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तेंदुलकर को दबावमुक्त रखने की कोशिश रहेगी : धोनी
धोनी ने कहा कि 19 फरवरी से दो अप्रैल तक आयोजित होने वाले विश्व कप के दौरान टीम इंडिया सचिन तेंदुलकर को दबावमुक्त करने की कोशिश करेगी।
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि उपमहाद्वीप में 19 फरवरी से दो अप्रैल तक आयोजित होने वाले विश्व कप के दौरान टीम इंडिया मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को दबाव मुक्त करने की कोशिश करेगी। धोनी ने शुक्रवार को कहा, "37 वर्षीय तेंदुलकर अपना छठा विश्व कप खेलेंगे। टीम के खिलाड़ी विश्व कप की ट्रॉफी जीतकर तेंदुलकर को तोहफा देना चाहते हैं।" धोनी ने कहा, "तेंदुलकर के बारे में यह धारणा बन चुकी है कि यह उनका अंतिम विश्व कप है लेकिन हमें लगता है कि वह अगला विश्व कप भी खेल सकते हैं। धोनी ने ट्वेंटी-20 झारखण्ड प्रीमियर लीग (जेपीएल) के उद्घाटन के अवसर पर यह बात कही। धोनी ने संवाददाताओं से कहा, "यह समय सचिन पर दबाव बनाने का नहीं है। टीम के सभी खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने की कोशिश करेंगे ताकि एक खिलाड़ी के ऊपर दबाव न हो।" धोनी का कहना है कि विश्व कप के लिए भारतीय टीम के क्षेत्ररक्षण में अभी सुधार की गुंजाइश है। विश्व कप में भारत को द. अफ्रीका, इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के साथ ग्रुप बी में रखा गया है। भारत अपने अभियान की शुरुआत 19 फरवरी को बांग्लादेश के साथ खेले जाने वाले मुकाबले से करेगा।
द्वीप मुद्दे पर चीन की जापान को चेतावनी
जापान ने मंगलवार को कहा था कि वह विवादित द्वीप समूह पर सरकारी कर्मचारियों की तैनाती पर विचार कर रहा है। इसके बाद चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है। इस द्वीप समूह को जापान में सेंकाकू द्वीप समूह और चीन में दियाओयू द्वीप समूह के नाम से जाना जाता है।
चीन ने बुधवार को जापान पर चीन की संप्रभुता को लेकर उकसावे वाली कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि जापान को इसके परिणाम भुगतने होंगे। जापान ने मंगलवार को कहा था कि वह विवादित द्वीप समूह पर सरकारी कर्मचारियों की तैनाती पर विचार कर रहा है। इसके बाद चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है। इस द्वीप समूह को जापान में सेंकाकू द्वीप समूह और चीन में दियाओयू द्वीप समूह के नाम से जाना जाता है। ग्लोबल टाइम्स अखबार के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग ली ने कहा, "चीन की सरकार की देश की क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करने का अडिग संकल्प और प्रतिबद्धता है। चीन अपनी संप्रभुता के बारे में किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेगा।"टिप्पणियां हांग ने कहा कि जापानी पक्ष लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रहा है और उसे इसके परिणाम के लिए भी तैयार रहना चाहिए। इस द्वीप समूह के चारों ओर जापान द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चुस्त किए जाने के बाद से दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया है। जापान ने मंगलवार को कहा था कि वह विवादित द्वीप समूह पर सरकारी कर्मचारियों की तैनाती पर विचार कर रहा है। इसके बाद चीन की प्रतिक्रिया सामने आई है। इस द्वीप समूह को जापान में सेंकाकू द्वीप समूह और चीन में दियाओयू द्वीप समूह के नाम से जाना जाता है। ग्लोबल टाइम्स अखबार के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग ली ने कहा, "चीन की सरकार की देश की क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करने का अडिग संकल्प और प्रतिबद्धता है। चीन अपनी संप्रभुता के बारे में किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेगा।"टिप्पणियां हांग ने कहा कि जापानी पक्ष लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रहा है और उसे इसके परिणाम के लिए भी तैयार रहना चाहिए। इस द्वीप समूह के चारों ओर जापान द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चुस्त किए जाने के बाद से दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया है। ग्लोबल टाइम्स अखबार के अनुसार चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता हांग ली ने कहा, "चीन की सरकार की देश की क्षेत्रीय संप्रभुता की रक्षा करने का अडिग संकल्प और प्रतिबद्धता है। चीन अपनी संप्रभुता के बारे में किसी भी उकसावे को बर्दाश्त नहीं करेगा।"टिप्पणियां हांग ने कहा कि जापानी पक्ष लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रहा है और उसे इसके परिणाम के लिए भी तैयार रहना चाहिए। इस द्वीप समूह के चारों ओर जापान द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चुस्त किए जाने के बाद से दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया है। हांग ने कहा कि जापानी पक्ष लगातार उकसावे की कार्रवाई कर रहा है और उसे इसके परिणाम के लिए भी तैयार रहना चाहिए। इस द्वीप समूह के चारों ओर जापान द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चुस्त किए जाने के बाद से दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया है। इस द्वीप समूह के चारों ओर जापान द्वारा सुरक्षा व्यवस्था चुस्त किए जाने के बाद से दोनों पक्षों में तनाव बढ़ गया है।
किरण बेदी ने पीएम को बनाया निशाना, खुर्शीद ने दी चेतावनी
टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने महाभारत का हवाला देते हुए कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितता के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को निशाना बनाया।
टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने महाभारत के धृतराष्ट्र का जिक्र कर कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितता पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को निशाना बनाया, वहीं कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद ने इसकी आलोचना करते हुए कहा कि ऐसे व्यक्गित आक्षेपों से कोई फायदा नहीं होगा। इधर, वाकयुद्ध में कूदते हुए बीजेपी ने कहा कि यूपीए सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग सही है, क्योंकि दागियों की पहुंच मनमोहन सिंह तक हो गई है, हालांकि वह ईमानदार नेता हैं। बेदी ने ट्विटर पर लिखा, पीएमओ ने प्रधानमंत्री को दोष मुक्त कर दिया। क्या महाभारत में धृतराष्ट्र ने कौरवों का समर्थन नहीं किया था, जब द्रौपदी की चीरहरण का प्रयास किया गया। भारतीय जीन, संस्कृति? उन्होंने कहा कि टीम अन्ना का ध्यान केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी पर है, क्योंकि वहीं प्रभावशाली कानून बना सकती है, विपक्ष नहीं। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब प्रधानमंत्री कार्यालय ने अन्ना हजारे को पत्र लिखकर उनकी (टीम अन्ना) उस मांग को खारिज कर दिया, जिसमें सिंह और 14 मंत्रिमंडल सहयोगियों के खिलाफ कथित अनियमितता की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी( गठित किए जाने की मांग की गई थी। वहीं, बेदी के ट्विटर पर लिखे बयान पर प्रतिकिया व्यक्त करते हुए कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि वे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को निजी अभियान का रूप दे रहे हैं। उन्होंने आगाह किया कि देश उन्हें समय आने पर उचित उत्तर देगा। उनकी टिप्पणी आज टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी द्वारा कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलने के लिए महाभारत का हवाला दिए जाने के बाद आई। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि अन्ना हजारे विदेशी शक्तियों के समर्थन वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों से घिरे हैं। खुर्शीद ने कहा कि समाज के सदस्यों को पहले अपने द्वारा की गई अनियमितताओं से संबंधित सवालों का जवाब देना चाहिए।टिप्पणियां कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने और उनके खिलाफ मुकदमों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें स्थापित किए जाने की टीम अन्ना की मांगें खारिज किए जाने के बाद सरकार और टीम अन्ना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि टीम अन्ना के सदस्य हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत मददगार या बहुत अच्छे रहे हैं। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा। इधर, वाकयुद्ध में कूदते हुए बीजेपी ने कहा कि यूपीए सरकार के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग सही है, क्योंकि दागियों की पहुंच मनमोहन सिंह तक हो गई है, हालांकि वह ईमानदार नेता हैं। बेदी ने ट्विटर पर लिखा, पीएमओ ने प्रधानमंत्री को दोष मुक्त कर दिया। क्या महाभारत में धृतराष्ट्र ने कौरवों का समर्थन नहीं किया था, जब द्रौपदी की चीरहरण का प्रयास किया गया। भारतीय जीन, संस्कृति? उन्होंने कहा कि टीम अन्ना का ध्यान केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी पर है, क्योंकि वहीं प्रभावशाली कानून बना सकती है, विपक्ष नहीं। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब प्रधानमंत्री कार्यालय ने अन्ना हजारे को पत्र लिखकर उनकी (टीम अन्ना) उस मांग को खारिज कर दिया, जिसमें सिंह और 14 मंत्रिमंडल सहयोगियों के खिलाफ कथित अनियमितता की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी( गठित किए जाने की मांग की गई थी। वहीं, बेदी के ट्विटर पर लिखे बयान पर प्रतिकिया व्यक्त करते हुए कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि वे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को निजी अभियान का रूप दे रहे हैं। उन्होंने आगाह किया कि देश उन्हें समय आने पर उचित उत्तर देगा। उनकी टिप्पणी आज टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी द्वारा कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलने के लिए महाभारत का हवाला दिए जाने के बाद आई। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि अन्ना हजारे विदेशी शक्तियों के समर्थन वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों से घिरे हैं। खुर्शीद ने कहा कि समाज के सदस्यों को पहले अपने द्वारा की गई अनियमितताओं से संबंधित सवालों का जवाब देना चाहिए।टिप्पणियां कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने और उनके खिलाफ मुकदमों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें स्थापित किए जाने की टीम अन्ना की मांगें खारिज किए जाने के बाद सरकार और टीम अन्ना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि टीम अन्ना के सदस्य हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत मददगार या बहुत अच्छे रहे हैं। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा। बेदी ने ट्विटर पर लिखा, पीएमओ ने प्रधानमंत्री को दोष मुक्त कर दिया। क्या महाभारत में धृतराष्ट्र ने कौरवों का समर्थन नहीं किया था, जब द्रौपदी की चीरहरण का प्रयास किया गया। भारतीय जीन, संस्कृति? उन्होंने कहा कि टीम अन्ना का ध्यान केंद्र में सत्तारूढ़ पार्टी पर है, क्योंकि वहीं प्रभावशाली कानून बना सकती है, विपक्ष नहीं। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब प्रधानमंत्री कार्यालय ने अन्ना हजारे को पत्र लिखकर उनकी (टीम अन्ना) उस मांग को खारिज कर दिया, जिसमें सिंह और 14 मंत्रिमंडल सहयोगियों के खिलाफ कथित अनियमितता की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी( गठित किए जाने की मांग की गई थी। वहीं, बेदी के ट्विटर पर लिखे बयान पर प्रतिकिया व्यक्त करते हुए कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि वे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को निजी अभियान का रूप दे रहे हैं। उन्होंने आगाह किया कि देश उन्हें समय आने पर उचित उत्तर देगा। उनकी टिप्पणी आज टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी द्वारा कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलने के लिए महाभारत का हवाला दिए जाने के बाद आई। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि अन्ना हजारे विदेशी शक्तियों के समर्थन वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों से घिरे हैं। खुर्शीद ने कहा कि समाज के सदस्यों को पहले अपने द्वारा की गई अनियमितताओं से संबंधित सवालों का जवाब देना चाहिए।टिप्पणियां कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने और उनके खिलाफ मुकदमों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें स्थापित किए जाने की टीम अन्ना की मांगें खारिज किए जाने के बाद सरकार और टीम अन्ना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि टीम अन्ना के सदस्य हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत मददगार या बहुत अच्छे रहे हैं। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा। उनकी यह टिप्पणी ऐसे समय आई है, जब प्रधानमंत्री कार्यालय ने अन्ना हजारे को पत्र लिखकर उनकी (टीम अन्ना) उस मांग को खारिज कर दिया, जिसमें सिंह और 14 मंत्रिमंडल सहयोगियों के खिलाफ कथित अनियमितता की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी( गठित किए जाने की मांग की गई थी। वहीं, बेदी के ट्विटर पर लिखे बयान पर प्रतिकिया व्यक्त करते हुए कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि वे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को निजी अभियान का रूप दे रहे हैं। उन्होंने आगाह किया कि देश उन्हें समय आने पर उचित उत्तर देगा। उनकी टिप्पणी आज टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी द्वारा कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलने के लिए महाभारत का हवाला दिए जाने के बाद आई। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि अन्ना हजारे विदेशी शक्तियों के समर्थन वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों से घिरे हैं। खुर्शीद ने कहा कि समाज के सदस्यों को पहले अपने द्वारा की गई अनियमितताओं से संबंधित सवालों का जवाब देना चाहिए।टिप्पणियां कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने और उनके खिलाफ मुकदमों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें स्थापित किए जाने की टीम अन्ना की मांगें खारिज किए जाने के बाद सरकार और टीम अन्ना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि टीम अन्ना के सदस्य हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत मददगार या बहुत अच्छे रहे हैं। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा। वहीं, बेदी के ट्विटर पर लिखे बयान पर प्रतिकिया व्यक्त करते हुए कानूनमंत्री सलमान खुर्शीद ने कहा कि वे भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन को निजी अभियान का रूप दे रहे हैं। उन्होंने आगाह किया कि देश उन्हें समय आने पर उचित उत्तर देगा। उनकी टिप्पणी आज टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी द्वारा कोयला ब्लॉक आवंटन में कथित अनियमितताओं के मामले में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर हमला बोलने के लिए महाभारत का हवाला दिए जाने के बाद आई। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि अन्ना हजारे विदेशी शक्तियों के समर्थन वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों से घिरे हैं। खुर्शीद ने कहा कि समाज के सदस्यों को पहले अपने द्वारा की गई अनियमितताओं से संबंधित सवालों का जवाब देना चाहिए।टिप्पणियां कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने और उनके खिलाफ मुकदमों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें स्थापित किए जाने की टीम अन्ना की मांगें खारिज किए जाने के बाद सरकार और टीम अन्ना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि टीम अन्ना के सदस्य हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत मददगार या बहुत अच्छे रहे हैं। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा। इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री वी नारायणसामी ने शनिवार को यह आरोप लगाया था कि अन्ना हजारे विदेशी शक्तियों के समर्थन वाले राष्ट्र विरोधी तत्वों से घिरे हैं। खुर्शीद ने कहा कि समाज के सदस्यों को पहले अपने द्वारा की गई अनियमितताओं से संबंधित सवालों का जवाब देना चाहिए।टिप्पणियां कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने और उनके खिलाफ मुकदमों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें स्थापित किए जाने की टीम अन्ना की मांगें खारिज किए जाने के बाद सरकार और टीम अन्ना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि टीम अन्ना के सदस्य हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत मददगार या बहुत अच्छे रहे हैं। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा। कैबिनेट मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए विशेष जांच दल गठित किए जाने और उनके खिलाफ मुकदमों की सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक अदालतें स्थापित किए जाने की टीम अन्ना की मांगें खारिज किए जाने के बाद सरकार और टीम अन्ना के बीच वाकयुद्ध तेज हो गया है। टीम अन्ना पर हमला बोलते हुए खुर्शीद ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि टीम अन्ना के सदस्य हमारे देश के लोकतंत्र के लिए बहुत मददगार या बहुत अच्छे रहे हैं। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा। खुर्शीद ने कहा, हमें लगता था कि उन्होंने एक अच्छे विचार के साथ शुरुआत की है। भ्रष्टाचार को रोकना और भ्रष्टाचार के बारे में सवाल उठाना एक अच्छा विचार है। लेकिन आज वे इसे निजी अभियान और निजी महत्वाकांक्षा में बदलकर इस विचार को बड़ा नुकसान पहुंचा रहे हैं। मैं पूरे विश्वास के साथ कहता हूं कि समय आने पर देश उन्हें मुनासिब जवाब देगा।
उत्तराखंड : एक परांठा के वसूले 250 रुपये, 200 रुपये में पानी की बोतल
उत्तराखंड में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जहां कुछ लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआएं की जा रही हैं, वहीं प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे लोगों के प्रति मानव उदासीनता की शर्मनाक खबरें भी सामने आ रही हैं।
उत्तराखंड में बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए जहां कुछ लोग पूरी कोशिश कर रहे हैं और उनकी रक्षा के लिए दुआएं की जा रही हैं, वहीं प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहे लोगों के प्रति मानव उदासीनता की शर्मनाक खबरें भी सामने आ रही हैं। बाढ के कारण फंसे लोगों को एक परांठे के लिए 250 रुपये और चिप्स के एक छोटे से पैकेट के लिए 100 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। बाढ़ पीड़ित देहरादून निवासी 56-वर्षीय मनोहर लाल मौर्य ने कहा, मुझे एक छोटी कटोरी चावल के लिए 40 रुपये देने पड़े। यहां कहीं भी भोजन उपलब्ध नहीं है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है। बाढ के कारण फंसे लोगों को एक परांठे के लिए 250 रुपये और चिप्स के एक छोटे से पैकेट के लिए 100 रुपये तक देने पड़ रहे हैं। बाढ़ पीड़ित देहरादून निवासी 56-वर्षीय मनोहर लाल मौर्य ने कहा, मुझे एक छोटी कटोरी चावल के लिए 40 रुपये देने पड़े। यहां कहीं भी भोजन उपलब्ध नहीं है।टिप्पणियां उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है। उत्तर प्रदेश के अमित गुप्ता के संबंधी गौमुख में फंसे हुए हैं। अमित ने अपने संबंधियों से बात करने के बाद बताया कि उनके संबंधियों को चिप्स के दो छोटे पैकेट और पानी की दो बोतलों के लिए 400 रुपए देने पड़े। बाढ में फंसे अधिकतर लोगों के पास अधिक धन और सामान नहीं हैं और उनके लिए भोजन और पानी खरीदना बहुत मुश्किल हो गया है। बाढ़ में फंसे एक सिख पर्यटक ने कहा कि कुछ लोग उनकी बेबसी का फायदा उठा रहे हैं। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है। पर्यटक ने कहा, टैक्सी चालक पहले जहां जाने के लिए 1000 रुपये लेते थे, अब वहां जाने के लिए 3,000 से 4,000 रुपये देने पड़ रहे हैं। हमारा पूरा पैसा खर्च हो गया है। हम असहाय हैं। रेलवे स्टेशन पर इंतजार कर रहे एक अन्य पर्यटक ने कहा, दुकानदार 250 रुपये में एक परांठा और 200 रुपये में पानी की बोतल बेच रहे हैं। यह बहुत शर्मनाक बात है।
राहुल को पीएम पद का प्रत्याशी घोषित करने का सही समय : कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा, "मुझे लगता है, चुनाव जब होने हैं, तभी होंगे, अपने निर्धारित समय पर... आज जो स्थिति है, उसमें कोई संभावना नहीं है..."
संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) की केंद्र सरकार के दूसरे कार्यकाल में चार साल पूरे होने पर सरकार के संकटमोचक और वरिष्ठ कांग्रेस नेता कमलनाथ ने सुझाया है कि यह पार्टी के मौजूदा उपाध्यक्ष राहुल गांधी को वर्ष 2014 में होने जा रहे आम चुनावों के लिए प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित करने के लिए सही वक्त है। एनडीटीवी से बातचीत के दौरान केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने इस संभावना को पूरी तरह नकार दिया कि लोकसभा चुनाव वर्ष 2014 के मध्य में निर्धारित समय से पहले ही हो जाएंगे। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है, चुनाव जब होने हैं, तभी होंगे, अपने निर्धारित समय पर... आज जो स्थिति है, उसमें कोई संभावना नहीं है..." कांग्रेस में नंबर दो की हैसियत रखने वाले राहुल गांधी के बारे में कमलनाथ ने कहा, "वह (राहुल) पूरी तरह राजनीति में रम चुके हैं... उनके पास कांग्रेस में भी उपाध्यक्ष के रूप में काम करने का अनुभव है, और अब उन्हें कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया जाना चाहिए... (मौजूदा प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह अपने 10 साल पूरे कर चुके हैं..." हालांकि कांग्रेस में लम्बे समय से 43-वर्षीय राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किए जाने की मांग जारी है, लेकिन एक ओर तो पार्टी ने अभी तक ऐसा नहीं किया है, और दूसरी ओर, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह भी कई बार ऐसे संकेत दे चुके हैं, कि वह स्वयं प्रधानमंत्री के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं। उधर, यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के चार पूरे होने पर जहां सरकार उपलब्धियां गिनाने में जुटी है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार के कामकाज पर जमकर सवाल उठाए, और कहा, सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार को चार साल पूरे करने का जश्न मनाने का हक नहीं है, और कायदे से उसे देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, और आत्मचिंतन करना चाहिए।टिप्पणियां इस बीच, राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की उपलब्धि बस इतनी है कि उसने चार साल पूरे कर लिए। वैसे उसे यह उपलब्धि भी इसलिए हासिल हुई, क्योंकि सरकार ने सीबीआई का जमकर दुरुपयोग किया। अगर सरकार ऐसा (सीबीआई का दुरुपयोग) नहीं करती तो समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उसे हमेशा नहीं बचाते रहते। इस मौके पर बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा। सुषमा ने कहा कि मनमोहन सिंह न नेता बन पाए, न प्रधानमंत्री, जबकि अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री का ओहदा मजाक का पात्र बनकर रह गया है। दरअसल, बीजेपी आरोप लगाती रही है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के बावजूद सभी तरह के निर्णय यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए जाते हैं। एनडीटीवी से बातचीत के दौरान केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने इस संभावना को पूरी तरह नकार दिया कि लोकसभा चुनाव वर्ष 2014 के मध्य में निर्धारित समय से पहले ही हो जाएंगे। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है, चुनाव जब होने हैं, तभी होंगे, अपने निर्धारित समय पर... आज जो स्थिति है, उसमें कोई संभावना नहीं है..." कांग्रेस में नंबर दो की हैसियत रखने वाले राहुल गांधी के बारे में कमलनाथ ने कहा, "वह (राहुल) पूरी तरह राजनीति में रम चुके हैं... उनके पास कांग्रेस में भी उपाध्यक्ष के रूप में काम करने का अनुभव है, और अब उन्हें कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया जाना चाहिए... (मौजूदा प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह अपने 10 साल पूरे कर चुके हैं..." हालांकि कांग्रेस में लम्बे समय से 43-वर्षीय राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किए जाने की मांग जारी है, लेकिन एक ओर तो पार्टी ने अभी तक ऐसा नहीं किया है, और दूसरी ओर, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह भी कई बार ऐसे संकेत दे चुके हैं, कि वह स्वयं प्रधानमंत्री के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं। उधर, यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के चार पूरे होने पर जहां सरकार उपलब्धियां गिनाने में जुटी है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार के कामकाज पर जमकर सवाल उठाए, और कहा, सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार को चार साल पूरे करने का जश्न मनाने का हक नहीं है, और कायदे से उसे देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, और आत्मचिंतन करना चाहिए।टिप्पणियां इस बीच, राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की उपलब्धि बस इतनी है कि उसने चार साल पूरे कर लिए। वैसे उसे यह उपलब्धि भी इसलिए हासिल हुई, क्योंकि सरकार ने सीबीआई का जमकर दुरुपयोग किया। अगर सरकार ऐसा (सीबीआई का दुरुपयोग) नहीं करती तो समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उसे हमेशा नहीं बचाते रहते। इस मौके पर बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा। सुषमा ने कहा कि मनमोहन सिंह न नेता बन पाए, न प्रधानमंत्री, जबकि अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री का ओहदा मजाक का पात्र बनकर रह गया है। दरअसल, बीजेपी आरोप लगाती रही है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के बावजूद सभी तरह के निर्णय यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए जाते हैं। कांग्रेस में नंबर दो की हैसियत रखने वाले राहुल गांधी के बारे में कमलनाथ ने कहा, "वह (राहुल) पूरी तरह राजनीति में रम चुके हैं... उनके पास कांग्रेस में भी उपाध्यक्ष के रूप में काम करने का अनुभव है, और अब उन्हें कांग्रेस की ओर से प्रधानमंत्री पद का प्रत्याशी घोषित कर दिया जाना चाहिए... (मौजूदा प्रधानमंत्री) मनमोहन सिंह अपने 10 साल पूरे कर चुके हैं..." हालांकि कांग्रेस में लम्बे समय से 43-वर्षीय राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किए जाने की मांग जारी है, लेकिन एक ओर तो पार्टी ने अभी तक ऐसा नहीं किया है, और दूसरी ओर, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह भी कई बार ऐसे संकेत दे चुके हैं, कि वह स्वयं प्रधानमंत्री के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं। उधर, यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के चार पूरे होने पर जहां सरकार उपलब्धियां गिनाने में जुटी है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार के कामकाज पर जमकर सवाल उठाए, और कहा, सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार को चार साल पूरे करने का जश्न मनाने का हक नहीं है, और कायदे से उसे देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, और आत्मचिंतन करना चाहिए।टिप्पणियां इस बीच, राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की उपलब्धि बस इतनी है कि उसने चार साल पूरे कर लिए। वैसे उसे यह उपलब्धि भी इसलिए हासिल हुई, क्योंकि सरकार ने सीबीआई का जमकर दुरुपयोग किया। अगर सरकार ऐसा (सीबीआई का दुरुपयोग) नहीं करती तो समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उसे हमेशा नहीं बचाते रहते। इस मौके पर बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा। सुषमा ने कहा कि मनमोहन सिंह न नेता बन पाए, न प्रधानमंत्री, जबकि अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री का ओहदा मजाक का पात्र बनकर रह गया है। दरअसल, बीजेपी आरोप लगाती रही है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के बावजूद सभी तरह के निर्णय यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए जाते हैं। हालांकि कांग्रेस में लम्बे समय से 43-वर्षीय राहुल गांधी को प्रधानमंत्री के रूप में प्रोजेक्ट किए जाने की मांग जारी है, लेकिन एक ओर तो पार्टी ने अभी तक ऐसा नहीं किया है, और दूसरी ओर, प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह भी कई बार ऐसे संकेत दे चुके हैं, कि वह स्वयं प्रधानमंत्री के रूप में तीसरे कार्यकाल के लिए तैयार हैं। उधर, यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के चार पूरे होने पर जहां सरकार उपलब्धियां गिनाने में जुटी है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार के कामकाज पर जमकर सवाल उठाए, और कहा, सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार को चार साल पूरे करने का जश्न मनाने का हक नहीं है, और कायदे से उसे देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, और आत्मचिंतन करना चाहिए।टिप्पणियां इस बीच, राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की उपलब्धि बस इतनी है कि उसने चार साल पूरे कर लिए। वैसे उसे यह उपलब्धि भी इसलिए हासिल हुई, क्योंकि सरकार ने सीबीआई का जमकर दुरुपयोग किया। अगर सरकार ऐसा (सीबीआई का दुरुपयोग) नहीं करती तो समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उसे हमेशा नहीं बचाते रहते। इस मौके पर बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा। सुषमा ने कहा कि मनमोहन सिंह न नेता बन पाए, न प्रधानमंत्री, जबकि अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री का ओहदा मजाक का पात्र बनकर रह गया है। दरअसल, बीजेपी आरोप लगाती रही है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के बावजूद सभी तरह के निर्णय यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए जाते हैं। उधर, यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के चार पूरे होने पर जहां सरकार उपलब्धियां गिनाने में जुटी है, वहीं प्रमुख विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने सरकार के कामकाज पर जमकर सवाल उठाए, और कहा, सरकार हर मोर्चे पर पूरी तरह नाकाम रही है। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष सुषमा स्वराज ने कहा कि सरकार को चार साल पूरे करने का जश्न मनाने का हक नहीं है, और कायदे से उसे देश के लोगों से माफी मांगनी चाहिए, और आत्मचिंतन करना चाहिए।टिप्पणियां इस बीच, राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की उपलब्धि बस इतनी है कि उसने चार साल पूरे कर लिए। वैसे उसे यह उपलब्धि भी इसलिए हासिल हुई, क्योंकि सरकार ने सीबीआई का जमकर दुरुपयोग किया। अगर सरकार ऐसा (सीबीआई का दुरुपयोग) नहीं करती तो समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उसे हमेशा नहीं बचाते रहते। इस मौके पर बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा। सुषमा ने कहा कि मनमोहन सिंह न नेता बन पाए, न प्रधानमंत्री, जबकि अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री का ओहदा मजाक का पात्र बनकर रह गया है। दरअसल, बीजेपी आरोप लगाती रही है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के बावजूद सभी तरह के निर्णय यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए जाते हैं। इस बीच, राज्यसभा में पार्टी के नेता अरुण जेटली ने कहा कि सरकार की उपलब्धि बस इतनी है कि उसने चार साल पूरे कर लिए। वैसे उसे यह उपलब्धि भी इसलिए हासिल हुई, क्योंकि सरकार ने सीबीआई का जमकर दुरुपयोग किया। अगर सरकार ऐसा (सीबीआई का दुरुपयोग) नहीं करती तो समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) उसे हमेशा नहीं बचाते रहते। इस मौके पर बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा। सुषमा ने कहा कि मनमोहन सिंह न नेता बन पाए, न प्रधानमंत्री, जबकि अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री का ओहदा मजाक का पात्र बनकर रह गया है। दरअसल, बीजेपी आरोप लगाती रही है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के बावजूद सभी तरह के निर्णय यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए जाते हैं। इस मौके पर बीजेपी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने प्रधानमंत्री पर भी निशाना साधा। सुषमा ने कहा कि मनमोहन सिंह न नेता बन पाए, न प्रधानमंत्री, जबकि अरुण जेटली ने कहा कि प्रधानमंत्री का ओहदा मजाक का पात्र बनकर रह गया है। दरअसल, बीजेपी आरोप लगाती रही है कि मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री होने के बावजूद सभी तरह के निर्णय यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा लिए जाते हैं।
साईं ट्रस्ट की कार से 35 लाख रुपये जब्त
आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में रविवार को पुलिस ने सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट की एक कार से 35.5 लाख रुपये की राशि जब्त की।
आंध्र प्रदेश के अनंतपुर जिले में रविवार को पुलिस ने सत्य साईं सेंट्रल ट्रस्ट की एक कार से 35.5 लाख रुपये की राशि जब्त की। पुलिस ने हिन्दुपुर शहर के नजदीक बेगपाल्ली टोल गेट पर वाहन से यह नकदी बरामद की। इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जिसकी पहचान हरीशनंदा शेट्टी के रूप में की गई है। समझा जाता है कि उसे यह रकम ट्रस्ट के एक अधिकारी ने दी थी। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि जांच पड़ताल के लिए गिरफ्तार व्यक्ति को पुट्टापर्थी ले जाया जाएगा। पुट्टापर्थी में प्रशांति निलयम स्थित साईं बाबा के आवास परिसर में बने यजुर मंदिर को ट्रस्ट द्वारा खोले जाने के दो दिन बाद ये पैसे जब्त किए गए। ट्रस्ट ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि मंदिर के भीतर से उसे 11.56 करोड़ रुपये, 98 किलोग्राम सोना तथा सोने के आभूषण और 307 किलोग्राम चांदी के आभूषण मिले, जिसे स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) में जमा करा दिया गया। इस बीच ट्रस्ट के सदस्य और साईं बाबा के भतीजे आरजे रत्नाकर ने रविवार सुबह यजुर मदिर का दौरा किया। उनके साथ ट्रस्ट के सदस्य एसवी गिरी भी थे। उधर, पुट्टापर्थी में पुलिस हर निकास द्वार पर वाहनों की जांच कर रही है। पुलिस ने एक बस यात्री के पास से भी दो बैग जब्त किए हैं, लेकिन फिलहाल यह साफ नहीं है कि उसमें नकद है या नहीं। वहीं राज्य सरकार ने कहा है कि यदि ट्रस्ट अपनी जिम्मेदारियों का सही तरीके से निर्वाह करता नहीं पाया जाता है तो वह मामले में हस्तक्षेप करेगी। राज्य के राजस्व मंत्री रघुवीर रेड्डी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
चिदंबरम केस में अब शुक्रवार को होगी SC में सुनवाई, ED के लुकआउट नोटिस के बाद लटकी है गिरफ्तारी की तलवार
ED ने जारी किया लुकआउट नोटिस SC से नहीं मिली है फौरी राहत दिल्ली HC ने खारिज कर दी थी याचिका
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम (P Chidambaram) को सुप्रीम कोर्ट से भी तुरंत राहत नहीं मिली है. चिदंबरम ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल करके अंतरिम संरक्षण की मांग की थी. कोर्ट नंबर तीन में जस्टिस एन वी रमना के सामने याचिका दाखिल करके जल्द सुनवाई की मांग की गई थी. लेकिन जस्टिस रमना ने कहा कि वह याचिका सीजेआई को भेज रहे हैं, वे तय करेंगे कि याचिका पर सुनवाई कब होगी? अब खबर आ रही है कि आज केस मेंशन नहीं हो पाया है. यानी आज इस मामले की सुनवाई नहीं होगी. अब मामले की सुनवाई शुक्रवार को होगी. वहीं, CBI तथा प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदम्बरम की गिरफ्तारी से राहत मांगने वाली याचिका के संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट में कैविएट दाखिल किए हैं. अब कोर्ट कैविएट दायर करने वालों का पक्ष सुने बिना मामले में कोई फैसला नहीं सुना सकता है. Enforcement Directorate (ED) has also filed a caveat (court can't pass any order without hearing the party filing it) in the Supreme Court, in the petition filed by #PChidambaram seeking protection from arrest. https://t.co/9kFEDm22N7 इसके अलावा प्रवर्तन निदेशालय ने चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है. ईडी की टीम मंगलवार शाम को चिदंबरम के घर पहुंची थीं. लेकिन चिदंबरम अपने घर पर नहीं मिले. इसके अलावा सीबीआई की टीम भी उनके घर पर मंगलवार शाम को गई थी, उनके घर पर नहीं मिलने पर सीबीआई ने उनके घर के बाहर दो घंटे में पेश होने का नोटिस लगा दिया था. वहीं बुधवार सुबह सीबीआई की टीम उनके घर फिर पहुंची. लेकिन बुधवार सुबह भी सीबीआई टीम बैरंग लौटी. Enforcement Directorate (ED) issues lookout notice against Congress leader and former Finance Minister #PChidambarampic.twitter.com/h0dGdJWYSB चीफ जस्टिस रंजन गोगोई अभी अयोध्या केस सुन रहे हैं. जस्टिस रमना ने कहा कि हम याचिका को चीफ जस्टिस के पास भेज रहे हैं. लंच तक इंतजार कीजिए. रजिस्ट्री मामले को CJI के पास भेजेगी. वहीं सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कहा कि वो कैविएटर की तौर पर पेश हुए हैं. ये बहुत बडा मनी लॉंड्रिंग का केस है. कोर्ट को रिकॉर्ड देखना चाहिए.  Supreme Court Judge, Justice NV Ramana, sent the file of P Chidambaram's plea seeking interim bail before Chief Justice of India Ranjan Gogoi to pass the order https://t.co/US6vfztYdS सलमान खुर्शीद और विवेक तन्खा भी सुप्रीम कोर्ट में मौजूद. वहीं सॉलिसिटर जनरल भी मौजूद हैं. याचिका में सुप्रीम कोर्ट से दिल्ली हाई कोर्ट के मंगलवार के आदेश की सत्यापित प्रति दाखिल करने से छूट की गुहार की है. याचिका में कहा गया है कि उनका नाम FIR में नहीं है. उनके खिलाफ आरोप आधारहीन और राजनीतिक बदले की कार्रवाई है. चिदंबरम की ओर से दाखिल याचिका में कहा गया है, 'उनके पास मेरिट पर अच्छा आधार है और वो सुप्रीम कोर्ट में सफल होंगे. उन्हें सीबीआई ने सिर्फ एक बार 6 जून 2018 को बुलाया था और वो पेश भी हुए थे. वह राज्यसभा के सदस्य हैं. उनके भागने की कोई आशंका नहीं है. उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की कोई जरूरत नहीं है. उन्हें न्याय के हित में अंतरिम के तहत सरंक्षण दिया जाए.'
एशिया कप : करो या मरो के मुकाबले में पाकिस्तान से भिड़ेगा भारत
मेजबान बांग्लादेश से एशिया कप के अंतर्गत अप्रत्याशित हार झेल चुकी पांच बार की चैम्पियन भारतीय टीम अपने अंतिम लीग मुकाबले में रविवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगी।
मेजबान बांग्लादेश से एशिया कप के अंतर्गत अप्रत्याशित हार झेल चुकी पांच बार की चैम्पियन भारतीय टीम अपने अंतिम लीग मुकाबले में रविवार को शेर-ए-बांग्ला नेशनल स्टेडियम में चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से भिड़ेगी। भारतीय टीम के लिए यह मुकाबला 'करो या मरो' का है। पाकिस्तानी टीम लगातार दो जीत दर्ज कर पहले ही फाइनल में पहुंच चुकी है और उसकी नजरें जीत की हैट्रिक पर होगी। शुक्रवार को खेले गए अपने दूसरे लीग मैच में भारत को बांग्लादेश ने पांच विकेट से पराजित किया था। भारतीय टीम अब तक दो मुकाबले खेल चुकी है जिनमें से उसे एक में जीत जबकि एक मैच में हार मिली है। पहले मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 50 रनों से मात दी थी। चार अंक लेकर भारत बेहतर नेट रनरेट के आधार पर तालिका में दूसरे स्थान पर है जबकि इतने ही अंकों के साथ बांग्लादेश तीसरे और पाकिस्तान नौ अंकों के साथ शीर्ष पर विराजमान है। भारतीय दृष्टिकोण से यह मैच सेमीफाइनल की तरह है क्योंकि यदि भारत इस मुकाबले को हार जाता है तो उसके टूर्नामेंट से बाहर होने की सम्भावनाएं प्रबल हो जाएंगी। भरत की हार की स्थिति में उसे बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले मैच के नतीजे पर निर्भर रहना पड़ेगा। यह मैच यदि बांग्लादेश जीत जाती है तो बांग्लादेश का फाइनल का टिकट तय हो जाएगा या श्रीलंकाई टीम बोनस अंकों से जीत दर्ज करती है तो भारत और बांग्लादेश दोनों का पत्ता कट जाएगा और श्रीलंका फाइनल में पहुंच जाएगी। लेकिन यदि श्रीलंका यह मैच बगैर बोनस अंक के जीतती है तो तीनों टीमों के चार-चार अंक रहेंगे। फिर नेट रन रेट के हिसाब से तय होगा कि कौन सी टीम फाइनल में पहुंचेगी। इससे पहले, भारत और पाकिस्तान की टीमें पिछले वर्ष विश्व कप के सेमीफाइनल में भिड़ीं थीं जिसमें बाजी भारत के हाथ लगी थी। अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सौंवा शतक पूरा किया वहीं विराट कोहली और गौतम गम्भीर ने श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाकर बेहतरीन फॉर्म में होने के संकेत पहले ही दे दिए हैं। मध्यक्रम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन रोहित शर्मा और हरफनमौला रवींद्र जडेजा ने अब तक मायूस किया है। भारतीय टीम ने इस दौरे पर मनोज तिवारी और हरफनमौला यूसुफ पठान को अब तक नहीं आजमाया है। भारत के लिए उसकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। बांग्लादेश के खिलाफ प्रवीण कुमार को छोड़कर बाकी के गेंदबाजों ने निराश किया। घायल आर. विनय कुमार की जगह अंतिम एकादश टीम में शामिल किए गए अशोक डिंडा प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। शुक्रवार को खेले गए अपने दूसरे लीग मैच में भारत को बांग्लादेश ने पांच विकेट से पराजित किया था। भारतीय टीम अब तक दो मुकाबले खेल चुकी है जिनमें से उसे एक में जीत जबकि एक मैच में हार मिली है। पहले मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 50 रनों से मात दी थी। चार अंक लेकर भारत बेहतर नेट रनरेट के आधार पर तालिका में दूसरे स्थान पर है जबकि इतने ही अंकों के साथ बांग्लादेश तीसरे और पाकिस्तान नौ अंकों के साथ शीर्ष पर विराजमान है। भारतीय दृष्टिकोण से यह मैच सेमीफाइनल की तरह है क्योंकि यदि भारत इस मुकाबले को हार जाता है तो उसके टूर्नामेंट से बाहर होने की सम्भावनाएं प्रबल हो जाएंगी। भरत की हार की स्थिति में उसे बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले मैच के नतीजे पर निर्भर रहना पड़ेगा। यह मैच यदि बांग्लादेश जीत जाती है तो बांग्लादेश का फाइनल का टिकट तय हो जाएगा या श्रीलंकाई टीम बोनस अंकों से जीत दर्ज करती है तो भारत और बांग्लादेश दोनों का पत्ता कट जाएगा और श्रीलंका फाइनल में पहुंच जाएगी। लेकिन यदि श्रीलंका यह मैच बगैर बोनस अंक के जीतती है तो तीनों टीमों के चार-चार अंक रहेंगे। फिर नेट रन रेट के हिसाब से तय होगा कि कौन सी टीम फाइनल में पहुंचेगी। इससे पहले, भारत और पाकिस्तान की टीमें पिछले वर्ष विश्व कप के सेमीफाइनल में भिड़ीं थीं जिसमें बाजी भारत के हाथ लगी थी। अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सौंवा शतक पूरा किया वहीं विराट कोहली और गौतम गम्भीर ने श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाकर बेहतरीन फॉर्म में होने के संकेत पहले ही दे दिए हैं। मध्यक्रम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन रोहित शर्मा और हरफनमौला रवींद्र जडेजा ने अब तक मायूस किया है। भारतीय टीम ने इस दौरे पर मनोज तिवारी और हरफनमौला यूसुफ पठान को अब तक नहीं आजमाया है। भारत के लिए उसकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। बांग्लादेश के खिलाफ प्रवीण कुमार को छोड़कर बाकी के गेंदबाजों ने निराश किया। घायल आर. विनय कुमार की जगह अंतिम एकादश टीम में शामिल किए गए अशोक डिंडा प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। पहले मुकाबले में भारत ने श्रीलंका को 50 रनों से मात दी थी। चार अंक लेकर भारत बेहतर नेट रनरेट के आधार पर तालिका में दूसरे स्थान पर है जबकि इतने ही अंकों के साथ बांग्लादेश तीसरे और पाकिस्तान नौ अंकों के साथ शीर्ष पर विराजमान है। भारतीय दृष्टिकोण से यह मैच सेमीफाइनल की तरह है क्योंकि यदि भारत इस मुकाबले को हार जाता है तो उसके टूर्नामेंट से बाहर होने की सम्भावनाएं प्रबल हो जाएंगी। भरत की हार की स्थिति में उसे बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले मैच के नतीजे पर निर्भर रहना पड़ेगा। यह मैच यदि बांग्लादेश जीत जाती है तो बांग्लादेश का फाइनल का टिकट तय हो जाएगा या श्रीलंकाई टीम बोनस अंकों से जीत दर्ज करती है तो भारत और बांग्लादेश दोनों का पत्ता कट जाएगा और श्रीलंका फाइनल में पहुंच जाएगी। लेकिन यदि श्रीलंका यह मैच बगैर बोनस अंक के जीतती है तो तीनों टीमों के चार-चार अंक रहेंगे। फिर नेट रन रेट के हिसाब से तय होगा कि कौन सी टीम फाइनल में पहुंचेगी। इससे पहले, भारत और पाकिस्तान की टीमें पिछले वर्ष विश्व कप के सेमीफाइनल में भिड़ीं थीं जिसमें बाजी भारत के हाथ लगी थी। अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सौंवा शतक पूरा किया वहीं विराट कोहली और गौतम गम्भीर ने श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाकर बेहतरीन फॉर्म में होने के संकेत पहले ही दे दिए हैं। मध्यक्रम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन रोहित शर्मा और हरफनमौला रवींद्र जडेजा ने अब तक मायूस किया है। भारतीय टीम ने इस दौरे पर मनोज तिवारी और हरफनमौला यूसुफ पठान को अब तक नहीं आजमाया है। भारत के लिए उसकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। बांग्लादेश के खिलाफ प्रवीण कुमार को छोड़कर बाकी के गेंदबाजों ने निराश किया। घायल आर. विनय कुमार की जगह अंतिम एकादश टीम में शामिल किए गए अशोक डिंडा प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। भारतीय दृष्टिकोण से यह मैच सेमीफाइनल की तरह है क्योंकि यदि भारत इस मुकाबले को हार जाता है तो उसके टूर्नामेंट से बाहर होने की सम्भावनाएं प्रबल हो जाएंगी। भरत की हार की स्थिति में उसे बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले मैच के नतीजे पर निर्भर रहना पड़ेगा। यह मैच यदि बांग्लादेश जीत जाती है तो बांग्लादेश का फाइनल का टिकट तय हो जाएगा या श्रीलंकाई टीम बोनस अंकों से जीत दर्ज करती है तो भारत और बांग्लादेश दोनों का पत्ता कट जाएगा और श्रीलंका फाइनल में पहुंच जाएगी। लेकिन यदि श्रीलंका यह मैच बगैर बोनस अंक के जीतती है तो तीनों टीमों के चार-चार अंक रहेंगे। फिर नेट रन रेट के हिसाब से तय होगा कि कौन सी टीम फाइनल में पहुंचेगी। इससे पहले, भारत और पाकिस्तान की टीमें पिछले वर्ष विश्व कप के सेमीफाइनल में भिड़ीं थीं जिसमें बाजी भारत के हाथ लगी थी। अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सौंवा शतक पूरा किया वहीं विराट कोहली और गौतम गम्भीर ने श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाकर बेहतरीन फॉर्म में होने के संकेत पहले ही दे दिए हैं। मध्यक्रम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन रोहित शर्मा और हरफनमौला रवींद्र जडेजा ने अब तक मायूस किया है। भारतीय टीम ने इस दौरे पर मनोज तिवारी और हरफनमौला यूसुफ पठान को अब तक नहीं आजमाया है। भारत के लिए उसकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। बांग्लादेश के खिलाफ प्रवीण कुमार को छोड़कर बाकी के गेंदबाजों ने निराश किया। घायल आर. विनय कुमार की जगह अंतिम एकादश टीम में शामिल किए गए अशोक डिंडा प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। इससे पहले, भारत और पाकिस्तान की टीमें पिछले वर्ष विश्व कप के सेमीफाइनल में भिड़ीं थीं जिसमें बाजी भारत के हाथ लगी थी। अनुभवी बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने बांग्लादेश के खिलाफ शतक लगाकर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना सौंवा शतक पूरा किया वहीं विराट कोहली और गौतम गम्भीर ने श्रीलंका के खिलाफ शतक लगाकर बेहतरीन फॉर्म में होने के संकेत पहले ही दे दिए हैं। मध्यक्रम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन रोहित शर्मा और हरफनमौला रवींद्र जडेजा ने अब तक मायूस किया है। भारतीय टीम ने इस दौरे पर मनोज तिवारी और हरफनमौला यूसुफ पठान को अब तक नहीं आजमाया है। भारत के लिए उसकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। बांग्लादेश के खिलाफ प्रवीण कुमार को छोड़कर बाकी के गेंदबाजों ने निराश किया। घायल आर. विनय कुमार की जगह अंतिम एकादश टीम में शामिल किए गए अशोक डिंडा प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। मध्यक्रम में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना बढ़िया प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन रोहित शर्मा और हरफनमौला रवींद्र जडेजा ने अब तक मायूस किया है। भारतीय टीम ने इस दौरे पर मनोज तिवारी और हरफनमौला यूसुफ पठान को अब तक नहीं आजमाया है। भारत के लिए उसकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। बांग्लादेश के खिलाफ प्रवीण कुमार को छोड़कर बाकी के गेंदबाजों ने निराश किया। घायल आर. विनय कुमार की जगह अंतिम एकादश टीम में शामिल किए गए अशोक डिंडा प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। भारत के लिए उसकी गेंदबाजी चिंता का विषय है। बांग्लादेश के खिलाफ प्रवीण कुमार को छोड़कर बाकी के गेंदबाजों ने निराश किया। घायल आर. विनय कुमार की जगह अंतिम एकादश टीम में शामिल किए गए अशोक डिंडा प्रभाव छोड़ने में नाकाम रहे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। भारतीय गेंदबाजों के साथ उनके अंतिम ओवरों में रन लुटाने की कमजोरी अब तक बनी हुई है। इरफान पठान और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन भी कोई कमाल नहीं दिखा सके। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। दूसरी ओर, अपने पहले मैच में मेजबान बांग्लादेश को 21 रन और फिर चार बार की चैम्पियन श्रीलंका को छह विकेट से हराने वाली पाकिस्तानी टीम के हौंसले बुलंद हैं।टिप्पणियां कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। कप्तान मिस्बाह उल हक की कप्तानी वाली टीम के लिए बेशक इस मैच का परिणाम के लिहाज से कोई महत्व न हो लेकिन यह बात मिस्बाह अच्छी तरह जानते हैं कि यदि उन्हें इस मैच में जीत मिलती है तो यह उनके लिए 'टॉनिक' का काम कर सकती है। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे। पाकिस्तानी टीम में मोहम्मद हफीज, अनुभवी यूनिस खान, कप्तान मिस्बाह उल हक, उमर अकमल और शाहिद अफरीदी जैसे बेहतरीन बल्लेबाज हैं वहीं उमर गुल और एजाज चीमा के रूप में दो मध्यम गति के शानदार गेंदबाज हैं। स्पिन की जिम्मेदारी सईद अजमल और शाहिद अफरीदी सहित हफीज निभाएंगे।
तमिलनाडु : विजयकांत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी
तमिलनाडु में तिरुंवेल्ली जिले की एक अदालत ने डीएमडीके नेता और टॉलीवुड के कलाकार विजयकांत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है।
तमिलनाडु में तिरुंवेल्ली जिले की एक अदालत ने डीएमडीके नेता और टॉलीवुड के कलाकार विजयकांत के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी कर दिया है। विजयकांत के खिलाफ मुख्यमंत्री जे जयललिता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के मामले में पिछले एक साल में 23 मामले दर्ज किए गए हैं। आज कोर्ट में हाजिर नहीं होने की वजह से उनके खिलाफ यह वारंट जारी किया गया है। विजयकांत के वकील ने कहा कि चेन्नई में विधानसभा चुनावों की वजह से उनके मुवक्किल कोर्ट में निजी तौर पर उपस्थित नहीं हो पाए हैं। लेकिन, कोर्ट ने उनकी यह दलील स्वीकार नहीं की और वारंट जारी कर दिया। खास बात यह रही दोपहर तक विजयकांत चेन्नई में नहीं थे।टिप्पणियां विजयकांत की पार्टी ने एआईएडीएमके के साथ मिलकर 2011 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और 29 सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में जयललिता के साथ विचारों के मतभेद के कारण वह सरकार से बाहर हो गए और जयललिता सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने लगे। उनकी वकील जयाबालन ने एनडीटीवी के बताया कि इन सभी मामलों में कोई दम नहीं है और सारे के सारे राजनीति से प्रेरित हैं। विजयकांत के खिलाफ मुख्यमंत्री जे जयललिता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियां करने के मामले में पिछले एक साल में 23 मामले दर्ज किए गए हैं। आज कोर्ट में हाजिर नहीं होने की वजह से उनके खिलाफ यह वारंट जारी किया गया है। विजयकांत के वकील ने कहा कि चेन्नई में विधानसभा चुनावों की वजह से उनके मुवक्किल कोर्ट में निजी तौर पर उपस्थित नहीं हो पाए हैं। लेकिन, कोर्ट ने उनकी यह दलील स्वीकार नहीं की और वारंट जारी कर दिया। खास बात यह रही दोपहर तक विजयकांत चेन्नई में नहीं थे।टिप्पणियां विजयकांत की पार्टी ने एआईएडीएमके के साथ मिलकर 2011 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और 29 सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में जयललिता के साथ विचारों के मतभेद के कारण वह सरकार से बाहर हो गए और जयललिता सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने लगे। उनकी वकील जयाबालन ने एनडीटीवी के बताया कि इन सभी मामलों में कोई दम नहीं है और सारे के सारे राजनीति से प्रेरित हैं। विजयकांत के वकील ने कहा कि चेन्नई में विधानसभा चुनावों की वजह से उनके मुवक्किल कोर्ट में निजी तौर पर उपस्थित नहीं हो पाए हैं। लेकिन, कोर्ट ने उनकी यह दलील स्वीकार नहीं की और वारंट जारी कर दिया। खास बात यह रही दोपहर तक विजयकांत चेन्नई में नहीं थे।टिप्पणियां विजयकांत की पार्टी ने एआईएडीएमके के साथ मिलकर 2011 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और 29 सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में जयललिता के साथ विचारों के मतभेद के कारण वह सरकार से बाहर हो गए और जयललिता सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने लगे। उनकी वकील जयाबालन ने एनडीटीवी के बताया कि इन सभी मामलों में कोई दम नहीं है और सारे के सारे राजनीति से प्रेरित हैं। विजयकांत की पार्टी ने एआईएडीएमके के साथ मिलकर 2011 में विधानसभा चुनाव लड़ा था और 29 सीटों पर जीत हासिल की थी। बाद में जयललिता के साथ विचारों के मतभेद के कारण वह सरकार से बाहर हो गए और जयललिता सरकार के खिलाफ बयानबाजी करने लगे। उनकी वकील जयाबालन ने एनडीटीवी के बताया कि इन सभी मामलों में कोई दम नहीं है और सारे के सारे राजनीति से प्रेरित हैं। उनकी वकील जयाबालन ने एनडीटीवी के बताया कि इन सभी मामलों में कोई दम नहीं है और सारे के सारे राजनीति से प्रेरित हैं।
JNU देशद्रोह मामला: मुकदमे को मंजूरी देने के लिए कानूनी सलाह ले रही है दिल्ली सरकार, कोर्ट ने पुलिस को लगाई थी फटकार
कोर्ट ने दिल्ली पुलिस से किया था सवाल पूछा था- बिना मंजूरी के कैसे दायर की चार्जशीट दिल्ली सरकार को तीन महीने में देनी होगी मंजूरी
दिल्ली सरकार के सूत्रों का कहना है कि मुकदमा चलाने की मंजूरी देने के लिए अदालत ने नियम तय किए हैं और उनका पालन किया जाएगा. सूत्र ने बताया, ‘नियमानुसार सरकार को मंजूरी देने के लिए तीन महीने का वक्त मिलता है. दिल्ली पुलिस को आरोपपत्र दायर करने में तीन साल का वक्त लगा. सरकार को फैसला लेने से पहले कानूनी सलाह लेने की अनुमति दी जानी चाहिए.' उन्होंने कहा, लेकिन यदि सरकार तीन महीने में कोई फैसला नहीं ले पाती है तो, इसे मुकदमे के लिए मंजूरी मिली मान लिया जाएगा. दिल्ली पुलिस ने 14 जनवरी को इस संबंध में आरोपपत्र दायर किया था.    मामला 2016 में जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में देश-विरोधी नारे लगाने से जुड़ा है. दरअसल, देशद्रोही मामले में दिल्ली पुलिस को दिल्ली सरकार के अनुमति लेनी होती है और यह दिल्ली सरकार का लॉ डिपार्टमेंट देता है. इतना ही नहीं, अनुमति लेने के लिए फाइल एलजी के पास भी जाती है. अगर परमिशन नहीं मिली तो चार्जशीट पर कोर्ट संज्ञान नहीं लेगा. बताया जा रहा है कि पुलिस ने जिस दिन चार्जशीट पेश की उसी दिन परमिशन के लिए अप्लाई किया था.  दिल्ली पुलिस द्वारा दायर चार्जशीट सेक्शन-124 A,323,465,471,143,149,147,120B के तहत  पेश की गई है. चार्जशीट में कुल 10 मुख्य आरोपी बनाए हैं जिसमें कन्हैया कुमार, उमर खालिद और अनिर्बान भट्टाचार्य हैं. चार्जशीट में मुख्य आरोपी कन्हैया कुमार, अनिर्बान भट्टाचार्य, उमर खालिद, सात कश्मीर छात्र और 36 अन्य लोग हैं. चार्जशीट के मुताबिक कन्हैया कुमार ने भी देश विरोधी नारे लगाए थे. गवाहों के हवाले से चार्जशीट में बताया गया है कि कन्हैया कुमार ने भी देश विरोधी नारे लगाए थे. पुलिस को कन्हैया का भाषण देते हुए एक वीडियो भी मिला है. इसके साथ ही कहा गया है कि कन्हैया को पूरे कार्यक्रम की पहले से जानकारी थी. चार्जशीट में जिन सात कश्मीरी छात्रों के नाम हैं, उनसे पूछताछ हो चुकी है.
नरेंद्र मोदी और बराक ओबामा की राह पर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, Twitter पर दीवाने हुए लोग
जस्टिन ट्रूडो के ट्विटर पर 2.96 मिलियन फॉलोअर हैं. 45 साल में प्रधानमंत्री बने हैं जस्टिन ट्रूडो. अपने फैसलों से लोगों को चौंकाते रहे हैं जस्टिन ट्रूडो.
कनाडा के नए प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की देखादेखी सोशल मीडिया के जरिए अपनी ब्रांडिंग करने में जुटे हैं. फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स के जरिए अपनी लोकप्रियता को साबित कर चुके मोदी और ओबामा के बाद जस्टिन ट्रूडो भी ऐसा ही कर रहे हैं. जस्टिन ट्रूडो अक्सर अपने ट्विटर अकाउंट @JustinTrudeau से निजी के साथ सरकारी कार्यक्रमों की तस्वीरें पोस्ट करते रहते हैं. इन दिनों जस्टिन की कुछ पुरानी तस्वीरें ट्विटर पर सूर्खियां बंटोर रही हैं. इन तस्वीरों में जस्टिन बेहद साधारण कपड़ों में दिख रहे हैं. एक तस्वीर जो सबसे ज्यादा वायरल हो रही है, उसमें जस्टिन नीले रंग की हाफ जैकेट पहने हुए हैं.टिप्पणियां कनाडा के प्रधानमंत्री की इन तस्वीरों के लोग दीवाने हैं. लोग इन तस्वीरों पर अपनी भावनाएं लिख रहे हैं. कई लोग तो यहां तक लिख रहे हैं कि उनका जब भी मन नहीं लगता है तब वे जस्टिन ड्रुडे की तस्वीर देख लेते हैं. आइए लोगों के इस युवा प्रधानमंत्री के प्रति दीवानगी वाले ट्वीट पढ़ें.   May this photo of a young Justin Trudeau bring you the peace it brought me. pic.twitter.com/dvXlT4kR1N — shauna (@goldengateblond) March 3, 2017How I Failed My Midterms by Spending an Entire Day Doing Literally Nothing Besides Staring into the Eyes of Young Justin Trudeau pic.twitter.com/yHOKIntcTL — Odyssey Offline (@Op3nL3tt3R) March 1, 2017Special day on the Hill with kids from @BreakfastClubz honouring 5 Toronto Paramedics. A great way to cap off #BlackHistoryMonth! pic.twitter.com/9P2ZvkBV1m — Justin Trudeau (@JustinTrudeau) March 1, 2017 मालूम हो कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडे महज 45 साल की उम्र में इस पद को हासिल किया है. उनकी भाषण देने की कला की भी तारीफ होती है. प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं, जिसकी खासी चर्चा होती रही है. वे अक्सर अपनी सेक्युलर और प्रोगेसिव इमेज को पेश करते दिखते हैं.  googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब दुनिया के सात मुस्लिम देश के लोगों की एंट्री अमेरिका में बैन की तो लगभग सारे नेता इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन जस्टिन ने इसका स्वागत किया था. कनाडा के क्यूबेक की मस्जिद पर हमले के बाद उन्होंने आगे बढ़कर कनाडा के अप्रवासी मुस्लिमों को उनकी सुरक्षा का यकीन दिलाया था. कनाडा के प्रधानमंत्री की इन तस्वीरों के लोग दीवाने हैं. लोग इन तस्वीरों पर अपनी भावनाएं लिख रहे हैं. कई लोग तो यहां तक लिख रहे हैं कि उनका जब भी मन नहीं लगता है तब वे जस्टिन ड्रुडे की तस्वीर देख लेते हैं. आइए लोगों के इस युवा प्रधानमंत्री के प्रति दीवानगी वाले ट्वीट पढ़ें.   May this photo of a young Justin Trudeau bring you the peace it brought me. pic.twitter.com/dvXlT4kR1N — shauna (@goldengateblond) March 3, 2017How I Failed My Midterms by Spending an Entire Day Doing Literally Nothing Besides Staring into the Eyes of Young Justin Trudeau pic.twitter.com/yHOKIntcTL — Odyssey Offline (@Op3nL3tt3R) March 1, 2017Special day on the Hill with kids from @BreakfastClubz honouring 5 Toronto Paramedics. A great way to cap off #BlackHistoryMonth! pic.twitter.com/9P2ZvkBV1m — Justin Trudeau (@JustinTrudeau) March 1, 2017 मालूम हो कि कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडे महज 45 साल की उम्र में इस पद को हासिल किया है. उनकी भाषण देने की कला की भी तारीफ होती है. प्रधानमंत्री बनने के बाद उन्होंने कुछ ऐसे फैसले लिए हैं, जिसकी खासी चर्चा होती रही है. वे अक्सर अपनी सेक्युलर और प्रोगेसिव इमेज को पेश करते दिखते हैं.  googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); }); अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब दुनिया के सात मुस्लिम देश के लोगों की एंट्री अमेरिका में बैन की तो लगभग सारे नेता इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन जस्टिन ने इसका स्वागत किया था. कनाडा के क्यूबेक की मस्जिद पर हमले के बाद उन्होंने आगे बढ़कर कनाडा के अप्रवासी मुस्लिमों को उनकी सुरक्षा का यकीन दिलाया था. May this photo of a young Justin Trudeau bring you the peace it brought me. pic.twitter.com/dvXlT4kR1N How I Failed My Midterms by Spending an Entire Day Doing Literally Nothing Besides Staring into the Eyes of Young Justin Trudeau pic.twitter.com/yHOKIntcTL Special day on the Hill with kids from @BreakfastClubz honouring 5 Toronto Paramedics. A great way to cap off #BlackHistoryMonth! pic.twitter.com/9P2ZvkBV1m अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जब दुनिया के सात मुस्लिम देश के लोगों की एंट्री अमेरिका में बैन की तो लगभग सारे नेता इसका विरोध कर रहे थे, लेकिन जस्टिन ने इसका स्वागत किया था. कनाडा के क्यूबेक की मस्जिद पर हमले के बाद उन्होंने आगे बढ़कर कनाडा के अप्रवासी मुस्लिमों को उनकी सुरक्षा का यकीन दिलाया था.
Avengers Endgame Trailer: 'एवेंजर्स' की आखिरी जंग में दिखेंगे ये 'सुपरहीरोज', यूट्यूब पर वायरल हुआ Video
'एवेंजर्स एंडगेम' का ट्रेलर हुआ रिलीज 3 करोड़ से ज्यादा बार देखा गया 26 अप्रैल को होगी रिलीज
हॉलीवुड की मोस्ट फेवर्स और मोस्ट अवेटेड फिल्म 'एवेंजर्स एंडगेम' (Avengers Endgame) का ट्रेलर रिलीज हो चुका है. इस ट्रेलर में दिखाया गया है कि पिछली फिल्म 'एवेंजर्स: इनफिनिटी वॉर' (Avengers: Infinity War) में थानोस द्वारा मारे गए सुपरहीरो के बाद बचे हुए हीरोज क्या फैसला लेते हैं. दुनिया की आधी आबादी को खत्म वाला थानोस को अब बचे हुए सुपरहीरो कैसे सामना करते हैं, इसकी एक झलक ट्रेलर में देखने को मिली है. इंडिया में यूट्यूब की ट्रेंडिंग में 'एवेंजर्स एंडगेम' (Avengers Endgame) फिल्म का ट्रेलर नंबर 1 पोजिशन पर ट्रेंड कर रहा है. इसे अभी तक करीब 3 करोड़ से ज्यादा बार देखा जा चुका है. 'एवेंजर्स एंडगेम' का हिंदी और अंग्रेजी वर्जन का ट्रेलर भी रिलीज किया गया है. हॉलीवुड फिल्म 'एवेंजर्स एंडगेम' (Avengers Endgame) के फैन्स अब बेहद उत्सुकुता के साथ 26 अप्रैल का इंतजार कर रहे हैं, क्योंकि इसी दिन फिल्म रिलीज होने जा रही है.   'एवेंजर्स एंडगेम' (Avengers Endgame) का ट्रेलर फैन्स को काफी पसंद आया. बता दें, हॉलीवुड फिल्म 'एवेंजर्स : इनफिनिटी वार (Avengers Infinity War)' ने पिछले साल दुनियाभर के बॉक्स ऑफिस पर कमाई के कई झंडे गाड़े. मार्वल स्टूडियो की सबसे चर्चित फिल्म मानी जाने वाली 'एवेंजर्स : इनफिनिटी वार' में कई सुपरहीरो थानोस (Thanos) द्वारा मारे गए और ऐसा कहा गया कि हाल ही में रिलीज हुई फिल्म कैप्टन मार्वल (Captain Marvel) की सुपरवुमन ही थानोस का अंत करेगी. फिलहाल ट्रेलर में देखा गया है कि कैप्टन मार्वल (Captain Marvel) एवेंजर्स का साथ देने आ पहुंचती है. अमेरिकी एक्ट्रेस ब्री लार्सन (Brie Larson) फिल्म में सुपरवुमन कैप्टन मार्वल का किरदार निभा रही हैं.   साल 1968 में पहली बार सामने आए मार्वल कॉमिक के किरदार पर आधारित 'कैप्टन मार्वल' लगातार 'आयरन मैन', 'द इनक्रेडिबल हल्क', 'आयरन मैन 2', 'थॉर', 'कैप्टन अमेरिका : द फर्स्ट एवेंजर' और अन्य फिल्मों में किसी न किसी रूप में नजर आ चुका है.
Super 30: ऋतिक रोशन ने बेचे पापड़ तो ये बॉलीवुड एक्ट्रेस बोलीं- बहुत ही गजब...
'सुपर 30' में पापड़ बेचते नजर आएंगे ऋतिक रोशन इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर की तस्वीर फिल्म की एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर ने किया कमेंट
बॉलीवुड एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) की अपकमिंग फिल्म 'सुपर 30' (Super 30) को रिलीज होने के कुछ ही दिन बचे हैं. ऐसे में ऋतिक फिल्म कुछ न कुछ सोशल मीडिया पर फैन्स के साथ शेयर करते रहते हैं. हाल ही में एक्टर ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से एक तस्वीर अपने फैन्स के साथ साझा की है. इस फोटो में ऋतिक रोशनपापड़ बेचते नजर आ रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनकी ये तस्वीर काफी वायरल हो रही है. बिहार के मैथमेटिशियन आनंद कुमार के जीवन पर आधारित फिल्म 'सुपर 30' (Super 30) में उनके जीवन संघर्षों और सफलता की कहानी को एक्टर ऋतिक रोशन बड़े पर्दे पर लेकर आ रहे हैं.  “The papad selling phase of Anand Kumar's journey is an important one as it was cathartic and became the genesis of all that he did later on in his life.” #Super30 #12thJULY A post shared by Hrithik Roshan (@hrithikroshan) on Jun 27, 2019 at 4:52am PDT एक्टर ऋतिक रोशन ने फिल्म 'सुपर 30' (Super 30) की शूटिंग के दौरान की इस तस्वीर को शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'आनंद कुमार का पापड़ बेचने का सफर उनकी जिंदगी में काफी अहम है क्योंकि जो भी बाद में उन्होंने अपने जीवन में किया ये उसकी वजह बना.' ऋतिक की इस पोस्ट पर फिल्म 'सुपर 30' की एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर (Mrunal Thakur) ने भी कमेंट किया. उन्होंने कमेंट करते हुए लिखा, 'आनंद जी, बहुत गजब फोटो है, बहुत प्यारा.' ऋतिक की इस फोटो पर लोग जमकर कमेंट कर रहे हैं. ऋतिक के इस अंदाज को उनके फैन्स शानदार बता रहे हैं.  विकास बहल (Vikas Bahl) के डायरेक्श में बन रही फिल्म 'सुपर 30' में मराठी फिल्मों की एक्ट्रेस मृणाल ठाकुर (Mrunal Thakur) भी लीड किरदार निभाएंगी. ये फिल्म 12 जुलाई को रिलीज होने वाली है. 'सुपर 30' में ऋतिक रोशन (Hrithik Roshan) आनंद कुमार (Anand Kumar) का किरदार निभा रहे हैं. 'सुपर 30' (Super 30) फिल्म का ट्रेलर पहले ही लांच हो चुका है, जिसमें ऋतिक रोशन दमदार किरदार में दिखाई दे रहे हैं. फैन्स को भी ये ट्रेलर बेहद पसंद आ रहा है और सभी को उनकी इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार हैं.
महाराष्ट्र : किसे बाहुबली पार्ट 2 दिखाना चाहते हैं देवेंद्र फडणवीस? विपक्ष पर किया पलटवार
जीएसटी कानून संविधान संशोधन मंजूरी के लिए विधानमंडल का सत्र खड़से ने कहा वे जानना चाहते थे कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा सीएम ने जयंत पाटिल से कहा उन्हें बाहुबली पार्ट 2 दिखाने के लिए तैयार
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को हालिया हिट फिल्म बाहुबली 2 के बहाने विपक्ष को घेरने का मौका मिल गया है. अपने पलटवार के लिए उन्हें फिल्म के क्लाइमैक्स का सहारा लेना पड़ा. महाराष्ट्र विधानमंडल का विशेष सत्र सोमवार को मुंबई में सम्पन्न हुआ. जीएसटी कानून के लिए संविधान संशोधन मंजूर करने के लिए इस सत्र को बुलाया गया था. इस दौरान अपने भाषण में एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने बीजेपी के पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से को पद से हटाने का मुद्दा छेड़ा. पाटिल बोले कि जब विपक्षी नेता सरकार के खिलाफ आंदोलन करते हुए खड़से के इलाके में पहुंचे तब खड़से ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. खड़से ने इसके जवाब में कहा कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा, यह जानने के लिए वे उत्सुक थे. इस जवाब के बाद सदन ठहाकों से गूंज उठा.टिप्पणियां इस बहस के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जब सदन में अन्य मुद्दे पर जवाब दे रहे थे तब उन्हें एक चिट्ठी भेजी गई. उस चिट्ठी में पूछा गया था कि, कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा, इसका जवाब नहीं मिला. फडणवीस ने भाषण में चिट्ठी का जिक्र करते हुए बताया कि यह चिट्ठी जरूर ही एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने भेजी होगी. अगर वे चाहते हैं तो मैं उन्हें बाहुबली पार्ट 2 दिखाने के लिए तैयार हूं. इस जवाब के बाद दिनभर सदन में यही बहस तेज़ थी कि एकनाथ खड़से को मंत्री पद से हटाना अगर महाराष्ट्र की राजनीति में बाहुबली पार्ट एक था तो अब बाहुबली पार्ट 2 में किस का मंत्री पद छिन जाएगा? महाराष्ट्र विधानमंडल का विशेष सत्र सोमवार को मुंबई में सम्पन्न हुआ. जीएसटी कानून के लिए संविधान संशोधन मंजूर करने के लिए इस सत्र को बुलाया गया था. इस दौरान अपने भाषण में एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने बीजेपी के पूर्व मंत्री एकनाथ खड़से को पद से हटाने का मुद्दा छेड़ा. पाटिल बोले कि जब विपक्षी नेता सरकार के खिलाफ आंदोलन करते हुए खड़से के इलाके में पहुंचे तब खड़से ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया. खड़से ने इसके जवाब में कहा कि कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा, यह जानने के लिए वे उत्सुक थे. इस जवाब के बाद सदन ठहाकों से गूंज उठा.टिप्पणियां इस बहस के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जब सदन में अन्य मुद्दे पर जवाब दे रहे थे तब उन्हें एक चिट्ठी भेजी गई. उस चिट्ठी में पूछा गया था कि, कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा, इसका जवाब नहीं मिला. फडणवीस ने भाषण में चिट्ठी का जिक्र करते हुए बताया कि यह चिट्ठी जरूर ही एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने भेजी होगी. अगर वे चाहते हैं तो मैं उन्हें बाहुबली पार्ट 2 दिखाने के लिए तैयार हूं. इस जवाब के बाद दिनभर सदन में यही बहस तेज़ थी कि एकनाथ खड़से को मंत्री पद से हटाना अगर महाराष्ट्र की राजनीति में बाहुबली पार्ट एक था तो अब बाहुबली पार्ट 2 में किस का मंत्री पद छिन जाएगा? इस बहस के बाद सोमवार को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जब सदन में अन्य मुद्दे पर जवाब दे रहे थे तब उन्हें एक चिट्ठी भेजी गई. उस चिट्ठी में पूछा गया था कि, कटप्पा ने बाहुबली को क्यों मारा, इसका जवाब नहीं मिला. फडणवीस ने भाषण में चिट्ठी का जिक्र करते हुए बताया कि यह चिट्ठी जरूर ही एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने भेजी होगी. अगर वे चाहते हैं तो मैं उन्हें बाहुबली पार्ट 2 दिखाने के लिए तैयार हूं. इस जवाब के बाद दिनभर सदन में यही बहस तेज़ थी कि एकनाथ खड़से को मंत्री पद से हटाना अगर महाराष्ट्र की राजनीति में बाहुबली पार्ट एक था तो अब बाहुबली पार्ट 2 में किस का मंत्री पद छिन जाएगा? इस जवाब के बाद दिनभर सदन में यही बहस तेज़ थी कि एकनाथ खड़से को मंत्री पद से हटाना अगर महाराष्ट्र की राजनीति में बाहुबली पार्ट एक था तो अब बाहुबली पार्ट 2 में किस का मंत्री पद छिन जाएगा?
प्याज 'झुकता' नहीं, खत्म हो रहा है देश में मौजूद स्टॉक
देश का प्याज़ बाहर भेजा जाता रहा और देश में प्याज़ की क़िल्लत बनी रही। एनडीटीवी इंडिया को मिला खाद्य मंत्रालय का नोट बताता है कि आज देश में प्याज़ का स्टॉक काफी कम है।
देश का प्याज़ बाहर भेजा जाता रहा और देश में प्याज़ की क़िल्लत बनी रही। एनडीटीवी इंडिया को मिला खाद्य मंत्रालय का नोट बताता है कि आज देश में प्याज़ का स्टॉक काफी कम है। देश में इस समय सिर्फ 3−4 लाख मेट्रिक टन प्याज़ बचा है जो अपने−आप में ख़तरे की घंटी है। एनडीटीवी इंडिया को मिला खाद्य मंत्रालय का एक अहम नोट बताता है कि देश के 85−90 फ़ीसदी प्याज का स्टॉक ख़त्म हो चुका है। साल 2013 में 27.5 लाख मेट्रिक टन प्याज़ स्टॉक होने का अनुमान था लेकिन अगस्त तक सिर्फ 3−4 लाख मेट्रिक टन प्याज़ ही बचा है जबकि इसी दौर में क़रीब सात लाख टन प्याज़ देश से बाहर चला गया। ज़ाहिर है सरकार ने निर्यात रोकने की कोशिश नहीं की जिसका यह नतीजा है। अब खाद्य मंत्री दावा कर रहे हैं कि 15 दिन में प्याज़ के दाम कम हो जाएंगे। दिल्ली और आसपास के इलाकों के रीटेल बाजार में इसकी कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, इसकी वजह नासिक से आने वाली प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी बताई जा रही है। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने एनडीटीवी से कहा है कि दिल्ली में प्याज की कीमत अभी 80 रुपये किलो है, दो हफ्तों में प्याज कीमतों में कमी आएगी। बताया जा रहा है कि नासिक की मंडियों में प्याज प्रति किलो करीब 60 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गया है। दिल्ली की मंडियों में यही प्याज 70 रुपये, वहीं मुंबई की मंडियों में करीब 65 रुपये किलो बिक रहा है।टिप्पणियां आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है। देश में इस समय सिर्फ 3−4 लाख मेट्रिक टन प्याज़ बचा है जो अपने−आप में ख़तरे की घंटी है। एनडीटीवी इंडिया को मिला खाद्य मंत्रालय का एक अहम नोट बताता है कि देश के 85−90 फ़ीसदी प्याज का स्टॉक ख़त्म हो चुका है। साल 2013 में 27.5 लाख मेट्रिक टन प्याज़ स्टॉक होने का अनुमान था लेकिन अगस्त तक सिर्फ 3−4 लाख मेट्रिक टन प्याज़ ही बचा है जबकि इसी दौर में क़रीब सात लाख टन प्याज़ देश से बाहर चला गया। ज़ाहिर है सरकार ने निर्यात रोकने की कोशिश नहीं की जिसका यह नतीजा है। अब खाद्य मंत्री दावा कर रहे हैं कि 15 दिन में प्याज़ के दाम कम हो जाएंगे। दिल्ली और आसपास के इलाकों के रीटेल बाजार में इसकी कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, इसकी वजह नासिक से आने वाली प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी बताई जा रही है। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने एनडीटीवी से कहा है कि दिल्ली में प्याज की कीमत अभी 80 रुपये किलो है, दो हफ्तों में प्याज कीमतों में कमी आएगी। बताया जा रहा है कि नासिक की मंडियों में प्याज प्रति किलो करीब 60 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गया है। दिल्ली की मंडियों में यही प्याज 70 रुपये, वहीं मुंबई की मंडियों में करीब 65 रुपये किलो बिक रहा है।टिप्पणियां आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है। ज़ाहिर है सरकार ने निर्यात रोकने की कोशिश नहीं की जिसका यह नतीजा है। अब खाद्य मंत्री दावा कर रहे हैं कि 15 दिन में प्याज़ के दाम कम हो जाएंगे। दिल्ली और आसपास के इलाकों के रीटेल बाजार में इसकी कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, इसकी वजह नासिक से आने वाली प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी बताई जा रही है। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने एनडीटीवी से कहा है कि दिल्ली में प्याज की कीमत अभी 80 रुपये किलो है, दो हफ्तों में प्याज कीमतों में कमी आएगी। बताया जा रहा है कि नासिक की मंडियों में प्याज प्रति किलो करीब 60 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गया है। दिल्ली की मंडियों में यही प्याज 70 रुपये, वहीं मुंबई की मंडियों में करीब 65 रुपये किलो बिक रहा है।टिप्पणियां आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है। दिल्ली और आसपास के इलाकों के रीटेल बाजार में इसकी कीमत 80 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है, इसकी वजह नासिक से आने वाली प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी बताई जा रही है। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने एनडीटीवी से कहा है कि दिल्ली में प्याज की कीमत अभी 80 रुपये किलो है, दो हफ्तों में प्याज कीमतों में कमी आएगी। बताया जा रहा है कि नासिक की मंडियों में प्याज प्रति किलो करीब 60 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गया है। दिल्ली की मंडियों में यही प्याज 70 रुपये, वहीं मुंबई की मंडियों में करीब 65 रुपये किलो बिक रहा है।टिप्पणियां आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है। खाद्य मंत्री केवी थॉमस ने एनडीटीवी से कहा है कि दिल्ली में प्याज की कीमत अभी 80 रुपये किलो है, दो हफ्तों में प्याज कीमतों में कमी आएगी। बताया जा रहा है कि नासिक की मंडियों में प्याज प्रति किलो करीब 60 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गया है। दिल्ली की मंडियों में यही प्याज 70 रुपये, वहीं मुंबई की मंडियों में करीब 65 रुपये किलो बिक रहा है।टिप्पणियां आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि नासिक की मंडियों में प्याज प्रति किलो करीब 60 रुपये किलो तक के भाव पर पहुंच गया है। दिल्ली की मंडियों में यही प्याज 70 रुपये, वहीं मुंबई की मंडियों में करीब 65 रुपये किलो बिक रहा है।टिप्पणियां आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है। आम आदमी तक पहुंचते पहुंचते इसकी कीमत 80 रुपये तक हो जा रही है। प्याज के साथ खाने-पीने की दूसरी चीजों की कीमतों में भी इजाफा देखा जा रहा है, जिसका असर महंगाई दर पर भी दिखाई दे रहा है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है। प्याज के दाम अगस्त के महीने में 244 फीसदी तक बढ़े हैं। वहीं सब्जियां 78 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। थोक महंगाई दर मे साफ झलक रहा है। महंगाई दर भी 6 महीनों में सबसे ज्यादा 6.1 फ़ीसदी हो गई है, जो यह बताता है कि महंगाई की मार कितनी तेज हो गई है।
30 साल तक मिनी माउस को आवाज देने वाली एक्ट्रेस का हुआ निधन, जानें अब तक का सफर
मिनी माउस को आवाज देने वाली एक्ट्रेस का हुआ निधन रूसी टेलर का 75 साल की उम्र में हुई मृ्त्यु डिजनी ने पोस्ट करके दी जानकारी
पिछले तीन दशकों से अधिक समय तक एनिमेशन फिल्मों की किरदार मिनी माउस (Minnie Mouse) को अपनी आवाज देने वाली एक्ट्रेस रूसी टेलर (Russi Taylor) का निधन हो गया है. 75 साल की एक्ट्रेस रूसी टेलर का निधन शुक्रवार को कैलिफोर्निया के ग्लेनडेल में हुआ. इस खबर की जानकारी बीबीसी ने रविवार को 'द वॉल्ट डिज्नी (The Walt Disney)' कंपनी के हवाले से दी. बता दें साल 1986 से टेलर ने टीवी, फिल्मों और थीम पार्को के लिए मिकी माउस (Mickey Mouse) की साथी मिनी माउस के किरदार को अपनी आवाज दी. डिज्नी चैनल के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी बॉब आइगर ने रूसी (Russi Taylor) को श्रद्धांजलि दी.  “Minnie Mouse lost her voice with the passing of Russi Taylor. For more than 30 years, Minnie and Russi worked together to entertain millions around the world—a partnership that made Minnie a global icon and Russi a Disney Legend beloved by fans everywhere. We're so grateful for Russi's talent as well as the tremendous spirit and great joy she brought to everything she did. It was a privilege to have known her and an honor to have worked with her, and we take comfort in the knowledge that her work will continue to entertain and inspire for generations to come. Russi will be sorely missed and our hearts go out to her family and friends, along with our deepest condolences.” – Bob Iger A post shared by Disney (@disney) on Jul 27, 2019 at 4:27pm PDT आइगर ने कहा, "30 सालों से अधिक समय तक के लिए दुनियाभर के लाखों लोगों का मनोरंजन करने के लिए दोनों ने साथ में काम किया. इस साझेदारी ने मिनी को एक ग्लोबल ऑइकन बनाया और रूसी को डिज्नी (Disney) लीजेंड बनाया, जिन्हें हर जगह डिज्नी प्रशंसकों का भरपूर प्यार मिला. उनका काम आने वाली पीढ़ियों का भी मनोरंजन करती रहेगी और उन्हें प्रेरित करती रहेगी." साल 1986 में मिनी (Minnie Mouse) के किरदार को आवाज देने के लिए 200 उम्मीदवारों में से टेलर चुनी गई थीं. डिज्नी (Disney) के लिए काम करते हुए टेलर (Russi Taylor) की मुलाकात वाल्ने एल्वइन से हुई. वाल्ने ने साल 1977 से मिकी माउस के किरदार को अपनी आवाज दी. दोनों ने साल 1991 में शादी की और साल 2009 में वाल्ने के निधन होने के समय तक दोनों साथ रहे. टेलर ने कई अन्य क्लासिक टीवी एनिमेटेड सीरीज के किरदारों को भी अपनी आवाज दी है जैसे कि 'टेलस्पिन', 'द लिटिल मर्मेड' आदि.
2-जी केस : शरद लपेटे में, राडिया ने लगाए आरोप
टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक नीरा राडिया ने सीबीआई से कहा कि हो सकता है कि शरद पवार का विवादास्पद डीबी रियल्टी पर नियंत्रण हो।
एनसीपी के अध्यक्ष और देश के कृषि मंत्री शरद पवार भी 2−जी स्पेक्ट्रम घोटाले के लपेटे में आ सकते हैं। अंग्रेज़ी अखबार टाइम्स ऑफ़ इंडिया में छपी ख़बर के मुताबिक कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया ने शरद पवार का नाम लिया है। अख़बार के मुताबिक नीरा राडिया ने टेप मामले में पूछताछ के दौरान जो बयान सीबीआई के सामने दिया था उसे 2−जी घोटाले की चाजर्शीट में शामिल करके कोर्ट के सामने रखा गया है। टाइम्स ऑफ़ इंडिया के मुताबिक नीरा राडिया ने सीबीआई से कहा है कि हो सकता है कि कृषि मंत्री शरद पवार का विवादास्पद डीबी रियल्टी पर नियंत्रण हो और उन्होंने स्वान टेलीकॉम को स्पेक्ट्रम और लाइसेंस दिलाने के लिए पूर्व दूरसंचार मंत्री ए राजा से पैरवी की हो हालांकि राडिया ने यह भी साफ किया है कि इन आरोपों को साबित करने के लिए उनके पास किसी तरह का सबूत नहीं है। राडिया ने यह भी कहा है कि उन्होंने ये आरोप डिबी रियल्टी से जुड़े दो अहम लोगों शाहिद बलवा और विनोद गोयनका की पवार से नज़दीकियों को देखते हुए लगाए हैं। हालांकि शरद पवार इस बात से इनकार कर चुके हैं कि उनका डीबी रियल्टी ग्रुप के साथ कोई लेना देना है लेकिन विनोद गोयनका ने मराठा नेता के साथ पारिवारिक रिश्ते की बात कही है। हम आपको बता दें कि टाइम्स ऑफ़ इंडिया ने सीबीआई की जिस चाजर्शीट के हवाले से यह ख़बर दी है वो अभी सावर्जनिक नहीं हुई है इसलिए इसकी पुष्टि करना मुमकिन नहीं है।
विजय माल्या को लंदन कोर्ट से लगा झटका, संपत्ति जब्त करने का आदेश भी बरकरार
कोर्ट ने कहा जानबूझकर किया डिफॉल्ट भारतीय बैंक के साथ धोखाधड़ी का है मामला संपत्ति जब्त भी करने का दिया आदेश
जिसके बाद मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट दीपक शेरावत ने यह आदेश दिया. अदालत ने माट्टा की दलीलों को दर्ज किया और मामले की अगली सुनवाई 5 जुलाई को तय की है.
दक्षिण अफ्रीकी टेस्ट टीम में लौटे पीटरसन
पीटरसन श्रीलंका के साथ खेली जाने वाली टेस्ट श्रृंखला के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम में लौट आए हैं। 13 सदस्यीय टीम में सीम गेंदबाज मारचांट दे लांगे नया चेहरा हैं।
सलामी बल्लेबाज अल्वारो पीटरसन श्रीलंका के साथ खेली जाने वाली टेस्ट श्रृंखला के लिए दक्षिण अफ्रीकी टीम में लौट आए हैं। 13 सदस्यीय टीम में सीम गेंदबाज मारचांट दे लांगे नया चेहरा हैं। मारचांट का हालांकि पहले टेस्ट मैच में खेल पाना संदिग्ध है क्योंकि उनके हाथ के अंगूठे में चोट है। गेंदबाज लोनवाबो त्सोत्सोबे, अनुभवी खिलाड़ी ज्यां पॉल ड्यूमिनी और स्पिनर गेंदबाज पॉल हैरिस को टीम में शामिल नहीं किया गया है। पीटरसन को ऑस्ट्रेलिया के साथ खेली गई दो मैचो की टेस्ट श्रृंखला से दूर रखा गया था। उनके स्थान पर जैक्स रुडॉल्फ ने टीम में जगह पाई थी लेकिन रुडॉल्फ घरेलू क्रिकेट में अपने शानदार फार्म को टेस्ट मैचों में जारी नहीं रख सके थे। श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट मैच 15 दिसम्बर से सेंचुरियन में खेला जाएगा। उससे पहले मेहमान टीम दक्षिण अफ्रीकी आमंत्रण एकादश के साथ तीन दिवसीय अभ्यास मैच खेलेगी। टीम इस प्रकार है : ग्रीम स्मिथ (कप्तान), अब्राहम डिविलियर्स, हाशिम अमला, मार्क बाउचर, मारचांट दे लांगे, इमरान ताहिर, जैक्स कैलिस, मोर्ने मोर्कल, अल्वारो पीटरसन, वेरनान फिलेंडर, एश्वेल प्रिंस, जैक्स रुडॉल्फ और डेल स्टेन।
समाधियों पर आयोजित कार्यक्रमों में शाहखर्ची बंद हो : सोनिया
सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार को दिल्ली में समाधियों पर होने वाले कार्यक्रमों में बहुत ज्यादा दिखावा और शाहखर्ची बंद करनी चाहिए।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को एक खत लिखा है। अपने खत में सोनिया गांधी ने कहा है कि सरकार को दिल्ली में समाधियों पर होने वाले कार्यक्रमों में बहुत ज्यादा दिखावा और शाहखर्ची बंद करनी चाहिए और कार्यक्रमों का आयोजन इस तरह किया जाना चाहिए जिससे आम लोगों को कम से कम तकलीफ हो। सोनिया के इस खत के बाद पीएमओ यानि प्रधानमंत्री कार्यालय ने तुरंत इस पर अमल करने का फैसला करते हुए कहा है कि दिल्ली में अलग−अलग समाधियों पर होने वाले इस तरह के कार्यक्रमों में जल्द से जल्द कमी लाई जाएगी। फिलहाल सरकार के साथ कई ट्रस्ट और संगठन मिलकर 15 से ज्यादा कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। सोनिया के इस खत के बाद पीएमओ यानि प्रधानमंत्री कार्यालय ने तुरंत इस पर अमल करने का फैसला करते हुए कहा है कि दिल्ली में अलग−अलग समाधियों पर होने वाले इस तरह के कार्यक्रमों में जल्द से जल्द कमी लाई जाएगी। फिलहाल सरकार के साथ कई ट्रस्ट और संगठन मिलकर 15 से ज्यादा कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
बर्थडे पार्टी में नशीला पदार्थ खिलाकर लड़की से गैंगरेप, तस्वीरें भी खींचीं
यह लड़की फर्स्ट ईयर ईयर की छात्रा है और अपनी एक दोस्त के साथ बर्थडे पार्टी में गई थी। यह पार्टी तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के दफ्तर में हो रही थी, जो कॉलेज के कैंपस में है।
पश्चिम बंगाल के आसनसोल में एक छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार का मामला सामने आया है। खबर है कि पीड़ित छात्रा के साथ तीन लड़कों ने बलात्कार किया। यह लड़की फर्स्ट ईयर ईयर की छात्रा है और अपनी एक दोस्त के साथ बर्थडे पार्टी में गई थी। यह पार्टी तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के दफ्तर में हो रही थी, जो कॉलेज के कैंपस में है। तीनों आरोपियों ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर लड़की को दे दिया और फिर उसके साथ बलात्कार किया। आरोपियों ने लड़की की आपत्तिजनक तस्वीरें भी खींच लीं। पुलिस को इस मामले में आरोपियों के साथ-साथ उस सिक्योरिटी गार्ड की भी तलाश है, जो घटना के वक्त वहां मौजूद था। यह पार्टी तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के दफ्तर में हो रही थी, जो कॉलेज के कैंपस में है। तीनों आरोपियों ने कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर लड़की को दे दिया और फिर उसके साथ बलात्कार किया। आरोपियों ने लड़की की आपत्तिजनक तस्वीरें भी खींच लीं। पुलिस को इस मामले में आरोपियों के साथ-साथ उस सिक्योरिटी गार्ड की भी तलाश है, जो घटना के वक्त वहां मौजूद था।
सर्जिकल स्‍ट्राइक के बाद पाकिस्तान के चीफ जस्टिस ने भारत दौरा रद्द किया
जमाली ने 'मौजूदा हालात' का जिक्र करते हुए अगले महीने दौरा रद्द किया. 21-23 अक्तूबर को भारत में आयोजित वैश्विक सम्‍मेलन में आना था. भारत के सर्जिकल स्‍ट्राइक के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ा हुआ है तनाव.
पाकिस्तान के प्रधान न्यायाधीश अनवर जहीर जमाली ने 'मौजूदा हालात' का जिक्र करते हुए अगले महीने भारत का अपना दौरा रद्द कर दिया है. 'रेडियो पाकिस्तान' की खबरों के मुताबिक, जमाली ने 21-23 अक्तूबर को भारत में आयोजित किए जाने वाले वैश्विक सम्मेलन में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है. जुलाई में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावले ने निजी तौर पर प्रधान न्यायाधीश जमाली को मध्यस्थता तथा प्रवर्तन को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय पहल पर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था. 'न्यूज इंटरनेशनल' के मुताबिक, भारतीय उच्चतम न्यायालय को एक खत में जमाली ने कहा कि 'मौजूदा हालात' में वह बैठक में भाग नहीं ले पाएंगे. खबरों में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति के कारण यह फैसला किया गया है. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक, हालांकि उच्चतम न्यायालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेश विभाग ने सिफारिश की है कि प्रधान न्यायाधीश सम्मेलन में शिरकत कर सकते हैं, लेकिन जमाली ने मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर भारत जाने से मना कर दिया है. टिप्पणियां जमाली का यह फैसला खासकर नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के खिलाफ भारत के लक्षित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद किया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'रेडियो पाकिस्तान' की खबरों के मुताबिक, जमाली ने 21-23 अक्तूबर को भारत में आयोजित किए जाने वाले वैश्विक सम्मेलन में हिस्सा लेने से इंकार कर दिया है. जुलाई में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावले ने निजी तौर पर प्रधान न्यायाधीश जमाली को मध्यस्थता तथा प्रवर्तन को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय पहल पर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था. 'न्यूज इंटरनेशनल' के मुताबिक, भारतीय उच्चतम न्यायालय को एक खत में जमाली ने कहा कि 'मौजूदा हालात' में वह बैठक में भाग नहीं ले पाएंगे. खबरों में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति के कारण यह फैसला किया गया है. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक, हालांकि उच्चतम न्यायालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेश विभाग ने सिफारिश की है कि प्रधान न्यायाधीश सम्मेलन में शिरकत कर सकते हैं, लेकिन जमाली ने मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर भारत जाने से मना कर दिया है. टिप्पणियां जमाली का यह फैसला खासकर नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के खिलाफ भारत के लक्षित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद किया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जुलाई में भारतीय उच्चायुक्त गौतम बम्बावले ने निजी तौर पर प्रधान न्यायाधीश जमाली को मध्यस्थता तथा प्रवर्तन को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय पहल पर सम्मेलन के लिए आमंत्रित किया था. 'न्यूज इंटरनेशनल' के मुताबिक, भारतीय उच्चतम न्यायालय को एक खत में जमाली ने कहा कि 'मौजूदा हालात' में वह बैठक में भाग नहीं ले पाएंगे. खबरों में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति के कारण यह फैसला किया गया है. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक, हालांकि उच्चतम न्यायालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेश विभाग ने सिफारिश की है कि प्रधान न्यायाधीश सम्मेलन में शिरकत कर सकते हैं, लेकिन जमाली ने मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर भारत जाने से मना कर दिया है. टिप्पणियां जमाली का यह फैसला खासकर नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के खिलाफ भारत के लक्षित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद किया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'न्यूज इंटरनेशनल' के मुताबिक, भारतीय उच्चतम न्यायालय को एक खत में जमाली ने कहा कि 'मौजूदा हालात' में वह बैठक में भाग नहीं ले पाएंगे. खबरों में कहा गया है कि दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति के कारण यह फैसला किया गया है. 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक, हालांकि उच्चतम न्यायालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेश विभाग ने सिफारिश की है कि प्रधान न्यायाधीश सम्मेलन में शिरकत कर सकते हैं, लेकिन जमाली ने मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर भारत जाने से मना कर दिया है. टिप्पणियां जमाली का यह फैसला खासकर नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के खिलाफ भारत के लक्षित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद किया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) 'एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक, हालांकि उच्चतम न्यायालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि विदेश विभाग ने सिफारिश की है कि प्रधान न्यायाधीश सम्मेलन में शिरकत कर सकते हैं, लेकिन जमाली ने मौजूदा परिस्थिति के मद्देनजर भारत जाने से मना कर दिया है. टिप्पणियां जमाली का यह फैसला खासकर नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के खिलाफ भारत के लक्षित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद किया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) जमाली का यह फैसला खासकर नियंत्रण रेखा पर आतंकियों के खिलाफ भारत के लक्षित हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ने के बाद किया गया.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
शोपियां मुठभेड़ खत्म, हिज्बुल कमांडर सद्दाम पादर और कश्मीर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर सहित 5 आतंकी ढेर
हिज्बुल कमांडर से मिलने गये थे प्रोफेसर शनिवार को हुए थे लापता 5 आतंकी ढेर
जम्मू कश्मीर के शोपियां के बदीगाम जैनपुरा में मुठभेड़ खत्म हो गई है. सुरक्षाबलों ने हिज्बुल कमांडर सद्दाम पादर और कश्मीर यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मोहम्मद रफी बट्ट सहित 5 आतंकी ढेर कर दिये हैं.  जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी एसपी वैद्य ने बताया है कि मुठभेड़ में 5 आतंकी मारे गये हैं. कुछ दिन पहले ही प्रोफेसर बट्ट आतंकवाद में शामिल हो गये थे. जिस समय सुरक्षाबलों ने इनके खिलाफ ऑपरेशन शुरू किया वह हिजबुल कमांडर सद्दाम पाडेर से चुपचाप मुलाकात कर रहे थे.    Encounter concluded at Badigam Zainpora Shopian, 5 bodies of terrorists recovered. Well done boys - Army/ CRPF/J&K Police. — Shesh Paul Vaid (@spvaid) May 6, 2018 मुठभेड़ के दौरान पुलिस इन आतंकियों और प्रोफेसर बट्ट से सरेंडर करने की अपील भी की कर रही थी. वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस ने प्रोफेसर के परिवारजनों से भी कहा है वे उनसे सरेंडर करने के लिए कहें. आपको बता दें कि समाजशास्त्र विभाग में अनुबंध पर कार्यरत सहायक प्रोफेसर मोहम्मद रफी बट्ट शनिवार से लापता थे. बट्ट कश्मीर के गांदेरबल के रहने वाले हैं. उनके परिवार ने विश्वविद्यालय अधिकारियों को शनिवार को लापता होने के बारे में बताया था.    googletag.cmd.push(function() { googletag.display('adslotNativeVideo'); });   Encounter concluded at Badigam Zainpora Shopian, 5 bodies of terrorists recovered. Well done boys - Army/ CRPF/J&K Police. — Shesh Paul Vaid (@spvaid) May 6, 2018 मुठभेड़ के दौरान पुलिस इन आतंकियों और प्रोफेसर बट्ट से सरेंडर करने की अपील भी की कर रही थी. वहीं सूत्रों का यह भी कहना है कि पुलिस ने प्रोफेसर के परिवारजनों से भी कहा है वे उनसे सरेंडर करने के लिए कहें. आपको बता दें कि समाजशास्त्र विभाग में अनुबंध पर कार्यरत सहायक प्रोफेसर मोहम्मद रफी बट्ट शनिवार से लापता थे. बट्ट कश्मीर के गांदेरबल के रहने वाले हैं. उनके परिवार ने विश्वविद्यालय अधिकारियों को शनिवार को लापता होने के बारे में बताया था.    Encounter concluded at Badigam Zainpora Shopian, 5 bodies of terrorists recovered. Well done boys - Army/ CRPF/J&K Police.
मायके से दहेज नहीं लाने पर विवाहिता की हत्या, शव को पेड़ पर लटकाया
2012 में सूरजपुर निवासी सुनील कुमार से हुई थी महिला की शादी महिला से लगातार दो लाख रुपए की डिमांड कर रहे थे ससुराल वाले पीट-पीट कर पिंकी की हत्या के बाद शव को पेड़ पर लटकाया
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में कथित रूप से दहेज की मांग पूरी ना होने पर एक विवाहिता की हत्या कर उसके शव को गांव से दूर एक पेड़ पर लटका दिया गया. पुलिस सूत्रों ने रविवार को दर्ज रिपोर्ट के हवाले से बताया कि हजरतपुर थाना क्षेत्र के हसौरा गांव निवासी आराम सिंह ने अपनी बेटी पिंकी यादव (25) की शादी वर्ष 2012 में अपनी सामर्थ्य के अनुसार दहेज देकर सूरजपुर निवासी सुनील कुमार के साथ की थी.  आरोप है कि शादी के बाद से ही पिंकी के ससुराल वाले कम दहेज को लेकर उसको तरह-तरह से प्रताड़ित करते थे. पिछले साल सुनील को पीलिया रोग हो गया था, जिस पर उसके परिजन ने पिंकी से कहा था कि वह मायके से एक लाख रपए लेकर आये. वह धनराशि ना ला पाने पर उन्होंने पिंकी को और भी ज्यादा प्रताड़ित करना शुर कर दिया. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि शनिवार की रात दहेज में दो लाख रपए की मांग को लेकर पिंकी और उसके ससुरालवालों के बीच काफी कहासुनी हुई थी. इसी बात को लेकर सुनील के परिवार वालों ने पीट-पीट कर पिंकी की हत्या कर दी और शव गांव से एक किलोमीटर दूर एक पेड़ पर फांसी से लटका दिया.  टिप्पणियां सूचना पर पुलिस ने रविवार को पिंकी के शव को उतार कर अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. मृतका के भाई की ओर से उसके पति समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है. फिलहाल सभी आरोपी फरार बताये जाते हैं.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आरोप है कि शादी के बाद से ही पिंकी के ससुराल वाले कम दहेज को लेकर उसको तरह-तरह से प्रताड़ित करते थे. पिछले साल सुनील को पीलिया रोग हो गया था, जिस पर उसके परिजन ने पिंकी से कहा था कि वह मायके से एक लाख रपए लेकर आये. वह धनराशि ना ला पाने पर उन्होंने पिंकी को और भी ज्यादा प्रताड़ित करना शुर कर दिया. रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि शनिवार की रात दहेज में दो लाख रपए की मांग को लेकर पिंकी और उसके ससुरालवालों के बीच काफी कहासुनी हुई थी. इसी बात को लेकर सुनील के परिवार वालों ने पीट-पीट कर पिंकी की हत्या कर दी और शव गांव से एक किलोमीटर दूर एक पेड़ पर फांसी से लटका दिया.  टिप्पणियां सूचना पर पुलिस ने रविवार को पिंकी के शव को उतार कर अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. मृतका के भाई की ओर से उसके पति समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है. फिलहाल सभी आरोपी फरार बताये जाते हैं.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि शनिवार की रात दहेज में दो लाख रपए की मांग को लेकर पिंकी और उसके ससुरालवालों के बीच काफी कहासुनी हुई थी. इसी बात को लेकर सुनील के परिवार वालों ने पीट-पीट कर पिंकी की हत्या कर दी और शव गांव से एक किलोमीटर दूर एक पेड़ पर फांसी से लटका दिया.  टिप्पणियां सूचना पर पुलिस ने रविवार को पिंकी के शव को उतार कर अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. मृतका के भाई की ओर से उसके पति समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है. फिलहाल सभी आरोपी फरार बताये जाते हैं.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सूचना पर पुलिस ने रविवार को पिंकी के शव को उतार कर अपने कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया. मृतका के भाई की ओर से उसके पति समेत पांच लोगों के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी गयी है. फिलहाल सभी आरोपी फरार बताये जाते हैं.  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
TOP 5 NEWS: योगी आदित्यनाथ और मायावती पर बड़ी कार्रवाई, आपत्तिजनक बयान पर घिरे आजम खान
योगी आदित्यनाथ 72 घंटे और मायावती 48 घंटे तक नहीं कर सकेंगी चुनाव प्रचार जयाप्रदा ने मायावती से की अपील- मेरी मदद कीजिए, सपा से वापस लें समर्थन बीजेपी के नेता ने रैली में दी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को गाली
लोकसभा चुनाव 2019 के लिए भारतीय जनता पार्टी ने अपने उम्मीदवारों की एक और लिस्ट जारी की है. बीजेपी ने अपनी 21वीं सूची में उत्तर प्रदेश की सात लोकसभा सीटों पर प्रत्याशी उतारे हैं. पार्टी ने गोरखपुर से भोजपुरी अभिनेता रवि किशन (Ravi Kishan) को मैदान में उतारा है. लोकसभा चुनाव में अपनी पार्टी की जीत सुनिश्चित करने के लिए सभी पार्टियां पूरी ताकत झोंक रही है, मगर इस बीच योगी आदित्यनाथ और मायावती पर चुनाव आयोग का डंडा चला है. चुनाव आयोग ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बसपा प्रमुख मायावती को रैली और रोड शो करने पर बैन लगा दिया है. चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ को 72 घंटे और मायावती के 48 घंटे के लिए रैली और रोड शो करने पर रोक लगा दी है. राहुल गांधी के बयान 'चौकीदार चोर है' पर सुप्रीम कोर्ट कहा है कि उसने ऐसा कुछ नहीं कहा. राहुल गांधी से इस बारे में जवाब तलब किया गया है. राफेल मामले में पीएम मोदी पर टिप्पणी के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी से जवाब मांगा है. उत्तर प्रदेश के रामपुर से समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के उम्मीदवार आजम खान (Azam Khan) के आपत्तिजनक बयान 'खाकी अंडरवियर' पर भाजपा (BJP) उम्मीदवार जयाप्रदा ने बसपा (BSP) प्रमुख मायावती से मदद की अपील की है. जयाप्रदा ने मायावती से अपील की है कि मेरी मदद कीजिए और सपा से समर्थन वापस लीजिए. आजम खान के आपत्तिजनक बयान को लेकर उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है और महिला आयोग ने भी सख्ती दिखाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है. हिमाचल प्रदेश के बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती (Satpal Singh Satti) का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते नज़र आ रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी की 20वीं सूची में हरियाणा के हिसार से बृजेंद्र सिंह को टिकट दिया गया. वहीं, रोहतक से अरविंद शर्मा को टिकट दिया गया है. वहीं मध्य प्रदेश में खजुराहो से बीजेपी ने बिष्णु दत्त शर्मा, रतलाम से जीएस दामोर, धार से छत्तर सिंह दरबार को टिकट दिया गया है. राजस्थान के दौसा से जसकौर मीणा को टिकट दिया गया. भोजपुरी अभिनेता रवि किशन 2014 के लोकसभा चुनाव में भी अपना भाग्य आजमा चुके हैं. पिछली बार वह कांग्रेस के टिकट पर उत्तर प्रदेश की जौनपुर सीट से चुनाव मैदान में उतरे थे, लेकिन मोदी लहर में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. जौनपुर से बीजेपी के केपी सिंह ने जीत दर्ज की थी. हाल ही में बीजेपी ज्वाइन करने के बाद चर्चा थी कि रवि किशन इस बार भी बीजेपी के टिकट पर जौनपुर से ही चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि वे मूलरूप से जौनपुर के ही रहने वाले हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें सीएम योगी के गढ़ गोरखपुर से मैदान में उतारा है. बताया जा रहा है कि चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ और मायावती को उनके भाषणों में आपत्तिजनक बयानों के जरिए आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए ऐसा बन लगाया है. चुनाव आयोग ने इन दोनों को आचार संहिता के उल्लंघन में दोषी पाया है. बता दें कि चुनाव आयोग की यह बड़ी कार्रवाई ऐसे वक्त में आई है जब सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले ही पूछा था कि विद्वेष फैलाने वाले भाषणों को लेकर निर्वाचन आयोग ने अब तक क्या कार्रवाई की है. आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने रफाल मामले में बीजेपी सासंद मीनाक्षी लेखी की याचिका पर सुनवाई की. मीनाक्षी लेखी ने राहुल गांधी के खिलाफ पीएम मोदी पर टिप्पणी पर अवमानना की याचिका दाखिल की है. मीनाक्षी लेखी ने अपनी याचिका में कहा है कि सुप्रीम कोर्ट ने रफाल मामले में पुनर्विचार याचिका की सुनवाई के दौरान केंद्र की प्रारंभिक आपत्ति खारिज करते हुए कहा था कि वो द हिंदू में छपे रक्षा दस्तावेज पर विचार करेगा, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सुप्रीम कोर्ट के हवाले से ये बयान दिया कि सुप्रीम कोर्ट ने भी माना है कि 'चौकीदार चोर' है. याचिका में कहा गया है कि कोर्ट ने आदेश में ऐसा कुछ नहीं है इसलिए ये कोर्ट की अवमानना है. आजम खान के इस बयान पर जयाप्रदा ने सोमवार को कहा, 'ये मेरे लिए कोई नई बात नहीं है, साल 2009 से ये झेल रही हूं. मैं काफी हिल गई हूं. अखिलेश बगल में बैठे हुए थे उन्होंने कुछ नहीं बोला. पहले मेरी अश्लील तस्वीरें बंटवाई थीं. मुझे डराने के लिए ये सब कर रहे हैं. मैं डरी नहीं हूं मैं रामपुर नहीं छोड़ने वाली हूं. पहले में डरती थी पर अब नहीं. अखिलेश आजम खान को पार्टी से निकालें. रामपुर की जनता मेरे साथ खड़ी है. पहले भी मुझे पार्टी से निकाला गया आजम खान को नहीं.' गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है, नेताओं के बीच बदजुबानी भी बढ़ गई है. रामपुर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार आजम खान ने जयाप्रदा को लेकर अभद्र टिप्पणी की थी. उन्होंने अपने बयान पर स्पष्टिकरण देते हुए कहा कि उन्होंने फिल्म अभिनेत्री और बीजेपी उम्मीदवार जयाप्रदा के खिलाफ किसी तरह की आपत्तिजनक टिप्पणी नहीं की है. हालांकि उनके बयान पर विवाद बढ़ गया है और एफआईआर दर्ज हो गई है. दूसरी तरफ, जयाप्रदा ने बसपा (BSP) प्रमुख मायावती से मदद की अपील की है. जयाप्रदा ने कहा कि मैं मायावती (Mayawati) से अपील करती हूं कि मेरी मदद कीजिए और मेरे लिए आवाज उठाएं.
बाई ने ज्वाला पर आजीवन प्रतिबंध मामले के लिए पैनल गठित किया
ज्वाला गुट्टा पर अनुचित सजा की सिफारिश के लिए पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों की आलोचना झेल रही भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) ने आज इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय स्वंतत्र समिति नियुक्त करने का फैसला किया।
ज्वाला गुट्टा पर अनुचित सजा की सिफारिश के लिए पूर्व और मौजूदा खिलाड़ियों की आलोचना झेल रही भारतीय बैडमिंटन संघ (बाई) ने आज इस मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय स्वंतत्र समिति नियुक्त करने का फैसला किया। बाई ने पैनल को एक महीने के भीतर इसकी रिपोर्ट देने को कहा है, तब तक ज्वाला के नाम पर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए विचार नहीं किया जाएगा, जिन्हें एक और कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा। बाई की अनुशासन समिति ने ज्वाला पर आजीवन प्रतिबंध की सिफारिश की है और उसने अंतिम फैसला अध्यक्ष पर छोड़ दिया है।टिप्पणियां बाई के महासचिव विजय सिन्हा ने बयान में कहा, खुद कार्रवाई करने के बजाय बाई के अध्यक्ष ने कार्यकारी समिति के सदस्यों से सलाह के बाद एक स्वंतत्र तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया जो ज्वाला गुट्टा को आगे कारण बताओ नोटिस जारी करेगी, जिसमें उनसे अनुशासन समिति द्वारा प्रस्तावित सजा पर एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा जाएगा। एक महीने के भीतर प्रस्तावित सजा पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। तीन सदस्यीय समिति में भारतीय ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव और उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के महासचिव आनंदेश्वर पांडे, भारतीय लूश महासंघ की अध्यक्ष दीपा मेहता तथा सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति की पूर्व सदस्य स्वाति शुक्ला शामिल हैं। ज्वाला से सात दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब भेजने को कहा गया है। बाई ने पैनल को एक महीने के भीतर इसकी रिपोर्ट देने को कहा है, तब तक ज्वाला के नाम पर किसी भी राष्ट्रीय या अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए विचार नहीं किया जाएगा, जिन्हें एक और कारण बताओ नोटिस भेजा जाएगा। बाई की अनुशासन समिति ने ज्वाला पर आजीवन प्रतिबंध की सिफारिश की है और उसने अंतिम फैसला अध्यक्ष पर छोड़ दिया है।टिप्पणियां बाई के महासचिव विजय सिन्हा ने बयान में कहा, खुद कार्रवाई करने के बजाय बाई के अध्यक्ष ने कार्यकारी समिति के सदस्यों से सलाह के बाद एक स्वंतत्र तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया जो ज्वाला गुट्टा को आगे कारण बताओ नोटिस जारी करेगी, जिसमें उनसे अनुशासन समिति द्वारा प्रस्तावित सजा पर एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा जाएगा। एक महीने के भीतर प्रस्तावित सजा पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। तीन सदस्यीय समिति में भारतीय ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव और उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के महासचिव आनंदेश्वर पांडे, भारतीय लूश महासंघ की अध्यक्ष दीपा मेहता तथा सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति की पूर्व सदस्य स्वाति शुक्ला शामिल हैं। ज्वाला से सात दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब भेजने को कहा गया है। बाई की अनुशासन समिति ने ज्वाला पर आजीवन प्रतिबंध की सिफारिश की है और उसने अंतिम फैसला अध्यक्ष पर छोड़ दिया है।टिप्पणियां बाई के महासचिव विजय सिन्हा ने बयान में कहा, खुद कार्रवाई करने के बजाय बाई के अध्यक्ष ने कार्यकारी समिति के सदस्यों से सलाह के बाद एक स्वंतत्र तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया जो ज्वाला गुट्टा को आगे कारण बताओ नोटिस जारी करेगी, जिसमें उनसे अनुशासन समिति द्वारा प्रस्तावित सजा पर एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा जाएगा। एक महीने के भीतर प्रस्तावित सजा पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। तीन सदस्यीय समिति में भारतीय ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव और उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के महासचिव आनंदेश्वर पांडे, भारतीय लूश महासंघ की अध्यक्ष दीपा मेहता तथा सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति की पूर्व सदस्य स्वाति शुक्ला शामिल हैं। ज्वाला से सात दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब भेजने को कहा गया है। बाई के महासचिव विजय सिन्हा ने बयान में कहा, खुद कार्रवाई करने के बजाय बाई के अध्यक्ष ने कार्यकारी समिति के सदस्यों से सलाह के बाद एक स्वंतत्र तीन सदस्यीय समिति गठित करने का फैसला किया जो ज्वाला गुट्टा को आगे कारण बताओ नोटिस जारी करेगी, जिसमें उनसे अनुशासन समिति द्वारा प्रस्तावित सजा पर एक हफ्ते के भीतर जवाब मांगा जाएगा। एक महीने के भीतर प्रस्तावित सजा पर अंतिम फैसला लिया जाएगा। तीन सदस्यीय समिति में भारतीय ओलंपिक संघ के संयुक्त सचिव और उत्तर प्रदेश ओलिंपिक संघ के महासचिव आनंदेश्वर पांडे, भारतीय लूश महासंघ की अध्यक्ष दीपा मेहता तथा सामाजिक कार्यकर्ता और राष्ट्रमंडल खेलों की आयोजन समिति की पूर्व सदस्य स्वाति शुक्ला शामिल हैं। ज्वाला से सात दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब भेजने को कहा गया है। ज्वाला से सात दिन के अंदर कारण बताओ नोटिस का जवाब भेजने को कहा गया है।
गुजरात चुनाव : राजस्व मंत्री आनंदीबेन रिकॉर्ड मतों से जीतीं
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार राजस्व मंत्री आनंदीबेन ने कांग्रेस के रमेशभाई पटेल को 110395 मतों के विशाल अंतर से पराजित किया। पूर्व मुख्यमंत्री केशूभाई पटेल के विपक्ष में होने के बावजूद भाजपा उम्मीदवार को 154599 मत मिले।
मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के मंत्रिमंडल में कैबिनेट मंत्री आनंदीबेन पटेल घाटलोडिया विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीत गई हैं। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार राजस्व मंत्री आनंदीबेन ने कांग्रेस के रमेशभाई पटेल को 110395 मतों के विशाल अंतर से पराजित किया। पूर्व मुख्यमंत्री केशूभाई पटेल के विपक्ष में होने के बावजूद भाजपा उम्मीदवार को 154599 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी रमेशभाई को 44204 मत मिले। गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) के उम्मीदवार चिरागभाई पटेल को मात्र 2829 मत मिले।टिप्पणियां उत्तर गुजरात की पाटण विधानसभा से जहां 2002 और 2007 में आनंदीबेन पटेल ने चुनाव जीता था। लेकिन अपने खिलाफ सत्ता विरोधी रुझानों को देखते हुए उन्होंने इस दफे अहमदाबाद की नवसृजित घाटलोड़िया सीट चुना और वह चुनाव जीतने में सफल भी रही। पाटण कभी गुजरात की प्राचीन राजधानी हुआ करती थी। पाटण फिलहाल अपनी पटोला साड़ियों के लिए मशहूर है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवार राजस्व मंत्री आनंदीबेन ने कांग्रेस के रमेशभाई पटेल को 110395 मतों के विशाल अंतर से पराजित किया। पूर्व मुख्यमंत्री केशूभाई पटेल के विपक्ष में होने के बावजूद भाजपा उम्मीदवार को 154599 मत मिले। कांग्रेस प्रत्याशी रमेशभाई को 44204 मत मिले। गुजरात परिवर्तन पार्टी (जीपीपी) के उम्मीदवार चिरागभाई पटेल को मात्र 2829 मत मिले।टिप्पणियां उत्तर गुजरात की पाटण विधानसभा से जहां 2002 और 2007 में आनंदीबेन पटेल ने चुनाव जीता था। लेकिन अपने खिलाफ सत्ता विरोधी रुझानों को देखते हुए उन्होंने इस दफे अहमदाबाद की नवसृजित घाटलोड़िया सीट चुना और वह चुनाव जीतने में सफल भी रही। पाटण कभी गुजरात की प्राचीन राजधानी हुआ करती थी। पाटण फिलहाल अपनी पटोला साड़ियों के लिए मशहूर है। उत्तर गुजरात की पाटण विधानसभा से जहां 2002 और 2007 में आनंदीबेन पटेल ने चुनाव जीता था। लेकिन अपने खिलाफ सत्ता विरोधी रुझानों को देखते हुए उन्होंने इस दफे अहमदाबाद की नवसृजित घाटलोड़िया सीट चुना और वह चुनाव जीतने में सफल भी रही। पाटण कभी गुजरात की प्राचीन राजधानी हुआ करती थी। पाटण फिलहाल अपनी पटोला साड़ियों के लिए मशहूर है। पाटण कभी गुजरात की प्राचीन राजधानी हुआ करती थी। पाटण फिलहाल अपनी पटोला साड़ियों के लिए मशहूर है।
अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री अब AAM Aadmi से रोज करेंगे मुलाकात, वो भी बिना अपॉइनमेंट के
10-11 बजे जनता से बिना अपॉइंटमेंट मिलेंगे 1 जून से लागू होगी योजना जनता और आप के बीच पैदा हुई दूरी होगी खत्म
दिल्ली की सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी को समझ आ गया है कि दिल्ली में उसकी बड़ी हार का कारण EVM नहीं, बल्कि जनता से बढ़ी दूरी थी इसलिए अब दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार ने फैसला किया है कि सोमवार से शुक्रवार सभी सरकार के सभी मंत्री, मुख्यमंत्री और अफसर बिना अप्वाइनमेंट जनता से सुबह 10 से 11 बजे मिलेंगे. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने फैसले की जानकारी देते हुए बताया कि हम पिछले दिनों लोगों के बीच जा रहे हैं और ये बात निकल कर आ रही है कि लोग सरकार के मंत्री से मिलना चाह रहे हैं. अफसर से मिलना चाह रहे हैं लेकिन सरकार का जनता से कुछ 'डिसकनेक्ट' हुआ है इसलिए अब दिल्ली के सभी मंत्री, अफ़सर रोज़ाना सुबह 10-11 बजे जनता से बिना अपॉइंटमेंट मिलेंगे कोई भी सीनियर अफ़सर, या मंत्री सोमवार से शुक्रवार इसके चलते कोई दूसरीं मीटिंग नहीं रखेगा सिर्फ जनता से मिलेगा. सिसोदिया ने बताया कि इसके लिए सीएम केजरीवाल ने दिल्ली के चीफ सेक्रेटरी को इसकी व्यवस्था करने को कहा है और 1 जून से इसको लागू करने की योजना है.टिप्पणियां सिसोदिया से पूछा गया कि पहले आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपनी हार के लिए EVM को ज़िम्मेदार ठहरा रही थी और अब मान रही है कि जनता से डिसकनेक्ट इसका कारण था तो कितनी ज़िम्मेदार EVM को आप मानते हैं और कितना जनता से दूरी को? सिसोदिया बोले 'ये तो सरकार की ज़िम्मेदारी है'. आपको बता दें कि बीते रविवार को आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने सभी मंत्रियों विधायकों को रोज़ सुबह 10 बजे जनता से बिना अपॉइनमेंट मिलने का आदेश दिया था जिसको अमली जामा पहनाते हुए दिल्ली सरकार ने इसमें अफसरों को शामिल कर दिया है.   सिसोदिया से पूछा गया कि पहले आम आदमी पार्टी दिल्ली में अपनी हार के लिए EVM को ज़िम्मेदार ठहरा रही थी और अब मान रही है कि जनता से डिसकनेक्ट इसका कारण था तो कितनी ज़िम्मेदार EVM को आप मानते हैं और कितना जनता से दूरी को? सिसोदिया बोले 'ये तो सरकार की ज़िम्मेदारी है'. आपको बता दें कि बीते रविवार को आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने सभी मंत्रियों विधायकों को रोज़ सुबह 10 बजे जनता से बिना अपॉइनमेंट मिलने का आदेश दिया था जिसको अमली जामा पहनाते हुए दिल्ली सरकार ने इसमें अफसरों को शामिल कर दिया है.   आपको बता दें कि बीते रविवार को आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने अपने सभी मंत्रियों विधायकों को रोज़ सुबह 10 बजे जनता से बिना अपॉइनमेंट मिलने का आदेश दिया था जिसको अमली जामा पहनाते हुए दिल्ली सरकार ने इसमें अफसरों को शामिल कर दिया है.
रियल एक्शन हीरो हैं PM नरेंद्र मोदी, लेकिन काम नहीं करने की वजह से जनता से दूर हुए : शत्रुघ्न सिन्हा
'उसी दिन पार्टी को त्याग देंगे, जिस दिन आलाकमान कहेगा' शत्रुघ्न ने कहा- मैं BJP में सिर्फ एक ही मोदी को जानता हूं शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि उनकी सहानुभूति विपक्ष के साथ है
शत्रुघ्‍न सिन्‍हा बिहार के पटना साहिब संसदीय क्षेत्र से BJP के सांसद हैं. IANS को दिए एक इंटरव्यू में पूछे गए एक सवाल के जवाब में शत्रुघ्‍न सिन्‍हा ने कहा कि मैं BJP में सिर्फ एक ही मोदी को जानता हूं. वह रियल एक्शन हीरो हैं. शत्रुघ्‍न सिन्‍हा से लिए गए साक्षात्‍कार के मुख्य अंश:
महिला क्रिकेटर मिताली राज ने बनाए हैं टी20 में रोहित शर्मा और विराट कोहली से भी ज्‍यादा रन..
टी20 इंटरनेशनल में 2283 रन बना चुकी हैं मिताली रोहित शर्मा के नाम पर हैं 2207 रन विराट ने टी20I में बनाए हैं 2102 रन
Mithali Raj tops an illustrious list of India's most prolific T20I run-scorers @M_Raj03@ImRo45@imVkohli@ImHarmanpreet@ImRaina@msdhonipic.twitter.com/SmQt9LjLzu — ICC (@ICC) November 15, 2018 @M_Raj03@ImRo45@imVkohli@ImHarmanpreet@ImRaina@msdhonipic.twitter.com/SmQt9LjLzu भारतीय पुरुष क्रिकेट टीम के दो स्‍टार बल्‍लेबाजों रोहित शर्मा और विराट कोहली से टी20 इंटरनेशनल में ज्‍यादा रन मिताली राज बना चुकी हैं. रोहित शर्मा ने 87 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 33.43 के औसत से 2207 रन बनाए हैं जिसमें चार शतक शामिल हैं. टी20 इंटरनेशनल में रोहित शर्मा चार शतक जमाने वाले दुनिया के एकमात्र बल्‍लेबाज हैं. इसी तरह टीम इंडिया के कप्‍तान विराट कोहली ने 62 टी20 इंटरनेशनल मैचों में 48.88 के औसत से 2102 रन बनाए हैं. विराट का टी20I में सर्वोच्‍च स्‍कोर नाबाद 90 रन रहा है.
बिहार के मुजफ्फरपुर में दलित महिला को खाट से बांधकर जलाया, पूर्व पार्षद से पूछताछ
टरमा गांव स्थित एक दलित बस्ती में बीती रात हुई घटना. मृतक महिला का नाम राजकली देवी (45) है. हत्या में स्थानीय पूर्व पार्षद प्रेम चौधरी का हाथ होने का आरोप .
बिहार के मुजफ्फरपुर जिला के कांटी थाना अंतर्गत टरमा गांव स्थित एक दलित बस्ती में बीती रात एक महिला को खाट में बांध दिया गया और कथित तौर पर जलाकर उसकी हत्या कर दी गई. पुलिस उपाधीक्षक (पश्चिमी) अजय कुमार ने बताया कि मृतक महिला का नाम राजकली देवी (45) है और वह बिंदेश्वर चौधरी की पत्नी है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया है.टिप्पणियां अजय ने आपसी रंजिश के कारण महिला की हत्या किए जाने की संभावना जताते हुए बताया कि मृतक के पुत्र अशोक चौधरी द्वारा अपनी मां की हत्या में स्थानीय पूर्व पार्षद प्रेम चौधरी का हाथ होने का आरोप लगाए जाने पर प्रेम चौधरी को हिरासत में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) पुलिस उपाधीक्षक (पश्चिमी) अजय कुमार ने बताया कि मृतक महिला का नाम राजकली देवी (45) है और वह बिंदेश्वर चौधरी की पत्नी है. उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया है.टिप्पणियां अजय ने आपसी रंजिश के कारण महिला की हत्या किए जाने की संभावना जताते हुए बताया कि मृतक के पुत्र अशोक चौधरी द्वारा अपनी मां की हत्या में स्थानीय पूर्व पार्षद प्रेम चौधरी का हाथ होने का आरोप लगाए जाने पर प्रेम चौधरी को हिरासत में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने बताया कि पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए श्रीकृष्ण मेडिकल कालेज अस्पताल भेज दिया है.टिप्पणियां अजय ने आपसी रंजिश के कारण महिला की हत्या किए जाने की संभावना जताते हुए बताया कि मृतक के पुत्र अशोक चौधरी द्वारा अपनी मां की हत्या में स्थानीय पूर्व पार्षद प्रेम चौधरी का हाथ होने का आरोप लगाए जाने पर प्रेम चौधरी को हिरासत में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अजय ने आपसी रंजिश के कारण महिला की हत्या किए जाने की संभावना जताते हुए बताया कि मृतक के पुत्र अशोक चौधरी द्वारा अपनी मां की हत्या में स्थानीय पूर्व पार्षद प्रेम चौधरी का हाथ होने का आरोप लगाए जाने पर प्रेम चौधरी को हिरासत में लेकर पुलिस द्वारा पूछताछ की जा रही है. (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
निजी उपलब्धि को तवज्जो नहीं देता : क्लार्क
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कप्तान क्लार्क ने कहा कि यदि निजी उपलब्धियों से टीम को फायदा नहीं होता, तो उन्हें बहुत बुरा लगता।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट कप्तान माइकल क्लार्क ने कहा कि वह कभी निजी उपलब्धियों को ज्यादा तवज्जो नहीं देते, क्योंकि यदि इस तरह के रिकॉर्ड से टीम को फायदा नहीं होता, तो उन्हें बहुत बुरा लगता। क्लार्क ने भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच में 329 रन बनाए, जिससे आस्ट्रेलिया ने यह मैच पारी और 68 रन से जीता। जब वह डॉन ब्रैडमैन और मार्क टेलर के 334 रन के स्कोर को पार करने के करीब थे, तब उन्होंने टीम को तवज्जो देकर पारी समाप्त घोषित कर दी थी।टिप्पणियां क्लार्क ने ‘द डेली टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा है, ‘‘यदि इतने अधिक रन बनाकर भी हम टेस्ट मैच नहीं जीत पाते, तो बहुत बुरा लगता। मैं दो महीने पहले ही दक्षिण अफ्रीका में ऐसी भावनाओं से गुजरा था। तब केपटाउन में मैंने 151 रन बनाए, जो गेंदबाजों के लिए अनुकूल परिस्थितियों और दक्षिण अफ्रीका के मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण को देखते हुए मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी थी।’’ वैसे क्लार्क को अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि उन्होंने 300 से अधिक रन का स्कोर बनाया और वह भी अपने घरेलू मैदान पर यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैंने टेस्ट मैच में 300 रन बनाए। मुझे नहीं लगता कि मैं संन्यास लेने तक यह मान पाऊंगा। मेरा मानना है कि प्रत्येक खिलाड़ी के साथ ऐसा होता है। आप वर्तमान में जीते हैं। अगली गेंद और अगले टेस्ट मैच पर ध्यान केंद्रित करते हैं। पीछे मुड़कर देखने के लिए बहुत कम समय होता है तथा आप जीत के लिए रन बनाते हैं और विकेट लेते हैं।’’ क्लार्क ने ‘द डेली टेलीग्राफ’ में अपने कॉलम में लिखा है, ‘‘यदि इतने अधिक रन बनाकर भी हम टेस्ट मैच नहीं जीत पाते, तो बहुत बुरा लगता। मैं दो महीने पहले ही दक्षिण अफ्रीका में ऐसी भावनाओं से गुजरा था। तब केपटाउन में मैंने 151 रन बनाए, जो गेंदबाजों के लिए अनुकूल परिस्थितियों और दक्षिण अफ्रीका के मजबूत तेज गेंदबाजी आक्रमण को देखते हुए मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी थी।’’ वैसे क्लार्क को अब भी विश्वास नहीं हो रहा है कि उन्होंने 300 से अधिक रन का स्कोर बनाया और वह भी अपने घरेलू मैदान पर यह उपलब्धि हासिल की। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैंने टेस्ट मैच में 300 रन बनाए। मुझे नहीं लगता कि मैं संन्यास लेने तक यह मान पाऊंगा। मेरा मानना है कि प्रत्येक खिलाड़ी के साथ ऐसा होता है। आप वर्तमान में जीते हैं। अगली गेंद और अगले टेस्ट मैच पर ध्यान केंद्रित करते हैं। पीछे मुड़कर देखने के लिए बहुत कम समय होता है तथा आप जीत के लिए रन बनाते हैं और विकेट लेते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मुझे विश्वास नहीं हो रहा है कि मैंने टेस्ट मैच में 300 रन बनाए। मुझे नहीं लगता कि मैं संन्यास लेने तक यह मान पाऊंगा। मेरा मानना है कि प्रत्येक खिलाड़ी के साथ ऐसा होता है। आप वर्तमान में जीते हैं। अगली गेंद और अगले टेस्ट मैच पर ध्यान केंद्रित करते हैं। पीछे मुड़कर देखने के लिए बहुत कम समय होता है तथा आप जीत के लिए रन बनाते हैं और विकेट लेते हैं।’’
इंटरनेट यूजर के मामले में महाराष्ट्र देश में अव्वल, हिमाचल प्रदेश सबसे पीछे
महाराष्ट्र के बाद तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 34.26 करोड़ ग्रामीण इंटरनेट यूजर उत्तर प्रदेश (पूर्व) में सबसे अधिक 1.12 करोड़
देश में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की सूची में महाराष्ट्र 2.94 करोड़ के आंकड़े के साथ पहले स्थान पर है. वहीं उसके बाद तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक का नंबर आता है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार मार्च, 2016 के अंत तक देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 34.26 करोड़ थी. तमिलनाडु में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 2.80 करोड़, आंध्र प्रदेश में 2.48 करोड़ तथा कर्नाटक में 2.26 करोड़ है. हिमाचल प्रदेश में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या सबसे कम यानी 30.2 लाख की है. आंकड़ों के अनुसार देश में कुल इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं में से 67 प्रतिशत शहरी इलाकों के हैं. वहीं ग्रामीण भारत में इंटरनेट का प्रयोग करने वालों की संख्या 11.19 करोड़ है. तमिलनाडु में शहरी इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 2.11 करोड़ है, वहीं उत्तर प्रदेश (पूर्व) 1.12 करोड़ के आंकड़े के साथ ग्रामीण इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में सबसे आगे है. टिप्पणियां मार्च के अंत तक दिल्ली में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.05 करोड़ थी. मुंबई में यह 1.56 करोड़ तथा कोलकाता में 92.6 लाख थी. सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इंटरनेट पर लाने का है. भारतनेट परियोजना का उद्देश्य देश में ढाई लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोड़ना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सरकारी आंकड़ों के अनुसार मार्च, 2016 के अंत तक देश में इंटरनेट ग्राहकों की संख्या 34.26 करोड़ थी. तमिलनाडु में इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या 2.80 करोड़, आंध्र प्रदेश में 2.48 करोड़ तथा कर्नाटक में 2.26 करोड़ है. हिमाचल प्रदेश में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या सबसे कम यानी 30.2 लाख की है. आंकड़ों के अनुसार देश में कुल इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं में से 67 प्रतिशत शहरी इलाकों के हैं. वहीं ग्रामीण भारत में इंटरनेट का प्रयोग करने वालों की संख्या 11.19 करोड़ है. तमिलनाडु में शहरी इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 2.11 करोड़ है, वहीं उत्तर प्रदेश (पूर्व) 1.12 करोड़ के आंकड़े के साथ ग्रामीण इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में सबसे आगे है. टिप्पणियां मार्च के अंत तक दिल्ली में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.05 करोड़ थी. मुंबई में यह 1.56 करोड़ तथा कोलकाता में 92.6 लाख थी. सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इंटरनेट पर लाने का है. भारतनेट परियोजना का उद्देश्य देश में ढाई लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोड़ना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आंकड़ों के अनुसार देश में कुल इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं में से 67 प्रतिशत शहरी इलाकों के हैं. वहीं ग्रामीण भारत में इंटरनेट का प्रयोग करने वालों की संख्या 11.19 करोड़ है. तमिलनाडु में शहरी इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 2.11 करोड़ है, वहीं उत्तर प्रदेश (पूर्व) 1.12 करोड़ के आंकड़े के साथ ग्रामीण इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में सबसे आगे है. टिप्पणियां मार्च के अंत तक दिल्ली में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.05 करोड़ थी. मुंबई में यह 1.56 करोड़ तथा कोलकाता में 92.6 लाख थी. सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इंटरनेट पर लाने का है. भारतनेट परियोजना का उद्देश्य देश में ढाई लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोड़ना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) तमिलनाडु में शहरी इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 2.11 करोड़ है, वहीं उत्तर प्रदेश (पूर्व) 1.12 करोड़ के आंकड़े के साथ ग्रामीण इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या के मामले में सबसे आगे है. टिप्पणियां मार्च के अंत तक दिल्ली में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.05 करोड़ थी. मुंबई में यह 1.56 करोड़ तथा कोलकाता में 92.6 लाख थी. सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इंटरनेट पर लाने का है. भारतनेट परियोजना का उद्देश्य देश में ढाई लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोड़ना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मार्च के अंत तक दिल्ली में इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की संख्या 2.05 करोड़ थी. मुंबई में यह 1.56 करोड़ तथा कोलकाता में 92.6 लाख थी. सरकार का लक्ष्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को इंटरनेट पर लाने का है. भारतनेट परियोजना का उद्देश्य देश में ढाई लाख ग्राम पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोड़ना है.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
अमेरिका में फिस्कल क्लिफ टालने वाले समझौते पर सीनेट की मुहर
अमेरिकी सीनेट ने फिस्कल क्लिफ के नाम से जानी जाने वाली कर वृद्धि तथा खर्च कटौती की व्यवस्था को टालने वाले समझौते पर मुहर लगा दी।
अमेरिकी सीनेट ने फिस्कल क्लिफ के नाम से जानी जाने वाली कर वृद्धि तथा खर्च कटौती की व्यवस्था को टालने वाले समझौते पर मुहर लगा दी। बीबीसी के मुताबिक उप राष्ट्रपति जो बिडेन और सीनेट के रिपब्लिकन नेताओं के बीच लम्बी वार्ता के बाद समृद्ध लोगों पर कर में वृद्धि करने वाला विधेयक लाया गया। सीनेट अमेरिकी कांग्रेस का ऊपरी सदन है। अमेरिकी कांग्रेस का निचला सदन प्रतिनिधि सभा इस पर बाद में विचार करेगा। व्यापक सहमति कायम करने के लिए खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया है। अमेरिकी कांग्रेस हालांकि सीमा के भीतर विधेयक को पारित करने में असफल रहा, लेकिन मंगलवार को चूंकि अमेरिका में अवकाश का दिन है, इसलिए इसका अधिक प्रभाव महसूस नहीं किया गया। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में लागू की गई कर कटौती की व्यवस्था औपचारिक रूप से सोमवार मध्यरात को समाप्त हो गई। प्रतिनिधि सभा में स्वीकृति नहीं मिलने पर लगभग सभी कामकाजी लोगों की कर देनदारी काफी अधिक बढ़ जाएगी। विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि फिस्कल क्लिफ के सम्पूर्ण प्रभाव को लागू होने दे दिया गया, तो उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर इतना नकारात्मक असर होगा कि अमेरिका फिर से मंदी का शिकार हो सकता है। फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया। डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी।टिप्पणियां खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। बीबीसी के मुताबिक उप राष्ट्रपति जो बिडेन और सीनेट के रिपब्लिकन नेताओं के बीच लम्बी वार्ता के बाद समृद्ध लोगों पर कर में वृद्धि करने वाला विधेयक लाया गया। सीनेट अमेरिकी कांग्रेस का ऊपरी सदन है। अमेरिकी कांग्रेस का निचला सदन प्रतिनिधि सभा इस पर बाद में विचार करेगा। व्यापक सहमति कायम करने के लिए खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया है। अमेरिकी कांग्रेस हालांकि सीमा के भीतर विधेयक को पारित करने में असफल रहा, लेकिन मंगलवार को चूंकि अमेरिका में अवकाश का दिन है, इसलिए इसका अधिक प्रभाव महसूस नहीं किया गया। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में लागू की गई कर कटौती की व्यवस्था औपचारिक रूप से सोमवार मध्यरात को समाप्त हो गई। प्रतिनिधि सभा में स्वीकृति नहीं मिलने पर लगभग सभी कामकाजी लोगों की कर देनदारी काफी अधिक बढ़ जाएगी। विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि फिस्कल क्लिफ के सम्पूर्ण प्रभाव को लागू होने दे दिया गया, तो उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर इतना नकारात्मक असर होगा कि अमेरिका फिर से मंदी का शिकार हो सकता है। फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया। डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी।टिप्पणियां खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। अमेरिकी कांग्रेस का निचला सदन प्रतिनिधि सभा इस पर बाद में विचार करेगा। व्यापक सहमति कायम करने के लिए खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया है। अमेरिकी कांग्रेस हालांकि सीमा के भीतर विधेयक को पारित करने में असफल रहा, लेकिन मंगलवार को चूंकि अमेरिका में अवकाश का दिन है, इसलिए इसका अधिक प्रभाव महसूस नहीं किया गया। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में लागू की गई कर कटौती की व्यवस्था औपचारिक रूप से सोमवार मध्यरात को समाप्त हो गई। प्रतिनिधि सभा में स्वीकृति नहीं मिलने पर लगभग सभी कामकाजी लोगों की कर देनदारी काफी अधिक बढ़ जाएगी। विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि फिस्कल क्लिफ के सम्पूर्ण प्रभाव को लागू होने दे दिया गया, तो उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर इतना नकारात्मक असर होगा कि अमेरिका फिर से मंदी का शिकार हो सकता है। फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया। डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी।टिप्पणियां खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। अमेरिकी कांग्रेस हालांकि सीमा के भीतर विधेयक को पारित करने में असफल रहा, लेकिन मंगलवार को चूंकि अमेरिका में अवकाश का दिन है, इसलिए इसका अधिक प्रभाव महसूस नहीं किया गया। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में लागू की गई कर कटौती की व्यवस्था औपचारिक रूप से सोमवार मध्यरात को समाप्त हो गई। प्रतिनिधि सभा में स्वीकृति नहीं मिलने पर लगभग सभी कामकाजी लोगों की कर देनदारी काफी अधिक बढ़ जाएगी। विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि फिस्कल क्लिफ के सम्पूर्ण प्रभाव को लागू होने दे दिया गया, तो उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर इतना नकारात्मक असर होगा कि अमेरिका फिर से मंदी का शिकार हो सकता है। फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया। डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी।टिप्पणियां खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में लागू की गई कर कटौती की व्यवस्था औपचारिक रूप से सोमवार मध्यरात को समाप्त हो गई। प्रतिनिधि सभा में स्वीकृति नहीं मिलने पर लगभग सभी कामकाजी लोगों की कर देनदारी काफी अधिक बढ़ जाएगी। विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि फिस्कल क्लिफ के सम्पूर्ण प्रभाव को लागू होने दे दिया गया, तो उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर इतना नकारात्मक असर होगा कि अमेरिका फिर से मंदी का शिकार हो सकता है। फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया। डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी।टिप्पणियां खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि फिस्कल क्लिफ के सम्पूर्ण प्रभाव को लागू होने दे दिया गया, तो उपभोक्ताओं की क्रय शक्ति पर इतना नकारात्मक असर होगा कि अमेरिका फिर से मंदी का शिकार हो सकता है। फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया। डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी।टिप्पणियां खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। फिस्कल क्लिफ को टालने के लिए समझौता सोमवार को हुआ, जब इसमें चार लाख डॉलर से कम कमाने वाले लोगों पर कर छूट जारी रखने का प्रावधान किया गया। डेमोक्रैट नेताओं ने पहले 2,50,000 डॉलर से कम कमाने वालों के लिए कर छूट जारी रखने की मांग की थी।टिप्पणियां खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। खर्च कटौती की व्यवस्था को दो महीने के लिए टाल दिया गया। खर्च कटौती की व्यवस्था के तहत 10 सालों में संघीय बजट में 1,200 अरब डॉलर की कटौती की जानी है। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया। अब इसपर ह्वाइट हाउस और कांग्रेस के बीच फिर से वार्ता होगी। सीनेट ने समझौता विधेयक को आठ के मुकाबले 89 मत से पारित किया।
DCW अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ रेप पीड़ित की पहचान उजागर करने का आरोप, FIR दर्ज
बुराड़ी इलाके में एक चार साल की बच्ची से रेप का मामला मालीवाल ने थाने के एसएचओ को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई की मांग की मालीवाल ने खुद इस चिट्ठी को व्हाट्सऐप पर अपलोड किया
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इस एफआईआर में स्वाति मालीवाल पर रेप पीड़ित लड़की की पहचान उजागर करने का आरोप लगाया गया है।टिप्पणियां बता दें कि बुराड़ी इलाके में 14-वर्षीय दलित किशोरी से रेप का मामला प्रकाश में आया था। पीड़ित किशोरी की रविवार को एक अस्पताल में मौत हो गई। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बुराड़ी थाने के एसएचओ को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। आरोप है कि इस चिट्ठी में मालीवाल ने बच्ची का नाम भी लिखा था और यह भी आरोप है कि बाद में मालीवाल ने खुद इस चिट्ठी को व्हाट्सऐप पर अपलोड कर मीडिया को भेज दिया था। इस मामले को लेकर इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 228ए के तहत मामला दर्ज किया गया है और यह धारा गैर जमानती है। बता दें कि बुराड़ी इलाके में 14-वर्षीय दलित किशोरी से रेप का मामला प्रकाश में आया था। पीड़ित किशोरी की रविवार को एक अस्पताल में मौत हो गई। इस मामले में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने बुराड़ी थाने के एसएचओ को चिट्ठी लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। आरोप है कि इस चिट्ठी में मालीवाल ने बच्ची का नाम भी लिखा था और यह भी आरोप है कि बाद में मालीवाल ने खुद इस चिट्ठी को व्हाट्सऐप पर अपलोड कर मीडिया को भेज दिया था। इस मामले को लेकर इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 228ए के तहत मामला दर्ज किया गया है और यह धारा गैर जमानती है। इस मामले को लेकर इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 228ए के तहत मामला दर्ज किया गया है और यह धारा गैर जमानती है।
मध्य प्रदेश चुनाव: जानें, पांच साल में किस पार्टी के विधायकों की बढ़ी कितनी सपंत्ति?
एडीआर ने जारी की रिपोर्ट बसपा के विधायकों की संपत्ति में सबसे ज्यादा इजाफा 28 नवंबर को होंगे मतदान
एडीआर की ओर से जारी की गई रिपोर्ट.
हनीमून पर नहीं जाएंगे प्रिंस विलियम और केट
ब्रिटेन के शाही जोड़े प्रिंस विलियम और केट मिडलटन के हनीमून को लेकर जो रहस्य बरकरार था अब उसपर से पर्दा उठ गया है।
ब्रिटेन के शाही जोड़े प्रिंस विलियम और केट मिडलटन के हनीमून को लेकर जो रहस्य बरकरार था अब उसपर से पर्दा उठ गया है। अब यह साफ हो गया है कि यह जोड़ा फिलहाल हनीमून पर नहीं जा रहा है और विलियम सेना में बतौर पायलट अपनी नौकरी पर वापस लौट रहे हैं। सेंट जेम्स पैलेस ने एक बयान जारी कर कहा कि विलियम और केट ब्रिटेन में ही एक हफ्तों का निजी प्रवास करेंगे और बाद में वे किसी समय हनीमून के लिए बाहर जाएंगे। बयान में कहा गया, कैम्ब्रिज के राजकुमार और राजकुमारी ने तय किया है कि वे तत्काल हनीमून के लिए बाहर नहीं जाएंगे। ब्रिटेन में एक हफ्ते का निजी प्रवास करने के बाद राजकुमार अगले हफ्ते अपने काम पर वापस लौट जाएंगे। इन दोनों के निजी प्रवास की जगह और भविष्य में विदेश में होने वाले इनके हनीमून की जगह के बारे में फिलहाल अभी खुलासा नहीं किया जाएगा।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादी ढेर, सेना का मेजर घायल
जम्मू कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों से सेना की मुठभेड़ सेना ने तीन आतंकवादियों को मार गिराया मारे गए तीनों आतंकी लश्कर ए तैयबा के बताए जा रहे हैं
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा स्थित काकापोरा में सुरक्षाबलों ने तीन लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों को मार गिराया है. सुरक्षाबलों को बुधवार रात जब खबर मिली कि काकापोरा में एक घर में दो से तीन आतंकी छुपे है तो तुरंत घर को घेर लिया गया. रात 9 बजे से फायरिंग शुरू हो गई थी. देर रात सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर के संयुक्त ऑपेरशन में आखिरकार तीनों आतंकियों को मार गिराया गया. मारे गए आतंकियों की पहचान माजिद अहमद मीर, शब्बीर अहमद और शारिक अहमद के तौर पर हुई है. मारे गए आतंकियों के पास से दो एके 47 और पिस्तौल मिली हैं. ऑपेरशन खत्म होने के बाद सुरक्षाबल सुबह 5 बजे अपने कैंप वापस लौट आए हैं.टिप्पणियां इस कार्रवाई में आतंकियों की एक गोली सेना के मेजर के कंधे में लगी, लेकिन खतरे वाली की कोई बात नहीं है. हर बार की तरह यहां भी सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू हुई ताकि आतंकी सुरक्षा घेरा तोड़कर भाग सकें. ऑपरेशन में लगे सुरक्षाबलों ने आसानी से उस पर काबू पा लिया. उधर, सुरक्षाबलों ने बुधवार को सोपोर में दो आतंकियों को मार गिराया था. मारे गए आतंकियो के पास से दो एके 47 भी मिली थीं. वैसे पिछले हफ्ते सुरक्षाबलों ने कुलगाम में लश्कर के डिस्ट्रिक्ट कमांडर जुनैद मट्टू सहित तीन आतंकियों को मार गिराया था. इस खूंखार आतंकवादी के सिर पर दस लाख का इनाम था. महज एक हफ्ते के भीतर सुरक्षबलों ने आठ आतंकी मार गिराए हैं, जो एक बड़ी कामयाबी है. पिछले महीने हिजबुल के कमांडर सब्जार को त्राल मे मार गिराया था. सुरक्षाबलों की आक्रामक कार्रवाई से घाटी में काफी हद तक आतंकियों के हौंसले पस्त हो चले हैं. इस कार्रवाई में आतंकियों की एक गोली सेना के मेजर के कंधे में लगी, लेकिन खतरे वाली की कोई बात नहीं है. हर बार की तरह यहां भी सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू हुई ताकि आतंकी सुरक्षा घेरा तोड़कर भाग सकें. ऑपरेशन में लगे सुरक्षाबलों ने आसानी से उस पर काबू पा लिया. उधर, सुरक्षाबलों ने बुधवार को सोपोर में दो आतंकियों को मार गिराया था. मारे गए आतंकियो के पास से दो एके 47 भी मिली थीं. वैसे पिछले हफ्ते सुरक्षाबलों ने कुलगाम में लश्कर के डिस्ट्रिक्ट कमांडर जुनैद मट्टू सहित तीन आतंकियों को मार गिराया था. इस खूंखार आतंकवादी के सिर पर दस लाख का इनाम था. महज एक हफ्ते के भीतर सुरक्षबलों ने आठ आतंकी मार गिराए हैं, जो एक बड़ी कामयाबी है. पिछले महीने हिजबुल के कमांडर सब्जार को त्राल मे मार गिराया था. सुरक्षाबलों की आक्रामक कार्रवाई से घाटी में काफी हद तक आतंकियों के हौंसले पस्त हो चले हैं. उधर, सुरक्षाबलों ने बुधवार को सोपोर में दो आतंकियों को मार गिराया था. मारे गए आतंकियो के पास से दो एके 47 भी मिली थीं. वैसे पिछले हफ्ते सुरक्षाबलों ने कुलगाम में लश्कर के डिस्ट्रिक्ट कमांडर जुनैद मट्टू सहित तीन आतंकियों को मार गिराया था. इस खूंखार आतंकवादी के सिर पर दस लाख का इनाम था. महज एक हफ्ते के भीतर सुरक्षबलों ने आठ आतंकी मार गिराए हैं, जो एक बड़ी कामयाबी है. पिछले महीने हिजबुल के कमांडर सब्जार को त्राल मे मार गिराया था. सुरक्षाबलों की आक्रामक कार्रवाई से घाटी में काफी हद तक आतंकियों के हौंसले पस्त हो चले हैं.
सिक्किम में जल्द शुरू होगा पहला सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज
मुख्यमंत्री ने चिसोपानी में सरकारी इंजिनियरिंग कॉलेज की आधारशिला रखी. चिसोपानी स्थित सीसीसीटी के दक्षिण सिक्किम परिसर में की जा रही है. खामदोंग में एक गर्ल्स कॉलेज शुरू करने की भी घोषणा.
सिक्किम के मुख्यमंत्री पवन चामलिंग ने चिसोपानी में राज्य के पहले सरकारी इंजिनियरिंग कॉलेज की आधारशिला रखते हुए कहा कि सरकार ने हमेशा से शिक्षा के महत्व पर जोर दिया है. सिक्किम इंस्टीट्यूट ऑफ सांइस एंड टेक्नालॉजी (एसआईएसटी) की स्थापना चिसोपानी स्थित सीसीसीटी के दक्षिण सिक्किम परिसर में की जा रही है. चामलिंग ने कहा कि सरकार राज्य में शिक्षा के प्राथमिक स्तर में बड़ा बदलाव लाने के प्रयास कर रही है. इसके लिए उन्होंने शिक्षकों और शिक्षा क्षेत्र से जुड़े लोगों से छात्रों को आधुनिक प्रतिस्पर्धा और शिक्षा प्रणाली की मांग के हिसाब से तैयार करने का अनुरोध किया. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नये शैक्षणिक संस्थान की शुरूआत से युवाओं और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार अवसर खुलेंगे. उन्होंने देनतम में एक व्यावसायिक कॉलेज, मंगशीला में एक आर्ट्स कॉलेज और खामदोंग में एक गर्ल्स कॉलेज शुरू करने की भी घोषणा की. टिप्पणियां मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रधान सचिव जी पी उपाध्याय ने कहा कि एसआईएसटी का निर्माण 18.2 करोड़ रूपये की लागत से किया जा रहा है. इसकी संबद्धता सिक्किम स्टेट यूनिवसर्टिी से होगी और यह राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के सहयोग से संचालित होगा. यह संस्थान सिविल इंजिनियरिंग और कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा और इनमें हर साल 60 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने कहा कि क्षेत्र में नये शैक्षणिक संस्थान की शुरूआत से युवाओं और आसपास के क्षेत्र के लोगों के लिए रोजगार अवसर खुलेंगे. उन्होंने देनतम में एक व्यावसायिक कॉलेज, मंगशीला में एक आर्ट्स कॉलेज और खामदोंग में एक गर्ल्स कॉलेज शुरू करने की भी घोषणा की. टिप्पणियां मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रधान सचिव जी पी उपाध्याय ने कहा कि एसआईएसटी का निर्माण 18.2 करोड़ रूपये की लागत से किया जा रहा है. इसकी संबद्धता सिक्किम स्टेट यूनिवसर्टिी से होगी और यह राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के सहयोग से संचालित होगा. यह संस्थान सिविल इंजिनियरिंग और कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा और इनमें हर साल 60 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) उन्होंने देनतम में एक व्यावसायिक कॉलेज, मंगशीला में एक आर्ट्स कॉलेज और खामदोंग में एक गर्ल्स कॉलेज शुरू करने की भी घोषणा की. टिप्पणियां मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रधान सचिव जी पी उपाध्याय ने कहा कि एसआईएसटी का निर्माण 18.2 करोड़ रूपये की लागत से किया जा रहा है. इसकी संबद्धता सिक्किम स्टेट यूनिवसर्टिी से होगी और यह राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के सहयोग से संचालित होगा. यह संस्थान सिविल इंजिनियरिंग और कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा और इनमें हर साल 60 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) मानव संसाधन विकास मंत्रालय के प्रधान सचिव जी पी उपाध्याय ने कहा कि एसआईएसटी का निर्माण 18.2 करोड़ रूपये की लागत से किया जा रहा है. इसकी संबद्धता सिक्किम स्टेट यूनिवसर्टिी से होगी और यह राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के सहयोग से संचालित होगा. यह संस्थान सिविल इंजिनियरिंग और कंप्यूटर साइंस पाठ्यक्रमों की पेशकश करेगा और इनमें हर साल 60 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
10 Year Challenge: रोहित शर्मा ने 'अलग ही अदा' के साथ स्वीकारा चैलेंज
10yearchallenge में अब भारतीय क्रिकेटर भी सोशल मीडिया पर जोर-शोर से छाया है चैलेंज आम से लेकर खास तक स्वीकार कर रहे है चैलेंज
सोशल मीडिया पर पिछले करीब दो दिन से #10yearchallange जोर-शोर से छाया हुआ है. आम से लेकर खास तक इस चैलेंज को स्वीकार रहे हैं. दरअसल इस चैलेंज के तहत लोग वर्तमान का और दस साल पहले का फोटो सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं. #10yearchallenge को शुरू हुए देर नहीं हुई, लेकिन एकदम से ही यह फेसबुक (Facebook) और इंस्टाग्राम (Instagram) सहित सारे प्लेटफॉर्म पर छा गया. अपनी टीम इंडिया के क्रिकेटरों ने भी इस चैलेंज को स्वीकारना शुरू कर दिया है. और सामने आए हैं हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहले ही वनडे में आतिशी शतक जड़ने वाले रोहित शर्मा. हालांकि, रोहित शर्मा ने 10yearchallange को एक अलग ही अदा के साथ स्वीकारा है. और उम्मीद है कि बाकी क्रिकेयर या सेलीब्रिटयां भी शायद अब इसी अंदाज के साथ सामने आएं.  #AusOpen@AustralianOpenpic.twitter.com/GNuqGhnQAz रोहित शर्मा एक ऐसी शख्सियत रहे हैं, जो सोशल मीडिया पर पर्यावरण के बारे में खुलकर बोलते रहे हैं. ज्यादा दिन पहले नहीं, बल्कि दीपावली के ही मौके पर रोहित ने पर्यावरण और जानवरों के स्वास्थ्य को लेकर लोगों को जागरूक किया था. और इस बार भी रोहित ने #10yearChallange का इस्तेमाल इसी मुद्दे के लिए किया है.  The only #10YearChallenge we should be worried about pic.twitter.com/Tph0EZUbsR जहां सभी लोग इस चैलेंज के तहत अपना वर्तमान और दस साल पहले की तस्वीर पोस्ट कर रहे हैं, तो रोहित ने अपनी तस्वीर साझा करने के बजाय समुद्र के भीतर चट्टान का भित्ति चित्र डाला है. तस्वीर का आधा हिस्सा बहुत ही रंगीन और जीवंत दिखाई पड़ रहा है, जिसे रोहित ने साल 2009 की तस्वीर के रूप में बताया है.  वहीं, तस्वीर का निचला हिस्सा उजाड़ दिखाई पड़ रहा है, जिसे उन्होंने साल 2019 के चित्र के रूप में बताया है. रोहित ने 10yearchallange के जरिए पर्यावरण के प्रति जागरूर रहने का संदेश देते हुए कहा कि यही एकमात्र दस साल का चैलेंज है, जिसके बारे में हमें चिंता करनी चाहिए.
ओसामा के परिवार को न जाने दिया जाए : पाक आयोग
पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन की मौजूदगी की जांच कर रहे पाकिस्तानी आयोग ने गृहमंत्रालय और आईएसआई को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन की मौजूदगी की जांच कर रहे पाकिस्तानी आयोग ने गृहमंत्रालय और आईएसआई को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है कि उसकी इजाजत के बगैर ओसामा की बीवियां और बच्चे देश छोड़कर नहीं जाएं। दो मई को अमेरिकी सैन्य अभियान में ऐबटाबाद में ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने वहां से उनकी दो पत्नियों और कम से कम छह बच्चों को हिरासत में ले लिया था। माना जा रहा है कि ओसामा का परिवार आईएसआई की हिरासत में है। उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश जावेद इकबाल की अध्यक्षता वाले इस आयोग ने अपनी पहली बैठक के बाद जारी एक बयान में कहा, गृहमंत्रालय और आईएसआई को यह सुनिश्चित करने का निर्देश है कि आयोग की इजाजत के बगैर ओसामा बिन लादेन के परिवार को पाकिस्तान से स्वदेश नहीं भेजा जाए। सूत्रों का कहना है कि यह कदम इसलिए उठाया गया है क्योंकि आयोग संभवत: उनसे पूछताछ करना चाहती है। सरकार ने आयोग से यह पता लगाने को कहा है कि कैसे ओसामा पाकिस्तान में इतने लंबे समय तक रहने में कामयाब हो गया। उसने आयोग से अमेरिकी अभियान की जांच करने, प्रशासन की ओर से चूक की प्रकृति और कारण तय करने और सिफारिश देने को कहा गया है। आयोग की अगली बैठक 11 जुलाई को होगी।
मेघालय में फंसे श्रामिकों को निकालने का ऑपरेशन जारी, NDRF को मिले 3 हेलमेट,मजदूरों के कोई सुराग नहीं
18 दिन बाद मिले 3 हेलमेट भारतीय नौसेना के गोताखोर भी अभियान में हुए शामिल बड़े पंपों के जरिए पानी निकालने की कोशिश जारी
East Jaintia Hills in #Meghalaya: Operations to rescue 13 trapped miners underway for the 18th day. Three helmets have been recovered pic.twitter.com/ew4pElcNtg East Jaintia Hills in #Meghalaya:: Visuals of operations underway to rescue the trapped miners. pic.twitter.com/r8xbSYKNuj
राहुल बिना जवाबदेही के सत्ता का सुख उठाना चाहते हैं : बीजेपी
प्रधानमंत्री पद के संबंध में टिप्पणी पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए बीजेपी ने शुक्रवार को कहा कि वह जवाबदेही नहीं लेना चाहते हैं और सत्ता का सुख उठाना चाहते हैं।
प्रधानमंत्री पद के संबंध में टिप्पणी पर राहुल गांधी को आड़े हाथों लेते हुए बीजेपी ने शुक्रवार को कहा कि वह जवाबदेही नहीं लेना चाहते हैं और सत्ता का सुख उठाना चाहते हैं। बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, प्रधानमंत्री पद के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणी इस बात की पुष्टि करती है कि अपनी मां एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरह वह जवाबदेही नहीं लेना चाहते, लेकिन सत्ता का सुख उठाना चाहते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा, कांग्रेस उपाध्यक्ष के यह कहने का क्या अर्थ है कि वह प्रधानमंत्री होंगे या नहीं, यह अप्रासंगिक है। उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और जवाहर लाल नेहरू सभी प्रधानमंत्री रहे। क्या वह (राहुल) कहना चाहते हैं कि इन सभी लोगों ने अप्रासंगिक कार्य किया। बहरहाल, शाहनवाज ने अगले लोकसभा चुनावों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने संबंधी सवालों का जवाब टाल दिया। उन्होंने कहा कि सही समय पर इस बारे में निर्णय किया जाएगा और एनडीए के सभी घटकों को इससे पहले विश्वास में लिया जाएगा। बीजेपी प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा, प्रधानमंत्री पद के बारे में राहुल गांधी की टिप्पणी इस बात की पुष्टि करती है कि अपनी मां एवं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की तरह वह जवाबदेही नहीं लेना चाहते, लेकिन सत्ता का सुख उठाना चाहते हैं।टिप्पणियां उन्होंने कहा, कांग्रेस उपाध्यक्ष के यह कहने का क्या अर्थ है कि वह प्रधानमंत्री होंगे या नहीं, यह अप्रासंगिक है। उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और जवाहर लाल नेहरू सभी प्रधानमंत्री रहे। क्या वह (राहुल) कहना चाहते हैं कि इन सभी लोगों ने अप्रासंगिक कार्य किया। बहरहाल, शाहनवाज ने अगले लोकसभा चुनावों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने संबंधी सवालों का जवाब टाल दिया। उन्होंने कहा कि सही समय पर इस बारे में निर्णय किया जाएगा और एनडीए के सभी घटकों को इससे पहले विश्वास में लिया जाएगा। उन्होंने कहा, कांग्रेस उपाध्यक्ष के यह कहने का क्या अर्थ है कि वह प्रधानमंत्री होंगे या नहीं, यह अप्रासंगिक है। उनके पिता राजीव गांधी, दादी इंदिरा गांधी और जवाहर लाल नेहरू सभी प्रधानमंत्री रहे। क्या वह (राहुल) कहना चाहते हैं कि इन सभी लोगों ने अप्रासंगिक कार्य किया। बहरहाल, शाहनवाज ने अगले लोकसभा चुनावों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने संबंधी सवालों का जवाब टाल दिया। उन्होंने कहा कि सही समय पर इस बारे में निर्णय किया जाएगा और एनडीए के सभी घटकों को इससे पहले विश्वास में लिया जाएगा। बहरहाल, शाहनवाज ने अगले लोकसभा चुनावों में गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने संबंधी सवालों का जवाब टाल दिया। उन्होंने कहा कि सही समय पर इस बारे में निर्णय किया जाएगा और एनडीए के सभी घटकों को इससे पहले विश्वास में लिया जाएगा।
अनुच्छेद 370 मामले में अमेरिका ने कहा- जम्मू और लद्दाख में हालात सुधरे, लेकिन कश्मीर में स्थिति सामान्य नहीं
अनुच्छेद 370 हटने के बाद अमेरिका का बयान कश्मीर मुद्दे पर रखी अपनी राय कहा- भारत के मकसद का समर्थन, लेकिन...
ट्रम्प प्रशासन ने मंगलवार को कहा कि वह जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने के पीछे के भारत के मकसद का समर्थन करता है, लेकिन वह घाटी में मौजूदा स्थिति को लेकर चिंतित है. उसने कहा कि वह भारत के पांच अगस्त के इस फैसले के बाद से राज्य में हालात पर करीब से नजर रख रहा है. दक्षिण एवं मध्य एशिया मामलों की अमेरिकी कार्यवाहक सहायक विदेश मंत्री एलिस जी वेल्स ने अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की विदेश मामलों की समिति की एशिया, प्रशांत एवं निरस्त्रीकरण उपसमिति को बताया कि भारत सरकार ने तर्क दिया है कि अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधान निरस्त करने का फैसला आर्थिक विकास करने, भ्रष्टाचार कम करने और खासकर महिलाओं एवं अल्पसंख्यकों के संदर्भ में जम्मू-कश्मीर में सभी राष्ट्रीय कानूनों को समानता से लागू करने के लिए लिया गया है. वेल्स ने कहा, ‘‘हम इन उद्देश्यों का समर्थन करते हैं, लेकिन अमेरिकी विदेश मंत्रालय कश्मीर घाटी में हालात को लेकर चिंतित है जहां पांच अगस्त के बाद करीब 80 लाख लोगों का दैनिक जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है.'' उन्होंने कहा कि इस फैसले के बाद से अमेरिका जम्मू-कश्मीर में हालात पर करीब से नजर रख रहा है. वेल्स ने कहा, ‘‘हालांकि जम्मू और लद्दाख में हालात सुधरे हैं, लेकिन घाटी में स्थिति सामान्य नहीं हुई है.'' उन्होंने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्रियों समेत नेताओं और स्थानीय निवासियों को हिरासत में लेने को लेकर भारत सरकार के समक्ष चिंता जताई है. उन्होंने कहा, ‘‘हमने भारत सरकार से मानवाधिकारों का सम्मान करने और इंटरनेट एवं मोबाइल नेटवर्कों समेत सेवाओं तक पूर्ण पहुंच बहाल करने की अपील की है.'' वेल्स ने कहा कि कश्मीर में हुए घटनाक्रम को विदेशी और स्थानीय पत्रकारों ने बड़े पैमाने पर कवर किया है लेकिन सुरक्षा संबंधी पाबंदियों के कारण उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
नई शाखा नहीं खोलने वाले बैंकों को दंडित करेगी बिहार सरकार
नई शाखा खोलने और कृषि कार्यों में कर्ज़ देने के मामले में पीछे हैं बैंक 1340 शाखा खोलने के लक्ष्य के मुकाबले में केवल 70 शाखा ही खुली हैं मछली पालन के लिए 433 आवेदनों में से केवल 205 को ही मिली मंजूरी
बिहार सरकार ने नोटबंदी के दौर में भारतीय रिजर्व बैंक के निर्देशों के बावजूद विभिन्न बैंकों द्वारा नई शाखा एवं एटीएम के मामलों में अपेक्षित लक्ष्य हासिल नहीं करने वाले बैंकों पर सख्ती करने का संकेत दिया है. राज्य सरकार ने कहा है कि ऐसे बैंकों को चिन्हित कर सरकारी राशि से वंचित करने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त एवं जिलाधिकारियों समेत संबंधित विभागों को जल्दी ही निर्देश जारी किया जाएगा. बिहार के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मंगलवार को राज्यस्तरीय बैंकर्स कमिटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये बातें कहीं. भारतीय स्टेट बैंक अगुवाई में हुई इस बैठक में कई बैकों के पदाधिकारियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए सिद्दीकी ने अगली राज्य स्तरीय बैठक में निदेशक स्तर के पदाधिकारियों को भाग लेने के निर्देश दिए. बैंकर्स समिति की यह बैठक में मुख्यत: बैंकों द्वारा नई शाखा खोलने, नए एटीएम मशीनों की स्थापना, डेयरी एवं कुक्कुट उद्योग एवं मत्स्य पालन पर केन्द्रित थी. बैठक में पशुपालन मंत्री अवधेश नारायण सिंह भी शामिल हुए. नई शाखा खोलने के मामले में गत 15 दिसंबर तक राज्य के 35 वाणिज्यिक बैंकों ने निर्धारित लक्ष्य 1340 के मुकाबले में मात्र 70 शाखा खोलने में सफलता पाई है, वहीं ग्रामीण बैंक 300 के मुकाबले मात्र 17 जबकि सहकारी बैंकों की संख्या शून्य है. दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में कुल 8326 प्राप्त आवेदनों में से 7155 को स्वीकृति दी गई जिसमें मंजूर की गई राशि 12028 रुपये मात्र है. मत्स्य पालन के लिए राज्य भर में कुल 323 आवेदन मत्स्य विभाग द्वारा भेजे गए, जबकि बैंकों को प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 433 थी. इनमें 205 आवेदनों की स्वीकृति देते हुए बैंकों द्वारा 644 लाख रुपयों का कर्ज़ मुहैया कराया गया. कुक्कुट प्रक्षेत्र के 320 आवेदनों में से कुल 1905 लाख रुपये वाले 285 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बिहार के वित्त मंत्री अब्दुल बारी सिद्दीकी ने मंगलवार को राज्यस्तरीय बैंकर्स कमिटी की बैठक की अध्यक्षता करते हुए ये बातें कहीं. भारतीय स्टेट बैंक अगुवाई में हुई इस बैठक में कई बैकों के पदाधिकारियों की अनुपस्थिति को गंभीरता से लेते हुए सिद्दीकी ने अगली राज्य स्तरीय बैठक में निदेशक स्तर के पदाधिकारियों को भाग लेने के निर्देश दिए. बैंकर्स समिति की यह बैठक में मुख्यत: बैंकों द्वारा नई शाखा खोलने, नए एटीएम मशीनों की स्थापना, डेयरी एवं कुक्कुट उद्योग एवं मत्स्य पालन पर केन्द्रित थी. बैठक में पशुपालन मंत्री अवधेश नारायण सिंह भी शामिल हुए. नई शाखा खोलने के मामले में गत 15 दिसंबर तक राज्य के 35 वाणिज्यिक बैंकों ने निर्धारित लक्ष्य 1340 के मुकाबले में मात्र 70 शाखा खोलने में सफलता पाई है, वहीं ग्रामीण बैंक 300 के मुकाबले मात्र 17 जबकि सहकारी बैंकों की संख्या शून्य है. दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में कुल 8326 प्राप्त आवेदनों में से 7155 को स्वीकृति दी गई जिसमें मंजूर की गई राशि 12028 रुपये मात्र है. मत्स्य पालन के लिए राज्य भर में कुल 323 आवेदन मत्स्य विभाग द्वारा भेजे गए, जबकि बैंकों को प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 433 थी. इनमें 205 आवेदनों की स्वीकृति देते हुए बैंकों द्वारा 644 लाख रुपयों का कर्ज़ मुहैया कराया गया. कुक्कुट प्रक्षेत्र के 320 आवेदनों में से कुल 1905 लाख रुपये वाले 285 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बैंकर्स समिति की यह बैठक में मुख्यत: बैंकों द्वारा नई शाखा खोलने, नए एटीएम मशीनों की स्थापना, डेयरी एवं कुक्कुट उद्योग एवं मत्स्य पालन पर केन्द्रित थी. बैठक में पशुपालन मंत्री अवधेश नारायण सिंह भी शामिल हुए. नई शाखा खोलने के मामले में गत 15 दिसंबर तक राज्य के 35 वाणिज्यिक बैंकों ने निर्धारित लक्ष्य 1340 के मुकाबले में मात्र 70 शाखा खोलने में सफलता पाई है, वहीं ग्रामीण बैंक 300 के मुकाबले मात्र 17 जबकि सहकारी बैंकों की संख्या शून्य है. दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में कुल 8326 प्राप्त आवेदनों में से 7155 को स्वीकृति दी गई जिसमें मंजूर की गई राशि 12028 रुपये मात्र है. मत्स्य पालन के लिए राज्य भर में कुल 323 आवेदन मत्स्य विभाग द्वारा भेजे गए, जबकि बैंकों को प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 433 थी. इनमें 205 आवेदनों की स्वीकृति देते हुए बैंकों द्वारा 644 लाख रुपयों का कर्ज़ मुहैया कराया गया. कुक्कुट प्रक्षेत्र के 320 आवेदनों में से कुल 1905 लाख रुपये वाले 285 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नई शाखा खोलने के मामले में गत 15 दिसंबर तक राज्य के 35 वाणिज्यिक बैंकों ने निर्धारित लक्ष्य 1340 के मुकाबले में मात्र 70 शाखा खोलने में सफलता पाई है, वहीं ग्रामीण बैंक 300 के मुकाबले मात्र 17 जबकि सहकारी बैंकों की संख्या शून्य है. दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में कुल 8326 प्राप्त आवेदनों में से 7155 को स्वीकृति दी गई जिसमें मंजूर की गई राशि 12028 रुपये मात्र है. मत्स्य पालन के लिए राज्य भर में कुल 323 आवेदन मत्स्य विभाग द्वारा भेजे गए, जबकि बैंकों को प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 433 थी. इनमें 205 आवेदनों की स्वीकृति देते हुए बैंकों द्वारा 644 लाख रुपयों का कर्ज़ मुहैया कराया गया. कुक्कुट प्रक्षेत्र के 320 आवेदनों में से कुल 1905 लाख रुपये वाले 285 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में कुल 8326 प्राप्त आवेदनों में से 7155 को स्वीकृति दी गई जिसमें मंजूर की गई राशि 12028 रुपये मात्र है. मत्स्य पालन के लिए राज्य भर में कुल 323 आवेदन मत्स्य विभाग द्वारा भेजे गए, जबकि बैंकों को प्राप्त कुल आवेदनों की संख्या 433 थी. इनमें 205 आवेदनों की स्वीकृति देते हुए बैंकों द्वारा 644 लाख रुपयों का कर्ज़ मुहैया कराया गया. कुक्कुट प्रक्षेत्र के 320 आवेदनों में से कुल 1905 लाख रुपये वाले 285 आवेदनों को स्वीकृति प्रदान की गई.टिप्पणियां  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)  (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मैं दोबारा निर्वाचित होने का हकदार : ओबामा
ओबामा ने अपने किए कार्यों का मजबूती के साथ बचाव करते हुए कहा है कि वह फिर से अमेरिका का राष्ट्रपति निर्वाचित होने के हकदार हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने अब तक के अपने कार्यकाल में किए गए कार्यों का मजबूती के साथ बचाव करते हुए कहा है कि वह फिर से अमेरिका का राष्ट्रपति निर्वाचित होने के हकदार हैं क्योंकि उन्होंने न सिर्फ देश की अर्थव्यस्था को पटरी पर लाने का काम किया, बल्कि इस राष्ट्र को सुरक्षित भी बनाया है। ओबामा ने कहा, मेरे कार्यकाल में न केवल इस देश को बड़े अवसाद में जाने से सुरक्षित किया गया और उद्योग जगत को बचाया गया, बल्कि एक ऐसी व्यवस्था बनाई गई जिससे हम स्वास्थ्य सेवा पर आने वाले खर्च को कम करने की शुरुआत करने जा रहे हैं और आप लोग कभी दिवालियेपन की ओर कदम नहीं बढ़ाएंगे। उन्होंने एक समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में कहा, वित्तीय सुधार के जरिए हमने यह सुनिश्चित किया कि फिर से हमें करदाताओं के पैसे से प्रोत्साहन पैकेज की जरूरत नहीं पड़े और पूरी व्यवस्था अधिक स्थिर एवं सुरक्षित बने। ओसामा बिन लादेन को खत्म करने के साथ ही हमने अलकायदा को बेहद कमजोर कर दिया।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने सभी एफ 35 लड़ाकू विमानों की उड़ान रोकी
अमेरिकी सेना ने वायु सेना, नौसेना और मरीन में इस्तेमाल किए जाने वाले अपने एफ 35 लड़ाकू विमानों के पूरे बेड़े की उड़ानों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। एक नियमित परीक्षण के दौरान एक विमान के इंजन ब्लेड में दरार पाए जाने पर यह फैसला किया गया।
अमेरिकी सेना ने वायु सेना, नौसेना और मरीन में इस्तेमाल किए जाने वाले अपने एफ 35 लड़ाकू विमानों के पूरे बेड़े की उड़ानों पर अस्थायी रूप से रोक लगा दी है। एक नियमित परीक्षण के दौरान एक विमान के इंजन ब्लेड में दरार पाए जाने पर यह फैसला किया गया।टिप्पणियां रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सभी एफ 35 जेट विमानों की उड़ानों को जांच पूरी होने तक रोक दिया गया है। बयान में कहा गया कि हाल में सामने आई कमी का पूरे बेड़े पर क्या असर है यह जानने में अभी समय लगेगा। एफ 35 के संयुक्त कार्य अधिकारी करीबी से तमाम विमानों का निरीक्षण कर रहे हैं, ताकि इंजन की कार्यकुशलता को सुनिश्चित करने के साथ ही जल्द से जल्द पूरे बेड़े को सुरक्षित तरीके से दोबारा उनके नियमित कामकाज पर लगाया जा सके। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयर फोर्स ठिकाने पर नियमित जांच के दौरान एक विमान के इंजन ब्लेड पर दरार का पता चला। 'न्यूयॉर्क टाइम्स' का कहना है कि विमानों के निलंबन का यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब सेना असहज स्थिति का सामना कर रही है। सेना को बजट कटौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से उसकी विमानों की खरीद की प्रक्रिया धीमी हो सकती है। एफ 35 विमान एक सीट और एक इंजन वाले अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हैं। यह जमीनी हमले, टोह लेने, निगरानी और वायु सुरक्षा अभियानों जैसे बहुत से कार्यों को बखूबी अंजाम दे सकते हैं। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि सभी एफ 35 जेट विमानों की उड़ानों को जांच पूरी होने तक रोक दिया गया है। बयान में कहा गया कि हाल में सामने आई कमी का पूरे बेड़े पर क्या असर है यह जानने में अभी समय लगेगा। एफ 35 के संयुक्त कार्य अधिकारी करीबी से तमाम विमानों का निरीक्षण कर रहे हैं, ताकि इंजन की कार्यकुशलता को सुनिश्चित करने के साथ ही जल्द से जल्द पूरे बेड़े को सुरक्षित तरीके से दोबारा उनके नियमित कामकाज पर लगाया जा सके। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयर फोर्स ठिकाने पर नियमित जांच के दौरान एक विमान के इंजन ब्लेड पर दरार का पता चला। 'न्यूयॉर्क टाइम्स' का कहना है कि विमानों के निलंबन का यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब सेना असहज स्थिति का सामना कर रही है। सेना को बजट कटौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से उसकी विमानों की खरीद की प्रक्रिया धीमी हो सकती है। एफ 35 विमान एक सीट और एक इंजन वाले अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हैं। यह जमीनी हमले, टोह लेने, निगरानी और वायु सुरक्षा अभियानों जैसे बहुत से कार्यों को बखूबी अंजाम दे सकते हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कैलिफोर्निया के एडवर्ड्स एयर फोर्स ठिकाने पर नियमित जांच के दौरान एक विमान के इंजन ब्लेड पर दरार का पता चला। 'न्यूयॉर्क टाइम्स' का कहना है कि विमानों के निलंबन का यह आदेश ऐसे समय में आया है, जब सेना असहज स्थिति का सामना कर रही है। सेना को बजट कटौती का सामना करना पड़ रहा है, जिसकी वजह से उसकी विमानों की खरीद की प्रक्रिया धीमी हो सकती है। एफ 35 विमान एक सीट और एक इंजन वाले अत्याधुनिक लड़ाकू विमान हैं। यह जमीनी हमले, टोह लेने, निगरानी और वायु सुरक्षा अभियानों जैसे बहुत से कार्यों को बखूबी अंजाम दे सकते हैं।
पीएम के बयान से संतुष्ट नहीं भाजपा के कई नेता
प्रधानमंत्री ने लोकसभा में बयान दिया था कि यह निर्णय लेने में चूक का मामला है और वो इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेते हैं।
सीवीसी को लेकर पीएम के बयान पर लोकसभा में मुख्य विपक्षी दल बीजेपी संतुष्ट नज़र नहीं आई। इससे एक बात साफ़ हो गई कि मंगलवार को राज्यसभा में यह मामला उठने पर हंगामा होने की उम्मीद है। प्रधानमंत्री ने लोकसभा में बयान दिया था कि यह निर्णय लेने में चूक का मामला है और वो इसकी पूरी ज़िम्मेदारी लेते हैं। राज्यसभा में बीजेपी प्रधानमंत्री के जवाब को लेकर घेरने की तैयारी में है। इस मामले पर बीजेपी में भी अंतरविरोध की स्थिति बनी हुई है। सुषमा स्वराज ने जहां मामले को ज्यादा तूल न देने की बात कही थी वहीं बीजेपी नेता अरुण जेटली और राजीव प्रताप रूडी ने मनमोहन सिंह से इस मामले का खुलासा करने की बात कही।
नेहा कक्कड़ ने अजय देवगन के गाने पर किया धांसू डांस, फैंस का कुछ यूं आया रिएक्शन, देखें Video
नेहा कक्कड़ का डांस वीडियो हुआ वायरल जल्द ही ला रही हैं अपना नया सॉन्ग कमाल का डांस भी कर करती हैं नेहा
नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) एक उम्दा एंटरटेनर मानी जाती हैं. नेहा की सिंगिग की दीवानी तो पूरी दुनिया है ही साथ ही उनके डांस का टैलेंट भी सिंगर कक्कड़ के फैंस को खूब भाता है. नेहा (Neha Kakkar) भी फैंस के लिए अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर डांस वीडियो (Dance Video) शेयर करती रहती हैं. एक बार फिर उन्होंने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो शेयर किया है. इस बार उन्होंने फिल्म दे दे प्यार दे के सॉन्ग हॉली-हॉली पर डांस किया है. आपको बता दें कि फिल्म में इस गाने को खुद नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) ने आवाज दी है. उनके साथ गैरी संधु (Garry Sandhu) ने भी इस गाने को अपनी आवाज से सजाया है. हॉली-हॉली (Hauli-Hauli) गाने के वीडियो में अजय देवगन (Ajay Devgan), तब्बू (Tabbu) और राकुल प्रीत (Rakul Preet) नजर आ रही हैं.   Kaisa Laga My #HauliHauli Song? ???? . . My Look Styled by Me ☺️ Make Up & Hair: Myself ♥️ . My Hot Green Top by @uriel_couture . . Song Credits: #GarrySandhu #NehaKakkar @tanishk_bagchi @mellowdofficial @tseries.official @shivamchanana #GarrySandhu #TanishkBagchi #AjayDevgan #DeDePyarDe A post shared by Neha Kakkar (@nehakakkar) on Apr 27, 2019 at 11:19pm PDT नेहा (Neha Kakkar) ने वीडियो में इस गाने पर डांस किया है, बैकग्राउंड को देखते हुए ऐसा मालूम पड़ रहा है कि यह वीडियो किसी बाथरूम या फिर बिल्डिंग की लॉबी में बनाया गया है. नेहा (Neha Kakkar) ने इस वीडियो में अपने स्टाइल के बारे में भी बताया है. उन्होंने लिखा है कि गाने के लिए  लुक खुद मैंने दिया है. मेकअप और हेयर स्टाइल भी नेहा (Neha Kakkar) ने ही दिया है. और ग्रीन टॉप के लिए उरियल कल्चर का जिक्र किया है.  नेहा सोशल मीडिया पर अक्सर अपने वीडियो शेयर करती रहती हैं. फैंस भी उनके वीडियो को टूट कर देखते हैं. तीन दिनों पहले शेयर किए गए इस वीडियो को 34 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है. नेहा सिंगिग के अलावा बड़े इवेंट और शोज में भी बिजी रहती हैं, जिसकी जानकारी वो खुद खुद अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर देती रहती हैं. बता दें कि बॉलीवुड की पॉपुलर सिंगर नेहा कक्कड़ (Neha Kakkar) दिल्ली की रहने वाली हैं और बचपन से सिंगिंग कर रही हैं. 30 वर्षीया नेहा कक्कड़ ने सिंगिंग रियलिटी शो इंडियन आइडल में 2006 में हिस्सा लिया था और वे इस शो की जज भी कर चुकी हैं. कुछ दिन पहले ही नेहा कक्कड़ ने अपने सोशल मीडिया एकाउंट पर बॉयफ्रेंड हिमांश कोहली से ब्रेकअप की खबर दी थी, और वे कई मौकों पर काफी इमोशनल भी होती नजर आई थीं. लेकिन अब वे अपने करियर पर फिर से तेज रफ्तार से दौड़ रही हैं.
PM मोदी जब वाराणसी से भर रहे थे पर्चा, तब ये प्रख्यात गायक बने थे प्रस्तावक,अब क्यों हुए नाराज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक ने कहा- सरकार ने कर दिया उपेक्षित बनारस के मशहूर शास्त्रीय गायक छन्नूलाल मिश्रा बने थे मोदी के प्रस्ताव बोले- भारत रत्न पुरस्कार मिलने की इच्छा नहीं हुई पूरी
हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत के प्रख्यात गायक पं. छन्नूलाल मिश्र केंद्र और राज्य की मौजूदा सरकारों की उपेक्षा से काफी व्यथित हैं. वह सुनिश्चित नहीं है कि इस बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रस्तावक बनेंगे या नहीं. मिश्र 2014 के चुनाव में वाराणसी संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के प्रस्तावक रहे थे और स्वच्छ भारत मिशन के लिए प्रधानमंत्री द्वारा नियुक्त नवरत्नों में से एक हैं. मिश्र ने बुधवार को कहा है कि उनकी उम्र का वाराणसी में अब कोई शास्त्रीय गायक नहीं है, जो अभी भी संगीत के लिए पूरी तरह समर्पित है, लेकिन पूरा जीवन संगीत के लिए समर्पित करने के बावजूद केंद्र और राज्य की मौजूदा सरकारों ने उन्हें वह सम्मान नहीं दिया, जो उन्हें मिलना चाहिए था. छन्नूलाल मिश्र (83) स्वच्छ भारत मिशन के लिए प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नियुक्त नवरत्नों में से एक हैं. उन्हें और वाराणसी के लोगों को उम्मीद थी कि इस बार उन्हें भारत रत्न मिल सकता है, लेकिन जब पुरस्कारों की घोषणा हुई तो उनका नाम न तो भारत रत्न की सूची में था, और न पद्मविभूषण की सूची में ही.छन्नूलाल भावुक मन से कहते हैं, "लोगों को लगता है कि मैं इन पुरस्कारों के लायक हूं, लेकिन देने वालों को नहीं लगा तो मुझे इसकी कोई इच्छा भी नहीं है. मेरी एक मात्र इच्छा मेरा संगीत और मेरा गायन है। मेरा एक शेर है -'इलाही कोई तमन्ना नहीं इस जमाने में, मैंने सारी उम्र गुजारी है अपने गाने में'." किराना घराने के वाराणसी निवासी शास्त्रीय गायक ने कहा, "पद्मविभूषण तो कम से कम मिलना चाहिए था. लेकिन मैंने न तो कभी पुरस्कारों के लिए किसी से कहा है, और न कभी कहूंगा. किसी से क्यों मांगूं, मांगना होगा तो भगवान से मांगेंगे। मेरा संगीत, लोगों का प्यार ही मेरे लिए पुरस्कार है।" ठुमरी गायक मिश्र ने कहा, "पद्मभूषण तो मिला है, टंगा हुआ है। कौन-सा लाभ मिल रहा है उससे। रेलगाड़ी में दो टिकट तो मिलता नहीं कि एक सहायक के साथ कहीं आ-जा सकूं इस बुढ़ापे में। सरकार से कहा, लेकिन किसी ने नहीं सुनी. फिर पद्मभूषण, पद्मविभूषण का क्या मतलब. कहने को है बस." उल्लेखनीय है कि छन्नूलाल को 2010 में तत्कालीन संप्रग सरकार ने पद्मभूषण से नवाजा था. उन्होंने कहा, "दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित संगीत की बहुत प्रेमी और कद्रदान थीं. उस समय के प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी संगीत के कद्रदान थे. दिल्ली में मैंने उनके सामने गाया था। उन्होंने पद्मभूषण की अनुशंसा कर दी, और मिल गया. अच्छा लगा था. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी यश भारती पुरस्कार दिया था. मैंने उनसे कलाकारों को पेंशन देने के लिए कहा, अखिलेश ने 50,000 हजार रुपये पेंशन सभी कलाकारों के लिए शुरू कर दी. लेकिन नई सरकार आई तो पेंशन भी बंद हो गया. मैंने योगी आदित्यनाथ से कहा तो उन्होंने 25,000 रुपये पेंशन शुरू की, लेकिन अब मैं उसे भी नहीं लेता हूं."तो क्या इस बार के लोकसभा चुनाव में भी वह मोदी का समर्थन करेंगे, उनका प्रस्तावक बनना चाहेंगे, या किसी दूसरी पार्टी का समर्थन करेंगे?
जेल से चुनाव लड़ने संबंधी विधेयक राज्यसभा में पारित
राज्यसभा ने मंगलवार को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम में संशोधन से संबंधित विधेयक पारित कर दिया। इस संशोधन के जरिए जेल में बंद या पुलिस हिरासत से लोगों को चुनाव लड़ने की अनुमति की व्यवस्था की गई है। सदन ने जनप्रतिनिधित्व (संशोधन एवं वैधीकरण) विधेयक 2013 को ध्वनि
राज्यसभा ने मंगलवार को जनप्रतिनिधित्व अधिनियम में संशोधन से संबंधित विधेयक पारित कर दिया। इस संशोधन के जरिए जेल में बंद या पुलिस हिरासत से लोगों को चुनाव लड़ने की अनुमति की व्यवस्था की गई है। सदन ने जनप्रतिनिधित्व (संशोधन एवं वैधीकरण) विधेयक 2013 को ध्वनिमत से पारित कर दिया। विधेयक पर चर्चा का उत्तर देते हुए कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि राजनीतिक वर्ग ने जवाबदेही की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है, लेकिन एक ऐसा वातावरण बन गया है जहां इसे संदेह के साथ देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, "हमें इसका समाधान करने की जरूरत है।" उन्होंने का कि मतदान का अधिकार और मतदाता सूची में दर्ज होना वैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधित्व कानून में प्रावधान जोड़ा गया है कि मतदान के लिए अयोग्य व्यक्ति भी नामांकन दाखिल करा सकता है।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पटना उच्च न्यायालय के एक फैसले को बरकरार रखने को ध्यान में रखते हुए यह संशोधन किया गया है। अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि जो व्यक्ति मतदान का अधिकार नहीं रखता वह संसद या विधानसभाओं के लिए चुनाव लड़ने के भी योग्य नहीं है। सरकार ने इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका भी दायर की है। विधेयक पर चर्चा का उत्तर देते हुए कानून मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा कि राजनीतिक वर्ग ने जवाबदेही की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया है, लेकिन एक ऐसा वातावरण बन गया है जहां इसे संदेह के साथ देखा जा रहा है। उन्होंने कहा, "हमें इसका समाधान करने की जरूरत है।" उन्होंने का कि मतदान का अधिकार और मतदाता सूची में दर्ज होना वैधानिक अधिकार है। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधित्व कानून में प्रावधान जोड़ा गया है कि मतदान के लिए अयोग्य व्यक्ति भी नामांकन दाखिल करा सकता है।टिप्पणियां सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पटना उच्च न्यायालय के एक फैसले को बरकरार रखने को ध्यान में रखते हुए यह संशोधन किया गया है। अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि जो व्यक्ति मतदान का अधिकार नहीं रखता वह संसद या विधानसभाओं के लिए चुनाव लड़ने के भी योग्य नहीं है। सरकार ने इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका भी दायर की है। सर्वोच्च न्यायालय द्वारा पटना उच्च न्यायालय के एक फैसले को बरकरार रखने को ध्यान में रखते हुए यह संशोधन किया गया है। अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि जो व्यक्ति मतदान का अधिकार नहीं रखता वह संसद या विधानसभाओं के लिए चुनाव लड़ने के भी योग्य नहीं है। सरकार ने इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका भी दायर की है। सरकार ने इस मामले में सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका भी दायर की है।
अश्लील मैसेज भेजने पर फॉक्स न्यूज का टीवी प्रस्तोता निलंबित
कंपनी ने जांच के नतीजे आने तक एरिक बोलिंग को निलंबित किया फॉक्स न्यूज की एक सहकर्मी को एक अश्लील तस्वीर भेजने का आरोप बोलिंग पिछले 7 साल तक इस नेटवर्क के साथ जुड़े हुए हैं
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
आजाद के खिलाफ भाजपा देगी विशेषाधिकार हनन का नोटिस
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कहा कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद के खिलाफ विशेषधिकार हनन का नोटिस देगी, क्योंकि पिछले तीन साल में कई मौकों पर वह अपने मंत्रालय के बारे में 'गलत तथ्य' देते रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को कहा कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री गुलाम नबी आजाद के खिलाफ विशेषधिकार हनन का नोटिस देगी, क्योंकि पिछले तीन साल में कई मौकों पर वह अपने मंत्रालय के बारे में 'गलत तथ्य' देते रहे हैं। भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि उन्होंने 14 दृष्टांतों की सूची तैयार की है जिसमें यह उल्लेख है कि आजाद ने किन अवसरों पर गलत जानकारी दी। उन्होंने कहा, "हम आजाद के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे।" जायसवाल ने भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) को भंग करने और उसके बदले एक अति महत्वपूर्ण निकाय नेशनल काउंसिल फॉर ह्यूमन रिसोर्स इन हेल्थ (एनसीएचआरएच) की स्थापना के सरकार के प्रस्ताव का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, "सरकार सभी वैधानिक निकायों को भंग करने का प्रयास कर रही है ताकि सब कुछ उसके नियंत्रण में रहे।"टिप्पणियां भाजपा की चेतावनी के जवाब में कांग्रेस ने कहा कि भाजपा अपने अधिकारों के उपयोग के लिए स्वतंत्र है और नोटिस पेश किए जाने पर उसका समुचित जवाब दिया जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, "यदि भाजपा ने अपने विशेषाधिकार के उपयोग के लिए एक खास संसदीय प्रकिया को चुना है तो यह उसकी मर्जी है। हम समुचित जवाब देंगे।" भाजपा सांसद संजय जायसवाल ने कहा कि उन्होंने 14 दृष्टांतों की सूची तैयार की है जिसमें यह उल्लेख है कि आजाद ने किन अवसरों पर गलत जानकारी दी। उन्होंने कहा, "हम आजाद के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाएंगे।" जायसवाल ने भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) को भंग करने और उसके बदले एक अति महत्वपूर्ण निकाय नेशनल काउंसिल फॉर ह्यूमन रिसोर्स इन हेल्थ (एनसीएचआरएच) की स्थापना के सरकार के प्रस्ताव का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, "सरकार सभी वैधानिक निकायों को भंग करने का प्रयास कर रही है ताकि सब कुछ उसके नियंत्रण में रहे।"टिप्पणियां भाजपा की चेतावनी के जवाब में कांग्रेस ने कहा कि भाजपा अपने अधिकारों के उपयोग के लिए स्वतंत्र है और नोटिस पेश किए जाने पर उसका समुचित जवाब दिया जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, "यदि भाजपा ने अपने विशेषाधिकार के उपयोग के लिए एक खास संसदीय प्रकिया को चुना है तो यह उसकी मर्जी है। हम समुचित जवाब देंगे।" जायसवाल ने भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) को भंग करने और उसके बदले एक अति महत्वपूर्ण निकाय नेशनल काउंसिल फॉर ह्यूमन रिसोर्स इन हेल्थ (एनसीएचआरएच) की स्थापना के सरकार के प्रस्ताव का भी विरोध किया। उन्होंने कहा, "सरकार सभी वैधानिक निकायों को भंग करने का प्रयास कर रही है ताकि सब कुछ उसके नियंत्रण में रहे।"टिप्पणियां भाजपा की चेतावनी के जवाब में कांग्रेस ने कहा कि भाजपा अपने अधिकारों के उपयोग के लिए स्वतंत्र है और नोटिस पेश किए जाने पर उसका समुचित जवाब दिया जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, "यदि भाजपा ने अपने विशेषाधिकार के उपयोग के लिए एक खास संसदीय प्रकिया को चुना है तो यह उसकी मर्जी है। हम समुचित जवाब देंगे।" भाजपा की चेतावनी के जवाब में कांग्रेस ने कहा कि भाजपा अपने अधिकारों के उपयोग के लिए स्वतंत्र है और नोटिस पेश किए जाने पर उसका समुचित जवाब दिया जाएगा। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, "यदि भाजपा ने अपने विशेषाधिकार के उपयोग के लिए एक खास संसदीय प्रकिया को चुना है तो यह उसकी मर्जी है। हम समुचित जवाब देंगे।" कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने कहा, "यदि भाजपा ने अपने विशेषाधिकार के उपयोग के लिए एक खास संसदीय प्रकिया को चुना है तो यह उसकी मर्जी है। हम समुचित जवाब देंगे।"
शिक्षिका को थप्पड़ : कलेक्टर, एसएसपी तलब
पंजाब में महिला टीचर को थप्पड़ मारने के मामले में कलेक्टर और एसपी को महिला आयोग ने तलब किया है।
पंजाब में महिला टीचर को थप्पड़ मारने के मामले में महिला आयोग ने कलेक्टर और एसपी को तलब किया है। इन अधिकारियों को 13 दिसंबर को दिल्ली बुलाया गया है। इस मामले में सरपंच और पीड़ित शिक्षिका को भी हाजिर होने के लिए कहा गया है। महिला आयोग की अध्यक्ष ममता शर्मा के मुताबिक कलेक्टर, एसएसपी और पीड़ित महिला की बात सुनने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
Triple Talaq Bill पास होने के बाद पीएम मोदी ने किया Tweet, लिखी यह बात...
तीन तलाक बिल लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी पास पीएम मोदी ने कहा- देश के लिए आज ऐतिहासिक दिन पीएम बोले-करोड़ों मुस्लिम माताओं-बहनों की हुई है जीत
पूरे देश के लिए आज एक ऐतिहासिक दिन है। आज करोड़ों मुस्लिम माताओं-बहनों की जीत हुई है और उन्हें सम्मान से जीने का हक मिला है। सदियों से तीन तलाक की कुप्रथा से पीड़ित मुस्लिम महिलाओं को आज न्याय मिला है। इस ऐतिहासिक मौके पर मैं सभी सांसदों का आभार व्यक्त करता हूं। तीन तलाक बिल का पास होना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है। तुष्टिकरण के नाम पर देश की करोड़ों माताओं-बहनों को उनके अधिकार से वंचित रखने का पाप किया गया। मुझे इस बात का गर्व है कि मुस्लिम महिलाओं को उनका हक देने का गौरव हमारी सरकार को प्राप्त हुआ है। उन्होंने अपने अलगे ट्वीट में लिखा, तीन तलाक बिल का पास होना महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक बहुत बड़ा कदम है. तुष्टिकरण के नाम पर देश की करोड़ों माताओं-बहनों को उनके अधिकार से वंचित रखने का पाप किया गया. मुझे इस बात का गर्व है कि मुस्लिम महिलाओं को उनका हक देने का गौरव हमारी सरकार को प्राप्त हुआ है. Union Minister of Law & Justice Ravi Shankar Prasad: Today is a historic day. Both the Houses have given justice to the Muslim women. This is the beginning of a transforming India. #TripleTalaqBillpic.twitter.com/rXwPsfAtBF वहीं, राज्यसभा से तीन तलाक बिल पास होने के बाद कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज एक ऐतिहासिक दिन है. दोनों सदनों ने मुस्लिम महिलाओं को न्याय दिया है. यह एक उन्नतिशील भारत की शुरुआत है. Raj Babbar, Congress on #TripleTalaqBill passed in Rajya Sabha, today: Main samajhta hoon ki is desh ke andar kisi bhi family law ko lekar ek bahot bada jhatka hai. A civil law has been made a criminal law. It's a historic mistake. pic.twitter.com/81jEKpFfPV उधर, तीन तलाक बिल पास होने के बाद कांग्रेस ने इस पर कड़ा ऐतराज जताया है. कांग्रेस नेता राज बब्बर ने कहा कि मैं समझता हूं कि इस देश के अंदर किसी भी फैमिली लॉ को लेकर एक बहुत बड़ा झटका है. उन्होंने कहा कि सिविल लॉ को क्रिमिनल लॉ बनाया गया है. यह एक ऐतिहासिक भूल है.
IPL 2018: कोलकाता नाइट राइडर्स ने इस खिलाड़ी को बनाया अपना नया कप्तान
IPL 2018 में दिनेश कार्तिक होंगे कोलकाता के कप्तान. रॉबिन उथप्पा कोलकाता नाइट राइडर्स के उप-कप्तान होंगे. दिनेश कार्तिक को केकेआर ने 7.8 करोड़ में खरीदा है.
Drumrolls! Experienced wicket-keeper batsman, @DineshKarthik will lead the men in Purple and Gold for VIVO @IPL 2018.#KorboLorboJeetbo#KKRKaCaptainKaunpic.twitter.com/558Nkgpj9F दिनेश कार्तिक को कप्तानी करने का अच्छा अनुभव रहा है. 32 वर्षीय इस खिलाड़ी ने घरेलू क्रिकेट में तमिलनाडु के लिए कप्तानी की थी. उन्ही की कप्तानी में 2009-10 विजय हजारी ट्रॉफी तमिलनाडु ने जीती थी. कार्तिक ने इंडिया रेड टीम की भी कप्तानी की थी. 2017 दिलीप ट्रॉफी में जीत हासिल की थी.
आडवाणी की भागवत से मुलाकात, चर्चा रही अधूरी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की। मुलकात के दौरान विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा अधूरी रही।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सर संघचालक मोहन भागवत से मुलाकात की। मुलकात के दौरान विभिन्न मुद्दों पर हुई चर्चा अधूरी रही। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को वर्ष 2014 में होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा का चुनावी चेहरा बनाए जाने के बाद पार्टी में हुई प्रतिक्रिया को लेकर आडवाणी-भागवत की चर्चा अधूरी रही क्योंकि संघ ने कहा कि कई मुद्दों पर और विमर्श की जरूरत है। भाजपा की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में मोदी के उन्नयन के बाद पार्टी नेताओं पर निजी एजेंडे को तरजीह देने का आरोप लगाने वाले आडवाणी ने इसके बाद पहली बार भागवत से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच नई दिल्ली स्थित संघ मुख्यालय केशवकुंज में यह मुलाकात हुई जो करीब एक घंटे तक चली। संघ की ओर से जारी बयान में आडवाणी से हुई मुलाकात को विस्तृत और स्पष्ट बताया गया है और कहा गया है कि भाजपा नेता ने देश के विभिन्न घटनाक्रमों, पार्टी की भूमिका और संघ के नेतृत्व में व्यापक राष्ट्रवादी आंदोलन पर अपने विचार रखे। बयान में कहा गया है, "यह तय किया गया कि कई मुद्दों पर आगे चर्चा और विभिन्न स्तरों पर टिप्पणियों के आदान-प्रदान की जरूरत है जिसे उपयुक्त अवसर आने पर उठाया जाएगा।" बयान में आगे कहा गया है, "भागवतजी ने यह भी सुझाव दिया कि विचारों का ऐसा उपयोगी अदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहना चाहिए।" आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को वर्ष 2014 में होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा का चुनावी चेहरा बनाए जाने के बाद पार्टी में हुई प्रतिक्रिया को लेकर आडवाणी-भागवत की चर्चा अधूरी रही क्योंकि संघ ने कहा कि कई मुद्दों पर और विमर्श की जरूरत है। भाजपा की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में मोदी के उन्नयन के बाद पार्टी नेताओं पर निजी एजेंडे को तरजीह देने का आरोप लगाने वाले आडवाणी ने इसके बाद पहली बार भागवत से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच नई दिल्ली स्थित संघ मुख्यालय केशवकुंज में यह मुलाकात हुई जो करीब एक घंटे तक चली। संघ की ओर से जारी बयान में आडवाणी से हुई मुलाकात को विस्तृत और स्पष्ट बताया गया है और कहा गया है कि भाजपा नेता ने देश के विभिन्न घटनाक्रमों, पार्टी की भूमिका और संघ के नेतृत्व में व्यापक राष्ट्रवादी आंदोलन पर अपने विचार रखे। बयान में कहा गया है, "यह तय किया गया कि कई मुद्दों पर आगे चर्चा और विभिन्न स्तरों पर टिप्पणियों के आदान-प्रदान की जरूरत है जिसे उपयुक्त अवसर आने पर उठाया जाएगा।" बयान में आगे कहा गया है, "भागवतजी ने यह भी सुझाव दिया कि विचारों का ऐसा उपयोगी अदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहना चाहिए।" आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। भाजपा की चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष के रूप में मोदी के उन्नयन के बाद पार्टी नेताओं पर निजी एजेंडे को तरजीह देने का आरोप लगाने वाले आडवाणी ने इसके बाद पहली बार भागवत से मुलाकात की। दोनों नेताओं के बीच नई दिल्ली स्थित संघ मुख्यालय केशवकुंज में यह मुलाकात हुई जो करीब एक घंटे तक चली। संघ की ओर से जारी बयान में आडवाणी से हुई मुलाकात को विस्तृत और स्पष्ट बताया गया है और कहा गया है कि भाजपा नेता ने देश के विभिन्न घटनाक्रमों, पार्टी की भूमिका और संघ के नेतृत्व में व्यापक राष्ट्रवादी आंदोलन पर अपने विचार रखे। बयान में कहा गया है, "यह तय किया गया कि कई मुद्दों पर आगे चर्चा और विभिन्न स्तरों पर टिप्पणियों के आदान-प्रदान की जरूरत है जिसे उपयुक्त अवसर आने पर उठाया जाएगा।" बयान में आगे कहा गया है, "भागवतजी ने यह भी सुझाव दिया कि विचारों का ऐसा उपयोगी अदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहना चाहिए।" आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। दोनों नेताओं के बीच नई दिल्ली स्थित संघ मुख्यालय केशवकुंज में यह मुलाकात हुई जो करीब एक घंटे तक चली। संघ की ओर से जारी बयान में आडवाणी से हुई मुलाकात को विस्तृत और स्पष्ट बताया गया है और कहा गया है कि भाजपा नेता ने देश के विभिन्न घटनाक्रमों, पार्टी की भूमिका और संघ के नेतृत्व में व्यापक राष्ट्रवादी आंदोलन पर अपने विचार रखे। बयान में कहा गया है, "यह तय किया गया कि कई मुद्दों पर आगे चर्चा और विभिन्न स्तरों पर टिप्पणियों के आदान-प्रदान की जरूरत है जिसे उपयुक्त अवसर आने पर उठाया जाएगा।" बयान में आगे कहा गया है, "भागवतजी ने यह भी सुझाव दिया कि विचारों का ऐसा उपयोगी अदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहना चाहिए।" आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। संघ की ओर से जारी बयान में आडवाणी से हुई मुलाकात को विस्तृत और स्पष्ट बताया गया है और कहा गया है कि भाजपा नेता ने देश के विभिन्न घटनाक्रमों, पार्टी की भूमिका और संघ के नेतृत्व में व्यापक राष्ट्रवादी आंदोलन पर अपने विचार रखे। बयान में कहा गया है, "यह तय किया गया कि कई मुद्दों पर आगे चर्चा और विभिन्न स्तरों पर टिप्पणियों के आदान-प्रदान की जरूरत है जिसे उपयुक्त अवसर आने पर उठाया जाएगा।" बयान में आगे कहा गया है, "भागवतजी ने यह भी सुझाव दिया कि विचारों का ऐसा उपयोगी अदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहना चाहिए।" आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। बयान में कहा गया है, "यह तय किया गया कि कई मुद्दों पर आगे चर्चा और विभिन्न स्तरों पर टिप्पणियों के आदान-प्रदान की जरूरत है जिसे उपयुक्त अवसर आने पर उठाया जाएगा।" बयान में आगे कहा गया है, "भागवतजी ने यह भी सुझाव दिया कि विचारों का ऐसा उपयोगी अदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहना चाहिए।" आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। बयान में आगे कहा गया है, "भागवतजी ने यह भी सुझाव दिया कि विचारों का ऐसा उपयोगी अदान-प्रदान भविष्य में भी जारी रहना चाहिए।" आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। आडवाणी और भागवत की मुलाकात बुधवार को ही होने वाली थी। लेकिन आडवाणी के बीमार होने के कारण यह मुलाकात नहीं हो पाई थी। आडवाणी और भागवत के बीच पिछले सप्ताह टेलीफोन पर चर्चा हुई थी जिसमें भागवत ने उन्हें पार्टी पर इस्तीफा स्वीकार करने का दबाव नहीं डालने का सुझाव दिया था।टिप्पणियां मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। मोदी को अगले साल होने वाले आम चुनाव के लिए भाजपा प्रचार समिति की कमान सौंपे जाने के बाद आडवाणी ने 10 जून को पार्टी के महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफा देकर राजनीतिक हलचल पैदा कर दी थी। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था। पार्टी अध्यक्ष राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में आडवाणी ने कहा था कि पार्टी के कुछ नेता अपने व्यक्तिगत एजेंडे को तवज्जो दे रहे हैं। बाद में भागवत के समझाने पर उन्होंने अपना फैसला वापस ले लिया था।
दिल्ली : अवैध संबंध का शक होने के कारण गर्दन आरी से काट दी, नृशंस हत्या के आरोपी गिरफ्तार
आरोपियों ने रोहित का धड़ जला दिया और सिर जमीन में गाड़ दिया गुड़गांव रोड पर सुनसान इलाके में की हत्या पकड़े गए चार आरोपियों में से दो नाबालिग
देश की राजधानी दिल्ली में शक के आधार पर एक शख्स ने एक युवक की गर्दन आरी से काटकर अलग कर दी और धड़ जला दिया. उसका सिर जमीन में गाड़ दिया. पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है और दो नाबालिगों को हिरासत में लिया है. मामला मंगोलपुरी का है. बताया जा रहा है कि रोहित शर्मा की 2013 में लव मैरिज हुई थी और बाद में तलाक हो गया. रोहित शर्मा की तलाकशुदा पत्नी की शादी मंगोलपुरी के रहने वाले मुकेश से हो गई. मुकेश को शक था कि उसकी पत्नी के  रोहित से अवैध सम्बंध हैं. 18 -19 अगस्त की रात में रोहित शर्मा तलाकशुदा पत्नी के घर के लिए निकला और वापस नहीं आया. परिवार ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया. पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. तभी रोहित के परिवार वालों ने रोहित की तलाकशुदा पत्नी के नए पति पर शक जताया.टिप्पणियां पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो पता चला मुकेश और उसके साले समेत चार लोगों ने रोहित की हत्या कर दी. उस रात मुकेश ने रोहित शर्मा के साथ शराब पी. मुकेश के साथ तीन लोग और थे. चारों रोहित शर्मा को गुड़गांव मानेसर हाईवे पर ले गए. वे सब मुकेश की इनोवा गाड़ी में थे. आरोपियों ने गुड़गांव रोड पर सुनसान जगह पर ले जाकर रोहित शर्मा की गर्दन को आरी से काटकर अलग कर दिया और धड़ जला दिया. उन्होंने रोहित के सिर को दिल्ली के द्वारका एरिया में लाकर जमीन में गाड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने शरीर के हिस्से बरामद कर लिए. वारदात में कुल चार लोग शामिल थे जिसमें से दो नाबालिग हैं. मृतक रोहित शर्मा गारमेंट्स की दुकान पर काम करता था और आरोपी मुकेश कैब ड्राइवर है. फिलहाल दो आरोपी जेल भेज दिए गए हैं और दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है. मामला मंगोलपुरी का है. बताया जा रहा है कि रोहित शर्मा की 2013 में लव मैरिज हुई थी और बाद में तलाक हो गया. रोहित शर्मा की तलाकशुदा पत्नी की शादी मंगोलपुरी के रहने वाले मुकेश से हो गई. मुकेश को शक था कि उसकी पत्नी के  रोहित से अवैध सम्बंध हैं. 18 -19 अगस्त की रात में रोहित शर्मा तलाकशुदा पत्नी के घर के लिए निकला और वापस नहीं आया. परिवार ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया. पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी. तभी रोहित के परिवार वालों ने रोहित की तलाकशुदा पत्नी के नए पति पर शक जताया.टिप्पणियां पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो पता चला मुकेश और उसके साले समेत चार लोगों ने रोहित की हत्या कर दी. उस रात मुकेश ने रोहित शर्मा के साथ शराब पी. मुकेश के साथ तीन लोग और थे. चारों रोहित शर्मा को गुड़गांव मानेसर हाईवे पर ले गए. वे सब मुकेश की इनोवा गाड़ी में थे. आरोपियों ने गुड़गांव रोड पर सुनसान जगह पर ले जाकर रोहित शर्मा की गर्दन को आरी से काटकर अलग कर दिया और धड़ जला दिया. उन्होंने रोहित के सिर को दिल्ली के द्वारका एरिया में लाकर जमीन में गाड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने शरीर के हिस्से बरामद कर लिए. वारदात में कुल चार लोग शामिल थे जिसमें से दो नाबालिग हैं. मृतक रोहित शर्मा गारमेंट्स की दुकान पर काम करता था और आरोपी मुकेश कैब ड्राइवर है. फिलहाल दो आरोपी जेल भेज दिए गए हैं और दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है. पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो पता चला मुकेश और उसके साले समेत चार लोगों ने रोहित की हत्या कर दी. उस रात मुकेश ने रोहित शर्मा के साथ शराब पी. मुकेश के साथ तीन लोग और थे. चारों रोहित शर्मा को गुड़गांव मानेसर हाईवे पर ले गए. वे सब मुकेश की इनोवा गाड़ी में थे. आरोपियों ने गुड़गांव रोड पर सुनसान जगह पर ले जाकर रोहित शर्मा की गर्दन को आरी से काटकर अलग कर दिया और धड़ जला दिया. उन्होंने रोहित के सिर को दिल्ली के द्वारका एरिया में लाकर जमीन में गाड़ दिया. इसके बाद पुलिस ने शरीर के हिस्से बरामद कर लिए. वारदात में कुल चार लोग शामिल थे जिसमें से दो नाबालिग हैं. मृतक रोहित शर्मा गारमेंट्स की दुकान पर काम करता था और आरोपी मुकेश कैब ड्राइवर है. फिलहाल दो आरोपी जेल भेज दिए गए हैं और दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है. मृतक रोहित शर्मा गारमेंट्स की दुकान पर काम करता था और आरोपी मुकेश कैब ड्राइवर है. फिलहाल दो आरोपी जेल भेज दिए गए हैं और दो नाबालिगों को बाल सुधार गृह भेजा गया है.
हिन्दुत्व धर्म है या जीवनशैली, इसकी व्याख्या नहीं करनी : सुप्रीम कोर्ट
1995 के जजमेंट पर दोबारा विचार नहीं करेंगे वह ये तय करेंगे कि क्या धर्म के नाम पर वोट मांगे जा सकते हैं? 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की गई थी
सुप्रीम कोर्ट की 7 जजों की संवैधानिक पीठ ने कहा कि 'हिंदुत्व' क्या धर्म है या जीवन शैली, इस बात की सुनवाई नहीं करेंगे. 1995 के जजमेंट पर दोबारा विचार नहीं करेंगे. वह ये तय करेंगे कि क्या धर्म के नाम पर वोट मांगे जा सकते हैं? CJI टीएस ठाकुर ने कहा कि 20 साल पुराने फैसले के बाद 5 जजों की बेंच ने जो रेफरेंस सात जजों की संविधान पीठ में भेजा उसमें यह बात कहां लिखी गई है कि संवैधानिक पीठ को हिंदुत्व की व्याख्या करनी है? फैसले के किसी भी हिस्से में इस बात का जिक्र नहीं है. जिस बात का जिक्र ही नहीं है.. उसें हम कैसे सुन सकते हैं? कोर्ट फिलहाल इस बड़ी बहस में नहीं जा रहा कि हिंदुत्व क्या है और इसका मतलब क्या है? इस मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि किसी प्रत्याशी या उसके किसी समर्थक को ये इजाजत नहीं दी जा सकती कि वो धर्म के नाम पर वोट मांगे. ये चुनावी प्रक्रिया में सबसे बडी बुराई है, क्योंकि धर्म के नाम पर लोग प्रभावित होते हैं. किसी भी सेकुलर देश में मतदाताओं को की जाने वाली अपील भी सेकुलर सिद्धांत के तहत ही होनी चाहिए. धर्म के आधार पर वोट मांगकर राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की मंशा को मंजूरी नहीं दी जा सकती. मामले की सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी. सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.   दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :- क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी. सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :- क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए? दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.   वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता। दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है. याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था. 2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया. CJI टीएस ठाकुर ने कहा कि 20 साल पुराने फैसले के बाद 5 जजों की बेंच ने जो रेफरेंस सात जजों की संविधान पीठ में भेजा उसमें यह बात कहां लिखी गई है कि संवैधानिक पीठ को हिंदुत्व की व्याख्या करनी है? फैसले के किसी भी हिस्से में इस बात का जिक्र नहीं है. जिस बात का जिक्र ही नहीं है.. उसें हम कैसे सुन सकते हैं? कोर्ट फिलहाल इस बड़ी बहस में नहीं जा रहा कि हिंदुत्व क्या है और इसका मतलब क्या है? इस मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि किसी प्रत्याशी या उसके किसी समर्थक को ये इजाजत नहीं दी जा सकती कि वो धर्म के नाम पर वोट मांगे. ये चुनावी प्रक्रिया में सबसे बडी बुराई है, क्योंकि धर्म के नाम पर लोग प्रभावित होते हैं. किसी भी सेकुलर देश में मतदाताओं को की जाने वाली अपील भी सेकुलर सिद्धांत के तहत ही होनी चाहिए. धर्म के आधार पर वोट मांगकर राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की मंशा को मंजूरी नहीं दी जा सकती. मामले की सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी. सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.   दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :- क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी. सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :- क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए? दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.   वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता। दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है. याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था. 2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया. इस मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस टीएस ठाकुर ने कहा कि किसी प्रत्याशी या उसके किसी समर्थक को ये इजाजत नहीं दी जा सकती कि वो धर्म के नाम पर वोट मांगे. ये चुनावी प्रक्रिया में सबसे बडी बुराई है, क्योंकि धर्म के नाम पर लोग प्रभावित होते हैं. किसी भी सेकुलर देश में मतदाताओं को की जाने वाली अपील भी सेकुलर सिद्धांत के तहत ही होनी चाहिए. धर्म के आधार पर वोट मांगकर राजनीतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने की मंशा को मंजूरी नहीं दी जा सकती. मामले की सुनवाई बुधवार को भी जारी रहेगी. सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.   दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :- क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी. सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :- क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए? दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.   वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता। दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है. याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था. 2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया. सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़, रिटायर्ड प्रोफ़ेसर शम्सुल इस्लाम और पत्रकार दिलीप मंडल की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने यह टिपप्णी की. सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस अर्जी पर बाद में गौर किया जाएगा. कोर्ट ने इस याचिका को लंबित रखा है.   दरअसल, सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और कई अन्य लोगों ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर 20 साल पुराने हिंदुत्व जजमेंट को पलटने की मांग की है. याचिका में कहा गया है कि पिछले ढाई साल से देश में इन आदेशों की आड़ में इस तरह का माहौल बनाया जा रहा है, जिससे अल्पसंख्यक, स्वतंत्र विचारक और अन्य लोग खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट को ऐसे भाषण देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए, हालांकि पिछली सुनवाई में सुप्रीम कोर्ट में CJI ठाकुर ने कहा था :- क्यों ना चुनाव में धर्म के आधार पर वोट मांगने को चुनावी दोष माना जाए?चुनावी प्रक्रिया धर्मनिरपेक्ष होती है और उसमें किसी धर्म को नहीं मिलाया जा सकताचुनाव और धर्म दो अलग-अलग चीजें हैं, उनको एक साथ नहीं मिलाया जा सकताक्या किसी धर्म निरपेक्ष राज्य में किसी धर्मनिरपेक्ष गतिविधि में धर्म को शामिल किया जा सकता है?20 साल से संसद ने इस बारे में कोई कानून नहीं बनायाइतने वक्त से मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो क्या इंतजार हो रहा था कि इस बारे में सुप्रीम कोर्ट ही फैसला करे जैसे यौन शौषण केस में हुआ. अगली सुनवाई 25 अक्तूबर को होगी. सुप्रीम कोर्ट ने यह टिप्पणी याचिकाकर्ता सुंदर लाल पटवा के वकील की दलील पर की थी जब कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट को 1995 के जजमेंट को बने रहने देना चाहिए. चीफ जस्टिस ने कहा कि पटवा का केस ही देखें तो वह जैन समुदाय से हैं और कोई उनके लिए कहे कि वह जैन होने के बावजूद राम मंदिर बनाने में मदद करेंगे तो ये प्रत्याशी नहीं बल्कि धर्म के आधार पर वोट मांगना होगा. सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में चीफ जस्टिस ने कई बड़े सवाल भी उठाए थे :- क्या कोई एक समुदाय का व्यक्ति अपने समुदाय के लोगों से अपने धर्म के आधार पर वोट मांग सकता है? क्या ये भ्रष्ट आचरण की श्रेणी में आता है ?क्या एक समुदाय का व्यक्ति दूसरे समुदाय के प्रत्याशी के लिए अपने समुदाय के लोगों से वोट मांग सकता है?क्या किसी धर्म गुरु के किसी दूसरे के लिए धर्म के नाम पर वोट मांगना भ्रष्ट आचरण होगा और प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए? दरअसल, भारत में चुनाव के दौरान धर्म, जाति समुदाय इत्यादि के आधार पर वोट मांगने या फिर धर्म गुरूओं द्वारा चुनाव में किसी को समर्थन देकर धर्म के नाम पर वोट डालने संबंधी तौर तरीके कितने सही और कितने गलत हैं ? इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई कर रहा है.   वहीं, सुप्रीम कोर्ट ने मामले की पहली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार को फिलहाल पार्टी बनाने से इंकार कर दिया था। CJI ठाकुर ने केंद्र सरकार को मामले में पार्टी बनाने संबंधी मांग को खारिज करते हुए कहा कि यह एक चुनाव याचिका का मामला है, जोकि सीधे चुनाव आयोग से जुड़ा है। इसमें केंद्र सरकार को पार्टी नहीं बनाया जा सकता। दरअसल 1995 के फ़ैसले में सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि- 'हिंदुत्व' के नाम पर वोट मांगने से किसी उम्मीदवार को कोई फ़ायदा नहीं होता है।' उस वक्त सुप्रीम कोर्ट ने हिंदुत्व को 'वे ऑफ़ लाइफ़' यानी जीवन जीने का एक तरीका और विचार बताया था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि हिन्दुत्व भारतीयों की जीवन शैली का हिस्सा है और इसे हिंदू धर्म और आस्था तक सीमित नहीं रखा जा सकता। कोर्ट ने कहा था कि हिंदुत्व के नाम पर वोट मांगना करप्ट प्रैक्टिस नहीं है और रिप्रजेंटेशन ऑफ पिपुल एक्ट की धारा-123 के तहत ये भ्रष्टाचार नहीं है. याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था. 2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया. याचिकाकर्ता के वकील ने रिप्रजेंटेशन ऑफ पीपल्स एक्ट की धारा-123 व इसके अनुभाग 3 पर करते हुए कहा कि वर्ण, धर्म, जाति, भाषा और समुदाय के आधार पर अगर कोई व्यक्ति वोट मांगता है तो इसे चुनाव के गलत तरीकों की संज्ञा दी जाती है. ऐसा मामला पाए जाने पर दोषी व्यक्ति का पूरा चुनाव रद्द कर दिया जाता है.टिप्पणियां गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था. 2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया. गौरतलब है कि 1992 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव हुए थे. उस समय वहां के नेता मनोहर जोशी ने बयान दिया था कि महाराष्ट्र को वे पहला हिंदू राज्य बनाएंगे. जिस पर विवाद हुआ था और 1995 में बांबे हाईकोर्ट ने उक्त चुनाव को रद्द कर दिया था. फिर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा था। बाद में सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जेस एस वर्मा की बेंच ने फैसला दिया था कि हिंदुत्व एक जीवन शैली है, इसे हिंदू धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता और बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को पलट दिया था. 2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया. 2005 के तीन जजों के फैसले को पांच जजों की संवैधानिक पीठ को भेजा गया. जनवरी 2014 में सुंदर लाल पटवा का केस आने के बाद इस मामले को सात जजों की संविधान पीठ को भेजा गया.
बेटे अबराम के लिए शाहरुख खान का उमड़ा प्यार, पिज्जा बनाकर यूं खिलाते आए नजर- देखें Viral Video
शाहरुख खान ने अबराम के लिए बनाया पिज्जा वीडियो में दिखा शाहरुख खान का क्यूट अंदाज शाहरुख खान का वीडियो हुआ वायरल
शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) इन दिनों सोशल मीडिया पर छाए हुए हैं. उनकी फोटो हो या वीडियो, सोशल मीडिया पर धमाल मचाने के लिए काफी रहती हैं. लेकिन हाल ही में शाहरुख खान का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह अपने छोटे बेटे अबराम खान (Abram Khah) के साथ नजर आ रहे हैं. इस वीडियो में शाहरुख खान अबराम को पिज्जा बनाकर खिलाते नजर आ रहे हैं. किंग खान का यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, साथ ही लोग उनके अंदाज की तारीफ भी कर रहे हैं.  Cute Father - Son A post shared by Shah Rukh Khan (@srkking555) on Oct 28, 2019 at 7:52am PDT शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) का यह वीडियो उनके फैनपेज ने अपने इंस्टाग्राम एकाउंट से शेयर किया है. वीडियो में शाहरुख खान अबराम के पिज्जा पर सॉस के जरिए स्माइली बना रहे हैं, जिसे देखकर अबराम काफी खुश नजर आ रहे हैं. वीडियो में अबराम काफी क्यूट लग रहे हैं. बता दें कि अबराम खान शाहरुख और गौरी के सबसे छोटे बेटे हैं, जिनका जन्म सैरोगेसी के जरिए 27 मई, 2013 को हुआ था. एक बार शाहरुख खान ने अपने ट्वीट के जरिए बताया था कि उनकी फिल्म रावन अबराम की पसंदीदा फिल्म है.  वहीं, बात करें तो शाहरुख खान (Shah Rukh Khan) की तो वह आखिरी बार फिल्म 'जीरो' में नजर आए थे. इस फिल्म में शाहरुख खान के साथ एक्ट्रेस कैटरीना कैफ और अनुष्का शर्मा भी मुख्य भूमिका में दिखाई दी थीं. फिल्म में किंग खान का किरदार तो काफी जबरदस्त था, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस अपना कमाल नहीं दिखा पाई थी. जीरो के बाद से भले ही शाहरुख खान ने अपनी किसी भी फिल्म का ऐलान न किया हो, लेकिन फैंस को उम्मीद है कि किंग खान जल्द ही डॉन 3 में नजर आएंगे. फिल्मों से इतर इमरान हाशमी की बार्ड ऑफ ब्लड शाहरुख खान के रेड चिली प्रोडक्शन हाउस के बैनर तले ही तैयार की गई है.
IPL में आमिर खान का जलवा, इन कंपनियों ने खेला 250 करोड़ से अधिक का दांव
IPL 2019 में आमिर खान का जलवा तीन कंपनियों ने खेला 250 करोड़ से अधिक का दांव आईपीएल में हर ब्रेक के दौरान आमिर खान छोटे पर्दे पर नजर आएंगे
बॉलीवुड के मिस्टर परफेक्शनिस्ट आमिर खान (Aamir Khan) के प्रशंसकों की संख्या विश्वभर में अनगिनत है. प्रशंसकों की विशाल संख्या के कारण आमिर खान (Aamir Khan) ब्रांड के बीच सबसे अधिक मांग में रहने वाले और भरोसेमंद चेहरे में से एक है और ये ही वजह है कि आईपीएल (IPL 2019)  के इस मौसम में विज्ञापनदाताओं ने 250 से अधिक करोड़ रुपए पर केवल आमिर खान (Aamir Khan) पर निवेश किये हैं. भारत के सबसे प्रतिष्ठित त्योहारों में से एक आईपीएल (IPL 2019) के हर ब्रेक के दौरान आमिर खान छोटे पर्दे पर नजर आएंगे. दिलचस्प बात यह है कि क्रिकेट लीग के तीन प्रमुख प्रायोजकों द्वारा हस्ताक्षरित आमिर खान मैचों के दौरान टीवी स्क्रीन पर नजर आने वाला एकमात्र चेहरा होंगे. पिछले साल, आमिर खान (Aamir Khan) ने टॉप स्मार्टफोन ब्रांड में से एक साइन किया था और इस साल भी वह इस ब्रांड का चेहरा बने हुए है. आमिर खान इस दौरान लीग के टाइटल प्रायोजक, डिजिटल भुगतान कंपनी और एक प्रसिद्ध जूता ब्रांड को एंडोर्स करते हुए नज़र आएंगे. दूसरी तरफ, डिजिटल भुगतान कंपनी ने आमिर खान को अपने पहले सेलिब्रिटी एंडोर्सर के रूप में पेश किया है. आमिर खान को उनके ब्रांड के चेहरे के रूप में चुनने पर कंपनी के सीईओ ने कहा, "उनका नाम उनके शिल्प के प्रति ईमानदारी, कड़ी मेहनत और समर्पण का पर्याय है. यह ऐसा कुछ हैं जो पूरी तरह से फोनपे के विश्वास, सुरक्षा और विश्वसनीयता के साथ तालमेल खाता हैं. इसलिए, हमने महसूस किया कि आमिर हमारी कंपनी के लिए एकदम सही ब्रांड एंबेसडर हैं क्योंकि हम एक अरब भारतीयों को डिजिटल भुगतान का अनुभव देना चाहते हैं." तीसरा ब्रांड जल्द ही आमिर खान (Aamir Khan) के साथ इस प्रीमियर लीग सीजन में अपने टेलीविजन कैंपेन की शुरुआत करेंगे, जो एक प्रीमियम शू ब्रांड है. आमिर खान पहली बार एक समय में एक से अधिक ब्रांड का समर्थन करते हुए नज़र आएंगे, क्योंकि अभिनेता आमतौर पर एक समय में एक ब्रांड का समर्थन करना पसंद करते हैं. अभिनेता इससे पहले स्नैपडील, और गोदरेज रियल्टी जैसे ब्रांड का चेहरा रह चुके हैं. फिल्मों की बात करें तो, आमिर खान जल्द ही अपनी अगली फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' की शूटिंग शुरू करेंगे, जिसकी घोषणा अभिनेता ने अपने जन्मदिन पर की थी.
पेशे से वकील, सोशल मीडिया एक्सपर्ट और युवा नेता हैं तेजस्वी सूर्या
तेजस्वी सूर्या पेशे से वकील हैं. तेजस्वी सूर्या दक्षिणी बेंगलुरू सीट से चुनाव लडेंगे. सूर्या बीजेपी के साथ ही आरएसएस से भी जुड़े हुए हैं.
28 साल के तेजस्वी सूर्या (Tejasvi surya) दक्षिणी बेंगलुरु से बीजेपी (BJP) के टिकट पर चुनाव लडेंगे. बीजेपी द्वारा उन्हें टिकट दिए जाने के बाद से ही वह सुर्खियों में हैं. दक्षिण बेंगलुरू लोकसभा (Bangalore South Loksabha Seat) की प्रतिष्ठित सीट मानी जाती है, ऐसे में एक 28 साल के युवा पर भरोसा करके बीजेपी ने बड़ा दाव खेला है. सूर्या को टिकट मिलने के बाद मंगलवार को दिन भर गूगल पर 'तेजस्वी सूर्या' (Tejasvi surya) कीवर्ड ट्रेंड किया. बुधवार को तेजस्वी सूर्या ने एक तस्वीर ट्वीट की जिसपर लिखा है- ''कृपया मुझे हेड बॉय के लिए चुने.'' इस तस्वीर को शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, ''जब मैंने स्कूल में हेड बॉय के लिए चुनाव लड़ा, तो मेरा चुनाव चिन्ह शेर था. इस बार, मुझे एक शेर - पीएम के साथ काम करने का अवसर मिला है.'' When I contested for Head Boy in school, my election symbol was a Lion ;) This time around, I have the opportunity to work under a lion - PM @narendramodi#ProudBJPian#VoteForBJPpic.twitter.com/wPk632cHD4 बता दें कि दक्षिणी बेंगलुरू सीट पर पहले केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार सांसद थे जिनका निधन हो गया है. इस सीट की दावेदार नेता अनंत कुमार की पत्‍नी तेजस्विनी भी थीं लेकिन पार्टी ने तेजस्वी को टिकट दिया. वहीं इस सीट पर कांग्रेस की ओर से दिग्‍गज नेता बीके हरिप्रसाद मैदान में उतरेंगे. बीके हरिप्रसाद करीब 2 दशक बाद इस सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. बता दें कि इस सीट पर 18 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे.  तेजस्वी सूर्या (Tejasvi surya) मूल रूप से कर्नाटक के चिकमंगलूर जिले के रहने वाले हैं और बासवांगुडी विधानसभा से विधायक एल.ए. रविसुब्रमण्यन के भतीजे हैं. सूर्या बीजेपी के साथ ही आरएसएस से भी जुड़े हुए हैं. तेजस्वी सूर्या ने ट्विटर पर अपने नाम के आगे चौकीदार लगा रखा है. सूर्या पेशे से वकील हैं और उन्होंने बेंगलुरु के इंस्टिट्यूट ऑफ लीगल स्टडीज से पढ़ाई की है. वह कर्नाटक हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करते हैं. इसके अलावा वह बीजेपी युवा मोर्चा कर्नाटक के प्रदेश महासचिव हैं. इतना ही नहीं सूर्या नेशनल सोशल मीडिया कैंपेन टीम 2019 के सदस्य भी हैं. तेजस्वी सूर्या की फेसबुक आईडी पर दी गई जानकारी के मुताबिक वह अखिल भारतीय विद्यार्धी परिषद के सचिव रह चुके हैं. कौन हैं तेजस्वी सूर्या जिन पर पीएम मोदी और अमित शाह ने जताया है भरोसा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव सूर्या ने 2008 में एक एनजीओ भी खोला था जिसका नाम “Arise India” है. सूर्या कई वेबसाइट्स के लिए लिखते भी हैं. बता दें कि सूर्या के गुरू कोई और नहीं बल्कि अनंत कुमार हैं जो पहले दक्षिणी बेंगलुरू से सांसद थे. सूर्या ने टिकट मिलने के बाद ट्वीट कर लिखा, '' अनंत कुमार जी. मेरे जीवन के पहले गुरू. उन्होंने मुझे अपने हाई स्कूल के दिनों से बड़े होते देखा है. मैंने उन्हें सुनकर, उन्हें काम करते देखकर उनसे बहुत कुछ सीखा है. वह कर्नाटक के अब तक के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं. मैं उनका सदा आभारी हूं. Ananthkumar Ji. My first guru in public life. He has seen me grow up since my high school days. I have learnt so much seeing him, talking to him and just seeing him at work. He is one of the tallest leaders of Karnataka ever. I am eternally grateful to him. pic.twitter.com/KGGKSlTNtM बता दें कि 2014 में भी सूर्या काफी लोकप्रिय थे और उन्होंने पुणे, चेन्नई और मुंबई में कई रैलियां की थी. तेजस्वी सूर्या की सोशल मीडिया पर अच्छी पकड़ है. BJP के सबसे युवा उम्मीदवार तेजस्वी सूर्या ने आखिर क्यों किया 2014 का ट्वीट डिलीट तेजस्वी सूर्या के फेसबुक पर 66 हजार से ज्यादा और ट्विटर पर 72 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. बता दें कि ट्विटर पर सूर्या ने एक वीडियो पिन कर रखा है जिसमें उनके राजनीतिक तेवर को देखा जा सकता है. तेजस्वी सूर्या कहते हैं- मोदी को रोकने के लिए सभी भारत विरोधी ताकतें एकजुट हो गई हैं. जबकि मोदी का एजेंडा एक नया और मजबूत भारत बनाना है, जबकि उनका एजेंडा उसे रोकना है. उनका कोई सकारात्मक एजेंडा नहीं है. अगर आप मोदी के साथ हैं, तो आप भारत के साथ हैं. अगर आप मोदी के साथ नहीं हैं, तो आप भारत विरोधी ताकतों को मजबूत कर रहे हैं. All anti-India forces have united to stop Modi. While Modi's agenda is building a new & robust India, their agenda is to stop him. They have no positive agenda. If you are with Modi, you are with India. If you are not with Modi, then you are strengthening anti-India forces. pic.twitter.com/k0mXzqItrG
चिकित्सा के लिए 3 को मिला नोबेल पुरस्कार
चिकित्सा के क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा सोमवार को की गई।
चिकित्सा के क्षेत्र में तीन वैज्ञानिकों को संयुक्त रूप से प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार देने की घोषणा सोमवार को की गई। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार स्वीडन के करोलिंस्का संस्थान में नोबेल समिति ने ब्रूस ए. ब्यूल्टर, जूल्स ए. हाफमैन और राल्फ स्टीनमैन को चिकित्सा के क्षेत्र में उनके योगदान को देखते हुए संयुक्त रूप से नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा की गई। ब्रूस एवं हाफमैन को प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता को सक्रिय करने वाली खोज के लिए एवं राल्फ को डेंड्राइटिक कोशिका के क्षेत्र में खोज करने के लिए सम्मानित किया गया है।
मंथन के बाद विपक्षी पार्टियों का बड़ा फैसला: चुनाव से पहले होगा महागठबंधन, न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनेगा
महागठबंधन की कवायद रंग लाती दिख रही है. राहुल गांधी ने कहा कि बंगाल और दिल्ली पर अभी बातचीत नहीं हुई है. लोकसभा चुनाव से पहले होगा गठबंधन.
हम भाजपा को हराने के लिए साथ काम करेंगे. वहीं, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने विपक्ष की बैठक को सार्थक बताते हुए कहा कि वे चुनाव पूर्व गठबंधन करेंगे. वहीं, अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बातचीत रचनात्मक रही और हम साथ मिलकर काम करेंगे. दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच गठबंधन को लेकर महागठबंधन नेताओं का कांग्रेस पर दबाव है कि दिल्ली में अगर आप-कांग्रेस गठबंधन नहीं हुआ तो विपक्ष को नुकसान हो सकता है. मगर राहुल गांधी भी इस बात पर सहमत नहीं हुए हैं कि अरविंद केजरीवाल की पार्टी से गठबंधन करना है या नहीं. सूत्रों की मानें तो बंगाल और दिल्ली में गठबंधन को लेकर सीटों पर पेंच फंसा हुआ है.  इससे पहले की राजनैतिक घटनाक्रमों पर गौर करें तो ऐसा देखा गया है कि राहुल गांधी दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के साथ मंच साझा या बैठक नहीं करते, मगर विपक्षी नेताओं के कहने पर शरद पवार के घर बैठक के लिए पहुंचे. आप-कांग्रेस गठबंधन को लेकर बड़ा पेंच भी है कि क्या गठबंधन सिर्फ दिल्ली में या पंजाब और हरियाणा में भी? इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बुधवार को राकांपा अध्यक्ष शरद पवार से यहां मुलाकात की. इसके बाद दोनों पार्टियों ने महाराष्ट्र में अपने गठबंधन के लिए सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया. राहुल गांधी ने दोपहर में पवार के आवास पर उनसे मुलाकात की. घंटे भर चली इस बैठक के दौरान राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल और सु्प्रिया सुले तथा कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और के सी वेणुगोपाल भी मौजूद थे. पवार ने कहा कि राकांपा और कांग्रेस ने सीट बंटवारे को अंतिम रूप दे दिया है. उन्होंने हालांकि यह नहीं बताया कि कांग्रेस और राकांपा प्रत्येक कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि मुंबई में सीट बंटवारे और अन्य विवरण का ऐलान किया जाएगा.  इससे पहले आम आदमी पार्टी की जंतर मंतर पर विपक्षी एकता रैली में ममता बनर्जी ने भी अपने संबोधन के दौरान इस बात के संकेत दिये थे कि बीजेपी को 2019 में हराने के लिए उनकी पार्टी कांग्रेस और लेफ्ट के साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ेगी. इतना ही नहीं, आम आदमी पार्टी के मंच से ममता बनर्जी ने मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा था. वहीं अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी पर एक बार फिर से संविधान को खत्म करने के आरोप लगाए थे.
नर्स ने सुसाइड नोट में मौत के लिए आरजे को जिम्मेदार ठहराया
ब्रिटेन के राजकुमार विलियम की गर्भवती पत्नी केट मिडलटन को लेकर आए एक फर्जी फोन कॉल के बाद आत्महत्या करने वाली भारतीय मूल की नर्स ने एक नोट छोड़ा है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी दुखद मौत के पीछे ऑस्ट्रेलियाई आरजे का मजाकिया फोन कॉल है।
ब्रिटेन के राजकुमार विलियम की गर्भवती पत्नी केट मिडलटन को लेकर आए एक फर्जी फोन कॉल के बाद आत्महत्या करने वाली भारतीय मूल की नर्स ने एक नोट छोड़ा है जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी दुखद मौत के पीछे ऑस्ट्रेलियाई आरजे का मजाकिया फोन कॉल है। नर्स यहां किंग एडवर्ड सातवें अस्पताल में इलाज करा रही केट की देखरेख कर रही थीं। डेली मेल ने परिवार के नजदीकी सूत्रों के हवाले से कहा कि अपने तीन सुसाइड नोट में से एक में नर्स जसिंता सल्दान्हा (46) ने ऑस्ट्रेलियाई आरजे मेल ग्रेग और माइकल क्रिश्चियन के खिलाफ गहरी नाराजगी जताई है और अपनी मौत के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया है।टिप्पणियां दो बच्चों की मां जसिंता को लंदन के किंग एडवर्ड सातवें अस्पताल में कर्मचारियों के लिए बने एक घर में फांसी पर झूलते पाया गया था। इसी अस्पताल में 30 वर्षीय केट का इलाज किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि झूठे फोन कॉल के एक घंटे के अंदर ही आरजे ने फिर से अस्पताल फोन किया और जसिंता से दोबारा बातचीत की और उसे बताया कि उन्होंने एक मजाक किया था जिसे वे प्रसारित करने वाले हैं। डेली मेल ने परिवार के नजदीकी सूत्रों के हवाले से कहा कि अपने तीन सुसाइड नोट में से एक में नर्स जसिंता सल्दान्हा (46) ने ऑस्ट्रेलियाई आरजे मेल ग्रेग और माइकल क्रिश्चियन के खिलाफ गहरी नाराजगी जताई है और अपनी मौत के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया है।टिप्पणियां दो बच्चों की मां जसिंता को लंदन के किंग एडवर्ड सातवें अस्पताल में कर्मचारियों के लिए बने एक घर में फांसी पर झूलते पाया गया था। इसी अस्पताल में 30 वर्षीय केट का इलाज किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि झूठे फोन कॉल के एक घंटे के अंदर ही आरजे ने फिर से अस्पताल फोन किया और जसिंता से दोबारा बातचीत की और उसे बताया कि उन्होंने एक मजाक किया था जिसे वे प्रसारित करने वाले हैं। दो बच्चों की मां जसिंता को लंदन के किंग एडवर्ड सातवें अस्पताल में कर्मचारियों के लिए बने एक घर में फांसी पर झूलते पाया गया था। इसी अस्पताल में 30 वर्षीय केट का इलाज किया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि झूठे फोन कॉल के एक घंटे के अंदर ही आरजे ने फिर से अस्पताल फोन किया और जसिंता से दोबारा बातचीत की और उसे बताया कि उन्होंने एक मजाक किया था जिसे वे प्रसारित करने वाले हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि झूठे फोन कॉल के एक घंटे के अंदर ही आरजे ने फिर से अस्पताल फोन किया और जसिंता से दोबारा बातचीत की और उसे बताया कि उन्होंने एक मजाक किया था जिसे वे प्रसारित करने वाले हैं।
उत्तर-प्रदेश में अलग-अलग जगहों पर 3 बच्चियों से रेप, 4 से यौन उत्पीड़न
कुछ घटनाओं में आरोपी नाबालिग पुलिस ने मामला दर्ज कर शुरू की जांच बीते कुछ दिनों में बढ़ें हैं ऐसे मामले
इसी तरह अमरोहा में 5 साल की बच्ची के साथ रेप की घटना सामने आई है.इस मामले में पुलिस फिलहाल आरोपी की तलाश कर रही है. (इनपुट भाषा से)
VIDEO: जीत के जश्‍न में गेंद उछाली...और टाई हो गया मैच, जानें बिग बैश लीग के इस मैच में क्‍या हुआ
आखिरी गेंद पर सिडनी सिक्‍सर्स की टीम को चाहिए थे 3 रन सिंगल बना तो मेलबर्न के विकेटकीपर ने गेंद हवा में उछाल दी तब तक गेंद नहीं हुई थी डेड, बल्‍लेबाजों ने दूसरा रन भी बना लिया
> INSANE! It doesn't get much crazier than this! Incredibly intelligent cricket from Sarah Aley on the final ball of our innings forces a SUPER OVER against @RenegadesWBBL!#smashemsixerspic.twitter.com/WG5ofYAMWF — Sydney Sixers WBBL (@SixersWBBL) January 3, 2018 Incredibly intelligent cricket from Sarah Aley on the final ball of our innings forces a SUPER OVER against @RenegadesWBBL!#smashemsixerspic.twitter.com/WG5ofYAMWF
चैम्पियंस टूर्नामेंट : रोमांचक मुकाबले में हारा भारत
चैंपियंस चैलेंज टूर्नामेंट के फाइनल में रविवार को भारत को बेल्जियम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा।
चैंपियंस चैलेंज टूर्नामेंट के फाइनल में रविवार को भारत को बेल्जियम के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा। बेल्जियम ने भारत को 4-3 से पराजित कर खिताब पर कब्जा जमाया। भारत ने शनिवार को खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को 4-2 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी जबकि बेल्जियम ने अर्जेंटीना को सेमीफाइनल में 3-2 से पराजित कर फाइनल का टिकट कटाया था। भारत ने क्वोर्टर फाइनल में गुरुवार को मलेशिया को पराजित किया था।
मोदी सरकार की खराबियों के प्रतीक है रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर : सीपीएम
सीपीएम ने जर्नल पीपल्स डेमोक्रेसी में मनोहर पर्रिकर की आलोचना की सीपीएम ने कहा कि पर्रिकर ने एक के बाद एक कट्टर टिप्पणियां कीं अभिनेता आमिर खान को लेकर पर्रिकर के बयान पर हुआ था विवाद
रक्षामंत्री मनोहर पर्रिकर द्वारा अभिनेता आमिर खान पर किए गए हमले की आलोचना करते हुए मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीएम) ने कहा है कि मंत्री ने इसका संकेत दिया है कि 'मोदी सरकार में क्या गलत है.' सीपीएम ने अपने जर्नल पीपल्स डेमोक्रेसी में लिखा, 'मंत्रिमंडल के एक प्रमुख पद पर होने के बावजूद पर्रिकर ने असहिष्णुता और कट्टरता को उगला, पाकिस्तान के खिलाफ झगड़ालू बयान दिया और सुरक्षा बलों की छवि से समझौता किया.' सीपीएम ने कहा कि पर्रिकर ने एक के बाद एक कट्टर टिप्पणियां कीं. 'उनका नवीनतम विवादास्पद बयान अभिनेता आमिर खान पर किया गया हमला है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह अभिमानी है और उसे सबक सिखाया जाना चाहिए.' पत्रिका में कहा गया, 'आमिर खान के बारे में उनका यह बयान इस बात को लेकर था कि देश में बढ़ती असहिष्णुता के मद्देनजर आमिर खान ने यह टिप्पणी की थी कि उनकी पत्नी पूछ रही है कि क्या भारत में रहना सही होगा?' इसमें कहा गया, 'पर्रिकर ने इसके अलावा एक निजी ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ अभियान चलानेवालों की सराहना की जिन्होंने कंपनी पर दवाब डाला कि वे आमिर खान की स्पॉन्सरशिप रद्द कर दे. ऐसा कर पर्रिकर ने ना सिर्फ उन लोगों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई का समर्थन किया जो कथित 'राष्ट्र विरोधी' है, बल्कि धर्माध व्यक्तियों को प्रोत्साहित किया कि वे उनलोगों को सबक सिखाएं जो देशभक्ति के बारे में उनके हिंदुत्व ब्रांड से जुदा राय रखते हैं.' टिप्पणियां इस संपादकीय में ध्यान दिलाया गया कि पिछले साल जून में पर्रिकर ने दावा किया था कि भारतीय सेनाओं के लिए सम्मान में कमी आ गई है, क्योंकि इसे पिछले 40-50 साल से कोई लड़ाई नहीं लड़ी है. मुखपत्र में कहा गया, 'यह युद्धप्रिय रुख इस बात के खिलाफ है कि सेनाएं देश की रक्षा करने और शांति बनाए रखने के लिए है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीपीएम ने अपने जर्नल पीपल्स डेमोक्रेसी में लिखा, 'मंत्रिमंडल के एक प्रमुख पद पर होने के बावजूद पर्रिकर ने असहिष्णुता और कट्टरता को उगला, पाकिस्तान के खिलाफ झगड़ालू बयान दिया और सुरक्षा बलों की छवि से समझौता किया.' सीपीएम ने कहा कि पर्रिकर ने एक के बाद एक कट्टर टिप्पणियां कीं. 'उनका नवीनतम विवादास्पद बयान अभिनेता आमिर खान पर किया गया हमला है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह अभिमानी है और उसे सबक सिखाया जाना चाहिए.' पत्रिका में कहा गया, 'आमिर खान के बारे में उनका यह बयान इस बात को लेकर था कि देश में बढ़ती असहिष्णुता के मद्देनजर आमिर खान ने यह टिप्पणी की थी कि उनकी पत्नी पूछ रही है कि क्या भारत में रहना सही होगा?' इसमें कहा गया, 'पर्रिकर ने इसके अलावा एक निजी ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ अभियान चलानेवालों की सराहना की जिन्होंने कंपनी पर दवाब डाला कि वे आमिर खान की स्पॉन्सरशिप रद्द कर दे. ऐसा कर पर्रिकर ने ना सिर्फ उन लोगों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई का समर्थन किया जो कथित 'राष्ट्र विरोधी' है, बल्कि धर्माध व्यक्तियों को प्रोत्साहित किया कि वे उनलोगों को सबक सिखाएं जो देशभक्ति के बारे में उनके हिंदुत्व ब्रांड से जुदा राय रखते हैं.' टिप्पणियां इस संपादकीय में ध्यान दिलाया गया कि पिछले साल जून में पर्रिकर ने दावा किया था कि भारतीय सेनाओं के लिए सम्मान में कमी आ गई है, क्योंकि इसे पिछले 40-50 साल से कोई लड़ाई नहीं लड़ी है. मुखपत्र में कहा गया, 'यह युद्धप्रिय रुख इस बात के खिलाफ है कि सेनाएं देश की रक्षा करने और शांति बनाए रखने के लिए है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) सीपीएम ने कहा कि पर्रिकर ने एक के बाद एक कट्टर टिप्पणियां कीं. 'उनका नवीनतम विवादास्पद बयान अभिनेता आमिर खान पर किया गया हमला है, जिसमें उन्होंने कहा कि वह अभिमानी है और उसे सबक सिखाया जाना चाहिए.' पत्रिका में कहा गया, 'आमिर खान के बारे में उनका यह बयान इस बात को लेकर था कि देश में बढ़ती असहिष्णुता के मद्देनजर आमिर खान ने यह टिप्पणी की थी कि उनकी पत्नी पूछ रही है कि क्या भारत में रहना सही होगा?' इसमें कहा गया, 'पर्रिकर ने इसके अलावा एक निजी ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ अभियान चलानेवालों की सराहना की जिन्होंने कंपनी पर दवाब डाला कि वे आमिर खान की स्पॉन्सरशिप रद्द कर दे. ऐसा कर पर्रिकर ने ना सिर्फ उन लोगों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई का समर्थन किया जो कथित 'राष्ट्र विरोधी' है, बल्कि धर्माध व्यक्तियों को प्रोत्साहित किया कि वे उनलोगों को सबक सिखाएं जो देशभक्ति के बारे में उनके हिंदुत्व ब्रांड से जुदा राय रखते हैं.' टिप्पणियां इस संपादकीय में ध्यान दिलाया गया कि पिछले साल जून में पर्रिकर ने दावा किया था कि भारतीय सेनाओं के लिए सम्मान में कमी आ गई है, क्योंकि इसे पिछले 40-50 साल से कोई लड़ाई नहीं लड़ी है. मुखपत्र में कहा गया, 'यह युद्धप्रिय रुख इस बात के खिलाफ है कि सेनाएं देश की रक्षा करने और शांति बनाए रखने के लिए है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इसमें कहा गया, 'पर्रिकर ने इसके अलावा एक निजी ऑनलाइन ट्रेडिंग कंपनी के खिलाफ अभियान चलानेवालों की सराहना की जिन्होंने कंपनी पर दवाब डाला कि वे आमिर खान की स्पॉन्सरशिप रद्द कर दे. ऐसा कर पर्रिकर ने ना सिर्फ उन लोगों के खिलाफ आक्रामक कार्रवाई का समर्थन किया जो कथित 'राष्ट्र विरोधी' है, बल्कि धर्माध व्यक्तियों को प्रोत्साहित किया कि वे उनलोगों को सबक सिखाएं जो देशभक्ति के बारे में उनके हिंदुत्व ब्रांड से जुदा राय रखते हैं.' टिप्पणियां इस संपादकीय में ध्यान दिलाया गया कि पिछले साल जून में पर्रिकर ने दावा किया था कि भारतीय सेनाओं के लिए सम्मान में कमी आ गई है, क्योंकि इसे पिछले 40-50 साल से कोई लड़ाई नहीं लड़ी है. मुखपत्र में कहा गया, 'यह युद्धप्रिय रुख इस बात के खिलाफ है कि सेनाएं देश की रक्षा करने और शांति बनाए रखने के लिए है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) इस संपादकीय में ध्यान दिलाया गया कि पिछले साल जून में पर्रिकर ने दावा किया था कि भारतीय सेनाओं के लिए सम्मान में कमी आ गई है, क्योंकि इसे पिछले 40-50 साल से कोई लड़ाई नहीं लड़ी है. मुखपत्र में कहा गया, 'यह युद्धप्रिय रुख इस बात के खिलाफ है कि सेनाएं देश की रक्षा करने और शांति बनाए रखने के लिए है.'(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
स्पॉट फिक्सिंग : जांच से दूरी बनाए रखेंगे श्रीनिवासन : अरुण जेटली
जेटली ने कहा, मैंने पिछले दो सप्ताह में प्रत्येक क्रिकेट प्रेमी की बेचैनी महसूस की है। आपको इस व्यवस्था के तहत कम से कम ऐसा बोर्ड मिलेगा, जिसकी थोड़ी साख है और जब बोर्ड ने निर्णय ले लिया है तो मुझे लगता है कि हमें इसे एक मौका देना चाहिए।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के उपाध्यक्ष अरुण जेटली ने आज कहा कि एन श्रीनिवासन आईपीएल-6 में सट्टेबाजी मामले में आरोपी अपने दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ जांच से दूरी बनाए रखेंगे। जेटली ने कहा, मामले की जांच की जाएगी। उनके (श्रीनिवासन) खिलाफ कोई आरोप नहीं है। अब यदि आप अपने पद से किनारा कर लेते हैं और उससे संबंधित कोई कार्य नहीं करते तो आप क्रिकेट प्रशासन से पूरी तरह दूरी बना लेते हैं। यह दूरी श्रीनिवासन को बनानी होगी। चौतरफा दबाव के आगे झुकते हुए श्रीनिवासन ने भारतीय क्रिकेट को झकझोर देने वाले स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के एक पखवाड़े से अधिक समय बाद आज अध्यक्ष पद से तब तक किनारा करने पर सहमति जताई तब तक उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ चल रही जांच पूरी नहीं हो जाती। बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख जगमोहन डालमिया को बोर्ड के कामकाज के संचालन के लिए अंतरिम व्यवस्था के तौर पर चार सदस्यीय पैनल का प्रमुख बनाया गया है। जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, श्रीनिवासन जांच पूरी होने तक मामले से दूरी बनाए रखेंगे। बोर्ड की कार्य समिति प्रशासनिक कामकाज संभालेगी। समिति बीसीसीआई के रोजमर्रा के काम का संचालन करेगी। उन्होंने कहा कि चेन्नई में लिया गया कार्यसमिति का निर्णय बीसीसीआई को अपनी साख वापस हासिल करने में मदद करेगा। टिप्पणियां जेटली ने कहा, मैंने पिछले दो सप्ताह में प्रत्येक क्रिकेट प्रेमी की बेचैनी महसूस की है। आपको इस व्यवस्था के तहत कम से कम ऐसा बोर्ड मिलेगा, जिसकी थोड़ी साख है और जब बोर्ड ने निर्णय ले लिया है तो मुझे लगता है कि हमें इसे एक मौका देना चाहिए। उन्होंने कहा, बीसीसीआई के सितंबर में चुनाव होंगे। इस मामले (स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी) में जांच भी होगी। डालमिया एक ‘व्यवस्था’ हैं और जांच पूरी होने तक उन्हें यह जिम्मेदारी निभानी होगी। जेटली ने बताया कि आपात कार्य समिति (इमर्जेन्ट वर्किंग कमेटी) के कुछ सदस्यों ने इस जिम्मेदारी के लिए उनका नाम भी सुझाया था, लेकिन उन्होंने राजनीतिक प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए इसे ठुकरा दिया। यह पूछने पर कि आईसीसी में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, जेटली ने कहा, मुझे लगता है कि डालमिया और कार्यसमिति यह निर्णय करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा, मैं यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि श्रीनिवासन की ओर से जिन शर्तों की मांग करने की बात मीडिया में आज की जा रही है, ऐसी न तो किसी शर्त की मांग की गई है और न ही ऐसी कोई शर्त मंजूर की गई है।’’ जेटली ने दो दिन पहले अपने पदों से इस्तीफा देने वाले सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने और बोर्ड में वापस आने की अपील करते हुए कहा, मेरी दोनों को नेक सलाह यही होगी कि इन सज्जन पुरुषों की उपस्थिति से बीसीसीआई की साख मजबूत होगी। जेटली ने कहा, मामले की जांच की जाएगी। उनके (श्रीनिवासन) खिलाफ कोई आरोप नहीं है। अब यदि आप अपने पद से किनारा कर लेते हैं और उससे संबंधित कोई कार्य नहीं करते तो आप क्रिकेट प्रशासन से पूरी तरह दूरी बना लेते हैं। यह दूरी श्रीनिवासन को बनानी होगी। चौतरफा दबाव के आगे झुकते हुए श्रीनिवासन ने भारतीय क्रिकेट को झकझोर देने वाले स्पॉट फिक्सिंग प्रकरण के एक पखवाड़े से अधिक समय बाद आज अध्यक्ष पद से तब तक किनारा करने पर सहमति जताई तब तक उनके दामाद गुरुनाथ मयप्पन के खिलाफ चल रही जांच पूरी नहीं हो जाती। बीसीसीआई के पूर्व प्रमुख जगमोहन डालमिया को बोर्ड के कामकाज के संचालन के लिए अंतरिम व्यवस्था के तौर पर चार सदस्यीय पैनल का प्रमुख बनाया गया है। जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, श्रीनिवासन जांच पूरी होने तक मामले से दूरी बनाए रखेंगे। बोर्ड की कार्य समिति प्रशासनिक कामकाज संभालेगी। समिति बीसीसीआई के रोजमर्रा के काम का संचालन करेगी। उन्होंने कहा कि चेन्नई में लिया गया कार्यसमिति का निर्णय बीसीसीआई को अपनी साख वापस हासिल करने में मदद करेगा। टिप्पणियां जेटली ने कहा, मैंने पिछले दो सप्ताह में प्रत्येक क्रिकेट प्रेमी की बेचैनी महसूस की है। आपको इस व्यवस्था के तहत कम से कम ऐसा बोर्ड मिलेगा, जिसकी थोड़ी साख है और जब बोर्ड ने निर्णय ले लिया है तो मुझे लगता है कि हमें इसे एक मौका देना चाहिए। उन्होंने कहा, बीसीसीआई के सितंबर में चुनाव होंगे। इस मामले (स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी) में जांच भी होगी। डालमिया एक ‘व्यवस्था’ हैं और जांच पूरी होने तक उन्हें यह जिम्मेदारी निभानी होगी। जेटली ने बताया कि आपात कार्य समिति (इमर्जेन्ट वर्किंग कमेटी) के कुछ सदस्यों ने इस जिम्मेदारी के लिए उनका नाम भी सुझाया था, लेकिन उन्होंने राजनीतिक प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए इसे ठुकरा दिया। यह पूछने पर कि आईसीसी में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, जेटली ने कहा, मुझे लगता है कि डालमिया और कार्यसमिति यह निर्णय करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा, मैं यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि श्रीनिवासन की ओर से जिन शर्तों की मांग करने की बात मीडिया में आज की जा रही है, ऐसी न तो किसी शर्त की मांग की गई है और न ही ऐसी कोई शर्त मंजूर की गई है।’’ जेटली ने दो दिन पहले अपने पदों से इस्तीफा देने वाले सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने और बोर्ड में वापस आने की अपील करते हुए कहा, मेरी दोनों को नेक सलाह यही होगी कि इन सज्जन पुरुषों की उपस्थिति से बीसीसीआई की साख मजबूत होगी। जेटली ने एक समाचार चैनल से कहा, श्रीनिवासन जांच पूरी होने तक मामले से दूरी बनाए रखेंगे। बोर्ड की कार्य समिति प्रशासनिक कामकाज संभालेगी। समिति बीसीसीआई के रोजमर्रा के काम का संचालन करेगी। उन्होंने कहा कि चेन्नई में लिया गया कार्यसमिति का निर्णय बीसीसीआई को अपनी साख वापस हासिल करने में मदद करेगा। टिप्पणियां जेटली ने कहा, मैंने पिछले दो सप्ताह में प्रत्येक क्रिकेट प्रेमी की बेचैनी महसूस की है। आपको इस व्यवस्था के तहत कम से कम ऐसा बोर्ड मिलेगा, जिसकी थोड़ी साख है और जब बोर्ड ने निर्णय ले लिया है तो मुझे लगता है कि हमें इसे एक मौका देना चाहिए। उन्होंने कहा, बीसीसीआई के सितंबर में चुनाव होंगे। इस मामले (स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी) में जांच भी होगी। डालमिया एक ‘व्यवस्था’ हैं और जांच पूरी होने तक उन्हें यह जिम्मेदारी निभानी होगी। जेटली ने बताया कि आपात कार्य समिति (इमर्जेन्ट वर्किंग कमेटी) के कुछ सदस्यों ने इस जिम्मेदारी के लिए उनका नाम भी सुझाया था, लेकिन उन्होंने राजनीतिक प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए इसे ठुकरा दिया। यह पूछने पर कि आईसीसी में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, जेटली ने कहा, मुझे लगता है कि डालमिया और कार्यसमिति यह निर्णय करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा, मैं यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि श्रीनिवासन की ओर से जिन शर्तों की मांग करने की बात मीडिया में आज की जा रही है, ऐसी न तो किसी शर्त की मांग की गई है और न ही ऐसी कोई शर्त मंजूर की गई है।’’ जेटली ने दो दिन पहले अपने पदों से इस्तीफा देने वाले सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने और बोर्ड में वापस आने की अपील करते हुए कहा, मेरी दोनों को नेक सलाह यही होगी कि इन सज्जन पुरुषों की उपस्थिति से बीसीसीआई की साख मजबूत होगी। जेटली ने कहा, मैंने पिछले दो सप्ताह में प्रत्येक क्रिकेट प्रेमी की बेचैनी महसूस की है। आपको इस व्यवस्था के तहत कम से कम ऐसा बोर्ड मिलेगा, जिसकी थोड़ी साख है और जब बोर्ड ने निर्णय ले लिया है तो मुझे लगता है कि हमें इसे एक मौका देना चाहिए। उन्होंने कहा, बीसीसीआई के सितंबर में चुनाव होंगे। इस मामले (स्पॉट फिक्सिंग और सट्टेबाजी) में जांच भी होगी। डालमिया एक ‘व्यवस्था’ हैं और जांच पूरी होने तक उन्हें यह जिम्मेदारी निभानी होगी। जेटली ने बताया कि आपात कार्य समिति (इमर्जेन्ट वर्किंग कमेटी) के कुछ सदस्यों ने इस जिम्मेदारी के लिए उनका नाम भी सुझाया था, लेकिन उन्होंने राजनीतिक प्रतिबद्धताओं का हवाला देते हुए इसे ठुकरा दिया। यह पूछने पर कि आईसीसी में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, जेटली ने कहा, मुझे लगता है कि डालमिया और कार्यसमिति यह निर्णय करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा, मैं यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि श्रीनिवासन की ओर से जिन शर्तों की मांग करने की बात मीडिया में आज की जा रही है, ऐसी न तो किसी शर्त की मांग की गई है और न ही ऐसी कोई शर्त मंजूर की गई है।’’ जेटली ने दो दिन पहले अपने पदों से इस्तीफा देने वाले सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने और बोर्ड में वापस आने की अपील करते हुए कहा, मेरी दोनों को नेक सलाह यही होगी कि इन सज्जन पुरुषों की उपस्थिति से बीसीसीआई की साख मजबूत होगी। यह पूछने पर कि आईसीसी में भारत का प्रतिनिधित्व कौन करेगा, जेटली ने कहा, मुझे लगता है कि डालमिया और कार्यसमिति यह निर्णय करेंगे। उन्होंने साथ ही कहा, मैं यह बात स्पष्ट करना चाहता हूं कि श्रीनिवासन की ओर से जिन शर्तों की मांग करने की बात मीडिया में आज की जा रही है, ऐसी न तो किसी शर्त की मांग की गई है और न ही ऐसी कोई शर्त मंजूर की गई है।’’ जेटली ने दो दिन पहले अपने पदों से इस्तीफा देने वाले सचिव संजय जगदाले और कोषाध्यक्ष अजय शिर्के से अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने और बोर्ड में वापस आने की अपील करते हुए कहा, मेरी दोनों को नेक सलाह यही होगी कि इन सज्जन पुरुषों की उपस्थिति से बीसीसीआई की साख मजबूत होगी।
एमएनएस कार्यकर्ता ने FB पर लिखा- बुलेट का जवाब बुलेट से देंगे, बीजेपी ने जताई आपत्ति
पुलिस ने महेंद्र रावल को आईपीसी 149 के तहत नोटिस भेजा महेंद्र रावल से पोस्ट को डिलीट करने के लिए कहा गया पोस्ट में कथित तौर पर पीएम मोदी के लिए अपमानजनक बातें
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक उक्त पोस्ट में कथित तौर पर पीएम नरेंद्र मोदी के लिए अपमानजनक बातें लिखी गई हैं. इन बातों का सीधा संबंध मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट से है.
ईरान ने एक दिन में 20 'सुन्नी आतंकवादियों' को फांसी दी : सरकारी मीडिया
सरकारी मीडिया के हवाले से गुरुवार को यह जानकारी दी गई. इन लोगों ने कई हत्याओं को अंजाम दिया : मोंताजेरी इन सभी लोगों को मंगलवार को फांसी दी गई.
ईरान ने कई हत्याओं को अंजाम देने और देश की राष्ट्रीय सुरक्षा को नुकसान पहुंचाने के जुर्म में कैद किए गए 20 'सुन्नी आतंकवादियों' को फांसी दे दी है. सरकारी मीडिया के हवाले से गुरुवार को यह जानकारी दी गई.टिप्पणियां आईआरआईबी टेलीविजन ने प्रोसिक्यूटर जनरल मोहम्मद जावद मोंताजेरी के हवाले से बताया, 'इन लोगों ने कई हत्याओं को अंजाम दिया.. औरतों और बच्चों का कत्ल किया, विध्वंस किया और देश की सुरक्षा के खिलाफ काम किया और कुछ कुर्द क्षेत्रों में सुन्नी धार्मिक नेताओं की हत्या भी की.' उन्होंने बताया कि 'इन सभी लोगों को मंगलवार को फांसी दी गई.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) आईआरआईबी टेलीविजन ने प्रोसिक्यूटर जनरल मोहम्मद जावद मोंताजेरी के हवाले से बताया, 'इन लोगों ने कई हत्याओं को अंजाम दिया.. औरतों और बच्चों का कत्ल किया, विध्वंस किया और देश की सुरक्षा के खिलाफ काम किया और कुछ कुर्द क्षेत्रों में सुन्नी धार्मिक नेताओं की हत्या भी की.' उन्होंने बताया कि 'इन सभी लोगों को मंगलवार को फांसी दी गई.'(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
कपिल मिश्रा बोले- बिन पानी की मछली की तरह तड़प रहे हैं अरविंद केजरीवाल | आज उठाएंगे यह कदम
विधायक कपिल मिश्रा आज सीबीआई और सीबीडीटी में जाएंगे चंदे को लेकर पार्टी द्वारा की गई कथित गड़बड़ी की शिकायत करेंगे. छठे दिन सोमवार की शाम अपनी अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल तोड़ दी थी
बिन पानी की मछली की तरह तड़प रहे हैं केजरीवाल। कभी विधायक, कभी पत्नी को आगे कर मुझसे सारे detail चाहते है। उनका खेल पुराना है। 1/n
जस्टिस काटजू ने भेजी संजय दत्त, जैबुन्निसा के लिए माफी की अपील
अभिनेता संजय दत्त की ओर से दया के लिए आवदेन नहीं करने के ऐलान के बावजूद काटजू ने कहा है कि वह आगे बढ़ेंगे और दत्त तथा 1993 मुंबई बम विस्फोटों के मामले में दोषी करार दी गई जैबुन्निसा के लिए माफी की अपील करेंगे। आज शाम को उन्होंने यह अपीलें राष्ट्रपति को भे
अभिनेता संजय दत्त की ओर से दया के लिए आवदेन नहीं करने के ऐलान के बावजूद काटजू ने कहा है कि वह आगे बढ़ेंगे और दत्त तथा 1993 मुंबई बम विस्फोटों के मामले में दोषी करार दी गई जैबुन्निसा के लिए माफी की अपील करेंगे। आज शाम को उन्होंने यह अपीलें राष्ट्रपति को भेज दी हैं।टिप्पणियां संजय दत्त की ओर से दया के लिए आवेदन नहीं करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर काटजू ने कहा, इससे मुझ पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं राष्ट्रपति और महाराष्ट्र के राज्यपाल के पास माफी के लिए आवेदन करने जा रहा हूं। मेरा मानना है कि दत्त और जैबुन्निसा दोनों माफी के हकदार हैं। यह पूछे जाने पर कि किस बुनियाद पर दोनों के लिए वह माफी की मांग कर रहे हैं, उन्होंने कहा, जनहित इनमें से एक है। इसके लिए कई और पहलु हो सकते हैं, जिनके आधार पर माफी दी जा सकती है। काटजू ने कहा कि उन्होंने संजय दत्त से बात किए बिना उन्हें माफ किए जाने की अपील जारी की है। संजय दत्त ने कहा कि वह माफी के लिए आवेदन नहीं करेंगे। काटजू ने कहा, मैंने संजय दत्त से बात नहीं की। मैंने उनसे संपर्क नहीं किया और उन्होंने भी मुझसे संपर्क नहीं किया। मैंने अपनी पहली अपील उनसे संपर्क किए किए बिना ही जारी की थी। उन्होंने कहा, अगर आप संविधान के अनुच्छेद 72 और 161 का अध्ययन करते हैं तो इनमें यह नहीं कहा है कि कौन अपील का सकता है। अनुच्छेद 72 राष्ट्रपति और अनुच्छेद 161 राज्यपाल को माफ करने का अधिकार देता है। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, परंतु ये दोनों अनुच्छेद इसका उल्लेख नहीं करते हैं कि कौन अपील कर सकता है। यह भी नहीं लिखा है कि किन बुनियादों पर माफी दी जा सकती है। बीते 21 मार्च को 53 वर्षीय दत्त को सुप्रीम कोर्ट ने पांच साल की सजा का आदेश दिया था। दूसरी ओर 70 साल की जैबुन्निसा अनवर काजी को भी पांच साल की सजा दी गई है। संजय दत्त की ओर से दया के लिए आवेदन नहीं करने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर काटजू ने कहा, इससे मुझ पर कोई फर्क नहीं पड़ता है। मैं राष्ट्रपति और महाराष्ट्र के राज्यपाल के पास माफी के लिए आवेदन करने जा रहा हूं। मेरा मानना है कि दत्त और जैबुन्निसा दोनों माफी के हकदार हैं। यह पूछे जाने पर कि किस बुनियाद पर दोनों के लिए वह माफी की मांग कर रहे हैं, उन्होंने कहा, जनहित इनमें से एक है। इसके लिए कई और पहलु हो सकते हैं, जिनके आधार पर माफी दी जा सकती है। काटजू ने कहा कि उन्होंने संजय दत्त से बात किए बिना उन्हें माफ किए जाने की अपील जारी की है। संजय दत्त ने कहा कि वह माफी के लिए आवेदन नहीं करेंगे। काटजू ने कहा, मैंने संजय दत्त से बात नहीं की। मैंने उनसे संपर्क नहीं किया और उन्होंने भी मुझसे संपर्क नहीं किया। मैंने अपनी पहली अपील उनसे संपर्क किए किए बिना ही जारी की थी। उन्होंने कहा, अगर आप संविधान के अनुच्छेद 72 और 161 का अध्ययन करते हैं तो इनमें यह नहीं कहा है कि कौन अपील का सकता है। अनुच्छेद 72 राष्ट्रपति और अनुच्छेद 161 राज्यपाल को माफ करने का अधिकार देता है। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, परंतु ये दोनों अनुच्छेद इसका उल्लेख नहीं करते हैं कि कौन अपील कर सकता है। यह भी नहीं लिखा है कि किन बुनियादों पर माफी दी जा सकती है। बीते 21 मार्च को 53 वर्षीय दत्त को सुप्रीम कोर्ट ने पांच साल की सजा का आदेश दिया था। दूसरी ओर 70 साल की जैबुन्निसा अनवर काजी को भी पांच साल की सजा दी गई है। काटजू ने कहा, मैंने संजय दत्त से बात नहीं की। मैंने उनसे संपर्क नहीं किया और उन्होंने भी मुझसे संपर्क नहीं किया। मैंने अपनी पहली अपील उनसे संपर्क किए किए बिना ही जारी की थी। उन्होंने कहा, अगर आप संविधान के अनुच्छेद 72 और 161 का अध्ययन करते हैं तो इनमें यह नहीं कहा है कि कौन अपील का सकता है। अनुच्छेद 72 राष्ट्रपति और अनुच्छेद 161 राज्यपाल को माफ करने का अधिकार देता है। उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश ने कहा, परंतु ये दोनों अनुच्छेद इसका उल्लेख नहीं करते हैं कि कौन अपील कर सकता है। यह भी नहीं लिखा है कि किन बुनियादों पर माफी दी जा सकती है। बीते 21 मार्च को 53 वर्षीय दत्त को सुप्रीम कोर्ट ने पांच साल की सजा का आदेश दिया था। दूसरी ओर 70 साल की जैबुन्निसा अनवर काजी को भी पांच साल की सजा दी गई है।
गुजरात चुनाव : पहले दौर की वोटिंग की तैयारी हुई पूरी
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के पहले चरण के मतदान के लिए लगभग आधा गुजरात बृहस्पतिवार को 87 सीटों के लिए मतदान करेगा और 1.81 करोड़ मतदाता 846 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
गुजरात की 182 सदस्यीय विधानसभा के पहले चरण के मतदान के लिए लगभग आधा गुजरात बृहस्पतिवार को 87 सीटों के लिए मतदान करेगा और 1.81 करोड़ मतदाता 846 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे। पहले चरण में सौराष्ट्र के सात जिलों की 48 विधानसभा सीटों, दक्षिणी गुजरात के पांच जिलों की 35 सीटों और अहमदाबाद जिले की चार सीटों पर मतदान होगा।टिप्पणियां सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जामनगर, अमरेली और भावनगर की 48 सीटें बेहद महत्वपूर्ण और निर्णायक मानी जा रही हैं और राजनीतिक समीक्षक इस बात पर नजरें गड़ाए हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नापसंद’ व्यक्ति केशुभाई पटेल इस क्षेत्र में किस तरह से प्रदर्शन करते हैं। बृहस्पतिवार को मतदाता राज्य के कई महत्वपूर्ण नेताओं जैसे केशुभाई पटेल, विधानसभा अध्यक्ष गणपत वासवा, गुजरात के भाजपा अध्यक्ष आरसी फाल्दू, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और विपक्ष के नेता शक्ति सिंह गोहिल के भाग्य का फैसला करेंगे। इसके अलावा राज्य के कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला भी होना है। पहले चरण में सौराष्ट्र के सात जिलों की 48 विधानसभा सीटों, दक्षिणी गुजरात के पांच जिलों की 35 सीटों और अहमदाबाद जिले की चार सीटों पर मतदान होगा।टिप्पणियां सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जामनगर, अमरेली और भावनगर की 48 सीटें बेहद महत्वपूर्ण और निर्णायक मानी जा रही हैं और राजनीतिक समीक्षक इस बात पर नजरें गड़ाए हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नापसंद’ व्यक्ति केशुभाई पटेल इस क्षेत्र में किस तरह से प्रदर्शन करते हैं। बृहस्पतिवार को मतदाता राज्य के कई महत्वपूर्ण नेताओं जैसे केशुभाई पटेल, विधानसभा अध्यक्ष गणपत वासवा, गुजरात के भाजपा अध्यक्ष आरसी फाल्दू, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और विपक्ष के नेता शक्ति सिंह गोहिल के भाग्य का फैसला करेंगे। इसके अलावा राज्य के कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला भी होना है। सुरेंद्रनगर, राजकोट, जामनगर, पोरबंदर, जामनगर, अमरेली और भावनगर की 48 सीटें बेहद महत्वपूर्ण और निर्णायक मानी जा रही हैं और राजनीतिक समीक्षक इस बात पर नजरें गड़ाए हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री और मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘नापसंद’ व्यक्ति केशुभाई पटेल इस क्षेत्र में किस तरह से प्रदर्शन करते हैं। बृहस्पतिवार को मतदाता राज्य के कई महत्वपूर्ण नेताओं जैसे केशुभाई पटेल, विधानसभा अध्यक्ष गणपत वासवा, गुजरात के भाजपा अध्यक्ष आरसी फाल्दू, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और विपक्ष के नेता शक्ति सिंह गोहिल के भाग्य का फैसला करेंगे। इसके अलावा राज्य के कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला भी होना है। बृहस्पतिवार को मतदाता राज्य के कई महत्वपूर्ण नेताओं जैसे केशुभाई पटेल, विधानसभा अध्यक्ष गणपत वासवा, गुजरात के भाजपा अध्यक्ष आरसी फाल्दू, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन मोढवाडिया और विपक्ष के नेता शक्ति सिंह गोहिल के भाग्य का फैसला करेंगे। इसके अलावा राज्य के कई मंत्रियों के भाग्य का फैसला भी होना है।
आज की बैठक में कड़ा फैसला ले सकते हैं सीएम नीतीश कुमार, लालू यादव भी अपने विधायकों संग आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे 
दोनों नेता गठबंधन में जारी तनाव पर भी बोल सकते हैं राजद प्रमुख ने तेजस्वी के इस्तीफे से साफ इनकार कर दिया था जेडीयू का कहना है कि नीतीश की बेदाग छवि से समझौता नहीं
महागठबंधन में तनातनी के बीच शनिवार को पटना में आयोजित कौशल विकास कार्यक्रम में उपमुख्‍यमंत्री तेजस्‍वी यादव नहीं पहुंचे. हालांकि तय कार्यक्रम के मुताबिक उनको भी वहां आना था. आरक्षित सीट पर उनकी नेमप्‍लेट भी लगी थी. लेकिन जब वह नहीं पहुंचे तो उनकी नेमप्‍लेट को ढंक दिया गया. इसको सत्‍तारूढ़ महागठबंधन में राजद और जदयू के बीच बढ़ती खटास के रूप में देखा जा रहा है. दरअसल शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव की इस घोषणा के बाद बिहार की सियासत में संकट गहरा गया है कि तेजस्‍वी यादव इस्‍तीफा नहीं देंगे.
जश्न में डूबा देश, हर जगह उत्सव सा महौल
अन्ना हजारे द्वारा 12 दिन बाद अनशन तोड़े जाने के बाद उनके समर्थकों ने बड़ी तादाद में इकट्ठा होकर देशभर में जश्न मनाया।
अन्ना हजारे द्वारा 12 दिन बाद अनशन तोड़े जाने के बाद उनके समर्थकों ने बड़ी तादाद में इकट्ठा होकर इंडिया गेट पर जश्न मनाया। हजारे ने जब अप्रैल में पांच दिन का अनशन किया था तब से अब तक अनशन में तिरंगा खास तौर पर छाया रहा है। यही तिरंगा शाम छह बजे से इंडिया गेट पर भी लहराने लगा जिसे हजारे के सैकड़ों समर्थक हाथ में थामे हुए थे। इंडिया गेट पर तय समय से काफी पहले ही लोगों के जुटने का सिलसिला शुरू हो गया। इसके चलते आस-पास के मार्गों पर यातायात की रफ्तार धीमी हो गई। इंडिया गेट पर लोगों ने अन्ना हजारे जिंदाबाद और भ्रष्टाचार मुर्दाबाद के नारे लगाए। आसमान में भी मैं अन्ना हूं लिखी तिरंगी पतंगे दिखाई दीं। लोग पूरे उत्सवी माहौल में नजर आए और अपने साथ ढोल नगाड़े लेकर आए। कुछ लोगों ने बाकायदा बैंड भी किराये पर लिया और उस पर देशभक्ति के गाने बजवाए।इससे पहले, अन्ना हजारे ने रविवार सुबह दिल्ली के रामलीला मैदान में जैसे ही अपना अनशन तोड़ा वैसे ही पूरे देश में लोग खुशी से झूम उठे। दिल्ली से लेकर मुम्बई और अन्ना हजारे के गांव रालेगांव सिद्धि तक में 'अन्ना हजारे जिंदाबाद' का नारा लगाते हुए लोगों ने ढोल-नगाड़ों की थाप पर नाचते हुए विजय जुलूस निकाला और मिठाइयां बांटीं। अन्ना के अनशन समाप्त करने के कुछ समय बाद ही मुम्बई के आजाद मैदान में अनशन पर बैठे 17 लोगों ने भी अपना अनशन समाप्त कर दिया। बारिश होने के बावजूद भी हजारों लोग आजाद मैदान में एकत्र हुए थे। अन्ना हजारे के गांव रालेगांव सिद्धि में जश्न का माहौल दिखा। 74 वर्षीय अन्ना हजारे ने जैसे ही नारियल पानी और शहद से अपना पिछले 12 दिन का अनशन तोड़ा, लोग खुशी से झूम उठे। जीत के जश्न में डूबे उत्साहित लोग कैलाश खेर के गीत 'अम्बर तक यही नाद गूंजेगा' की धुन पर थिरकने लगे। गांव के 2,000 से अधिक लोग संत यादवबाबा मंदिर परिसर में एकत्र हुए और अन्ना हजारे की लम्बी उम्र के लिए प्रार्थना की।कोलकाता में उनके समर्थकों ने जश्न मनाया। कॉलेज के छात्र देबारुण रॉय ने कहा, "अन्ना ने वह कर दिखाया जो राजनेता पिछले 65 साल में नहीं कर पाए। अन्ना की जीत देश के आम लोगों की जीत है।" पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में भी बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता और स्कूल-कॉलेज के छात्रों ने राष्ट्रीय ध्वज लेकर परेड की। उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ सहित समूचा प्रदेश जश्न में डूब गया। लखनऊ का झूलेलाल पार्क 'भारत माता की जय', 'वंदे मातरम्' और 'अन्ना हजारे जिंदाबाद' के नारों से गूंज उठा। यह पार्क पिछले 16 अगस्त से अन्ना समर्थकों के आंदोलन का केंद्र बना हुआ था। यहां अन्ना के समर्थन में पिछले 12 दिन से अनशन कर रहे राहुल वर्मा, उमेश शुक्ला, विनोद कुमार उपाध्याय, देवी दत्त पांडे और भुवन चंद्र पांडे को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर और मुस्लिम बुद्धिजीवी मारूफ मिर्जा ने जूस (फल का रस) पिलाकर उनका व्रत तोड़ा। इंडिया अगेन्स्ट करप्शन के बैनर तले बड़ी संख्या में मौजूद विभिन्न वर्गो के लोग हाथों में अन्ना हजारे की तस्वीर वाले पोस्टर और तिरंगा झंडे लेकर नाचते-गाते और नारे लगाते झूलेलाल पार्क से महात्मा गांधी की प्रतिमा तक करीब दो किलोमीटर लम्बा विजय जुलूस निकाला। इलाहाबाद, कानपुर, वाराणसी, मेरठ, गोरखपुर और रायबरेली सहित अन्य प्रमुख शहरों में भी अन्ना हजारे का अनशन टूटने के बाद जश्न का माहौल रहा। लोगों ने जुलूस निकालकर अपनी खुशी का इजहार किया। मध्य प्रदेश में भी कई शहरों में जगह-जगह मिठाई बांटी गई और लोग सड़क पर उतरकर खुशियां मनाने लगे। भोपाल के मैनिट चौराहे पर 12 दिन से अनशन पर बैठे चार लोगों ने भी अनशन खत्म कर दिया। यहां लोग तीन प्रमुख मांगे मानने को एक नई शुरुआत मान रहे हैं। इंदौर, जबलपुर तथा ग्वालियर के अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी लोग खुशियां मना रहे हैं। बिहार, छत्तीसगढ़ और उड़ीसा सहित अन्य राज्यों में भी सड़कों पर उतरकर लोगों ने जश्न मनाया। गौरतलब है कि अन्ना को 16 अगस्त को उस समय हिरासत में ले लिया गया था, जब वह अनशन के लिए जयप्रकाश नारायण पार्क जा रहे थे। बाद में उन्हें गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेज दिया गया था। जेल से छूटने के बाद वह 19 अगस्त को रामलीला मैदान पहुंचे थे। अन्ना का अनशन 13 दिन तक चला है।
दक्षिण चीन सागर पर फैसला : तनाव बढ़ने की ही आशंका, घटने की उम्मीद नहीं
चीन ने फैसला मानने से किया इनकार इस मसले पर चीन का अन्‍य दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से चल रहा विवाद भारत का 55 फीसदी समुद्री कारोबार इस इलाक़े से गुज़रता है
असल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाल के अमेरिका दौरे में जो साझा बयान जारी हुआ उसमें दक्षिण चीन सागर का कोई जिक्र नहीं था। लेकिन उसके पहले के दो बयानों में इसका साफ ज़िक्र था। हाल में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने सामुद्रिक विवादों पर बयान देते हुए कहा था कि इसे देश आपस में ही सुलझाएं। साफ है इसके पीछे NSG में सदस्यता की उम्मीदें रही होंगी। लेकिन इस फैसले के बाद तनाव बढ़ने की ही आशंका है, घटने की उम्मीद नहीं।
नया सीज़न, नई चुनौतियां : सितारों पर रहेगी नज़र
आराम ख़त्म... अब सिर पर है इम्तहान... अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय क्रिकेट के नए सीज़न में बड़े और स्टार खिलाड़ियों के सामने नई चुनौतियां हैं। टीम के कई स्टार खिलाड़ियों के लिए नया सीज़न आर−पार की लड़ाई साबित हो सकता है।
आराम ख़त्म... अब सिर पर है इम्तहान... अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय क्रिकेट के नए सीज़न में बड़े और स्टार खिलाड़ियों के सामने नई चुनौतियां हैं। टीम के कई स्टार खिलाड़ियों के लिए नया सीज़न आर−पार की लड़ाई साबित हो सकता है। सिन्थॉल डियोड्रेंट के एक विज्ञापन में विराट कोहली ड्रेसिंग रूम से बाहर निकलते वक्त ऐलान करते हैं... 'द लाइफ़ इज़ ऑसम (ज़िन्दगी बेहतरीन है)..., टीम के इंडिया के शायद सबसे दमदार स्टार विराट कोहली के लिए लाइफ़ अब तक सचमुच ऑसम 'awesome' (बेहतरीन) हो रही है। नए सीज़न में विराट कोहली जैसे क्रिकेटर को शायद ही आराम का मौका मिले। इसलिए उनसे टी-20, वनडे और टेस्ट सभी फ़ॉर्मेट में धमाकेदार पारियों की उम्मीद रहेगी। वैसे अगले लंबे सीज़न में इस दौरान उन्हें अपनी फ़िटनेस का ख़ास ख़्याल रखना होगा। विराट कोहली खुद भी पिछले साल के अपने प्रदर्शन से खुश नज़र आते हैं। विराट कोहली ने बयान दिया है... 'पिछले डेढ़ साल मेरे लिए बहुत अच्छे रहे हैं... मैंने अपनी बल्लेबाज़ी पर बहुत मेहनत की है...' पिछला सीज़न 1 सितंबर 2012−31 अगस्त 2013 तक विराट कोहली के लिए शानदार साबित हुआ है। इस दौरान टेस्ट में उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में 42.90 के औसत से 472 रन बनाए और दो शतक लगाए। विराट ने 23 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में 40.52 के औसत से 689 रन बनाए हैं। वैसे यह औसत उनके अपने करियर के औसत 49.72 से बेहद कम है। इस दौरान उनके नाम सिर्फ़ दो शतकीय पारियां हैं। ज़ाहिर है विराट के फ़ैन्स वनडे में उनसे और बेहतर की उम्मीद लगाए रहेंगे। कैंसर से लड़ते हुए भी युवराज सिंह ने बार−बार कमबैक कर अपने अंदर का लोहा पूरी दुनिया को दिखाया है। युवराज ने इस बार यह भी साबित कर दिया कि उनका चयन सिर्फ़ भावनाओं के आधार पर नहीं हुआ। फ्रांस में ट्रेनिंग कर लौटे युवी पहले से ज़्यादा फ़िट नज़र आ रहे हैं। पिछले महीने युवी ने इंडिया−ए और इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए अपने प्रदर्शन से सबको खूब प्रभावित किया। 32 साल के युवराज के लिए अगले सीज़न में अलग तरह की चुनौतियां होंगी और उसका जवाब देकर वह अपने फ़ैन्स के दिलों में अपनी कुछ और अलग छाप छोड़ सकते हैं।   शिखर धवन पिछले सीज़न में टीम इंडिया के लिए बड़ा बोनस साबित हुए। उन्हें पिछले सीज़न में जितने भी मौके मिले... टेस्ट और वनडे में... उन्होंने अपनी धूम मचा दी। शिखर धवन के लिए पिछले कुछ महीने के दौरान पिच पर बेहद शानदार वक्त बीता। चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टेस्ट मैच में तहलका मचाने वाले शिखर धवन से उम्मीदें बड़ी हो गई हैं। मोहाली में अपने इकलौते टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने अपना दबदबा कायम कर दिया है और अब ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके खिलाफ़ ज़रूर अलग रणनीति तैयार कर रही होगी।टिप्पणियां बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। सिन्थॉल डियोड्रेंट के एक विज्ञापन में विराट कोहली ड्रेसिंग रूम से बाहर निकलते वक्त ऐलान करते हैं... 'द लाइफ़ इज़ ऑसम (ज़िन्दगी बेहतरीन है)..., टीम के इंडिया के शायद सबसे दमदार स्टार विराट कोहली के लिए लाइफ़ अब तक सचमुच ऑसम 'awesome' (बेहतरीन) हो रही है। नए सीज़न में विराट कोहली जैसे क्रिकेटर को शायद ही आराम का मौका मिले। इसलिए उनसे टी-20, वनडे और टेस्ट सभी फ़ॉर्मेट में धमाकेदार पारियों की उम्मीद रहेगी। वैसे अगले लंबे सीज़न में इस दौरान उन्हें अपनी फ़िटनेस का ख़ास ख़्याल रखना होगा। विराट कोहली खुद भी पिछले साल के अपने प्रदर्शन से खुश नज़र आते हैं। विराट कोहली ने बयान दिया है... 'पिछले डेढ़ साल मेरे लिए बहुत अच्छे रहे हैं... मैंने अपनी बल्लेबाज़ी पर बहुत मेहनत की है...' पिछला सीज़न 1 सितंबर 2012−31 अगस्त 2013 तक विराट कोहली के लिए शानदार साबित हुआ है। इस दौरान टेस्ट में उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में 42.90 के औसत से 472 रन बनाए और दो शतक लगाए। विराट ने 23 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में 40.52 के औसत से 689 रन बनाए हैं। वैसे यह औसत उनके अपने करियर के औसत 49.72 से बेहद कम है। इस दौरान उनके नाम सिर्फ़ दो शतकीय पारियां हैं। ज़ाहिर है विराट के फ़ैन्स वनडे में उनसे और बेहतर की उम्मीद लगाए रहेंगे। कैंसर से लड़ते हुए भी युवराज सिंह ने बार−बार कमबैक कर अपने अंदर का लोहा पूरी दुनिया को दिखाया है। युवराज ने इस बार यह भी साबित कर दिया कि उनका चयन सिर्फ़ भावनाओं के आधार पर नहीं हुआ। फ्रांस में ट्रेनिंग कर लौटे युवी पहले से ज़्यादा फ़िट नज़र आ रहे हैं। पिछले महीने युवी ने इंडिया−ए और इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए अपने प्रदर्शन से सबको खूब प्रभावित किया। 32 साल के युवराज के लिए अगले सीज़न में अलग तरह की चुनौतियां होंगी और उसका जवाब देकर वह अपने फ़ैन्स के दिलों में अपनी कुछ और अलग छाप छोड़ सकते हैं।   शिखर धवन पिछले सीज़न में टीम इंडिया के लिए बड़ा बोनस साबित हुए। उन्हें पिछले सीज़न में जितने भी मौके मिले... टेस्ट और वनडे में... उन्होंने अपनी धूम मचा दी। शिखर धवन के लिए पिछले कुछ महीने के दौरान पिच पर बेहद शानदार वक्त बीता। चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टेस्ट मैच में तहलका मचाने वाले शिखर धवन से उम्मीदें बड़ी हो गई हैं। मोहाली में अपने इकलौते टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने अपना दबदबा कायम कर दिया है और अब ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके खिलाफ़ ज़रूर अलग रणनीति तैयार कर रही होगी।टिप्पणियां बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। विराट कोहली खुद भी पिछले साल के अपने प्रदर्शन से खुश नज़र आते हैं। विराट कोहली ने बयान दिया है... 'पिछले डेढ़ साल मेरे लिए बहुत अच्छे रहे हैं... मैंने अपनी बल्लेबाज़ी पर बहुत मेहनत की है...' पिछला सीज़न 1 सितंबर 2012−31 अगस्त 2013 तक विराट कोहली के लिए शानदार साबित हुआ है। इस दौरान टेस्ट में उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में 42.90 के औसत से 472 रन बनाए और दो शतक लगाए। विराट ने 23 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में 40.52 के औसत से 689 रन बनाए हैं। वैसे यह औसत उनके अपने करियर के औसत 49.72 से बेहद कम है। इस दौरान उनके नाम सिर्फ़ दो शतकीय पारियां हैं। ज़ाहिर है विराट के फ़ैन्स वनडे में उनसे और बेहतर की उम्मीद लगाए रहेंगे। कैंसर से लड़ते हुए भी युवराज सिंह ने बार−बार कमबैक कर अपने अंदर का लोहा पूरी दुनिया को दिखाया है। युवराज ने इस बार यह भी साबित कर दिया कि उनका चयन सिर्फ़ भावनाओं के आधार पर नहीं हुआ। फ्रांस में ट्रेनिंग कर लौटे युवी पहले से ज़्यादा फ़िट नज़र आ रहे हैं। पिछले महीने युवी ने इंडिया−ए और इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए अपने प्रदर्शन से सबको खूब प्रभावित किया। 32 साल के युवराज के लिए अगले सीज़न में अलग तरह की चुनौतियां होंगी और उसका जवाब देकर वह अपने फ़ैन्स के दिलों में अपनी कुछ और अलग छाप छोड़ सकते हैं।   शिखर धवन पिछले सीज़न में टीम इंडिया के लिए बड़ा बोनस साबित हुए। उन्हें पिछले सीज़न में जितने भी मौके मिले... टेस्ट और वनडे में... उन्होंने अपनी धूम मचा दी। शिखर धवन के लिए पिछले कुछ महीने के दौरान पिच पर बेहद शानदार वक्त बीता। चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टेस्ट मैच में तहलका मचाने वाले शिखर धवन से उम्मीदें बड़ी हो गई हैं। मोहाली में अपने इकलौते टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने अपना दबदबा कायम कर दिया है और अब ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके खिलाफ़ ज़रूर अलग रणनीति तैयार कर रही होगी।टिप्पणियां बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। पिछला सीज़न 1 सितंबर 2012−31 अगस्त 2013 तक विराट कोहली के लिए शानदार साबित हुआ है। इस दौरान टेस्ट में उन्होंने आठ टेस्ट मैचों में 42.90 के औसत से 472 रन बनाए और दो शतक लगाए। विराट ने 23 अंतरराष्ट्रीय वनडे मैचों में 40.52 के औसत से 689 रन बनाए हैं। वैसे यह औसत उनके अपने करियर के औसत 49.72 से बेहद कम है। इस दौरान उनके नाम सिर्फ़ दो शतकीय पारियां हैं। ज़ाहिर है विराट के फ़ैन्स वनडे में उनसे और बेहतर की उम्मीद लगाए रहेंगे। कैंसर से लड़ते हुए भी युवराज सिंह ने बार−बार कमबैक कर अपने अंदर का लोहा पूरी दुनिया को दिखाया है। युवराज ने इस बार यह भी साबित कर दिया कि उनका चयन सिर्फ़ भावनाओं के आधार पर नहीं हुआ। फ्रांस में ट्रेनिंग कर लौटे युवी पहले से ज़्यादा फ़िट नज़र आ रहे हैं। पिछले महीने युवी ने इंडिया−ए और इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए अपने प्रदर्शन से सबको खूब प्रभावित किया। 32 साल के युवराज के लिए अगले सीज़न में अलग तरह की चुनौतियां होंगी और उसका जवाब देकर वह अपने फ़ैन्स के दिलों में अपनी कुछ और अलग छाप छोड़ सकते हैं।   शिखर धवन पिछले सीज़न में टीम इंडिया के लिए बड़ा बोनस साबित हुए। उन्हें पिछले सीज़न में जितने भी मौके मिले... टेस्ट और वनडे में... उन्होंने अपनी धूम मचा दी। शिखर धवन के लिए पिछले कुछ महीने के दौरान पिच पर बेहद शानदार वक्त बीता। चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टेस्ट मैच में तहलका मचाने वाले शिखर धवन से उम्मीदें बड़ी हो गई हैं। मोहाली में अपने इकलौते टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने अपना दबदबा कायम कर दिया है और अब ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके खिलाफ़ ज़रूर अलग रणनीति तैयार कर रही होगी।टिप्पणियां बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। कैंसर से लड़ते हुए भी युवराज सिंह ने बार−बार कमबैक कर अपने अंदर का लोहा पूरी दुनिया को दिखाया है। युवराज ने इस बार यह भी साबित कर दिया कि उनका चयन सिर्फ़ भावनाओं के आधार पर नहीं हुआ। फ्रांस में ट्रेनिंग कर लौटे युवी पहले से ज़्यादा फ़िट नज़र आ रहे हैं। पिछले महीने युवी ने इंडिया−ए और इंडिया ब्लू के लिए खेलते हुए अपने प्रदर्शन से सबको खूब प्रभावित किया। 32 साल के युवराज के लिए अगले सीज़न में अलग तरह की चुनौतियां होंगी और उसका जवाब देकर वह अपने फ़ैन्स के दिलों में अपनी कुछ और अलग छाप छोड़ सकते हैं।   शिखर धवन पिछले सीज़न में टीम इंडिया के लिए बड़ा बोनस साबित हुए। उन्हें पिछले सीज़न में जितने भी मौके मिले... टेस्ट और वनडे में... उन्होंने अपनी धूम मचा दी। शिखर धवन के लिए पिछले कुछ महीने के दौरान पिच पर बेहद शानदार वक्त बीता। चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टेस्ट मैच में तहलका मचाने वाले शिखर धवन से उम्मीदें बड़ी हो गई हैं। मोहाली में अपने इकलौते टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने अपना दबदबा कायम कर दिया है और अब ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके खिलाफ़ ज़रूर अलग रणनीति तैयार कर रही होगी।टिप्पणियां बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। शिखर धवन पिछले सीज़न में टीम इंडिया के लिए बड़ा बोनस साबित हुए। उन्हें पिछले सीज़न में जितने भी मौके मिले... टेस्ट और वनडे में... उन्होंने अपनी धूम मचा दी। शिखर धवन के लिए पिछले कुछ महीने के दौरान पिच पर बेहद शानदार वक्त बीता। चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टेस्ट मैच में तहलका मचाने वाले शिखर धवन से उम्मीदें बड़ी हो गई हैं। मोहाली में अपने इकलौते टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने अपना दबदबा कायम कर दिया है और अब ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके खिलाफ़ ज़रूर अलग रणनीति तैयार कर रही होगी।टिप्पणियां बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। चैंपियंस ट्रॉफ़ी और टेस्ट मैच में तहलका मचाने वाले शिखर धवन से उम्मीदें बड़ी हो गई हैं। मोहाली में अपने इकलौते टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ शतक लगाकर उन्होंने अपना दबदबा कायम कर दिया है और अब ऑस्ट्रेलियाई टीम उनके खिलाफ़ ज़रूर अलग रणनीति तैयार कर रही होगी।टिप्पणियां बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। बेहद टैलेंटेड माने जाने वाले रोहित शर्मा से हर बार फ़ैन्स बड़ी उम्मीदें रखते हैं। पिछले सीज़न में रोहित शर्मा को 17 वनडे मैच खेलने का मौका मिला। इस दौरान उन्होंने 38.93 के औसत से बल्लेबाज़ी की जो उनके अपने करियर के औसत 32.37 से ज़रूर बेहतर है लेकिन इस दौरान वह कोई शतकीय पारी नहीं खेल पाए। 102 वनडे खेलने वाले रोहित इस सीज़न अपने हुनर का सही इस्तेमाल कर पाते हैं तभी टेस्ट में अपनी दावेदारी पेश कर पाएंगे। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं। इन स्टार खिलाड़ियों ने वीरेन्द्र सहवाग और गौतम गंभीर जैसे सुपर स्टार सलामी बल्लेबाज़ों की वापसी मुश्किल कर दी है। अगले घरेलू सीज़न में इनके पास वापसी के अहम मौके हैं लेकिन फिर फ़्लॉप हुए तो इनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर पर फ़ुल स्टॉप लग सकता है। लेकिन, सबसे ज़्यादा इंतज़ार जाहिर तौर पर सचिन के 199 और 200वें टेस्ट का है। सचिन इसे कितना यादगार बना पाएंगे यह फ़िलहाल अहम सवाल है लेकिन हमेशा की तरह इसका जवाब सिर्फ़ मास्टर ब्लास्टर के बल्ले के पास है और इसके बारे में अटकलबाज़ी ख़तरे से खाली नहीं।
आपने देखा पत्‍नी के साथ झूमते संजय दत्त का यह Dancing Video...?
मान्‍यता दत्त ने पोस्‍ट किया है पति के साथ डांस करते हुए वीडियो गुरुवार को संजय दत्त ने रिलीज किया फिल्‍म 'भूमि' का ट्रेलर 'भूमि' में अदिति राव हैदरी के पिता बने नजर आएंगे संजय दत्त
Time for papa to shake a leg #dutts #home #funnight #friends #celebrations #love #grace #positivity #aboutlastnight #instafam #twoleftfeet #mumbai #dancefever #beautifullife #thankyougod A post shared by Maanayata Dutt (@maanayata) on Aug 10, 2017 at 7:27pm PDT 'भूमि' के ट्रेलर रिलीज मौके पर रणबीर कपूर, अदिति राव हैदरी और संजय दत्त.
Republic Day 2019: जानिए कैसे होता है गणतंत्र दिवस के मुख्य अतिथि का चयन
गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा मुख्य अतिथि होंगे. गणतंत्र दिवस पर 90 मिनट की परेड होगी. राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड आयोजित होती है.
गणतंत्र दिवस (Republic Day) 26 जनवरी के मौके पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा मुख्य अतिथि होंगे. विदेश मंत्रालय ने बताया कि रामफोसा के साथ उनकी पत्नी डॉ. शेपो मोसेपे, नौ मंत्रियों सहित उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल, वरिष्ठ अधिकारी और 50 सदस्यों का व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल भी होगा. बता दें कि नेल्सन मंडेला के बाद वह दक्षिण अफ्रीका के दूसरे राष्ट्रपति होंगे जो गणतंत्र दिवस पर मुख्य अतिथि होंगे. इस बार गणतंत्र दिवस पर 90 मिनट की परेड होगी. देश में राजपथ पर गणतंत्र दिवस की परेड (Republic Day Parade) आयोजित होती है. यह परेड आठ किमी की होती है और इसकी शुरुआत रायसीना हिल से होती है. उसके बाद राजपथ, इंडिया गेट से होते हुए ये लाल किला पर समाप्‍त होती है.  Republic Day Guest 2019: इस बार ये होंगे गणतंत्र दिवस के मुख्‍य अतिथि, 90 मिनट की होगी परेड 70वां Republic Day होगा खास, पहली बार 90 साल से अधिक उम्र के सैनिक होंगे परेड में शामिल 1969    प्रधानमंत्री टोडोर झिव्कोव (बल्गेरिया)       1970    बेल्जियम के राजा बौदौइन (बेल्जियम)      1971    राष्ट्रपति जूलियस न्येरे (तंजानिया)      1972    प्रधानमंत्री सीईवोसगुर रामगुलाम (मॉरीशस)      1973    राष्ट्रपति मोबूतु सेसे सेको (जैरे)      1974    राष्ट्रपति जोसीप ब्रोज़ टिटो (यूगोस्लाविया)                  प्रधानमंत्री सिरिमावो बंडरानाइक (श्रीलंका)      1975    राष्ट्रपति केनेथ कौंडा (जाम्बिया)      1976    प्रधानमंत्री जाक शिराक (फ्रांस)      1977    प्रथम सचिव एडवर्ड गिरेक (पोलैंड)    1978    राष्ट्रपति पैट्रिक हिलेरी (आयरलैंड)      1979    प्रधानमंत्री मैल्कम फ्रेजर (ऑस्ट्रेलिया)      1980    राष्ट्रपति वैलेरी गिस्कर्ड डी एस्टाइंग (फ्रांस)      1981    राष्ट्रपति जोस लोपेज पोर्टिलो (मेक्सिको)      1982    किंग जुआन कार्लोस आई (स्पेन)      1983    राष्ट्रपति शेहू शागरी (नाइजीरिया)      1984    किंग जिग्मे सिंग्ये वांगचुक (भूटान)      1985    राष्ट्रपति राउल अल्फोन्सिन (अर्जेंटीना)      1986    प्रधानमंत्री एंड्रियास पैपांड्रेउ (ग्रीस)   1987    राष्ट्रपति एलन गार्सिया (पेरू)      1988    राष्ट्रपति जे. आर. जयवर्धने (श्रीलंका)      1989    जनरल सचिव गुयेन वान लिन (वियतनाम)      1990    प्रधानमंत्री अनिरुद्ध जुग्नथ (मॉरीशस)        1991    राष्ट्रपति ममून अब्दुल गयूम (मालदीव)      1992    राष्ट्रपति मारियो सोरेस (पुर्तगाल)      1993    प्रधानमंत्री जॉन मेजर (यूनाइटेड किंगडम)      1994    प्रधानमंत्री गोह चोक टोंग (सिंगापुर)      1995    राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला (दक्षिण अफ्रीका)       1996    राष्ट्रपति डॉ. फर्नांडो हेनरीक कार्डोसो (ब्राजील)       Happy Republic Day 2019: 70वें गणतंत्र दिवस की दें बधाई, यहां दिए गए मैसेजेस के साथ 1997    प्रधानमंत्री बासदेव पांडे (त्रिनिदाद एंड टोबैगो)     1998    राष्ट्रपति जैक शिराक (फ्रांस)      1999    राजा बिरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव (नेपाल)      2000    राष्ट्रपति ओलेजगुन ओबासांजो (नाइजीरिया)      2001    राष्ट्रपति अब्देलजीज बुटीफिला  (अल्जीरिया)     2002    राष्ट्रपति कसम उतेम (मॉरीशस)      2003    राष्ट्रपति मोहम्मद खटामी (ईरान)      2004    राष्ट्रपति लुइज इनासिओ लुला दा सिल्वा (ब्राजील)      2005    किंग जिग्मे सिंग्ये वांगचुक (भूटान)      2006    किंग अब्दुल्ला बिन अब्दुलअजीज अलसऊद (सऊदी अरब)      2007    राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (रूस)      2008    राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी  (फ्रांस)     2009    राष्ट्रपति नूरसुल्तान नजरबायेव  (कजाखस्तान)     2010    राष्ट्रपति ली मयूंग बाक (दक्षिण कोरिया)      2011    राष्ट्रपति सुसिलो बांम्बांग युधोयोनो ( इंडोनेशिया)      2012    प्रधानमंत्री यिंगलुक शिनावात्रा (थाईलैंड)       2013    राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक (भूटान)       2014    प्रधान मंत्री शिन्जो आबे (जापान)       2015    राष्ट्रपति बराक ओबामा (संयुक्त राज्य अमेरिका)     2016    राष्ट्रपति फ्रेंकोइस होलैंड (फ्रांस)     2017    क्राउन प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जायेद अल नाहयान (संयुक्त अरब अमीरात)   2018 1. थाईलैंड के प्रधानमंत्री जनरल प्रायुत चान-ओ-चा  2. म्यांमार की सर्वोच्च नेता आंग सान सू की 3. ब्रुनेई के सुल्तान हसनअल बोल्किया 4. कंबोडिया के पीएम हुन सेन 5. इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो 6. सिंगापुर के प्रधानमंत्री ली सियन लूंग 7. मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक 8. वियतनाम के प्रधानमंत्री न्गुयेन शुयान फुक  9. लाओस के प्रधानमंत्री थॉन्गलौन सिसोलिथ 10. फिलीपींस के राष्ट्रपति ड्रिगो दुतेर्ते
आम आदमी पार्टी के पश्चिम दिल्ली के उम्मीदवार ने दाखिल किया नामांकन
मनीष सिसोदिया और गोपाल राय सहित कई नेता रैली में शामिल हुए पश्चिम दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों के विधायक भी रैली में शामिल हुए गोपाल राय ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा देने का मुद्दा उठाया
पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने प्रत्याशियों के लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन की शुरुआत की. आम आदमी पार्टी के प्रत्याशी बलबीर सिंह जाखड़ ने नामांकन दाखिल किया. बृहस्पतिवार को आम आदमी पार्टी के पश्चिमी दिल्ली से लोकसभा प्रत्याशी बलबीर सिंह जाखड़ ने चुनाव के लिए अपना नामांकन दाखिल किया. पार्टी के वरिष्ठ नेताओं सहित आप के सैकड़ों कार्यकर्ता नामांकन कार्यक्रम में शामिल हुए. आगामी 12 मई को दिल्ली की सात लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. आम आदमी पार्टी ने अपने सात प्रत्याशी दिल्ली के चुनावी रण में उतारे हैं. पार्टी का दावा है कि लगभग 6 महीने से आप के सभी प्रत्याशी अपने-अपने चुनाव प्रचार में पूरे दम-खम के साथ लगे हुए हैं. आप ने अपने तय प्रत्याशियों के नामांकन प्रक्रिया की शुरुआत की. गुरुवार को आम आदमी पार्टी के लोकसभा प्रत्याशी बलबीर सिंह जाखड़ ने पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से अपना नामांकन दाखिल किया. नामांकन रैली में पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तथा दिल्ली प्रदेश संयोजक एवं कैबिनेट मंत्री गोपाल राय मुख्य रूप से शामिल हुए. रैली के दौरान जगह-जगह जनता को संबोधित करते हुए मनीष सिसोदिया ने जनता से झाड़ू को वोट देने की अपील की. उन्होंने कहा कि पिछली बार दिल्ली की जनता ने जिन लोगों को वोट दिया था, उन्होंने केवल वादे किए, पांच साल केवल सत्ता की मलाई खाई. पांच साल के कार्यकाल में भाजपा के एक भी सांसद ने दिल्ली की जनता के हित में एक भी काम नहीं किया. रैली में शामिल पार्टी के दिल्ली प्रदेश संयोजक गोपाल राय ने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने दिल्ली की जनता से दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने का वादा किया था. जनता ने भाजपा के सातों सांसदों को जिताकर संसद में भेजा. पांच साल बीत गए परंतु किसी भी सांसद ने संसद के अंदर दिल्ली के लिए पूर्ण राज्य की मांग नहीं की. इस बार आम आदमी पार्टी के लोगों को जिताकर संसद में भेजो, दो साल के अंदर दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाएंगे. नामांकन  रैली शहजादा बाग शास्त्री नगर से शुरू होकर इंद्रलोक, कन्हैया नगर, प्रेमबाड़ी पुल, सिटी पार्क होटल, शालीमार बाग नहर से होते हुए जहांगीर पुरी जाकर समाप्त हुई. रैली में लोकसभा क्षेत्र से जुड़े विधानसभा क्षेत्रों के विधायक नरेश बाल्यान, महेंद्र यादव, जरनैल सिंह, राजेश ऋषि, जगदीप सिंह एवं कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत भी शामिल हुए.
सीमापार से की गई गोलीबारी पर जवाबी कार्रवाई में एक हफ्ते में 15 पाकिस्तानी जवान मारे गए : बीएसएफ
सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी का जवाब LoC पर पाकिस्तान की ओर से कई इलाकों में गोलाबारी की जा रही है तंगघार में घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम कर दिया.
बीएसएफ के एडीजी अरुण कुमार ने NDTV से बात करते हुए बताया कि पिछले एक हफ़्ते में 15 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं. सीमा पर पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी के चलते भारत की जवाबी कार्रवाई में ये पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं. ये पाकिस्तानी सैनिक बीएसएफ द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में पिछले एक हफ्ते में मारे गए हैं. कुमार का दावा है कि पिछले हफ्ते जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया गया था जिसमें सात पाकिस्तानी जवान मारे गए थे.बता दे ंकि पिछले 24 घंटो में जम्मू इलाके में इंटरनेशनल बार्डर से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान की ओर से कई इलाकों में गोलाबारी की जा रही है. पाक गोलाबारी में आरएसपुरा सेक्टर में एक जवान शहीद हो गया वहीं कश्मीर में एलओसी पर तंगघार में घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम कर दिया. सेना की इस कार्रवाई में उसका एक जवान शहीद हो गया वहीं एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. इंटरनेशनल बार्डर यानी आईबी पर 2014 के बाद से फायरिंग लगभग बंद थी, लेकिन अचानक 19-20 की रात से पाक की ओर से गोलाबारी की शुरुआत होती है जो अब तक जारी है. इसके बाद से आईबी पर लगातार फायरिंग जारी है.टिप्पणियांइंटरनेशनल बॉर्डर की बात करें तो कठुआ, हीरानगर, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में ज्यादा पाक की ओर से गोलाबारी हो रही है. पाक की ओर से छोटे हथियार, मशीनगन, 82 एमएम मोर्टार तक इस्तेमाल किया जा रहा है.   ये पाकिस्तानी सैनिक बीएसएफ द्वारा की गई जवाबी कार्रवाई में पिछले एक हफ्ते में मारे गए हैं. कुमार का दावा है कि पिछले हफ्ते जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी गोलीबारी का मुंहतोड़ जवाब दिया गया था जिसमें सात पाकिस्तानी जवान मारे गए थे.बता दे ंकि पिछले 24 घंटो में जम्मू इलाके में इंटरनेशनल बार्डर से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान की ओर से कई इलाकों में गोलाबारी की जा रही है. पाक गोलाबारी में आरएसपुरा सेक्टर में एक जवान शहीद हो गया वहीं कश्मीर में एलओसी पर तंगघार में घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम कर दिया. सेना की इस कार्रवाई में उसका एक जवान शहीद हो गया वहीं एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. इंटरनेशनल बार्डर यानी आईबी पर 2014 के बाद से फायरिंग लगभग बंद थी, लेकिन अचानक 19-20 की रात से पाक की ओर से गोलाबारी की शुरुआत होती है जो अब तक जारी है. इसके बाद से आईबी पर लगातार फायरिंग जारी है.टिप्पणियांइंटरनेशनल बॉर्डर की बात करें तो कठुआ, हीरानगर, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में ज्यादा पाक की ओर से गोलाबारी हो रही है. पाक की ओर से छोटे हथियार, मशीनगन, 82 एमएम मोर्टार तक इस्तेमाल किया जा रहा है.   बता दे ंकि पिछले 24 घंटो में जम्मू इलाके में इंटरनेशनल बार्डर से लेकर लाइन ऑफ कंट्रोल पर पाकिस्तान की ओर से कई इलाकों में गोलाबारी की जा रही है. पाक गोलाबारी में आरएसपुरा सेक्टर में एक जवान शहीद हो गया वहीं कश्मीर में एलओसी पर तंगघार में घुसपैठ की कोशिश को सेना ने नाकाम कर दिया. सेना की इस कार्रवाई में उसका एक जवान शहीद हो गया वहीं एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया. इंटरनेशनल बार्डर यानी आईबी पर 2014 के बाद से फायरिंग लगभग बंद थी, लेकिन अचानक 19-20 की रात से पाक की ओर से गोलाबारी की शुरुआत होती है जो अब तक जारी है. इसके बाद से आईबी पर लगातार फायरिंग जारी है.टिप्पणियांइंटरनेशनल बॉर्डर की बात करें तो कठुआ, हीरानगर, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में ज्यादा पाक की ओर से गोलाबारी हो रही है. पाक की ओर से छोटे हथियार, मशीनगन, 82 एमएम मोर्टार तक इस्तेमाल किया जा रहा है.   इंटरनेशनल बार्डर यानी आईबी पर 2014 के बाद से फायरिंग लगभग बंद थी, लेकिन अचानक 19-20 की रात से पाक की ओर से गोलाबारी की शुरुआत होती है जो अब तक जारी है. इसके बाद से आईबी पर लगातार फायरिंग जारी है. इंटरनेशनल बॉर्डर की बात करें तो कठुआ, हीरानगर, आरएस पुरा और अरनिया सेक्टर में ज्यादा पाक की ओर से गोलाबारी हो रही है. पाक की ओर से छोटे हथियार, मशीनगन, 82 एमएम मोर्टार तक इस्तेमाल किया जा रहा है.
ब्रिटेन : मित्तल ने बिना छूट लिए पूरा संपत्ति कर चुकाया
ब्रिटेन के सबसे धनी लक्ष्मीनिवास मित्तल ब्रिटेन के कुछ उन अरबपतियों में से है, जिन्होंने अपने आलीशान मकान के लिए पूरा संपत्ति कर जमा कराया।
ब्रिटेन के सबसे धनी लक्ष्मीनिवास मित्तल ब्रिटेन के कुछ उन अरबपतियों में से है, जिन्होंने अपने आलीशान मकान के लिए पूरा संपत्ति कर जमा कराया। यानी उन्होंने इस कर पर मिलने वाली किसी छूट का फायदा नहीं उठाया। इसी दौरान अपने कर बिल पर छूट का लाभ उठाने वाले प्रमुख धनाढ्य मकान मालिकों में ब्रूनेई के सुल्तान शामिल हैं।टिप्पणियां भारतीय मूल के प्रवासी भारतीय मित्तल की व्यक्तिगत संपत्ति लगभग 12.7 अरब पौंड आंकी गई है। संडे टाइम्स की एक खबर में कहा गया है कि उनके कई पड़ोसियों ने परिषद कर बिलों में छूट का फायदा उठाया है और वे पूरा का पूरा कर चुकाने से बचे हैं। मित्तल ने यह आलीशान घर 2004 में फार्मूला वन के मुखिया बर्नेइ एकलेस्टान से खरीदा था। इस घर में 12 शयनकक्ष, एक पूल, 20 कारों की पार्किंग की जगह है। इसी दौरान अपने कर बिल पर छूट का लाभ उठाने वाले प्रमुख धनाढ्य मकान मालिकों में ब्रूनेई के सुल्तान शामिल हैं।टिप्पणियां भारतीय मूल के प्रवासी भारतीय मित्तल की व्यक्तिगत संपत्ति लगभग 12.7 अरब पौंड आंकी गई है। संडे टाइम्स की एक खबर में कहा गया है कि उनके कई पड़ोसियों ने परिषद कर बिलों में छूट का फायदा उठाया है और वे पूरा का पूरा कर चुकाने से बचे हैं। मित्तल ने यह आलीशान घर 2004 में फार्मूला वन के मुखिया बर्नेइ एकलेस्टान से खरीदा था। इस घर में 12 शयनकक्ष, एक पूल, 20 कारों की पार्किंग की जगह है। भारतीय मूल के प्रवासी भारतीय मित्तल की व्यक्तिगत संपत्ति लगभग 12.7 अरब पौंड आंकी गई है। संडे टाइम्स की एक खबर में कहा गया है कि उनके कई पड़ोसियों ने परिषद कर बिलों में छूट का फायदा उठाया है और वे पूरा का पूरा कर चुकाने से बचे हैं। मित्तल ने यह आलीशान घर 2004 में फार्मूला वन के मुखिया बर्नेइ एकलेस्टान से खरीदा था। इस घर में 12 शयनकक्ष, एक पूल, 20 कारों की पार्किंग की जगह है। मित्तल ने यह आलीशान घर 2004 में फार्मूला वन के मुखिया बर्नेइ एकलेस्टान से खरीदा था। इस घर में 12 शयनकक्ष, एक पूल, 20 कारों की पार्किंग की जगह है।
शाहनवाज हुसैन ने कहा- पीएम मोदी हमारी ताकत और राहुल गांधी कांग्रेस की कमजोरी हैं
शाहनवाज हुसैन ने कहा- पीएम मोदी हमारी ताकत हैं राहुल गांधी कांग्रेस की कमजोरी हैं- शाहनवाज हुसैन 'जनता ने हमें सिर्फ जनादेश ही नहीं दिया है बल्कि आशीर्वाद भी दिया है'
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन (Shahnawaz Hussain) ने मंगलवार को यहां दावा किया कि हमारे पास नरेंद्र मोदी हैं (PM Modi) और वह हमारी ताकत हैं जबकि कांग्रेस के पास राहुल गांधी (Rahul Gandhi) हैं जो उनकी कमजोरी हैं. शाहनवाज हुसैन ने कहा, ‘‘जनता ने हमें सिर्फ जनादेश ही नहीं दिया है बल्कि आशीर्वाद भी दिया है. हमारे पास नरेंद्र मोदी हैं, वह हमारी ताकत हैं और कांग्रेस के पास राहुल गांधी हैं, जो उनकी कमजोरी हैं.'' एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह भ्रम है कि भाजपा में अल्पसंख्यक कम हैं. हमारी पार्टी में किसी भी दूसरी पार्टी के मुकाबले अल्पसंख्यकों की संख्या ज्यादा है. भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि आज झारखंड चुनाव के लिए महत्वपूर्ण दिन है. खूंटी और जमशेदपुर में जिस तरह से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा में अपार भीड़ उमड़ी उससे स्पष्ट है कि इस बार झारखंड में 65 पार करेंगे और सरकार बनाएंगे. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव से पहले भी कुछ पार्टियों ने महागठबंधन बनाकर महाप्रपंच किया था. झारखंड बिहार में महागठबंधन की चर्चा होती थी लेकिन बिहार और झारखंड में महागठबंधन की महाहार हुई.
1984 सिख विरोधी हिंसा के 241 मामले फिर खोले जाएंगे या नहीं, SC 11 दिसंबर को करेगा फैसला
सुप्रीमकोर्ट ने कहा कि अगर रिपोर्ट में कुछ होगा तो कार्रवाई के आदेश देंगे 1 सितंबर कोर्ट के दो रिटायर जजों के सुपरवाइजरी पैनल का गठन किया था एसआईटी द्वारा बंद किए गए 241 केसों की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट को सौंप दी है
दरअसल सुप्रीम कोर्ट इस मामले में दाखिल जनहित याचिका पर सुनवाई कर कहा है. याचिका में मामलों के लिए गठित एसआईटी की निगरानी करने और जांच व ट्रायल में तेजी लाने के आदेश देने की मांग की गई है. सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी. केंद्र की रिपोर्ट में बताया गया है कि हिंसा से जुडे 650 केस दर्ज किए गए थे जिनमें से 293 केसों की एसआईटी ने छानबीन की थी. रिकार्ड खंगालने के बाद इनमे से 239 केस एसआईटी ने बंद कर दिए हैं. इनमें 199 केस सीधे-सीधे बंद कर दिए गए.
कैश फॉर वोट : जमानत के लिए अमर पहुंचे हाईकोर्ट
राज्यसभा सांसद और वर्ष 2008 में हुए कैश फॉर वोट मामले में आरोपी अमर सिंह ने सोमवार को जमानत के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में गुहार लगाई।
राज्यसभा सांसद और वर्ष 2008 में हुए कैश फॉर वोट मामले में आरोपी अमर सिंह ने सोमवार को जमानत के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में गुहार लगाई। दिल्ली की एक अदालत ने 28 सितंबर को सिंह की अंतरिम जमानत और नियमित जमानत की अपीलें खारिज कर दी थीं। अदालत ने कहा था कि संसदीय लोकतंत्र को अपमानित करने वाले इस पूरे मामले में उनकी भूमिका बड़ी थी। इसके बाद सिंह ने हाईकोर्ट की शरण ली है। निचली अदालत ने अपने आदेश में कहा था कि यह मामला बताता है कि सिंह, और इस मामले में गिरफ्तार भाजपा नेताओं सहित अन्य राजनीतिक पदाधिकारियों ने जो किया, वह कल्पना से परे था और यह सब संसद की कार्यप्रणाली को नुकसान पहुंचाने के लिए किया गया। फिलहाल एम्स में इलाज करा रहे सिंह ने चिकित्सकीय आधार पर जमानत मांगी है। उनकी स्वास्थ्य संबंधी रिपोर्ट में उनके स्वास्थ्य में सुधार बताया गया है, लेकिन उनके गुर्दों की संक्रमण की आशंका के चलते लगातार जांच की जरूरत है। अमर सिंह वोट के लिए नोट घोटाला मामले में कथित संलिप्तता के लिए मिले सम्मन के तहत 6 सितंबर को अदालत पहुंचे थे। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया था। उन्हें उल्टी और अतिसार की शिकायत के बाद 12 सितंबर की शाम को तिहाड़ जेल से एम्स लाया गया और 15 सितंबर को अंतरिम जमानत दे दी गई।
आधार कार्ड स्वैच्छिक नहीं बल्कि अनिवार्य है- केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा
केंद्र सरकार आधार कार्ड को किसी भी योजना में लागू कर सकती है- सरकार आधार कार्ड पहचान संबंधी फ्रॉड से बचने के लिए है- केंद्र सरकार देशभर में 113.7 करोड़ लोगों ने आधार कार्ड बनवाए हैं.
आधार कार्ड को इनकम टैक्स से जोड़ने के खिलाफ दायर याचिका पर केंद्र सरकार ने मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में कहा कि 'आधार कार्ड स्वैच्छिक नहीं बल्कि अनिवार्य है. केंद्र सरकार आधार कार्ड को किसी भी योजना में लागू कर सकती है. आधार एक्ट के सेक्शन-7 में ये साफ है कि आधार विभिन्न कामों के लिए अनिवार्य है, लेकिन याचिकाकर्ता इसे समझ नहीं रहे'.टिप्पणियां केंद्र की तरफ से शीर्ष न्‍यायालय में दलील दी गई कि 'आधार कार्ड पहचान संबंधी फ्रॉड से बचने के लिए है. ये आधुनिक तरीका है, जिसमें फिंगर प्रिंट और IRIS ली जाती है और डाटा सुरक्षित तरीके से स्टोर किया जाता है. देशभर में 113.7 करोड़ लोगों ने आधार कार्ड बनवाए हैं'. केंद्र ने न्‍यायालय से यह भी कहा कि 'देशभर में 29 करोड़ लोगों के पास पैन कार्ड है, जिसमें से केवल 5 करोड़ लोग ही करदाता हैं. 24 करोड़ लोग ऐसे है, जिन्होंने पैन कार्ड केवल पहचान पत्र के लिए बनवाए हैं. पैन कार्ड में नाम, पहचान, फोटो और जन्म की तारीख होती है, पहचान होती है. पैन कार्ड बनवाने के लिए पूरक पहचान पत्र की जरूरत है, जैसे राशन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस, जिसकी संभावना ज्यादा है कि वो फेक हो सकते हैं... लिहाजा, आयकर रिटर्न भरने के लिए आधार जरूरी किया गया है'. इस मामले की सुनवाई बुधवार को भी होगी. केंद्र की तरफ से शीर्ष न्‍यायालय में दलील दी गई कि 'आधार कार्ड पहचान संबंधी फ्रॉड से बचने के लिए है. ये आधुनिक तरीका है, जिसमें फिंगर प्रिंट और IRIS ली जाती है और डाटा सुरक्षित तरीके से स्टोर किया जाता है. देशभर में 113.7 करोड़ लोगों ने आधार कार्ड बनवाए हैं'. केंद्र ने न्‍यायालय से यह भी कहा कि 'देशभर में 29 करोड़ लोगों के पास पैन कार्ड है, जिसमें से केवल 5 करोड़ लोग ही करदाता हैं. 24 करोड़ लोग ऐसे है, जिन्होंने पैन कार्ड केवल पहचान पत्र के लिए बनवाए हैं. पैन कार्ड में नाम, पहचान, फोटो और जन्म की तारीख होती है, पहचान होती है. पैन कार्ड बनवाने के लिए पूरक पहचान पत्र की जरूरत है, जैसे राशन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस, जिसकी संभावना ज्यादा है कि वो फेक हो सकते हैं... लिहाजा, आयकर रिटर्न भरने के लिए आधार जरूरी किया गया है'. इस मामले की सुनवाई बुधवार को भी होगी. केंद्र ने न्‍यायालय से यह भी कहा कि 'देशभर में 29 करोड़ लोगों के पास पैन कार्ड है, जिसमें से केवल 5 करोड़ लोग ही करदाता हैं. 24 करोड़ लोग ऐसे है, जिन्होंने पैन कार्ड केवल पहचान पत्र के लिए बनवाए हैं. पैन कार्ड में नाम, पहचान, फोटो और जन्म की तारीख होती है, पहचान होती है. पैन कार्ड बनवाने के लिए पूरक पहचान पत्र की जरूरत है, जैसे राशन कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस, जिसकी संभावना ज्यादा है कि वो फेक हो सकते हैं... लिहाजा, आयकर रिटर्न भरने के लिए आधार जरूरी किया गया है'. इस मामले की सुनवाई बुधवार को भी होगी.
पहले दिन की कमाई पर अक्षय खन्ना बोले, 'इत्तेफाक' का विश्लेषण जल्दबाजी होगी
'इत्तेफाक' का विश्लेषण जल्दबाजी होगी : अक्षय खन्ना 'इत्तेफाक' के राइट्स को लेकर कोई झगड़े नहीं हुए : अक्षय खन्ना नई फिल्मों की घोषणा जल्द ही करेंगे अक्षय खन्ना
अक्षय खन्ना, सोनाक्षी सिन्हा, सिद्धार्थ मल्होत्रा.
Sonali Bendre ने जब बेटे रणवीर को दी कैंसर की खबर तो उसका यूं आया रिएक्शन, इंस्टाग्राम पर लिखी इमोशनल पोस्ट
मेटास्टेटिक कैंसर से पीड़ित हैं सोनाली बेंद्रे सोशल मीडिया पर किया था ऐलान न्यूयॉर्क में करवा रही हैं इलाज
A post shared by Sonali Bendre (@iamsonalibendre) on Jul 18, 2018 at 11:29pm PDT A post shared by Sonali Bendre (@iamsonalibendre) on Jul 10, 2018 at 12:20am PDT
यह मेरे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी : कोहली
यह पूछने पर कि क्या यह पारी उनके आलोचकों को करारा जवाब देगी, तो उन्होंने कहा कि इससे अधिक यह पारी खुद को साबित करने के लिए थी।
विराट कोहली के नाबाद 133 रन से भारत ने त्रिकोणीय शृंखला के महत्वपूर्ण मैच में श्रीलंका पर सात विकेट से जीत दर्ज की और इस बल्लेबाज ने इसे अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी करार किया। कोहली ने मैच के बाद पत्रकारों से कहा, ‘‘यह मेरे करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी होनी चाहिए। हम जिन हालात में थे, 320 के लक्ष्य का पीछा करते हुए हमें बोनस अंक की जरूरत थी, इसलिए यह अहम मैच था और सही समय पर ऐसी पारी खेलने बाद मुझे लगता है कि यह मेरे लिए शानदार पारी थी।’’ यह पूछने पर कि क्या यह पारी उनके आलोचकों को करारा जवाब देगी, तो उन्होंने कहा कि इससे अधिक यह पारी खुद को साबित करने के लिए थी। कोहली ने कहा, ‘‘आलोचक हमेशा रहते हैं, यह पारी इससे कहीं अधिक खुद को साबित करने की थी। अगर आप अच्छा खेलते हैं, तो आप टीम को जीत की ओर ले जाते हैं। यह पारी खेलकर सचमुच अच्छा लग रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पर्थ में मेरी पारी से पहले मैं सोच रहा था कि मीडिया में क्या चल रहा होगा, लेकिन इसके बाद मैंने खबरें देखना बंद कर दिया। मैंने खुद को सकारात्मक सोचने के लिए कहा और यह भी कि रन नहीं बनाने का कोई कारण नहीं है। मैंने भरोसा बनाए रखा और मुझे लगता है कि यही महत्वपूर्ण था।’’ कोहली ने कहा कि उन्होंने त्रिकोणीय शृंखला के पिछले मैचों में कुछ गलतियां की थीं, जिनमें यहां सुधार करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले मैचों में मैंने कुछ गलतियां कीं तथा 20 और 30 रन बनाकर आउट हुआ। मैंने प्रत्येक गेंद खेलने की कोशिश की और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमेशा ऐसा नहीं होता है। यह संभवत: वनडे में मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है। यह बेहद खास अहसास है।’’ श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि जब कोहली जैसा खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिए आदर्श पिच पर इस तरह का प्रदर्शन कर रहा हो, तब कोई भी कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘‘जब वह इस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हो, तब आप कुछ नहीं कर सकते। टूर्नामेंट में पहली बार हमारे गेंदबाजों ने खराब प्रदर्शन किया। केवल कोहली ही नहीं अन्य बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया।’’ जयवर्धने हालांकि फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने के प्रति आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘क्वालीफाई करना अब भी हमारे हाथ में है, जो कि अच्छा है। उम्मीद है कि हम इस हार से उबरकर मेलबर्न में जीत दर्ज करेंगे।’’टिप्पणियां कोहली की नाबाद पारी ने भारत को श्रीलंका पर 36.4 ओवर में ही जीत दिलाने में मदद नहीं की, बल्कि उसे निहायत जरूरी बोनस अंक भी दिलाया, जिससे टीम टूर्नामेंट के फाइनल्स की दौड़ में बनी हुई है। इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि टीम के लिए यह जीत काफी अहम थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास केवल एक मैच ही बचा हो, तो आपको इसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। हम ऐसा करने में सफल रहे, जिससे हम संतुष्ट हो सकते हैं।’’ कोहली ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।’’ इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है, तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं, तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखाएंगे।’’ यह पूछने पर कि क्या यह पारी उनके आलोचकों को करारा जवाब देगी, तो उन्होंने कहा कि इससे अधिक यह पारी खुद को साबित करने के लिए थी। कोहली ने कहा, ‘‘आलोचक हमेशा रहते हैं, यह पारी इससे कहीं अधिक खुद को साबित करने की थी। अगर आप अच्छा खेलते हैं, तो आप टीम को जीत की ओर ले जाते हैं। यह पारी खेलकर सचमुच अच्छा लग रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पर्थ में मेरी पारी से पहले मैं सोच रहा था कि मीडिया में क्या चल रहा होगा, लेकिन इसके बाद मैंने खबरें देखना बंद कर दिया। मैंने खुद को सकारात्मक सोचने के लिए कहा और यह भी कि रन नहीं बनाने का कोई कारण नहीं है। मैंने भरोसा बनाए रखा और मुझे लगता है कि यही महत्वपूर्ण था।’’ कोहली ने कहा कि उन्होंने त्रिकोणीय शृंखला के पिछले मैचों में कुछ गलतियां की थीं, जिनमें यहां सुधार करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले मैचों में मैंने कुछ गलतियां कीं तथा 20 और 30 रन बनाकर आउट हुआ। मैंने प्रत्येक गेंद खेलने की कोशिश की और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमेशा ऐसा नहीं होता है। यह संभवत: वनडे में मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है। यह बेहद खास अहसास है।’’ श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि जब कोहली जैसा खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिए आदर्श पिच पर इस तरह का प्रदर्शन कर रहा हो, तब कोई भी कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘‘जब वह इस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हो, तब आप कुछ नहीं कर सकते। टूर्नामेंट में पहली बार हमारे गेंदबाजों ने खराब प्रदर्शन किया। केवल कोहली ही नहीं अन्य बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया।’’ जयवर्धने हालांकि फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने के प्रति आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘क्वालीफाई करना अब भी हमारे हाथ में है, जो कि अच्छा है। उम्मीद है कि हम इस हार से उबरकर मेलबर्न में जीत दर्ज करेंगे।’’टिप्पणियां कोहली की नाबाद पारी ने भारत को श्रीलंका पर 36.4 ओवर में ही जीत दिलाने में मदद नहीं की, बल्कि उसे निहायत जरूरी बोनस अंक भी दिलाया, जिससे टीम टूर्नामेंट के फाइनल्स की दौड़ में बनी हुई है। इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि टीम के लिए यह जीत काफी अहम थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास केवल एक मैच ही बचा हो, तो आपको इसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। हम ऐसा करने में सफल रहे, जिससे हम संतुष्ट हो सकते हैं।’’ कोहली ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।’’ इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है, तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं, तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पर्थ में मेरी पारी से पहले मैं सोच रहा था कि मीडिया में क्या चल रहा होगा, लेकिन इसके बाद मैंने खबरें देखना बंद कर दिया। मैंने खुद को सकारात्मक सोचने के लिए कहा और यह भी कि रन नहीं बनाने का कोई कारण नहीं है। मैंने भरोसा बनाए रखा और मुझे लगता है कि यही महत्वपूर्ण था।’’ कोहली ने कहा कि उन्होंने त्रिकोणीय शृंखला के पिछले मैचों में कुछ गलतियां की थीं, जिनमें यहां सुधार करने की कोशिश की। उन्होंने कहा, ‘‘पिछले मैचों में मैंने कुछ गलतियां कीं तथा 20 और 30 रन बनाकर आउट हुआ। मैंने प्रत्येक गेंद खेलने की कोशिश की और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमेशा ऐसा नहीं होता है। यह संभवत: वनडे में मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है। यह बेहद खास अहसास है।’’ श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि जब कोहली जैसा खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिए आदर्श पिच पर इस तरह का प्रदर्शन कर रहा हो, तब कोई भी कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘‘जब वह इस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हो, तब आप कुछ नहीं कर सकते। टूर्नामेंट में पहली बार हमारे गेंदबाजों ने खराब प्रदर्शन किया। केवल कोहली ही नहीं अन्य बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया।’’ जयवर्धने हालांकि फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने के प्रति आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘क्वालीफाई करना अब भी हमारे हाथ में है, जो कि अच्छा है। उम्मीद है कि हम इस हार से उबरकर मेलबर्न में जीत दर्ज करेंगे।’’टिप्पणियां कोहली की नाबाद पारी ने भारत को श्रीलंका पर 36.4 ओवर में ही जीत दिलाने में मदद नहीं की, बल्कि उसे निहायत जरूरी बोनस अंक भी दिलाया, जिससे टीम टूर्नामेंट के फाइनल्स की दौड़ में बनी हुई है। इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि टीम के लिए यह जीत काफी अहम थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास केवल एक मैच ही बचा हो, तो आपको इसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। हम ऐसा करने में सफल रहे, जिससे हम संतुष्ट हो सकते हैं।’’ कोहली ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।’’ इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है, तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं, तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पिछले मैचों में मैंने कुछ गलतियां कीं तथा 20 और 30 रन बनाकर आउट हुआ। मैंने प्रत्येक गेंद खेलने की कोशिश की और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में हमेशा ऐसा नहीं होता है। यह संभवत: वनडे में मेरी सर्वश्रेष्ठ पारी है। यह बेहद खास अहसास है।’’ श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने ने कहा कि जब कोहली जैसा खिलाड़ी बल्लेबाजी के लिए आदर्श पिच पर इस तरह का प्रदर्शन कर रहा हो, तब कोई भी कुछ नहीं कर सकता। उन्होंने कहा, ‘‘जब वह इस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हो, तब आप कुछ नहीं कर सकते। टूर्नामेंट में पहली बार हमारे गेंदबाजों ने खराब प्रदर्शन किया। केवल कोहली ही नहीं अन्य बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया।’’ जयवर्धने हालांकि फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने के प्रति आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘क्वालीफाई करना अब भी हमारे हाथ में है, जो कि अच्छा है। उम्मीद है कि हम इस हार से उबरकर मेलबर्न में जीत दर्ज करेंगे।’’टिप्पणियां कोहली की नाबाद पारी ने भारत को श्रीलंका पर 36.4 ओवर में ही जीत दिलाने में मदद नहीं की, बल्कि उसे निहायत जरूरी बोनस अंक भी दिलाया, जिससे टीम टूर्नामेंट के फाइनल्स की दौड़ में बनी हुई है। इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि टीम के लिए यह जीत काफी अहम थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास केवल एक मैच ही बचा हो, तो आपको इसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। हम ऐसा करने में सफल रहे, जिससे हम संतुष्ट हो सकते हैं।’’ कोहली ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।’’ इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है, तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं, तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखाएंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जब वह इस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हो, तब आप कुछ नहीं कर सकते। टूर्नामेंट में पहली बार हमारे गेंदबाजों ने खराब प्रदर्शन किया। केवल कोहली ही नहीं अन्य बल्लेबाजों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया।’’ जयवर्धने हालांकि फाइनल्स के लिए क्वालीफाई करने के प्रति आश्वस्त दिखे। उन्होंने कहा, ‘‘क्वालीफाई करना अब भी हमारे हाथ में है, जो कि अच्छा है। उम्मीद है कि हम इस हार से उबरकर मेलबर्न में जीत दर्ज करेंगे।’’टिप्पणियां कोहली की नाबाद पारी ने भारत को श्रीलंका पर 36.4 ओवर में ही जीत दिलाने में मदद नहीं की, बल्कि उसे निहायत जरूरी बोनस अंक भी दिलाया, जिससे टीम टूर्नामेंट के फाइनल्स की दौड़ में बनी हुई है। इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि टीम के लिए यह जीत काफी अहम थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास केवल एक मैच ही बचा हो, तो आपको इसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। हम ऐसा करने में सफल रहे, जिससे हम संतुष्ट हो सकते हैं।’’ कोहली ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।’’ इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है, तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं, तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखाएंगे।’’ कोहली की नाबाद पारी ने भारत को श्रीलंका पर 36.4 ओवर में ही जीत दिलाने में मदद नहीं की, बल्कि उसे निहायत जरूरी बोनस अंक भी दिलाया, जिससे टीम टूर्नामेंट के फाइनल्स की दौड़ में बनी हुई है। इस मध्यक्रम बल्लेबाज ने कहा कि टीम के लिए यह जीत काफी अहम थी। उन्होंने कहा, ‘‘जब आपके पास केवल एक मैच ही बचा हो, तो आपको इसी में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होता है। हम ऐसा करने में सफल रहे, जिससे हम संतुष्ट हो सकते हैं।’’ कोहली ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।’’ इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है, तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं, तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखाएंगे।’’ कोहली ने कहा, ‘‘ऑस्ट्रेलिया में निराशाजनक दौरे के बाद ऐसी जीत महत्वपूर्ण होती है। हम इस मैच से काफी सकारात्मक चीजें सीखेंगे। इससे दिखता है कि टीम किसी भी समय ऐसा प्रदर्शन कर सकती है।’’ इस 23 वर्षीय बल्लेबाज ने कहा कि अगर भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल्स में पहुंच जाती है, तो भी इसी जज्बे से खेलना जारी रखेगी। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम फाइनल्स में पहुंच जाते हैं, तो हम आज जैसा ही प्रदर्शन करेंगे। हम हिचकिचाएंगे नहीं और आज जैसा ही खेल दिखाएंगे।’’
अमेरिका के साथ बहुत अच्छे संबंध चाहता है पाक : गिलानी
गिलानी ने कहा कि उनका देश अमेरिका के साथ बहुत अच्छे संबंध बनाना चाहता है और युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में सुलह तथा स्थायित्व को बढ़ावा देने के प्रयास की दृष्टि से तीनों देशों को एक ही धरातल पर आने की जरूरत है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री युसूफ रजा गिलानी ने गुरुवार को कहा कि उनका देश अमेरिका के साथ बहुत अच्छे संबंध बनाना चाहता है और युद्ध प्रभावित अफगानिस्तान में सुलह तथा स्थायित्व को बढ़ावा देने के प्रयास की दृष्टि से तीनों देशों को एक ही धरातल पर आने की जरूरत है। गिलानी ने यहां यात्रा पर आए अमेरिकी संसदीय प्रतिनिधिमंडली के साथ भेंट के दौरान साझे लक्ष्य हासिल करने के लिए परस्पर स्वीकृत रणनीति की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘सैन्य हल स्थायी हल नहीं प्रदान करता है।’’ प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार गिलानी ने कहा, ‘‘महत्वपूर्ण बात यह है कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और अमेरिका एक ही धरातल पर हैं और तीनों ने आपस में मिलकर अफगानिस्तान में सुलह, शांति और स्थायित्व के संवर्धन के लिए काम किया है। ’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उस राजनीतिक प्रकिया का समर्थन करता है जिससे अफगानिस्तान में राजनीतिक समाधान हो और हाल ही इस्लामाबाद की यात्रा पर आए अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई थी। गिलानी ने यहां यात्रा पर आए अमेरिकी संसदीय प्रतिनिधिमंडली के साथ भेंट के दौरान साझे लक्ष्य हासिल करने के लिए परस्पर स्वीकृत रणनीति की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा, ‘‘सैन्य हल स्थायी हल नहीं प्रदान करता है।’’ प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से जारी बयान के अनुसार गिलानी ने कहा, ‘‘महत्वपूर्ण बात यह है कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और अमेरिका एक ही धरातल पर हैं और तीनों ने आपस में मिलकर अफगानिस्तान में सुलह, शांति और स्थायित्व के संवर्धन के लिए काम किया है। ’’ उन्होंने कहा कि पाकिस्तान उस राजनीतिक प्रकिया का समर्थन करता है जिससे अफगानिस्तान में राजनीतिक समाधान हो और हाल ही इस्लामाबाद की यात्रा पर आए अफगान राष्ट्रपति हामिद करजई के साथ इस विषय पर विस्तार से चर्चा हुई थी।
लाचार महिला की मदद कर हीरो बना पुलिसवाला, लोग बोले- हम LUCKY हैं कि आप हो
पुलिस ऑफिसर ने व्हीलचेयर पर बैठी महिला की मदद की. सोशल मीडिया पर ये वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. नोक्सविल पुलिस डिपार्टमेंट ने फेसबुक पर वीडियो अपलोड किया है.
फेसबुक पर लोगों ने जिम क्विक को धन्यवाद किया. लिखा- ''धन्यवाद जिम क्विक, हमें गर्व है कि हमारे पास आपके जैसे अफसर हैं!'' वहीं कमेंट सेक्शन में एक शख्स ने लिखा- ''ऑफिसर का धन्यवाद जिन्होंने महिला की मदद की और उन्हें सही-सलामत घर छोड़ा.''  फेसबुक पर लोगों ने जिम क्विक को धन्यवाद किया. लिखा- ''धन्यवाद जिम क्विक, हमें गर्व है कि हमारे पास आपके जैसे अफसर हैं!'' वहीं कमेंट सेक्शन में एक शख्स ने लिखा- ''ऑफिसर का धन्यवाद जिन्होंने महिला की मदद की और उन्हें सही-सलामत घर छोड़ा.''
नेपाल में सड़क हादसे में एक भारतीय समेत 15 की मौत
नेपाल के पल्पा जिले में शनिवार को एक भारतीय जीप के एक मोड़ पर घूमते समय सड़क से 100 मीटर गहरी खाई में गिर जाने से उस पर सवार एक भारतीय समेत कम से कम 15 लोग मारे गए।
पश्चिमी नेपाल के पल्पा जिले में शनिवार को एक भारतीय जीप के एक मोड़ पर घूमते समय सड़क से 100 मीटर गहरी खाई में गिर जाने से उस पर सवार एक भारतीय समेत कम से कम 15 लोग मारे गए।टिप्पणियां इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि मारे गए सभी लोग भारतीय हैं, लेकिन पुलिस ने बाद में इस बात की पुष्टि की कि मारे गए लोगों में 14 नेपाली और केवल एक भारतीय हैं। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने इस बात की पुष्टि की है कि मारे गए लोगों में एक भारतीय है। पुलिस ने बताया कि नौ महिलाओं, दो पुरुषों और चार बच्चों की उस समय मौत हो गई, जब पल्पा जिले में जोर्टे ऑफ डेउराली बहिरे में जीप सड़क से ढलान पर गिर गई। उन्होंने कहा कि दो घायलों को इलाज के लिए लुंबिनी मेडिकल कॉलेज प्रभास में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि पश्चिमी नेपाल में स्थानीय ऋषिकेश मंदिर के दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों ने भारतीय जीप किराये पर ली थी। उन्होंने बताया कि जीप उन्हें गुल्मी जिले के रिदी ले जा रही थी, जब यह दुर्घटना हुई। इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि मारे गए सभी लोग भारतीय हैं, लेकिन पुलिस ने बाद में इस बात की पुष्टि की कि मारे गए लोगों में 14 नेपाली और केवल एक भारतीय हैं। काठमांडू में भारतीय दूतावास ने इस बात की पुष्टि की है कि मारे गए लोगों में एक भारतीय है। पुलिस ने बताया कि नौ महिलाओं, दो पुरुषों और चार बच्चों की उस समय मौत हो गई, जब पल्पा जिले में जोर्टे ऑफ डेउराली बहिरे में जीप सड़क से ढलान पर गिर गई। उन्होंने कहा कि दो घायलों को इलाज के लिए लुंबिनी मेडिकल कॉलेज प्रभास में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि पश्चिमी नेपाल में स्थानीय ऋषिकेश मंदिर के दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों ने भारतीय जीप किराये पर ली थी। उन्होंने बताया कि जीप उन्हें गुल्मी जिले के रिदी ले जा रही थी, जब यह दुर्घटना हुई। पुलिस ने बताया कि नौ महिलाओं, दो पुरुषों और चार बच्चों की उस समय मौत हो गई, जब पल्पा जिले में जोर्टे ऑफ डेउराली बहिरे में जीप सड़क से ढलान पर गिर गई। उन्होंने कहा कि दो घायलों को इलाज के लिए लुंबिनी मेडिकल कॉलेज प्रभास में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि पश्चिमी नेपाल में स्थानीय ऋषिकेश मंदिर के दर्शन के लिए तीर्थयात्रियों ने भारतीय जीप किराये पर ली थी। उन्होंने बताया कि जीप उन्हें गुल्मी जिले के रिदी ले जा रही थी, जब यह दुर्घटना हुई।
आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बैनक्राफ्ट और कप्तान स्मिथ ने स्वीकारा- गेंद से की गई छेड़खानी
बैनक्राफ्ट ने कहा- मैं अपने कृत्य के लिए जवाबदेह होना चाहता हूं बैनक्राफ्ट को अंत:वस्त्र में पीली चीज रखते हुए देखा गया था टेप से गेंद की शक्ल बिगाड़ने की कोशिश की थी
अंपायर निजेल लांग और रिचर्ड इलिंगवर्थ ने दक्षिण अफ्रीका की दूसरी पारी के 43वें ओवर के दौरान बैनक्राफ्ट से बात की. कवर पर क्षेत्ररक्षण करते समय उनके हाथ में कोई चीज देखी गई जिसके बाद अंपायरों ने उनसे बात की. अंपायरों के पास जाने से पहले बैनक्राफ्ट को अपने अंत:वस्त्र में छोटी सी पीली चीज रखते हुए देखा गया. जब अंपायर उनसे बात करने के लिए पहुंचे तो उन्होंने पैंट की जेब में हाथ डालकर दिखाया और यह भिन्न वस्तु थे. वह धूप के चश्मे को साफ करने के लिए मुलायम कपड़े जैसा लग रहा था. टिप्पणियां बैनक्राफ्ट ने हालांकि बाद में संवाददाता सम्मेलन में स्वीकार किया कि वह टेप से गेंद की शक्ल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) बैनक्राफ्ट ने हालांकि बाद में संवाददाता सम्मेलन में स्वीकार किया कि वह टेप से गेंद की शक्ल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे थे.(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
मुंबई में भारी बारिश के आसार, लोगों को घरों से बाहर न जाने की सलाह
मूसलाधार बारिश ने मुंबई और उससे सटे इलाकों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने भारी बारिश की संभावना जताई है। मुंबई महानगरपालिका ने अपील की है कि बहुत जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से बाहर निकलें।
मूसलाधार बारिश ने मुंबई और उससे सटे इलाकों में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। मौसम विभाग ने आज भी शहर और आसपास के इलाकों में भारी बारिश की संभावना जताई है।टिप्पणियां मुंबई महानगरपालिका ने अपील की है कि बहुत जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से बाहर निकलें। मुंबई और उससे सटे ठाणे में भारी बारिश जारी रहने से शहर और उपनगर में जलभराव की समस्या हो गई है। रविवार को केंद्रीय रेलवे लाइन पर जलभराव के कारण उपनगरीय रेलसेवाएं भी प्रभावित हो गईं। केंद्रीय लाइन पर मस्जिद, सैंडहर्स्ट मार्ग और बायकुला स्टेशन पर जलभराव के कारण दादर-छत्रपति शिवाजी टर्मिनल लाइन पर चलने वाली रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। मुंबई से सटे नवी मुंबई के तुर्भे इलाके में रविवार को एक निजी कंपनी के कंपाउंड की दीवार के एक हिस्से के झोंपड़ों पर जाकर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य जख्मी हो गए। मुंबई महानगरपालिका ने अपील की है कि बहुत जरूरी होने पर ही लोग अपने घरों से बाहर निकलें। मुंबई और उससे सटे ठाणे में भारी बारिश जारी रहने से शहर और उपनगर में जलभराव की समस्या हो गई है। रविवार को केंद्रीय रेलवे लाइन पर जलभराव के कारण उपनगरीय रेलसेवाएं भी प्रभावित हो गईं। केंद्रीय लाइन पर मस्जिद, सैंडहर्स्ट मार्ग और बायकुला स्टेशन पर जलभराव के कारण दादर-छत्रपति शिवाजी टर्मिनल लाइन पर चलने वाली रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। मुंबई से सटे नवी मुंबई के तुर्भे इलाके में रविवार को एक निजी कंपनी के कंपाउंड की दीवार के एक हिस्से के झोंपड़ों पर जाकर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य जख्मी हो गए। केंद्रीय लाइन पर मस्जिद, सैंडहर्स्ट मार्ग और बायकुला स्टेशन पर जलभराव के कारण दादर-छत्रपति शिवाजी टर्मिनल लाइन पर चलने वाली रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया गया। मुंबई से सटे नवी मुंबई के तुर्भे इलाके में रविवार को एक निजी कंपनी के कंपाउंड की दीवार के एक हिस्से के झोंपड़ों पर जाकर गिरने से दो लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य जख्मी हो गए।
रियो ओलिंपिक : फुटबॉल में लंदन की गोल्‍ड मेडलिस्‍ट मैक्सिको और अर्जेंटीना टीम बाहर
दक्षिण कोरिया ने मैक्सिको को 1-0 से हराया होंडुरास के हाथों अर्जेंटीना को झेलनी पड़ी हार जर्मनी ने फिजी को 10-0 से पराजित किया
संकट से जूझ रहे अर्जेंटीना के फुटबॉल को एक और झटका लगा जब टीम ग्रुप चरणों में होंडुरास से हारकर ओलिंपिक से बाहर हो गई जबकि 2012 के लंदन ओलिंपिक में गोल्‍ड मेडल जीतने वाली मैक्सिको का भी रियो ओलंपिक में सफर थम गया. नील्स पीटरसन के पांच गोल के सहारे जर्मनी ने फिजी को 10-0 से हराकर अंतिम आठ में जगह बना ली और अपने ग्रुप में दक्षिण कोरिया के पीछे रही.दक्षिण कोरिया ने ब्रासीलिया में क्वोन चांग-हून के शानदार गोल की बदौलत मैक्सिको को 1-0 से हराया.टिप्पणियां अर्जेंटीना और होंडुरास दोनों ग्रुप मैचों में पुर्तगाल से हार गए थे और अल्जीरिया को हराया था.अर्जेंटीना के गोल का अंतर होंडुरास से कम था जिस वजह से उसके लिए मैच जीतना जरूरी था.अल्जीरिया से 1-1 से मुकाबला ड्रॉ करने के बाद पुर्तगाल ग्रुप डी में शीर्ष स्थान पर रहा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) नील्स पीटरसन के पांच गोल के सहारे जर्मनी ने फिजी को 10-0 से हराकर अंतिम आठ में जगह बना ली और अपने ग्रुप में दक्षिण कोरिया के पीछे रही.दक्षिण कोरिया ने ब्रासीलिया में क्वोन चांग-हून के शानदार गोल की बदौलत मैक्सिको को 1-0 से हराया.टिप्पणियां अर्जेंटीना और होंडुरास दोनों ग्रुप मैचों में पुर्तगाल से हार गए थे और अल्जीरिया को हराया था.अर्जेंटीना के गोल का अंतर होंडुरास से कम था जिस वजह से उसके लिए मैच जीतना जरूरी था.अल्जीरिया से 1-1 से मुकाबला ड्रॉ करने के बाद पुर्तगाल ग्रुप डी में शीर्ष स्थान पर रहा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) अर्जेंटीना और होंडुरास दोनों ग्रुप मैचों में पुर्तगाल से हार गए थे और अल्जीरिया को हराया था.अर्जेंटीना के गोल का अंतर होंडुरास से कम था जिस वजह से उसके लिए मैच जीतना जरूरी था.अल्जीरिया से 1-1 से मुकाबला ड्रॉ करने के बाद पुर्तगाल ग्रुप डी में शीर्ष स्थान पर रहा. (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
दिल्ली में आज पंजाब कांग्रेस के आला नेताओं से मिलेंगे राहुल गांधी
पंजाब कांग्रेस प्रमुख अमरिंदर सिंह होंगे शामिल विधानसभा चुनावों के लिए रणनीति पर करेंगे चर्चा पार्टी की राज्य प्रभारी आशा कुमारी भी होंगी शामिल
राज्यसभा से भाजपा सदस्य नवजोत सिंह सिद्धू के राज्यसभा से इस्तीफा देने तथा अपनी पत्नी और एक भाजपा विधायक साथ उनके आम आदमी पार्टी में शामिल होने की अटकलों की पृष्ठिभूमि में यह बैठक होगी। (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।) (हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
Vijay Sethupathi: इनका रोल कॉपी करने को तरसते रह गए शाहरुख, सेल्समैन से कैशियर तक की कर चुके हैं जॉब
विक्रम वेदा है 2017 की टॉप फिल्म एक्टिंग में हैं माहिर हर रोल कुछ हटकर करते हैं
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प्रीमियर बैडमिंटन लीग के लिए खिलाड़ि‍यों की नीलामी, जानें सिंधु, साइना और श्रीकांत किस राशि में बिके
चेन्नई स्मैशर्स ने सिंधु को 48.75 लाख रु. में खरीदा अवध वारियर्स टीम के साथ बनी रहेंगी साइना श्रीकांत भी अवध वारियर्स की टीम के साथ बने रहेंगे
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)