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hindi_2022_10943 | सुपरटेक ट्विन टावर 22 मई तक गिरा दिए जाएंगे टावर, नोएडा अथॉरिटी ने सुप्रीम कोर्ट को बताया | प्राधिकरण ने अपनी स्थिति रिपोर्ट में कहा है कि इन इमारतों को ध्वस्त करने के बाद पूरा मलबा 22 अगस्त तक वहां से हटा लिया जाएगा। न्याययमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पीठ ने नोएडा (न्यू ओखला इंडिस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) और सुपरटेक सहित सभी हितधारकों को स्थिति रिपोर्ट में दी गई समय सीमा का सख्ती से अनुपालन करने को कहा। | नयी दिल्ली: सुपरटेक की एमराल्ड कोर्ट परियोजना में 40 मंजिला जुड़वा इमारतों को गिराने का कार्य शुरू हो गया है और इसे 22 मई तक पूरी तरह गिरा दिया जाएगा। नोएडा प्राधिकरण ने सोमवार को उच्चतम न्यायालय को यह बताया। इन इमारतों का निर्माण नियमों का उल्लंघन कर किया गया था, जिस कारण न्यायालय ने इन्हें अवैध करार दिया था।प्राधिकरण ने अपनी स्थिति रिपोर्ट में कहा है कि इन इमारतों को ध्वस्त करने के बाद पूरा मलबा 22 अगस्त तक वहां से हटा लिया जाएगा। न्याययमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति सूर्यकांत की पीठ ने नोएडा (न्यू ओखला इंडिस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी) और सुपरटेक सहित सभी हितधारकों को स्थिति रिपोर्ट में दी गई समय सीमा का सख्ती से अनुपालन करने को कहा। पीठ ने विषय की अगली सुनवाई 17 मई के लिए निर्धारित कर दी।पीठ ने कहा कि सात फरवरी 2022 के आदेश के अनुपालन में प्राधिकरण ने स्थिति रिपोर्ट दाखिल की है और आदेश के बाद नौ फरवरी 2022 को हितधारकों की एक बैठक की गई थी। न्यायालय ने कहा, ‘‘न्यायालय को इस बात से अवगत कराया गया है कि (उक्त इमारतों को) गिराने का कार्य शुरू कर दिया गया है।’’सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा प्राधिकरण से अपडेटेड स्टेटस रिपोर्ट की मांग करते हुए मामले को 17 मई को सुनवाई के लिए सूचीबद्ध किया है। बता दें कि, सुप्रीम कोर्ट ने 7 फरवरी को नोएडा प्राधिकरण के सीईओ को दो सप्ताह के भीतर नोएडा में सुपरटेक के ट्विन टावरों को ध्वस्त करने का काम शुरू करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा था।सुप्रीम कोर्ट ने चार अक्टूबर 2021 को सुपरटेक लिमिटेड की याचिका खारिज कर दी थी। अदालत ने सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं उतरने के कारण इमारतों को ध्वस्त करने के अपने पूर्व के निर्देश में संशोधन करने से इनकार कर दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने 31 अगस्त, 2021 के अपने फैसले में अवैध इमारतों को तोड़ने के साथ ही फ्लैट खरीदारों को उनकी पूरी रकम लौटाने करने का भी निर्देश दिया था। कोर्ट ने नोएडा के टी-16 (एपेक्स) और टी-17 (सेयेन) ट्विन टावर्स के निर्माण में नोएडा प्राधिकरण और रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक के अधिकारियों की "नापाक मिलीभगत" के लिए उन पर मुकदमा चलाने का भी आदेश दिया था। |
hindi_2022_10944 | कोरोना वायरस: 97 लाख से ज्यादा लोग हुए रिकवर, संक्रमितों की संख्या 1,01,46,845 हुई | देश में कोविड-19 के एक दिन में 23,067 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या जहां 1,01,46,845 हो गई, वहीं अब तक 97 लाख से अधिक लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। | नयी दिल्ली: देश में कोविड-19 के एक दिन में 23,067 नए मामले सामने आने के बाद अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या जहां 1,01,46,845 हो गई, वहीं अब तक 97 लाख से अधिक लोग संक्रमण से उबर चुके हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। मंत्रालय द्वारा सुबह आठ बजे जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार एक दिन में संक्रमण से 336 लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 1,47,092 हो गई है। देश में अब तक 97,17,834 लोग संक्रमण से उबर चुके हैं और राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर 95.77 प्रतिशत हो गई है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.45 प्रतिशत बनी हुई है। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या लगातार चौथे दिन तीन लाख से कम बनी हुई है। आंकड़ों के अनुसार देश में इस समय कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 2,81,919 है जो कुल मामलों का 2.78 प्रतिशत है। भारत में कोविड-19 के मामलों की संख्या सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख, 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ से अधिक हो गई थी। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 24 दिसंबर तक कुल 16,63,05,762 नमूनों की जांच की जा चुकी है। इनमें से 9,97,396 नमूनों की जांच बृहस्पतिवार को की गई। |
hindi_2022_10945 | तेलंगाना: भड़काऊ भाषण देने पर अकबरुद्दीन ओवैसी और संजय कुमार पर मामला दर्ज | ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन (जीएचएमसी) के चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण देने के मामले में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी और तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज किया गया। | हैदराबाद: ग्रेटर हैदराबाद म्युनिसिपल कारपोरेशन (जीएचएमसी) के चुनाव प्रचार के दौरान भड़काऊ भाषण देने के मामले में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के नेता अकबरुद्दीन ओवैसी और तेलंगाना प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बंदी संजय कुमार के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज किया गया। ओवैसी पर पूर्व प्रधानमंत्री पी वी नरसिंह राव और तेदेपा संस्थापक एन टी रामा राव की समाधियों के बारे में टिप्पणी करने के लिए मामला दर्ज किया गया। ओवैसी की टिप्पणी का जवाब देने के लिए कुमार पर मामला दर्ज किया गया। पुलिस ने बताया कि इन दोनों पर भारतीय दंड संहिता की धारा 505 के तहत मामला दर्ज किया गया। ओवैसी ने 25 नवंबर को कहा था कि अगर जलाशयों के पास रहने वाले गरीब लोगों को हटाया जा सकता है तो क्या हुसैन सागर झील के किनारे स्थित पी वी नरसिंह राव और एन टी रामा राव की समाधियों को भी हटाया जाएगा। उनके इस बयान को सत्तारूढ़ दल तेलंगाना राष्ट्र समिति और भाजपा ने ‘अनुचित’ बताया था और माफी की मांग की थी। ओवैसी ने यहां बुधवार को एक जनसभा में कहा था कि जब हुसैन शाह वली द्वारा झील का निर्माण कराया गया था, तब इसका किनारा 4,700 एकड़ में फैला था लेकिन अब यह सिमट कर 700 एकड़ से भी कम रह गया है। उन्होंने कहा था कि झील के किनारे सड़क, दुकानें, लुंबिनी पार्क और दो नेताओं की समाधियां बन गई हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और सांसद बंदी संजय कुमार ने अकबरुद्दीन ओवैसी का नाम लिए बिना कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अगर ओवैसी में दम है तो वह समाधियों को तोड़कर दिखाएं। |
hindi_2022_10946 | पीएम मोदी कल नौ करोड़ किसानों के लिए पीएम-किसान निधि की अगली किस्त जारी करेंगे | प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की अगली किस्त जारी करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि एक बटन दबाकर मोदी नौ करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित करेंगे। | नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कल प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभ की अगली किस्त जारी करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया कि एक बटन दबाकर मोदी नौ करोड़ से अधिक किसान लाभार्थियों के खातों में 18,000 करोड़ रुपये हस्तांतरित करेंगे। बयान में कहा गया कि इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री छह राज्यों के किसानों के साथ संवाद भी करेंगे। इसके मुताबिक, ‘‘पीएम-किसान और केंद्र सरकार की अन्य कृषि कल्याण की योजनाओं को लेकर किसान अपने अनुभव प्रधानमंत्री से साझा करेंगे।’’ इस योजना के तहत हर साल तीन किस्तों में किसानों के खातों में 6000 रुपये भेजे जाते हैं। 2,000 रुपये की राशि तीन किस्तों में भेजी जाती है। यह कार्यक्रम ऐसे समय हो रहा है जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान तीन कृषि कानूनों को रद्द किए जाने की मांग को लेकर पिछले कुछ हफ्तों से प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार का दावा है कि ये तीनों कानून किसानों के हित में हैं।केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बुधवार को बताया कि 'पीएम मोदी 25 दिसंबर को सीधे किसानों के खाते में एक बटन दबाकर 9 करोड़ किसानों को 18 हजार करोड़ रुपए ट्रांसफर करेंगे। किसान आंदोलन को लेकर मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि हमारी किसान यूनियन चर्चा करेंगी। सरकार के प्रस्ताव पर क्या जोड़ना घटाना चाहते हैं। जल्द ही वह विचार करके सरकार से निर्धारित तिथि को वार्ता करेंगे। उन्होंने कहा कि मेरा निवेदन है कि किसान यूनियन कानून के प्रावधान और नियमों को समझें। हम खुले मन से चर्चा के लिए तैयार हैं, सरकार सबके संपर्क में है।' बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर किसान सम्मान निधि योजना की अगली किस्त सीधे किसानों के खाते में आ जाएगी। मोदी सरकार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि स्कीम के तहत देशभर के करोड़ो किसानों को सालाना 6,000 रुपये देती है।ऐसे चेक करें अपना रेकॉर्डसबसे पहले आपको पीएम किसान सम्मान निधि की आधिकारिक वेबसाइट https://pmkisan.gov.in/ पर विजिट करना होगा। यहां आपको राइट साइड पर Farmers Corner का ऑप्शन दिखेगा। इसके बाद Beneficiary Status में क्लिक करने पर एक नया पेज खुलेगा। इस नए पेज में आधार नंबर, बैंक अकाउंट नंबर, मोबाइल नंबर में से किसी एक ऑप्शन को सेलेक्ट करना होगा। आप कोई ऑप्शन सेलेक्ट कर लीजिए और इसके बाद Get Data पर क्लिक करना है। इसके बाद आपको ट्रांजैक्शन की पूरी जानकारी मिल जाएगी। यानी कौन सी किस्त आपके अकाउंट में कब आई और किस बैंक में क्रेडिट हुई है।ऐसे चेक करें अपना स्टेटसअगर आपका नाम इस लिस्ट में है तो आपको चिंता करने की बात नहीं है। सरकार द्वारा पैसे ट्रांसफर किए जाने के बाद आप 'Beneficiary Status' में जाकर आगे ट्रैक कर सकते हैं। आप इस ऑप्शन के तहत Aadhaar No, Account No और मोबाइल नंबर में से किसी एक नंबर के जरिए यह ट्रैक कर सकते हैं कि सरकार द्वारा भेजी गई किस्त की स्थिति क्या है। स्टेटस में अगर FTO is Generated and Payment confirmation is pending यह लिखा आता है तो आपको निश्चिंत हो जाने की जरूरत है। इसका मतलब होता कि सरकार ने आपके द्वारा दिए गए विवरण की पुष्टि कर ली है और जल्द ही आपके बैंक अकाउंट में रकम आ जाएगी। |
hindi_2022_10947 | महंत नरेंद्र गिरि की मौत: सीएम योगी श्रद्धांजलि देने पहुंचेंगे प्रयागराज | मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ पहुंच रहे हैं जहां वे महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देंगे। सीएम योगी के अलावा कई मंत्री भी प्रयागराज पहुंच रहे हैं। | प्रयागराज: अखाड़ा परिषद् के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि के पार्थिव शरीर को जनता के आखिरी दर्शन के लिए बाघंबरी मठ में रखा जाएगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी आज प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ पहुंच रहे हैं जहां वे महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि देंगे। सीएम योगी के अलावा कई मंत्री भी प्रयागराज पहुंच रहे हैं।पंच परमेश्वरों की बैठक अखाड़ा परिषद् की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में यह बताया गया है कि अखाड़ा परिषद के पंच परमेश्वरों की आज सुबह बैठक होगी और बैठक के बाद महंत नरेंद्र गिरि का पार्थिव शरीर जनता के दर्शनों के लिए रखा जाएगा। विज्ञप्ति के मुताबिक सुबह 11:30 बजे श्री मठ बाघम्बरी गद्दी में लोगों के अंतिम दर्शनों के लिए महंत नरेंद्र गिरि का पार्थिव शरीर रखा जाएगा। पुलिस के मुताबिक पहले पोस्टमॉर्टम होगा उसके बाद शव को मठ के संतों को सौंपा जाएगाबाघंबरी मठ पहुंचेंगे सीएम योगीइस बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज सुबह 8.30 बजे प्रयागराज पहुंचेंगे। वे बाघंबरी मठ में महंत नरेंद्र गिरि को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। आपको बता दें कि महंत नरेंद्र गिरि कल शाम संदिग्ध अवस्था में अपने कमरे में मृत पाए गए थे। उनका शव फंदे से लटका हुआ मिला था और शव के पास से पुलिस ने सुसाइड नोट भी बरामद किया था। नरेंद्र गिरी के तीन शिष्यों से पूछताछ इस बीच महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरी को हरिद्वार से पुलिस ने हिरासत में लिया है और प्रयागराज लेटे हनुमान मंदिर के पुजारी और उनके बेटे को भी पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। जानकारी के मुताबिक इन तीनों का सुसाइड नोट में नाम था।पीएम मोदी ने जताया शोक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महंत के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, ‘‘अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री नरेंद्र गिरि जी का देहावसान अत्यंत दुखद है। आध्यात्मिक परंपराओं के प्रति समर्पित रहते हुए उन्होंने संत समाज की अनेक धाराओं को एक साथ जोड़ने में बड़ी भूमिका निभाई। प्रभु उन्हें अपने श्री चरणों में स्थान दें। ॐ शांति!!’’ |
hindi_2022_10948 | 72 घंटे में 12 आतंकियों का सफाया, 24 घंटे में सेना के जवान की हत्या का बदला | जिन आतंकवादियों ने शनिवार को भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी के जवान की हत्या की थी उनका भी खात्मा कर दिया गया है। सुरक्षाबलों ने 24 घंटे के अंदर सेना की जवान की हत्या का बदला ले लिया है | श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान तेजी से चल रहा है और 72 घंटे के अंदर सुरक्षाबलों ने घाटी के 12 आतंकवादियों का सफाया कर दिया है। इतना ही नहीं, जिन आतंकवादियों ने शनिवार को भारतीय सेना की टेरिटोरियल आर्मी के जवान की हत्या की थी उनका भी खात्मा कर दिया गया है। सुरक्षाबलों ने 24 घंटे के अंदर सेना की जवान की हत्या का बदला ले लिया है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह ने यह तमाम जानकारी दी है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह के अनुसार आतंकवादियों के विरुद्ध सुरक्षाबलों ने बिजबेहारा में जो ऑपरेशन चलाया हुआ था वह समाप्त हो चुका है, उन्होंने बताया कि 72 घंटे में अलग अलग जगहों पर आतंकवादियों के खिलाफ किए गए ऑपरेशन में 12 आतंकवादियों का खात्मा हुआ है, 7 आतंकवादी त्राल और सोपियां मारे गए हैं, आतंकी संगठन अल बद्र के 3 आतंकवादी हरीपोरा में मारे गए हैं और अब बिजबेहारा में लश्कर के 2 आतंकवादियों का खात्मा किया गया है। एक पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में बिजबेहरा इलाके के सेमथान में मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए।’’ उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद वहां घेराबंदी की और तलाश अभियान चलाया जिसके बाद शनिवार को मुठभेड़ शुरू हो गई। मुठभेड़ देर रात तक चलती रही और सुरक्षाबलों ने आतंकवादियों को फरार होने से रोकने के लिए इलाके में कड़ी घेराबंदी की। अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ रविवार सुबह फिर शुरू हो गई और इसमें दो आतंकवादी मारे गए। तलाश अभियान अभी चल रहा है। पुलिस ने बताया कि मारे गए आतंकवादी शुक्रवार को बिजबेहरा इलाके के गोरीवन में हवलदार मोहम्मद सलीम अखून की उनके घर के बाहर हत्या करने की घटना में शामिल थे। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा, ‘‘बिजबेहरा मुठभेड़ में सेना के जवान की हत्या के लिए जिम्मेदार आतंकवादी दो दिन के भीतर मारे गए।’’ |
hindi_2022_10949 | कर्नाटक: मस्जिदों से तेज आवाज में अजान के खिलाफ हिंदू संगठनों का फूटा गुस्सा, मंदिरों से कहा- आप लोग सुबह उठकर करें ये काम | कर्नाटक के हासन में लाउडस्पीकर विवाद को उस वक्त और हवा मिल गई, जब अरसीकेरे में मौजूद कालिकंबा मंदिर के महंत ऋषि कुमार स्वामी ने सुबह साढ़े 5 बजे लाउड स्पीकर पर राम जप किया और मंत्रोचारण किया। | हासन: कर्नाटक के हासन में भी अब लाउड स्पीकर का मुद्दा तेजी से उठने लगा है। कुछ हिंदू संगठनों ने मस्जिदों में अजान के लिए बजने वाले लाउड स्पीकर के खिलाफ एक नया अभियान छेड़ दिया है। इस अभियान के तहत हिंदू संगठनों ने कर्नाटक में हिंदू मंदिरों के प्रबंधन से अपील की है कि वे भी हर रोज सुबह साढ़े 5 बजे लाउड स्पीकर के जरिये मंत्रोचारण करें।इससे पहले महाराष्ट्र के मुंबई में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख और महाराष्ट्र के तेजतर्रार नेता राज ठाकरे ने चेतावनी दी थी कि मस्जिदों से लाउड स्पीकर बंद कराए जाएं, नहीं तो हम मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा बजाएंगे। मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में राज ने कहा था कि मैं नमाज के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन सरकार को मस्जिद के लाउड स्पीकर हटाने पर फैसला लेना चाहिए।वहीं कर्नाटक के हासन में लाउडस्पीकर विवाद को उस वक्त और हवा मिल गई, जब अरसीकेरे में मौजूद कालिकंबा मंदिर के महंत ऋषि कुमार स्वामी ने सुबह साढ़े 5 बजे लाउड स्पीकर पर राम जप किया और मंत्रोचारण किया। ऋषि कुमार ने कहा कि अगर मस्जिदों में लगे लाउड स्पीकर को बंद करने के लिए ठोस कदम नहीं उठाए गए तो कर्नाटक में हिंदुओं की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। गौरतलब है कि कर्नाटक में पहले ही हिजाब, हलाल मीट और मुस्लिम दुकानदारों के बहिष्कार को लेकर विवाद चल रहा है। ऐसे में लाउड स्पीकर का एक नया मुद्दा जुड़ना सरकार और प्रशासन की परेशानियों को बढ़ा सकता है। लाउड स्पीकर मामले में श्री राम सेना जैसे कई हिंदू संगठनों ने मस्जिद में अजान के खिलाफ राज्यभर में आंदोलन की शुरुआत कर दी है।इस मामले में कालिकंबा मंदिर के महंत ऋषि कुमार स्वामी ने कहा, 'मैं भक्तों से सिर्फ यही कहना चाहता हूं कि समय रहते चेत जाएं, नहीं तो बहुत देर हो जाएगी। अगर मस्जिद और मदरसों में लगे लाउडस्पीकर को बंद करवाना है तो आप लोग भी उसी समय लाउड स्पीकर पर राम जाप और मंत्रोचरण करिए।उन्होंने कहा, 'कश्मीर में क्या हुआ आपको पता है, माइक पर ऐलान करते हैं कि काफिर को मारो। ऐसी घटनाएं कर्नाटक में भी हो सकती हैं। वो दिन ज्यादा दूर नहीं है। इसलिए हमारे इस अभियान का मकसद सिर्फ इतना ही है कि सरकार सतर्क हो जाए और इन लाउड स्पीकर को बंद किया जाए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो इन मस्जिद में लगे लाउड स्पीकर से लोगों को मारने की बातें कहीं जाएंगी।' |
hindi_2022_10950 | Indian Railways: आईआरसीटीसी से अलग रेलवे 100 से अधिक फूड प्लाजा खोलेगा | रेलवे बोर्ड द्वारा जारी एक आदेश के मुताबिक रेलवे राजस्व बढ़ाने के लिए अब अपनी खानपान इकाई इंडियन रेलवे टूरिज्म एंड कैटरिंग कॉरपोरेशन (IRCTC) से अलग अपने फूड प्लाजा, फास्ट फूड आउटलेट और रेस्टोरेंट खोलेगा। | नयी दिल्ली: भारतीय रेलवे राजस्व बढ़ाने के लिए अब एक और नया कदम उठाने जा रही है। रेलवे बोर्ड द्वारा जारी एक आदेश के मुताबिक रेलवे राजस्व बढ़ाने के लिए अब अपनी खानपान इकाई इंडियन रेलवे टूरिज्म एंड कैटरिंग कॉरपोरेशन (IRCTC) से अलग अपने फूड प्लाजा, फास्ट फूड आउटलेट और रेस्टोरेंट खोलेगा। बता दें कि, IRCTC रेलगाड़ियों और स्टेशनों पर खानपान की सुविधा देने के लिए जिम्मेदार है। हालांकि, आईआरसीटीसी इन इकाइयों की स्थापना में विफल रही है, जिसके चलते भारतीये रेलवे को राजस्व का भारी नुकसान हुआ और अब यह जिम्मेदारी जोनल रेलवे को सौंपने का फैसला किया गया है। इस संबंध में आठ मार्च को जारी आदेश के मुताबिक 17 जोनल रेलवे को ऐसी इकाइयों के लिए स्टेशनों पर खाली जगह का इस्तेमाल करने की इजाजत दी गई है। आदेश में कहा गया है कि इस तथ्य के मद्देनजर कि आईआरसीटीसी को आवंटित किए गए कई स्थान खाली रह गए हैं, जिससे यात्रियों को समुचित सेवाएं नहीं मिल पा रही हैं और रेलवे को राजस्व का नुकसान हो रहा है, इसलिए जोनल रेलवे द्वारा रेलवे स्टेशनों पर उपलब्ध खाली स्थान पर फूड प्लाजा/फास्ट फूड इकाई/रेस्टोरेंट खोलने के लिए अनुमति मांगी गई है। जानकारों का कहना है कि 2017 की खानपान नीति के तहत तय ज्यादा लाइसेंस फीस, रेलवे की संपत्ति की ऊंची दर और गलत स्थानों का चयन फूड कोर्ट की स्थापना में आईआरसीटीसी के लिए बाधा थे। हालांकि इन दिनों इस नीति पर पुनर्विचार चल रहा है।सूत्र बताते हैं कि जोनल रेलवे द्वारा ऐसे 100-150 आउटलेट स्थापित करने की योजना है। जानकार अधिकारियों के मुताबिक आईआरसीटीसी अधिक लाइसेंस शुल्क, रेल भूमि की अत्यधिक दर और ऐसी इकाइयों की स्थापना के लिए गलत स्थान के विकल्प के चलते इन फूड कोर्ट की स्थापना नहीं कर सकी। आदेश के मुताबिक, आईआरसीटीसी से ये स्थान वापस लेने के लिए भी समन्वय बनाकर निर्धारित प्रक्रिया का पालन होगा। नियमों और शर्तों के मुताबिक ठेका या अनुबंध, यदि कोई हो, पर भी विचार होगा। |
hindi_2022_10951 | क्या RBI बंद करने जा रहा है 5, 10 और 100 रुपये के पुराने नोट? PIB FactCheck ने कहा-फर्जी है खबर! | खबरों में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक यानि आरबीआई 5, 10 और 100 रुपए के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने जा रहा है। | नोट बंदी का दिन यानि कि 8 नवंबर की तारीख के बारे में सोचकर आज भी लोगों के पसीने छूट जाते हैं। इसी दिन प्रधानमंत्री ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर करने की घोषणा कर सभी कां सांसत में डाल दिया था। इस घोषणा के बाद एटीएम के सामने लंबी कतारों में लगे लोगों के बारे में सोचकर आज भी हमारी रुह कांप जाती है। इसी बीच पिछले कुछ दिनों से मीडिया और सोशल मीडिया में एक और नोटबंदी की खबरें चल रही हैं। खबरों में दावा किया जा रहा है कि भारतीय रिजर्व बैंक यानि आरबीआई 5, 10 और 100 रुपए के पुराने नोटों को चलन से बाहर करने जा रहा है। इन खबरों में आरबीआई के असिस्टेंट मैनेजर बी महेश के हवाले से कहा जा रहा है कि मार्च.अप्रैल के बाद से ये सभी पुराने नोट चलन से बाहर हो जाएंगे। दावा किया जा रहा है कि आरबीआई पुराने नोट बंद करने से पहले लोगो को मौका देगी कि उन्हें बैंक में जमा कर लें। पैसा आपके अकाउंट में जमा कर दिया जाएगा। इस तरह पुराने नोट आसानी से नये नोटों में बदल जायेंगे। प्रिंट मीडिया और वेबसाइट तथा सोशल मीडिया कई बार तथ्यों से दूर खबरें प्रकाशित होती रहती हैं, जिन पर लोग विश्वास भी कर लेते हैं। इस प्रकार की खबरों की जांच पड़ताल के लिए केंद्र सरकार के पत्र सूचना कार्यालय यानि पीआईबी ने खासतौर पर फैक्ट चैक का गठन किया है। यहां सोशल मीडिया एवं अन्य अखबारों पर चल रही खबरों की पड़ता की जाती है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही आरबीआई और करेंसी नोट से जुड़ी खबरों को लेकर पीआईबी की फैक्ट चैक टीम ने पड़ताल की है। इस पड़ताल में सामने आया है कि आरबीआई ने इस प्रकार का कोई भी निर्णय नहीं लिया है। इस प्रकार से 5, 10 और 100 रुपये के करेंसी नोट प्रचलन से बाहर नहीं किए जा रहे हैं। पीआइबी ने अपने फैक्ट चैक में पाया कि यह खबर पूरी तरह से फर्जी है और आम लोगों को इस पर यकीन नहीं करना चाहिए। PIBFactCheck ने ट्विट कर कहा, "एक खबर में दावा किया जा रहा है कि आरबीआई द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार मार्च 2021 के बाद 5, 10 और 100 रुपए के पुराने नोट नहीं चलेंगे। PIBFactCheck: यह दावा फ़र्ज़ी है। RBI ने ऐसी कोई घोषणा नहीं की है।"अगर आपको भी कोई ऐसा मैसेज मिलता है तो फिर उसको पीआईबी के पास फैक्ट चेक के लिए https://factcheck.pib.gov.in/ अथवा वॉट्सऐप नंबर +918799711259 या ईमेलः pibfactcheck@gmail.com पर भेज सकते हैं। यह जानकारी पीआईबी की वेबसाइट https://pib.gov.in पर भी उपलब्ध है। |
hindi_2022_10952 | IMD Alert: वीकेंड में लौट सकती है ठंड, पहाड़ों में बर्फबारी के साथ मैदानी इलाकों में बारिश का अनुमान | IMD Alert: उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में इस हफ्ते के अंत तक ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का अनुमान लगाया जा रहा है जबकि मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है जिस वजह से उत्तर भारत में एक बार फिर से तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है और ठंड की वापसी हो सकती है। | नई दिल्ली. उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में इस हफ्ते के अंत तक ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का अनुमान लगाया जा रहा है जबकि मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है जिस वजह से उत्तर भारत में एक बार फिर से तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है और ठंड की वापसी हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक वीकेंड के दौरान दिल्ली सहित पंजाब और हरियाणा में भी हल्की बरसात होने की संभावना है।पढ़ें- सोने की स्मगलिंग के लिए कैसे-कैसे हथकंडे अपनाते हैं लोग, ये 5 वीडियो देख दांतों तले दबा लेंगे उंगलीपढ़ें- पाकिस्तान फिर शर्मसार, मौलाना ने की 14 साल की बच्ची से शादी, संसद का है सदस्यनई दिल्ली. उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों में इस हफ्ते के अंत तक ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी का अनुमान लगाया जा रहा है जबकि मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है जिस वजह से उत्तर भारत में एक बार फिर से तापमान में गिरावट देखने को मिल सकती है और ठंड की वापसी हो सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक वीकेंड के दौरान दिल्ली सहित पंजाब और हरियाणा में भी हल्की बरसात होने की संभावना है।पढ़ें- सोने की स्मगलिंग के लिए कैसे-कैसे हथकंडे अपनाते हैं लोग, ये 5 वीडियो देख दांतों तले दबा लेंगे उंगलीमौसम विभाग के अनुसार, 25 फरवरी गुरुवार को जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगिट बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में ऊपरी क्षेत्रों में तेज बरसात या बर्फबारी हो सकती है। इस दौरान हिमाचल प्रदेश में भी कुछ जगहों पर बिजली कड़कने के साथ ओलावृष्टि होने की संभावना है। 26 फरवरी को हिमाचल में ऊपरी क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना है, साथ में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख गिलगिट बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में भी मौसम इसी तरह का रहने के आसार हैं। 27 फरवरी शनिवार को भी इन क्षेत्रों में मौसम 25 और 26 फरवरी जैसा ही रहने का अनुमान है।पढ़ें- गणतंत्र दिवस हिंसा: दिल्ली पुलिस ने जम्मू से दो आरोपियों को गिरफ्तार कियापढ़ें- कोलंबो पहुंचने से पहले ही इमरान को झटका, भारत की वजह से श्रीलंका ने उठाया ये कदममौसम विभाग के मुताबिक 2021 में अबतक देशभर में औसत के मुकाबले 28 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है। इस साल पहली जनवरी से लेकर 22 फरवरी तक देशभर में औसतन 25.4 मिलीमीटर बरसात हुई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देश में 35.3 मिलीमीटर बारिश हो जाती है। दक्षिण भारत के राज्यों को छोड़ देश के ज्यादातर राज्यों में इस दौरान औसत के मुकाबले कम बरसात देखने को मिली है। पढ़ें- भारत ने दिखाया बड़ा दिल, इमरान को दी इस बात की अनुमतिपढ़ें- Kisan Andolan: राजस्थान में राकेश टिकैत ने केंद्र सरकार पर जमकर बोला हमला, कहा- लंबी चलेगी लड़ाईImage Source : IMDIMD Alert: वीकेंड में लौट सकती है ठंड, पहाड़ों में बर्फबारी के साथ मैदानी इलाकों में ब |
hindi_2022_10953 | असम में पीएम मोदी ने बताया चुनाव की घोषणा से पहले करना चाहते हैं क्या काम | पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने असम के नॉर्थ बैंक के प्रति ‘सौतेली मां’ की तरह व्यवहार किया और संपर्क सुविधाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं उद्योग को नजरअंदाज किया। | गुवाहाटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की 3,222 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। यहां पीएम मोदी ने 44.98 करोड़ रुपये के धेमाजी इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया और 54.71 करोड़ रुपये के सुआलकुची इंजीनियरिंग कॉलेज की नींव रखी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने असम के नॉर्थ बैंक के प्रति ‘सौतेली मां’ की तरह व्यवहार किया और संपर्क सुविधाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं उद्योग को नजरअंदाज किया।पढ़ें- अयोध्या में बन रहे हवाईअड्डे का नाम होगा मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट, बजट में योगी सरकार ने दी बड़ी धनराशिप्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली अब दिसपुर से बहुत दूर नहीं है, दिल्ली आपके दरवाजे पर खड़ी है। उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि अब आप चुनाव का इंतजार करते होंगे, मुझे याद है कि पिछली बार जब चुनाव घोषित हुआ था वो शायद चौथी मार्च को हुआ था, इस बार भी संभावना है कि मार्च के प्रथम सप्ताह में कभी भी चुनाव की घोषणा हो जाएगी, चुनाव आयोग का वह काम है वो करेंगे, लेकिन मेरी कोशिश रहेगी कि चुनाव घोषणा से पहले जितनी बार असम, केरल, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी और तमिलनाडु पहुंचने का प्रयास करूंगा।"पढ़ें- PM बोले- तेजस को फाइलों में बंद करने की नौबत आ गई थी, हमने 100 महत्वपूर्ण डिफेंस आइटम्स के निर्माण की लिस्ट बनाईमछली पालन पर कही ये बातउन्होंने कहा कि हमारी सरकार मछली पालन से जुड़ा मंत्रालय काफी पहले ही बना चुकी है, मछली पालन को बढ़ावा देने के लिए जितना आजादी के बाद से खर्च नहीं हुआ उससे ज्यादा अब हमारी सरकार खर्च कर रही है। मछली व्यवसाय से जुड़े किसानों के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की बहुत बड़ी योजना भी बनाई गई है जिसका लाभ असम के मेरे मतस्य उद्योग से जुड़े भाइयों को भी मिलेगा। गुवाहाटी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज असम में पेट्रोलियम एवं गैस मंत्रालय की 3,222 करोड़ रुपये की तीन परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं। यहां पीएम मोदी ने 44.98 करोड़ रुपये के धेमाजी इंजीनियरिंग कॉलेज का उद्घाटन किया और 54.71 करोड़ रुपये के सुआलकुची इंजीनियरिंग कॉलेज की नींव रखी। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां एक जनसभा को भी संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों ने असम के नॉर्थ बैंक के प्रति ‘सौतेली मां’ की तरह व्यवहार किया और संपर्क सुविधाओं, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं उद्योग को नजरअंदाज किया।पढ़ें- अयोध्या में बन रहे हवाईअड्डे का नाम होगा मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एयरपोर्ट, बजट में योगी सरकार ने दी बड़ी धनराशिप्रधानमंत्री ने कहा कि दिल्ली अब दिसपुर से बहुत दूर नहीं है, दिल्ली आपके दरवाजे पर खड़ी है। उन्होंने कहा, "मैं जानता हूं कि अब आप चुनाव का इंतजार करते होंगे, मुझे याद है कि पिछली बार जब चुनाव घोषित हुआ था वो शायद चौथी मार्च को हुआ था, इस बार भी संभावना है कि मार्च के प्रथम सप्ताह में कभी भी चुनाव की घोषणा हो जाएगी, चुनाव आयोग का वह काम है वो करेंगे, लेकिन मेरी कोशिश रहेगी कि चुनाव घोषणा से पहले जितनी बार असम, केरल, पश्चिम बंगाल, पुडुचेरी और तमिलनाडु पहुंचने का प्रयास करूंगा।"पढ़ें- PM बोले- तेजस को फाइलों में बंद करने की नौबत आ गई थी, हमने 100 महत्वपूर्ण डिफेंस आइटम्स के निर्माण की लिस्ट बनाईमछली पालन पर कही ये बातपढ़ें- गुड न्यूज! आज से पटरियों पर दौड़ेंगी 30 से ज्यादा अनारक्षित ट्रेनें, जानिए रूट, टाइम सहित पूरी जानकारीपीएम ने कहा कि सरकार का प्रयास है कि असम का किसान और देश का किसान जो पैदा करता है वह अंतरराष्ट्रीय बाजार तक पहुंचे इसलिए कृषि से जुड़े कानूनों में भी सुधार किया गया है। उन्होंने कहा कि डबल इंजन को और मजबूत करने का मौका आपके पास आ रहा है, आपके सहयोग और आशीर्वाद से असम के विकास में और तेज गति आएगी ऐसा आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं। असम विकास की नई ऊंचाई पर पहुंचेगा। पढ़ें- Petrol Diesel Price: शिवसेना ने भाजपा से पूछा- क्या यही हैं अच्छे दिन? |
hindi_2022_10954 | कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा की नातिन डॉ सौंदर्या ने आत्महत्या की | पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की सुबह करीब 8 बजे नीरज ड्यूटी पर निकल गए थे और आशंका जताई जा रही है कि 2 घंटे बाद सौंदर्या ने आत्महत्या कर ली। | बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बी. एस. येदियुरप्पा की नातिन डॉक्टर सौंदर्या वी वाई ने शुक्रवार सुबह वसंत नगर में अपने फ्लैट में पंखे से फंदा लगाकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, एक निजी अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर सौंदर्या (30) ने यह कदम क्यों उठाया, इसका अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता येदियुरप्पा की दूसरी बेटी पद्मावती की पुत्री सौंदर्या की शादी उसी अस्पताल में काम करने वाले डॉक्टर नीरज एस से 2018 में हुई थी।पुलिस ने बताया कि शुक्रवार की सुबह करीब 8 बजे नीरज ड्यूटी पर निकल गए थे और आशंका जताई जा रही है कि 2 घंटे बाद सौंदर्या ने आत्महत्या कर ली। घटना का पता तब चला जब घरेलू सहायिका ने कमरे का दरवाजा बार बार खटखटाया, लेकिन कोई आवाज नहीं आई। घरेलू सहायिका ने डॉ नीरज को सूचित किया। नीरज ने भी सौंदर्या को फोन किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद जब दरवाजे को तोड़ा गया तो सौंदर्या फंदे से लटकी मिलीं। बाद में शव को बोरिंग अस्पताल ले जाया गया, जहां पोस्टमार्टम किया गया।सौंदर्या येदियुरप्पा की बड़ी बेटी पद्मा की बेटी थीं। वह माउंट कार्मेल कॉलेज के पास एक अपार्टमेंट में अपने पति और लगभग 6 महीने के बच्चे के साथ रह रही थीं। भारतीय जनता पार्टी के सूत्रों ने बताया कि घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कुछ मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ पदाधिकारी शोक संतप्त परिवार के सदस्यों को सांत्वना देने येदियुरप्पा के घर पहुंचे। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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hindi_2022_10955 | Kisan Andolan: किसानों और सरकार के बीच बैठक खत्म, कानून वापसी पर नहीं बनी सहमति | कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़ें किसान संगठनों और सरकार के बीच आज आठवें दौर की बातचीत हुई। | नई दिल्ली: कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़ें किसान संगठनों और सरकार के बीच आज आठवें दौर की बातचीत हुई। बैठक में सरकार और किसानों के बीच कानून वापसी को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत का ये आठवां दौर दोपहर 2.45 बजे से विज्ञान भवन में शुरू हुआ था। इससे पहले सात दौर की बातचीत में भी कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका था। फिर भी दोनों पक्षों को उम्मीद थी कि बातचीत से कोई समाधान निकल आएगा। लेकिन इस बार भी कोई समाधान नहीं निकला। इस मामले में सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि किसान इस बात पर अड़े हैं कि बात तभी बनेगी जब कृषि कानून वापस लिए जाएंगे, वहीं केंद्र सरकार भी अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है। इससे पहले 4 जनवरी को सातवें दौरा की और 30 दिसंबर को छठे दौर की बातचीत हुई थी।किसानों ने कल निकाली थी ट्रैक्टर रैलीइससे पहले कल संयुक्त किसान मोर्चा के तत्वाधान में गाजीपुर बॉर्डर से हरियाणा के पलवल तक किसानों की ओर से ट्रैक्टर रैली निकाली गयी। भारतीय किसान यूनियन (अराजनैतिक) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के नेतृत्व में यह रैली निकाली गयी। टिकैत दोपहर 12 बजे के करीब खुद नीले रंग के ट्रैक्टर पर सवार होकर ट्रैक्टर रैली में शामिल हुए। यह ट्रैक्टर रैली इस्टर्न पेरीफेरल रोड पर गाजियाबाद के दुहाई, डासना, व गौतमबुद्ध नगर के बील अकबरपुर, सिरसा होते हुए पलवल तक निकाली गई। नई दिल्ली: कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अड़ें किसान संगठनों और सरकार के बीच आज आठवें दौर की बातचीत हुई। बैठक में सरकार और किसानों के बीच कानून वापसी को लेकर सहमति नहीं बन पाई है। किसान संगठनों और सरकार के बीच बातचीत का ये आठवां दौर दोपहर 2.45 बजे से विज्ञान भवन में शुरू हुआ था। इससे पहले सात दौर की बातचीत में भी कोई ठोस नतीजा नहीं निकल सका था। फिर भी दोनों पक्षों को उम्मीद थी कि बातचीत से कोई समाधान निकल आएगा। लेकिन इस बार भी कोई समाधान नहीं निकला। इस मामले में सबसे बड़ी मुश्किल ये है कि किसान इस बात पर अड़े हैं कि बात तभी बनेगी जब कृषि कानून वापस लिए जाएंगे, वहीं केंद्र सरकार भी अपने कदम पीछे खींचने को तैयार नहीं है। इससे पहले 4 जनवरी को सातवें दौरा की और 30 दिसंबर को छठे दौर की बातचीत हुई थी।किसानों ने कल निकाली थी ट्रैक्टर रैलीपढ़ें- भारतीय रेलवे ने किया नई स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, यहां है पूरी जानकारीकई जनपद के सैकड़ों किसान शामिल हुएगौरतलब है कि इस रैली में शामिल होने के लिए गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा, आगरा, मुजफ्फरनगर, बागपत समेत कई जनपदों के सैकड़ों किसान अपने ट्रैक्टर लेकर पहुंचे। किसानों ने हरियाणा के जींद, सोनीपत एवं फरीदाबाद समेत अन्य स्थानों पर भी केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ ट्रैक्टर रैली निकाली । जींद में किसानों ने तीन कृषि कानूनों के विरोध में किसानों ने ट्रैक्टर मार्च किया तो उचाना में किसानों ने राष्ट्रीय, राज्य एवं लिंक मार्गों पर ट्रैक्टर मार्च निकाला। पढ़ें- गरीब ब्राह्मणों की शादी के लिए 3 लाख से 50 हजार तक की मदद, जानिए क्या है शर्तें हक की लड़ाई के लिए बॉर्डर पर डटे रहेंगे-किसानकिसानों ने कहा कि सरकार की मंशा थी कि लंबा आंदोलन चलेगा तो यह कामयाब नहीं होगा लेकिन किसान मन बने चुके हैं कि चाहे आंदोलन एक साल तक चले वे अपने हक की लड़ाई के लिए दिल्ली बॉर्डर पर डटे रहेंगे। दूसरी ओर कुंडली सीमा पर डटे किसानों ने भी जीटी रोड एवं अन्य मार्गों पर पर बड़ी संख्या में ट्रैक्टर रैली निकाल कर सरकार को अपना दम दिखाया। फरीदाबाद में भी किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकाली और पलवल की ओर कूच किया ।इनपुट-भाषा |
hindi_2022_10956 | हुनरमंद हरमनजोत: आठवीं के स्टूडेंट ने बनाई स्कूटर जैसी दिखनेवाली साइकिल | लुधियाना: लखोवाल गांव के रहनेवाले आठवीं क्लास के छात्र हरमनजोत ने स्कूटर जैसी दिखनेवाली साइकिल बनाकर अपने गांव और आसपास के लोगों को हैरत में डाल रखा है। | लुधियाना: लखोवाल गांव के रहनेवाले आठवीं क्लास के छात्र हरमनजोत ने स्कूटर जैसी दिखनेवाली साइकिल बनाकर अपने गांव और आसपास के इलाकों में सुर्खियां बटोर रहा है। लोग हरमनजोत की इस प्रतिभा की तारीफ करते थक नहीं रहे हैं। दरअसल हरमनजोत ने अपने पिता से नई साइकिल खरीदने के लिए कहा था। लेकिन कोरोना वायरस लॉकडाउन की वजह से उसके पिता नई साइकिल नहीं खरीद सके।इसके बाद हरमनजोत ने ऐसी साइकिल बना डाली जिसे देखकर लोग हैरत में हैं।यह साइकिल आगे से देखने पर बिल्कुल स्कूटर जैसी दिखती है। लेकिन इसमें पैडल लगा हुआ है और आम साइकिल की तरह पैडल मारने पर ही यह रफ्तार पकड़ती है। हरमनजोत ने यह साइकिल अपने पिता की मदद से तैयार की है। |
hindi_2022_10957 | UP में 15 अक्टूबर से खुलेंगे सिनेमा हॉल, थिएटर और मल्टीप्लेक्स, गाइडलाइंस जारी | कोरोना काल में जहां लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ा है वहीं, सिनेमाघरों और थिएटर्स पर भी ताले लग गए। लेकिन आज कई महीनों बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सिनेमाघरों के सतालन के लिए गाइडलाइन जारी की हैं जिसको सभी को मानना जरूरी हैं। | लखनऊ: कोरोना काल में जहां लोगों के जीवन पर प्रभाव पड़ा है वहीं, सिनेमाघरों और थिएटर्स पर भी ताले लग गए। लेकिन आज कई महीनों बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने सिनेमाघरों के सतालन के लिए गाइडलाइन जारी की हैं जिसको सभी को मानना जरूरी हैं। यूपी सरकार ने केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार एडवाइजरी जारी की है। इसके अनुसार प्रदेश में सिनेमाघरों और मल्टीप्लेक्स को 15 अक्टूबर से खोलने की अनुमति दी गई है।केवल कंटेनमेंट जोन से बाहर के ही थिएटर खुलेंगे और एक बार में हॉल में केवल 50% दर्शक ही बैठ कर मूवी देख सकते हैं। सोशल डिस्टेंसिंग और गृह मंत्रालय की एडवाइजरी का पूरी तरह पालन करने पर ही सिनेमा हॉल खुले रखने की अनुमति दी जाएगी। थिएटर खोलने से पहले उनको सावधानीपूर्वक पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है। सिनेमा, थियेटर, मल्टीप्लेक्स प्रबंधन से जुड़े व्यक्तियों के लिए प्रोटोकॉल- |
hindi_2022_10958 | आगरा का पारस हॉस्पिटल सीज, ऑक्सिजन सप्लाई रोककर 22 मरीजों को मार डालने का है आरोप | आगरा के पारस हॉस्पिटल प्रशासन पर कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सिजन की सप्लाई रोककर 22 मरीजों को मार डालने के आरोप लग रहे हैं। उस भयावह पल को बयान करते छह मिनट के चार वीडियो वायरल हुए हैं। | नई दिल्ली: आगरा के पारस हॉस्पिटल प्रशासन पर कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सिजन की सप्लाई रोककर 22 मरीजों को मार डालने के आरोप लग रहे हैं। उस भयावह पल को बयान करते छह मिनट के चार वीडियो वायरल हुए हैं। इनमें पारस हॉस्पिटल के संचालक अरिंजय जैन बता रहे हैं कि इस मॉकड्रिल से 22 मरीजों का दम घुटने लगा था और उनके हाथ-पैर नीले पड़ गए थे। मामला तूल पकड़ते ही यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए हॉस्पिटल को सीज करने के आदेश दिए हैं।बता दें कि सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल है, उसमें हॉस्पिटल के मालिक डॉक्टर अरिंजय जैन कहते हैं, 'मैंने संजय चतुर्वेदी को फोन किया। वो बोले- बॉस मरीजों को समझाओ, डिस्चार्ज शुरू करो। मुख्यमंत्री भी ऑक्सीजन नहीं दिला सकता। मेरे हाथ पांव फूल गए और मैंने पर्सनली समझाना शुरू किया। कुछ पेंडुलम बने रहे कि नहीं जाएंगे।'जैन कहते हैं, 'फिर मैंने कहा- दिमाग मत लगाओ और उन्हें छांटो जिनकी ऑक्सिजन बंद हो सकती है। एक ट्रायल मार दो, हमें समझ आ जाएगा कि कौन मरेगा और कौन नहीं। इसके बाद सुबह 7 बजे मॉकड्रिल शुरू हुई। ऑक्सिजन शून्य कर दी...22 मरीज छंट गए। हाथ पैर नीले पड़ने लगे, छटपटाने लगे तो तुरंत खोल दिए।'वीडियो वायरल होने के बाद डीएम प्रभु एन. सिंह ने जांच कराने की बात कही है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में चार की मौतें हुईं थीं, मामले की न्यायिक जांच कराई जाएगी। वहीं, स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह का कहना है कि जांच होने के बाद ही इस मामले में कुछ कहा जा सकता है। फिलहाल पारस अस्पताल के वायरल वीडियो ने पूरे शहर में खलबली मचा दी है।ये भी पढ़ें |
hindi_2022_10959 | 'फटी जींस' पर घिरे तीरथ सिंह रावत, महिला नेता बोलीं- CM साहब जब आपको देखा तो... | उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं के पहनावे को लेकर जो बयान दिया है, उसपर अब विवाद बढ़ गया है। | नई दिल्ली: उत्तराखंड के नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने महिलाओं के पहनावे को लेकर जो बयान दिया है, उसपर अब विवाद बढ़ गया है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। लोगों की प्रतिक्रियाओं का भी अंबार लग गया है। तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने तीरथ सिंह रावत को घेरा है।टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्विटर पर लिखा, ''उत्तराखंड CM कहते हैं, जब नीचे देखा तो गम बूट थे और ऊपर देखा तो... एनजीओ चलाती हो और घुटने फटे दिखते हैं?'' सीएम साहब जब आपको देखा तो ऊपर-नीचे-आगे-पीछे हमें सिर्फ बेशर्म-बेहूदा आदमी दिखता है। उन्होंने आगे लिखा है, ''राज्य चलाते हो और दिमाग फटे दिखते हैं।''आपको बता दें कि तीरथ सिंह रावत हाल ही में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री बने हैं। उनका कल ही एक बयान सामने आया था जिसमें वह महिलाओं के फटी जींस पहनने को लेकर टिप्पणी कर रहे थे और कह रहे थे कि ये कैसे संस्कार हैं।'' कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी तीरथ सिंह रावत के इस बयान की निंदा की है। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर एक बड़ी बहस छिड़ी थी। सीएम के बयान के विरोध में सोशल मीडिया पर एक नया हैशटेग चल रहा है #RippedJeansTwitter |
hindi_2022_10960 | कर्नाटक: बेंगलुरू में दो लोगों में कोविड का नया वैरिएंट AY.4.2 पाया गया, प्रशासन अलर्ट | कोरोना का नया AY.4.2 वेरिएंट ब्रिटेन, रूस और चीन में इस समय कहर बरपा रहा है। कई शहरों में लॉकडाउन जैसी नौबत आ गई है। रूस में रोजाना बड़ी संख्या में मौतें हो रही हैं। | बेंगलुरु: एक तरफ कर्नाटक सरकार ने सोमवार से प्राइमरी स्कूल्स खोल दिए हैं, थियेटर और पब को 100 फीसदी खोलने का फैसला कर लिया है, त्योहार के सीज़न में बाजारों में भीड़ देखने को मिल रही है, शादी और दूसरे समारोह में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई है वहीं दूसरी ओर राज्य के सामने कोरोना वाइरस के एक नए वेरिएंट का संकट छाया हुआ है। एक्सपर्ट्स ने AY.4.2 नाम के कोरोना वाइरस के इस नए डेल्टा वेरिएंट को लेकर अलर्ट रहने को कहा है, क्योंकि वाइरस का ये नया वेरिएंट UK, रूस और चीन में कोरोना के थर्ड वेव का कारण बन रहा है।इस वायरस के जिनोम सीक्वेंस के जरिये अब तक ये पता चल पाया है कि वाइरस के इस नए वेरिएंट से 2 लोग ग्रसित हुए हैं। आम तौर पर ये कहा जा रहा है कि ये वेरियंट UK से आया है लेकिन राजधानी बेंगलुरू में जिन 2 लोगों में वाइरस के AY.4.2 वेरिएंट की पुष्टि हुई है उनकी कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है। हालांकि बेंगलुरु महानगर निगम की टीम ने इन दोनों लोगों के सभी प्राइमरी और सेकेंडरी कॉन्टेक्ट्स का कोविड टेस्ट करवा लिया है सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है लेकिन फिर भी इन सभी पर नज़र रखी जा रही है।BBMP कमिश्नर गौरव गुप्ता का कहना है कि महकमा इस नए वेरिएंट को लेकर सतर्क है इससे लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। जानकारों का कहना है कि कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को लेकर अलर्ट हो जाने की जरूरत है, इसकी बड़ी वजह ये है कि इस नए वेरिएंट पर मौजूदा वैक्सीन ज्यादा प्रभावी नहीं है, लोगों ने अगर कोताही दिखाई तो कोविड AY 4.2 वेरिएंट और इससे पनपने वाले दूसरे म्यूटेंट राज्य में कोरोना की तीसरी लहर का कारण बन सकते हैं।फिलहाल राज्य सरकार इस नए वेरिएंट को लेकर आश्वस्त है कि इससे लोगों को ज्यादा परेशानी नहीं होगी, सरकार का कहना है कि ट्रेकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट से जुड़े सभी तंत्र पूरी तरह सक्रिय हैं इसीलिए इस चुनौती से लड़ने की तैयारी पूरी है। |
hindi_2022_10961 | किसान आंदोलन LIVE: किसान संगठनों ने दी आंदोलन तेज करने की चेतावनी, सरकार ने किया बातचीत के लिए आमंत्रित | Kisan Andolan: केंद्र सरकार ने एकबार फिर से किसान संगठनों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। केंद्र सरकार ने बातचीत के लिए किसान संगठनों से तारीख तय करने के लिए कहा है। | नई दिल्ली. कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसान संगठनों का आंदोलन भीषण ठंड में भी जारी है। केंद्र सरकार ने एकबार फिर से किसान संगठनों को बातचीत के लिए आमंत्रित किया है। केंद्र सरकार ने बातचीत के लिए किसान संगठनों से तारीख तय करने के लिए कहा है। बता दें कि केंद्र सरकार और किसान संगठनों के बीच अबतक कई दौर की बातचीत हो चुकी है, किसान संगठन के नेता एक बार गृह मंत्री अमित शाह से भी मिल चुके हैं लेकिन सभी दौर की वार्ताएं पूरी तरह विफल साबित हुई हैं।पढ़ें- किसान कानून के समर्थन में बहुत बड़ी ट्रैक्टर रैली, 20000 से ज्यादा किसान शामिलदिल्ली की सीमाओं जारी इस किसान आंदोलन के बीच रविवार सुबह प्रधानंत्री नरेंद्र मोदी ने अचानक बिना सुरक्षा के गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब पहुंचे और सिखों के नौवें गुरु- गुरु तेग बहादुर को श्रद्धांजलि दी। किसान आंदोलन में पंजाब के सिख किसानों की बहुत बड़ी संख्या है, ऐसे में पीएम मोदी का अचानक आम आदमी की तरह गुरुद्वारे जाकर मत्था टेकना काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बार-आर किसानों को नए कृषि कानूनों के लाभों के बारे में समझाने की कोशिश की है। पढ़ें- Kisan Andolan: गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों का प्रशासन को अल्टीमेटमवहीं दूसरी तरफ किसान संगठनों ने अपने आंदोलन को तेज करने की चेतावनी दी है। रविवार को किसान संगठनों ने कहा कि वो सभी प्रदर्शन स्थलों पर सोमवार को एक दिन की क्रमिक भूख हड़ताल करेंगे। इतना ही नहीं, किसान संगठनों ने ये भई कहा कि 25 से 27 दिसंबर तक हरियाणा में सभी राजमार्गों पर टोल की वसूली नहीं करने दी जाएगी। किसान आंदोलन को तेज करने के लिए ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति (एआईकेएससीसी) ने अनेक व्यापारी संगठनों को पत्र लिखकर उनसे किसानों के आंदोलन को समर्थन देने का अनुरोध किया है। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पंजाब के सबसे बड़े किसान संगठनों में से एक भारतीय किसान यूनियन (एकता-उग्राहां) ने रविवार को कहा कि एक केंद्रीय एजेंसी ने उससे उसकी पंजीकरण की जानकारी जमा करने को कहा है, जो उसे विदेशी धनराशि प्राप्त करने की इजाजत देती है।किसान आंदोलन से जुड़े तमाम अपडेट्स आप हमारे इस पेज पर पढ़ सकेंगे। |
hindi_2022_10962 | भाजपा पर महबूबा का बड़ा हमला, लगाया गंभीर आरोप | महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वे मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। वे मेरी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं क्योंकि मैं अपनी आवाज उठाता हूं। | श्रीनगर. जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला है। महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जब से हमने DDC चुनाव में भाग लेने का फैसला किया, तब से जम्मू-कश्मीर में पिछले एक-डेढ़ साल से जो ज्यादतियां हो रही थीं उनको और बढ़ाया गया। PAGD के उम्मीदवारों को रोका जा रहा है और चुनाव प्रचार के लिए बाहर जाने की अनुमति नहीं है। यदि वे कैंपन की अनुमति नहीं देते हैं तो उम्मीदवार कैसे चुनाव लड़ेंगे?महबूबा मुफ्ती ने कहा कि वे मुझे गिरफ्तार करने की कोशिश कर रहे हैं। वे मेरी पार्टी पर प्रतिबंध लगाना चाहते हैं क्योंकि मैं अपनी आवाज उठाता हूं। मुझे बार-बार बताया जाता है कि धारा 370 के बारे में मेरी रिहाई के बाद से बात हो रही है। लेकिन मैं उसके बारे में क्या कर सकती हूं। उन्होंने कहा कि जब तक कश्मीर मसला हल नहीं हो जाता, समस्या है और बनी रहेगी। जब तक वे धारा 370 को बहाल नहीं करते तब तक समस्या का समाधान नहीं होगा। मंत्री आएंगे और जाएंगे। बस चुनाव कराने से समस्या का कोई हल नहीं है।उन्होंने कहा कि पूरे मुल्क़ में इस वक़्त अंधा कानून चल रहा है, इनके पास सबसे बड़ा हथियार UAPA बन गया है। महबूबा मुफ्ती ने कहा, "वे मुसलमानों को 'पाकिस्तानी', सरदारों को 'खालिस्तानी', सामाजिक कार्यकर्ताओं को 'शहरी नक्सल' और छात्रों को 'टुकडे-टुकडे गैंग' और 'राष्ट्र-विरोधी' के रूप में बुलाते हैं। मैं यह समझने में विफल हूं कि अगर हर कोई आतंकवादी और देश विरोधी है, तो इस देश में 'हिंदुस्तानी' कौन है?" महबूबा ने कहा कि जब से उन्होंने (बीजेपी) सरकार संभाली है तब से मुल्क़ के टुकड़े करने के सिवा कुछ नहीं कर रहे हैं। |
hindi_2022_10963 | whats app पर भाजपा का अप्रत्यक्ष नियंत्रण, जेपीसी जांच कराई जाए: कांग्रेस | कांग्रेस ने शनिवार (29 अगस्त) को एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप को लेकर जमकर हमला बोला। | नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार (29 अगस्त) को एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप को लेकर जमकर हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि कथित रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अप्रत्यक्ष तरीके से नियंत्रित किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग भी की है। कांग्रेस ने यह भी मांग की कि जांच पूरी न होने तक व्हाट्सएप को अपनी भुगतान (पेमेंट) सेवाएं शुरू करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।BSF ने बॉर्डर के पास पकड़ी 20 फीट लंबी सुरंग, पाकिस्तान में बने बोरियों से ढका था मुंहकांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक के भारतीय संचालन और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के बीच अपवित्र घनिष्ठता अब तेजी से उभर रही है और अब ये केवल भारत का नहीं, बल्कि एक वैश्विक मुद्दा है।" एक अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन (पब्लिकेशन) में प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "एक प्रतिष्ठित वैश्विक प्रकाशन ने खुलासा किया है कि व्हाट्सएप, जिसका उपयोग 40 करोड़ भारतीय नागरिक करते हैं, उसे भाजपा द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित किया जाता है।"NEET-JEE परीक्षा वाले शहरों से हटा प्रतिबंध, ओडिशा सरकार का फैसलाभाजपा के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप के अधिकारियों के बीच संबंधों की ओर इशारा करते हुए, खेड़ा ने कहा, "अंखी दास के अलावा भी अब खुलासा हुआ है कि एक अन्य वरिष्ठ कार्यकारी, व्हाट्सएप के शिवनाथ ठुकराल, सत्ता प्रतिष्ठान के एक भक्त हैं और उन्होंने अपने पेशेवर आचरण में पक्षपात किया है।"खेड़ा ने कहा, "खुलासे से पता चलता है कि ठुकराल को फेसबुक ने 2017 में केवल इसलिए काम पर रखा था, क्योंकि वह सत्ताधारी प्रतिष्ठान के बेहद करीब थे। इसमें विस्तृत रूप से बताया गया है कि सत्ता पक्ष के साथ ठुकराल का रिश्ता 2013 में भी था, जब उन्होंने 2014 के चुनाव अभियान के लिए भाजपा के अन्य सहयोगियों के साथ वेबसाइटों और फेसबुक पेजों का संचालन किया, जो वर्तमान सरकार में वरिष्ठ पदों पर बने हुए हैं।"खेड़ा ने सोशल मीडिया पर पेज बनाकर भाजपा को चुनावी अभियान में फायदा पहुंचाने का भी आरोप लगाया। इसके साथ ही खेड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में एक फेसबुक पेज था जिसका नाम 'मेरा भरोसा' था, बाद में उसका नाम बदलकर 'मोदी भरोसा' कर दिया गया और इसके बाद इसने भाजपा समर्थक और मोदी समर्थक सामग्री साझा करना शुरू कर दिया।केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा, "व्हाट्सएप, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भाजपा पारिस्थितिकी तंत्र के दुष्प्रचार और दुर्भावनापूर्ण प्रचार का पर्याय बन गया है। वास्तव में यह अब गलत सूचना का मुख्य साधन है।"उन्होंने कहा कि अब व्हाट्सएप चाहता है कि 40 करोड़ भारतीय इसका इस्तेमाल सिर्फ संचार के लिए नहीं बल्कि भुगतान (पेमेंट) करने के लिए भी करें। उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप राजस्व अर्जित कर सकता है और भारत में उसका भविष्य इस भुगतान सुविधा पर निर्भर है। यह एक बहु-अरब डॉलर की पहल होगी, जिसके लिए व्हाट्सएप को मोदी सरकार की मंजूरी और अनुमति की आवश्यकता है।23 साल के लड़के का दिमाग खा रहा था 5 इंच लंबा कीड़ा, 17 साल बाद सर्जरी से मिला छुटकारासरकार पर निशाना साधते हुए, खेड़ा ने कहा, "क्या 40 करोड़ भारतीय व्हाट्सएप पर भरोसा कर सकते हैं जो अप्रत्यक्ष रूप से एक राजनीतिक दल द्वारा नियंत्रित है? क्या आश्वासन है कि व्हाट्सएप का उपयोग करने वाले 40 करोड़ भारतीयों के बैंक विवरण, लेनदेन के विवरण और निजी डेटा को साझा नहीं किया जा रहा है?"कांग्रेस ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि फेसबुक इंडिया और भाजपा सभी परिस्थितियों में दोस्त हैं। कांग्रेस ने मोदी सरकार से कई चीजों की मांग की है। कांग्रेस ने भाजपा से मांग की है कि वह फेसबुक और व्हाट्सएप के मुद्दे पर जेपीसी जांच कराए। इसके अलावा मांग की गई है कि व्हाट्सएप को पेमेंट लाइसेंस देने से पहले आश्वस्त करें कि डेटा पूरी तरह सुरक्षित रहेगा। इसके अलावा फेसबुक ने जो जांच बैठाई है, उसे सार्वजनिक करने को कहा गया है।नई दिल्ली। कांग्रेस ने शनिवार (29 अगस्त) को एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर फेसबुक के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप को लेकर जमकर हमला बोला। कांग्रेस ने कहा कि कथित रूप से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा अप्रत्यक्ष तरीके से नियंत्रित किया जा रहा है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) की जांच की मांग भी की है। कांग्रेस ने यह भी मांग की कि जांच पूरी न होने तक व्हाट्सएप को अपनी भुगतान (पेमेंट) सेवाएं शुरू करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।BSF ने बॉर्डर के पास पकड़ी 20 फीट लंबी सुरंग, पाकिस्तान में बने बोरियों से ढका था मुंहकांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक के भारतीय संचालन और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के बीच अपवित्र घनिष्ठता अब तेजी से उभर रही है और अब ये केवल भारत का नहीं, बल्कि एक वैश्विक मुद्दा है।" एक अंतर्राष्ट्रीय प्रकाशन (पब्लिकेशन) में प्रकाशित एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, "एक प्रतिष्ठित वैश्विक प्रकाशन ने खुलासा किया है कि व्हाट्सएप, जिसका उपयोग 40 करोड़ भारतीय नागरिक करते हैं, उसे भाजपा द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रित किया जाता है।"NEET-JEE परीक्षा वाले शहरों से हटा प्रतिबंध, ओडिशा सरकार का फैसलाभाजपा के साथ फेसबुक और व्हाट्सएप के अधिकारियों के बीच संबंधों की ओर इशारा करते हुए, खेड़ा ने कहा, "अंखी दास के अलावा भी अब खुलासा हुआ है कि एक अन्य वरिष्ठ कार्यकारी, व्हाट्सएप के शिवनाथ ठुकराल, सत्ता प्रतिष्ठान के एक भक्त हैं और उन्होंने अपने पेशेवर आचरण में पक्षपात किया है।"खेड़ा ने कहा, "खुलासे से पता चलता है कि ठुकराल को फेसबुक ने 2017 में केवल इसलिए काम पर रखा था, क्योंकि वह सत्ताधारी प्रतिष्ठान के बेहद करीब थे। इसमें विस्तृत रूप से बताया गया है कि सत्ता पक्ष के साथ ठुकराल का रिश्ता 2013 में भी था, जब उन्होंने 2014 के चुनाव अभियान के लिए भाजपा के अन्य सहयोगियों के साथ वेबसाइटों और फेसबुक पेजों का संचालन किया, जो वर्तमान सरकार में वरिष्ठ पदों पर बने हुए हैं।"खेड़ा ने सोशल मीडिया पर पेज बनाकर भाजपा को चुनावी अभियान में फायदा पहुंचाने का भी आरोप लगाया। इसके साथ ही खेड़ा ने आरोप लगाते हुए कहा कि 2014 में एक फेसबुक पेज था जिसका नाम 'मेरा भरोसा' था, बाद में उसका नाम बदलकर 'मोदी भरोसा' कर दिया गया और इसके बाद इसने भाजपा समर्थक और मोदी समर्थक सामग्री साझा करना शुरू कर दिया।केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा, "व्हाट्सएप, जैसा कि आप सभी जानते हैं कि भाजपा पारिस्थितिकी तंत्र के दुष्प्रचार और दुर्भावनापूर्ण प्रचार का पर्याय बन गया है। वास्तव में यह अब गलत सूचना का मुख्य साधन है।"उन्होंने कहा कि अब व्हाट्सएप चाहता है कि 40 करोड़ भारतीय इसका इस्तेमाल सिर्फ संचार के लिए नहीं बल्कि भुगतान (पेमेंट) करने के लिए भी करें। उन्होंने कहा कि व्हाट्सएप राजस्व अर्जित कर सकता है और भारत में उसका भविष्य इस भुगतान सुविधा पर निर्भर है। यह एक बहु-अरब डॉलर की पहल होगी, जिसके लिए व्हाट्सएप को मोदी सरकार की मंजूरी और अनुमति की आवश्यकता है।23 साल के लड़के का दिमाग खा रहा था 5 इंच लंबा कीड़ा, 17 साल बाद सर्जरी से मिला छुटकारासरकार पर निशाना साधते हुए, खेड़ा ने कहा, "क्या 40 करोड़ भारतीय व्हाट्सएप पर भरोसा कर सकते हैं जो अप्रत्यक्ष रूप से एक राजनीतिक दल द्वारा नियंत्रित है? क्या आश्वासन है कि व्हाट्सएप का उपयोग करने वाले 40 करोड़ भारतीयों के बैंक विवरण, लेनदेन के विवरण और निजी डेटा को साझा नहीं किया जा रहा है?"कांग्रेस ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि फेसबुक इंडिया और भाजपा सभी परिस्थितियों में दोस्त हैं। कांग्रेस ने मोदी सरकार से कई चीजों की मांग की है। |
hindi_2022_10964 | केरल में कोरोना विस्फोट, आज आए 22,056 नए मामले; केंद्र भेजेगा टीम | केरल में बुधवार को कोविड-19 से 131 और लोगों की मौत होने के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,457 हो गई जबकि 22,056 नए मामले सामने आए जिससे संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 33,27,301 हो गई। | तिरुवनंतपुरम: केरल में बुधवार को कोविड-19 से 131 और लोगों की मौत होने के साथ वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 16,457 हो गई जबकि 22,056 नए मामले सामने आए जिससे संक्रमण के मामलों की कुल संख्या बढ़कर 33,27,301 हो गई। राज्य सरकार की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि 17,761 लोग संक्रमण से ठीक हुए, जिससे अब तक कुल ठीक होने वालों की संख्या बढ़कर 31,60,804 हो गई है। राज्य में अब उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,49,534 हो गई है। पिछले 24 घंटों में, 1,96,902 नमूनों की जांच की गई और संक्रमण दर 11.2 प्रतिशत दर्ज की गई। विज्ञप्ति के अनुसार राज्यभर में अब तक, 2,67,33,694 नमूनों की जांच हो चुकी है। राज्य में सबसे अधिक प्रभावित जिलों में मलप्पुरम में कोरोना वायरस के 3931, त्रिशूर में 3005, कोझिकोड में 2400, एर्नाकुलम में 2397, पलक्कड़ में 1649, कोल्लम में 1462, अलाप्पुझा में 1461, कन्नूर में 1179, तिरुवनंतपुरम में 1101 और कोट्टायम में 1067 मामले आए हैं। विज्ञप्ति में कहा गया कि नए मामलों में 100 स्वास्थ्य कर्मी शामिल हैं। राज्य के विभिन्न जिलों में फिलहाल 4,46,211 लोग निगरानी में हैं।राज्य में मामलों में अचानक वृद्धि को लेकर कोई ठोस वजह नहीं बताई गई है, लेकिन बकरीद के मौके पर पाबंदियों में छूट से संक्रमण बढ़ने की आशंका जताई गई थी। यहां तक कि राज्य की वामदल सरकार के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी गई थी, जिस पर सुनवाई के दौरान शीर्ष अदालत ने भी नाराजगी जताई थी और संक्रमण बढ़ने पर जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी थी।वहीं, कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार अपनी टीम केरल भेजेगी। इस टीम में 3 से 4 सदस्य होंगे। ये टीम विशेष रूप से परीक्षण, निगरानी और नियंत्रण कार्यों में कोविड-19 प्रबंधन के कार्यान्वयन की निगरानी करेगी। इसके साथ ही ये टीम कोविड उपयुक्त व्यवहार और उसके पालन करने, अस्पतालों में बेड की स्थिति, एंबुलेंस, वेंटिलेटर और मेडिकल ऑक्सीजन के साथ-साथ कोविड-19 वैक्सीनेशन के पर्याप्त संसाधनों की स्थिति को देखेगी। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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hindi_2022_10965 | 'कुछ ऐसे लोग हैं जिनके DNA में विभाजन है, उनको पूरा कुछ भी अच्छा नहीं लगता' | सीएम योगी ने कहा कि जब भी इन्हें सत्ता मिली इन्होंने अपने परिवार के अलावा किसी को नहीं माना। इनके लिए अपना परिवार और ख़ानदान ही देश है,समाज है, बाकी कुछ नहीं है। | लखनऊ. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पार्टी, सपा और बसपा पर बड़ा हमला बोला है। सीएम योगी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि कुछ ऐसे लोग हैं जिनके DNA में विभाजन है, उनको पूरा कुछ भी अच्छा नहीं लगता। वो हर चीज की कांट-छांट करना चाहते हैं, जाति, क्षेत्र और मज़हब के आधार पर बांटना उनकी प्रवृति बन चुकी है। इन्होंने पहले देश को बांटा, उसके बाद जाति के आधार पर सामाजिक ताने-बाने को छिन्न-भिन्न किया।सीएम योगी ने आगे कहा कि जब भी इन्हें सत्ता मिली इन्होंने अपने परिवार के अलावा किसी को नहीं माना। इनके लिए अपना परिवार और ख़ानदान ही देश है,समाज है, बाकी कुछ नहीं है। जब भी सत्ता में आते हैं तो परिवार की बात करते हैं और जब सत्ता से बाहर जाते हैं तो विभाजन और षड्यंत्र करने में कोई कोताही नहीं बरतते। उन्होंने आगे कहा कि आज भारत का कोई दुश्मन भारत के अंदर आकर, भारत की सीमाओं का अतिक्रमण करके भारत की संप्रभुता को चुनौती नहीं दे सकता है। उसे मालूम है इसकी क्या कीमत उसे चुकानी पड़ेगी। लेकिन इससे पहले ऐसा होता था, हमने इसको एक नियति मान लिया था।उन्होंने कहा कि 15 साल तक प्रदेश की सत्ता में काबिज रहने वाली बसपा और सपा के पास उपलब्धि के नाम पर सिर्फ भ्रष्टाचार और अराजकता है। समय-समय पर इन दलों ने अपने हित में लोकतंत्र और संविधान का गला घोंटा है। इनका विकास सिर्फ नारों और भाषणों तक सीमित रहा है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में चौतरफा विकास के नाते भाजपा की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है। ऐसे में विपक्षी दलों की नाखुशी अब हताशा में बदल चुकी है। लिहाजा वे सरकार को बदनाम करने का हर हथकंडा अपना रहे हैं। पर इनके मंसूबे कभी पूरे होने वाले नहीं हैं। |
hindi_2022_10966 | बीजेपी, आरएसएस के लोग हिंदू नहीं हैं, सिर्फ हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं: राहुल गांधी | कांग्रेस नेता के मुताबिक, बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है। | नयी दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) और बीजेपी पर हमला वोला है। राहुल गांधी ने कहा कि ये कैसे हिंदू हैं जो हिंदू धर्म की दलाली करते हैं। आरएसएस और मोदी ने लक्ष्मी-दुर्गा की शक्तियां तीन-चार हाथों में पहुंचा दी। राहुल ने पीएम मोदी पर डायरेक्ट हमला करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री में सच बोलने की शक्ति नहीं है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने आरोप लगाया कि ये लोग हिंदू नहीं हैं, ये सिर्फ हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कांग्रेस की महिला इकाई अखिल भारतीय महिला कांग्रेस के स्थापना दिवस समारोह में यह दावा भी किया कि आरएसएस एवं बीजेपी के लोग महिला शक्ति को दबा रहे हैं और भय का माहौल पैदा कर रहे हैं। राहुल गांधी ने नोटबंदी और जीएसटी का उल्लेख करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने लक्ष्मी की शक्ति और दुर्गा की शक्ति पर आक्रमण किया है। उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘वे (आरएसएस और बीजेपी) अपने आपको हिंदू पार्टी कहते हैं और लक्ष्मी जी और मां दुर्गा पर आक्रमण करते हैं। फिर कहते हैं कि वे हिंदू हैं। ये लोग झूठे हिंदू हैं। ये लोग हिंदू नहीं हैं। ये हिंदू धर्म का इस्तेमाल करते हैं।’’कांग्रेस नेता के मुताबिक, बीजेपी और आरएसएस के लोगों ने पूरे देश में डर फैलाया है, किसान डरे हुए हैं, महिलाएं डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस महिला शक्ति को दबाता है, लेकिन कांग्रेस का संगठन महिला शक्ति को समान मंच देता है। राहुल गांधी ने कहा, ‘‘अगर पिछले 100-200 साल में किसी एक व्यक्ति ने हिंदू धर्म को सबसे अच्छे तरीके से समझा और अपने व्यवहार में लाया, तो वह महात्मा गांधी हैं। इसे हम भी मानते हैं और आरएससस एवं बीजेपी के लोग भी मानते हैं। महात्मा गांधी ने अहिंसा को सबसे अच्छे तरीके से जिया। हिंदू धर्म की बुनियाद अहिंसा है। इसके बावजूद आरएसएस की विचारधारा द्वारा महात्मा गांधी को गोली क्यों मारी गई? इस बारे में आपको सोचना होगा।’’ उन्होंने कहा कि वह आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं कर सकते। राहुल गांधी ने जोर देकर कहा, ‘‘देश में आरएससस और बीजेपी की सरकार है। इनकी विचारधारा और हमारी विचारधारा अलग अलग हैं। कांग्रेस की विचारधारा गांधी की विचारधारा है। गोडसे और सावरकर की विचारधारा और हमारी विचारधारा में क्या फर्क है, इसे हमें समझना होगा। हमें इनके खिलाफ प्रेम से लड़ना है। नफरत के जरिये हम नहीं लड़ सकते।’’ /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); } var jwconfig_2984135202 = {"file": "https://vod-indiatv.akamaized.net/hls/2021/09/0_mpwlm765/master.m3u8","image": "https://resize.indiatv.in/resize/vod/1200_-/2021/09/0_mpwlm765.jpg","title": "Superfast 200: देखिये आज की 200 बड़ी खबरें | 15 सितंबर, 2021","height": "440px","width": "100%","aspectratio": "16:9","autostart": false,"controls": true,"mute": false,"volume": 100,"floating": false,"sharing": {"code": "","sites": ["facebook","twitter","email"]},"stretching": "exactfit","primary": "html5","hlshtml": true,"duration": 1248,"advertising": {"client": "vast","autoplayadsmuted": true,"skipoffset": 5,"cuetext": "","skipmessage": "Skip ad in xx","skiptext": "SKIP","preloadAds": true,"schedule": [{"offset": "pre","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_PreRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator=","type": "linear"},{"offset": "50%","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_MidRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator="},{"offset": "post","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_PostRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator=","type": "linear"}]}}; var jwvidplayer_2984135202 = ''; jwsetup_2984135202(); function jwsetup_2984135202() {jwvidplayer_2984135202 = jwplayer("jwvidplayer_2984135202").setup(jwconfig_2984135202);jwvidplayer_2984135202.on('ready', function () { ns_.StreamingAnalytics.JWPlayer(jwvidplayer_2984135202, {publisherId: "20465327",labelmapping: "c2=\"20465327\", c3=\"India TV Hindi\", c4=\"null\", c6=\"null\", ns_st_mp=\"jwplayer\", ns_st_cl=\"0\", ns_st_ci=\"0_mpwlm765\", ns_st_pr=\"Superfast 200: देखिये आज की 200 बड़ी खबरें | 15 सितंबर, 2021\", ns_st_sn=\"0\", ns_st_en=\"0\", ns_st_ep=\"Superfast 200: देखिये आज की 200 बड़ी खबरें | 15 सितंबर, 2021\", ns_st_ct=\"null\", ns_st_ge=\"News\", ns_st_st=\"Superfast 200: देखिये आज की 200 बड़ी खबरें | 15 सितंबर, 2021\", ns_st_ce=\"0\", ns_st_ia=\"0\", ns_st_ddt=\"2021-09-15\", ns_st_tdt=\"2021-09-15\", ns_st_pu=\"India TV Hindi\", ns_st_cu=\"https://vod-indiatv.akamaized.net/hls/2021/09/0_mpwlm765/master.m3u8\", ns_st_ty=\"video\"" });});jwvidplayer_2984135202.on('all', function (r) { if (jwvidplayer_2984135202.getState() == 'error' || jwvidplayer_2984135202.getState() == 'setupError') {jwvidplayer_2984135202.stop();jwvidplayer_2984135202.remove();jwvidplayer_2984135202 = '';jwsetup_2984135202();return; }});jwvidplayer_2984135202.on('error', function (t) { jwvidplayer_2984135202.stop(); jwvidplayer_2984135202.remove(); jwvidplayer_2984135202 = ''; jwsetup_2984135202(); return;});jwvidplayer_2984135202.on('mute', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2984135202.on('adPlay', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2984135202.on('adPause', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2984135202.on('pause', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2984135202.on('error', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2984135202.on('adBlock', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_2984135202.on('adSkipped', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);}); }ये भी पढ़ें |
hindi_2022_10967 | महबूबा मुफ्ती के बयान के बाद लाल चौक पर तिरंगा लेकर पहुंचे 'BJP' कार्यकर्ता | जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले से भाजपा कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले तीन लोगों को सोमवार को तब हिरासत में लिया गया जब वे यहां शहर के ऐतिहासिक घंटाघर पर तिरंगा फहराने की कोशिश कर रहे थे। | श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले से भाजपा कार्यकर्ता होने का दावा करने वाले तीन लोगों को सोमवार को तब हिरासत में लिया गया जब वे यहां शहर के ऐतिहासिक घंटाघर पर तिरंगा फहराने की कोशिश कर रहे थे। अधिकारियों ने कहा कि सोमवार सुबह यहां के प्रमुख वाणिज्यिक केंद्र लालचौक के घंटाघर पर तिरंगा फहराने की कोशिश पर तीन लोगों को हिरासत में लिया गया। उन्होंने कहा कि तीनों ने खुद के उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले से भाजपा कार्यकर्ता होने का दावा किया और ‘भारत माता की जय’ और पार्टी के पक्ष में नारे लगाते हुए घंटाघर पर तिरंगा फहराने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि पुलिस ने फौरन हरकत में आते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। वहां से ले जाते समय उनमें से एक ने कहा कि वह कश्मीर के हर हिस्से में तिरंगा फहराएंगे। उसने कहा, “यह महबूबा मुफ्ती को बता देना कि मैं कश्मीर के हर हिस्से में तिरंगा फहराउंगा।” गौरतलब है कि पीडीपी प्रमुख ने हाल ही में कहा था कि वह तब तक तिरंगा नहीं उठाएंगी जब तक जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा फिर से बहाल नहीं हो जाता। केंद्र द्वारा पिछले साल अगस्त में जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा रद्द किये जाने से पहले तक राज्य का अलग संविधान और झंडा होता था। |
hindi_2022_10968 | पूर्वी लद्दाख में गतिरोध होगा खत्म: भारत और चीन रविवार को 13वें दौर की सैन्य वार्ता करेंगे | पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास गतिरोध के बाकी स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए भारत और चीन के बीच 13वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता रविवार (10 अक्टूबर) को होगी। | नयी दिल्ली: भारत और चीन के बीच उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता का एक और दौर रविवार को होगा, जिसमें पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले शेष बिंदुओं से सैनिकों की वापसी प्रक्रिया में कुछ आगे बढ़ने पर ध्यान दिया जाएगा। सरकारी सूत्रों ने यह जानकारी दी। पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास गतिरोध के बाकी स्थानों से सैनिकों को पीछे हटाने की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए भारत और चीन के बीच 13वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता रविवार (10 अक्टूबर) को होगी। मोल्डो सीमा बिंदु पर सुबह साढ़े 10 बजे शुरू होगी मीटिंगसूत्रों ने शनिवार को बताया कि वार्ता पूर्वी लद्दाख में एलएसी के चीनी पक्ष पर मोल्डो सीमा बिंदु पर सुबह साढ़े 10 बजे शुरू होगी। भारतीय पक्ष से उम्मीद की जाती है कि वह देप्सांग बुलगे और डेमचोक में मुद्दों के समाधान के लिए दबाव डालने के अलावा टकराव वाले शेष बिंदुओं से जल्द से जल्द सैनिकों की वापसी की मांग करेगा। दोनों देश पूर्वी लद्दाख में LAC के साथ लगते क्षेत्रों में सैनिकों के समग्र रूप से पीछे हटने (डी-एस्केलेशन) के तीसरे चरण को लेकर भी चर्चा करेंगे। दोनों देशों के बीच 12वें दौर की वार्ता 31 जुलाई को हुई थी। वार्ता के कुछ दिनों बाद, दोनों सेनाओं ने गोगरा में सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया पूरी की, जिसे इस क्षेत्र में शांति की बहाली की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा गया। हाल की घटनाओं का जिक्र करेगा भारत?चीनी सैनिकों द्वारा घुसपैठ की कोशिश की दो हालिया घटनाओं की पृष्ठभूमि में 13वें दौर की वार्ता होगी। ये घटनाएं उत्तराखंड के बाराहोती सेक्टर में और दूसरी अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में हुई थी। भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच पिछले हफ्ते अरुणाचल प्रदेश के तवांग सेक्टर में यांग्जी के पास कुछ देर के लिए ठन गई थी और इसे स्थापित प्रोटोकॉल के अनुसार दोनों पक्षों के स्थानीय कमांडरों के बीच बातचीत के बाद सुलझाया गया। सूत्रों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी थी। एक महीने पहले भी, उत्तराखंड के बाराहोती सेक्टर में एलएसी को लगभग 100 चीनी सैनिकों द्वारा पार किए जाने के बाद दोनों मुल्कों के सैनिकों के बीच तनातनी की घटना हुई थी। लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्वथल सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवणे ने शनिवार को कहा कि पूर्वी लद्दाख क्षेत्र में चीन द्वारा सैन्य निर्माण और बड़े पैमाने पर तैनाती को बनाए रखने के लिए नए बुनियादी ढांचे का विकास चिंता का विषय है। उन्होंने यह भी कहा कि यदि चीनी सेना सर्दियों के दौरान भी तैनाती बनाए रखती है, तो इससे एलओसी (नियंत्रण रेखा) जैसी स्थिति हो सकती है, हालांकि सक्रिय एलओसी जैसा नहीं होगा, जैसा कि पाकिस्तान के साथ पश्चिमी मोर्चे पर है। रविवार की वार्ता में भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व लेह स्थित 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन करेंगे। हिसंक झड़प के बाद शुरू हुआ था गतिरोध\गौरतलब है कि, भारत और चीन के बीच पिछले 16 महीने से सीमा विवाद चल रहा है। पिछले वर्ष 5 मई को पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच हिंसक झडप के बाद सीमा गतिरोध शुरू हो गया था। इसके बाद दोनों ओर से सीमा पर सैनिकों एवं भारी हथियारों की तैनाती की गई थी। गतिरोध को दूर करने लेकर दोनों देशों के बीच राजनयिक एवं सैन्य स्तर पर कई वार्ताएं भी हो चुकी हैं। दोनों पक्षों ने पिछले महीने गोरा क्षेत्र से पीछे हटने का काम पूरा काम पूरा कर लिया लेकिन कुछ स्थानों पर अभी गतिरोध बरकरार है। दोनों पक्षों की ओर से अभी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर 50,000 से 60,000 सैनिक तैनात हैं। चीन में पढ़ाई के लिये भारतीय छात्रों को यात्रा वीजा नहीं मिलने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि चीन ने इस तरह की पाबंदियां सभी देशों के लिये लगाई है और इस मुद्दे पर आगे बढने का प्रयास कर रहे हैं । |
hindi_2022_10969 | झांसी: ट्रैक्टर ट्रॉली पलटने से 7 महिलाओं और 4 बच्चों की मौत | झांसी के चिरगांव थाना अंतर्गत पिरोना गांव के पास ट्रैक्टर ट्राली के खदान में पलटने की खबर आ रही है। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें कई बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। | झांसी (उत्तर प्रदेश): झांसी के चिरगांव थाना अंतर्गत पिरोना गांव के पास ट्रैक्टर ट्राली के खदान में पलटने की खबर आ रही है। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है, जिसमें कई बच्चे और महिलाएं शामिल हैं। मृतकों में 7 महिलाएं और 4 बच्चे शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक, ट्रैक्टर ट्राली में 30 से 32 लोग सवार थे। वहीं इस हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिनको इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर पहुंचे पुलिस दल ने राहत बचाव कार्य शुरू कर दिया है।पुलिस के मुताबिक, ये ट्रैक्टर पंडोखर से चिरगांव आ रहा था, इसी दौरान जानवर के सामने आने से ये हादसा हो गया। ट्रैक्टर ट्रॉली में सवार लोग पंडोखर से झांसी के चिरगांव की ओर जा रही थी, तभी रास्ते में अचानक इतना भयानक हादसा हो गया। सूचना मिलते ही पुलिस टीम की ओर से तत्काल मौके पर पहुंचकर घायलों को इलाज के लएि मेडिकल कॉलेज झांसी में भर्ती कराया गया है। वहीं हादसे में मरने वालों का पंचायतनामा भरकर अग्रिम विधिक कार्यवाही की जा रही है। पुलिस ने बताया है कि मौके पर यातायात सामान्य कर दिया गया है। |
hindi_2022_10970 | नहीं सुन रहे अधिकारी, नहीं हो रहा समस्या का समाधान, डॉयल करें ये नंबर, CM योगी तक पहुंचेगी आपकी बात | मुख्यमंत्री चाहते हैं कि प्रदेश के किसी भी नागरिक को कोई समस्या हो तो वह बेझिझक अफसरों से शिकायत करे और यदि उसकी शिकायत का अधिकारी निस्तारण नहीं कर रहे हैं, तो बेझिझक होकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर सम्पर्क करें। | लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से सीधा संवाद करने के लिए एक कदम और बढ़ा दिया है। जिसके तहत अब हर सरकारी कार्यालयों के बाहर मुख्यमंत्री ने एक बोर्ड लगाने का आदेश दिया है। इस बोर्ड में लिखा है, 'यदि इस कार्यालय में आपकी समस्याओं का समुचित समाधान नहीं हो पा रहा है तो आप सीधे मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर काल करें। मेरा कार्यालय आपकी सहायता करेगा-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ।' उनकी यह मुहिम जन जन से जुड़ने में सहायक होगी।पढ़ें- बढ़ेंगी बीजेपी की मुश्किलें! Kisan Andolan को धार देने के लिए राकेश टिकैत करने जा रहे हैं ये कामराज्य के हर आम आदमी से सीधे जुड़ने और उसकी समस्या का त्वरित निस्तारण की मंशा के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल के तहत अब राज्य के हर जिले, कस्बे और गांव में थाना, तहसील तथा सभी सरकारी दफ्तरों के बाहर इस तरह का यह बोर्ड लगने लगा है। इस बोर्ड के जरिए मुख्यमंत्री ने जनता की हर समस्या का निदान करने संबंधी अपनी मंशा स्पष्ट की है।पढ़ें- Delhi Metro का सफर करने वालों के लिए बड़ा अपडेट, इस लाइन पर रविवार को सेवाएं होंगी प्रभावितमुख्यमंत्री चाहते हैं कि प्रदेश के किसी भी नागरिक को कोई समस्या हो तो वह बेझिझक अफसरों से शिकायत करे और यदि उसकी शिकायत का अधिकारी निस्तारण नहीं कर रहे हैं, तो बेझिझक होकर मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 1076 पर सम्पर्क करें। सीएम हेल्पलाइन पर आने वाली सभी शिकायतों का निस्तारण कराया जाएगा और हेल्पलाइन पर आने वाली शिकायतों के आधार पर फील्ड क्षेत्र में तैनात अधिकारियों के प्रदर्शन का आकलन होगा। तहसीलदार हो या थानाध्यक्ष, अगर जनता इनके कार्यों से संतुष्ट नहीं है तो इनके खिलाफ कार्रवाई सुनिश्चित होगी।पढ़ें- सेंट्रल रेलवे ने यूपी वालों को दी खुशखबरी, चलाईं स्पेशल ट्रेनें, जानिए रूट, स्टॉपेज और टाइमिंगइसी सोच के तहत बीती 10 फरवरी को लोकभवन में उच्चस्तरीय बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकारी कार्यालयों के बाहर बोर्ड लगवाने का निर्देश दिया था।पढ़ें- बदला जाएगा होशंगाबाद का नाम, मुख्यमंत्री शिवराज ने किया ऐलानतब उन्होंने यह भी कहा था, "थाना एवं तहसील स्तर पर जिस भी व्यक्ति की समस्या का निस्तारण नहीं हो सका है, तो वह व्यक्ति अपनी समस्या को लेकर सीएम हेल्पलाइन 1076 पर कभी भी संपर्क कर सकता है। हेल्पलाइन पर मिली ऐसी शिकायतों का तत्परता से निराकरण कराया जाएगा। थाना तथा तहसील स्तर पर जनता की शिकायत का निस्तारण कराने के लिए जिले के जिलाधिकारी, पुलिस कप्तान और थानेदार को जवाबदेह बनाया जाएगा। सीएम हेल्पलाइन पर फर्जी शिकायत दर्ज करने वाले व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई भी की जायेगी। इसके अलावा, अब थाना तथा तहसील स्तर पर निस्तारित हुई जनता की समस्याओं की रेटिंग भी की जायेगी, ताकि यह पता चल सके कि किस जिले में जनता की समस्याओं के निस्तारण में तेजी दिखाई जा रही है।"पढ़ें- मुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने राम मंदिर निर्माण के लिए दिए 11 लाख, परिवार को लेकर कही बड़ी बातचर्चा है कि जनता की शिकायतों का निस्तारण ठीक तरीके से ना होने संबंधी कई सूचनाओं की जानकारी होने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता से मिलने वाली हर शिकायत के निस्तारण की व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त करने का फैसला किया था। जिसके क्रम में थाना, तहसील और सभी सरकारी कार्यालयों के बाहर बोर्ड लगवाने का निर्देश दिया गया था। अब यह बोर्ड सरकारी कार्यालयों के बाहर लगने लगने लगे हैं।पढ़ें- गुड न्यूज! लगातार नई ट्रेनों का ऐलान कर रहा है रेलवे, अब इन रूट्स पर दौड़ेंगी स्पेशल ट्रेनें, देखिए पूरी लिस्ट |
hindi_2022_10971 | लखीमपुर खीरी हिंसा केस में एक और FIR दर्ज, जानें- प्रथमिकी में क्या लिखा है | लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में एक और FIR दर्ज की गई है। हालांकि, इसमें किसी आरोपी का नाम नहीं है, अज्ञात उपद्रवी के खिलाफ दर्ज हत्या, बलवा, मारपीट की धाराओं में FIR दर्ज कराई गई है। इस मामले में दर्ज यह दूसरी FIR है। | लखीमपुर खीरी: लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा के मामले में एक और FIR दर्ज की गई है। यह FIR भाजपा कार्यकर्ता सुमित जायसवाल ने दर्ज कराई है। हालांकि, इसमें किसी आरोपी का नाम नहीं है, अज्ञात उपद्रवी के खिलाफ दर्ज हत्या, बलवा, मारपीट की धाराओं में FIR दर्ज कराई गई है। इस मामले में दर्ज यह दूसरी FIR है। इसके के मुताबिक, 'थार गाड़ी (UP 31 AS 1000) में सुमित अपने मित्र शुभम और ड्राइवर हरिओम के साथ था। तभी उपद्रवियों ने गाड़ी पर लाठी और ईंट-पत्थरों से हमला कर दिया, जिसमें ड्राइवर हरिओम के सिर पर चोट आई।'FIR के अनुसार, 'सिर में चोट लगने के बाद ड्राइवर ने गाड़ी किनारे रोक दी, जिसके बाद उपद्रवियों ने ड्राइवर हरिओम को गाड़ी से नीचे खींचकर लाठी-डंडों और तलवार से मारने पीटा। ऐसे में लगातार हो रहे पथराव को देखकर सुमित ने दोस्त शुभम के साथ भागने की कोशिश की। इस दौरान उपद्रवियों ने शुभम मिश्रा को पकड़ लिया और उसको भी मारने लगे। हालांकि, सुमित किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से भाग गया।'प्राथमिकी के मुताबिक, 'घटना के बाद में सोशल मीडिया के माध्यम से सुमित को जानकारी मिली कि उसके दोस्त और गाड़ी के ड्राइवर की हत्या कर दी गई है तथा साथ में दो अन्य अज्ञात भाजपा कार्यकर्ताओं की भी हत्या की गई है।''गाड़ी मेरी थी, मैं घटनास्थल पर नहीं था', हिंसा में लगे आरोपों पर बोले आशीष मिश्रालखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे आशीष मिश्रा उर्फ 'मोनू' ने अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर इंडिया टीवी से बात की। इस दौरान उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वह घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे बल्कि जिस वक्त घटना हुई, वह घटनास्थल से करीब साढ़े चार किलोमीटर दूर दंगल आयोजन के कार्यक्रम में थे। आशीष मिश्रा ने कहा, "मैं दंगल के कार्यक्रम में था, घटनास्थल पर नहीं था। मैं सुबह 9 बजे से शाम साढ़े चार या पौने पांच तक बलबीरपुर में दंगल कार्यक्रम स्थल पर ही था। दंगल के कार्यक्रम में होने का सबूत मेरे पास।" आशीष मिश्रा ने सबूत के तौर पर एक वीडियो भी दिखाया।उन्होंने कहा, 'घटनास्थल से लगभग 4.5 किलोमीटर की दूरी पर एक दंगल का आयोजन हो रहा था। यह हमारे परिवार का पुश्तैनी कार्यक्रम है, जो पिछले 35 सालों से चल रहा है। मैं इस कार्यक्रम का अध्यक्ष हूं। इस कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बतौर मुख्य अतिथि शामिल होना था। मैं इस कार्यक्रम में सुबह से लेकर समापन तक मौजूद था और कहीं नहीं गया था। उप मुख्यमंत्री को रिसीव करने के लिए कुछ कार्यकर्ताओं को भेजा गया था। लेकिन, उनको रिसीव करने पहुंचने से पहले ही गाड़ियों पर हमला हो गया, तोड़फोड़ की गई और लोगों को निकालकर मार डाला गया।'घटना की वीडियो में दिख रही थार गाड़ी किसकी है और भागने वाले शख्स कौन है, इस सवाल के जवाब में आशीष मिश्रा ने कहा, 'हमारे कार्यकर्ता तीन गाड़ियों में उप मुख्यमंत्री को रिसीव करने गए थे, चर्चा आ रही है कि हमारी गाड़ी पर पथराव हुआ। कार्यकर्ता बेचारे बैठे हुए थे, यह कार्यकर्ता निकले। यह (वीडियो में भागता दिख रहा शख्स) सुमित जैसवाल हैं, यह हमारे कार्यकर्ता हैं, जो रिसीव करने के लिए गए थे। लोगों ने आरोप लगाया है कि तमन्चा और पिस्तौलों से फायर करते हुए गए, आप खुद वीडियो में देख लीजिए कि कार्यकर्ता हथियार लिए है या अपनी जान बचाने के लिए भाग रहा है।'क्या आप इस बात से इनकार कर सकते हैं कि किसान इसी कार (वीडियो में दिख रही थार) से कुचला गया है, यह थार आपके परिवार की है, तो क्या यह माना जाए कि यह आपके आदेश से हुआ है? इसके जवाब में उन्होंने कहा, 'नहीं, मैं फिर से रिपीट करता हूं, उप मुख्यमंत्री को रिसीव करने के लिए मेरे तीन वाहन जा रहे थे। यह गाड़ी मेरी है, रिसीविंग प्वाइंट से पहले उनपर अटैक हुआ, जिसमें मेरे चार कार्यकर्ता मारे गए।' आशीष मिश्रा ने कहा, 'मैं पूरी तरह से जांच पर विश्वास रखता हूं। जांच होगी, जो भी दोषी हो उसे दंड दिया जाए।' |
hindi_2022_10972 | PM नरेंद्र मोदी से मिले शरद पवार, एक घंटे तक चली मुलाकात, अटकलें तेज | NCP के मुखिया शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। दोनों के बीच ये मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। | नई दिल्ली. NCP के मुखिया शरद पवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की है। दोनों के बीच ये मुलाकात करीब एक घंटे तक चली। मुलाकात किस विषय को लेकर अभी ये स्पष्ट नहीं है जिस वजह से अटकलें तेज हैं। शरद पवार कल रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले थे, आज उन्होंने पीएम से मुलाकात की। अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस मीटिंग में महाराष्ट्र की राजनीति पर भी चर्चा हुई होगी। हालांकि सरकार के सूत्रों का कहना है कि ये मीटिंग सहकारी समितियों को लेकर थी, लेकिन पीएम के साथ शरद पवार के एक घंटे तक मिलने के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।बैठक के बाद शरद पवार की तरफ से ट्वीट कर कहा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और राष्ट्र हित से जुड़े विभिन्न विषयों पर चर्चा की। पवार ने एक ट्वीट में कहा, "देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। राष्ट्र हित से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।" इससे पहले प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने ट्वीट कर दोनों नेताओं के बीच हुई मुलाकात की एक तस्वीर साझा की थी।कहा ये भी जा रहा है कि इस बैठक में आगामी संसद सत्र को लेकर चर्चा हुई होगी। राजनीतिक जानकारों का ये भी कहना है कि जिस तरह से शरद पवार ने कृषि कानून, फिर 2024 के चुनाव में विकल्प के तौर पर नेतृत्व करने और राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार होने पर यू टर्न ले लिया है, उस से ये भी कयास लगाए जा रहे है कि क्या एनसीपी बीजेपी से परोक्ष या अपरोक्ष रूप से सुलह कर सकती है।हाल फिलहाल में NCP के नेता लगातार जांच एजेंसियों के रडार पर हैं कुछ पर एक्शन भी शुरू हुआ है। नए सहकारिता मंत्रालय से महाराष्ट्र में सहकारिता के राजनीति के बादशाह कहे जाने वाले एनसीपी को दिक्कतें भी हो सकती हैं। ऐसे में ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है।ज्ञात हो कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को शरद पवार और पूर्व रक्षा मंत्री व वरिष्ठ कांग्रेस नेता ए के एंटनी से मुलाकात की थी। इस बैठक में प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत और सेना प्रमुख जनरल एम एम नरवणे भी मौजूद थे। सूत्रों के मुताबिक इस बैठक में पूर्वी लद्दाख में भारत की सीमा पर चीन के साथ जारी गतिरोध से जुड़े ताजा पहलुओं पर चर्चा हुई। केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने भी शुक्रवार को पवार से मुलाकात की थी। यह मुलाकातें इसलिए भी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि 19 जुलाई से संसद का मानसून सत्र आरंभ हो रहा है। शरद पवार की गिनती देश के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं में होती है। 80 वर्षीय पवार के सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अच्छे संबंध भी हैं। पिछले दिनों उन्होंने कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी। उनकी इस कवायद को विपक्षी एकता मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा गया था। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे पवार ने राज्य की शिव सेना, राकांपा और कांग्रेस के गठबंधन वाली महा आघाड़ी सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। |
hindi_2022_10973 | उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के 1573 नए केस, 21 और लोगों की मौत | उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 1573 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं जबकि इसी अवधि में 21 संक्रमितों की मौत हो गई है। | लखनऊ: उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 1573 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाये गये हैं जबकि इसी अवधि में 21 संक्रमितों की मौत हो गई है। राज्य में अब तक मिले कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर 5,12,850 हो गई है। सोमवार को जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 21 और संक्रमितों की मौत होने के बाद अब तक मरने वालों की संख्या 7393 हो गई है।प्रमुख सचिव चिकित्सा व स्वास्थ्य आलोक कुमार ने सोमवार को संवाददाताओं को बताया कि पिछले 24 घंटे के भीतर कोरोना संक्रमण के 1889 संक्रमितों को स्वस्थ्य होने के बाद अस्पताल से छुट़टी दे दी गई है। अभी तक 4,82,854 संक्रमितों को उपचार के बाद घर भेजा जा चुका है। उन्होंने बताया कि संक्रमण से ठीक होने की दर 94 प्रतिशत से ज्यादा हो गई है।आलोक कुमार के मुताबिक, गृह पृथक-वास में 10270 संक्रमित हैं और राज्य में इस समय सक्रिय 22603 संक्रमितों का उपचार चल रहा है। स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटे में लखनऊ में 231 सर्वाधिक नये संक्रमित पाये गये हैं। इसी अवधि में मेरठ में 168, गाज़ियाबाद में 158 और प्रयागराज में 128 संक्रमित मिले हैं। पिछले 24 घंटे में सर्वाधिक तीन मौतें मेरठ में दर्ज की गई हैं।इसके अलावा लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और गाज़ियाबाद समेत कई जिलों में एक-एक मौतें हुई हैं। आंकड़ों के मुताबिक, अभी तक एक करोड़ 71 लाख 22 हजार से ज्यादा नमूनों की जांच की गई है जबकि पिछले 24 घंटे में 73,207 नमूनों की जांच की गई है। आलोक कुमार ने बताया कि दो दिन त्योहारों का रहा तो लोग उत्सव के मूड में थे लेकिन स्थिति नियंत्रण में है।उन्होंने कहा कि अब भी एहतियात बरतने की जरूरत है और आगामी छठ पर्व पर भी सतर्क रहने की जरूरत है। अपर मुख्य सचिव (सूचना) नवनीत सहगल ने बताया कि देश में कोरोना वायरस का संक्रमण कम हो रहा है लेकिन दिल्ली और आसपास के इलाकों से सटे जिलों में संक्रमण का प्रभाव है।उन्होंने बताया कि जांच की गति बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द संक्रमण की पहचान हो। सहगल ने कहा कि हम सभी लोगों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है। त्योहारों का समय चल रहा है इसलिए मास्क का प्रयोग करें और हाथ लगातार धोते रहें। |
hindi_2022_10974 | Ram Mandir construction: राम मंदिर निर्माण के पहले चरण का काम पूरा, गर्भगृह के नीचे 14 मीटर मोटी चट्टान ढाली गई | श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने गुरुवार को इंडिया टीवी के साथ विशेष बातचीत में बताया कि राम मंदिर निर्माण का पहला फ़ेज़ आज पूरा हो गया है, मंदिर का आधार बन गया है। | अयोध्या: अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर निर्माण के पहले चरण का काम पूरा हो गया है। राम मंदिर का आधार बनकर पूरी तरह से तैयार हो गया है। गर्भगृह के नीचे 14 मीटर मोटी चट्टान ढाली गई है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने गुरुवार को इंडिया टीवी के साथ विशेष बातचीत में बताया कि राम मंदिर निर्माण का पहला फ़ेज़ आज पूरा हो गया है, मंदिर का आधार बन गया है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य चल रहा है। राम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया, ''नींव कंक्रीट की है। 2 तरह के पत्थर हैं। कर्नाटक का ग्रेनाइट, मिर्जापुर का सेंडस्टोन। एक ब्लॉक 16 घनफुट का है। ऐसे 30,000 ब्लॉक एक के ऊपर एक रखे जाएंगे।''2023 तक भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा- चंपत रायअयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर की नींव की भरपाई का काम अंतिम दौर में है। अगले 2 महीने में राम मंदिर के दूसरे फेज का काम पूरा हो जाएगा। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महासचिव चंपत राय ने बताया कि 2023 तक भव्य राम मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा। गौरतलब है कि राम मंदिर तीन मंजिला होगा, गर्भ गृह में रामलला तो दूसरे तल पर राम दरबार विराजित होगा। मंदिर का परकोटा साढ़े 6 एकड़ में बनाया जाएगा। बताया जा रहा है कि बनने वाला राम मंदिर करीब 5 सौ वर्षों तक सुरक्षित रहेगा। निर्माण कार्य काफी तेजी से चल रहा है। राम मंदिर दिसंबर 2023 तक बनकर पूरा हो जाएगा।अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राम मंदिर 'भूमि पूजन' के एक साल बाद इसकी नींव के निर्माण का काम पूरा हो गया है। मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों ने संवाददाताओं से कहा कि मंदिर की नींव कंक्रीट की 48वीं परत से भर दी गई है। भगवान राम की जन्भूमि कहे जाने वाले स्थान पर मंदिर के निर्माण का काम संभाल रहे ट्रस्ट ने पहली बार पत्रकारों को निर्माण स्थल देखने के लिए आमंत्रित किया था। पहले खबरें आईँ थीं कि भूमि की मिट्टी अस्थिर है, इसलिये यहां एक मजबूत नींव के निर्माण की जरूरत है। इसके लिये 1,20,000 वर्ग फुट लंबी तथा चौड़ी और 50 फुट गहरी नींव खोदी गई। फिर उसे सीमेंट और अन्य निर्माण सामग्रियों से भरा गया।राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि अब इसपर 'आफ्ट' बनाया जाएगा और फिर मिर्जापुर से लाए गए करीब 4 लाख क्यूबिक फीट गुलाबी पत्थर से चबूतरा खड़ा किया जाएगा। इस चबूतरे पर मंदिर का निर्माण किया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि राजस्थान से मंगवाये गये एक लाख वर्ग फुट उकेरे गये पत्थर लगाये जाने के लिए तैयार हैं और उनका काम इसके बाद शुरू होगा। मंदिर की बाहरी दीवारों के निर्माण के लिए विशेषज्ञों से विचार विमर्श चल रहा है।राम मंदिर के अंतिम खाका में विभिन्न देवी-देवताओं के छह मंदिर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण समिति द्वारा तैयार अंतिम योजना के अनुसार राम जन्मभूमि मंदिर परिसर में छह देवी-देवताओं के मंदिरों का भी निर्माण किया जाएगा। राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य अनिल मिश्रा ने कहा कि मंदिर की नींव का निर्माण जोर-शोर से हो रहा है और इसके अक्टूबर के अंत या नवंबर के पहले सप्ताह तक पूरा हो जाने की उम्मीद है। अंतिम योजना के अनुसार जन्मभूमि परिसर में विभिन्न देवी-देवताओं के छह मंदिरों का निर्माण होगा। इसके अनुसार परिसर में भगवान सूर्य, भगवान गणेश, भगवान शिव, देवी दुर्गा, भगवान विष्णु और भगवान ब्रह्मा के मंदिर भी बनाए जाएंगे।मिश्रा ने कहा, "विभिन्न देवी देवताओं के ये छह मंदिर राम मंदिर की बाहरी परिधि में लेकिन परिसर के भीतर बनाए जाएंगे। हिंदू धर्म में भगवान राम की पूजा के साथ ही इन देवताओं की पूजा भी बहुत महत्वपूर्ण है।" उन्होंने कहा कि नींव के पूरा हो जाने के बाद अक्टूबर के अंत से या नवंबर के पहले सप्ताह से मंदिर के आरधार का निर्माण शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि भव्य मंदिर की संरचना में पत्थरों को लगाने के लिए चार अलग-अलग स्थानों पर चार टावर क्रेन लगाए जाएंगे। मिश्रा ने कहा कि 1,20,000 वर्ग फुट और 50 फुट गहरे नींव का निर्माण कार्य अक्टूबर के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।उन्होंने कहा कि मंदिर ट्रस्ट ने अब नींव को समुद्र तल से 107 मीटर ऊपर लाने के लिए नींव क्षेत्र पर चार अतिरिक्त परतें बनाने का निर्णय लिया किया है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय के मुताबिक सीमेंट अधिक गर्मी सोखता है, जिससे वातावरण में गर्मी बढ़ेगी। इससे बचने के लिए मंदिर के निर्माण में सीमेंट का कम से कम उपयोग किया जा रहा है। राम मंदिर के ‘सुपर स्ट्रक्चर’ के आधार का निर्माण उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से 3.5 लाख घन फुट पत्थरों से किया जाना है। मिर्जापुर स्थित दो निजी कंपनियों को पत्थरों को काटने और लगाने का ठेका दिया गया है। सूत्रों ने बताया कि मिर्जापुर में महज 10 से 12 घंटे ही बिजली आपूर्ति होने से पत्थरों की कटाई और घिसाई धीमी हो गई है। |
hindi_2022_10975 | 'मम्मी-डैडी और पप्पू को आइसक्रीम के लिए मिलेगी ज्यादा जगह', सेंट्रल विस्टा की खूबी बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने दी जानकारी | सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना को लेकर एक गलत विमर्श गढ़ा जा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह “व्यर्थ परियोजना” नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है। | नई दिल्ली. सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट ने सेंट्रल विस्टा परियोजना के निर्माण कार्य को जारी रखने की अनुमति दी थी और इसे राष्ट्रीय महत्व की एक ‘‘अहम एवं आवश्यक’’ परियोजना बताया था, जिसके बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा था। आज हरदीप सिंह पुरी ने चुटकी लेते हुए एक ट्वीट किया और कहा कि सेंट्रल विस्टा एवेन्यू का पुनर्विकास पूरा होने के बाद मनोरंजन के लिए और मम्मी, डैडी और पप्पू के आइसक्रीम खाने के लिए और भी जगह होगी।सोमवार को दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के बाद केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना को लेकर एक गलत विमर्श गढ़ा जा रहा है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह “व्यर्थ परियोजना” नहीं, बल्कि एक आवश्यकता है। इस परियोजना के विरुद्ध प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खुली चिट्ठी लिखने वाले 60 पूर्व नौकरशाहों पर निशाना साधते हुए पुरी ने कहा, ‘‘वे पढ़े-लिखे बेवकूफ नहीं, बल्कि देश के लिए बदनामी हैं।’’उन्होंने कहा कि 2012 में तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के विशेष कार्य अधिकारी ने नए संसद भवन के लिए केंद्रीय शहरी विकास सचिव को पत्र लिखा था और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने भी नए भवन की पैरवी की थी। पुरी ने कहा कि 2012 में कहा गया था कि नए संसद भवन की जरूरत है लेकिन 2021 में ये 60 पूर्व नौकरशाह कह रहे हैं कि सरकार ‘अंधविश्वास के चलते’ नया भवन बना रही है।उन्होंने कहा कि नए प्रधानमंत्री आवास के लिए किसी डिजाइन को अंतिम रूप नहीं दिया गया है और सिर्फ दो परियोजनाओं- संसद भवन व सेंट्रल विस्टा एवेन्यू – का काम करीब 1300 करोड़ रुपये की लागत से फिलहाल चल रहा है। विपक्ष पर निशाना साधते हुए केंद्रीय आवासन एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी ने कहा कि केंद्रीय परियोजना को लेकर झूठा विमर्श गढ़ा जा रहा था और किसी भी विरासत इमारत को “छुआ” नहीं जाएगा।आपको बता दें कि कल मुख्य न्यायाधीश डी एन पटेल और न्यायमूर्ति ज्योति सिंह की पीठ ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के दौरान परियोजना रोके जाने का अनुरोध करने वाली याचिका खारिज करते हुए कहा कि यह किसी मकसद से ‘‘प्रेरित’’ थी और ‘‘वास्तविक जनहित याचिका’’ नहीं थी। अदालत ने याचिकाकर्ताओं पर एक लाख रुपए जुर्माना लगाया। परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और एक नए आवासीय परिसर के निर्माण की परिकल्पना की गई है, जिसमें प्रधानमंत्री और उप-राष्ट्रपति के आवास के साथ-साथ कई नए कार्यालय भवन और मंत्रालयों के कार्यालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय का निर्माण होना है। |
hindi_2022_10976 | उत्तर प्रदेश के 1000 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में, सरकार बोली- चिंता की कोई बात नहीं | उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के एक हजार से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सरकार का कहना है कि सैलाब की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और कहीं भी चिंताजनक हालात नहीं हैं। | लखनऊ: उत्तर प्रदेश के 16 जिलों के एक हजार से ज्यादा गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। सरकार का कहना है कि सैलाब की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है और कहीं भी चिंताजनक हालात नहीं हैं। राज्य के राहत आयुक्त संजय गोयल ने रविवार को बताया कि इस समय प्रदेश के 16 जिलों अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, मऊ, संतकबीरनगर और सीतापुर के 1090 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी नदियों के तटबंध सुरक्षित हैं। बाढ़ के हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है और कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है। गोयल ने बताया कि शारदा नदी पलिया कलां (लखीमपुरखीरी) में, राप्ती नदी श्रावस्ती में, सरयू नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), अयोध्या तथा तुर्तीपार (बलिया) में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। उन्होंने बताया कि बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 370 शरणालय तथा 784 बाढ़ चौकियां स्थापित की गयी हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव के लिये एनडीआरएफ की 15 टीमें तथा एसडीआरएफ और पीएसी की सात टीमें तैनाती की गयी हैं। प्रभावित क्षेत्रों में 1033 नौकाओं का इस्तेमाल किया जा रहा है। गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाढ़ प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि प्रदूषित जलजनित तथा मक्खी, मच्छरजनित रोगों की रोकथाम के लिये जरूरी कार्यवाही की जाए। इस बीच, जालौन से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक माताटीला राजघाट बांध से पानी छोड़े जाने के कारण जिले की सीमा में बेतवा नदी का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया है। एक दिन में जलस्तर पांच मीटर बढ़ने से जिला प्रशासन सतर्क हो गया है और सभी बाढ़ चौकियों को सक्रिय रहने के निर्देश दिए हैं। दूसरी ओर यमुना नदी का जलस्तर कालपी में भी बढ़ना शुरू हो गया है। |
hindi_2022_10977 | IAS Pooja Singhal News: आईएएस पूजा सिंघल और सीए सुमन की मुश्किलें बढ़ीं, फिर 4 दिन की रिमांड, मनरेगा फंड घोटाले का है आरोप | IAS Pooja Singhal News: ईडी के अनुसार, पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान उन्हें जो डॉक्यूमेंट्स मिले हैं, वह हैरान करने वाले हैं और अगर वह सामने आए तो हड़कंप मच जाएगा। इस पर कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के यहां इन्हें सीलबंद लिफाफे में जमा करा दिया गया है। | IAS Pooja Singhal News: निलंबित आईएएस पूजा सिंघल की 5 दिन की रिमांड खत्म हो गई है। इंडिया टीवी संवाददाता मुकेश के मुताबिक, पूजा को आज फिर कोर्ट ले जाया गया, जहां उन्हें और उनकी सीए सुमन कुमार को एक बार फिर 4 दिन की रिमांड पर भेजा गया है। गौरतलब है कि पूजा पर मनरेगा फंड में घोटाले के आरोप हैं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सरकार की खान, उद्योग सचिव आईएएस अधिकारी पूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) को मनरेगा घोटाले के मामले में पिछले दिनों प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गिरफ्तार किया था। उनसे पूछताछ के दौरान ईडी को कई चौंकाने वाली बातें पता लगी हैं। ईडी के अनुसार, पूजा सिंघल के ठिकानों पर छापेमारी के दौरान उन्हें जो डॉक्यूमेंट्स मिले हैं, वह हैरान करने वाले हैं और अगर वह सामने आए तो हड़कंप मच जाएगा। इस पर कोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल के यहां इन्हें सीलबंद लिफाफे में जमा करा दिया गया है। कौन हैं आईएएस पूजा सिंघलपूजा सिंघल (IAS Pooja Singhal) साल 2000 बैच की झारखंड कैडर की IAS अधिकारी हैं। वह महज 21 साल की उम्र में आईएएस बन गई थीं और कम उम्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करने की वजह से उनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज है। पूजा सिंघल ने करीब 20 सालों तक झारखंड में अलग-अलग पदों पर सेवाएं दी हैं। इस दौरान पूजा पर भ्रष्टाचार समेत कई गंभीर आरोप लगे। लेकिन सरकार ने उन्हें जांच के बाद क्लीन चिट भी दी। पूजा सिंघल का निजी जीवन भी काफी चर्चा में रहा है। उन्होंने दो शादियां की हैं, जिसमें उनकी पहली शादी झारखंड कैडर के आईएएस अधिकारी राहुल पुरवार से हुई, जोकि 12 साल तक चली और फिर तलाक हो गया। वहीं उनकी दूसरी शादी बिहार के रहने वाले बिजनेसमैन अभिषेक झा से हुई। वो जो रांची में पल्स हॉस्पिटल के एमडी हैं। |
hindi_2022_10978 | किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार हुए लोगों के लिए कांग्रेस ने खड़ी की वकीलों की फौज | पुलिस की ओर से कई किसानों और उनके नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज किए जाने की खबरों के बीच मंगलवार को विवेक तन्खा की अगुवाई में कांग्रेस के कानून विभाग ने इस मामले में कानूनी मदद के लिए टीमों का गठन किया। | नई दिल्ली: गणतंत्र दिवस पर दिल्ली के लाल किला एवं अन्य स्थानों पर हुए बवाल के बाद पुलिस की ओर से कई किसानों और उनके नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज किए जाने की खबरों के बीच मंगलवार को विवेक तन्खा की अगुवाई में कांग्रेस के कानून विभाग ने इस मामले में कानूनी मदद के लिए टीमों का गठन किया। कानूनी विभाग द्वारा पारित एक प्रस्ताव में कहा गया है, ‘पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के कानूनी विभाग के प्रतिनिधि किसानों और पत्रकारों को राहत और निवारण के संबंध में मदद करने के लिए पहले से ही ली गई कानूनी सेवाओं के बारे में अवगत कराने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर किसान नेताओं से मिलेंगे।’‘जेलों का दौरा कर ‘लापता’ लोगों का पता लगाएंगे वकील’रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस के कानून विभाग सार्वजनिक रूप से 4 राज्यों के प्रत्येक जिले में वकीलों की एक सूची प्रदर्शित करेगा, जो जेलों का दौरा करेंगे और ‘लापता’ व्यक्तियों के बारे में पता लगाएंगे और पुलिस थानों का भी दौरा करेंगे। दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि किसानों के आंदोलन और विरोध के संबंध में किसी को भी अवैध तरीके से हिरासत में नहीं रखा गया है। पुलिस ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील भी की। दिल्ली पुलिस के पीआरओ ईश सिंघल ने कहा, ‘हमने किसान आंदोलन के संबंध में अब तक कुल 44 मामले दर्ज किए हैं और कुल 122 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।’‘दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर है गिरफ्तार लोगों की जानकारी’सिंघल ने कहा, ‘गिरफ्तार किए गए लोगों के अलावा, पुलिस स्टेशनों में किसी को भी हिरासत में नहीं रखा गया है। उन सभी के रिकॉर्ड, जिन्हें गिरफ्तार किया गया है, दिल्ली पुलिस की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है।’ उन्होंने यह भी कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों के परिजन संबंधित पुलिस थानों से भी जानकारी ले सकते हैं। अधिकारी ने कहा, ‘हमने लोगों को सुविधा देने के लिए अपनी वेबसाइट पर जानकारी डाल दी है। हम लोगों से अनुरोध करेंगे कि वे किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।'गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनातइस बीच दिल्ली से लगते तीन बॉर्डर पर बैरिकेड्स और शिलाखंडों को सड़क को रखते हुए सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए और अधिक किसानों के पहुंचने की आशंकाओं के बीच गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात कर दिए गए हैं। निगरानी रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है और सीमावर्ती क्षेत्रों में सघन चेकिंग की जा रही है। नतीजतन, राजधानी में बड़े पैमाने पर ट्रैफिक भी प्रभावित हो रहा है, जगह-जगह जाम लग रहा है। |
hindi_2022_10979 | सोनिया गांधी अगर पद छोड़ती हैं तो कौन होगा अंतरिम अध्यक्ष? इन 2 नामों पर चर्चा तेज | कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से ठीक पहले चर्चा तेज हो गई है कि सोनिया गांधी आज सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे सकती हैं। देशभर में कई कांग्रेस नेताओं की तरफ से मांग उठ रही है कि राहुल गांधी एक बार फिर से आकर अध्यक्ष पद को संभालें। | नई दिल्ली: कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक से ठीक पहले चर्चा तेज हो गई है कि सोनिया गांधी आज सीडब्ल्यूसी की बैठक में पार्टी अध्यक्ष पद से त्यागपत्र दे सकती हैं। देशभर में कई कांग्रेस नेताओं की तरफ से मांग उठ रही है कि राहुल गांधी एक बार फिर से आकर अध्यक्ष पद को संभालें। पार्टी की अधिकतर राज्य इकाइयों की तरफ से पत्र लिखकर राहुल गांधी से अध्यक्ष पद संभालने की अपील की गई है।वहीं राहुल गांधी की तरफ से अभी तक इसे लेकर कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि राहुल गांधी अगर अध्यक्ष पद नहीं संभालते और सोनिया गांधी त्यागपत्र देती हैं तो अंतरिम अध्यक्ष कौन होगा? इंडिया टीवी को सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अंतरिम अध्यक्ष के लिए पार्टी के 2 वरिष्ठ नेताओं के नाम पर सबसे ज्यादा हो रही है।पहला नाम है पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का और दूसरा नाम है पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी का। हालांकि मौजूदा हालात में डॉक्टर मनमोहन सिंह का स्वास्थ्य और उम्र शायद ही उनको इसकी अनुमति दे और एके एंटनी की उम्र भी ज्यादा हो चुकी है लेकिन उन्होंने ही 15 अगस्त के दिन पार्टी कार्यालय में तिरंगा फहराया था।सूत्रों के मुताबिक सोनिया गांधी के त्यागपत्र के बाद सीडब्ल्यूसी एक बार फिर उनसे अध्यक्ष पद पर बने रहने का अनुरोध कर सकती है, लेकिन सोनिया गांधी का स्वास्थ्य उनका साथ नहीं दे रहा। सीडब्ल्यूसी पहले ही राहुल गांधी से अध्यक्ष पद संभालने के लिए कह चुकी है लेकिन राहुल गांधी की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है। ऐसे में संभावना है कि एक बार फिर से पार्टी किसी को अंतरिम अध्यक्ष चुन सकती है। |
hindi_2022_10980 | इस चुनाव में लहराया BJP का परचम, हासिल की बहुत बड़ी जीत, कांग्रेस से छीना शासन | अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट नगर परिषद (पीएमसी) की आठ में से छह सीटें जीत कर भाजपा ने स्थानीय निकाय का शासन कांग्रेस से छीन लिया है वहीं ईटानगर में हुए नगर निगम चुनाव (आईएमसी) में पहली बार हिस्सा लेने वाली पार्टी जद (यू) को नौ सीटें मिली हैं। | ईटानगर: अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट नगर परिषद (पीएमसी) की आठ में से छह सीटें जीत कर भाजपा ने स्थानीय निकाय का शासन कांग्रेस से छीन लिया है वहीं ईटानगर में हुए नगर निगम चुनाव (आईएमसी) में पहली बार हिस्सा लेने वाली पार्टी जद (यू) को नौ सीटें मिली हैं। राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा को 20 सीटों वाले ईटानगर नगर निगम के चुनाव में 10 सीटें मिली हैं जबकि जदयू को नौ और एनपीपी के हिस्से में एक सीट आयी है। भाजपा को बहुमत से एक सीट कम मिली है। राज्य निर्वाचन आयोग के एक अधिकारी ने बताया कि आईएमसी में भाजपा को मिली 10 सीटों में से पांच पर उसके उम्मीदवार निर्विरोध जीते हैं। पीएमसी चुनाव 2013 में सात सीटें जीतने वाली कांग्रेस को इस बार सिर्फ दो सीटें मिली हैं। वहीं आईएमसी में कांग्रेस का खाता नहीं खुल सका। स्थानीय निकाय चुनाव में जनता दल (यूनाइटेड) का प्रदर्शन काफी मायने रखता है क्योंकि अरुणाचल प्रदेश में उसके सात में से छह विधायक एक दिन पहले ही भाजपा का दामन थाम चुके हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जद (यू) ने 2019 में अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में 15 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे और सात सीटों पर उसे जीत मिली थी। भाजपा (41 सीटें) के बाद वह राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। वर्ष 2013 में पीएमसी में 12 और आईएमसी में 30 सीटें थीं। लेकिन वार्डों के परिसीमन के बाद दोनों निकायों में सीटें घट गईं। पिछले चुनाव में पीएमसी में कांग्रेस को सात सीटें मिली थीं, भाजपा को दो और निर्दलीय उम्मीदवारों को तीन सीटें मिली थीं। आईएमसी चुनाव 2013 में कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं। वहीं राकांपा को चार, भाजपा को तीन, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल और निर्दलीय को एक-एक सीट मिली थी। अरुणाचल प्रदेश में विभिन्न कारणों से स्थानीय निकाय चुनाव दो साल से भी ज्यादा देरी से हो रहे हैं। आयोग के अधिकारी ने बताया कि राज्य में जिला परिषद की 142 सीटों और ग्राम पंचायतों की 1,670 सीटों के लिए भी वोटों की गिनती जारी है। राज्य में 22 दिसंबर को हुए मतदान में 73 प्रतिशत वोट पड़े थे। चुनाव आयोग के अनुसार, जिला परिषद की कुल 240 में से 96 सीटों और ग्राम पंचायत की 8,291 सीटों में से 5,410 पर भाजपा निर्विरोध जीती है। |
hindi_2022_10981 | खुशखबरी! उत्तर रेलवे ने किया 6 और नई स्पेशल ट्रेनों का ऐलान, जानिए टाइमिंग और रूट | उत्तर रेलवे ने रेलयात्रियों की सुविधा के लिए 6 और अनारक्षित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का ऐलान किया है। इससे पहले रेलवे 39 अनारक्षित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का ऐलान कर चुका है। | नई दिल्ली: उत्तर रेलवे ने रेलयात्रियों की सुविधा के लिए 6 और अनारक्षित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का ऐलान किया है। इससे पहले रेलवे 39 अनारक्षित मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों का ऐलान कर चुका है। उत्तर रेलवे की तरफ से जारी सूचना के मुताबिक ये सभी ट्रेनें अनारक्षित होंगी। इन ट्रेनों के दिल्ली और आसपास के इलाकों में सफर करनेवाले यात्रियों को काफी सहूलियत होगी। इन सभी ट्रेनों की विस्तार से जनाकारी हासिल करने के लिए यात्री www.enquiry.indianrail.gov.in पर विजिट कर सकते हैं। आइए अब आपको बताते हैं कि उत्तर रेलवे द्वारा ने किन 6 नई ट्रेनों के परिचालन का ऐलान किया है। पढ़ें:- Indian Railways Vistadome Coaches: अब हाईटेक होगा रेल का सफर, घूमने वाली सीट, शीशे की छत समेत होंगी ये खास सुविधाएंउत्तर रेलवे ने 6 नई ट्रेनों का ऐलान कियाउत्तर रेलवे ने यात्रियों से कोविड के दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन करने का भी अनुरोध किया है। इसके लिए यात्री सफर के दौरान मास्क का इस्तेमाल करें। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइज करते रहें। आपको बता दें कि कोरोना के दौरान रेलवे की सेवा पूरी तरह से ठप हो गई थी। धीरे-धीरे रेलवे ने अपने सभी नेटवर्क को स्पेशल ट्रेनों के परिचालन के माध्यम से खोलना शुरू किया। अब अधिकांश रूट पर ट्रेनों का परिचालन कर दिया गया है और धीरे-धीरे ट्रेनों की संख्या भी बढ़ाई जा रही है। पढ़ें: आज से फर्राटा भरेगी 'पूर्णागिरी जनशताब्दी' स्पेशल ट्रेन, जानिए रूट, टाइमिंग, स्टॉपेजपढ़ें:- भारत-बांग्लादेश: न्यू जलपाईगुड़ी और ढाका के बीच चलेगी नई ट्रेन, 26 मार्च से होगी शुरू |
hindi_2022_10982 | दिल्ली: किसानों की हिंसा के मामले में 33 FIR दर्ज, 9 की जांच करेगी क्राइम ब्रांच | दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में 33 FIR दर्ज की गई हैं। इनमें से 9 केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिए गए है। | नई दिल्ली: दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान 26 जनवरी को हुई हिंसा के मामले में 33 FIR दर्ज की गई हैं। इनमें से 9 केस क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिए गए है। जिन 9 मामलों की जांच क्राइम ब्रांच करेगी वह सब समयपुर बादली, कोतवाली, IP, नांगलोई, बाबा हरिदास नगर, नजफगढ़ थानों में दर्ज हुए है। अभी तक दिल्ली पुलिस 44 लोगों के खिलाफ LOC (Look out circular) जारी कर चुकी है।केन्द्र के तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे किसानों ने गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में ट्रैक्टर रैली निकाली, जो हिंसक हो गई। हजारों की संख्या में किसानों ने ट्रैक्टर परेड निकाली थी। इस दौरान कई जगह प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के अवरोधकों को तोड़ दिया और पुलिस के साथ झड़प व वाहनों में तोड़-फोड़ की, जिसमें 394 पुलिसकर्मी घायल हो गई। प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर एक धार्मिक ध्वज भी लगा दिया था।लाल किले पर झंडा लगाने वाले युवक की पहचान जुगराज सिंह के रूप में हुई है, जिसकी उम्र 22 साल बताई जा रही है। जानकारी के अनुसार, जुगराज सिंह पंजाब के तरनतारन के गांव तारा सिंह का रहने वाला है। उसके परिवार में उसकी मां भगवंत कौर, उसके पिता बलदेव सिंह, दादा-दादी और एक बहन है। जुगराज सिंह की दो बहनों की पहले ही शादी हो चुकी है। जानकारी मिली है कि उसका परिवार घर से कहीं चला गया है।26 जनवरी को लाल किले पर धार्मिक झंडा लहराने वाले जुगराज सिंह के खिलाफ LOC (Look out circular) जारी किया गया है। जुगराज सिंह को ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है। उसकी गिरफ्तारी के लिए कोशिशें तेज कर दी गई है। घटना के बाद से ही जुगराज सिंह की पहचान करने की कोशिश की जा रही थी, जिसके अब पहचान हो चुकी है और पुलिस उसे गिरफ्तार करने के लिए तलाश रही है।गणतंत्र दिवस पर किसानों की हिंसा और लाल किले पर धार्मिक झंडा लगाने के बाद से आम लोगों में किसानों के प्रति गुस्सा देखने को मिलने लगा है। ऐसे में करीब दो महीनों से नए कृषि कानूनों (New farms law) के खिलाफ सिंघू बॉर्डर (Singhu Border) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmers agitation) के विरोध में स्थानीय लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। लोगों को कहना है किसानों के वहां होने से उन्हें बहुत परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सिंघू बॉर्डर के आसपास के गांव वालों ने प्रदर्शनकारी किसानों से स्थान खाली कराने के लिए प्रदर्शन (Protest against farmers agitation) किया। स्थानीय लोग सिंघू बॉर्डर को जल्द से जल्द खाली कराने की मांग कर रहे हैं। किसानों का विरोध कर रहे कुछ लोगों ने 'तिरंगे का अपमान हिंदुस्तान नहीं सहेगा' लिखे हुए बैनर हाथों में लेकर सिंघू बॉर्डर खाली कराने की मांग को बुलंद किया। स्थानीय लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिला है। इसी बीच सिंघू बॉर्डर पर पहले मंच और दूसरे मंच के बीच की जगह को खाली करवाया दिया गया। यहां से टेंट हटाए गये हैं और बीच में बैरिकेड्स, पत्थर और लोहे के बड़े-बड़े बक्से लगा दिए गये हैं। मौके पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस अलर्ट मोड पर है।देश की राजधानी नई दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद दिल्ली पुलिस एक्शन में है। दिल्ली पुलिस ने 35 से ज्यादा आरोपी किसान नेताओं के खिलाफ लुक आउट नोटिस जारी किया है। दिल्ली पुलिस ने लुक आउट नोटिस इसलिए जारी किया है ताकि कोई भी आरोपी देश छोड़कर भाग न सके। इन सभी नेताओं के पासपोर्ट को जब्त किया जाएगा। राष्ट्रीय राजधानी में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के बाद बृहस्पतिवार को भी दिल्ली से लगी सीमाओं पर पुलिस बल की भारी तैनाती है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लाल किले पर भी सुरक्षा कर्मी तैनात किए गए हैं। |
hindi_2022_10983 | भारतीय रेलवे 2 दिसंबर से पश्चिम बंगाल में चलाएगा 54 उपनगरीय ट्रेनेंः रेल मंत्री पीयूष गोयल | भारतीय रेलवे अगले महीने 2 दिसंबर यानि बुधवार से गैर-उपनगरीय यात्री सेवाओं की 54 ट्रेनों की शुरुआत करेगा। ये जानकारी खुद केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष ने ट्वीट करके दी है। | नई दिल्ली। भारतीय रेलवे अगले महीने 2 दिसंबर यानि बुधवार से गैर-उपनगरीय यात्री सेवाओं की 54 ट्रेनों की शुरुआत करेगा। ये जानकारी खुद केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष ने ट्वीट करके दी है। ये ट्रेनें पश्चिम बंगाल में चलाई जाएंगी। पीयूष गोयल ने ट्वीट करके बताया कि, 2 दिसंबर से रेलवे 54 गैर-उपनगरीय यात्री सेवाएं (27 जोड़ी) पश्चिम बंगाल से पर्याप्त सुरक्षा मानदंडों के साथ शुरू करेगा। इससे राज्य के लोगों की आवाजाही, संपर्क और सुविधा में आसानी होगी।31 दिसंबर 2020 तक चलेंगी ये 13 स्पेशल ट्रेनेंसाथ ही भारतीय रेलवे के पूर्व मध्य रेलवे जोन ने कोरोना काल के बीच चल रही स्पेशल ट्रेनों के परिचालन का भी विस्तार किया है। रेलवे ने बिहार के जयनगर, दरभंगा, बरौनी, रक्सौल, मुजफ्फरपुर और सहरसा से चल रही 13 स्पेशल ट्रेनों को अब 31 दिसंबर 2020 तक चलाने का फैसला किया है। बता दें कि, रेलवे ने कोविड-19 के बीच फेस्टिव सीजन में 30 नवंबर तक यात्रियों की सुविधाओं का ख्याल रखते हुए विशेष ट्रेनों का संचालन करने का ऐलान किया था। जिसके बाद से यात्रियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी कि क्या 30 नवंबर के बाद इन ट्रेनों का परिचालन बंद हो जाएगा।रेलवे ने 31 दिसंबर 2020 तक ट्रेनों के परिचालन की घोषणा कर दी है, जिससे रेल यात्रियों ने राहत की सांस ली है। पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर रेलमंडल के अलग-अलग स्टेशनों से खुलने वाली 13 विशेष ट्रेनों के परिचालन को 31 दिसंबर 2020 तक चलाने की हरी झंडी मिल गई है। यात्रियों को ट्रेन खुलने के समय से कुछ घंटे पहले रेलवे स्टेशन पहुंचना होगा, जिससे उन्हें कोविड-19 की जांच के बाद प्लेटफॉर्म में एंट्री मिल सके। ट्रेनों की लिस्ट02521/02522 बरौनी- एरनाकुलम-बरौनी एक्सप्रेस02577/02578 दरभंगा -मैसुर - दरभंगा एक्सप्रेस02545/02546 रक्सौल-लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस05547/05548 जयनगर - लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस05272/05271 मुजफ्फरपुर - हावड़ा एक्सप्रेस05559/05560 दरभंगा - अहमदाबाद एक्सप्रेस05251/05252 दरभंगा - जालंधर सिटी एक्सप्रेस05563/05564 जयनगर-उधना एक्सप्रेस05531/05532 सहरसा - अमृतसर एक्सप्रेस05267/05268 रक्सौल -लोकमान्य तिलक टर्मिनल एक्सप्रेस05529/05530 सहरसा - आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस03228/03227 राजेन्द्र नगर - सहरसा इंटरसिटी एक्सप्रेस03226/03225 जयनगर - पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस |
hindi_2022_10984 | गुरुग्राम: पुरानी रंजिश को लेकर पूर्व सरपंच के परिवार पर हमला, 6 को मारी गोली | पूर्व सरपंच गोपाल के परिवार के सदस्यों पर हमला गुरुवार की शाम करीब 8:26 बजे हुआ। इस घटना में एक 18 वर्षीय युवक के चेहरे पर गोली लगने से मौत हो गई है। | गुरुग्राम: गुरुग्राम जिले के कासन गांव के एक पूर्व सरपंच के दो बच्चों सहित परिवार के 6 सदस्यों पर एक प्रतिद्वंद्वी गिरोह ने कथित रूप से हमला कर दिया। बताया जा रहा है कि सभी को गोली मारी गई थी, जिसमें से एक की मौत हो गई है। पुलिस ने यह जानकारी दी। पूर्व सरपंच गोपाल के परिवार के सदस्यों पर कथित हमला गुरुवार की शाम करीब 8:26 बजे हुआ।पुलिस की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि इस अपराध के पीछे का कारण पुरानी रंजिश हो सकती है लेकिन विस्तृत जांच के बाद ही सही कारण का पता चलेगा। सूत्रों ने बताया कि इस घटना में एक 18 वर्षीय युवक के चेहरे पर गोली लगने से मौत हो गई।पुलिस ने कहा, "सभी घायलों को गंभीर हालत में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पीड़ितों का आधिकारिक बयान मिलने के बाद घटना के पीछे का मकसद स्पष्ट हो जाएगा। यह एक पुरानी रंजिश का परिणाम था या नहीं, यह विस्तृत जांच के बाद स्पष्ट होगा।"सुरक्षा के लिहाज से गुरुग्राम की कई अपराध इकाइयों को घटना स्थल पर तैनात किया गया है। |
hindi_2022_10985 | शत्रुघ्न सिन्हा ने PM मोदी को लेकर अपने ट्वीट को बताया ‘‘व्यंग्य’’, बोले- कांग्रेस नहीं छोड़ रहा हूं | कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने एक हालिया ट्वीट को भाजपा में ‘‘घर वापसी’’ के प्रयास के रूप में देखे जाने की अटकलों को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि उन्होंने उक्त टिप्पणी एक ‘‘व्यंग्य’’ के तौर पर की थी और पार्टी बदलने की कोई इच्छा नहीं है। | पटना: कांग्रेस नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने अपने एक हालिया ट्वीट को भाजपा में ‘‘घर वापसी’’ के प्रयास के रूप में देखे जाने की अटकलों को खारिज करते हुए मंगलवार को कहा कि उन्होंने उक्त टिप्पणी एक ‘‘व्यंग्य’’ के तौर पर की थी और पार्टी बदलने की कोई इच्छा नहीं है। शत्रुघ्न ने रविवार को ट्वीट कर कहा था, ‘‘दुनिया में चार तरह के दुःखी लोग होते हैं। अपने दुखों से दुखी, दूसरों के दुख से दुखी, दूसरों के सुख से दुखी और बिना बात खामखां मोदी से दुखी।’’ उन्होंने कहा, "यह मनोरंजन के लिए रविवार के व्यंग्य के तौर पर कहा था। मैं हर रविवार को मनोरंजन के लिए कुछ ट्वीट करता हूं और उनसे कोई राजनीतिक अर्थ नहीं निकाला जाना चाहिए।’’ अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न ने मुंबई से फोन पर कहा, ‘‘न तो मुझे कांग्रेस छोड़ने और भाजपा में शामिल होने की कोई भावना है और न ही इस संबंध में मेरी कोई इच्छा है।’’ अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में केंद्रीय मंत्री के रूप में कार्य करने वाले शत्रुघ्न 2019 के लोकसभा चुनाव के समय भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल हो गए थे और कांग्रेस के टिकट पर अपने पैतृक स्थान पटना साहिब निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़े थे। बिहारी बाबू के नाम से लोकप्रिय शत्रुघ्न ने 2009 के साथ-साथ 2014 में भी भाजपा के टिकट पर इसी सीट से शानदार अंतर से जीत हासिल की थी। हालांकि, वह 2019 में पटना साहिब से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद से बड़े अंतर से हार गए थे। भगवा पार्टी से बाहर निकलने से पहले शत्रुघ्न ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के खिलाफ कई परोक्ष टिप्पणियां की थीं। लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस पार्टी के चुनाव हारने और खुद शत्रुघ्न को सबसे पुरानी पार्टी में किसी भी महत्वपूर्ण भूमिका में नहीं देखा गया, मोदी पर उनकी टिप्पणी को राजनीतिक हलकों में उनकी पुरानी पार्टी तक पहुंचने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। शत्रुघ्न अभी भी कहते हैं कि उन्होंने राजनीति का ककहरा भाजपा में सीखा है और भगवा पार्टी में उनके कई ‘‘अच्छे दोस्त’’ हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने नोटबंदी और जटिल जीएसटी लागू करने जैसे कुछ मुद्दों पर नेतृत्व से असहमति जताते हुए भाजपा को छोड़ दिया था और अब भी उस पर कायम हूं।’’ कांग्रेस पार्टी के अपने भविष्य के बारे में सिन्हा ने कहा, ‘‘पिछले दो संसदीय चुनावों में सांसदों की संख्या कम होने के आधार पर हमें पुरानी पार्टी को नकारना नहीं चाहिए। कांग्रेस सत्ता में वापस आ सकती है। किसी को यह नहीं भूल जाना चाहिए कि भाजपा भी एक समय दो सांसदों की पार्टी थी।’’ |
hindi_2022_10986 | चीन की PLA जिन 5 भारतीय नागरिकों को उठाकर ले गई थी उन्हें आज वापस करेगी | किरेन रिजिजू ने कहा है कि चीन की PLA ने कहा है कि शनिवार को पांचों भारतीय नागरिक भारतीय सेना को सौंप दिए जाएंगे। करीब 6 दिन पहले यह खबर आई थी कि चीन की PLA 5 भारतीय नागरिकों को उठा ले गई थी। | नई दिल्ली. चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) अरुणाचल प्रदेश से जिन 5 भारतीय नागरिकों को उठाकर ले गई थी उन्हें शनिवार को वापस करेगी। केंद्रीय मंत्री और अरुणाचल प्रदेश से सांसद किरेन रिजिजू ने यह जानकारी दी है। किरेन रिजिजू ने कहा है कि चीन की PLA ने कहा है कि शनिवार को पांचों भारतीय नागरिक भारतीय सेना को सौंप दिए जाएंगे। करीब 6 दिन पहले यह खबर आई थी कि चीन की PLA 5 भारतीय नागरिकों को उठा ले गई थी।पीएलए ने मंगलवार को कहा था कि चार सितंबर को अपर सुबनसिरी जिले में भारत-चीन सीमा से लापता हुए पांच युवक उन्हें सीमापार मिले थे। रिजिजू ने शुक्रवार को ट्वीट किया, “चीन की पीएलए ने भारतीय सेना से इस बात की पुष्टि की है कि वह अरुणाचल प्रदेश के युवकों को हमें सौंप देंगे। उन्हें कल 12 सितंबर को किसी भी समय एक निर्दिष्ट स्थान पर सौंपा जा सकता है।”रिजिजू ने ही पहली बार इसकी सूचना दी थी कि पीएलए ने इस बात की पुष्टि की थी कि युवक सीमा पार चीन में पाए गए हैं। यह घटना तब सामने आई थी जब एक समूह के दो सदस्य जंगल में शिकार के लिए गए थे और लौटने पर उन्होंने उक्त पांच युवकों के परिवार वालों को जानकारी दी थी कि युवकों को सेना के गश्ती क्षेत्र सेरा-7 से चीनी सैनिक ले गए हैं।यह स्थान नाचो से 12 किलोमीटर उत्तर में स्थित है। मैकमोहन रेखा पर स्थित नाचो अंतिम प्रशासनिक क्षेत्र है और यह दापोरीजो जिला मुख्यालय से 120 किलोमीटर दूर है। चीनी सेना द्वारा कथित तौर पर अगवा किए गए युवकों की पहचान तोच सिंगकम, प्रसात रिंगलिंग, डोंगतु एबिया, तनु बाकर और नगरु दिरी के रूप में की गई है। |
hindi_2022_10987 | अदालत शिक्षा के क्षेत्र के विशेषज्ञ की तरह काम नहीं कर सकती: सुप्रीम कोर्ट | पीठ ने कहा, ‘‘शिक्षा के क्षेत्र में अदालत आम तौर पर किसी विशेषज्ञ के रूप में काम नहीं कर सकती, इसलिए यह तय करने की जिम्मेदारी शैक्षणिक संस्थाओं और यदि कोई विशेषज्ञ समिति मामले पर विचार कर रही हो, तो उसपर छोड़ देना बेहतर होगा कि कोई छात्र/उम्मीदवार अपेक्षित योग्यता रखता है या नहीं।’’ | सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि कोई अदालत शिक्षा के क्षेत्र में विशेषज्ञ की तरह काम नहीं कर सकती और यह तय करना संस्थानों पर छोड़ दिया जाना चाहिए कि कोई उम्मीदवार अपेक्षित योग्यता रखता है या नहीं। न्यायमूर्ति एम आर शाह और न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना की पीठ ने कहा कि नौकरी के विज्ञापन में उल्लिखित शैक्षणिक योग्यता से कोई विचलन नहीं हो सकता। पीठ ने कहा, ‘‘शिक्षा के क्षेत्र में अदालत आम तौर पर किसी विशेषज्ञ के रूप में काम नहीं कर सकती, इसलिए यह तय करने की जिम्मेदारी शैक्षणिक संस्थाओं और यदि कोई विशेषज्ञ समिति मामले पर विचार कर रही हो, तो उसपर छोड़ देना बेहतर होगा कि कोई छात्र/उम्मीदवार अपेक्षित योग्यता रखता है या नहीं।’’ न्यायालय ने झारखंड के उच्च विद्यालयों में विभिन्न वर्गों के तहत अलग-अलग विषयों के लिए स्नातकोत्तर प्रशिक्षित शिक्षकों के पद पर नियुक्ति की चयन प्रक्रिया के संबंध में झारखंड उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देने वाली विभिन्न याचिकाओं को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की। शीर्ष अदालत ने कहा कि विज्ञापन के अनुसार उम्मीदवार के पास इतिहास में स्नातकोत्तर/स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। पीठ ने कहा, ‘‘हमने संबंधित रिट याचिकाकर्ताओं के डिग्री/प्रमाणपत्र देखे हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि संबंधित रिट याचिकाकर्ताओं ने इतिहास की शाखाओं में से किसी एक शाखा यानी प्राचीन भारत का इतिहास, प्राचीन भारत का इतिहास एवं संस्कृति, मध्यकालीन/आधुनिक इतिहास, प्राचीन भारत का इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व में से किसी एक में स्नातकोत्तर डिग्री/स्नातक डिग्री प्राप्त की है।’’ उसने कहा, ‘‘हमारे विचार में, इतिहास की किसी एक शाखा में डिग्री प्राप्त करना इतिहास में डिग्री प्राप्त करना नहीं कहा जा सकता। इतिहास के एक शिक्षक के रूप में उसे इतिहास के सभी विषयों, यानी प्राचीन इतिहास, भारतीय प्राचीन इतिहास एवं संस्कृति, मध्यकालीन/आधुनिक इतिहास, प्राचीन भारत का इतिहास, संस्कृति एवं पुरातत्व आदि सभी को पढ़ाना होगा।’’ पीठ ने कहा कि इसलिए इतिहास की केवल एक शाखा का अध्ययन करने और डिग्री प्राप्त करने को संपूर्ण इतिहास विषय की डिग्री के तौर पर नहीं देखा जा सकता, जो भर्ती के लिए अपेक्षित योग्यता है। उसने कहा, ‘वर्तमान मामले में, अपेक्षित शैक्षणिक योग्यता का विज्ञापन में विशेष रूप से उल्लेख किया गया है। शैक्षणिक योग्यता की जानकारी देने वाले विज्ञापन और (इतिहास / नागरिक शास्त्र में) जिस पद के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए थे, उनमें कोई अस्पष्टता या भ्रम नहीं है।’ |
hindi_2022_10988 | कांवड यात्रा होगी या नहीं? उत्तराखंड के नए CM का बड़ा बयान | सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि कांवड यात्रा सिर्फ उत्तराखंड में नहीं होती है, ये यूपी, हरियाणा, मध्य प्रदेश और दिल्ली से भी जुड़ी है। इन राज्यों के साथ बातचीत के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा। | देहरादून. क्या कोरोना महामारी की वजह से होने वाली प्रसिद्ध कांवड यात्रा इस बार भी पिछली बार की तरह कैंसिल कर दी जाएगी या फिर इस बार एहतियात के साथ उत्तराखंड इस यात्रा को परमिशन दे देगा, ये सभी जानना चाहते हैं। उत्तराखंड के नए सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस यात्रा को लेकर मीडिया से बातचीत में अहम जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि कांवड यात्रा सिर्फ उत्तराखंड में नहीं होती है, ये यूपी, हरियाणा, मध्य प्रदेश और दिल्ली से भी जुड़ी है। इन राज्यों के साथ बातचीत के बाद ही कोई अंतिम निर्णय लिया जाएगा।मुख्यमंत्री धामी ने मुख्य सचिव एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सहित अन्य उच्चाधिकारियों के साथ कल देर शाम एक बैठक में पड़ोसी राज्यों के साथ इस संबंध में व्यापक विचार-विमर्श कर सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए समुचित निर्णय लेने के निर्देश दिए।हाल में पुलिस अधिकारियों की अंतरराज्यीय समन्वय बैठक में भी यह राय बनी थी कि संक्रमण की संभावित तीसरी लहर के खतरे को देखते हुए फिलहाल कांवड़ यात्रा को स्थगित रखना चाहिए। बैठक में यह भी सुझाव दिया गया कि अगर यात्रा स्थगित होती है तो राज्य पुलिस की अनुमति से पड़ोसी राज्य टैंकरों में गंगा जल भरकर ले जा सकते हैं।हर साल, जुलाई में श्रावण का महीना आते ही कांवड़ यात्रा शुरू हो जाती है, जो अगस्त की शुरूआत तक चलती है और इस एक पखवाड़े के दौरान उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश सहित अन्य राज्यों से लाखों शिव भक्त गंगा जल लेने के लिए हरिद्वार आते हैं। गंगा जल से वह अपने गांवों और घरों में शिव मंदिरों में 'जलाभिषेक' करते हैं। |
hindi_2022_10989 | यमुना एक्सप्रेस-वे पर हादसा, कैंटर ने बस को मारी टक्कर | पुलिस के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब पौने आठ बजे किमी-96 टोल प्लाजा के पास एआरटीओ द्वारा जांच की जा रही थी। इस दौरान आगरा से नोएडा जा रही निजी बस को रोका गया था। इसी दौरान पीछे से आ रही मजदूरों से भरी बस भी रुक गई। | मथुरा. उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में यमुना एक्सप्रेस-वे पर पशुओं से लदे कैंटर ने मजदूरों को लेकर जा रही बस को शुक्रवार को टक्कर मार दी। हादसे में कैंटर चालक सहित तीन लोगों की मौत हो गई व एक दर्जन मजदूर घायल हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।पुलिस के अनुसार, शुक्रवार सुबह करीब पौने आठ बजे किमी-96 टोल प्लाजा के पास एआरटीओ द्वारा जांच की जा रही थी। इस दौरान आगरा से नोएडा जा रही निजी बस को रोका गया था। इसी दौरान पीछे से आ रही मजदूरों से भरी बस भी रुक गई।पुलिस ने बताया कि इतने में पीछे से तेजगति में आ रहे पशुओं भरे कैंटर ने मजदूरों से भरी बस को टक्कर मार दी। इससे बस डिवाइडर से जा टकराई। हादसे में कैंटर में सवार जिरौली बागपत निवासी सद्दाम (29), मिलाना, बागपत निवासी और चालक हनीफ (45) तथा बरनावा, बागपत निवासी रविश (22) की मौत हो गई।पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीश चंद्र ने बताया कि मृतकों व घायलों के परिजनों को सूचना दे दी गई है तथा सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि घायलों में कंचन दास सुकुमार, मुनसुर, समर मंडल, प्यादुलो, सूरज, सावित्री दास, अशोक दास, कानचौन बैराग्य, लालटू, सौम्या पाइन, संतू पाई आदि शामिल हैं। |
hindi_2022_10990 | इंडिया टीवी में चार अहम अधिकारी हुए पदोन्नत, जिम्मेदारियां बढ़ीं | इंडिया टीवी ने अपने बिजनेस और कोर ऑपरेशंस को और मजबूती प्रदान करने के लिए चार प्रमुख अधिकारियों के प्रमोशन का ऐलान किया है। | नई दिल्ली: इंडिया टीवी ने अपने बिजनेस और कोर ऑपरेशंस को और मजबूती प्रदान करने के लिए चार प्रमुख अधिकारियों के प्रमोशन का ऐलान किया है। ये अधिकारी कंपनी के बिजनेस रेवेन्यू, कॉरपोरेट मामले, टीवी ऑपरेशंस, मोनेटाइजेशन और कंपनी के ग्रोथ के विभिन्न पहलुओं की तलाश करेंगे। कंपनी ने अपने बिजनेस को और ज्यादा अनुकूलनीय और लचीला बनाने के लिए अपनी व्यापारिक रणनीतियों को तीन बिंदुओं 'पुनर्विचार, फिर से तैयार करना और पुनर्जीवित करना' (to rethink, rework and retool) पर काम करने का फैसला किया है। अपनी टीम के सदस्यों की भूमिका को समृद्ध करने के लिए इंडिया टीवी ने अपनी कोर टीम को अतिरिक्त जिम्मेदारियां सौंपी हैं। सुदिप्तो चौधरी को चीफ रेवेन्यू ऑफिसर के तौर पर प्रमोशन दिया गया। उन्हें बिजनेस के नए अवसरों की तलाश और उनकी पहचान कर कंपनी के रेवेन्यू को ज्यादा से ज्यादा बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। पुनीत टंडन को चीफ ऑफिसर, कॉरपोरेट अफेयर्स (मुख्य अधिकारी, कॉरपोरेट मामले) के तौर पर प्रमोट किया गया है। उन्हें कॉरपोरेट जगत और सरकार के साथ ही कंपनी के पब्लिक रिलेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई है। रोहित लाल को चीफ ऑफिसर-टेलीविजन ऑपरेशंस (मुख्य अधिकारी - टेलीविजन संचालन) के रूप में प्रमोट किया गया है। उन्हें कंपनी के सभी आंतरिक सहयोगियों के साथ मिलकर एकीकृत संचालन की जिम्मेदारी दी गई है। गुलाब मखीजा को सीएफओ के अतिरिक्त सीईओ, ग्रोथ एंड मोनेटाइजेशन की जिम्मेदारी गई है। उन्हें देश के अंदर और विदेशी बाजारों में बिजनेस के विस्तार की जिम्मेदारी दी गई है। वे बिजनेस के नए अवसरों के साथ ही नए पार्टनरशिप और मौजूदा संसाधनों में मोनेटाइजेशन को बढ़ाने की संभावनाएं तलाश करेंगे। इन सभी लोगों की भूमिका और जिम्मेदारियां तत्काल रूप से प्रभावी होंगी। संगठन के अंदर हुए इन नए प्रमोशंस पर इंडिया टीवी की मैनेजिंग डायरेक्टर (प्रबंध निदेशक) रितु धवन ने कहा-कोरोना वायरस महामारी के मौजूदा हालात के बीच बिजनेस को मजबूत बनाने के लिए हमें बिजनेस रणनीति पर पुनर्विचार कर इसे अनुकूल एवं लचीला बनाने के लिए यह जरूरी है। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए हमने विभिन्न चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने और बेहतर भविष्य सुनिश्चित करने के लिए अपनी कोर बिजनेस टीम की जिम्मेदारियां और उनकी भूमिकाओं को बढ़ा दिया है। |
hindi_2022_10991 | MP में मकान ढहने से 6 लोगों की मौत, राजस्थान के कुछ इलाकों में बाढ़ जैसी हालत, 'रेड अलर्ट' जारी | मध्य प्रदेश में रविवार को बारिश के चलते दो मकान ढहने से चार बच्चों सहित छह लोगों की मलवे में दबने से मौत हो गयी, जबकि चार अन्य घायल हो गये। वहीं, राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने के बाद निचले इलाकों में जलभराव से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। | नई दिल्ली: मध्य प्रदेश में रविवार को बारिश के चलते दो मकान ढहने से चार बच्चों सहित छह लोगों की मलवे में दबने से मौत हो गयी, जबकि चार अन्य घायल हो गये। वहीं, राजस्थान के कुछ इलाकों में भारी बारिश होने के बाद निचले इलाकों में जलभराव से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिए 'रेड अलर्ट' जारी किया है, जिसमें सोमवार को बहुत भारी से बेहद भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। राष्ट्रीय राजधानी में लगातार हो रही बारिश के कारण दिल्ली के कई हिस्सों में जलभराव और यातायात जाम हो गया। सफदरजंग वेधशाला में 28.2 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी जबकि रिज स्टेशन में शनिवार सुबह आठ बजे से रविवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 126.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। दिल्ली में अधिकतम तापमान 32.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मौसम विभाग ने सोमवार को भारी बारिश के साथ बादल छाए रहने का अनुमान जताया है। पश्चिम बंगाल में लगातार तेज बारिश होने के कारण दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद प्रदेश के मेदिनीपुर एवं हावड़ा जिलों में सड़कों के डूबने और गांवों में बाढ़ आने से जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम मेदिनीपुर में कम से कम 212 राहत शिविर स्थापित किये गये हैं, जिसमें करीब 12 हजार लोगों ने शरण ली है, क्योंकि बाढ़ का पानी उनके घरों में घुस गया है। हावड़ा जिले के उदयनारायणपुर एवं अमता में चिकित्सा केंद्र समेत एक बड़ा हिस्सा पानी में डूबा हुआ है और राष्ट्रीय आपदा मोचन बल एवं राज्य आपदा मोचन बल युद्ध स्तर पर राहत एवं बचाव कार्य चला रहा है। उदयनारायणपुर एवं तारकेश्वर में कुछ सड़कें पानी में डूब गयी हैं। इसके कारण हावड़ा एवं हुगली जिलों के बीच संपर्क टूट गया है। मध्य प्रदेश के रीवा एवं सिंगरौली जिलों में बारिश के चलते दो मकान ढहने से चार बच्चों सहित छह लोगों की मलवे में दबने से मौत हो गयी, जबकि चार अन्य घायल हो गये। इनमें से चार लोगों की मौत रीवा जिले में जबकि अन्य दो लोगों की मौत सिंगरौली जिले में हुई। मध्य प्रदेश के ग्वालियर, शिवपुरी, गुना, अशोक नगर, दतिया, श्योपुर, मुरैना, भिण्ड, नीमच एवं मंदसौर जिलों में आगामी 24 घंटों में कहीं-कहीं पर भारी से अत्यधिक भारी वर्षा और गरज के साथ बिजली चमकने एवं गिरने की आशंका जताते हुए ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया है। हिमाचल प्रदेश के विभिन्न इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश हुई, जबकि मौसम विभाग ने पांच अगस्त तक के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया है। नादौन में 35 मिमी, डलहौजी में 34 मिमी, चंबा में 19 मिमी, कसौली में 17 मिमी और पोंटा साहिब में 14 मिमी बारिश हुई। वहीं, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में भी हल्की से मध्यम बारिश हुई। उत्तर प्रदेश में सोनभद्र, प्रयागराज, चित्रकूट, मुरादाबाद, महोबा और प्रतापगढ़ में बारिश दर्ज की गई। राजस्थान में विभिन्न इलाकों में भारी बारिश होने के कारण निचले इलाकों में जलभराव से बाढ़ जैसी स्थिति बन गई। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों के दौरान नागौर के मकराना में सबसे अधिक 240 मिलीमीटर बारिश जबकि भीलवाड़ा के हुरडा में 215 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। हरियाणा के हिसार, करनाल और रोहतक तथा पंजाब के पटियाला में क्रमश: 22 मिमी, 32 मिमी, 0.4 मिमी और सात मिमी बारिश हुई। |
hindi_2022_10992 | इटली से अमृतसर आयी फ्लाइट में 125 यात्री कोरोना संक्रमित मिले, मचा हड़कंप | अमृतसर एयरपोर्ट के निदेशक वी.के. सेठ ने कहा कि- एक चार्टर्ड फ्लाइट मिलान से अमृतसर पहुंची, जिसमें 179 यात्री थे। 160 लोगों का टेस्ट किया गया और 125 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। कुछ लोगों को यही क्वारंटाइन किया है, बाकि मरीज़ों को उनके ज़िलों में क्वारंटाइन किया जाएगा जिसके लिए टीम काम कर रही है। | पंजाब में बढ़ते कोरोना वायरस और ओमीक्रोन के बीच गुरुवार को एयरपोर्ट पर एकसाथ 125 कोरोना संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया। दरअसल, इटली के रोम से अमृतसर आए एक विमान में 179 में से 125 यात्री कोरोना संक्रमित मिले हैं, सभी यात्री को सुरक्षित ढंग से आइसोलेट किया जा रहा है। वहीं सभी यात्रियों के सैंपल ओमीक्रोन जांच के लिए जीनोम सिक्वेसिंग के लिए भी भेजे गए हैं। अमृतसर एयरपोर्ट के निदेशक वी.के. सेठ ने कहा कि- एक चार्टर्ड फ्लाइट मिलान से अमृतसर पहुंची, जिसमें 179 यात्री थे। 160 लोगों का टेस्ट किया गया और 125 लोग कोरोना पॉजिटिव हैं। कुछ लोगों को यही क्वारंटाइन किया है, बाकि मरीज़ों को उनके ज़िलों में क्वारंटाइन किया जाएगा जिसके लिए टीम काम कर रही है। पंजाब में लागू किया गया नाइट कर्फ्यू, स्कूल किए गए बंदकोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पंजाब सरकार ने भी प्रतिबंध लागू किए हैं। राज्य में स्कूल, कॉलेज, यूनिवर्सिटी और कोचिंग सेंटर्स बंद रखने के साथ रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। राज्य सरकार का यह आदेश 15 जनवरी, 2022 तक लागू रहेगा। पंजाब सरकार की ओर से जारी आदेश के मुताबिक जिम, बार, सिनेमा, रेस्तरां और स्पा में 50 फीसदी की क्षमता के साथ ही लोगों की मौजूदगी का आदेश दिया है। इन संस्थानों के स्टाफ का पूरी तरह से वैक्सीनेशन होना भी जरूरी है। निजी और सरकारी दफ्तरों में उन्हीं कर्मचारियों की मौजूदगी रहेगी, जिन्हें कोरोना के दोनों टीके लग चुके हों। पंजाब में बुधवार को कोरोना वायरस के 1,811 नए मामले सामने आए थे और 4 मरीजों की मौत हो गई थी। पंजाब में अब तक कुल 6,08,723 कोविड केस सामने आ चुके हैं। राज्य में COVID-19 पॉजिटिविटी रेड 6.49 प्रतिशत से बढ़कर 7.95 प्रतिशत हो गई है। वहीं राज्य में मरने वालों का आंकड़ा 16,657 पार हो गया है।देश में ओमिक्रॉन के 2,630 केसकोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन की बात करें तो देश में इसके मामलों की संख्या बढ़कर 2,630 हो गई है। महाराष्ट्र और दिल्ली में ओमिक्रॉन के सबसे ज्यादा 797 और 465 मामले हैं, ओमिक्रॉन के 2,630 मरीजों में से 995 मरीज रिकवर हो गए हैं। देश में कोरोना वायरस तेजी से बढ़ रहा है, यहां पिछले 24 घंटे में कोरोना के 90,928 नए केस मिले हैं। इसके साथ ही इस दौरान 325 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। बीते बुधवार के मुकाबले गुरुवार को कोरोना के 56.5 फीसदी अधिक केस मिले। |
hindi_2022_10993 | तालिबान ने महिला मंत्रालय हटाया, संयुक्त राष्ट्र निकाय ने कहा- यह संधि का उल्लंघन | लैंगिक समानता के लिए संयुक्त राष्ट्र इकाई, संयुक्त राष्ट्र महिला ने अफगानिस्तान में सरकार के संस्थानों से महिला मंत्रालय को हटाने के तालिबान के फैसले की आलोचना की है। | नई दिल्ली: लैंगिक समानता के लिए संयुक्त राष्ट्र इकाई, संयुक्त राष्ट्र महिला ने अफगानिस्तान में सरकार के संस्थानों से महिला मंत्रालय को हटाने के तालिबान के फैसले की आलोचना की है। संयुक्त राष्ट्र महिला की कार्यवाहक प्रमुख प्रमिला पैटन ने एक बयान में कहा, "मैं सरकार के संस्थानों में महिला मंत्रालय को शामिल नहीं करने के स्पष्ट निर्णय से निराश हूं। ऐसे मंत्रालय दुनियाभर में पाए जाते हैं और महिलाओं के मानवाधिकारों के सम्मान को सुनिश्चित करने के लिए सरकारों की प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं। अब ऐसा मंत्रालय नहीं है, अफगानिस्तान और एक कदम पीछे हो गया है।"पैटन ने कहा, "मैं तालिबान नेतृत्व से अंतर्राष्ट्रीय संधियों के तहत अपने कानूनी रूप से बाध्यकारी दायित्वों का पूरी तरह से पालन करने के अपने आह्वान की पुष्टि करती हूं।" बयान में कहा गया है, "ये स्पष्ट रूप से सभी नागरिकों के लिए समानता की गारंटी की मांग करते हैं, जिसमें राजनीतिक और निर्णय लेने की प्रक्रियाओं में महिलाओं की पूर्ण भागीदारी भी शामिल है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय स्पष्ट है और आगे भी रहेगा। सार्वजनिक और राजनीतिक जीवन में पूर्ण और सार्थक भागीदारी के अधिकार सहित महिलाओं के अधिकार, गैर-वैकल्पिक, गैर-परक्राम्य मानव अधिकार हैं।"प्रमिला ने कहा, "दुनिया की निगाह अफगानिस्तान पर टिकी हुई है। अगर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के बढ़ते डर को दूर करना है और महिलाओं और लड़कियों का भविष्य सुनिश्चित करना है तो तालिबान अधिकारियों द्वारा महिलाओं के मानवाधिकारों के लिए मौजूदा निर्धारित पाठ्यक्रम को तुरंत बदलना चाहिए।" तालिबान नेताओं ने कहा है कि अफगानिस्तान में महिलाएं समाज में एक प्रमुख भूमिका निभाएंगी और शिक्षा तक उनकी पहुंच होगी। लेकिन वे सरकार बनाने को लेकर बातचीत में शामिल नहीं हुए हैं। हाल के हफ्तों में, तालिबान ने संकेत दिया है कि महिलाओं को घर पर रहना चाहिए, और कुछ मामलों में, आतंकवादियों ने महिलाओं को अपने कार्यस्थलों को छोड़ने का आदेश दिया है।मंगलवार की घोषणा में महिलाओं के लिए मंत्रालय का कोई उल्लेख नहीं था और तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुहाजिद ने केवल इतना कहा कि तालिबान उस मुद्दे से निपटेगा। प्रमिला पैटन ने शांतिपूर्ण प्रदर्शनकारियों के खिलाफ काबुल में अधिकारियों द्वारा बल प्रयोग पर 'गंभीर चिंता' व्यक्त की। ज्यादातर महिलाएं अपने अधिकारों के समान आनंद की मांग कर रही थीं। प्रदर्शनकारियों पर तालिबान की कार्रवाई के बारे में पूछे गए सवालों के जवाब में जबीहुल्ला ने कहा कि अवैध प्रदर्शनों की अनुमति नहीं दी जाएगी। |
hindi_2022_10994 | Hijab पर जोर देने वाली लड़कियों को स्कूल से बाहर करे सरकार: प्रमोद मुतालिक | मुतालिक ने सरकार से इस मुद्दे पर किसी भी तरह की सार्वजनिक बहस की अनुमति नहीं देने और तुरंत कदम उठाने के लिए कहा। | हुबली: कर्नाटक के कुछ स्कूलों में हिजाब को लेकर विवाद के बीच श्रीराम सेना के प्रमुख प्रमोद मुतालिक ने मंगलवार को कहा कि उनकी हिजाब पहनने की जिद, वर्दी की अनदेखी करना ‘आतंकवादी मानसिकता’ को दर्शाता है और ऐसे विद्यार्थियों को स्कूल से बाहर कर दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘इस हठधर्मिता में उन्हें (विद्यार्थियों) आतंकवादी के स्तर पर ले जाने की मानसिकता है। अब वे हिजाब कहती हैं, आगे वे बुर्का कहेंगी, इसके बाद उनके द्वारा नमाज और मस्जिद पर जोर दिया जायेगा। यह स्कूल है या आपका धार्मिक केन्द्र है।’‘यह मानसिकता सबसे खतरनाक है’मुतालिक ने सरकार से इस मुद्दे पर किसी भी तरह की सार्वजनिक बहस की अनुमति नहीं देने और तुरंत कदम उठाने के लिए कहा। उन्होंने कहा, ‘मैं जो कह रहा हूं वह यह है कि सार्वजनिक बहस का मौका दिए बिना, उन्हें (हिजाब की मांग करने वाली छात्राएं) एक स्थानांतरण प्रमाणपत्र जारी किया जाना चाहिए और बाहर कर दिया जाना चाहिए। यह मानसिकता सबसे खतरनाक है।’ उन्होंने कहा कि स्कूल प्रबंधन को लड़कियों को सख्ती से बताना चाहिए कि हिजाब पहनकर स्कूल आने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्दी का मतलब एकरूपता और समानता है।‘स्कूल के नियमों का पालन करना होगा’मुतालिक ने कहा, ‘आप घर पर जो चाहें करने की स्वतंत्रता रखते हैं लेकिन जब आप स्कूल में कदम रखते हैं, तो आपको अपने स्कूल के नियमों का पालन करना होगा।’ उन्होंने दावा किया कि कोलार जिले के कुनिगल तालुक के एक मुस्लिम बहुल गांव बोम्मनहल्ली के एक स्कूल में काम करने के बाद एक हिंदू शिक्षिका का तबादला कर दिया गया। कोलार के चिंतामणि तालुक के एक स्कूल में हुई एक अन्य घटना का जिक्र करते हुए, जहां बच्चों ने नमाज अदा की, मुतालिक ने जानना चाहा, ‘क्या आप इसे (भारत को) पाकिस्तान या अफगानिस्तान बनाना चाहते हैं?’‘बुर्का की मांग करते हैं तो पाकिस्तान जाओ’श्रीराम सेना के प्रमुख ने कहा, ‘अपनी अलगाववादी मानसिकता के साथ, यदि आप हिजाब और बुर्का की मांग करते हैं तो पाकिस्तान जाओ।’ उन्होंने मांग की कि सरकार को इस तरह की मानसिकता को बढ़ने नहीं देना चाहिए। लगभग एक महीने पहले, चिकमंगलुरू जिले में कक्षा में मुस्लिम लड़कियों के हिजाब पहनने के विरोध में हिंदू छात्रों ने भगवा स्कार्फ पहनकर कक्षाओं में भाग लेना शुरू कर दिया था। उडुपी में इसी तरह की एक घटना हुई जहां गवर्नमेंट गर्ल्स प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की 5 छात्राओं ने हिजाब के बगैर कक्षाओं में जाने से मना कर दिया। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); } var jwconfig_5259832854 = {"file": "https://vod-indiatv.akamaized.net/hls/2022/02/0_og4wo9l8/master.m3u8","image": "https://resize.indiatv.in/resize/vod/1200_-/2022/02/0_og4wo9l8.jpg","title": "UP Election 2022: इतने आरोपों के बाद भी कायम रहेगी आजम खां की बादशाहत? 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hindi_2022_10995 | एसवाईएल जल बंटवारे पर भड़के अमरिंदर, कहा 'अगर बनी सतलुज-यमुना नहर तो जल उठेगा पंजाब' | पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि राज्य में उपलब्ध नदी के पानी का आज तक कोई वैज्ञानिक आकलन नहीं किया गया है। | चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को कहा कि राज्य में उपलब्ध नदी के पानी का आज तक कोई वैज्ञानिक आकलन नहीं किया गया है। उन्होंने यह बात सतलुज-यमुना संपर्क(एसवाईएल) नहर मुद्दे को लेकर केन्द्रीय जल शक्ति मंत्री गजेन्द्र शेखावत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये हुई बैठक के दौरान कही। सिंह ने कहा कि पानी की उपलब्धता को लेकर निष्पक्ष निर्णय के लिए एक न्यायाधिकरण का गठन करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इराडी आयोग द्वारा प्रस्तावित पानी का बंटवारा 40 साल पुराना था, जबकि अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार स्थिति का पता लगाने के लिए हर 25 साल में एक समीक्षा की आवश्यकता होती है। सिंह के हवाले से कहा गया है कि राज्य में उपलब्ध नदी के पानी का आज तक कोई वैज्ञानिक आकलन नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि चीन के अपने क्षेत्र में बांध बनाने से स्थिति के ‘‘खराब होने की आशंका है।’’ सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि इससे सतलुज में भी पानी की कमी हो जाएगी। सिंह ने पूछा, ‘‘अगर हमारे पास होता तो मैं पानी देने के लिए क्यों राजी नहीं होता?’’ उन्होंने शेखावत से इस सुझाव पर विचार करने का आग्रह किया और यह भी सुझाव दिया कि राजस्थान एसवाईएल नहर/रावी-ब्यास जल मुद्दे पर चर्चा में शामिल हो क्योंकि वह भी एक हितधारक है। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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hindi_2022_10996 | Delhi Meerut Expressway: कल से 1 घंटे में दिल्ली से मेरठ, जानिए क्या है स्पीड लिमिट और कैसे होगी टोल की वसूली | दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के दूसरे तथा चौथे चरण का काम पूरा हो चुका है, पहला और तीसरा चरण पहले ही जनता के लिए खोला जा चुका है। अब दूसरा और चौथा चरण भी जनता के लिए पहली अप्रैल से खुलने जा रहा है। | नई दिल्ली। पहली अप्रैल से 82 किलोमीटर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे (Delhi Meerut Expressway) या DME पूरी तरह से पब्लिक के लिए खुलने जा रहा है जिससे दिल्ली से मेरठ आने जाने वालों को बड़ी सहूलियत होगी और यात्रा के लिए समय भी पहले से बहुत कम होगा। नए एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली से मेरठ की यात्रा के लिए अब एक घंटा या इससे भी कम समय लगेगा। दिल्ली से मेरठ आने जाने वालों के लिए शुरुआती एक हफ्ते तक किसी तरह का टोल भी नहीं वसूला जाएगा क्योंकि अभी तक इस एक्सप्रेवे के लिए टोल की दरें तय नहीं हुई हैं, टोल की दरें तय होने के बाद से टोल वसूली शुरू होगी। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के दूसरे तथा चौथे चरण का काम पूरा हो चुका है, पहला और तीसरा चरण पहले ही जनता के लिए खोला जा चुका है। अब दूसरा और चौथा चरण भी जनता के लिए पहली अप्रैल से खुलने जा रहा है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के कुल 4 चरण हैं, पहला चरण 14 किलोमीटर का दिल्ली के अक्षरधाम से लेकर यूपी गेट तक है, दूसरा चरण 19 किलोमीटर लंबा यूपी गेट से लेकर डासना तक है, तीसरा चरण 22 किलोमीटर डासना से हापुड़ के बीच और चौथा चरण 32 किलोमीटर डासना से मेरठ के बीच है। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे का फिलहाल अक्षरधाम से यूपी गेट और डासना से हापुड़ का पहला और तीसरा चरण पूरी तरह से जनता के लिए खुला है, लेकिन गुरुवार पहली अप्रैल से दूसरा और चौथा चरण भी जनता के लिए खुलने जा रहा है। इस एक्सप्रेसवे पर टोल वसूली के लिए आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा जिसके जरिए गाड़ियों को टोल देने के लिए नाके पर रुकना नहीं पड़ेगा बल्कि ऑटोमैटिक नंबर प्लेट और फास्टटैग की मदद से अपने आप टोल कट जाएगा। फिलहाल शुरुआत में यात्रियों से किसी तरह का टोल वसूली नहीं होगी। दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे पर यात्रियों को गाड़ी की स्पीड लिमिट का सख्ति से पालन करना होगा क्योंकि पूरे एक्सप्रेसवे पर स्पीड लिमिट की निगरानी के लिए आधुनिक कैमरे लगे हुए हैं और स्पीड लिमिट का उलंघन करने वाली गाड़ी को तुरंत पकड़ लिया जाएगा। दिल्ली के अक्षरधाम से लेकर यूपी गेट तक इस एक्सप्रेसवे पर अधिकतम 70 किलोमीटर प्रतिघंटा की स्पीड लिमिट है जबकि बाकी हिस्से पर अधिकतम 100 किलोमीटर प्रति घंटा स्पीड लिमिट है। पूरे एक्सप्रेसवे पर लगभग 5000 स्ट्रीट लाइट लगी हुई हैं। |
hindi_2022_10997 | प्रदर्शनों में तोड़फोड़ करने वालों को पीएम मोदी का संदेश, लोकतांत्रिक अधिकार जताते समय राष्ट्रीय दायित्व न भूलें | खुर्जा से भाउपुर के बीच रेल फ्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, “मैं यहां एक और मानसिकता का भी जिक्र करना जरूरी समझता हूं, जो अक्सर प्रदर्शनों और आंदोलनों के दौरान देखते हैं, यह मानसिकता देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की है।” | नई दिल्ली। धरना, आंदोलन और विरोध प्रदर्शन के नाम पर देश की संपत्ति की तोड़फोड़ करने वालों को प्रधानमंत्री मोदी देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की मानसिकता कहा है। खुर्जा से भाउपुर के बीच रेल फ्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, “मैं यहां एक और मानसिकता का भी जिक्र करना जरूरी समझता हूं, जो अक्सर प्रदर्शनों और आंदोलनों के दौरान देखते हैं, यह मानसिकता देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की है।”प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “यह इंफ्रास्ट्र्क्चर या संपत्ति किसी नेता या दल की नहीं है बल्कि देश की है। समाज के हर वर्ग का इसके पीछे पसीना लगा हुआ है, गरीब ने अपने पेट काटकर पैसा दिया हुआ है तब जाकर सब बनता है, इसपर लगने वाली हर चोट देश के गरीब और सामान्य जन को चोट है, इसलिए अपना लोकतांत्रिक अधिकार जताते हुए हमें अपने राष्ट्रीय दायित्व को भी नहीं भूलना चाहिए।”प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “जिस रेलवे को अक्सर निशाना बनाया जाता है वो किस सेवा भाव से मुश्किल परिस्थितियों में देश के काम आती है यह कोरोना काल में दिखा है, मुश्किल में फंसे श्रमिकों को गांव तक पहुंचाना हो, दवा और राशन को देश के कोने कोने तक पहुंचाना हो या चलते फिरते अस्पताल की सुविधा देना हो, पूरे रेल नेटवर्क और सभी कर्मचारियों का यह सेवा भाव देश हमेशा याद रखेगा।गौरतलब है कि हाल में चल रहे किसान आंदोलन के नाम पर कई जगहों पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की खबरें आई हैं, पंजाब में कई जगहों पर मोबाइल टॉवरों को तोड़ा गया है, 1500 से ज्यादा मोबाइल टावरों को नुकसान पहुंचाया गया है। |
hindi_2022_10998 | Mayawati on Akhilesh Remark: "राष्ट्रपति नहीं, प्रधानमंत्री-मुख्यमंत्री बनने की इच्छा," अखिलेश के बयान पर मायावती का पलटवार | उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के राष्ट्रपति वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं फिर से उत्तर प्रदेश की सीएम या फिर प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हूं लेकिन देश का राष्ट्रपति बनने की नहीं। | Mayawati on Akhilesh Remark: उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के राष्ट्रपति वाले बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि मैं फिर से उत्तर प्रदेश की सीएम या फिर प्रधानमंत्री बनने का सपना देख सकती हूं लेकिन देश का राष्ट्रपति बनने की नहीं। मायावती ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश में बीजेपी की जीत के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) जिम्मेदार है। सपा मुझे देश का राष्ट्रपति बनाने का सपना देख रही है ताकि यूपी के सीएम पद के लिए उनका रास्ता साफ हो जाए।अखिलेश यादव पर वार करते हुए यूपी की फिर से सीएम बनने के साथ-साथ मायावती ने प्रधानमंत्री बनने की अपनी इच्छा भी जाहिर कर दी। बसपा सुप्रीमो मायावती ने विधानसभा चुनाव में मदद के एवज में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा उन्हें राष्ट्रपति बनाए जाने संबंधी बयान देने के लिए समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव पर बृहस्पतिवार को पलटवार किया। "देश की प्रधानमंत्री बनना चाहूंगी"मायावती ने कहा कि वह देश की प्रधानमंत्री बनना चाहेंगी और राष्ट्रपति बनने का सपना कभी नहीं देख सकतीं। उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हाल ही में राज्य में हुए विधानसभा चुनाव में बसपा पर भाजपा को अपना वोट दिलाने का आरोप लगाया है,जो पूरी तरह से मनगढंत है बल्कि सच्चाई यह है कि सपा की वजह से ही भाजपा सत्ता में लौटी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि सपा मुखिया तरह-तरह की अफवाहें फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं, उन्हें अपनी बचकानी राजनीति बंद करनी चाहिए। मायावती ने कहा, ''इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगर उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में खासकर दलित आदिवासी एकजुट हो जाएं तो वे आगे चलकर देश का प्रधानमंत्री भी बना सकते हैं, क्योंकि इन वर्गों के वोटो में बहुत बड़ी ताकत है।’’ "सपा देख रही राष्ट्रपति बनाने का सपना"मायावती ने कहा, "मैं अपनी जिंदगी में फिर से उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री बनने और आगे चलकर देश की प्रधानमंत्री बनने का ही सपना देख सकती हूं लेकिन देश का राष्ट्रपति बनने का सपना मैं कभी भी नहीं देख सकती।'' उन्होंने कहा ''इसके अलावा यह बात भी सर्वविदित है कि दबे-कुचले लोगों को अपने पैरों पर खड़ा करने का कार्य मैं देश का राष्ट्रपति बनकर नहीं बल्कि उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री और देश की प्रधानमंत्री बनकर ही कर सकती हूं, इसलिए सपा के लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ में मुझे जबरदस्ती राष्ट्रपति बनाने का जो सपना देख रहे हैं तो उसे उन्हें भूल जाना चाहिए।’’ बसपा प्रमुख ने कहा, "इस मामले में हकीकत यह है कि सपा वाले मुझे देश का राष्ट्रपति बनाने का सपना इसलिए देखते रहते हैं ताकि उनके लिए उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो जाए जो कदापि संभव नहीं हो सकता।'' अखिलेश ने दिया था राष्ट्रपति वाला बयान-गौरतलब है कि सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को मैनपुरी में संवाददाताओं से बातचीत में कहा था, ''बसपा ने उत्तर प्रदेश चुनाव में अपना वोट भाजपा को हस्तांतरित कर दिया। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि भाजपा मायावती को राष्ट्रपति बनाती है या नहीं।'' मायावती ने सपा पर हमले जारी रखते हुए कहा ''इस बार विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुसलमानों और यादवों ने भी सपा को एकतरफा वोट देकर देख लिया है। इनका कई पार्टियों से किया गया गठबंधन भी देख लिया है। इन सब के बावजूद सपा सरकार बनाने में कामयाब नहीं हो सकी है।" उन्होंने कहा, "मुझे पूरा भरोसा है कि अब वे आगे इनके बहकावे में कतई नहीं आएंगे और फिर से उत्तर प्रदेश में बसपा की सरकार बनवाएंगे। ऐसे में अब वह (अखिलेश) विदेश भागने की फिराक में है, जहां उसने पहले से ही अपना काफी बंदोबस्त कर लिया है।" |
hindi_2022_10999 | सिक्किम सेक्टर में भारत और चीन की सेनाओं के बीच हॉटलाइन स्थापित | भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विश्वास बहाली को और मजबूत करने के लिये उत्तर सिक्किम सेक्टर में दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक हॉटलाइन स्थापित किया गया है। | नयी दिल्ली। भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर विश्वास बहाली को और मजबूत करने के लिये उत्तर सिक्किम सेक्टर में दोनों देशों की सेनाओं के बीच एक हॉटलाइन स्थापित किया गया है। अधिकारियों ने रविवार को इसकी जानकारी दी।अधिकारियों ने बताया कि यह हॉटलाइन उत्तर सिक्किम के कांग्रा ला में भारतीय सेना और तिब्बत स्वायत्त क्षेत्र के खम्बा द्जोंग में चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के बीच स्थापित किया गया है। सेना ने कहा कि इस हॉटलाइन का उद्देश्य ‘‘सीमा पर विश्वास बहाली और सौहार्दपूर्ण संबंधों की भावना’’ को आगे बढ़ाना है। इसने यह भी कहा है कि दोनों सेनाओं के बीच हॉटलाइन सेवा एक अगस्त को शुरू हुयी है और इत्तेफाक से इसी दिन पीएलए दिवस मनाया जाता है।सेना ने कहा, ‘‘दोनों देशों की सेनाओं के बीच कमांडर स्तर पर बातचीत के लिये बेहतर स्थापित तंत्र है ।’’ एक बयान में कहा गया है, ‘‘विभिन्न क्षेत्रों में यह हॉटलाइन सीमाओं पर शांति बनाए रखने और इसे बढ़ाने में लंबा सफर तय करेगी ।’’सेना ने बताया कि इस हॉटलाइन की शुरूआत के मौके पर दोनों तरफ के ग्राउंड कमांडर मौजूद थे और आपसी भाईचारे और दोस्ती के संदेशों का आदान प्रदान किया गया । पूर्वी लद्दाख में जारी गतिरोध के बीच दोनों सेनाओं के बीच इस हॉटलाइन की स्थापना हुयी है। |
hindi_2022_11000 | सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में ओडिशा के CM अव्वल, उत्तराखंड के सबसे खराब: सर्वे | ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले मुख्यमंत्री साबित हुए हैं और उनके बाद दिल्ली के अरविंद केजरीवाल और आंध्र प्रदेश के वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी हैं। | नई दिल्ली: ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले मुख्यमंत्री साबित हुए हैं और उनके बाद दिल्ली के अरविंद केजरीवाल और आंध्र प्रदेश के वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी हैं। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर भाजपा के हमले के बावजूद बतौर सीएम अपनी विश्वसनीयता बरकरार रखी है। आईएएनएस सी-वोटर स्टेट ऑफ द नेशन 2021 सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है।देश के सबसे लंबे समय तक पद पर काबिज रहे मुख्यमंत्रियों में से एक पटनायक ओडिशा में 78.81 प्रतिशत लोगों के समर्थन के साथ पहले स्थान पर हैं। वही, भाजपा शासित उत्तराखंड के त्रिवेंद्र सिंह रावत देश में सबसे खराब प्रदर्शन करने वाले मुख्यमंत्री हैं और राज्य में केवल 0.41 प्रतिशत लोग ही उनका समर्थन करते हैं।ओडिशा में, 68.57 प्रतिशत लोग पटनायक के काम से बहुत संतुष्ट हैं, जबकि केवल 10 प्रतिशत लोग संतुष्ट नहीं हैं और 20 प्रतिशत लोग कुछ हद तक संतुष्ट हैं। दिल्ली में, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को 77 प्रतिशत लोगों का समर्थन हासिल है, जिसमें 57 प्रतिशत कहते हैं कि वे बहुत संतुष्ट हैं, 31 प्रतिशत कहते हैं कि वे संतुष्ट हैं और केवल 11 प्रतिशत का कहना है कि वे उनसे संतुष्ट नहीं हैं।वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी 66.83 प्रतिशत की समर्थन रेटिंग के साथ तीसरे स्थान पर हैं। राज्य में सर्वेक्षण में शामिल केवल 16 फीसदी लोगों ने कहा कि वे उनके कामकाज से संतुष्ट नहीं हैं। संयोग से, शीर्ष तीन में शुमार सभी मुख्यमंत्री गैर-भाजपा/गैर-कांग्रेस शासित राज्यों से हैं।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सबसे निचले पायदान 23 वें स्थान पर हैं। केवल 26 प्रतिशत लोगों का कहना है कि वे उनके काम से संतुष्ट हैं। 49 फीसदी लोगों ने कहा कि वे रावत के प्रदर्शन से नाखुश हैं जबकि बाकी ने कहा कि उन्हें उनका कामकाज बस ठीक लगता है। अन्य दो मुख्यमंत्री जिन्हें खराब रैंकिंग मिली है, वे क्रमश: हरियाणा और पंजाब के हैं। हरियाणा में, लगभग 23 प्रतिशत लोग मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के प्रदर्शन से बहुत संतुष्ट हैं, इसके बाद पंजाब में 22 प्रतिशत लोग मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के काम से बहुत संतुष्ट हैं। जहां पंजाब के मुख्यमंत्री को विशुद्ध रूप से 9.81 प्रतिशत समर्थन मिला है, वहीं उनके हरियाणा के समकक्ष को 8.2 प्रतिशत लोगों का समर्थन मिला है।केरल, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्रियों को सर्वेक्षण में क्रमश: चौथा, पांटवा और छठा स्थान मिला है। पश्चिम बंगाल में जल्द ही चुनाव होने वाले हैं। वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की लोकप्रियता 52 प्रतिशत समर्थन के साथ बढ़ रही है। हालांकि, जल्द ही चुनावी समर में जा रहे एक अन्य राज्य तमलिनाडु में मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी को केवल 30 प्रतिशत लोगों का सणर्थन मिला और वह इस सूची में 19 वें स्थान पर हैं।देश भर में 30,000 से अधिक उत्तरदाताओं के बीच यह सर्वेक्षण किया गया। |
hindi_2022_11001 | किसान आंदोलन: सुखबीर बादल ने राकेश टिकैत को गाजीपुर बॉर्डर पर किया सम्मानित | शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से किसानों के समर्थन में दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचने की अपील के दो दिनों बाद पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को किसान नेता राकेश टिकैत को सम्मानित किया। | गाजीपुर: शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से किसानों के समर्थन में दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचने की अपील के दो दिनों बाद पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को किसान नेता राकेश टिकैत को सम्मानित किया। टिकैत को 'सिरोपा' और पंजाब के अमृतसर में हरमंदिर साहिब के पवित्र तालाब से 'अमृत' भेंट किया गया और आंदोलन की सफलता के लिए अकालियों के पूर्ण समर्थन का आश्वासन भी दिया गया। अकाली दल ने पिछले साल विवादास्पद कृषि कानूनों को लेकर सत्तारूढ़ एनडीए से समर्थन वापस ले लिया था।सुखबीर, जो दिल्ली-यूपी सीमा पर टिकैत से मिले, ने कहा कि किसान नेता ने अपने दिवंगत पिता महेंद्र सिंह टिकैत के नक्शेकदम पर चलकर किसान समुदाय को गौरवान्वित किया है। उन्होंने महेंद्र सिंह टिकैत और अकाली दल संरक्षक प्रकाश सिंह बादल के किसानों की बेहतरी के लिए किए गए कार्यो को भी इस मौके पर याद किया। अकाली दल ने शुक्रवार को अपने पार्टी कार्यकतार्ओं से किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-यूपी सीमाओं पर चल रहे धरना स्थलों पर भारी संख्या में पहुंचने की अपील की थी।टिकैत ने इस दौरान अकाली दल संरक्षक के योगदान के बारे में बात करते हुए, उनकी खूब प्रशंसा की। टिकैत ने कहा कि वो पंजाब के पांच बार के मुख्यमंत्री से मिलने के लिए बादल गांव का दौरा करेंगे और उनका आशीर्वाद लेंगे। टिकैत ने एसएडी प्रमुख को सम्मान के निशान के रूप में तलवार भेंट की।एसएडी अध्यक्ष ने 26 जनवरी की घटना के बाद से लापता किसानों के परिवारों से भी मुलाकात की। इसके अलावा सुखवीर बादल ने विरोध प्रदर्शन के बाद से जेल में बंद किसानों के परिवारों से भी भेंट की और उनका हालचाल जाना। सुखबीर बादल ने परिवारों को आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी इन मामलों को उठाएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि उन्हें उचित कानूनी सहायता उपलब्ध कराई जाए।उन्होंने दिल्ली एसएडी इकाई के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका से अनुरोध किया कि दिल्ली में एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया जाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पीड़ित परिवारों को तत्काल सहायता दी जा सके। सुखबीर बादल ने कहा कि डीएसजीएमसी इस तरह के सभी मामलों को नि:शुल्क लड़ेगी, उन्होंने यहां तक कहा कि इस दिशा में समन्वित प्रयास सुनिश्चित करने के लिए चंडीगढ़ और पंजाब के सभी जिलों में वकीलों की एक समिति भी बनाई गई है।उन्होंने दिल्ली के लिए एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया - 9310510640 - जो शनिवार को चंडीगढ़ में जारी तीन हेल्पलाइन नंबर से अलग है। इस अवसर पर बोलते हुए, अकाली दल प्रमुख ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे अपने मतभेदों को छोड़ दें और किसानों के साथ खड़े हों। |
hindi_2022_11002 | गाजियाबाद में श्मशान भूमि की छत ढही, हादसे में 23 लोगों की मौत, पीएम मोदी ने हादसे पर शोक व्यक्त किया | दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में आज एक बड़ा हादसा हो गया। गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित एक श्मशान भूमि की छत ढह गई। हादसे के वक्त बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे। | गाजियाबाद: दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद में रविवार को बड़ा हादसा हो गया। गाजियाबाद के मुरादनगर स्थित एक श्मशान भूमि की छत ढह गई। हादसे के वक्त बड़ी संख्या में लोग वहां मौजूद थे। छत ढहने से 23 लोगों की इस हादसे में मौत हो गई है जबकि कई लोग हादसे में घायल हुए है। पुलिस ने बताया कि जब छत ढही, तो बारिश से बचने के लिए 25 लोग उसके नीचे खड़े थे। इनमें से अधिकतर लोग रामधन के रिश्तेदार थे, जिनका उस वक्त वहां अंतिम संस्कार हो रहा था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है। पीएम मोदी ने इस हादसे पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा, 'उत्तर प्रदेश के मुरादनगर में हुए दुर्भाग्यपूर्ण हादसे की खबर से अत्यंत दुख पहुंचा है। राज्य सरकार राहत और बचाव कार्य में तत्परता से जुटी है। इस दुर्घटना में जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'वहीं राष्ट्रपति कोविंद ने भी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, 'मुरादनगर, गाजियाबाद स्थित श्मशान में छत गिरने की घटना अत्यंत दुखद है। मृतकों के परिवार जन को मेरी शोक संवेदनाएं। मैं प्रार्थना करता हूं कि इस दुर्घटना में आहत लोग शीघ्र ही स्वस्थ हों। स्थानीय प्रशासन राहत और सहायता हेतु कार्यरत है।'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के आश्रितों को 2-2 लाख रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने के निर्देश दिए हैं और घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। इसके साथ ही योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से इस घटना पर रिपोर्ट देने के की निर्देश दिए है। इस हादसे में घालय हुए 20 लोगों को इलाज के लिए गाजियाबाद के विभन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों का कहना है कि घायलों की संख्या अधिक हो सकती है क्योंकि कुछ अन्य को उनके रिश्तेदार घटनास्थल से ले गये।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि गाजियाबाद के मुरादनगर में श्मशान घाट की छत गिर जाने के कारण कई लोगों की मृत्यु के समाचार से मुझे अत्यंत दुख पहुंचा है। दुख की इस घड़ी में मैं मृतकों के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं, साथ ही कामना करता हूं कि हादसे में घायल हुए लोग जल्द से जल्द स्वस्थ हों। |
hindi_2022_11003 | कभी गोडसे के आदर्श हुआ करते थे बापू, 30 जनवरी का वो दिन, हाथ जोड़े और दाग दी सीने में गोलियां | राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 73वीं पुण्यतिथि है। नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या की थी। | नई दिल्ली: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की आज 73वीं पुण्यतिथि है। नाथूराम गोडसे ने 30 जनवरी 1948 को महात्मा गांधी की गोली मारकर हत्या की थी। जिस वक्त गोडसे ने बापू की हत्या को अंजाम दिया उस वक्त वो दिल्ली के बिड़ला भवन में शाम की प्रार्थना सभा से उठ रहे थे। तभी भीड़ में से एक व्यक्ति निकलकर गांधीजी के सामने आया, उसका नाम नाथूराम गोडसे था। उसने दोनों हाथ जोड़ रखे थे और हाथों के बीच में रिवॉल्वर छिपा रखी थी। कुछ ही सेकंड में नाथूराम ने रिवॉल्वर तानी और एक के बाद एक तीन गोलियां गांधीजी पर चला दीं। वारदात के तुरंत बाद ही नाथूराम गोडसे को गिरफ्तार कर लिया गया था। बापू की हत्या के आरोप में गिरफ्तार गोडसे पर शिमला की अदालत में ट्रायल चला और 15 नवम्बर, 1949 को उसे फांसी की सजा सुना दी गई।कभी गोडसे के आदर्श हुआ करते थे गांधीये पढ़कर भले ही आपको आश्चर्य हो लेकिन ये सच है कि किसी जमाने में नाथूराम गोडसे के आदर्श भी महात्मा गांधी ही थे। महात्मा गांधी के सत्याग्रह आंदोलन के सिलसिले में नाथूराम गोडसे को पहली बार जेल जाना पड़ा था। लेकिन, देश के बंटवारे के बाद नाथूराम गोडसे का मन बापू और उनके विचारों के विपरीत दिशा में बहने लगा। गोडसे के मन में बापू के प्रति कटुता बढ़ती चली गई। इस दौरान वीर सावरकर को गोडसे अपना गुरु मान चुका था।गोडसे ने बापू को क्यों मारा?दरअसल, गोडसे के मन में गांधी के खिलाफ कटुता तो पहले ही पनप चुकी थी लेकिन आजादी के वक्त कई फैसलों और घटनाओं ने गोडसे को और मजबूत कर दिया। बताया जाता है कि गोडसे, महात्मा गांधी के उस फैसले के खिलाफ था जिसमें वह चाहते थे कि पाकिस्तान को भारत की तरफ से आर्थिक मदद दी जाए। इसके लिए बापू ने उपवास भी रखा था। उसे य् भी लगता था कि सरकार की मुस्लिमों के प्रति तुष्टीकरण की नीति गांधीजी के कारण है। गोडसे का मानना तो ये भी था कि भारत के विभाजन और उस समय हुई साम्प्रदायिक हिंसा में लाखों हिन्दुओं की हत्या के लिए महात्मा गांधी जिम्मेदार थे।अदालत में नाथूराम गोडसे ने क्या बयान दिया?नाथूराम गोडसे ने 8 नवम्बर 1948 को कोर्ट के सामने 90 पन्नों का बयान पढ़ा था, जिसमें गोडसे ने कहा था कि ‘मैंने वीर सावरकर और गांधी जी के लेखन और विचार का गहराई से अध्ययन किया है। जिसने मेरा विश्वास पक्का किया कि बतौर राष्ट्रभक्त और विश्व नागरिक मेरा पहला कर्तव्य हिन्दुत्व और हिन्दुओं की सेवा करना है। 32 सालों से इकट्ठा हो रही उकसावेबाजी, नतीजतन मुसलमानों के लिए उनके आखिरी अनशन ने आखिरकार मुझे इस नतीजे पर पहुंचने के लिए प्रेरित किया कि गांधी का अस्तित्व तुरंत खत्म करना ही चाहिए।’बापू की हत्या के बाद उनके बेटे से मिला था गोडसेबापू की हत्या करने के बाद और फांसी की सजा सुनाए जाने से पहले गोडसे उनके बेटे देवदास गांधी से मिला था। इस संदर्भ में ''मैंने गांधी वध क्यों किया'' में लिखा है कि, ''देवदास (गांधी के पुत्र) शायद इस उम्मीद में आए होंगे कि उन्हें कोई वीभत्स चेहरे वाला, गांधी के खून का प्यासा कातिल नजर आएगा। लेकिन, नाथूराम सहज और सौम्य थे। उनका आत्म विश्वास बना हुआ था। देवदास ने जैसा सोचा होगा, उससे एकदम उलट।'' |
hindi_2022_11004 | उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव: सभी 403 सीटों पर चुनाव लड़ेगा राष्ट्रीय किसान मंच | राष्ट्रीय किसान मंच ने उत्तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है। मंच द्वारा जारी बयान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि प्रदेश की मौजूदा भारतीय जनता पार्टी सरकार किसानों के हितों के बजाए पूँजीवादियों को फायदा पहुँचाने का काम कर रही है। | लखनऊ: राष्ट्रीय किसान मंच ने अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की घोषणा की है। राष्ट्रीय किसान मंच द्वारा जारी बयान के अनुसार, मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष शेखर दीक्षित ने कहा कि प्रदेश की मौजूदा भारतीय जनता पार्टी सरकार किसानों के हितों के बजाए पूँजीवादियों को फायदा पहुँचाने का काम कर रही है। बयान में कहा गया है कि पिछले सात महीनों से अधिक समय से किसान दिल्ली की सीमा पर केन्द्र के नये कृषि कानूनों का विरोध कर रहे हैं, लेकिन सरकार पूँजीपतियों को लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से उनकी अनदेखी कर रही है। दीक्षित ने दावा किया कि भाजपा सरकार ने 2017 में किसानों से जितने वादे किए थे, वो सब झूठे साबित हुए। उन्होंने कहा, ‘‘गन्ना किसानों को 10 दिन में उनका पैसा नहीं मिला, खाद से लेकर बीज तक सबकी कीमत बढ़ गयी और ऊपज बेचने जाओ तो किसानों को उचित मूल्य नहीं मिल रहा है।’’ उन्होंने सवाल किया कि ऐसे में किसान कैसे जीएगा? दीक्षित ने विपक्षी दलों पर भी निशाना साधते हुए कहा कि किसानों ने सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारें भी देखी हैं, सभी के सुर सत्ता में आते ही बदल जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव में मंच उत्तर प्रदेश की सभी 403 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगा। उन्होंने कहा कि संगठन ने आगामी तीन महीनों में एक करोड़ नए सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); } var jwconfig_5239647689 = {"file": "https://vod-indiatv.akamaized.net/hls/2021/06/0_riiodafr/master.m3u8","image": "https://resize.indiatv.in/resize/vod/1200_-/2021/06/0_riiodafr.jpg","title": "स्पेशल न्यूज़ | दिल्ली के पास गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प ","height": "440px","width": "100%","aspectratio": "16:9","autostart": false,"controls": true,"mute": false,"volume": 100,"floating": false,"sharing": {"code": "","sites": ["facebook","twitter","email"]},"stretching": "exactfit","primary": "html5","hlshtml": true,"duration": 306,"advertising": {"client": "vast","autoplayadsmuted": true,"skipoffset": 5,"cuetext": "","skipmessage": "Skip ad in xx","skiptext": "SKIP","preloadAds": true,"schedule": [{"offset": "pre","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_PreRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator=","type": "linear"},{"offset": "50%","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_MidRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator="},{"offset": "post","tag": "https://pubads.g.doubleclick.net/gampad/ads?iu=/8323530/Hindi_Video_Desktop_PostRoll&description_url=http%3A%2F%2Fwww.indiatv.in&tfcd=0&npa=0&sz=640x480&gdfp_req=1&output=vast&unviewed_position_start=1&env=vp&impl=s&correlator=","type": "linear"}]}}; var jwvidplayer_5239647689 = ''; jwsetup_5239647689(); function jwsetup_5239647689() {jwvidplayer_5239647689 = jwplayer("jwvidplayer_5239647689").setup(jwconfig_5239647689);jwvidplayer_5239647689.on('ready', function () { ns_.StreamingAnalytics.JWPlayer(jwvidplayer_5239647689, {publisherId: "20465327",labelmapping: "c2=\"20465327\", c3=\"India TV Hindi\", c4=\"null\", c6=\"null\", ns_st_mp=\"jwplayer\", ns_st_cl=\"0\", ns_st_ci=\"0_riiodafr\", ns_st_pr=\"स्पेशल न्यूज़ | दिल्ली के पास गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प\", ns_st_sn=\"0\", ns_st_en=\"0\", ns_st_ep=\"स्पेशल न्यूज़ | दिल्ली के पास गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प\", ns_st_ct=\"null\", ns_st_ge=\"News\", ns_st_st=\"स्पेशल न्यूज़ | दिल्ली के पास गाज़ीपुर बॉर्डर पर किसानों और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच झड़प\", ns_st_ce=\"0\", ns_st_ia=\"0\", ns_st_ddt=\"2021-06-30\", ns_st_tdt=\"2021-06-30\", ns_st_pu=\"India TV Hindi\", ns_st_cu=\"https://vod-indiatv.akamaized.net/hls/2021/06/0_riiodafr/master.m3u8\", ns_st_ty=\"video\"" });});jwvidplayer_5239647689.on('all', function (r) { if (jwvidplayer_5239647689.getState() == 'error' || jwvidplayer_5239647689.getState() == 'setupError') {jwvidplayer_5239647689.stop();jwvidplayer_5239647689.remove();jwvidplayer_5239647689 = '';jwsetup_5239647689();return; }});jwvidplayer_5239647689.on('error', function (t) { jwvidplayer_5239647689.stop(); jwvidplayer_5239647689.remove(); jwvidplayer_5239647689 = ''; jwsetup_5239647689(); return;});jwvidplayer_5239647689.on('mute', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_5239647689.on('adPlay', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_5239647689.on('adPause', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_5239647689.on('pause', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_5239647689.on('error', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_5239647689.on('adBlock', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);});jwvidplayer_5239647689.on('adSkipped', function (event) { ga('send', 'event', 'JW Player Events', 'Errors', event.message);}); }ये भी पढ़ें |
hindi_2022_11005 | सिंधिया से कहा था- बारी का इंतजार करो, पक्का सीएम बनाएंगे: राहुल गांधी | इंडियन यूथ कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि वह यह मानते है कि जो लोग दूसरी पार्टी में जाते और फिर वापिस कांग्रेस आते हैं, तो ऐसे लोगों को पार्टी में बड़े पद नहीं दिए जाने चाहिए। | नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया को लेकर बड़ा बयान दिया है। राहुल गांधी ने कहा है कि उन्होंने ज्योतिरादित्य सिंधिया से कहा था कि "अपनी बारी का इंतजार करें, आपको पक्का मुख्यमंत्री बनाया जाएगा।" राहुल गांधी ने सोमवार को इंडियन यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से बात करते हुए बताया। इंडियन यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि उनसे बात करने के बावजूद ज्योतिरादित्य भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए और उन्हें भारतीय जनता पार्टी में कभी भी मुख्यमंत्री नहीं बनाया जाएगा। इंडियन यूथ कांग्रेस के एक कार्यकर्ता के सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि वह यह मानते है कि जो लोग दूसरी पार्टी में जाते और फिर वापिस कांग्रेस आते हैं, तो ऐसे लोगों को पार्टी में बड़े पद नहीं दिए जाने चाहिए। इंडिया टीवी को सूत्रौं से मिली जानकारी के अनुसार राहुल गांधी ने इंडियन यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को संगठन को मजबूत करने के लिए कहा, उन्होंने कहा, "संगठन ही शक्ति है, मेहनत करो.... जो कांग्रेस की विचारधारा को मानते है वह कांग्रेस से जुड़ सकते है।" राहुल गांधी ने इंडियन यूथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं से वैचारिक तौर पर पार्टी को मजबूत करने के लिए कहा। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पिछले साल कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया था और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे। 2018 में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में करीबी मुकाबले में कांग्रेस पार्टी को जीत मिली थी और उस समय ज्योतिरादित्य सिंधिया तथा कमलनाथ के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खूब खींचतान हुई थी, लेकिन अंत में पार्टी ने कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाया। ज्योतिरादित्य सिंधिया इसके बाद भी पार्टी में बने रहे लेकिन 2019 में लोकसभा चुनावों में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और ऐसा कहा गया कि पार्टी की गुटबाजी ने उन्हें हराने में भूमिका निभाई है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसके बाद पार्टी में बगावत कर दी और मध्य प्रदेश सरकार में अपने करीबी विधायकों से उन्होंने त्यागपत्र दिलवा दिए जिसकी वजह से वहां पर कमलनाथ सरकार गिर गई और भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी। ज्योतिरादित्य सिंधिया फिलहाल भारतीय जनता पार्टी के सांसद हैं। |
hindi_2022_11006 | मुरादाबाद में रिश्ते शर्मसार: नशे में सगी बहन के साथ किया दुष्कर्म, दोस्त ने बनाई अश्लील वीडियो | उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। एक शख्स पर अपनी विवाहिता छोटी बहन के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है जबकि उसके दोस्त ने इस कृत्य को फिल्माया। | मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में रिश्तों को शर्मसार करने वाली एक घटना सामने आई है। एक शख्स पर अपनी विवाहिता छोटी बहन के साथ दुष्कर्म करने का आरोप लगाया गया है जबकि उसके दोस्त ने इस कृत्य को फिल्माया। घटना पिछले महीने 23 दिसंबर को पीड़िता के पति की गैरमौजूदगी में हुई थी। खबरों के मुताबिक, वह शख्स अपनी छोटी बहन के घर पर नशे की हालत में आया और उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके दोस्त ने भी शराब पीकर उसके कृत्य को मोबाइल फोन में फिल्मा लिया। आरोपी ने किसी को सूचित करने पर वीडियो क्लिप को ऑनलाइन अपलोड करने की धमकी दी।आरोपी जब पीड़िता का पीछा करने लगा और परेशान करने लगा तो उसने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। महिला के माता-पिता ने शुरू में पुलिस के पास नहीं जाने के लिए उस पर दबाव डाला। हालांकि, उत्पीड़न और धमकी के बाद, पीड़िता ने शिकायत दर्ज करने का फैसला किया और मुरादाबाद पुलिस ने सोमवार को उसके भाई और उसके दोस्त के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की।अपनी शिकायत में, महिला ने कहा कि उसने अपने पति को सूचित किया था और दंपति तुरंत पुलिस से संपर्क करना चाहते थे, लेकिन 'परिवार की प्रतिष्ठा' की खातिर उसके माता-पिता ने रोक दिया। महिला ने कहा कि उसने शिकायत दर्ज करने का फैसला किया क्योंकि आरोपी उसके घर के बाहर घूमता रहा और उसे परेशान करने और डराने की कोशिश करता रहा।सिविल लाइंस के एसएचओ दरवेश कुमार ने कहा, "मुख्य आरोपी और उसके दोस्त के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (दुष्कर्म के लिए सजा), 452 (चोट, हमले या गलत नीयत के साथ घर में घुसना) और 506 (आपराधिक धमकी के लिए सजा) के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।" उन्होंने कहा कि दोनों आरोपी फरार हैं लेकिन उन्हें जल्द से जल्द गिरफ्तार करने की कोशिश की जा रही है। |
hindi_2022_11007 | स्कूलों में बच्चों की फीस माफी न होने पर मायावती नाराज, सरकार को दी ये सलाह | मायावती ने कहा कि केन्द्र व राज्य सरकारें अपने शाही खर्चे में कटौती करके सरकारी व प्राइवेट स्कूल फीस की प्रतिपूर्ति करें अर्थात व्यापक जनहित में बच्चों की स्कूल फीस माफ करें। | लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने शनिवार को कहा कि केन्द्र और राज्य सरकारें अपने शाही खर्चे में कटौती कर व्यापक जनहित में बच्चों की स्कूल फीस माफ करें।बसपा प्रमुख ने ट्वीट किया, ‘‘कोरोना लॉकडाउन से संक्रमित देश की आर्थिक मन्दी से भीषण बेरोजगारी व जीवन में अभूतपूर्व संकट झेल रहे करोड़ों लोगों के सामने बच्चों के फीस जमा करने की समस्या संगीन होकर अब धरना-प्रदर्शन आदि के रूप में सामने आई है व उन्हें पुलिस के डण्डे खाने पड़ रहे हैं, जो अति-दुःखद।''उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा, ''ऐसे ‘एक्ट ऑफ गॉड’ के समय में संवैधानिक मंशा के अनुरूप सरकार की कल्याणकारी राज्य होने की भूमिका खास तौर से काफी बढ़ जाती है। केन्द्र व राज्य सरकारें अपने शाही खर्चे में कटौती करके सरकारी व प्राइवेट स्कूल फीस की प्रतिपूर्ति करें अर्थात व्यापक जनहित में बच्चों की स्कूल फीस माफ करें।' |
hindi_2022_11008 | चीन और पाकिस्तान एक साथ खोल सकते हैं मोर्चा, भारत को रहना होगा तैयार: CDS जनरल रावत | भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान के मिलकर मोर्चा खोलने की आशंका जताते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि हमें इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि PoK में चीन के पाक के साथ आर्थिक और सैन्य सहयोग पर हमें उच्च स्तर पर ध्यान देने की जरूरत है। | नई दिल्ली: भारत के खिलाफ चीन और पाकिस्तान के मिलकर मोर्चा खोलने की आशंका जताते हुए चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि हमें इसके लिए तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले कश्मीर में चीन के पाक के साथ आर्थिक और सैन्य सहयोग पर हमें उच्च स्तर पर ध्यान देने की जरूरत है। जनरल रावत ने कहा कि चीन के आक्रामक दुस्साहस को नियंत्रित करने और रोकने के लिए भारत ने पर्याप्त उपाय अपनाए हैं।भारत-अमेरिका के बीच तीसरे रणनीति साझेदारी मंच (यूएस-इंडिया स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फोरम) में जनरल रावत ने कहा, "हम अपनी सीमाओं के पार शांति चाहते हैं। बीते कुछ समय से हम चीन की ओर से की जा रही कुछ आक्रामक कार्रवाइयां देख रहे हैं, लेकिन हम इनसे निपटने में सक्षम हैं। हमारी तीनों सेनाएं सीमाओं पर उत्पन्न होने वाले सभी खतरों से निपटने में सक्षम हैं।"जनरल रावत ने कहा कि भारतीय सशस्त्र बलों को वर्तमान के हालातों से निपटना होगा और आने वाले समय की चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। सीडीएस रावत ने कहा कि चीन की ओर से पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को दी जा रही आर्थिक सहायता और पाक को लगातार उपलब्ध कराया जा रहा सैन्य व राजनयिक सहयोग यह मांग करता है कि हम उच्च स्तर की तैयारियां करें।जनरल रावत ने कहा, "हमने अपनी सीमाओं पर इससे निपटने के लिए एक रणनीति तैयार की है।" पाकिस्तान के विषय पर, सीडीएस ने कहा कि वह एक छद्म युद्ध शुरू कर रहा है और भारतीय जमीन पर आतंकवादियों को उतारने के लिए उन्हें प्रशिक्षण दे रहा है। जनरल रावत ने कहा, "वे जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ करते रहते हैं। वे हमारे देश के अन्य क्षेत्रों में भी आतंकवाद का विस्तार करने की कोशिश कर रहे हैं।"रावत ने कहा कि भारत सरकार भी सशस्त्र बलों के बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। सीडीएस ने कहा, "हम क्षेत्र के अधिकांश देशों के साथ द्विपक्षीय बातचीत में संलग्न हैं, जिसमें चीन भी शामिल है।"भारत और चीन की सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा पर पिछले चार महीने से आमने-सामने हैं। बातचीत के कई स्तरों के बावजूद, अभी तक गतिरोध खत्म करने को लेकर कोई सफलता नहीं मिल सकी है। |
hindi_2022_11009 | कोविड-19: जम्मू-कश्मीर में विद्यालय और उच्च शैक्षणिक संस्थान अगले आदेश तक बंद ही रहेंगे | जम्मू-कश्मीर राज्य कार्यकारी समिति (एसईसी) ने केंद्रशासित प्रदेश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करने के बाद रविवार को शैक्षणिक संस्थानों को अगले आदेश तक के लिए बंद ही रखने का निर्णय लिया। | जम्मू। जम्मू-कश्मीर राज्य कार्यकारी समिति (एसईसी) ने केंद्रशासित प्रदेश में कोविड-19 स्थिति की समीक्षा करने के बाद रविवार को शैक्षणिक संस्थानों को अगले आदेश तक के लिए बंद ही रखने का निर्णय लिया। वहीं, समिति ने कहा कि किसी भी जिले में सप्ताहांत में कर्फ्यू नहीं होगा लेकिन रात आठ बजे से सुबह सात बजे तक कर्फ़्यू लागू रहेंगे।समिति ने बंद कमरे या खुले में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में आने वाले लोगों की संख्या 25 पर सीमित कर दी। एक आदेश में मुख्य सचिव ए के मेहता ने कहा कि ऐसा पाया गया कि पिछले हफ़्तों की तुलना में कई जिलों में स्थिति में सुधार है।एसईसी के अध्यक्ष मेहता ने कहा, ‘‘हालांकि कोविड-19 के मामलों में उतार-चढ़ाव के मद्देनजर सभी जिलों में मौजूदा नियमों को बरकरार रखने की जरूरत है।’’ मेहता ने कहा कि विद्यालय और कोचिंग केंद्र समेत उच्च शिक्षण संस्थान अगले आदेश तक बंद रहेंगे। हालांकि, शैक्षणिक संस्थानों को प्रशासनिक कार्यों के मद्देनजर टीके की खुराक लेने वाले कर्मचारियों को सीमित संख्या में संस्थान बुलाने की अनुमति दी गई है। जम्मू कश्मीर ने स्वतंत्रता दिवस के लिए राष्ट्रगान गायन प्रतियोगिता की घोषणा कीजम्मू कश्मीर प्रशासन ने स्वतंत्रता के 75 साल के जश्न के तहत राष्ट्रगान गायन प्रतियोगिता की घोषणा की है। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि चूंकि देश आजादी के 75 साल का जश्न मना रहा है और इसे 'आजादी का अमृत महोत्सव' के रूप में मना रहा है, उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के मार्गदर्शन में प्रशासन ने व्यक्तियों और समूहों से प्रतियोगिता में भाग लेने का आह्वान किया है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत श्रेणी के तहत, लोग दो उपश्रेणियों में हिस्सा ले सकते हैं जिसमें 13-18 वर्ष और 18 वर्ष से अधिक शामिल है।अधिकारी ने बताया कि प्रतियोगिता एक अगस्त से सात अगस्त तक खुली है। प्रवक्ता ने कहा कि विजेताओं को नकद पुरस्कार दिए जाएंगे। प्रवक्ता ने बताया कि पहला पुरस्कार 25,000 रुपये, दूसरा 11,000 रुपये और तीसरा 5,000 रुपये का है। उन्होंने कहा कि जिला स्तर के विजेता संभाग स्तर के लिए प्रतिस्पर्धा करेंगे और सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र मिलेगा।प्रवक्ता ने कहा कि सभी व्यक्तिगत और समूह विजेताओं को अपने-अपने जिले और संभाग स्तर के स्वतंत्रता दिवस 2021 समारोह में राष्ट्रगान गाने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि पात्र होने के लिए, सभी प्रतिभागियों को जम्मू-कश्मीर का मूल निवासी होना चाहिए। प्रवक्ता ने कहा कि पात्र लोग अपनी प्रविष्टियां आनलाइन जमा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रगान गाने वाले प्रतिभागियों की एक वीडियो फ़ाइल (अधिमानतः एचडी में) 7 अगस्त तक अपलोड करनी है। |
hindi_2022_11010 | कई राज्यों के राज्यपाल बदले, गुरमीत सिंह उत्तराखंड के तो रवि होंगे तमिलनाडु के राज्यपाल | लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह को बृहस्पतिवार को उत्तराखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। यह पद बेबी रानी मौर्य के इस्तीफा देने के बाद खाली हुआ था। | नई दिल्ली: लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह को बृहस्पतिवार को उत्तराखंड का राज्यपाल नियुक्त किया गया। यह पद बेबी रानी मौर्य के इस्तीफा देने के बाद खाली हुआ था। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह सेना के उप प्रमुख के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने मौर्य का इस्तीफा स्वीकार कर लिया और सिंह को राज्य का राज्यपाल नियुक्त किया। कई पदकों से सम्मानिक अधिकारी, लेफ्टिनेंट जनरल सिंह लगभग चार दशकों की सेवा के बाद फरवरी 2016 में सेना से सेवानिवृत्त हुए थे।लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने सेना में अपनी सेवा के दौरान सेना के उप प्रमुख, सहायक जनरल और कश्मीर में नियंत्रण रेखा की निगरानी करने वाली 15वीं कोर के कोर कमांडर के पद पर काम किया। वह सैन्य संचालनों के अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में चीन से जुड़े परिचालन और सैन्य रणनीतिक मुद्दों को भी संभाल रहे थे। लेफ्टिनेंट जनरल सिंह सेना में रहने के दौरान, एक दशक से अधिक समय तक कई विशेषज्ञ समूहों, संयुक्त कार्य समूहों, वार्षिक संवादों और चीन अध्ययन समूह की बैठकों का हिस्सा रहे।लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने महत्वपूर्ण सैन्य कूटनीतिक और सीमा या वास्तविक नियंत्रण रेखा की बैठकों के लिए सात बार चीन का दौरा किया। डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कोर्स और नेशनल डिफेंस कॉलेज से स्नातक, लेफ्टिनेंट जनरल सिंह ने चेन्नई और इंदौर विश्वविद्यालयों से दो एम.फिल किए हैं।इस नई नियुक्ति के अलावा, राष्ट्रपति ने कुछ राज्यों के राज्यपालों के फेरबदल का भी आदेश दिया, जिसमें बनवारीलाल पुरोहित को तमिलनाडु से पंजाब स्थानांतरित किया जाना शामिल है। वह पहले पंजाब का अतिरिक्त प्रभार संभाल रहे थे। केंद्र के वार्ताकार और सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी आर एन रवि को नागालैंड से तमिलनाडु के नए राज्यपाल के रूप में स्थानांतरित किया गया है।विज्ञप्ति में कहा गया है कि वर्तमान में असम के राज्यपाल जगदीश मुखी को नई नियुक्ति होने तक उनके प्रभार के अलावा नगालैंड के राज्यपाल के कार्यों का निर्वहन करने के लिए नियुक्त किया गया है। |
hindi_2022_11011 | ओडिशा में कोरोना वायरस से संक्रमण के 452 नए मामले, 2820 मरीजों का चल रहा इलाज | ओडिशा में शनिवार को बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 452 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही सूबे में इस घातक वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,42,224 हो गई है। | भुवनेश्वर: ओडिशा में शनिवार को बीते 24 घंटों में कोरोना वायरस से संक्रमण के 452 नए मामले सामने आए हैं। इसके साथ ही सूबे में इस घातक वायरस से संक्रमित होने वाले लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,42,224 हो गई है। एक स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक, वायरस से संक्रमण के 267 नए मामले पृथक केंद्रों से आए हैं जबकि 185 मरीज संक्रमितों के संपर्कों का पता लगाने के दौरान मिले। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा 77 मामले खुर्दा जिले में आए हैं, जिसके अंतर्गत राजधानी भुवनेश्वर आती है।‘इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 2820 पर पहुंची’स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राज्य में 30 मार्च से संक्रमण के कारण किसी की मौत हुई है, लिहाजा मृतक संख्या 1921 पर स्थिर है। उन्होंने बताया कि ओडिशा में कोरोना वायरस का इलाज करा रहे मरीजों की संख्या 2820 पर पहुंच गई है जबकि 3,37,430 लोग संक्रमण से मुक्त हो चुके हैं। अधिकारी ने बताया कि राज्य सरकार छत्तीसगढ़ से लगते जिलों से कोरोना वायरस के अधिक मामले मिलने से चिंतित है। उन्होंने बताया कि सूबे के नुआपाड़ा जिले में कोरोना वायरस से संक्रमण के 71 मामले सामने आए हैं जबकि कालाहांडी जिले में 29 और बरगढ़ जिले में 19 मरीजों के मिलने की पुष्टि हुई है।‘शुक्रवार को 2.5 लाख लोगों को कोविड रोधी टीका लगा’ओडिशा में गृह राज्य मंत्री डीएस मिश्रा ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सीमा से लगे जिलों में अधिक संख्या में मामले मिल रहे हैं क्योंकि पिछले महीने इन क्षेत्रों के कई लोगों ने रायपुर में एक मेगा क्रिकेट टूर्नामेंट में शिरकत की थी। उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन छत्तीसगढ़ जाने वाले लोगों पर कड़ी निगाह रख रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्य सरकार ने शुक्रवार को 2.5 लाख लोगों को कोविड रोधी टीका लगाया है और एक दिन में 50,000 से अधिक टीके लगाने का लक्ष्य रखा है। बता दें कि ओडिशा में भी पिछले कुछ दिनों से नए संक्रमितों के मिलने की दर काफी तेजी से बढ़ी है। |
hindi_2022_11012 | उत्तर प्रदेश: छेड़छाड़ से परेशान होकर आग लगाने वाली नाबालिग छात्रा की मौत | उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में कथित तौर पर छेड़छाड़ से क्षुब्ध होकर चार दिन पूर्व आग लगने वाली 13 वर्षीय छात्रा की शनिवार को इलाज के दौरान कानपुर के अस्पताल में मौत हो गयी। | हमीरपुर (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश में हमीरपुर जिले के सुमेरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में कथित तौर पर छेड़छाड़ से क्षुब्ध होकर चार दिन पूर्व आग लगने वाली 13 वर्षीय छात्रा की शनिवार को इलाज के दौरान कानपुर के अस्पताल में मौत हो गयी। हमीरपुर के पुलिस अधीक्षक नरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि सुमेरपुर थाना क्षेत्र के एक गांव में नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा ने 14 वर्षीय सहपाठी छात्र द्वारा की जा रही कथित छेड़छाड़ से क्षुब्ध होकर 30 मार्च को आग लगा ली थी। उन्होंने बताया कि छात्रा की कानपुर के अस्पताल में आज मौत होने की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पीड़िता के परिजनों की शिकायत दर्ज कर नाबालिग आरोपी को एक अप्रैल को पकड़ कर किशोर न्यायालय के सामने पेश किया गया था, जहां से उसे बाल सुधार गृह भेज दिया गया। सिंह ने बताया कि पीड़िता की मौत होने पर अब मामले में आत्महत्या के लिए बाध्य करने की आईपीसी की धारा-306 बढ़ाई जाएगी।अलीगढ़ जिले के इगलास इलाके में एक ईंट भट्ठे के मालिक के करीबी रिश्तेदार के प्रवासी दलित मजदूर की नाबालिग बेटी से कथित तौर पर बलात्कार करने का मामला सामने आया है। पुलिस के मुताबिक, कारखाना परिसर के अंदर यह घटना हुई और जब पीड़िता के पिता ने भट्ठे के मालिक से संपर्क किया तो उसके साथ मारपीट कर पुलिस से संपर्क न करने की चेतावनी दी गई। पुलिस के अनुसार यह घटना होली के दिन इगलास थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई थी।मजदूर का परिवार भट्ठा परिसर में ही रहता था और आरोपी ने नाबालिग लड़की को पानी पिलाने के लिए बुलाकर उससे बलात्कार किया। पुलिस के एक अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि घटना की जानकारी पुलिस को मिलने के बाद आरोपी भाग गया लेकिन शनिवार को पुलिस उसे पकड़ने में कामयाब रही। लड़की के पिता ने एक श्रमिक नेता से संपर्क कर मामले की ऑनलाइन शिकायत की थी।शिकायत का संज्ञान लेते हुए पुलिस दल ने मौके पर पहुंच कर घटना की पुष्टि करने के बाद भट्ठा मालिक के रिश्तेदार के खिलाफ मामला दर्ज किया और पड़ोसी मथुरा जिले से शनिवार को उसे गिरफ्तार कर लिया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के ठिकाने का पता लगाकर उसे गिरफ्तार कर लिया। |
hindi_2022_11013 | मुंबई में कांग्रेस के साथ और दिल्ली में खिलाफ, शिवसेना की दोगली भूमिका पर कोई सफाई मांगेगा: संजय निरुपम | कृषि से जुड़े विधेयकों पर संसद में शिवसेना की भूमिका को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सवाल उठाया है। शिवसेना ने संसद में कृषि विधेयक पर जो भूमिका रही है उसे संजय निरुपम ने दोगली भूमिका बताया है। | मुंबई। कृषि से जुड़े विधेयकों पर संसद में शिवसेना की भूमिका को लेकर कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने सवाल उठाया है। शिवसेना ने संसद में कृषि विधेयक पर जो भूमिका रही है उसे संजय निरुपम ने दोगली भूमिका बताया है। संजय निरुपम ने कहा “कृषि विधेयकों पर शिवसेना की भूमिका संदिग्ध क्यों है? लोकसभा में समर्थन किया,राज्य सभा में ऐन वक्त पर ऐब्सटेन कर गए। मुंबई में कांग्रेस के साथ, दिल्ली में कांग्रेस के खिलाफ। क्या इस दोगली भूमिका पर कोई सफ़ाई मांगेगा।” |
hindi_2022_11014 | चमोली में आई 'जल प्रलय' में बह गया था पुल, अब 200 फीट की ऊंचाई पर बनाया जा रहा है बेली ब्रिज | BRO के अधिकारी कर्नल ब्रिजेंद्र एस सोनी ने मीडिया को बातचीत में बताया कि हम यहां पर सबसे पहले बेली ब्रिज बना सकते हैं। बाद में हम चमोली में कनेक्टिविटी के लिए स्थायी पुल बनाएंगे। | चमोली. उत्तराखंड के चमोली में 7 फरवरी को आई 'जल प्रलय' ने बहुत ज्यादा तबाही मचाई, इस तबाही में न सिर्फ तपोवन में चल रहे पावर प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा बल्कि कई गांवों को जोडने वाला पूल भी पानी के तेज बहाव में बह गया। चमोली जिले के अन्य भाग से कटे गांवों को फिर से जोड़ने के लिए अब BRO (Border Roads Organisation) ने यहां पर बेली ब्रिज बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है।पढ़ें- चमोली में अबतक 38 शव बरामद, जानिए क्या है लेटेस्ट अपेडटपढ़ें- रोहतक के जाट कॉलेज में कल रात ताबड़तोड़ फायरिंग, हमले में 2 महिला पहलवान समेत 5 की मौतचमोली. उत्तराखंड के चमोली में 7 फरवरी को आई 'जल प्रलय' ने बहुत ज्यादा तबाही मचाई, इस तबाही में न सिर्फ तपोवन में चल रहे पावर प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा बल्कि कई गांवों को जोडने वाला पूल भी पानी के तेज बहाव में बह गया। चमोली जिले के अन्य भाग से कटे गांवों को फिर से जोड़ने के लिए अब BRO (Border Roads Organisation) ने यहां पर बेली ब्रिज बनाने के लिए काम शुरू कर दिया है।पढ़ें- चमोली में अबतक 38 शव बरामद, जानिए क्या है लेटेस्ट अपेडटBRO के अधिकारी कर्नल ब्रिजेंद्र एस सोनी ने मीडिया को बातचीत में बताया कि हम यहां पर सबसे पहले बेली ब्रिज बना सकते हैं। बाद में हम चमोली में कनेक्टिविटी के लिए स्थायी पुल बनाएंगे। ब्रिज एक इंजीनियरिंग चुनौती है। पहले यह मलबा था, अब इसकी स्थापना है, लेकिन हम इसे जल्द ही लॉन्च करेंगे। वहीं BRO के डॉयरेक्टर आरएस राव ने कहा कि यह 200 फीट का बेली ब्रिज है जिसका निर्माण हम उत्तराखंड के चमोली में एक विकल्प के रूप में कर रहे हैं। बाधाओं के बावजूद, इसे बनाने के लिए बीआरओ दिन-रात काम कर रहा है, जल्द ही लॉन्च किया जाएगा।पढ़ें- उत्तर प्रदेश में 15 फरवरी से खुलेंगे सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी, इन नियमों का करना होगा पालनपढ़ें- Delhi NCR: एक्सप्रेस-वे पर कोहरे का कहर, एक के बाद एक टकराए 6 वाहनअबतक 38 शव बरामद, टनल में बचाव कार्य जारीअभी तक तपोवन स्थित बड़ी टनल में बचाव कार्य जारी है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि तपोवन की बड़ी टनल में से मलबे को हटाया जा रहा है। इसके 71 मीटर नीचे एक छोटी टनल है जिसमें ड्रिलिंग का काम कल किया जा रहा था। तब NTPC की तरफ से जानकारी मिली कि वहां मलबा है लेकिन वहां पैशर हाई नहीं है तो अब वहां 1 फूट तक ड्रिलिंग की जाएगी। उन्होंने बताया कि बड़ी टनल में हमें प्रगति मिली है। NTPC ने नाप कर बताया है कि टनल को 140 मीटर तक खोदा जा चुका है। वहीं दूसरी तरफ चमोली जिला मजिस्ट्रेट ने जानकारी दी कि चमोली में अब तक कुल 38 शव बरामद हुए हैं जिसमें 12 की पहचान हो गई है और 26 अभी भी अज्ञात हैं। पढ़ें- J&K पुलिस को बड़ी कामयाबी, 3 BJP कार्यकर्ताओं की हत्या में शामिल आतंकी गिरफ्तारपढ़ें- आनंद विहार से चलेगी स्पेशल ट्रेन, जानिए रूट, टाइम और स्टॉपेज |
hindi_2022_11015 | सुभाषचंद्र बोस जयंती की राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री ने दी देशवासियों को शुभकामनाएं, ममता बोलीं-इस दिन को राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया जाए | राष्ट्र आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मराक्रम दिवस के रूप में मना रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और देश के अन्य मंत्रियों व गणमान्यजनों ने उन्हें श्रद्धाजलि दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्विवटर पर अपने शुभकामना संदेश में कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर भारत कृतज्ञतापूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता है। | राष्ट्र आज नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मराक्रम दिवस के रूप में मना रहा है। इस अवसर पर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और देश के अन्य मंत्रियों व गणमान्यजनों ने उन्हें श्रद्धाजलि दी है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ट्विवटर पर अपने शुभकामना संदेश में कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर भारत कृतज्ञतापूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता है। स्वतंत्र भारत के विचार के प्रति अपनी उग्र प्रतिबद्धता दिखाने के लिए उन्होंने आजाद हिंद के गठन जैसे साहसी कदम उठाए। ये उन्हें राष्ट्रीय प्रतीक बनाते हैं। उनके आदर्श और बलिदान हर भरतीय को हमेशा प्रेरित करते रहेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लिखा-सभी देशवासियों को पराक्रम दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर उन्हें मेरी आदरपूर्ण श्रद्धांजलि। इस मौके पर होम मिनिस्टर अमित शाह ने भी नेताजी को श्रद्धाजलि देते हुए ट्वीट संदेश में कहा-आजादी के महानायक नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर उन्हें कोटिशः नमन करता हूं। उन्होंने अपने असाधारण देशप्रेम, अदम्य साहस व तेजस्वी वाणी से युवाओं को संगठित कर विदेशी शासन की नींव हिला दी। मातृभूमि के लिए उनका अद्वितीय त्याग, तप व संघर्ष सदैव देश का मार्गदर्शन करता रहेगा।शाह ने प्रधानमंत्री को पराक्रम दिवस की शरुआत करने पर शुभकामना देते हुए ट्वीट संदेश में कहा कि प्रधानमंत्रीजी ने भारत की स्वतंत्रता में नेताजी के अतुलनीय योगदान को चिरस्मरणीय बनाए रखने हेतु उनकी जयंती को देशभर में ‘पराक्रम दिवस’ के रूप में मनाने का अभिनव कार्य किया है। यह आने वाली पीढ़ियों में नेताजी के ओजस्वी विचारों व आदर्शों को सींचने का काम करेगा।'देश नायक दिवस' के रूप में मनाया जाए यह दिन: ममताइस मौके पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस को श्रद्धांजलि देते हुए 23 जनवरी को 'देश नायक दिवस' मनाने और नेशनल हॉलिडे घोषित करने की मांग की।गौरतलब है कि नेताजी की राष्ट्र के लिए निस्वार्थ सेवा का सम्मान करने और उन्हें याद करने के लिए, भारत सरकार ने हर साल 23 जनवरी को उनके जन्मदिन को 'पराक्रम दिवस' के रूप में मनाने का फैसला किया है। |
hindi_2022_11016 | Rajat Sharma's Blog: कोरोना की दूसरी लहर की आहट, सावधानी ही वक्त का तकाज़ा है | देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले फिर तेज़ी से बढ़ रहे हैं। लोगों की तरफ से बरती जा रही लापरवाही कोरोना के लिए संजीवनी बन रही है। | देश में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले फिर तेज़ी से बढ़ रहे हैं। लोगों की तरफ से बरती जा रही लापरवाही कोरोना के लिए संजीवनी बन रही है। हालात ये हो गए हैं कि कुछ शहरों में फिर से लॉकडाउन की बात सुनाई देने लगी है। शुक्रवार को देशभर में कोरोना के कुल 14,059 मामले सामने आए जो पिछले 27 दिनों में सबसे ज्यादा है। 23 जनवरी के बाद पहली बार कोरोना ने 14 हजार का आंकड़ा पार किया है।महाराष्ट्र और केरल में हालात फिर खराब हो रहे हैं। महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोरोना के 6 हजार 112 मामले सामने आए। कोरोना की रोकथाम के लिए राज्य के कई जिलों में फिर से पाबंदियां लग गई हैं। वर्धा, अकोला, अमरावती में शनिवार रात से सोमवार सुबह तक 36 घंटे का लॉकडाउन लगाया गया है। पुणे में सबसे ज्यादा 1,005 नए मामले सामने आए हैं। अमरावती में 755, नागपुर में 752 और मुंबई में 823 नए मामले आए हैं। महाराष्ट्र में गुरुवार को कोरोना के 5,427 और बुधवार को 4,787 नए मामले दर्ज किए गए।केरल (4,505), पंजाब और मध्य प्रदेश में भी कोरोना वायरस के नए मामले बढ़े हैं। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने शुक्रवार को यह दावा किया कि कोरोना वायरस के नए हॉटस्पॉट अमरावती और यवतमाल जिले में अब तक इस वायरस का कोई विदेशी संस्करण (नया स्ट्रेन) नहीं मिला है। महाराष्ट्र के 4 मंत्री कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और जल संपदा मंत्री जयंत पाटिल के बाद अब स्कूली शिक्षा मंत्री बच्चू कडू भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं। बच्चू कडू दूसरी बार कोरोना पॉजिटिव हुए हैं। दो दिन पहले महाराष्ट्र के अनाज और औषधि प्रशासन मंत्री राजेंद्र शिगणे भी कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। यही नहीं महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष नाना पटोले के घर में काम करने वाले स्टाफ को भी कोरोना हुआ है, जिसके बाद वह आइसोलेशन में चले गए हैं। कोरोना की रफ्तार बढ़ने की वजह सिर्फ लापरवाही है। महाराष्ट्र में सरकार भी लापरवाही बरत रही है और आम लोग भी बेफिक्र हो गए हैं। मुंबई में कोरोना के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगे हैं, इसलिए अब मास्क लगाने पर जोर दिया जा रहा है। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) की तरफ से मास्क न पहनने वालों पर सख्ती की जा रही है।बीएमसी ने सड़कों पर मार्शल को तैनात किया है जो बिना मास्क के घूम रहे लोगों से 200 रुपये का जुर्माना वसूलते हैं। लेकिन अक्सर मास्क न लगाने वाले लोग दादागिरी पर उतर आते हैं, बहसबाजी करते हैं, फिर धक्का-मुक्की होती है और बात मारपीट तक पहुंच जाती है। शुक्रवार को जुहू चौपाटी का एक ऐसा ही वीडियो वायरल हुआ जिसमें मास्क न पहनने पर जुर्माना वसूली के दौरान हाथापाई और मारपीट की तस्वीरें हैं। यवतमाल में 28 फरवरी तक आंशिक लॉकडाउन रहेगा। यहां दुकान, संस्थान, स्कूल, कॉलेज, मंदिर या धार्मिक स्थल रात 9 बजे से सुबह तक बंद रहेंगे। मास्क न पहनने पर पहली बार पकड़े गए तो 500 रुपये, दूसरी बार पकड़े गए तो 750 रुपये और तीसरी बार पकड़े जाने पर एक हजार रूपये जुर्माना भरना होगा।भारत ने जिस तरह से कोरोना के खिलाफ जंग लड़ी और जिस तरह कोरोना को काबू में किया उसकी पूरी दुनिया ने तारीफ की है। लेकिन ये भी सही है कि खतरा टला नहीं है। कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन (टीकाकरण) का काम भी सबसे तेज भारत में ही हो रहा है। शुक्रवार तक सिर्फ 34 दिन में एक करोड़ लोगों को वैक्सीन दी गई है। यहां अमेरिका के बाद दूसरा सबसे तेज वैक्सीनेशन हो रहा है। पहले से ही रोजाना औसतन 40 से 50 हजार लोगों को टीका देने की योजना तैयार कर ली गई है। अभी रोजाना औसतन करीब 10 हजार लोगों को वैक्सीन दी जा रही है। अबतक 62.3 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन की पहली खुराक दी गई है जबकि 7.6 लाख लोगों को दूसरी खुराक भी दी जा चुकी है।कोरोना के खिलाफ जंग में ये पॉजिटिव संकेत हैं, लेकिन सोशल डिस्टैंसिंग में कोई शिथिलता नहीं बरतनी चाहिए। तेलंगाना के करीमनगर जिले के एक गांव में 33 लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए। ये सभी लोग एक कैंसर रोगी के अंतिम संस्कार में गए थे। अब स्थानीय प्रशासन ने इस गांव में रहने वाले सभी 1,600 लोगों का कोविड टेस्ट कराना शुरू कर दिया है। कोरोना की वैक्सीन तो बनी है लेकिन कोरोना की कोई दवा नहीं बनी। इस दिशा में स्वामी रामदेव ने शुक्रवार को बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कोरोना से बचाव की आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल की औपचारिक तौर पर लॉन्च कर दी। पतंजलि रिसर्च इंस्टिट्यूट की इस दवा को आयुष मंत्रालय से प्रमाण पत्र मिला है। इसे कोविड-19 संक्रमण के मामले में ‘एक सहायक दवा के रूप में’ और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है। इस दवा को पतंजलि रिसर्च इंस्टीट्यूट ने पिछले साल जून में लॉन्च किया था। पतंजलि के एक बयान में कहा गया है, ‘कोरोनिल को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन के आयुष खंड से फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट (CoPP) का प्रमाण पत्र मिला है।’ पतंजलि ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्वामी रामदेव, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की मौजूदगी में यह घोषणा की।CoPP सर्टिफिकेशन के तहत कोरोनिल को अब 158 देशों में निर्यात किया जा सकता है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आयुर्वेदिक उत्पादों का 30,000 करोड़ रुपये का उद्योग कोविड से पहले सालाना 15 से 20 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा था लेकिन कोविड के बाद अब 50 से 90 प्रतिशत के हिसाब से बढ़ रहा है। ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, क्यूबा, बांग्लादेश, श्रीलंका और चीन ने आयुर्वेदिक दवाओं को अपनाया है। मेरा मानना है कि स्वामी रामदेव ने योग को सरल और सहज बनाया, घर-घर तक पहुंचाया। उन्होंने आयुर्वेद का, हमारी अपनी साइंस का इस्तेमाल लोगों के इलाज के लिए किया, लेकिन स्वामी रामदेव ने कभी एलोपैथी के प्रति नकारात्मकता नहीं फैलाई। उन्होंने तो एलोपैथी के सिस्टम को अपनाया, रोग के निदान के लिए उनका इस्तेमाल किया। जिन लोगों को ऑपरेशन की ज़रूरत होती थी उन्हें होत्साहित नहीं किया। एलोपैथिक डॉक्टर्स ने योग और आयुर्वेद को मान्यता दी, लेकिन बड़ी-बड़ी फार्मा कंपनियों को आयुर्वेद का प्रचार-प्रसार रास नहीं आया। इसीलिए स्वामी रामदेव ने कोशिश की है कि आयुर्वेद को भी रिसर्च आधारित (Research based) बनाया जाए। आयुर्वेद की प्रामाणिकता का वैज्ञानिक प्रयोग करके पूरी दुनिया में इसका लोहा मनवाया जाए। आज उन्होंने इस दिशा में बड़ी सफलता हासिल की है। इसके लिए स्वामी रामदेव का अभिनंदन किया जाना चाहिए। (रजत शर्मा) |
hindi_2022_11017 | भारत में राहुल गांधी की छुट्टी खत्म हो गई है, वह इटली वापस चले गए- केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह | केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के इटली जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि भारत में राहुल गांधी की छुट्टी खत्म हो गई है, आज वह इटली वापस चले गए। | नई दिल्ली: किसान आंदोलन के बीच राहुल गांधी इटली की यात्रा पर रवाना हो गए है। वह कतर एयरलाइंस की फ्लाइस से वहां गए है। किसान आंदोलन के बीच जब कांग्रेस इतना हाय तौबा मचा रही है ऐसे में राहुल गांधी के इटली रवाना होने पर कई सवाल खड़े हो रहे है। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी के इटली जाने पर चुटकी लेते हुए कहा कि भारत में राहुल गांधी की छुट्टी खत्म हो गई है, आज वह इटली वापस चले गए। राहुल का पुराना वीडियो जारी कर नड्डा ने कृषि कानूनों के विरोध पर साधा निशानाभाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा ने रविवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लोकसभा में दिए गए एक भाषण का पुराना वीडियो साझा किया और आरोप लगाया कि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन पर वह ‘‘राजनीति’’ कर रहे हैं। एक मिनट और सात सेकेंड के इस वीडियो में राहुल गांधी किसानों को बिचौलियों से बचाने के लिए उन्हें उत्पादों को सीधे कारखानों में बेचने की आवश्यकता की वकालत करते दिख रहे हैं। नड्डा ने ट्वीट में कहा, ‘‘ये क्या जादू हो रहा है राहुल जी? पहले आप जिस चीज की वकालत कर रहे थे, अब उसका ही विरोध कर रहे है। देश हित, किसान हित से आपका कुछ लेना-देना नहीं है। आपको सिर्फ राजनीति करनी है। लेकिन आपका दुर्भाग्य है कि अब आपका पाखंड नहीं चलेगा। देश की जनता और किसान आपका दोहरा चरित्र जान चुके हैं।’’ ज्ञात हो कि सितंबर महीने में केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर किसान संगठन पिछले एक महीने से प्रदर्शन कर रहे हैं। वे तीन कृषि कानूनों को पूरी तरह से रद्द करने और एमएसपी पर कानूनी गारंटी देने की मांग कर रहे हैं। कांग्रेस ने इस आंदोलन का समर्थन किया है जबकि सरकार ने इन नए कृषि कानूनों को बड़े सुधार के रूप में पेश किया है, जिसका मकसद किसानों की मदद करना है। प्रदर्शनकारी किसानों की आशंका है कि इससे मंडी और न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था खत्म हो जाएगी, जिससे उन्हें बड़े कॉरपोरेट की दया पर निर्भर रहना पड़ेगा। नड्डा ने जो वीडियो साझा किया है उसे देखकर लगता है कि वह तब की है जब राहुल गांधी अमेठी से सांसद थे। इस वीडियो में राहुल गांधी यह कहते सुने जा रहे हैं कि उनके अमेठी के दौरे के दौरान उनसे एक किसान ने पूछा कि क्या ‘‘जादू’’ है कि किसान दो रुपये प्रति किलो की दर से आलू बेचते हैं जबकि उनके बच्चे जो चिप्स खरीदते हैं, वह एक आलू का बना होता है और उसकी कीमत 10 रुपये होती है। वीडियो में राहुल किसानों से पूछते हैं कि उनके मुताबिक ऐसा क्यों होता है तो उन्होंने बताया कि चूंकि वे जहां रहते हैं, वहां से फैक्ट्रियां बहुत दूर होती हैं और यदि वे अपने उत्पादों को सीधे वहां बेच पाते तो उन्हें बिचौलियों को पैसे दिए बिना सारे पैसे मिल जाएंगे। वीडियो में राहुल गांधी आगे कहते हैं कि फूड पार्क बनाने के पीछे की सोच भी यही थी। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के पहले कार्यकाल में अमेठी से फूड पार्क परियोजना को समाप्त करने का आरोप लगाया था। हालांकि, उस वक्त सरकार ने इस आरोप को यह कहते हुए खारिज किया था कि पार्क के लिए कभी जमीन ली ही नहीं गई थी। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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hindi_2022_11018 | प्रधानमंत्री मोदी ने 'आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर' कार्यक्रम का किया उद्घाटन | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर' से संबंधित पहलों के राष्ट्रीय स्तर पर शुरुआत होने के मौके पर आयोजित एक समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया। | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'आजादी के अमृत महोत्सव से स्वर्णिम भारत की ओर' से संबंधित पहलों के राष्ट्रीय स्तर पर शुरुआत होने के मौके पर आयोजित एक समारोह को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, हमारे और राष्ट्र के सपने अलग नहीं है। हमारी नीति और राष्ट्रीय सफलताएं अलग नहीं हैं। राष्ट की प्रगति में ही हमारी प्रगति है। हमसे ही राष्ट्र का अस्तित्व है और राष्ट्र से ही हमारा अस्तित्व है।पीए मोदी ने कहा, 'आज हम एक ऐसी व्यवस्था बना रहे हैं, जिसमें भेदभाव की कोई जगह न हो, एक ऐसा समाज बना रहे हैं, जो समानता और सामाजिक न्याय की बुनियाद पर मज़बूती से खड़ा हो। हम एक ऐसे भारत को उभरते हुए देख रहे हैं, जिसकी सोच और अप्रोच नई है, और जिसके निर्णय प्रगतिशील हैं। हाल के आंकड़ों से पता चला है कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान की सफलता के सालों बाद देश में स्त्री और पुरुष का अनुपात भी बढ़िया हुआ है। यह बदलाव इस बात का स्पष्ट संकेत है कि नया भारत कैसा होगा और कितना सामर्थ्यशाली होगा।'प्रधानमंत्री ने आगे कहा, 'अमृतकाल का यह समय सोते हुए सपने देखने का नहीं बल्कि जागृत होकर अपने संकल्प पूरे करने का है। आने वाले 25 साल, परिश्रम की पराकाष्ठा, त्याग, तप-तपस्या के हैं। सैकड़ों वर्षों की गुलामी में हमारे समाज ने जो गंवाया है, ये 25 वर्ष का कालखंड उसे दोबारा हासिल करने का है।' पीएमओ ने इसकी जानकारी देते हुए कहा था कि इस कार्यक्रम में सालभर से चल रहे ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत ब्रह्मा कुमारियों द्वारा की गईं पहलों की शुरुआत की जायेगी। इनमें 30 से अधिक अभियान और 15,000 से अधिक कार्यक्रम शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान, ग्रैमी पुरस्कार विजेता रिकी केज द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित एक गीत भी जारी किया गया। ब्रह्मा कुमारी एक विश्वव्यापी आध्यात्मिक आंदोलन है, जो व्यक्तिगत परिवर्तन और विश्व नवीनीकरण के लिए समर्पित है। 1937 में भारत में स्थापित ब्रह्मा कुमारी आंदोलन 130 से अधिक देशों में फैल चुका है। |
hindi_2022_11019 | लखीमपुर हिंसा: संयुक्त किसान मोर्चा ने अदालत में पक्ष रखने के लिए 7 अधिवक्ताओं की समिति बनाई | केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे 40 कृषि संघों के एकीकृत संगठन एसकेएम ने कहा कि समिति में अधिवक्ता सुरेश कुमार मुन्ना, हरजीत सिंह, अनुपम वर्मा, मोहम्मद ख्वाजा, यादविंदर वर्मा, सुरेंदर सिंह और इसरार अहमद शामिल हैं। | नयी दिल्ली: संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शनिवार को कहा कि उसने लखीमपुर हिंसा से जुड़े अदालती मामलों में पक्ष रखने के लिये वकीलों की सात सदस्यीय एक समिति बनाई है। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे 40 कृषि संघों के एकीकृत संगठन एसकेएम ने कहा कि समिति में अधिवक्ता सुरेश कुमार मुन्ना, हरजीत सिंह, अनुपम वर्मा, मोहम्मद ख्वाजा, यादविंदर वर्मा, सुरेंदर सिंह और इसरार अहमद शामिल हैं। मोर्चा ने एक बयान में कहा, “लखीमपुर खीरी मामले में मुख्य आरोपी आशीष मिश्रा और अन्य के खिलाफ यह सात सदस्यीय दल कानूनी लड़ाई को देखेगा।” किसान संगठन ने कहा कि वह केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्रा की बर्खास्तगी व गिरफ्तारी के लिये भी लड़ाई लड़ेगा। किसान संगठन ने कहा कि अधिवक्ताओं का पैनल संयुक्त किसान मोर्चा के वरिष्ठ अधिवक्ताओं के मार्गदर्शन में मृतक और घायल किसानों को न्याय दिलाने के लिए लगातार काम करेगा, जिसमें घटना में मारे गए युवा पत्रकार का परिवार भी शामिल हैं। तीन अक्टूबर को हुई घटना में आठ लोगों की जान चली गई थी। लखीमपुर खीरी जिले के तिकुनिया गांव में चार किसानों और एक पत्रकार की उस वक्त मौत हो गई थी जब कथित तौर पर आशीष मिश्रा द्वारा चलाई जा रही गाड़ी ने उन्हें कुचल दिया था। |
hindi_2022_11020 | Uttarakhand Earthquake: उत्तराखंड में भूकंप के झटके, जानिए कितनी रही तीव्रता | उत्तराखंड में शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप सुबह 5 बजकर 03 मिनट पर उत्तरकाशी में 39 किलोमीटर पूर्व में आया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 दर्ज की गई। | Uttarakhand Earthquake: उत्तराखंड में शनिवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए। यह भूकंप सुबह 5 बजकर 03 मिनट पर उत्तरकाशी में 39 किलोमीटर पूर्व में आया। इस भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 4.1 दर्ज की गई। उत्तराखंड में शनिवार को उत्तरकाशी जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। हालांकि झटके हल्के थे। समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार पूर्वी उत्तरकाशी से 39 किलोमीटर के करीब 5 बजकर 3 मिनट पर भूकंप आया। फिलहाल कहीं से भी किसी तरह के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं मिली है। गौरतलब है कि सीमांत जनपद भूकंप की दृष्टि से सर्वाधिक संवेदनशील जोन चार व पांच में है। ऐसे में 1991 में विनाशकारी भूकंप आया था और जानमाल का भारी नुकसान हुआ था। हालांकि इसके बाद से यहां अब तक कई बार भूकंप के झटके आ चुके हैं।बता दें कि पिछले दिनों जम्मू-कश्मीर में भी भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.9 मापी गई थीा। इस भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश इलाके में था। भूकंप इतना तेज था कि कश्मीर में लोग घरों से बाहर निकल गए थे। वहीं इस भूकंप की तीव्रता दिल्ली-एनसीआर में भी महसूस की गई। यह भूकंप जिस हिंदकुश इलाके में आया था, वहां से भारत में जम्मू-कश्मीर काफी पास है। दिल्ली-एनसीआर में भी भूकंप के झटकों को महसूस किया गया था।लाइट कैटेगरी का भूकंप4.0 से 4.9 तीव्रता वाले भूकंप के झटकों को महसूस किया जाता है इनसे घर के सामान हिलते नजर आते हैं। हालांकि इनसे न के बराबर ही नुकसान होता है। वहीं 5.0 से 5.9 तीव्रता का भूकंप मॉडरेट कैटेगरी में आता है। ऐसे भूकंपों से घटिया बिल्डिंग मैटेरियल से निर्मित भवनों को गंभीर नुकसान पहुंचता है। हालांकि इनका असर बहुत छोटे इलाके पर ही पड़ता है। |
hindi_2022_11021 | कोरोना को लेकर राहत भरी खबर, पिछले 287 दिन में सबसे कम मामले सामने आए | देश में लगातार 39 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 142 दिन से 50 हजार से कम दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटकर 1,30,793 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.38 प्रतिशत है। | नयी दिल्ली: कोरोना को लेकर राहत भरी खबर है कि पिछले 287 दिन में सबसे कम सामने दैनिक मामले सामने आए हैं। पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 8,865 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस के संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 3,44,56,401 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या घटकर 1,30,793 हो गई है, जो 525 दिन में सबसे कम है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से मंगलवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 197 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,63,852 हो गई। इन 197 मामलों में, केरल के 127 और महाराष्ट्र के 19 लोग थे।केरल पिछले कई दिनों से कोविड-19 के मौत के आंकड़े का पुन:मिलान कर रहा है। मंत्रालय के अनुसार, देश में लगातार 39 दिन से कोविड-19 के दैनिक मामले 20 हजार से कम हैं और 142 दिन से 50 हजार से कम दैनिक मामले सामने आ रहे हैं। उपचाराधीन मरीजों की संख्या भी घटकर 1,30,793 हो गई है, जो कुल मामलों का 0.38 प्रतिशत है। यह दर मार्च 2020 के बाद से सबसे कम है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 3,303 की कमी दर्ज की गई है। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 98.27 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद से सर्वाधिक है। आंकड़ों के अनुसार, दैनिक संक्रमण दर 0.80 प्रतिशत है, जो पिछले 43 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 0.97 प्रतिशत है, जो पिछले 53 दिन से दो प्रतिशत से कम बनी हुई है। अभी तक कुल 3,38,61,756 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.35 प्रतिशत है। राष्ट्रव्यापी टीकाकरण मुहिम के तहत अभी तक कोविड-19 रोधी टीकों की 112.97 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं।देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, देश में संक्रमण से अभी तक कुल 4,63,852 लोगों की मौत हुई है, जिनमें से महाराष्ट्र के 1,40,602 लोग, कर्नाटक के 38,146 लोग, तमिलनाडु के 36,296 लोग, केरल के 35,877 लोग, दिल्ली के 25,095 लोग, उत्तर प्रदेश के 22,909 लोग और पश्चिम बंगाल के 19,319 लोग थे। स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि अभी तक जिन लोगों की कोरोना वायरस संक्रमण से मौत हुई है, उनमें से 70 प्रतिशत से ज्यादा मरीजों को अन्य बीमारियां भी थीं। मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर बताया कि उसके आंकड़ों का भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के साथ मिलान किया जा रहा है। इनपुट-भाषा |
hindi_2022_11022 | जम्मू कश्मीर:एक्शन में फारुख अब्दुल्ला, राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए पार्टी के नेताओं की ली बैठक | नेशनल कांन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला भी एक्शन में आ गए हैं। फारुख ने आज पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। | जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटने के बाद से राजनीतिक प्रक्रिया पूरी तरह से ठप है। पिछले साल 5 अगस्त को कश्मीर में हुए बड़े बदलाव के बाद से फारुख अब्दुल्ला समेत सभी बड़े नेता नजर बंद थे। लेकिन इस साल से केंद्र द्वारा कश्मीर में राजनीतिक बहाली की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस बीच नेशनल कांन्फ्रेंस के नेता फारुख अब्दुल्ला भी एक्शन में आ गए हैं। फारुख ने आज पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। प्राप्त जानकारी के अनुसार फारूक अब्दुल्ला ने आज घाटी में राजनीतिक प्रक्रिया शुरू करने के लिए अपनी पार्टी के चार नेताओं को बैठक के लिए बुलाया था। धारा 370 के निरस्त होने के बाद यह पहली बैठक थी। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वे यह देखना चाहते थे कि क्या उन्हें इस बैठक को करने की अनुमति दी जाएगी और चूंकि उन्हें अनुमति दी गई थी, इसलिए वे घाटी में मौजूदा स्थिति पर चर्चा के लिए जल्द ही बैठक बुलाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि घाटी शांतिपूर्ण हो। उन्होंने कहा कि शून्य पर्यटन, पीने के पानी की कमी और कोरोना संकट के कारण लोग की हालत दयनीय हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में हम यह तय करेंगे कि हम स्थिति के बारे में कैसे जानेंगे। फारूक अब्दुल्ला कहते हैं कि जम्मू-कश्मीर राज्य का विषय नहीं है। एक बार सभी नेता के मुक्त होने पर अपनी भविष्य की रूपरेखा की घोषणा करेंगे। |
hindi_2022_11023 | शरद पवार के पेट में तेज दर्द की शिकायत, एक दिन पहले ही मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में हुए भर्ती | राष्ट्रवादी कांग्रसे पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को मंगलवार को मुंबई के ब्रीचे कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की पेट मे अचानक दर्द ज़्यादा बढ़ने के चलते उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। | मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रसे पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार को मंगलवार को मुंबई के ब्रीचे कैंडी हॉस्पिटल में भर्ती किया गया है। एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार की पेट मे अचानक दर्द ज़्यादा बढ़ने के चलते उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। बता दें कि कल उनकी गैल ब्लाडर की सर्जरी होनी थी लेकिन उन्हें आज ही एडमिट किया गया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने ट्वीट कर जानकारी दी।बता दें कि रविवार को पेट में दर्द की वजह से शरद पवार की जांच की गई जिसमें उनके पित्ताशय में पथरी पाई गई। जांच पूरी होने के बाद उन्हें घर भेजा गया। शरद पवार की बुधवार को एंडोस्कोपी की जायेगी और उसके बाद उनका ऑपरेशन किया जायेगा।खबर के मुताबिक पवार के पित्ताशय में पथरी पाये जाने के कारण उनके सभी कार्यक्रम रद्द कर दिये गये हैं। पित्ताशय में पथरी के कारण उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती किया जायेगा इसलिए उनके ठीक होने तक उनके सभी पूर्व नियोजित कार्यक्रम रद्द कर दिये गये हैं।ये भी पढ़ें |
hindi_2022_11024 | जानिए कब घटेंगे पेट्रोल-डीजल के दाम, बीजेपी सांसद ने दी जानकारी | सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है जिससे पेट्रोल, डीज़ल के दाम में बढ़ोतरी हुई है। भारत सरकार प्रयास कर रही है और खाड़ी के देशों से वार्ता चल रही है। | नई दिल्ली। बीजेपी राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने शनिवार को पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें कब कम होंगी इसकी जानकारी दी है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है जिससे पेट्रोल, डीज़ल के दाम में बढ़ोतरी हुई है। भारत सरकार प्रयास कर रही है और खाड़ी के देशों से वार्ता चल रही है। खाड़ी के देशों में तेल का उत्पादन बढ़ेगा तो फिर से तेल की कीमतों में गिरावट होगी। सुशील मोदी ने कहा कि खाड़ी देशों में कच्चे तेल की कीमत 62 डॉलर प्रति बैरल हो जाने की वजह से भारत में पेट्रोल-डीजल महंगा हो गया है। केंद्र सरकार दाम को कम करने की कोशिश कर रही है।लगातार 12 दिन से बढ़ रहे हैं पेट्रोल-डीजल के दामबता दें कि, पिछले 12 दिन से लगातार पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी हो रही है जिसका सीधा असम आम आदमी पर पड़ रहा है। पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने से खाने-पीने का सामान महंगा हो रहा है। फिलहाल सरकार की तरफ से पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर कोई राहत मिलती नहीं दिख रही। दिल्ली में आज (20 फरवरी) पेट्रोल 39 पैसे महंगा होकर 90.58 रुपए प्रति लीटर हो गया है, जो कि एक नया रिकॉर्ड है। वहीं दिल्ली में डीजल 80.97 रुपए प्रति लीटर बिक रहा है।पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कही ये बातपेट्रोल और डीजल (Petrol Diesel Price) की बढ़ती कीमतों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने चेन्नई में शनिवार को कहा कि 'OPEC देशों ने उत्पादन का जो अनुमान लगाया था वह भी नीचे आने की संभावना है जो फिर से चिंता बढ़ा रहा है। तेल के दाम पर सरकार का नियंत्रण नहीं है इसे तकनीकी तौर पर मुक्त कर दिया गया है तेल कंपनियां कच्चा तेल आयात करती हैं , रिफाइन करती हैं और बेचती हैं।'ये भी पढ़ें: Toolkit Case: दिशा रवि की जमानत पर मंगलवार को आएगा फैसला, कोर्ट में सुनवाई पूरीतेल की बढ़ती कीमत पर सियासी तकरारपेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर कांग्रेस मोदी सरकार को लगातार घेरने की कोशिश कर रही है. कांग्रेस का कहना है कि जब 2014 में कच्चा तेल 108 डॉलर प्रति बैरल था तब भी पेट्रोल की कीमत 71 रुपये के करीब थीं और आज जब कच्चा तेल 65 डॉलर प्रति बैरल के नीचे है तो पेट्रोल डीजल की कीमत रोजाना रिकॉर्ड तोड़ रही हैं। इसी पर कांग्रेस ने देशव्यापी मुहिम शुरू करने की योजना बनाई है जिसके तहत बढ़ती महंगाई के खिलाफ कांग्रेस पूरे देश में प्रदर्शन करेगी। सपा के प्रमुख अखिलेश यादव ने BJP पर निशाना साधते हुए शनिवार को कहा कि जिस समय पेट्रोल-डीजल महंगा हो जाता है, उसी समय महंगाई बढ़ जाती है। महंगाई बढ़ाकर इन्होंने पूरे मध्यम वर्ग, गरीब, किसान, नौजवान सबके ऊपर भार डाला है। BJP ने इतनी महंगाई कर दी कि गरीब ये सोच रहा है कि हम बचाएं क्या..खाएं क्या? और वो तर्क दे रहे हैं कि इससे देश बनेगा।ये भी पढ़ें: अखिलेश यादव ने योगी आदित्यानाथ को लेकर कही ये बड़ी बात, महंगाई-नौकरियों पर साधा निशानामुलायम सिंह की बहू अपर्णा यादव ने राम मंदिर निर्माण के लिए दिए 11 लाख, परिवार को लेकर कही बड़ी बातमजबूत आर्थिक वृद्धि के लिए केंद्र और राज्यों का मिलकर काम करना जरूरी: मोदी |
hindi_2022_11025 | महबूबा-अब्दुल्ला को LG की सलाह- संविधान की शपथ लेने वाले भाषा की मर्यादा का रखें ख्याल | नगरोट एनकाउंटर पर मनोज सिन्हा ने कहा कि इंटेलिजेंस इनपुट के हिसाब से हमारे पड़ोसी ने कोई बड़ी रणनीति बनाई थी, कोई साजिश रची थी। हमारे सुरक्षाबलों के बीच तालमेल बहुत अच्छा है। | नई दिल्ली. जम्मू-कश्मीर के नगरोटा में गुरुवार को सुरक्षा बलों ने पाकिस्तान समर्थित आतंकियों की बड़ी प्लानिंग को फेल कर दिया। सुरक्षाबलों ने जम्मू शहर के बाहर बन टोल प्लाजा पर चार आतंकियों को ढेर कर दिया। इंडिया टीवी ने आतंकी घटनाओं से लेकर राज्य के राजनीतिक हालातों और विभिन्न पहलुओं पर बात की जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से।मनोज सिन्हा ने कहा कि इंटेलिजेंस इनपुट के हिसाब से हमारे पड़ोसी ने कोई बड़ी रणनीति बनाई थी, कोई साजिश रची थी। हमारे सुरक्षाबलों के बीच तालमेल बहुत अच्छा है। इंटेलिजेंस एजेंसियां भी अच्छा काम कर रही है। इसका फायदा हमें मिला। जिस मात्रा में हथियार बरामद हुए, वो इस बात का संकेत करता है कि कोई बड़ी घटना ये लोग करना चाहता हैं। खासतौर पर 26/11 नजदीक आने वाला है, लोग सोचते हैं कि उसकी वर्षगांठ पर ये लोग कोई करनामा करना चाहते थे। पिछले एक सवा साल में सुरक्षाबलों का बहुत अप्पर हैंड है। सुरक्षाबलों को आतंकवाद पर नियंत्रण पाने में बहुत सफलता मिली है।धारा 370 हटने का क्या सुरक्षाबलों को फायदा मिला है, इस सवाल पर मनोज सिन्हा ने कहा कि पिछले सवा साल में स्थिति बेहतर हुई है, कोई राजनीतिक दखल न होने की वजह से स्थिति और बेहतर हुई है। आतंकियों द्वारा लगातार कोशिशें की जा रही हैं लेकिन हमें संतोष है कि सफलता नहीं मिल पा रही है। हमारी फोर्स पूरी तरह से चौकन्नी हैं, सतर्क हैं, हमारी सीमाएं पूरी तरह से सुरक्षित हैं।मनोज सिन्हा ने कहा कि चुनाव शांतिपूर्ण न हो इसके लिए कुछ लोग कोशिश कर रहे हैं व्यवधान डालने का। जम्मू-कश्मीर में अभी तक टू-टीयर सिस्टम था, मुझे लगा की यहां भी थ्री टीयर सिस्टम हो, हम पूरी तरह से कोशिश करेंगे चुनाव निष्पक्ष हो। चुनाव में सुरक्षा को लेकर उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय की तरफ से हमने अतिरिक्त फोर्स की मांग की है। उन्होंने कहा कि बॉर्डर पर फोर्स की तादाद बढ़ गई है, जिस वजह से घुसपैठ की गुंजाइश कम हो गई है। वो लोग अब अब नॉरकोटिक्स के जरिए टेरर फंडिंग करने की कोशिश कर रहे हैं, ड्रोन से भी नॉरकोटिक्स और हथियार गिराने की कोशिश की गई है, जिसमें से कुछ में हमें सफलता मिली है।उन्होंने कहा कि इस चुनाव के बाद हम डिस्ट्रिकट डवलपमेंट बोर्ड बनाएंगे, जो लोकतंत्र के महत्वपूर्ण है। उम्मीदवारों की सुरक्षा के सवाल पर मनोज सिन्हा ने कहा कि प्रशासन उम्मीदवारों को सुरक्षा दे रहा है, उन्हें सुबह से शाम तक प्रचार करने की पूरी आजादी। महबूबा के आरोपों पर मनोज सिन्हा ने कहा कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। सबको समान अवसर मिले, इसे हम सुनिश्चित करेंगे। हर उम्मीदवार को बराबर अवसर मिलेगा। फ्री और फेयर पोल की हम गारंटी देते हैं।महबूबा मुफ्ती के तिरंगा वाले बयान फारूक अब्दुल्ला के चीन वाले बयान के सवाल पर उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने भारत के संविधान की शपथ ली है, उन्हें भाषा की मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। भगवान उन्हें सद्धबुद्धि दे यही प्रार्थना करूंगा। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रदेश में कुछ लोगों से प्रदेश नहीं जाना जाता। जम्मू-कश्मीर के आवाम की विकास, शांति में ज्यादा रूचि है।Land Laws के सवाल पर मनोज सिन्हा ने कहा कि J&K के भूमि कानून काफी पूराने थे औऱ वो खेती आधारित अर्थव्यवस्था को भी बढ़ाने में सफल नहीं थे। हमने जो परिवर्तन किया है, उसमें ये कोशिश की है कि वहां के लोगों के अधिकार सुरक्षित रहें। लगभग 90 फीसदी जमीन खेती वाली है, उसमें किसी बाहरी व्यक्ति को एक इंच भी नहीं मिलने वाली। हम चाहते हैं कि उद्योग वहां लगे, इसलिए इंडस्ट्रियल क्लस्टर बना रहे हैं। हम चाहते हैं अच्छे प्राइवेट अस्पताल बनें, अच्छे शैक्षिक संस्थान यहां भी बनें। हमने बहुत ही progessive land law बनाया है। /*.jw-reset-text, .jw-reset{line-height: 2em;}*/ .jw-time-tip .jw-time-chapter{display:none;} if ('' == comscore_jw_loaded || 'undefined' == comscore_jw_loaded || undefined == comscore_jw_loaded) {var comscore_jw_loaded = 1;firstjw = document.getElementsByClassName('jwvidplayer')[0];cs_jw_script = document.createElement('script');cs_jw_script.src = 'https://sb.scorecardresearch.com/internal-c2/plugins/streamingtag_plugin_jwplayer.js';firstjw.parentNode.insertBefore(cs_jw_script, firstjw.nextSibling); 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hindi_2022_11026 | कोरोना से 24 घंटे में 549 लोगों की मौत, 14,313 नए मामले सामने आए | कोरोना वायरस के नए मामले लगातार 36वें दिन 30,000 से कम हैं और 125 दिन से नए मामले 50,000 से कम हैं। मंत्रालय के मुताबिक उपचाराधीन मरीजों की संख्या, संक्रमण के कुल मामलों की 0.47 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम है। | नयी दिल्ली: देश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 14,313 नए मामले आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,42,60,470 हो गई जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,61,555 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शनिवार को अद्यतन आंकड़ों से यह जानकारी मिली। सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 549 और लोगों की मौत हो जाने से मृतकों की संख्या बढ़कर 4,57,740 हो गई है। कोरोना वायरस के नए मामले लगातार 36वें दिन 30,000 से कम हैं और 125 दिन से नए मामले 50,000 से कम हैं। मंत्रालय के मुताबिक उपचाराधीन मरीजों की संख्या, संक्रमण के कुल मामलों की 0.47 प्रतिशत है, जो मार्च 2020 के बाद सबसे कम है। वहीं, ठीक होने की दर 98.19 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 221 की बढ़ोतरी हुई। देश में अब तक 3,36,41,175 लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक रोजाना की संक्रमण दर 1.22 प्रतिशत है। यह पिछले 26 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। साप्ताहिक संक्रमण दर 1.18 प्रतिशत है। यह पिछले 36 दिनों से दो प्रतिशत से कम है। देश में कोविड-19 रोधी टीकों की अब तक 105.43 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।इनपुट-भाषा |
hindi_2022_11027 | PM मोदी ने बताया, कौन हैं बिहार में NDA को जीत दिलाने वाले 'साइलेंट वोटर' | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनावों में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए 'साइलेंट वोटर' की बात की। | नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार विधानसभा चुनावों में जीत के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए 'साइलेंट वोटर' की बात की। प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनावों में जीत के पीछे साइलेंट वोटर्स ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रधानमंत्री बिहार विधानसभा चुनावों में मिली जीत के बाद नई दिल्ली में आयोजित पार्टी के 'धन्यवाद कार्यक्रम' में बोल रहे थे। प्रधानमंत्री ने बाद में 'साइलेंट वोटर' के रहस्य पर से पर्दा उठाते हुए देशवासियों को इसके बारे में भी बताया।'देश की माताओं-बहनों के हैं साइलेंट वोट'प्रधानमंत्री ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, 'भाजपा के पास साइलेंट वोटर का ऐसा वर्ग है जो उसे बार बार वोट दे रहा है, निरंतर वोट दे रहा है। ये साइलेंट वोट देश की माताओं बहनों के हैं, नारी शक्ति के हैं। ग्रामीण इलाकों से शहरों तक महिला वोटर ही भाजपा के साइलेंट वोटर का सबसे बड़ा समूह बन गया है।' प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भाजपा ही देश की एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जिसमें गरीब, दलित, पीड़ित, शोषित, वंचित, अपना प्रतिनिधित्व देखते हैं। उन्होंने कहा कि आज भाजपा ही देश की एकमात्र राष्ट्रीय पार्टी है, जो समाज के हर वर्ग की आवश्यकताओं को समझती है, उनके लिए काम कर रही है।PM ने पार्टी चीफ जेपी नड्डा को दिया बिहार जीत का श्रेयप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार जीत का श्रेय बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को बिहार जीत का श्रेय दिया। बीजेपी मुख्यालय में मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'बिहार चुनाव के सफलता का श्रेय पार्टी के अध्यक्ष जे.पी नड्डा को जाता है। आप सभी लोग कहें, नड्डा जी आगे बढ़ो, हम आपके साथ हैं।' प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा को यूपी, मध्यप्रदेश, गुजरात और दक्षिण भारत में भी सफलता मिली। पहले पार्टी दो कमरों से चला करती थी, अब देश के हर कोने में है और हर किसी के दिल में है। |
hindi_2022_11028 | Twitter War: बिहार में सरकारी अस्पतालों की हालत पर भिड़े पी चिदंबरम-संजय कुमार झा | बिहार के सरकारी अस्पताल की दयनीय स्थिति को लेकर छपी खबर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिंदबरम द्वारा ट्विटर पर नाराजगी जताने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रमुख सहयोगी माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर ही उनसे भिड़ गए। | पटना: बिहार के सरकारी अस्पताल की दयनीय स्थिति को लेकर छपी खबर पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिंदबरम द्वारा ट्विटर पर नाराजगी जताने के बाद रविवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रमुख सहयोगी माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर ही उनसे भिड़ गए। राज्य सरकार में मंत्री संजय कुमार झा ने चिदंबरम के उस ट्वीट पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कई ट्वीट किए जिनमें उन्होंने दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (डीएमसीएच) की स्तब्ध करने वाली टेलीविजन रिपोर्ट का हवाला दिया था। पूर्व केंद्रीय मंत्री चिंदबरम ने ट्वीट किया, ‘‘इंडिया टुडे टीवी ने दरभंगा सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के भवन की स्थिति पर एक कहानी प्रसारित की।चौंकाने वाला और निंदनीय है। क्या मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 15 साल से ज्यादा के कार्यकाल में मुख्यमंत्री रहते दरभंगा गए हैं?’’इसपर पलटवार करते हुए झा ने ट्वीट किया, ''लोगों को जो थोड़ी बहुत आशंका चिदंबरम के जमीन से कटे होने को लेकर थी वह भी इस बयान से दूर हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वयं जन नेता बने हैं आपके नेता की तरह नहीं है जिन्हें विरासत में कुर्सी मिली है जिसका आप वंदन करते हैं।’’बिहार सरकार में जल संसाधन और सूचना जैसे अहम विभाग का प्रभार देख रहे झा हालांकि, राहुल गांधी का नाम लेने से बचे। दरभंगा से ही संबंध रखने वाले झा ने डीएमसीएच के खराब हालात के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि अस्पताल की इमारत सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस है और कोविड-19 मरीजों को सबसे बेहतर इलाज मिल रहा है जिसकी निगरानी मुख्यमंत्री नियमित रूप से कर रहे हैं। |
hindi_2022_11029 | देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर की आलोचना पर गर्व करते हैं कुछ राजनीतिक दल: पीएम मोदी | प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है, यह उनके घोषणा पत्र में भी नजर नहीं आता, अब तो यह स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने में गर्व करते हैं। | नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गतिशक्ति योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे, मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी से 21वीं सदी में भारत को बढ़ावा मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व में देरी और विकास कार्यों में सुस्ती के कारण करदाताओं के पैसे का सही इस्तेमाल नहीं किया गया। विभाग अलग-अलग काम करते थे, परियोजनाओं को लेकर कोई समन्वय नहीं था। उन्होंने कहा कि गतिशक्ति सड़क से लेकर रेलवे, उड्डयन से लेकर कृषि तक परियोजनाओं के समन्वित विकास के लिए विभिन्न विभागों को आपस में जोड़ता है। प्रधानमंत्री गति शक्ति मास्टर प्लान समग्र शासन का विस्तार है।पीएम ने बताया- क्यों पड़ी गतिशक्ति की जरूरतप्रधानमंत्री ने कहा कि देश का सामान्य नागरिक जब एक छोटा सा भी घर बनाता है तो उसके लिए प्लानिंग करता है, कोई युनिवर्सिटी या कॉलेज बनाता है तो भी पूरी प्लानिंग के साथ बनाया जाता है, समय समय पर विस्तार की गुंजाइस को भी पहले से सोच लिया जाता है। दुर्भाग्य से हम भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर से जुड़े प्रोजेक्ट में प्लानिंग से जुड़ी अनेक कमियां रोज अनुभव करते हैं, हमने देखा है कि रेलवे अपनी प्लानिंग कर रही है, ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट, टेलिकॉम डिपार्टमेंट की अपनी, गैस नेटवर्क की अलग प्लानिंग हो रही है। ऐसे ही तमाम डिपार्टमेंट अलग-अलग प्लान करते हैं, पहले कहीं सड़क बनती है और जब तैयार हो जाती है, फिर पानी वाला आकर उसकी खुदाई कर देता है, इसी तरह काम होता रहता है। ये भी होता है कि सड़क बनाने वाले डिवाइडर बना देते हैं और फिर ट्रैफिक पुलिस कहती है कि इससे जाम लगा रहेगा, कहीं चौराहे पर सर्किल बना दिया जाता है तो ट्रैफिक में अव्यवस्था होने लगती है। नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गतिशक्ति योजना का शुभारंभ करते हुए कहा कि अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे, मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी से 21वीं सदी में भारत को बढ़ावा मिलेगा। पीएम मोदी ने कहा कि पूर्व में देरी और विकास कार्यों में सुस्ती के कारण करदाताओं के पैसे का सही इस्तेमाल नहीं किया गया। विभाग अलग-अलग काम करते थे, परियोजनाओं को लेकर कोई समन्वय नहीं था। उन्होंने कहा कि गतिशक्ति सड़क से लेकर रेलवे, उड्डयन से लेकर कृषि तक परियोजनाओं के समन्वित विकास के लिए विभिन्न विभागों को आपस में जोड़ता है। प्रधानमंत्री गति शक्ति मास्टर प्लान समग्र शासन का विस्तार है।पीएम ने बताया- क्यों पड़ी गतिशक्ति की जरूरत'संशाधनों का भरपूर इस्तेमाल होगा'प्रधानमंत्री ने कहा कि इन परिस्थितियों के बीच जब सारे प्रोजेक्ट को सिंक करने की जरूरत होती है तो उसके लिए बहुत प्रयास करना पड़ता है और बिगड़ी बात को ठीक करने में परेशानी होती है, इन सभी दिक्कतों का मूल कारण मैक्रो प्लानिंग और माइक्रो इंप्लेमेंटिमेशन जमीन आसमान का अंतर होता है। अलग अलग विभागों को पता ही नहीं होता कि कौन का विभाग कौन सा प्रोजेक्ट कहां शुरू करने की प्लानिंग कर रहा है। राज्यों के पास भी इस तरह की जानकारी एडवांस में नहीं होती, इस तरह की घटनाओं से निर्णय प्रक्रिया भी प्रभावित होती है और बजट की भी बर्बादी होती है, शक्ति जुड़ने के बजाए विभाजित हो जाती है। हमारे प्राइवेट प्लेयर्स को भी ठीक से पता नहीं होता कि भविष्य में किसी जगह से सड़क बनने वाली है या नहर या पावर स्टेशन लगने वाला है। इस वजह से वो भी किसी सेक्टर को लेकर बेहतर प्लान नहीं कर पाते, इन सारी दिक्कतों का हल पीएम गतिशक्ति प्लान से ही निकलेगा। जब हम मास्टर प्लान को आधार बनाकर चलेंगे तो हमारे संशाधनों का भी भरपूर इस्तेमाल होगा। विपक्ष पर साधा निशानाप्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में इंफ्रास्ट्रक्चर का विषय ज्यादातर राजनीतिक दलों की प्राथमिकता से दूर रहा है, यह उनके घोषणा पत्र में भी नजर नहीं आता, अब तो यह स्थिति आ गई है कि कुछ राजनीतिक दल देश के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण पर आलोचना करने में गर्व करते हैं, जबकि दुनिया में यह स्वीकृत बात है कि विकास के लिए क्वॉलिटी इफ्रा का निर्माण एक ऐसा रास्ता है जो अनेक आर्थिक गतिविधियों को जन्म देता है और बड़े पैमाने पर रोजगार पैदा करता है। जैसे स्किल मैनपावर के बिना हम किसी क्षेत्र में आवश्यक परिणाम नहीं प्राप्त कर सकते वैसे ही बेहतर आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के बिना हम चौरतफा विकास नहीं कर सकते।उन्होंने कहा कि राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के साथ देश के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवल्पमेंट को सबसे ज्यादा नुकसान सरकारी विभागों के बीच आपसी तालमेल की कमी और खींचतान से होता है। राज्यों में भी हमने राज्य सरकारों और स्थानीय निकायकों के बीच इस विषय पर तनाव होते देखा है। इस वजह से जो प्रोजेक्ट देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ाने में मददगार होने चाहिए थे वही देश के विकास के सामने एक दीवार बन जाते हैं। समय के साथ वर्षों से लटके हुए प्रोजेक्ट अपनी प्रासंगिकता और जरूरत भी खो देते हैं। |
hindi_2022_11030 | सोनभद्र के थर्मल पावर प्लांट में हादसा, 13 मजदूर घायल, सीएम योगी ने दिए जांच के आदेश | सोनभद्र के अनपरा क्षेत्र में लैंको कंपनी के बिजलीघर के प्रबंधक एस.के.द्विवेदी द्वारा पुलिस को दी गई सूचना के मुताबिक परियोजना की द्वितीय इकाई के अनुरक्षण कार्य के तहत कुछ मजदूर तड़के करीब 2:45 बजे बॉयलर पर काम कर रहे थे कि तभी अचानक भाड़ा (सीढ़ी) गिर जाने से 13 मजदूर घायल हो गए। | लखनऊ. उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में एक निजी कंपनी के बिजलीघर में रविवार तड़के हुई एक दुर्घटना में 13 श्रमिक घायल हो गए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में इस घटना का संज्ञान लेते हुए ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव को इसकी जांच के आदेश दिए हैं।सोनभद्र के अनपरा क्षेत्र में लैंको कंपनी के बिजलीघर के प्रबंधक एस.के.द्विवेदी द्वारा पुलिस को दी गई सूचना के मुताबिक परियोजना की द्वितीय इकाई के अनुरक्षण कार्य के तहत कुछ मजदूर तड़के करीब 2:45 बजे बॉयलर पर काम कर रहे थे कि तभी अचानक भाड़ा (सीढ़ी) गिर जाने से 13 मजदूर घायल हो गए।उन्होंने बताया कि आठ मजदूरों को परियोजना परिषद स्थित अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि पांच अन्य मजदूरों को गंभीर हालत में जयंत क्षेत्र स्थित नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया है।इस बीच, सूचना विभाग के अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव को इसकी जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने कहा है कि जांच कर इस घटना की जिम्मेदारी तय करते हुए तत्काल प्रभावी कार्रवाई की जाए। सहगल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को घायलों का समुचित इलाज कराने के निर्देश दिए हैं। |
hindi_2022_11031 | नाराजगी की खबरों के बीच BJP के वरिष्ठ नेताओं से मिलीं वसुंधरा, जानें क्या है इसके मायने | राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से मिलीं। वसुंधरा राजे का दिल्ली दौरा इस मायने में भी खास है, क्योंकि उनकी नाराजगी की खबरें पिछले कई दिनों से सियासी गलियारे में गूंजती रहीं हैं। | नई दिल्ली: राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे शुक्रवार को दिल्ली में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से मिलीं। वसुंधरा राजे का दिल्ली दौरा इस मायने में भी खास है, क्योंकि उनकी नाराजगी की खबरें पिछले कई दिनों से सियासी गलियारे में गूंजती रहीं हैं। बीते दिनों पार्टी की कोर कमेटी की बैठक से भी उनके गायब रहने पर सवाल उठे थे। वसुंधरा राजे ने दिल्ली में राज्य के प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह से करीब डेढ़ घंटे तक भेंट की। दोनों नेताओं के बीच राजस्थान के सियासी हालात पर चर्चा हुई। इसके बाद वसुंधरा राजे ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और धर्मेंद्र प्रधान से भेंट की।पार्टी सूत्रों का कहना है कि राज्य में तीन सीटों के उपचुनाव और निकाय चुनावों पर उनके बीच चर्चा हुई। हालांकि यह भी बताया जा रहा है कि समर्थकों की ओर से पिछले कुछ दिनों से बागी रुख अख्तियार करने और एक नया मंच बनाने की शीर्ष नेतृत्व तक पहुंची शिकायतों पर आज वसुंधरा राजे ने अपना पक्ष रखा है।सूत्रों का कहना है कि बीते 8 जनवरी को भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उपनेता राजेंद्र राठौर दिल्ली में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मिले थे। इस दौरान बताया गया था कि वसुंधरा राजे के समर्थक उनके नाम से अलग मोर्चा बना रहे हैं। जिससे पार्टी संगठन के खिलाफ गलत संदेश जा रहा है। सूत्रों का कहना है इन शिकायतों पर वसुंधरा राजे ने राजस्थान प्रभारी और राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह के सामने अपना पक्ष रखा है।राजस्थान में घनश्याम तिवाड़ी की हाल में घरवापसी हुई है। घनश्याम को वसुंधरा राजे का विरोधी माना जाता है। सूत्रों का कहना है कि घनश्याम तिवाड़ी की वापसी को वसुंधरा राजे के लिए झटका माना जा रहा है। ऐसे में बताया जा रहा है कि वसुंधरा राजे ने दिल्ली में पार्टी नेताओं से मुलाकात करने के दौरान अपनी भावनाओं से अवगत कराया है। |
hindi_2022_11032 | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ में गरजेंगी प्रियंका, करेंगी 'किसान न्याय रैली' को संबोधित | प्रियंका गांधी आज सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचेंगी। यहां से सीधे सड़क मार्ग के रास्ते बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगी। फिर प्रियंका गांधी दुर्गाकुंड इलाके के मां दुर्गा के मंदिर में पूजा अर्चना करेंगी। | वाराणसी. लखीमपुर में हुई घटना को लेकर सियासत जारी है। आज प्रियंका गांधी इस मुद्दे पर अपनी सियासत चमकाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गढ़ काशी पहुंच रही हैं। वाराणसी में प्रियंका गांधी आज एक बड़ी रैली करने वाली है। इस रैली का नाम पहले 'प्रतिज्ञा यात्रा' रखा गया था लेकिन लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद इसका नाम 'किसान न्याय रैली' कर दिया गया।प्रियंका गांधी की ये रैली रोहनिया के जगतपुर इंटर कॉलेज में आयोजित की जा रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि 1 लाख किसान पहुंचेंगे। इस रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री के भी आने की उम्मीद है। लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद से कांग्रेस पार्टी केंद्र और योगी सरकार पर हमलावर है। प्रियंका गांधी लखीमपुर मामले को लेकर पूरी तरह से मोर्चा खोला हुआ है। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि मामले पर सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वाराणसी में कांग्रेस में जान फूंकने की प्रियंका गांधी की ये एक बड़ी कोशिश है। बाबा विश्वनाथ के करेंगी दर्शनप्रियंका गांधी आज सुबह लगभग साढ़े ग्यारह बजे वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पर पहुंचेंगी। यहां से सीधे सड़क मार्ग के रास्ते बाबा काशी विश्वनाथ के दर्शन करेंगी। फिर प्रियंका गांधी दुर्गाकुंड इलाके के मां दुर्गा के मंदिर में पूजा अर्चना करेंगी। दर्शन पूजन के बाद प्रियंका गांधी वाराणसी के लंका चौराहे पर बने पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने भी जा सकती हैं। वो दोपहर 2 बजे रैली स्थल पहुंचेंगी और किसान न्याय रैली को संबोधित करेंगी।वाराणसी. लखीमपुर में हुई घटना को लेकर सियासत जारी है। आज प्रियंका गांधी इस मुद्दे पर अपनी सियासत चमकाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गढ़ काशी पहुंच रही हैं। वाराणसी में प्रियंका गांधी आज एक बड़ी रैली करने वाली है। इस रैली का नाम पहले 'प्रतिज्ञा यात्रा' रखा गया था लेकिन लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद इसका नाम 'किसान न्याय रैली' कर दिया गया।प्रियंका गांधी की ये रैली रोहनिया के जगतपुर इंटर कॉलेज में आयोजित की जा रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि 1 लाख किसान पहुंचेंगे। इस रैली में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी शामिल होंगे। उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री के भी आने की उम्मीद है। लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद से कांग्रेस पार्टी केंद्र और योगी सरकार पर हमलावर है। प्रियंका गांधी लखीमपुर मामले को लेकर पूरी तरह से मोर्चा खोला हुआ है। उन्होंने साफ-साफ कहा है कि मामले पर सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए। वाराणसी में कांग्रेस में जान फूंकने की प्रियंका गांधी की ये एक बड़ी कोशिश है। बाबा विश्वनाथ के करेंगी दर्शनरैली से पहले विवाद प्रियंका गांधी की इस रैली से पहले एक नया विवाद भी शुरू हो गया है। बीजेपी और स्थानीय हिंदू संगठनों ने कांग्रेस के पोस्टर पर आपत्ति जताई है। दरअसल प्रियंका गांधी के आगमन से पहले नवरात्र के मौके पर कार्यकर्ताओं ने उनका दुर्गा अवतार वाला पोस्टर जारी किया है। प्रियंका गांधी को दुर्गा के तौर पर दिखाया गया है और किसानों के हत्यारों का वो वध कर रही है। इस पोस्टर को वाराणसी के कई इलाकों में चिपकाया गया है। ऑटो और गाड़ियों पर भी चिपकाया गया है। अब बीजेपी वाले सवाल पूछ रहे हैं कि प्रियंका को दुर्गा बनाकर भगवान का उपहास क्यों उड़ाया जा रहा है। |
hindi_2022_11033 | यति नरसिंहानंद को मारने की साजिश, साधू का वेश बनाकर हत्या का षडयंत्र? | दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपी जहांगीर साधु के वेश में जाकर महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करना चाहता था। पुलिस ने आरोपी जहांगीर के साप से पिस्टल औऱ मैगजीन बरामद की हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर पेशे से कारपेंटर है, उसे पाकिस्तान में बैठे आबिद नाम के आतंकी ने हत्या की सुपारी दी थी। | नई दिल्ली. गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर के महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की साजिश का खुलासा हुआ है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या की साजिश के आरोप में कश्मीर से एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी का नाम जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर है। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपी को महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या का कॉन्ट्रैक्ट पाकिस्तान में बैठे जैश के एक आतंकी ने दिया था। दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने बताया कि आरोपी जहांगीर साधु के वेश में जाकर महंत नरसिंहानंद सरस्वती की हत्या करना चाहता था। पुलिस ने आरोपी जहांगीर के साप से पिस्टल औऱ मैगजीन बरामद की हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जॉन मोहम्मद डार उर्फ जहांगीर पेशे से कारपेंटर है, उसे पाकिस्तान में बैठे आबिद नाम के आतंकी ने हत्या की सुपारी दी थी। जहांगीर पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में जैश ए मोहम्मद के आंतकी आबिद से मिला था।जहांगीर Whats App के जरिए आबिद के संपर्क में रहता था। सूत्रों ने बताया कि आबिद ने जहांगीर को महंत नरसिंहानंद सरस्वती का वीडियो दिखा कर उनकी हत्या के लिए उकसाया था। इतना ही नही इस काम के लिए आबिद ने जहांगीर को हथियार चलाने की ट्रेनिंग भी थी। आबिद ने जहांगीर को इस काम के लिए पैसे देने का वायदा भी किया था। 23 अप्रैल को जहांगीर हत्याकांड को अंजाम देने के लिए दिल्ली निकल गया था। दिल्ली में जहांगीर को उमर नाम के शख्स से मिलना था। सूत्रों ने बताया कि उमर और जहांगीर टेलीग्राम के जरिये संपर्क में रहने वाले थे। उमर का काम जहांगीर के लिए दिल्ली में ठहरने की व्यवस्था करना था। जिस दिन जहांगीर दिल्ली के लिए निकला था, उस दिन उसके J&K बैंक खाते में 35 हज़ार रुपये भेजे गए थे। |
hindi_2022_11034 | योगी सरकार में मंत्री विजय कश्यप का कोरोना से निधन, पीएम मोदी ने जताया शोक | उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री तथा भाजपा विधायक विजय कश्यप का मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया। | नयी दिल्ली: उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री तथा भाजपा विधायक विजय कश्यप का मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया। मुजफ्फरनगर के चरथावल विधानसभा सीट से विधायक कश्यप ने गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। कश्यप योगी सरकार में राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भाजपा नेता के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह लोक हित के कार्यों के लिए समर्पित थे। मोदी ने ट्वीट किया, “ भाजपा नेता और उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री विजय कश्यप जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ है। वे जमीन से जुड़े नेता थे और सदा जनहित के कार्यों में समर्पित रहे। शोक की इस घड़ी में उनके परिजनों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदनाएं। ओम शांति!।” उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी राजस्व एवं बाढ़ नियंत्रण राज्यमंत्री विजय कुमार कश्यप के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि विजय कुमार कश्यप एक लोकप्रिय जनप्रतिनिधि थे। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री के रूप में उन्होंने सदैव अपने दायित्वों का कुशलपूर्वक निर्वहन किया। उनके निधन से जनता ने अपना एक सच्चा हितैषी खो दिया है। मुख्यमंत्री योगी ने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।इनपुट-भाषा |
hindi_2022_11035 | उत्तराखंड: पुष्कर सिंह धामी को दूसरी बार CM की कमान, बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए | उत्तराखंड को 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में सीएम पुष्कर सिंह धामी का चेहरा मिल गया है। केंद्रीय पर्यवेक्षकों राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी ने देहरादून में भाजपा विधायक दल की बैठक में भाग लिया। इसके बाद उत्तराखंड के सीएम के लिए पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान किया गया। | देहरादून: उत्तराखंड में मुख्यमंत्री के नाम को लेकर सस्पेंस खत्म हो गया है। भाजपा विधायक मंडल दल की बैठक में पुष्कर सिंह धामी के नाम पर मुहर लग गई है। उत्तराखंड को 12 वें मुख्यमंत्री के रूप में सीएम पुष्कर सिंह धामी का चेहरा मिल गया है। केंद्रीय पर्यवेक्षकों राजनाथ सिंह और मीनाक्षी लेखी ने देहरादून में भाजपा विधायक दल की बैठक में भाग लिया। इसके बाद उत्तराखंड के सीएम के लिए पुष्कर सिंह धामी के नाम का ऐलान किया गया।बता दें कि, पुष्कर सिंह धामी खटीमा विधासभा सीट से चुनाव हार गए थे हालांकि पार्टी ने उन पर एक बार फिर भरोसा जताया है। देहरादून में पार्टी इकाई की बैठक में फैसले के बाद पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और उपपर्यवेक्षक मीनाक्षी लेखी ने सीएम को लेकर पुष्कर सिंह धामी के नाम की घोषणा की।हाल ही में बीजेपी ने उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में 70 में से 47 सीटों पर जीत दर्ज की है। पार्टी अब पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने जा रही है। बीते 10 मार्च को उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के परिणाम में बीजेपी को 47, कांग्रेस को 19, बीएसपी को 2 और निर्दलीय को 2 सीटों पर जीत मिली है। वोटिंग परसेंटेज की बात करें तो राज्य में बीजेपी को 44.3 प्रतिशत और कांग्रेस को 37.9% वोट मिले थे। |
hindi_2022_11036 | कांग्रेस को बड़ा झटका! सुष्मिता देव TMC में हुईं शामिल, त्रिपुरा से बन सकती हैं पार्टी का चेहरा | कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद और महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया है। सुष्मिता देव सोमवार को टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हुईं। | कोलकाता। असम से कांग्रेस की पूर्व सांसद सुष्मिता देव कोलकाता में वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुयीं। कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद और महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया है। सुष्मिता देव सोमवार को टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हुईं। इससे पहले 15 अगस्त को सुष्मिता ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था। सुष्मिता अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं थीं। त्रिपुरा से टीएमसी का चेहरा हो सकती हैं सुष्मिताकोलकाता। असम से कांग्रेस की पूर्व सांसद सुष्मिता देव कोलकाता में वरिष्ठ नेता अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुयीं। कांग्रेस पार्टी को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा है। पूर्व सांसद और महिला कांग्रेस प्रमुख सुष्मिता देव ने कांग्रेस से इस्तीफा देकर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) का दामन थाम लिया है। सुष्मिता देव सोमवार को टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी और डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में टीएमसी में शामिल हुईं। इससे पहले 15 अगस्त को सुष्मिता ने कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था। सुष्मिता अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहीं थीं। सुष्मिता असम के सिलचर से कांग्रेस सांसद रह चुकी हैं जहां एक समय उनके पिता संतोष मोहन देव की मजबूत पकड़ थी। चूंकि अब वह तृणमूल कांग्रेस शामिल हो गई हैं, ऐसे में राजनीतिक जानकारों का कहना है कि वह त्रिपुरा में पार्टी का चेहरा भी सकती हैं। टीएमसी की नजर त्रिपुरा के साथ असम पर भीपश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में जीत के बाद टीएमसी की नजर त्रिपुरा के साथ-साथ असम पर भी है। तृणमूल कांग्रेस ने असम के विधायक अखिल गोगोई को असम में पार्टी का नेतृत्व करने की पेशकश की है। हाल में असम के शिवसागर से विधायक और कृषक मुक्ति संग्राम समिति के नेता अखिल गोगोई ने टीएमसी सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात की थी और बीजेपी के खिलाफ गठबंधन बनाने का आह्वान किया था।सुष्मिता के इस्तीफे पर सिब्बल ने कहा: कांग्रेस सबकुछ जानकर भी अनजान है कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने सुष्मिता देव के पार्टी छोड़ने के बाद कांग्रेस की कार्यशैली को लेकर सवाल खड़े करते हुए सोमवार को कहा कि पार्टी सब कुछ जानकर भी अनजान बनती है। उन्होंने ट्वीट किया, 'सुष्मिता देव ने हमारी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। युवा नेता छोड़ते हैं जबकि हम 'बुजर्ग' (पुराने नेता) पार्टी को मजबूत करने के लिए प्रयास करते हैं तो उसके लिए भी कसूरवार ठहराया जाता है।' सिब्बल ने दावा किया कि पार्टी सब कुछ जान कर भी अनजान है।बता दें कि, कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद सुष्मिता देव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा चुकी सुष्मिता ने 15 अगस्त को पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेजा था। सुष्मिता के इस्तीफे पर कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की और उम्मीद जताई कि पूर्व सांसद जो भी कदम उठाएंगी वह सोच-समझ कर उठाएंगी।उन्होंने संवाददाताओं से कहा, 'मैंने सुष्मिता देव से बात करने का प्रयास किया लेकिन उनका फोन बंद था। सुष्मिता देव एक कर्मठ और प्रतिभाशाली कार्यकर्ता थीं। फिलहाल उनका कोई पत्र सोनिया गांधी जी को नहीं मिला है। ऐसे में आशा करता हूं कि वह जो भी निर्णय करेंगी सोच-समझ कर करेंगी। मैं पार्टी की ओर से उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।' |
hindi_2022_11037 | नेशनल कॉन्फ्रेंस ने जम्मू कश्मीर के नए भूमि कानून के खिलाफ रैली निकाली | नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने जम्मू कश्मीर में नए भूमि कानूनों के खिलाफ शुक्रवार को रैली निकाली और कहा कि वह सभी जनविरोधी और युवा विरोधी नीतियों का विरोध करेगी। | जम्मू: नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) ने जम्मू कश्मीर में नए भूमि कानूनों के खिलाफ शुक्रवार को रैली निकाली और कहा कि वह सभी जनविरोधी और युवा विरोधी नीतियों का विरोध करेगी। पार्टी ने कहा कि वह संविधान के तहत जम्मू, कश्मीर और लद्दाख के लोगों को मिले हक और विशेषाधिकार की रक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में काम करती रहेगी। पार्टी के जम्मू क्षेत्र के अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने राजभवन की ओर मार्च निकाला लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक दिया। राणा ने सवाल किया, ‘‘जम्मू कश्मीर के भाजपा नेताओं ने लोगों को हमेशा आश्वस्त किया है कि अनुच्छेद 370 के प्रावधानों को निरस्त किए जाने के बावजूद जमीन और नौकरियों के अधिकारों की रक्षा की जाएगी। सारे आश्वासन कहां गए।’’कश्मीर में भाजपा नेताओं की हत्याओं के बारे में पूछे जाने पर राणा ने कहा कि यह कायरतापूर्ण हरकत है। उन्होंने कहा,‘‘हम घटना की निंदा करते हैं और नेताओं के शोकसंतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सभ्य समाज में आतंकवाद का कोई स्थान नहीं है। आतंकवादी का कोई मजहब नहीं होता। आतंकवादी आतंकवादी होता है। आतंकवाद को जड़ से मिटाने के लिए हमें साथ मिलकर लड़ना होगा।’’ |
hindi_2022_11038 | कृषि कानून के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में किसान यूनियन ने मध्यस्थता के लिए आवेदन दिया | याचिका में कहा गया है कि तीन नए कृषि कानून कृषक समाज के लिए घातक साबित होंगे क्योंकि इससे एक नया समानांतर बाजार खड़ा हो जाएगा जो किसी रेग्युलेशन में नहीं होगा और उससे किसानों का शोषण होगा | नई दिल्ली। 3 नए किसान कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यू्नियन अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गई है। भारतीय किसान यूनियन ने तीनों कानूनों को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में मध्यस्थता के लिए आवेदन किया है। याचिका में कहा गया है कि तीन नए कृषि कानून कृषक समाज के लिए घातक साबित होंगे क्योंकि इससे एक नया समानांतर बाजार खड़ा हो जाएगा जो किसी रेग्युलेशन में नहीं होगा और उससे किसानों का शोषण होगा। इस बीच तीन किसान कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहा किसान आंदोलन आज 16वें दिन पहुंच गया है। किसान सरकार से पूरी तरह से तीनों कानूनों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं जबकि सरकार कानूनों में सुधार के लिए तैयार है लेकिन कानून वापस लेने से मना कर रही है। कुछ किसान संगठनों ने सरकार के सामने यह मांग भी रख दी है कि सरकार दिल्ली हिंसा के आरोपियों शरजील इमाम और उमर खालिद को भी रिहा करे, लेकिन सभी किसान संगठन इसका समर्थन नहीं कर रहे हैं और इस मुद्दे पर बंटे हुए नजर आ रहे हैं।किसान आंदोलन की वजह से दिल्ली और आसपास में यातायात में भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर हजारों किसानों के प्रदर्शन के कारण राष्ट्रीय राजधानी में शुक्रवार को भी कई मार्ग आवाजाही के लिए बंद हैं। दिल्ली यातायात पुलिस ने ट्विटर के जरिए लोगों को कुछ मार्गों के बंद होने के बारे में सूचित किया और असुविधा से बचने के लिए उन्हें वैकल्पिक रास्तों से जाने की सलाह दी। विभिन्न राज्यों के हजारों किसान पिछले करीब दो हफ्ते से दिल्ली के सिंघू, टिकरी, गाजीपुर और चिल्ला (दिल्ली-नोएडा) बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली यातायात पुलिस ने सिलसिलेवार ट्वीट में कहा कि टिकरी और ढांसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है जबकि झटीकरा बॉर्डर केवल दो पहिया वाहनों और पैदल चलने वालों के लिए खुला है। यातायात पुलिस ने कहा कि हरियाणा जाने वाले झारौदा, दौराला, कापसहेड़ा, बडूसराय, रजोकरी एनएच-आठ, बिजवासन-बजघेड़ा, पालम विहार, डुन्डाहेड़ा बॉर्डर की तरफ से जा सकते हैं । किसान संगठनों ने मांगें नहीं माने जाने पर देश के विभिन्न रेलमार्गों और राजमार्गों को अवरुद्ध करने की चेतावनी दी है । |
hindi_2022_11039 | जम्मू-कश्मीर मौसम: डल झील में जमी 3 इंच मोटी बर्फ की परत, कई जगहों पर पारा शून्य से नीचे | जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। कश्मीर में झीलों और नदियों में करीब 3 इंच बर्फ की मोटी परत जम गई है। | जम्मू कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। कश्मीर में झीलों और नदियों में करीब 3 इंच बर्फ की मोटी परत जम गई है। लेकिन कश्मीर घूमने आए पर्यटकों के लिए यह जगह और यहां के खूबसूरत नजारे किसी खूबसूरत एहसास से कम नहीं हैं। पूरे कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। कश्मीर संभाग में गुलमर्ग सबसे ठंडा चल रहा है। यहां न्यूनतम तापमान लुढ़क कर माइनस 10.6 डिग्री पहुंच गया है। साथ ही द्रास इलाके में तापमान माइनस 28.5 डिग्री पहुंच गया है। पूरे जम्मू-कश्मीर में इस समय तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है।द्रास में तापमान -28.5 डिग्री तक पहुंचाविश्व प्रसिद्ध डल झील में इन दिनों करीब 3 इंच मोटी बर्फ की परत जम चुकी है। आलम ऐसा है कि करीब झील का आधा हिस्सा जंप का है जिसके कारण शिकारा चलाना भी मुश्किल हो रहा है। डल झील के अलावा कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग का हाल इससे भी बेहाल है। वहां का तापमान करीब -10 डिग्री तक लुढ़क चुका है।केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में करगिल सबसे ठंडा चल रहा है। लेह और कारगिल का तापमान माइनस 15.9 से माइनस 17 डिग्री तक पहुंच चुका है। वहीं ले का द्रास इलाका सबसे ठंडा है जहां का तापमान करीब -28.5 डिग्री तक पहुंच चुका है। माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा और त्रिकुटा पहाड़ियों पर भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कटड़ा का अधिकतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। कश्मीर और करगिल के इलाकों का तापमानश्रीनगर -6 .oपहलगाम - 9 . 2 गुलमर्ग - 10. 6 कारगिल - 17.05 ले -15.9 द्रास इलाका - 28.5 कुपवाड़ा - 6. 3अवंतीपोरा - 7.0 जम्मू कश्मीर। जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की ठंड से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। कश्मीर में झीलों और नदियों में करीब 3 इंच बर्फ की मोटी परत जम गई है। लेकिन कश्मीर घूमने आए पर्यटकों के लिए यह जगह और यहां के खूबसूरत नजारे किसी खूबसूरत एहसास से कम नहीं हैं। पूरे कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चल रहा है। कश्मीर संभाग में गुलमर्ग सबसे ठंडा चल रहा है। यहां न्यूनतम तापमान लुढ़क कर माइनस 10.6 डिग्री पहुंच गया है। साथ ही द्रास इलाके में तापमान माइनस 28.5 डिग्री पहुंच गया है। पूरे जम्मू-कश्मीर में इस समय तापमान सामान्य से नीचे चल रहा है।द्रास में तापमान -28.5 डिग्री तक पहुंचाविश्व प्रसिद्ध डल झील में इन दिनों करीब 3 इंच मोटी बर्फ की परत जम चुकी है। आलम ऐसा है कि करीब झील का आधा हिस्सा जंप का है जिसके कारण शिकारा चलाना भी मुश्किल हो रहा है। डल झील के अलावा कश्मीर के खूबसूरत पर्यटन स्थल गुलमर्ग, पहलगाम और सोनमर्ग का हाल इससे भी बेहाल है। वहां का तापमान करीब -10 डिग्री तक लुढ़क चुका है।केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में करगिल सबसे ठंडा चल रहा है। लेह और कारगिल का तापमान माइनस 15.9 से माइनस 17 डिग्री तक पहुंच चुका है। वहीं ले का द्रास इलाका सबसे ठंडा है जहां का तापमान करीब -28.5 डिग्री तक पहुंच चुका है। माता वैष्णो देवी के आधार शिविर कटड़ा और त्रिकुटा पहाड़ियों पर भी कड़ाके की ठंड पड़ रही है। कटड़ा का अधिकतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस तो न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। कश्मीर और करगिल के इलाकों का तापमानजानिए आगे कैसा रहेगा मौसम मौसम विभाग के मुताबिक, 22 दिसंबर तक फिलहाल मौसम में किसी भी तरह का बदलाव ना आने की आशंका जताई है बल्कि आने वाली रातें और ज्यादा सर्द हो सकती हैं और तापमान में भारी गिरावट दर्ज हो सकती है। जिसका असर कश्मीर के साथ-साथ पूरे उत्तर भारत में दिख सकता है। |
hindi_2022_11040 | Weather Update: आग बरसा रही गर्मी, एमपी के नौगांव और राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 48 डिग्री, दिल्ली में ऑरेंज अलर्ट | देश में गर्मी का कहर जारी है। मध्यप्रदेश के नौगांव में तापमान 48 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं राजधानी दिल्ली में शनिवार को तापमान 45 डिग्री तक पहुंच सकता है। | Weather Update: देश में गर्मी का कहर जारी है। कई इलाकों में कई दिनों से पारा 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना हुआ है। कई स्थानों पर पारा 45 डिग्री से भी अधिक हो गया है। भीषण गर्मी ने लोगों का हाल बेहाल कर दिया है। मध्यप्रदेश के नौगांव में तापमान 48 डिग्री पर पहुंच गया है। वहीं राजधानी दिल्ली में शनिवार को तापमान 45 डिग्री तक पहुंच सकता है। वहीं राजस्थान के श्रीगंगानगर में पारा 48 डिग्री के पार हो गया। मौसम विभाग ने चेताया है कि हीटवेव की स्थिति में बहुत जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलें।मध्यप्रदेश में झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। शुक्रवार को प्रदेश का नौगांव 48 डिग्री तापमान के साथ दुनिया का 7वां सबसे गर्म शहर रहा। बीते 16 साल में ऐसा पहली बार है, जब मई का पहला पखवाड़ा इतना तपा है। मौसम विभाग के मुताबिक, शनिवार को 27 जिलों में हीटवेव का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इनमें भोपाल भी शामिल है। दिल्ली के कई इलाकों में आज भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है। इसके चलते मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। विभाग का अनुमान है कि दिल्ली में आज का न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है, जबकि अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा। हालांकि, अगले हफ्ते थोड़ी राहत दिल्ली वासियों को मिल सकती है।UP में भी भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं। मौसम विभाग का कहना है कि आज राज्य में न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है। लखनऊ में आज का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस के पार जा सकता है।राजस्थान में शनिवार को न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है, जबकि अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार जाएगा। इसके साथ ही मौसम विभाग ने कई जिलों में हीटवेव की चेतावनी जारी की है। शुक्रवार को श्रीगंगानगर में पारा 48.1 और अजमेर में पारा 45.2 डिग्री सेल्सियस रहा।बिहार में आज का न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है, जबकि अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस रहेगा। राज्य में 13 से 15 जून के बीच मानसून की एंट्री होगी। साल 2021 में 13 जून को तूफान के कारण बिहार में जमकर बारिश हुई थी। अब तक का पूर्वानुमान बिहार में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश का है। मौसम विज्ञान विभाग का अनुमान है कि छत्तीसगढ़ में भी इस बार मानसून जल्दी आएगा। मौसम विज्ञानियों ने बताया है कि मानसून 27 मई तक केरल तट पर पहुंच जाएगा। ऐसा हुआ और सब कुछ सामान्य रहा तो अगले 10 दिन में 7 जून तक छत्तीसगढ़ की धरती पर मानसून का आगमन होगा। प्रदेश में अभी अधिकतम तापमान 40-41 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है। |
hindi_2022_11041 | उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस से 59 और लोगों की मौत, संक्रमण के 5325 नए मामले आए सामने | उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमित 59 और लोगों की मौत होने के साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 2926 हो गया। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में कोविड-19 संक्रमण के 5325 नए मामले सामने आए हैं। | लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमित 59 और लोगों की मौत होने के साथ ही मरने वालों का आंकड़ा 2926 हो गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने रविवार (23 अगस्त) को यहां बताया कि 24 घंटे के दौरान प्रदेश में 59 और लोगों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि राज्य में इस संक्रमण से अब तक 2926 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने बताया कि राज्य में इस संक्रमण से होने वाली मौतों का प्रतिशत 1.56 है। ISIS आतंकी यूसुफ की निशानदेही पर भारी मात्रा में विस्फोटक और फिदायीन जैकेट बरामदप्रसाद ने बताया कि पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में कोविड-19 संक्रमण के 5325 नए मामले सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में इस वक्त कोविड-19 के उपचाराधीन मामलों की संख्या 49242 है और अब तक 135613 संक्रमित लोग पूरी तरह ठीक हो कर घर जा चुके हैं। इस तरह लोगों के ठीक होने का प्रतिशत अब बढ़कर 72.21 हो गया है। पाकिस्तान ने पूर्व PM नवाज शरीफ को फरार घोषित किया, प्रत्यर्पण के लिए ब्रिटेन से संपर्क साधाप्रसाद ने बताया कि प्रदेश में शनिवार को सबसे ज्यादा 130445 नमूनों की जांच की गई। अब तक कुल 4551619 नमूनों की जांच की जा चुकी है। प्रयोगशालाओं को जिलों के द्वारा कल लगभग 40000 नमूने जांच के लिए भेजे गए। उन्होंने बताया कि प्रदेश में अब तक 62744 कोविड-19 हेल्प डेस्क स्थापित की जा चुकी हैं जिनके माध्यम से 672275 लक्षणत्मक व्यक्तियों की पहचान की गई है। प्रसाद ने बताया कि अगस्त के महीने में पॉजिटिविटी का प्रतिशत 4.9 प्रतिशत है। उन्होंने कहा, हम लगातार पांच के नीचे चल रहे हैं।मोर को अपने हाथ से खाना खिला रहे हैं पीएम मोदी, शेयर किया वीडियो |
hindi_2022_11042 | आंदोलन के नाम पर सपा और कांग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है: अमित मालवीय | बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया। | नई दिल्ली: लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) का कनेक्शन सामने आया है। बीजेपी सूत्रों के मुताबिक, तजिंदर विर्क पूरी घटना का मास्टरमाइंड है जो कि रूद्रपुर का रहने वाला है और समाजवादी पार्टी का नेता है। अखिलेश यादव का बेहद करीबी है। इसी ने रविवार को पूरा उपद्रव कराया और खुद भी एक गाड़ी की चपेट में आने के बाद अस्पताल में भर्ती है। बीजेपी नेता और पार्टी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि आंदोलन के नाम पर समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है।अमित मालवीय ने ट्वीट किया, "लखीमपुर में मारे जाने वाले शुभम मिश्रा के परिवार ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में तेजिंदर सिंह विर्क का नाम लिया है, जिसका लिंक समाजवादी पार्टी से है और जिसको अखिलेश यादव किसान नेता बता रहे थे। आंदोलन के नाम पर सपा और कांग्रेस लखीमपुर में राजनीति कर रहे है।"बता दें कि लखीमपुर खीरी में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के मामले को लेकर सियासी घमासान शुरू हो गया है। सोमवार को मौके पर जाने की कोशिश करने वाले सभी प्रमुख विपक्षी दलों के नेताओं को रोक दिया गया अथवा हिरासत में ले लिया गया। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को लखनऊ से लखीमपुर जाने से रोक दिया गया, जिसके बाद अखिलेश सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। बाद में उन्हें तथा पार्टी के मुख्य महासचिव रामगोपाल यादव को हिरासत में ले लिया गया। इसके अलावा लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करने पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के मुखिया शिवपाल सिंह यादव को हिरासत में ले लिया गया जबकि राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी और आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह को रास्ते में अलग-अलग स्थानों पर रोक लिया गया। बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र को भी लखीमपुर जाने से रोका गया। मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सड़क पर धरना प्रदर्शन के दौरान आरोप लगाते हुए कहा, "किसानों पर इतना अन्याय इतना जुल्म अंग्रेजों ने भी नहीं किया जितना भाजपा की सरकार कर रही है। सरकार विपक्ष के किसी भी नेता को लखीमपुर खीरी क्यों नहीं जाने देना चाहती। सरकार आखिर क्या छुपाना चाहती है। यह सरकार इस बात से घबराती है कि जनता कहीं सच्चाई न जान जाए।" वहीं राज्य सरकार ने कहा है कि “विपक्षी दलों का 2022 के विधानसभा चुनाव का सफर लाशों पर नहीं हो सकता”। किसी को भी माहौल बिगाड़ने की इजाजत नहीं दी जाएगी। लखीमपुर खीरी कांड पीड़ितों से मिलने जा रहे समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को हिरासत में लिये जाने के विरोध में गौतमबुद्ध नगर के जिल कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करने जा रहे सपा के अनेक नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।वहीं, लखीमपुर खीरी में हिंसा में किसानों की मौत के बाद उप्र शासन के अधिकारियों और किसानों के बीच समझौता हो गया है और उनकी सभी मांगे मान ली गयी हैं। अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने सोमवार को बताया, “किसानों के बीच समझौते के तहत लखीमपुर में मारे गये चार किसान परिवारों को 45-45 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा परिवार के एक सदस्य को स्थानीय स्तर पर सरकारी नौकरी भी दी जाएगी। जबकि घायलों को बेहतर इलाज के लिये 10-10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। |