा.
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कर छूट के संबंध में मुनाफे कमाने से रोकने के उपबंध के बारे में स्थिति स्पष्ट करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि अगर 4.5 प्रतिशत कर छूट दी जाती है तब इसका अर्थ यह नहीं कि उसे निजी मुनाफा माना जाए बल्कि इसका लाभ उपभोक्ताओं को भी दिया जाए. इस उपबंध का आशय यही है.
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वित्त मंत्री ने कहा कि रियल इस्टेट की तरह ही स्थिति शराब और पेट्रोलियम उत्पादों के संबंध में भी थी. राज्यों के साथ चर्चा के बाद पेट्रोलियम पदार्थों को इसके दायरे में लाया गया है लेकिन इसे अभी शून्य दर के तहत रखा गया है. इस पर जीएसटी परिषद विचार करेगी. शराब अभी भी इसके दायरे से बाहर है.
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
वित्त मंत्री ने कहा कि पहले एक व्यक्ति को व्यवसाय के लिए कई मूल्यांकन एजेंसियों के पास जाना पड़ता था. आर्थिक गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए उत्पाद शुल्क, सेवा कर, राज्य वैट, मनारंजन कर, प्रवेश शुल्क, लक्जरी टैक्स एवं कई अन्य कर से गुजरना पड़ता था. वित्त मंत्री कहा कि वस्तुओं और सेवरआ का देर्श म सुगम प्रवाह नहीं था. ऐसे में जीएसटी प्रणाली को आगे बढ़ाया गया. एक ऐसा कर जहां एक मूल्यांकन अधिकारी हो. अधिकतर स्व मूल्यांकन हो और ऑडिट मामलों को छोड़कर केवल सीमित मूल्यांकन हो. जेटली ने कहा कि कर के ऊपर कर लगता है जिससे मुद्रास्फीति की प्रवृत्ति बढ़ती है. इसलिए सारे देश को एक बाजार बनाने का विचार आया. यह बात आई कि सरल व्यवस्था देश के अंदर लाई जाए.
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कृषि को जीएसटी के दायरे में लाने को निर्मूल बताते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कृषि एवं कृषक को पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होती है. धारा 23 के तहत कृषक एवं कृषि को छूट मिली हुई है. इसलिए इस छूट की व्याख्या के लिए परिभाषा में इसे रखा गया है. इस बारे में कोई भ्रम नहीं होना चाहिए. जेटली ने कहा कि कृषि उत्पाद जब शून्य दर वाले हैं तब इस बारे में कोई भ्रम की स्थिति नहीं होनी चाहिए.टिप्पणियां
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
इस बारे में कांग्रेस की आपत्तियों को खारिज करते हुए जेटली ने कहा कि 29 राज्य, दो केंद्र शासित प्रदेशों और केंद्र ने इस पर विचार किया जिसमें कांग्रेस शासित प्रदेश के आठ वित्त मंत्री शामिल थे. तब क्या इन सभी ने मिलकर एक खास वर्ग के खिलाफ साजिश की?’’ जीएसटी लागू होने के बाद वस्तु एवं जिंस की कीमतों में वृद्धि की आशंकाओं को खारिज करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि कर की दर वर्तमान स्तर पर रखी जायेगी ताकि इसका मुद्रास्फीति संबंधी प्रभाव नहीं पड़े. जेटली ने कहा कि जम्मू कश्मीर विधानसभा जीएसटी के बारे में अपना एक विधान लाएगी. उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर के वित्त मंत्री ने जीएसटी परिषद की सभी बैठकों ने भाग लिया है. उच्च सदन ने तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन का जो संशोधन खारिज किया उसमें कहा गया था कि जीएसटी परिषद के सभी फैसलों की संसद से मंजूरी दिलवायी जानी चाहिए.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
सपा विधायक ने प्लेटफॉर्म पर की घोड़े की सवारी | स्वागत समारोह में सादगी बरतने की समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव की हिदायतों के बावजूद पार्टी के विधायक शाकिर अली के समर्थक उनका स्वागत करने के लिए रविवार को रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर घोड़ा लेकर पहुंच गए। | स्वागत समारोह में सादगी बरतने की समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख मुलायम सिंह यादव की हिदायतों के बावजूद पार्टी के विधायक शाकिर अली के समर्थक उनका स्वागत करने के लिए रविवार को रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर घोड़ा लेकर पहुंच गए। इतना ही नहीं, विधायक प्लेटफार्म से घोड़े पर सवार होकर रेलवे स्टेशन से बाहर निकले।
पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक शाकिर को रविवार दोपहर लखनऊ से अपने गृह जिले देविरया पहुंचना था। सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक स्वागत के लिए प्लेटफॉर्म पर घोड़ा लेकर पहुंचे थे। शाकिर देविरया जिले की पथरदेवा विधानसभा सीट से विधायक हैं।
शाकिर रेलगाड़ी से जैसे ही देविरया स्टेशन पहुंचे, वहां मौजूद समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए उन्हें फूल-मालाओं से लादकर घोड़े पर बिठा दिया। समर्थकों का अभिवादन करते हुए शाकिर घोड़े पर सवार होकर स्टेशन के बाहर तक आए।
शाकिर ने इसे जायज ठहराते हुए संवाददाताओं से कहा, "हमारे समर्थक स्वागत करने आए थे। इसमें कोई बुराई नहीं है।" टिप्पणियां
विधायक के समर्थकों के जमावड़े के कारण स्टेशन पर यात्रियों को काफी देर तक परेशानी का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव कई बार मंत्रियों और पार्टी विधायकों को अपने स्वागत समारोह में हवाई गोलीबारी और आतिशबाजी न करने तथा बेवजह भीड़ एकत्र न करने की हिदायत दे चुके हैं।
पूर्व मंत्री एवं वर्तमान विधायक शाकिर को रविवार दोपहर लखनऊ से अपने गृह जिले देविरया पहुंचना था। सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक स्वागत के लिए प्लेटफॉर्म पर घोड़ा लेकर पहुंचे थे। शाकिर देविरया जिले की पथरदेवा विधानसभा सीट से विधायक हैं।
शाकिर रेलगाड़ी से जैसे ही देविरया स्टेशन पहुंचे, वहां मौजूद समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए उन्हें फूल-मालाओं से लादकर घोड़े पर बिठा दिया। समर्थकों का अभिवादन करते हुए शाकिर घोड़े पर सवार होकर स्टेशन के बाहर तक आए।
शाकिर ने इसे जायज ठहराते हुए संवाददाताओं से कहा, "हमारे समर्थक स्वागत करने आए थे। इसमें कोई बुराई नहीं है।" टिप्पणियां
विधायक के समर्थकों के जमावड़े के कारण स्टेशन पर यात्रियों को काफी देर तक परेशानी का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव कई बार मंत्रियों और पार्टी विधायकों को अपने स्वागत समारोह में हवाई गोलीबारी और आतिशबाजी न करने तथा बेवजह भीड़ एकत्र न करने की हिदायत दे चुके हैं।
शाकिर रेलगाड़ी से जैसे ही देविरया स्टेशन पहुंचे, वहां मौजूद समर्थकों ने नारेबाजी करते हुए उन्हें फूल-मालाओं से लादकर घोड़े पर बिठा दिया। समर्थकों का अभिवादन करते हुए शाकिर घोड़े पर सवार होकर स्टेशन के बाहर तक आए।
शाकिर ने इसे जायज ठहराते हुए संवाददाताओं से कहा, "हमारे समर्थक स्वागत करने आए थे। इसमें कोई बुराई नहीं है।" टिप्पणियां
विधायक के समर्थकों के जमावड़े के कारण स्टेशन पर यात्रियों को काफी देर तक परेशानी का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव कई बार मंत्रियों और पार्टी विधायकों को अपने स्वागत समारोह में हवाई गोलीबारी और आतिशबाजी न करने तथा बेवजह भीड़ एकत्र न करने की हिदायत दे चुके हैं।
शाकिर ने इसे जायज ठहराते हुए संवाददाताओं से कहा, "हमारे समर्थक स्वागत करने आए थे। इसमें कोई बुराई नहीं है।" टिप्पणियां
विधायक के समर्थकों के जमावड़े के कारण स्टेशन पर यात्रियों को काफी देर तक परेशानी का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव कई बार मंत्रियों और पार्टी विधायकों को अपने स्वागत समारोह में हवाई गोलीबारी और आतिशबाजी न करने तथा बेवजह भीड़ एकत्र न करने की हिदायत दे चुके हैं।
विधायक के समर्थकों के जमावड़े के कारण स्टेशन पर यात्रियों को काफी देर तक परेशानी का सामना करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव कई बार मंत्रियों और पार्टी विधायकों को अपने स्वागत समारोह में हवाई गोलीबारी और आतिशबाजी न करने तथा बेवजह भीड़ एकत्र न करने की हिदायत दे चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव कई बार मंत्रियों और पार्टी विधायकों को अपने स्वागत समारोह में हवाई गोलीबारी और आतिशबाजी न करने तथा बेवजह भीड़ एकत्र न करने की हिदायत दे चुके हैं। |
जयललिता की हालत इतनी ठीक थी कि उन्होंने कहा 'यहां इन्चार्ज मैं हूं' : अपोलो अस्पताल | जयललिता के निधन को लेकर संशय को अपोलो अस्पताल ने दूर किया
अपोलो अस्पताल ने कहा कि अचानक उनकी हालत खराब हुई थी
जयललिता को कार्डियक अरेस्ट आया था जिसके बाद उनका निधन हुआ | तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के निधन के पीछे की वजहों को साफ करने के लिए चेन्नई के अपोलो अस्पताल ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया है. डॉक्टरों ने जानकारी दी है कि जयललिता की मौत गंभीर इंफेक्शन से हुई थी और उनके अंगों ने काम करना बंद कर दिया था.
जयललिता के निधन को लेकर फैल रही अफवाहों को शांत करने के लिए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को आयोजित किया गया जिसमें डॉक्टरों ने कहा कि कार्डियक अरेस्ट आने के एक हफ्ते पहले तक जयललिता इशारों से बात करने लगी थीं और अपनी बात समझाने की कोशिश भी करने लगी थीं. अंतिम हफ्तों में उन्हें देखने आए ब्रिटिश डॉक्टर रिचर्ड बेल ने कहा कि 'उनके अंगों में इन्फेक्शन हो गया था जिसकी वजह से उनका निधन हुआ.'टिप्पणियां
डॉक्टरों का कहना है कि तीन महीने अस्पताल में रहने के बाद 5 दिसंबर को जयललिता को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया. उनकी इस हालत का किसी को अंदाज़ा नहीं था. डॉ बेल का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था. शुरूआती इन्फेक्शन के बाद उनकी की हालत सुधर रही थी, वह होश में थी और इशारों में बात भी कर रही थीं. डॉ बेल ने कहा कि उनकी हालत इतनी ठीक थी कि जब मैंने उनसे कहा कि मैं यहां का इन्चार्ज हूं तो उन्होंने कहा 'नहीं, इन्चार्ज मैं हूं.'
बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.'
जयललिता के निधन को लेकर फैल रही अफवाहों को शांत करने के लिए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस को आयोजित किया गया जिसमें डॉक्टरों ने कहा कि कार्डियक अरेस्ट आने के एक हफ्ते पहले तक जयललिता इशारों से बात करने लगी थीं और अपनी बात समझाने की कोशिश भी करने लगी थीं. अंतिम हफ्तों में उन्हें देखने आए ब्रिटिश डॉक्टर रिचर्ड बेल ने कहा कि 'उनके अंगों में इन्फेक्शन हो गया था जिसकी वजह से उनका निधन हुआ.'टिप्पणियां
डॉक्टरों का कहना है कि तीन महीने अस्पताल में रहने के बाद 5 दिसंबर को जयललिता को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया. उनकी इस हालत का किसी को अंदाज़ा नहीं था. डॉ बेल का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था. शुरूआती इन्फेक्शन के बाद उनकी की हालत सुधर रही थी, वह होश में थी और इशारों में बात भी कर रही थीं. डॉ बेल ने कहा कि उनकी हालत इतनी ठीक थी कि जब मैंने उनसे कहा कि मैं यहां का इन्चार्ज हूं तो उन्होंने कहा 'नहीं, इन्चार्ज मैं हूं.'
बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.'
डॉक्टरों का कहना है कि तीन महीने अस्पताल में रहने के बाद 5 दिसंबर को जयललिता को अचानक कार्डियक अरेस्ट आया. उनकी इस हालत का किसी को अंदाज़ा नहीं था. डॉ बेल का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया था. शुरूआती इन्फेक्शन के बाद उनकी की हालत सुधर रही थी, वह होश में थी और इशारों में बात भी कर रही थीं. डॉ बेल ने कहा कि उनकी हालत इतनी ठीक थी कि जब मैंने उनसे कहा कि मैं यहां का इन्चार्ज हूं तो उन्होंने कहा 'नहीं, इन्चार्ज मैं हूं.'
बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.'
बता दें कि जयललिता के अस्पताल में रहने के दौरान उनकी असल हालत को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे. विरोधी पार्टियों समेत कई लोगों ने ऐसे आरोप लगाए गए कि जयललिता की असल हालत लोगों को बताई नहीं जा रही है. यह आरोप इसलिए भी लग रहे थे क्योंकि शशिकला समेत कुछ ही लोगों को जयललिता से मिलने की अनुमति थी. इसके अलावा दस्तावेज़ों पर लिए गए जयललिता के अंगूठे के निशान ने भी लोगों के मन में उनके जीवित रहने, न रहने को लेकर शक पैदा कर दिया था. डीएमके ने यह भी कहा कि जयललिता की हालत अगर ठीक है तो उनकी एक तस्वीर खींचकर क्यों न जनता को दिखाई जाए. इन सवालों का जवाब देते हुए डॉक्टरों ने ज़ोर देते हुए कहा कि 'जो लोग बीमार होते हैं, उनकी तस्वीर लेना उचित नहीं है, इसे दख़लअंदाज़ी कहा जाता है.' |
पवन सिंह के गाने ने मचाई धूम, खूब जमी काजल राघवानी संग जोड़ी- देखें Video | पवन सिंह के गाने ने मचाई धूम
खूब जमी काजल राघवानी संग जोड़ी
यूट्यूब पर वीडियो का धमाल | भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) में पावर स्टार के नाम से पहचान रखने वाले पवन सिंह (Pawan Singh) ने काजल राघवानी (Kajal Raghwani) संग मिलकर यूट्यूब (YouTube) पर कोहराम मचा दिया है. पवन सिंह का यह वीडियो सॉन्ग लोगों को खूब पसंद आ रहा है. इस वीडियो में पवन सिंह और काजल राघवानी की जोड़ी खूब जंच रही है. पवन सिंह का यह गाना फिल्म 'हुकूमत' का है. पवन सिंह की इस फिल्म ने सिनेमाघरों में खूब धमाल मचाया था. इस गाने को खुद पवन सिंह ने ही गाया है. पवन सिंह अपनी फिल्मों में खुद ही गाना गाने के लिए जाने जाते हैं.
पवन सिंह (Pawan Singh Songs) का यह गाना लोगों को खूब पसंद आ रहा है. पावर स्टार का यह सॉन्ग जबरदस्त तरीके से ट्रेंड कर रहा है. पवन सिंह और काजल राघवानी (Kajal Raghwani) के इस गाने की लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस वीडियो को अभी तक 1 करोड़ 84 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. इस गाने के वीडियो को देखने का सिलसिला अभी भी जारी है. इस सॉन्ग को वेभ म्यूजिक यूट्यूब चैनल पर पब्लिश किया गया है.
पवन सिंह (Pawan Singh) को भोजपुरी सिनेमा (Bhojpuri Cinema) का पावरस्टार क्यों कहा जाता है उन्होंने इस गाने से एक बार फिर से यह साबित भी कर दिया है. पवन सिंह के इस गाने ने खूब धूम मचा रखी है. इस गाने को उनकी आवाज ने और ज्यादा खूबसूरत बना दिया है. इस गाने का म्यूजिक अविनाश झा उर्फ घुंघरू जी दिया है. इस गाने में पवन सिंह और काजल राघवानी (Kajal Raghwani) की जोड़ी लोगों को खूब पसंद आ रही है. |
बोथा चाहते हैं भारत या दक्षिण अफ्रीका जीते खिताब | दक्षिणी अफ्रीका की टीम ने भारत पर मुश्किल से जीत दर्ज की है और लम्बी यात्रा करने के बाद यह टीम आयरलैंड को हल्के रूप में लेना चाहेगी। | आयरलैंड के हरफनमौला खिलाड़ी आंद्रे बोथा चाहते हैं कि क्रिकेट विश्व कप का खिताब भारत और दक्षिण अफ्रीका में से कोई एक जीते क्योंकि दोनों ही उनकी मनपसंद टीमें हैं। बोथा शुक्रवार को ईडन गार्डन्स में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस मैदान में आयरलैंड टीम को ग्रुप 'बी' के दो मैच खेलने हैं। आयरलैंड मंगलवार को दक्षिण अफ्रीका से भिड़ेगा। इस मैच के बारे में बोथा का मानना है कि दक्षिणी अफ्रीका की टीम ने भारत पर मुश्किल से जीत दर्ज की है और लम्बी यात्रा करने के बाद यह टीम आयरलैंड को हल्के रूप में लेना चाहेगी। बोथा ने कहा, "भारत को हराना दक्षिण अफ्रीकी टीम के लिए एक बड़ी जीत है। बड़ी जीत दर्ज करने और यात्रा से थके खिलाड़ी थोड़ा आराम कर सकते हैं। इससे हमें फायदा पहुंच सकता है।" ज्ञात हो कि शनिवार नागपुर में खेले गए मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका ने भारत पर तीन विकेट से रोमांचक जीत दर्ज की। उसे यह जीत मैच के अंतिम दो गेंदों से पहले मिली। |
महिला के बाद अब बुजुर्गों और छात्रों के लिए भी फ्री हो सकता है DTC का सफर, CM केजरीवाल कर... | यह भाईदूज पर उनके भाई की ओर से उन्हें एक सौगात है
वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों के लिए भी फ्री बस सेवा हो सकती है शुरू
कहा- हमने पहले महिलाओं के लिए इसे शुरू किया है | सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि दिल्ली की सार्वजनिक बसों में महिलाओं की तरह बुजुर्गों और तमाम छात्रों को भी नि:शुल्क यात्रा करने की सुविधा दी जा सकती है. उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय राजधानी में महिलाओं के लिए यह सुविधा भाईदूज के दिन मंगलवार से शुरू हो गई. मुख्यमंत्री ने अपने मोबाइल ऐप ‘एके ऐप' में कहा कि यह योजना समाज में लैंगिक भेदभाव को दूर कर महिला सशक्तिकरण में मदद पहुंचाएगी और यह भाईदूज पर उनके भाई की ओर से उन्हें एक सौगात है. सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘आवागमन का साधन मंहगा होने कारण स्कूल और कॉलेज की पढ़ाई बीच में छोड़ने वाली लड़कियों और महिलाओं को अब ऐसा करने की जरूरत नहीं है. अब वे अपने घरों से दूर स्कूल और कॉलेज आने-जाने के लिए बसों में (नि:शुल्क) सफर कर सकती हैं.'
उन्होंने कहा, ‘इसी तरह से जिन महिलाओं के दफ्तर दूर हैं उन्हें परिवहन पर आने वाले खर्च की चिंता करने की जरूरत नहीं है.' दिल्ली परिवहन निगम (DTC) और क्लस्टर की बसों में सफर करने वाली महिलाओं को मंगलवार को इस योजना के तहत कंडक्टर द्वारा दस रुपए के टिकट दिए गए. सरकार ऐसे टिकटों के आधार पर ट्रांसपोर्टरों का खर्च उठाएगी. सीएम केजरीवाल ने ऐप पर कहा कि आने वाले दिनों में वरिष्ठ नागरिकों और छात्रों के लिए भी नि:शुल्क बस सेवा योजना शुरू की जा सकती है.
उन्होंने कहा, ‘सारे काम एक साथ पूरे नहीं किए जा सकते, लेकिन हम यकीनन यह करेंगे. हमने पहले महिलाओं के लिए इसे शुरू किया है और नतीजों के आधार पर हम आने वाले समय में छात्रों और बुजुर्गों के लिए भी नि:शुल्क बस यात्रा सेवा शुरू करेंगे.' इसके साथ ही आम आदमी पार्टी (आप) के राष्ट्रीय संयोजक ने नागरिकों को इस प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजनाओं पर विपक्षी दलों द्वारा सवाल किए जाने की निंदा की और कहा कि कुछ चीजें राजनीति से परे होती हैं और इन दलों को यह समझने की जरूरत है.
बता दें, अगले साल दिल्ली में विधानसभा चुनाव होने हैं और विपक्षी दलों का आरोप है कि आप सरकार लोगों को लुभाने के लिए मुफ्त योजनाएं ला रही है. इस पर सीएम केजरीवाल ने कहा, ‘पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने कहा था कि लोगों के कल्याण पर खर्च किए जाने वाले 100 रुपए में से 85 रुपए भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाते हैं और जनता तक केवल 15 रुपये ही पहुंचते हैं. हम उन 85 रुपयों को बचा रहे हैं और दिल्ली की जनता को सुविधाएं दे रहे हैं.'
इसके साथ ही बसों में मार्शलों की तैनाती के बारे उन्होंने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्हें सभी सार्वजनिक बसों में तैनात किया जाएगा. केजरीवाल ने जून में बसों और दिल्ली मेट्रो में महिलाओं के लिए मुफ्त सफर योजना की घोषणा की थी, लेकिन मेट्रो में ऐसा नहीं किया जा सका, क्योंकि दिल्ली मेट्रो रेल निगम ने उसके क्रियान्वयन की योजना तैयार करने के लिए वक्त मांगा है. दिल्ली में फिलहाल डीटीसी की 3700 और क्लस्टर योजना के तहत 1800 बसें हैं. |
नवाज शरीफ पर भारत में करोड़ों रु जमा करने का आरोप, विश्व बैंक ने कही ‘यह’ बात | नवाज शरीफ पर भारत में करोड़ों रु जमा करने का आरोप
विश्व बैंक ने मीडिया रिपोर्टस को गलत बताया
नवाज पर भारत में 4.9 अरब डॉलर जमा करने का आरोप है | पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ पर पहले से भ्रष्टाचार के 3 मामले चल रहे हैं. इन्हीं मामलों के चलते पाक के उच्चतम न्यायालय ने उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घोषित कर दिया था. |
महाराष्ट्र : बीजेपी को सत्ता से दूर करने के लिए कांग्रेस-एनसीपी मिला सकती हैं शिवसेना से हाथ! | भाजपा-शिवसेना गठबंधन को 161 सीटें मिलीं, सत्ता में होगी वापसी
चव्हाण ने शिवसेना को बीजेपी के मुकाबले कम अहितकर पार्टी बताया
शरद पवार की पार्टी एनसीपी की सीटों में सबसे अधिक वृद्धि | वर्ष 2014 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 122, शिवसेना को 63, कांग्रेस को 42 और राकांपा को 41 सीटें मिली थी. उस चुनाव में भाजपा और शिवसेना अलग-अलग चुनाव लडे़ थे. हालांकि, बाद में शिवसेना भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हो गई थी. पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि नतीजों के साथ महाराष्ट्र में अगली सरकार बनाने की ‘रोचक संभावना' भी सामने आई है. लेकिन क्या कांग्रेस-राकांपा, शिवसेना से गठबंधन करेगी, इस पर रुख स्पष्ट नहीं किया. उन्होंने भाजपा के मुकाबले कम अहितकर पार्टी करार दिया.
वर्ष 2014 के मुकाबले इस चुनाव में शरद पवार की पार्टी राकांपा की सीटों में सबसे अधिक वृद्धि हुई है जबकि भाजपा के सीटों में खासी कमी आई है. हालांकि इससे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उत्साह में कोई कमी नहीं आई और चव्हाण ने कहा कि भाजपा-शिवसेना गठबंधन अगले पांच साल तक फिर शासन करेगा.
उधर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने बेटे आदित्य ठाकरे के जीत कर आने पर भाजपा को उसके वादे याद दिलाए जिसे अभी तक पूरा नहीं किया गया. पत्रकारों के इस सवाल कि किस पार्टी को मुख्यमंत्री की कुर्सी मिलेगी पर उत्साहित उद्धव ने कहा, ‘‘ यह समय भाजपा को वह फार्मूला याद दिलाने का है जिसका वादा भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने मेरे घर आकर किया था... यह फार्मूला 50-50 का था.'' उन्होंने कहा, ‘‘ हम भाजपा के मुकाबले कम सीटों पर लड़ने को लेकर सहमत हुए थे लेकिन हर बार भाजपा को समायोजित नहीं कर सकते. मुझे पार्टी को फलने-फूलने देना होगा.''
देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 2014 के मुकाबले कम सीटें मिलने के बावजूद प्रत्याशियों के जीत का अनुपात बेहतर है. उन्होंने स्पष्ट एवं निर्णायक जनादेश देने के लिए महाराष्ट्र के लोगों का धन्यवाद किया. इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा, शिवसेना के साथ पूर्व में तय फार्मूले के साथ आगे बढ़ेगी.
इस चुनाव में जिन प्रमुख नेताओं को जीत मिली है उनमें फडणवीस और आदित्य ठाकरे के अलावा विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष धनंजय मुंडे, पूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस नेता अशोक चव्हाण एवं पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार शामिल हैं. हालांकि फडणवीस सरकार में शामिल छह मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा है. चुनाव से ठीक पहले शिवसेना में शामिल हुए 11 नेताओं और भाजपा में शामिल हुए आठ नेताओं को भी हार मिली है.
सातारा लोकसभा सीट पर हुए उपचुनाव में सिक्किम के पूर्व राज्यपाल एवं राकांपा प्रत्याशी श्रीनिवास पाटिल ने भाजपा के उदयराजे भोंसले को हराया. भोंसले इस सीट से इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे.
(इनपुट भाषा से) |
कैबिनेट ने मंजूर की 2000 करोड़ रुपये की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजना | केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को हरियाणा को राजस्थान से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के उन्नयन के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के तहत 2,029.49 करोड़ रुपये के परियोजना को मंजूरी दे दी। | केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंगलवार को हरियाणा को राजस्थान से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के उन्नयन के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना के तहत 2,029.49 करोड़ रुपये के परियोजना को मंजूरी दे दी।
आर्थिक कार्य संबंधी मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) ने कैथल (हरियाणा) एवं राजस्थान के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के सीमावर्ती हिस्से को उन्नत बनाने वाली परियोजना को मंजूरी दी है।
परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के 166 किलोमीटर के हिस्से को टोल प्रारूप के आधार पर विकसित किया जाएगा।
सीसीईए ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "इस परियोजना से हरियाणा में बुनियादी ढांचे के सुधार में तेजी आएगी, तथा परिवहन में लगने वाले खर्च एवं समय की बचत होगी।"टिप्पणियां
वक्तव्य में आगे कहा गया है, "परियोजना के अंतर्गत उन्नत की जाने वाले सड़क के हिस्से में अंबाला, कैथल, बरवाला तथा हिसार जैसे महत्वपूर्ण जिले जुड़ेंगे।"
सीसीईए के अनुसार, परियोजना के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण, पुनस्र्थापन एवं पुनर्वास कार्यक्रम पर 636.49 करोड़ रुपयों की लागत आएगी।
आर्थिक कार्य संबंधी मंत्रिमंडल समिति (सीसीईए) ने कैथल (हरियाणा) एवं राजस्थान के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के सीमावर्ती हिस्से को उन्नत बनाने वाली परियोजना को मंजूरी दी है।
परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के 166 किलोमीटर के हिस्से को टोल प्रारूप के आधार पर विकसित किया जाएगा।
सीसीईए ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "इस परियोजना से हरियाणा में बुनियादी ढांचे के सुधार में तेजी आएगी, तथा परिवहन में लगने वाले खर्च एवं समय की बचत होगी।"टिप्पणियां
वक्तव्य में आगे कहा गया है, "परियोजना के अंतर्गत उन्नत की जाने वाले सड़क के हिस्से में अंबाला, कैथल, बरवाला तथा हिसार जैसे महत्वपूर्ण जिले जुड़ेंगे।"
सीसीईए के अनुसार, परियोजना के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण, पुनस्र्थापन एवं पुनर्वास कार्यक्रम पर 636.49 करोड़ रुपयों की लागत आएगी।
परियोजना के तहत राष्ट्रीय राजमार्ग-65 के 166 किलोमीटर के हिस्से को टोल प्रारूप के आधार पर विकसित किया जाएगा।
सीसीईए ने एक वक्तव्य जारी कर कहा, "इस परियोजना से हरियाणा में बुनियादी ढांचे के सुधार में तेजी आएगी, तथा परिवहन में लगने वाले खर्च एवं समय की बचत होगी।"टिप्पणियां
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सीसीईए के अनुसार, परियोजना के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण, पुनस्र्थापन एवं पुनर्वास कार्यक्रम पर 636.49 करोड़ रुपयों की लागत आएगी।
वक्तव्य में आगे कहा गया है, "परियोजना के अंतर्गत उन्नत की जाने वाले सड़क के हिस्से में अंबाला, कैथल, बरवाला तथा हिसार जैसे महत्वपूर्ण जिले जुड़ेंगे।"
सीसीईए के अनुसार, परियोजना के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण, पुनस्र्थापन एवं पुनर्वास कार्यक्रम पर 636.49 करोड़ रुपयों की लागत आएगी।
सीसीईए के अनुसार, परियोजना के अंतर्गत भूमि अधिग्रहण, पुनस्र्थापन एवं पुनर्वास कार्यक्रम पर 636.49 करोड़ रुपयों की लागत आएगी। |
एयर इंडिया ने चंदीला और चव्हाण को निलंबित किया | राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर अंकित चव्हाण और अजित चंदीला को गुरुवार को मौजूदा आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके नियोक्ता एयर इंडिया ने निलंबित कर दिया। | राजस्थान रॉयल्स के क्रिकेटर अंकित चव्हाण और अजित चंदीला को गुरुवार को मौजूदा आईपीएल मैचों में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों में दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद उनके नियोक्ता एयर इंडिया ने निलंबित कर दिया।टिप्पणियां
एयरलाइन अधिकारियों ने कहा, ‘‘जैसे ही हमारा कोई भी स्टाफ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाता है, उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया जाता है।’’
दोनों क्रिकेटर खेल कोटे के अंतर्गत एयर इंडिया से जुड़े थे। चंदीला दिल्ली में विभिन्न क्लब और कारपोरेट टूर्नामेंट में एयर इंडिया का प्रतिनिधित्व करते थे जबकि चव्हाण एयर इंडिया (मुंबई) की ओर से टाइम्स शील्ड और कंगा लीग जैसे टूर्नामेंट में खेलते थे।
एयरलाइन अधिकारियों ने कहा, ‘‘जैसे ही हमारा कोई भी स्टाफ पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जाता है, उन्हें तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया जाता है।’’
दोनों क्रिकेटर खेल कोटे के अंतर्गत एयर इंडिया से जुड़े थे। चंदीला दिल्ली में विभिन्न क्लब और कारपोरेट टूर्नामेंट में एयर इंडिया का प्रतिनिधित्व करते थे जबकि चव्हाण एयर इंडिया (मुंबई) की ओर से टाइम्स शील्ड और कंगा लीग जैसे टूर्नामेंट में खेलते थे।
दोनों क्रिकेटर खेल कोटे के अंतर्गत एयर इंडिया से जुड़े थे। चंदीला दिल्ली में विभिन्न क्लब और कारपोरेट टूर्नामेंट में एयर इंडिया का प्रतिनिधित्व करते थे जबकि चव्हाण एयर इंडिया (मुंबई) की ओर से टाइम्स शील्ड और कंगा लीग जैसे टूर्नामेंट में खेलते थे। |
अफगान प्याज की आवक से थोक बाजार में दाम घटे | खाद्य और उपभोक्ता मामले मंत्री केवी थॉमस ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दिल्ली सरकार को प्राथमिकता के साथ प्याज उपलब्ध कराने की पेशकश की है, ताकि राष्ट्रीय राजधानी में इसके दाम नीचे लाए जा सकें। | खुदरा बाजार में प्याज के दाम जल्द ही नरम पड़ने की उम्मीद है। अफगानिस्तान से प्याज की आवक होने के बाद थोक बाजार में प्याज के दाम 10 रुपये किलो घट गए हैं। सरकार ने प्याज का न्यूनतम निर्यात मूल्य (एमईपी) बढ़ाकर 900 डॉलर प्रति टन कर दिया है। इसके एक दिन बाद प्याज के दाम नरम पड़े हैं।
खाद्य और उपभोक्ता मामले मंत्री केवी थॉमस ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दिल्ली सरकार को प्राथमिकता के साथ प्याज उपलब्ध कराने की पेशकश की है, ताकि राष्ट्रीय राजधानी में इसके दाम नीचे लाए जा सकें।
प्याज व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र बुद्धिराज ने कहा, अफगानिस्तान से प्याज की अतिरिक्त आवक शुरू होने से थोक बाजार में दाम 10 रुपये घटकर 50 रुपये किलो रह गए। व्यापारियों ने प्याज के दाम में आई गिरावट को नासिक की लासलगांव मंडी में आई गिरावट से भी जोड़कर देखा। यहीं से पूरे देश में प्याज के दाम का रुख तय होता है।टिप्पणियां
व्यापारियों ने बताया कि अफगानिस्तान से करीब 1,500 से 2,000 क्विंटल प्याज की आवक स्थानीय आजादपुर मंडी में हुई। पंजाब के व्यापारियों ने अटारी-वाघा सीमा से अफगानिस्तान से प्याज का आयात शुरू किया है। गुरुवार को अफगानिस्तान से 400 टन प्याज आया था और व्यापारियों का कहना है कि 2,000 टन और प्याज की आवक अगले एक सप्ताह के दौरान होगी।
शहरी में मदर डेयरी केंद्रों पर प्याज 60 रुपये किलो बिक रहा है। थोक बाजार में दाम घटने के बाद इनमें भी दाम कम होंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी से जब प्याज के ऊंचे दाम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, प्याज के दाम में मौसमी उतार-चढ़ाव रहता है। उम्मीद है कि सप्ताह भर में या जैसे ही आपूर्ति में सुधार होगा दाम स्थिर हो जाएंगे।
खाद्य और उपभोक्ता मामले मंत्री केवी थॉमस ने कहा कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने दिल्ली सरकार को प्राथमिकता के साथ प्याज उपलब्ध कराने की पेशकश की है, ताकि राष्ट्रीय राजधानी में इसके दाम नीचे लाए जा सकें।
प्याज व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र बुद्धिराज ने कहा, अफगानिस्तान से प्याज की अतिरिक्त आवक शुरू होने से थोक बाजार में दाम 10 रुपये घटकर 50 रुपये किलो रह गए। व्यापारियों ने प्याज के दाम में आई गिरावट को नासिक की लासलगांव मंडी में आई गिरावट से भी जोड़कर देखा। यहीं से पूरे देश में प्याज के दाम का रुख तय होता है।टिप्पणियां
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शहरी में मदर डेयरी केंद्रों पर प्याज 60 रुपये किलो बिक रहा है। थोक बाजार में दाम घटने के बाद इनमें भी दाम कम होंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी से जब प्याज के ऊंचे दाम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, प्याज के दाम में मौसमी उतार-चढ़ाव रहता है। उम्मीद है कि सप्ताह भर में या जैसे ही आपूर्ति में सुधार होगा दाम स्थिर हो जाएंगे।
प्याज व्यापारी संघ के अध्यक्ष सुरेंद्र बुद्धिराज ने कहा, अफगानिस्तान से प्याज की अतिरिक्त आवक शुरू होने से थोक बाजार में दाम 10 रुपये घटकर 50 रुपये किलो रह गए। व्यापारियों ने प्याज के दाम में आई गिरावट को नासिक की लासलगांव मंडी में आई गिरावट से भी जोड़कर देखा। यहीं से पूरे देश में प्याज के दाम का रुख तय होता है।टिप्पणियां
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शहरी में मदर डेयरी केंद्रों पर प्याज 60 रुपये किलो बिक रहा है। थोक बाजार में दाम घटने के बाद इनमें भी दाम कम होंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी से जब प्याज के ऊंचे दाम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, प्याज के दाम में मौसमी उतार-चढ़ाव रहता है। उम्मीद है कि सप्ताह भर में या जैसे ही आपूर्ति में सुधार होगा दाम स्थिर हो जाएंगे।
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शहरी में मदर डेयरी केंद्रों पर प्याज 60 रुपये किलो बिक रहा है। थोक बाजार में दाम घटने के बाद इनमें भी दाम कम होंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी से जब प्याज के ऊंचे दाम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, प्याज के दाम में मौसमी उतार-चढ़ाव रहता है। उम्मीद है कि सप्ताह भर में या जैसे ही आपूर्ति में सुधार होगा दाम स्थिर हो जाएंगे।
शहरी में मदर डेयरी केंद्रों पर प्याज 60 रुपये किलो बिक रहा है। थोक बाजार में दाम घटने के बाद इनमें भी दाम कम होंगे। सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी से जब प्याज के ऊंचे दाम के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, प्याज के दाम में मौसमी उतार-चढ़ाव रहता है। उम्मीद है कि सप्ताह भर में या जैसे ही आपूर्ति में सुधार होगा दाम स्थिर हो जाएंगे। |
हवा में विमान पर गिरे ऑक्सीजन मास्क | मेलबर्न जा रहे कंतास एयरलाइन के एक विमान को अचानक केबिन में हवा का दबाव कम हो जाने के कारण 26 हजार फुट तक नीचे आने पर मजबूर होना पड़ा। | एडीलेड से मेलबर्न जा रहे कंतास एयरलाइन के एक विमान को सोमवार सुबह अचानक केबिन में हवा का दबाव कम हो जाने के कारण 26 हजार फुट तक नीचे आने पर मजबूर होना पड़ा। विमान में 99 लोग सवार थे। मीडिया की खबरों के अनुसार, क्यूएफ-670 विमान के पायलट ने घोषणा की कि उन्हें 36 हजार फुट की उंचाई से तेजी से नीचे आ कर महज दस हजार फुट की उड़ान भरना होगा। इस घोषणा के बाद बोइंग 737-400 विमान से विमान क्यूएफ-670 के कन्सोल पैनलों पर ऑक्सीजन के मास्क गिराए गए। विमान के मेलबर्न पहुंचने के 30 मिनट पहले यह घटना घटी। क्यूएफ-670 विमान के पायलटों को हवाई यातायात नियंत्रक की ओर से विमान को मेलबर्न तक की शेष दूरी को दस हजार फुट की उंचाई पर उड़ान भरते हुए तय करने की अनुमति मिल गई। क्यूएफ 670 विमान 21 साल पुराना है। उसने एडीलेड से सुबह करीब छह बज कर 13 मिनट पर उड़ान भरी और विक्टोरिया से आगे पहुंचते ही उसके केबिन में अचानक हवा का दबाव कम हो गया। बहरहाल, विमान सुबह करीब सात बज कर 53 मिनट पर मेलबर्न पहुंचा और सुरक्षित उतर गया। |
सीमा विवाद : चुमार में आमने-सामने थी भारत, चीन की सेना | चीनी सैनिकों के 17 जून को भारतीय क्षेत्र में ‘अतिक्रमण’ और निगरानी कैमरे हटाने के बाद लद्दाख के चुमार इलाके में भारत और चीन की सेना ‘आमने-सामने’ आ गई थी। ये कैमरे बाद में चीनी सेना ने वापस कर दिए थे। | चीनी सैनिकों के 17 जून को भारतीय क्षेत्र में ‘अतिक्रमण’ और निगरानी कैमरे हटाने के बाद लद्दाख के चुमार इलाके में भारत और चीन की सेना ‘आमने-सामने’ आ गई थी। ये कैमरे बाद में चीनी सेना ने वापस कर दिए थे।
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि चुमार में भारत के रणनीतिक बढ़त की स्थिति में होने और चीनी पक्ष की तरफ कुछ ‘संवेदनशीलता’ होने को देखते हुए ‘चीनी गश्ती दल वहां इलाके में घुस आए और भारतीय गश्ती दल के साथ आमना-सामना होने की स्थिति आ गई, इसके बाद चीनी गश्ती दल अपने सामान्य शिविर की ओर लौट गए।’
घुसपैठ 17 जून को तब हुई जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) भारतीय क्षेत्र चुमार में घुस आई और निगरानी बंकरों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। इसके अलावा उन्होंने चीनी क्षेत्र तक देखे जा सकने वाले उपकरणों के तारों को काट दिया।
चुमार चीन के सैनिकों के लिए हमेशा से असहज स्थिति पैदा करने वाला इलाका रहा है क्योंकि भारत-चीन सीमा के पास यह एक मात्र ऐसी जगह है जहां उनकी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक पहुंच नहीं है।
इस वर्ष मार्च के अंतिम हफ्ते में हुई फ्लैग बैठक में चीनी पक्ष ने चुमार में एलएसी के पास निगरानी टावर के निर्माण पर आपत्ति जताई थी।
निगरानी चौकी और रक्षा बंकरों को ध्वस्त करने के बाद सेना ने एलएसी के पास चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए थे जिससे पीएलए क्षुब्ध था।टिप्पणियां
चीन की तरफ से यह इलाका पहुंच योग्य नहीं है जबकि भारतीय पक्ष का अंतिम बिंदु तक सड़क मार्ग है जिस पर सेना नौ टन तक का भार ले जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा रक्षा समन्वय समझौता (बीडीसीए) ‘प्रगति पर है’ और विस्तार से जानकारी देने से इनकार किया है।
अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि चुमार में भारत के रणनीतिक बढ़त की स्थिति में होने और चीनी पक्ष की तरफ कुछ ‘संवेदनशीलता’ होने को देखते हुए ‘चीनी गश्ती दल वहां इलाके में घुस आए और भारतीय गश्ती दल के साथ आमना-सामना होने की स्थिति आ गई, इसके बाद चीनी गश्ती दल अपने सामान्य शिविर की ओर लौट गए।’
घुसपैठ 17 जून को तब हुई जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) भारतीय क्षेत्र चुमार में घुस आई और निगरानी बंकरों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। इसके अलावा उन्होंने चीनी क्षेत्र तक देखे जा सकने वाले उपकरणों के तारों को काट दिया।
चुमार चीन के सैनिकों के लिए हमेशा से असहज स्थिति पैदा करने वाला इलाका रहा है क्योंकि भारत-चीन सीमा के पास यह एक मात्र ऐसी जगह है जहां उनकी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक पहुंच नहीं है।
इस वर्ष मार्च के अंतिम हफ्ते में हुई फ्लैग बैठक में चीनी पक्ष ने चुमार में एलएसी के पास निगरानी टावर के निर्माण पर आपत्ति जताई थी।
निगरानी चौकी और रक्षा बंकरों को ध्वस्त करने के बाद सेना ने एलएसी के पास चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए थे जिससे पीएलए क्षुब्ध था।टिप्पणियां
चीन की तरफ से यह इलाका पहुंच योग्य नहीं है जबकि भारतीय पक्ष का अंतिम बिंदु तक सड़क मार्ग है जिस पर सेना नौ टन तक का भार ले जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा रक्षा समन्वय समझौता (बीडीसीए) ‘प्रगति पर है’ और विस्तार से जानकारी देने से इनकार किया है।
घुसपैठ 17 जून को तब हुई जब चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) भारतीय क्षेत्र चुमार में घुस आई और निगरानी बंकरों को ध्वस्त करना शुरू कर दिया। इसके अलावा उन्होंने चीनी क्षेत्र तक देखे जा सकने वाले उपकरणों के तारों को काट दिया।
चुमार चीन के सैनिकों के लिए हमेशा से असहज स्थिति पैदा करने वाला इलाका रहा है क्योंकि भारत-चीन सीमा के पास यह एक मात्र ऐसी जगह है जहां उनकी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक पहुंच नहीं है।
इस वर्ष मार्च के अंतिम हफ्ते में हुई फ्लैग बैठक में चीनी पक्ष ने चुमार में एलएसी के पास निगरानी टावर के निर्माण पर आपत्ति जताई थी।
निगरानी चौकी और रक्षा बंकरों को ध्वस्त करने के बाद सेना ने एलएसी के पास चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए थे जिससे पीएलए क्षुब्ध था।टिप्पणियां
चीन की तरफ से यह इलाका पहुंच योग्य नहीं है जबकि भारतीय पक्ष का अंतिम बिंदु तक सड़क मार्ग है जिस पर सेना नौ टन तक का भार ले जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा रक्षा समन्वय समझौता (बीडीसीए) ‘प्रगति पर है’ और विस्तार से जानकारी देने से इनकार किया है।
चुमार चीन के सैनिकों के लिए हमेशा से असहज स्थिति पैदा करने वाला इलाका रहा है क्योंकि भारत-चीन सीमा के पास यह एक मात्र ऐसी जगह है जहां उनकी वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) तक पहुंच नहीं है।
इस वर्ष मार्च के अंतिम हफ्ते में हुई फ्लैग बैठक में चीनी पक्ष ने चुमार में एलएसी के पास निगरानी टावर के निर्माण पर आपत्ति जताई थी।
निगरानी चौकी और रक्षा बंकरों को ध्वस्त करने के बाद सेना ने एलएसी के पास चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए थे जिससे पीएलए क्षुब्ध था।टिप्पणियां
चीन की तरफ से यह इलाका पहुंच योग्य नहीं है जबकि भारतीय पक्ष का अंतिम बिंदु तक सड़क मार्ग है जिस पर सेना नौ टन तक का भार ले जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा रक्षा समन्वय समझौता (बीडीसीए) ‘प्रगति पर है’ और विस्तार से जानकारी देने से इनकार किया है।
इस वर्ष मार्च के अंतिम हफ्ते में हुई फ्लैग बैठक में चीनी पक्ष ने चुमार में एलएसी के पास निगरानी टावर के निर्माण पर आपत्ति जताई थी।
निगरानी चौकी और रक्षा बंकरों को ध्वस्त करने के बाद सेना ने एलएसी के पास चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए थे जिससे पीएलए क्षुब्ध था।टिप्पणियां
चीन की तरफ से यह इलाका पहुंच योग्य नहीं है जबकि भारतीय पक्ष का अंतिम बिंदु तक सड़क मार्ग है जिस पर सेना नौ टन तक का भार ले जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा रक्षा समन्वय समझौता (बीडीसीए) ‘प्रगति पर है’ और विस्तार से जानकारी देने से इनकार किया है।
निगरानी चौकी और रक्षा बंकरों को ध्वस्त करने के बाद सेना ने एलएसी के पास चीनी सैनिकों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कैमरे लगाए थे जिससे पीएलए क्षुब्ध था।टिप्पणियां
चीन की तरफ से यह इलाका पहुंच योग्य नहीं है जबकि भारतीय पक्ष का अंतिम बिंदु तक सड़क मार्ग है जिस पर सेना नौ टन तक का भार ले जा सकती है।
सूत्रों ने कहा कि सीमा रक्षा समन्वय समझौता (बीडीसीए) ‘प्रगति पर है’ और विस्तार से जानकारी देने से इनकार किया है।
चीन की तरफ से यह इलाका पहुंच योग्य नहीं है जबकि भारतीय पक्ष का अंतिम बिंदु तक सड़क मार्ग है जिस पर सेना नौ टन तक का भार ले जा सकती है।
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लाइव परफॉर्मेंस से पहले नर्वस हुईं जैकलिन फर्नांडिज, सलमान खान को बताया वजह... देखें Video | जैकलिन ने शेयर किया वीडियो
कर रही हैं 'द बैंग टूर' का डांस रिहर्सल
दो हफ्ते बाद है लाइव परफॉर्मेंस | A post shared by Jacqueline Fernandez (@jacquelinef143) on Jun 11, 2018 at 5:35pm PDT |
दर्शक शिक्षा नहीं मनोरंजन चाहते हैं : अजय | बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि दर्शक फिल्मों में शिक्षा की बजाय मनोरंजन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनका अनुभव बताता है कि बॉक्स ऑफिस पर किसी भी फिल्म की सफलता उसकी पटकथा में मनोरंजन कारकों पर निर्भर करती हैं। | बॉलीवुड अभिनेता अजय देवगन का कहना है कि दर्शक फिल्मों में शिक्षा की बजाय मनोरंजन चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उनका अनुभव बताता है कि बॉक्स ऑफिस पर किसी भी फिल्म की सफलता उसकी पटकथा में मनोरंजन कारकों पर निर्भर करती हैं।
अजय ने फिल्मकार प्रकाश झा का हवाला देते हुए बताया कि निर्देशक के पास यथार्थवादी विचारों को आकर्षक और मनोरंजक फिल्मों में ढालने का कौशल होना चाहिए।
सौ करोड़ से अधिक की कमाई करने वाली फिल्म 'सिंघम' में मुख्य भूमिका निभाने वाले अजय ने कहा, "अगर दर्शक फिल्म पर पैसा खर्च करते हैं, तो वे अपना मनोरंजन करना चाहते हैं। वे शिक्षित होना नहीं चाहते। मनोरंजन कॉमेडी या एक्शन कुछ भी हो सकता है। यही एक आधार है।"
43 वर्षीय अजय के लिए रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी हास्य फिल्में 'गोलमाल : फन अनलिमिटेड' और 'गोलमाल रिटर्न्स' खासी भाग्यशाली साबित हुई। उनकी अगली फिल्म 'बोल बच्चन' भी शेट्टी के निर्देशन में ही बनी हैं। टिप्पणियां
फिल्म 'राजनीति' और 'गंगाजल' में निर्देशक प्रकाश झा के साथ काम कर चुके अजय एक बार फिर से 'सत्याग्रह' में उनके साथ काम करेंगे। झा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "प्रकाश यथार्थवादी विचारों को उठाते हैं और उन्हें बहुत आकर्षक और मनोरंजक बना देते हैं। कई ऐसे फिल्म निर्माता हैं, जो अच्छे विषय को भी उबाऊ बना देते हैं।"
'सत्याग्रह' सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अभियान पर आधारित है।
अजय ने फिल्मकार प्रकाश झा का हवाला देते हुए बताया कि निर्देशक के पास यथार्थवादी विचारों को आकर्षक और मनोरंजक फिल्मों में ढालने का कौशल होना चाहिए।
सौ करोड़ से अधिक की कमाई करने वाली फिल्म 'सिंघम' में मुख्य भूमिका निभाने वाले अजय ने कहा, "अगर दर्शक फिल्म पर पैसा खर्च करते हैं, तो वे अपना मनोरंजन करना चाहते हैं। वे शिक्षित होना नहीं चाहते। मनोरंजन कॉमेडी या एक्शन कुछ भी हो सकता है। यही एक आधार है।"
43 वर्षीय अजय के लिए रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी हास्य फिल्में 'गोलमाल : फन अनलिमिटेड' और 'गोलमाल रिटर्न्स' खासी भाग्यशाली साबित हुई। उनकी अगली फिल्म 'बोल बच्चन' भी शेट्टी के निर्देशन में ही बनी हैं। टिप्पणियां
फिल्म 'राजनीति' और 'गंगाजल' में निर्देशक प्रकाश झा के साथ काम कर चुके अजय एक बार फिर से 'सत्याग्रह' में उनके साथ काम करेंगे। झा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "प्रकाश यथार्थवादी विचारों को उठाते हैं और उन्हें बहुत आकर्षक और मनोरंजक बना देते हैं। कई ऐसे फिल्म निर्माता हैं, जो अच्छे विषय को भी उबाऊ बना देते हैं।"
'सत्याग्रह' सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अभियान पर आधारित है।
सौ करोड़ से अधिक की कमाई करने वाली फिल्म 'सिंघम' में मुख्य भूमिका निभाने वाले अजय ने कहा, "अगर दर्शक फिल्म पर पैसा खर्च करते हैं, तो वे अपना मनोरंजन करना चाहते हैं। वे शिक्षित होना नहीं चाहते। मनोरंजन कॉमेडी या एक्शन कुछ भी हो सकता है। यही एक आधार है।"
43 वर्षीय अजय के लिए रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी हास्य फिल्में 'गोलमाल : फन अनलिमिटेड' और 'गोलमाल रिटर्न्स' खासी भाग्यशाली साबित हुई। उनकी अगली फिल्म 'बोल बच्चन' भी शेट्टी के निर्देशन में ही बनी हैं। टिप्पणियां
फिल्म 'राजनीति' और 'गंगाजल' में निर्देशक प्रकाश झा के साथ काम कर चुके अजय एक बार फिर से 'सत्याग्रह' में उनके साथ काम करेंगे। झा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "प्रकाश यथार्थवादी विचारों को उठाते हैं और उन्हें बहुत आकर्षक और मनोरंजक बना देते हैं। कई ऐसे फिल्म निर्माता हैं, जो अच्छे विषय को भी उबाऊ बना देते हैं।"
'सत्याग्रह' सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अभियान पर आधारित है।
43 वर्षीय अजय के लिए रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी हास्य फिल्में 'गोलमाल : फन अनलिमिटेड' और 'गोलमाल रिटर्न्स' खासी भाग्यशाली साबित हुई। उनकी अगली फिल्म 'बोल बच्चन' भी शेट्टी के निर्देशन में ही बनी हैं। टिप्पणियां
फिल्म 'राजनीति' और 'गंगाजल' में निर्देशक प्रकाश झा के साथ काम कर चुके अजय एक बार फिर से 'सत्याग्रह' में उनके साथ काम करेंगे। झा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "प्रकाश यथार्थवादी विचारों को उठाते हैं और उन्हें बहुत आकर्षक और मनोरंजक बना देते हैं। कई ऐसे फिल्म निर्माता हैं, जो अच्छे विषय को भी उबाऊ बना देते हैं।"
'सत्याग्रह' सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अभियान पर आधारित है।
फिल्म 'राजनीति' और 'गंगाजल' में निर्देशक प्रकाश झा के साथ काम कर चुके अजय एक बार फिर से 'सत्याग्रह' में उनके साथ काम करेंगे। झा की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, "प्रकाश यथार्थवादी विचारों को उठाते हैं और उन्हें बहुत आकर्षक और मनोरंजक बना देते हैं। कई ऐसे फिल्म निर्माता हैं, जो अच्छे विषय को भी उबाऊ बना देते हैं।"
'सत्याग्रह' सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अभियान पर आधारित है।
'सत्याग्रह' सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के अभियान पर आधारित है। |
धोनी और तेंदुलकर के मुरीद हैं स्टीव वॉ | ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर स्टीव वॉ बेहद कामयाब कप्तान के तौर पर जाने जाते हैं, लेकिन उन्होंने भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर सराहना करते हुए कहा है कि धोनी ने वे सारी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं, जो किसी कप्तान का सपना होता है। | ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर स्टीव वॉ बेहद कामयाब कप्तान के तौर पर जाने जाते हैं, लेकिन उन्होंने भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जमकर सराहना करते हुए कहा है कि धोनी ने वे सारी उपलब्धियां हासिल कर ली हैं, जो किसी कप्तान का सपना होता है।
बकौल स्टीव वॉ, धोनी भारत के बेहद आक्रामक और बेहद सकारात्मक कप्तान हैं। वॉ के मुताबिक धोनी ने वे सारी ट्रॉफ़ी जीत ली हैं, जो कोई कप्तान जीत सकता है और उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।टिप्पणियां
इस मौके पर वॉ 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर की तारीफ किए बिना भी नहीं रह सके। उन्होंने कहा कि सचिन के नाम सबसे ज्यादा औसत को छोड़कर शायद क्रिकेट के सभी रिकॉर्ड होंगे। उल्लेखनीय है कि सबसे ज्यादा औसत का रिकॉर्ड (99.94) सर डॉन ब्रैडमैन के नाम है।
वॉ ने कहा कि सचिन 198 टेस्ट खेल चुके हैं और 200वां टेस्ट खेलने के काफी करीब हैं, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतने टेस्ट खेल पाएंगे।
बकौल स्टीव वॉ, धोनी भारत के बेहद आक्रामक और बेहद सकारात्मक कप्तान हैं। वॉ के मुताबिक धोनी ने वे सारी ट्रॉफ़ी जीत ली हैं, जो कोई कप्तान जीत सकता है और उनका प्रदर्शन शानदार रहा है।टिप्पणियां
इस मौके पर वॉ 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर की तारीफ किए बिना भी नहीं रह सके। उन्होंने कहा कि सचिन के नाम सबसे ज्यादा औसत को छोड़कर शायद क्रिकेट के सभी रिकॉर्ड होंगे। उल्लेखनीय है कि सबसे ज्यादा औसत का रिकॉर्ड (99.94) सर डॉन ब्रैडमैन के नाम है।
वॉ ने कहा कि सचिन 198 टेस्ट खेल चुके हैं और 200वां टेस्ट खेलने के काफी करीब हैं, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतने टेस्ट खेल पाएंगे।
इस मौके पर वॉ 'मास्टर ब्लास्टर' सचिन तेंदुलकर की तारीफ किए बिना भी नहीं रह सके। उन्होंने कहा कि सचिन के नाम सबसे ज्यादा औसत को छोड़कर शायद क्रिकेट के सभी रिकॉर्ड होंगे। उल्लेखनीय है कि सबसे ज्यादा औसत का रिकॉर्ड (99.94) सर डॉन ब्रैडमैन के नाम है।
वॉ ने कहा कि सचिन 198 टेस्ट खेल चुके हैं और 200वां टेस्ट खेलने के काफी करीब हैं, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतने टेस्ट खेल पाएंगे।
वॉ ने कहा कि सचिन 198 टेस्ट खेल चुके हैं और 200वां टेस्ट खेलने के काफी करीब हैं, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं होगा कि वह इतने टेस्ट खेल पाएंगे। |
उन्नाव रेप मामले में पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की योगी सरकार ने की घोषणा | उन्नाव रेप पीड़िता को इलाज के लिए दिल्ली लाया गया था
रेप पीड़िता को बचाने में कामयाबी नहीं मिल पाई
मामले को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाने की बात कह चुकी है सरकार | उन्नाव (Unnao) में बलात्कार पीड़िता की मौत के बाद उसके परिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने 25 लाख रुपये की सहायता देने की घोषणा की है. अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी ने पीड़िता के परिजनों को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है. उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त स्थानीय प्रशासन भी पीड़िता के परिजनों की अपने स्तर से हर संभव मदद करेगा. इससे पहले पीड़िता की मौत पर मुख्यमंत्री योगी ने दुख जताते हुए कहा कि मुक़दमे को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर अपराधियों को कड़ी सज़ा दिलाई जाएगी.
उन्नाव रेप पीड़िता के पिता बोले- मुझे मकान नहीं चाहिए, बस आरोपियों को हैदराबाद एनकाउंटर की तरह मार दें गोली
एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव घटना के सन्दर्भ में कहा है कि यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है और बालिका की मौत अत्यंत दुखद है. उनके द्वारा परिवार के प्रति पूरी संवेदना व्यक्त की गयी. सभी अपराधी पुलिस के द्वारा गिरफ्तार किए जा चुके हैं. मुक़दमे को फास्ट ट्रैक कोर्ट में ले जाकर दोषियों को कड़ी सज़ा दिलाएंगे.''
उन्नाव रेप पीड़िता के गांव का दौरा करने पहुंचे योगी सरकार के 2 मंत्री, नाराज जनता ने किया प्रदर्शन, पुलिसकर्मियों ने किया बीच-बचाव
इस बीच उन्नाव से मिली जानकारी के अनुसार उन्नाव पहुंचे प्रदेश के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने कहा कि मुख्यमंत्री की पूरी संवेदनाएं पीड़ित परिवार के साथ हैं. आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाई जायेगी. उन्होंने बताया कि पीड़िता के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिये जाने के साथ ही प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर भी मुहैया कराया जायेगा. |
145 अल्ट्रा-लाइट होवित्जर तोपों के लिए समझौता कर सकते हैं भारत, अमेरिका | भारत-अमेरिका होवित्जर तोपों की खरीद के लिए समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते है
बोफोर्स घोटाले के सामने आने के बाद से तोपों की खरीद के लिए यह पहला सौदा
यह सौदा करीब 5,000 करोड़ रुपये का होगा | भारत और अमेरिका 145 अल्ट्रा-लाइट होवित्जर तोपों की खरीद के लिए समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. यह सौदा करीब 5,000 करोड़ रुपये का होगा. गौरतलब है कि 1980 के दशक में बोफोर्स घोटाले के सामने आने के बाद से तोपों की खरीद के लिए यह पहला सौदा होगा.टिप्पणियां
रक्षा मंत्रालय ने एम 777 तोपों की खरीद के लिए फाइल को स्वीकृति प्रदान की. अब इस फाइल को वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा और फिर इसे संस्तुति के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति के समक्ष रखा जाएगा. सूत्रों ने बताया कि कुछ बदलावों के लिए भी स्वीकृति दी गई है.
मंत्रालय पहले ही 25 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम तोपों की आपूर्ति की समयसीमा को कम कर दिया है, हालांकि इस वास्तविक अवधि के बारे में जानकारी नहीं है. भारत ने इन तोपों की खरीद में दिलचस्पी दिखाते हुए अमेरिकी सरकार को आग्रह पत्र भेजा था. इन तोपों को चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के क्षेत्रों में तैनात किया जाना है.
रक्षा मंत्रालय ने एम 777 तोपों की खरीद के लिए फाइल को स्वीकृति प्रदान की. अब इस फाइल को वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा और फिर इसे संस्तुति के लिए सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति के समक्ष रखा जाएगा. सूत्रों ने बताया कि कुछ बदलावों के लिए भी स्वीकृति दी गई है.
मंत्रालय पहले ही 25 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम तोपों की आपूर्ति की समयसीमा को कम कर दिया है, हालांकि इस वास्तविक अवधि के बारे में जानकारी नहीं है. भारत ने इन तोपों की खरीद में दिलचस्पी दिखाते हुए अमेरिकी सरकार को आग्रह पत्र भेजा था. इन तोपों को चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के क्षेत्रों में तैनात किया जाना है.
मंत्रालय पहले ही 25 किलोमीटर तक मार करने में सक्षम तोपों की आपूर्ति की समयसीमा को कम कर दिया है, हालांकि इस वास्तविक अवधि के बारे में जानकारी नहीं है. भारत ने इन तोपों की खरीद में दिलचस्पी दिखाते हुए अमेरिकी सरकार को आग्रह पत्र भेजा था. इन तोपों को चीन की सीमा से लगे अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के क्षेत्रों में तैनात किया जाना है. |
'सरकार 3' फिल्म रिव्यू: पिछली 'सरकार' जैसा असर नहीं दिखा सकी अमिताभ की 'सरकार 3' | 'सरकार 3' में दमदार नजर आ रहे हैं अमिताभ बच्चन
फिल्म का फर्स्ट हाफ है काफी कमजोर
इस फिल्म को हमारी तरफ से मिलते हैं 3 स्टार | इस फिल्म में अभिषेक बच्चन नजर नहीं आएंगे. |
फिलीपीन में तूफान, 475 की मौत, दो लाख बेघर | फिलीपीन में इस साल के सबसे जबरदस्त तूफान में करीब दो लाख लोग बेघर हो गए और 475 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इस बीच सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील की है। | फिलीपीन में इस साल के सबसे जबरदस्त तूफान में करीब दो लाख लोग बेघर हो गए और 475 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है। इस बीच सरकार ने अंतरराष्ट्रीय मदद की अपील की है।
तूफान ‘बोफा’ मंगलवार को मिंडानाओ द्वीप के पास आया। रास्ते के शहरों को पूरी तरह से झकझोरने वाला यह तूफान साथ में तेज बारिश भी लाया जिससे बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हुई। एरिनीया कैंटीला और उनका छह सदस्यीय परिवार न्यू बतान के पास करीब दो दिन तक नंगे पैर भोजन और आश्रय की तलाश में घूमता रहा क्योंकि तूफान के कारण उनका घर और फार्म तबाह हो गए।
कैंटीला ने कहा, ‘‘हमारा सबकुछ चला गया। केवल मृत लोग बचे हुए हैं।’’ इस दौरान उनके पति, तीन बच्चे और पोती मौजूद थी।
सेना ने कहा कि वह करीब 377 लापता लोगों को खोज रहे हैं जबकि एक लाख 79 हजार लोग स्कूल, जिम और अन्य स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। टिप्पणियां
खोजी अभियान में शामिल सेना प्रभाग के प्रमुख मेजर जनरल एरियल बर्नाडरे ने कहा कि मरने वालों में 258 के शव पूर्वी तट मिंडानाओ तथा 191 के न्यू बतान एवं मोंकायो से बरामद हुए।
एक अधिकारी ने कहा कि हम अब भी लापता 377 लोगों को खोज रहे हैं और हमारा प्रयास उन्हें खोज निकालना है।
तूफान ‘बोफा’ मंगलवार को मिंडानाओ द्वीप के पास आया। रास्ते के शहरों को पूरी तरह से झकझोरने वाला यह तूफान साथ में तेज बारिश भी लाया जिससे बाढ़ और भूस्खलन की स्थिति पैदा हुई। एरिनीया कैंटीला और उनका छह सदस्यीय परिवार न्यू बतान के पास करीब दो दिन तक नंगे पैर भोजन और आश्रय की तलाश में घूमता रहा क्योंकि तूफान के कारण उनका घर और फार्म तबाह हो गए।
कैंटीला ने कहा, ‘‘हमारा सबकुछ चला गया। केवल मृत लोग बचे हुए हैं।’’ इस दौरान उनके पति, तीन बच्चे और पोती मौजूद थी।
सेना ने कहा कि वह करीब 377 लापता लोगों को खोज रहे हैं जबकि एक लाख 79 हजार लोग स्कूल, जिम और अन्य स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। टिप्पणियां
खोजी अभियान में शामिल सेना प्रभाग के प्रमुख मेजर जनरल एरियल बर्नाडरे ने कहा कि मरने वालों में 258 के शव पूर्वी तट मिंडानाओ तथा 191 के न्यू बतान एवं मोंकायो से बरामद हुए।
एक अधिकारी ने कहा कि हम अब भी लापता 377 लोगों को खोज रहे हैं और हमारा प्रयास उन्हें खोज निकालना है।
कैंटीला ने कहा, ‘‘हमारा सबकुछ चला गया। केवल मृत लोग बचे हुए हैं।’’ इस दौरान उनके पति, तीन बच्चे और पोती मौजूद थी।
सेना ने कहा कि वह करीब 377 लापता लोगों को खोज रहे हैं जबकि एक लाख 79 हजार लोग स्कूल, जिम और अन्य स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। टिप्पणियां
खोजी अभियान में शामिल सेना प्रभाग के प्रमुख मेजर जनरल एरियल बर्नाडरे ने कहा कि मरने वालों में 258 के शव पूर्वी तट मिंडानाओ तथा 191 के न्यू बतान एवं मोंकायो से बरामद हुए।
एक अधिकारी ने कहा कि हम अब भी लापता 377 लोगों को खोज रहे हैं और हमारा प्रयास उन्हें खोज निकालना है।
सेना ने कहा कि वह करीब 377 लापता लोगों को खोज रहे हैं जबकि एक लाख 79 हजार लोग स्कूल, जिम और अन्य स्थलों पर शरण लिए हुए हैं। टिप्पणियां
खोजी अभियान में शामिल सेना प्रभाग के प्रमुख मेजर जनरल एरियल बर्नाडरे ने कहा कि मरने वालों में 258 के शव पूर्वी तट मिंडानाओ तथा 191 के न्यू बतान एवं मोंकायो से बरामद हुए।
एक अधिकारी ने कहा कि हम अब भी लापता 377 लोगों को खोज रहे हैं और हमारा प्रयास उन्हें खोज निकालना है।
खोजी अभियान में शामिल सेना प्रभाग के प्रमुख मेजर जनरल एरियल बर्नाडरे ने कहा कि मरने वालों में 258 के शव पूर्वी तट मिंडानाओ तथा 191 के न्यू बतान एवं मोंकायो से बरामद हुए।
एक अधिकारी ने कहा कि हम अब भी लापता 377 लोगों को खोज रहे हैं और हमारा प्रयास उन्हें खोज निकालना है।
एक अधिकारी ने कहा कि हम अब भी लापता 377 लोगों को खोज रहे हैं और हमारा प्रयास उन्हें खोज निकालना है। |
नोटबंदी : दिग्विजय सिंह के किस सवाल पर झेंप गए रिज़र्व बैंक के गवर्नर उर्जित पटेल... | दिग्विजय का सवाल राजनीतिक था, सो उर्जित पटेल सहम गए.
पटेल दूसरी बार वित्त मामलों की संसद की स्थाई समिति के सामने पेश हुए थे.
पुरानी करेंसी को गिनने का काम चल रहा है- उर्जित पटेल | टिप्पणियां
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मीटिंग में चुटकी लेते हुए रिज़र्व बैंक के गवर्नर से कहा, "हम आपके कारणों को मान लेते हैं, लेकिन ये बताइये कि क्या मई 2019 तक आप ये बता पायेंगे कि कितनी करेंसी बैंकों के पास वापस आई". मीटिंग में मौजूद सूत्रों ने बताया कि दिग्विजय सिंह के इस सवाल पर पटेल असहज हो गए औऱ उन्होंने कुछ नहीं कहा.
कमेटी ने बैंकों के एनपीए को लेकर कमेटी ने उर्जित पटेल से डिफॉल्टरों के नाम भी पूछे, लेकिन पटेल ने गोपनीयता का हवाला देकर कहा कि नाम नहीं बताए जा सकते. ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है.
सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने मीटिंग में चुटकी लेते हुए रिज़र्व बैंक के गवर्नर से कहा, "हम आपके कारणों को मान लेते हैं, लेकिन ये बताइये कि क्या मई 2019 तक आप ये बता पायेंगे कि कितनी करेंसी बैंकों के पास वापस आई". मीटिंग में मौजूद सूत्रों ने बताया कि दिग्विजय सिंह के इस सवाल पर पटेल असहज हो गए औऱ उन्होंने कुछ नहीं कहा.
कमेटी ने बैंकों के एनपीए को लेकर कमेटी ने उर्जित पटेल से डिफॉल्टरों के नाम भी पूछे, लेकिन पटेल ने गोपनीयता का हवाला देकर कहा कि नाम नहीं बताए जा सकते. ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है.
कमेटी ने बैंकों के एनपीए को लेकर कमेटी ने उर्जित पटेल से डिफॉल्टरों के नाम भी पूछे, लेकिन पटेल ने गोपनीयता का हवाला देकर कहा कि नाम नहीं बताए जा सकते. ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी चल रहा है. |
'महंगाई कम करने के लिए कोई जादू की छड़ी नहीं' | पिछले डेढ़ साल में 10 बार नीतिगत दरों में वृद्धि करने के बाद रिजर्व बैंक ने कहा कि महंगाई थामने के लिए उसके पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। | मुद्रास्फीति को नियंत्रित करने के लिए पिछले डेढ़ साल में 10 बार नीतिगत दरों में वृद्धि करने के बाद रिजर्व बैंक ने कहा कि महंगाई थामने के लिए उसके पास कोई जादू की छड़ी नहीं है। उद्योग मंडल एसोचैम के एक कार्यक्रम में रिजर्व बैंक डिप्टी गवर्नर केसी चक्रवर्ती ने कहा, आप सभी चाहते हैं कि मुद्रास्फीति नीचे आनी चाहिए। न तो वित्त मंत्रालय और न ही रिजर्व बैंक के पास ऐसी कोई जादू की छड़ी है जिससे महंगाई को नीचे लाया जा सके। मई महीने में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति 9 प्रतिशत से अधिक रही। रिजर्व बैंक की कड़ी मौद्रिक नीति तथा सरकार के कदमों के बावजूद मुद्रास्फीति लगातार ऊंची बनी हुई है। केंद्रीय बैंक ने मार्च 2012 तक मुद्रास्फीति 6 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। डिप्टी गवर्नर ने कहा कि मौजूदा मुद्रास्फीति की प्रमुख वजह वस्तुओं की कम आपूर्ति है और केवल कृषि उत्पादकता बढ़ाकर तथा आधुनिक प्रौद्योगिकी के जरिये ही महंगाई की ऊंची दर पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा, यह कहने की बजाय कि रिजर्व बैंक को मुद्रास्फीति नीचे लाने के लिए कदम उठाने चाहिए, हमें उत्पादकता बढ़ानी होगी तथा सेवा लागत को कम करना होगा, इसी से महंगाई दर नीचे आएगी, अन्यथा यह नीचे नहीं आएगी। इससे पहले, इसी कार्यक्रम में वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि अल्पकाल में मुद्रास्फीति पर अंकुश लगाने के लिए कुल मांग को कम करना अहम है। यह हमारे लिए बड़ी चुनौती है। हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि मुद्रास्फीति पर काबू पाने के लिए किए जा रहे मौद्रिक उपायों से आर्थिक वृद्धि पर असर पड़ सकता है। रिजर्व बैंक मार्च 2010 से लेकर अबतक 10 बार प्रमुख नीतिगत दरों में वृद्धि कर चुका है। शीर्ष बैंक ने बृहस्पतिवार को एक बार फिर रेपो और रिवर्स रेपो दोनों में 0.25 प्रतिशत की वृद्धि की। |
Raid से 85 साल की इस एक्ट्रेस ने किया डेब्यू: काजोल ने पोस्ट किया Video, मस्तमौला अंदाज Viral | बॉक्स ऑफिस पर शानदार कमाई कर रही 'रेड'
85 साल की पुष्पा जोशी ने फिल्म से किया डेब्यू
सौरभ शुक्ला के मां के रोल में हैं | Here comes Amma... you will want to take her home. #Raid
A post shared by Kajol Devgan (@kajol) on Mar 17, 2018 at 5:03am PDT
A post shared by Ajay Devgn (@ajaydevgn) on Feb 16, 2018 at 8:06am PST |
पाकिस्तान में नाटो के 16 तेल टैंकर फूंके | पाकिस्तान के पेशावर शहर के निकट शनिवार शाम को आतंकवादियों ने नाटो के कम से कम 16 तेल टैंकरों को आग के हवाले कर दिया। | पाकिस्तान के पेशावर शहर के निकट शनिवार शाम को आतंकवादियों ने उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के कम से कम 16 तेल टैंकरों को आग के हवाले कर दिया। इस हमले में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक तेल टैंकर टर्मिनल पर लगभग 50 टैंकर अफगानिस्तान में नाटो सेनाओं को तेल की आपूर्ति के लिए जाने को तैयार थे। आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमनकर्मियों को बुलाया गया। अधिकारियों का कहना है कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। |
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह बोले- आइए आगे बढ़ें, पाकिस्तान के कब्जे से PoK आजाद कराते हैं | केंद्रीय मंत्री का बड़ा बयान
'अब पीओके भारत में मिलाने के लिए करें प्रार्थना'
अनुच्छेद 370 खत्म करने का किया स्वागत | केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को कहा कि जम्मू और कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा खत्म करने के बाद अब लोगों को अपने रहते पीओके के भारत में शामिल होने के लिए प्रार्थना करनी चाहिए. उन्होंने एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा, 'हम खुशकिस्मत हैं कि यह (विशेष दर्जे को रद्द करना) हमारे जीवनकाल में हुआ. यह हमारी तीन पीढ़ियों के बलिदानों से हुआ है. इस ऐतिहासिक कदम के बाद, आइए हम पीओके को पाकिस्तान के अवैध कब्जे से मुक्त करने की सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ें और इसे संसद में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव (1994 में) के अनुसार देश का अभिन्न अंग बनाएं.' साथ ही उन्होंने कहा, 'हम प्रार्थना करते हैं कि हम देश के साथ पीओके को देख सकें, लोग मुजफ्फराबाद (पीओके की राजधानी) में आसानी से जा पाएं.'
सिंह ने रविवार को कहा कि जम्मू कश्मीर पर केंद्र का फैसला संवैधानिक प्रावधानों के अनुरूप ‘‘व्यापक अनुसंधान'' के बाद लिया गया है और यह किसी भी कानूनी चुनौती का सामना कर सकता है. संविधान के अनुच्छेद 370 के तहत जम्मू कश्मीर को प्राप्त विशेष दर्जा समाप्त करने और राज्य को दो केंद्र शासित क्षेत्रों में बांटे जाने के केंद्र के फैसले का बचाव करते हुए सिंह ने कहा, ‘रातों रात कुछ भी नहीं होता है. अनुच्छेद 370 और जम्मू कश्मीर के संविधान के व्यापक अध्ययन एवं अनुसंधान के बाद ही इस विषय के विद्वतजनों ने इस विधेयक का मसौदा तैयार किया है.'
उन्होंने कहा, ‘संविधान के अनुच्छेद 370 का उपबंध तीन राष्ट्रपति को यह अधिकार देता है कि वह प्रावधान के किसी भी हिस्से को पूरी तरह से या कुछ चीजों को छोड़कर इसे कभी भी निष्क्रिय कर सकते हैं. यह जम्मू कश्मीर के संविधान में भी है. अनुच्छेद 366 यह स्पष्ट करता है कि विधानसभा की गैरमौजूदगी में राज्यपाल वैधानिक प्राधिकारी होते हैं.'
प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री यहां भाजपा कार्यालय में लोगों की सभा को संबोधित कर रहे थे. इस महीने की शुरुआत से सरकार के इस कदम के प्रभावी होने के बाद से इसे चुनौती देते हुए उच्चतम न्यायालय में कई याचिकाएं दायर की गयी हैं, जिस पर सिंह ने कहा था कि केंद्र का फैसला किसी भी कानूनी चुनौती का सामना कर सकता है. उन्होंने कहा, ‘कोई रोक का आदेश जारी नहीं होगा... यह कदम विशेष प्रावधान और जम्मू कश्मीर संविधान के अनुरूप उठाया गया है.' |
कर्नाटक में कैबिनेट के विस्तार के साथ मुसीबत में बीजेपी सरकार, अमित शाह के पोस्टर जले | कोप्पल में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह और बीएल संतोष के पोस्टर जलाए गए
नाराज मंत्री सीटी रवि खफा होकर सरकारी गाड़ी लौटाने पर उतारू
येदियुरप्पा ने कहा - कोई असंतोष नहीं है, बेकार बात है ये सब | नाराज मंत्रियों में से एक सीटी रवि इतने खफा हैं कि मंत्री की गाड़ी लौटाने पर उतारू हैं. सीटी रवि को पर्यटन और कन्नड़ा विभाग का मंत्री बनाया गया है. उन्होंने कहा कि 'मैंने तो मंत्री का पद भी नहीं मांगा था. कुछ बातें हैं जो सही वक्त पर ही साफ होंगी. मुझे कुछ कहना है, जो मैं समय आने पर कहूंगा.'
मामला सिर्फ उप मुख्यमंत्रियों तक ही सीमित नहीं है, आधा दर्जन विधायक खफा हैं क्योंकि वरिष्ठ होने के बावजूद उन्हें मंत्रिमंडल में जगह नहीं दी गई. उमेश कत्ती, अरविंद लिम्बवाली, रेणुकाचर्या, गुलाहट्टी शेखर और थीप्पा रेड्डी मंत्री न बनाए जाने से काफ़ी नाराज़ हैं. वे कैमरे के पीछे अपनी नाराजगी जताते रहे हैं. दूसरी तरफ मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा का कहना है कि 'कोई असंतोष नहीं है. बेकार बात है ये सब.'
इस सबके बीच जेडीएस-कांग्रेस के 16 बागी विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं. उन्होंने बीजेपी आलाकमान पर अच्छा खासा दबाव बना रखा है ताकि सुप्रीम कोर्ट में उनके निलंबन के मामले पर जल्द फैसला हो सके. येदियुरप्पा सरकार विधानसभा में बहुमत के न्यूनतम आंकड़े में सिर्फ तीन विधायकों के साथ बढ़त बनाए है.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि 'उप मुख्यमंत्री के पद का कोई संवैधानिक महत्व नहीं है. लगता है कि पार्टी आलाकमान ने येदियुरप्पा के पंख कुतरने के लिए ही तीन उप मुख्यमंत्री बनाए हैं.'
सत्ता बदली है, मुख्यमंत्री बदले हैं, लेकिन हालात नहीं बदले. जब जेडीएस-कांग्रेस की गठबंधन सरकार बनी थी तब मुख्यमंत्री बनने के बाद कुमारस्वामी ने कुछ ऐसे ही हालात का सामना किया था. फिर एक दिन ऐसा आया जब उनकी सरकार गिर गई. मौजूदा परीस्थितियां कम से कम येदियुरप्पा को सुकून देने वाली तो नहीं लग रहीं. |
राकेश सिद्धारमैया का शव विशेष विमान से मैसूरु लाया जाएगा | राकेश अपने दोस्तों के साथ निजी दौरे पर गए थे यूरोप
सीएम ने सभी से अपील की है कि वे बेंगलुरु हवाई अड्डे पर न जुटें
इस घड़ी में साथ देने के लिए शुभचिंतकों को आभार जताया | (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
द.एशिया में स्थायित्व के लिए खतरा है लश्कर : अमेरिका | अमेरिका ने द. एशिया में स्थिरता के लिए खतरा बताते हुए पाकिस्तान से अनुरोध किया है कि वह मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार लश्कर के खिलाफ कड़े कदम उठाए। | अमेरिका में आतंकवाद निरोधक अभियानों से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने लश्कर-ए-तैयबा को दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए खतरा बताते हुए पाकिस्तान से अनुरोध किया है कि वह मुंबई हमले के लिए जिम्मेदार इस संगठन के खिलाफ कड़े कदम उठाए।
‘‘लार्ज एंड कोऑर्डिनेटर फॉर काउंटर टेररिज्म’’ के दूत डेनियल बेंजामिन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैंने अब तक लश्कर-ए-तैयबा की क्षमता में कमी आते नहीं देखी है। यह हमारे लिए लगातार चिंता बना हुआ है और कई बार मैंने दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए उस खतरे का जिक्र किया है जो लश्कर-ए-तैयबा की वजह से आसन्न है। ‘कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म 2011’ पेश करते हुए संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में बेंजामिन ने कहा, हमने पाकिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ और अधिक कार्रवाई करने का आग्रह किया है। हम मुंबई हमला मामले की सुनवाई में प्रगति चाहते हैं इसमें कोई शक नहीं है कि यह आतंकवादी परिदृश्य में लगातार चिंता बना हुआ है। रिपोर्ट में लश्कर-ए-तैयबा को ऐसा संगठन बताया गया है जो भारत और पाकिस्तान के बीच शांति के किसी भी प्रयास को नाकाम करने की योजना बनाता है।टिप्पणियां
बेंजामिन ने कहा, कश्मीर में हिंसा की छिटपुट घटनाएं, नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी भू-भाग से घुसपैठ की कोशिशें भी भारत सरकार के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के साथ व्यापार संबंधी वार्ता से दोनों देशों के बीच तनाव घटने की उम्मीद जगी थी लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंधों के विरोधी आतंकवादी जैसे लश्कर-ए -तैयबा ने लंबे समय से नए हमले कर किसी भी प्रगति को बाधित करने की साजिश रची है।
बेंजामिन ने कहा कि वर्ष 2011 प्रति आतंकवाद के नजरिये से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ओसामा बिन लादेन और अलकायदा के अन्य कई बड़े आतंकियों की मौत के अलावा हमने देखा कि पश्चिम एशिया में लाखों नागरिकों ने बदलाव के लिए अलकायदा का संदर्भ दिए बिना शांतिपूर्वक मांग की।
‘‘लार्ज एंड कोऑर्डिनेटर फॉर काउंटर टेररिज्म’’ के दूत डेनियल बेंजामिन ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, मैंने अब तक लश्कर-ए-तैयबा की क्षमता में कमी आते नहीं देखी है। यह हमारे लिए लगातार चिंता बना हुआ है और कई बार मैंने दक्षिण एशिया में स्थिरता के लिए उस खतरे का जिक्र किया है जो लश्कर-ए-तैयबा की वजह से आसन्न है। ‘कंट्री रिपोर्ट ऑन टेररिज्म 2011’ पेश करते हुए संवाददाताओं के एक सवाल के जवाब में बेंजामिन ने कहा, हमने पाकिस्तान से लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ और अधिक कार्रवाई करने का आग्रह किया है। हम मुंबई हमला मामले की सुनवाई में प्रगति चाहते हैं इसमें कोई शक नहीं है कि यह आतंकवादी परिदृश्य में लगातार चिंता बना हुआ है। रिपोर्ट में लश्कर-ए-तैयबा को ऐसा संगठन बताया गया है जो भारत और पाकिस्तान के बीच शांति के किसी भी प्रयास को नाकाम करने की योजना बनाता है।टिप्पणियां
बेंजामिन ने कहा, कश्मीर में हिंसा की छिटपुट घटनाएं, नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी भू-भाग से घुसपैठ की कोशिशें भी भारत सरकार के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के साथ व्यापार संबंधी वार्ता से दोनों देशों के बीच तनाव घटने की उम्मीद जगी थी लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंधों के विरोधी आतंकवादी जैसे लश्कर-ए -तैयबा ने लंबे समय से नए हमले कर किसी भी प्रगति को बाधित करने की साजिश रची है।
बेंजामिन ने कहा कि वर्ष 2011 प्रति आतंकवाद के नजरिये से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ओसामा बिन लादेन और अलकायदा के अन्य कई बड़े आतंकियों की मौत के अलावा हमने देखा कि पश्चिम एशिया में लाखों नागरिकों ने बदलाव के लिए अलकायदा का संदर्भ दिए बिना शांतिपूर्वक मांग की।
बेंजामिन ने कहा, कश्मीर में हिंसा की छिटपुट घटनाएं, नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी भू-भाग से घुसपैठ की कोशिशें भी भारत सरकार के लिए चिंता का कारण बनी हुई हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के साथ व्यापार संबंधी वार्ता से दोनों देशों के बीच तनाव घटने की उम्मीद जगी थी लेकिन भारत-पाकिस्तान के बीच बेहतर संबंधों के विरोधी आतंकवादी जैसे लश्कर-ए -तैयबा ने लंबे समय से नए हमले कर किसी भी प्रगति को बाधित करने की साजिश रची है।
बेंजामिन ने कहा कि वर्ष 2011 प्रति आतंकवाद के नजरिये से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ओसामा बिन लादेन और अलकायदा के अन्य कई बड़े आतंकियों की मौत के अलावा हमने देखा कि पश्चिम एशिया में लाखों नागरिकों ने बदलाव के लिए अलकायदा का संदर्भ दिए बिना शांतिपूर्वक मांग की।
बेंजामिन ने कहा कि वर्ष 2011 प्रति आतंकवाद के नजरिये से महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा, ओसामा बिन लादेन और अलकायदा के अन्य कई बड़े आतंकियों की मौत के अलावा हमने देखा कि पश्चिम एशिया में लाखों नागरिकों ने बदलाव के लिए अलकायदा का संदर्भ दिए बिना शांतिपूर्वक मांग की। |
60 फीसदी ग्रामीण आबादी 35 रुपये में करती है गुजर-बसर | राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन के महानिदेशक की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रति व्यक्ति दैनिक व्यय के लिहाज से ग्रामीण इलाकों में यह करीब 35 रुपये और शहरी इलाकों में 66 रुपये बैठता है। | भारत की 60 फीसदी ग्रामीण आबादी 35 रुपये प्रति दिन और लगभग इतने ही लोग शहर में 66 रुपये प्रतिदिन के खर्च पर गुजर-बसर करते हैं। यह बात आय और व्यय से जुड़े सरकारी सर्वेक्षण में कही गई है। राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण संगठन (एनएसएसओ) के महानिदेशक जे दास ने अपनी रिपोर्ट के आमुख में लिखा, औसतन प्रति व्यक्ति दैनिक व्यय के लिहाज से ग्रामीण इलाकों में यह करीब 35 रुपये और शहरी इलाकों में 66 रुपये बैठता है। करीब 60 फीसदी आबादी शहरी और ग्रामीण इलाकों में इतने खर्च अथवा इससे कम पर जीवन निर्वाह करती है।
एनएसएसओ के जुलाई, 2009 और जून, 2010 के दौरान हुए 66वें सर्वेक्षण के मुताबिक अखिल भारतीय औसत मासिक प्रति व्यक्ति उपभोक्ता व्यय (एमपीसीई) का स्तर ग्रामीण इलाकों में 1,054 रुपये और शहरी इलाकों में 1,984 रुपये रहा है। सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि ग्रामीण इलाकों में सबसे निचले पायदान पर 10 फीसदी आबादी ऐसी भी है, जो 15 रुपये प्रति दिन पर जीवन यापन कर रही है, जबकि शहरी इलाके में यह आंकड़ा इससे मामूली बेहतर 20 रुपये प्रति दिन का है।टिप्पणियां
इसमें कहा गया, भारत की ग्रामीण आबादी में सबसे गरीब 10 प्रतिशत जनसंख्या 453 रुपये औसत मासिक प्रतिव्यक्ति उपभोक्ता व्यय पर गुजर-बसर कर रहे हैं। जबकि शहर के 10 फीसदी सबसे गरीब लोग 599 रुपये औसत मासिक प्रतिव्यक्ति उपभोक्ता खर्च यानी एमपीसीई कर जीवन यापन कर रहे हैं।
एनएसएसओ सर्वेक्षण में जाहिर किया गया है कि ग्रामीण इलाके का एमपीसीई सबसे कम बिहार और छत्तीसगढ़ में 780 रुपये पर था, जिसके बाद 820 रुपये के साथ ओडिशा और झारखंड का स्थान रहा। अन्य राज्यों में केरल का एमपीसीई सबसे अधिक 1,835 रुपये और पंजाब व हरियाणा का एमपीसीई क्रमश: 1,649 रुपये और 1,510 रुपये रहा।
एनएसएसओ के जुलाई, 2009 और जून, 2010 के दौरान हुए 66वें सर्वेक्षण के मुताबिक अखिल भारतीय औसत मासिक प्रति व्यक्ति उपभोक्ता व्यय (एमपीसीई) का स्तर ग्रामीण इलाकों में 1,054 रुपये और शहरी इलाकों में 1,984 रुपये रहा है। सर्वेक्षण में यह भी कहा गया है कि ग्रामीण इलाकों में सबसे निचले पायदान पर 10 फीसदी आबादी ऐसी भी है, जो 15 रुपये प्रति दिन पर जीवन यापन कर रही है, जबकि शहरी इलाके में यह आंकड़ा इससे मामूली बेहतर 20 रुपये प्रति दिन का है।टिप्पणियां
इसमें कहा गया, भारत की ग्रामीण आबादी में सबसे गरीब 10 प्रतिशत जनसंख्या 453 रुपये औसत मासिक प्रतिव्यक्ति उपभोक्ता व्यय पर गुजर-बसर कर रहे हैं। जबकि शहर के 10 फीसदी सबसे गरीब लोग 599 रुपये औसत मासिक प्रतिव्यक्ति उपभोक्ता खर्च यानी एमपीसीई कर जीवन यापन कर रहे हैं।
एनएसएसओ सर्वेक्षण में जाहिर किया गया है कि ग्रामीण इलाके का एमपीसीई सबसे कम बिहार और छत्तीसगढ़ में 780 रुपये पर था, जिसके बाद 820 रुपये के साथ ओडिशा और झारखंड का स्थान रहा। अन्य राज्यों में केरल का एमपीसीई सबसे अधिक 1,835 रुपये और पंजाब व हरियाणा का एमपीसीई क्रमश: 1,649 रुपये और 1,510 रुपये रहा।
इसमें कहा गया, भारत की ग्रामीण आबादी में सबसे गरीब 10 प्रतिशत जनसंख्या 453 रुपये औसत मासिक प्रतिव्यक्ति उपभोक्ता व्यय पर गुजर-बसर कर रहे हैं। जबकि शहर के 10 फीसदी सबसे गरीब लोग 599 रुपये औसत मासिक प्रतिव्यक्ति उपभोक्ता खर्च यानी एमपीसीई कर जीवन यापन कर रहे हैं।
एनएसएसओ सर्वेक्षण में जाहिर किया गया है कि ग्रामीण इलाके का एमपीसीई सबसे कम बिहार और छत्तीसगढ़ में 780 रुपये पर था, जिसके बाद 820 रुपये के साथ ओडिशा और झारखंड का स्थान रहा। अन्य राज्यों में केरल का एमपीसीई सबसे अधिक 1,835 रुपये और पंजाब व हरियाणा का एमपीसीई क्रमश: 1,649 रुपये और 1,510 रुपये रहा।
एनएसएसओ सर्वेक्षण में जाहिर किया गया है कि ग्रामीण इलाके का एमपीसीई सबसे कम बिहार और छत्तीसगढ़ में 780 रुपये पर था, जिसके बाद 820 रुपये के साथ ओडिशा और झारखंड का स्थान रहा। अन्य राज्यों में केरल का एमपीसीई सबसे अधिक 1,835 रुपये और पंजाब व हरियाणा का एमपीसीई क्रमश: 1,649 रुपये और 1,510 रुपये रहा। |
CAA और NRC मुद्दे पर बोले शरद पवार, कहा- गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने की चाल है | शरद पवार ने कहा कि एनआरसी और सीएए मुद्दा भटकाने की चाल है
एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस की महाराष्ट्र में सरकार है
देशभर में सीएए को लेकर विरोध हो रहा है | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) ने राजग सरकार (NDA Govt.) पर शनिवार को हमला बोला. उन्होंने कहा कि संशोधित नागरिकता कानून (Citizenship Amendment Act) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) देश को त्रस्त कर रहे गंभीर मुद्दों से “ध्यान हटाने की चाल” है. उन्होंने कहा, “सीएए और एनआरसी देश के सामने खड़े गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने की चाल है.” पवार ने कहा, “न सिर्फ अल्पसंख्यक बल्कि जो लोग देश की एकता एवं प्रगति की चिंता करते हैं, वे सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहे हैं. नया नागरिकता कानून देश की धार्मिक, सामिजक एकता और सौहार्द को बिगाड़ेगा.” पवार ने पूछा कि संशोधित कानून के तहत केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के शरणार्थियों को ही नागरिकता क्यों दी जाएगी और श्रीलंका के तमिलों को क्यों नहीं.
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पवार ने एक सवाल के जवाब में कहा कि बिहार समेत आठ राज्यों ने कानून को लागू करने से इनकार कर दिया है और महाराष्ट्र का भी रुख यही रहना चाहिए. उन्होंने पूछा, “सीएए भले ही केंद्रीय कानून हो लेकिन इसको लागू राज्यों को करना है. लेकिन क्या राज्यों के पास ऐसा करने के लिए संसाधन एवं तंत्र है.” |
डेयरडेविल्स से जुड़ेंगे मुश्ताक : रिपोर्ट | पूर्व पाकिस्तानी टेस्ट लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद स्पिन गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स से जुड़ने के लिये तैयार हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने एक साल का करार स्वीकार कर लिया है। | पूर्व पाकिस्तानी टेस्ट लेग स्पिनर मुश्ताक अहमद स्पिन गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर आईपीएल टीम दिल्ली डेयरडेविल्स से जुड़ने के लिये तैयार हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार उन्होंने एक साल का करार स्वीकार कर लिया है।
मुश्ताक ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्हें दिल्ली फ्रेंचाइजी की तरफ से लिखित पेशकश मिली है और वह इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार मुश्ताक ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है हालांकि उन्होंने अभी तक करार पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
इस रिपोर्ट में मुश्ताक के हवाले से कहा गया है, ‘‘मुझे एक साल के करार की पेशकश की गई है। मैंने इसे स्वीकार कर लिया है लेकिन करार अभी होना बाकी है। यह प्रक्रिया में है क्योंकि अभी लिखित दस्तावेजों का आदान प्रदान होना है।’’टिप्पणियां
यदि करार हो जाता है तो मुश्ताक पूर्व दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज एरिक सिमन्स के साथ सहयोगी स्टाफ में शामिल होंगे। सिमन्स डेयरडेविल्स के मुख्य कोच हैं। यही नहीं वसीम अकरम के बाद मुश्ताक कोच के रूप में आईपीएल टीम से जुड़ने वाले दूसरे पाकिस्तानी खिलाड़ी होंगे।
अकरम पहले सत्र से कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ तेज गेंदबाजी सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं। मुश्ताक इंग्लैंड टीम के हाल के भारतीय दौरे में गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर आए थे। इंग्लैंड की भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में जीत में उनकी भूमिका अहम रही थी।
मुश्ताक ने पिछले सप्ताह कहा था कि उन्हें दिल्ली फ्रेंचाइजी की तरफ से लिखित पेशकश मिली है और वह इस पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। क्रिकइन्फो की रिपोर्ट के अनुसार मुश्ताक ने प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है हालांकि उन्होंने अभी तक करार पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं।
इस रिपोर्ट में मुश्ताक के हवाले से कहा गया है, ‘‘मुझे एक साल के करार की पेशकश की गई है। मैंने इसे स्वीकार कर लिया है लेकिन करार अभी होना बाकी है। यह प्रक्रिया में है क्योंकि अभी लिखित दस्तावेजों का आदान प्रदान होना है।’’टिप्पणियां
यदि करार हो जाता है तो मुश्ताक पूर्व दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज एरिक सिमन्स के साथ सहयोगी स्टाफ में शामिल होंगे। सिमन्स डेयरडेविल्स के मुख्य कोच हैं। यही नहीं वसीम अकरम के बाद मुश्ताक कोच के रूप में आईपीएल टीम से जुड़ने वाले दूसरे पाकिस्तानी खिलाड़ी होंगे।
अकरम पहले सत्र से कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ तेज गेंदबाजी सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं। मुश्ताक इंग्लैंड टीम के हाल के भारतीय दौरे में गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर आए थे। इंग्लैंड की भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में जीत में उनकी भूमिका अहम रही थी।
इस रिपोर्ट में मुश्ताक के हवाले से कहा गया है, ‘‘मुझे एक साल के करार की पेशकश की गई है। मैंने इसे स्वीकार कर लिया है लेकिन करार अभी होना बाकी है। यह प्रक्रिया में है क्योंकि अभी लिखित दस्तावेजों का आदान प्रदान होना है।’’टिप्पणियां
यदि करार हो जाता है तो मुश्ताक पूर्व दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज एरिक सिमन्स के साथ सहयोगी स्टाफ में शामिल होंगे। सिमन्स डेयरडेविल्स के मुख्य कोच हैं। यही नहीं वसीम अकरम के बाद मुश्ताक कोच के रूप में आईपीएल टीम से जुड़ने वाले दूसरे पाकिस्तानी खिलाड़ी होंगे।
अकरम पहले सत्र से कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ तेज गेंदबाजी सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं। मुश्ताक इंग्लैंड टीम के हाल के भारतीय दौरे में गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर आए थे। इंग्लैंड की भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में जीत में उनकी भूमिका अहम रही थी।
यदि करार हो जाता है तो मुश्ताक पूर्व दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज एरिक सिमन्स के साथ सहयोगी स्टाफ में शामिल होंगे। सिमन्स डेयरडेविल्स के मुख्य कोच हैं। यही नहीं वसीम अकरम के बाद मुश्ताक कोच के रूप में आईपीएल टीम से जुड़ने वाले दूसरे पाकिस्तानी खिलाड़ी होंगे।
अकरम पहले सत्र से कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ तेज गेंदबाजी सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं। मुश्ताक इंग्लैंड टीम के हाल के भारतीय दौरे में गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर आए थे। इंग्लैंड की भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में जीत में उनकी भूमिका अहम रही थी।
अकरम पहले सत्र से कोलकाता नाइटराइडर्स के साथ तेज गेंदबाजी सलाहकार के रूप में जुड़े हुए हैं। मुश्ताक इंग्लैंड टीम के हाल के भारतीय दौरे में गेंदबाजी सलाहकार के तौर पर आए थे। इंग्लैंड की भारतीय सरजमीं पर टेस्ट सीरीज में जीत में उनकी भूमिका अहम रही थी। |
छह माह का वक्त मांगा संजय दत्त ने, सरेंडर याचिका खारिज | दरअसल, अब बॉलीवुड की कई फिल्में संजय दत्त के जेल चले जाने से अधूरी रह सकती हैं, जिनसे फिल्मोद्योग का लगभग 70 से 100 करोड़ रुपये अटके हुए हैं, और वह जेल जाने से पहले उन्हें पूरा करना चाहते हैं। इधर, संजय दत्त की जेल में सरेंडर करने की याचिका टाडा अदालत ने | वर्ष 1993 में मुंबई में हुए शृंखलाबद्ध विस्फोटों से जुड़े गैरकानूनी ढंग से हथियार रखने के मामले में दोषी करार दिए गए बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर उन्हें समर्पण के लिए छह महीने का समय दिए जाने की अपील की है। संजय की याचिका पर मंगलवार को सुनवाई होगी।
इधर, संजय दत्त की जेल में सरेंडर करने की याचिका टाडा अदालत ने खारिज कर दी।
सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को गैरकानूनी ढंग से एक नौ मिलीमीटर की पिस्टल और एक एके-56 ऑटोमैटिक राइफल रखने के मामले में संजय दत्त के दोषी होने पर मुहर लगाई थी, और उन्हें पांच साल कैद की सज़ा सुनाई थी। उन्हें चार सप्ताह के भीतर समर्पण करने का आदेश दिया गया था, और यह अवधि 18 अप्रैल को पूरी हो रही है। वैसे संजय 18 माह की जेल काट चुके हैं, इसलिए उन्हें अब लगभग साढ़े तीन साल जेल में बिताने होंगे।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि सज़ा सुनाए जाने के बाद 53-वर्षीय अभिनेता ने 28 मार्च को मीडिया से कहा था कि वह माफी की गुहार नहीं लगाएंगे, और समर्पण कर देंगे। मीडियाकर्मियों से हुई बातचीत के दौरान संजय दत्त भावुक होकर रो भी पड़े थे। दरअसल, अब बॉलीवुड की कई फिल्में संजय दत्त के जेल चले जाने से अधूरी रह सकती हैं, जिनसे फिल्मोद्योग का लगभग 70 से 100 करोड़ रुपये अटके हुए हैं। जेल जाने से पहले संजय उन्हें पूरा करना चाहते हैं।
उधर, जहां एक ओर प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू और पूर्व सपा नेता अमर सिंह सहित कई लोगों ने संजय को माफी दिए जाने का अनुरोध किया, वहीं अनेक लोगों ने उन्हें क्षमा नहीं दिए जाने की भी गुहार की है। अभिनेता को क्षमादान देने या नहीं देने से जुड़ी अनेक संगठनों और लोगों की ओर से मिली 60 से भी अधिक याचिकाओं और अनुरोधों को राज्यपाल के शंकरनारायणन ने इस माह की शुरुआत में राज्य के गृह विभाग को भेज दिया था।
इधर, संजय दत्त की जेल में सरेंडर करने की याचिका टाडा अदालत ने खारिज कर दी।
सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को गैरकानूनी ढंग से एक नौ मिलीमीटर की पिस्टल और एक एके-56 ऑटोमैटिक राइफल रखने के मामले में संजय दत्त के दोषी होने पर मुहर लगाई थी, और उन्हें पांच साल कैद की सज़ा सुनाई थी। उन्हें चार सप्ताह के भीतर समर्पण करने का आदेश दिया गया था, और यह अवधि 18 अप्रैल को पूरी हो रही है। वैसे संजय 18 माह की जेल काट चुके हैं, इसलिए उन्हें अब लगभग साढ़े तीन साल जेल में बिताने होंगे।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि सज़ा सुनाए जाने के बाद 53-वर्षीय अभिनेता ने 28 मार्च को मीडिया से कहा था कि वह माफी की गुहार नहीं लगाएंगे, और समर्पण कर देंगे। मीडियाकर्मियों से हुई बातचीत के दौरान संजय दत्त भावुक होकर रो भी पड़े थे। दरअसल, अब बॉलीवुड की कई फिल्में संजय दत्त के जेल चले जाने से अधूरी रह सकती हैं, जिनसे फिल्मोद्योग का लगभग 70 से 100 करोड़ रुपये अटके हुए हैं। जेल जाने से पहले संजय उन्हें पूरा करना चाहते हैं।
उधर, जहां एक ओर प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू और पूर्व सपा नेता अमर सिंह सहित कई लोगों ने संजय को माफी दिए जाने का अनुरोध किया, वहीं अनेक लोगों ने उन्हें क्षमा नहीं दिए जाने की भी गुहार की है। अभिनेता को क्षमादान देने या नहीं देने से जुड़ी अनेक संगठनों और लोगों की ओर से मिली 60 से भी अधिक याचिकाओं और अनुरोधों को राज्यपाल के शंकरनारायणन ने इस माह की शुरुआत में राज्य के गृह विभाग को भेज दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने 21 मार्च को गैरकानूनी ढंग से एक नौ मिलीमीटर की पिस्टल और एक एके-56 ऑटोमैटिक राइफल रखने के मामले में संजय दत्त के दोषी होने पर मुहर लगाई थी, और उन्हें पांच साल कैद की सज़ा सुनाई थी। उन्हें चार सप्ताह के भीतर समर्पण करने का आदेश दिया गया था, और यह अवधि 18 अप्रैल को पूरी हो रही है। वैसे संजय 18 माह की जेल काट चुके हैं, इसलिए उन्हें अब लगभग साढ़े तीन साल जेल में बिताने होंगे।टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि सज़ा सुनाए जाने के बाद 53-वर्षीय अभिनेता ने 28 मार्च को मीडिया से कहा था कि वह माफी की गुहार नहीं लगाएंगे, और समर्पण कर देंगे। मीडियाकर्मियों से हुई बातचीत के दौरान संजय दत्त भावुक होकर रो भी पड़े थे। दरअसल, अब बॉलीवुड की कई फिल्में संजय दत्त के जेल चले जाने से अधूरी रह सकती हैं, जिनसे फिल्मोद्योग का लगभग 70 से 100 करोड़ रुपये अटके हुए हैं। जेल जाने से पहले संजय उन्हें पूरा करना चाहते हैं।
उधर, जहां एक ओर प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू और पूर्व सपा नेता अमर सिंह सहित कई लोगों ने संजय को माफी दिए जाने का अनुरोध किया, वहीं अनेक लोगों ने उन्हें क्षमा नहीं दिए जाने की भी गुहार की है। अभिनेता को क्षमादान देने या नहीं देने से जुड़ी अनेक संगठनों और लोगों की ओर से मिली 60 से भी अधिक याचिकाओं और अनुरोधों को राज्यपाल के शंकरनारायणन ने इस माह की शुरुआत में राज्य के गृह विभाग को भेज दिया था।
उल्लेखनीय है कि सज़ा सुनाए जाने के बाद 53-वर्षीय अभिनेता ने 28 मार्च को मीडिया से कहा था कि वह माफी की गुहार नहीं लगाएंगे, और समर्पण कर देंगे। मीडियाकर्मियों से हुई बातचीत के दौरान संजय दत्त भावुक होकर रो भी पड़े थे। दरअसल, अब बॉलीवुड की कई फिल्में संजय दत्त के जेल चले जाने से अधूरी रह सकती हैं, जिनसे फिल्मोद्योग का लगभग 70 से 100 करोड़ रुपये अटके हुए हैं। जेल जाने से पहले संजय उन्हें पूरा करना चाहते हैं।
उधर, जहां एक ओर प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू और पूर्व सपा नेता अमर सिंह सहित कई लोगों ने संजय को माफी दिए जाने का अनुरोध किया, वहीं अनेक लोगों ने उन्हें क्षमा नहीं दिए जाने की भी गुहार की है। अभिनेता को क्षमादान देने या नहीं देने से जुड़ी अनेक संगठनों और लोगों की ओर से मिली 60 से भी अधिक याचिकाओं और अनुरोधों को राज्यपाल के शंकरनारायणन ने इस माह की शुरुआत में राज्य के गृह विभाग को भेज दिया था।
उधर, जहां एक ओर प्रेस परिषद के अध्यक्ष मार्कंडेय काटजू और पूर्व सपा नेता अमर सिंह सहित कई लोगों ने संजय को माफी दिए जाने का अनुरोध किया, वहीं अनेक लोगों ने उन्हें क्षमा नहीं दिए जाने की भी गुहार की है। अभिनेता को क्षमादान देने या नहीं देने से जुड़ी अनेक संगठनों और लोगों की ओर से मिली 60 से भी अधिक याचिकाओं और अनुरोधों को राज्यपाल के शंकरनारायणन ने इस माह की शुरुआत में राज्य के गृह विभाग को भेज दिया था। |
चुनाव जीतने पर सपा बांटेगी लैपटॉप और टैबलेट | यूपी विधानसभा चुनाव के लिए सपा ने अपना घोषणा-पत्र जारी किया। इसमें किसानों, युवाओं, गरीबों, छात्रों और अल्पसंख्यकों को लुभाने की कोशिश की गई है। | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) ने शुक्रवार को अपना घोषणा-पत्र जारी किया। इसमें किसानों, युवाओं, गरीबों, छात्रों और अल्पसंख्यकों को लुभाने की कोशिश की गई है।
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने पार्टी कार्यालय में घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें 12वीं पास करने वाले छात्रों को नि:शुल्क लैपटॉप, 10 पास करने वाले छात्रों को टैबलेट, मुसलमानों के लिए जनसंख्या के आधार पर आरक्षण, बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ता, मेधावी छात्राओं के लिए कन्या विद्या धन, किसानों को पेंशन एवं कर्ज देने का वादा किया गया है। इस अवसर पर पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे।
सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने पार्टी कार्यालय में घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें 12वीं पास करने वाले छात्रों को नि:शुल्क लैपटॉप, 10 पास करने वाले छात्रों को टैबलेट, मुसलमानों के लिए जनसंख्या के आधार पर आरक्षण, बेरोजगारों के लिए बेरोजगारी भत्ता, मेधावी छात्राओं के लिए कन्या विद्या धन, किसानों को पेंशन एवं कर्ज देने का वादा किया गया है। इस अवसर पर पार्टी के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। |
Ayodhya Case: ढांचे के नीचे खुदाई करने वाली टीम में रहे केके मोहम्मद बोले- पुनर्विचार याचिका से मुसलमानों को नहीं होगा कोई फायदा | के के मोहम्मद ने पुनर्विचार याचिका का किया विरोध
मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं होगा: केके मोहम्मद
AIMPLB दायर करना चाहता है पुनर्विचार याचिका | सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की योजना का पुरातत्ववेत्ता के के मोहम्मद ने विरोध किया है. अयोध्या में बाबरी मस्जिद स्थल की खुदाई करने वाले दल का हिस्सा रह चुके के के मोहम्मद ने रविवार को कहा कि अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने से मुस्लिम समुदाय को कोई फायदा नहीं होगा.
नागपुर में "भारतीय मंदिर : शोध एवं पुरातात्विक खोज" विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा "वे पुनर्विचार याचिका दायर करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इससे फायदा नहीं मिलेगा."
बता दें, इससे पहले अयोध्या भूमि विवाद मामले के मुख्य वादी इकबाल अंसारी ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले के खिलाफ पुनर्विचार याचिका दाखिल करने कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) की योजना से दूरी बना ली थी. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही अंसारी ने कहा था कि वह फैसले पर पुनर्विचार की मांग नहीं करेंगे. वहीं, AIMPLB ने सुप्रीम कोर्ट में इस मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने का रविवार को फैसला लिया था. इसके कुछ ही समय बाद ही अंसारी ने कहा था कि पुनर्विचार की मांग करने का कोई मतलब नहीं है, क्योंकि नतीजा यही रहेगा. यह कदम सौहार्दपूर्ण वातावरण को भी बिगाड़ेगा. |
आखिर कहां छुट्टियां मना रहे हैं रणवीर सिंह? तस्वीरें देख आप भी जाना चाहेंगे वहां | स्विटजरलैंड में छुट्टियां मना रहे हैं रणवीर सिंह.
इंस्टाग्राम पर शेयर की तस्वीरें और वीडियो.
लिखा, 'मुझे स्विटजरलैंड से हो गया है प्यार.' | अपनी फिल्म 'रणवीर चिंग रिटर्न्स' की रिलीज से पहले अभिनेता रणवीर सिंह इन दिनों स्विटजरलैंड में छुट्टियां मना रहे हैं. उन्होंने अपने इंस्टाग्राम हैंडल पर वहां की कुछ तस्वीरें और वीडियो शेयर किए हैं जिन्हें देख आपका भी स्विटजरलैंड जाने का मन करेगा.
स्विटजरलैंड के लिए फ्लाइट में बोर्ड करने के दौरान रणवीर सिंह ने अपने बोर्डिंग पास की एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर की. रणवीर ने लिखा, 'अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने जा रहा हूं... बेहद उत्साहित हूं...क्या आप गेस कर सकते हैं कि मैं कहां जा रहा हूं?'
Off for a Howl-iday w my homeboys...So friggin' excited!!! Chal...can you guess where I'm going?? #euro #trippinA photo posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 11, 2016 at 7:20am PDT
एक तस्वीर में उन्होंने लिखा, 'स्विटजरलैंड में आपका स्वागत है... मुझे स्विटजरलैंड से प्यार हो गया है...'
Welcome to Switzerland !!! #inLOVEwithSWITZERLAND @myswitzerlandliveA photo posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 11, 2016 at 11:44am PDT
इससे पहले उन्होंने एयरपोर्ट के बाहर की एक फोटो इंस्टाग्राम की जिसमें वह 10-12 स्ट्रॉली बैगों के ऊपर बैठे नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर में उन्होंने मजाकिया लहजे में लिखा, 'मैं कम सामान लेकर सफर करना पसंद करता हूं...'
I prefer to travel light Viszlàt BudapestA photo posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 11, 2016 at 4:38am PDT
अपनी एक तस्वीर के साथ रणवीर ने रॉबर्ट फ्रॉस्ट की कविता की लाइनें साझा की हैं.
The woods are lovely, dark and deep , But I have promises to keep, And miles to go before I sleep... #serenityA photo posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 12, 2016 at 5:58am PDT
Room with a view! #inLOVEwithSWITZERLAND #Lucerne @myswitzerlandliveA photo posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 12, 2016 at 1:32am PDT
उन्होंने कुछ वीडियो भी साझा किए हैं...
Speed Demon ! ! !#Tobogganing #MtPilatus #inLOVEwithSWITZERLAND @myswitzerlandliveA video posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 12, 2016 at 3:46am PDT
Nomadic soul.. just passing through this life #Interlaken #GoldenPass #inLOVEwithSWITZERLAND @myswitzerlandliveA video posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 13, 2016 at 7:43am PDT
Spin it to win it ! #FunkyChocolateClub #inLOVEwithSWITZERLAND @myswitzerlandliveA video posted by Ranveer Singh (@ranveersingh) on Aug 13, 2016 at 11:18am PDT
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स्विटजरलैंड के लिए फ्लाइट में बोर्ड करने के दौरान रणवीर सिंह ने अपने बोर्डिंग पास की एक तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर की. रणवीर ने लिखा, 'अपने दोस्तों के साथ छुट्टियां मनाने जा रहा हूं... बेहद उत्साहित हूं...क्या आप गेस कर सकते हैं कि मैं कहां जा रहा हूं?'
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एक तस्वीर में उन्होंने लिखा, 'स्विटजरलैंड में आपका स्वागत है... मुझे स्विटजरलैंड से प्यार हो गया है...'
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इससे पहले उन्होंने एयरपोर्ट के बाहर की एक फोटो इंस्टाग्राम की जिसमें वह 10-12 स्ट्रॉली बैगों के ऊपर बैठे नजर आ रहे हैं. इस तस्वीर में उन्होंने मजाकिया लहजे में लिखा, 'मैं कम सामान लेकर सफर करना पसंद करता हूं...'
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अपनी एक तस्वीर के साथ रणवीर ने रॉबर्ट फ्रॉस्ट की कविता की लाइनें साझा की हैं.
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गृहमंत्री राजनाथ सिंह का बड़ा खुलासा, भारत ने सीमा पार जाकर 5 साल में 3 सर्जिकल स्ट्राइक किये | गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने दिया बड़ा बयान
कहा- हमने पांच साल में तीन सर्जिकल स्ट्राइक किये
दो किया ब्योरा दिया, लेकिन तीसरा नहीं बताया | गृहमंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strikes) को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के ऊपर भारत ने दो नहीं बल्कि तीन सर्जिकल स्ट्राइक (Surgical Strikes) की है. पहली उड़ी हमले के बाद, दूसरी पुलवामा के बाद लेकिन तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक के बार में उन्होंने नहीं बताया. मंगलौर में राजनाथ सिंह ने कहा कि तीन सर्जिकल स्ट्राइक हुईं. अभी दो की जानकारी ही दूंगा, तीसरे की नहीं. राजनाथ सिंह ने कहा, ''पिछले पांच सालों में हमने 3 बार बार्डर पार कर सफलता पूर्वक स्ट्राइक की है. पहली बार जब उड़ी में हमारे जवान शहीद हुए तब, दूसरी बार जब पुलवामा हमला हुआ, लेकिन तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी अभी नहीं दूंगा. राजनाथ सिंह ने आगे कहा, ''भारत अब कमजोर नहीं रहा है''.
#WATCH Union Home Minister Rajnath Singh at a public rally in Mangaluru: Pichle 5 varsho mein, teen baar apni seema ke bahar jaa kar hum logon ne air strike kar kaamyaabi haasil ki hai. Do ki jaankari apko dunga, teesri ki nahi dunga. #Karnatakapic.twitter.com/NZKeJPulrS
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में हुए पुलवामा आतंकी हमले के बाद 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तानी सरजमीं पर पल रहे जैश के आतंकी ठिकानों पर हमला बोला था. भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश ए मोहम्मद के आतंकी शिविर पर 1000 किलो के बम गिराए थे. इसमें काफी आतंकियों के मारे जाने की बात सामने आई. भारत ने करीब 12 मिराज लड़ाकू विमानों का इस्तेमाल किया और 1000 किलो बमों की बारिश कर दी. इसके बाद पाकिस्तान की बौखलाहट सामने आने लगी और उसने भारत के दावे को खारिज करने की कोशिश की.
भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के अगले ही दिन पाकिस्तान के लड़ाकू जहाज भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास कर रहे थे. IAF ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया. वायुसेना के विंग कमांडर अभिनंदन 27 फरवरी को सुबह करीब दस बजे पाकिस्तानी वायुसेना के फाइटर प्लेन का पीछा करते हुए पाकिस्तान की सीमा में जा घुसे थे. पाकिस्तान के एफ-16 को मार गिराने के बाद अभिनंदन का विमान भी क्रैश हो गया. इस वजह से उन्हें किसी तरह पैराशूट की मदद से उतरना पड़ा. बाद में करीब 60 घंटे बाद पाकिस्तान ने उन्हें रिहा किया. |
छत्तीसगढ़ : आदिवासी लड़कियों के हॉस्टल में चार बच्चियों से बलात्कार | छत्तीसगढ़ के बस्तर के कांकेर में आदिवासी बच्चियों के लिए बने हॉस्टल में 11 बच्चियों से बलात्कार का मामला सामने आया है। स्कूल के टीचर और चौकीदार पर बच्चियों का यौन शोषण करने का आरोप है। | छत्तीसगढ़ के बस्तर के कांकेर में आदिवासी बच्चियों के लिए बने हॉस्टल में 11 बच्चियों से बलात्कार का मामला सामने आया है। स्कूल के टीचर और चौकीदार पर बच्चियों का यौन शोषण करने का आरोप है।
दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन बच्चियों की उम्र 8 से 12 साल की बताई जा रही है। ये दोनों पिछले एक साल से लड़कियों के साथ रेप कर रहे थे। मुंह खोलने पर उन्हें मारते-पीटते थे। प्रशासन तक गोपनीय तरीके से शिकायत पहुंची तो बच्चियों का बयान लेकर मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें चार बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है।
दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इन बच्चियों की उम्र 8 से 12 साल की बताई जा रही है। ये दोनों पिछले एक साल से लड़कियों के साथ रेप कर रहे थे। मुंह खोलने पर उन्हें मारते-पीटते थे। प्रशासन तक गोपनीय तरीके से शिकायत पहुंची तो बच्चियों का बयान लेकर मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें चार बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हुई है। |
IPL 2018, CSK vs SRH: क्वालीफायर में गब्बर शिखर धवन और महेंद्र धोनी के बीच होगी 'यह डबल टक्कर'! | रेस सितारों की!
गब्बर बनेंगे चार हजारी!
कौन बनेगा रेस का बादशाह? | Token of gratitude to the Pune Ground Staff! The distribution plus some Thala pranks! #WhistlePodu#Yellove#DenAwayFromDenpic.twitter.com/LhAt5DMZrJ |
सीआरपीएफ कैंप पर हमले में शामिल संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार : सूत्र | श्रीनगर में बुधवार को हुए आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के चट्टाबल इलाके से एक आतंकी को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के मुताबिक, पकड़ा गया आतंकी बुधवार को सीआरपीएफ कैंप में हुए हमले के दौरान भागने में सफल हुआ था। | श्रीनगर में बुधवार को हुए आतंकी हमले में जम्मू-कश्मीर पुलिस ने श्रीनगर के चट्टाबल इलाके से एक आतंकी को गिरफ्तार किया है। सूत्रों के मुताबिक, पकड़ा गया आतंकी बुधवार को सीआरपीएफ कैंप में हुए हमले के दौरान भागने में सफ़ल हुआ था।
सूत्रों ने कहा कि चट्टाबल में दो आतंकवादियों की उपस्थिति की सूचना पर विशेष अभियान समूह ने इलाके की घेराबंदी कर दी और अबु तालिब को गिरफ्तार कर लिया । वह मुल्तान का रहने वाला है ।टिप्पणियां
जिस जगह से उसे गिरफ्तार किया गया है, वह बेमिना इलाके से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है । बेमिना में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ शिविर पर हमला कर पांच जवानों की हत्या कर दी और सात अन्य को घायल कर दिया।
इससे पहले गृहमंत्रालय ने भी चार पाकिस्तानी आतंकियों के देश में दाखिल होने की जानकारी देते हुए कहा है कि हमले में सीमा पार से आए आतंकियों का हाथ है। बुधवार को मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तान में बनी दवाईयां और एके 47 भी मिली थीं।
सूत्रों ने कहा कि चट्टाबल में दो आतंकवादियों की उपस्थिति की सूचना पर विशेष अभियान समूह ने इलाके की घेराबंदी कर दी और अबु तालिब को गिरफ्तार कर लिया । वह मुल्तान का रहने वाला है ।टिप्पणियां
जिस जगह से उसे गिरफ्तार किया गया है, वह बेमिना इलाके से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है । बेमिना में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ शिविर पर हमला कर पांच जवानों की हत्या कर दी और सात अन्य को घायल कर दिया।
इससे पहले गृहमंत्रालय ने भी चार पाकिस्तानी आतंकियों के देश में दाखिल होने की जानकारी देते हुए कहा है कि हमले में सीमा पार से आए आतंकियों का हाथ है। बुधवार को मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तान में बनी दवाईयां और एके 47 भी मिली थीं।
जिस जगह से उसे गिरफ्तार किया गया है, वह बेमिना इलाके से लगभग एक किलोमीटर की दूरी पर है । बेमिना में आतंकवादियों ने सीआरपीएफ शिविर पर हमला कर पांच जवानों की हत्या कर दी और सात अन्य को घायल कर दिया।
इससे पहले गृहमंत्रालय ने भी चार पाकिस्तानी आतंकियों के देश में दाखिल होने की जानकारी देते हुए कहा है कि हमले में सीमा पार से आए आतंकियों का हाथ है। बुधवार को मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तान में बनी दवाईयां और एके 47 भी मिली थीं।
इससे पहले गृहमंत्रालय ने भी चार पाकिस्तानी आतंकियों के देश में दाखिल होने की जानकारी देते हुए कहा है कि हमले में सीमा पार से आए आतंकियों का हाथ है। बुधवार को मारे गए आतंकियों के पास से पाकिस्तान में बनी दवाईयां और एके 47 भी मिली थीं। |
फेसबुक से दंगे को हवा देने वालों की अर्जी खारिज | अगस्त में ब्रिटेन के दंगों को हवा देने के लिए फेसबुक का प्रयोग करने वाले दो लड़कों की अपील को खारिज कर दिया गया है। | अगस्त में ब्रिटेन के दंगों को हवा देने के लिए फेसबुक का प्रयोग करने वाले दो लड़कों की अपील को खारिज कर दिया गया है। 20 वर्षीय जोर्डन ब्लैकशॉ और 22 वर्षीय पैरी सटक्लिफ को अपने-अपने शहरों में दंगे को फेसबुक पेज के माध्यम से बढ़ावा देने के लिए हिरासत में लिया गया था। हालांकि दंगों के दौरान चोरी की बात कबूल करने वाले तीन लोगों की सजा को अदालत ने आधा कर दिया। ब्लैकशॉ और सटक्लिफ के मामले में न्यायाधीश ने कहा कि दोनों का अपराध चौंकाने वाला है और माफी के योग्य नहीं है। उनका कहना था कि इस मामले में कठिन फैसला लिया जाना चाहिए, जो सजा और सीख दोनों का काम कर सके। |
लोकसभा चुनाव में धर्मयुद्ध होगा, अर्जुन की भूमिका में पीएम मोदी और कौरवों में कांग्रेस होगी : BJP विधायक | पहले भी दे चुके विवादास्पद बयान
रेप की घटनाओं को बताया था अभिभावकों को जिम्मेदार
सांसद सावित्री बाई फुले पर भी साधा निशाना | (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
मारुति के मानेसर कारखाने में थोड़ी देर के लिए हड़ताल | कंपनी के कर्मचारियों के लगभग एक घंटे की इस हड़ताल से मारुति सुजूकी को 50 वाहनों का उत्पादन नुकसान हुआ। | मारुति सुजुकी इंडिया के मानेसर कारखाने में कर्मचारियों के कुछ समय तक काम बंद रखने से उत्पादन प्रभावित हुआ। आंदोलनकारी कर्मचारियों ने अपने पांच साथियों के निलंबन के खिलाफ दोपहर में टूल डाउन हड़ताल की। कंपनी के कर्मचारियों के लगभग एक घंटे की इस हड़ताल से मारुति सुजूकी को 50 वाहनों का उत्पादन नुकसान हुआ। कंपनी ने पांच कर्मचारियों को बुधवार को सुपरवाइजर से कथित मारपीट के आरोप में निलंबित कर दिया था। उल्लेखनीय है कि महीने भर पहले ही मानेसर संयंत्र के कर्मचारी 13 दिन हड़ताल पर रहे थे, जिससे कंपनी को करीब 630 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। बुधवार को एक सुपरवाइजर पर कथित तौर पर हमले के लिए पांच कर्मचारियों को निलंबित किए जाने के बाद कर्मचारी हड़ताल करने को उतारू हो गए। संपर्क करने पर कंपनी के एक प्रवक्ता ने कहा, कर्मचारियों द्वारा एक सुपरवाइजर पर हमला किया गया और जब गुरुवार को निलंबन के जरिए अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई, उन्होंने संयंत्र में काम बंद कर दिया। हड़ताल करने वाले कर्मचारियों की संख्या बहुत कम है। |
स्पॉट फिक्सिंग : क्रिकेटर से बिचौलिया बन गया अमित सिंह | अमित सिंह आईपीएल के लगातार चार सीजन में खेल चुका है। 2009 से 2013 के बीच अमित सिंह ने आईपीएल के 23 मैच खेले और इन मैचों में उसने 28 विकेट भी लिए थे। | स्पॉट फिक्सिंग मामले में गिरफ्तार किए गए 11 बुकी में एक रणजी स्तर का खिलाड़ी भी है, जो कि आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के लिए खेल चुका है। इसका नाम अमित सिंह है।टिप्पणियां
अमित सिंह आईपीएल के लगातार चार सीजन में खेल चुका है। 2009 से 2013 के बीच अमित सिंह ने आईपीएल के 23 मैच खेले और इन मैचों में उसने 28 विकेट भी लिए थे। अमित सिंह रणजी ट्रॉफ़ी में गुजरात की ओर से खेलता है।
इस साल आईपीएल में अमित सिंह को बॉलिंग एक्शन की वजह से किसी टीम ने नहीं खरीदा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमित सिंह, चंद्रेश नामक एक बुकी की तरफ से खिलाड़ियों से संपर्क में था। पुलिस ने चंद्रेश को भी गिरफ्तार कर लिया है।
अमित सिंह आईपीएल के लगातार चार सीजन में खेल चुका है। 2009 से 2013 के बीच अमित सिंह ने आईपीएल के 23 मैच खेले और इन मैचों में उसने 28 विकेट भी लिए थे। अमित सिंह रणजी ट्रॉफ़ी में गुजरात की ओर से खेलता है।
इस साल आईपीएल में अमित सिंह को बॉलिंग एक्शन की वजह से किसी टीम ने नहीं खरीदा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमित सिंह, चंद्रेश नामक एक बुकी की तरफ से खिलाड़ियों से संपर्क में था। पुलिस ने चंद्रेश को भी गिरफ्तार कर लिया है।
इस साल आईपीएल में अमित सिंह को बॉलिंग एक्शन की वजह से किसी टीम ने नहीं खरीदा। पुलिस सूत्रों के मुताबिक अमित सिंह, चंद्रेश नामक एक बुकी की तरफ से खिलाड़ियों से संपर्क में था। पुलिस ने चंद्रेश को भी गिरफ्तार कर लिया है। |
Google Doodle Hubert Cecil Booth: अक्षय ने वैक्यूम क्लीनर से उड़ा दिया था लारा का तोता, Movies में Vaccum Cleaner के कुछ अनोखे इस्तेमाल | हूबर्ट ने वैक्यूम क्लीनर का किया था आविष्कार
फिल्मों में दिखा है वैक्यूम क्लीनर का मजेदार इस्तेमाल
बॉलीवुड-हॉलीवुड में दिखा है इसका जलवा | (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
दीपक ठाकुर के पिता ने लिया सोमी खान का नाम, शरमा कर यूं दिया जवाब- देखें Video | दीपक ठाकुर पहुंचे किचन चैंपियन
साथ में पिता भी यहां पहुंचे
सोमी खान के बात पर शरमा गए दीपक | बिग बॉस सीजन 12 (Bigg Boss 12) में कंटेस्टेंट रहे बिहार राज्य के मुजफ्फरपुर शहर के रहने वाले दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) ने अपने खेल से लाखों दर्शकों का दिल जीत लिया था. दीपक ठाकुर अपने दमदार खेल व चालबाज दिमाग से बिग बॉस 12 के फिनाले तक पहुंच गए. हालांकि दीपक ठाकुर विनर का फाइनल डिसिजन सुनने से पहले सलमान खान द्वारा दिए गए ऑफर को स्वीकार कर लेते हैं और पैसों से भरा बैग लेकर बाहर हो जाते हैं. इसके बावजूद दीपक ठाकुर की पॉपुलैरिटी दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है. वह आए दिन किसी न किसी शो या कॉन्सर्ट में दिखाई देते हैं. हाल ही में वह कलर्स पर आने वाले शो किचन चैंपियन (Kitchen Champion) में दिखाई दिए. इस दौरान दीपक के पिता पंकज ठाकुर भी यहां पहुंचे.
दीपक ठाकुर के पिता ने शो के दौरान सोमी खान को लेकर कुछ ऐसा कह दिया कि हर कोई हंसने पर मजबूर हो गया. किचन चैंपियन (Kitchen Champion) शो के होस्ट अर्जुन बिजलानी ने दीपक ठाकुर के पिता से पूछा, ''बिग बॉस के बाद कितनी लड़कियों के टिक मिले.'' इस पर दीपक के पिता पंकज ने जवाब दिया, ''दीपक के लिए तो सारी दुनिया जान रही है कि सोमी खान से ही संबंध था.'' इस पर दीपक काफी शरमा गए और फिर हंसने लगे. दीपक ठाकुर का यह वीडियो काफी मजेदार है. किचन चैंपियन में दीपक ठाकुर और उनके पिता ने मिलकर खाना बनाया.
A post shared by deepaksomi fan shanu (@deepak_somi_fanclub) on Mar 16, 2019 at 3:01am PDT
बिग बॉस 12 (Bigg Boss 12) में सबसे मजेदार और नोंक-झोंक करने वाली जोड़ी सोमी खान (Somi Khan) और दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) की रही. बिग बॉस के फॉलोअर्स दोनों को एक साथ देखना पसंद करते है. पिछले दिनों सोमी खान (Somi Khan) के साथ दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) गुजरात के कच्छ स्थित भारत-पाकिस्तान बॉर्डर के करीब कोटेश्वर में फोटोशूट कराया.
बता दें, दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) और सोमी खान (Somi Khan) के बीच खट्टी-मीठी केमेस्ट्री सभी को पसंद आई थी. सभी उन्हें अक्सर एक साथ ही देखना चाहते थे. जयपुर की सोमी खान को दीपक ठाकुर बिग बॉस के भीतर काफी पसंद करने लगे थे. हालांकि बाद में यह क्लीयर हो गया था कि दोनों एक-दूसरे के बीच दोस्त बने रहेंगे. |
रियो ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाईं भारतीय एथलीट कृष्णा पूनिया | डिस्कस थ्रोअर कृष्णा पूनिया ओलिंपिक के लिए क्वालिफाई नहीं कर पाई।
2004, 2008 और 2012 में ओलिंपिक में हिस्सा ले चुकी हैं कृष्णा।
2010 में दिल्ली में हुए राष्ट्रमंडल खेलों में पूनिया ने जीता था स्वर्ण। | शीर्ष भारतीय डिस्कस थ्रोअर कृष्णा पूनिया रियो ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने में असफल रही। वह अमेरिका में प्रतियोगिता में क्वालीफाइंग मानक तक नहीं पहुंच सकी।
राष्ट्रमंडल खेलों में ट्रैक एवं फील्ड में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय 34 वर्षीय पूनिया आज अमेरिका में अपने अंतिम टूर्नामेंट में 57.10 मीटर चक्का फेंककर पहले स्थान पर रहीं लेकिन वह रियो क्वालिफिकेशन मार्क से काफी नीचे रहा।
ओलिंपिक क्वालिफिकेशन मार्क 61 मीटर है और रियो ओलिंपिक के लिए जगह बनाने की अंतिम तारीख सोमवार तक ही है। पिछले दो महीनों से पूनिया खेल मंत्रालय की ‘टारगेट ओलिंपिक पोडियम’ योजना (टीओपीएस) के तहत अमेरिका में ट्रेनिंग कर रही हैं और वहीं प्रतियोगिताओं में भाग ले रही हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास 59.49 मीटर का रहा है। पूनिया का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और राष्ट्रीय रिकार्ड 64.76 मीटर का है जो उन्होंने 2012 में बनाया था। उन्होंने 61.51 मीटर के थ्रो से 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था।टिप्पणियां
पूनिया तीन ओलिंपिक 2004, 2008 और 2012 में भाग ले चुकी हैं। वह भारत के उन ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों में शामिल हैं जिन्होंने ओलिंपिक में किसी स्पर्धा के फाइनल राउंड में क्वालीफाई किया है। वह 2012 लंदन ओलिंपिक में छठे स्थान पर रही थीं। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
राष्ट्रमंडल खेलों में ट्रैक एवं फील्ड में व्यक्तिगत स्वर्ण पदक जीतने वाली एकमात्र भारतीय 34 वर्षीय पूनिया आज अमेरिका में अपने अंतिम टूर्नामेंट में 57.10 मीटर चक्का फेंककर पहले स्थान पर रहीं लेकिन वह रियो क्वालिफिकेशन मार्क से काफी नीचे रहा।
ओलिंपिक क्वालिफिकेशन मार्क 61 मीटर है और रियो ओलिंपिक के लिए जगह बनाने की अंतिम तारीख सोमवार तक ही है। पिछले दो महीनों से पूनिया खेल मंत्रालय की ‘टारगेट ओलिंपिक पोडियम’ योजना (टीओपीएस) के तहत अमेरिका में ट्रेनिंग कर रही हैं और वहीं प्रतियोगिताओं में भाग ले रही हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास 59.49 मीटर का रहा है। पूनिया का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और राष्ट्रीय रिकार्ड 64.76 मीटर का है जो उन्होंने 2012 में बनाया था। उन्होंने 61.51 मीटर के थ्रो से 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था।टिप्पणियां
पूनिया तीन ओलिंपिक 2004, 2008 और 2012 में भाग ले चुकी हैं। वह भारत के उन ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों में शामिल हैं जिन्होंने ओलिंपिक में किसी स्पर्धा के फाइनल राउंड में क्वालीफाई किया है। वह 2012 लंदन ओलिंपिक में छठे स्थान पर रही थीं। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ओलिंपिक क्वालिफिकेशन मार्क 61 मीटर है और रियो ओलिंपिक के लिए जगह बनाने की अंतिम तारीख सोमवार तक ही है। पिछले दो महीनों से पूनिया खेल मंत्रालय की ‘टारगेट ओलिंपिक पोडियम’ योजना (टीओपीएस) के तहत अमेरिका में ट्रेनिंग कर रही हैं और वहीं प्रतियोगिताओं में भाग ले रही हैं। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रयास 59.49 मीटर का रहा है। पूनिया का व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और राष्ट्रीय रिकार्ड 64.76 मीटर का है जो उन्होंने 2012 में बनाया था। उन्होंने 61.51 मीटर के थ्रो से 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक जीता था।टिप्पणियां
पूनिया तीन ओलिंपिक 2004, 2008 और 2012 में भाग ले चुकी हैं। वह भारत के उन ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों में शामिल हैं जिन्होंने ओलिंपिक में किसी स्पर्धा के फाइनल राउंड में क्वालीफाई किया है। वह 2012 लंदन ओलिंपिक में छठे स्थान पर रही थीं। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
पूनिया तीन ओलिंपिक 2004, 2008 और 2012 में भाग ले चुकी हैं। वह भारत के उन ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों में शामिल हैं जिन्होंने ओलिंपिक में किसी स्पर्धा के फाइनल राउंड में क्वालीफाई किया है। वह 2012 लंदन ओलिंपिक में छठे स्थान पर रही थीं। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
रियो ओलिंपिक शुरू होने से पहले ही एक भारतीय डॉक्टर ने मारी बाज़ी... | AIBA ओलिंपिक क्वालिफ़ायर प्रतियोगिता में भी डॉ. विपिन ने दी थी सेवा
दुनियाभर से ऐसे ही क़रीब दो दर्जन डॉक्टरों को मिला है रियो का न्योता
भारत से रियो ओलिंपिक में गया है 119 खिलाड़ियों का दल | हरियाणा में महेंद्रगढ़ के हड्डियों के डॉक्टर विपिन मधोगढ़िया की खुशियों का ठिकाना नहीं है. भारत के करोड़ों खेलप्रेमियों की तरह उन्होंने भी टेलीविज़न पर ही रियो गेम्स देखने की योजना बनाई थी, लेकिन रियो से आए एक ख़त ने उनकी खुशियों को चौगुना कर दिया है. वह बताते हैं, "मुझे रियो की आयोजन समिति के मेडिकल कमीशन ने ओलिंपिक के दौरान एथलीटों की सेवा का मौक़ा दिया है. यह मेरे लिए फ़ख़्र की बात है." टिप्पणियां
न केवल डॉक्टर्स बल्कि महेंद्रगढ़ के लोगों में भी 27 साल के इस ऑर्थोपेडिक सर्जन का रुतबा बढ़ गया है. उन्हें अंबाला की मुलाना महर्षि मार्केंडेय यूनिवर्सिटी ने रियो जाने से पहले सम्मानित भी किया है. दरअसल पिछले महीने वेनेज़ुएला में आयोजित प्रो बॉक्सर्स की AIBA ओलिंपिक क्वालिफ़ायर प्रतियोगिता के दौरान मेज़बान देश के कुछ बॉक्सर्स डिहाइड्रेशन के शिकार हो गए थे. डॉक्टर विपिन ने उन बॉक्सर्स का इलाज वहीं (रिंग के पास) कर दिया और उन्हें अस्पताल भी जाने की ज़रूरत नहीं पड़ी. उनकी काबिलियत और सेवा भावना से खुश होकर रियो की आयोजन समिति के सदस्यों ने उन्हें ओलिंपिक में आने का न्योता दे दिया.
डॉ. विपिन बताते हैं कि रियो आयोजन समिति ने दुनियाभर से ऐसे ही क़रीब दो दर्जन डॉक्टरों को न्योता देकर ब्राज़ील बुलाया है. डॉ. विपिन खुद एक एथलीट रह चुके हैं. डॉ. विपिन चोट की वजह से खेलों में अपना करियर नहीं बना सके और न ही उन्हें कभी ओलिंपिक में जाने का मौक़ा मिला, लेकिन इस बार उनकी दिली तमन्ना थी कि वह उसैन बोल्ट को क़रीब से देख सकें.... अब रियो के आमंत्रण से उनका ख़्वाब पूरा होता नज़र आ रहा है.
वह कहते हैं, "क्या पता मुझे उसैन बोल्ट के मेडिकल कमीशन में शामिल होने का मौक़ा मिल जाए. मैं शायद वहां सचिन तेंदुलकर से भी मुलाक़ात कर पाऊंगा जो मेरे रोल मॉडल रहे हैं. मैं अभिनव बिंद्रा और साइना नेहवाल को मेडल जीतते देखना चाहता था. रियो में मेरे सारे सपने सच हो सकते हैं."
न केवल डॉक्टर्स बल्कि महेंद्रगढ़ के लोगों में भी 27 साल के इस ऑर्थोपेडिक सर्जन का रुतबा बढ़ गया है. उन्हें अंबाला की मुलाना महर्षि मार्केंडेय यूनिवर्सिटी ने रियो जाने से पहले सम्मानित भी किया है. दरअसल पिछले महीने वेनेज़ुएला में आयोजित प्रो बॉक्सर्स की AIBA ओलिंपिक क्वालिफ़ायर प्रतियोगिता के दौरान मेज़बान देश के कुछ बॉक्सर्स डिहाइड्रेशन के शिकार हो गए थे. डॉक्टर विपिन ने उन बॉक्सर्स का इलाज वहीं (रिंग के पास) कर दिया और उन्हें अस्पताल भी जाने की ज़रूरत नहीं पड़ी. उनकी काबिलियत और सेवा भावना से खुश होकर रियो की आयोजन समिति के सदस्यों ने उन्हें ओलिंपिक में आने का न्योता दे दिया.
डॉ. विपिन बताते हैं कि रियो आयोजन समिति ने दुनियाभर से ऐसे ही क़रीब दो दर्जन डॉक्टरों को न्योता देकर ब्राज़ील बुलाया है. डॉ. विपिन खुद एक एथलीट रह चुके हैं. डॉ. विपिन चोट की वजह से खेलों में अपना करियर नहीं बना सके और न ही उन्हें कभी ओलिंपिक में जाने का मौक़ा मिला, लेकिन इस बार उनकी दिली तमन्ना थी कि वह उसैन बोल्ट को क़रीब से देख सकें.... अब रियो के आमंत्रण से उनका ख़्वाब पूरा होता नज़र आ रहा है.
वह कहते हैं, "क्या पता मुझे उसैन बोल्ट के मेडिकल कमीशन में शामिल होने का मौक़ा मिल जाए. मैं शायद वहां सचिन तेंदुलकर से भी मुलाक़ात कर पाऊंगा जो मेरे रोल मॉडल रहे हैं. मैं अभिनव बिंद्रा और साइना नेहवाल को मेडल जीतते देखना चाहता था. रियो में मेरे सारे सपने सच हो सकते हैं."
वह कहते हैं, "क्या पता मुझे उसैन बोल्ट के मेडिकल कमीशन में शामिल होने का मौक़ा मिल जाए. मैं शायद वहां सचिन तेंदुलकर से भी मुलाक़ात कर पाऊंगा जो मेरे रोल मॉडल रहे हैं. मैं अभिनव बिंद्रा और साइना नेहवाल को मेडल जीतते देखना चाहता था. रियो में मेरे सारे सपने सच हो सकते हैं." |
कोलकाता : पुलिस आयुक्त पचनंदा हटाए गए, राज्यपाल ने उठाया सवाल | एक स्थानीय कॉलेज में चुनाव के दौरान कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर की मौत के दो दिन बाद हरकत में आई पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त पद से आरके पचनंदा को हटा दिया है। | एक स्थानीय कॉलेज में चुनाव के दौरान कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच हुई झड़प में एक पुलिस सब-इंस्पेक्टर की मौत के दो दिन बाद हरकत में आई पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार ने कोलकाता के पुलिस आयुक्त पद से आरके पचनंदा को हटा दिया है।
मुख्यमंत्री ने राइटर्स बिल्डिंग में संवाददाताओं से कहा, ‘प्राथमिकी में जिन लोगों के नाम हैं उन्हें किसी भी कीमत पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए था, चाहे वे किसी भी दुनिया में हों। उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? इसलिए मुझे कार्रवाई करनी पड़ी।’
ममता ने कहा, ‘कानून अपना काम करेगा।’ गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने कहा कि सीआईडी को मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है।टिप्पणियां
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की।
घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’
मुख्यमंत्री ने राइटर्स बिल्डिंग में संवाददाताओं से कहा, ‘प्राथमिकी में जिन लोगों के नाम हैं उन्हें किसी भी कीमत पर गिरफ्तार किया जाना चाहिए था, चाहे वे किसी भी दुनिया में हों। उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया? इसलिए मुझे कार्रवाई करनी पड़ी।’
ममता ने कहा, ‘कानून अपना काम करेगा।’ गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने कहा कि सीआईडी को मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है।टिप्पणियां
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की।
घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’
ममता ने कहा, ‘कानून अपना काम करेगा।’ गृह सचिव बासुदेव बनर्जी ने कहा कि सीआईडी को मामले की जांच का जिम्मा दिया गया है।टिप्पणियां
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की।
घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) सुरजीत कर पुरकायस्थ को पचनंदा की जगह कोलकाता का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। पचनंदा को सुरक्षा सहित मुख्यमंत्री की सुरक्षा मामलों का निदेशक नियुक्त किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह कार्रवाई ऐसे समय में की है जब राज्यपाल एमके नारायणन ने शहरी विकास मंत्री फरहाद हकीम की ओर से प्राथमिकी में नामजद आरोपी बनाए गए तृणमूल निगम पाषर्द मोहम्मद इबाकल का बचाव किए जाने पर नाखुशी जाहिर की।
घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’
घटना में मारे गए सब-इंस्पेक्टर के शोकाकुल परिजन से मिलने के बाद राज्यपाल ने कहा, ‘उन्हें ऐसा कतई नहीं करना चाहिए था। ऐसा करने का कोई मतलब ही नहीं बनता।’ |
लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाने की घोषणा के बाद BJP कार्यकर्ताओं ने कुछ यूं मनाया जश्न, देखें VIDEO | सरकार ने जम्मू कश्मीर को दो हिस्सों में बांटा
जम्मू कश्मीर और लद्दाख बनेंगे केंद्र शासित प्रदेश
जम्मू कश्मीर को दिया गया विशेष राज्य का दर्जा खत्म | #WATCH Ladakh: BJP workers celebrate in Leh after Union Government passes a resolution to revoke Article 370 and Ladakh and J&K be made Union Territories. pic.twitter.com/MZr7nwzYX3
बता दें कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद अब देश में कुल 9 केंद्र शासित प्रदेश हो गए हैं. जम्मू-कश्मीर से लद्दाख (Ladakh) के अगल होने पर कई बदलाव देखने को मिलेंगे. जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) का क्षेत्रफल, आबादी और वहां के नियम कानून सब बदल जाएगा. 2011 की जनगणना के मुताबिक जम्मू-कश्मीर (लद्दाख को मिलाकर) की जनसंख्या 12,541,302 (1 करोड़ 25 लाख 41 हजार 302) है. लेकिन लद्दाख के अलग होने के बाद अब जम्मू-कश्मीर की जनसंख्या 12,267,013 (1 करोड़ 22 लाख 67 हजार 13) हो जाएगी. साथ ही इसके क्षेत्रफल में भी बदलाव होगा. जम्मू-कश्मीर का क्षेत्रफल (लद्दाख को मिलाकर) 222,236 किलोमीटर स्क्वायर है, लेकिन लद्दाख को हटाकर अब जम्मू-कश्मीर का क्षेत्रफल 163,040 किलोमीटर स्क्वायर हो जाएगा.
अब जम्मू-कश्मीर (Jammu Kasmir) में देश के अन्य राज्यों के लोग भी जमीन लेकर बस सकेंगे. साथ ही अब कश्मीर का अब अलग झंडा नहीं होगा यानी कि वहां भी अब तिरंगा लहराएगा. जम्मू-कश्मीर में स्थानीय लोगों की दोहरी नागरिकता समाप्त हो जाएगी. जम्मू-कश्मीर की लड़कियों को अब दूसरे राज्य के लोगों से भी शादी करने की स्वतंत्रता होगी और दूसरे राज्य के पुरुष से शादी करने पर उनकी नागरिकता खत्म नहीं होगी.
जम्मू-कश्मीर एक मुस्लिम बहुल राज्य है, लेकिन इसके भागों जम्मू और कश्मीर में काफी विवधता है. कश्मीर की ज्यादा आबादी मुस्लिम है. वहीं, जम्मू की आबादी 65 प्रतिशत हिंदू और 30 प्रतिशत मुस्लिम है. कश्मीर घाटी में जल की बहुलता है. अनेक नदी नालों और सरोवरों के अतिरिक्त कई झीलें हैं. वुलर मीठे पानी की भारतवर्ष में विशालतम झील है. डल झील कश्मीर के मुख्य आकर्षणों में से एक है. |
'छोटा और सस्ता आईफोन बनाने में जुटी एप्पल' | स्मार्ट फोन निर्माता कम्पनी एप्पल अपने आईफोन की अभूतपूर्व बिक्री को देखते हुए अब सस्ता आईफोन बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। | स्मार्ट फोन निर्माता कम्पनी एप्पल अपने आईफोन की अभूतपूर्व बिक्री को देखते हुए अब सस्ता आईफोन बनाने की कोशिश में जुटी हुई है। कम्पनी का नया आईफोन वर्तमान 'आईफोन 4' से करीब आधा होगा। अमेरिका के प्रतिष्ठित समाचार पत्र 'वॉल स्ट्रीट जर्नल' में सोमवार को छपी खबर के मुताबिक स्मार्ट फोन के बाजार में बढ़ती प्रतिस्पर्धा को देखते हुए एप्पल इसके साफ्टवेयर में अमूलचूल बदलाव लाने की योजना बना रही है ताकि इसकी बिक्री को बढ़ाया जा सके। नवीनतम तिमाही के दौरान एप्पल के 26.7 अरब डॉलर की कुल बिक्री में स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 39 फीसदी रही है। अमेरिका में आईफोन की ब्रिकी 70 लाख से बढ़कर 1.3 करोड़ तक पहुंचने की संभावना है। |
ओलिंपिक खेलों का बहिष्कार करे भारत : गीता फोगट | ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाली भारत की पहली महिला पहलवान गीता फोगट ने कहा कि अगर कुश्ती को 2020 के ओलिंपिक खेलों से हटाए जाने का फैसला बरकरार रखा जाता है, तो भारत को ओलिंपिक के बहिष्कार करने की घोषणा कर देनी चाहिए। | ओलिंपिक खेलों में भाग लेने वाली भारत की पहली महिला पहलवान गीता फोगट ने कहा कि सरकार को 2020 में ओलिंपिक खेलों में कुश्ती को शामिल करवाने के लिए गंभीरता से कदम उठाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर कुश्ती को ओलिंपिक खेलों से हटाए जाने का फैसला बरकरार रखा जाता है, तो भारत को ओलिंपिक के बहिष्कार करने की घोषणा कर देनी चाहिए।टिप्पणियां
दिल्ली में अप्रैल में होने वाली एशियाई कुश्ती और मंगोलिया में मार्च में होने वाली विश्वकप कुश्ती चैंपियनशिप के लिए पटियाला के एनआईएस में तैयारियों में जुटी गीता ने कहा, यह खबर भारत के कुश्ती जगत के लिए बहुत ही दुखद है और खासकर महिला पहलवानों के लिए तो यह उनके सपनों पर पारी फिरने जैसा ही है, क्योंकि 2004 एथेंस ओलिंपिक से ही महिला पहलवानी को शामिल किया गया था और मुझे 2012 लंदन खेलों के लिए क्वालीफाई होने से ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली पहलवान बनने का मौका मिला था।
भारत ने लंदन ओलिंपिक में जीते छह में से दो पदक कुश्ती (सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त) से हासिल किए थे। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता गीता ने कहा, ओलिंपिक खेल होने की वजह से ही युवा महिला पहलवानों ने ज्यादा रुचि लेनी शुरू कर दी और अभी तो यह खेल आगे आना ही शुरू हुआ है, इसलिए सरकार को गंभीरता से कुछ कदम उठाने चाहिए। लेकिन अगर कुश्ती को ओलिंपिक से हटाए जाने का फैसला बरकरार रखा जाता है, तो भारत को ओलिंपिक का बहिष्कार करने की घोषण कर देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि अगर कुश्ती को ओलिंपिक खेलों से हटाए जाने का फैसला बरकरार रखा जाता है, तो भारत को ओलिंपिक के बहिष्कार करने की घोषणा कर देनी चाहिए।टिप्पणियां
दिल्ली में अप्रैल में होने वाली एशियाई कुश्ती और मंगोलिया में मार्च में होने वाली विश्वकप कुश्ती चैंपियनशिप के लिए पटियाला के एनआईएस में तैयारियों में जुटी गीता ने कहा, यह खबर भारत के कुश्ती जगत के लिए बहुत ही दुखद है और खासकर महिला पहलवानों के लिए तो यह उनके सपनों पर पारी फिरने जैसा ही है, क्योंकि 2004 एथेंस ओलिंपिक से ही महिला पहलवानी को शामिल किया गया था और मुझे 2012 लंदन खेलों के लिए क्वालीफाई होने से ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली पहलवान बनने का मौका मिला था।
भारत ने लंदन ओलिंपिक में जीते छह में से दो पदक कुश्ती (सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त) से हासिल किए थे। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता गीता ने कहा, ओलिंपिक खेल होने की वजह से ही युवा महिला पहलवानों ने ज्यादा रुचि लेनी शुरू कर दी और अभी तो यह खेल आगे आना ही शुरू हुआ है, इसलिए सरकार को गंभीरता से कुछ कदम उठाने चाहिए। लेकिन अगर कुश्ती को ओलिंपिक से हटाए जाने का फैसला बरकरार रखा जाता है, तो भारत को ओलिंपिक का बहिष्कार करने की घोषण कर देनी चाहिए।
दिल्ली में अप्रैल में होने वाली एशियाई कुश्ती और मंगोलिया में मार्च में होने वाली विश्वकप कुश्ती चैंपियनशिप के लिए पटियाला के एनआईएस में तैयारियों में जुटी गीता ने कहा, यह खबर भारत के कुश्ती जगत के लिए बहुत ही दुखद है और खासकर महिला पहलवानों के लिए तो यह उनके सपनों पर पारी फिरने जैसा ही है, क्योंकि 2004 एथेंस ओलिंपिक से ही महिला पहलवानी को शामिल किया गया था और मुझे 2012 लंदन खेलों के लिए क्वालीफाई होने से ओलिंपिक में देश का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली पहलवान बनने का मौका मिला था।
भारत ने लंदन ओलिंपिक में जीते छह में से दो पदक कुश्ती (सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त) से हासिल किए थे। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता गीता ने कहा, ओलिंपिक खेल होने की वजह से ही युवा महिला पहलवानों ने ज्यादा रुचि लेनी शुरू कर दी और अभी तो यह खेल आगे आना ही शुरू हुआ है, इसलिए सरकार को गंभीरता से कुछ कदम उठाने चाहिए। लेकिन अगर कुश्ती को ओलिंपिक से हटाए जाने का फैसला बरकरार रखा जाता है, तो भारत को ओलिंपिक का बहिष्कार करने की घोषण कर देनी चाहिए।
भारत ने लंदन ओलिंपिक में जीते छह में से दो पदक कुश्ती (सुशील कुमार और योगेश्वर दत्त) से हासिल किए थे। राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता गीता ने कहा, ओलिंपिक खेल होने की वजह से ही युवा महिला पहलवानों ने ज्यादा रुचि लेनी शुरू कर दी और अभी तो यह खेल आगे आना ही शुरू हुआ है, इसलिए सरकार को गंभीरता से कुछ कदम उठाने चाहिए। लेकिन अगर कुश्ती को ओलिंपिक से हटाए जाने का फैसला बरकरार रखा जाता है, तो भारत को ओलिंपिक का बहिष्कार करने की घोषण कर देनी चाहिए। |
क्या आपका बैंक खाता आधार नंबर से लिंक है? ऑनलाइन चेक करें स्टेटस - स्टेप बाय स्टेप गाइड | 31 दिसंबर 2017 तक बैंक खातों से आधार लिंक होना जरूरी है
यूआईडीआई ने अपनी वेबसाइट पर यह लिंकेज चेक करने की सुविधा दी है
खबर में पढ़ें स्टेप बाय स्टेप गाइड | क्या आपने अपना बैंक खाता आधार नंबर से लिंक कर लिया है? अपने केवाईसी (KYC) को अपडेट करना जरूरी है. 1 जून 2017 को सरकार द्वारा जारी निर्देश के मुताबिक 31 दिसंबर 2017 तक आपको हर हर हाल में अपने बैंक खाते से आधार संख्या को जोड़ लेना है. यदि आप ऐसा कर चुके हैं लेकिन किसी प्रकार की दुविधा में हैं तो आप UIDAI की ऑनलाइन फैसिलिटी का इस्तेमाल कर आसानी से पता लगा सकते हैं कि खाते से आधार जुड़ा कि नहीं. यूआईडीआई ने अपनी वेबसाइट पर यह सुविधा प्रदान की है. आइए जानें कैसे पता कर सकते हैं कि खाते से आधार लिंक हुआ कि नहीं...
UIDAI की वेबसाइट पर जाइए- https://uidai.gov.in/वेबसाइट पर "Aadhaar Services" टैब के नीचे "Check Aadhaar & Bank Account Linking Status" लिंक को क्लिक करें
अब यहां अपना आधार नंबर डालिए. सिक्योरिटी कोड में दिख रहे कोड को टाइप करें और send OTP का बटन दबाइएआपके रजिस्टर्ड मोबाइल पर OTP आ जाएगा. इसे Enter OTP में टाइप करके log In पर क्लिक करें
यदि आधार से आपका खाता लिंक हो चुका होगा तो यह आपको दिखाएगा- Congratulations, Your Bank Aadhaar Mapping has been done. इसके साथ ही आपके बैंक का नाम और लिंक किए जाने की तारीख लिखी होगी
वैसे बता दें कि यदि आपने एक से अधिक खातों से आधार लिंक किया है तो यह आपको सभी खातों की डीटेल नहीं दिखाएगा बल्कि केवल एक ही खाते की डीटेल दिखाएगा. यह वह खाता होगा जोकि लास्ट में आधार से अपडेट किया गया होगा. |
ब्रिटेन में हिंसा रोकने के लिए संसद की विशेष बैठक | ब्रिटेन के विभिन्न शहरों में फैले दंगे−फसाद पर बहस के लिए गुरुवार को वहां की संसद की विशेष बैठक बुलाई गई है। | ब्रिटेन के विभिन्न शहरों में फैले दंगे−फसाद पर बहस के लिए गुरुवार को वहां की संसद की विशेष बैठक बुलाई गई है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून बहस की शुरुआत करेंगे जिसमें हिंसा और लूटपाट रोकने की सरकारी कोशिशों का जिक्र होगा। संसद का विशेष सत्र संकट के दौर में बुलाया जाता है और ब्रिटेन में पिछले 50 सालों में ऐसा 28वीं बार हो रहा है। ब्रिटेन में पिछले चार दिनों से जारी हिंसा को रोकने के लिए लंदन और बाकी शहरों में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं। अकेले लंदन में हिंसा के मामले में 805 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। |
गुजरात में एयरफोर्स के दो हेलीकॉप्टर टकराए, नौ मरे | वायुसेना के दो Mi-17 हेलीकॉप्टर जामनगर जिले के सरमत गांव के पास हवा में टकरा गए, जिसमें वायुसेना के नौ कर्मचारियों की मौत हो गई। | भारतीय वायुसेना के दो Mi-17 हेलीकॉप्टर जामनगर जिले के सरमत गांव के करीब के वायुसेना अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद हवा में टकरा गए, जिसमें वायुसेना के नौ कर्मचारियों की मौत हो गई।टिप्पणियां
उड़ान भरने के तुरंत बाद दोनों हेलीकॉप्टर जामनगर शहर से 15 किलोमीटर दूर सरमत के पास हवा में टकरा गए। अधिकारियों ने बताया कि दोनों हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण कार्य में लगे थे।
वायुसेना के अधिकारी, पुलिस अधिकारी और जामनगर नगर निगम का दमकल दल मौके पर हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं। नई दिल्ली में वायुसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के पीछे की वजहों को जानने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
उड़ान भरने के तुरंत बाद दोनों हेलीकॉप्टर जामनगर शहर से 15 किलोमीटर दूर सरमत के पास हवा में टकरा गए। अधिकारियों ने बताया कि दोनों हेलीकॉप्टर प्रशिक्षण कार्य में लगे थे।
वायुसेना के अधिकारी, पुलिस अधिकारी और जामनगर नगर निगम का दमकल दल मौके पर हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं। नई दिल्ली में वायुसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के पीछे की वजहों को जानने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं।
वायुसेना के अधिकारी, पुलिस अधिकारी और जामनगर नगर निगम का दमकल दल मौके पर हैं और स्थिति का जायजा ले रहे हैं। नई दिल्ली में वायुसेना के एक प्रवक्ता ने बताया कि हादसे के पीछे की वजहों को जानने के लिए जांच के आदेश दे दिए गए हैं। |
रांची की होटवार जेल में इस बार लालू यादव बने कैदी नंबर 3351, 10x12 के कमरे में दी गई हैं ये चीजें | 2013 में भी इस जेल में रह चुके हैं लालू प्रसाद यादव
लालू को यहां 10×12 का कमरा मिला है, जिसमें बाथरूम अटैच है
इस कमरे में टीवी और टेबल-कुर्सी भी है | चारा घोटाला मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव एक बार फिर होटवार जेल पहुंच गए हैं. रांची की होटवार जेल (बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा) लालू के लिए नई जगह नहीं है. पहले भी वह चारा घोटाला मामले में इस जेल में रह चुके हैं. सबसे खास बात यह है कि इस जेल के साथ लालू यादव का संख्या 3 का खास रिश्ता है. इस बार उन्हें होटवार जेल में कैदी नंबर 3351 मिला है, जबकि इससे पहले जब वह 30 सितंबर, 2013 को चारा घोटाला मामले में होटवार जेल गए थे, तब उन्हें कैदी नंबर 3312 मिला था. इतना ही नहीं चारा घोटाले में उन्हें संख्या 3 सबसे ज्यादा परेशान कर रही है. 2013 में जब वह होटवार जेल आए थे उस दिन 30 तारीख थी. आज दूसरी बार 23 दिसंबर को जेल गए हैं. सबसे अहम बात की जिस दिन उन्हें सजा सुनाया जाएगा, वह दिन भी 3 जनवरी होगी.चारा घोटाले में दोषी करार दिए गए लालू ने कहा, 'ना जोर चलेगा लाठी का, लालू लाल है माटी का'
लालू को जेल के अपर डिवीजन वार्ड में रखा गया है. लंबे-चौड़े आलीशान बंगले में रहने वाले लालू को यहां 10×12 का कमरा मिला है. कमरे के साथ बाथरूम अटैच है. इस कमरे में टीवी भी उपलब्ध है, जिस पर सिर्फ दूरदर्शन चैनल ही चल सकता है. लालू को सोने के लिए चौकी मिली है. चौकी के साथ एक गद्दा भी दिया गया है. तकिया, चादर और मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई गई है. कमरे में टेबल और कुर्सी भी है. 3 जनवरी को सजा पर फैसला आने के बाद उन्हें जेल के कपड़े उपलब्ध कराए जाएंगे.क्या है चारा घोटाला जिसने बिहार में लालू के एकछत्र राज पर हमेशा के लिए लगा दिया ग्रहण,15 खास बातें
गौरतलब है कि रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने लालू यादव सहित 16 आरोपियों को दोषी करार दिया. वहीं इस मामले में अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, बिहार के पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद सहित छह लोगों को निर्दोष करार देते हुए बरी कर दिया.लालू पर कोर्ट के फैसले के बाद सुशील मोदी का ट्वीट, 'आज चारा, अगला 'लारा'?'टिप्पणियां
लालू ने जेल जाने से पहले कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे, जहां उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया.
चारा घोटाले में दोषी करार दिए गए लालू ने कहा, 'ना जोर चलेगा लाठी का, लालू लाल है माटी का'
लालू को जेल के अपर डिवीजन वार्ड में रखा गया है. लंबे-चौड़े आलीशान बंगले में रहने वाले लालू को यहां 10×12 का कमरा मिला है. कमरे के साथ बाथरूम अटैच है. इस कमरे में टीवी भी उपलब्ध है, जिस पर सिर्फ दूरदर्शन चैनल ही चल सकता है. लालू को सोने के लिए चौकी मिली है. चौकी के साथ एक गद्दा भी दिया गया है. तकिया, चादर और मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई गई है. कमरे में टेबल और कुर्सी भी है. 3 जनवरी को सजा पर फैसला आने के बाद उन्हें जेल के कपड़े उपलब्ध कराए जाएंगे.क्या है चारा घोटाला जिसने बिहार में लालू के एकछत्र राज पर हमेशा के लिए लगा दिया ग्रहण,15 खास बातें
गौरतलब है कि रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने लालू यादव सहित 16 आरोपियों को दोषी करार दिया. वहीं इस मामले में अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, बिहार के पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद सहित छह लोगों को निर्दोष करार देते हुए बरी कर दिया.लालू पर कोर्ट के फैसले के बाद सुशील मोदी का ट्वीट, 'आज चारा, अगला 'लारा'?'टिप्पणियां
लालू ने जेल जाने से पहले कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे, जहां उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया.
लालू को जेल के अपर डिवीजन वार्ड में रखा गया है. लंबे-चौड़े आलीशान बंगले में रहने वाले लालू को यहां 10×12 का कमरा मिला है. कमरे के साथ बाथरूम अटैच है. इस कमरे में टीवी भी उपलब्ध है, जिस पर सिर्फ दूरदर्शन चैनल ही चल सकता है. लालू को सोने के लिए चौकी मिली है. चौकी के साथ एक गद्दा भी दिया गया है. तकिया, चादर और मच्छरदानी भी उपलब्ध कराई गई है. कमरे में टेबल और कुर्सी भी है. 3 जनवरी को सजा पर फैसला आने के बाद उन्हें जेल के कपड़े उपलब्ध कराए जाएंगे.क्या है चारा घोटाला जिसने बिहार में लालू के एकछत्र राज पर हमेशा के लिए लगा दिया ग्रहण,15 खास बातें
गौरतलब है कि रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने लालू यादव सहित 16 आरोपियों को दोषी करार दिया. वहीं इस मामले में अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, बिहार के पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद सहित छह लोगों को निर्दोष करार देते हुए बरी कर दिया.लालू पर कोर्ट के फैसले के बाद सुशील मोदी का ट्वीट, 'आज चारा, अगला 'लारा'?'टिप्पणियां
लालू ने जेल जाने से पहले कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे, जहां उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया.
क्या है चारा घोटाला जिसने बिहार में लालू के एकछत्र राज पर हमेशा के लिए लगा दिया ग्रहण,15 खास बातें
गौरतलब है कि रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने लालू यादव सहित 16 आरोपियों को दोषी करार दिया. वहीं इस मामले में अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, बिहार के पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद सहित छह लोगों को निर्दोष करार देते हुए बरी कर दिया.लालू पर कोर्ट के फैसले के बाद सुशील मोदी का ट्वीट, 'आज चारा, अगला 'लारा'?'टिप्पणियां
लालू ने जेल जाने से पहले कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे, जहां उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया.
गौरतलब है कि रांची की विशेष सीबीआई अदालत ने लालू यादव सहित 16 आरोपियों को दोषी करार दिया. वहीं इस मामले में अदालत ने बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र, बिहार के पूर्व मंत्री विद्यासागर निषाद सहित छह लोगों को निर्दोष करार देते हुए बरी कर दिया.लालू पर कोर्ट के फैसले के बाद सुशील मोदी का ट्वीट, 'आज चारा, अगला 'लारा'?'टिप्पणियां
लालू ने जेल जाने से पहले कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे, जहां उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया.
लालू पर कोर्ट के फैसले के बाद सुशील मोदी का ट्वीट, 'आज चारा, अगला 'लारा'?'टिप्पणियां
लालू ने जेल जाने से पहले कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे, जहां उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया.
लालू ने जेल जाने से पहले कहा कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है और इस फैसले के खिलाफ वह हाईकोर्ट जाएंगे, जहां उन्हें अवश्य न्याय मिलेगा. उन्होंने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है. 950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया.
950 करोड़ रुपये के चारा घोटाले से संबंधित देवघर कोषागार से 89 लाख, 27 हजार रुपये के फर्जीवाड़े के मामले से जुड़े इस मुकदमे में सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने शाम पौने चार बजे फैसला सुनाया. |
तीन तलाक विधेयक पर सरकार ने मांगे थे सुझाव : मुख्तार अब्बास नकवी | इस साल अगस्त में सर्वोच्च न्यायालय ने तीन तलाक को असंवैधानिक करार दिया था
इस साल सिविल सेवा परीक्षा में अल्पसंख्यक समुदाय के 120 युवाओं का चयन हुआ
कहा, सरकारी धन का पाई-पाई जरूरतमंद लोगों के कल्याण पर खर्च होगा | केंद्रीय मंत्री ने यहां 11 करोड़ की लागत से विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधार शिला रखी, जिसमें दौगाड़ा में अल्पसंख्यक समुदाय के लड़कों के लिए छात्रावास, बमबोरा में लड़कियों के लिए छात्रावास किशनगढ़ बास में सदभाव मंडप और बमबोराघाट से रैबका चौकी तक सड़क का चौड़ीकरण शामिल है. उन्होंने राटाखुर्द महोंद, सिरमोली, हरसाना और ककराली मेव में सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, छौपंकी में स्वास्थ्य केंद्र और गोटोली व रैखेड़ा में उप स्वास्थ्य केंद्रों का भी उद्घाटन किया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
जापान के साथ घट सकता है अमेरिकी व्यापार | लॉस एंजिल्स इकॉनॉमिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने कहा है भूकम्प के कारण जापान के साथ अमेरिका के व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है। | लॉस एंजिल्स इकॉनॉमिक डेवलपमेंट कॉरपोरेशन ने कहा है पिछले महीने आए विनाशकारी भूकम्प के कारण जापान के साथ अमेरिका के व्यापार पर बुरा असर पड़ सकता है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने कॉरपोरेशन द्वारा जारी एक विज्ञप्ति के हवाले से कहा है कि लॉस एंजिल्स बंदरगाह और लॉस एंजिल्स अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पर इस महीने आगे चलकर दोनों देशों के बीच व्यापार में भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। विज्ञप्ति में कहा गया है कि जापान से होने वाले पर्यटन और विदेशी निवेश पर भी बुरा असर पड़ेगा। मुख्य अर्थशास्त्री नैंसी सिद्धू ने एक बैठक में कहा, "इस व्यापार में खुद इस शहर की एक बहुत बड़ी राशि दांव पर लगी है।" सिद्धू ने कहा कि जापान से जिन आयातों में गिरावट आने की सम्भावना है, उनमें ऑटोमोटिव कल-पुर्जे, कम्प्यूटर, चिकित्सकीय उपकरण और अन्य उच्च प्रौद्योगिकी के कल-पुर्जे शामिल हो सकते हैं। जापान, लॉस एंजिल्स बंदरगाह का चीन के बाद दूसरा बड़ा व्यापारिक साझेदार है, और बंदरगाह पर प्रतिवर्ष होने वाले 236 अरब डॉलर के कुल व्यापार का 15 प्रतिशत जापान से होता है। अधिकारियों के अनुसार जापान व अमेरिका के बीच 2010 में लगभग 35.3 अरब डॉलर का व्यापार लॉस एंजिल्स बंदरगाह के जरिए हुआ है। |
'इमामों को ही नहीं, संन्यासियों को भी मानदेय दे बंगाल सरकार' | विहिप ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार सिर्फ इमामों को ही नहीं, बल्कि हिन्दू साधु-संन्यासियों और बेरोजगार युवाओं को भी मासिक मानदेय दे। | विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने शुक्रवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार सिर्फ इमामों को ही नहीं, बल्कि हिन्दू साधु-संन्यासियों और बेरोजगार युवाओं को भी मासिक मानदेय दे।
इमामों को प्रतिमाह 2,500 रुपये का मानदेय देने के राज्य सरकार के फैसले का विरोध करते हुए विहिप ने इसके खिलाफ आंदोलन करने की बात कही।टिप्पणियां
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि 'मुझे भी 2,000 रुपये दो' के नाम से शुरू किए जाने वाले इस आंदोलन में बेरोजगार युवाओं के हस्ताक्षर लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अब एक समुदाय विशेष को संतुष्ट करने की राजनीति नहीं करनी चाहिए। यदि इमामों को मानदेय मिल सकता है तो साधु-संन्यासियों की क्या गलती है? उन्हें भी मानदेय दिया जाना चाहिए।"
इमामों को प्रतिमाह 2,500 रुपये का मानदेय देने के राज्य सरकार के फैसले का विरोध करते हुए विहिप ने इसके खिलाफ आंदोलन करने की बात कही।टिप्पणियां
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि 'मुझे भी 2,000 रुपये दो' के नाम से शुरू किए जाने वाले इस आंदोलन में बेरोजगार युवाओं के हस्ताक्षर लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अब एक समुदाय विशेष को संतुष्ट करने की राजनीति नहीं करनी चाहिए। यदि इमामों को मानदेय मिल सकता है तो साधु-संन्यासियों की क्या गलती है? उन्हें भी मानदेय दिया जाना चाहिए।"
विहिप के अंतर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि 'मुझे भी 2,000 रुपये दो' के नाम से शुरू किए जाने वाले इस आंदोलन में बेरोजगार युवाओं के हस्ताक्षर लिए जाएंगे।
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अब एक समुदाय विशेष को संतुष्ट करने की राजनीति नहीं करनी चाहिए। यदि इमामों को मानदेय मिल सकता है तो साधु-संन्यासियों की क्या गलती है? उन्हें भी मानदेय दिया जाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अब एक समुदाय विशेष को संतुष्ट करने की राजनीति नहीं करनी चाहिए। यदि इमामों को मानदेय मिल सकता है तो साधु-संन्यासियों की क्या गलती है? उन्हें भी मानदेय दिया जाना चाहिए।" |
'आप' की मांग, दो साल से शीला दीक्षित, मुकेश अंबानी पर कार्रवाई नहीं हुई, एलजी, मीणा पर FIR हो | 2014 में शीला और मुकेश अंबानी पर की गई थी एफआईआर : आप
पार्टी के 12 विधायक मामले में शिकायत देने एलजी सचिवालय पहुंचे
अपनी इस मांग के जरिये 'आप' लोगों तक पहुंचाना चाहती है खास संदेश | आम आदमी पार्टी (आप) ने मांग की है कि पिछले दो साल से शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी पर कोई कार्रवाई नहीं की है इसलिये एलजी नजीब जंग और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) चीफ मुकेश मीणा पर मामले को दबाने के आरोप में FIR दर्ज हो।
आम आदमी पार्टी के मुताबिक़, जनवरी 2014 में जब दिल्ली में उसकी 49 दिन की सरकार थी तब उसने पूर्व सीएम शीला दीक्षित पर कॉमनवेल्थ घोटाले समेत 4 मामलों में एसीबी में FIR दर्ज कराई थी जबकि एक FIR केजी बेसिन मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के खिलाफ दर्ज कराई थी जिसमें बीते दो साल से कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी, एसीबी को पार्टी की शिकायत भेजकर खुद अपने और एसीबी चीफ मुकेश मीणा को इन्ही FIR में सह आरोपी बनाएं।टिप्पणियां
आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल एलजी से मिलने एलजी सचिवालय पहुंच गया लेकिन मुलाक़ात का समय पहले से तय न होने के चलते एलजी ने 'आप' विधायकों से बात नहीं की लेकिन उनके सचिव ने शिकायत को लिया। 'आप' नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि 'जब हमारी सरकार थी और एसीबी हमारे हाथ में थी तब हमने FIR भी करवाई और मामले में तेज़ कार्रवाई की लेकिन जब दिल्ली में एक साल राष्ट्रपति शासन था और एक साल जब एसीबी हमारे हाथ में नहीं थी तब पूरे दो साल तक इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी और मुकेश मीणा को इन्ही मामलों में सह आरोपी बनाया जाये।"
एलजी अपने खिलाफ खुद FIR तो करवाने से रहे और एसीबी चीफ मुकेश मीणा अपने खिलाफ FIR करवाने से...और ये बात आम आदमी पार्टी भी जानती है लेकिन वह इस मांग के ज़रिये यह संदेश देना चाहती हैं कि जब 11 महीने तक टैंकर घोटाले में कार्रवाई न करने के आरोप में केजरीवाल सरकार पर FIR हो सकती है तो फिर 2 साल तक शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी समेत अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नाकरने पर एलजी नजीब जंग और एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा के खिलाफ FIR क्यों नहीं हो सकती?
आम आदमी पार्टी के मुताबिक़, जनवरी 2014 में जब दिल्ली में उसकी 49 दिन की सरकार थी तब उसने पूर्व सीएम शीला दीक्षित पर कॉमनवेल्थ घोटाले समेत 4 मामलों में एसीबी में FIR दर्ज कराई थी जबकि एक FIR केजी बेसिन मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी के खिलाफ दर्ज कराई थी जिसमें बीते दो साल से कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी, एसीबी को पार्टी की शिकायत भेजकर खुद अपने और एसीबी चीफ मुकेश मीणा को इन्ही FIR में सह आरोपी बनाएं।टिप्पणियां
आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल एलजी से मिलने एलजी सचिवालय पहुंच गया लेकिन मुलाक़ात का समय पहले से तय न होने के चलते एलजी ने 'आप' विधायकों से बात नहीं की लेकिन उनके सचिव ने शिकायत को लिया। 'आप' नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि 'जब हमारी सरकार थी और एसीबी हमारे हाथ में थी तब हमने FIR भी करवाई और मामले में तेज़ कार्रवाई की लेकिन जब दिल्ली में एक साल राष्ट्रपति शासन था और एक साल जब एसीबी हमारे हाथ में नहीं थी तब पूरे दो साल तक इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी और मुकेश मीणा को इन्ही मामलों में सह आरोपी बनाया जाये।"
एलजी अपने खिलाफ खुद FIR तो करवाने से रहे और एसीबी चीफ मुकेश मीणा अपने खिलाफ FIR करवाने से...और ये बात आम आदमी पार्टी भी जानती है लेकिन वह इस मांग के ज़रिये यह संदेश देना चाहती हैं कि जब 11 महीने तक टैंकर घोटाले में कार्रवाई न करने के आरोप में केजरीवाल सरकार पर FIR हो सकती है तो फिर 2 साल तक शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी समेत अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नाकरने पर एलजी नजीब जंग और एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा के खिलाफ FIR क्यों नहीं हो सकती?
आम आदमी पार्टी के 12 विधायकों का एक प्रतिनिधिमंडल एलजी से मिलने एलजी सचिवालय पहुंच गया लेकिन मुलाक़ात का समय पहले से तय न होने के चलते एलजी ने 'आप' विधायकों से बात नहीं की लेकिन उनके सचिव ने शिकायत को लिया। 'आप' नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि 'जब हमारी सरकार थी और एसीबी हमारे हाथ में थी तब हमने FIR भी करवाई और मामले में तेज़ कार्रवाई की लेकिन जब दिल्ली में एक साल राष्ट्रपति शासन था और एक साल जब एसीबी हमारे हाथ में नहीं थी तब पूरे दो साल तक इन मामलों में कोई कार्रवाई नहीं हुई इसलिये एलजी और मुकेश मीणा को इन्ही मामलों में सह आरोपी बनाया जाये।"
एलजी अपने खिलाफ खुद FIR तो करवाने से रहे और एसीबी चीफ मुकेश मीणा अपने खिलाफ FIR करवाने से...और ये बात आम आदमी पार्टी भी जानती है लेकिन वह इस मांग के ज़रिये यह संदेश देना चाहती हैं कि जब 11 महीने तक टैंकर घोटाले में कार्रवाई न करने के आरोप में केजरीवाल सरकार पर FIR हो सकती है तो फिर 2 साल तक शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी समेत अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नाकरने पर एलजी नजीब जंग और एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा के खिलाफ FIR क्यों नहीं हो सकती?
एलजी अपने खिलाफ खुद FIR तो करवाने से रहे और एसीबी चीफ मुकेश मीणा अपने खिलाफ FIR करवाने से...और ये बात आम आदमी पार्टी भी जानती है लेकिन वह इस मांग के ज़रिये यह संदेश देना चाहती हैं कि जब 11 महीने तक टैंकर घोटाले में कार्रवाई न करने के आरोप में केजरीवाल सरकार पर FIR हो सकती है तो फिर 2 साल तक शीला दीक्षित और मुकेश अंबानी समेत अन्य आरोपियों पर कार्रवाई नाकरने पर एलजी नजीब जंग और एसीबी प्रमुख मुकेश मीणा के खिलाफ FIR क्यों नहीं हो सकती? |
दिवाली पर बीएसई और एनएसई में मुहूर्त ट्रेडिंग | दिवाली के मौके पर बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुहुर्त ट्रेडिंग के लिए शाम साढ़े 4 बजे से 6 तक खुलेंगे। | दिवाली के मौके पर बुधवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज मुहुर्त ट्रेडिंग के लिए शाम साढ़े 4 बजे से 6 तक खुलेंगे। दिवाली के दिन स्टॉक एक्सचेंज में सारे दिन खरीददारी नहीं होती है। सिर्फ मुहुर्त ट्रेडिंग होती है। ये ट्रेडिंग 90 मिनट तक चलेगी। साथ ही दिल्ली में आज थोक और कमोडिटी मॉर्केट दिवाली की वजह से पूरी तरह बंद रहेंगे। |
कर्नाटक कांग्रेस नेता जाफर शरीफ ने मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाने के लिए पीएम को लिखा ख़त | कांग्रेस नेता शरीफ ने राष्ट्रपति पद के लिए भागवत के नाम का समर्थन किया
उन्होंने इस मामले में पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है
कांग्रेस ने भागवत को राष्ट्रपति पद के लिए चुने जाने का विरोध किया है | पार्टी के पक्ष को दरकिनार करते हुए कर्नाटक कांग्रेस के नेता और पूर्व रेलमंत्री जाफर शरीफ ने राष्ट्रपति पद के लिए आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के नाम का समर्थन किया है. शरीफ ने कहा कि 'भागवत के देशप्रेम को लेकर किसी तरह की शंका नहीं होनी चाहिए.' उन्होंने इस मामले में प्रधानमंत्री मोदी को भी चिट्ठी लिखी है.
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में शरीफ ने लिखा है कि 'भारत जैसे देश में अलग अलग विचारों का होना बहुत ही स्वाभाविक बात है. श्री मोहन भागवत भी ऐसी ही एक विचारधारा से संबंध रखते हैं लेकिन उनकी देशभक्ति पर किसी तरह की शंका नहीं की जानी चाहिए, भारतीयों के प्रति उनके प्यार और देश के प्रति उनकी निष्ठा को लेकर कोई शक नहीं होना चाहिए.'टिप्पणियां
उधर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भागवत को राष्ट्रपति बनाए जाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करने की बात कही है. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा है कि 'यह साफ है कि हम आरएसएस की विचारधारा का समर्थन नहीं करते.' यही नहीं, महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ अपने रिश्तों को लेकर चल रही खींचतान के बीच शिवसेना ने भी कहा था कि भागवत को भारत का अगला राष्ट्रपति बनाना एक अच्छा कदम होगा.
सेना की ओर से संजय राउत ने कहा था 'एक साफ सुथरी छवि वाले व्यक्ति को यह पद ग्रहण करना चाहिए. हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत का नाम चर्चा में है. अगर भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत, राष्ट्रपति के लिए एक अच्छी पसंद होंगे.' उधर भागवत ने इन सभी चर्चाओं पर यह कहते हुए लगाम लगाई कि उन्हें ये सभी बातें 'मनोरंजक' लगती हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पांच साल के कार्यकाल का अंत इस साल 24 जुलाई को हो जाएगा.
पीएम मोदी को लिखी चिट्ठी में शरीफ ने लिखा है कि 'भारत जैसे देश में अलग अलग विचारों का होना बहुत ही स्वाभाविक बात है. श्री मोहन भागवत भी ऐसी ही एक विचारधारा से संबंध रखते हैं लेकिन उनकी देशभक्ति पर किसी तरह की शंका नहीं की जानी चाहिए, भारतीयों के प्रति उनके प्यार और देश के प्रति उनकी निष्ठा को लेकर कोई शक नहीं होना चाहिए.'टिप्पणियां
उधर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भागवत को राष्ट्रपति बनाए जाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करने की बात कही है. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा है कि 'यह साफ है कि हम आरएसएस की विचारधारा का समर्थन नहीं करते.' यही नहीं, महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ अपने रिश्तों को लेकर चल रही खींचतान के बीच शिवसेना ने भी कहा था कि भागवत को भारत का अगला राष्ट्रपति बनाना एक अच्छा कदम होगा.
सेना की ओर से संजय राउत ने कहा था 'एक साफ सुथरी छवि वाले व्यक्ति को यह पद ग्रहण करना चाहिए. हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत का नाम चर्चा में है. अगर भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत, राष्ट्रपति के लिए एक अच्छी पसंद होंगे.' उधर भागवत ने इन सभी चर्चाओं पर यह कहते हुए लगाम लगाई कि उन्हें ये सभी बातें 'मनोरंजक' लगती हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पांच साल के कार्यकाल का अंत इस साल 24 जुलाई को हो जाएगा.
उधर विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने भागवत को राष्ट्रपति बनाए जाने के किसी भी कदम का कड़ा विरोध करने की बात कही है. कांग्रेस प्रवक्ता गौरव गोगोई ने कहा है कि 'यह साफ है कि हम आरएसएस की विचारधारा का समर्थन नहीं करते.' यही नहीं, महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ अपने रिश्तों को लेकर चल रही खींचतान के बीच शिवसेना ने भी कहा था कि भागवत को भारत का अगला राष्ट्रपति बनाना एक अच्छा कदम होगा.
सेना की ओर से संजय राउत ने कहा था 'एक साफ सुथरी छवि वाले व्यक्ति को यह पद ग्रहण करना चाहिए. हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत का नाम चर्चा में है. अगर भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत, राष्ट्रपति के लिए एक अच्छी पसंद होंगे.' उधर भागवत ने इन सभी चर्चाओं पर यह कहते हुए लगाम लगाई कि उन्हें ये सभी बातें 'मनोरंजक' लगती हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पांच साल के कार्यकाल का अंत इस साल 24 जुलाई को हो जाएगा.
सेना की ओर से संजय राउत ने कहा था 'एक साफ सुथरी छवि वाले व्यक्ति को यह पद ग्रहण करना चाहिए. हमने सुना है कि राष्ट्रपति पद के लिए मोहन भागवत का नाम चर्चा में है. अगर भारत को एक हिंदू राष्ट्र बनाना है तो भागवत, राष्ट्रपति के लिए एक अच्छी पसंद होंगे.' उधर भागवत ने इन सभी चर्चाओं पर यह कहते हुए लगाम लगाई कि उन्हें ये सभी बातें 'मनोरंजक' लगती हैं. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के पांच साल के कार्यकाल का अंत इस साल 24 जुलाई को हो जाएगा. |
बर्खास्तगी के खिलाफ होंडा मोटरसाइकिल के कर्मचारी भूख हड़ताल | होंडा मोटरसाइकिल स्कूटर इंडिया के एक्स-कर्मी हड़ताल पर हैं
टपूकड़ा संयंत्र में कर्मचारियों की बर्खास्तगी के विरोध में हड़ताल
पांच पीड़ित कर्मचारी जंतर मंतर पर भूख हड़ताल पर | होंडा मोटरसाइकिल स्कूटर इंडिया (एचएमएसआई) के टपूकड़ा संयंत्र में कर्मचारियों की बर्खास्तगी के विरोध में कंपनी के पांच कर्मचारियों ने सोमवार को जंतर मंतर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी.
ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि टपूकड़ा संयंत्र के पांच पीड़ित कर्मचारी जंतर मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इस बारे में एचएमएसआई से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी.
एटक ने दावा किया कि गुड़गांव-मानेसर-धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र के कई कर्मचारियों ने धरने शामिल होकर इन कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया. कर्मचारियों ने टपूकड़ा संयंत्र के बख्रास्त किए गए 102 स्थायी कर्मचारियों तथा 2,000 ठेका श्रमिकों को वापस लिए जाने की मांग की है.टिप्पणियां
एटक ने कहा कि एचएमएसआई ने टपूकड़ा संयंत्र में यूनियन बनाने का प्रयास करने पर 2,000 ठेका और प्रशिक्षु कर्मचारियों तथा 102 स्थायी कर्मचारियों को बख्रास्त कर दिया है. फरवरी में टपूकड़ा संयंत्र में उस समय संकट शुरू हो गया था जब प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस (एटक) ने एक विज्ञप्ति में कहा कि टपूकड़ा संयंत्र के पांच पीड़ित कर्मचारी जंतर मंतर पर भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इस बारे में एचएमएसआई से तत्काल प्रतिक्रिया नहीं ली जा सकी.
एटक ने दावा किया कि गुड़गांव-मानेसर-धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र के कई कर्मचारियों ने धरने शामिल होकर इन कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया. कर्मचारियों ने टपूकड़ा संयंत्र के बख्रास्त किए गए 102 स्थायी कर्मचारियों तथा 2,000 ठेका श्रमिकों को वापस लिए जाने की मांग की है.टिप्पणियां
एटक ने कहा कि एचएमएसआई ने टपूकड़ा संयंत्र में यूनियन बनाने का प्रयास करने पर 2,000 ठेका और प्रशिक्षु कर्मचारियों तथा 102 स्थायी कर्मचारियों को बख्रास्त कर दिया है. फरवरी में टपूकड़ा संयंत्र में उस समय संकट शुरू हो गया था जब प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एटक ने दावा किया कि गुड़गांव-मानेसर-धारूहेड़ा औद्योगिक क्षेत्र के कई कर्मचारियों ने धरने शामिल होकर इन कर्मचारियों को अपना समर्थन दिया. कर्मचारियों ने टपूकड़ा संयंत्र के बख्रास्त किए गए 102 स्थायी कर्मचारियों तथा 2,000 ठेका श्रमिकों को वापस लिए जाने की मांग की है.टिप्पणियां
एटक ने कहा कि एचएमएसआई ने टपूकड़ा संयंत्र में यूनियन बनाने का प्रयास करने पर 2,000 ठेका और प्रशिक्षु कर्मचारियों तथा 102 स्थायी कर्मचारियों को बख्रास्त कर दिया है. फरवरी में टपूकड़ा संयंत्र में उस समय संकट शुरू हो गया था जब प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
एटक ने कहा कि एचएमएसआई ने टपूकड़ा संयंत्र में यूनियन बनाने का प्रयास करने पर 2,000 ठेका और प्रशिक्षु कर्मचारियों तथा 102 स्थायी कर्मचारियों को बख्रास्त कर दिया है. फरवरी में टपूकड़ा संयंत्र में उस समय संकट शुरू हो गया था जब प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया था.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
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नाबालिग को अगवा कर किया दुष्कर्म, अस्पताल में चल रहा है इलाज | दुष्कर्म की एक और जघन्य वारदात में गुड़गांव की छह साल की एक बच्ची का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया गया और उसे दक्षिण दिल्ली के एक इलाके में सड़क किनारे छोड़ दिया गया। लड़की का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। | दुष्कर्म की एक और जघन्य वारदात में गुड़गांव की छह साल की एक बच्ची का अपहरण कर उसके साथ बलात्कार किया गया और उसे दक्षिण दिल्ली के एक इलाके में सड़क किनारे छोड़ दिया गया। लड़की का दिल्ली के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है।
बुधवार की रात को राहगीरों ने लड़की को खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देखा और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने लड़की को पास के अस्पताल पहुंचाया जहां से लड़की को सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक नाबालिग लड़की कापसहेड़ा इलाके में मिली। उसे रविवार को अगवा किया गया था।टिप्पणियां
पुलिस के अनुसार लड़की के शरीर पर चोट के निशान हैं।
सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने लड़की का ऑपरेशन किया है और अब उसकी हालत स्थिर है।
बुधवार की रात को राहगीरों ने लड़की को खून से लथपथ सड़क पर पड़ा देखा और पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने लड़की को पास के अस्पताल पहुंचाया जहां से लड़की को सफदरजंग अस्पताल भेज दिया गया।
पुलिस के मुताबिक नाबालिग लड़की कापसहेड़ा इलाके में मिली। उसे रविवार को अगवा किया गया था।टिप्पणियां
पुलिस के अनुसार लड़की के शरीर पर चोट के निशान हैं।
सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने लड़की का ऑपरेशन किया है और अब उसकी हालत स्थिर है।
पुलिस के मुताबिक नाबालिग लड़की कापसहेड़ा इलाके में मिली। उसे रविवार को अगवा किया गया था।टिप्पणियां
पुलिस के अनुसार लड़की के शरीर पर चोट के निशान हैं।
सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने लड़की का ऑपरेशन किया है और अब उसकी हालत स्थिर है।
पुलिस के अनुसार लड़की के शरीर पर चोट के निशान हैं।
सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने लड़की का ऑपरेशन किया है और अब उसकी हालत स्थिर है।
सफदरजंग अस्पताल के डॉक्टरों ने कहा कि उन्होंने लड़की का ऑपरेशन किया है और अब उसकी हालत स्थिर है। |
बॉलीवुड एक्टर ने कन्हैया कुमार पर किया Tweet - गांव के गरीब परिवार का लड़का जेएनयू का अध्यक्ष बन सकता है तो... | बेगूसराय से चुनाव लड़ रहे हैं कन्हैया कुमार
सीपीआई ने दिया है टिकट
केआरके ने कुछ इस तरह किया Tweet | लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के पहले चरण के मतदान 11 अप्रैल से होने हैं और चुनावी सरगर्मियां अपने पूरे उफान पर हैं. लोकसभा चुनाव 7 चरणों में होने हैं और बॉलीवुड से जुड़ी हस्तियां भी चुनाव को लेकर अपनी राय पेश करने से पीछे नहीं रह रही हैं. बॉलीवुड प्रोड्यूसर और एक्टर कमाल आर खान (KRK) ने सीपीआई के बेगूसराय से उम्मीदवार कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को लेकर ट्वीट किया है. कमाल आर खान ने कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) की जमकर तारीफ की है और उनके चुनाव लड़ने को भी सकारात्मक नजरिये से देखा है. KRK ने जनता से कन्हैया कुमार की मदद करने की भी अपील की है.
Kanhaiya Kumar doesn't have money to contest election so he is asking his constituency ppl to give him donation. We all should help him and we all should vote for such honest people, who are coming in the politics to serve people instead of looting the country.
लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Election 2019) के मद्देनजर कमाल आर खान ने कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) को लेकर ट्वीट किया हैः 'कन्हैया कुमार के पास चुनाव लड़ने के लिए पैसा नहीं है तो वे अपने क्षेत्र के लोगों से चंदा मांग रहे हैं. हम सबको उनकी मदद करनी चाहिए और इस तरह के ईमानदार लोगों के लिए आगे आना चाहिए, ऐसे लोग जो सेवा के लिए राजनीति में आ रहे हैं देश को लूटने के लिए नहीं.'
If you ppl @RahulGandhi@yadavtejashwi are opposing educated, honest and #Dedhbhakt@kanhaiyakumar then you ppl are not in the politics to serve the country. Mark my words, he will win election without ur help also because he is going to serve ppl without fear and greed.
कमाल आर खान ने एक और ट्वीट किया: 'अगर गांव के गरीब परिवार का लड़का कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) जेएनयू का अध्य़क्ष बन सकता है तो उसमें नेतृत्व क्षमता है. उन्हें यह पद किसी परिवार या नाम की वजह से नहीं मिला. उनके पास पीएचडी की फेक डिग्री भी नहीं है. अगर वे अध्यक्ष थे, तो उनके विरोधी भी थे और कुछ उनसे जलने वाले लोग भी होंगे.'
If a villager, poor family boy @kanhaiyakumar became president of #JNU means he has leadership qualities. He did not get that position cos of anyone else. He didn't get fake PHD degree. If he was president, so there was opposition also and there were jealous people also.
यही नहीं, कमाल आर खान ने ट्वीट करके राहुल गांधी (Rahul Gandhi) और तेजस्वी यादव (Tejaswi Yadav) को भी संबोधित किया है. उन्होंने लिखा हैः 'अगर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव शिक्षित, ईमानदार और देशभक्त कन्हैया कुमार (Kanhaiya Kumar) का विरोध करेंगे तो आप लोग भी राजनीति में सेवा के लिए नहीं आए हैं. मेरे शब्द याद रखिएगा, वे आपकी मदद के बिना चुनाव जीत जाएगा क्योंकि वह बिना किसी डर और लालच के लोगों की सेवा करने जा रहे हैं.' इस तरह कमाल आर खान ने खुलकर कन्हैया कुमार का समर्थन किया है. |
व्हाइट हाउस के पास पुलिसकर्मियों ने महिला कार चालक को गोली मारी | बताया जा रहा है कि एक महिला व्हाइट हाउस की बैरिकेडिंग को तोड़कर भागने लगी, जिस पर पुलिस ने फायरिंग कर दी। इस महिला के साथ एक साल का बच्चा भी था, जो सुरक्षित है। | व्हाइट हाउस के पास सुरक्षा अवरोधकों को पार करने की कोशिश करने और लगभग आधे मील तक अधिकारियों को अपने पीछे दौड़ाने वाली एक महिला कार चालक को पुलिस ने अमेरिकी कैपिटल हिल इमारत के बाहर गोली मार दी, जिससे महिला की मौत हो गई। इस घटना की वजह से इस उच्च सुरक्षा वाले परिसर को कुछ समय के लिए बंद कर दिया गया था।
विधि प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि कार स्टैमफोर्ड की निवासी, दंत स्वास्थ्य विज्ञानी, मरियम कैरी (34) के नाम से पंजीकृत थी। अधिकारियों का मानना है कि कैरी ही कार चला रही थी। इस घटना में खुफिया सेवा के एक अधिकारी समेत दो अधिकारी भी घायल हो गए।
वॉशिंगटन डीसी की पुलिस प्रमुख कैथी लेनियर ने संवाददाताओं को बताया, वाहन में सवार संदिग्ध पर गोली चलाई गई। संदिग्ध को मृत घोषित किया जा चुका है। उन्होंने पुष्टि की कि कार से एक साल के एक बच्चे को निकाल लिया गया और वह अच्छी हालत में है।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसा लगता है कि घटना का आतंकवादियों से कोई लेना देना नहीं था जबकि एक दूसरे अधिकारी ने इसे एक अलग घटना बताया।
गौरतलब है कि कल व्हाइट हाउस के सुरक्षा जांच बिंदु के पास संदिग्ध महिला की कार का पीछा किया जाना शुरू किया गया। महिला ने यहां एक अवरोधक और एक खुफिया सेवा अधिकारी को अपने काले रंग की कार से टक्कर मार दी। इसके बाद महिला यहां से हटते हुए अपनी कार को कैपिटल की तरफ ले जाने लगी।
पीछा किए जाने के दौरान पर्यटकों एवं कार्यालय में काम करने वाले लोगों से भरे इलाकों में पुलिस अधिकारियों ने दो बार गोलीबारी की। अमेरिकी सरकार का कामकाज ठप होने को लेकर कैपिटल में तब तीखी बहस चल रही थी और गोलीबारी की आवाज से बहस बाधित हो गई। इसके बाद कैपिटल बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि महिला के पास कोई शस्त्र नहीं था। शुरू में कैपिटल के इलाके में गोलीबारी की खबर मिली थी, लेकिन तब केवल अधिकारियों ने ही गोलियां दागी थीं।
खुफिया सेवा के प्रवक्ता एड डोनोवन ने संवाददाताओं को बताया कि व्हाइट हाउस पर गोली नहीं चलाई गई और यह कार जिस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हुई वह व्हाइट हाउस का बाहरी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं बताना चाहता हूं कि वह व्हाइट हाउस के बाहरी हिस्से में स्थित जांच बिन्दु था। इस जांच बिन्दु के बाद कई और जांच बिन्दु हैं, जिन्हें भी पार करना पड़ता। जब गोलियां चलीं तब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट का सत्र चल रहा था और राजनीतिज्ञों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह बार गोली चलने की आवाज सुनीं।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
विधि प्रवर्तन अधिकारियों ने कहा कि कार स्टैमफोर्ड की निवासी, दंत स्वास्थ्य विज्ञानी, मरियम कैरी (34) के नाम से पंजीकृत थी। अधिकारियों का मानना है कि कैरी ही कार चला रही थी। इस घटना में खुफिया सेवा के एक अधिकारी समेत दो अधिकारी भी घायल हो गए।
वॉशिंगटन डीसी की पुलिस प्रमुख कैथी लेनियर ने संवाददाताओं को बताया, वाहन में सवार संदिग्ध पर गोली चलाई गई। संदिग्ध को मृत घोषित किया जा चुका है। उन्होंने पुष्टि की कि कार से एक साल के एक बच्चे को निकाल लिया गया और वह अच्छी हालत में है।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसा लगता है कि घटना का आतंकवादियों से कोई लेना देना नहीं था जबकि एक दूसरे अधिकारी ने इसे एक अलग घटना बताया।
गौरतलब है कि कल व्हाइट हाउस के सुरक्षा जांच बिंदु के पास संदिग्ध महिला की कार का पीछा किया जाना शुरू किया गया। महिला ने यहां एक अवरोधक और एक खुफिया सेवा अधिकारी को अपने काले रंग की कार से टक्कर मार दी। इसके बाद महिला यहां से हटते हुए अपनी कार को कैपिटल की तरफ ले जाने लगी।
पीछा किए जाने के दौरान पर्यटकों एवं कार्यालय में काम करने वाले लोगों से भरे इलाकों में पुलिस अधिकारियों ने दो बार गोलीबारी की। अमेरिकी सरकार का कामकाज ठप होने को लेकर कैपिटल में तब तीखी बहस चल रही थी और गोलीबारी की आवाज से बहस बाधित हो गई। इसके बाद कैपिटल बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि महिला के पास कोई शस्त्र नहीं था। शुरू में कैपिटल के इलाके में गोलीबारी की खबर मिली थी, लेकिन तब केवल अधिकारियों ने ही गोलियां दागी थीं।
खुफिया सेवा के प्रवक्ता एड डोनोवन ने संवाददाताओं को बताया कि व्हाइट हाउस पर गोली नहीं चलाई गई और यह कार जिस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हुई वह व्हाइट हाउस का बाहरी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं बताना चाहता हूं कि वह व्हाइट हाउस के बाहरी हिस्से में स्थित जांच बिन्दु था। इस जांच बिन्दु के बाद कई और जांच बिन्दु हैं, जिन्हें भी पार करना पड़ता। जब गोलियां चलीं तब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट का सत्र चल रहा था और राजनीतिज्ञों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह बार गोली चलने की आवाज सुनीं।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
वॉशिंगटन डीसी की पुलिस प्रमुख कैथी लेनियर ने संवाददाताओं को बताया, वाहन में सवार संदिग्ध पर गोली चलाई गई। संदिग्ध को मृत घोषित किया जा चुका है। उन्होंने पुष्टि की कि कार से एक साल के एक बच्चे को निकाल लिया गया और वह अच्छी हालत में है।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसा लगता है कि घटना का आतंकवादियों से कोई लेना देना नहीं था जबकि एक दूसरे अधिकारी ने इसे एक अलग घटना बताया।
गौरतलब है कि कल व्हाइट हाउस के सुरक्षा जांच बिंदु के पास संदिग्ध महिला की कार का पीछा किया जाना शुरू किया गया। महिला ने यहां एक अवरोधक और एक खुफिया सेवा अधिकारी को अपने काले रंग की कार से टक्कर मार दी। इसके बाद महिला यहां से हटते हुए अपनी कार को कैपिटल की तरफ ले जाने लगी।
पीछा किए जाने के दौरान पर्यटकों एवं कार्यालय में काम करने वाले लोगों से भरे इलाकों में पुलिस अधिकारियों ने दो बार गोलीबारी की। अमेरिकी सरकार का कामकाज ठप होने को लेकर कैपिटल में तब तीखी बहस चल रही थी और गोलीबारी की आवाज से बहस बाधित हो गई। इसके बाद कैपिटल बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि महिला के पास कोई शस्त्र नहीं था। शुरू में कैपिटल के इलाके में गोलीबारी की खबर मिली थी, लेकिन तब केवल अधिकारियों ने ही गोलियां दागी थीं।
खुफिया सेवा के प्रवक्ता एड डोनोवन ने संवाददाताओं को बताया कि व्हाइट हाउस पर गोली नहीं चलाई गई और यह कार जिस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हुई वह व्हाइट हाउस का बाहरी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं बताना चाहता हूं कि वह व्हाइट हाउस के बाहरी हिस्से में स्थित जांच बिन्दु था। इस जांच बिन्दु के बाद कई और जांच बिन्दु हैं, जिन्हें भी पार करना पड़ता। जब गोलियां चलीं तब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट का सत्र चल रहा था और राजनीतिज्ञों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह बार गोली चलने की आवाज सुनीं।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
अधिकारियों ने बताया कि ऐसा लगता है कि घटना का आतंकवादियों से कोई लेना देना नहीं था जबकि एक दूसरे अधिकारी ने इसे एक अलग घटना बताया।
गौरतलब है कि कल व्हाइट हाउस के सुरक्षा जांच बिंदु के पास संदिग्ध महिला की कार का पीछा किया जाना शुरू किया गया। महिला ने यहां एक अवरोधक और एक खुफिया सेवा अधिकारी को अपने काले रंग की कार से टक्कर मार दी। इसके बाद महिला यहां से हटते हुए अपनी कार को कैपिटल की तरफ ले जाने लगी।
पीछा किए जाने के दौरान पर्यटकों एवं कार्यालय में काम करने वाले लोगों से भरे इलाकों में पुलिस अधिकारियों ने दो बार गोलीबारी की। अमेरिकी सरकार का कामकाज ठप होने को लेकर कैपिटल में तब तीखी बहस चल रही थी और गोलीबारी की आवाज से बहस बाधित हो गई। इसके बाद कैपिटल बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि महिला के पास कोई शस्त्र नहीं था। शुरू में कैपिटल के इलाके में गोलीबारी की खबर मिली थी, लेकिन तब केवल अधिकारियों ने ही गोलियां दागी थीं।
खुफिया सेवा के प्रवक्ता एड डोनोवन ने संवाददाताओं को बताया कि व्हाइट हाउस पर गोली नहीं चलाई गई और यह कार जिस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हुई वह व्हाइट हाउस का बाहरी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं बताना चाहता हूं कि वह व्हाइट हाउस के बाहरी हिस्से में स्थित जांच बिन्दु था। इस जांच बिन्दु के बाद कई और जांच बिन्दु हैं, जिन्हें भी पार करना पड़ता। जब गोलियां चलीं तब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट का सत्र चल रहा था और राजनीतिज्ञों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह बार गोली चलने की आवाज सुनीं।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
गौरतलब है कि कल व्हाइट हाउस के सुरक्षा जांच बिंदु के पास संदिग्ध महिला की कार का पीछा किया जाना शुरू किया गया। महिला ने यहां एक अवरोधक और एक खुफिया सेवा अधिकारी को अपने काले रंग की कार से टक्कर मार दी। इसके बाद महिला यहां से हटते हुए अपनी कार को कैपिटल की तरफ ले जाने लगी।
पीछा किए जाने के दौरान पर्यटकों एवं कार्यालय में काम करने वाले लोगों से भरे इलाकों में पुलिस अधिकारियों ने दो बार गोलीबारी की। अमेरिकी सरकार का कामकाज ठप होने को लेकर कैपिटल में तब तीखी बहस चल रही थी और गोलीबारी की आवाज से बहस बाधित हो गई। इसके बाद कैपिटल बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि महिला के पास कोई शस्त्र नहीं था। शुरू में कैपिटल के इलाके में गोलीबारी की खबर मिली थी, लेकिन तब केवल अधिकारियों ने ही गोलियां दागी थीं।
खुफिया सेवा के प्रवक्ता एड डोनोवन ने संवाददाताओं को बताया कि व्हाइट हाउस पर गोली नहीं चलाई गई और यह कार जिस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हुई वह व्हाइट हाउस का बाहरी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।टिप्पणियां
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घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
पीछा किए जाने के दौरान पर्यटकों एवं कार्यालय में काम करने वाले लोगों से भरे इलाकों में पुलिस अधिकारियों ने दो बार गोलीबारी की। अमेरिकी सरकार का कामकाज ठप होने को लेकर कैपिटल में तब तीखी बहस चल रही थी और गोलीबारी की आवाज से बहस बाधित हो गई। इसके बाद कैपिटल बंद कर दिया गया। अधिकारियों ने कहा कि महिला के पास कोई शस्त्र नहीं था। शुरू में कैपिटल के इलाके में गोलीबारी की खबर मिली थी, लेकिन तब केवल अधिकारियों ने ही गोलियां दागी थीं।
खुफिया सेवा के प्रवक्ता एड डोनोवन ने संवाददाताओं को बताया कि व्हाइट हाउस पर गोली नहीं चलाई गई और यह कार जिस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हुई वह व्हाइट हाउस का बाहरी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं बताना चाहता हूं कि वह व्हाइट हाउस के बाहरी हिस्से में स्थित जांच बिन्दु था। इस जांच बिन्दु के बाद कई और जांच बिन्दु हैं, जिन्हें भी पार करना पड़ता। जब गोलियां चलीं तब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट का सत्र चल रहा था और राजनीतिज्ञों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह बार गोली चलने की आवाज सुनीं।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
खुफिया सेवा के प्रवक्ता एड डोनोवन ने संवाददाताओं को बताया कि व्हाइट हाउस पर गोली नहीं चलाई गई और यह कार जिस जगह पर दुर्घटनाग्रस्त हुई वह व्हाइट हाउस का बाहरी हिस्सा है। उन्होंने बताया कि घटना की जांच की जा रही है।टिप्पणियां
उन्होंने कहा, मैं बताना चाहता हूं कि वह व्हाइट हाउस के बाहरी हिस्से में स्थित जांच बिन्दु था। इस जांच बिन्दु के बाद कई और जांच बिन्दु हैं, जिन्हें भी पार करना पड़ता। जब गोलियां चलीं तब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट का सत्र चल रहा था और राजनीतिज्ञों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह बार गोली चलने की आवाज सुनीं।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
उन्होंने कहा, मैं बताना चाहता हूं कि वह व्हाइट हाउस के बाहरी हिस्से में स्थित जांच बिन्दु था। इस जांच बिन्दु के बाद कई और जांच बिन्दु हैं, जिन्हें भी पार करना पड़ता। जब गोलियां चलीं तब अमेरिकी प्रतिनिधि सभा और सीनेट का सत्र चल रहा था और राजनीतिज्ञों ने संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने छह बार गोली चलने की आवाज सुनीं।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था।
घटना को लेकर इलाके में बड़े स्तर पर सुरक्षा चाक चौबंद की गई। घटनास्थल पर आपात वाहन आ गए और कैपिटल के अंदर सुरक्षा बढ़ा दी गई जहां पहले से ही अमेरिकी सरकार की कार्यवाही ठप होने को लेकर चल रही चर्चा के दौरान माहौल गर्म था। |
बिग बॉस फेम दीपक ठाकुर की चोट को हेटर्स ने बताया 'पब्लिसिटी स्टंट' तो यूं दिया करारा जवाब | बिग बॉस में नजर आए थे दीपक
एमटीवी के शो में ले रहे थे हिस्सा
इंस्टाग्राम पोस्ट हुई वायरल | 'बिग बॉस 12 (Bigg Boss 12)' में दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करने वाले बिहार के सिंगर दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) एक बार फिर चर्चा में आ गए हैं. बिग बॉस हाउस में तहलका मचाने वाले दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) इन दिनों एमटीवी के ऐस ऑफ स्पेस 2 में नजर आ रहे थे. इस शो को बिग बॉल में नजर आ चुके विकास गुप्ता होस्ट कर रहे हैं. इस शो में भी दीपक ठाकुर अपने देसीपन का छौंक लगा रहे थे कि एक टास्क के दौरान उन्होंने खुद को घायल कर लिया. उनके कंधे में चोट आई और अब उन्हें अस्पताल भेज दिया गया. दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) को सर्जरी की सलाह दी गई है. लेकिन दीपक ठाकुर को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरह की बातें होने लगीं और कहा जाने लगा कि बिग बॉस की तरह उन्होंने यहां भी पब्लिसिटी स्टंट दिखाने शुरू कर दिए हैं.
A post shared by Deepak Thakur (@ideepakthakur) on Sep 1, 2019 at 7:40am PDT
दीपक ठाकुर (Deepak Thakur) ने अपनी सर्जरी के बारे में जानकारी देते हुए अपने हेटर्स पर भी निशाना साधा. दीपक ठाकुर ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट पर अपनी फोटो के साथ लिखाः 'घर के अंदर वाले खेला में छोटू सा कॉमा लगाते हुए बॉडी में होने वाले दर्द को सर्जरी करके उसपे फुलस्टॉप लगाने की तैयारी और वो भी इतने महंगे अस्पताल में. सर्जरी में मेरा डेब्यू मंगलवार को होगा, और हां मेरे हेटर्स जिनमें इंसानियत नहीं है और जो अंड बंड और निहायत ही झंड लोग हैं वो ये कहते हैं कि इसका सब ड्रामा है. बिग बॉस में भी हुआ था और यहां भी. तो सुनलो तुम्हारी बातों को कुत्ता भी नहीं पूछता और हमको फर्क नहीं पड़ता. तुम भौंकते रहो और हम अपने प्यार देने वाले फैन्स के साथ मौज में हैं, बस दिलसे खुक्रिया अपने सपोर्टर्स का.' |
कश्मीर में भारतीय गश्ती दल पर पाक बॉर्डर एक्शन टीम का हमला नाकाम, दो हमलावर मारे गए : सेना | जवानों के शव के साथ छेड़छाड़के पीछे बैट का ही हाथ होता है
बैट ऐसी टीम है जिसमें पाक सेना और आतंकी दोनों होते हैं
हाल में भारतीय सेना की कार्रवाई में पाकिस्तानी चौकियों को नुकसान हुआ था | सेना ने कश्मीर के उड़ी में नियंत्रण रेखा पर दो बैट हमलावर आतंकियों को मार गिराया. शुक्रवार सुबह आठ बजकर 40 मिनट पर सेना के गश्ती दल पर जब आतंकियों ने हमला किया तो सेना के जवानों ने इन पाक हमलावरों को मार गिराया. ये घटना झेलम नदी के दक्षिण में हुई जब ये हमलावर एलओसी के 700 मीटर अंदर आ गए थे. जब सेना ने जवाबी कार्रवाई की तो ये वापस पाक पोस्ट की ओर भागने लगे. इसके बाद एलओसी से 200 मीटर अंदर इन बैट के आतंकियों को सेना ने मार गिराया.
मारे गए हमलावरों के शव और हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं. इनके पास से एक एके-47 राइफल, एक पिस्टल और भारी तादाद मे गोला बारूद मिले हैं. ये दोनों पठानी सूट पहने थे और शॉल भी लिए थे. फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है. खबर है कि इनके साथ दो और बैट के आतंकी थे लकिन संभवत: वो वापस पाक की ओर भाग गये हों लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है.
आपको ये बता दे पाक की बॉर्डर एक्शन टीम यानी कि बैट ऐसी टीम है जिसमें पाक सेना और आतंकी दोनों होते हैं. इनका काम मौका मिलते ही एलओसी पर भारतीय सेना के जवानों पर घात लगाकर हमला करना होता है. सीमा पर जितने भी जवानों के शव के साथ छेड़छाड़ हुई है उसके पीछे बैट का ही हाथ होता है. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के मेजर जनरल अशोक नरूला ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता करके कहा था कि हाल ही में भारतीय सेना द्वारा नौशेरा में की गई कार्रवाई से पाकिस्तान की चौकियों को नुकसान पहुंचा है. इस संबंध में भारतीय सेना ने एक वीडियो भी जारी किया था.
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोशिश जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करना है. पाकिस्तान भारत में घुसपैठ कराता रहा है. घुसपैठ में मदद करने वाली नौशेरा स्थित पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया है. सेना ने पाक पर कार्रवाई का वीडियो भी जारी किया है. यह वीडियो 9 मई का है. एयर डिफेंस गन से फायरिंग की गई.
मारे गए हमलावरों के शव और हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं. इनके पास से एक एके-47 राइफल, एक पिस्टल और भारी तादाद मे गोला बारूद मिले हैं. ये दोनों पठानी सूट पहने थे और शॉल भी लिए थे. फिलहाल इलाके में तलाशी अभियान चल रहा है. खबर है कि इनके साथ दो और बैट के आतंकी थे लकिन संभवत: वो वापस पाक की ओर भाग गये हों लेकिन अभी तक इसकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो पाई है.
आपको ये बता दे पाक की बॉर्डर एक्शन टीम यानी कि बैट ऐसी टीम है जिसमें पाक सेना और आतंकी दोनों होते हैं. इनका काम मौका मिलते ही एलओसी पर भारतीय सेना के जवानों पर घात लगाकर हमला करना होता है. सीमा पर जितने भी जवानों के शव के साथ छेड़छाड़ हुई है उसके पीछे बैट का ही हाथ होता है. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के मेजर जनरल अशोक नरूला ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता करके कहा था कि हाल ही में भारतीय सेना द्वारा नौशेरा में की गई कार्रवाई से पाकिस्तान की चौकियों को नुकसान पहुंचा है. इस संबंध में भारतीय सेना ने एक वीडियो भी जारी किया था.
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोशिश जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करना है. पाकिस्तान भारत में घुसपैठ कराता रहा है. घुसपैठ में मदद करने वाली नौशेरा स्थित पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया है. सेना ने पाक पर कार्रवाई का वीडियो भी जारी किया है. यह वीडियो 9 मई का है. एयर डिफेंस गन से फायरिंग की गई.
आपको ये बता दे पाक की बॉर्डर एक्शन टीम यानी कि बैट ऐसी टीम है जिसमें पाक सेना और आतंकी दोनों होते हैं. इनका काम मौका मिलते ही एलओसी पर भारतीय सेना के जवानों पर घात लगाकर हमला करना होता है. सीमा पर जितने भी जवानों के शव के साथ छेड़छाड़ हुई है उसके पीछे बैट का ही हाथ होता है. टिप्पणियां
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के मेजर जनरल अशोक नरूला ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता करके कहा था कि हाल ही में भारतीय सेना द्वारा नौशेरा में की गई कार्रवाई से पाकिस्तान की चौकियों को नुकसान पहुंचा है. इस संबंध में भारतीय सेना ने एक वीडियो भी जारी किया था.
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोशिश जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करना है. पाकिस्तान भारत में घुसपैठ कराता रहा है. घुसपैठ में मदद करने वाली नौशेरा स्थित पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया है. सेना ने पाक पर कार्रवाई का वीडियो भी जारी किया है. यह वीडियो 9 मई का है. एयर डिफेंस गन से फायरिंग की गई.
उल्लेखनीय है कि भारतीय सेना के मेजर जनरल अशोक नरूला ने मंगलवार को एक प्रेस वार्ता करके कहा था कि हाल ही में भारतीय सेना द्वारा नौशेरा में की गई कार्रवाई से पाकिस्तान की चौकियों को नुकसान पहुंचा है. इस संबंध में भारतीय सेना ने एक वीडियो भी जारी किया था.
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोशिश जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करना है. पाकिस्तान भारत में घुसपैठ कराता रहा है. घुसपैठ में मदद करने वाली नौशेरा स्थित पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया है. सेना ने पाक पर कार्रवाई का वीडियो भी जारी किया है. यह वीडियो 9 मई का है. एयर डिफेंस गन से फायरिंग की गई.
उन्होंने यह भी कहा कि हमारी कोशिश जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करना है. पाकिस्तान भारत में घुसपैठ कराता रहा है. घुसपैठ में मदद करने वाली नौशेरा स्थित पाकिस्तानी चौकियों को तबाह किया है. सेना ने पाक पर कार्रवाई का वीडियो भी जारी किया है. यह वीडियो 9 मई का है. एयर डिफेंस गन से फायरिंग की गई. |
अभ्यास मैच : भारतीय बल्लेबाजों का जोरदार जवाब, मैच ड्रॉ | भारत और क्रिकेट आस्ट्रेलिया अध्यक्ष एकादश टीम के बीच मानुका ओवल मैदान पर खेला गया दो दिवसीय अभ्यास मैच हार-जीत के फैसले के बगैर समाप्त हुआ। | भारत और क्रिकेट आस्ट्रेलिया अध्यक्ष एकादश टीम के बीच मानुका ओवल मैदान पर खेला गया दो दिवसीय अभ्यास मैच हार-जीत के फैसले के बगैर समाप्त हुआ। भारत ने मैच के दूसरे दिन शुक्रवार को अपनी पहली पारी में छह विकेट पर 320 रन बनाकर अच्छा संकेत दिया। अंजिक्य रेहाने (3) और विराट कोहली (1) को छोड़कर बाकी के बल्लेबाजों ने अपना रंग दिखाया और सम्मानजनक पारियां खेलीं। गौतम गम्भीर ने 35, कप्तान राहुल द्रविड़ ने 45, सचिन तेंदुलकर ने 92, वीवीएस लक्ष्मण ने 57 और रोहित शर्मा ने 56 रनों की नाबाद पारी खेली। वृद्दिमान साहा 23 रन बनाकर नाबाद लौटे। सचिन ने अपनी 132 गेंदों की पारी में 15 चौके लगाकर तेज पिचों पर अच्छी बल्लेबाजी के संकेत दिए। कोहली का सस्ते में आउट होना उतना चिंताजनक नहीं क्योंकि वह जुलाई से ही अच्छे फार्म में हैं। इससे पहले, मैच के पहले दिन गुरुवार को क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया अध्यक्ष एकादश टीम ने भारतीय गेंदबाजों की जबरदस्त धुनाई करते हुए 6 विकेट पर 398 रन बना लिए थे। 86 ओवर की बल्लेबाजी के बाद अपनी पारी घोषित करने वाली बोर्ड अध्यक्ष एकादश टीम के लिए सलामी बल्लेबाज वेस राबिन्सन ने 143 रनों की शानदार पारी खेली जबकि टॉम कूपर 182 रनों पर नाबाद लौटे। कूपर और राबिन्सन ने तीसरे विकेट के लिए 226 रन जोड़े। भारत की ओर से उमेश यादव ने तीन सफलता हासिल की। प्रज्ञान ओझा को दो सफलता मिली। |
मुसलमानों को सपा का गुलाम बनाकर रखने की आजम खान की कोशिश हुई नाकाम : बीएसपी प्रमुख मायावती | 'मुसलमानों को सपा का गुलाम बनाकर रखने की आजम की कोशिश नाकाम'
'मुस्लिम समाज के लोग अपने अच्छे बुरे को खुद समझकर फैसले ले रहे हैं.'
'उन्होंने काफी बढ़ चढ़ कर विधानसभा चुनाव में हिस्सा लिया है.' | बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाजावादी पार्टी नेता और उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री आजम खान पर निशाना साधते हुए कहा कि मुसलमानों को सपा का गुलाम बनाकर रखने की आजम की कोशिश नाकाम हो गई है. मायावती ने एक बयान में कहा, 'आजम खान अपने जमीर को मारकर पहले सपा नेता मुलायम सिंह यादव और अब उनके पुत्र बबुआ (अखिलेश यादव) की चाटुकारिता कर रहे हैं. मुसलमानों को सपा का गुलाम बनाकर रखने की उनकी कोशिश अब पूरी तरह नाकाम हो गई है.'
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग अपने अच्छे बुरे को खुद समझकर फैसले ले रहे हैं. वे महसूस करते हैं कि उत्तर प्रदेश में केवल बसपा और उसका मजबूत नेतृत्व ही भाजपा एंड कंपनी, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांप्रदायिक एवं फासीवादी एजेंडे को विफल कर सकती है. 'इसीलिए इस खास मकसद को लेकर उन्होंने काफी बढ़ चढ़ कर विधानसभा चुनाव में हिस्सा लिया है.'टिप्पणियां
मायावती ने कहा कि यही आजम खान की नाराजगी की वजह है. 'परंतु सपा नेता को अपने भविष्य से ज्यादा अपनी कौम की, सूबे की और मुल्क की फिक्र करनी चाहिए. जहां तक बसपा का सवाल है, तो इस पार्टी ने कभी किसी समाज का सिर झुकने नहीं दिया है. वह सर्वसमाज के हित एवं कल्याण के लिए पूरी ईमानदारी और निष्ठा से हर स्तर पर काम करती है. यही कारण है कि मुस्लिम समाज के लोगों को बसपा नेतृत्व पर ज्यादा भरोसा है.'
उन्होंने दावा किया कि मुसलमान चूंकि बसपा से जुड़ रहा है, इसलिए आजम खान मुसलमानों को कोस रहे हैं, जो अशोभनीय है.
उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज के लोग अपने अच्छे बुरे को खुद समझकर फैसले ले रहे हैं. वे महसूस करते हैं कि उत्तर प्रदेश में केवल बसपा और उसका मजबूत नेतृत्व ही भाजपा एंड कंपनी, आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सांप्रदायिक एवं फासीवादी एजेंडे को विफल कर सकती है. 'इसीलिए इस खास मकसद को लेकर उन्होंने काफी बढ़ चढ़ कर विधानसभा चुनाव में हिस्सा लिया है.'टिप्पणियां
मायावती ने कहा कि यही आजम खान की नाराजगी की वजह है. 'परंतु सपा नेता को अपने भविष्य से ज्यादा अपनी कौम की, सूबे की और मुल्क की फिक्र करनी चाहिए. जहां तक बसपा का सवाल है, तो इस पार्टी ने कभी किसी समाज का सिर झुकने नहीं दिया है. वह सर्वसमाज के हित एवं कल्याण के लिए पूरी ईमानदारी और निष्ठा से हर स्तर पर काम करती है. यही कारण है कि मुस्लिम समाज के लोगों को बसपा नेतृत्व पर ज्यादा भरोसा है.'
उन्होंने दावा किया कि मुसलमान चूंकि बसपा से जुड़ रहा है, इसलिए आजम खान मुसलमानों को कोस रहे हैं, जो अशोभनीय है.
मायावती ने कहा कि यही आजम खान की नाराजगी की वजह है. 'परंतु सपा नेता को अपने भविष्य से ज्यादा अपनी कौम की, सूबे की और मुल्क की फिक्र करनी चाहिए. जहां तक बसपा का सवाल है, तो इस पार्टी ने कभी किसी समाज का सिर झुकने नहीं दिया है. वह सर्वसमाज के हित एवं कल्याण के लिए पूरी ईमानदारी और निष्ठा से हर स्तर पर काम करती है. यही कारण है कि मुस्लिम समाज के लोगों को बसपा नेतृत्व पर ज्यादा भरोसा है.'
उन्होंने दावा किया कि मुसलमान चूंकि बसपा से जुड़ रहा है, इसलिए आजम खान मुसलमानों को कोस रहे हैं, जो अशोभनीय है.
उन्होंने दावा किया कि मुसलमान चूंकि बसपा से जुड़ रहा है, इसलिए आजम खान मुसलमानों को कोस रहे हैं, जो अशोभनीय है. |
अनन्या पांडेय से इस बॉलीवुड एक्टर ने फिल्म साइन करने का मांगा वादा, बोले- गीता पर हाथ रखकर कसम...देखें Video | अनन्या का वीडियो हुआ वायरल
संजय कपूर ने पोस्ट किया है वीडियो
अनन्या से संजय ने लिया ये वादा | अनन्या पांडेय (Ananya Panday) की डेब्यू फिल्म 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2 (Student of The Year 2)' रिलीज हो गई है औऱ फिल्म ने पहले तीन दिन में 37.50 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है. हालांकि फिल्म को लेकर अच्छे रिव्यू नहीं आ रहे हैं, लेकिन इस बीच बॉलीवुड एक्टर चंकी पांडेय (Chunky Pandey) की बिटिया अनन्या पांडेय (Ananya Panday) का एक दिलचस्प वीडियो वायरल हुआ है. इस वीडियो में अनन्या पांडेय (Ananya Panday) खाना खा रही हैं और अनिल कपूर (Anil Kapoor) तथा बोनी कपूर के छोटे संजय कपूर (Sanjay Kapoor) इस वीडियो को शूट कर रहे हैं और अनन्या पाडंये से बहुत ही दिलचस्प वादा ले रहे हैं.
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संजय कपूर अनन्या पांडेय (Ananya Panday) से वादा ले रहे हैं कि वे जब स्टार बन जाएंगी तो वे उनके साथ फिल्म करेंगी. इस डील में उनके मम्मी पापा चंकी पांडेय और भावना पांडेय का कोई दखल नहीं होगा. उनके मैनेजर्स का भी कोई लेना-देना नहीं होगा. यही नहीं, संजय कपूर अनन्या पांडेय से कहते हैं कि वे गीता पर हाथ रखकर कसम खाएं. इस तरह यह वीडियो बहुत ही दिलचस्प है.
हालांकि इस वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में संजय कपूर (Sanjay Kapor) ने उल्लेख किया है कि वीडियो तीन साल पुराना है. इस वीडियो को संजय कपूर ने न्यूयॉर्क में शूट किया था. इस वीडियो को संजय कपूर ने 'स्टूडेंट ऑफ द ईयर 2' के रिलीज के मौके पर इस वीडियो को डाला था, और अनन्या पांडेय (Ananya Panday) को शुभकामनाएं दी थीं. अनन्या पांडेय की अगली फिल्म कार्तिक आर्यन और भूमि पेडनेकर के साथ 'पति पत्नी और वो' है. |
फेसबुक ने नई सेवा ‘ग्राफ सर्च’ शुरू की | लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट ‘फेसबुक’ ने अपने उपभोक्ताओं के लिए नई सुविधा ‘ग्राफ सर्च’ पेश की है जिसकी मदद से उन्हें साइट पर लोगों, फोटो या खास स्थलों से जुड़ी सामग्री खोजने में आसानी होगी। | लोकप्रिय सोशल नेटवर्किंग साइट ‘फेसबुक’ ने अपने उपभोक्ताओं के लिए नई सुविधा ‘ग्राफ सर्च’ पेश की है जिसकी मदद से उन्हें साइट पर लोगों, फोटो या खास स्थलों से जुड़ी सामग्री खोजने में आसानी होगी।
‘ग्राफ सर्च’ का उपयोग ‘मेरे मित्रों के फोटो’ या ‘मेरे मां द्वारा डाले गए मेरे मित्रों के 1990 से पहले के फोटो’ जैसी सामग्री खोजने में किया जा सकेगा।
इस सेवा का अभी विकास किया जा रहा है और अभी केवल कुछ सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को इस सेवा का उपयोग किया। कुछ समय बाद यह सेवा संभवत: सभी उपभोक्ताओं तक पहुंचेगी।
अगर यह सेवा सफल रही तो यह चिरप्रतिद्वंद्वी गूगल की येल्प और वीडियो स्ट्रीमिंग साइट ‘नेटफिक्स’ जैसी रेटिंग्स सेवाओं को चुनौती देगी।टिप्पणियां
फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कैलीफोर्निया में मेंलो पार्क में कंपनी के नए मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘ग्राफ सर्च’ सेवा गूगल की वेब सर्च सेवाओं से अलग अनुभव देगी।
नई सेवा में शुरुआत में चार बिन्दुओं ‘लोग, स्थल, फोटो और रुचि’ के अनुसार सामग्री की खोज की जाएगी। यह खोज सोशल नेटवर्क पर खोजकर्ता से जुड़े लोगों की सामग्री में से होगी।
‘ग्राफ सर्च’ का उपयोग ‘मेरे मित्रों के फोटो’ या ‘मेरे मां द्वारा डाले गए मेरे मित्रों के 1990 से पहले के फोटो’ जैसी सामग्री खोजने में किया जा सकेगा।
इस सेवा का अभी विकास किया जा रहा है और अभी केवल कुछ सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को इस सेवा का उपयोग किया। कुछ समय बाद यह सेवा संभवत: सभी उपभोक्ताओं तक पहुंचेगी।
अगर यह सेवा सफल रही तो यह चिरप्रतिद्वंद्वी गूगल की येल्प और वीडियो स्ट्रीमिंग साइट ‘नेटफिक्स’ जैसी रेटिंग्स सेवाओं को चुनौती देगी।टिप्पणियां
फेसबुक के संस्थापक और सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कैलीफोर्निया में मेंलो पार्क में कंपनी के नए मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ‘ग्राफ सर्च’ सेवा गूगल की वेब सर्च सेवाओं से अलग अनुभव देगी।
नई सेवा में शुरुआत में चार बिन्दुओं ‘लोग, स्थल, फोटो और रुचि’ के अनुसार सामग्री की खोज की जाएगी। यह खोज सोशल नेटवर्क पर खोजकर्ता से जुड़े लोगों की सामग्री में से होगी।
इस सेवा का अभी विकास किया जा रहा है और अभी केवल कुछ सैकड़ों लोगों ने मंगलवार को इस सेवा का उपयोग किया। कुछ समय बाद यह सेवा संभवत: सभी उपभोक्ताओं तक पहुंचेगी।
अगर यह सेवा सफल रही तो यह चिरप्रतिद्वंद्वी गूगल की येल्प और वीडियो स्ट्रीमिंग साइट ‘नेटफिक्स’ जैसी रेटिंग्स सेवाओं को चुनौती देगी।टिप्पणियां
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अगर यह सेवा सफल रही तो यह चिरप्रतिद्वंद्वी गूगल की येल्प और वीडियो स्ट्रीमिंग साइट ‘नेटफिक्स’ जैसी रेटिंग्स सेवाओं को चुनौती देगी।टिप्पणियां
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नई सेवा में शुरुआत में चार बिन्दुओं ‘लोग, स्थल, फोटो और रुचि’ के अनुसार सामग्री की खोज की जाएगी। यह खोज सोशल नेटवर्क पर खोजकर्ता से जुड़े लोगों की सामग्री में से होगी।
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नई सेवा में शुरुआत में चार बिन्दुओं ‘लोग, स्थल, फोटो और रुचि’ के अनुसार सामग्री की खोज की जाएगी। यह खोज सोशल नेटवर्क पर खोजकर्ता से जुड़े लोगों की सामग्री में से होगी। |
FBI निदेशक जेम्स कोमी की बर्खास्तगी पर डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी अधिकारियों से कही ये बात | एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी की बर्खास्तगी पर बोले डोनाल्ड ट्रंप
ट्रंप ने रूसी अधिकारियों से बातचीत में कोमी की बर्खास्तगी को बताया सही
ट्रंप ने कहा, कोमी को बर्खास्त करने से कम हुआ दबाव | अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी अधिकारियों से ओवल हाउस में पिछले सप्ताह हुई मुलाकात में कहा कि एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी को बर्खास्त करने से उन पर से दबाव कम हुआ है क्योंकि वह ठीक इंसान नहीं थे. यह दावा एक मीडिया रिपोर्ट में किया गया है. टाइम्स ने खबर दी कि ट्रंप ने रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लैवरोव और अमेरिका में रूसी राजदूत से कहा कि उन्होंने एफबीआई निदेशक को अभी बर्खास्त किया है. वह वास्तव में ठीक व्यक्ति नहीं थे. अमेरिकी दैनिक के अनुसार यह जानकारी एवं अन्य अंश ट्रंप प्रशासन के अधिकारी ने संवाददाता के सामने बताए.
दैनिक समाचार पत्र ने ट्रंप के हवाले से कहा, 'मैं रूस की वजह से काफी दबाव में था. अब वह हट गया है, मैं अब जांच के दायरे में नहीं हूं.' व्हाइट हाउस ने नौ मई को ओवल कार्यालय में ट्रंप की रूसी अधिकारियों के साथ हुई वार्ता की प्रमाणिकता पर कोई टिप्पणी नहीं की.टिप्पणियां
इसके प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने 'न्यूयॉर्क टाइम्स' को दिए एक बयान में कहा कि कोमी ने राजनीतिक रूप से व्यवहार किया और सीरिया, यूक्रेन तथा इस्लामिक स्टेट के मामले पर राष्ट्रपति की रूस के साथ कूटनीति स्थापित करने की क्षमता पर अनावश्यक दबाव पैदा किया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दैनिक समाचार पत्र ने ट्रंप के हवाले से कहा, 'मैं रूस की वजह से काफी दबाव में था. अब वह हट गया है, मैं अब जांच के दायरे में नहीं हूं.' व्हाइट हाउस ने नौ मई को ओवल कार्यालय में ट्रंप की रूसी अधिकारियों के साथ हुई वार्ता की प्रमाणिकता पर कोई टिप्पणी नहीं की.टिप्पणियां
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इसके प्रेस सचिव सीन स्पाइसर ने 'न्यूयॉर्क टाइम्स' को दिए एक बयान में कहा कि कोमी ने राजनीतिक रूप से व्यवहार किया और सीरिया, यूक्रेन तथा इस्लामिक स्टेट के मामले पर राष्ट्रपति की रूस के साथ कूटनीति स्थापित करने की क्षमता पर अनावश्यक दबाव पैदा किया. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
पाकिस्तानी सैनिकों ने मेंढर सेक्टर में बरसाए मोर्टार, भारतीय सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया | पाकिस्तानी सैनिकों ने सुबह 9:15 पर की रिहायशी इलाके में फायरिंग
भारतीय चौकियों और रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाया
सर्जिकल स्ट्राइक के बाद संघर्ष विराम की 100 घटनाएं | पाकिस्तानी सैनिकों ने सोमवार को पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर भारतीय चौकियों और रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाते हुए मोर्टार से गोले बरसाए जिसका भारत के सुरक्षा बलों ने मुंहतोड़ जवाब दिया.
रक्षा प्रवक्ता ने बताया, "आज सुबह नौ बजकर 15 मिनट पर पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में बिना उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन किया." उनके मुताबिक पाकिस्तान ने भारतीय चौकियों और रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाते हुए स्वचलित हथियारों से गोलीबारी की और 120 मिमी तथा 82 मिमी के गोले दागे. सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों ने गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया. अंतिम खबर आने तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी थी.
कल यानी रविवार को पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के पुंछ सेक्टर और नियंत्रण रेखा के कृष्ण घाटी सेक्टर के जरिए घुसपैठ की दो कोशिशों को अंजाम देने के लिए गोलीबारी की आड़ दी थी. इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए थे और पांच अन्य घायल हो गए थे. घायलों में दो जवान, एक बीएसएफ का अधिकारी और दो महिलाएं शामिल हैं.
लक्षित हमलों के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक स्थित रिहाइशी इलाकों और भारतीय चौकियों पर निशाना साधते हुए संघर्ष विराम की लगभग 100 घटनाएं हो चुकी हैं.
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के नजदीक जम्मू-कश्मीर के पांच सेक्टरों में आम आबादी को निशाने पर लेते हुए पाकिस्तान की ओर से गोले दागे जाने की सबसे बड़ी घटना एक नवंबर को हुई थी जिसमें दो बच्चों और चार महिलाओं समेत आठ लोग मारे गए थे जबकि 22 अन्य घायल हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की 14 चौकियों को तबाह कर दिया था और दो पाक सौनिकों को मार गिराया था. जम्मू इलाके में सीमापार से जारी भारी गोलीबारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर स्थित 400 स्कूलों को बंद करवा दिया है.टिप्पणियां
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा गोलीबारी किए जाने और गोले दागे जाने के कारण अब तक 12 आम नागरिकों समेत कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 83 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
रक्षा प्रवक्ता ने बताया, "आज सुबह नौ बजकर 15 मिनट पर पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले के मेंढर सेक्टर में बिना उकसावे के संघर्ष विराम का उल्लंघन किया." उनके मुताबिक पाकिस्तान ने भारतीय चौकियों और रिहाइशी इलाकों को निशाना बनाते हुए स्वचलित हथियारों से गोलीबारी की और 120 मिमी तथा 82 मिमी के गोले दागे. सीमा की सुरक्षा में तैनात जवानों ने गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया. अंतिम खबर आने तक दोनों ओर से गोलीबारी जारी थी.
कल यानी रविवार को पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के पुंछ सेक्टर और नियंत्रण रेखा के कृष्ण घाटी सेक्टर के जरिए घुसपैठ की दो कोशिशों को अंजाम देने के लिए गोलीबारी की आड़ दी थी. इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए थे और पांच अन्य घायल हो गए थे. घायलों में दो जवान, एक बीएसएफ का अधिकारी और दो महिलाएं शामिल हैं.
लक्षित हमलों के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक स्थित रिहाइशी इलाकों और भारतीय चौकियों पर निशाना साधते हुए संघर्ष विराम की लगभग 100 घटनाएं हो चुकी हैं.
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के नजदीक जम्मू-कश्मीर के पांच सेक्टरों में आम आबादी को निशाने पर लेते हुए पाकिस्तान की ओर से गोले दागे जाने की सबसे बड़ी घटना एक नवंबर को हुई थी जिसमें दो बच्चों और चार महिलाओं समेत आठ लोग मारे गए थे जबकि 22 अन्य घायल हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की 14 चौकियों को तबाह कर दिया था और दो पाक सौनिकों को मार गिराया था. जम्मू इलाके में सीमापार से जारी भारी गोलीबारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर स्थित 400 स्कूलों को बंद करवा दिया है.टिप्पणियां
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा गोलीबारी किए जाने और गोले दागे जाने के कारण अब तक 12 आम नागरिकों समेत कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 83 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कल यानी रविवार को पाकिस्तानी सेना ने पुंछ जिले के पुंछ सेक्टर और नियंत्रण रेखा के कृष्ण घाटी सेक्टर के जरिए घुसपैठ की दो कोशिशों को अंजाम देने के लिए गोलीबारी की आड़ दी थी. इसमें सेना के दो जवान शहीद हो गए थे और पांच अन्य घायल हो गए थे. घायलों में दो जवान, एक बीएसएफ का अधिकारी और दो महिलाएं शामिल हैं.
लक्षित हमलों के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक स्थित रिहाइशी इलाकों और भारतीय चौकियों पर निशाना साधते हुए संघर्ष विराम की लगभग 100 घटनाएं हो चुकी हैं.
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के नजदीक जम्मू-कश्मीर के पांच सेक्टरों में आम आबादी को निशाने पर लेते हुए पाकिस्तान की ओर से गोले दागे जाने की सबसे बड़ी घटना एक नवंबर को हुई थी जिसमें दो बच्चों और चार महिलाओं समेत आठ लोग मारे गए थे जबकि 22 अन्य घायल हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की 14 चौकियों को तबाह कर दिया था और दो पाक सौनिकों को मार गिराया था. जम्मू इलाके में सीमापार से जारी भारी गोलीबारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर स्थित 400 स्कूलों को बंद करवा दिया है.टिप्पणियां
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा गोलीबारी किए जाने और गोले दागे जाने के कारण अब तक 12 आम नागरिकों समेत कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 83 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
लक्षित हमलों के बाद से जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के नजदीक स्थित रिहाइशी इलाकों और भारतीय चौकियों पर निशाना साधते हुए संघर्ष विराम की लगभग 100 घटनाएं हो चुकी हैं.
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के नजदीक जम्मू-कश्मीर के पांच सेक्टरों में आम आबादी को निशाने पर लेते हुए पाकिस्तान की ओर से गोले दागे जाने की सबसे बड़ी घटना एक नवंबर को हुई थी जिसमें दो बच्चों और चार महिलाओं समेत आठ लोग मारे गए थे जबकि 22 अन्य घायल हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की 14 चौकियों को तबाह कर दिया था और दो पाक सौनिकों को मार गिराया था. जम्मू इलाके में सीमापार से जारी भारी गोलीबारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर स्थित 400 स्कूलों को बंद करवा दिया है.टिप्पणियां
जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा गोलीबारी किए जाने और गोले दागे जाने के कारण अब तक 12 आम नागरिकों समेत कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 83 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा के नजदीक जम्मू-कश्मीर के पांच सेक्टरों में आम आबादी को निशाने पर लेते हुए पाकिस्तान की ओर से गोले दागे जाने की सबसे बड़ी घटना एक नवंबर को हुई थी जिसमें दो बच्चों और चार महिलाओं समेत आठ लोग मारे गए थे जबकि 22 अन्य घायल हो गए थे. जवाबी कार्रवाई में भारतीय जवानों ने पाकिस्तान की 14 चौकियों को तबाह कर दिया था और दो पाक सौनिकों को मार गिराया था. जम्मू इलाके में सीमापार से जारी भारी गोलीबारी के मद्देनजर राज्य सरकार ने अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर स्थित 400 स्कूलों को बंद करवा दिया है.टिप्पणियां
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जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा गोलीबारी किए जाने और गोले दागे जाने के कारण अब तक 12 आम नागरिकों समेत कुल 18 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 83 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं.(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) |
विनोद खन्ना को दादा साहेब फाल्के अवार्ड, पिछले साल लंबी बीमारी के चलते हुआ था निधन | विनोद खन्ना को दादा साहेब फाल्के अवार्ड
मरणोपरांत मिला यह पुरस्कार
बीमारी के चलते हुआ था निधन | Dada Saheb Phalke Award has been conferred to veteran actor Vinod Khanna #NationalFilmAwardspic.twitter.com/xC9SsLFDpZ |
सिद्धू के बचाव में आए कांग्रेस के बी के हरिप्रसाद, कहा- 'चौकीदार का कुत्ता भी चोर' वाले बयान में कुछ गलत नहीं | कांग्रेस नेता हरिप्रसाद ने कहा कि बयान में कुछ गलत नहीं
कुछ दिन पहले ही दिया था सिद्धू ने यह बयान
बीजेपी ने किया था बयान का विरोध | B K Hariprasad, Congress on Navjot Singh Sidhu's "Chowkidaar's dog is also a thief" remark: Ppl made Modi PM, he couldn't digest it so called himself Pradhan Sevak, he then started calling himself Pradhan Chowkidaar. A theft has happened under his nose, what wrong did Sidhu say? pic.twitter.com/Jq0ANxhUUc |